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नई दिल्ली । अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमानन सुरक्षा को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। डीजीसीए ने शनिवार को एयरलाइंस कंपनी को चालक दल की शेड्यूलिंग, अनुपालन निगरानी और आंतरिक जवाबदेही में प्रणालीगत विफलता के लिए एक वरिष्ठ उड़ान संचालन अधिकारी सहित तीन वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने का निर्देश दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डीजीसीए ने एयर इंडिया को तीनों अधिकारियों को क्रू शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग से संबंधित सभी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से हटाने का आदेश दिया है। डीजीसीए ने 20 जून को जारी आदेश में एयर इंडिया को इन अधिकारियों के खिलाफ अविलंब आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने को भी कहा। डीजीसीए के जारी आदेश के अनुसार इन तीन अधिकारियों में एयरलाइन का एक डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट भी शामिल है। इससे पहले डीजीसीए ने तीन एयरबस विमानों के आपातकालीन उपकरणों की जांच के लिए निर्धारित तिथि से अधिक समय होने के बावजूद उड़ान भरने पर एयर इंडिया को सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के लिए चेतावनी दी थी। डीजीसीए ने इस मुद्दे को हल करने में धीमी गति से काम करने के लिए भी फटकार लगाई। यह मामला मई में एयर इंडिया एयरलाइंस के तीन एयरबस विमानों की जांच से जुड़ा हुआ है। उल्लेखनीय है कि कुल 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को लेकर 12 जून को लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान एआई-171 अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस विमान हादसे में एक व्यक्ति को छोड़कर एयर इंडिया विमान में सवार सभी यात्रियों की मौत हो गई थी और जमीन पर मौजूद 29 अन्य लोग भी हादसे में मारे गए थे।
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चार दिन से अमेरिका का सबसे घातक माना जाने वाला फाइटर जेट F-35B भारत की ज़मीन पर खड़ा है, और वजह जानकर हर भारतीय गर्व से भर जाएगा। पहले बहाना बना कि फ्यूल खत्म हो गया, फिर कहा गया कि हाइड्रोलिक सिस्टम फेल हो गया। ... लेकिन सच्चाई कुछ और है!भारतीय एयर डिफेंस रडार ने इस मेड-इन-अमेरिका स्टील्थ फाइटर को जैसे ही ट्रैक किया, उसे सटीक तरीके से लॉक कर लिया गया। अब हालत ये है कि न अमेरिकी पायलट इसे अनलॉक कर पा रहे हैं, न ही टेक्निशियन! 5वीं पीढ़ी का ये ‘game-changer’ जेट अब भारत में खड़ा है—लाचार और बेबस।भारतीय तकनीक की ये विजय किसी मिसाइल से कम नहीं। अब दुनिया समझ गई है कि भारत सिर्फ बातें नहीं करता—भारत कर दिखाता है!
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उधमपुर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने योग के प्रति सशस्त्र बल जवानों के रुझान की सराहना करते हुए कहा कि यह अभ्यास सैनिकों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करता है और युद्ध के मैदान में इसका लाभ देखा जा सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उधमपुर के उत्तरी कमान मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को सामूहिक योग प्रदर्शन का नेतृत्व किया जिसमें 2,500 सैनिकों के साथ विभिन्न आसन और श्वांस अभ्यास किए गए। कार्यक्रम में थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा भी शामिल हुए। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के चुनौतीपूर्ण इलाकों में कई अग्रिम स्थानों पर भी योग सत्र आयोजित किए गए जिसमें सैनिकों की प्रतिबद्धता और उत्साह को दिखाया गया। रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बल जवानों के योग के प्रति रुझान की सराहना की और कहा कि इसका उनके अनुशासन और ध्यान पर सीधा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने सैनिकों को रोजाना इसका अभ्यास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि योग एक सैनिक को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करता है। यह अभ्यास स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। उन्होंने योग को आज की तेज गति वाली दुनिया में लोगों के सामने आने वाली समस्याओं जैसे तनाव, चिंता और अवसाद का सार्वभौमिक समाधान बताया। उन्होंने कहा कि योग अराजकता में लोगों को स्पष्टता देता है। यह एक कला, एक विज्ञान, एक दर्शन और आध्यात्मिकता है। जो लोग अपने दैनिक जीवन में योग का अभ्यास करते हैं वह अपने शरीर और मन पर नियंत्रण रखते हैं। यह हमें प्रतिक्रियाशील नहीं बल्कि सक्रिय बनाता है। ऑपरेशन सिंदूर को उस नियंत्रण का एक शानदार उदाहरण बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन के दौरान संयम, संतुलन और सटीकता का प्रदर्शन किया जो योग के अभ्यास से प्राप्त उनकी आंतरिक शक्ति का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है तो उसे इस अभ्यास का सही अर्थ याद रखना चाहिए जो समाज के हर वर्ग को भारत की संस्कृति और आत्मा से जोड़ना है। अगर एक भी वर्ग पीछे छूट जाता है तो एकता और सुरक्षा का पहिया टूट जाता है। इसलिए आज हमें योग को समाज और विचार के स्तर पर करना चाहिए, न कि केवल शरीर के स्तर पर। उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से भारत ने दुनिया को ऐसा साधन दिया है जो किसी भी सीमा, धर्म और संस्कृति से परे है। उन्होंने बताया कि हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम एक वैश्विक संदेश देती है कि भारत केवल अपने लिए नहीं बल्कि दुनिया के कल्याण के बारे में सोचता है। इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य है। पूरा विश्व एक परिवार है और इसके लिए काम करना हमारी सोच का हिस्सा है। योग इस सोच की व्यावहारिक अभिव्यक्ति है, यह चुपचाप दुनिया को बदल रहा है और हर नागरिक को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि भारत की प्राचीन परंपरा को वैश्विक स्तर पर मान्यता और स्वीकृति मिल रही है। उन्होंने इसे एक जिम्मेदारी बताया कि योग को सिर्फ़ एक चलन के तौर पर न अपनाया जाए बल्कि इसे जीवन जीने का तरीका बनाया जाए। हमारे जीवन में योग को एक संकल्प के तौर पर शामिल करने की ज़रूरत है। इसे हमारी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए क्योंकि यह हर किसी के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि योग अब सिर्फ़ एक व्यक्तिगत अभ्यास नहीं रह गया है बल्कि यह एक वैश्विक आंदोलन बन गया है जिसमें संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य अंतरराष्ट्रीय समूह इसे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के दायरे में शामिल कर रहे हैं।
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•डॉ. मोहन यादव योग एक ऐसी दिव्य अवस्था है जब चेतना और परम चेतना का मिलन होता है। इस अवस्था को प्राप्त करने का अवसर हर जीव के पास है। योग सनातन हिन्दू धर्म और संस्कृति का सम्पूर्ण मानवता के लिए अमूल्य उपहार है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। साथ ही इस बात का समर्थन किया कि "योग जीवन के सभी पहलुओं के बीच संतुलन स्थापित करने के साथ स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है"। उन्होंने पूरी दुनिया में समग्र स्वास्थ्य क्रांति के नये युग का सूत्रपात किया। उपचार की जगह रोकथाम पर अब अधिक ध्यान दिया जा रहा है। आज पूरा वैश्विक समुदाय प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार व्यक्त कर रहा है। हम 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं। यह "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" विषय को समर्पिंत है। इसका उद्देश्य मानव कल्याण और एक स्वस्थ ग्रह के बीच संबंध को बढ़ावा देना है। सीधा अर्थ है कि जब शरीर और मन स्वस्थ होता है, तो हम अपने समुदाय और पर्यावरण से बेहतर सामंजस्य रख पाते हैं, उनकी सही देख-रेख कर पाते हैं। आज पूरे विश्व में एक अदभुत वातावरण बना है। पूरा विश्व आज योग कर रहा है। योग ने विश्व में असंख्य लोगों को सहारा दिया है। हमारे लिये यह गौरव का क्षण है। योग का विधिवत विज्ञान यहाँ सुरक्षित है। योग दर्शन की विरासत से आज पूरा विश्व समाज लाभान्वित हो रहा है। हम इस अलौकिक समय के साक्षी बन रहे हैं। हम आज गौरव और आनंद से भरे हैं। योग, धर्म, जाति और रंग की सीमाओं से परे है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत का गौरव बढ़ाने वाला दिवस है साथ ही पूरे विश्व को परम चेतना के प्रति जागृत करने का क्रांतिकारी कदम भी है। अक्सर सवाल किया जाता है कि योग से क्या मिलता है? इसका सीधा सरल जवाब है योग से मिलती है शांति। मन और तन को सबसे ज्यादा जरूरत है शांति की। अशांत मन और अनियंत्रित तन पूरे समाज को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। योग एक ऐसा दिव्य द्वार है जो शांति की ओर खुलता है। शांति से उपजती है एकाग्रता। धर्म संसद में वेदांत दर्शन पर कालजयी व्याख्यान देने के बाद स्वामी विवेकानंद को अमेरिका में जगह जगह दर्शन पर व्याख्यान देने आमंत्रित किया गया। जब वे अमेरिकन विदयार्थियों के बीच पहुंचे तो विदयार्थियों ने सवाल किया कि पढ़ाई में मन नहीं लगता। स्वामी जी का जवाब था इसका एकमात्र उपाय है एकाग्रता। यह एकाग्रता उपजती है शांत मन से। शांत मन होता है ध्यान से। शांत मन दूषित विचारों से मुक्त होता है। शांति से निर्मित होती है सकारात्मक ऊर्जा। यह ऊर्जा सभी जीवों के लिये कल्याणकारी और हितकारी होती है। शांत चित्त वाला मनुष्य कभी गलत निर्णय नहीं ले सकता। जब शरीर, मन और आत्मा एकाकार हो जायें तो अहित और अशुद्धि का सवाल कहां रह जाता है। कथा उपनिषद में योग को इंन्द्रियों पर नियंत्रण करने की विद्या कहा गया है। श्रीमद्भगवद् गीता में योग को दुख से वियोग होना कहा गया है। महर्षि पतंजलि ने योग सूत्र में योग को मन के विचलन पर नियंत्रण की विधा बताया है। महर्षि अरविंद ने तो यहां तक कहा है कि संपूर्ण मानव जीवन ही एक योग है क्योंकि मनुष्य से कई चीजों का जोड़ है। योग का उद्देश्य परम चेतना में प्रवेश पाना है। यह परम चेतना क्या है जो योग से मिलती है? यह अवस्था ऐसी अवस्था है जब मन केवल न्याय और धर्म के साथ होता है। सिर्फ दया, करूणा, मैत्री और शांति जैसे मूल्य प्रखर होते है। यह अवस्था हर मनुष्य के लिये अनिवार्य है चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या समुदाय का हो या विश्व के किसी भी कोने में रहता हो। कल्पना करें कि जब एक साथ पूरा विश्व योग करे तो फिर भेदभाव कहां रह जाता है। मन में भौगोलिक सीमाओं का बोध समाप्त हो जाता है। फिर चाहे कोई भी देश हो पूरा विश्व एक हो जायेगा। यौगिक क्रियाओं से यदि मन एकरूप हो जायें तो चित्त की प्रसन्नता निरंतर बनी रहती है। भारतीय परंपरा में उल्लेख है कि प्रकृति ने ही तमाम योग मुद्राएं सिखाई है। यह सच है कि योग विद्या की विरासत को लगभग विस्मृत सा कर दिया गया था। हमें सिर्फ प्रयासपूर्वक जागने की जरूरत है। योग सदा से विदयमान था। किसी भी धर्म को देखें योग के दर्शन होंगे। योग और यौगिक क्रियाएं जीवन से गहरी जुडी हैं। अब एक नई और ओजपूर्ण शुरूआत हो चुकी है। विश्व में भारत की प्रतिष्ठा स्थापित हुई है। मैं सभी प्रदेशवासियों से आहवान करता हॅू कि वे योग को अपने जीवन का अह्म हिस्सा बनाए, जिससे तन और मन दौनों स्वस्थ रह सकें। (लेखक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं)
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सागर । मध्य प्रदेश के सागर स्थित डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय का 33वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को संपन्न हुआ। विश्वविद्यालय परिसर स्थित गौर प्रांगण में आयोजित समारोह में 957 विद्यार्थियों को उपाधि और गोल्ड मेडल प्रदान किए गए। इस दौरान पद्म विभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य को मानद डी लिट् की उपाधि से सम्मानित किया गया। समारोह में केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी वर्चुअली जुड़े और विद्यार्थियों को संबोधित किया। समारोह में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, क्षेत्रीय सांसद लता वानखेड़े, विधायक वीरेंद्र सिंह, विश्वविद्यालय की कुलपति नीलिमा गुप्ता मंच पर उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कन्हैया लाल बेरवाल ने समारोह की अध्यक्षता और कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। दीक्षांत समारोह में स्वामी रामभद्राचार्य ने भ्रष्टाचार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि विधायक या मंत्री बनने से पहले आदमी के पास कुछ नहीं होता, लेकिन बनने के बाद सब कुछ हो जाता है। कहा कि हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार व्याप्त है, जिसे खत्म करना जरूरी है। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जहां भी जाएं, अपना काम ईमानदारी से करें। उन्होंने अंग्रेजी के बढ़ते प्रयोग पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि समारोह में सभी के अंग्रेजी में बोलने से ऐसा लगा, जैसे वे लंदन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बैठे हैं। एक ओर सरकार हिंदी को बढ़ावा दे रही है, वहीं दूसरी ओर यहां अंग्रेजी का प्रयोग देखकर दुख हुआ। शिक्षा से ही देश बनेगा विश्व गुरु : गडकरी कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए हर क्षेत्र में विकास जरूरी है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी के विचारों का उल्लेख करते हुए युवाओं से उनके पदचिह्नों पर चलने का आह्वान किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीक है। गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी को दूर करना है। हर गांव में बिजली, पानी, स्वास्थ्य और सड़क की व्यवस्था करनी है। इसके लिए ताकत और इच्छाशक्ति की जरूरत है, जो शिक्षा से ही संभव होगा। दीक्षांत समारोह में कुल 1225 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से 957 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई। इनमें पीजी के 426, यूजी के 482 और पीएचडी के 49 विद्यार्थी शामिल रहे। इससे पहले दीक्षांत शोभायात्रा कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और समारोह की शुरुआत हुई।
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भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का नाम अब बदलकर तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी कर दिया गया है....लीड्स में इस शानदार ट्रॉफी का अनावरण हुआ....जहां सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन ने मिलकर इसे लॉन्च किया.... पहले पटौदी ट्रॉफी के नाम से जानी जाने वाली इस सीरीज की नई ट्रॉफी की खासियत ये है.... कि इसमें सचिन के आइकॉनिक ड्राइव और एंडरसन के बॉलिंग एक्शन की तस्वीरे नक्काशी गई है.... साथ ही ट्रॉफी दोनों दिग्गजों के ऑटोग्राफ भी शामिल हैं.... यह ट्रॉफी विजेता टीम को दी जाएगी.... क्रिकेट के लिए यह नई ट्रॉफी गर्व और उत्साह का प्रतीक है....जो दो महान खिलाड़ियों की विरासत को सेलिब्रेट करती है....
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नई दिल्ली । भारत ने ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते संघर्ष को देखते हुए ईरान में रह रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसी क्रम में 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित रूप से उत्तरी ईरान से निकाला गया है। यह ‘ऑपरेशन सिन्धु’ के प्रारंभिक चरण का हिस्सा है।विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को इसकी जानकारी दी गई। मंत्रालय ने बताया कि 17 जून को भारतीय दूतावास ने 110 भारतीय छात्रों को उत्तरी ईरान से सड़क मार्ग द्वारा आर्मेनिया की राजधानी येरेवान पहुंचाया। यह प्रक्रिया ईरान और आर्मेनिया में स्थित भारतीय मिशनों की निगरानी में सम्पन्न हुई। ये छात्र आज दोपहर 2:55 बजे एक विशेष विमान द्वारा येरेवान से रवाना हुए और कल तड़के नई दिल्ली पहुंचेंगे।विदेश मंत्रालय ने ईरान और आर्मेनिया की सरकारों का इस निकासी प्रक्रिया में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है। साथ ही कहा कि विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा को भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी दिशा में ईरान में भारतीय दूतावास देश के संघर्षग्रस्त क्षेत्रों से नागरिकों को सुरक्षित क्षेत्रों में भेजने और उन्हें संभाव्य विकल्पों के माध्यम से भारत लाने का कार्य कर रहा है।उल्लेखनीय है कि ईरान-इज़राइल संघर्ष के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भारत ने तेहरान स्थित भारतीय दूतावास और नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के 24x7 नियंत्रण कक्ष के माध्यम से आपातकालीन सहायता सेवाएं सक्रिय कर दी हैं। भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इन हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से संपर्क बनाए रखें।
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हमीरपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि भारत आदिकाल से हिन्दू राष्ट्र है और यह यहां के हिन्दू समाज ने तय किया है I यहां सिकंदर आया, अंग्रेज व अन्य आक्रांता भी आये लेकिन यहां का समाज अपनी संस्कृति से जुड़ा रहा। डॉ. भागवत ने संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग (प्रथम) के शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।वर्ग कार्यवाह डॉ. प्रताप सिंह ने बताया कि सरसंघचालक डॉ. भागवत वर्ग में चार दिवसीय प्रवास पर आए थे। आज अपने प्रवास के अंतिम दिवस उन्होंने शिक्षार्थियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में पञ्च परिवर्तन के विषयों- जैसे कि सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, नागरिक कर्तव्य, स्वदेशी जीवन शैली को लेकर समाज में जाएं। इससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगाI स्वभाषा, भूषा, भजन, भोजन, भजन, भ्रमण इन सब में भारतीयता झलकनी चाहिएI आधुनिकीकरण बुरा नहीं होता किन्तु पाश्चात्य का अंधानुकरण ठीक नहीं हैIडॉ. भागवत ने आज देश महत्व के विभिन्न विषयों पर शिक्षार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी कियाI डॉ. प्रताप ने बताया कि वर्ग के समापन कार्यक्रम की तैयारी चल रही है जो 19 जून को सायं 5 बजे होगाI 20 जून प्रातः दीक्षांत सत्र के साथ ही कार्यकर्ता विकास वर्ग प्रथम संपन्न होगाI
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नई दिल्ली । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश में वर्ष-2023 में भीषण प्राकृतिक आपदाओं के चलते पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण योजना के तहत 2006.40 करोड़ की राशि मंजूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया है। बुधवार को साझा किए अपने संदेश में जेपी नड्डा ने कहा कि देवभूमि में संकट से निपटने और आपदा पीड़ितों को राहत प्रदान करने में मोदी सरकार द्वारा आर्थिक सहायता आपदा पीड़ित नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण संबल है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देवभूमि की जनता के साथ हर संकट में खड़ी है और हिमाचल की हरसंभव सहायता के लिए सदैव की भांति कटिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति ने 2023 की बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने की घटना के बाद हिमाचल प्रदेश के लिए 2006.40 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण योजना को मंजूरी दी है।
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कोलकाता । एअर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ान (एआई-180) को गंभीर तकनीकी खराबी की वजह से आज तड़के कोलकाता हवाई अड्डे पर ही रोकना पड़ा। यह फ्लाइट सैन फ्रांसिस्को से मुंबई जा रही थी। विमान में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से उतार लिया गया है। यह विमान पूर्व निर्धारित तकनीकी पड़ाव पर कोलकाता पहुंचा और उसने रात 12:45 बजे लैंड किया। कोलकाता में विमान के बाएं इंजन में तकनीकी गड़बड़ी सामने आई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि इंजन में असामान्य कंपन और तापमान में वृद्धि है। इस वजह से पायलट ने विमान को मुंबई ले जाने का जोखिम न उठाते हुए उसे कोलकाता में ही रोकने का निर्णय लिया। कैप्टन ने सुबह 5 बजकर 20 मिनट पर आधिकारिक घोषणा की। घोषणा में कहा गया कि यात्रियों को सुरक्षा को देखते हुए फिलहाल विमान से बाहर निकलना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय पूरी तरह यात्रा की सुरक्षा प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इसके तुरंत बाद सभी यात्रियों को कोलकाता हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन में स्थानांतरित कर सुरक्षित सुविधा प्रदान की गई। एअर इंडिया भोजन, विश्राम और आगे की यात्रा संबंधी जानकारी यात्रियों को उपलब्ध करा रहा है। एअर इंडिया की तकनीकी और अभियंता टीम ने कोलकाता हवाई अड्डे पर विमान के खराब इंजन की जांच शुरू कर दी है। हवाई अड्डे पर सुरक्षा घेरे में खड़े विमान का निरीक्षण किया जा रहा है। ग्राउंड स्टाफ और अभियंता विस्तृत समीक्षा कर रहे हैं। एअर इंडिया प्रशासन यात्रियों को उनके गंतव्य यानी मुंबई तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक उड़ानों अथवा विमान परिवर्तन की व्यवस्था कर रहा है। यात्रियों को सूचना मोबाइल संदेश और काउंटर घोषणाओं के माध्यम से दी जा रही है।
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शिलांग । मेघालय में हुए बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। इससे ये मामला और उलझता जा रहा है। इस बीच सोनम के कथित प्रेमी राज कुशवाहा ने पुलिस पूछताछ में दावा करते हुए कहा है कि उसका सोनम से कोई प्रेम संबंध नहीं था। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोनम के कथित प्रेमी राज कुशवाहा ने पुलिस पूछताछ में बार-बार दावा किया है कि सोनम से उसका कोई प्रेम संबंध नहीं था, बल्कि वह उसे "बड़ी बहन" की तरह मानता था। हालांकि, पुलिस को शक है कि यह पूरा 'भाई-बहन' वाला नाटक महज सच को छुपाने और जांच को गुमराह करने की एक चाल है। राज सोनम से लगभग पांच साल छोटा है। पुलिस को संदेह है कि यह पूरा मामला त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। साथ ही, पुलिस को यह भी संकेत मिले हैं कि सोनम और राज हवाला कांड में भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस इस संवेदनशील मामले की जांच बेहद सतर्कता से कर रही है। आरोपितों से पूछताछ जारी है और हर दिन नए तथ्य सामने आ रहे हैं। राज ने एक ओर जहां सोनम से प्रेम संबंध होने से इनकार किया, वहीं यह स्वीकार किया कि "राजा को हमने मारा" जिससे शक की सुई और गहराती जा रही है। इधर, राजा रघुवंशी हत्या मामले में आज मेघालय पुलिस सीन रिक्रिएशन कर सकती है। मामले में पुलिस सोनम रघुवंशी, राज कुशवाहा और अन्य तीन आरोपितों को वारदात वाली जगह पर ले जाकर सीन रिक्रिएशन कर सकती है। पुलिस ने सोमवार को सोनम की मेडिकल जांच करवाई थी।
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साइप्रस में प्रधानमंत्री.नरेंद्र मोदी के स्वागत में भारतीय समुदाय का जोश देखने लायक है....लार्नाका अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर पीएम मोदी के भव्य स्वागत के बाद.... भारतीय समुदाय के लोगो ने भारत माता की जय,वंदे मातरम और जय भवानी-जय शिवाजी के नारों से आसमान गूंजा दिया....यह यात्रा 23 साल बाद किसी भारतीय पीएम की पहली साइप्रस यात्रा है....साइप्रस जो तुर्की का पड़ोसी देश है....
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नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने सोमवार को 2027 में होने वाली 16वीं जनगणना के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी कर दी है। इस जनगणना में पहली बार जाति गणना भी शामिल होगी। अधिसूचना के अनुसार लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के केंद्र शासित प्रदेशों में जनगणना 1 अक्टूबर, 2026 की मध्यरात्रि से शुरू होगी, जबकि देश के बाकी हिस्सों में गिनती 1 मार्च, 2027 की मध्यरात्रि से शुरू होगी। अधिसूचना में कहा गया है, “केंद्रीय सरकार, जनगणना अधिनियम, 1948 (1948 का 37) की धारा 3 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए और भारत के राजपत्र, असाधारण, भाग 2, खंड 3, उप-खंड (ii), तारीख 28 मार्च, 2019 में प्रकाशित भारत सरकार के गृह मंत्रालय (भारत के महारजिस्ट्रार का कार्यालय) की अधिसूचना संख्या का.आ. 1455(अ), तारीख 26 मार्च, 2019 के अधिक्रमण में उन बातों के सिवाय जिन्हें ऐसे अधिक्रमण से पहले किया गया है या करने का लोप किया गया है. यह घोषणा करती है कि भारत की जनसंख्या की जनगणना वर्ष 2027 के दौरान की जाएगी।” अधिसूचना में कहा गया है, “जनगणना के लिए संदर्भ तारीख, संघ राज्य क्षेत्र लद्दाख के और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बर्फ से घिरे असमकालिक क्षेत्रों के सिवाय, मार्च, 2027 के पहले दिन के 00:00 बजे होगी।” अधिसूचना में कहा गया है, “संघ राज्य क्षेत्र लद्दाख , जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के बर्फ से घिरे असमकालिक क्षेत्रों के संबंध में, संदर्भ तिथि 1 अक्टूबर, 2026 को 00:00 बजे होगी।”अधिसूचना जारी करने से एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आगामी जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की थी। जनगणना दो चरणों में की जाएगी। पहले चरण यानी हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन (एचएलओ) में प्रत्येक घर की आवासीय स्थिति, संपत्ति और सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण यानी जनसंख्या गणना (पीई) में प्रत्येक घर के प्रत्येक व्यक्ति की जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य जानकारी एकत्र की जाएगी। जनगणना में जाति गणना भी की जाएगी। जनगणना कार्य के लिए लगभग 34 लाख कर्मचारी और पर्यवेक्षक तथा लगभग 1.3 लाख जनगणना पदाधिकारी तैनात किए जाएंगे। यह जनगणना प्रक्रिया शुरू होने के बाद से 16वीं जनगणना है और स्वतंत्रता के बाद की 8वीं जनगणना है। आगामी जनगणना मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करके डिजिटल माध्यम से की जाएगी। लोगों को स्व-गणना का प्रावधान भी उपलब्ध कराया जाएगा। संग्रहण, प्रेषण और भंडारण के समय डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बहुत कड़े डेटा सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।
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अहमदाबाद । प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने विमान दुर्घटना के बाद की स्थिति का आकलन करने के लिए सोमवार को अहमदाबाद का दौरा किया। डॉ. मिश्रा ने मेघाणी नगर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के पास दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया। राज्य सरकार, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें घटनाक्रम और तत्काल उठाए गए कदमों की जानकारी दी। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में डॉ. मिश्रा ने शोकाकुल परिवारों से मुलाकात की और डीएनए सैंपलों के मिलान की प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए, ताकि पहचान की प्रक्रिया सरल, संवेदनशील और मानवीय रूप से पूरी हो। उन्होंने घायल पीड़ितों से भी संवाद किया और अस्पताल प्रशासन को उनके इलाज और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा। गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में डॉ. मिश्रा ने डीएनए सैंपल लेने के प्रयासों की समीक्षा की और वैज्ञानिक सटीकता बनाए रखते हुए जल्द से जल्द पहचान पूरी करने की आवश्यकता पर बल दिया। अहमदाबाद के सर्किट हाउस में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. मिश्रा ने केंद्र और राज्य सरकारों, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चल रहे राहत, बचाव और जांच प्रयासों पर चर्चा की। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने विस्तृत जांच शुरू कर दी है। चूंकि विमान अमेरिकी निर्माता का था, इसलिए अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड भी अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत समानांतर जांच कर रहा है। अधिकारियों ने पुष्टि की कि फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद कर लिए गए हैं। डॉ. मिश्रा ने प्रधानमंत्री की इस प्रतिबद्धता को दोहराया कि पीड़ितों के परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाएगी और सभी संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। उनके साथ प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी तरुण कपूर (प्रधानमंत्री के सलाहकार) और मंगेश घिलडियाल (उप सचिव) भी उपस्थित थे।
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साइप्रस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया है....इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस सम्मान के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.... यह सम्मान केवल मेरा सम्मान नहीं है.... बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है....
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राष्ट्रीय जनता दल के नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव एक बार फिर चर्चा में हैं.... इस बार उनकी काशी विश्वनाथ मंदिर में बनाई एक रील ने उन्हें विवादों में फसा दिया है....दरअसल 12 जून को तेज प्रताप यादव काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने गए थे..... दर्शन के बाद जब वो मंदिर के मुख्य परिसर से बाहर निकल रहे थे.... तभी उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गया....अब इसी वायरल वीडियो को लेकर मंदिर प्रशासन ने संज्ञान लिया है.... और जांच के आदेश जारी कर दिए हैं....
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उत्तराखंड के केदारनाथ धाम से एक दुखद खबर सामने आई है .... जहां आर्यन एविएशन का एक हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के जंगलों में क्रैश हो गया .... केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहे .... इस हेलीकॉप्टर में पायलट सहित 7 लोग सवार थे .... जिनकी इस हादसे में मौत हो गई .... बताया जा रहा है कि घने कोहरे और तेज हवाओं के कारण हेलीकॉप्टर रास्ता भटक गया .... और गौरीकुंड-त्रिजुगीनारायण के बीच दुर्घटनाग्रस्त होकर आग की चपेट में आ गया .... घटना स्थल पर रेस्क्यू का काम जारी है....
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- दुनिया की सबसे बड़ी शिक्षा है पिता से मिली सीख - फादर्स डे पर विशेष पिता! एक ऐसा शब्द जिसमें छिपा है, दुनिया का सबसे बड़ा सहारा, प्रेरणा और निस्वार्थ प्यार. यह वो रिश्ता है जो अक्सर अनकहा रह जाता है, दुनिया की भीड़ में गुम सा हो जाता है. मगर, उनकी मजबूत पकड़ हमेशा बच्चों की भविष्य को संवारती रहती है. पिता का स्नेह भले ही दिखाई न दे, लेकिन वह अपनी पूरी ताकत से हमारे सपनों को सच करने में जुटे रहते हैं. उनकी अहमियत का सही मायने में अहसास हमें तब होता है, जब हम खुद माता-पिता बनते हैं. उनका हाथ थामकर चलना, दुनिया की सबसे बड़ी शिक्षा है, और बच्चों की सफलता व अच्छा चरित्र उनकी सबसे बड़ी दौलत. पिता हमें सिर्फ़ सीढ़ियां चढ़ना नहीं सिखाते, बल्कि मुश्किलों का सामना करना भी सिखाते हैं. भारतीय परंपरा और पितृ ऋण भारतीय समाज संसार के सबसे संतुलित समाजों में से एक है. यहां पितृसत्तात्मक परिवारों का ताना-बाना है, फिर भी हम अपनी जन्मभूमि को 'मातृभूमि' कहते हैं. हमारी परंपरा में माता और पिता दोनों को एक साथ प्रणाम करने की रीति है. भारतीय परंपरा के अनुसार, हर मनुष्य पर तीन तरह के ऋण होते हैं: देव ऋण, ऋषि ऋण और पितृ ऋण. इस तरह, पिता के प्रति हमारा समर्पण हमें पितृ ऋण चुकाने का अवसर देता है. दिल के सबसे करीब माँ के बाद, अगर कोई हमारे दिल के सबसे करीब होता है, तो वो हैं हमारे पिता. उनका प्यार माँ की तरह अक्सर दिखता नहीं, लेकिन पिता ही हैं जो हमें अंदर से मजबूत बनाते हैं, दुनिया में अच्छे-बुरे की परख सिखाते हैं. कहते हैं, बेटियां अपने पिता के बेहद करीब होती हैं; वे हमेशा अपने पिता जैसा जीवन साथी चाहती हैं. पिता के लिए उनकी बेटी हमेशा एक राजकुमारी होती है. बेटे भी अपने पिता को देखकर बड़े होते हैं, उन्हीं की आदतों को अपनाते हैं. पिता अपनी खुशियों को छोड़कर बच्चों के लिए जीवन समर्पित कर देते हैं, त्याग और सद्भावना की भावना उनके अंदर कूट-कूट कर भरी होती है. चुपचाप त्याग का दूसरा नाम पिता कभी नहीं कहते कि "मैंने तुम्हारे लिए अपने सपने छोड़ दिए," लेकिन उनकी आँखों में छिपी थकान सब कुछ बयाँ कर देती है. वह सुबह से रात तक मेहनत करते हैं, पर उनकी खुशी का एकमात्र पैमाना होती है—हमारी मुस्कान. जब वह छोटी-छोटी ख्वाहिशों को दबाकर हमारी पढ़ाई, शादी और सपनों पर खर्च कर देते हैं. जब वह बीमार होते हुए भी ऑफिस जाते हैं, ताकि हमारी फीस का चेक बाउंस न हो. जब वह हमारी गलतियों पर कड़कते हैं, मगर बाहर किसी के सामने हमारी एक भी कमी नहीं निकलने देते. पिता से ही बच्चों की पहचान है. उनका प्रेम अनमोल होता है. माता-पिता के आशीर्वाद से दुनिया की बड़ी से बड़ी कामयाबी हासिल की जा सकती है. कोई भी समस्या हो, उसका समाधान पिता के पास होता है. बच्चों को पिता की महत्ता का पता तब चलता है, जब वे खुद माता-पिता बनते हैं. आज ही करें यह छोटा सा काम इस फादर्स डे पर, परिवार के लिए किए गए पिता के कार्यों के लिए उनका आभार जताएं. उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताएं और उनके अनुभव साझा करें. उनके संघर्षों से प्रेरणा लें और उनके दिए मूल्यों को जीवन में अपनाएं. अपने पिता को बताएं कि आप और पूरा परिवार उनसे कितना प्यार करता है. अगर आपके पिता आज भी आपके साथ हैं, तो यही पल है उन्हें धन्यवाद देने का: * उनसे गले लगकर कहें—"पापा, मैं आपका एहसान कभी नहीं चुका पाऊँगा." * उनके पसंद की कोई चीज़ लाकर दें. * बस 5 मिनट निकालकर उनके साथ बैठें और पूछें—"आपका बचपन कैसा था, पापा?" क्योंकि पिता की खुशी का राज़ बहुत सरल है—बस उन्हें यह एहसास दिला दो कि आप उनके त्याग को समझते हो. सभी पिताओं को फादर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं!
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अहमदाबाद । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार सुबह अहमदाबाद पहुंचकर दुर्घटना स्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों ने विस्तार से दुर्घटना की जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने विमान हादसे के दौरान क्षतिग्रस्त हुए मेडिकल हॉस्टल और मेस बिल्डिंग का निरीक्षण किया। उन्होंने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और परिजनों का ढांढस बंधाया। दुर्घटना में घायल हुए चिकित्सकों और हेल्थकेयर वर्कर्स से भी प्रधानमंत्री ने मुलाकात की और उपचार कर रहे डॉक्टरों से मरीजों की स्थिति की जानकारी ली। इसके बाद प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर हादसे के बाद की परिस्थितियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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अहमदाबाद । गुजरात के अहमदाबाद में हुई भीषण विमान दुर्घटना ने सिर्फ देश ही नहीं, सारी दुनिया को भी झकझोर दिया है। इस हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई, लेकिन एक खुशनसीब यात्री हैं रमेश विश्वास कुमार। वह काल के मुंह से बाहर आ गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस चमत्कारिक रूप से बचे यात्री से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। विश्वास की आपबीती अस्पताल के बेड पर लेटे रमेश विश्वास ने बताया, "रनवे पर विमान की रफ्तार बढ़ने के साथ ही मुझे कुछ अजीब सा महसूस हुआ। अचानक 5-10 सेकंड के लिए सब कुछ थम सा गया। फिर एकाएक हरी और सफेद लाइट्स जलीं। ऐसा लगा पायलट ने टेकऑफ के लिए पूरी ताकत लगा दी हो। और फिर… विमान इमारत से टकरा गया। मेरी सीट वाला हिस्सा शायद नीचे गिरा विश्वास ने बताया कि जिस जगह पर वह बैठा था, वह हिस्सा शायद बिल्डिंग के नीचे के हिस्से से टकराया था। ऊपर आग लगी हुई थी और कई लोग उसमें फंस गए थे। शायद मैं सीट के साथ नीचे गिरा और किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहा। दरवाजा टूटा हुआ था, सामने थोड़ी खुली जगह दिखी तो मैं निकलने की कोशिश की। दूसरी तरफ दीवार थी... रमेश ने कहा कि उसने दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और अन्य लोगों को जलते देखा। इस हादसे में मेरा बायां हाथ बुरी तरह झुलस गया, लेकिन जान बच गई। वह कहता है, “जैसे ही मैं बाहर आया, आग तेजी से फैल गई। अगर कुछ सेकंड और रुक जाता, तो शायद...।” मेरा भाई भी मेरे साथ था रमेश और अजय दो भाई हैं जो यूके के लेस्टर शहर में रहते थे। दोनों साथ यात्रा कर रहे थे। तीसरे भाई नयन भी वहीं रहते हैं। उन्होंने टेलीफोन पर बातचीत में कहा, "हमने रमेश से बात की, वह अस्पताल में है और ठीक है। लेकिन अजय की कोई खबर नहीं है। हम लगातार जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। नयन ने कहा, "हम अगली फ्लाइट से भारत के लिए रवाना हो रहे हैं। उम्मीद है कि जैसे रमेश सुरक्षित है, वैसे ही अजय के बारे में भी कोई अच्छी खबर मिले।" जब रमेश से पूछा गया कि हादसा कैसे हुआ, तो उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता... मैं कैसे बचा, ये भी समझ नहीं आ रहा।" परिवार में गम का माहौल रमेश की जान बचने से परिवार को थोड़ी राहत है, लेकिन अजय की जानकारी न मिलने से सभी परेशान हैं। माता-पिता और पत्नी गहरे सदमे में हैं। मोहल्ले में मातम पसरा है और पड़ोसी व रिश्तेदार भी इस घटना से बेहद दुखी हैं।
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तेहरान । इजराइल ने आज तड़के ईरान में कई स्थानों पर बम बरसाए। इस हमले से ईरान सकते में है। बम धमाकों से राजधानी तेहरान के बाशिंदे सहम गए। ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी की खबर के अनुसार, इजराइल की सरकार ने शुक्रवार सुबह ईरान के रिहायशी इलाकों पर हमला किया। ईरान की राजधानी तेहरान में कई जोरदार धमाके सुने गए। इसके कुछ ही देरबाद इजराइली सरकार ने घोषणा की कि उसने ईरान के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया है।इजराइल में आपातकाल, तेल अवीव में बजे सायरनइस बीच अमेरिका के 'एबीसी न्यूज' चैनल की खबर में इजराइल के रक्षामंत्री इजराइल कैट्ज के हवाले से कहा गया है कि इजराइल ने शुक्रवार सुबह स्थानीय समयानुसार ईरान के विरुद्ध दर्जनों हमले किए। साथ ही इजराइल में आपातकाल की घोषणा की। कैट्ज ने बयान में कहा, "ईरान के विरुद्ध इजराइल के पूर्वव्यापी हमले के बाद निकट भविष्य में इजराइल और उसके नागरिक आबादी के विरुद्ध मिसाइल और ड्रोन हमला होने की आशंका है।" उनकी इस घोषणा के बाद तेल अवीव में हवाई हमले के सायरन बजने शुरू हो गए हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने वाशिंगटन में कहा कि अमेरिका का इसमें कोई हाथ नहीं है।इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स प्रमुख होसैन सलामी मारे गएअमेरिका के सीबीएस न्यूज चैनल की खबर के अनुसार, इजराइल की सेना ने शुक्रवार सुबह ईरानी परमाणु सुविधा केंद्रों और शोध वैज्ञानिकों को निशाना बनाया। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया है। ईरानी राज्य टेलीविजन ने कहा कि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के प्रमुख होसैन सलामी हमलों में मारे गए।अमेरिका का हाथ नहींसंयुक्त राज्य अमेरिका का इस हमले से कोई लेना-देना नहीं है। विदेशमंत्री मार्को रुबियो ने बयान में कहा कि इजराइल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की है। अमेरिका ईरान के खिलाफ हमलों में शामिल नहीं हैं। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता मध्यपूर्व क्षेत्र में अमेरिकी सेना की सुरक्षा करना है। रुबियो ने कहा कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। ईरान के सरकारी मीडिया ने राजधानी तेहरान में जोरदार विस्फोटों और कुछ लोगों के हताहत होने की सूचना दी है। सरकारी टेलीविजन ने तेहरान के दक्षिण में स्थित शहर नतांज में हमलों की सूचना दी। नतांज यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं का बड़ा केंद्र है।
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इंदौर । हनीमून पर पति राजा रघुवंशी की हत्या कर शव खाई में फेंकने वाली सोनम रघुवंशी ने विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने अपराध कबूल कर लिया है। सोनम ने राज के माध्यम से राजा की हत्या करने की पुष्टि कर दी है। एसआइटी ने बुधवार को शिलांग की स्थानीय कोर्ट में पेश कर पांचों आरोपितों को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर ले लिया है। दरअसल, मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड में मंगलवार को सोनम और राज समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इन्हें शिलॉन्ग लाया गया और सभी आरोपितों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत से इनकी रिमांड मांगी। जिसके बाद कोर्ट ने सोनम समेत सभी आरोपितों को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा है। रिमांड पर लेने के बाद मेघालय पुलिस आरोपितों का आमना-सामना करा सकती है। साथ ही सीन रीक्रिएशन भी कराएगी। एसपी (शिलांग) विवेक सिम ने बताया कि सोनम को गाजीपुर से और राज कुशवाह, विशाल उर्फ विक्की ठाकुर, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को इंदौर से शिलांग लाया गया है। बुधवार सुबह एसआइटी ने पांचों आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। मंगलवार रात तक गुमराह कर रही सोनम ने राज के सामने आते ही सिलसिलेवार घटना बता दी। इसके बाद पांचों आरोपितों को एडीजे कोर्ट ले जाया गया। स्थानीय नागरिक आरोपितों को देखना चाहते है। शिलांग के सदर थाना और कोर्ट परिसर में सैंकड़ों लोग जमा हो गए। स्थिति संभालने के लिए ब्लैक कमांडों तैनात करने पड़े। एसआइटी ने कोर्ट से कहा कि आरोपितों से मोबाइल, सिमकार्ड, फोन, ज्वेलरी और नकदी बरामद करना शेष है। उक्त सामग्री के लिए सभी आरोपितों को इंदौर, बिहार, गाजीपुर ले जाना पड़ेगा। राजा की हत्या में प्रयुक्त हथियार (डाऊ) गुवाहाटी से खरीदा गया था। तस्कीद के लिए आरोपितों को गुवाहाटी भी ले जाया जाएगा। एसआइटी ने बुधवार शाम गाइट अल्बर्ट पीडी और भावान साई नामक गाइड से भी थाने में शिनाख्त करवाई। अल्बर्ट ने कहा कि तीनों आरोपित और सोनम व राजा को देखा था। भावान साई ने भी ले जाने की पुष्टी की। इसके बाद आरोपितों ने स्कूटर किराये पर देने वाले दो लोगों को बुलाया। एक ने राजा और दूसरे ने आरोपितों को स्कूटर देना स्वीकारा। 'संस्कार नहीं देने से बच्चे सोनम बन जाते हैं: कैलाश विजयवर्गीय मप्र के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को इंदौर में एक आयोजित कार्यक्रम में कहा कि 'बच्चों को पढ़ाना-लिखाना, लेकिन संस्कार भी देना, बगैर संस्कार के बच्चे सोनम बन जाते हैं। सोनम ने हमारे इंदौर को कलंकित कर दिया। हम कहीं भी जाते हैं तो लोग इस घटना के बारे में पूछने लगते हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि अब तो बात करने में शर्म आती है। उन्होंने आगे कहा कि अगर बच्चों में संस्कार हो तो ऐसी घटना नहीं होगी। माता-बहनों एक रोटी कम खाना, लेकिन बच्चों को संस्कार जरूर देना। उन्होंने कहा कि बच्चे को अगर शिक्षा दे दी और संस्कार नहीं दिए तो वे पशु बन जाते हैं। पाश्विक जिंदगी जीते हैं। विजयवर्गीय ने बताया कि कनकेश्वरी देवी ने कहा था कि महिला में अगर शर्म, ममता नहीं हो तो ऐसी महिला पूतना रहती है। पूतना भगवान कृष्ण को मारने के लिए दूध में जहर लेकर गई थी क्योंकि उसमें ममता नहीं थी। विजयवर्गीय ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि बच्चों को नशे की लत से बचाएं। उन्होंने कहा कि राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम के साथ जो लड़के पकड़ाए हैं वे सब नशा करने वाले हैं। उन्होंने नशे की हालत में वारदात को अंजाम दिया और अब पछता रहे हैं।
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नागपुर । केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बारे में कहा कि वे ऐसे नेता है, जिनको उनकी खुद की पार्टी गंभीरता से नहीं लेती। गडकरी ने राहुल की ओर से प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को कोई भी चिठ्ठी भेज सकता है, लेकिन हर खत का जवाब देना और उस पर बात करना जरूरी नहीं है। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेस में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र की एनडीए सरकार की उपलब्धियों को बताया। उन्होंने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ओर से प्रधानमंत्री को भेजी गई एक चिठ्ठी पर अपनी राय रखी। पीएम मोदी को पत्र लिखकर राहुल ने कहा है कि दलित, एसटी, ईबीसी, ओबीसी और अल्पसंख्यक छात्रों के लिए आवासीय छात्रावासों की स्थिति बहुत दयनीय है। वंचित वर्ग के छात्रों के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में देरी को हल करने का आग्रह करते हुए राहुल गांधी कहा कि ये दोनों मुद्दे इन वर्गों के 90 प्रतिशत छात्रों के शिक्षा के अवसर में बाधा डालते हैं। इस बारे में जब केंद्रीय मंत्री से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को खुद उनकी पार्टी गंभीरता से नहीं लेती। इस बारे में मुझे कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। प्रजातंत्र में प्रधानमंत्री को कोई भी खत लिख सकता है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर खत का जबाब दिया जाए। गडकरी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वह राहुल की हर बात पर बयान देना उचित नहीं मानते। गडकरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की 11 साल की उपलब्धियों की प्रशंसा की। गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए की सरकार के 11 साल पूरे हुए। यह कार्यकाल बदली देश में बदली हुई सरकार नहीं, बल्कि बदले हुए युग का प्रतीक है। इस कार्यकाल में हमारे देश की समृद्धि, सुरक्षा, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक गौरव चारों आयामों में पीएम मोदी के नेतृत्व में अभूतपूर्व युगांतकारी परिवर्तन हुए हैं।
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अहमदाबाद से एक दुखद खबर सामने आई है.....मेघानी नगर के रिहायशी इलाके में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है..... प्लेन लंदन के लिए टेक ऑफ कर रहा था..... इस हादसे में विमान के पिछले हिस्से के किसी चीज से टकराने के बाद भयंकर आग लग गई.....और कई किलोमीटर तक धुएं का गुबार दिखाई दिया..... प्रारंभिक जानकारी के अनुसार विमान में 242 यात्री सवार थे.....लेकिन यात्री अभी जिंदा हैं या नहीं..... इस बारे में जानकारी नहीं मिली है......हादसे के बाद अहमदाबाद फायर ब्रिगेड और राहत-बचाव टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं.....और आग पर काबू पाने का कार्य जारी है..... अहमदाबाद में प्लेन क्रैश होने से पहले का विडियो आया सामने....प्लेन में बैठे यात्री ने विडिओ के जरिये हो रही असुविधाओं के बारे में बतया... जैसे की आप देख सकते की यात्री बता रहा है की एयर इंडिया की सुविधाएं कैसी है
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बेंगलुरू । महर्षि वाल्मीकि जनजाति कल्याण बोर्ड घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बुधवार सुबह बेंगलुरू और बेल्लारी में कई स्थानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी कांग्रेस के सांसद, विधायकों और नेताओं से जुड़े ठिकानों पर की गई है। ईडी ने बुधवार को कर्नाटक के बेल्लारी और बेंगलुरु में कर्नाटक आदिवासी कल्याण बोर्ड घोटाला से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं के मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की। कांग्रेस सांसद और विधायकों के कार्यालयों साथ उनके घरों पर भी छापेमारी की गई है। ईडी की अलग-अलग टीमों ने बेल्लारी के सांसद ई. तुकाराम के संदूर आवास, बेल्लारी के विधायक नारा भारत रेड्डी के नेहरू कॉलोनी आवास, विधायक जे.एन. गणेश के होस्पेट आवास, विधायक डॉ. एनटी श्रीनिवास के कुडलिगी आवास और विधायक बी. नागेंद्र के करीबी गोवर्धन रेड्डी के आवास पर छापेमारी की है। दरअसल, बी. नागेंद्र प्रदेश के पूर्व अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री हैं, जिन्हें ईडी ने 12 जुलाई 2024 को गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने 89.6 करोड़ रुपये की फंड हेराफेरी की अनुमति दी और इस घोटाले में मुख्य साजिशकर्ता की भूमिका निभाई। ईडी रेड की जांच के मुताबिक नागेंद्र ने 24 अन्य लोगों के साथ मिलकर महर्षि वाल्मीकि एसटी विकास निगम के खातों से फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर किए और फिर उन पैसों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में किया गया। पैसे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के फर्जी खातों में भेजे गए थे।हालांकि, राज्य सरकार द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने बी. नागेंद्र को क्लीन चिट दे दी थी और चार्जशीट में उनका कोई उल्लेख नहीं किया गया। लेकिन ईडी ने सीआईडी और सीबीआई की एफआईआर के आधार पर फिर से जांच शुरू की।दरअसल, ईडी की रेड से इस घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब आदिवासी कल्याण बोर्ड के लेखा अधिकारी पी. चंद्रशेखरन ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा था कि उन पर घोटाले को दबाने और गलत दस्तखत करने का दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने कांग्रेस सरकार के एक मंत्री को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था।
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शिलांग । इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) अब सोहरा में सोनम रघुवंशी की मौजूदगी में क्राइम सीन को रीक्रिएट करेगी। इस मामले में गिरफ्तार किए गए बाकी चार आरोपितों को शिलांग लाया गया है और उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। मेघालय की एसआईटी टीम देर रात सोनम को शिलांग लेकर पहुंची। उसके बाद उसे गणेश दास अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया, ताकि यह पता चल सके कि वह गर्भवती है या नहीं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसे अदालत में पेश किया गया और उसकी पुलिस रिमांड की मांग की गई। पुलिस ने इस जांच को 'ऑपरेशन हनीमून' नाम दिया है। ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सैयेम ने बताया कि आरोपितों के इंदौर और गाज़ीपुर स्थित ठिकानों से महत्वपूर्ण सबूत जुटाए गए हैं। राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम और उसके साथियों को इंदौर और गाज़ीपुर से गिरफ्तार किया गया था। एसआईटी ने इंदौर से गिरफ्तार आरोपितों की छह दिन और गाज़ीपुर से पकड़े गए एक आरोपित की तीन दिन की रिमांड हासिल की है। राजा रघुवंशी और उसकी पत्नी 23 मई को मेघालय के सोहरा क्षेत्र में छुट्टियां मना रहे थे, तभी से वे लापता थे। 2 जून को राजा का शव एक खाई से बरामद हुआ था, जिससे यह सनसनीखेज मामला उजागर हुआ।
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हरिद्वार । देश के प्रमुख उद्योगपति अनंत अंबानी ने हरिद्वार की हरकी पैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था 'श्री गंगा सभा' को पांच करोड़ रुपये की धनराशि दान स्वरूप भेंट की है। यह राशि अंबानी परिवार की ओर से धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए प्रदान की गई है। इस संबंध में श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ट ने हाल ही में मुंबई में अनंत अंबानी से भेंट की। इस दौरान दोनों के बीच धार्मिक और सामाजिक विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। सभा द्वारा हरकी पैड़ी पर की जा रही व्यवस्थाओं और सतत सेवा कार्यों से प्रभावित होकर अनंत अंबानी ने यह महत्वपूर्ण सहयोग राशि प्रदान की। उल्लेखनीय है कि अनंत अंबानी सपत्नीक विगत माह हर की पैड़ी पर आए थे। यहां श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया था। अनंत अंबानी ने गंगा पूजन भी किया था। अनंत अंबानी श्री गंगा सभा की गतिविधियों से प्रसन्न नजर आए और उन्होंने पांच करोड़ की धनराशि श्री गंगा सभा को भेंट की।
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रांची । नरेन्द्र मोदी सरकार के 11 साल बेमिसाल के उपलक्ष्य में रांची महानगर और ग्रामीण जिला भारतीयजनता पार्टी (भाजपा) के संयुक्त तत्वावधान में लेक गार्डन अरगोड़ा में मंगलवार को प्रोफेशनल मीट का आयोजन हुआ। प्रोफेशनल मीट में बड़ी संख्या में अधिवक्ता, डॉक्टर, प्राध्यापक , शिक्षक, इंजीनियर, सीए, सीएस और व्यवसायी शामिल हुए। इस अवसर पर बतौर मुख्य पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि सबके साथ और सहयोग के कारण 'मोदी सरकार के 11 साल बेमिसाल' पूरे हो रहे हैं। तीसरी बार मोदी सरकार को भारत की जनता ने आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार सत्ता के लिए नहीं, बल्कि गांव, गरीब, किसान और महिला की सेवा के लिए समर्पित है। भाजपा सत्ता की नहीं, राष्ट्र की उन्नति के लिए संकल्पित है। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय के बलिदान और करोड़ों कार्यकर्ताओं के त्याग और तपस्या से सिंचित पार्टी है। स्मृति ईरानी ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों, महिलाओं, किसानों के कल्याण के लिए समर्पित है। करोड़ों रुपये इनके विकास पर खर्च हो रहे हैं। एक जमाने में देश ने यह भी देखा है कि कांग्रेस के कार्यक्रमों में पांच से 10 हजार रूपये के भोजन प्लेट परोसे जाते थे, जबकि आज मोदी सरकार 81 करोड़ गरीबों की थाली में भोजन परोसने का कार्य कर रही है। गरीब कल्याण, महिला सशक्तिकरण के साथ राष्ट्र का सम्मान मोदी सरकार सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि धारा-370 हटाने पर खून की नदियां बहने की बात करने वाले लोगों ने देखा कि एक मच्छर भी इससे नहीं मरा।मोदी सरकार के ऐतिहासिक कार्यों की प्रशंसा विरोधी भी करने को मजबूर हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' ने आतंकवाद की जड़ों पर प्रहार कर उसे नेस्तनाबूद करने का काम किया है। आज दुनिया देख चुकी है कि भारत की ओर आंख उठाकर देखने का परिणाम क्या होगा। आज बढ़ता भारत, बदलता भारत, आत्म निर्भर भारत, स्वाभिमानी भारत उभर कर सामने आया है। झारखंड सरकार भ्रष्टाचार,लूट और कुशासन को बढ़ावा दे रही है : बाबूलाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि देश में सुशासन और सुरक्षा को मोदी सरकार ने सुनिश्चित किया है। कांग्रेस के 60 वर्षों के शासन ने उग्रवाद, आतंकवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। ग्रामीण लोगों को उग्रवादियों के भय से घर बार छोड़कर भागना पड़ा। लेकिन आज मोदी सरकार ने नक्सल उन्मूलन की दिशा में बड़ा कार्य किया है। आंतरिक और बाह्य दोनों प्रकार की सुरक्षाओं को मोदी सरकार ने सुनिश्चित किया है। उन्होने कहा कि दुश्मनों को एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर से अभूतपूर्व जवाब दिए जा रहे हैं। आज का भारत चिट्ठी नहीं लिखता, जवाब देता है। 2014 से पहले देश में लूट और भ्रष्टाचार की ही चर्चा होती थी। लेकिन आज मोदी सरकार केवल विकास ही सुनिश्चित नहीं कर रही, बल्कि लूट के पैसे को भी बाहर निकाल रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड की गठबंधन सरकार भ्रष्टाचार, लूट और कुशासन को बढ़ावा दे रही है,जबकि भाजपा सरकार विकास को संकल्पित है। भाजपा ने बनाया,भाजपा ही संवारेगी: डॉ रविंद्र कुमार राय भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रविंद्र कुमार राय ने कहा कि अलग झारखंड प्रदेश भाजपा की देन है और भाजपा ही इसे संवारेगी। भाजपा झारखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार, धर्मांतरण, उग्रवाद, विदेशी घुसपैठ के खिलाफ लड़ाई लड़ती रहेगी। कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री एवं सांसद आदित्य साहू, विधायक सीपी सिंह, नवीन जायसवाल, महानगर जिलाध्यक्ष वरुण साहू, ग्रामीण जिला अध्यक्ष धीरज महतो, आरती कुजूर, विकास प्रीतम, आरती सिंह, सरोज सिंह, दीपक बंका शिवपूजन पाठक, ऊषा पांडे, सत्यनारायण सिंह सहित बड़ी संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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कोलकाता । कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर लगाए गए 'मैच फिक्सिंग' के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने तीखा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हार स्वीकार करने के बजाय लोकतांत्रिक संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल गांधी ने हाल ही में अपने एक लेख ‘मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र’ में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे और मतदाता सूची में गड़बड़ियों की आशंका जताई थी। इसके जवाब में भूपेंद्र यादव ने कोलकाता में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि वह मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि वह खुद उस चयन समिति का हिस्सा हैं जो इस प्रक्रिया को तय करती है। यह सरासर पाखंड है। उन्होंने यह भी बताया कि पहली बार मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया को औपचारिक रूप से स्थापित किया गया है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष की राय को बाकायदा दर्ज किया जाता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मतदाता सूची में बदलाव के दौरान केवल 89 आपत्तियां दर्ज की गईं और उनमें से किसी पर भी अपील नहीं की गई। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर विपक्ष को सच में किसी गड़बड़ी की चिंता थी, तो उन्होंने औपचारिक आपत्ति क्यों नहीं जताई? चुनावी आंकड़ों का हवाला देते हुए यादव ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने उन 53 सीटों पर जीत हासिल की जहां मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई थी। यहां तक कि जहां मतदाताओं की संख्या 30 हजार से ज्यादा बढ़ी, वहां भी कांग्रेस विजयी रही।
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भाेपाल/ इंदाैर । राजा रघुवंशी हत्याकांड में हो रहे सनसनीखेज खुलासों ने हर किसी काे चाैंका दिया है। इस बीच अब राजा हत्याकांड को लेकर मृतक के भाई विपिन रघुवंशी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि जिस ढाबे में सोनम मिली थी, वहां राज का घर था। उसके साथ दो लोग और थे जो उसे वहां छोड़कर गए थे। विपिन ने यह भी दावा किया है कि साेनम की मां काे बेटी के अफेयर की खबर थी।सोनम ने अपनी शादी से पहले ही घर वालों को आगाह कर दिया था। उसने यह तक कह दिया था कि अगर उसकी शादी कराई गई तो उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। मृतकराजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा, “मामले में सोनम को मिलाकर 5 लोग हो गए हैं, लेकिन ये 5 का काम नहीं है। हमें ऐसा लगता है कि इसमें और लोग शामिल हैं। जिस प्रकार से उसने आत्मसमर्पण किया और उसने फोन लगाकर बताया कि मुझे कोई छोड़कर गया है। मेरा सवाल है कि उसे जो लोग छोड़कर गए तो उसे तो पता ही होगा कौन लोग छोड़कर गए?”विपिन ने आगे कहा कि कल हमें पता चला कि इसे कोई छोड़कर नहीं गया है। ये दो लोग के साथ बस में आई है, वो नाटक कर रही है। पुलिस की जांच पर हमें पूरा भरोसा है और वे राजा के हत्यारे को जल्द से जल्द फांसी दिलाएंगे। राज निर्दोष नहीं है। अगर होता तो सोनम से दिन-रात बात नहीं करता। सोनम जहां मिली है वहां राज का घर है।” सोनम की मां राज के बारे में जानती थीमृतक राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने एक ओर सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा है कि सोनम ने शादी के पहले ही अपनी मां को कहा था यह अगर शादी हो गई तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सोनम की मां को राज और सोनम के लव अफेयर के बारे में जानकारी थी। विपिन ने सोनम की मां को भी आरोपी बनाने की मांग की है। भाभी ने किया बड़ा खुलासाराजा की भाभी वर्षा रघुवंशी ने बताया कि सोनम से जब पहली बार मुलाकात करने गए थे तो पूछा था कि राजा भैया पसंद हैं क्या? सवाल पर वह मुस्कुरा दी थी। वह अक्सर घर में मोबाइल पर बात या फिर चैट करती रहती थी। हमें लगता था कि ऑफिस का काम कर रही है। उसने कभी शक नहीं होने दिया कि वह इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है। जब भी उससे बात करते थे तो हमेशा हंसकर मुस्कुरा कर जवाब देती थी और बात करती थी। सोनम के पास दो मोबाइल थे लेकिन हमारे पास एक ही नंबर था। उन्होंने आगे बताया, “राजा की हत्या से लेकर उसके शव के बरामद होने तक के समय में सोनम घंटों राज से बात करती थी। राजा की उससे शादी करवाने से पहले हमने उनके परिवार की पृष्ठभूमि की जांच की थी। हमें नहीं पता था कि सोनम ऐसी निकलेगी। सोनम की मां ने हमसे सारी बातें छिपाईं। उसने हमें पूरी कहानी नहीं बताई। अगर सोनम के पिता और भाई को राज के बारे में पता होता, तो वे उसे अपनी फैक्ट्री से निकाल देते।”
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शिलांग । मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह ने सोमवार को इंदौर के रघुवंशी की हत्या मामले को लेकर राज्य पुलिस की तत्परता की सराहना की। उन्होंने कहा कि महज सात दिनों में मामले की गहराई तक पहुंचकर अपराधियों को पकड़ना पुलिस की काबिलियत को दर्शाता है। पर्यटन मंत्री ने मीडिया से कहा कि यह मामला एक लव ट्रायंगल का था, जिसमें मुख्य आरोपित सोनम रघुवंशी ने सुपारी देकर अपने पति की हत्या करवाई। मुख्य आरोपित ने पेशेवर अपराधियों को सुपारी दी थी। हम विशेष जांच दल (एसआईटी) को बधाई देते हैं जिन्होंने सिर्फ सात दिनों में इस केस को सुलझा लिया। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सोनम रघुवंशी को मास्टरमाइंड बताया गया है, जबकि तीन अन्य विशाल सिंह चौहान, राज सिंह और आनंद कुर्मी इंदौर के रहने वाले सुपारी किलर हैं। लिंगदोह ने कहाकि यह केस हमारी पुलिस की कार्यकुशलता का प्रमाण है। मेघालय पर्यटकों का स्वागत करता है और हम सुरक्षा और रोकथाम को मजबूत करने के लिए टूरिज्म सेक्टर से बेहतर तालमेल बना रहे हैं।
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बेंगलुरू । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 10 जून को कांग्रेस आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली जाएंगे, जहां उनसे 4 जून को हुई भगदड़ सहित विभिन्न घटनाक्रमों पर चर्चा करने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली में पार्टी नेतृत्व से मिलेंगे और उन्हें नवीनतम घटनाक्रमों से अवगत कराएंगे। बेंगलुरू में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ के बाद कांग्रेस आलाकमान ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को दिल्ली तलब किया है। डीके शिवकुमार पहले से ही एक सरकारी कार्यक्रम के लिए दिल्ली में हैं। जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मंगलवार की सुबह दिल्ली पहुंच सकते हैं। दोनों 10 जून को पार्टी आलकमान से मिलेंगे और प्रदेश की ताजा घटनाक्रम की जानकारी देंगे। आलाकमान से मुलाकात के दौरान सिद्धारमैया भगदड़ को लेकर भ्रम और आरोपों पर भी सफाई देंगे। आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ पहले ही राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुकी है। इस घटना के बाद से राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्षी दल सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं कि राज्य सरकार ने जीत के जश्न के लिए जल्दबाजी में अनुमति दी थी। विधानसभा में आरसीबी टीम के अभिनंदन समारोह को लेकर भी लोगों में काफी नाराजगी है। बिना किसी सुरक्षा इंतजाम के जल्दबाजी में जीत का जश्न मनाने की अनुमति देने के सरकार के कदम की भी आलोचना हो रही है। इससे राज्य सरकार की काफी किरकिरी हो रही है। इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मिलेंगे और स्पष्टीकरण देंगे।
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भाेपाल/ इंदाैर । इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शिलांग में हत्या के बाद 17 दिन लापता रहने वाली उनकी पत्नी साेनम रघुवंशी गिरफ्तार कर लिया गया है। राजा के भाई ने दावा किया है कि साेनम ने सरेंडर नहीं किया है बल्कि गाजीपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। राजा की मां ने कहा कि राजा का शिलांग जाने का काेई कार्यक्रम नहीं था। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने साेमवार साफ शब्दों में कहा है कि सोनम रघुवंशी ने खुद सरेंडर नहीं किया, बल्कि उसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है। विपिन रघुवंशी ने मीडिया को बताया, “सोनम के भाई ने सुबह 2 बजे मुझे फोन कर बताया कि सोनम ने यूपी में सरेंडर कर दिया है, लेकिन जब मैंने यूपी पुलिस से बात की तो पता चला कि सोनम ने सरेंडर नहीं किया, बल्कि उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।” राजा के भाई विपिन ने यह भी कहा कि सोनम इस केस की मुख्य आरोपी है। मेघालय पुलिस पर सवाल उठाते हुए विपिन ने कहा कि अभी तक परिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं भेजी गई है। परिजन ने मांग की है कि जांच में पारदर्शिता लाई जाए और आरोपित को सख्त सजा मिले। विपिन ने कहा कि यूपी और मेघालय पुलिस बोल रही है कि सोनम ने आत्मसमर्पण किया है, ये बात झूठ है और अभी सोनम आरोपी मानी नहीं गई। जब तक सोनम ये बात खुद नहीं बोलेगी तब तक हम कबूल नहीं करेंगे। दोनों (राजा और सोनम) अपनी शादी में खुश थे। दोनों परिवार बहुत खुश थे, हमें कभी नहीं लगा कि वे दुखी हैं। दोनों की मर्जी से शादी हुई थी। इधर राजा की मां उमा ने कहा कि सोनम के मिलने की खबर मिली तो मुझे एकदम झटका लगा। जब मैंने सोनम को देखा, तो उसके शरीर पर एक भी खरोंच नहीं थी। अगर उसे किसी ने मारा या किडनैप किया होता, तो कुछ तो होता उसके साथ। मुझे बहुत बेचैनी होती है। रात को मैं अपने बेटे की फोटो के सामने बैठती हूं। मैं उससे कहती हूं, 'जिसने भी तेरे साथ गलत किया है, उसे ढूंढ के ला बेटा।' उन्हाेंने भावुक हाेकर कहाकि मुझे ऐसा महसूस होता है कि वह मुझसे बात करता है। राजा की मां उमा ने बताया कि हनीमून पर शिलांग तक जाने को लेकर घर पर कोई बातचीत नहीं हुई थी। राजा ने सोनम से कहा था कि मैं अभी घूमने नहीं जा सकता। अगर जाऊंगा, तो घरवालों से पूछकर बाद में जाऊंगा। बाद में राजा ने मुझे कहा कि सोनम ने टिकट बुक कर ली है, अब मैं क्या करूं? इस पर मैंने कहा अगर टिकट कर ली है तो चले जाओ।
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नई दिल्ली । घरेलू सर्राफा बाजार में आज गिरावट का रुख बना हुआ है। कीमत में आई गिरावट के कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में आज 24 कैरेट सोना 97,970 रुपये से लेकर 98,120 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना आज 89,800 रुपये से लेकर 89,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। सोना के विपरीत चांदी के भाव में आज तेजी आई है, जिसके कारण ये चमकीली धातु दिल्ली सर्राफा बाजार में 1,07,100 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है। साप्ताहिक आधार पर देखा जाए तो सोमवार से शनिवार तक के कारोबार के बाद देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने के भाव में 660 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की मजबूती दर्ज की गई है। इसी तरह 22 कैरेट सोना भी पिछले एक सप्ताह के दौरान 600 रुपये प्रति 10 ग्राम तक महंगा हो चुका है। सोने के विपरीत चांदी की कीमत में सोमवार से शनिवार तक के कारोबार के दौरान 8 हजार रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई है। दिल्ली में 24 कैरेट सोना 98,120 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 89,950 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 कैरेट सोना 97,970 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 89,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह अहमदाबाद में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 98,020 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 89,850 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा चेन्नई में 24 कैरेट सोना आज 97,970 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 89,800 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। कोलकाता में भी 24 कैरेट सोना 97,970 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 89,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 98,120 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 89,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 98,020 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है, जबकि 22 कैरेट सोना 89,850 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। जयपुर में 24 कैरेट सोना 98,120 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 89,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोना सस्ता हुआ है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 97,970 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 89,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।
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हैदराबाद । तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने अपने मंत्रिमंडल का आज विस्तार किया। राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने तीन नए लाेगाें काे मंत्री पद की शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल में 6 पद रिक्त हैं, लेकिन फिलहाल तीन लाेगाें काे ही मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। रविवार काे तेलंगाना मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए राजभवन में दोपहर 12.19 बजे राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने तीन विधायकाें काे मंत्री पद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री रेड्डी की संस्तुति पर जिन लाेगाें काे मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, उनमें जी विवेक, अदलुरी लक्ष्मण कुमार और वक्ति श्रीहरि ने नाम शामिल हैं। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के अलावा कई मंत्री और विधायक भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने लंबी विचार विमर्श के बाद एससी की उपजाति माला से विवेक, एससी की उपजाति मादिगा से लक्ष्मण और बीसी की मुदिराज उपजाति से श्रीहरि काे मौका देने निर्णय लिया गया था। इन तीनों के मंत्री बनने के बाद कैबिनेट में अभी तीन और मंत्री पद खाली हैं। खबर है कि डिप्टी स्पीकर के तौर पर रामचंद्रू नायक के नाम पर मुहर लग गई है। मुख्यमंत्री ने इस मंत्रिमंडल विस्तार से सामाजिक समीकरणों को साधने का प्रयास किया है।
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क्रिकेट और राजनीति का अनोखा संगम हुआ है.... टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर रिंकू सिंह और सपा सांसद प्रिया सरोज ने लखनऊ के लग्जरी होटल में धूमधाम से सगाई की है ....रिंकू और प्रिया ने एक-दूसरे का हाथ थामे हॉल में एंट्री की.... और स्टेज पर रिंकू ने प्रिया को खास डिज़ाइनर रिंग पहनाई .... इस शानदार रिंग सेरेमनी में अखिलेश यादव, डिंपल यादव, जया बच्चन, BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला समेत 300 वीआईपी मेहमानों ने शिरकत की....सभी ने नवयुगल के साथ फोटो खिंचवाकर उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दीं.... यह जोड़ा 18 नवंबर 2025 को वाराणसी के ताज होटल में शादी के बंधने जा रहा है....
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नई दिल्ली । विश्व बैंक की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारत ने अत्यधिक गरीबी उन्मूलन की दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। भारत में 11 साल में 269 मिलियन (करीब 27 करोड़) लोग अत्यधिक गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 2011-12 में देश में अत्यधिक गरीबी की दर 27.1 फीसदी थी, जो 2022-23 तक घटकर केवल 5.3 फीसदी रह गई है। इसी अवधि में देश में 344.47 मिलियन (34.4 करोड़) लोग अत्यधिक गरीबी में रह रहे थे, जबकि 2022-23 तक यह संख्या घटकर 75.24 मिलियन (7.5 करोड़) हो गई। इसका मतलब है कि इस दौरान करीब 269 मिलियन (26.9 करोड़) भारतीय को अत्यधिक गरीबी रेखा से बाहर निकला गया है। इन पांच राज्यों की गरीबी कम करने में निर्णायक भूमिकाउत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश- इन पांच राज्यों में 2011-12 में देश के 65 फीसदी अत्यंत गरीब रहते थे। अब इन्हीं पांच राज्यों ने 2022-23 तक गरीबी उन्मूलन में दो-तिहाई से अधिक योगदान दिया है। शहरों में अत्यधिक गरीबी 10.7 फीसदी से 1.1 फीसदी पर आईरिपोर्ट के मुताबिक विश्व बैंक ने गरीबी का आकलन 3.00 डॉलर प्रतिदिन की अंतरराष्ट्रीय गरीबी रेखा (2021 की कीमतों पर) के आधार पर की है। यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में गरीबी में तेज गिरावट को दर्शाता है। इसी अवधि में ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यधिक गरीबी 18.4 फीसदी से घटकर 2.8 फीसदी प्रतिशत हो गई, जबकि शहरी क्षेत्रों में अत्यधिक गरीबी 10.7 फीसदी से घटकर 1.1 फीसदी पर आ गई है। वहीं, 2.15 डॉलर प्रतिदिन की पिछली गरीबी रेखा (2017 की कीमतों पर) के आधार पर देखा जाए तो भारत में अत्यधिक गरीबी की दर 2011-12 में 16.2 फीसदी से घटकर 2022 में सिर्फ 2.3 फीसदी रह गई है। इस सीमा से नीचे रहने वाले भारतीयों की संख्या 2011 के 205.93 मिलियन (20.59 करोड़) से घटकर 2022 में 33.66 मिलियन (3.36 करोड़) हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस उपलब्धि को सरकार की गरीबों के लिए चलाई गई पीएम आवास योजना, पीएम उज्ज्वला योजना, जनधन योजना और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि बीते 11 सालों में केंद्र ने इंफ्रास्ट्रक्चर, समावेशन और पारदर्शिता पर ध्यान देते हुए कई योजनाएं शुरू कीं जिनका सीधा लाभ गरीबों को मिला। इन पहलों से हाउसिंग, क्लीन कुकिंग फ्यूल, बैंकिंग सर्विसेज और हेल्थकेयर तक लोगों की पहुंच में विस्तार हुआ है। इसके अलावा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी), डिजिटल सर्विसेज और ग्रामीण विकास से जुड़े कामों ने भी गरीबों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सभी प्रयासों से 25 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकल पाए हैं। यह उपलब्धि भारत को गरीबी मुक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
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नई दिल्ली । देश के दिग्गज उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने मुंबई स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (आईसीटी) को बिना शर्त 151 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। 1970 के दशक में उन्होंने यहीं से स्नातक की उपाधि हासिल की थी। मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को आईसीटी में तीन घंटे से ज्यादा समय बिताया। वे प्रोफेसर एमएम शर्मा की जीवनी 'डिवाइन साइंटिस्ट' के प्रकाशन के लिए आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए वहां गए थे। विमोचन समारोह में उन्होंने कहा कि प्रोफेसर शर्मा और जेबी जोशी उनके प्राध्यापक रहे। उन्होंने कहा कि अन्य संस्कृतियों में गुरु केवल शिक्षक होता है लेकिन भारतीय संस्कृति में 'गुरु ही ब्रह्मा हैं, गुरु ही विष्णु हैं, गुरु ही महेश्वर हैं'...।' उन्होंने यह भी याद दिलाया कि किस प्रकार यूडीसीटी में प्रोफेसर शर्मा द्वारा दिए गए व्याख्यान ने उन्हें प्रेरित किया तथा किस प्रकार प्रोफेसर शर्मा ने बाद में भारत के आर्थिक सुधारों के एक शांत वास्तुकार की भूमिका निभाई। उस समय इसे यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (यूडीसीटी) के नाम से जाना जाता था।
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पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार हल्दूचौड़ पहुचेगे....जहा उनके आगमन की तैयारियां जोरों पर चल रही है.... इस दौरान वे हल्द्वानी में तीन हेक्टेयर भूमि पर निर्मित गौशाला का विधिवत भूमि पूजन करेंगे.... लालकुआँ विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हल्दूचौड़ के नगर निगम हल्द्वानी पहुचेगे....और गंगापुर कबड़ाल में तीन हेक्टेयर भूमि पर निर्मित गौशाला का भूमि पूजन करेंगे... इस दौरान सीएम धामी मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होंगे...साथ ही वे भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और आगामी रणनीति पर चर्चा करेंगे...
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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने अंजी पुल का भी उद्घाटन किया। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री ने कटरा रेलवे स्टेशन से कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई। उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना से जुड़ी टीम के साथ बातचीत की। इस मौके पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री ने कंथन चिनाब हॉल्ट पर परियोजना टीम और श्रमिकों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने इस परियोजना की प्रगति की जानकारी ली। चिनाब और अंजी रेल पुल नदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित वास्तुकला का चमत्कार चिनाब रेल पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है। यह 1,315 मीटर लंबा स्टील आर्च ब्रिज है जिसे भूकंप और हवा की हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया गया है। इस पुल का एक प्रमुख प्रभाव जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को बढ़ाना है। इस पुल पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के ज़रिए कटरा और श्रीनगर के बीच यात्रा करने में सिर्फ़ 3 घंटे लगेंगे, जिससे मौजूदा यात्रा समय में 2-3 घंटे की कमी आएगी। वहीं अंजी ब्रिज भारत का पहला केबल-स्टेड रेल ब्रिज है। वंदे भारत एक्सप्रेस प्रधानमंत्री ने माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर और वापस जाने वाली दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेनें निवासियों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और अन्य लोगों के लिए एक तेज़, आरामदायक और विश्वसनीय यात्रा विकल्प प्रदान करेंगी।
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ग्वालियर में बाबा साहब अंबेडकर को लेकर सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट ने विवाद खड़ा कर दिया है.... पुलिस ने वकील आशुतोष दुबे की पोस्ट को आपत्तिजनक मानते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज किया है....इस बीच दो दर्जन से ज्यादा वकीलों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर एसपी ज्ञापन सौंपा... ग्वालियर में बाबा साहब अंबेडकर को लेकर सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट का मामला तूल पकड़ रहा है..... पुलिस ने वकील आशुतोष दुबे की एक पोस्ट को आपत्तिजनक मानते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज किया है.... इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दो दर्जन से अधिक वकीलों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और दावा किया कि पोस्ट सामान्य थी.... और इसका उद्देश्य लोगों को नसीहत देना था....वकीलों ने कलेक्टर और एसपी पर दबाव में कार्रवाई करने का आरोप लगाया....साथ ही पुलिस को दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई नहीं हुई.... तो वे एसपी ऑफिस का घेराव करेंगे....
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एनसीएल की जयंत खदान के विस्तार और विस्थापन नीति के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा... सिंगरौली विस्थापन संघर्ष समिति के नेतृत्व में चल रहे धरने के दौरान ब्लास्टिंग से भड़के ग्रामीणों ने खदान में घुसकर उत्पादन रोक दिया.... सिंगरौली विस्थापन संघर्ष समिति के नेतृत्व में जयंत खदान का उत्पादन और ब्लास्टिंग रोकने के लिए धरना प्रदर्शन किया जा रहा था....इसी दौरान 4 बार ब्लास्टिंग होने से धरना पर बैठे लोग आक्रोशित हो गए....और ग्रामीणों, खासकर महिलाओं ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर खदान में प्रवेश कर लिया....और उत्पादन ठप कर दिया....स्थिति बिगड़ती देख एसडीओपी कृष्ण कुमार पांडेय ने पुलिस बल के साथ प्रदर्शनकारियों को मशीनों पर चढ़ने से रोका.... एनसीएल के अधिकारियों ने उनकी 10 मांगों पर 12 जून को मुख्यालय में चर्चा का आश्वासन दिया....इसके बाद धरना समाप्त हुआ....
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बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क एरिया में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ गुरुवार सुबह से जारी मुठभेड़ में तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में वांटेड नक्सलियाें के केंद्रीय कमेटी का सदस्य और एक करोड़ के इनामी सुधाकर उर्फ नर सिंहाचलम ढेर हो गया। हालांकि सुधाकर के मारे जाने की अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। विश्वस्त सूत्राें से सुधाकर के मुठभेड़ में मारे जाने की फाेटाे मिली है। नक्सलियाें केंद्रीय समिति के सदस्य गौतम उर्फ सुधाकर, तेलंगाना राज्य समिति सदस्य बांदी प्रकाश, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य पप्पा राव और कुछ अन्य सशस्त्र नक्सली कैडरों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा की संयुक्त बल को अभियान के लिए रवाना किया गया था। बीजापुर के नेशनल पार्क एरिया में नक्सलियों के साथ गुरुवार सुबह से जारी मुठभेड़ में तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में वांटेड नक्सलियाें के केंद्रीय कमेटी का सदस्य सुधाकर उर्फ नर सिंहाचलम के ढेर होने की खबर है। सुधाकर पर एक करोड़ रुपये का इनाम भी घोषित है। सुधाकर के मारे जाने की फिलहाल अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन बस्तर आईजी के बयान के संकेताें से यह तय है कि मुठभेड़ में सुधाकर उर्फ नर सिंहाचलम मारा गया है, जिसकी फाेटाे विश्वस्त सूत्राें से मिली है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रारंभिक रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में जारी नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता की संभावनाएं हैं। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। अभियान के परिणामों और तलाशी के दौरान हुई बरामदगी से संबंधित आधिकारिक विवरण उपयुक्त समय पर साझा किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री शाह का दावा-2026 तक खत्म कर देंगे नक्सलवाद- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगस्त 2024 और दिसंबर 2024 में छत्तीसगढ़ के रायपुर और जगदलपुर के अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मंचों से नक्सलियों को चेताते हुए कहा था कि हथियार डाल दें। हिंसा करोगे तो हमारे जवान निपटेंगे। वहीं उन्होंने एक डेडलाइन भी जारी की थी कि 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद का खात्मा कर दिया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री के डेडलाइन जारी करने के बाद से बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन काफी तेज हो गए हैं।
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राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की तीखी प्रतिक्रिया दी है .... उन्होंने लंगड़े घोड़े शब्द पर आपत्ति जताई है... और कहा ये किस हद तक जाएंगे इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती.... केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के लंगड़े घोड़े वाले बयान पर आपत्ति जताई है....उन्होंने कहा कि विकलांग शब्द की जगह अब हम सब दिव्यांग शब्द का उपयोग करते हैं...इसका मतलब वे लोग जिन्हें भगवान का विशेष आशीर्वाद हैं.... उन्हें तो हमें प्रणाम करना चाहिए.... लेकिन राहुल गांधी उनको लेकर अपशब्द उपयोग करते हैं.... ये किस हद तक जाएंगे इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती.....
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रीवा जिले के मनगवां विधानसभा अंतर्गत गंगेव पहुंचे.... जहां उन्होंने महिला स्वसहायता समूह सशक्तिकरण सम्मेलन में भाग लिया....इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनता को बड़ी सौगात दी है...उन्होंने 50 करोड़ रुपये से अधिक लागत के विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण किया.... कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री के हाथो कन्या पूजन और दीप प्रज्वलन से हुई...सीएम ने विद्युत चालित शैलाचाक से तैयार किए गए मिट्टी के बर्तनों का अवलोकन किया ...और हितग्राहियों से बातचीत की.... इस दौरान उन्होंने 50 करोड़ रुपये से अधिक लागत के विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास किया.... मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया.... और कहा कि सरकार का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाकर समाज को मजबूत करना है....कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, प्रशासनिक अधिकारी और आमजन मौजूद रहे ....
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मुर्शिदाबाद । पश्चिम बंगाल के मालदा जिले की भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सीमा पार घुसपैठ रोकने के प्रयास में एक बीएसएफ जवान को कथित तौर पर बांग्लादेशी नागरिकों ने अगवा कर लिया और उसे बांग्लादेश के इलाके में ले जाकर पेड़ से बांधकर पीटा। स्थानीय लोगों ने उसे बॉर्डर गार्ड ऑफ बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया। हालांकि बाद में जवान को बीएसएफ को वापस सौंप दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, संबंधित बीएसएफ जवान का नाम श्री गणेश है। यह घटना बांग्लादेश के सदर उपजिला के नारायणपुर यूनियन के सात रशिया गांव में बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे हुई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सुबह बकरी का पीछा करते हुए दो बीएसएफ जवान जीरो लाइन पार कर बांग्लादेश की सीमा में घुस गए। उन्होंने एक बांग्लादेशी को पकड़ने की भी कोशिश की। इसके बाद स्थानीय ग्रामीण इकट्ठा हो गए और एक बीएसएफ जवान को पकड़ लिया। जबकि दूसरा जवाब भाग गया। कथित तौर पर नागरिकों ने पकड़े गए बीएसएफ जवान की पिटाई की और उसे बीजीबी को सौंप दिया। स्थानीय लोगों द्वारा बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। गिरफ्तारी की पुष्टि चांपाईनवाबगंज बटालियन 53 बीजीबी के कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल फहद महमूद रिंकू ने की। संबंधित वार्ड यूपी सदस्य बेनजीर अली ने कहा, "स्थानीय लोगों ने एक बीएसएफ जवान को पकड़ा है। यह घटना पड़ोस के गांव में हुई।" नारायणपुर यूनियन के अध्यक्ष मोहम्मद नजीर हुसैन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि सात रशिया गांव सीमा की जीरो लाइन करीब है। इसलिए बांग्लादेशी बकरियां जीरो लाइन के पास जाकर घास खाती हैं। इस वजह से बीएसएफ जवान बकरी को पकड़ने आए और बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश कर गए। उस समय स्थानीय लोगों ने उसे केले के पेड़ से बांध दिया। बाद में उसे बीजीबी को सौंप दिया गया। उसके साथ मौजूद एक अन्य बीएसएफ जवान भाग निकला। इस संबंध में बीएसएफ ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र से एक चरवाहा भारतीय क्षेत्र में घुस आया था। उस समय ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ जवानों ने जब उसका पीछा किया तो 71वीं नूरपुर बटालियन का एक बीएसएफ जवान बांग्लादेश सीमा में घुस गया। भारतीय जवान को वहां बीजीबी ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, फ्लैग मीटिंग के जरिए 71वीं बटालियन के जवान को बीएसएफ के हवाले कर दिया गया है।
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पटना । गुजरात के अहमदाबाद से बिहार की राजधानी पटना आ रही इंडिगो एयरलाइंस के विमान में बम हाेने की सूचना पर हड़कंप मच गया। इंडिगो की विमान संख्या 6E921 की पटना एयरपाेर्ट पर लैडिंग से कुछ देर पहले ही इसे बम से उड़ाने की धमकी मिली। विमान में सवार 195 यात्रियों की जान सांसत में आ गई। इस धमकी के बाद पटना एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया और विमान की आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड की टीम की जांच के बाद विमान को सुरक्षित घोषित किया गया और विमान में बम होने की सूचना गलत साबित हुई। मामला बुधवार दोपहर का है। 12:45 बजे धमकी की सूचना मिलते ही 12:53 बजे हुई लैंडिंगविमान में बम होने की खबर तब सामने आई, जब इंडिगो का अहमदाबाद-पटना विमान पटना पहुंचने ही वाला था। दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर इंडिगो की स्टेशन मैनेजर शालिनी को उनके व्हाट्सएप पर बम होने की धमकी मिली। उन्होंने तत्काल एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद विमान को सिर्फ 8 मिनट के भीतर 12:53 बजे रनवे पर सुरक्षित लैंड करा लिया गया। डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ता ने की गहन तलाशी रनवे पर उतारने के बाद पटना एयरपोर्ट पर विमान को आइसोलेशन-वेे में ले जाया गया। यहां बम स्क्वॉयड को तैनात किया गया। बम स्क्वॉयड ने पूरे विमान की तलाशी ली। करीब एक घंटे की तलाशी के दौरान विमान में सवार सभी यात्रियों की सांसें अटकी रहीं। हालांकि, विमान से किसी तरह का कोई संदिग्ध सामान नहीं पाया गया। विमान को सुरक्षित घोषित कर दिया गया, तब जाकर सभी यात्रियों ने राहत की सांस ली। एक घंटे की जांच के बाद विमान से निकले यात्रीकरीब दोपहर 2 बजे विमान को दोबारा रनवे पर लाया गया और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, इस घटना से यात्रियों में भारी तनाव और डर का माहौल था। कई यात्रियों ने बताया कि उन्हें कुछ देर तक लगा कि उनकी जान मुश्किल में पड़ गई है।
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अयोध्या । दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति एलन मस्क के पिता एरोल मस्क बुधवार को अयोध्या पहुंचे। एरोल मस्क ने यहां श्रीराम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला एवं सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में हनुमंत लला का दर्शन-पूजन कर मत्था टेका। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत एराेल मस्क बुधवार को अयोध्या धाम पहुंचे। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि पहुंचकर रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। उसके बाद सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी मंदिर में हनुमानजी का दर्शन-पूजन कर मत्था टेका। रामलला और हनुमानजी के दर्शन करने के बाद वह बहुत ही अभिभूत दिखे। दर्शन के बाद एरोल मस्क ने धर्मसम्राट महंत ज्ञानदास महाराज के उत्तराधिकारी एवं संकटमोचन सेना अध्यक्ष महंत संजय दास से मुलाकात की और उनसे आशीर्वाद लिया। महंत संजय महाराज ने एराेल मस्क काे आशीर्वाद स्वरूप हनुमानजी महाराज की प्रतिमा और रामनामा भेंट किया।
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रायपुर । छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने अब निकाह पढ़ने का शुल्क तय कर दिया है। इसके अनुसार निकाह पढ़ाने वाले 1100 रुपये से ज्यादा नहीं ले सकेंगे। वहीं न्यूनतम शुल्क 11 रुपये निर्धारित किया गया है। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने इस संबंध में सभी मुतवल्लियों को सोमवार देर शाम आदेश जारी किया है। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. सलीम राज ने उक्त संबंध में आज एक प्रेस नोट भी जारी कर यह जानकारी दी।छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने कहा कि कई जगहों से शिकायतें मिल रही थीं कि मौलवी, हाफिज और ईमाम निकाह पढ़ने के लिए मनमानी रकम ले रहे हैं, जो इस्लाम और शरीअत के खिलाफ है। बोर्ड ने कहा कि हमें निकाह को आसान करना है ताकि गरीब और बेसहारा परिवार के बच्चे-बच्चियों के परिवार पर आर्थिक बोझ न पड़े। निकाह पढ़ाने की एवज में जो परिवार अपने स्वेच्छा दें, उसे स्वीकार करें। बोर्ड ने कहा है कि निकाह की रकम नजराने के तौर पर 11 रुपये से 1100 रुपये निर्धारित की गई है और उसका पालन करें। नहीं तो मुतवल्लियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. सलीम राज ने बताया कि विगत दिनों कुछ शिकायतें प्राप्त हुई थीं कि किसी एक इमाम/मौलाना ने निकाह पढ़ने के लिए 5100 रूपये नजराना/उपहार न दिये जाने पर निकाह पढ़ाने से इनकार कर दिया और वहां से चले गये। इस प्रकार की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने यह आदेश जारी किया है कि अब प्रदेश भर के इमाम/मौलाना निकाह पढ़ाने के लिए 11 सौ रुपये से अधिक नजराना/उपहार नहीं ले सकेंगे। इस्लाम में शरीअत का भी यह हुक्म है कि निकाह को आसान करें। पूरे प्रदेश में लगभग 800 से अधिक इमाम और मौलाना हैं जो निकाह पढ़ाने का काम करते हैं, यदि किसी इमाम या मौलाना द्वारा इस आदेश का उल्लंघन किया जाता है या किसी इमाम या मौलाना के विरूद्ध इस प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त होती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डाॅ. राज ने कहा कि यह फरमान जारी करने का मुख्य उद्देश्य यह है, समाज के अति पिछड़ा वर्ग और गरीब वर्ग के लोगों को सहूलियत दी जाये, चूंकि एक गरीब परिवार के लिए 5100 रूपये बहुत महत्व रखता है, उसे कमाने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि गरीब का हक गरीब को मिले। तीन तलाक का कानून लागू होने से मुस्लिम तलाकशुदा महिला आज सुखी जीवन व्यतीत कर रही हैं। तलाक में आज 35 प्रतिशत की कमी आई है।
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नई दिल्ली । चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को कहा कि हमने 7 मई को सर्जिकल स्ट्राइक शुरू करने के दिन ही पाकिस्तान को सूचित कर दिया था। उन्होंने कहा कि किसी भी मिलिट्री ऑपरेशन में नुकसान होना महत्वपूर्ण नहीं होता, बल्कि सफलता लक्ष्य पाने से आंकी जाती है। उन्होंने कहा कि तकनीकी मापदंडों के आधार पर विशेष डेटा निकाल कर इस संघर्ष में हुए नुकसान की जानकारी साझा की जाएगी। सीडीएस जनरल अनिल चौहान आज पुणे में सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी के रक्षा एवं रणनीतिक विभाग की ओर से 'फ्यूचर वार एंड वारफेयर' विषय पर संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। पिछले दिनों सिंगापुर में दिए गए बयान की चर्चा अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि उन्होंने आज कहा कि हमने 7 मई को सर्जिकल स्ट्राइक शुरू करने के दिन ही पाकिस्तान को सूचित कर दिया था। इसके बाद जब पाकिस्तान की तरफ से बयानबाजी हुई, तो हमने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान हम पर हमला करता है, सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करता है, तो हम जवाबी हमला करेंगे, उन पर और भी जोरदार हमला करेंगे। सिंगापुर में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की तरफ से हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर सीडीएस ने कहा कि जब मुझसे हमारी तरफ से हुए नुकसान के बारे में पूछा गया, तो मैंने कहा कि ये महत्वपूर्ण नहीं है। परिणाम और आप कैसे कार्य करते हैं, ये महत्वपूर्ण है। नुकसान के बारे में बात करना बहुत सही नहीं होगा। मान लीजिए आप क्रिकेट टेस्ट मैच खेलने जाते हैं और आप किसी तरह से जीत जाते हैं, तो कितने विकेट, कितनी गेंदें और कितने खिलाड़ी हैं, इसका सवाल नहीं रह जाता है। तकनीकी मापदंडों के आधार पर हम यह विशेष डेटा निकालेंगे और आपके साथ साझा करेंगे। हम आपको बताएंगे कि हमने कितने विमान नष्ट किए और कितने रडार नष्ट किए। हम इसका एक मोटा आकलन करेंगे और जल्द ही इसके बारे में बताएंगे। सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि 10 मई को रात करीब 1 बजे उनका (पाकिस्तान का) लक्ष्य भारत को 48 घंटे में घुटने टेकने पर मजबूर करना था। उनकी ओर से कई हमले किए गए और किसी तरह से उन्होंने इस संघर्ष को बढ़ा दिया, जबकि हमने वास्तव में केवल उनके आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया था। उन्होंने सोचा था कि ऑपरेशन 48 घंटे तक चलेगा, जो करीब 8 घंटे में ही खत्म हो गया और फिर उन्होंने फोन उठाया और कहा कि वे बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक हवाई युद्ध का सवाल है तो ऑपरेशन सिंदूर ने इतिहास रच दिया। विरोधी के खिलाफ सफल ऑपरेशन किए गए, जिससे सटीकता और आक्रामक इरादे के साथ अंदर तक लगातार ऑपरेशन करने में भारत की क्षमता साबित हुई है। यह एक बड़ी उपलब्धि थी कि हम विरोधी के हवाई रक्षा नेटवर्क को भेदने में सक्षम थे। सीडीएस ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। यह जारी है। यह शत्रुता की अस्थायी समाप्ति है। हमें अपनी चौकसी बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि हम लंबे समय तक संघर्ष में नहीं पड़ना चाहते थे। हमने ऑपरेशन पराक्रम में अपना अनुभव देखा है। हम लगभग नौ महीने तक वहां रहे। इसमें बहुत अधिक खर्च होता है, सब कुछ बाधित होता है। सीडीएस ने कहा कि जहां तक पाकिस्तानी पक्ष का सवाल है तो मैं दो अनुमान लगा सकता हूं। पहला, वे बहुत लंबी दूरी पर तेजी से चीजें खो रहे थे और उन्होंने सोचा कि अगर यह कुछ और समय तक जारी रहा तो और अधिक नुकसान होने की संभावना है और इसलिए उन्होंने टेलीफोन करके सीजफायर का प्रस्ताव रखा।
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गुवाहाटी । भारत द्वारा सिंधु नदी जल समझौता से उपजे विवाद के बाद एक बार फिर से भारत के विरूद्ध चीन के कंधे पर सवार होकर पाकिस्तान प्रोपेगंडा फैलाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। पाकिस्तानी प्रोपेगंडा को लेकर स्थानीय मीडिया में खबरें काफी तेजी से फैली, तो मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने भी मौर्चा संभालते हुए पाकिस्तान के झूठ की हवा निकाल दी। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने बीती रात सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि अगर चीन ब्रह्मपुत्र का पानी रोक दे तो वह भारत के लिए मददगार साबित हाेगा, क्योंकि हर वर्ष असम में आने वाली भीषण बाढ़ से लाखों लाेग विस्थापित हाेते हैं और भारी तबाही हाेती है। पाकिस्तान काे इस नई डराने वाली कहानी का उन्होंने करारा जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि भारत द्वारा जब से पुरानी और एकतरफा सिंधु जल संधि को दरकिनार किया गया है, पाकिस्तान भारत में एक नई घबराहट फैलाने की कोशिश कर रहा है। “अगर चीन ब्रह्मपुत्र का पानी रोक दे तो?” इस पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि आइए इस झूठी कल्पना को डर से नहीं, बल्कि तथ्यों और राष्ट्रीय स्पष्टता से तोड़ते हैं। ब्रह्मपुत्र एक ऐसा नद है जो भारत में बढ़ता है- घटता नहीं है। चीन ब्रह्मपुत्र के कुल जल प्रवाह में केवल 30–35 प्रतिशत योगदान देता है। वह भी ज्यादातर हिमनदों के पिघलने और सीमित वर्षा से। शेष 65–70 प्रतिशत जल भारत के भीतर ही उत्पन्न होता है, क्योंकि अरुणाचल प्रदेश, असम, नगालैंड और मेघालय में मूसलाधार मानसूनी वर्षा, प्रमुख सहायक नदियां जैसे- सुबनसिरी, लोहित, कामेंग, मानस, धनसिरी, जिया-भाराली, कोपिली के जरिए ब्रह्मपुत्र में जाता है। वहीं, मेघालय की खासी, गारो और जयंतिया पहाड़ियों से जल कृष्णाई, दिगारू, कुलसी आदि सहायक नदियों के जरिए ब्रह्मपुत्र में जाता है। भारत-चीन सीमा (तूतिंग) पर प्रवाह- 2,000–3,000 घन मीटर/सेकंड है। गुवाहाटी जैसे असम के मैदानों में प्रवाह- मानसून के समय 15,000–20,000 घन मीटर/सेकंड है। ब्रह्मपुत्र भारत में प्रवेश के बाद सशक्त होती है। यह एक भारतीय, वर्षा-पोषित नदी प्रणाली है, न कि किसी एक स्रोत पर निर्भर। पाकिस्तान के लिए वह सच्चाई जो उसे जाननी चाहिए, अगर चीन कभी ब्रह्मपुत्र के जल को कम भी कर दे (जो कि अब तक किसी भी मंच पर न कहा गया है, न संकेत दिया गया है), तो वह भारत के लिए मददगार हो सकता है, क्योंकि हर वर्ष असम में आने वाली भीषण बाढ़ लाखों को विस्थापित करती है और भारी तबाही लाती है। पाकिस्तान, जिसने 74 वर्षों तक सिंधु जल संधि से असमान लाभ उठाया, अब घबरा रहा है क्योंकि, भारत अपने जल अधिकारों पर संप्रभु निर्णय ले रहा है। इस संबंध में पाकिस्तान को कुछ याद दिलाना जरूरी है जैसे- ब्रह्मपुत्र एक ही स्रोत पर आधारित नहीं है। यह हमारे भूगोल, हमारे मानसून और हमारी सभ्यतागत शक्ति से पोषित है। मुख्यमंत्री ने तथ्यों के आधार पर पाकिस्तान की डर वाली रणनीति की जहां हवा निकाल दी, वहीं चीन को भी एक तरह से उत्तर दिया है कि, ब्रह्मपुत्र को लेकर वह भारत को ब्लैकमेल नहीं कर सकता है।
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गंगटोक । सिक्किम सरकार ने उत्तरी सिक्किम अंतर्गत मंगन जिले में लगातार बारिश से हुई क्षति को आधिकारिक तौर पर 'आपदा' घोषित कर दिया है। सिक्किम सरकार ने साेमवार काे एक अधिसूचना जारी कर लगातार बारिश से हुए नुकसान को आपदा घोषित किया है। अधिसूचना में कहा गया है कि सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष की मंजूरी और राज्य कार्यकारी समिति की सिफारिश से 28 मई से मंगन जिले में लगातार बारिश से हुई क्षति को आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 22(2)(बी) के तहत आधिकारिक तौर पर आपदा घोषित किया गया है। लगातार बारिश के कारण उत्तरी सिक्किम में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उत्तरी सिक्किम को जोड़ने वाली मुख्य सड़क सहित छोटी सड़कें भूस्खलन से प्रभावित हुई हैं। 29 मई की रात को वाहन दुर्घटना में लापता हुए पर्यटकों की खोज एवं बचाव अभियान भी प्रतिकूल मौसम के कारण प्रभावित हुआ है। इसी तरह एक जून की रात मंगन जिले के छातेन स्थित सेना के शिविर पर भी बिजली गिरी। भूस्खलन में भारतीय सेना के तीन जवान मारे बलिदान हो हैं, जबकि छह अन्य लापता हैं।
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मुंबई । स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर मानहानि मामले में सोमवार को पुणे कोर्ट ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की कोर्ट में व्यक्तिगत पेशी से छूट मिलने की याचिका को खाारिज कर दिया है। न्यायालय ने कहा कि कोर्ट में पेशी से छूट मिलने का कोई पर्याप्त कारण नहीं है।इससे पहले पुणे कोर्ट ने इस मामले में शिकायतकर्ता सात्यकी सावरकर के उस आवेदन को खारिज कर दिया था, जिसमें विनायक सावरकर मानहानि मामले में राहुल गांधी की जमानत जब्त करने और उन्हें शारीरिक रूप से पेश होने के लिए मजबूर करने के लिए बलपूर्वक उपाय शुरू करने की मांग की गई थी। इस मामले की सुनवाई आज पुणे कोर्ट में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अमोल श्रीराम शिंदे के समक्ष हुई। कोर्ट ने दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद कहा कि पेशी से छूट मिलने का कोई पर्याप्त कारण नहीं है।
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नई दिल्ली । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सोमवार को कहा कि 2000 रुपये के नोट बंद करने के दो साल बाद भी 6,181 करोड़ रुपये मूल्य के नोट अब भी जनता के पास यानी प्रचलन में हैं। रिजर्व बैंक ने 19 मई 2023 को दो हजार रुपये के बैंक नोट को प्रचलन से वापस लेने की घोषणा की थी। ये 2000 रुपये के नोट अब भी वैध मुद्रा हैं। आरबीआई ने जारी एक बयान में कहा कि 19 मई, 2023 को 2000 रुपये के नोट का कुल मूल्य 3.56 लाख करोड़ रुपये था, जो 31 मई, 2025 को कारोबार बंद होने पर घटकर 6,181 करोड़ रुपये रह गया है। केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘इस प्रकार 19 मई, 2023 तक प्रचलन में रहे 2000 रुपये के 98.26 फीसदी नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं।’’ रिजर्व बैंक ने कहा कि 2000 रुपये के बैंक नोट कानूनी मुद्रा बने रहेंगे। रिजर्व बैंक के मुताबिक 2000 रुपये के इन बैंक नोट को जमा करने या बदलने की सुविधा 7 अक्टूबर, 2023 तक सभी बैंक शाखाओं में उपलब्ध थी। ये सुविधा अब केवल रिजर्व बैंक के 19 निर्गम कार्यालयों में उपलब्ध है। आरबीआई के निर्गम कार्यालय 9 अक्टूबर, 2023 से लोगों तथा संस्थाओं से उनके बैंक खातों में जमा करने के लिए 2000 रुपये के बैंक नोट स्वीकार कर रहे हैं। इसके अलावा देश के किसी भी डाकघर से भारतीय डाक के जरिए 2000 रुपये के नोट को लोग अपने बैंक खातों में जमा कराने के लिए किसी भी आरबीआई कार्यालय में भेज सकते हैं।
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लोकतंत्र में श्रेष्ठ नेतृत्व की पहचान नीति, नीयत और निष्ठा की कसौटी पर खरा उतरने से होती है, यह एक सुखद पक्ष है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस मापदंड पर सर्वथा खरे उतरे हैं। देश की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ उन्हें देश का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी और उन्होंने 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री पद की प्रथम बार शपथ ली। बतौर प्रधानमंत्री अपने 11 वर्ष के लगातार कार्यकाल में उन्होंने राजपथ को कर्तव्य पथ के रूप में स्वीकारा तथा देशवासियों का विश्वास जीतने में कामयाब रहे। श्री नरेन्द्र मोदी ऐसे कर्मयोगी हैं, जो 'सर्वे भवन्तु सुखिन:' के राष्ट्र-भाव को चरितार्थ करते हुए 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' का संकल्प लेकर भारत को दुनिया का सिरमौर बनाने में अहर्निश लगे हुए हैं। संक्षेप में कहा जाए तो मोदी जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार का सिद्धांत है- रिफार्म, परफार्म एवं ट्रांसफॉर्म, प्रधानमंत्री ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प की सिद्धि के लिए अपनी प्राथमिकता में GYAN को रखा है। G का तात्पर्य गरीब, Y का तात्पर्य युवा, A का तात्पर्य अन्नदाता किसान और N का तात्पर्य नारी, वर्तमान में केंद्र सरकार ने अपनी कल्याणकारी योजनाओं में इन पर अधिक फोकस किया है। गरीब कल्याण कार्यक्रम केन्द्र सरकार ने समाज के शोषित, वंचित, पीड़ित एवं सर्वहारा वर्ग के हितों को दृष्टिगत रखते हुए अनेक ऐतिहासिक एवं कल्याणकारी निर्णय लिये हैं। श्री नरेन्द्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। पिछले 11 वर्षों में यह अभियान एक जन आंदोलन बन गया है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत लगभग 12 करोड़ शौचालय बन चुके हैं। उज्ज्वला योजना के अंतर्गत लगभग 10 करोड़ गैस कनेक्शन नि:शुल्क दिये गये हैं। पिछले 5 सालों में जल जीवन मिशन के तहत 12 करोड़ परिवारों के घरों में नल से जल देने का काम पूरा हुआ है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को 4 करोड़ घर मिल चुके हैं। देश के 80 करोड़ जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत मार्च 2025 तक कुल 55.02 करोड़ जन-धन खाते देश में खोले जा चुके हैं। इन्हीं सब प्रयासों की वजह से 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ गये हैं। युवा शक्ति की बेहतरी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकताओं में युवाओं के लिए अच्छा स्वास्थ्य, फिटनेस और उन्हें उचित हुनर से लैस करना शामिल है। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, मुद्रा कोष योजना और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं ने भारत को विकसित राष्ट्र की ओर आगे बढ़ाया है। मार्च 2025 तक समर्थ पोर्टल पर लगभग 5 लाख उपयोगकर्ता पंजीकृत हुये, जिनमें से 77 प्रतिशत युवाओं को प्लेसमेंट मिल चुका है। स्टार्टअप इंडिया के तहत 16 लाख लोगों को प्रत्यक्ष नौकरियां मिली हैं और नौजवान इन योजनाओं से प्रभावित होकर स्वरोजगार स्थापित कर रहे हैं। किसान कल्याण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का विजन बहुत साफ़ है कि किसानों को उनकी पैदावार का सही दाम मिले। इस बाबत् फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में रिकार्ड बढ़ोत्तरी की। किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसानों को उनके बैंक खातों में हर चार महीनों में दो हजार रुपये पहुचाये जाते हैं। पीएम किसान सम्मान निधि से करीब साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये सीधे किसान के खातों में पहुंचे हैं। पीएम फसल बीमा योजना के तहत दो लाख करोड़ रुपये किसानों को मिले हैं। किसानों को सस्ते दामों में खाद मिले, इस दिशा में पिछले दस सालों में बारह लाख करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। दलहन, तिलहन और नारियल की खरीद के लिए सरकारी गारंटी बढ़ाकर 45,000 करोड़ रुपये कर दी गई है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (पीएमआरकेवाई) और कृषोन्नति योजना (केवाई) का बजट 1,01,321.61 करोड़ रुपये कर दिया है। आज भारत दूध और मसालों के उत्पादन में विश्व में नम्बर 1 पर है। भारत सरकार ने 2817 करोड़ रुपए डिजिटल कृषि मिशन के लिए स्वीकृत किये हैं। महिला सशक्तिकरण महिला सशक्तिकरण मोदी सरकार के विकास एजेंडे का प्रमुख हिस्सा है। मातृवंदन योजना, नारी शक्ति वंदन और 33 प्रतिशत आरक्षण से महिलाओं के जीवन में नई उम्मीद जगी है। स्टैंडअप इंडिया से 81% महिलाएं उद्यमी बनीं। मुद्रा योजना से 68% महिलाएं लाभार्थी हुईं । केन्द्र सरकार का लक्ष्य तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का है, जिनमें से लगभग 1 करोड़ 10 लाख लखपति दीदी अपना गरिमामय जीवन जी रही हैं। 'बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ' अभियान से बेटियों का आत्मसम्मान बढ़ा है। तीन तलाक कानून की समाप्ति से मुस्लिम महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने देश में लगभग 1लाख 75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले हैं। मोदी सरकार की प्राथमिकता है कि समाज के हर वर्ग खासकर सामान्य लोगों तक सस्ती, सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचें। इस दिशा में जारी प्रयास के परिणाम स्वरूप अस्पताल,इलाज और दवाओं पर होने वाला खर्च निरन्तर कम होता जा रहा है। कोरोना काल में प्रधानमंत्री जी ने स्वदेशी वैक्सीन के आविष्कार में प्रेरक भूमिका निभाई। सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना 'संकल्प विरासत का, संरक्षण भी और विकास भी' के परिणाम स्वरूप अयोध्या में रामलला की दिव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई। काशी में बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन में महाकाल लोक, केदारनाथ धाम का नवनिर्माण, बद्रीनाथ क्षेत्र का विकास, करतार साहब कॉरिडोर को खुलवाना, हेमकुण्ड साहब और गिरनार में रोपवे बनाना, नमामि गंगे योजना, तिरुवल्लूर में कल्चरल सेन्टर बनाना आदि उल्लेखनीय कार्यों से भारत आत्मगौरव के साथ विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। धारा- 370 की समाप्ति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 समाप्त कर दी। धारा- 370 को हटाना एक इतिहास की धारा को मोड़ने वाला निर्णय साबित हुआ है, इससे जम्मू-कश्मीर में खुशहाली की राह खुली है और देश की एकता व अखण्डता का ताना-बाना मजबूत हुआ है। आज स्थिति यह है कि जम्मू-कश्मीर के नागरिक आतंकियों की गतिविधियों के पुरजोर विरोध में खड़े हुये हैं। आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति प्रधानमंत्री श्री मोदी की आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति बहुत स्पष्ट है। पाकिस्तान के हुक्मरानों, पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और उनके द्वारा पोषित आतंकवादी संगठनों ने भारत में समय-समय पर आतंकवादी हमले किये हैं, जिसमें निर्दोष भारतीयों की जानें गई हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सेना को पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई के लिए खुली छूट दी। भारतीय सेना ने आपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकवादी अड्डों एवं प्रशिक्षण शिविरों को जमींदोज कर दिया। प्रधानमंत्री जी ने विश्व समुदाय के सामने भारत का पक्ष रखने के निए सर्वदलीय प्रतिनिधिमण्डल भेजने का फैसला लिया, जो सराहनीय कदम है। भारतीय सेना को सम्मान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न युद्धों के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों की पुण्य स्मृति में दिल्ली में राष्ट्रीय शौर्य स्मारक एवं नेशनल वॅार मेमोरियल निर्मित कराये गये। पूर्व सैनिकों के लिए “वन रैंक वन पेंशन” योजना लागू की गई। केंद्र सरकार ने देश के रक्षा बजट में काफी बढ़ोत्तरी की। रक्षा बजट जो वर्ष 2014 में 46,429 करोड़ रुपये था, वह 2024 में 1.27 लाख करोड़ हो चुका है। मेक इन इंडिया, डिफेंस स्टार्टअप की बदौलत रक्षा उत्पादन के मामलों में भारत आत्मनिर्भर होने की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। देश में पहले 65-70 प्रतिशत रक्षा उपकरण आयात किये जाते थे, वहीं अब 65प्रतिशत रक्षा उपकरण भारत में ही तैयार हो रहे हैं। स्वदेशी रक्षा उत्पादन जैसे तेजस लड़ाकू विमान, ब्रम्होस मिसाइल और अग्नि मिसाइल सिस्टम ने भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना दिया है। आज भारत लगभग 100 देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है। भारत का रक्षा निर्यात 2013-14 में 686 करोड़ रुपये का था, जो बढ़कर 23,000 करोड़ रुपये हो गया है। नया भारत विकसित भारत हो इसके लिये आधारभूत संरचना को मजबूत बनाना प्रधानमंत्री जी की प्राथमिकता है। नागरिकता संशोधन कानून, ई-गवर्नेन्स, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार, अक्षय ऊर्जा में वृद्धि, पीएम गतिशक्ति आदि योजनाएं देश को विकसित एवं खुशहाल भारत की ओर ले जाने की दूरगामी पहल है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जीवन राष्ट्रयज्ञ की समिधा है, और उनकी कामना रन्तिदेव की तरह राष्ट्र को वैभव पूर्ण बनाने की है। रन्तिदेव ने कहा था - ‘‘न त्वहं कामये राज्यं, न स्वर्ग न पुनर्भवम्। कामये दुःख तातानां, प्राणिनामातिं नाशनम्।।’’ अर्थात् - न मुझे राज्य की कामना है, न स्वर्ग की और न पुनर्जन्म से छुटकारा पाने की। मेरी कामना तो यह है कि मैं दुखों से संतप्त प्राणियों के काम आ सकूं। इसी भावना से स्वप्नदृष्टा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भारत को दुनिया के समृद्ध और शक्तिशाली देशों में शुमार करने की दिशा में सन्नद्ध व संकल्पबद्ध हैं। (लेखक, भारत सरकार में रक्षा उत्पादन, कार्मिक व संसदीय कार्य राज्यमंत्री रहे हैं)
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नई दिल्ली । पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित होने और जानमाल के नुकसान की खबरें हैं। इस पर गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से बातचीत की है। गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स प्लेटफॉर्म पर जानकारी दी कि उन्होंने इन राज्यों में भारी बारिश के चलते पैदा हुई स्थिति को लेकर चिंता जताते हुए सभी मुख्यमंत्रियों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। साथ ही कहा है कि मोदी सरकार पूर्वोत्तर के लोगों के साथ दृढ़ता से खड़ी है। उल्लेखनीय है कि उत्तर पूर्व भारत में गंभीर बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 32 लोगों की जान जा चुकी है। असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मिजोरम में भारी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। कई घर ढह गए हैं और परिवहन सेवा बाधित हुई है। प्रशासन राहत प्रयासों में जुटा है, जबकि आगे और बारिश की आशंका है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित समारोह में पहुंचे... जहां उन्होंने सबसे पहले देवी अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया ....राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री ने डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया.... इस अवसर पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने उन्हें ज़री-जरदोज़ी से बना देवी अहिल्या का भव्य चित्र भेंट कर उनका अभिवादन किया....मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परंपरा अनुसार प्रधानमंत्री को पगड़ी पहनाई .... और बैतूल जिले की प्रसिद्ध भरेवा शिल्प कला से बना पुष्पक विमान भेंट कर उनका स्वागत किया...
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देवी अहिल्याबाई सशक्तिकरण महासम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल पहुंचे .... इस विशेष अवसर पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने प्रधानमंत्री को देवी अहिल्याबाई होल्कर का ज़री जरदोज़ी से बना चित्र भेंट किया...और मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने पारंपरिक पगड़ी पहनाकर और बैतूल जिले के भरेवा शिल्प से निर्मित पुष्पक विमान भेंट कर उनका स्वागत किया.... महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की प्रतीक प्रदेश की चार प्रेरणादायक महिलाओं ने भी प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया... कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्याबाई होलकर को समर्पित डाक टिकट और स्मृति सिक्के का विमोचन किया.... इसके साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश को एयरपोर्ट और मेट्रो जैसी कई सौगात दी.... पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है.... राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे प्रयासों में अपना योगदान देने का है..... अहिल्याबाई होल्कर का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है...उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं...देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं कि जब इच्छा शक्ति होती है... दृढ़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों ना हों परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है...प्रधानमंत्री अपने संबोधन में एक बार पाकिस्तान और आतंकियों को कड़ा संदेश दिया है...उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है...आतंकियों ने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की...साथ ही भारत की नारी शक्ति को चुनौती बन गई... ये चुनौती आतंकी और उनके आकाओं के लिए काल बन गया है...पाकिस्तान ने जहां तक सोचा नहीं था...वहां तक हमारी सेना ने आतंकी ठिकानों को घुसकर मिट्टी में मिला दिया है.. अब गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा...... मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने ने संबोधन में कहा कि आज सही मायनों ने हमारा देवी अहिल्याबाई की जन्म जयंती मनाना सफल हो रहा है... मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री अभिवादन किया.....और ऑपरेशन सिंदूर के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा की जिसे प्रकार अहिल्या माता ने देश और धर्म की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन जिया..... इसी प्रकार देश के प्रधानमंत्री भी देश की सीमाओं पर आतंकियों के द्वारा किये गए घटनाक्रम ..... जिन्होंने हमारी बहन बेटियों के सिंदूर पर हाथ डालने का काम किया आप ने उनके घर में घुस कर उन्हें ठिकाने लगाने काम किया है .....ये हमारे लिए गर्व की बात हैं...
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जगतगुरु रामभद्राचार्य ने सेना प्रमुख से मांगी गुरु दक्षिणा जनरल द्विवेदी को मिला हनुमान वाला मंत्र अनुराग उपाध्याय महाभारत काल में द्रोणाचार्य ने बतौर गुरु दक्षिणा एकलव्य से अंगूठा मांग लिया था तो अब जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से पकिस्तान के कब्जे वाला पकिस्तान मांग लिया है। जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य की इस मांग से सेना प्रमुख कुछ क्षण के लिए असमंजस में दिखे और फिर उनकी मुस्कराहट ने कह दिया ये भी जल्द हो जाएगा। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जगतगुरु को भरोसा दिलाया कि इस बार युद्ध हुआ तो हो सकता है पाकिस्तान दुनिया के नक़्शे से ही ख़त्म हो जाए। गुरु शिष्य के बीच के मधुर संबंधों की कथाओं से भारतीय साहित्य और संस्कृति रची बसी है। इस कड़ी में अब सतना का वाकया भी दर्ज हो गया है। यूँ समझिये द्वापर के बाद कलयुग में भी एक गुरु ने शिष्य से राष्ट्रहित में एक आवशयक और रोचक मांग कर दी। तब गुरु द्रोणाचार्य से तो अब जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य हैं। तब शिष्य एकलव्य थे तो अब शिष्य जनरल उपेंद्र द्विवेदी हैं। गुरुओं की इन कथाओं में तात्कालिक और दीर्घ प्रयोजन छिपे होते हैं। बस उन्हें समझने की जरुरत है। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी अपनी पत्नी के साथ सतना जिले के चित्रकूट की यात्रा पर थे। जहाँ पूर्व से ही उनकी मुलाक़ात जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी से होना थी।सेना प्रमुख और आध्यात्मिक गुरु के बीच ताजा हालातों पर दर्शन शास्त्र के मुताबिक चर्चा हुई। उस चर्चा की यहाँ आवशयकता नहीं है। लेकिन इस बीच सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य से गुरु दीक्षा दिए जाने का अनुरोध किया। जगतगुरु इस पर मुस्कुराये और गुरु दीक्षा दिए जाने के लिए सहर्ष तैयार हो गए। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि दीक्षा देशकाल और परिस्थितियों का आकलन कर के ही दी जाती है। परम ज्ञानी, अत्यंत प्रखर और विनोदी जगतगुरु रामभद्राचार्य इस दीक्षा के जरिये प्राचीन भारतीय ज्ञान परम्परा को निभा रहे थे। जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी को अपने करीब बैठाया और उन्हें गुरु दीक्षा दी। दीक्षा भी वो जिसकी सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को इस समय अत्यंत आवशयकता है। आपको बता दें गुरु दीक्षा का अर्थ ही है किसी विशेष ज्ञान में अति दीक्षित होना । दीक्षा किसी को भी सांसारिक और आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद करती है। यहाँ भी जगतगुरु ने अपने शिष्य जनरल उपेंद्र द्विवेदी को एक खास मंत्र दिया। जिसका पालन अब जनरल साहब को करना होगा। दिन बुधवार का था स्थान भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट। जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने भी राम नाम की महिमा बताते हुए उपेंद्र द्विवेदी को राम मंत्र के साथ गुरु दीक्षा प्रदान की।यहाँ जगतगुरु ने द्विवेदी को वही मंत्र दिया जो माता सीता ने लंका विजयी के लिए अशोक वाटिका में हनुमान जी महाराज को दिया था। इसी मंत्र से वानर सेना ने लंका विजयी की थी। देशकाल परिस्थितियां और पात्र बदल गए हैं। युद्ब अब भी वैसा ही है। एक तरफ असुर पाकिस्तानी आतंकवादी हैं तो दूसरी और सीता हरण जैसी स्थिति पीओके की है। ऐसे में सीता के हनुमान जी को दिया मंत्र सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के लिए 'रामबाण' से कम नहीं होगा। ये मामला भी गुरु दीक्षा तक नहीं रुका। इसके बाद महाराज जगतगुरु रामभद्राचार्य ने अपने शिष्य सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी से गुरु दक्षिणा में पीओके मांग लिया।कुछ क्षण का असमंजस और जनरल साहब ने मुस्कराहट के जरिये इसे डन कर दिया और ये भी कहा आगर पाकिस्तान ने दोबारा ऐसी हिमाकत की और हमला किया तो वह दुनिया के नक्शे से मिट जाएगा। युद्ध के हालातों में यह मुलाक़ात बहुत सुकून देती है और मान्य भारतीय परम्पराओं को नए सदर्भों में परिभाषित भी करती है। गुरु का दीक्षा में शिष्य से कुछ लेना हमारी प्राचीन सभ्यता का ही एक हिस्सा है ये गुरु के प्रति समर्पण का भी भाव प्रकट करता है। अटल जी ने मांगा में दहेज़ पाकिस्तान गुरु शिष्य के लेनदेन के इस हिसाब -किताब के बाद एक किस्से की चर्चा भी बेहद जरुरी है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का मानना था कि आप चाह कर भी पड़ौस नहीं बदल सकते इसलिए उससे मधुर सम्बन्ध बनायें या उसे अच्छे से समझाए। हाजिर जवाब या यों कहें हर सवाल पर लाजवाब करने वाले अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री रहते पाकिस्तान से रिश्ते मधुर करने के लिए समझौता एक्सप्रेस लेकर लाहौर चले गए। ये अलग बात है उसके बाद भी आतंकी पड़ौसी पाकिस्तान से हमें आतंकी हमला और कारगिल युद्ध ही मिला। लेकिन तब दुनिया भर में अटल जी के प्रयास का यशगान हुआ ये बात 1999 की है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार ने अटल जी के सामने इस शर्त पर शादी का प्रस्ताव रखा की मुंह दिखाई में उन्हें कश्मीर चाहिए। अटल बिहारी वाजपेयी ठहरे महा हाजिर जवाब उन्होंने कहा 'मोहतरमा विवाह तो हम कर लेंगे लेकिन हमारी भी शर्त है दहेज़ में हमें पाकिस्तान चाहिए। इसके बाद हर कोई अटल जी की हाजिर जवाबी का मुरीद हो गया और जमकर ठहाके लगे।
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छतरपुर में महाराजा छत्रसाल की 377 वीं जयंती मनाई जा रही है...इस महोत्सव में मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल हुए..इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छतरपुर विरासत महोत्सव का उद्घाटन किया और महाराजा छत्रसाल जयंती की बधाई प्रदेशवासियों को दी... छतरपुर जिले के मऊसानिया में महाराजा छत्रसाल की 377वीं जयंती पर दो दिवसीय महोत्सव मनाया जा रहा है...इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा महाराजा छत्रसाल महाराजा के सुझाये गये मार्ग पर हम न केवल नीतियां बनाएंगे बल्कि उनकी स्मृतियों से जुड़े इस स्थान को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से हम आगे बढ़ रहे हैं
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भाेपाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 31 मई को जंबूरी मैदान भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में जल संसाधन विभाग के 863.69 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का वर्चुअल भूमि पूजन करेंगे। इनमें 778.91 करोड़ रुपए की लागत से शिप्रा नदी पर घाट निर्माण और 84.78 करोड़ रुपए की लागत से बैराज, स्टॉप डेम एवं वेंटेड कॉजवे निर्माण कार्य शामिल हैं। सिंहस्थ 2028 के अंतर्गत आने वाले श्रद्धालुओं को मोक्षदायनी शिप्रा नदी के निर्मल और अविरल जल में सुगमता से स्नान और सुविधा की दृष्टि से उज्जैन में विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं ।जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शुक्रवार काे जानकारी देते हुए बताया कि उज्जैन जिले में शिप्रा नदी पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये दोनों किनारों पर शनि मंदिर से नागदा बायपास तक लगभग 30 किलोमीटर घाट निर्माण कार्य कराया जाएगा जिसकी लागत 778.91 करोड़ रूपये होगी। कार्य दिसंबर 2027 तक पूर्ण किया जाना लक्षित है। इसी प्रकार शिप्रा नदी पर जल संसाधन विभाग द्वारा 09 बैराज का निर्माण (उज्जैन जिले में 01, इंदौर जिले में 01 एवं देवास जिले में 07 बैराज) एवं नगर निगम उज्जैन द्वारा कालियादेह स्टॉप डेम का मरम्मत कार्य कराया जाएगा। कान्ह नदी पर 11 बैराजों (उज्जैन जिले में 05 एवं इंदौर जिले में 06) का निर्माण कार्य होगा । इन कार्यों की कुल लागत 84.78 करोड़ रूपये होगी।सिंहस्थ 2028 के अंतर्गत अन्य कार्यकान्ह नदी पर कान्ह डायवर्सन क्लोज डक्ट परियोजना लागत राशि 919.94 करोड़ रूपये ।परियोजना के अंतर्गत कान्ह नदी के दूषित जल को 18.5 किलोमीटर कट/कवर एवं 12 किलोमीटर टनल निर्माण कर उज्जैन शहर की सीमा के बाहर शिप्रा नदी में प्रवाहित किया जाना प्रस्तावित है।परियोजना के निर्माण के लिये 15 मार्च 2024 को अनुबंध निष्पादित कर कार्य आरंभ किया जाकर सितम्बर 2027 तक पूर्ण किया जाना लक्षित है।सेवरखेडी - सिलारखेडी मध्यम सिंचाई परियोजना लागत राशि 614.53 करोड़ रूपये।परियोजना के तहत उज्जैन जिले के ग्राम सेवरखेड़ी में शिप्रा नदी पर बैराज का निर्माण कर पम्पिंग के माध्यम से प्रस्तावित सिलारखेडी जलाशय में जल एकत्रित कर आवश्यकता अनुसार क्षिप्रा नदी में प्रवाहित किया जायेगा।परियोजना से उज्जैन शहर को पेयजल एवं विभिन्न धार्मिक पर्वों पर श्रद्धालुओं की भावनाओं के अनुरूप निर्मल अविरल जल उपलब्ध कराया जायेगा। कार्य वर्ष 2027 तक पूर्ण किया जाना लक्षित है।सिंहस्थ 2028 से संबंधित सभी कार्यों (कुल राशि 2 हजार 398 करोड़ रूपये) की स्वीकृति समय सीमा में प्राप्त कर, सिंहस्थ 2028 के पूर्व दिसंबर 2027 तक पूर्ण किया जाना लक्षित है।
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खंडवा जिले में एक 45 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ हुई गैंगरेप और क्रूर हत्या की घटना सामने आई है.... इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है....आरोपियों ने पुलिस को बताया कि यौन उत्पीड़न के बाद एक आरोपी ने महिला के प्राइवेट पार्ट में हाथ डाला जिससे उनकी आंतें बाहर आ गईं... और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी मृत्यु हो गई....पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई है... इस बीच, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है....कांग्रेस ने इस मामले में सरकार पर निशाना साधा है.... और दोषियों को सजा देने की मांग कर रही है.... खंडवा जिले के खालवा तहसील में 45 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ दो आरोपी हरि और सुनील ने कथित तौर पर गैंगरेप किया... और फिर क्रूरता से उनकी हत्या कर दी...पुलिस के मुताबिक एक आरोपी ने महिला के प्राइवेट पार्ट में हाथ डालने की बात कबूली जिसके कारण उनकी आंतें बाहर आ गईं... और अत्यधिक रक्तस्राव से उनकी मौत हो गई...कलवा थाने के प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल से कोई रॉड बरामद नहीं हुआ...पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 66, 70(1) और 103(1) के तहत मामला दर्ज किया है... आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रांत भूरिया पीड़ित परिवार से मिलने खालवा पहुंचे.... और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से उनकी फोन पर बात कराई... राहुल गांधी ने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और दोषियों को सजा दिलाने की बात कही... मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है... और न्याय की मांग की है...
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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट की वेकेशन बेंच ने कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के विवादास्पद बयान के मामले में जांच के लिए गठित एसआईटी को और अधिक वक्त दे दिया है। तब तक विजय शाह की गिरफ्तारी नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई जुलाई में होगी l सुप्रीम कोर्ट ने मध्यप्रदेश हाई कोर्ट से कहा है आप इस मामले में सुनवाई मत कीजिए, क्योंकि हम सुनवाई कर रहे हैं। दरअसल, 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह को जांच में शामिल होने की शर्त पर गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। उसके बाद एसआईटी ने जांच के लिए और समय की मांग की है। 19 मई को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने विजय शाह को उनके बयान के लिए फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि इस बयान से पूरा देश शर्मिंदा है। इसके पहले 15 मई को सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह को फटकार लगाते हुए कहा था कि आप ऐसा बयान कैसे दे सकते हैं, आप जानते हैं आप कौन हैं, आप सरकार में मंत्री हैं । जब देश संकट से गुजर रहा हो तो हर शब्द का महत्व होता है, अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।विजय शाह की ओर से मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के एफआईआर दर्ज करने के आदेश को चुनौती दी गई है। 15 मई वकील विभा मखीजा ने चीफ जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मेंशन करते हुए कहा था कि हाई कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश देते समय विजय शाह का पक्ष नहीं सुना। उनके बयान का गलत अर्थ लगाया गया। विजय शाह ने माफी भी मांग ली थी। तब चीफ जस्टिस ने कहा था कि आपके मुवक्किल ने किस तरह का बयान दिया है। वह संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति हैं। उन्हें जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए था।दरअसल, इंदौर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम लिए बिना विवादित बयान दिया था। इस बयान के बाद काफी हंगामा खड़ा हुआ था। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। हाई कोर्ट के आदेश के बाद विजय शाह पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
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अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में एंट्री ले सकते हैं... डीएमके ने खुलासा किया कि वह राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में 4 सीटों पर चुनाव लड़ेगी...पार्टी ने एक सीट कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम एमएनएम को दे दी... आगामी 19 जून को राज्यसभा के लिए द्विवार्षिक चुनाव होने वाले हैं...और DMK ने राज्यसभा चुनाव के लिए 3 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान भी कर दिया है...पार्टी ने वरिष्ठ अधिवक्ता पी विल्सन को फिर से नामांकित किया है...इसके अलावा DMK के दो अन्य उम्मीदवार सलेम से पार्टी के नेता एसआर शिवलिंगम तथा कवि, लेखक और पार्टी पदाधिकारी रुकय्या मलिक उर्फ कविगनर सलमा होंगे...तमिलनाडु से आने वाले 6 राज्यसभा सांसद आगामी 24 जुलाई 2025 को रिटायर हो जाएंगे।जिनमें PMK के अंबुमणि रामदास और MDMK के शीर्ष नेता वाइको शामिल हैं...कमल हासन की पार्टी मक्कल नीधि मय्यम एमएनएम ने भी इशारा किया है कि अभिनेता राज्यसभा जा सकते हैं...पार्टी के नेता मुरली अप्पास ने कहा- "हमने कमल हासन को मक्कल नीधि मय्यम पार्टी से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुनने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है...
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नई दिल्ली । तीनों सेनाओं के कमांडरों को उनके अधीन काम करने वाले सशस्त्र बल कर्मियों पर अब अनुशासनात्मक अधिकार मिल गए हैं। तीनों सेनाओं को संयुक्त रूप से मजबूत बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय का एक विधेयक 2023 में संसद से पारित होने के बाद अब सरकार ने इन नियमों को राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से अधिसूचित कर दिया है, जो 27 मई से प्रभावी होंगे। दरअसल, तीनों सेनाओं को संयुक्त रूप से मजबूत करने के लिए आधुनिकीकरण और पुनर्गठन कर थिएटर कमांड बनाने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी के मद्देनजर रक्षा मंत्रालय ने इस कानून के जरिये तीनों सेनाओं के कमांडरों को उनके अधीन काम करने वाले तीनों सशस्त्र बलों के सभी कर्मियों पर अनुशासनात्मक अधिकार दिए हैं। इसे 'इंटर-सर्विसेज ऑर्गेनाइजेशन (कमांड, कंट्रोल एंड डिसिप्लिन) बिल, 2023 का नाम दिया गया है। इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार एक अधिसूचना के जरिये 'इंटर सर्विसेज ऑर्गनाइजेशन' का गठन कर सकती है। इसमें वह संयुक्त सेवा कमांड शामिल हो सकती है, जिसमें यूनिट या सेवा कर्मी शामिल हैं। तीनों सेनाओं को संयुक्त रूप से मजबूत बनाने के लिए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने 15 मार्च 2023 को लोकसभा के मानसून सत्र में अंतर-सेवा संगठन (कमान, नियंत्रण और अनुशासन) विधेयक पेश किया था। इसके जरिए तीनों सेनाओं के कमांडरों को उनके अधीन काम करने वाले तीनों सशस्त्र बलों के सभी कर्मियों पर अनुशासनात्मक अधिकार देने की तैयारी थी। लोकसभा से पारित होने के बाद इस कानून पर 15 अगस्त, 2023 को राष्ट्रपति की भी मुहर लगी थी। अब सरकार ने 27 मई को एक अधिसूचना जारी कर अंतर-सेवा संगठन (कमांड, नियंत्रण और अनुशासन) अधिनियम 2023 के तहत तैयार किए गए नियमों को राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से अधिसूचित किया गया है और यह 27 मई से प्रभावी होंगे। इसे ऐसे समय में लागू किया गया है, जब रक्षा मंत्रालय बदलते सुरक्षा माहौल में खतरों से निपटने के लिए थिएटर कमांड के निर्माण पर काम कर रहा है। इस दिशा में काम करने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद सृजित किया गया है। तीनों सेनाओं में फिलहाल अनुशासन बनाए रखने के लिए वायु सेना अधिनियम-1950, सेना अधिनियम-1950 और नौसेना अधिनियम-1957 लागू हैं, जो संबंधित मामलों के लिए उनकी कमान के अधीन या उनसे जुड़े हुए हैं। अब इस कानून में कहा गया है कि किसी अंतर-सेवा संगठन का कमांडर-इन-चीफ या ऑफिसर-इन-कमांड अंतर सेवा संगठन का प्रमुख होगा। इसलिए उसके अधीन कार्य करने वाले कर्मियों पर पूर्ण नियंत्रण होगा। सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम का उद्देश्य अंतर-सेवा संगठनों (आईएसओ) की प्रभावी कमान, नियंत्रण और कुशल कार्यप्रणाली को मजबूत करना है, जिससे सशस्त्र बलों के बीच एकजुटता मजबूत होगी। इन नियमों की अधिसूचना के साथ अधिनियम अब पूरी तरह से लागू हो गया है। इससे आईएसओ के प्रमुखों को सशक्त बनाया जा सकेगा। अनुशासनात्मक मामलों का शीघ्र निपटान किया जा सकेगा और कार्यवाही के दोहराव से बचने में मदद मिलेगी।
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नई दिल्ली । केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर ‘झूठ और फरेब’ की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग को अपना अधिकार मिल रहा है। वहीं कांग्रेस काल में उन्हें इससे वंचित रखा गया था। धर्मेन्द्र प्रधान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक आरोप का जवाब दे रहे थे। इसमें राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि योग्य उम्मीदवार न मिलने का बहाना कर सरकार जानबूझकर एससी, एसटी और ओबीसी उम्मीदवारों को शिक्षा और नेतृत्व से दूर रख रही है। इसके जवाब में आंकड़ों के साथ शिक्षा मंत्री ने कहा, “कांग्रेस पार्टी को पीलिया हुआ है इसीलिए उनको सबकुछ पीले रंग का ही दिखाई पड़ता है। या यूं कहें कि हर अच्छे में भी उन्हें बुरा ही दिखाई पड़ता है।” शिक्षा मंत्री ने राहुल गांधी के इन आरोपों का एक्स पर जवाब दिया। प्रधान ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘नॉट फाउंड सूटेबल’ (योग्य उम्मीदवार नहीं मिला) जैसी व्यवस्था कांग्रेस की दलित-विरोधी नीति की देन थी। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने 2019 में ऐतिहासिक कानून लाकर इस अन्याय का अंत किया। उन्होंने कहा कि देश का युवा अब कांग्रेस की इस राजनीति की सच्चाई समझ चुका है। इस संदर्भ में शिक्षा मंत्री ने केन्द्र सरकार की दो उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय शैक्षिक संस्थान (शिक्षक संवर्ग में आरक्षण) अधिनियम, 2019 लाया गया, जिसके बाद एनएफएस अब इतिहास है। पिछड़े वर्गों के आरक्षण में आ रही ‘बॉटलनेक’ (अनिवार्यता संबंधित बाधाओं) को भी समाप्त किया है, जो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारें कभी नहीं कर सकीं। उन्होंने अपनी बातों की पुष्टि के लिए आंकड़े भी दिए। बताया कि जब 2014 में संप्रग सरकार का कार्यकाल समाप्त हुआ, उस समय केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 57 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 63 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति और 60 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के शिक्षकों के पद रिक्त थे। धर्मेन्द्र प्रधान के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सत्ता में आने के बाद इन रिक्त पदों को भरने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए। वर्ष 2014 में जहाँ शिक्षकों के कुल 16,217 पद थे, वहीं इन्हें बढ़ाकर 18,940 कर दिया गया। उसी वर्ष रिक्तियों की दर 37 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 25.95 प्रतिशत हो चुकी है। यह प्रक्रिया अब भी निरंतर जारी है। कांग्रेस के 2004 से 2014 के कार्यकाल के दौरान आईआईटी संस्थानों में केवल 83 अनुसूचित जाति, 14 अनुसूचित जनजाति और 166 अन्य पिछड़ा वर्ग के शिक्षक नियुक्त किए गए, जबकि एनआईटी में 261 अनुसूचित जाति, 72 अनुसूचित जनजाति और 334 अन्य पिछड़ा वर्ग के शिक्षक नियुक्त हुए। इसके विपरीत, मोदी सरकार के 2014 से 2024 के बीच के कार्यकाल में आईआईटी में 398 अनुसूचित जाति, 99 अनुसूचित जनजाति और 746 अन्य पिछड़ा वर्ग के शिक्षकों की नियुक्ति हुई। वहीं एनआईटी में 929 अनुसूचित जाति, 265 अनुसूचित जनजाति और 1510 अन्य पिछड़ा वर्ग के शिक्षक नियुक्त किए गए। इसके अतिरिक्त, मोदी सरकार ने सहायक प्रोफेसर के पद के लिए पीएचडी की अनिवार्यता को भी समाप्त कर दिया, जिससे और अधिक योग्य उम्मीदवारों को अवसर मिल सका। उल्लेखनीय है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत में राहुल गांधी ने उक्त आरोप लगाये थे। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब ने शिक्षा को बराबरी के लिए सबसे बड़ा हथियार बताया है। लेकिन मोदी सरकार उस हथियार को कुंद करने में जुटी है। दिल्ली विश्वविद्यालय में 60 प्रतिशत से ज़्यादा प्रोफ़ेसर और 30 प्रतिशत से ज़्यादा एसोसिएट प्रोफ़ेसर के आरक्षित पदों को नॉट फाउंड सूटेबल (एनएफएस) बताकर खाली रखा गया है।
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10 मई को जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई.... ड्रोन और गोलीबारी हमले में BSF और भारतीय सेना के तीन जवान शहीद हो गए.... BSF ने इस ऑपरेशन को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया है... अब BSF ने इस घटना में शहीद हुए जवानों को सम्मान देने के लिए अपनी एक पोस्ट का नाम सिंदूर और दो अन्य पोस्ट का नाम शहीद जवानों के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है.... IG शशांक आनंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सांबा सेक्टर में किए गए ड्रोन हमले में BSF और सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे... BSF ने इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया...अब BSF ने इस घटना में शहीद हुए जवानों को सम्मान देने के लिए अपनी एक पोस्ट का नाम सिंदूर और दो अन्य पोस्ट का नाम शहीद जवानों के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है....उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान फॉरवर्ड पोस्ट पर लड़ने वाली महिला जवानों की भी तारीफ की....आरएस पुरा सेक्टर के BSF DIG चित्तर पाल ने बताया की 9 मई को आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार और फ्लैट ट्रैजेक्टरी हथियारों से हमला किया था.... जिसका BSF ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए समस्तीपुर स्थित आतंकी लॉन्च पैड को तबाह कर दिया... गोलीबारी के दौरान पाकिस्तानी सैनिक अपने पोस्टें छोड़कर भागते नजर आए....
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पहलगाम । जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को पहलगाम में एक विशेष कैबिनेट बैठक की, ताकि स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि सरकार आतंकवाद की कायरतापूर्ण हरकतों से नहीं डरेगी। यह पहली बार है, जब इस सरकार के कार्यकाल के दौरान कैबिनेट की बैठक सामान्य ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर या शीतकालीन राजधानी जम्मू के बाहर हुई है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने पहलगाम क्लब में आयोजित बैठक की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। पहलगाम में कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की। यह केवल एक नियमित प्रशासनिक अभ्यास नहीं था, बल्कि एक स्पष्ट संदेश था कि हम आतंक की कायरतापूर्ण हरकतों से नहीं डरते। शांति के दुश्मन कभी भी हमारे संकल्प को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। जम्मू-कश्मीर दृढ़, मजबूत और निडर है। विशेष कैबिनेट बैठक के लिए पहलगाम को चुनने का उद्देश्य पर्यटन नगरी के निवासियों के साथ एकजुटता दिखाना है, जहां 22 अप्रैल को हुए विनाशकारी आतंकवादी हमले के बाद से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। इसके बाद जम्मू और कश्मीर सरकार ने 28 अप्रैल को जम्मू में एक दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र में पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित करके सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और प्रगति में बाधा डालने के नापाक इरादों को हराने के लिए दृढ़ता से लड़ने का संकल्प लिया था। अब्दुल्ला ने अपने 26 मिनट के भावनात्मक भाषण में कहा था कि वह आतंकवादी हमले का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए दबाव बनाने के अवसर के रूप में नहीं करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह सस्ती राजनीति में विश्वास नहीं करते।
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भोपाल । उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि पहलगाम का जवाब ऑपरेशन सिंदूर से दिया है। इसका लोहा दुनिया ने माना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संदेश दिया है कि जिसने सिंदूर मिटाया है, उसे धरती पर रहने का अधिकार नहीं है। अंतररारष्ट्रीय सीमा में बिना घुसे सेना ने क्या सटीक बमबारी की है। इसका कोई प्रमाण नहीं मांग रहा। जिनको चोट लगी है, उन्होंने प्रमाण दे दिया है। भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। पूरा देश राष्ट्रभावना से ओतप्रोत है। आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। ये बड़ी उपलब्ध है। उप राष्ट्रपति धनखड़ सोमवार को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में आयोजित कृषि एवं उद्यानिकी क्षेत्र में नवाचार, तकनीकी उन्नयन और कृषक कल्याण को समर्पित तीन दिवसीय ‘कृषि उद्योग समागम' के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति धनखड़ की की पत्नी सुदेश धनखड़ मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित प्रदेश के मंत्रीगण नारायण कुशवाहा, गोविंद सिंह राजपूत, ऐंदल सिंह कंषाना, प्रह्लाद सिंह पटेल, राव उदय प्रताप सिंह और राज्यसभा सांसद माया नारोलिया, अन्य जनप्रतिनिधि, उद्योगपति और बड़ी संख्या में किसान भाई मौजूद रहे। उप राष्ट्रपति ने कहा कि जो 70 साल में नहीं हुआ, वह कठोर निर्णय प्रधानमंत्री मोदी ने लौह पुरुष की तरह लिया। खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा, यह बड़ा संदेश दिया है। अब हर व्यक्ति राष्ट्रभावना से ओतप्रोत है। भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। आज का भारत आत्मविश्वासी है और साहसी है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि जो प्रधानमंत्री का आव्हान है कि हम भारतीय हैं। राष्ट्र से ऊपर कोई हित नहीं हो सकता। दुनिया की तीसरी महाशक्ति बनने वाला है भारत- उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि पिछले दशक में भारत ने बड़ी आर्थिक उछाल लगाई। हम बड़ी कमजोर स्थिति में थे। आज भारत दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बना है। हमने जापान जैसे बड़े देशों को पीछे छोड़ दिया है। भारत दुनिया की तीसरी महाशक्ति बनने वाला है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का रास्ता किसान के खेत और गांव से निकलता है। पूंजी किसान के पास है। इससे अर्थव्यवस्था में बड़ा उछाल आएगा। विकसित भारत के लिए महायज्ञ चल रहा है। इसमें सबसे बड़ी आहूति किसान की है। किसानों को मार्केटिंग और कृषि उद्योगों से आगे बढ़ना चाहिए। किसान को भी व्यापार करना आना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि अमेरिका में किसान परिवार की आय सामान्य परिवार से ज्यादा है। देश को आगे बढ़ाने के लिए सांसद, विधायक कृषि आधारित उद्योग गांव को गोद लें। उसके विकास का संकल्प लें। किसान एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देगा। भारत का भविष्य खेतों में लिखा जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में 2002–03 से आज तक एक लाख 32 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय हुई है। आने वाले समय में बिजली बिल से मुक्ति मिल जाएगी। प्रदेश में 32 लाख किसानों को सोलर पंप देने की योजना लागू की है। यहां प्रदर्शनी के माध्यम से आधुनिक कृषि यंत्र आए हैं। फसल का उत्पादन बढ़ेगा। कृषि आधारित फूड प्रोसेसिंग कम है। इसी के उद्देश्य से किसान मेला चालू किए हैं। इसी सिलसिले में तीन दिन तक प्रदर्शनी लगेगी। किसानों को सब्सिडी के माध्यम से जो यंत्र चाहेंगे, सरकार देगी। उन्होंने कहा कि नरसिंहपुर में 102 हेक्टेयर में नए कृषि आधारित फूड पार्क तैयार किया जा रहा है। यहां 1300 करोड़ से ज्यादा के उद्योग के नए संकल्प लेकर आकार लेंगे। किसान को पांच रुपये में परमानेंट बिजली कनेक्शन देने का निर्णय किया है। किसानों को पटवारी के पास जाने की जरूरत नहीं है। बंटवारा, रजिस्ट्री और नामांतरण को ऑनलाइन किया गया है। पूरे प्रदेश में किसान मेले लगाए जाएंगे। इसके बाद सीहोर के पास 12–13 अक्टूबर को बड़ा मेला लगाया जाएगा। इससे पहले उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नरसिंहपुर में आयोजित तीन दिवसीय ‘कृषि उद्योग समागम' का शुभारंभ किया। उन्होंने इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के अंतर्गत पौधरोपण किया। कार्यक्रम में 116 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया गया।
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भोपाल । उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि पहलगाम का जवाब ऑपरेशन सिंदूर से दिया है। इसका लोहा दुनिया ने माना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संदेश दिया है कि जिसने सिंदूर मिटाया है, उसे धरती पर रहने का अधिकार नहीं है। अंतररारष्ट्रीय सीमा में बिना घुसे सेना ने क्या सटीक बमबारी की है। इसका कोई प्रमाण नहीं मांग रहा। जिनको चोट लगी है, उन्होंने प्रमाण दे दिया है। भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। पूरा देश राष्ट्रभावना से ओतप्रोत है। आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। ये बड़ी उपलब्ध है। उप राष्ट्रपति धनखड़ सोमवार को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में आयोजित कृषि एवं उद्यानिकी क्षेत्र में नवाचार, तकनीकी उन्नयन और कृषक कल्याण को समर्पित तीन दिवसीय ‘कृषि उद्योग समागम' के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति धनखड़ की की पत्नी सुदेश धनखड़ मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित प्रदेश के मंत्रीगण नारायण कुशवाहा, गोविंद सिंह राजपूत, ऐंदल सिंह कंषाना, प्रह्लाद सिंह पटेल, राव उदय प्रताप सिंह और राज्यसभा सांसद माया नारोलिया, अन्य जनप्रतिनिधि, उद्योगपति और बड़ी संख्या में किसान भाई मौजूद रहे। उप राष्ट्रपति ने कहा कि जो 70 साल में नहीं हुआ, वह कठोर निर्णय प्रधानमंत्री मोदी ने लौह पुरुष की तरह लिया। खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा, यह बड़ा संदेश दिया है। अब हर व्यक्ति राष्ट्रभावना से ओतप्रोत है। भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। आज का भारत आत्मविश्वासी है और साहसी है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि जो प्रधानमंत्री का आव्हान है कि हम भारतीय हैं। राष्ट्र से ऊपर कोई हित नहीं हो सकता। दुनिया की तीसरी महाशक्ति बनने वाला है भारत- उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि पिछले दशक में भारत ने बड़ी आर्थिक उछाल लगाई। हम बड़ी कमजोर स्थिति में थे। आज भारत दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बना है। हमने जापान जैसे बड़े देशों को पीछे छोड़ दिया है। भारत दुनिया की तीसरी महाशक्ति बनने वाला है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का रास्ता किसान के खेत और गांव से निकलता है। पूंजी किसान के पास है। इससे अर्थव्यवस्था में बड़ा उछाल आएगा। विकसित भारत के लिए महायज्ञ चल रहा है। इसमें सबसे बड़ी आहूति किसान की है। किसानों को मार्केटिंग और कृषि उद्योगों से आगे बढ़ना चाहिए। किसान को भी व्यापार करना आना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि अमेरिका में किसान परिवार की आय सामान्य परिवार से ज्यादा है। देश को आगे बढ़ाने के लिए सांसद, विधायक कृषि आधारित उद्योग गांव को गोद लें। उसके विकास का संकल्प लें। किसान एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देगा। भारत का भविष्य खेतों में लिखा जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में 2002–03 से आज तक एक लाख 32 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय हुई है। आने वाले समय में बिजली बिल से मुक्ति मिल जाएगी। प्रदेश में 32 लाख किसानों को सोलर पंप देने की योजना लागू की है। यहां प्रदर्शनी के माध्यम से आधुनिक कृषि यंत्र आए हैं। फसल का उत्पादन बढ़ेगा। कृषि आधारित फूड प्रोसेसिंग कम है। इसी के उद्देश्य से किसान मेला चालू किए हैं। इसी सिलसिले में तीन दिन तक प्रदर्शनी लगेगी। किसानों को सब्सिडी के माध्यम से जो यंत्र चाहेंगे, सरकार देगी। उन्होंने कहा कि नरसिंहपुर में 102 हेक्टेयर में नए कृषि आधारित फूड पार्क तैयार किया जा रहा है। यहां 1300 करोड़ से ज्यादा के उद्योग के नए संकल्प लेकर आकार लेंगे। किसान को पांच रुपये में परमानेंट बिजली कनेक्शन देने का निर्णय किया है। किसानों को पटवारी के पास जाने की जरूरत नहीं है। बंटवारा, रजिस्ट्री और नामांतरण को ऑनलाइन किया गया है। पूरे प्रदेश में किसान मेले लगाए जाएंगे। इसके बाद सीहोर के पास 12–13 अक्टूबर को बड़ा मेला लगाया जाएगा। इससे पहले उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नरसिंहपुर में आयोजित तीन दिवसीय ‘कृषि उद्योग समागम' का शुभारंभ किया। उन्होंने इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के अंतर्गत पौधरोपण किया। कार्यक्रम में 116 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया गया।
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रायपुर । छत्तीसगढ़ देश के डिजिटल परिदृश्य में बड़ा कदम रखने जा रहा है। रायपुर में अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए टेक्नोलॉजी कंपनी ईएसडीएस सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन लिमिटेड ने 600 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का प्रस्ताव मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष प्रस्तुत किया है।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में रविवार की देर शाम काे मुलाकात के दौरान कंपनी के चेयरमैन पीयूष सोमानी और उपाध्यक्ष लोकेश शर्मा ने कहा कि यह सेंटर न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे भारत के डिजिटल भविष्य को गति देगा। इस प्रस्ताव के माध्यम से छत्तीसगढ़ को एआई, क्लाउड टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल स्टोरेज के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में ठोस पहल होगी। मुख्यमंत्री साय ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा, “डिजिटल इंडिया की भावना को छत्तीसगढ़ में धरातल पर उतारने के लिए यह निवेश मील का पत्थर साबित होगा। सरकार हरसंभव सहायता देगी ताकि यह परियोजना जल्द से जल्द मूर्तरूप ले।”ईएसडीएस की यह पहल छत्तीसगढ़ को एक टेक्नोलॉजी हब बनाने के साथ-साथ युवाओं के लिए उच्च स्तरीय रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। यह सेंटर राज्य के आईटी इकोसिस्टम को मजबूती देगा और डिजिटल आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के इनवेस्टमेंट कमिश्नर ऋतु सेन भी उपस्थित थीं ।
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रायपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'मन की बात' के 122वें संस्करण में आज रविवार काे फिर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले की उपलब्धियों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' में कहा कि हम बस्तर ओलंपिक और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में साइंस लैब की चर्चा कर चुके हैं। यहां के बच्चों में साइंस का पैशन है। स्पोर्ट्स में भी कमाल कर रहे हैं। ऐसे प्रयासों से पता चलता है कि इन इलाकों में रहने वाले लोग कितने साहसी होते हैं। इन्होंने तमाम चुनौतियों के बीच अपने जीवन को बेहतर बनाने की राह चुनी है। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा में दंतेवाड़ा जिले के नतीजे बहुत शानदार रहे। करीब 95 प्रतिशत के साथ यह जिला दसवीं के नतीजों में टॉप पर रहा। वहीं 12वीं की परीक्षा में छत्तीसगढ़ में छठा स्थान हासिल किया। सोचिए, जिस दंतेवाड़ा जिले में कभी माओवाद चरम पर था, वहां आज शिक्षा का परचम लहरा रहा है। ऐसे बदलाव हम सभी को गर्व से भर देते हैं।
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सेना में कैप्टन और पुलिस में महानिदेशक तक के पद पर रहे स्वराज पुरी का कहना है पाकिस्तान के पहलगाम आतंकी हमले के बाद अगर पकिस्तान सीज़फ़ायर की पहल नहीं करता तो पाकिस्तान ख़त्म होने के कगार पर पहुँच जाता। पाकिस्तान को इस बात का बोध हो गया था। इस बार पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ हमारी कार्यवाही जोश ,आत्मविश्वास और बुद्धिमत्ता से परिपूर्ण रही। हमारी सेना ने घर में घुसकर आतंकवाद और उनके आकाओं की कमर तोड़ी है। भारत का नेतृत्व और सेना वो उदाहरण पेश किया है जो हमेशा याद रखा जाएगा।15 अगस्त 1947 को स्वराज पुरी जबलपुर के एक आम परिवार में जन्मे और पिता का कर्ज उतरने में मदद करने के लिए सेना की भर्ती में शामिल हो गए।चार सौ रुपये महीना वेतन पर सेना में पहुंचे स्वराज पुरी 1968 में कमीशंड ऑफिसर बने। कोर ऑफ़ इंजीनियर्स कम्युनिकेशन में मोर्चा सम्हाला ही था कि पकिस्तान से 1917 की लड़ाई शुरू हो गई। कैप्टन स्वराज पुरी पाश्चिमी कमान में शकरगढ़ पोस्ट पर थे। तब उन्होंने यहां पाकिस्तानी सेना को रोकने और भारतीय आपूर्ति लाइनों की रक्षा करने के लिए लड़ाई लड़ी। भारत-पाक युद्ध 4 से 16 दिसंबर 1971 तक लड़ा गया। जिसके नतीजे में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए। स्वराज पुरी की आँखों में तब का एक एक मंजर तैरने लगता है। वे युद्ध की विभीषिका को समझते हैं। वे बताते हैं दुश्मन की माइन फिल्ड को हटाना अपनी सेना के लिए रास्ता बनाना और फिर दुश्मन के रास्ते में माइन फिल्ड बिछाना। जमकर शेलिंग के बीच ये सब होता था।स्वराज पुरी पहलगाम आतंकी हमले को पर कहते हैं ये मनुष्य होने की परिभाषा को कलंकित करने वाला कृत्य है। इस मसले पर हामरी सरकार और सेना की राणनीति श्रेष्ठ्तम रही। सेना को फ्री हैंड था। स्पष्ट सन्देश था आतंकवाद और उनके आकाओं को सबक सिखाना। वो सेना ने सहजता से कर दिखाया। उनका कहना है प्रधानमंत्री मोदी इस संकट काल में आत्मविश्वास और बुद्धिमत्ता से परिपूर्ण नजर आए। हमारी नीति और नियत तय थी तो परिणाम भी वैसे आए। मुझे लगता है पाकिस्तानी सेना और सरकार युद्ध करने की स्थिति में ही नहीं हैं। बलोचिस्तान टूट रहा है। सिंध में अस्थिरता है।पुरी कहते हैं हमारी सेना हमेशा से दुश्मन से मोर्चे के लिए तैयार रहती है। इसके बावजूद हमारी सेना की एक बड़ी खूबी है। हम अपनी तरफ से किसी पर भी आक्रमण नहीं करते। हमारी सेना सरहदों की रक्षा के लिए काम करती है लेकिन कोई बेवजह हमला करे तो हम छोड़ते नहीं हैं। अब तो नए भारत में भारतीय सेना की पहचान भी यही बन रही है कि हम आतंक के खिलाफ हैं। ऐसी घटनाओं पर हमारी फ़ौज घर में घुसकर आक्रमण कर रही है। सेना में कैप्टन रहते स्वराज पुरी ने 1972 में यूपीएससी की परीक्षा दी और 1973 में भारतीय पुलिस सेवा ज्वाइन की। वे मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक भी रहे। उनका मानना है पुलिस आर्मी से बहुत अलग है। आर्मी के लोग एक संरक्षित वातावरण में रहते और काम करते हैं , वहीँ पुलिस की ड्यूटी बहुत मुश्किल है। पुलिस दबाव में रहती है। लोग त्यौहार मानते हैं पुलिस सड़क पर ड्यूटी करती है। कोई मसला हो बिना पुलिस के उसका निदान नहीं है। एक सवाल के जवाब में पुरी कहते हैं मैंने आर्मी और पुलिस दोनों कामों को पूरी शिद्दत के साथ निभाया। हर जगह भावना एक ही थी राष्ट्र सबसे पहले।
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शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर अपनी जनता के बीच पाँव -पाँव वाले भैया के रूप में पहुंचेंगे। यही वे पाँव हैं जिसने कदम -कदम पर संघर्ष किया और अपने गांव जैत से भोपाल और दिल्ली तक का रास्ता बनाया । अब फिर दिल्ली से ये पांव अपने इलाके की तरफ बढ़ रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्पों और विजन को आखिरी आदमी तक पहुँचाने के लिए। कई लोगों को इसमें सियासत नजर आना लाजिमी है। शिवराज सिंह राजनेता हैं तो ऐसा होना भी आवशयक है। लेकिन उनकी मंशा अच्छी है।शिवराज सिंह अपने लोकसभा क्षेत्र विदिशा से अपनी पदयात्रा आरम्भ कर रहे हैं। उनका गांव जैत भी इसी का हिस्सा है। जैत की चर्चा यहाँ इसलिए आवश्यक है क्योंकि शिवराज को शिवराज सिंह चौहान बनाने वाली उनकी पहली लड़ाई यहीं से शुरू हुई थी। शिवराज सिंह मजदूरों को उनका हक़ दिलवाने के लिए अपने ही परिवार से भिड़ गए थे। तब इस लड़ाई के लिए सब को इकट्ठा करने के लिए वे पहली बार पांव -पांव चले। उसके बाद उनके पांव पांव चलने का सिलसिला थमा नहीं। उनकी हर पदयात्रा उनको स्थापित करने में मील का पत्थर साबित हुई और यही पदयात्राएं उनकी पहचान बन गईं। शिवराज सिंह के विरोधी भी मानते हैं कि उनकी पदयात्राएं उनके हक़ में बड़े परिणाम लाती हैं।पदयात्राओं के पथिक शिवराज सिंह के राजनैतिक जीवन में संघर्ष का एक अलग ही पैरामीटर रहा है। जिसमें पदयात्रा को उन्होंने एक अमोघ अस्त्र की तरह प्रयोग किया है। वे छोटे नेता ,स्थानीय नेता ,विधायक ,सांसद ,प्रदेश अध्यक्ष , मुख्यमंत्री रहे हों। हर अवसर पर उन्होंने अपनी पदयात्रा की राजनीति को स्वयं और जनता के बीच एक सेतु के रूप में इस्तेमाल किया है। उनका अभियान खुद चलने के साथ जनता को अपना सह यात्री बनाना होता है। इन छोटे कदमों की यात्राओं से शिवराज बड़े निष्कर्ष निकालने के महारथी हैं।मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहते उनकी एक पदयात्रा में मैने उनसे सवाल किया था। ये क्या सिर्फ राजनैतिक कदम हैं ? उनका जवाब था -नहीं ,ये समस्या से समाधान तक पहुँचने का मेरा तरीका है। ऐसी यात्राओं से जनता अपने नेता से जुड़ती है कुछ हम अपनी कहते हैं और उनकी सुनते हैं। इसका मकसद दो तरफ़ा संवाद है।इस बार शिवराज सिंह केंद्रीय मंत्री हैं। केंद्रीय मंत्री के रूप में यह उनकी पहली पदयात्रा है। जिसके लंबा चलने के आसार हैं। उनकी लोकसभा के बाद वे दूसरी लोकसभा क्षेत्रों में भी जायेंगे। इस बार मकसद मोदी की कार्ययोजना को जन जन तक पहुँचाना है। फिलहाल कोई बड़ा चुनाव भी नहीं हैं। इसलिए इसके पार्श्व में क्या है इसका आकलन करना थोड़ा जल्दी होगा। जैसे जैसे शिवराज सिंह का काफिला आगे बढ़ेगा। उनकी मंशा भी स्पष्ट होती जाएगी।इसमें कोई दो राय नहीं कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की छवि जननायक वाली और उनकी पहचान पांव -पांव वाले भैया और मामा के रूप में है। इस यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से अभी तक अधिकृत रूप में कुछ भी सामने नहीं आया है। लेकिन एक सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में यह उनका अधिकार है कि वे अपनी सरकार के सत्कर्मों ,प्रधानमंत्री मोदी के विजन और उनकी नीति और नियत को जन -जन तक पहुंचाएं।
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लातेहार । लातेहार-लोहरदगा जिले की सीमा पर स्थित इचाबार जंगल में पुलिस और जेजेएमपी (झारखंड जन्म मुक्ति परिषद) नक्सलियों के बीच शनिवार की सुबह जमकर मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में जेजेएमपी का सुप्रीमो पप्पू लोहरा और प्रभात लोहरा की मौत हो गई है जबकि एक अन्य नक्सली घायल है। मुठभेड़ में पुलिस के एक जवान को भी गोली लगी है, जिसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया है। पप्पू लोहरा 10 लाख रुपये का इनामी था जबकि प्रभात पर पांच लाख रुपये इनाम था। घटना की पुष्टि पलामू डीआईजी वाई एस रमेश ने की है। बताया जाता है कि लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी नक्सलियों का दस्ता इचाबार जंगल में जमा है। सूचना के बाद पुलिस की टीम ने जंगल में सर्च अभियान चलाया। इसी दौरान पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़ हो गई जिसमें दो नक्सली मारे गए। फिलहाल पुलिस पूरे जंगल की घेराबंदी कर सर्च अभियान चला रही है।
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रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज दिल्ली स्थित भारत मंडपम में नीति आयोग की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। नई दिल्ली रवाना से पहले मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बैठक में छत्तीसगढ़ की भावी विकास योजनाओं और राज्य के दृष्टिकोण को नीति आयोग के समक्ष रखा जाएगा।उन्होंने कहा कि विकसित भारत के प्रधानमंत्री के लक्ष्य के अनुरूप, हमारा उद्देश्य विकसित छत्तीसगढ़ की दिशा में ठोस कदम बढ़ाना है। साय ने इस दौरान राज्य के विकास रोडमैप, नक्सलवाद के अंत और नई औद्योगिक नीति को लेकर अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कीं।मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ सरकार बस्तर और अन्य क्षेत्रों के समावेशी विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। नक्सलवाद अब समाप्ति की ओर है। उन्होंने कहा कि बैठक में राज्य की नई औद्योगिक नीति, निवेश प्रोत्साहन और औद्योगिक अवसरों की संभावनाओं पर भी प्रकाश डालेंगे।
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पुंछ । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पुंछ के एक स्कूल का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तान की सीमा पार से गोलाबारी से प्रभावित छात्रों से बातचीत की। गांधी ने छात्रों से कहा कि इस समस्या से निपटने का उनका तरीका पढ़ाई और खूब खेलना होना चाहिए। कांग्रेस सांसद ने कहा कि आपने खतरा और थोड़ी भयावह स्थिति देखी है, लेकिन चिंता न करें, सब कुछ सामान्य हो जाएगा। इस समस्या से निपटने का आपका तरीका पढ़ाई, खूब खेलना और स्कूल में ढेर सारे दोस्त बनाना होना चाहिए। गांधी ने पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से गोलाबारी से प्रभावित पुंछ के नागरिक इलाकों और श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा का भी दौरा किया। उन्होंने अपने दौरे के बारे में एक्स पर पोस्ट भी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह लोगों की मांग और मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे। आज मैं पुंछ में पाकिस्तान की गोलाबारी में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से मिला। टूटे हुए घर, बिखरा हुआ सामान देखा और नम आंखें से अपनों को खोने की दर्दनाक दास्तां सुनी। ये देशभक्त परिवार युद्ध का सबसे बड़ा बोझ हर बार हिम्मत और सम्मान के साथ झेलते हैं। उनके साहस को सलाम। राहुल गांधी ने कहा कि मैं पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा हूं। मैं निश्चित रूप से राष्ट्रीय स्तर पर उनकी मांगों और मुद्दों को उठाऊंगा।
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जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित चतरू क्षेत्र के सिंहपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ लगातार दूसरे दिन भी जारी है... सुरक्षाबल को इस इलाके में 4 आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है... यह ऑपरेशन को जम्मू-कश्मीर पुलिस की SOG, भारतीय सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा चलाया जा रहा है...इस ऑपरेशन में एक जवान भी शहीद हो गया है... जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने भी इस इलाके का दौरा किया है.... और आतंकवाद विरोधी अभियान की समीक्षा की है....
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में हनुमानगढ़ी परिसर में नवनिर्मित हनुमत कथा मंडप का उद्घाटन किया ... यह पहला अवसर था जब सीएम योगी हनुमानगढ़ी के किसी समारोह में शामिल हुए.... निर्वाणी अखाड़ा की ओर से सीएम का भव्य स्वागत किया गया...योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा प्रहार किया है.... योगी ने कहा पाकिस्तान 75 वर्ष बहुत जी लिया.... अब वह अपने ही कृत्यों की सजा पा रहा है.... मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आयोजित हनुमत कथा मंडपम के लोकार्पण किया .... योगी ने हनुमानगढ़ी को सनातन धर्म की योद्धा भावना का प्रतीक बताया और कहा कि यह स्थल बुद्धि और युक्ति का संगम है.... उन्होंने कहा कि अयोध्या के ईष्टदेव श्रीराम हैं, और यहां का अपेक्षित विकास अब समय की मांग है...वहीं पाकिस्तान और ऑपरेशन सिंदूर पर योगी ने कहा आतंकवाद पाकिस्तान को ले डूबेगा...पाकिस्तान का आध्यात्मिक जगत में कोई अस्तित्व नहीं है...पाकिस्तान 75 वर्ष तक बहुत जी लिया... अब वह अपने ही कृत्यों की सजा पा रहा है....
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने जातिगत जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है.... उन्होंने सोशल मीडिया के ज़रिए देश को संबोधित करते हुए कहा यह कार्यशाला केवल एक कार्यक्रम नहीं है.... यह हमारे विचार और संघर्ष की निरंतरता है....आज जब देश जातीय न्याय की बात कर रहा है, तब कांग्रेस पार्टी का यह दायित्व बनता है...कि वह इस विमर्श को दिशा दे, उसे नारे से नीति तक ले जाए, और जितनी आबादी उतना हक को केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय संकल्प बनाए....कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह कार्यशाला पार्टी की वैचारिक प्रतिबद्धता और संघर्ष की निरंतरता है..जितनी आबादी, उतना हक सिर्फ़ नारा नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय संकल्प होना चाहिए.... उन्होंने सवाल उठाया कि OBC, दलित और आदिवासी समाज की सत्ता, मीडिया, नौकरशाही, न्यायपालिका और उच्च शिक्षा में भागीदारी उनकी जनसंख्या के अनुपात में क्यों नहीं है....उन्होंने आगे कहा हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि 50% आरक्षण की सीमा पर अब नए आंकड़ों के आलोक में पुनर्विचार हो.... जब सामाजिक वास्तविकताएं बदल चुकी हैं.... और आंकड़े नई तस्वीर पेश कर रहे हैं.... तो हमारी नीतियों में भी उसी अनुरूप परिवर्तन होना चाहिए... आरक्षण की वर्तमान सीमा को आंकड़ों और न्याय दोनों के संतुलन से देखा जाना चाहिए... ताकि OBC, दलित और आदिवासी समुदायों को उनका वास्तविक हक मिल सके...मैं आपसे अपील करता हूं कि इस अभियान को केवल चुनावी मुद्दा न समझें, यह हमारी वैचारिक प्रतिबद्धता है.... यह संवाद, इस दिशा में हमारी एकजुटता का प्रमाण है....
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सुकमा । छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर जिले की सीमा पर तुमरेल के जंगल में गुरुवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू है। इसमें एक नक्सली मारा गया है, जो अब भी जारी है। सुकमा के एडिशनल एसपी उमेश गुप्ता ने बताया कि सुकमा डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा की संयुक्त पुलिस पार्टी इलाके की सर्चिंग पर निकली थी, तभी जंगल में छिपे बाैखलाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आज सुबह से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ जारी है। जवानों ने नक्सलियों को चारों ओर से घेर रखा है। जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली मारा गया। दोनों ओर से रूक-रूककर फायरिंग जारी है, माना जा रहा है कि इसमें और भी नक्सली मारे गए हैं।
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गांधी पर ED ने 142 करोड़ रुपये की आपराधिक आय अर्जित करने का आरोप लगाया है...दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के मुताबिक, गांधी परिवार द्वारा नियंत्रित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने सिर्फ 50 लाख रुपये में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड यानि AJL की करोड़ों की संपत्तियां हासिल कीं...जिनकी अनुमानित कीमत 2,000 करोड़ रुपये तक है...ईडी का कहना है कि यह संपत्तियां कांग्रेस पार्टी द्वारा दिए गए 90 करोड़ के पुराने कर्ज के बहाने कब्जे में ली गईं...और इससे हुई आय जैसे कि किराया आदि मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अपराध की आय मानी जानी चाहिए...कोर्ट ने सोनिया, राहुल, सैम पित्रोदा और अन्य को नोटिस जारी किया है...यह मामला तब शुरू हुआ जब बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने गांधी परिवार पर आरोप लगाए कि उन्होंने धोखाधड़ी और ट्रस्ट के उल्लंघन के जरिए इन संपत्तियों को हथियाया...और अब सवाल उठ रहा है कि यह विरासत की रक्षा थी या सत्ता का दुरुपयोग... दरअसल नेशनल हेराल्ड एक अख़बार था जिसकी शुरुआत 1938 में पंडित नेहरू ने की थी, जो स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कांग्रेस की आवाज़ बन गया था... इसे छापने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड यानि AJL है, जिसके पास दिल्ली, मुंबई, लखनऊ जैसे शहरों में बेहद कीमती ज़मीनें और इमारतें थीं... समय के साथ अखबार बंद हो गया, लेकिन प्रॉपर्टी बची रही और वहीं से यह पूरा विवाद शुरू हुआ...
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के दौरे पर है...बीकानेर में प्रधानमंत्री ने प्रदेश को 26,000 करोड़ रुपये की जनकल्याणकारी परियोजनाओं की सौगात दी...इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए.... पीएम ने पाकिस्तान को खुली चुनौती दी है....उन्होंने कहा अब हर आतंकी हमले की पाकिस्तान को भरी कीमत चुकानी पड़ेगी...अब मोदी की नसों में लहू नहीं, गरम सिन्दूर बह रहा है... बीकानेर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया...उन्होंने कहा अब हर एक आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब भारत देगा... आतंक को पनाह देने वाले को हर कीमत चुकानी पड़ेगी... ये कीमत पाकिस्तान की सेना पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चुकाएगी... पाकिस्तान ने भारत के एयर बेस को निशाना बनाने की कोशिश की मगर वो रत्ती भर भी नुकसान नहीं पंहुचा पाए.... मगर भारतीय सेना के प्रहार ने पाकिस्तान के एयरबेस को तहस नहस कर दिया... रहीम यार खान एयर बेस अब ICU में पड़ा है....पता नहीं यह कब खुलेगा....प्रधानमंत्री ने आगे कहा की 22 तारीख के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकियों के 9 सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए.... दुनिया और देश के दुश्मनों ने भी देखा कि जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है.... अब मोदी की नसों में लहू नहीं, गरम सिन्दूर बह रहा है... भारतीयों के खून से खेलना पाकिस्तानियों को महंगा पड़ेगा... दुनिया की कोई ताकत हमें संकल्प से हटा नहीं सकती....
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कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर मंत्री विजय शाह के विवादित बयान पर सुप्रीम कोर्ट ने एमपी के डीजीपी को मामले की जांच के लिए तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था जिसके बाद DGP ने विजय शाह मामले में SIT गठित कर दी है... 28 मई तक एसआईटी अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश करेगी...जिन तीन अधिकारियों को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में शामिल किया गया है उनमें प्रमोद वर्मा, आईजी सागर जोन, कल्याण चक्रवर्ती डीआईजी ,एसएएफ और वाहिनी सिंह एसपी डिंडोरी शामिल हैं...इससे पहले सोमवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह को उनकी टिप्पणी के लिए फटकार लगाई...और उनके माफी मांगने को 'मगरमच्छ के आंसू' बताया...सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह मंत्री द्वारा मांगी गई माफी को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है...
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इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में लीग स्टेज के 61 मैच खत्म हो चुके हैं। सनराइजर्स हैदराबाद की जीत ने लखनऊ सुपरजायंट्स को प्लेऑफ की रेस से बाहर कर दिया। GT, RCB और PBKS ने अंतिम-4 में जगह बना ली है, चौथे स्थान के लिए दिल्ली और मुंबई में भिड़ंत है। इकाना स्टेडियम में सुपरजायंट्स ने 205 रन बनाए। हैदराबाद ने 18.2 ओवर में 4 विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया। लखनऊ सुपरजायंट्स को 12 मैचों में 7वीं हार मिली, टीम के 5 जीत से 10 ही पॉइंट्स हैं। LSG अब आखिरी 2 मैच जीतकर भी 14 पॉइंट्स तक ही पहुंच पाएगी, जो प्लेऑफ में पहुंचने के लिए काफी नहीं है। टीम के 2 मैच गुजरात और बेंगलुरु से बचे हैं, इन्हें जीतकर LSG टॉप-2 टीमों की जंग को रोमांचक बना सकती है। सनराइजर्स हैदराबाद प्लेऑफ स्टेज से पहले ही बाहर हो चुकी है। टीम को 12 मैचों में चौथी ही जीत मिली, एक बेनतीजा मैच मिलाकर SRH के 9 पॉइंट्स हो गए। उनके 2 मैच बेंगलुरु और कोलकाता से बचे हैं। KKR तो बाहर ही है, लेकिन बेंगलुरु को हराकर SRH उन्हें टॉप-2 की रेस से बाहर कर सकती है।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी के कासगंज जिले पहुंचे जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया...सीएम योगी ने कहा पीएम नरेंद्र मोदी को नेतृत्व में भारत के बहादुर जवानों ने पाकिस्तान को उसकी औकात में लाने का काम किया है...अगर हमारे पास मजबूत सेना नहीं होती तो पाकिस्तान जैसे दुश्मनों से देश की जनता कैसे सुरक्षित होती.... सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तो भारत ने भी बता दिया है कि अगर भारत के एक भी नागरिक को छेड़ोगे तो अपने अस्तित्व के लिए जूझोगे...अब पाकिस्तान दुनिया में अपनी जान बख्शने की गुहार लगा रहा है...सीएम योगी ने कहा कि ये इसलिए हुआ क्योंकि पीएम मोदी के नेतृत्व में सेना के आधुनिकीकरण को लेकर लगातार काम किया जा रहा है...इसलिए भारत की सेना दुश्मन का मुकाबला करने के लिए सदैव तत्पर रहती है... भारतीय सेना के पास दुश्मन के घर के अंदर घुसकर उनको मारकर उनका काम तमाम करने की क्षमता है...
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नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नई ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) का नया पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल का उद्देश्य ओसीआई कार्डधारकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना और उनके अनुभव को सुधारना है।गृह मंत्रालय के अनुसार, पिछले एक दशक में हुई महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति और ओसीआई कार्डधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया को देखते हुए मौजूदा कमियों को दूर करने और उपयोगकर्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए एक नया ओसीआई पोर्टल विकसित किया गया है। नए ओसीआई पोर्टल के लॉन्च होने से ओसीआई कार्डधारकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और उनके अनुभव को सुधारने में मदद मिलेगी। नए पोर्टल की विशेषताएं:-- नए पोर्टल को ओसीआई कार्डधारकों की प्रतिक्रिया के आधार पर विकसित किया गया है, जिससे उनकी जरूरतों को पूरा किया जा सके।- पोर्टल में नवीनतम तकनीकी प्रगति का उपयोग किया गया है, जिससे यह अधिक सुरक्षित और उपयोगकर्ता-मित्र हो।- नए पोर्टल के माध्यम से ओसीआई कार्डधारकों को अपनी सेवाओं का लाभ उठाने में आ रही समस्याओं का समाधान किया जाएगा।ओसीआई कार्डधारकों के लिए लाभ:-- नए पोर्टल के माध्यम से ओसीआई कार्डधारक आसानी से आवेदन और नवीनीकरण कर सकते हैं।- पोर्टल पर ओसीआई कार्डधारकों के लिए विस्तृत जानकारी और समर्थन उपलब्ध होगा।
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भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव का असर अब क्रिकेट के मैदान पर भी दिखने लगा है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एशिया कप 2025 से हटने का मन बना लिया है। अभी पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष हैं। वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। BCCI सूत्र बताते है कि भारतीय टीम ऐसे टूर्नामेंट में नहीं खेल सकती, जिसका आयोजन एक पाकिस्तानी मंत्री की अध्यक्षता वाली संस्था कर रही हो।यह देश की भावनाओं का मामला है। हमने ACC को अपने फैसले के बारे में बता दिया है और भारत सरकार के संपर्क में हैं। 2023 में वनडे फॉर्मेट में खेले गए एशिया कप में भारत-पाकिस्तानी की टीमें कोलंबो में लीग मुकाबले में भिड़ी थीं। इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 228 रन से हराया था। एशिया कप इस साल सितंबर में भारत की मेजबानी में होना है। लेकिन, अगर भारत हटता है तो मुमकिन है कि पूरा टूर्नामेंट ही रद्द हो जाए। भारत के नहीं खेलने पर ब्रॉडकास्टर पीछे हट सकते हैं।
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गुरुग्राम । डिजिटल ठगी के बाद अब पाकिस्तान कनेक्शन को लेकर नूंह क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में यहां से एक सप्ताह के भीतर दूसरा युवक गिरफ्तार किया गया है। रविवार देर रात यहां से पकड़े गए युवक पर आरोप है कि उसने भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी दूतावास को दी है। पुलिस ने भारत स्थित उच्चायोग के दो कर्मचारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। नूंह क्षेत्र जांच एजेंसियों के रडार पर है। पुलिस व केंद्रीय जांच एजेंसियों ने पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारियां देने के आरोप में एक अन्य युवक को तावड़ू खंड के कांगरका गांव से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान तारीफ पुत्र हनीफ के रूप में हुई है। तारीफ के मोबाइल फाेन से पाकिस्तान में चैटिंग होने की जानकारी मिली है। आरोप है कि तारीफ वाट्सऐप के माध्यम से पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़ा था। वह दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के दो कर्मचारियों को भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी जानकारियां देता था। स्थानीय पुलिस ने थाना सदर तावड़ू में आरोपित के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज किया है। इसके अलावा पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच व जाफर पर भी केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि तारीफ काफी समय से भारत की रक्षा तैयारियों और सेना से जुड़ी अहम जानकारियां पाकिस्तान को दे रहा था। वह लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के लिए भी कहता था। बावला गांव में राधा स्वामी सत्संग के निकट से किया काबूसदर थाना पुलिस तावडू़, केन्द्रीय जांच एजेंसी और चंडीगढ़ स्पेशल पुलिस बल ने आरोपित को पकडऩे के लिए संयुक्त कार्रवाई की। रविवार देर रात उसे बावला गांव में राधा स्वामी सत्संग के निकट से गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि पकड़े जाने से ठीक पहले आरोपित तारीफ अपने मोबाइल से कुछ चैट डिलीट करने की कोशिश कर रहा था। प्राथमिक जांच में जांच एजेंसियों व पुलिस को यह पता चला है कि तारीफ के मोबाइल में पाकिस्तानी वाट्सऐप नंबर थे। कुछ डाटा उनमें से डिलीट किया गया था। जांच एजेंसियों को तारीफ के मोबाइल से पाकिस्तान के कुछ नंबरों पर भेजी हुई चैट, वीडियो, फोटो व सेना की गतिविधियों से संबंधित कुछ फोटो भी मिली हैं। बताया यह भी जा रहा है कि वह दो सिम कार्ड रखता था। दोनों नंबरों से वह पाकिस्तान में संपर्क करता था। पाकिस्तानी दूतावास के कर्मचारियों के संपर्क में रहाजांच एजेंसियों को आरोपित के मोबाइल से पता चला है कि दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास में वह आसिफ बलोच नाम कर्मचारी से संपर्क में था। उनके लिए काम करता था। बलोज उसे पैसे देता था। बताया यह भी जा रहा है कि दिल्ली पाकिस्तानी दूतावास से जब बलोच नामक कर्मचारी की बदली हुई तो आसिफ की दूसरे कर्मचारी जाफर से मुलाकात हुई। आसिफ ने सूचनाएं देने का काम जारी रखा। आरोपित आसिफ व पाकिस्तान के दोनों कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
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भोपाल/विदिशा । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य भारत प्रांत के प्रांत प्रचारक विमल गुप्ता ने कहा कि हिंदू जीवन चार आश्रमों पर आधारित है। चौथा आश्रम संन्यास आश्रम है, जो व्यक्ति को मोक्ष की राह पर ले जाता है। उन्होंने कहा कि "साधना कठिनता से सफल होती है। जो कठिनाइयों में जी नहीं सकता, वह कभी साधक नहीं बन सकता है" "देश के लिए मरना श्रेष्ठ है, लेकिन देश के लिए जीने वालों की आज आवश्यकता है।" प्रांत प्रचारक गुप्ता रविवार को विदिशा में स्वयंसेवक संघ मध्य भारत प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग के उद्घाटन सत्र में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण वर्ग में आए हुए हम सभी साधक हैं, अपनी साधना को सफल करने के लिए इस वर्ग में उपस्थित हुए हैं। अपने संघ कार्य को मजबूती देने के लिए हम इस वर्ग में प्रशिक्षण ले रहे हैं। दरअसल, विदिशा के टीला खेड़ी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के परिसर में रविवार को संघ शिक्षा वर्ग विशेष का उद्घाटन हुआ। इस समारोह के दौरान सर्वाधिकारी हरिश्चंद्र शर्मा और मध्य भारत प्रांत के प्रांत प्रचारक विमल गुप्ता ने भारत माता की चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर वर्ग का शुभारंभ किया। इस वर्ग में आठ विभाग के 31 जिलों से 183 शिक्षार्थी 107 स्थानों से सम्मिलित हुए हैं। इस वर्ग में सभी जिलों का प्रतिनिधित्व हुआ। इस वर्ग में 40 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले स्वयंसेवक ही अपेक्षित है, जिन्होंने संघ के खंड, जिला एवं विभाग स्तरीय वर्ग में प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का सार्वजनिक समापन 2 जून को होगा। संघ शिक्षा वर्ग विशेष में शामिल शिक्षार्थियों को शारीरिक, बौद्धिक,योग,सेवा, प्रबंधन का प्रशिक्षण प्राप्त होगा। संघ का कार्य व्यक्ति निर्माण का कार्य है। इस 15 दिन के वर्ग में अनुशासित दिनचर्या का पालन करते हुए अपने व्यक्तित्व को मजबूत करना है। 40 वर्ष से 65 वर्ष की आयु के स्वयंसेवकों को इस वर्ग में अपेक्षित किया है। प्रांत प्रचारक गुप्ता ने उद्घाटन सत्र के दौरान अपने संबोधन में श्रीमद्भागवत गीता उदाहरण देते हुए कहा कि गीता के छठवें अध्याय के 35 वे श्लोक में भगवान कृष्ण ने मन को बड़ा चंचल बताया है और निरंतर अभ्यास से ही मन को नियंत्रित किया जा सकता है। इस वर्ग से देश भक्ति का वैराग्य हमारे अंदर आने वाला हैं, हमे अपने जीवन में देश भक्ति वैराग्य हमेशा बनाकर रखना चाहिए। समाज में शाखा की भूमिका जागरण श्रेणी के माध्यम से स्पष्ट हो सके और शाखा समाज परिवर्तन का केंद्र बन सके इसलिए हम वर्ग में प्रशिक्षण लेने आए हैं। उन्होंने अंत में कहा कि इस वर्ग से हमे समय का प्रबंधन, कार्यकर्ता का प्रबंधन, कार्य का प्रबंधन सीख कर जाना हैं। समूह में रहकर सामूहिकता की भावना से कार्य करने की कला हम इस वर्ग में सीखकर जाने वाले हैं। अटल जी की कविता "तब थे अकेले आज हुए इतने भला तब न डरे तो अब क्या डरेंगे।" से उन्होंने अपने बौद्धिक का समापन किया।
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जगदलपुर । छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने रविवार को राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पीठ पीछे गड़बड़ कर रहे हैं। नक्सलवाद देश के सबसे बड़े संकटों में से एक है और इसमें भी राहुल गांधी की भूमिका संदिग्ध लगती है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने आज स्थानीय सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दाैरान नक्सलवाद की समस्या पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर यह गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के तेलंगाना सीमा पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में 21 दिनों तक चले अभियान के दाैरान तेलंगाना सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी “पीठ पीछे गड़बड़” कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद देश के सबसे बड़े संकटों में से एक है और इसमें भी राहुल गांधी की भूमिका संदिग्ध लगती है। मेरे पास इसके प्रमाण मौजूद हैं, जिनके आधार पर मैं यह बात कह रहा हूं। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने नक्सलियाें से वार्ता करने के सवाल पर कहा कि सरकार नक्सलियाें से वार्ता करने को तैयार हैं, पर नक्सली किस विषय पर वार्ता करना चाहते हैं, इसका मसौदा उन्हें प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि नक्सली हथियार छोड़ें तो सरकार उनके पुनर्वास के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि नक्सली घटनाओं में हुई एफआईआर को भी सरकार वापस लेने को तैयार है, लेकिन इसके लिए नक्सलियों को अपने हथियार डालने होंगे। इस दौरान उप मुख्यमंत्री में नक्सली संगठनों की स्थिति और आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि सुकमा जिले के बड़े शेट्टी गांव ने स्वयं को नक्सली मुक्त घोषित कर दिया है, जिसकी वजह से भाजपा सरकार ने अपनी घोषणा के अनुरूप गांव के विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रूपये की राशि की ग्राम पंचायत को प्रदान की है। उन्होंने कहा कि नक्सली लगातार आम आदिवासियों को अपना निशाना बनाते रहे हैं । उन्होंने चिंगावरम की घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे नक्सलियों ने यात्री बस को निशाना बनाकर 16 ग्रामीणों काे बारूदी विस्फोट से उड़ा दिया था । उन्होंने गांव वालों से अपील की है कि वह सामंजस्य से गांव से जो भी लोग नक्सली संगठन से जुड़े हैं, उनसे चर्चा कर उन्हें वापस लौटने के लिए प्रेरित करें । उन्हाेने कहा कि नक्सलियों के बड़े लीडरों के बच्चे तो विदेशों में शिक्षा ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नक्सली बस्तर के आदिवासियों को और उनके बच्चों को प्राइमरी और मिडिल स्कूल तक भी पढ़ने देना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि बस्तर में 200 से अधिक स्कूलों को नक्सलियों ने बम से उड़ा दिया है। उल्लेखनीय है कि बीजापुर और तेलंगाना सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में 21 दिनों तक चले सबसे लंबी अवधि तक चले नक्सली अभियान में 31 वर्दीधारी नक्सली मारे गए हैं। मुठभेड़ों के दौरान 35 हथियार, 450 आईईडी, सैकड़ों बंकर और नक्सलियों की तकनीकी इकाइयां भी नष्ट की गई है। 21 अप्रैल से 11 मई के दौरान कुल 21 मुठभेड़ों में 16 वर्दीधारी महिला नक्सली सहित कुल 31 वर्दीधारी नक्सलियों के शव और 35 हथियार बरामद किए गए हैं। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि मुठभेड़ स्थल से बरामद शव प्रतिबंधित नक्सली संगठन अंतर्गत पीएलजीए बटालियन नंबर 1, तेलंगाना राज्य समिति, दंडकारण्य विशेष जोनल समिति के नक्सली कैडर्स के हैं। इस अभियान में अब तक कुल 216 नक्सली ठिकाने और बंकर नष्ट किए गए हैं। उपरोक्त नक्सली ठिकाने और बंकर की तलाशी अभियानों के दौरान कुल 450 नग आईईडी, 818 नग बीजीएल शेल, 899 बंडल कार्डेक्स, डेटोनेटर और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद किए गए थे।
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वेस्टइंडीज ने दो साल से टेस्ट टीम से बाहर चल रहे ऑलराउंडर रोस्टन चेज को टीम का कप्तान नियुक्त किया है। वह क्रैग ब्रैथवेट की जगह लेंगे। ब्रैथवेट ने इस साल के मार्च में टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। वेस्टइंडीज ने उनकी कप्तानी में खेले 39 मैच में से 10 टेस्ट जीते, 22 हारे और सात ड्रॉ रहे। चेज ने आखिरी बार मार्च 2023 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट खेला था। तब से वेस्टइंडीज ने 13 टेस्ट खेले, लेकिन उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। अब टीम में वापसी के साथ ही उन्हें कप्तान बनाया गया है। इससे पहले वे एक वनडे और एक टी-20 में कप्तानी कर चुके हैं। चेज की अगुआई में टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज खेलेगी, जो 25 जून से ब्रिजटाउन में शुरू होगी। चेज ने अब तक 49 टेस्ट में 2265 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक शामिल हैं। उनका औसत 26.33 है। गेंद से भी उन्होंने 85 विकेट लिए हैं। शुरुआत में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था।
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जयपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने आज कहा कि दुनिया तब ही आपको सुनती है, जब आपके पास शक्ति हो। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे प्राचीन देश है। उसकी भूमिका बड़े भाई की है। भारत विश्व में शांति और सौहार्द के लिए कार्य कर रहा है।डॉ. भागवत शनिवार को जयपुर के हरमाडा स्थित रविनाथ आश्रम में रविनाथ महाराज की पुण्यतिथि के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस आश्रम के मंच पर मैं न तो सम्मान का अधिकारी हूं और ना ही भाषण का अधिकारी हूं। सम्मान होना ही है तो मैं अकेला तो कुछ नहीं कर रहा हूं। 100 साल से परवर्तित परंपरा चल रही है। उस परंपरा में लाखों कार्यकर्ता हैं। प्रचारको जैसे ही गृहस्थ कार्यकर्ता भी हैं। इतने सारे कार्यकर्ताओं के परिश्रम का परिणाम अगर कुछ है, अगर वह स्वागत और सम्मान योग्य हैं तो यह उनका सम्मान है। यह सम्मान संतों की आज्ञा से ही मैं ग्रहण कर रहा हूं।संघ प्रमुख डॉ. भागवत ने कहा कि भारत में त्याग की परंपरा रही है। भगवान राम से लेकर भामाशाह को हम पूजते और मानते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व को धर्म सिखाना भारत का कर्तव्य है लेकिन इसके लिए भी शक्ति की आवश्यकता होती है। पाकिस्तान पर हालिया कार्रवाई की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत किसी से द्वेष नहीं रखता लेकिन विश्व प्रेम और मंगल की भाषा भी तब ही कोई सुनता है जब आपके पास शक्ति हो। यह दुनिया का स्वभाव है। इस स्वभाव को बदला नहीं जा सकता, इसलिए विश्व कल्याण के लिए हमें शक्ति संपन्न होने की आवश्यकता है। डॉ. भागवत ने कहा कि विश्व कल्याण हमारा धर्म है। विशेषकर हिंदू धर्म का तो यह पक्का कर्तव्य है। यह हमारी ऋषि परंपरा रही है जिसका निर्वहन संत समाज कर रहा है। उन्होंने रविनाथ महाराज के साथ बिताए अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि उनकी करुणा से हम लोग जीवन में अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं। कार्यक्रम में भावनाथ महाराज ने डॉ. भागवत को सम्मानित किया। इस दौरान कई प्रमुख गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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पानीपत। पानीपत के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में एक टीचर द्वारा आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को कलमा पढ़ाने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ जब विद्यार्थियों ने घर जाकर स्कूल में पढ़ाया गया कलमा गुनगुनाया। इसके बाद बच्चों के परिजन शनिवार को स्कूल पहुंचे और इसकी शिकायत की। इसके बाद महिला टीचर को तुरंत स्कूल से बर्खास्त कर दिया गया है। मामला बिगड़ने की आशंका पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। जानकारी के अनुसार, सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में दो दिन पहले मॉर्निंग असेंबली के बाद कक्षा आठवीं में संस्कृत की अध्यापिका महजीब अंसारी उर्फ माही ने लेक्चर लिया। इस लेक्चर के दौरान टीचर ने बच्चों को कलमा पढ़ाया। स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे घर पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्होंने कलमा गुनगुनाया। इसे परिजनों ने सुन लिया। तब बच्चों से जानकारी ली गई, तो उन्हें पता चला कि स्कूल में मैडम ने सिखाया है। इसके बाद आसपास के सभी अभिभावकों ने आपसी तौर पर बातचीत की और शनिवार इकट्ठे होकर स्कूल पहुंच गए। मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई। काफी देर तक स्कूल प्रशासन, अभिभावकों और टीचर के बीच बातचीत चलती रही। अभिभावकों ने स्कूल में कहा कि ऐसी चीजें सहन नहीं की जाएंगी। साथ ही महिला टीचर को स्कूल से निकालने की मांग रखी। अभिभावकों की मांग पर स्कूल प्रिसिंपल ने टीचर को सेवामुक्त कर दिया। अभिभावकों को स्कूल की प्रधानाचार्य इंदु ने बताया कि टीचर एक साल से स्कूल में पढ़ा रही थी। जब मैंने टीचर से बात की तो टीचर ने कहा कि बच्चों ने ही उससे पूछा था कि जैसे हिंदू पूजा करते हैं, मुस्लिम क्या करते हैं। बच्चों के सवाल पर टीचर ने कलमे की एक लाइन बता दी थी। प्रिंसिपल ने कहा कि टीचर भी अपनी इस हरकत पर शर्मिंदा थी।
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नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री के हालिया बयान को आधार बनाते हुए शनिवार को कहा कि हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना एक अपराध था। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष और सैन्य कार्रवाई की स्थिति पर बात करते हुए कहा था, “....ऑपरेशन की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया था कि हम आतंकवादी ढाँचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह विकल्प है कि वह बाहर खड़ी रहे और हस्तक्षेप न करे....।” इसी बयान का एक वीडियो जारी करते हुए राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। विदेश मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि पाकिस्तान ने सैन्य हस्तक्षेप न करने की भारत की ‘अच्छी सलाह’ को नहीं माना। वहीं, 10 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह से नुकसान पहुँचाया। सैटेलाइट तस्वीरों से साफ पता चलता है कि किसे (पाकिस्तान) नुकसान हुआ है। इससे यह भी स्पष्ट है कि कौन (पाकिस्तान) गोलीबारी बंद करना चाहता था।
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हरिद्वार । श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत मोहन भारती को जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी उनके व्हाट्सएप नंबर पर दक्षिण कोरिया के मोबाइल नंबर 821098 192383 से दी गयी है। इस मामले में पुलिस को शिकायत दे दी गई है। इस धमकी में लिखा है तुम और तुम्हारे संत यती नरसिंहानंद गिरि बहुत बोल रहे हो। रामपुर उत्तर प्रदेश में तुम्हारा मंदिर जंगल में है। तू ज्यादा दिन का मेहमान नहीं है। संत समाज में इस धमकी की तीव्र प्रतिक्रिया हुई है। संतों ने केंद्र व प्रदेश सरकार से श्रीमहंत मोहन भारती की सुरक्षा की मांग की है। श्रीमहंत भारती ने इस पूरे प्रकरण की लिखित शिकायत पुलिस को दे दी है। इस संबंध में कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि शिकायत प्राप्त हुई है।मामले की जांच की जा रही है।
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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह की कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी के मामले में मध्यप्रदेश हाई कोर्ट की ओर से एफआईआर दर्ज करने के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई टाल दिया है। जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच ने 19 मई को सुनवाई करने का आदेश दिया।सुनवाई के दौरान आज विजय शाह की ओर से पेश वकील मनिंदर सिंह ने सुनवाई टालने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें कुछ दस्तावेज दाखिल करने हैं। उसके बाद कोर्ट ने 19 मई को सुनवाई करने का आदेश दिया। इसके पहले 15 मई को सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह को फटकार लगाते हुए कहा था कि आप ऐसा बयान कैसे दे सकते हैं, आप जानते हैं आप कौन हैं, आप सरकार में मंत्री हैं । जब देश संकट से गुजर रहा हो तो हर शब्द का महत्व होता है, अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।दरअसल विजय शाह की ओर से हाई कोर्ट के एफआईआर दर्ज करने के आदेश को चुनौती दी गई है। 15 मई वकील विभा मखीजा ने चीफ जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मेंशन करते हुए कहा था कि हाई कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश देते समय विजय शाह का पक्ष नहीं सुना। उनके बयान का गलत अर्थ लगाया गया। विजय शाह ने माफी भी मांग ली थी। तब चीफ जस्टिस ने कहा था कि आपने मुवक्किल ने किस तरह का बयान दिया है। वह संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति हैं। उन्हें जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए था।दरअसल इंदौर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम लिए बिना विवादित बयान दिया था। इस बयान के बाद काफी हंगामा खड़ा हुआ था। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए विजय शाह पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। हाई कोर्ट के आदेश के बाद विजय शाह पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
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भुज । कच्छ के दौरे पर आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भुज के स्मृति वन म्यूजियम एंड मेमोरियल को देखा। यहां उन्होंने भूकंप के दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों और भूकंप के दिवंगतों की याद में निर्मित स्मृति वन मेमोरियल के दौरे के दौरान रक्षा मंत्री ने जीवसृष्टि की उत्पत्ति, मानवजीवन का क्रमिक विकास, दुनिया की उत्पत्ति से लेकर प्राकृतिक आपदाओं, आफतों के विरुद्ध भविष्य की तैयारियों की जानकारी ली। इसके अलावा रक्षा मंत्री ऐतिहासिक हड़प्पन आबादी, भूकंप से जुड़ी वैज्ञानिक जानकारी के विभिन्न चार्ट, मॉडल देखकर प्रभावित हुए।स्मृति वन के दौरे के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्मृति वन म्यूजियम आज देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए गौरव बना है। प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि से बने स्मृति वन म्यूजियम को देखने के लिए उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कच्छ और गुजरात के लोगों की प्रबल इच्छा शक्ति का दर्शन स्मृति वन म्यूजियम के माध्यम से होता है। रक्षा मंत्री ने स्मृति वन संग्रहालय में एक विशेष सिम्युलेटर की मदद से भूकंप के दौरान उत्पन्न होने वाली स्थिति का वास्तविक अंदाजा लगाया। रक्षा मंत्री ने कच्छ के लोगों की खुमारी और भूकंप के बाद प्रधानमंत्री के विजन के तहत कच्छ के सर्वांगीण विकास की सराहना की। रक्षा मंत्री के दौरे के दौरान भारतीय वायु सेना के एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह, रक्षा मंत्री के निजी सचिव अमित किशोर, कच्छ मोरबी के सांसद विनोदभाई चावड़ा, विधायक केशुभाई पटेल, त्रिकमभाई छंगा, मालतीबेन माहेश्वरी, अनिरुद्ध दवे, प्रद्युम्नसिंह जाडेजा, विरेन्द्रसिंह जाडेजा, देवजी वरचंद समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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नई दिल्ली । रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कतर के दोहा स्थित लुसैल पैलेस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कतर के अमीर से मुलाकात की। इस कार्यक्रम के जारी फुटेज में रिलायंस प्रमुख अमेरिकी वाणिज्य सचिव स्टीव लुटनिक के साथ बातचीत करते दिख रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मुकेश अंबानी की मुलाकात की वैश्विक व्यापारिक जगत में खूब चर्चा है। यह हाई-प्रोफाइल मीटिंग वैश्विक व्यापार और कूटनीति में मुकेश अंबानी के बढ़ते प्रभाव को दिखाती है। वे राष्ट्रपति ट्रंप के लिए कतर के अमीर की ओर से आयोजित राजकीय रात्रिभोज में मिले। इससे पहले अंबानी को ट्रंप और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी दोनों से अभिवादन करते देखा गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद उद्योगपति मुकेश अंबानी की उनसे यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले जनवरी में मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। कतर के सॉवरेन वेल्थ फंड, क्यूआईए ने पिछले कुछ सालों में रिलायंस के कारोबार में निवेश किया है। मुकेश अंबानी की गूगल और मेटा जैसी अमेरिकी टेक दिग्गजों के साथ भी अहम साझेदारी है। ऐसे में यह बैठक रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारी और निवेश संभावनाओं को और मजबूत करती है।
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नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ एवं तेलंगाना सीमा पर कुर्रगुट्टालू हिल्स (केजीएच) में चलाए गए 21 दिनों के नक्सल विरोधी अभियान में घायल हुए चार सुरक्षाकर्मियों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनका हौंसला बढ़ाया। इस दौरान छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद थे।सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू हिल्स पर 21 दिनों के नक्सल विरोधी अभियान के दौरान 31 नक्सलियों को मार गिराया। इसके अलावा यहां से 2 टन से अधिक विस्फोटक सामग्री, 150 से ज्यादा बंकर, 9 टन से ज्यादा राशन सामग्री, 450 से ज्यादा आईईडी, हथियार बनाने की सामग्री और नक्सली साहित्य भी बरामद किया।कुर्रगुट्टालू हिल्स में चले ऑपरेशन में कोबरा बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट सागर गणेश बोराडे, एचसी मुनेश चंद शर्मा, कांस्टेबल कृष्ण कुमार गुर्जर और कांस्टेबल धनु राम घायल हो गए थे। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घायल जवानों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जवानों के भुजाओं की ताकत सभी देख रहे हैं। वीर जवानों के साहस और समर्पण को प्रणाम करता हूं।
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पटना । कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दरभंगा के लहेरियासराय थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। राहुल गांधी सहित 20 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है। राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ जो दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है, उसमें से पहली बीएनएस की धारा 163 (पुराना 144) निषेधाज्ञा तोड़ने के कारण, मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट खुर्शीद आलम ने केस दर्ज कराई है, तो दूसरी प्राथमिकी बिना अनुमति अम्बेडकर कल्याण छात्रावास में जबरन कार्यक्रम करने के कारण, ज़िला कल्याण पदाधिकारी आलोक कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसकी पुष्टि दरभंगा सदर के एसडीपीओ अमित कुमार और सदर एसडीएम विकास कुमार ने की है।
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नई दिल्ली । भारत ने स्पष्ट किया है कि कश्मीर, पाकिस्तान के साथ हमारा द्विपक्षीय मुद्दा है और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं हो सकती। भारत का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया है। भारत ने अपनी दीर्घकालिक नीति दोहराते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और इस पर भारत की स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है। पाकिस्तान को भारत के अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करना चाहिए और यही इस पूरे विवाद का एकमात्र लंबित मुद्दा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में कहा कि भारत की नीति पहले जैसी ही है और इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय तरीके से हल किया जाना है। यह हमारी दीर्घकालिक नीति है और इसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। एकमात्र लंबित मुद्दा पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कराना है।” वहीं, संघर्ष विराम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के व्यापार को हथियार बनाये जाने के दावे को भी भारत ने खारिज किया। जायसवाल ने बताया कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को सैन्य कार्रवाई और फायरिंग रोकने पर बनी सहमति के बीच भारत और अमेरिका के नेताओं के बीच सैन्य हालात को लेकर बातचीत हुई थी लेकिन इन चर्चाओं में व्यापार का कोई मुद्दा नहीं उठा। प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी कि इस मुद्दे को संबंधित पक्ष से उठाया गया है।
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रायपुर । केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि और ग्रामीण विकास को नई दिशा दी जाएगी। इस दौरान राज्य और केंद्र की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा की गई और भावी विकास रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया। केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी आज मंत्रालय (महानदी भवन) नया रायपुर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा कृषि विभाग के कार्यों की व्यापक समीक्षा में मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छत्तीसगढ़ सरकार की प्रतिबद्धता और प्रशासनिक कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य ने कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए उन्नत गांव और खुशहाल किसान की अवधारणा को सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज ने ‘अमृत सरोवर’ योजना को स्थानीय आजीविका से जोड़ने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा और जलसंरक्षण की दिशा में ठोस परिणाम सामने आएंगे। राज्य सरकार के आग्रह पर केंद्रीय मंत्री ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत श्रमिक बजट के पुनरीक्षण का आश्वासन दिया। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने स्वीकृत आवासों के शीघ्र निर्माण और हो रहे नये सर्वे के भौतिक सत्यापन पर बल दिया।केन्द्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सराहना करते हुए विशेष रूप से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संचालित नियद नेलानार योजना के अंतर्गत हो रहे निर्माण कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह योजना विकास को राज्य के सुदूर और चुनौतीपूर्ण भूभागों तक पहुंचा रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में शुरू किए गए ‘अटल डिजिटल सुविधा केंद्रों’ की सराहना की और इसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि इस नवाचार का अध्ययन कर इसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जाए।कृषि क्षेत्र की समीक्षा करते हुए चौहान ने कहा कि किसानों की आय वृद्धि के लिए केवल पारंपरिक खेती नहीं, बल्कि पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन जैसे एलाइड क्षेत्रों में भी प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों, उन्नत बीजों, जैविक खेती और फसल चक्र अपनाने को प्रोत्साहित किया। केंद्र सरकार द्वारा शीघ्र शुरू की जा रही विशेष पहल की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों की टीम राज्य के विभिन्न जिलों का भ्रमण कर किसानों को व्यावहारिक और वैज्ञानिक कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण देगी। उन्होंने राज्य सरकार से इस पहल में सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कृषि एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अभिनव प्रयोगों और प्रतिबद्धता के साथ छत्तीसगढ़ को विकास के नए शिखर पर पहुंचाएंगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण विकास और कृषि को राज्य की रीढ़ मानती है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं, बल्कि गांवों की समग्र समृद्धि सुनिश्चित करना है। किसानों की आय बढ़ाना, रोजगार के अवसर पैदा करना और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य के सुदूर और वंचित क्षेत्रों तक विकास की पहुंच बनाना एक साझी ज़िम्मेदारी है, जिसको पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार दृढ़ संकल्पित है। मुख्यमंत्री साय ने आश्वासन दिया कि छत्तीसगढ़ सरकार इस साझा संकल्प को जमीनी हकीकत में बदलने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, प्रमुख सचिव पंचायत विभाग निहारिका बारिक, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, भारत सरकार के भूमि संसाधन विभाग के अपर सचिव आर. आनंद, ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव अमित शुक्ला, कृषि मंत्रालय के सलाहकार नवीन कुमार विद्यार्थी, कृषि उत्पादन आयुक्त शहला निगार, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
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नई दिल्ली/मुंबई । शेयर बाजार हफ्ते के पहले कारोबारी दिन की रिकॉर्ड तेजी के बाद दूसरे दिन मंगलवार को बड़ी गिरावट के साथ लाल निशान पर बंद हुआ। कारोबार के अंत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 1,282 अंक लुढ़क गया। आईटी और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार नुकसान में रहा। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई का सेंसेक्स 1,281.68 अंक यानी 1.55 फीसदी का गोता लगाते हुए 81,148.22 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,386.21 अंक तक लुढ़क गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 346.35 अंक यानी 1.39 फीसदी फिसल कर 24,578.35 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 शेयर में गिरावट रही। इंफोसिस, पावर ग्रिड और जोमैटो के शेयर करीब 3.6 फीसदी नीचे गिरकर बंद हुए। हालांकि, एचसीएल टेक और टीसीएस सहित कुल 5 शेयरों में करीब तीन फीसदी की तेजी रही। सनफार्मा, अडाणी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस, एसबीआई और टेक महिंद्रा में मामूली तेजी रही। वहीं, निफ्टी के 50 शेयरों में से 35 शेयर में गिरावट रही। एनएसई के आईटी इंडेक्स में 2.42 फीसदी की सबसे ज्यादा गिरावट रही। ऑटो, रियल्टी, मेटल और एफएमसीजी इंडेक्स एक फीसदी गिरे। वहीं, मीडिया बैंकिंग और हेल्थकेयर सेक्टर में 1.5 फीसदी की तेजी देखने को मिली। उल्लेखनीय है कि हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स 2975 अंक यानी 3.74 फीसदी चढ़कर 82,430 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी 917 अंक यानी 3.82 फीसदी की तेजी के साथ 24,925 के स्तर पर बंद हुआ था।
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नई दिल्ली । भारतीय सेना ने सोमवार को एक बार फिर पाकिस्तान को आईना दिखाया और बताया कि भारत की वायु रक्षा प्रणाली कितनी मजबूत है। साथ ही बिना सबूत के खुद को महिमामंडित कर रहे पाकिस्तान को सबूत के साथ बताया कि भारत की व्यापक मारक क्षमता ने कैसे उसके महत्वपूर्ण सैन्य ढांचों को ध्वस्त कर दिया। यह स्पष्ट कर दिया कि सभी सैन्य अड्डे और प्रणालियां पूरी तरह से सक्रिय हैं और सेना अगले मिशन के लिए तैयार है। भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से आज दोपहर को राष्ट्रीय मीडिया केंद्र पर ऑपरेशन सिंदूर पर दूसरी विशेष पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। इसमें वायुसेना, थलसेना और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने मीडिया को संबोधित किया और ऑपरेशन के दौरान की गई सैन्य कार्रवाइयों, तैयारियों और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण साझा किया। एयर मार्शल ए.के. भारती ने पत्रकार वार्ता में रामचरित मानस की पंक्तियों का उपयोग कर पूरे ऑपरेशन को कुछ शब्दों में समझा दिया। उन्होंने कहा कि गोस्वामी जी ने लिखा है, ‘बिनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होइ न प्रीति।’ उन्होंने कहा कि यह पंक्तियां आज भी प्रासंगिक हैं और हमारी नीति को स्पष्ट करती हैं– शांति की चाह के बावजूद यदि दुस्साहस किया गया, तो उत्तर मिलेगा। सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हाल के वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों का स्वरूप बदला है। अब निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहलगाम तक पाप का यह घड़ा भर चुका था। एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि सभी सैन्य अड्डे और प्रणालियां पूरी तरह से सक्रिय हैं और किसी भी भविष्य की चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत वायुसेना द्वारा भेदे गए लक्ष्यों की समग्र तस्वीर भी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि भारतीय हवाई रक्षा प्रणाली ने उत्कृष्ट लचीलापन दिखाया। परत-दर-परत रक्षा प्रणाली के तहत प्वाइंट सुरक्षा से लेकर क्षेत्रीय सुरक्षा तक के हथियारों का प्रभावी इस्तेमाल हुआ। कई प्रकार के ड्रोन और यूसीएवी को निष्क्रिय किया गया। पुराने सिस्टम जैसे पेचोरा, ओसा-एके और एलएलएडी गनों ने भी शानदार प्रदर्शन किया, वहीं स्वदेशी ‘आकाश’ प्रणाली की भूमिका उल्लेखनीय रही। विदेशी प्रणालियों का उपयोग और जवाबसेना ने तस्वीरों के साथ दिखाया कि पाकिस्तान की ओर से उपयोग की गई विदेशी हथियारों का भारत में क्या हाल हुआ है। पाकिस्तान के हमले में प्रयोग की गई चीनी पीएल-15 एयर टू एयर मिसाइल और लम्बी दूरी के रॉकेटों के मलबे को बरामद किया गया है। इसके साथ ही तुर्किये मूल के यीहा और सोनगार ड्रोन भी भारत ने मार गिराए। एयर मार्शल ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा भेजे गए कई ड्रोन और यूसीएवी को भारत के सॉफ्ट और हार्ड किल काउंटर-यूएएस सिस्टम और प्रशिक्षित वायु रक्षा दलों ने नाकाम किया। एयरफील्ड्स और लॉजिस्टिक नेटवर्क को निशाना बनाना कठिन लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि भारत के एयरफील्ड्स और लॉजिस्टिक नेटवर्क को निशाना बनाना बेहद कठिन है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की प्रसिद्ध कहावत का उदाहरण देते हुए कहा– ‘ऐशेज़ टू ऐशेज़, डस्ट टू डस्ट, इफ़ थॉम्मो डॉन्ट गेट या, लिल्ली मस्ट।’ (राख से राख, धूल से धूल, अगर थॉमो तुम्हें नहीं पकड़ता है, तो लिली जरूर पकड़ेगी।) और बताया कि भारत की बहु-स्तरीय सुरक्षा प्रणाली में कोई भी परत विरोधी को रोक सकती है। नौसेना की निगरानी कर रहीवाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि नौसेना लगातार बहु-सेंसर और इंटेलिजेंस इनपुट्स की मदद से निगरानी कर रही है। सभी संभावित खतरों– चाहे वे ड्रोन हों, मिसाइल हों या फाइटर व सर्विलांस एयरक्राफ्ट – के खिलाफ समग्र और प्रभावशाली लेयर्ड फ्लीट एयर डिफेंस प्रणाली तैयार है। उन्होंने अंत में यह भी कहा कि भारतीय रक्षा प्रणालियों को खड़ा करने और सशक्त बनाने में पिछले एक दशक में मिले बजटीय और नीतिगत समर्थन की अहम भूमिका रही है। उन्होंने देश के राजनीतिक नेतृत्व और देश की जनता से मिले समर्थन का आभार प्रगट किया। एयर मार्शल भारती ने यह भी बताया कि अगर भविष्य में कोई लड़ाई होती है, तो वह पिछली लड़ाइयों से बिल्कुल अलग होगी। हर युद्ध की अपनी रणनीति होती है। आज टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है और हम भी उस अडवांसमेंट का हिस्सा हैं।
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नई दिल्ली । भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम का ऐलान होने के बाद आज घरेलू शेयर बाजार में पिछले 4 साल की सबसे बड़ी तेजी दर्ज की गई। आज के कारोबार के दौरान सेंसेक्स इंट्रा-डे में 3 हजार अंक से भी अधिक उछल गया। इसी तरह निफ्टी ने भी 900 अंक से अधिक की छलांग लगाई। पिछले 4 सालों में सेंसेक्स और निफ्टी की ये अभी तक की सबसे बड़ी सिंगल डे रैली रही है।अगर वृद्धि प्रतिशत की बात की जाए, तो आज के कारोबार में सेंसेक्स 3.74 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ। वहीं निफ्टी ने 3.82 प्रतिशत की तेजी के साथ आज के कारोबार का अंत किया। वृद्धि प्रतिशत के लिहाज से 2021 से लेकर अभी तक की अवधि में ये शेयर बाजार की दूसरी सबसे बड़ी बढ़त रही। इसके पहले 1 फरवरी 2021 को सेंसेक्स और निफ्टी 4.7 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुए थे।भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बने तनाव के कम होने से निवेशकों के सेंटीमेंट्स में काफी सुधार हुआ है। इसके साथ ही अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड और टैरिफ को लेकर सकारात्मक बातचीत हो जाने के कारण भी मार्केट सेंटीमेंट्स पॉजिटिव हुए हैं। यही कारण है कि घरेलू शेयर बाजार में आज चौतरफा तेजी का माहौल बना रहा, जिसकी वजह से शेयर बाजार के निवेशकों को 1 दिन में ही 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा हो गया।आज के कारोबार की शुरुआत जोरदार मजबूती के साथ हुई थी। बाजार खुलने के बाद खरीदारों ने लिवाली का जोर बना दिया, जिसकी वजह से बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी की रफ्तार तेज होती चली गई। दोपहर 12 बजे के करीब बाजार में कुछ देर के लिए बिकवाली का मामूली दबाव बनता हुआ नजर आया, लेकिन थोड़ी ही देर बाद खरीदारों ने एक बार फिर लिवाली का जोर बना दिया, जिससे शेयर बाजार की चाल में जोरदार तेजी आ गई।आज दिनभर के कारोबार के दौरान बीएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स मजबूती के साथ हरे निशान में बंद हुए। आईटी इंडेक्स ने पिछले 5 सालों के दौरान सबसे बड़ी इंट्रा-डे तेजी दर्ज की। यह सूचकांक आज 2,402.45 अंक यानी 6.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसी तरह मेटल, एनर्जी और रियल्टी सेक्टर के शेयरों में भी आज लगातार खरीदारी होती रही। इसके अलावा बैंकिंग और ऑटोमोबाइल इंडेक्स भी जोरदार तेजी हासिल करने में सफल रहे। ब्रॉडर मार्केट में भी आज लगातार खरीदारी होती रही, जिसके कारण बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 3.85 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ। इसी तरह स्मॉलकैप इंडेक्स ने 4.18 प्रतिशत उछल कर आज के कारोबार का अंत किया।आज शेयर बाजार में आई मजबूती के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हो गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन आज के कारोबार के बाद बढ़ कर 432.57 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) हो गया। जबकि पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 416.40 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों को आज के कारोबार से करीब 16.17 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा हो गया।आज दिनभर के कारोबार में बीएसई में 4,277 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें 3,545 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 576 शेयरों में गिरावट का रुख रहा, वहीं 156 शेयर बिना किसी उतार चढ़ाव के बंद हुए। एनएसई में आज 2,653 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 2,414 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में और 239 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 28 शेयर बढ़त के साथ और सिर्फ 2 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 48 शेयर हरे निशान में और सिर्फ 2 शेयर लाल निशान में बंद हुए।बीएसई का सेंसेक्स आज 1,349.33 अंक की जोरदार छलांग लगा कर 80,803.80 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही तेजड़िये बाजार पर पूरी तरह से हावी हो गए। हालांकि बिकवाल बीच-बीच में मुनाफा वसूली करने की भी कोशिश करते रहे। इसके बावजूद खरीदारी के जोर के सामने बिकवालों की कोई भी कोशिश सफल नहीं हो सकी। लगातार हो रही खरीदारी के कारण आज का कारोबार खत्म होने की थोड़ी देर पहले यह सूचकांक 3,041.50 अंक उछल कर 82,495.97 अंक तक पहुंच गया। पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 2,975.43 अंक की मजबूती के साथ 82,429.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ।सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 412.10 अंक की जोरदार तेजी के साथ 24,420.10 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलते ही खरीदारी के सपोर्ट से इस सूचकांक की चाल में जबरदस्त तेजी आ गई, जिसकी वजह से आज का कारोबार खत्म होने के थोड़ी देर पहले यह सूचकांक 936.80 अंक उछल 24,944.80 अंक तक पहुंच गया। हालांकि आखिरी वक्त में इंट्रा-डे सेटलमेंट के कारण निफ्टी ऊपरी स्तर से थोड़ा नीचे फिसल कर 916.70 अंक की बढ़त के साथ 24,924.70 अंक के स्तर पर बंद हुआ।आज पूरे दिन के कारोबार के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से इंफोसिस 7.91 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज 7.74 प्रतिशत, श्रीराम फाइनेंस 7.40 प्रतिशत, एचसीएल टेक्नोलॉजी 6.43 प्रतिशत और ट्रेंट लिमिटेड 6.42 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर, इंडसइंड बैंक 3.63 प्रतिशत और सन फार्मास्युटिकल्स 3.36 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के टॉप लूजर्स की सूची में शामिल हुए।
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दंतेवाड़ा । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अंदरूनी इलाकाें में लगातार खाेले जा रहे सुरक्षा कैंपाें और नक्सलियाें के विरूद्ध जारी प्रभावी कार्रवाई के फलस्वरूप संगठन में सक्रिय एक लाख की इनामी महिला नक्सली सहित छह नक्सलियों ने सोमवार को दंतेवाड़ा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इसमें दो महिला और चार पुरुष नक्सली शामिल हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियाें काे पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई। पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान तथा छग शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत मुख्य धारा से भटके नक्सलियों से संवाद कर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समाज के मुख्यधारा में लाया जा रहा है। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों को छग शासन की पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ ही पुर्नवास नीति के तहत मिलने वाली अन्य सुविधाएं जैसे स्किल डेवलपमेंट हेतू प्रशिक्षण, कृषि भूमि इत्यादि मुहैया कराई जाने का आश्वासन दिया है। दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 230 इनामी सहित कुल 973 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में मोताय पदाम (19 वर्ष) निवासी वाकेली थाना बारसूर जिला दंतेवाड़ा (आमदई एलओएस सदस्य ईनामी एक लाख रूपये), उर्मिला कड़ती (21 वर्ष) निवासी बांगापाल देवापारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर (बेचापाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य), मोहन उर्फ पोदिया ओयाम (39 वर्ष) निवासी बेचापाल गायतापारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर (बेचापाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य ), सुखराम कड़ती (25 वर्ष) निवासी बेचापाल कड़तीपारा थाना मिरतुर जिला बीजापुर (बेचापाल आरपीसी मिलिशिया सदस्य), देवा राम कुड़ामी (34 वर्ष) निवासी रेवाली पटेलपारा थाना अरनपुर जिला दंतेवाड़ा (रेवाली आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य), माना राम उर्फ फुपे मरकाम (32 वर्ष) निवासी बुरगुम नंदापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा (बुरगुम आरपीसी मिलिशिया सदस्य) शामिल हैं।
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नई दिल्ली। अमेरिकी विदेश मंत्री की भारतीय विदेश मंत्री, पाकिस्तान के सेना प्रमुख और वहां के विदेश मंत्री से आज बातचीत हुई। इस बातचीत के बाद से दोनों देशों में तनाव कम होने की संभावना बढ़ी है। बीती रात भारत और पाकिस्तान दोनों ओर से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के बाद आज पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बातचीत में यह उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि हाल की कूटनीतिक गतिविधियों के चलते भारत के साथ संवाद का रास्ता खुल सकता है। डार ने कहा, “भारत को रुक जाना चाहिए, … अगर वह रुकेगा तो हम भी रुकेंगे। हमें विनाश और संसाधनों की बर्बादी नहीं चाहिए।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की मंशा शांति की है। दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं अलग हैं और युद्ध किसी के हित में नहीं है। इस बयान पर भारत की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि आज विदेश सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भारतीय सेना तनाव वृद्धि नहीं चाहती बशर्ते पाकिस्तान भी ऐसा ही करे। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री से बातचीत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत का दृष्टिकोण सदैव संतुलित एवं जिम्मेदाराना रहा है तथा आज भी ऐसा ही है। भारत ने पहले स्पष्ट किया है कि वह उकसावे की कार्रवाई को नजरअंदाज नहीं करेगा और देश की सुरक्षा के लिए हर ज़रूरी कदम उठाएगा।
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जम्मू । जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज जम्मू के एक रिहायशी इलाके का दौरा किया जहां विस्फोट में एक घर और कई पार्क किए गए वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला ने रेहाडी में विस्फोट स्थल का दौरा किया और प्रभावित परिवार से बातचीत की। पाकिस्तान के संदिग्ध ड्रोन हमलों की एक नई लहर के बीच आज जम्मू में लोग विस्फोट जैसी आवाजों से जागे रहे क्योंकि शहर में सायरन बज रहे थे। सुबह करीब 5 बजे जम्मू में विस्फोटों की गगनभेदी आवाजें सुनाई दीं। अधिकारियों ने सीमा पार से ड्रोन हमलों की एक नई लहर की पुष्टि की है। इससे लोगों में दहशत फैल गई है। अधिकारियों ने बताया कि शहर के रूप नगर इलाके में एक रिहायशी इमारत भी क्षतिग्रस्त हो गई है। पाकिस्तान द्वारा शुक्रवार को दूसरी रात जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक भारत में 26 स्थानों को निशाना बनाकर ड्रोन हमलों की एक लहर शुरू करने के बाद ये ताज़ा हमले हुए हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उस समय काफी बढ़ गया जब भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर बुधवार को सटीक हमले किए।
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नई दिल्ली । पाकिस्तान ने आज तड़के भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, युद्धक हथियार और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया । इस कार्रवाई से उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा में वायु सेना के ठिकानों पर उपकरणों और कर्मियों को नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान की लगातार उकसाने वाली कार्रवाई और हवाई संघर्ष के जवाब में भारत ने सीमा पार के चार एयरबेस और दो रडार ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। इसके बावजूद भारत ने दोहराया है कि भारत तनाव वृद्धि नहीं चाहता, बशर्ते पाकिस्तान भी ऐसा ही करे। भारत और पाकिस्तान के बीच आधी रात से हवाई संघर्ष तेज हो गया है। पाकिस्तान के हवाई लक्ष्यों को लगातार भारतीय डिफेंस और रडार सिस्टम के जरिये नाकाम किया जा रहा है। भारत की ओर से की जा रही जवाबी कार्रवाई के बारे में अधिकृत जानकारी देने के लिए आज सेना और विदेश मंत्रालय की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान की सेना पश्चिमी सीमाओं पर लगातार हमले कर रही है। उसने भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, युद्धक हथियार और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की इस उकसावे वाली कार्रवाई के जवाब में भारत ने कई खतरों को नाकाम कर दिया, लेकिन पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर हवाई मार्ग से घुसपैठ करने की कोशिश की। पाकिस्तान ने उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा में वायु सेना के ठिकानों पर हमारे उपकरणों और कर्मियों को नुकसान पहुंचाया है। पाकिस्तान ने पंजाब के वायु सेना बेस को निशाना बनाने के लिए रात 1:40 बजे हाई-स्पीड मिसाइलों का इस्तेमाल किया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि एक निंदनीय और गैर-पेशेवर कृत्य के रूप में पाकिस्तान ने श्रीनगर, अवंतीपुर और उधमपुर में वायु सेना के ठिकानों पर अस्पतालों और स्कूल परिसरों को निशाना बनाया है। इससे एक बार फिर पाकिस्तान की नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला करने की गैर-जिम्मेदार प्रवृत्ति का पता चला है। सेना की ओर पुष्टि की गई है कि भारत ने आज सुबह लड़ाकू विमानों से प्रक्षेपित किए गए लंबी दूरी के सटीक हथियारों का उपयोग करके पाकिस्तान की वायु सेना के पांच एयरबेस और दो रडार ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। भारत की इस कार्रवाई से रावलपिंडी में नूर खान एयरबेस, इस्लामाबाद से 10 किलोमीटर दूर रहीमयार खान एयरबेस, शोरकोट में रफीकी एयरबेस और मुरीद एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान के दो रडार ठिकानों पर हवाई हमले किए जाने से उसकी संचार क्षमता प्रभावित हुई है। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों के साथ-साथ पसरूर और सियालकोट विमानन ठिकानों और रडार साइटों पर भारतीय लड़ाकू विमानों से हवाई हथियारों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि भारत तनाव वृद्धि नहीं चाहता, बशर्ते पाकिस्तान भी ऐसा ही करे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि उन्होंने पहले भी कई मौकों पर कहा है कि पाकिस्तान के यह कदम उकसावे और तनाव बढ़ाने वाले हैं। जवाब में भारत ने पाकिस्तान की ओर से की गई इन उकसावे और तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाइयों का जिम्मेदाराना और संतुलित तरीके से बचाव किया है और प्रतिक्रिया दी है। आज सुबह हमने इस उकसावे और तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई को दोहराया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि आज सुबह पाकिस्तान ने राजौरी शहर पर गोलाबारी की, जिसमें अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थापा की मौत हो गई, जिससे राज्य में नागरिक हताहतों की संख्या और क्षति बढ़ गई। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि एक त्वरित और सुनियोजित प्रतिक्रिया में भारतीय सशस्त्र बलों ने केवल चिह्नित सैन्य लक्ष्यों पर सटीक हमला किया है। इसके विपरीत पाकिस्तान ने लगातार दुर्भावनापूर्ण गलत सूचना अभियान चलाने का प्रयास किया है, जिसमें भारतीय एस-400 प्रणाली को नष्ट करने, सूरत और सिरसा में हवाई अड्डों को नष्ट करने का दावा किया गया है। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से फैलाए जा रहे इन झूठे दावों को स्पष्ट रूप से खारिज किया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की सेना अपने सैनिकों को अग्रिम क्षेत्रों की ओर ले जाती हुई देखी गई है, जो आगे और अधिक आक्रामक होने की उनकी मंशा को दर्शाता है। भारतीय सशस्त्र बल उच्च स्तर की परिचालन तत्परता में हैं तथा सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करके उसी के अनुरूप जवाब दिया गया है।
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नई दिल्ली । अमृतसर से जम्मू, पठानकोट से भुज तक पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करके भारत के एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम 'सुदर्शन चक्र' ने अपनी ताकत दिखा दी है। भारत ने ऑपरेशन 'सिंदूर' शुरू करते समय ही दुश्मन के किसी भी जवाबी हमले को रोकने के लिए इस प्रणाली को सक्रिय कर दिया था, जिससे भारतीय लड़ाकू विमानों को सुरक्षित रूप से ऑपरेशन पूरा करने में मदद मिली। इस प्रणाली ने दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। भारत के ऑपरेशन 'सिंदूर' से बौखलाए पाकिस्तान ने 8/9 मई की रात 8.30 बजे के करीब राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात में वायु सेना के एयरबेस को निशाना बनाकर ड्रोन से मिसाइल हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तानी ड्रोन को रोक दिया। पाकिस्तान ने सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में 8 मिसाइलें दागीं, लेकिन सभी को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। जम्मू और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग करके निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 (सुदर्शन) ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में भी पाकिस्तानी ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस अब तक भारत को 3 एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति कर चुका है, जबकि दो सिस्टम अभी मिलने हैं। चौथी प्रणाली मार्च, 2026 में और पांचवीं प्रणाली 2026 के अंत तक पहुंचाई जाएगी। यह दो साल की देरी यूक्रेन संघर्ष के कारण आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याओं के कारण हुई है। भारतीय वायु सेना ने भगवान कृष्ण के शक्तिशाली सुदर्शन चक्र के नाम पर एस-400 को 'सुदर्शन चक्र' नाम दिया है। भारतीय एस-400 एयर डिफेंस की मिसाइलें 20 किलोमीटर, 30 किलोमीटर और 60 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाकर दुश्मन की मिसाइल को हवा में ही खत्म कर सकती हैं। यह प्रणाली एक साथ दुश्मन की 80 मिसाइलों या हवाई हमलों का जवाब देने में सक्षम है। चीन और पाकिस्तान के खतरे को देखते हुए भारत को ताकतवर रूसी एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की बहुत जरूरत थी। भारत ने रूस के साथ पांच एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 खरीदने के लिए 35 हजार करोड़ रुपये में सौदा किया था, जिसे रूस और भारत के रक्षा मंत्रियों ने 06 दिसंबर, 2021 को अंतिम रूप दिया था। भारत के रक्षा बेड़े में शामिल इस रूसी डिफेंस सिस्टम से पूरी दुनिया खौफ खाती है। यह प्रणाली अपनी मिसाइलों से दुश्मन की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों, लड़ाकू विमानों को 400 किमी. की दूरी तक तबाह कर सकती है। यह मिसाइल जमीन से 100 फीट ऊपर उड़ रहे खतरे की पहचान करके हमला करने में सक्षम है। भारत ने दो एस-400 स्क्वाड्रन को पूर्वी और उत्तरी सीमा पर तैनात किया है। तीसरी स्क्वाड्रन को पंजाब में इस तरह से तैनात किया गया है, ताकि पाकिस्तान की सीमा के साथ-साथ उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों को भी कवर किया जा सके।
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नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना ब्रिगेड पर आत्मघाती और पंजाब के जालंधर में ड्रोन हमले के दावे को खारिज कर दिया। कहा गया है कि सोशल मीडिया पर चल रही यह खबरें और वीडियो फर्जी है।भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) की फैक्ट चेक शाखा ने पाया कि जम्मू-कश्मीर में सेना की किसी भी छावनी पर कोई 'फिदायीन' या आत्मघाती हमला नहीं हुआ और जालंधर में ड्रोन हमले का दावा करने वाला वीडियो एक खेत में लगी आग की घटना से संबंधित है।उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान ने रात को भारत के कई सैन्य और नागरिक क्षेत्रों खासकर जम्मू शहर में हमला करने की कोशिश की। उसे भारतीय सुरक्षाबलों ने पूरी तरह विफल कर दिया।इस बीच सोशल मीडिया पर राजौरी में फिदायीन हमले की फर्जी खबर तेजी से वायरल होने लगी। पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने एक्स हैंडल पर लिखा, ''राजौरी, जम्मू और कश्मीर में सेना की एक ब्रिगेड पर 'फिदायीन'' हमले के बारे में फर्जी खबरें प्रसारित हो रही है। किसी भी सेना कैंट पर ऐसा कोई फिदायीन या आत्मघाती हमला नहीं हुआ है। भ्रामक बनाने और भ्रम पैदा करने के इरादे से किए गए इन झूठे दावों के झांसे में न आएं।''
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जम्मू । जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आज सुबह श्रीनगर से जम्मू पहुंचे। वो पाकिस्तान के विफल किए ड्रोन हमले के बाद की स्थिति का जायजा लेंगे। भारत ने रात को जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और कुछ अन्य स्थानों पर मिसाइलों और ड्रोन से सैन्य ठिकानों पर हमला करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिश को विफल कर दिया। व्यापक सैन्य संघर्ष की आशंका के बीच दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। यहां पहुंचने से पहले अब्दुल्ला ने एक्स पोस्ट में कहा कि कल रात जम्मू शहर और संभाग के अन्य हिस्सों पर किए गए असफल पाकिस्तानी ड्रोन हमले के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए अब जम्मू जा रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सोमवार को स्कूलों को बंद करने के फैसले की समीक्षा करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय की स्थिति यह निर्धारित करेगी कि बंद को बढ़ाया जाएगा या नहीं और यदि हां तो कितने समय के लिए। जम्मू-कश्मीर की शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने मौजूदा हालात को देखते हुए गुरुवार को अगले दो दिनों के लिए स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। गुरुवार रात अखनूर, सांबा, बारामूला और कुपवाड़ा और कई अन्य जगहों पर सायरन बजने और कई विस्फोटों की खबरें आईं। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के प्रयासों को विफल करने के बाद रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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नई दिल्ली । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेनाओं ने कल रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च करके आतंकियों को प्रशिक्षण देने वाले शिविरों को तबाह कर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। भारत ने अपनी सरजमीं पर हुए हमले का जवाब देने के लिए अपने अधिकारों का इस्तेमाल किया है। हमारी यह कार्रवाई बेहद सोच-समझकर सधे हुए तरीके से की गई है। आतंकियों के हौसले पस्त करने के उद्देश्य से यह कार्रवाई महज उनके शिविरों और अन्य ढांचों तक ही सीमित रखी गई है। पाकिस्तान के आतंकी शिविरों को नष्ट किये जाने के बाद रक्षा मंत्री शाम को नई दिल्ली में 66वें बीआरओ दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से 50 प्रमुख बीआरओ परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें 6 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों में 17 सड़कें, 30 पुल और 3 अन्य कार्य शामिल हैं, जिनका निर्माण 1879 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। आज जम्मू कश्मीर, लद्दाख, सिक्किम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कई परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है। हमें जो सड़कें दिखती हैं, जो पुल दिखते हैं, वह सिर्फ दो स्थानों को जोड़ने वाले नहीं होते हैं, बल्कि वह लोगों के दिलों को जोड़ने वाले होते हैं। उन्होंने समारोह में कहा कि सेना ने अपने शौर्य एवं पराक्रम का परिचय देते हुए एक नया इतिहास लिख दिया है। भारत की सेना ने सटीकता, सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ करवाई की है। हमने जो लक्ष्य तय किये थे, उन्हें ठीक तय योजना के अनुसार सटीकता से ध्वस्त किया है। सेना ने किसी भी नागरिक ठिकाने को जरा भी प्रभावित न होने देने की संवेदनशीलता दिखाई है। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सेनाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च करके पहले की तरह ही इस बार भी आतंकियों को प्रशिक्षण देने वाले शिविरों को तबाह करके करारा जवाब दिया है। हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया है, जो उन्होंने अशोक वाटिका उजाड़ते समय किया था ‘‘जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे’’अर्थात केवल उन्हीं को मारा, जिन्होंने हमारे मासूमों को मारा। रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में ही बीआरओ का बजट लगभग दोगुना हो गया है, जिससे सीमा पर बुनियादी ढांचों के विकास में रिकॉर्ड तोड़ प्रगति हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 में बीआरओ ने 16,600 करोड़ रुपये का उल्लेखनीय व्यय किया है, जो अपने आप में ऐतिहासिक है। बीआरओ ने खुद को सबसे चुनौतीपूर्ण और सुरक्षा के संवेदनशील क्षेत्रों में भी बुनियादी ढांचों के विकास के लिए प्रमुख एजेंसी के रूप में स्थापित किया है। छत्तीसगढ़ के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में भी बीआरओ महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कर रहा है। बीआरओ का कार्य विश्व स्तरीय है, जिसका प्रमुख उदाहरण सेला सुरंग है, जिसका उद्घाटन पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी ने किया था। यह रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
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नई दिल्ली । भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) के आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिखाया। दुनिया के समक्ष भारतीय सेना के पराक्रम से भरे इस ऐतिहासिक ऑपरेशन की आधिकारिक जानकारी रखने के लिए भारतीय सेना की ओर से बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस की अगुवाई दो महिला सैन्य अधिकारियों ने की। इनमें एक भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और दूसरी भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह। जिसके बाद भारतीय सेना की ये दोनों महिला अधिकारी सुर्खियों में हैं।कर्नल सोफिया कुरैशीमूल रूप से गुजरात के वडोदरा की रहने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी ने 1997 में एम.एस. यूनिवर्सिटी से बायोकेमिस्ट्री में मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के बाद भारतीय सेना को चुना और "कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स" में शामिल होकर कई सफलताएं हासिल कीं। उनके दादा भी भारतीय सेना से जुड़े हुए थे। सोफिया आज खुद और उनके पति दोनों भारतीय सेना की मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री में अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।साल 2016 में कर्नल सोफिया ने भारतीय सेना के इतिहास में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। वे पहली महिला अधिकारी बनीं जिन्होंने भारतीय दल का नेतृत्व किया और 18 देशों द्वारा आयोजित बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास “फोर्स 18” में भाग लेने वाली एकमात्र महिला कमांडर रहीं। उनके नेतृत्व में भारतीय दल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने कौशल और संकल्प शक्ति का प्रदर्शन किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शांति मिशनों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। संयुक्त राष्ट्र के पीसकीपिंग ऑपरेशन्स के तहत छह वर्षों की सेवा के दौरान, वे 2006 में कांगो में तैनात रहीं। शांति स्थापना और मानवीय सहायता के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा। उनका स्पष्ट संदेश है: “विवादग्रस्त क्षेत्रों में शांति लाने का प्रयास मेरे लिए गौरव का क्षण रहा।”विंग कमांडर व्योमिका सिंह18 दिसंबर 2004 को भारतीय वायुसेना में कमीशन हुईं विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूदा समय की बेहतरीन विंग कमांडर में से एक हैं। उनके पास लड़ाकू हेलिकॉप्टर उड़ाने का बेहतरीन अनुभव है। चीता, चेतक जैसे लड़ाकू हेलिकॉप्टर उड़ाने में उन्हें महारथ हासिल है। उनके पास 2500 से भी ज्यादा घंटे की उड़ान का अनुभव और उन्हें ऊंचे पहाड़ी इलाकों में उड़ान की विशेषज्ञता हासिल है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में कई ऑपरेशन किए हैं। व्योमिका सिंह को वायुसेना में शामिल होने के 13 साल बाद विंग कमांडर का पद मिला। 18 दिसंबर 2017 में वे विंग कमांडर बनीं।व्योमिका सिंह ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) में भाग लिया। वह अपने परिवार की पहली सदस्य हैं, जिन्होंने सशस्त्र बलों में सेवा की है। वायुसेना में शामिल होकर व्योमिका सिंह ने अपने बचपन का सपना पूरा किया। वे छठी कक्षा से ही वायुसेना में शामिल होने का इरादा रखती थीं। उनके नाम व्योमिका का अर्थ है- आकाश में निवास करने वाली।
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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारतीय रॉकेट 140 करोड़ भारतीयों के सपनों के लेकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि भारत का अंतरिक्ष विजन वसुधैव कुटुम्बकम के प्राचीन दर्शन में निहित है।प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्लोबल कॉन्फ्रेंस ऑन स्पेस एक्सप्लोरेशन (जीएलईएक्स) 2025 को संबोधित किया। दुनिया भर से आए प्रतिनिधियों, वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने जीएलईएक्स 2025 में भारत की उल्लेखनीय अंतरिक्ष यात्रा पर प्रकाश डाला और कहा कि अंतरिक्ष केवल एक गंतव्य नहीं है, बल्कि यह जिज्ञासा, साहस और सामूहिक प्रगति की घोषणा है। 1963 में एक छोटे रॉकेट को लॉन्च करने से लेकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला पहला देश बनने तक, हमारी यात्रा उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि भारतीय रॉकेट पेलोड से कहीं अधिक ले जाते हैं। वे 140 करोड़ भारतीयों के सपनों के लेकर जाते हैं। भारत की अंतरिक्ष प्रगति महत्वपूर्ण वैज्ञानिक मील का पत्थर है और यह इस बात का प्रमाण है कि मानवीय भावना गुरुत्वाकर्षण को चुनौती दे सकती है।उन्होंने 2014 में अपने पहले प्रयास में मंगल पर पहुंचने की भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि को याद किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि चंद्रयान-1 ने चंद्रमा पर पानी की खोज में मदद की, चंद्रयान-2 ने चंद्र सतह की उच्चतम-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें प्रदान कीं और चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में समझ को और बढ़ाया। उन्होंने कहा, “भारत ने रिकॉर्ड समय में क्रायोजेनिक इंजन विकसित किए, एक ही मिशन में 100 उपग्रहों को लॉन्च किया और भारतीय लॉन्च वाहनों का उपयोग करके 34 देशों के लिए 400 से अधिक उपग्रहों को सफलतापूर्वक तैनात किया।” उन्होंने भारत की नवीनतम उपलब्धि इस वर्ष अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को डॉक करने को रेखांकित करते हुए इसे अंतरिक्ष अन्वेषण में एक बड़ा कदम बताया।मोदी ने कहा कि भारत का अंतरिक्ष दृष्टिकोण वसुधैव कुटुम्बकम के प्राचीन दर्शन में निहित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की अंतरिक्ष यात्रा केवल अपने विकास के बारे में नहीं है, बल्कि वैश्विक ज्ञान को समृद्ध करने, साझा चुनौतियों का समाधान करने और भावी पीढ़ियों को प्रेरित करने के बारे में है। उन्होंने सहयोग के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्र एक साथ सपने देखने, एक साथ निर्माण करने और एक साथ सितारों तक पहुंचने के लिए खड़ा है। उन्होंने विज्ञान और बेहतर भविष्य के लिए सामूहिक आकांक्षा द्वारा निर्देशित अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नया अध्याय शुरू करने का आह्वान किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की अंतरिक्ष यात्रा दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बारे में नहीं है, बल्कि एक साथ अधिक से अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने के बारे में है। उन्होंने मानवता के लाभ के लिए अंतरिक्ष की खोज के सामूहिक लक्ष्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता के दौरान शुरू किया गया जी-20 सैटेलाइट मिशन ग्लोबल साउथ में एक महत्वपूर्ण योगदान होगा। मोदी ने कहा कि आने वाले हफ्तों में, एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक संयुक्त इसरो-नासा मिशन के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा करेगा। उन्होंने भारत के दीर्घकालिक विजन को रेखांकित करते हुए कहा कि 2035 तक, भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन अभूतपूर्व अनुसंधान और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने घोषणा की कि 2040 तक एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर अपने पदचिह्न छोड़ेगा और कहा कि मंगल और शुक्र भारत की भविष्य की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं में प्रमुख लक्ष्य बने रहेंगे।
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पुंछ । जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास से मंगलवार को एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया गया है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठिए की उम्र 20 साल के आसपास है। नियंत्रण रेखा पार कर इस तरफ घुसने के तुरंत बाद सेना के जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए घुसपैठिए को पूछताछ के लिए ले जाया गया है। विस्तृत जानकारी का इंतजार है।
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साना (यमन)/बेरूत (लेबनान) । इजराइल ने अपने हवाई अड्डे पर हूती विद्रोहियों के मिसाइल हमले का तगड़ा जवाब दिया है। इजराइल की वायुसेना ने सोमवार को यमन के होदेदा शहर पर हवाई हमले किए। इसके अलावा लेबनान के बेका क्षेत्र में हिजबुल्लाह के सैन्य हथियार उत्पादन और भंडारण सुविधा केंद्र पर हमला किया।इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर यह जानकारी दी। आईडीएफ के अनुसार, इजराइल की वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने यमन के तट पर हूती आतंकी ठिकानों पर हमला किया।यह हमला हूती के हमलों के जवाब में किया गया। इजराइल के लड़ाकू विमानों ने हुदैदाह बंदरगाह को निशाना बनाया। हूती इसका इस्तेमाल सैन्य रणनीति के रूप में काम करता है। यहां से ईरानी हथियार प्राप्त होते हैं।आईडीएफ के अनुसार, इसके अलावा अल-हुदैदाह शहर के पूर्व में स्थित बाजिल कंक्रीट प्लांट पर भी हमला किया गया। यहां से हूती को भूमिगत सुरंगों का जाल बिछाने में मदद मिलती है। आई़डीएफ के अनुसार, इससे पहले लेबनान के बेका क्षेत्र में हिजबुल्लाह के हथियार उत्पादन और भंडारण सुविधा के भीतर सटीक हमला किया गया इसके अतिरिक्त श्रीफा के क्षेत्र में उसके बुनियादी ढांचे को तहस-नहस कर दिया गया।
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मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की सरकार में प्रदेश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है...मध्य प्रदेश विकार के नए आयामों को छू रहा है.. पिछले 1 वर्ष में मध्यप्रदेश में विकास कार्यों को नई गति मिली है...मोहन सरकार भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेई के सपने को साकार करती हुई...देश की पहली नदी जोड़ी परियोजना केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना की शुरआत की है...मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य जहां नदियों को जोड़ने के अभियान की शुरूआत हुई है... सरकार की इस पहल से बुंदेलखंड क्षेत्र में समृद्धि और खुशहाली के नये द्वार खुल गए है....भारत इतना विशाल देश है....कि यहां काफी विविधता पाई जाती है....किसी हिस्से में सूखा पड़ जाता है....तो कहीं ज्यादा पानी की वजह से बाढ़ आ जाती है...इस समस्या को कम करने के लिए मुख्या मंत्री डॉ मोहन यादव ने एक नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना की शुरुआत की है... इस योजना में सरकार उत्तर प्रदेश के साथ मिल कर काम करेगी...सीएम यादव की सरकार ने किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए पानी की समस्या को दूर करने के लिए इस योजना को शुरू किया... योजना से सिचाई के साथ साथ सभी को पिने के लिए पर्याप्त पानी भी मिलेगा...नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना से मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है...जहां नदियों को जोड़ने के अभियान की शुरूआत की गई है.... इस परियोजना से मध्य प्रदेश को बड़ा लाभ होगा... मध्य प्रदेश के पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी और दतिया इससे लाभान्वित हों रहे है.. वहीं उत्तरप्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा में भी पानी पहुंचाया रहा है....केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचाई और 2.13 किलोमीटर लंबाई वाला बांध बनाया जाएगा...इस बांध को दौधन बांध कहा जाएगा... इसके साथ ही दो टनल का निर्माण कर बांध में 2,853 मिलियन घन मीटर पानी को स्टोर किया जाएगा... मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना, देश में भूमिगत दाबयुक्त पाइप सिंचाई प्रणाली अपनाने वाली सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है...यह परियोजना मध्यप्रदेश के छतरपुर और पन्ना जिले में केन नदी पर निर्मित की जा रही है... परियोजना के अंतर्गत पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊँचाई एवं 2.13 किलोमीटर लंबाई के दौधन बांध एवं 2 टनल का निर्माण कर बांध में 2,853 मिलियन घन मीटर जल का भंडारण किया जायेगा... केन नदी पर दौधन बांध से 221 कि.मी. लंबी लिंक नहर के द्वारा दोनों राज्यों में सिंचाई एवं पेयजल की सुविधा प्रदान करते हुए केन नदी के अधिशेष जल को बेतवा नदी में अंतरित किया जाएगा... परियोजना से दाबयुक्त सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के माध्यम से मध्य प्रदेश के 10 जिले पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी एवं दतिया के 2 हजार ग्रामों में 8.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। इससे लगभग 7 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे...
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देहरादून/बदरीनाथ । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बदरीनाथ के कपाट खुलने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से पहली महाभिषेक पूजा कर देश और राज्य की सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने धाम में तीर्थयात्रीयों और श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और तीर्थयात्रियों से यात्रा व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया। मांगलिक स्वर लहरियों के बीच बदरीनाथ मंदिर के कपाट रविवार सुबह छह बजे रवि पुष्य लग्न में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। सुबह लगभग 10 बजे भगवान बदरी विशाल का अभिषेक पूजा शुरू हुई। बद्री केदार मंदिर समिति और उत्तराखंड सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से भगवान बदरीविशाल का प्रथम महा अभिषेक पूजा सम्पन्न हुई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मंदिर परिसर में स्थित लक्ष्मी मंदिर, गणेश मंदिर, आदि गुरु शंकराचार्य गद्दी सहित सभी मंदिरों में पूजा अर्चना की। बदरीनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर देश और दुनिया के लगभग 15 हजार श्रद्धालु मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सकुशल चारधाम यात्रा और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत बेहतर व्यवस्थाओं के लिए राज्य सरकार की ओर से हर स्तर पर प्रयास किया गया है। देवभूमि उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि वह हरित और स्वच्छ चारधाम यात्रा के लिए राज्य को पूरा सहयोग दें। यात्री सुविधा और सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करें मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी से बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान के कार्यों की विस्तृत जानकारी लेते हुए मंदिर के समीप हो रहे निर्माण कार्यों का जायजा भी लिया। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी को मास्टर प्लान के कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। साथ ही बदरीनाथ धाम में यात्रा व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को यात्री सुविधा और सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करने को कहा। हेमकुंड साहिब यात्रा तैयारियों की ली जानकारी मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से श्रीहेमकुंड साहिब यात्रा तैयारियों की जानकारी लेते हुए यात्री सुविधाओं को शीघ्र व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोविंदघाट में अलकनंदा नदी में निर्माणाधीन पुल के निर्माण कार्य की जानकारी ली। जिलाधिकारी को पुल के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर यात्रा से पूर्व पुल का निर्माण गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के आदेश दिए। इस दौरान राज्य सभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज,विधायक लखपत बुट्टोला, बीकेटीसी के नवनियुक्त उपाध्यक्ष विजय कपरवाण व ऋषि प्रसाद सती, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल आदि मौजूद थे।
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रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने चेन्नई सुपरकिंग्स को 2 रन से हराकर पॉइंट्स टेबल में पहले स्थान पर पहुंच गई है...पहले बैटिंग करते हुए RCB ने 213 रन बनाए...चेन्नई सुपरकिंग्स 211 रन ही बना पाई...CSK पहले ही प्लेऑफ से बाहर हो चुकी है....और फिलहाल 10वें स्थान पर है....वहीं RCB ने अपने 11 में से 8 मुकाबले जीतकर 16 अंकों के साथ टॉप पर है....अब प्लेऑफ अपनी जगह पक्की करने के लिए RCB को बाकी के तीन मैचों में सिर्फ एक जीत की ज़रूरत है....
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वाराणसी । योग के क्षेत्र में अपनी विलक्षण साधना और दीर्घायु जीवन के लिए प्रसिद्ध पद्मश्री योग गुरु बाबा शिवानंद का शनिवार देर शाम निधन हो गया। 129 वर्ष के सुदीर्घ जीवन जीने वाले बाबा ने बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में अंतिम सांस ली। उम्रजनित स्वास्थ्य समस्याओं के चलते वह पिछले तीन दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।उनका पार्थिव शरीर शनिवार रात करीब साढ़े 11 बजे दुर्गाकुंड स्थित कबीरनगर कॉलोनी के आश्रम लाया गया। बाबा शिवानंद का अंतिम संस्कार रविवार अपराह्न हरिश्चंद्र घाट पर किया जाएगा। बाबा शिवानंद के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने 'एक्स' पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि योग के क्षेत्र में अप्रतिम योगदान देने वाले काशी के प्रख्यात योग गुरु पद्मश्री स्वामी शिवानंद जी का निधन अत्यंत दुःखद है। आपकी साधना और योगमय जीवन सम्पूर्ण समाज के लिए प्रेरणा है। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति एवं उनके अनुयायियों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। आठ अगस्त 1896 को अविभाजित भारत के बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश के श्रीहट्ट जिले) में जन्मे बाबा शिवानंद को वर्ष 2022 में पद्मश्री सम्मान से अलंकृत किया गया था। तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया था। सम्मान ग्रहण करते समय उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य गणमान्य अतिथियों का अभिवादन कर साष्टांग दंडवत प्रणाम कर अपनी विनम्रता, पद्म सम्मान और राष्ट्रपति के प्रति आदर दिखाया था। उनके शिष्यों के अनुसार बाबा शिवानंद अन्न का त्याग कर योग साधना को जीवन का केंद्र बनाए हुए थे। वह न केवल स्वयं साधना में लीन रहते थे, बल्कि समाज को भी योग अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। बाबा के आश्रम के शिष्य डॉ देवाशीष ने बताया कि पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक प्रदेश के विभिन्न शहरों में रहने वाले बाबा के अनुयायियों ने अन्तिम संस्कार में भाग लेने के लिए काशी के लिए प्रस्थान कर दिया है। उनके आने पर रविवार शाम को अन्तिम संस्कार होगा। योग गुरु पद्मश्री बाबा शिवानंद के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक 129 वर्ष का सुदीर्घ जीवन जीनेवाले पद्मश्री बाबा शिवानंद के निधन पर वाराणसी के साथ और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताया है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा है कि योग साधक और काशी निवासी शिवानंद बाबा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। योग और साधना को समर्पित उनका जीवन देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। योग के जरिए समाज की सेवा के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था। शिवानंद बाबा का शिवलोक प्रयाण हम सब काशीवासियों और उनसे प्रेरणा लेने वाले करोड़ों लोगों के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं इस दुःख की घड़ी में उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। खास बात यह रही कि योग गुरू बाबा शिवानंद के खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी प्रशंसक रहे। बाबा देश में कहीं भी रहते थे, लेकिन जब चुनाव होता था तो वे काशी आकर अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करते थे। उन्होंने इस साल की शुरुआत में प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचकर पवित्र संगम में आस्था की डुबकी भी लगाई थी।
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भारत ने पाकिस्तान से आने वाले सभी सामानों के आयात पर रोक लगा दी है। सरकार ने शनिवार को नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें कहा गया कि इस बैन से किसी को छूट चाहिए तो सरकार से परमिशन लेनी होगी। अब पाकिस्तान से सीधे या किसी और रास्ते से कोई भी चीज भारत में नहीं लाई जा सकेगी। यह फैसला देश की सुरक्षा और जनता के हित में लिया गया है। यह नियम तुरंत लागू हो गया है। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया है। इससे पहले भारत ने शुक्रवार देर रात पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार का X अकाउंट ब्लॉक कर दिया है। तरार ने पाकिस्तान पर भारतीय हमले का दावा किया था। भारत ने शुक्रवार को ही पाकिस्तान PM शहबाज शरीफ का ऑफिशियल यूट्यूब चैनल और इंस्टा अकाउंट ब्लॉक कर दिया था।
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मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश सहित 19 राज्यों में आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है ... राजस्थान में धूलभरी आंधी चल सकती है। वहीं, ओडिशा, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में तेज बारिश हो सकती है। दिल्ली में शुक्रवार को हुई बेमौसम बारिश के बाद आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। बदले हुए मौसम के बावजूद शुक्रवार को महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश के 12 शहरों में तापमान 43° से 44° के बीच रिकॉर्ड किया गया। महाराष्ट्र का अकोला 44.9° के साथ देश का सबसे गर्म शहर रहा। इससे पहले दिल्ली-NCR, UP और छत्तीसगढ़ में हुई आंधी-बारिश और बिजली-पेड़ गिरने की घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई। इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश में 4-4 और छत्तीसगढ़ में 2 लोगों ने जान गंवाई है। आगे भी लगभग एक हफ्ते ऐसा मौसम रह सकता है। तेज हवा और गरज-चमक के साथ बारिश होती रहेगी। इसके बाद मई में उत्तर भारत के कई हिस्सों में सामान्य से ज्यादा गर्मी की संभावना है।
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गरियाबंद/रायपुर । छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों के साथ बीती रात शोभा थाना क्षेत्र के घने जंगलों में हुई मुठभेड़ में मारे गए हार्डकोर नक्सली की पहचान मोस्ट वांटेड नक्सली नेता आयतू उर्फ योगेश कोरसा के रूप में हुई है।पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा ने बताया कि बीती देर रात सुरक्षाबलों और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गरियाबंद में मारे गए हार्डकोर नक्सली की शिनाख्त की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मारा गया हार्डकोर नक्सली आयतू उर्फ योगेश कोरसा नक्सल संगठन में संभाग स्तरीय नेता के रूप में सक्रिय था और उस पर पुलिस जवानों की हत्या, हत्या की साजिश, लूटपाट सहित कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। छत्तीसगढ़ के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ कई संगीन धाराओं में मामले दर्ज थे। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने एक राइफल और भारी मात्रा में नक्सली साहित्य भी बरामद किया है। एसपी ने इस कार्रवाई में शामिल जवानों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है।
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नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश में शिरगुल महाराज के दर्शन पर राज्य सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स पर सियासी पारा चढ़ गया है। इस टैक्स को लेकर भाजपा भड़क गई है। शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि वहां चूड़धार का मंदिर है, इस मंदिर में वहां के इष्टदेव शिरगुल महाराज हैं। बड़े पैमाने पर शिमला, सोलन, सिरमौर और उत्तराखंड के श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। उन शिरगुल महाराज के दर्शनार्थियों और भक्तों पर सुक्खू सरकार ने टैक्स लगा दिया है। प्रेम शुक्ला ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने मंदिरों पर टैक्स लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब तो सिर्फ भक्तों से टैक्स लेता था लेकिन कांग्रेस शासनकाल में जिन घोड़ों और खच्चरों पर सवार होकर भक्त जाते हैं, उन घोड़ों और खच्चरों पर भी टैक्स लादने का काम सुक्खू सरकार ने किया है।उल्लेखनीय है कि चूड़धार स्थित शिरगुल देवता मंदिर के कपाट हर साल की तरह एक मई को अधिकारिक तौर पर खोल दिए गए। श्रद्धालु भगवान शिव और शिरगुल देवता के दर्शन के लिए जा सकेंगे। इस साल कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु बम भोले के जयकारों के साथ जिला शिमला और सिरमौर की 11765 फीट ऊंची चोटी पर विराजमान भगवान शंकर की भव्य प्रतिमा के दर्शन के लिए जाते हैं। शिरगुल महाराज के प्रति हिमाचल समेत देशभर के श्रद्धालुओं में बड़ी आस्था है। शिरगुल महाराज शिमला, सोलन, सिरमौर के साथ-साथ उत्तराखंड के जौनसारबावर के लोगों के इष्ट देव हैं। इन क्षेत्रों के लोगों का तो वहां अक्सर आना-जाना रहता है। सभी का एक सांस्कृतिक जुड़ाव भी है। लोग अपनी पहली फसल का उत्पाद यहां चढ़ाने आते हैं।
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गीतकार जावेद अख्तर ने पाकिस्तानी कलाकारों पर लगे बैन का समर्थन किया है ...उन्होंने कहा अब पाकिस्तान के लिए फ्रैंडली फीलिंग पूरी तरह खत्म हो चुकी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में काम करने का मौका देना पूरी तरह से एकतरफा है क्योंकि पाकिस्तान में आज तक लता मंगेशकर की एक परफॉर्मेंस तक नहीं होने दी गई है। उन्होंने इस एकतरफा काम करने के तरीके का पूरी तरह खंडन किया है। जावेद अख्तर ने कहा है, 'पाकिस्तान के बड़े कवियों ने लता मंगेशकर के लिए गाने लिखे हैं। वो 60-70 के दशक में भारत और पाकिस्तान की सबसे पॉपुलर सिंगर थीं, लेकिन आज तक पाकिस्तान में कभी उनकी एक भी परफॉर्मेंस नहीं हुई। मुझे पाकिस्तानी लोगों से शिकायत नहीं। वहां के लोग उन्हें पसंद करते थे, लेकिन उनका रास्ता रोका गया था। सिस्टम ने बाधा डाली, जो मैं कभी नहीं समझ सकता। ये जो एकतरफा ट्रैफिक है, कहीं न कहीं हम इससे थक चुके हैं कि ये बात तो ठीक नहीं है। तुम्हारी तरफ से तो हमें रिस्पॉन्स मिलता नहीं है। ये कब तक चलेगा।'
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भारत-पाकिस्तान में चल रहे तनाव के बीच यूपी के शाहजहांपुर में भारतीय वायुसेना गंगा एक्सप्रेस-वे पर अपना दमखम दिखा रही है। 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी पर मिराज, राफेल और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान आंधी-तूफान के बीच लैंडिंग और टेक-ऑफ की प्रैक्टिस कर रहे हैं। सबसे पहले एक लड़ाकू विमान ने एक्सप्रेस-वे पर 'टच एंड गो' किया। फिर दूसरे विमान ने एक्सप्रेस-वे पर लैंड किया। उसे आगे बढ़ना था, लेकिन हवा की गति इतनी तेज थी कि वह आगे नहीं बढ़ सका। इसके बाद पायलट ने विमान का रुख हवा की दिशा में मोड़ दिया। गंगा एक्सप्रेस-वे यूपी का चौथा ऐसा एक्सप्रेस-वे है, जिसमें हवाई पट्टी है। यह रात में लैंडिंग की क्षमता वाला देश का पहला एक्सप्रेस-वे है। गंगा एक्सप्रेस-वे 36,230 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। यह 594 किलोमीटर लंबा है, जो मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमान उतर गए हैं। सबसे पहले एक लड़ाकू विमान ने एक्सप्रेस-वे पर 'टच एंड गो' किया। फिर दूसरे विमान ने एक्सप्रेस-वे पर लैंड किया। आसपास के लोग अपने बच्चों के साथ जंगी जहाज देखने पहुंचे ... बच्चों ने 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे लगाए।
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नई दिल्ली । टैक्स कलेक्शन के मोर्चे पर आज अच्छी खबर आई। अप्रैल में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) का कलेक्शन सालाना आधार पर 12.6 प्रतिशत बढ़ कर 2.37 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। जीएसटी कलेक्शन का ये अभी तक का ऑल टाइम हाई लेवल है।जीएसटी कलेक्शन के आज जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले साल यानी 2024 के अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन कुल 2.10 लाख करोड़ रुपये था। इसी तरह पिछले महीने यानी मार्च 2025 में कुल 1.96 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ था। अप्रैल में हुए जीएसटी कलेक्शन में घरेलू लेन-देन से मिलने वाली जीएसटी की राशि 10.7 प्रतिशत बढ़ कर लगभग 1.9 लाख करोड़ रुपये हो गई। वहीं, इंपोर्टेड गुड्स (आयातित सामान) से जीएसटी के रूप में मिलने वाला राजस्व 20.8 प्रतिशत बढ़कर 46,913 करोड़ रुपये हो गया। अगर रिफंड की बात की जाए तो पिछले महीने जारी किया गया रिफंड भी 48.3 प्रतिशत बढ़ कर 27,341 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस रिफंड को एडजस्ट करने के बाद अप्रैल के महीने में हुआ शुद्ध जीएसटी कलेक्शन 9.1 प्रतिशत बढ़ कर 2.09 लाख करोड़ से अधिक हो गया। मार्च के महीने में भी जीएसटी कलेक्शन में फरवरी के मुकाबले करीब 10 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी, जिसके कारण मार्च का जीएसटी कलेक्शन 11 महीने के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि मार्च के महीने में रिफंड के बाद शुद्ध जीएसटी कलेक्शन में 9 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी।
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योग गुरु बाबा रामदेव उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे...जहा उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किए और भस्म आरती में भाग लिया... उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की... और कहा कि बाबा महाकाल ऐसे राक्षसी लोगों के खिलाफ काल बनकर खड़े होंगे और सत्य की जीत होगी... अक्षय तृतीया पर्व पर योग गुरु बाबा रामदेव उज्जैन में बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए.... उन्होंने नंदीहाल में बैठकर भस्म आरती देखी...महाकाल मंदिर समिति द्वारा बाबा रामदेव का सम्मान किया गया... बाबा रामदेव ने कहा की मैं पहली बार अक्षय तृतीया के अवसर पर बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल होकर अभिभूत हूँ...पहलगाम में पर्यटकों की मौत पर उन्होंने कहा की धर्म पूछ कर लोगो को गोली मारना यह बहुत घिनौना पाप पाकिस्तान ने किया है...भारत सरकार उसे जरूर जवाब देगी... बाबा महाकाल ऐसे राक्षसी लोगों के खिलाफ काल बनकर खड़े होंगे और सत्य की विजय होगी... भारत सरकार द्वारा सेना को फ्री हैंड करना चाहिए...यही युग धर्म है और यही राष्ट्र धर्म है जो मोदी सरकार कर रही है...
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नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला लिया है...देश में आजादी के बाद पहली बार जाति जनगणना कराई जाएगी...केंद्रीय कैबिनेट ने जाति जनगणना को मंजूरी दी...केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इसे मूल जनगणना के साथ ही कराया जाएगा...देश में इसी साल के आखिर में बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं....जनगणना की प्रोसेस पूरी होने में एक साल का समय लगेगा...ऐसे में जनगणना के अंतिम आंकड़े 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में मिल सकेंगे...देश में पिछली जनगणना 2011 में हुई थी...इसे हर 10 साल में किया जाता है।
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श्रीनगर । पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर हाई अलर्ट पर तैनात सुरक्षाबलों ने श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, क्योंकि उसका चेहरा पुलिस के जारी स्केच में एक संदिग्ध व्यक्ति से मेल खाता है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के मानगाह के निवासी दातुल्ला खान के बेटे मोहम्मद शफी खान पठान को चंडीगढ़ जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई6051 में सवार होने की कोशिश करते समय केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कर्मियों ने रोक लिया। उसके साथ चार अन्य लोग भी थे और उसे 11ः25 बजे यात्रा करनी थी। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान समूह ने अधिकारियों को बताया कि वे दीपक कुमार के अधीन काम कर रहे हैं, जिसकी पहचान एक फिल्म यूनिट के प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में की गई है। उन्होंने दावा किया कि वे कारगिल युद्ध पर आधारित सफ़ेद सागर नामक एक फिल्म की शूटिंग के लिए चंडीगढ़ जा रहे थे। हालांकि, सीआईएसएफ अधिकारियों का कहना है कि पहलगाम में हुए घातक हमले के सिलसिले में जारी किए गए स्केच में संदिग्धों में से एक जैसी शक्ल दिखने पर मोहम्मद शफी को हिरासत में लिया गया है। बाद में सभी पांच व्यक्तियों को बडगाम पुलिस को सौंप दिया गया। अधिकारी उन्हें आगे की पूछताछ और सत्यापन के लिए व्यक्तिगत रूप से पुलिस पोस्ट हुमहामा ले गए हैं। अभी तक इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि हिरासत में लिए गए व्यक्ति का पहलगाम हमले से कोई सीधा संबंध है या नहीं। आगे की जांच जारी है।
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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार शाम राजधानी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ आपातकालीन सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अहम बैठक को सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीति में निर्णायक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को कुचलने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमता पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि सेना को कार्रवाई के तरीक़े, लक्ष्य और समय तय करने की पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता है। करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री को मौजूदा हालात की जानकारी दी और विभिन्न सैन्य विकल्पों पर चर्चा की। उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कड़ा संदेश दिया था। उन्होंने इस हमले को भारत की आत्मा पर हमला बताया था और कहा था कि भारत आतंकवादियों और उनके समर्थकों का ‘धरती के अंतिम छोर तक’ पीछा करेगा और उन्हें ‘कल्पना से परे’ सजा देगा।
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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के हित में अहम निर्णय लिए गए। बैठक में मंत्रि-परिषद ने ट्रांसफर नीति को मंजूरी दी है। इस नीति के अनुसार, प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों के एक मई से 30 मई तक तबादले हो सकेंगे। इसमें स्वैच्छिक तबादले भी शामिल है। विभाग खुद भी पॉलिसी बना सकेंगे। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग से अनुमति लेना होगा। बैठक में हुए निर्णयों की जानकारी देते हुए नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि 30 मई तक ई-ऑफिस से ही तबादले आवेदन लिए जाएंगे। इसके बाद तबादले नहीं हो सकेंगे। विभाग अपनी सुविधा अनुसार तबादला नीति बना भी सकेंगे। मंत्री और प्रभारी मंत्रियों को भी इसका अधिकार दिया गया है। उनसे कहा गया है कि वे 30 मई से पहले सभी तबादला आदेश जारी कर दें। उन्होंने बताया कि सरकार ने तबादलों की प्रतिशत सीमा में स्वैच्छिक तबादलों को इसलिए जोड़ा है, ताकि कुल पदों के हिसाब से तबादले का प्रतिशत बना रहे। अगर स्वैच्छिक तबादलों को अलग रखा जाएगा तो कुल पदों की संख्या के प्रतिशत से यह अधिक हो जाएगा। इसलिए मंत्रि-परिषद ने तय किया है कि स्वैच्छिक तबादलों को भी पदों के आधार पर तय तबादला संख्या और प्रतिशत में जोड़ा जाएगा। विजयवर्गीय ने बताया कि सरकार का ग्रीन एनर्जी पर फोकस है। इसलिए एमपी और यूपी सरकार की बिजली डिमांड को ध्यान रखते हुए प्लान तैयार किया है। प्रदेश में बरसात में बिजली की डिमांड कम हो जाती है जबकि यूपी में बरसात के दौरान डिमांड बढ़ जाती है। मंत्रि-परिषद ने तय किया है कि तीन हजार मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जाएगा। एक हजार मेगावाट कंपोजिट प्लान में रहेगी जबकि दो हजार मेगावाट यूपी को दी जा सकेगी। यह प्लांट चंबल में लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की यूनिफाइड पेंशन योजना (यूपीएस) के लिए छह अधिकारियों की कमेटी बनी है। यह कमेटी कर्मचारियों के लिए वैकल्पिक रूप पेंशन स्कीम का प्रस्ताव तैयार करेगी। इस कमेटी में अशोक बर्णवाल, मनीष रस्तोगी, लोकेश जाटव, तन्वी सुंद्रियाल, अजय कटेसरिया, जेके शर्मा इस कमेटी में शामिल हैं। कमेटी केंद्र सरकार की गाइडलाइन का अध्ययन कर रिपोर्ट देगी। विजयवर्गीय ने बताया कि मंत्रि-परिषद ने निर्णय लिया है कि पराली जलाने पर संबधित किसान की सम्मान निधि एक साल के लिए रुक जाएगी। पराली जलाने वाले किसानों पर केस दर्ज होने पर उस किसान का अनाज समर्थन मूल्य पर खरीदा नहीं जाएगा।
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भोपाल । इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में मध्य प्रदेश टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव-2025 का आयोजन किय गया। कॉन्क्लेव से लगभग 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे लगभग 75 हजार रोजगार सृजित होंगे। यह जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार शाम को कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया प्रदेश में पाँच बड़े नगरों में इण्डस्ट्री पार्क प्रारंभ किये जा रहे हैं। कोरिया जैसे देश जिनसे भारत का पुराना सांस्कृतिक नाता है, वे भी मध्यप्रदेश में निवेश के लिये इच्छुक हैं। आज की कॉन्क्लेव में कोरिया और जापान से भी प्रतिनिधि आये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों का निर्माण किसी मंदिर के बनने की तरह है। उद्योग ऐसे मंदिर हैं जो भगवान की तरह दर्शन जीविका का प्रसाद और आशीर्वाद देते हैं। श्रम शक्ति से लाखों व्यक्तियों को रोजी-रोटी मिलती है। आज के तकनीकी दौर में छोटे देश भी प्रगति कर रहे हैं। युद्धों से विकास में पिछड़ने वाले देश भी उद्यमशीलता से विकसित हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम आज बदलते दौर का भारत देख रहे हैं, जहां कई क्षेत्रों में तीव्र प्रगति हो रही है। इंदौर ने उद्योगों के विकास का कीर्तिमान बनाया है, इंदौर आईटी क्षेत्र की राजधानी है। इंदौर में अतुल पंचशील जैसे उद्योगपति विशिष्ट कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुझे बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आज के टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के भूमि-पूजन एवं शिलान्यास भी हुए हैं। इसमें से जीआईएस-भोपाल में आईटी सेक्टर में प्राप्त 99 प्रस्तावों में से 25 प्रतिशत का आज भूमि-पूजन हुआ है, जो इस बात का द्योतक है कि हम बस वादे नहीं करते, उन्हें धरातल पर उतारकर भी दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल जिले के बैरसिया में मोबाईल, सेमीकंडक्टर डिवाइस पार्क बनाने वाले प्रतिष्ठान विश्व स्तरीय अधोसंरचना का लाभ प्राप्त करेंगे। लगभग 209 एकड़ क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग के इस मेगा प्रोजेक्ट से बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराना संभव होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल के बैरसिया में महत्वपूर्ण निवेश करीब 1500 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने में सफलता मिली है। स्पेस टेक नीति के अंतर्गत यह कार्य होगा। इससे सायबर सुरक्षा के क्षेत्र में नया दौर सामने आयेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर में एग्रीटेक उत्कृष्टता केन्द्र बनेगा। ड्रोन तकनीक सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आयेगा। परदेशीपुरा आईटी पार्क से नई संभावनाएँ विकसित होंगी। इंदौर आईटी क्षेत्र की नई राजधानी बन गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा तैयार की गयी 18 उद्योग हितैषी नीतियों का लोकार्पण किया था। ये नीतियाँ उद्योगों के विकास में उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में अद्भूत कार्य किया है। उनके विकसित भारत@2047 के संकल्प के अनुसार मध्य प्रदेश में निरंतर कार्य हो रहा है। जीआईएस-भोपाल से उद्योग स्थापना के सभी रिकार्ड टूटे हैं। उद्योगपति स्वयं यह कह रहे हैं कि मध्यप्रदेश में एक माह में उद्योग लगाने का कार्य संभव हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश तेज गति से कृषि विकास दर प्राप्त कर रहा है। आगामी 3 मई को कृषि मेला आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 11 हजार से बढ़कर एक लाख 52 हजार रुपये तक पहुंच गयी है। इंदौर में आज हुई कॉन्क्लेव में एमओयू करने वाले सभी औद्योगिक संस्थान बधाई के पात्र हैं। कॉन्क्लेव के दौरान चार नई औद्योगिक नीतियों की गाइड लाईन जारी की गयी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश अब मात्र वादों का नहीं, जनता से किये गये वादों को पूरा कर विकास के पथ पर अग्रसर होने वाला राज्य है। “टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव-2025” मध्यप्रदेश की तकनीकी-परक औद्योगिक यात्रा का स्वर्णिम पड़ाव है। आज का दिन मध्य प्रदेश के टेक्नो-इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। इन्दौर में टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव का सफल आयोजन हुआ है। यह सिर्फ एक कॉन्क्लेव नहीं है, बल्कि प्रदेश की तकनीकी-परक अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में हमने दुनिया को मध्य प्रदेश की प्रौद्योगिकी क्षमता से रूबरू करवाया था। यह कॉन्क्लेव उसी संकल्प का जीवंत उदाहरण है, जहां हम “इरादों को निवेश में” और 'नीतियों को क्रियान्वयन' में बदल रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को हुए अभी 60 दिन ही हुए हैं और इस अल्प समय में टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव का सफल आयोजन हमारी 'प्रॉमिस्ड डिलीवरी' की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के निवेश इरादों को ठोस निवेश में बदलना, राज्य में तकनीकी विकास के लिए सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना, नए आईटी पार्क, सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस, इनक्यूबेटर्स की स्थापना करना, प्रमुख बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं के लिए भूमि-पूजन कर आधारशिला रखना एवं पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं का लोकार्पण करना, जीसीसी, आईटी, आईटीईएस सेमीकंडक्टर्स, ड्रोन, और एवीजीसी-एक्सआर पर चर्चा करके इन नीतियों का सफल क्रियान्वयन कराना, मुख्यमंत्री डॉ. यादव और उद्योगपतियों के बीच विशेष बैठकें आयोजित कर निवेश स्वीकृतियों और परियोजना-स्तरीय चिंताओं पर चर्चा करना और रीयल-टाइम अपडेट और एंड-टू-एंड सुविधा प्रदान करने के साथ प्रदेश को नवाचार और निवेश के लिए एक वैश्विक गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कॉन्क्लेव में 19 निवेशकों से वन-टू-वन मीटिंगभी की गई।
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जम्मू । पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के बाद सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। पेश किये गए प्रस्ताव में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और प्रगति में बाधा डालने के नापाक इरादों को हराने के लिए दृढ़ता से लड़ने का संकल्प लिया गया। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने प्रस्ताव पेश किया, जिसकी शुरुआत सदस्यों ने पिछले सप्ताह इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखकर की। प्रस्ताव में काह गया कि जम्मू-कश्मीर की विधानसभा अपने सभी नागरिकों के लिए शांति, विकास और समावेशी समृद्धि का माहौल बनाने, जम्मू-कश्मीर के सांप्रदायिक सद्भाव और प्रगति को बाधित करने की कोशिश करने वालों के नापाक इरादों को दृढ़ता से हराने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। विशेष सत्र के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह सदन 22 अप्रैल को पहलगाम में निर्दाेष नागरिकों पर किए गए बर्बर और अमानवीय हमले पर गहरा दुख और पीड़ा व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि यह सदन इस जघन्य, कायरतापूर्ण कृत्य की स्पष्ट रूप से निंदा करता है, जिसमें निर्दाेष लोगों की जान चली गई। प्रस्ताव का हवाला देते हुए चौधरी ने कहा कि आतंक के ऐसे कृत्य कश्मीरियत के लोकाचार, हमारे संविधान में निहित मूल्यों और एकता, शांति और सद्भाव की भावना पर सीधा हमला हैं, जो लंबे समय से जम्मू-कश्मीर और हमारे राष्ट्र की विशेषता रही है। दस्तावेज में कहा गया है कि यह सदन पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ पूरी एकजुटता से खड़ा है। हम उन लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्हें अपूरणीय क्षति हुई है। प्रस्ताव में टट्टू सवारी संचालक सैयद आदिल हुसैन शाह के सर्वाेच्च बलिदान का उल्लेख किया गया, जिन्होंने पर्यटकों को आतंकवादी हमले से बचाने की कोशिश करते हुए अपनी जान दे दी। उनका साहस और निस्वार्थता कश्मीर की सच्ची भावना को दर्शाता है और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्थायी प्रेरणा के रूप में काम करेगा। इसमें कहा गया है कि यह सदन कश्मीर और जम्मू के लोगों की हमले के बाद एकता, करुणा और लचीलेपन के उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए सराहना करता है। प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि यह सदन इस हमले के पीड़ितों को चुनिंदा तरीके से निशाना बनाने के पीछे की भयावह साजिश से अवगत है। यह समाज के सभी वर्गों और विशेष रूप से मीडिया से अपील करता है कि वह गैर-जिम्मेदाराना तरीके से भावनाओं को भड़काकर इस भयावह साजिश का शिकार न बनें। इस विभाजन के प्रयास के सामने एकजुट रहने की आवश्यकता पर जोर दिया जा सकता है। प्रस्ताव में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वहां रहने वाले या वहां यात्रा करने वाले कश्मीरी छात्रों और नागरिकों की सुरक्षा, सम्मान और भलाई सुनिश्चित करने और उनके उत्पीड़न, भेदभाव या धमकी को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने की अपील की गई है। प्रस्ताव में कहा गया है कि यह सदन देश भर के सभी राजनीतिक दलों, धार्मिक और सामुदायिक नेताओं, युवा संगठनों, नागरिक समाज समूहों और मीडिया घरानों से शांति बनाए रखने, हिंसा और विभाजनकारी बयानबाजी को अस्वीकार करने और शांति, एकता और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए सामूहिक रूप से काम करने का आह्वान करता है। प्रस्ताव पारित होने से पहले सदन में इस पर बहस चल रही है।
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जयपुर । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगेे ने पहलगाम में आतंकी हमले पर कहा कि देश सबसे पहले है, उसके बाद संगठन और पार्टी। कांग्रेस ने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया और कुर्बानियां भी दीं। संविधान ने इस देश में चाय बेचने वाले को प्रधानमंत्री और एक दलित के बेटे को पार्टी अध्यक्ष बनने का अवसर दिया है। अगर संविधान बचा रहा तो ही लोकतंत्र बचेगा। वह जयपुर के रामलीला मैदान में सोमवार को कांग्रेस पार्टी की 'लोकतंत्र बचाओ रैली' को संबोधित कर रहे थे। रैली की शुरुआत पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इस दौरान शहीदों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया। राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की अगुआई में आयोजित रैली में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीदों को नमन करता हूं। कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है और देशभर के लोग वहां घूमने जाते हैं। हाल ही में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के नेता शामिल हुए, लेकिन स्वयं प्रधानमंत्री नहीं आए। प्रधानमंत्री बिहार में चुनावी भाषण देने चले जाते हैं, जबकि राहुल गांधी अमेरिकी दौरे को रद्द कर जम्मू-कश्मीर जाने के निर्णय लेते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश में ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियां दबाव में हैं। जब संवैधानिक संस्थाएं स्वतंत्र नहीं रहेंगी तो लोकतंत्र कैसे बचेगा? उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की सराहना करते हुए कहा कि वे जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने का बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। सचिन पायलट ने भी आतंकवाद पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जब मुंबई हमला हुआ था, तब कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का समर्थन किया था। आज भी राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ खड़ी है। पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाना चाहिए। पायलट ने चेताया कि पाकिस्तान भारत में धर्म और जाति के नाम पर नफरत फैलाना चाहता है, इसलिए देशवासियों को सतर्क रहना होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का चयन दिल्ली से आई एक "पर्ची" से किया गया, जिससे प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया गया। जयपुर से कांग्रेस ने लोकतंत्र बचाओ रैली के जरिए पार्टी ने देशभर में अपने जनसंघर्ष अभियान का शंखनाद कर दिया है।
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मुंबई । इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 का 45वां मैच रविवार को मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच खेला जा रहा है। मैच में लखनऊ की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया है। मुंबई की टीम बल्लेबाजी कर रही है। इस मैच में मुंबई इंडियंस की तरफ से साउथ अफ्रीका के ऑलराउंडर कॉर्बिन बॉश ने आईपीएल में डेब्यू किया है। मुंबई इंडियंस ने अनोखे अंदाज में सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "बिग बॉश (कॉर्बिन बॉश) चाहते हैं आप उनका एमआई डेब्यू जरूर देखें।" कॉर्बिन बॉश को मुंबई इंडियंस ने मेगा ऑक्शन में नहीं खरीदा था। वह चोटिल तेज गेंदबाज लिजाद विलियम्स की जगह मुंबई की टीम में रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम शामिल हुए थे। साउथ अफ्रीका के इस स्टार क्रिकेटर ने 86 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 81 के हाइएस्ट स्कोर के साथ 663 रन बनाएं हैं और 59 विकेट लिए हैं।
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इस्लामाबाद । पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए कड़े कदमों से पाकिस्तान बौखला गया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ व बिलावल भुट्टो के बाद अब वहां के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भारत को गीदड़ भभकी दी है। कहा कि यदि भारत ने पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो 240 मिलियन पाकिस्तानी आखिरी सांस तक लड़ने के तैयार बैठे हैं। पाकिस्तानी अखबार डान के मुताबिक गृह मंत्री नकवी यहीं नहीं रुके। उन्होंने यहां तक आरोप लगा दिए कि भारत पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों में शामिल है। भारत की धमकियों से पाकिस्तान की सरकार डरने वाली नहीं हैं। गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल समझौते को रद्द करने समेत कई बड़े कदम उठाए हैं। इसके चलते पाकिस्तान के नेता आपा खो बैठे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जहां भारत को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे चुके हैं, वहीं बिलावल भुट्टो ने तो यहां तक कह डाला कि सिंधु में या तो पानी बहेगा या फिर भारत के लोगों का खून। अब गृहमंत्री ने भी आपा खोते हुए उल्टे भारत पर ही आतंकवाद फैलाने का आरोप मढ़ दिया है।
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बेंगलुरू | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पर्यटन स्थल पर हुए आतंकवादी हमले और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न होने के मद्देनजर हाल ही में मैसूर में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का दिया गया एक बयान पाकिस्तान में वायरल हो रहा है। वहां का टीवी मीडिया सिद्धारमैया के बयान को बार-बार प्रसारित कर रहा है और इसे इस तरह से पेश कर रहा है, जैसे पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने के मुद्दे पर भारत में आंतरिक असंतोष भड़क उठा है। इस वीडियाे मेंसिद्धारमैया के बयान काे लेकर भाजपा ने उन पर हमला किया। एक निजी पाकिस्तानी समाचार चैनल पर प्रसारित समाचार में कहा गया है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार पाकिस्तान पर युद्ध छेड़ने के लिए तैयार है। हालांकि, केन्द्र सरकार के इस निर्णय से भारत में असंतोष व्याप्त है। वीडियाे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कहते दिख रहे कि पहलगाम की घटना के मद्देनजर पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोई जरूरत नहीं है। पहलगाम की घटना सुरक्षा विफलता का परिणाम थी। केन्द्र सरकार, जो पहले ही इसे स्वीकार कर चुकी है।सिद्धारमैया कहते दिख रहे हैं कि वह इस मामले में पाकिस्तान को शिकार बनाने जा रही है।इस वीडियाे काे लेकर भाजपा नेता आर. अशोक ने पाकिस्तानी मीडिया में प्रसारित मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस बयान का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर सिद्धारमैया पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने सिद्धारमैया को रत्न देने की गारंटी दी है। अशाेक ने कहा कि "पाकिस्तान रत्न" मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, आप अपने बचकाने, बेतुके बयानों से रातोंरात पाकिस्तान में विश्व प्रसिद्ध हो गए हैं। अशोक ने चुटकी लेते हुए कहा, "आपको बधाई।" यदि आप पाकिस्तान जाएं तो पाकिस्तानी सरकार आपको शाही आतिथ्य देगी। अशोक ने कहा कि उन्हें इस बात पर आश्चर्य नहीं हुआ कि पाकिस्तान सरकार ने उन्हें पाकिस्तान के लिए वकालत करने वाले एक महान शांति दूत के रूप में अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया। अशोक ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि हमारे देश की सबसे बड़ी त्रासदी यह है कि आप जैसे लोग एक दुश्मन देश की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रहे हैं, जबकि देश बहुत संवेदनशील स्थिति का सामना कर रहा है और सीमा पर युद्ध का खतरा मंडरा रहा है।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने भी सिद्धारमैया पर तीखा हमला बोला। उन्हाेंने कहा कि पाकिस्तान के प्रति आपकी सहानुभूति का बयान, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ आपकी नफरत भरी बातें। क्या आपको लगता है कि लोगों के मन में आप देशभक्त हैं? इससे संदेह पैदा होता है कि वह पाकिस्तानी मानसिकता के प्रवक्ता हैं। विजयेंद्र ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि पाकिस्तान में आपके बयानों के आधार पर वहां के समाचार चैनल जिस तरह से आपका महिमामंडन कर रहे हैं, उससे लोग समझ रहे हैं कि आपका एजेंडा क्या है।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद देशभर में विदेशी नागरिकों के खिलाफ एक्शन शुरू हो गया है। गुजरात में अहमदाबाद पुलिस ने करीब 890 और सूरत पुलिस ने करीब 130 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया...वैध दस्तावेज नहीं मिलने पर उन्हें भारत से निकाला जाएगा... .गुजरात में गैरकानूनी रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है...अहमदाबाद पुलिस ने 457 और सूरत पुलिस ने 120 बांग्लादेशी नागरिकों को डिटेन किया है.. इन्हें अहमदाबाद के चंदोला तालब में देर रात कॉम्बिंग ऑपरेशन करके डिटेन किया गया…पिछले कुछ सालों से चंदोला तालाब गैरकानूनी रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों का बड़ा सेंटर बन गया था…पिछले साल भी पुलिस ने 127 बांग्लादेशी नागरिकों को चंदोला तालाब से डिटेन किया था…गुजरात पुलिस के अनुसार अहमदाबाद और सूरत में जाली दस्तावेजों के साथ भारत में रहने वाले बांग्लादेश के 550 से अधिक अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लिया गया… सत्यापन और पूछताछ पूरी होने के बाद निर्वासन की कार्यवाही की जाएगी…हिरासत में लिए गए सभी व्यक्ति वैध दस्तावेजों के बिना भारत में थे और उन्होंने रहने के लिए नकली कागजों का इस्तेमाल किया था…जांच के बाद सभी को बांग्लादेश भेज दिया जाएगा...
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पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया है। उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सिंधु नदी में या तो हमारा पानी बहेगा, या फिर उनका खून बहेगा। सिंधु दरिया हमारा है और हमारा ही रहेगा। भुट्टो ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आप एक झटके में सिंधु जल समझौता को तोड़ दें। हम इसे नहीं मानते हैं। हमारी अवाम इसे नहीं मानती। हजारों साल से हम इस नदी के वारिस हैं।
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IPL-18 के 43वें मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने चेन्नई सुपर किंग्स को 5 विकेट से हरा दिया….यह इस सीजन CSK की सातवीं हार है…इस हार से चेन्नई की प्लेऑफ की राह मुश्किल हो गई है…टीम को अब सभी पांच मैच जीतने होंगे और दूसरी टीमों पर भी निर्भर रहना होगा…शुक्रवार को एमए चिदंबरम स्टेडियम चेपॉक में हैदराबाद ने टॉस जीतकर बॉलिंग का फैसला किया…चेन्नई 19.5 ओवर में 154 रन पर ऑलआउट हो गई…टीम से डेवाल्ड ब्रेविस ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए…वहीं SRH से हर्षल पटेल ने 4 विकेट लिए…जवाब में हैदराबाद ने 18.4 ओवर में 5 विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया…हैदराबाद के लिए ईशान किशन ने 44 और कामिंडू मेंडिस ने नाबाद 32 रन की पारी खेली…चेन्नई से नूर अहमद ने 2 विकेट झटके।
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भोपाल । प्रदेश में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को सहेजने और जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन के लिये जन भागीदारी के साथ "जल गंगा संवर्धन अभियान" तेजी से आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। अभियान में महिलाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। जिलों में प्राचीन बावड़ियों और ऐतिहासिक तालाबों के सफाई कार्य को हाथ में लिया गया है। सामान्य जन को आगामी वर्षाकाल को दृष्टिगत रखते हुए विशाल पैमाने पर पौध-रोपण की तैयारी किये जाने की सलाह दी जा रही है।राजमहल बावड़ी की सफाई की गईजनसंपर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने शुक्रवार को बताया कि राजगढ़ जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत राजमहल राजगढ़ की प्राचीन बावड़ी की सफाई का अभियान कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के निर्देशानुसार किया गया। सहकारिता विभाग के उपायुक्त, बैंक मैनेजर और कर्मचारियों सहित नागरिकों ने अभियान को सफल बनाया। बावड़ी की सफाई का कार्य निरंतर जारी रखने का संकल्प भी लिया गया।जल चौपाल का आयोजनविदिशा जिले में कलेक्टर अंशुल गुप्ता के निर्देश पर जल गंगा संवर्धन अभियान में प्रतिदिन जल संरक्षण में जन-भागीदारी को बढ़ाने की दिशा में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यानिकी विभाग की टीम द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान पर आधारित कार्यशाला जल-चौपाल का आयोजन कर किसानों और ग्रामीणों को जल के महत्व को बताया गया। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक गिरवाल ने किसानों को उद्यानिकी फसलों के बारे में जानकारी दी। जिले की अनेक ग्राम पंचायतों में उद्यानिकी विभाग द्वारा जल-चौपाल लगाने की योजना तैयार की गई है। किसानों को परंपरागत फसल के साथ उद्यानिकी फसल लेने की भी सलाह दी जा रही है। जल गंगा संवर्धन अभियान महत्वपूर्ण अभियान है इस अभियान के अंतर्गत विदिशा जिले के जल स्रोतों को संवारने का कार्य सतत जारी है। इस कार्य में जन अभियान परिषद विदिशा द्वारा चयनित नवांकुर संस्थाओं द्वारा विशेष कार्य किये जा रहे हैं। इन संस्थाओं के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के तालाब, हैंडपम्प, नदी सहित अन्य जल स्रोतों में श्रमदान और साफ-स्वच्छ कर उन्हें सहेजने का कार्य किया जा रहा है।जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत सीहोर में संचालित की जा रही अनेक गतिविधियांसीहोर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए दीवार लेखन, जागरूकता रैली, पोस्टर बैनर, रंगोली, ग्राम सभाएं, कलश यात्राएं, शपथ सहित अनेक गतिविधियां संचालित हो रही हैं। अभियान में जिले के अनेक ग्रामों में कूप मरम्मत, तालाब जीर्णोद्धार, डैम की साफ-सफाई सहित अनेक कार्य किए जा रहे हैं तथा नागरिकों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई जा रही है। जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन से संबंधित खेत, तालाब, अमृत सरोवर, परकोलेशन टैंक, डगवेल, तालाब जीर्णोद्धार, जनभागीदारी के कार्य, कूप एवं बाउंड्री मरम्मत के कार्य किए जा रहे हैं। अभियान में नदी के तटों की सफाई की गई।खेड़ा माताजी में बावड़ी की साफ-सफाई की गईनीमच जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में सीईओ जनपद नीमच, सरपंच और जन अभियान परिषद की टीम द्वारा गांव खेड़ा माताजी बिसलवास कला में बावड़ी में साफ-सफाई की गई। पेयजल स्रोत की सफाई के लिये श्रमदान किया गया। ग्रामीणों को जल संरक्षण, जल संचयन के प्रति जागरूक किया गया।महिलाओं की रही भागीदारीमन्दसौर जिले में जन अभियान परिषद द्वारा रैली, मेंहदी और वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिले में संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान में कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग के मार्गदर्शन में जिले में जल संरचनाओं के निर्माण एवं गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। सेक्टर क्रमांक एक के ग्राम पिपल्दा (सुजानपुरा) में मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के छात्र एवं महिलाओं ने सफाई कार्य किया।उद्यानिकी कार्यशाला का आयोजन किया गयाउज्जैन जिले में कृषकों को जल गंगा संवर्धन अभियान में ड्रिप एवं स्प्रिंकलर का उपयोग कर पानी की बचत की जानकारी दी गई। किसानों को उद्यानिकी फसलों के महत्व के बारे में बताया गया। विकासखंड महिदपुर की नवांकुर संस्था के सेक्टर क्रमांक-5 "झारड़ा" में जल संरचनाओं की साफ-सफाई व रखरखाव की शपथ दिलाई गई। जन अभियान परिषद द्वारा खाचरौद में छात्रा ज्योति डोहरिया द्वारा जल संरक्षण संदेश हेतु आंगनवाड़ी के बच्चों से चित्रकला प्रतियोगिता करवाई गई। जनपद पंचायत बड़नगर में स्थित तालाब का गहरीकरण कार्य प्रगति पर है। अभी तक 6 हजार घन मीटर मिट्टी की खुदाई की जा चुकी है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत इंगोरिया में हेंडपंप के समीप सोखता गड्डा निर्माण और तालाब का गहरीकरण कार्य ग्राम खंडवाबीबी और सुरजनवासा में किया जा रहा है।जामनेर में जनसहयोग से नदी से निकाली जा रही गाददेवास जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में ग्रामीणों के सहयोग से जिले की जनपद पंचायत खातेगांव की ग्राम पंचायत जामनेर में नदी से गाद निकालकर गहरीकरण किया जा रहा है। इससे बारिश के दिनों में पानी का संग्रहित होगा तथा वॉटर लेवल भी बढ़ेगा। इससे पेयजल के साथ खेती करने के लिए भी पानी मिल सकेगा।कुंडेश्वर धाम में बने बांधों का पानी खेतों में पहुंचाजबलपुर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में खेतों तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। कुंडम ब्लॉक (कुंडेश्वर धाम) जहां की अधिकांश भूमि उबड़-खाबड़ व पथरीली है। कुंडम के कृषक पहले मात्र कोदो-कुटकी जैसे मोटा अनाज ही प्रमुखता से उगाते थे। मां नर्मदा पर निर्मित बरगी जलाशय की नहरों के पानी से सर्वथा वंचित इस क्षेत्र में जल संसाधन विभाग द्वारा विगत 6 वर्षों में कुल 3 बांधो का निर्माण किया गया है। इसमें छोटी महानदी में छीताखुदरी, हिरन नदी में बदुआ व गौर की सहायक नदी कुल्हार नाला में दरगढ़ बांध बनाये जाने से अब इस ब्लॉक के कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन एवं विकास को गति मिलना शुरू हो चुका है। वर्तमान में छीताखुदरी एवं दरगढ़ बांध के नहर तंत्र से कमांड क्षेत्र में पाईप टेस्टिंग का कार्य किया जा रहा है।
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नई दिल्ली । भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान से 'एक गैर-विस्फोटक हवाई स्टोर' शुक्रवार को मध्य प्रदेश में शिवपुरी के पास एक बिल्डिंग की छत पर अनजाने में गिर गया। इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। वायु सेना ने विमान से हवाई स्टोर के अनजाने में गिर जाने से संपत्ति को हुए नुकसान पर खेद व्यक्त किया है और इस घटना की जांच शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश के पिछोर कस्बे में शुक्रवार को सुबह करीब 11 बजे लड़ाकू विमान से 'एक गैर-विस्फोटक हवाई स्टोर' शिक्षक मनोज सागर के घर की छत पर अनजाने में गिर गया। उस समय सागर अपने बच्चों के साथ घर के अंदर खाना खा रहा था और उसकी पत्नी रसोई में थी, तभी तेज धमाके के साथ छत फट गई और आंगन में 8 से 10 फीट गहरा गड्ढा बन गया। इस घटना से घर के दो कमरे पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और मलबा पास में खड़ी कार पर गिर गया। धमाके की वजह से आसपास के घरों में भी कंपन महसूस किया गया। पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर दी। भारतीय वायु सेना के विमान से गिरी भारी धातु की वस्तु से घर को भारी नुकसान पहुंचा, लेकिन इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। शिवपुरी जिले के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर ने बताया कि एयरफोर्स के जेट से भारी धातु की वस्तु मनोज सागर के घर पर गिरी, जिससे बाहर के दो कमरे क्षतिग्रस्त हो गए। उस समय घर में चार सदस्य थे, सभी सुरक्षित हैं। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर है। वायु सेना और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में घटना की जांच की जा रही है। छत पर गिरी वस्तु 'बेहद ठोस' लग रही थी और इस पर जलने के निशान थे। पुलिस ने वायु सेना के ग्वालियर एयरबेस को जानकारी दी है। वहां से विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंच गई है। पुलिस वायु सेना के साथ मिलकर मामले की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह वस्तु किस तरह की थी। वायु सेना ने एक बयान में लड़ाकू जेट से 'एक गैर-विस्फोटक हवाई स्टोर' गिरने की पुष्टि की है। वायु सेना ने शिवपुरी के पास आज भारतीय वायु सेना के विमान से एक गैर-विस्फोटक हवाई स्टोर के अनजाने में गिर जाने से जमीन पर संपत्ति को हुए नुकसान पर खेद व्यक्त किया है और इस घटना की जांच शुरू कर दी है। बयान में कहा गया है कि यह नुकसान भारतीय वायु सेना के विमान से गैर-विस्फोटक हवाई भंडार के अनजाने में गिरने के कारण हुआ।
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चेन्नई । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह आतंकवाद के वैश्विक खतरे की याद दिलाता है। तमिलनाडु के उधगमंडलम में दो दिवसीय कुलपति सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में शुक्रवार को धनखड़ ने इस खतरे से निपटने के लिए मानवता के एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि और सम्मेलन में हिस्सा ले रहे कुलपतियों के साथ एक मिनट का मौन रख कर पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी।धनखड़ ने व्यक्तिगत, राजनीतिक या समूह हितों पर राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने डॉ. अंबेडकर को उद्धृत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय हित सर्वोच्च है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता। उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की और देश के आंतरिक या बाहरी चुनौती का मजबूती से जवाब देने का भरोसा व्यक्त किया। धनखड़ ने भारत के प्राचीन दर्शन "वसुधैव कुटुम्बकम" (विश्व एक परिवार है) पर भी प्रकाश डाला, जो शांति और एकता के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।उपराष्ट्रपति की टिप्पणी आतंकवाद से निपटने और शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय एकता और सहयोग के महत्व को रेखांकित करती है। हमले की निंदा करके और सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देकर, धनखड़ के बयान ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए एकीकृत प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
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मुंबई । इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के एक रोमांचक मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को 9 विकेट से हराकर अपनी जीत की हैट्रिक पूरी की। वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव की शानदार साझेदारी ने चेन्नई को पलटवार का कोई मौका नहीं दिया।टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 176 रन बनाए। शिवम दुबे ने 32 गेंदों पर 50 रन की उपयोगी पारी खेली, जबकि रवींद्र जडेजा ने 35 गेंदों में नाबाद 53 रन बनाकर पारी को संभाला। 17 वर्षीय युवा बल्लेबाज आयुष म्हात्रे ने भी 15 गेंदों में 32 रन बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। मुंबई के लिए जसप्रीत बुमराह ने 2 विकेट चटकाए, जबकि दीपक चाहर, अश्विनी कुमार और मिचेल सेंटनर को एक-एक सफलता मिली।लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई इंडियंस की शुरुआत मजबूत रही। रियान रिक्लेटन और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 63 रन जोड़े। रिक्लेटन 19 गेंदों में 24 रन बनाकर आउट हुए, जो चेन्नई के लिए एकमात्र सफलता रही और वह विकेट रवींद्र जडेजा ने लिया। इसके बाद रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव ने मिलकर मैच को एकतरफा बना दिया। रोहित ने 33 गेंदों में अर्धशतक पूरा करते हुए 76 रन की नाबाद पारी खेली। वहीं सूर्यकुमार यादव ने महज 26 गेंदों में पचासा जड़ा और 68 रन बनाकर नाबाद लौटे। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर चेन्नई के गेंदबाजों की एक न चलने दी। 16वें ओवर में मथीशा पथिराना को दोनों ने तीन छक्के जड़कर मैच का अंत कर दिया।मुंबई इंडियंस ने 15.4 ओवर में ही एक विकेट के नुकसान पर 177 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम किया और चेन्नई से चेपॉक में मिली हार का बदला चुकता किया।
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इंफाल । मणिपुर पुलिस ने इंफाल वेस्ट के वांगोई इलाके से केसीपी (पीडब्ल्यूजी) के एक कैडर उमनंदा शरंगबम (37, निवासी हाओरेबी अवांग लाईकाई) को गिरफ्तार किया है। मणिपुर पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। एक अन्य अभियान में हीरोक-III, थौबल जिले में वाईबीसी क्लब के पास तलाशी चलाया गया जिसमें सात और कैडर पकड़े गए, जिसमें एक नाबालिग शामिल है। पकड़े गए कैडरों में वैखोम डिंकू (28), मयंगमयुम रिबाज खान उर्फ पैट (41), अंगोम बोबी उर्फ वाटबा (33), निंगथौजम चोबा सिंह उर्फ हिंगचबा (38), लैशंगथेम टोंबा उर्फ थाबल मैतेई (25), मोहम्मद सिराजुद्दीन उर्फ खाम (45) और एक किशोर शामिल हैं। इनसे बरामद सामग्री में एक इंसास LMG, दो इंसास राइफल, एक कार्बाइन, एक एमए3 एमके-11 राइफल, एसएलआर की मैगजीन, 5.56मिमी की 76 गोलियां, 69 गोलियां 9मिमी की, 3 एसएलआर गोलियां, 13 गोलियां .303 की शामिल हैं। इनके अलावा दो राउंड चार्जर, 11 एंड्रॉयड मोबाइल, दो कीपैड मोबाइल, तीन रेडियो हैंडसेट, दो रेडियो चार्जर, तीन पिस्टल होल्स्टर शामिल भी है। जबकि एक दोपहिया वाहन, एक चारपहिया वाहन, पांच आईडी कार्ड, एक डेबिट कार्ड, एक चेक, 38 केसीपी बैज, चार एमपीए बैज भी बरामद किए गए हैं। इसके साथ दो स्टांप पैड के साथ 20 रुपये नेपाली मुद्रा, 34 रुपये नकद, 11 पि-कैप, दो नी गार्ड, दो बेल्ट, 14 कैमोफ्लेज टी-शर्ट, एक जैकेट, 12 पैंट, नौ बैग, आठ जोड़ी जूते और कुछ दस्तावेजी साहित्य भी मिला है।
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जामनगर । जामनगर के चेला क्षेत्र के रंगमती डेम के समीप वायु सेना के चेतक हेलीकॉप्टर को अचानक इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। हेलीकॉप्टर में तकनीकी खामी की वजह से सतर्कता की वजह से यह कदम उठाना पड़ा।वायु सेना के अनुसार जामनगर के चेला क्षेत्र में वायु सेना के हेलिकॉप्टर को आपात लैंडिंग करनी पड़ी। मामले की जानकारी मिलते ही वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सुरक्षा की दृष्टि से हेलीकॉप्टर को आसपास से घेर दिया गया, जिससे कोई उसके समीप नहीं पहुंच सके। अधिकारियों और इंजीनियरों की जांच-पड़ताल के बाद हेलीकॉप्टर को टेक ऑफ कराया गया।
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लखनऊ । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत पहले वाला भारत नहीं है, भारत अब बदल गया है। पहले भारत की छवि कमजोर और गरीब देश की थी, लेकिन अब यह अवधारणा बदल चुकी है। अब जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलता है तो दुनिया कान खोल कर सुनती है कि भारत क्या बोल रहा है। इसीलिए यह तय किया था कि रक्षा मंत्रालय के सभी उपकरण भारत में भारतवासियों से बनाए जाएंगे क्योंकि भारत में टैलेंट की कमी नहीं है। अर्थव्यवस्था में 11वें स्थान से जम्प लेकर अब भारत पांचवें स्थान पर आ गया है और वर्ष 2029 तक विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में वरिष्ठ कार्यकर्ता और प्रबुद्ध जन संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। राजनाथ सिंह ने तमाम विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल के लखनऊ में बनने का कार्य पूरा हो गया है। 11 मई को मैं इसका उद्घाटन करुंगा। पहले कोई भी हथियार, टैंक, गोला, मिसाइल हमको दूसरे देशों से आयात करना पड़ता था, लेकिन आपको खुशी होगी कि आप 24 हजार करोड़ का एक्सपोर्ट कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल ट्रांजेक्शन में 14 लाख करोड़ का लेनदेन हुआ है और यूपीआई के माध्यम से लेन-देन भी कई गुना बढ़ा है। रूस और यूक्रेन लड़ाई के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तभी रूस और यूक्रेन के प्रधानमंत्री से पत्र लिखा था और वहां से 22 हजार पांच सौ छात्राें सुरक्षित निकाल कर भारत आया गया था।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब भी मैं अपने संसदीय क्षेत्र में आता हूं, मेरी कोशिश होती है कि ज्यादा से ज्यादा अपने कार्यकर्ताओं से मिल सकूं। आप लोगों ने लगातार तीसरी बार मुझे अपना सांसद चुना है। पर शायद आप लोगों को मैं उतना समय नहीं दे पता, जितना मुझे देना चाहिए। रक्षा मंत्रालय के कार्य, कैबिनेट बैठक और सदन में व्यस्तता और अन्य राज्यों व विदेश दौरों के कारण ऐसा होता है। पर जब भी मैं दिल्ली रहता हूं तो वहां लखनऊ से पहुंचने वाले प्रत्येक कार्यकर्ता से अवश्य मिलता हूं।
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मंदसौर । मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले का गांधी सागर अभयारण्य चीतों का नया आशियाना बन गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार शाम को कूनो राष्ट्रीय उद्यान से लाए गए दो चीतों पावक और प्रभास को गांधी सागर अभयारण्य के बाड़े में रिलीज किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पिंजरे का लीवर दबाकर गेट खोला, जिसके बाद एक चीता बाहर आया और दौड़ लगा दी। वह थोड़ी दूर जाकर रुका, फिर पलटकर देखा। कुछ ही देर में मुख्यमंत्री ने दूसरे पिंजरे का गेट खोला। इसमें चीता फौरन बाहर नहीं आया। पीछे से पिंजरें को धकेलना पड़ा, जिसके बाद वह बाहर आया और दौड़ लगा दी। चीतों को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे। नर चीते पावक और प्रभाष करीब 6-6 साल के हैं। इन दोनों को दक्षिण अफ्रीका से 18 फरवरी 2023 को लाया गया था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान सांसद सुधीर गुप्ता, वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, विधायकगण अनिरुद्ध माधव मारू व दिलीप सिंह सिंह और पूर्व केन्द्रीय मंत्री नेता सत्यनारायण जटिया मौजूद रहे। श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से रविवार सुबह दोनों चीतों को लेकर टीम गांधी सागर के लिए रवाना हुई थी, जो दोपहर करीब चार बजे गांधी सागर पहुंची। दोनों को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में रखा गया था। ये वही पिंजरे हैं, जिन्हें चीतों को दक्षिण अफ्रीका से लाने के लिए तैयार किया गया था। वातानुकूलित गाड़ी में दोनों को अलग-अलग पिंजरे में रखा गया था। ये चीते राजस्थान के कोटा, झालावाड़ होते हुए आठ घंटे में 360 किलोमीटर की दूरी बिना रुके तय कर गांधी सागर पहुंचे। यहां इन्हें छह वर्ग किमी के बाड़े में छोड़ा गया। गांधी सागर अभयारण्य में वन विभाग ने चीतों के लिए 8900 हेक्टेयर का विशेष क्षेत्र तैयार किया है। यहां 8 से 10 चीतों को बसाने की व्यवस्था की गई है। चीतों के भोजन के लिए अभयारण्य में 150 से अधिक चीतल, 80 से अधिक चिंकारा, 50 से अधिक व्हाइट बोर्ड और 50 से अधिक नीलगाय मौजूद हैं। इसके अलावा यहां पहले से ही हिरणों की अच्छी-खासी संख्या है। गांधी सागर अभयारण्य के रेंजर अंकित सोनी ने बताया कि यहां 90 प्रशिक्षित लोगों की टीम चीतों की देखरेख करेगी। इनकी ट्रेनिंग कूनो सेंचुरी में पूरी हो चुकी है। वन विभाग ने 16 किलोमीटर में एक परिक्षेत्र बनाया है, जिसमें चीतों को सुरक्षित रखा जाएगा। पानी की विशेष व्यवस्था के लिए सेंचुरी एरिया में तालाब बनाए गए हैं। वहीं, डीएफओ संजय रायखरे ने बताया कि गांधी सागर अभयारण्य मंदसौर संसदीय क्षेत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। चीतों की आमद से यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इन दोनों चीतों के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से जाने के बाद यहां 24 चीते रह गए हैं। इनमें 13 भारतीय और 11 विदेशी चीते हैं। इन 24 में से 17 चीते फिलहाल कूनो के खुले जंगल में दौड़ लगा रहे हैं, जबकि शेष को बाड़ों में वन्य प्राणी विशेषज्ञों की रखा गया है।
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धर्मशाला । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं उर्वरक व रसायन मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि सुक्खू सरकार बार-बार केंद्र से पैसे नही मिलने का झूठा राग अलाप रही है जबकि केंद्र से हिमाचल को भरपूर आर्थिक सहायता मिल रही है। जेपी नड्डा ने कहा कि वर्तमान में हिमाचल में चल रही कांग्रेस सरकार मिस मैनजमेंट वाली नॉन फरफॉर्मिंग गवर्नमेंट है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तीखे शब्दों में कहा कि कांग्रेस से यदि सरकार नहीं चल रही हैं, तो उन्हें छोड़ देनी चाहिए। ऐसे दूसरों पर आरोप लगाकर अब जनता को बरगलाना बंद कर देना चाहिए।रविवार को चंबा दौरे से लौटने के बाद कांगड़ा के गगल में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में मिस मैनजमेंट की हद पार की जा रही है। नड्डा ने कहा कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि कौन सा पैसा है, जो केंद्र से दिया नहीं गया है, उसके बारे में बताएं। अब कांग्रेस से अपने कुप्रबंधन से सरकार नहीं चल रही है, तो उन्हें छोड़ देनी चाहिए। वह दूसरों पर आरोप लगाए जा रहे है, जबकि खुद अव्यवस्था फैलाई जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहली बार सुनने को मिला कि हिमाचल जैसे राज्य में पहली बार ट्रेजरी बन्द रही है, जबकि नेशनल हेराल्ड जोकि प्रकाशित नहीं हो रही को करोड़ों के विज्ञापन जारी कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं बेशर्मी दिखाते हुए कहा जा रहा है कि अपना पेपर है, मैं दूंगा। नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार में पूर्व में उनके स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए मेडिकल डिवाइस पार्क बद्दी के लिए एक सौ करोड़ दिए थे, जिसमें इन्होंने 25 करोड़ जारी होने के बावजूद उसे वापिस कर कहा कि हमसे नहीं बन सकता है। देश भर में तीन बल्ग ड्रग पार्क केंद्र की ओर से जारी किए गए। जिसमें एक बल्ग ड्रग पार्क एक हजार करोड़ का हिमाचल को मिला है, जिसमें 225 करोड़ जारी होने पर भी खर्च ही नहीं किया गया है। हेल्थकेयर में 12 क्रिटीकल केयर दिए गए हैं, एक भी पूरा नहीं हो पाया है। साथ ही 11 मदर एंड चाईल्ड हॉस्टिपल दिए, शिलान्यास भी किए थे जो बंद पड़े हैं। इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब्स सहित अन्य पर काम ही नहीं किया गया। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एनसीडीसी दिया गया था, उसे याद दिलाने के बाद अब जमीन प्रदान की गई है। क्या ये सरकार के चलने का तरीका है। कुंभकर्ण की नींद में सरकार सोई है, कोई भी परफार्मेंस नहीं हो रही है। ऐसे में सरकार नहीं चल सकती। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड के समय में एम्स व पांच मेडिकल कॉलेज राज्य में चला दिए हैं। तीन साल इंडियन इंस्टीचयूट तीन धौलाकुंआ में दे सकते हैं, तो हम काम कर रहे हैं। लेकिन नॉन फरफॉर्मिंग गवर्नमेंट हिमाचल में देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता बड़े दुखी मन से अपने निर्णय को लेकर पश्चताप कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पांच साल की टर्म पूरा करने की बात उन पर डिपेंड करती है, कि वह कर पाएंगे या नहीं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांगड़ा व हिमाचल के रेलवे को लेकर विस्तार पर सीरियस होकर काम किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि 1782 करोड़ आपदा के लिए हिमाचल में दिए गए थे, जो कि विभिन्न तिथियों में प्रदान किए गए। लेकिन सरकार से डिस्ट्रब्यूशन ही सही से नहीं किया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से हिमाचल को अन्य मद्दों में प्रदान किए गए बजट को गिनाते हुए कहा कि हिमाचल के विकास कार्यों के लिए 11 हजार 806 करोड का बजट दिया है। टैक्स में 2024-25 में 31 मार्च तक 10 हजार 681 करोड में से आठ हज़ार 915 करोड़ 10 जनवरी 2025 तक दिए गए। भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि आकांक्षी जिला चंबा में महत्वपूर्ण बैठकें व समीक्षा की। 2018 में पीएम मोदी ने आकांक्षी जिलों के विकास की नींव रखी थी। इसके बाद से चंबा ने विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी प्रगति की है। हालांकि कुछ कमियां भी सामने आई हैं, उन्हें दूर करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
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बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मुर्कराजगुट्टा के जंगल में पहाड़ी पर सुरक्षाबलों को नक्सलियों का कांक्रीट आरसीसी स्लैब से बंकर मिला है।कमरानुमा यह बंकर 20 गुणा 8 फीट की साइज का था। सुरक्षाबलों को इस बंकर से नक्सलियों के उपयोग की कई वस्तुएं मिली हैं। बीजापुर एसपी ने इसकी पुष्टि की है। सुरक्षाबलों की कोबरा 208 की टीम शुक्रवार को बीजापुर जिले के कैम्प जीड़पल्ली से नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। इस अभियान के दौरान कोबरा टीम को मुर्कराजगुट्टा के जंगल की पहाड़ी पर नक्सलियों का आरसीसी स्लैब से बना बंकरनुमा कमरा 20 बाई 8 फीट की साइज का कक्ष मिला। उक्त बंकर से नक्सलियों के छिपाकर रखे गये छह सोलर प्लेट, छह जरकिन, दाे नक्सली वर्दी, दाे सिलिंग पंखा बरामद किए गए। इसके साथ ही कोबरा 208 के जवानाें ने पूरे क्षेत्र में सर्चिंग के दौरान मुर्कराजगुट्टा की पहाड़ी जंगल से नक्सली सामान के छिपाने की जगह को खोजकर नष्ट किया गया है। इसके पूर्व सुरक्षाबलाें ने कोमटपल्ली और तुमरेल के जंगल से नक्सलियों के हथियार बनाने का उपकरण, औजार, विस्फोटक सामग्री भी बरामद किया था। बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने शनिवार काे बताया कि सुरक्षाबलाें ने अब तक नक्सलियाें के काेर इलाके में 12 डंप साइट्स को चिन्हित कर नष्ट किया है।
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चंडीगढ़ । पंजाब पुलिस ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के नियंत्रण में विदेशों से चलाए जा रहे आईएसआई समर्थित दो आतंकवादी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक, दो रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) सहित एक लॉन्चर बरामद किया है।पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से समर्थित आतंकवादी मॉड्यूलों को बब्बर खालसा इंटरनेशनल नियंत्रित कर रहा था, जिनके दो मुख्य संचालक फ्रांस आधारित सतनाम सिंह उर्फ सत्ता और ग्रीस आधारित जसविंदर सिंह उर्फ मन्नू अगवान थे। पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने शनिवार को बताया कि खुफिया ऑपरेशनों के तहत काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) जालंधर और जिला पुलिस बटाला ने दोनों मॉड्यूलों को प्रभावी ढंग से नष्ट किया और एक नाबालिग सहित 13 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी ने कहा कि उक्त आतंकियों की भूमिका पहले भी विभिन्न कार्रवाइयों में सामने आई थी, जिसमें सतनाम 2010 के आईईडी और आरडीएक्स बरामदगी केस में शामिल पाया गया था। उन्होंने कहा कि दो आरपीजी सहित एक लॉन्चर के अलावा पुलिस टीमों ने 2.5-2.5 किलो वजन के दो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), डेटोनेटर सहित दो हैंड ग्रेनेड, रिमोट कंट्रोल डिवाइस सहित दो किलो आरडीएक्स, पांच पिस्तौल बरेटा और ग्लॉक बरामद की हैं। इसके अलावा छह मैगजीन और 44 कारतूस और एक वायरलेस सेट, तीन वाहन भी जब्त किए गए हैं। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इन मॉड्यूलों का पर्दाफाश करके पंजाब पुलिस ने सरहदी राज्य में शांति और सद्भावना को भंग करने की पाक-आईएसआई की साजिश को नाकाम कर दिया है। जालंधर के एआईजी नवजोत सिंह माहल ने कहा कि खुफिया जानकारी पर आधारित इस ऑपरेशन में पुलिस टीमों ने होशियारपुर के बस्ती अमृतसरियां के जगरुप सिंह, कपूरथला के दबुर्जी के जतिंदर सिंह उर्फ हनी, धर्मकोट होशियारपुर के हरप्रीत सिंह और कपूरथला के जगजीत सिंह को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये आरोपी फ्रांस स्थित सतनाम सत्त के निर्देशों पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए और जांच की जा रही है और अंजाम दिए गए पिछले अपराधों का पता लगाने की कोशिश भी जारी है। दूसरे मॉड्यूल संबंधी कार्रवाई के विवरण साझा करते हुए सीनियर सुपरडेंटेंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) बटाला सुहैल कासिम मीर ने कहा कि खुफिया जानकारी पर आधारित हफ्ता भर चले इस ऑपरेशन में पुलिस टीमों ने एक 17 वर्षीय नाबालिग सहित नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। नाबालिग के अलावा गिरफ्तार किए गए अन्य आठ व्यक्तियों की पहचान पवनप्रीत सिंह, बलबीर कुमार उर्फ वरुण, गोमजी उर्फ गोटा, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, अजयपाल सिंह, राहुल उर्फ भैया और जोहनसन, सभी निवासी बटाला और कपूरथला के जतिंदर के रूप में हुई है। एसएसपी ने कहा कि प्राप्त हुए विभिन्न सुरागों की जांच की जा रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियों की उम्मीद है।
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नारायणपुर । छत्तीसगढ़ की नारायणपुर पुलिस ने शनिवार को प्रेशरआईईडी लगाने वाले तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम नक्सली बन्डू धुरवा उर्फ सोनू, झुरू महाय एवं जूरू नुरेटी हैं। गिरफ्तार नक्सलियों से थाना कोहाकामेटा में कड़ाई से पूछताछ की गई। इसके उपरांत उन्हें न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि 4 अप्रैल 2025 को थाना कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत कानागांव निवासी राजेश उसेण्डी, रामलाल कोर्राम आसपास गांव के लगभग 25 से अधिक ग्रामीण फूलझाड़ू तोड़ने ग्राम मरकुड़-जड्डा जंगल पहाड़ की ओर गये थे। इसी दाैरान नक्सलियाें के पूर्व में लगाये प्रेशर आईईडी के चपेट में आने से राजेश उसेण्डी एवं रामलाल कोर्राम गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिसमें राजेश उसेण्डी की मृत्यु हो गई। घायल रामलाल कोर्राम को अस्पताल में भर्ती किया गया। उक्त घटना में संलिप्त रहे नक्सली बन्डू धुरवा उर्फ सोनू, झुरू महाय और जूरू नुरेटी काे गिरफ्तार किया गया है।
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सुकमा । छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के माड़ और नुआपाडा डिवीजन में सक्रिय एक नक्सल दम्पति सहित 22 इनामी नक्सलियों ने शुक्रवार को सीआरपीएफ डीआईजी और एसपी सुकमा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें दम्पति महिला के साथ आठ अन्य महिला नक्सली भी शामिल हैं। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों पर छग शासन ने कुल 40 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने इसकी पुष्टि की है। इन आत्मसमर्पित 01 पुरुष और 01 महिला नक्सली पर 08-08 लाख, 01 पुरुष और 01 महिला नक्सली पर 05-05 लाख, 02 पुरुष और 05 महिलाओं पर 02-02 लाख, 01 पुरुष नक्सल पर 50 हजार इस तरह से इन सभी 22 नक्सलियों पर कुल 40 लाख 50 हजार रुपये के इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाली नौ में से सात महिला नक्सलियों पर कुल 15 लाख रुपये का इनाम था। छत्तीसगढ़ शासन की 'छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति' और 'नक्सल मुक्त पंचायत' सुकमा पुलिस के चलाए जा रहे 'नियद नेल्ला नार' योजना से प्रभावित होने और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव के साथ नक्सलियों के अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय 09 महिला सहित 22 नक्सलियों ने बिना हथियार नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का निर्णय लिया। इसके उद्देश्य से इन नक्सलियों ने आज 18 अप्रैल को सुकमा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीआरपीएफ सुकमा रेंज डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित, एसपी किरण चव्हाण, सीआरपीएफ कमाण्डेन्ट 226 वहिनी धन सिंह बिष्ट, सीआरपीएफ द्वितीय वहिनी द्वितीय कमान अधिकारी आनामी शरण, सीआरपीएफ 226 वहिनी द्वितीय कमान अधिकारी बिरेन्द्र कुमार खंतवाल, एएसपी नक्सल ऑप्स उमेश प्रसाद गुप्ता, सीआरपीएफ उप कमाण्डेन्ट 219 वहिनी टी. भगद सिह, कोबरा 203 वहिनी उप कमाण्डेन्ट महेन्द्र सिंह भाटी, एएसपी नक्सल अभियान मनीष रात्रे, सीआरपीएफ 241 वाहिनी सहायक कमाण्डेन्ट नीरज पनवार, एवं सीआरपीएफ 227 वाहिनी सहायक कमाण्डेन्ट कमलेश कुमार साहू के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन के नए पुनर्वास नीति 'छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति-2025' तहत प्रत्येक को 50-50 हजार रुपये के मान से प्रोत्साहन राशि व कपड़े प्रदान किया गया और अन्य सुविधाएं प्रदान किए जाएंगे।एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि एक नक्सली दंपति सहित 22 इनामी नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर छग शासन ने कुल 40 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
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गाजियाबाद । वर्ष 2014 में किसानों, रालोद कार्यकर्ताओं व भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं के स्व चौधरी अजित सिंह की दिल्ली मे कोठी ख़ाली करने के विरोध में मुरादनगर गंग नहर पर किए गए प्रदर्शन के मामले में विशेष एमपी, एमएलए कोर्ट में शुक्रवार को 25 लोगों पर आरोप तय हो गए। अब इन सभी पर मुकदमा चलेगा। इन आरोपियों में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, बागपत के विधायक योगेश धामा, पूर्व मंत्री दलवीर सिंह, पूर्व विधायक सुदेश शर्मा, वीर पाल राठी, विधायक भगवती प्रसाद, चेयरमैन अमरजीत सिंह बिडडी और पूर्व प्रमुख अजय पाल के नाम शामिल हैं। शुक्रवार को विशेष एमपी, एमएलए कोर्ट में यह सभी पेश हुए। बचाव पक्ष के अधिवक्ता चौधरी अजय वीर सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में पुलिस की ओर से कुल 36 लोगों को नामजद किया गया था। जिनमें से कई की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं।उन्होंने बताया कि आज कुल 25 आरोपित कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के दौरान कोर्ट में अधिवक्ता अजय वीर ने कहा कि पुलिस ने आरोपितों पर झूठे आरोप लगाये गए हैं। पुलिस उपस्थित व्यक्तियों के खिलाफ कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकी है। अधिवक्ता ने कोर्ट से इन सभी को आरोपों से मुक्त करने की मांग की। इसके जवाब में अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता बिशमबर सिंह ने कहा कि मुकदमे में परीक्षण के बाद ही तय हो सकेगा कि उपस्थित व्यक्तियों के खिलाफ साक्ष्य हैं या नहीं, इसलिए इस स्तर पर आरोप मुक्त नहीं किया जा सकता। इसके बादविशेष न्यायाधीश एमपी, एमएलए निशांत मान ने 25 लोगों के खिलाफ आरोप तय करते हुए साक्ष्य के लिए अगली तारीख़ 30 अप्रैल नियत की है।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कुल 110 आईपीएस अफसर हैं, जिनमें एसपी, एसएसपी, डीआईजी, आईजी, एडीजी और डीजीपी शामिल हैं। इन अधिकारियों में से अभी तक पुलिस अधीक्षक (एसपी) रैंक के 33 में से 15 अधिकारियों ने अपनी संपत्ति की जानकारी दी है। गृह मंत्रालय को भेजे गए इन अधिकारियों के संपत्ति के ब्यौरे के अनुसार दुर्ग एसएसपी सबसे अमीर हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रॉपर्टी की जानकारी मांगी थी। गृह मंत्रालय के मुताबिक 33 जिलों के एसपी में से सबसे अधिक संपत्ति दुर्ग एसएसपी के पास है। दुर्ग जिले के एसएसपी जितेंद्र शुक्ला के पास करीब दो करोड़ 10 लाख रुपये की संपत्ति है। वहीं सबसे कम जीपीएम जिले की एसपी भावना गुप्ता के पास केवल 16 लाख रुपये की संपत्ति है। धमतरी, बिलासपुर और दंतेवाड़ा के एसपी ने अभी जानकारी नहीं दी है। वहीं 5 जिलों के एसपी के पास कोई संपत्ति नहीं है। दस पुलिस अधीक्षकों के पास अपना मकान भी नहीं है।इस ब्यौरे के मुताबिक 33 जिलों के पुलिस अधीक्षकों में से 11 ने अपनी संपत्ति की जानकारी नहीं दी है। इनमें बिलासपुर, गरियाबंद, बलौदाबाजार, बालौद और सक्ती सहित अन्य जिलों के पुलिस अधीक्षक शामिल हैं। जिन्होंने संपत्ति की जानकारी नहीं दी, उनमें आंजनेय वार्ष्णेय (धमतरी), रजनेश सिंह (बिलासपुर), विवेक शुक्ला (जांजगीर चांपा), बैंकर वैभव रमनलाल (बलरामपुर), निखिल कुमार रखेजा (गरियाबंद), विजय अग्रवाल (बलौदाबाजार), सूरजन कुमार भगत (बालौद), त्रिलोक बंसल, वाय.पी सिंह, अंकिता शर्मा, चंद्रमोहन सिंह का नाम शामिल है।
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नई दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक जय किशन (66) का बुधवार रात हार्ट अटैक से निधन हो गया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने जय किशन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनके आकस्मिक निधन से दिल्ली कांग्रेस परिवार को बड़ी क्षति पहुंची है, जिसको भरा नहीं जा सकता। जय किशन ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली की सुल्तानपुर माजरा विधानसभा सीट से 1993, 2003, 2008 और 2013 में चार बार जीत हासिल की। 1998 के चुनावों में उन्होंने अपनी पत्नी सुशीला देवी को मैदान में उतारा और वह भी सीट से जीतीं। जय किशन अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने से पहले सफाई कर्मचारी थे। वह 1980 में कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने लंबे समय तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई।देवेंद्र यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की ओर से जय किशन के पार्थिव शरीर पर फूलों की रीथ चढ़ाकर उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनकी पत्नी सुशीला जय किशन से फोन पर बात करके उन्हें सांत्वना दी और दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने शोक संदेश मे कहा, "पूर्व एआईसीसी सचिव और विधायक रहे जय किशन का निधन कांग्रेस पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने एक समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के नाते जनता की सेवा की और समाज के वंचितों के सशक्तीकरण के लिए अपना योगदान दिया। दिवगंत आत्मा के शोकाकुल परिवार, परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। भावभीनी श्रद्धांजलि।" राहुल गांधी ने अपने शोक संदेश में कहा कि पूर्व कांग्रेस सचिव और दिल्ली में चार बार विधायक रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयकिशन के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। जनसेवा, कमज़ोरों के उत्थान और कांग्रेस की विचारधारा के प्रति सदा समर्पित जयकिशन का देहांत हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इस दुख की घड़ी में शोकाकुल परिवारजनों और उनके सभी समर्थकों के प्रति मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने अपने शोक संदेश में कहा कि आज हमारे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और दिल्ली से विधायक रहे जय किशन के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। पूरे कांग्रेस परिवार की ओर से मैं उनके परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। वे एक हाशिये की पृष्ठभूमि से उठकर कई वर्षों तक जनता और पार्टी की अप्रतिम निष्ठा के साथ सेवा करते रहे। उन्होंने जिन लोगों को छुआ उन पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। गुरुवार दोपहर वाई ब्लाक सुल्तानपुरी शमशान घाट पर जय किशन के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे राहुल ढ़ाका ने देकर अंतिम संस्कार किया। इस गमगीन मौके पर जयकिशन के परिवार के सदस्यों के साथ प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, दिल्ली के कई विधायक, कांग्रेस नेता और सुल्तान पुरी विधानसभा से उनके समर्थक बड़ी संख्या में मौजूद थे, जहां सभी ने दिवंगत नेता को अंतिम विदाई दी। देवेंद्र यादव ने कहा कि जय किशन कांग्रेस पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता थे, जिन्होंने जीवन भर लोगों की सेवा की। दलित और वंचित वर्ग के लोगों के विकास और सामाजिक उत्थान और सशक्तीकरण के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राज्य सरकार के विधेयकों पर राष्ट्रपति और राज्यपाल की मंजूरी की न्यायिक समीक्षा की अनुमति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए, जिसमें राष्ट्रपति को राज्यपाल की ओर से भेजे गए विधेयकों पर विचार के लिए तीन महीने का समय तय किया गया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को संविधान की व्याख्या का अधिकार है लेकिन ऐसी कोई स्थिति नहीं हो सकती जहां राष्ट्रपति को निर्देशित किया जा सके और वह भी किस आधार पर।धनखड़ ने आज उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में राज्यसभा इंटर्न के छठे बैच को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के राष्ट्रपति का पद बहुत ऊंचा होता है। राष्ट्रपति संविधान की रक्षा, संरक्षण और बचाव की शपथ लेते हैं। यह शपथ केवल राष्ट्रपति और उनके द्वारा नियुक्त राज्यपालों द्वारा ली जाती है। वहीं उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री, सांसद, न्यायाधीश ये सभी संविधान का पालन करने की शपथ लेते हैं।उन्होंन कहा कि अनुच्छेद 142 लोकतांत्रिक ताकतों के खिलाफ एक परमाणु मिसाइल बन गया है, जो न्यायपालिका के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध है। संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत सुप्रीम कोर्ट उसके समक्ष लंबित किसी भी मामले में “पूर्ण न्याय” सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कोई भी आदेश पारित करने की शक्ति रखता है। धनखड़ ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि जीवन में यह दिन भी देखना पड़ेगा। उपराष्ट्रपति ने कड़े शब्दों में कहा कि राष्ट्रपति को समयबद्ध तरीके से निर्णय लेने के लिए कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर विधेयक अपने आप कानून बन जाएगा। उन्होंने कहा, “हम कहां जा रहे हैं? देश में क्या हो रहा है? हमें बेहद संवेदनशील होना होगा। यह सवाल नहीं है कि कोई समीक्षा दायर करे या नहीं। हमने इस दिन के लिए लोकतंत्र नहीं चाहा था।”उन्होंने कहा, “हमारे पास ऐसे न्यायाधीश हैं जो कानून बनाएंगे, जो कार्यकारी कार्यपालिका का काम करेंगे, जो सुपर संसद के रूप में कार्य करेंगे और उनकी कोई जवाबदेही नहीं होगी क्योंकि देश का कानून उन पर लागू नहीं होता है।”उपराष्ट्रपति ने कहा कि संवैधानिक विषयों पर पांच या उससे अधिक न्यायाधीश फैसला लेते हैं। उन्होंने कहा, “जिन न्यायाधीशों ने राष्ट्रपति को वस्तुतः एक आदेश जारी किया और एक परिदृश्य प्रस्तुत किया कि यह देश का कानून होगा, वे संविधान की शक्ति को भूल गए हैं। न्यायाधीशों का वह समूह अनुच्छेद 145(3) के तहत किसी चीज़ से कैसे निपट सकता है। अगर इसे संरक्षित किया जाता तो यह आठ में से पांच के लिए होता। हमें अब उसमें भी संशोधन करने की जरूरत है। आठ में से पांच का मतलब होगा कि व्याख्या बहुमत से होगी। खैर, पांच का मतलब आठ में से बहुमत से ज्यादा है लेकिन इसे अलग रखें।”
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नई दिल्ली । विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से मुंबई आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा से पल्ला झाड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरुवार को कहा कि पड़ोसी देश कितनी भी कोशिश कर ले वैश्विक आतंकवाद के केन्द्र के रूप में उसकी छवि सुधर नहीं सकती। तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण इसकी ताजा मिसाल है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में कहा कि इससे यह भी जाहिर होता है कि पाकिस्तान को मुंबई आतंकी हमले के जिम्मेदार अन्य लोगों, जिन्हें वह पनाह दे रहा है, उनको कानून के कटघरे में खड़ा करे। पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर के कश्मीर संबंधी बयान पर प्रवक्ता ने कहा कि भारत का भूभाग पाकिस्तान की प्राण वाहिनी कैसे हो सकता है। कश्मीर भारत का संघीय भूभाग है। दोनों देशों के बीच केवल एक मुद्दा है कि पाकिस्तान भारत के उस भूभाग को खाली करे, जिसे उसने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने हाल ही में कहा था कि उनका देश कश्मीर का साथ कभी नहीं छोड़ सकता। कश्मीर हमारे वजूद का अहम हिस्सा है।
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देहरादून । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि देश के प्रत्येक गरीब व्यक्ति को किफायती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है जो न केवल उपचारात्मक हो बल्कि निवारक, उपशामक और पुनर्वासात्मक भी हो। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा मंगलवार को ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पांचवें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री ने एमबीबीएस, डीएम, एमएससी नर्सिंग, बीएससी नर्सिंग और बीएससी एलाइड हेल्थ साइंसेज कार्यक्रमों के 10 मेडिकल छात्रों को स्वर्ण पदक और डिग्री प्रदान की। दीक्षांत समारोह के दौरान कुल 434 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष रितु खंडूरी भूषण सहित अन्य नेता मौजूद थे। समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि दीक्षांत समारोह एक विशेष अवसर होता है जो विद्यार्थियों द्वारा अर्जित उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करता है। उन्होंने छात्रों को करुणा, ईमानदारी और समर्पण के साथ अपने काम को बिना किसी स्वार्थ के करने के लिए प्रोत्साहित किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस सदी के आगमन तक भारत में केवल एक एम्स था। वर्तमान में देश में 22 एम्स कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश ने अपनी बेहतरीन सेवाओं के कारण स्वास्थ्य सेवा संस्थानों के बीच एक विशिष्ट पहचान बनाई है। स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्र सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए नड्डा ने कहा कि वर्तमान में देश भर में 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हैं, जो स्वास्थ्य सेवा और कल्याण से संबंधित कई तरह की सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में देश भर में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में वृद्धि हुई है और ये कुल 780 हो गई है। पिछले 10 वर्षों में एमबीबीएस सीटों में 130 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि पीजी सीटों में 138 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इसी तरह पैरामेडिक्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए 157 नर्सिंग कॉलेज भी स्थापित किए जा रहे हैं, जो मेडिकल कॉलेजों के साथ ही स्थित होंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स ऋषिकेश की सराहना की। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवाओं का प्रभावी उपयोग करते हुए बीते वर्ष 309 गंभीर मरीजों के जीवन को सुरक्षित करने के साथ ही टेलीमेडिसिन (ई-संजीवनी) जैसी डिजिटल सेवाओं का उपयोग करके राज्य के दूरदराज और अल्पसेवित क्षेत्रों में सेवा प्रदान करने में देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में एम्स ऋषिकेश ने स्थान बनाया है। इस आयोजन के दौरान केंद्रीय मंत्री नड्डा ने संस्थान की चिकित्सा सेवाओं को बढ़ाने के लिए कई स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन किया। इनमें आयुष विभाग में एकीकृत चिकित्सा, न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पीईटी स्कैन मशीन, रेडियोलॉजी विभाग में पीएसीएस सुविधा और बाल चिकित्सा देखभाल में उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र शामिल हैं। इस अवसर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में आयुष्मान भारत जैसे कार्यक्रमों की शुरुआत और नए एम्स व मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के साथ उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश पूरे राज्य के लोगों को गुणवत्तापूर्ण और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं और सुविधाएं प्रदान कर रहा है। दीक्षांत समारोह में इन्हें मिली डिग्री दीक्षांत समारोह में कुल 434 छात्रों को डिग्री दी गई, जिनमें 98 एमबीबीएस छात्र, 95 बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग छात्र, 54 बीएससी संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान छात्र, 109 एमडी, एमएस, एमडीएस छात्र, 17 एमएससी नर्सिंग छात्र, एक एमएससी मेडिकल संबद्ध छात्र, 12 मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ छात्र, 40 डीएम, एमसीएच छात्र और 8 पीएचडी छात्रों के साथ ही 10 स्वर्ण पदक हासिल करने वाले छात्र शामिल रहे।
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पटना । बिहार के लिट्टी-चोखा का स्वाद विदेशियों को भी भाने लगा है। भारत में जापान के राजदूत केइची ओनो भी लिट्टी-चोखा के स्वाद के मुरीद हाे गये हैं। दरअसल, बिहार दौरे पर आए भारत में जापान के राजदूत केइची ओनो को स्थानीय खानपान से जुड़ी थाली परोसी गई। इसमें लिट्टी-चोखा के अलावा लौंगलता, रसिया, मट्ठा, भात, बजका-कचरी के अलावा अन्य व्यंजन थे। ये सभी व्यंजन बिहार के खानपान से जुड़ी संस्कृति की पहचान हैं। केइची ओनो को इनका स्वाद चखाया गया। उन्होंने लिट्टी-चोखा की जोरदार तारीफ की। राजदूत केइची ओनो लिट्टी-चोखा खाते ही बोल उठे- 'गजब स्वाद बा'। उन्होंने बिहार के व्यंजनों से सजी थाली की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है जिसमें लिखा है- ‘नमस्ते बिहार! अंततः विश्व प्रसिद्ध लिट्टी-चोखा खाने का मौका मिला… 'गजब स्वाद बा।' बिहारी व्यंजनों को चखने का उनका यह अनुभव अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। केइची ओनो बोधगया आए थेजापान के राजदूत ओनो पिछले सप्ताह बोधगया आये थे। उनके साथ पूरा प्रतिनिधिमंडल था जिसमें जापान टूरिज्म एजेंसी के कमिश्नर नाओया हराइकावा और जापान एंबेसी के सेकंड सेक्रेटरी यूरता साइटो के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। वहां उन्होंने महाबोधि मंदिर परिसर स्थित विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया था और बोधिवृक्ष के नीचे बैठकर ध्यान भी लगाया था। पाेस्ट में बिहार दाैरे के बारे में बताया एक अन्य पोस्ट में उन्होंने अपने बिहार दौरे के बारे में लिखा कि जापान टूरिज्म एजेंसी के कमिश्नर के साथ जापान सरकार द्वारा वित्त पोषित बिहार नेशनल हाईवे इंम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट का दौरा किया। इस परियोजना से बिहार में यात्रा करने में समय की बहुत बचत होगी। इसके साथ ही इसका आर्थिक और पर्यटन को बढ़ावा देने में काफी योगदान देगा। पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी कर चुके हैं तारीफ इसके पहले जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी लिट्टी-चोखा के स्वाद के मुरीद हो चुके हैं। अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्होंने इस पारंपरिक भोजन का आनंद लिया था और इसकी सादगी और स्वाद की प्रशंसा की थी।
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नई दिल्ली। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में शिकायत दाखिल की है। ईडी ने इस मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा को आरोपित बनाया है। स्पेशल जज विशाल गोगने ने ईडी की शिकायत पर संज्ञान लेने के मामले पर 25 अप्रैल को सुनवाई करने का आदेश दिया। ईडी ने मनी लांड्रिंग कानून की धारा 44 और 45 के तहत शिकायत दाखिल की है। ईडी की ओर से पेश वकील एनके माटा ने कहा कि इस मामले में 2019 में सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता की धारा 403, 406 और 420 के तहत एफआईआर दर्ज की थी। ये मामला राऊज एवेन्यू कोर्ट के एडिशनल जुडिशियल मजिस्ट्रेट के यहां लंबित है। उसके बाद कोर्ट ने जुडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट के यहां से संबंधित केस की फाइल तलब करने का आदेश दिया। इस मामले में शिकायतकर्ता सुब्रह्ण्यम स्वामी का आरोप है कि दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 16 सौ करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को संपत्ति का अधिकार दिया गया। स्वामी का कहना है कि हेराल्ड हाउस को केंद्र सरकार ने समाचार पत्र चलाने के लिए जमीन दी थी, इस लिहाज से उसे व्यावसायिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। दूसरी ओर, गांधी परिवार ने दलील दी थी कि उन्हें बेवजह प्रताड़ित करने के मकसद से अदालत के समक्ष याचिका लगाई गई है।
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नई दिल्ली । मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रनों से हराकर आईपीएल 2025 में अपनी हार का सिलसिला तोड़ा और पहली जीत दर्ज की। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए इस मैच में मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 205 रन बनाए, जिसके जवाब में दिल्ली सिर्फ 193 रन ही बना सकी। मैच का निर्णायक क्षण 19वें ओवर में आया, जब मुंबई के फील्डरों ने रन आउट की हैट्रिक बनाकर दिल्ली को पटखनी दी। मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप वाली दिल्ली 19 ओवर में ही ऑलआउट हो गई।मुंबई की ओर से मिले 206 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली कैपिटल्स को पारी की पहली ही गेंद पर जैक फ्रेजर मैकगर्क के रूप में झटका लगा। हालांकि इसके बाद अभिषेक पोरेल और करुण नायर ने दिल्ली की पारी को मजबूती दी और दोनों ने मिलकर 61 गेंदों में 119 रन जोड़ डाले। पोरेल 33 रन बनाकर आउट हो गए। वहीं तीन साल बाद आईपीएल में वापसी करने वाले करुण नायर ने 89 रनों की तूफानी पारी खेली। जब नायर आउट हुए तब दिल्ली को 50 गेंदों में जीत के लिए 71 रन की जरूरत थी। यह लक्ष्य बेहद आसान लग रहा था, लेकिन स्पिनरों के आतंक और नई गेंद की जुगलबंदी ने सारा खेल ही बदल दिया। रही रही कसर 19वें ओवर के रोमांच ने पूरा कर दिया। 18.3 ओवर तक 7 विकेट खोकर 192 रन बना लिए थे। लेकिन फिर अगली तीन गेंदों पर लगातार तीन रन आउट ने दिल्ली की उम्मीदों और करुण नायर की शानदार बल्लेबाजी पर पानी फेर दिया।मुंबई के लिए कर्ण शर्मा ने तीन और मिचेश सेंटरन ने दो विकेट झटके। जबकि दीपक चहर और जसप्रीत बुमराह के खाते में एक-एक विकेट रहा।इससे पहले, मुंबई इंडियंस ने टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए 205 रन का स्कोर खड़ा किया। मुंबई के लिए तिलक वर्मा और नमन धीर की जबरदस्त बल्लेबाजी का अहम योगदान रहा। तिलक ने 33 गेंदों में 59 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। वहीं नमन ने 17 गेंदों में 38 रन की तूफानी पारी खेली। दोनों ने मिलकर 33 गेंदों में 62 रन की धमाकेदार साझेदारी की। इससे पहले सूर्यकुमार यादव (40) और रायन रिकलटन (41) ने भी अपने-अपने बल्लेबाजी से मुंबई को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।दिल्ली की ओर से कुलदीप यादव और विपराज निगम ने 2-2 विकेट चटकाए, जबकि मुकेश कुमार को एक सफलता मिली।
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कोलकाता । पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल के विरोध के नाम पर हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार हो रही हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। शुक्रवार की नमाज के बाद से भड़की हिंसा रविवार को भी दिनभर जारी रही । आज सुबह से हालात तनावपूर्ण है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद जिले की मौजूदा स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजी है। वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के नाम पर पुलिस पर पथराव और आगजनी भी हुई है। राजभवन के सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट में बीते दिनों मुर्शिदाबाद में हुई घटनाओं का ब्योरा दिया गया है। साथ ही बताया है कि जिले के किन-किन इलाकों में हालात ज्यादा संवेदनशील बने हुए हैं। यह जानकारी राज्यपाल की कोर टीम द्वारा जुटाए गए तथ्यों और राज्य सचिवालय से प्राप्त विवरणों के आधार पर तैयार की गई है। रिपोर्ट में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच हुई गोपनीय बातचीत का विवरण भी शामिल है, जो मौजूदा स्थिति को लेकर हुआ। इधर राज्य सरकार ने हालात पर काबू पाने के लिए विशेष कदम उठाया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात 23 ऐसे पुलिस अधिकारियों को मुर्शिदाबाद भेजा गया है, जिनके पास कानून-व्यवस्था संभालने का विशेष अनुभव है। यह टीम तब तक जिले में कार्यरत रहेगी जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती। राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार स्वयं मुर्शिदाबाद पहुंच चुके हैं और जिला प्रशासन एवं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के साथ समन्वय कर रहे हैं। सीमा सुरक्षा बल (दक्षिण बंगाल फ्रंटियर) के महानिरीक्षक के. एस. शेखावत भी रविवार को मुर्शिदाबाद पहुंचे। सीएपीएफ के जवानों ने रविवार को सारा दिन जिले के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया। खासतौर पर नौ अति संवेदनशील क्षेत्रों में इनकी विशेष तैनाती की गई है। यह कार्रवाई शनिवार शाम कलकत्ता हाई कोर्ट की एक विशेष खंडपीठ के आदेश के बाद की गई। इस बीच रविवार रात तक हुई कार्रवाई में कुल 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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नई दिल्ली । पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ऋण धोखाधड़ी केस में वांछित भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। 65 वर्षीय चोकसी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।खबरों में कहा गया कि पिछले महीने खुलासा हुआ था कि चोकसी बेल्जियम में रह रहा है। बेल्जियम सरकार ने यह स्वीकार भी किया था। बेल्जियम सरकार के प्रवक्ता डेविड जॉर्डन्स ने बयान में कहा था कि बेल्जियम सरकार भारतीय कारोबारी मेहुल चोकसी की गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है। वह अभी जेल में है। भारत की प्रत्यर्पण की अपील के बाद बेल्जियम में यह कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बेल्जियम में संबंधित विभाग और अधिकारियों से मेहुल पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। चोकसी पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी में कथित संलिप्तता के लिए वांछित है। वह अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ एंटवर्प (बेल्जियम) में रह रहा है। उसके पास एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता है। वह इलाज के लिए द्वीप राष्ट्र से बाहर गया था। उनके भतीजे नीरव मोदी भी इसी मामले में सह-आरोपी है। उसे भी लंदन से प्रत्यर्पित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
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भोपाल/नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य का दिल्ली के लाल किले पर किये जाने वाला मंचन भारतवर्ष के महान, यशस्वी और दूरदर्शी शासक सम्राट विक्रमादित्य के प्रेरणादायक जीवन को पुन: जीवंत करेगा। यह उनके द्वारा सुशासन के क्षेत्र में स्थापित किये गये मानदण्डों से आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करता रहेगा। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सम्राट विक्रमादित्य के जीवन पर केन्द्रित महानाट्य का मंचन दिल्ली में किया जा रहा है, जो हर्ष और सौभाग्य का विषय है। इस महानाट्य के माध्यम से दिल्लीवासियों को अपनी विरासत, संस्कृति और परंपरा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार की शाम नई दिल्ली में चांदनी चौक पर मध्य प्रदेश शासन द्वारा आयोजित सम्राट विक्रमादित्य की शोभा यात्रा शुरू होने पहले कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा पर इतने बड़े आयोजन का उन्हें स्वागत अध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने दिल्ली के नागरिकों को लाल किले के माधव दास पार्क में 12 से 14 अप्रैल तक आयोजित होने वाले सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य को देखने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सम्राट विक्रमादित्य का पात्र निभाने वाले कलाकार विक्रम सिंह चौहान की आरती उतारी, तिलक लगाया और पुष्पाहार पहना कर दिल्ली में स्वागत किया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सम्राट विक्रमादित्य को रथ पर बैठा कर फतेहपुरी, चांदनी चौक से लाल किले तक भव्य शोभा यात्रा को रवाना किया। शोभायात्रा में घोड़ों और ऊंट पर सवार सम्राट विक्रमादित्य के नवरत्न, सैनिक और नृत्य दल शामिल हुआ। शोभा यात्रा में मप्र के मुख्यमंत्री कार्यालय के सांस्कृतिक सलाहकार श्रीराम तिवारी, दीनदयाल शोध संस्थान दिल्ली के महासचिव अतुल जैन, वरिष्ठ समाज सेवक राहुल कोठारी, विष्णु मित्तल, नरेश शर्मा, राजेश कुशवाह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। चांदनी चौक के विभिन्न व्यापारी संगठनों, किराना कमेटी दिल्ली, टेक्सटाइल मार्केट एसोसिएशन, बुलियन मर्चेंट एसोसिएशन, दिल्ली हिंदुस्तान मर्केंटाइल एसोसिएशन और दिल्ली इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने जगह-जगह शोभा यात्रा का स्वागत किया और रथ पर सवार सम्राट विक्रमादित्य पर पुष्प वर्षा की। चांदनी चौक से प्रारंभ हुई रथ यात्रा का देर रात लाल किले पर समापन हुआ।
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भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सेवा ऐसी गंगा है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति डुबकी लगाए तो उसका जीवन सार्थक हो सकता है। आज आनंदपुर धाम आकर मन अभिभूत है, जिस भूमि का कण-कण संतों की तपस्या से सींचा गया है, जहां सेवा के संकल्प मानवता का पथ प्रशस्त करते हों, वो धरती साधारण नहीं है। यहां मंदिर में दर्शन किए और सेवा कार्यों की जानकारी ली तो हृदय आनंदित हो गया। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में श्री आनंदपुर ट्रस्ट के प्रयास सराहनीय और अनुकरणीय हैं। उन्होंने कहा कि निष्काम सेवा ही दुनिया की सबसे बड़ी सेवा है। आनंदपुर धाम इसे निष्ठा के साथ आगे बढ़ा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को अशोकनगर जिले के आनंदपुर धाम में वार्षिक वैशाखी मेले और संस्था के गुरु महाराज के अवतरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार भी सेवा की भावना को केन्द्र में रखकर निर्धन वर्ग के लिए नि:शुल्क अनाज, पेयजल, आवास और स्वास्थ्य से जुड़ी जनकल्याण की योजनाओं का संचालन कर रही है। देश में नए-नए एम्स, आईआईटी, आईआईएम संस्थान प्रारंभ किए जा रहे हैं। हमारा पर्यावरण संरक्षित हो, इसके लिए एक पेड़ मां के नाम अभियान जारी है। गरीब और वंचित व्यक्तियों के उत्थान के लिए सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास का मंत्र सरकार की नीति और निष्ठा है। सेवा की भावना हमारे व्यक्तित्व को निखारती है और व्यक्ति को बड़े उद्देश्यों से जोड़ती है। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद वीडी शर्मा व जनार्दन सिंह सिग्रीवाल सहित बड़ी संख्या में आनंदपुर धाम के अनुयायी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने आश्रम के गुरू महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने आनंदपुर धाम मंदिर परिसर का भ्रमण किया और गुरुजी महाराज मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री ने आनंद सरोवर की आरती उतारी और पुष्प अर्पित किए। आनंदपुर में हर वर्ष तीन दिवसीय वैशाखी मेला लगता है। इस वर्ष भारत के विभिन्न राज्यों से लगभग 20 हजार लोग आनंदपुर पहुंचे हैं। आनंदपुर क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता- प्रधानमंत्री ने कहा कि अशोकनगर के आनंदपुर क्षेत्र का विकास हमारा दायित्व है। इस क्षेत्र में कला, संस्कृति अर्थात् विरासत से विकास की अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में चंदेरी साड़ी को जीआई टैग प्राप्त हुआ है। प्राणपुर में हैंण्डलूम विलेज प्रारंभ किया गया है। मध्य प्रदेश में विरासत के संरक्षण के साथ विकास के प्रयास हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव सिंहस्थ : 2028 की तैयारियां भी प्रारंभ करवा चुके हैं। प्रदेश की सरकार और नागरिक विकास में जुट गए हैं। अशोक नगर की धरती पर शोक भी आने से डरता है- प्रधानमंत्री ने कहा कि इस धरती पर परमार्थ और सेवा के संकल्प जारी हैं, ये धरती सामान्य नहीं है। अशोकनगर की धरती पर शोक भी आने से डरता है। गुरु महाराज जी के अवतरण दिवस पर यहां आने का सुअवसर मिला है। प्रधानमंत्री ने स्वामी अद्वैत जी महाराज एवं संस्थान की सभी पादशाही महाराज को प्रणाम करते हुए द्वितीय और तृतीय पादशाही के समाधि दिवस पर उनके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मां विजयासन और अशोकनगर जिले के श्रद्धा स्थल करीला धाम की मां जानकी देवी को भी प्रणाम किया। शंकराचार्य जी से लेकर परमहंस अद्वैत जी महाराज तक अद्वैत दर्शन का महत्व- प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत भूमि-ऋषियों की रही है। समाज जब किसी मुश्किल दौर से गुजरता है तो कोई ऋषि अवश्य अवतरित होता है। आदि शंकराचार्य ने अद्वैत से हम सबका परिचय करवाया। उस कालखंड में ऐसे ऋषि-मुनि आए जिन्होंने अद्वैत का विचार रखकर समाज को जागृत करने का कार्य किया। इसी परम्परा में परमहंस अद्वैत जी महाराज ने भी इस विचार एवं ज्ञान को सरल बनाया और जन सामान्य के बीच पहुंचाने का बीड़ा उठाया। आज भौतिक उन्नति के बीच दुनिया के देशों में युद्ध और संघर्ष सहित कई चिंताएं विद्यमान हैं, जो मानव को मानव से दूर करती हैं। इनका समाधान अद्वैत के विचार में मिलेगा। अद्वैत यानी जहां कोई द्वैत नहीं है। अपने और पराये की मानसिकता का त्याग करते हुए जीव मात्र में एक ही ईश्वर को देखने का विचार इस दर्शन में शामिल है। संपूर्ण सृष्टि को ईश्वर के रूप में देखना ही अद्वैत है। परमहंस दयाल जी महाराज कहते थे कि जो तू है, सो मैं हूं...यह विचार मेरे और तुम्हारे का भेद खत्म कर देता है। अगर कोई यह विचार मान ले तो सारे झगड़े खत्म हो जाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरु महाराज ने आनंद धाम के नियम और कर्तव्यों के बारे में आज विस्तार से बताया है। सेवाभाव यहां का प्रमुख कार्य है। ट्रस्ट की ओर से मनोयोगपूर्वक संचालित सेवा कार्यों में अस्पताल, गौ-शाला, नई पीढ़ी के निर्माण के लिए अच्छी शिक्षा देने वाले स्कूल और पर्यावरण संरक्षण के प्रकल्प शामिल हैं। आश्रम के अनुयायियों ने हजारों एकड़ बंजर जमीन को हरा-भरा बनाया है। सेवा की यही भावना हमारी सरकार के केंद्र में है। यह हमें व्यक्तिगत चिंता से हटाकर समाज और राष्ट्र से जोड़ती है। राम वन गमन पथ का विकास होकर रहेगा, मध्य प्रदेश में है पथ का बड़ा हिस्सा- प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में राम वन गमन पथ का विकास किया जा रहा है। राम वन गमन पथ का बड़ा हिस्सा मध्य प्रदेश से गुजरता है। मध्य प्रदेश पहले से अजब और गजब है। वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य रखा गया है। हमें अपनी संस्कृति को संरक्षित करते हुए आगे बढ़ना है। संस्कृति ही हमें सामर्थ्य देती है। भारत जैसे देश को उम्मीद है कि आनंदपुर धाम इस कार्य में हमारे प्रयासों को ऊर्जा देते हुए आगे बढ़ाएगा। समारोह को संस्थान के वर्तमान पीठाधीश्वर श्रीश्री 108 हुजूर सतगुरु महाराज ने कहा कि कबीर साहिब कहते हैं कि ईश्वर का नाम ही सत्य है, बाकी सभी सांसारिक चीजें झूठी हैं। उसी प्रकार महापुरुषों का नाम भी सत्य है। दुनिया में जो आए हैं, वो सभी यहां से जाएंगे। अपने सांसारिक जिम्मेदारियों के साथ ईश्वर का स्मरण करना नहीं भूलना चाहिए। प्रारंभ में शब्द परमानंद महाराज ने स्वागत उद्बोधन में प्रधानमंत्री का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि इस धाम की स्थापना सेवा धाम के रूप में की गई है। इसमें भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के उपदेश शामिल हैं। समाज कल्याण के लिए जो कार्य करता है, उसका साथ भगवान भी देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रयागराज में हुए विशाल महाकुंभ आयोजन सम्पन्न हुआ। साथ ही अयोध्या में श्रीराम, मंदिर का शुभारंभ हो गया है। भगवान से जो कुछ नहीं मांगता, उसे भगवान स्वयं मिल जाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का गौरव बढ़ रहा है।
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ग्वालियर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर पहुंच गए हैं। यहां वायु सेना के विमानतल पर विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और मिनिस्टर इन वेटिंग जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने उनका स्वागत कर अगवानी की। विमानतल पर कुछ देर रुकने के बाद प्रधानमंत्री अशोकनगर जिले के ईसागढ़ तहसील स्थित आनंदपुर धाम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री मोदी दोपहर करीब 2.30 बजे विशेष विमान से ग्वालियर वायुसेना के विमानतल पर पहुंचे। यहां पर विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, मंत्री तुलसीराम सिलावट ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद भारत सिंह कुशवाह सहित अन्य मंत्री और प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना मौजूद रहे। प्रधानमंत्री पांच मिनट ठहरने के बाद सेना के हेलिकॉप्टर से अशोक नगर के लिए रवाना हुए। वे यहां पूजा-अर्चना के साथ श्री परमहंस अद्वैत मत के प्रमुख गुरु महाराज, महात्मा शब्द प्रेमानंद और अन्य संत गण से मिलेंगे। आनंद धाम में कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री वापसी में शाम छह बजे ग्वालियर आएंगे और पांच मिनट रुकने के बाद वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। प्रधानमंत्री की ट्रांजिट विजिट के दौरान ग्वालियर में पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। बड़ी संख्या में पुलिस जवान मौजूद रहे। इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र के नायक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्य प्रदेश की धरती पर पधार रहे हैं...। हम सब सौभाग्यशाली हैं कि अशोकनगर में पवित्र आनंदपुर धाम में उनका पूजन-दर्शन का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री जी के "विरासत से विकास तक" सभी संकल्पों पर हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। मध्य प्रदेश की धरती पर आदरणीय प्रधानमंत्री जी का स्वागत-अभिनंदन करता हूँ।
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अमेरिका ने चीन पर 125% नहीं बल्कि 145% टैरिफ लगा दिया है। व्हाइट हाउस ने यह बात साफ की है। ट्रम्प ने चीन पर 125% टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसके बाद गुरुवार को व्हाइट हाउस ने बताया कि इसमें 20% फेंटेनाइल टैरिफ भी जोड़ा गया है, जो मार्च 2025 से लागू था। ट्रम्प ने चीन पर 4 मार्च को फेंटेनाइल ड्रग तस्करी में कथित रोल की वजह से 20% टैरिफ लगा दिया था। इसे अब तक अलग से गिना जा रहा था। व्हाइट हाउस के मुताबिक चीन पर 125% टैरिफ, 20% फेंटेनाइल टैरिफ और 1% मिसलेनियस एडजस्टमेंट लगाया गया है। मिसलेनियस एडजस्टमेंट किस वजह से लगाया गया है, अभी तक साफ नहीं हुआ है। चीन पर 145% टैरिफ लगाने का आसान भाषा में मतलब है कि चीन में बना 100 डॉलर का सामान अब अमेरिका में जाकर 245 डॉलर का हो जाएगा। अमेरिका में चीनी सामानों के मंहगे होने से उसकी बिक्री कम हो जाएगी। बता दें चीन ने भी अमेरिका पर जवाबी 84% टैरिफ लगाया है।
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देश के अलग अलग हिस्सों में मौसम के दो रूप दिख रहे हैं ... गुरूवार और शुक्रवार को एक तरफ तेज गर्मी और दूसरी तरफ आंधी-तूफान और बारिश का कहर देखने को मिला ... यूपी-बिहार में 10 अप्रैल को आंधी-तूफान के कारण 83 लोगों की मौत हो गई। इसमें 61 मौतें बिहार में और 22 मौतें UP में हुईं।मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु, असम, मेघालय में तूफानी हवा चल सकती है। साथ ही बिजली गिरने का भी अलर्ट है। तेज बारिश की भी संभावना रहेगी। उत्तराखंड के चमोली में गुरुवार को बादल फटा ...देश में भीषण गर्मी भी जारी है राजस्थान के बाड़मेर में सबसे ज्यादा 44.3°C रहा। आज भी दिल्ली, मध्यप्रदेश ,हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में पारा 35°C पार रहेगा। राजस्थान-गुजरात और मध्यप्रदेश में 40-43°C तक जा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान के जैसलमेर-बाड़मेर, गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ, पश्चिमी UP, हरियाणा, पंजाब, पूरे दिल्ली-NCR और एमपी के 30 जिलों में लू का अलर्ट है।
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भीषण गर्म के बाद देश के उत्तरी-पश्चिमी राज्यों में मौसम बदला है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश में बुधवार शाम से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने देश के 20 से ज्यादा राज्यों में आंधी-तूफान और बारिश की संभावना जताई है। UP के लखनऊ, कानपुर समेत 16 जिलों में सुबह से ओले गिरने के साथ बारिश जारी है। वहीं, बिहार में बीते 24 घंटे में आकाशीय बिजली गिरने से 22 की मौत हुई हैं। आज 8 जिलों में ऑरेंज, जबकि 24 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इधर, IMD के मुताबिक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में हीटवेव की संभावना है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के चलते राजस्थान के 16 जिलों में बारिश के आसार हैं। MP में भी लू के बीच बुधवार को ओले गिरे और हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग ने उज्जैन-ग्वालियर संभाग में लू चलने का अलर्ट जारी किया है, जबकि 17 जिलों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी-पश्चिमी राज्यों के मैदानी इलाकों में अगले 2 दिन बारिश की संभावना है। उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल और नागालैंड में बारिश और ओले गिरने की संभावना है। केरल, तमिलनाडु और आंध्र में अगले दो दिन तक कई जगहों पर बारिश होगी।
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गुजरात टाइटंस से मिले 218 रन के बड़े टारगेट के सामने राजस्थान रॉयल्स बिखर गई। टीम 159 रन ही बना पाई और 58 रन से मैच गंवा दिया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गुजरात से साई सुदर्शन ने 82 रन बनाए। राजस्थान से शिमरोन हेटमायर ने 52 और संजू सैमसन ने 41 रन बनाए। महीश तीक्षणा और तुषार देशपांडे को 2-2 विकेट मिले। गुजरात के लिए प्रसिद्ध कृष्णा ने 3 विकेट लिए। साई किशोर और राशिद खान को 2 विकेट मिले। गुजरात के लिए ओपनिंग बैटर साई सुदर्शन ने फिफ्टी लगाई। उन्होंने 53 गेंद पर 82 रन बनाए। उनकी पारी में 8 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। सुदर्शन की पारी से ही टीम ने 200 रन का स्कोर पार किया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला। नंबर-6 पर बैटिंग करने उतरे तेवतिया ने महज 12 गेंद पर 24 रन बनाए। उन्होंने 2 चौके और 2 छक्के लगाकर टीम का स्कोर 217 तक पहुंचाया। मिडिल ओवर्स में बॉलिंग करने आए प्रसिद्ध ने 3 विकेट लिए। उन्होंने संजू सैमसन, शिमरोन हेटमायर और जोफ्रा आर्चर को पवेलियन भेजा। पूरे टूर्नामेंट महंगे साबित हुए राशिद ने राजस्थान के खिलाफ 2 विकेट लिए। उन्होंने ध्रुव जुरेल और शुभम दुबे को पवेलियन भेजा।
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बांग्लादेश की सरकार के प्रमुख यूनुस के राज बांग्लादेश के हालात बगड़ते जा रहे हैं ... बांग्लादेश भी अब दूसरा पकिस्तान बनता जा रहा है ... हर जगह कट्टरपंथियों का राज है और वे बांग्लादेश की आर्थिक हालातों को बद से बदत्तर कर रहे हैं ... बांग्लादेश में इजराइल विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कई इंटरनेशनल ब्रांड्स की दुकानों में लूटपाट और तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारी बाटा, KFC, पिज्जा हट और प्यूमा जैसे ब्रांड के शोरूम में घुस गए और वहां रखे सामानों को नुकसान पहुंचाया। यह घटना उस वक्त हुई जब बांग्लादेशी सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपने पहले ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट की मेजबानी की तैयारी कर रही है। बताया गया है कि KFC, प्यूमा, बाटा, डोमिनोज और पिज्जा हट जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को निशाना बनाया गया। इन्हें लेकर प्रदर्शनकारियों का मानना है कि वे इजराइल से जुड़ी हुई हैं। जबकि उनका इजराइल से कोई सीधा संबंध नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में भीड़ ईंटों से बाटा शोरूम के कांच का दरवाजा तोड़ते नजर आती है और फिर दर्जनों जूते लूट लेती है। बांग्लादेश के TBS न्यूज के मुताबिक लूटपाट के कुछ देर बाद ही ये जूते फेसबुक मार्केटप्लेस पर बिक रहे थे।
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी ने रेपो रेट को 0.25% घटाकर 6% कर दिया है। पहले ये 6.25% थी। यानी, आने वाले दिनों में लोन सस्ते हो सकते हैं। वहीं इससे आपकी ईएमआई भी घटेगी। नए वित्त वर्ष में RBI की पहली मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी मीटिंग के फैसलों की जानकारी RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने दी। इस साल फरवरी में RBI ने रेपो रेट में 0.25% कटौती की थी ... इससे पहले वित्त वर्ष 2024-25 की आखिरी मीटिंग में RBI ने ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की थी ... रेपो रेट घटने के बाद बैंक भी हाउसिंग और ऑटो जैसे लोन्स पर अपनी ब्याज दरें कम कर सकते हैं। वहीं ब्याज दरें कम होंगी तो हाउसिंग डिमांड बढ़ेगी। ज्यादा लोग रियल एस्टेट में निवेश कर सकेंगे। इससे रियल एस्टेट सेक्टर को बूस्ट मिलेगा। RBI जिस ब्याज दर पर बैंकों को लोन देता है उसे रेपो रेट कहते हैं। रेपो रेट कम होने से बैंक को कम ब्याज पर लोन मिलेगा। बैंकों को लोन सस्ता मिलता है, तो वो अकसर इसका फायदा ग्राहकों को पास कर देते हैं। यानी, बैंक भी अपनी ब्याज दरें घटा देते हैं। किसी भी सेंट्रल बैंक के पास पॉलिसी रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है। जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है, तो सेंट्रल बैंक पॉलिसी रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है।
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मौसम एजेंसी स्काईमेट ने अनुमान जताया है कि इस साल देश में मानसून सामान्य रहेगा। एजेंसी के मुताबिक, 80% से ज्यादा संभावना है कि मानसून सामान्य या उससे अधिक रहेगा। इधर, देश के उत्तरी-पश्चिमी राज्यों में अप्रैल के पहले हफ्ते से ही लू का असर तेज होता जा रहा है। राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और पंजाब के कई हिस्से हीटवेव की चपेट में हैं। मध्य प्रदेश के 30 जिलों में अब हीटवेव का अलर्ट है। दिल्ली में 15 साल अप्रैल में तापमान 40 डिग्री के पार गया है। कई इलाकों में हीटवेव के हालात हैं। इससे पहले 2011 में यह स्थितियां बनी थीं। राजस्थान के बाड़मेर में मंगलवार को टेम्परेचर 47 डिग्री रहा। 10 साल बाद अप्रैल में बाड़मेर का पारा 47 डिग्री पहुंचा है। जैसलमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ समेत कई जिलों में तेज गर्मी रही। अगले 2 दिन तक राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात में 2-4 डिग्री का तापमान बढ़ सकता है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते बिहार, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में बारिश के साथ ओले गिरने की भी संभावना है। केरल, महाराष्ट्र, गोवा और तटीय तमिलनाडु में उमस परेशान करेगी।
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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा था कि कोई भी देश जो अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा, उसे तुरंत नए और काफी ज्यादा टैरिफ का सामना करना पडेगा ... इसके बाडी अमेरिका ने चीन पर 104% टैरिफ लगा दिया है। यह आज यानी 9 अप्रैल से लागू हो गया है। इसका मतलब है कि अब से अमेरिका पहुंचने वाले चीनी सामान दोगुने दाम से भी ज्यादा कीमत पर बिकेंगे। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में कहा कि टैरिफ की जो कोई भी आलोचना कर रहा है, वह बदमाश और धोखेबाज है। उन्होंने तब नहीं सोचा था जब अमेरिका ने 90 हजार कारखाने खो दिए थे। ट्रम्प ने कहा कि हम टैरिफ से बहुत सारा पैसा कमा रहे हैं। अमेरिका को हर दिन 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा मिल रहा है। कई देशों ने हमें हर तरह से लूटा है, अब लूटने की बारी हमारी है। ट्रम्प ने कहा- मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं आउटसोर्सर्स का नहीं, बल्कि मजदूरों का राष्ट्रपति हूं। मैं ऐसा राष्ट्रपति हूं जो वॉल स्ट्रीट के लिए नहीं, बल्कि मेन स्ट्रीट के लिए खड़ा होता हूं। ट्रम्प ने यह भी कहा कि कुछ लोग कहते हैं, टैरिफ से कीमतें बढ़ेंगी। बिल्कुल गलत है। यह एक छोटी सी दवा है। थोड़ा सा दर्द है, जो हमें लंबे समय तक ठीक रखेगी।
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देश के उत्तर-पश्चिम राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है ... मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत 10 राज्यों में हीटवेव का अलर्ट है। राजस्थान में रात का पारा भी 45 डिग्री के पार जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात समेत 9 राज्यों में लू और गर्मी का अलर्ट जारी किया है। वहीं, नॉर्थ-ईस्ट और साउथ के 13 राज्यों में आंधी-बारिश के आसार है राजस्थान में अब दिन के साथ रात भी गर्म होने लगी है। कुछ शहरों में रात का पारा 45° के पार पहुंच गया है। सोमवार को बाड़मेर शहर का तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, आज यहां हीटवेव का रेड अलर्ट है। इसके अलावा 6 जिलों के लिए ऑरेंज और 12 जिलों के लिए यलो अलर्ट है। मध्यप्रदेश में सोमवार को भी गर्म हवाओं की वजह से तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। रतलाम-नीमच समेत 8 जिलों में आज लू का अलर्ट है। हिमाचल में आज लू चलने की चेतावनी है। इनके अलावा, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात और उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में हीटवेव का अलर्ट है। देश के ज़्यादातर हिस्सों में अगले दो दिन लू और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य प्रदेश, गुजरात और दिल्ली-NCR में तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री ऊपर बना रहेगा। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी UP में कई जगहों पर लू जारी रहेगी।
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मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने में कोई न्यायिक अड़चन नहीं है। इसे लागू करने के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दिया है। ओबीसी महासभा का दावा है कि अब मध्यप्रदेश में ओबीसी को बढ़ा हुए आरक्षण को लागू करने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी। कमलनाथ सरकार ने 2019 में ओबीसी वर्ग का आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27 फीसदी कर दिया था। इसके बाद विधानसभा में इससे संबंधित विधेयक पारित कर दिया गया। 2 सितंबर 2021 को सामान्य प्रशासन विभाग ने ओबीसी को भर्ती में 27 फीसदी आरक्षण देने का सर्कुलर जारी किया था। इसके खिलाफ यूथ फॉर इक्वेलिटी संगठन हाईकोर्ट गया। 4 अगस्त 2023 को हाईकोर्ट ने सरकार के सर्कुलर पर रोक लगा दी। इस बीच महाधिवक्ता ने अभिमत दिया कि सरकार 87:13 के फॉर्मूले के आधार पर भर्ती प्रक्रिया करें। 28 जनवरी 2025 को हाईकोर्ट ने यूथ फॉर इक्वेलिटी संगठन की याचिका निरस्त कर दी। संगठन इसी फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल की थी।
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ADR यानी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने एक रिपोर्ट जारी की। इसमें बताया गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 में नेशनल पार्टियों को ₹20,000 से ज्यादा के चंदों में सबसे ज्यादा BJP को मिला। रिपोर्ट के अनुसार, BJP को मिला चंदा कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPEP) और माकपा (CPI-M) को मिले कुल चंदे से 6 गुना ज्यादा है। इस रिपोर्ट में चुनाव आयोग के आंकड़ों का एनालिसिस किया गया है। इसमें बताया गया है कि देश की 6 नेशनल पार्टियों को ₹20,000 से ज्यादा के कुल ₹2,544.28 करोड़ के चंदे की जानकारी दी गई। इन नेशनल पार्टियों में BJP, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (BSP), AAP, CPI(M) और NPEP शामिल हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल 3755 डोनेशन कॉर्पोरेट या बिजनेस सेक्टर की तरफ से किए गए, जिनकी कुल रकम ₹2,262.5 करोड़ रही। BJP को सबसे ज्यादा कॉर्पोरेट डोनेशन मिला। रिपोर्ट के मुताबिक, BJP को कॉर्पोरेट सेक्टर से कुल 3,478 डोनेशन के जरिए ₹2,064.58 करोड़ मिले। इसके अलावा 4,628 आम लोगों ने पार्टी को ₹169.12 करोड़ का चंदा दिया। वहीं कांग्रेस को ₹190.3 करोड़ कॉर्पोरेट डोनेशन और ₹90.89 करोड़ आम लोगों से चंदा मिला। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ कॉर्पोरेट डोनेशन के मामले में भी BJP को बाकी सभी नेशनल पार्टियों के मुकाबले 9 गुना ज्यादा रकम मिली।
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नई दिल्ली । महंगाई के मोर्चे पर आम जनता को जोर का झटका लगा है। केंद्र सरकार ने घरेलू रसोई गैस और उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की है। नई कीमतें आज आधी रात से लागू हो जाएंगी। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस वितरण कंपनियों की ओर से घरेलू रसोई गैस यानी एलपीजी की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उज्ज्वला योजना और सामान्य श्रेणी के घरेलू रसोई गैस के ग्राहकों दोनों के लिए एलपीजी की कीमत में इजाफा किया गया है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, " उज्जवला योजना के तहत अब 500 रुपये वाला सिलेंडर 550 रुपये में मिलेगा, जबकि अन्य ग्राहकों के लिए यह 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये प्रति सिलेंडर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा कदम है, जिसकी हम आगे बढ़ने के साथ समीक्षा भी करेंगे। पुरी ने कहा कि हम प्रत्येक 2-3 सप्ताह में इसकी समीक्षा करते हैं। इसलिए पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि का बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा। एलपीजी की कीमत में इस बढ़ोत्तरी के बाद सामान्य उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत राजधानी नई दिल्ली में अब 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो जाएगी। इसी तरह उज्ज्वला योजना के तहत उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत 503 रुपये से बढ़कर 553 रुपये हो जाएगी।
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कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पटना के SKM हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में पहुंचे ... राहुल के मंच पर पहुंचते ही समर्थकों ने 'देखो-देखो कौन आया, शेर आया' के नारे लगाए गए। राहुल को गदा और गौतम बुद्ध की तस्वीर देकर सम्मानित किया गया ... 'नमक सत्याग्रह आंदोलन की 95वीं वर्षगांठ' पर दलित समाज की तरफ से यह प्रोग्राम आयोजित किया गया है ... इससे पहले राहुल गांधी बेगूसराय में कन्हैया कुमार की यात्रा में बेगूसराय पहुंचे थे। बेगूसराय में पदयात्रा महज 24 मिनट में खत्म हो गई। वे कन्हैया कुमार की 'पलायन रोको और नौकरी दो' यात्रा में 1 किमी पैदल चले।राहुल बेगूसराय में नुक्कड़ सभा को भी संबोधित करने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर सभा कैंसिल कर दी गई।
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ट्रम्प का रेसिप्रोकल टैरिफ: अमेरिका ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। भारत के अलावा चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा। चीन ने शुक्रवार को अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। नया टैरिफ 10 अप्रैल से लागू होगा। 3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनियाभर में जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था। इसमें चीन पर 34% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया था। अब चीन ने उतना ही टैरिफ अमेरिका पर लगा दिया है। इसके बाद भारतीय शेयर बाजार में आज, यानी सोमवार 7 अप्रैल को साल की दूसरी बड़ी गिरावट आई है। सेंसेक्स 3000 अंक गिरकर करीब 72,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में 900 अंक की गिरावट है। ये 22,000 से नीचे कारोबार कर रहा है। इससे पहले 4 जून 2024 को बाजार 5.74% गिरा था। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर गिरकर कारोबार कर रहे हैं। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और इंफोसिस करीब 10% टूटे हैं। टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और L&T में भी 8% की गिरावट है। NSE के सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी मेटल सबसे ज्यादा 8% टूटा है। आईटी, ऑयल एंड गैस और हेल्थकेयर में करीब 7% की गिरावट है। ऑटो, रियल्टी और मीडिया इंडेक्स 5% नीचे हैं।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ संशोधन बिल को शनिवार देर शाम मंजूरी दे दी। सरकार ने नए कानून को लेकर गजट नोटिफिकेशन जारी किया। अब नए कानून को लागू करने की तारीख को लेकर केंद्र सरकार अलग से एक नोटिफिकेशन जारी करेगी। यह बिल 2 अप्रैल को लोकसभा और 3 अप्रैल को राज्यसभा में 12-12 घंटे की चर्चा के बाद पास हुआ था। नए कानून को लेकर कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी और AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने अलग-अलग याचिकाओं में सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इन याचिकाओं में कहा गया है कि वक्फ संशोधन एक्ट मुस्लिम कम्युनिटी के साथ भेदभाव करता है। यह एक्ट मुसलमानों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन भी करता है। इस पर केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि इस कानून का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों में हो रहे पक्षपात, दुरुपयोग और अतिक्रमण को रोकना है। इस अब कानून को राज्यसभा में 128 सदस्यों ने समर्थन दिया था, जबकि 95 ने इसका विरोध किया।वहीं लोकसभा में देर रात 2 अप्रैल को पारित हुआ था। इस दौरान 288 सांसदों ने समर्थन में और 232 ने विरोध में वोट डाला था।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एशिया के पहले वर्टिकल लिफ्ट स्पैन रेलवे ब्रिज का उद्घाटन किया। इसका नाम पम्बन ब्रिज है। ब्रिज 2.08 किमी लंबा है। इसकी नींव नवंबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। ब्रिज रामेश्वरम को भारत की मुख्य भूमि तमिलनाडु के मंडपम से जोड़ता है। भविष्य को ध्यान में रखते हुए इसे डबल ट्रैक और हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए डिजाइन किया गया है। स्टील से बने नए ब्रिज पर पॉलीसिलोक्सेन कोटिंग की गई है, जो इसे जंग और समुद्र के नमकीन पानी से बचाएगी। पुराना पुल 2022 में जंग लगने की वजह से बंद कर दिया गया था। इसके बाद से रामेश्वम और मंडपम के बीच रेल कनेक्टिविटी खत्म हो गई थी। रामायण के अनुसार, रामसेतु का निर्माण रामेश्वरम के पास धनुषकोडी से शुरू हुआ था। इस वजह से ये आस्था के नजरिए से भी महत्वपूर्ण है .. नया पम्बन ब्रिज 100 स्पैन यानी हिस्सों से मिलकर बनाया गया है। जब समुद्री जहाज को निकलना होता है तो इस नेविगेशन ब्रिज का सेंटर स्पैन ऊपर उठ जाता है ...
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अयोध्या में दोपहर करीब 12 बजे रामलला का सूर्य तिलक किया गया। इस दौरान गर्भगृह की लाइट बंद कर दी गई थी ... रामनवमी पर अयोध्या में रामलला का जन्मोत्सव मनाया गया। जन्म के बाद उनका अभिषेक किया गया। दोपहर करीब 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में रामलला का सूर्य अभिषेक हुआ। करीब 4 मिनट रामलला के मस्तक पर सूर्य किरणें पड़ीं। सूर्य तिलक के बाद रामलला की आरती की गई। सूर्य तिलक से पहले कुछ देर के लिए रामलला के पट बंद किए गए थे ... रामलला के सूर्य तिलक के लिए अष्टधातु के पाइप से सिस्टम बनाया गया है। इसमें 4 लेंस और 4 मिरर के जरिए गर्भ गृह तक रामलला के मस्तक पर किरणें पहुंचाई गईं।रामलला के दर्शन के लिए दोपहर तक 5 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके थे ... राम जन्मभूमि परिसर में लंबी लाइनें लगी रहीं ... इससे पहले, सुबह 9.30 बजे रामलला को पंचामृत से स्नान कराके शृंगार किया गया ...
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत शनिवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने विधि-विधान से 15 मिनट मंत्रोच्चार के बीच बाबा का दर्शन-पूजन और अभिषेक किया ... मंदिर न्यास के पदाधिकारियों के साथ भागवत ने बाबा धाम की भव्यता देखी। उन्हें धाम में चल रही सभी व्यवस्थाओं के बारे में बताया। मोहन भागवत ने IIT BHU के छात्रों को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाया और कहा- हिंदू समाज के सभी पंथ, जाति, समुदाय साथ आएं। श्मशान, मंदिर और पानी सब हिंदुओं के लिए एक होना चाहिए। संघ प्रमुख IIT BHU के जिमखाना मैदान में 70 मिनट तक रहे। उन्होंने IIT के 100 से ज्यादा छात्रों का योग, खेल और वैदिक मंत्रों का उच्चारण देखा। छात्र उन्हें देख कर जय बजरंगी, भारत माता की जय और वंदे मातरम् का उद्घोष करते दिखे।भागवत ने छात्रों से पूछा- क्या आप संघ को समझते हैं, बताइए संघ क्या है? इस पर छात्रों ने कहा- संघ का मतलब हिंदुत्व को बढ़वा देना। सनातन की रक्षा करना। धर्म कोई भी हो, सबकी मदद करना और युवा शक्ति को सही दिशा दिखाना, यही संघ है। मोहन भागवत ने छात्रों से कहा- संघ का उद्देश्य हिंदू धर्म को मजबूत करने का है। हिंदुत्व की विचारधारा को फैलाना है। भारतीय संस्कृति और उसके सभ्यता के मूल्यों को बनाए रखने के आदर्श को बढ़ावा देना है।
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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दंतेवाड़ा में कहा कि अगले चैत्र नवरात्रि तक लाल आतंक खत्म हो जाएगा। बस्तर से नक्सलवाद खत्म होने के कगार पर है। नक्सलियों से अपील है कि वो सरेंडर करें। नक्सलियों को सरेंडर कराकर गांवों को नक्सल मुक्त बनाइए। हर गांव को एक करोड़ मिलेगा। शाह ने कहा कि बस्तर पंडुम को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाएंगे। कांग्रेस ने 75 साल तक गरीबी हटाओ का नारा लगाया। पीएम मोदी ने करोड़ों लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला। करोड़ों गरीबों को फ्री राशन मिल रहा है। नक्सलियों से फिर कहा कि किसी को कोई मारना नहीं चाहता, नक्सली सरेंडर करें। भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार संरक्षण देगी। अमित शाह ने कहा कि मैं अभी-अभी मां दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन करके आया हूं। माता से आशीर्वाद लेकर आया हूं कि अगले चैत्र नवरात्र तक लाल आतंक का सफाया हो जाएगा। अगले साल बस्तर पंडुम के नाम से आयोजन होगा। जिसमें देश के हर एक कोने से आदिवासी समुदाय के लोग, जनजाति के लोग यहां पहुंचेंगे।
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सहारनपुर । संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पास हाेने पर इस्लामिक जगत में अहम स्थान रखने वाले मदरसा दारुल उलूम ने भी कड़ी प्रतिक्रया व्यक्त की है। देवबंद दारुल उलूम के मोहतमिम (कुलपति) मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा है कि यह मुस्लिम समुदाय के साथ एक धोखा है। वक्फ वक्फ मुसलमानों का धार्मिक मामला है, जिसमें सरकारी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जा सकता। देवबंद में शुक्रवार की देर रात को पत्रकारों से बात करते हुए मोहतमिम ने कहा कि इस तरह के मामलों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह एक तरह से मुस्लिमों के साथ बड़ा धोखा है। इससे पहले जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने विधेयक पास होने पर धर्मनिरपेक्ष पार्टियों की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। यह विधेयक संविधान पर सीधा हमला है।जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के दूसरे गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने भी विधेयक का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह मुसलमानों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है। सरकार संख्या बल पर इसे पारित कराने में सफल रही है। वक्फ जायदादों को कब्जाने के लिए बनाए गए इस कानून पर कोर्ट रोक लगाएगा। उन्होंने अदालतों को अल्पसंख्यकों की आखिरी उम्मीद बताया।
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नई दिल्ली । राज्यसभा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को आज आधी रात के बाद पारित कर दिया। इस पर सदन में करीब 12 घंटे से अधिक बहस हुई। जहां सत्तारूढ़ एनडीए के सदस्यों ने विधेयक को अल्पसंख्यकों के लिए फायदेमंद बताया, वहीं विपक्ष के सदस्यों ने इसे " मुसलमान-विरोधी" कहकर इसकी आलोचना की।विपक्ष के सदस्यों द्वारा प्रस्तावित सभी संशोधनों को अस्वीकृत किए जाने के बाद विधेयक को मंजूरी दी गई। विधेयक के पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 मत पड़े। वक्फ (संशोधन) विधेयक की प्रमुख धाराओं में वक्फ ट्रिब्यूनलों को मजबूत करना, एक संरचित चयन प्रक्रिया को लागू करना और विवाद निपटान की दक्षता को बढ़ाने के लिए एक निश्चित कार्यकाल स्थापित करना शामिल है। लोकसभा इसे एक दिन पहले ही पारित कर चुकी है।किरेन रिजिजू ने सदन में चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि जब यह बिल शुरुआत में जो ड्राफ्ट हुआ था और आज जो बिल हम पास कर रहे हैं, दोनोंं की तुलना करने पर आप पाएंगे इसमें चर्चा करके कितने सुधार किए गए हैं। इस सदन के कई सदस्य भी जेपीसी में सदस्य रहे हैं। उन्हीं सदस्यों के सुझाव पर कलेक्टर के मामले में तथा कई अन्य सुधार किए गए हैं। सदन के कई सदस्य जो स्वयं जेपीसी में बैठते हैं और आरोप लगाते हैं कि जेपीसी में उनकी बात नहीं सुनी गई। जितना आप चाहते हैं, उतना स्वीकार नहीं किया जाएगा। अगर जेपीसी में बहुमत को मंजूरी मिल गई है, तो हम क्या कर सकते हैं? आज आप लोग एक बात बार-बार दोहरा रहे हैं कि आप मुसलमानों की चिंता क्यों करते हैं और कहते हैं कि भाजपा और हमारे एनडीए के लोगों को भाजपा या मुसलमानों के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है।उन्होंने कहा कि मैंने विधेयक को पेश करते समय बिल के सभी खास पक्षों को विस्तार के साथ सदन में रखा था, इसके बावजूद कई सदस्यों ने तरह-तरह के बेवजह के संदेह व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हम संविधान के आधार पर बात करते हैं। सभी को समान रूप से देखना है। हम सरकार में हैं तो गरीब मुसलमानों की चिंता हमें करनी पड़ रही है, क्योंकि आप (कांग्रेस) ने इतने लंबे समय तक देश में राज करने के बावजूद मुसलमानों की चिंता नहीं की। वक्फ संपत्ति में कोई दखल नहीं दिया जा रहा है। यह एक वैधानिक निकाय है। उन्होंने कहा कि सेंट्रल वक्फ काउंसिल में 22 मेंबर होंगे। एक्स ऑफिशियो मेंबर को मिला कर 4 से ज्यादा गैर-मुस्लिम सदस्य नहीं होंगे। वक्फ बोर्ड के 11 सदस्यों में 3 से ज्यादा गैर-मुस्लिम नहीं होंगे। यह साफ तौर पर बताया जा चुका है।संशोधन विधेयक पर विपक्षी दलों के रुख की आलोचना करते हुए किरेन रिजिजू ने कहा, "वे सच स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।" उन्होंने कहा कि विपक्ष वक्फ बिल को असंवैधानिक बता रहा है लेकिन असंवैधानिक क्यों है? इसके पीछे तर्क नहीं दे पा रहे। इसलिए मैंने उम्मीद छोड़ दी है कि वो लोग समझेंगे। किरेन रिजिजू ने कहा कि एक बार वक्फ बन जाने के बाद आप इसे उलट नहीं सकते। यदि कोई वक्फ किसी संपत्ति की घोषणा करता है, तो आपको इसके बारे में सावधानीपूर्वक सोचना चाहिए। क्योंकि एक बार यह घोषित हो जाने के बाद आप इसकी स्थिति को नहीं बदल सकते। उन्होंने कहा कि सीएए पर भी इसी तरह का दुष्प्रचार किया गया था लेकिन बाद में किसी का कोई नुकसान नहीं हुआ। इसके बावजूद दुष्प्रचार करने वाले किसी ने माफी नहीं मांगी। यह वक्फ संशोधन विधेयक देश के मुसलमानों के तरक्की और हित में है, इसलिए सदन के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि इसे पास करने में सहयोग करें।इससे पहले, गुरुवार दोपहर को सदन में बिल पेश करते समय किरेन रिजिजू ने कहा कि इस पर तार्किक और सार्थक चर्चा होनी चाहिए। कुछ सदस्यों का कहना है कि संयुक्त संसदीय समिति में जितनी चर्चा होना चाहिए थी, वह नहीं हुई लेकिन देशभर में सभी स्टेक होल्डर्स और धार्मिक संस्थाओं आदि से चर्चा के बाद इसे संसद में लाया गया। जेपीसी ने इस पर अत्यंत व्यापक काम किया। कुल मिलाकर 284 संगठनों, स्टेक होल्डर्स ने ज्ञापन दिया। एक करोड़ लोगों ने इस पर अपना मंतव्य दिया। राज्य सरकारों से भी इस पर विचार-विमर्श किया गया। गुरुवार तड़के इसे लोकसभा से पारित किया गया। उसके बाद आज इसे राज्यसभा में पेश किया जा रहा है।‘वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025’ के साथ इससे जुड़े निष्क्रिय हो चुके पुराने अधिनियम को कागजों से हटाने के लिए ‘मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2025’ लाया गया है। नए विधेयक का नाम अंग्रेजी में यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट इंपावरमेंट इफिशिएंट एंड डेवलपमेंट बिल (उम्मीद बिल) रखा गया है। हिन्दी में यह एकीकृत वक्फ प्रबंधन, सशक्तिकरण, दक्षता और विकास अधिनियम होगा।
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रांची । प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने आज सुबह झारखंड की राजधानी रांची समेत देशभर में एक साथ 21 स्थानों पर छापा मारा है।निदेशालय की इस बड़ी कार्रवाई से आयुष्मान भारत योजना में की गई गड़बड़ी का खुलासा होने की उम्मीद है। यह कार्रवाई सुबह से रांची के अशोक नगर, पीपी कंपाउंड, एदलहातू, बरियातू, लालपुर और चिरौंदी में चल रही है।संसद में आयुष्मान भारत योजना पर पेश की चुकी भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में कहा गया है कि झारखंड में तमाम तरह की धांधली हुई है। इसमें हैरानी जताते हुए यह तक दावा किया गया है कि 'मुर्दों का इलाज' कर दिया गया। इस रहस्योद्घाटन पर ईडी ने जांच शुरू की। ईडी ने स्वास्थ्य विभाग और झारखंड स्टेट हेल्थ सोसाइटी से 'ऐसा करने' वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी।स्वास्थ्य विभाग ने कुछ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज कराई गई प्राथमिकी की सूचना भेजी। ईडी ने इस प्राथमिकी को आर्थिक अपराध सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) के तौर पर दर्ज कर बड़ा एक्शन शुरू किया है। ईडी ने झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल में दो, उत्तर प्रदेश में एक और दिल्ली में भी छापा मारा है।
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देवास जिले के कन्नोद महाविद्यालय में रंगोली प्रतियोगिता के दौरान प्रोफेसर जुजैर अली रंगवाला की अजीबो गरीब मानसिकता सामने आई है...प्रतियोगिता के दौरान छात्रों की बनाई गई राधा-कृष्ण एवं राष्ट्रीय ध्वज की रंगोली को कॉलेज प्रोफेसर जुज़ैर अली रंगवाला ने अपने पैरों से मिटा दिया.... जिसका cctv वीडियो भी सामने आया है...हालांकि सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरु कर दी है शिक्षक के मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब उसने व्हाट्सप पर भी आपत्तिजानक पोस्ट लगा रखी थी... कन्नौद महाविद्यालय के मामले को लेकर मंत्री विश्वास सारंग का बयान भी सामने आया है...वहीं मामला तूल पकड़ते देखकर पुलिस भी हरकत में आ गई और मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी
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गुजरात के बनासकांठा के नजदीक डीसा में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से मध्य प्रदेश के 21 मजदूरों की मौत हो गई। इनमें से 9 मजदूर खातेगांव तहसील के अंतर्गत आने वाले संदलपुर गांव के रहने वाले हैं... जबकी एक युवक खातेगांव का रहने वाला हे ... संदलपुर गांव .. मैं रहने वाले.. दो परिवारों के लोग डीसा में मजदूरी करने के लिए गए थे... जिनमें से 10 लोगों की मौत हो गई है... इन मृतकों में तीन मासूम बच्चे भी शामिल थे.. जिनकी उम्र 8 साल से कम बताई जा रही है वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है घटना की जानकारी लगते ही विधायक आशीष शर्मा मृतक परिवार के पास संदलपुर पहुंचे जहां उन्होंने कहा बहुत ही दुखद घटना है ... इस संबंध में मुख्यमंत्री मोहन यादव से बात हुई है एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी गुजरात के मुख्यमंत्री से चर्चा की है जिसके मृतक के परिवार को गुजरात सरकार की तरफ से ₹4 लाख रुपए की राशि एवं मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से ₹2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है ...
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बुधवार को IPL-18 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को पहली हार मिली। गुजरात टाइटंस ने RCB को 8 विकेट से हरा दिया। गुजरात के मोहम्मद सिराज के शानदार स्पेल के कारण बेंगलुरु 8 विकेट खोकर 169 रन ही बना सकी .. इसके जवाब में जोस बटलर की फिफ्टी की बदौलत GT ने 2 विकेट खोकर 170 रन बनाए और 13 बॉल रहते जीत हासिल कर ली ... एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में बटलर ने पहले ओवर में ही फिल सॉल्ट का कैच छोड़ा। सॉल्ट ने 105 मीटर लंबा सिक्स लगाया जो सीधा जाकर स्टेडियम की छत से टकराया ... मैच में लियम लिविंगस्टन के हाथ से बैट छूटा तो बटलर से उनकी स्टंपिंग मिस हो गई ... मैच के पहले ओवर में फिल सॉल्ट को जीवनदान मिला। मोहम्मद सिराज की 5वीं बॉल पर विकेटकीपर जोस बटलर से सॉल्ट का कैच ड्रॉप हो गया। सॉल्ट ने शॉर्ट ऑफ लेंथ बॉल फेंकी थी जिसे सॉल्ट ने आगे निकलकर खेला। बॉल, बैट का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर के पास पहुंची, लेकिन उन्होंने कैच छोड़ दिया। पांचवें ओवर की तीसरी बॉल पर फिल सॉल्ट ने 105 मीटर लंबा सिक्स लगाया। मोहम्मद सिराज की बाउंसर बॉल पर सॉल्ट ने शॉट खेला और बॉल डीप मिडविकेट के ऊपर से ग्राउंड के छत से टकराई।
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वक्फ संशोधन बिल संसद में लाया गया ... देखने में आया कि संसद के बाहर और भीतर इस बिल के समर्थन में ज्यादा लोग हैं और विरोध में कम ... इसका विरोध भी वही राजनैतिक दल और लोग कर रहे हैं मुसलमान जिनके लिए बड़ा वोट बैंक हैं ... आम लोगों का तो साफ़ कहना है वक्फ बोर्ड भू माफिया की तरह काम कर रहा है ... इसलिए इसमें संशोधन की बजाये वक्फ बोर्ड को ही खत्म कर देना चाहिए ... चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी और नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड ने बिल का समर्थन किया है ... केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्षी पार्टियां कह चुकी हैं कि बिल की जरूरत है, लेकिन वोट बैंक के लिए इसका विरोध कर रहे हैं ... कुछ नेता और कुछ धर्मगुरु मासूम मुस्लिमों को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। इन्हीं नेताओं-धर्मगुरुओं ने पहले कहा था कि CAA से मुस्लिमों पर असर पड़ेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। आप को बता दें ... इस मसले पर अगर वोटिंग होती है तब भी आंकड़े NDA के पक्ष में आएंगे ... इसे जनता की अदालत में लाया जाता है तो देश के 70 फीसदी लोग वक्फ बोर्ड को ही ख़त्म करने के पक्ष में नजर आएंगे ...
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प्रभसिमरन सिंह की तेज बैटिंग के दम पर पंजाब किंग्स ने लखनऊ सुपरजायंट्स को 8 विकेट से हरा दिया। इकाना स्टेडियम में पंजाब ने बॉलिंग चुनी। लखनऊ ने 7 विकेट खोकर 171 रन बनाए। पंजाब ने 16.2 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर टारगेट हासिल कर लिया। पंजाब से तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने 3 विकेट लिए। बैटिंग में प्रभसिमरन सिंह ने 34 गेंद पर 69 रन बनाए। कप्तान श्रेयस अय्यर ने 52 और नेहल वाधेरा ने 43 रन बनाए। लखनऊ से दिग्वेश राठी ने 2 विकेट लिए। निकोलस पूरन ने 44 और आयुष बडोनी ने 41 रन बनाए। 172 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स को ओपनर प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई। उन्होंने महज 34 गेंद पर 69 रन बनाए। उनकी पारी में 9 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। प्रभसिमरन ने कप्तान श्रेयस अय्यर के साथ दूसरे विकेट के लिए 84 रन की पार्टनरशिप भी की। तीसरे ओवर में पहला विकेट गंवाने के बाद पंजाब के कप्तान श्रेयस ने पारी संभाली। उन्होंने महज 30 गेंद पर 52 रन बनाए और टीम को जीत दिला दी।11वें ओवर में बैटिंग करने उतरे वाधेरा ने तेज बैटिंग की। उन्होंने 25 गेंद पर 43 रन बनाए और श्रेयस के साथ फिफ्टी पार्टनरशिप भी की।टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने उतरी पंजाब को अर्शदीप ने पहला विकेट दिला दिया। उन्होंने डेथ ओवर्स में भी 2 विकेट लिए।
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नई दिल्ली । दिल्ली हाई कोर्ट ने विकिपीडिया को एक न्यूज एजेंसी के बारे में प्रोपेगेंडा टूल करने वाली सूचना संपादित करने वाले हिस्से को हटाने का निर्देश दिया है। जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद की बेंच ने यह अंतरिम आदेश दिया। उधर, इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट 4 अप्रैल को सुनवाई करने वाला है।जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद की बेंच ने कहा कि विस्तृत आदेश शाम तक कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। दिल्ली हाई कोर्ट ने 21 अक्टूबर, 2024 को कहा था कि किसी न्यूज एजेंसी के लिए इससे बुरी बात कुछ नहीं हो सकती है कि उसे सरकार का प्रोपेगेंडा टूल बताया जाए। 05 सितंबर, 2024 को विकिपीडिया के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने कहा था कि अगर आगे कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं होगा तो हम कड़ाई से निपटेंगे ।न्यूज एजेंसी ने आरोप लगाया था कि विकिपीडिया वेबसाइट पर उनके बारे में सूचना दी गई है कि वह सरकार का प्रोपेगेंडा टूल है। इस पर हाई कोर्ट ने विकिपीडिया को आदेश दिया था कि वो इस सूचना को लिखने वाले यूजर का खुलासा करे लेकिन विकिपीडिया ने यूजर का खुलासा नहीं किया।हाई कोर्ट ने जुलाई 2024 में विकिपीडिया को नोटिस भेजकर कहा था कि आपको न्यूज एजेंसी का विवरण संपादित करने वाले का नाम बताना चाहिए। अगर आप नाम नहीं बताएंगे तो न्यूज एजेंसी की ओर से दाखिल याचिका में उसका पक्ष कैसे जाना जा सकता है।दिल्ली हाई कोर्ट ने यह तब कहा था जब विकिपीडिया ने कहा कि कोर्ट का नोटिस तामील करने की सूचना संबंधित न्यूज एजेंसी को दी जाएगी लेकिन इसमें यूजर की पहचान की जानकारी नहीं होगी। ऐसा होने पर यूजर्स की गोपनीयता सार्वजनिक नहीं होगी और कोर्ट को संबंधित यूजर्स की पूरी जानकारी भी मिल जाएगी।
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डीसा । बनासकांठा जिले के डीसा के समीप ढुंवा रोड स्थित जीआईडीसी में पटाखा गोदाम में भीषण ब्लास्ट हो गया। इसमें 11 श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि छह झुलस गए हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है कि फैक्ट्री के बॉइलर में ब्लास्ट होने साथ आग फैल गई। धमाका इतना जोरदार था कि फैक्ट्री का स्लैब नीचे गिर गया। वहां मौजूद श्रमिकों के परखच्चे उड़ गए। मानव अंग समेत अन्य सामान उछल कर दूर जा गिरे। सभी झुलसे लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मौके पर आग बुझाने से लेकर तमाम बचाव के काम शुरू कर दिए गए हैं।बनासकांठा जिले के कलक्टर मिहिर पटेल ने बताया कि मंगलवार सुबह डीसा के इंडस्ट्रियल क्षेत्र के पटाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट हुआ, जिससे फैक्ट्री का स्लैब गिर गया। फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिक और परिवार इसी में रहते हैं। फिलहाल डीसा नगर पालिका के फायर फाइटर की टीम आग पर काबू पा चुकी है। सूत्रों के अनुसार अभी तक फैक्ट्री से 11 श्रमिकों के शव सिविल हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है। डीसा की एसडीएम नेहा पंचाल ने बताया कि घायल श्रमिकों में से तीन श्रमिक 40 फीसदी से अधिक झुलसे हैं, जिन्हें सिविल हॉस्पिटल में इलाज कराया जा रहा है। फैक्ट्री दीपक ट्रेडर्स के नाम से होने की जानकारी मिली है। इसके मालिक का नाम खूबचंद सिंधी बताया गया है, जो कि घटना के बाद से फरार हो गया है। फैक्ट्री मालिक को महज पटाखा बेचने की मंजूरी थी, लेकिन यहां विस्फोटक पदार्थ लाकर पटाखा बनाया भी जाता था। घटना के समय 20 से अधिक श्रमिकों के फैक्ट्री में अंदर होने की जानकारी मिली है। यह सभी श्रमिक मध्यप्रदेश के रहने वाले बताए गए हैं। सभी श्रमिक दो दिन पहले ही मध्यप्रदेश से यहां आए थे। हाल मृतकों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
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ह्यूस्टन । नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर महज आठ दिनों के मिशन के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन वो 286 दिनों बाद धरती पर लौटे। 18 मार्च को स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन यान के जरिए उनकी सफल वापसी हुई। दोनों अंतरिक्ष यात्री ने मार्च महीने की शुरुआत में धरती पर वापस आने के बाद आज पहली बार टेक्सास के ह्यूस्टन में जॉनसन स्पेस सेंटर से सार्वजनिक रूप से मिशन के अनुभवों को साझा किया।लंबे अंतराल के बाद पृथ्वी पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, "मैं सबसे पहले अपने पति और अपने पालतू कुत्तों को गले लगाना चाहती थी।" उन्होंने कहा कि सबसे पहले उन्होंने अपने घर में एक ग्रिल्ड चीज सैंडविच का आनंद लिया, जो उनके पिता की याद दिलाता है।पृथ्वी पर सकुशल वापसी पर बुच विल्मोर ने कहा, "हम इस देश के आभारी हैं, जिन्होंने हमारे लिए प्रार्थना की और हमारे साथ शामिल रहे।" वहीं सुनीती ने कहा, "हमें नहीं पता था कि धरती पर क्या हो रहा है। लेकिन लोगों की प्रतिक्रियाओं से सम्मानित और विनम्र महसूस कर रही हैं।" उन्होंने आगे कहा कि "हम जो कर रहे हैं, वह भी महत्वपूर्ण है, टीमें हमें पुनर्वास में मदद कर रही हैं और नई चुनौतियों के लिए तैयार कर रही हैं।"भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने आईएसएस पर बिताए समय को अनमोल वैज्ञानिक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए। उन्होंने कहा कि यह मिशन अमेरिकी अंतरिक्ष अभियानों की सूची में छठे सबसे लंबे मिशन के रूप में दर्ज हुआ है। हालांकि, सबसे लंबी अवधि का रिकॉर्ड नासा के ही अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रूबियो के नाम है, जिन्होंने 371 दिनों तक अंतरिक्ष में रहकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था।286 दिनों तक अंतरिक्ष में यात्रियों को क्यों रुकना पड़ा? इस सवाल के जवाब में विलियम्स और विलमोर ने कहा कि नासा और बोइंग द्वारा विकसित स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी दिक्कतों के चलते उन्हें अंतरिक्ष स्टेशन पर ही रुकना पड़ा। उनका मिशन मात्र आठ दिनों के लिए था, लेकिन स्टारलाइनर के प्रणोदन प्रणाली में आई समस्याओं के कारण नासा ने उनकी वापसी को बार-बार टाल दिया। अंततः जब यह निर्णय लिया गया कि उनके लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन से वापसी अधिक सुरक्षित होगी, तो उनकी वापसी संभव हो पाई। हालांकि नासा और बोइंग की आगामी योजनास्टारलाइनर यान की असफलताओं की विस्तृत जांच जारी है। उन्होंने बताया कि नासा और स्पेसएक्स की नई उड़ानें यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार की जा रही हैं कि भविष्य में इस तरह की तकनीकी परेशानियां दोबारा न हों।अंतरिक्ष में लंबी अवधि बिताने के प्रभाव को लेकर सुनीता और बुच ने कहा कि 286 दिनों तक भारहीनता में रहने के बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री ह्यूस्टन स्थित जॉनसन स्पेस सेंटर में पुनर्वास प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। इस दौरान, वे अपनी मांसपेशियों और हड्डियों को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल ढालने के लिए विशेष व्यायाम कर रहे हैं ताकि धरती के माहौल में खुद को बेहतर ढंग से ढाल सकें।एक सवाल कि आईएसएस में उनके फंसे रहने के लिए कौन जिम्मेदार है, पर बुच विल्मोर ने कहा, "हम सभी जिम्मेदार हैं। हमें आगे की ओर देखना चाहिए, हम बैठकर किसी को दोष नहीं दे सकते।" उन्होंने आगे कहा कि "हम समस्याओं को ठीक करने जा रहे हैं।" वहीं, बुच के जवाब को आगे बढ़ाते हुए निक हेग ने कहा कि "हमारा ध्यान मिशन पर था, वहां राजनीति के लिए कोई जगह नहीं थी।"सुनीता और बुच के साथी निक हेग ने कहा कि "हम सभी ने अंतरिक्ष स्टेशन पर कई मिशन किए हैं। हम अभी अंतरिक्ष स्टेशन के स्वर्णिम युग में हैं।" उन्होंने आगे कहा, "जब मैं मानव अंतरिक्ष अन्वेषण के भविष्य के बारे में सोचता हूँ तो मैं वास्तव में आशावादी हो जाता हूं।" उन्होंने कहा कि यह मिशन हमारा राष्ट्रीय लक्ष्य, राष्ट्रीय फोकस था।
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येशू-येशू वाले ईसाई धर्मगुरु पादरी बजिंदर सिंह को रेप केस में उम्रकैद की सजा हो गई है। मोहाली कोर्ट ने उसे यह सजा सुनाई। बजिंदर को कोर्ट ने 3 दिन पहले दोषी करार दिया था। जिसके बाद उसे पटियाला जेल में बंद कर दिया गया था। बजिंदर पर आरोप है कि वह विदेश में बसाने के बहाने महिला को अपने घर ले गया। जहां उसका रेप कर वीडियो बनाया। उसे धमकी भी दी कि अगर उसका विरोध किया तो वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल देगा। यह सजा ऐसे टाइम पर हो रही है, जब बजिंदर सिंह एक और यौन उत्पीड़न और एक अन्य महिला से मारपीट के मामलों में फंसा हुआ है। इस मामले में केस दर्ज होने के बाद 2018 में ही बजिंदर सिंह को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में बजिंदर को जेल से जमानत पर छोड़ा गया। इसी महीने की शुरुआत में 3 मार्च को कोर्ट ने बजिंदर और अन्य 5 आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट निकाले थे। 28 मार्च को मोहाली कोर्ट ने इस मामले में बजिंदर सिंह को दोषी करार दिया। वहीं बाकी 5 आरोपियों, पादरी जतिंदर कुमार और अकबर भट्टी, राजेश चौधरी, सितार अली व संदीप पहलवान को बरी कर दिया।
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तेहरान । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से तनाव के बीच कहा कि ईरान के परमाणु समझौता न करने पर बमबारी की जाएगी। साथ ही ट्रंप ने ईरान पर द्वितीयक टैरिफ लगाने की भी धमकी दी है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कठोरता के साथ देश के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत करने से इनकार करके कहा है कि किसी भी तरह का जवाब देने के लिए उनकी मिसाइलें तैयार हैं। अल जजीरा न्यूज चैनल और तेहरान टाइम्स की खबर के अनुसार ईरान के राष्ट्रपति पेजेशकियन ने कहा कि ईरान परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन के साथ सीधी बातचीत नहीं करेगा। अलबत्ता वह अप्रत्यक्ष वार्ता कर सकता है। ट्रंप ने धमकी दी है कि अगर तेहरान वाशिंगटन के साथ समझौता नहीं करता है, तो बमबारी और द्वितीयक टैरिफ का सामना करने के लिए तैयार रहे। तेहरान में रविवार को कैबिनेट की बैठक में पेजेशकियन ने कहा कि हमने ओमान के माध्यम से अमेरिकी राष्ट्रपति के पत्र का जवाब दिया है। पत्र में सीधी बातचीत के विकल्प को खारिज करके कहा गया है कि हम अप्रत्यक्ष वार्ता के लिए तैयार हैं। उधर, ट्रंप की बढ़ती धमकियों के बीच ईरान ने संभावित प्रतिक्रिया के लिए मिसाइलें तैयार कर ली हैं। ईरान की सेना ने कहा कि उसकी मिसाइलें सभी भूमिगत मिसाइल शहरों में लॉन्चरों पर लोड की गई हैं और वे लॉन्च के लिए तैयार हैं। ट्रंप अगर कुछ भी कदम उठाते हैं, तो अमेरिका और उसके सहयोगियों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
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राजस्थान रॉयल्स ने IPL-18 के 11वें मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को 6 रन से हरा दिया। गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में RR के नीतीश राणा के 81 रन की बदौलत CSK को 183 रन का टारगेट दिया। वनिंदू हसरंगा ने 4 विकेट लिए, जिससे चेन्नई 6 विकेट खोकर 176 रन ही बना सकी। टीम से कप्तान ऋतुराज गायकवाड ने फिफ्टी लगाई। एम एस धोनी को IPL-18 का मोमेंटो दिया गया। उनकी स्टंपिंग से नीतीश राणा आउट हुए। विजयशंकर ने हसरंगा का डाइविंग कैच पकड़ा। गायकवाड़ ने शिमरोन हेटमायर की शू लेस बांधी। IPL के सफल कप्तानों में से एक एम एस धोनी को लगातार 18 सीजन IPL खेलने पर 'मोमेंटो' देकर सम्मानित किया गया। BCCI सेक्रेट्री देवजीत सैकिया ने उन्हें मोमेंटो दिया। पावरप्ले के आखिरी ओवर में नीतीश राणा ने 21 बॉल पर फिफ्टी पूरी की। उन्होंने खलील अहमद के ओवर की 5वीं बॉल पर चौका लगाकर अर्धशतक बनाया। फिर अगली बॉल पर छक्का लगा दिया। नीतीश ने फिफ्टी के बाद 'बेबी' सेलिब्रेशन किया। उन्होंने पवेलियन एंड पर 'फ्लाइंग किस' भी देकर सेलिब्रेट किया।
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नई दिल्ली । देशभर में आज ईद का त्योहार परंपरागत तरीके से धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। लोग एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं। ईद-उल-फितर के मौके पर सुबह प्रमुख मस्जिदों में नमाज अदा कर मुल्क में अमन और शांति के लिए दुआ मांगी गई।राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली की जामा मस्जिद, फतेहपुरी मस्जिद, भोपाल की ईदगाह मस्जिद, पटना के गांधी मैदान, हैदराबाद, लखनऊ, बेंगलुरु, मुंबई और अन्य शहरों और कस्बों में लोगों ने सुबह ईद की नमाज अदा की।उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और नोएडा में लगभग सभी मस्जिदों के बाहर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। हरियाणा गुरुग्राम जिले में भी ईद का त्योहार परंपरागत तरीके से मनाया जा रहा है। दिल्ली की जामा मस्जिद में सुबह 6:45 बजे और फतेहपुरी मस्जिद में 7:30 बजे नमाज अदा की गई।इस दौरान बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामले में पूर्व वादी इकबाल अंसारी ने अयोध्या में कहा कि आज का दिन ईद का है। और इसे ईद मिलन कहा जाता है। ईद के त्योहार की हिंदू और मुसलमान दोनों ही एक साथ खुशियां मानते हैं। आज का दिन सभी के लिए शुभ है। हिंदुओं के लिए भी क्योंकि नवरात्रि भी चल रही है। कहीं कोई भेदभाव नहीं है।दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कल देरशाम अलग-अलग जगहों पर ईद का चांद दिखने का एलान किया था। उन्होंने घोषणा की थी कि रमजान महीने की समाप्ति के साथ सोमवार को देशभर में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा।
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नागपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक वटवृक्ष की तरह है और यह वटवृक्ष बीते 100 वर्ष से आदर्श और सिद्धांतों पर टिका हुआ है। किसी भी देश का अस्तित्व उस देश की संस्कृति के विस्तार पर निर्भर करता है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ती रहती है। देश पर कई विदेशी आक्रमण हुए, संस्कृति को नष्ट करने के प्रयास हुए लेकिन भारतीय संस्कृति की चेतना कभी समाप्त नहीं हुई। प्रधानमंत्री माेदी रविवार काे नागपुर स्थित माधव नेत्रालय के प्रीमियम सेंटर इमारत के भूमि पूजन कार्यक्रम काे संबाेधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी देश का अस्तित्व उस देश की संस्कृति के विस्तार पर निर्भर करता है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ती रहती है। हमारे देश पर कई विदेशी आक्रमण हुए, हमारी संस्कृति को नष्ट करने के प्रयास किए गए, फिर भी भारतीय संस्कृति की चेतना कभी समाप्त नहीं हुई। यह चेतना बनाए रखने के लिए अनेक आंदोलनों का आयोजन भारत में हुआ। भक्तिरस से भरे आंदोलन इसका उदाहरण हैं। प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि हमारे संतों ने समाज में यही चेतना जागृत की। महाराष्ट्र के संत तुकाराम, संत एकनाथ, संत नामदेव, संत ज्ञानेश्वर ने यह कार्य किया। फिर स्वामी विवेकानंद ने इसे आगे बढ़ाया। स्वतंत्रता संग्राम से पूर्व डॉ. हेडगेवार और गुरुजी गोळवलकर ने भी इस राष्ट्रीय चेतना को बढ़ावा दिया। उन्होंने 100 वर्ष पहले जिस वटवृक्ष का बीजारोपण किया था, वह आज विशाल रूप में फैल चुका है। मोदी ने यह भी कहा कि संघ का यह वटवृक्ष आदर्श और सिद्धांतों की वजह से टिक पाया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत की राष्ट्रीय संस्कृति का कभी न समाप्त होने वाला अक्षय वटवृक्ष है। उन्हाेंने कहा कि साथ ही संघ एक निरंतर चलने वाला यज्ञ भी है, जो बाह्य और आंतरिक दृष्टि से काम करता है। बाह्य दृष्टि से माधव नेत्रालय जैसे उपक्रम हैं, जबकि आंतरिक दृष्टि से संघ सेवा कार्य के माध्यम से आगे बढ़ता है। ये सेवा संस्कार और साधना प्रत्येक स्वयंसेवक के लिए जीवनदायिनी हैं। प्रत्येक स्वयंसेवक पीढ़ी दर पीढ़ी इससे प्रेरित हो रहा है, जो उसे निरंतर गतिमान बनाए रखता है। इस कारण से स्वयंसेवक कभी थकते नहीं, कभी रुकते नहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम देखते हैं कि संघ के स्वयंसेवक चाहे पहाड़ी क्षेत्र हो, समुद्री क्षेत्र हो या जंगल का क्षेत्र हो, वे अपनी सेवा कार्यों को निरंतर करते रहते हैं। प्रयागराज में हमने देखा कि स्वयंसेवकों ने लाखों लोगों की मदद की। जहां सेवा कार्य होता है, वहां स्वयंसेवक होते हैं। चाहे प्राकृतिक आपदाएं हों या अन्य संकट, स्वयंसेवक अनुशासित सैनिकों की तरह वहां पहुंचते हैं और सेवा भाव से काम करते हैं।" प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत पर सैकड़ों वर्षों तक विदेशी आक्रमण हुए। कई क्रूर आक्रमणकारियों ने हमारी सभ्यता और संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया, लेकिन भारतीयता की जड़ें कभी भी कोई समाप्त नहीं कर सका। भारतीय संस्कृति के संरक्षण और उसे जीवित रखने के लिए देश में कई आंदोलन हुए। उनमें से भक्तिरस से भरा आंदोलन महत्वपूर्ण था। हमारे देश के महान संतों ने भक्तिरस आंदोलन के माध्यम से राष्ट्रीय विचारधारा को जीवित रखा और समाज में विद्यमान दूरी को समाप्त कर सबको एक सूत्र में बांधने का काम किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, स्वामी अवधेशानंद गिरी और स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज मुख्य रूप से उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की जयंती वर्ष प्रतिपदा (गुड़ी पड़वा) के दिन मनाई जाती है। रविवार काे नरेन्द्र माेदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार स्मृति मंदिर का दाैरा किया। माेदी ने संघ के आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और द्वितीय सरसंघचालक गुरुजी गोलवलकर की रेशमबाग स्थित स्मृति समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
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पटना । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को पटना के बापू सभागार में सहकारिता विभाग के एक कार्यक्रम में बिहार को कई योजनाओं की सौगात दी। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में राजग सरकार बिहार में चहुंमुखी विकास कर रही है।उन्होंने मिथिलांचल के लोगों को सौगात देते हुए मखाना प्रोसेसिंग यूनिट का ऑनलाइन उद्घाटन किया। केंद्रीय सहकारिया मंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू और राबड़ी का जब-जब शासनकाल आया तब-तब बिहार में विनाश हुआ। उन्होंने कहा कि लालू जी ने अगर बिहार की जनता के लिए कुछ अच्छा काम किया है तो हिसाब-किताब लेकर आइये और बताइये। उन्होंने विभिन्न योजनाओं का नाम गिनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है। सहकारिता का सबसे ज्यादा फायदा बिहार को मिलने वाला है। लालू प्रसाद के समय सहकारिता चौपट हो गयी थी। इसको बर्बाद करने का श्रेय लालू एंड लालू कंपनी ने किया और सहकारी समितियों को भी संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि बिहार की बंद पड़ी चीनी मिल को चालू करने के लिए पूरी ऊर्जा लगा देंगे। बिहार लालू-राबड़ी कालखंड में जातीय नरसंहार, चारा घोटाला को लेकर पूरे देश-दुनिया में बदनाम हुआ। बीते 20 वर्षों से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राजग गठबंधन सरकार में बिहार ने विकास के नए आयाम गढ़े हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब इनकी सरकार (लालू-राबड़ी) आई है तब तब विनाश आया है। उन्होंने 2025 के चुनाव में राजग सरकार बनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर किया प्रहार- इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि आज बिहार में बहुत अच्छे से काम हो रहा है। कभी कोई इतना नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि महिलाएं कितना अच्छे से काम कर रही हैं। पहले शाम होने से पहले कोई निकलता तक नहीं था। मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए कहा कि आज तक उन्होंने कोई कुछ किया है। शुरू से हमलोग काम करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2005 के पहले लोग शाम होने के बाद घर से निकलने से भी डरते थे। सड़कें भी नहीं थीं। यहां तक कि हिंदू-मुस्लिममें भी खूब झगड़े होते थे, लेकिन मैंने जो काम किया मैंने किया, आप लोगों ने नहीं। पहले क्या स्थिति थी। पहले स्वास्थ्य व्यवस्था की कैसी हालत थी? पहले स्वास्थ केंद्र में एक दिन में एक या दो मरीज आते थे। अस्पतालों में दवाई की व्यवस्था करवाई। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार पटना के बापू सभागार में सहकारिता विभाग के कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने 4 विभागों की 823 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार मौजूद थे। कार्यक्रम में 100 सहकारी समितियों को माइक्रो एटीएम भी बांटे गए। साथ ही गृहमंत्री ने मिथिलांचल के लोगों को सौगात देते हुए मखाना प्रोसेसिंग यूनिट का ऑनलाइन उद्घाटन किया। यहां से उन्होंने 7000 सहकारी समिति को संबोधित भी किया। इससे पहले अमित शाह का स्वागत मखाना माला पहनाकर किया गया।
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नागपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, रविवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने संघ के आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और द्वितीय सरसंघचालक गुरुजी गोलवलकर की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत, सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मुख्य रूप से उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पहली बार संघ के स्मृति मंदिर का दौरा किया है। संघ के शताब्दी वर्ष की पृष्ठभूमि में इस यात्रा का महत्व और भी बढ़ गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की जयंती वर्ष प्रतिपदा (गुड़ी पड़वा) को मनाई जाती है। इसी अवसर पर संघ के स्वयंसेवक हर वर्ष नागपुर के शुक्रवारी इलाके में स्थित डॉ. हेडगेवार के निवास स्थान पर जाकर उन्हें नमन करते हैं। जिसके बाद पथसंचलन करते हुए रेशीमबाग स्थित स्मृति मंदिर में उनकी समाधि के दर्शन करते हैं। स्वयंसेवकों और संघ प्रचारकों के रूप में पहचाने जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस वर्ष प्रतिपदा के मुहूर्त पर नागपुर जाकर ‘आद्य सरसंघचालक’ को प्रणाम किया, जिसे स्वयंसेवकों ने विशेष रूप से सराहा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने रेशीमबाग परिसर का अवलोकन किया और संघ पदाधिकारियों के साथ औपचारिक चर्चा की। उन्होंने संघ कार्यालय की पुस्तिका में एक संदेश भी लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि "रेशीमबाग स्मृति मंदिर राष्ट्रसेवा को समर्पित स्वयंसेवकों के लिए एक ऊर्जा स्रोत है। हमारे प्रयासों से भारत माता की गौरवगाथा निरंतर बढ़ती रहे।"
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मुंबई । बीड जिले में स्थित अर्धमसला गांव की मस्जिद में रविवार को तड़के विस्फोट होने से इलाके में दहशत फैल गई। इस विस्फोट में सिर्फ फर्श और आसपास कुछ दरारें आ गई है और कोई हताहत नहीं हुआ है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया और दोनों से गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार रविवार को तड़के करीब 4 बजे मस्जिद में जिलेटिन विस्फोट होने से इलाके में दहशत फैल गई। विस्फोट के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया और घटना की तत्काल जांच की मांग की। विस्फोट की सूचना मिलन पर बम का पता लगाने वाली टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ बीड पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संभाजी नगर डिवीजन के विशेष पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) वीरेंद्र मिश्रा ने घटनास्थल का दौरा किया और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील नागरिकों से की है। घटना के संबंध में बीड़ जिले के पुलिस अधीक्षक नवनीत कंवत ने बताया कि गांव के सरपंच ने फोन कर घटना की जानकारी दी है। घटना के 20 मिनट के भीतर पुलिस टीमें मौके पर पहुंच गई और सुबह 6 बजे तक हमने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। बम का पता लगाने वाली और फोरेंसिक टीमों ने घटनास्थल से नमूने एकत्र किए हैं। पुलिस ने अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। विस्फोट के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है और अधिकारियों ने निवासियों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।
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छत्तीसगढ के सुकमा और दंतेवाड़ा जिले की सरहद पर शनिवार सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। DRG और CRPF के जवानों ने 16 नक्सलियों को मार गिराया। मामला केरलापाल थाना क्षेत्र के उपमपल्ली का है। DIG कमलोचन कश्यप ने बताया कि 16 नक्सलियों की डेडबॉडी रिकवर कर ली गई है। इंसास, SLR जैसे ऑटोमैटिक वेपंस भी बरामद किए हैं। मारे गए नक्सलियों में बड़े कैडर्स के भी हैं। पहचान की जा रही है। DIG ने बताया कि मुठभेड़ में DRG के 2 जवान भी जख्मी हुए हैं, जो खतरे से बाहर हैं। ऑपरेशन लगभग खत्म हो गया है। DRG के जवान करीब 10 किलोमीटर पैदल चलकर शवों को कंधे पर लादकर जंगल से लौट रहे हैं। वहीं CRPF के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ने की संभावना है। इससे पहले 25 मार्च को सुरक्षाबलों ने 25 लाख रुपए के इनामी नक्सली सुधीर उर्फ सुधाकर समेत 3 नक्सलियों को मार गिराया था। बस्तर रेंज में जवानों ने 2025 में मुठभेड़ में 100 नक्सलियों का एनकाउंटर किया है। इसमें सिर्फ मार्च में ही 10 के भीतर 49 नक्सली मारे गए हैं।
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रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 17 साल बाद चेन्नई सुपर किंग्स को उन्हीं के होमग्राउंड चेपॉक में हराया। टीम को 2008 में आखिरी जीत मिली थी। RCB ने 196 रन बनाए, जवाब में CSK 146 रन ही बना सकी। बेंगलुरु ने 50 रन से मैच जीत लिया। CSK के विकेटकीपर एमएस धोनी ने 0.16 सेकेंड में स्टंपिंग की। RCB के कप्तान रजत पाटीदार के 3 कैच छूटे। रवींद्र जडेजा IPL में 3000 रन और 150 प्लस विकेट लेने वाले इकलौते खिलाड़ी बने।चेन्नई सुपर किंग्स को पहला विकेट विकेटकीपर एमएस धोनी की बहुत तेज स्टंपिंग के चलते मिला। 5वें ओवर की आखिरी बॉल नूर अहमद ने ऑफ स्टंप के बाहर गुड लेंथ पर फेंकी। सॉल्ट कवर ड्राइव खेलने गए, लेकिन मिस कर गए। धोनी ने बॉल कलेक्ट की और सॉल्ट का पैर क्रीज में आने से पहले ही गिल्लियां उड़ा दीं। उन्होंने 0.16 सेकेंड में स्टंपिंग की। फिल सॉल्ट 32 रन बनाकर आउट हुए। धोनी ने मुंबई के खिलाफ टीम के पहले मैच में भी इसी तरह की तेज स्टंपिंग की थी। तब उन्होंने सूर्यकुमार यादव को पवेलियन भेजा था।
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सलमान खान अब मुल्ले मौलवियों के निशाने पर हैं ... बॉलीवुड एक्टर सलमान खान ने राम मंदिर की तस्वीर वाली एक घड़ी पहनी। इस पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने सलमान को शरियत का गुनहगार बताया है। सलमान ने 34 लाख की कीमत वाली जिस घड़ी को पहना है ,,, इस घड़ी के दुनियाभर में महज 49 पीस हैं। सलमान खान को उनकी मां ने यह घड़ी गिफ्ट की थी। इससे पहले ये घड़ी बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन भी पहने हुए नजर आ चुके हैं। इस घड़ी का इस्तेमाल कुछ ख़ास लोग ही कर पा रहे हैं ...
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नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर दिए बयान पर राजनीतिक माहौल गरमाता जाता रहा है। राणा सांगा पर दिए गए बयान काे लेकर शुक्रवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा ने मांग की कि जब तक रामजी सुमन और विपक्ष के नेता खड़गे मामले में माफी नहीं मांगते, तब तक कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हंगामा को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। शुक्रवार को जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो सदन में सपा सांसद रामजीलाल सुमन को सुरक्षा देने की बात हुई। इस पर भाजपा के सांसदों ने ये कहकर हंगामा शुरू कर दिया कि सांसद ने देश के वीर के बारे में अशोभनीय बातें कही हैं। कांग्रेस से सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि जो बयान सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है, उसे यहां फिर से दोहराया नहीं जासकता। राणा सांगा एक वीर थे, जाे देश के लिए लड़े थे। मैं उनकी वीरता को प्रणाम करता हूं। इसके बाद सदन में सभापति जगदीप धनखड़ ने भाजपा सांसद राधा मोहन अग्रवाल को मौका दिया। राधा मोहन अग्रवाल ने कहा कि अगर लालजी सुमन ने ये स्पष्टीकरण दिया होता कि उन्होंने गलती से कह दिया तो बात उसी दिन खत्म हो जाती, लेकिन सांसद ने बयान दिया कि वे अपनी बातें वापस नहीं लेंगे और नहीं माफी मांगेंगे। यह बताता है कि उन्होंने जानबूझ कर, सोच समझकर ये बयान दिया था। उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि उन्होंने राणा सांगा को दलित समाज से जोड़ कर इसका राजनीतिकरण किया है। कांग्रेस ने हमेशा देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया है। इतिहास गवाह है कि कांग्रेस हमेशा राष्ट्रविरोधी ताकतों के साथ है। कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। इस पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे भी राणा सांगा पर सत्ता पक्ष के साथ हैं। राणा सांगा देश के लिए लड़े, कांग्रेस उनका सम्मान करती है। सभापति धनखड़ ने कहा कि कोई भी सदस्य कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता। सदस्य की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए। ये गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि आपत्तिजनक बयान के बाद सपा सदस्य ने फिर वही बयान दिया। प्रोफेसर रामगोपाल को स्थिति को स्पष्ट करना चाहिए। भाजपा सांसद ने पीयूष गोयल ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने देश के वीर का अपमान किया है और राणा सांगा पर अमर्यादित बयान दिया है। रामजी लाल सुमन के वाक्य निंदनीय है। इसके बाद सभापति ने रामजी लाल सुमन को सफाई देने का अवसर दिया। जिसके बाद सदन में हंगामा शुरू होगया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दो गई। उल्लेखनीय है कि रामजीलाल ने पिछले दिनों राज्यसभा में कहा था, ‘भाजपा के लोगों का ये तकिया कलाम बन गया है कि इनमें बाबर का डीएनए है। मैं जानना चाहूंगा कि बाबर को आखिर लाया कौन? इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा लाया था। मुस्लिम अगर बाबर की औलाद हैं तो तुम लोग उस गद्दार राणा सांगा की औलाद हो।’ राणा सांगा पर बयान देने के बाद बुधवार को प्रदेश के आगरा में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के आवास पर जमकर हंगामा हुआ था।
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बैंकॉक (थाईलैंड)/ नाएप्यीडॉ (म्यांमार) । थाईलैंड और म्यांमार में आज दोपहर आए शक्तिशाली भूकंप से भारी अनिष्ट होने की आशंका है। एक बहुमंजिला इमारत समेत तमाम आवासीय भवन रेत के महल की तरह भरभरा गए हैं। अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। 67 लोग लापता बताए गए हैं। भूकंप का असर भारत तक दिखा है। नई दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई शहरों में लोगों ने कंपन महसूस किया। थाईलैंड में सेना को राहत और बचाव अभियान शुरू किया है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा अपनी फूकेत की यात्रा अधूरी छोड़कर बैंकॉक लौट रहे हैं।बैंकॉक के अखबार द नेशन की खबर के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि भूकंप के बाद देश में परिवहन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। थाई मौसम विज्ञान विभाग ने पुष्टि की कि शुक्रवार दोपहर म्यांमार में 8.2 तीव्रता का भूकंप आया। यह माई होंग सोन प्रांत में पैंग मा फा से लगभग 392 किलोमीटर दूर था। बैंकॉक के बैंग सू क्षेत्र में निर्माणाधीन स्टेट ऑडिट ऑफिस की इमारत ढहने के बाद 67 लोग लापता हैं। सात लोगों को बचा लिया गया है।भूकंप ने बैंकॉक में परिवहन सेवाओं को बाधित कर दिया। बैंकॉक मास ट्रांजिट सिस्टम ने सुखुमविट लाइन पर परिचालन को निलंबित कर दिया और एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने थाईलैंड के सभी हवाई अड्डों के लिए राष्ट्रव्यापी नो-फ्लाई ऑर्डर जारी किया है। बैंकॉक के गवर्नर चाडचार्ट सिट्टीपंट ने बैंकॉक मेट्रोपॉलिटन एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिस में भूकंप घटना कमांड सेंटर की स्थापना का आदेश दिया है। भूकंप के कारण बैंकॉक के चतुचक इलाके में निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत ढह गई।प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा फुकेत से बैंकॉक लौट रहे हैं। उन्होंने फूकेत से जारी आपदा संदेश में भूकंप प्रभावित लोगों से सतर्क रहने को कहा है। शिनावात्रा ने कहा है कि खतरा टला नहीं है। 24 घंटे के भीतर भूकंप के फिर आने की संभावना है। उन्होंने सभी सरकारी मंत्रालयों में समन्वित प्रतिक्रिया का आदेश दिया है। इसके अलावा देश में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरण मंत्रालय भूकंपीय गतिविधि का आकलन कर रहा है।सांख्यिकीय डेटा ने अगले 24 घंटों के भीतर एक और शक्तिशाली भूकंप के जोखिम का संकेत जारी किया है। सुवर्णभूमि हवाई अड्डे ने उड़ानों का संचालन निलंबित कर दिया है। सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विन्थाई सुवारी ने कहा है कि कमांडर-इन-चीफ जनरल पाना क्लेप्लोड्टुक ने सार्वजनिक सहायता के लिए आपदा राहत केंद्र को तत्काल सक्रिय करने का आदेश दिया है।सिंगापुर के अखबार द स्ट्रेट्स टाइम्स की खबर के अनुसार, आज म्यांमार में शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल 7.7 रही। म्यांमार की प्राचीन शाही राजधानी मांडले से सोशल मीडिया पर पोस्ट तस्वीरों में सड़कों पर ढही हुई इमारतों का मलबा बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है। म्यांमार की समाचार एजेंसी खित थिट के अनुसार, मांडेल में श्वे फोन शीन मस्जिद के ढहने से कम से कम 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। कुछ लोग मस्जिद के भीतर फंसे हुए हैं। थाईलैंड के स्टॉक एक्सचेंज ने व्यापारिक गतिविधियों को स्थगित कर दिया है। बैंकॉक में सिंगापुर दूतावास ने थाईलैंड में रहने वाले सिंगापुर के लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।
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नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तीन आरोपितों के खिलाफ 2019 में सरकारी संपत्ति को विरूपित करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने इसकी सूचना आज राऊज एवेन्यू कोर्ट को दी। इस सूचना के बाद एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट नेहा मित्तल ने इस पर 18 अप्रैल को सुनवाई करने का आदेश दिया।द्वारका दक्षिण थाने की पुलिस ने आज कोर्ट से कहा कि उसने अदालत के आदेश का पालन करते हुए कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस पर कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। इससे पहले 11 मार्च को कोर्ट ने इस मामले में शिकायतकर्ता शिव कुमार सक्सेना की अर्जी पर केजरीवाल, पूर्व विधायक गुलाब सिंह और द्वारका की तत्कालीन पार्षद निकिता शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था।सुनवाई के दौरान सक्सेना ने कोर्ट के समक्ष उन बड़े बैनरों को दिखाया था जिसमें केजरीवाल, गुलाब सिंह और निकिता शर्मा के नाम लिखे हुए थे। कोर्ट ने कहा कि बड़े-बड़े बैनर लगाना न केवल सार्वजनिक संपत्ति को विरूपित करने का मामला है बल्कि ये ट्रैफिक के लिए भी समस्या बनता है। इससे वाहन चालकों का ध्यान भटकाता है, जिससे पैदल यात्रियों से लेकर वाहनों को सुरक्षा का खतरा बना रहता है। हालांकि देश में अवैध होर्डिंग के गिरने से लोगों की मौत की कहानी नई नहीं है।कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को केजरीवाल समेत तीनों के खिलाफ दिल्ली प्रिवेंशन ऑफ प्रोपर्टी एक्ट की धारा 3 के तहत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की ओर से दाखिल एक्शन टेकन रिपोर्ट पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा था कि इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दिल्ली पुलिस ने अपने एक्शन टेकन रिपोर्ट में कहा था कि जांच के समय कोई होर्डिंग मौके पर मौजूद नहीं था। इसके बाद कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से होर्डिंग छापने और लगाने वालों का पता लगाने को कहा ताकि हकीकत का पता चल सके। दरअसल याचिकाकर्ता ने 2019 में दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के द्वारका में कई स्थानों पर बड़े होर्डिंग लगाने की शिकायत की थी।
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नई दिल्ली । कांग्रेस पार्टी की सांसद सोनिया गांधी ने बुधवार को राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान गरीब गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाले मातृ वंदन योजना के तहत निर्धारित राशि नहीं मुहैया कराने का मुद्दा उठाया। सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के तहत असंगठित क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को 6 हजार रुपये प्रति बच्चा पोषण के लिए देने का भी प्रावधान है। सोनिया गांधी ने कहा कि योजना 2017 में शुरू हुई थी, जो इस प्रावधान को ही पूरा करने के लिए थी लेकिन इस योजना के तहत पहले बच्चे के जन्म पर केवल पांच हजार रुपये ही दिए जा रहे हैं। दूसरा बच्चा अगर लड़की है तो यही लाभ दिया जा रहा है। साल 2022-23 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक 68 फीसदी महिलाओं को इस योजना के तहत केवल एक किश्त ही दी गई। इसके अगले ही साल इसमें भारी गिरावट आई और आंकड़ा 12 फीसदी पर आ गया। सोनिया गांधी ने कहा कि एनएफएसए के तहत पूर्ण प्रसव के दौरान दिए जाने वाले इस लाभ के लिए 12000 करोड़ रुपये वार्षिक बजट की जरूरत है। यह आश्चर्यजनक है कि बजट में एनएफएसए के तहत मातृ वंदन योजना के लिए आवंटन का आंकड़ा ही नहीं दिया गया है। मिड डे मील में 10 प्रतिशत तक वसा की मात्रा करने पर उठाए सवाल तृणमूल कांग्रेस की सांसद डोला सेन ने मिड डे मील में उपयोग किए जाने वाले तेल की मात्रा को 10 प्रतिशत तक कम करने का मुद्दा उठाया। डोला सेन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बच्चों में मोटापे को देखते हुए स्कूलों में दिए जाने वाले मिड डे मील में तेल की खपत में 10 प्रतिशत कम करने की नीति तैयार की जा रही है। बिना किसी अध्ययन के इस तरह की नीति सही नहीं है। स्कूलों में दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता पर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं। उस पर उनके खाने में 10 प्रतिशत तक वसा को कम करने की नीति पर विचार करने की आवश्यकता है। बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में वसा (फैट) महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बिना किसी रिसर्च और अध्ययन के इस तरह स्कूलों में दिए जाने वाले भोजन में फैट की मात्रा को 10 प्रतिशत तक की कमी करना ठीक नहीं है। सीएसडी कैंटीन शुरू करने की मांग उत्तर प्रदेश से भाजपा से राज्यसभा सांसद डॉक्टर संगीता बलवंत ने गाजीपुर में सेना की कैंटीन शुरू करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में 30026 सेवानिवृत्त सैनिक, 300 से ज्यादा वीर नारियों और 40 हजार से ज्यादा कार्यरत सैनिक हैं लेकिन वहां सीएसडी कैंटीन नहीं है। कैंटीन के नाम पर यहां वाराणसी का एक्सटेंशन काउंटर है। सैनिकों को कैंटीन से सामान लेने और ईसीएचएस की सुविधा के लिए वाराणसी जाना पड़ता है, जो सौ किलोमीटर से अधिक दूर है। गाजीपुर में में ईसीएचएस और सीएसडी कैंटीन की सुविधा शुरू की जानी चाहिए। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के हेरफेर युक्त वाली रोस्टर प्रणाली का मुद्दा गूंजा डीएमके के सांसद पी विल्सन ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के हेरफेरयुक्त वाली रोस्टर प्रणाली का मुद्दा उठाया, जिसके तहत हाशिए पर पड़े समुदायों को संगठनों के प्रमुखों और विभागों के सचिवों जैसे मुख्यधारा के पदों पर प्रवेश करने से रोकना है। शून्यकाल के दौरान मुद्दा उठाते हुए पी विल्सन ने कहा कि आरक्षण को ऐतिहासिक रूप से हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक न्याय के साधन के रूप में पेश किया गया था और आरक्षण रोस्टर इस नीति को लागू करने में एक महत्वपूर्ण घटक है। हालांकि, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के कार्यालय ज्ञापन दिनांक 2 जुलाई 1997 में उल्लिखित आरक्षण रोस्टर मूल रूप से त्रुटिपूर्ण है। 31 जनवरी, 2019 के बाद के ज्ञापन के साथ ये मुद्दे जारी रहे। इन विसंगतियों के परिणामस्वरूप आरक्षित श्रेणियों की कीमत पर अनारक्षित (यूआर) उम्मीदवारों को गलत तरीके से अधिक पदों का आवंटन हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग की कि वे इस धांधली वाली आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। इसके साथ वंचित समुदायों से सर्वोच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन करें, जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अनारक्षित श्रेणियों से आनुपातिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने वाले सदस्य हों, ताकि इस घोटाले की जांच की जा सके और एक निष्पक्ष रोस्टर प्रणाली तैयार की जा सके।
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नई दिल्ली । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले की जांच में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के भोपाल, पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दिल्ली में 60 स्थानों पर तलाशी ली। इस दौरान राजनेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों और मामले में संदिग्ध अन्य लोगों से जुड़े ठिकानों पर तलाशी ली गई।केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने आज इस संबंध में जानकारी दी। यह मामला रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर द्वारा प्रवर्तित एक ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच महादेव बुक के अवैध संचालन से संबंधित है, जो वर्तमान में दुबई में रहते हैं। तलाशी के दौरान डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य पाए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया। तलाशी जारी है।इस दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के रायपुर के सरकारी और भिलाई के निजी आवास पर आज सुबह सीबीआई ने छापेमारी की। सीबीआई ने भूपेश के कई सहयोगियों और करीबियों के घरों पर भी तलाशी ली।सीबीआई जांच से पता चला है कि प्रमोटरों ने कथित तौर पर अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने के लिए लोकसेवकों को ‘सुरक्षा धन’ के रूप में पर्याप्त मात्रा में भुगतान किया। शुरुआत में मामला आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) रायपुर द्वारा दर्ज किया गया। बाद में मामले को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वरिष्ठ सार्वजनिक अधिकारियों और अन्य आरोपी व्यक्तियों की भूमिका की व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया।
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मुंबई । कॉमेडियन कुणाल कामरा को मुंबई पुलिस ने और समय देने से इंकार कर दिया है। मुंबई पुलिस कामरा को जल्द से जल्द दूसरा समन जारी करने का विचार कर रही है ।पुलिस सूत्रों के अनुसार मुंबई पुलिस ने पिछले हफ्ते मुंबई के हैबिटेट सेंटर में कॉमेडियन कुणाल कामरा की विवादित टिप्पणी के सिलसिले में समन जारी कर मंगलवार को खार पुलिस स्टेशन में उपस्थित रहने को कहा था। इसके बाद मंगलवार को कामरा पुलिस स्टेशन में उपस्थित नहीं हुए थे। कामरा ने वकील को खार पुलिस स्टेशन में भेजा था और पूछताछ के लिए आठ दिनों का समय देने की मांग की थी। बुधवार को मुंबई पुलिस ने कामरा के अनुरोध को अस्वीकृत कर दिया और उन्हें दूसरा समन जारी करने का विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस कामरा को तीन समन जारी होने के बाद भी पूछताछ के लिए उपस्थित न होने पर कामरा के खिलाफ वारंट जारी कर सकती है। कॉमेडियन कुणाल कामरा की खार के हैबिटेट स्टूडियो मेंउपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बारे में की गई विवादित टिप्पणी को लेकर खार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस ने हैबिटेट स्टूडियो से जुड़े कई लोगों को भी तलब किया है और उनके बयान दर्ज किए हैं। इस मामले की पूछताछ अभी जारी है।
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उज्जैन । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को अंबोदिया के अंकित ग्राम सेवा धाम आश्रम पहुंच कर आश्रम के बच्चों के साथ अपना जन्मदिवस मनाया। उन्होंने बच्चों को इस अवसर पर उपहार दिए और बच्चों के बीच केक काटा। बच्चों ने भी मुख्यमंत्री डॉ यादव को जन्म दिवस की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री डॉ यादव के द्वारा सेवा धाम आश्रम पहुंचकर सर्वप्रथम वहां के विशेष बच्चों से भेंट की गई। इसके पश्चात उनके द्वारा आश्रम में स्थित फिजियोथैरेपी सेंटर और बालिका गृह का अवलोकन किया गया। मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने आश्रम में मां करुणालय और अंकित ग्राम सतगुरु ग्रामीण पर्यटन केंद्र का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण सेवा धाम आश्रम के संचालक सुधीर भाई गोयल ने दिया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि सेवा धाम आश्रम एक यज्ञ स्थल है, यहां पर प्रतिदिन समाज सेवा के रूप में आहुतियां दी जाती हैं। वे शुरू से यहां समय-समय पर आते रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंबोदिया पंचक्रोशी यात्रा का पड़ाव स्थल भी है। मां करुणालय में शासन की ओर से हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। सेवा धाम आश्रम में संवेदना है, सहयोग है, समर्पण है ,प्रेम है, सेवाधाम आश्रम सेवा का मंदिर है। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, विधायक घट्टिया सतीश मालवीय, डॉ. ऋषि मोहन भटनागर, संस्थाध्यक्ष सेवाधाम आश्रम, विनोद अग्रवाल (उद्योगपति), राधेश्याम शर्मा 'गुरुजी', कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, चेतन जोशी, ईश्वर पटेल, समाजसेवी, अम्बोदिया सरपंच पूजा छाड़िया, डॉ.सचिन गोयल, प्रवेश अग्रवाल एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। मुख्यमंत्री का उज्जैन हेलीपैड पर शानदार स्वागत इससे पहले उज्जैन हेलीपैड पहुंचने पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का लोगों ने फूलों की वर्षा कर ढोल, गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री का उज्जैन हेलीपैड पर संभाग आयुक्त संजय गुप्ता, आईजी उमेश जोगा डीआईजी नवनीत भसीन के साथ नगर निगम सभापति कलावती यादव, महापौर मुकेश टटवाल विधायक अनिल जैन कालूखेड़ा विधायक अरुण भिमावत, भाजपा जिला अध्यक्ष संजय अग्रवाल, ग्रामीण अधक्ष्य राजेश धाकड़ समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में उपस्थित जन समूह ने मुख्यमंत्री का फूल मालाओं से स्वागत किया, अनेक मंच लगाकर मुख्यमंत्री डॉ यादव का स्वागत किया गया। फूल की वर्षा से सड़कों को पाट दिया गया।
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भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के किए गए नवाचारों से प्रदेश वासियों का जीवन बेहतर हुआ है। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा, यही कामना है कि ईश्वर उन्हें दीर्घ और स्वस्थ जीवन प्रदान करें और वे जन सेवा में इसी प्रकार निरंतर सक्रिय रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मंगलवार को अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री के अलावा केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और संगठन पदाधिकारियों ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश की डबल इंजन सरकार विकास और सुशासन के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। उन्होंने बाबा महाकाल से मुख्यमंत्री डॉ. यादव के उत्तम स्वास्थ्य और सुदीर्घ जीवन की मंगलकामना की है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने बधाई संदेश में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कुशल नेतृत्व में मध्य प्रदेश विकास और उन्नति के नव शिखर को स्पर्श करे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रीगण का आभार माना। इनके अलावा मुख्यमंत्री डॉ. यादव को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री ने बधाई दी। मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा, भाजपा के संगठन मंत्री हितानंद शर्मा सहित कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और संगठन पदाधिकारी ने जन्म दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के जन्मदिवस पर मुख्यमंत्री निवास पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा एवं राजेंद्र शुक्ल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, विश्वास सारंग, एंदल सिंह कंषाना, इंदर सिंह परमार, राकेश शुक्ला, कृष्णा गौर, धर्मेंद्र सिंह लोधी, विधायकगण, मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना, जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े सहित वरिष्ठ अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं, सामाजिक और स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा, मिष्ठान वितरण और वाद्ययंत्रों के माध्यम से अपनी प्रसन्नता और उत्साह का प्रकटीकरण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को गदा और कृपाण भी भेंट की गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को कार्यकर्ताओं ने विशाल पुष्पहार पहनाकर जन्मदिन की बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दिन की शुरुआत मुख्यमंत्री निवास स्थित मंदिर में सपरिवार पूजा अर्चना कर की। उन्होंने निवास स्थित गौशाला में सर्व सुखदायिनी गौ माता की सेवा कर प्रदेशवासियों के कल्याण के लिए प्रार्थना की तथा विकसित मध्य प्रदेश के सभी संकल्प पूर्ण करने के लिए गौ माता से आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने कुष्ठ रोगियों के साथ मनाया अपना जन्मदिन- इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गांधीनगर स्थित महात्मा गांधी कुष्ठ आश्रम पहुंच कर कुष्ठ रोगियों पर पुष्प वर्षा के साथ अभिवादन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कुष्ठ रोगियों को भोजन परोसा तथा फल, खाद्य सामग्री, वस्त्र और दैनिक उपयोग की सामग्री भेंट की। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा, वरिष्ठ प्रतिनिधि राहुल कोठारी,समाज सेवी तथा कुष्ठ रोगियों के परिजन उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्रम में उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार नागरिकों के हर प्रकार के कष्ट में साथ खड़ी है। ऐसे लोगों के बीच आकर एक प्रकार से आत्मीय सुख प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को विकास के पथ पर अग्रसर रखते हुए आगे लेकर जाना है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में बड़ा निवेश मिला है और सरकार ने संभागीय स्तर पर औद्योगिक इकाइयों के भूमि-पूजन की शुरुआत कर दी है। पहले भिंड, मुरैना और ग्वालियर में 18 औद्योगिक इकाइयों के भूमि-पूजन किया।
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जगदलपुर /रायपुर । छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा-बीजापुर-नारायणपुर जिले की सरहद पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि दंतेवाड़ा और बीजापुर के सरहदी क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान पर सुरक्षा बल की टीम निकली थी। अभियान के दौरान आज सुबह आठ बजे से माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच लगातार फायरिंग हो रही है। मुठभेड़ स्थल से बड़ी संख्या में हथियार और गोला बारूद के साथ तीन नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं । क्षेत्र में मुठभेड़ और सर्चिंग जारी है। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को घेर लिया है। माना जा रहा है कि इस मुठभेड़ में कई और नक्सली मारे जा सकते हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि भैरमगढ़ एरिया कमेटी के बड़े काडर्स के नक्सली इन दोनों जिलों के बॉर्डर पर हैं। इस जानकारी के बाद दंतेवाड़ा और बीजापुर से बड़ी संख्या में जवान भेजे गए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह बड़ा आपरेशन है। बाद में मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने देशभर के शैक्षणिक संस्थानों और कैंपसों में छात्रों की खुदकुशी के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। जस्टिस जेबी पारदीवाला की अध्यक्षता वाली बेंच ने छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स के गठन का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि 19 मार्च को गुजरात लॉ यूनिवर्सिटी में एक छात्र ने खुदकुशी कर ली। आईआईटी पटना में भी इसी तरह की घटना हुई जहां छात्र ने पढ़ाई के दबाव में जान दे दी। ओडिशा के इंजीनियरिंग कॉलेज में एक नेपाली छात्र की मौत हो गई। उसने साथी छात्र पर ही यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। केरल में रैगिंग की वजह से छात्र ने खुदकुशी कर ली।कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस रविंद्र भट्ट की अध्यक्षता में टास्क फोर्स के गठन का आदेश दिया। इस टास्क फोर्स में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव, सामाजिक न्याय विभाग के सचिव, महिला और बाल विकास विभाग के सचिव के अलावा विधि विभाग के सचिव शामिल होंगे।
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मुंबई । उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर व्यंगात्मक टिप्पणी करने वाले कामेडियन कुणाल कामरा माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया है। सोमवार को मुंबई पुलिस से फोन पर बात करते समय कुणाल कामरा ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया तो माफी मांगने का सवाल ही पैदा नहीं होता। इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर कोर्ट कहेगा तो वे माफी मांग लेंगे। इस बातचीत के बाद मुंबई पुलिस कुणाल कामरा के विरुद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया तय कर रही है। मुंबई पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस टीम उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर व्यंगात्मक टिप्पणी के बाद कुणाल कामरा से बार-बार उनके मोबाइल फोन पर संपर्क कर रही थी। दोपहर के समय मुंबई पुलिस की कामरा से उनके मोबाइल पर बातचीत हुई। कामरा ने कहा कि वे तमिलनाडु में हैं और उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है। इसलिए माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता है। कामरा ने कहा कि उन्होंने किसी से सुपारी नहीं ली है। पुलिस को चाहिए तो उनका बैंक खाता तलाश सकती है। कामरा ने कहा कि उन्हें कोर्ट पर भरोसा है, इसलिए कोर्ट के कहने पर माफी मांग लेंगे। इस बातचीत के बाद मुंबई पुलिस कामरा के विरुद्ध किस तरह की कार्रवाई की जाए, इस पर विचार कर रही है। कामेडियन कुणाल कामरा ने रविवार को खार स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर व्यंगात्मक टिप्पणी की थी। इसके बाद नाराज शिवसैनिकों ने खार स्थित उस होटल में तोड़फोड़ की थी। साथ ही कुणाल कामरा के विरुद्ध मामला भी दर्ज करवाया गया था। इसके बाद विधानमंडल के दोनों सभागृहों में कुणाल कामरा पर कार्रवाई को लेकर मांग की गई थी। इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि कुणाल कामरा ने किसी से सुपारी लेकर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपमानित करने के लिए इस तरह की व्यंगात्मक टिप्पणी की होगी। इसलिए कुणाल कामरा को तत्काल माफी मांग लेना चाहिए। साथ ही गृहराज्य मंत्री ने कुणाल कामरा का सीडीआर की जांच करने, उन पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया था।
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नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति एवं राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को संसद भवन में राज्य सभा इंटर्नशिप कार्यक्रम के प्रतिभागियों के छठे बैच को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों के विकास के लिए सहमति वाला दृष्टिकोण मौलिक है।सभापति ने कहा कि दुनिया की कोई भी सभ्यता भारत जितनी समावेशी नहीं है। हमने कभी टकराव में विश्वास नहीं किया, कभी भी प्रतिकूल रुख में नहीं, लेकिन हम पाते हैं कि देश में राजनीतिक तापमान भी बहुत अधिक है। हम मुद्दों पर तुरंत अपूरणीय, टकरावपूर्ण स्थिति ले लेते हैं। हम संवाद के माध्यम से ही एकमात्र रास्ता निकालते हैं।कर्नाटक में सरकारी ठेकों में मुस्लिमों को 4 प्रतिशत आरक्षण की ओर संकेत करते हुए सभापति ने कहा कि हाल ही में एक राज्य में एक खास समुदाय, एक धार्मिक संप्रदाय को अनुबंधों में आरक्षण दिए जाने का संकेत मिला है। संवैधानिक प्रावधानों पर गौर करें। क्या हमारा संविधान धार्मिक विचारों पर किसी आरक्षण की अनुमति देता है? जानिए डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने क्या कहा था, और आपको पता चल जाएगा कि धार्मिक विचारों पर कोई आरक्षण नहीं हो सकता।उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश की युवा आबादी की बदौलत भारत को दुनिया में एक महान राष्ट्र के रूप में पहचाना जाता है। उन्होंने युवाओं से नस्लवाद और नकारात्मकता को बेअसर करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश के अंदर और बाहर हमें नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन आपको हमेशा यह एहसास होना चाहिए कि भारत का उदय वैश्विक स्थिरता के लिए है। भारत का उदय वैश्विक शांति के लिए है और अकेले युवा ही बड़ा बदलाव ला सकते हैं।उन्होंने कहा कि हमारा देश सबसे पहले संवैधानिक प्रावधानों द्वारा शासित होता है। संविधान में बदलाव करना संसद का एकमात्र विशेषाधिकार है। उन्होंने कहा कि संविधान में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए सहायता और सकारात्मक तंत्र का प्रावधान है।धनखड़ ने कहा कि आज हमारे पास आर्थिक मानदंडों के आधार पर आरक्षण है क्योंकि इस बार सरकार ने संविधान के माध्यम से रास्ता अपनाया था। सबसे पहले, संविधान में प्रावधान में संशोधन किया गया और आर्थिक मानदंडों को आधार बनाया गया। इसीलिए अदालतों ने इसे बरकरार रखा।
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उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष ने मुसलमानों को कठमुल्ला कह दिया जिसके बाद से सियासत गर्म है... एआईएआईएम के प्रदेश अध्यक्ष डॉ नय्यर काज़मी ने कड़ी शादाब शम्स के बयान की आलोचना की है और कहा है कि शादाब शम्स ने मुसलमानों को अपमानित किया है उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स द्वारा एक ब्यान पर मुसलमानों को कठमुल्ला कहने पर एआईएआईएम प्रदेश अध्यक्ष डॉ नय्यर काज़मी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि...शादाब शम्स कठमुल्ला शब्द को परिभाषित करें...नय्यर काज़मी ने कहा कि मुसलमानों ने इस देश की आजादी के लिए अपनी जान दी है और आज उन्हें अपमानित किया जा रहा है...काजमी ने कहा...शादाब शम्स सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं
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हैदराबाद । इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में रविवार को खेले गए दूसरे मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद ने राजस्थान रॉयल्स को 44 रनों के अंतर से हरा दिया। हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद ने ईशान किशन के नाबाद 106 रनों की शतकीय पारी और ट्रेविस हेड की 67 रनों की ताबड़तोड़ पारी के दम पर 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 286 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में राजस्थान रॉयल्स की टीम 20 ओवर में छह विकेट खोकर 242 रन तक ही पहुंच पाई। लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही। दूसरे ओवर में ही सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और कप्तान रियान पराग पवेलियन लौट गए। यशस्वी जहां एक बन ही बना सके, वहीं पराग 4 रन बनाकर आउट हुए। फिर पांचवें ओवर में नीतीश राणा भी आउट हो गए। नीतीश ने आठ गेंदों पर 11 रन बनाए। शुरुआती झटकों के बाद इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर मैच में खेल रहे संजू सैमसन ने विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरैल के साथ पारी को आगे बढ़ाया। दोनों बल्लेबाजों ने तेजी से रन बटोरते हुए अर्धशतक जड़ दिए। संजू ने 26 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा, जबकि जुरैल ने 28 गेंदों पर अपना पचासा पूरा किया। दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 13 ओवर तक 150 के पार ले गए। दोनों बल्लेबाज टीम को लक्ष्य के करीब ले जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पहले संजू और फिर जुरैल आउट हो गए। संजू ने 37 गेंदों पर सात चौके और चार छक्कों की मदद से 66 रन और जुरैल ने 35 गेंदों पर पांच चौके और छह छक्कों की मदद से 70 रन की ताबड़तोड़ पारियां खेली। इसके बाद शिमरॉन हेटमायर ने 23 गेंदों पर 42 रन और शुभम दुबे ने 11 गेंदों पर नाबाद 34 रन बनाए। टीम 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 242 रन ही बना पाई और मुकाबला हार गई। सनराइजर्स हैदराबाद के लिए सिमरजीत सिंह और हर्षल पटेल ने 2-2 विकेट लिए, एडम जम्पा और मोहम्मद शमी ने एक-एक विकेट लिया। इससे पहले सनराइजर्स हैदराबाद ने बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 286 रनों का विशाल स्कोर बनाया। टीम के लिए ईशान किशन ने नाबाद शतक जड़ा। उन्होंने 47 गेंदों पर नाबाद 106 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। अपनी पारी में किशन ने 11 चौकों और छह छक्के लगाए। सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने भी शानदार बल्लेबाजी की और अर्धशतक लगाया। हेड ने 31 गेंदों पर तुफानी बल्लेबाजी करते हुए नौ चौके और तीन छक्कों की मदद से 67 रन बनाए। इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा हेनरिक क्लासेन ने 14 गेंदों पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 34 रन, नीतीश कुमार रेड्डी ने 15 गेंदों पर 4 चौके और एक छक्के की मदद से 30 रन, अभिषेक शर्मा ने 11 गेंदों पर पांच चौकों लगाते हुए 24 रन और अनिकेत वर्मा ने सात रन बनाए। राजस्थान के लिए तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे ने तीन विकेट झटके। उनके अलावा महेश तीक्ष्णा ने दो और संदीप शर्मा ने एक विकेट लिया।
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इंफाल । मणिपुर हाई कोर्ट की 12वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में जस्टिस बीआर गवई के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के एक प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया। यहां जस्टिस गवई ने मणिपुर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सचिवालय सहित कई न्यायिक भवनों और परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। समारोह को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह ने कहा कि राज्य की चुनौतियों का समाधान संविधान के दायरे में रहकर ही संभव है। उन्होंने संविधान को कठिन परिस्थितियों में मार्गदर्शन देने वाला प्रकाशस्तंभ बताया। प्रतिनिधिमंडल ने चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों का दौरा किया। जस्टिस सिंह ने चुराचांदपुर की समृद्ध परंपराओं और जीवंत समुदाय की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र ने मणिपुर हाई कोर्ट को दो प्रतिष्ठित न्यायाधीश दिए हैं, जो इसकी न्यायिक योगदान की महत्ता को दर्शाता है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे देश को सशक्त बनाने में अपना योगदान दें और किसी भी ऐसे कार्य से बचें, जिससे देश कमजोर हो। कानूनी समुदाय को उन्होंने आश्वासन दिया कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी का हमेशा सम्मान किया जाता है, चाहे स्थान कितना भी दूरदराज क्यों न हो। अपने दौरे के दौरान सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने राहत शिविरों में विस्थापित लोगों से भी मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने चुराचांदपुर जिले के लाम्का स्थित मिनी सचिवालय से वर्चुअल रूप से एक विधिक सेवा शिविर, एक चिकित्सा शिविर और एक विधिक सहायता क्लीनिक का उद्घाटन भी किया।
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नागपुर । महाराष्ट्र के नागपुर में बीते 17 मार्च को हुए दंगे में घायल व्यक्ति की शनिवार को इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। मृतक का नाम इरफान अंसारी है और वह नागपुर के गरीब नवाज नगर इलाके का रहने वाला था। उसका स्थानीय मेयो अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस बारे में आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि इरफान अंसारी दंगे में घायल हो गया था। उनका नागपुर के मेयो अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले दो दिनों से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। इसी बीच शनिवार सुबह करीब 11 बजे इलाज के दौरान इरफान की मौत हो गई। इरफान के मौत की खबर मिलते ही मेयो अस्पताल के सामने भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे तनावपूर्ण माहौल बन गया। नतीजतन एहतियात के तौर पर मेयो अस्पताल क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस क्षेत्र में सशस्त्र जवानों को भी तैनात किया गया है। इसके साथ ही मोमिनपुरा, हंसपुरी, चिटणीस पार्क चौक और भालदारपुरा के साथ-साथ तहसील, लकड़गंज गणेश पेठ के इलाकों में भी पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।
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अनुराग उपाध्याय , भोपाल पृथ्वी पर वापसी के बाद भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स अपनी फिटनेस के लिए चिकित्साकों की निगरानी में हैं। इसके बाद हो सकता है सुनीता भारत आने पर विदिशा जरूर आएं। सुनीता विलियम्स विदिशा में वो स्थान देखना चाहती हैं जहाँ उनके पुरखे रहा करते थे। सुनीता विलियम्स के परदादा विदिशा में रहा करते थे। सुनीता विलियम्स ने 2013 में भारत दौरे के समय विदिशा के लोगों से मुलाक़ात कर अगली बार विदिशा आने का वादा किया था। विदिशा के लोग उन्हें अपनी बेटी ही मानते हैं। बात 18 वीं शताब्दी की है , विदिशा के अंदर किला के एक मोहल्ले में सुनीता विलियम्स के पुरखे यहाँ रहा करते थे। उनके कुछ पूर्वज भेलसा के जमींदार भी रहे हैं। सुनीता के परदादा नर्मदा शंकर पांडे का जन्म विदिशा के किला अंदर घर में ही बृजलाल पांडे के यहाँ हुआ था। नर्मदा शंकर पांडे जब आठ साल के थे और उनकी बहन सरस्वती देवी छ साल की थीं ,तब वे अपने पिता बृजलाल पांडे और माँ के साथ 1890 में धार्मिक समारोह में काशी गए। अचानक वहां बीमारी फैलने से बृजलाल पांडे और उनकी पत्नी का निधन हो गया। बृजलाल ने अपने निधन से पहले ही वे जिस आश्रम में थे वहां उन्होंने अपने पुत्र नर्मदाशंकर और पुत्री सरस्वती को आपने भाई शिवलाल पांडे के पास भेजने का आग्रह किया था। बृजलाल पांडेय के बड़े भाई शिवलाल रेलवे के बड़े अधिकारी थे। लेकिन बीमारी के दौर में अफरा तफरी का माहौल था। आश्रम के साधु -सन्यासी दोनों बच्चों को विदिशा लाने की बजाये गुजरात के मेहसाणा के झुलसाणा ले गए। इस तरह पांडे परिवार विदिशा से गुजरात पहुँच गया। गुजरात में नर्मदाशंकर पांडे मंदिर में पुजारी हो गए। उसके बाद पढ़ -लिख के उन्होंने नौकरी की और गुजरात और महाराष्ट्र में रहे । झुलसाणा में ही 1932 में उनके पुत्र दीपक का जन्म हुआ। बाद में दीपक चर्चित तंत्रिका विज्ञानी चिकित्सक डॉ दीपक एन. पांड्या के रूप में पहचाने गए। डॉ दीपक पंड्या ही सुनीता विलियम्स के पिता थे। लेकिन वे कभी विदिशा नहीं आए। विदिशा में सुनीता विलियम्स के पुरखों का पड़ौसी रहा शास्त्री परिवार अब भी विदिशा में है। धर्माधिकारी गोविन्द प्रसाद शास्त्री ने पांड़े परिवार से सम्बंधित पुराने दस्तावेज भी जुटाए। समाजसेवी ,कांग्रेस नेता ,पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा ने इन दस्तावेजों के साथ सुनीता विलियम्स से 2013 में मुलाक़ात की और उन्हें उनके पुरखों के बारे में बताया। सुनीता को इसके बारे में पूर्व से भी जानकारी थी और उन्होंने विदिशा से मुंबई आये लोगों से विदिशा आने का वादा भी किया। उनकी उसी समाय विदिशा आने की इच्छा थी। लेकिन वो उस समय टल गया। पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा ने स्वदेश से चर्चा में बताया कि अक्टूबर 2013 में सुनीता विलियम्स मुंबई में थीं तब भारत सरकार से इजाजत के बाद सुनीता विलियम्स से मुलाक़ात हुई और वे अपने पुरखों के बारे में जानकार खुश हुईं वो विदिशा आकर उस जगह को देखना चाहती थीं जहाँ कभी उनके दादा -परदादा रहा करते थे। लेकिन उस वक्त वे चाह कर भी विदिशा नहीं आ पाईं। सुनीता विलियम्स सकुशल पृथ्वी पर आ गई हैं। ऐसे में उम्मीद है स्वस्थ होने के बाद वे अपने अगले मिशन से पहले भारत जरूर आएंगी और भारत आएंगी तो विदिशा उनकी लिस्ट में पहले से दर्ज है।
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खबर छतरपुर से है...जहां कुख्यात अपराधी लक्खू को पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर कर गिरफ्तार कर लिया है...आपको बता दें लक्खू ने 9 साल की बच्ची को गोली मारी थी...इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया था गौरिहार थाना इलाके में पुलिस ने 9 साल की बच्ची की गोली मारकर हत्या के आरोपी को शॉर्ट एनकाउंटर कर गिरफ्तार किया है...कुख्यात अपराधी लक्खू उर्फ महेश्वरी दीन राजपूत ने पैरोल पर छूटने के बाद बच्ची को गोली मारी थी...इलाज के दौरान बच्ची दम तोड़ दिया था...वहीं आरोपी लक्खू की तलाश में पहुंची पुलिस पर बदमाश ने फायरिंग कर दी...जिसके जवाब में पुलिस ने गोली चलाई तो बदमाश के दाए पैर में गोली लगने से वो गिर गया...पुलिस की टीम ने उसे हिरासत में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है...आपको बता दे कि कितपुरा निवासी लक्खू राजपूत पर हत्या और हत्या के प्रयास समेत 21 आपराधिक मामले दर्ज हैं...वह 15 दिन पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था
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बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के थाना गंगालूर क्षेत्रान्तर्गत अंड्री के जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार को हुई मुठभेड़ में 14 महिला और 12 पुरुष सहित कुल 26 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए गये। इस मुठभेड़ में मारे गये 26 में से 18 नक्सलियों की शिनाख्त हुई है,ये नक्सली 93 लाख के इनामी थे।शेष 8 मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है। इसके साथ ही कांकेर में भी चार नक्सली मारे गए थे। इनमें से दो की पहचान हो गयी है। इस तरह गुरुवार को ही मुठभेड़ में कुल 30 हार्डकोर नक्सली मारे गए थे। बस्तर आईजी ने इसकी पुष्टि की है। बस्तर आईजी सुदरराज पी. बीजापुर ने आज मीडिया काे बताया कि शिनाख्त किए गए 18 नक्सलियों में संगठन में बड़े कैडर के डीवीसीएम का 01, एसीएम के 5, पीपीसीएम के 3 और पीएलजीए प्लाटून के 9 सदस्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बीजापुर जिले में वर्ष 2025 में हुए अलग-अलग मुठभेड़ाें में विगत 80 दिनों में मारे गये 82 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। बस्तर रेंज में तैनात डीआरजी, एसटीएफ, बस्तर फाइटर, काेबरा, सीआरपीएफ, बीएसएफ,आईटीबीपी, सीएफ एवं अन्य सुरक्षा बलों के सदस्यों के मजबूत मनोबल और स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास के लिए समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है। बस्तर आईजी ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गये 18 नक्सलियों में आठ लाख की इनामी डीवीसीएम पश्चिम बस्तर डिवीजन सीतो कड़ती निवासी मुण्डेर थाना मिरतुर,पांच-पांच लाख की इनामी सुकई हपका, पदनाम-एसीएम, निवासी काकेकोरमा थाना बीजापुर और सुक्की पूनेम-एसीएम निवासी पुसनार थाना गंगालूर, एसीएम, पश्चिम बस्तर डिवीजन शामिल हैं। पश्चिम बस्तर डिवीजन की एसीएम पांच-पांच लाख की इनामी कांती लेकाम, निवासी पेददापाल तथा मधु कुंजाम, निवासी रामपुर थाना गंगालूरभी मुठभेड़ में मारी गईं हैं। पश्चिम बस्तर डिवीजन के पांच लाख-पांच लाख के इनामी एसीएम सुखराम ओयाम, निवासी मिरतुर थाना मिरतुर तथा प्लाटून नम्बर 13 का पीपीसीएम कोसी पूनेम, निवासी कोकरा थाना बीजापुर भी मारा गया है। मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में प्लाटून नम्बर 13 के ही पांच-पांच लाख के इनामी नक्सली वागा पदनाम-पीपीसीएम निवासी बेचापाल थाना मिरतुर,तथा बुधरू पूनेम, निवासी मुनगा थाना गंगालूर, पदनाम-पीपीसीएम, आयते हेमला निवासी कोकरा थाना बीजापुर, पदनाम-पीएलजीए ,लच्छी पूनेम निवासी डोडीतुमनार थाना गंगालूर, पदनाम- पीएलजीए , जुगनी, निवासी भैरमगढ़, पदनाम-पीएलजीए,सरिता निवासी बेलमनेण्ड्रा थाना आवापल्ली, पदनाम-पीएलजीए, नन्दा निवासी मुतवेंडी थाना गंगालूर, पदनाम-पीएलजीए, जितेन्द्र -निवासी फरसेगढ़ क्षेत्र, पदनाम-पीएलजीए, मोटू पोड़ियामी निवासी हकवा, थाना मिरतुर, पदनाम-पीएलजीए ,लखमा ओयाम निवासी पीड़िया थाना गंगालूर, पदनाम-पीएलजीए प्लाटून तथा मंगू ओयाम निवासी पीड़िया,थाना गंगालूर पदनाम-पीएलजीए प्लाटून नम्बर-13 की भी शिनाख्त की गई है। बस्तर आईजी ने बताया कि बरामद हथियार एवं अन्य सामग्रियाें में एक एके 47 रायफल, 2 मैगजीन, 36 नग कारतूस,एक स्नाइपर एसएलआर रायफल, 4 मैगजीन, 4 नग कारतुस, इंसास रायफल, एक मैगजीन, एक कारतूस, तीन 303 रायफल, 4 मैगजीन, 64 नग कारतूस, 1 नग 315 बोर रायफल, 1 मैगजीन, 40 नग कारतूस, 2 नग 12 बोर गन, 40 सेल, 1 नग बीजीएल राॅकेट लांचर बड़ा मय स्टैण्ड, 9 नग बीजीएल सेल, स्पेंटल-15 नग बड़ा, 3 नग बीजीएल लांचर, 5 नग सेल, स्पेंटल-26 नग छोटा, 6 नग सेगल शाॅट, इसके अलावा कई मुजेल लाेड़िग रायफल, आईईडी, बड़ी मात्रा में कारतुस एवं गोला-बारूद बरामद किया गया। इसके अलावा नक्सली वर्दी, नक्सली साहित्य, बैटरी, रेडियो, मल्टीमीटर, मेडिकल किट, डेटोनेटर, कार्डेक्स वायर, दवाइयां एवं दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई है। उधर, पुलिस अधीक्षक कांकेर इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि गुरुवार को हुई मुठभेड़ के बाद तलाशी अभियान के दौरान पुलिस पार्टी ने घटनास्थल से 4 नक्सली (3 पुरुष, 1 महिला) के शव बरामद किए गए l इन मारे गये चार में से दाे नक्सलियों के शवों की शिनाख्त 8 लाख रुपये की इनामी लोकेश हेमला कंपनी नंबर-5 सदस्य और 2 लाख रुपये के इनामी जगत उर्फ गगन प्लाटून नम्बर 17/ किसकोड़ो एलओएस सदस्य के रूप में हुई है वहीं अन्य 01 अज्ञात पुरुष और 01 अज्ञात महिला नक्सली की शिनाख्त कार्रवाई की जा रही है। इनके पास से भी बड़ी संख्या में हथियार और अन्य सामग्री बरामद हुई है। इस दाैरान उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव, कमांडेंट कोबरा 210 अशोक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसटीएफ जयंत वैष्णव और पुलिस व केरिपु बल के अन्य अधिकारी माैजूद रहे।
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चेन्नई । परिसीमन के मुद्दे पर शनिवार 22 मार्च को यहां एक बड़ी बैठक होने जा रही है जिसमें मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के न्यौते पर 8 राज्यों के प्रमुख विपक्षी नेता हिस्सा लेंगे। बैठक के लिए शीर्ष नेताओं के आगमन को देखते हुए चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रस्तावित परिसीमन पर चर्चा के लिए 22 मार्च को चेन्नई में बैठक बुलाई है। बैठक में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ इन राज्यों के प्रमुख दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने चिंता व्यक्त की है कि प्रस्तावित परिसीमन संघवाद को कमजोर कर सकता है, जिससे संसद में तमिलनाडु और अन्य राज्यों का प्रतिनिधित्व कम हो सकता है। एक वीडियो संदेश में, स्टालिन ने परिसीमन के संभावित नकारात्मक परिणामों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि जनसंख्या के आधार पर परिसीमन किया जाता है, तो संसद में प्रतिनिधित्व गंभीर रूप से प्रभावित होगा।स्टालिन ने तर्क दिया कि जिन राज्यों ने जनसंख्या वृद्धि का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया है और राष्ट्रीय प्रगति में योगदान दिया है, उन्हें दंडित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैठक का उद्देश्य आगे की राह तय करना और यह सुनिश्चित करना है कि भारत की संघीय संरचना की रक्षा के लिए उनकी वैध मांगों को पूरा किया जाए। इस बैठक के लिए शीर्ष नेताओं के आगमन को देखते हुए हवाई अड्डे की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और तमिलनाडु पुलिस के अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया है। हवाई अड्डा परिधि की बाड़, प्रवेश और निकास द्वारों की सघन निगरानी की जा रही है। परिसर पर कड़ी नजर रखने के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। हवाई अड्डा अधिकारियों ने सीआईएसएफ और राज्य पुलिस के साथ समन्वय में गणमान्य व्यक्तियों के लिए सुगम और सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के लिए व्यापक योजना तैयार की है।
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मध्यप्रदेश का हर वर्ग पढ़ लिख कर प्रदेश और देश के विकास में योगदान दे सके...इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार कई योजनाए चला रही है..जिसमे मुख्यमंत्री नि:शक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है और उनके लिए शिक्षा तक पहुँच आसान बनाना है...मुख्यमंत्री मोहन यादव अपनी योजनाओ के जरिये प्रदेश के हर तबके के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं मुख्यमंत्री नि:शक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना से दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया जा रहा है...योजना के जरिये दिव्यांग विद्यार्थी जो दोनों पैरों से चलने में सक्षम नहीं हैं...उनकी पहुंच शैक्षणिक संस्थाओं तक सुगम बन रही है...दृष्टिबाधित एवं श्रवण बाधित विद्यार्थियों को अध्ययन हेतु सहायक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं तो वहीं दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराकर उनको आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है...मुख्यमंत्री नि:शक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना से प्रदेश के दिव्यांगजनों को आगे के बढ़ने के अवसर मिले है तो साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव के विजन से मजबूती भी मुख्यमंत्री नि:शक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना का लाभ पाने के लिए कुछ ज़रूरी शर्ते है जिनका पूरा होना जरूरी है जैसे कि आवेदक मध्यप्रदेश का मूल निवासी हो...अस्थिबाधित श्रेणी के विद्यार्थी ने गत परीक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हो एवं अन्य श्रेणी के निःशक्तजनों ने 50 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल, महाविद्यालय अथवा पोलीटेक्निक हेतु नियमित विद्यार्थी के रूप में प्रवेश लिया हो... निःशक्त व्यक्ति समान अवसर, अधिकार संरक्षण और पूर्ण भागीदारी अधिनियम, 1995 के अंतर्गत निःशक्तता की श्रेणी में आते हो, अस्थिबाधित जो दोनों पैरों से चलने में असमर्थ, दृष्टिबाधित 40 प्रतिशत से अधिक, श्रवण बाधित 40 प्रतिशत से अधिक, मंदबुद्धि जिनको चिकित्सकों द्वारा प्रमाण-पत्र जारी किया गया हो...साथ ही ज़रूरी है कि दिव्यांग विद्यार्थी का नाम समग्र स्पर्श पोर्टल में अंकित होना चाहिये...प्रदेश के मुख्यमंत्री दिव्यांगजनों को वीर कहते है और बताते कि वीर ही चुनौतियों का सामना कर सकते है...मोहन सरकार हर सुख दुःख में प्रदेश की जनता के साथ खड़ी हुई है
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छत्तीसगढ़ के बस्तर में दो मुठभेड़ में 24 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है ... पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर में 20 और कांकेर में 4 नक्सली मारे गए। मुठभेड़ में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड का एक जवान शहीद हो गया है ... पहली मुठभेड़ बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर नक्सलियों के कोर इलाके में और दूसरी कांकेर-नारायणपुर सीमा पर अभी जारी है ... बस्तर IG सुंदरराज पी. ने बताया कि गुरुवार दोपहर तक दोनों तरफ से फायरिंग जारी है। मारे गए नक्सलियों के शव और कई ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए गए हैं। इधर, नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर स्थित थुलथुली इलाके में IED ब्लास्ट की चपेट में आने से दो जवान जख्मी हो गए। दोनों की हालत खतरे से बाहर है। यहां सर्च ऑपरेशन जारी है .. पुलिस को गंगालूर इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। इसके बाद दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया।
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पुलिस के शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसान आंदोलन हटाने पर पंजाब में बवाल मच गया है। किसान हाईवेज पर उतर आए और कई जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प की घटनाएं हुईं। दूसरी और शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग हटा दी है। पुलिस के मुताबिक बैरिकेडिंग साफ होते ही 13 महीने से बंद दिल्ली-जम्मू-अमृतसर हाईवे ट्रैफिक के लिए खुल जाएगा। पुलिस ने किसान नेता जगजीत डल्लेवाल को पंजाब में आर्मी के कंट्रोल वाले जालंधर कैंट के PWD रेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया है। बुधवार दोपहर हिरासत में लेने के बाद पहले उन्हें जालंधर सिटी के PIMS अस्पताल ले जाया गया था। मोगा में किसानों ने DC ऑफिस घेरने की कोशिश की। पुलिस ने रोका तो किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। पुलिस की गाड़ी भी हटा दी। इसके बाद जमकर धक्कामुक्की हुई। यहां पुलिस-किसान आमने-सामने हैं। मुक्तसर के गिद्दड़बाहा में किसानों ने बठिंडा-गंगानगर हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें हटाया और हिरासत में ले लिया। बठिंडा के रामपुरा फूल में किसानों ने हाईवे जाम करने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें हाईवे से खदेड़ दिया। उनके ट्रैक्टर धक्का देकर किनारे कर दिए।
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न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और पूर्व क्रिकेटर रॉस टेलर बुधवार को नई दिल्ली में गली क्रिकेट खेलते दिखे। उनके साथ भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव भी थे। वे अंपायरिंग करते नजर आए। वहीं न्यूजीलैंड के स्पिनर एजाज पटेल भी इसमें शामिल हुए। प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर ने कहा, क्रिकेट दोनों देशों के बीच दोस्ती और विश्वास बढ़ाने के लिए एक पुल का काम करता है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर भारत के साथ फ्री ट्रेड व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के इंडिया टूर पर आए है। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। इस समझौते से दोनों देशों के बीच अगले दस सालों के व्यापार में 10 गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। दोनों देशों ने 16 मार्च को आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की घोषणा की है। वहीं गली में बच्चों के साथ क्रिकेट खेलने का यह कार्यक्रम भी दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच एक बैठक के दौरान ही तय हुआ था। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का भी दौरा किया था। उन्होंने कहा, 'न्यूजीलैंड में हिंदू समुदाय ने हमारे देश के लिए बहुत कुछ किया है। आज दिल्ली में मैंने कई कीवी-हिंदुओं के लिए इस पवित्र स्थान पर अपना सम्मान अर्पित किया।'
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भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने 14 दिन बाद पृथ्वी पर लौट आए हैं। इनके साथ क्रू-9 के दो और एस्ट्रोनॉट अमेरिका के निक हेग और रूस के अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी हैं। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड हुआ। ये चारों एस्ट्रोनॉट 18 मार्च को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से रवाना हुए थे। स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया था। इस दौरान करीब 7 मिनट के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट रहा, यानी यान से संपर्क नहीं रहा। ड्रैगन कैप्सूल के अलग होने से लेकर समुद्र में लैंडिंग तक करीब 17 घंटे लगे। 18 मार्च को सुबह 08:35 बजे स्पेसक्राफ्ट का हैच हुआ, यानी दरवाजा बंद हुआ। 10:35 बजे स्पेसक्राफ्ट ISS से अलग हुआ।19 मार्च को रात 2:41 बजे डीऑर्बिट बर्न शुरू हुआ। यानी, कक्षा से उल्टी दिशा में स्पेसक्राफ्ट का इंजन फायर किया गया। इससे स्पेसक्राफ्ट की पृथ्वी के वातावरण में एंट्री हुई और सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में लैंडिंग।
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इजराइल ने गाजा में हमास के प्रधानमंत्री इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस को मार गिराया है। इजराइल डिफेंस फोर्सेस ने अब्दुल्ला की मौत की पुष्टि की है। अब्दुल्ला ने जुलाई 2024 में रूही मुश्ताहा की मौत के बाद उसकी जगह ली थी। अब्दुल्ला गाजा में हमास की सरकार चलाता था। उसके पास हमास के संगठन और आतंकी गतिविधियों की जिम्मेदारी भी थी। पिछले 24 घंटे में इजराइल ने हवाई हमलों में हमास के 3 बड़े आतंकियों को भी मार गिराया है। इनमें हमास के कमांडर और पॉलिटिकल लीडर महमूद मारजूक अहमद अबू-वत्फा, बहजत हसन मोहम्मद अबू-सल्तान और अहमद ओमर अब्दुल्ला अल-हाता शामिल हैं। मंगलवार तड़के इजराइल ने गाजा में कई हवाई हमले किए। इनमें 400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। नेतन्याहू ने कहा इजराइल लड़ेगा और जीतेगा। हम अपने लोगों को घर वापस लाएंगे। जब तक हम हमास को खत्म नहीं कर देते, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे और न ही चैन से बैठेंगे।
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रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने दो दिवसीय नई दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई मंत्रियों से मुलाकात कर राज्य के विकास का ब्लू प्रिंट पेश किया। साथ ही छत्तीसगढ़ के विकास, औद्योगिक नीति, नक्सल उन्मूलन और बस्तर के विकास पर विस्तृत चर्चा की। साथ ही झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार से मुलाकात कर विकास के बारे में विचार किया। मुख्यमंत्री सांसद तेजस्वी सूर्या सहित विभिन्न वरिष्ठ नेताओं से भी मिले। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 17 मार्च को दिल्ली पहुंचे। उन्होंने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास, बस्तर के विकास का मास्टर प्लान और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना, उद्योग और पर्यटन केंद्रों के विस्तार पर चर्चा की। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 30 मार्च को प्रस्तावित छत्तीसगढ़ दौरे की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। इस यात्रा के दौरान राज्य में विभिन्न महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बस्तर विकास योजना की सराहना करते हुए राज्य सरकार को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया।मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके निवास पर मुलाकात कर नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे, बस्तर के समग्र विकास और राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने को लेकर विस्तार से विचार किया। मुख्यमंत्री ने अमित शाह को अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अपने अंतिम चरण में है और राज्य सरकार निर्णायक कदम उठा रही है। केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से नक्सली संगठनों की पकड़ कमजोर हो चुकी है और छत्तीसगढ़ अब एक नए युग की ओर अग्रसर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्षेत्र के विस्तार और शहरी विकास से संबंधित विषयों पर चर्चा की। बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री एवं बिलासपुर सांसद तोखन साहू भी उपस्थित थे। संसद भवन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के सांसदों से भेंट कर राज्य की विकास योजनाओं, केंद्र-राज्य समन्वय और प्रमुख परियोजनाओं की प्रगति पर विमर्श किया। उन्होंने नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में सांसद तेजस्वी सूर्या से भी भेंट की और उन्हें उनके वैवाहिक जीवन में प्रवेश पर हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का दिल्ली दौरा छत्तीसगढ़ के विकास के लिए केंद्र सरकार के साथ तालमेल बढ़ाने और महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेने के लिए बेहद सफल रहा।मुख्यमंत्री ने राज्य की विकास योजनाओं के लिए केंद्र सरकार से मजबूत सहयोग और समर्थन प्राप्त किया। उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों से महत्वपूर्ण मुलाकातों से छत्तीसगढ़ के विकास को नई गति और दिशा मिलने की उम्मीद है
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नई दिल्ली । लोकसभा में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महाकुंभ पर दिए गए वक्तव्य के बाद विपक्ष के हंगामें के चलते कार्रवाई पहले एक बजे और बाद में रेलवे की अनुदान मांगों के पारित होने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।लोकसभा में आज शून्य काल के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ पर विशेष वक्तव्य दिया। उनके वक्तव्य के बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष मुद्दे पर सवाल जवाब चाहता था। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि नियम 372 के तहत स्वेच्छा से मंत्री एवं प्रधानमंत्री अपना वक्तव्य दे सकते हैं। उसके बाद कोई सवाल जवाब नहीं होता है।इसके बाद शून्य काल में कुछ सदस्यों ने अपना विषय रखा लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहने पर कार्यवाही को 01 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। एक बजे दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने पर रेलवे की अनुदान मांगों पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कल हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान भी विपक्ष ने हंगामा किया। इसी बीच मंत्री के जवाब के बाद अनुदान मांगों को सदन में ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।रेलवे की अनुदान मागों के बाद जलशक्ति मंत्रालय से जुड़ी मांगों पर सदन ने विचार शुरू किया। बाद में हंगाम बढ़ते देख पीठासीन अधिकारी साधना राय ने कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया।
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नई दिल्ली । न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में न्यूजीलैंड उत्कृष्टता पुरस्कार (एनजेडईए) 2025 के तहत एनजेड 260,000 डॉलर छात्रवृत्ति पैकेज की घोषणा की। इस पहल का उद्देश्य न्यूजीलैंड में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले भारतीय छात्रों को समर्थन देना है।न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने आईआईटी दिल्ली में शिक्षा पर केंद्रित एक कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में न्यूजीलैंड सेंटर का जश्न मनाया गया। यह एक प्रमुख पहल है जो आईआईटी दिल्ली के सहयोग से न्यूजीलैंड के सभी विश्वविद्यालयों को एक साथ लाती है। इसके अतिरिक्त, एक अद्वितीय वर्चुअल इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की गई, जो 30 आईआईटी दिल्ली के छात्रों को न्यूजीलैंड की कंपनियों के साथ दूरस्थ रूप से इंटर्नशिप करने का मौका देगा। यह कार्यक्रम व्यावहारिक उद्योग अनुभव और न्यूजीलैंड की अभिनव कार्य संस्कृति की अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन ने कहा कि न्यूजीलैंड और भारत एक पारस्परिक शिक्षा साझेदारी साझा करते हैं, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर आधारित है। जैसे-जैसे हम एक तेजी से परस्पर जुड़ी हुई दुनिया में आगे बढ़ रहे हैं, हम छात्रों को वैश्विक मंच पर सफल होने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज घोषित पहलों के माध्यम से हम गहरे संबंधों को बढ़ावा दे रहे हैं और भविष्य के नेताओं और नवप्रवर्तकों को सशक्त बना रहे हैं।आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी ने साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आईआईटी दिल्ली में, हम वैश्विक शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं जो नवाचार और अनुसंधान उत्कृष्टता को बढ़ावा देते हैं। न्यूजीलैंड सेंटर के माध्यम से न्यूजीलैंड के साथ हमारी साझेदारी ने ज्ञान के आदान-प्रदान, संयुक्त अनुसंधान और छात्र गतिशीलता को सुविधाजनक बनाया है। स्थिरता और आपदा लचीलापन जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करके, हम नवाचार के लिए साझा प्रतिबद्धता के साथ वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान कर रहे हैं। वर्चुअल इंटर्नशिप प्रोग्राम की शुरुआत और विस्तारित अनुसंधान सहयोग हमारे छात्रों के लिए वैश्विक प्रदर्शन और उद्योग के अनुभव को और बढ़ाएगा।
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नई दिल्ली । भारत ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान को नसीहत दी है और कहा है कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट पड़ोसी देश की ओर प्रायोजित सीमा-पार आतंकवाद है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक पॉडकास्ट साक्षात्कार में पाकिस्तान को दी गई नसीहत पर पड़ोसी देश की ओर से बयान आया है। इसमें जम्मू-कश्मीर का उल्लेख किए जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान ने एक बार फिर भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर कुछ बयान दिए हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि असल मुद्दा पाकिस्तान की ओर से सक्रिय तौर पर सीमा पार आतंक को बढ़ावा देना और प्रयोजित करना है। असल में यही क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट है। पड़ोसी देश को झूठ बोलने की बजाय उसके द्वारा अवैध और जबरन कब्जाये गए भारतीय क्षेत्र को खाली कर देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणियों पर एक वक्तव्य जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का बयान एक तरफा है। इसमें जानबूझकर जम्मू-कश्मीर से जुड़े विवाद पर कुछ नहीं कहा गया है। यह मुद्दा पिछले 7 दशक से अनसुलझा है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इसको लेकर आश्वासन भी दिया था। पाकिस्तान पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पड़ोसी देश के साथ संबंधों को सुधारने के लिए उन्होंने ईमानदारी भरे कई प्रयास किए लेकिन हर बार हमें धोखा और शत्रुता ही मिली है। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया। वे विशेष विमान यात्रा पर पाकिस्तान भी गए।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमेरिकन AI रिसर्चर लेक्स फ्रिडमैन के साथ 3 घंटे का पॉडकास्ट रिलीज किया। PM ने पाकिस्तान, चीन, ट्रम्प, विश्व राजनीति, खेल, राजनीति और RSS समेत निजी जीवन से जुड़े सवालों के जवाब दिए। PM ने पाकिस्तान को लेकर कहा कि वहां से हमेशा धोखा ही मिला।उन्होंने कहा कि शपथ समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बुलाया था, लेकिन शांति की हर कोशिश के बदले दुश्मनी ही मिली। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग शांति चाहते हैं। हम आशा करते हैं कि पाकिस्तान को एक दिन सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का रास्ता अपनाएगा। हालांकि, शांति का हर नेक प्रयास का सामना दुश्मनी और विश्वासघात से हुआ। पाकिस्तान के लोग शांति चाहते हैं। वे भी संघर्ष, अशांति और निरंतर आतंक में रहने से थक गए होंगे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट राइवलरी पर बात की है। उन्होंने रविवार को लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक इंटरव्यू में कहा- 'मैं कभी खेलों को बदनाम होते नहीं देखना चाहता हूं।' भारत-पाकिस्तान में कौन-सी क्रिकेट टीम बेहतर है...इस सवाल के जवाब में PM मोदी कहते हैं- 'कुछ दिन पहले भारत और पाकिस्तान के बीच एक मैच हुआ था। नतीजे इस बात को बता देते हैं कि कौन सी टीम बेहतर है। इससे हमें पता चलता है कौन बेहतर है।'लेक्स फ्रिडमैन के सवाल के जवाब में मोदी ने कहा मुझे लगता है कि खेलों में वह ताकत है कि वे पूरी दुनिया को ऊर्जावान बना सकते हैं। खेल भावना अलग-अलग देशों के लोगों को एकसाथ लाती है। मैं इसीलिए कभी खेलों को बदनाम होते नहीं देखना चाहता हूं। मैं हमेशा से ही खेलों का मानव विकास में बहुत बड़ा रोल मानता हूं। ये खेल लोगों को गहराई से जोड़ते हैं। अब सवाल है कि कौन अच्छा है और कौन बुरा। अगर आप खेल की तकनीक के बारे में कहेंगे तो मैं कोई विशेषज्ञ नहीं हूं। ये बात वही बता सकते हैं जो तकनीक के बारे में जानते हैं। वही बता सकते हैं कि किस प्लेयर की तकनीक अच्छी है और किसकी खराब। लेकिन कई बार परिणाम उस खिलाड़ी के बारे में बोलते हैं। कुछ दिन पहले भारत और पाकिस्तान के बीच एक मैच हुआ था। नतीजे इस बात को बता देते हैं कि कौन सी टीम बेहतर है। इससे हमें पता चलता है कौन बेहतर है।
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नई दिल्ली । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि 2005-2006 से रेल दुर्घटनाओं में 90 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने भविष्य में इसमें और कमी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया और सुरक्षा बढ़ाने के लिए डिज़ाइन दोषों जैसे मूल कारणों को दूर करने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। अश्विनी वैष्णव राज्यसभा में रेल मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब दे रहे थे।रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे परिवहन का एक पर्यावरण अनुकूल साधन है, जो डीजल इंजन का उपयोग करते समय सड़क परिवहन की तुलना में 90 प्रतिशत कम कार्बन उत्सर्जन करता है। विद्युत कर्षण के साथ, उत्सर्जन पूरी तरह से समाप्त हो जाता है। विद्युतीकरण के लाभों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 2018-19 से डीजल पर बचत 29,000 करोड़ रुपये हो गई है। रेलवे में "वेल्ड फेल्योर" 92% कम हुआ है। रेल फ्रैक्चर्स की संख्या साल 2013-14 में करीब ढाई हजार थी, जो सालाना 250 रह गए हैं यानी इसमें 91 प्रतिशत कमी आई है। ये परिणाम स्टाफ की ट्रेनिंग, मेंटेनेंस प्रैक्टिस में सुधार और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने के बाद आए हैं।उन्होंने बताया कि रेल से औसतन एक यात्री को एक किमी लेकर जाने की लागत 1.38 रुपये आती है जबकि उससे सिर्फ 73 पैसे किराये के रूप में लिए जाते हैं यानी करीब 47 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया जाता है। ये सालाना करीब 60,000 करोड़ रुपये बैठता है। भारत में रेल भाड़ा सभी पड़ोसी देशों में सबसे कम है। विकसित देशों में तो 10 गुना किराया लिया जाता है। रेल मंत्री ने कहा कि कार्गो की कैरिंग में इस वर्ष 31 मार्च तक भारतीय रेलवे दुनिया के शीर्ष 3 देश में शामिल होगा। इस साल का कार्गो कैरिंग 1.6 बिलियन टन है। चीन, अमेरिका और भारत ये तीन देश इस बार टॉप 10 में शामिल होंगे।वैष्णव ने कहा कि केरल और प. बंगाल में चल रही रेल परियोजनाओं को राज्य सरकार से भूमि अधिग्रहण और कानून व्यवस्था के मामलों के कारण दिक्कत आ रही है। इस मामले में उन्होंने कोलकाता मेट्रो और कई उपरिगामी पुलों और अंडरपास परियोजनाओं का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि उप्र, राजस्थान, महाराष्ट्र तथा कई अन्य राज्यों में इस तरह की कोई समस्या आड़े नहीं आ रही है, इसलिए वहां पर रेल परियोजनाओं पर द्रुत गति से काम हो रहा है।रेल मंत्री ने मोदी सरकार की रेल परियोजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि कश्मीर से जम्मू को जोड़ने वाली रेल परियोजना पूरी हो गई और जल्द ही इसका लाभ देश की जनता को मिलेगा। इसके लिए उन्होंने इंजीनियरों की लगन और समर्पण की तारीफ की। उन्होंने बताया कि कश्मीर का प्रोजेक्ट चिनाब ब्रिज जो एफिल टावर से भी 35 फीट अधिक ऊंचा है। उसे बनाने में रेलवे के इंजीनियरों ने अत्यंत कुशलता और तकनीक का परिचय दिया है। वहां घाटी समीर की तीव्रता के कारण इतना ऊंचा पुल बनाना कोई आसान काम नहीं था। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से देश में रेलवे टनल की कुल लंबाई 125 किमी थी लेकिन 2014 से 2025 तक की अवधि में 160 किमी की रेलवे टनल बनाई गई। यह मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि है। इस तरह रेलवे के सभी सेक्टर में महत्वपूर्ण क्रांति आई है।वैष्णव ने कहा कि मोदी सरकार में रेलवे में अत्यंत पारदर्शिता के साथ कामकाज हुआ है। लोको पायलट की परीक्षा हाल ही में पूरी हुई है। 18,40,000 उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा 5 दिनों तक चली, 15 शिफ्ट में आयोजित की गई, 156 शहरों, 346 केंद्रों पर कुल 15 भाषाओं में निर्विघ्न संपन्न हुई।
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बलूच लिबरेशन आर्मी ने रविवार को पाकिस्तानी सेना पर फिदायीन हमले का दावा किया है। इसमें 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। हमला क्वेटा से कफ्तान जा रहे 8 मिलिट्री वाहनों पर नोशकी के हाईवे के पास किया गया। BLA के मुताबिक उसकी मजीद और फतेह ब्रिगेड ने सेना के काफिले पर सुसाइड बॉम्बिंग की। बताते हैं एक फिदायीन लड़ाका विस्फोटकों से भरी गाड़ी लेकर सेना के काफिले से टकरा गया। इसके बाद फतेह स्क्वॉड ने सेना के काफिले में घुसकर हमला किया। जिस वाहन पर सुसाइड अटैक किया गया था, वो पूरी तरह तबाह हो गया। घायलों को नोशकी के अस्पताल में भर्ती किया गया है। इलाके में इमरजेंसी लागू कर दी गई है ... पाकिस्तानी पुलिस ने बलूच आर्मी के दावे के उलट कहा है कि सड़क के पास पड़े एक बम में विस्फोट हुआ। सैनिकों को लेकर वहां से गुजर रही बस इसकी चपेट में आ गई। हमले में पांच पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जबकि 10 घायल हुए हैं। मृतकों और घायलों को अस्पताल ले जाया गया है ... इससे 5 दिन पहले BLA ने पाकिस्तान में पैसेंजर ट्रेन का अपहरण कर लिया था। तब BLA ने दावा किया था कि उसने ट्रेन से बंधक बनाए 214 पाकिस्तानी सेना से जुड़े लोगों को मार डाला है। हालांकि इस मामले में पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि उसके सिर्फ 28 सैनिक मारे गए थे, जबकि सभी 33 बलूच लड़ाकों को ढेर कर दिया गया था।
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लश्कर-ए-तैयबा का मोस्ट वांटेड आतंकी अबू कताल शनिवार रात पाकिस्तान में मारा गया। पंजाब जिले में अनजान हमलावरों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। अबू कताल 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी था। कताल लश्कर-ए-तैयबा का अहम सदस्य था और जम्मू-कश्मीर में कई हमलों की साजिश रचने के लिए जाना जाता था। पिछले साल 9 जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में शिवखोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर हमले में भी कताल का हाथ था। इसमें 10 लोगों की जान गई थी। सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा कि जब अबू कताल अपनी कार से झेलम इलाके से गुजर रहा था, तो बाइकसवारों ने कार पर ओपन फायर कर दिया। इस हमले में अबू कताल मारा गया, जबकि कार में मौजूद हाफिज सईद घायल हुआ ...अबू कताल ने 9 जून 2024 को अपने आतंकियों से जम्मू-कश्मीर में शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर हमला करवाया था ,,, जिसमें 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी ...
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केंद्रीय रोड और ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, 'जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा कस के लात।'गडकरी ने एक अल्पसंख्यक संस्थान के दीक्षांत समारोह में कहा, 'मैं धर्म और जाति की बातें सार्वजनिक रूप से नहीं करता। समाज सेवा सबसे ऊपर है। चाहे चुनाव हार जाऊं या मंत्री पद चला जाए, अपने इस सिद्धांत पर अटल रहूंगा। मंत्री पद नहीं मिला तो मर नहीं जाऊंगा।' गडकरी ने कहा कि हम कभी भी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते। मैं राजनीति में हूं और यहां कई तरह की बातें होती हैं। लेकिन मैंने अपने तरीके से काम करने का फैसला किया है। मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि कौन मुझे वोट देगा। उन्होंने कहा कि मेरे दोस्तों ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में रहते हुए तुम्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। लेकिन मैंने जीवन में इसी सिद्धांत पर चलने का निश्चय किया है। चुनाव हारने या मंत्री पद न मिलने से मैं मर थोड़े ही जाऊंगा।
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चंडीगढ़ । पंजाब के अमृतसर में होली की रात शरारती तत्वों ने एक मंदिर को निशाना बनाया। पुलिस मंदिर में हुए धमाके की घटना को स्वीकार तो कर रही है, लेकिन यह नहीं बताया गया है कि धमाके में किस तरह का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया। मंदिर में बम फेंका गया या पूर्व में हुई घटनाओं की तरह यह ग्रेनेड हमला था। यह धमका शुक्रवार रात करीब एक बजे अमृतसर के खंडवाला इलाके में स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर में हुआ। हमलावर मोटरसाइकिल सवार दो युवक थे। बताया गया है कि मंदिर पर बम जैसी कोई वस्तु फेंककर हमला किया। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, दोनों युवक मोटरसाइकिल पर आए। उनके हाथ में एक झंडा था। वह कुछ देर मंदिर के बाहर खड़े रहे और फिर मंदिर की तरफ कोई वस्तु फेंकी। जैसे ही वहां से भागे, मंदिर में जोरदार धमाका हुआ। हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई। उस समय मंदिर का पुजारी अंदर सो रहा था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया। धमाके में मंदिर की पहली मंजिल का बाहरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि ऐसे हमलों के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। भुल्लर ने बताया कि सीसीटीवी में दो बाइक सवार दिखे हैं, जिन्हें ट्रेस किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि अमृतसर समेत पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले छह माह के भीतर ग्रेनेड हमलों की एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं।ज्यादातर घटनाओं में पुलिस थानों व चौकियों को निशाना बनाया गया।
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भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल को इंडियन क्रिकेट काउंसिल यानी ICC प्लेयर ऑफ द मंथ का अवॉर्ड मिला है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और न्यूजीलैंड के ग्लेन फिलिप्स को पीछे छोड़कर यह अवॉर्ड हासिल किया। गिल का यह तीसरा प्लेयर ऑफ द मंथ अवॉर्ड है। इससे पहले 2023 में उन्होंने जनवरी और सितंबर में इसे जीता था।फरवरी महीने में खेले 5 वनडे में शुभमन ने 101.50 की एवरेज और 94.19 के स्ट्राइक रेट से 406 रन बनाए। वे भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई 3 मैचों की वनडे सीरीज में लगातार 3 फिफ्टी लगाई और 259 रन बनाकर टॉप स्कोरर थे। भारत ने यह सीरीज 3-0 से अपने नाम की थी ... शुभमन गिल ने कम उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। पिता लखविंदर सिंह गिल ने शुभमन की क्रिकेट प्रतिभा को बचपन में ही पहचान लिया। फिर बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए लखविंदर सिंह गांव की खेतीबाड़ी छोड़कर मोहाली शिफ्ट हो गए। पीसीए मोहाली की क्रिकेट एकेडमी में शुभमन का एडमिशन कराया। साल 2018 में न्यूजीलैंड में टीम इंडिया अंडर-19 वर्ल्ड चैंपियन बनीं। उस टीम के कोच दिग्गज राहुल द्रविड़ थे, कप्तानी पृथ्वी शॉ ने की थी, और टीम के उप-कप्तान थे शुभमन गिल। वर्ल्डकप के 6 मौचों में शुभमन ने 372 रन बनाए थे और भारत को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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इराक की सेना ने एक सैन्य अभियान में ISIS के सीरिया प्रमुख अबू खदीजा को मार गिराया। इसकी पुष्टि इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने की। इस पूरे ऑपरेशन में अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने भी सहयोग दिया। प्रधानमंत्री सुदानी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'अबू खदीजा इराक और दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में से एक था।' कभी इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर कब्जा करने वाला ISIS अब फिर से संगठित होने की कोशिश कर रहा है। 2014 में अबू बक्र अल-बगदादी ने इराक और सीरिया के एक बड़े हिस्से में खिलाफत का ऐलान किया था, लेकिन 2019 में वह अमेरिकी सेना के ऑपरेशन में मारा गया। इसके बाद संगठन का पतन शुरू हो गया। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के अनुसार, 2024 की पहली छमाही में ISIS ने इराक और सीरिया में 153 हमले किए। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में दोगुना हो सकता है, जिससे यह साफ है कि आतंकवादी संगठन फिर से मजबूत होने की कोशिश कर रहा है ... इराकी सरकार ने स्पष्ट किया है कि देश में ISIS के बचे हुए आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
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इंफाल । मणिपुर में सुरक्षा बलों और पुलिस ने अलग-अलग अभियानों में छह उग्रवादियों और तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से बड़ी संख्या में हथियार और नशीला पदार्थ बरामद हुआ है।पुलिस ने आज बताया कि थौबल जिले के हीरोक पार्ट-III, उयोखचिंग में कृष्णदास फार्म हाउस के पास से केसीपी (पीडब्ल्यूजी) के एक सक्रिय कैडर लैशराम बोइनाओ उर्फ बोई उर्फ लैंगम (36) को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से .303 एलएमजी, मैगजीन, जिंदा कारतूस, हैंड ग्रेनेड, रेडियो सेट, बुलेटप्रूफ जैकेट, कैमोफ्लाज कपड़े, स्टाम्प पैड और मोबाइल फोन बरामद हुआ है।पुलिस ने एक अन्य ऑपरेशन में इंफाल वेस्ट जिले के नॉर्थ एओसी में विंगर पार्किंग के पास से थेओ डेविड चोथे (21) और युलुंग जेफरसन चोथे (23) को गिरफ्तार किया। उनके पास से 47.6 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है। टेंग्नौपाल जिले के मोरेह थानाक्षेत्र में न्यू शिजांग गांव के पास से तामू, म्यांमार निवासी हेरी (32) को गिरफ्तार किया गया। वह बाइक से हाओलेनफाई की ओर से आ रहा था। उसके पास से लगभग 4.4 किलोग्राम डब्ल्यूआईवाई टेबलेट, एक मोबाइल फोन और एक एमएसएफ अपॉइंटमेंट कार्ड बरामद किया गया है।इसके अलावा, इंफाल वेस्ट जिले के लामसांग बाजार से केसीपी (सिटी मैतेई) के दो सक्रिय सदस्य सोइबम इनाओचा सिंह (24) और थोंगम दीपक सिंह उर्फ इनाओ (36) को पुलिस ने गिरफ्तार किया। ये दोनों इंफाल क्षेत्र में जबरन वसूली में शामिल थे। इनके पास से दो मोबाइल फोन और एक बटुआ जिसमें 1,100 रुपये नकद थे, बरामद किए गए।इसके अलावा लामफाल थानाक्षेत्र में लांगोल गेम विलेज डोन III से मणिपुर पुलिस ने पीआरईपीएके (प्रो) संगठन की एक महिला सक्रिय सदस्य लइहाओरुंगबम (एन) लैशराम (ओ) सनातोम्बी देवी उर्फ इचाल (45) को गिरफ्तार किया। वह डॉक्टरों और दुकानदारों को धमकी भरे पत्र भेज रही थी। उसके पास से एक मोबाइल फोन और एक पत्र बरामद किया गया।
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बांदीपोरा । सेना ने गुरुवार को कहा कि उसने पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गंदबल-हाजिन रोड पर आतंकवादियों की साजिश को विफल करते हुए हथियारों और गोला-बारूद के साथ दो संदिग्धों को दबोच लिया। एक्स पर सेना की चिनार कोर ने लिखा कि 12 मार्च को विशिष्ट खुफिया इनपुट के आधार पर भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की मदद से गंदबल-हाजिन रोड, बांदीपोरा में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को एक पिस्तौल, एक मैगजीन, दो हथगोलों, एक एके मैग्जीन, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री के साथ पकड़ा गया। पुलिस आगे की जांच कर रही है।
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नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को देशवासियों कों रंगों के त्योहार होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होली के जीवंत रंग हमें भारत की सांस्कृतिक विविधता की याद दिलाते हैं। उपराष्ट्रपति ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय और वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है, जो हमें नवीन सोच और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा देता है। इस मंगलमय उत्सव को उल्लासपूर्वक मनाते हुए, आइए हम इसके प्रेम के संदेश को अपनाएं । होली के जीवंत रंग हमें भारत की सांस्कृतिक विविधता की याद दिलाते हैं, जो इन रंगों की तरह एक साथ मिलकर हमारे देश की अद्भुत छवि अनेकता में एकता को प्रस्तुत करते हैं।उन्होंने कहा कि इस होली पर हम संकल्प लें कि हमारे विचार करुणा से रंगे हों, हमारे कर्म मानवता की सेवा में समर्पित हों और हमारी सोच राष्ट्र के सुनहरे भविष्य की ओर केंद्रित हो।
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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को पोर्ट लुईस में कहा कि भारत-मॉरीशस साझेदारी को उन्नत रणनीतिक साझेदारी का दर्जा देने का निर्णय लिया गया है।प्रधानमंत्री मोदी ने आज मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम और मैंने भारत-मॉरीशस साझेदारी को उन्नत रणनीतिक साझेदारी का दर्जा देने का निर्णय लिया है। हमने यह भी निर्णय लिया है कि भारत मॉरीशस में एक नए संसद भवन के निर्माण में सहायता करेगा, जो मॉरीशस को 'लोकतंत्र की जननी' की ओर से एक उपहार होगा।उन्होंने कहा कि इसके अलावा मॉरीशस में 100 किलोमीटर लंबी पानी की पाइपलाइन के आधुनिकीकरण के लिए एक परियोजना शुरू की जाएगी। सामुदायिक विकास परियोजनाओं के दूसरे चरण में 500 मिलियन मॉरीशस रुपये की नई परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। अगले पांच वर्षों में मॉरीशस के 500 सिविल सेवक भारत में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। हम स्थानीय मुद्रा में द्विपक्षीय व्यापार लेनदेन को निपटाने के लिए भी सहमत हुए हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्र, खुला, सुरक्षित एवं संरक्षित हिंद महासागर भारत-मॉरीशस की साझी प्राथमिकता है। हम मॉरीशस के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा में पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वैश्विक दक्षिण हो, हिन्द महासागर हो, या अफ्रीका भू-भाग, मॉरीशस हमारा महत्वपूर्ण साझेदार है। दस वर्ष पहले विज़न सागर यानी “क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास” की आधारशीला यहीं मॉरीशस में रखी गई थी। इस पूरे क्षेत्र की स्थिरता और समृद्धि के लिए हम सागर विज़न लेकर चले हैं। वैश्विक दक्षिण के लिए हमारा विज़न रहेगा- महासागर, यानी “क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक और समग्र उन्नति”। इसमें विकास के लिए व्यापार, सतत विकास के लिए क्षमता निर्माण तथा साझा भविष्य के लिए पारस्परिक सुरक्षा की भावना समाहित है।प्रधानमंत्री ने 140 करोड़ भारतीयों की ओर से मॉरीशस के सभी नागरिकों को राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत और मॉरीशस न केवल हिंद महासागर के जरिए बल्कि साझा सांस्कृतिक परंपराओं और मूल्यों से भी जुड़े हुए हैं। हम आर्थिक और सामाजिक दोनों मामलों में मजबूत साझेदार हैं। प्राकृतिक आपदा हो या कोविड की विपदा, हमने हमेशा एक दूसरे का साथ दिया है। रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्पेस सहित हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में हमने अपने संबंधों में कई नए आयाम जोड़े हैं। विकास सहयोग और क्षमता निर्माण में नए कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं।
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मुंबई । मुंबई पुलिस मरीन लाईंस पुलिस स्टेशन में सपा नेता अबू आसिम आजमी से औरंगजेब समर्थन संबंधी व्यक्तव्य देने के मामले में आज पूछताछ कर रही है। इस मामले में मुंबई सेशन कोर्ट ने अबू आज़मी को 20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर अग्रिम जमानत दी है। मुंबई पुलिस की टीम अबू आजमी से 13 और 15 मार्च को भी पूछताछ करेगी। महाराष्ट्र विधानसभा ने अबू आज़मी को बजट सत्र के कार्यकाल के लिए निलंबित कर दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सपा नेता अबू आसिम आजमी बुधवार सुबह करीब 11 बजे मरीन लाईंस पुलिस स्टेशन में पेश हुए। पुलिस ने उनसे औरंगज़ेब की प्रशंसा करने के मामले में पूछताछ शुरू की है। अबू आसिम मुंबई सेशन कोर्ट ने अग्रिम जमानत दी है, इसलिए उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। इस मामले में अबू आजमी से 13 और 15 मार्च को भी पूछताछ की जाएगी और इसके बाद पुलिस सेशन कोर्ट को जांच की रिपोर्ट पेश करेगी। उल्लेखनीय है कि अबू आसिम आजमी ने एक विवादित बयान देते हुए कहा था कि औरंगज़ेब एक अच्छा प्रशासक था। इस बयान के बाद सत्तापक्ष के विधायक आक्रामक हो गए थे और विधानसभा में उन्हें निलंबित किए जाने और उन्हें गिरफ्तार किए जाने की मांग की थी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने आजमी को बजट सत्र तक के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था। साथ ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आजमी पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद मरीन लाईंस पुलिस स्टेशन में अबू आसिम आजमी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद अबू आसिम की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई थी। इसी बीच आजमी ने मुंबई सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था। कोर्ट ने इस आवेदन को स्वीकार कर लिया और बीस हजार रुपये के मुचलके पर उन्हें अग्रिम जमानत दे दी। साथ ही कोर्ट ने उन्हें 12, 13 और 15 मार्च को जांच अधिकारियों के समक्ष उपस्थित रहने का निर्देश दिया। इस विवाद के बाद अबू आसिम आज़मी ने अपना बयान वापस ले लिया था और कहा था कि हम दोनों छत्रपतियों का अपमान कभी नहीं कर सकते, लेकिन हमारा बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। आज़मी ने दावा किया कि इस मुद्दे को राजनीतिक मोड़ दिया जा रहा है।
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इस साल के आईपीएल में रोहित शर्मा के पास शिखर धवन को पीछे छोड़कर बड़ा कीर्तिमान रचने का सुनहरा मौका है...आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज की सूची में रोहित शर्मा अभी तीसरे नंबर पर हैं...सूची में पहले स्थान पर आरसीबी के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली तो दूसरे पायदान पर शिखर धवन हैं...शिखर धवन ने आईपीएल में 222 मैच खेलकर 6769 रन बनाए हैं...तो वहीं रोहित शर्मा के नाम 257 मैच में 6628 रन हैं....अब शिखर धवन तो आईपीएल खेल नहीं रहे हैं...ऐसे में रोहित शर्मा के पास शिखर धवन को पीछे छोड़ने का शानदार मौका है... 142 रन और बनाते ही रोहित, शिखर धवन से आगे निकल जाएंगे... विराट कोहली आईपीएल में 252 मैच में 8004 रन बनाकर पहले स्थान पर कायम हैं
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नई दिल्ली । केरल के कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड टेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के सांसदों ने मंगलवार को राज्य की आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। केरल में आशा कार्यकर्ता अपना मानदेय बढ़ाने और सेवानिवृत्ति लाभ सहित कई मांगों को लेकर काफी समय से आंदोलन कर रही हैं। केरल के आशा कार्यकर्ताओं का मुद्दा सोमवार को संसद के दोनों सदनों में उठाया गया था। आशा कार्यकर्ता बेहतर वेतन और लाभ की मांग कर रहे हैं। इसमें उनका मानदेय 7000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये करना और 5 लाख रुपये का सेवानिवृत्ति लाभ शामिल है।
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पोर्ट लुईस । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को मॉरिशस पहुंच गए। मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने एयरपोर्ट पहुंच कर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। उनके साथ मॉरिशस के उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, विपक्ष के नेता व विदेश मंत्री सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए मंगलवार सुबह 6 बजे (स्थानीय समयानुसार) मॉरिशस के सर शिवसागर रामगुलाम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे।मोदी ने अपने भव्य स्वागत के लिए आभार व्यक्त करते हुए एक्स पोस्ट में लिखा- `मैं मॉरिशस पहुँच गया हूँ। मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का आभारी हूँ, जिन्होंने हवाई अड्डे पर मेरा विशेष स्वागत किया। यह यात्रा एक मूल्यवान मित्र से मिलने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशने का एक शानदार अवसर है। आज मैं राष्ट्रपति धरम गोखूल, प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मिलूँगा और शाम को एक सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करूँगा।' उल्लेखनीय है कि बता मोदी मॉरिशस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। वे राष्ट्रीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और उनके इस दौरे में कई द्विपक्षीय समझौते भी होंगे।
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नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ के निलंबन काे समाप्त कर उसकी मान्यता तत्काल प्रभाव से बहाल कर दी है। इसकी सूचना केंद्रीय युवा और खेल मंत्रालय ने दिल्ली हाई कोर्ट को दी। केंद्र की इस सूचना के बाद चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय की अध्यक्षता वाली बेंच ने याचिका निस्तारित कर दी। कोर्ट में केंद्र सरकार ने कहा कि खेल मंत्रालय के निदेशक के 10 मार्च के आदेश के मुताबिक 2023 में भारतीय कुश्ती संघ के निलंबन का आदेश वापस ले लिया गया है। इस आदेश के तहत भारतीय कुश्ती संघ को नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के रूप में मान्यता दी गई है। कोर्ट ने कहा कि उसके पास सिंगल बेंच के आदेश को चुनौती दी गई है। सिंगल बेंच ने तदर्थ समिति की बहाली का आदेश दिया था। सिंगल बेंच ने कहा था कि भारतीय ओलंपिक संघ चाहे तो तदर्थ समिति का पुनर्गठन कर सकती है। चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली डिवीजन बेंच ने याचिका का निस्तारण करते हुए सिंगल बेंच को निर्देश दिया कि वो इस मामले पर सुनवाई में तेजी लाए। डिवीजन बेंच ने कहा कि 10 मार्च के केंद्र सरकार के आदेश को कोई भी पक्ष उचित फोरम पर चुनौती दे सकता है। सुनवाई के दौरान पहलवानों की ओर से पेश वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने कहा कि तदर्थ समिति ने हमेशा ही स्पोर्ट्स कोड का उल्लंघन किया है। तब चीफ जस्टिस ने कहा कि हम अभी केवल टीम के चयन को लेकर चिंतित हैं और ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जॉर्डन में होने वाले सीनियर एशियन चैंपियनशिप के लिए भारतीय दल का प्रतिनिधित्व हो। इस पर मेहरा ने कहा कि खेल मंत्रालय ने फिर से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह को कमान दे दी है जो भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के करीबी हैं। उसके बाद कोर्ट ने कहा कि आपको याचिका वापस लेने की अनुमति दी जाती है और आप चाहें तो खेल मंत्रालय के 10 मार्च के आदेश को चुनौती दे सकते हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने 6 मार्च को सक्षम निकाय की अनुपस्थिति से अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पहलवानों के चयन नहीं होने और उनके हिस्सा नहीं लेने पर एतराज जताया था। हाई कोर्ट ने इस बात पर गौर किया था कि 16 अगस्त, 2024 को हाई कोर्ट के सिंगल बेंच ने भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के कामकाज की देखरेख के लिए तदर्थ समिति के गठन पर मुहर लगाया था। दरअसल, खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ को दिसंबर, 2023 में भंग कर तदर्थ कमेटी का गठन किया गया था और मार्च, 2024 में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने तदर्थ समिति को भी भंग कर दिया। सिंगल बेंच के समक्ष बजरंग पुनिया के अलावा विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान ने याचिका दायर की है। याचिका में भारतीय कुश्ती संघ के कामकाज के लिए तदर्थ समिति का गठन करने या सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज को प्रशासक नियुक्त करने की मांग की गई थी। महिला पहलवानों ने भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व सचिव विनोद तोमर के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए केस भी दर्ज कराया है, जो राऊज एवेन्यू कोर्ट में लंबित है।
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भोपाल । मध्य प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया है। राज्यपाल पटेल ने अपने अभिभाषण में प्रदेश सरकार की योजनाओं और निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीएम आवास 2.0 के तहत अगले पांच साल में 10 लाख आवास का निर्माण किया जाएगा। सरकार अगले तीन साल में किसानों को 30 लाख सोलर पंप उपलब्ध कराएगी। राज्य सरकार किसानों को अब पांच रुपये में स्थायी बिजली कनेक्शन देगी, जिससे उनकी सिंचाई की सुविधाएं बेहतर होंगी। नर्मदा घाटी विकास योजना और जल संसाधन विभाग की सहायता से राज्य की सिंचाई क्षमता अगले तीन वर्षों में 50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 100 लाख हेक्टेयर हो जाएगी। राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रदेश में नदी जोड़ो परियोजनाओं के क्रियान्वयनन की महत्वपूर्ण पहल हुई है। केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजनाएं मध्य प्रदेश की तस्वीर को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के तहत गरीब, युवा, किसान और महिला वर्ग के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण मिशन स्थापित किया गया है। राज्य सरकार ने बहुआयामी गरीबी का सूचकांक कम करने के उद्देश्य से करीब कल्याण मिशन, महिलाओं के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास के उद्देश्य से देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशनर, किसानों की आय में सुधार और उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए किसान कल्याण मिशन की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 11 लाख 89 हजार प्रधानमंत्री आवास बनाने का लक्ष्य है। योजना में मध्य प्रदेश देशभर में पहले स्थान पर है। पीएम आवास शहरी के पहले चरण में 8 लाख 33 हजार आवास बनाए गए हैं। इसमें मध्य प्रदेश देशभर में दूसरे स्थान पर है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ अनुबंध की पहल हुई है। मत्स्य पालकों के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना लागू है। मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड भी दिए गए हैं। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्थाएं बेहतर बनाई जा रही है। उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को लैपटाप और स्कूटी प्रदान की है। प्रदेश के नागरिकों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए निरंतर नए मेडिकल कालेज भी प्रारंभ किए जा रहे हैं। पीएम स्वनिधि योजना में 13 लाख से अधिक कमजोर वर्ग के लोगों को ऋण दिलाकर मध्य प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अनुसूचित जाति कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम जनमन योजना के अंतर्गत प्रदेश के 24 जिलों में सहरिया, बैगा और भारिया जनजाति के हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। अपने 21 मिनट के अभिभाषण में राज्य सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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सीधी । मध्य प्रदेश के सीधी जिले में सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रविवार-सोमवार की दरमियानी रात हुए भीषण सड़क हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। यहां पनी पेट्रोल पंप के पास एक तेज रफ्तार टैंकर और जीप के बीच सीधी भिड़ंत हो गई। इस हादसे में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे में 13 लोग घायल हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायलों में सात को गंभीर हालत में रीवा मेडिकल अस्पताल में रेफर किया गया है। मृतकों में पांच महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। कोतवाली थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा ने बताया कि राजमणि साहू अपनी बेटी का मुंडन संस्कार कराने के लिए तूफान जीप मैहर के ग्राम झोखों जा रहे थे। उनके परिवार के साथ ससुराल पक्ष के लोग भी थे। जीप में कुल 21 लोग सवार थे। सीधी में पेट्रोल पंप के पास रात करीब ढाई बजे सीधी से बहरी की ओर आ रहे तेज रफ्तार टैंकर ने जीप को सामने से टक्कर मार दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने घायलों को जीप से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। डीएसपी गायत्री तिवारी ने बताया कि हादसे में आठ लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हुई थी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति ने सोमवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में आठ की पहचान कुंजलाल साहू (32 वर्ष) पुत्र लखपत साहू, एतवरिया साहू (48 वर्ष) पत्नी राजमन साहू, गंगा साहू (60) पुत्र सहदेव साहू, एतवरिया साहू (50) पत्नी दीनदयाल साहू, सुखरजुआ (34) पत्नी श्यामलाल साहू, फूलकली साहू (50) पत्नी तीरथ साहू, सुशीला साहू (40) पत्नी लालमन साहू और शिवकुमार साहू (28) पुत्र राजमणि साहू के रूप में हुई है, जबकि एक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। सभी मृतक सीधी जिले के ग्राम पड़रिया और देवरी के रहने वाले थे। वहीं, घायलों में ज्योति साहू (8) पुत्री संतोष साहू निवासी मिटिहनी थाना बहरी, संध्या साहू (7) पुत्री कुंजलाल साहू निवासी मिटिहनी, ममता साहू (30) पत्नी कुंजलाल साहू निवासी मिटिहनी थाना बहरी, संतोष साहू (30) पुत्र राजमणि साहू निवासी मिटिहनी थाना बहरी, शिवम साहू (8) पुत्र संतोष साहू निवासी मिटिहनी थाना बहरी, सुरेंद्र साहू (12) पुत्र संतोष साहू निवासी मिटिहनी, शिवनारायण साहू (23) पुत्र राजमणि साहू निवासी मिटिहनी, आरती साहू (23) पत्नी शिवनारायण साहू निवासी मिटिहनी थाना बहरी, सरस्वती साहू (7) पुत्री शिवशंकर साहू निवासी मिटिहनी थाना बहरी, नीरज साहू (28) पुत्र रामेश्वर साहू निवासी मिटिहनी थाना बहरी, सौरव साहू (3) पुत्र शिवशंकर साहू निवासी देवरी थाना बहरी, शिवशंकर साहू (32) पुत्र दीनदयाल साहू निवासी देवरी थाना बहरी, जीप चालक प्रदीप साहू (30) पुत्र राममिलन साहू निवासी पराई कर्थुआ थाना चितरंगी जिला सिंगरौली शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स के माध्यम से कहा कि सीधी जिले अंतर्गत उपनी गांव के समीप देर रात एक भीषण सड़क दुर्घटना में मैहर माता के दर्शन करने जा रहे यात्री वाहन और ट्रक की भयानक टक्कर में आठ यात्रियों की असामयिक दर्दनाक मृत्यु का अत्यंत ही दुःखद समाचार मिला है। मेरी गहरी शोक संवेदनाएं सभी शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। देर रात जिला एवं पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय नागरिकों की मदद से घायलों के इलाज का इंतजाम किया, साथ ही गंभीर घायल यात्रियों को रीवा रेफर किया गया है। सड़क दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि, गंभीर घायलों को एक-एक लाख रुपये एवं सामान्य घायलों को 50-50 हजार रुपये की राशि स्वीकृत करने के निर्देश दिए हैं।
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इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में डॉ. आम्बेडकर नगर महू में शनिवार की रात आईसीसी चैंपियन ट्राफी में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के बाद मनाए जा रहे जश्न के दौरान दो समुदायों की बीच झड़क हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने सोमवार को दोपहर तक 13 आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। इंदौर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी आशीष सिंह ने बताया कि डॉ. आम्बेडकर नगर महू में फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। एहतियात के रूप में सुरक्षा के माकूल इंतजाम किये गए हैं। दोषियों की पहचान की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच कराई जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। अभी तक 13 आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। कुछ आरोपितों के विरुद्ध रासुका के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। घटना के पश्चात डॉ. आम्बेडकर नगर महू में चौकस निगरानी रखी जा रही है। कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं दें। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जायेगी। शांति एवं कानून व्यवस्था भंग करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। दरअसल, डॉ. आम्बेडकर नगर महू में रविवार की रात चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया की जीत के बाद 100 से ज्यादा लोग 40 से ज्यादा बाइक पर सवार होकर जुलूस निकाल रहे थे। इसमें शामिल लोग जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। इसी दौरान जामा मस्जिद के पास आतिशबाजी को लेकर कुछ लोगों के साथ विवाद हो गया। पीछे चल रहे पांच-छह लोगों को दूसरे पक्ष के लोगों ने रोक लिया और मारपीट शुरू कर दी। जब इस बात का पता आगे चल रहे लोगों को लगा तो उन्होंने पत्थर फेंके। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया। बाइक सवार कुछ लोग पत्ती बाजार, कुछ कोतवाली और बाकी दूसरे क्षेत्र में निकल गए। इधर, गुस्साए लोगों ने पत्ती बाजार क्षेत्र में भी पथराव शुरू कर दिया। यहां उपद्रवियों ने पत्ती बाजार, मार्केट चौक, जामा मस्जिद, बत्तख मोहल्ला और धानमंडी में बाहर खड़ी करीब 12 से ज्यादा बाइक में आग लगा दी। दो कार में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई। पत्ती बाजार क्षेत्र में प्रेस क्लब के अध्यक्ष राधेलाल के घर में आग लगाई गई। बतख मोहल्ले में एक दुकान को आग के हवाले किया। मार्केट चौक में दो दुकानों के बाहर आग लगाई गई। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने पत्ती बाजार और माणक चौक क्षेत्र में लाठीचार्ज किया। पत्ती बाजार क्षेत्र में आंसू गैस के गोले छोड़े। करीब ढाई घंटे बाद रात करीब एक बजे स्थिति सामान्य हो सकी। मौके पर 10 थानों के करीब 300 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और जवान तैनात हैं। बवाल बढ़ने पर आसपास के चार थानों के पुलिस बल को महू बुलाया गया। करीब 300 से ज्यादा पुलिस बल तैनात किया गया। कलेक्टर आशीष सिंह और डीआईजी निमिष अग्रवाल रात करीब डेढ़ बजे महू पहुंचे। उन्होंने शहर में पैदल घूमकर स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि पत्थरबाजी और आगजनी करने वालों की पहचान की जा रही है। किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। सभी दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। होली और रमजान पर शांति बनी रहे, इसके लिए पुलिस-प्रशासन तैयारी कर रहा है। एसपी ग्रामीण हितिका वासल सहित जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी तुरंत ही महू पहुँचे तथा देर रात तक उपस्थित रहकर स्थिति को नियंत्रित कराया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद क्षेत्रीय विधायक उषा ठाकुर ने कहा कि वीडियो में जो लोग पथराव करते नजर आ रहे हैं, उन सब की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री से बात कर पथराव करने वालों की पहचान कर सभी पर कार्रवाई होगी। देश द्रोहियों से निपटने के लिए सरकार सक्षम है।
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को रविवार तड़के एम्स दिल्ली के कार्डियक विभाग में भर्ती किया गया है ...अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक... उपराष्ट्रपति धनखड़ की स्थिति अभी स्थिर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है...आपको बता दें... उपराष्ट्रपति को सीने में दर्द के बाद एम्स में भर्ती कराया गया है... डॉक्टर के अनुसार... जगदीप धनखड़ को बेचैनी और सीने में दर्द होने के बाद रविवार तड़के करीब 2:00 बजे एम्स लाया गया....जानकारी के लिए बता दें... जगदीप धनखड़ ने 11 अगस्त 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी...उनका जन्म 18 जुलाई 1951 को राजस्थान के कालीबंगा... हनुमानगढ़ जिले में हुआ था...धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं
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लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की लीडरशिप में दो तरह के लोग हैं। उनमें बंटवारा है। एक हैं जो जनता के साथ खड़े हैं, जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है। दूसरे वे हैं, जो जनता से कटे हुए हैं, दूर बैठते हैं और उनमें से आधे बीजेपी से मिले हुए हैं। राहुल ने आगे कहा- मेरी जिम्मेदारी है कि जो ये दो ग्रुप हैं इनको छांटना है। कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है। बब्बर शेर हैं, लेकिन पीछे से चेन लगी हुई है तो वे चेन से बंधे हैं। यहां रेस के घोड़ों को बारात में बांध दिया जाता है। गुजरात में कांग्रेस फेल है मुझे यह बोलने में कोई शर्म नहीं। .. गुजरात फंसा हुआ है, यह आगे बढ़ना चाहता है। गुजरात की कांग्रेस पार्टी उसको रास्ता नहीं दिखा पा रही है।
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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि बेटियों के साथ दुराचार करने वालों को फांसी की सजा का प्रावधान पहले से ही लागू है। अब बेटियों का धर्मांतरण कराने वाले दोषियों के लिए भी मध्य प्रदेश सरकार सख्त कदम उठाएगी। मध्य प्रदेश में जोर जबरदस्ती या बहला फुसलाकर विवाह और धर्म परिवर्तन कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम लागू है। धर्मान्तरण, दुराचरण जैसी किसी भी घटना को हमारी सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने यह बात शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण कराने वालों को फांसी की सजा का प्रावधान करने जा रहे हैं। बच्चियों, बालिकाओं, बेटियों के साथ दुराचार करने वालों के विरूद्ध सरकार कठोरतम कदम उठाएगी। दोषियों को फांसी की सजा भी दिलवाएंगे। किसी भी दोषी को किसी भी परिस्थिति में नहीं बखशा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शासकीय महिला कर्मचारियों को सात दिन का अतिरिक्त आकस्मिक अवकाश और संविदा कर्मचारी बहनों को 180 दिवस का प्रसूति अवकाश देने की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार का हर कदम पर बहनों के साथ है, वे आगे बढ़ें, सरकार उन्हें हर संभव सहायता और मार्गदशन उपलब्ध कराएगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 1.27 करोड़ महिलाओं के खाते में लाड़ली बहना योजना के 1250 रुपये ट्रांसफर किए। सिंगल क्लिक में मार्च 2025 की लगभग 1552.73 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई है। उज्ज्वला योजना की गैस कनेक्शनधारक महिलाओं के खाते में डीबीटी के जरिए भी राशि ट्रांसफर की गई। इस दौरान सीएम की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की कमान महिला अधिकारियों के हाथों सौंपी गई। सीएम ने महिलाओं और बच्चों के क्षेत्र में समाज सेवा, सुरक्षा, वीरता और साहसिक कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 में लागू हुआ था। अभी इस कानून के तहत अधिकतम दस साल की सजा का प्रावधान है। मप्र में लागू धार्मिक स्वतंत्रता कानून में सरकार फांसी का प्रावधान करने की जो बात मुख्यमंत्री ने कही है, अगर ऐसा होता है तो मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा जो धर्मांतरण पर फांसी की सजा का प्रावधान करेगा। मुख्यमंत्री के इस बयान पर कानून के जानकारों की राय अलग–अलग है। कुछ का मानना है कि सरकार के लिए ये फैसला लेना आसान नहीं होगा। जबकि किसी का कहना है कि सरकार कानून में संशोधन कर फांसी की सजा का प्रावधान कर सकती है। वर्तमान में भारत में कोई भी राज्य धर्मांतरण के मामलों में फांसी की सजा का प्रावधान नहीं रखता है। भारत के 11 राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानून मौजूद है। ये राज्य हैं- ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, झारखंड, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश। राजस्थान सरकार ने हाल ही में हुए विधानसभा के बजट सत्र में पुराने कानून में संशोधन करते हुए धर्मांतरण विधेयक को पेश किया है। यदि ये कानून की शक्ल लेता है तो राजस्थान धर्म परिवर्तन विरोधी कानून बनाने वाला 12वां राज्य बन जाएगा।
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साउथ अफ्रीका ने चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है। शनिवार को टीम ने इंग्लैंड को ग्रुप-बी के आखिरी मैच में 7 विकेट से हरा दिया। कराची के नेशनल स्टेडियम में इंग्लैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 179 रन बनाए। साउथ अफ्रीका ने 30वें ओवर में 3 विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया। साउथ अफ्रीका से रासी वान डर डसन और हेनरिक क्लासन ने फिफ्टी लगाई। मार्को यानसन और वायन मुल्डर को 3-3 विकेट मिले। इंग्लैंड से जोफ्रा आर्चर ने 2 विकेट लिए, जो रूट ने 37 रन बनाए। ग्रुप-बी से ऑस्ट्रेलिया ने भी सेमीफाइनल में जगह बनाई। इंग्लैंड और अफगानिस्तान की टीमें एलिमिनेट हो गईं। टॉस हारकर पहले बॉलिंग करने उतरी साउथ अफ्रीका को मार्को यानसन ने अच्छी शुरुआत दिलाई। उन्होंने फिल सॉल्ट, बेन डकेट और जैमी स्मिथ को 7 ओवर के अंदर पवेलियन भेज दिया। फिर हैरी ब्रूक और जोफ्रा आर्चर के अहम कैच भी लिए। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला। तेज गेंदबाज मुल्डर टीम के सबसे किफायती बॉलर रहे। उन्होंने 7.2 ओवर में महज 25 रन देकर 3 विकेट लिए।
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वाराणसी । महाकुंभ की अवधि के दौरान श्री काशी विश्वनाथ धाम में वर्चुअल दर्शन पूजन के भी सभी पुराने रिकॉर्ड टूट गए। धाम में महाकुंभ के समय दर्शन पूजन का नया रिकॉर्ड बना है। काशी विश्वनाथ धाम में जहां लगभग तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई, वहीं, वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। रविवार को काशी विश्वनाथ धाम में स्थित दुर्लभ दर्शन केंद्र और दिव्य दर्शन केंद्र ने वर्चुअल दर्शन का आंकड़ा जारी किया। दुर्लभ दर्शन केंद्र के आंकड़ों के अनुसार पूरे जनवरी और फरवरी माह के साथ महाकुंभ के अवधि में कुल 50,993 श्रद्धालुओं ने वर्चुअल रियलिटी(वीआर) के माध्यम से बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। वहीं, दिव्य दर्शन केंद्र के अनुसार कुल 10,566 श्रद्धालुओं ने वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से बाबा विश्वनाथ का दर्शन किया। महाशिवरात्रि पर्व पर काशी विश्वनाथ धाम में विशेष पूजा का आयोजन किया गया। इसमें 20—22 फरवरी तक धाम स्थित प्रधान विग्रहों पर त्रिदिवसीय रुद्राभिषेक किया गया। इस महापर्व में याजक की भूमिका का निर्वहन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अफसरों ने निभाया। 20 फरवरी को प्रात:काल चंद्रगुप्तेश्वर महादेव, मनोकामेश्वर महादेव, अविमुक्तेश्वर महादेव, तारकेश्वर महादेव, नवग्रह मंडप, बैकुंठेश्वर महादेव और दण्डपाणीश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया गया। 21 फरवरी को अमृतेश्वर महादेव, नीलकंठेश्वर महादेव, बालमुकुंदेश्वर महादेव, मान्धातेश्वर महादेव, और गंगेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक संपन्न किया गया। 22 फरवरी को त्रिसंधेश्वर महादेव और कुबेरेश्वर महादेव का शास्त्रोक्त विधि से रुद्राभिषेक किया गया। महाशिवरात्रि पर्व पर धाम स्थित अविमुक्तेश्वर महादेव (गुरु बाबा) विग्रह सहित सभी प्रधान विग्रहों पर भी रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। गुलाब की 11 क्विंटल पंखुड़ियों का हुआ उपयोग धाम में माह जनवरी और फरवरी में पड़ने वाले विशिष्ट पर्वों वसंत पंचमी, श्री राम प्राण प्रतिष्ठा उत्सव और महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ धाम की सजावट में कुल लगभग 14 हजार मालाओं का उपयोग किया गया। इन पर्वों के दौरान धाम को भव्य रूप से सजाया गया, जिससे श्रद्धालुओं को एक दिव्य अनुभव प्राप्त हुआ।महाशिवरात्रि पर्व पर ही धाम के मुख्य प्रवेश द्वार (द्वार संख्या-04) से नागा सन्यासियों के आगमन पर, उनके स्वागत के लिए लगभग 11 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों का उपयोग किया गया। वीडियो जारी हुए 482पूरे महाकुम्भ पर्व (जनवरी-फरवरी) के दौरान, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से निरंतर सूचनाएं, अच्छे कार्यों से संबंधित पोस्ट, बाबा विश्वनाथ की समस्त आरतियां, धाम में पधारे दर्शनार्थियों के लिए व्यवस्थाओं से संबंधित विचार और अन्य महत्वपूर्ण पोस्ट जारी किए गए।कुल दो माह (जनवरी-फरवरी) के दौरान लगभग 482 अपडेट्स जारी किए गए, जिनमें 228 वीडियो अपडेट्स शामिल थे। इन 228 वीडियो अपडेट्स में 34 वीडियो दर्शनार्थियों द्वारा प्रशासन के बारे में विचार है। इसमें फेसबुक पेज पर 482 पोस्ट, इंस्टाग्राम पर 480 पोस्ट एवं एक्स पर 474 पोस्ट की गईं।
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देहरादून । बदरीनाथ धाम से करीब छह किमी की दूरी पर स्थित माणा के पास हिमस्खलन के बाद से लापता सभी श्रमिकाें काे ढूंढ लिया है। रविवार शाम काे हादसे के बाद से लापता अंतिम व्यक्ति का शव बरामद हाेने के बाद सेना का रेस्क्यू आपरेशन पूरा हाे गया है। रविवार काे सेना के जवानाें ने लापता चाराें श्रमिकाें के शवाें काे बरामद कर लिया है। इस हादसे में आठ श्रमिकाें की माैत हुई है। इससे पहले शनिवार काे ही चार शव बरामद कर लिए गए थे। इस हादसे में बचाव दल ने 46 श्रमिकाें की जान बचाई है। सेना के जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को सुबह ही रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया गया था। दोपहर तक तीन शव बरामद हाे गए थे। शाम तक अंतिम लापता श्रमिक देहरादूनवासी अरविंद कुमार सिंह का शव भी बरामद कर लिया गया है। इस हिमस्खल की चपेट में आए 54 श्रमिकों में आठ की मौत हुई है और 46 श्रमिकाें की जान बचा ली गई। उन्हाेंने बताया कि बचाए गए 44 श्रमिकाें का जाेशीमठ के सेना अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि दो श्रमिकाें की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे रेस्क्यू अभियान के दौरान सेना के जवानों ने पूरी तत्परता से कार्य किया और विषम भौगोलिक परिस्थितियों से लड़ते हुए 46 श्रम वीरों की जान बचाई। उन्होंने हिमस्खलन में आठ श्रमिकाें की मौत हाेना दुखद है। उन्हाेंने बताया कि हादसा में लापता अंतिम श्रमिक का शव मिलने के साथ ही सेना का रेस्क्यू अभियान पूरा हाे गया है।
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देहरादून । उत्तराखंड के चमोली जिले के बदरीनाथ से करीब 6 किमी दूर माणा क्षेत्र में हुए भारी हिमस्खलन में फंसे 32 श्रमिकों का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है जबकि 25 श्रमिकों की तलाश अभी भी जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी लगातार घटना पर नजर रखे हुए हैं। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रेस्क्यू अभियान की सीधी निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि एमआई-17 से रेस्क्यू के लिए वायु सेना को पत्र भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकालना सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री धामी ने जानकारी दी कि मौसम खराब होने और विजीबिलिटी कम होने के कारण हेलीकॉप्टर के जरिए राहत और बचाव कार्यों में बाधा आ रही है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना आर आईटीबीपी के 65 जवान घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि स्नो एक्सपर्ट्स की भी मदद ली जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि कुल 57 श्रमिकों में से अब तक 32 का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है और शेष 25 की तलाश के लिए युद्धस्तर राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि चमोली जिले के सीमावर्ती माणा गांव के समीप सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कराये जा रहे निर्माण कार्य के दौरान भारी हिमस्खलन के कारण ठेकेदार के 57 श्रमिक दब गए थे। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने आपदा कंट्रोल रूम में अधिकारियों की बैठक भी ली। इस दौरान जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी से राहत और बचाव कार्यों की जानकारी लेने के साथ ही मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव मुख्यमंत्री शैलश बगौली, आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय, सचिव आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, आईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल व अन्य अधिकारियों के साथ श्रमिकों के सुरक्षित रेस्क्यू की रणनीति पर चर्चा की। बैठक में यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी-क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, वित्त नियंत्रक अभिषेक आनन्द, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी, यूएलएमएमसी के निदेशक शांतनु सरकार आदि मौजूद थे। एनडीआरएफ की चार टीमें रवाना-एनडीआरएफ की चार टीमें भी राहत और बचाव कार्यों के लिए रवाना कर दी गईं हैं। ये चार टीमें रुद्रप्रयाग, हरिद्वार और देहरादून से रवाना की गई हैं। ड्रोन भी भरेंगे उड़ान, लोकेशन पता करने में करेंगे मदद-आईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एसडीआरएफ के जवान रवाना कर दिए गए हैं। इसके साथ ही ड्रोन की एक टीम तैयार की है, जिससे वहां के हालात की जानकारी मिल सके और उनकी लोकेशन की जानकारी मिल सके। जिला प्रशासन के स्तर से आपदा प्रबन्धन विभाग के ड्रोन के साथ ही निजी ड्रोन की सेवाएं ली जा रही हैं।
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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी को हुई भगदड़ मामले की सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। यह याचिका आनंद लीगल ऐड फोरम ट्रस्ट ने दायर की थी। याचिका में कहा गया था कि इस घटना के चश्मदीद गवाहों के मुताबिक इसमें करीब दौ सौ लोगों की मौत हो गई थी। याचिका में कहा गया था कि इस घटना में मृत लोगों की संख्या कम बताकर हादसे के पीड़ितों को पर्याप्त मुआवजा नहीं दिया गया। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि आपके पास क्या सबूत हैं कि इस हादसे में दो सौ लोगों की मौत हो गई। कोर्ट ने राहत पाने के लिये वैसे लोगों को सीधे अदालत से संपर्क करने को कहा जिनके परिजनों को इस घटना में जान गंवानी पड़ी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में वकील विशाल तिवारी ने भी याचिका दायर कर केंद्र और सभी राज्यों को मिलकर एक विशेषज्ञ कमेटी बनाने की जरूरत बताई जो क्राउड मैनेजमेंट और भगदड़ की घटनाओं को रोकने के लिए दिशा-निर्देश तैयार करे।
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काठमांडू । नेपाल में सिंधुपालचोक जिले में आज सुबह स्थानीय समयानुसार 2ः51 बजे आए भूकंप के तेज झटके काठमांडू और पूर्वी नेपाल तक महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मैग्नीच्यूट दर्ज की गई। अब तक किसी भी प्रकार की मानवीय क्षति की कोई सूचना नहीं है। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के प्रभारी मुकुंद भट्टराई ने यह जानकारी दी।राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के प्रभारी मुकुंद भट्टराई के अनुसार, भूकंप का केंद्र सिंधुपालचोक जिले का भैरवकुंड था। इसका असर राजधानी काठमांडू सहित पूर्वी और मध्य नेपाल तक रहा। सिंधुपालचोक के जिलाधिकारी किरण थापा ने टेलीफोन से संपर्क करने पर बताया कि भूकंप के कारण किसी भी प्रकार के मानवीय क्षति की अब तक कोई सूचना नहीं मिली है। कुछ भौतिक क्षति हुई है लेकिन वह बहुत ही सामान्य है।इस बीच सिंधुपालचोक पुलिस के हवाले से खबर आ रही है कि जिला जेल में बंद कैदी 33 वर्षीय स्याङबो तामांग भूकंप का फायदा उठाकर दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर भागने की कोशिश में घायल हो गया। इसी जिले के गोदारी पुलिस चौकी की दीवारों में दरार पड़ गईं।जिले के भोटेकोशी में लैंड स्लाइड होने की सूचना मिली है। मानव बस्ती से दूर हुए इस भू-स्खलन से कोई नुकसान नहीं हुआ है। जिलाधिकारी थापा ने कहा कि पूरे जिले में पुलिस को अलर्ट किया गया गया है। जिला प्रशासन किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए तैयार है। इसी बीच भूकंप के बाद आफ्टरशॉक आने की भी सूचना है। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के अनुसार, 2ः51 बजे आए भूकंप के बाद सुबह आठ बजे तक 23 बार आफ्टरशॉक हुआ है।
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केंद्रीय कैबिनेट ने वक्फ संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी है।19 फरवरी को हुई बैठक में बिल को कैबिनेट की रजामंदी मिल गई थी। संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में सरकार इसे पेश कर सकती है। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 10 मार्च से 4 अप्रैल तक चलेगा ... जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर वक्फ बिल का नया ड्राफ्ट तैयार किया गया है। इससे पहले बजट सत्र के पहले चरण में 13 फरवरी को वक्फ बिल पर JPC की रिपोर्ट संसद में पेश हुई थी। विपक्ष ने रिपोर्ट को फर्जी बताया था। इसके बाद संसद में हंगामा भी हुआ था ... 27 जनवरी को वक्फ संशोधन विधेयक की जांच कर रही JPC ने ड्रॉफ्ट रिपोर्ट को मंजूरी दी थी। JPC की बैठक में 44 संशोधनों पर चर्चा हुई थी। भाजपा की अगुआई में NDA सांसदों के 14 संशोधनों को स्वीकार किया गया था, जबकि विपक्ष के संशोधनों को सिरे से खारिज कर दिया गया था। अगस्त 2024 में वक्फ बिल को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में पेश किया था।
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भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा सब इस समय ये जानना चाहते हैं।अगले महीने 20 मार्च से पहले भाजपा का नया अध्यक्ष तय हो जाएगा ,,,भाजपा ने तमाम चर्चाओं के बाद फिलहाल अध्यक्ष पद के कुछ नामों को सूचीबद्ध किया है ... इस बार दक्षिण के राज्यों को लेकर भी भाजपा गंभीर है इसलिएआंध्र प्रदेश की दग्गुबती पुरंदेश्वरी, कर्नाटक के बीएल संतोष ,तेलंगाना के जी. किशन रेड्डी के नाम चर्चा में हैं। दक्षिण के मामले में बीएल संतोष का नाम सबसे प्रमुख है उन्हें भाजपा और आरएसएस दोनों की पसंद माना जा रहा है ... पिछले 20 साल से कोई दक्षिण भारतीय नेता BJP का अध्यक्ष नहीं बना है। इनके अलावा भी चार केंद्रीय मंत्रियों के नाम पर भाजपा में विमर्श हुआ है ... ये नाम हैं कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ,आवास और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के ... इनके आलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए सुनील बंसल के नाम की भी चर्चा है ... भाजपा के सूत्र बताते हैं अगर लोकप्रियता के हिसाब से अध्यक्ष बनाया गया तो शिवराज सिंह चौहान इस पद के लिए सबसे उपर्युक्त हैं ...
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संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान वीर झूठ बोलता नजर आया और पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप लगाए ... इस पर भारत ने कहा- पाकिस्तान एक नाकाम देश है, जो खुद दान के पैसों पर जिंदा रहता है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रतिनिधियों की तरफ से दिए गए भाषणों में पाखंड की बू आती है ... UN में भारत के स्थायी मिशन के अधिकारी क्षितिज त्यागी ने जेनेवा में आयोजित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कहा कि हमें इसमें कोई आश्चर्य नहीं होता कि पाकिस्तानी नेता आतंकियों की तरफ से प्रचारित झूठ को फैलाते हैं। पाकिस्तान ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन को अपना मुखपत्र बताकर संगठन का मजाक उड़ा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस संगठन का समय एक असफल राज्य द्वारा बर्बाद किया जा रहा है। क्षितिज त्यागी ने जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए आरोपों पर कहा- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश हमेशा भारत का अभिन्न हिस्सा थे, हैं और रहेंगे। पाकिस्तान को भारत के बजाय अपने देश के हालात बदलना चाहिए। इसकी हरकतें अमानवीय हैं और ये शासन व्यवस्था चलाने में अक्षमता हैं। भारत लोकतंत्र, प्रगति और अपने लोगों के लिए सम्मान सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।
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भोपाल । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि हमारा देश महिलाओं के विकास से महिलाओं के नेतृत्व में विकास की ओर आगे बढ़ रहा है। ऐसे समय में बेटियों को सबल और सशक्त बनाने में सहयोग करना समाज और सरकार का कर्तव्य है। बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर ध्यान देना उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करने के लिए जन-जन को प्रतिबद्ध होना होगा। बेटियों के सशक्त होने से परिवार, समाज और देश सशक्त होगा। वर्ष 2047 में स्वतंत्रता की शताब्दी तक देश को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य के साथ हम अग्रसर हैं। हम ऐसे भारत का निर्माण करें, जो न केवल आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर हो अपितु सामाजिक समरसता से भी परिपूर्ण हो। देश पर्यावरण की दृष्टि से समृद्ध हो और आध्यात्म से विश्व को राह दिखाने में सक्षम हो। ऐसे राष्ट्र निर्माण में संतों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने संत समाज से मानव कल्याण की भावना के साथ देश में सामाजिक समरसता बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आह्वान किया। राष्ट्रपति बुधवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति मुर्मु, राज्यपाल मंगुभाई पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में बागेश्वर धाम में 251 जोड़ों का सामूहिक विवाह महोत्सव हुआ। भव्य समारोह में राष्ट्रपति ने दाम्पत्य सूत्र में बंध रहे जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की। राष्ट्रपति के सम्मुख जोड़ों की वरमाला रस्म संपन्न हुई। उन्होंने प्रतीक स्वरूप तीन जोड़ों को उपहार भेंट किए। श्री बागेश्वर धाम जन सेवा समिति द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुईं 251 बेटियों में से 108 बेटियां जनजातीय समुदाय की हैं। इससे पहले राष्ट्रपति के बागेश्वर धाम पहुंचने पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अंगवस्त्रम और तुलसी की माला भेंट कर उनका अभिनंदन किया। राष्ट्रपति को पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमान यंत्र, बालाजी सरकार का विग्रह, धाम से जुड़ा साहित्य और स्मृति चिन्ह भी भेंट किये। इस अवसर पर धाम द्वारा आयोजित छठे सामूहिक विवाह महोत्सव पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ। समारोह में खजुराहो सांसद वीडी शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। राष्ट्रपति ने कहा कि समकालीन समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने और समाज को जागरूक करने के लिए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पहल सराहनीय है। गुरुनानक देवजी, संत रविदास, कबीरदास, मीरा बाई जैसे कई संतों ने अपने उपदेशों से छुआछूत जैसी कुरीतियों को दूर करने और महिलाओं को समाज में उचित स्थान दिलाने का संदेश दिया है। समाज को सन्मार्ग दिखाने की संत परम्परा के इस उद्देश्य को बागेश्वर धाम प्रभावी रूप से आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और श्री बागेश्वर धाम सेवा समिति द्वारा कराए जा रहे सामूहिक कन्या विवाह समारोह की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि समारोह में नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी के लिए विभिन्न वस्तुओं के साथ-साथ उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए सिलाई मशीन जैसी उपयोगी वस्तुएं भी उपहार में दी जा रही हैं। राष्ट्रपति ने सामूहिक कन्या विवाह समारोह को जन सहयोग से जनकल्याण का श्रेष्ठ उदाहरण बताया। समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राष्ट्रपति द्वारा स्वयं उपस्थित होकर प्रदेश के वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को वर्ष-2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प की सिद्धि के लिए सभी प्रतिबद्ध हैं। देश के विकास के लिए सामाजिक चेतना आवश्यक है। ऐसे आयोजन समाज के लिए अनुकरणीय हैं। समाज के हर वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राष्ट्रपति के मध्य प्रदेश पधारने पर अभिनंदन करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि बागेश्वर धाम में हनुमान जी के आशीर्वाद से सामाजिक बुराईयों को दूर करने का निरंतर कार्य किया जा रहा है। समाज में विद्यमान जातिगत दीवारों को तोड़ना आज के समय की आवश्यकता है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री के प्रयासों से जातिगत बाधाएं टूटी हैं और अलग-अलग जातियों के दूल्हे एक साथ घोड़ी पर बैठे हैं। जातिगत विषमताओं के खिलाफ लड़ते हुए समाज के सामने, शासन-सत्ता और संत की त्रिवेणी की मौजूदगी में सामूहिक विवाह आयोजित कर बागेश्वर धाम नए कीर्तिमान बना रहा है। समाज में प्रेम, सद्भाव और सामाजिक सौहार्द्र बढ़ाने के ऐसे उदाहरण प्रस्तुत करने की बहुत आवश्यकता है। ऐसे संकल्पों के लिए पंडित धीरेंद्र शास्त्री को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह में आज परिणय सूत्र में बंध रही बेटियों को राज्य सरकार की ओर से 51-51 हजार रुपये की राशि उपहार स्वरूप दी जाएगी। उन्होंने सभी नव दंपतियों को दीर्घायु और सुखमय जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने समाज से मंदिरों की दान पेटियों की राशि को गरीब परिवारों की बेटियों के उत्थान में लगाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि सभी मठ, मंदिर, धाम और समाज के सभी लोग यह संकल्प ले लेते हैं, तो भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता। समारोह में लगभग 20 देश के एन.आर.आई., देश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे दिव्य संत, वर-वधु के परिजन और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक सम्मिलित हुए।
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नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा में जाने को लेकर भी अटकलें तेज हो गयी हैं। आआपा विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन से खाली हुई पंजाब की लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर पार्टी ने राज्यसभा सदस्य संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर अरोड़ा का कार्यकाल अभी तीन साल बाकी है। आआपा के इस कदम से केजरीवाल के राज्यसभा में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने इन अटकलों को निराधार बताया है। केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने बुधवार को एक्स पोस्ट के जरिए सवाल उठाया कि सांसद संजीव अरोड़ा अचानक लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट से उपचुनाव क्यों लड़ रहे हैं? क्या केजरीवाल इस सीट से राज्यसभा जाना चाहते हैं? क्या वह दिल्ली में सरकारी बंगले के लिए बेताब हैं? लालच की कोई सीमा नहीं है। वहीं, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर कहा कि आआपा ने अपने सांसद संजीव अरोड़ा को लुधियाना वेस्ट उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। क्या यह केजरीवाल के लिए रास्ता साफ करने के लिए किया जा रहा है, जो हाल ही में नई दिल्ली में अपनी सीट हारने के बाद अब पंजाब से राज्यसभा के लिए नामांकित होने जा रहे हैं? क्या यह बेहतर नहीं होगा कि केजरीवाल की जगह पंजाब से ही कोई व्यक्ति राज्य का प्रतिनिधित्व करे? क्या अपने सांसद को जीतने और अपनी सीट खाली करने पर मंत्री पद देने का भी वादा किया गया है? इस प्रकार की लेन-देन की राजनीति की निंदा की जानी चाहिए। लुधियाना के लोगों को संजीव अरोड़ा को हराना होगा ताकि वह अपनी सीट गंवाए बिना केजरीवाल को अपनी सीट न दे सकें। इन अटकलों पर आआपा प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने मीडिया से बातचीत में केजरीवाल के राज्यसभा में जाने की अलकलों को खारिज करते हुए कहा कि संजीव अरोड़ा अपने क्षेत्र में काफ़ी सक्रिय रहते हैं इसलिए वो चुनाव लड़ रहे हैं। जहां तक केजरीवाल का सवाल है, मीडिया सूत्र पहले कह रहे थे कि वे पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे। अब कह रहे हैं कि वे राज्यसभा का उपचुनाव लड़ेंगे। ये दोनों सूत्र बिल्कुल गलत हैं। केजरीवाल राज्यसभा नहीं जा रहे हैं।
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वाराणसी । महाशिवरात्रि पर्व पर आज काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के स्वर्णिम दरबार में सुरक्षा के अभेद्य किलेबन्दी के बीच दर्शन-पूजन के लिए आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। दरबार में मंगला आरती के बाद से ही भोर 3ः30 बजे से शुरू हुआ दर्शन पूजन का सिलसिला अनवरत जारी है। 144 साल बाद महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान और 60 वर्षों बाद त्रिग्रही योग में मंदिर के गर्भगृह में बाबा के प्रति श्रद्धा अनुराग की अखंड जलधार बेलपत्र, मदार, धतुरा, दुग्ध जल ज्योर्तिलिंग पर निरंतर गिर रही है। जल एवं दूध अर्पण करने के लिए गर्भगृह के चारों द्वारों के बाहर पीतल के विशाल पात्र लगाए गए है।मंगला आरती के बाद दरबार में पहुंचे शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा भी मंदिर न्यास की ओर से की गई। श्री काशी विश्वनाथ धाम के चारों प्रवेश द्वार पर दर्शन पूजन के लिए लाखों शिवभक्तों की लम्बी कतार अपनी बारी की प्रतीक्षा में बैरिकेडिंग में डटी हुई है। महादेव और आदि शक्ति के मिलन के महापर्व में शामिल होने के लिए शिवभक्तों में बेकरारी भी दिख रही है। जिले और शहर के प्रमुख शिवालयों से लेकर छोटे-छोटे शिवमंदिरों में भी जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों की भीड़ तड़के से ही उमड़ रही है। शिवमय हुई नगरी में कंकर-कंकर शंकर का नजारा है।इसके पूर्व मंगलवार दोपहर से प्रयागराज महाकुंभ से लौट रहे लाखों शिवभक्त बाबा विश्वनाथ के दरबार में कतारबद्ध होते चले गये। जैसे-जैसे रात चढ़ती गयी कतार का दायरा भी बढ़ता गया। मंगला आरती के बाद सुबह तक बाबा दरबार में जाने के लिए तीन किमी से अधिक लम्बी लाइन लग गई। मंदिर में श्रद्धालुओं को चार गेट से प्रवेश दिया जा रहा है। पूरी रात लाइन में खड़ा होने के बावजूद शिवभक्तों के चेहरे पर थकान नहीं दिख रही। थकान मिटाने में 'हर हर महादेव' का गगनभेदी उद्घोष रामबाण साबित हो रहा है। बाबा दरबार में पहुंचने के बाद तो भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। दरबार के गर्भ गृह में पूजापाठ का बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन पर सजीव प्रसारण (लाइव) हो रहा है।काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। मंदिर की वेबसाइट पर ज्योर्तिलिंग दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग हो रही है। परम्परा के अनुसार महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ भक्तों संग 36 घंटे जागेंगे। रात में खास चार प्रहर की आरती होगी। स्वर्णमंडप में बाबा और मां गौरा का प्रतीक रूप से विवाह होगा। काशी के हर शिवालय में उमड़ रही भीड़ महाशिवरात्रि पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा शहर और आस- पास के सभी प्रमुख शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है।गौरी केदारेश्वर, महामृत्युंजय, कृतिविशेश्वर, बैजनत्था, शूलटंकेश्वर,कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव, रामेश्वर, ऋणमुक्तेश्वर महादेव समेत सभी शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ जलाभिषेक के लिए उमड़ रही है। इसके अलावा बीएचयू स्थित नये काशी विश्वनाथ मंदिर में भी लाखों भक्त दर्शन पूजन कर रहे है। महाशिवरात्रि पर्व पर प्रशासन भी खासा चौकस है। बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर की निगरानी ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से हो रही है। इसके अलावा मंदिर परिक्षेत्र में लगाए गए वॉच टॉवर पर अर्धसैनिक बल,एटीएस के कमांडो,पुलिस बल के जवान दूरबीन और हाईटेक वेपेन्स के साथ मुस्तैद है। खुद वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर कौशलराज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल,अपर पुलिस कमिश्नर डॉ. एस चिनप्पा गोदौलिया से लगायत मंदिर तक सुरक्षा की कमान संभाले हुए है। उधर,मंदिर से जुड़ने वाली हर सड़क पर आरएएफ, पीएसी के जवान तैनात है। ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू किया गया है।
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भोपाल । ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के कंट्री सेशन में विदेशी निवेशकों ने भारत और मध्य प्रदेश की मुक्तकंठ से सराहना की। इस मौके पर रवांडा के प्रतिनिधि जेकलीन मुकन्गिरा ने कहा कि भारत वैश्विक निवेश के लिये प्रतिनिधि देश है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विशेष रूप से मध्य प्रदेश में हर क्षेत्र में निवेश के लिये असीम संभावनाएं हैं। जुलाई 2018 में प्रधानमंत्री मोदी रवांडा आए थे। उसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापार, वाणिज्य, उद्योग में सहभागिता बढ़ी है। दोनों देशों के मधुर संबंध हैं। रक्षा, कृषि, अधोसंरचना के क्षेत्र में अधिक संभावनाएं है। रवांडा के राष्ट्रपति ने भी पांच बार भारत की यात्रा की है। जेकलीन मुकन्गिरा भोपाल में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के दूसरे दिन मंगलवार को कंट्री सेशन में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस सत्र के दौरान विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री मोदी तथा मुख्यमंत्री डॉ. यादव की प्रशंसा की तथा कहा कि हमारा देश भारत और मध्य प्रदेश के साथ व्यापार, वाणिज्य एवं औद्योगिक संबंधों को आगे बढ़ाना चाहता है। सत्र में नौ देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें नार्वे, जिम्बाब्वे, थाईलेंड, नेपाल, रवांडा, पोलेंड, लूसोथो, फिजी और साउथ अफ्रीका के प्रतिनिधि शामिल हुए। भोपाल-मध्य प्रदेश में हुए सत्कार से अभिभूत हूँ : सेबेस्टीयन पौलेंड के प्रतिनिधि सेबेस्टीयन डुबोलोस्की ने कहा कि मैं भोपाल (मध्य प्रदेश) में हुए सत्कार से अभिभूत हूँ। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में सबकुछ मुमकिन है। गत वर्ष मोदी पौलेंड गये थे। उसके बाद से वहां विकास के नए अवसर खुले है। पोलेंड में व्यापार और निवेश अत्यंत आसान है। फिजी एक छोटा हिन्दुस्तान है : जगन्नाथ सामी फिजी के प्रतिनिधि जगन्नाथ सामी ने कहा कि भारत के साथ हमारे बहुत अच्छे रिश्ते हैं। फिजी एक छोटा हिन्दुस्तान है। इस रिश्ते की शुरूआत वर्ष 1879 में हुई जब भारत से 60 हजार व्यक्ति गन्ने की खेती करने फिजी आए, उनमें से 40 हजार व्यक्ति वहीं रह गये। आज भी फिजी की जनसंख्या में 33 प्रतिशत अनिवासी भारतीय हैं। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री मोदी फिजी आए थे। भारत द्वारा फिजी में 100 बिस्तरीय आधुनिक चिकित्सालय बनवाया जा रहा है। कृषि, ऊर्जा, वन, स्वास्थ्य, विनिर्माण, मत्स्य पालन, खनन आदि क्षेत्रों में दोनों के बीच व्यापार व्यवसाय और निवेश की बड़ी संभावनाएं है। टेक्सटाइल और नवकरणीय ऊर्जा में मध्य प्रदेश की सहभागिता महत्वपूर्ण: वेलेंटीन लैसोथो की प्रतिनिधि लेबोहेंग वेलेंटीन ने कहा कि टैक्सटाइल और नवकरणीय ऊर्जा में मध्य प्रदेश की सहभागिता महत्वपूर्ण है। विश्व सभ्यता को भारत का अमूल्य योगदान : एरिक गुडब्रांड नार्वे के प्रतिनिधि एरिक गुडब्रांड ने कहा कि यह विश्व सभ्यता को भारत का अमूल्य योगदान है। उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ की सराहना करते हुए कहा कि विश्व का अद्भुत आयोजन है। उन्होंने भी गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ लिया है। जीआईएस में प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में अपार संभावनाओं का उल्लेख किया। मध्य प्रदेश में प्रारंभ हुआ विक्रम संवत नेपाल में चलता है : डॉ. शंकर प्रसाद नेपाल के प्रतिनिधि डॉ. शंकर प्रसाद ने कहा कि उज्जैन से विक्रम संवत का प्रारंभ हुआ। आज भी नेपाल में अंग्रेजी (ग्रेगेरियन) कैलेण्डर नहीं बल्कि विक्रम संवत प्रचलन में है। यह भारतीय संस्कृति के प्रति हमारी अटूट आस्था को प्रकट करता है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग श्री पशुपतिनाथ काडमांडू नेपाल में है। नेपाली और हिन्दी दोनों भाषाएं संस्कृत से निकली हैं। नेपाल बुद्ध सर्किट, रामायण सर्किट का हिस्सा है और अब शिव सर्किट का भी हिस्सा बनने वाला है। नेपाल में बनी चीजें ड्यूटी-फ्री और कोटा-फ्री है। यहां आने के लिये पासपोर्ट और वीजा नहीं लगता है। नेपाल के साथ भारत और मध्यप्रदेश के व्यापार और निवेश को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए। भोपाल अतुलनीय भारत का हृदय है : केथुशेलो साउथ अफ्रीका के प्रतिनिधि केथुशेलो ने कहा कि भोपाल अतुलनीय भारत का हृदय है। भारत और साउथ अफ्रीका के बहुत अच्छे व्यापार संबंध है। वर्तमान में छोटी-बड़ी लगभग 100 भारतीय कम्पनियां साउथ अफ्रीका में कार्य कर रही हैं। जीआईएस में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन अत्यंत प्रेरणादायी था। तकनीकी और टैक्सटाइल के क्षेत्र में साउथ अफ्रीका मध्यप्रदेश के साथ कार्य करने के लिये उत्सुक है।
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भोपाल । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की 130 करोड़ जनता के सामने 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है। 2027 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य भी रखा है। मध्य प्रदेश की ये समिट दोनों लक्ष्यों को साकार करने में सहायक होगी। कोई एक सरकार देश का विकास नहीं कर सकती। टीम इंडिया में राज्य सरकार और भारत सरकार मिलकर काम करे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह मंगलवार को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कहा कि समिट में लोकल और ग्लोबल इन्वेस्टमेंट के कई डायमेंशन अचीव किए गए हैं। देश में मध्य प्रदेश निवेश के लिए एक बड़ा आकर्षण केंद्र बना है। बिजली, पानी, सड़क को लेकर जो मध्य प्रदेश बीमारू राज्य माना जाता था, उसे भाजपा सरकार ने 20 साल में बदल कर रख दिया है। अब यहां विकास के बड़े काम हुए हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि जिस तरह की कार्ययोजना सरकार ने बनाई है, इसमें से अधिकतर एमओयू जमीन पर उतरेंगे। उन्होंने कहा कि 10 साल में बुलंद इमारत की नींव डाली गई है, इससे देश के विकास के नए आयाम खुलेंगे। बैंकिंग सेक्टर में दस साल के अंदर 56 करोड़ लोगों को बैंकिंग उपलब्ध कराने का काम किया। देश में 10 सालों में हवाई अड्डे 74 की जगह 157 हो गए हैं। जो सेक्टर दुनिया की अर्थव्यवस्था तय करने वाले हैं, ऐसे सेक्टर का फाउंडर भारत बना है। चाहे वो एआई हो या दूसरे सेक्टर। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के 20 साल के शासन में आज यहां 5 लाख किमी रोड नेटवर्क है। छह हवाई अड्डे हैं, 31 गीगावॉट की ऊर्जा क्षमता है। इसमें से 30 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी है। देशभर में सबसे ज्यादा खनिज संपदा पैदा करने वाला राज्य हमारा मध्य प्रदेश है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश देश का कॉटन कैपिटल भी बन गया है। फूड प्रोसेसिंग के लिए भी मप्र महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है। एमपी में एक स्ट्रैटेजिक लोकेशन है। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रचर यहां बन चुका है। ईको सिस्टम भी प्रशासन ने उपलब्ध कराया। आने वाले दिनों में मप्र में कृषि और इंडस्ट्रियल पोटेंशियल को आगे ले जाने में टीएम एमपी कामयाब होगी, ऐसा मुझे विश्वास है। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिया है कि आपको मध्यप्रदेश में भरोसेमंद प्रशासन मिलेगा। केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि कोई भी समूह या कंपनी जब अपने एक्सपेंशन के लिए स्थान तय करता है तो एक स्टेबल गवर्नमेंट वो ढूंढता है, जिससे नीतियों का स्थायित्व मिले। एक स्ट्रेटेजिक लोकेशन यहां हैं। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रचर यहां बन चुका है। ईको सिस्टम भी प्रशासन ने उपलब्ध कराया। मार्केट का एक्सेस भी मप्र से ज्यादा किसी स्टेट को उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा पारदर्शी शासन ने लोगों को इन्वेस्टमेंट के लिए आकर्षित किया है। यहां लैंड भी है, लेबर्स फोर्स भी है, माइंस हैं, मिनरल्स हैं, उद्योग की संभावनाएं और अवसर हैं, शिक्षित युवा हैं और स्किल्ड वर्क फोर्स भी है। हर तरह से मप्र इन्वेस्टमेंट के लिए बड़ा आकर्षक केंद्र बना हुआ है। अमित शाह के संबोधन के साथ ही दो दिन चली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का समापन हो गया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि अब तक सरकार के पास 30 लाख 77000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव आ चुके हैं। समिट में 5000 से अधिक बी-टू-जी और 600 से अधिक बी2बी कार्यक्रम हुए हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को आश्वस्त किया कि एक साल के अंदर तीनों कानून पूरी तरह से लागू कर दिए जाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह का भोपाल आगमन पर हुआ आत्मीय स्वागत इससे पहले केंद्रीय गृह अमित शाह मंगलवार शाह शाम 4 बजे विशेष विमान से के राजकीय विमानतल पर पहुंचे। यहां उनका आत्मीय स्वागत किया गया। राजकीय विमानतल पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधयों ने अभिनंदन किया। डीजीपी कैलाश मकवाना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा ने भी उनका स्वागत किया।
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भोपाल । केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत वर्ष-2047 की कल्पना की है। इस लक्ष्य को हासिल करने में शहरों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में नियोजित शहरी विकास के लिये केन्द्र सरकार प्रदेश को हरसंभव मदद करेगी। केन्द्रीय मंत्री खट्टर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मंगलवार को नगरीय प्रशासन द्वारा आयोजित अनलॉकिंग लेण्ड वेल्यू विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में शहरों के नियोजित विकास को लेकर जो तीन पॉलिसी जारी की गई है, यह प्रदेश सरकार की ओर से उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में शहरों के विकास की बहुत संभावनाएं हैं। शहरों के समग्र विकास के लिये राज्य सरकार को सघन आबादी वाले शहरों पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने भोपाल, इन्दौर मेट्रो लाईन की चर्चा करते हुए कहा कि मेट्रो लाईन का विस्तार इस तरह से किया जाये कि इसका फायदा समाज के प्रत्येक वर्ग को मिल सके। उन्होंने मेट्रो पॉलिटन सिटी के विकास में एक विस्तृत योजना तैयार करने पर भी जोर दिया। खट्टर ने बढ़ती शहरी आबादी का आंकलन सही रूप में किये जाने की बात कही। शहरी क्षेत्र के परिवहन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के जरिये पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कार्बन उत्सर्जन पर नियंत्रण और कार्बन क्रेडिट का फायदा देने वाली प्रोत्साहन नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता बताई। शहरी क्षेत्र में बढ़ती आबादी को देखते हुए किया जायेगा विकास : विजयवर्गीय नगरीय विकास एवं आवास मंत्री विजयवर्गीय ने सत्र में कहा कि प्रदेश में नगरीय निकायों में आय के स्रोत बढ़ाये जाने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में जारी की गयी इन्टीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी से शहरों का समग्र रूप से विकास हो सकेगा। उन्होंने बताया कि आवास से जुड़ी नई नीतियों में डेवलपर्स और बिल्डर्स को कई रियायतें दी गयी हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा हुकुमचंद मिल इंदौर की भूमि के रि-डेवलपमेंट के बारे में जानकारी दी। विजयवर्गीय ने कहा कि प्रदेश के शहरों को हरा-भरा बनाया जायेगा। कॉलोनी में ग्रीन एरिये को जगह देने वाले बिल्डर्स और डेवलपर्स को राज्य सरकार की ओर से रियायत दी जायेगी। आज के सत्र में एमपी इंटीग्रेटेड पॉलिसी, पुनर्घनत्वीकण और मध्य प्रदेश हाउसिंग रि-डेवपमेंट पॉलिसी पर चर्चा हुई। प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन संजय कुमार शुक्ला ने बताया कि बिल्डर्स और डेवलपर्स के साथ अब प्रत्येक 3 माह में प्रशासनिक अधिकारी चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के सिंगल विण्डो सिस्टम को और पारदर्शी बनाया जायेगा। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी एवं भोपाल महापौर मालती राय विशेष रूप से रहीं। महापौरों से चर्चा केन्द्रीय मंत्री खट्टर और नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने प्रदेश के नगर निगमों के महापौरों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आदर्श नगर निगम बनाने के लिये स्थानीय निकायों को आय बढ़ाने पर ध्यान देना होगा।
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नई दिल्ली। भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा सेवा, भारतीय रेलवे सुरक्षा बल सेवा, भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (लेखा) और भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (यातायात) के प्रशिक्षु अधिकारियों के एक समूह ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।राष्ट्रपति ने भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के महान राष्ट्रीय प्रयास में उनकी अहम भूमिका है। राष्ट्रपति ने उन्हें भारतीय संविधान के प्रावधानों को ध्यान में रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की संपूर्ण संस्था का आधार है।राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान के भाग-V का अध्याय-V उन्हें संस्था की भूमिका, कर्तव्यों और शक्तियों से अवगत कराता है, वहीं संविधान की प्रस्तावना और कैग की शपथ को अपनी संस्था की महत्वपूर्ण भूमिकाओं और कर्तव्यों के निर्वहन में प्रत्येक व्यक्ति का मार्गदर्शक होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से अभिनव समाधानों के साथ हितधारकों का मार्गदर्शन और सुविधा प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक के रूप में उनकी भूमिका मॉनिटर और नियंत्रक के रूप में महत्वपूर्ण होगी।रेलवे सेवा अधिकारियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का एक बड़ा हिस्सा हर दिन रेलवे ट्रैक पर चलता है। रेलवे सेवा अधिकारियों के रूप में उन्हें हमारी गतिशीलता को बढ़ाने और इस तरह हमारी अर्थव्यवस्था के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभानी है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि रेलवे सेवाएं बड़ी संख्या में लोगों के दैनिक जीवन की गुणवत्ता निर्धारित करती है। उन्होंने अधिकारियों को यह ध्यान में रखने की सलाह दी कि वे राष्ट्र के लिए एक परिवर्तन एजेंट और सेवा प्रदाता के रूप में रेलवे की समग्र प्रभावशीलता के लिए काम कर रहे हैं।
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ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के परिणाम सामने आ रहे हैं ... मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रयास से अदाणी ग्रुप मध्यप्रदेश में बड़ा निवेश करने जा रहा है। गौतम अदाणी ने माइनिंग, स्मार्ट व्हीकल, थर्मल एनर्जी सेक्टर में एक लाख 10 हजार करोड़ निवेश कर रहे हैं ... इस निवेशा से अगले पांच सालों में तक़रीबन सवा लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को बताया कि अडाणी ग्रुप ने मध्यप्रदेश में सिलसिलेवार बड़े निवेश की योजना बनाई है। अडाणी का यह निवेश रोजगार उन्मूलक होगा। अडानी ने अब से 2030 तक के लिए मध्यप्रदेश में लम्बे और विस्तृत निवेश का प्लान मध्यप्रदेश सरकार को दिया है। गौतम अदाणी ने माइनिंग, स्मार्ट व्हीकल, थर्मल एनर्जी सेक्टर में एक लाख 10 हजार करोड़ निवेश की बात कही है । उन्होंने इस निवेशा का खाका इस प्रकार खींचा है जिससे अगले पांच में तक़रीबन सवा लाख युवाओं को रोजगार मिल जाएगा। अडाणी का एमपी में सबसे ज्यादा फोकस सीमेंट ,एनर्जी और माइनिंग पर है।इन तीन सैक्टर में ही वे सात हजार करोड़ निवेष करने का मन बनाये हुए हैं। उनके निवेश से मध्य्प्रदेश के तक़रीबन 75 हजार युवाओं को अगले तीन साल में ही रोजगार मिल सकता है। गौतम अदाणी ने कहा कि वे मध्य प्रदेश में पांच सेक्टर में नया निवेश कर रहे हैं। सीमेंट ,माइनिंग और थर्मल एनर्जी के अतिरिक्त पंप स्टोरेज, स्मार्ट मीटर, में उनकी कम्पनी की रूचि है। वे एमपी में कुल 1 लाख दस हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट करेंगे। इस इन्वेस्टमेंट से प्रदेश में 2030 तक 1 लाख 20 हजार युवाओं को सीधा रोजगार मिलेगा। उनके इन्वेस्टमेंट से पांच से सात हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल जाएगा।
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भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में सोमवार से दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समिट का शुभारंभ किया। समिट में देश और विदेश के डेलीगेट्स और उद्योगपति मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने प्रदेश की 18 नीतियों का लोकार्पण किया। यह नीतियां प्रदेश में विकास की गति को नई दिशा देंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश का यही समय सही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी सेक्टर रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आज मुझे यहां आने में विलंब हुआ, इसके लिए मैं आप सबसे क्षमा चाहता हूं। विलंब इसलिए हुआ क्योंकि कल जब मैं यहां पहुंचा तो एक बात ध्यान में आई कि आज 10वीं और 12वीं के छात्रों के एग्जाम हैं। उसका समय और मेरा राजभवन से निकलने का समय क्लेश हो रहा था। उसके कारण संभावना थी कि सिक्युरिटी के कारण अगर रास्ते बंद हो जाएं और बच्चों को परीक्षा के लिए जाने में कठिनाई हो जाए। ये कठिनाई न हो, बच्चे समय से अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। इसके कारण मैंने निकलने में ही 10-15 मिनट की देरी कर दी।दुनिया को भारत से बहुत आशाएं हैंप्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकसित मध्य प्रदेश से विकसित भारत की यात्रा में आज का ये कार्यक्रम बहुत अहम है। इस भव्य आयोजन के लिए मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है, जब पूरी दुनिया भारत के लिए इतनी ऑप्टिमिस्टिक है। पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हो, अर्थनीति के विशेषज्ञ हो, विभिन्न देश हो या फिर इंस्टीट्यूशन इन सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं।रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्कीम के तहत बनाया जा रहा मॉर्डनउन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के रेल नेटवर्क को भी मॉर्डनाइज किया जा रहा है। भोपाल का रानी कमलापति रेलवे स्टेशन आज सभी का मन मोह लेता है। इसी तर्ज पर मप्र के 80 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्कीम के तहत मॉर्डन बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते दशक में भारत ने इंफ्रास्ट्रक्चर के बूम का दौर देखा है। इसका बहुत बड़ा फायदा मप्र को मिला है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे दो बड़े शहरों को जोड़ता है उसका बड़ा हिस्सा मप्र से गुजरता है। आज मप्र में 5 लाख किलोमीटर से अधिक का रोड नेटवर्क है। मप्र में लॉजिस्टिक से जुड़े सेक्टर की ग्रोथ तय है।मप्र की 18 से अधिक नई नीतियां भी लॉन्चप्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश सरकार की निवेश को प्रोत्साहित करने वाली 18 से अधिक नई नीतियां भी लॉन्च कीं। कार्यक्रम में प्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं पर केंद्रित लघु फिल्म "मध्य प्रदेश-अनंत संभावनाएं" का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में उभरते भारत पर केंद्रित लघु फिल्म "इंडिया ग्रोथ स्टोरी" का भी प्रदर्शन किया गया।मप्र ईवी क्रांति के लीडिंग स्टेट में से एकप्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस मप्र में कभी खराब सड़कों के कारण बसें तक नहीं चल पाती थीं वो आज देश की ईवी क्रांति के लीडिंग स्टेट में से एक है। जनवरी 2025 तक करीब दो लाख ईवी मप्र में रजिस्टर्ड हुए। ये करीब 90 फीसदी ग्रोथ है। ये दिखाता है कि मप्र आज मैन्युफैक्चरिंग के नए सेक्टर्स के लिए भी शानदार डेस्टिनेशन बनता जा रहा है।
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वाराणसी । विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि ऐतिहासिक चुनौतियों पर काबू पाने के बाद भारत अब वैश्विक मंच पर अपना स्थान पुनः प्राप्त कर रहा है। साथ ही दुनिया भर में सकारात्मक संबंधों को बढ़ावा दे रहा है। भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की शक्ति का इस्तेमाल करने की अपार क्षमता है। भारत की ताकत परंपरा और प्रौद्योगिकी, स्वतंत्रता और सहयोग, तथा राष्ट्रीय हित को वैश्विक सद्भावना के साथ संतुलित करने की क्षमता है।विदेश मंत्री रविवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के ओंकार नाथ ठाकुर सभागार में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (आईआईटी बीएचयू) के मेधावी छात्रों से संवाद कर रहे थे। इसी सभागार में काशी तमिल संगमम के तीसरे संस्करण में तमिलनाडु से आए प्रतिनिधियों और विदेशी राजनयिकों के साथ संवाद के बाद विदेश मंत्री ने विद्यार्थियों को देश की विदेश नीति से अवगत कराया। उन्होंने पेरिस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी का खास तौर पर उल्लेख किया। कहा कि भारत एआई से जुड़े सांस्कृतिक पूर्वाग्रह के मुद्दे का प्रभावी रूप से हल कर सकता है।उन्होंने छात्रों से सवाल जबाब के क्रम में विकासशील देशों को पारंपरिक विकास मॉडल से आगे निकलने में सक्षम बनाने में प्रौद्योगिकी की भूमिका को बताया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ आए 45 देशों के राजदूतों ने भी छात्रों के सवालों के जवाब दिए। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत हमेशा वैश्विक आदान-प्रदान, बातचीत के लिए तत्पर है। उन्होंने छात्रों से अपने दैनिक जीवन में विदेश नीति के महत्व को पहचानने का आग्रह किया। छात्रों को अपनी सांस्कृतिक विरासत और तकनीकी प्रगति दोनों को अपनाकर खुद को वैश्विक प्रतियोगिता के लिए तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया। "विश्व को जोड़ना - विश्व बंधु" थीम वाले इस कार्यक्रम में छात्रों ने वैश्विक मामलों में भारत की भूमिका पर पर बातचीत की।संवाद में आईआईटी बीएचयू के चौथे वर्ष के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र मानव मेहता ने वैश्विक स्तर पर 'विश्व बंधु' अवधारणा के प्रचार के बारे में जानना चाहा। डॉ. जयशंकर ने जवाब दिया कि भारतीय संस्कृति में गहराई से निहित इस विचार को मीडिया, कूटनीति और सबसे महत्वपूर्ण रूप से कार्रवाई के माध्यम से बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने अफ्रीकी संघ को जी—20 में शामिल कराने में भारत की भूमिका को भी बताया। कहा कि "विश्व का मित्र" बनने के लिए केवल घोषणाएं पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि ठोस प्रयास आवश्यक हैं। औद्योगिक इंजीनियरिंग की मुस्कान प्रियकांत रावत ने युवाओं में भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने से जुड़ा सवाल उठाया। इस पर विदेश मंत्री ने काशी तमिल संगमम जैसी पहलों की ओर इशारा किया, जो सांस्कृतिक जागरूकता और आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के माध्यम से परंपराओं को आगे बढ़ाने की भारत की क्षमता ने युवा पीढ़ियों को अपनी विरासत से जोड़े रखा है। छात्र राजा भावेश ने सवाल किया कि मजबूत अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने में दुनिया को भारत से क्या सबक मिल सकते हैं। डॉ. जयशंकर ने कहा कि सबक सिखाने के बजाय, भारत को अन्य दृष्टिकोणों के मूल्य को पहचानते हुए आत्मविश्वास के साथ वैश्विक व्यवस्था में योगदान देना चाहिए।भारत और ग्लोबल साउथ के लिए बन सकता है क्रांतिकारी शक्तिइस दौरान चर्चा उपनिवेशवाद के उन्मूलन, आत्मनिर्भरता और वैश्वीकृत दुनिया में राष्ट्रों की उभरती भूमिका पर केंद्रित रही, जिसमें डॉ. जयशंकर, राजदूतों ने भी भागीदारी की। संवाद में जमैका के उप उच्चायुक्त ने उपनिवेशवाद के गहरे प्रभाव को बताया। साथ ही सुझाव दिया कि राष्ट्रमंडल को फिर से परिभाषित करने से वैश्विक सहयोग बढ़ सकता है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के आत्मविश्वास और क्षमता के महत्व पर जोर दिया। कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भारत और ग्लोबल साउथ के लिए अगली क्रांतिकारी शक्ति बन सकता है, जो समावेशी और सतत विकास को बढ़ावा देगा। आईआईटी-बीएचयू के निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने कहा कि पहले विदेशों में भारतीय छात्र और पेशेवर अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित रहते थे। लेकिन आज विदेश मंत्रालय के मजबूत नेतृत्व के कारण वे अधिक सुरक्षित और संरक्षित महसूस करते हैं। कार्यक्रम का संचालन प्रो. वी. रामानाथन ने किया।संवाद में राजदूतों ने भी पूरे उत्साह से की भागीदारीआईआईटी बीएचयू के मेधावी छात्रों से संवाद में रवांडा के राजदूत, जमैका के उप उच्चायुक्त, तिमोर-लेस्ते के राजदूत, केन्या के राजदूत ने भी भागीदारी की और उनके सवालों का बखूबी जबाब दिया। इस दौरान केन्या के राजदूत ने अफ्रीकी देशों से औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर निकलने का आह्वान किया। उन्होंने रणनीतिक विकास, संसाधनों के प्रभावी उपयोग और नवाचार-आधारित सहयोग को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने स्वीकार किया कि भारत की प्रगति अन्य विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणा है।
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गुवाहाटी । नगर के वर्षपाड़ा स्थित साउथ प्वाइंट स्कूल परिसर में कार्यकर्ताओं के लिए एक बौद्धिक में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने अपने संबोधन में समाज परिवर्तन के लिए पञ्च परिवर्तन को एक महत्वपूर्ण कुंजी के रूप में रेखांकित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के गुवाहाटी महानगर ने आयोजित किया। इसमें बड़ी संख्या में दायित्वधारी कार्यकर्ता उपस्थिति रहे। सरसंघचालक डॉ. भागवत ने समाज परिवर्तन के लिए आवश्यक पांच परिवर्तनों, अर्थात् सामाजिक समरसता, परिवारिक मूल्यबोध, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी और नागरिक कर्तव्य पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने समाज में विभिन्न जातियों, मतों, क्षेत्रों और भाषाओं के बीच मित्रता और एकता को बढ़ावा देने के महत्व पर बल दिया, ताकि एक समरस समाज का निर्माण किया जा सके। डॉ. भागवत ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा कि सभी को हिंदू मंदिरों, जलाशयों और श्मशान भूमि के संरक्षण के लिए आपसी सम्मान और सहयोग के साथ एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने परिवार में भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देना समाज को सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए मार्ग प्रदान करेगा। डॉ. भागवत ने पर्यावरण संरक्षण में समाज की सामूहिक जिम्मेदारी पर भी प्रकाश डाला, जिसमें जल संरक्षण, पॉलीथिन न्यूनता और वृक्षारोपण जैसी क्रियाओं को महत्व दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय परिवार को अपनी भाषा, वस्त्र, भोजन, आवास और भ्रमण में स्वदेशी को अपनाना चाहिए। डॉ. भागवत ने सभी से विदेशी भाषाओं के उपयोग को कम करने और अपनी मातृभाषा में संवाद करने का आह्वान किया। डॉ. भागवत ने कहा कि जहां तक नागरिक कर्तव्यों की बात है, हमें सभी राजकीय नियमों और कानूनों का पालन करना चाहिए, साथ-साथ यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह पारंपरिक सामाजिक नैतिक मानदंडों का भी पालन करें, जो किसी भी नागरिक नियम पुस्तक में उल्लेखित नहीं होते हैं, ताकि समाज की भलाई हो सके। कार्यक्रम में उत्तर असम प्रांत के संघचालक डॉ. भूपेश शर्मा और गुवाहाटी महानगर के संघचालक गुरु प्रसाद मेधी भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि डॉ. मोहन भागवत वार्षिक कार्यक्रम के तहत पांच दिवसीय असम दौरे पर 21 फरवरी की शाम को गुवाहाटी पहुंचे थे। गुवाहाटी के बाद उनका अगला प्रवास अरुणाचल प्रदेश में निर्धारित है।
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छतरपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को मध्य प्रदेश के प्रवास पर छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम पहुंच गए हैं। यहां ग्राम गढ़ा में बनाए गए हैलीपेड पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने स्वागत कर उनकी अगुवानी की। बागेश्वर धाम पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने बालाजी के दर्शन किए। प्रधानमंत्री कुछ देर बाद बागेश्वर धाम में बालाजी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद वे जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से वायुसेना के विशेष विमान से रविवार को दोपहर करीब दो बजे खजुराहो एयरपोर्ट आए और यहां से वायुसेना के हेलीकाप्टर से ग्राम गढ़ा (राजनगर) पहुंचे। प्रधानमंत्री यहां से बागेश्वर धाम पहुंचे और भगवान बालाजी के दर्शन कर आरती की। पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने प्रधानमंत्री मोदी को यहां भगवान बालाजी का विग्रह भेंट किया। वे बागेश्वर धाम जनसेवा समिति के बनाए गए जा रहे 100 बेड वाले कैंसर अस्पताल का शिलान्यास करेंगे। इस अस्पताल का निर्माण 25 एकड़ जमीन पर 218 करोड़ रुपये की लागत होगा और यह तीन साल में बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री शाम को भोपाल पहुंचकर कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में भाजपा पदाधिकारियों, सांसद और विधायकों के साथ संवाद करेंगे। वे राजभवन में रात्रि विश्राम के बाद सोमवार को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी का मध्य प्रदेश में स्वागत किया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि मध्य प्रदेश की धरा पर आपका हृदय से वंदन, अभिनंदन करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी बागेश्वर धाम जाकर जटाशंकर महादेव के आशीर्वाद के साथ कैंसर अस्पताल का भूमिपूजन करेंगे। शाम को मंत्री, विधायक-सांसदों की मीटिंग भी लेंगे। पहली बार देश के प्रधानमंत्री हमारे राजभवन में अतिथि बनेंगे। प्रधानमंत्री के तौर पर नेहरू जरूर आए थे लेकिन वो राजभवन में कभी नहीं रुके। इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के लिए बागेश्वर धाम में ड्यूटी कर रहे पुलिस आरक्षक निरपत सिंह को अचानक चक्कर आ गया। साथी उन्हें अस्थायी अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर्स के मुताबिक, निरपत सिंह को हार्ट अटैक आया है। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छतरपुर जिला अस्पताल भेजा गया है। निरपत सिंह ग्वालियर के रहने वाले हैं।
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महाकुम्भनगर । तीर्थराज प्रयागराज की धरती पर बीते 13 जनवरी से आयोजित हो रहे दिव्य-भव्य और सांस्कृतिक समागम महाकुम्भ ने शनिवार को नया इतिहास रच दिया। यहां अब तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में सनातन आस्था की पावन डुबकी लगाकर धार्मिक और सांस्कृतिक एकता की अद्वितीय मिसाल कायम कर दी। 60 करोड़ से अधिक की यह संख्या किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में मनुष्य के अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी सहभागिता बन चुकी है। एक अनुमान के मुताबिक दुनिया में कुल 120 करोड़ सनातनी हैं। इस लिहाज से महाकुम्भ में दुनिया के आधे से अधिक सनातनी त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाकर पुण्य फल प्राप्त कर चुके हैं। 26 फरवरी को शिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व तक यह संख्या 65 करोड़ से भी ऊपर पहुंच सकती है। माना जा रहा है कि यह सब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के सुव्यवस्थित प्रयासों से संभव हो पाया है। भारत की इस प्राचीन परंपरा ने अपनी दिव्यता और भव्यता से पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया है। खास बात यह रही कि महाकुम्भ के महाआयोजन में 73 देशों के राजनयिक और भूटान नरेश नामग्याल वांगचुक समेत तमाम देशों के अतिथि यहां अमृत स्नान करने पहुंचे। यही नहीं, मां जानकी के मायके नेपाल के 50 लाख से अधिक लोग अब तक त्रिवेणी के पवित्र जल में स्नान कर महाकुम्भ के साक्षी बन चुके हैं। भारत एक धार्मिक देश है। यहां एक नहीं, बल्कि कई धर्मों को मानने वाले लोग एक साथ मिलक रहते हैं। हालांकि, इसमें सबसे बड़ी संख्या सनातन धर्म को मानने वालों की है। वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू, प्यू रिसर्च के मुताबिक भारत की अनुमानित जनसंख्या 143 करोड़ (1.43 अरब) है। इसमें सनातन धर्मावलंबियों की संख्या लगभग 110 करोड़ (1.10 अरब) है। इसके साथ ही पूरी दुनिया में सनातन धर्मावलंबियों की संख्या 120 करोड़ है। इस तरह अगर स्नानार्थियों की संख्या की तुलना दुनिया भर के सनातनियों की संख्या से की जाए तो 50 प्रतिशत से भी ज्यादा लोग अब तक त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं। यदि देश की कुल जनसंख्या से स्नानार्थियों की तुलना की जाए तो यह 55 प्रतिशत हो गई है। यानी देश की कुल जनसंख्या के करीब 55 प्रतिशत से ज्यादा लोग त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं।उम्मीदों के पार पहुंचा श्रद्धालुओं का आंकड़ा मां गंगा, यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर के भी पार पहुंच गया है, जिसकी महाकुम्भ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उम्मीद जताई थी। सीएम योगी ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार जो भव्य और दिव्य महाकुम्भ का आयोजन हो रहा है, वह स्नानार्थियों की संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा। उन्होंने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी। बता दें कि उनका यह आंकलन बीते 11 फरवरी को ही सच साबित हो गया था। वहीं शनिवार (22 फरवरी) को यह संख्या 60 करोड़ से भी ऊपर पहुंच गई है। अभी महाकुम्भ के समापन में पांच दिन शेष हैं और महत्वपूर्ण महाशिव रात्रि का स्नान पर्व बचा है। पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की यह संख्या 65 करोड़ के ऊपर जा सकती है।विभिन्न स्नान पर्वों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक करीब आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था। जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया। एक फरवरी और 30 जनवरी को दो-दो करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई। इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी। वहीं माघी पूर्णिमा के महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पावन स्नान किया।
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केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एयर इंडिया के विमान की टूटी सीट को लेकर नाराजगी जताई है। भोपाल से दिल्ली की फ्लाइट में खराब सीट अलॉट होने पर शिवराज ने एयर इंडिया की सुविधाओं पर सवाल उठाए हैं।केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने X पर लिखा- आज मुझे भोपाल से दिल्ली आना था, पूसा में किसान मेले का उद्घाटन, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के प्रतिनिधियों से चर्चा करनी है....मैंने एयर इंडिया की फ्लाइट क्रमांक AI436 में टिकट करवाया था, मुझे सीट क्रमांक 8C आवंटित हुई। मैं जाकर सीट पर बैठा, सीट टूटी और अंदर धंसी हुई थी। बैठना तकलीफदायक था…जब मैंने विमान कर्मचारियों से पूछा कि खराब सीट थी तो आवंटित क्यों की? उन्होंने बताया कि प्रबंधन को पहले सूचित कर दिया था कि ये सीट ठीक नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचना चाहिए। ऐसी एक नहीं और भी सीटें हैं….सहयात्रियों ने मुझे बहुत आग्रह किया कि मैं उनसे सीट बदल कर अच्छी सीट पर बैठ जाऊं लेकिन मैं अपने लिए किसी और मित्र को तकलीफ क्यों दूं, मैंने फैसला किया कि मैं इसी सीट पर बैठकर अपनी यात्रा पूरी करूंगा….क्या आगे किसी यात्री को ऐसा कष्ट न हो, इसके लिए एयर इंडिया प्रबंधन कदम उठाएगा या यात्रियों की जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाता रहेगा…टाटा के मैनेजमेंट संभालने से सर्विस सुधरी होंगी, ये मेरा भ्रम निकला....
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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश टेक्सटाइल और परिधान उद्योग में अपार संभावनाओं वाला राज्य बन चुका है। राज्य की समृद्ध कृषि पृष्ठभूमि, पारंपरिक बुनकर समुदायों की कला और निवेशक-अनुकूल नीतियों के कारण प्रदेश तेजी से भारत के प्रमुख टेक्सटाइल हब के रूप में उभर रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 इस यात्रा को और तेज़ी से आगे बढ़ाने में मदद करेगा ... मध्यप्रदेश कपास उत्पादन में अग्रणी है और राज्य का रेशम उद्योग लगातार बढ़ रहा है...यहाँ हर साल 200 टन से अधिक रेशम उत्पादन होता है, जो परंपरागत हथकरघा और आधुनिक सिल्क उत्पादों को बढ़ावा दे रहा है... इसके अलावा, मध्यप्रदेश कृत्रिम फाइबर के उत्पादन में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है, जो टेक्निकल टेक्सटाइल और स्पेशलिटी फाइबर निर्माण को बढ़ावा दे रहा है... प्रदेश में 60 से ज्यादा बड़ी कपड़ा मिल्स, 4,000 से अधिक करघे और 25 लाख स्पिंडल्स कार्यरत हैं...प्रमुख शहर जैसे इंदौर, भोपाल, उज्जैन, और धार अब टेक्सटाइल हब के रूप में विकसित हो रहे हैं...इंदौर का रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर, जो 1,200 से अधिक इकाइयों से सुसज्जित है..प्रदेश का प्रमुख रेडीमेड वस्त्र निर्माण केंद्र बन चुका है...
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नई दिल्ली । विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी सरकार की ओर से भारतीय संस्थाओं और व्यक्तियों को धन मुहैया कराए जाने संबंधी रिपोर्टों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। इस मामले में संबंधित विभाग और एजेंसियां गौर कर रही हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय संस्थाओं को धन मुहैया कराए जाने संबंधी रिपोर्टों से भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की चिंता उपजती है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग और एजेंसियां मामले पर गौर कर रही हैं। इस संबंध में अभी कोई सार्वजनिक टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। आने वाले दिनों में इस संबंध में और जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एलन मस्क और दक्षता विभाग की विदेशों में की गई फंडिंग कार्रवाई की प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा था कि भारत के मतदान में लोगों की भागीदारी बढ़ाने से अमेरिका का क्या लेना-देना है। उन्होंने संभावना व्यक्त की थी कि तत्कालीन प्रशासन भारत में किसी और (नरेन्द्र मोदी के अलावा) का चुनाव चाहता था। ट्रम्प के इस बयान के बाद से ही भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा का आरोप है कि वर्ष 2024 के आम चुनाव में विपक्ष और तात्कालीन अमेरिकी सरकार और जॉर्ज सोरोस के बीच सांठगांठ थी। दूसरी ओर कांग्रेस ने ट्रम्प के बयान को वाहियात बताते हुए सरकार से इस मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूएसएड की ओर से भारत के लिए कोई धन आवंटित नहीं किया गया था। धन आवंटन असल में बांग्लादेश के लिए था। उधर राष्ट्रपति ट्रम्प ने पूरे प्रकरण में अपने पुराने कथन को दोहराते हुए कहा कि यह वास्तव में रिश्वतखोरी या दलाली दोनों का मामला था। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि आखिर यह रिश्वत किसको और क्यों दी गई। अमेरिका में एलन मस्क की अगुवाई वाले दक्षता संबधित विभाग की ओर से एक सूची जारी की गई थी जिसमें अमेरिकी संस्था यूएसएड की ओर से वोटरटर्नआउट के लिए निधि आवंटित किए जाने का उल्लेख था। इसी तरह बांग्लादेश के लिए दो करोड़ 90 लाख डॉलर आवंटित किए गए थे। दक्षता विभाग ने यह सभी आवंटन रद्द कर दिए हैं।
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ग्वालियर । केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आने वाली पीढ़ी शिक्षित व स्वस्थ होगी तो हमारे शहर, प्रदेश व देश का विकास सुनिश्चित है। इसी भाव के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया शुक्रवार को जिला चिकित्सालय मुरार में एमआरआई (रेजोनेंस इमेजिंग मशीन) के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर दुनिया की सबसे अत्याधुनिक एमआरआई मशीन की व्यवस्था जिला चिकित्सालय में की गई है। कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह तथा ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी विशेष रूप से मौजूद थे। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि खुशी की बात है कि यहाँ पर एमआरआई कराने वाले मरीजों को 80 प्रतिशत तक छूट मिलेगी। जो एमआरआई जाँच बाजार में छह से 15 हजार रुपये तक में होती है, वह यहाँ पर मात्र 600 से 1800 रुपये में हो जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में दोनों सरकारें शिक्षा, स्वास्थ्य एवं गरीबों के कल्याण में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि ग्वालियर में अत्याधुनिक एयर टर्मिनल, रेलवे स्टेशन, एलीवेटेड रोड, पेयजल के लिये चंबल प्रोजेक्ट व रमौआ परियोजना सहित तमाम विकास कार्य मूर्तरूप ले रहे हैं। इससे ग्वालियर के औद्योगिक विकास की आधारशिला भी तैयार हुई है। उन्होंने कहा कि अधोसंरचनागत विकास के साथ-साथ ग्वालियर के औद्योगिक विकास में भी उनकी ओर से पुरजोर सहयोग मिलेगा। आरंभ में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने पट्टिका का अनावरण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर एमआरआई मशीन का लोकार्पण किया। उन्होंने एमआरआई कक्ष का जायजा भी लिया। मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि जिला चिकित्सालय में एमआरआई सुविधा शुरू हो जाने से इस क्षेत्र में निवासरत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के मरीजों को बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने ग्वालियर के युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिये यहाँ पर बड़ी औद्योगिक इकाई स्थापित करने में सहयोग करने का आग्रह इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री सिंधिया से किया। कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष जय प्रकाश राजौरिया, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल एवं एमआरआई स्थापित करने वाली सहयोगी संस्था कृष्णा के एमडी ने भी विचार व्यक्त किए। पूर्व विधायक गोयल ने जिला चिकित्सालय मुरार के आधुनिकीकरण व उन्नयनीकरण में दिए गए सहयोग के लिये केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के प्रति विशेष रूप से आभार जताया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री माया सिंह, नगर निगम परिषद के नेता प्रतिपक्ष हरिपाल, पूर्व विधायक रामबरन गुर्जर तथा आशीष प्रताप सिंह राठौर, महेन्द्र यादव, अभय चौधरी, सुमन शर्मा व धर्मेन्द्र राणा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर रुचिका चौहान, नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय एवं मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव समेत जिला चिकित्सालय के अन्य चिकित्सकगण व बड़ी संख्या मे क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित थे। श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय मुरार में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर कृष्णा डायग्नोस्टिक लिमिटेड के सहयोग से लगभग 10 करोड की एमआरआई मशीन सहित कुल 13 करोड़ रुपये की लागत से एमआरआई सेंटर तैयार किया गया है। इस कंपनी से 10 वर्षों के लिये समझौता हुआ है। गरीबी रेखा के नीचे के मरीजों की यहाँ पर नि:शुल्क जाँच की जायेगी। साथ ही अन्य मरीजों को 80 प्रतिशत तक छूट देकर उनकी एमआरआई जांच की जायेगी।
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मध्य प्रदेश में 24 और 25 फरवरी को होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर समिट को लेकर तैयारी जोरों पर हैं...इसे लेकर सीएम मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश अपने रणनीतिक प्रयासों से औद्योगिक विकास के नए युग की ओर अग्रसर है...निवेशकों को अधिक प्रभावी अवसर देने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में राज्य के प्रमुख 6 सेक्टर्स पर केंद्रित समिट के आयोजन की महत्वपूर्ण पहल की जा रही है इन 6 प्रमुख सेक्टर्स में एक पर्यटन है...जिसमें निवेश की काफी संभावनाएं हैं...मध्य प्रदेश को 'भारत का दिल' कहा जाता है...और इसके धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य से पूर्ण पर्यटन क्षेत्र पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं...खजुराहो, उज्जैन, सांची, पचमढ़ी, कान्हा और बांधवगढ़ जैसे विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर उपलब्ध कराने के लिये तैयार हैं...पर्यटन समिट में हॉस्पिटैलिटी, थीम-बेस्ड डेस्टिनेशन और एडवेंचर टूरिज्म में निवेश को बढ़ावा देने के लिए गहन चर्चा होगी...
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भोपाल। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं और विशिष्ट मेहमानों की सूची भी लगभग फाइनल हो चुकी है। राज्य सरकार ने प्रदेश में मौजूद अपार संभावनाओं से परिचित कराने के लिए करीब 60 देशों से उद्यमियों को आमंत्रित किया है। इसमें 13 राजदूतों, 6 उच्चायुक्तों और प्रमुख रणनीतिक देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले कई महावाणिज्यदूतों की भागीदारी भी सुनिश्चित हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव की अनूठी पहल देश के महानगरों में उद्योगपतियों के साथ मीटिंग और यूके, जर्मनी और जापान में निवेशकों को आकर्षित करने रोड-शो के आयोजन ने न सिर्फ क्षेत्रीय उद्योगों को एक सुदृढ़ प्लेटफार्म दिया है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों ने प्रदेश में निवेश की रुचि दिखाई है।जनसंपर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में राजनयिक कोर की भागीदारी का नेतृत्व जर्मनी, जापान, स्विट्जरलैंड और मलेशिया के महावाणिज्यदूतों सहित मिशनों के प्रमुखों द्वारा किया जा रहा है। इसमें यूनाइटेड किंगडम, पोलैंड, नीदरलैंड और कनाडा के वरिष्ठ राजनयिक प्रतिनिधि भी शामिल हैं। राजनयिक उपस्थिति को और प्रभावी करते हुए, नेपाल, मोरक्को, जिम्बाब्वे, अंगोला और बुर्किनाफांसो के राजदूतों के साथ रवांडा, सेशेल्स, जमैका, लेसोथो और युगांडा के उच्चायुक्तों ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है।जीआईएस भोपाल में विश्व बैंक की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। जीआईएस में विश्व बैंक का नेतृत्व कंट्री डायरेक्टर ऑगस्टे तानो कौमे कर रहे हैं। उनके साथ इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल परिवर्तन के वरिष्ठ विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे। इसके अतिरिक्त निवेश संवर्धन एजेंसियों के संगठन (डब्ल्यूएआईपीए) का प्रतिनिधित्व उप कार्यकारी निदेशक दुष्यंत ठाकोर करेंगे।जीआईएस भोपाल में विकसित अर्थव्यवस्थाओं की प्रमुख व्यापार और निवेश संवर्धन एजेंसियों ने भी अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। इनमें महानिदेशक हिरोयुकी कितामुरा के नेतृत्व में जेट्रो (जापान), निदेशक सुसीमा भारद्वाज के प्रतिनिधित्व में जर्मन ट्रेड एंड इन्वेस्ट और इन्वेस्ट ओटावा का वरिष्ठ नेतृत्व शामिल हैं। शिखर सम्मेलन में इतालवी व्यापार एजेंसी, कनाडा की व्यापार आयुक्त सेवाएं, ऑस्ट्रेड (ऑस्ट्रेलिया) और मैट्रेड (मलेशिया) का भी प्रमुख प्रतिनिधित्व है, जो मध्यप्रदेश में मजबूत क्रॉस-महाद्वीपीय निवेश रुचि को दर्शाता है।ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 को द्विपक्षीय चैंबर्स ऑफ कॉमर्स से भरपूर समर्थन मिला है, जो प्रमुख आर्थिक साझेदारियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रबंध निदेशक स्टीफन हालुसा के नेतृत्व में इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईजीसीसी) और जर्मन इंडियन इनोवेशन कॉरिडोर (जीआईआईसी) भारत-जर्मन आर्थिक सहयोग में महत्वपूर्ण विशेषज्ञता लेकर आए हैं। सिंगापुर के आर्थिक हितों का प्रतिनिधित्व सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसआईसीसीआई) द्वारा किया जाता है। इसके अध्यक्ष मनीष त्रिपाठी हैं, जो प्रौद्योगिकी और निवेश के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।जीआईएस की विविध द्विपक्षीय भागीदारी में चेयरमैन रमेश अय्यर के नेतृत्व में कोरिया में भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसीके), अध्यक्ष जे.जे. सिंह के प्रतिनिधित्व वाले इंडो-पोलिश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईपीसीसीआई) और इंडिया जिबूती चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईडीसीसी) शामिल हैं। ये चैंबर सीमा पार निवेश को सुविधाजनक बनाने और मध्यप्रदेश और उनके संबंधित क्षेत्रों के बीच आर्थिक संबंधों को सशक्त बनाने में बहुमूल्य विशेषज्ञता लेकर आए हैं।जीआईएस में शामिल होने वाले रूस के उल्यानोवस्क क्षेत्र के गवर्नर रुस्किख अलेक्सई युरेविच रूस के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और व्यापारिक नेतृत्व शामिल हैं। साथ ही, जिम्बाब्वे के उद्योग और वाणिज्य उप मंत्री राज मोदी अपने देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जो मध्यप्रदेश और अफ्रीका के बीच बढ़ते आर्थिक सहयोग का संकेत है। कई अन्य मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आने की शीघ्र ही पुष्टि करेंगे।ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 रणनीतिक रूप से प्रमुख निवेश स्रोत देशों को भागीदार देशों के रूप में शामिल करता है, जो मध्यप्रदेश की केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय पहुंच पर आधारित है। जर्मनी 35 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ एक प्रमुख भागीदार के रूप में साथ आ रहा है। इसमें एसएपी, केपीएमजी और महत्वपूर्ण उद्यम पूंजी फर्मों के उद्योगों के नेता शामिल हैं। जापान की साझेदारी, जेट्रो की व्यापक भागीदारी और प्रमुख क्षेत्रों में संभावित निवेश शामिल हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए राज्य के रणनीतिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है। यूनाइटेड किंगडम की साझेदारी नवाचार और प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता लाती है, जबकि कनाडा के साथ चल रही चर्चाएँ पारस्परिक आर्थिक हित के क्षेत्रों में आशाजनक विकास का मार्ग दिखाती हैं। इन साझेदारियों को निरंतर द्विपक्षीय जुड़ाव और प्रदर्शित निवेश प्रतिबद्धताओं से सावधानीपूर्वक विकसित किया गया है, जिसने मध्यप्रदेश को वैश्विक उद्योग के नेताओं के लिए एक फेवरेट इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया है।
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दिल्ली में आज से 'रेखा सरकार ने काम शुरू कर दिया है ... शालीमार बाग सीट से पहली बार की विधायक रेखा गुप्ता ने गुरुवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे दिल्ली की 9वीं और चौथी महिला सीएम बन गई हैं ... रेखा से पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी मुख्यमंत्री रहीं। शपथ समारोह में पीएम मोदी, अमित शाह के अलावा बीजेपी शासित 21 राज्यों के सीएम, डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे। आप नेता अरविंद केजरीवाल और आतिशी शपथ में नहीं पहुंचे ... रेखा के अलावा 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल है। रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं PM मोदी और पार्टी हाईकमान का शुक्रिया अदा करती हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दिल्ली की CM बनूंगी। मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी।'
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उमरिया । मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार किसानों के हक़ में कई बड़े फैस्ले कर रही है ... अब मुख्यमंत्री मोहन यादव में धान उत्पादक किसानों को प्रोत्साहन राशिदिए जाने का फैसला किया है ... अब धान उत्पादक किसानों को को प्रति हेक्टेयर दो हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी ... मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार धान उत्पादक किसानों को 2000 रुपए प्रति हेक्टेयर के मान से उनके बैंक खाते में राशि अंतरित करेगी। इसका लाभ छोटे किसानों को भी मिलेगा। किसानों के हित में प्रदेश सरकार ने पहले कोदो-कुटकी के उत्पादन पर प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया। गेहूं उत्पादक किसानों से भी 2600 रुपए प्रति क्विंटल उपज खरीदी जाएगी। दुग्ध उत्पादक किसानों से सरकार दूध खरीदेगी और उन्हें बोनस भी देगी। किसानों को सोलर पंप देकर उन्हें बिजली के बिल से भी मुक्ति दिलाई जाएगी ... मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संकल्प लिया है कि अब 250 की आबादी वाले गांवों में भी सड़कें बनाई जाएंगी। गरीबों को पक्का मकान देने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में आनंद होना चाहिए। यह प्रदेश सरकार का संकल्प है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार गरीब, किसान, युवा और नारी कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
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ग्वालियर: 19 फरवरी को ग्वालियर में छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य वाहन रैली का आयोजन किया जाएगा। यह रैली महाराज बाड़े से सुबह 10:00 बजे शुरू होकर शिवाजी उद्यान तक जाएगी। रैली में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के साथ महिलाएं पगड़ी बांधकर शामिल होंगी, जो इस ऐतिहासिक अवसर को और भी खास बनाएंगे। रैली का उद्घाटन पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित सांघी करेंगे और पूरे शहर में इस रैली का भव्य स्वागत किया जाएगा। यह आयोजन छत्रपति शिवाजी महाराज के योगदान को सम्मानित करने के साथ-साथ ग्वालियर की संस्कृति और गौरव को भी प्रदर्शित करेगा।
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हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में 38वें राष्ट्रीय खेलों का शानदार समापन हुआ। इस अवसर पर मेघालय को अगले राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए ध्वज सौंपा गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड सरकार की सराहना करते हुए कहा कि राज्य ने हर जनपद में खेल सुविधाएं जुटाकर देवभूमि को खेल भूमि बनाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने इस सफल और भव्य आयोजन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या को विशेष शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री और खेल मंत्री की बातों ने दिलाई प्रेरणा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। वहीं, खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड को खेल भूमि बनाने का सपना आज हमारे खिलाड़ियों ने साकार किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के एथलीट्स ने राष्ट्रीय खेलों के स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है और अब प्रदेश सरकार इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। आने वाले राष्ट्रीय खेलों की दिशा में एक कदम और कार्यक्रम के दौरान मेघालय के मुख्यमंत्री को अगले राष्ट्रीय खेलों के लिए ध्वज सौंपा गया। इस आयोजन में बॉलीवुड गायक सुखविंदर, श्वेता माहरा और दिगारी ग्रुप ने अपनी प्रस्तुतियां दीं, जो दर्शकों के बीच एक अद्भुत उत्साह का माहौल बना गया। प्रतिष्ठित अतिथियों की मौजूदगी समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीya, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, सांसद अजय भट्ट, राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा और कई अन्य प्रमुख हस्तियां भी मौजूद थीं।
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ग्वालियर: ग्वालियर के लक्ष्मीगंज स्थित नारायण वृद्ध आश्रम में इस साल भी 14 फरवरी को सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें 11 जोड़ों का विवाह विधि-विधान से सम्पन्न हुआ। आश्रम की अध्यक्ष ने बताया कि पिछले 26 वर्षों से हर साल इस दिन 11 गरीब कन्याओं का विवाह कराया जाता है। इस तारीख को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि इसी दिन आश्रम में गिरिराज मंदिर की स्थापना हुई थी, और इसे ध्यान में रखते हुए हर साल सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया जाता है। सामूहिक विवाह सम्मेलन में हुए अनोखे तोहफे इस सामूहिक विवाह समारोह में न केवल विवाह संपन्न हुआ, बल्कि दानदाताओं और ट्रस्टियों द्वारा प्रत्येक जोड़े को कई महत्वपूर्ण उपहार दिए गए। इन उपहारों में पलंग, कलर अलमारी, सिलाई मशीन, टीवी, 11 साड़ी, सूट बक्सा, बर्तन, किचन सेट, लॉन्ग, बिछिया, पायल और अन्य विभिन्न उपहार शामिल थे। इस कार्यक्रम ने आयोजन को और भी खास बना दिया और इन जोड़ों के लिए एक नई शुरुआत की उम्मीद पैदा की। आश्रम को सरकार से कोई मदद नहीं वृद्ध आश्रम के संचालन को लेकर एक गंभीर बात सामने आई है कि इस आश्रम को शासन-प्रशासन से कोई मदद नहीं मिलती। यह पूरी तरह से दानदाताओं और ट्रस्टियों के सहयोग से चलता है। इसके बावजूद, आश्रम प्रशासन द्वारा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन जारी रखा जाता है, जो गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए महत्वपूर्ण साबित होते हैं।
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संभल, उत्तर प्रदेश: यूपी के संभल जिले में पिछले साल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने संदिग्ध अपराधियों की पहचान के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया है। पुलिस ने शहरभर में हिंसा में शामिल 74 संदिग्धों के पोस्टर लगाए हैं। यह कदम सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त तस्वीरों के आधार पर उठाया गया है, जिससे संदिग्धों की पहचान की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज पर आधारित कार्रवाई संभल के अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने बताया कि हिंसा के संदिग्ध अपराधियों की पहचान के लिए स्थानीय लोगों की मदद ली जा रही है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे संदिग्धों के बारे में कोई भी जानकारी देने में मदद करें। साथ ही, पुलिस ने यह भी कहा है कि जो लोग विश्वसनीय सूचना देंगे, उन्हें नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। अब तक की कार्रवाई इस हिंसा में पहले ही 76 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इस घटना में चार नागरिकों की दुखद मौत हो गई थी और कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। पुलिस ने हिंसा में शामिल अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है।
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बागेश्वर, 12 फरवरी: बागेश्वर धाम में 26 फरवरी को 251 कन्याओं के विवाह महोत्सव का भव्य आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शिरकत करेंगी। इस महापर्व में देश-विदेश से प्रमुख हस्तियां वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित होंगी। महाशिवरात्रि पर विशेष आयोजनबागेश्वर धाम में इस साल महाशिवरात्रि के मौके पर आयोजित होने वाला 251 कन्याओं का विवाह महोत्सव खास होगा। इस आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, और आयोजकों द्वारा इसे भव्य बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागतइस महोत्सव की सबसे खास बात यह है कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस आयोजन में शामिल होने के लिए आ रही हैं। उनका आना इस महापर्व को और भी महत्वपूर्ण बना देगा। प्रशासनिक तैयारियांछतरपुर कलेक्टर ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। उन्होंने आदेश दिया कि 26 फरवरी तक कार्यक्रम के समापन तक जिले के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को छुट्टी पर नहीं भेजा जाएगा। इससे यह साफ है कि प्रशासन इस आयोजन को लेकर पूरी तरह से तैयार है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि हर पहलू सही तरीके से संपन्न हो।
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ग्वालियर के डबरा इलाके में एक आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म का गंभीर मामला सामने आया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के साथ ही ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने तीन इंजीनियरिंग के छात्रों को भी गिरफ्तार किया है, जो साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराते थे। डबरा थाना क्षेत्र में एक आदिवासी महिला ने आरोप लगाया है कि रात के समय एक युवक, महेंद्र बाथम, जबरन उसके घर में घुस आया और जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी और SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निरंजन शर्मा ने बताया कि महिला की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा। वहीं, ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने नोएडा से तीन इंजीनियरिंग के छात्रों को गिरफ्तार किया है। ये छात्र साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन और कई एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। जानकारी के अनुसार, ये छात्र ठगी की रकम का 6% कमीशन लेकर उसे डॉलर में कन्वर्ट कर चीन भेजते थे। हाल ही में, बीएसएफ इंस्पेक्टर से ठगी गई 72 लाख रुपए की रकम का कुछ हिस्सा भी आरोपियों के खाते में पहुंचा था। पुलिस अब आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है, और यह कार्रवाई साइबर क्राइम पुलिस की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
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हल्द्वानी में आयोजित राष्ट्रीय खेलों का भव्य समापन समारोह होने जा रहा है, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे। यह आयोजन 15,000 से अधिक दर्शकों के बीच होगा, और इसे लेकर सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समापन समारोह में बॉलीवुड के मशहूर गायक सुखविंदर सिंह और श्वेता महारा जैसे प्रमुख कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने खेल निदेशक, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन के साथ सर्किट हाउस में बैठक कर समापन कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। उन्होंने बताया कि क्राउड मैनेजमेंट, पार्किंग, यातायात व्यवस्था और VIP सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। खेल निदेशक प्रशांत आर्य ने भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए खेल विभाग की ओर से हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। समापन समारोह की भव्यता और सुरक्षा व्यवस्थाएं इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
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गुना में आयोजित सांसद खेल महोत्सव ने खेल प्रेमियों का दिल जीता, जहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया और अपनी खेल भावना से सबको प्रेरित किया। इस महोत्सव में सिंधिया की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष बना दिया। उन्होंने न सिर्फ खेलों का अवलोकन किया, बल्कि खुद भी इसमें भाग लिया, जिससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिला और उत्साह में वृद्धि हुई। सिंधिया ने पारंपरिक खेल लगौरी में भाग लिया और सातवें प्रयास में इसे गिराकर सभी को हैरान कर दिया। उनका यह प्रदर्शन खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक रहा। इसके बाद, उन्होंने पिकल बॉल खेला, जिसमें टीम वर्क और खेल भावना की अहमियत को स्पष्ट रूप से बताया। उनका मानना था कि किसी भी टीम की सफलता सिर्फ सामूहिक प्रयास से ही संभव होती है, और यह सीख खिलाड़ियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण रही। यह महोत्सव गुना जिले में खेलों को प्रोत्साहित करने और युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बेहतरीन अवसर साबित हुआ। इस आयोजन ने युवाओं में उत्साह और आत्मविश्वास का संचार किया और खेलों के प्रति उनके प्रेम को और बढ़ावा दिया। सांसद खेल महोत्सव ने एक नए दौर की शुरुआत की, जहां खेलों के महत्व को समझा और सराहा गया।
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गुना में आयोजित सांसद खेल महोत्सव ने खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया। इस महोत्सव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्थिति ने इसे और भी खास बना दिया। सिंधिया ने खिलाड़ियों के उत्साह को बढ़ाया और अपनी खेल भावना से सभी को प्रेरित किया। पारंपरिक खेलों में सिंधिया का शानदार प्रदर्शनसिंधिया ने महोत्सव में पारंपरिक खेल ‘लगौरी’ में भाग लिया, और सातवें प्रयास में लगौरी को गिराकर सभी को हैरान कर दिया। इसके बाद उन्होंने पिकल बॉल खेलकर टीम वर्क और खेल भावना की अहमियत बताई। सिंधिया का यह प्रदर्शन खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बना। टीम वर्क और सामूहिक प्रयास पर जोरसिंधिया ने खिलाड़ियों को यह महत्वपूर्ण संदेश दिया कि किसी भी टीम की सफलता केवल सामूहिक प्रयास से ही संभव होती है। इस महोत्सव ने गुना जिले में खेलों को प्रोत्साहित करने और युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन अवसर प्रदान किया।
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भारत सरकार की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत खटीमा में एक तीन दिवसीय व्यापार मेला आयोजित किया गया। इस मेले का उद्देश्य परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना है। इस मेले में कारीगरों को फ्री रजिस्ट्रेशन, आर्थिक सहायता, और आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण का लाभ मिल रहा है। आर्थिक और तकनीकी सहायता से कारीगरों को सशक्त बनानाइस मेला के माध्यम से कारीगरों को उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने और नए बाजारों तक पहुंचने के अवसर मिल रहे हैं। कारीगरों को जो सबसे बड़ी सुविधा मिल रही है, वह है 15,000 रुपए का टूल किट और 5% ब्याज पर लोन की सुविधा, जो उनके व्यवसाय को और भी मजबूत बनाएगी। नए अवसर और लाभों का लाभ उठाने का मौकाज्वाइन डायरेक्टर आर के चौधरी ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराने के बाद कारीगरों को आर्थिक मदद के साथ-साथ तकनीकी प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरण मिल रहे हैं। यह कदम कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा और उनके रोजगार के अवसरों में भी इजाफा होगा। मुख्य उद्देश्य: कारीगरों का सशक्तिकरणइस मेले का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना, उनके व्यवसाय को बढ़ावा देना और उन्हें तकनीकी तौर पर सशक्त बनाना है। यह मेले कारीगरों को नई दिशा देने और उनके रोजगार को सुरक्षित करने के लिए अहम साबित हो रहे हैं।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज महाकुंभ में डुबकी लगाई और भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। इससे पहले, उन्होंने मां गंगा को पुष्प अर्पित किए और गंगा की पूजा तथा आरती की। इसके बाद, राष्ट्रपति मुर्मू राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अरैल घाट पहुंचीं, जहां से वे बोट द्वारा संगम पहुंचीं और स्नान किया। राष्ट्रपति मुर्मू देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं जिन्होंने महाकुंभ में स्नान किया। इससे पहले, 1954 में देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में स्नान किया था। भीड़ को देखते हुए संगम स्टेशन बंदप्रयागराज शहर में महाकुंभ के दौरान जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है। श्रद्धालुओं की भारी तादाद के चलते प्रशासन ने कई इंतजाम किए हैं। संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, अरैल घाट से संगम तक बोट सेवा भी बंद कर दी गई है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। 43.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके हैं स्नानमहाकुंभ का आज 29वां दिन है और अब तक 43.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। इस ऐतिहासिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा, यमुन और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागूप्रयागराज जंक्शन पर भीड़ को सही तरीके से नियंत्रित करने के लिए इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया है। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि इस महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने सेमीकंडक्टर उद्योगों के लिए बड़ा कदम उठाते हुए निवेशकों को 25 फीसदी सब्सिडी देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही सरकार ने इस क्षेत्र में 10 सालों तक 2 रुपये प्रति यूनिट बिजली की सुविधा देने का प्रस्ताव रखा है। इस नीति का उद्देश्य सेमीकंडक्टर उद्योग को प्रोत्साहित करना है, जिससे राज्य में 2000 करोड़ तक का निवेश हो सकता है और हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। सेमीकंडक्टर पॉलिसी का ऐलान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में, मध्यप्रदेश सरकार ने सेमीकंडक्टर पॉलिसी को मंजूरी दी है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इस पॉलिसी को निवेशकों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। सरकार का अनुमान है कि इस क्षेत्र में 2000 करोड़ तक का निवेश हो सकता है। इसके अलावा, सरकार ने सेमीकंडक्टर उद्योगों को 25 फीसदी की सब्सिडी देने के साथ-साथ 10 सालों तक 2 रुपये प्रति यूनिट बिजली प्रदान करने का ऐलान किया है। इस नीति के तहत, अगले पांच सालों में 1009.46 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। रोजगार और स्किल्ड वर्कफोर्स मध्यप्रदेश सरकार का लक्ष्य इस क्षेत्र में स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करना है। इसके लिए सरकार सेमीकंडक्टर क्षेत्र में काम कर रहे प्रोफेशनल्स की ट्रेनिंग पर भी ध्यान देगी। इसके तहत, सेमीकंडक्टर के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के संचालन के लिए सरकार 5 साल में 25 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान करेगी। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई डिजाइन में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट कोर्स के लिए संस्थानों को 10 लाख रुपये का एकमुश्त अनुदान दिया जाएगा। शिक्षा और प्रशिक्षण इस क्षेत्र से जुड़े स्कूल और कॉलेजों में सेमीकंडक्टर विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों की ट्रेनिंग पर सरकार 50 लाख रुपये सालाना खर्च करेगी। इस योजना से एमपी के मूल निवासियों को फायदा होगा और राज्य में सेमीकंडक्टर क्षेत्र में नई संभावनाएं खुलेंगी। भविष्य की उम्मीदें राज्य सरकार का अनुमान है कि अगले पांच वर्षों में इस क्षेत्र में 3982 करोड़ रुपये की इंडस्ट्री स्थापित होगी और 2700 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इससे 14,400 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा और हर साल 1702 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
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मध्यप्रदेश में ड्रोन इंडस्ट्री की स्थापना के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ने ड्रोन संवर्धन और उपयोग नीति को मंजूरी दे दी है, जिससे राज्य में ड्रोन इंडस्ट्री को प्रोत्साहन मिलेगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इस नीति के तहत 8,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए तैयार नीति मध्यप्रदेश सरकार ने इस नीति को लेकर कई सहूलियत और रियायतों का ऐलान किया है, जो ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इस समिट का आयोजन 24-25 फरवरी को किया जाएगा, जहां निवेशकों को राज्य में ड्रोन इंडस्ट्री स्थापित करने के लिए आकर्षक ऑफर्स दिए जाएंगे। सरकार ने ड्रोन उत्पादन के लिए एक उपयुक्त वातावरण तैयार करने का लक्ष्य रखा है। सब्सिडी और मार्केटिंग के लिए सहायता पॉलिसी के तहत, ड्रोन इंडस्ट्री के लिए 30 करोड़ रुपए तक की सब्सिडी दी जाएगी। इसके अलावा, सरकार मार्केटिंग का खर्च भी एक निश्चित समय सीमा तक उठाएगी। इसके साथ ही ड्रोन स्कूल, ड्रोन इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑपरेशंस, मार्केटिंग सपोर्ट, पेटेंट, ड्रोन कौशल और ईको सिस्टम के लिए भी प्रोविजन किए गए हैं। सरकार की उम्मीद है कि इस पॉलिसी के लागू होने के बाद प्रदेश में 370 करोड़ रुपए का निवेश होगा, जिससे 8,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। ड्रोन का उपयोग कृषि, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि ड्रोन का उपयोग कृषि सुधार, आपदा प्रबंधन, राहत कार्यों, और सार्वजनिक सुरक्षा में भी किया जाएगा। इसके अलावा, ड्रोन का इस्तेमाल बुनियादी ढांचे, पुलों, सड़कों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के निरीक्षण में भी किया जाएगा। इससे प्रदेश में मेंटेनेंस और सुरक्षा में सुधार होगा और यह राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
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मध्यप्रदेश में शराबबंदी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू करने का ऐलान किया है। इस निर्णय के तहत 1 अप्रैल से मध्यप्रदेश के लगभग डेढ़ दर्जन शहरों में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इसे राज्य में शराबबंदी की ओर पहला कदम बताते हुए समाज में सुधार की दिशा में एक अहम कदम माना है। मुख्यमंत्री का ऐलान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य की सामाजिक समस्याओं को लेकर अपनी गहरी चिंता जाहिर की थी। उनका यह मानना है कि शराब के कारण समाज में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने शराबबंदी के फैसले पर गहन विचार-विमर्श किया और इसके बाद मोहन कैबिनेट ने 17 शहरों में शराबबंदी लागू करने का फैसला लिया। इस फैसले के तहत, इन शहरों में शराब की दुकानों को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा और इन्हें अन्य स्थानों पर शिफ्ट नहीं किया जाएगा। ये शहर होंगे शराबबंदी से प्रभावित प्रदेश के धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहरों में शराबबंदी लागू की जाएगी। इनमें उज्जैन, दतिया, पन्ना, मंडला, मुलताई, मंदसौर, मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मंडलेश्वर, ओरछा, चित्रकूट, अमरकंटक, सलकनपुर, बर्मानकला, लिंगा, कुंडलपुर, अरमानपुर और बांदलपुर शामिल हैं। इन शहरों में एक नगर निगम, 6 नगर पालिका, 6 नगर परिषद और 6 ग्राम पंचायतें शराबबंदी से प्रभावित होंगी। मुख्यमंत्री ने क्या कहा? मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस फैसले पर कहा कि यह एक दूरगामी और समाज सुधार की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस वित्तीय वर्ष के खत्म होने के बाद शराबबंदी के नियम लागू हो जाएंगे। उनका कहना था कि यह कदम राज्य के समाज को एक नई दिशा देने में मदद करेगा और शराब के दुष्प्रभावों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जनता का समर्थन मुख्यमंत्री के इस ऐतिहासिक फैसले को आम लोगों और खास व्यक्तियों ने सकारात्मक रूप से स्वीकार किया है। समाज के विभिन्न वर्गों का मानना है कि शराबबंदी से समाज में एक नई जागरूकता आएगी और इसका प्रभाव प्रदेश में सामाजिक सुधार के रूप में दिखाई देगा। लोगों ने इसे मुख्यमंत्री का साहसी और दूरगामी सोच वाला कदम बताया है, जो समाज के हर वर्ग के भले के लिए है। नतीजा यह निर्णय न केवल धार्मिक नगरी के लिए, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक बड़ी शुरुआत हो सकता है। यदि यह कदम सफल रहता है, तो अन्य शहरों में भी शराबबंदी को लेकर इसी तरह के फैसले लिए जा सकते हैं। प्रदेश सरकार का यह फैसला प्रदेश में शराब पर नियंत्रण पाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकता है और भविष्य में शराबबंदी की दिशा में और भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
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खातेगांव: विधायक आशीष शर्मा ने दिव्यांग जनों की मदद में लापरवाही को लेकर अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिनकी वजह से दिव्यांगों को पेंशन और अन्य सेवाओं में देरी हो रही है। विधायक का बयानशनिवार को खातेगांव जनपद पंचायत परिसर में आयोजित दिव्यांग जनों के पंजीयन और चिन्हांकन शिविर में विधायक आशीष शर्मा ने कहा, “दिव्यांगजन अपनी परिस्थितियों के कारण सामान्य जीवन जीने में असहाय महसूस करते हैं और उन्हें सबसे ज्यादा मदद की आवश्यकता होती है।” उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत कर्मचारियों द्वारा दिव्यांग प्रमाण पत्र, यूआईडी और पेंशन चालू करने में गड़बड़ी और देरी की जा रही है। इस पर उन्होंने सीईओ को लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कार्रवाई की संभावनाविधायक के इस सख्त रुख के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है और संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ आवश्यक कदम उठाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
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मिलान इंक्लूसिव स्कूल एंड लर्निंग सेंटर में "विजय भवः स्पोर्ट्स डे 2025" का आयोजन धूमधाम से किया गया, जिसमें बच्चों ने अपनी खेल प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। प्रद्युत गुप्ता ने बोरा रेस में जीता गोल्ड मैडलइस खास अवसर पर सबसे रोमांचक प्रतियोगिता बोरा रेस रही, जिसमें नर्सरी के छात्र प्रद्युत गुप्ता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मैडल जीतने में सफलता प्राप्त की। इस रेस में नायरा ने दूसरा स्थान और अन्वी ने तीसरा स्थान हासिल किया। प्रधानाचार्य ने बच्चों को किया सम्मानितस्कूल की प्रधानाचार्य ने विजेता बच्चों को मेडल देकर सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों में टीम स्पिरिट और खेल भावना को बढ़ावा देते हैं, जो उनके सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी हैं। स्पोर्ट्स डे में मस्ती का माहौलस्पोर्ट्स डे के दौरान स्कूल के सभी बच्चे मस्ती के मूड में नजर आए और खेल-कूद के साथ-साथ इस आयोजन का पूरा आनंद लिया। यह दिन बच्चों के लिए यादगार बन गया और उन्हें अपनी क्षमता दिखाने का एक बेहतरीन मौका मिला।
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ग्वालियर: ग्वालियर शहर के हजीरा से चंदनपुरा तक के सड़क मार्ग का नाम अब 'देवेन्द्र सिंह तोमर मार्ग' रखा गया है। यह महत्वपूर्ण फैसला एक समारोह के दौरान लिया गया, जिसमें ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, महापौर डॉ. शोभा सिकरवार और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। इस सड़क मार्ग का नामकरण और कायाकल्प कार्य का भूमिपूजन कार्यक्रम बिस्मिल भवन में हुआ। सड़क के कायाकल्प योजना के तहत निर्माण और सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 1.38 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह योजना इस क्षेत्र को एक नया रूप देने के साथ-साथ यहां के निवासियों को बेहतर यातायात सुविधाएं भी प्रदान करेगी। भावुक हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर इस विशेष अवसर पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भावुक होते हुए अपने परिवार और क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्व. देवेन्द्र सिंह तोमर के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा और यह नामकरण उनकी स्थायी याद के रूप में रहेगा। यह कदम क्षेत्रवासियों के लिए न केवल एक सम्मान का प्रतीक है, बल्कि उनकी सुविधा और शहर की सुंदरता में भी इज़ाफा करेगा। इस सड़क के कायाकल्प के बाद ग्वालियर शहर को एक नया और बेहतर रूप मिलेगा। आगे की योजना सड़क के सौंदर्यीकरण और निर्माण कार्य के बाद यह मार्ग ग्वालियर शहर के एक प्रमुख हॉटस्पॉट के रूप में उभरेगा। क्षेत्रवासियों और यात्रियों के लिए यह सड़क न केवल सुरक्षित बल्कि सुंदर और सुविधाजनक भी होगी। ग्वालियर में इस तरह के विकास कार्यों से न केवल शहर की पहचान बेहतर होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा।
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सिंगरौली में स्व. देव प्रसाद वैश्य मेमोरियल वॉलीबॉल प्रतियोगिता का शानदार समापन हुआ। इस प्रतियोगिता के फाइनल में सरसवाह ने तियरा को 2-0 से हराकर जीत हासिल की। इस आयोजन में सैकड़ों वॉलीबॉल प्रेमी शामिल हुए, जिन्होंने खेल का भरपूर आनंद लिया। समापन समारोह में खास मौजूदगीसिंगरौली के वार्ड 15 स्थित सरसवाह सेक्टर ए में स्व. देव प्रसाद वैश्य मेमोरियल वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। फाइनल मुकाबले में सरसवाह और तियरा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली, जिसमें सरसवाह ने तियरा को 2-0 से मात दी। इस रोमांचक मुकाबले को देखने के लिए सैकड़ों दर्शक उपस्थित थे। मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक राम लल्लू वैश्य और अन्य सम्मानित व्यक्ति भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। उन्होंने इस तरह के आयोजनों की सराहना करते हुए स्थानीय खिलाड़ियों को और अधिक प्रोत्साहित करने की आवश्यकता जताई। स्थानीय खिलाड़ियों को मिल रहा प्रोत्साहनहर साल इस तरह के आयोजनों के जरिए सिंगरौली के खिलाड़ियों को बेहतर मंच मिल रहा है। इस प्रतियोगिता से न केवल स्थानीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ता है, बल्कि वॉलीबॉल जैसे खेल को भी बढ़ावा मिलता है।
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गुरु सिंघ सभा ने परासिया स्थित गुरुद्वारे के नए भवन का उद्घाटन गुरु ग्रंथ साहब के पहले प्रकाश पर्व के अवसर पर एक भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सिख समाज ने श्रद्धा भाव से नगर कीर्तन निकाला, जो परासिया शहर में एक शानदार दृश्य प्रस्तुत कर रहा था। नगर कीर्तन की शुरुआत तड़के ही गुरु ग्रंथ साहब की अगवानी के साथ हुई, जिसमें आतिशबाजी और ढोल-ढमाकों के साथ गुरु साहब का स्वागत किया गया। इसके बाद नगर कीर्तन गुरु गोविंद सिंघ चौक से शुरू होकर थाना चौक, परासिया और अंत में गुरुद्वारा साहिब पहुंचा। गुरुद्वारे का नया भवन खूबसूरत तरीके से सजाया गया था और नगर कीर्तन का जगह-जगह स्वागत किया गया। इस दौरान घोड़े पर सवार सिख विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र बने। पंच प्यारे के साथ महिलाएं कीर्तन करती हुई जत्थों के साथ चल रही थीं। परासिया में लंबे समय से गुरुद्वारे का निर्माण कार्य चल रहा था, और आज इस भव्य नगर कीर्तन के साथ इस नए भवन का उद्घाटन किया गया, जो सिख समाज के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक अवसर था।
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छतरपुर, 30 जनवरी 2025 - छतरपुर में ईओडब्ल्यू की टीम ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई घुवारा के सदर पटवारी देवेंद्र राजपूत के खिलाफ की गई, जो एक ग्रामीण से जमीन की तरमीम के बदले रिश्वत ले रहा था। रिश्वत की पूरी कहानीपटवारी देवेंद्र राजपूत प्रकाश सिंह से 7 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था, जिसमें से 2 हजार रुपए पहले ही ले चुका था। बाकी के 5 हजार रुपए पटवारी ने अपने चपरासी के माध्यम से ले लिए थे। जैसे ही रिश्वत की राशि चपरासी के पास पहुंची, ईओडब्ल्यू की विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी और फरार आरोपीपटवारी देवेंद्र राजपूत पर रिश्वत लेने का आरोप साबित हो गया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। हालांकि, मामले में शामिल चौकीदार मौके से फरार है, जिसकी तलाश जारी है। यह घटना एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि रिश्वतखोरी के खिलाफ प्रशासन सख्त है और ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की जा रही है।
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देहरादून, 30 जनवरी 2025 – 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देहरादून से किया गया। इस मौके पर हल्द्वानी स्थित महिला फुटबॉल स्टेडियम में पहले मुकाबले के रूप में हरियाणा और उड़ीसा की महिला फुटबॉल टीमों के बीच मैच खेला गया। इस रोमांचक मैच में उड़ीसा ने हरियाणा को 2-1 से हराकर जीत दर्ज की। मैच का हालपहले हाफ में उड़ीसा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो गोल किए, जबकि हरियाणा ने एक गोल किया। उड़ीसा के लिए पहला गोल 10 नंबर की जर्सी पहने प्यारी जाक्सा ने किया, जबकि दूसरा गोल 9 नंबर की जर्सी पहनने वाली मनीषा ने किया। वहीं, हरियाणा की ओर से एकमात्र गोल जर्सी नंबर 15 पहने रेनू ने किया। दूसरे हाफ का प्रदर्शनदूसरे हाफ में दोनों टीमें गोल करने में असफल रहीं। इस तरह उड़ीसा ने 2-1 से यह मुकाबला जीत लिया। खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाइस मैच के दौरान खिलाड़ी, कोच और सपोर्टिंग स्टाफ उत्तराखंड के मौसम, माहौल और व्यवस्थाओं को लेकर काफी खुश नजर आए। खिलाड़ियों ने ग्राउंड की सराहना करते हुए कहा कि यह मैदान इंटरनेशनल स्तर का तैयार किया गया है, जहां खेलने में उन्हें बेहद आनंद आ रहा है। स्थानीय दर्शकों की उपस्थितिमैच देखने के लिए स्थानीय दर्शकों की भी खासी भीड़ देखने को मिली, जो इस प्रतियोगिता का समर्थन करते हुए स्टेडियम में मौजूद थे। 38वें राष्ट्रीय खेलों का यह आयोजन भारतीय खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, जहां विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
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अदाणी फाउंडेशन ने ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। इस पहल के तहत, अदाणी फाउंडेशन ने मध्य प्रदेश के झलरी गांव की दो प्रतिभाशाली युवतियों, रेशमा सोनी और रवीता शाह, का चयन किया और उनके माता-पिता से अनुमति प्राप्त करने के बाद उन्हें नागपुर स्थित भारतीय अग्निशमन संस्थान में छह महीने का फायर फाइटिंग प्रशिक्षण दिलवाया। प्रशिक्षण के बाद मिली जिम्मेदारी यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दोनों युवतियों के लिए न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनने का अवसर था, बल्कि इससे उन्हें संकट के समय अपनी काबिलियत दिखाने की तैयारी भी मिली। फायर फाइटिंग के इस कठोर प्रशिक्षण ने उन्हें न सिर्फ तकनीकी कौशल सिखाया, बल्कि संकट से निपटने की मानसिक स्थिति भी विकसित की। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, रेशमा और रवीता को सुलियरी खदान के फायर ब्रिगेड में शामिल कर लिया गया, जहां वे अब अपनी जिम्मेदारियों को निभा रही हैं। दोनों युवतियां अब अग्निशमन कार्यों में अपना योगदान दे रही हैं, जो उन्हें और उनके समुदाय को गर्व महसूस कराता है। अदाणी फाउंडेशन के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, रेशमा और रवीता को अदाणी फाउंडेशन के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने का अवसर मिला। इस मुलाकात में, उन्होंने अपने प्रशिक्षण के अनुभव और प्रगति के बारे में बताया और यह भी साझा किया कि किस तरह से इस पहल ने उनके जीवन में बदलाव लाया।
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प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री और 'कांटा लगा' फेम शैफाली जरीवाला ने हाल ही में इंदिरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स द्वारा आयोजित इंद्रा यूथ यात्रा और लीडरशिप अवॉर्ड कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने कई विशिष्ट लोगों को सम्मानित किया और युवाओं को उच्च शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने इंदौर शहर की स्वच्छता और विकास की भी सराहना की। इंदौर की स्वच्छता और विकास पर शैफाली की टिप्पणी कार्यक्रम के दौरान, शैफाली जरीवाला ने इंदौर शहर की तारीफ करते हुए इसे सबसे स्वच्छ और सुंदर शहर बताया। उन्होंने कहा, "इंदौर से मेरा पुराना नाता है। मैं बचपन से ही यहां की ग्रोथ और परिवर्तन को देखती आई हूं। यह शहर न सिर्फ स्वच्छ है, बल्कि बहुत ही खूबसूरत और अनुशासित भी है। इसका श्रेय यहां के लोगों को जाता है।" उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए यह भी बताया कि इंदौर आने पर उन्होंने प्रसिद्ध इंदौरी 'पोहा' का स्वाद लिया। शैफाली ने इंदौर के प्रति अपने प्यार और प्रशंसा को व्यक्त करते हुए यह भी कहा कि यह शहर पूरे भारत के लिए एक आदर्श बन चुका है। युवाओं को उच्च शिक्षा पर जोर शैफाली ने युवाओं को उच्च शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा ही एक व्यक्ति को सफलता की राह दिखाती है। उन्होंने बताया कि एक सशक्त और शिक्षित युवा ही समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान कर सकता है। ममता कुलकर्णी को शुभकामनाएं और प्रयागराज महाकुंभ की चर्चा इसके अलावा, शैफाली ने प्रयागराज महाकुंभ के दौरान ममता कुलकर्णी के सन्यासी बनने पर उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अध्याय है और ममता के इस निर्णय का सम्मान किया। इंदिरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स की कार्यप्रणाली पर डॉ. पंडित माली का परिचय कार्यक्रम में इंदिरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के सीईओ, डॉ. पंडित माली ने आगंतुकों को अपनी संस्था की कार्यप्रणाली से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि संस्था शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्टता की ओर अग्रसर है और विद्यार्थियों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है।
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भोपाल एम्स ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह मध्य भारत का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है, जहां सफलतापूर्वक हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया है। इस ट्रांसप्लांट को एम्स भोपाल के अनुभवी डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ ने मिलकर अंजाम दिया, जिनकी खास ट्रेनिंग चेन्नई में हुई थी। गरीब मरीज के लिए नि:शुल्क हार्ट ट्रांसप्लांटएम्स भोपाल के निदेशक डॉ. अजय सिंह ने बताया कि यह सर्जरी एक गरीब मरीज के लिए नि:शुल्क की गई, क्योंकि उसके पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे। यह कदम मरीज के जीवन को बचाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ। सरकार से अपीलडॉ. अजय सिंह ने सरकार से अपील की है कि हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी को आयुष्मान योजना में शामिल किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस महत्वपूर्ण इलाज का लाभ उठा सकें। यह उपलब्धि न केवल एम्स भोपाल के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह मध्य प्रदेश और समग्र भारत में चिकित्सा क्षेत्र में एक नई दिशा को दर्शाता है।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के जरिए अधिक से अधिक निवेश लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी सिलसिले में अब मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जापान यात्रा पर जाने का निर्णय लिया है। वे चार दिन के लिए जापान जाएंगे, जहां उनका उद्देश्य जापान के उद्योगपतियों और कंपनियों को मध्य प्रदेश में निवेश करने के लिए आकर्षित करना है। जापान से निवेश और टेक्नोलॉजी का लाभमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जापान अपनी टेक्नोलॉजी के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है और उन्होंने विश्वास जताया कि जापान के औद्योगिक घराने मध्य प्रदेश में निवेश के लिए तैयार होंगे। सीएम यादव ने आगे कहा कि यह यात्रा प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण होगी। मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास की संभावनाएंसीएम यादव ने यह भी बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है और पिछले एक साल में मध्य प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश और औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं, जिनका फायदा प्रदेश के युवाओं को रोजगार के रूप में मिलेगा। इस यात्रा के जरिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने और युवाओं के लिए रोजगार सृजन के उद्देश्य से काम कर रहे हैं। उनका मानना है कि उद्योगों के विकास से न केवल आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि प्रदेश की समृद्धि भी सुनिश्चित होगी।
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सिंगरौली की रीता कुमारी ने दिल्ली में आयोजित कृषि मंत्रालय के कार्यक्रम में अपनी सफलता की प्रेरणादायक कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने जैविक खेती और आजीविका मिशन के माध्यम से लखपति बनने का सफर बताया। यह मिशन महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाओं का हिस्सा है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर फेसबुक पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश में महिलाओं को समूहों के माध्यम से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने की सराहना की। उनका कहना था कि जैविक खेती से न केवल महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं, बल्कि यह उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव का एक साधन प्रदान कर रही है। रीता कुमारी जैसे सफल उदाहरणों से यह स्पष्ट होता है कि अगर महिलाएं सही दिशा में कदम बढ़ाएं, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। इस तरह की पहलें महिलाओं को अपने अधिकारों और अवसरों के प्रति जागरूक करती हैं, और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती हैं। शिवराज सिंह चौहान की यह पहल न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है, बल्कि यह दिखाती है कि अगर सही अवसर मिलें तो महिलाएं किसी भी चुनौती को पार कर सकती हैं और आर्थिक रूप से मजबूत बन सकती हैं।
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मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौर के नेहरू स्टेडियम में ध्वजारोहण किया और प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर प्रदेश की प्रगति और स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को याद किया। उन्होंने कहा कि यह दिन उन ज्ञात और अज्ञात सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का है जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपनी बात में कहा कि यह उनकी पहली बार इंदौर में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का अवसर है और इंदौर अब प्रदेश और देश के लिए कई मामलों में एक आदर्श बन चुका है। उन्होंने मध्य प्रदेश को एक विकसित राज्य के रूप में पहचान मिलने की बात की और प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। साथ ही, मुख्यमंत्री ने प्रदेश की प्रगति को और बढ़ाने का संकल्प लिया।
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छतरपुर: गणतंत्र दिवस के अवसर पर छतरपुर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में 'दीदी कैंटीन' का उद्घाटन किया गया। यह कैंटीन खासतौर पर महिलाओं द्वारा संचालित की जाएगी और इसका उद्देश्य कलेक्टर और एसपी ऑफिस आने वालों को सस्ते दामों में स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराना है। महिलाओं के लिए सशक्तिकरण की पहल दीदी कैंटीन का संचालन आजीविका मिशन की महिलाओं द्वारा किया जाएगा। यह कैंटीन स्थानीय प्रशासन के कार्यालयों में आने वाले कर्मचारियों और नागरिकों के लिए सस्ता और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएगा। विधायक ललिता यादव ने उद्घाटन के दौरान इस पहल की सराहना की और महिलाओं के सामर्थ्य को बढ़ावा देने के लिए उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। इस अवसर पर कलेक्टर पार्थ जायसवाल, एसपी अगम जैन और अन्य अधिकारियों ने महिलाओं की सराहना की और प्रधानमंत्री मोदी की लखपति योजना का लाभ उठाने के लिए उन्हें प्रेरित किया। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। विधायक ललिता यादव ने इस कैंटीन के उद्घाटन को महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया और उन्हें अपनी मेहनत और समर्पण से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
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मथुरा-वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध संत बाबा प्रेमानंद महाराज जी की शनिवार को तबीयत बिगड़ गई। तबीयत खराब होने के बाद वह गोवर्धन परिक्रमा से पूंछरी से वह वापस लौट गए। शनिवार को महाराज जी वृंदावन के केली कुंज से गोवर्धन महाराज की गिरिराज परिक्रमा करने अपनी भक्तों के साथ गए थे। परिक्रमा करने के दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी, जिससे परिक्रमा छोड़ वापस आश्रम लौट आए। भक्तों में छाई मायूसी प्रेमानंद जी महाराज की तबीयत खराब होने से उनके भक्तों में मायूसी छा गई है। भक्त लोग उनके जल्द स्वास्थ्य लाभ के लिए राधारानी से प्रार्थना कर रहे हैं। महाराज जी के भक्त बड़ी संख्या में उनके दर्शन के लिए आश्रम पहुंचते हैं। हर रोज सुबह परिक्रमा के दौरान प्रेमानंद महाराज जी के दर्शन करते हैं। प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ने के बाद से भक्त उनके दर्शन नहीं कर पाएंगे।
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दुनिया की निगाहें आज कर्तव्य पथ पर टिकी रहीं, क्योंकि 26 जनवरी का दिन भारत के लिए बेहद खास है। भारत को गणतांत्रिक देश बने हुए आज 75 साल पूरे हो गए। इस मौके पर कर्तव्य पथ पर राष्ट्रगान के साथ ही परेड की शुरुआत हुई। परेड में भारतीय सेना का पराक्रम देखने को मिला। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर आज पहली बार तीनों सेनाओं- थलसेना, वायुसेना, नौसेना की झांकी में सशस्त्र बलों के बीच तालमेल बढ़ाने पर भारत के विशेष जोर का प्रदर्शन किया गया। झांकी में युद्ध के मैदान का परिदृश्य दिखाया गया, जिसमें स्वदेशी अर्जुन युद्धक टैंक, तेजस लड़ाकू विमान, विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम और उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर के साथ थल, जल और वायु में समन्वित अभियान का प्रदर्शन किया गया। तीनों सेनाओं की झांकी का विषय ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ रखा गया था। मंत्रालय ने 1 जनवरी को साल 2025 को रक्षा सुधारों वाला वर्ष घोषित किया था और कहा था कि भारत की सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए तीनों सेनाओं के तालमेल को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
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भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर जम्मू -कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल चौक पर इतिहास रचा गया। जब पहली बार भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया। ध्वज को एक बुजुर्ग, एक युवा और एक बच्चे ने संयुक्त रूप से फहराया, जो पीढ़ियों की एकता और राष्ट्र के प्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हजार से अधिक लोग हुए शामिल इस कार्यक्रम में 1,000 से अधिक लोग शामिल हुए, जिनमें से अधिकांश उत्साही युवा थे। पूरे शहर में भारत माता की जय के नारे और देशभक्ति के गीत गूंजे, जिससे गर्व और एकता का माहौल बना। इस महत्वपूर्ण अवसर ने त्राल के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तन को चिह्नित किया, जो अशांति के लिए जाना जाता है, क्योंकि यह शांति, प्रगति और राष्ट्रीय एकीकरण को गले लगाता है।
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भोपाल: मध्यप्रदेश में किसानों की लगातार अनदेखी और समस्याओं के समाधान में हो रही देरी के विरोध में भारतीय किसान संघ 5 फरवरी को वल्लभ भवन का घेराव करने का ऐलान किया है। भारतीय किसान संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सर्वज्ञ दीवान ने इस आंदोलन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दिन किसान संघ भोपाल में प्रदेश कार्यालय पर एक दिवसीय धरना देगा, इसके बाद वल्लभ भवन प्रशासनिक मुख्यालय का घेराव किया जाएगा। किसानों की स्थिति पर गंभीर चिंता: सर्वज्ञ दीवान ने कहा कि प्रदेश में किसानों की समस्याएं गंभीर रूप ले चुकी हैं और शासन-प्रशासन की लगातार अनदेखी के कारण किसानों की स्थिति दयनीय हो गई है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन न होने और प्रशासन की हठधर्मिता के कारण इन योजनाओं का किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक किसान संघ ने ग्राम, तहसील और जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन दिए हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। आंदोलन की जरूरत: दीवान ने कहा कि अगर सरकार ने अब भी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो भारतीय किसान संघ 5 फरवरी को भोपाल में प्रदेश कार्यालय पर धरना देगा और इसके बाद वल्लभ भवन का घेराव करेगा। इस आंदोलन का उद्देश्य सरकार पर दबाव डालना है ताकि किसानों की समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके। किसान संघ के इस आंदोलन से सरकार के खिलाफ किसानों का गुस्सा और असंतोष स्पष्ट रूप से सामने आ रहा है, और यह आगामी दिनों में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
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सिंगरौली: सिंगरौली जिले में 26 जनवरी की गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली ध्वजारोहण की तैयारियों को लेकर राजमाता चुन कुमारी स्टेडियम में फाइनल रिहर्सल का निरीक्षण कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला और पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने किया। इस दौरान एनसीसी, पुलिस जवानों, सीआईएसएफ और स्कूलों के बच्चों ने रिहर्सल में भाग लिया और अपनी तैयारियों का प्रदर्शन किया। कलेक्टर ने दी जानकारी: कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने इस निरीक्षण के बाद जानकारी दी कि 26 जनवरी को वे स्वयं झंडारोहण करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। यह रिहर्सल कार्यक्रम गणतंत्र दिवस के आयोजन के लिए अंतिम तैयारी का हिस्सा था और अधिकारियों ने इसे लेकर पूरी तैयारी सुनिश्चित की है। सुरक्षा और अनुशासन पर जोर: पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा और अनुशासन की महत्वपूर्णता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों और जवानों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि आयोजन के दौरान कोई असुविधा न हो और हर गतिविधि बिना किसी रुकावट के पूरी हो। सिंगरौली जिले में इस बार गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है, और अधिकारियों ने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं।
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अमरपाटन, 24 जनवरी 2025: अमरपाटन स्थित तक्षशिला एकेडमी में "फलसफा" वार्षिकोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया, जिसमें विद्यालय के छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष और अमरपाटन विधायक डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह उपस्थित रहे। वार्षिकोत्सव का उद्घाटन डॉ. सिंह ने शालीनता के साथ सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित करके किया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को प्रसिद्ध कवि रविंद्रनाथ टैगोर की ज्ञानवर्धक पंक्तियों से प्रेरित किया और शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान, तक्षशिला एकेडमी के छात्रों ने रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी शैक्षिक और सांस्कृतिक उत्कृष्टता का परिचय दिया। विशेष रूप से, बच्चों ने महाकुंभ और रामलला की झलकियों का शानदार मंचन किया, जिसने दर्शकों का दिल छू लिया। इसके अलावा, विद्यालय की एक और छात्रा शालिनी द्विवेदी को राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालय का नाम रोशन करने के लिए सम्मानित किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया, जो हमेशा समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह कार्यक्रम तक्षशिला एकेडमी के छात्रों और शैक्षिक उत्कृष्टता का उत्सव बन गया, और इसके माध्यम से विद्यालय की सफलता और सांस्कृतिक धरोहर को सशक्त रूप से प्रस्तुत किया गया।
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नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर प्रदेशभर में श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और विधायक रामेश्वर शर्मा ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। नेताजी को याद करते हुए नेताओं ने व्यक्त की श्रद्धांजलि: सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा, "नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश के लिए एक ऐसे नायक हैं जिन्होंने हर कदम पर राष्ट्रभक्ति की नई मिसाल पेश की। 1923 में आईसीएस की परीक्षा पास करना यह साबित करता था कि वे किसी भी बड़ी परीक्षा में सफल हो सकते थे, लेकिन उन्होंने अंग्रेजों की नौकरी को ठुकरा दिया। यह उनकी देशभक्ति का एक उदाहरण था, जिसने न केवल अंग्रेजों के मुंह पर तमाचा मारा, बल्कि भारतवासियों को भी एक नई दिशा दी।" प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, "आज का दिन भारत के नौजवानों के लिए ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि यह दिन एक ऐसे नेता की जन्म जयंती है जिन्होंने अपना हर क्षण देश के लिए समर्पित किया।"
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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर ग्वालियर के आदर्श गौशाला में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में ग्वालियर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अरविंद सक्सेना मौजूद रहे। इस विशेष अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में मलखंब कलाकारों ने अपना शानदार प्रदर्शन किया, जिससे उपस्थित दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। इसके अलावा, मंच पर सिख समाज के पांच गुरुओं का सम्मान भी किया गया। मुख्य अतिथि आईजी अरविंद सक्सेना ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। उनका मानना है कि इस प्रकार के आयोजनों से समाज में सकारात्मक बदलाव आते हैं और युवाओं को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जुड़ने का अवसर मिलता है। गौशाला के मुख्य संरक्षक ऋषभ देव महाराज ने कहा कि आदर्श गौशाला में निरंतर धार्मिक आयोजनों का आयोजन किया जा रहा है। इन आयोजनों में भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को प्रमुखता दी जाती है। इस मौके पर श्री राम जन्मोत्सव, विवाह उत्सव और गाय उत्सव एक साथ मनाए गए, जिससे धार्मिक माहौल और भी भव्य हो गया। कार्यक्रम में ग्वालियर के विभिन्न समाज के लोग शामिल हुए और इस अवसर पर धर्म, संस्कृति और समाज के विकास पर चर्चा की गई।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनका मंत्रिमंडल आज प्रयागराज पहुंचा, तय समय पर कैबिनेट की बैठक हुई और फिर सीएम योगी ने मंत्रियों के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई , सीएम और उनके सहयोगियों का गंगा स्नान का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी डुबकी लगाते समय बहुत प्रसन्न दिखाई दे रहे हैं , वे सब कितने प्रफुल्लित थे इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई डुबकी लगाने एक बाद सीएम और उनके मंत्री बालकों की तरह एक दूसरे पर पानी की बौछार करते और हंसी ठिठोली करते दिखाई दिए। योगी कैबिनेट की बैठक आज प्रयागराज में आयोजित की गई जिसमें कई अहम् प्रस्तावों पर मुहर लगी , सरकार ने कई घोषणाएं भी की जिनपर शीघ्र ही अमल करने की बात कही गई है, सीएम योगी ने महाकुंभ में आए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा पिछले एक सप्ताह में 9.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है वो अद्भुत है।
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रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आगाज हो गया है, ऐसे में रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम रेलवे ने यूपी, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश के रास्ते 12 महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है। इसके अलावा 7 ट्रेनें रद्द रहेंगी और 8 के रूट में बदलाव किया गया है।यात्री इन स्पेशल ट्रेनों के ठहराव की विस्तृत जानकारी रेलवे स्टेशन, रेल मदद नम्बर 139 अथवा ऑनलाइन माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं या फिर www.enquiry.indianrail.gov.in या NTES App पर जाकर भी डिटेल्स प्राप्त कर सकते हैं।
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रीवा: रीवा के शासकीय आयुर्वेद अस्पताल में इन दिनों लीच थेरेपी से कई बीमारियों का सफल इलाज हो रहा है। यह आयुर्वेद की एक प्राचीन पद्धति है, जो मरीजों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। आयुर्वेद की लीच थेरेपी पद्धति में जोंक का उपयोग शरीर के प्रभावित हिस्से से दूषित रक्त निकालने और दर्द कम करने के लिए किया जाता है। रीवा के शासकीय आयुर्वेद कॉलेज में इस पद्धति से चर्म रोग, घाव, कील-मुंहासे, नसों का फूलना और अन्य कई बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। जोंक के लार्वा में दर्द निवारक गुण होते हैं, जो मरीजों को राहत प्रदान करते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि यह प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार लाइलाज बीमारियों में भी कारगर साबित हो रहा है। इस पद्धति से इलाज कर रहे मरीजों को अच्छा परिणाम मिल रहा है, जो आयुर्वेद की इस पद्धति की प्रभावशीलता को प्रमाणित करता है।
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भोपाल में सोमवार से तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व की शुरुआत हो गई, जिसे अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और आयुर्वेद के महत्व पर चर्चा की। आयुर्वेद के महत्व पर सीएम मोहन यादव का भाषण मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आयुर्वेद की महत्ता को स्वीकार करते हुए कहा कि आयुर्वेद ने उनकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आयुर्वेद की प्रभावशीलता से वह शिक्षा मंत्री से मुख्यमंत्री बनने तक पहुंचे। इसके अलावा, उन्होंने 2028 में आयोजित होने वाले महाकुंभ के दौरान आयुर्वेद पर्व के आयोजन का ऐलान भी किया। आयुर्वेद के क्षेत्र में राज्य का विकास मुख्यमंत्री ने राज्य में आयुर्वेद के क्षेत्र को और बढ़ावा देने का वादा करते हुए कहा कि राज्य सरकार अगले कुछ वर्षों में 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज स्थापित करेगी। यह कदम राज्य में आयुर्वेद शिक्षा और उपचार के प्रसार में मदद करेगा। इस तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व के आयोजन से आयुर्वेद के महत्व को बढ़ावा देने और इसके उपचार प्रणाली को लोगों तक पहुंचाने का उद्देश्य है।
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रीवा: रीवा जिले के एक ऑटो चालक की बेटी ने कठिन मेहनत और लगन के साथ MPPSC परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल की और अपने डिप्टी कलेक्टर बनने के सपने को साकार किया। यह सफलता उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो उन्होंने अपनी कठिन मेहनत, समर्पण और संघर्ष के बल पर प्राप्त की। उन्होंने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता को दिया, जिन्होंने उन्हें हमेशा प्रेरित किया और मुश्किल हालात में भी उनका साथ दिया। इस सफलता ने उनके घर में खुशी का माहौल बना दिया है और रिश्तेदारों और मित्रों की बधाईयों का तांता लग गया है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का कारण बनी है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा बन गई है। यह कहानी दिखाती है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, चाहे परिस्थितियाँ जैसी भी हों।
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खातेगांव: प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत खातेगांव जनपद पंचायत के जामनेर ग्राम पंचायत में एक वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 153 गांवों के 15,420 लाभार्थियों को भू अधिकार पत्र वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में एसडीएम प्रिया चंद्रावत और अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत खातेगांव तहसील के 153 गांवों के पात्र लाभार्थियों को भू अधिकार पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर एसडीएम प्रिया चंद्रावत ने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह योजना उन परिवारों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है जिन्हें पहले अपने भूमि के अधिकारों का अभिलेख नहीं मिल पाया था। इस दौरान अधिकारियों ने स्वच्छता और नशा मुक्ति की शपथ भी दिलाई, जिससे ग्रामीणों को जागरूक करने की दिशा में भी एक कदम उठाया गया। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत यह कदम ग्रामीणों को उनके संपत्ति अधिकारों में सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हो रहा है।
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ग्वालियर: मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह एवं निकाह योजना के तहत ग्वालियर में एक भव्य सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 22 नवविवाहित जोड़ो के विवाह विधिपूर्वक सम्पन्न कराए गए और उन्हें 49 हजार रुपये का चेक और उपहार स्वरूप कुकर प्रदान किए गए। ग्वालियर में आयोजित इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में जल संसाधन मंत्री और प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने इस अवसर पर नवविवाहित जोड़ो को आशीर्वाद दिया और उन्हें नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इस तरह के सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित कर गरीब परिवारों की मदद कर रही है, ताकि शादी से जुड़े खर्चों में कमी लाई जा सके और समाज में बेहतर वातावरण बने। तुलसी सिलावट ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हर कन्या के नाम पर 49 हजार रुपये का चेक प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा, हर नवविवाहित जोड़े को एक कुकर उपहार के रूप में दिया जा रहा है, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार हो सके। इस आयोजन से न केवल गरीब परिवारों को शादी के खर्चों में मदद मिल रही है, बल्कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि प्रदेश सरकार गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
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मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को छतरपुर में जैन संत आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी महाराज से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री ने आचार्य से आध्यात्मिक चर्चा की और उनका आशीर्वाद लिया। उनका यह दौरा धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आध्यात्मिक चर्चा और आशीर्वाद की प्राप्ति शुक्रवार को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने छतरपुर के डेरापहाड़ी अतिशय क्षेत्र में आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी महाराज से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान मंत्री ने आचार्य के साथ 45 मिनट तक आध्यात्मिक विषयों पर गहन चर्चा की और उनका आशीर्वाद लिया। आचार्य श्री प्रसन्न सागर ने जीवन में विनम्रता और धार्मिक मूल्यों के महत्व पर जोर दिया। वहीं, मंत्री विजयवर्गीय ने आचार्य की तपस्या की सराहना करते हुए कहा कि छतरपुर को आचार्य जैसे महान संत पर गर्व होना चाहिए।
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प्रयागराज महाकुंभ में इस बार विशेष धार्मिक आयोजन होने जा रहे हैं, जिसमें बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी भाग लेंगे। बाबा बागेश्वर आगामी 25 जनवरी से 3 फरवरी तक महाकुंभ में 'हिंदू जगाओ, हिंदुस्तान बचाओ' अभियान के तहत विशेष कार्यक्रम आयोजित करेंगे। उनका यह कार्यक्रम महाकुंभ में धार्मिक जागरण का एक अहम हिस्सा बनेगा। हनुमान कथा और जागरण का विशेष आयोजन महाकुंभ के दौरान बाबा बागेश्वर संगम स्थित हनुमान मंदिर में तीन दिवसीय हनुमान कथा का आयोजन करेंगे। बाबा बागेश्वर ने महाकुंभ में जाने को लेकर कहा कि उन्हें हनुमान कथा कहने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इस बार वह 'हिंदू जगाओ, हिंदुस्तान बचाओ' के प्रण के साथ महाकुंभ में डुबकी लगाएंगे। यह कथा देशभर में एकजुटता और जागरूकता का संदेश देने के लिए आयोजित की जा रही है। 'हिंदू जगाओ, हिंदुस्तान बचाओ' अभियान को बढ़ावा देने की कोशिश धीरेंद्र शास्त्री ने इस आयोजन को लेकर कहा कि महाकुंभ में करीब 40 करोड़ भक्त आएंगे, और अगर 2 करोड़ लोग भी जाग गए, तो समझिए देश जाग चुका है। उनका उद्देश्य है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हर हिंदू को जागरूक किया जाए, ताकि देश को एक मजबूत और संगठित दिशा मिल सके।
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बिंदुखत्ता में आयोजित उत्तरायणी कौतिक और मेला समिति के पांच दिवसीय कार्यक्रम का समापन उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायकों की शानदार प्रस्तुतियों के साथ हुआ। इस समापन कार्यक्रम में प्रसिद्ध लोक गायक जितेंद्र तोमक्याल, लोक गायिका बेबी प्रियंका, और अन्य कलाकारों ने अपनी आवाज़ से समां बांध दिया। श्रद्धालु इन गीतों का आनंद लेते हुए पूरी रात थिरकते रहे। लोक संगीत से रंगी रातें लोक गायक जितेंद्र तोमक्याल की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और उनके गीतों ने एक अद्भुत ऊर्जा उत्पन्न की। बेबी प्रियंका ने कुमाउँनी लोकगीतों की प्रस्तुतियों से श्रोताओं को अपनी आवाज़ के जादू में बांध लिया। इनके अलावा, पुष्कर मेहर और नीलम गंगोला ने भी अपने गीतों से कार्यक्रम को और भी जीवंत बना दिया। संस्कृतिक समागम की झलक संस्कृत विभाग से आई टीमों ने कुमाउँनी, गढ़वाली और नेपाली गीतों की प्रस्तुति दी, जो क्षेत्रीय संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण था। यह कार्यक्रम उत्तराखंड की लोक धरोहर को संजोते हुए दर्शकों को संगीत के माध्यम से एक अद्भुत सांस्कृतिक अनुभव प्रदान कर रहा था।
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बनबसा में कस्टम विभाग ने 12000 किलो चाइनीज लहसुन को जब्त किया, जो नेपाल से भारत लाया जा रहा था। यह लहसुन दो ट्रॉलियों में खटीमा क्षेत्र के रास्ते भारत में प्रवेश कर रहा था। पकड़े गए लहसुन को खटीमा तहसील परिसर में लाकर नष्ट कर दिया गया और मिट्टी में दफन कर दिया गया। कस्टम अधिकारी मुकेश साहू ने बताया कि यह लहसुन चीन से था और नेपाल के रास्ते भारत लाया जा रहा था। गाजियाबाद कस्टम ने इसे पकड़ा, और जांच में यह पाया गया कि इस लहसुन में चार प्रकार की बीमारियां हैं, जो भारत में फैल सकती हैं। भारत सरकार ने 2025 में इस पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन फिर भी यह लहसुन नेपाल से लगातार भारत में लाया जा रहा था। अधिकारी ने चेतावनी दी कि यदि ये बीमारियां मिट्टी में फैल जाएं, तो उनका इलाज बहुत कठिन होगा। खटीमा उपजिलाधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट ने भी बताया कि प्रतिबंधित लहसुन को कस्टम विभाग ने उनके सुपुर्द किया था, जिसे वे नष्ट कर रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की हानि से बचा जा सके।
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दुनिया भर में प्रसिद्ध व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर जू में एक और सफेद बाघ का आगमन हुआ है। यह बाघ दो मादा सांभर के बदले ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान से लाया गया है। अब मुकुंदपुर जू में कुल चार सफेद बाघ हो गए हैं, जिनमें से रघु, सोनम और टीपू पहले से मौजूद थे। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से मिली अनुमति के बाद यह सफेद बाघ ग्वालियर से मुकुंदपुर लाया गया। फिलहाल इसे क्वॉरेंटाइन बाड़े में रखा गया है और डॉक्टर की निगरानी में रखा जाएगा। नए बाघ का नामकरण अभी नहीं हुआ है, और इसे पूरी तरह से फिट होने के बाद अन्य बाघों के साथ रखा जाएगा। इस नए सफेद बाघ के आगमन से मुकुंदपुर जू की सफेद बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो इस सफारी को और भी आकर्षक बना देगा। यह कदम जू के संरक्षण और शोध कार्यक्रमों के लिए महत्वपूर्ण है, जिससे सफेद बाघों की प्रजनन दर में भी सुधार हो सकता है।
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नेमावर में आयोजित मां नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा के स्वागत समारोह के दौरान सिद्धनाथ तट पर विशेष कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर मां नर्मदा की आरती करने के बाद दुग्धाभिषेक किया गया। विधायक आशीष शर्मा ने समर्थ दादा गुरु के सान्निध्य में मां नर्मदा को 851 मीटर लंबी चुनरी समर्पित की। इस आयोजन में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी पहुंचे और दादा गुरु से आशीर्वाद लिया। दादा गुरु इस यात्रा के दौरान 'एक धर्म, एक राष्ट्र' की भावना को फैलाते हुए मां नर्मदा की तीसरी बार पद परिक्रमा कर रहे हैं। अब तक उन्होंने लगभग 1400 किमी की यात्रा पूरी की है। 1551 दिनों से निराहार व्रत रखने वाले दादा गुरु ने कहा कि वृक्षों की सेवा करने से तीर्थ यात्रा का पुण्य और पितरों को शांति मिलती है। उन्होंने मां नर्मदा की परिक्रमा को जीवन को दिशा देने वाली साधना बताया। विधायक आशीष शर्मा ने अपने जन्मदिन पर दादा गुरु के साथ इस यात्रा को मनाया। खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने दादा गुरु की तपस्या की सराहना करते हुए कहा कि ये संत अपने जीवन को सृष्टि और धरा की सेवा में समर्पित कर रहे हैं। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्यप्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा और नर्मदा के किनारे सभी शहरों में गंदगी को बाहर किया जाएगा ताकि नर्मदा मैया के पवित्र जल को संरक्षित किया जा सके।
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जनपद पीलीभीत के न्यूरिया हुसैनपुर में 15 जनवरी को बाबा श्याम की भव्य निशान यात्रा का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर बाबा श्याम के भक्तों ने पूरे श्रद्धा भाव से उनका गुणगान किया और यात्रा में शामिल होकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। यात्रा का आयोजन श्री श्याम मंदिर मझोला के द्वितीय स्थापना दिवस के अवसर पर किया गया, जो हर साल इस दिन को धूमधाम से मनाते हैं। यात्रा का मुख्य आकर्षण बाबा श्याम के भक्तों द्वारा उनके भव्य गुणगान का था। रैली में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और बाबा श्याम के भजनों पर झूमते हुए नगर भ्रमण किया। श्री कृष्ण माधव मंदिर ने दी शुभारंभहर वर्ष की तरह इस साल भी श्री कृष्ण माधव मंदिर न्यूरिया हुसैनपुर से निशान यात्रा की शुरुआत की गई। यात्रा के दौरान श्याम मंडल के कई कार्यकर्ता भी मौजूद रहे, जिन्होंने यात्रा को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रैली का मार्ग नगर के प्रमुख क्षेत्रों से होते हुए बाबा श्याम के मंदिर की ओर अग्रसर हुआ। यात्रा में शामिल भक्तों ने जयकारों के साथ बाबा श्याम की आराधना की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस भव्य यात्रा के दौरान मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया गया था, जो पूरे क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बना। एकता और श्रद्धा का प्रतीकयह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज में एकता और प्रेम का संदेश भी देती है। हर साल की तरह इस बार भी यात्रा में बाबा श्याम के भक्तों ने मिलकर अपने सामूहिक विश्वास और श्रद्धा का प्रदर्शन किया। इस धार्मिक आयोजन से नगर में एक सकारात्मक वातावरण बना और बाबा श्याम के भक्तों ने एक साथ मिलकर उनकी पूजा-अर्चना की, जो इस यात्रा की सफलता का मुख्य कारण रहा।
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भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने मंत्रिमंडल के साथ 27 जनवरी से 1 फरवरी तक जापान की यात्रा पर रहेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश लाना है, ताकि राज्य में विकास और रोजगार के अवसर बढ़ सकें। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में जापान भी रहेगा पार्टनर नगर निगम मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जानकारी दी कि 24-25 फरवरी को मध्य प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट आयोजित की जाएगी, जिसमें इंग्लैंड, जर्मनी और जापान जैसे देशों को पार्टनर के रूप में शामिल किया गया है। विजयवर्गीय के अनुसार, इस समिट के जरिए राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित किया जाएगा, जिससे न केवल आर्थिक विकास होगा बल्कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। निवेश और रोजगार के अवसर मध्य प्रदेश सरकार की यह पहल प्रदेश के विकास के लिए अहम साबित हो सकती है। जापान की यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जापानी निवेशकों से राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए मुलाकात करेंगे, जिससे आने वाले समय में उद्योग, व्यापार और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। यह ग्लोबल समिट प्रदेश के विकास को नई दिशा
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ग्वालियर: ग्वालियर शहर की साइबर सेल पुलिस ने पिछले तीन महीने में 675 मोबाइल फोन बरामद किए, जो चोरी, लूट या गुम हो गए थे। बुधवार दोपहर को इन मोबाइलों को उनके असली मालिकों को सौंपने का कार्य किया गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक (एसपी) धर्मवीर सिंह ने प्रमुख भूमिका निभाई। इस अवसर पर चार ऐसे लोगों का भी सम्मान किया गया जिन्होंने लावारिस हालत में मिले मोबाइलों को उठाकर पुलिस तक पहुंचाया। एसपी ने दी जानकारी एसपी धर्मवीर सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक साल में ग्वालियर शहर में 4756 मोबाइल खोने की शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से 3738 मोबाइलों को ब्लॉक कराया गया, जबकि 2793 मोबाइलों को रिकवर किया गया। इन रिकवर हुए मोबाइलों में से 2092 मोबाइल अपने मालिकों को वापस किए गए। एसपी ने बताया कि इन मोबाइलों को ट्रेस करने के लिए दूरसंचार विभाग के CEIR (Central Equipment Identity Register) के माध्यम से मदद ली गई थी और देशभर के विभिन्न राज्यों से इन मोबाइलों को बरामद किया गया। साइबर सेल की तत्परता और कार्रवाई ग्वालियर साइबर सेल की इस सफल कार्रवाई ने स्थानीय लोगों को राहत प्रदान की है और यह इस बात का प्रमाण है कि पुलिस का सिस्टम तकनीकी रूप से मजबूत हो चुका है, जो चोरी और खोए हुए मोबाइल को ट्रेस करने में मददगार साबित हो रहा है। इस दौरान, चार ऐसे नागरिकों का सम्मान भी किया गया जिन्होंने ईमानदारी से लावारिस मोबाइलों को उठाकर पुलिस को सौंपा। यह कदम नागरिकों को समाज में सहयोग और कानून के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में प्रेरित करता है।
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पीएम मोदी ने मुंबई के नेवी डॉकयार्ड में नौसेना के 3 अग्रणी युद्धपोतों INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वाघशीर को राष्ट्र को समर्पित किया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि नए युद्धपोत राष्ट्र की सुरक्षा को ताकत देंगे। भारत नेवी को सशक्त करने की दिशा में आज एक बड़ा कदम उठा रहा है। हमारी नौसेना ने सैकड़ों लोगों की जान बचाई है। पीएम ने कहा कि तीनों सेनाओं ने आत्मनिर्भरता के मंत्र को अपनाया है। भारत विस्तारवाद नहीं, विकास के भाव के साथ आगे बढ़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत पूरे विश्व और खासकर ग्लोबल साउथ में एक भरोसेमंद और जिम्मेदार साथी के रूप में पहचाना जा रहा है। मेड इन इंडिया हैं युद्धपोत पीएम ने कहा कि भारत पर दुनिया का भरोसा बढ़ रहा है। हम पूरी दुनिया को परिवार मानते हैं। पीएम ने कहा कि यह गर्व की बात है कि सभी तीन फ्रंटलाइन नौसैनिक मेड इन इंडिया हैं। आज का भारत दुनिया में एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में उभर रहा है। पीएम ने कहा कि आज भारत की समुद्री विरासत, नौसेना के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए बहुत बड़ा दिन है। छत्रपति शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि पर हम 21वीं सदी की नौसेना को मजबूत करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम उठा रहे हैं। ये पहली बार है जब एक विध्वंसक, एक फ्रिगेट और एक पनडुब्बी, ये तीनों मिलकर काम कर रहे हैं। पीएम ने छत्रपति शिवाजी महाराज का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने नौसेना को नया सामर्थ्य और विजन दिया था। गौरतलब है कि तीन प्रमुख नौसैनिक लड़ाकू जहाजों का बेड़े में शामिल होना भारत के रक्षा क्षेत्र में एक बड़ा योगदान है, जिससे भारत रक्षा विनिर्माण और समुद्री सुरक्षा में वैश्विक नेता बनने की राह में आगे बढ़ेगा।
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मैहर, 14 जनवरी 2025: पलक गुप्ता ने मिस मध्य प्रदेश 2025 का खिताब जीतकर अपने जिले का नाम रोशन किया है। इंदौर के जार्डिन होटल में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में पलक ने अपनी खूबसूरती, आत्मविश्वास और प्रतिभा से सभी का दिल जीत लिया। पलक की इस सफलता से मैहर जिले में खुशी का माहौल है और लोग उनके परिजनों के साथ मिलकर इस उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं। पलक की सफलता का राजमैहर के रामनगर की निवासी पलक गुप्ता ने इस प्रतियोगिता में अपनी अविश्वसनीय सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास को प्रमुख कारण बताया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच एलेसिया राउत और अंजलि राउत से प्रशिक्षण प्राप्त किया था। पलक, रामनगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी महेंद्र गुप्ता की बेटी हैं। पलक ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। मैंने बहुत मेहनत की और इस दौरान मुझे हर कदम पर मेरे परिवार, कोच और आयोजकों का भरपूर समर्थन मिला। यह खिताब मैं अपने माता-पिता, कोच, भाई-बहन और दोस्तों को समर्पित करती हूं।" पलक की इस उपलब्धि ने न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे मैहर जिले को गर्व महसूस कराया है।
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राजनांदगांव, 14 जनवरी 2025: राजनांदगांव में सड़क सुरक्षा माह के दौरान यातायात जागरूकता अभियान को एक नया आयाम मिला है। इस पहल के तहत शहर के प्रमुख चौकों पर नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया गया और साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात रथ के माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है। नुक्कड़ नाटकों से जागरूकता फैलाने की कोशिशराजनांदगांव में यातायात पुलिस ने गंज चौक, नंदई चौक और दुर्गा चौक जैसे प्रमुख स्थानों पर नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया। इन नाटकों में यमराज और चित्रगुप्त के पात्रों के माध्यम से लोगों को हेलमेट पहनने और यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। इन प्रस्तुतियों ने जनता को यह एहसास दिलाया कि सड़क सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है। ग्रामीण इलाकों में यातायात रथ की पहलग्रामीण इलाकों में भी सड़क सुरक्षा संदेश को पहुंचाने के लिए यातायात रथ का उपयोग किया गया। गठुला, भेड़ी कला और ठाकुर टोला जैसे स्थानों पर रथ के माध्यम से पंपलेट बांटकर लोगों को सड़क दुर्घटनाओं से बचने के उपायों के बारे में बताया गया। यातायात पुलिस ने सभी से अपील की है कि वे हेलमेट पहनें, तीन सवारी न करें और सीट बेल्ट का उपयोग करें। यह अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि राजनांदगांव के सभी नागरिक सुरक्षित और जागरूक रहें।
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ग्वालियर, 14 जनवरी 2025: ग्वालियर में शासकीय स्कूलों के छात्रों के लिए आयोजित "अनुगूँज महोत्सव" में कला और संस्कृति का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला। इस महोत्सव का उद्देश्य बच्चों को भारतीय कला और संस्कृति से जोड़ना है, और इस बार यह महोत्सव ग्वालियर के कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कत्थक नृत्य के माध्यम से भगवान श्री राम के जीवन और उनके किरदार का मंचन किया गया, जिसने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और सभागार को राममय बना दिया। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पिछले चार वर्षों से शासकीय स्कूलों के बच्चों को कला और संस्कृति से जोड़ने के लिए यह महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस बार के महोत्सव में कत्थक, मणिपुरी नृत्य, संगीत वाद्ययंत्रों की विभिन्न प्रस्तुतियों के साथ-साथ बच्चों द्वारा नाट्य प्रस्तुतियां भी दी गईं। विशेष रूप से, बेटी बचाओ पर आधारित नाटक ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश दिया। लोक शिक्षण विभाग के संयुक्त संचालक दीपक पांडेय ने कहा, "इस तरह के आयोजनों से बच्चों में ऊर्जा का संचार होता है, और उन्हें राष्ट्रीय स्तर के मंच पर प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है, जो कला और संगीत में रुचि रखते हैं।" कई बच्चों ने इस महोत्सव के दौरान बताया कि वे भविष्य में कला और संगीत के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
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प्रदेश सरकार के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और विस्तार सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का स्पष्ट लक्ष्य है कि प्रदेश के हर कोने तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचें, और इस दिशा में उनकी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसके तहत, आयुष्मान भारत निरामयम योजना के विस्तार और पात्र व्यक्तियों को नि:शुल्क गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार काम कर रही है। आयुष्मान भारत निरामयम योजना: गरीबों के लिए एक ऐतिहासिक पहल आयुष्मान भारत निरामयम योजना, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक ऐतिहासिक पहल है, जो गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह योजना केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का विस्तार है और इसका उद्देश्य राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। इस योजना में राज्य ने उल्लेखनीय प्रगति की है। प्रतिदिन 4,000 से अधिक लाभार्थियों को मुफ्त में उपचार दिया जा रहा है, और राज्य एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से पात्र व्यक्तियों को मुफ्त परिवहन प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ ही, निरामयम प्रोत्साहन योजना में पंजीकृत होने वाले प्रत्येक प्रकरण के लिए चिकित्सक और उपचार करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। स्वास्थ्य लाभ पैकेज 2.2: अस्पतालों की गुणवत्ता में सुधार मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में, राज्य सरकार रोगी कल्याण समितियों में जमा हुई राशि से अस्पतालों के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के प्रयास कर रही है। इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य लाभ पैकेज 2.2 कार्यक्रम को अपनाकर अस्पतालों को इलाज के लिए पर्याप्त पैकेज लागत उपलब्ध कराई जा रही है। आयुष्मान भारत योजना का प्रभाव अब तक कई लोग आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेकर अशासकीय अस्पतालों में अपना मुफ्त इलाज करवा चुके हैं। इस योजना के जरिए इन सभी लोगों को बेहतर इलाज मिला और उन्होंने इलाज के लिए कोई राशि नहीं दी। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से उनका इलाज पूरी तरह से मुफ्त हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह दृढ़ संकल्प है कि मध्य प्रदेश के हर नागरिक को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान और सस्ती हो, और यह योजना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश को उन्नत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें से एक सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश को नई दिशा प्रदान करना है। बिजली की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए, सरकार ने सौर परियोजना प्रोजेक्ट को लॉन्च किया है, जो न केवल ऊर्जा की बचत करेगा, बल्कि गरीबों के बिजली बिल में भी कमी लाएगा। मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा का नया दौर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 3,520 करोड़ रुपये की लागत से आगर और नीमच में स्थापित 880 मेगावाट की सौर परियोजना का लोकार्पण किया। इस परियोजना के माध्यम से मध्य प्रदेश सहित सात राज्यों में स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति की जाएगी, जो पर्यावरण को भी बचाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनका लक्ष्य है कि 2030 तक प्रदेश की आधी ऊर्जा की आवश्यकताओं को सौर ऊर्जा से पूरा किया जाए। इसके अलावा, किसानों को सशक्त बनाने के लिए एक लाख सौर पंप भी वितरित किए जाएंगे, जिससे सिंचाई के क्षेत्र में क्रांति आएगी और किसानों को बहुत राहत मिलेगी। पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भर ऊर्जा उत्पादन यह सौर ऊर्जा परियोजना पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और मध्य प्रदेश को ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाएगी। सरकार की सौर ऊर्जा पहल से मिली राहत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयासों के चलते अब किसानों से लेकर आम आदमी तक को बिजली के बिलों के मामले में राहत मिल रही है। सरकार की सोलर एनर्जी पहल लोगों के खर्चे कम करने के साथ-साथ उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का कारण भी बन रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ा रहा है, जिससे प्रदेशवासियों को न केवल आर्थिक लाभ मिल रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी संरक्षित किया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के युवाओं को सक्षम और सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के पदों में वृद्धि करने का बड़ा संकल्प लिया है, ताकि युवा आत्मनिर्भर बन सकें और प्रदेश के विकास में योगदान दे सकें। नई दिशा में तेज़ी से काम शुरू मध्य प्रदेश सरकार ने युवा पीढ़ी के लिए एक नई दिशा तय की है, और इस दिशा में कार्य तेज़ी से शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि आगामी पांच वर्षों में राज्य सरकार दो लाख सत्तर हजार सरकारी पदों पर भर्ती करेगी। यह भर्ती प्रक्रिया प्रदेश के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर साबित होगी, क्योंकि इन पदों के लिए लगभग एक लाख विज्ञापन इस साल ही जारी किए जाएंगे। रोजगार और विकास के नए अवसर यह कदम न केवल रोजगार के अवसरों को बढ़ाएगा, बल्कि राज्य में युवा शक्ति को अपने हुनर को साबित करने का मौका भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया से राज्य के युवाओं को अपनी क्षमताओं को निखारने और विकास में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में मिशन मोड में काम करते हुए विकास के नए आयाम तय किए हैं, जिससे हर युवा को आगे बढ़ने और अपनी क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के इस संकल्प से मध्य प्रदेश के युवाओं को उम्मीद की नई किरण मिली है, और वे अब आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक मजबूत कदम उठा सकते हैं।
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मध्य प्रदेश सरकार ने जर्मनी के साथ एक नई साझेदारी की पहल की है, जिसका उद्देश्य व्यापार, उन्नत तकनीक, ग्रीन एनर्जी और निवेश को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस साझेदारी को प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो न केवल व्यापार बल्कि तकनीकी और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी विकास के नए द्वार खोलेगा। नई साझेदारी से होंगे विकास के नए अवसर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह साझेदारी केवल व्यापार तक सीमित नहीं होगी, बल्कि जर्मनी की उन्नत तकनीक और मध्य प्रदेश के समृद्ध प्राकृतिक और मानव संसाधनों का संयोजन राज्य में विकास की नई संभावनाएं उत्पन्न करेगा। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश अब भारत के सबसे तेज़ी से विकसित होने वाले राज्यों में से एक है। बीते दशक में राज्य की अर्थव्यवस्था तीन गुना बढ़ी है, और विकास दर दहाई अंकों में बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश अब "पावर सरप्लस" राज्य बन चुका है, और उद्योगों के लिए पर्याप्त पानी की गारंटी भी प्रदान करता है। इसके अलावा, राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है, जहां उद्योगों के लिए भूमि की कोई कमी नहीं है। मध्य प्रदेश ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भी अग्रणी है, जो पर्यावरण अनुकूल और टिकाऊ उत्पादों के निर्माण में सहायक है। सरल प्रक्रियाएँ और निवेश का आकर्षण मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए 2,000 से अधिक बाधाओं को खत्म कर दिया है। उन्होंने निवेशकों को विश्वास दिलाया कि राज्य में हर परियोजना की व्यक्तिगत रूप से मॉनिटरिंग की जाती है, जिससे निवेशकों को कोई परेशानी नहीं होगी। इसके साथ ही, मध्य प्रदेश ने राष्ट्रीय रोड शो और रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से 25 बिलियन यूरो का निवेश आकर्षित किया है। मुख्यमंत्री ने आगामी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में निवेशकों को आमंत्रित किया, जो 24 और 25 फरवरी को भोपाल में आयोजित होगी। भारत-जर्मनी संबंधों को मजबूत करने की अपील इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने भारत और जर्मनी के सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने की अपील की। उन्होंने मैक्स मूलर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस साझेदारी से दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे, जिससे दोनों पक्षों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के लिए निवेश के सुनहरे अवसरों का स्वागत करते हुए सभी निवेशकों को राज्य में आने का निमंत्रण दिया।
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ग्वालियर के ऐतिहासिक व्यापार मेले में भारत की सबसे बड़ी प्रदर्शनी 'बच्चे बचाओ आन्दोलन' का उद्घाटन ग्वालियर महापौर शोभा सतीश सिकरवार ने किया। इस अवसर पर गांधीवादी डॉ. देवेंद्र शर्मा भी उपस्थित रहे। 'बच्चे बचाओ आन्दोलन' की प्रदर्शनी प्रदर्शनी के संयोजक विष्णु कान्त शर्मा ने बताया कि 'शोर मचाओ, बच्चे बचाओ आन्दोलन' प्रदर्शनी 1000 वर्ग फुट में लगाई गई है, और अनुमान है कि अगले 45 दिनों में लाखों लोग इसे देखेंगे। इस प्रदर्शनी में ग्वालियर सहित प्रदेशभर में बच्चों, महिलाओं और बेटियों पर हो रहे अन्याय की स्थिति को आंकड़ों के साथ दर्शाया गया है, ताकि सरकार इन मामलों को गंभीरता से लेकर ठोस कदम उठाए। प्रदर्शनी में यह संदेश भी दिया गया है कि बच्चों की शिक्षा में सुधार किया जाए, ताकि उन्हें बेहतर भविष्य मिल सके। इसके अलावा, प्रदर्शनी की शुरुआत में 'गौमाता बचाओ आन्दोलन' के तथ्यों को भी प्रमुखता से रखा गया है, जो एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दा है। यह प्रदर्शनी न केवल सामाजिक जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास है, बल्कि यह सरकार और समाज को बच्चों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के लिए अधिक संवेदनशील बनाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
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खातेगांव: खातेगांव वन परिक्षेत्र में स्कूली बच्चों के लिए 'अनुभूति कैंप' का आयोजन किया गया, जहाँ छात्रों ने जंगल का भ्रमण कर वनों के महत्व को नजदीक से समझा। इस आयोजन में भाजपा नेता बलराम थोरी और वन्य प्राणी अभिरक्षक जगदीश मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस कैंप में ओलंबा हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं ने जंगल और वनों की अद्भुत दुनिया को करीब से देखा। ग्राम ओलंबा माता टेकरी पर आयोजित इस कैंप का उद्देश्य बच्चों में वनों के प्रति जागरूकता फैलाना और उन्हें वनों के महत्व को समझाना था। मास्टर ट्रेनर वंदना ठाकुर ने बताया कि यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश ईको-टूरिज्म विकास बोर्ड के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रवीण डेरा ने प्रथम स्थान, सिमरन लक्ष्मी नारायण ने दूसरा स्थान, और संजय सुखराम ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों ने वनों की रक्षा करने की शपथ ली। इस विशेष आयोजन से बच्चों को प्रकृति और पर्यावरण के प्रति एक नई दृष्टि मिली, और वे अब वनों के संरक्षण के महत्व को अधिक गहरे से समझते हैं।
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सिद्दीकगंज: सिद्दीकगंज के पीएम श्री शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बच्चों की स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान किया गया और उन्हें उचित सलाह और मार्गदर्शन भी दिया गया। स्वास्थ्य शिविर में विकासखंड चिकित्सा अधिकारी जी.डी. सोनी और बी.एल.ओ. मोहन श्रीवास्तव ने बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण सलाह दी। इस दौरान छात्रों को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया, जिससे उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अहमियत समझाई गई। विद्यालय के प्राचार्य गौरीशंकर वर्मा ने इस शिविर के आयोजन में चिकित्सा दल का स्वागत किया और उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। यह कार्यक्रम बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के प्रति प्रेरित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
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हल्द्वानी: 28 जनवरी से 14 फरवरी तक हल्द्वानी के मिनी स्टेडियम में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। नैनीताल के मुख्य विकास अधिकारी अशोक पांडेय ने इस बैठक में खेल विभाग और इवेंट कंपनी के साथ मिलकर तैयारियों की समीक्षा की। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने राष्ट्रीय खेलों की सफलता के लिए सभी विभागों के बीच बेहतर समन्वय और समयबद्ध कार्य की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय खेलों में करीब 2000 खिलाड़ी और डेलीगेट्स के आने की संभावना है, इसलिए सभी कार्यों को समय पर पूरा करना बेहद जरूरी है। अशोक पांडेय ने संबंधित विभागों को चेतावनी दी कि यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पूरा नहीं हुआ, तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने इवेंट कंपनी और खेल विभाग को मिलकर कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि आयोजन पूरी तरह से सफल हो सके। यह बैठक 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है, और आयोजकों द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद अब तैयारियों को तेज़ी से पूरा करने की उम्मीद है।
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बिंदुखत्ता: द हंस फाउंडेशन ने एक बार फिर समाज सेवा का शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया है, जब उन्होंने निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में फाउंडेशन की मोबाइल मेडिकल टीम ने 120 से अधिक नेत्र रोगियों की आंखों की जांच की और उन्हें आवश्यक उपचार प्रदान किया। इस विशेष शिविर का आयोजन बिंदुखत्ता में किया गया, जहाँ फाउंडेशन की मोबाइल मेडिकल टीम ने नेत्र रोगियों की जांच की, साथ ही मोतियाबिंद के ऑपरेशन और चश्मों के लिए लाभार्थियों का चयन भी किया। यह शिविर विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र रोगियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया। फाउंडेशन के परियोजना समन्वयक देवेंद्र पासवान ने बताया कि नैनीताल जनपद में चार मोबाइल मेडिकल टीमों द्वारा नियमित स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को आसान बनाना और लोगों को त्वरित इलाज प्रदान करना है। यह निःशुल्क नेत्र शिविर न केवल नेत्र रोगियों के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ, बल्कि फाउंडेशन की सामाजिक जिम्मेदारी और सेवा भाव को भी दर्शाता है। ऐसे शिविरों के जरिए द हंस फाउंडेशन समाज में जागरूकता फैलाने और जरूरतमंदों की मदद करने में निरंतर प्रयासरत है।
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खटीमा, उत्तराखंड: खटीमा में कुमाऊं संस्कृति उत्थान समिति द्वारा आयोजित उत्तरायणी कौतिक का भव्य शुभारंभ किया गया। इस सात दिवसीय आयोजन की शुरुआत एक शानदार शोभायात्रा से हुई, जो कुमाऊं की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत संगम प्रस्तुत कर रही है। शोभायात्रा का हुआ आयोजन उत्तरायणी कौतिक की शुरुआत कृषि ग्राउंड से हुई शोभायात्रा के साथ हुई, जो डिग्री कॉलेज रोड, खटीमा मुख्य मार्ग, पीलीभीत रोड, टनकपुर रोड और सितारगंज रोड होते हुए मेला ग्राउंड में समाप्त हुई। इस शोभायात्रा में कलश यात्रा और लोकगीतों का अद्भुत नजारा देखने को मिला। विभिन्न विद्यालयों और सामाजिक संस्थाओं के बच्चों ने इस यात्रा में भाग लिया, जिससे आयोजन का रंग और भी खास हो गया। कला का अनोखा प्रदर्शन इस साल के उत्तरायणी कौतिक में दूर-दूर से आए कलाकार और लोक गायक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। मेला ग्राउंड में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए हैं, जहां व्यापारी अपने उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं। इन स्टॉल्स पर स्थानीय शिल्प, कला और अन्य उत्पादों की खरीदारी की जा सकती है। कुमाऊं की सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव उत्तरायणी कौतिक एक ऐसा मंच है जहां कुमाऊं की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित किया जाता है। इस आयोजन के माध्यम से न केवल कुमाऊं की लोक परंपराओं का संरक्षण हो रहा है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक अद्भुत अनुभव भी है। यह आयोजन अगले सात दिनों तक जारी रहेगा, और इस दौरान कुमाऊं की लोक संस्कृति और कला के विभिन्न रूपों का प्रदर्शन होगा।
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मध्य प्रदेश में जल संकट के समाधान और कृषि विकास को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने 20 साल पुराना जल विवाद सुलझाते हुए पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदी जोड़ो परियोजना का शुभारंभ किया। यह परियोजना मालवा-चंबल क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगी और इसके माध्यम से क्षेत्र के जल संसाधनों का समुचित उपयोग किया जाएगा। 72 हजार करोड़ की लागत से होगा ऐतिहासिक परिवर्तनमध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार के बीच 'पार्वती- कालीसिंध- चंबल नदी जोड़ो परियोजना' के त्रिपक्षीय अनुबंध की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस परियोजना की लागत 72 हजार करोड़ रुपये है और यह मालवा-चंबल क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक सौगात मानी जा रही है। इस योजना के तहत मध्य प्रदेश के 11 जिलों की 6 लाख हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि सिंचित होगी, जिससे किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा मिलेगी और कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। पेयजल आपूर्ति और जल संकट का समाधानइस परियोजना से 40 लाख से अधिक आबादी को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा, जो जल संकट से प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी राहत का कारण बनेगा। इसके साथ ही, जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जल परिवहन के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने की योजना है, जिससे औद्योगिक गतिविधियों और कृषि कार्यों को भी बढ़ावा मिलेगा। बाढ़ और सूखे की समस्याओं का समाधानपार्वती- कालीसिंध- चंबल नदी जोड़ो परियोजना से बाढ़ और सूखे की समस्याओं का भी समाधान होगा, जो क्षेत्रीय विकास में अहम भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण में भी इस परियोजना का महत्वपूर्ण योगदान होगा, क्योंकि जल के समुचित प्रबंधन से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होगा।
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मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार हर क्षेत्र में विकास के लिए निरंतर कार्यरत है, और महिलाओं के सशक्तिकरण को इसके केंद्र में रखा गया है। मोहन सरकार ने महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाओं को लागू किया है, जिनका उद्देश्य उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। इन योजनाओं में एक महत्वपूर्ण योजना है 'लाडली बहना योजना', जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए शुरू की गई है। लाडली बहना योजना: महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदमलाडली बहना योजना को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में पेश किया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार पात्र महिलाओं के खाते में हर महीने 1250 रुपये जमा करती है। यह राशि महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर होता है और वे आत्मनिर्भर बनती हैं। योजना के पात्रता मानदंड और लाभलाडली बहना योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है जिनकी आयु 21 से 60 वर्ष के बीच हो और जिनके परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक न हो। इसके अलावा, महिला या उसके परिवार का कोई सदस्य आयकर दाता नहीं होना चाहिए, और परिवार के किसी सदस्य को केंद्र या राज्य सरकार के किसी विभाग में नौकरी नहीं करनी चाहिए। यह योजना महिलाओं को वित्तीय सहायता के साथ-साथ समाज में सम्मान और आत्मनिर्भरता भी प्रदान करती है। महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदानमोहन सरकार की महिला हितैषी योजनाओं के तहत, महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, रोजगार और वित्तीय सहायता जैसी सभी जरूरी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इन योजनाओं ने लाखों महिलाओं को आत्मनिर्भर बना दिया है और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। लाडली बहना योजना के माध्यम से, महिलाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर अवसर मिले हैं, जिससे उनकी भागीदारी इन क्षेत्रों में बढ़ी है। इसके अलावा, इस योजना से उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त हुई है, जिससे वे न केवल अपने परिवार की भलाई में योगदान कर रही हैं, बल्कि अपने जीवन को नई दिशा भी दे रही हैं।
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मध्य प्रदेश सरकार लगातार कृषि उत्पादन को बढ़ाने और जल संकट के समाधान के लिए कार्य कर रही है। इसी कड़ी में, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केन-बेतवा लिंक परियोजना का शुभारंभ किया है। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी, जिससे कृषि, पेयजल और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। विशेष रूप से, यह परियोजना पिछड़े बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर दोनों को बदलने में अहम भूमिका निभाएगी। नदी जोड़ो अभियान और केन-बेतवा परियोजनानदी जोड़ो अभियान का उद्देश्य भारत की विभिन्न नदियों को जोड़कर जल संसाधनों का समुचित उपयोग करना और जल संकट को कम करना है। इस दिशा में, मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत छतरपुर और पन्ना जिलों में केन नदी पर बांध बनाए जा रहे हैं। बांध की ऊंचाई 77 मीटर और लंबाई 2.13 किलोमीटर होगी। इस परियोजना का कुल लंबाई 221 किलोमीटर है। इसके पूरा होने से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बड़े इलाकों में जल संकट को कम किया जाएगा और कृषि क्षेत्र में सिंचाई की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस परियोजना को राज्य की पहली बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि इसके पूरा होने से मध्य प्रदेश की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। किसानों की आय में सुधार और औद्योगिक लाभकेन-बेतवा परियोजना के तहत जल संसाधनों की बेहतर उपलब्धता के कारण कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी, जिससे किसानों की आय में भी सुधार होगा। इसके साथ ही, औद्योगिक विकास के लिए भी यह परियोजना महत्वपूर्ण साबित होगी, क्योंकि उद्योगों को जल आपूर्ति में सुधार होगा। इस योजना के अंतर्गत सूखे हुए जल स्रोतों को पुनर्जीवित किया जाएगा और उनका संरक्षण किया जाएगा ताकि पर्यावरण में संतुलन बना रहे। स्थानीय समुदायों की भागीदारी को बढ़ावा देते हुए जल संसाधनों के संरक्षण और प्रबंधन में उन्हें सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा। नदी जोड़ो अभियान की सफलता और भविष्य की दिशाकेन-बेतवा परियोजना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार का यह प्रयास भारत के जल संकट को कम करने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना की सफलता से राज्य और देश दोनों को लंबे समय तक फायदा होगा, और यह भारतीय जल प्रबंधन की एक मिसाल बनेगी। बाइट- मोहन यादव, मुख्यमंत्री मप्रमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, "केन-बेतवा लिंक परियोजना मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह परियोजना कृषि, जल आपूर्ति, और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में नई दिशा प्रदान करेगी और इस क्षेत्र के लोगों की जीवनशैली को सुधारने में मदद करेगी।" केन-बेतवा परियोजना और नदी जोड़ो अभियान मध्य प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे, जिससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि उद्योगों को भी बेहतर जल आपूर्ति मिलेगी।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी पत्नी के साथ मथुरा यात्रा की, जहां उन्होंने श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर और बांके बिहारी मंदिर के दर्शन किए। यह यात्रा उनके धार्मिक समर्पण और कृष्ण भक्ति को दर्शाती है। दर्शन के बाद, मुख्यमंत्री ने बाजार से लड्डू गोपाल की प्रतिमा भी खरीदी, जो उनके कृष्ण प्रेम को प्रतीक रूप में दिखाता है। गोकुल और वृंदावन में दर्शन और सांस्कृतिक अनुष्ठान की सराहनामुख्यमंत्री ने मथुरा यात्रा के दौरान गोकुल और वृंदावन के दर्शन भी किए और इन धार्मिक स्थानों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इन क्षेत्रों में आयोजित सांस्कृतिक अनुष्ठानों की सराहना की, जो भारतीय संस्कृति और धार्मिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए किए गए हैं। मध्यप्रदेश में कृष्ण से जुड़े तीर्थ स्थलों का विकासमीडिया से बातचीत के दौरान, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें भगवान श्री कृष्ण के जन्मस्थान के दर्शन का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि भगवान कृष्ण से जुड़े प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसका उद्देश्य इन स्थलों को बेहतर रूप से संजोना और पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाना है, ताकि लोग इन धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। मुख्यमंत्री की इस यात्रा से न केवल उनकी कृष्ण भक्ति का परिचय मिलता है, बल्कि यह भी साबित होता है कि मध्यप्रदेश सरकार धार्मिक स्थलों के विकास को लेकर गंभीर है और भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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पूरे 12 वर्षों बाद महाकुंभ मेला लगता है। यह सबसे बड़ा और प्रमुख धार्मिक अनुष्ठान होता है। इस साल प्रयागराज की धरती पर महाकुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। महाकुंभ का आंरभ 13 जनवरी 2025 से होगा। महाकुंभ में त्रिवेणी में स्नान करने के लिए देश-विदेश से तीर्थयात्री आएंगे। धार्मिक मान्यता है कि महाकुंभ में गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं और उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। यूं तो महाकुंभ में हर दिन स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है लेकिन कुंभ में शाही स्नान का खास महत्व होता है। शाही स्नान के दिन स्नान करने के लिए लाखों- करोड़ों की संख्या में तीर्थयात्री जुटते हैं। तो आइए जानते हैं कि शाही स्नान कब-कब किया जाएगा। महाकुंभ 2025 शाही स्नान की तिथियां शाही स्नान की तिथियों को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। तो आज हम आपको बताएंगे कि पहला शाही स्नान कब किया जाएगा और इस बार महाकुंभ में कुल कितनी शाही स्नान पड़ेगी। तो आपको बता दें कि महाकुंभ 2025 में कुल 3 शाही स्नान की तिथि है, जिसमें से पहला शाही स्नान मकर संक्रांति के दिन यानी 14 जनवरी को किया जाएगा। इसके बाद दूसरा शाही स्नान 29 जनवरी 2025, मौनी अमावस्या के दिन संपन्न होगा। वहीं आखिरी और तीसरा शाही स्नान बसंत पंचमी के दिन किया जाएगा।
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इनर व्हील क्लब ने शासकीय प्राथमिक विद्यालय के बच्चों और वहां की बस्ती के बच्चों के साथ मिलकर कैंसर अवेयरनेस रैली का आयोजन किया। इस रैली में बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और रैली के दौरान लोगों को कैंसर और तंबाकू के खतरों के बारे में जागरूक किया। रैली के दौरान जागरूकता संदेश रैली के दौरान बच्चों ने कैंसर के खिलाफ कई जागरूकता स्लोगन वाले पोस्टर पकड़े हुए थे, जैसे "कैंसर को निमंत्रण मत दीजिए", "गुटका तंबाकू का सेवन बंद कीजिए", "बीमारी नहीं, महामारी है कैंसर, दुनिया पर भारी है" और अन्य संदेशों के साथ लोगों को समझाया गया। रैली के दौरान बच्चों ने रास्ते में मिले लोगों को गुटका और तंबाकू खाने से बचने के लिए जागरूक किया। डिस्ट्रिक्ट ISO विनीता जैन का संदेश इस दौरान डिस्ट्रिक्ट ISO विनीता जैन ने बच्चों से यह भी कहा कि वे अपने घरों में दादा, चाचा या अन्य परिवार के लोगों से तंबाकू का सेवन बंद करने की अपील करें। इस पहल का उद्देश्य समाज में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना और तंबाकू जैसी आदतों से बचने के लिए लोगों को प्रेरित करना है।
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मध्यप्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग की नई पहल 'अनुगूँज 2025' का आगाज होने जा रहा है, जो गरीब और वंचित छात्रों को कला और संस्कृति से जोड़ने का एक अनूठा कदम है। इस पहल के जरिए सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को अपनी कला और संस्कृति की पहचान बनाने का अवसर मिलेगा और वे अपनी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित कर सकेंगे। 'अनुगूँज 2025' में क्या खास होगा? 10 जनवरी को ग्वालियर के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार में होने वाले इस कार्यक्रम में धार्मिक, सामाजिक और देशभक्ति से जुड़े नाट्य, संगीत, नृत्य, वाद्य और गायन प्रस्तुतियां होंगी। इस कार्यक्रम के रिहर्सल जारी हैं, और शिक्षा विभाग के अधिकारी इसे बच्चों की प्रतिभा को निखारने का एक महत्वपूर्ण साधन मानते हैं। शिक्षा विभाग का दृष्टिकोण शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक दीपक पांडे के अनुसार, 'अनुगूँज 2025' बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने और अपने हुनर को साकार करने का अवसर प्रदान करेगा। इस पहल से बच्चों को न केवल कला में उन्नति का मौका मिलेगा, बल्कि यह उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा। दीपक पांडे, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण की बाइट 'अनुगूँज 2025' के जरिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है, जो आने वाले समय में बच्चों के भविष्य को संवारने और उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने में मदद करेगा।
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प्रदेश में तेज सर्दी का दौर जारी है, और सर्दी के कारण शाम होते ही सड़कों पर कोहरा छा जाता है, जिससे विजिबिलिटी में भारी कमी आ जाती है। इसके चलते सड़क हादसों के होने की संभावना बढ़ जाती है, खासकर तब जब सड़कों पर मवेशी घूमते हैं, जो चालकों को दिखाई नहीं देते और दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। छतरपुर पुलिस का खास कदम ठंड के मौसम में सड़क हादसों को रोकने के लिए छतरपुर पुलिस ने एक विशेष उपाय शुरू किया है। पुलिस अब मवेशियों के सींगों पर रेडियम लगाने का काम कर रही है ताकि वाहन चालकों को घने कोहरे में भी मवेशी दिखाई दे सकें। इस पहल का उद्देश्य सड़क हादसों को कम करना है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मवेशी बिना देखे जा रहे होते हैं और चालकों को परेशानी होती है। यातायात पुलिस और पशु प्रेमियों की साझेदारी इस काम को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए यातायात पुलिस ने पशु प्रेमियों के साथ मिलकर मवेशियों के सींगों और गले में रेडियम लगाने की प्रक्रिया शुरू की है। इससे मवेशियों को दूर से ही पहचानना आसान होगा और दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। इस उपाय से ठंड में सर्दी और कोहरे के बीच सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी, और यह एक सकारात्मक कदम है, जो दुर्घटनाओं को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा।
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भोपाल, 8 जनवरी: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज राज्य स्तरीय युवा महोत्सव कार्यक्रम के समापन समारोह में 'पार्थ' योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए स्वर्णिम भविष्य की नींव रखने का काम करेगी। 'पार्थ' योजना का उद्देश्य और लाभमुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस योजना के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि 'पार्थ' योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना, पुलिस, पैरा मिलिट्री बलों में भर्ती के लिए युवाओं को शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश के युवा अपने भविष्य को संवारने में सक्षम होंगे और यह उन्हें आत्मनिर्भर और राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करेगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस योजना के माध्यम से युवाओं को न केवल शारीरिक मजबूती प्राप्त होगी, बल्कि मानसिक रूप से भी वे तैयार होंगे, जिससे वे विभिन्न सरकारी और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी। एमपी आईपी पोर्टल और युवाओं के लिए अन्य योजनाएंइस दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि 'एमपी आईपी पोर्टल' (मध्य प्रदेश इंटर्नशिप पोर्टल) युवाओं के कौशल विकास और करियर मार्गदर्शन के लिए तैयार किया जाएगा। यह पोर्टल प्रदेश के युवाओं को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा जहां वे अपने करियर के लिए दिशा-निर्देश और रोजगार से जुड़ी जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 'युवा प्रेरक अभियान' के माध्यम से सशक्त और समृद्ध युवा समाज को प्रेरित किया जाएगा। इसके जरिए, युवाओं को अपने जीवन में बेहतरीन अवसरों के बारे में बताया जाएगा, ताकि वे विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें। नए कदम, नया उत्साहमुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह भी जोड़ा कि इस तरह की योजनाओं से युवाओं को अपने जीवन में नई दिशा मिलेगी और वे प्रदेश को गर्व महसूस कराएंगे। उन्होंने कहा कि युवा राष्ट्र के कर्णधार होते हैं, और जब वे शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त होते हैं, तो वे अपने राज्य और देश के विकास में अहम योगदान दे सकते हैं। इस योजना की शुरुआत से राज्य के युवाओं में नया उत्साह और उमंग देखने को मिलेगा, क्योंकि उन्हें अब एक सशक्त और समृद्ध भविष्य की दिशा में काम करने के लिए जरूरी समर्थन और संसाधन मिलेंगे।
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रीवा: रीवा जिले के गिरीश कुमार पटेल ने प्राइवेट नौकरी छोड़कर खेती के क्षेत्र में कदम रखा और अपने काम से एक नई पहचान बनाई है। गिरीश अब अपने घर में ही अमरूद की खेती कर रहे हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। उनकी सफलता ने न केवल उन्हें, बल्कि पूरे गांव को प्रेरित किया है। नौकरी छोड़कर खेती का रास्ता अपनाया: आजकल लोग सरकारी या प्राइवेट नौकरी की ओर भागते हैं, लेकिन गिरीश कुमार पटेल ने इस आम रास्ते को छोड़कर कुछ अलग करने का निर्णय लिया। गिरीश ने भोपाल से एमसीए की डिग्री प्राप्त करने के बाद एक साल तक प्राइवेट नौकरी की, लेकिन जब उन्हें समझ में आया कि उनका दिल खेती में लगता है और वह अपने माता-पिता के पास रहकर कुछ अलग करना चाहते हैं, तो उन्होंने नौकरी छोड़ दी। अमरूद की खेती से कमाया मुनाफा: गिरीश ने कई जगह से जानकारी लेकर अपने घर के पास स्थित पांच एकड़ जमीन में इलाहाबादी सफेद अमरूद की खेती शुरू की। यह किस्म काफी मांग में है, और अब वह अच्छी खासी आमदनी कमा रहे हैं। उनका बगीचा इस समय फल-फूल रहा है, और उन्होंने यह साबित कर दिया कि खेती भी एक लाभकारी व्यवसाय हो सकता है। गिरीश की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर इंसान कुछ करने की ठान ले, तो वह किसी भी क्षेत्र में सफलता पा सकता है, चाहे वह खेती हो या कोई अन्य काम।
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सिंगरौली: सिंगरौली जिले में इन दिनों भीषण ठंड पड़ रही है, जिससे लोग तीखी ठंड से परेशान हैं। ऐसे में सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने एक मानवीय पहल दिखाते हुए जनसुनवाई के दौरान ठंड से कांपते लोगों को कंबल वितरित किए, जिससे वे राहत महसूस कर सके। कलेक्ट्रेट में मानवीय पहल: सिंगरौली कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने कुछ ऐसे आवेदनकर्ताओं से मुलाकात की, जिनकी आवाज और हाथ ठंड के कारण कांप रहे थे। इन सभी की परेशानियों को समझते हुए कलेक्टर ने तुरंत कंबल मंगवाए और उन्हें वितरित किया। इस कदम से न केवल आवेदनकर्ताओं को राहत मिली, बल्कि कलेक्टर की मानवीय भावना का भी एहसास हुआ। लोगों ने किया धन्यवाद: कंबल प्राप्त करने के बाद बुजुर्गों और अन्य लोगों ने कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला का धन्यवाद किया। उनकी इस पहल से ठंड में ठिठुरते लोगों को राहत मिली और उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई। यह कदम जिले के अधिकारियों द्वारा जनकल्याण के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है। यह पहल सिंगरौली कलेक्टर के नेतृत्व में एक मानवीय दृष्टिकोण का उदाहरण पेश करती है, जो न केवल प्रशासन की जिम्मेदारियों को निभाता है, बल्कि जनसुविधाओं के प्रति भी संवेदनशील है
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उत्तराखंड के खटीमा की रहने वाली कविता पांडेय ने योगा के क्षेत्र में अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए न केवल अपने शहर, बल्कि पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। हाल ही में देहरादून में आयोजित राज्य स्तरीय योगा प्रतियोगिता में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया, जिससे उनके कौशल और मेहनत का स्पष्ट प्रमाण मिलता है। कविता पांडेय की सफलता: कविता पांडेय ने योग गुरु बाबा रामदेव के विद्यालय से योग की शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने कई बार योगा प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते हैं और अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भी उन्होंने अपनी योग्यता का लोहा मनवाया है। इस सफलता से उनका नाम और भी चमका है, और उन्होंने योग की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। राज्य में योग की दिशा में प्रोत्साहन: कविता की इस सफलता से यह स्पष्ट होता है कि राज्य में योग के क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। इस प्रकार की सफलता को देखकर हमें राज्य स्तर पर और अधिक ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता से उभर सकें और योग के क्षेत्र में और अधिक उपलब्धियाँ हासिल कर सकें। कविता पांडेय की यह उपलब्धि न केवल उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि यह पूरे राज्य के लिए गर्व का कारण बन गई है। उनकी सफलता से प्रेरित होकर अन्य बच्चों को भी योग में रुचि लेने और अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिल सकता है।
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भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसमें सभी सरकारी कर्मचारियों से उनकी अचल संपत्ति का पूरा ब्यौरा देने की मांग की गई है। यह कदम खासतौर पर भोपाल में धन कुबेर सौरभ शर्मा पर की गई कार्रवाई के बाद उठाया गया है। अब सभी सरकारी कर्मचारियों को अपनी संपत्ति का विवरण 31 जनवरी तक जमा करना अनिवार्य होगा। इस आदेश का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आदेश का मुख्य बिंदु: सरकारी कर्मचारियों को अपनी अचल संपत्ति का विवरण प्रस्तुत करना होगा, जिसमें उनकी सैलरी, पद और ज्वाइनिंग से पहले की संपत्ति की पूरी जानकारी शामिल होगी। इसके अलावा, संपत्ति खरीदने की कीमत और उसकी वर्तमान मूल्य का भी उल्लेख करना अनिवार्य है। यदि किसी संपत्ति से आय हो रही है, तो उसे भी विवरण में शामिल करना पड़ेगा। यह आदेश पारदर्शिता और सरकारी कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। सरकार का मानना है कि इस कदम से सरकारी सेवा में पारदर्शिता बढ़ेगी और किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जित करने की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। सख्त कार्रवाई का संकेत: सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस आदेश का पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकारी कर्मचारियों के द्वारा संपत्ति का सही ब्यौरा न देने या जानकारी छिपाने पर सजा और अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
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एमपी बोर्ड से 10वीं और 12वीं की परीक्षा से रहे विद्यार्थियों के लिए ये बड़ी खबर है, इस साल परीक्षाओं को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बड़ा बदलाव किया है, बोर्ड ने परीक्षाओं के पैटर्न को ही बदल दिया है, अब नये पैटर्न के मुताबिक अब 10वीं के प्रत्येक विषय का पेपर 75 अंक का होगा और 12वीं के विषयों का पेपर 80 अंक का होगा। MP Board ने नए पैटर्न वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार से बोर्ड परीक्षाओं का पैटर्न बदल दिया है, परिवर्तन के बाद अब 10वीं की परीक्षा के प्रत्येक विषय के पेपर के लिए 75 अंक निर्धारित किये गये हैं जबकि आन्तरिक मूल्यांकन के लिए 25 अंक होंगे, इसी तरह 12वीं की परीक्षा के प्रत्येक विषय के पेपर 80 अंक के और आन्तरिक मूल्यांकन 20 अंक का होगा, इसके अलावा जो विषय प्रेक्टिकल वाले हैं उनकी परीक्षा 70 अंकों की होगी और प्रेक्टिकल मार्क्स 30 नम्बर के होंगे।
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज मंगलवार को सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में अहम कैबिनेट बैठक सम्पन्न हुई । वर्ष 2025 में होने वाली इस पहली बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा की गई । इसके अलावा किसानों की आय दुगुनी करने के साथ युवाओं के रोजगार लेकर भी बड़े फैसले लिए गए । कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मोहन कैबिनेट बैठक के फैसलों की जानकारी दी। बैठक में 16 वें फाइनेंस कमिशन को लेकर भी चर्चा की गई। यूनियन कार्बाइड के कचरे जलाए जाने को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि कोर्ट ने 6 हफ्ते का समय दिया है सामाजिक लोगों और बुद्धिजीवी से चर्चा की जाएगी।सीएम ने सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों से सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के सम्बन्ध में चल रहे विकास कार्यों के संबंध में विस्तृत चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए। कैबिनेट बैठक में लिए गए ये अहम फैसले कैबिनेट ने 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद जयंती से ‘स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन’ शुरू करने का फैसला किया है। इसमें तीन विभाग की भागीदारी रहेगी।इसका मकसद युवाओं का सर्वांगीण विकास होगा। इस मिशन के माध्यम से युवाओं को शिक्षा, कौशल और रोजगार के क्षेत्र में जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।मूल रूप से तकनीकी शिक्षा कौशल विभाग इसे हेड करेंगे।अंतर्गत दिव्यांग, किसान परिवार, युवतियां और सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े युवाओं पर फोकस किसानों की आय को दोगुनी करने को लेकर, मछली उत्पादन और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में काम किया जाएगा। दूध की पैकिंग से लेकर दूध की चिलिंग तक की प्रक्रिया के लिए काम करेंगे। मध्यप्रदेश स्टेट कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के बीच अनुबंध होगा। इसमें प्रोफेशनल लोगों को जोड़ा जाएगा। इसमें दूध के उत्पादन के लिए साथ-साथ उसकी पैकेजिंग के लिए मार्केटिंग को भी शामिल किया गया है। सांची ब्रांड को पूरे देश में पहचान बनाने के लिए काम किया जाएगा। ये किसान की आमदनी बढ़ाने का एक बहुत बड़ा जरिया हो सकता है।दूग्ध का संकलन अभी 10 लाख है, इसे हम 20 लाख करेंगे। कुल वार्षिक आय 1700 करोड़ से बढ़कर 3500 करोड़ तक हो जाएगी।सांची ब्रांड को एक महत्वपूर्ण ब्रांड बनाएंगे। रोजगार सृजन करने का भी अवसर होगा,सही नस्ल के पशुधन की खरीदे इसके लिए भी सरकार काम कर रही है। उनको लोन दिलवाने का भी काम सरकार करेगी। हर गांव के भीतर एक सहकारी समिति भी होना चाहिए, जिसमें दूध उत्पादन हर गांव में होना चाहिए। 5 साल के लिए 1500 करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया जाएगा। एससी, एसटी युवाओं को कोचिंग देने के साथ गैर एससी-एसटी स्टूडेंट्स को भी कोचिंग देने का काम किया जाएगा। युवाओं से संवाद करने और क्षमता बढ़ाने का काम होगा। आवश्यक वित्तीय प्रबंध किए जाएंगे। कलेक्शन सेंटर की संख्या और उनकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। पशुधन खरीदने के लिए कोऑपरेटिव सेक्टर के माध्यम से लोन दिलाने का काम किया जाएगा। अगले पांच साल में मध्य प्रदेश सरकार 1500 करोड़ का खर्च करेगी। गांव में पशुधन के साथ उसके गोबर से खाद कैसे बनाना है और उससे आर्गेनिक खेती कैसे करें इसके लिए भी गांव के किसानों को तैयार करेंगे। कैबिनेट बैठक में 16वां फाइनेंस कमीशन आ रहा है। फाइनेंशियल सपोर्ट केंद्र से मिले इसके लिए चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को किस प्रकार से 5 साल के भीतर फाइनेंस कमीशन की तरफ से फंड मिल सकता है, इस पर काम करने को कहा है। युवाओं को नई दिशा और कौशल का सही जानकारी दी जाए। इसके लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए काम किया जा रहा है। कैबिनेट के बाद सीएम लेंगे कई अहम बैठकें आज मंगलवार को कैबिनेट बैठक के साथ मुख्यमंत्री अलग-अलग विभागों की समीक्षा भी करेंगे। दोपहर 3 बजे से गौशालाओं के गोवंश तो अनुदान राशि के वृद्धि के संबंध में और दोपहर 3:30 से ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक करेंगे। 4:30 से सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण विभाग की मीटिंग आयोजित होगी।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वास्थ्य सेवाओं का सशक्तीकरण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। उनका उद्देश्य प्रदेश के हर कोने में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है, ताकि हर जिले में मेडिकल कॉलेज हों, अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध हों और पर्याप्त स्वास्थ्य कर्मी तैनात हों। इस उद्देश्य को लेकर मुख्यमंत्री ने 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स को 'पीएम जनमन अभियान' के तहत रवाना किया है, जो प्रदेश के दुर्गम और दूरस्थ क्षेत्रों में घर-घर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाएंगी। 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स का मिशन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये यूनिट्स दूरस्थ और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित क्षेत्रों में लोगों को ओपीडी, रोग निदान, उपचार और दवाइयां जैसी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगी। इन यूनिट्स में प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी और अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध रहेंगे, ताकि ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों के लोग भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें। 21 जिलों में क्रांतिकारी बदलाव मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुताबिक, इस पहल से 21 जिलों के 87 विकासखंडों के 1268 ग्रामों के लगभग 3,12,246 लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन जिलों में अनूपपुर, अशोकनगर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, दतिया, डिंडौरी, गुना, ग्वालियर, कटनी, मंडला, मुरैना, नरसिंहपुर, सतना, शहडोल, श्योपुर, सीधी, शिवपुरी, जबलपुर, रायसेन, उमरिया और विदिशा शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं में एक क्रांतिकारी बदलाव आएगा, खासकर उन क्षेत्रों में जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। उन्होंने इस पहल को प्रदेश के दुर्गम इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की दिशा में बड़ा कदम मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्तीकरण के लिए 46,000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती को स्वीकृति दी जा चुकी है। उनका मानना है कि सशक्त स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा किसी भी क्षेत्र को विकास की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ाती हैं। इस पहल के तहत, प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में किसी भी प्रकार की कमी न हो, ताकि मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित किया जा सके।
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समूचे देश में आज यानी 6 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह जयंती मनाई जा रही है। गुरु गोबिंद सिंह की जयंती सिख समुदाय के लोगों के बीच एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है या यूं कहें कि बेहद खास दिन होता है। गुरु जी का जन्म नौवें गुरु तेग बहादुर जी और माता गुजरी के घर 22 दिसम्बर 1666 को पटना, बिहार में हुआ था। बता दें कि गुरु गोबिंद सिंह जयंती की गणना चंद्र कैलेंडर के अनुसार की जाती है। इस साल उनकी 356वीं जयंती 6 जनवरी को मनाई जा रही है। खालसा पंथ की स्थापना गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी। गुरु गोबिंद साहिब ने खालसा पंथ के सदस्यों को पंज ककार (पांच प्रतीक) धारण करने के लिए कहा था। जो कि निम्नलिखि हैं: केश कंघा कड़ा कच्छा कृपाण क्या थे उनके उपदेश बचन करकै पालना- गुरु गोबिंद सिंह जी का कहना है कि जीवन में अगर आप किसी को वचन देते हैं, तो उस पर खरे उतरें और उसका पालन करें। परदेसी, लोरवान, दुखी, मानुख दि यथाशक्त सेवा करनी- इसका अर्थ है कि किसी भी बाहरी नागरिक, परेशान व्यक्ति, विकलांग और जरूरमंद लोगों की मदद करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। इन सभी की सेवा सबसे पहले करें। धन, जवानी, तै कुल जात दा अभिमान नहीं करना- इसका अर्थ है कि जवानी, जाति, धन और कुल धर्म का कभी भी जीवन में अहंकार नहीं करना चाहिए। गुरुबानी कंठ करनी- गुरुबानी को कंठस्थ करना सबसे जरूरी है। गुरु गोबिंद सिंह जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में जाना जाता है। गुरु गोबिंद सिंह एक आध्यात्मिक गुरु, योद्धा, दार्शनिक और कवि थे। उन्होंने बता दें कि हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म पौष माह में शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 1723 संवत को हुआ था।
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सनातन धर्म में माघ महीने की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से होती है। इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और मां तुलसी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस पवित्र महीने में स्नान, दान और गरीबों को भोजन कराना अत्यंत शुभ माना गया है। विधिपूर्वक श्री हरि की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और मां लक्ष्मी का आगमन होता है। माघ महीने के दौरान कुछ खास नियमों का पालन किया जाता है। इनका पालन करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर हो सकती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल माघ माह की शुरुआत 14 जनवरी से होगी और इसका समापन 12 फरवरी को होगा। इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश और मुंडन जैसे मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे। साथ ही चारों ओर खुशहाली का माहौल बनेगा। माघ महीने में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करना, गीता का पाठ करना, पवित्र नदियों में स्नान करना और मां तुलसी को जल अर्पित कर उनकी पूजा करना फलदायक माना जाता है।
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28वें राज्यस्तरीय युवा उत्सव का उद्घाटन मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल के टी टी नगर स्टेडियम में किया। यह कार्यक्रम 3 दिनों तक चलेगा, और इसका समापन 8 जनवरी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में होगा। राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन यह उत्सव 7 विभिन्न विधाओं में राज्यस्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित करेगा। इन प्रतियोगिताओं में 10 संभागों के लगभग 350 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इन युवा प्रतिभाओं की कला और कौशल को मंच प्रदान किया जाएगा। विजेताओं का राष्ट्रीय युवा उत्सव में चयन युवा उत्सव की प्रतियोगिताओं में विजेता बनने वाले प्रतिभागी 12 जनवरी को दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय युवा उत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में शामिल होंगे और मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह उनके लिए एक बड़ा सम्मान और अवसर होगा। राज्यस्तरीय युवा उत्सव ने मध्य प्रदेश के युवा मंचों पर अपनी कला और प्रतिभा का प्रदर्शन करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान किया है।
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मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की 1.29 करोड़ लाभार्थी बहनों के लिए महत्वपूर्ण खबर है।अगले हफ्ते में योजना की 20वीं किस्त जारी होने वाली है। आमतौर पर हर महीने की 10 तारीख को योजना की किस्त जारी की जाती है, हालांकि त्यौहारों और स्पेशल मौकों को देखते हुए समय से पहले भी किस्त जारी कर दी जाती है। अबतक योजना की 19 किस्तें जारी हो चुकी है । दरअसल, लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए चलाई जा रही बड़ी योजनाओं में से एक है, इसे पिछली शिवराज सरकार द्वारा मई 2023 में शुरू किया गया था, पहले 1000 रुपए दिए जाते है लेकिन अब 1250 रुपए महीना के हिसाब से महिलाओं को सालाना 15,000 रुपये मिलते हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल और महेश परमार ने लाड़ली बहना योजना का मुद्दा उठाते हुए नए पंजीकरण और राशि 1250 से 3000 रुपए करने के बारे में सरकार से सवाल किया था , तब मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा था कि राज्य सरकार अगले चार सालों में ₹3000 की राशि तक पहुंचाने के अपने चुनावी वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।इससे पहले भी सीएम कई बार कह चुके है कि 1250 रुपए से 3 हजार रुपए और इसे बढ़ाकर 5000 तक लेकर जाएंगे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें नमो भारत ट्रेन कॉरिडोर का भी विस्तार शामिल है। पीएम मोदी ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का भी उद्घाटन किया, जिससे पश्चिमी दिल्ली और हरियाणा के उत्तर-पश्चिम हिस्सों में कनेक्टिविटी में सुधार होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 12,200 करोड़ रुपये की लागत वाली कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत ट्रेन कॉरिडोर का विस्तार शामिल है। अब दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा काफी आसान हो जाएगी और यात्रियों को केवल 40 मिनट में मेरठ से दिल्ली तक यात्रा करने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही, दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का पहला खंड भी उद्घाटित किया गया, जो पश्चिमी दिल्ली और हरियाणा के नाथूपुर को जोड़ने वाले इस कॉरिडोर से कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा। इसके अलावा, पीएम मोदी ने केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान के नए भवन की आधारशिला भी रखी, जो करीब 185 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा।
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बस्तर के वरिष्ठ पत्रकार मुकेश चंद्राकर की वीभत्स हत्या का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर दिया है। बस्तर के आईजी पी. सुंदर राज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले के राज खोले हैं। बस्तर में वरिष्ठ पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या का राज अब खुल चुका है। आईजी पी. सुंदर राज ने इस जघन्य अपराध से जुड़े चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि ठेकेदार के मुंशी रामटेके और उसके भाई रितेश चंद्राकर ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। दोनों ने मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया और फिर सबूत मिटाने की कोशिश की। मामले में सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और गहराई से जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया है। बस्तर में इस हत्याकांड ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।
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भोपाल (4 जनवरी, 2025): मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश को 2030 तक अपनी ऊर्जा आवश्यकता का आधा हिस्सा सोलर ऊर्जा से प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके तहत, राज्य सरकार ने नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी वृद्धि के लिए कदम उठाए हैं और निवेशकों को भी प्रोत्साहित किया है। नवकरणीय ऊर्जा की दिशा में राज्य सरकार के प्रयासमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अगुवाई में राज्य सरकार नवकरणीय ऊर्जा, विशेषकर सोलर ऊर्जा, के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। सरकार ने आम जनता और किसानों को सौर्य ऊर्जा के लाभ के बारे में जागरूक करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। डॉ. यादव का मानना है कि मध्यप्रदेश 2030 तक अपनी कुल ऊर्जा आवश्यकता का 50 प्रतिशत सोलर एनर्जी से प्राप्त करेगा। सोलर ऊर्जा और अन्य परियोजनाएंसीएम यादव ने चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट और एक्सपो समारोह में राज्य में क्लीन और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में किए गए कार्यों का प्रेजेंटेशन दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, "मध्यप्रदेश असंभव को संभव करने की क्षमता रखता है और हम प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 12 वर्षों में मध्यप्रदेश की नवकरणीय ऊर्जा क्षमता में 4 गुना वृद्धि हुई है और अब राज्य की कुल ऊर्जा क्षमता में 21 प्रतिशत नवकरणीय ऊर्जा का योगदान है। मुख्यमंत्री का बयानडॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा, "आगर-शाजापुर-नीमच में 1500 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क निर्माणाधीन है। इसके साथ ही, माँ नर्मदा पर ओंकारेश्वर में 600 मेगावाट क्षमता की दुनिया की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना विकसित की गई है। इसमें 200 मेगावाट की परियोजना के पैनल लगाए जा चुके हैं, जो जल के वाष्पीकरण को कम करने में मदद करेगा।" नई योजनाएं और विकासमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मिशन मोड में 2025 तक सभी शासकीय भवनों पर सोलर रूफटॉप लगाने का लक्ष्य है। इसके अलावा, आगर, धार, अशोकनगर, भिंड, शिवपुरी और सागर जिलों में 15,000 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है, जहां 7,500 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की जाएगी। साथ ही, उज्जैन, आगर, धार, मंदसौर और रतलाम में 3,000 मेगावाट पवन ऊर्जा स्थापित करने का भी लक्ष्य है। राज्य सरकार पंप हाइड्रो ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं के सुगम विकास के लिए मौजूदा पंप हाइड्रो कार्य योजना में आवश्यक बदलाव करने पर विचार कर रही है, ताकि प्रदेश में निवेशकों के लिए माहौल और भी बेहतर हो सके।
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प्रयागराज (4 जनवरी, 2025): मशहूर फिल्म अभिनेता रजा मुराद हाल ही में प्रयागराज कुंभ में शामिल होने के लिए एमपी-यूपी बॉर्डर से गुजर रहे थे, जब उन्होंने रास्ते में लहराते सरसों के खेत देखे। इन खूबसूरत दृश्यों को देखकर रजा मुराद ने अपनी कार रुकवाने का फैसला किया। कार से बाहर निकलकर उन्होंने खेतों की खूबसूरती का जमकर आकलन किया और उसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी। अभिनेता रजा मुराद ने अपने अनुभव को अपने फेसबुक पर लाइव आकर साझा किया, जहां उन्होंने विंध्य क्षेत्र की सुंदरता की तारीफ की। रजा मुराद ने खेतों के दृश्य को देखते हुए कहा, "यह दृश्य बहुत ही अद्भुत है और सचमुच मन को शांति देने वाला है।" युवाओं ने किया अभिनेता का स्वागत रजा मुराद की कार रुकते ही वहां के स्थानीय युवा उनका स्वागत करने के लिए दौड़े और फिल्म अभिनेता से मिलने के लिए एकत्र हो गए। देखते ही देखते उनकी एक बड़ी भीड़ बन गई। इस दौरान युवाओं ने रजा मुराद के साथ समय बिताने के पल को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया। अभिनेता ने इस मौके का भरपूर लाभ उठाया और युवाओं के साथ मिलकर चाय की चुस्की ली। रजा मुराद ने इस क्षेत्र के लोगों से बातचीत की और उनकी मेहमाननवाजी की सराहना की। स्थानीय निवासी का बयान स्थानीय निवासी अनिकेत मिश्रा ने बताया, "रजा मुराद ने खुद ही प्रयागराज कुंभ में शामिल होने के लिए यात्रा की है। इसके बाद वे मुंबई के लिए रवाना हो जाएंगे। उनके यहां आने से स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है।" रजा मुराद का यह दौरा न सिर्फ स्थानीय युवाओं के लिए एक यादगार अनुभव बना, बल्कि उन्होंने क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता की भी सराहना की, जिससे इस यात्रा का एक अनोखा पहलू जुड़ गया।
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रतन टाटा से लेकर मनमोहन सिंह तक, पिछले साल भारत को अलविदा कहने वाले कई प्रतिष्ठित लोगों को विदाई दी, जिन्होंने कई क्षेत्रों में राष्ट्र की यात्रा को आकार देने में अहम भूमिका निभाई. नए साल का स्वागत करते हुए, मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने शुक्रवार को ऐसे "हीरोज" को याद करने के लिए अपने शेड्यूल से कुछ पल निकाले. बिग बी ने "स्वर्ग में हमारे नायक" शीर्षक वाली एक शक्तिशाली छवि साझा की. चित्रण में रतन टाटा, श्याम बेनेगल, जाकिर हुसैन और मनमोहन सिंह के साथ-साथ डूडल दिखाए गए थे. इसके साथ एक गहरा कैप्शन था: "एक पारसी, एक मुसलमान, एक सिख और एक हिंदू का 2024 में निधन हो गया, और पूरा देश शोक मनाएगा और उन्हें केवल भारतीय के रूप में याद करेगा!" तस्वीर साझा करते हुए, बिग बी ने लिखा, ".. तस्वीर सब कुछ कह देती है." अपने पोस्ट के ज़रिए अमिताभ बच्चन ने भारत की विविधता में एकता को उजागर किया. इस पर नेटिज़न्स की ओर से काफ़ी टिप्पणियां और लाइक भी आए. एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा, "कितना विचारशील." "एक राष्ट्र, एक धर्म ~ मानवता," एक अन्य यूजर ने टिप्पणी की. मनमोहन सिंह- भारत की अर्थव्यवस्था बदलने वाले शख्स पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 26 दिसंबर 2024 को अंतिम सांस ली. सिंह का राजनीतिक करियर कई दशकों तक फैला रहा, जिसमें 1991 से 1996 तक वित्त मंत्री समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, जिस दौरान उन्होंने आर्थिक सुधारों का नेतृत्व किया, जिसने भारत की अर्थव्यवस्था को बदल दिया. उन्होंने 2004 से 2014 तक भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में काम किया, अटल बिहारी वाजपेयी के बाद. उनके कार्यकाल को विशेष रूप से आर्थिक संकटों के दौरान उनके स्थिर नेतृत्व और भारत की अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाने में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है. अपने दूसरे कार्यकाल के बाद, सिंह ने सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लिया, उन्होंने भारत को अभूतपूर्व विकास और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा-पहचान के दौर से गुज़ारा. 2014 में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के आम चुनाव हारने के बाद नरेंद्र मोदी ने उनका स्थान लिया. तबलावादक जाकिर हुसैन ने भारतीय संगीत को दुनिया में पहुंचाया तबला वादक जाकिर हुसैन की बात करें तो 15 दिसंबर को उनका निधन हो गया. महान तबला वादक अल्ला रक्खा के बेटे जाकिर हुसैन ने भारतीय संगीत परंपराओं को वैश्विक प्रभावों के साथ मिलाकर उत्कृष्ट बनया, जो भाषा और संस्कृति से परे थीं. 15 दिसंबर को उनका स्वर्गवास हो गया लेकिन उनके द्वारा तबले पर बनाई गई लय उनके प्रशंसकों के दिलों और दिमाग में हमेशा जिंदा रहेगी. फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल जिनकी फिल्मों ने अमिट छाप छोड़ी फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल का 23 दिसंबर को 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया. महान निर्देशक श्याम बेनेगल जिन्हें 'अंकुर', 'मंडी', 'निशांत' और 'जुनून' जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है, का पूरे राजकीय सम्मान और तीन तोपों की सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया. 14 दिसंबर, 1934 को हैदराबाद में कोंकणी भाषी चित्रपुर सारस्वत ब्राह्मण परिवार में जन्मे बेनेगल ने FTII और NSD के अभिनेताओं के साथ बड़े पैमाने पर काम किया, जिनमें नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, स्मिता पाटिल, शबाना आज़मी, कुलभूषण खरबंदा और अमरीश पुरी शामिल थे. उनकी फिल्मों ने दर्शकों पर एक अमिट छाप छोड़ी, जिसमें प्रासंगिक सामाजिक-राजनीतिक विषयों को अमह तौर से गहराई के साथ पेश किया. उद्योगपति रतन जिनके दो सबसे परोपकारी ट्रस्ट हैं उद्योगपति-परोपकारी रतन टाटा रतन टाटा का 9 अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह रतन टाटा ट्रस्ट और दोराबजी टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष थे, जो भारत में निजी क्षेत्र द्वारा प्रवर्तित दो सबसे बड़े परोपकारी ट्रस्ट हैं. उन्हें 2008 में देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
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तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के भक्तों का अटूट विश्वास हर साल जबरदस्त दान में बदल जाता है. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) हर साल लाखों भक्त पहुंचते हैं, क्योंकि यह उनकी श्रद्धा का केंद्र है. भगवान वेंकटेश्वर के भक्त बढ़-चढ़कर दान करते हैं. दान में नकदी, सोना-चांदी, विदेशी मुद्राएं और केशदान तक शामिल होते हैं. ये दान मंदिर के हुंडी में जमा होते हैं, जिन्हें श्री वराह स्वामी मंदिर के पास नए पराकामणी भवन में अलग-अलग किया जाता है. नकदी और सिक्कों की गिनती नियमित रूप से की जाती है, जबकि सोने और अन्य मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षा में रखे गए लॉकर में सुरक्षित रखा जाता है. महीने के अंत में ये वस्तुएं टीटीडी ट्रेजरी, तिरुपति में भेजी जाती हैं. आंकड़े बताते हैं कि 2024 में टीटीडी को 1,365 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड हुंडी आय प्राप्त हुई. वर्ष 2022 में श्रीवारी की हुंडी आय 1,291.69 करोड़ थी, जबकि 2023 में यह 1,391.86 करोड़ रुपये थी. बीते साल 2.55 करोड़ भक्त मंदिर पहुंचे, 99 लाख ने केशदान किया, और 6.30 करोड़ लोगों को अन्नप्रसादम परोसा गया. 12.14 करोड़ लड्डू बेचे गए. पिछले वर्षों की आय से तुलना करें तो 2022 में यह आय 1,291.69 करोड़ रुपये थी, और 2023 में 1,391.86 करोड़ थी.
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भोपाल की 40 साल पुरानी यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे के निष्पादन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया कि कचरे का निष्पादन सुप्रीम कोर्ट के आदेश और वैज्ञानिक मार्गदर्शन के तहत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को लेकर उठ रही आशंकाएं निराधार हैं, और यह स्थिति पिछले 40 वर्षों से बनी हुई है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और अन्य विरोधियों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि यूनियन कार्बाइड के 358 टन कचरे का निष्पादन वैज्ञानिक पद्धतियों के अनुसार पीथमपुर में हो रहा है। इस कचरे में 60 प्रतिशत मिट्टी और 40 प्रतिशत केमिकल अपशिष्ट (जिनमें नेफ्थाल और अन्य पदार्थ शामिल हैं) है। सीएम ने बताया कि नेफ्थाल, कीटनाशक बनाने में सह-उत्पाद की भूमिका में रहता है और इसके प्रभाव को वैज्ञानिकों ने 25 वर्षों में समाप्त होने की बात कही है। चूंकि यह घटना 40 वर्ष पुरानी है, इसलिए इस कचरे से संबंधित जो आशंकाएं जताई जा रही हैं, वे अब स्वतः समाप्त हो चुकी हैं।
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नया साल 2025 मध्य प्रदेश के संविदा कर्मचारियों के लिए खुशखबरी लाने वाला हैं। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने फैसला लिया है कि करीब 1 लाख 25 हजार संविदा कर्मचारियों को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। सरकार ने फैसला लिया है कि यह आरक्षण सीधी भर्ती में मिलेगा। इसको लेकर पंचायत और ग्रामीण विकास ने गजट नोटिफिकेशन भी निकाल दिया है। मोहन सरकार में हुआ शिवराज की घोषणा का अमल बता दें कि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा कर्मचारियों के सम्मेलन में आरक्षण देने का ऐलान किया था। अब मोहन सरकार ने इसे लागू कर दिया है। जुलाई 2023 को सामान्य प्रशासन विभाग ने नीति निर्देश जारी किए, इनके आधार पर यह कदम उठाया गया है। तब नियमित कर्मचारियों के समान वेतन, अनुकंपा नियुक्ति, अवकाश की सुविधा और स्वास्थ्य बीमा लागू करने की घोषणाएं की थी। अन्य संविदा कर्मचारियों को भी मिलेगा इसका फायदा गौर रहे कि, अभी सबसे ज्यादा संविदा कर्मी स्वास्थ्य विभाग में हैं। स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मियों की संख्या करीब 31,800 है। पंचायत ग्रामीण विकास में 7500 और स्कूल शिक्षा में 3300 संविदाकर्मी हैं। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर वेतन बढ़ाया जाएगा। जुलाई 2024 में सरकार ने डेढ़ लाख से अधिक संविदा अधिकारियों-कर्मचारियों का वेतन (Madhya Pradesh Contract Employees) एक अप्रैल 2024 से 700 रुपये से लेकर तीन हजार रुपए तक बढ़ाने का फैसला लिया था। संविदा कर्मचारियों के लिए बजट में प्रावधान उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर सरकार ने संविदा कर्मचारियों (MP Mohan Government Big Decision) को 3.85 फीसदी की वृद्धि दर से वार्षिक वेतन वृद्धि देने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए बजट में प्रावधान भी रखा गया था। सरकार के इस फैसले को संविदा कर्मियों को बड़ी राहत मिलने वाली है।
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मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की जबलपुर प्रिंसिपल पीठ ने एक मामले की सुनवाई में बेहद अहम फैसला सुनाते हुये स्पष्ट किया है कि आरटीआई अधिनियम के तहत लोक सेवकों के वेतन की जानकारी देना अनिवार्य है। न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल की एकलपीठ ने लोक सेवकों के वेतन की सूचना देने से इंकार करने के खिलाफ दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्णय दिया। हाई कोर्ट ने कहा कि लोकसेवकों के वेतन की जानकारी सार्वजनिक महत्व की है, जिसे गोपनीय नहीं माना जा सकता। हाईकोर्ट ने सूचना आयोग और लोक सूचना अधिकारी के पूर्व में पारित उन आदेशों को भी निरस्त कर दिया, जिसमें वेतन की जानकारी को गोपनीय बताते हुये नहीं दिये जाने का जिक्र था। हाईकोर्ट (Jabalpur High Court News) ने याची को जानकारी एक माह में जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए है। छिंदवाड़ा के आरटीआई एक्टिविस्ट ने मांगी थी जानकारी दरअसल छिंदवाड़ा वन परिक्षेत्र में कार्यरत दो कर्मचारियों के वेतन भुगतान की जानकारी आरटीआई एक्टिविस्ट एम. एम. शर्मा ने आरटीआई दायर कर मांगी थी। लोक सूचना अधिकारी ने इस जानकारी को निजी और तृतीय पक्ष की सूचना बताते हुए देने से इंकार कर दिया था। सूचना का अधिकार अधिनियम की धारा 8(1) (जे) का हवाला देते हुए तर्क दिया कि संबंधित कर्मचारियों से सहमति मांगी गई थी, लेकिन कोई उत्तर न मिलने के कारण जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जा सकती। कोर्ट ने कहा, लोक सेवकों को वेतन सार्वजनिक धन से मिलता है आरटीआई पर दिए गए इस जवाब को एमएम शर्मा की ओर से हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। हाईकोर्ट की जबपलुर प्रिंसिपल पीठ (Jabalpur High Court News) में न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल की एकलपीठ ने मामले की सुनवाई की। सुनवाी के दौरान याची की ओर से अधिवक्ता नित्यानंद मिश्रा ने कोर्ट में दलील दी कि लोक सेवकों के वेतन की जानकारी सार्वजनिक है। इसे आरटीआइ अधिनियम की धारा 4 के तहत प्रदान किया जाना चाहिए। हाईकोर्ट जस्टिस विवेक अग्रवाल ने अपने फैसले में कहा कि लोक सेवकों को वेतन सार्वजनिक धन से दिया जाता है, लिहाजा इसे गोपनीय बताकर छिपाना गलत है। हाईकोर्ट ने याची को जानकारी एक माह में जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए है।
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नए वर्ष रेलवे विभाग सुसनेर, सोयतकलां एवं आगर जिले के लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आया है। उज्जैन से झालावाड़ के लिए सीधी रेल सेवा शुरू करने को रेलवे बोर्ड ने लो बजट वाली 2,667 करोड़ रुपए की योजना को स्वीकृति प्रदान की। पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा विकल्प स्वरूप प्रस्तुत महंगे बजट की दो अन्य योजनाओं से किनारा कर लिया। स्वीकृति के बाद प्रोजेक्ट की विस्तृत कार्य योजना बनाना शुरू किया गया। रेलवे लाइन को मिली मंजूरी मालूम हो कि लोगों को उज्जैन से झालावाड़ तक का सफर वाया आगर, सुसनेर, सोयतकलां, रायपुर कराने के लिए इसी वर्ष फरवरी में केंद्रीय रेल मंत्री ने विस्तृत कार्य योजना बनाने को 4 करोड़ 75 लाख रुपए की मंजूरी दी थी। इसके पालन में रेलवे ने सर्वे कर प्राथमिक स्तर पर तीन योजना बनाकर महीने भर पहले रेलवे बोर्ड को स्वीकृति के लिए भेजा था। इस योजना का प्रस्तुतीकरण 5 अक्टूबर को हुई जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में सांसद अनिल फिरोजिया के समक्ष भी किया था। समझाने को योजना के नाम पिंक, ब्लू और रेड रखा है। पिंक योजना 2,836 करोड़ रुपए, ब्लू योजना 2,727 रुपए और रेड योजना 2,697 करोड़ रुपए की बनाई। स्वीकृत रेड योजना 177.860 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने की है, जिसमें 36 कर्व और 34 पुल बनाना प्रस्तावित हैं। तीनों योजना अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने को ध्यान में रखकर बनाई है। तीनों योजना में उज्जैन से आगर तक मुख्य पुलों की संख्या स्पष्ट की थी। वर्ष 1975 तक उज्जैन-आगर के बीच चलती थी ट्रेन सन् 1932 से 1975 तक उज्जैन-आगर के बीच नैरोगेज ट्रेन चलती थी। उस समय चलने वाली ट्रेन का जेडबी टाइप का इंजन (तब की कीमत एक लाख 61276 रुपये) उज्जैन रेलवे स्टेशन परिसर में खड़ा है। एक दशक पहले झालावाड़ से रामगज मंडी तक रेल लाइन बिछाकर ट्रेन का संचालन शुरू करा चुकी है। मगर झालावाड़ से उज्जैन के बीच रेल अब भी कागजों पर ही है। क्षेत्र के लोगों की थी मांग आपातकाल में उज्जैन से आगर तक की नैरोगेज लाइन को उखाड़ने के बाद से ही क्षेत्र के लोग इस मार्ग पर पुनः रेल लाइन की मांग कर रहे थे। परन्तु लोगों को आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला था। तब जाकर क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु भावसार के नेतृत्व में पूरे जिले के लोगों ने सन 2018-19 में अभियान चलाकर उज्जैन रामगंजमंडी एवं शामगढ़ हरदा रेलवे लाइन की मांग के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 5 हज़ार मांगपत्र भेजे थे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर उज्जैन-झालावाड़ रेलवे लाइन के सर्वे के लिए पौने पांच करोड़ की स्वीकृति रेल मंत्रालय द्वारा दी गई, जिसकी डेड लाइन 31 दिसंबर तय की गई थी। डेड लाइन से पूर्व रेल मंत्रालय ने योजना तैयार कर 31 दिसंबर को सबसे कम लागत की योजना को स्वीकृति प्रदान की।
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नव वर्ष शुरू होने में अब बस कुछ ही घंटे बचे हैं। ऐसे में आज 31 दिसंबर और 1 जनवरी को देशभर से भक्त उज्जैन स्थित बाबा महाकाल के दर्शन करने बड़ी संख्या में आते हैं। अधिकांश लोग नए साल की शुरुआत उज्जैन स्थित बाबा महाकाल भगवान के दर्शन से ही करते हैं। नव वर्ष में महाकाल के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। इससे महाकाल लोक आने वाले श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन सुगमता से कर सकें। नए साल पर बाबा का आशीर्वाद भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए बाबा महाकाल से प्रार्थना करेंगे। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचेगे। दर्शनार्थियों की संख्या को देखते हुए मंदिर समिति सुविधा के इंतजाम जुटा रही है, ताकि भक्तों को आसानी से दर्शन हो सकें। इसलिए व्यवस्थाएं भी बदली गई हैं। इस बार भक्तों को कर्कराज पार्किंग से शक्तिपथ के रास्ते श्री महाकाल लोक से मंदिर में प्रवेश मिलेगा। कार्तिक मंडपम में सामान्य श्रद्धालुओं को बड़ी संख्या में प्रवेश कर दर्शन करवाए जा रहे हैं। इस व्यवस्था से श्रद्धालुओं को करीब ढाई किलोमीटर चलने के बाद भगवान के दर्शन होंगे। प्रशासन का दावा है कि सुगम दर्शन व्यवस्था से भक्त लगभग 1 घंटे में भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
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विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो में न्यू इयर 2025 का जश्न मनाने को लेकर लोगों में जमकर उत्साह है। सैलानियों का जमावड़ा भी लगने लगा है। यहां हर साल नया वर्ष मनाने के लिए बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। यहां के सितारा तथा बजट क्लास के होटलों और रेस्टोरेंटों में एक सप्ताह पहले से लाइव म्यूजिक, गाला डिनर की सुविधाओं के साथ ही जश्न मनाने के लिए आयोजन की तैयारी शुरू हो जाती है, जो कि यह क्रम वर्षों से चला आ रहा है। आकर्षक लाइटों से सजा खजुराहो खजुराहो पहुंच रहे सैलानियों के लिए पर्यटन व्यवसायी भी बड़े पैमाने पर इंतजाम करते हैं। इसके लिए खजुराहो में स्टार रेटिंग होटलों से लेकर स्थानीय बजट स्तर के होटलों और रेस्ट्रों में पर्यटकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के आयोजन किए जाते हैं। होटलों और रेस्तरों को आकर्षक तेज लाइटिंग, रंगबिरंगी जगमगाहट से सराबोर के बीच डी. जे. डांस, आर्केस्ट्रा, लाइव म्यूजिक, गाला डिनर, लिक्युड ड्रिंक्स, डांस कॉम्पटीशन, शानदार आतिशबाजी और अनेक तरह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। यहां पहुंचे पर्यटक देर रात तक जमकर धमाल मचाते हैं। नए वर्ष की 1 तारीख को खजुराहो का पर्यटन व्यवसाय भी बढ़ जाता है। खजुराहो में नए वर्ष के सेलिब्रेशन को लेकर 15 से 20 दिन पूर्व बुकिंग हो जाती है। साथ ही सैलानी भी दो से चार दिन पूर्व यहां आ जाते हैं। साथ ही विदेशी पर्यटक भी यहां आने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह से देशी पर्यटकों की काफी भीड़ उमड़ रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए होटलों तथा रेस्तरां के संचालकों में सेलिब्रेशन को लेकर भारी उत्साह नजर आ रहा है। इस कारण लगभग होटल्स और रेस्तरां पर पर्यटकों को लुभावने के लिए विभिन्न तरह के पैकेज ऑफर किए गए।
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उधम सिंह नगर (उत्तराखंड) उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। इस विशेष आयोजन की शुरुआत खटीमा से हुई, जहां राष्ट्रीय खेलों की मशाल का भव्य स्वागत किया गया। खटीमा के मुख्य चौराहे से शुरू होकर यह मशाल नवनिर्मित चकरपुर वन चेतना केंद्र खेल मैदान तक पहुंची। इस दौरान उपजिलाधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट ने मशाल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। खटीमा में भव्य स्वागत:राष्ट्रीय खेलों की मशाल खटीमा पहुंचने पर इस कार्यक्रम का स्वागत बड़ी धूमधाम से किया गया। तहसील परिषद से लेकर चकरपुर तक विभिन्न स्थानों पर खिलाड़ियों और नागरिकों ने उत्साह से मशाल का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी जानकी कार्की ने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेलों की शर्ट वितरित की, जिससे खिलाड़ियों में जोश और उत्साह का संचार हुआ। मलखंब खेल की तैयारी:इसके बाद, 10 जनवरी 2025 को होने वाले मल्लखंब खेल के आयोजन के लिए मैदान का निरीक्षण किया गया। जिला खेल अधिकारी जानकी कार्की ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उत्तराखंड में पहली बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो रहा है। इस वर्ष मल्लखंब खेल का आयोजन खटीमा में किया जाएगा, और यह खेल उत्तराखंड के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। साथ ही, यह आयोजन राज्य को देश के खेल मानचित्र पर एक ऊंचा स्थान दिलाने की दिशा में एक अहम कदम होगा। राष्ट्रीय खेलों का महत्व:यह राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि राज्य में पहली बार इस स्तर पर खेलों का आयोजन हो रहा है। मल्लखंब खेल के आयोजन से न केवल राज्य के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह खेलों के प्रति जन जागरूकता भी बढ़ाएगा। समाप्ति:उधम सिंह नगर में 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी के तहत खटीमा में मल्लखंब खेल का आयोजन एक महत्वपूर्ण घटना साबित होने जा रहा है। इससे न केवल स्थानीय खिलाड़ियों को फायदा होगा, बल्कि राज्य की खेल व्यवस्था को भी नई दिशा मिलेगी।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में किसानों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं, जैसे ओला और पाले, से प्रभावित फसलों के लिए राहत राशि प्रदान की जाएगी। यह निर्णय किसानों के संकट को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि वे अपने नुकसान का मुकाबला कर सकें और अपनी फसलों को पुनः उगाने की दिशा में कदम बढ़ा सकें। मुख्यमंत्री ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में राज्य सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ है और हर स्थिति में उनकी सहायता करेगी। डॉ. यादव ने किसानों से अपील की कि वे विपरीत मौसम परिस्थितियों में फसलों के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए भी जरूरी एहतियात बरतें। किसानों के लिए अतिरिक्त समय और सहायता मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार किसानों को फसल उपार्जन के लिए किसी भी माध्यम से सहायता प्रदान करती है। यदि कोई किसान अपनी फसल को सरकार के निर्धारित मानकों के तहत उपार्जित नहीं कर पाता और अपनी फसल को निजी तौर पर बेचता है, तो ऐसे किसानों को प्रति हैक्टेयर राशि और बोनस प्रदान करने के संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। यह निर्णय विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर और छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जो अपनी फसलें उपार्जन नहीं कर पाते हैं। सावधानी और दिशा-निर्देश मुख्यमंत्री ने कहा कि ओला, पाला आदि से फसलों के नुकसान के मद्देनजर जिला स्तर पर सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं ताकि किसानों को तुरंत सहायता मिल सके। इसके साथ ही, उन्होंने किसानों से यह भी आग्रह किया कि वे मौसम के विपरीत हालात में अपनी फसलों की सुरक्षा के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा का भी ध्यान रखें। राज्य सरकार की यह पहल किसानों को तत्काल राहत प्रदान करने के उद्देश्य से उठाई गई है, जिससे वे किसी भी प्राकृतिक आपदा से उबर कर अपनी आजीविका को सुरक्षित रख सकें।
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बस्तर सांसद महेश कश्यप ने 600 परिवारों को सनातन धर्म में वापस लाया के जगदलपुर में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन में एक भावुक दृश्य देखने को मिला। बस्तर सांसद महेश कश्यप ने 600 परिवारों के लोगों के पैर धोकर उन्हें सनातन धर्म में वापस लाया। पिछले तीन दशकों से छत्तीसगढ़ में प्रलोभन देकर धर्मांतरण करवाने का सिलसिला चल रहा था। इसी के विरोध में और सनातन धर्म की रक्षा के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया गया था। सम्मेलन में रामबालक दास महाराज, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, बस्तर सांसद महेश कश्यप और भाजपा नेता प्रबल प्रताप जूदेव जैसे प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं। सम्मेलन में धर्मांतरण करवाने वाले लोगों को सिरदर्द बने रहने वाले महेश कश्यप ने 600 परिवारों के लोगों के पैर धोकर और तिलक लगाकर उन्हें मूल हिंदू धर्म में वापस लाया। इस कार्यक्रम में बाबा रामबालक दास, बाबा राम रूप दास, बाबा अजय उपाध्याय ने मौजूद लोगों को धर्म के प्रति प्रवचन के माध्यम से जागरूक किया।
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अमरपाटन (ब्यूरो): हैदराबाद से प्रारंभ हुई श्री राम पादुका पालकी यात्रा अमरपाटन पहुंच गई है। इस धार्मिक यात्रा का हर पड़ाव पर भव्य स्वागत किया जा रहा है। यात्रा के दौरान भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण की पूजा-अर्चना की जा रही है। रामराज्य सेंट्रल ट्रस्ट के नेतृत्व में 11 दिसंबर को हैदराबाद के रामलीला मैदान से प्रारंभ हुई इस यात्रा का उद्देश्य विश्व भर के हिंदुओं को एकजुट करना और भगवान श्री राम की दीक्षा प्रदान करना है। यह यात्रा मैहर जिले के अमरपाटन पहुंची, जहां भक्तों ने भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण की पूजा-अर्चना कर भव्य स्वागत किया। यात्रा के दौरान सोने से निर्मित चरण पादुका की विशेष पूजा की गई। 31 दिसंबर को यह पवित्र पादुका अयोध्या पहुंचेगी, जहां इसे श्री राम मंदिर में स्थापित किया जाएगा।
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सिंगरौली के श्री साईं शैल मंगलम महाविद्यालय में वीर बाल दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों के बलिदान को श्रद्धांजलि दी। महाविद्यालय के प्राध्यापक रामजी शुक्ला ने छात्रों को गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों के बलिदान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैसे छोटी उम्र में ही इन साहिबजादों ने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। छात्रा अनिशा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए और साहिबजादों की शौर्य गाथा को याद किया। महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका कुलदीप कौर ने बड़े ही भावुक तरीके से साहिबजादों की शहादत का वाक्या बयान किया। उन्होंने बताया कि कैसे साहिबजादों को मुगल शासकों ने कठोर यातनाएं दीं, लेकिन उन्होंने कभी भी धर्म से विमुख नहीं हुए। इसके बाद महाविद्यालय के छात्र संघ के पदाधिकारियों और छात्र-छात्राओं ने सिख धर्म के मूल मंत्र का पाठ किया। महाविद्यालय के निदेशक गोपाल जी श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों के बलिदान को नमन किया और कहा कि हमें उनके बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए।
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मध्यप्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा संघ की नई कार्यकारिणी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की। इस दौरान संघ के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी लंबित मांगों को रखा और उनके समाधान की मांग की। राज्य प्रशासनिक सेवा संघ की ओर से इस मुलाकात में संघ के अध्यक्ष राजेश गुप्ता, महासचिव टीना यादव, पूर्व महासचिव किरण गुप्ता, अपर कलेक्टर लता शरणागत, कमल सिंह, मुकुल गुप्ता, प्रकाश नायक, और एडीएम भोपाल सहित संघ के अन्य सदस्य उपस्थित थे। मुलाकात के समय अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजोरा भी विशेष रूप से मौजूद थे। इस बैठक में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने अपनी समस्याओं और लंबित मांगों के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से बताया।
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भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रैन बसेरों का निरीक्षण किया और यहां ठहरे हुए राहगीरों, गरीबों और निराश्रितों से मुलाकात की। उन्होंने रैन बसेरों में मौजूद लोगों से उनकी हालात और सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को कंबल वितरित किए और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए निर्देश दिए। मुख्यमंत्री पहले यादगार ए शाहजहानी पार्क स्थित रैन बसेरे पहुंचे, जहां उन्होंने राहगीरों से उनकी कुशलक्षेम और भोजन की व्यवस्था के बारे में पूछा। राहगीरों ने भोजन की व्यवस्था होने की बात कही, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कलेक्टर भोपाल को निर्देश दिया कि सभी रैन बसेरों में राम-रोटी की व्यवस्था की जाए। इसके बाद, मुख्यमंत्री प्लेटफार्म नंबर 6 के पास स्थित रैन बसेरे पहुंचे और वहां मौजूद राहगीरों और गरीबों से बातचीत की। उन्होंने सभी को कंबल बांटे और उनकी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। लौटते समय, मुख्यमंत्री ने प्लेटफार्म नंबर 6 के पास कुछ महिलाओं को बैठे देखा। जब उनसे पूछा गया तो महिलाओं ने बताया कि वे सब्जी बेचने आती हैं और यहीं रात बिताती हैं। खुले आसमान के नीचे रात बिताने की बात पर मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओं को कंबल दिए और कलेक्टर से कहा कि इनके लिए भी उचित व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार गरीबों और महिलाओं के कल्याण के लिए हर संभव कदम उठा रही है और किसी भी गरीब को सरकार की योजनाओं से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।
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नागपुर में सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका है। नागपुर नगर निगम (एनएमसी) की ओर से जूनियर इंजीनियर, नर्स सहित अन्य पदों को भरने के लिए भर्ती निकाली गई है। आवेदन की प्रक्रिया 26 दिसंबर 2024 से शुरू हो गई है और लास्ट डेट 15 जनवरी 2025 तय की गई है। इच्छुक और योग्य अभ्यर्थी नागपुर की ऑफिशियल वेबसाइट nmcnagpur.gov.in पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते है। ध्यान रखें कि फॉर्म केवल ऑनलाइन ही भरा जा सकेगा अन्य की भी प्रकार से एप्लीकेशन स्वीकार नहीं किये जाएंगे। भर्ती विवरण: जूनियर इंजीनियर: 39 पद नर्स: 52 पद ट्री ऑफिसर (वृक्ष अधिकारी): 4 पद सिविल इंजीनियरिंग असिस्टेंट: 150 पद आयु सीमा :उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 38 वर्ष निर्धारित की गई है। योग्यता : अलग अलग पदों के लिए अलग अलग योग्यता निर्धारित की गई है। जूनियर इंजीनियर : सिविल इंजीनियरिंग में बीई, इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन नर्स (जीएनएम): जीएनएम के साथ 12वीं पास वृक्ष अधिकारी: मान्यता प्राप्त एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से हॉर्टिकल्चर, बॉटनी, फॉरेस्ट्री में बीएससी की डिग्री, 5 साल का अनुभव सिविल इंजीनियर असिस्टेंट : सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा आवेदन शुल्क :अन्य सभी वर्ग : 1100 रुपए, बीसी, ईडब्ल्यूएस : 900 रुपए चयन प्रक्रिया :कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी)। इंटरव्यू सैलरी : अलग अलग पदों के लिए अलग अलग सैलरी निर्धारित की गई है। जूनियर इंजीनियर : 38,600 – 1,22,800 रुपए प्रतिमाह नर्स (जीएनएम) : 35,400 – 1,12,400 रुपए प्रतिमाह वृक्ष अधिकारी: 35,400 – 1,12,400 रुपए प्रतिमाह सिविल इंजीनियर असिस्टेंट : 25,500 – 81,100 रुपए प्रतिमाह ऐसे करें आवेदन सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट nmcnagpur.gov.in पर जाएं। अब अप्लाई लिंक पर क्लिक करें। रजिस्ट्रेशन करके फीस भरें। फॉर्म जमा करें। इसका प्रिंटआउट लेकर अपने पास रख सकते है।
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वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा छिंदवाड़ा में वीर बाल पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन का उद्देश्य वीर बालकों की शहादत और उनके साहस को सम्मानित करना था। पथ संचलन में नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए यह समारोह बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ। फूलों से स्वागत और भारत माता की जय के नारे वीर बाल पथ के दौरान नगरवासियों ने जगह-जगह पथ संचलन का फूलों से स्वागत किया। लोग सड़कों के दोनों ओर खड़े होकर इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बने। इस अवसर पर भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए, जिससे एकता और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया गया। समापन गीत और जोश का माहौल वीर बाल पथ का समापन गीत गाकर किया गया, जिसमें पूरे नगर ने मिलकर इसका आनंद लिया। यह आयोजन न केवल वीर बालकों की शहादत को श्रद्धांजलि अर्पित करने का था, बल्कि एकजुटता और राष्ट्रभक्ति के संदेश को भी फैलाने का अवसर था। इस प्रकार, RSS द्वारा आयोजित वीर बाल पथ संचलन ने पूरे नगर में एक सकारात्मक और जोश से भरा हुआ माहौल पैदा किया।
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बागबरधिया ग्राम पंचायत के टांढ़ा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में ग्रामीणों ने नाच-गाने और हर्षोउल्लास के साथ कथा का आनंद लिया। यह आयोजन छिंदवाड़ा जिले के परासिया विधानसभा क्षेत्र के बागबरधिया गांव स्थित जय मेहरा शिव मंदिर में हो रहा है, जहाँ भक्ति और उल्लास का माहौल बना हुआ है। कथा में पंडित विजय शंकर शास्त्री और पंडित ओमप्रकाश का योगदान कार्यक्रम में पंडित विजय शंकर शास्त्री (वाराणसी वाले) और पंडित ओमप्रकाश ने कथा का आयोजन किया। राठौड़ परिवार और स्थानीय ग्रामीणों ने इन महात्माओं का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस भागवत कथा में राठौर परिवार ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे आयोजन का महत्व और भी बढ़ गया। कथा का प्रमुख विषय और कृष्ण भगवान की लीलाएँ भागवत कर्ता ने अपनी वाणी से ग्रामीणों को श्रीमद भागवत कथा के महत्व और राधा रानी की महिमा के बारे में विस्तार से समझाया। कृष्ण भगवान की कथाएँ और उनके अद्भुत लीला के माध्यम से पंडितों ने लोगों के दिलों में भक्ति की भावना को और मजबूत किया। कृष्ण भगवान के रूप में एक बालक का अभिनय इस कथा में एक विशेष आकर्षण तब देखने को मिला जब कृष्ण भगवान बनकर एक बालक ने दही की मटकी फोड़ी। इस अभिनय से बच्चों और वयस्कों में कृष्ण भक्ति का ज्वाला और भी प्रज्वलित हुआ। भक्ति के साथ नाच-गाने का आयोजन ग्रामीणों ने नाचते-गाते हुए पूरे आयोजन में भाग लिया, जिससे माहौल में भक्ति और उल्लास की लहर दौड़ गई। इस आयोजन ने सबको एकता और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। इस तरह से बागबरधिया ग्राम पंचायत में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन एक विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव बन गया, जो ग्रामीणों के दिलों में हमेशा के लिए एक सुखद और श्रद्धापूर्ण अनुभव छोड़ गया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर देशवासियों, खासकर बच्चों और युवाओं को संबोधित किया और साहिबजादों के अदम्य साहस और बलिदान को याद किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि साहिबजादों का बलिदान हम सभी के लिए प्रेरणा है और यह हमें अपने देश और समाज के लिए बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देता है। वीर बाल दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भाग लिया, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए वीर बाल दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "वीर बाल दिवस का यह वर्ष और भी खास है, क्योंकि यह भारतीय गणतंत्र की स्थापना और हमारे संविधान के 75 वर्षों का साल है। इस 75वें वर्ष में देश का हर नागरिक वीर साहिबजादों से प्रेरित होकर राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए कार्य करने की प्रेरणा ले रहा है।" साहिबजादों का बलिदान और लोकतंत्र की नींव प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "भारत जिस सशक्त लोकतंत्र पर गर्व करता है, उसकी नींव में साहिबजादों का बलिदान है। हमारा लोकतंत्र हमें अंत्योदय की प्रेरणा देता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर मिले।" उन्होंने संविधान की ओर इशारा करते हुए कहा कि "संविधान हमें सिखाता है कि देश में कोई भी छोटा या बड़ा नहीं है। यह नीति प्रेरणा हमारे गुरुओं के सर्वदा भला के उस मंत्र को भी सिखाती है, जिसमें सभी के समान कल्याण की बात कही गई है।" गुरु परंपरा और समानता का संदेश प्रधानमंत्री मोदी ने गुरु परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे गुरुओं ने हमें हमेशा समानता का संदेश दिया है। "गुरु परंपरा ने हमें सभी को एक समान भाव से देखना सिखाया है," मोदी ने कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि साहिबजादों की शहादत और उनके संघर्षों से हमें यही संदेश मिलता है कि हम हमेशा एक दूसरे के लिए काम करें और एक मजबूत, एकजुट राष्ट्र की दिशा में प्रयासरत रहें। वीर बाल दिवस का महत्व वीर बाल दिवस, जो हर साल 26 दिसंबर को मनाया जाता है, साहिबजादों की शहादत को याद करने का दिन है। गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादे, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। पीएम मोदी के संबोधन ने इस दिन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया, क्योंकि उन्होंने साहिबजादों के बलिदान को राष्ट्रीय एकता और समाज में समानता की दिशा में एक प्रेरणा के रूप में पेश किया। प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन देशवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आया है, जो आने वाली पीढ़ियों को साहिबजादों के बलिदान से प्रेरित करेगा और समाज में समानता, एकता और अखंडता के संदेश को फैलाएगा।
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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर सिंगरौली भाजपा कार्यालय में अटल जी के संपूर्ण जीवन पर आधारित भव्य प्रदर्शनी का शुभारंभ जिलाध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता ने किया। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों के साथ अटल जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सुशासन दिवस के रूप में मनाई गई जयंती अटल जी की जयंती को भारतीय जनता पार्टी हर साल सुशासन दिवस के रूप में मनाती है। इस कड़ी में सिंगरौली जिले में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिला महामंत्री सुंदरलाल को इस कार्यक्रम का संयोजक नियुक्त किया गया था। उनकी देखरेख में सिंगरौली जिले के सभी 21 मंडलों में अटल जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित गोष्ठियाँ आयोजित की गईं, जिसमें उनके योगदान और विचारों पर चर्चा की गई। काव्यांजलि का आयोजन बैढ़न के मुख्य बाजार में दुर्गा मंडप के पास काव्यांजलि का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया और अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आयोजन में जनता ने अटल जी के विचारों और उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजधानी भोपाल के हमीदिया रोड स्थित गुरुद्वारे में पहुंचे और गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने साहिबजादों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि अब इस दिन को "बाल दिवस" के रूप में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों का जीवन हम सभी के लिए एक प्रेरणा है, जिन्होंने देश और धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। वीर बाल दिवस पर विशेष श्रद्धांजलि वीर बाल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुद्वारे में अरदास की और माथा टेका। इस मौके पर उन्होंने कहा, "यह दिन हमें उस गौरवशाली इतिहास का पावन स्मरण कराता है, जब गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों ने आक्रांताओं के सामने समर्पण करने के बजाय धर्म की रक्षा के लिए बलिदान को चुना।" मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस विशेष दिन को अब बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ी को इन साहिबजादों के महान योगदान और बलिदान के बारे में बताया जा सके। श्रद्धालुओं की उपस्थिति इस धार्मिक और ऐतिहासिक अवसर पर भोपाल लोकसभा सांसद आलोक शर्मा, भोपाल की महापौर मालती राय और अन्य श्रद्धालु जन भी उपस्थित रहे। उनके साथ बड़ी संख्या में लोग इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए और गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों की शहादत को याद किया।
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कटरा (जम्मू और कश्मीर):माता वैष्णोदेवी के दर्शन को और अधिक सुलभ बनाने के लिए प्रस्तावित 250 करोड़ रुपये की रोपवे परियोजना अब विवादों में घिर चुकी है। कटरा में स्थानीय व्यापारी और कुछ नागरिक इस परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अपनी दुकानों को बंद कर विरोध दर्ज किया, जिसके कारण श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में असुविधाओं का सामना करना पड़ा। रोपवे परियोजना का उद्देश्यहर साल लाखों श्रद्धालु माता वैष्णोदेवी के दर्शन के लिए कटरा पहुंचते हैं। माँ का मंदिर पहाड़ की चोटी पर स्थित है, जिससे मंदिर तक पहुंचने के लिए तीव्र चढ़ाई का सामना करना पड़ता है। खासकर बुजुर्गों और शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को इस चढ़ाई के कारण दर्शन में कठिनाई होती है। इस समस्या को हल करने के लिए, राज्य सरकार ने माता वैष्णोदेवी मंदिर तक एक रोपवे बनाने का प्रस्ताव रखा है। यह परियोजना न केवल श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगी। विरोध और विवादहालांकि, इस परियोजना का कुछ स्थानीय व्यापारियों और निवासियों द्वारा विरोध किया जा रहा है। माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने कटरा बंद का ऐलान किया है और इस परियोजना के खिलाफ मोर्चा खोला है। समिति का कहना है कि यह परियोजना स्थानीय व्यापार को नुकसान पहुंचाएगी और उनकी आजीविका पर असर डालेगी। इसके अलावा, समिति का आरोप है कि रोपवे निर्माण के कारण आसपास के पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। स्थानीय विरोध के बावजूद, सरकार का मानना है कि रोपवे परियोजना से इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और खासकर उन श्रद्धालुओं को फायदा होगा, जो चढ़ाई नहीं कर सकते। श्रद्धालुओं का कहना है कि यह रोपवे उन लोगों के लिए एक वरदान होगा जो शारीरिक रूप से सक्षम नहीं हैं और मंदिर तक पहुंचने के लिए चढ़ाई नहीं कर पाते। पुलिस की कार्रवाई और श्रद्धालुओं की प्रतिक्रियाकटरा में विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। जबकि स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है, श्रद्धालुओं का कहना है कि रोपवे परियोजना उनके लिए एक स्वागतयोग्य कदम है। श्रद्धालु मानते हैं कि यह परियोजना मंदिर तक पहुंचने के रास्ते को आसान बनाएगी, जिससे यात्रा और अधिक आरामदायक होगी। आगे का रास्तारोपवे परियोजना को लेकर स्थानीय विरोध के बावजूद, राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि परियोजना के निर्माण की प्रक्रिया जारी रहेगी। हालांकि, परियोजना के कार्यान्वयन से पहले विभिन्न हितधारकों से बातचीत और उनकी चिंताओं को संबोधित करना महत्वपूर्ण होगा। यह देखना बाकी है कि क्या विरोध और बातचीत के बाद कोई मध्यस्थ समाधान निकलता है या परियोजना का विरोध जारी रहेगा।
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अगर आप बीएसएनएल (BSNL) का सिम इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। बीएसएनएल की 4G-5G सर्विस को लेकर पिछले काफी समय से खबरें सामने आ रही हैं। कुछ समय पहले यह भी कहा जाने लगा था कि 4G-5G के लॉन्च होने में देरी हो सकती है। लेकिन अब BSNL 4G और 5G को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने करोड़ों ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। आपको बता दें कि ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक TCS के एक शीर्ष अधिकारी एन. गणपथी सुब्रमण्यम की तरफ से यह कहा गया है कि BSNL 4G-5G सर्विस को तय समय पर ही रोलआउट किया जाएगा। आपको याद दिला दें कि इससे पहल भारत के टेलिकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यूएस इंडिया स्टैटजिक पार्टनरशिप फॉर में यह कहा खि कि स्टेट रन BSNL की दोनों हाई स्पीड सर्विस को अगले साल तक लॉन्च कर दिया जाएगा। TCS ने BSNL 4G-5G को लेकर कही ये बात केंद्रीय मंत्री के मुताबिक BSNL के एक लाख बेस स्टेशन पर 4G सर्विस के 2025 में मई तक और वहीं 5G सर्विस को 2025 जून तक शुरू कर दिया जाएगा। अब TCS की तरफ से इसे तय समय में रोलआउट करने की बात कहे जान से करोड़ों ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है। TCS ने बताया कि बीएसएनएल 4G-5G सर्विस को निर्धारित समय पर शुरू करने का पूरा प्लान है और इसके लिए कंपनी इस समय भारतीय और विदेशी टेलिकॉम कंपनियों के साथ संपर्क बनाए हुए है। आपको बता दें कि मोदी सरकार की तरफ से यह साफ किया जा चुका है कि बीएसएनएल 4G और 5G नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी होगा। इसे लागू करने के लिए इस समय टाटा कंसल्टेंसी सर्विस और तेज नेटवर्क इस पर मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों ही कंपनियों की तरफ से यह क्लीयर कर दिया गया है कि उनके पास इस तरह की बड़ी परियोजना को लागू करने का अच्छा खासा एक्सपीरियंस है और साथ ही उनके पास ऐसी टेक्नोलॉजी भी है। BSNL करेगा बड़ा ऐलान TCS ने बीएसएनएल 4G-5G सर्विस को रोलआउट होने में देरी वाली बात को पूरी तरह से नकार दिया है। कंपनी ने बताया कि हमें इसके लिए 2023 जुलाई में अनुबंध प्राप्त हुआ है और इसे लागू करने के लिए हमें 24 महीने का समय दिया गया था। कंपनी ने कहा कि हमारा काम जोरों पर है और हम इसे तय समय पर आसानी से रोलाउट कर पाएंगे। इतना ही नहीं TCS की तरफ से यह भी दावा किया गया कि बीएसएनएल जल्द ही 4G-5G से संबंधित एक बड़ा ऐलान कर सकती है।
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भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जन्मजयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के खजुराहो में ‘केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना’ का शिलान्यास किया साथ ही ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण एवं 1153 नवीन अटल ग्राम सेवा सदन का भूमिपूजन भी किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का एक डाक टिकट और स्मारक सिक्का जारी किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उनकी जन्म स्थल मध्य प्रदेश आकर उनके सपने को पूरा किया, पीएम मोदी ने बुंदेलखंड के खजुराहो में ‘केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना’ का शिलान्यास किया पीएम मोदी ने बेतवा और केन नदी से भरे जल को एक मॉडल में डालकर प्रदेश को समर्पित किया। PM Modi ने की सीएम डॉ मोहन यादव की तारीफ पीएम मोदी ने बुन्देली भाषा में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, भारत माता की जय, भारत माता की जय वीरों की धरती बुन्देलखाद में रहवे वारे सभी जन खों हमाई तरफ से हाथ जोड़के राम राम पहुंचे, उन्होंने देश दुनिया में बसे इसाई समुदाय के लोगों को क्रिसमस की बधाई दी, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की तारीफ करते हुए उन्हें कर्मठ मुख्यमंत्री बताते हुए पीएम ने सरकार का एक साल पूरा होने पर बधाई दी, पीएम ने कहा इस एक वर्ष में मप्र के विकास को नई गति मिली है। देश के विकास में अटल जी का योगदान भुलाया नहीं जा सकता उन्होंने कहा आज हम सबके के लिए प्रेरणादायी दिन है, आज अटल जी की जन्म जयंती है भारत रत्न अटल जी के जन्म के 100 साल हो रहे है ये पर्व सुशासन का, सुसेवा की हमारी प्रेरणा का भी पर्व है, थोड़ी देर पहले जब में अटल जी का डाकटिकट और स्मारक सिक्का जारी कर रहा था तो अनेक बातें दिमाग में चल रहीं थी उन्होंने बरसों तक हम जैसे कार्यकर्ताओं को सिखाया है, संस्कारित किया है देश के विकास में अटल जी का योगदान हमेशा हम सबके स्मृति पटल पर रहेगा। सुशासन भाजपा सरकारों की पहचान है मोदी ने कहा सुशासन दिवस हमारे लिए सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम भर नहीं है सुशासन भाजपा सरकारों की पहचान है देश की जनता ने लगातार तीसरी बार केंद्र में भाजपा की सरकार बनाई मप्र में आप लगातार भाजपा को चुन रहे हैं इसके पीछे सुशासन का भरोसा ही सबसे प्रबल है। पीएम ने विद्वानों से उनकी सरकार और पिछली सरकार के कामकाज के मूल्यांकन का अनुरोध किया पीएम मोदी ने कहा, मैं तो जो विद्वान लोग हैं लिखने पढ़ने में माहिर हैं उनसे आग्रह करूँगा कि अब जबकि आजादी के 75 साल हो चुके है तो एक बार मूल्यांकन किया जाये 100, 200 विकास के, जनहित के , सुशासन के पैरामीटर निकालें फिर हिसाब लगाये और बताएं कि क्या अंतर हैं। आजादी के दीवानों के सपनों को पूरा करने के लिए हम पसीना बहा रहे उन्होंने कहा जहाँ कांग्रेस की सरकार रही, जहाँ कम्युनिस्ट सरकार रही, जहाँ परिवारवादी सरकारें रहीं वहां क्या हुआ और जहाँ जहाँ भाजपा को सरकार चलाने का मौका मिला वहां क्या हुआ? जब जब भाजपा को जहाँ जहाँ भी सेवा करने का अवसर मिला है हमें पुराने रिकॉर्ड तोड़कर जनहित के, जन कल्याण के काम किये, पीएम बोले आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे उन सपनों को पूरा करने के लिए हम पसीना बहा रहे हैं। बुंदेलखंड को हमेशा कांग्रेस ने धोखा किया : डॉ मोहन यादव पीएम मोदी को आधुनिक भागीरथ बताते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश को सौगात देने के लिए धन्यवाद दिया, सीएम ने कहा मध्य प्रदेश में जब भी सूखा पड़ता था तब लोग आंख बंदकर जान लेते थे कि ये बुंदेलखंड ही होगा, लोग पलायन करते थे घर बंद कर जाते थे, लेकिन ये गौरवशाली क्षेत्र लक्ष्मीबाई, महाराजा छत्रसाल, आल्हा उदल का क्षेत्र किसी के सामने झुका नहीं, अपनी जवानी, खून पानी की तरह बहाया, लेकिन किसी के आगे हाथ नहीं फैलाया, किसी से पानी नहीं मांगा। कांग्रेस ने बरसों गरीबों से वोट लिए, वादे किये, सरकार बनाई लेकिन भूल गए कोई पैकेज नहीं दिया,लेकिन अब आपके आशीर्वाद से ये बुंदेलखंड समृद्धशाली बुंदेलखंड बनेगा
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खातेगांव के सिविल हॉस्पिटल में दिव्यांग प्रमाण-पत्र और यूडीआईडी कार्ड बनाने के लिए एक शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 180 दिव्यांग जनों को प्रमाण पत्र जारी किए गए। शिविर का आयोजन और लाभार्थियों की संख्या यह शिविर खातेगांव में विकासखंड स्तर पर आयोजित किया गया, जिसमें दिव्यांग जनों के लिए प्रमाण-पत्र और यूडीआईडी कार्ड बनाए गए। शिविर में 258 हितग्राहियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 180 दिव्यांगों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि कई दिव्यांगजन जिन्हें प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है, वे अक्सर देवास नहीं जा पाते, जिससे उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। सरकार की पहल और दिव्यांगों के लिए यूनिक कार्ड विधायक ने बताया कि सरकार, निःशक्तजन विभाग और सामाजिक न्याय विभाग ने सभी दिव्यांग जनों के लिए डिसेबिलिटी कार्ड और यूनिक डिसेबिलिटी कार्ड बनाया है, जिसका उपयोग दिव्यांगजन पूरे भारत में कर सकते हैं। यह कदम दिव्यांग जनों के लिए कई सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करना आसान बनाएगा और उनकी सामाजिक भागीदारी को बढ़ावा देगा।
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पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में रहने वाले सभी ईसाई और मुसलमान असल में हिंदू ही हैं। उनका कहना था कि इन सभी की आठवीं और नवमी पीढ़ी हिंदू रही है। पंडित शास्त्री का बयान छतरपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि "इस देश में रहने वाला प्रत्येक ईसाई हिंदू है, क्योंकि यह देश हिंदुस्तान है। मुसलमान और ईसाई की आठवीं और नवमी पीढ़ी हिंदू रही है। उनके पुरखे रामलाल और श्यामलाल थे।" उन्होंने आगे कहा, "सभी सनातनी हैं, कोई पराया नहीं है।" हिंदू राष्ट्र पर जोर पंडित शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमें हिंदू राष्ट्र बनाकर ही मानना होगा। अगर आपको अपनी बहन-बेटियों को सुरक्षित रखना है, तो हिंदू राष्ट्र बनाना होगा।" यह बयान समाज में हलचल मचा सकता है और इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आ सकती हैं।
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जबलपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही शौर्य यात्रा को पुलिस ने रोक दिया। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं से बातचीत की और यात्रा का रूट बदलने के लिए उन्हें राजी किया। शौर्य यात्रा को पुलिस ने क्यों रोका? जबलपुर में जब विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता शौर्य यात्रा निकाल रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें रुकने के लिए कहा। पुलिस का कहना था कि इस यात्रा के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। हालांकि, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का दावा था कि यह यात्रा वर्षों से बिना अनुमति के ही निकाली जाती रही है। बातचीत के बाद यात्रा का रूट बदला इस मुद्दे पर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत और झड़प होती रही। इसके बाद एसडीएम पंकज मिश्रा और एएसपी आनंद कलादगी की मध्यस्थता से विवाद को सुलझाया गया। अंततः कार्यकर्ता रूट बदलने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद, पुलिस की सुरक्षा में शौर्य यात्रा फिर से शुरू की गई।
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बांधवगढ़ में रेलवे ट्रैक पर जंगली जानवरों के ट्रेन से टकराने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में एक तेंदुआ ट्रेन से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गया। तेंदुए को रेस्क्यू टीम ने इलाज के लिए सुरक्षित स्थान पर भेजा, लेकिन इस घटना ने रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बांधवगढ़ नेशनल पार्क में जंगली जानवरों के ट्रैक पर आने की घटनाएं बांधवगढ़ नेशनल पार्क के आसपास रेलवे ट्रैक बने हुए हैं, जहां जंगली जानवर अक्सर घूमते रहते हैं। यह जानवर ट्रैक तक पहुंच जाते हैं और जब ट्रेन गुजरती है तो उनके साथ हादसा हो जाता है। हाल ही में इसी तरह की एक घटना में एक तेंदुआ रेलवे ट्रैक पर घायल हो गया। इस तेंदुए को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम ने पकड़ा और उसे मुकुंदपुर टाइगर सफारी भेज दिया। वन्यजीव सुरक्षा के लिए उठाए जाने चाहिए कदम डीएफओ उमरिया, विवेक सिंह ने बताया कि इन घटनाओं को देखते हुए रेलवे ट्रैक को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए। उनका कहना है कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे ट्रैक के आसपास सुरक्षा उपायों को सख्त किया जाना चाहिए। बांधवगढ़ में हो रही ऐसी घटनाएं वन्यजीवों के लिए खतरे का संकेत हैं। इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके और जंगली जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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25 दिसंबर 2024 मध्य प्रदेश के लिए सौगात भरा होना वाला है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खजुराहो में देश की पहली केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना का शिलान्यास और पहली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण करेंगे। केन बेतवा परियोजना से लाखों किसानों को लाभ मिलेगा। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 दिसंबर को पूर्व पीएम भारत-रत्न से सम्मानित स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर एमपी के खजुराहो में दोपहर 12 बजे देश की पहली महत्वाकांक्षी केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास करेंगे। वे देश की पहली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण और 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि-पूजन भी करेंगे।इस मौके पर पीएम मोदी वाजपेयी की स्मृति में स्टॉम्प और सिक्का भी जारी करेंगे। 10 जिलों को सिंचाई की सुविधा, 44 लाख किसान होंगे लाभान्नित पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना, भूमिगत दाब युक्त पाइप सिंचाई प्रणाली अपनाने वाली सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है। इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 10 जिलों छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर में 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा मिलेगी और 44 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे। फसलों के उत्पादन एवं किसानों की आय में वृद्धि से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से हरित ऊर्जा में 103 मेगावॉट योगदान के साथ रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। बेहतर जल प्रबंधन एवं औद्योगिक इकाइयों को पर्याप्त जल आपूर्ति से औद्योगिक विकास होगा और रोजगार को बढ़ावा भी मिलेगा। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश में 59 हजार हेक्टेयर वार्षिक सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी एवं 1.92 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मौजूदा सिंचाई का स्थिरीकरण किया जायेगा, जिससे उत्तर प्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा जिलों में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी। परियोजना से मध्यप्रदेश की 44 लाख और उत्तर प्रदेश की 21 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी। ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना, अटल ग्राम सुशासन भवन की पहली किस्त देश की पहली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का भी प्रदेशवासियों को मिलेगा लाभ।परियोजना के प्रथम चरण में इस वर्ष अक्टूबर माह से पूर्ण क्षमता से विद्युत उत्पादन प्रारंभ हो गया है। परियोजना के द्वितीय चरण की 240 मेगावॉट क्षमता के लिये एमपीपीएसीए से आवश्यक सहमति उपरांत चयनित विकासक “सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड” से अनुबंध हस्ताक्षरित किया जाना प्रस्तावित है। मध्यप्रदेश में 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि-पूजन कर प्रथम किश्त का वितरण होगा। प्रारंभिक चरण में 1153 नवीन पंचायत भवनों के लिये 437.62 करोड़ रूपये के कार्य स्वीकृत किये गये हैं। प्रदेश की 23 हजार ग्राम पंचायतों में से भवन विहीन, जीर्ण-शीर्ण भवन और अनुपयोगी 2500 ग्राम पंचायतों को नवीन भवन की स्वीकृति के लिये चिन्हित किया गया है। मध्यप्रदेश सरकार ने पंचायतों को सशक्त करने के लिये समस्त ग्राम पंचायतों में नवीन पंचायत भवन एवं क्लस्टर स्तर पर क्लस्टर पंचायत भवन स्वीकृत करने का निर्णय लिया है।
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मां का प्यार दुनिया की सबसे ताकतवर और अनमोल भावनाओं में से एक है, और रायगढ़ में हुई एक घटना ने इसे सच साबित कर दिया। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में गाय ने अपने बछड़े को बचाने के लिए अद्भुत साहस और ममता का परिचय दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मां की ममता और साहस को देखकर लोग भावुक हो रहे हैं। हादसा: गाड़ी ने बछड़े को मारी टक्कर, फिर गाय ने किया हैरान कर देने वाला काम रायगढ़ में एक गाड़ी ने गाय के बछड़े को टक्कर मारी, जिससे बछड़ा गाड़ी के नीचे फंस गया। जैसे ही गाय ने यह देखा, वह तुरंत हरकत में आई और गाड़ी के चारों ओर घेराव कर लिया, उसे हिलने नहीं दिया। गाय की यह प्रतिक्रिया दिखाती है कि मां अपने बच्चे को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। इस दृश्य को देख आसपास के स्थानीय लोग भी प्रभावित हुए और बछड़े को बचाने के लिए मदद करने के लिए आगे आए। उन्होंने मिलकर गाड़ी को उठाया और बछड़े को सुरक्षित बाहर निकाला। इस बीच, गाय की नजरें लगातार अपने बच्चे पर टिकी रही। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो कि मां के प्यार और साहस की अनोखी मिसाल बन गया है।
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उत्तराखंड में नया भू कानून लागू किए जाने की संभावना के बीच थारू समाज ने अपनी जमीनों को इस कानून से अलग रखने की मांग की है। समाज ने कहा कि जैसे यूसीसी (यूनीफॉर्म सिविल कोड) के तहत उनकी विशेष जमीनों को सुरक्षित रखा गया है, वैसे ही नए भू कानून में भी उनकी जमीनों को छूट दी जाए। नए भू कानून को लेकर थारू समाज में चिंता, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन उत्तराखंड में नए भू कानून की चर्चा तेज हो रही है, और इसी बीच खटीमा में अनुसूचित जनजाति थारू समाज के लोग अपने अधिकारों को लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि यदि उनकी जमीनें नए भू कानून के दायरे में आती हैं, तो इससे उनका अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। इस मुद्दे पर थारू समाज के लोगों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि उनकी जमीनों को इस नए भू कानून से बाहर रखा जाए और जो अवैध कब्जे हुए हैं, उन पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
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MP School News : मध्य प्रदेश के शासकीय विद्यालयों के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने कक्षा 3,4,6,7 की वार्षिक परीक्षा की समय-सारणी जारी कर दी है।इसके तहत परीक्षाओं का आयोजन मार्च 2025में किया जाएगा।वही परीक्षा के आयोजन के संबंध में जिला कलेक्टर को आवश्यक निर्देश भी जारी किये गये हैं।दरअसल, राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रदेश के शासकीय विद्यालयों में कक्षा-3, 4, 6 और कक्षा-7 की वार्षिक परीक्षा की समय-सारणी जारी की है। इसके तहत कक्षा-3 और 4 की वार्षिक परीक्षा अगले वर्ष 6 मार्च से शुरू होकर 11 मार्च को समाप्त होगी। इन कक्षाओं की परीक्षा का समय दोपहर 2 से शाम 4:30 बजे तक रहेगा। कक्षा 6 और 7 की वार्षिक परीक्षा 6 मार्च से शुरू होकर 12 मार्च, 2025 को समाप्त होगी। इन कक्षाओं की परीक्षा का समय दोपहर 2 से शाम 4:30 बजे तक रहेगा। कलेक्टरों को जारी हुए ये निर्देश परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय और लेखक की सुविधा प्रदान की जायेगी।परीक्षा के आयोजन के संबंध में जिला कलेक्टर को आवश्यक निर्देश भी जारी किये गये हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने वार्षिक परीक्षा के आयोजन के पहले बैठक व्यवस्था और अन्य तैयारियों के संबंध में जिला परियोजना समन्वयकों को पूर्व तैयारी करने के लिये कहा है। सभी सरकारी स्कूलों में पहली व दूसरी कक्षा में परीक्षा नहीं ली जाएगी। इनका आकलन अभ्यास पुस्तिका के माध्यम , गतिविधि आधारित व मौखिक मूल्यांकन से होगा। इसमें हिंदी, अंग्रेजी व गणित विषय में सीखने की क्षमता के स्तर का परीक्षण होगा। निजी स्कूल नवीन मान्यता/मान्यता नवीनीकरण के लिये आज से आवेदन कक्षा एक से 8 तक के निजी विद्यालय शिक्षा का अधिकार अधिनियम अंतर्गत नवीन मान्यता एवं मान्यता नवीनीकरण के लिये आज 23 दिसम्बर से 23 जनवरी तक ऑन लाइन आवेदन कर सकते है। जिन स्कूलों की मान्यता अवधि मार्च 2025 में पूर्ण हो रही है ऐसे स्कूल समय-सीमा में मान्यता नवीनीकरण हेतु आवेदन करेंगे। यदि कोई स्कूल कक्षा में वृद्धि करना चाहता है तो वह भी नवीनीकरण के लिये आवेदन कर सकता है।मान्यता नवीनीकरण के लिये जो अशासकीय स्कूलों समय सीमा में आवेदन नही करते है तो वह आगामी सत्र में स्कूल संचालन के लिए पात्र नही होंगे। राज्य शिक्षा केन्द्र ने मान्यता आवेदन की प्रक्रिया को सरलीकृत एवं पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से RTI MP मोबाइल ऐप तैयार किया है। इसके माध्यम से अशासकीय स्कूल स्वयं अपने मोबाइल के द्वारा आवश्यक जानकारी दर्ज कर जरूरी फोटाग्राफ तथा दस्तावेज अपलोड करते हुये मान्यता के लिये ऑनलाइन आवेदन कर सकेगे।
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छिंदवाड़ा: छिंदवाड़ा जिले के कोसमी स्थित हनुमान जी के 100 साल पुराने मंदिर में इन दिनों भगवान को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाए जा रहे हैं। यह मंदिर प्राकृतिक सुंदरता और जंगल पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जिसके कारण यहां शीतलहर चल रही है। भक्तों का मानना है कि जो भी व्यक्ति अपनी सच्ची मनोकामना लेकर इस मंदिर में आता है, उसकी इच्छा जरूर पूरी होती है। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित केशव ने बताया कि, "जैसे हम ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनते हैं, वैसे ही भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए गर्म पानी से स्नान और अभिषेक कराया जाता है। इसके साथ ही भगवान को कंबल ओढ़ाकर उनकी सुरक्षा की जाती है।" पंडित केशव ने यह भी कहा कि जैसे हम गर्मी में ठंडा खाते हैं और सर्दी में गर्म चीजों का सेवन करते हैं, वैसे ही भगवान को भी ठंड में गर्म तासीर वाले फल, फूल और भोग अर्पित किए जाते हैं। इसमें गुड़, मूंगफली, तिल जैसे गर्म तासीर के पदार्थ शामिल होते हैं। यहां हर शनिवार को विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाता है, जहां हजारों भक्त आकर प्रसाद ग्रहण करते हैं और अपनी आस्था को व्यक्त करते हैं। इस अनोखी परंपरा से भक्तों का विश्वास और बढ़ गया है, और वे आस्था के साथ भगवान से अपने मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हैं।
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ग्वालियर: ग्वालियर ऑब्स्टेट्रिक एण्ड गायनेकोलोजिकल सोसायटी और फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज़ ऑफ इंडिया के सहयोग से ग्वालियर में प्रोजेक्ट अधुना के शुभारंभ की घोषणा की गई। यह घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉ. जयदीप टांक ने की। डॉ. जयदीप टांक ने इस पहल के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रोजेक्ट अधुना का मुख्य उद्देश्य भारत के चार राज्य—उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, और उड़ीसा में निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रसव के दौरान देखभाल को सुदृढ़ बनाना है। इस पहल के माध्यम से मातृ और नवजात शिशु देखभाल के लिए साक्ष्य आधारित दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया जाएगा और चिकित्सा प्रथाओं को मजबूत किया जाएगा। प्रोजेक्ट अधुना इन चार राज्यों के 29 चुनिंदा जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए काम करेगा। इस पहल के तहत पहला "कंटिन्युइंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट" सत्र ग्वालियर, मध्य प्रदेश में आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रसव के दौरान देखभाल में नई तकनीकों और प्रथाओं से अवगत कराना है। इस पहल से प्रसव के दौरान माताओं और नवजातों की देखभाल में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है, जो समग्र स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने में मददगार साबित होगा।
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सिंगरौली जिले के प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे दिसंबर 2024 के अंत तक अपनी जमीन की फार्मर रजिस्ट्री करवा लें। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री नहीं करवाई तो 2025 से पीएम किसान सम्मान निधि बंद हो सकती है। फार्मर रजिस्ट्री के लिए सरल प्रक्रिया चितरंगी तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह ने क्षेत्र के किसानों से कहा कि वे फार्मर रजिस्ट्री के लिए स्थानीय पटवारी के पास निशुल्क आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, हर गांव में लोकल यूथ भी फार्मर रजिस्ट्री में मदद कर रहे हैं, और सीएससी केंद्रों पर भी रजिस्ट्री करवाई जा सकती है। फार्मर रजिस्ट्री के लिए किसानों को अपनी जमीन के कागज, आधार कार्ड और मोबाइल लेकर जाना अनिवार्य है। चितरंगी ब्लाक में 40 हजार किसानों की रजिस्ट्री, 14 हजार ने किया पंजीकरण चितरंगी ब्लाक के कुल 40 हजार किसानों को सूचीबद्ध किया गया है, जिनमें से अब तक 14 हजार किसानों ने अपनी फार्मर रजिस्ट्री करवा ली है। प्रशासन ने सभी किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपनी रजिस्ट्री करवा लें ताकि वे पीएम किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित न रहें।
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246वें रीमाउंट वेटरनरी कोर दिवस के अवसर पर भारतीय सेना ने विकलांग बच्चों और परोपकारी लोगों के लिए आशा स्कूलों को 12 सेवानिवृत्त सैन्य कुत्ते उपहार में दिए. यह पहल न केवल राष्ट्र की रक्षा के लिए बल्कि अपने वफादार सैनिकों - मानव और पशु दोनों - का सम्मान करने के लिए भारतीय सेना के समर्पण को भी दर्शाती है, जिन्होंने अपना जीवन सेवा के लिए समर्पित कर दिया है. इन कुत्तों ने की है राष्ट्र सेवा इन K-9 नायकों ने विभिन्न इलाकों में राष्ट्र की सेवा की है और सच्चे सैनिकों के योग्य साहस और लचीलापन दिखाया है. विस्फोटकों और खानों का पता लगाने, हिमस्खलन बचाव, खोज और बचाव मिशन, ट्रैकिंग और रखवाली में उनके अमूल्य योगदान ने राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने और मानवीय प्रयासों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. विशेष रूप से रामपुर हाउंड, मुधोल हाउंड, कॉम्बाई, चिप्पीपराई और राजपलायम जैसी स्वदेशी नस्लों को अन्य स्थापित कामकाजी कुत्तों की नस्लों के साथ-साथ इन महत्वपूर्ण कार्यों के लिए भारतीय सेना द्वारा तेजी से नियोजित किया जा रहा है. इन कुत्तों की मौजूदगी विशेष रूप से विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सीय लाभ प्रदान करती है, जिससे उनकी सामाजिक, भावनात्मक और संज्ञानात्मक क्षमताएं बढ़ती हैं. परिवारों और व्यक्तियों के लिए इन कैनाइन नायकों को अपनाना एक ऐसे देशभक्त को एक प्यार भरा घर प्रदान करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है जिसने निस्वार्थ रूप से राष्ट्र की सेवा की है, साथ ही एक वफ़ादार और दयालु साथी भी प्राप्त किया है. इस अवसर पर बोलते हुए, रीमाउंट वेटरनरी सर्विसेज (DGRVS) के महानिदेशक ने विभिन्न परिचालन उद्देश्यों के लिए कुत्तों के प्रजनन, पालन, प्रशिक्षण और तैनाती में रीमाउंट वेटरनरी कोर की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया. अपनी समर्पित सेवा के बाद, इन कैनाइन योद्धाओं को मेरठ कैंट में रीमाउंट वेटरनरी कोर सेंटर और कॉलेज में कैनाइन जेरिएट्रिक सेंटर ले जाया जाता है, जहां उनकी देखभाल की जाती है और वे अपने बाद के वर्षों में आराम से रहते हैं.
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सिंगरौली और सीधी जिलों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण पुल के निर्माण कार्य में तेजी आई है। यह पुल गोपद नदी पर बन रहा है और इसका उद्देश्य क्षेत्र में कनेक्टिविटी को मजबूत करना है। यह पुल दोनों जिलों के बीच यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के साथ-साथ स्थानीय विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। पुल का निर्माण क्षेत्र के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। गोपद नदी पर पुल का निर्माण: क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक मील का पत्थर सिंगरौली जिले के चितरंगी तहसील और सीधी जिले के सिहावल तहसील के बीच गोपद नदी पर निर्माणाधीन यह पुल क्षेत्रीय विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। पुल बनने से न केवल दोनों जिलों के बीच यात्रा आसान होगी, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों को भी अनेक सुविधाएं मिलेंगी। इससे व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सेवाओं तक पहुंच में भी सुधार होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया तेज, काम जल्द पूरा करने की योजना इस परियोजना के तहत, कुछ निजी जमीनों का भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है, विशेष रूप से कोरसर गांव के पास। तहसीलदार ऋषि नारायण सिंह ने बताया कि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया तेजी से पूरी की जा रही है। अधिकारी और कर्मचारी इस कार्य को शीघ्रता से पूरा करने के लिए पूरी तरह से जुटे हुए हैं। निर्माण कार्य की प्रगति अच्छी है और अधिकारियों द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि पुल का निर्माण समय पर पूरा किया जा सके।
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ग्वालियर में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर 25 से 27 दिसंबर तक एक विशाल निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय शिविर का उद्देश्य ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के दूरदराज के इलाकों में रहने वाले मरीजों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। ग्वालियर सांसद भारत सिंह यादव ने बताया कि इस शिविर से 19 जिलों के मरीजों को लाभ होगा। अब तक लगभग 30,000 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किए जा रहे हैं। एम्स के डॉक्टरों से उचित परामर्श और ऑपरेशन की व्यवस्था स्वास्थ्य शिविर में मरीजों को एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों से उचित परामर्श प्राप्त होगा। शिविर में आए मरीजों का प्राथमिक उपचार और स्वास्थ्य जांच की जाएगी। जिन मरीजों की स्थिति गंभीर होगी, उन्हें भोपाल के एम्स में इलाज और ऑपरेशन की व्यवस्था की जाएगी। दिलचस्प बात यह है कि एक बार रजिस्ट्रेशन करने के बाद, मरीजों को भोपाल जाकर दोबारा पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण अंचल के लोगों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है, ताकि वे भी राजधानी के लोगों के बराबर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकें। सामाजिक संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी और सुविधाएं स्वास्थ्य शिविर के आयोजन में कई सामाजिक संस्थाएं भी सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। ये संस्थाएं आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी जरूरी संसाधनों की व्यवस्था कर रही हैं। शिविर स्थल पर मरीजों के लिए नाश्ता और भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। यह शिविर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वास्थ्य के प्रति सजगता का हिस्सा है, जो चाहते हैं कि देश का हर नागरिक स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे।
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जनवरी 2025 में हल्द्वानी में होने वाले राष्ट्रीय खेलों की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। मिनी स्टेडियम और गौला पार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में फुटबॉल, तैराकी, बैडमिंटन और ट्रायथलॉन जैसे रोमांचक खेलों के मुकाबले आयोजित होंगे। हल्द्वानी के मिनी स्टेडियम और अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में इन खेलों की तैयारियों के तहत कड़ी मेहनत चल रही है। मिनी स्टेडियम में महिला फुटबॉल मैच होंगे, जबकि अन्य खेलों का आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद कुमाऊं कमिश्नर और मुख्यमंत्री सचिव दीपक रावत ने खेल विभाग के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। इस दौरान इंडोर गेम्स के लिए लाइटिंग और स्विमिंग पुल में हीटिंग की व्यवस्था को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदा घाटी में विकास की अपार संभावनाओं को देखते हुए नर्मदापुरम को औद्योगिक विकास का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने मोहासा औद्योगिक क्षेत्र में 20 औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन किया और इस क्षेत्र में 18,000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने हाल ही में नर्मदापुरम में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए रीजनल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया। उनका लक्ष्य क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई पर ले जाना है। मोहासा औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर सड़क और रेल कनेक्टिविटी, वन और भू-संपदा जैसे लाभों के कारण निवेशकों के लिए आदर्श गंतव्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है। डॉ. यादव ने मोहासा बाबई सौर ऊर्जा पार्क की भूमि का विस्तार 227 एकड़ से बढ़ाकर 884 एकड़ करने की घोषणा की। उनका विश्वास है कि नर्मदापुरम जल्द ही एक समृद्ध और औद्योगिक रूप से विकसित क्षेत्र बनेगा, जो स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य को बदलने में अहम भूमिका निभाएगा।
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हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री और सात बार विधायक रह चुके ओपी चौटाला का आज निधन हो गया। सांस लेने में तकलीफ होने के कारण उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। ओपी चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को सिरसा जिले के डबवाली के चौटाला गांव में हुआ था, जो पहले पंजाब का हिस्सा था। ओपी चौटाला और उनकी राजनीति की यात्रा ओपी चौटाला का राजनीतिक जीवन बेहद दिलचस्प और संघर्षपूर्ण रहा। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1989 में हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने कुल पांच बार मुख्यमंत्री का पद संभाला, और हर बार उनके मुख्यमंत्री बनने की कहानी में कुछ ना कुछ अनोखा था। मुख्यमंत्री बनने का पहला मौका (1989) ओपी चौटाला ने पहली बार 2 दिसंबर 1989 को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। हालांकि, उनका यह कार्यकाल केवल 5 महीने का ही रहा और वे 22 मई 1990 को पद छोड़ने पर मजबूर हो गए थे। दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने की घटनाएँ (1990) चौटाला ने 12 जुलाई 1990 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता को दो महीने के लिए हटाया गया था। हालांकि, यह कार्यकाल भी लंबे समय तक नहीं चल सका, और 17 जुलाई 1990 को उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा। तीसरी बार मुख्यमंत्री बने (1991) 22 अप्रैल 1991 को चौटाला ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन यह कार्यकाल भी बहुत लंबा नहीं रहा। केवल दो हफ्तों बाद, राज्यपाल की सिफारिश पर राष्ट्रपति शासन लागू होने के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की कहानी (1999) चौटाला ने 24 जुलाई 1999 को चौथी बार मुख्यमंत्री का पद संभाला। इस बार उन्होंने भाजपा से समर्थन प्राप्त किया, और बंसीलाल की सरकार गिरने के बाद उन्होंने सरकार बनाई। 1999 में विधानसभा भंग करवा दी गई और मार्च 2000 में उन्होंने पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने का मौका पाया। पाँचवी बार मुख्यमंत्री (2000-2005) चौटाला का यह कार्यकाल बहुत महत्वपूर्ण था। उन्होंने पूरे पांच साल तक मुख्यमंत्री पद पर काबिज रहे। इस दौरान उनका नेतृत्व हरियाणा में कई बदलावों का हिस्सा बना, और 2004 में हुए लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा और उनका गठबंधन टूट गया, लेकिन चौटाला ने अपनी पार्टी की सत्ता बनाए रखी। चौटाला का राजनीतिक प्रभाव और योगदान ओपी चौटाला की राजनीति में बड़ी भूमिका रही। उनकी कड़ी मेहनत और राजनीति में बने रहने की क्षमता ने उन्हें हरियाणा में एक मजबूत नेता बना दिया। वह जनता दल, समाजवादी जनता पार्टी और समता पार्टी जैसे दलों का हिस्सा रहे। अंत में उन्होंने 1996 में हरियाणा लोकदल (हलो दरा) की स्थापना की और 1998 में बसपा के साथ गठबंधन किया। व्यक्तिगत जीवन और दोस्ती ओपी चौटाला की पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल से गहरी मित्रता थी। उनका जीवन संघर्षों और बदलावों से भरा हुआ था, लेकिन उन्होंने कभी भी अपनी राजनीतिक यात्रा को छोड़ा नहीं। ओपी चौटाला का निधन हरियाणा के लिए एक बड़ी क्षति है, और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
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पौष महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पौष कालाष्टमी मनाई जाती है, जो काल भैरव को समर्पित होती है। उनकी पूजा-अर्चना करने से जातकों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। साथ ही कष्टों से छुटकारा मिलता है। सनातन धर्म में काल भैरव को समय और न्याय का देवता माना गया है। उनकी उपासना से जीवन में अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा आती है। शुभ योग ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस दिन चार शुभ योग बन रहे हैं। जिनमें सर्वार्थ सिद्धि योग, त्रिपुष्कर योग, आयुष्मान योग और सौभाग्य योग शामिल हैं। इन शुभ योगों में पूजा करने से जातकों को तीन गुना अधिक फल की प्राप्ति होगी। करें ये उपाय कालाष्टमी के दिन कच्चा दूध अर्पित करने से काल भैरव अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं। लोग भोग के तौर पर हलवा पुरी और मदिरा चढ़ाते हैं। इसके अलावा, भक्त इमरती, जलेबी सहित पांच अन्य तरह की मिठाइयां भी चढ़ा सकते हैं। इस दिन दान का भी खास महत्व होता है। आप जरूरतमंदों में चावल, दाल, आटा, कंबल, तिल, आदि का दान कर सकते हैं। ऐसे करें पूजा इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। इसके बाद काल भैरव की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाएं। फिर फूल, चंदन, और धूप अर्पित करें। इस दौरान आप “ॐ कालभैरवाय नमः” मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। इसके बाद भगवान को भोग चढ़ाएं, उनकी व्रत कथा सुनें और आरती उतारें।
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उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के ग्वालियर-झाँसी खंड में तीसरी लाइन के कार्य के संदर्भ में संदलपुर-आंतरी स्टेशनों के बीच अप लाइन पर कट और कनेक्शन कार्य के चलते भोपाल मंडल से गुजरने वाली यात्री गाड़ियों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। ‘ इन ट्रेनों का बदला मार्ग 1. गाड़ी संख्या 12644 हजरत निज़ामुद्दीन-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी।2. गाड़ी संख्या 12780 हजरत निज़ामुद्दीन-वास्को डी गामा एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 21.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी।3. गाड़ी संख्या 12626 नई दिल्ली – त्रिवेंद्रम केरला एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 21.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी।4. गाड़ी संख्या 12708 हजरत निज़ामुद्दीन-तिरुपति एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी।5. गाड़ी संख्या 12628 नई दिल्ली – बेंगलुरू कर्नाटक एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 21.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी।6. गाडी संख्या 12808 निज़ामुद्दीन-विशाखापटनम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 को अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया मथुरा-बयाना-सोगरिया-रुठियाई-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी।7. संख्या 12618 हजरत निजामुद्दीन-एर्नाकुलम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 22.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया ग्वालियर-गुना-रुठियाई-मक्सी-भोपाल होते हुए गंतव्य को जाएगी।8. गाड़ी संख्या 12191 हज़रत निजामुद्दीन-जबलपुर श्रीधाम एक्सप्रेस दिनांक 20.12.2024 से 22.12.2024 तक अपने प्रारंभिक स्टेशन से प्रस्थान कर अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग वाया ग्वालियर-गुना-बीना होते हुए गंतव्य को जाएगी। रेल्वे का यात्रियों से अनुरोध यात्रियों से अनुरोध है कि असुविधा से बचने के लिए रेलवे द्वारा अधिकृत रेलवे पूछताछ सेवा NTES/139 से गाड़ी की सही स्थिति की जानकारी पता करके तदनुसार यात्रा प्रारम्भ करें।
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Banana Farming Burhanpur: बुरहानपुर। देश-प्रदेश में ऐतिहासिक नगरी के साथ-साथ यहां होने वाली केले की खेती के लिए भी बुरहानपुर को पहचाना जाता है। जिले में करीब 25 हजार से ज्यादा हेक्टयर रकबे में केला उगाया जाता है। कृषि विभाग के मुताबिक इससे लगभग 20 हजार से ज्यादा किसान प्रत्यक्ष रूप से जुडे हुए हैं। बुरहानपुर जिले में अब इसी केले के तने से निकलने वाले रेशे आवश्यक घऱेलू सामान तैयार करने के काम आ रहे हैं। केले की फसल ने बदली जिंदगी दरअसल, दर्यापुर गांव में महिमा संकुल स्व-सहायता समूह की महिलाएं इस काम को अपनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। गौरतलब है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जिला एक उत्पाद के तहत बुरहानपुर जिले में केला फसल को शामिल किया। इस साल फरवरी में बड़े स्तर पर केला फेस्टिवल भी आयोजित किया था। इस फेस्टिवल में केला और केले के पौधों से बनने वाले उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित की गई थी। इसके प्रोडक्ट ने लोगों का मन मोह लिया। अब इससे विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट तैयार किए गए। इसमें सबसे बेहतरीन प्रोडक्ट चटाई है, जो घर में शुभ अवसरों पर मेहमानों के स्वागत में मेहमान नवाजी के लिए बिछाई जाती है। केले के रेशे से चटाई चटाई का इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जा रहा है। महिलाओं को सवा मीटर बुनाई के एवज में 300 रूपए मिलते हैं, जबकि महिलाएं ढाई मीटर तक चटाई बन रही हैं। इससे उन्हें ढाई मीटर बुनाई के 600 रूपए मिल जाते हैं। उनका कहना है कि वह सिर्फ चटाई ही नहीं बना रहीं बल्कि उनके सफलता की कहानी के ताने बाने भी बुन रही हैं। कई हैंडमेंड प्रोडक्ट बनकर तैयार बता दें कि म.प्र. डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आने वाले स्व-सहायता समूह की जिले भर की महिलाएं केले के तने के रेशे से झूमर, झाड़ू, टोकरी, स्टाइलिश पालना सहित तोरण की रिंग जैसे घऱेलू उत्पाद तो तैयार कर रही हैं। अब यह महिलाएं हैंडलूम की तरह आई एक मशीन की मदद से केले के तने के रेशे से चटाई तैयार की। इन उत्पादों की बिक्री से स्व-सहायता समूह की महिला आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। इसके अलावा उनके आत्मविश्वास में भी वृध्दि हुई है। ज्ञात हो कि केले के तने के रेशे से चटाई बुनने के लिए यह मशीन तमिलनाडु से मंगवाई गई। आजीविका मिशन ने इन महिलाओं को फायबर एक्सट्रेक्टर मशीन भी मुहैया कराई, जिससे केले के तने से रेशा निकालना बेहद आसान हो गया है।
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प्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और सोनकच्छ विधायक डॉ. राजेश सोनकर ने टोंकखुर्द कृषि उपज मंडी परिसर में पार्वती-कालीसिंध-चम्बल लिंक परियोजना का भूमिपूजन किया। इस मौके पर पीएम मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव की डिजिटल उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस परियोजना के माध्यम से सोनकच्छ विधानसभा के 66 गांवों को जोड़ने की योजना बनाई गई है, जिससे क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। सोनकच्छ के विकास के लिए लंबी लिस्ट के कार्यों की घोषणा भूमिपूजन कार्यक्रम में विधायक डॉ. राजेश सोनकर और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोनकच्छ विधानसभा की चारों नगर परिषदों में विकास कार्यों की लंबी लिस्ट सौंपी। इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने विधायक डॉ. राजेश सोनकर से कहा कि सोनकच्छ विधानसभा के विकास कार्यों में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का खजाना सोनकच्छ के विकास में पूरी तरह से खुला हुआ है और आगामी चार वर्षों में इस क्षेत्र का स्वर्णिम विकास सुनिश्चित किया जाएगा। सोनकच्छ विधानसभा के विकास में पूरी प्रतिबद्धता मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं और किसानों को संबोधित करते हुए यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का खजाना सोनकच्छ के विकास के लिए खुला है और इसमें कोई भी कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उनका कहना था कि आने वाले समय में सोनकच्छ विधानसभा के चारों नगर पंचायतों में महत्वपूर्ण विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी और सभी योजनाएं समय पर पूरी की जाएंगी।
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रतलाम जिले के सैलाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक कमलेश्वर डोडियार ने लगभग नौ घंटे तक जारी रहे अपने मौन धरने को समाप्त कर दिया। यह धरना मंत्री विश्वास कैलाश सारंग द्वारा समझाए जाने के बाद समाप्त हुआ। इसके बाद, डोडियार ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की और अपनी मांगें उनके सामने रखीं। सदन में बोलने का अधिकार और कार्रवाई की मांग विधायक कमलेश्वर डोडियार ने आरोप लगाया कि उन्हें सदन में बोलने का अवसर नहीं दिया जा रहा था। वे रतलाम जिले के कलेक्टर और एक डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और इन मुद्दों को सदन में उठाना चाहते थे, लेकिन उनका माइक बंद कर दिया गया। डोडियार ने बताया कि यह मुद्दा उठाने के लिए उन्होंने धरना दिया था। धरना खत्म करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। कलेक्टर और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी कमलेश्वर डोडियार ने स्पष्ट किया कि अगर रतलाम जिले के कलेक्टर और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह भविष्य में फिर से धरना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई जनता और अपने क्षेत्रवासियों के अधिकारों के लिए है, और वे अपनी मांगों के लिए लगातार संघर्ष करेंगे।
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सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह ने अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। वे क्षेत्र में 350 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों को स्वीकृत कराने में सफल रहे हैं, जिसमें सड़कों, पंचायत भवनों और जिला चिकित्सालय के निर्माण सहित कई बड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं। इन कार्यों से क्षेत्र में समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। पंचायत भवनों और जिला चिकित्सालय का निर्माण विधायक रामनिवास शाह के प्रयासों से सिंगरौली विधानसभा क्षेत्र में 350 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्य स्वीकृत हुए हैं। इनमें 5 पंचायत भवनों का निर्माण शामिल है, जो शासन, सिद्धि खुर्द, टूसा, बसौड़ा और खम्हरिया गांवों में बनेंगे। इसके साथ ही, क्षेत्र के लिए एक नया जिला चिकित्सालय भी स्वीकृत किया गया है, जिसे मेडिकल कॉलेज के पास बनाया जाएगा। पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने पत्र लिखकर इस विकास कार्य की जानकारी साझा की है। विकास की दिशा में उपमुख्यमंत्री का योगदान विधायक रामनिवास शाह ने इन विकास कार्यों के लिए उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला का विशेष आभार व्यक्त किया और उनके योगदान को सराहा। उन्होंने बताया कि सिंगरौली में चल रहे इस विकास कार्यों की लहर क्षेत्रवासियों के लिए एक नई आशा और उम्मीद लेकर आई है। इन परियोजनाओं से क्षेत्र का समग्र विकास संभव होगा और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गौवंश पालन को लेकर कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है। उन्होंने गोशालाओं की स्थिति को सुधारने के साथ गाय के चारे की राशि को दोगुना कर दिया है। इसके साथ ही, अगर कोई किसान 10 से अधिक गायों का पालन करता है, तो उसे सब्सिडी देने का फैसला लिया गया है। यह कदम किसानों की आय बढ़ाने और प्रदेश में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। गोवंश सुधार और गायों का पालन: नई योजनाएँ मुख्यमंत्री यादव ने गोवर्धन पर्व के दौरान यह घोषणा की थी कि मध्यप्रदेश में गौपालकों के अच्छे दिन आने वाले हैं। सरकार अब किसानों को अच्छी नस्ल की बछियां देगी, जिन्हें बाद में दूध देने पर सरकार वापस खरीद लेगी। इसके साथ ही, ग्रामीण इलाकों में गायों के लिए बेहतर वातावरण सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। 10 से अधिक गायों का पालन करने वाले किसानों को सब्सिडी देने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादन और गौवंश वध रोकने के लिए कठोर कदम मोहन यादव सरकार पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन पर 5 रुपये का इंसेंटिव देने की योजना बना रही है, जिससे ग्रामीण इलाकों की स्थिति में सुधार होगा। इसके साथ ही, सरकार ने गौवंश की तस्करी को रोकने के लिए "मध्यप्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2024" लागू किया है, जिसके तहत तस्करी करने वालों को 7 साल की सजा होगी। मुख्यमंत्री ने गोपालन और कृषि को बढ़ावा देने के अपने संकल्प को और मजबूत करते हुए यह घोषणा की कि जो किसान 10 से अधिक गायों का पालन करेगा, उसे सरकार अनुदान देगी और दूध खरीदेगी।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अथक प्रयासों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की वजह से पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी को जोड़ने का महाअभियान शुरू हो चुका है। इस योजना से मध्यप्रदेश में 21 बांध-बैराज बनेंगे और 11 जिलों की 40 लाख आबादी को इसका फायदा मिलेगा। यह परियोजना किसानों की आय बढ़ाने और सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना पर करीब 72 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं, जिसमें से 90% राशि केंद्र सरकार देगी। इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 11 जिलों और अप्रत्यक्ष तौर पर 13 जिलों के 3217 गांवों की सूरत बदल जाएगी। इसमें एमपी में 17 बांध, 4 बैराज समेत कुल 21 नई जल संरचनाएं बनाई जाएंगी। मालवा और चंबल क्षेत्र की 6.13 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी और कुल 40 लाख से ज्यादा आबादी को पेयजल उपलब्ध होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परियोजना में देरी के लिए पिछली कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार बताया और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को इस योजना के लिए सराहा। इस परियोजना से सिंहस्थ-2028 के लिए क्षिप्रा को प्रवाहमान बनाने की सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी और चितावद परियोजना भी शामिल है। इस परियोजना से प्रदेश की 6.36 लाख हेक्टेयर रकबे में सिंचाई क्षमता बढ़ जाएगी और यह बुंदेलखंड के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
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भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में निवेश को लेकर किए गए प्रयास रंग लाने लगे हैं। हाल ही में, सीएम यादव ने अपने निवेश अभियान के तहत इंग्लैंड और जर्मनी का दौरा किया, जहां उन्होंने प्रदेश की नीतियों और संभावनाओं को लेकर विभिन्न उद्योगपतियों और व्यापारिक संगठनों से मुलाकात की। परिणामस्वरूप, 78,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जो मध्य प्रदेश में उद्योगों की स्थापना और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मानना है कि प्रदेश के आर्थिक विकास और खुशहाली के लिए आवश्यक है कि यहां उद्योग स्थापित हों। पिछले एक साल में उन्होंने प्रदेश के अंदर और बाहर कई उद्योगपतियों से चर्चा की और उन्हें प्रदेश में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। अब उनकी मेहनत के परिणाम सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री यादव ने फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले यूके और जर्मनी के उद्योगपतियों से बातचीत की। इन देशों के उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री यादव की सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर 78,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव दिए हैं। यह प्रस्ताव प्रदेश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और इससे लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का विदेश दौरा सफल साबित हुआ मुख्यमंत्री यादव ने लंदन में विभिन्न उद्योगपतियों और व्यापारिक संगठनों से मुलाकात की, जहां उन्होंने चिकित्सा, उद्योग, माइनिंग, कृषि और अन्य क्षेत्रों में निवेश के अवसरों की चर्चा की। इस दौरान निवेशकों ने मध्य प्रदेश में निवेश करने में रुचि दिखाई। जर्मनी में, उन्होंने बवेरिया राज्य सरकार के नेताओं और भारतीय कौंसुल जनरल से भी बैठक की, जिससे वहां भी निवेश के कई प्रस्तावों पर बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। उनके विदेश दौरे ने न केवल प्रदेश के विकास के लिए नए अवसर खोले, बल्कि राज्य को औद्योगिक क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान की है। आर्थिक विकास और रोजगार के नए अवसर मुख्यमंत्री के इस सफल विदेश दौरे और निवेश प्रस्तावों के परिणामस्वरूप, मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास की संभावना और रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कहना है कि इस निवेश से प्रदेश में नए उद्योग स्थापित होंगे, जिससे राज्य के युवाओं को रोजगार मिलेगा और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री ने इस यात्रा को मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि आने वाले समय में इन निवेश प्रस्तावों से राज्य में समृद्धि और विकास की नई राहें खुलेंगी।
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भोपाल: मध्य प्रदेश के भोपाल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वन मेला का शुभारंभ राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान धन्वंतरि की पूजा कर किया। इस मेले का मुख्य आकर्षण आयुर्वेदिक चिकित्सा परामर्श और जड़ी-बूटियों व वन उपज की प्रदर्शनी है, जो लोगों को मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती है। वन मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश का अंतर्राष्ट्रीय वन मेला पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुका है। उन्होंने राज्य के वन संसाधनों और पर्यावरण की रक्षा में आदिवासी समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए कहा, "अगर आज हमारी वन संपदा बची है, तो वह सिर्फ हमारे आदिवासी भाई-बहनों के कारण है।" सीएम यादव ने कोविड-19 महामारी का जिक्र करते हुए कहा, "जब कोविड के दौरान कई अच्छे डॉक्टर भी असफल हो गए थे, तब आयुर्वेद ने न केवल लोगों को मानसिक और शारीरिक सुकून दिया, बल्कि उनकी जान भी बचाई।" उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियां हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, जो स्वस्थ रहने के लिए बेहद उपयोगी हैं। यह मेला वन्यजीव संरक्षण, आयुर्वेद, पारंपरिक चिकित्सा, जड़ी-बूटियों और वन उपज के क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मेले में विभिन्न राज्य और देश भर से वन उत्पाद, जड़ी-बूटियाँ, वन्यजीव संरक्षण के उपाय, और आयुर्वेदिक उपचार प्रदान करने वाले स्टॉल्स लगाए गए हैं। सीएम ने यह भी कहा कि यह मेला न केवल प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श बन गया है, जो वन्य जीवन और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित करता है। इस मेले के जरिए सरकार वन संसाधनों के संरक्षण और उनके सही उपयोग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने की योजना बना रही है, जिससे न केवल पर्यावरण का संरक्षण हो, बल्कि स्थानीय लोगों की आजीविका को भी मजबूत किया जा सके।
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नए साल से पहले मध्य प्रदेश के लाखों हितग्राहियों के लिए खुशखबरी है।प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 में प्रदेश में 10 लाख आवास बनेंगे। योजना में हितग्राहियों को 22 हजार 800 करोड़ रूपये की राशि जारी की गई है।इस योजना का लाभ उन हितग्राहियों को दिया जायेगा, जिन्हें किसी कारण से अब तक आवास योजना का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। दरअसल, नगरीय विकास एवं आवास विभाग प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 की शुरूआत हो गई है। इस योजना में प्रदेश के जरूरतमंद हितग्राहियों के लिये 10 लाख आवास बनाये जायेंगे। विभाग ने मैदानी अमले को योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिये हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के आवेदन संबंधी जानकारी नजदीकी नगरीय निकायों से प्राप्त की जा सकती है। योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये केन्द्र सरकार ने यूनीफाइड वेब पोर्टल पर भी जानकारी अपलोड की है। किसे मिलेगा PM Awas Yojana शहरी 2.0 का लाभ प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 में देश में एक करोड़ आवास और मध्यप्रदेश में 10 लाख आवास बनाये जाने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 में 4 प्रकार के घटक शामिल किये गये हैं। हितग्राही आवेदन करते समय अपनी पात्रता और आवश्यकता के अनुसार घटक का चयन कर सकते हैं। योजना संबंधी निर्देशिका https://pmaymis.gov.in/PMAYMIS2_2023/PmayDefault.aspx पोर्टल से प्राप्त की जा सकती है। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 में विशेष वर्गों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया है। इनमें पीएम स्वनीधि योजना, भवन निर्माण श्रमिक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पीएम विश्वकर्मा योजना के कारीगर, सफाई कर्मी और झुग्गी बस्ती में रहने वाले परिवार शामिल है। PMAY शहरी 1.0 में 8 लाख 25 हजार आवास बनकर हुए है तैयार प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में अब तक 8 लाख 25 हजार जरूरतमंद हितग्राहियों के आवास निर्माण पूरे किये जा चुके हैं। प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के पहले चरण में 9 लाख 45 हजार आवास स्वीकृत किये गये थे। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के प्रथम चरण के क्रियान्वयन की सम्पूर्ण अवधि में मध्यप्रदेश देशभर में अग्रणी स्थान पर है। योजना के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिये मध्यप्रदेश और प्रदेश की कई नगरीय निकायों को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के प्रथम चरण में प्रभावी क्रियान्वयन का श्रेय न्यूनतम दर पर आवास उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार द्वारा किये गये कई नवाचारों को जाता है।हितग्राहियों को अब तक 22 हजार 800 करोड़ रूपये की राशि जारी की जा चुकी है। स्वीकृत आवासों के निर्माण कि लिये केन्द्रांश और राज्यांश की अनुदान राशि 19 हजार 700 करोड़ रूपये एवं क्रेडिट लिंक सब्सिडी स्कीम (सीएलएसएस) घटक के लिये ब्याज अनुदान के रूप में 3 हजार 900 करोड़ रूपये, इस प्रकार कुल राशि 23 हजार 600 करोड़ रूपये स्वीकृत की जा चुकी है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में राजस्थान और मध्य प्रदेश को एक बड़ी सौगात दी, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नदी से नदी जोड़ो अभियान के क्रम में पीकेसी परियोजना का शुभारंभ किया, पीएम ने पार्वती , काली सिंध और चंबल नदी का पानी रामसेतु कलश में भरकर परियोजना की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा, अटल जी ने नदियों को जोड़ने का विजन रखा था। उन्होंने इसके लिए उन्होंने विशेष कमेटी भी बनाई। मकसद यही था कि जिन नदियों में जरूरत से ज्यादा पानी है, उसको सूखाग्रस्त क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सके। इससे बाढ़ की समस्या और सूखे की समस्या, दोनों का समाधान संभव था। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसके समर्थन में बातें कही हैं। लेकिन कांग्रेस कभी आपके जीवन से पानी की मुश्किलें कम नहीं करना चाहती। हमारी नदियों का पानी बहकर सीमापार चला जाता था, लेकिन हमारे किसानों को इसका लाभ नहीं मिलता था। कांग्रेस, समाधान के बजाय, राज्यों के बीच जल-विवाद को ही बढ़ावा देती रही। मोदी ने की भजन लाल सरकार की तारीफ पीएम मोदी ने कहा राजस्थान के विकास को नई गति नई दिशा देने में मुख्यमंत्री भजनलाल और उनकी पूरी टीम ने बहुत परिश्रम किया है ये पहला साल एक प्रकार से आने वाले अनेक वर्षों की मजबूत नीव बना है और इसलिए आज का उत्सव सरकार का एक साल पूरा होने तक सीमित नहीं है ये राजस्थान के फैले प्रकाश का भी उत्सव है। 20 साल पुराना जल का झगड़ा PM Modi के आशीर्वाद से सुलझा कार्यक्रम में शामिल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा मैं मध्य प्रदेश की ओर से प्रधानमंत्री जी आपका आभार जताता हूँ आज का दिन आपके आशीर्वाद से बना है 20 साल पुराना जल का झगड़ा हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट तक गया लेकिन आपके प्रयास से ये अब सुलझ गया है एमपी के चंबल क्षेत्र से लेकर पश्चिमी मध्यप्रदेश और राजस्थान के जिलों को इस जल योजना की सौगात आपने दी है हमें आधुनिक युग के भागीरथ के तरह आशीर्वाद मिल रहा है। जिनके हाथ में यश होता है पुण्य होता है उनका ही लाभ मिलता है डॉ यादव ने कहा जब समय आता है सच्चे अर्थों में जिनके हाथ में यश होता है पुण्य होता है उनका ही लाभ मिलता है मैं प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने हमें इस योजना के लिए प्रेरित किया और 90 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार से स्वीकृत की, 70 हजार करोड़ की योजना में हम दोनों राज्यों को केवल 10 पतिशत देना है ये मदद नहीं मिलती तो हमें इतनी राशि जुटाना हमारे बस की बात नहीं थी। 17 दिसंबर राजस्थान के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा, आज का दिन ऐतिहासिक दिन 17 दिसंबर स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा क्यों कि कई दशकों बाद पार्वती, कालीसिंध, चंबल पर आज MOU हो रहा है और ये पीएम मोदी के आशीर्वाद से हुआ है इसके लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी जल शक्ति मंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंती को धन्यवाद देता हूँ। स्वच्छ पेयजल, सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा, PM का धन्यवाद उन्होंने बताया कि इस परियोजना से राजस्थान के 21 जिले में रहने वाले सवा तीन करोड़ लोगों को स्वच्छ पेयजल मिलेगा, ढाई लाख हेक्टेयर नए क्षेत्र में सिंचाई होगी और डेढ़ लाख हेक्टेयर में सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी की सुविधा मिलेगी इस क्षेत्र में स्थापित होने वाले उद्योगों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा इसलिए में प्रधानमन्त्री मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पाटील को विशेष रूप से धन्यवाद देता हूँ।
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मध्यप्रदेश अब भारत में दुग्ध उत्पादन के मामले में तीसरे स्थान पर आ गया है, जो राज्य के कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सफलता है। प्रदेश में प्रतिदिन 591 लाख किलोग्राम दूध का उत्पादन होता है, जिससे राज्य का योगदान भारत के कुल दुग्ध उत्पादन में महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का लक्ष्य है कि मध्यप्रदेश देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 20% हिस्सा बने। सांची ब्रांड के तहत उच्च गुणवत्ता वाले दुग्ध उत्पादों की बिक्री से किसानों को अच्छा मुनाफा मिल रहा है। दुग्ध उत्पादकों को मिलेगा बोनस प्रदेश के दुग्ध उत्पादक किसानों को अब बोनस मिलने जा रहा है। यह कदम किसानों के मेहनत और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। सरकार ने प्राकृतिक कृषि विकास योजना के तहत देशी गाय और अच्छी नस्ल के नंदी पालन के लिए भी प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया है। यह कदम प्रदेश के किसानों को दुग्ध उत्पादन में और अधिक प्रोत्साहित करेगा और उनकी आय को बढ़ावा देगा। पशुपालन से किसानों की आय में वृद्धि मध्यप्रदेश में कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी किसानों की आय बढ़ाने का एक बड़ा जरिया बन गया है। राज्य में 7.5% पशुधन है, जो राष्ट्रीय औसत 5.05% से काफी ज्यादा है। इसके साथ ही, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड से भी प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए करार हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को गौ-पालन और सौर संयंत्रों के प्रयोग पर भी प्रोत्साहन देने की योजना बनाई है, जिससे राज्य में दुग्ध उत्पादन और पशुपालन में वृद्धि हो सके।
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बिन्दुखत्ता: बिन्दुखत्ता के पूर्व सैनिक संगठन ने विजय दिवस को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और 1971 में भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ प्राप्त की गई ऐतिहासिक विजय की शौर्य गाथा को सुनाया गया। शहीदों को श्रद्धांजलि और विजय दिवस की शौर्य गाथा 1971 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की नापाक हरकत को शिकस्त देते हुए विजय हासिल की थी, जिसके उपलक्ष्य में विजय दिवस मनाया जाता है। इस दिन को लेकर शहीद स्मारक पर पूर्व सैनिकों और शहीदों की वीरांगनाओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। बिन्दुखत्ता पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष खिलाफ सिंह दानू ने बताया कि विजय दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक में झंडा रोहण किया गया और शहीदों को पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। साथ ही, इस मौके पर 1971 के विजय दिवस की शौर्य गाथा को सुनाया गया, जिससे सभी उपस्थित लोग भावुक हो गए। इस कार्यक्रम ने भारतीय सैनिकों की वीरता को याद करते हुए देशवासियों को उनके शौर्य और बलिदान के प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रदान किया।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने महिलाओं के हक में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब राज्य में सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण 35 प्रतिशत कर दिया गया है। यह फैसला महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है और राज्य की महिलाओं को सरकारी सेवाओं में अधिक अवसर प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पहले लाड़ली बहना योजना में मिलने वाली राशि को बढ़ाने की बात कही थी, जिससे यह स्पष्ट हो गया था कि उनकी सरकार महिला कल्याण और सशक्तिकरण को लेकर गंभीर है। अब उन्होंने सरकारी नौकरियों में महिलाओं के आरक्षण को 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले से महिलाएं सशक्त होंगी और एक नया इतिहास लिखा जाएगा। यह फैसला मध्य प्रदेश सरकार की महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है। इससे पहले, राज्य में महिलाओं को सरकारी नौकरी में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 35 प्रतिशत किया गया है। यह कदम महिलाओं की सरकारी नौकरियों में भागीदारी बढ़ाने और उन्हें बेहतर अवसर देने के उद्देश्य से उठाया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार हमेशा से महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण को प्राथमिकता देती रही है, और यह नया कदम इस दिशा में और भी ठोस प्रगति दर्शाता है। इस फैसले से राज्य की महिलाओं को नए अवसर मिलेंगे, जो उनके आर्थिक और सामाजिक विकास में मदद करेंगे।
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राजधानी भोपाल के कोर्टयार्ड मैरियट में उत्तर प्रदेश के जल शक्ति और बाढ़ मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि योगी सरकार महाकुंभ 2025 को भारतीय संस्कृति और एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। महाकुंभ का आयोजन हर 12 वर्ष में प्रयागराज में होता है, और इस बार उत्तर प्रदेश सरकार इसे दिव्य, भव्य और डिजिटल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि महाकुंभ की वेबसाइट और ऐप में 11 भाषाओं में एआई चैट बॉक्स, क्यूआर आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया-पाया केंद्र, स्वच्छता और टेंटों की आईसीटी निगरानी, भूमि और सुविधा आवंटन के लिए सॉफ्टवेयर, बहुभाषीय डिजिटल साइनेज वीएमडी, स्वचालित राशन आपूर्ति प्रणाली, ड्रोन आधारित निगरानी और आपदा प्रबंधन, 530 परियोजनाओं की निगरानी का लाइव सॉफ्टवेयर और इन्वेंटरी ट्रैकिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं शामिल की गई हैं। इसके अलावा, सभी स्थलों का गूगल मैप पर एकीकरण भी किया गया है। पर्यटकों के लिए 101 स्मार्ट पार्किंग स्थलों का भी निर्माण किया गया है, जहां प्रतिदिन पांच लाख वाहन पार्क किए जा सकेंगे। स्वतंत्र देव सिंह ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और जनता को प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आमंत्रित करते हुए कहा कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक बनेगा। इस बार महाकुंभ में डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुए आधुनिक और सुविधाजनक व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि सभी को बेहतर अनुभव मिल सके। इस पहल से महाकुंभ को एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है।
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आज ग्वालियर में महाराज श्रीमंत जीवाजी राव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने ग्वालियरवासियों को इस अनूठी सौगात दी है। दरअसल, उपराष्ट्रपति ने देश के पहले जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन किया है। साथ ही वहां मौजूद सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस खास मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय संचार व पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय कोयला व खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, जिला प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद भारत सिंह कुशवाह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने म्यूजियम के उदघाटन के बाद उपराष्ट्रपति धनखड़ को महाराज बाड़ा पर स्थित ऐतिहासिक इमारतों की शिल्प एवं शैलियों से अवगत कराया। इसके अलावा, उपराष्ट्रपति ने सभी अतिथियों के साथ म्यूजियम की विभिन्न गैलरियों में दर्शाए गए भू-विज्ञान से संबंधित चित्रों, कलाकृतियों को देखा और म्यूजियम की सराहना की। देश का पहला अत्यधिक जियो साइंस म्यूजियम बता दें कि इस म्यूजियम को राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा बनाया गया है, जिसे ग्वालियर नगर निगम के सहयोग से तैयार किया गया है। यह देश का पहला अत्यधिक जियो साइंस म्यूजियम है, जिसमें पृथ्वी की उत्पत्ति, मानव जाति, मानव सभ्यता का विकास सहित ब्रह्मांड से जुड़ी तमाम जानकारियां दिखाई जाएगी। इस म्यूजियम में बच्चों से लेकर बड़े हर वर्ग के लोगों को विज्ञान के बारे में नजदीकी और गहराई से जानने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, पर्यटक को बढ़ावा देने के लिए म्यूजियम में डायनासोर का अंडा भी रखा गया है। बनाई गई है दो गैलरियां इस म्यूजियम में दो गैलरियां बनाई गई है। पहली गैलरी में दर्शाया गया है कि पृथ्वी अपने मूल स्वरूप में किस प्रकार आई। कौन-कौन सी चीजों से मिलकर पृथ्वी बनी है। वर्तमान में जो पृथ्वी है, असल में वह कैसी दिखती है। पृथ्वी के भीतर लावा किस तरह से तैयार होता है और ज्वालामुखी फूटने से किस तरह पर्वतों का निर्माण होता है। इसके अलावा, वायु मण्डल और महासागर के बारे में भी वर्णन है। वहीं, दूसरी गैलरी में मानव जाति और मानव सभ्यता के विकास को दर्शाया गया है। इसके अलावा, धरती पर डायनासोर की उत्पत्ति और विलुप्ति, मानव की उत्पत्ति, जीवनक्रम, मानव सभ्यता की जीवन शैली में आए बदलाव का भी वर्णन दर्शाया गया है। पूरी गैलरी में लाइट इफैक्ट्स और अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग किया गया है, जिससे यह पर्यटकों खासकर बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इन लोगों की भी रही उपस्थिति कार्यक्रम में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के महानिदेशक असित साहा, संभाग आयुक्त मनोज खत्री, पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव और जियो लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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मध्य प्रदेश ने एविएशन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इंटर-स्टेट एयर सर्विस शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बनने का गौरव हासिल किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयासों से राज्य में हवाई यातायात में सुधार और क्षेत्रीय एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए कई विकास कार्य किए गए हैं। मुख्यमंत्री यादव का लक्ष्य है कि हर शहर हवाई यातायात से जुड़ जाए, जिससे न केवल यात्रा को आसान बनाया जा सके, बल्कि राज्य में पर्यटन को भी बड़ा प्रोत्साहन मिले। इसके लिए मुख्यमंत्री ने फुलप्रूफ प्लान तैयार किया है। इसी कड़ी में, मुख्यमंत्री यादव के नेतृत्व में राज्य में एयर एंबुलेंस सेवा भी शुरू की गई है। यह सेवा आपातकालीन चिकित्सा जरूरतों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है, जो आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत है। अब तक कई लोगों को इसका लाभ मिल चुका है, और यह सुविधा बीमार व्यक्तियों के लिए एक महत्वपूर्ण जीवन रेखा बन चुकी है। मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि इस पहल से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है और आम नागरिकों के जीवन की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई जा रही है। इन पहलों के जरिए, मध्य प्रदेश न केवल हवाई यातायात में एक नई पहचान बना रहा है, बल्कि आर्थिक, स्वास्थ्य और पर्यटन क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण बदलाव आ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य में इन सुधारों से मध्य प्रदेश का एविएशन सेक्टर एक नई दिशा में आगे बढ़ेगा, जिससे राज्य को एक नया समृद्धि और पहचान मिलेगी।
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मध्य प्रदेश से प्रयागराज के कुंभ मेले में शामिल होने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। भारतीय रेलवे ने मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए दो स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। यह ट्रेन राजस्थान और रानी कमलापति स्टेशन से शुरू होंगी और प्रयागराज होते हुए सीधे वाराणसी तक जाएंगी। ट्रेन में स्लीपर और एसी दोनों श्रेणी के कोच लगाए जा रहे हैं। यह ट्रेन जनवरी से फरवरी तक चलेगी जिसमे मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान से कुंभ मेले में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं का भी ध्यान रखा गया है। रेलवे ने दोनों स्पेशल ट्रेनों का टाइम टेबल भी जारी कर दिया है। ये स्पेशल ट्रेन रानी कमलापति से चलकर वाराणसी तक जाएगी। यह ट्रेन एमपी के मंडीदीप, ओबेदुल्लागंज, बुधनी, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), इटारसी, सोहागपुर, पिपरिया गार्डरवारा, करेली, नरसिंहपुर, श्रीधाम, मदनमहल, जबलपुर जं., देवरी, सिहोर, कटनी, जुकेही, मैहर, सतना मझगवां से होते हुए उत्तर प्रदेश के मानिकपुर प्रयागराज, मिर्जापुर से होते हुए वाराणसी जाएगी। रानी कमलापति से ये ट्रेन- 16 जनवरी, 20 जनवरी, 23 जनवरी, 6 फरवरी, 17 फरवरी और 20 फरवरी को चलेगी। वाराणसी से ये ट्रेन- 17 जनवरी, 21 जनवरी, 24 जनवरी, 7 फरवरी, 18 फरवरी और 21 फरवरी को चलेगी। सोगरिया -वाराणसी–सोगरिया ट्रेन (09801/09802) कुम्भ मेला एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन के नाम से ये ट्रेन जानी जाएगी जो राजस्थान सोगरिया से वाराणसी तक चलेगी। यह ट्रेन राजस्थान के अंनाह, बरन, आतरु, छाबरा बुगोर से एमपी के थियाई जंक्शन, गुना, अशोक नगर, मुंगावली, महादेवखेड़ी टीएच, मालखेड़ी खुरई, नारिओली, सागर, गिरवर, गणेशगंज, पथरिया, दमोह, बांदकपुर, रीठी, कटनी जं, जुकेही, मैहर, सतना जं., जैतवार, मझगवां से होते हुए मानिकपुर प्रयागराज में रुक कर सीधे वाराणसी जाएगी। सोगरिया से ये ट्रेन- 17 जनवरी, 21 जनवरी, 24 जनवरी, 07फरवरी, 14 फरवरी, 18 फरवरी और 21 फरवरी को चलेगी। वहीँ, वाराणसी से ये ट्रेन- 8 जनवरी, 22जनवरी, 25 जनवरी, 08फरवरी, 15फरवरी, 19 फरवरी, 22 फरवरी को चलेगी। इस दिन से शुरू होगा कुंभ मेला प्रयागराज में शुरू होने वाला यह कुंभ मेला इस बार पूर्ण कुंभ मेला है जो 12 साल में एक बार होता है। यह मेला 13 जनवरी, 2025 को पौष पूर्णिमा के दिन शुरू होगा और महाशिवरात्रि व्रत यानि 26 फरवरी, 2025 को समाप्त होगा। पिछली बार साल 2019 में प्रयागराज में अर्ध महाकुंभ का आयोजन किया गया था जिसमे करीब 150 मिलियन लोग शामिल हुए थे। हालांकि, इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचने वाले हैं। प्रयागराज के संगम किनारे इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। संगम के दौरान गंगा और यमुना नदी का साक्षात रूप देखने को मिलता है और सरस्वती नदी का अद्श्य रूप से मिलन होता है।
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मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कुछ बड़े कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डेयरी उद्योग, किसानों और पशुपालकों को सशक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल का उद्देश्य किसानों और पशुपालकों की आय को बढ़ाना है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य में दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए इस महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य राज्य में डेयरी उद्योग को सशक्त बनाना और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। सरकार ने दूध उत्पादकों को अतिरिक्त प्रोत्साहन देने के लिए बोनस की भी घोषणा की है, जिससे किसानों को दूध उत्पादन बढ़ाने में आर्थिक सहायता मिलेगी और राज्य की डेयरी उत्पादकता में सुधार होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि मोहन यादव सरकार के इस समझौते से राज्य में डेयरी उद्योग को नई दिशा मिलेगी और यह किसानों के जीवन स्तर को सुधारने में अहम भूमिका निभाएगा। राज्य सरकार की यह योजना किसानों और डेयरी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन के रूप में देखी जा रही है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट के साथ हुए एमओयू का लक्ष्य दुग्ध उत्पादन को बढ़ाना है, जिससे देश के दुग्ध उत्पादन में मध्य प्रदेश के योगदान को 9% से बढ़ाकर 20% तक किया जाएगा।
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भोपाल में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रातापानी टाइगर रिजर्व का लोकार्पण किया। इस खास मौके पर फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा भी उपस्थित थे और एक बाइक रैली का भी आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों को चिह्नित करने के लिए इस आयोजन का चयन किया। उन्होंने कहा कि भोपाल की राजधानी में टाइगर रिजर्व होना एक गौरव की बात है और इसके लिए सभी भोपालवासियों को बधाई दी। रणदीप हुड्डा ने भी इस मौके पर मुख्यमंत्री को बधाई दी और कहा कि यह मध्य प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व है। इस समारोह में मुख्यमंत्री और रणदीप हुड्डा ने बाइक रैली में भाग लेकर आयोजन को और खास बना दिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए लगातार प्रयासरत है और रातापानी टाइगर रिजर्व इसका एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में और भी ऐसे प्रयासों की उम्मीद जताई।
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हैदराबाद के संध्या थिएटर में 'पुष्पा 2' की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई और इसी वजह से अभिनेता अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना तब घटी जब अभिनेता अल्लू अर्जुन फिल्म की प्री-रिलीज इवेंट में शामिल होने के लिए थिएटर पहुंचे थे। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की और अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, अभिनेता ने इसे लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। उनका कहना है कि वह पहले भी कई बार थिएटर में आए हैं और कभी ऐसी कोई घटना नहीं हुई। अल्लू अर्जुन का आरोप है कि उनके खिलाफ मामला दर्ज करना न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग है और इससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचने का खतरा है। अल्लू अर्जुन ने इस घटना के बाद महिला के परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की और उसके बेटे के चिकित्सा खर्च को भी वहन करने का आश्वासन दिया। अब वह चाहते हैं कि उनके खिलाफ दर्ज मामले को खारिज किया जाए और जांच प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। इस घटना ने फिल्म उद्योग और राजनीतिक नेताओं के बीच बहस को जन्म दिया है, और लोग पुलिस की कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं।
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भीषण ठंड को देखते हुए शिंदे गुट शिवसेना ने एनटीपीसी विंध्यनगर के सहयोग से जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए हैं। सिंगरौली जिले में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जहां सुबह-शाम सर्द हवा से गलन बनी रहती है। ठंड को देखते हुए बीते दिन एनटीपीसी विंध्यनगर के सहयोग से शिंदे गुट के शिवसेना कार्यालय तेलगवा पर जिला प्रमुख रामदयाल पांडेय के नेतृत्व में और शिवसैनिकों की मौजूदगी में जरूरतमंदों को 150 कंबल का वितरण किया गया। कंबल पाकर जरूरतमंदों के चेहरे खिल उठे। रामदयाल पांडेय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस कड़ाके की ठंड में एनटीपीसी विंध्यनगर प्रबंधन और अपर महाप्रबंधक ने दरियादिली दिखाई। उनके अधिकारी राकेश अरोड़ा और कुंदन किशोर ने गरीबों की पीड़ा समझी और शिवसेना की मांग पर अपने सीएसआर मदद से कंबल उपलब्ध कराया। इस अवसर पर शिवसेना जिला प्रमुख रामदयाल पांडेय और जिला उपप्रमुख अमित पाण्डेय सहित कई अन्य पदाधिकारी और ग्रामवासी उपस्थित रहे। इस पहल की चारों तरफ जमकर सराहना हो रही है। कंबल वितरण से जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिली है और इस मानवीय पहल ने समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया है। शिवसेना और एनटीपीसी विंध्यनगर के इस सहयोग से गरीबों की मदद करने का यह प्रयास सराहनीय है।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 26 से अधिक योजनाएं चलाई हैं, जिनमें गरीब कल्याण के कार्य किए जा रहे हैं। राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने केन-बेतवा परियोजना, काली सिंध परियोजना, मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना, अभियान जनकल्याण पर्व, किसान कल्याण योजना और युवाओं के लिए योजनाओं का उल्लेख किया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बड़े कदम उठाए गए हैं, जिसमें प्रदेश में 30 मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए तेज लाउड स्पीकर और खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाई गई है। इसके साथ ही हरे-भरे खेत खलिहान के लिए बुंदेलखंड क्षेत्र की केन-बेतवा वृहद परियोजना और पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना को मंजूरी दी गई है। महिला सशक्तिकरण के लिए सिविल सेवाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत की जगह 35 प्रतिशत पदों पर आरक्षण दिया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों के कल्याण और प्रदेश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचाना और प्रदेश को प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाना है। इस अवसर पर उन्होंने जनता का समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।
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मध्य प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की परेड शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डीजीपी श्री कैलाश मकवाना के निर्देश पर आयोजित इस परेड का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था और अनुशासन का पाठ सिखाना है। इस परेड से पुलिसकर्मियों की फिटनेस और कार्यकुशलता में सुधार होता है और यह पुलिस अधिकारियों और जवानों के बीच टीम वर्क और संवाद को मजबूत करता है।परेड के दौरान पुलिसकर्मियों को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेना पड़ता है, जिसमें उन्हें सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं, अनुशासन और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देने के गुर सिखाए जाते हैं। इससे न केवल उनकी शारीरिक क्षमता में वृद्धि होती है, बल्कि मानसिक तौर पर भी वे मजबूत बनते हैं। इस प्रकार की परेड और प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिस विभाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।इस पहल से जनता का पुलिस पर भरोसा भी मजबूत होता है और कानून व्यवस्था में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाते हैं। पुलिसकर्मियों की बेहतर ट्रेनिंग और फिटनेस से वे आपातकालीन स्थितियों में अधिक प्रभावी तरीके से काम कर सकते हैं, जिससे समाज में शांति और सुरक्षा बनी रहती है।
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अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक संगठन उत्तराखंड की शाखा खटीमा के अंतर्गत शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य गरीब बच्चों को नई शिक्षा नीति 2020 की योजनाओं से जोड़ना था। संगोष्ठी में जिला मंत्री राजेंद्र सिंह ने गरीब बच्चों के विकास पर चर्चा की और उन्हें नई शिक्षा नीति के अंतर्गत लाभांवित करने के तरीकों पर प्रकाश डाला। शैक्षिक संगोष्ठी में बच्चों के संपूर्ण विकास और समाज से जुड़ने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत गरीब बच्चों को कैसे बेहतर शिक्षा मिल सके और उनके शैक्षिक विकास के साथ-साथ सामाजिक उत्थान भी हो, इस पर विभिन्न विचार-विमर्श किए गए। संगोष्ठी में शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मिलकर बच्चों के हित में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और उनके समाधान पर विचार-विमर्श किया। इस आयोजन ने न केवल बच्चों के शैक्षिक विकास को प्राथमिकता दी, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का भी प्रयास किया। इस पहल से गरीब बच्चों को शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। संगोष्ठी में भाग लेने वाले सभी सदस्यों ने इस पहल की सराहना की और इसे जारी रखने का संकल्प लिया।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित अन्य नेताओं ने संत सियाराम बाबा को श्रद्धांजलि दी। हजारों श्रद्धालु भी श्रद्धांजलि देने के लिए तेली भट्यान आश्रम पहुंचे। आश्रम के सामने ही मंदिर के पास बाबा का अंतिम संस्कार किया गया।खरगोन जिले में नर्मदा किनारे स्थित तेली भट्यान आश्रम के प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा ने बुधवार को अपनी अंतिम सांस ली। उनके दाह संस्कार के पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोहन यादव ने कहा कि सियाराम बाबा की मृत्यु निमाड़ मालवा के साथ-साथ पूरे प्रदेश के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। सियाराम बाबा हनुमान जी और मां नर्मदा के परम भक्त होने के साथ-साथ अपनी सादगी के नाम से जाने जाते थे। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी किसी लोभ, लालच, मोह और माया को अपने पास आने नहीं दिया।मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस गांव का नाम सियाराम बाबा के नाम पर रखा जाएगा और पर्यटक धार्मिक क्षेत्र में भी गांव का विकास किया जाएगा। इस श्रद्धांजलि समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने बाबा की लोकप्रियता और उनकी सादगीपूर्ण जीवनशैली की झलक दिखाई।
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मध्य प्रदेश को एक और नए हाईवे की सौगात मिल चुकी है। इस हाईवे को विदिशा-मालथौन फोरलेन हाईवे (Vidisha-Malthone four-lane highway) के नाम से जाना जाएगा जिससे अब भोपाल से दिल्ली (Bhopal to Delhi) का सफर करने वाले लोगों का समय और पैसा दोनों बचेगा। विदिशा-मालथौन फोरलेन हाइवे का काम पूरा हो चूका है और इसपर आवागमन भी शुरू हो चूका है। इस फोरलेन के शुरू होने से भोपाल और झांसी के बीच की दूरी लगभग 45 किलोमीटर और ग्वालियर से भोपाल की दूरी 80 किलोमीटर कम हो जाएगी। इस हाईवे खुलने के बाद अब भोपाल से ग्वालियर जाने वाले यात्रियों को गुना, शिवपुरी और अशोकनगर नहीं घूमना होगा। इस हाईवे की लागत 1500 करोड़ रूपए है। यह हाईवे विदिशा, कुरवाई, बीना, खिमलासा और मालथौन को जोड़ता है जो करीब 142.1 किलोमीटर लंबा है। हालांकि, विदिशा से बीना तक स्टेट हाईवे बनाया गया था, लेकिन खराब हालात के कारण यात्री उस रास्ते से बचते थे। अब इस फोरलेन के पूरा होने के बाद भोपाल से विदिशा के लिए अलग से नेशनल हाईवे बनाने की भी योजना है। झांसी से भोपाल और दिल्ली का सफर अब सुगम और कम दूरी वाला बन चुका है, जो यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत है।
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भोपाल: भोपाल नगर निगम द्वारा संचालित लाइब्रेरी में अब भगवत गीता रखी जाएगी। यह अहम निर्णय गीता जयंती के मौके पर आयोजित सामूहिक गीता पाठ कार्यक्रम के दौरान लिया गया। निगम अध्यक्ष का बयान भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि निगम द्वारा संचालित लाइब्रेरी में भगवत गीता को रखा जाएगा, और यह गीता हिंदी और संस्कृत दोनों भाषाओं में उपलब्ध होगी। उनका उद्देश्य है कि बच्चों को गीता पढ़ने में आसानी हो, ताकि वे हमारे संस्कारों और संस्कृति से जुड़ सकें और यह संदेश घर-घर तक पहुंच सके। संस्कार और संस्कृति का प्रचार यह पहल न केवल गीता के महत्व को बढ़ावा देती है, बल्कि यह बच्चों और युवाओं को भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस निर्णय से गीता को एक व्यापक दर्शक वर्ग तक पहुँचाने में मदद मिलेगी और समाज में संस्कारों और संस्कृति की भावना को मजबूत किया जाएगा।
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भोपाल: गीता जयंती के अवसर पर भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में एक ऐतिहासिक सामूहिक गीता पाठ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हजारों आचार्यों और ब्राह्मणों ने मिलकर गीता के तीसरे अध्याय, कर्म योग, का पाठ किया और एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। सामूहिक गीता पाठ में शामिल हुए प्रमुख नेता और आचार्य कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के साथ-साथ वृंदावन के वेद आचार्यों ने भी भाग लिया। इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उपस्थित थे। प्रदेश भर से आए आचार्य और ब्राह्मणों ने एक साथ मिलकर गीता के कर्म योग अध्याय का सस्वर पाठ किया, जो एक धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बना। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने की रिकॉर्ड काउंटिंग कार्यक्रम को कवर करने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी मौजूद थी। गिनीज टीम ने रिकॉर्ड की पुष्टि करने के लिए हर प्रतिभागी को एक बैंड पहना दिया, जिसमें क्यूआर कोड था। क्यूआर कोड के माध्यम से गिनीज टीम ने कुल 3721 प्रतिभागियों का काउंट किया, जिसे एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड घोषित किया गया। सीएम मोहन यादव को मिला प्रमाण पत्र इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड के बाद, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने सीएम मोहन यादव को प्रमाण पत्र सौंपा, जो इस उपलब्धि का प्रतीक बना। धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व यह सामूहिक गीता पाठ न केवल एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड था, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ। इस आयोजन ने गीता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का महत्वपूर्ण कार्य किया, खासकर कर्म योग के विचारों को लोगों के बीच साझा किया।
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मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग ने एक नई और अनोखी पहल का ऐलान किया है, जिसके तहत राज्य के सभी पर्यटन संस्थानों में भागवत गीता और रामायण रखी जाएंगी। इस निर्णय का उद्देश्य यात्रियों को धार्मिक और सांस्कृतिक ज्ञान प्रदान करना है, ताकि वे अपनी यात्रा के दौरान भारतीय संस्कृति और धर्म से जुड़ी महत्वपूर्ण किताबों से परिचित हो सकें। विदेशी यात्रियों के लिए भी एक अहम कदम यह पहल न केवल भारत के नागरिकों के लिए, बल्कि विदेशी पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण होगी। अब विदेशी पर्यटक भी इन धार्मिक ग्रंथों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, जो भारतीय संस्कृति और धार्मिक मूल्यों को बेहतर तरीके से समझने में मदद करेगा। धर्मेंद्र लोधी का बयान धर्म संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र लोधी ने इस फैसले के बारे में कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी हासिल किया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने यह भी कहा कि भागवत गीता न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए दिशा दिखाने का काम कर रही है। इस पहल से न सिर्फ भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह पर्यटन को भी एक नया आयाम देगा। नवाचार से बढ़ेगी सांस्कृतिक जागरूकता यह पहल पर्यटन स्थल पर आने वाले यात्रियों को भारतीय धार्मिक ग्रंथों से परिचित कराने का एक अच्छा अवसर प्रदान करेगी। इसके जरिए राज्य सरकार न केवल धार्मिक जागरूकता फैलाना चाहती है, बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी इस कदम से सकारात्मक बदलाव की उम्मीद कर रही है। मध्य प्रदेश के इस कदम से अन्य राज्यों में भी धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में नये प्रयास हो सकते हैं।
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मध्य प्रदेश की पीएचई विभाग कैबिनेट मंत्री संपत्तियां उईके अपने दो दिवसीय प्रवास पर कल देर रात सिंगरौली पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने जेपी पावर प्लांट का निरीक्षण किया और जिले के विभिन्न विभागों के शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रमों में भाग लिया। सिंगरौली जिले की प्रभारी मंत्री संपत्तियां उईके ने हिर्वाह गांव में 466 लाख रुपये की लागत से तैयार हुए 5 MVA क्षमता के बिजली सब स्टेशन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सिंगरौली विधायक राम निवास शाह, देवसर विधायक डॉ. राजेंद्र मेश्राम, कलेक्टर सिंगरौली चंद्र शेखर शुक्ला और अन्य अतिथि भी मौजूद रहे। इन सभी का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। हिर्वाह सब स्टेशन के स्थापित होने से तकरीबन 8 हजार लोगों को निर्विवाद रूप से बिजली मिलेगी, जिससे ग्रामीण जनता को बड़ी राहत मिलेगी। एमपीईबी के कार्यपालन अभियंता हेमंत चौधरी ने सभी अतिथियों सहित अधिकारियों, कर्मचारियों और आम जनता के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर मंत्री संपत्तियां उईके ने जिले के विकास कार्यों की समीक्षा की और भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा की। उनके दौरे ने सिंगरौली जिले में विकास और समृद्धि की दिशा में एक नया उत्साह भर दिया है।
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भोपाल की महापौर मालती राय ने 1 जनवरी 2023 से प्रारंभ की गई महापौर हेल्पलाइन का 10 दिसंबर तक का आकलन किया है। इस हेल्पलाइन पर अभी तक 1 लाख 22 हजार लोगों ने भोपाल नगर निगम में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। महापौर ने बताया कि यह हेल्पलाइन जनता की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। महापौर मालती राय ने महिला महापौर हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान बताया कि 10 दिसंबर 2024 तक महापौर हेल्पलाइन पर 1 लाख 22 हजार शिकायतें दर्ज की गई हैं। इनमें से 1 लाख 21 हजार 722 शिकायतों का निराकरण भोपाल नगर निगम द्वारा किया जा चुका है। यह आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि हेल्पलाइन जनता की समस्याओं को प्रभावी ढंग से हल करने में सफल रही है। महापौर हेल्पलाइन के माध्यम से भोपाल नगर निगम ने नागरिकों की समस्याओं को प्राथमिकता दी है और तेजी से उनका समाधान किया है। इस पहल ने लोगों को अपने मुद्दों को उठाने और उनके समाधान के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान किया है। इससे नागरिकों के बीच नगर निगम की विश्वसनीयता और पारदर्शिता भी बढ़ी है।
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उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में प्रशासन द्वारा किए गए एक बड़े अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई हाईवे चौड़ीकरण के नाम पर की गई, लेकिन मस्जिद के प्रबंधन ने इसे लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। मस्जिद प्रबंधन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी और 13 दिसंबर को सुनवाई होनी थी, लेकिन प्रशासन ने याचिका से पहले ही मस्जिद का बड़ा हिस्सा गिरा दिया। इस कार्रवाई को लेकर लोग आक्रोशित हैं और ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने इसे गैरकानूनी बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। फतेहपुर के ललौली कस्बे में स्थित नूरी जामा मस्जिद का कुछ हिस्सा हाईवे चौड़ीकरण की जद में आ रहा था, जिसके बाद प्रशासन ने इसे ध्वस्त करने का आदेश दिया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से निर्धारित नियमों के अनुसार की गई है। नूरी जामा मस्जिद के प्रबंधन को 17 अगस्त को नोटिस जारी किया गया था और 24 सितंबर को आसपास के अतिक्रमण हटाए गए थे। मस्जिद प्रबंधन को यह अवसर दिया गया था कि वे खुद अवैध हिस्से को हटा लें, लेकिन जब उन्होंने ऐसा नहीं किया तो प्रशासन और लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार को यह कार्रवाई की।यह घटना फतेहपुर में एक गंभीर विवाद का कारण बनी हुई है। लोगों के आक्रोश और मस्जिद प्रबंधन के विरोध के बावजूद प्रशासन ने निर्धारित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की। अब देखना होगा कि इस मामले में हाईकोर्ट की सुनवाई क्या दिशा लेती है और इससे जुड़े पक्ष कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।
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मध्यप्रदेश की सबसे चर्चित योजना लाड़ली बहना योजना पर बड़ा अपडेट सामने आया है। जहां 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों को जल्द बड़ी खुशखबरी मिलेगी। दिसंबर महीने में आने वाली किस्त तय तारीख से एक दिन लेट है। इससे पहले नवंबर महीने की किस्त 9 नवंबर को बहनों के खाते में ट्रांसफर की गई थी। ऐसे ही अक्टूबर महीने की किस्त 5 तारीख को ही भेज दी गई थी। तो आइए जानते हैं किस दिन लाड़ली बहना योजना की 19 वीं किस्त ट्रांसफर की जाएगी। लाड़ली बहना योजना की किस्त बढ़ने की संभावनाएं हैं। क्योंकि विजयपुर और बुधनी के उपचुनाव में सीएम डॉ मोहन यादव लाड़ली बहना योजना के पैसे को बढ़ाने का ऐलान कर चुकें हैं। उसी वक्त से अटकलों का दौर शुरु हो गया कि बहनों को नए साल में बड़ा तोहफा मिल सकता है। इधर, साल 2025 में महिला बाल विकास विभाग से जुड़ी महिलाओं की योजनाओं के लिए पैसे बढ़ाए जा सकते हैं। से चेक करें स्टेटस लाड़ली बहना योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://cmladlibahna.mp.gov.in/ पर जाएं मेन पेज पर जाकर आवेदन एवं भुगतान की स्थिति वाले ऑप्शन पर क्लिक करें दूसरे पेज पर आ जाएंगे, यहां पर अपना आवेदन नंबर या सदस्य समग्र क्रमांक नंबर दर्ज करें कैप्चा कोड को सबमिट करने के बाद, मोबाइल पर ओटीपी भेज दिया जाएगा मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को दर्ज करके वेरीफाई कर लें ओटीपी को वेरिफाई करने के बाद सर्च वाले ऑप्शन को क्लिक करने के बाद आपका पेमेंट का स्टेटस ओपन हो जाएगा
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अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हरियाणा के कुरुक्षेत्र पहुंचे और इस पवित्र आयोजन पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता न केवल एक पवित्र ग्रंथ है, बल्कि यह जीवन की सार्थकता सिद्ध करने का मार्ग भी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि गीता महोत्सव अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है और हरियाणा सरकार इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने इस आयोजन में पूज्य संतों और क्रांतिकारियों की भूमिका को भी सराहा। मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र के महत्व को भी रेखांकित किया, जहां 5000 साल पहले भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को कर्मवाद की शिक्षा दी थी और पवित्र गीता का अवतरण हुआ। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं, और गीता का संदेश हर व्यक्ति के जीवन को सार्थक बनाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। गीता महोत्सव के इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी को गीता के जीवनदायिनी संदेश को अपनाने की प्रेरणा दी, ताकि हम अपने जीवन को बेहतर बना सकें।
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प्रदेश में 11 दिसंबर से 26 जनवरी, 2025 तक मुख्यमंत्री जन-कल्याण अभियान का आयोजन किया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रदेश के युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों के कल्याण और विकास को बढ़ावा देना है। इस अभियान के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की शत-प्रतिशत सैचुरेशन योजनाओं के तहत चिन्हित हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। भाजपा प्रवक्ता ईशान कर्नल ने बताया कि यह अभियान 11 दिसंबर से 26 जनवरी तक प्रदेशभर में जन-कल्याण पर्व के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान पात्र और वंचित हितग्राहियों का घर-घर सर्वे किया जाएगा और उनकी पहचान की जाएगी। अभियान के कार्यों की निगरानी मुख्यमंत्री हेल्पलाइन डैशबोर्ड पर की जाएगी। जन-कल्याण अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं को धरातल पर लागू किया जाए, ताकि प्रदेश के युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों को इन योजनाओं का अधिकतम लाभ मिल सके। इस अभियान में 34 हितग्राही मूलक योजनाएं, 11 लक्ष्य आधारित योजनाएं और 63 अन्य सेवाओं को आम नागरिकों तक सरलता से पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान के तहत, योजनाओं से वंचित व्यक्तियों को लाभ मिल सके, और उनके जीवनस्तर में सुधार हो, यही सरकार का प्रमुख उद्देश्य है।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में बुधवार सुबह 11 बजे कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में राज्य के विकास और विभागीय कार्यों से जुड़े अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। मोहन कैबिनेट ने यूके और जर्मनी से निवेश के लिए 78,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावों के साथ ही अन्य विकास कार्यों और रोजगार के अवसरों को मंजूरी दी। इन फैसलों से एमपी एक बार फिर देश के लिए मॉडल बनेगा और मोहन सरकार रोजगार के नए अवसर लेकर आ रही है। मोहन कैबिनेट के बड़े फैसले वर्ष 2025 को मध्यप्रदेश में उद्योग एवं रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जाएगा तथा वर्ष भर विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं अन्य विभागों के क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 7 दिसंबर को नर्मदापुरम में एक क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें कई बड़े उद्योगपति और उनके प्रतिनिधि भाग लेंगे। गीता जयंती 8 से 11 दिसंबर तक उज्जैन में तथा 11 दिसंबर को भोपाल में मनाई जाएगी। तानसेन समारोह 15 से 19 दिसंबर तक भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। जन कल्याण पर्व 11 से 26 दिसंबर तक सभी जिलों में मनाया जाएगा और मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जनप्रतिनिधियों से संवाद करेंगे। माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया जाएगा तथा गांवों में बफर जोन बनाया जाएगा तथा ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक माह के भीतर योजना तैयार की जाएगी। 25,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से एक ताप विद्युत संयंत्र स्थापित किया जाएगा, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। टंट्या मामा की जयंती 4 दिसंबर से बड़े उत्साह के साथ मनाई जाएगी। पार्वती और कालीसिंध नहर परियोजना लगभग 36,800 करोड़ रुपये की लागत से क्रियान्वित की जाएगी, जिससे गुना, शिवपुरी, सीहोर, राजगढ़, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, इंदौर, मंदसौर और मुरैना जिलों के 2094 गाँव लाभान्वित होंगे। अन्य महत्वपूर्ण निर्णय शराब नीति के लिए नई उपसमिति बनाई गई है, जिसमें उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह और महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया शामिल हैं। सिंहस्थ 2028 की तैयारियां शुरू हो गई हैं और मोहन सरकार ने 701 करोड़ रुपए की लागत से 20 किलोमीटर लंबा सिंहस्थ बाईपास बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इंदौर और उज्जैन के बीच 1370 करोड़ रुपए की लागत से 48 किलोमीटर लंबी और चार लेन की ग्रीनफील्ड सड़क बनाई जाएगी। इंदौर-उज्जैन जिले में 2389.28 करोड़ रुपये की लागत से दो लेन सड़क बनाई जाएगी। नर्मदापुरम को पीएम मोदी से बड़ी सौगात मिली है। 7 दिसंबर को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होगी और दुनिया भर के निवेशकों को इंडस्ट्रियल पार्क में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा। यह पार्क 884 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा और केंद्र सरकार इसके लिए 300 करोड़ रुपये की सब्सिडी देगी। यह एक मेगा इंडस्ट्रियल पार्क होगा और राज्य सरकार निवेशकों को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराएगी।
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छतरपुर के छायन गांव में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जब सीआरपीएफ की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद फौजी रामअवतार लोधी पहली बार गांव पहुंचे। उनकी वापसी पर ग्रामीणों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। गांव के निवासियों ने डीजे पर देशभक्ति गानों के साथ फौजी का स्वागत किया। रामअवतार लोधी ने गांव की जमीन को चूम कर माथे पर लगाया, जिससे उनकी भावनात्मक जुड़ाव स्पष्ट हुआ। इसके बाद उन्हें फूल मालाओं से सजा कर पूरे गांव में घुमाया गया। इस मौके पर छोटी-छोटी बच्चियों ने सिर पर कलश रखकर उनका स्वागत किया, जो इस अवसर को और भी विशेष बना दिया। देश की सुरक्षा में तैनात फौजी को अपने बीच पाकर गांव के सभी लोग बेहद खुश हुए और भारत माता की जय के नारे लगाए। इस आयोजन ने गांव में उत्साह और गर्व का माहौल बना दिया, जिससे यह दिन सभी के लिए यादगार बन गया।
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हल्द्वानी में अब पानी की समस्या समाप्त हो सकती है, क्योंकि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जल निगम ने 24 घंटे जलापूर्ति योजना की तैयारी तेज कर दी है। इस योजना के तहत, शहर के सभी 33 वार्डों में हर समय स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। हल्द्वानी में 24 घंटे जलापूर्ति की योजना को लेकर जल निगम ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पेयजल निगम के अधिकारी अशोक कटारिया के अनुसार, मुख्यमंत्री के हाल ही में हल्द्वानी दौरे पर इस योजना की घोषणा की गई थी। इसके तहत विभाग ने 178 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी है। इस योजना के तहत, हल्द्वानी नगर निगम के सभी 33 वार्डों में 24 घंटे जलापूर्ति की जाएगी। इसके लिए जल मीटर लगाए जाएंगे और उपयोग के आधार पर जल शुल्क भी वसूला जाएगा। इस योजना का उद्देश्य शहरवासियों को बेहतर और निरंतर जल आपूर्ति उपलब्ध कराना है। अब, हल्द्वानी के निवासियों को उम्मीद है कि यह योजना जल्द ही लागू होगी और वे पानी की समस्याओं से राहत पाएंगे।
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पोलियो दिवस पर अमरपाटन एसडीएम ने प्लस पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान एसडीएम आरती यादव ने आमजन से अपने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने की अपील की। पूरे प्रदेश में प्लस पोलियो अभियान का शुभारंभ किया गया है। अमरपाटन में भी 255 बूथ बनाए गए हैं, जहां पर 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जा रही है। इस अभियान का शुभारंभ अमरपाटन सिविल अस्पताल में एसडीएम आरती यादव की मौजूदगी में किया गया। इस मौके पर सिविल सर्जन भीमगोपाल भदौरिया और स्वास्थ्य स्टाफ भी मौजूद रहे। एसडीएम आरती यादव ने आमजन से अपने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने की अपील की।
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भोपाल गैस त्रासदी की 40वीं बरसी पर अमेरिकी संसद में 3 दिसंबर को 'राष्ट्रीय रासायनिक आपदा जागरूकता दिवस' के रूप में मनाने का प्रस्ताव पेश किया गया है। यह प्रस्ताव सीनेटर जेफ मर्कले और प्रतिनिधि सभा की सदस्य प्रमिला जयपाल और रशीदा तलैब ने पेश किया है। भोपाल गैस पीड़ितों के लिए चार संगठन लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं। इन संगठनों में से एक की प्रमुख कार्यकर्ता, रचना ढींगरा ने बताया कि अगस्त और सितंबर में दो गैस पीड़ित महिलाएं अमेरिका गईं और वहां के सांसदों से मिलकर भोपाल गैस त्रासदी पर जानकारी दी। इस प्रयास के बाद यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब जब यह प्रस्ताव अमेरिका में पेश हो चुका है, तो गैस त्रासदी के जिम्मेदार डाउ कंपनी को जवाबदेह ठहराने की मांग की जा रही है। 40 साल बाद भी हजारों परिवार न्याय की उम्मीद में संघर्ष कर रहे हैं, और प्रदूषण से प्रभावित इलाके में आज भी कई बीमारियां फैल रही हैं। इस प्रस्ताव से अमेरिका में भोपाल त्रासदी और रासायनिक आपदाओं पर सख्त कानून बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। गैस पीड़ितों की आवाज उठाते हुए इन संगठनों ने साफ कहा है कि न्याय की इस लड़ाई में वे पीछे नहीं हटेंगे और जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस महत्वपूर्ण कदम से यह उम्मीद जागी है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस त्रासदी की गंभीरता को समझा जाएगा और इसके जिम्मेदारों को सख्त सजा मिलेगी।
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भोपाल में आज महिलाओं के सशक्तिकरण और मीडिया की भूमिका पर एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में मीडिया की नैतिकता, जवाबदेही और स्व मूल्यांकन जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। ब्रह्माकुमारी मीडिया प्रभाव द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में ब्रह्माकुमारी की क्षेत्रीय संयोजिका बीके रीना दीदी ने समाज में नैतिक मूल्यों की गिरावट पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इस गिरावट को रोकने के लिए पारिवारिक, सामाजिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक मूल्यों की पुनर्स्थापना की आवश्यकता है। बीके रीना दीदी ने यह भी बताया कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं और सरकार 33% आरक्षण भी दे रही है। फिर भी, महिलाओं को सशक्त बनाने की जरूरत है। साथ ही, मीडिया में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है, लेकिन इसे और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता है। इस सम्मेलन ने महिलाओं के सशक्तिकरण और समाज में उनकी बढ़ती भूमिका पर जोर दिया और मीडिया की जिम्मेदारी को भी रेखांकित किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी भूमिका को मजबूती देने की दिशा में सामूहिक प्रयास की जरूरत है।
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मध्य प्रदेश के सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में देश का पहला पूर्णतया महिलाओं द्वारा संचालित होटल 'नीलाम्बर अमलतास' का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किया। मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग की इस अनूठी पहल ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि यह होटल मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा किए जा रहे नवाचारों का अनुपम उदाहरण है, जो निश्चित ही बहनों के आत्मविश्वास को उन्नत करेगा और नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम सिद्ध होगा। साथ ही, यह प्रदेश में महिलाओं की भूमिका को और अधिक दृढ़ता प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पर्यटन विभाग की सराहना की और कहा कि इस पहल से महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे अपने परिवार और समाज के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगी। इस होटल के निर्माण और संचालन में महिलाओं की भागीदारी ने यह सिद्ध कर दिया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं और वे हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। 'नीलाम्बर अमलतास' होटल का उद्घाटन नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे प्रदेश और देशभर में एक मिसाल के रूप में देखा जाएगा।
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एमपीआरडीसी अब कमलापार्क से मोती मस्जिद, हमीदिया अस्पताल के सामने से लालघाटी तक एलीवेटेड कॉरीडोर की योजना बना रहा है। वीआइपी रोड आठ लेन करने के प्रोजेक्ट के केंद्रीय वेटलैंड अथॉरिटी के पास पर्यावरणीय नियमों की अवहेलना के तहत अटके होने के बाद ये रास्ता निकाला जा रहा है। वीआइपी रोड आठ लेन प्रोजेक्ट के तहत शासन से 3000 करोड़ रुपए की सैंद्धांतिक अनुमति मिली हुई है। बताया जा रहा है कि इसे ही नए कॉरीडोर को बनाने में उपयोग किया जाएगा। वीआइपी रोड(VIP Road Extension) नए भोपाल यानि पोलीटेक्रिक चौराहा की ओर से बैरागढ़ की ओर आवाजाही करने वालों के लिए सुगम रास्ता है। इस रोड पर अब ट्रैफिक काफी बढ़ गया है। इसके एक्सटेंशन की योजना बनाई, लेकिन बड़ा तालाब रामसर साइट वेटलैंड है। पर्यावरणीयतौर पर इसमें निर्माण नहीं किया जा सकता। वेटलैंड रूल्स 2017 में भी कई कड़े प्रावधान है। हालांकि अनुमति के लिए केंद्रीय वेटलैंड में प्रोजेक्ट है, लेकिन कब और किस तरह की अनुमति मिलेगी, अनुमति मिलेगी या नहीं, असमंजस है।
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भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए एक व्यापक जागरूकता अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत, एसबीआई ने विशेष रूप से डिजाइन किए गए 'जागरूकता रथों' को रवाना किया है, जो मध्य प्रदेश के 52 जिलों में घूमकर लोगों को साइबर अपराधों के प्रति सचेत करेंगे। इन रथों के माध्यम से नुक्कड़ नाटक, सेमिनार, और सार्वजनिक बैठकों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में लोगों को साइबर अपराधों के विभिन्न रूपों, जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, फिशिंग, और साइबर स्टॉकिंग के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही, लोगों को इन अपराधों से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां भी बताई जाएंगी। भोपाल पुलिस भी इस अभियान का समर्थन कर रही है। भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायण चारी मिश्र सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे साइबर अपराधों से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। आजकल, जब अधिकांश लोग डिजिटल लेनदेन करते हैं, तो साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ गया है। साइबर अपराधी लोगों को ठगकर उनका पैसा हड़प लेते हैं। इसलिए, लोगों को साइबर अपराधों के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है ताकि वे इन अपराधों का शिकार न बनें। एसबीआई का यह जागरूकता अभियान एक सराहनीय कदम है। इससे लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक होने में मदद मिलेगी और वे खुद को इन अपराधों से बचा सकेंगे।
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खजुराहो में 10वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का शानदार उद्घाटन हुआ। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और कहा कि फिल्में समाज में जागृति लाने का एक महत्वपूर्ण साधन हैं। इस अवसर पर उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से आग्रह किया कि वे आदिवासी समुदाय के जीवन और संघर्षों पर आधारित फिल्में बनाएं। राज्यपाल पटेल ने कहा, "फिल्मों का प्रभाव समाज पर गहरा होता है और ये जागरूकता फैलाने का बेहतरीन तरीका हैं। इसलिए फिल्म निर्माता आदिवासी समुदाय की कहानी को पर्दे पर लाकर उनके संघर्ष और समृद्धि को दुनिया के सामने लाएं।" इस फिल्म फेस्टिवल के दौरान प्रतिदिन मुंबई के कलाकारों की प्रस्तुति देखने को मिलेगी। समारोह का आयोजन अभिनेता राजा बुंदेला की कंपनी द्वारा किया जा रहा है। यह सात दिवसीय फिल्म फेस्टिवल 11 दिसंबर तक चलेगा। फेस्टिवल में कई प्रमुख शख्सियतों को सम्मानित भी किया गया। इस साल अतुल मल्लिकराम, अंजली पॉल, क्रिस्टीना नेने, विश्वास कुमार भटेले और एस.ए. शिवाकांत वाजपेयी को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा, खजुराहो विधानसभा के सदस्य वी.डी. शर्मा ने कहा कि उन्होंने संसद में और यहां की धरती पर कई प्रयास किए हैं ताकि खजुराहो में ऐसे फिल्म फेस्टिवल जैसे कार्यक्रम होते रहें। उन्होंने यह भी कहा कि खजुराहो में जल्द ही एक फिल्म सिटी बनाने की दिशा में काम किया जाएगा, जिससे यह क्षेत्र फिल्म निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन सके। फिल्म फेस्टिवल का उद्देश्य न केवल कला और संस्कृति को बढ़ावा देना है, बल्कि यह फिल्म उद्योग के लिए एक मंच प्रदान करना है, जहां वे समाज को जागरूक करने वाली फिल्मों को प्रस्तुत कर सकें।
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मध्यमिक शिक्षा मण्डल ने एमपी बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया है। एग्जाम 25 फरवरी से लेकर 25 मार्च 2025 तक सिंगल शिफ्ट में आयोजित होंगे। छात्रों को प्रत्येक विषय के लिए 3 घंटे का समय दिया जाएगा। सत्र सुबह 9 बजे शुरू होगा और दोपहर 13 बजे समाप्त होगा।पहले दिन यानि 25 फरवरी मंगलवार को हिन्दी विषय की परीक्षा होगी। अंतिम दिन गणित का पेपर होगा। छात्र ऑफिशियल वेबसाइट mpbse.nic.in पर जाकर टाइम टेबल जारी कर सकते हैं। बोर्ड परीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण गाइडलाइंस भी जारी हो चुकी है। प्री-बोर्ड एग्जाम 16 जनवरी से 24 जनवरी 2025 तक चलेगी। 25 फरवरी 2025- हिन्दी 28 फरवरी- अंग्रेजी 1 मार्च 2025- उर्दू/मराठी 4 मार्च- भौतिक शस्त्र/अर्थशास्त्र/एनिमल हस्बैंडरी मिल्क ट्रेड पॉल्ट्रीफ़ार्मिंग एंड फिशरीज/विज्ञान के तत्व/भारतीय कला का इतिहास 5 मार्च- बायोटेक्नोलॉजी/गायन वादन/तबला पंखावज 6 मार्च- ड्रॉइंग एंड डिजाइन 7 मार्च- भूगोल/क्रॉप प्रोडक्शन एंड हॉर्टिकल्चर/स्टिल लाइफ एंड डिजाइन/शरीर रचना करोया-विज्ञान एवं स्वास्थ्य 8 मार्च- बायलॉजी 10 मार्च- मनोविज्ञान 11 मार्च- इन्फॉर्मैटिक्स प्रैक्टिसेस 12 मार्च- संस्कृत 17 मार्च- रसायन शास्त्र/इतिहास/व्यवसाय अध्ययन/एली ऑफ साइंस एंड मैथमेटिक्स यूजफुल फॉर एग्रीकल्चर/ड्रॉइंग एंड पेंटिंग/गृह प्रबंध पोषण एवं वस्त्र विज्ञान 19 मार्च- NSQF/शारीरिक शिक्षा 20 मार्च- समाज शास्त्र 22 मार्च- कृषि/होम साइंस (कला समूह)/बुक किपिंग एंड एकाउंटेंसी 24 मार्च- राजनीति शास्त्र 25 मार्च-गणित
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दीन दयाल अंत्योदय योजना के तहत राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के द्वारा स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नगर क्षेत्र की 18 स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए बुनाई एवं क्रोशिया का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षकों द्वारा बुनाई की बारीकियां समझाई गईं। इससे पहले भी नगर पंचायत द्वारा मोमबत्ती, नमकीन और ऐपण कला का प्रशिक्षण दिया गया था, जिसके माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाते हुए उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। प्रशिक्षण एक हफ्ते तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें अलग-अलग तरीके से ऊन के वस्त्र तैयार किए जाएंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इससे न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान भी मिलेगा।
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खजुराहो में 5 दिसंबर से 10वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल शुरू हो गया है, जो इस बार सुपरस्टार राजेश खन्ना को समर्पित है। राज्यपाल मंगू भाई पटेल के द्वारा इस भव्य महोत्सव का उद्घाटन किया गया, जिसमें देश-विदेश के नामी फिल्म निर्देशक और कलाकार शामिल होंगे। महोत्सव में बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकारों के साथ-साथ नए कलाकारों के लिए भी खास कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। खजुराहो में 5 नई टपरा टॉकीज का निर्माण किया जाएगा, जिनका नाम राजेश खन्ना की फिल्मों पर रखा जाएगा। इसके अलावा, नए कलाकारों के लिए फिल्म और रंगमंच की कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें बड़े-बड़े अभिनेता और फिल्म निर्माता अपने अनुभव साझा करेंगे। यह महोत्सव 5 से 11 दिसंबर तक चलेगा, जिससे खजुराहो को एक नया सांस्कृतिक आयाम मिलेगा और भारतीय सिनेमा के प्रति प्रेम और समर्पण को और मजबूती मिलेगी। इस आयोजन से खजुराहो की खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होने की उम्मीद है। राजेश खन्ना को समर्पित इस फिल्म फेस्टिवल में दर्शकों को उनकी यादगार फिल्मों और अभिनय के अद्भुत सफर का अनुभव करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनके प्रशंसकों के लिए यह महोत्सव एक खास बन जाएगा।
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मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति विशाल मिश्रा व न्यायमूर्ति अवनींद्र कुमार सिंह की युगलपीठ ने ओंकारेश्वर बांध डूब प्रभावित क्षेत्र के विस्थापित कृषकों के वयस्क पुत्रों को मुआवजा दिए जाने पर विचार करने का राहतकारी आदेश पारित किया है। इसके लिए राज्य शासन को दो माह की मोहलत दी गई है। नर्मदा बचाओ आंदोलन की ओर से दायर जनहित याचिका पर हाई कोर्ट ने सात जून, 2023 को आदेश सुनाया था कि ओंकारेश्वर बांध डूब क्षेत्र प्रभावितों को विशेष पैकेज दिया जाए। उक्त आदेश का हवाला देते हुए नर्मदा बचाओ आंदोलन ने पिछले दिनों एक आवेदन दायर कर हाई कोर्ट को अवगत कराया कि राज्य शासन ने ओंकारेश्वर बांध के विस्थापितों को विशेष पैकेज अंतर्गत 15 प्रतिशत का लाभ तो दे दिया है किंतु इस विशेष पैकेज का लाभ सभी पात्रों को नहीं दिया गया है। आदेश का पूरा पालन नहीं हुआ है चूंकि यह रवैया अवैधानिक है और हाई कोर्ट के आदेश का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित नहीं हुआ है, अत: दिशा-निर्देश जारी किए जाएं। हाई कोर्ट ने इस आवेदन का निराकरण इस निर्देश के साथ कर दिया कि सरकार ओंकारेश्वर बांध डूब प्रभावित क्षेत्र के विस्थापित कृषकों के वयस्क पुत्रों को मुआवजा देने पर अलिवंब विचार करे। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज शर्मा ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि कृषि भूमि व आवास से वंचित होने के बाद से कृषकों के वयस्क पुत्र बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। परिवार का भरण-पोषण कठिन हो गया है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। धरतीपुत्रों के प्रति सरकार को संवेदनशील होना चाहिए। पसंद के अनुरूप दें पदस्थापना हाई कोर्ट ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती से जुड़े मामले में निर्देश दिए हैं कि आरक्षित वर्ग एससी, एसटी व ओबीसी के प्रतिभावान उम्मीदवारों को उनकी पसंद के अनुरूप पदस्थापना दें। मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत व न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने आयुक्त लोक शिक्षण और आयुक्त, आदिवासी कल्याण को यह प्रक्रिया दो माह के भीतर पूरी करने के निर्देश दिए हैं। याचिकाकर्ता मंडला निवासी अजीत यादव सहित अन्य की ओर से अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर ने पक्ष रखा।
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छतरपुर में कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य को गुणवत्तापूर्ण और समयसीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही पानी सप्लाई की व्यवस्था की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान ईई पीआईयू के एस परस्ते सहित निर्माण एजेंसी के पदाधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने मेडिकल कॉलेज के शैक्षणिक भवन, गर्ल्स एवं बॉयज हॉस्टल, शॉपिंग और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स एवं अन्य ब्लॉकों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने निर्माण कार्य को गुणवत्तापूर्ण और समयसीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने पानी सप्लाई की व्यवस्था की जानकारी ली और मजदूरों के चरित्र सत्यापन कराने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और इसे तय समय सीमा के भीतर पूरा किया जाना चाहिए। कलेक्टर पार्थ जैसवाल के इस निरीक्षण से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन निर्माण कार्य की गुणवत्ता और समयसीमा को लेकर गंभीर है और इसे सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। इससे उम्मीद की जा रही है कि मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य समय पर पूरा होगा और यह छात्रों और कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक संस्थान बनेगा।
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बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को हाल ही में जान से मारने की धमकी मिली है। सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी बलजिंदर परवाना ने यह धमकी दी थी। इस घटना के बाद, बागेश्वर धाम सेवा समिति के निशांत नायक ने बमीठा थाने में परवाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। यह घटना व्यापक चिंता और निंदा का कारण बनी है। कई लोगों ने पीठाधीश्वर के साथ एकजुटता व्यक्त की है और धमकी देने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का आह्वान किया है। इस घटना ने ऑनलाइन धमकियों के बढ़ते खतरे और ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त नियमों की तत्काल आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला है। बागेश्वर धाम, एक प्रमुख धार्मिक संस्थान, हाल के वर्षों में काफी लोकप्रियता हासिल कर चुका है। पीठाधीश्वर, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, लाखों भक्तों द्वारा उनकी आध्यात्मिक शिक्षाओं और चमत्कारी शक्तियों के लिए पूजनीय हैं। संस्थान समाज को ऊपर उठाने और आध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न सामाजिक और धार्मिक पहलों में सबसे आगे रहा है। हालांकि, हालिया जान से मारने की धमकियों ने बागेश्वर धाम से जुड़े शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल पर एक छाया डाली है। यह आवश्यक है कि अधिकारी अपराधी को गिरफ्तार करने और पीठाधीश्वर और उनके अनुयायियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करें। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, उम्मीद है कि सच्चाई सामने आएगी और न्याय मिलेगा। घटना शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व और असहिष्णुता और चरमपंथ के मुद्दों को अत्यंत गंभीरता से संबोधित करने की आवश्यकता की एक कठोर याद दिलाती है।
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नडीए सरकार की महत्त्वाकांक्षी प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) की लॉन्चिंग फिलहाल स्थगित कर दी गई है। इसकी शुरुआत सोमवार (2 दिसंबर) से होनी थी। नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। इस योजना के लिए युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। करीब 4.87 लाख युवाओं ने योजना के लिए पंजीयन कराया, जिनमें से 3.38 लाख युवाओं ने पीएमआईएस पोर्टल पर अपने प्रोफाइल को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। आवेदक को कम से कम कक्षा 10 की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। चयनित उम्मीदवारों को एकमुश्त 6,000 रुपए का भत्ता और 4,500 रुपए का मासिक मदद केंद्र सरकार देगी। जबकि 500 रुपए प्रति माह संबंधित कंपनी भुगतान करेगी। पीएमआईएस के पायलट प्रोजेक्ट से मिली सीख की समीक्षा की जा रही है। इसके बाद इसे औपचारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा। 1.25 लाख इंटर्नशिप अवसर प्रदान करने के लिए 13 अक्टूबर को पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था। इसके लिए करीब 840 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे। वहीं 12 अक्टूबर से 15 नवंबर तक युवाओं का पंजीकरण किया गया। इसमें 4.87 लाख युवाओं ने अपना केवाईसी पूरा कर पंजीकरण कराया। इसमें से पोर्टल पर 3.38 लाख युवाओं का प्रोफाइल पूरा हुआ है। लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कारपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से इसको लेकर आंकड़े जारी किए गए। इसमें बताया गया कि पीएमआईएस पोर्टल पर उत्तर प्रदेश के 64 हजार 630 युवाओं ने प्रोफाइल पूरा किया है। यह देश में सबसे अधिक है। वहीं मध्यप्रदेश 32 हजार 286 के साथ दूसरे नंबर पर है। जबकि राजस्थान जैसे बड़े राज्य में हरियाणा के 28 हजार 462 के मुकाबले महज 14 हजार 185 युवाओं के प्रोफाइल को पूरा किया है। इसी तरह छत्तीसगढ़ के 7 हजार 235 युवाओं ने पीएमआइएस पोर्टल पर अपना प्रोफाइल दर्ज कराया है।
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बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ देश में जगह-जगह रैली निकाली जाएगी। यह रैली बांग्लादेश सरकार को संदेश देगी कि अगर वह हिंदुओं पर अत्याचार करना बंद नहीं करेगा, तो ऐसी रैलियां और विरोध प्रदर्शन होते रहेंगे। मध्य प्रदेश की मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को पूरा विश्व देख रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा विरोध किसी विशेष वर्ग, धर्म या समाज के प्रति नहीं है, बल्कि उस कट्टरपंथी ताकत के प्रति है जो बांग्लादेश के हिंदुओं पर अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जगह-जगह रैली के माध्यम से हिंदू समाज अपनी भावनाओं का प्रकटीकरण करेगा। इस रैली का उद्देश्य बांग्लादेश सरकार को यह संदेश देना है कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को तुरंत रोका जाए। अगर ऐसा नहीं होता है, तो देशभर में विरोध प्रदर्शन और रैलियां जारी रहेंगी। इस प्रकार की रैलियों के माध्यम से हिंदू समाज अपनी एकजुटता और समर्थन को प्रदर्शित करेगा और बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाएगा।
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मध्य प्रदेश में जल्द ही सरकारी सार्वजनिक परिवहन सेवा शुरू की जाएगी, जिसमें जर्मनी के निवेशकों का सहयोग मिलेगा। जर्मनी के फ्लिक्स ट्रैवल-टेक ग्रुप के सहयोग से बसों का संचालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को जर्मनी में फ्लिक्स ट्रैवल-टेक ग्रुप के सीईओ मैक्स ज्यूमर और उनके प्रतिनिधियों से चर्चा की। सीएम ने उन्हें मध्य प्रदेश आने का निमंत्रण दिया और कहा कि ग्रुप का एक प्रतिनिधिमंडल दिसंबर में मध्य प्रदेश आएगा। परिवहन विभाग के अपर सचिव एवं मध्य प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मनीष सिंह इनसे चर्चा करेंगे। इसके बाद जर्मन निवेशकों के साथ बसों के संचालन की योजना बनाई जाएगी। समूह फरवरी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भी भाग लेगा। पत्रिका के जन अभियान का असर पत्रिका ने जन अभियान चलाया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 2005 में बंद हुई सरकारी सार्वजनिक परिवहन सेवा को फिर से शुरू करने की घोषणा की। इसे फिर से शुरू करने के लिए अधिकारी विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा कर रहे हैं। 20 नवंबर को पड़ोसी राज्यों के प्रमुख बस ऑपरेटरों के साथ बैठक हुई। इसके तहत सीएम ने विदेशी निवेशकों से भी चर्चा की। सीएम फिलहाल जर्मनी के दौरे पर हैं। जर्मन समूह की विशेषताएँ तकनीकी रूप से उन्नत आधुनिक तकनीक से लैस, गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करना यूरोप, अमेरिका और एशिया के 40 से अधिक देशों में परिचालन। दिल्ली में 200 बसें शुरू की हैं इसका नेटवर्क 46 शहरों को जोड़ता है जर्मनी के सहयोग से मध्य प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को पुनर्जीवित करने का यह प्रयास राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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मध्य प्रदेश में आज से न्यूनतम समर्थन मूल्य (2,300 रुपये प्रति क्विंटल) पर धान का उपार्जन 1,412 केंद्रों पर शुरू हो रहा है। इस बार 45 लाख टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। गुणवत्तायुक्त उपार्जन सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। किसान जो उपज लेकर आएगा, उसकी गुणवत्ता का आकलन नमी, कचरा और टूटन के आधार पर किया जाएगा। इसके बाद ही उपज को स्वीकार या अस्वीकार कर पर्ची जारी की जाएगी। यदि उपज गुणवत्तायुक्त नहीं होगी, तो उसे लौटाकर ठीक करके लाने के लिए कहा जाएगा। ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सामान्य किस्म की धान 2,300 रुपये और ग्रेड ए धान का समर्थन मूल्य 2,320 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदी जाएगी। गुणवत्तायुक्त उपज का ही उपार्जन हो, इसके लिए ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था बनाई गई है। उपज में कचरा मिला तो उसे लौटा देंगे राज्य और जिला स्तर पर उपार्जन पोर्टल पर दर्ज होने वाली उपज संबंधी जानकारी के आधार पर आकलन किया जाएगा। यदि उपज में कचरा, टूटन या नमी अधिक होती है तो उसे लौटा दिया जाएगा। जब किसान उपज ठीक कराकर निर्धारित मापदंड के अनुसार लाएगा, तब ही उसे स्वीकार किया जाएगा। धान किसान से लेने के बाद उसे चावल बनाने के लिए मिलर्स को दी जाती है। उस समय कई बार नमी, कचरा और टूटन अधिक होने की शिकायत सामने आती है। ऐसी उपज मिलर्स नहीं लेते हैं क्योंकि प्रति क्विंटल धान से 67 किलोग्राम चावल लिया जाता है। जब यह मात्रा नहीं मिलती है, तो मिलर्स को नुकसान होता है। यही कारण है कि इस बार गुणवत्तायुक्त उपज की खरीदी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सभी उपार्जन केंद्रों पर नमी की जांच करने के लिए नमी मापक यंत्र (मायश्चर मीटर) रखे जाएंगे। मिलिंग भी समय पर होगी नमी जांचने के बाद धान को सीधे उपार्जन केंद्र से ही मिलिंग के लिए मिलर्स को दिया जाएगा। इससे परिवहन और भंडारण व्यय में कमी आने के साथ मिलिंग भी समय पर होगी। भारतीय खाद्य निगम ने मिलिंग के लिए अंतिम सीमा जून रखी है। मंत्री, प्रमुख सचिव और आयुक्त करेंगे औचक निरीक्षण
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में अपनी विदेश यात्रा से लौटने के बाद मध्यप्रदेश के लिए बड़े निवेश प्रस्तावों की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि उनकी यात्रा के दौरान यूके से 60 हजार करोड़ रुपए और जर्मनी से 18 हजार करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव आए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को इसका श्रेय देते हुए कहा कि आज हम पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। लंदन के अनुभव मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने लंदन के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि लंदन में एक बंजर और बेकार इलाका था, जिसे उन्होंने मल्टी माल और व्यावसायिक गतिविधि के रूप में बदल दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पास भी ऐसी कई जमीनें हैं जो बेकार और बंजर पड़ी हैं। साथ ही कई बड़ी कंपनियां या कॉटन मिल हैं जिनका विकास किया जा सकता है। हम अर्बन डेवलपमेंट के मामले में विचार कर रहे हैं। निवेश प्रस्ताव मुख्यमंत्री ने बताया कि यूके और जर्मनी की यात्रा के दौरान उन्हें यूके से 60 हजार करोड़ रुपए और जर्मनी से 18 हजार करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। यह निवेश मध्यप्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के कारण आज हम पूरी दुनिया में जाने जाते हैं और यह निवेश प्रस्ताव उसी का परिणाम है। अर्बन डेवलपमेंट की योजना मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अर्बन डेवलपमेंट के मामले में विचार कर रहे हैं और बेकार पड़ी जमीनों का विकास करने की योजना बना रहे हैं। इससे न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
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मध्यप्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए नए साल की शुरुआत एक बड़ी खुशखबरी के साथ होने वाली है। राज्य सरकार ने अपने 7 लाख से अधिक कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ता (डीए) में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। जनवरी 2025 से महंगाई भत्ता 3 प्रतिशत बढ़ाया जाएगा, जिससे यह 50 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो जाएगा। महंगाई भत्ते में वृद्धि की घोषणा वित्त विभाग के अनुसार, राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों का महंगाई भत्ता जनवरी 2024 में 46 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया गया था। वहीं, जनवरी 2025 में इसे और 3 प्रतिशत बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, केंद्रीय कर्मचारियों को जुलाई 2024 से 53 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा है, और अब जनवरी 2025 में केंद्र सरकार महंगाई भत्ता और राहत में फिर वृद्धि करने जा रही है। लिहाजा, राज्य सरकार भी अपने कर्मचारियों को यह तोहफा देने की तैयारी में है। विलंब के बावजूद उम्मीद बनी रही मध्यप्रदेश में 2024 के पहले तक जब-जब केंद्र सरकार महंगाई भत्ते व राहत में वृद्धि करती थी, तब राज्य सरकार भी अपने कर्मचारियों और पेंशनरों का महंगाई भत्ता और राहत बढ़ा देती थी। अब इसमें कुछ विलंब हो रहा है, क्योंकि अभी भी केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत का अंतर है। हालांकि, अब राज्य सरकार इस अंतर को कम करने के लिए कदम उठा रही है। अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों का महंगाई भत्ता अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों का जुलाई 2024 से महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत किया जा चुका है, लेकिन राज्य के कर्मचारी और पेंशनरों को इसका लाभ नहीं मिला है। सूत्रों का कहना है कि सरकार नए साल में 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ा सकती है, क्योंकि केंद्र सरकार फिर इसमें वृद्धि कर सकती है। बजट में 56 प्रतिशत के हिसाब से महंगाई भत्ते का प्रावधान है, और विभागों का स्थापना व्यय भी इसके अनुसार ही तैयार हुआ है, यानी बजट प्रावधान की कोई समस्या नहीं है। दिसंबर में मिलेगी एरियर की पहली किस्त सरकार ने महंगाई भत्ते में वृद्धि जनवरी 2024 से की थी, लेकिन इसका भुगतान अक्टूबर के वेतन यानी नवंबर से किया गया। जनवरी से सितंबर के महंगाई भत्ते के अंतर की राशि का भुगतान चार समान किस्तों में किया जाएगा। पहली किस्त दिसंबर में दी जाएगी, दूसरी जनवरी में, तीसरी फरवरी में और चौथी किस्त की राशि खातों में मार्च 2025 में आएगी। नए साल की नई उम्मीदें नए साल में राज्य सरकार की ओर से महंगाई भत्ते में वृद्धि कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए एक बड़ी राहत होगी। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उन्हें सरकार के प्रति विश्वास और समर्थन भी मिलेगा। यह कदम कर्मचारियों और पेंशनरों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। आशा की जा रही है कि इस वृद्धि से राज्य के कर्मचारियों और पेंशनरों को महंगाई के बढ़ते दबाव से थोड़ी राहत मिलेगी और उनकी जीवन शैली में सुधार होगा। नए साल में महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की वृद्धि निश्चित रूप से कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी साबित होगी।
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मध्यप्रदेश की 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। बहनों को 19वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है। 18वीं किस्त को मोहन सरकार की ओर से 9 नवंबर को जारी किया गया था। इस बार बहनों के मन में मासिक किस्त के साथ बढ़ोत्तरी का भी सवाल उठ रहा है। कब जारी होगी 19वीं किस्त? लाड़ली बहना योजना की किस्त आमतौर पर हर महीने की 10 तारीख को ट्रांसफर की जाती है, लेकिन कई बार त्योहार पड़ने के कारण किस्त को पहले ही खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। इस बार दिसंबर में कोई त्योहार नहीं है, इसलिए 19वीं किस्त इस महीने 5-10 तारीख के बीच जारी की जा सकती है। हालांकि, इसकी अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। विजयपुर में उपचुनाव के दौरान सीएम डॉ मोहन यादव का संबोधन विजयपुर में उपचुनाव के दौरान सीएम डॉ मोहन यादव ने संबोधित करते हुए कहा था कि भाजपा ने लाड़ली बहनों के लिए वचन पत्र में जो वादा किया है, वह पूरा किया जाएगा। सरकार ने 1 हजार से राशि को बढ़ाकर 1250 रुपए किया था और बहुत जल्द ही राशि को बढ़ाकर 3 हजार रुपए महीना कर दिया जाएगा। इसके साथ ही वंचित रह गई लाड़ली बहनों के नाम भी चुनाव के बाद जोड़ने का काम शुरू कराया जाएगा। कोई भी लाड़ली बहना नहीं छूटेगी। बुधनी में जनसभा में सीएम डॉ मोहन यादव का बयान बुधनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा था कि कांग्रेस एक तरफ दुष्प्रचार करती रही कि बीजेपी की सरकार आते ही ये योजना बंद कर दी जाएगी, लेकिन हम तो लगातार अपनी बहनों से किया हुआ वादा पूरा कर रहे हैं। 1250 रुपए से शुरुआत की है और बढ़ाकर ये राशि तीन हजार और फिर पांच हजार तक जाएगी। इस घोषणा के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि नए साल में मोहन सरकार बहनों के लिए अपना पिटारा खोल सकती है। लाड़ली बहना योजना का महत्व लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने एक निश्चित राशि दी जाती है, जिससे वे अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। इस योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है और उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने का प्रयास कर रही है। आशाएं और उम्मीदें लाड़ली बहनों को 19वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है और वे उम्मीद कर रही हैं कि इस बार उन्हें मासिक किस्त के साथ बढ़ोत्तरी भी मिलेगी। सरकार की ओर से किए गए वादों के अनुसार, जल्द ही राशि को बढ़ाकर 3 हजार रुपए महीना किया जाएगा। इसके साथ ही वंचित रह गई लाड़ली बहनों के नाम भी योजना में जोड़े जाएंगे, ताकि कोई भी बहना इस योजना से वंचित न रह सके। नए साल में खुशखबरी की उम्मीद नए साल में मोहन सरकार बहनों के लिए अपना पिटारा खोल सकती है और उन्हें बड़ी खुशखबरी दे सकती है। इस योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास कर रही है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। लाड़ली बहनों को उम्मीद है कि सरकार उनके हित में और भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाएगी और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगी। इस प्रकार, लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार की ओर से किए गए वादों के अनुसार, जल्द ही राशि को बढ़ाकर 3 हजार रुपए महीना किया जाएगा और वंचित रह गई लाड़ली बहनों के नाम भी योजना में जोड़े जाएंगे। नए साल में बहनों को बड़ी खुशखबरी मिलने की उम्मीद है और वे बेसब्री से 19वीं किस्त का इंतजार कर रही हैं।
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बाबा नीब करौरी महाराज का 125 वां प्राकट्योत्सव 3 दिसंबर को भोपाल के रविंद्र भवन में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस आयोजन की जानकारी बाबा के पौत्र डॉक्टर धनंजय शर्मा ने दी। डॉक्टर शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें देशभर से भक्तगण शामिल होंगे। इस पावन अवसर पर विशाल ब्रज रासलीला और सुंदर काण्ड का पाठ दिल्ली के प्रसिद्ध कलाकार विजेंद्र चौहान करेंगे। इसके साथ ही, शिव तांडव स्तोत्रम का पाठ कालीपुत्र कालीचरण महाराज द्वारा किया जाएगा। भजन गायक सुधीर व्यास अपनी टीम के साथ भजनों की प्रस्तुति देंगे, जो भक्तों को भक्ति रस में डूबो देंगे। आचार्य भारती शमी और उनके साथी कलाकार ब्रज रासलीला का मंचन करेंगे, जो इस आयोजन को और भी जीवंत बना देगा। भोपाल के चार इमली स्थित मेंहदीपुर बालाजी मंदिर में नीब करौरी बाबा की प्रतिमा की स्थापना की गई थी। मंदिर में जयपुर के कलाकारों द्वारा करीब 3 क्विंटल संगमरमर से बनी प्रतिमा स्थापित की गई है। डॉक्टर धनंजय शर्मा ने बताया कि भोपाल में बाबा का आश्रम बनाने की भी योजना है, जिससे भक्तों को बाबा की शिक्षाओं और उनके दिव्य संदेशों को समझने का अवसर मिल सके। बाबा नीब करौरी महाराज के प्राकट्योत्सव पर आयोजित इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देशभर से भक्तगण उत्साहित हैं और वे इस पावन अवसर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस भव्य आयोजन के माध्यम से बाबा की शिक्षाओं और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। आप सभी को इस पावन अवसर पर आमंत्रित किया जाता है कि वे इस विशेष कार्यक्रम में शामिल होकर बाबा नीब करौरी महाराज के आशीर्वाद प्राप्त करें और उनकी दिव्य शिक्षाओं को आत्मसात करें। इस आयोजन के माध्यम से भक्तगण अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और भक्ति की भावना को और अधिक सशक्त बना सकेंगे। तो चलिए, 3 दिसंबर को भोपाल के रविंद्र भवन में मिलते हैं और बाबा नीब करौरी महाराज के 125 वें प्राकट्योत्सव को धूमधाम से मनाते हैं। इस विशेष दिन को यादगार बनाने के लिए आपका स्वागत है।
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हाटपिपल्या माइक्रो सिंचाई परियोजना को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। झिकड़ाखेड़ा क्षेत्र के किसान प्रशासन के निर्णय के विरोध में पिछले चार दिनों से बागली में विधायक निवास के बाहर धरना दे रहे हैं। किसानों का मुख्य विरोध नए तालाब के निर्माण को लेकर है। उनका मानना है कि नए तालाब के निर्माण से उनकी जमीनें डूब जाएंगी और उन्हें काफी नुकसान होगा। वे मौजूदा कूप तालाब के विस्तार की मांग कर रहे हैं। बुधवार को कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने किसानों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि झिकड़ाखेड़ा क्षेत्र में फिलहाल कोई सर्वे नहीं किया जाएगा। हालांकि, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे अपना आंदोलन और व्यापक बनाएंगे। यह मुद्दा कई कारणों से महत्वपूर्ण है। सबसे पहले, यह सीधे किसानों के जीवन को प्रभावित करता है। अगर नए तालाब के निर्माण से किसानों की जमीनें डूबती हैं तो वे बेरोजगार हो जाएंगे। दूसरा, यह विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन का मुद्दा उठाता है। सिंचाई परियोजनाओं का उद्देश्य कृषि उत्पादन बढ़ाना है, लेकिन साथ ही यह पर्यावरण पर भी प्रभाव डालती है। तीसरा, यह प्रशासन और किसानों के बीच संबंधों को प्रभावित करता है। यह मुद्दा दिखाता है कि विकास के काम करते समय किसानों की भागीदारी कितनी महत्वपूर्ण है। प्रशासन को किसानों को विकास प्रक्रिया में शामिल करना चाहिए और उनके सुझावों पर विचार करना चाहिए। दोनों पक्षों को एक साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए और एक ऐसा समाधान ढूंढना चाहिए जिससे सभी पक्षों का हित सुरक्षित रहे। यह मामला कई सवाल खड़े करता है: क्या प्रशासन ने किसानों की आवाज को सुना है? क्या प्रशासन ने किसानों के साथ पर्याप्त परामर्श किया है? क्या नए तालाब के निर्माण से किसानों को होने वाले नुकसान का कोई वैकल्पिक समाधान है? यह मामला सिर्फ हाटपिपल्या तक सीमित नहीं है। देश के कई हिस्सों में सिंचाई परियोजनाओं को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच विवाद होते रहते हैं। इन विवादों का समाधान ढूंढना बहुत जरूरी है, ताकि किसानों का हित सुरक्षित रहे और साथ ही देश का विकास भी हो सके।
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दख़ल प्रतिनिधि, भोपाल। शहर में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। ऐसे में लोगों ने ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों को पहनना शुरू कर दिया है। बढ़ती हुई ठंड को देखते हुए अलग-अलग मंदिर समितियों व ट्रस्टों के पदाधिकारियों ने भगवान श्रीराम, मां दुर्गा, श्रीराधा-कृष्ण, गणेश जी सहित सभी भगवानों को गर्म वस्त्र धारण कराने शुरू कर दिए हैं। शाल ओढ़ाई जा रही हैं। वहीं ठंड के चलते भगवान जी को गर्म खाद्य पदार्थ खजूर, गुड़ सहित अन्य पदार्थों का भोग लगाना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं, भगवान के दरबार में ठंड का असर कम हो और गर्मी बनी रहे, इसके लिए हीटर और अलाव जैसे उपाय भी भक्तों ने करना शुरू कर दिया है। इसके साथ-साथ सुबह व शाम की आरती व्यवस्था में भी बदलाव होने लगा है। पुराने शहर के श्री बड़वाले महादेव मंदिर सेवा समिति के द्वारा गुरु प्रदोष के अवसर पर बाबा बटेश्वर का रुद्राभिषेक किया गया। एक क्विंटल फूल, बेल पत्र, धतूरा व चंदन आदि से भोलेनाथ का अलौकिक श्रृंगार किया गया। इसके साथ ही भगवान को गुड़ से बनी गजक व अन्य गर्म वस्तुओं का भोग लगाया गया। शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए बाबा के समक्ष अलाव भी जलाया गया। प्रतिदिन अब भगवान को ऊनी वस्त्र धारण कराए जाएंगे एवं गुड़ से बनी गजक तथा अन्य गर्म वस्तुओं का भोग लगेगा।रात्रि में महा आरती के बाद प्रसादी वितरण हुआ। इस अवसर पर संयोजक संजय अग्रवाल, सदस्य प्रमोद नेमा, शिशिर मित्तल, अभिषेक लाला, केशव फुलवानी, प्रकाश मालवीय सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।
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इंदौर – बहरीन में आयोजित विश्व पैरा ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में इंदौर की पिंकी दुबे ने कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद, पिंकी दुबे और उनकी टीम के कोच, इंदौर के मिथिलेश कैमरे, वतन वापसी पर बेहद खुश और आभारी नजर आए। पिंकी और उनकी साथी खिलाड़ी सपना शर्मा ने मिलकर अपनी मेहनत और संघर्ष से यह उपलब्धि प्राप्त की। पिंकी दुबे ने कहा, "ईश्वर की कृपा से ही यह सब संभव हो पाया है। दिव्यांग खिलाड़ी भी किसी से कम नहीं होते हैं, बस हमें अपनी अंदर की शक्ति को पहचानने की आवश्यकता है।" पिंकी का मानना है कि अगर दिव्यांग खिलाड़ी खुद पर विश्वास करें तो वे किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं। विश्व पैरा ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में कुल 256 खिलाड़ी भाग ले रहे थे, जिनमें ईरान, इराक, ब्राजील, पोलैंड, कजाकिस्तान जैसे देशों के खिलाड़ी शामिल थे। इस प्रतियोगिता में मूक बधिर, शारीरिक दिव्यांग, बोनापन और सिरब्रल पाल्सी जैसी बीमारियों से जूझ रहे खिलाड़ी भाग ले रहे थे। पिंकी दुबे और सपना शर्मा ने शारीरिक दिव्यांगता और व्हीलचेयर कैटेगरी में अपनी विशेष पहचान बनाई। मध्यप्रदेश की इस टीम को इस प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने वित्तीय सहायता प्रदान की थी। कोच मिथिलेश कैमरे ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि इन खिलाड़ियों को विक्रम अवार्ड से सम्मानित किया जाए ताकि वे अगले ओलंपिक के लिए और बेहतर तैयारी कर सकें। यह जीत उन सभी दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपने हौसले और संघर्ष से कठिनाइयों को पार करते हुए अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं।
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मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों के जीवन को सरल और अधिक लाभदायक बनाने के लिए एमपी फार्म गेट ऐप लॉन्च किया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में शुरू की गई इस पहल के तहत किसान अब अपनी फसल घर बैठे ही बेच सकेंगे और अपनी पसंदीदा कीमत पर व्यापारी से सीधा संपर्क कर सकेंगे। क्या है एमपी फार्म गेट ऐप? यह ऐप किसानों और व्यापारियों के बीच सीधा संपर्क स्थापित करता है, जिससे किसान अपनी फसल को खेत, खलिहान या घर से ही बेच सकते हैं। इसके जरिए किसान न केवल फसल की कीमत तय कर सकते हैं, बल्कि किसी बिचौलिए के बिना सीधे व्यापारियों को फसल बेचकर अधिक लाभ भी कमा सकते हैं। किसानों के लिए जागरूकता अभियान ऐप की सफलता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा जागरूकता कार्यक्रम और प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। कार्यशाला का आयोजन:खातेगांव मंडी सभागृह में एमपी फार्म गेट ऐप के उपयोग पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) प्रिया चंद्रावत राठौड़ की अध्यक्षता में किसानों को ऐप के उपयोग और इसके लाभों की जानकारी दी गई। क्या सिखाया गया?मंडी सचिव रघुनाथ सिंह लोहिया ने बताया कि इस कार्यशाला में किसानों को उनकी उपज को खेत या घर से सीधे ऐप के माध्यम से बेचने की प्रक्रिया सिखाई गई।ई-मंडी प्रभारी हर्षवर्धन सिंह तोमर ने ऐप के तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया। एमपी फार्म गेट ऐप के फायदे: सीधा संपर्क: किसान सीधे व्यापारी से जुड़ सकते हैं। मनमाफिक कीमत: फसल का दाम तय करने की आजादी। समय और पैसा बचाएं: बिचौलियों की भूमिका खत्म होने से किसान को पूरा लाभ मिलता है। डिजिटल सुविधा: खेत से ही फसल बेचने का विकल्प। सरकार का उद्देश्य इस ऐप का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी मेहनत का पूरा मुनाफा दिलाना और व्यापार प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है। मध्यप्रदेश सरकार इस दिशा में लगातार कदम उठा रही है और किसानों को डिजिटल युग में ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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मुख्यमंत्री मोहन यादव की नई योजना, गायों के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए ठोस कदम मध्यप्रदेश सरकार ने गोपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए नई योजनाओं की घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह सुनिश्चित किया है कि जो गोपालक दस से ज्यादा गायें पालेंगे, उन्हें विशेष अनुदान मिलेगा। इसके अलावा, उन्हें क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी प्रदान की जाएगी, जिससे वे अपने आय-व्यय को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने इस कदम के जरिए राज्य में दूध उत्पादन को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव का कहना है कि यह कदम किसानों और गोपालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए उठाया गया है। इसके अलावा, दूध उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार बोनस भी देने जा रही है, जिससे दूध उत्पादन का क्षेत्र और अधिक समृद्ध हो सके। गायों का संरक्षण और संवर्धन मुख्यमंत्री ने गायों के संरक्षण और संवर्धन के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में लगभग 1 करोड़ 39 लाख गायें हैं और राज्य में गौवंश के पालन की स्थिति देशभर में तीसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "हम निरंतर दूध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं और गौवर्धन पूजा के माध्यम से गाय को राज्य सरकार की प्राथमिकता बना दिया है।" विशेष सुविधाएं और सुरक्षा मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि लावारिस और निराश्रित गौवंश की सुरक्षा और देखभाल के लिए राज्य सरकार विशेष रूप से गौशालाओं का संचालन करेगी। इसके साथ ही, गायों के लिए एंबुलेंस सेवा भी शुरू की जाएगी, ताकि जरूरत के समय गायों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके। इसके अलावा, गौकशी करने वालों के लिए कड़ा कानून बनाया गया है, जिसमें सात साल तक की सजा का प्रावधान है। गोपालकों के लिए क्रेडिट कार्ड की सुविधा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गोपालकों के लिए एक और महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि जैसे किसानों को फसल के लिए क्रेडिट कार्ड मिलते हैं, अब गौवंश पालन करने वाले गोपालकों को भी क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा। इस कदम से गोपालकों को अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और वे आसानी से अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकेंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव के इन कदमों से मध्यप्रदेश में गौपालन को बढ़ावा मिलेगा और गोपालक वर्ग को नई ताकत मिलेगी। राज्य सरकार की यह पहल गायों के संरक्षण, उनके पालन और गोपालकों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
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मध्यप्रदेश में मुंबई दिल्ली ट्रेक पर चौथी रेल लाइन बनेगी। भोपाल रेल मंडल में इसके लिए सर्वे चल रहा है। एक और रेल लाइन बढ़ने से यात्रियों की सुविधा भी बढ़ जाएगी। ट्रेनों की रफ़्तार तेज हो जाएगी जिससे सफर में कम समय लगेगा। भोपाल रेल मंडल के डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने यह अहम जानकारी साझा करते हुए बताया कि खंडवा से इटारसी, भोपाल होते हुए बीना तक यह रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस मार्ग पर नया रेल ट्रैक बनाया जाएगा। नए ट्रैक से नई ट्रेनें भी बढ़ेंगी। भोपाल रेल मंडल में बनाई जानेवाली इस चौथी रेलवे लाइन का सर्वे चालू हो चुका है। चौथी रेल लाइन के लिए भोपाल इटारसी, इटारसी खंडवा, भोपाल बीना रूट पर सर्वे किया जा रहा है। इससे पहले इटारसी खंडवा के बीच तीसरी रेल लाइन का सर्वे शुरु हो चुका था। डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी के अनुसार सर्वे पूरा होते ही बीना से भोपाल, इटारसी होते हुए खंडवा तक चौथे ट्रैक का निर्माण शुरु कर दिया जाएगा। यही ट्रैक रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा मंगलवार को घोषित की गई भुसावल खंडवा के बीच बनाई जा रही चौथी लाइन से जुड़ेगा। बीना से झांसी तक तीसरी रेल लाइन का काम भी दिसंबर में पूरा हो जाएगा। रेलवे के अनुसार जनवरी 2025 में नया टाइम-टेबल लागू होते ही कई ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी। भोपाल से आने जानेवाली 34 ट्रेनों के सफर में औसतन 20 मिनिट कम हो जाएंगे। एलएचबी कोच वाली ट्रेनें दिल्ली से भोपाल के बीच औसतन 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलाई जाएंगी जबकि शताब्दी और राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों की स्पीड 160 किमी प्रति घंटे तक हो जाएगी। अभी ट्रेनें 110 की औसत स्पीड से ही चल रहीं हैं।
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दुनिया भर के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए फरवरी-2025 को भोपाल में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आमंत्रित करने के अभियान पर निकले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को यूके (लंदन) के रोड-शो में उद्योगपतियों के इंटरैक्टिव सेशन को संबोधित किया। उन्होंने उद्योगपतियों को बताया कि प्रदेश का लैंड बैंक देश के सबसे बड़े लैंड बैंकों में से एक है। मध्य प्रदेश में निवेश नीतियां स्पष्ट और निवेशकों के लिए अनुकूल हैं। खनन एवं कृषि क्षेत्र में मध्य प्रदेश देश में सबसे आगे है। यूके रोड शो में "इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज इन मध्यप्रदेश" विषय पर हुए इन्टरैक्टिव सेशन में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा आपदाओं के बाद भी भारत और इंग्लैंड के संबंधों में निरंतरता है क्योंकि लोकतंत्र की हमारी साझी विरासत है। विदेश में निकलने से पहले हमने राज्य की स्थितियों को सुधारा और देश भर के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करने का अभियान चलाया। परिणामस्वरूप प्रदेश में हजारों करोड़ का निवेश संभव हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि स्टील किंग के नाम से जाने जाने वाले उद्योगपति लक्ष्मीनिवास मित्तल ने भी मुलाकात के दौरान मध्यप्रदेश में निवेश के खुले अवसरों की सरहाना की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि यूके के एक भारतवंशी रीयल एस्टेट कारोबारी ने मध्यप्रदेश में सेमीकंडक्टर चिप उद्योग शुरू करने के लिए 25 हजार करोड़ रुपए निवेश करने की मंशा जाहिर की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यूके के भारतवंशी उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में रोज़गार की उम्मीदें बढ़ेंगीं, आपका व्यवसाय बढ़ेगा और आप हमेशा के लिए प्रदेश के सहयोगी बनेंगे। भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोराईस्वामी ने कहा कि भारत में अब सिर्फ केंद्रीय प्रशासन ही नहीं, राज्य भी उद्योग मित्र नीतियां बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश ईज आफ डूइंग बिजनेस की दृष्टि से देश के टाॅप-5 राज्यों में शामिल है। दोराईस्वामी ने कहा कि मध्य प्रदेश देश के मध्य में स्थित है, इसलिए यहां उद्योग स्थापित करने पर उत्पादों को देश-दुनिया में आसानी से भेजा जा सकता है। अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संजय दुबे ने बताया कि मध्यप्रदेश में वायब्रेन्ट टेक इको सिस्टम राज्य सरकार आईटी में निवेश के लिये सहायता प्रदान करती है। मध्यप्रदेश की आईटी/आईटीएस एवं ईएसडीएम नीति-2023 एवं स्टार्टअप नीति से इन क्षेत्रों में उद्यमियों को कई सुविधाएं दी जा रही हैं। हम एवीजीसी (एनीमेशन, विजुअल इफेक्टस, गेमिंग और कॉमिक्स) नीति तैयार कर रहे हैं। प्रदेश में 1200 से अधिक आईटी स्टार्टअप्स हैं, जिनमें से 2 यूनिकॉर्न बन गये हैं। राज्य में प्लग-एंड-प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर है। उन्होंने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में रेन्टल भुगतान की कीमत बहुत कम है। मध्यप्रदेश में ईज ऑफ लिविंग और एक्यूआई स्तर देश के अन्य शहरों की तुलना में बहुत कम है। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्द्धन राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश अपनी भौगोलिक, प्राकृतिक और आर्थिक क्षमताओं के चलते निवेश के लिए एक आदर्श स्थल है। प्रदेश में भारत का सबसे बड़ा भूभाग (308 हजार वर्ग किमी), 77.5 हजार वर्ग किमी का विशाल वन क्षेत्र और हीरे, तांबे तथा मैंगनीज अयस्क जैसे खनिज संसाधनों की प्रचुरता है। मप्र पावर सरप्लस राज्य है, यहां 31 गीगावाट विद्युत उत्पादन होता है। यहां किफायती दरों पर बिजली आपूर्ति की जाती है। प्रदेश में इन सब आधारभूत सुविधाओं से उद्योग को आसानी से स्थापित और संचालित किया जा सकता है।
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सऊदी अरब के जेद्दाह में 24 और 25 नवंबर को हुए IPL 2024 के ऑक्शन में भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह एक मेगा इवेंट साबित हुआ। इस नीलामी में भारत के पांच सबसे महंगे खिलाड़ियों ने सबका ध्यान आकर्षित किया। हालांकि, कुछ चौंकाने वाले फैसले भी देखने को मिले, जिनमें IPL चैंपियन कप्तान डेविड वॉर्नर और भारतीय ऑलराउंडर शार्दूल ठाकुर को खरीदार नहीं मिलना शामिल था। ऑक्शन के दौरान इंग्लिश ऑलराउंडर सैम करन की कीमत ₹16.10 करोड़ घट गई, लेकिन भारत के वेंकटेश अय्यर और अफगानिस्तान के नूर अहमद ने अपनी कीमतों के साथ सभी को चौंका दिया। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने वेंकटेश अय्यर को ₹23.75 करोड़ में खरीदा, जबकि पिछले सीजन में उनकी सैलरी ₹8 करोड़ थी। इस बार उनकी सैलरी में ₹15.75 करोड़ का भारी इज़ाफा हुआ है, यानी उनकी सैलरी तीन गुना बढ़ी। वेंकटेश के लिए बेंगलुरु ने भी बोली लगाई थी, लेकिन अंत में KKR ने बाजी मार ली। पिछले सीजन IPL फाइनल में हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने शानदार पचास रन बनाए थे। वेंकटेश ने KKR के लिए 51 मैचों में 137.12 के स्ट्राइक रेट से 1326 रन बनाए हैं, जो उनके शानदार प्रदर्शन का परिचायक है। ऑक्शन में कई और दिलचस्प फैसले हुए, लेकिन वेंकटेश अय्यर की सैलरी में इतनी बड़ी वृद्धि ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं।
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झांसी: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पद यात्रा झांसी पहुंची, जहां बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त और WWE सुपरस्टार 'द ग्रेट खली' ने इस ऐतिहासिक यात्रा में भाग लिया। दोनों ने यात्रा की सराहना की और इसे हिंदू एकता के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। 21 नवंबर को शुरू हुई यह यात्रा झांसी पहुंची, जहां संजय दत्त और खली ने पं. धीरेन्द्र शास्त्री के साथ समय बिताया। संजय दत्त ने बाबा के साथ जमीन पर बैठकर चाय पी और कहा, "पंडित धीरेन्द्र शास्त्री को मैं अपना छोटा भाई मानता हूं, इन्हें मैं गुरूजी कहता हूं। ये जो काम कर रहे हैं, वह बड़ा काम है। अगर इन्होने मुझे कह दिया कि संजू बाबा, तुम मेरे साथ ऊपर भी चलो, तो मैं उनके साथ चल पड़ूंगा। गुरूजी, मैं हमेशा आपके साथ हूं और हमेशा आपके साथ रहूंगा।" वहीं, 'द ग्रेट खली' ने भी पं. धीरेन्द्र शास्त्री की तारीफ की और हिंदू समुदाय के एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस दौरान खली ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए एक हाथ से एक साधु की चोटी पकड़कर उन्हें ऊपर उठा लिया, जिससे वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। यह यात्रा सनातन धर्म के प्रचार और हिंदू एकता के संदेश को फैलाने का एक अहम माध्यम बन चुकी है, और इससे जुड़ी हस्तियों ने इस पहल की सराहना की है।
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भोपाल: महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA) कार्यक्रम में एक स्पेनिश दंपत्ति ने मध्य प्रदेश में एक बालिका को गोद लिया। इस अवसर पर दंपत्ति ने मध्य प्रदेश सरकार का आभार भी व्यक्त किया। महिला बाल विकास मंत्री, निर्मला भूरिया ने इस अवसर पर बताया कि अक्सर लोग बच्चों को गोद लेना चाहते हैं, लेकिन उन्हें इस प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए महिला बाल विकास विभाग ने एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया था, जिसमें बच्चों को गोद लेने से संबंधित जानकारी प्रदान की गई। इससे पहले, विभाग ने 12 सुझाव तैयार किए थे, जो गोद लेने की प्रक्रिया को और भी सुगम बनाने के लिए केंद्र सरकार को भेजे गए थे। इनमें से 6 सुझावों को केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है। कार्यक्रम में, वात्सल के ज्वाइन डायरेक्टर अमिताभ अवस्थी ने बताया कि हम इस बच्ची की खैर-खबर लेते रहेंगे और अगर भविष्य में बच्चे को कोई समस्या होती है, तो सरकार उसे वापस ले सकती है। इस आयोजन ने बच्चों को गोद लेने के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद की और लोगों को इस प्रक्रिया में और अधिक सहज बनाने का प्रयास किया।
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भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज राजधानी भोपाल में नवनिर्मित पुलिस अस्पताल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और कहा कि पुलिस की मौजूदगी समाज को सुकून के बेहतर पल प्रदान करती है। मुख्यमंत्री ने कहा, "पुलिस प्रशासन और इससे जुड़े हर जवान में सजगता, अनुशासन और कर्तव्य निष्ठा का समावेश होता है।" उन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस की सराहना की, जो प्रदेश से डाकुओं को समाप्त करने में महारत हासिल कर चुकी है और अपनी साख स्थापित करने में भी सफल रही है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया, जो हमेशा पुलिस और कानून व्यवस्था को सम्मानजनक निगाह से देखते हैं। उन्होंने कहा, "यही वजह है कि वे हर दिवाली पर अपने परिवार या मित्रों के साथ नहीं, बल्कि सीमा पर जवानों के साथ पर्व मनाते हैं।" पुलिस अस्पताल का उद्घाटन प्रदेश की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने इस अस्पताल को पुलिस बल की भलाई और उनकी सेवा को मान्यता देने वाला बताया। इस मौके पर कई पुलिस अधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने भी मौजूदगी दर्ज कराई और पुलिस प्रशासन के प्रति अपनी सराहना व्यक्त की। इस अस्पताल के माध्यम से सरकार ने पुलिसकर्मियों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है।
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बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा नेतृत्व की जा रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा इस समय देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह पदयात्रा 160 किलोमीटर की यात्रा तय करती हुई बागेश्वर धाम से शुरू होकर रामराजा मंदिर, ओरछा तक पहुंचेगी। इस यात्रा का उद्देश्य केवल सनातन हिंदू समाज को एकजुट करना नहीं है, बल्कि यह जात-पात, भेदभाव और सामाजिक बुराइयों को खत्म करने का संदेश भी दे रही है। यात्रा का आरंभ बागेश्वर धाम से हुआ था, और जैसे-जैसे यह यात्रा आगे बढ़ी, इसमें देशभर से संतों, कलाकारों, और प्रसिद्ध हस्तियों का सम्मिलन हुआ। पदयात्रा के दौरान न केवल हिंदू समाज की एकता का प्रतीक दिखाई दिया, बल्कि यह एक ऐसा मंच बना, जहां हिंदू-मुस्लिम एकता का अद्भुत दृश्य भी देखने को मिला। मुस्लिम समाज के लोगों ने खुले दिल से पदयात्रा का स्वागत किया, जो साम्प्रदायिक सौहार्द का एक बेहतरीन उदाहरण है। यात्रा के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने धीरेंद्र शास्त्री और उनके अनुयायियों पर पुष्प वर्षा की, जो उनके प्रति सम्मान और भाईचारे का प्रतीक था। धीरेंद्र शास्त्री ने इसे सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बताते हुए मुस्लिम समाज को धन्यवाद दिया। उनका मानना है कि यह यात्रा किसी भी प्रकार की कट्टरता फैलाने के लिए नहीं है, बल्कि यह सनातन धर्म को मजबूती देने, विचार की ताकत से जागरूकता फैलाने और सामाजिक एकता की दिशा में एक कदम बढ़ाने के लिए है। यात्रा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने यह स्पष्ट किया कि इस यात्रा का उद्देश्य समाज में बुराइयों और घृणा की जगह पर अहिंसा, समाजिक सौहार्द और धार्मिक एकता को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा किसी भी प्रकार की हिंसा या नफरत फैलाने के उद्देश्य से नहीं की जा रही है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य है लोगों को जागरूक करना और सनातन धर्म की ताकत को एकजुट करना। उनका कहना था, “हमारा संदेश साफ है — यह हिंदू हिंसावादी नहीं, बल्कि अहिंसावादी है। हम अपनी संस्कृति और अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूकता फैलाने आए हैं।” यात्रा के माध्यम से शास्त्री जी ने यह भी बताया कि सनातन धर्म और हिंदू समाज को एकजुट करने का उद्देश्य है लोगों को उनके अधिकारों और संस्कृति के प्रति जागरूक करना। उन्होंने आगे कहा कि आज के समय में समाज में कई प्रकार की भेदभाव की भावना फैलाने की कोशिशें की जा रही हैं, और इस यात्रा के माध्यम से उनका यह संदेश है कि धर्म और संस्कृति को एकजुट किया जाए और इन बुराइयों को समाप्त किया जाए। धीरेंद्र शास्त्री का कहना था, “समाज में जाति-धर्म की दीवारें तोड़ने का वक्त आ चुका है। हमें एक-दूसरे के धर्म और संस्कृतियों का सम्मान करना चाहिए। हमारे पास जो शक्ति है, वह एकता में है। जब हम एकजुट होंगे, तभी हम अपने अधिकारों की रक्षा कर पाएंगे।” 9 दिनों में 8 पड़ाव पार करते हुए यह यात्रा न केवल धार्मिक एकता का प्रतीक बनी है, बल्कि यह समाजिक समानता, धार्मिक सद्भावना और राष्ट्रीय एकता को भी मजबूत कर रही है। यात्रा के हर पड़ाव पर लोगों ने धर्म, संस्कृति और एकता की बातें सुनी और उन्हें अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। यात्रा के दौरान हिंदू-मुस्लिम एकता के दृश्य ने सभी को यह समझने का अवसर दिया कि भारत में विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ रह सकते हैं, और सभी को अपनी संस्कृति और धर्म का सम्मान करते हुए एकजुट रहना चाहिए। धर्मनिरपेक्षता और समाजिक समानता की यह मिसाल दर्शाती है कि हम सभी एक-दूसरे के धर्म का आदर करें, और साथ मिलकर राष्ट्र की एकता को मजबूत करें। पदयात्रा के समापन के साथ एक संदेश साफ तौर पर सबके सामने आया कि सनातन हिंदू धर्म का मूल उद्देश्य केवल धार्मिक प्रथाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानवता, समाजिक एकता और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए है। धीरेंद्र शास्त्री का यह प्रयास एक बड़े सामाजिक परिवर्तन की ओर संकेत कर रहा है, जहां धर्म, जाति और भेदभाव से ऊपर उठकर समाज एकजुट होकर अपने अधिकारों की रक्षा करता है। यह यात्रा भविष्य में भी धार्मिक एकता और सामाजिक सौहार्द की मिसाल बनेगी, जो समाज को एक सकारात्मक दिशा दिखाएगी।
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देवास जिले के नेमावर में 1 करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से मध्य खाई पर ब्रिज का भूमि पूजन किया गया। इस ब्रिज के निर्माण से स्थानीय लोगों की कई समस्याओं का समाधान होगा। क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा ने इस प्रोजेक्ट का भूमि पूजन किया, जिससे क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है। ब्रिज का निर्माण अमृत 2.0 अतिरिक्त योजना के तहत किया जा रहा है, जो वार्ड क्र. 06 और वार्ड क्र. 14 के बीच स्थित गहरी खाई पर होगा। नगर परिषद अध्यक्ष कृष्ण गोपाल अग्रवाल ने बताया कि यह ब्रिज क्षेत्रवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग थी, क्योंकि हर साल वर्षा काल में जब मॉ नर्मदा का जलस्तर बढ़ता है, तो वार्ड 14 और 15 के निवासियों का संपर्क नगर नेमावर से कट जाता था। इस समस्या के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। ब्रिज के बनने से अब वार्डवासियों की इस गंभीर समस्या का निवारण होगा, और उन्हें आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होगी। यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगी।
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झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में महिलाओं ने मतदान के मामले में नया रिकॉर्ड कायम किया है। इस बार महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से करीब 5 प्रतिशत अधिक रहा, जो राजनीतिक विश्लेषकों और दलों के लिए चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है। महिला मतदाताओं का दबदबा महिला मतदाता प्रतिशत: 70.04% पुरुष मतदाता प्रतिशत: 65.06% महिलाओं की बढ़त: 5 लाख 51 हजार 797 अधिक वोट यह लगातार तीसरा चुनाव है जब महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा है। 2014 से 2024 के बीच, महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो लोकतंत्र में उनकी बढ़ती सक्रियता को दर्शाती है। महिला मतदाताओं का बढ़ता प्रभाव चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य की 81 सीटों में से 68 सीटों पर महिलाओं ने पुरुष मतदाताओं को पछाड़ दिया। हालांकि, 13 सीटों पर पुरुष मतदाताओं ने अपनी बढ़त बरकरार रखी। राजनीतिक प्रतिक्रियाएं महिलाओं के बढ़ते मतदान को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी राय दी है: सत्ता पक्ष का दावा: इसे राज्य सरकार की "मइयां सम्मान योजना" और अन्य महिला केंद्रित योजनाओं का नतीजा बताया। इन योजनाओं ने महिलाओं को राजनीति में अधिक सक्रिय किया है। विपक्ष का तर्क: महिलाओं के उच्च मतदान को राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ विरोध बताया। महिला वोटरों की ऐतिहासिक बढ़त 2014 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से केवल 1 प्रतिशत अधिक था, लेकिन अब 2024 में यह बढ़कर 5 प्रतिशत हो गया है। यह वृद्धि महिलाओं की राजनीतिक जागरूकता और सशक्तिकरण का संकेत है। महिला मतदाता बनेंगी 'किंगमेकर'? महिलाओं की इस रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी ने चुनावी समीकरणों को बदल दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनका वोट किसका राजनीतिक भाग्य चमकाता है और किसका बिगाड़ता है। झारखंड में महिलाओं की बढ़ती सक्रियता राजनीति में नई दिशा तय कर सकती है। ऐसे में राजनीतिक दलों को अब महिला केंद्रित नीतियों पर विशेष ध्यान देना होगा।
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उज्जैन में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक नई और ऐतिहासिक पहल के तहत देश की पहली मेडिसिटी का भूमिपूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया गया। यह परियोजना प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब 592.3 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसमें अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मेडिसिटी में होंगी ये प्रमुख सुविधाएं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल: 1500 से अधिक बिस्तरों वाला अस्पताल। 11 बेड का अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर। मेडिकल कॉलेज: 150 सीटों वाला शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय। अन्य सुविधाएं: होम्योपैथिक कॉलेज। शोध और अनुसंधान सुविधाएं। कार पार्किंग और आवासीय सुविधाएं। मध्य प्रदेश को मिलेगा नया आयाम यह परियोजना न केवल उज्जैन बल्कि पूरे मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा देने में सहायक होगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि मेडिसिटी से चिकित्सा शिक्षा, उच्च स्तरीय इलाज और शोध के क्षेत्र में नए अवसर उपलब्ध होंगे। भविष्य की योजनाएं मुख्यमंत्री ने बताया कि 2025 तक यहां आयुर्वेदिक एम्स मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की संभावना भी है। उन्होंने कहा कि 2004 तक राज्य में केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 17 सरकारी और 13 निजी मेडिकल कॉलेज हो गई है। परियोजना का महत्व मेडिसिटी के निर्माण से चिकित्सा सेवाओं में सुधार होगा और प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही, यह परियोजना स्वास्थ्य क्षेत्र में रोजगार और शोध के नए आयाम स्थापित करने का भी माध्यम बनेगी। उज्जैन में यह मेडिसिटी स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
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भोपाल के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (IHM) में हाल ही में "स्पाइस एंड स्वीट हार्मनी" नामक केक मेसरेशन समारोह का आयोजन किया गया। इस अनोखे समारोह में छात्रों ने पाककला की अपनी रचनात्मकता का बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसे देखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से गणमान्य व्यक्ति और प्रतिष्ठित अतिथियों ने हिस्सा लिया। समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में दखल न्यूज की संपादक शैफाली गुप्ता और समाजसेवी माही भजनी उपस्थित थीं। इसके अलावा, रश्मि गोलया, अनुश्री नवीन, अर्चिता जोशी, मानसी देवनानी, दीपा दिवेदी, माधरिमा राजपाल और रश्मि प्रजापति जैसे प्रमुख नामों ने भी समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज की। इस कार्यक्रम का आयोजन आईएचएम की प्रोफेसर बेकरी शेफ प्रियंका के निर्देशन में हुआ। समारोह में छात्रों ने केक सजाने और संरक्षित करने की कला का शानदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विभिन्न प्रकार के केक तैयार किए, जो उनकी रचनात्मकता और पाक कौशल को उजागर करते थे। विशेष रूप से, भिगोए गए ड्राई फ्रूट्स का उपयोग पारंपरिक क्रिसमस केक बनाने में किया गया, जिससे समारोह में एक पारंपरिक और सजीव माहौल बन गया। समारोह में छात्रों ने जिंजरब्रेड, क्रोकेम्बोचे (एक पारंपरिक फ्रेंच मिठाई) और रॉयल आइसिंग के साथ भी अपनी पाक कला का प्रदर्शन किया। इन डिज़ाइनों ने न केवल पाककला के प्रति छात्रों की गहरी समझ को दिखाया, बल्कि उनके मेहनत और रचनात्मकता का भी परिचय दिया। समारोह में हिस्सा लेने वाले विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने आईएचएम के इस प्रयास की सराहना की और छात्र समुदाय के प्रति उनके योगदान को महत्वपूर्ण बताया। भोपाल के कई पेशेवर क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों ने इस आयोजन को देखा और आईएचएम के पारंपरिक पाककला को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की। आईएचएम भोपाल के प्रिंसिपल, डॉ. रोहित सरीन ने इस कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, "आईएचएम भोपाल का केक मेसरेशन समारोह समुदाय के साथ त्योहार मनाने की एक बेहतरीन पहल है। इसमें छात्र 'सीक्रेट सांता' बनकर योगदान करते हैं, जिससे समाज में कृतज्ञता और एकता की भावना उत्पन्न होती है। यह आयोजन छात्रों के लिए एक नया अनुभव है और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का भी प्रतीक है।" इस समारोह का उद्देश्य न केवल छात्रों की पाककला के प्रति समझ और कौशल को बढ़ावा देना था, बल्कि समुदाय के साथ जुड़कर एक सकारात्मक संदेश फैलाना भी था। छात्रों ने न केवल अपने ज्ञान और कौशल को साझा किया, बल्कि यह भी दिखाया कि एक छोटी सी पहल से समाज में बदलाव लाया जा सकता है। "स्पाइस एंड स्वीट हार्मनी" समारोह ने यह साबित कर दिया कि पाककला सिर्फ स्वाद और सजावट से ज्यादा है—यह एक कला है जो समाज में सामूहिक भावना और कृतज्ञता को प्रोत्साहित करती है।
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राज्य की पहली हाईटेक गौशाला बनने जा रही है। 15 करोड़ रूपए की लागत से 25 एकड़ में बनने जा रही इस गौशाला में एक साथ 10 हजार गायों के रहने की व्यवस्था रहेगी। खास बात ये है कि यहां की हर एक गाय के स्वास्थ्य के साथ उसे लाने वाले व्यक्ति की जानकारी ऑनलाइन की जाएगी। गौशाला की सफाई आधुनिक मशीनों से की जाएगी। सभी सुविधाओं के साथ गोवंश के इलाज के लिए गौशाला परिसर में ही एक अस्पताल भी खोला जाएगा, जहां हर समय गायों के इलाज के लिए चिकित्सक तैनात रहेगा। बता दें कि, जिले के अंतर्गत आने वाले बरखेड़ी डोब गांव में इस हाईटेक गौशाला का निर्माण शुरु किया जाएगा। कल यानी 23 नवंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसकी आधारशिला रखेंगे। गौशाला में गाय तंदरुस्त रहें, इसके लिए गोशाला परिसर में हरा चारा, भूसा और पशु आहार सप्लाई के लिए अत्याधुनिक कन्वेयर बेल्ट सिस्टम स्थापित किए जाएंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और जिला पंचायत के सहयोग से गौशाला का निर्माण होगा, जबकि इसके संचालन और व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी भोपाल नगर निगम संभालेगा। यही नहीं, गौशाला में गाय के गोबर और मूत्र से जैविक खाद और अन्य सामग्री तैयार करने के लिए अलग स्थान पर यूनिट लगाए जाएंगे। घायल और बीमार गायों के उपचार के लिए मिनी अस्पताल के रूप में आधुनिक चिकित्सा वार्ड का निर्माण होगा। गौशाला में पशुओं की एंट्री से लेकर उनकी देखभाल और मेडिकल जांच रिपोर्ट का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन रहेगा। -गोवंश को कहां से, कौन और कब लाया, इसका रिकॉर्ड आपको ऑनलाइन रहेगा। -गाय के बीमार या घायल होने पर उसकी बीमारी और स्वास्थ्य की जानकारी ऑनलाइन रहेगी। -मवेशियों का आहार भी मशीनों के जरिए ही तैयार किया जाएगा। -गायों की देखभाल के लिए अलग से वेटरनरी स्टाफ और डॉक्टर्स की टीम गौशाला में ही तैनात रहेगी।
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मैक्सिको के ग्वाडलजारा में एडुनिवर्सल वर्ल्ड कन्वेंशन ने वार्षिक रैंकिंग 2024 जारी कर दी है। इसमें भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) इंदौर ने मध्य एशिया की श्रेणी वाले संस्थानों की सूची में तीसरा स्थान और फोर पाम्स आफ एक्सीलेंस श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया है। वर्ष 2023 में आईआईएम इंदौर का डीन्स वोट स्कोर में 136 प्रतिशत की वृद्धि मिली थी। इस बार डीन्स वोट स्कोर में 358 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। समारोह में संस्थान के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने सम्मान प्राप्त किया। पाम्स आफ एक्सीलेंस समारोह में शिक्षा, नेतृत्व और अनुसंधान से जुड़े क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थानों को पुरस्कार दिए गए। समारोह में अफ्रीका, मध्य एशिया, मध्य और पूर्वी यूरोप, यूरेशिया और मध्य पूर्व, सुदूर पूर्व एशिया, लैटिन अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, ओशिनिया और पश्चिमी यूरोप सहित 153 देशों और नौ भौगोलिक क्षेत्रों के एक हजार सर्वश्रेष्ठ बिजनेस स्कूलों में से 74 प्रतिशत डीन ने डीन्स वोट सर्वेक्षण में भाग लिया। संस्थान के निदेशक प्रो. राय ने कहा कि मध्य एशिया में तीसरा स्थान प्राप्त करना और फोर पाम्स ऑफ एक्सीलेंस श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त करना IIM इंदौर के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अपनी वैश्विक उपस्थिति का निर्माण जारी रखते हुए, अब हम फाइव पाम्स श्रेणी तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एडुनिवर्सल पाम्स ऑफ एक्सीलेंस रैंकिंग 153 देशों के बिजनेस स्कूलों के मूल्यांकन गुणात्मक और मात्रात्मक मानदंडों के आधार पर जारी की गई है। इसमें मान्यता, वैश्विक भागीदारी, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और डीन्स वोट शामिल हैं। संस्थानों का मूल्यांकन शैक्षणिक, वैश्विक साझेदारी पर किया जाता है। रैंक में IIM इंदौर को चार पाम्स श्रेणी में प्रथम स्थान मिला है। चयनित बी-स्कूलों को तीन, दो पाम्स और एक पाम श्रेणियों में स्थान दिया जाता है, जो अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय या स्थानीय स्तरों पर उनके प्रभाव के आधार पर तय होते हैं। वैसे एडुनिवर्सल इंटरनेशनल साइंटिफिक कमेटी (आइएससी) में दो एडुनिवर्सल कार्यकारी सदस्य और वैश्विक उच्च शिक्षा में महत्वपूर्ण अनुभव वाले नौ स्वतंत्र विशेषज्ञ रहते हैं। कुल मिलाकर समिति में 11 सदस्य नियुक्त किए जाते हैं।
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बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी पदयात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा का उद्देश्य सभी सनातनियों को एक माला में पिरोना है। यात्रा की शुरुआत से पहले, उन्होंने भगवान बागेश्वर महादेव और बालाजी की पूजा अर्चना की। यात्रा का विवरण बागेश्वर धाम सिद्ध पीठ से रामराजा सरकार की नगरी ओरछा की ओर पदयात्रा शुरू की गई। यात्रा की शुरुआत के समय, पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सुबह-सुबह भगवान बागेश्वर महादेव और बालाजी की आरती की। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रध्वज फहराया और राष्ट्रगान गाया। सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ इस अवसर पर हजारों लोगों ने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद, महाराज ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे शालीनता के साथ पदयात्रा में चलें और एक दूसरे का ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सभी सनातनियों को एकजुट करने के लिए है और जब तक सभी सनातनियों को एक माला में नहीं पिरोया जाता, तब तक उनकी यह कोशिश जारी रहेगी। राष्ट्र प्रेम का संदेश पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस अवसर पर कहा कि मंदिरों और मस्जिदों में भी राष्ट्रगीत गाया जाना चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस मातृभूमि से किसे प्रेम है और कौन नफरत करता है। यात्रा में शामिल अन्य संत पद यात्रा में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ कई अन्य संत भी शामिल हो रहे हैं, जिनमें गोपाल मणि जी महाराज, संजीव कृष्ण शास्त्री जी, सुतीक्ष्ण देवाचार्य जी महाराज, सुदामा महाराज और दीपक गोसाई जी शामिल हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक समर्पण का प्रतीक है, बल्कि एकता और भाईचारे का संदेश भी देती है। बागेश्वर महाराज की इस पदयात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है और वे इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए एकत्र हो रहे हैं।
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टिमरनी विधानसभा के विधायक अभिजीत शाह दो महिलाओं के लिए देवदूत साबित हुए। जब ये महिलाएं जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थीं, तब विधायक ने अपनी जान जोखिम में डालकर उन्हें अपना खून देकर बचाया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और अब लोग इस पर खूब चर्चा कर रहे हैं। विधायक का मानवीय कदम मध्य प्रदेश के सबसे कम उम्र के विधायक और पूर्व AICC चेयरमैन अजय शाह के बेटे अभिजीत शाह का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह भोपाल के हमीदिया अस्पताल में दो महिलाओं को अपना खून देकर उनकी जान बचाते नजर आ रहे हैं। ये महिलाएं अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती थीं और जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थीं। अभिजीत शाह ने टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक होते हुए अपनी मानवता का परिचय दिया। उन्होंने तुरंत अस्पताल पहुंचकर इन महिलाओं को अपना खून दिया, जिससे उनकी जान बच सकी। दोनों महिलाओं की स्थिति इतनी गंभीर थी कि उनके पति भी भावुक हो गए और विधायक को गले लगाकर उनका धन्यवाद किया। विधायक ने की हर संभव मदद अभिजीत शाह ने न केवल खून दान किया, बल्कि उन्होंने महिलाओं के इलाज में हर संभव मदद देने का भी वादा किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उन्हें सभी चिकित्सा सुविधाएं सही समय पर मिलें, ताकि उनका इलाज बिना किसी रुकावट के चल सके। सोशल मीडिया पर तारीफों की झड़ी अभिजीत शाह का यह कदम भोपाल और अन्य जगहों पर भी चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया यूजर्स विधायक की मानवता की सराहना कर रहे हैं। कई लोग कह रहे हैं, "विधायक हो तो ऐसे!" उनका यह कदम सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी बेहद सराहनीय है।
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हाल ही में अक्षय कुमार मुंबई में वोट डालने गए, तभी उन्हें एक बुजुर्ग ने रोक लिया। बुजुर्ग ने अक्षय से टॉयलेट की समस्या के बारे में शिकायत की, बताते हुए कहा कि अक्षय द्वारा बनवाए गए टॉयलेट अब जर्जर हो गए हैं। इस दिलचस्प बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। टॉयलेट की जर्जर स्थिति महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पहुंचे अक्षय कुमार के रास्ते में एक बुजुर्ग ने उनसे बातचीत की। बुजुर्ग ने बताया, "अक्षय कुमार, आपने जो टॉयलेट बनवाए थे, वे अब जंग खा चुके हैं। हर रोज़ उसे ठीक करने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं।" इस पर अक्षय कुमार ने बुजुर्ग को आश्वासन दिया कि वे BMC (बृहन्मुंबई महानगर पालिका) से बात करेंगे और इस समस्या का समाधान कराएंगे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। कुछ यूजर्स ने मजाकिया अंदाज में लिखा, "टॉयलेट 2 मूवी जल्द आएगी और तब तक सब ठीक हो जाएगा।" वहीं, अन्य यूजर्स ने टिप्पणी की, "अक्षय कुमार ये सब सुनकर सोच रहे होंगे, मैं वोट देने आया हूं, मांगने नहीं।" लोगों ने इस बातचीत को लेकर कई मजेदार प्रतिक्रियाएं दी हैं। निष्कर्ष इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा कभी-कभी कितनी दिलचस्प हो सकती है। अक्षय कुमार की प्रतिक्रिया ने दिखाया कि वे अपने प्रशंसकों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं।
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CBSE Class 10th and 12th Date Sheet Download: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की ओर से कक्षा दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए साल 2025 की परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया है। स्टूडेंट्स अपनी डेटशीट CBSE की ऑफिसियल वेबसाइट cbse.gov.in पर देख सकते हैं। डेटशीट को आसानी से डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसा कि पहले सीबीएसई बोर्ड की ओर से कहा गया था और अब जारी हुई डेटशीट के अनुसार CBSE बोर्ड कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी को शुरू होंगी और पहला पेपर फिजिकल एजुकेशन का होगा। इसके अलावा कक्षा 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 को इंग्लिश के पेपर के साथ शुरू होंगी। इस बार CBSE ने पिछले कुछ सालों से चली आ रही परंपरा से हटकर बड़े विषयों की परीक्षाएं पहले करवाने का फैसला किया है। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र और उनके अभिभावक ऊपर दिए लिंक या फिर आधिकारिक वेबसाइट से डेटशीट का PDF वर्जन भी डाउनलोड कर सकते हैं। छात्रों को सलाह दी जाती है कि अब पूरे फोकस के साथ अपने एग्जाम की तैयारी करना शुरू कर दें। ताजा अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in को चेक करते रहें।
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सिंगरौली जिले के नवागत पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने पदभार ग्रहण करते ही पुलिस अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने जिले की कानून-व्यवस्था पर चर्चा की और अधिकारियों से मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली। मनीष खत्री ने बताया कि उनकी प्राथमिकता जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और विशेष रूप से महिला अपराधों पर अंकुश लगाना है। मनीष खत्री का फोकस पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह जिले में आकर पूरी जानकारी इकट्ठा करेंगे और मीडिया को इससे अवगत कराएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने सिंगरौली जिले के छत्तीसगढ़ बॉर्डर से जुड़ी स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आईबी रिपोर्ट में नक्सलाइट मूवमेंट का संकेत मिल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि वह जल्द ही उस क्षेत्र का दौरा करेंगे और जनता को सही जानकारी देंगे। मनीष खत्री ने यह भी कहा कि उनका फोकस कमजोर वर्ग को न्याय दिलाने और थानों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को त्वरित न्याय प्रदान करने पर रहेगा।
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पथरी थाना क्षेत्र में ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने पुलिस के साथ मिलकर कई मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान बच्चों से दवाइयां बेचवाने और अन्य नियमों की अनदेखी करने पर दो मेडिकल स्टोर्स को सील कर दिया गया। एक मेडिकल स्टोर का संचालक मौके से फरार हो गया, जिसकी जांच अब जारी है। कार्रवाई का विवरण ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि उन्हें शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ मेडिकल स्टोर्स नारकोटिक दवाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं और बच्चों से दवाइयां बेची जा रही हैं। छापेमारी के दौरान नसीरपुर कलां गांव के एक मेडिकल स्टोर में बच्चों को दवाइयां बेचते हुए पकड़ा गया, जिसे तुरंत बंद कर दिया गया और संचालक को अंतिम चेतावनी दी गई। वहीं, पदार्था में एक अन्य मेडिकल स्टोर का संचालक इंस्पेक्टर को देखकर मौके से फरार हो गया। उसकी जांच की जा रही है कि उसके पास लाइसेंस है या नहीं। भविष्य में सख्त कदम ड्रग इंस्पेक्टर ने कहा कि यह कार्रवाई दवाइयों की गुणवत्ता, बिक्री के नियमों के पालन और लाइसेंस की जांच सुनिश्चित करने के लिए की गई थी। यदि सुधार नहीं होता है, तो संबंधित मेडिकल स्टोर्स का लाइसेंस रद्द भी किया जा सकता है।
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राज्य शासन ने कई पुलिस अधिकारियों के तबादले किए हैं, जिसमें सिंगरौली पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता को सेनानी 8वीं विसबल छिंदवाड़ा भेजा गया है, जबकि छिंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री को सिंगरौली जिले का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। मनीष खत्री का अनुभव मनीष खत्री एक तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने कई कठिन परिस्थितियों में अपनी सेवाएं दी हैं और उनकी कार्यशैली को लेकर अच्छा अनुभव रहा है। मनीष खत्री पहले सीएसपी उज्जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त डीसीपी इंदौर के पदों पर रह चुके हैं। इसके अलावा, वे पुलिस अधीक्षक के रूप में मऊ, खरगोन, भिंड और छिंदवाड़ा जैसे जिलों में भी कार्य कर चुके हैं। खत्री की कार्यशैली को देखते हुए उन्हें ऐसे स्थानों पर तैनात किया गया है, जहां पुलिस प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति होती है। कहा जा रहा है कि जब भी किसी जिले में कानून-व्यवस्था बिगड़ती है, तो शासन मनीष खत्री को वहां भेजता है ताकि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके। निवेदिता गुप्ता का नया कार्यभार निवेदिता गुप्ता का तबादला सेनानी 8वीं विसबल छिंदवाड़ा में किया गया है, जहां वे अब नई जिम्मेदारी निभाएंगी। उनका कार्यकाल सिंगरौली में रहा, जहां उन्होंने जिले की पुलिस व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। सिंगरौली जिले में मनीष खत्री के आने के बाद पुलिस विभाग की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था में नए बदलाव की संभावना जताई जा रही है।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 24 से 30 नवंबर तक ब्रिटेन और जर्मनी का दौरा करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करना और मध्य प्रदेश को वैश्विक निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाना है। मुख्यमंत्री ब्रिटेन के लंदन और बर्मिंघम के साथ-साथ जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट शहरों का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री का बयान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस यात्रा को लेकर कहा, "मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि जब हम अपने प्रदेश को निवेश में बढ़ावा देने निकले तो पहले संभाग, फिर प्रदेश और अब देश के बाहर विदेश निवेशकों को निमंत्रण देने जा रहा हूं।" उनका कहना था कि इस यात्रा से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित होने वाली इन्वेस्टर मीट में विदेशी निवेश आकर्षित होगा और इससे राजधानी में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। उद्योगपतियों के साथ बैठक मुख्यमंत्री की इस यात्रा के दौरान उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग्स भी आयोजित की जाएंगी, ताकि निवेश की संभावनाओं को और अधिक बढ़ाया जा सके। इसके अलावा, डॉ. यादव 27 नवंबर को वारविक यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे, जहां वह वारविक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप के डीन, फैकल्टी मेंबर्स और शोधार्थियों से संवाद करेंगे। यह यात्रा मध्य प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें राज्य सरकार विदेशों से निवेश को आकर्षित करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है। इसके जरिए मुख्यमंत्री राज्य के उद्योगों को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने की योजना बना रहे हैं, ताकि रोजगार और विकास के नए अवसर सामने आएं।
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कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना अपने पहले चुनावी दौरे के तहत देवास जिले के सतवास पहुंचे, जहां उन्होंने व्यास पीठ के दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ तीन विधायक भी मौजूद थे। मंत्री कंसाना का स्वागत बीज व्यापारी एसोसियेशन और स्थानीय समाज के लोगों द्वारा विभिन्न स्थानों पर मंच लगाकर किया गया। कृषि मंत्री ने किसानों को दिया भरोसा मंत्री ने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि उनकी सरकार खाद, बीज और अन्य कृषि संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए शीघ्र कदम उठाएगी। उन्होंने किसानों को यह विश्वास दिलाया कि उनके कार्यकाल में किसी भी प्रकार की खाद या बीज की कमी नहीं होने दी जाएगी। मंदिर निर्माण के लिए दान राशि इसके साथ ही मंत्री कंसाना ने व्यास पीठ मंदिर के निर्माण कार्य के लिए दान राशि भी दी, जिससे धार्मिक आयोजन की महिमा और भी बढ़ गई।
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बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री 21 नवंबर से हिंदू सनातन एकता यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। यह यात्रा बाबा बागेश्वर धाम से शुरू होकर ओरछा स्थित रामराजा सरकार के मंदिर पर समाप्त होगी। इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू समाज को जात-पात से ऊपर उठाकर एकता के सूत्र में बांधना है। बाबा का संकल्प और संदेश पं. धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि जब तक हिंदू जातिवाद और आपसी भेदभाव को त्यागकर एकजुट नहीं होंगे, तब तक वे अपने पैरों में खड़ाऊं नहीं पहनेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस यात्रा में सभी धर्मों के लोग भाग ले सकते हैं, चाहे वे मुसलमान हों या ईसाई। उनका मानना है कि इस देश में रहने वाले सभी लोग पहले हिंदू थे, बाद में वे अन्य धर्मों में परिवर्तित हो गए। विशेष आमंत्रण का तरीका बाबा ने कहा कि वे इस यात्रा के लिए किसी को विशेष रूप से पीले चावल नहीं देंगे, क्योंकि उनका संकल्प बहुत बड़ा है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य हिंदुओं को जागरूक करना और उन्हें एकजुट करना है। जब तक हिंदू समाज को एक नहीं करेंगे, तब तक वे यह प्रयास जारी रखेंगे। हिंदुओं को चेतावनी पं. धीरेन्द्र शास्त्री ने हिंदू समाज को चेताया कि यदि वे समय रहते एक नहीं हुए, तो उनका हाल बांग्लादेश के हिंदुओं जैसा हो सकता है। उन्होंने इस यात्रा को सनातन धर्म और हिंदू एकता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। समापन यह यात्रा न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक होगी। पं. धीरेन्द्र शास्त्री के इस कदम से हिंदू समाज में जागरूकता और एकता का संदेश फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। यात्रा के समापन पर रामराजा सरकार के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
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ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शनिवार को एक भक्त ने भगवान महाकाल को अमेरिकन डॉलर की माला पहनाई। दानदाता द्वारा गुप्त दान के रूप में माला अर्पण की गई है। भगवान को पहनाने के बाद कर्मचारियों ने माला में लगे डॉलर भेंट पेटी में डाल दिए। माला में दो सौ से अधिक डॉलर थे।महाकाल मंदिर में भक्तों द्वारा दान का सिलसिला जारी है। मंदिर के अधिकारी, कर्मचारी, पुजारी, पुरोहित तथा फोटोग्राफर तक देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में दान देने हेतु प्रेरित करने के लिए घूमते रहते हैं। इसका परिणाम है, कि भक्त मंदिर में दिल खोलकर दान दे रहे हैं। शनिवार को एक भक्त ने गुप्त दान के रूप में भगवान को डॉलर की माला भेंट की। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) इंदौर की टीम महाकाल मंदिर में भीड़ प्रबंधन का प्लान बनाएगी। इसी सिलसिले में शुक्रवार को आईआईएम के डायरेक्टर हिमांशु राय ने टीम के साथ महाकाल मंदिर का भ्रमण किया और प्रवेश, निर्गम द्वार सहित श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध सभी व्यवस्थाओं जैसे पानी, जूते-चप्पल स्टैंड, श्रद्धालुओं की कतार, बैठने के स्थान आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रत्येक दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को लगने वाले समय की भी जानकारी ली। ऐसे स्थान भी देखे, जहां श्रद्धालुओं के आने और जाने का मार्ग एक ही है। टीम में हिमांशु राय के साथ प्रो. हंस मिश्रा, प्रो. सौरभचंद्र, प्रो. अमित वत्स भी मौजूद रहे। उन्होंने मंदिर में कलेक्टर नीरज सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ सहित विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक ली। पिछले वर्ष उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से जुड़ी अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी लिमिटेड (यूएमटीसी) से उज्जैन की सड़कों को अगले 20 वर्षों तक ट्रैफिक जाम से मुक्त रखने के लिए 8500 करोड़ रुपये का ग्रीन ट्रैफिक काम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनवाया था, जो अब तक अमल में नहीं आ सका है।
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इंदौर से चलने वाली लंबी दूरी की 12 जोड़ी ट्रेनों में वेटिंग कम करने के लिए शुक्रवार से 30 नवंबर तक अलग-अलग दिनों में अतिरिक्त कोच लगेंगे। शुक्रवार से 29 नवंबर तक इंदौर से चलने वाली इंदौर नई दिल्ली एक्सप्रेस (20957) और 16 से 30 नवंबर तक नई दिल्ली से चलने वाली नई दिल्ली इंदौर एक्सप्रेस (20958) में थर्ड एसी का एक अतिरिक्त कोच लगाएंगे। लिस्ट में मालवा और कामाख्या एक्सप्रेस भी शामिल -इसी प्रकार 9 और 26 नवंबर को इंदौर से चलने वाली इंदौर कोचुवेली एक्सप्रेस (20932) में और 22 और 29 नवंबर को कोचुवेली से चलने वाली कोचुवेली इंदौर एक्सप्रेस (20931) थर्ड एसी का एक अतिरिक्त कोच लगेगा। -17 एवं 24 नवंबर को इंदौर से चलने वाली इंदौर दिल्ली सराय रोहिल्ला एक्सप्रेस (19337) में और 18 व 25 नवंबर को दिल्ली सराय रोहिल्ला से चलने वाली दिल्ली सराय रोहिल्ला इंदौर एक्सप्रेस (19338) में थर्ड एसी का एक अतिरिक्त कोच लगेगा। -15 से 30 नवंबर तक महू से चलने वाली मालवा एक्सप्रेस (12919) और 17 नवंबर से 2 दिसंबर तक श्री माता वैष्णो देवी कटरा से महू के लिए चलने वाली (12920) मालवा एक्सप्रेस में एक थर्ड एसी का अतिरिक्त कोच लगेगा। -21 और 28 नवंबर को महू से चलने वाली कामाख्या एक्सप्रेस में और 24 नवंबर व 1 दिसंबर को कामाख्या से महू के लिए चलने वाली कामाख्या एक्सप्रेस में थर्ड एसी का एक अतिरिक्त कोच लगेगा। -19 और 26 नवंबर को महू से नागपुर के लिए चलने वाली और 20 नवंबर व 27 नवंबर को नागपुर से महू के लिए चलने वाली नागपुर एक्सप्रेस में थर्ड एसी का एक अतिरिक्त कोच लगेगा। इन ट्रेनों में भी लगेंगे अतिरिक्त कोच -15 से 30 दिसंबर तक इंदौर- मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थर्ड एसी कोच। -18 नवंबर से 03 दिसंबर तक मुंबई सेंट्रल-इंदौर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थर्ड एसी कोच। -17 नवंबर से 29 दिसंबर तक महू-यशवंतपुर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थर्ड एसी कोच। -19 नवंबर से 31 दिसंबर तक यशवंतपुर-महू एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थर्ड एसी कोच। -15 से 30 नवंबर तक इंदौर दौंड एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच। -16 नवंबर से 01 दिसंबर तक दौंड-इंदौर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच। -17 नवंबर से 2 दिसंबर तक इंदौर-असरवा एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच। -18 नवंबर से 3 दिसंबर तक असरवा- इंदौर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच। -26 नवंबर को इंदौर से चलने वाली इंदौर- वेरावल एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच। -27 नवंबर को वेरावल- इंदौर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच। -23 और 30 नवंबर को इंदौर- बीकानेर एक्सप्रेस एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच। -24 नवंबर और 01 दिसंबर को बीकानेर- इंदौर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर श्रेणी का कोच लगेगा।
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सोशल मीडिया पर फेमस होने की होड़ में आज की युवा पीढ़ी सारे नियम-कायदे तोड़ रही है। इस दौड़ में युवाओं के साथ-साथ युवतियां भी पीछे नहीं हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि सोशल मीडिया जितना फायदेमंद हो सकता है, उतना ही नुकसानदेह भी। सोशल मीडिया पर रील बनाने का खुमार युवाओं पर इस कदर हावी हो चुका है कि वे नियम-कानूनों को ताक पर रखकर खतरनाक हरकतें करने से भी नहीं चूकते। चाहे वह सड़क पर अर्धनग्न होकर बाइक स्टंट करना हो या फायरिंग करते हुए वीडियो बनाना, पिछले दिनों ऐसे कई मामलों पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया के अपने फायदे हैं, लेकिन यह एक काल्पनिक दुनिया है। दुर्भाग्य से, युवा पीढ़ी इस आभासी दुनिया के चक्कर में असली जीवन को जोखिम में डाल देती है। सोशल मीडिया के इस आकर्षण को समझने और संभलने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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सिंगरौली जिले के मोरवा में इंसानियत का एक अद्भुत उदाहरण देखने को मिला है। यहां कुछ युवाओं ने एक जख्मी गाय को अनदेखा करने के बजाय महीनों तक उसका इलाज कर उसे नया जीवन दिया। एक महीने पहले, मोरवा के सर्किट हाउस रोड पर एक गाय गंभीर चोटों के साथ मिली। इसे देखकर राम प्रसाद पनिका, उमेश जायसवाल, और अन्य स्थानीय लोगों ने तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर उसका प्राथमिक उपचार कराया। हालांकि, जब डॉक्टर ने नियमित इलाज करने से मना किया, तो इन युवाओं ने हार नहीं मानी। उन्होंने खुद गाय की ड्रेसिंग और इलाज करने का निर्णय लिया। अपनी मेहनत और पैसों से उन्होंने दवाइयां खरीदकर गाय की देखभाल की और उसे धीरे-धीरे ठीक किया। यह घटना न केवल उस गाय के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा बन गई है। इंसानियत और सहानुभूति का यह उदाहरण सभी के लिए सीखने योग्य है।
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मध्य प्रदेश सरकार बंद हो चुकी लोक परिवहन सेवा को फिर से बहाल करने जा रही है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द सरकारी बसें सड़कों पर दौडऩे लगेंगी। फिर गांव से शहर आने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं, बल्कि सरकारी बसें मिलेंगी। अगली बार भगवान बिरसा मुंडा की जयंती हो या दूसरे कार्यक्रम, इन्हीं सरकारी बसों से आइए। आदिवासियों के आराध्य बिरसा मुंडा की जयंती पर शुक्रवार को धार में हुए राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सार्वजनिक मंच से यह ऐलान किया। ‘पत्रिका’ ने प्रदेश में बंद हो चुकी लोक परिवहन सेवा को बहाल करने के लिए मुहिम चलाई थी। इसमें कई निजी ऑपरेटरों की मनमानियों से पैदा होने वाली समस्याओं और आम लोगों की मुश्किलों को सरकार के सामने मजबूती से रखा था। आदिवासी बाहुल्य जिले से शुरुआत मुख्यमंत्री का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों से लोक आमतौर पर ऐसे कार्यक्रमों में ट्रैक्टर ट्रॉली से आते हैं, अगली बार इसकी जरूरत नहीं आने देंगे। जिलों में सड़क परिवहन निगम की बसों को शुरू करने जा रहे हैं। यह भी कहा कि आप चिंता न करें, सरकार जल्द ही आदिवासी बाहुल्य जिलों से इसकी शुरुआत करने जा रही है। मुख्यमंत्री के साथ मंच राज्यपाल मंगु भाई पटेल और जनजातीय कल्याण मंत्री विजय शाह मौजूद थे। पीएम मोदी ने किया वर्च्युअली लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गौरव दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के दो जनजातीय संग्रहालयों का वर्चुअली लोकार्पण किया।इनमें छिंदवाड़ा के बादल भोई और जबलपुर के राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह संग्रहालय शामिल हैं। इन्हें केंद्र व राज्य ने नए सिरे से विकसित किया है। इनमें जनजातीय नायकों के संघर्ष और वीरता की कहानी है। शादी के पूर्व सिकलसेल कार्ड का मिलान जरूर करें राज्यपाल राज्यपाल मंगु भाई पटेल पटेल ने भी कार्यक्रमों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, सिकल सेल उन्मूलन मिशन का संकल्प मध्य प्रदेश की धरती से लिया जाना प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। प्रदेश में अब तक 82 लाख लोगों की सिकलसेल स्क्रीनिंग हुई है। सिकलसेल से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय, जागरूकता ही है। शादी के पहले युवक-युवतियों के सिकल सेल कार्ड का मिलान जरूर करें। गर्भधारण के दौरान और जन्म के बाद भी बच्चे के सिकल सेल की जांच कराएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा – प्रधानमंत्री ने जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास को देश के सामने लाने का अभियान चलाया है। उन्होंने बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय मध्यप्रदेश में ही लिया। – टंट्या मामा मालवा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। खरगोन में विवि का नाम उनके नाम पर रखा। राजभवन में जनजातीय प्रकोष्ठ के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। शहडोल को बाणसागर का पानी, लालपुर में स्थायी हेलीपेड सीएम मुख्यमंत्री ने शहडोल में कहा कि बाणसागर बांध का पानी शहडोल को भी मिलेगा। सिंचाई और पीने के पानी के लिए इसका उपयोग होगा। उन्होंने लालपुर हवाई पटटी में स्थायी हेलीपेड बनाने की घोषणा की। बोले- मुख्यमंत्री आए और सौगात न मिले, ऐसा नहीं हो सकता है, जो मांगोगे मिलेगा। उन्होंने जननायक बिरसा मुंडा का जिक्र करते हुए कहा, उनका जीवन हम सबके लिए मार्गदर्शन है। उन्होंने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ जनजातीय समाज को खड़ा किया और लड़ाई लड़ी।
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कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नेमावर के नर्मदा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। इस पवित्र दिन पर नर्मदा नदी में स्नान का विशेष महत्व है। नेमावर में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में स्नान किया और सिद्धेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया। पवित्र स्नान और पूजा का महत्व मालवा अंचल में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व माना गया है। नेमावर के नर्मदा घाटों पर एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। यहां मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। कार्तिक माह के दौरान महिलाएं सुबह उठकर भगवान बल मुकुंद की पूजा-अर्चना करती हैं और तुलसी की परिक्रमा करती हैं। यह परंपरा परिवार में सुख-समृद्धि और मंगलकामना के लिए की जाती है। प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए नर्मदा घाट पर प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के व्यापक इंतजाम किए थे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों की साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया। कार्तिक पूर्णिमा पर नेमावर का यह आयोजन श्रद्धा, भक्ति और परंपरा का अद्भुत संगम है, जो हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
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गुरु नानक जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित गुरुद्वारे में जाकर माथा टेका और प्रदेशवासियों को इस पवित्र अवसर पर बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि गुरु नानक जी अखंड भारत के प्रणेता थे और उन्होंने अपने जीवनभर सच्चाई, अच्छाई, बराबरी और मानवता के लिए कार्य किया। उन्होंने बताया कि गुरु नानक जी न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आदर्श बने हैं। सीएम यादव ने घोषणा की कि 17 नवंबर को सीएम हाउस में गुरु नानक जयंती के अवसर पर प्रकाश पर्व का एक बड़ा आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के माध्यम से गुरु नानक जी की teachings और उनके योगदान को श्रद्धा के साथ याद किया जाएगा। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भी शुभकामनाएं दीं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
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गुरु नानक जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के अरेरा कॉलोनी स्थित गुरुद्वारे में जाकर माथा टेका और प्रदेशवासियों को इस पवित्र अवसर पर बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि गुरु नानक जी अखंड भारत के प्रणेता थे और उन्होंने अपने जीवनभर सच्चाई, अच्छाई, बराबरी और मानवता के लिए कार्य किया। उन्होंने बताया कि गुरु नानक जी न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आदर्श बने हैं। सीएम यादव ने घोषणा की कि 17 नवंबर को सीएम हाउस में गुरु नानक जयंती के अवसर पर प्रकाश पर्व का एक बड़ा आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के माध्यम से गुरु नानक जी की teachings और उनके योगदान को श्रद्धा के साथ याद किया जाएगा। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भी शुभकामनाएं दीं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
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"हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा" के जयकारों के बीच बच्चों ने खाटू श्याम जी से आशीर्वाद लिया और इस अवसर पर एक विशेष आयोजन किया। इस आयोजन में खाटू नरेश अवतरण दिवस पर गोठ में बच्चों ने खाटू श्याम के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर खाटू नरेश के तैल चित्र का विधिवत पूजन किया गया। साथ ही, श्रद्धालुओं के लिए एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया और खाटू श्याम की पूजा अर्चना की। भक्तों का कहना है कि खाटू नरेश की पूजा से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है और इस आयोजन ने उन्हें आध्यात्मिक शांति दी है। श्रद्धालुओं ने इस आयोजन को बेहद पवित्र और मंगलमय बताया।
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भाजपा के संस्थापक सदस्य स्व. कैलाश सारंग और उनकी धर्मपत्नी स्व. प्रसून सारंग की पुण्यतिथि के अवसर पर 'मातृ-पितृ भक्ति दिवस' का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नरेला विधानसभा क्षेत्र में वृद्धजनों के सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा के प्रभात चौराहे पर आयोजित इस कार्यक्रम में स्व. कैलाश सारंग और उनकी धर्मपत्नी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और वृद्धजनों के पैर पखारे। मंत्री सारंग के आव्हान पर हर वर्ष स्व. कैलाश और स्व. प्रसून सारंग की पुण्यतिथि पर मातृ-पितृ भक्ति दिवस मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को माता-पिता के साथ-साथ समाज के वृद्धजनों का सम्मान करने के लिए प्रेरित करना है। इस अवसर पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि "हर व्यक्ति को अपने माता-पिता और बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए, और उन्हें अपने जीवन में सर्वोत्तम स्थान देना चाहिए।" कार्यक्रम में नरेला विधानसभा के सभी वृद्धजनों के सम्मान के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड भी बनाए जा रहे हैं, ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर हो सके और उन्हें सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके।
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छतरपुर: बागेश्वर बाबा पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बागेश्वर धाम में एक दिव्य दरबार का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के बारे में जानकारी दी। बाबा ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बन जाता, तब तक हिंदुओं को जगाने का उनका प्रयास जारी रहेगा, क्योंकि धर्म विरोधी ताकतें देश को कमजोर करने में लगी हुई हैं। हनुमान जी का अनुयायी बनाने की अपील बागेश्वर बाबा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आने वाले दिनों में सनातन हिंदू एकता पदयात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ ताकतें देश को तोड़ने और हिंदुओं को आपस में लड़वाने के लिए जनसंख्या बढ़ाने और विद्रोह करने का प्रयास कर रही हैं। इस स्थिति को देखते हुए, उन्होंने सभी हिंदुओं से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, "अब आप सभी को हनुमान जी का बनाना है।" धर्म विरोधी ताकतों पर निशाना बाबा ने यह भी कहा कि धर्म विरोधी ताकतें लगातार सक्रिय हैं और हिंदुओं के खिलाफ साजिश रच रही हैं। उन्होंने एक विशेष बयान में कहा, "अब बारी आ गई है, क्योंकि धर्म विरोधी ताकतें लगातार लगी हुई हैं।" इस दौरान, बागेश्वर बाबा ने मुसलमानों के बड़े धर्मगुरु तौकीर रजा का भी नाम लिया, जिन्होंने हाल ही में बागेश्वर बाबा के खिलाफ बयान देते हुए उन्हें जेल में डालने की मांग की थी। बाबा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "तुम दिल्ली पहुंचो, हम यहीं से क्रांति करेंगे और तुम्हारी हवा खिसक जाएगी।" आंदोलन की ओर अग्रसर बागेश्वर बाबा के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि वे धर्म और हिंदू एकता के मुद्दे पर एक बड़े आंदोलन की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। उनका मानना है कि हिंदू समाज को एकजुट करना और हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए इस तरह के प्रयासों की आवश्यकता है। अब देखना यह है कि बागेश्वर बाबा की इस पदयात्रा और आंदोलन पर समाज और सरकार की प्रतिक्रिया क्या होती है।
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दतिया, मध्य प्रदेश: धान की बोली न लगने के कारण किसानों का गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा। दतिया की मंडी गेट के सामने किसानों ने विरोधस्वरूप सड़क पर जाम लगा दिया, जिससे राहगीरों को घंटों तक परेशानियों का सामना करना पड़ा। मंडी में धान की बोली न लगने से किसान हुए आक्रोशित बताया जा रहा है कि दतिया के मंडी गेट के सामने करीब दो दिन से किसान अपनी धान की बोली लगाए जाने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन जब आज भी उनकी धान की बोली नहीं लगाई गई, तो स्थानीय किसानों का धैर्य जवाब दे गया। स्थानीय बोली में इसे "धान की डाक" लगने की स्थिति कहा जाता है, और बिना बोली के रह जाने से किसानों का गुस्सा भड़क उठा। इसके बाद किसानों ने सड़क पर जाम लगाकर अपना विरोध जताया। प्रशासन की ओर से कोई समाधान नहीं किसानों का आरोप है कि प्रशासन को इस समस्या के बारे में पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद किसी भी सरकारी अधिकारी या प्रशासनिक कर्मचारी ने किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया। इसके चलते किसानों का आक्रोश और बढ़ गया, और उन्होंने जाम लगाने का निर्णय लिया। हालांकि, मौके पर पुलिस बल पहुंचा और मंडी प्रबंधन के कर्मचारियों से वार्ता की, जिसके बाद जाम को खुलवाया गया। लेकिन किसानों का विरोध अब भी जारी है, और वे धान की बोली न लगने को लेकर प्रशासन के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं। किसानों का विरोध जारी किसानों का कहना है कि यदि इस तरह की स्थिति बनी रही तो वे आगे भी अपने आंदोलन को तेज कर सकते हैं। उनके लिए यह सिर्फ एक बोली का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह उनके जीवनयापन का सवाल है। किसानों का कहना है कि यदि सरकार और प्रशासन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करेंगे, तो वे मजबूर होकर और कठोर कदम उठाने के लिए तैयार होंगे। यह घटना एक बार फिर से यह सवाल उठाती है कि क्या किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता दी जा रही है और प्रशासन किसानों के हित में कितनी गंभीरता से काम कर रहा है।
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खाद की कमी से जूझ रहे किसानों के लिए खाद्य वितरण केंद्र पर खाद का वितरण नए तरीके से किया जा रहा है। इसके तहत एसडीएम की ड्यूटी लगाई गई है ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। छतरपुर में किसानों को खाद का वितरण टोकन सिस्टम के माध्यम से किया जा रहा है। कलेक्टर ने इस वितरण के लिए विशेष रूप से व्यवस्था की है, जिसमें कृषि, राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खाद वितरण केंद्रों पर तैनात हैं। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने सभी खाद केंद्रों का निरीक्षण किया और कहा कि जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी किसानों को खाद बांटी जाएगी और खाद केंद्रों को सुबह से खोलने के निर्देश दिए गए हैं।
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कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में तुलसी माता का भगवान शालिग्राम के साथ विवाह होता है, जो इस वर्ष 14 नवंबर 2024 को आयोजित होगा। सुप्रसिद्ध भागवताचार्य घनश्याम शास्त्री महाराज के अनुसार, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शालिग्राम भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। इस बार शालिग्राम भगवान तुलसी की लग्न वर-वधू के हाथों पर रखी गई है। तुलसी विवाह विधि पूर्वक कराने से कन्यादान समान फल प्राप्त होता है। इस वर्ष बहोड़ापुर महादेव मंदिर पर तुलसी विवाह का आयोजन 14 नवंबर को होगा। इस दिन लग्न का कार्यक्रम वैदिक विधि विधान से संपन्न किया जाएगा। मान्यता है कि जब श्री हरि विष्णु चार माह की चिर निद्रा से जागते हैं, तो सबसे पहली पुकार तुलसी की सुनते हैं। तुलसी जी भगवान विष्णु को अति प्रिय हैं, इसलिए इन्हें हरीवल्लभा भी कहा जाता है। तुलसी विवाह के दिन विधिपूर्वक पूजन करने से विष्णु जी और देवी तुलसी की कृपा से सुख-समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि होती है। इस दिन तुलसी स्तुति अवश्य करनी चाहिए, क्योंकि मान्यता है कि इससे देवी तुलसी प्रसन्न होती हैं और सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं। महारानी तुलसी और शालिग्राम भगवान का विवाह ग्वालियर शहर के सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पं. घनश्याम शास्त्री महाराज द्वारा संपन्न कराया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर पुजारी विनोद शर्मा, कौशलेंद्र राजावत, कमल सिंह आदि उपस्थित रहेंगे।
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धूमधाम से तुलसी शालिग्राम के विवाह में राजनीति का पुट भी देखने को मिला। भोपाल में विधायक रामेश्वर शर्मा के तुलसी विवाह समारोह में प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव भी शामिल हुए। विधायक रामेश्वर शर्मा ने विधि-विधान से तुलसी शालिग्राम का विवाह कराया। देवउठनी ग्यारस के उपलक्ष्य में भोपाल की हुजूर विधानसभा के विधायक रामेश्वर शर्मा ने युवा सदन पर तुलसी शालिग्राम विवाह का आयोजन कराया। इस आयोजन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी सम्मिलित हुए। उन्होंने तुलसी पूजन कर सभी को तुलसी विवाह की शुभकामनाएं दी। तुलसी विवाह के लिए युवा सदन कार्यालय को विवाह स्थल के रूप में सजाया गया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि आज का दिन हम सभी सनातनियों के लिए गौरव का दिन है। ऐसा माना जाता है कि आज ही के दिन देवोत्थान एकादशी पर भगवान श्री हरि विष्णु जी नींद से जागकर संसार की व्यवस्था का कार्यभार भगवान शिव से अपने हाथों में लेते हैं। इसलिए आज के दिन को हरिहर मिलन के दिन के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि रामेश्वर शर्मा हमारे सनातन धर्म के ध्वजवाहक हैं। विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि यह सनातन धर्म की महानता है, जहाँ हर पर्व में खुशियों का संचार होता है। आज देवउठनी ग्यारस है, सभी देवों को हम सेवक निद्रां से जगाते हैं। देवों के जागने के साथ ही आज से सभी मांगलिक कार्यों का शुभारंभ होता है।
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देवउठनी एकादशी पर बाजारों में रौनक देखने को मिली। माना जाता है कि आज के दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं, और उसके बाद मांगलिक कार्यों का श्रीगणेश हो जाता है। देश भर के साथ खातेगांव में देवउठनी एकादशी के लिए बाजार में खास रौनक रही। दीपावली के बाद बाजार हर साल सूना हो जाता है क्योंकि किसान अपने काम में लग जाते हैं और बाजारों की रौनक कम हो जाती है। लेकिन देवउठनी एकादशी से बाजार फिर से गुलजार हो गए। भगवान विष्णु के जागने के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। डाक बंगला मैदान सहित बाजार में गन्ना, कोचई, चनाभाजी, बेर, सिंघाड़ा, शकरकंद, आंवला, केला, सेव, अनार, मुसब्बी, संतरा, फूल माला, कमल फूल, गेंदा फूल और तरह-तरह की पूजा सामग्रियों की भरपूर बिक्री देखने को मिली। इन्हें खरीदने के लिए बाजार में भीड़ देखी गई। ज्यादातर लोग गन्ने और पूजन सामग्री की खरीददारी करते रहे। इस बार गन्ने की कीमत में भारी गिरावट देखी गई है। गन्ना बेचने के लिए आए किसानों ने बताया कि गन्ने का उत्पादन इस बार ज्यादा रहा है। वहीं, ज्वेलर्स संचालकों ने कहा कि दीपावली बहुत अच्छी रही, पर अभी मार्केट में सन्नाटा है। बहरहाल, यह स्थिति लगभग नवंबर तक ऐसी ही बनी रहेगी।
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दिसंबर साल का आखिरी महीना होने के साथ ही उल्लास और मौज-मस्ती का भी महीना होता है, जिसमें छुट्टियां मनाने लोग पर्यटन स्थलों पर जाते हैं। दिसंबर में एक लाख से ज्यादा पर्यटक प्रदेश के टाइगर रिजर्व में बाघ का दीदार करेंगे। प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व में अभी तक 10812 जिप्सियों के परमिट बुक हो चुके हैं। एक जिप्सी में छह पर्यटक पार्क घूम सकते हैं और अभी तक की बुकिंग के हिसाब से प्रदेश के टाइगर रिजर्व में कुल 64 हजार 872 पर्यटक बाघ का दीदार करने पहुंचेंगे। बुकिंग अभी जारी है और दिसंबर का पूरा महीना बाकी है, जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि दिसंबर में प्रदेश के अलग -अलग पार्कों में एक लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंचेंगे। प्रदेश के टाइगर रिजर्व में अगले दो महीनों तक पर्यटकों का प्रेशर बढ़ने वाला है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अभी से पर्यटकों ने तेजी से बुकिंग कराना शुरू कर दिया है। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े के लिए अभी से तीन हजार से ज्यादा बुकिंग कोर और बफर जोन के लिए हो चुकी है। जनवरी के पहले पखवाड़े के लिए भी इसी तरह तेजी से बुकिंग हो रही है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पर्यटक कितनी भारी संख्या में यहां आने वाले हैं। दीपावाली की छुटि्टयों में पर्यटकों की भीड़ कुछ बढ़ी थी और इस दौरान भी जमकर पर्यटक पहुंचे। इसका लाभ छोटे स्तर पर कारोबार करने वाले स्थानीय व्यापारियों को भी मिला। बांधवगढ़ सहित प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व के न सिर्फ कोर जोन के गेट से प्रवेश के लिए पर्यटक बुकिंग करा रहे हैं।
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ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर में बंद पड़ी जेसी मिल का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों से मिल के बारे में विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री की मंशा है कि औद्योगिककरण के इस दौर में सालों से बंद पड़ी जेसी मिल को पुनः चालू किया जाए, ताकि मजदूरों के हित में कार्यवाही हो सके। मजदूरों के हित को सर्वोपरि मानते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गरीब, मजदूर और पिछड़ा वर्ग सभी को साथ लेकर चलना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार मजदूरों और गरीबों का हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस दिशा में हरसंभव कदम उठाया जाएगा। डॉ. मोहन यादव ने कहा कि औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के साथ-साथ मजदूरों के हितों की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है। जेसी मिल का पुराना प्रकरण है जिसमें शासन भी एक पक्ष है। इस नाते मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है कि मजदूरों के पक्ष में उचित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि वर्षों से इस मिल के पुनः शुरू होने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों की उम्मीदों को सरकार कायम रखेगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार इस मामले में अदालत में भी मजदूरों के पक्ष को मजबूती से प्रस्तुत कर रही है।
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राज्य ब्यूरो, भोपाल: प्रदेश में एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जनवरी 2025 से प्रारंभ होगी। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने सभी मंत्रियों को स्वयं इस कार्य को देखने और समय सीमा के भीतर प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कहा है तो मुख्य सचिव अनुराग जैन ने सभी विभागों से रिक्त पदों की जानकारी मांगी है। प्रदेश में इस समय लगभग सात लाख नियमित कर्मचारी हैं। रिक्त पदों की पूर्ति नहीं होने के कारण विभाग आउटसोर्स या फिर संविदा कर्मचारियों से काम चला रहे हैं। इससे काम की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने रिक्त पदों को प्राथमिकता से भरने का निर्णय लिया है। रिक्त पदों की मांगी गई जानकारी मुख्य सचिव कार्यालय ने सभी विभागों को पत्र जारी कर 2024 में रिक्त पदों की जानकारी मांगी है। साथ ही यह भी पूछा है कि अगस्त 2022 तक किस श्रेणी के कितने पदों की भर्ती की गई। परिणाम इनके जारी हुए या नहीं और चयनित अभ्यर्थियों ने पदभार ग्रहण किया है या नहीं। 31 मार्च 2025 तक कितने पद किस संवर्ग के रिक्त हो जाएंगे।वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजकर भर्ती के लिए कब स्वीकृति ली गई। उधर, भर्ती प्रक्रिया को लेकर मुख्य सचिव राज्य लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन मंडल के अधिकारियों के साथ बैठक भी कर चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि सरकार जनवरी से भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर देगी और। लक्ष्य यह है कि वर्ष 2025 के अंत तक नियुक्तियां प्रारंभ हो जाएं। बजट में किया जाएगा प्रविधान वित्त विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2025-26 के बजट की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसमें कर्मचारियों के वेतन-भत्ते के लिए सभी को स्थापना व्यय में प्रविधान करना है। एक लाख पदों पर भर्ती के हिसाब से सभी विभागों को बजट प्रविधान भी करना होगा। अभी लगभग 23 प्रतिशत बजट स्थापना व्यय के लिए रखा जाता है।
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दतिया: मध्य प्रदेश सरकार हर व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने का प्रयास कर रही है, लेकिन इसके बावजूद कई जरूरतमंद लोग अब भी लाभ से वंचित हैं। भांडेर ब्लॉक के रिझार गांव की शांतिबाई एक छोटे से आवास के लिए वर्षों से प्रशासन से गुहार लगा रही हैं, लेकिन अब तक उनकी मदद नहीं की गई। शांतिबाई ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से आवास दिए जाने की अपील की है। दखल न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, शांतिबाई के पति का निधन हो चुका है और वह अपनी बच्ची के साथ किराए के मकान में रह रही हैं। उनका पुराना मकान पिछले दो वर्षों से जर्जर अवस्था में गिरा हुआ है। शांतिबाई का कहना है कि उन्होंने लगातार प्रशासन से सहायता की मांग की है, लेकिन उनकी आवाज को अनसुना कर दिया गया, क्योंकि वे गरीब हैं। शांतिबाई का यह मामला अब उन नेताओं और अधिकारियों के लिए सवाल बनकर खड़ा हो गया है, जो बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन ज़रूरतमंदों की सहायता में पीछे रह जाते हैं।
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सिंगरौली: सिंगरौली जिले में हरियाली महोत्सव के अवसर पर सहकार ग्लोबल लिमिटेड बालू खदान कंपनी ने ग्राम पंचायत हिर्रवाह में बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया। इस पहल के तहत शंकर मंदिर और नदी किनारे सैकड़ों पौधे लगाए गए, जिनमें नीम, पीपल, अमरूद, सागौन, बबूल, जामुन, कटहल, नींबू सहित अन्य प्रजातियों के 100 से अधिक पौधे शामिल हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अजय तिवारी, भाजपा नेता अरविंद सिंह तोमर, नगर पालिका उपाध्यक्ष मोरध्वज सिंह भदौरिया, और अन्य नेता, अधिकारी, कर्मचारी और सैकड़ों ग्रामीण जन उपस्थित रहे। इस वृक्षारोपण अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देना था, जिसमें ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
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भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में मध्य प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रदेश सरकार ने महिलाओं को मिलने वाला 33 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जो बहनों को शासकीय सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण दे रहा है। सीएम ने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश की 1 करोड़ 29 लाख लाड़ली बहनों को नवम्बर माह की किश्त के रूप में 1250 रुपये भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा, लाड़ली बहनों के खातों में 1573 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे। साथ ही, सिलेंडर रीफिल के लिए 26 लाख बहनों को 55 करोड़ रुपये अंतरित किए जाएंगे।
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महिला के साथ मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें एक युवक महिला के साथ गाली-गलौज कर मारपीट करता नजर आया पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है छतरपुर में एक महिला के साथ मारपीट हुई। जिसका का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में एक व्यक्ति महिला के साथ मारपीट और गाली-गलौज कर रहा है। युवक ने महिला को पैर से भी मारा। आसपास खड़े लोग यह तमाशा देखते रहे, किसी ने भी महिला की मदद नहीं की। महिला संगीता अहिरवार की शिकायत पर पुलिस ने राजाराम अनुरागी पर मामला दर्ज कर लिया है। यह मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र के देरी रोड का है ।
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आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने का सिलसिला पूरे देश में धूमधाम से संपन्न हुआ। इस दौरान छठ घाटों पर श्रद्धालुओं का उमड़ा आस्था का सैलाब देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने भगवान आदित्य से अपने परिवार की सुख-शांति और प्रगति की कामना की। सिंगरौली में पारंपरिक अंदाज में संपन्न हुआ छठ महापर्व सिंगरौली में लोक आस्था का महापर्व छठ पारंपरिक अंदाज में संपन्न हुआ। इस दौरान विभिन्न जनप्रतिनिधि, जैसे कि राजेंद्र मेश्राम, रामनिवास शाह, गौरी अर्जुन गुप्ता, और कांग्रेस के नेता अरविंद सिंह चंदेल, अमित द्विवेदी, राम गोपाल पाल सहित कई अन्य नेता छठ घाटों पर पहुंचे। इन नेताओं ने ब्रति महिलाओं को फल, फूल और अन्य पूजन सामग्री प्रदान की। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य और उगते सूर्य को अर्घ्य श्रद्धालुओं ने गुरुवार की संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया और शुक्रवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत की समाप्ति की। व्रति महिलाएं सिर पर दउरा उठाकर घाटों की ओर रवाना हुईं और घाटों पर पहुंचकर पहले श्री शोभिता (श्री सोप्ता) की पूजा की। इसके बाद, अस्ताचलगामी सूर्य को ठेकुआ, आदी, मूली, गन्ना, मिठाई, अर्कपात, सिंघाड़ा और अन्य फलों के साथ पानी में खड़े होकर अर्घ्य दिया। घर पर बनाए गए घाटों पर भी अर्घ्य कई श्रद्धालुओं ने घाटों पर भीड़ से बचने के लिए अपने घरों में ही घाट बनाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। शुक्रवार की सुबह सूर्योदय होते ही व्रति महिलाओं ने फलों और पकवानों के साथ उगते सूर्य को अर्घ्य दिया और अपनी मनोकामना की। पारण के साथ समाप्त हुआ महापर्व इसके बाद व्रतियों ने घर लौटकर पारण किया और चार दिवसीय छठ महापर्व की समाप्ति की।
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मध्य प्रदेश में वेलनेस टूरिज्म के इको सिस्टम को विकसित करने का प्रयास एमपी टूरिज्म कर रहा है पर्यटन विभग अब वेलनेस और मेडिकल वैल्यू टूरिज्म को बढ़ाएगा। हृदयम एमपी" पहल प्रदेश में वेलनेस टूरिज्म के इको सिस्टम को विकसित करने का प्रयास करेगी यह एक एकीकृत प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित होगा जिस पर पर्यटन और वेलनेस और मेडिकल वैल्यू टूरिज्म के सभी स्टेक होल्डर्स समन्वयित रूप से कार्य करेंगे प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने भोपाल में "हृदयम एमपी" का शुभारंभ किया और कहा मेडिकल और वेलनेस चिकित्सा पद्धति के सभी संसाधनों को एकीकृत करते हुए प्रदेश में पर्यटन उत्पाद के रूप में विकसित करने के लिए "हृदयम एमपी" पहल करेगी.
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जंगल से भटक कर एक हिरण इंसानी बस्ती तक आ गया जहां कुत्तों ने हिरण को घेर कर उस पर हमला बोल दिया जिसकी भनक ग्रामीणों को लगते ही कुत्तों के चंगुल से हिरण को बचा लिया लेकिन हिरण बुरी तरह जख्मी हो गया था ग्रामीणों की सूचना के बाद मौके पर पशु चिकित्सक डॉ: पवन तिवारी पहुंचे और घायल हिरण का प्राथमिक उपचार किया. सतवास वन परिक्षेत्र के वरछा खुर्द गाँव मे एक मादा गर्भवती हिरण पहुंच गया जिस पर कुत्तों ने हमला कर दिया कुत्तों के हमला करने की आवाज और उनका झुंड देख कर हिरण को बचाने के लिए ग्रामीणों ने कुत्तों को दौड़ा लिया जिससे किसी तरह हिरण की जान तो बच गई, परंतु वह जख्मी हो गयाघटना की सूचना तत्काल पशु चिकित्सा विभाग को दी गई पशु चिकित्सक डॉ पवन तिवारी मौके पर पहुंचे और घायल हिरण का उपचार किया.
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नगर पालिक निगम सिंगरौली के वार्ड क्रमांक 41 स्थित तालाब का लोकार्पण किया गया जिसकी लागत तीस लाख रुपए है। तालाब में हाई मास्ट लाइट भी लगाई गई, जिसकी लागत लागत लगभग 7 लाख रुपये है यहाँ छट घाट का विधायक रामनिवास शाह के मुख्य अतिथि में लोकार्पण किया गया. सूर्योपासना के महापर्व छठ को देखते हुए सिंगरौली के वार्ड क्रमांक 41 गनियारी स्थित तालाब का लोकार्पण किया गया। इस दौरान नगर पालिका निगम की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल, अध्यक्ष देवेश पाण्डेय उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री सुंदर शाह मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कमलनयन चौरसिया के ने किया। आज से छठ व्रती डूबते सूरज को अर्घ्य देंगे। छठ घाट में हाईमास्ट लाइट लग जाने से श्रद्धालुओं में उत्साह बना हुआ है।
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"मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने युवाओं के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। 'देवी अहिल्याबाई स्किल प्रोग्राम' के माध्यम से, राज्य सरकार युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह प्रोग्राम आज के बदलते दौर में आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम आगे बढ़ाने का सुनहरा अवसर है।" मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने युवाओं के लिए एक नई राह खोली है। 'देवी अहिल्याबाई स्किल प्रोग्राम' युवाओं को विशेष कौशल सिखाने और उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस कार्यक्रम के जरिए, युवा उद्योगों की मांग के अनुसार प्रशिक्षित होंगे, जिससे वे बेहतर नौकरी पाने में सक्षम हो सकेंगे। मुख्यमंत्री का कहना है, 'युवाओं की शक्ति में देश का भविष्य छिपा है,' और इसी दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण शुरुआत है। आइए, हम सब मिलकर इस स्किल प्रोग्राम का हिस्सा बनें और अपने सपनों को साकार करें!"
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सुप्रीम कोर्ट ने पीएमएलए से जुड़े एक मामले में महत्वपूर्ण टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि सरकारी अधिकारियों और जजों के खिलाफ उनकी पब्लिक ड्यूटी के दौरान हुए कथित अपराध के मामले में उन पर पीएमएलए (मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत तहत केस चलाने के लिए सरकार से मंजूरी लेनी होगी। सीआरपीसी की धारा-197 (1) के तहत प्रावधान है कि सरकारी कर्मी के खिलाफ केस चलाने के लिए सरकार के संबंधित अथॉरिटी से मंजूरी लेनी होती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीआरपीसी का यह प्रावधान पीएमएलए केस में भी लागू होता है। सुप्रीम कोर्ट में तेलंगाना हाई कोर्ट के फैसले को ईडी ने चुनौती दी थी। जिसमें हाई कोर्ट ने एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ बिना स्वीकृति के केस चलाए जाने को खारिज कर दिया था। हाई कोर्ट के फैसले को ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एएस ओका की अगुवाई वाली बेंच ने ईडी की अर्जी खारिज कर दी। इस मामले में ईडी ने सरकारी अधिकारी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने भूमि आवंटन में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और संपत्तियों का अवमूल्यन किया। उन्होंने अपने अधिकार से बाहर जाकर छूट प्रदान की और कथित तौर पर पूर्व सीएम से जुड़ी संपत्तियों को लाभ पहुंचाया। इसके लिए उन्होंने साजिश रची जिससे सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ। यह मामला जब हाई कोर्ट के सामने आया तब आईएएस अधिकारी की ओर से तर्क दिया गया कि उन्होंने जो भी एक्शन लिया वह अपने आधिकारिक क्षमता के अधीन लिया और ऐसे में उन पर केस चलाने से पहले सीआरपीसी की धारा-197 के तहत सरकार की कंपिटेंट अथॉरिटी से मंजूरी जरूरी है। वहीं ईडी ने कहा कि पीएमएलए एक विशेष एक्ट है और ऐसे में इस मामले में किसी भी मंजूरी की जरूरत नहीं है। आरोपो में प्राइवेट लाभ के लिए आधिकारिक शक्ति का गलत प्रयोग हुआ है और ऐसे में सीआरपीसी की धारा-197 में जो प्रोटेक्शन दिया गया है वह यहां लागू नहीं होता है। तेलंगाना हाई कोर्ट ने इस मामले में लिए गए संज्ञान और आदेशों को खारिज कर दिया और इस मामले में आईएएस बीपी आचार्य की अर्जी को स्वीकार कर लिया। ईडी की दलील हाई कोर्ट ने खारिज कर दी। जिसके बाद ईडी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था और सुप्रीम कोर्ट ने भी ईडी की अर्जी खारिज कर दी।
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प्रेस क्लब के गठन को लेकर रुड़की के पत्रकारों की बैठक हुई। बैठक में सभी पत्रकारों ने अपने-अपने विचार रखे और सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया की क्लब के चुनाव से पहले सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। रुड़की में प्रेस क्लब के गठन के संबंध में एक बैठक प्रशासनिक भवन में हुई । जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि, क्लब के चुनाव से पहले सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए सदस्यता समिति का गठन किया गया। इस बैठक में सभी पत्रकारों ने अपने-अपने विचार साझा किए। जिसमें पत्रकार मनोज अग्रवाल और प्रवेज आलम को शामिल किया गया। यह समिति आगामी 8 नवंबर तक सदस्यता शुल्क लेकर क्लब के नए सदस्य बनाएगी। इसके बाद, चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा के लिए बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि, केवल पंजीकृत सदस्य ही चुनाव लड़ सकते है ।
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बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पर पहुंच चुका है. शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए पटना में रखा जाएगा. गुरुवार को शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार होगा. शारदा सिन्हा ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली थीं. मंगलवार की रात को 9 बजकर 20 मिनट पर शारदा सिन्हा का निधन हो गया था. शारदा सिन्हा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. बिहार की स्वर कोकिला और लोकगायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार की रात को निधन हो गया. दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने रात के 9 बजकर 20 मिनट पर आखिरी सांस ली. शारदा सिन्हा लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थीं. हाल ही में उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां कुछ दिनों के इलाज के बाद उनकी स्थिति बेहतर हो गई थी. इसके चलते प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. हालांकि सोमवार की रात को उनकी तबीयत अचानक फिर खराब हो गई. इसके चलते उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. बताया गया था कि शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो गया था. एम्स के चिकित्सक लगातार कोशिश करते रहे. शारदा सिन्हा के निधन से देशभर में शोक की लहर है. शारदा सिन्हा को छठ और लोक गीतों के लिए जाना जाता है. शारदा सिन्हा को पद्म भूषण और पद्म विभूषण भी मिल चुका है. शारदा सिन्हा के निधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने भी ट्वीट किया है. शारदा सिन्हा की अचानक फिर से तबीयत बिगड़ी तो उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. हालांकि, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. कुछ दिनों पहले ही उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने बताया था कि शारदा सिन्हा ठीक से बोल नहीं पा रही हैं. लोगों को पहचान ले रहीं, लेकिन बात करने में उन्हें परेशानी हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने X पर पोस्ट कर लिखा, ‘प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं. आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी. उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!’ शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. बुधवार सुबह 9:40 की फ्लाइट से शव को दिल्ली से पटना ले जाया जाएगा, जहां अंतिम दर्शन के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने यह जानकारी दी.
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औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण मध्य प्रदेश के नागदा में उत्तर प्रदेश व बिहार के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं। इनके बीच छठ महापर्व उत्साह से मनाया जाता है। ताजा खबर यह है कि छठ पूजा को लेकर 7 नवंबर के अवकाश को लेकर विधायक के पत्र पर कलेक्टर ने छठ पर्व पर स्थानीय अवकाश घोषित किया।छठ महापर्व उत्तर प्रदेश व बिहार में एक बड़ा पर्व माना जाता है। यहां के निवासी देश में कहीं भी हो इस पर्व को मनाते हैं। शहर औद्योगिक क्षेत्र है। यहां दोनों प्रांतों के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं। छठ पर्व का एक बड़ा महत्व शहर में होता है। छठ पर्व यहां धूमधाम से मनाया जाता है। चंबल तट पर तीन घाट हनुमान डेम, नायन डेम व मेहतवास में आराध्य देव की पूजा-अर्चना कर सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।छठ पर्व की शाम को तीनों घाटों पर मेले जैसा माहौल होता है। इस पर्व में स्थानीय लोग भी शामिल होकर बधाई देते हैं। विधायक डा. तेज बहादुर सिंह चौहान से उत्तर प्रदेश व बिहार के संगठनों ने इस दिन अवकाश रखने की मांग की थी। विधायक ने इसको लेकर कलेक्टर को पत्र लिखा था। कलेक्टर ने 7 नवंबर को स्थानीय अवकाश घोषित कर दिया। इसको लेकर सुनील साहनी, अशोक साहनी, जितेन्द्र दुबे, अजय कुशवाह, गणेश गुप्ता आदि ने विधायक का आभार माना। नहाय खाय के साथ हुई छठ पर्व की शुरुआथ -मंगलवार को नहाय खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत हो गई। 7 नवंबर को व्रती महिलाएं अस्त होते सूर्य को अर्घ्य प्रदान करेंगी। चार दिवसीय पर्व का समापन 8 नवंबर को उदय होते सूर्य को अर्घ्य प्रदान कर किया जाएगा। -पहले दिन व्रती महिलाएं सुबह स्नान तथा एक समय भोजन करती हैं। 6 नवंबर को छठ पर्व का दूसरा दिन रहेगा, इसे खरना कहा जाता है। इस दिन से 36 घंटे के कठिन व्रत की शुरुआत होती है। -मान्यता के अनुसार महिलाएं निर्जल निराहार व्रत रखती हैं तथा छठी मैया के लिए विभिन्न प्रकार के पकवान बनाती हैं। 7 नवंबर छठी पूजन का दिन है, इस दिन दोपहर बाद से परिवार पूजा अर्चना की तैयारी करते हैं। -घाट पर गन्ने का मंडप बनाया जाता है, जिसमें पूजा के लिए विभिन्न मिष्ठान, फल, शाक आदि व्यंजन रखे जाते हैं। व्रती महिलाएं जल में खड़े होकर सूर्य की पूजा करती हैं तथा अस्त होते सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया जाता है। -शाम को घरों में रात्रि जागरण होता है। छठ पर्व का आखिरी दिन 8 नवंबर को है, इसे परना कहा जाता है। इस दिन व्रती महिलाएं उदय होते सूर्य को अर्घ्य प्रदान करती हैं।
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प्रदेश की मोहन सरकार ने महिलाओं के हित में बड़ा कदम उठाया है। सिविल सेवाओं में महिलाओं के लिए अब 33 के बजाय 35 प्रतिशत पद आरक्षित होंगे। मंगलवार को मंत्रालय में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई। इसके साथ-साथ मेडिकल कॉलेज में सहायक प्राध्यापक की भर्ती के लिए आयु सीमा को दस साल बढ़ाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। अब 40 के बजाय 50 साल तक उम्र के अभ्यर्थी मेडिकल कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक पद के लिए आवेदन कर सकेंगे। इन प्रस्तावों पर लगी मुहर - प्रदेश में खाद आपूर्ति व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए 254 नकद विक्रय केंद्र खोलने की दी गई स्वीकृति। - सारणी के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की 4 पुरानी इकाइयों के स्थान पर 660 मेगावॉट का नया पावर प्लांट लगाने की अनुमति दी गई। -7 दिसंबर को होगी नर्मदापुरम में इन्वेस्टर्स समिट। उधर, सिंहस्थ वर्ष-2028 की तैयारियों के लिए मप्र शासन द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में पर्यवेक्षण समिति गठित कर दी गई है। पर्यवेक्षण समिति सिंहस्थ के अंतर्गत मंत्रि-परिषद समिति के निर्देशों का पालन, मंत्रि-परिषद समिति के समक्ष रखे जाने समस्त नीतिगत प्रकरणों का परीक्षण कार्य तथा विभिन्न विभागों की सिंहस्थ मद कार्य योजना की समीक्षा करेगी। समिति में अपर मुख्य सचिव, गृह, उर्जा, लोक निर्माण, जल संसाधन, परिवहन, प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, राजस्व, वित्त, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, संस्कृति एवं पर्यटन, सदस्य होंगे। प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास समिति के सदस्य सचिव होंगे।
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मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने युवा शक्ति मिशन के तहत युवाओं के कौशल विकास को प्रॉयरिटी पर रखा है ताकि जल्दी ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार हांसिल हो सके मुख्यमंत्री मोहन यादव युवाओं को सिर्फ पारम्परिक शिक्षा तक सीमित नहीं रखना चाहते इसलिए उन्होंने एआई ,मशीन लर्निंग और कोडिंग जैसी नई तकनीकों को सिलेबस में शामिल करवाया है। एमपी के 55 जिलों में एक एक पीएम कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंसी बना कर उसमें संस्कृत ,बायो टैक्नोलॉजी और कम्यूटर साइंस जैसे विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है ताकि एमपी के युवा शिक्षा प्राप्त करने के साथ ही रोजगार के लिए भी पूरी तरफ से तैयार हो सकें युवा हितेषी मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस साल सरकारी नौकरियों के रिक्त पदों को भरने का काम किया और 11 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी में ज्वाइनिंग लैटर दिया इस दौरान मोहन यादव के प्रयास से एमपी में बड़ा निवेश आया और 60 से ज्यादा नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना प्रदेश के अलग अलग इलाकों में हो रही है जिनसे प्रदेश के 17 युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं मुख्यमंत्री यादव युवाओं से कहते हैं यह समय अपनी ऊर्जा , अपनी शक्ति को और अपने आत्मविशवास को जगा कर प्रदेश और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का है स्वामी विवेकानंद जी की बात का अनुसरण करें उठो ,जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए ...
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गोवर्धन पूजा के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास स्थित गौशाला में विधि विधान पूर्वक मंत्र उच्चारण के साथ पूजा अर्चना की और गौ धन की उपयोगिता पर प्रकाश डाला मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास स्थित गौशाला में विधि विधान पूर्वक गोवर्धन पूजा की मुख्यमंत्री ने शासन के स्तर पर गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी दिय थे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गोवर्धन पूजा के अवसर पर रविंद्र भवन परिसर में बहिरंग मंच पर आयोजित गोवर्धन पर्व का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया मुख्यमंत्री ने गौ सेवा करने वाले 10 श्रेष्ठ गोपालकों का सम्मान भी किया। कार्यक्रम में स्वामी अच्युतानंद जी और गौ संरक्षण के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले स्वामी हरिओम आनंद जी विशेष रूप से उपस्थित थे.
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भारत टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट में पहली पारी में 263 रन पर ऑलआउट हो गई दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में 9 विकेट खोकर 171 रन बनाए. भारत की तरफ से पहली पारी में शुभमन गिल ने सबसे ज्यादा 90 रन बनाए. जबकि ऋषभ पंत ने 60 रन की तूफानी पारी खेली. न्यूजीलैंड के लिए एजाज पटेल सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए पंत ने 36 बॉल पर फिफ्टी लगाई. वे कीवी टीम के खिलाफ सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक लगाने वाले भारतीय बन गए. वहीं गिल 25 साल की उम्र में इंटरनेशनल मैचों में सबसे ज्यादा बार 90-99 रन पर आउट होने वाले भारतीय बने तीसरे मैच की पहली पारी में ऋषभ पंत को 60 रन पर ईश सोढ़ी ने LBW किया पंत के टेस्ट करियर की 13वीं फिफ्टी रही. 27 साल के विकेटकीपर-बल्लेबाज पंत भारत की तरफ से न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने इसी के साथ उन्होंने यशस्वी जायसवाल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया मुंबई टेस्ट की पहली पारी में शुभमन गिल 90 रन बनाकर आउट हुए. उन्हें एजाज पटेल ने डेरिल मिचेल के हाथों कैच कराया .वे चौथी बार इंटरनेशनल मैचों में 90-99 के बीच आउट हुए. गिल 25 साल की उम्र में इंटरनेशनल मैचों में सबसे ज्यादा बार 90-99 के बीच आउट होने वाले 5वें भारतीय है.
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मध्य प्रदेश के 228 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या 5, 61,38,277 (पांच करोड़ 61 लाख 38 हजार 277) है। 29 अक्टूबर को मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन के साथ ही दावे-आपत्ति लेने का काम प्रारंभ हो गया, जो 28 नवंबर तक चलेगा। बुधनी और विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के कारण यहां मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम अभी नहीं होगा। फरवरी से अक्टूबर तक मतदाता सूची से साढ़े छह लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं तो 7.47 लाख पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखबीर सिंह ने बुधवार को दी। मीडिया से चर्चा में उन्होंने बताया कि 228 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया गया है। इसमें पुरुष 2,87,82,296, महिला 2,72,80,147 और थर्ड जेंडर मतदाता 1,202 हैं। सेवा मतदाता 74,632 हैं, जिसमें 72.198 पुरुष एवं 2,434 महिला मतदाता हैं। इनमें कुल 5,78, 848 दिव्यांग मतदाता है तथा 136 अप्रवासी भारतीय है। इस प्रकार समस्त मतदाताओं की संख्या 5,61,38,277 है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, हटाने और संशोधन के लिए विशेष अभियान 9, 10, 16 और 17 नवंबर को होगा। दावे आपत्तियों का निराकरण 24 दिसंबर तक किया जाकर मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन छह जनवरी को किया जाएगा। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, वोटर आइडी कार्ड में संशोधन कराने और मृत मतदाताओं के नाम हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह प्रक्रिया 28 नवंबर तक चलेगी। आगामी 9, 10 व 16, 17 नवंबर को पूरे प्रदेश में विशेष कैम्प लगाकर अभियान चलाया जाएगा। प्रदेश के सभी मतदान केंद्रों पर कार्यालयीन समय में बीएलओ उपस्थित रहेंगे। प्राप्त सभी दावे आपत्तियों का 24 नवंबर तक निराकरण किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि जो युवा 1 जनवरी को 18 साल की आयु पूरी कर रहे हैं, वे मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए अग्रिम रूप से आवेदन कर सकते हैं। नए मतदाताओं का वोटर आईडी कार्ड स्पीड पोस्ट के जरिए आसानी से उनके घर तक पहुंच जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार की निशुल्क सुविधाएं प्रदान की गई हैं। ऑनलाइन आवेदन वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से किया जा सकता है.
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मध्य प्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर मंगलवार को कुबेरपुर बनकर दमकी। दीपावली से पूर्व खरीदी के सबसे बड़े दिन धनतेरस पर बाजारों में जमकर धनवर्षा हुई। उल्लास से त्योहार मनाते हुए संपन्नता की कामना के साथ लोगों ने खूब खरीदी की। सोना-चांदी के साथ गाड़ियों के शोरूमों में कतारें दिखी। इलेक्ट्रानिक शोरूमों से लेकर बर्तन बाजार में भी खरीदारों की भीड़ रही। रेडीमेड गारमेंट से लेकर ड्रायफ्रूट के गिफ्ट बाक्स तक की दुकानें सूरज उगने से लेकर चांद चमकने तक ग्राहकों से गुलजार रहीं। इन सब सेगमेंट में धनतेरस पर बिक्री का कुल आंकड़ा करीब 750 करोड़ रुपये आंका जा रहा है। इसमें अचल संपत्ति को भी शामिल कर लिया जाए तो एक ही दिन में एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार करने वाला शहर बनता दिखा इंदौर। बिक्री के लिहाज से आटोमोबाइल सेक्टर यानी वाहनों का बाजार सबसे आगे रहा। आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आदित्य कासलीवाल के अनुसार करीब 2800 कारें और 6500 दोपहिया वाहनों की डिलीवरी धनतेरस पर दी गई। औसत दामों के आधार पर अनुमान लगाया जाए तो कुल करीब 425 करोड़ रुपये वाहनों की खरीद पर इंदौर में खर्च किए गए हैं। इसके साथ सोना-चांदी व गहनों के बाजार में 200 करोड़ के कारोबार का अनुमान है। चांदी-सोना जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के मंत्री अविनाश शास्त्री के अनुसार दाम बढ़ रहे हैं लेकिन लोगों को उसी अनुपात में रिटर्न भी मिलता दिख रहा है। ऐसे में लोग बजट बनाकर आए। संपत्ति के बाजार में भी धनवर्षा हुई। पंजीयन कार्यालय के अनुसार दिनभर में 950 अचल संपत्तियों की रजिस्ट्री हुई। इंदौर में औसत संपत्ति का मूल्य 35 लाख भी आंका जाए तो संपत्ति की बिक्री 332 करोड़ के पार रही। अंचल में दीपोत्सव की चमकदार शुरुआत हुई। पर्व के पहले दिन धनतेरस पर बाजार दमका तो देवी महालक्ष्मी के मंदिरों में भीड़ रही। बाजार में खरीदारी हुई तो व्यापारियों के भी चेहरे खिल उठे। सुबह से शुरू हुआ खरीदी का माहौल शाम तक एक जैसा बना रहा। तोरण और वंदनवारों से सजे-संवरे बाजारों में खरीदारी का दौर रात तक चला। मोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स, आटोमोबाइल और सराफा बाजार में सर्वाधिक रौनक रही। अंचल के उज्जैन में सर्वाधिक 140 करोड़ रुपये से अधिक का व्यवसाय हुआ है। यहां एक दिन में 700 चार पहिया वाहन और दो हजार से ज्यादा दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई है। उधर रतलाम में करीब 70 करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ। अन्य जिलों में भी बीते साल की तुलना में व्यवसाय अच्छा रहा है।
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लसूड़िया पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में मुस्लिम युवक आमिन खान को गिरफ्तार किया है। आरोपित छात्रा को अच्छे कॉलेज में एडमिशन करवाने का झांसा देकर करीब आया था। आरोपित ने अमन नाम बताकर दोस्ती की और छात्रा के साथ शारीरिक संबंध बना लिए। टीआई तारेश सोनी के मुताबिक महालक्ष्मीनगर निवासी छात्रा से करीब एक महीने पूर्व ही परिचय हुआ था। छात्रा बीकाम की पढाई के साथ शेयर मार्केट में भी काम करती है। आरोपित ने कॉलेज में एडमिशन करवाने का झांसा दिया और छात्रा के रुम पर पहुंच गया। उस वक्त आरोपित ने अमन नाम बताया था। आरोपित ने छात्रा को शादी का झांसा दिया और शारीरिक संबंध बना लिए। बाद में उसके असली नाम का खुलासा हुआ। उसने शिकायत करने पर छात्रा को धमकाया। बुधवार को पीड़िता ने परिचितों की मदद ली और थाने में शिकायत कर आमिन पुत्र कय्यूम खान निवासी खजराना के विरुद्ध केस दर्ज करवाया। टीआई के मुताबिक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। हिंदू संगठन के लोगों ने मंगलवार रात दो मुस्लिम युवकों को पकड़ा। उन पर हिंदू युवतियों को बरगलाने और सिगरेट के साथ नशा करवाने का आरोप लगाया। युवकों को पुलिस के सुपुर्द किया लेकिन बाद में बगैर कार्रवाई छोड़ दिया गया।पुलिस का दावा है युवतियां सहमती से आई थी। घटना सपना संगीता रोड़ स्थित एक शाप की है। हिंदू जागरण मंच के कुछ लोगों ने दो युवकों को संदिग्ध अवस्था में पकड़ लिया। युवक दो युवतियों के साथ सिगरेट पी रहे थे। आरोप है कि युवकों ने शुरुआती पूछताछ में पहचान छुपाने की कोशिश की। आईडी मांगने पर बताया मुस्तफा और अन्य नाम बताया। हिंदू जागरण मंच द्वारा नशाखोरी का आरोप लगाया और दोनों युवकों को जूनी इंदौर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। हालांकि यहां से दोनों को भंवरकुआं थाने भिजवा दिया। टीआई राजकुमार यादव के मुताबिक युवतियों द्वारा शिकायत नहीं की गई थी। वह मर्जी से युवकों के साथ आई थी। पुलिस ने दोनों को हिदायत देकर छोड़ दिया। रघुवंशी कालोनी(बाणगंगा) से पकड़ाए मोबिन उर्फ मोहसिन खान ने मादक पदार्थों की खरीद फरोख्त करना कबूला है। आरोपित हिंदू नाम हनी रायकवार की आईडी बना कर रुका हुआ था। पुलिस ने उसके विरुद्ध कूट रचित दस्तावेज तैयार करने की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। टीआई सियारामसिंह गुर्जर के मुताबिक मोबिन सदर बाजार क्षेत्र का बदमाश है। वह महेशसिंह के मकान में मीनल नामक युवती के साथ रह रहा था। आरोपित ने हनी पुत्र कमल रायकवार निवासी राज पैलेस कॉलोनी के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवा लिया था। आरोपित मदाक पदार्थों की खरीद फरोख्त करने लगा था। मंगलवार को भाजपा नेताओं ने उसे पकड़ा और पुलिस के सुपुर्द किया। पुलिस के मुताबिक मोबिन ने फर्जी आधार कार्ड बनवाना भी स्वीकारा है। उधर एरोड्रम पुलिस ने एक युवती की शिकायत पर दानिश खान को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने युवती को धमकाया और रुपयों की मांग की। एडीसीपी आलोक शर्मा के मुताबिक क्षेत्र में रहने वाली युवती राणीसती गेट के समीप नौकरी करती है। आरोपित दानिश खान के ऑटो रिक्शा में परिचय हुआ था। दानिश युवती से जबरदस्ती करने लगा। उसने कहा कि उससे प्रेम करता है। युवती द्वारा मना करने पर आरोपित धमकाने लगा। रुपयों की मांग करने लगा। उसे बदनाम करने की धमकी देने लगा। युवती ने भाई व जीजा को घटना बताई और आरोपित के विरुद्ध केस दर्ज करवाया। बुधवार शाम पुलिस ने दानिश को गिरफ्तार कर लिया।
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एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में टी.टी. नगर स्टेडियम भोपाल में आयोजित ’रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम में सहभागिता कर हरी झंडी दिखाई. भोपाल सीएम मोहन यादव ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कहा कि आजादी के एक दिन पहले 14 अगस्त को पाकिस्तान को अलग कर दिया गया था ऐसे में सरदार पटेल ने देश को एक सूत्र में पिरोया इस मौले पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सभी को राष्ट्र एकता दिवस की शपथ दिलाई. उन्होंने कहा 1925-30 में किसानों के लिए संघर्ष करते हुए पटेल के योगदान के लिए महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार की उपाधि दी थी आजादी के तुरंत बाद सभी रियासतों को सरदार पटेल ने एकजुट किया सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश की अखंडता और एकता का काम किया.
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सिगरौली में छठ पूजा के लिए तालाब की जरुरत को देखते हुए छठ घाट निर्माण कार्य का भूमि पूजन हुआ. जिसकी लागत कुल -57 लाख रुपएसे ज्यादा है तालाब लेकर स्थानीय लोगों ने खुशी जताई। सिंगरौली जिले के वार्ड-36 के ग्राम तेलगवा डीह बाबा प्रांगण में छठ घाट का निर्माण कार्य किया गया. जिसकी लागत 22.61 लाख एवं इंटरलॉकिंग कार्य लागत 35.19 लाख है. जिसका आज भूमि पूजन वार्ड पार्षद प्रेम सागर मिश्रा कि अध्यक्षता में किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह एवं महापौर रानी अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि नगर निगम अध्यक्ष देवेश पांडे उपस्थिति थे. आपको बता दे कि- वार्ड नंबर 36 तेलगवा में एक भी तालाब छठ घाट न होने की वजह से वार्ड वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. वार्ड पार्षद प्रेम सागर मिश्रा ने अथक प्रयासों से अब निर्माण कार्य शुरू हुआ छठ घाट तालाब केवल जल संरक्षण का साधन नहीं है बल्कि इससे हमारी आस्था और विश्वास भी जुड़ा है। जो आने वाले समय में छठ व्रतियों एवं धार्मिक अनुष्ठानों कार्य के लिए काफी सहूलियत होगा। जिससे आम जनमानस को अपने त्यौहार और जल संरक्षण दोनों में मदद मिलेगी।
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सुस्त और लापरवाह प्रशासन के कारण हनुमान जी न्याय के लिए भटक रहे हैं नौगांव के ग्राम कुलवार में धनुषधारी मंदिर की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है न्यायालय का फैसला मंदिर के पक्ष में आया लेकिन अभी तक प्रशासन मंदिर को कब्जा नहीं दिलवा पाया है. छतरपुर में जान सुनवाई में शंख बजाते हुए हाथ में हनुमान जी की प्रतिमा लेकर आवेदन देने एक पुजारी पहुंचे पुजारी शंख बजाते हुए जैसे ही वह जनसुनवाई कक्ष के अंदर पहुंचे तो मंचा अधिकारियों मै हडकंप मच गया छतरपुर में ऐसा यह पहली बार नहीं हुआ है इसके पहले भी पुजारी पुरुषोत्तम दास नायक हनुमान जी की प्रतिमा लेकर आवेदन देने आये थे पुजारी ने कहा कि हनुमान जी न्याय के लिए भटक रहे हैं नौगांव तहसील क्षेत्र के ग्राम कुलवार में धनुषधारी मंदिर है और उस मंदिर की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है न्यायालय का फैसला मंदिर के पक्ष में आया लेकिन अभी तक कब्जा नहीं मिल पाया है जिसके लिए वह कई बार आवेदन देने के लिए आए हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है तो वह एक बार फिर से हनुमान जी की प्रतिमा को लेकर आवेदन देने के लिए पहुंचे.
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कोलकाता काण्ड के बाद दतिया जिला चिकित्सालय ऐसा पहला अस्पताल बन गया है जहाँ महिला डॉक्टर्स और महिला सुरक्षा को लेकर पिंक अलार्म लगाया गया है कोलकाता मेडिकल कॉलेज में घटी घटना को लेकर मप्र शासन द्वारा डॉक्टर महिला की सुरक्षा को लेकर निरंतर प्रयास किया जा रहे थे। इसी क्रम में प्रदेश में पहली बार दतिया जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर सुरक्षा की दृष्टि से पिंक अलार्म की मॉक ड्रिल की गई दतिया कलेक्टर एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के बीच जिला चिकित्सालय में 7 जगह पिंक अलार्म स्थापित किया गया है मीडिया ने जब पिंक अलार्म को लेकर समाजसेवी महिला एवं शिक्षक विद्वानों से बात की गई तो उन्होंने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की लेकिन सवाल भी किये खड़े
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पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने वाले फैजल उर्फ फैजान ने पुलिस स्टेशन में तिरंगे को सलामी दी और भारत माता की जय के नारे लगाए. ये नजारा भोपाल के मिसरोद थाने का है जहाँ पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वाले फैजल उर्फ फैजान ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर मिसरोद थाने पहुंचकर तिरंगे को 21 बार सलामी दी और भारत माता का जयघोष किया फैजान सुबह ठीक दस बजे मिसरोद थाने पहुंच गया, जहां थाने में पुलिस ने उसके साथ पहले कागजी औपचारिकता पूरी की इसके बाद तिरंगे को सलामी देने की प्रक्रिया की गई.
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नवा नगर थाना के अंतर्गत एक 06 वर्षीय मासूम से दुष्कर्म का मामला आया है, घटना की जानकारी मिलते ही परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुॅचे है जहाॅ मासूम बच्ची का ईलाज जारी है. पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि घटना सुबह की है जब बच्ची घर के पास ही खेल रही थी, उसी समय आरोपी बहला फुसला कर उसकी साथ घटना को अंजाम दिया है, हलाकि घटना के वक्त घर में मासूम अकेली थी, मा बाप पास में ही मजदूरी करने गये हुये थे, घटना की जानकारी मिलते ही परिजन घर पहुचे और इसके बाद उपचार के लिये जिला अस्पताल में भर्ती कराया, फिलहाल घटना की जानकारी के बाद पुलिस भी एक्टीव हुई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है आरोपी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।
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महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई 5 बार IPL चैंपियन बनी है. चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ कासी विश्वनाथन ने बताया कि टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अब तक कन्फर्म नहीं किया है कि वे अगले सीजन में खेलेंगे या नहीं. लेकिन फ्रेंचाइजी को उम्मीद है कि धोनी उपलब्ध होंगे और बतौर अनकैप्ड प्लेयर उनको रिटेन किया जा सकेगा. IPL के नए नियम के मुताबिक 43 वर्षीय एम एस धोनी को चेन्नई अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर खरीद सकती है. हालांकि अभी इसको लेकर टीम की तरफ से कोई अपडेट नहीं आया है. धोनी ने साल 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था. आईपीएल का मेगा ऑक्शन नवंबर के आखिरी में हो सकता है. CSK मैनेजमेंट चाहता है कि धोनी अगले सीजन भी इस लीग में खेलें और टीम उन्हें रिटेन करने के लिए तैयार है, लेकिन इस पर आखिरी फैसला धोनी को ही करना है. धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2023 का खिताब जीता था. इसके बाद अगले सीजन के लिए कप्तानी ऋतुराज गायकवाड को सौंप दी थी. बीते सीजन में चेन्नई की टीम प्लेऑफ के लिए क्वालिफाइ नहीं कर पाई और चेन्नई को अपने आखिरी लीग मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से हाथों हार मिली थी.
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भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुणे में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट की पिच स्लो टर्नर हो सकती है. यहाँ की काली मिटटीकमाल कमाल दिखाएगी. इस कारण सेबेंगलुरु की तुलना में पुणे में कम बाउंस देखने को मिलेगा. बेंगलुरु में पहले टेस्ट मैच में मिली हार की वजह से रोहित शर्मा की कप्तानीवाली भारतीय टीम पर सीरीज़ जीतने और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल के लिएअपनी दावेदारी को मजबूत बनाए रखने का दबाव है. इसके लिए भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफअगले दोनों टेस्ट मैच जीतना जरूरी है . पुणे में भारतीय टीमतीन स्पिनर्स के साथ उतर सकती है . ऐसे में एक बार फिरसे रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव की तिकड़ी एक साथ खेल सकती है .बेंगलुरु के लिए भी टीम ने कुछ इसी प्रकार की स्ट्रैटिजी तैयार की थी लेकिनबादल छाए रहने और बीच बीच में बारिश होने के चलते एम चिन्नास्वामी स्टेडियमकी पिच पहले दो दिनों में तेज गेंदबाजों के लिए मददगार हो गई थी . इसी वजह से भारत पहली पारी में46 रन पर ऑलआउट हो गया था .
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पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली की जमकर तारीफ की उन्होंने कहा कैमरन ने कहा- मैं विराट कोहली का फैन हूं. उनकी लीडरशिप क्वालिटी शानदार है .कैमरन से उनके फेवरेट क्रिकेटर को लेकर सवाल पूछा गया तब उन्होंने कहा- जब मैं बड़ा हो रहा था तो मुझे भारत के बिशन सिंह बेदी काफी पंसद थे. इसके बाद मुझे राहुल द्रविड़ की भी बल्लेबाजी काफी पसंद थी. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार शतक जमाया था . मुझे यह काफी अच्छे से याद है. कैमरन ने विराट कोहली को शानदार खिलाड़ी बताया. उन्होंने कोहली को लेकर कहा कि- आप देख सकते हैं इस समय बेन स्टोक्स जिस तरह से हमारी इंग्लैंड टीम की कप्तानी करते हैं, उसी तरह से कोहली की भी कप्तानी रही थी. इन दोनों ने मैदान पर शानदार लीडरशिप दिखाई है. विराट कोहली इस समय भारत और न्यूजीलैंड के साथ हो रही सीरीज में भाग ले रहे हैं. जबकि बेन स्टोक्स पकिस्तान के साथ हो रही सीरीज में इंग्लैंड की कप्तानी कर रहे हैं. कैमरन ने भारतीय मूल के ब्रिटिश खिलाड़ियों को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा- हाल के समय में हमने भारतीय मूल के बेहतरीन ब्रिटिश खिलाड़ियों का टैलेंट देखा है.
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देश के साथ सिंगरौली में भी करवा चौथ का पर्व हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया. करवा चौथ के कार्यक्रम में कही प्रशासन की तारीफ़ की गई तो कहीं पति को पत्नी ने हेलमेट उपहार में दिया. सिंगरौली के वार्ड नंबर 40 प्रयाग पथ गली में करवा चौथ को बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया लोगों ने इस आयोजन की तारीफ करते हुए जिला प्रशासन के कामों की तारीफ़ की यहाँ एक पत्नी ने अच्छा मैसेज देते हुए अपने पति को करवा चौथ के उपहार के रूप में हेल्मेट दिया.
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इंदौर में इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस का ट्रायल रन प्रारंभ किया गया एमपी के शहरी विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीयएवं महापौर तथा ए आई सी टी एस एल बोर्ड के अध्यक्ष पुष्यमित्र भार्गव ने "इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस" का ट्रायल रन प्रारंभ किया. अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड परिसर में डबल डेकर बस का ट्रायल रन शुरू हो गया है यह बस आगामी एक माह तक फिजीबिलिटी टेस्ट हेतु ट्रायल रन पर शहर के विभिन्न मार्गों पर संचालित की जाएगी मुंबई से स्विच मोबिलिटी के माध्यम से इंदौर पहुंची इस बस में 63 यात्री सीटों है इसमें नीचे 29 सीटें एवं ऊपर 36 सीटें हैं एक बार में फुल चार्ज होने पर यह बस लगभग 160 किमी. चलती है शहरी विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित सभी अतिथियों ने इस बस में ए आई सी टी एस एल कार्यालय से शिवाजी वाटिका होते हुए एग्रीकल्चर कॉलेज से पिपलिहाना चौराहा होते हुए पुनः शिवाजी वाटिका से गीता भवन होते हुए ए आई सी टी एस एल तक सफर किया.
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पहाड़ों को बांद्रा से जोड़ने के लिए लालकुआँ-बांद्रा साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन शुरू की गई है. इस ट्रेन को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. भारतीय रेलवे लंबी दूरी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिये नई ट्रेनें संचालित कर रहा है. इसी क्रम में कुमाऊँ में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लालकुआँ से बांद्रा टर्मिनल तक साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया इस दौरान पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एवं नैनीताल लोकसभा सांसद अजय भट्ट और लालकुआं विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट, रेलवे इज्जतनगर मंडल की डीआरएम रेखा यादव सहित कई गणमान्य लोग लालकुआँ रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे.
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पहाड़ों को बांद्रा से जोड़ने के लिए लालकुआँ-बांद्रा साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन शुरू की गई है. इस ट्रेन को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. भारतीय रेलवे लंबी दूरी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिये नई ट्रेनें संचालित कर रहा है. इसी क्रम में कुमाऊँ में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लालकुआँ से बांद्रा टर्मिनल तक साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया इस दौरान पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एवं नैनीताल लोकसभा सांसद अजय भट्ट और लालकुआं विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट, रेलवे इज्जतनगर मंडल की डीआरएम रेखा यादव सहित कई गणमान्य लोग लालकुआँ रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे.
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आजकल तेलंगाना और पूरे देश में “रजाकार” फिल्म चर्चा में हैI यह फिल्म हैदाराबाद रियासत (प्राचीन भाग्यनगर और विजयनगर का क्षेत्र) के निजाम द्वारा हिन्दुओं पर अमानवीय अत्याचार, हिंसा और बलात्कार की सच्ची घटना पर आधारित हैI दरअसल 1947 से पूर्व भारतवर्ष में 500 से अधिक रियासतें थी जिनमें 400 से अधिक गैर राजपूत, गैर ब्राह्मण रियासतें थीI भारत में हैदराबाद रियासत को छोड़कर बाकी सभी रियासतें भारत में विलय कर चुकी थीI हैदराबाद के निजाम ने 15 अगस्त 1947 को हैदराबाद को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया था और वह पाकिस्तान में विलय को तो तैयार था परन्तु भारत में नहीं। हैदराबाद रियासत पर जब मुगल आक्रमणकारियों का प्रतिनिधि निजाम उल मुल्क आसफ जाह का शासन था तब वह भारत में अंग्रेजों के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए उनसे मैत्री कर लीI सन् 1778 से अंग्रेजों ने अपना निरीक्षक रेजिडेंट हैदराबाद राज्य में रखना शुरू कर दियाI अक्तूबर 1800 में ब्रिटिश सरकार और हैदराबाद निजाम के बीच एक संधि हुई, जिसके परिणामस्वरूप हैदराबाद को ‘संरक्षित राज्य’ घोषित किया गयाI सन् 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन को कुचलने में निजाम ने अंग्रेजों का साथ दिया थाI हैदराबाद के निजाम का मजहबी कुशासन मजहबी मामलों के लिए राज्य में ‘उमुरे मजहबी’ विभाग था. मस्जिदों, मंदिरों, गिरिजाघरों पर निगरानी रखना और मजहबी शिक्षा संस्थाओं को चलाना और प्रमुख मजहबी उत्सवों के समारोहों में सुगमता लाना’ इस विभाग का घोषित उद्देश्य था, जिस पर सन् 1936 तथा 1937 में क्रमशः 6 लाख और 34 लाख व्यय किये गए. हिन्दुओं के धर्मांतरण के लिए प्रति वर्ष रू. 34 लाख राज्य द्वारा व्यय किये जाते थेI हिन्दुओं के सामाजिक एवं धार्मिक समारोहों में अड़चनें पैदा करना आम बात थीI हिन्दुओं की धार्मिक मान्यताओं को ताक पर रखकर मस्जिद, गिरिजाघर बनाने के लिए सामान्यत: अनुमति दी जाती थी, पर मंदिरों की मरम्मत के लिए भी अनुमति दुष्कर थी; नए मंदिरों के निर्माण की बात ही छोड़ दीजिएI हिन्दुओं द्वारा वाद्य यंत्र वादन के समय मस्जिदों के चारों ओर कम से कम 300 फीट की दूरी रखना अनिवार्य थाI शियापंथी निजाम की दृष्टि में मुहर्रम का विशेष महत्व थाI मुहर्रम और कोई हिन्दू त्यौहार एक साथ यदि आ जाते तो हिन्दू त्योहारों पर अनेक प्रकार के प्रतिबंध लगाए जाते थेI 23 जनवरी, 1934 के सरकारी आदेशानुसार आर्य समाज पर मंदिर के बाहर हवन, सत्संग या प्रवचन करने पर पाबंदी लगाई गईI 12 अप्रैल, 1934 को आर्य समाज पर मंदिर परिसर में भी प्रवचन आदि पर प्रतिबंध लगाया गयाI सन् 1935 में जारी की गई गश्ती क्र. 52 एवं 53 अध्यादेश के अनुसार सभी हिन्दू मंदिरों में घंटानाद, ध्वज फहराना, प्रवचन इत्यादि निषिद्ध घोषित कर दिए गएI पुलिस विभाग में लगभग सभी मुस्लिम थेI पहले से जो थोड़े बहुत हिन्दू थे, उनके स्थान पर नई भर्ती सिर्फ मुस्लिमों की होती थीI राज्य की सेना में हिन्दुओं के लिए कोई स्थान नहीं थाI उसमें अरबी और राज्य के बाहर से मुस्लिमों की भर्ती प्रमुखता से से होती थीI मराठी, तेलुगु भाषाओं को पूर्णतः तिरस्कृत कर उनके स्थान पर उर्दू को थोपने का संकल्प सा थाI डेढ़ करोड़ की जनसंख्या में मुठ्ठी भर लोगों की मातृभाषा उर्दू; इसके विपरीत शेष लोगों की मातृभाषा कन्नड़, मराठी और तेलुगु थी, फिर भी राज्य में प्राथमिक से विश्वविद्यालयीन शिक्षा तक शिक्षा अरबी और फ़ारसी मिश्रण से बनी हैदराबादी उर्दू में दी जाती थीI निजाम सरकार की नीति से राज्य के किसान त्रस्त थेI रास्ते बनाते समय सरकार द्वारा किसानों से ली गई जमीन के बदले मुआवजा देने का कोई नियम नहीं थाI इसके बावजूद रास्ते हेतु ले ली गयी जमीन का भी किसान को कर चुकाना पड़ता थाI इसी प्रकार गांव में जानवरों के पोषण हेतु आरक्षित ‘चारागाह’ भी निजाम सरकार द्वारा फसल उगाने के लिए दे दिए गए थे, जिससे जानवरों का पालन किसानों के लिए महंगा हो गया थाI हैदराबाद के निजाम का अपने ही प्रजा हिन्दुओं के विरुद्ध जिहाद हैदराबाद के निजाम उस्मान अली खान आसफ जाह भारत के भीतर स्वतंत्र राज्य की मांग पर अड़ा था और जो भी हिन्दू भारत के पक्ष में बात करता उसकी हत्या कर दी जाती थीI अगर राष्ट्रवादी नाबालिग हिन्दू होता था तो परिणाम पूरे परिवार को भुगतना पड़ता थाI जम्मू-कश्मीर के राजा हरिसिंह को सत्ता से बाहर करने के लिए जोर लगा रहे नेहरु-गाँधी और कांग्रेस (सरदार पटेल को छोड़कर) हैदराबाद में हो रहे हिन्दुओं के नरसंहार पर आँख-कान मूंदे बैठे थेI हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आर्य समाज, वीर सावरकर के नेतृत्व में हिन्दू महासभा और राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ ने आन्दोलन प्रारम्भ कियाI हैदराबाद राज्य के 88% हिंदुओं पर निजाम और उनकी खाकसार पार्टी का दमन 1920 से प्रारम्भ हो चुका थाI बाद में उस दमन चक्र में निजाम की रजाकार सेना, इत्तेहादुल मुस्लिमीन (अब ओवैशी का AIMIM), रोहिले, पठान और अरब के लोग शामिल थेI सन् 1938 में स्थिति और भी भयावह हो गई। हिंदुओं के लिए शिकायतें दर्ज कराने के मार्ग भी बंद कर दिए गए। अन्यायी निजाम राजशाही के विरुद्ध नि:शस्त्र प्रतिरोध करने के अतिरिक्त हिंदुओं के समक्ष कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था। परिस्थितियों ने उस समय विकराल रूप धारण कर लिया, जब 6 अप्रैल, 1938 को हैदराबाद में हिंदुओं को लक्ष्य बनाते हुए मुस्लिमों ने बड़ा दंगा किया। परन्तु उस दर्दनाक घटना पर भी निजाम और उसकी पुलिस मूकदर्शक बनी रही। निजाम सरकार ने उलटे 24 हिंदुओं पर हत्या का आरोप मढ़ते हुए अभियोग चलाया। हिंदू आरोपियों पर अभियोग चलाने के लिए हिंदुओं ने वीर नरीमन एवं अधिवक्ता भूलाबाई देसाई को बुलाया। उनमें से वीर नरीमन को निजाम ने अपने राज्य में प्रवेश ही नहीं करने दिया और दूसरे भूलाबाई आ तो गए, पर उनके लिए ऐसी परिस्थितियां पैदा कर दी गई कि उन्हें अपना बोरिया बिस्तर समेटकर स्वयं वापस जाना पड़ा। बाहर के पंद्रह समाचार पत्रों के राज्य में प्रवेश पर प्रतिबंधित लगाने संबंधी आदेश 22 अगस्त, 1938 को जारी किए गए। सितंबर 1938 में और भी पांच-छह समाचार पत्र प्रतिबंधित किए गए। दूसरे राज्यों के जो निवासी निजाम को पसंद नहीं थे उन्हें बंदी बनाकर सीमापार करना और साथ ही उन्हें आश्रय देनेवालों को अपराधी मानकर सजा सुनाना जैसे अधिकार पुलिस कमिश्नर एवं तहसीलदार को दे दिए गए। इसी प्रकार हैदराबाद राज्य की जो संस्थाएं सरकार के विरुद्ध क्रिया कलाप करेंगी, उन्हें अवैध घोषित कर उनके सभासदों पर अभियोग चलाना और उनकी संपत्ति को जब्त करने जैसे आदेश भी जारी किए गए। अपराधी यदि अल्पवयस्क, अर्थात् सोलह वर्ष से कम आयु का, है तो उसके द्वारा घटित अपराध के लिए उसके अभिभावकों को भी बंदी बनाने जैसे अत्याचार इन आदेशों में शामिल किए गए (केसरी, 9 सितंबर, 1938)। राजनीतिक चेतना जागरण के प्रयास हैदराबाद राज्य में हिंदुओं के लिए उस समय दो संस्थाएं काम कर रहीं थीं। पहली थी आर्य समाज और दूसरी थी ‘हैदराबाद हिंदू सब्जेक्ट्स लीग’। भाई श्यामलाल, भाई बंशीलाल, पं. नरेंद्र, पं दत्तात्रय प्रसाद, केशवराव कोरटकर, श्री चंदूलाल, बैरिस्टर विनायकराव विद्यालंकार, वेदमूर्ति पं. श्रीपाद दामोदर सातवलेकर आदि आर्य समाज के नेताओं ने उस कठिन कालखंड में भी समाज सुधार के लिए काम और साथ ही शुद्धि और हिंदुत्व की रक्षा के लिए भी कार्य किया। (चंद्रशेखर लोखंडे, हैदराबाद मुक्ति संग्राम का इतिहास, श्री घूड़मल प्रह्लाद कुमार आर्य धर्मार्थ ट्रस्ट, हिंडोन, राजस्थान, 2004, पृ.35,49,55)। अन्य राज्यों में चलने वाले आंदोलनों के समाचार पढ़कर निजामशाही के नेताओं ने ‘स्टेट कांग्रेस’ नाम से एक संस्था के गठन पर विचार किया। स्टेट कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि ‘सत्य और अहिंसा हमारा मूल आधार है और हम जातिवाद विरोधी हैं’। वे यह बात भी उच्च स्वर में कहते थे कि ‘हम राष्ट्रवादी हैं पर जातिवादी नहीं और हिंदू महासभा से हमारा संबंध नहीं है’। फिर भी निजाम, उसके मातहत और हैदराबाद के मुसलमानों पर इनका रत्तीभर असर नहीं हुआ। (स्वामी रामानंद तीर्थ, मेमॉयर्स ऑफ हैदराबाद फ्रीडम स्ट्रगल, पॉपुलर प्रकाशन, मुंबई,1961, पृ.86- 95; केसरी, 13 सितंबर 1938) नि:शस्त्र प्रतिरोध की पदचाप आर्य समाज डिफेंस कमेटी के सचिव एस. चंद्रा और आर्य समाज के अध्यक्ष घनश्याम दास गुप्ता ने हैदराबाद राज्य का दौरा कर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वातंत्र्यवीर सावरकर से नासिक में भेंट कर उन्हें वहां की परिस्थिति से अवगत कराया (केसरी, 9 अगस्त, 1938)। 23 सितंबर, 1938 को पूर्व क्रांतिकारी सेनापति पांडुरंग महादेव बापट पुणे से हैदराबाद में शांतिपूर्ण विरोध के लिए निकल पड़े। बापट ने निजाम राज्य के प्रतिबंधों और वहां पर भाषण करने पर लगे प्रतिबंधों की चिंता नहीं की। लेकिन हैदराबाद पहुंचते ही निजाम पुलिस ने उन्हें बंदी बनाकर वापस पुणे भेज दिया। वापस आकर उन्होंने कहा कि ब्रिटिश भारत में प्रचार कर वे 1 नवंबर को पुनः नि:शस्त्र प्रतिरोध हेतु जाएंगे (केसरी, 27 सितंबर,1938)। दिनांक 11 अक्टूबर, 1938 को वीर सावरकर और सेनापति बापट के बीच हैदराबाद में प्रस्तावित आंदोलन को लेकर पुणे में लगभग एक घंटे तक विचार-विनिमय हुआ। इसके बाद उसी दिन शनिवार को हुई विशाल सभा में सावरकर ने आंदोलन की सैद्धांतिक भूमिका स्पष्ट की। संघ स्वयंसेवकों की सत्याग्रह में सहभागिता इसी सभा में लोकमान्य तिलक के पोते और ‘मराठा’ के संपादक गजानन विश्वनाथ केतकर की अध्यक्षता में ‘हिंदुत्वनिष्ठ नागरिक सत्याग्रह सहायक मंडल’ का गठन किया (केसरी,14 अक्टूबर 1938)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने भी इसी मंडल के माध्यम से सत्याग्रह किया। दंगों में मारे गए मृतकों के अनाथ परिवारों को सहायता देने और अभियुक्तों को प्रतिबंधात्मक व्यय के लिए ‘भागानगर हिंदू सहायता निधि’ प्रारंभ की गई। नि:शस्त्र प्रतिरोध संघर्ष हेतु ‘भागानगर हिंदू सत्याग्रह निधि’ नाम से अलग निधि शुरू करने का निवेदन सावरकर ने घोषित किया (केसरी,8 नवंबर 1938)। नि:शस्त्र प्रतिरोध आंदोलन आरंभ हो चुका था। प्रतिबंधित हैदराबाद स्टेट कांग्रेस ने इस घटना के पश्चात 24 अक्टूबर, 1938 को और आर्य समाज ने 27 अक्टूबर, 1938 को संघर्ष शुरू किया। 25 दिसंबर, 1938 को लोकनायक बापूजी अणे की अध्यक्षता में भाई परमानंद, स्वातंत्र्यवीर सावरकर जैसे प्रबुद्ध नेताओं की उपस्थिति में अखिल भारतीय आर्य परिषद का खुला अधिवेशन सोलापुर में हुआ, जिसमें निजाम विरोधी संघर्ष में शामिल लोगों की संख्या 22,000 बताई गई (केसरी, 30 दिसंबर 1938)। इसके बाद 28 दिसंबर, 1938 को स्वातंत्र्यवीर सावरकर की अध्यक्षता में नागपुर में अखिल भारतीय हिंदू महासभा का अधिवेशन हुआ, जिसमें निजाम विरोधी संघर्ष जारी रखने संबंधी प्रस्ताव पारित हुआ। सावरकर के आशीर्वाद से हिंदू सत्याग्रह मंडल की प्रथम टुकड़ी 7 नवंबर, 1938 को पुणे से निकली। हैदराबाद राज्य में नागरिक स्वतंत्रता का संघर्ष सितंबर 1938 में आरंभ होकर अगस्त 1939 तक चला, जिसमें हिंदू महासभा,आर्य समाज और स्टेट कांग्रेस ने भाग लिया। आर्य समाज का संघर्ष धार्मिक स्वतंत्रता तक सीमित था। हिंदू महासभा ने विषय को व्यापक और विस्तारित करते हुए अन्य नागरिक स्वतंत्रता के मुद्दे भी उसमें समाविष्ट किए, जबकि स्टेट कांग्रेस का जोर उत्तरदायी शासन प्रणाली पर था। हैदराबाद को अत्याचारी मुस्लिम शासन से मुक्ति केलिए ऑपरेशन पोलो मुस्लिम लीग के नेता जिन्ना के प्रभाव में हैदराबाद के निजाम नवाब बहादुर जंग ने लोकतंत्र को नहीं माना थाI नवाब ने काज़मी रज्मी को जो की एमआईएम ( मजलिसे एत्तहुद मुस्लिमीन) का प्रमुख लीडर था के नेतृत्व में राजकार सेना बनाई थी जो करीब दो लाख के तादात में थी। मुस्लिम आबादी बढ़ाने के लिए उसने हैदराबाद में लूटपाट मचा दी थीI जबरन इस्लाम में धर्मपरिवर्तन, हिन्दू औरतो के रेप और सामूहिक हत्याकांड करने शुरू कर दिए थे। हैदराबाद के निजाम को पाकिस्तान से म्यांमार के रास्ते लगातार हथियार और पैसे की मदद मिल रही थी। ऑस्ट्रेलिया की कंपनी भी उन्हें हथियार सप्लाई कर रही थीI तब पटेल ने तय किया की इस तरह तो हैदराबाद भारत के दिल में नासूर बन जायेगाI तब पटेल ने तत्कालीन गर्वनर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन से संपर्क किया। माउंटबेटन चाहते थे कि भारत सेना का इस्तेमाल किए बिना स्थिति को संभाले। जवाहरलाल नेहरू भी इस मसले का शांतिपूर्ण समाधान चाहते थे। पटेल की सोच अलग थी। वह हैदराबाद के निजाम की हिमाकत को कतई बर्दाश्त करने के मूड में नहीं थे। दिल्ली में पटेल अलग-अलग विकल्पों पर मंथन कर रहे थे, इधर निजाम हथियार जुटाने लगा, पाकिस्तान के साथ भी नजदीकी बढ़ानी शुरू कर दी थी। पटेल को लग गया कि अब सर्जरी जरूरी है। भारत के साथ हैदराबाद के शांतिपूर्ण ढंग से शामिल होने को लेकर बातें टूट चुकी थीं। सैन्य कार्रवाई को मंजूरी मिलते ही 13 सितंबर 1948 को भारत की फौज ने हैदराबाद पर हमला बोल दिया। हैदराबाद का विलय करने में भारतीय सेना के सामने ‘रजाकारों’ की चुनौती थी। यह एक निजी सेना थी। इसने तत्कालीन निजाम शासन का बचाव किया था। देश को आजादी मिलने पर रजाकारों ने भी भारत में हैदराबाद के विलय का विरोध किया था। हैदराबाद भारत का हिस्सा न बने इसके लिए निजाम बाहरी समर्थन भी बंटोर रहे थे। मोहम्मद अली जिन्ना ने उन्हें भरोसा दिया था कि इसमें उन्हें पाकिस्तान का पूरा साथ मिलेगा। एक और बात यह थी कि निजाम की शादी तुर्की के आखिरी खलीफा की बेटी से हुई थी। वो दुनिया के सबसे दौलतमंद लोगों में शुमार थे। पटेल ने गुप्त तरीके से योजना को अंजाम दिया। सेना के हैदराबाद में प्रवेश के बाद नेहरू और राजगोपालाचारी को इस जानकारी मिली। वे इसे लेकर बेहद चिंतित थे। नेहरू की चिंता यह थी कि कहीं पाकिस्तान इसे लेकर कोई जवाबी कार्रवाई नहीं कर दे। पटेल ने घोषणा की कि भारतीय सेना हैदराबाद में घुस चुकी हैI इसे रोकने के लिए अब कुछ नहीं किया जा सकता हैI हैदराबाद में भारतीय सेना की कार्रवाई में सबसे ज्यादा हैदराबाद के रजाकार मारे गए, जो वहां पुलिस का एक अंग थेI कहा जाता है कि ऑपरेशन के दौरान (और बाद में भी) हर जगह सेना ने रजाकार सेना को शिनाख्त कर के मौत के घाट उतार दिया। संयुक्त राष्ट्र में मामले पर विचार के लिए 17 सितंबर 1948 की तारीख तय की गई थीI इससे एक दिन पहले ही हैदराबाद के निजाम उस्मान अली खान ने आत्मसमर्पण कर दियाI पाकिस्तान और उसके समर्थकों का चेहरा फीका पड़ गयाI इस तरह से तत्कालीन हैदराबाद का 17 सितंबर, 1948 को भारत में विलय किया गया। अभियान के दौरान व्यापक तौर पर हिंसा हुई थीI अभियान समाप्ति के बाद नेहरू ने इसपे जाँच के लिए एक कमिटी बनाई थी जिसकी रिपोर्ट साल 2014 में सार्वजनिक हुई। अर्थात रिपोर्ट को जारी ही नहीं किया गया थाI रिपोर्ट बनाने के लिए सुन्दरलाल कमिटी बनी थीI रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद मुक्ति संग्राम में 27 से 40 हजार जाने गई थी हालाँकि जानकार ये आंकड़ा दो लाख से भी ज्यादा बताते हैं।
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आजकल तेलंगाना और पूरे देश में “रजाकार” फिल्म चर्चा में हैI यह फिल्म हैदाराबाद रियासत (प्राचीन भाग्यनगर और विजयनगर का क्षेत्र) के निजाम द्वारा हिन्दुओं पर अमानवीय अत्याचार, हिंसा और बलात्कार की सच्ची घटना पर आधारित हैI दरअसल 1947 से पूर्व भारतवर्ष में 500 से अधिक रियासतें थी जिनमें 400 से अधिक गैर राजपूत, गैर ब्राह्मण रियासतें थीI भारत में हैदराबाद रियासत को छोड़कर बाकी सभी रियासतें भारत में विलय कर चुकी थीI हैदराबाद के निजाम ने 15 अगस्त 1947 को हैदराबाद को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया था और वह पाकिस्तान में विलय को तो तैयार था परन्तु भारत में नहीं। हैदराबाद रियासत पर जब मुगल आक्रमणकारियों का प्रतिनिधि निजाम उल मुल्क आसफ जाह का शासन था तब वह भारत में अंग्रेजों के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए उनसे मैत्री कर लीI सन् 1778 से अंग्रेजों ने अपना निरीक्षक रेजिडेंट हैदराबाद राज्य में रखना शुरू कर दियाI अक्तूबर 1800 में ब्रिटिश सरकार और हैदराबाद निजाम के बीच एक संधि हुई, जिसके परिणामस्वरूप हैदराबाद को ‘संरक्षित राज्य’ घोषित किया गयाI सन् 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन को कुचलने में निजाम ने अंग्रेजों का साथ दिया थाI हैदराबाद के निजाम का मजहबी कुशासन मजहबी मामलों के लिए राज्य में ‘उमुरे मजहबी’ विभाग था. मस्जिदों, मंदिरों, गिरिजाघरों पर निगरानी रखना और मजहबी शिक्षा संस्थाओं को चलाना और प्रमुख मजहबी उत्सवों के समारोहों में सुगमता लाना’ इस विभाग का घोषित उद्देश्य था, जिस पर सन् 1936 तथा 1937 में क्रमशः 6 लाख और 34 लाख व्यय किये गए. हिन्दुओं के धर्मांतरण के लिए प्रति वर्ष रू. 34 लाख राज्य द्वारा व्यय किये जाते थेI हिन्दुओं के सामाजिक एवं धार्मिक समारोहों में अड़चनें पैदा करना आम बात थीI हिन्दुओं की धार्मिक मान्यताओं को ताक पर रखकर मस्जिद, गिरिजाघर बनाने के लिए सामान्यत: अनुमति दी जाती थी, पर मंदिरों की मरम्मत के लिए भी अनुमति दुष्कर थी; नए मंदिरों के निर्माण की बात ही छोड़ दीजिएI हिन्दुओं द्वारा वाद्य यंत्र वादन के समय मस्जिदों के चारों ओर कम से कम 300 फीट की दूरी रखना अनिवार्य थाI शियापंथी निजाम की दृष्टि में मुहर्रम का विशेष महत्व थाI मुहर्रम और कोई हिन्दू त्यौहार एक साथ यदि आ जाते तो हिन्दू त्योहारों पर अनेक प्रकार के प्रतिबंध लगाए जाते थेI 23 जनवरी, 1934 के सरकारी आदेशानुसार आर्य समाज पर मंदिर के बाहर हवन, सत्संग या प्रवचन करने पर पाबंदी लगाई गईI 12 अप्रैल, 1934 को आर्य समाज पर मंदिर परिसर में भी प्रवचन आदि पर प्रतिबंध लगाया गयाI सन् 1935 में जारी की गई गश्ती क्र. 52 एवं 53 अध्यादेश के अनुसार सभी हिन्दू मंदिरों में घंटानाद, ध्वज फहराना, प्रवचन इत्यादि निषिद्ध घोषित कर दिए गएI पुलिस विभाग में लगभग सभी मुस्लिम थेI पहले से जो थोड़े बहुत हिन्दू थे, उनके स्थान पर नई भर्ती सिर्फ मुस्लिमों की होती थीI राज्य की सेना में हिन्दुओं के लिए कोई स्थान नहीं थाI उसमें अरबी और राज्य के बाहर से मुस्लिमों की भर्ती प्रमुखता से से होती थीI मराठी, तेलुगु भाषाओं को पूर्णतः तिरस्कृत कर उनके स्थान पर उर्दू को थोपने का संकल्प सा थाI डेढ़ करोड़ की जनसंख्या में मुठ्ठी भर लोगों की मातृभाषा उर्दू; इसके विपरीत शेष लोगों की मातृभाषा कन्नड़, मराठी और तेलुगु थी, फिर भी राज्य में प्राथमिक से विश्वविद्यालयीन शिक्षा तक शिक्षा अरबी और फ़ारसी मिश्रण से बनी हैदराबादी उर्दू में दी जाती थीI निजाम सरकार की नीति से राज्य के किसान त्रस्त थेI रास्ते बनाते समय सरकार द्वारा किसानों से ली गई जमीन के बदले मुआवजा देने का कोई नियम नहीं थाI इसके बावजूद रास्ते हेतु ले ली गयी जमीन का भी किसान को कर चुकाना पड़ता थाI इसी प्रकार गांव में जानवरों के पोषण हेतु आरक्षित ‘चारागाह’ भी निजाम सरकार द्वारा फसल उगाने के लिए दे दिए गए थे, जिससे जानवरों का पालन किसानों के लिए महंगा हो गया थाI हैदराबाद के निजाम का अपने ही प्रजा हिन्दुओं के विरुद्ध जिहाद हैदराबाद के निजाम उस्मान अली खान आसफ जाह भारत के भीतर स्वतंत्र राज्य की मांग पर अड़ा था और जो भी हिन्दू भारत के पक्ष में बात करता उसकी हत्या कर दी जाती थीI अगर राष्ट्रवादी नाबालिग हिन्दू होता था तो परिणाम पूरे परिवार को भुगतना पड़ता थाI जम्मू-कश्मीर के राजा हरिसिंह को सत्ता से बाहर करने के लिए जोर लगा रहे नेहरु-गाँधी और कांग्रेस (सरदार पटेल को छोड़कर) हैदराबाद में हो रहे हिन्दुओं के नरसंहार पर आँख-कान मूंदे बैठे थेI हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आर्य समाज, वीर सावरकर के नेतृत्व में हिन्दू महासभा और राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ ने आन्दोलन प्रारम्भ कियाI हैदराबाद राज्य के 88% हिंदुओं पर निजाम और उनकी खाकसार पार्टी का दमन 1920 से प्रारम्भ हो चुका थाI बाद में उस दमन चक्र में निजाम की रजाकार सेना, इत्तेहादुल मुस्लिमीन (अब ओवैशी का AIMIM), रोहिले, पठान और अरब के लोग शामिल थेI सन् 1938 में स्थिति और भी भयावह हो गई। हिंदुओं के लिए शिकायतें दर्ज कराने के मार्ग भी बंद कर दिए गए। अन्यायी निजाम राजशाही के विरुद्ध नि:शस्त्र प्रतिरोध करने के अतिरिक्त हिंदुओं के समक्ष कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था। परिस्थितियों ने उस समय विकराल रूप धारण कर लिया, जब 6 अप्रैल, 1938 को हैदराबाद में हिंदुओं को लक्ष्य बनाते हुए मुस्लिमों ने बड़ा दंगा किया। परन्तु उस दर्दनाक घटना पर भी निजाम और उसकी पुलिस मूकदर्शक बनी रही। निजाम सरकार ने उलटे 24 हिंदुओं पर हत्या का आरोप मढ़ते हुए अभियोग चलाया। हिंदू आरोपियों पर अभियोग चलाने के लिए हिंदुओं ने वीर नरीमन एवं अधिवक्ता भूलाबाई देसाई को बुलाया। उनमें से वीर नरीमन को निजाम ने अपने राज्य में प्रवेश ही नहीं करने दिया और दूसरे भूलाबाई आ तो गए, पर उनके लिए ऐसी परिस्थितियां पैदा कर दी गई कि उन्हें अपना बोरिया बिस्तर समेटकर स्वयं वापस जाना पड़ा। बाहर के पंद्रह समाचार पत्रों के राज्य में प्रवेश पर प्रतिबंधित लगाने संबंधी आदेश 22 अगस्त, 1938 को जारी किए गए। सितंबर 1938 में और भी पांच-छह समाचार पत्र प्रतिबंधित किए गए। दूसरे राज्यों के जो निवासी निजाम को पसंद नहीं थे उन्हें बंदी बनाकर सीमापार करना और साथ ही उन्हें आश्रय देनेवालों को अपराधी मानकर सजा सुनाना जैसे अधिकार पुलिस कमिश्नर एवं तहसीलदार को दे दिए गए। इसी प्रकार हैदराबाद राज्य की जो संस्थाएं सरकार के विरुद्ध क्रिया कलाप करेंगी, उन्हें अवैध घोषित कर उनके सभासदों पर अभियोग चलाना और उनकी संपत्ति को जब्त करने जैसे आदेश भी जारी किए गए। अपराधी यदि अल्पवयस्क, अर्थात् सोलह वर्ष से कम आयु का, है तो उसके द्वारा घटित अपराध के लिए उसके अभिभावकों को भी बंदी बनाने जैसे अत्याचार इन आदेशों में शामिल किए गए (केसरी, 9 सितंबर, 1938)। राजनीतिक चेतना जागरण के प्रयास हैदराबाद राज्य में हिंदुओं के लिए उस समय दो संस्थाएं काम कर रहीं थीं। पहली थी आर्य समाज और दूसरी थी ‘हैदराबाद हिंदू सब्जेक्ट्स लीग’। भाई श्यामलाल, भाई बंशीलाल, पं. नरेंद्र, पं दत्तात्रय प्रसाद, केशवराव कोरटकर, श्री चंदूलाल, बैरिस्टर विनायकराव विद्यालंकार, वेदमूर्ति पं. श्रीपाद दामोदर सातवलेकर आदि आर्य समाज के नेताओं ने उस कठिन कालखंड में भी समाज सुधार के लिए काम और साथ ही शुद्धि और हिंदुत्व की रक्षा के लिए भी कार्य किया। (चंद्रशेखर लोखंडे, हैदराबाद मुक्ति संग्राम का इतिहास, श्री घूड़मल प्रह्लाद कुमार आर्य धर्मार्थ ट्रस्ट, हिंडोन, राजस्थान, 2004, पृ.35,49,55)। अन्य राज्यों में चलने वाले आंदोलनों के समाचार पढ़कर निजामशाही के नेताओं ने ‘स्टेट कांग्रेस’ नाम से एक संस्था के गठन पर विचार किया। स्टेट कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि ‘सत्य और अहिंसा हमारा मूल आधार है और हम जातिवाद विरोधी हैं’। वे यह बात भी उच्च स्वर में कहते थे कि ‘हम राष्ट्रवादी हैं पर जातिवादी नहीं और हिंदू महासभा से हमारा संबंध नहीं है’। फिर भी निजाम, उसके मातहत और हैदराबाद के मुसलमानों पर इनका रत्तीभर असर नहीं हुआ। (स्वामी रामानंद तीर्थ, मेमॉयर्स ऑफ हैदराबाद फ्रीडम स्ट्रगल, पॉपुलर प्रकाशन, मुंबई,1961, पृ.86- 95; केसरी, 13 सितंबर 1938) नि:शस्त्र प्रतिरोध की पदचाप आर्य समाज डिफेंस कमेटी के सचिव एस. चंद्रा और आर्य समाज के अध्यक्ष घनश्याम दास गुप्ता ने हैदराबाद राज्य का दौरा कर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वातंत्र्यवीर सावरकर से नासिक में भेंट कर उन्हें वहां की परिस्थिति से अवगत कराया (केसरी, 9 अगस्त, 1938)। 23 सितंबर, 1938 को पूर्व क्रांतिकारी सेनापति पांडुरंग महादेव बापट पुणे से हैदराबाद में शांतिपूर्ण विरोध के लिए निकल पड़े। बापट ने निजाम राज्य के प्रतिबंधों और वहां पर भाषण करने पर लगे प्रतिबंधों की चिंता नहीं की। लेकिन हैदराबाद पहुंचते ही निजाम पुलिस ने उन्हें बंदी बनाकर वापस पुणे भेज दिया। वापस आकर उन्होंने कहा कि ब्रिटिश भारत में प्रचार कर वे 1 नवंबर को पुनः नि:शस्त्र प्रतिरोध हेतु जाएंगे (केसरी, 27 सितंबर,1938)। दिनांक 11 अक्टूबर, 1938 को वीर सावरकर और सेनापति बापट के बीच हैदराबाद में प्रस्तावित आंदोलन को लेकर पुणे में लगभग एक घंटे तक विचार-विनिमय हुआ। इसके बाद उसी दिन शनिवार को हुई विशाल सभा में सावरकर ने आंदोलन की सैद्धांतिक भूमिका स्पष्ट की। संघ स्वयंसेवकों की सत्याग्रह में सहभागिता इसी सभा में लोकमान्य तिलक के पोते और ‘मराठा’ के संपादक गजानन विश्वनाथ केतकर की अध्यक्षता में ‘हिंदुत्वनिष्ठ नागरिक सत्याग्रह सहायक मंडल’ का गठन किया (केसरी,14 अक्टूबर 1938)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने भी इसी मंडल के माध्यम से सत्याग्रह किया। दंगों में मारे गए मृतकों के अनाथ परिवारों को सहायता देने और अभियुक्तों को प्रतिबंधात्मक व्यय के लिए ‘भागानगर हिंदू सहायता निधि’ प्रारंभ की गई। नि:शस्त्र प्रतिरोध संघर्ष हेतु ‘भागानगर हिंदू सत्याग्रह निधि’ नाम से अलग निधि शुरू करने का निवेदन सावरकर ने घोषित किया (केसरी,8 नवंबर 1938)। नि:शस्त्र प्रतिरोध आंदोलन आरंभ हो चुका था। प्रतिबंधित हैदराबाद स्टेट कांग्रेस ने इस घटना के पश्चात 24 अक्टूबर, 1938 को और आर्य समाज ने 27 अक्टूबर, 1938 को संघर्ष शुरू किया। 25 दिसंबर, 1938 को लोकनायक बापूजी अणे की अध्यक्षता में भाई परमानंद, स्वातंत्र्यवीर सावरकर जैसे प्रबुद्ध नेताओं की उपस्थिति में अखिल भारतीय आर्य परिषद का खुला अधिवेशन सोलापुर में हुआ, जिसमें निजाम विरोधी संघर्ष में शामिल लोगों की संख्या 22,000 बताई गई (केसरी, 30 दिसंबर 1938)। इसके बाद 28 दिसंबर, 1938 को स्वातंत्र्यवीर सावरकर की अध्यक्षता में नागपुर में अखिल भारतीय हिंदू महासभा का अधिवेशन हुआ, जिसमें निजाम विरोधी संघर्ष जारी रखने संबंधी प्रस्ताव पारित हुआ। सावरकर के आशीर्वाद से हिंदू सत्याग्रह मंडल की प्रथम टुकड़ी 7 नवंबर, 1938 को पुणे से निकली। हैदराबाद राज्य में नागरिक स्वतंत्रता का संघर्ष सितंबर 1938 में आरंभ होकर अगस्त 1939 तक चला, जिसमें हिंदू महासभा,आर्य समाज और स्टेट कांग्रेस ने भाग लिया। आर्य समाज का संघर्ष धार्मिक स्वतंत्रता तक सीमित था। हिंदू महासभा ने विषय को व्यापक और विस्तारित करते हुए अन्य नागरिक स्वतंत्रता के मुद्दे भी उसमें समाविष्ट किए, जबकि स्टेट कांग्रेस का जोर उत्तरदायी शासन प्रणाली पर था। हैदराबाद को अत्याचारी मुस्लिम शासन से मुक्ति केलिए ऑपरेशन पोलो मुस्लिम लीग के नेता जिन्ना के प्रभाव में हैदराबाद के निजाम नवाब बहादुर जंग ने लोकतंत्र को नहीं माना थाI नवाब ने काज़मी रज्मी को जो की एमआईएम ( मजलिसे एत्तहुद मुस्लिमीन) का प्रमुख लीडर था के नेतृत्व में राजकार सेना बनाई थी जो करीब दो लाख के तादात में थी। मुस्लिम आबादी बढ़ाने के लिए उसने हैदराबाद में लूटपाट मचा दी थीI जबरन इस्लाम में धर्मपरिवर्तन, हिन्दू औरतो के रेप और सामूहिक हत्याकांड करने शुरू कर दिए थे। हैदराबाद के निजाम को पाकिस्तान से म्यांमार के रास्ते लगातार हथियार और पैसे की मदद मिल रही थी। ऑस्ट्रेलिया की कंपनी भी उन्हें हथियार सप्लाई कर रही थीI तब पटेल ने तय किया की इस तरह तो हैदराबाद भारत के दिल में नासूर बन जायेगाI तब पटेल ने तत्कालीन गर्वनर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन से संपर्क किया। माउंटबेटन चाहते थे कि भारत सेना का इस्तेमाल किए बिना स्थिति को संभाले। जवाहरलाल नेहरू भी इस मसले का शांतिपूर्ण समाधान चाहते थे। पटेल की सोच अलग थी। वह हैदराबाद के निजाम की हिमाकत को कतई बर्दाश्त करने के मूड में नहीं थे। दिल्ली में पटेल अलग-अलग विकल्पों पर मंथन कर रहे थे, इधर निजाम हथियार जुटाने लगा, पाकिस्तान के साथ भी नजदीकी बढ़ानी शुरू कर दी थी। पटेल को लग गया कि अब सर्जरी जरूरी है। भारत के साथ हैदराबाद के शांतिपूर्ण ढंग से शामिल होने को लेकर बातें टूट चुकी थीं। सैन्य कार्रवाई को मंजूरी मिलते ही 13 सितंबर 1948 को भारत की फौज ने हैदराबाद पर हमला बोल दिया। हैदराबाद का विलय करने में भारतीय सेना के सामने ‘रजाकारों’ की चुनौती थी। यह एक निजी सेना थी। इसने तत्कालीन निजाम शासन का बचाव किया था। देश को आजादी मिलने पर रजाकारों ने भी भारत में हैदराबाद के विलय का विरोध किया था। हैदराबाद भारत का हिस्सा न बने इसके लिए निजाम बाहरी समर्थन भी बंटोर रहे थे। मोहम्मद अली जिन्ना ने उन्हें भरोसा दिया था कि इसमें उन्हें पाकिस्तान का पूरा साथ मिलेगा। एक और बात यह थी कि निजाम की शादी तुर्की के आखिरी खलीफा की बेटी से हुई थी। वो दुनिया के सबसे दौलतमंद लोगों में शुमार थे। पटेल ने गुप्त तरीके से योजना को अंजाम दिया। सेना के हैदराबाद में प्रवेश के बाद नेहरू और राजगोपालाचारी को इस जानकारी मिली। वे इसे लेकर बेहद चिंतित थे। नेहरू की चिंता यह थी कि कहीं पाकिस्तान इसे लेकर कोई जवाबी कार्रवाई नहीं कर दे। पटेल ने घोषणा की कि भारतीय सेना हैदराबाद में घुस चुकी हैI इसे रोकने के लिए अब कुछ नहीं किया जा सकता हैI हैदराबाद में भारतीय सेना की कार्रवाई में सबसे ज्यादा हैदराबाद के रजाकार मारे गए, जो वहां पुलिस का एक अंग थेI कहा जाता है कि ऑपरेशन के दौरान (और बाद में भी) हर जगह सेना ने रजाकार सेना को शिनाख्त कर के मौत के घाट उतार दिया। संयुक्त राष्ट्र में मामले पर विचार के लिए 17 सितंबर 1948 की तारीख तय की गई थीI इससे एक दिन पहले ही हैदराबाद के निजाम उस्मान अली खान ने आत्मसमर्पण कर दियाI पाकिस्तान और उसके समर्थकों का चेहरा फीका पड़ गयाI इस तरह से तत्कालीन हैदराबाद का 17 सितंबर, 1948 को भारत में विलय किया गया। अभियान के दौरान व्यापक तौर पर हिंसा हुई थीI अभियान समाप्ति के बाद नेहरू ने इसपे जाँच के लिए एक कमिटी बनाई थी जिसकी रिपोर्ट साल 2014 में सार्वजनिक हुई। अर्थात रिपोर्ट को जारी ही नहीं किया गया थाI रिपोर्ट बनाने के लिए सुन्दरलाल कमिटी बनी थीI रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद मुक्ति संग्राम में 27 से 40 हजार जाने गई थी हालाँकि जानकार ये आंकड़ा दो लाख से भी ज्यादा बताते हैं।
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नीलम नाम की एक महिला हिम्मत की मिसाल बन गई है. महिला ई रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है. एक महिला का ऐसा हौसला और लोगो को भी बड़ी प्रेरणा देता है. नीलम के पति की कोरोना काल में मृत्यु हो गई थी. रुड़की नई बस्ती की एक महिला ने जिंदगी की चुनौतियों को हराकर ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई है. कोरोना काल में पति की मौत के बाद जब घर-घर काम करने से गुजारा नहीं चला, तो उसने चाय का ठेला लगाया, लेकिन समाज ने उस पर भी ताला जड़ दिया. हार न मानते हुए अब वह ई-रिक्शा चलाकर अपने बच्चों का पेट भर रही है, और हर दिन संघर्ष की नई इबारत लिख रही है. यह है मुसीबतों का सामना कर रही नीलम की दास्ताँ रुड़की की इस जुझारू महिला ने जनप्रतिनिधियों से भी मदद की गुहार लगाई, लेकिन उम्मीद के मुताबिक हाथ खाली ही रहे नगर विधायक प्रदीप बत्रा और खानपुर विधायक उमेश कुमार से सहायता की आस थी, मगर जब कोई ठोस मदद नहीं मिली, तो उसने खुद ही अपने हालात बदलने का फैसला किया अब ई-रिक्शा चलाकर वह न सिर्फ अपने बच्चों का पेट पाल रही है, बल्कि समाज को अपनी मेहनत से एक नई प्रेरणा दे रही है तीन बच्चों की मां अब किराए पर ई-रिक्शा चलाकर रोज़ाना 500 से 600 रुपये कमाती है, जिसमें से 300 रुपये रिक्शा का किराया चुकाती है. बचे पैसों से महिला अपने दो बेटों और एक बेटी का पालन पोषण कर रही है.
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नवकारिणी ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा की. मारा ओंकारेश्वर का फ्लोटिंग सोलर प्लांट प्रोजेक्ट एशिया में सबसे बड़ा है और अपने आप में एक अजूबा है. भोपाल रीजनल इंडस्ट्रीज और माइनिंग के साथ अब रिन्यूनबल एनर्जी के क्षेत्र में भी मध्य प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने की तैयारी में है. नवकारिणी ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा की हमारा ओंकारेश्वर का फ्लोटिंग सोलर प्लांट प्रोजेक्ट एशिया में सबसे बड़ा हैऔर अपने आप में एक अजूबा है. इस तरह के अन्य प्रोजेक्ट्स भी हम लगाएंगे. इंदिरा सागर बांध और अन्य जगह भी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. कई जिलों में हमने जगह तलाशी है. ध्य प्रदेश में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं. वकरणीय ऊर्जा का घरों में प्रयोग बढ़ाने के लिए हम लोग जल्दी बैठक और प्लानिंग करेंगे. नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने आज ऊर्जा विकास निगम का चार्ज भी लिया है.
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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को एक प्रपोजल देकर निवेदन किया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि टीम इंडिया अपना हर मैच खेलकर भारत लौट सकती है और इसमें पाकिस्तानी बोर्ड उनकी मदद करेगा. हालाँकि बीसीसीआई ने इस पर अभी कोई टिपण्णी नहीं की है. पकिस्तान भारत में आतंकवाद फैलाता है और चाहता है कि क्रिकेट में उसके साथ रिश्ते ठीक हो जाएँ. भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों को पाकिस्तानी दहशतगर्दों से बड़ा ख़तरा है. PCB ने BCCI को लेटर लिखा है. इसमें कहा है कि अगर भारतीय टीम सुरक्षा को देखते हुए पाकिस्तान में नहीं रहना चाहती और वह हर मैच के बाद वापस चंडीगढ़ या नई दिल्ली लौटना चाहती है तो बोर्ड उनकी मदद करेगा. PCB के एक अधिकारी ने इस प्रपोजल की पुष्टि की है. वनडे वर्ल्ड कप 1996 के बाद यह पहला मौका है जब पाकिस्तान को किसी ICC इवेंट की मेजबानी दी गई है. ऐसे में टीम इण्डिया पकिस्तान नहीं जाती है तो पकिस्तान की बुरी तरह भद्द पिटेगी. मुंबई में पाक आतंकी हमले के बाद से भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है.
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स्वच्छता अभियान में सिंगरौली विधायक राम निवास शाह ने श्रमदान किया और सफाई कर्मचारियों को चाय बना के पिलाई सिंगरौली विधायक राम निवास शाह,नगर निगम अध्यक्ष देवेश पांडेय अलसुबह स्वच्छता का निरीक्षण करने निकले। जहां कृषि उपज मंडी में स्वच्छता श्रमदान किया उसके बाद सफाई मित्रों के लिए विधायक ने चाय बनाई और अपने हाथों से सबको दी. विधायक शाह ने अपने उद्बोधन में कहा कि सिंगरौली शहर स्वच्छता के प्रत्येक पैमाने में खरा उतरे इसके लिए हम सब संकल्पित हैं. सफाई मित्रों के उत्साहवर्धन और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हम शहर को स्वच्छ बनाएंगे. निगमाध्यक्ष देवेश पांडे ने कहा कि शहर के प्रत्येक सफाई मित्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की जिम्मेदारी हम सबकी है और शहर हमारा है जिसे सभी मिलकर बेहतर बनाने का काम करेंगे.
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यूक्रेन और इजराइल युद्ध के चलते खाद का संकट उपजा है. यह कहना है मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना का कंषाना ने स्वीकार कर ही लिया की प्रदेश में खाद की कमी है. उन्होंने कहा लेकिन रवि की फसल में हम भरपूर खाद भी देंगे. मध्य प्रदेश में किसानों को हो रही खाद बीज की किल्लत को लेकर कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना ने कहा की यूक्रेन और इजराइल संघर्ष के चलते खाद को लेकर परेशानी हो रही है. लेकिन कांग्रेस पार्टी द्वारा किसानों को खाद बीज को लेकर भ्रमित किया जा रहा है. रवि की फसल में हम भरपूर खाद भी देंगे. कंसाना ने कहा कि इस साल अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में डीएपी की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव का कारण यूक्रेन और इजराइल संघर्ष है. इनके संघर्ष के कारण आपूर्ति में बाधाओं का सामना करना पड़ा है. फिर भी किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है.
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भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद गए हैं। इस बीच, पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया है कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच क्रिकेट डिप्लोमेसी पर बात हुई है। एक पाकिस्तानी पत्रकार ने तो यहां तक दावा किया है कि एस. जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के बीच हुई वार्ता के बाद भारत अपनी टीम को चैंपियंस ट्रॉफी में भेजने के लिए विचार करने को तैयार हो गया है। जियो न्यूज के अनुसार, भारत क्रिकेट बहाली पर चर्चा शुरू करने पर सहमत हो गया है। अगर ऐसा होता है तो यह दोनों देशों के क्रिकेट फैंस के लिए बहुत बड़ी खबर होगी, क्योंकि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी खेलने के लिए पाकिस्तान आ सकेगी। बीसीसीआई या पीसीबी ने नहीं की पुष्टि पाकिस्तानी मीडिया के इस दावे पर आधिकारिक बयान नहीं आया है। सरकारों के अलावा बीसीसीआई या पीसीबी ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। भारत में समाचार एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि दोनों विदेश मंत्रियों के बीच क्रिकेट पर कोई बात नहीं हुई है। भारत का रुख साफ है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवाद नहीं रोकेगा, वह क्रिकेट रिश्ते बहाल नहीं करेगा। टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने पर संशय पाकिस्तान में 19 फरवरी से 25 मार्च के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन भारतीय टीम हिस्सा लेने पाकिस्तान जाएगी या नहीं, इस पर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। अपुष्ट खबरें आती रहीं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अपनी टीम को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है। साथ ही एशिया कप की तर्ज पर हाइब्रिड मॉडल में भारत के मुकाबले कराने की मांग रखी है। हाइब्रिड मॉडल का मतलब होगा कि भारत के मुकाबले पाकिस्तान के अलावा किसी अन्य देश जैसे श्रीलंका या दुबई में आयोजित किए जाएं। पाकिस्तान इसके लिए तैयार नहीं है। इससे पाकिस्तान को आर्थिक नुकसान होगा। पाकिस्तान में लगातार हो रही बयानबाजी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत में शामिल होने या नहीं होने पर पाकिस्तान में भी लगातार चर्चा जारी है। पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (पीसीबी) चाहता है कि भारतीय टीम पाकिस्तान आए। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बयान देते रहे हैं कि भारतीय खिलाड़ी तो पाकिस्तान आकर खेलना चाहते हैं, लेकिन सरकार खेल में राजनीति कर रही है पाकिस्तान को पता है कि यदि भारतीय टीम वहां खेलने आती है तो पीसीबी की आर्थिक स्थिति बहुत बदल जाएगी।
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तिरुनेल्लई नारायण अय्यर शेषन—शॉर्ट में TN शेषन (TN Seshan)—भारत के 10वें मुख्य चुनाव आयुक्त, एक ऐसे व्यक्तित्व, जिन्होंने भारतीय राजनीति में गहरा प्रभाव छोड़ा। शेषन ने 1990 से 1996 तक इस पद पर कार्य किया और इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण सुधारों को लागू किया, जो आज भी चर्चित हैं। उनका व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली था कि वे नेताओं से कहीं ज्यादा प्रसिद्ध हुए। उनका एक प्रसिद्ध वाक्य है, "मैं नाश्ते में नेताओं को खाता हूं," जो उनके आक्रामक दृष्टिकोण को दर्शाता है। प्रारंभिक जीवन शेषन का जन्म 1932 में हुआ था। उन्होंने अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई गवर्नमेंट विक्टोरिया कॉलेज, पलक्कड़ से की। दिलचस्प तथ्य यह है कि इस दौरान मेट्रो मैन ई. श्रीधरन भी इसी स्कूल में पढ़े थे। दोनों ने जवाहरलाल नेहरू टेक्निकल यूनिवर्सिटी, काकीनाड़ा, आंध्र प्रदेश में प्रवेश लिया, लेकिन शेषन ने मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज से बीएससी करने का निर्णय लिया। यहां से उन्होंने फिजिक्स में ऑनर्स के साथ स्नातक किया। शेषन ने पहले पुलिस सर्विस का एग्जाम दिया और चयनित भी हुए, लेकिन जॉइन नहीं किया। 1954 में UPSC का एग्जाम पास किया और तमिलनाडु काडर में शामिल हुए। प्रशासनिक करियर 1962 में, शेषन को मद्रास ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का डायरेक्टर बनाया गया। उनके कार्यकाल में उन्होंने ट्रैफिक नियमों को लेकर सख्ती दिखाई। वह खुद सड़कों पर जाकर बस ड्राइवरों को हड़का देते थे। एक बार, जब एक बस ड्राइवर ने शेषन से कहा कि वह बस के इंजन को नहीं समझते, तो उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लिया और बस चलाना सीखा। उन्होंने खुद 80 किलोमीटर तक बस चलाकर यात्रियों को उनकी मंजिल पर पहुंचाया। इसके बाद, शेषन की कहानी हार्वर्ड विश्वविद्यालय तक पहुंची, जहां उन्होंने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की। यहां उनकी दोस्ती सुब्रमण्यम स्वामी से हुई, जो आगे चलकर भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले थे। 1969 में भारत लौटने के बाद, शेषन को एटॉमिक एनर्जी कमीशन का सेक्रेटरी नियुक्त किया गया और 1972 में वह डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस में जॉइंट सेक्रेटरी बने। इस दौरान, उन्होंने हमेशा फोन पर कहा, "हेलो, मैं स्पेस से शेषन बोल रहा हूं," ताकि लोग कन्फ्यूजन में न पड़े। पर्यावरण मंत्रालय और विवाद 1985 में, राजीव गांधी सरकार में शेषन को पर्यावरण और वन मंत्रालय में सचिव का पद मिला। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कानून लागू हुए, जैसे नर्मदा और टिहरी बांध परियोजना के पर्यावरण पर हानिकारक प्रभावों के खिलाफ विरोध। उन्होंने जंगली जानवरों के शिकार को लेकर भी सख्ती दिखाई। एक बार, जब उन्होंने टीवी पर "दो बाघ मारे गए" की खबर देखी, तो उन्होंने तुरंत ऑफिस में हंगामा कर दिया। लेकिन असल में यह लिट्टे के तमिल टाइगर्स के बारे में था, लेकिन किसी ने उन्हें यह जानकारी नहीं दी, क्योंकि उनका खौफ इतना था। मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 1989 में VP सिंह के शासन में शेषन को कैबिनेट सेक्रेटरी का पद मिला। कश्मीर में अलगाववादियों ने गृह मंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद की बेटी रुबिया का अपहरण कर लिया। इस मामले में, शेषन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सलाह दी कि अधिकारियों को तमिल में बात करनी चाहिए ताकि मामले की गंभीरता को समझा जा सके। अंत में, आतंकियों को रिहा करने का निर्णय लिया गया, जो कि एक विवादास्पद कदम था। 1990 में, शेषन मुख्य चुनाव आयुक्त बने। उनकी नियुक्ति में सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा हाथ था। चुनाव आयुक्त बनने के बाद, उनके पास वैधानिक शक्तियां आ गईं। उन्होंने चुनाव सुधारों की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। 1991 में लोकसभा चुनावों में उनके सुधारों का असर स्पष्ट था। उन्होंने फर्जी वोटिंग पर रोक लगाने के लिए वोटर ID पर मतदाताओं की फोटो लगाने की मांग की। सरकार ने इसे महंगा बताते हुए इंकार किया, लेकिन शेषन ने कहा कि जब तक फोटो नहीं लगेगी, एक भी चुनाव नहीं होगा। राजनीतिक संघर्ष शेषन के प्रति नेताओं का डर इतना बढ़ गया कि उनका नाम अलशेषन (कुत्तों की एक नस्ल) रख दिया गया। 1995 में जब उन्होंने बिहार में कई सीटों पर चुनाव खारिज किया, तब लालू प्रसाद यादव ने नारा दिया, "शेषन वर्सेज द नेशन।" शेषन पर नकेल डालने के कई प्रयास हुए, लेकिन उन्होंने अपनी स्थिति बनाए रखी। उनके खिलाफ महाभियोग की सिफारिश की गई, लेकिन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने ऐसा होने नहीं दिया, यह सोचकर कि इससे जनता में सरकार की छवि खराब होगी। राव ने एक दूसरा रास्ता निकाला। उन्होंने MS गिल और GVG कृष्णमूर्ति को अतिरिक्त चुनाव आयुक्त बना दिया, जिससे शेषन की ताकत एक तिहाई रह गई। शेषन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन कोर्ट ने सरकार के फैसले को सही माना। पत्रकारों और मीडिया के साथ व्यवहार एक बार, जब AIADMK के कुछ कार्यकर्ताओं ने शेषन से मारपीट की, तब वह आश्चर्यजनक रूप से शांत रहे। एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि उन्होंने कोई जवाबी कदम क्यों नहीं उठाया। शेषन ने बड़े ही मजाकिया अंदाज में कहा, "मैं ये नहीं कह रहा कि शेषन घर पर उपलब्ध नहीं हैं, मैं ये कह रहा हूं कि शेषन आपको जानकारी देने के लिए उपलब्ध नहीं हैं।" शेषन समय की पाबंदी और सफाई को लेकर भी बहुत सख्त थे। मीटिंग में कोई एक मिनट लेट आता, तो वह उसे तुरंत बाहर का रास्ता दिखा देते थे। सफाई के मामले में उनका कहना था, "मेरे मंत्रालय में टॉयलेट भी इतने साफ हैं कि आप उसमें खाना खा सकते हैं।" अंतिम दिन और विरासत 1996 में, शेषन का कार्यकाल समाप्त हुआ। उन्होंने 1997 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए आवेदन दिया, लेकिन उन्हें केवल 5% वोट मिले। 1999 में, उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर गांधी नगर से लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन निराशा उनके हाथ लगी। अपने आखिरी दिनों में, शेषन ने एक ओल्ड ऐज होम में गुजारे। उनके बच्चे नहीं थे, और जायदाद के नाम पर केवल किताबों का बड़ा संग्रह था। डिमेंशिया के चलते, वे अपनी किताबें भी नहीं पढ़ पा रहे थे। उन्होंने अपनी अधिकतर संपत्ति चैरिटी में दान कर दी। 2019 में, चिन्नई में उनके घर में उनकी मृत्यु हो गई। शेषन के काल को भारत में चुनाव आयोग का स्वर्णिम काल माना जाता है। नवंबर 2022 में, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग की नियुक्तियों पर टिप्पणी करते हुए कहा, "टीएन शेषन जैसा कोई कभी-कभार ही होता है। हमें सीईसी के पद के लिए सबसे अच्छा व्यक्ति खोजना होगा।" निष्कर्ष शेषन ने चुनाव आयोग को एक नई दिशा दी और उनकी कोशिशों ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत किया। उनका नाम हमेशा चुनाव सुधारों के संदर्भ में लिया जाएगा, और उनकी कहानी भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में एक प्रेरणा के रूप में याद की जाएगी। शेषन की छवि एक ऐसे नेता की है, जिन्होंने अपनी नीतियों और कार्यों के माध्यम से न केवल चुनाव प्रक्रिया को सुधारा, बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र को एक नया दृष्टिकोण दिया। उनकी विरासत आज भी भारतीय राजनीति में गूंजती है, और वे एक आदर्श उदाहरण हैं कि कैसे एक व्यक्ति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाकर समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है। शेषन का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है, जो हमें यह सिखाती है कि निष्ठा, ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने से कैसे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। -लेखक सुमित गिरी
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तिरुनेल्लई नारायण अय्यर शेषन—शॉर्ट में TN शेषन (TN Seshan)—भारत के 10वें मुख्य चुनाव आयुक्त, एक ऐसे व्यक्तित्व, जिन्होंने भारतीय राजनीति में गहरा प्रभाव छोड़ा। शेषन ने 1990 से 1996 तक इस पद पर कार्य किया और इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण सुधारों को लागू किया, जो आज भी चर्चित हैं। उनका व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली था कि वे नेताओं से कहीं ज्यादा प्रसिद्ध हुए। उनका एक प्रसिद्ध वाक्य है, "मैं नाश्ते में नेताओं को खाता हूं," जो उनके आक्रामक दृष्टिकोण को दर्शाता है। प्रारंभिक जीवन शेषन का जन्म 1932 में हुआ था। उन्होंने अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई गवर्नमेंट विक्टोरिया कॉलेज, पलक्कड़ से की। दिलचस्प तथ्य यह है कि इस दौरान मेट्रो मैन ई. श्रीधरन भी इसी स्कूल में पढ़े थे। दोनों ने जवाहरलाल नेहरू टेक्निकल यूनिवर्सिटी, काकीनाड़ा, आंध्र प्रदेश में प्रवेश लिया, लेकिन शेषन ने मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज से बीएससी करने का निर्णय लिया। यहां से उन्होंने फिजिक्स में ऑनर्स के साथ स्नातक किया। शेषन ने पहले पुलिस सर्विस का एग्जाम दिया और चयनित भी हुए, लेकिन जॉइन नहीं किया। 1954 में UPSC का एग्जाम पास किया और तमिलनाडु काडर में शामिल हुए। प्रशासनिक करियर 1962 में, शेषन को मद्रास ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का डायरेक्टर बनाया गया। उनके कार्यकाल में उन्होंने ट्रैफिक नियमों को लेकर सख्ती दिखाई। वह खुद सड़कों पर जाकर बस ड्राइवरों को हड़का देते थे। एक बार, जब एक बस ड्राइवर ने शेषन से कहा कि वह बस के इंजन को नहीं समझते, तो उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लिया और बस चलाना सीखा। उन्होंने खुद 80 किलोमीटर तक बस चलाकर यात्रियों को उनकी मंजिल पर पहुंचाया। इसके बाद, शेषन की कहानी हार्वर्ड विश्वविद्यालय तक पहुंची, जहां उन्होंने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की। यहां उनकी दोस्ती सुब्रमण्यम स्वामी से हुई, जो आगे चलकर भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले थे। 1969 में भारत लौटने के बाद, शेषन को एटॉमिक एनर्जी कमीशन का सेक्रेटरी नियुक्त किया गया और 1972 में वह डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस में जॉइंट सेक्रेटरी बने। इस दौरान, उन्होंने हमेशा फोन पर कहा, "हेलो, मैं स्पेस से शेषन बोल रहा हूं," ताकि लोग कन्फ्यूजन में न पड़े। पर्यावरण मंत्रालय और विवाद 1985 में, राजीव गांधी सरकार में शेषन को पर्यावरण और वन मंत्रालय में सचिव का पद मिला। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कानून लागू हुए, जैसे नर्मदा और टिहरी बांध परियोजना के पर्यावरण पर हानिकारक प्रभावों के खिलाफ विरोध। उन्होंने जंगली जानवरों के शिकार को लेकर भी सख्ती दिखाई। एक बार, जब उन्होंने टीवी पर "दो बाघ मारे गए" की खबर देखी, तो उन्होंने तुरंत ऑफिस में हंगामा कर दिया। लेकिन असल में यह लिट्टे के तमिल टाइगर्स के बारे में था, लेकिन किसी ने उन्हें यह जानकारी नहीं दी, क्योंकि उनका खौफ इतना था। मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 1989 में VP सिंह के शासन में शेषन को कैबिनेट सेक्रेटरी का पद मिला। कश्मीर में अलगाववादियों ने गृह मंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद की बेटी रुबिया का अपहरण कर लिया। इस मामले में, शेषन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सलाह दी कि अधिकारियों को तमिल में बात करनी चाहिए ताकि मामले की गंभीरता को समझा जा सके। अंत में, आतंकियों को रिहा करने का निर्णय लिया गया, जो कि एक विवादास्पद कदम था। 1990 में, शेषन मुख्य चुनाव आयुक्त बने। उनकी नियुक्ति में सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा हाथ था। चुनाव आयुक्त बनने के बाद, उनके पास वैधानिक शक्तियां आ गईं। उन्होंने चुनाव सुधारों की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। 1991 में लोकसभा चुनावों में उनके सुधारों का असर स्पष्ट था। उन्होंने फर्जी वोटिंग पर रोक लगाने के लिए वोटर ID पर मतदाताओं की फोटो लगाने की मांग की। सरकार ने इसे महंगा बताते हुए इंकार किया, लेकिन शेषन ने कहा कि जब तक फोटो नहीं लगेगी, एक भी चुनाव नहीं होगा। राजनीतिक संघर्ष शेषन के प्रति नेताओं का डर इतना बढ़ गया कि उनका नाम अलशेषन (कुत्तों की एक नस्ल) रख दिया गया। 1995 में जब उन्होंने बिहार में कई सीटों पर चुनाव खारिज किया, तब लालू प्रसाद यादव ने नारा दिया, "शेषन वर्सेज द नेशन।" शेषन पर नकेल डालने के कई प्रयास हुए, लेकिन उन्होंने अपनी स्थिति बनाए रखी। उनके खिलाफ महाभियोग की सिफारिश की गई, लेकिन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने ऐसा होने नहीं दिया, यह सोचकर कि इससे जनता में सरकार की छवि खराब होगी। राव ने एक दूसरा रास्ता निकाला। उन्होंने MS गिल और GVG कृष्णमूर्ति को अतिरिक्त चुनाव आयुक्त बना दिया, जिससे शेषन की ताकत एक तिहाई रह गई। शेषन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन कोर्ट ने सरकार के फैसले को सही माना। पत्रकारों और मीडिया के साथ व्यवहार एक बार, जब AIADMK के कुछ कार्यकर्ताओं ने शेषन से मारपीट की, तब वह आश्चर्यजनक रूप से शांत रहे। एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि उन्होंने कोई जवाबी कदम क्यों नहीं उठाया। शेषन ने बड़े ही मजाकिया अंदाज में कहा, "मैं ये नहीं कह रहा कि शेषन घर पर उपलब्ध नहीं हैं, मैं ये कह रहा हूं कि शेषन आपको जानकारी देने के लिए उपलब्ध नहीं हैं।" शेषन समय की पाबंदी और सफाई को लेकर भी बहुत सख्त थे। मीटिंग में कोई एक मिनट लेट आता, तो वह उसे तुरंत बाहर का रास्ता दिखा देते थे। सफाई के मामले में उनका कहना था, "मेरे मंत्रालय में टॉयलेट भी इतने साफ हैं कि आप उसमें खाना खा सकते हैं।" अंतिम दिन और विरासत 1996 में, शेषन का कार्यकाल समाप्त हुआ। उन्होंने 1997 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए आवेदन दिया, लेकिन उन्हें केवल 5% वोट मिले। 1999 में, उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर गांधी नगर से लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन निराशा उनके हाथ लगी। अपने आखिरी दिनों में, शेषन ने एक ओल्ड ऐज होम में गुजारे। उनके बच्चे नहीं थे, और जायदाद के नाम पर केवल किताबों का बड़ा संग्रह था। डिमेंशिया के चलते, वे अपनी किताबें भी नहीं पढ़ पा रहे थे। उन्होंने अपनी अधिकतर संपत्ति चैरिटी में दान कर दी। 2019 में, चिन्नई में उनके घर में उनकी मृत्यु हो गई। शेषन के काल को भारत में चुनाव आयोग का स्वर्णिम काल माना जाता है। नवंबर 2022 में, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग की नियुक्तियों पर टिप्पणी करते हुए कहा, "टीएन शेषन जैसा कोई कभी-कभार ही होता है। हमें सीईसी के पद के लिए सबसे अच्छा व्यक्ति खोजना होगा।" निष्कर्ष शेषन ने चुनाव आयोग को एक नई दिशा दी और उनकी कोशिशों ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत किया। उनका नाम हमेशा चुनाव सुधारों के संदर्भ में लिया जाएगा, और उनकी कहानी भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था में एक प्रेरणा के रूप में याद की जाएगी। शेषन की छवि एक ऐसे नेता की है, जिन्होंने अपनी नीतियों और कार्यों के माध्यम से न केवल चुनाव प्रक्रिया को सुधारा, बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र को एक नया दृष्टिकोण दिया। उनकी विरासत आज भी भारतीय राजनीति में गूंजती है, और वे एक आदर्श उदाहरण हैं कि कैसे एक व्यक्ति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाकर समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है। शेषन का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है, जो हमें यह सिखाती है कि निष्ठा, ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने से कैसे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। -लेखक सुमित गिरी
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पांच दिवसीय कुमाऊं महोत्सव शुरू हो गया है. समारोह का आगाज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया. पहले दिन गायिका मैथिली ठाकुर को सुनने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. हल्द्वानी के एम बी इंटर कॉलेज परिसर में पांच दिवसीय कुमाऊं द्वार महोत्सव शुरू हो गया. जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्वलित के साथ की. कुमाऊं द्वार महोत्सव की पहली शाम प्रख्यात गायिका मैथिली ठाकुर के नाम रही. मैथिली ठाकुर ने अपने सुंदर भजनों और कुमाउँनी व गढ़वाली लोकगीतों को सुना कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. आयोजकों ने बताया कि 5 दिनों तक चलने वाले कुमाऊं द्वार महोत्सव में उत्तराखंड के एक दर्जन से अधिक लोक गायक अपनी अपनी प्रस्तुतियां देंगे. देर रात तक चले कार्यक्रम में मैथिली ठाकुर को सुनने के लिए हजारों की भीड़ इकट्ठा रही.
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महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव का आज शंखनाद होने जा रहा है. महाराष्ट्र और झारखंड में कब चुनाव होंगे, कुछ देर में इसका जवाब मिल जाएगा. चुनाव आयोग अब से कुछ देर में महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर देगा. चुनाव आयोग दोपहर 3:30 बजे इस बाबत प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा और विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की पूरी डिटेल देगा. महाराष्ट्र और झारखंड के साथ ही वायनाड उपचुनाव और अन्य राज्यों के कुछ उपचुनाव की तारीखों का भी ऐलान हो सकता है. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है जबकि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी को समाप्त होने वाला है. चुनाव आयोग जैसे ही तारीखों का ऐलान करेगा, आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगा. तो चलिए जानते हैं महाराष्ट्र और झारखंड में कब चुनाव होंगे. झारखंड में पिछले चुनाव में क्या था रिजल्ट झारखंड में साल 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गठबंधन ने राज्य की 81 में से 47 सीट जीतकर बहुमत हासिल किया था. इसके बाद हेमंत सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने. इस चुनाव में भाजपा 25 सीट पर सिमट गई थी और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास भी चुनाव हार गए थे. महाराष्ट्र और झारखंड में कब होंगे चुनाव? हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया. अब बारी महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की है. नवंबर का महीना चुनावी महीने होने वाला है. महाराष्ट्र में अभी जहां एनडीए यानी महायुती की सरकार है, वहीं झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में विपक्ष की सरकार है. महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर क्या है अपडेट महाराष्ट्र में सीटों को लेकर अभी पेच फंसा हुआ है. एक ओर महायुती को सीट शेयरिंग फॉर्मूला पर मंथन करना बाकी है, दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी में भी सीटों पर पेच फंसा है. महायुती में एकनाथ शिंदे की शिवसेना अधिक सीट मांग रही है तो महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस बड़ा भाई बनना चाहती है. यहां उद्धव गुट की शिवसेना मानने को तैयार नहीं है. महाराष्ट्र में इस बार दिलचस्प है मुकाबला महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है. महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा इस चुनाव में गरमा सकता है. महाराष्ट्र की 288 सीटों के चुनाव के लिए सालों बाद नया समीकरण बनेगा. राज्य में 29 अनुसूचित जाति और 25 अनुसूचित जनजाति के लिए सीट आरक्षित हैं. पहले यहां मुकाबल तकरीबन त्रिकोणीय ही होता रहा है. शरद पावर के कांग्रेस से छोड़ने और एनसीपी गठन के बाद से. लेकिन, इस बार स्थिति बदल गई है. महाराष्ट्र में कितने चरण में हो सकते हैं चुनाव सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र में एक या दो चरण में मतदान हो सकता है. हालांकि, अधिक संभावना एक चरण की ही जताई जा रही है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने सारी तैयारी कर ली है और आज तारीख के साथ-साथ पूरी डिटेल भी सामने आएगी. झारखंड में कितनी सीटें, कब खत्म हो रहा कार्यकाल झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है. झारखंड में कुल विधानसभा सीटों की संख्या 81 है. यहां बहुमत का आंकड़ा 42 है. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां कमर कस चुकी हैं. सभी 81 विधानसभा सीटों पर नेता प्रचार में जुटे हुए हैं. इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला है. झारखंड में कितने चरण में हो सकते हैं चुनाव झारखंड में एक से तीन चरणों में मतदान हो सकता है. हालांकि, दो चरणों में चुनाव की संभावना अधिक है. पिछली बार यानी 2019 के चुनाव 30 नंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में संपन्न हुए थे. महाराष्ट्र में कितनी सीटें हैं ? महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है. महाराष्ट्र में विधानसभा सीट की 288 सीटें हैं. बहुमत का आंकड़ा यहां 145 है. महाराष्ट्र में महायुती और महाविकास अघाड़ी के बीच कांटे की टक्कर है. लोकसभा चुनाव में महायुती का प्रदर्शन बढ़िया नहीं रहा था. वहीं महाविकास अघाड़ी लोकसभा चुनाव के नतीजों से जोश में है. छठ पूजा और दीवाली का रखा जाएगा ध्यान सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग दीपावली और छठ पूजा को ध्यान रखते हुए तारीखों का ऐलान करेगा, क्योंकि, त्योहारों के दौरान महाराष्ट्र में काम करने वाले झारखंड-बिहार के मतदाता अपने घर लौट जाते हैं. इसलिए, चुनाव आयोग नवंबर के दूसरे हफ्ते के अंत में चुनाव कराने की योजना बना सकता है, जिससे प्रवासी मतदाताओं को त्योहारों के बाद वापस आने का समय मिल सके. कब शुरू होगी चुनाव आयोग की पीसी साढ़े तीन बजते ही चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू कर देगा. इस दौरान चुनाव आयोग चुनाव प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा करेगा, जिसमें मतदान की प्रक्रिया, चुनावी सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल होंगी. इससे पहले, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव संबंधी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. निर्वाचन आयोग की टीम ने कुछ समय पहले दोनों राज्यों का दौरा कर तैयारियों का निरीक्षण किया था. उपचुनाव की तारीखों का भी होगा ऐलान महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और झारखंड चुनाव पर चुनाव आयोग का फोकस तो रहेगा. साथ ही निर्वाचन आयोग दो विधानसभा चुनावों के अलावा, तीन लोकसभा और कम से कम 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा कर सकता है, जो विभिन्न कारणों से रिक्त हैं. लोकसभा की जो तीन सीटें रिक्त हैं उनमें केरल में वायनाड, महाराष्ट्र में नांदेड़ और पश्चिम बंगाल में बशीरहाट सीट शामिल है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में वायनाड और रायबरेली सीट से जीत दर्ज की थी. राहुल गांधी ने वायनाड सीट खाली कर दी थी और रायबरेली सीट को बरकरार रखा था. नांदेड़ सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस सांसद वसंत चव्हाण और बशीरहाट सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तृणमूल कांग्रेस के सांसद हाजी शेख नुरुल इस्लाम के हाल में निधन के बाद इन सीट पर चुनाव कराना आवश्यक हो गया है. कुछ देर में चुनाव की तारीखों का ऐलान नमस्कार. न्यूज18 के लाइव ब्लॉग में आप सभी का स्वागत है. आज का लाइव ब्लॉग विधानसभा चुनावों के शेड्यूल पर है. महाराष्ट्र (Maharashtra Assembly election Date) और झारखंड (Jharkhand Chunav Date) में विधानसभा चुनावों की तारीखों की कुछ देर में घोषणा होगी. चुनाव आयोग मंगलवार को 3.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. इसके साथ ही चुनाव आयोग कुछ उपचुनावों की तारीखों का भी ऐलान कर सकता है. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है. वहीं झारखंड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 5 जनवरी को खत्म होगा.
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ECI आज दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इसी के साथ आयोग बताएगा की चुनाव (Assembly Election 2024) कितने चरणों में होगा और क्या-क्या तैयारियां की जा चुकी हैं। महाराष्ट्र में काफी दिलचस्प होगा मुकाबला महाराष्ट्र में इस बार का विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। दरअसल, शिवसेना और एनसीपी दो धड़ों में बंटने के बाद पहले बार विधानसभा चुनावों में आमने सामने होगी। उद्धव गुट की शिवसेना और शरद पवार गुट की एनसीपी जहां महा विकास अघाड़ी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी तो वहीं शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार गुट की एनसीपी महायुति गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि चार महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और 48 में से 30 सीटें जीती थीं। वहीं भाजपा नीत महायुति गठबंधन ने केवल 17 सीटें जीती थीं। हालांकि, हरियाणा में चुनाव जीतने के बाद भाजपा का जोश फिर हाई होगा। बता दें कि वर्तमान में महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 विधानसभा सीटों में महायुति गठबंधन के पास 218 सीटें हैं। भाजपा (106),शिवसेना (40), एनसीपी (40), बीवीए (3), पीजेपी (2), मनसे (1), आरएसपी (1), पीडबल्यूपीआई (1), जेएसएस (1) और निर्दलीय (12) हैं। वहीं, महाअघाड़ी यानी विपक्ष के पास 77 सीटें हैं। इसके अलावा चार विधायकों ने किसी गठबंधन को समर्थन नहीं दिया है। एक सीट खाली है। झारखंड में कम चरणों में हो सकता है चुनाव झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly Election 2024) की 81 सीटों पर चुनाव दो या तीन चरणों में हो सकता है। हालांकि, पिछली बार साल 2019 में विधानसभा चुनाव 5 चरणों में हुए थे। झारखंड में चुनाव 15 नवंबर के बाद हो सकता है। निर्वाचन आयोग ने जब झारखंड का दौरा किया था तो सभी राजनीतिक दलों ने ये सुझाव दिया था कि चुनाव छठ पूजा और बिरसा जयंती एवं राज्य स्थापना दिवस के बाद ही कराए जाएं। साथ ही, सभी ने कम से कम चरणों में चुनाव कराने का सुझाव भी आयोग को दिया था। अभी तक सीटों की नहीं हुई घोषणा बता दें कि आज चुानव आयोग विधानसभा चुनाव की घोषणा करेगा, लेकिन अभी तक दोनों राज्यों में न तो एनडीए और न ही I.N.D.I.A ने सीट शेयरिंग की आधिकारिक घोषणा की है। भाजपा ने कई बार साथी दलों के साथ बैठकें की हैं, लेकिन अभी तक सीटों के बंटवारा को लेकर घटक दलों के साथ सहमति नहीं बन पाई है। वहीं, इंडी गठबंधन का हाल भी ऐसा ही है।
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राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्थापना दिवस के अवसर विजय दशमी पर संघ के स्वयं सेवकों ने पथ संचलन निकाला. सिंगरौली जिले में विजयदशमी के अवसर अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उपखंड सरई के उपखंड कार्यवाह के नेतृत्व में पथ संचलन निकाला गया. जिसमे सैकडो स्वयं सेवक शामिल हुए, जिसमे सिंगरौली विभाग के विभाग कार्यवाह अंजनी पांडेय का पाथेय प्राप्त हुआ. यह पथ संचलन कंचन भवन से शुरू होकर बीच बाजार से होकर थाना परिसर कन्या हायर सेकेण्डरी विद्यालय सरई में ध्वजा पूजन व शस्त्र पूजन कर कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ. वही विभाग कार्यवाह ने सभी को संघ के स्थापना के बारे में बताया और सबको एक साथ चलने का संदेश दिया.
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बागेश्वर पीठाधीश्वर बागेश्वर सरकार पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा हमने पूरी तैयारी कर ली है. अब सिर्फ बजरंगबली की चलेगी. क्योंकि जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं. छतरपुर के बागेश्वर महाराज पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की शारदीय नवरात्र की 9 दिनों की उपवास साधना पूर्ण हो गई है. साधना पूर्ण होने के दूसरे दिन धाम पर दिव्य दरबार लगाया. दरबार के दौरान बागेश्वर सरकार ने कहा की अब भारत की गली गली में केवल बजरंग बली की चलेगी,अगर तुम राम के नहीं तो किसी काम के नहीं, उन्होंने कहा की हमने 9 दिनों में तैयारी कर ली है की अब भारत में जात पात,ऊंच नीच,छुआ छूत,भेद भाव को मिटाना है. सरनेम तो सबके रहेंगे लेकिन अब सरकार को दो जातीय बनानी चाहिए,अमीर की और गरीब की. ताकि भारत का विकास हो भारत समृद्ध हो. ताकि गरीबों के साथ अन्यान और अत्याचार न हो,भारत में वर्तमान में हो रहे अंधविश्वास को इसी बल पर रोका जा सकता है. कोई भी सरकार काम नहीं करेगी अब तुम्हे खुद सरकार बनना पड़ेगा. केवल बागेश्वर बाबा हिन्दू राष्ट्र नहीं बना पाएंगे अब भारत के प्रत्येक युबा भाई बहन को बागेश्वर बाबा बनना पड़ेगा तभी हिंदूराष्ट्र बनेगा.
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एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अलग अलग शहरों में रीजनल इन्वेस्टर सम्मिट करके निवेश के नए अवसर उद्योग जगत को दे रहे हैं. इस सब के पीछे मुख्यमंत्री मोहन यादव की इच्छा है स्थानीय स्तर पर औद्योगिक करण के जरिये लोगों को सजह रोजगार के अवसर मुहैया हों. इस तरह के प्रयास एमपी में पहली बार किये गए हैं. जिसका लाभ लोगों को मिलता नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने साल 2024 में कई इन्वेस्टर मीट्स आयोजित की, जिनका उद्देश्य राज्य में निवेश को बढ़ावा देना और विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर पैदा करना है. इंदौर से हट कर ये आयोजन ग्वालियर ,सागर और जबलपुर जैसे शहरों में भी किये गए. इन मीट्स का सिलसिला चलता रहेगा. मध्यप्रदेश में निवेश लाने के लिए मोहन यादव ने 13 जुलाई को मुंबई में मीट की इसमें 200 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों और विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया. 20 जुलाई को जबलपु में क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन किया जिसमें 1500 से अधिक निवेशकों ने भाग लिया. 28 अगस्त को ग्वालियर मीट में विभिन्न उद्योगों से जुड़े कई निवेश प्रस्ताव सरकार को मिले. 27 सितंबर को सागर मीट में बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए ₹23,000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मोहन यादव सरकार को मिले. इन इन्वेस्टर मीट्स के दौरान इस्पात उद्योग में पेसिफिक इंडस्ट्रीज द्वारा निवाड़ी जिले में ₹3,200 करोड़ का निवेश सौर ऊर्जा क्षेत्र में बंसल ग्रुप द्वारा 100 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए ₹1,350 करोड़ का निवेश स्वास्थ्य सेवा के लिए बुंदेलखंड क्षेत्र में चार सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल और एक पांच सितारा होटल स्थापित करने के लिए बंसल ग्रुप का निवेश के पास पहुंचा है रसायन और सीमेंट उद्योग के लिए कोलकाता में आयोजित मीट में रसायन, सीमेंट और स्टील उद्योगों में ₹19,270 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. वहीँ नवीकरणीय ऊर्जा में रिलायंस द्वारा नवीकरणीय गैस और संपीड़ित बायोगैस परियोजनाओं में निवेश को हरी झंडी दी. उद्योग जगत इन प्रयासों की सराहना कर रहा है. इन निवेश प्रस्तावों के माध्यम से राज्य में हजारों रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है. उदाहरण के लिए अकेले बुंदेलखंड क्षेत्र में निवेश से लगभग 28,000 रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है. मध्य प्रदेश सरकार ने 2024 में विभिन्न इन्वेस्टर मीट्स का सफल आयोजन किया है, जिससे राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आये है. इन निवेशों से न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. ग्वालियर में आयोजित रीजनल इन्वेस्टर सम्मिट में मिले प्रस्ताव बताते है इससे ग्वालियर चम्बल इलाके में तक़रीबन दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. इस सम्मिट से युवा वर्ग खासा उत्साहित है.
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यात्रियों की सूझबूझ से एक रेलगाड़ी ,बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई. कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही ट्रेन से अचानक धुंआ निकलने लगा ये देख यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया और एक बड़े हादसे को टाल दिया. कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही ट्रेन के D5 कोच में अचानक धुआं धुआं होने से घबराए यात्रियों ने चेन पुलिंग की और ट्रेन को रोक लिया. तब जाकर रुकी ट्रेन की चेकिंग की गई तो पता चला ट्रेन के नीचे लगी रबड़ ने घर्षण के कारण जलना शुरू कर दिया था. यात्री अगर समय पर ट्रेन नहीं रोकते तो बड़ा हादसा हो सकता था. ईशानगर स्टेशन के स्टाफ ने ततकाल सब कुछ कंट्रोल कर के एक बड़े हादसे को टाल दिया. इस घटना के कारण ट्रेन एक घंटे से ज्यादा समय तक मौके पर खड़ी रही.
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रामलीला के नाम पर भी अब फूहड़ता सामने आने लगी है. रामलीला में भी अश्लीलता की हद हुई पार हो गई. रामजी की झांकी के सामने रावण को फूहड़ गाना सुना कर अभद्र डांस किये जाने से लोगों में नाराजगी है. अमरपाटन के रामनगर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें रामलीला के मंच पर अश्लील गानों पर फूहड़ डांस करते कलाकार नजर आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक यह वायरल वीडियो अमरपाटन के रामनगर का है. जहां रामनगर के सतना कैंप में रामलीला का आयोजन किया जा रहा था इस दौरान मंच पर राम जी की झांकी समेत रावण के रूप में कलाकार मौजूद थे. इस दौरान भोजपुरी समेत कई गानों पर फूहड़ डांस किया जाने लगा. रामलीला देखने गए स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू संगठन ने इस पर आपत्ति जताई है और कार्यवाही की मांग की है.
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महान एनर्जेन लिमिटेड, बंधौरा के विस्तार की पर्यावरणीय जनसुनवाई हुई. इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने इस विस्तार का खुलकर समर्थन किया. क्योंकि संयंत्र विस्तार से काफी संख्या में लोगों को नौकरी और स्वरोजगार मिलेगा. इस दौरान कंपनी ने क्षेत्र में सामुदायिक विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की. सिंगरौली, जिले के बंधौरा स्थित महान एनर्जेन लिमिटेड के प्रस्तावित 1600 मेगावाट के विस्तार के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु जनसुनवाई की गई सिंगरौली के अपर कलेक्टर अरविन्द कुमार झा एवं मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सिंगरौली के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव मेहरा, माड़ा के उपखण्ड अधिकारी राजेश कुमार शुक्ला, मोरवा के सब डिविजनल ऑफिसरऑफ पुलिस के के पाण्डेय की उपस्थिति में रैला गांव में आयोजित लोक सुनवाई में परियोजना प्रभावित चार गांवों बंधौरा, खैराही, करसुआलाल एवं नगवा गांव के लोगों ने परियोजना के विस्तार का खुलकर समर्थन किया. लोक सुनवाई में मौजूद परियोजना के आसपास के लोगों ने सामाजिक और आर्थिक विकास के बारे में अपने विचार रखे. उन्होंने संयंत्र विस्तार से क्षेत्र में विकास के नए आयाम खुलने के साथ ही बहुत सारे लोगों को नई नौकरियां मिलने की संभावनाओं और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होने की उम्मीद जताई और महान एनर्जेन लिमिटेड के विस्तारण पर खुशी जाहिर की.
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छतरपुर से रिश्तों को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है. जहाँ एक कलयुगी पिता ने सारी मर्यादाएं तार तार कर दीं और अपनी ही बेटी के साथ बलात्कार कर दिया. इस घटना के बाद से बलात्कारी बाप फरार है. छतरपुर से रिश्तो को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. एक कलयुगी पिता ने अपनी ही बेटी के साथ बलात्कार कर दिया. दुष्कर्मी पिता ने अपनी 22 वर्षीय बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाया. इस मामले को सुन कर पुली भी हैरान रह गई. पीड़ित बेटी की की शिकायत पर पुलिस ने बाप के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. घटना के बाद से दुष्कर्मी बाप गायब है. आरोपी पिता की गिरफ्तारी के लिए एसपी अगम जैन ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है.
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हल्द्वानी से लापता युवती की लाश लालकुआँ के एक होटल में मिलने से सनसनी फैल गई है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इस मामले जांच शुरू कर दी है. पुलिस हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है. हल्द्वानी डहरिया निवासी 30 साल की याशिका पाहुआ घर से निकली और वह वापस घर नही पहुंची परिजनों ने इसकी कई जगह तलाश की लेकिन उसका कही पता नही चला. सोशल मीडिया पर भी उसकी फोटो के साथ लापता होने की सूचना प्रसारित की गई. लेकिन उसकी लाश लालकुआँ के जगदीश होटल में मिली. होटल कर्मियों के अनुसार याशिका ने होटल का रूम नंबर 107 बुक कराया था युवती ने होटल के कर्मियों को बताया कि उसका नवरात्रि का व्रत है उसे डिस्टर्ब ना किया जाए, वह आराम कर रही है. सुबह वह दिल्ली जाएगी. सुबह जब होटल कर्मियों द्वारा चाय देने के लिए कमरे का दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा नही खुला होटल कर्मी युवती के कमरे का दरवाजा खोलने का प्रयास कर रहे थे तब तक उसकी लोकेशन देखकर उसके परिजन एवं हल्द्वानी पुलिस मौके पर पहुंच गई. दरवाजा तोड़ने पर कमरे के बाथरूम में उसका शव बरामद हुआ. पुलिस हर एंगल से मौत के कारण की जांच कर रही है.
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मध्यप्रदेश की निर्दयी अफसर शाही का एक और मामला सामने आया है. जहाँ एक किसान अफसर के पैरों ने सिर रखकर गिड़गिडाता रहा. लेकिन भाजपा सरकार के अफसर ने किसान को पैर मारकर दूर कर दिया. MP में किसानों की बेबसी की कई तस्वीरें सामने आती रहती हैं. इस कड़ी में नया मामला सिंगरौली से सामने आया है. सिंगरौली की माड़ा तहसील के मकरोहर सर्किल के नायब तहसीलदार छत्रपाल सिंह मरावी किसानों से बदसलूकी करते नजर आये. मरावी अपने पद के नशे में चूर हैं. एक किसान मरावी के पैरों में अपना सिर रखकर मिन्नते करता नजर आया. यह किसान गिडगिड़ाते हुए अपनी फसल की भीख मांग रहा था. लेकिन नायब तसीलदार को तरस नहीं आया. किसान के खड़ी फसल में सीमांकन करने पहुंचे नायब तहसीलदार ने किसान की एक नहीं सुनी. किसान कह रहा था अभी खड़ी फसल है. हमारी फसल काटने के बाद जमीन अपनी ले लीजिए. लेकिन इसके बाद भी तहसीलदार ने किसान को पैर से मारा. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एमपी में ऐसी ही अफसर सरकार की बदनामी का कारण बनते हैं. ऐसे में सरकार को इस तरह के अफसरों पर लगाम कसना चाहिए.
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मैसूर से दरभंगा जा रही बागमती एक्सप्रेस (12578) तमिलनाडु के कावरापेट्टई स्टेशन के पास शुक्रवार को मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं। वहीं, ट्रेन हादसे पर सियासी बवाल शुरू हो गया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कई दुर्घटनाओं में सैकड़ों जान जाने के बावजूद कोई सबक नहीं सीखा गया है।गांधी ने जोर देकर कहा कि जवाबदेही शीर्ष पर शुरू होती है। क्या है मामला? तमिलनाडु में शुक्रवार को 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रही एक्सप्रेस ट्रेन मुख्य लाइन में जाने के बजाय लूप लाइन से टकरा गई थी। इस हादसे में कई यात्री घायल हो गए और एक कोच में आग लग गई। क्या बोले कांग्रेस नेता? राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, 'मैसूर-दरभंगा ट्रेन दुर्घटना भयावह ओडिशा के बालासोर की दुर्घटना को दिखाती है, जहां एक यात्री ट्रेन एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। कई दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान जाने के बावजूद, कोई सबक नहीं सीखा गया है। इसकी जवाबदेही शीर्ष को देनी चाहिए। इस सरकार के जागने से पहले कितने और परिवार बर्बाद होंगे।' प्रियंका का भी भड़का गुस्सा कांग्रेस महासचिव प्रियंता गांधी वाड्रा ने भी ट्रेन हादसे को लेकर केंद्र की आलोचना की। उन्होंने वाट्सएप चैनल पर कहा, 'देश में ट्रेन दुर्घटनाएं इतनी आम हो गई हैं कि एक के बाद एक होने के बावजूद सरकार द्वारा न तो कोई जवाबदेही तय की जा रही है और न ही कोई कार्रवाई की जा रही है।' उन्होंने आगे कहा कि देश के करोड़ों आम लोग अपनी जान जोखिम में डालकर भय व अराजकता के पहियों पर चलने वाली ट्रेनों में सफर करने को मजबूर हैं, क्योंकि सुरक्षित ट्रेन यात्रा की जिम्मेदारी से सरकार ने मुंह मोड़ लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु में मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस के साथ बालासोर जैसा हादसा फिर हुआ है। महीनों चलने वाला यह सिलसिला कब रुकेगा? जवाबदेही कब तय की जाएगी। हादसे के पीछे की वजह बताई डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने कहा, 'आजकल कई रेल हादसे हो रहे हैं। 60 के दशक की शुरुआत में जब अरियालुर में एक दुर्घटना हुई, तो रेल मंत्री ने इस्तीफा दे दिया। उस समय उन्होंने रेल हादसे को इसी तरह देखा था। मगर आज, रेल दुर्घटनाएं बहुत आम हो गई हैं और कोई भी रेल लाइनों के रखरखाव के लिए उचित कदम उठाने की परवाह नहीं करता है। एक घटना में, रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग दक्षिण रेलवे या चेन्नई में काम कर रहे हैं उन्हें तमिल का कोई ज्ञान नहीं है और इसलिए संचार की स्थिति खराब हो गई है। वह एक उत्तर भारतीय थे, इसलिए तमिल में दिए गए निर्देशों को समझ नहीं पाए और इसलिए रेल दुर्घटना हो गई। हमें पता लगाना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ।' रेलवे बोर्ड ने क्या कहा? इस बीच, रेलवे बोर्ड ने कहा है कि चेन्नई रेल डिवीजन में पोन्नेरी-कावारपेट्टई खंड में यात्री-मालगाड़ी की टक्कर में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने दुर्घटना के तुरंत बाद कहा, 'हमें चेन्नई मंडल के कावारपेट्टई स्टेशन पर बागमती एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच टक्कर की सूचना मिली। बचाव और राहत दल तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंच गया।'
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गुरुकुल अकादमी के छात्र राजकुमार ने राज्य स्तरीय वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता मे स्वर्ण पदक जीत लिया. सीहोर में आयोजित शालेय राज्य स्तरीय वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता में गुरुकुल एकेडमी हायर सेकेण्डरी स्कूल अमरपाटन के छात्र राजकुमार प्रजापति ने स्वर्ण पदक जीत लिया. इस जीत के साथ राजकुमार का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए होने पर उसे बधाई का ताता लगा हुआ है. नगर में रैली निकालकर इस युवा खिलाड़ी का उत्साहवर्धन किया गया. बालक की इस उपलब्धि के लिए जिला क्रीड़ा अधिकारी, जनपद सदस्य नंदकिशोर सिंह नंदू, विकासखंड क्रीड़ा प्रभारी नरेंद्र सोनी ने राजकुमार को बधाई दी .
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Ma Durga's Tallest Statue in the World: भारत में चारों ओर इस समय दुर्गा पूजा की धूम मची है। मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित इस त्योहार में जगह-जगह देवी के पंडाल लगे होते हैं, जिनमें माता की बेहद खूबसूरत प्रतिमा को विराजित किया जाता है। इस दौरान लोग कई मंदिरों में भी जाते हैं, जहां दुर्गा मां की पूजा अरचना की जाती है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि मां दुर्गा की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा कहां है। अगर आप सोच रहे हैं, भारत की कोई जगह, तो ये जवाब बिल्कुल गलत है।
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जापानी संगठन निहोन हिदानक्यो को साल 2024 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला है। यह हिरोशिमा और नागासाकी के परमाणु बम से बचे लोगों का एक जमीनी आंदोलन है। इसे हिबाकुशा के नाम से भी जाना जाता है। जापानी संगठन को क्यों मिला पुरस्कार? नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने अपने प्रशस्ति पत्र में कहा, "हिबाकुशा को परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया बनाने के अपने प्रयासों और गवाहों के बयान के माध्यम से यह प्रदर्शित करने के लिए शांति पुरस्कार मिल रहा है कि परमाणु हथियारों का फिर कभी इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।" समिति ने कहा, "हिबाकुशा हमें अवर्णनीय का वर्णन करने, अकल्पनीय के बारे में सोचने और परमाणु हथियारों के कारण होने वाले अकल्पनीय दर्द और पीड़ा को समझने में मदद करता है।"
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सिद्धि गंज के बावड़ी चौक पर भव्य महा आरती आयोजित की गई। जिसमें आष्टा विधायक गोपाल सिंह ने भाग लिया. इस आयोजन का उद्देश्य धार्मिक आस्था को प्रगाढ़ करना और सामूहिक रूप से देवी माँ की पूजा अर्चना करना था. नवरात्रि के इस पावन पर्व पर सिद्धि गंज के बावड़ी चौक पर एक भव्य महा आरती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विधायक गोपाल सिंह सबसे पहले माँ बगवाई माता मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने माता का आशीर्वाद लिया. विधायक ने आशीर्वाद लेने के बाद, मंदिर से पूजा का सिलसिला शुरू किया, और फिर साथ में मौजूद समिति के सभी सदस्यों के साथ ढोल-नगाड़ों की धुन में नगर भ्रमण किया।"नगर भ्रमण के दौरान विधायक के साथ समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया। इस आयोजन में भारी संख्या में भक्त शामिल हुए. "फिर बारी आई, बावड़ी चौक पर महा आरती की। विधायक गोपाल सिंह ने मां अंबे की पूजा की और भक्तों के साथ आरती की. "इस दौरान विधायक ने समिति की 5 लाख 51 हजार रुपये दान की घोषणा की। इसके साथ ही, 5,000 रुपये कन्या भोज के लिए दिए गए।" "इसके बाद विधायक गोपाल सिंह ने वहां मौजूद जनता से संवाद किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की लाडली बहना योजना और किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों के पंजीकरण के लिए जल्द ही कदम उठाए जाएंगे।"
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दशहरे पर इस बार भी जगह जगह रावण वध और रावण के पुतले को जलाया जाएगा. ग्वालियर के शताब्दीपुरम में 65 फ़ीट के रावण का दहन किया जाएगा. चेतना मंच ग्वालियर के शताब्दीपुरम दशहरा मैदान में विशाल दशहरा समारोह का आयोजन कर रहा है, जिसमें शहर के सबसे बड़े 65 फ़ीट के रावण का दहन किया जाएगा, साथ ही मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का भी दहन होगा होगा. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रामायण पर आधारित नृत्य नाटक कथा श्री राम की होगी. इस दौरान प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर और ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाहा भी मौजूद रहेंगे, चेतना मंच के अध्यक्ष दीपक तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 वर्षों से शताब्दी पुरम में इस दशहरा समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश के जाने-माने नाटक निर्देशक पंडित बृज किशोर दीक्षित के निर्देशन में कथा श्रीराम का आयोजन होता है.
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देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा ने 86 वर्ष की आयु में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उम्र से जुड़ी बीमारी के चलते उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनकी मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। बॉलीवुड के सितारों ने दी श्रद्धांजलि सुष्मिता सेन ने रतन टाटा के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा, "कितने सम्मानित व्यक्ति थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।" तारा सुतारिया और अनन्या पांडे** ने भी अपनी स्टोरी पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अनुष्का शर्मा ने साझा की गई स्टोरी में लिखा, "रतन टाटा जी के बारे में दुखद खबर सुनकर बहुत दुखी हूं।" करण जौहर ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "आज दुनिया ने एक दूरदृष्टि और अतुलनीय विजन रखने वाले दिग्गज को खो दिया।" वहीं, संजय दत्त ने कहा, "भारत ने आज सच्चा दूरदर्शी खो दिया, जिनका योगदान अनगिनत जिंदगियों तक था। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।" प्रियंका चोपड़ा ने भी अपने आधिकारिक अकाउंट पर रतन टाटा को नमन किया। अजय देवगन ने लिखा, "दुनिया एक दूरदर्शी व्यक्ति के निधन पर शोक मना रही है। रतन टाटा की विरासत हमेशा पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।" रणवीर सिंह ने इंस्टाग्राम पर रतन टाटा की फोटो साझा की और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। सलमान खान और रितेश देशमुखने भी अपने-अपने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया। नयनतारा ने भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "आपने हम सभी को प्रेरित किया है।" निष्कर्ष:रतन टाटा का निधन केवल एक उद्योगपति की नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी और इंसानियत के प्रतीक की हानि है। उनकी विरासत हमेशा लोगों को प्रेरित करती रहेगी।
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देवास जिले के हाटपिपल्या में एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई. घटना में कार सवार कार के अंदर फंस गया वहीं मौके से गुजर रहे विधायक मनोज चौधरी ने कार का गेट तोड़कर घायल को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया. हाटपिपल्या और देवास के बीच एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई. हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए. कार चालक कपिल पाटीदार कार में फंस कर रह गया. इसकी जानकारी विधायक मनोज चौधरी को मिली तो उन्होंने तत्परता दिखाते हुए तुरंत लोहे की राड अपने हाथो में लेकर कार के गेट को खोलने का प्रयास किया. कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार उन्हें गेट तोड़ने में कामयाबी मिली. इसके बाद कार चालक को निकालकर खुद एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल तक ले गए और घायल का इलाज कराया. इस घटना क्रम का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मामले में मनोज चौधरी ने बताया कि जब देखा तो कपिल पाटीदार जो गाड़ी चला रहा था वह स्टेयरिंग व सीट के बीच में फसा हुआ था .दरवाजा भी लॉक हो चुका था. फिर दरवाजे को टॉमी से खोलने का प्रयास किया .इस दौरान पीछे का दरवाजा खुल गया. साथियों के मदद से उसे बाहर निकाला और एबुलेंस से उसे हाटपीपल्या के अस्पताल पहुंचाया फिलहाल उसकी हालत ठीक है.
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छतरपुर में रेप, ह्त्या और ह्त्या के प्रयास के आरोपी भोला अहिरवार के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई. पुलिस से घिर जाने के बाद आरोपी ने खुद को गोली मार लिए. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. आरोपी ने खुद एसपी को अपनी लोकेशन बताई थी. छतरपुर में रेप पीड़िता और उसके परिवार के तीन लोगों को गोली मारने के आरोपी भोला अहिरवार ने पुलिस से घिर जाने के बाद खुद के सिर में गोली मार ली. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिस में पुच्छी पहाड़ी पर खड़ा आरोपी खुद को गोली मार रहा रहा है. उसने सुसाइड से पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट कर एसपी को अपनी लोकेशन बताई थी. इस घटना से पहले भोला ने एक नाबालिग लड़की से रेप किया था और उस मामले में समझौता करने के लिए पीड़ित लड़की और उसके परिजनों पर दबाव बना रहा था. पिछले दो महीने में पुलिस आरोपी तक नहीं पहुँच पाई. इस एनकाउंटर से दो रोज पहले वह पीड़ित लड़की के घर पहुंचा और पीड़ित लड़की और उसके दो रिश्तेदारों को गोली मार दी. इस घटना में एक शख्स की मौके मौत हो गई. जबकि पीड़िता और उसके चाचा की हालात अभी गंभीर है. मौत के पहले आरोपी ने एफबी पर समर्पण करने की पोस्ट डाली थी और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे. घटना के दिन ही डीआईजी ने आरोपी की गिरफ्तारी हेतु SIT गठित कर 20 हजार का ईनाम घोषित किया था. सागर आईजी का कहना है कि आरोपी की पुलिस की घेराबंदी पर भोला ने पुलिस पर दो राउंड गोली चलाई. जिस पर पुलिस ने चार राउंड गोली चलाई ,उसके बाद आरोपी ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली.
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प्रदेश में हो रहे महिला अपराधों को लेकर कांग्रेस जगह जगह विरोध प्रदर्शन कर रही है. खातेगाँव मे महिला कांग्रेस ने महिला अपराधों के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला और प्रदेश सरकार की आलोचना की. मध्य प्रदेश में महिला अपराधों के खिलाफ कांग्रेस सड़क पर आ गई है. देवास जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष संगीता सुनील यादव के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकालकर बेटियों एवं बहनों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध बेटी बचाओ अभियान की शुरुआत की गई. कैंडल मार्च की शुरुआत जवाहर चौक स्थित माताजी के पंडाल से हुई. कैंडल मार्च के जरिए कांग्रेस ने प्रदेश में महिला सुरक्षा के मुद्दे को उठाया. महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष संगीता सुनील यादव ने कहा पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश है. मध्यप्रदेश में बढ़ते महिला अपराध और रेप-बलात्कार की घटनाएं अब आम हो चुकी हैं ऐसे में प्रदेश की सरकार कुम्भकरणी निद्रा में सोई हुई है .
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नया भू कानून लाने जा रहे हैं ... इससे पहले धामी ने बाहरी व्यक्तियों द्वारा खरीदी गई जमीनों की जांच भी दिए हैं ... उन्होंने कहा जिन परियोजनाओं के लिए उत्तराखंड में भूमि खरीदी गई थी ... कई जगह उन परियोजनाओं में नियमों का उल्लंघन हो रहा है इसके जरिये उस पर भी नजर रखी जाएगी ... मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हल्द्वानी के लामाचौड पहुंचे .... जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का स्वागत किया ... इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार उत्तराखंड में में सशक्त भू कानून लाने वाली है ... वर्तमान में सरकार ने बाहरी व्यक्तियों द्वारा खरीदी गई जमीनों के जांच के निर्देश दिए हैं ... उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में यह भी आया है कि जिन परियोजनाओं के लिए उत्तराखंड में भूमि खरीदी गई थी कई जगह उन परियोजनाओं के नाम पर नियम कानूनों का उल्लंघन हो रहा है ... ऐसे में उनके द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं कि ऐसी सभी भूमि जो नियम संगत नही है और नियम कानून का उल्लंघन कर रही है उन जमीनों को राज्य सरकार में निहित किया जाए ...
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शिवपुरी । केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार देर शाम अपने शिवपुरी जिले के प्रवास के दौरान कोलारस कस्बे की एक मिठाई की दुकान पर पहुंचे। यहां उन्होंने दुकानदार को बुलाया और कहा कि धर्मपत्नी को कौन सी मिठाई खिला दी थी, उस मिठाई को लेने के लिए उन्हें भेजा गया है। दरअसल, लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान ज्योतिरादित्य सिधिंया की धर्मपत्नी प्रियदर्शनी सिंधिया कोलारस में विनोद रिजाले की मिठाई की दुकान पर रुकी थीं। यहां उन्हें कूमड़ापाक से बनी मिठाई बेहद ही पसंद आई थी। प्रियदर्शनी सिंधिया मिठाई पैक करके अपने साथ भी ले गई थीं। सोमवार को जब सिंधिया मिठाई की दुकान पर पहुंचे तो खुद मिठाई खाने से अपने को रोक नहीं पाए। उन्होंने अपने आप को पत्निव्रता बताते हुए आदेश मानने की बात कहते हुए पहले मिठाई खाई और फिर पैक कराई। सिधिंया ने कहा दुकानदार विनोद से कहा कि तुमने क्या करिश्मा कर दिया कि महारानी ने आदेश दिया हैं कि जो मिठाई खिलाई थी, वह साथ लानी हैं। इस दौरान सिंधिया ने मिठाई के बारे में दुकानदार विनोद से जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि मैं पत्नीव्रता हूं, मुझे लाने का आदेश मिला हैं, मैं मिठाई लेने आया हूं। उन्होंने दुकानदार विनोद से कहा कि मेरी हाजरी लगा देना। अगर फोन आये तो बता देना कि मैं खुद मिठाई लेने आया हूं। मैंने किसी को मिठाई लेने नहीं भेजा है।
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जबलपुर । फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत को जबलपुर की विशेष न्यायालय ने देश को आजादी भीख में मिलने के बयान को लेकर नोटिस जारी किया है। दरअसल, कंगना ने नवंबर 2021 में एक कार्यक्रम में कहा था कि 'असली आजादी हमें 2014 में मिली, 1947 में तो भीख मिली थी।' इस बयान के खिलाफ 2021 में ही जबलपुर जिला न्यायालय में अधिवक्ता अमित साहू ने कम्प्लेंट फाइल की थी। उन्होंने कोर्ट को बताया कि एक सेलिब्रेटी होने के बाद भी कंगना का यह बयान शर्मसार करने वाला है। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी विश्वेश्वरी मिश्रा की विशेष न्यायालय में सोमवार को मामले की सुनवाई हुई। परिवादी जबलपुर निवासी अधिवक्ता अमित कुमार साहू ने अपना पक्ष स्वयं रखा। उन्होंने दलील दी कि यह परिवाद 2021 में दायर किया गया था। इससे पूर्व अधारताल थाने में लिखित शिकायत दी गई थी। कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पुलिस अधीक्षक को पत्र सौंपा गया। इसका भी नतीजा न निकलने पर परिवाद दायर कर दिया गया। कोर्ट ने माना है कि कंगना का बयान सही नहीं है। कोर्ट ने कंगना को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 05 नवंबर 2024 को होगी। अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ दर्ज हो मामला याचिकाकर्ता अधिवक्ता अमित साहू ने बताया कि आपत्ति का मुख्य बिंदु यह है कि देश को आजादी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान से मिली थी। उसके बावजूद अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपने बयान में कहा था कि 1947 में आजादी भीख में दी गई थी। हमको असली आजादी 2014 में मिली है। इस तरह के अनुचित बयान को गंभीरता से लेकर मामला दर्ज करने का आदेश जारी किया जाए। इसी मांग के साथ अदालत की शरण ली है। हालांकि, कंगना अपने इस बयान को लेकर पहले ही माफी मांग चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि यदि मेरे अपने बयान से किसी को निराशा हुई है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।
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डेहरी । बिहार में रोहतास जिले के रोहतास थाना क्षेत्र के तुम्बा गांव के निकट सोन नदी ने स्नान करने के क्रम में एक ही परिवार और रिश्तेदार के 6 किशोर और एक किशोरी डूब गए। सूचना पाते ही सोन तट पर जनप्रतिनिधि और प्रशासन के लोग तत्काल पहुंचे।दो लोगो का स्वास चल रहा था।तत्काल प्रखंड विकाश पदाधिकारी बबलू कुमार व अंचलाधिकारी सिबू के पहल पर एंबुलेश से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोहतास भेजा गया।जहा चिकित्सको ने दोनो को मृत घोषित कर दिया।डूबे किशोर में अभय कुमार उम्र 10 वर्ष पिता केदार गौड़,विवेक कुमार उम्र 12 वर्ष पिता हीरालाल गौड़ उर्फ टुन्नू गौड़,राजू कुमार उम्र 12 वर्ष पिता कृष्णा गौड़ सभी तुम्बा निवासी है।जबकि इनके रिश्तेदार रांची झारखंड निवासी नंद किशोर गौड़ के पुत्र पवन कुमार उम्र सात वर्ष,पुत्री नाव्या कुमारी उम्र 13 वर्ष निधि कुमारी उम्र 12 वर्ष,गुनगुन कुमारी उम्र 8 वर्ष शामिल है।सभी अपने परिजन और कुछ अन्य बच्चो के साथ सोन नदी में स्थान करने गए थे।एक का पैर फिसला और उसे बचाने में धीरे धीरे सभी नदी के गहरे पानी में चले गए। तीन किशोर किसी प्रकार अपना जान बचाने में सफल रहे।जो बाहर निकल गए।शेष सात पानी में डूब गए।जिसमे से रांची निवासी नंदकिशोर के सभी दो लड़का और दो लड़की और अभय समेत पांच का शव नदी किनारे से बरामद कर लिया गया है।शेष दो की खोज जारी है।घटना स्थल पर अनुमंडल पदाधिकारी सूर्य प्रताप सिंह व थानाध्यक्ष निकुंज भूषण कैंप किए हुए है।अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि एक अन्य किशोर का शव मिल गया है जिसकी पहचान की जा रही है।प्रयास है कि सभी का शव खोज लिया जाए।पूर्व विधायक ललन पासवान ने जिला पदाधिकारी को सूचना कर सभी के परिजनों को उचित मुवावजा देने की मांग किया है।घटना स्थल पर कई जन प्रतिनिधि भी मौजूद होकर शव खोजने में गोताखोर को मदद कर रहे है।
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इन दिनों राहुल गाँधी के जलेबी की फैक्ट्री वाले बयान की खूब चर्चा है ... इस चर्चा पर तंज करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी कहीं किसी दिन आदमी बनाने की फैक्ट्री ना डाल दें... राहुल गांधी कुछ भी कर सकते हैं ... भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने राहुल गांधी पर तंज करते हुए कहा है कि... राहुल गांधी कुछ भी कर सकते हैं पहले वह आलू की फैक्ट्री खोल रहे थे....अब वह जलेबी की फैक्ट्री खोलने की बात कर रहे है...देखना किसी दिन राहुल गांधी कहीं आदमी बनाने की फैक्ट्री ना खोलने की बात ना कहे ...क्योंकि वह राहुल गांधी है वह कुछ भी कर सकते हैं...
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मध्यप्रदेश की चर्चित शख़्सियतों में से एक प्रवीण कक्कड़ की बहुप्रचारित और बहुप्रतिक्षित पुस्तक ‘दंड से न्याय तक’ का विमोचन आज दिनांक 6 अक्टूबर को मध्यप्रदेश पुलिस के पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री एस के दास, सीबीआई के स्पेशल प्रॉसिक्यूटर श्री मनोज द्विवेदी जी एवं साहित्यकार पंकज सुबीर के हाथों संपन्न हुआ। विमाचन समारोह में पुलिस, पत्रकार, साहित्यकार और इंदौर समेत मध्यप्रदेश के कई गणमान्य नागरिक शामिल हुए। इंदौर की होटल श्रीमाया रेज़िडेंसी में संपन्न आयोजन में पूर्व पुलिस महानिदेशक श्री दास ने कहा कि समाज को यह जानना जरूरी है कि कानून क्या है उनके अधिकार क्या है और अपने अधिकारों का उपयोग व कैसे कर सकते हैं। यह पुस्तक बहुत ही सही अवसर पर आई है। आज कानून में परिवर्तन को समझने की पूरे समाज को जरूरत है। अंग्रेजों के जमाने में जैसा आमजन को पुलिस से डर लगता था वह काफी हद तक खत्म हुआ है। पूरी तरह खत्म होने की दिशा में यह पुस्तक सार्थक कड़ी होने का कार्य करेगी। विशेष अतिथि श्री मनोज द्विवेदी ने कहा कि कानून आमजन को सोशल जस्टिस दिलाने के लिए है। इसी पहल को लेकर नया कानून आया है। व्यक्ति कानून का जानकार रहेगा तो अपराध कम होंगे। इस विषय पर अब तक कोई पुस्तक नहीं आई है। ऐसे में कानून को समझने के लिए और धाराओं की जानकारी लेने के लिए यह पुस्तक उपयोगी साबित होगी। उन्होंने प्रवीण जी के टाइम मैनेजमेंट की तारीफ करते हुए कहां की इन्हें हम पुलिस सेवा में भी समय प्रबंधन के लिए जानते थे, मंत्रालय और सचिवालय में भी इसी की चर्चा थी। शिवना प्रकाशन के पंकज सुबीर ने पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पुस्तक सिर्फ पुलिस अधिकारियों के लिए ही नहीं बल्कि हर आमजन के लिए महत्वपूर्ण है। यह पुस्तक बताती है कि कानून में कौन-कौन सी धाराएं बदल गई हैं। सोशल मीडिया के तूफान के बीच इस पुस्तक का आना एक सार्थक पहल है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रवीण जी को लोग एक पूर्व पुलिस अधिकारी और पूर्व ओएसडी के रूप में तो जानते ही हैं लेकिन एक लेखक के रूप में अब उनकी यह नई पहचान बनेगी। पुस्तक के लेखक श्री प्रवीण कक्कड़ ने पुस्तक को अपनी मां स्वर्गीय विद्यादेवी कक्कड़ को समर्पित करते हुए कहा कि मेरा जीवन पुस्तकालय से शुरू हुआ था कॉलेज में मैं काफी किताबें पढ़ता था। फिर पुलिस मुख्यालय, सचिवालय और मंत्रालय से होता हुआ फिर पुस्तकालय तक पहुंच गया है। जीवन में काफी उतार चढ़ाव आते हैं लेकिन जब भी आपको आगे बढ़ना हो तो आपको वह सीढ़ी छोड़ना पड़ेगी जिस पर आप मजबूती से खड़े हैं, अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलेंगे, तभी आप ऊपर की ओर बढ़ पाएंगे। उन्होंने पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस के नये कानून ‘भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता’ (बीएनएसएस) और पुराने क़ानून ‘भारतीय दंड संहिता’ (आईपीसी) के बीच के बदलाव को मैने बेहद सरल भाषा में अंकित किया है। यह पुस्तक पुलिस, प्रशासन, क़ानून के विद्यार्थियों और वकीलों के साथ साथ आम जनता के लिये भी बेहद उपयोगी साबित होने वाली है। इस पुस्तक में पुराने और नए कानून में धाराओं के परिवर्तन, ऑनलाइन शिकायत सहित अन्य महत्वपूर्ण बदलाव की जानकारी है। इसके साथ ही दुनिया की बेस्ट पुलिसिंग सिस्टम और पुलिस सुधार के विभिन्न प्रयासों का भी उल्लेख है। कार्यक्रम में स्वागत भाषण श्रीमती ज्योति जैन ने दिया। उन्होंने शिवना प्रकाशन परिवार की ओर से सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम के सूत्रधार संजय पटेल थे।
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नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए.) ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों से जुड़े मामले में शनिवार को दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित छह राज्यों में 22 जगहों पर छापेमारी की। एनआईए के मुताबिक दिल्ली में उत्तर पूर्वी दिल्ली के पुराने मुस्तफाबाद इलाके में एक घर पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई देश में आतंकी नेटवर्क को निशाना बनाने वाले व्यापक अभियान के हिस्से के रूप में की जा रही है। एनआईए की टीम ने महाराष्ट्र के मालेगांव में एक होमियोपैथी क्लीनिक में छापेमारी की। एनआईए की यह छापेमारी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, जम्मू-कश्मीर और असम में जारी है। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।
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कोलकाता । आरजी कर मेडिकल कॉलेज आैर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार रात से ही अपनी दूसरी पूर्ण हड़ताल समाप्त कर काम पर वापसी कर ली है। शनिवार सुबह से उन्होंने आउटडोर विभाग में भी मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है। आरजी कर सहित अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी शनिवार को यही स्थिति देखी गई, जहां डॉक्टर मरीजों को देखकर आवश्यक चिकित्सा परामर्श दे रहे थे। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि इतने दिनों से चले आ रहे आंदोलन के दौरान आम जनता ने उनका समर्थन किया है। अब वे जनता के साथ खड़े होकर पूरी तरह से चिकित्सा सेवाओं को सामान्य कर रहे हैं। उन्होंने आंदोलन के दौरान साथ खड़े रहने वाले वरिष्ठ डॉक्टरों के प्रति भी आभार प्रकट किया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर आरिफ अहमद लस्कर ने कहा, "वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट की आधिकारिक घोषणा के बाद हड़ताल पूरी तरह समाप्त कर दी गई है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज सहित अन्य सभी मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टर अब काम पर लौट चुके हैं। हमने आउटडोर विभाग के साथ-साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों और इमरजेंसी सेवाओं में भी काम शुरू कर दिया है।" शुक्रवार रात से ही आरजी कर अस्पताल की इमरजेंसी और इंडोर सेवाओं में जूनियर डॉक्टरों ने काम पर वापसी कर ली थी। शनिवार सुबह से आउटडोर सेवाएं भी पूरी तरह से सामान्य हो गईं। आंदोलन के दौरान वरिष्ठ डॉक्टरों ने हमेशा जूनियर डॉक्टरों का समर्थन किया और अतिरिक्त काम करके मरीजों की देखभाल जारी रखी। अब भी वे जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के साथ खड़े हैं। हालांकि, वरिष्ठ डॉक्टरों ने हाल के दिनों में सुझाव दिया था कि पूर्ण हड़ताल के बजाय किसी और तरीके से आंदोलन को आगे बढ़ाया जा सकता है। इस सुझाव को स्वीकार करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया। कोलकाता मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर अनिकेत कर ने भी बताया कि शुक्रवार रात से इमरजेंसी सेवाओं, सर्जरी विभाग सहित विभिन्न विभागों में डॉक्टरों ने काम शुरू कर दिया है। शनिवार सुबह से ही कोलकाता मेडिकल कॉलेज के आउटडोर विभाग में भी मरीजों को देखा जा रहा है। इसके साथ ही, डॉक्टरों ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक रोटेशन शेड्यूल तैयार किया है ताकि वे विरोध स्थल पर भी अपनी उपस्थिति बनाए रख सकें।
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नई दिल्ली । गलत सूचना, सनसनीखेज और राष्ट्र-विरोधी नेरेटिव से उत्पन्न खतरों पर चिंता व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मीडिया से इन खतरों का मुकाबला करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि झूठे नेरेटिव और सनसनीखेज बातें भले ही दिलचस्प हों, लेकिन वे देश के ताने-बाने को नुकसान पहुंचाती हैं। मीडिया को इन ताकतों को बेअसर करना चाहिए और हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए। उपराष्ट्रपति ने शनिवार को नई दिल्ली में प्रतिदिन मीडिया नेटवर्क द्वारा आयोजित ‘कॉन्क्लेव 2024’ में राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका पर जोर दिया। धनखड़ ने सरकार की “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” के परिवर्तनकारी प्रभाव और राष्ट्रीय नेरेटिव को आकार देने में मीडिया के महत्व पर भी प्रकाश डाला। धनखड़ ने मीडिया से पूर्वोत्तर के लिए राजदूत के रूप में काम करने और इसकी पर्यटन क्षमता और विकासात्मक प्रगति को बढ़ावा देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "मीडिया जनता को सूचित करने और दिमाग को प्रज्वलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आपकी कहानियां विकास के लिए शक्तिशाली उपकरण के रूप में काम कर सकती हैं, जो हमारे विविध क्षेत्रों में मौजूद अद्वितीय अवसरों पर प्रकाश डालती हैं।" उपराष्ट्रपति ने तेजी से बढ़ते तकनीकी व्यवधान के दौर में जिम्मेदार मीडिया की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने सार्वजनिक संवाद की अखंडता को बनाए रखने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, "संपादकीय क्षेत्र को जनता को सूचित और संवेदनशील बनाना चाहिए ताकि मीडिया लोकतंत्र का प्रहरी बना रहे।" उन्होंने आपातकाल के दौरान समाचार पत्रों के साहसी रुख को भी याद किया, जब कुछ ने अपने संपादकीय स्थान को खाली छोड़कर सेंसरशिप का विरोध किया था। उन्होंने कहा, "मीडिया को हमेशा लोकतंत्र के स्तंभ के रूप में खड़ा रहना चाहिए।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रेस की स्वतंत्रता उसकी जिम्मेदारी से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, "मैं मीडिया से आग्रह करता हूं कि वह भारत के अभूतपूर्व विकास पथ पर ध्यान केंद्रित करे और एक सूचित और संतुलित संवाद को बढ़ावा दे जो हमारे लोकतंत्र को मजबूत करे।" उपराष्ट्रपति धनखड़ ने बंगाली, मराठी, पाली, प्राकृत और असमिया को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "इस पदनाम का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविधता को दर्शाता है।" उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि एक्ट ईस्ट नीति देश की सीमाओं तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि भारत से आगे जाकर दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ गहरे संबंधों को बढ़ावा देगी। उन्होंने बढ़ती कनेक्टिविटी की ओर इशारा किया जो जल्द ही पूर्वोत्तर से कंबोडिया तक यात्रा को सक्षम बनाएगी, जहां भारत सरकार के प्रयासों से प्रतिष्ठित अंकोरवाट मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "यह नीति एक गेम चेंजर साबित होगी, जो इस क्षेत्र के साथ गहरे सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देगी।"
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नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ड्रग्स की बहुत बड़ी खेप पकड़े जाने पर शुक्रवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस युवाओं को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है। अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि एक ओर जहां मोदी सरकार 'नशामुक्त भारत' के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है, वहीं उत्तर भारत से पकड़ी गई ड्रग्स की 5,600 करोड़ रुपये की खेप में कांग्रेस के एक प्रमुख व्यक्ति की संलिप्तता बेहद खतरनाक और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में ड्रग्स से पंजाब, हरियाणा और समग्र उत्तर भारत में युवाओं का जो हाल हुआ, वह सभी ने देखा है। मोदी सरकार युवाओं को खेल, शिक्षा और इनोवेशन की ओर ले जा रही है, तो वहीं कांग्रेस उन्हें ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है। गृहमंत्री शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता द्वारा अपने राजनीतिक रसूख से युवाओं को ड्रग्स के दलदल में झोंकने का जो पाप किया जाना था, उन इरादों को मोदी सरकार कभी पूरा नहीं होने देगी। हमारी सरकार ड्रग्स के कारोबारियों का राजनीतिक पद या कद देखे बिना, ड्रग्स के पूरे तंत्र का विनाश कर 'नशामुक्त भारत' बनाने के लिए संकल्पित है।
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नई दिल्ली । सोशल मीडिया कंपनी मेटा (फेसबुक) के को-फाउंडर और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मार्क जुकरबर्ग दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। उन्होंने यह उपलब्धि अमेजन के अध्यक्ष और पूर्व सीईओ जेफ बेजोस को पछाड़ कर हासिल की है। ऐसा मेटा प्लेटफॉर्म्स के शेयरों में लगातार बढ़ोतरी के कारण हुआ है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स की ओर से शुक्रवार को जारी सूची के मुताबिक जुकरबर्ग की कुल संपत्ति 3 अक्टूबर को 206.2 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इस वृद्धि के कारण जुकरबर्ग संपत्ति के मामले में जेफ बेजोस से 1.1 अरब डॉलर आगे निकल गए, जिनकी कुल संपति 205.1 अरब डॉलर से ऊपर है। हालांकि, जुकरबर्ग दुनिया के सबसे अमीर शख्स टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क से करीब 50 अरब डॉलर पीछे हैं। इस सूची में पहले नंबर पर एलन मस्क, दूसरे नंबर पर मार्क जुकरबर्ग और तीसरे नंबर पर जेफ बेजोस का नाम है। वहीं, टॉप 10 सबसे अमीर लोगों की सूची में बर्नार्ड अर्नाल्ट, लैरी इल्लीजन, बिल गेट्स, लैरी पेज, स्टीव बॉलमर, वॉरेन बफे और सर्गी ब्रिन शामिल हैं। भारत की बात करें तो मुकेश अंबानी 107 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ 14वें नंबर पर हैं। गौतम अडानी उनसे कुछ पायदान नीचे 17वें स्थान पर इस सूची में अपनी जगह बनाए हुए हैं। मौजूदा समय में उनकी कुल संपत्ति 100 अरब डॉलर है।
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नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने तिरुपति प्रसादम में मिलावट के आरोपों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी टीम की मॉनिटरिंग सीबीआई डायरेक्टर करेंगे। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने ये आदेश दिया है। एसआईटी में सीबीआई डायरेक्टर की ओर से मनोनीत दो सीबीआई अधिकारी, दो राज्य पुलिस के अधिकारी और एक एफएसएसएआई के अधिकारी शामिल होंगे। अब राज्य सरकार की ओर से गठित एसआईटी की बजाय ये नई एसआईटी जांच करेगी। कोर्ट ने कहा कि वो नहीं चाहता है कि ये मामला सियासी ड्रामा में तब्दील हो। मामला करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा है। इसलिए वो इस मामले में स्वतंत्र एसआईटी की जांच का आदेश दे रहा है। उल्लेखनीय है कि 30 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा था कि भगवान को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जो रिपोर्ट सार्वजनिक हुई है वो जुलाई की है लेकिन मुख्यमंत्री इसको लेकर सितंबर में बयान दे रहे हैं। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि इस रिपोर्ट को देखकर ये स्पष्ट नहीं है कि कथित मिलावट वाला घी लड्डू प्रसाद में इस्तेमाल हुआ कि नहीं। कोर्ट ने मंदिर प्रशासन से पूछा कि जिस सैंपल में मिलावट मिला था, क्या उसका इस्तेमाल प्रसादम बनाने में हुआ था। तब मंदिर प्रशासन के वकील ने कहा था कि इसकी जांच करनी होगी। इस पर कोर्ट ने कहा कि जब जांच चल रही थी, फिर ये सबूत कहां है कि प्रसादम का लड्डू बनाने में मिलावटी घी का प्रयोग हुआ था। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी समेत दूसरे याचिकाकर्ताओं ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें मामले की जांच की मांग की गई थी।याचिका में भगवान श्री वेंकटेश्वर के निवास स्थान तिरुपति तिरुमाला में लड्डुओं में घटिया सामग्री और पशु चर्बी वाले घी के कथित आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कमेटी गठित करने की मांग की गई थी। याचिका में कहा गया था कि मंदिर में प्रसाद की गुणवत्ता की आंतरिक रूप से जांच करने की जानी चाहिए।
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नई दिल्ली । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार में बाढ़ से हुए जान माल के नुकसान पर दुख जताते हुए केंद्र व राज्य सरकार से राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने की मांग की है। खरगे ने कहा कि बिहार के बाढ़ पीड़िताें को पीएम केयर फंड से मुआवजा मिलनी चाहिए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी अपेक्षा कि है कि वे पीड़ितों की सेवा के लिए तत्पर रहें। खरगे ने गुरुवार काे एक्स पोस्ट में यह बात कही। खरगे ने कहा कि बिहार में बाढ़ का मंज़र भयंकर होता जा रहा है। 17 ज़िलों में क़रीब 15 लाख़ लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। पिछले कुछ दिनों में कई लोगों की मृत्यु का समाचार बेहद पीड़ादायक है। पुल टूटे हैं और ख़ासकर उत्तरी बिहार में आपदा के चलते नागरिकों के घर उजड़े हैं। केंद्र और राज्य सरकार से हमारी मांग है कि राहत एवं बचाव कार्यों में तेज़ी लाई जाए ताकि पीड़ितों को त्वरित मदद मिल सके। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि विषम परिस्थितियों में भारतीय वायुसेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें जो मदद कर रही हैं, उनका हम तहे दिल से धन्यवाद करते हैं पर अभी भी राज्य सरकार की एजेंसियों द्वारा हर संभव मदद की बेहद ज़रूरत है। जिन किसानों की फ़सल बर्बाद हुई है उन्हें भी मुआवज़ा मिलना चाहिए।
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नवाचार के क्षेत्र में ग्वालियर में नया अध्याय जुड़ गया है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्वालियर की आदर्श गौशाला लाल टिपारा में बायो सीएनजी प्लांट का वर्चुअल शुभारंभ किया ... केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल एवं केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी वर्चुअल इस कार्यक्र शामिल हुए ... इस समारोह में लाल टिपारा गौशाला में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर शामिल हुए ... लाल टिपारा गौशाला में 2 बायो सीएनजी प्लांट के शुभारंभ के साथ-साथ स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के समापन हुआ ... इस प्लान का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ... जहाँ गाय के गोबर से बायो सीएनजी बनेगी ... लाल टिपारा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के सहयोग से 2 हेक्टेयर क्षेत्र में बायो सी.एन.जी. प्लांट स्थापित किया गया है ... इस प्लांट के संचालन के लिए 100 टन गोबर का उपयोग कर प्रतिदिन 3 टन तक सीएनजी और सर्वोत्तम गुणवत्ता का 20 तन जैविक खाद तैयार करेगा ... लाल टिपारा गौशाला कार्बन उत्सर्जन रोकने में वैश्विक आदर्श बनेगी ...
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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव के ईशा फाउंडेशन की जांच के लिए मद्रास हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने गुरुवार काे यह आदेश दिया। मद्रास हाई कोर्ट ने अपने एक आदेश में तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया था कि वो ईशा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज सभी आपराधिक मामलों का ब्योरा पेश करे। दरअसल, आज वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मामले को मेंशन करते हुए मद्रास हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने की मांग की। रोहतगी ने कहा कि ये धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे हैं। यह ईशा फाउंडेशन के बारे में बहुत जरूरी और गंभीर मामला है। सद्गुरु के लाखों अनुयायी हैं। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट मौखिक बयानों पर ऐसी जांच शुरू नहीं कर सकता।
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वाराणसी । जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने बुधवार को सारनाथ में भ्रमण किया और ऐतिहासिक जगहों पर फोटो भी खिंचवाई । इस दौरान उनके साथ प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्रदेश के संसदीय कार्य एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे। मेहमान प्रधानमंत्री ने सारनाथ में पुरातात्विक खंडहर, संग्रहालय और स्तूप का अवलोकन किया। इस दौरान मेहमान प्रधानमंत्री ने भगवान बुद्ध को नमन भी किया। संग्रहालय में मौजूद राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ को देखकर प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने इसके बारे में उत्सुकता दिखाई और जानकारी हासिल की। धमेख स्तूप के ऐतिहासिक तथ्य को भी जाना। अधीक्षक पुरातत्वविद् ने इस दौरान महत्वपूर्ण तथ्यों को बताया। अशोक स्तंभ, मूलगंध कुटी बिहार, पवित्र धमेख स्तूप को देख जमैका के प्रधानमंत्री प्रभावित दिखे। इस दौरान पूरे परिसर में सुरक्षा का व्यापक प्रबंध रहा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी भी सजग रहे। इससे पहले जमैका के प्रधानमंत्री बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे। एयरपोर्ट के एप्रन पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्रदेश के संसदीय कार्य एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना और जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या ने प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस का गर्मजोशी से स्वागत किया। एयरपोर्ट से बाहर निकलने पर सांस्कृतिक ग्रुप के कलाकारों ने मनोहारी नृत्य से स्वागत किया। मेहमान प्रधानमंत्री ने भी लोगों का अभिवादन नमस्ते कर स्वीकार किया। एयरपोर्ट से कड़ी सुरक्षा के बीच वाहनों के काफिले में प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस सारनाथ पहुंचे। सारनाथ भ्रमण के बाद वह नदेसर स्थित होटल पहुंचे, जहां उन्होंने लंच किया। शाम चार बजे वे बड़ालालपुर स्थित टीएफसी जाएंगे। यहां से नमो घाट जाएंगे। नमोघाट से क्रूज पर बैठकर दशाश्वमेध घाट की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती देखेंगे। गंगा आरती देखने के बाद बाबतपुर एयरपोर्ट लौटकर वे रात आठ बजे राजधानी दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
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रांची । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को फिर से झारखंड दौरे पर आए हैं। दोपहर 1:10 बजे विशेष विमान से वे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से हजारीबाग पहुंचे। वहां प्रधानमंत्री मोदी हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय के मटवारी गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। माैके पर प्रधानमंत्री ने जोहार कहकर संबोधित किया। उन्हाेंने कहा कि हमारा आदिवासी समाज तभी आगे बढ़ेगा जब आदिवासी युवाओं को अच्छी शिक्षा का अवसर मिलेगा। आज हमारी सरकार आदिवासी इलाकों में 40 एकलव्य स्कूल का शिलान्यास करने जा रही है, ताकि हमारे जनजातीय समाज को बेहतर शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि एक बार फिर मुझे यहां आने का सौभाग्य मिला। कुछ दिन पहले मैं झारखंड आया था। वहां से मैंने बड़ी संख्या में लोगों को आवास दिया। आज मैं यहां से फिर जनजातीय ग्राम योजना की शुरुआत करने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का मानना था कि भारत का विकास तभी हो सकता है कि जब आदिवासियों का विकास होगा।
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रोहतक । डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को बीस दिन की पैरोल मिलने पर बुधवार अल सुबह उन्हें रोहतक की सुनारियां जेल से रिहा कर दिया गया। पैरोल पर रिहाई के दौरान वह यूपी के बरनावा आश्रम में रहेंगे। राम रहीम की पैरोल को लेकर कांग्रेस ने एतराज जताया था और इस बारे में चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर कहा था कि राम रहीम को इस वक्त पैरोल देना ठीक नहीं है, इससे मतदान प्रभावित हो सकता है। सुरक्षा के बीच राम रहीम जेल से यूपी के लिए रवाना हुए है। बुधवार सुबह करीब पांच बजे सुनारियां जेल के बाहर हलचल शुरु हो गई थी और जेल परिसर की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई। करीब साढे़ छह बजे सुबह की हाजिरी के बाद राम रहीम को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच जेल से रिहा किया गया। अभी हाल में ही राम रहीम 4 सिंतबर को 21 दिन की फरलो काटकर जेल लौटे थे। राम रहीम की पैरोल पर निर्वाचन आयोग ने कुछ शर्तें भी लगाई हैं। वह पैरोल अवधि के दौरान हरियाणा में नहीं रहेंगे और न ही सोशल मीडिया पर एक्टिव होंगे और चुनावी गतिविधयों से दूर रहेंगे, अगर शर्तो का उल्लघंन हुआ तो उसी वक्त पैरोल को रद्द कर दिया जाएगा। राम रहीम की रिहाई को लेकर मंगलवार को कांग्रेस ने भी एतराज जताया था और चुनाव आयोग को शिकायत की थी, लेकिन देर रात सरकार ने राम रहीम की रिहाई के आदेश जारी किये और सुबह प्रशासन ने उन्हें रिहा कर दिया। प्रशासन ने तर्क दिया है कि जेल मैन्वअल के अनुसार राम रहीम की नियमों के तहत ही पैरोल दी गई है और इस वर्ष की 20 दिन की पैरोल राम रहीम की बाकि थी। एक कैदी की भांति अब उन्हें अगले साल में पैरोल मिलेगी।
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भारत समेत दुनिया के अधिकांश देशों में खान-पान का तरीका बिल्कुल अलग है. खान पान के मामले में कुछ लोग वेज खाना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग नॉनवेज खाना पसंद करते हैं. अब तो कुछ लोग वेगन को भी अपना रहे हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दुनियाभर में सबसे अधिक वेज किस देश के लोग खाते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि किस देश में वेज खाने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है. वेज फूड खाने के शौकीन लोग अच्छे खाने की तलाश में कई किलोमीटर दूर तक का सफर करते हैं. खाने की सबसे बड़ी विशेषता ये होती है कि सभी शहरों, राज्यों और देशों का खान-पान बिल्कुल अलग होता है. वहीं खाने के शौकीन लोग सभी तरह के खान-पान को पसंद करते हैं. इसमें कुछ लोग वेज खाना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग नॉनवेज खाना पसंद करते हैं. हालांकि दुनियाभर में सबसे अधिक लोग नॉनवेज खाते हैं. लेकिन आज हम आपको उन देशों के बारे में बताएंगे, जहां पर सबसे अधिक लोग वेज खाना खाते हैं. यहां खाते हैं लोग वेज बता दें कि वेज खाने वालों की सूची में पहले नंबर पर भारत आता है. यहां 38 फीसदी से ज्यादा लोग शाकाहारी खाना खाते हैं. वहीं हरियाणा और राजस्थान ऐसे राज्य हैं, जहां सबसे ज्यादा शाकाहारी रहते लोग हैं. इसके बाद शाकाहारी खाने वालों में दूसरे नंबर पर इजरायल है. यहां रहने वाले 13 फीसदी लोग शाकाहार का सेवन करते हैं. यहां के लोगों का मानना है कि भूख मिटाने के लिए जानवर की कत्ल करना जायज नहीं है. इन देशों में भी लोग खाते हैं वेज वहीं तीसरे नंबर पर ताइवान है, जहां 12 फीसदी से ज्यादा लोग वेज खाना पसंद करते हैं. यहां तमाम शाकाहारी रेस्तरां हैं. वहीं शाकाहारी खाने वालों की सूची में चौथे नंबर पर इटली है, जहां 10 फीसदी लोग वेज खाते हैं. हालांकि इटली तो नानवेज के लिए फेमस है, लेकिन पीयू रिसर्च के रिपोर्ट के मुताबिक वहां वेज खाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. वहीं पांचवें नंबर पर छोटा सा देश ऑस्ट्रिया है. यहां के 9 फीसदी लोग वेज खाना पसंद करते हैं. ऑस्ट्रिया का शाकाहारी भोजन अधिक मीठा होता है. इसमें कई सामग्रियां शामिल होती हैं. वहीं वेज खाने वाले देशों की सूची में 6वें नंबर पर यूरोपीय देश जर्मनी है. हालांकि यहां के लोग मांसाहार पसंद करते हैं, लेकिन 9 फीसदी लोग अभी भी पूर्ण शाकाहारी खाने पर ही निर्भर हैं.
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भारत और नेपाल के बीच जिस सुस्ता गांव को लेकर बीते 60 सालों से विवाद चल रहा है, वहां नेपाल का हैंगिंग ब्रिज तैयार हो चुका है। लोगों ने आना-जाना भी शुरू कर दिया। बीते 9 सालों से इस ब्रिज का कंस्ट्रक्शन चल रहा था। 1571 मीटर लंबे हैंगिंग ब्रिज पर नेपाल ने 2500 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सुस्ता बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में आने वाले चकदहवा से एक कदम की दूरी पर है। 26 सितंबर को नेपाल के प्रेसीडेंट रामचंद्र पौडेल ने इसका इनॉगरेशन किया। ब्रिज के शुरू होने से सुस्ता में रहने वाले लोगों को अब बोट के जरिए गंडक नदी क्रॉस नहीं करनी पड़ रही है, बल्कि वो ब्रिज से पैदल और बाइक से नेपाल पहुंचने लगे हैं। गांव में ट्रांसफॉर्मर ग्रिड के जरिए बिजली भी पहुंचाई जा चुकी है। नेपाल की सरकार गांव के लोगों को एक साल तक बिजली फ्री देगी। नेपाल सुस्ता को अपने लुम्बिनी प्रदेश में बताता है। यहां की नवल परासी सीट से सांसद विनोद चौधरी ने ब्रिज के इनॉगरेशन के वक्त कहा कि, अभी सुस्ता में 350 लोग रहते हैं, इनकी संख्या एक हजार तक की जाएगी। सांसद ने राष्ट्रपति से सुस्ता में चीनी मिल शुरू करने की डिमांड भी की। सुस्ता में नेपाल की ही सेना तैनात है। वहीं, सुस्ता से करीब 50 मीटर पहले भारत का सीमा सुरक्षा बल तैनात है। सुस्ता पर दावे को लेकर भारत और नेपाल में विवाद चल रहा है। फिलहाल सुस्ता नेपाल के कब्जे में हैं। नए ब्रिज बनने के बाद सुस्ता के क्या हालात हैं, वहां रहने वाले क्या बोल रहे हैं और बिहार सरकार इस मामले में क्या कर रही है, ये सब जानने भास्कर रिपोर्टर आदित्य उपाध्याय सुस्ता पहुंचे। चकदहवा से एक कदम की दूरी पर सुस्ता पश्चिम चंपारण जिले के बगहा सब डिविजन में बगहा-2 प्रखंड है, इसी में चकदहवा गांव आता है, जिसकी नेपाल से दूरी महज एक कदम की है। चकदहवा से ही लगा हुआ सुस्ता है, जिसे लेकर दोनों देशों में विवाद चल रहा है। बगहा-2 प्रखंड में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व यानी VTR तक आने-जाने के लिए पक्की सड़क है। VTR के बीच में से ही एक रास्ता सुस्ता की तरफ जाता है। VTR से सुस्ता की दूरी करीब 7 किमी की है। इस रास्ते से दोपहिया वाहन भी आते-जाते हैं। हम इसी के जरिए बाइक से सुस्ता पहुंचे। चकदहवा में हमें SSB जवानों ने जांच के लिए रोका। पूछा, सुस्ता क्यों जा रहे हैं? हमने कहा, झूला पुल देखने जा रहे हैं। उन्होंने नाम और गाड़ी का नंबर पूछकर छोड़ दिया। करीब 40 मिनट में हम सुस्ता पहुंच गए। हम सीधे नए हैंगिंग ब्रिज को देखने पहुंचे। वहां ब्रिज देखने आए लोगों की भीड़ लगी थी। अधिकतर भारतीय मूल के नेपाली लोग थे। जमीन भारत की है, नदी ने कटाव किया तो यहां आए सुस्ता में हमारी मुलाकात बुधई से हुई। वे गांव में ही हैंगिंग ब्रिज के पास एक किराना दुकान चलाते हैं। खेतीबाड़ी भी करते हैं। सुस्ता के बारे में पूछने पर बोले, ‘सुस्ता पहले गंडक नदी के पूर्वी हिस्से में था, लेकिन नदी के पूर्वी हिस्से में कटाव के चलते हम लोग पश्चिम की तरफ आकर बस गए। अब ये जमीन तो भारत की है, लेकिन लोगों के विस्थापित होने के कारण कब्जा नेपाल का है।’ उन्होंने बताया कि, ‘हैंगिंग ब्रिज बनने से नेपाल आना-जाना बहुत आसान हो गया है। पहले हमें बोट के जरिए गंडक नदी पार करके नेपाल जाना पड़ता था, इसलिए लोग अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए नेपाल के बजाए भारत आते थे। लेकिन अब भारत आना-जाना कम हो जाएगा।’
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चंद्र मिशन और सैटलाइट्स की तस्वीरों का विश्लेषण करने वाले वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि चंद्रयान-3 चंद्रमा के सबसे पुराने क्रेटर्स में से एक मेंउतरा। वैज्ञानिकों की टीम में अहमदाबाद के फिजिकल रिसर्च लैबोरेटरी एंड इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के रिसर्चर्स भी शामिल हैं। फिजिकल रिसर्च लैबोरेटरी के प्लैनेटरी साइंस डिवीजन में एसोसिएट प्रोफेसर एस विजयन ने बताया कि यह क्रेटर 3.85 अरब साल पहले नेक्टेरियन काल के दौरान बना था। नेक्टेरियन काल चंद्रमा के इतिहास में सबसे पुराने समय काल में से एक है। एस विजयन ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि चंद्रयान-3 लैंडिंग साइट एक यूनिक जियोलॉजिकल सेटिंग है। वहां इससे पहले कोई दूसरा मिशन नहीं गया है। चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर की तस्वीरें इस लैटिट्यूड पर चंद्रमा की पहली तस्वीरें हैं। तस्वीरें से पता चलता है कि चंद्रमा समय के साथ कैसे बदला है। भारत ने चंद्रयान-3 को 14 जुलाई, 2023 को 3 बजकर 35 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। 22 दिन बाद 5 अगस्त को यह चंद्रमा के ऑर्बिट में पहुंचा था। चंद्रयान-3 ने लॉन्च होने के 41वें 23 अगस्त को चंद्रमा पर लैंडिंग की। इसी के साथ भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला पहला देश बन गया। क्रेटर क्या है और कैसे बनता है किसी भी ग्रह, उपग्रह या अन्य खगोलीय वस्तु पर बड़े गड्ढे को क्रेटर कहा जाता है। ये क्रेटर ज्वालामुखी विस्फोट से बनते हैं। इसके अलावा किसी उल्का पिंड के किसी अन्य पिंड से टकराने से भी क्रेटर बनते हैं। गड्ढे से बाहर निकले सामान को इजेक्टा कहते हैं। एस विजयन ने कहा कि इजेक्टा का बनना उसी तरह है जब आप एक गेंद को रेत पर फेंकते हैं और उसमें से कुछ रेत वहां से खाली हो जाता है। वह रेत बाहर की ओर एक छोटे ढेर में बदल जाता है। चंद्रयान-3 से भेजी तस्वीरों से पता चला कि क्रेटर का आधा हिस्सा चंद्रमा पर सबसे बड़े और सबसे नामी बेसिन साउथ पोल-एटकेन बेसिन से बाहर फेंकी गई या निकली सामग्री के नीचे दबा हुआ था।
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लता मंगेशकर की 28 सितंबर को 95वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 6 फरवरी, 2022 को उनका निधन हो गया था। लता भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज आज भी अमर है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए लता की जिंदगी कई उतार-चढ़ाव से होकर गुजरी थी। उनकी जिंदगी के कुछ अनसुने किस्से हैं जो उन्होंने खुद बायोग्राफी लता सुरगाथा में बताए थे... चैप्टर- 1: बचपन टीचर की बात सुनकर आया गुस्सा, छोड़ दिया स्कूल ये बात गलत थी कि मैं कभी स्कूल नहीं गईं। मैं एक बार स्कूल गई थी। घर के नजदीक एक मराठी मीडियम का स्कूल था जहां मेरी फुफेरी बहन बसंती पढ़ती थी। एक दिन मैं उसके साथ स्कूल गई तो टीचर ने पूछा- तुम कौन हो? मैंने जवाब दिया- मैं दीनानाथ मंगेशकर की बेटी हूं। ये बात सुनकर वो बोले कि वो तो बड़े महान गायक हैं। तुम्हें कुछ गाना आता है? मैंने उन्हें गाना सुनाया जिसके बाद उन्होंने मुझे स्कूल में दाखिला दे दिया। मैं स्कूल के पहले दिन अपनी छोटी बहन आशा को लेकर गई, जो केवल दस महीने की थी। टीचर ने कहा कि स्कूल में इतने छोटे बच्चों को लाने की इजाजत नहीं। यह बात सुनकर मुझे गुस्सा आ गया और मैं क्लास बीच में छोड़कर घर आ गई।' उसके बाद मैंने स्कूल का मुंह कभी नहीं देखा। मैंने घर पर ही आसपास के लोगों की मदद से पढ़ाई की। मराठी, हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत और उर्दू भी सीखी। चैप्टर- 2 : जिम्मेदारी 13 साल की उम्र में घर चलाने के लिए फिल्मों में आईं 'ये 1942 की बात है। उस समय मेरे पिता दीनानाथ मंगेशकर का निधन हो गया था। 13 साल की उम्र में पूरे परिवार की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ गई थी। ऐसे में न चाहते हुए भी मुझे फिल्मों में काम करना पड़ा। घर में मां के अलावा चार भाई-बहनों की परवरिश एक चुनौती थी, जिसके लिए फिल्मों में काम करने का रास्ता ही मुझे ठीक लगा। मास्टर विनायक ने मुझे अपनी पहली फिल्म मंगलागौर में अभिनेत्री की छोटी बहन का रोल दिया। शूटिंग के दौरान मास्टर विनायक का स्टूडियो के साथ झगड़ा हो गया और उन्होंने फिल्म छोड़ दी। इस फिल्म को फिर डायरेक्टर आर.एस. जुन्नारदेव ने पूरा किया था। 1942 से 1947 तक मैंने पांच फिल्मों में काम किया। इनमें माझे झोल (1943), गजाभाऊ (1944), बड़ी मां (1945), जीवन यात्रा (1946), सुभद्रा (1946) और मंदिर (1948) शामिल थीं।' चैप्टर- 3: संघर्ष गरीबी में लता ने पहनी थी 12 रुपए की साड़ी ये बात किसी को मालूम नहीं होगी कि 1947-48 के दौरान राशन की दुकान पर साड़ियां मिलती थीं। जब मैंने काम करना शुरू किया तो मेरे हालात अच्छे नहीं थे। ऐसे में राशन की दुकान में जो साड़ियां मिलती थीं, मैं उन्हें पहना करती थी। 'ये साड़ियां कॉटन की होती थीं, जिनके किनारों पर एक पतला सा लाल बॉर्डर होता था। उस समय वे साड़ियां 12 रुपए में मिलती थीं। मैं उन्हें खरीदकर लाती और अपने हाथ से खुद धोती और सूखने के बाद उन्हें सिरहाने रखकर सोती थी। सिरहाने दबे होने से साड़ियां सुबह ऐसी हो जाती थीं कि जैसे उन पर इस्त्री की हो। मेरे पास तब इतने पैसे भी नहीं थे कि साड़ियों को इस्त्री करवाकर उन्हें पहन सकूं।' चैप्टर- 4: परिवार चाचा ने कहा- परिवार का नाम खराब कर देगी ये लड़की '14 साल की उम्र में मैं कोल्हापुर से मुंबई एक शो में गाने के लिए अपनी मौसी के साथ गई थी। यहां मैं अपने चाचा कमलनाथ मंगेशकर के घर रुकी थी। घर पहुंचते ही मैं रियाज करने लग गई। मेरी यही कोशिश थी कि पिताजी के नाम पर कोई सवाल ना उठाए। मगर चाचाजी मुझसे नाराज थे। उन्होंने मुझे देखकर कहा, ये लड़की भाई दीनानाथ मंगेशकर का नाम खराब कर देगी। कहां वो एक सुधी गायक और कहां ये लड़की। ये लड़की ठीक से गा नहीं पाएगी और पूरे खानदान का नाम मिट्टी में मिल जाएगा। चाचा के जैसी ही सोच मेरी बुआ विजय की भी थी। उन लोगों की ये बात सुन मैं बहुत आहत हुई और रोने लगी। तब मौसी ने मुझे समझाया कि किसी की बिना सुने बस मैं अपनी गायकी पर ध्यान दूं। अगले दिन मैंने अपनी परफॉर्मेंस दी। उस शो में दर्शक के तौर पर एक्ट्रेस ललिता पवार भी मौजूद थीं। उन्हें मेरा गाना बहुत पसंद आया। ललिता पवार ने मुझे इनाम में सोने की बालियां भेंट कीं।' चैप्टर- 5: कामयाबी जब जवाहर लाल नेहरु बोले-इस लड़की ने रुला दिया '1962 में चीन के आक्रमण के दौरान पं. प्रदीप (कवि प्रदीप) ने देशभक्ति गीत 'ए मेरे वतन के लोगो' लिखा। उन्होंने मुझसे गुजारिश की थी कि मैं 26 जनवरी, 1963 को गणतंत्र दिवस के मौके पर इस गीत को गाऊं। जब मैंने ये गाना वहां गाया तो जवाहरलाल नेहरु अपने आंसू रोक नहीं पाए। गाने के बाद मैं स्टेज के पीछे कॉफी पी रही थी तभी निर्देशक महबूब खान ने मुझसे आकर कहा कि तुम्हें पंडितजी बुला रहे हैं। नेहरू के सामने उन्होंने ले जाकर कहा, ‘ये रही हमारी लता। आपको कैसा लगा इसका गाना?’ नेहरू ने कहा, बहुत अच्छा। इस लड़की ने मेरी आंखों में पानी ला दिया। इतना कहकर उन्होंने मुझे गले लगा लिया। चैप्टर- 6: विवाद रफी के बारे में कहा- उन्हें गलतफहमी हो गई थी 'रॉयल्टी को लेकर मोहम्मद रफी से झगड़े पर लता ने कहा था- मैं इसे विवाद या झगड़े से ज्यादा सिद्धांत की लड़ाई के तौर पर देखती हूं। जब मैंने यह मुद्दा उठाया था तो मुझे अपने भविष्य की चिंता होने लगी थी।लगता था अभी तो गला चल रहा है तो काम मिल रहा है मगर कल का क्या? इसी वजह से मैंने म्यूजिक कंपनियों से कहा कि उन्हें सिंगर्स को गानों के एवज में रिकॉर्ड की बिक्री पर प्रॉफिट का कुछ अंश देना चाहिए। इस पर विवाद होने लगा। रफी साहब ने कहा कि जब हमने एक बार गाने के पैसे ले लिए तो फिर और पैसे मांगने का क्या मलतब है? मैंने तर्क दिया कि एक बार हमने गाना गा लिया, लेकिन उन फिल्मों के रिकॉर्ड तो सालों बनते और बिकते रहते हैं, जिनका मुनाफा रिकॉर्ड कंपनियों और फिल्म प्रोड्यूसर्स को जाता रहेगा, जबकि पीछे की मेहनत तो हमारी है। कंपनियां मुनाफा कमाती रहेंगी और सिंगर्स बदहाली की जिंदगी जीने को मजबूर रहते हैं। मुकेश, मन्ना डे, तलत महमूद और किशोर कुमार तो इस बात के समर्थन में थे, लेकिन रफी साहब, आशा जी और कुछ सिंगर्स को ये बात नहीं जमी। मुझे लगता था कि रफी साहब को मुद्दे की पूरी जानकारी नहीं थी और उन्हें गलतफहमी हो गई थी। इसका नतीजा ये रहा कि मैंने और रफी साहब ने सालों तक साथ में गाना नहीं गाया।' वर्कप्लेस पर उठाई आवाज, छोड़ दी रिकॉर्डिंग 'किस्सा 1949 का है। मैं फिल्म चांदनी रात के गाने 'हे छोरे की जात बड़ी बेवफा' की रिकॉर्डिंग कर रही थी। नौशाद इस फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर थे। मेल प्लेबैक सिंगर जीएम दुर्रानी थे। अपनी लाइन गाने के बाद दुर्रानी शरारत करने लगते। नौशाद जी ने उन्हें समझाया कि इससे रिकॉर्डिंग में अड़चन आ रही है, ऐसा न करें। एक ब्रेक के बाद गाने की रिकॉर्डिंग शुरू हुई तो दुर्रानी की हरकतें बढ़ गईं। उन्होंने मेरी सफेद साड़ी पहनने का मजाक उड़ाते हुए कहा, तुम सफेद चादर लपेटकर क्यों आती हो, रंगीन कपड़े क्यों नहीं पहनती हो? इसके अलावा उन्होंने मेरी ज्वेलरी पर भी सवाल उठाए। मैंने रिकॉर्डिंग बीच में बंद कर दी। मैं सोचती थी कि जीएम दुर्रानी मेरे कपड़ों और ज्वेलरी से ज्यादा मेरी गायकी पर फोकस करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद मैंने तय कर लिया कि मैं उनके साथ कभी काम नहीं करूंगी।'
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बोरिंग, जो कि आमतौर पर निर्माण और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का एक खास हिस्सा होती है, अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीकों से की जाती है. विदेशों में बोरिंग की तकनीकें और तरीके भारत से काफी अलग हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि भारत के मुकाबले विदेशों में बोरिंग कैसे की जाती है. विदेशों में इस मशीन से होती है बोरिंग विदेशों में बोरिंग की प्रक्रिया को नई तरह की मशीनों और तकनीकों के माध्यम से किया जाता है. टनल बोरिंग मशीन (TBM) का उपयोग करना बहुत आम है, जो कि जमीन के नीचे बड़े टनल बनाने में सक्षम होती हैं. TBM की मदद से बोरिंग करना न केवल समय की बचत करता है, बल्कि ये पर्यावरण पर भी कम प्रभाव डालता है. भारत में क्या है स्थिति? भारत में बोरिंग तकनीक में सुधार हो रहा है, लेकिन अभी भी हमारे देश में बोरिंग के लिए पारंपरिक तरीकों का उपयोग किया जाता है. यहां के कई प्रोजेक्ट्स में मैन्युअल बोरिंग तकनीकें देखी जाती हैं, जो कि कई बार बहुत समय लेने वाली होती हैं. हालांकि, पिछले कुछ सालों में भारत ने भी TBM तकनीक को अपनाना शुरू किया है, खासकर मेट्रो परियोजनाओं में. विदेशों से कितना अलग हो भारत में बोरिंग करने का तरीका? विदेशों में बोरिंग के लिए उच्च तकनीकी मशीनों का उपयोग किया जाता है, जबकि भारत में अभी भी कई परियोजनाएं पारंपरिक मशीनों पर निर्भर हैं. वहीं विदेशी देशों में बोरिंग प्रोजेक्ट्स के लिए अधिक कुशल प्रणाली होती है, जिससे समय और संसाधनों का बेहतर उपयोग होता है. इसके अलावा डिजिटलाइजेशन और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग विदेशों में बोरिंग करने के तरीके को ज्यादा सहूलियत भरा बनाता है, जबकि भारत में इसे लेकर विकास चल ही रहा है. गौरतलब है कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट में TBM का सफल प्रयोग देखने को मिला था. इस परियोजना के दौरान बोरिंग तकनीक को बहुत ही कुशलता से लागू किया गया, जिससे समय और लागत दोनों में कमी आई. यह घटना भारत में आधुनिक बोरिंग को करने के तरीके का विकास है. क्या है खास? विदेशों में बोरिंग करने के तरीके में पर्यावरण संरक्षण पर खास ध्यान दिया जाता है. जर्मनी और स्वीडन जैसे देशों में बोरिंग का काम करने के दौरान पर्यावरणीय मानकों का पालन करना जरुरी है. वहीं भारत में भी पिछले कुछ सालों में पर्यावरणीय नियमों को लागू करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन इसे लागू करना बहुत ही परेशानी भरा है.
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पितृपक्ष का समय पितरों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. मृत पितरों के निमित्त श्राद्ध करना प्रचीन हिंदू परंपरा है. श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा संतुष्ट होती है. पितरों के निमित्त श्राद्ध. पिंडदान (Pind Daan) या तर्पण (Tarpan) करने के लिए पितृपक्ष के समय को सबसे उत्तम माना जाता है. पितृपक्ष की शुरुआत होते ही लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए और उन्हें तृप्त करने के लिए तीर्थस्थलों जैसे गया जी, हरिद्वार, काशी, ऋषिकेश और प्रयादराज आदि जैसे जगहों पर पहुंचने लगते हैं. मान्यता है कि तीर्थस्थलों में किए गए श्राद्ध से पितृ तृप्त और प्रसन्न होते हैं. लेकिन अगर आप किसी तीर्थस्थल जाने के लिए आर्थिक रूप से समर्थ नहीं हैं तो चिंता न करें. आप कुछ विशेष विधि का पालन कर घर पर भी पितरों के निमित्त श्राद्ध कर्म कर सकते हैं. हमारे सनातन धर्म की यही खूबसूरती है कि इसमें प्रत्येक वर्ग की हर परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए नियम और व्यवस्थाओं का निर्धारण किया गया है. ज्योतिषाचार्य और भविष्यवक्ता अनीष व्यास से जानते हैं, धन के अभाव या विपन्नता पर कैसे करें पितृरों का श्राद्धकर्म- “तस्माच्छ्राद्धं नरो भक्त्या शाकैरपि यथाविधि।” शास्त्रों के अनुसार, अन्न-वस्त्र के लिए धन का अभाव होने पर शाक यानी हरी सब्जियों से भी श्राद्ध किया जा सकता है. लेकिन सब्जियों द्वारा भी श्राद्ध करने में असमर्थ हों तो दक्षिणामुखी होकर दोनों भुजाओं को ऊपर ऊठाकर ये प्रार्थना कर लें... प्रार्थना- “न मेस्ति वित्तं धनं च नान्यच्छ्राद्धोपयोग्यं स्वपितृन्न्तो स्मि। तृप्यन्तु भक्त्या पितरो मयैतौ कृतौ भुजौ वत्र्मनि मारुतस्य।।” (विष्णु पुराण) अर्थ है:- हे मेरे पितृरों! मेरे पास श्राद्ध कर्म के लिए न हो उपयुक्त धन है और न धान्य. लेकिन मेरे पास आपके लिए अपार श्रद्धा-भक्ति है. इसलिए मैं इन्हीं के द्वारा आपको तृप्त करना चाहता हूं. मैंने शास्त्रानुसार दोनों भुजाओं को आकाश में उठा रखा है.
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चुकंदर और आंवले का जूस बेहद फायदेमंद होता है. इससे शरीर की कई परेशानियां छूमंतर हो सकती हैं. दरअसल, चुकंदर और आंवला दोनों ही कई पोषक तत्वों से भरपूर हैं. चुकंदर (Beetroot) में विटामिन B9, विटामिन C, फाइबर, पोटेशियम, आयरन पाया जाता है, जबकि आंवला (Amla) विटामिन C, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट का खजाना होता है. ये सभी पोषक तत्व स्किन के अलावा ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाने का काम करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं चुकंदर और आंवले का जूस मिलाकर पीने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं... 1. त्वचा होगी जवां चुकंदर और आंवला में विटामिन सी भरपूर पाया जाता है, जो सबसे पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट में से एक माना जाता है. इसके सेवन से चेहरा जवां होता है.चुकंदर में बीटालेंस नाम का पिगमेंट पाया जाता है, जो चेहरे के सूजन को कम कर दाग-धब्बों को मिटाता है. इसके अलावा विटामिन सी हाइपरपिग्मेंटेशन को कम कर डैमेज स्किन को बचाता है और चेहरे पर निखार, खूबसूरती लाता है. 2. इम्यूनिटी करे बूस्ट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत रहने से बीमारियां दूर रहती हैं. सर्दी-जुकाम और खांसी से बचने के लिए ठंडे मौसम में चुकंदर और आंवला के जूस में गाजर मिलाकर खाली पेट पिएं. इनमें मौजूद विटामिन सी शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत कर मौसमी बीमारियों से बचाने का काम करेगी. 3. ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे, कमजोरी भगाए आंवला और चुकंदर दोनों में ही ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के गुण पाए जाते हैं. रोजाना इनका जूस पीने से ब्लड प्रेशर की समस्याएं दूर होती हैं. इससे शरीर की एनर्जी भी बढ़ती है, जिससे कमजोरी औऱ थकान दूर होती है. 4. पाचन बेहतर बनाए पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे-अपच, कब्ज और गैस की समस्याओं से परेशान हो गए हैं तो चुकंदर-आंवले का मिक्स जूस फायदेमंद हो सकता है. इसमें गाजर मिलाकर पीने से दोगुना फायदा मिल सकता है. इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है. 5. वजन घटाए फास्ट फूड और जंक फूड खाने से आजकल मोटापा आम समस्या बनती जा रही है. ऐसे में वजन कंट्रोल करने के लिए सुबह खाली पेट चुकंदर, आंवले के जूस में गाजर मिलाकर पी सकते हैं. इस जूस की कैलोरी कम होती है, जो वेट कंट्रोल में मदद करती है.
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भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जा रहा है. यह मैच कानपुर के ग्रीन पार्क क्रिकेट स्टेडियम में चल रहा है, जिसमें फैंस विराट कोहली के बल्ले से शतक की उम्मीद कर रहे हैं. ऐसे में विराट कोहली का एक नन्हा फैन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो 58 किलोमीटर साइकिल चलाकर कोहली को देखने ग्रीन पार्क क्रिकेट स्टेडियम पहुंचा है. साइकिल से पहुंचा कोहली का नन्हा फैन क्रिकेट के प्रति भारत में दीवानगी जगजाहिर है, और यही जुनून 15 साल के कार्तिकेय ने दिखाया, जो विराट कोहली को अपना आदर्श मानता है. उत्तर प्रदेश के उन्नाव से ताल्लुक रखने वाले कार्तिकेय ने विराट कोहली की एक झलक पाने के लिए 58 किलोमीटर साइकिल से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम का सफर तय किया. कार्तिकेय ने सुबह 4 बजे अपनी खस्ताहाल साइकिल से यात्रा शुरू की और समय पर स्टेडियम पहुंच गए. उनके माता-पिता ने उनके इस फैसले पर सहमति जताई थी क्योंकि वह कोहली को देखने जा रहे थे. हालांकि बारिश ने भारत-बांग्लादेश टेस्ट के पहले सत्र में खलल डाला, लेकिन कार्तिकेय समय पर स्टेडियम पहुंच गए. मौसम डाल सकता है मैच में खलल? एक्यूवेदर के अनुसार, शुक्रवार को कानपुर में बारिश की 96% संभावना है, साथ ही आंधी-तूफान की भी 58% संभावना है. ऐसे में पहले दिन का खेल प्रभावित होने की पूरी संभावना है. हर घंटे के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक बारिश की संभावना 40% से 74% के बीच रहने की उम्मीद है. पहले दिन पिच पर टिके बांग्लादेशी बल्लेबाज खबर लिखे जाने तक बांग्लादेशी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों पर हावी साबित हो रहे हैं. भारतीय गेंदबाजों ने 28 ओवर फेंके हैं. लेकिन अभी तक बांग्लादेश के सिर्फ तीन विकेट गिरे हैं. बांग्लादेश के कप्तान 57 गेंदों में 31 रन बनाकर आउट हुए.
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पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक ऐसी रोटी बनाई जाती है जिसका नाम सुनकर ही लोग हैरान रह जाते हैं. दरअसल इसका नाम है 'पत्थर की रोटी’. जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा. यह रोटी पत्थर पर पकाई जाती है और इसका स्वाद बेहद अनोखा होता है. ऐसे में चलिए इस अनोखी रोटी के बारे में जानते हैं और ये बनाता कौन है ये भी जानेंगे. कैसे बनती है पत्थर की रोटी? पत्थर की रोटी, जिसे स्थानीय भाषा में 'سنگ روٹی' कहा जाता है, एक खास तरह की रोटी है जो पाकिस्तान के अलग-अलग क्षेत्रों में बनाई जाती है. इसे बनाने की विधि भई बेहद दिलचस्प है. दरअसल इस रोटी को पत्थर पर बनाया जाता है, जो इसकी खासियत है. इसे बनाने के लिए एक ठोस पत्थर की सतह का उपयोग किया जाता है. दरअसल पत्थर की रोटी बनाने के लिए गेहूं का आटा, पानी और थोड़ा सा नमक मिलाकर एक सख्त आटा गूंथा जाता है. इस आटे को छोटी-छोटी लोइयों में बांटकर चकले पर बेल लिया जाता है. फिर इन लोइयों को गर्म पत्थर पर रखकर पकाया जाता है. पत्थर की गर्मी से रोटी पक जाती है और इसका स्वाद बेहद क्रिस्पी हो जाता है. यह रोटी आमतौर पर मोटी होती है और इसमें एक अलग ही स्वाद होता है. यह खाने में कुरकुरी होती है और इसे कई तरह की चटनियों या सब्जियों के साथ परोसा जाता है. क्यों खाई जाती है पत्थर की रोटी? बलूचिस्तान में अधिकतर लोग खानाबदोश जीवन जीते हैं. ऐसे में उनके पास रसोई बनाने की सुविधा नहीं होती है. इसलिए वो पत्थर पर रोटी बनाकर खाते हैं. वहीं इस तरह की रोटी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होता है. साथ ही पत्थर की रोटी का स्वाद बहुत ही अनोखा और स्वादिष्ट होता है. इसे दही, चटनी या सब्जी के साथ खाया जाता है.
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जब भी धरती के सबसे बड़े जीव की बारे में बात की जाती है तो सबसे पहला नाम लोगों के जहन में ब्लू व्हेल का आता है. हालांकि, ये जीव पानी में रहता है. चलिए आज आपको बताते हैं कि जमीन पर रहने वाला दुनिया का सबसे बड़ा जीव कौन सा है. इसके साथ ही आपको इस जीव की खासियत और इसके बारे में कई और बाते भी बताते हैं. कौन सा है वो जीव जमीन पर रहने वाला दुनिया का सबसे बड़ा जीव अफ्रीकी जंगली हाथी है. इसे African Bush Elephant भी कहा जाता है. वहीं इसका वैज्ञानिक नाम Loxodonta africana है. इन हाथियों का औसत वजन 4,500 से 6,800 किलोग्राम तक हो सकता है और ऊंचाई लगभग 3 से 4 मीटर यानी 10 से 13 फीट तक हो सकती है. इन हाथियों के कान आम हाथियों से काफी बड़े होते हैं जो उनके शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. वहीं इसकी लंबी सूंड और बड़े दांत खाना और पानी की खोज में सहायक होते हैं. कहां रहते हैं अफ्रीकी बुश हाथी अफ्रीकी बुश हाथी मुख्य रूप से अफ्रीका के सवाना, जंगल और घास के मैदानों में पाए जाते हैं. ये जीव अक्सर झुंड में रहते हैं, जिसमें मादा हाथी और उनके बच्चे भी शामिल होते हैं, जबकि नर हाथी आमतौर पर वयस्क होने के बाद अकेले रहना पसंद करते हैं या छोटे समूहों में पाए जाते हैं. आपको बता दें, हाथियों की सामाजिक संरचना बहुत मजबूत होती है, जिसमें मादा हाथी नेतृत्व करती हैं और समूह के सदस्यों का ध्यान रखती हैं. क्या खाते हैं ये अफ्रीकी बुश हाथी शाकाहारी होते हैं और इनका आहार- घास, पत्तियां, पेड़ों की छाल और फल होता है. ये हाथी एक दिन में लगभग 150 किलो भोजन कर सकते हैं. इनकी खास बात ये है कि खाने की तलाश में ये लंबी दूरी तक यात्रा कर सकते हैं. हालांकि अफ्रीकी बुश हाथी का जीवन अब खतरे में है. शिकार, वनों की कटाई और इनके आवास का नुकसान उनके अस्तित्व के लिए गंभीर खतरे पैदा कर रहे हैं. दरअसल, इनके दांतों के लिए इनका अवैध शिकार एक प्रमुख समस्या है, जिससे इनकी जनसंख्या में अब गिरावट आ रही है.
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देश की राजधानी दिल्ली हर साल अक्टूबर और नवंबर में भयंकर प्रदूषण का सामना करती है, जिसके चलते कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जैसे फ्लाइट्स में देरी या फिर कैंसिल हो जाना और लोगों की स्वास्थ्य की समस्या या सांस लेने में दिक्कत. ऐसे में दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए फिर ऑड-ईवन सिस्टम लागू होगा. भारत में बढ़ते वाहनों के चलते कई जगहों पर ऑड-ईवन सिस्टम लागू किया जाता रहा है. ऐसे में चलिए आज जानते हैं कि दुनिया के कितने देशों में ये सिस्टम लागू किया गया है. क्या है ऑड ईवन? सबसे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर ऑड ईवन होता क्या है? तो बता दें कि ऑड-ईवन सिस्टम वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने का एक तरीका है, जिसमें वाहनों को उनके पंजीकरण नंबर के आखिरी अंक के आधार पर सड़क पर चलने की अनुमति दी जाती है. इसका उद्देश्य वायु प्रदूषण को कम करना, यातायात की भीड़ को कम करना और सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा देना होता है. कौन से देशों में लागू है ऑड-ईवन सिस्टम? ऑड-ईवन सिस्टम को दुनिया के कई शहरों और देशों में अपनाया गया है. हालांकि, यह एक व्यापक रूप से लागू किया जाने वाला नियम नहीं है और इसे अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीकों से लागू किया जाता है. तो चलिए जानते हैं कि वो कौन से देश हैं जहां ये सिस्टम लागू किया गया है. भारत: भारत में ऑड-ईवन सिस्टम को सबसे पहले दिल्ली में लागू किया गया था. दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर के कारण, सरकार ने वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया था. इसके बाद, भारत के कई अन्य शहरों में भी ऑड-ईवन सिस्टम को लागू किया गया. चीन: चीन के कई शहरों में भी ऑड-ईवन सिस्टम को लागू किया गया है. बीजिंग, शंघाई और गुआंगज़ौ जैसे बड़े शहरों में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए यह सिस्टम अक्सर लागू किया जाता है. मेक्सिको सिटी: मेक्सिको सिटी में भी वायु प्रदूषण को कम करने के लिए ऑड-ईवन सिस्टम को लागू किया गया है. पेरिस: पेरिस में भी वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए ऑड-ईवन सिस्टम को लागू किया जाता है अन्य देश: इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, और कई अन्य देशों में भी कुछ शहरों में ऑड-ईवन सिस्टम को लागू किया गया है. ऑड-ईवन सिस्टम के फायदे ऑड-ईवन के कई फायदे होते हैं. जैसे इससे सड़कों पर वाहनों की संख्या कम हो जाती है, जिससे वायु प्रदूषण में कमी आती है. साथ ही ऑड-ईवन सिस्टम से सड़कों पर यातायात की भीड़ कम होती है, जिससे आवागमन का समय कम हो जाता है. इसके अलावा ऑड-ईवन सिस्टम से लोग सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रेरित होते हैं.
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बोहरा मुस्लिम, मुस्लिमों की ही एक जाति है, जो शिया संप्रदाय के आदर्शों का पालन करती है. इस समुदाय के लोग मुख्य तौर पर व्यापार जैसे कामों में लगे रहते हैं. बात की जाए भारत की तो भारत देश में बोहरा मुस्लिमों की आबादी 20 लाख से ज्यादा है. जिनमें 15 लाख दाऊदी बोहरा है. भारत में बोहरा जाति का आगमन 11वीं शताब्दी में मुस्ताली मत ने धर्म प्रचारकों के माध्यम से भारत में अपनी जगह बनाई. 1539 के बाद जब भारत में इसका समुदाय बड़ा हो गया तो, इस मत का मुख्यालय यमन से भारत के सिद्धपुर में स्थानांतरित किया गया. इसके बाद साल 1588 को वो दौर आया जब दाऊद बिन कुतुब शाह और सुलेमान के अनुयायियों की वजह से बोहरा समुदाय आपस में बंट गया. हालांकि इनके धार्मिक सिद्धांतों में कुछ खास अंतर नहीं था. दाऊदी बोहरा शियाओं के आदर्शों को मानता है. जो मुख्य तौर पर गुजरात के सूरत, जामनगर, राजकोट, अहमदाबाद, दाहोद और महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, नागपुर, राजस्थान के उदयपुर, भीलवाड़ा और मध्य प्रदेश के उज्जैन, इंदौर, शाजापुर जैसे शहरों में रहते हैं. दाऊदी बोहरा सबसे पहले मुंबई आए थे. वही यमन और सऊदी अरब में बोहरा मुस्लिम समुदायों की संख्या काफी अधिक है. बोहरा समुदाय की अनोखी परंपरा दाऊदी बोहरा समुदाय के ज्यादातर लोगों के घर में एक समय का खाना कॉमन किचन से आता है. बोहरा समुदाय जहां-जहां भी रहते हैं, वहां ये समुदाय मिलकर कॉमन किचन (सांझा चूल्हा) चलाता है. वहां बनने वाले खाने को उन्हीं के समुदाय के लोगों द्वारा घर-घर तक पहुंचाया जाता है. बोहरा मुसलमान पर्यावरण और साफ-सफाई को लेकर काफी गंभीर होते हैं. मुसलमानों का ये समुदाय काफी समृद्ध और पढ़ा-लिखा होता है. बोहरा समुदाय में ज्यादातर लोग व्यापार करते हैं, तो कुछ लोग किसानी का काम. दाऊदी बोहरा बेहद शांत और सौम्य प्रवृति के होते हैं. दाऊदी बोहरा की विरासत दाऊदी बोहरा मुसलमानों की विरासत फातिमी इमामों से संबंध रखती है, जिन्हें पैगंबर मोहम्मद का प्रत्यक्ष वंशज भी कहा जाता है. 10वीं से 12वीं शताब्दी के दौर में इस्लाम ने दुनिया पर शासन के दौरान ज्ञान, विज्ञान, वास्तुकला, कला साहित्य और ढेरों उपलब्धियां हासिल कर इस्लाम धर्म को समृद्ध बनाया. जो आज मानव सभ्यता की बहुमूल्य पूंजी है. दाऊदी बोहरा इमामों के आदेशों को मानते हैं. बोहरा समुदाय के 21वें और अंतिम इमाम तैयब अबुल क़ासिम थे. उनके बाद 1132 से आध्यात्मिक गुरूओं की परंपरा की शुरुआत होती है. बोहरा समुदाय के लोग सूफियों और मजारों पर अटूट विश्वास रखते हैं. दाऊदी बोहरा समुदाय इस्माइली शिया (Shia) समुदाय का उप समुदाय है.
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अगर आप भी इस बरसात के मौसम में अपने बच्चे और फैमिली वालों के साथ बाघों को देखने के लिए राष्ट्रीय उद्यान जाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. आज हम आपको भारत के ऐसे फेमस नेशनल पार्कों के बारे में बताएंगे, जहां आप खूब एंजॉय कर सकते हैं. इन नेशनल पार्क में आपको सिर्फ बाघ ही नहीं बल्कि कई दूसरे जीव जंतु देखने को मिलेंगे. भारत के फेमस नेशनल पार्क फैमिली के साथ किसी अच्छे नेशनल पार्क जाने की सोच रहे हैं, तो मध्य प्रदेश का कान्हा नेशनल पार्क बाघों के लिए सबसे ज्यादा फेमस माना गया है. यहां पर बाघों की संख्या बहुत ज्यादा है साथ ही दूसरे जंगली जानवर भी यहां आपको देखने को मिलेंगे. जंगल सफारी के दौरान आप बड़ी आसानी से सभी बाघों को कान्हा नेशनल पार्क में अपनी आंखों से देख सकते हैं. मध्य प्रदेश का पेंच नेशनल पार्क इसके अलावा मध्य प्रदेश में पेंच नेशनल पार्क भी है, जो कान्हा नेशनल पार्क के पास ही मौजूद है. यहां पर भी बाघों की संख्या बहुत ज्यादा है और यहां का नजारा भी काफी खूबसूरत है. इसके अलावा आप बांधवगढ़ नेशनल पार्क भी घूम सकते हैं. यह पार्क भी मध्य प्रदेश में स्थित है, जहां आपको कई सारे बाघ एक साथ देखने को मिलेंगे. कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ सेंचुरी अगर आप उत्तराखंड या उत्तराखंड के आसपास के रहने वाले हैं, तो कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ सेंचुरी घूमने जा सकते हैं. यहां आपको कई सारे बाघ देखने को मिलेंगे साथ ही बाकी दूसरे वन्य जीव भी आपको आसानी से यहां दिख जाएंगे. रणथंभौर नेशनल पार्क, राजस्थान रणथंभौर नेशनल पार्क भी बाघों के लिए काफी फेमस माना गया है. राजस्थान में स्थित इस नेशनल पार्क में आपको बाघ खुले मैदान में घूमते दिखाई देंगे. आप बड़ी आसानी से और अपने करीब से बाघ को देख सकते हैं. सुंदरबन नेशनल पार्क यही नहीं पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरबन नेशनल पार्क दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है. यहां पर आपको कई सारे बाघों की प्रजातियां देखने को मिलेगी. इस नेशनल पार्क में आप नाव सफारी कर बाघों को करीब से देख सकते हैं. पेरियार टाइगर रिजर्व इसके अलावा आप अपने पूरे परिवार के साथ पेरियार टाइगर रिजर्व में बाघों को देखने जा सकते हैं. केरल में स्थित यह पार्क खासकर बाघों के लिए काफी जाना जाता है. यहां आप दोनों तरीके से बाघ को देख सकते हैं. यहां पर जंगल सफारी और नाव सफारी दोनों ही बेस्ट मानी जाती है. आप इन सभी नेशनल पार्क में जाकर बाघों की तस्वीर क्लिक कर सकते हैं और अपनी इस ट्रिप को यादगार बना सकते हैं.
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गजलक्ष्मी व्रत हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है. इस दिन चांदी का हाथी, सोना और विवाह से जुड़ी खरीदारी करने का विशेष महत्व होता है. गजलक्ष्मी व्रत के दिन आपको हाथी पर सवार माता लक्ष्मी या फिर हाथी की पूजा करनी चाहिए. इससे आपके घर में धन-दौलत बढ़ता है. गजलक्ष्मी व्रत के दिन आप चांदी और सोने की खरीदारी करते हैं तो उसमें निरंतर वृद्धि होती है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं गजलक्ष्मी व्रत के पूजा मुहूर्त के बारे में. गजलक्ष्मी व्रत तिथि 2022 पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 17 सितंबर दिन शनिवार को दोपहर 02 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है और इस तिथि का समापन 18 सितंबर दिन रविवार को शाम 04 बजकर 32 मिनट पर होगा. उदयातिथि के आधार पर गजलक्ष्मी व्रत 18 सितंबर को रखा जाएगा. इस दिन सिद्ध योग प्रातः काल में 06 बजकर 34 मिनट पर खत्म हो जा रही है. इस दिन का शुभ समय या अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 40 मिनट तक है. गजलक्ष्मी व्रत पूजा मुहूर्त 2022 18 सितंबर को गजलक्ष्मी व्रत के लिए सुबह में पूजा का समय 09 बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 43 मिनट तक और आगे दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक है. शाम को पूजा का शुभ समय 06 बजकर 23 मिनट से रात 09 बजकर 19 मिनट तक है. सोना-चांदी खरीदारी समय गजलक्ष्मी व्रत के दिन सोना और चांदी खरीदने का शुभ समय दिन में 09:11 बजे से 10:43 बजे तक है. इस मुहूर्त में खरीदा गया सोना और चांदी उन्नति कारक और लाभ प्रदान करने वाला होगा. इसके अलावा आप सुबह 10:43 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक, शाम को 06:23 बजे से रात 09:19 बजे तक भी खरीदारी कर सकते हैं. गजलक्ष्मी व्रत की पूजा व्रत वाले दिन आपको लाल रंग की एक चैाकी पर हल्दी से कमल बनाना है और उस पर माता लक्ष्मी की मूर्ति को स्थापित करना चाहिए. उसके पास ही श्री यंत्र और कलश भी स्थापित करें. अब चांदी के हाथी को रखें या मिट्टी की हाथी को सोने चांदी से सजाकर रखें. इसके बाद माता लक्ष्मी की पूजा करें. उनको कमल, लाल गुलाब, कमलगट्टा, अक्षत्, मिठाई, फल आदि चढ़ाएं. धूप, दीप आदि अर्पित करें. महालक्ष्मी मंत्र, श्री लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें. अंत में माता लक्ष्मी की आरती करें.
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भागदौड़ वाली जिंदगी में आजकल लोग इतने बिजी हो गए हैं कि अपनी सेहत का ही ध्यान ही रख पा रहे हैं. इसकी वजह से वजन बढ़ता जाता है और कई बीमारियों को जन्म दे सकती है. परेशान लोग न जाने क्या-क्या करने लगते हैं. कई बार मनमानी चीजें करने से नई परेशानियां खड़ी हो रही हैं. इसलिए अगर महीनेभर में वेट लॉस करना चाहते हैं तो तीन चीजों को अपने वेट लॉस प्लान का हिस्सा बनाना चाहिए. इसमें डाइट, एक्सरसाइज और आराम हैं. जानिए ये तीनों चीजों वजन कम करने में कैसे मदद करती हैं. वजन कम करने के लिए डाइट हेल्थ लाइन पत्रिका में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, वजन कम करने में डाइट का अहम रोल है. आप रोज के खाने में जितनी भी कैलोरी ले रहे हैं, उसमें से 500 कैलोरी कम कर दें. एक हफ्ते तक जारी रखने से करीब 400 ग्राम वजन कम कर सकते हैं. पबमेड सेंट्रल में पब्लिश रिसर्च में बताया गया है कि प्रोटीन मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने के साथ भूख को भी कम करने में मदद करता है. दरअसल हमारा ब्रेन लिक्विड वाली कैलोरी को आसानी से पहचान नहीं पाता है. सोडा, जूस, चॉकलेट मिल्क और दूसरे ज्यादा शुगर वाले ड्रिंक्स से शरीर में एक्स्ट्रा कैलोरी पहुंचती है, इसलिए इससे बचना चाहिए. ब्रेकफास्ट में अंकुरित अनाज, खाने में मौसमी हरी सब्जियों शामिल करें. इसके अलावा ज्यादा फैट वाला दूध, बटर और पनीर न लें. इस तरह की डाइट से वजन कम कर सकते हैं. 30 मिनट एक्सरसाइज ही फायदेमंद एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वजन कम करने में एक्सरसाइज सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. सिर्फ 30 मिनट की हल्की-फुल्की एक्सरसाइज ही हेल्दी बना सकता है. यह वजन कम करने के साथ एक्सरसाइज दिल की सेहत और ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद है. एक्सरसाइज में तेज वॉकिंग, साइक्लिंग और स्विमिंग जैसी एक्सरसाइज करने से शरीर पर लोड भी नहीं पड़ता है और पर्याप्त मात्रा में कैलोरी बर्न भी हो जाती हैं. लो इंटेसिटी से की गई एक्सरसाइज से शरीर को नुकसान भी नहीं होता है. इससे वजन तेजी से कम हो सकता है. वजन कम करना है तो लें फुल रेस्ट सिर्फ कुछ एक्टिविटीज या शारीरिक तौर पर काम करने से ही वजन नहीं घटता है बल्कि फुल रेस्ट लेना भी जरूरी है. यूरोपियन हार्ट जरनल में छपी एक रिसर्च के मुताबिक, दिन में 30 मिनट बैठकर काम करने की बजाय अगर सो लिया जाए तो बॉडी मास यानी वेट लॉस हो सकता है. 5 देशों के करीब 15 हजार लोगों पर की गई इस रिसर्च में लोगों के सोने, जागने, बैठकर काम करने और एक्सरसाइज के पैटर्न पर नजर रखी गई. मतलब साफ है कि अगर किसी को वेट लॉस करना है तो उसे डाइट, एक्सरसाइज के अलावा जमकर रेस्ट भी लेना होगा.
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बॉडीबिल्डिंग के दौरान शरीर में कुछ जरूरी पोषक तत्व की जरूरत होती है जिसे आप नॉर्मल डाइट के जरिए पूरी नहीं कर सकते हैं. इन पोषक तत्व की पूर्ति के लिए हर बॉडीबिल्डर कुछ न कुछ सप्लीमेंट्स जरूर लेते हैं. आजकल मार्केट में कई तरह के सप्लीमेंट मौजूद है. जिसका इस्तेमाल करके आप एकदम शानदार से शानदार बॉडी बना सकते हैं.यह हम नहीं कह रहे हैं सप्लीमेंट्स बनाने वाली कंपनी भी इस बात का दावा कर रही है. ऐसे दावे के कारण आजकल लोगों की ऐसी मानसिकता बन गई है कि बिना सप्लीमेंट्स के कारण बॉडी नहीं बनती है. सप्लीमेंट्स सभी तरह के शरीर के लिए फायदेमंद नहीं हो सकता है हालांकि, अगर आप इस धारणा की बात करें तो यह पूरी तरह से गलत है. बैलेंस्ड डाइट के जरिए भी आसानी से बॉडी बना सकते हैं. लेकिन आजकल लोग खानपान से ज्यादा बाकी दूसरी चीजों पर ज्यादा ध्यान देते हैं. आजकल लोग खाने के जरिए पोषण लेने के बजाय सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं. सप्लीमेंट्स लेने में कोई बुराई नहीं है लेकिन यह हर बॉडी के लिए फायदेमंद है और भरपूर मात्रा में पोषण मिले. बॉडीबिल्डिंग के दौरान फिश ऑयल ओमेगा-3 कैप्सूल का इस्तेमाल करना चाहिए. यह बॉडीबिल्डर्स के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. बॉडीबिल्डिंग के लिए ओमेगा-3 लेना क्यों है फायदे मांसपेशियों में होने वाले दर्द को ऐसे कर सकते हैं कम इंटेंस वर्कआउट के कारण मांसपेशियों में थकान, दर्द और ऐंठन से जुड़ी समस्याओं के कारण बन सकता है. इसके कारण मांसपेशियों में सूजन और कठोरता भी हो सकती है. ओमेगा-3 सप्लीमेंट्स लेने से मांसपेशियां जल्द रिकवर हो जाती है. जिम में परफॉर्मेंस कैसे बढाएं ओमेगा-3 फैटी एसिड स्पलीमेंट्स से भरपूर होता है. इसमें डीएचए और ईपी मौजूद होता है. एक्सरसाइज के दौरान परफॉर्मेंस में सुधार ला सकते हैं. यह शरीर को एनर्जी देने के साथ-साथ थकान से भी बचाता है. वजन रखे कंट्रोल जब आप एक सही बैलेंस्ड डाइट लेते हैं. उसमें ओमेगा-3 फैटी सप्लीमेंट्स लेते हैं. इससे शरीर में जमा अनहेल्दी फैट को कम करने में मदद मिलती है. यह वजन भी कंट्रोल में रखता है.
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नवरात्रि का त्योहार साल में चार बार मनाया जाता है, जिसमें दो प्रत्यक्ष और दो अप्रत्यक्ष नवरात्र होते हैं. आश्विन माह में पड़ने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है. शारदीय नवरात्रि प्रत्यक्ष नवरात्रि होती है, जिसे देशभर में उत्सव की तरह धूमधाम के साथ मनाया जाता है. साथ ही शारदीय नवरात्रि अन्य तीनों नवरात्रि में सबसे अधिक प्रचलित और लोकप्रिय भी है. शारदीय नवरात्रि 2024 कब पंचांग के मुताबिक नौ दिवसीय नवरात्रि का पर्व आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक होता है. तिथि अनुसार इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार 03 अक्टूबर से हो रही है, जिसका समापन 12 अक्टूबर 2024 को होगा. नवरात्रि के इन नौ दिनों में जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा ने अलग-अलग नौ रूपों की पूजा की जाती है. माता रानी का वाहन नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन और विदाई खास वाहन में होता है, जिसका ज्योतिष (Astrology) में अलग-अलग अर्थ बताया गया है. मां दुर्गा के आगमन और विदाई के वाहन से देश-दुनिया, प्रकृति, फसल और मानव जीवन में पड़ने वाले अच्छे-बुरे प्रभाव का अनुमान लगाया जाता है. इसलिए नवरात्रि में मां दुर्गा की सवारी को महत्वपूर्ण माना जाता है. पालकी पर आ रही हैं माता रानी माता रानी के आगमन या विदाई का वाहन क्या होगा यह वार के अनुसार तय होता है. इसलिए हर बार माता रानी की सवारी (Mata Rani ki Sawari) बदल जाती है. इस वर्ष शारदीय नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार के दिन से होगी. ऐसे में माता रानी का वाहन पालकी रहेगा. कहा जाता है कि नवरात्रि की शुरुआत जब गुरुवार के दिन होती है तो मां की सवारी डोली या पालकी होती है. मां दुर्गा का पालकी पर आना शुभ या अशुभ? ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, नवरात्रि में मां दुर्गा जब धरती पर डोली या पालकी में आती हैं तो इसे बहुत अच्छा संकेत नहीं माना जाता है. दरअसल माता रानी का पालकी में आना चिंता का विषय बन सकता है. इससे अर्थव्यवस्था में गिरावट,व्यापार में मंदी, हिंसा, देश-दुनिया में महामारी के बढ़ने और अप्राकृति घटना के संकेत मिलते हैं. वार के अनुसार माता रानी का वाहन वैसे तो माता रानी का वाहन सिंह है, इसलिए मां दुर्गा को शेरावाली कहा जाता है. लेकिन नवरात्र के दिनों में जब मां दुर्गा पृथ्वीलोक पर आती हैं तो वार के अनुसार उनकी सवारी बदल जाती है. शशि सूर्य गजरुढा शनिभौमै तुरंगमे। गुरौशुक्रेच दोलायां बुधे नौकाप्रकीर्तिता॥ (देवीभाग्वत पुराण) इस श्लोक के अनुसार- सप्ताह के सातों दिनों के अनुसार देवी के आगमन का अलग-अलग वाहन बताया गया है. इसके अनुसार, नवरात्रि का आरंभ सोमवार या रविवार से हो तो मां हाथी पर आती हैं. शनिवार और मंगलवार से हो तो मां अश्व यानी घोड़े पर आती है. गुरुवार और शुक्रवार के दिन से नवरात्रि की शुरुआत होने पर माता रानी डोली या पालकी पर आती हैं. वहीं बुधवार के दिन से नवरात्रि की शुरुआत होने पर मां दुर्गा का वाहन नाव होता है. अलग-अलग वाहन का क्या है संकेत पालकी पर आना: शुभ संकेत नहीं घोड़े पर आना: शुभ संकेत नहीं हाथी पर आना: बहुत शुभ नाव पर आना: बहुत शुभ
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साइंस का मानना है कि सुबह-शाम कुछ देर टहलने से कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की साल 2023 की एक स्टडी के अनुसार, डेली सिर्फ 20 मिनट वॉक करने से स्ट्रेस और एंग्जाइटी 14% तक कम हो सकता है. कई अन्य रिसर्च से भी पता चलता है कि वॉकिंग फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है. अगर इसे अपनी डेली रुटीन में शामिल कर लें तो कई बीमारियों का खतरा कम हो सकता है. हालांकि, क्या आप जानते हैं कि आपके चलने का तरीका आपकी सेहत के बारें में बहुत कुछ कहता भी है. अगर नहीं तो चलिए आज आपको बताते हैं कि आपकी वॉकिंग स्पीड से आपकी सेहत का अंदाजा कैसे लगाया जा सकता है... 1. तेज चलना तेज वॉक करने वालों की कार्डियोवैस्कुल हेल्थ स्लो चलने वालों से ज्यादा मजबूत होता है. इसका मतलब है कि ऐसे लोगों को हार्ट डिजीज का रिस्क कम होता है. इनका लंग्स फंक्शन भी काफी अच्छा होता है. उसमें ज्यादा ताकत होती है. 2. स्लो चलना एसोसिएशन ऑफ न्यूरोकॉगनिटिव एंड फिजिकल फंक्शन की स्टडी के अनुसार, धीमी गति से चलने वालों में बुढ़ापा जल्दी आने की आशंका होती है. स्लो वॉकिंग इंटेलीजेंसी पर भी असर डालती है. इससे मसल्स की ताकत भी कमजोर होती है. यह फिजिकल फिटनेस के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है. 3. गलत पॉश्चर में बैठना अगर कोई गलत तरीके से बैठता है तो भी उसके सेहत के बारें में पता लगाया जा सकता है. जब भी कोई चेयर पर गर्दन बहुत ज्यादा झुकाकर बैठता है और उसकी पीठ आगे की ओर होती है तो ऐसे लोगों में अक्सर एंग्जाइटी और डिप्रेशन की समस्या हो सकती है. उन्हें अपना पॉश्चर सुधारना चाहिए. वॉक करने का सही तरीका क्या है फ्रंटियर पब्लिक हेल्थ की रिपोर्ट बताती है कि पैदल चलने से उम्र का असर कम होता है. यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को ही धीमा कर देता है. अगर कोई डेली स्पीड से वॉक कररता है तो वह 50 साल की उम्र में 40 साल का ही लगेगा. इस तरह वॉक करने से दिल और फेफड़े भी मजबूत होते हैं, इनका फंक्शन बेहतर होता है. इसके कई अन्य फायदे भी होते हैं.
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हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के एक बयान ने उत्तराखंड को फिर से चर्चा में ला दिया है. एक इंटरव्यू में नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड के हिल स्टेशन के रूप में मशहूर औली की सड़कों को स्विट्जरलैंड की बतखों के जैसा बना दिया जाएगा. आपको बता दें कि औली उत्तराखंड का बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, हरियाली और पहाड़ लोगों का मन मोह लेते हैं. ऐसे में औली के विकास के लिए और वहां जाने के लिए पर्यटन को बेहतर बनाने का नितिन गडकरी का बयान वाकई मायने रखता है. चलिए जानते हैं कि औली क्यों मशहूर है, औली में देखने लायक जगहें कौन सी हैं और वहां कैसे जाया जा सकता है. कहां बसा है औली औली की बात करें तो ये हिल स्टेशन उत्तराखंड के चमोली जिले में बसा है. हिमालय की पहाड़ियों के बीच बसे औली को घूमने फिरने के साथ साथ स्कीइंग के लिए भी जाना जाता है. गढ़वाली भाषा में घास के मैदान को औली बुग्याल कहा जाता है. औली के आस पास हरे भरे घास के मैदान है और इसलिए ये इलाका औली के नाम से मशहूर हो गया. यहां आपको हरी भरी वादियों के साथ साथ बर्फ से ढके हिमालय के पहाड़ दिखेंगे. औली में घूमने लायक जगहें औली की खासियत ये है कि यहां से नंदा देवी पर्वत, नागा पर्वत, हाथी पर्वत और गौरी पर्वत जैसी दुर्लभ जगहों को साफ देखा जा सकता है. यहां सर्दियों के मौसम में पहाड़ पूरी तरह बर्फ से घिर जाते हैं. पहाड़ों पर स्कीइंग के लिए ये पूरे भारत में सबसे मशहूर हिल स्टेशन है. जो लोग ट्रेकिंग का शौक रखते हैं, उनके लिए भी औली जन्नत समान है क्योंकि यहां से जोशीमठ के लिए शानदार ट्रेकिंग का रास्ता जाता है जो काफी पॉपुलर है. औली की दूसरी सबसे बड़ी खासियत है चतर कुंड झील. इंसान द्वारा बनाई गई यह दुनिया की सबसे ऊंची झील है. यहां का घोसो बुग्याल भी काफी खूबसूरत और हरी भरी जगह है.इसके साथ साथ नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, जोशीमठ जाने वाला रोपवे भी शानदार एक्सपीरिएंस करवाता है. आप औली के खूबसूरत नजारों को देखने के लिए केबल कार में भी सवार हो सकते हैं. औली जाना बहुत ही आसान है. अगर दिल्ली की बात करें तो औली दिल्ली से 504 किलोमीटर दूर है. देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से औली की दूरी 180 किलोमीटर दूर है. यहां से कार से आराम से पहुंच सकते हैं.
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हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के एक बयान ने उत्तराखंड को फिर से चर्चा में ला दिया है. एक इंटरव्यू में नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड के हिल स्टेशन के रूप में मशहूर औली की सड़कों को स्विट्जरलैंड की बतखों के जैसा बना दिया जाएगा. आपको बता दें कि औली उत्तराखंड का बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, हरियाली और पहाड़ लोगों का मन मोह लेते हैं. ऐसे में औली के विकास के लिए और वहां जाने के लिए पर्यटन को बेहतर बनाने का नितिन गडकरी का बयान वाकई मायने रखता है. चलिए जानते हैं कि औली क्यों मशहूर है, औली में देखने लायक जगहें कौन सी हैं और वहां कैसे जाया जा सकता है. कहां बसा है औली औली की बात करें तो ये हिल स्टेशन उत्तराखंड के चमोली जिले में बसा है. हिमालय की पहाड़ियों के बीच बसे औली को घूमने फिरने के साथ साथ स्कीइंग के लिए भी जाना जाता है. गढ़वाली भाषा में घास के मैदान को औली बुग्याल कहा जाता है. औली के आस पास हरे भरे घास के मैदान है और इसलिए ये इलाका औली के नाम से मशहूर हो गया. यहां आपको हरी भरी वादियों के साथ साथ बर्फ से ढके हिमालय के पहाड़ दिखेंगे. औली में घूमने लायक जगहें औली की खासियत ये है कि यहां से नंदा देवी पर्वत, नागा पर्वत, हाथी पर्वत और गौरी पर्वत जैसी दुर्लभ जगहों को साफ देखा जा सकता है. यहां सर्दियों के मौसम में पहाड़ पूरी तरह बर्फ से घिर जाते हैं. पहाड़ों पर स्कीइंग के लिए ये पूरे भारत में सबसे मशहूर हिल स्टेशन है. जो लोग ट्रेकिंग का शौक रखते हैं, उनके लिए भी औली जन्नत समान है क्योंकि यहां से जोशीमठ के लिए शानदार ट्रेकिंग का रास्ता जाता है जो काफी पॉपुलर है. औली की दूसरी सबसे बड़ी खासियत है चतर कुंड झील. इंसान द्वारा बनाई गई यह दुनिया की सबसे ऊंची झील है. यहां का घोसो बुग्याल भी काफी खूबसूरत और हरी भरी जगह है.इसके साथ साथ नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, जोशीमठ जाने वाला रोपवे भी शानदार एक्सपीरिएंस करवाता है. आप औली के खूबसूरत नजारों को देखने के लिए केबल कार में भी सवार हो सकते हैं. औली जाना बहुत ही आसान है. अगर दिल्ली की बात करें तो औली दिल्ली से 504 किलोमीटर दूर है. देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से औली की दूरी 180 किलोमीटर दूर है. यहां से कार से आराम से पहुंच सकते हैं.
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पितृपक्ष का समय पितरों को श्रद्धांजलि देने का होता है. पितृपक्ष के 15 दिनों में लोग अपने मृत पूर्वजों या पितरों के निमित्त श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण जैसे अनुष्ठान करते हैं. मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष में किए इन कार्यों से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उन्हें मोक्ष प्राप्त होता है. बता दें कि पितृपक्ष की शुरुआत 18 सितंबर 2024 से हो चुकी है जो 2 अक्टूबर 2024 तक चलेंगे. वैसे तो पितरों की आत्मा की शांति के लिए कई तरह के कर्मकांड किए जाते हैं, जिनमें पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध सबसे महत्वपूर्ण हैं. अपने वंश द्वारा किए इन कर्मकांडों से पितृ प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं. अमूमन लोग पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण को एक ही मान लेते हैं, क्योंकि ये तीनों पितृपक्ष के समय किए जाते हैं. लेकिन ये तीनों एक नहीं है और साथ ही इनकी विधियां भी अलग-अलग है. इसलिए यह जान लीजिए कि तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध में क्या अंतर है और कैसे ये तीनों भिन्न हैं- तर्पण क्या है भविष्यवक्ता और ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार, तर्पण का अर्थ जल का अर्पण है. तर्पण करते समय पितरों को जल, दूध, तिल और कुश अर्पित करते हैं. मान्यता है कि इससे पितृ संतुष्ट होते हैं. पितृपक्ष के दौरान आप इसे किसी भी दिन कर सकते हैं. तर्पण विधि में तिल मिश्रित जल अर्पित कर पितरों, देवताओं और ऋषियों को तृप्त किया जाता है. पिंडदान क्या है पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए पिंडदान को सबसे सहज और सरल मार्ग माना जाता है. पिंडदान का अर्थ होता है पितरों को भोजन प्रदान करना. यह पितरों के आत्मा को श्रद्धांजलि देने का अनुष्ठान है. पिंडदान इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि पितरों की मोह माया छूट सके और वे अपनी आगे की यात्रा शुरू करें. वैसे तो देशभर में पिंडदान करने के लिए कई पवित्र स्थल हैं, लेकिन बिहार स्थित गया जी को पूर्वजों के पिंडदान के लिए सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. गया जी समेत हरिद्वार, जगन्नाथपुरी, कुरुक्षेत्र, चित्रकूट, पुष्कर आदि जगहों पर लोग ब्राह्मण से विधि-विधान से पिंडदान कराते हैं. श्राद्ध क्या है पितृपक्ष में किया जाने वाला श्राद्धकर्म विस्तृत कर्मकांड है. इसे पितरों के लिए मुक्ति का मार्ग कहा जाता है. इसमें ब्राह्मण पिंडदान, हवन, भोजन और दान जैसे अनुष्ठान कराते हैं. श्राद्ध के दौरान श्राद्धकर्ता को विधिवत नियनों का पालन करना पड़ता है. इसमें पंचबली होती है, जिसमें गाय, कौआ, कुत्ता, देवता और चींटियों को भोजन अर्पित किए जाते हैं.
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ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) में शनि देव (Shani Dec) को क्रूर ग्रह माना जाता है. इसका कारण यह है कि शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार ही अच्छा या बुरा फल देते हैं. अगर आपने जाने-अनजाने में बुरा काम किया है तो आप शनि देव की दृष्टि से नहीं बच सकते और इसका दंड जरूर मिलता है. साथ ही शनि देव की नाराजगी से भी जीवन में परेशानियों का अंबार लग जाता है. शनि देव जब किसी से नाराज हो जाते हैं तो उसे परिश्रम का फल नहीं मिलता, संबंधों में खटास आती है, रिश्ते-नाते टूट जाते हैं, आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां शुरू हो जाती है. इसलिए ऐसा कोई काम न करें, जिससे आपको शनि देव की नाराजगी का सामना करना पड़े. साथ ही जिन लोगों की कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में हो, शनि की साढ़ेसाती (Shani Sadesati) या ढैय्या (Shani Dhaiya) चल रही हो तो ऐसे लोगों को भी शनि महाराज कई मुश्किलों में डाल देते हैं.प्रसिद्ध भविष्यवक्ता और ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास कुछ ऐसे ज्योतिषी उपाय (Astrological Remedies) बताते हैं, जिनसे शनि देव प्रसन्न होते हैं. साथ ही इन उपायों को करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रतिकूल प्रभाव भी कम होता है. शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय ज्योतिष के अनुसार शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करने से वे खूब प्रसन्न होते हैं. साथ ही इस दिन हनुमान जी का भी पूजन करें. इससे सभी कष्टों से मुक्ति मिलेगी. शनिवार के दिन शनि महाराज के साथ ही पीपल वृक्ष की भी पूजा करें. पीपल वृक्ष के जल में जल डालें और सरसों तेल का दीप जलाएं. यदि आपसे जाने-अनजाने में कोई भूल हुई है तो शनि देव के अपनी गलतियों के लिए माफी मांगें. सही कर्म करने का प्रण लें और गलतियों का पश्चापात करें, इससे शनि देव आपका जरूर कल्याण करेंगे. शनि देव की कृपा पाना चाहते हैं तो भूलकर भी बेजुबान पशुओं,मजदूर वर्ग, असहाय और बुजुर्गों को न सताएं.
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शीशमहल, गोल्डन थीम, दीवारों में चांदी और पीतल का काम। ये फाइव स्टार होटल नहीं, राजस्थान की शाही ट्रेन 'पैलेस ऑन व्हील्स' है। जो 25 सितंबर से फिर पटरियों से दौड़ेगी। इस ट्रेन में इस बार कई बदलाव किए गए हैं। सबसे बड़ा बदलाव महाराजा रेस्टोरेंट में किया गया है। इसे शीश महल के रूप में तैयार किया गया है। खास बात है कि इसे उन्हीं कारीगरों ने तैयार किया, जिनके पूर्वजों ने आमेर का शीश महल बनाया था। वहीं, महारानी रेस्टोरेंट को गोल्डन थीम पर सजाया गया है। जिम को बदलकर प्रेसिडेंशियल सुइट तैयार किया गया है। इसका 7 दिन का किराया 39 लाख रुपए है। हर डिब्बे में स्मोक डिटेक्टर लगाए गए। राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC) की ओर से ट्रेन की पहली ट्रिप दिल्ली के सफदरगंज स्टेशन से शुरू (फ्लैग ऑफ) की जाएगी। इस बार शाही ट्रेन से लगभग 30 विदेशी सैलानी राजस्थान की अलग-अलग विरासत को देख सकेंगे। शुक्रवार को पांच महीने बाद ट्रैक पर उतरी ट्रेन का ट्रायल हुआ। 25 सितंबर को दिल्ली से शुरू होगी जर्नी पर्यटन निगम की प्रबंध निदेशक आईएएस सुषमा अरोड़ा ने बताया- 'पैलेस ऑन व्हील्स' को 25 सितंबर को दिल्ली से फ्लैग ऑफ किया जाएगा। यह ट्रेन वन वीक तक राजस्थान के प्रमुख हेरिटेज सिटी को कवर करते हुए आगरा तक जाएगी। ट्रेन का हर साल रेनोवेशन किया जाता है। ट्रेन के शाही अंदाज और लुक को और भव्यता देने के लिए इसमें कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए है। ट्रेन में फायर सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए पूरे किचन को गैस की जगह इलेक्ट्रिफाइड किया गया है। अब गैस चूल्हे की जगह इलेक्ट्रिक चूल्हे पर खाना तैयार होगा। इस सीजन में 32 फेरे करेगी ट्रेन दिल्ली से रवाना होकर जयपुर आएगी। नेक्स्ट डे जयपुर से रवाना होकर सुबह सवाई माधोपुर जाएगी। यहां दिनभर रुकने के बाद इसी दिन ट्रेन चित्तौड़गढ़ के लिए रवाना हो जाएगी। यहां से उदयपुर, अजमेर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर होते हुए आगरा के ताजमहल जाकर यात्रा का समापन होगा। यह ट्रेन इस सीजन में 32 फेरे करेगी। सुषमा अरोड़ा ने बताया- इस ट्रेन में गेस्ट के लिए 5 स्टार फैसिलिटी मिलेगी। रॉयल फैमिली जैसे रूम डिजाइन किए गए हैं। इसमें 39 रूम डीलक्स कैटेगरी के हैं। वहीं, 2 रूम सुपर डीलक्स हैं। एक प्रेसिडेंशियल सुइट है। टूर में गेस्ट को राजस्थान के अलग-अलग शहरों में घूमने के लिए वॉल्वो कोच के साथ गाइड की सुविधा भी मिलेगी। सबसे सस्ता पैकेज 12 लाख रुपए ट्रेन का संचालन करने वाली निजी कंपनी के डायरेक्टर भगत सिंह ने बताया कि पहले ट्रिप में हमारे साथ 30 विदेशी मेहमान जाएंगे। ट्रेन में एक रूम (केबिन) का सबसे सस्ता पैकेज 12 लाख रूपए है। इसकी खासियत है की हम इस ट्रेन के जरिए सात दिन में आठ शहरों को कवर करेंगे। आउटसाइड विजिट का पूरा खर्चा भी पैकेज में शामिल है। 20 दिन का टूर 7 दिन में पूरा होता है पूरे राजस्थान और आगरा के ताजमहल का सड़क के जरिए टूर किया जाए तो 20 दिन का समय लगेगा। इस ट्रेन के माध्यम से यह पूरा टूर सात दिन में पूरा होता है। ऐसे टूरिस्ट प्लेस जहां ज्यादा भीड़ रहती है। उन जगहों पर भी हम 'पैलेस ऑन व्हील्स' के गेस्ट को स्पेशल कैटेगरी में विजिट कराते हैं। उन्होंने बताया कि इस ट्रेन से RTDC को डेढ़ से दो करोड़ का रेवेन्यू होता था। निजी कंपनी जब से ऑपरेट कर रही है तब से करीब 5 करोड़ रेवेन्यू सरकारको मिलने का दावा है। सिंह ने बताया कि इसमें रेवेन्यू और बढ़ता है तो सरकार को हम 18.5 प्रतिशत और देंगे। दीवारों में चांदी और पीतल का वर्क किया गया भगत सिंह ने बताया- हमारा कॉम्पिटिशन वर्ल्ड की दूसरी लग्जरी ट्रेनों से है। ट्रेन का कई बार एक्सीडेंट हो जाता है। ट्रेन में आग लगने की घटनाएं हो जाती हैं। इन्हें देखते हुए सेफ्टी के तौर पर उन एलिमेंट को यूज किया है, जो फायर फ्रेंडली नहीं है। हमने फ्लोर में इनले का मार्बल लगाया है। हमने दीवारों में मेटल का यूज किया है, जिनमें पीतल, जर्मन सिल्वर के वर्क शामिल है। हमने कुछ रूम्स में ठीकरी ग्लास का वर्क किया है। इन सब का इस्तेमाल हमने वर्ल्ड के लग्जरी ट्रेनों को कॉम्पिटिशन में हराने के लिए किया है। ये वर्क न केवल सेफ्टी के तौर पर है बल्कि इससे रॉयल फील भी आता है। आमेर के शीश महल के तर्ज पर तैयार हुआ महाराजा रेस्टोरेंट भगत सिंह ने बताया- पिछली बार हमने ट्रेन का रेनोवेशन किया था। लेकिन उसमें कुछ रूम और महाराजा रेस्टोरेंट था। इनका रेनोवेशन नहीं हो पाया था। इस बार महाराजा रेस्टोरेंट को पूरी तरीके से रेनोवेट किया है। हमने इसे राजसी लुक देने के लिए आमेर के शीशमहल के तर्ज पर तैयार किया है। इसकी खासियत है कि इसे उन्हीं कारीगरों ने तैयार किया है, जिनके पूर्वजों ने कभी आमेर का प्रसिद्ध शीशमहल बनाया था। इस पूरे रेस्टोरेंट में ठीकरी वर्क कराया गया है। इसे तैयार करने में दो महीने से ज्यादा का समय लगा है। राजघरानों और शहर की आर्ट पर केबिन डिजाइन किए गए उन्होंने बताया कि ट्रेन में राजस्थान के पर्यटन से जुड़े हर शहर की थीम पर वर्क किया गया है। जयपुर के आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनर सौरभ यादव और मैने मिलकर राजस्थान के अलग-अलग शहरों के आर्ट पर रिसर्च कर उसी तर्ज पर रॉयल लुक दिया है। ट्रेन के 14 सैलून 14 राजघरानों के नाम पर हैं।जो अलवर स्टेट्स, भरतपुर स्टेट्स, बीकानेर स्टेट्स, धौलपुर स्टेट्स, डूंगरपुर स्टेट्स, बूंदी स्टेट्स, कोटा स्टेट्स, जयपुर स्टेट्स, जोधपुर स्टेट्स, जैसलमेर स्टेट्स, झालावाड़ स्टेट्स, किशनगढ़ स्टेट्स, सिरोही स्टेट्स, उदयपुर स्टेट्स के नाम से हैं। इन्हीं की आर्ट के अनुसार सैलून को सजाया गया है। राजघरानों और शहरों के आर्ट को ध्यान में रखते हुए इसके कोच में वर्क किया गया है। बूंदी शहर के आर्ट पर बूंदी केबिन का डिजाइन, भरतपुर के आर्ट पर भरतपुर केबिन को तैयार किया गया है। इसी तरह से हर जिले के आर्ट को लेकर थीम बेस्ड रूम तैयार किए हैं। इसका मकसद है कि विदेशी मेहमान हमारी संस्कृति के साथ-साथ प्रसिद्ध शहरों के आर्ट से भी रुबरू हो सके। वॉशरूम में भी प्लास्टिक मटेरियल हटाकर कारपेट शीट लगाई गई गेस्ट के लिए ट्रेन में दो बार, दो रेस्टोरेंट और स्पा की सुविधा भी दी गई है। हर रूम के साथ में बटलर है। हमने इस ट्रेन के रूम में 10 स्टार फैसिलिटी प्रोवाइड की है। ट्रेन में पहले से ज्यादा लग्जरी फील देने के लिए विनियर लकड़ी का वर्क किया है। साथ ही कोरिडोर, अलमारी और बेड वर्क पर मैक्सिकन और बॉम्बे डाइंग फैब्रिक का इस्तेमाल किया है। इन दोनों बदलावों से सफर करने वालों को अंदर या बाहर से किसी भी तरह का शोर सुनाई नहीं देगा। इसमें बेड वर्क एरिया में सिरहाने का एरिया बढ़ाया है। ताकि आराम करने वाले को पूरा स्पेस मिले। वॉशरूम एरिया में पीवीसी प्लास्टिक मटेरियल को हटाकर कारपेट शीट लगाई गई है। वॉशरूम का एरिया बड़ा नजर आए इसके लिए इसमें बड़े मिरर लगाए गए हैं। जिम को हटाकर प्रेसिडेंशियल सुइट बनाया गया ट्रेन में जिम एरिया वाले कोच में भी बदलाव किया गया है। यहां से जिम को हटाकर एक प्रेसिडेंशियल सुइट तैयार किया गया है। इसमें दो बेड लगे हैं। एक मास्टर बेड और एक सोफा कम बेड रहेगा। बाथरूम में बाथ टब की फैसिलिटी है। इसमें डाइनिंग स्पेस भी बनाया गया है। इसके सात दिन का किराया लगभग 39 लाख है। इस बार ट्रेन में नो टिप पॉलिसी लागू की गई डायरेक्टर भगत सिंह ने बताया- इस बार हमने इस ट्रेन के सफर में एक और महत्वपूर्ण बदलाव किया है। पहले 'पैलेस ऑन व्हील्स' काफी बदनाम थी की इसके गेस्ट को शोरूम पर ले जाया जाता है। गेस्ट से टिप के तौर पर पैसे लिए जाते है। हमने इस बार नो टिप पॉलिसी का कॉन्सेप्ट रखा है। इसके साथ ही हम गेस्ट को किसी भी शोरूम पर लेकर नहीं जाएंगे। राजस्थानी पोशाक में बाउंसर रहेंगे इस बार हमने गेस्ट के लिए दो टीम बनाई है। एक टीम गेस्ट को साइट विजिट के लिए ले जाती है। उनकी सुरक्षा के लिए राजस्थानी पोशाक में बाउंसर रहेंगे। जो गेस्ट को रॉयल फील देंगे। दूसरी पांच लोगों की टीम पहले से उन प्लेस पर तैनात रहेगी जहां गेस्ट जाएंगे। जैसे जयपुर के सिटी पैलेस, जोधपुर के मेहरानगढ़ फोर्ट हो या भरतपुर के कैला देवी वहां पर गेस्ट को किसी तरीके की गंदगी फैली नजर न आए इसका ध्यान रखेंगे। 86 तरीके के लजीज व्यंजन सर्व होंगे ट्रेन के रेस्टोरेंट में शेफ कई प्रसिद्ध डिश सर्व करेंगे। साथ ही पैसेंजर्स को दाल बाटी चूरमे के साथ इंडियन, यूरोपियन और चाइनीज के लगभग 86 तरीके के लजीज व्यंजन सर्व किए जाएंगे। रेस्त्रां में इस बार मटन कोरमा, लाल मास, गिरिल्ड मोरलो पोटेटो, शाही लीची की सब्जी, वेजिटेबल चाउचाउ, ब्रेड सरप्राइज, रोस्टेड लेमन बार्बेक्यू सॉस, पालक छुपा रूस्तम, सहित बहुत से व्यंजन एड किए हैं। इसके साथ स्पा, शाही फूड के लिए रेस्टोरेंट की सुविधा मिलेगी।
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पितृ पक्ष में 2 अक्टूबर तक तर्पण, पिंडदान और दान पुण्य कर पितरों को संतुष्ट किया जाएगा. श्राद्ध पक्ष पूर्वजों के ऋण चुकाने का समय होता है. मान्यता है इस अवधि में पूर्वजों की मृत्यु तिथि पर श्राद्ध किया जाए तो सालभर सुख-समृद्धि बनी रहती है. ग्रंथों में श्राद्ध में कौए का विशेष महत्व बताया गया है. पितरों के लिए बनाया गए भोजन में से पंचबली भोग (कौए, गाय, कुत्ते, चींटि और देवों का भोग) निकाला जरुरी है, लेकिन क्या आप श्राद्ध का भोजन कौए को ही क्यों खिलाया जाता है, क्या है इसके पीछे रहस्य आइए जानें. कौए को ही क्यों खिलाते श्राद्ध का भोजन ? गरुड़ पुराण के अनुसार कौए को यमराज का प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि कौआ श्राद्ध को भोजन ग्रहण कर लें तो पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. इससे यमराज प्रसन्न होते हैं और पितरों की आत्मा तृप्त हो जाती है. कौए को यम से मिला है वरदान गरुड़ पुराण में बताया गया है कि कौवे को यमराज ने वरदान दिया था कि कौए को खिलाया गया भोजन पितरों की आत्मा को शांति देगा. उन्हें अन्न प्रदान करेगा, इससे पूर्वजों की आत्मा को सद्गति प्राप्त होगी. शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि श्राद्ध के बाद जितना जरुरी ब्राह्मण भोज होता है उतना ही जरुरी कौए को भोजन कराना भी होता हैं. कौवा देता है संकेत पितृ पक्ष के दौरान अगर घर के आंगन कौवा आकर बैठ जाए तो यह अच्छा संकेत माना जाता है. कौवा अगर आपका दिया हुआ भोजन कर ले तो यह बहुत शुभ होता है. यह संकेत देता है कि आपके पितृ आपसे बेहद प्रसन्न हैं.
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पीएम नरेंद्र मोदी पहली बार पोलैंड की यात्रा पर गए हैं. 45 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब भारत के किसी प्रधानमंत्री ने पौलेंड का दौरा किया. हालांकि, भारत की आजादी के बाद से ही पौलेंड के साथ भारत के रिश्ते हमेशा प्रगाढ़ रहे हैं. आपको बता दें, पोलैंड मध्य यूरोप का एक छोटा सा देश है. ये देश कला-संस्कृति, महलों की खूबसूरती सहित कई ऐतिहासिक धरोहर, पहाड़, झरनों की विरासत को अपने में समेटे हुए है. आज भी पोलैंड के गांवों से लेकर अलग-अलग शहरों में इसकी झलक देखने को मिल जाती है. अगर आप पोलैंड घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको इस खबर के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि पोलैंड में घूमने के लिए मशहूर टूरिस्ट प्लेस कौन-कौन से हैं. सबसे पहले कहां जाएं अगर आप टूरिस्ट हैं और घूमने के लिए पोलैंड जा रहे हैं तो सबसे पहले पोलैंड की राजधानी वारसॉ जा सकते हैं. पोलैंड के कई बड़े शहरों में से एक वारसॉ में घूमने के लिए कई जगहें हैं. यहां कई ऐतिहासिक स्मारकों के अलावा बेहद सुंदर महल भी हैं. विज्ञान पर आधारित कई शानदार म्यूजियम भी हैं. यहां पर चित्रकार जोज़ेफ़ मेहोफ़र द्वारा बनाया गया स्ट्रेंज गार्डन है, जिसे वारसॉ में नेशनल म्यूजियम के संग्रह की सबसे लोकप्रिय पेंटिंग्स में से एक माना जाता है. यह पेंटिंग पोलिश ग्रामीण इलाकों में घने, मध्य जुलाई के मौसम को पूरी तरह से दर्शाता है. यहां भी जा सकते हैं टूरिस्ट पोलैंड के अलावा दूसरा शहर क्राको है. घूमने के लिहाज से ये दुनियाभर के टूरिस्टों की पहली पसंद है. यहां पर टूरिस्टों को पोलैंड के इतिहास को समझने केलिए काफी मसाला मिल जाता है. यहां विल्लिज़्का साल्ट माइन, वावेल रॉयल कैसल, द क्लॉथ हॉल और सेंट मैरी बेसिलिका हैं. इसके अलावा यूनेस्को के धरोहर में शामिल पोलैंड के खूबसूरत शहरों में से एक है माल्बोर्क. यह शहर अपने यहां के महलों, चर्चों के लिए जाना जाता है. इस शहर में आप माल्बोर्क कैसल म्यूजियम, डायनासोर पार्क, जम्पी पार्क का आंनद परिवार संग उठा सकते हैं. घूमने के बाद जब आपको भूख लगे तो इसके लिए आप ग्दान्स्क कोस्ट काफी हाउस जा सकते हैं. यहां आपको लजीज व्यंजन खाने को मिलेंगे. भारत से बहुत पुराना रिश्ता कहा जाता है कि 16वीं सदी में पोलैंड के व्यापारी समुद्री रास्ते की खोज में पहली बार भारत आए थे. भारत आने के दौरान यहां की कला-संस्कृति से इन्हें प्यार हो गया. यही वजह है कि पोलैंड में आज भी कला-संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर की झलक गांव से लेकर शहरों तक दिखाई दे जाती है.
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लैंसेट की एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें एयर पॉल्यूशन के कारण ब्रेन स्ट्रोक पड़ने की संभावना बताई गई है. एयर पॉल्यूशन में पाई जाने वाली सबराचोनोइड दिमाग के अंदर ब्लीडिंग का कारण बनती है. जिसके कारण ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है. भारत, अमेरिका, न्यूजीलैंड, ब्राजील और यूएई के रिसर्चर ने एक इंटरनेशनल टीम के साथ रिसर्च किया है. जिसमें पता चला है कि एयर पॉल्यूशन के कारण ब्रेन स्ट्रोक का खतरा 14 प्रतिशत तक बढ़ गया है. इसके कारण मृत्यु के साथ-साथ विकलांगता भी हो सकती है. ब्रेन स्ट्रोक का खतरा पहले से 25 प्रतिशत तक बढ गया है भारत के युवाओं में आए दिन ब्रेन स्ट्रोक के मामले दिन पर दिन बढ़ रहे हैं. इस मामले में पिछले 5 सालों में 25 प्रतिशत तक वृद्धि देखने को मिली है. सबसे ज्यादा मामले 25-40 साल की उम्र वाले लोगों में दिखाई देती है. दरअसल, इसके पीछे का कारण खराब लाइफस्टाइल, खानपान, खराब आदतें, धूम्रपान और मॉर्जन लाइफस्टाल के चक्कर में खानपान का ध्यान नहीं रखना जिसके कार कई सारी बीमारियों का शिकार होना जैसे-हाई बीपी,डायबिटीज आदि. सिर्फ ब्रेन स्ट्रोक ही नहीं बल्कि शुगर और हाई बीपी की ओर भी इशारा करती है. इसके अलावा जेनेटिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. जैसे- स्लीपिंग डिसऑर्डर, दिल से जुड़ी बीमारियां, हाई बीपी, स्ट्रेस और तनाव के कारण कई सारी बीमारियां आजकल लोगों को हो रही है. इन सब के अलावा एयर पॉल्यूशन भी उसमें से एक कारक है. आजकल के युवाओं की लाइफस्टाइल काफी बदल गई है. जो वर्किंग लोग है वह ऑफिस में घंटों एक ही जगह बैठकर काम करते हैं. जो घर से काम करते हैं वह घर में लगातार बैठ रहते हैं. जिसके कारण हार्ट और दिमाग पर काफी ज्यादा बुरा असर पड़ता है. भारत में कुल बीमारियों में न्यूरोलॉजिकल दिक्कत 10 प्रतिशत से भी ज्यादा है. बढ़ती उम्र बढने से देश में बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. ब्रेन स्ट्रोक के मामले में भारत की स्थिति दरअसल, आपको सिर में चोट लगने से बचना होगा. आपको अपनी डाइट का खास ख्याल रखना होगा. धूम्रपान और तनाव से दूरी बना लें. रेगुलर एक्सरसाइज करते रहें. एक्सरसाइज, सैर पर निकलना,डायबिटीज, मोटापा, हाई बीपी, डिस्लिपिडेमिया जैसी बीमारियों से बचे रहेंगे. अगर आप खुद का ध्यान रखेंगे तो न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से बचा जा सकता है. भारत में हर साल 1 लाख 85 हजार से भी ज्यादा मामले आते हैं. जिसमें हर 40 सेकेंड में एक ब्रेन स्ट्रोक का मामला आता है. वहीं हर मिनट में एक ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो जाती है.
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दुनियाभर में शादी को लेकर अलग-अलग रस्में निभाई जाती हैं. इनमें से कुछ रस्में ऐसी होती हैं जो सुनने में भी अजीब लगती हैं तो वहीं कुछ रस्में वाकई में बेहद अजीब होती हैं. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि एक जगह ऐसी भी है जहां शादी के तीन दिन बाद तक दुल्हन बाथरूम नहीं जा सकती. जी हां, आप सही पढ़ रहे हैं. दरअसल शादी का एक अनोखा रिवाज एक देश में मनाया जाता है. चलिए रस्म और ये कहां होती है इस बारे में जानते हैं. इस देश में शादी के बाद तीन दिन तक टॉयलेट नहीं जा सकती दुल्हन दरअसल ये अनोखा रिवाज इंडोनेशिया में होता है. यह अजीबोगरीब रिवाज इंडोनेशिया के टीडॉन्ग समुदाय में निभाया जाता है. इस समुदाय में शादी के बाद नवविवाहित जोड़े को अगले तीन दिनों तक टॉयलेट जाने की मनाही होती है. इस रस्म के पीछे का कारण जानकर आप हैरान रह जाएंगे. क्या है रस्म के पीछे की मान्यताएं इस रस्म के पीछे कई मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. कुछ लोगों का मानना है कि शादी एक पवित्र बंधन है और शादी के बाद वर-वधू शुद्ध होते हैं. अगर वो टॉयलेट जाते हैं तो उनकी पवित्रता भंग हो जाती है और वो अशुद्ध हो जाते हैं. यही कारण है कि इस समुदाय में शादी के बाद तीन दिन तक टॉयलेट जाने पर रोक लगाई जाती है. वहीं कुछ अन्य लोगों का मानना है कि इस रस्म के पीछे का कारण नवविवाहित जोड़े को बुरी नजर से बचाना है. इस बिरादरी के लोगों की मान्यताओं के मुताबिक जहां पर मल त्याग किया जाता है वहां गंदगी होती है, जिसके कारण वहां पर नकारात्मक शक्तियां का प्रभाव बढ़ता है. इससे उनके दांपत्य जीवन में परेशानियां आ सकती हैं. रस्म को निभाने के तरीके ये रस्म बड़े ही सख्त नियमों के तहत पूरी की जाती है. इस दौरान शादी के तीन दिनों तक दूल्हा-दुल्हन को कोई परेशानी न हो और वो इस रस्म को बिना किसी दिक्कत के निभा सकें इसके लिए उन्हें खाना-पानी कम दिया जाता है. इस दौरान इसका खास ध्यान रखा जाता है कि वे शौचालय न जाएं. आज के समय में जब लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो रहे हैं, वहां ऐसी रस्में लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं. कई बार तो इस तरह की रस्में स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है.
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अंतिम संस्कार दुनिया भर में निभाई जाने वाली एक ऐसी प्रथा है जिसमें किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसे आखिरी विदाई दी जाती है. हालांकि ये अंतिम विदाई कुछ जगहों पर इतनी भयानक होती है कि जिन्हें सुनकर ही आपको रोंगटे खड़े हो जाएंगे. ऐसे में चलिए आज कुछ ऐसे विचित्र और इतिहास के सबसे अजीबोगरीब अंतिम संस्कारों पर नजर डालते हैं. यहा अंतिम संस्कार के समय शरीर को काटकर खा जाते हैं लोग ये सुनने में ही काफी अजीब लग रहा होगा कि कभी ऐसा भी हो सकता है? दरअसल अंतिम संस्कार के नाम शव को ही खा जाना, लेकिन ये बिल्कुल सच है. आज से 8 लाख साल पुरानी ये प्रथा इंडो-यूरोपीय इलाकों में आज भी चली आ रही है. इस प्रथा में मरने के बाद लोग शवों को ही काटकर खा जाते हैं. हैरान कर देने वाली बात ये है कि कुछ लोग तो पहले इन शवों को सड़ाते हैं और फिर उस समय तक सड़ाते हैं जब तक इस शरीर से पानी जैसा तरल पदार्थ ना निकलने लगे. इतिहासकरों का कहना है कि ऐसा लोग इसलिए करते हैं ताकि इस तरल पदार्थ से शराब बनाई जा सके और फिर इसे अपने स्वजनों की याद के स्वरूप इसका पिया जा सके. यहां अंतिम संस्कार के समय शव को मोतियों में बदल देते हैं लोग गौरतलब है कि ऐसी भी एक जगह है जहां मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के तौर पर उनके शवों को रंग-बिरंगे मोतियों-माणकों में बदल दिया जाता है यानी व्यक्ति के अवशेषों (राख) को रत्नों में संरक्षित कर लिया जाता है. ये उनके प्रियजनों की याद बनकर उनके घरों में रहता है. दरअसल ये प्रथा आज भी दक्षिण कोरियाई इलाकों में चली आ रही है. गिद्धों के सामने डाल दिया जाता है मृतकों का शव तिब्बत में अंतिम संस्कार का ये अनोखा तरीका अभी भी अपनाया जाता है. यहां के बौद्ध धर्म से जुड़े लोग अपने स्वजनों के अंतिम संस्कार के लिए इसे अपनाते हैं. यहां शव को पहले छोटे-छोटे टुकडो़ं में काटा जाता है. फिर उन टुकडो़ं को अंतिम संस्कार वाली जगह पर ले जाया जाता है इसके बाद बौद्ध भिक्षु धार्मिक अनुष्ठान करते हैं. इसके बाद इन टुकड़ों को किसी भी अनाज के आटे के घोल में डुबो दिया जाता है. इसके बाद इन टुकड़ों को बाज और गिद्ध जैसे पक्षियों के लिए फेंक दिया जाता है. इसके पीछे इस समुदाय की मान्यता है कि इस तरह आत्म बलिदान की अनुभूति होती है क्योंकि दफनाने के बाद भी इन शवों को कीड़े-मकौड़े ही खाते हैं और तिब्बत में ऊंची-ऊंची पहाड़ियां हैं जिससे वहां पेड़ों की ज्यादा पैदावार नहीं है, जिससे लकड़ियों की कमी है और दूसरा वहां की जमीन ज्यादा पथरीली है ऐसे में कब्र खोदने में भी काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ता है. यहां अंतिम संस्कार में उंगली काट लेते हैं लोग एक जगह ऐसी भी है जहां किसी अपने के मरने पर लोग अपने हाथों की उंगलियां काट लेते थे. दरअसल पपुआ न्यू गिनी जैसे देशों में ये प्रथा कई अर्से से चली आ रही थी लेकिन अब इस पर बैन लगा दिया है क्योंकि इस प्रथा में शव की उंगलियां नहीं बल्कि मरने वाले शख्स के परिजनों में से किसी की एक की उंगली काटी जाती थी. आश्चर्य की बात है कि इस प्रथा में एक उंगली नहीं बल्कि एक हाथ की पांचों उंगली काट दी जाती थी. इस प्रथा को लेकर इस समुदाय का मानना था कि ऐसा करने से आत्मा उन्हें परेशान नहीं करती है और उसे मुक्ति मिल जाती है.
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एक समय हवाई जहाज से सफर करना हर किसी के बस की बात नहीं हुआ करती थी, लेकिन वक्त के साथ अब लोगों के लिए हवाई जहाज से सफर करना आसान हो गया है. हवाई जहाज से जुड़े कई ऐसे सवाल होते हैं जो लोगों के मन में होते हैं. ऐसा ही एक सवाल ये भी है कि आखिर हवाई जहाज कितनी ऊंचाई पर उड़ता है? ऐसे में चलिए इसका जवाब जान लेते हैं. कितना ऊंचाई तक उड़ सकता है हवाई जहाज? वैसे हवाई जहाज की उड़ान इस बात पर निर्भर करती है कि एयरक्राफ्ट कौन सा है. आमतौर पर एक पैसेंजर एयरक्राफ्ट 10-20 हज़ार फीट नहीं बल्कि 30-35 हज़ार फीट की ऊंचाई पर उड़ता है. वहीं aviex.goflexair.com के अनुसार, बोइंग से लेकर एयरबस के विभिन्न मॉडल्स के पास सर्विस सीलिंग 41,000 से 43,000 फीट तक की होती है. हालांकि ये हवा में 30,000 से 35,000 फीट तक की ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं. वहीं प्राइवेट जेट की बात करें तो ज्यादातर एयरक्राफ्ट की सर्विस सीलिंग 51,000 फीट तक होती है और वो 45,000 फीट तक की ऊंचाई पर उड़ सकते हैं. किस चीज पर निर्भर होती है हवाई जहाज की उड़ान? एक प्लेन की उड़ान आमतौर पर एक खास चीज पर निर्भर करती है. जो कि उसका रूट है. बता दें शॉर्ट हॉल फ्लाइट्स 25-35,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ते हैं जबकि लॉन्ग हॉल वाली फ्लाइट्स 35-40,000 फीट तक उड़ते हैं. दरअसल इसकी वजह ये है कि विमान जितना ऊंचा उड़ेगा हवा उतनी ही पतली होगी और हल्के होने पर विमान का ईंधन की खपत कम होगी. एविएशन अथॉरिटीज़ द्वारा हर प्लेन को स्पेसिफिक ऑल्टीट्यूड रेंज के लिए सर्टिफिकेट दिया जाता है. इसके अलावा मिलिट्री एयरक्राफ्ट की बात की जाए तो ये 50,000 से 70,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकते हैं, जो उनके मिशन पर निर्भर करता है.
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राजधानी दिल्ली की सियासत में बड़ा फेरबदल हुआ है. दिल्ली में अब अरविंद केजरीवाल की जगह आतिशी सीएम पद की जिम्मेदारी संभालने जा रही हैं. विधायक दल की बैठक में उन्हें सीएम बनाने का फैसला लिया गया है. यानी अगले विधानसभा चुनावों तक दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री के हाथों में ही कमान रहेगी. ऐसे में हम आपको दिल्ली की नई सीएम आतिशी के नाम का मतलब बताएंगे. क्या आप जानते हैं कि आतिशी किस भाषा का शब्द है, आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे. दिल्ली सीएम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. वह शाम साढ़े 4 बजे राजनिवास पहुंचे और उपराज्यपाल वीके सक्सेना को इस्तीफा सौंपा है. इस दौरान उनके साथ दिल्ली की होने वाली नई मुख्यमंत्री आतिशी और उनकी पूरी कैबिनेट भी मौजूद थी. वहीं इस्तीफा सौंपने के बाद अरविंद केजरीवाल ने एलजी को विधायक दल की चुनी गई नेता आतिशी का मुख्यमंत्री पद के लिए नाम का प्रस्ताव भी दे दिया है. कैबिनेट मंत्री में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन, सौरभ भारद्वाज भी साथ में थे. नई मुख्यमंत्री राजधानी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी होंगी. विधायक दल की बैठक में उन्हें सीएम बनाने का फैसला लिया गया है. आतिशी के सीएम बनते ही इंटरनेट पर उनसे जुड़ी कई जानकारियां ढूंढी जा रही हैं. गूगल पर आतिशी से जुड़ा बहुत कुछ खोजा जा रहा है. लेकिन एक सवाल आपके भी मन में भी आया होगा कि आखिर आतिशी का मतलब क्या होता है. सवाल ये है कि आतिशी उर्दू शब्द है या हिंदी का है. आज हम आपको बताएंगे कि आतिशी का मतलब क्या होता है. आतिशी नाम का अर्थ बता दें कि आतिशी एक यूनीक नाम है. अक्सर लोग आतिशी का संबंध ‘आतिशबाजी’ से जोड़कर लगाते हैं. हालांकि कई लोग ये सोचते हैं कि आतिशी हिंदी का शब्द है. लेकिन आपको बता दें कि ‘आतिशी’ असल में एक फारसी शब्द है. शाब्दिक तौर पर इसका अर्थ ‘जो आग में तपाने पर भी न टूटने या तड़कने वाला हो’ होता है. असल में आतिशी शीशा एक ऐसी चीज होती है, जिसपर सूर्य की किरण टकराती है, तो उससे आग पैदा होती है. आतिशी का संबंध ‘आतश’ यानी आग से होता है. इसका नाम के तौर पर इस्तेमाल करें तो आतिशी का मतलब ‘उग्र’, ‘तेजस्वी’, ‘प्रज्वलित होने वाला’ या अंगारे जैसा लाल होता है.
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हाल ही में एक उल्कापिंड पृथ्वी के इतने नजदीक से गुजरा कि उसने धरती वासियों के मन में डर पैदा कर दिया. ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल उठना लाजमी है कि अगर कभी चांद का कोई टुकड़ा टूट कर पृथ्वी की ओर बढ़ा तो धरती पर गिरने में उसे कितना समय लगेगा. चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं. पृथ्वी से चांद की दूरी समझिए चांद का कोई हिस्सा अगर टूट कर पृथ्वी पर गिरता है, तो यह एक बेहद दुर्लभ और विनाशकारी घटना होगी. इस तरह की घटनाओं की संभावना कम है, लेकिन विज्ञान के आधार पर इसका विश्लेषण जरूर किया जा सकता है. दरअसल, चांद पृथ्वी से लगभग 384,400 किलोमीटर दूर है. ऐसे में अगर चांद का कोई टुकड़ा टूट कर पृथ्वी की ओर आने लगता है, तो उस टुकड़े की गति और यात्रा का समय मुख्य रूप से कई कारकों पर निर्भर करेगा. गुरुत्वाकर्षण और वेग में भी है इसका जवाब दरअसल, चंद्रमा की कक्षा में कोई भी वस्तु तब तक स्थिर रहती है, जब तक कि कोई बाहरी बल उस पर प्रभाव नहीं डालता. हालांकि, अगर चांद का कोई टुकड़ा टूटता है और पृथ्वी की ओर बढ़ने लगता है, तो यह पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण के कारण तेजी से आकर्षित होने लगेगा. इस प्रक्रिया को और आसान भाषा में समझने के लिए, हमें यह जानना होगा कि चंद्रमा की कक्षा में कोई भी वस्तु जब पृथ्वी की ओर गिरती है, तो वह लगातार गति प्राप्त करती है. इसे ऐसे समझिए कि पृथ्वी की ओर बढ़ते समय वह टुकड़ा 9.8 मीटर/सेकंड² की दर से गति पकड़ता है, जो कि गुरुत्वाकर्षण बल है. लेकिन, यह दर तब और बढ़ जाती है जब वह पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करता है, क्योंकि उस समय वायुगतिकीय बल भी उस पर काम करने लगता है. नासा से समझिए नासा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरिक्ष से गिरने वाली वस्तुएं आमतौर पर 11 किलोमीटर प्रति सेकंड यानी लगभग 40,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गिरती हैं. चूंकि, चांद की कक्षा पृथ्वी से दूर है तो चंद्रमा के टूटे हुए टुकड़े को पृथ्वी की सतह तक पहुंचने में अधिकतम कुछ घंटों का ही समय लगेगा. इसे और आसान भाषा में समझें तोअगर चांद का टुकड़ा 40,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पृथ्वी की ओर बढ़ता है, तो उसे 384,400 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग 9.5 घंटे लगेंगे.
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कल यानी 17 सितंबर को मिडल ईस्ट के लेबनान और सीरीया में एक साथ कई धमाके हुए. यह धमाके अपने आप में बेहद अलग थे. क्योंकि इनके लिए न मिसाइल का इस्तेमाल किया गया था. ना ही ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था. यह सभी अटैक हुए थे पेजर के जरिए. पेजर कोई बम या बिस्फोटक नहीं बम बल्कि एक डिवाइस है जो रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए मैसेज भेजता है और प्राप्त करता है. यह काफी पुरानी टेक्नोलॉजी है. नॉर्मली अब इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर नहीं होता. इसमें इंटरनेट और कॉलिंग की सुविधा नहीं होती. इसीलिए यह वहां भी काम करता है. जहां मोबाइल के नेटवर्क नहीं आते. लेबनान में हिज्बुल्लाह जिसे अमेरिका समेत कई देश आतंकी संगठन घोषित कर चुके हैं. उसके मेंबर्स के पेजर में धमाके हुए हैं. पेजर में PETN के जरिए हुआ धमाका. क्या है यह PETN? क्या RDX से भी ज्यादा खतरनाक होता है? कैसे करते हैं दोनों काम चलिए आपको बताते हैं इन सवालों के जवाब. PETN के जरिए हुए ऐसे हुए धमाके PETN जिसका मतलब pentaerythritol tetranitrate होता है. यह एक केमिकल सब्सटेंस होता है. यह प्लास्टिसाइजर के साथ मिलकर प्लास्टिक एक्सप्लोजन तैयार करता है. दुनिया के सभी प्लास्टिक बम में इसे बेहद खतरनाक कहा जाता है. इसका पता लगाना काफी मुश्किल होता है. इसके आइटम्स बेहद ऑर्गेनाइज्ड होते हैं. इसी वजह से सेंसर भी से पकड़ नहीं पाते. इसका इस्तेमाल अमोनियम नाइट्रेट और पोटेशियम नाइट्रेट के साथ में करते हैं. जिससे विस्फोट और भी भयंकर होता है. लेबनान में हिजबुल्ला के पेजर में हुआ अटैक भी PETN के जरिए किया गया था. न्यूज़ अरबिया की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल की सीक्रेट एजेंसी मोसाद ने यह अटैक करवाया था. उसके लिए मोसाद ने पेजर के अंदर बैटरी के ऊपर PETN फिट किया था. जो बैटरी गर्म होने के बाद विस्फोट हुआ. PETN को RDX से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है. RDX ऐसे करता है काम आरडीएक्स एक हाई ग्रेड पावर विस्फोटक होता है. इसे रॉयल डिमोलिशन एक्सप्लोसिव भी कहा जाता है. आपको पुलवामा हमला याद होगा.14 फरवरी साल 2019 को हुए पुलवामा हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में आतंकवादियों ने आरडीएक्स का इस्तेमाल किया था. आप इसी बात से आरडीएक्स कितना खतरनाक है इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं. आरडीएक्स में स्मेल नहीं आती है. यानी अगर कोई आपके पास से भी आरडीएक्स ले जाता है. तो आप पहचान नहीं पाएंगे. यह एक सिंथेटिक केमिकल होता है. इसे C4 प्लास्टिक एक्सप्लोसिव और सिमटैक्स में इस्तेमाल किया जाता है. वर्ल्ड वॉर 2 में इसका पहली बार इस्तेमाल किया गया था, आरडीएक्स इतना खतरनाक होता है कि यह लोहे और कंक्रीट को भी पिघला देता है. इसे इस्तेमाल करने के लिए डेटोनेटर की जरूरत होती है. इसके प्रभाव की बात की जाए तो काफी ज्यादा होता है. लेकिन PETN इसके मुकाबले ज्यादा खतरानाक माना जाता है.
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स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 74वां जन्मदिन है. गरीबी में पले-बढ़े नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी अपने बचपन के दिनों और खासकर हीरा बा को यादकर भावुक हुए हैं. महज 8 साल की उम्र में वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए. चाय बेचकर अपने परिवार की मदद करने से लेकर अध्यात्म की खोज में खुद को तपाया.फिर देश की सेवा में ऐसा जुटे कि देश के शीर्ष पद पर लगातार तीसरी बार विराजमान हुए. नरेंद्र मोदी को पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक जनता का प्यार मिला. उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा ने ओडिशा से लेकर असम तक पहली बार सरकार बनाई. 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।.पिछले दो कार्यकाल के 10 साल के शासन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई ऐतिहासिक फैसले लेकर दूरदर्शी प्रधानमंत्री की छवि बनाई. ग्लोबल लीडर के रूप में खुद को साबित किया. पीएम मोदी के ये हैं वो 10 फैसले जो भारत के इतिहास में हमेशा याद किए जाएंगे... नरेंद्र मोदी के 10 साल के प्रधानमंत्री कार्यकाल के साथ ही उनके द्वारा लाए गए जन धन योजना के भी 10 साल पूरे हुए. इस योजना की देश के बाहर भी तारीफ की जाती है. इसके अंतर्गत देश में बिना किसी न्यूनतम राशि के अकाउंट खोले गए, जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया. सरकार की पीएमजेडीवाई वेबसाइट के अनुसार अब तक इस योजना के अंतर्गत 53 करोड़ से अधिक बैंक अकाउंट खोले गए हैं, जीरो बैंक बैलेंस सुविधा के बावजूद इसमें अब तक करीब 2,30,000 रुपये जमा हैं. इस एक फैसले ने गरीब से गरीब आदमी के लिए बैंकों के दरवाजे खोल दिए. जनधन योजना के अलावा नमामि गंगे और स्वच्छ भारत अभियान योजनाएं भी काफी सुर्खियां बटोरी, जिसने सफाई अभियान को युद्धस्तर पर लाने का काम किया. नोटबंदी आठ नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था. देश में 500 और 1,000 रुपये के नोट के प्रचलन को बाहर कर दिया गया. इसका मुख्य मकसद काले धन पर अंकुश लगाना, बाजार में चल रहे जाली नोटों से छुटकारा पाना और टेरर फंडिंग को रोकना था. हालांकि, सरकार को इस फैसले के बाद काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा, लेकिन इससे आतंकवाद की कमर टूटी. साथ ही देश डिजिटल हुआ. अब भारत के दूरदूराज के गांवों तक में लोग डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं. पूरी दुनिया इस उपलब्धि से हैरान है. मेक इन इंडिया PM मोदी का 74वां जन्मदिन: जानिए भारत को बुलंद बनाने वाले उनके 10 साहसिक फैसलेNarendra Modi Birthday: प्रधानमंत्री मोदी का 74वां जन्मदिन है. इस मौके पर जानिए उनके वो 10 फैसले, जिसने भारत की तस्वीर बदल दी.... PM मोदी का 74वां जन्मदिन: जानिए भारत को बुलंद बनाने वाले उनके 10 साहसिक फैसले पीएम मोदी ने अपने फैसलों से न सिर्फ आम लोगों की बल्कि देश की स्थिति को भी मजबूत किया. PM Modi Birthday: स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 74वां जन्मदिन है. गरीबी में पले-बढ़े नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी अपने बचपन के दिनों और खासकर हीरा बा को यादकर भावुक हुए हैं. महज 8 साल की उम्र में वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए. चाय बेचकर अपने परिवार की मदद करने से लेकर अध्यात्म की खोज में खुद को तपाया.फिर देश की सेवा में ऐसा जुटे कि देश के शीर्ष पद पर लगातार तीसरी बार विराजमान हुए. नरेंद्र मोदी को पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक जनता का प्यार मिला. उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा ने ओडिशा से लेकर असम तक पहली बार सरकार बनाई. 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।.पिछले दो कार्यकाल के 10 साल के शासन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई ऐतिहासिक फैसले लेकर दूरदर्शी प्रधानमंत्री की छवि बनाई. ग्लोबल लीडर के रूप में खुद को साबित किया. पीएम मोदी के ये हैं वो 10 फैसले जो भारत के इतिहास में हमेशा याद किए जाएंगे... जनधन योजना नरेंद्र मोदी के 10 साल के प्रधानमंत्री कार्यकाल के साथ ही उनके द्वारा लाए गए जन धन योजना के भी 10 साल पूरे हुए. इस योजना की देश के बाहर भी तारीफ की जाती है. इसके अंतर्गत देश में बिना किसी न्यूनतम राशि के अकाउंट खोले गए, जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया. सरकार की पीएमजेडीवाई वेबसाइट के अनुसार अब तक इस योजना के अंतर्गत 53 करोड़ से अधिक बैंक अकाउंट खोले गए हैं, जीरो बैंक बैलेंस सुविधा के बावजूद इसमें अब तक करीब 2,30,000 रुपये जमा हैं. इस एक फैसले ने गरीब से गरीब आदमी के लिए बैंकों के दरवाजे खोल दिए. जनधन योजना के अलावा नमामि गंगे और स्वच्छ भारत अभियान योजनाएं भी काफी सुर्खियां बटोरी, जिसने सफाई अभियान को युद्धस्तर पर लाने का काम किया. नोटबंदी आठ नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था. देश में 500 और 1,000 रुपये के नोट के प्रचलन को बाहर कर दिया गया. इसका मुख्य मकसद काले धन पर अंकुश लगाना, बाजार में चल रहे जाली नोटों से छुटकारा पाना और टेरर फंडिंग को रोकना था. हालांकि, सरकार को इस फैसले के बाद काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा, लेकिन इससे आतंकवाद की कमर टूटी. साथ ही देश डिजिटल हुआ. अब भारत के दूरदूराज के गांवों तक में लोग डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं. पूरी दुनिया इस उपलब्धि से हैरान है. मेक इन इंडिया मेक इन इंडिया मोदी सरकार का एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी विचार रहा है. इसका मकसद भारत को विनिर्माण का केंद्र बनाना और विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में निवेश की राहों को आसान बनाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2014 को मेक इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके तहत सेना के हथियारों से लेकर खिलौने तक निर्माण भारत में शुरू हुआ. डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की. इसका उद्देश्य देश को डिजिटल क्षेत्र में सशक्त बनाना है. इसमें ऑनलाइन बुनियादी ढांचे में सुधार, इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाना, ग्रामीण इलाकों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ना शामिल है। आधार एक्ट मोदी सरकार 2016 में आधार एक्ट लाई. इसके तहत भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की स्थापना की गई. अगर, इससे जुड़े लाभों की बात करें तो यूआईडीएआई 12 अंकों की आधार संख्या जारी करके नागरिकों को सब्सिडी, लाभ और सेवाएं दी जाती हैं. इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगी और आम लोगों को सरकार से मिलने वाली मदद के लिए किसी को अब रिश्वत नहीं देना पड़ता. उज्ज्वला योजना पीएम मोदी एक मई 2016 को बलिया से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी. इसका मुख्य उद्देश्य बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराना है. योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों को गैस कनेक्शन के लिए पैसे नहीं दिए जाते, बल्कि सरकार गैस कंपनी को 1,600 रुपए देती है. इसके तहत लाभार्थियों को सिलेंडर, रेगुलेटर, सुरक्षा नली और डीजीसीसी पुस्तिका दी जाती है. सर्जिकल स्ट्राइक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वपूर्ण फैसलों में 2016 का सर्जिकल स्ट्राइक शामिल है. इसके तहत भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर, 2016 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. ये 18 सितंबर, 2016 में कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के जवाबी कार्रवाई थी, जिसमें हमारे 19 जवान शहीद हुए थे. सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता का आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि भारतीय सेना ने बिना केजुअल्टी 38 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था. पीएम मोदी सरकार इस दिन 'सर्जिकल स्ट्राइक दिवस' के रूप में नामित किया है. इस फैसले से आतंकवादियों में यह डर बना कि भारत घर में घुसकर भी मार सकता है. जीएसटी मोदी सरकार के प्रमुख फैसलों में जीएसटी को लागू करना शामिल है. मोदी कैबिनेट के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक जुलाई, 2017 को जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लागू किया. इसके अंतर्गत चार जीएसटी स्लैब 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत को इंट्रोड्यूस किया गया. पीएम की एक और महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना भी उनके महत्वपूर्ण फैसलों में शामिल है. इसके अंतर्गत लाभार्थियों को पांच लाख रुपये तक सालाना मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है. हाल ही में इस क्षेत्र में 70 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी लोगों को शामिल किया गया है. आर्टिकल 370 और 35 ए मेक इन इंडिया मोदी सरकार का एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी विचार रहा है. इसका मकसद भारत को विनिर्माण का केंद्र बनाना और विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में निवेश की राहों को आसान बनाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2014 को मेक इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके तहत सेना के हथियारों से लेकर खिलौने तक निर्माण भारत में शुरू हुआ. डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की. इसका उद्देश्य देश को डिजिटल क्षेत्र में सशक्त बनाना है. इसमें ऑनलाइन बुनियादी ढांचे में सुधार, इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाना, ग्रामीण इलाकों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ना शामिल है। आधार एक्ट PM मोदी का 74वां जन्मदिन: जानिए भारत को बुलंद बनाने वाले उनके 10 साहसिक फैसलेNarendra Modi Birthday: प्रधानमंत्री मोदी का 74वां जन्मदिन है. इस मौके पर जानिए उनके वो 10 फैसले, जिसने भारत की तस्वीर बदल दी.... PM मोदी का 74वां जन्मदिन: जानिए भारत को बुलंद बनाने वाले उनके 10 साहसिक फैसले पीएम मोदी ने अपने फैसलों से न सिर्फ आम लोगों की बल्कि देश की स्थिति को भी मजबूत किया. PM Modi Birthday: स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 74वां जन्मदिन है. गरीबी में पले-बढ़े नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद भी अपने बचपन के दिनों और खासकर हीरा बा को यादकर भावुक हुए हैं. महज 8 साल की उम्र में वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए. चाय बेचकर अपने परिवार की मदद करने से लेकर अध्यात्म की खोज में खुद को तपाया.फिर देश की सेवा में ऐसा जुटे कि देश के शीर्ष पद पर लगातार तीसरी बार विराजमान हुए. नरेंद्र मोदी को पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक जनता का प्यार मिला. उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा ने ओडिशा से लेकर असम तक पहली बार सरकार बनाई. 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।.पिछले दो कार्यकाल के 10 साल के शासन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई ऐतिहासिक फैसले लेकर दूरदर्शी प्रधानमंत्री की छवि बनाई. ग्लोबल लीडर के रूप में खुद को साबित किया. पीएम मोदी के ये हैं वो 10 फैसले जो भारत के इतिहास में हमेशा याद किए जाएंगे... जनधन योजना नरेंद्र मोदी के 10 साल के प्रधानमंत्री कार्यकाल के साथ ही उनके द्वारा लाए गए जन धन योजना के भी 10 साल पूरे हुए. इस योजना की देश के बाहर भी तारीफ की जाती है. इसके अंतर्गत देश में बिना किसी न्यूनतम राशि के अकाउंट खोले गए, जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया. सरकार की पीएमजेडीवाई वेबसाइट के अनुसार अब तक इस योजना के अंतर्गत 53 करोड़ से अधिक बैंक अकाउंट खोले गए हैं, जीरो बैंक बैलेंस सुविधा के बावजूद इसमें अब तक करीब 2,30,000 रुपये जमा हैं. इस एक फैसले ने गरीब से गरीब आदमी के लिए बैंकों के दरवाजे खोल दिए. जनधन योजना के अलावा नमामि गंगे और स्वच्छ भारत अभियान योजनाएं भी काफी सुर्खियां बटोरी, जिसने सफाई अभियान को युद्धस्तर पर लाने का काम किया. नोटबंदी आठ नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था. देश में 500 और 1,000 रुपये के नोट के प्रचलन को बाहर कर दिया गया. इसका मुख्य मकसद काले धन पर अंकुश लगाना, बाजार में चल रहे जाली नोटों से छुटकारा पाना और टेरर फंडिंग को रोकना था. हालांकि, सरकार को इस फैसले के बाद काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा, लेकिन इससे आतंकवाद की कमर टूटी. साथ ही देश डिजिटल हुआ. अब भारत के दूरदूराज के गांवों तक में लोग डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं. पूरी दुनिया इस उपलब्धि से हैरान है. मेक इन इंडिया मेक इन इंडिया मोदी सरकार का एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी विचार रहा है. इसका मकसद भारत को विनिर्माण का केंद्र बनाना और विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में निवेश की राहों को आसान बनाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2014 को मेक इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके तहत सेना के हथियारों से लेकर खिलौने तक निर्माण भारत में शुरू हुआ. डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की. इसका उद्देश्य देश को डिजिटल क्षेत्र में सशक्त बनाना है. इसमें ऑनलाइन बुनियादी ढांचे में सुधार, इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाना, ग्रामीण इलाकों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ना शामिल है। आधार एक्ट मोदी सरकार 2016 में आधार एक्ट लाई. इसके तहत भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की स्थापना की गई. अगर, इससे जुड़े लाभों की बात करें तो यूआईडीएआई 12 अंकों की आधार संख्या जारी करके नागरिकों को सब्सिडी, लाभ और सेवाएं दी जाती हैं. इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगी और आम लोगों को सरकार से मिलने वाली मदद के लिए किसी को अब रिश्वत नहीं देना पड़ता. उज्ज्वला योजना पीएम मोदी एक मई 2016 को बलिया से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी. इसका मुख्य उद्देश्य बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराना है. योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों को गैस कनेक्शन के लिए पैसे नहीं दिए जाते, बल्कि सरकार गैस कंपनी को 1,600 रुपए देती है. इसके तहत लाभार्थियों को सिलेंडर, रेगुलेटर, सुरक्षा नली और डीजीसीसी पुस्तिका दी जाती है. सर्जिकल स्ट्राइक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वपूर्ण फैसलों में 2016 का सर्जिकल स्ट्राइक शामिल है. इसके तहत भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर, 2016 में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. ये 18 सितंबर, 2016 में कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के जवाबी कार्रवाई थी, जिसमें हमारे 19 जवान शहीद हुए थे. सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता का आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि भारतीय सेना ने बिना केजुअल्टी 38 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था. पीएम मोदी सरकार इस दिन 'सर्जिकल स्ट्राइक दिवस' के रूप में नामित किया है. इस फैसले से आतंकवादियों में यह डर बना कि भारत घर में घुसकर भी मार सकता है. जीएसटी मोदी सरकार के प्रमुख फैसलों में जीएसटी को लागू करना शामिल है. मोदी कैबिनेट के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक जुलाई, 2017 को जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लागू किया. इसके अंतर्गत चार जीएसटी स्लैब 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत को इंट्रोड्यूस किया गया. पीएम की एक और महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना भी उनके महत्वपूर्ण फैसलों में शामिल है. इसके अंतर्गत लाभार्थियों को पांच लाख रुपये तक सालाना मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है. हाल ही में इस क्षेत्र में 70 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी लोगों को शामिल किया गया है. आर्टिकल 370 और 35 ए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआत में साहसिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35ए द्वारा राज्य को दिए विशेष दर्जे को हटा दिया. पांच अगस्त 2019 को किए इस फैसले लेने के बाद भाजपा सरकार ने इसको ऐतिहासिक भूल को ठीक करने वाला ऐतिहासिक कदम बताया था. इस कदम से जम्मू कश्मीर के लोगों को भेदभाव से छूटकारा मिला और एक देश, एक संविधान लागू हुआ. सीएए कई वर्षों से भाजपा के एजेंडे में लगे सीएए को लेकर मोदी सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 लाई. इसका मुख्य मकसद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम धर्मों के लोगों भारतीय नागरिकता देना है. नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने के लिए एक विशेष प्रावधान मौजूद है. यह विशेष रूप से उन कुछ व्यक्तियों के लिए है, जो 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश कर चुके हैं और हिंदू या सिख या बौद्ध या जैन या पारसी या ईसाई समुदाय से हैं.
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7 सितंबर को गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ गणेश उत्सव अब समापन की ओर है. 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर बप्पा की विदाई होगी, गणेश विसर्जन किया जाएगा. इस दिन गणपति जी (Ganesh ji) अपने लोक लौट जाते हैं. गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है. इनकी कृपा से जीवन में सुख समृद्धि और करियर में अच्छी तरक्की मिलती है. अगर आपने भी घर में गणपति जी की स्थापना की है तो अनंत चतुर्थी पर विधि अनुसार और शुभ मुहूर्त में बप्पा को विदा करें. जानें अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन का मुहूर्त. अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के 4 शुभ मुहूर्त प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) - सुबह 09:11 - दोपहर 01:47 अपराह्न मुहूर्त (शुभ) - दोपहर 03:19 - शाम 04:51 सायाह्न मुहूर्त (लाभ) - रात 07:51 - रात 09:19 रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - रात 10:47 - सुबह 03:12, सितम्बर 18 घर में गणेश विसर्जन कैसे करें जिस तरह हम घर से अपने परिवार के सदस्य को यात्रा पर जाने से पहले खुशी-खुशी विदा करते हैं वैसे ही गणपति जी की विदाई में भी बिल्कुल ऐसा ही व्यवहार करें. आदरपूर्वक, विनम्र भाव से पूजा के दौरान जाने-अनजाने में हुई गलती की माफी मांगे और फिर उनसे सुख-समृद्धि की कामना करें. बप्पा की विदाई नदी, झील, तालाब में विसर्जित करने की जगह घर पर ही विसर्जन कर सकते हैं. गणेश विसर्जन वाले दिन बप्पा की विधिवत पूजा करें, कुमकुम हल्दी, मेहंदी, मोदक, पुष्प आदि चढ़ाएं. आरती करें. गणपति के साइज को ध्यान में रखते हुए एक बाल्टी या टब लें. इसे अच्छे से साफ कर लें. बाल्टी में इतना पानी डालें कि गणपति विसर्जित हो जाएं. बप्पा की मूर्ति पूरी तरह से पानी में घुल जाने के बाद इस पानी को गमले में डाल दें. बप्पा की मूर्ति की मिट्टी में पौधे का बीज लगा सकते हैं. जब गणपति को विसर्जन के लिए ले जाएं, तब उन सारी चीजों को पोटली में बांध दें और गणेश जी के साथ ही विसर्जित कर दें. ध्यान गणेश जी की मूर्ति हो या प्रतिमा, इन्हें पानी में धीरे-धीरे विसर्जित करें. एकदम से छोड़ें या पटकें नहीं.
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दुनियाभर में शादी की अलग-अलग परंपराएं होती हैं. जिनमें से कुछ परंपराएं तो ऐसी होती हैं कि लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती हैं. ऐसे में हम आपको शादी की एक ऐसी परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जानकर ही आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल इस देश में शादी के लिए दुल्हन को अनोखी परंपरा से गुजरना पड़ता है. इस दिलचस्प परंपरा में दुल्हन पर लोग टमाटर और अंडे फेंकते हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये किस देश में ये परंपरा होती है. यहां दुल्हन पर फेंके जाते हैं टमाटर और अंडे यदि आपसे कहा जाए कि शादी से पहले आपके ऊपर सड़े अंडें और टमाटर बरसाए जाएंगे तो आपको बहुत अजीब लगेगा. आप कहेंगे कि ऐसा करने से पार्लर में खर्च किए सारे पैसे वेस्ट हो जाएंगे. लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां पर शादी से पहले हल्दी-चंदन की बजाए दूल्हा-दुल्हन पर सड़े टमाटर, सड़े अंडे और मछली जैसी गंदी चीजें फेंकी जाती हैं. जी हां, स्कॉटलैंड में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन को एक पेड़ से बांध दिया जाता है और फिर उनके ऊपर चॉकलेट सीरप, दूध, आटा, सड़े अंडे, सड़े टमाटर और सड़ी हुई मछलियां डाली जाती हैं. क्या है इसकी पीछे की मान्यता? बता दें इस रस्म को निभाने के पीछे लोगों की मान्यता है कि इससे दूल्हा- दुल्हन को बुरी ताकतों से बचाया जाता है. यदि शादी से पहले वो इन सभी चीजों का सामना करते हुए खुद को संभाल लेते हैं, तो जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना भी आसानी से कर लेंगे. हालांकि ये रस्म पूरे स्कॉटलैंड में नहीं निभाई जाती है बल्कि यहां के कुछ ही हिस्सों में इस पंरपरा को निभाया जाता है. यह परंपरा कई संस्कृतियों में देखने को मिलती है, लेकिन इसकी व्याख्या और महत्व अलग-अलग हो सकता है. ग्रीक संस्कृति में ये परंपरा बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए की जाती है. कुछ अन्य संस्कृतियों में इसे दुल्हन की सुंदरता और स्वास्थ्य की रक्षा के रूप में देखा जाता है.
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हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी पर्व का विशेष महत्व है. इसमें सृष्टि के संचालक भगवान श्रीहरि विष्णु (Lord Vishnu) के अनंत रूप की पूजा होती है. इसलिए इसे अनंत चौदस भी कहते हैं. साथ ही अनंत चतुर्दशी के दिन ही 10 दिवसीय गणेशोत्सव (Ganeshotsav) की समाप्ति होती है और गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन (Ganesh Visarjan 2024) किया जाता है. अनंत चतुर्दशी 2024 कब (Anant Chaturdashi 2024 Date) पंचांग (Panchang) के मुताबिक अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस साल यह तिथि मंगलवार 17 सितंबर 2024 को पड़ रही है. चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 16 सितंबर दोपहर 03:10 से शुरू हो जाएगी, जिसका समापन 17 सितंबर को सुबह 11:44 पर होगा. ऐसे में 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी की पूजा होगी. मान्यता है कि अनंत चतुर्दशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करने वाले जातकों के जीवन में खुशियों का आगमन होता है और समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है. लेकिन क्या आप जानते हैं अनंत चतुर्दशी के पर्व का खास महत्व 14 गांठ वाले अनंत सूत्र (Ananta Sutra), महाभारत काल (Mahabharat) और प्रसिद्ध नीम करोली बाबा (Baba Neem Karoli) से जुड़ा हुआ है. आइये जानते हैं इसके बारे में- महाभारत काल से अनंत चतुर्दशी का संबंध (Anant Chaturdashi Mahabhart Katha in Hindi) अनंत चतुर्दशी का महाभारत (Mahabharat) से खास संबंध है, क्योंकि इसकी शुरुआत महाभारत काल से ही मानी जाती है. कथा के अनुसार, जब पांडव जुए में कौरवों से हार गए थे तो इसके बाद उन्हें अपने राजपाट का त्याग कर बहुत कष्ट झेलना पड़ा. एक दिन युधिष्ठिर ने भगवान कृष्ण (Shri Krishna) ने इस कष्ट से मुक्ति पाने और राजपाट वापस पाने का उपाय पूछा. श्रीकृष्ण ने कहा, हे युधिष्ठिर! तुम सभी जन विधिपूर्वक अनंत भगवान का व्रत रखकर पूजा करो. इससे तुम्हारा सारे कष्ट दूर हो जाएंगे और खोया राजपाट भी फिर से प्राप्त हो जाएगा. तब युधिष्ठिर ने कृष्ण से पूछा कि, अनंत भगवान कौन हैं? श्रीकृष्ण ने कहा- अनंत भगवान श्रीविष्णु के ही रूप हैं. चातुर्मास (Chaturmas 2024) की अवधि में भगवान विष्णु शेषनाग की शैय्या पर अनंत शयन में रहते हैं. श्रीकृष्ण के कहने पर युधिष्ठिर ने सपरिवार अनंत चतुर्दशी का व्रत किया और अनंत देव की पूजा की. व्रत के प्रभाव से उन्हें न सिर्फ खोया हुआ राजपाट फिर से प्राप्त हुआ बल्कि पांडव महाभारत युद्ध (Mahabharat War) में भी विजयी हुए. अनंत चतुर्दशी पर क्यों बांधते हैं 14 गांठ वाला सूत्र (Why do we tie 14 knotted sutra on Anant Chaturdashi) अनंत चतुर्दशी की पूजा में 14 गांठ वाला एक सूत्र बांधने का महत्व है. यह रेशम या कपास का बना होता है, जिसे बाजू में बांधा जाता है. इस 14 गांठ वाले सूत्र को विष्णु जी के 14 रूप (अनंत, ऋषिकेश, पद्मनाभ, माधव, वैकुण्ठ, श्रीधर, त्रिविक्रम, मधुसूदन, वामन, केशव, नारायण, दामोदर और गोविन्द) का प्रतीक माना जात है. 14 लोक की रचना के बाद इसके पालन और संरक्षण के लिए भगवान विष्णु इन्हीं 14 रूपों में प्रकट हुए थे. वहीं शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि अनंत रक्षासूत्र के 14 गांठ इन 14 लोकों ( भूर्लोक, भुवर्लोक, स्वर्लोक, महर्लोक, जनलोक, तपोलोक, ब्रह्मलोक, अतल, वितल, सतल, रसातल, तलातल, महातल और पाताल लोक) का प्रतिनिधित्व करते हैं. नीम करोली बाबा और अनंत चतुर्दशी पर्व का संबंध (Neem Karoli Baba and Anant Chaturdashi Connection) दिव्य पुरुष, महान योगीराज और भगवान हनुमान (Hanuman Ji) के परम भक्त नीम करोली बाबा (Neem Karoli Bapa) को शायद ही कोई ऐसा होगा, जो नहीं जानता होगा. उत्तराखंड स्थित कैंची धाम (Kainchi Dham) में बाबा नीम करोली का आश्रम है. अनंत चतुर्दशी के दिन से बाबा नीम करोली का भी खास संबंध है. वैसे तो नीम करोली महाराज की मृत्यु 11 सितंबर 1973 में हुई थी. लेकिन कहा जाता है कि, जिस दिन बाबा ने अपने प्राण त्यागे थे उस दिन अनंत चतुर्दशी थी.
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7 सितंबर को गणेश चतुर्थी (Ganesh chaturthi) से शुरू हुआ गणेश उत्सव अब समापन की ओर है. 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी (Anant chaturdashi) पर बप्पा की विदाई होगी, गणेश विसर्जन किया जाएगा. इस दिन गणपति जी (Ganesh ji) अपने लोक लौट जाते हैं. गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है. इनकी कृपा से जीवन में सुख समृद्धि और करियर में अच्छी तरक्की मिलती है. अगर आपने भी घर में गणपति जी की स्थापना की है तो अनंत चतुर्थी पर विधि अनुसार और शुभ मुहूर्त में बप्पा को विदा करें. जानें अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन का मुहूर्त. अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के 4 शुभ मुहूर्त (Ganesh Visarjan 2024 Auspicious Time) प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) - सुबह 09:11 - दोपहर 01:47 अपराह्न मुहूर्त (शुभ) - दोपहर 03:19 - शाम 04:51 सायाह्न मुहूर्त (लाभ) - रात 07:51 - रात 09:19 रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) - रात 10:47 - सुबह 03:12, सितम्बर 18 घर में गणेश विसर्जन कैसे करें जिस तरह हम घर से अपने परिवार के सदस्य को यात्रा पर जाने से पहले खुशी-खुशी विदा करते हैं वैसे ही गणपति जी की विदाई में भी बिल्कुल ऐसा ही व्यवहार करें. आदरपूर्वक, विनम्र भाव से पूजा के दौरान जाने-अनजाने में हुई गलती की माफी मांगे और फिर उनसे सुख-समृद्धि की कामना करें. बप्पा की विदाई नदी, झील, तालाब में विसर्जित करने की जगह घर पर ही विसर्जन कर सकते हैं. गणेश विसर्जन वाले दिन बप्पा की विधिवत पूजा करें, कुमकुम हल्दी, मेहंदी, मोदक, पुष्प आदि चढ़ाएं. आरती करें. गणपति के साइज को ध्यान में रखते हुए एक बाल्टी या टब लें. इसे अच्छे से साफ कर लें. बाल्टी में इतना पानी डालें कि गणपति विसर्जित हो जाएं. बप्पा की मूर्ति पूरी तरह से पानी में घुल जाने के बाद इस पानी को गमले में डाल दें. बप्पा की मूर्ति की मिट्टी में पौधे का बीज लगा सकते हैं. जब गणपति को विसर्जन के लिए ले जाएं, तब उन सारी चीजों को पोटली में बांध दें और गणेश जी के साथ ही विसर्जित कर दें. ध्यान गणेश जी की मूर्ति हो या प्रतिमा, इन्हें पानी में धीरे-धीरे विसर्जित करें. एकदम से छोड़ें या पटकें नहीं.
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भारत के सभी राज्यों की अपनी खासियत और संस्कृति है. इनमें से कुछ राज्य अंतरराष्ट्रीय सीमाओँ पर हैं, जिस कारण यहां पर सुरक्षाबल ज्यादा चौकन्नें रहते हैं. लेकिन आज हम आपको उत्तर प्रदेश के एक ऐसे जिला के बारे में बताएंगे, जिस जिले का बॉर्डर चार राज्यों से लगता है. जी हां, हम आज जिस जिले के बारे में बात करने वाले हैं, इसके 4 चारों तरफ 4 अलग-अलग राज्यों का बॉर्डर लगता है. भारत भारत में अच्छे सड़क मार्ग और ट्रेन कनेक्टिविटी के कारण कोई भी इंसान बहुत आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य सड़क और ट्रेन/वायु मार्ग से जा सकता है. हालांकि सभी राज्यों की अपनी सरकार और उनका नियम होता है. जिस कारण राज्यों के बॉर्डर पर चेंकिंग की जाती है. वहीं कुछ राज्यों में शराब पर पाबंदी लगा हुआ है, जिसके कारण भी बॉर्डर पर सख्त जांच होता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे जिला के बारे में बताने वाले हैं, जिस जिले के चारों तरफ कहीं पर भी निकलने पर आप किसी दूसरे राज्य में प्रवेश कर सकते हैं. क्योंकि इस जिले के चारों तरफ 4 अलग-अलग राज्य हैं. किस राज्य में ये जिला अब सवाल यह है कि भारत में यह अनोखा जिला किस राज्य में स्थित है. बता दें कि भारत का यह जिला उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है. उत्तर प्रदेश राज्य भारत में इकलौता राज्य है, जिसमें सबसे अधिक यानि 75 जिले हैं. उत्तर प्रदेश को भारत का सबसे अधिक जिलों वाला राज्य कहा जाता है. यहां हर जिले की अपनी कहानी और इतिहास है. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि उत्तर प्रदेश का कौन सा जिला 4 राज्यों के साथ बॉर्डर साझा करता है. बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य में सोनभद्र जिला एक ऐसा जिला है, जो कि 4 राज्यों के साथ सीमा साझा करता है. यह जिला उत्तर प्रदेश राज्य में ही दक्षिणपूर्व में पड़ता है, जो कि उत्तर-पश्चिम में मिर्जापुर, उत्तर में चंदौली, बिहार के कैमूर और रोहतास जिला, झारखंड में गढ़वा,कोरिया और सर्गुजा जिले से सीमा साझा करता है. वहीं दक्षिण में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले से सीमा साझा करता है. यह एक औद्योगिक क्षेत्र भी है, जहां पर आपको बॉक्साइट, चूना पत्थर, सोना और कोयला जैसे खनिज मिलते हैं. कहां पूछा गया ये सवाल बता दें कि इस तरह के प्रश्न परीक्षाओं में भी पूछे जाते हैं. लेकिन ये प्रश्न कुछ समय पहले देश के लोकप्रिय शो कौन बनेगा करोड़पति में भी पूछा गया था. दरअसल सवाल में पूछा गया था कि भारत का कौन-सा जिला चार राज्यों के साथ सीमा साझा करता है. वहीं इस सवाल की पुरस्कार राशि 50 लाख रुपये रखी गई थी. बता दें कि सोनभद्र जिला भारत का दूसरा सबसे बड़ा जिला भी है.
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दिल्ली में लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास में एक गाय ने बछिया को जन्म दिया है। पीएम मोदी ने शनिवार (14 सितंबर) को X पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बछिया को दुलार करते हुए अपना एक वीडियो भी शेयर किया है। कैप्शन में उन्होंने लिखा, 'हमारे शास्त्रों में कहा गया है- गाव: सर्वसुख प्रदा:। लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास परिवार में एक नए सदस्य का शुभ आगमन हुआ है। प्रधानमंत्री आवास में गौ माता ने एक नव वत्सा को जन्म दिया है, जिसके मस्तक पर ज्योति का चिह्न है। इसलिए, मैंने इसका नाम दीपज्योति रखा है।' राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास का लॉन। मकर संक्रांति पर खिली धूप में PM मोदी कुछ गायों से घिरे हुए हैं। उनके हाथ में तिल-गुड़ और हरा चारा है। वो गायों को खिला रहे हैं और उन्हें दुलार रहे हैं। जिसने भी ये वीडियो देखा उसका ध्यान छोटी-छोटी गायों की तरफ जरूर गया। ये आंध्र प्रदेश की पुंगनूर गायें हैं। संकटग्रस्त नस्ल की कैटेगरी में आने वाली इन गायों की कीमत 3 से 20 लाख रुपए के बीच है। इनके दूध में कई औषधीय गुण होते हैं। इन गायों का जिक्र पुराणों में भी मिलता है। लगभग खत्म हो चुकी इन गायों को 2019 में नया जीवन मिला।
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दुनिया में ऐसी कई जगहे हैं जो या अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं या फिर अजीब स्थिति के लिए, लेकिन क्या आप एक ऐसे देश के बारे में जानते हैं जिसे सुनसान होने के लिए जाना जाता है. जी हां, सुनने में ये थोड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन ये सच है. मंगोलिया एक ऐसा देश है जो इसलिए जाना जाता है कि वो सुनसान देश है. दरअसल इस देश की जनसंख्या काफी कम है, ऐसे में इस देश में दो व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (छह व्यक्ति प्रति वर्ग मील) है. उत्तर-मध्य एशिया में स्थित ये विशाल और खूबसूरत देश अपने विशाल भूमि क्षेत्र की अपेक्षा कम जनसंख्या घनत्व के कारण 99.7 प्रतिशत खाली है. मंगोलिया में ये है खास मंगोलिया का भौगोलिक क्षेत्र बहुत बड़ा और अलग-अलग तरह का है, जो लगभग 1.56 मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. ये देश चीन और रूस के बीच स्थित है. इसके उत्तरी सीमा पर रूस और दक्षिणी सीमा पर चीन से जुड़ा है. इसकी भौगोलिक स्थिति इसे एक जरुरी क्षेत्रीय दृष्टिकोण देती है, लेकिन इसके साथ ही ये देश दूसरे देशों की तुलना में काफी सुनसान है. दरअसल इसके पीछे का खास कारण मंगोलिया की जलवायु भी है. यह देश एक शुष्क और ठंडी जलवायु का सामना करता है, जिसमें सर्दी की बहुत ज्यादा होती है. यहां सर्दियों में तापमान -40 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि गर्मियों में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है. मंगोलिया का मौसम खासतौर पर दो मौसमों में बंटा होता है गर्मी और सर्दी, और यहां बारिश की मात्रा भी काफी कम होती है. कितनी है देश की जनसंख्या? मंगोलिया की जनसंख्या घनत्व बहुत कम है. देश की कुल जनसंख्या लगभग 3 मिलियन के आसपास है और इसकी जनसंख्या घनत्व सिर्फ 2 लोगों प्रति वर्ग किलोमीटर है. इसका बड़ा हिस्सा काउबॉय संस्कृति और खानाबदोश जीवनशैली से जुड़ा हुआ है. इस देश में बहुत सारे लोगों की जीवनशैली पारंपरिक है और वो खासतौर पर घुमंतू पशुपालकों के रूप में रहते हैं. वहीं दूसरी ओर मंगोलिया की अर्थव्यवस्था खासतौर पर खनन, पशुपालन, और कृषि पर आधारित है. देश में तांबा, कोयला और सोना जैसे खनिज संसाधनों का प्रचुर मात्रा में भंडार है. हालांकि देश की अपेक्षाकृत कम जनसंख्या और विशाल क्षेत्रफल के कारण, इसकी अर्थव्यवस्था दूसरे देशों की तुलना में कम विकसित है. मंगोलिया के दूरदराज क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की कमी और निर्जनता इसे एक बहुत ही परेशानी भरी जगह बनाते है.
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शनि देव सदैव अपनी दृष्टि झुकाए रहते हैं, वे किसी पर सीधी दृष्टि नहीं डालते हैं. इसी कारण शनि की दृष्टि की सबसे अधिक बात होती है. कई पौराणिक कथाओं में शनि की दृष्टि को अनिष्टकारी बताया गया है. कहते हैं कि शनि (Shani Dev) की नजर जिस पर पड़ जाती है, उसका बुरा समय निकट आ जाता है. भगवान शिव पर पड़ी तो उन्हें देवता के पशु बनना पड़ गया. भगवान राम पर पड़ी तो 14 वर्ष का वनवास झेलना पड़ा. रावण पर जब शनि की दृष्टि पड़ी तो उसकी बुद्धि खराब कर दी. सत्यवादी राजा हरिशचंद्र पर पड़ी तो पूरा राजपाट चला गया पत्नी बच्चे सब बिछड़ गए. यही कारण है कि शनि के नाम मात्र से ही लोग कांपने लगते हैं. पसीने छूटने लगते हैं. लेकिन शनि हमेशा खराब फल देते हैं? ऐसा कतई नहीं है. शनि किन लोगों को माफ नहीं करते हैं. इसे जानना बहुत आवश्यक है. शनि देव कहते हैं 'दुर्बल को न सताइये' कबीर का एक दोहा है- दुर्बल को न सताइये, जाकी मोटी हाय। मरी खाल की सांस से, लोह भसम हो जाय. इस दोहे का अर्थ है कि कभी भी कमजोर का नहीं सताना चाहिए. जो लोग दुर्बल को सताते हैं वे इनकी हाय लेते हैं, दुर्बल की बदुआ से लोहा भी भस्म हो जाता है. इंसान की तो बिसात ही क्या है. सत्ता, शक्ति और अहंकार में जो लोग डूब जाते हैं और कमजोरों को सताने लगाते हैं. उन पर अत्याचार करने लगते हैं. उनके परिश्रम का फल हड़प लेते हैं. मांगने पर परेशान करते हैं. उन्हें यातनाएं देते हैं. कलियुग के न्यायाधीश शनि देव उन्हें कभी माफ नहीं करते हैं. शनि महाराज ऐसे लोगों को कठोर से कठोर दंड देते हैं. इसलिए किसी भी परिस्थिति में निर्बल को नहीं सताना चाहिए. अक्सर सोशल मीडिया और न्यूज में अक्सर खबरें आती है कि किसी ने ऑटो या रिक्शे वाले के साथ मारपीट कर दी. किसी ने मजदूर के साथ गलत कर दिया. जो लोग ऐसा कृत्य करते हैं, शनि देव (Shani Dev) उन्हें माफ नहीं करते हैं और उसे दंड देते हैं. इसलिए कभी गरीब, मजदूर और कमजोर वर्ग के लोगों को नहीं सताना चाहिए क्योंकि ये सभी शनि के प्रिय हैं. अत:इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए- दुखिया को न सताइए, दुखिया देगा रोय जब दुखिया के मुखिया सुने तो तेरी गति क्या होय।।
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भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी में हाल ही में अमेरिका दौरे पर भारत में आरक्षण को लेकर वक्तव्य दिया. बीजेपी के नेताओं ने राहुल गांधी के इस वक्तव्य की आलोचना की. अगर भारत में आरक्षण बात की जाए तो इसकी कहानी 100 साल से भी ज्यादा पुरानी है. तब से लेकर अबतक आरक्षण के प्रारूप बदले आरक्षण के नियम बदले. आप आए दिन देखते होंगे आरक्षण को लेकर कई जगह आंदोलन भी होते रहते हैं. ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल आता है. क्या सिर्फ भारत में ही आरक्षण को लेकर व्यवस्था है या दुनिया के और भी देश अपने राज्य के नागरिकों के लिए आरक्षण की व्यवस्था करते हैं. क्या अमेरिका में भी लोगों को आरक्षण दिया जाता है. क्या है अमेरिका में नौकरी देने का आधार. पर आपके मन में भी यह सब सवाल आते हैं तो आज हम आपको इन सवालों के जवाब देंगे. अमेरिका में भी दिया जाता है आरक्षण अमेरिका दुनिया के विकसित देशों में से एक है. कहना गलत नहीं होगा कि अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर और सबसे संपन्न देश है. भारत में आरक्षण को लेकर आए दिन सुर्खियां बनती रहती हैं. हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी जब अमेरिका गए तो उन्होंने आरक्षण को लेकर के भी बात कही. बता दें आरक्षण सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के और देशों में भी है. जिसमें अमेरिका का भी नाम शामिल हैं. हांलाकि अमेरिका में आरक्षण का प्रारूप थोड़ा अलग है. अमेरिका में आरक्षण को एफर्मेटिव एक्शन कहा जाता है. यह जातीय स्तर पर नहीं होता. बल्कि नस्लीय रूप से भेदभाव झेलने वाले अश्वेत लोगों को बराबर के मौके देने के लिए कई जगहों पर एक्स्ट्रा नंबर्स दिए जाते हैं. अमेरिका के मीडिया क्षेत्र में और फिल्मी क्षेत्र में काम कर रहे अश्वेत कलाकारों भी आरक्षण दिया जाता है. नौकरियों को लेकर नहीं है अलग से आरक्षण जैसा कि हमने आपको बताया अमेरिका में आरक्षण को एफर्मेटिव एक्शन कहा जाता है. और यह नस्लीय भेदभाव झेल चुके अश्वेत लोगों को अलग-अलग जगहों पर समाज में बराबर की भागीदारी के लिए आरक्षण दिया जाता है. लेकिन वही अगर बाकी अन्य नौकरियों की बात की जाए. तो वहां इस तरह के आरक्षण को लेकर अलग से कोई प्रावधान नहीं है. यानी अमेरिका में मेरिट बेस्ड सिलेक्शन होता है. जो लोग किसी नौकरी को पाने के लिए अप्लाई करते हैं. उसका टेस्ट देते हैं. और बाकी के ड्यू प्रोसेस को फॉलो करने के बाद लोगों को नौकरियां मिलती हैं.
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खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज का खतरा बढ़ रहा है. बहुत से लोगों को लगता है कि ज्यादा मीठा खाने से डायबिटीज की बीमारी होती है लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि डायबिटीज का संबंध मीठा खाने से है ही नहीं. कई लोग जो बहुत ज्यादा मीठा खाते हैं, उन्हें डायबिटीज (Diabetes) नहीं होती, जबकि कुछ लोग जो बिल्कुल मीठा नहीं खाते डायबिटीज की चपेट में आ जाते हैं. दरअसल, डायबिटीज इन्सुलिन की कमी या इन्सुलिन रेजिस्टेंस के कारण होती है, न की मीठा खाने से लेकिन इसका मतलब बिल्कुल भी नहीं कि ढेर सारा शुगर ही खा लिया जाए. डायबिटीज के मरीजों को तो इसका खास ख्याल रखना चाहिए. डायबिटिक लोगों को मीठा के अलावा कुछ अन्य फूड्स से भी परहेज करना चाहिए, वरना उनके लिए खतरनाक हो सकता है. डायबिटीज मरीज न खाएं ये चीज 1. बहुत ज्यादा नमक नमक ज्यादा खाने से हाई ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा बढ़ सकता है और डायबिटीज की बीमारी खतरनाक रूप ले सकती है. डायबिटीज हो या नहीं लेकिन डेली लाइफ में सोडियम यानी नमक का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए. स्नैक्स जैसे आलू के चिप्स, फ्रेंच फ्राइज में ज्यादा नमक नुकसानदायक होता है. 2. मैदा शुगर के मरीजों को रिफाइंड आटे से भी बचना चाहिए, क्योंकि शरीर के अंदर यह आटा जाकर तेजी से ग्लूकोज में बदल जाता है और ब्लड शुगर लेवल को काफी अधिक बढ़ा देता है. रिफाइंड आटा यानी मैदा से बनी कोई चीज नहीं खानी चाहिए. 3. फ्राईड फूड्स डायबिटीज के मरीजों को फ्राईड फूड्स से भी दूरी बनानी चाहिए. इनमें फैट की मात्रा ज्यादा होती है, जब फैट धीरे-धीरे पचता है तो ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है. इससे डायबिटिक लोगों को कई समस्याएं हो सकती हैं. 4. शराब डायबिटीज में शराब को हाथ भी नहीं लगानी चाहिए. यह डायबिटीज रोगियों के लिए सबसे खराब फूड्स में से एक है. खाली पेट शराब पीने से ग्लूकोज का लेवल कम होने का खतरा रहता है. अगर ऐसा होता है तो यह स्थिति खतरनाक हो सकती है. 5. ट्रांस फैट डायबिटीज के मरीजों को कभी भी फैट और तेल का सेवन बेफिक्र होकर नहीं करना चाहिए, वरना उनका शुगर लेवल अनकंट्रोल हो सकता है और हार्ट की बीमारी का खतरा भी बढ़ सकता है. ट्रांस फैट दो तरह के होते हैं. पहला- जानवरों में पाया जाता है, जो इंसानों के लिए जहर से कम नहीं है. दूसरा हाइड्रोजनीकृत वनस्पति तेल में, जो ज्यादा खतरनाक है. डायबिटीज पेशेंट को दोनों ही तरह के ट्रांस फैट से दूरी बनानी चाहिए. 6. हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फ्रूट्स डायबिटीज में हमेशा लो ग्लाइसेमिक वैल्यू वाले फ्रूट्स ही खाना फायदेमंद होता है. हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वाले फल कार्ब्स को बढ़ा सकते हैं, इससे शरीर में शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है. बेरीज, ग्रेपफ्रूट, नाशपाती, संतरा जैसे फलों को जीआई कम होता है, जबकि तरबूज और अनानास का जीआई काफी ज्यादा होता है.
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सूर्य का राशि परिवर्तन बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, ग्रहों के राजा सूर्य (Surya) जिस दिन एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उस दिन संक्रांत मनाई जाती है. सूर्य अभी सिंह राशि (Singh rashi) में गोचर हैं, इसके बाद सितंबर में सूर्य ग्रहों के राजकुमार बुध (Budh) की राशि कन्या (Kanya) में प्रवेश करने वाले हैं. इस दिन कन्या संक्रांति होगी. कन्या संक्रांति पर स्नान-दान और सूर्य देव की पूजा करने से खोया सम्मान, धन वापस मिलता है. अच्छे स्वास्थ और सफलता की प्राप्ति होती है. कन्या संक्रांति 2024 में कब है यहां जानें डेट, स्नान-दान मुहूर्त. कन्या संक्रांति 2024 डेट कन्या संक्रांति 16 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी. इस दिन विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma puja) भी है. कन्या संक्रांति पर पर नदी में स्नान और पितरों का तर्पण करने से जीवन में खुशहाली आती है. पूर्वजों को श्रृद्धांजलि दी जाती है. कन्या संक्रांति 2024 मुहूर्त कन्या संक्रान्ति पुण्य काल - दोपहर 12:16 - शाम 06:25 कन्या संक्रान्ति महा पुण्य काल - शाम 04:22 - शाम 06:25 कन्या संक्रांति पर गंगा स्नान का महत्व कन्या संक्रांति के दिन भगवान सूर्य की पूजा के साथ गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है. कहते हैं संक्रांति पर पवित्र नदी में स्नान करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है. व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. ग्रहों के राजा सूर्य मान-सम्मान, प्रतिष्ठा, प्रशासनिक सेवा, सरकारी नौकरी आदि के कारक ग्रह माने जाते हैं. इस दिन सूर्य देव की उपासना से व्यक्ति को इस क्षेत्र में लाभ होता है. कन्या संक्रांति पर पूजा विधि संक्रांति पर सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद तांबे के लोटे से सूर्य को अर्घ्य अर्पित दें. सूर्य को जल चढ़ाने के लिए लोटे में पानी के साथ लाल फूल,चावल भी डाल लें. इसके बाद ‘ऊँ सूर्याय नम:’ मंत्र का जप करते हुए अर्घ्य अर्पित करें. सूर्य देव का आशीर्वाद पाने के लिए गुड़ का और तांबे के बर्तन का दान करना चाहिए.
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हाल ही में मलाइका अरोड़ा के पिता अनिल अरोड़ा की आत्महत्या की खबर ने सभी को चौंका कर रख दिया है. अनिल अरोड़ा ने बांद्रा में अपने घर की छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. उनकी आत्महत्या की वजह का अबतक खुलासा नहीं हो सका है. इस बीच चलिए जानते हैं कि भारत में किस धर्म और जाति के लोग सबसे ज्यादा सुसाइड करते हैं. भारत में किस जाति और धर्म के लोग करते हैं सबसे ज्यादा आत्महत्या? गृह मंत्रालय के आंकड़ो की मानें तो एक हिन्दू के मुकाबले किसी ईसाई के आत्महत्या करने की संभावना डेढ़ गुना ज्यादा है. जबकि देश की विभिन्न जातियों में से आदिवासी और दलित सबसे ज्यादा आत्महत्या करते हैं. एक आरटीआई के जवाब में इस बात का खुलासा हुआ है कि गृह मंत्रालय ने आत्महत्याओं की जाति और धर्म के आधार पर अलग से गणना करवाई थी. साल 2014 में नेशनल क्राइम ब्यूरो (NCRB) ने पहली बार आत्महत्याओं का डाटा धर्म और जाति के आधार पर तैयार किया था. इसे 2015 में सार्वजनिक किया जाना था. इसे 2015 में सार्वजनिक किया जाना था लेकिन गृह मंत्रालय ने कभी डाटा रिलीज ही नहीं किया. ईसाइयों में सबसे ज्यादा है आत्महत्या की दर द इंडियन एक्सप्रेस की आरटीआई पर सामने आए डाटा के मुताबिक, ईसाइयों में आत्महत्या की दर 17.4 फीसदी है. जबकि हिन्दुओं में यही दर 11.3 फीसदी, मुस्लिमों में आत्महत्या की दर 7 फीसदी और सिख में ये 4.1 फीसदी है. आत्महत्या की राष्ट्रीय दर 10.6 फीसदी है. आत्महत्या की दर प्रति एक लाख की जनसंख्या पर किए गए सुसाइड पर आधारित है. किस आधार पर दी गई आत्महत्या की दर? ईसाइयों में आत्महत्या की दर उनकी जनसंख्या के अनुपात में नहीं है. 2011 की जनसंख्या के मुताबिक देश की जनसंख्या में 2.3 प्रतिशत लोग ईसाई धर्म मानने वाले हैं, लेकिन आत्महत्याओं में उनका प्रतिशत 3.7 है. क्या हो सकते हैं आत्महत्या के कारण? कोई व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली परेशानियों का सामना न कर पाने पर आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाता है. ये समस्या आर्थिक कठिनाइयां, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, सामाजिक और पारिवारिक दबाव, शिक्षा और करियर के मुद्दे या फिर स्वास्थ्या समस्याएं हो सकती हैं.
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अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में एक बहुत खास और रोमांचक घटना होने जा रही है. यह घटना एक सुपरनोवा, यानी एक तारे के विस्फोट की है, जो न केवल खगोलशास्त्रियों के लिए बल्कि सभी लोगों के लिए एक बहुत ही खास मौौका है. इस लेख में हम इस महत्वपूर्ण घटना के बारे में विस्तार से जानेंगे और ये समझने की कोशिश करेंगे कि इसका पृथ्वी और इंसानों पर क्या असर पड़ सकता है. क्या है सुपरनोवा? बता दें सुपरनोवा एक तारे की जिंदगी का आखिरी चरण होता है जब वो अपने अंदर मौजूद ऊर्जा के ज्यादा से ज्यादा दबाव और तापमान से विस्फोट करता है. इस विस्फोट के दौरान, तारा अपने पूरे जीवनकाल में जमा किए गए तत्वों को अंतरिक्ष में छोड़ देता है. ये विस्फोट इतनी ऊर्जा पैदा करता है कि तारा एक असाधारण चमक पैदा करता है, जिसे कई दिनों से लेकर हफ्तों तक देखा जा सकता है. सुपरनोवा की घटनाएं तारे के जीवन चक्र का एक खास हिस्सा होती हैं और नए तारे, ग्रहों और बाकि खगोलीय संरचनाओं को बनाने के लिए जिम्मेदार होती हैं. इसी साल हो सकती है ये घटना एक खास तारे जिसे "IK Pegasi" (IK Pegasi) कहा जाता है, के सुपरनोवा के रूप में विस्फोट करने की संभावना है. IK Pegasi एक डबल स्टार सिस्टम है, जिसमें एक नीला सुपरजायंट तारा और एक दूसरा तारा शामिल है. वैज्ञानिकों का मानना है कि नीला सुपरजायंट तारा अपने जीवन के आखिरी चरण में पहुंच चुका है और उसके विस्फोट की संभावना बहुत ज्यादा है. यदि ये तारा सुपरनोवा के रूप में विस्फोट करता है, तो ये पृथ्वी पर भी प्रभाव डाल सकता है, खासकर यदि विस्फोट की दिशा हमारे सौरमंडल की ओर हो. यह भी पढ़ें: अगर कोई चलती ट्रेन पर पत्थर मारता है तो उसे कानूनन कितने साल की सजा हो सकती है? क्या हो सकते हैं प्रभाव? सुपरनोवा के विस्फोट से उत्पन्न प्रकाश को पृथ्वी पर भी देखा जा सकता है. ये रोशनी इतनी शक्तिशाली होती है कि इसे आसमान में कई हफ्तों तक देखा जा सकता है. यदि IK Pegasi विस्फोट करता है, तो ये पृथ्वी पर भी एक शानदार नजारा होगा, जो खगोलविदों और सामान्य जनता दोनों के लिए एक बहुत ही खास अनुभव होगा. सुपरनोवा से पैदा हुए विकिरण, जैसे कि गामा-रे बर्स्ट, पृथ्वी की ओर यात्रा कर सकता है. हालांकि, हमारे आसपास और ओजोन परत इन विकिरणों को काफी हद तक अवशोषित कर लेती है, लेकिन ज्यादा विकिरण कभी-कभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और उपग्रहों को प्रभावित कर सकते हैं. वैज्ञानिक इस संभावित विकिरण के प्रभावों का विश्लेषण कर रहे हैं और इसके लिए सुरक्षा उपायों पर विचार कर रहे हैं. IK Pegasi का सुपरनोवा खगोलशास्त्रियों के लिए एक खास अध्ययन का विषय होगा. इस विस्फोट से मिले डेटा तारे के जीवन चक्र, सुपरनोवा के अलग-अलग प्रकारों और आकाशगंगा के विकास के बारे में खास जानकारी प्रदान करेंगे. ये डेटा तारे के अंदर की प्रक्रियाओं को समझने में मदद करेगा और भविष्य में अन्य सुपरनोवा की घटनाओं को पूर्वानुमानित करने के लिए उपयोगी हो सकता है. वैज्ञानिकों ने की तैयारी इस संभावित सुपरनोवा की घटना की तैयारी के लिए खगोलविद और वैज्ञानिक पहले से ही तैयार हैं. आधुनिक टेलीस्कोप और अंतरिक्ष मिशन इस विस्फोट की निगरानी कर रहे हैं और इसके संभावित प्रभावों को समझने के लिए अनुसंधान कर रहे हैं. वो इस घटना के लिए विभिन्न सुरक्षा उपायों और निगरानी प्रणालियों पर काम कर रहे हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे का पूर्वानुमान और तैयरियां की जा सके.
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आज 11 सितंबर 2024 को राधा अष्टमी है. साथ ही आज से महालक्ष्मी व्रत भी शुरू हो रहे हैं जो 16 दिन तक चलते हैं.मान्यता है कि महालक्ष्मी व्रत में देवी लक्ष्मी को कौड़ी, श्रृंगार की सामग्री, खीर अर्पित करें. मान्यता है इससे धन में बरकत होती है. व्यक्ति समस्त सुखों को प्राप्त करता है और तरक्की के रास्ते खुलते हैं. वहीं राधाष्टमी पर राधा कृष्ण का गंगाजल और पंचामृत से अभिषेक करने पर व्यक्ति को अत्यधिक पुण्य प्राप्त होता है.जीवन से सभी दुख-संकट दूर होने लगते हैं आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त राहुकाल शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग 11 सितंबर 2024 अशुभ मुहूर्त यमगण्ड - सुबह 07.37 - सुबह 09.11 आडल योग - रात 09.22 - सुबह 06.05, 22 सितंबर गुलिक काल- सुबह 10.44 - दोपहर 12.17 भद्रा काल - सुबह 06.04 - रात 11.35 आज का उपाय राधा अष्टमी पर श्री राधा कवचम् का पाठ पढ़ने से विवाह में आ रही अड़चने दूर होती है. साथ ही जो लोग शादीशुदा हैं उनके जीवन में खुशियों की बहार आती है.
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मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. बल्कि हर दिन ये हिंसा बढ़ती ही जा रही है. इस हिंसा में अब आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल भी शुरू हो गया है. साथ ही उपद्रवी ड्रोन का इस्तेमाल भी कर रहे हैं. ऐसे में मणिपुर में इन हमलों से निपटने की तैयारी कर ली गई है. इसके लिए मणिपुर में सुरक्षा बलों को एंटी ड्रोन सिस्टम उपलब्ध करवाया गया है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये एंटी ड्रोन सिस्टम होता क्या है और ये कैसे काम करता है. क्या होता है एंटी ड्रोन सिस्टम? बता दें एंटी ड्रोन सिस्टम को काउंटर UAV (Unmanned Aerial Vehicle) तकनीक से नाम से भी जाना जाता है. पिछले कुछ समय में आपने रूस-यूक्रेन युद्ध और गाजा युद्ध में एयर डिफेंस, आयरन डोम आदी जैसे नाम सुने होंगे. ये तकनीक किसी भी क्षेत्र की तरफ आने वाले मिसाइल, रॉकेट, तेज रफ्तार वाले बड़े ड्रोन आदि को डिटेक्ट कर हवा में खत्म करने की क्षमता रखती है. ये सिस्टम तेज और बड़े टारगेट को खत्म करने में कारगर है, लेकिन छोटे, नीचे उड़ने वाले और हलके चलने ड्रोनों को नहीं पकड़ पाता है. इसी तरह के ड्रोनों से निपटने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम वजूद में आया है. इन्हें खासकर छोटे ड्रोनों को डिटेक्ट करने और उनको नष्ट करने के लिए बनाया गया है. हाल ही में CRPF ने जानकारी दी कि सुरक्षाबलों को एंटी ड्रोन सिस्टम उपलब्ध कराया गया है. कैसे काम करता है एंटी ड्रोन सिस्टम? एंटी ड्रोन सिस्टम जिस क्षेत्र में तैनात किया जाता है, उस जगह यदि कोई ड्रोन घुसपैठ कर लेता हो तो ये कुछ ही सैकंडों में उससे जुड़ी जानकारी इकट्ठा करता है कि ड्रोन कहां जा रहा है, कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है और उसके अदर बम या कोई खतरे वाली चीज है या नहीं. ये सभी जानकारी मिलने के बाद एंटी ड्रोन सिस्टम या एंटी ड्रोन गन को ऑपरेट करने वाला शख्स फैसला करता है कि ड्रोन को नष्ट किया जाए या उड़ने दिया है. ऑपरेटर के एक बटन दबाते ही ये सिस्टम ड्रोन को हवा में ही मार गिरा सकता है. इसके अलावा कई आधुनिक एंटी ड्रोन सिस्टम ड्रोन को निष्क्रिय कर नीचे भी उतार सकते हैं.
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देश में जातिगत जनगणना को लेकर बहस जारी है. केंद्रीय स्तर पर भाजपा इसका विरोध कर रही है, लेकिन सरकार ने अभी तक कुछ साफ नहीं किया है. इस बीच खबरें ये भी है कि जनगणना सितंबर से शुरू हो सकती है. हालांकि सरकार ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है. जनगणना में देरी होने के चलते सरकारी योजनाएं और नीतियां साल 2011 में हुई जनगणना के आंकड़ों के हिसाब से बन रही हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि देश में कितनी जातियां हैं और किस जाति के कितने लोग हैं. देश में हैं कितनी जातियां? भारत की जाति व्यवस्था प्राचीन काल से अस्तित्व में है और इसमें विभिन्न जातीय समूहों की पहचान की जाती है. जातियां पारंपरिक रूप से हिंदू धर्म की जाति व्यवस्था पर आधारित हैं, जिसमें चार प्रमुख वर्ग होते हैं – ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र. लेकिन, आधुनिक समय में जातियों की यह व्यवस्था और भी कठिन हो गई है और इसमें अनगिनत उपजातियां और जातीय समूह शामिल हैं. भारत में जातियों की संपूर्ण संख्या का सटीक आंकड़ा मिलना कठिन है, क्योंकि जनगणना में जातियों की पहचान की प्रक्रिया और विधियां समय-समय पर बदलती रहती हैं. हालांकि भारतीय जनगणना और विभिन्न सामाजिक अध्ययन हमें कुछ जरुरी आंकड़े प्रदान करते हैं. 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) की कुल संख्या 16.6% और 8.6% थी. कुल जनसंख्या के प्रतिशत के आधार पर अनुसूचित जातियों की संख्या लगभग 20 करोड़ और अनुसूचित जनजातियों की संख्या लगभग 10 करोड़ के आस-पास थी. भारत में जातियों की संख्या और विविधता बहुत ज्यादा है. विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में जातियों की संख्या अलग-अलग हो सकती है. उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश, बिहार, और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों में जातियों और उपजातियों की संख्या बहुत ज्यादा है. भारत में कुल जातियों की संख्या की बात करें तो सरकारी और शोध संगठनों के आंकड़े बताते हैं कि देश में जातियों की कुल संख्या हजारों में हो सकती है. उदाहरण के लिए, राज्य स्तर पर जाति आधारित डेटा में हजारों जातियों और उपजातियों की पहचान की जाती है. 2011 की जनगणना के अनुसार, मार्च 2023 तक 1,270 एससी, 748 एसटी जातियां हैं.
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जीवित्पुत्रिका को जिउतिया या जितिया व्रत भी कहा जाता है. विशेषकर यह व्रत बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में रखा जाता है. माताएं जिउतिया व्रत संतान की लंबी आयु और उत्तम सेहत के लिए रखती हैं. इस व्रत को बिना अन्न-जल ग्रहण किए निर्जला रखना होता है. इसलिए इसे कठिन व्रतों में एक माना जाता है. पंचांग के अनुसार जीवित्पुत्रिका व्रत आश्विन महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है. इस साल जितिया का व्रत बुधवार 25 सितंबर 2024 को रखा जाएगा और अगले दिन यानी 26 सितंबर 2024 को व्रत का पारण किया जाएगा. जीवित्पुत्रिका व्रत में होती है जीमूतवाहन की पूजा जीमूतवाहन गंधर्व राजकुमार थे. लेकिन सारा राजपाट छोड़ वे वन चले गए. एक दिन वन में जीमूतवाहन की मुलाकात एक वृद्ध महिला से हुई, जिसका संबंध नागवंश से था. वह महिला बहुत रो रही थी. जीमूतवाहन ने उनसे रोने का कारण पूछा तो उसने कहा कि पक्षीराज गरुड़ को नागों ने वचन दिया है कि हर रोज उसे आहार के रूप में एक नाग दिया जाएगा. वृद्ध महिला ने कहा कि आज उसके बेटे शंखचूड़ की बारी है. जीमूतवाहन ने वृद्ध महिला से कहा कि आपके बेटे को कुछ नहीं होगा और वह आज पक्षीराज गरुड़ का आहार नहीं बनेगा, क्योंकि आपके बेटे के बदले आज मैं जाऊंगा. यह कहकर जीमूतवाहन गरुड़ के पास चले गए. लाल कपड़े में लिपटे जीमूतवाहन को गरुड़ पंजे में दबोच कर उड़ गए. दर्द से जीमूतवाहन रोने और कराहने लगे. उसकी आवाज सुन गरुड़ एक शिखर पर रुक गए, तब जीमूतवाहन ने गरुड़ को सारी बातें बताई, जिससे गरुड़ जीमूतवाहन की दया भावना और साहस देखकर बहुत प्रसन्न हुए. उन्होंने जीमूतवाहन को जीवनदान दे दिया और साथ ही वचन दिया कि आज से वह किसी भी नाग को अपना आहार नहीं बनाएंगे. इस तरह से जीमूतवाहन के प्रयासों के कारण नागवंश की रक्षा हुई. मान्यता है कि इसके बाद से ही जीवित्पुत्रिका व्रत में जीमूतवाहन की पूजा होती जाती है. ऐसा माना जाता है कि, जिस तरह जीमूतवाहन ने वृद्ध महिला से संतान शंखचूड़ के जीवन की रक्षा की, उसी प्रकार वे सभी माताओं के संतानों की रक्षा करेंगे और उनकी गोद कभी सूनी नहीं होने देंगे. संतान के लिए रक्षा कवच है जीवित्पुत्रिका व्रत जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से संतान को कभी किसी प्रकार का कष्ट नहीं होता है. साथ ही संतान को दीर्घायु और उत्तम सेहत का वरदान प्राप्त होता है. महाभारत में ऐसा वर्णन मिलता है कि,अश्वत्थामा ने द्रौपदी के पांच संतानों को मार डाला था. इसके बाद अर्जुन ने उसे बंदी बनाकर कारावास में डाल दिया और अश्वत्थामा से उसकी दिव्यमणि छीन ली. इसके बाद अश्वत्थामा ने क्रोधित होकर बदले की भावना से अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहे शिशु को गर्भ में ही नष्ट कर दिया. लेकिन श्रीकृष्ण ने उत्तरा के गर्भ में पल रहे अजन्मे संतान को फिर से जीवित कर दिया. इस तरह के मृत्यु के बाद पुन: जीवित होने के कारण उसका नाम जीवित्पुत्रिका रखा गया. इसलिए जीवित्पुत्रिका व्रत को संतान के लिए रक्षा कवच से समान माना जाता है.
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भारत में वीआईपी नंबरों का क्रेज काफी पुराना है. लेकिन सोशल मीडिया आने के साथ ही अब लोग वीआईपी नंबर पाने के लिए हजारों-लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं. जी हां, आज के वक्त अपनी मनपसंद गाड़ी खरीदने के बाद लोग वीआईपी नंबर भी खरीद रहे हैं. कुछ वीआईपी नंबर तो इतने महंगे बिके हैं कि आप सुनकर कहेंगे कि इतने में तो एक नई कार ही आती है. आज हम आपको बताएंगे कि किन नंबरों का क्रेज सबसे अधिक होता है. गाड़ी नंबर आज के वक्त हर इंसान अपनी मन पसंद कार खरीदने का सपना देखता है. लेकिन अब मनपसंद कार के बाद लोग लाखों रुपये नंबर पर भी खर्च कर रहे हैं. बता दें कि राजधानी दिल्ली में दिल्ली परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 0001 कार लाइसेंस प्लेट नंबर की मार्च में बोली लगाई गई थी और इसकी बोली 23.4 लाख रुपये तक पहुंची थी. अब आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि गाड़ियों के नंबरों का कितना क्रेज है. इतने रुपये में तो एक प्रीमियम SUV आ जाती है. इन नंबरों की लगी सबसे महंगी बोली बता दें कि 0009 और 0007 नंबर भी लाखों में बिके है. सबसे अधिक कीमत वाले अन्य कार नंबरों की बात करें तो 0009 नंबर इस सूची में दूसरे स्थान पर रहा है. वहीं बीते जून में इसकी 11 लाख रुपये में बोली लगी है. 0009 नंबर को फिल्मी जासूस जेम्स बांड की वजह से जाना जाता है. इसी तरह 0007 नंबर भी जनवरी में 5.1 लाख रुपये में बिका था. इसके इतने अधिक रुपये में बिकने का कारण यह रहा है कि पूर्व क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की जर्सी का नंबर भी 7 था. क्रिकेटर लवर इस नंबरे क दिवाने हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 0001 नंबर की शुरुआती कीमत 5 लाख रुपये रखी गई थी, जो ई-नीलामी के दौरान 23.4 लाख रुपये तक पहुंच गई थी क्योंकि 0001 नंबर सबसे अधिक मांग वाला नंबर था. रिपोर्ट के मुताबिक 1 लाख रुपये से अधिक शुरुआती कीमत वाले नंबर प्लेट की हर महीने के पहले हफ्ते में ई-नीलामी की जाती है. इन नबंरों की लगी है बोली बता दें कि 0002 से 0009 लाइसेंस प्लेट नंबरों की न्यूनतम शुरुआती कीमत 3 लाख रुपये होती है. इसी तरह 0010 से 0099 तक, 0786, 1,000, 1111, 7777 और 9999 नंबरों की न्यूनतम कीमत 2 लाख रुपये और 0100, 0111, 0300, 0333 जैसे नंबरों की न्यूनतम 1 लाख रुपये होती है. हालांकि इन नबरों की कीमत डिमांड को देखते हुए बढ़ाया भी जा सकता है.
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दुनिया में ऐसी कई चीजें हैं जिनके रहस्य सभी को चौंका कर रख देते हैं. ऐसा ही है केरल का एक गांव. इस गांव की एक ऐसी खासियत है जिसका रहस्य वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए हैं. दरअसल इस गांव के हर घर में जुड़वां बच्चों का ही जन्म होता है. हम बात कर रहे हैं केरल के मल्लपुरम जिले में एक कोडिन्ही गांव की. इस गांव के हर घर में जुड़वां बच्चे ही पैदा होते हैं. इस गांव में बड़ी संख्या में जुड़वां लोग हैं यही वजह है कि इस गांव को जुड़वों का गांव भी कहा जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव में नवजात शिशु से लेकर 65 वर्ष के लोग भी जुड़वां मिल जाएंगे. तो चलिए आज हम इस रहस्यमयी गांव के बारे में जानते हैं. गांव में हैं 550 जुड़वां बच्चे मल्लपुरम जिले का कोडिन्ही गांव देश का एक मात्र ऐसा गांव है जहां पर महज जुड़वा लोग ही रहते हैं. हैरानी की बात ये है कि यहां आपको हर घर में हमशक्ल मिल जाएंगे. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां पर 2000 परिवार में 550 जुड़वा लोग हैं. इस गांव में नवजात शिशु से लेकर 65 साल के बुजुर्ग तक हमशक्ल मिल जाएंगे. आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो साल 2008 के अनुमान के अनुसार, यहां पर 280 जुड़वा थे. गांव में ज्यादातर बच्चों की उम्र 15 साल से कम है. एक स्कूल में तो 80 जुड़वां बच्चे हैं. इतने सालों में इस डेटा में काफी इजाफा हुआ है. इस गांव में चाहे स्कूल हो या फिर बाजार, हर जगह जुड़वा बच्चे नजर आते हैं.
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धरती पर लाखों प्रजाति के जानवर पाए जाते हैं. सभी जानवरों के अंदर अलग-अलग खूबी होती है. इनमें कौवा भी एक ऐसा पक्षी है, जिसका दिमाग काफी तेज होता है. जी हां, घरों के आस-पास कौवा बहुत आसानी से दिख जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कौवा का दिमाग कितना तेज होता है. आज हम आपको कौवा के दिमाग के बारे में बताएंगे. कौवा कौवा एक ऐसा पक्षी है, जो आम इंसानों को बहुत आसानी से घरों, ऑफिस और बाहर आराम से दिख जाते हैं. ये कभी घर की छत पर बैठे, तो कभी पेड़ की डाल में शोर करते हैं. लेकिन का दिमाग कंप्यूटर की तरह तेज होता है? जी हां, एक शोध में ये खुलासा हुआ है. बता दें कि फ्रांस और स्वीडन जैसे देशों में लोगों ने कौवों के ऊपर कुछ रिसर्च किया है. इस दौरान उन लोगों ने कौवों को ऐसी ट्रेनिंग दी है, जिससे वो पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं. दरअसल रिसर्च में इनको ऐसी ट्रेनिंग दी गई थी, जिसमें ये कौवे सिगरेट के टुकड़े उठाने लगे और उसके बदले में खाने का सौदा करने लगे थे. कौवो का दिमाग यूरो न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में कौवों के साथ एक एक्सपेरिमेंट किया था. फ्रांस के पश्चिम में मौजूद पुय डू फो थीम पार्क ने कौवों को पार्क में पड़े सिगरेट के बट्स को उठाना सिखा दिया था. इसके साथ ही यहां-वहां पड़ी अन्य छोटी चीजों को भी उन्हें उठाना सिखाया गया था. इन टुकड़ों को उठाकर वो खाते नहीं थे, बल्कि उसे उठाकर एक मशीन तक लाते थे और उसमें डाल देते थे. उस मशीन से फिर उनके लिए खाना निकलता था, जिसे वो खा लेते थे. रिसर्च के दौरान इस तरीके से पक्षियों के दिमाग पर भी शोध किया गया था. उन्हें पर्यावरण की रखवाली के लिए भी तैयार किया गया था. बता दें कि 2022 में भी ऐसा ही इनिशिएटिव स्वीडन में भी लिया गया था. वहां पर भी वो इधर-उधर पड़े सिगरेट के बट्स को उठाते हैं और उसके बदले में उन्हें खाना दिया जाता है. कितना तेज दिमाग कौवे का मस्तिष्क मनुष्य के मस्तिष्क की तुलना में छोटा लग सकता है, लेकिन काफी तेज होता है. वाशिंगटन विश्वविद्यालय के एविएशन कंजर्वेश
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दुनियाभर में लाखों प्रजाति के जानवर पाए जाते हैं. इन जानवरों में शेर-चीता जैसे जानवरों को सबसे खतरनाक जानवर माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां पर शेर और चीता जैसे खतरनाक जानवर को लोग घरों में पालते हैं. जी हां, जैसे भारत में लोग कुत्ता-बिल्ली पालते हैं, वैसे ही कुछ देशों में लोग शेर और चीता पालते हैं. शेर बचपन से किताबों में हमने पढ़ा है कि शेर जंगल का राजा है. क्योंकि शेर जैसे जानवरों को सबसे खतरनाक माना जाता है. ये देखते ही देखते इंसान को खत्म कर देते हैं. बता दें कि पहले यूएई में लोग अपनी अमीरी को दिखान के लिए घरों शेर और चीता पालते थे. लेकिन साल 2017 की शुरुआत में यूएई में हर तरह के जंगली जानवरों को घरों में रखने पर रोक लगा दी ग थी. इन जानवरों को चिड़ियाघर नेशनल पार्क्स, सर्कस या फिर रिसर्च सेंटर में रखने की इजाजत थी. वन जीव संरक्षण अधिनियम के तहत घर में इन जानवरों को रखने पर एक करोड़ से ज्यादा का जुर्माना या 6 महीने की जेल या फिर दोनों हो सकती है. पाकिस्तान पाकिस्तान में पहले के समय शेर और चीते पालने का बड़ा चलन था. राजनेता और बड़ी-बड़ी हस्तियां अक्सर शेर चीतों के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डाला करते थे. लेकिन साल 2009 में नवाज शरीफ के भांजे सलमान शाहबाज ने सरकार से इजाजत मांगी थी, जिसके बाद देशभर में बवाल मचा था और शेर पालने पर रोक लग गई थी. इतना ही नहीं कन्वेंशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड इन एंडेजर्ड स्पीशीज ने भी इस मामले में दखल दी थी. जिसके बाद सभी लोगों को अपने घरों में रखे पालतू जानवरों को चिड़ियाघर भेजना पड़ा था. थाईलैंड थाइलैंड से भी कई बार जंगली जानवरों को घर पर पालतू बनाकर रखने का मुद्दा उठ चुका है. वहां पर एग्जॉटिक एनिमल कैफे हैं. जहां लोमड़ी, ऊदबिलाव जैसे बड़े-बड़े जंगली जानवर को रखा जाता है. वहां पर आने वाले लोग उन्हें छू सकते हैं और तस्वीर खिंचवा सकते हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें कम से कम इतनी कीमत की डिस खरीदनी पड़ेगी. एनिमल एक्टिविटीज इस तरह के कैफे को कई बार बंद भी कर चुका है. अमेरिका अमेरिका के कई राज्यों में जंगली शेर कम मगर पालतू शेर बहुत है. इसमें चीते से लेकर सल्वाडोर तक शामिल है. बिजनेस इंसाइडर की एक रिपोर्ट बताती है कि वहां के लगभग 12 स्टेट में 5000 से ज्यादा चीतें घरों में रखे हुए हैं. वहीं वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड के मुताबिक जंगलों में रहने वाले बाघों की संख्या घटकर 4000 से कम हो चुकी है. भारत भारत में बाघ और शेर को बिना कानूनी मंजूरी के नहीं पाला जा सकता है. वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत इन जानवरों को निजी तौर पर पालने की मंजूरी नहीं दी गई है.
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एवरेस्ट की चढ़ाई दुनियाभर में कई लोगों ने की है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि समंदर की गहराई अब तक किन-किन लोगों ने नापी है. जी हां, आपने एवरेस्ट पर चढ़ने वालों का नाम तो खूब सुना होगा, लेकिन समंदर की गहराई नापने वालों के बारे में आपने कम ही सुना होगा. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर अब तक समुंदर की गहराई कितने लोगों ने नापी है. माउंट एवरेस्ट अब सवाल ये है क कितने लोग माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुँचे हैं? हिमालयन डेटाबेस के मुताबिक लगभग 7,000 लोगों ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की है. वहीं माउंट एवरेस्ट पर 12,000 से ज़्यादा बार चढ़ाई की जा चुकी है, जिसमें से 6,000 बार नेपाली लोगों ने चढ़ाई की है. एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले भारतीय बता दें कि माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना इतना आसान नहीं है, लेकिन भारतीयों ने 1960 के दशक में इस पर्वत पर विजय प्राप्त की थी. 1965 में कैप्टन एमएस कोहली इस पर चढ़ने वाले पहले भारतीय थे. माउंट एवरेस्ट पर्वत की चोटी नेपाल और चीन सीमा पर स्थित है और इस पर्वत श्रृंखला पर चढ़ने वाले पहले व्यक्ति एडमंड हिलेरी थे, जो 29 मई, 1953 को इस पर्वत पर चढ़े थे. तब से कई लोगों ने शिखर पर विजय प्राप्त करने का प्रयास किया है, जिसमें स्वयं भारतीयों द्वारा 460 से अधिक प्रयास किए गए हैं. समुद्र की गहराई बता दें कि समुद्र की गहराई अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग होती है. समुद्र की औसत गहराई करीब 12,080 फ़ीट (3,682 मीटर) है. हालांकि, दुनिया का सबसे गहरा समुद्री बिंदु, प्रशांत महासागर में स्थित मारियाना ट्रेंच में है. मारियाना ट्रेंच के दक्षिणी छोर पर स्थित चैलेंजर डीप की गहराई करीब 10,935 मीटर (35,876 फ़ीट) है. चैलेंजर डीप, माउंट एवरेस्ट से भी ज़्यादा गहरा है. वहीं समुद्र की गहराई नापने के लिए डीप्थ साउंडर नाम के उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है. यह उपकरण ऊपर से नीचे तक सिंचाई शोर भेजता है और फिर समय की दूरी का अंदाजा लगाता है. इस तरह समुद्र की गहराई का पता चलता है. समुद्र के नीचे जाकर गहराई का लगाया पता मशहूर हॉलीवुड निर्देशक जेम्स कैमरन अपने असल जिंदगी में कई कारनामे किया है. वो 2012 में समुद्र के उस हिस्से में जाकर वापस आए हैं, जहां पिछले 50 साल से कोई नहीं गया है. उन्होंने पश्चीमी पेस्फ़िक में सबसे गहरे स्थल मरियाना ट्रेंच में 11 किलोमीटर गहराई तक गोता लगाया था. जानकारी के मुताबिक नीचे पहुँचने में उन्हें दो घंटे से ज्यादा का समय लगा था. वे डीप सी चैंलेजर नाम की पनडुब्बी में गए थे जिसे ऑस्ट्रेलिया में बनाया गया था. उन्होंने समुद्र तल पर तीन से ज्यादा घंटे बिताए थे. अंतरिक्षयात्री बता दें कि पूर्व अंतरिक्षयात्री कैथी सुलिवान ने अपने नाम एक नया रिकार्ड किया है. समुद्र की सबसे गहरी सतह पर पहुंचकर उन्होंने ये रिकार्ड अपने नाम किया था. कैथी 2020 में निचली सतह मारियाना ट्रेंच के पास गई थी. 68 साल की कैथी दुनिया की आंठवी इंसान हैं, जो इस स्थान पर पहुंच पाई थी. वहीं ऐसी पहली महिला हैं, जिन्होंने ये कारनामा कर दिखाया है. बता दें कि ये स्थान माउंट एवरेस्ट ऊंचाई से एक मील ज्यादा गहरा है.
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पौराणिक कथाओं में ऐसा वर्णन मिलता है कि भगवान गणेश माता पार्वती की मैल से उत्पन हुए थे. लेकिन क्या ये सच है, क्या सच में भगवान गणेश की उत्पत्ति मैल से हुई है. इसके लिए शास्त्रों को पढ़ना आवश्यक है जोकि कुछ ओर ही कहते हैं- महाभागवत उपपुराण अध्याय क्रमांक 35 अनुसार:– एतस्मिन्नन्तरे गौरी गात्रं लिप्त्वा हरिद्रया। स्नानप्रयाण उद्युक्ता बभूव मुनिपुङ्गव ॥5॥ तदा हि साभिरक्षार्थ मन्दिरस्य महेश्वरी। विन्तयामास विश्वेषामपि रक्षणकारिणी ॥6॥ अर्थ– भगवती गौरी अपने शरीर में हल्दी का उबटन लगाकर स्नान के लिए जाने को उद्यत हुईं. उस समय सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की भी रक्षा करने वाली जगदम्बा अपने निवासस्थान की रक्षा के लिए विचार करने लगीं. इस बीच भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूर्व-प्रार्थना का स्मरण करके अपने शरीर पर लगे हरिद्रा (हल्दी) का उबटन का कुछ अंश लेकर उन्होंने एक पुत्र (गणेश) का निर्माण किया. यहां पूर्व प्रार्थना से एक कथा जुड़ी है जहां भगवान विष्णु ने देवी के पुत्र होने का वरदान मांगते हैं पिछले अध्याय में इसका वर्णन है:– तथाहमपि चैतस्याः पुत्रतां प्राप्य वै ध्रुवम् । अङ्कमारुह्य प्राश्नामि स्तन्यं परमभावतः ॥11॥ एवं विचिन्त्य भगवान् विष्णुः परमपूरुषः । आध्यायन् चेतसा देवीं प्रणिपत्य ययौ यदा ॥12॥ तदा तस्याभिलाषं तु विज्ञाय परमेश्वरी। तस्मै ददौ वरं विष्णो मत्पुत्रस्त्वं भविष्यसि ॥13॥ (महाभागवत उप–पुराण अध्याय 34.11–13) अर्थ – परमात्मा भगवान विष्णु के मन में ऐसा विचार आया कि मैं भी इन भगवती का पुत्र होकर कभी इनकी गोद में खेलू (कार्तिकेय को गोद में देखकर). ऐसा सोचकर उन्होंने मन-ही-मन देवी का ध्यान कर उन्हें प्रणाम किया और वे वहां से जब चल पड़े तब उनकी अभिलाषा को जानकर परमेश्वरी जगदम्बा ने उन्हें वरदान दिया कि विष्णो! तुम मेरे पुत्र बनोगे. भगवान विष्णु ही गणपति के रुप में प्रकट हुए और तब गौरी माता ने भगवान विष्णु का ध्यान किया जोकि धन्वन्तरि के रुप में आयुर्वेद के संस्थापना की थी स्वामी अंजनी नंदन दास अनुसार, आयुर्वेदिक हल्दी उबटन लगाकर भगवान विष्णु जोकि धनवंतरी रूप में आयुर्वेद के प्रणेता हैं उन्हें याद किया ताकि वह उन्हें माता के रुप में स्वीकार करें. हल्दी लगाकर माता पार्वती आयुर्वेद को प्रोत्साहन देना चाहती थीं, क्योंकि आयुर्वेद में हल्दी को बहुत बड़ा स्थान दिया गया है. भगवान हल्दी और योनि से परे हैं किंतु आयुर्वेद चिकित्सा को प्रोत्साहन देने के लिए उन्होने ये लीला की.
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इस साल दुनियाभर में गर्मी ने लोगों को परेशान किया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले कुछ सालों की तुलना में एशिया समेत बाकी देशों में इस साल सबसे अधिक गर्मी पड़ी है. यूरोप की जलवायु एजेंसी कॉपरनिकस ने दावा किया है कि इस साल की गर्मियों के दौरान धरती का तापमान सबसे ज्यादा रहा है. आज हम आपको बताएंगे कि रिसर्च में क्या सामने आया है. सबसे गर्म साल बता दें कि एजेंसी के मुताबिक ये साल मानवता के इतिहास में सबसे गर्म साल रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की वजह मानव जनित कारणों के अलावा, जलवायु परिवर्तन, अल नीनो प्रभाव और मौसम संबंधी बदलाव हैं. दुनियाभर में अत्यधिक गर्मी पड़ने के कारण लोग काफी परेशान हुए हैं और इसकी मुख्य वजह ग्लोबल वार्मिंग है. पिछले साल से ज्यादा तापमान कॉपरनिकस के मुताबिक जून, जुलाई और अगस्त में औसत तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस (62.24 डिग्री फ़ारेनहाइट) था. यह 2023 के पुराने रिकॉर्ड से 0.03 डिग्री सेल्सियस (0.05 डिग्री फ़ारेनहाइट) ज्यादा गर्म है. कोपरनिकस के रिकॉर्ड 1940 से ही मौजूद हैं, लेकिन अमेरिकी, ब्रिटिश और जापानी रिकॉर्ड, जो 19वीं सदी के मध्य से शुरू होते हैं, बताते हैं कि पिछले दशक में औसत तापमान सबसे ज्यादा गर्म रहा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि बीते 1,20,000 वर्षों में यह सबसे ज्यादा तापमान है. तापमान में बदलाव कॉपरनिकस के निदेशक कार्लो बुओंटेम्पो ने बताया कि साल 2024 और 2023 में अगस्त महीने के दौरान औसत तापमान 16.82 डिग्री सेल्सियस रहा है, जो वैश्विक तापमान के बराबर है. वैज्ञानिकों का कहना है कि आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले पिछला साल यानी कि 2023 भी औसत तौर पर काफी गर्म रहा था और ऐसी चर्चा थी कि क्या 2023 धरती का सबसे गर्म साल रहा है. लेकिन अब 2024 के आंकड़े सामने आने के बाद साफ हो गया है कि ये साल धरती का सबसे गर्म साल रहा है. कुछ एक्सपर्ट के मुताबिक आने वाले सालों में गर्मी और बढ़ेगी और इसका सबसे बड़ा कारण ग्लोबल वार्मिंग है. जिसके कारण तापमान में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक जलवायु विज्ञानी जोनाथन ओवरपैक का कहना है कि अमेरिका के एरिजोना में इस साल 100 से भी ज्यादा दिनों तक तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहा है. वहीं साथ ही हीट वेव, भारी बारिश, बाढ़ जैसी घटनाएं भी ज्यादा हुई है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है.
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इतिहास में जब भी तीव्र बुद्धिमान, अर्थशास्त्री, कूटनीतिज्ञ और कुशल राजनीतिज्ञ की बात होगी, तब सबसे पहले चाणक्य का नाम आएगा. चाणक्य की नीतियां जीवन में बहुत काम आती है. इन नीतियों का पालन कर आप न सिर्फ सफल हो सकते हैं बल्कि समाज में आपका पद और कद भी बढ़ता है. जीवन में धन (Money) कमाने के साथ ही मान-सम्मान कमाना भी जरूरी होता है. धन कमाने के बाद वह खर्च हो जाता है, लेकिन मान-सम्मान ऐसी पूंजी है जो कभी खत्म नहीं होता. लेकिन मान-सम्मान की कमाई करना कोई आसान काम नहीं है, बल्कि यह पूरी तरह आपके कार्य और व्यवहार पर निर्भर करता है. कभी-कभी लोग जाने-अनजाने में ऐसे कार्य कर देते हैं जिससे बना बनाया मान-सम्मान भी चला जाता है. अगर आप अपनी इज्जत बनाए रखना चाहते हैं तो चाणक्य की इन नीतियों का पालन करें. विन्रम रहें: व्यक्ति को विन्रम स्वभाव रखना चाहिए. विन्रम रहना ऐसी कला है, जिससे आपके स्वभाव और आचरण का सकारात्मक प्रभाव अन्य लोगों पर भी पड़ता है. विन्रम रहने वाले व्यक्ति वाद-विवाद से दूर रहते हैं, ऐसे लोगों के शत्रु कम होते हैं, दूसरों से सम्मान मिलता है और चहुंओर इनकी तारीख होती है. बिन बुलाए किसी के घर न जाएं: चाणक्य की नीति कहती है कि जब तक आपको आदरपूर्वक निमंत्रण न मिले, किसी के घर न जाएं. बिना बुलाए किसी के घर जाने या बिना काम के किसी के घर जाने पर इज्जत कम हो जाती है. वहीं जबतक कोई आपको रुकने के लिए न बोले तो किसी के घर पर रुकना भी नहीं चाहिए. दूसरों को सम्मान दें: अगर आप चाहते हैं कि आपको मान-सम्मान मिले तो सबसे पहले आपको दूसरों को सम्मान देना होगा. अगर आप यह आदत को अपनाते हैं तो आपके मान-सम्मान में जरूर बढ़ोतरी होगी.
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कई लोग इसे हड़तालिका/हरतालिका व्रत भी बोलते हैं अपनी–अपनी भाषा में लेकिन शास्त्रों में इस पर्व को हरितालिका अथवा हर–काली व्रत बोलते हैं. माता पार्वती के व्रत में भाषा से अधिक भाव की प्रधानता होती है, इसलिए इस पर्व को निश्चल भाव से मनाएं. चलिए जानते हैं शास्त्र क्या कहते हैं इस पर्व के बारे में. नारद पुराण पूर्व भाग अध्याय क्रमांक 112 अनुसार, भाद्रपद की शुक्ल पक्ष तृतीया को सौभाग्यवती स्त्री विधि–पूर्वक पाद्य-अर्घ्य आदि के द्वारा भक्ति भाव से पूजा करती हुई 'हरतालिका व्रत' का पालन करना चहिए. सोने, चांदी, तांबे, बांस अथवा मिट्टी के पात्र में दक्षिणासहित पकवान रखकर फल और वस्त्रके साथ उसे दान करे. इस प्रकार व्रत का पालन करनेवाली नारी मनोरम भोगों का उपभोग करके इस व्रत के प्रभाव से गौरी देवी की सहचरी होती हैं. भविष्य पुराण उत्तर पर्व अध्याय क्रमांक 20 अनुसार, इस दिवस भगवती गौरी उत्पन्न हुई थी और फिर शिव जी के वामंग में निवास किया. इसी दिवस से गौरी जी हरकाली नाम से प्रसिद्ध हुईं (‘हर’ अथवा महादेव और ’काली’ माता का एक स्वरुप हैं). भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सब प्रकार के नये धान्य एकत्रकर उनपर अंकुरित हरी घास से निर्मित भगवती हरकाली की मूर्ति स्थापित करे और गन्ध, पुष्प, धूप, दीप, मोदक आदि नैवेद्य तथा भाँति-भाँति के उपचारों से देवी का पूजन करे. रात्रि में गीत-नृत्य आदि उत्सवकर जागरण करे और देवी हरकालीको इस मन्त्र से प्रणाम करे- हरकर्मसमुत्पन्ने हरकाये हरप्रिये. मां त्राहीशस्य मूर्तिस्थे प्रणतोऽस्मि नमो नमः ॥ (भविष्य पुराण उत्तरपर्व 20.20) अर्थ–"भगवान शंकर के कृत्य से उत्पन्न हे शंकरप्रिये ! आप भगवान शंकर के शरीर में निवास करनेवाली हैं, भगवान् शंकर की मूर्ति में स्थित रहनेवाली हैं, मैं आपकी शरण हूँ, आप मेरी रक्षा करें. आपको बार-बार प्रणाम है." इस प्रकार देवी का पूजन कर प्रातःकाल सुवासिनी स्त्रियाँ बड़े उत्सव से गीत-नृत्यादि करते हुए प्रतिमा को पवित्र जलाशयके समीप ले जायें और इस मन्त्रको पढ़ते हुए विसर्जित करें "अर्चितासि मया भक्त्या गच्छ देवि सुरालयम् . हरकाले शिवे गौरि पुनरागमनाय च ॥" (भविष्य पुराण उत्तरपर्व 2022) अर्थ– "हे हरकाली देवि! मैंने भक्तिपूर्वक आप की पूजा की है, हे गौरि! आप पुनः आगमन के लिये इस समय देवलोक को प्रस्थान करें." इस विधि से प्रतिवर्ष, जो कोई करता है, वह आरोग्य, दीर्घायुष्य, सौभाग्य, धन, बल, ऐश्वर्य आदि प्राप्त करता हैं.
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कचरा पूरी दुनिया के लिए एक वैश्विक समस्या है. हर देश कचरा कम करने के लिए अलग-अलग तकनीक और रणनीति पर काम कर रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत दुनिया में प्लास्टिक कचरे का सबसे अधिक उत्पादन करता है. जी हां यहां एक साल में 1.02 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा पैदा होता है, जो दूसरे सबसे बड़े प्लास्टिक कचरा उत्पादक के मुकाबले दो गुना से भी अधिक है. आज हम आपको बताएंगे कि किन देशों में कितना प्लास्टिक कचरा तैयार हो रहा है. कचरा कचरा से हर देश परेशान है. लेकिन कचरा में प्लास्टिक सबसे खतरनाक माना जाता है. एक शोध में दावा किया गया है कि भारत में सबसे अधिक प्लास्टिक कचरा निकलता है. दरअसल ब्रिटेन के लीड्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक दुनिया हर साल 5.7 करोड़ टन प्लास्टिक प्रदूषण पैदा करती है. ये कचरना सबसे गहरे महासागरों से लेकर सबसे ऊंचे पर्वत शिखर और लोगों के शरीर के अंदर तक फैलाती है. इस अध्ययन के मुताबिक इस 5.7 करोड़ टन प्लास्टिक कचरे का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा वैश्विक दक्षिण से आता है. बता दें कि प्लास्टिक कचरा से पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान पहुंचता है. भारत में सबसे अधिक प्लास्टिक कचरा रिसर्च के लेखक कोस्टास वेलिस के मुताबिक दुनिया में हर साल इतना प्लास्टिक कचरा पैदा होता है, जो न्यूयॉर्क शहर के सेंट्रल पार्क में एम्पायर स्टेट बिल्डिंग जितनी ऊंचाई तक पहुंच सकता है. शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए दुनिया भर के 50 हजार से अधिक शहरों और कस्बों में स्थानीय स्तर पर उत्पादित कचरे की जांच की है. इस अध्ययन के दौरान ऐसे प्लास्टिक की जांच की गई जो खुले वातावरण में जाता है. दुनिया की 15 प्रतिशत आबादी से सरकार प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करने और निपटाने में विफल रहती है. वहीं इस 15 फीसदी आबादी में भारत के 25.5 करोड़ लोग शामिल हैं. इन शहरों में सबसे ज्यादा प्लास्टिक कचरा बता दें कि लागोस दुनिया में किसी भी शहर के मुकाबले सबसे ज्यादा प्लास्टिक प्रदूषण उत्सर्जित करते हैं. इसके अलावा नई दिल्ली, लुआंडा, अंगोला, कराची, और मिस्र का काहिरा भी शीर्ष प्लास्टिक प्रदूषणकर्ताओं में शामिल है. भारत के बाद सबसे अधिक प्लास्टिक प्रदूषण नाइजीरिया और इंडोनेशिया फैलता है. इस मामले में चीन चौथे स्थान पर है, हालांकि वह कचरे को कम करने में सफलता हासिल कर रहा है. प्लास्टिक प्रदूषक के मामले में पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश के अलावा रूस और ब्राजील भी जिम्मेदार है. रिसर्च के मुताबिक अमेरिका 52,500 टन से अधिक प्लास्टिक प्रदूषण के साथ सूची में 90 और जबकि ब्रिटेन लगभग 5,100 टन के साथ 135वें स्थान पर है.
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भारत ने पेरिस पैरालिंपिक में बुधवार रात 24वां मेडल जीता। 2 बजे तक चले क्लब थ्रो के फाइनल मुकाबले में धरमबीर सिंह ने गोल्ड और प्रणव सूरमा ने सिल्वर मेडल दिलाया। इससे पहले तीरंदाज हरविंदर सिंह ने गोल्ड और शॉट पुटर सचिन सरजेराव ने सिल्वर जीते थे। गेम्स के 7वें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने 2 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल दिलाए। इसी के साथ पेरिस गेम्स में भारत के कुल मेडल की संख्या 24 पहुंच गई है। इनमें 5 गोल्ड, 9 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज शामिल है। फिलहाल, भारत मेडल टैली में 13वें नंबर पर है। यह भारतीय पैरा खिलाड़ियों का पैरालिंपिक इतिहास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इंडिया ने टोक्यो गेम्स में 19 मेडल जीते थे। भारत ने क्लब थ्रो में गोल्ड और सिल्वर जीते, फिर भी क्लीन स्वीप से चूका भारत ने मेंस F-51 कैटेगरी के क्लब थ्रो इवेंट में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते। फिर भी क्लीन स्वीप करने से चूक गया। देर रात धरमबीर सिंह ने 34.92 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड और प्रणव सूरमा ने 34.59 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता। सर्बिया के जेलिको डिमित्रिजेविक ने 34.18 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। क्लब थ्रो इवेंट में भारत क्लीन स्वीप कर तीनों मेडल जीत सकता था, लेकिन अमित कुमार 6 अटेम्प्ट में 4 थ्रो फाउल कर बैठे। उनके 2 थ्रो सही रहे, जिसमें बेस्ट 23.96 मीटर दूर ही जा सका। जिस कारण अमित 10वें नंबर पर रहे। F-51 कैटेगरी में वे एथलीट्स आते हैं, जिनके अंगों में कमी, पैर की लंबाई में अंतर, मांसपेशियों की शक्ति में कमी या गति की सीमा में कमी होती है। आर्चरी गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बने हरविंदर पैरालिंपिक गेम्स में आर्चरी का गोल्ड मेडल जीतने वाले हरविंदर सिंह पहले ही भारतीय बने। हरविंदर मेंस इंडिविजुअल रिकर्व ओपन के रैंकिंग राउंड में 9वें नंबर पर रहे थे। राउंड ऑफ 32 में उन्होंने चीनी ताइपे के लुंग-हुई सेंग को 7-3 से हराया। हरविंदर ने प्री-क्वार्टर फाइनल में सेतियावान को 6-2 से हराया। हरविंदर ने कोलंबिया के जुलियो हेक्टर रमिरेज के खिलाफ क्वार्टर फाइनल 6-2 से जीता। सेमीफाइल में हरविंदर ने ईरान के मोहम्मद रेजा को 7-3 से हराया। उन्होंने फिर पोलैंड के लुकास सीजेक को 6-0 से फाइनल हराया और गोल्ड मेडल जीत लिया। PM नरेंद्र मोदी ने X पर हरविंदर को बधाई दी। उन्होंने लिखा- 'पैरा आर्चरी में स्पेशल गोल्ड। मेंस इंडिविजुअल के रिकर्व ओपन में गोल्ड जीतने पर हरविंदर सिंह को बधाई। उनका फोकस, टारगेट और स्पिरिट कमाल की रही। भारत आपकी जीत से बहुत खुश है।' सिमरन ने सेमीफाइनल में जगह बनाई विमेंस की टी-12 कैटेगरी में भारत की सिमरन ने 100 मीटर रेस के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने राउंड-1 की हीट-1 में 12.17 सेकेंड टाइम के साथ पहला स्थान हासिल किया। सिमरन का सेमीफाइनल कल दोपहर 3.21 बजे होगा। सचिन ने दिलाया आज का पहला मेडल पैरालिंपिक के 7वें दिन का पहला मेडल सचिन सरजेराव ने शॉटपुट में दिलाया। उन्होंने 16.32 के एशियन रिकॉर्ड के साथ मेंस F-46 कैटेगरी में सिल्वर जीता। F46 कैटेगिरी उन एथलीट्स के लिए हैं, जिनके हाथ में कमजोरी, कमजोर मसल्स या हाथों के मूवमेंट में कमी होती है। जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीतने से चूके मेंस F-46 कैटेगरी में भारत के सुंदर सिंह गुर्जर के नाम 68.60 मीटर दूर जैवलिन फेंकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। वह 64.96 मीटर दूर ही भाला फेंक सके, जिस कारण उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला। जबकि अजीत सिंह ने 65.62 मीटर दूर जैवलिन फेंक कर सिल्वर अपने नाम किया। क्यूबा के गुलेर्मो गोन्जालेज ने दूसरे अटेम्प्ट में 66.14 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल जीता। भारत के ही रिंकू आखिरी अटेम्प्ट में 61.58 मीटर का बेस्ट थ्रो फेंक कर पांचवें नंबर पर रहे। F-46 कैटेगरी में वे एथलीट्स आते हैं, जिनका एक हाथ नहीं होता या जिनका एक हाथ काम नहीं कर रहा होता। हाई जंप में 2 मेडल जीते टी-42 और 63 कैटेगरी के हाई जंप में शरद कुमार ने 1.88 मीटर जंप कर सिल्वर मेडल जीता। जबकि मरियप्पन थांगावेलु ने 1.85 मीटर का जंप कर तीसरा स्थान हासिल किया। अमेरिका के ईजरा फ्रेच 1.94 मीटर जंप कर पहले नंबर पर रहे। इवेंट में भारत के ही शैलेश कुमार 1.85 मीटर के बेस्ट जंप के साथ चौथे नंबर पर रहे। भारत के तीनों एथलीट्स टी-42 कैटेगरी के हैं। इनमें वे एथलीट्स आते हैं, जिनका एक पैर टूटा हुआ रहता है या वे जिन्हें एक पैर से चलने या दौड़ने में दिक्कत होती है दीप्ति जीवांजी ने दिलाया ब्रॉन्ज मेडल विमेंस टी-20 कैटेगरी की 400 मीटर रेस में दीप्ति जीवांजी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने 55.82 सेकेंड में रेस पूरी की। यूक्रेन की यूलिया शुलियार ने 55.16 सेकेंड टाइम के साथ गोल्ड जीता। जबकि तुर्किये की ऐसल ओन्डेर ने 55.23 सेकेंड में रेस पूरी कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। दीप्ति पैरालिंपिक गेम्स के ट्रैक इवेंट में मेडल जीतने वाली भारत की दूसरी ही एथलीट बनीं। उनसे पहले प्रीति पाल ने टी-35 कैटेगरी की 100 मीटर और 200 मीटर रेस में इसी पैरालिंपिक में 2 ब्रॉन्ज मेडल दिलाए थे। आज अवनी लेखरा 50 मीटर शूटिंग में मेडल जीतने से चूक गईं।
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इंदौर के विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में गणेशोत्सव के पर्व पर इस वर्ष करीब 15 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इसे लेकर मंदिर प्रशासन ने व्यवस्थाएं चाक चौबंद करनी शुरू कर दी है। दस दिनों तक चलने वाले उत्सव में पहले दिन भगवान का करीब 3 करोड़ के स्वर्ण मुकुट से श्रृंगार किया जाएगा। इसके साथ ही सवा लाख मोदक का भोग लगाया जाएगा। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उज्जैन के महाकाल मंदिर जैसी जिगजैग रेलिंग की व्यवस्था की है। जिससे एक बार में करीब 5 हजार भक्त मात्र 20 मिनट में बप्पा के दर्शन कर सकेंगे। इस बार हरितालिका तीज से गणेश चतुर्थी तक मंदिर भी रातभर भक्तों के दर्शन के लिए खुला रहेगा। पूरा उत्सव जीरो वेस्ट इवेंट के रूप में मनाया जाएगा। पहले दिन करीब 3 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना 10 दिनों (07 से 17 सितंबर) तक चलने वाले गणेश उत्सव में पहले दिन करीब 3 लाख भक्तों के पहुंचने की संभावना है। वहीं भगवान गणेश के खास दिन बुधवार और रविवार को करीब 2 लाख भक्तों के लिए व्यवस्थाएं की गई है। अन्य दिनों में रोजाना करीब 1 लाख भक्तों के पहुंचने की संभावना है। ध्वजा पूजन से होगी शुरुआत, सवा लाख मोदक का भोग लगेगा 7 सितंबर को मंदिर प्रशासन और पं. अशोक भट्ट के साथ अन्य ब्राह्मणों द्वारा सुबह 9.30 बजे ध्वजा पूजन किया जाएगा। इस दौरान करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से बने नए स्वर्ण मुकुट से भगवान गणेश का श्रृंगार किया जाएगा। यह स्वर्ण मुकुट भगवान के खजाने से साल में केवल दो बार मकर संक्रांति और गणेश चतुर्थी पर ही निकाला जाता है। इस दौरान गणेशजी को तिल-गुड़ के लड्डू के साथ सवा लाख मोदक का भोग भी लगाया जाएगा। इसके बाद इन्हें प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा। भगवान गणेश का रोजाना अलग-अलग प्रकार के फूलों और मोतियों की माला से श्रृंगार किया जाएगा। हर दिन सुबह मंदिर का मनोहारी पुष्प श्रृंगार भी होगा। पहले दिन पुष्प बंगला सजेगा। इस दौरान रात की आरती के बाद हर दिन 11 हजार लड्डुओं का भोग लगेगा। गणेश चतुर्थी पर सवा लाख मोदक का भोग लगने के बाद अगले 9 दिनों तक भगवान को अलग-अलग लड्डुओं का भोग लगेगा। इनमें गोंद के लड्डू, अजवाइन-सोंठ के लड्डू, बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, उड़द के लड्डू, मूंग के लड्डू, चावल के लड्डू, बड़ी बूंदी के लड्डू, तिल्ली के लड्डू और ग्यारस के दिन फरियाली लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा। सभी दिन 11-11 हजार लड्डूओं का भोग लगेगा। सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक होगें दर्शन पंडित अशोक भट्ट के मुताबिक गणेश चतुर्थी के पर्व पर रोजाना सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक मंदिर के पट खुले रहेंगे। इस दौरान प्रात: सुबह और रात को 8 बजे आरती होगी। 7 तारिख को चतुर्थी के दिन दोपहर 12 बजे भगवान के जन्म की आरती होगी। श्रद्धालुओं को दर्शन सुलभ सुचारु रूप से हो सकें, इसलिए जिगजैग व स्टेपिंग की व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए भगवान गणेश की दर्शन व्यवस्था को देखते हुए महाकाल मंदिर के तर्ज पर जिगजैग रेलिंग लगाई गई। बारिश के संभावना को देखते हुए रेलिंग को शेड से कवर किया गया है। जिगजैग रेलिंग में एक बार में करीब 5 हजार लोग खड़े हो सकेंगे। इससे फायदा यह होगा कि पांच कतारें एक साथ चलेंगी। गर्भगृह के ठीक सामने 5 स्टैप लगाई गई हैं, जिसमें एक बार में करीब 200 भक्त आसानी से दर्शन पा सकेंगे। मंदिर में प्रवेश और दर्शन में करीब 20 मिनट का समय लगेगा।
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हिंदू धर्म में भगवान शिव प्रमुख देवताओं में से एक माने जाते हैं. ऐसे कई भक्त हैं जो भगवान शिव की पूजा में लीन रहते हैं. भक्तों के लिए भगवान शिव काफी पूजनीय माने गए हैं. ऐसे में अधिकतर लोग भगवान शिव के मंदिर और बड़े-बड़े शिवालयों का दर्शन करने जाते हैं. अगर आप भी भारत में मौजूद भगवान शिव के विशाल प्रतिमाओं का दर्शन करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. आज हम आपको उन सभी जगह के बारे में बताएंगे, जहां पर भगवान शिव की बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं मौजूद है. आइए जानते हैं उन जगहों के बारे में. ॉ भगवान शिव की बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं अगर आप भी दुनिया भर में मौजूद विशाल शिव प्रतिमाओं का दर्शन करना चाहते हैं, तो भारत के राजस्थान राज्य के नाथद्वारा में 'विश्वास स्वरूपम' दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमाओं में से एक है. इस प्रतिमा का दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं. जानकारी के मुताबिक यह प्रतिमा 369 फीट ऊंची और 51 बीघा की पहाड़ी पर मौजूद है. आदियोगी शिव प्रतिमा इसके अलावा तमिलनाडु के कोयंबटूर में स्थित आदियोगी शिव प्रतिमा सभी विशाल शिव प्रतिमाओं में से एक है. जानकारी के मुताबिक इस सतगुरु जग्गी वासुदेव ने डिजाइन किया है और इसकी ऊंचाई 112 फिट है. यही नहीं कुछ लोगों का मानना है कि यह प्रतिमा स्टील की बनाई हुई है. आदियोगी कि इस शिव प्रतिमा का दर्शन करने लोग दूर-दूर से यहां आते हैं. कर्नाटक में विशाल शिव प्रतिमा दुनिया भर की विशाल शिव प्रतिमाओं में से एक शिव प्रतिमा कर्नाटक के मुरुंदेश्वर क्षेत्र में बनी हुई है. इस शिव प्रतिमा की ऊंचाई 123 फिट है. यह प्रतिमा कंडुक गिरी पर्वत पर बनी हुई है. यही नहीं अरब सागर के तट पर बनी यह शिव प्रतिमा वाकई में देखने लायक है. यहां विदेश से भी लोग भगवान के दर्शन करने आते हैं. हर की पौड़ी पर शिव प्रतिमा उत्तराखंड के हरिद्वार में हर की पौड़ी पर स्थित एक विशाल शिव प्रतिमा बनी हुई है. यह प्रतिमा खड़ी मुद्रा में है, जिसकी ऊंचाई 100 फीट के करीब है. गंगा किनारे पर बनी इस शिव प्रतिमा का दर्शन करने यहां कई भक्त रोजाना आते हैं. गुजरात में मौजुद है शिव प्रतिमा इसके अलावा भारत के गुजरात राज्य के वडोदरा शहर में 111 फीट ऊंचाई पर बनी शिव प्रतिमा पर सोने का लेप चढ़ाया गया है. जानकारी के मुताबिक यह एक खूबसूरत शिव प्रतिमा है, जिसे बनाने में 12 करोड़ के लगभग पैसे लगे हैं. भारत में मौजूद इन सभी विशाल प्रतिमाओं का दर्शन आप कर सकते हैं.
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गणेश चतुर्थी का पर्व आने वाला है, लेकिन उससे पहले 4 सितंबर यानि बुधवार को भी गणेश जी का आशीर्वाद पाने का शुभ संयोग बना है. विशेष बात ये है कि इसी दिन बुध ग्रह का राशि परिवर्तन यानि गोचर सिंह राशि में हो रहा है. हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवी- देवता को समर्पित किया गया है. ज्योतिष अनुसार बुधवार का दिन भगवान गणेश का दिन माना जाता है. बुधवार का दिन बुद्धि प्राप्ति का दिन होता है. सनातन धर्म मे ऐसी मान्यता है कि किसी भी शुभ काम की शुरुआत गणेश जी की पूजा से ही करनी चाहिए. गणेश जी को बुध ग्रह का कारक देव माना गया है, इसलिए बुधवार को भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना की जाती है. बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा करने से व्यक्ति को गणपति का आशीर्वाद मिलता है और इससे कुंडली में बुध की स्थिति भी मजबूत होती है. पुराणों में माना गया है कि गणेशजी की पूजा शनि ग्रह दोष को दूर करने में और शत्रुओं से बचाव के लिए भी लाभदायक होती है. इसीलिए गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. बुधवार के दिन ही गणेश जी की पूजा क्यों की जाती है? पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती ने जब भगवान गणेश का निर्माण किया था तो वह बुधवार का दिन था. उस समय कैलाश पर्वत पर बुध देव भी वहां उपस्थित थे, इसलिए बुधवार के दिन को भगवान गणेश की पूजा करने का नियम बन गया। एक दूसरी मान्यता यह भी है कि जब भगवान शिव त्रिपुरासुर का वध करने में विफल हो गए थे, तो उनकी परास्त का कारण यह माना गया कि भगवान शिव ने गणेश जी की पूजा किए बिना ही लड़ाई शुरू कर दी थी. तब पूरे विधि विधान के अनुसार गणेश जी की पूजा की गई और उन्हें लड्डुओं का भोग लगाया गया. इसके बाद जब युद्ध हुआ तो त्रिपुरासुर की हार हुई. यही वजह है कि हर काम से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है, ताकि कार्य में किसी प्रकार का विघ्न न आए. बुधवार के दिन इन उपायों से बनते हैं बिगड़े काम बुधवार को गणेश जी की उपासना करने से व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं. इस दिन मंदिर में जाकर या घर पर गणपति विराजमान करने के बाद उन्हें सिंदूर अर्पित करना चाहिए और मोदक का भोग भी लगाना चाहिए . बुधवार के दिन गणेश स्तोत्र का 11 बार पाठ करने से जातक के परिवार में सुख शांति बनी रहती है. इस दिन घर से निकलते समय सिंदूर का तिलक लगाने से नौकरी व व्यवसाय में सफलता मिल सकती है. कार्यक्षेत्र में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए गणेश रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए. बुधवार के दिन गणेश जी को घी और गुड़ का भोग लगाएं और गाय को खिला दे। ये उपाय करने से धन संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलती है. भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए बुधवार के दिन उन्हें 21 दूर्वा चढ़ाएं. इस दिन गणेश चालीसा का पाठ करने से मनुष्य के भाग्य में बढ़ोतरी होती है.
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नाक का काम यूं तो स्मेल करना, सांस लेना, सांस छोड़ना है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि छोटी सी नाक हमें कई तरह के संकेत देती है, जिन्हें हमें नजर अंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि नाक में कई ऐसी बीमारियां छुपी होती हैं. ये आगे जाकर कई गंभीर रोगों को जन्म दे सकती हैं. ऐसे में अगर आपकी नाक पर इनमें से कुछ भी चीजें नजर आती है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए और अपना टेस्ट करना चाहिए, क्योंकि यह गंभीर बीमारियों की ओर इशारा करता है. एक्ने वुल्गैरिस एक्ने वुल्गैरिस सबसे कॉमन एक्ने प्रॉब्लम में से एक होती हैं, जो सबसे पहले नाक को ही प्रभावित करती हैं. इसमें स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं, शुरुआत में यह ब्लैकहेड्स होते हैं, उसके बाद बड़ी-बड़ी गांठ में कन्वर्ट हो जाते हैं, इससे संक्रमण, सूजन और यहां तक की मवाद भी भर जाता है, जिससे त्वचा में घाव हो सकते हैं. एक्ने रोसैसिया एक्ने रोसैसिया एक सूजन वाली स्किन डिजीज है, जिसमें त्वचा पर लाल रंग के उभार बन जाते हैं. इससे राइनोफिमा भी हो सकता है, यह वह स्थित है जब नाक की स्किन बढ़ने लगती है और मोटी हो जाती है और इसमें बहुत ज्यादा दर्द होता है. सारकॉइडोसिस सारकॉइडोसिस को भेड़िया की नाक के रूप में भी जाना जाता है. इसमें नाक में सूजन वाली बीमारी हो जाती है और यह फेफड़ों और लिम्फ नोड्स सहित शरीर के किसी भी ऊतक को प्रभावित कर सकती है. इस स्थिति में नाक, कान, उंगलियों, पैरों की उंगली पर नीले और बैगनी रंग के धब्बे नजर आने लगते हैं. नाक पर सारकॉइडोसिस को ल्यूपस पेर्नियो कहा जाता है. ट्राइजेमिनल ट्रॉफिक सिंड्रोम ट्राइजेमिनल ट्रॉफिक सिंड्रोम यानी कि TTS एक ऐसी बीमारी है, जो ट्राइजेमिनल तंत्रिका को नुकसान पहुंचा सकती है. इसमें नाक के आसपास अल्सर हो सकते हैं, जो बिना सूजन के होते हैं. इसके अलावा एनेस्थीसिया और पैरेस्थीसिया जैसे लक्षण भी नजर आते हैं.
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फिल्मों में जब आप देश की सीमा पर सैनिकों को तैनात देखते हैं, तो ज्यादातर आपको भारतीय सेना यानी इंडियन आर्मी के जवान दिखाई देते हैं. लेकिन देश की सीमा पर इंडियन आर्मी की तैनाती नहीं होती. बल्कि, उनकी तैनाती सीमा से थोड़ी दूरी पर होती है. चलिए आज आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि देश की अलग-अलग सीमाओं पर किन-किन फौजों की तैनाती होती है. भारत-चीन सीमा पर किसकी तैनाती होती है भारत-चीन सीमा पर, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों की तैनाती होती है. ITBP के जवानों का काम मुख्य रूप से भारत-चीन सीमा की सुरक्षा करना होता है. यह फोर्स सबसे टफ मानी जाती है, इसीलिए हिमालयी क्षेत्रों में तैनात रहती है और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में मुस्तैदी से काम करती है. ITBP की स्थापना 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद हुआ था. ITBP के जवानों की तैनाती खासतौर से लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम में होती है. इन जगहों पर भारत की सीमा चीन से लगती है. भारत-पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमा पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी भारतीय सीमा की सुरक्षा बीएसएफ करती है. इसकी स्थापना 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद किया गया था. मौजूदा समय में BSF के जवानों की तैनाती जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, मिजोरम, और मेघालय में है. इन जगहों पर भारत की सीमा पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगती है. BSF के जवानों का काम होता है पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी सीमा पर घुसपैठ को रोकना, सीमा पार से होने वाली आतंकी गतिविधियों को रोकना और सीमा पर शांति व्यवस्था बनाए रखना है. म्यांमार सीमा पर इस फोर्स की तैनाती होती है भारत म्यांमार सीमा पर असम राइफल तैनात रहती है. यह फोर्स भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में उन जगहों पर सुरक्षा बनाए रखने के लिए तैनात है जहां भारत की सीमा म्यांमार से लगती है. आपको बता दें, असम राइफल्स (Assam Rifles) भारतीय अर्धसैनिक बलों में सबसे पुरानी पैरामिलिट्री फोर्स है. इसका इतिहास 1835 तक जाता है. दरअसल, उस वक्त ब्रिटिश सरकार ने भारत के उत्तर-पूर्वी सीमा क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए असम राइफल्स की स्थापना की थी. हालांकि, उस वक्त इस फौज को मूल रूप से "Cachar Levy" के नाम से जाना जाता था.
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अंतरिक्ष को रहस्यों से भरी दुनिया कहा जाता है. लेकिन आज तकनीक और वैज्ञानिकों के कारण स्पेस और चांद तक इंसान पहुंच चुका है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब स्पेस में आम इंसान भी जा रहे हैं. जी हां, आज हम आपको बताएंगे कि भारत का वो पहला शख्स कौन है, जो अपने खर्च पर स्पेस टूरिस्ट की तरह स्पेस में गया था. स्पेस टूरिस्ट बता दें कि अमेजन के फाउंडर और स्पेस टूर कराने वाली कंपनी ब्लू ओरिजिन के मालिक जेफ बेजोस हैं. इनकी कंपनी ब्लू ओरिजिन आम इंसानों को स्पेस टूर कराती है. अब सवाल है कि भारत के पहले स्पेस टूरिस्ट कौन हैं? बता दें कि गोपीचंद थोटाकुरा खुद के खर्च पर अंतरिक्ष जाने वाले पहले स्पेस टूरिस्ट हैं. उन्होंने ब्लू ओरिजिन की NS-25 स्पेसफ्लाइट में स्पेस का सफर किया है. जानकारी के मुताबिक अभी हाल ही में वो भारत लौटे हैं. जानकारी के मुताबिक थोटाकुरा ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड-25 (NS-25) मिशन की क्रू टीम का हिस्सा थे, जो स्पेस टूरिज्म के तहत अंतरिक्ष के सफर पर गया था. गोपीचंद थोटाकुरा की अंतरिक्ष यात्रा एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जिससे वे पृथ्वी के वायुमंडल से परे यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय नागरिक बन गए हैं. इससे पहले विंग कमांडर राकेश शर्मा थे, जो इंडियन एयर फोर्स के पूर्व पायलट थे. उन्होंने 1984 में अंतरिक्ष में कदम रखा था. थोटाकुरा की यह यात्रा भविष्य के स्पेस टूरिज्म की संभावनाओं को बढ़ा रहा है. कौन हैं थोटाकुरा एंटरप्रेन्योर और पायलट गोपीचंद थोटाकुरा एक बिजनेसमैन और उत्साही ट्रैवलर थोटाकुरा हैं, उन्होंने एम्ब्री-रिडल एयरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. बता दें कि 19 मई 2024 को एक टूरिस्ट के तौर पर ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड-25 मिशन के तहत अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी. कुछ देर स्पेस में रहने के बाद मिशन सुरक्षित रूप से वापस पृथ्वी पर आ गया था. ब्लू ओरिजिन कंपनी बता दें कि ब्लू ओरिजिन कंपनी स्पेस टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है, ये कंपनी आम इंसानों को स्पेस की सैर करने का मौका देती है. गौरतलब है कि ब्लू ओरिजिन एक प्राइवेट एयरोस्पेस कंपनी है. इसके मालिक मशहूर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस हैं. उन्होंने 2000 में इस कंपनी को बनाया था. यह कंपनी न्यू शेपर्ड रॉकेट के जरिए लोगों को अंतरिक्ष का सफर करने की सर्विस देती है. ब्लू ओरिजिन ने 20 जुलाई 2021 को न्यू शेपर्ड से पहली बार इंसानों को अंतरिक्ष में सफर कराया था. इस मिशन का नाम ब्लू ओरिजिन NS-16 था, जिसके तहत चार लोग स्पेस गए थे. इनमें खुद जेफ बेजोस के अलावा मार्क बेजोस, वैली फंक और ओलिवर डेमन शामिल थे स्पेस जाने का किराया? ब्लू ओरिजिन ने अभी तक आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया है कि वह सबऑर्बिटल मिशन में एक सीट के लिए कितना किराया लेती है. जानकारी के मुताबिक सीट बुक करने के लिए इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर संपर्क किया जा सकता है.
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हिमाचल प्रदेश में लड़कियों की शादी की उम्र अब 21 साल कर दी गई है. ये बिव विधानसभा में पास हो गया है और अब इसे राज्यपाल के पास भेजा गया है. यदि राज्यपाल के पास इस बिल को मंजूरी मिल जाती है तो हिमाचल प्रदेश में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल हो जाएगी. हालांकि फिलहाल पूरे देश में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल और लड़कों की शादी की उम्र 21 साल है. अलग-अलग देशों में लड़कों और लड़कियों की शादी की उम्र अलग-अलग तय की गई है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर किस देश में शादी की उम्र क्या है? चलिए जान लेते हैं. पाकिस्तान पाकिस्तान में भी शादी की न्यूनतम कानूनी उम्र लड़कियों के लिए 16 साल है, लेकिन लड़कों के लिए ये 21 साल तय की गई है. हालांकि, सामाजिक और कानूनी तौर पर यह मान्यता प्राप्त है कि 21 साल की उम्र में शादी करना एक समझदार निर्णय के रूप में देखा जाता है. पाकिस्तान में विवाह की उम्र को लेकर सामाजिक और धार्मिक मान्यताएं भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और 21 साल की उम्र में शादी करना अक्सर एक आदर्श मानक माना जाता है. बांग्लादेश बांग्लादेश में कानूनी तौर पर लड़कियों के लिए विवाह की न्यूनतम उम्र 18 साल है, लेकिन 21 साल की उम्र में शादी करने की स्वतंत्रता भी प्राप्त होती है. इस उम्र में शादी करना लड़कियों को एक बड़ी जिम्मेदारी और जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए अधिक परिपक्वता का संकेत देता है. बांग्लादेश में विवाह की उम्र को लेकर कई सामाजिक और पारंपरिक दृष्टिकोण हैं और 21 साल की उम्र अक्सर एक सुरक्षित और समझदारी भरा निर्णय माना जाता है. मलेशिया मलेशिया में शादी की न्यूनतम कानूनी उम्र लड़कियों के लिए 16 साल है, लेकिन 21 साल की उम्र में शादी करना अधिक सामान्य और पसंदीदा विकल्प माना जाता है. मलेशिया में विवाह की उम्र को लेकर धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएं जरुरी होती हैं, और 21 साल की उम्र में शादी करने से युवाओं को जीवन के फैसलों में अधिक समझदारी और परिपक्वता प्राप्त होती है. थाईलैंड थाईलैंड में कानूनी तौर पर लड़कियों के लिए शादी की न्यूनतम उम्र 17 साल है, लेकिन वहां 21 साल की उम्र में शादी करने का चलन काफी सामान्य है. यहां के लोग मानते हैं कि 21 साल की उम्र में शादी करने से व्यक्ति जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए ज्यादा अच्छेसे तैयार होता है. थाईलैंड में सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से 21 साल की उम्र में शादी को एक उचित और परिपक्व विकल्प माना जाता है. फिलीपींस फिलीपींस में विवाह की कानूनी उम्र लड़कियों के लिए 18 साल है, लेकिन इस देश में भी 21 साल की उम्र में शादी करना एक आदर्श माना जाता है. ये उम्र युवाओं को जीवन की जिम्मेदारियों को समझने और उन्हें पूरी तरह से निभाने के लिए अधिक जिम्मेदारी देती है. यहां पर विवाह के लिए 21 साल की उम्र को लेकर भी सामाजिक और पारंपरिक दृष्टिकोण सकारात्मक होते हैं. श्रीलंका श्रीलंका में कानूनी विवाह की उम्र लड़कियों के लिए 18 साल है. हालांकि इस देश में भी 21 साल की उम्र में शादी करना सामान्य समझा जाता है. ये उम्र युवाओं को मानसिक और भावनात्मक परिपक्वता प्रदान करती है, जिससे वे शादी के निर्णय को पूरी समझदारी के साथ ले सकते हैं. श्रीलंका में शादी की उम्र को लेकर सामाजिक और सांस्कृतिक मान्यताएं भी जरुरी होती हैं.
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श्रवण- भादो में कल दो सितंबर को बाबा महाकाल की शाही सवारी निकलेगी. शाही सवारी में भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उमड़ेगी. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कल उज्जैन आ सकते हैं. महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने मिनट टू मिनट कार्यक्रम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भाद्रपद माह की दूसरी और अंतिम सवारी दो सितम्बर को शाही ठाठ-बाट के साथ निकलेगी. भक्तों को बाबा महाकाल सात अलग-अलग रूपों में दर्शन देंगे. श्री गणेश कुमार धाकड़ के मुताबिक रजत पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, श्री घटाटोप मुखोटा स्वरूप और सप्तम सवारी में श्री सप्तधान का मुखारविंद शामिल रहेगा. कल महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर की पूजा अर्चना होगी. पूजा के बाद रजत पालकी में सवार होकर भगवान महाकाल प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे. उन्होंने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार पर पालकी में विराजित भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर को सशस्त्र सलामी दी जाएगी. कल निकलेगी बाबा महाकाल की शाही सवारी श्री चन्द्रमोलेश्वर की पालकी निर्धारित समय शाम 4 बजे शुरू होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षीबाजार चौराहा, कहार वाड़ी, हरसिद्धीपाल से रामघाट पहुंचेगी. गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि भगवान महाकाल की पालकी का द्वारकाधीश गोपाल मंदिर पर सिंधिया परिवार हर साल पूजन करता है. पालकी के गोपाल मंदिर पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पूजन करेंगे. उसके बाद शाही सवारी पटनी बाज़ार, गुदरी चौराहा, कोट मोहल्ला, महाकाल चौराहा होते हुए मंदिर परिसर में पहुंचेगी. महाकालेश्वर भगवान की प्रमुख सवारी के चल समारोह में सबसे आगे मंदिर का प्रचार वाहन चलेगा. प्रचार वाहन के पीछे यातायात पुलिस, तोपची, भगवान महाकालेश्वर का रजत ध्वज, घुड़सवार, विशेष सशस्त्र बल, सलामी गार्ड, स्काउट गाइड सदस्य, कांग्रेस सेवा दल, सेवा समिति बैंड, विभिन्न शहरों की 70 भजन मंडलियां चल समारोह में प्रभु का गुणगान करते हुए चलेंगी. उसके बाद साधु-संत और आम लोग, पुलिस बैंड, नगर सेना सलामी गार्ड की टुकड़ी, श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और पुरोहितगण शाही सवारी के साथ रहेंगे.
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'लैंसेट ग्लोबल हेल्थ' के मुताबिक भारतीयों के शरीर में कई सारे पोषक तत्वों की कमी है. खासकर आयरन, कैल्शियम और फोलेट की सबसे ज्यादा कमी है. इस रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि यह कमी हर उम्र के लोगों में देखी गई है. यह रिसर्च दुनिया के 185 देशों में किया गया है. इसमें पाया कि 15 ऐसे पोषक तत्व हैं जो लोगों के शरीर में कम मात्रा में है. पूरी दुनिया में 70 प्रतिशत लोग आयोनडिन नहीं खाते हैं यह रिसर्च डाइट संबंधी चार्ट पर आधारित है. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी यूएसए के रिसर्चर की एक इंटरनेशनल टीम ने कहा है कि यह रिसर्च से ऐसे संकेत मिले हैं कि वैश्विक आबादी का लगभग 70 प्रतिशत जो कि पांच अरब से अधिक लोगों के बराबर है. यह लोग आयोडीन, विटामिन ई और कैल्शियम बिल्कुल भी नहीं खाते हैं. रिसर्च में यह भी पाया कि एक ही देश और आयु वर्ग में, पुरुषों की तुलना में महिलाओं का एक बड़ा हिस्सा आयोडीन, विटामिन बी12 और आयरन सही मात्रा में नहीं ले रही हैं. वहीं महिलाओं की तुलना में अधिक पुरुष मैग्नीशियम, विटामिन बी6, जिंक और विटामिन सी की अपर्याप्त मात्रा में खाते हैं. भारत की स्थिति भारतीयों यह देखा गया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की एक बड़ी संख्या में आयोडीन की कमी पाई गई है . जबकि महिलाओं की तुलना में पुरुषों की एक बड़ी संख्या में जिंक और मैग्नीशियम का अपर्याप्त लेवल था. 10-30 साल की कमी रिसर्च में पाया गया कि 10-30 साल की आयु के व्यक्ति खासकर साउथ एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और उप-सहारा अफ्रीका में कम कैल्शियम सेवन के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं. लेखकों का सुझाव है कि ये निष्कर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवरों को उन आबादी की पहचान करने में मदद कर सकते हैं जिन्हें आहार हस्तक्षेप की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि चूंकि अध्ययन में फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स की खपत पर विचार नहीं किया गया था, इसलिए परिणाम कुछ प्रमुख पोषक तत्वों की कमी को बढ़ा-चढ़ाकर बता सकते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ और सप्लीमेंट्स का आमतौर पर सेवन किया जाता है. वैज्ञानिक ने देखा कि ये कमियां चावल और गेहूं जैसे मुख्य अनाजों के आहार में निहित हैं, जिनमें इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी है. उन्होंने कहा कि इन पोषक तत्वों की ऑर्गेनिक या अवशोषण, अक्सर फाइटेट्स और ऑक्सालेट द्वारा कम हो जाता है, जो आमतौर पर भारत में प्रचलित शाकाहारी आहार में पाए जाते हैं.
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पेरिस पैरालंपिक में भारत को 8वां मेडल मिल गया है. योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीता. उन्होंने मेन्स डिस्कस थ्रो F56 इवेंट में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. योगेश कथुनिया का पहला थ्रो 42.22 मीटर का फेंका. इसके बाद दूसरा, तीसरा, चौथा और पांचवां क्रमश 41.50 मीटर, 41.55 मीटर, 40.33 मीटर और 40.89 मीटर का रहा. बहरहाल, इस तरह भारत को 8वां मेडल मिला. वहीं, इस वक्त भारत मेडल टेली में 30वें नंबर पर काबिज है. अब तक भारतीय खिलाड़ियों ने 1 गोल्ड मेडल के अलावा 3 सिल्वर मेडल और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. योगेश कथुनिया ने लगातार दूसरे पैरालंपिक में जीता सिल्वर मेडल आज पेरिस पैरालंपिक गेम्स के पांचवें दिन योगेश कथुनिया ने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. दरअसल, योगेश कथुनिया ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक 2020 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. इस तरह उन्होंने लगातार दूसरे पैरालंपिक गेम्स में सिल्वर मेडल जीतकर बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. अब भारत के पदकों की संख्या 8 हो गई है. भारतीय शूटर अवनि लेखरा ने R2 वीमेंस 10 मीटर एयर राइफल (SH1) में गोल्ड मेडल जीता था. इसके बाद मोना अग्रवाल ने इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल जीता. अब तक पेरिस पैरालंपिक में इन भारतीय खिलाड़ियों ने जीते हैं मेडल... अवनि लेखरा और मोना अग्रवाल के बाद प्रीति पाल ने भारत को तीसरा मेडल दिलाया. मोना अग्रवाल ने वीमेंस 100 मीटर रेस (T35) ने मेडल जीता. वहीं, भारत की झोली में चौथा मेडल मनीष नरवाल ने डाला. मनीष नरवाल ने 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) में सिल्वर मेडल हासिल किया. जबकि रूबनी फ्रांसिस ने पांचवां, प्रीती पाल ने छठा, निषाद कुमार ने सातवां और योगेश कथुनिया ने आठवां मेडल जीता
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जन्माष्टमी के बाद राधा अष्टमी का त्योहार बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. कहते हैं राधा के बिना श्याम की पूजा सफल नहीं होती. हिन्दू धर्म में राधा-कृष्ण की उपासना का विशेष महत्व है. ऐसे में राधा अष्टमी के शुभ अवसर पर राधा रानी का पूजन करने से वैवाहिकी जीवन में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. साथ ही मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. 2024 में राधा अष्टमी कब है, सही तारीख और पूजा मुहूर्त यहां जानें. राधा अष्टमी 2024 डेट जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा जी का जन्मदिन मनाया जाता है. इस साल राधा अष्टमी 11 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी. मथुरा, वृंदावन, बरसाना और नंदगांव में राधा अष्टमी की खास रौनक रहती है. राधा अष्टमी 2024 मुहूर्त पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी 10 सितंबर 2024 को रात 11 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 11 सितंबर 2024 को रात 11 बजकर 26 मिनट पर होगा. इस दिन राधा जी की पूजा सुबह 11.03 से दोपहर 01.32 मिनट के बीच करना शुभ फलदायी होगा. पूजा के लिए साधक को 2 घंटे 29 मिनट का समय मिलेगा. राधा रानी की पूजा से मिलते अनेक सुख धार्मिक मान्यता है कि जिन लोगों ने जन्माष्टमी पर व्रत-पूजन किया है उन्हें राधा अष्टमी पर राधा रानी की पूजा अवश्य करनी चाहिए. इसके बिना कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा का फल नहीं मिलता. कहा जाता है कि राधा जी प्रेम और भक्ति का प्रतीक हैं. इनकी उपासना से जीवन में स्थिरता, प्रेम, रिश्तों में मिठास बढ़ती है. राधाष्टमी पूजा विधि राधा अष्टमी के दिन पर सुबह-सवेरे उठकर स्नानादि करके निवृत्त हो जाएं. इस दिन राधा जी और भगवान कृष्ण की पूजा करें. पूरे दिन व्रत करना चाहिए और सिर्फ एक समय फलाहार करना चाहिए. राधा अष्टमी पर पूजन के लिए पांच रंग के चूर्ण से मंडप का निर्माण करें और इस मंडप के भीतर षोडश दल के आकार का कमल यंत्र बनाएं. अब इस कमल के बीचों बीच सुन्दर आसन पर श्री राधा-कृष्ण की युगल मूर्ति को स्थापित करें. राधा-कृष्ण जी की प्रतिमा को पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गंगा जल) से स्नान कराएं और फिर मूर्ति का श्रृंगार करें. भोग धूप, दीप, फूल आदि अर्पित करें. फिर आरती करें और राधा चालीसा का पाठ करें.
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दुनिया में कई ऐसी बीमारियां हैं जो इंसान के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं. इन बीमारियों के कारण जान भी जा सकती है. इनका कोई इलाज उपलब्ध नहीं है. ये बीमारियां जिसे हो जाएं, उसे जीते जी ही मार डालती है. ये इतनी खतरनाक होती हैं कि इंसान खुद ही मौत मांगने लगता है. वह जीना ही नहीं चाहता है. इनमें से ज्यादातर का तो नाम ही बहुत ही कम लोगों ने सुना है. आइए जानते हैं दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों के बारे में... 1. मोटर न्यूरॉन यह एक बेहद गंभीर औकघातक बीमारी है. इसमें मरीज की मांसपेशिया बर्बाद हो जाती हैं. शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं. खाना निगलने से लेकर सांस लेने तक में दिक्कतें होने लगती हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस बीमारी का शिकार बनने वाले सिर्फ 5 परसेंट लोग ही जिंदा बच पाते हैं. 2. स्टोनमैन सिंड्रोम स्टोनमैन सिंड्रोम या मुंचमेयर बीमारी, जिसे फाइब्रोडिस्प्लासिया ऑसिफिकन्स प्रोग्रेसिवा (FOP) भी कहते हैं. यह एक रेयर बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है. इस बीमारी में मरीज की हड्डी टूट जाती है और फिर जुड़ नहीं पाती है. कई बार तो हड्डी टूटने के बाद दूसरी जगह जुड़ जाती है, जो बेहद दर्दनाक स्थिती होती है. इसका इलाज अभी ढूंढा जा रहा है. 3. एक्सरोडरमा पिग्मेंटोसम स्किन से जुड़ी ये बीमारी बेहद दुर्लभ और घातक है. इसमें मरीज को सूरज की रोशनी से ही एलर्जी होती है. अगर उसकी स्किन पर जरा सी भी धूप पड़ जाए तो खुजली और जलन होने लगती है. इससे कई बार छाले भी पड़ जाते हैं. इसका कोई इलाज नहीं है. 4. चगास बीमारी चगास बीमारी को अमेरिकन ट्रिपैनोसोमियासिस भी कहते हैं. एक परजीवी बीमारी है, जो ट्रिपैनोसोमा क्रूजी की वजह से होती है. इसमें इंसान सोते समय 'किसिंग बग' की चपेट में आ जाता है,जिससे मुंह के पास गंभीर घाव हो जाता है. इसमें तंत्रिका तंत्र भी बुरी तरह प्रभावित होती है. इसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन सही तरह नहीं हो पाता है. इससे कई अन्य समस्याएं भी हो सकती है। यह एक लाइलाज बीमारी है, हालांकि, अगर शुरुआत में इसका पता चल जाए तो कुछ दवाईयों से जान बच सकती है. 5. एपीडर्मोडीस्प्लासिया वेरूसीफॉर्मिस यह एक दुर्लभ आनुवांशिकी बीमारी है. इस बीमारी को ट्री मैन सिंड्रोम नाम से भी जानते हैं. इसमें इंसानों में पेड़ों की छाल की तरह संचरना निकलने लगती है. खासकर हाथ और पैर में इसका असर ज्यादा देखने को मिलता है. इस बीमारी से दुनिया में कुछ लोग ही पीड़िता होते हैं लेकिन ये जीते जी मार डालती है. हालांकि, सर्जरी से इस संचरना को हटाकर चलने लायक बनाया जा सकता है.
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दुनिया भर के अलग-अलग देश में अलग-अलग तरह की मान्यताएं हैं. इंसान जाति और धर्म पर आधारित त्योहारों को मानता है और उनके अपने-अपने कैलेंडर भी होते हैं. सारे कैलेंडर में 12 महीने ही होते हैं, लेकिन हमारी धरती पर एक ऐसा देश है जहां पर 12 नहीं बल्कि कुल 13 महीने होते हैं. सोच में पड़ गए न आप... 13 महीने होने की वजह से यह देश पूरी दुनिया से 7 साल पीछे चल रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह देश अफ्रीका में है, जिसका नाम है इथियोपिया. इस देश में एक साल में 13 महीने होते हैं और 13वें महीने में कुल मिलाकर 5 दिन होते हैं. यहां पर एक हफ्ते में मात्र 5 दिन होते हैं. यही नहीं लीप ईयर के साल इथियोपिया के कैलेंडर में 6 दिन होते हैं. इससे भी बड़ी बात जानकर आपको हैरानी होगी कि हम सब 2024 का नया साल मना चुके हैं, लेकिन इथियोपिया में अब तक 2024 का नया साल नहीं आया है. यहां के लोग 11 सितंबर 2024 को नया साल मनाएंगे. कौन सा कैलेंडर फॉलो करता है ये देश दुनिया भर में ज्यादातर देश वेस्टर्न ग्रेगोरियन कैलेंडर को मानते हैं, लेकिन कुछ ऐसे हैं जो पुराने कैलेंडर को मानते हैं, लेकिन इन सब के बावजूद भी सभी कैलेंडर में मात्र 12 महीने ही होते हैं. इन सब से हटकर इथियोपिया आज भी उस कैलेंडर को फॉलो करता है जो रोमन चर्च ने 525 एडी में बनाया था. यही कारण है कि इस देश की नई सदी की शुरुआत 11 सितंबर 2007 से हुई थी. कभी नहीं हुआ गुलाम इथियोपिया एक ऐसा अफ्रीकी देश है, जो कभी भी ब्रिटेन का गुलाम नहीं बना. हालांकि, इस पर इटली का कब्जा हुआ करता था, लेकिन कब्जे के 6 साल बाद ही वे लोग भी वापस चले गए. उपलब्ध आंकड़ों की बात करें तो इस देश में कॉफी की उत्पत्ति हुई थी. सोशल मीडिया पर जब इसका वीडियो वायरल हुआ तो लोगों ने जमकर पोस्ट को शेयर किया. अब जब की इथियोपिया में 13 महीनों का साल होता है तो इन महीनों के नाम भी जान लेते हैं. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार महीनों के नाम जनवरी, फरवरी, मार्च आदि होते हैं, लेकिन इथियोपिया के कैलेंडर यानी कि गीज कैलेंडर के अनुसार महीनों के नाम बहुत अलग है. इथियोपिया के कैलेंडर के अनुसार महीनों के नाम मेस्केरम (Meskerem) टिकिम्त (Tikimt) हिदार (Hidar) तहसास (Tahsas) तिर (Tir) याकातित (Yakatit) मग्गाबित (Maggabit) मियाजिया (Miyaziya) गिनबोत (Ginbot) सेंसे (Sene) हामले (Hamle) नेहासा (Nehasa) पागुमे (Pagume)
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जन्माष्टमी के चार दिन बाद यानि भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि का विशेष महत्व है, इस दिन बछ बारस का त्योहार मनाया जाता है. बछ बारस 30 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा. इस दिन गौमाता की बछड़े सहित पूजा की जाती है. माताएं अपने पुत्रों को तिलक लगाकर तलाई फोड़ने के बाद लड्डू का प्रसाद देती है यानि पुत्रवान महिलाये अपने संतान की मंगल कामना के लिए व्रत रखती है और पूजा करती है. कैसे की जाती बछ बारस की पूजा ? इस दिन गेंहू से बने हुए पकवान और चाकू से कटी हुई सब्जी नही खाये जाते हैं. बाजरे या ज्वार का सोगरा और अंकुरित अनाज की कढ़ी व सूखी सब्जी बनाई जाती है. महिलाओं द्वारा सुबह गौमाता की विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद घरों या सामूहिक रूप से बनी मिट्टी व गोबर से बनी तलैया को अच्छी तरह सजाकर उसमें कच्चा दूध और पानी भरकर उसकी कुमकुम, मौली, धूप दीप प्रज्वलित कर पूजा करते हैं और बछबारस की कहानी सुनी जाती है. क्यों मनाई जाती है बछ बारस ? बछ बारस हर साल जन्माष्टमी के चार दिन पश्चात भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की द्वादशी के दिन 30 अगस्त को मनाया जाता है इसलिए इस गोवत्स द्वादशी भी कहते है. भगवान कृष्ण के गाय और बछड़ो से बड़ा प्रेम था इसलिए इस त्यौहार को मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है की बछ बारस के दिन गाय और बछड़ो की पूजा करने से भगवान कृष्ण सहित गाय में निवास करने वाले सैकड़ो देवताओ का आशीर्वाद मिलता है जिससे घर में खुशहाली और सम्पन्नता आती है. बछबारस का पर्व राजस्थानी महिलाओं में ज्यादा लोकप्रिय है. बछ बारस पूजन की सामग्री और पूजा विधि पूजा के लिए भैंस का दूध और दही , भीगा हुआ चना और मोठ लें. मोठ-बाजरे में घी और चीनी मिलाये. गाय के रोली का टीका लगाकर चावल के स्थान पर बाजरा लगाये. बायने के लिए एक कटोरी में भीगा हुआ चना , मोठ ,बाजरा और रुपया रखे. इस दिन बछड़े वाले गाय की पूजा की जाती है यदि गाय की पूजा नहीं कर सकते तो एक पाटे पर मिटटी से बछबारस बनाते है और उसके बीच में एक गोल मिटटी की बावडी बनाते है. फिर उसको थोड़ा दूध दही से भर देते है. फिर सब चीजे चढ़ाकर पूजा करते है. इसके बाद रोली, दक्षिण चढ़ाते है. स्वंय को तिलक निकालते है. हाथ में मोठ और बाजरे के दाने को लेकर कहानी सुनाते है. बछ बारस के चित्र की पूजा भी की जा सकती है. बायना सांस को पाँव छुकर देवें बछ बारस की कहानी बहुत समय पहले की बात है एक गाँव में एक साहूकार अपने सात बेटो और पोतो के साथ रहता था. उस साहूकार ने गाँव में एक तालाब बनवाया था लेकिन बारह सालो तक वो तालाब नही भरा था. तालाब नही भरने का कारण पूछने के लिए उसने पंडितो को बुलाया. पंडितो ने कहा कि इसमें पानी तभी भरेगा जब तुम या तो अपने बड़े बेटे या अपने बड़े पोते की बलि दोगे. तब साहूकार ने अपने बड़ी बहु को तो पीहर भेज दिया और पीछे से अपने बड़े पोते की बलि दे दी. इतने में गरजते बरसते बादल आये और तालाब पूरा भर गया. इसके बाद बछबारस आयी और सभी ने कहा की “अपना तालाब पूरा भर गया है इसकी पूजा करने चलो”. साहूकार अपने परिवार के साथ तालाब की पूजा करने गया. वह दासी से बोल गया था की गेहुला को पका लेना. गेहुला से तात्पर्य गेहू के धान से है. दासी समझ नही पाई. दरअसल गेहुला गाय के बछड़े का नाम था. उसने गेहुला को ही पका लिया. बड़े बेटे की पत्नी भी पीहर से तालाब पूजने आ गयी थी. तालाब पूजने के बाद वह अपने बच्चो से प्यार करने लगी तभी उसने बड़े बेटे के बारे में पुछा. तभी तालाब में से मिटटी में लिपटा हुआ उसका बड़ा बेटा निकला और बोला की माँ मुझे भी तो प्यार करो. तब सास बहु एक दुसरे को देखने लगी. सास ने बहु को बलि देने वाली सारी बात बता दी. फिर सास ने कहा की बछबारस माता ने हमारी लाज रख ली और हमारा बच्चा वापस दे दिया. तालाब की पूजा करने के बाद जब वह वापस घर लौटे तो उन्होंने देखा बछड़ा नही था. साहूकार ने दासी से पूछा की बछड़ा कहा है तो दासी ने कहा कि “आपने ही तो उसे पकाने को कहा था”. साहूकार ने कहा की “एक पाप तो अभी उतरा ही है तुमने दूसरा पाप कर दिया “ साहूकार ने पका हुआ बछड़ा मिटटी में दबा दिया. शाम को गाय वापस लौटी तो वह अपने बछड़े को ढूंढने लगी और फिर मिटटी खोदने लगी. तभी मिटटी में से बछड़ा निकल गया. साहूकार को पता चला तो वह भी बछड़े को देखने गया. उसने देखा कि बछडा गाय का दूध पीने में व्यस्त था. तब साहूकार ने पुरे गाँव में यह बात फैलाई कि हर बेटे की माँ को बछबारस का व्रत करना चाहिए और तालाब पूजना चाहिए. हे बछबारस माता ! जैसा साहूकार की बहु को दिया वैसा हमे भी देना. कहानी कहते सुनते ही सभी की मनोकामना पूर्ण करना. इसके बाद गणेश जी की कहानी कहे. उद्यापन जिस साल लड़का हो या जिस साल लड़के की शादी हो उस साल बछबारस का उद्यापन किया जाता है. सारी पूजा हर वर्ष की तरह करें. सिर्फ थाली में सवा सेर भीगे मोठ बाजरा की तरह कुद्दी करें. दो दो मुट्ठी मोई का (बाजरे की आटे में घी ,चीनी मिलाकर पानी में गूँथ ले ) और दो दो टुकड़े खीरे के तेरह कुडी पर रखे. इसके उपर एक तीयल (दो साडीया और ब्लाउज पीस ) और रुपया रखकर हाथ फेरकर सास को छुकर दे. इस तरह बछबारस का उद्यापन पूरा होता है. गौमाता की पूजा का महत्व भारतीय धार्मिक पुराणों में गौमाता में समस्त तीर्थ होने की बात कहीं गई है. पूज्यनीय गौमाता हमारी ऐसी मां है, जिसकी बराबरी न कोई देवी-देवता कर सकता है और न कोई तीर्थ. गौमाता के दर्शन मात्र से ऐसा पुण्य प्राप्त होता है, जो बड़े-बड़े यज्ञ, दान आदि कर्मों से भी नहीं प्राप्त हो सकता. ऐसी मान्यता है कि सभी देवी-देवताओं एवं पितरों को एक साथ खुश करना है तो गौभक्ति-गौसेवा से बढ़कर कोई अनुष्ठान नहीं है. गौ माता को बस एक ग्रास खिला दो, तो वह सभी देवी-देवताओं तक अपने आप ही पहुंच जाता है. भविष्य पुराण के अनुसार गौमाता कि पृष्ठदेश में ब्रह्म का वास है, गले में विष्णु का, मुख में रुद्र का, मध्य में समस्त देवताओं और रोमकूपों में महर्षिगण, पूंछ में अनंत नाग, खूरों में समस्त पर्वत, गौमूत्र में गंगादि नदियां, गौमय में लक्ष्मी और नेत्रों में सूर्य-चन्द्र विराजित हैं इसीलिए बछ बारस या गोवत्स द्वादशी के दिन महिलाएं अपनी संतान की सलामती, लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली के लिए यह पर्व मनाती है. इस दिन घरों में विशेष कर बाजरे की रोटी जिसे सोगरा भी कहा जाता है और अंकुरित अनाज की सब्जी बनाई जाती है. इस दिन गाय की दूध की जगह भैंस या बकरी के दूध का उपयोग किया जाता है.
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भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में करीब सौ वर्ष से अधिक समय से चली आ रही परंपरा निभाई जाती है। यहां पर जन्माष्टमी पर रात्रि 12 बजे आरती होने के बाद फिर शयन आरती नहीं की जाती है। कारण है कि जन्म के बाद कन्हैया के सोने - उठने का समय निर्धारित नहीं होता है। चार दिन तक सेवा पूजा के बाद 30 अगस्त को बछ बारस पर दोपहर 12 बजे शयन आरती होगी। वर्ष में एक बार दोपहर में यहां शयन आरती की जाती है। शहर के प्राचीन सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट के गोपाल मंदिर में राजवंश परंपरा के अनुसार सोमवार को जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। मध्यरात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर आरती के बाद देर रात दो बजे तक दर्शन हुए। रात्रि में ही सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन किए। मंदिर के पुजारी मधुर शर्मा ने बताया कि जन्माष्टमी पर रात्रि में जन्म आरती के बाद अब चार दिन भगवान की शयन आरती नहीं होगी। 30 अगस्त को बछ बारस पर दोपहर में मंदिर के द्वार पर माखन मटकी फूटने के बाद भगवान की आरती होगी। इसके बाद शयन आरती का क्रम शुरू होगा। मंदिर की यह परंपरा 100 साल से अधिक समय से चली आ रही है। भगवान गोपाल कृष्ण का जन्म होने के बाद उनके सोने और उठने का समय निर्धारित नहीं होने से शयन आरती नहीं होती है। इन दिनों में बाल गोपाल को दूध, माखन आदि का नियमित भोग लगाया जाता है। मान्यता के अनुसार, बछ बारस पर भगवान बड़े हो जाते हैं। इस दिन सुबह अभिषेक पूजन के बाद उन्हें चांदी की पादुका पहनाई जाती है। इसके बाद भगवान मंदिर के मुख्य द्वार पर बांधी गई माखन मटकी फोड़ते हैं। इसके पश्चात दोपहर में शयन आरती होती है। साल में एक बार यह अवसर आता है, जब दिन में भगवान की शयन आरती की जाती है।
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जन्माष्टमी पर सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात को द्वारकाधीश गोपाल मंदिर का आंगन रोशन हो उठा। रंग-बिरंगी रोशनी के बीच हजारों की संख्या में भक्त द्वारकाधीश गोपाल मंदिर से छत्री चौक तक बस कान्हा के जन्म के इंतजार में खड़े रहे। इसी बीच बीएसएफ के बैंड ने भजनों के साथ राष्ट्रभक्ति की धुन सुनाई, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़ गया। पुजारी पावन गिरिश शर्मा ने बताया कि रात 10 बजे चांदी का द्वार बंद कर दो घंटे अभिषेक पूजन किया गया। ठीक रात 12 बजे जन्म आरती की गई। सबसे पहले आरती कुंज बिहारी की, गोविंद गोकुल आयो की स्वर लहरियां गूंजी, जिससे माहौल धर्ममय हो गया। करीब दो घंटे से एक ही स्थान पर खड़े श्रद्धालुओं की थकान कान्हा की एक झलक पाने से जैसे उतर सी गई थी। वे समूह में नाचते-गाते नजर आए। विशेष तौर पर तैयार की 25 धुन: बीएसएफ के बैंड में शामिल 25 लोगों के समू ह ने द्वारकाधीश के आंगन में प्रस्तुति देने के लिए विशेष तौर पर 25 धुन तैयार की थी, जिसकी उन्होंने रिहर्सल भी की थी। समूह प्रमुख रामबाबू के अनुसार उन्हें गोपालजी के आंगन में प्रस्तुति देने से आत्मिक सुख की प्राप्ति हुई है। नाथद्वारा, राजकोट, बनारस से मंगवाई पोशाक पहनाई: द्वारकाधीश गोपाल को राजकोट से मंगवाए आभूषण धारण करवाए गए थे। रुक्मिणी की साड़ी बनारस से मंगवाई गई थी। इसी तरह भगवान के शंख, चक्र, गदा, पद्म का निर्माण नाथद्वारा से मंगवाए थे। रात 2 बजे तक भगवान के दर्शन के लिए मंदिर के पट खुले रहे।
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जन्माष्टमी का पर्व साल 2024 में 26 अगस्त के दिन मनाया जा रहा है. जन्माष्टमी के पर्व का इंतजार भक्त पूरे सालभर करते हैं. साल 2024 में भगवान श्री कृष्ण का यह 5251वां जन्मोत्सव मनाया जाएगा. भगवान श्री कृष्ण को विष्णु जी का आठवां अवतार माना जाता है. श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल के बाल स्वरुप की आराधना की जाती है. श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पड़ता है. इस दिन भक्त पूरे दिन उपवास करते हैं और रात्रि में यानि निशिता काल में श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाकर पूजा-अर्चना कर उन्हें 56 भोग लगाते हैं. इसके बाद व्रत का पारण उनके भोग को प्रसाद के रुप में ग्रहण करके किया जाता है. जानते हैं साल 2024 यानि 26 अगस्त के दिन पड़ने वाली कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त नोट करें निशिता पूजा (रात के समय) का समय है- 27 अगस्त को रात 12.01 मिनट से 12.45 मिनट तक आप इस दौरान 45 मिनट के शुभ मुहूर्त में कान्हा जी की आराधना कर सकते हैं और उनका जन्मोत्सव मना सकते हैं. इस दिन पारण का समय 27 अगस्त को रात 12.45 मिनट पर रहेगा. भारत में कई जगाहों पर पारण निशिता यानी हिंदू मध्यरात्रि के बाद किया जाता है. जन्माष्टमी 2024 तिथि कृष्ण जन्माष्टमी के दिन अष्टमी तिथि कब से कब तक- इस दिन अष्टमी तिथि 26 अगस्त, 2024 को सुबह 03:39 बजे लग जाएगी अष्टमी तिथि की समाप्ती 27 अगस्त, 2024 को 02:19 बजे होगी. इस खास दिन की तैयारी लोग बहुत पहले से करना शुरु कर देते है. तो आप भी इस खास दिन पर नंद गोपाल भगवान श्री कृष्ण की पूजा की तैयारी कर लें. इस दिन का इंतजार श्री कृष्ण के भक्तों को पूरे साल रहता है.
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दुनिया में आए दिन नए-नए फैशनेबल कपड़े देखने को मिलते हैं. खूबसूरत दिखने के लिए लोग अलग-अलग डिजाइन वाले कपड़े पहनते हैं. लेकिन कितने भी कपड़े क्यों ना आ जाए, लोग जींस पहनना बंद नहीं करते हैं, जींस आजकल की दुनिया में बच्चों से लेकर बड़े तक हर किसी की फेवरेट बन गई है. ऐसे में अधिकतर लोग आपको हमेशा जींस में दिखेंगे. जींस पहनने पर सख्त मना यही नहीं आज कल बाजार में जींस के कई पैटर्न आपको देखने को मिल जाएंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं एक ऐसा देश है, जहां पर जींस पहनना सख्त मना है. यह सुनकर आप हैरान हो गए होंगे, लेकिन यह एक सच्चाई है कि दुनिया में एक देश ऐसा है जहां जींस पहनने पर पाबंदी है. इस देश में है जींस पहनने पर रोक अगर आप भी इस देश के बारे में नहीं जानते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. आइए जानते हैं ऐसा कौन सा देश है, जहां पर जींस पहनना मना है. दुनिया में एक देश ऐसा है, जहां जींस पहनना साफ मना है. हम बात कर रहे हैं उत्तर कोरिया की. यहां एक अजीब सा कानून लागू हुआ है, जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. जींस नहीं पहनने का कारण बता दें कि उत्तर कोरिया में कोई भी जींस नहीं पहन सकता है. अगर वहां पर किसी ने जींस पहनी, तो उसे सजा मिल सकती है. इस देश में जींस अमेरिकी साम्राज्यवाद का प्रतीक मानी जाती है और अमेरिका और उत्तर कोरिया दोनों ही देश एक दूसरे के कट्टर दुश्मन माने जाते हैं. इसी वजह से उत्तर कोरिया में जींस पहनने पर रोक-टोक लगाई गई है. फैशन पुलिस लगाती है गश्त मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर कोरिया में इस कानून का सख्ती से पालन किया जाता है. यहां आपको कोई भी जींस पहनते हुए नहीं नजर आएगा. उत्तर कोरिया की सड़कों पर आपको फैशन पुलिस गश्त लगाती नजर आएगी. अगर फैशन पुलिस ने किसी को जींस पहने देख लिया, तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी और उसे जेल भी जाना पड़ सकता है.
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जन्माष्टमी का पर्व साल 2024 में 26 अगस्त, सोमवार के दिन मनाया जाएगा. इस दिन का इंतजार श्री कृष्ण (Shri Krishna) के भक्तों को पूरे साल रहता है. भगवान श्री कृष्ण को विष्णु जी का आठवां अवतार माना जाता है. इस दिन को बाल गोपाल या कान्हा जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. कान्हा के जन्मोत्सव के मौके पर उनको उनके प्रिय भोग लगाएं जाते हैं. जन्माष्टमी पर धनिया पंजीरी का भोग जन्माष्टमी के दिन कान्हा जी को विशेष रुप से धनिया पंजीरी का भोग लगाया जाता है. इस भोग का विशेष महत्व है. धनिया पंजीरी का भोग कान्हा जी को अति प्रिय है, इसीलिए इस दिन उनको प्रसाद के रूप में धनिया पंजीरी का भोग लगाया जाता है. यह भोग केवल घर में ही नहीं बल्कि भगवान श्री कृष्ण के सभी मंदिरों में धनिया पंजीरी का भोग लगाया जाता है. भोग लगाने के बाद इस प्रसाद (Prasad) को लोगों में बांटा जाता है. माना जाता है कि इस प्रसाद को ग्रहण करने से श्री कृष्ण की कृपा अपने भक्तों पर बनी रहती है. इस भोग को ग्रहण कर भक्त इस दिन अपने व्रत का पारण भी करते हैं. जन्माष्टमी पर इन चीजों का भोग लगाते हैं धनिया पंजीरी के साथ श्री कृष्ण को माखन का भोग भी जरुर लगाया है. माखन और मिश्री कान्हा जी को अति प्रिय हैं. इस मौके पर श्री कृष्ण को छप्पन भोग लगाएं जाते हैं. धनिया पंजीरी को बारिश के मौसम के अनुसार बहुत फलदायी माना जाता है, सेहत के लिहाज से बहुत अच्छी होती है. कान्हा जी का जन्मोत्सव अपने आप में एक एक बड़ा उत्सव है जिसकी धूम भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में रहती है.
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शास्त्र की मानें तो श्रीमद्धागवत गीता (Shrimad Bhagwat Gita) को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होता है. रोजाना गीता का पाठ करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है. जीवन (Life) की सभी उलझनों का उत्तर गीता में प्रमाण के साथ दिया गया है. वही जिन घरों में नियम के साथ गीता की पूजा पाठ की जाती हैं उन घरों में मां लक्ष्मी और भगवान कृष्ण की कृपा बनी रहती है. किंतु गीता को घर में रखने के कुछ नियम होते हैं जिनकों नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. गीता को रखने के नियम (How to read Bhagavad Gita)- घर में गीता रखने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है, तभी इसका फल प्राप्त होता है. गीता पवित्र ग्रंथों में से एक है इस वजह से इसे साफ जगह पर रखनी चाहिए. अगर आप गीता को बिना नहाए या अशुद्धता के साथ पाठ करते हैं, तो आप पाप के भागीदारी होते हैं, साथ ही साथ आप पर मानसिक और आर्थिक तनाव जैसी स्थिति बनी रहती है. श्रीमद्धागवत गीता (Bhagwat Gita)को पढ़ते वक्त सदैव पूजा की चौकी या फिर काठ का प्रयोग करना चाहिए. इसे भूमि पर रखकर पढ़ना नहीं चाहिए. गीता को पढ़ते वक्त हमेशा अपने ही आसन का प्रयोग करना चाहिए. दूसरों का आसन ग्रहण करने से पूजा पाठ का असर कम हो जाता है. साथ ही पाठ शुरु करने से पहले भगवान श्री कृष्ण का और गणेश जी का स्मरण करना चाहिए. गीता को पढ़ने का कोई निश्चित समय नहीं हैं. किंतु जिस भी अध्याय को अपने शुरु किया है तो उसे बीच में छोड़ने की जगह पूरा करना चाहिए. गीता का जीवन में महत्व गीता जीवन का सार है. यही कारण है कि ये आज भी प्रासंगिक है. गीता जीवन को जीने की कला सीखाती है. जो लोग गीता के वचनों पर चलते हैं, उसके विचारों को जीवन में आत्मसात करके चलते हैं, उन पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है, ऐसे लोग जीवन में अधिक तरक्की प्राप्त करते हैं और समाज को भी जागरूक बनाने में सहयोग प्रदान करते हैं. गीता व्यक्ति को श्रेष्ठ कर्म करने के लिए प्रेरित करती है.
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शास्त्र की मानें तो श्रीमद्धागवत गीता (Shrimad Bhagwat Gita) को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होता है. रोजाना गीता का पाठ करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है. जीवन (Life) की सभी उलझनों का उत्तर गीता में प्रमाण के साथ दिया गया है. वही जिन घरों में नियम के साथ गीता की पूजा पाठ की जाती हैं उन घरों में मां लक्ष्मी और भगवान कृष्ण की कृपा बनी रहती है. किंतु गीता को घर में रखने के कुछ नियम होते हैं जिनकों नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. गीता को रखने के नियम (How to read Bhagavad Gita)- घर में गीता रखने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है, तभी इसका फल प्राप्त होता है. गीता पवित्र ग्रंथों में से एक है इस वजह से इसे साफ जगह पर रखनी चाहिए. अगर आप गीता को बिना नहाए या अशुद्धता के साथ पाठ करते हैं, तो आप पाप के भागीदारी होते हैं, साथ ही साथ आप पर मानसिक और आर्थिक तनाव जैसी स्थिति बनी रहती है. श्रीमद्धागवत गीता (Bhagwat Gita)को पढ़ते वक्त सदैव पूजा की चौकी या फिर काठ का प्रयोग करना चाहिए. इसे भूमि पर रखकर पढ़ना नहीं चाहिए. गीता को पढ़ते वक्त हमेशा अपने ही आसन का प्रयोग करना चाहिए. दूसरों का आसन ग्रहण करने से पूजा पाठ का असर कम हो जाता है. साथ ही पाठ शुरु करने से पहले भगवान श्री कृष्ण का और गणेश जी का स्मरण करना चाहिए. गीता को पढ़ने का कोई निश्चित समय नहीं हैं. किंतु जिस भी अध्याय को अपने शुरु किया है तो उसे बीच में छोड़ने की जगह पूरा करना चाहिए. गीता का जीवन में महत्व गीता जीवन का सार है. यही कारण है कि ये आज भी प्रासंगिक है. गीता जीवन को जीने की कला सीखाती है. जो लोग गीता के वचनों पर चलते हैं, उसके विचारों को जीवन में आत्मसात करके चलते हैं, उन पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है, ऐसे लोग जीवन में अधिक तरक्की प्राप्त करते हैं और समाज को भी जागरूक बनाने में सहयोग प्रदान करते हैं. गीता व्यक्ति को श्रेष्ठ कर्म करने के लिए प्रेरित करती है.
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शास्त्र की मानें तो श्रीमद्धागवत गीता (Shrimad Bhagwat Gita) को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होता है. रोजाना गीता का पाठ करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है. जीवन (Life) की सभी उलझनों का उत्तर गीता में प्रमाण के साथ दिया गया है. वही जिन घरों में नियम के साथ गीता की पूजा पाठ की जाती हैं उन घरों में मां लक्ष्मी और भगवान कृष्ण की कृपा बनी रहती है. किंतु गीता को घर में रखने के कुछ नियम होते हैं जिनकों नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. गीता को रखने के नियम (How to read Bhagavad Gita)- घर में गीता रखने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है, तभी इसका फल प्राप्त होता है. गीता पवित्र ग्रंथों में से एक है इस वजह से इसे साफ जगह पर रखनी चाहिए. अगर आप गीता को बिना नहाए या अशुद्धता के साथ पाठ करते हैं, तो आप पाप के भागीदारी होते हैं, साथ ही साथ आप पर मानसिक और आर्थिक तनाव जैसी स्थिति बनी रहती है. श्रीमद्धागवत गीता (Bhagwat Gita)को पढ़ते वक्त सदैव पूजा की चौकी या फिर काठ का प्रयोग करना चाहिए. इसे भूमि पर रखकर पढ़ना नहीं चाहिए. गीता को पढ़ते वक्त हमेशा अपने ही आसन का प्रयोग करना चाहिए. दूसरों का आसन ग्रहण करने से पूजा पाठ का असर कम हो जाता है. साथ ही पाठ शुरु करने से पहले भगवान श्री कृष्ण का और गणेश जी का स्मरण करना चाहिए. गीता को पढ़ने का कोई निश्चित समय नहीं हैं. किंतु जिस भी अध्याय को अपने शुरु किया है तो उसे बीच में छोड़ने की जगह पूरा करना चाहिए. गीता का जीवन में महत्व गीता जीवन का सार है. यही कारण है कि ये आज भी प्रासंगिक है. गीता जीवन को जीने की कला सीखाती है. जो लोग गीता के वचनों पर चलते हैं, उसके विचारों को जीवन में आत्मसात करके चलते हैं, उन पर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है, ऐसे लोग जीवन में अधिक तरक्की प्राप्त करते हैं और समाज को भी जागरूक बनाने में सहयोग प्रदान करते हैं. गीता व्यक्ति को श्रेष्ठ कर्म करने के लिए प्रेरित करती है.
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बरसात के मौसम में ट्रिप पर जाने का मजा ही अलग होता है. घूमने का प्लान चाहे दोस्तों के साथ हो या परिवार वालों के साथ मानसून में हरी भरी दुनिया देखने की बात ही कुछ और होती है. ऐसे में अगर आप भी हरियाणा घूमने जा रहे हैं, तो यहां मौजूद आसपास की कई खूबसूरत जगहों का दीदार कर सकते हैं. हरियाणा में घुमने की जगहें हरियाणा एक ऐसा राज्य है, जो संस्कृति, ऐतिहासिक स्थलों और प्रकृति के खूबसूरत नजारे से भरा हुआ है. बरसात के मौसम में घूमने के लिए हरियाणा एकदम परफेक्ट जगह है. आइए जानते हैं हरियाणा की कुछ ऐसी जगहों के बारे में, जहां जाने के बाद आपका वापस आने का दिल नहीं करेगा. हरियाणा का कुरुक्षेत्र अगर आप हरियाणा जाने का प्लान कर रहे हैं, तो यहां पर स्थित कुरुक्षेत्र जाना ना भूले. यह महाभारत के युद्ध का मैदान है, जो अब तीर्थ स्थल और धार्मिक स्थल के लिए जाना जाता है. इसके अलावा आपको यहां ब्रह्म सरोवर, भद्रकाली का मंदिर और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय देखने को मिलेगा. महम की बावड़ी हरियाणा की फेमस जगहों में से एक है पानीपत, जो तीन खास युद्ध के लिए जाना जाता है. यहां पर शाहाबाद मकबरा भी है, जो नसीरुद्दीन मोहम्मद के बेटे मोहम्मद शाह ने बनाया था. हरियाणा में मौजूद महम की बावड़ी भी घूमने लायक जगह में से एक है. इसे मुगल काल की विरासत माना जाता है. इस बावड़ी में जाने के लिए करीब 108 सीढ़ियां बनी हुई है. बता दें कि इसकी लंबाई लगभग 200 फीट और चौड़ाई 90 फिट है. करनाल झील इसके अलावा आप हरियाणा में मौजूद करनाल झील की सैर कर सकते हैं. यह एक खूबसूरत जगह है, जहां हरियाणा के रहने वाले लोग वनडे ट्रिप के लिए आते हैं. जानकारी के मुताबिक महाभारत के अंगराज कर्ण ने इस झील को बनवाया था. बीरबल का छत्ता हरियाणा के नारनौल में बना बीरबल का छत्ता भी देखने लायक जगह है. हरियाणा के सभी ऐतिहासिक स्मारकों में यह स्मारक सबसे बड़ा है. इसके अलावा आप हरियाणा की कोर्स मीनार भी विजिट कर सकते हैं. यह करनाल में मौजूद है. हरियाणा का जल महल हरियाणा के नारनौल जिले में जल महल बना हुआ है, जहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने जा सकते हैं. यह एक खूबसूरत जगह है, जहां जाने के बाद आपका आने का मन नहीं करेगा. अगर आप किसी हिल स्टेशन का दीदार करना चाहते हैं, तो हरियाणा का एकमात्र हिल स्टेशन मोरनी हिल्स पहुंच सकते हैं. यह एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जो पंचकूला से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. अधिकतर लोग यहां वीकेंड मनाने के लिए पहुंचते हैं.
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बरसात के मौसम में ट्रिप पर जाने का मजा ही अलग होता है. घूमने का प्लान चाहे दोस्तों के साथ हो या परिवार वालों के साथ मानसून में हरी भरी दुनिया देखने की बात ही कुछ और होती है. ऐसे में अगर आप भी हरियाणा घूमने जा रहे हैं, तो यहां मौजूद आसपास की कई खूबसूरत जगहों का दीदार कर सकते हैं. हरियाणा में घुमने की जगहें हरियाणा एक ऐसा राज्य है, जो संस्कृति, ऐतिहासिक स्थलों और प्रकृति के खूबसूरत नजारे से भरा हुआ है. बरसात के मौसम में घूमने के लिए हरियाणा एकदम परफेक्ट जगह है. आइए जानते हैं हरियाणा की कुछ ऐसी जगहों के बारे में, जहां जाने के बाद आपका वापस आने का दिल नहीं करेगा. हरियाणा का कुरुक्षेत्र अगर आप हरियाणा जाने का प्लान कर रहे हैं, तो यहां पर स्थित कुरुक्षेत्र जाना ना भूले. यह महाभारत के युद्ध का मैदान है, जो अब तीर्थ स्थल और धार्मिक स्थल के लिए जाना जाता है. इसके अलावा आपको यहां ब्रह्म सरोवर, भद्रकाली का मंदिर और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय देखने को मिलेगा. महम की बावड़ी हरियाणा की फेमस जगहों में से एक है पानीपत, जो तीन खास युद्ध के लिए जाना जाता है. यहां पर शाहाबाद मकबरा भी है, जो नसीरुद्दीन मोहम्मद के बेटे मोहम्मद शाह ने बनाया था. हरियाणा में मौजूद महम की बावड़ी भी घूमने लायक जगह में से एक है. इसे मुगल काल की विरासत माना जाता है. इस बावड़ी में जाने के लिए करीब 108 सीढ़ियां बनी हुई है. बता दें कि इसकी लंबाई लगभग 200 फीट और चौड़ाई 90 फिट है. करनाल झील इसके अलावा आप हरियाणा में मौजूद करनाल झील की सैर कर सकते हैं. यह एक खूबसूरत जगह है, जहां हरियाणा के रहने वाले लोग वनडे ट्रिप के लिए आते हैं. जानकारी के मुताबिक महाभारत के अंगराज कर्ण ने इस झील को बनवाया था. बीरबल का छत्ता हरियाणा के नारनौल में बना बीरबल का छत्ता भी देखने लायक जगह है. हरियाणा के सभी ऐतिहासिक स्मारकों में यह स्मारक सबसे बड़ा है. इसके अलावा आप हरियाणा की कोर्स मीनार भी विजिट कर सकते हैं. यह करनाल में मौजूद है. हरियाणा का जल महल हरियाणा के नारनौल जिले में जल महल बना हुआ है, जहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने जा सकते हैं. यह एक खूबसूरत जगह है, जहां जाने के बाद आपका आने का मन नहीं करेगा. अगर आप किसी हिल स्टेशन का दीदार करना चाहते हैं, तो हरियाणा का एकमात्र हिल स्टेशन मोरनी हिल्स पहुंच सकते हैं. यह एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जो पंचकूला से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. अधिकतर लोग यहां वीकेंड मनाने के लिए पहुंचते हैं.
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बरसात के मौसम में ट्रिप पर जाने का मजा ही अलग होता है. घूमने का प्लान चाहे दोस्तों के साथ हो या परिवार वालों के साथ मानसून में हरी भरी दुनिया देखने की बात ही कुछ और होती है. ऐसे में अगर आप भी हरियाणा घूमने जा रहे हैं, तो यहां मौजूद आसपास की कई खूबसूरत जगहों का दीदार कर सकते हैं. हरियाणा में घुमने की जगहें हरियाणा एक ऐसा राज्य है, जो संस्कृति, ऐतिहासिक स्थलों और प्रकृति के खूबसूरत नजारे से भरा हुआ है. बरसात के मौसम में घूमने के लिए हरियाणा एकदम परफेक्ट जगह है. आइए जानते हैं हरियाणा की कुछ ऐसी जगहों के बारे में, जहां जाने के बाद आपका वापस आने का दिल नहीं करेगा. हरियाणा का कुरुक्षेत्र अगर आप हरियाणा जाने का प्लान कर रहे हैं, तो यहां पर स्थित कुरुक्षेत्र जाना ना भूले. यह महाभारत के युद्ध का मैदान है, जो अब तीर्थ स्थल और धार्मिक स्थल के लिए जाना जाता है. इसके अलावा आपको यहां ब्रह्म सरोवर, भद्रकाली का मंदिर और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय देखने को मिलेगा. महम की बावड़ी हरियाणा की फेमस जगहों में से एक है पानीपत, जो तीन खास युद्ध के लिए जाना जाता है. यहां पर शाहाबाद मकबरा भी है, जो नसीरुद्दीन मोहम्मद के बेटे मोहम्मद शाह ने बनाया था. हरियाणा में मौजूद महम की बावड़ी भी घूमने लायक जगह में से एक है. इसे मुगल काल की विरासत माना जाता है. इस बावड़ी में जाने के लिए करीब 108 सीढ़ियां बनी हुई है. बता दें कि इसकी लंबाई लगभग 200 फीट और चौड़ाई 90 फिट है. करनाल झील इसके अलावा आप हरियाणा में मौजूद करनाल झील की सैर कर सकते हैं. यह एक खूबसूरत जगह है, जहां हरियाणा के रहने वाले लोग वनडे ट्रिप के लिए आते हैं. जानकारी के मुताबिक महाभारत के अंगराज कर्ण ने इस झील को बनवाया था. बीरबल का छत्ता हरियाणा के नारनौल में बना बीरबल का छत्ता भी देखने लायक जगह है. हरियाणा के सभी ऐतिहासिक स्मारकों में यह स्मारक सबसे बड़ा है. इसके अलावा आप हरियाणा की कोर्स मीनार भी विजिट कर सकते हैं. यह करनाल में मौजूद है. हरियाणा का जल महल हरियाणा के नारनौल जिले में जल महल बना हुआ है, जहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने जा सकते हैं. यह एक खूबसूरत जगह है, जहां जाने के बाद आपका आने का मन नहीं करेगा. अगर आप किसी हिल स्टेशन का दीदार करना चाहते हैं, तो हरियाणा का एकमात्र हिल स्टेशन मोरनी हिल्स पहुंच सकते हैं. यह एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जो पंचकूला से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. अधिकतर लोग यहां वीकेंड मनाने के लिए पहुंचते हैं.
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बांग्लादेश ने पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज के पहले मैच में 10 विकेट से हरा दिया है. बांग्लादेश के लिए यह ऐतिहासिक जीत रही. उसकी जीत में मुशफिकुर रहीम की अहम भूमिका रही. उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. मुशफिकुर ने प्लेयर ऑफ द मैच चुने जाने के बाद एक बड़ी घोषणा की. मुशफिकुर ने मैच के बाद बताया कि वे अपनी प्राइज मनी बांग्लादेश में बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए दान करेंगे. मुशफिकुर ने पाकिस्तान के खिलाफ 191 रनों की पारी खेली थी. मुशफिकुर रहीम ने मैच के बाद अपनी पारी पर प्रतिक्रिया दी. इसके साथ ही प्राइज मनी को डोनेट करने की घोषणा भी की. मुशफिकुर ने कहा, ''यह मेरी अब तक सबसे अच्छी पारियों में से एक है. सभी खिलाड़ियों ने अच्छी तैयारी की थी. मैं कोचिंग स्टाफ और मैनेजमेंट का शुक्रगुजार हूं. मैं एक घोषणा करना चाहता हूं. मैं अपनी प्राइज मनी को बांग्लादेश में बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए दान करूंगा.'' मुशफिकुर ने बांग्लादेश की पहली पारी के दौरान दमदार बैटिंग की. उन्होंने 341 गेंदों का सामना करते हुए 191 रन बनाए. इस दौरान 22 चौके और 1 छक्का लगाया. बांग्लादेश ने पहली पारी में 565 रन बनाए थे. इससे पहले पाकिस्तान ने पहली पारी में 448 रन बनाए थे. टीम ने इसके बाद पारी घोषित कर दी थी. वहीं दूसरी पारी में 146 रन बनाकर पूरी टीम ऑल आउट हो गई. बांग्लादेश ने इसके जवाब में दूसरी पारी में महज 30 रन बनाकर मैच जीत लिया. बता दें कि पाकिस्तान को इस हार से नुकसान हुआ है. टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट्स टेबल में आठवें नंबर पर आ गई है. बांग्लादेश ने उसके खिलाफ जीत दर्ज करके सीरीज में 1-0 की बढ़त भी बना ली है. पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है. अब दूसरा मुकाबला 30 अगस्त से खेला जाएगा. यह मैच भी रावलपिंडी में आयोजित होगा.
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व एक दिन बाद है, लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में इसकी शुरुआत पर्व से दो दिन पहले ही हो गई है. प्रदेश सरकार के जरिये अलग-अलग जिलों में 14 स्थानों पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहे हैं. यह आयोजन 26 अगस्त तक चलेंगे. श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव से इन दिनों मध्य प्रदेश 'मोहन' के रंग में रंगा हुआ नजर आ रहा है. मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग के जरिये श्री कृष्णा जन्माष्टमी के पवित्र अवसर पर भोपाल सहित 14 स्थानों पर श्री कृष्णा पर्व का आयोजन किया जा रहा है. संचालक संस्कृति विभाग के एनपी नामदेव ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशानुसार श्रीकृष्ण पर्व इतने भव्य और दिव्य रूपरूप में मनाया जा रहा है, जिससे हमारे गौरवशाली इतिहास के प्रसंगों, कथानकों, आख्यानों से सभी वर्गों को अवगत कराया जा सके. इस कार्यक्रम में देश के मशहूर कलाकारों के जरिये जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण से सम्बन्धित लीलाओं और प्रसंगों को सांस्कृतिक स्वरूप में प्रस्तुत किया जा रहा है. भोपाल में तीन दिवसीय आयोजन भोपाल स्थित जनजातीय संग्रहालय में शुक्रवार से 23 अगस्त से 25 अगस्त को शाम 7 बजे से श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें पहले दिन 23 अगस्त को श्रीकृष्ण गायन, श्री ऋषि विश्वकर्मा और साथी, सागर द्वारा एवं सुश्री वंदना श्री एवं साथी, मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी गई. आज शनिवार (24 अगस्त) को वंदनाश्री एवं साथी, मथुरा द्वारा रासलीला एवं लोकप्रिय माधवास रॉक बैण्ड द्वारा भजन गायन की प्रस्तुति दी जाएगी. अंतिम दिन 25 अगस्त को श्रीकृष्ण गायन शुभम यादव एवं साथी, भोपाल एवं रासलीला की प्रस्तुति सुश्री वंदनाश्री एवं साथी, मथुरा द्वारा दी जाएगी. कब-कहां होंगे कार्यक्रम? - अमझेरा धार में 25 और 26 अगस्त को श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा. यहां पहले दिन 25 अगस्त को लक्ष्मी दुबे और साथी, जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत और आनंदीलाल भावेल और साथी, धार द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दोपहर 12 बजे दी जाएगी. 26 अगस्त को शाम 7 बजे से आनंदीलाल भावेल, धार द्वारा भक्ति संगीत और जया सक्सेना और साथी, वृन्दावन द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. - परशुराम जन्म स्थली जानापाव महू में 26 अगस्त को एक दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नितिन अग्रवाल और साथी, दमोह द्वारा भक्ति संगीत और मुरालीलाल तिवारी और साथी, वृन्दावन द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम का आयोजन शाम 4 बजे से किया जाएगा - लालीपुर मंडला में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जो 24 से 26 अगस्त तक आयोजित होगा, इसमें 24 अगस्त को संजो बघेल और साथी, जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत, शैली धोपे और साथी, जबलपुर द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी. 25 अगस्त को अखिलेश तिवारी और साथी, भोपाल द्वारा भक्ति संगीत और सुश्री पूर्णिमा चतुर्वेदी और साथी, भोपाल द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी. तीसरे और अंतिम दिन 26 अगस्त को चरणजीत सिंह सौंधी और साथी, मुम्बई द्वारा भक्ति संगीत और स्वर म्यूजिक फाउंडेशन, ग्वालियर द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारंभ होगा. - पाली उमरिया में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जो 24 से 26 तक होगा, इसमें पहले दिन 24 अगस्त को आकृति मेहरा और साथी, भोपाल द्वारा भक्ति संगीत और श्री मुनीन्द्र मिश्रा और साथी, शहडोल द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित लोक गायन होगा. दूसरे दिन लामूलाल धुर्वे और साथी, अनूपपुर द्वारा गोण्ड जनजातीय गुदुमबाजा नृत्य और स्वर म्यूजिक फाउंडेशन ग्वालियर द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. तीसरे दिन 26 अगस्त को ईशान मिनोचा और साथी जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत और वैशाली गुप्ता और साथी भोपाल द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम सायं 7 बजे प्रारम्भ होगा. - मानस भवन सभागार शहडोल में भी तीन दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जो 24 से 26 अगस्त तक आयोजित होगा. यहां पहले दिन मनीष अग्रवाल और साथी जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत और स्वर म्यूजिक फाउंडेशन ग्वालियर द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. दूसरे दिन 25 अगस्त को कल्याणी मिश्रा और साथी उज्जैन द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित लोक गायन और मुस्कान चौरसिया और साथी बालाघाट द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी. तीसरे दिन 26 अगस्त को रूद्रकांत ठाकुर और साथी सिवनी द्वारा भक्ति संगीत और धनीराम बगदरिया और साथी डिंडौरी द्वारा बैगा जनजातीय करमा नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा. - प्राचीन जुगल किशोर मंदिर पन्ना में दो दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जा रहा है, जो 25 से 26 अगस्त तक आयोजित होगा. यहां पहले दिन रवि त्रिपाठी और साथी, भोपाल द्वारा भक्ति संगीत, गायत्री द्विवेदी और साथी पन्ना द्वारा लोक गायन और गणेश रजक और साथी खजुराहो द्वारा देवारी बुन्देली नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. 26 अगस्त को हेमन्त बृजवासी और साथी मथुरा द्वारा भक्ति संगीत, लता सिंह मुंशी और साथी भोपाल द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका और नदीम राईन और साथी सागर द्वारा बधाई बुन्देली लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा. - मानस भवन सभागार दमोह में एक दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व के अंतर्गत ममता रानी जोशी और साथी दिल्ली द्वारा भक्ति संगीत, शालिनी खरे और साथी जबलपुर द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका, भूपत सिंह लोधी और साथी दमोह द्वारा लोक गायन और भागवती बाई और साथी दमोह द्वारा बुन्देली लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा. - रीवा में श्रीकृष्ण पर्व के तहत सुबह और संध्याकालीन दो आयोजन होंगे, जिसमें पहला आयोजन 26 अगस्त को सुबह 11 बजे से बसामन मामा गौवंश वन्य विबार, सेमरिया में राजेश प्रसाद मिश्रा और साथी मुम्बई द्वारा भक्ति संगीत और बुन्देली बरेदी लोकनृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएंगी. शाम 7 बजे से कृष्णा राजकपूर सभागार रीवा में राजेश प्रसाद मिश्रा और साथी मुम्बई द्वारा भक्ति संगीत और हरीश शर्मा और साथी भोपाल द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी. - कुशाभाऊ ठाकरे सभागार मंदसौर में एक दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व के अंतर्गत 26 अगस्त को शाम 7 बजे से आयोजन प्रारम्भ होगा, जिसमें संजो बघेल और साथी जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत और अर्जुन वाघमारे और साथी बैतूल द्वारा गोण्ड जनजातीय ठाठ्या नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा. - त्रिवेणी कला संग्रहालय उज्जैन में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व की शुरुआत 23 अगस्त से हो गई, 27 अगस्त तक जारी रहेगी. शुक्रवार को तालवाद्य कचहरी और पं. गोविन्द तिवारी गोवर्धन मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी गई. जबकि आज 24 अगस्त को जिला प्रशासन उज्जैन द्वारा सांस्कृतिक आयोजन और पं. गोविन्द तिवारी गोवर्धन मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. 25 अगस्त को पं. गोविन्द तिवारी गोवर्धन मथुरा द्वारा रासलीला और माधवास बैण्ड द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी. 26 अगस्त को रामचंद्र गांगोलिया और साथी उज्जैन द्वारा भक्ति संगीत और पलक पटवद्र्धन और साथी उज्जैन द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी. 27 अगस्त को शीला त्रिपाठी और साथी द्वारा श्रीकृष्ण गायन और पं. गोविंद तिवारी गोवर्धन मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम का समय प्रतिदिन शाम 7 बजे से होगा. - सांदीपनि आश्रम उज्जैन में एक दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन होगा, जो 26 अगस्त को रात्रि 10 बजे से होगा. इसमें पं. गोविंद तिवारी गोवर्धन मथुरा द्वारा रासलीला, इशिता विश्वकर्मा और साथी मुम्बई का भक्ति गायन और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन होगा. - नारायणा धाम मंदिर प्रांगण उज्जैन में श्रीकृष्ण पर्व तीन दिवसीय होगा, जो 25 से 27 अगस्त तक होगा. यहां पहले दिन कालिदास अकादमी द्वारा श्रीकृष्ण रूप सज्जा, पवन तिवारी और साथी टीकमगढ़ द्वारा भक्ति संगीत और सोनू गोवर्धन, मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति होगी. 26 अगस्त को श्वेता गुंजन जोशी धार द्वारा भक्ति संगीत और सोनू गोवर्धन मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति होगी. 27 अगस्त को इशिता विश्वकर्मा और साथी मुम्बई द्वारा भक्ति संगीत और सोनू गोवर्धन मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा. - गोपाल मंदिर उज्जैन में 26 अगस्त को श्रीकृष्ण पर्व के अंतर्गत शर्मा बंधु और साथी उज्जैन द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा.
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साल 2024 के पहले छह महीनों में भारत में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यह अब भी 2019 के स्तर से कम है. 2023 की तुलना में 9.1% की वृद्धि के बावजूद, 2019 के मुकाबले लगभग 10% की कमी देखी गई है. आइए यहां देखते हैं पूरे आंकडें .. साल 2024 के पहले छह महीनों में भारत में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 47,78,374 तक पहुंच गई. यह संख्या 2023 के मुकाबले 9.1% अधिक है, जो इस बात का संकेत है कि कोविड महामारी के बाद पर्यटन उद्योग धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. हालांकि, 2019 के जनवरी-जून की तुलना में यह संख्या अभी भी लगभग 10% कम है. 2019 में, भारत में 52,96,025 विदेशी पर्यटक आए थे, जो कि कोविड से पहले का एक सुनहरा दौर था. इसका मतलब यह है कि अभी भी विदेशी पर्यटकों की संख्या उस स्तर तक नहीं पहुंच पाई है. विदेशी पर्यटक संख्या में कमी दूसरी ओर, भारतीय हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में भी इस साल तेजी देखी गई है. 2024 की पहली तिमाही में 9.9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो कि यात्रियों की बढ़ती रुचि और हवाई यात्रा के प्रति उनके आत्मविश्वास का संकेत है. इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या में भी तेजी आई है. 2024 में भारत से अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर 674 नई साप्ताहिक उड़ानें शुरू हुईं और 1,40,435 अतिरिक्त सीटें जोड़ी गईं. भारतीय यात्रियों की विदेश यात्रा में उछाल साल 2024 में भारतीय यात्रियों की विदेश यात्रा में भी 12.28% की वृद्धि देखी गई. जनवरी से जून 2024 के बीच 1,50,22,731 भारतीयों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भरीं, जबकि 2019 में यह संख्या 1,33,80,079 थी. भारतीय यात्रियों के लिए यूएई, सऊदी अरब, अमेरिका, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देश सबसे लोकप्रिय रहे. इसका एक प्रमुख कारण हो सकता है कि कोविड के बाद भारतीयों में यात्रा करने का उत्साह और ‘रिवेंज टूरिज्म’ का चलन बढ़ा है. विदेशी मुद्रा आय में वृद्धि विदेशी मुद्रा आय में भी 2019 की तुलना में 2024 में 5.54% की वृद्धि दर्ज की गई है. इस साल जनवरी से जून तक विदेशी मुद्रा आय 15.339 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही, जबकि 2019 में यह 14.524 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी. हालांकि, इस वृद्धि का एक बड़ा कारण रुपये की कमजोरी भी है, जिसके चलते रुपये में आय में 25.4% की वृद्धि देखी गई है. बावजूद इसके, पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने से यह स्पष्ट होता है कि भारत को और अधिक विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कुछ कदम उठाने की जरूरत है. भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार को एक बड़े और प्रभावी अभियान की जरूरत है. पहले चलाए गए अभियानों जैसे ‘अतुल्य भारत’ या ‘अतिथि देवो भव’ की तर्ज पर एक नया अभियान जरूरी है। गोवा जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के बावजूद, पड़ोसी देशों जैसे वियतनाम, थाईलैंड, और श्रीलंका की सस्ती यात्रा और बेहतर सुविधाओं के कारण विदेशी पर्यटक भारत के बजाय वहाँ जाना पसंद कर रहे हैं। बेहतर बुनियादी ढांचे की आवश्यकता भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता, ट्रैफिक मैनेजमेंट और पर्यटक सुरक्षा जैसे बुनियादी ढांचे में सुधार की आवश्यकता है. यदि भारत को विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि करनी है और पर्यटन से मिलने वाली विदेशी मुद्रा को बढ़ाना है, तो इन चुनौतियों का समाधान करना जरूरी है. साथ ही, पर्यटन हेल्पलाइन और पर्यटक पुलिस जैसी सेवाओं की भी शुरुआत की जानी चाहिए ताकि पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके.
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जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा. ग्रंथों में कहा गया है कि जब भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर आधी रात में रोहिणी नक्षत्र हो, तब कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है. इस बार जन्माष्टमी बेहद शुभ और दुर्लभ संयोग में मनाई जाएगी.जन्माष्टमी पर कई राजयोग बन रहे हैं, जिससे कई राशियों का सोया भाग्य जाग उठेगा, श्रीकृष्ण के आशीर्वाद से व्यापार, नौकरी और धन में वृद्धि होगी. जानें जन्माष्टमी पर किन राशियों को होगा लाभ. जन्माष्टमी 2024 पर शुभ संयोग 26 अगस्त को जन्माष्टमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, गजकेसरी योग, शश राजयोग बनेंगे. साथ ही बुध का कर्क राशि में उदय होगा. गजकेसरी योग - चंद्रमा और गुरु एक साथ होने पर गजकेसरी योग का निर्माण होता है, जन्माष्टमी पर गुरु-चंद्रमा वृषभ राशि में होंगे. इस योग का प्रभाव व्यक्ति को गज के समान प्रभावशाली बनाता है. आर्थिक लाभ मिलता है, भाग्य का साथ मिलता है, हर काम सफल होते हैं. शश राजयोग - पंचमहापुरुषों में से एक है शश राजयोग. जन्माष्टमी पर शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में होंगे, जिससे ये योग बनेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग - जन्माष्टमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर 03.55 से अगले दिन 27 अगस्त को सुबह 06.08 तक रहेगा. जन्माष्टमी 2024 इन राशियों को होगा लाभ वृषभ राशि - जन्माष्टमी पर बन रहे दुर्लभ संयोग का लाभ वृषभ राशि वालों को अधिक होगा. नौकरी-बिजनेस की स्थिति पहले से काफी बेहतर रहेगी. चुनौतियां कम होंगीं. पुरानी संपत्ति से धन लाभ होगा, आर्थिक वृद्धि होगी. प्रेम संबंधों में मिठास बढ़ेगी. कुंभ राशि - जन्माष्टमी का त्योहार कुंभ राशि वालों के लिए लकी साबित होगा. बच्चों को कोई बड़ी उपलब्धि इस समय मिल सकती है. धन की समस्या खत्म होगी, आय के सोर्स बढ़ेंगे. पुराने निवेश से लाभ मिलेगा. सिंह राशि - सिंह राशि वालों के लिए जन्माष्टमी खुशियों की सौगात लेकर आ रहा है. व्यापार में विस्तार होगा, धन वृद्धि योग के कारण पैसों में बढ़ोत्तरी होगी. करियर में शुभ फल प्राप्त होगा. कमाई अच्छी होगी. स्वास्थ लाभ भी मिलेगा.
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सावन महीने में उज्जैन के भगवान महाकाल के मंदिर में शिव भक्तों ने दिल खोल कर चढ़ावा चढ़ाया है. एक महीने में महाकालेश्वर मंदिर में 15 करोड़ 64 लाख 53 हजार से ज्यादा की इनकम हुई है. इस बीच महाकालेश्वर मंदिर समिति भादो मास में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए और भी बेहतर इंतजाम कर रही है, जिसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है.महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में 22 जुलाई से 19 अगस्त 2024 के बीच 15 करोड़ 64 लाख 53,137 रुपये की इनकम हुई है. उन्होंने कहा कि महाकाल लोक निर्माण के बाद महाकालेश्वर मंदिर की इनकम लगातार बढ़ती जा रही है. महाकालेश्वर मंदिर समिति श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक इंतजाम भी कर रही है. इससे भक्तों की संख्या में और भी इजाफा हो रहा है.महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर शिव भक्तों के आकर्षण का विशेष केंद्र है. यहां पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और भगवान महाकाल का प्रसाद ले जाते हैं. महाकालेश्वर मंदिर को होने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा प्रसाद से आता है. सावन के एक महीने में महाकालेश्वर मंदिर समिति ने 7 करोड़ 8 लाख 82 हजार रुपये से ज्यादा का प्रसाद सेल गया है. जानिए किससे कितनी हुई आय? महाकालेश्वर मंदिर में सावन के एक महीने में काउंटर से 26 लाख 928 हजार 66 रुपये की आमदनी हुई. इसके अलावा विशेष दर्शन से 4 करोड़ 63 लाख 12 हजार रुपये की आमदनी हुई है. उज्जैन दर्शन बस का किराया 77 हजार142 रुपये आया है, जबकि सवारी से 5 हजार 505 रुपये की इनकम हुई है. महाकालेश्वर मंदिर के पंडित सूर्य नारायण धर्मशाला से 3,95,000 रुपये की इनकम हुई है, जबकि अन्य दर्शन व्यवस्था से 19 लाख 60 हजार रुपये से ज्यादा की आमदनी हुई है. वहीं अन्न क्षेत्र में 10 लाख 21 हजार रुपये का डोनेशन आया है. जबकि महाकालेश्वर मंदिर में 11 लाख 68 हजार का ऑनलाइन और गर्भ ग्रह की पेटी में 19 लाख 22 हजार रुपये दान आया है. मंदिर के अन्य पेटियों में 2 करोड़ 95 लाख 21 हजार रुपये की धनराशि दान के रूप में आई है.
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मध्यप्रदेश में भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े चार जगहों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें उज्जैन का सांदीपनी आश्रम, नारायण धाम, धार जिले का अमझेरा मंदिर और इंदौर के जानापाव शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि सरकार इस पर जन्माष्टमी के पर्व को विशेष तौर पर मनाने जा रही है। सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश भगवान श्रीकृष्ण और भगवान श्रीराम से प्रेरित और पावन भूमि है। जानते हैं इन तीर्थस्थलों का महत्व क्या है। इन चार स्थानों को कृष्ण तीर्थ के रूप में किया जाएगा डेवलप सांदीपनि आश्रम, उज्जैन: श्री कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की पूजा करते थे। आश्रम में गोमती कुंड नामक तालाब भी है, जिसमें भगवान कृष्ण ने पवित्र केंद्रों से सभी पवित्र जल इकट्ठा किया था, ताकि गुरु सांदीपनि को पवित्र जल प्राप्त करने में आसानी हो। इस तालाब का पानी पवित्र माना जाता है। यहां आने वाले भक्त तालाब का पानी घर ले जाते हैं। नारायण धाम, महिदपुर: श्रीकृष्ण की सुदामा से मित्रता हुई उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील से करीब 9 किमी दूर है। वैसे तो यहां श्री कृष्ण का मंदिर है। यहां दुनिया का एकमात्र मंदिर है, जिसमें श्री कृष्ण अपने मित्र सुदामा के साथ में विराजते हैं। नारायण धाम मंदिर में कृष्ण-सुदामा की अटूट मित्रता को पेड़ों के प्रमाण के तौर में भी देख सकते हैं। कहा जाता है कि नारायण धाम ये पेड़ उन्हीं लकड़ियों से फले-फूले हैं, जो श्रीकृष्ण व सुदामा ने एकत्रित की थीं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- यह मध्य प्रदेश का सौभाग्य है, जहां नारायण धाम है। ये वो स्थान है, जहां भगवान कृष्ण की सुदामा से मित्रता हुई। यानी गरीबी और अमीरी की मित्रता का सबसे श्रेष्ठ स्थान है। अमझेरा धाम, धार- कृष्ण ने रुक्मिणी का हरण किया द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने जिस स्थान से माता रुक्मिणी का हरण किया था, वो अमका-झमका मंदिर धार जिले के अमझेरा में स्थित है। यह मंदिर 7000 साल पुराना है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह मंदिर रुक्मिणी जी की कुलदेवी का था। वो यहां पूजा करने आया करती थी। सन् 1720- 40 में इस मंदिर का राजा लाल सिंह ने जीर्णोद्धार करवाया था। पौराणिक युग में इस स्थान को कुन्दनपुर के नाम से जाना जाता था। रुक्मिणि वहीं के राजा की पुत्री थीं। उसके बाद मंदिर के नाम से जगह को अमझेरा नाम दिया गया। जानापाव, इंदौर- परशुराम ने कृष्ण को सुदर्शन चक्र दिया सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंदौर के पास जानापाव नामक स्थान है, जहां विनम्रता और श्रद्धा से परशुराम जी से सुदर्शन चक्र भगवान श्री कृष्ण ने प्राप्त किया था। जानापाव वो स्थान है, जहां कहा जाता है कि जब भगवान श्री कृष्ण 12-13 साल थे, तब परशुराम से मिलने उनकी जन्मस्थली जानापाव (इंदौर) गए थे। वहां परशुराम ने कृष्ण को उपहार में सुदर्शन चक्र दिया। शिव ने यह चक्र त्रिपुरासुर वध के लिए बनाया था और विष्णुजी को दे दिया था। कृष्ण के पास आने के बाद यह उनके पास ही रहा। जन्माष्टमी पर होंगे विशेष कार्यक्रम सीएम ने कहा कि जन्माष्टमी पर हर जिले में मंदिरों की साफ-सफाई व सांस्कृतिक कार्यकम होंगे। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा, मित्रता के प्रसंग और जीवन दर्शन के साथ भारतीय सांस्कृतिक परम्पराओं, योग आदि पर आधारित विभिन्न विषयों पर विद्वानों के व्याख्यान व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सरकारी, निजी स्कूल, कॉलेज में भी कार्यक्रम होंगे।
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प्रौद्योगिकी कंपनी ‘माइक्रोसॉफ्ट’ के सह-संस्थापक और अरबपति परोपकारी बिल गेट्स ने सिएटल क्षेत्र में पहले भारत दिवस समारोह को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि सुरक्षित टीकों के निर्माण से लेकर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे तक हर क्षेत्र में भारत की कुशलता न केवल भारतीयों, बल्कि पूरे विश्व की मदद कर रही है. ‘गेट्स फाउंडेशन’ के अध्यक्ष गेट्स ने भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सिएटल स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के मुख्य अतिथि के रूप में ग्रेटर सिएटल क्षेत्र में प्रथम भारत दिवस समारोह का उद्घाटन किया. सिएटल वाणिज्य दूतावास द्वारा शुक्रवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि गेट्स ने समारोह में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के 2,000 से अधिक सदस्यों को संबोधित करते हुए भारत को ‘‘प्रौद्योगिकी, कृषि और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व नवोन्मेष करने वाला एक वैश्विक नेता’’ बताया. पूरी दुनिया की मदद कर रही है भारत की कुशलता गेट्स ने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘कम लागत का सुरक्षित टीका बनाने और प्रवासी भारतीयों द्वारा दिखाए गए उल्लेखनीय नेतृत्व से लेकर भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी (डीपीआई) ढांचे तक-भारत की कुशलता न केवल भारतीयों, बल्कि पूरी दुनिया की मदद कर रही है. ‘ग्लोबल साउथ’ के देश अपनी डीपीआई प्रणाली बनाने के लिए भारत के अनुभव का लाभ उठा रहे हैं.’’ भारत दिवस समारोह में भाग लेना सम्मान की बात- बिल गेट्स ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से अल्पविकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है. ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द आम तौर पर लातिन अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ओशेनिया के क्षेत्रों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसका मतलब यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बाहर दक्षिणी गोलार्द्ध और भूमध्यरेखीय क्षेत्र में स्थित खासकर ऐसे देशों से है, जो कम आय वाले हैं. सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में गेट्स ने कहा कि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और भारतीय प्रवासियों के साथ मिलकर सिएटल वाणिज्य दूतावास में पहले भारत दिवस समारोह में भाग लेना ‘‘सम्मान’’ की बात है. सभी भारतीयों को दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को ‘टैग’ करते हुए पोस्ट में लिखा, ‘‘भारत प्रौद्योगिकी, कृषि और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में ऐसे अभूतपूर्व नवोन्मेष करने वाला वैश्विक नेता है, जो जीवन की रक्षा कर रहे हैं और उसे सुधार रहे हैं. भारत सरकार, परोपकारी लोगों, निजी क्षेत्र, गैर-लाभकारी संस्थाओं और भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ सहयोग करना सम्मान की बात है. सभी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं.’’ बिल गेट्स ने पहना तिरंगे का स्कार्फ गेट्स ने इंस्टाग्राम पर इस समारोह की तस्वीरें भी साझा की. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रंगों का स्कार्फ पहने गेट्स के साथ सिएटल में भारत के महावाणिज्य दूत प्रकाश गुप्ता और अन्य अधिकारी समारोह में शामिल हुए. वाणिज्य दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा कर ग्रेटर सिएटल क्षेत्र में प्रथम भारतीय दिवस समारोह को हरी झंडी दिखाने के लिए गेट्स को धन्यवाद दिया. वाणिज्य दूतावास ने एक विज्ञप्ति में बताया कि ग्रेटर सिएटल क्षेत्र में पहली बार स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया, जिसमें भारत के सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों की झांकियों और सांस्कृतिक प्रस्तुति के माध्यम से ‘विविधता में एकता’ दर्शाई गई. बड़ी हस्तियां समारोह में हुई शामिल विज्ञप्ति के अनुसार, प्रत्येक झांकी को भारतीय-अमेरिकी समुदाय के प्रमुख नेताओं ने तैयार था और इसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाया गया था. भारत दिवस समारोह में हिस्सा लेने वाली अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों में सांसद सुजान डेलबेने, किम श्रियर एवं एडम स्मिथ, प्रशांत उत्तर पश्चिम में अमेरिका की प्रथम कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेवियर ब्रूनसन, उत्तर पश्चिम नौसेना क्षेत्र के कमांडर रियर एडमिरल मार्क सुकाटो, वाशिंगटन के लेफ्टिनेंट गवर्नर डेनी हेक और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता स्टीव हॉब्स तथा वाशिंगटन उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश स्टीव गोंजालेज शामिल थे.
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19 अगस्त, दिन सोमवार को देश में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा, इस दिन एक बड़ी खगोलीय घटना घटने की खबर है. इस दिन शाम को आसमान में सबसे बड़ा और चमकीला चंद्रमा, जिसे सुपर ब्लूमून भी कहा जा रहा है, निकलेगा. यह कोई साधारण पूर्णिमा नहीं है. यह एक सुपरमून, एक ब्लू मून है और इसके साथ कई अन्य नाम और सांस्कृतिक महत्व जुड़े हैं जो इसे एक अद्भुत खगोलीय घटना बनाते हैं. सबसे पहले तो ये जानते हैं कि ये सुपरमून क्यों है? इस शब्द का सबसे पहली बार ज्योतिषी रिचर्ड नोले ने 1979 में एक नए या पूर्ण चंद्रमा का वर्णन करने के लिए किया था, जो तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब यानि 90 प्रतिशत तक पास होता है. इसका एक अजीब नाम भी है जिसे स्टरजियॉन मून भी कहा जाता है. ब्लू मून है एक खगोलीय घटना ये एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब एक ही महीने में दो पूर्णिमा होती हैं या फिर मौसम की चार पूर्णिमा होती हैं. इसमें से तीसरी पूर्णिमा को ब्लू मून कहा जाता है. जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है तो इसे सुपरमून कहा जाता है. इस सिचुएशन में मून सामान्य पूर्णिमा की तुलना में 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत अधिक चमकदार दिखाई देता है. क्या वाकई में नीला दिखेगा चांद? ब्लू मून शब्द का इतिहास 1528 तक फैला हुआ है और इसकी उत्पत्ति कुछ हद तक रहस्यमय है. कुछ लोगों का मानना है कि यह एक पुराने अंग्रेजी वाक्यांश से आया है जिसका अर्थ है "विश्वासघात करने वाला चांद", जबकि अन्य लोगों का मानना है कि यह उन दुर्लभ समयों को संदर्भित कर सकता है जब वातावरण में धूल चांद को नीला रंग देती है. हाल के दिनों में इस शब्द का इस्तेमाल उस महीने में दूसरी पूर्णिमा का वर्णन करने के लिए भी किया जाता है जिसमें दो पूर्णिमाएं होती हैं. इस घटना में चांद का रंग नीला नहीं होता है. वो अपने प्राकृतिक रंग में ही होता है लेकिन इस दिन मून बड़े आकार में और ज्यादा चमकीला दिखाई देता है. आमतौर पर हर 2-3 साल में ब्लू मून एक बार होता है.
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भारत देश में हर साल जन्माष्टमी का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है यह त्यौहार भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. इस पावन अवसर पर अगर आप भी भगवान श्री कृष्ण के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों में जाकर दर्शन करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. आज हम आपको कुछ ऐसे फेमस मंदिरों के बारे में बताएंगे, जहां आप इस जन्माष्टमी के मौके पर जाकर श्री कृष्ण के दर्शन कर सकते हैं. आइए जानते हैं उन पांच प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में. श्री कृष्ण जन्मस्थल जन्माष्टमी के मौके पर आप श्री कृष्ण की नगरी या श्री कृष्ण के जन्म स्थान पर दर्शन करने के लिए जा सकते हैं. हम बात कर रहे हैं मथुरा की. यहां पर भगवान श्री कृष्ण का बेहद भव्य और खूबसूरत मंदिर बना हुआ है. जन्माष्टमी के दिन यहां लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और बड़े धूमधाम से श्री कृष्ण का जन्मदिन मनाते हैं. जगन्नाथ पुरी मथुरा के अलावा आप जगन्नाथ पुरी जा सकते हैं. यहां पर भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा तीनों एक साथ विराजमान है. इस मंदिर में जाने के बाद आपका वापस आने का मन नहीं करेगा. यहां हर साल बड़े ही भव्य तरीके से रथयात्रा निकाली जाती है, जो भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक है. द्वारकाधीश मंदिर, द्वारका इस जन्माष्टमी पर आप द्वारकाधीश मंदिर जा सकते हैं. यहां श्री कृष्णा का अद्भुत और आकर्षक मंदिर बना हुआ है, जो समुद्र के किनारे स्थित है. यहां का नजारा वाकई में देखने लायक होता है. मंदिर के आसपास आपको समुद्र की लहरें दिखाई देगी, जो आपका दिल जीत लेगी. बता दें कि यहां पर भगवान श्री कृष्ण की 7 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित है. प्राणनाथ मंदिर, दिल्ली अगर आप दिल्ली में रहते हैं और जन्माष्टमी के इस शुभ अवसर पर भगवान के दर्शन करना चाहते हैं, तो दिल्ली में स्थित प्राणनाथ मंदिर जा सकते हैं. इसके अलावा आप इस्कॉन टेंपल भी विजिट कर सकते हैं. यहां आपको कई भगवान के दर्शन करने को मिलेंगे. इस्कॉन टेंपल, वृंदावन इसके अलावा आप भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए वृंदावन में स्थित इस्कॉन टेंपल जा सकते हैं. यह मंदिर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को समर्पित है. यहां का वातावरण इतना शांत है कि मानो आप स्वर्ग में आ गए हैं. इन सभी मंदिरों के दर्शन कर आप जन्माष्टमी के इस पावन अवसर को यादगार बना सकते हैं.
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सनातन धर्म राष्ट्र प्रेम, देश सेवा, क्रांतिकारी और राष्ट्र की सुरक्षा की प्रेरणा देता है. तभी तो इतने स्वतंत्र सैनिकों ने देश के लिए अंग्रजों के खिलाफ लड़कर बलिदान दिया, जिसके स्वरुप हम हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं. वेदों में राष्ट्रियता की उदात्त भावना का भरपूर समावेश है. ऋग्वेद 10.191.2 में परमात्मा से प्रार्थना की गई है- "सं गच्छध्वं सं वदध्वं सं वो मनांसि जानताम्। देवा भागं यथा पूर्वे संजानाना उपासते।।" अर्थात्– "हे परमात्मा! आप हमें ऐसी बुद्धि दें कि हम सब परस्पर हिलमिल कर एक साथ चलें. एक-समान मीठी वाणी बोलें और एक-समान हृदय वाले होकर स्वराष्ट्र में उत्पन्न धन-धान्य और सम्पत्ति को परस्पर समानरूप से बांटकर भोगें. हमारी हर प्रवृत्ति राग-द्वेष रहित परस्पर प्रीति बढ़ाने वाली हो." ऋग्वेद के 'इन्द्र-सूक्त' (10.47.2) में परमात्मा से स्वराष्ट्र के लिए धन-धान्य, पुत्रों से समृद्ध होने की कामना की गई है- "स्वायुधं स्ववसं सुनीथं चतुः समुद्रं धरुणं रयीणाम्। चकृत्यं शंस्यं भूरिवारमस्मभ्यं चित्रं वृषणं रयिं दाः॥" तात्पर्य यह कि "हे परमैश्वर्यवान् परमात्मन्! आप हमें धन-धान्य से सम्पन्न ऐसी संतान प्रदान कीजिए, जो उत्तम एवं अमोघ शस्त्रधारी हो, अपनी और अपने राष्ट्र की रक्षा करने में समर्थ हो तथा न्याय, दया दाक्षिण्य और सदाचार के साथ जन-समूह का नेतृत्व करने वाली हो, साथ ही नाना प्रकार के धनों को धारण कर परोपकार में रत एवं प्रशंसनीय हो तथा लोकप्रिय एवं अद्भुत गुणों से सम्पन्न होकर जन-समाज पर कल्याणकारी गुणों की वर्षा करनेवाली हो." राष्ट्र की रक्षा में और उसकी महत्ता में ऐसी ही अनेक ऋचाएं पर्यवसित हैं, जिनमें से यहां कुछ का उल्लेख किया जा रहा है, जैसे- उप सर्प मातरं भूमिम्। (ऋग्वेद 10.18.10) "निम्न मंत्र से मातृभूमि को नमन करते हुए कहा गया है- मातृभूमि की सेवा करो।" "नमो मात्रे पृथिव्यै नमो मात्रे पृथिव्या।" (यजुर्वेद 9.22) अर्थात्– "मातृभूमि को नमस्कार है". यहां 'पृथ्वी' का अर्थ मातृभूमि या स्वदेश ही उपयुक्त है. अतः हमें अपने राष्ट्र में सजग होकर नेतृत्व करने हेतु एक ऋचा यह उद्घोष करती है- वयःराष्ट्र जागृयाम पुरोहिताः॥(यजुर्वेद 9.23) अर्थात्– "हम अपने राष्ट्र में सावधान होकर नेता बने." क्रान्तदर्शी (क्रांतिकारी), शत्रुघातक अग्निकी उपासना-हेतु निम्न मन्त्रमें प्रेरित किया गया है- कविमग्निमुप स्तुहि सत्यधर्माणमध्वरे। देवममीवचातनम्।। (सामवेद 1.1.32) "हे स्तोताओ। यज्ञमें सत्यधर्मा, क्रान्तदर्शी, मेधावी, तेजस्वी और रोगों का शमन करने वाले शत्रुघातक अग्निकी स्तुति करो." अथर्ववेद के 'भूमि-सूक्त' में ईश्वर ने यह उपदेश दिया है कि अपनी मातृभूमि के प्रति मनुष्यों को किस प्रकार के भाव रखने चाहिए. वहां अपने देश को माता समझने और उसके प्रति नमस्कार करने का स्पष्ट शब्दों में उल्लेख किया गया है- "सा नो भूमिर्वि सृजतां माता पुत्राय मे पयः।।" (अथर्व वेद 12.1.10) "पृथ्वी माता अर्थात् मातृभूमि, मुझ पुत्र के लिए दूध आदि पुष्टिकारक पदार्थ प्रदान करें." माता भूमिः पुत्रो अहं पृथिव्याः। (अथर्व वेद 12.1.12) "भूमि (स्वदेश) मेरी माता है और मैं उसका पुत्र हूं." भूमे मातर्नि धेहि मा भद्रया सुप्रतिष्ठितम्। (अथर्व वेद 12.1.63) "हे मातृभूमि! तू मुझे अच्छी तरह प्रतिष्ठित करके रख." सहृदयं सांमनस्यमविद्वेषं कृणोमि वः। अन्यो अन्यमभि हर्यंत वत्सं जातमिवाध्या।। (अथर्व वेद 3.30.1) "परस्पर हृदय खोलकर एकमना होकर कर्मशील बने रहो. तुरंत जन्मे बछड़े को छेड़ने पर गौ जैसे सिंहिनी बनकर आक्रमण करने को दौड़ती है, ऐसे तुम लोग सहृदयजनों की आपत्ति में रक्षा के लिए कमर कसे रहो." इसलि हमें चाहिए कि अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए आत्म बलिदान करने के लिए हम सदा तत्पर रहें. "उपस्थास्ते अनमीवा अयक्ष्मा अस्मभ्यं सन्तु पृथिवि प्रसूताः। दीर्घ न आयुः प्रतिबुध्यमाना वयं तुभ्यं बलिहृतः स्याम॥" (अथर्व० 12.1.62) "हे मातृभूमि! तेरी सेवा करने वाले हम निरोग और आरोग्यपूर्ण हों. तुमसे उत्पन्न हुए समस्त भोग हमें प्राप्त हों, हम ज्ञानी बनकर दीर्घायु हों तथा तेरी सुरक्षा-हेतु अपना आत्मोत्सर्ग करने के लिये भी सदा संनद्ध रहें." इस प्रकार वेद ज्ञान के महासागर है तथा विश्व-वाङ्मय की अमूल्यनिधि एवं भारतीय आर्य संस्कृति के मूल आधार है. उनमें राष्ट्रियता की उदात्त भावनाका भरपूर समावेश है. अतः हम सभी राष्ट्र वासियों को चाहिओ कि हम राष्ट्र रक्षा में समर्थ हो सकें, इसके लिए वेद की शिक्षाओं को समग्र रूप से ग्रहण करें.
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पेरिस ओलंपिक्स कई कारणों से चर्चा का केंद्र बना रहा था. कुछ विवाद हुए तो काफी लोग ओलंपिक खेलों के दौरान अपनाए गए इको सिस्टम के कारण निराश दिखे. ऐसे कई वीडियो सामने आए जब गत्ते से बने बेड, एथलीटों को पसंद नहीं आ रहे थे. इस बीच बढ़ती गर्मी भी एथलीटों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई थी और कमरों में एसी सुविधा को लेकर भी सवाल खड़े किए गए थे. इस संबंध में पीएम मोदी ने ओलंपिक एथलीटों के साथ मीटिंग में मज़ाक भी किया और उनकी यह वार्ता खूब चर्चा का विषय बनी हुई है. ऐसे में बढ़ती गर्मी के कारण भारत से खेल मंत्रालय ने 40 पोर्टेबल एसी पेरिस भेजे थे. पीएम मोदी ने एथलीटों से मजाक करते हुए पूछा, "वहां कोई एसी नहीं था और गर्मी भी काफी हो रही थी. इसलिए मैं पूछना चाहता हूं कि आप सबमें सबसे पहले ये ख्याल किसके मन में आया कि, 'मोदी बातें बहुत बड़ी-बड़ी करता है, लेकिन कमरों में एसी तक नहीं है. अब हम क्या करें." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जो भी लोग वहां मौजूद थे, सबसे अधिक परेशानी उन्हें ही झेलनी पड़ी. फिर कुछ ही घंटों में काम को अंजाम दे दिया गया. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अपने एथलीटों को बढ़िया से बढ़िया सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास करती है. आवाल पूछे जाने पर कमरे में मौजूद सभी एथलीट चुप रहे. 2036 ओलंपिक्स की मेजबानी का है सपना पीएम मोदी ने 15 अगस्त के दिन लाल किले पर स्पीच देते हुए बताया था कि वो 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी भारत में होते हुए देखना चाहते हैं. इसके अलावा उन्होंने ओलंपिक एथलीटों से मुलाकात के समय भी 2036 ओलंपिक खेलों के आयोजन की बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया गेम्स ने भारत में एक माहौल तैयार करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है.
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पेरिस ओलंपिक्स कई कारणों से चर्चा का केंद्र बना रहा था. कुछ विवाद हुए तो काफी लोग ओलंपिक खेलों के दौरान अपनाए गए इको सिस्टम के कारण निराश दिखे. ऐसे कई वीडियो सामने आए जब गत्ते से बने बेड, एथलीटों को पसंद नहीं आ रहे थे. इस बीच बढ़ती गर्मी भी एथलीटों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई थी और कमरों में एसी सुविधा को लेकर भी सवाल खड़े किए गए थे. इस संबंध में पीएम मोदी ने ओलंपिक एथलीटों के साथ मीटिंग में मज़ाक भी किया और उनकी यह वार्ता खूब चर्चा का विषय बनी हुई है. ऐसे में बढ़ती गर्मी के कारण भारत से खेल मंत्रालय ने 40 पोर्टेबल एसी पेरिस भेजे थे. पीएम मोदी ने एथलीटों से मजाक करते हुए पूछा, "वहां कोई एसी नहीं था और गर्मी भी काफी हो रही थी. इसलिए मैं पूछना चाहता हूं कि आप सबमें सबसे पहले ये ख्याल किसके मन में आया कि, 'मोदी बातें बहुत बड़ी-बड़ी करता है, लेकिन कमरों में एसी तक नहीं है. अब हम क्या करें." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जो भी लोग वहां मौजूद थे, सबसे अधिक परेशानी उन्हें ही झेलनी पड़ी. फिर कुछ ही घंटों में काम को अंजाम दे दिया गया. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अपने एथलीटों को बढ़िया से बढ़िया सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास करती है. आवाल पूछे जाने पर कमरे में मौजूद सभी एथलीट चुप रहे. 2036 ओलंपिक्स की मेजबानी का है सपना पीएम मोदी ने 15 अगस्त के दिन लाल किले पर स्पीच देते हुए बताया था कि वो 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी भारत में होते हुए देखना चाहते हैं. इसके अलावा उन्होंने ओलंपिक एथलीटों से मुलाकात के समय भी 2036 ओलंपिक खेलों के आयोजन की बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया गेम्स ने भारत में एक माहौल तैयार करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है.
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गाना सुनने, बात करने के लिए आजकल हेडफोन-ईयरफोन का इस्तेमाल बढ़ गया है. एक स्टडी में बताया गया है कि बहुत से लोग हर दिन 3-4 घंटे तक ईयरफोन लगाते हैं. क्या आप जानते हैं कि ज्यादा देर तक ईयरफोन लगाए रहने से कानों को गंभीर नुकसान हो सकता है. इससे आपकी सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है. ईयर स्पेशलिस्ट का कहा है कि ईयरफोन की 100 डीबी तक आवाज भी कानों को डैमेज कर सकती है. ऐसे में अगर आप भी ज्यादा ईयरफोन यूज करते हैं और कुछ लक्षण नजर आए तो नजरअंदाज करने की बजाय डॉक्टर के पास जाना चाहिए, वरना बहरेपन की समस्या हो सकती है. ईयरफोन के क्या-क्या नुकसान हेडफोन या ईयरफोन लगातार लगाने से कानों में हीट पैदा होती है, जिससे ईयर इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है. ज्यादा समय तक ईयरफोन लगाने से कानों की नसों पर भी दबाव पड़ता है. उनमें सूजन भी आ सकती है. कानों में वाइब्रेशन से हियरिंग सेल्स भी प्रभावित होती है. ईयरफोन सुनने की क्षमता ही नहीं सिरदर्द को भी बढ़ा सकता है. ईयरफोन के साइड इफेक्ट्स के लक्षण ई एंड टी एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब ईयरफोन से कान खराब (Earphone Side Effects) होने लगते हैं तो कान में लगातार साउंड, भिनभिनाहट या फुसफुसाहट जैसी आवाजें सुनाई पड़ती रहती है. इससे कान गर्म हो जाते हैं और उनमें दर्द भी होने लगता है. इस तरह के लक्षण दिखते ही भागकर डॉक्टर के पास जाना चाहिए और उसकी जांच करवानी चाहिए. ऑडियोलॉजिस्ट से भी कानों को लेकर जरूर सलाह लेनी चाहिए. हेडफोन-ईयरफोन यूज करने का सेफ तरीका 1. ज्यादा देर तक हेडफोन या ईयरफोन न लगाएं. 2. गाने सुनते या बात करने वॉल्यूम नॉर्मल रखें. 3. अपना हेडफोन-ईयरफोन दूसरों को या उनका खुद इस्तेमाल करने से बचें. 4. अच्छी क्वालिटी वाले ईयरफोन ही इस्तेमला करें. 5. 1 घंटे से ज्यादा ईयरफोन या हेडफोन का इस्तेमाल करने से बचें. 6. किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से जाकर मिलें
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देश आज 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया। अपने 103 मिनट के भाषण में मोदी ने कहा- आजादी के दीवानों ने आज हमें स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। ये देश महापुरुषों का ऋणी है। आजादी के बाद देशवासियों को माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा था। हमने गर्वनेंस के इस मॉडल को बदला। आज सरकार खुद जनता की जरूरतें पूरी कर रही है। देश में 75 सालों से कम्युनल सिविल कोड है। अब देश को सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत है। हमारे देश के बच्चों को जाने कैसे-कैसे देशों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है। अगले पांच साल में 75 हजार नई मेडिकल सीटें बढ़ाई जाएंगी। कोलकाता रेप-मर्डर पर उन्होंने कहा- ऐसे राक्षसों को फांसी पर लटकाया जाए। इससे पहले PM मोदी ने सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। 78वें स्वतंत्रता दिवस की थीम विकसित भारत है। इसके तहत स्वतंत्रता के 100वें साल 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकारी नीतियों पर PM मोदी विकसित भारत: PM ने कहा- 2047 विकसित भारत हमारी प्रतीक्षा कर रहा है। ये देश चलने के लिए प्रतिबद्ध है। मैं तीसरे टर्म में तीन गुना काम करूंगा। ताकि देश के सपनों को पूरा कर सकूं। अब दुनिया के लिए डिजाइनिंग इंडिया पर बल देना है, अब इंडियन स्टैंडर्ड, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनने चाहिए। डिजाइन के क्षेत्र में हम दुनिया को बहुत कुछ दे सकते हैं। नई शिक्षा नीति: एजुकेशन सिस्टम में नई शिक्षा नीति आने से मातृ भाषा को बल मिला। भाषा टैलेंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए। जीवन में मातृ भाषा को बल देना होगा। आज दुनिया में जैसा बदलाव हो रहा है, अब जाकर स्किल का महत्व बढ़ गया है। न्याय संहिता: हमने 1500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया। छोटी गलती के चलते जेल जाने वाले कानूनों को खत्म कर दिया। आज हमने जो आजादी की विरासत की गर्व की बात करते हैं। सदियों से जो पुराने क्रिमिनल लॉ थे, उन्हें खत्म किया है। हमने दंड नहीं न्याय पर फोकस रखा। आत्मनिर्भर भारत: डिफेंस सेक्टर में हमारी आदत हो गई थी कि बजट का पैसा कहां जाता है, विदेश से इंपोर्ट करते थे। आज इसमें आत्मनिर्भर बने हैं। आज डिफेंस मैनयूफैक्चरिंग का हब बने हैं। दुनिया में हथियार एक्सपोर्ट कर रहे हैं। बैकिंग सेक्टर: बैंकिग क्षेत्र में हमने रिफॉर्म किया तो दुनिया की मजबूत बैकों में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया। बैंकिंग सेक्टर मजबूत हो तो विकास भी होता है, हमारे नौजवानों को पढ़ाई, विदेश जाने के लिए लोन चाहिए। किसानों को लोन चाहिए, रेहड़ी पटरी वाले भी लोन ले रहे और विकास में भागीदार बन रहे हैं। कृषि रिफॉर्मिंग: हम किसानों की मदद कर रहे हैं, आसान लोन दे रहे हैं, उसे टेक्नोलॉजी दे रहे हैं। उसे एंड टु एंड होल्डिंग मिले उस दिशा में काम रहे हैं। आज दुनिया के लिए ऑर्गेनिक फूड बनाने वाला फूड बॉस्केट हमारे देश का किसान बना सकता है। मोदी बोले- 2047 तक विकसित भारत का संकल्प पूरा करेंगे मोदी ने कहा- हमारे पूर्वज सिर्फ 40 करोड़ थे, उन्होंने गुलामी जंजीरों को तोड़ दिया था। हमारे पूर्वजों का खून हमारी रगों में है। अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियाों को तोड़ सकते हैं, तो 140 करोड़ नागरिक अगर संकल्प लेकर चल पड़ें, तो चुनौतियां कितनी बड़ी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्ध भारत बना सकते हैं। हम 2047 विकसित भारत का संकल्प प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि देशवासियों ने अपने अनुभव से हमें विकसित भारत बनाने के सुझाव दिए हैं। आपदाओं में जिन्होंने अपनों को खोया, उनके साथ देश खड़ा है इस साल और पिछले कुछ सालों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ती जा रही है। इसमें अनेक लोगों ने अपने परिवारजन खोए हैं, अपनी संपत्ति खोई है। राष्ट्र को भी नुकसान हुआ है मैं आज उन सब के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, उन्हें विश्वास दिलाता हूं ये देश संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है। स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से PM मोदी का सबसे लंबा भाषण पीएम मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री 11वें स्वतंत्रता दिवस पर 103 मिनट का सबसे लंबा भाषण दिया। पहली बार उन्होंने लालकिले से 100 मिनट से ज्यादा की स्पीच दी है। चार बार (2016, 2019, 2022, 2023) 90 मिनट से ज्यादा का भाषण दिया है। सबसे छोटा भाषण साल 2014 का है, जब मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। तब उन्होंने 65 मिनट की स्पीच दी थी।
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15 अगस्त के मौके पर आज पूरा भारतवर्ष भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 78 साल पहले भारत ने पहली बार लाल किले पर तिरंगा लहराया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित किया। यह देश के नाम उनका लगातार 11वां संबोधन था और लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका पहला संबोधन। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। इस बार खास बात यह है कि पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया।
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आजादी से पहले भारत की करेंसी छापने का काम इकलौते नासिक प्रेस में होता था। 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों ने देश की आजादी के साथ उसे दो हिस्सों में बांट दिया। अब नए मुल्क पाकिस्तान के सामने समस्या थी कि क्या वहां भारत के नोट चलाए जाएं? कुछ पाकिस्तानी नेताओं ने नासिक प्रिंटिंग प्रेस बांटने की मांग की, लेकिन यह प्रैक्टिकली संभव नहीं था। आखिर पाकिस्तान ने करेंसी पर क्या फैसला किया? आजादी और बंटवारे से जुड़े ऐसे कई सवाल आम लोगों के जेहन में अक्सर आते हैं। जैसे- आजादी के लिए 15 अगस्त ही क्यों चुना, अंग्रेज गए तो सरकारी खजाने में कितना पैसा छोड़ गए, जेल में बंद कैदियों का क्या हुआ; आजादी की 78वीं सालगिरह पर ऐसे ही 10 रोचक सवालों के जवाब जानेंगे... सवाल-1: भारत की आजादी के लिए 15 अगस्त ही क्यों चुना गया? जवाब: सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद 1945 में ब्रिटेन में चुनाव हुए। लेबर पार्टी सत्ता में आई और क्लेमेंट एटली प्रधानमंत्री बने। PM एटली ने फरवरी 1947 में ऐलान किया कि 30 जून 1948 तक ब्रिटेन भारत को आजाद कर देगा। इसके लिए लॉर्ड माउंटबेटन को आखिरी वायसराय चुना गया। भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी के मुताबिक अगर माउंटबेटन जून 1948 तक इंतजार करते तो ट्रांसफर करने के लिए उनके पास कोई पॉवर ही नहीं बचती। पूरे देश में हिंसा और उथल-पुथल मची थी। माउंटबेटन ने भारत की आजादी और बंटवारे के प्लान में तेजी दिखाई। माउंटबेटन के सुझावों पर ब्रिटेन की संसद ने 4 जुलाई, 1947 को इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट पारित किया। इसमें 15 अगस्त 1947 को भारत से ब्रिटिश शासन खत्म करने का प्रावधान था। अब सवाल उठता है कि 15 अगस्त ही क्यों? सवाल-2: भारत और पाकिस्तान अलग-अलग दिन आजादी क्यों मनाते हैं? जवाब: ब्रिटिश संसद में भारत की आजादी का दिन 15 अगस्त ही तय किया गया था। इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट में भी साफ-साफ इसी तारीख का जिक्र है। पाकिस्तान ने जो पहला डाक टिकट जारी किया है, उसमें भी आजादी की तारीख 15 अगस्त ही है। पाकिस्तान में दिए अपने पहले भाषण में जिन्ना ने कहा था कि 15 अगस्त स्वतंत्र और संप्रभु पाकिस्तान का जन्मदिन है। यह उस मुस्लिम राष्ट्र की नियति की पूर्ति का प्रतीक है, जिसने अपनी जमीन पाने के लिए बहुत कुर्बानियां दी हैं। फिर पाकिस्तान में 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाने लगा, इसकी कोई स्पष्ट वजह नहीं मिलती। एक थ्योरी है… पाकिस्तान के जाने-माने इतिहासकार के.के. अजीज अपनी किताब मर्डर ऑफ हिस्ट्री में लिखते हैं, 'वायसराय माउंटबेटन ब्रिटिश राज के इकलौते प्रतिनिधि थे। उन्हें व्यक्तिगत रूप से दोनों नए देशों को सत्ता हस्तांतरित करना था। हालांकि, माउंटबेटन एक ही समय नई दिल्ली और कराची में मौजूद नहीं हो सकते थे। ऐसा भी संभव नहीं था कि वो 15 अगस्त की सुबह भारत को सत्ता सौंपे और शाम तक कराची आ जाएं, क्योंकि उस समय तक वे भारत के गवर्नर जनरल बन चुके होते।' के. के. अजीज लिखते हैं, 'प्रैक्टिकल विकल्प यही था कि माउंटबेटन 14 अगस्त को वायसराय के तौर पर पाकिस्तान को सत्ता हस्तांतरित करें और फिर 15 अगस्त को भारत चले जाएं। उन्होंने ऐसा ही किया और तभी से पाकिस्तान 14 अगस्त को अपनी आजादी का दिन मनाने लगा।' लेखक लैरी कोलिन्स और डोमिनिक लैपियर की किताब ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ में लॉर्ड माउंटबेटन के हवाले से लिखा गया है, ‘मैंने जो तारीख चुनी, वह अचानक से मेरे दिमाग में आई। जब मुझसे पूछा गया कि क्या हमने कोई तारीख तय की है, तो उस समय मैंने ठीक से नहीं सोचा था। मुझे इतना अंदाजा था कि इसे अगस्त या सितंबर के आसपास रखना चाहिए। अचानक मेरे दिमाग में 15 अगस्त की तारीख आई, क्योंकि यह द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के आत्मसमर्पण की दूसरी वर्षगांठ थी। इसी दिन जापान के राजा हिरोहितो ने आत्मसमर्पण का ऐलान किया था।’ सवाल-3: ये बात कितनी सच है कि 15 अगस्त 1947 को भारत को लीज पर आजादी मिली, भारत संप्रभु देश नहीं था? जवाब: भारत को आजादी लीज यानी पट्टे पर नहीं मिली है। ये कोरी अफवाह है। जब भारत आजाद हुआ तब भी संप्रभु था और आज भी है। ये बात सच है कि भारत को आजादी ब्रिटेन की संसद में पेश इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 के तहत ही मिली थी। इसके बाद भारत का संविधान बना। 26 जनवरी 1950 को इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 को निरस्त करके ही भारत में संविधान लागू किया गया था। संविधान लागू करते समय भारत को पूरी तरह से स्वतंत्र एवं संप्रभु देश घोषित किया गया था। UK की संसद की वेबसाइट पर जाएंगे तो वहां साफ-साफ भारत की आजादी से जुड़े कानून का जिक्र और दस्तावेज उपलब्ध हैं। उसमें लिखा है कि ब्रिटेन ने इस एक्ट के तहत दो नए स्वतंत्र प्रभुत्व राष्ट्र भारत और पाकिस्तान बनाए हैं। इस एक्ट के तहत ब्रिटिश राजशाही को 'भारत के सम्राट' के पद से भी हटा दिया गया है। ब्रिटिश राजघराने ने रियासतों के साथ सभी मौजूदा संधियों को समाप्त कर दिया है। लॉर्ड माउंटबेटन गवर्नर-जनरल के रूप में काम करते रहेंगे। जवाहरलाल नेहरू को भारत का पहला प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। मोहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के गवर्नर जनरल और लियाकत अली खान इसके प्रधानमंत्री बने हैं। सवाल-4: जब पाकिस्तान बना तो वहां कौन सी करेंसी चलाई गई, क्योंकि तब तक पाकिस्तान अपने नोट तो छापता नहीं था? जवाब: विभाजन से पहले करेंसी नोट नासिक प्रेस में छपते थे। जब बंटवारा हुआ तो पाक बनाने की मांग करने वाले कुछ नेताओं ने कहा कि नासिक प्रिंटिंग प्रेस का भी विभाजन होना चाहिए, लेकिन यह प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं था। बंटवारे में 70 दिन बाकी थे। पाकिस्तान को करेंसी नोटों की जरूरत थी। जब भारत-पाक के नेताओं ने चर्चा की तो पाकिस्तान के सामने तीन विकल्प रखे गए… 1. नासिक प्रेस से ही प्रिंटिंग जारी रखी जाए। 2. बंटवारे के बाद 15 अगस्त से पाक सरकार अपनी व्यवस्था खुद कर ले। 3. पाक सरकार किसी प्राइवेट प्रिंटिंग प्रेस से अपनी करेंसी छपवा ले। पाकिस्तान पक्ष की एक कमेटी ने नासिक प्रेस का निरीक्षण किया और उसकी क्षमता का आकलन किया। उन्होंने तय किया कि नोट यहीं नासिक में छपना चाहिए। इसके लिए पाक का एक प्रतिनिधि यहां तैनात होगा, जो प्रोसेस पर नजर रखेगा। समस्या ये थी कि बंटवारे के बाद दूसरे देश का आदमी नोट प्रेस जैसी गोपनीय जगह पर कैसे रह सकता है। इसके लिए बंटवारा कमेटी ने 19 जुलाई 1947 को वित्त विभाग के सामने रिपोर्ट पेश कर अनुमति मांगी तब जाकर उसे यहां रहने की सहमति मिली। समस्या नोट छापने की नहीं थी, बल्कि डिजाइन की थी। नासिक प्रेस में पाकिस्तान या भारत के लिए नए नोटों का डिजाइन तैयार किया जाता तो इसमें कम से कम डेढ़ साल का समय लगता। इसके बाद ये नोट मार्केट में उतारने में भी समय लगता। ऐसे में तय किया गया कि भारतीय रिजर्व बैंक भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए नोट छापेगा। हिंदुस्तानी हुकूमत को आजादी के बाद भी समझौता करना पड़ा। उनके करेंसी नोटों पर इंग्लैंड के राजा की तस्वीर को उन्हें स्वीकार करना पड़ा, जिस पर RBI के तत्कालीन गवर्नर सीडी देशमुख के हस्ताक्षर थे। पाकिस्तान को तो और भी समझौता करना पड़ा। उसे 'रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया' के जारी किए गए करेंसी नोटों को स्वीकार करना पड़ा। नासिक प्रेस ने पाकिस्तान के नोटों के सफेद हिस्से पर ऊपर अंग्रेजी में 'गवर्नमेंट ऑफ पाकिस्तान' और नीचे उर्दू में 'हुकुमते पाकिस्तान' उकेर दिया था। इससे पता चलता था कि ये करेंसी पाक की है। पाकिस्तान के लिए करेंसी नोटों की पहली खेप RBI ने 1 अप्रैल, 1948 को जारी की थी। इस कारण माना जाता है कि तब तक पाकिस्तान में पुरानी 'भारतीय' करेंसी चलती थी। 1949 में पाकिस्तान ने अपनी करेंसी अपने देश में छापनी शुरू की थी। सवाल-5: क्या 15 अगस्त की रात को ही सभी गोरे सिपाही चले गए थे? जवाब: भारत और पाकिस्तान की सैन्य व्यवस्था संभालने के लिए कई ब्रिटिश अफसर और सैनिक अगले एक साल तक भारत में ही रुके थे। जब वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 का ऐलान किया तो तुरंत ब्रिटिश सैनिकों को उनकी बैरकों में बुला लिया गया। कई ब्रिटिश अधिकारी बंटवारे में सहायता के लिए भारत में रुक गए, जिनमें भारत के प्रथम सेनाध्यक्ष जनरल सर रॉबर्ट लॉकहार्ट और पाकिस्तान के प्रथम सेनाध्यक्ष जनरल सर फ्रैंक मेसेर्वी शामिल थे। भारत छोड़ने वाली आखिरी यूनिट फर्स्ट बटालियन, समरसेट लाइट इन्फैंट्री (प्रिंस अल्बर्ट) थी, जो 28 फरवरी 1948 को बम्बई (अब मुंबई) से इंग्लैंड के लिए रवाना हुई थी। 15 अगस्त से कुछ सप्ताह पहले कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी भारतीय सेना को सौंपी गई थी, क्योंकि आगे भी उसे यही करना था। सवाल-6: भारत-पाक बंटवारे में जेल में बंद कैदियों का क्या हुआ? जवाब: कैदियों की पुख्ता संख्या के बारे में तो कोई जानकारी नहीं है, लेकिन राजनीतिक कैदियों को आजादी का ऐलान होते ही तुरंत रिहा कर दिया गया था। आम कैदियों के मामले में अलग-अलग प्रक्रिया अपनाई गई थी। जब दंगे बढ़ने लगे तो कई जेलों से आम कैदियों को कानून और व्यवस्था भंग होने के कारण रिहा कर दिया गया था। कुछ जगह पर जहां संभव था, कैदियों को रखा गया और उन्होंने अपनी सजा पूरी की। इसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। सवाल-7: बैंकों का बंटवारा कैसे हुआ? जवाब: पाकिस्तान की जनसंख्या कुल जनसंख्या का लगभग 20% थी। भारत और पाक दोनों में गैर सरकारी बैंकों की संख्या ज्यादा थी। ज्यादातर बैंकों के हेड ऑफिस भारत में थे। वहीं ब्रांच ऑफिसेस पाकिस्तान में ज्यादा थे। उस समय इनकी पूंजी और रिजर्व डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक थे। इनमें से लगभग 25% बैंक पाकिस्तान में थे। वेस्ट पाकिस्तान यानी आज के बांग्लादेश में बैंकिंग सुविधाएं ईस्ट पाकिस्तान की तुलना में बेहतर थीं। 13 में से 10 सरकारी बैंक वहीं थे। वहीं 157 गैर सरकारी बैंकों में से 123 वेस्ट पाकिस्तान में थे। इसका कारण ये था कि अंग्रेजों की राजधानी कलकत्ता (कोलकाता) व्यापार और बैंकिंग लेन-देन का हब थी। जब बंटवारा हुआ तो कुल 3146 सरकारी बैंक और उनकी ब्रांच थीं। इनमें से पाकिस्तान को 633 और 2513 भारत के हिस्से में आई थीं। वहीं गैर सरकारी बैंक में से कुल 2205 में से पाकिस्तान के हिस्से में 568 और भारत के हिस्से में 1637 बैंक आए थे। सवाल-8: अंग्रेज भारत के सरकारी कोष में कुल कितना पैसा छोड़ गए थे? जवाब: 1 मार्च 1947 को अविभाजित भारत के पास कैश और सिक्योरिटी 514 करोड़ रुपए थे, जबकि 15 अगस्त 1947 को 400 करोड़ रुपए बचा था। बंटवारे के एग्रीमेंट में इसे इतना ही लिखा गया था। 325 करोड़ रुपए भारत को और 75 करोड़ रुपए पाकिस्तान के हिस्से में आए। 20 करोड़ रुपए पाकिस्तान को एडवांस दिए गए थे। आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान ने सालभर सितंबर 1948 तक एक ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सेवा ली थी। सवाल-9: माउंटबेटन ने राष्ट्रपति भवन कब खाली किया, भारत के पहले गवर्नर जनरल कब दाखिल हुए? जवाब: लॉर्ड माउंटबेटन 14-15 अगस्त 1947 की आधी रात को पाकिस्तान और भारत को आजादी मिलने के बाद से 10 महीने तक नई दिल्ली में रहे। उन्होंने जून 1948 तक स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल के रूप में काम किया। इन दस महीनों में उन्होंने कई राजाओं को भारत में विलय के लिए मनाया। माउंबेटन के कार्यकाल के दौरान ही सी राजगोपालाचारी वायसराय भवन अब राष्ट्रपति भवन में रह चुके थे। दरअसल, 10 से 24 नवंबर 1947 तक माउंटबेटन अपने भतीजे प्रिंस फिलिप और राजकुमारी एलिजाबेथ की शादी में शामिल होने के लिए इंग्लैंड छुट्टी पर गए थे। इस दौरान सी राजगोपालाचारी को लॉर्ड माउंटबेटन की गैरहाजिरी में कार्यवाहक गवर्नर जनरल बनाया गया था। सी राजगोपालाचारी ने वायसराय के महल में बेहद सिंपल जीवन बिताया था। वे अपने कपड़े खुद धोते थे और जूते भी खुद ही पॉलिश करते थे। माउंटबेटन ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के बाद अपने पद का उत्तराधिकारी राजगोपालाचारी को ही बताया था। आखिरकार उन्हें ही चुना गया। उन्होंने 21 जून 1948 को वायसराय महल में कदम रखा और संविधान लागू होने तक 26 जनवरी 1950 तक इस पद पर रहे। सवाल-10: क्या महात्मा गांधी आजादी के जश्न में शामिल नहीं हुए? जवाबः महात्मा गांधी आजादी के जश्न में शामिल नहीं हुए थे। वे बंगाल में थे जहां हिन्दू-मुस्लिम के बीच सांप्रदायिक हिंसा हो रही थी। आजादी के दिन उन्होंने 24 घंटे का व्रत रखा था। उन्होंने नेहरू का भाषण भी नहीं सुना था, क्योंकि उस रात वे जल्दी सोने चले गए थे।
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विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस साल 2021 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 14 अगस्त को भारत में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा। 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान को एक मुस्लिम देश के रूप में बनाया गया था। जब देश में बंटवारा हुआ तो बड़े पैमाने पर दंगे भड़कने के कारण लाखों लोग विस्थापित हुए और उनमें से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस दिन को यादगार बनाने की घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि विभाजन के दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता। हमारे लाखों बहन-भाई विस्थापित हुए और कई लोगों ने नासमझ नफरत और हिंसा के कारण अपनी जान गंवाई। हमारे लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में, 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा। पाकिस्तान स्वतंत्रता दिवस साल 1947 में भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम ने भारत और पाकिस्तान के रूप में दो संप्रभु राष्ट्र-राज्यों का निर्माण किया। पाकिस्तान के संस्थापक पिता और पहले राष्ट्रपति मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने ऐतिहासिक रेडियो संबोधन में कहा था कि 15 अगस्त स्वतंत्र और संप्रभु राज्य पाकिस्तान का जन्मदिन है। यह उस मुस्लिम राष्ट्र की नियति की पूर्ति का प्रतीक है जिसने पिछले कुछ वर्षों में अपनी मातृभूमि पाने के लिए बहुत त्याग किए हैं। वहीं, पाकिस्तान 14 अगस्त को इसलिए अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है क्योंकि कई लोगों का आज भी मानना है कि 14 अगस्त 1947 में रमजान का आखिरी शुक्रवार था। देश दुनिया के इतिहास में 14 अगस्त की महत्वपूर्ण घटनाएं- 1862 : बंबई उच्च न्यायालय की स्थापना। 1908 : इंग्लैंड के फोकेस्टोन में पहली सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन। 1917 : चीन ने जर्मनी और आस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। 1924 : प्रसिद्ध लेखक एवं पत्रकार कुलदीप नैयर का जन्म। 1938 : बीबीसी की पहली फीचर फिल्म (स्टूडेंट ऑफ प्राग) टेलीविजन पर प्रसारित। 1947 : भारत का विभाजन हुआ और पाकिस्तान पृथक राष्ट्र बना। 1968 : मोरारजी देसाई पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित। 1971 : बहरीन को 110 वर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से आजादी मिली। 2003 : पूर्वी अमेरिका और कनाडा में लंबे समय तक बिजली आपूर्ति ठप, जिसका असर न्यूयॉर्क और ओटावा जैसे बड़े शहरों पर भी पड़ा। 2006 : संयुक्त राष्ट्र की पहल पर इजराइल और दक्षिणी लेबनान में पांच सप्ताह से जारी संघर्ष थमा। 2006 : इराक के कहतानिया में बमबारी में 400 लोग मारे गये। 2013 : मिस्र में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प में 638 लोग मारे गये।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त, 2024 को 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का लाल किले पर तिरंगा फहराएंगे. इस बार स्वतंत्रता दिवस के भव्य समारोह में 6,000 अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. स्वतंत्रता दिवस समारोह में पीएम मोदी राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे. इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘विकसित भारत @2047’ रखी गई है. बता दें कि केंद्र सरकार का लक्ष्य वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का है. दरअसल, 2047 में भारत अपनी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा. केंद्र सरकार ने इससे पहले केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा था कि बजट का उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत की नींव रखना है. कैसा होगा समारोह? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले पर पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने स्वागत करेंगे. रक्षा सचिव दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे. पीएम को सलामी स्थल तक कौन ले जाएगा? दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलामी स्थल तक ले जाएंगे, जहां संयुक्त अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड उन्हें सलामी देंगे. बताया गया कि इसके बाद पीएम मोदी गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे. पीएम के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से एक-एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल रहेंगे. राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर तक जाएंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी करेंगे. बताया गया कि दिल्ली क्षेत्र के जीओसी पीएम मोदी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर मंच तक लेकर जाएंगे. ध्वज फहराने में कौन करेगा सहायता? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय ध्वज फहराने में सहायता लेफ्टिनेंट संजीत सैनी करेंगे. ध्वज फहराने के बाद 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के बहादुर गनर्स द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना, नौसेना और वायु सेना से एक-एक अधिकारी और 32 अन्य रैंक के जवान और दिल्ली पुलिस के 128 जवान भी शामिल रहेंगे. हेलीकॉप्टर करेंगे पुष्प वर्षा राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने का बाद उसे राष्ट्रीय सलामी दी जाएगी. सलामी के दौरान पंजाब रेजिमेंट मिलिट्री बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 25 अन्य रैंक शामिल हैं, राष्ट्रगान बजाएंगे. इस बैंड का नेतृत्व सूबेदार मेंजर राजिंदर सिंह करने वाले हैं. ध्वज फहराए जाने के बाद भारतीय वायुसेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा करेंगे. पीएम मोदी पुष्प वर्षा के बाद राष्ट्र को संबोधित करेंगे. पीएम के भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे. बता दें कि देश भर के विभिन्न स्कूलों से कुल 2,000 लड़के और लड़कियां कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) समारोह में भाग ले रहे हैं. अतिथियों में कौन लोग हैं शामिल? विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे युवा, आदिवासी समुदाय, किसान और महिलाओं को भी बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है. वहीं अटल इनोवेशन मिशन और पीएम (प्रधानमंत्री के उभरते भारत के लिए स्कूल) योजना से लाभान्वित छात्र और ‘मेरी माटी मेरा देश’ के तहत मेरा युवा भारत (MY भारत) और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक भी कार्यकर्म में शिरकत करेंगे. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थी और किसान उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि भी समारोह में शामिल होंगे. मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा), सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, लखपति दीदी और ड्रोन दीदी पहल और सखी केंद्र योजना के लाभार्थी भी कार्यक्रम में शामिल होंगे. पेरिस ओलंपिक के भारतीय एथलीट्स भी रहेंगे शामिल मिली जानकारी के मुताबिक पेरिस ओलंपिक्स 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को भी बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है. वहीं रक्षा मंत्रालय द्वारा MyGov और आकाशवाणी के सहयोग से आयोजित विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के तीन हजार (3,000) विजेता भी समारोह में शामिल होंगे.
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भारत कुछ ही दिनों में अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. इस दिन भारत में छुट्टी होती है, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम एक या दो नहीं बल्कि कई बार 15 दिन के मौके पर भी देश सेवा करने निकल पड़ी थी. हालांकि 15 अगस्त के दिन टीम इंडिया ने ज्यादातर टेस्ट मैच ही खेले हैं, जिनमें आइए जानते हैं उसका प्रदर्शन कैसा रहा है? 15 अगस्त के दिन भारत ने कितने मैच खेले? भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी मिली थी. आजादी के बाद भारत स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पहला मैच 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. दरअसल वो टेस्ट मैच 14 अगस्त को शुरू हुआ था, जो ड्रॉ के रूप में समाप्त हुआ था. उसके बाद स्वतंत्रता दिवस पर टीम इंडिया ने 2001 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला, जिसमें भारत को 10 विकेट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी. वहीं जब टीम इंडिया 2014 में इंग्लैंड दौरे पर गई तब 15 अगस्त के दिन टेस्ट मुकाबला शुरू हुआ था, जिसमें भारत पारी और 244 रनों के विशाल अंतर से हार गया था. वहीं 2015 में इस खास मौके पर भारत को श्रीलंका, वहीं 2021 में भारतीय टीम 151 रन से विजयी रही थी. 1952 - भारत बनाम इंग्लैंड (टेस्ट मैच - ड्रॉ) 2001 - भारत बनाम श्रीलंका (टेस्ट मैच - भारत हारा) 2014 - भारत बनाम इंग्लैंड (टेस्ट मैच - भारत हारा) 2015 - भारत बनाम श्रीलंका (टेस्ट - भारत हारा) 2021 - भारत बनाम इंग्लैंड (टेस्ट मैच - भारत जीता) वनडे मैच 14 अगस्त को शुरू 15 अगस्त को खत्म दरअसल भारतीय टीम ने 15 अगस्त के दिन एक वनडे मैच भी खेला है. टीम इंडिया 2019 में वेस्टइंडीज का दौरा कर रही थी और उस समय तीसरे वनडे मैच को भारत ने डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर 6 विकेट से जीता था. यह मैच वेस्टइंडीज में 14 अगस्त को शुरू हुआ और मुकाबला शाम के समय समाप्त हुआ, लेकिन भारतीय समयानुसार देखा जाए तो यह 15 अगस्त के दिन समाप्त हुआ था.
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डीआरडीओ (DRDO) ने भारत में निर्मित मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Man-Portable Anti Tank Guided Missile) का मंगलवार (13 अगस्त) को सफलतापूर्वक परीक्षण किया. राजस्थान के जैसलमेर में फील्ड फायरिंग रेंज में ये परीक्षण किया गया. मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल में लॉन्चर, टारगेट एक्विजिशन सिस्टम और फायर कंट्रोल यूनिट भी शामिल है. डीआरडीओ के अधिकारियों ने मिसाइल के प्रदर्शन की जमकर तारीफ की और इसे उल्लेखनीय बताया. इस एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम में ऐसे कई फीचर हैं जो इसे दुश्मन के लिए बेहद घातक बनाते हैं. क्या है इसकी खासियत? मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल या एटीजीएम, दिन और रात दोनों के लिए ही डिजाइन की गई है. ये टॉप अटैक क्षमता से लैस है जो दुश्मनों के ठिकानों को पलक झपकते ही तबाह करने का दमखम रखती है. बताया गया कि इसे भविष्य में युद्ध टैंकों में भी लगाया जा सकेगा. दुश्मन के टैंक होंगे तबाह मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का भार 15 किलोग्राम से भी कम है और इसे कंधे से भी दुश्मन के ठिकानों पर दागा जा सकेगा. इसका खौफ हमेशा, दुश्मन के टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों को चलाने वालों को रहेगा. इसकी मदद से दुश्मन के टैंक भी तबाह हो जाएंगे. क्या बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह? मिसाइल के सफलतापूर्व परीक्षण के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और भारतीय सेना की सराहना की है. एनडीटीवी की रिपोर्ट्स के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को रक्षा प्रणाली में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में एक अहम कदम बताया है. कई हथियारों का किया प्रदर्शन रिपोर्ट्स के मुताबिक डीआरडीओ ने मंगलवार (13 अगस्त) को तमिलनाडु के सुलूर में जारी तरंग शक्ति अभ्यास में भारत में तैयार किए गए कई हथियारों का प्रदर्शन किया.डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने इस दौरान कहा कि तरंग शक्ति अभ्यास भारत के घरेलू हथियारों के प्रदर्शन का एक शानदार अवसर है.
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उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सावन माह के चौथे सोमवार को देशभर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे है. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सावन माह के चौथे सोमवार को श्रद्धालु की भारी भीड़ देखी गई. सावन के हर सोमवार को लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं. महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. मंदिर के पुजारी आशीष गुरु ने बताया कि रात 2:30 बजे मंदिर के पट खुले गए. इसके बाद भगवान का पंचामृत पूजन हुआ और फिर भव्य भस्म आरती की गई. महा निर्माणी अखाड़े के महंत ने भगवान महाकाल को भस्मी से स्नान कराया. इस दौरान बड़ी संख्या में देशभर से श्रद्धालु भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे.महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती में शामिल होने के लिए अनुमति की आवश्यकता होती है मगर सावन के महीने में भस्म आरती बिना अनुमति के चल रही है. भस्म आरती के माध्यम से हजारों की संख्या में शिव भक्त भस्म आरती में शामिल हो रहे हैं.उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर और सवारी व्यवस्था में लगभग 1200 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. उत्तराखंड से आए श्रद्धालु हिमांशु ने बताया कि वह 2 घंटे से कतारबद्ध होकर खड़े थे. भस्म आरती के कारण देरी से दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ. महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को सुबह 2 घंटे में भगवान महाकाल के दर्शन हुए जबकि बाद में धीरे-धीरे समय का अंतर कम होता चला गया. अब दिन भर भगवान महाकाल के दरबार में शिव भक्तों को 1 घंटे से भी कम समय में दर्शन हो रहे हैं.
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बरसात के मौसम में लोग अपने दोस्तों, परिवार वालों या फिर अपने पार्टनर के साथ खूबसूरत वादियों का दीदार करने का मन बनाते हैं. लेकिन कई बार डेस्टिनेशन के चक्कर में प्लान कैंसिल कर देते हैं. लेकिन अगर आपने पूरा मन बना लिया है, तो यह खबर आपके लिए है. आज हम आपको ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जो किसी स्वर्ग से कम नहीं है. यही नहीं बरसात के मौसम में आपको ऐसा लगेगा, मानो आप किसी जन्नत का दीदार कर रहे हैं. सिक्किम की खेचोपलरी झील सिक्किम की खूबसूरत वादियों में बसा खेचोपलरी झील अपनी रहस्यमयी और मनमोहक सुंदरता के लिए पूरे देश में फेमस है. इस झील को wish fulfilling lake भी कहा जाता है. जानकारी के मुताबिक अगर आप इस झील में अपनी किसी भी विश को मांगते हैं या कोई मनोकामना करते हैं, तो वह पूरी होती है. पुरी होगी हर विश यही कारण है कि इसे 'wish fulfilling lake' कहा जाता है. इस झील में अपनी विश मांगने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं. इसे भारत के सबसे फेमस लेक में से एक माना जाता है. खेचोपलरी गांव में जाते ही आपको झील नजर आ जाएगी. दुपुकनी गुफा इसे देखने के लिए आपको जंगल जैसे रास्ते से गुजरना होगा. जहां की प्राकृतिक सुंदरता आपका दिल जीत लेगी. इस झील के आसपास टहलने के लिए कई जगह है. यही नहीं इस झील के पास दुपुकनी नामक एक गुफा भी है. मान्यता है कि इस गुफा में भगवान शिव ने तपस्या की थी. गंगटोक के स्थानीय बाजार आप यहां की कई नजदीकी जगहों का दीदार कर सकते हैं. इस झील का दीदार करने के बाद आप गंगटोक पहुंच सकते हैं. यहां पर आप पहले दिन किसी होटल में ठहरकर आसपास मौजूद स्थानीय बाजारों में जाकर वहा की चीजें खरीद सकते हैं. ऐसे पहुंचे खेचोपलरी इसके अलावा मनान मंदिर या नामग्यांग स्तूप भी विजिट कर सकते हैं. यहां पहुंचने के लिए आप अपने घर के नजदीकी हवाई अड्डे से गंगटोक हवाई अड्डे तक आ सकते हैं. इसके अलावा आप नजदीकी रेलवे स्टेशन से नया बाजार रेलवे स्टेशन गंगटोक पहुंच सकते हैं. इन जगहों का करें दीदार यहां पहुंचकर आप आसानी से टैक्सी, रिक्शा या बस से खेचोपलरी पहुंच सकते हैं. यहां आने का सबसे अच्छा समय मानसून के महीने का होता है. यहां आने के बाद आप गंगटोक रॉयल पैलेस, बाबा मंगू भवन, त्सो ला झील जैसी जगहों पर घूम सकते हैं.
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मेक्सिको में एक प्राचीन जनजाति द्वारा मानव बलि के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो पिरामिड ढह गए हैं. इसके ढहने के बाद माना जा रहा है कि प्रकृति नई करवट ले सकती है और इसे 'महाविनाश का अलौकिक संकेत' बताया जा रहा है.न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इसे बनाने वाले स्वदेशी जनजाति के वंशजों को डर है कि विनाशकारी तूफानों के कारण दो जुड़वां पिरामिडों में से एक के नष्ट हो जाने के बाद कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आने वाली है. पिरामिड ढहने के पीछे का विज्ञान मैक्सिकन नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री ने बुधवार, 7 अगस्त को एक बयान जारी किया. संस्था ने लिखा, "मंगलवार, 6 अगस्त की रात को इहुआत्ज़ियो पुरातत्व क्षेत्र के पिरामिड आधारों में से एक के दक्षिणी मुहाने के मध्य भाग का एक हिस्सा ढह गया." बयान में आगे कहा गया, "यह प्योरपेचा झील के बेसिन में भारी वर्षा की वजह से हुआ, जिसमें अपेक्षित औसत वर्षा से ज्यादा पानी जमा हो गया. इस क्षेत्र में पहले दर्ज किए गए उच्च तापमान और उसके परिणामस्वरूप सूखे के कारण दरारें पड़ गईं, जिससे प्री-हिस्पैनिक इमारत के अंदरूनी हिस्से में पानी के भर गया." मानव बलि वाला पिरामिड मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, 30 जुलाई को भारी बारिश के बाद पिरामिड की संरचना आंशिक रूप से ढह गई. पिरामिड का निर्माण आधुनिक पुरेपेचा लोगों के पूर्वजों द्वारा किया गया था, जो एक जनजाति थी जिसने एज़्टेक को हराया था. एज़्टेक एक प्राचीन सभ्यता का नाम है. पुरेपेचा जनजाति ने एज़्टेक को हराया और 1519 में स्पेनिश आक्रमण से पहले 400 सालों तक शासन किया. इहुआत्ज़ियो पुरातात्विक क्षेत्र पर 900 ई. से पहले एज़्टेक और फिर स्पेनिश आक्रमणकारियों के आगमन तक पुरेपेचा जनजाति का कब्जा रहा है. इतिहासकारों का कहना है कि प्राचीन पुरेपेचा जनजाति ने अपने सबसे अहम देवता कुरिकवेरी को मानव बलि देने के लिए याकाटा पिरामिड का इस्तेमाल किया था. याकाटा पिरामिड मिचोआकन राज्य के इहुआत्ज़ियो के पुरातात्विक स्थल में पाए जाते हैं.
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पेरिस ओलंपिक 2024 का 13वां दिन काफी शानदार रहा. एक तरफ जहां शाम को भारतीय हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता, वहीं देशवासी बेसब्री से रात 11:45 बजे का इंतजार कर रहे थे, जहां भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) भाला फेंककर देश को एक और पदक दिलाने वाले थे. यह इंतजार देर रात 01:22 बजे खत्म हुआ, जब नीरज चोपड़ा भारत को एक और पदक दिलाने में सफल रहे. देर रात पूरा देश जश्न में डूबा हुआ था क्योंकि गोल्डन बॉय ने भारत के लिए रजत पदक जीता था. नीरज चोपड़ा जेवलिन थ्रो फाइनल हाइलाइट्स पहले तीन राउंड में 12 एथलीटों ने भाला फेंका. भाला फेंकने के लिए नीरज चोपड़ा आठवें नंबर पर आए. उनका पहला राउंड फाउल रहा. इसके बाद दूसरे राउंड में पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम ने 92.97 मीटर भाला फेंककर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया और पहले स्थान पर आए. दूसरे राउंड में नीरज चोपड़ा ने भी 89.45 मीटर भाला फेंककर अपने सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और दूसरे स्थान पर आए. इसके बाद नीरज ने अगले तीन राउंड फाउल घोषित करवाए, जिसके बाद उन्होंने मेडल के लिए अपनी दावेदारी पक्की की और देश के लिए सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहे. नीरज मतलब मेडल की गारंटी टोक्यो 2020 में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा इस बार सिल्वर मेडल के साथ स्वदेश लौटेंगे. इसके साथ ही वह ओलंपिक खेलों में दो बार पदक जीतने वाले चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं. नीरज से पहले यह उपलब्धि नॉर्मन प्रिचर्ड, सुशील कुमार, पीवी सिंधु और मनु भाकर को ही हासिल हुई थी. खास बात यह है कि मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतकर भी देश का गौरव बढ़ाया है. उनकी मां से लेकर देश के प्रधानमंत्री तक सभी ने नीरज को दी बधाई हर रात पूरा देश चैन की नींद सोता है, लेकिन ओलंपिक 2024 का 13वां दिन ऐसा नहीं था. पूरा देश स्क्रीन पर नीरज चोपड़ा का मैच गौर से देख रहा था. रात 01:22 बजे जैसे ही नीरज ने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता, हर तरफ से उन्हें बधाई संदेश आने लगे. इसमें उनकी मां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीसीसीआई सचिव जय शाह समेत कई लोग शामिल थे. उनकी मां ने कहा- "हम बहुत खुश हैं, हमारे लिए रजत भी सोने के बराबर है...वह चोटिल हो गया था, इसलिए हम उसके प्रदर्शन से खुश हैं..." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- "भारत को खुशी है कि वह एक बार फिर ओलंपिक में सफलता के साथ लौटे हैं. रजत पदक जीतने पर उन्हें बधाई..."
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सर्प प्रजाति का हिंदू धर्म में बहुत महत्त्व होता है. शिव जी के कंठ अभूषण नागराज वासुकि है तो वहीं विष्णु भगवान की शैय्या नागराज शेषनाग है. हमारे यहां नागों की पूजा की जाती है और गलती से भी आपसे सर्प की हत्या हो जाए आप पर काल सर्प दोष लग जाता है, जिसका निवारण सहज नहीं है लोग अच्छा दिखने के लिए कंठ में महंगे अभूषण धारण करते हैं लेकिन शिव जी ने अपना आभूषण एक सर्प (सांप) को चुना. जोकि समाज में निंदित और उपेक्षित भी. सभी लोग सर्प से डरते हैं और यही डर भगवान शिव जी दूर कर रहे हैं वासुकि को अपना कंठ हार बनाकर. शिवजी अपने सभी भक्तों को यह सीखा रहे है कि जब मैं हूं तो भय किस बात की, कोई भी पशु या पशु–तुल्य व्यक्ति अपको कोई हानि नहीं पहुंचा सकता. नागपंचमी के पर्व में नागों को दूध पिलाने की प्रथा है ताकि हमारा भय दूर हो और हम जीव-जंतु और पशुओं की सेवा करें. नागपंचमी के बारे शास्त्र क्या कहते हैं? वराह पुराण अध्याय क्रमांक 24 के अनुसार, भगवान वाराह अपने मुख से नागपंचमी की कथा बताते हैं. एक समय की बात है, मरीचि ब्रह्माजी के प्रथम मानस पुत्र हुए. उनके पुत्र कश्यप जी हुए. मन्द मुसकान वाली दक्ष की पुत्री कद्रू उनकी भार्या हुई. उससे कश्यपजी के अनन्त, वासुकि, महाबली कम्बल, कर्कोटक, पद्म, महापद्म, शङ्ख, कुलिक और पापराजिल आदि नामों से विख्यात अनेक सर्प–पुत्र हुए. ये प्रधान सर्प कश्यप जी के पुत्र हैं बाद में इन सर्पों की संतानों से यह सारा संसार ही भर गया. वे बड़े कुटिल और नीच कर्म में रत थे. उनके मुंह में अत्यन्त तीखा विष भरा था. वे मनुष्यों को अपनी दृष्टिमात्र से या काटकर भी भस्म कर सकते थे. उनका दंश शब्द की ही तरह तीव्रगामी था. उससे भी मनुष्यों की मृत्यु हो जाती. इस प्रकार प्रजा का प्रतिदिन दारुण संहार होने लगा, यों अपना भीषण संहार देखकर प्रजा वर्ग एकत्र होकर सबको शरण देने में समर्थ परम प्रभु भगवान ब्रह्मा जी की शरण में गये इसी उद्देश्य को सामने रखकर प्रजाओं ने कमलपर प्रकट होने वाले ब्रह्मा जी से कहा- "प्रभू! आपमें असीम शक्ति है, इन तीखे दांतों वाले सर्पों से आप हमारी रक्षा करें. इनकी दृष्टि पड़ते ही मनुष्य तथा पशुसमूह भस्म हो जाते हैं- यह प्रति दिन की बात हो गयी है. इन सर्पों द्वारा आपकी सृष्टि का संहार हो रहा है. आप इसकी जानकारी प्राप्त कर ऐसा प्रयत्न करें कि यह दुःखद परिस्थिति शीघ्र दूर हो जाए." ब्रह्माजी बोले- "प्रजापालो! तुम भय से घबड़ा गए हो. मैं तुम्हारी रक्षा अवश्य करूंगा. पर अब तुम सभी अपने-अपने स्थानपर लौट जाओ. अव्यक्त मूर्ति ब्रह्मा जी के इस प्रकार कहने पर वे प्रजाएं वापस आ गईं. उस समय ब्रह्मा जी के मन में असीम क्रोध उत्पन्न हो गया. उन्होंने वासुकि समेत सभी प्रमुख सर्पों को बुलाया और उन्हें शाप दे दिया. ब्रह्माजीने कहा- "नागो ! तुम मेरे द्वारा उत्पन्न किए हुए मनुष्यों की मृत्यु के कारण बन गए हो. अतः आगे स्वायम्भुव मन्वन्तर में तुम्हारा अपनी ही माता के शापद्वारा घोर संहार होगा, इसमें कोई संदेह नहीं है." जब ब्रह्माजी ने इस प्रकार उन श्रेष्ठ सर्पों से कहा तब सर्पों के शरीर में भय से कंपकंपी मच गयी. वे उन प्रभु के पैरों पर गिर पड़े और ये वचन कहे. नाग बोले- "भगवन् ! आपने ही तो कुटिल जाति में हमारा जन्म दिया है. विष उगलना, दुष्टता करना, किसी वस्तु को देखकर उसे नष्ट कर देना यह हमारा अमिट स्वभाव आपके द्वारा ही निर्मित है. अब आप ही उसे शान्त करने की कृपा करें." ब्रह्मा जी ने कहा- मैं मानता हूं, तुम्हें मैंने उत्पन्न किया है और तुममे कुटिलता भी भर दी है, पर इसका अभिप्राय यह नहीं है कि तुम निर्दय होकर नित्य मनुष्यों को खाया करो." सर्पों ने कहा- "भगवन् ! आप हमें अलग-अलग रहने के लिए कोई सुनिश्चित स्थान की व्यवस्था कर दीजिए और एवं नियम भी बता दें." नागों की यह बात सुनकर ब्रह्मा जी ने कहा- सर्पों! तुम लोग मनुष्यों के साथ भी रह सको इसके लिए मैं स्थान का निर्णय कर देता हूं. तुम सब लोग मन को एकाग्रकर मेरी आज्ञा सुनो- सुतल, वितल और पाताल- ये तीन लोक कहे गये हैं. तुम्हें रहने की इच्छा हो तो वहीं निवास करो. वहां मेरी आज्ञा तथा व्यवस्था से अनेक प्रकार के भोग तुम्हें भोगने के लिए प्राप्त होंगे. रात के सातवें पहर तक तुम्हें वहां रहना है. फिर वैवस्वत मन्वन्तर के आरम्भ में कश्यप जी के यहां तुम्हारा जन्म होगा. देवता लोग तुम्हारे बन्धु- बान्धव होंगे. बुद्धिमान् गरुड (Garuda) से तुम्हारा भाईपने का सम्बन्ध होगा. उस समय कारण वश तुम्हारी सारी संतान (जनमेजय के यज्ञ में) अग्नि के द्वारा जलकर स्वाहा हो जाएगी. इसमें निश्चय ही तुम्हारा कोई दोष न होगा. जो सर्प अत्यन्त दुष्ट और उच्छृङ्खल होंगे, उन्हीं की उस शाप से जीवन लीला समाप्त होगी. जो ऐसे न होंगे, वे जीवित रहेंगे. हां, परेशान करने पर या जिनका काल ही आ गया हो, उन मनुष्यों को समयानुसार निगलने या काटने के लिए तुम स्वतन्त्र हो. गरुड सम्बन्धी मंत्र, औषध और बद्ध गारुडमण्डल द्वारा दांत कुण्ठित करने की कलाएं जिन्हें ज्ञात होंगी, उनसे निश्चय ही तुम्हें डर कर रहना चाहिए, अन्यथा तुम लोगों का विनाश निश्चित है. ब्रह्माजी के ऐसा कहने पर वे सम्पूर्ण सर्प पृथ्वी के नीचे पाताल लोक में चले गए। इस प्रकार ब्रह्मा जी से शाप एवं वरदान पाकर वे पाताल में आनन्द पूर्वक निवास करने लए. ये सारी बातें उन नाग महानुभावों के साथ पंचमी तिथि के दिन ही घटित हुई थीं. अतः यह तिथि धन्य, प्रिय, पवित्र और सम्पूर्ण पापों का संहारक सिद्ध हो गयी. इस तिथि में जो खट्टे पदार्थ के भोजन का परित्याग करेगा और दूध से नागों को स्नान करायेगा, सर्प उसके मित्र बन जाएंगे. नगपंचमी की पूजा का विधान स्कंद पुराण श्रावण माहात्म्य अध्याय क्रमांक 14 में वर्णित हैं– सीचतुर्थ्यामेकभुक्तं तु नक्तं स्यात्पञ्चमीदिने। कृत्वा स्वर्णमयं नागमथवा रौप्यसम्भवम् ॥ २॥ कृत्वा दारुमयं वापि अथवा मृण्मयं शुभम्। पञ्चम्यामर्चयेद्भक्त्या नागं पञ्चफणान्वितम् ॥ ३॥ द्वारस्योभयतो लेख्या गोमयेन विषोल्बणाः। पूजयेद् विधिवच्चैव दधिदूर्वाङ्करैः शुभैः॥ ४॥" अर्थ- "स्वर्ण, चांदी, काष्ठ अथवा मिट्टी का पांच फणों वाला सुन्दर नाग बनाकर पंचमी के दिन उस नाग की भक्ति पूर्वक पूजा करनी चाहिए. द्वार के दोनों ओर गोबर से बड़े-बड़े नाग बनाए और दधि, शुभ दूर्वांकुरों, कनेर-मालती-चमेली-चम्पाके पुष्पों, गन्धों, अक्षतों, धूपों तथा मनोहर दीपों से उनकी विधिवत् पूजा करे." आगे के श्लोकों में लिखा है "प्रत्यक्ष नागों का पूजन करे और उन्हें दूध पिलाएं; घृत तथा शर्करामिश्रित पर्याप्त दुग्ध उन्हें अर्पण करें (वल्मीके पूजयेन्नागान्दुग्धं चैव तु पाययेत् । घृतयुक्तं शर्कराढ्यं यथेष्टं चार्पयेद् बुधः ॥9॥)।" नागपंचमी में नागों की पूजा करके स्वयं नाग आपकी प्रार्थना की अनुशंसा शिव जी या विष्णु जी तक ले जाते हैं :– स्कंद पुराण श्रावण माहात्म्य अध्याय क्रमांक 14 में वर्णित हैं– बद्धाञ्जलिः प्रार्थयते वासुकिश्च सदाशिवम् । शेषवासुकिविज्ञप्त्या शिवविष्णू प्रसादितौ ॥ 31 ॥ मनोरथांस्तस्य सर्वान्कुरुतः परमेश्वरौ । नागलोके तु तान्भोगान्भुक्त्वा तु विविधान्बहून् ॥ 32 ॥ ततो वैकुण्ठमासाद्य कैलासं वापि शोभनम् । शिवविष्णुगणो भूत्वा लभते परमं सुखम् ॥ 33॥ अर्थ- यदि कोई मनुष्य वित्तशाठ्य से रहित होकर नागपंचमी का व्रत करता है, तो उसके कल्याण के लिए सभी नागों के अधिपति शेषनाग तथा वासुकि हाथ जोड़कर प्रभु श्रीहरि से तथा सदाशिव से प्रार्थना करते हैं. तब शेष और वासुकि की प्रार्थना से प्रसन्न हुए परमेश्वर शिव तथा विष्णु उस व्यक्ति के सभी मनोरथ पूर्ण कर देते हैं. वह नागलोक में अनेक प्रकार के विपुल सुखों का उपभोग करके बाद में उत्तम वैकुण्ठ अथवा कैलास में जाकर शिव तथा विष्णु का गण बनकर परम सुख प्राप्त करता है.
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बांग्लादेश में हिंसा, विरोध प्रदर्शन और अजारकता से हालात अस्थिर है. हालात बेकाबू होकर इतने बिगड़ गए कि देश की कमान संभालने वाली शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा. बांग्लादेश सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों से समृद्ध वाला देश है. भले ही यहां कि अधिकांश आबादी मुस्लिम है लेकिन यहां कई हिंदू और हिंदू मंदिर भी हैं, जो सांस्कृतिक विधिवधताओं का अहम हिस्सा है. बांग्लादेश के हिंदू मंदिर कालात्मक उत्कृष्टता, धार्मिक भक्ति और सद्भावना के रूप में उभरकर सामने आते हैं. बंगाल की खाड़ी के शांत द्वीप से लेकर ढाका की चहल-पहल वाली सड़कों तक.. यह मौजूद सभी मंदिरों की एक अनूठी कहानी और इतिहास है. यहां मौजूद मंदिरों की जटिल बनावटें पूर्वजों के अविश्वसनीय कला-कौशल का प्रमाण देते हैं.आइये जानते हैं बांग्लादेश के कुछ ऐसे ही प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों के बारे में जिनकी खूबसूरत रचनाओं के पीछे छिपी है अनोखी कहानी और गहरा इतिहास.बांग्लादेश का प्राचीन इतिहास हिंदू धर्म से जुड़ा है. यहां पाल वंश और सेन वंश जैसे हिंदू शासकों का शासन हुआ करता था, जिन्होंने कई हिंदू मंदिरों के निर्माण बांग्लादेश में करवाए थे. ये मंदिर आज भी प्रसिद्ध धार्मिक धरोहर के रूप में जाने जाते हैं. आइये जानते हैं यहां के हिंदू मंदिरों के बारे में कांताजी मंदिर कांताजी या कांतानगर मंदिर बांग्लादेश के दिनाजपुर शहर से केवल 12 किमी की दूरी पर स्थित है. कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी के अंत में दिनाजपुर के महाराजा प्राणनाथ के संरक्षण में करवाया गया था. कांताजी मंदिर अपने उत्कृष्ट वास्तुशिल्प कला के लिए जानी जाती है यह मंदिर भगवान कृष्ण और रुक्मिणी को समर्पित है. कांताजी मंदिर एक ऊंचे मंच पर खड़ा था. लेकिन दुर्भाग्य से 1897 में आए भूकंप से मंदिर के शिखर नष्ट हो गए. लेकिन फिर भी मंदिर में महाभारत और रामायण जैसे हिंदू पुराणों के दृश्य को बयां करने वाले टेरोकोटा कला अंकित हैं.
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नागपंचमी पर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पट गुरुवार रात 12 बजे खुलेंगे। परंपरा अनुसार सबसे पहले श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से महंत विनीत गिरी महाराज नागचंद्रेश्वर का त्रिकाल पूजन करेंगे। ये पूजन करीब एक घंटे चलेगा। आरती और भोग के बाद रात करीब एक बजे आम लोगों के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे। दर्शन का सिलसिला अगले 24 घंटे गुरुवार रात 12 बजे तक चलता रहेगा। भगवान नागचंद्रेश्वर को शुक्रवार दोपहर में दाल बाटी का भोग लगाया जाएगा। पंचांग तिथि अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन ही मंदिर के पट खुलने की परंपरा चली आ रही है। नागचंद्रेश्वर भगवान की होगी त्रिकाल पूजा नागपंचमी पर्व पर भगवान श्री नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। गुरुवार 8 अगस्त की मध्यरात्रि 12 बजे पट खुलने के बाद श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज एवं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति कलेक्टर एवं अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह द्वारा प्रथम पूजन व अभिषेक किया जाएगा। शुक्रवार 9 अगस्त को दोपहर 12 बजे अखाड़े द्वारा पूजन होगा। महाकालेश्वर भगवान की सायं आरती के बाद श्री नागचन्द्रेश्वर की पूजन-आरती श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और पुरोहितों द्वारा की जाएगी नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए यहां से प्रवेश करें दर्शनार्थी चारधाम मंदिर की ओर लाइन में लगाकर बैरिकेटिंग से हरिसिद्धि माता मंदिर पहुंचेगे। यहां से बड़े गणेश मंदिर होते विश्रामधाम और फिर ब्रिज पर से होते हुए नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुचेंगे। मंदिर प्रशासन ने नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने के लिए भक्तों को पानी और बारिश से बचने के लिए शेड की व्यवस्था की है। चारधाम से लाइन में लगने के बाद करीब एक घंटे में आम लोगों को दर्शन का दावा मंदिर समिति ने किया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मन्नत गार्डन से बसें 50 भी संचालित की जाएंगी। कर्कराज स्थल और नृसिंह घाट के समीप भील ठाकुर धर्मशाला के परिसर में जूता स्टैंड भी बनाया गया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए गए है। महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए यहां से एंट्री महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन महाकाल लोक त्रिवेणी के सामने पार्किंग में पार्क कर सकेंगे। यहां से वे नंदी द्वार से एंट्री लेकर महाकाल लोक मान सराेवर फिर टनल होते हुए कार्तिकेय मंडपम और फिर नीचे गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
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नागपंचमी पर विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पट गुरुवार रात 12 बजे खुलेंगे। परंपरा अनुसार सबसे पहले श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से महंत विनीत गिरी महाराज नागचंद्रेश्वर का त्रिकाल पूजन करेंगे। ये पूजन करीब एक घंटे चलेगा। आरती और भोग के बाद रात करीब एक बजे आम लोगों के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे। दर्शन का सिलसिला अगले 24 घंटे गुरुवार रात 12 बजे तक चलता रहेगा। भगवान नागचंद्रेश्वर को शुक्रवार दोपहर में दाल बाटी का भोग लगाया जाएगा। पंचांग तिथि अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन ही मंदिर के पट खुलने की परंपरा चली आ रही है। नागचंद्रेश्वर भगवान की होगी त्रिकाल पूजा नागपंचमी पर्व पर भगवान श्री नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। गुरुवार 8 अगस्त की मध्यरात्रि 12 बजे पट खुलने के बाद श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज एवं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति कलेक्टर एवं अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह द्वारा प्रथम पूजन व अभिषेक किया जाएगा। शुक्रवार 9 अगस्त को दोपहर 12 बजे अखाड़े द्वारा पूजन होगा। महाकालेश्वर भगवान की सायं आरती के बाद श्री नागचन्द्रेश्वर की पूजन-आरती श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और पुरोहितों द्वारा की जाएगी नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए यहां से प्रवेश करें दर्शनार्थी चारधाम मंदिर की ओर लाइन में लगाकर बैरिकेटिंग से हरिसिद्धि माता मंदिर पहुंचेगे। यहां से बड़े गणेश मंदिर होते विश्रामधाम और फिर ब्रिज पर से होते हुए नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुचेंगे। मंदिर प्रशासन ने नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने के लिए भक्तों को पानी और बारिश से बचने के लिए शेड की व्यवस्था की है। चारधाम से लाइन में लगने के बाद करीब एक घंटे में आम लोगों को दर्शन का दावा मंदिर समिति ने किया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मन्नत गार्डन से बसें 50 भी संचालित की जाएंगी। कर्कराज स्थल और नृसिंह घाट के समीप भील ठाकुर धर्मशाला के परिसर में जूता स्टैंड भी बनाया गया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए गए है। महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए यहां से एंट्री महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन महाकाल लोक त्रिवेणी के सामने पार्किंग में पार्क कर सकेंगे। यहां से वे नंदी द्वार से एंट्री लेकर महाकाल लोक मान सराेवर फिर टनल होते हुए कार्तिकेय मंडपम और फिर नीचे गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
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नाग पंचमी का त्योहार समस्त सर्पों को समर्पित है. हिंदू धर्म (Hindu Dharam) में नागों को देवता का स्थान दिया गया है. सावन माह (Sawan panchami 2024) के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी मनाई जाती है. इस साल नाग पंचमी के दिन कई तरह के दुर्लभ योग बन रहे हैं. ऐसे में इस दिन का महत्व कई गुना बढ़ गया है. नाग पंचमी की पूजा का मुहूर्त, तिथि और महत्व. नाग पंचमी 2024 सावन माह में नाग पंचमी 9 अगस्त 2024 को है. इस दिन सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि प्रात: 12.36 से शुरू होकर अगले दिन 10 अगस्त 2024 को प्रात: 03.14 पर समाप्त होगी. नाग पंचमी पर पूजा का मुहूर्त नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा के लिए ढाई घंटे का शुभ मुहूर्त बन रहा है. 9 अगस्त को सुबह 06.01 से सुबह 08.38 मिनट में नाग देवता (Nag Devta) की पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा. नाग पंचमी पर दुर्लभ संयोग लक्ष्मी नारायण योग - 9 अगस्त 2024 नाग पंचमी के दिन सिंह राशि में शुक्र और बुध युति से लक्ष्मी नारायण योग बनेगा. इस योग के प्रभाव से कभी भी धन की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है. बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है. शश राजयोग - इस दिन शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहते हुए शश राजयोग का निर्माण करेंगे. सिद्ध योग - 8 अगस्त, दोपहर 12:39 - 9 अगस्त 2024, दोपहर 01:46, अगस्त 09 नाग देवता की पूजा क्यों होती है ? सनातन धर्म में देवी-देवताओं का नागों के साथ संबंध काफ़ी पुराना रहा है जिसकी झलक हमें देवी-देवताओं के चित्रों में देखने को मिलती है. भगवान श्रीहरि विष्णु की शैय्या शेषनाग हैं और नाग देवता को ही शिव जी ने अपने गले में धारण किया है. ऐसे में नाग पंचमी का दिन नाग देवताओं को समर्पित है. इनकी आराधना से शिव, विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. नाग पंचमी का महत्व नाग पंचमी का दिन बेहद शुभ है. जिन जातकों की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उनके लिए नाग पंचमी पर नाग पूजा करना फलदायी होता है और राहु-केतु से जुड़े दोषों के निवारण के लिए भी इस दिन को श्रेष्ठ माना जाता है.
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ओलंपियन विनेश फोगाट की ओलंपिक फाइनल मैच से पहले ओवरवेट होने की वजह से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय ओलम्पिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा से बातचीत की है. समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि पीएम ने पीटी उषा से इस मुद्दे और विनेश की हार के बाद भारत के पास मौजूद विकल्पों के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी मांगी है.उन्होंने उनसे विनेश के मामले में मदद के लिए सभी विकल्पों का पता लगाने के लिए कहा. उन्होंने पीटी उषा से यह भी आग्रह किया कि अगर इससे विनेश को मदद मिलती है तो वह अपनी अयोग्यता के संबंध में कड़ा विरोध दर्ज कराएं. चुनौतियों से मुकाबला करना आपका स्वभाव: पीएम पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में विनेश फोगाट की अयोग्ता को लेकर चिंता जाहिर की है. पीएम ने लिखा, विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं. आज का झटका दुख देता है. काश शब्द उस निराशा की भावना को व्यक्त कर पाते जो मैं अनुभव कर रहा हूं."पीएम मोदी ने आगे लिखा, "मैं जानता हूं कि आप दृढ़ता का प्रतीक हैं. चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है. मजबूत होकर वापस आइए! हम सब आपके साथ हैं." इस झटके को हजम कर पाना मुश्किल: किरेन रिजिजू संसदीय कार्य मंत्री और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर विनेश के अयोग्य होने के बाद प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा, "आप हमेशा भारत के लिए आशा और गौरव की किरण रही हैं. आज जो झटका हमें मिला है वह हजम कर पाना मुश्किल है, लेकिन ऐसे ही वक्त पर तो आपकी असली ताकत उभर कर सामने आती है." केंद्रीय मंत्री लिखते हैं, "आपकी दृढ़ता हमेशा आपका सबसे बड़ा सहयोगी रहा है. मुझे आपकी अटूट समर्पण से भरी यात्रा देखना याद है. हमें आप पर विश्वास है, विनेश. भारत आपके साथ खड़ा है, हर कदम पर आपका उत्साहवर्धन कर रहा है."
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बेंगलुरू में रहने वाले लोगों के लिए गुड न्यूज है. अब यहां पर बार, होटल और क्लब रात के 1 बजे तक खुले रहेंगे. ऐसे में युवाओं को फुलऑन पार्टी करने का भरपूर मौका मिलेगा. कर्नाटक सरकार ने इस फैसले को लिया है. बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) सीमा के अंतर्गत स्थित सभी बार, क्लब देर रात तक चल सकेंगे. पिछले साल बजट में नाइटलाइफ घंटों के विस्तार की बात कही थी, जिसे अब शहरी विकास विभाग ने मंजूरी दे दी है. इसके बाद अब सिलिकॉन सिटी में बार-रेस्टोरेंट राज्य सरकार की तरफ से निर्धारित समय तक खुले रहेंगे. जानें क्लब, होटल का समय राज्य सरकार के अनुसार, बार अब से सुबह 10 बजे से 1 बजे तक खुल सकते हैं. इसके अलावा क्लब (सीएल4 लाइसेंस), स्टार होटल (सीएल6 लाइसेंस), साथ ही सीएल7 और सीएल7डी लाइसेंस वाले होटल और लॉज सुबह 9 बजे से 1 बजे तक खुले रहेगे. सीएल9 लाइसेंस वाले जलपान कक्ष (बार) सुबह 10 बजे से 1 बजे तक संचालित हो सकते हैं. बजट में भी हुई थी चर्चा पिछले साल फरवरी में सीएम ने राज्य के बजट में बेंगलुरु की नाइटलाइफ के समय को बढ़ाने के बारे में भी बोला था. इस दौरान उन्होंने घोषणा की थी कि अब से सभी बार-होटल रात एक बजे तक खुले रहेंगे. पहले शराब देने वाले होटल रात में 11 बजे तक बंद हो जाते थे. बृहथ बैंगलोर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कही ये बात इसको लेकर बृहथ बैंगलोर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष पीसी राव ने कहा, 'कमिश्नरेट की सीमा के भीतर अभी तक सिर्फ बार और रेस्तरां को ही रात 1 बजे तक खुले रहने की अनुमति थी, लेकिन अब बीबीएमपी सीमा में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान रात 1 बजे तक संचालित होंगे.
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देश में इस साल अच्छी बारिश हो रही है. इससे किसानों की फसल अच्छी होगी और देश में अनाज का उत्पादन बढ़ेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल कृषि उत्पादन में 5% की बढ़ोतरी हो सकती है. नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद ने कहा है कि इस वर्ष अभी तक सामान्य से 2% अधिक बारिश होने से इस वित्तीय वर्ष में कृषि उत्पादन में करीब 5 फीसदी की वृद्धि होगी, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1.4% थी. इससे दालों सहित कई वस्तुओं की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है, जो पिछले कई महीनों से उच्च स्तर पर बनी हुई हैं. मिंट की रिपोर्ट के अनुसार रमेश चंद ने कहा कि कृषि उत्पादन में मजबूत वृद्धि के लिए सरकार को हस्तक्षेप करने की जरूरत है. जिससे दालों की खुले बाजार में कीमत समर्थन मूल्य से नीचे ना आएं. जो किसानों को सहारा देने के लिए निर्धारित की जाती हैं. दालों की अधिक मूल्यों के चलते बीते दिनों में स्थानीय कीमतों को कम करने के लिए कई प्रशासनिक कदम उठाए गए हैं. सकारात्मक संकेत एक्सपर्ट रमेश चंद ने कहा कि साल 2023-24 में कृषि उत्पादन में 1.4% की वृद्धि हुई, जो सात साल से अधिक 5% की औसत वृद्धि के बाद हुई है. उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत एक प्रमुख संस्थान, राष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्र और नीति अनुसंधान संस्थान (एनआईएपी) के निदेशक के रूप में भी कार्य किया है. उन्होंने कहा कि उनके अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में कृषि उत्पादन में 5% से अधिक की वृद्धि होनी चाहिए. अब तक खरीफ सीजन के संकेत सकारात्मक हैं. ये हैं जरूरी बातें रमेश चंद ने अपने इंटरव्यू में कहा कि आने वाले 10 सालों के लिए कृषि में वृद्धि दर को अच्छी आर्थिक बढ़ोतरी के लिए सालाना 5% पर बनाए रखने की जरूरत है. कुछ सालों में वृद्धि दर करीब 4 फीसदी या उससे भी नीचे आ सकती है. खरीफ सीजन जून-जुलाई में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होता है और सितंबर-अक्टूबर में समाप्त होता है. ये किसानों की आय, खपत और समग्र आर्थिक वृद्धि को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ला नीना अगस्त में सक्रिय 1 जून से 26 जुलाई के बीच भारत में सामान्य से 2% अधिक बारिश हुई है. कुछ हिस्सों में थोड़ी कमी है, लेकिन अगस्त में पूरी होने की उम्मीद है. रमेश चंद ने मिंट से कहा कि सामान्य से अधिक बारिश को 96% से 104% तक की बारिश माना जाता है. ला नीना अगस्त में सक्रिय रहेगी, जिससे सामान्य से अधिक बारिश होगी. इससे उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी राज्यों में बारिश की किसी भी कमी की भरपाई होनी चाहिए.
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देश में इस साल अच्छी बारिश हो रही है. इससे किसानों की फसल अच्छी होगी और देश में अनाज का उत्पादन बढ़ेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल कृषि उत्पादन में 5% की बढ़ोतरी हो सकती है. नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद ने कहा है कि इस वर्ष अभी तक सामान्य से 2% अधिक बारिश होने से इस वित्तीय वर्ष में कृषि उत्पादन में करीब 5 फीसदी की वृद्धि होगी, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1.4% थी. इससे दालों सहित कई वस्तुओं की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है, जो पिछले कई महीनों से उच्च स्तर पर बनी हुई हैं. मिंट की रिपोर्ट के अनुसार रमेश चंद ने कहा कि कृषि उत्पादन में मजबूत वृद्धि के लिए सरकार को हस्तक्षेप करने की जरूरत है. जिससे दालों की खुले बाजार में कीमत समर्थन मूल्य से नीचे ना आएं. जो किसानों को सहारा देने के लिए निर्धारित की जाती हैं. दालों की अधिक मूल्यों के चलते बीते दिनों में स्थानीय कीमतों को कम करने के लिए कई प्रशासनिक कदम उठाए गए हैं. सकारात्मक संकेत एक्सपर्ट रमेश चंद ने कहा कि साल 2023-24 में कृषि उत्पादन में 1.4% की वृद्धि हुई, जो सात साल से अधिक 5% की औसत वृद्धि के बाद हुई है. उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत एक प्रमुख संस्थान, राष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्र और नीति अनुसंधान संस्थान (एनआईएपी) के निदेशक के रूप में भी कार्य किया है. उन्होंने कहा कि उनके अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में कृषि उत्पादन में 5% से अधिक की वृद्धि होनी चाहिए. अब तक खरीफ सीजन के संकेत सकारात्मक हैं. ये हैं जरूरी बातें रमेश चंद ने अपने इंटरव्यू में कहा कि आने वाले 10 सालों के लिए कृषि में वृद्धि दर को अच्छी आर्थिक बढ़ोतरी के लिए सालाना 5% पर बनाए रखने की जरूरत है. कुछ सालों में वृद्धि दर करीब 4 फीसदी या उससे भी नीचे आ सकती है. खरीफ सीजन जून-जुलाई में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होता है और सितंबर-अक्टूबर में समाप्त होता है. ये किसानों की आय, खपत और समग्र आर्थिक वृद्धि को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ला नीना अगस्त में सक्रिय 1 जून से 26 जुलाई के बीच भारत में सामान्य से 2% अधिक बारिश हुई है. कुछ हिस्सों में थोड़ी कमी है, लेकिन अगस्त में पूरी होने की उम्मीद है. रमेश चंद ने मिंट से कहा कि सामान्य से अधिक बारिश को 96% से 104% तक की बारिश माना जाता है. ला नीना अगस्त में सक्रिय रहेगी, जिससे सामान्य से अधिक बारिश होगी. इससे उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी राज्यों में बारिश की किसी भी कमी की भरपाई होनी चाहिए.
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कैंसर सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है जिसका इलाज काफी कठिन होता है. हालांकि, इसे रोकने के लिए लगातार रिसर्च और नए-नए तरीके खोजे जा रहे हैं. हाल ही में एक रिसर्च में सामने आया है कि उपवास (फास्ट) रखने से कैंसर का रिस्क कम हो सकता है. मेमोरियल स्लोअन केटरिंग कैंसर सेंटर के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि व्रत रखने से कैंसर कोशिकाओं पर असर पड़ता है. आइए जानते हैं इसके बारे में.. उपवास और कैंसर का रिश्ता चूहों पर किए गए इस शोध में पाया गया कि उपवास रखने से शरीर का नेचुरल डिफेंस सिस्टम मजबूत होता है. इससे नेचुरल किलर सेल्स की कार्यक्षमता बढ़ती है, जो कैंसर सेल्स पर अटैक करती हैं. उपवास के दौरान ये सेल्स शुगर की बजाय फैट का इस्तेमाल करती हैं, जिससे वे कैंसर सेल्स को नष्ट करने में सक्षम होती हैं. इस शोध से यह भी पता चला कि उपवास की वजह से ट्यूमर के वातावरण में भी ये सेल्स पैदा हो सकती हैं और कैंसर से लड़ने की उनकी क्षमता बढ़ जाती है. पहले के शोध और फायदे 2012 में चूहों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि शॉर्ट-टर्म फास्टिंग हेल्दी सेल्स को कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स से बचा सकती है. 2016 के एक अन्य शोध में भी यही पाया गया कि कीमोथेरेपी से पहले शॉर्ट-टर्म फास्टिंग टॉक्सिसिटी को कम कर सकती है. जर्मन कैंसर रिसर्च सेंटर के एक अध्ययन में पाया गया कि इंटरमिटेंट फास्टिंग फैटी लीवर, लीवर की सूजन और लीवर के कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है. इंसानों पर प्रभाव कई डॉक्टरों का मानना है कि उपवास कैंसर का खतरा कम करने में मददगार हो सकता है, लेकिन इसका प्रभाव इंसुलिन लेवल और सेलुलर रिएक्शन पर निर्भर करता है. उपवास इंसुलिन लेवल को कम कर कैंसर सेल्स के लिए अनुकूल वातावरण को रोक सकता है. उपवास उन प्रक्रियाओं को भी सक्रिय कर सकता है, जो प्री-कैंसरस सेल्स को बढ़ने से पहले ही खत्म कर सकती हैं. उपवास के अन्य फायदे उपवास करने से शरीर में नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट बढ़ते हैं, जो कोशिकाओं को कैंसर से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं. हालांकि, हर मरीज में ऐसा नहीं होता, इसलिए इस पर और शोध की जरूरत है. खासकर उन मरीजों के लिए जिनका वजन पहले से ही कम हो.
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जगन्नाथ पुरी एक ऐसी जगह है, जहां पर हर कोई जाना चाहता है. लेकिन कई लोगों का ये सपना पूरा नहीं हो पता है, क्योंकि उनका बजट कम होता है और वह इस बात को लेकर हमेशा परेशान रहते हैं. अगर आप अपने बजट के अंदर जगन्नाथ पुरी की यात्रा करना चाहते हैं, तो IRCTC का यह टूर पैकेज आपके लिए एकदम परफेक्ट साबित हो सकता है. परिवार वालों के साथ जाएं जगन्नाथ पुरी अगर आप परिवार या दोस्तों के साथ जगन्नाथ पुरी जाने की सोच रहे हैं, तो IRCTC आपके लिए 4 रात और 5 दिन का टूर पैकेज लेकर आया है. ओडिशा के इस पैकेज की शुरुआत 26 सितंबर से होगी, जो 30 सितंबर को खत्म होगी. इस टूर की शुरुआत चंडीगढ़ से होगी, जो पटना होते हुए इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट से आपको भुवनेश्वर पहुंचाएगी. चिल्का, कोणार्क और पूरी यह टूर पैकेज चिल्का, कोणार्क और पूरी जैसे डेस्टिनेशन कवर करेगा. इस टूर पैकेज में आपका आना जाना, खाना पीना और रहना सब कुछ शामिल है. इस टूर पैकेज के जरिए आप पुरी, भुवनेश्वर सहित कई जगह के सुंदर-सुंदर दृश्य देख पाएंगे. इस पैकेज में कुल 30 सीटों की संख्या है. ऑनलाइन और ऑफलाइन करें बुकिंग ऐसे में अगर आप पूरे परिवार के साथ जाना चाहते हैं, तो जल्दी से बुकिंग कर सकते हैं. यही नहीं इस पैकेज के साथ यात्रियों को ट्रैवल इंश्योरेंस भी मिलेगा. अगर आप भी आईआरसीटीसी के इस टूर पैकेज के साथ जगन्नाथ पुरी की यात्रा करना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से अपनी बुकिंग करवा सकते हैं. पैकेज में शामिल हैं हर चीज ऑनलाइन बुकिंग करने के लिए आपको की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा, तो वही ऑफलाइन बुकिंग के लिए आप अपने नजदीकी IRCTC के ऑफिस जा सकते हैं. बात करें किराए की, तो इस ओडिशा पैकेज को बुक करने के लिए एक व्यक्ति का 34, 520 रुपये है. अगर आप इस टूर पैकेज के जरिए जगन्नाथ पुरी जाते हैं, तो आपको ठहरने और खाने की कोई व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी, यह सारी चीजें इसमें शामिल है. इस नंबर पर करें कॉल आप अपने रिश्तेदारों या परिवार वालों के साथ आईआरसीटीसी के इस टूर पैकेज के जरिए जगन्नाथ पुरी की यात्रा कर सकते हैं. इसमें आपको एक बार पैसे जमा करने के बाद खान और रहने का भी नहीं सोचना पड़ेगा और 5 दिनों में अपनी यात्रा पूरी कर आप वापस घर आ जाएंगे. अगर आपको इस टूर पैकेज से जुड़ी और जानकारी चाहिए, तो आप व्हाट्सएप पर मैसेज या इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं. 85959 30980 इसके अलावा आप 85959 30962 पर भी संपर्क कर सकते हैं.
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आज सावन का तीसरा सोमवार है, इस बीच महाकाल की नगरी उज्जैन ने एक नया कीर्तिमान रच दिया है। उज्जैन में 1500 डमरू एक साथ बजाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। बता दें कि महाकाल लोक स्थित शक्तिपथ पर 1500 डमरू वादकों ने प्रस्तुति देकर यह रिकॉर्ड बनाया है। भगवान भोलेनाथ को डमरू बहुत प्रिय है, जिससे आज उनकी नगरी गूंज उठी।डमरू वादन के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हो गया है। इस उपलब्धि पर एमपी के सीएम मोहन यादव ने बधाई भी दी है। जानकारी के लिए बता दें कि इसके पहले फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन न्यूयॉर्क ने 488 डमरू एक साथ बजाकर रिकॉर्ड बनाया था। इसके साथ आज उज्जैन में 1500 डमरू बजाकर तोड़ दिया गया है। 25 दलों में 1500 वादक ने बनाया रिकॉर्ड डमरू वादकों के 25 दलों में 1500 वादक इस रिकॉर्ड को बनाने में शामिल हुए। इसमें उन्होंने डमरू बजाकर महाकाल की स्तुति की है। महाकाल की भस्म आरती की धुन पर डमरू वादन किया गया है। बता दें कि महाकाल की पहली सवारी में जनजातीय कलाकारों ने लोकनृत्य की प्रस्तुति दी थी। इसके बाद दूसरी सवारी में 350 सदस्यीय पुलिस बैंड की प्रस्तुति दी गई थी। सवारी में किया जा रहा डमरू का वादन अब आज तीसरे सावन सोमवार को निकाली जाने वाली सवारी में डमरू का वादन किया जा रहा है। इसके साथ ही बाबा महाकाल की नगरी को डमरू की नाद से गुंजायमान करने की एक इच्छा आज पूरी हो गई।
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आज सावन का तीसरा सोमवार है। उज्जैन में महाकाल की सवारी निकाली जा रही है। सवारी में महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, तो हाथी पर मनमहेश के स्वरूप में विराजित हैं। इसके पहले वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। महाकाल लोक के पास शक्ति पथ पर 1500 लोगों ने एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाया। उज्जैन का नाम सबसे अधिक लोगों के डमरू बजाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। गिनीज बुक से आए ऋषिनाथ ने इसका सर्टिफिकेट सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय और संतों को सौंपा। डेढ़ लाख लोग कर चुके दर्शन महाकाल मंदिर में सुबह 11 बजे तक करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। खंडवा के ओंकारेश्वर में भी रात से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मंदिर में तड़के 3 बजे भगवान शिव का तीर्थ जल से अभिषेक हुआ। भोपाल के भोजपुर, बड़ वाले महादेव और गुफा मंदिर में भी पूजा-अर्चना की जा रही है। भोजपुर में 7 क्विंटल फूलों से शिवलिंग को सजाया गया है। महाकाल की भस्म आरती के लिए रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2.30 बजे मंदिर के पट खोले गए। भस्म आरती के दौरान भांग, चंदन, सूखे मेवों और आभूषणों से बाबा महाकाल का राजा स्वरूप दिव्य श्रृंगार किया गया। भस्म आरती के 15 हजार से अधिक श्रद्धालु ने दर्शन किए। मंदिर में बाबा के दर्शन का सिलसिला रात 10.30 बजे तक चलेगा। मंदिर प्रशासन को उम्मीद है कि 3 लाख से ज्यादा भक्त आज महाकाल के दर्शन करने आ सकते हैं।
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अगर आप भी चॉकलेट (Chocolate) खाने के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए. आपके लिए बुरी खबर है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में कई चॉकलेट प्रोडक्ट्स में टॉक्सिक हैवी मेटल्स (Heavy Metals) पाए हैं, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक और खतरनाक हो सकते हैं. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट में बताया गया है कि वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में चॉकलेट से बने कई प्रोडक्ट में टॉक्सिक हैवी मेटल्स लेड (Lead) और कैडमियम (Cadmium) जरूरत से ज्यादा मिली है, जो सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं. आइए जानते हैं इस स्टडी में क्या मिला चॉकलेट में कई हैवी मेटल्स इस स्टडी में कोको से बनने वाले डार्क चॉकलेट समेत 72 प्रोडक्ट्स का वैज्ञानिकों ने 8 सालों तक एनालिसिस किया. जिसके बाद उन्होंने पाया कि चॉकलेट से बने 43% प्रोडक्ट्स में सीसा (लेड) की काफी ज्यादा मात्रा थी. 35% प्रोडक्ट्स में कैडमियम पाए गए. वहीं, ऑर्गनिक प्रोडक्ट में टॉक्सिक मेटल्स काफी ज्यादा मिले हैं, जो चिंता बढ़ाने वाले हैं चॉकलेट में लेड, सेहत के लिए खतरनाक शोधकर्ताओं ने बताया कि चॉकलेट प्रोडक्ट्स में ये मेटल्स कंटामिनेशन मिट्टी या मैन्यूफैक्चरिंग के वक्त हो सकता है. यह स्टडी चॉकलेट के अलग-अलग ब्रांड्स और वैरायटी पर बेस्ड था. इसमें कई में टॉक्सिक मेटल्स का लेवल काफी ज्यादा पाया गया. लेड काफी टॉक्सिक एलीमेंट है जो अगर शरीर में जमा हो जाए तो नर्वस सिस्टम, किडनी और हार्ट हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. बच्चों के शरीर में पहुंचकर यह मानसिक ग्रोथ पर बुरा असर डाल सकता है. डार्क चॉकलेट में हैवी मेटल का हाई लेवल जोखिम पैदा कर सकता है, खासकर अगर इसे कुछ समुद्री भोजन, चाय और मसालों जैसे हैवी मेटल वाले अन्य उत्पादों के साथ खाया जाए. कैडियम का सेहत पर असर चॉकलेट में पाया जाना वाला दूसरा टॉक्सिक मेटल कैडमियम किडनी और हड्डियों के लिए हानिकारक होता है. अगर लंबे समय तक इसके संपर्क में शरीर रहे तो हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. इसके अलावा किडनी की कई बीमारियां हो सकती हैं. शोधकर्ताओं ने बताया कि कोको प्लांट जमीन से हैवी मेटल्स अवशोषित कर सकते हैं, इसलिए ज्यादा चॉकलेट खाने से बचना चाहिए. बच्चों को भी इसके नुकसान बताने चाहिए.
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पेरिस ओलंपिक खेल, इस साल यानी 2024 में 26 जुलाई से शुरू होने वाला है, जो 11 अगस्त 2024 तक चलेगा. हर किसी की नजर अब पेरिस ओलंपिक खेलों पर टिकी रहेगी. ऐसे में कई लोग पेरिस ओलंपिक के लिए निकल गए हैं, तो वहीं कुछ लोग अब जाने वाले हैं.अगर आप भी पेरिस ओलंपिक के लिए पेरिस की यात्रा कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है. आज हम आपको फ्रांसीसी राजधानी की ऐसी शानदार जगहों के बारे में बताएंगे, जहां जाने के बाद आपका वापस आने का मन नहीं करेगा. पेरिस का एफिल टॉवर रोशनी का शहर पेरिस अपनी खूबसूरती के लिए काफी जाना जाता है. आप यहां की खूबसूरती देखने के साथ कई एक्टिविटी भी कर सकते हैं. आप पेरिस में एफिल टॉवर जा सकते हैं, यह पेरिस का सबसे आईकॉनिक स्मारक है, जहां का नजारा आपका दिल जीत लेगा और ऊपर से ऐसा लगेगा मानों पूरा शहर आपके पैरों में है. ल्यूव्रे संग्रहालय पेरिस पहुंचने के बाद आप अगर दुनिया के सबसे बड़े संग्रहालय को देखने नहीं गए, मतलब आप पूरी ट्रिप इंजॉय नहीं कर पाए हैं. जानकारी के मुताबिक यह म्यूजियम 300 साल से भी ज्यादा पुराना है. यहां पर आप मोना लिसा, वीनस डी मिलो जैसे कई मशहूर कलाकृतियां को देख सकते हैं. नोट्रे डेम कैथेड्रल इसके अलावा आप पेरिस में नोट्रे डेम कैथेड्रल जरूर जाएं. यह फ्रांस का बहुत पुराना और खूबसूरत चर्च है. यह चर्च अपनी सुंदरता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. यहां की खिड़कियों में रंगीन शीशे लगे हुए हैं, जो आपका दिल जीत लेंगे. यही नहीं इस चर्च के अंदर और बाहर कई तरह की मूर्तियां है, जो लोगों का ध्यान खींचती है. पेरिस ओपेरा पेरिस ओपेरा एक बहुत खूबसूरत और ऐतिहासिक ओपेरा हाउस है. यह दुनिया के फेमस ओपेरा हाउस में से एक है. बता दें कि यहां हर साल कई तरह के ओपेरा, बैले और संगीत जैसे प्रोग्राम ऑर्गेनाइज होते हैं. सैक्रे कोएर बेसिलिका सैक्रे कोएर बेसिलिका पेरिस की सबसे ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है. यह एक कैथोलिक चर्च है. इसे पेरिस के सबसे फेमस लैंडमार्क में से एक बताया गया है. यहां से आप पेरिस का शानदार नजारा देख सकते हैं. एक बार यहां जाने के बाद आपका वापस आने का मन नहीं करेगा. मार्स फील्ड एफिल टावर के ठीक सामने बना मार्स फील्ड एक खूबसूरत पार्क है. जहां की खूबसूरती आपको वहां से जाने नहीं देगी. यहां से एफिल टावर का नजारा देखने लायक होता है. यहां पर हर साल कुछ न कुछ प्रोग्राम होते रहते हैं. सेन नदी सेन नदी को पेरिस शहर का दिल भी कहा जाता है. यह नदी शहर की सुंदरता में चार चांद लगा देती है. अगर आप पेरिस आए और इस जगह पर नहीं घूमे, तो आपका पेरिस आना बेकार है. इन सभी जगह पर आप घूम कर अपनी ट्रिप को यादगार बना सकते हैं और फैमिली और फ्रेंड्स के साथ एंजॉय कर सकते हैं.
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सावन माह की शिवरात्रि बेहद खास मानी गई है. इस दिन शिव जी का जलाभिषेक करने का महत्व है. शिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का दिन होता है. शिवरात्रि का शिवभक्त इंतजार करते हैं. ऐसे में सुयोग्य वर और सुखी दांपत्य जीवन की कामना के लिए इस दिन महादेव का रात्रि काल में पूजन करना चाहिए, मान्यता है इससे जल्द मनोकामनाएं सिद्ध हो जाती है. इस साल सावन शिवरात्रि की 1 या 2 अगस्त 2024 में कब है? यहां जान लें सही तारीख, पूजा मुहूर्त. सावन शिवरात्रि 1 या 2 अगस्त 2024 कब ? सावन शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 को है. मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि के दिन व्रत करके शिवजी की पूजा करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है. सावन शिवरात्रि पूजा मुहूर्त रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय - रात 07:11 - रात 09:49 रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय - रात 09:49 - प्रात: 12:27, 3 अगस्त रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय - प्रात: 12:27 - प्रात: 03:06, 3 अगस्त रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय - प्रात: 03:06 - सुबह 05:44, 3 अगस्त निशिता काल मुहूर्त - 3 अगस्त 2024, प्रात: 12.06 मिनट - सुबह 12.49 मिनट पारण समय - सुबह 05.44 - दोपहर 03.49 (3 अगस्त) सावन शिवरात्रि के उपाय सावन शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर शिव शंकर की पूजा करते हैं, मंत्र जाप, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक आदि करते हैं, ताकि महादेव की कृपा से संकट दूर हों और पाप से मुक्ति मिले. जीवन में सुख और समृद्धि के साथ सफलता मिलती है.वैवाहिक जीवन में सुख शांति और संतान पक्ष में खुशहाली आती है
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हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में खराब ग्लोबल संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार जोरदार गिरावट के साथ बंद हुआ है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 25000 के आंकड़े से नीचे जा फिसला. आईटी और ऑटो स्टॉक्स में भारी बिकवाली के चलते बाजार में ये गिरावट देखने को मिली है. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स की भी जमकर धुलाई हुई है. बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 886 अंकों की गिरावट के साथ 81000 के आंकड़े के नीचे 80,982 अंकों पर क्लोज हुआ है. जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 311 अंकों की गिरावट के साथ 24,699.50 अंकों पर क्लोज हुआ है. निवेशकों को हुआ भारी नुकसान शेयर बाजार में बिकवाली के चलते निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा रहा है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप गिरकर 457.23 लाख करोड़ रुपये पर क्योज हुआ है जो पिछले सत्र में 461.62 लाख करोड़ रुपये रहा था. यानि आज के सत्र में निवेशकों को 4.39 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में खराब ग्लोबल संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार जोरदार गिरावट के साथ बंद हुआ है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 25000 के आंकड़े से नीचे जा फिसला. आईटी और ऑटो स्टॉक्स में भारी बिकवाली के चलते बाजार में ये गिरावट देखने को मिली है. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स की भी जमकर धुलाई हुई है. बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 886 अंकों की गिरावट के साथ 81000 के आंकड़े के नीचे 80,982 अंकों पर क्लोज हुआ है. जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 311 अंकों की गिरावट के साथ 24,699.50 अंकों पर क्लोज हुआ है. निवेशकों को हुआ भारी नुकसान शेयर बाजार में बिकवाली के चलते निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा रहा है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप गिरकर 457.23 लाख करोड़ रुपये पर क्योज हुआ है जो पिछले सत्र में 461.62 लाख करोड़ रुपये रहा था. यानि आज के सत्र में निवेशकों को 4.39 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में खराब ग्लोबल संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार जोरदार गिरावट के साथ बंद हुआ है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 25000 के आंकड़े से नीचे जा फिसला. आईटी और ऑटो स्टॉक्स में भारी बिकवाली के चलते बाजार में ये गिरावट देखने को मिली है. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स की भी जमकर धुलाई हुई है. बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 886 अंकों की गिरावट के साथ 81000 के आंकड़े के नीचे 80,982 अंकों पर क्लोज हुआ है. जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 311 अंकों की गिरावट के साथ 24,699.50 अंकों पर क्लोज हुआ है. निवेशकों को हुआ भारी नुकसान शेयर बाजार में बिकवाली के चलते निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा रहा है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप गिरकर 457.23 लाख करोड़ रुपये पर क्योज हुआ है जो पिछले सत्र में 461.62 लाख करोड़ रुपये रहा था. यानि आज के सत्र में निवेशकों को 4.39 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो चुकी है, जो कि 19 अगस्त तक चलेगा. जिस दिन सावन महीना खत्म होगा. उसी दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा. इस बार रक्षाबंधन और सावन का आखिरी सोमवार एक ही दिन पड़ रहा है. ऐसे भाई-बहनों को शिव जी का विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होगा, हालांकि रक्षाबंधन पर भद्रा का साया भी रहेगा. ऐसे में अभी से जान लें रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त, भद्रा का समय. सावन पूर्णिमा 2024 तिथि इस साल सावन के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त सोमवार को रात 3:04 से शुरू हो रही है. यह 19 अगस्त को ही रात 11:55 पर समाप्त हो रही हैं. रक्षाबंधन पर कई दुर्लभ संयोग इस बार राखी पर सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. रक्षाबंधन पर तीन शुभ योग भी बन रहे हैं. शोभन योग पूरे दिन रहेगा. वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5:53 से 8:10 तक रहेगा और रवि योग भी सुबह 5:53 से 8:10 तक रहेगा. सोमवार के दिन श्रवण नक्षत्र की साक्षी भी इस शुभ दिन को खास बना रही है. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रक्षाबन्धन पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को भद्रा रहित तीन मुहूर्त या उससे अधिक व्यापिनी पूर्णिमा को अपराह्न काल व प्रदोष काल में मनाया जाता है. यथा पूर्णिमायां भद्रारहितायां त्रिमुहूत्र्ताधिकोदय व्यापिन्यामपराले प्रदोषे वा कार्यम् चर-लाभ-अमृत-चर - दोपहर 02:07 से रात्रि 08:20 तक रहेगा. दोपहर 01:48 से अपराह्न 04:22 तक राखी बांधने का विशेष मुहूर्त रहेगा. प्रदोष काल - सायं 06:57 से रात्रि 09:10 के बीच भी राखी बांधने का शुभ मुहूर्त बन रहा है. सावन पूर्णिमा होगी खास भारतीय ज्योतिष शास्त्र में वार, तिथि, योग, नक्षत्र व करण का अपना विशेष प्रभाव होता है. पंचांग के इन्हीं पांच अंगों से किसी भी त्यौहार की श्रेष्ठ स्थित तथा पर्व को खास बनाने वाले योगों का निर्धारण होता है.इस बार श्रावणी पूर्णिमा 19 अगस्त को सोमवार के दिन श्रवण उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र तथा शोभन योग की साक्षी में आ रही है. सोमवार के दिन श्रवण नक्षत्र के होने से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. इस साल भी रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा. रक्षाबंधन का महत्व हिंदू पंचांग के मुताबिक रक्षाबंधन सावन महीने की पूर्णिमा का हर साल मनाया जाता है.भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का यह त्योहार पूरे भारत वर्ष में उत्साह के साथ मनाया जाता है और बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती है, वहीं भाई भी बहन की रक्षा करने का संकल्प लेता है. धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक रक्षाबंधन का पर्व भद्रा काल में नहीं मनाना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि भद्रा काल के दौरान राखी बांधना शुभ नहीं होता है. पौराणिक कथा के अनुसार लंकापति रावण को उसकी बहन ने भद्रा काल में राखी बांधी थी और उसी साल प्रभु राम के हाथों रावण का वध हुआ था. इस कारण से भद्रा काल में कभी भी राखी नहीं बांधी जाती है. पूजा विधि रक्षाबंधन पर सबसे पहले राखी की थाली सजाएं. इस थाली में रोली कुमकुम अक्षत पीली सरसों के बीज दीपक और राखी रखें. भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें. राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें, फिर भाई को मिठाई खिलाएं. अगर भाई आपसे बड़ा है तो चरण स्पर्श कर उसका आशीर्वाद लें. अगर बहन बड़ी हो तो भाई को चरण स्पर्श करना चाहिए. राखी बांधने के बाद भाइयों को इच्छा और सामर्थ्य के अनुसार बहनों को भेंट देनी चाहिए. ब्राह्मण या पंडित जी भी अपने यजमान की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते हैं. ऐसा करते वक्त इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।। भद्रा में नहीं बांधनी चाहिए राखी भद्रा को शनि देव की बहन और क्रूर स्वभाव वाली है. ज्योतिष में भद्रा को एक विशेष काल कहते हैं. भद्रा काल में शुभ कर्म शुरू न करने की सलाह सभी ज्योतिषी देते हैं. शुभ कर्म जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, रक्षा बंधन पर रक्षासूत्र बांधना आदि. सरल शब्दों में भद्रा काल को अशुभ माना जाता है.मान्यता है कि सूर्य देव और छाया की पुत्री भद्रा का स्वरूप बहुत डरावना है. इस कारण सूर्य देव भद्रा के विवाह के लिए बहुत चिंतित रहते थे. भद्रा शुभ कर्मों में बाधा डालती थीं, यज्ञों को नहीं होने देती थी. भद्रा के ऐसे स्वभाव से चिंतित होकर सूर्य देव ने ब्रह्मा जी से मार्गदर्शन मांगा था.उस समय ब्रह्मा जी ने भद्रा से कहा था कि अगर कोई व्यक्ति तुम्हारे काल यानी समय में कोई शुभ काम करता है तो तुम उसमें बाधा डाल सकती हो, लेकिन जो लोग तुम्हारा काल छोड़कर शुभ काम करते हैं, तुम्हारा सम्मान करते हैं. तुम उनके कामों में बाधा नहीं डालोगी. इसी कथा की वजह से भद्रा काल में शुभ कर्म वर्जित माने गए हैं. भद्रा काल में पूजा-पाठ, जप, ध्यान आदि किए जा सकते हैं.
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वैसे तो प्यार करने का कोई दिन या समय नहीं होता है, प्यार किसी भी समय कभी भी जताया जा सकता है, लेकिन अगर गर्लफ्रेंड के प्रति प्यार जताने का कोई खास दिन निर्धारित हो तो इसमें प्यार का इजहार करने में क्या हर्ज है. हर साल 1 अगस्त को National Girlfriend Day मनाया जाता है. इन दिन लड़के अपनी प्रमिकाओं से अपने प्यार का इजहार अलग-अलग तरह से करते हैं. कोई उन्हें फूलों का गुलदस्ता देकर खुश करता है तो कोई उन्हें बाहर घुमाने लेकर जाता है, लेकिन अगर आप इन्हीं घिसे-पिटे आइडियाज से परेशान हो गए हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आप अपनी गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने के नए तरीके. आज हम आपको अपनी गर्लफ्रेंड को देने के लिए कुछ ऐसे गिफ्ट्स बताएंगे जो इस पल को यादगार बना देंगे तो चलिए जानते हैं इनके बारे में. सेंनटेडेट कैंडल्स- एक अच्छी खुशबू आपके मूड को तुरंत बदलने का काम करती है. इन्हीं में से एक है सेंनटेडेट कैंडल्स. इनकी सुगंध कमरे में फैलती है और मूड को तुरंत खुश कर देती है. एक अच्छी खुशबू चिंता को कम करती है और आपको शांत बनाती है. इन सुगंधित कैंडल्स से घर पुरानी यादों और शांति से भर जाता है. ऐसे में इस गर्लफ्रेंड डे पर आप अपनी प्रेमिका को कुछ अच्छी सेंनटेडेट कैंडल्स गिफ्ट कर सकते हैं. पर्सनालिस्ड ज्वेलरी- चाहे लड़का हो या लड़की हर किसी को अच्छा लगता है जब कोई उसके हिसाब से या उसकी पसंद के अनुसार चीजों को डिजाइन कराता है. ऐसे में गर्लफ्रेंड को देने के लिए पर्सनालिस्ड ज्वेलरी से अच्छा कुछ नहीं हो सकता है. इस National Girlfriend Day पर आप अपनी गर्लफ्रेंड को पर्सनालिस्ड ज्वेलरी गिफ्ट करें. इसपर अपने नाम का पहला अक्षर और उसके नाम का पहला अक्षर उकरवाएं. आप ब्रेसलेट पर भी विचार कर सकते हैं, इसपर आप जिस दिन मिले थे उसकी तारीख लिखवा सकते हैं. वह इसे हर दिन भी पहन सकती है, जिससे उसे लगातार आपकी याद आती रहे. अग आपकी गर्लफ्रेंड को कॉफी पसंद है तो नॉन-स्पिलेबल इंसुलेटेड कॉफी मग से अच्छा गिफ्ट और कुछ नहीं हो सकता है. अगर आपकी गर्लफ्रेंड सुबह जल्दी जल्दी में कॉफी पीना भूल जाती हैं तो उन्हें नॉन-स्पिलेबल इंसुलेटेड कॉफी मग गिफ्ट करें. ये उनके प्रति आपके प्यार और केयर को दर्शाएगा. कस्टम फोटो एलबम- आपके साथ बिताए समय की यादों से भरा एक कस्टम फोटो एलबम भी इस अवसर के लिए अच्छा गिफ्ट हो सकता है. ऐसे में आपने अब तक जितने अच्छे पर बिताएं हैं उनकी तस्वीरों को इकट्ठा करें. इसे और भी अधिक व्यक्तिगत और इमोशनल बनाने के लिए कैप्शन या उसपर छोटे नोट्स लिखें. किताबों का गुलदस्ता- अगर आपकी गर्लफ्रेंड को किताबे पढ़ने का शौक है और वो किताबी कीड़ा हैं तो इससे अच्छा गिफ्ट उनके लिए कुछ नहीं हो सकता है. ऐसे में इस Girlfriend Day पर उन्हें किताबों का एक गुलदस्ता गिफ्ट करें. सबसे पहले उनके टेस्ट के हिसाब से किताबें खरीदें और फिर किसी फूलवाले के पास जाएं और उनसे किताबों को पारंपरिक फूलों के गुलदस्ते की तरह व्यवस्थित करने को कहें. किताबों का गुलदस्ता एक यादगार और व्यक्तिगत उपहार है. स्पा डे पैकेज इस National Girlfriend Day पर आप स्पा डे पैकेज के साथ अपनी प्रेमिका को आराम और लाड़-प्यार दिखा सकते हैं. ध्यान रहे कि वो स्पा पैकेज लें, जिनमें मालिश, फेशियल, मैनीक्योर और पेडीक्योर शामिल हो. आप या तो उसके लिए अकेले एक सेशन बुक कर सकते हैं या आप दोनों के लिए एक साथ कपल सेशन ले सकते हैं. इससे आप दोनों साथ में समय भी बिता सकेंगे और एक दूसरे के प्रति प्यार को दर्शा सकेंगे.
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दुनिया के देशों पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है. इसमें अमेरिका और जापान आगे हैं. दुनिया के देशों पर इस समय कर्ज का कुल बोझ 315 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. दुनिया पर कर्ज का बोझ बढ़ाने वालों में भारत भी टॉप-3 में है.कोविड के दौर में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था ही चरमरा गई थी. इसके बाद से ये लगातार उबरने की कोशिश कर रही है, लेकिन एक के बाद एक ग्लोबल लेवल पर घटती घटनाओं के चलते हालात जस के तस बने हुए हैं. अब एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि दुनिया के देशों पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है, जो 315 ट्रिलियन डॉलर के पार जा चुका है.साल 2024 की ही पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में ग्लोबल डेट (Global Debt) रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है. इस बारे में इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल फाइनेंस (IIF) ने एक स्टडी ‘ग्लोबल डेट मॉनिटर रिपोर्ट’ जारी की है. भारत भी टॉप-3 देशों में शामिल रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के देशों पर लदे कुल कर्ज के बोझ में सबसे बड़ी हिस्सेदारी अमेरिका और जापान की है. जबकि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भी कर्ज का बोझ बढ़ रहा है. दुनिया के कर्ज को बढ़ाने में मुख्य तौर पर उभरती अर्थव्यवस्थाओं का हाथ है.इसमें क्रमश: चीन, भारत और मेक्सिको का प्रमुख योगदान है. जबकि दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और ब्राजील उन देशों में शामिल हैं, जिनकी वजह से ओवरऑल डेट में डॉलर की वैल्यू सबसे कम हुई है. आईआईएफ के डेटा के मुताबिक उभरती अर्थव्यवस्थाओं का कर्ज का बोझ 105 ट्रिलियन डॉलर को पार कर चुका है. बीते एक दशक से तुलना करने पर देखें, तो इसमें दोगुने का इजाफा हुआ है. तिमाही आधार पर इतना बढ़ा कर्ज का बोझ रिपोर्ट के मुताबिक डॉलर की वैल्यू में तिमाही आधार पर ग्लोबल डेट में करीब 1.3 ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोतरी आई है. वहीं ग्लोबल डेट 2 आउटपुट रेशियो भी 333 प्रतिशत बढ़ा है. जबकि जनवरी-मार्च से पहले की तीन तिमाहियों में ये गिरा था. डेट 2 आउटपुट रेशियो से पता चलता है कि कर्ज लेने वाले कर्जदार की उसे चुकाने की क्षमता कितनी है. सरकारों का बजट अब भी घाटे में रॉयटर्स ने आईआईएफ की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि दुनिया की कई सरकारों का बजट घाटा कोविड के पहले के दौर से ज्यादा है. इस साल ये ग्लोबल डेट में कुल 5.3 ट्रिलियन डॉलर की हिस्सेदारी रख सकता है. दुनिया के सामने बढ़ता भू-राजनैतिक तनाव और व्यापार को लेकर बिगड़ते माहौल की समस्या अब भी बनी हुई है और ये ग्लोबल डेट को और बढ़ा सकती है.
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हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में संविधान की कॉपी को लेकर भाषण दिया था, जोकि खूब चर्चा में रहा. अब एक बार फिर से राहुल गांधी का भाषण सुर्खियों में है. बीते सोमवार राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार को घेरते हुए कई मुद्दों पर बात की. लेकिन भाषण में उनका ‘चक्रव्यूह’ शब्द चर्चा में रहा. उन्होंने कहा कि, अभिमन्यु की तरह केंद्र सरकार ने हिंदुस्तान के युवाओं, किसानों और गरीब वर्गों को चक्रव्यूह में फंसा दिया है. राहुल गांधी ने कहा- ‘हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में छह लोगों ने फंसा कर मार डाला था. चक्रव्यूह का दूसरा नाम पद्मव्यूह है जोकि कमल (Lotus) के फूल के जैसा होता है. इसके भीतर डर और हिंसा होती है.' चक्रव्यूह क्या है, कैसे हुई इसकी रचना जिस चक्रव्यूह की चर्चा हो रही है, वो वास्तव में क्या था और शास्त्रों में इसे लेकर क्या बताया गया है आइए जानते हैं- पुरातन काल में युद्ध लड़ने के लिए पक्ष-विपक्ष अपने अनुकूल व्यूह की रचना करते थे. व्यूह की रचना करने का अर्थ है, सैनिकों को सामने खड़ा किया जाना.ऊपर से देखने पर यह व्यूह रचना की तरह प्रतीत होता है. ठीक ऐसे ही चक्रव्यूह को भी ऊपर से देखने पर यह एक घूमते हुए चक्र के जैसा दिखता है, जिसमें सैन्य रचना होती है. चक्रव्यूह में भीतर जाने का रास्ता तो नजर आता है, लेकिन बाहर निकलने का रास्ता नहीं दिखता. इसमें सात द्वार का निर्माण किया जाता था. हर द्वार पर युद्ध कला में निपुण एक व्यक्ति को तैनात किया जाता था. जिसके साथ हाथी, घोडे़ सवार और पैदल सैनिक हुआ करते थे. कहा जाता है कि, हजारों साल पहले चक्रव्यूह की रचना द्रोणाचार्य ने की थी. उन्होंने इसे एक घूमते हुए चक्के के जैसा बनाया था. महाभारत में कौरवों के प्रधान सेनापति द्रोणाचार्य ने इसका प्रयोग धर्मराज युधिष्ठिर को बंदी बनाने के लिए किया था. महाभारत में चक्रव्यूह कौन-कौन भेद सकता था? चक्रव्यूह भेदन का ज्ञान केवल श्रीकृष्ण अर्जुन, प्रद्युम्न और अभिमन्यु को था. अभिमन्यु को लेकर कहा जाता है कि, वह मां सुभद्रा के गर्भ से ही चक्रव्यूह भेदना जानते थे, लेकिन उससे बाहर निकलने का ज्ञान उन्हें नहीं था और ना ही जन्म लेने के बाद उन्होंने चक्रव्यूह से बाहर निकलने की शिक्षा ली. युद्ध के दौरान जब अभिमन्यु चक्रव्यूह में गए तो उन्हें चारों ओर से घेरकर मार दिया गया.
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टूरिज्म का क्रेज बीते कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है. लोग अब अपने घरों में बैठे रहना पसंद नहीं करते, बल्कि वो बाहर निकल कर दुनिया देखना पसंद करते हैं. आज आपको ऐसे कई लोग मिल जाएंगे जो ट्रैवेल कर के ही अपनी रोजी रोटी भी चला रहे हैं. लेकिन ट्रैवलिंग इतना आसान भी नहीं है जितना आप समझ रहे हैं. चलिए इसी कड़ी में हम आपको आज उन 10 शहरों के बारे में बताएंगे, जहां टूरिस्ट बिल्कुल भी सेफ नहीं हैं. इसके साथ ही हम हम उन 10 शहरों के बारे में बताएंगे जहां आप बेधड़क हो कर आराम से घूम सकते हैं. 10 सबसे असुरक्षित शहर इस संबंध में फोर्ब्स एडवाइजर ने एक रिपोर्ट निकाली है. इसी रिपोर्ट के आधार पर हम आज आपको घूमने के लिए 10 सबसे सेफ और 10 सबसे अनसेफ शहरों के बारे में बताएंगे. चलिए पहले आपको 10 सबसे अनसेफ शहरों के बारे में बताते हैं.इसमें पहले नंबर पर वेनेजुएला का कारकास शहर है. इसे लुटेरों का शहर भी कहा जाता है. यहां आए दिन अपराध होते हैं. खासतौर से अगर आप टूरिस्ट हैं तो यहां आसानी से आपको लूटा जा सकता है. दूसरे नंबर पर भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान है.पाकिस्तान का कराची शहर दुनिया की सबसे अनसेफ जगहों में दूसरे नंबर पर है. यहां भी अपराध चरम पर है. अगर आप पाकिस्तान घूमना चाहते हैं तो इस शहर से बच कर रहें. तीसरे नंबर पर बर्मा का यांगून शहर है. यहां भी टूरिस्टों के साथ अपराध के मामले बीते कुछ वर्षों में बढ़े हैं. नाइजीरिया का शहर लागोस भी इसी लिस्ट में आता है. इस शहर में लूट, स्नैचिंग और धोखाधड़ी आम बात है.यह शहर टूरिस्टों के लिए बिल्कुल भी सेफ नहीं है. खासतौर से अगर आप सोलो ट्रेवेलिंग कर रहे हैं तो इन शहरों से बिल्कुल बच कर रहें. इसके बाद नंबर आता है मनीला, ढाका, बोगोटा, काहिरा, मैक्सिको सिटी और इक्वाडोर के क्विटो शहर का. इन शहरों में अगर आप घूमने जा रहे हैं तो आपको 24 घंटे सतर्क रहना पड़ेगा. ये शहर टूरिस्टों के लिए बिल्कुल सेफ नहीं हैं. सबसे सेफ शहर कौन से हैं टूरिस्टों के लिए सबसे सेफ शहरों की बात की जाए तो इनमें पहला नाम आता है सिंगापुर का . वहीं दूसरा नाम है जापान के टोक्यो का. जबकि, तीसरा नाम है कनाडा के टोरंटो का. इसके बाद नंबर आता है ऑस्ट्रेलिया के सिडनी का, फिर स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख का. इसके बाद डेनमार्क का कोपेनहेगन, दक्षिण कोरिया का सियोल, जापान का ओसाका, ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न और नीदरलैंड का एम्स्टर्डम. ये शहर किसी भी ट्रेवेलर के लिए सेफ हैं. यहां आप आसानी से घूम सकते हैं और चाहें तो सोलो ट्रैवलिंग कर सकते हैं.
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पेरिस ओलिंपिक में मंगलवार को भारत को दूसरा मेडल मिला। शूटर मनु भाकर और सरबजोत ने 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट का ब्रॉन्ज जीत लिया है। दोनों की जोड़ी ने कोरिया की टीम को 16-10 से हराया। मनु भाकर ने 2 दिन पहले पहले (28 जुलाई) को 10 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट में भी ब्रॉन्ज जीता था। इसके साथ ही वे एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने पहली भारतीय महिला बन गई हैं। भारत को शूटिंग में 12 साल बाद डबल मेडल ओलिंपिक गेम्स की शूटिंग इवेंट में भारत को 12 साल के बाद डबल मेडल मिले हैं। इससे पहले 2012 के लंदन ओलिंपिक में गगन नारंग और विजय कुमार ने शूटिंग में मेडल दिलाए थे। नॉर्मन प्रिचर्ड ने 1900 के ओलिंपिक में 2 मेडल जीते थे मनु से पहले एक अंग्रेज एथलीट नॉर्मन प्रिचर्ड ने एक ओलिंपिक गेम्स में 2 मेडल जीते थे। उन्होंने 1900 के पेरिस ओलिंपिक में 200 मीटर हर्डल्स और 200 मीटर रेस में सिल्वर जीते थे। यह ओलिंपिक में भारत का पहला ओलिंपिक मेडल था। यह कॉन्ट्रोवर्शियल भी रहा, क्योंकि इसे एक अंग्रेज एथलीट नॉर्मन प्रिचर्ड ने जीता था। इसलिए इंग्लैंड भी इस पर दावा करता है। मेडल टेली में 25वें नंबर पर भारत इस मेडल के साथ भारत मेडल टैली में 25वें स्थान पर है, जबकि जापान की टीम नंबर-1 है। मनु-सरबजोत की जोड़ी ने ब्रॉन्ज दिलाया, पेरिस ओलिंपिक में भारत को दूसरा मेडल भारत ने पेरिस ओलिंपिक में दूसरा मेडल जीत लिया है। मनु और सरबजोत की भारतीय जोड़ी ने 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में कोरिया को 16-10 से हराया। पेरिस गेम्स का पहला मेडल भी मनु भाकर ने ही दिलाया था। वे एक ही ओलिंपिक गेम्स में दो मेडल जीतने पहली भारतीय महिला बनी हैं
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छत्तीसगढ़ के बस्तर में मौजूद भगवान शिव के मंदिर दूरदराज से श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए आते हैं. यह मंदिर श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसकी वजह ये है कि मंदिर में करीब 200 साल पुरानी घंटी लगी हुई है, इस घंटी पर 1806 लंदन लिखा हुआ है. जानकार बताते हैं कि तत्कालीन ब्रिटिश हुकुमत के राज्यपाल ने यह घंटी मंदिर में चढ़ाई थी. तब से यह घंटी मंदिर के प्रांगण में लगी हुई है और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. घंटी की क्या है विशेषता? इस घंटी का वजन करीब 15 किलो है और यह विशुद्ध लोहे के धातु से बना है. इस घंटी की खास बात यह है कि इसमें कभी जंग नहीं लगता. दरअसल, मंदिर की खुदाई के दौरान शिवलिंग के साथ ग्रामवासियों को यह घंटी मिली थी. जिसके बाद मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया.मंदिर बनने के बाद आज भी लंदन की यह घंटी इसकी शोभा बढ़ा रही है. करीब 200 साल पुरानी घंटी को देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं. साथ ही सावन के सोमवार के मौके पर रामपाल के इस भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिर में मेला लगता है. शिव के उपासक हैं बस्तर के आदिवासी छत्तीसगढ़ के बस्तर को आदिकाल से ही शिवधाम कहा जाता है. यहां के ग्रामीण भगवान शिव और भगवान राम की सैकड़ों सालों से उपासना करते आ रहे हैं. यही वजह है कि बस्तर में हजारों की संख्या में भगवान शिव के मंदिर हैं और सभी मंदिरों की अपनी अलग-अलग विशेषताएं हैं.जगदलपुर शहर से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रामपाल का शिव मंदिर भी कापी प्रसिद्ध है और यह सैकड़ों साल पुराना है. इंद्रावती नदी के पास मौजूद मंदिर में खुदाई के दौरान शिवलिंग मिला था. इस शिवलिंग की गोलाई लगभग 3 से 4 फीट है और कुछ साल पहले की जांच में लगभग 30 फीट से अधिक गहराई पाई गई. रामवनगमन पथ से जोड़ा गया है रामपाल गांव ग्रामीण इस शिवलिंग को अटल शिवलिंग कहते हैं, जो कि जमीन की नाभि से मिलता है. इस पुरातात्विक मंदिर की कहानी प्रभु श्री राम से जुड़ी है. कहा जाता है कि अपने 14 साल के वनवास के दौरान जब भगवान राम दंडकारण्य से गुजर रहे थे, तब उन्होंने यहां मौजूद शिवलिंग में पूजा अर्चना की थी. इसलिए बस्तर के प्रसिद्ध शिवधाम में से एक रामपाल गांव को रामवनगमन पथ से भी जोड़ा गया है. मंदिर के आसपास खुदाई के दौरान ग्रामीणों को जो ईंट मिली है, वह पांचवीं सदी की है. ऐसा पुरातत्व के जानकार कहते हैं. इस ईंट के अवशेष आज भी मंदिर में मौजूद हैं. मान्यता है कि शिवलिंग प्रभु श्री राम के जरिये स्थापित किया गया है. दिल्ली के श्रीराम सांस्कृतिक संस्थान के विशेषज्ञों ने इस पर शोध किया था और 50 साल से श्रीराम के वनवास पर शोध कर रहे हैं. इस शोध मुताबिक, यहां मौजूद शिवलिंग को लिंगेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है. यहां के ग्रामीण और उनके पूर्वज करीब 150 सालों से इस शिव मंदिर में पूजा करते आ रहे हैं. लिंगेश्वर स्वामी के नाम से है प्रसिद्ध मंदिर रामपाल गांव के सरपंच महादेव नाग का कहना है कि उनके पूर्वजों के समय से उनका परिवार और गांव के सभी लोग लिंगेश्वर स्वामी की उपासना करते आ रहे हैं. यहां खुदाई के दौरान मिले बड़ी-बड़ी ईंटों से यह प्रमाणित होता है कि भगवान श्री राम ने भोलेनाथ की उपासना की थी.महादेव नाग ने बताया कि इसके बाद इस शिवलिंग को बस्तर के तत्कालीन राजा महाराजाओं ने संजोकर रखा था और यहां मंदिर का निर्माण कराया. यह पूरा जंगल क्षेत्र था, धीरे-धीरे ग्रामीण परिवेश के बाद खुदाई की गई तो शिवलिंग के दर्शन हुए. सरपंच महादेव नाग इसी दौरान से यहां के ग्रामीणों से चंदा इकट्ठा कर शिवरात्रि पर सावन सोमवार में मेला का आयोजन कर बाबा लिंगेश्वर की पूजा अर्चना करते हैं. प्रसिद्ध मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जा रहा है, जिससे बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक इस प्रसिद्ध मंदिर को देखकर भगवान लिंगेश्वर स्वामी के दर्शन कर सकें.
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मनु भाकर ने रविवार 28 जुलाई को पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। हरियाणा की 22 साल की इस निशानेबाज ने चेटरौक्स शूटिंग सेंटर में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में तीसरा स्थान हासिल करने के बाद इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनीं। टोक्यो में दिल टूटने के तीन साल बाद भारत की इस सबसे प्रसिद्ध और प्रतिभाशाली निशानेबाजों में से एक ने अपने सपनों को पूरा किया और देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने जबरदस्त वापसी की और कांस्य पदक अपने नाम किया। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का स्वर्ण और रजत पदक दक्षिण कोरिया की दो खिलाड़ियों ने जीता। ओह ये जिन 243.2 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक और किम येजी ने 241.3 के स्कोर के साथ रजत पदक अपने नाम किया।मनु भाकर क्वालिफिकेशन राउंड में भी तीसरे स्थान पर रही थीं। इसके साथ ही उन्होंने शूटिंग में भारत के पदक के 12 साल के सूखे को भी खत्म किया। 2012 लंदन ओलंपिक में गगन नारंग और विजय कुमार ने शूटिंग में पदक जीता था। यह शूटिंग में भारत का पांचवां पदक है। मनु से पहले चारों एथलीट्स पुरुष थे। वह राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अभिनव बिंद्रा, गगन नारंग और विजय कुमार के क्लब में शामिल हो गईं। एशियाई खेलों की टीम में नहीं थीं मनु महज नौ माह पहले तक मनु भाकर 10 मीटर एयर पिस्टल की भारतीय टीम में भी शामिल नहीं थीं। बीते वर्ष वह हांगझोऊ एशियाई खेलों में खेलीं, लेकिन इस इवेंट की टीम में नहीं थीं। यह वह इवेंट है जो उनके दिल के सबसे करीब है। एशियाड से पहले मनु भाकर ने पिछले सारे विवादों को भुलाकर कोच जसपाल राणा का हाथा थामा तो इसकी एक वजह 10 मीटर एयर पिस्टल में वापस प्रभुत्व स्थापित करना था। एशियाड के बाद मनु का समर्पण और जसपाल का साथ काम आया। मनु ने न सिर्फ 10 मीटर एयर पिस्टल की ओलंपिक टीम में जगह बनाई बल्कि शनिवार को क्वालिफाइंग दौर में 580 का विश्वस्तरीय स्कोर कर तीसरे स्थान पर रहते हुए इस इवेंट के फाइनल में भी जगह बनाई। आइए जानते हैं उनके बारे में... मनु 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और 70 से अधिक राष्ट्रीय पदक जीत चुकी हैं। 2021 में हुए ओलंपिक में वह सातवें स्थान पर रहीं। 2023 में मनु ने एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। वह पेरिस ओलंपिक में 21 सदस्यीय भारतीय शूटिंग टीम से कई व्यक्तिगत स्पर्धाओं में हिस्सा लेने वाली एकमात्र एथलीट हैं। हरियाणा के झज्जर में जन्मीं मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी समेत कई खेलों में हिस्सा लिया। मुक्केबाजी खेलते वक्त मनु के आंख पर चोट लग गई थी। इसी के बाद उनका बॉक्सिंग में सफर खत्म गया। हालांकि, मनु के अंदर खेलों को लेकर एक अलग जुनून था, जिसके चलते वह एक बेहतरीन निशानेबाज बनने में कामयाब रहीं। अब उन्होंने देश को गौरवान्वित किया है। 2018 में मनु ने किया कमाल मनु कभी कबड्डी के मैदान में उतरीं तो कभी कराटे में हाथ आजमाया। शूटिंग को प्राथमिक रूप से चुनने से पहले मनु ने स्केटिंग, मार्शल आर्ट्स, कराटे, कबड्डी सब खेला। 16 साल की उम्र में मनु ने 2018 में आईएसएसएफ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और दो स्वर्ण पदक जीते। उसी साल मनु ने राष्ट्रमंडल खेलों और यूथ ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया। दोनों प्रतियोगिताओं में मनु ने स्वर्ण पदक हासिल किया। नौवीं तक था डॉक्टर बनने का सपना मनु के पिता राम किशन भाकर ने उनका हमेशा साथ दिया। पिता ने मनु को पूरा समर्थन दिया। जिस खेल में उन्हें आगे बढ़ने का मन था उसी में बढ़ने दिया। बहुत से विद्यार्थियों की तरह मनु भी नौवीं कक्षा तक डॉक्टर बनना चाहती थीं। वह खेल में शुरू से अच्छी रही लेकिन पढ़ाई पर मुख्य ध्यान रहा। 10वीं में मनु के जीवन का अलग मोड़ आया, जब कक्षा में टॉप करने के साथ उनका चयन शूटिंग के लिए राष्ट्रीय टीम में हुआ। उनके कोच अनिल जाखड़ के कहने पर मनु ने शूटिंग को एक मौका दिया और 11वीं में जब वह 16 साल की थी तब आईएसएसएफ विश्व कप, राष्ट्रमंडल खेल और यूथ ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक जीतकर अपना नाम बनाया।
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हर वर्ष सावन माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन कामिका एकादशी मनाई जाती है. यह पर्व भगवान विष्णु (Vishnu ji) को समर्पित होता है. इस दिन भगवान विष्णु एवं धन की देवी मां लक्ष्मी (Laxmi ji) की विशेष पूजा की जाती है. 31 जुलाई को सावन महीने की एकादशी का व्रत किया जाएगा, जिसका नाम कामिका एकादशी है.पुराणों में कहा गया है कि इस तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. सावन महीने के कृष्ण पक्ष में आने वाली इस एकादशी पर भगवान विष्णु को तुलसी पत्र चढ़ाने से जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं. इस दिन तीर्थ स्नान और दान से कई गुना पुण्य फल मिलता है. कामिका एकादशी की तिथि पंचांग के अनुसार सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 30 जुलाई को संध्याकाल 4:44 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 31 जुलाई को संध्याकाल 3:55 मिनट पर समाप्त होगी. सनातन धर्म में व्रत-त्योहार के लिए सूर्योदय के बाद से तिथि की गणना की जाती है, ऐसे 31 जुलाई को कामिका एकादशी मनाई जाएगी. कामिका एकादशी क्यों किया जाता है? कामिका एकादशी व्रत की कथा सुनना यज्ञ करने के समान है. इस व्रत के बारे में ब्रह्माजी ने देवर्षि नारद को बताया कि पाप से भयभीत मनुष्यों को कामिका एकादशी का व्रत अवश्य करना चाहिए. एकादशी व्रत से बढ़कर पापों के नाशों का कोई उपाय नहीं है. स्वयं प्रभु ने कहा है कि कामिका व्रत से कोई भी जीव कुयोनि में जन्म नहीं लेता. जो इस एकादशी पर श्रद्धा-भक्ति से भगवान विष्णु को तुलसी पत्र अर्पण करते हैं, वे इस समस्त पापों से दूर रहते हैं. कामिका एकादशी का महत्व कामिका एकादशी पर शंख, चक्र, गदाधारी भगवान विष्णु का पूजन होता है. भीष्म पितामह ने नारदजी को इस एकादशी का महत्व बताया है. उन्होंने कहा कि जो मनुष्य इस एकादशी को धूप, दीप, नैवेद्य आदि से भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, उन्हें गंगा स्नान के फल से भी उत्तम फल की प्राप्ति होती है. इस एकादशी की कथा सुनने से ही वाजपेय यज्ञ का फल मिल जाता है. भीष्म कहते हैं कि व्यतिपात योग में गंडकी नदी में और सूर्य-चन्द्र ग्रहण के दौरान स्नान करने से जितना पुण्य मिलता है. उतना ही महापुण्य सावन महीने में आने वाली कामिका एकादशी पर व्रत और भगवान विष्णु की पूजा करने से मिल जाता है.इस दिन तुलसी पत्र से भगवान विष्णु की पूजा करने का भी विधान बताया गया है. कामिका एकादशी का शुभ योग कामिका एकादशी पर ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है. इस योग का संयोग दोपहर 02:14 मिनट तक है. ज्योतिष ध्रुव योग को बेहद शुभ मानते हैं. इस योग में भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी. साथ ही शुभ कार्यों में सिद्धि मिलेगी. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का भी संयोग बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग दिन भर है. शिववास योगकामिका एकादशी पर देवों के देव महादेव कैलाश पर्वत पर विराजमान रहेंगे. इस समय में भगवान शिव का अभिषेक करने से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी. भगवान शिव दोपहर 03:55 मिनट तक कैलाश पर रहेंगे. इसके बाद नंदी पर सवार होंगे. दोनों समय अभिषेक के लिए अनुकूल है. इस समय में भगवान नारायण की भी पूजा करने से साधक के सुख और सौभाग्य में बढ़ोतरी होगी. व्रत का संकल्प स्कंद पुराण में बताया गया है कि सावन महीने के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी पर व्रत, पूजा और दान से जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं लेकिन, जानबूझकर दोबारा कोई पाप या अधर्म नहीं होगा, ऐसा संकल्प भगवान विष्णु के सामने लेने पर ही इसका फल मिलता है. ये व्रत साल की 24 एकादशियों में खास माना गया है. सावन में विष्णु पूजा का महत्व महाभारत और भविष्य पुराण में बताया गया है कि सावन महीने के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इनके अलावा विष्णुधर्मोत्तर पुराण में भी जिक्र है कि सावन महीने में भगवान विष्णु की पूजा और व्रत-उपवास से मिलने वाला पुण्य कभी खत्म नहीं होता है. पंचामृत और शंख में दूध भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करने से जाने-अनजाने में हुए हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं. निर्जल व्रत सावन महीने में आने वाली एकादशियों को पर्व भी कहा जाता है. सावन मास में भगवान नारायण की पूजा करने वालों से देवता, गंधर्व और सूर्य आदि सब पूजित हो जाते हैं. एकादशी के दिन स्नानादि से पवित्र होने के बाद पूजा का संकल्प लेना चाहिए. इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति की पूजा करना चाहिए. भगवान विष्णु को फूल, फल, तिल, दूध, पंचामृत और अन्य सामग्री चढ़ाकर आठों प्रहर निर्जल रहना चाहिए यानी पूरे दिन बिना पानी पीए विष्णु जी के नाम का स्मरण करना चाहिए. एकादशी व्रत में ब्राह्मण भोजन एवं दक्षिणा का भी बहुत महत्व है. इस प्रकार जो यह व्रत रखता है उसकी कामनाएं पूरी होती हैं. गौ दान का पुण्य पितामह ने बताया कि पूरे साल भगवान विष्णु की पूजा न कर सकें तो कामिका एकादशी का उपवास करना चाहिए. इससे बछड़े सहित गौदान करने जितना पुण्य मिल जाता है. सावन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा और उपवास करने से सभी देवता, नाग, किन्नर और पितरों की पूजा हो जाती है. जिससे हर तरह के रोग, शोक, दोष और पाप खत्म हो जाते हैं. मिलता है स्वर्ग कामिका एकादशी के व्रत के बारे में खुद भगवान ने कहा है कि मनुष्यों को अध्यात्म विद्या से जो फायदा मिलता है उससे ज्यादा फल कामिका एकादशी का व्रत करने से मिल जाता है. इस दिन व्रत करने से मनुष्य को यमराज के दर्शन नहीं होते हैं. बल्कि स्वर्ग मिलता है. जिससे नरक के कष्ट नहीं भोगने पड़ते. दीपदान भीष्म ने नारदजी को बताया कि कामिका एकादशी की रात में जागरण और दीप-दान करने से जो पुण्य मिलता है. उसको लिखने में चित्रगुप्त भी असमर्थ हैं. एकादशी भगवान विष्णु के सामने घी या तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। जो ऐसे दीपक लगाता है उसे सूर्य लोक में भी हजारों दीपकों का प्रकाश मिलता है. ऐसे लोगों के पितरों को स्वर्ग में अमृत मिलता है.
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मध्य प्रदेश के रतलाम शहर में देवी कालिका मंदिर में अब कुछ प्रकार के पहनावे पर रोक लगा दी गई है. नए नियमों के अनुसार 'पश्चिमी और तंग' पोशाक या शॉर्ट्स पहन कर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. मंदिर के पुजारी ने यह जानकारी दी है समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कालिका मंदिर के पुजारी राजेंद्र शर्मा ने कहा, ‘‘मंदिर की पवित्रता की रक्षा के लिए पश्चिमी और तंग पोशाक तथा शॉर्ट्स (हाफ पैंट) पहने हुए भक्तों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.’’ करीब 400 साल पुराने इस मंदिर के चारों ओर प्रतिबंधित कपड़ों के प्रकार का उल्लेख करने वाली कई पट्टिकाएं लगी हुई हैं. मंदिर के बाहर खड़े रह कर करने होंगे दर्शन मंदिर के पुजारी ने कहा, ‘‘अभद्र पोशाक पहने किसी भी भक्त को मंदिर या गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.’’ उन्होंने कहा कि ऐसे भक्त मंदिर के बाहर से भी दर्शन कर सकते हैं. मंदिर की देखभाल कोर्ट ऑफ वार्ड्स एक्ट के तहत रतलाम जिला प्रशासन द्वारा की जाती है. तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने कहा, ‘‘मुझे मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा पश्चिमी परिधानों पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय के बारे में पता चला है.’’ 'पश्चिमी पोशाक सनातन धर्म पर हमला' पुजारी का दावा है कि रतलाम को बसाने वाले राजा रतन सिंह ने 400 साल पहले इस मंदिर का निर्माण कराया था और कुल देवी की प्रतिष्ठा की थी. इस फैसले का स्वागत करते हुए एक भक्त ने कहा कि पश्चिमी पोशाक भारत की समृद्ध संस्कृति और सनातन धर्म पर हमला है. मंदिर में मुख्य देवी के अलावा मां चामुंडा और मां अन्नपूर्णा की मूर्तियां भी स्थापित हैं, जहां रतलाम और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में भक्त आते हैं. नवरात्रि के दौरान मंदिर परिसर में गरबा महोत्सव का आयोजन किया जाता है.
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बरसात का मौसम शुरू होते ही लोग घूमने के लिए निकल जाते हैं. लेकिन यात्रा करने से पहले हर किसी को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. अधिकतर लोग यात्रा के दौरान कई तरह की मुश्किलों का सामना करते हैं. जैसे चोट लगना, सामान खो जाना, मेडिकल इमरजेंसी, फ्लाइट कैंसिल होना आदि. ट्रैवल इंश्योरेंस अगर यात्रा ज्यादा लंबी हो या फिर एक देश से दूसरे देश में जाना हो, तो परेशानियां और ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में लोगों को कई मुसीबत का सामना करना पड़ता है. इन सब चीजों से बचने के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस बहुत जरूरी होता है. मुसीबत के समय ट्रैवल इंश्योरेंस मुसीबत के समय ट्रैवल इंश्योरेंस आपके काफी काम आएगा. इसलिए एक देश से दूसरे देश में यात्रा करते वक्त या फिर किसी लंबे सफर पर निकलने से पहले ट्रैवल इंश्योरेंस लेने के बारे में जरूर विचार करना चाहिए. ट्रैवल इंश्योरेंस की मदद से आप बिना किसी चिंता के अपनी यात्रा का पूरा आनंद ले सकते हैं. ऐसे खरीदें ट्रैवल इंश्योरेंस आप अपनी यात्रा शुरू करने से पहले किसी भी यात्रा बीमा कंपनी से यात्रा बीमा खरीद सकते हैं. यही नहीं आप ऑनलाइन भी ट्रैवल इंश्योरेंस खरीद सकते हैं. इंश्योरेंस खरीदते समय ट्रैवल इंश्योरेंस से जुड़ी हर शर्त नियम को ध्यान से पढ़ें और समझे अलग-अलग बीमा कंपनियों के कोट इकट्ठा करें और सबसे अच्छी डील को चुने. यह जरूर ध्यान रखें कि आपका बीमा पॉलिसी आपकी यात्रा के दौरान होने वाली हर घटनाओं को कवर करता है या नहीं. मौसम के बारे में जानकारी इसके अलावा यात्रा करने से पहले आपको जिस जगह जा रहे हैं, उस जगह के मौसम के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है. ताकि आप मौसम के अनुसार अपने सामान की पैकिंग कर सकें. अगर आपको पता चल जाता है कि जिस जगह आप जा रहे हैं. वहां का मौसम अक्सर खराब रहता है, तो आप अपनी यात्रा योजना में बदलाव कर सकते हैं.कई बार एक जगह से दूसरी जगह बदलने पर मौसम में बदलाव होता है. इस वजह से स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में आप यात्रा के दौरान अपने साथ कई तरह की दवाई गोली और बाकी सुविधाजनक सामान भी रख सकते हैं.
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कई बीमारियां ऐसी होती हैं जो आनुवांशिक होने के कारण परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी चलती हैं. जैसे डायबिटीज के बारे में कहा जाता है कि ये बीमारी जेनेटिक होने के कारण परिवार के कई सदस्यों को अपनी चपेट में लेती है. ठीक इसी तरह कैंसर को लेकर भी कहा जाता है कि अगर परिवार में किसी सदस्य को कैंसर हो चुका है तो काफी चांस है कि बाकी सदस्य भी इसका शिकार हो सकते हैं. इसके चलते लोगों में एक तरह का डर बैठ जाता है और कई मरीज इलाज से पहले ही उससे लड़ने की हिम्मत खो देते हैं. चलिए आज इस मिथ की बात करते हैं और मानते हैं कि सच्चाई क्या है. Myth: क्या वाकई जेनेटिक है कैंसर जैसी बीमारी? Facts: कैंसर को लेकर मिथ बन गया है कि ये फैमिली हिस्ट्री से जुड़ा है. यानी अगर आपके परिवार में किसी को कैंसर हो चुका है तो इसकी ज्यादा संभावना होगी कि वो परिवार के दूसरे लोगों को भी होगा. देखा जाए तो ऐसा दावा कोई रिसर्च नहीं कर पाई है कि अगर परिवार में किसी को कैंसर हो चुका है तो दूसरे सदस्यों को कैंसर जरूर होगा. एक्सपर्ट कहते हैं कि कैंसर से जुड़े सभी मामलों में केवल 10 फीसदी मामले ऐसे होते हैं जिसमें परिवार के एक सदस्य के बाद दूसरे सदस्य को कैंसर हुआ है. कैंसर फैमिली हिस्ट्री में हो सकता है लेकिन इसकी संभावना बहुत ही कम होती है. अगर किसी परिवार में एक सदस्य के बाद दूसरे सदस्य को कैंसर हुआ है तो इसका कारण कैंसर का जेनेटिक होना नहीं बल्कि परिवार के सदस्यों लाइफस्टाइल और एनवायरमेंट जीन्स एक जैसे होना हो सकता है.जैसे किसी परिवार के सदस्य ज्यादा धूप वाले इलाके में रहते आए हों. किसी परिवार के सदस्य स्मोकिंग ज्यादा करते हैं. इसलिए कैंसर को जेनेटिक मानने की बजाय परिवार के जीवन जीने के तरीके को जेनेटिक माना जा सकता है, जिससे कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. Myth: क्या शरीर की गांठ कैंसर होती है? Fact: कैंसर को लेकर एक और मिथक लोगों को डराता है. कहा जाता है कि अगर शरीर में कहीं कोई गांठ दिख रही हो तो वो जरूर कैंसर होगा. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. दरअसल शरीर की हर गांठ कैंसर नहीं होती है. कई बार ब्रेस्ट पर आई कोई गांठ औरतों को डरा देती है. एक्सपर्ट कहते हैं कि शरीर पर आई गांठों में करीब 10 20 फीसदी गांठ कैंसर हो सकती हैं. ऐसे में डरने की बजाय इसकी जांच करवानी चाहिए. जांच करवाने के साथ साथ व्यक्ति को उम्र, शारीरिक स्थिति, हार्मोनल चेंज पर भी फोकस करना चाहिए.
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शनि देव का क्रोध सभी जानते हैं. भगवान शिव भी उनकी दृष्टि से नहीं बच पाए थे. कहते हैं शनि ही एक मात्र देवता हैं जिनकी नजर से कोई नहीं बच सकता है, फिर चाहें वो भगवान, इसांन या प्रेत आत्माएं ही क्यों न हों. इसीलिए शनि के गुस्से से सभी खौफ खाते हैं और बचने के उपाय करते हैं.अगस्त 2024 का महीना कुछ दिनों बाद ही आरंभ होने जा रहा है. शनि की कुछ राशियों पर विशेष दृष्टि है, ये राशियां कौन- कौन सी हैं, आइए जानते हैं मासिक राशिफल सिंह राशि अगस्त के महीने में आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योकि शनि पाप ग्रह राहु के साथ 2-12 का संबंध बना रहे हैं.जिस कारण परिवार में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं. जीवनसाथी से भी मतभेद और दूरी बनने के योग बन सकते हैं शनि यहां आपको मानसिक तनाव और भ्रम जैसी स्थितियों का निर्माण कर रहे हैं. जिस सही फैसले लेने में कुछ दिक्कत आ सकती है. 21 अगस्त के बाद कुछ स्थितियां बदलेंगी बुध और शुक्र से लक्ष्मीनारायण योग बन रहा है, जिससे कई तरह की परेशानियों पर विजय प्राप्त करने में सफल रहेंगे. इस दौरान आय में वृद्धि हो सकती है. बैंक लोन और मंथली ईएमआई को कम हो सकती हैं. किसी से भी अपशब्द न बोलें नहीं तो शनि देव कठोर दंड दे सकते हैं. मकर राशि शनि देव आपके छछे भाव व दशम भाव से नवम-पंचम राजयोग बना रहे हैं. लेकिन इस राजयोग का लाभ लठाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा अगस्त के महीने में राहु का पंचम दृष्टि भी पड़ रही है, अगर आप अपने पार्टनर को धोखा देते हैं और अपमान करते हैं तो शनि दंड देने में तनिक भी देर नहीं करेंगे. वहीं शनि की सातवीं दृष्टि भी आप पर है, इसलिए जीवनसाथी और बिजनेस पार्टनर से सही तरह से पेश आना है. नहीं तो बनती बात भी बिगड़ सकती है. कुंभ राशि शनि आपकी ही राशि में गोचर कर रहे हैं. अगस्त 2024 का महीना आपके लिए विशेष है. शनि आपके षष्ठ भाव से षडाष्टक दोष बनाकर बैठे हैं, इसलिए क्रोध करने से बचें नहीं तो बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं अगस्त में धन संबंधी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं. लव पार्टनर का साथ मिलेगा और लाइफ में रोमांस की कमी नहीं रहेगी. जॉब करने वालों को अपने कामों को समय पर पूरा करने में दिक्कत आ सकती है अपने सहयोगियों का ध्यान रखें नहीं तो शनि नाराज होकर काम बिगाड़ सकते हैं. गलत लोगों की संगत को तुरंत छोड़ दें नहीं तो शनि माफ नहीं करेंगे. दूसरों का आदर और सम्मान करें. जो लोग राजनीति व प्रशासन से जुड़े हैं वे कमजोर लोगों की सहायता करें, इससे शनि महाराज प्रसन्न होंगे और अच्छे परिणाम देंगे.
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प्रत्येक वर्ष श्रावण माह में पड़ने वाली अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या या श्रावणी अमावस्या कहा जाता है. धार्मिक शास्त्रों में सावन माह की अमावस्या तिथि को विशेष तिथि के रूप में देखा जाता है.सावन माह की अमावस्या 04 अगस्त को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाई जाएगी. ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस बार हरियाली अमावस्या पर सिद्धि योग और पुष्य नक्षत्र रहेंगे शास्त्रों में इस अमावस्या पर पूजा-पाठ, स्नान-दान करना उत्तम माना गया है. साथ ही पर्यावरण की दृष्टि से भी हरियाली अमावस्या का बहुत महत्व है. इस दिन अपने पूर्वजों की याद में पौधे लगाना शुभ रहता है वहीं हरियाली अमावस्या पर कुछ विशेष वृक्षों की पूजा करने से ग्रह दोष भी दूर होते हैं. सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है इस दिन पवित्र नदी में स्नान करके पितरों को पिंडदान, श्राद्ध कर्म करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके अलावा हरियाली अमावस्या पर्व जीवन में पर्यावरण के महत्व को भी बताता है इस दिन नए पौधे लगाए जाते हैं. मान्यता है कि श्रावणी अमावस्या के दिन वृक्षारोपण करने से जीवन के सारे कष्ट दोष दूर हो जाते हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता है इसके अलावा ये तिथि किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन किसान अपने खेती में उपयोग होने वाले उपकरणों की पूजा करते हैं और ईश्वर से अच्छी फसल होने की कामना करते हैं. हरियाली अमावस्या शुभ मुहूर्त 2024 इस साल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 4 अगस्त 2024 को है. ऐसे में इसी दिन हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या का प्रारंभ- 3 अगस्त को दोपहर 3:50 मिनट से अमावस्या का समापन- 4 अगस्त को शाम 4:42 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार 4 अगस्त को ही हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा. इस साल सिद्धि योग और पुष्य नक्षत्र में हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी हरियाली अमावस्या का महत्व सावन के महीने में कृष्ण पक्ष की शिवरात्रि के अगले दिन हरियाली अमावस्या होती है. इस दिन पेड़-पौधों की विशेष रूप से पूजा की जाती है. इस दिन पीपल और तुलसी के पौधे की पूजन का विशेष महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना जाता है. इस दिन पौधे लगाने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. पितरों की शांति के लिए करें उपाय हरियाली अमावस्या के दिन किसी योग्य ब्राह्मण को घर बुलाकर भोजन करवाएं. इस दिन किसी नदी किनारे श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करें. साथ ही गाय को चारा भी खिलाएं. हरियाली अमावस्या के दिन मछलियों के लिए नदी में आटे की गोलियां डालें. नदी में काले तिल प्रवाहित करें. पीपल और तुलसी पूजन का महत्व इस दिन वृक्ष पूजा की प्रथा अनुसार पीपल और तुलसी के पेड़ की पूजा की जाएगी. वृक्षों में देवताओं का वास माना जाता है. इस दिन पितृ तर्पण भी किया जाता है. इससे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है. शांति और समृद्धि सावन माह में पड़ने वाली इस हरियाली अमावस्या पर विशेष तरह का भोजन भी बनाया जाता है, जो कि ब्राम्हणों को खिलाया जाता है खास बात यह है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा भी की पूजा की जाती है. हरियाली अमावस के दिन भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा की जाती है. मान्यता है कि श्रावण अमावस्या के दिन शिव भगवान की पूजा करने से घर में सुख और शांति के साथ समृद्धि भी आती है.
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बरसात का मौसम आ गया है. ऐसे में घर बैठकर बोर होने से अच्छा है, कि आप मध्य प्रदेश की इस खूबसूरत जगह पर घूमने चले जाए. यकीन मानिए आज जो हम आपको जगह बताने वाले हैं, पूरे मध्य प्रदेश में ऐसी जगह आपको कहीं देखने को नहीं मिलेगी यहां आप अपने दोस्तों के साथ जमकर मस्ती कर सकते हैं, फोटोशूट कर सकते हैं और रात भर गाना, बजाना और नाचना भी कर सकते हैं. यानी कुल मिलाकर यह जगह स्ट्रेस फ्री होकर मौज मस्ती करने की है. मध्य प्रदेश का पचमढ़ी हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के पचमढ़ी की. यह एक ऐसा हिल स्टेशन है, जो अपनी खूबसूरती और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है. इसे अक्सर लोग "सतपुड़ा की रानी" कहते हैं. इस बात की तो पूरी गारंटी है कि यहां आने के बाद आपको पछताना नहीं पड़ेगा. क्योंकि यहां पर एक नहीं कई सारी जगह है, जहां आप दोस्तों के साथ इंजॉय कर सकते हैं. पहाड़ों से घिरी हुई जगहें पचमढ़ी पूरा पहाड़ों से घिरा हुआ है और यहां की घाटियां, झरने और जंगल देख कर आपको लगेगा कि आप किसी स्वर्ग में आ गए हैं. भागदौड़, ऑफिस की कच कच से दूर शांत माहौल में आप सुख के दो पल बिता सकते हैं. यहां पर रुकने के लिए आपको कई सारे होटल और रिसॉर्ट भी मिल जाएंगे. तो अब भैया उठाइए अपनी गाड़ी और निकल पड़िए पचमढ़ी की ओर. चौरागढ़ मंदिर पचमढ़ी में कई पिकनिक स्पॉट हैं, जहां आप परिवार और दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं. यहां पर आप पहाड़ों में ट्रेकिंग करने का भी लुत्फ उठा सकते हैं. यही नहीं आपको यहां के हरे भरे जंगलों में कई तरह के पशु पक्षी देखने को मिलेंगे. यहां पर आपको महादेव मंदिर और चौरागढ़ मंदिर भी देखने को मिलेगा. पचमढ़ी का अप्सरा झरना पचमढ़ी में कई झरने भी हैं, जैसे कि रजत प्रपात और अप्सरा विहार आदि. यानी कुल मिलाकर आपको एक ही जगह पर कई सारी चीजों का नजारा देखने को मिलेगा. पचमढ़ी आने का सबसे अच्छा समय होता है ठंड और बरसात का मौसम. तो अब देर किस बात की है आ जाइए अपने दोस्तों के साथ मध्य प्रदेश के पचमढ़ी. ऐसे पहुंचे पचमढ़ी अब आप सोच रहे होंगे कि पचमढ़ी तक कैसे पहुंचा जाए, तो आप अपने घर से नजदीकी एयरपोर्ट से जबलपुर हवाई अड्डा तक की फ्लाइट देख लें. इसके अलावा पचमढ़ी का निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है. आप रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट से टैक्सी और बस की मदद से यहां पहुंच सकते हैं.
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महिलाओं की तरह पुरुषों में भी कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. पुरुषों में भी कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. सबसे बड़ा चेंज होता है पुरुषों की रिप्रोडक्टिव हेल्थ में होने वाले बदलाव जिसे टेस्टोसटिरोन के नाम से जाना जाता है. टेस्टोस्टेरोन एक जरूरी एंड्रोजेन हार्मोन है. जो स्पर्म बनने में अहम रोल निभाता है 'क्लीवलैंड क्लीनिक' के मुताबिक, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन मर्दानी ताकत के लिए बहुत जरूरी होती है, मसल मास, रेड ब्लड सेल्स, बोन डेंसिटी और रिप्रोडक्टिव फंक्शन्स के लिए भी बेहद जरूरी होता है. इसलिए पुरुषों में इस हार्मोन का लेवल कंट्रोल में रहता है. अच्छी सेहत के लिए पुरुषों में इस हार्मोन का होना बेहद जरूरी होता है. एक्सरसाइज करने से टेस्टोस्टेरोन के लेवल पर कैसा असर होता है? रोजाना एक्सरसाइज करने से कई सारी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है. दिल और दिमाग से जुड़ी कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं एक्सरसाइज करने से कंट्रोल में रहती है. सिर्फ इतना ही नहीं एक्सरसाइज करने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल भी मेंटेन रहता है. आइए जानें शरीर में यह कैसे फंक्शन करता है? शिकागो में रश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में यूरोलॉजी के अध्यक्ष एडवर्ड चेरुलो, एम.डी. कहते हैं. एक्सरसाइज करने से टेस्टोस्टेरोन का लेवल काफी ज्यादा प्रभावित होता है. यह समझने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है उम्र के साथ-साथ टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का लेवल कम होने लगता है. अक्सर पुरुषों में 40 के बाद टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम होने लगता है. लेकिन पुरुषों में कई बार कई दूसरे कारण से भी ये कम होने लगता है. जिसके कारण कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है आइए जानें टेस्टोस्टेरोन कम होने के लक्षण हॉट फ्लैश इरेक्टाइल डिसफंक्शन स्पर्म काउंट कम होना इनफर्टिलिटी बॉडी फैट बढ़ना डिप्रेशन मांसपेशियां कमजोर होना टेस्टिकल्स का सिकुड़ना प्युबिक हेयर कम होना ब्रेस्ट साइज बढ़ना प्रोटीन से भरपूर फूड्स खाने से टेस्टोस्टेरोन लेवल शरीर में बढ़ाने में मदद मिलती है. इसलिए आपको अपनी डाइट में मीट, चिकन, मछली और अंडे जैसे फूड्स जरूर शामिल करने चाहिए. इसके अलावा दूध, पनीर, टोफू, नट्स और बीज भी स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद मिलती है.शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ाना है तो 7-8 घंटे की नींद जरूर लें. अगर आप 4-5 घंटे सोते हैं तो यह आपकी सेहत के लिए बहुत अच्छा है. रोजाना 30 मिनट पैदल चलें या एक्सरसाइज जरूर करें. इससे भी टेस्टोस्टेरोन लेवल में काफी ज्यादा सुधार होता है. बॉडी बिल्डर के लिए टेस्टोस्टेरोन क्यों है जरूरी? टेस्टोस्टेरोन मांसपेशियों मजबूत प्रदान करती है. दुबला शरीर वजन को नियंत्रित करने और एनर्जी बढ़ाने में मदद करता है. कम टेस्टोस्टेरोन वाले पुरुषों को अंदर से कमजोरी हो सकती है. बॉडी बिल्डर वाले लोगों को लिए टेस्टोस्टेरोन इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह मांसपेशियों में ताकत और आकार बढ़ाती है.
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रिवर राफ्टिंग करने का एक अलग ही मजा है. इसका आनंद उठाने के लिए लोग दूर-दूर से ऋषिकेश या मनाली जाते हैं. इसके लिए लोगों को काफी लंबा सफर करना पड़ता है और उन्हें थकान भी होने लगती है. लेकिन अगर आप उत्तर प्रदेश से हैं या फिर यूपी राज्य के आसपास के रहने वाले हैं, तो अब आपको रिवर राफ्टिंग के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है. क्योंकि अब आप यूपी के एक जिले में रिवर राफ्टिंग का मजा उठा सकते हैं. इससे न सिर्फ यूपी वालों को फायदा होगा, बल्कि आसपास के राज्य के लोगों को भी उत्तर प्रदेश आना पास पड़ेगा और वह कम समय में ट्रेवल कर यहां राफ्टिंग करने आ सकते हैं. उत्तर प्रदेश के बिजनौर में राफ्टिंग बता दें कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कालागढ़ रामगंगा नदी में रिवर राफ्टिंग शुरू हो गई है. इससे यूपी के लोग और आसपास के रहने वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा. अब आपको रिवर राफ्टिंग के लिए कहीं दूर जाना नहीं पड़ेगा और आप बिना किसी परेशानी के राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं. पार्टनर के साथ करें इंजॉय यही नहीं अगर आप अयोध्या, इलाहाबाद या लखनऊ जैसी जगहों पर घूमने जा रहे हैं, तो आप फीवर राफ्टिंग के लिए बिजनौर जा सकते हैं. यहां आप परिवार वालों के साथ या दोस्तों के साथ इंजॉय कर सकते हैं. यही नहीं अगर आपकी अभी अभी शादी हुई है, तो भी आप अपने पार्टनर के साथ यहा इंजॉय करने के लिए आ सकते हैं अगर आप अपना बर्थडे या एनिवर्सरी या फिर कोई ऐसा खास दिन कहीं अच्छी जगह बनाना चाहते हैं तो बिजनौर आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है यहां आप अपने दिन को यादगार बना सकते हैं और अपने दोस्तों या परिवार वालों के साथ इंजॉय कर सकते हैं. सेफ्टी का रखें ध्यान रिवर राफ्टिंग के दौरान एक बार में केवल आठ लोग ही राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं. यही नहीं आपके साथ एक गाइड मौजूद रहेगा, जो आपको सारे इंस्ट्रक्शन के बारे में बताएगा और राफ्टिंग करने से पहले जैकेट हेलमेट पहनाएगा. यही नहीं गाइड आपकी सिक्योरिटी के लिए तैनात रहेगा. इसके अलावा आपको खुद भी अपनी सेफ्टी का ध्यान रखना होगा. जानें कीमत जानकारी के मुताबिक अगर आप 4 किलोमीटर तक राफ्टिंग करते हैं, तो इसके लिए आपको 300 रुपये तक चार्ज देना होगा. वहीं अगर आप 9 किलोमीटर की राफ्टिंग करते हैं, तो इसके लिए आपको 500 रुपये चार्ज देना होगा. राफ्टिंग के लिए यहां 9 टीम लगाई गई है. यहां पहुंचने के लिए आप ट्रेन, प्राइवेट बस, टैक्सी या फिर खुद की कार से भी जा सकते हैं.
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जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर के साथ-साथ दिमाग की हेल्ख का ख्याल रखना भी जरूरी हो जाता है. बढ़ती उम्र में दिमाग ठीक से काम करता रहे, इसके लिए सही पोषण बहुत जरूरी है. एक नई रिसर्च में पता चला है कि विटामिन B12, फोलिक एसिड और कोलीन दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इन विटामिन्स को सही मात्रा में खाने से उम्र बढ़ने पर भी हमारा दिमाग हेल्दी रहता है. इसीलिए, हमें अपने खाने में इन पोषक तत्वों को जरूर शामिल करना चाहिए. विटामिन B12 का महत्व विटामिन B12 हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है. यह ऊर्जा बनाने, रक्त कोशिकाओं के निर्माण और नर्वस सिस्टम को सही तरीके से काम करने में मदद करता है. विटामिन B12 दिमाग की कोशिकाओं को हेल्दी रखने में अहम भूमिका निभाता है और मेमोरी को मजबूत बनाता है. बढ़ती उम्र में विटामिन B12 की कमी से दिमागी कमजोरी और याददाश्त की समस्याएं हो सकती हैं. फोलिक एसिड (विटामिन B9) का रोल फोलिक एसिड, जिसे विटामिन B9 भी कहा जाता है, दिमाग की कोशिकाओं की वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण है. यह याददाश्त को बढ़ावा देता है और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है. फोलिक एसिड दिमागी तनाव और डिप्रेशन को भी कम करने में मदद करता है. कोलीन की जरूरत कोलीन एक जरूरी पोषक तत्व है जो दिमाग के सही काम करने में मदद करता है. यह दिमाग की नसों के बीच संदेश भेजने और पाने की प्रक्रिया को मजबूत बनाता है. कोलीन दिमाग की सोचने और समझने की क्षमता को बढ़ाता है और हमें ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है. कोलीन की सही मात्रा से हमारा दिमाग बेहतर तरीके से काम करता है और हम चीजें जल्दी और अच्छे से समझ पाते हैं. इसलिए, कोलीन का लेने से हमारी दिमागी हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है. इन विटामिन्स के स्रोत विटामिन B12: अंडे, मछली, दूध, और चिकन में पाया जाता है. यह दिमाग और शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है, इसलिए इन सभी फूड्स को खाना जरूरी है. फोलिक एसिड : हरी पत्तेदार सब्जियों, फलों, और नट्स में मिलता है. यह दिमाग और शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है, इसलिए इन्हें अपने डाइट में शामिल करना चाहिए. कोलीन: अंडे की जर्दी, मछली, और नट्स में पाया जाता है. यह दिमाग की हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है, इसलिए इसको आपनी डाइट में जरूरी शामिल करें है.
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रकिंग एक आसान व्यायाम है जिसमें लोग अपने कंधे पर भारी बैग (रकसैक) रखकर चलते हैं. यह व्यायाम वजन कम करने, दिल को हेल्दी रखने, मांसपेशियों को मजबूत बनाने और मानसिक हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है. महिलाएं इसे इसलिए अपना रही हैं क्योंकि यह करना सरल है, ज्यादा खर्चीला नहीं है और बहुत ज्यादा फायदेमंद है इसे कहीं भी और किसी भी समय किया जा सकता है. रकिंग के इतने फायदे जानकर आप भी इसे आजमाना चाहेंगे. रकिंग करते कैसे हैं जानें रकिंग करना बहुत ही आसान है. सबसे पहले, एक मजबूत रकसैक लें और उसमें 2-3 किलो वजन डालें. फिर, आरामदायक और मजबूत जूते पहनें. रकिंग शुरू करने से पहले 5-10 मिनट तक हल्का वार्म-अप करें. चलते समय सीधे खड़े रहें, कंधे पीछे और नजरें आगे रखें. शुरुआत में 20-30 मिनट तक रकिंग करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं. रकिंग के दौरान और बाद में पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न ह.। अगर कोई दर्द या थकान महसूस हो तो तुरंत आराम करें. दोस्तों या परिवार के साथ इसे आराम से एक साथ कर सकते हैं. वजन घटाना: रकिंग से कैलोरी जलती है जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है. यह व्यायाम वजन घटाने का एक सही तरीका है क्योंकि इसमें लगातार चलने के कारण शरीर की ऊर्जा खपत बढ़ती है. दिल की सेहत: रकिंग दिल को स्वस्थ रखता है और हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है. रोजाना रकिंग से हृदय की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और रक्तचाप नियंत्रित रहता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. मांसपेशियों की मजबूती: रकिंग से पैरों और कंधों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं. यह व्यायाम न केवल पैरों बल्कि पूरे शरीर की मांसपेशियों को टोन करता है, जिससे शारीरिक शक्ति बढ़ती है. हड्डियों की मजबूती: रकिंग हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम करता है. इससे हड्डियों की घनत्व बढ़ती है और वे अधिक मजबूत और हेल्दी बनती हैं. मेंटल हेल्थ: रकिंग से तनाव कम होता है और मेंटल हेल्थ बेहतर होता है. यह व्यायाम मानसिक तनाव को कम करने और मूड को बेहतर करने में मदद करता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है. स्टैमिना बढ़ाना: रकिंग से सहनशक्ति और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है. यह व्यायाम शारीरिक सहनशक्ति को बढ़ाता है और दैनिक गतिविधियों के लिए अधिक ऊर्जा प्रदान करता है. सस्ती एक्सरसाइज: रकिंग को करने के लिए किसी महंगे उपकरण या जिम की आवश्यकता नहीं होती. यह व्यायाम सस्ता और सुलभ है, जिससे हर कोई इसे आसानी से कर सकता है. फ्लेक्सिबल टाइमिंग: आप रकिंग को किसी भी समय और कहीं भी कर सकते हैं. यह व्यायाम आपके समय के अनुसार किया जा सकता है, जिससे इसे रोजाना कभी भी कर सकते हैं पूर्ण शरीर कसरत: रकिंग एक पूरी शरीर की कसरत है जो पूरे शरीर को टोन करता है. यह व्यायाम शरीर के सभी प्रमुख हिस्सों को शामिल करता है, जिससे शारीरिक फिटनेस में सुधार होता है.
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सावन के महीने का इंतजार हर शिव भक्तों को पूरे साल रहता है. मंदिरों में भी सावन का महीना शुरू होने से पहले ही पूरी व्यवस्था कर ली जाती हैं, ताकि भक्तों को परेशानी का सामना न करना पड़े. ऐसे में हर भक्त शिवालय दर्शन करने के लिए जाते हैं अगर आप दिल्ली में रहते हैं और किसी अच्छे शिवालय में दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए है. आज हम आपको दिल्ली के खास शिव मंदिरों के बारे में बताएंगे, जहां आप इस सावन के महीने में जाकर भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैं. आइए जानते हैं उस जगह के बारे में. झंडेवालान मंदिर इस सावन के महीने में आप दिल्ली के करोल बाग में स्थित झंडेवालान मंदिर जा सकते हैं. बता दें कि इस मंदिर के ऊपर वाले हिस्से में भक्त जलाभिषेक करेंगे, तो वहीं अगर किसी को रुद्राभिषेक कराना है, तो वह मंदिर के नीचे परिसर में स्थित शिवालय में होगा. रुद्राभिषेक के लिए आप कुछ दिनों पहले मंदिर में संपर्क कर सकते हैं. हालांकि जलाभिषेक से संबंधित कुछ बदलाव भीड़ को देखते हुए हो सकते हैं. छतरपुर मंदिर दक्षिण दिल्ली में देवी आद्या कात्यायनी का मंदिर मौजूद है. इस मंदिर को छतरपुर मंदिर भी कहा जाता है. यहां सावन के महीने में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी जाती है. वैसे तो जलाभिषेक के लिए मंदिर प्रशासन सभी सामग्री देगा. इसके अलावा आप मंदिर के बाहर लगी दुकानों से भी भगवान को चढ़ाने के लिए फूल, बेलपत्र, धतूरा आदि चीजें खरीद सकते हैं. अगर आप भी यहां पर जलाभिषेक के लिए बुकिंग करना चाहते हैं. तो इसकी सभी जानकारी आपको मंदिर प्रांगण में मिल जाएगी. गौरी शंकर मंदिर इसके अलावा दिल्ली के चांदनी चौक में गौरी शंकर मंदिर है. जिसे सावन के महीने में लाइट और फूलों से सजाया गया है. इस मंदिर में दो मशीनों की मदद से भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक यहां पर 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी व्यवस्था संभालेंगे. आप यहां भगवान शिव का रोजाना अलग-अलग अद्भुत रूप देख सकते हैं. इस सावन के महीने में आप भोलेनाथ का अभिषेक भी करवा सकते हैं. इसके लिए आप मंदिर में मौजूद पंडितों से संपर्क कर सकते हैं. गुफा वाला शिव मंदिर दिल्ली की प्रीत विहार में स्थित गुफा वाला शिव मंदिर सावन के महीने में श्रद्धालुओं से भरा रहता है यहां पर भी आप भगवान शिव के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं बता दे कि इस मंदिर में भक्ति द्वादश ज्योतिर्लिंग और 111 शिवलिंग पर जलाभिषेक कर सकेंगे. इन सभी शिव मंदिर में जाकर आप भगवान शिव के रूपों का दर्शन कर सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक अंदाजा लगाया गया है कि इस साल लगभग 20 लाख से ज्यादा कांवड़ियां दिल्ली आएंगे.
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बैचलर पार्टी करनी हो तो गोवा से खूबसूरत कोई ठिकाना नहीं होता. बात नेचर की हो तो यहां के नजारे दिल लूट लेते हैं. वहीं, जाम छलकाने और दोस्तों के साथ मस्ती करने के लिए यहां के ठिकाने दुनिया के हर डेस्टिनेशन को मात दे देते हैं. अगर आप भी गोवा में बैचलर पार्टी करने जा रहे हैं और अपने ट्रिप में जान फूंकना चाहते हैं तो ये मजेदार एडवेंचर एक्टिविटीज आपकी बैचलर पार्टी में चार चांद लगा देंगी. गोवा में एडवेंचर एक्टिविटीज का मजा गोवा में आप अपने दोस्तों के साथ कई तरह की एडवेंचर एक्टिविटीज कर सकते हैं. यह जगह दोस्तों के लिए बेहद परफेक्ट मानी जाती है. यहां आप स्कूबा डाइविंग, पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, हॉट एयर बैलून, पैरासेलिंग जैसी कई एडवेंचर एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं. यूं उठाएं स्कूबा डाइविंग का लुत्फ बैचलर पार्टी के दौरान आप दोस्तों के साथ गोवा में रहकर स्कूबा डाइविंग का लुत्फ उठा सकते हैं. स्कूबा डाइविंग के लिए यहां कई कंपनियां हैं, जो कई तरह के स्कूबा सर्टिफिकेट कोर्स भी ऑफर करती हैं. ऐसे में आप यहां ट्रायल डाइव ले सकते हैं, जिसमें आपके साथ ट्रेनर्स भी मौजूद होते हैं. इस एक्टिविटी को करने से पहले आपको बॉडी गियर और सांस लेने के सभी इक्विपमेंट्स दिए जाते हैं. यहां 40 मिनट की डाइव के लिए करीब 6000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं. पैरासेलिंग के लिए परफेक्ट लोकेशन पैरासेलिंग के लिए गोवा परफेक्ट लोकेशन है. यहां आप अपने दोस्तों के साथ जमकर इंजॉय कर सकते हैं. इसमें स्पीड वोट की मदद से पैराशूट को उड़ाया जाता है, जिसमें काफी मजा आता है. इस एक्टिविटी के जरिए आप करीब 300 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं. गोवा में कई पैरासेलिंग कंपनियां हैं, जो 1550 रुपये में पैरासेलिंग का मौका देती हैं. ऐसे में आप थ्रिल करना चाहते हैं तो पैरासेलिंग जरूर ट्राई करें. हॉट एयर बैलून भी बेहद शानदार गोवा में आप अपने दोस्तों के साथ हॉट एयर बैलून का भी लुत्फ उठा सकते हैं. यहां आप ऊंचाई से हरी-भरी पहाड़ियां, घने जंगल और समुद्र के खूबसूरत नजारे देख सकते हैं. गोवा पर्यटन विकास निगम ने हॉट एयर बैलून की सुविधा दी है. ये उड़ानें साउथ गोवा के चंदोर के असोल्डा फुटबॉल ग्राउंड में सुबह से शुरू हो जाती हैं. राफ्टिंग का भी ले सकते हैं मजा राफ्टिंग की बात हो तो हर किसी को ऋषिकेश याद आता है, लेकिन आप गोवा में भी अपने दोस्तों के साथ राफ्टिंग कर सकते हैं. यहां महादेई नदी में राफ्टिंग का आनंद ले सकते हैं, जिसके लिए 1800 रुपये खर्च करने पड़ते हैं. यहां पर सुबह 9:30 बजे से राफ्टिंग शुरू हो जाती है. इसकी दूरी करीब 10 किलोमीटर तक होती है. बंजी जंपिंग के लिए भी बेस्ट प्लेस बंजी जंपिंग के लिए भी गोवा सबसे बेहतरीन जगह है. आप बिचोलिम तालुका में मायेम झील पर बंजी जंपिंग का मजा ले सकते हैं. आप यहां 55 मीटर की ऊंचाई से कूदकर खूबसूरत नजारा देख सकते हैं. बंजी जंपिंग के लिए आपको 4110 रुपये खर्च करने होंगे. इस ट्रिप में आपकी जंप की वीडियो रिकॉर्डिंग भी शामिल होगी.
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वहीं 85 प्रतिशत मौतें दिल का दौरा और स्ट्रोक के कारण हुई दिल का दौरा पड़ने के कई कारक जिम्मेदार है. जिनमें से एक है वायु प्रदूषण. आजकल वायु प्रदूषण के कारण दौरे, स्ट्रोक और इर्रेगुलर हार्ट रिथम की बीमारी बढ़ने का खतरा होता है. वायु प्रदूषण का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. हार्ट एक तरह से शरीर का पंप है यानि वह ब्लड को पूरे शरीर में पंप करने का काम करता है. अगर उसमें किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो फिर इसका नुकसान पूरे शरीर को भुगतना पड़ता है. किन लोगों को हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा होता है? आज कल तो सभी उम्र के लोगों को हार्ट अटैक का खतरा रहता है. इसके अलावा दिल का दौरा, एनजाइना, बाईपास सर्जरी, स्टेंट के साथ उसके बिना एंजियोप्लास्टी, स्ट्रोक, गर्दन या पैर की आर्टरीज में रुकावट, हार्ट फेलियर, डायबिटीज या क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज का खतरा काफी ज्यादा होताहै जिन पुरुषों की उम्र 45 साल की है और महिला जिनकी उम्र 55 साल की है ऐसे उम्र वाले लोगों को दिल की बीमारी का खतरा काफी ज्यादा होता है. अगर किसी व्यक्ति की फैमिली हिस्ट्री हार्ट या स्ट्रोक की रही है तो उसके आने वाले जेनरेशन में भी हाई ब्लड प्रेशर या हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होगी. हार्ट अटैक से बचना है तो करें ये काम हार्ट अटैक से बचना है तो आपको रोजाना आधे घंटे के लिए भी एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए. दिल को हेल्दी रखने के लिए डाइट का खास ख्याल रखें. ऐसा करने से आप हार्ट अटैक से बचे रहेंगे.
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विदेश यात्रा का नाम सुनते ही लोग खुशी से झूम उठते हैं. क्योंकि हर किसी का सपना होता है कि वह विदेश में घूमने जाएं. लेकिन कई बार एक्साइटमेंट के चक्कर में लोग कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिन्हें भूलकर भी नहीं करनी चाहिए छोटी-छोटी गलतियां आपके लिए बड़ी परेशानी बन सकती है. ऐसे में अगर आप भी पहली बार विदेश यात्रा के लिए जा रहे हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं, ऐसी कौन सी बातें हैं, जिनका ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है. इन बातों का जरूर रखें ध्यान विदेश यात्रा के दौरान लोग पैकिंग करने में कमी नहीं रखते हैं. नए-नए कपड़े, फोटोग्राफी के लिए कैमरे, स्किन केयर बॉक्स सारी चीजें रखते हैं. लेकिन ऐसे में कुछ लोग जरूरी दस्तावेज रखना भूल जाते हैं. लेकिन आपको यह गलती भूलकर भी नहीं करना चाहिए. जब भी आप विदेश ट्रिप पर जाएं, तो सबसे पहले आपको सभी दस्तावेज को अपने पास रख लेना चाहिए. एक हफ्ते पहले करें ये काम यात्रा पर जाने के एक हफ्ते पहले आप अपनी फ्लाइट की टिकट, वहां रुकने की व्यवस्था और बाकी चीजों को दोबारा चेक कर लें, क्योंकि वहां पहुंचने के बाद आपके लिए कहीं ये परेशानी की वजह न बन जाए. अगर आप कंपनी के काम से विदेश जा रहे हैं, तो लैपटॉप, चार्जर, डॉक्यूमेंट जैसी चीजों को सबसे पहले अपने बैग में रख लें, ताकि आपका कुछ छूट न जाए. इसके अलावा जगह चेंज होने से कुछ लोग बीमार हो जाते हैं. इसलिए आप मेडिकल बॉक्स भी अपने साथ याद से रख लें. विदेश सेटल होने जा रहे हैं, तो करे ये काम अगर आप घर बदलने के उद्देश्य से विदेश जा रहे हैं, तो आपको पासपोर्ट की वैधता चेक कर लेना चाहिए. इसके अलावा जरूरी वीजा और परमिट भी बनवा लें. यही नहीं घर बदलने से पहले आप अपने बैंक के पैसे दूसरे देश में भेजने की पूरी व्यवस्था दो से तीन महीने पहले ही करवा ले. आप अपना स्वास्थ्य बीमा, घर का बीमा और गाड़ी का बीमा इन सभी को नई जगह के हिसाब से बदलने. ताकि आगे चलकर आपको परेशानियों का सामना न करना पड़े. पैसों से जुड़ा काम जरूर करें आप अपने सारे बिल, लोन, क्रेडिट कार्ड भी समय रहते चेक कर लें. इन सभी के अलावा आप अपने स्थानीय काउंसिल या मतदाता सूची में अपना नाम पता बदलने की सूचना दे दें. इसके अलावा आप जाने से पहले थोड़ा कैश निकालकर अपने पास रख ले. हर जगह पैसे की जरूरत पड़ती है, ऐसे में विदेश जाने से पहले आप करेंसी का बदलाव जरूर कर लें.
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भारत एक कृषि प्रधान देश है. आज भी देश की 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी खेती के जरिए ही अपना जीवन यापन करती है. भारत सरकार भी किसानों के हितों का काफी ध्यान रखती है. सरकार द्वारा किसानों के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई जाती है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल के बजट में किसानों के लिए खासतौर पर एक ऐलान किया जिसमें उन्होंने प्राकृतिक खेती को लेकर अगले तीन सालों में एक करोड़ किसानों को लाभान्वित करने की बात कही. इसके लिए वित्त मंत्री ने करीब 10,000 बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर खोलने का भी ऐलान किया. चलिए आपको बताते हैं आखिर क्या है यह प्राकृतिक खेती सरकार क्यों इसपर दे रही है इतना जोर. क्या होती है प्राकृतिक खेती? प्राकृतिक खेती के बारे में बात की जाए तो जिस भी खेती को करने के लिए किसी भी प्रकार के रसायनों का प्रयोग न किया जाए.जो पूरी तरह प्राकृति से प्राप्त चीजों के द्वारा की जाए. उसे ही प्राकृतिक खेती कहा जाता है. यह खेती करने का बेहद पुराना तरीका है. जब किसी भी तरह के केमिकल खेती में इस्तेमाल नहीं किए जाते थे. जब किसान सिर्फ प्राकृतिक संसाधनों और प्राकृति से मिलने वाली चीजों के आधार पर खेती किया करते थ इसे एक तरह से कीटनाशक मुक्त खेती भी कहा जा सकता है. प्राकृतिक खेती करने से जमीन को भी लाभ होता है. क्योंकि केमिकल खेती की जमीन को धीमे-धीमे कम उपजाऊ बना देते हैं. लेकिन प्राकृतिक खेती से एक ही जमीन पर लंबे समय तक खेती की जा सकती है. ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को खत्म करने की दिशा में भी यह एक अहम कदम है. भारत के कई राज्यों में प्राकृतिक खेती की जा रही है सरकार भी दे रही जोर प्राकृतिक खेती करते हैं तो जमीन भी अच्छी स्थिति में रहती है. सबसे बड़ी बात इससे पर्यावरण को जरा भी नुकसान नहीं पहुंचता. और इसके साथ ही प्राकृतिक खेती करने से किसानों पर ज्यादा आर्थिक बोझ भी नहीं आता. इस तरह की खेती के लिए सरकार द्वारा भी खूब बढ़ावा दिया जा रहा है. प्राकृतिक खेती में प्राकृतिक खाद, पौधों और पत्तों से बनी खाद, गाय के गोबर से बनी खाद का ही उपयोग किया जाता है. क्या हैं प्राकृतिक खेती के फायदे? प्राकृतिक खेती करने से किसान का केमिकल और फर्टिलाइजर पर होने वाला खर्च बच जाता है. तो वहीं इस तरीके से खेती करने पर जो फसल पैदा होती है. मंडियों में उसके अच्छे दाम भी मिलते हैं. किसान को कम कीमत पर ज्यादा लाभ मिलता है.
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सावन में भगवान शिव की आराधना उत्तम मानी गई है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए यह श्रेष्ठ माह माना जाता है. पूरे माह भक्त पूरी श्रद्धा से भगवान शिव और उनके परिवार की पूजा की जाती है. सावन के सभी सोमवार का अपना महत्व होता है. मान्यता है कि सावन मास में भोलेनाथ की अराधना करने से सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है.शिव पुराण के अनुसार भस्म सभी प्रकार के मंगलों को देने वाला है. यह दो प्रकार का होता है- महाभस्म स्वल्पभस्म महाभस्म के तीन प्रकार श्रौत, स्मार्त और लौकिक हैं. श्रौत और स्मार्त द्विजों के लिए और लौकिक भस्म सभी लोगों के उपयोग के लिए होता है. द्विजों को वैदिक मंत्र के उच्चारण से भस्म धारण करना चाहिए. दूसरे लोग बिना मंत्र के ही इसे धारण कर सकते हैं. शिव पुराण में बताया गया है कि जले हुए गोबर से बनने वाला भस्म आग्नेय कहलाता है. वह भी त्रिपुंड का द्रव्य है. त्रिपुंड क्या है ललाट आदि सभी स्थानों में जो भस्म से तीन तिरछी रेखाएं बनायी जाती हैं, उनको त्रिपुंड कहा जाता है. भौहों के मध्य भाग से लेकर जहां तक भौहों का अंत है, उतना बड़ा त्रिपुंड ललाट पर धारण करना चाहिए. त्रिपुंड कैसे लगाते हैं मध्यमा और अनामिका अंगुली से दो रेखाएं करके बीच में अंगुठे से की गई रेखा त्रिपुंड कहलाती है. या बीच की तीन अंगुलियों से भस्म लेकर भक्ति भाव से ललाट में त्रिपुंड धारण करें. त्रिपुंड की हर रेखा में 9 देवता शिव पुराण में बताया गया है कि त्रिपुंड की तीनों रेखाओं में से प्रत्येक के नौ नौ देवता हैं, जो सभी अंगों में स्थित हैं. त्रिपुंड की पहली रेखा में प्रथम अक्षर अकार, गार्हपत्य अग्नि, पृथ्वी, धर्म, रजोगुण, ऋृग्वेद, क्रियाशक्ति, प्रात:सवन तथा महादेव 9 देवता होते हैं. दूसरी रेखा में प्रणव का दूसरा अक्षर उकार, दक्षिणाग्नि, आकाश, सत्वगुण, यजुर्वेद, मध्यंदिनसवन, इच्छाशक्ति, अंतरात्मा तथा महेश्वर ये 9 देवता हैं. तीसरी रेखा के 9 देवता प्रणव का तीसरा अक्षर मकार, आहवनीय अग्नि, परमात्मा, तमोगुण, द्युलोक, ज्ञानशक्ति, सामवेद, तृतीय सवन तथा शिव हैं. त्रिपुंड कहां धारण करें? शरीर के 32, 16, 8 या 5 स्थानों पर त्रिपुंड लगाना चाहिए. मस्तक, ललाट, दोनों कान, दोनों नेत्र, दोनों नासिका, मुख, कंठ, दोनों हाथ, दोनों कोहनी, दोनों कलाई, हृदय, दोनों पाश्र्वभाग, नाभि, दोनों अंडकोष, दोनों उरु, दोनों गुल्फ, दोनों घुटने, दोनों पिंडली और दोनों पैर ये 32 उत्तम स्थान हैं. समयाभाव के कारण इतने स्थानों पर त्रिपुंड नहीं लगा सकते हैं तो पांच स्थानों मस्तक, दोनों भुजाओं, हृदय और नाभि पर इसे धारण कर सकते हैं.
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उज्जैन में बाबा महाकाल की पहली शाही सवारी निकल रही है। महाकाल ने श्रद्धालुओं को मनमहेश स्वरूप में दर्शन दिए हैं। मान्यता है कि वर्षा काल में सृष्टि का संचालन करने वाले सभी देवता शयन काल में चले जाते हैं। जबकि बाबा महाकाल सृष्टि का संचालन करते हैं। ऐसे में सावन मास में महाकाल प्रजा का हाल जानने निकलते हैं। आज सावन का पहला सोमवार है, और खास बात यह है कि इस पवित्र माह की शुरुआत भी सोमवार से हुई है। इससे पहले महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। मंदिर प्रशासन ने दावा है कि कतार में लगे भक्त को गर्भगृह तक आने और यहां से आगे जाने में 1 घंटे से कम समय लगा। भगवान महाकाल की भस्म आरती के लिए रविवार रात 2.30 बजे ही महाकाल मंदिर के पट खोल दिए गए। भस्म आरती में 17 हजार भक्तों ने भस्म आरती में दर्शन किए हैं। जबकि दोपहर 3 बजे तक 2.15 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। दिनभर में 3 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इधर, रायसेन के भोजपुर मंदिर में भगवान का 3 क्विंटल गुलाब, गेंदे, बिल्व पत्र, धतुरा और आम के पत्तों से श्रृंगार किया गया। ओंकारेश्वर में विशेष पूजा-अर्चना की गई। मंदसौर में भगवान पशुपतिनाथ का विशेष श्रृंगार किया गया। सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में शिव अभिषेक हुआ। आगर मालवा स्थित बाबा बैजनाथ का अर्धनारीश्वर स्वरूप में श्रृंगार किया गया।महाकाल मंदिर के सभा मंडप से शाम 4 बजे बाबा महाकाल की पहली सवारी निकलेगी। मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान सलामी देंगे। इसके बाद सवारी गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां से रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर में वापस आएगी। इस दौरान 2 बड़ी एलईडी से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। साथ ही, पहली सवारी में जनजातीय नृत्य समूह भी शामिल होंगे। महाकाल की सवारी के स्वागत के लिए रंगोली बनाई गई। वहीं, सवारी के लिए पुलिस बल तैनात भी तैनात किया गया है। महाकाल की प्रथम सवारी में जनजातीय कलाकारों का दल भी शामिल हुआ है। पारंपरिक वेशभूषा में कलाकार नाचते गाते हुए देखे जा रहे हैंमहाकाल मंदिर की सवारी में शामिल होने आए श्रद्धालु एक झलक पाने को आतुर दिखाई दिए। इस दौरान जिसे जहां जगह मिली, वह वहां महाकाल की सवारी के लिए ठहर गया प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने महाकाल के दर्शन किए और पालकी पूजन किया। इस दौरान पर भाजपा संगठन महामंत्री हीतानंद शर्मा, विधायक मुकेश पंड्या, महेश परमार, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा सहित अन्य मौजूद रहें।उज्जैन में आज बाबा महाकाल की पहली सवारी निकाली जा रही है। इस दौरान सड़कों पर सवारी के दर्शन का इंतजार कर रहे श्रद्धालु भजनों की धुन पर झूमते दिखाई दिए।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- सावन का महीना और सोमवार का दिन बाबा महाकाल अपने धाम से नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं। मां क्षिप्रा के किनारे से लेकर धूम-धाम से पूरे नगर में जब सवारी निकलती है तो उस सवारी का उत्साह और उमंग देखने लायक होता है। मैं प्रथम सवारी पर आप सभी को बाबा महाकाल की ओर से मंगल कामना करता हूं।उज्जैन में शाम करीब 4 बजे बाबा महाकाल की पहली सवारी निकली। बाबा महाकाल ने श्रद्धालुओं को मनमहेश स्वरूप में दर्शन दिए।
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बरसात का मौसम शुरू होते ही लोग बाहर घूमने जाने का प्लान करते हैं. कुछ लोग फैमिली के साथ जाते हैं, तो वहीं कुछ कपल्स इस मौसम में मजेदार ट्रिप करने की सोचते हैं. फिलहाल कुछ ही दिनों में सावन का महीना शुरू होने वाला है. आईआरसीटीसी टूर पैकेज ऐसे में अगर आप भी किसी ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. बता दें कि आईआरसीटीसी एक स्पेशल और सबसे सस्ता टूर पैकेज लेकर आया है. इस टूर पैकेज में आप दो ज्योतिर्लिंग के दर्शन तो करेंगे ही साथ ही आपको दक्षिण भारत में कई सारी जगह भी घूमने को मिलेगी. आइए जानते हैं इस आईआरसीटीसी टूर पैकेज के बारे में. दिव्य दक्षिण यात्रा विद ज्योतिर्लिंग आईआरसीटीसी हमेशा कुछ न कुछ अच्छा और यूनिक टूर पैकेज लेकर आता है. ऐसे में एक टूरिस्ट पैकेज आईआरसीटीसी इस बार लेकर आया है, जिसमें आप कन्याकुमारी, तंजावुर, त्रिवेंद्रम, रामेश्वरम, मदुरई, तिरुवन्नामलाई, जैसी जगह पर घूम सकेंगे. यही नहीं बाकी जगह घूमने के साथ-साथ आप दो ज्योतिर्लिंग को भी पूरा कर लेंगे. कितने दिन का सफर भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन के जरिए इस पूरे पैकेज की यात्रा की जाएगी. जिसकी शुरुआत हैदराबाद के सिकंदराबाद नगर से होगी. आईआरसीटीसी के इस दिव्य दक्षिण यात्रा विद ज्योतिर्लिंग के जरिए आप 8 रात और 9 दिन का सफर पूरा करेंगे. बता दे कि यह स्पेशल टूर 4 अगस्त 2024 से शुरू होने वाला है. इतना सस्ता टूर पैकेज इसलिए आप जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी अपनी बुकिंग करवा ले. इस टूर पैकेज का अमाउंट इतना सस्ता है, कि आप जानकर हैरान हो जाएंगे. अगर आप इकोनॉमिक क्लास की टिकट बुक करते हैं, तो आपको सिर्फ 14,250 एक व्यक्ति को देना होगा. खाना, रहना सब फ्री इस पूरे टूर में आपका खाना, रहना, ब्रेकफास्ट सब कुछ इसी पैसे के अंदर आ जाएगा. अगर आप इस टूर पैकेज के साथ दक्षिण यात्रा का सफर करते हैं, तो इससे आपको कई फायदे होंगे. आप सावन के महीने में दो ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर लेंगे. साथ ही दक्षिण तरफ की कई जगहों को एक्सप्लोर करने का मौका भी आपको मिलेगा. यही नहीं इतने कम पैसे में आप खाना, रहना और घूमने सब कुछ इंजॉय कर सकते हैं. इस टूर पैकेज के जरिए जहां से आप बैठे हैं यह ट्रेन 9 दिनों का सफर पूरा करने के बाद वापस आपको उसी स्टेशन पर छोड़ देगी. ऐसे करें बुकिंग अगर आपको भी यह टूर पैकेज पसंद आया है और आप भी दक्षिण यात्रा के लिए जाना चाहते हैं, तो 9281495845 या फिर 9701360701 इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. आप अगर चाहे तो आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट www.irctctourism.com पर जाकर इस टूर पैकेज के बारे में जानकारी ले सकते हैं.
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श्रावण मास की शुरुआत आज से सोमवार (22 जुलाई) से हो रही है. यह महीना भगवान शिव की आराधना करने का महीना माना जाता है. इस सोमवार को यानी 22 जुलाई 2024 को महादेव के जलाभिषेक के लिए भव्य नंदीश्वर कावड़ यात्रा इंदौर से शनिवार 20 जुलाई को रवाना हुई.इंदौर से रवाना होने वाली इस कांवड़ा यात्रा में हजारों की संख्या में बाबा महाकाल के भक्त शामिल हुए. यात्रा शनिवार 20 जुलाई को इच्छापुर महादेव मंदिर के सामने, महिंद्रा शोरूम के पास वाली गली से परंपरा अनुसार भगवान शिव की पूजा-अर्चना के बाद शुरू हुई.कावड़ यात्रा शनिवार (20 जुलाई) रात सांवेर में रात्रि विश्राम किया. इसके बाद रविवार सुबह सांवेर से उज्जैन के लिए रवाना हुई और श्रावण मास के पहले सोमवार को बाबा महाकाल का नर्मदा के पावन जल से अभिषेक करेगी.यात्रा में घोड़े- ऊंट और ढोल-ताशों के साथ अयोध्या स्थित राम लला की भव्य और दिव्य झांकियों को शामिल किया गया है. जिसने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया. यात्रा में कावड़िये भगवा रंग की पोशाक में शामिल हुए नंदीश्वर कावड़ यात्रा के आयोजक और बीजेपी युवा मोर्चा प्रभारी धनंजय अनीत जैन ने बताया कि यह नंदीश्वर कावड यात्रा का तीसरा वर्ष है. इस बार यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई.उन्होंने बताया कि इंदौर स्किम नं 78 से उज्जैन महांकाल मंदिर तक लगभग 60 किलोमीटर तक पैदल कावड़ ले कर चले हैं. पूरी यात्रा के दौरान जगह- जगह पर आम जनता के जरिये कांवड़ियों का स्वागत किया गया.कावड़ियों के प्रति आम लोगों का प्रेम और श्रद्धाभाव देखकर वह भी उत्साह से भरपूर नजर आए. इस बार यात्रा की थीम इंदौर को ग्रीन इंदौर बनाने की रखी गई हैं. इस दौरान बम भोले के जयकारों के साथ माहौल भक्तिमय हो गया.बीजेपी युवा मोर्चा प्रभारी धनंजय अनीत जैन ने बताया कि इंदौर को स्वच्छ इंदौर बनाने के साथ, ग्रीन इंदौर बनाने के संकल्प के साथ हमने यात्रा प्रारंभ की. उन्होंने कहा कि इस दौरान यात्रा मार्ग पर लोगों को पौधे भेंट किए जाएंगे.
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शिव की नगरी उज्जैन में श्रावण मास का प्रारंभ 22 जुलाई से हो रहा है। इस दिन सोमवार भी है और शाम 4 बजे भगवान महाकाल नगर भ्रमण यात्रा पर निकलेंगे। सवारी के चार दिन पहले से ही भगवान की प्रतिमा पर श्रृंगार का दौर शुरू हो गया है। प्रतिमा को विभिन्न से स्वरूप निखारने के बाद पुजारी-पुरोहितों द्वारा सवारी के लिए भगवान को शृंगारित करना शुरू कर दिया है श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल की सवारी के लिए तैयारी जोर-शोर से प्रारंभ हो गई है। बाबा महाकाल चांदी की पालकी में विराजित होकर निकलेगें उस स्वरूप को सजाने, संवारने का काम गुरूवार से प्रारंभ हुआ है। इस दौरान भगवान के चांदी के मुखौटे मनमहेश और चंद्रमोलेश्वर की प्रतिमा पर पालिश करने के बाद आंख, मुंह, तिलक आदि को पेंट के माध्यम से उकेरा गया प्रतिमा पर रंग-रोगन होने के बाद पुजारी व पुरोहितों द्वारा भगवान को साफा, वस्त्र, आभूषण से श्रृंगार करने का क्रम भी शुरू हो गया है। श्रावण महीने की पहली सवारी में भगवान मनमहेश स्वरूप चांदी की पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। तीन पीढ़ी से पाठक परिवार संवार रहा मुखौटे भगवान महाकाल की चांदी की प्रतिमाओं का रंगों के माध्यम से श्रृंगार करने वाले मंदिर के कलाकार राजेंद्र पाठक ने बताया कि भगवान का श्रृंगार करने का कार्य तीन पीढ़ियों से कर रहे हैं। पिता स्व. चंद्रकात पाठक के निधन के बाद उन्होंने यह कार्य संभाला है। सवारी के पहले चांदी के मुखौटे को खजाने से निकालकर कोटितीर्थ कुंड में स्नान कराने के बाद पॉलिश की जाती है पॉलिश का कार्य पूर्ण होने के बाद आइल पेंट के माध्यम से प्रतिमा की साज-सज्जा होती है। वहीं, भगवान जिस चांदी की पालकी में विराजित होकर निकलेंगे, उस पालकी को भी पॉलिश कर साज-सज्जा की गई है। प्रतिमाओं के अलावा सवारी में शामिल होने वाले रथ और नंदी, गरुड़ की प्रतिमाओं को भी रंग रोगन कर सजाया जाता है। वर्ष में पांच बार मुखौटों के होते हैं दर्शन श्री महाकालेश्वर मंदिर के खजाने में चंद्रमौलेश्वर, मनमहेश, उमा-महेश, शिवतांडव, सप्तधान्य, जटाशंकर मुखौटे के सवारी और अन्य पर्व व त्यौहार के अवसरों पर दर्शन होते हैं। भगवान के इन स्वरूपों को श्रावण-भादौ, कार्तिक, दशहरा पर्व, वैकुंठ चतुर्दशी पर्व की सवारियों के दौरान तथा उमा-सांझी उत्सव व शिवरात्रि पर्व पर दर्शन होते हैं।
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बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार को पन्ना जिले के सिमरिया पुहंचे. उनकी एक झलक पाने को बड़ी संख्या में लोग उमड़े. धीरेंद्र शास्त्री यहां भक्तमाल कथा में शामिल होने पहुंचे हैं. जैसे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी कार से उतरे तो चारों ओर उनके भक्त 'जय श्री राम' के जयकारे लगाने लगे. भक्तों में इस बात की होड़ देखी गई कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक झलक मिल जाए. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार को पन्ना जिले के सिमरिया पुहंचे. उनकी एक झलक पाने को बड़ी संख्या में लोग उमड़े. धीरेंद्र शास्त्री यहां भक्तमाल कथा में शामिल होने पहुंचे हैं. जैसे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी कार से उतरे तो चारों ओर उनके भक्त 'जय श्री राम' के जयकारे लगाने लगे. भक्तों में इस बात की होड़ देखी गई कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक झलक मिल जाए.बता दें कि पन्ना जिले के सिमरिया में श्री श्री 1008 श्री किशोरदास जू महाराज वृंदावन धाम द्वारा भक्तमाल कथा आयोजित की जा रही है. इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शुक्रवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री यहां पहुंचे. वह यहां करीब दो घंटे तक कार्यक्रम में शामिल रहे. बागेश्वर धाम सरकार के सिमरिया आने की जानकारी पूरे क्षेत्र में फैल गई और हजारों की संख्या में भक्तगण उनके दर्शन के लिए उमड़ पड़े. सुरक्षा व्यवस्था के लिये स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन मौजूद रहा. पन्ना जिला बहुत पिछड़ा, पलायन बड़ी समस्या बागेश्वर धाम सरकार ने कहा "पन्ना जिला बहुत ही पिछड़ा जिला है. यहां पलायन बहुत है. जबकि पन्ना जिले में बहुत ही कीमती वस्तुएं पाई जाती हैं. इसके बाद भी पन्ना जिला बहुत पिछड़ा है. खासकर गांवों में हालात बहुत चिंतानजक हैं. यहां रोजगार के कोई साधन नहीं हैं. इसलिए लोग यहां से परिवारों के साथ पलायन करने पर मजबूर हैं. यहां के नेताओं को लोगों के लिए काम करना चाहिए. जनता को केवल वोट बैंक न समझें नेता. यहां के लोग बहुत सीधे-सादे हैं. बेरोजगारी से परेशान हैं."
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टूरिस्टों के लिए दूधसागर झरना फिर से खुल गया है. यह फेमस वाटरफॉल गोवा में है. काफी लंबे वक्त बाद इसे टूरिस्टों के लिए खोला गया है. टूरिस्ट यहां जीप सफारी भी कर सकते हैं. इसकी बुकिंग शुरू हो गई है. गोवा टूरिज्म डिपार्टमेंट ने जीप सफारी की बुकिंग शुरू कर दी है. दरअसल, मानसून सीजन में सिक्योरिटी के लिए दूधसागर वाटरफॉल को बंद कर दिया जाता है, जिसे अब फिर से खोल दिया गया है दूधसागर में जीप सफारी सीजन की शुरुआत आमतौर पर हर साल 2 अक्टूबर को होती है. इस बार अब शुरू हुई है. यहां अभयारण्य में जाने वाले जीपों की संख्या के लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने कोटा प्रणाली स्थापित की है. वीकएंड पर जीपों की संख्या को बढ़ा दिया जाता है ताकि टूरिस्टों को जीप सफारी में कोई दिक्कत न हो. वैसे यहां हफ्ते में 170 जीपों का आवंटन है लेकिन वीकएंड में जीपों की संख्या को 225 कर दिया जाता है. टूरिस्ट यहां 14 किलोमीटर में जीप सफारी कर सकते हैं. यह यात्रा टूरिस्टों के लिए चुनौतीपूर्ण होती है. इस पूरे इलाके के ग्रामीणों के लिए टूरिज्म ही आय का मुख्य सोर्स है. जिन स्थानीय जीप ऑपरेटर की जीपें वन विभाग के साथ रजिस्टर्ड हैं वे अपनी जीप में सात लोगों को ले जाते हैं और जीप सफारी कराते हैं. जिसके लिए ये जीप सफारी ऑपरेटर 500 रुपये प्रति व्यक्ति वेते हैं. एक बार के फेरे के लिए पूरी जीप का किराया 3500 रुपये होता है इस झरने में 320 मीटर की ऊंचाई से पानी गिरता है. दूधसागर वाटरफॉल गोवा और कर्नाटक की सीमा पर है. दूधसागर झरना पणजी से 60 किलोमीटर की दूरी पर है. इस झरने को देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट आते है़. जब इस झरने का पानी ऊंचाई से नीचे गिरता है, तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे पानी की जगह ऊंचाई से दूध नीचे गिर रहा हो, तभी इस वाटरफॉल का नाम दूधसागर झरना रखा गया. यह भारत के सबसे ऊंचे झरनों में शामिल हैं. मांडोवी नदी पर बना यह झरना जब ऊंचाई से गिरता है तो सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देता है. इस झरने का आकर्षण ऐसा है कि एक बार करीब से देखने पर इसे बार-बार देखने की इच्छा होती है. इस झरने के आसपास का पूरा क्षेत्र संरक्षित है. इस क्षेत्र में आप अपने दोस्तों के साथ लंबी ट्रैकिंग भी कर सकते हैं. टूरिस्ट यहां कैंपिंग भी कर सकते हैं.
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हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा का दिन बहुत खास होता है. पंचांग के अनुसार यह तिथि आषाढ़ पूर्णिमा होती है. मान्यता है कि इस दिन हिंदू धर्मग्रंथ महाभारत के रचयिता महर्षि वेद व्यास का भी जन्म हुआ था. वेद व्यास जी ने चारों वेदों का ज्ञान भी दिया और पुराणों की रचना की. इसलिए इस दिन को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है इस वर्ष गुरु पूर्णिमा का पर्व रविवार, 21 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा. वैसे तो गुरु की महिमा का वर्णन करना संभव नहीं है, क्योंकि गुरु सूर्य के प्रकाश के समान है और गुरु की महिमा का वर्णन करना सूर्य के समक्ष दीप दिखाने जैसा होगा. गुरु ही हमारे शिक्षा, ज्ञान और जीवन का आधार है. गुरु के बिना सफल जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है शास्त्रों में गुरु शब्द का अर्थ बताया गया है. गुरु दो अक्षरों से मिलकर बना है. 'गु' का अर्थ 'अंधकार' से है और 'रु' का अर्थ उसे हटाने वाले से. यानी अंधकार के अज्ञानता से हटाकर जो ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाए वही सच्चा गुरु हैसंत कबीर दास भी अपने कई दोहे में गुरु की महिमा का बखान करते हैं. गुरुओं पर आधारित कबीर दास से ये दोहे खूब प्रचलित हैं. अपने दोहे में कबीर गुरु को ईश्वर और माता-पिता से भी श्रेष्ठ बताते हैं. गुरु पूर्णिमा पर जानते हैं गुरुओं पर आधारित संत कबीर दास के प्रसिद्ध दोहे सब धरती कागज करूँ, लिखनी सब बनराय सात समुद्र की मसि करूँ, गुरु गुण लिखा न जाय अर्थ: सब पृथ्वी को कागज, सब जंगल को कलम और सातों समुद्रों को यदि स्याही बनाकर लिखा जाए तो गुरु के गुण नहीं लिखना संभव नहीं है. गुरु पारस को अन्तरो, जानत हैं सब सन्त। वह लोहा कंचन करे, ये करि लये महन्त॥ अर्थ: गुरु और पारस पत्थर में अन्तर है, ये बात सभी जानते हैं. पारस लोहे को सोना बनाता है. लेकिन गुरु अपने शिष्य को महान बना देता है.
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दोस्तों बारिश का मौसम आ गया है और ऐसे में हर कोई प्राकृतिक सौंदर्य के बीच समय गुजारना चाहता है, इंदौर के आसपास भी कई सारे प्राकृतिक स्थल हैं जहां पर लोग घूमने जाते हैं, इंदौर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने हेरिटेज ट्रेन की शुरुआत की है यह ट्रेन पिछले कुछ सालों से वर्षा काल में पर्यटकों को लेकर पातालपानी से कला कुंड तक जाती है. इस साल यह ट्रेन 20 जुलाई से शुरू हो रही है जिसकी ऑनलाइन बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर की जा सकती है. आईए जानते हैं इस ट्रेन के बारे में इसकी क्या है खासियत और यह ट्रेन कितने बजे कौन से स्टेशन से चलेगी? पातालपानी स्टेशन तक का रास्ता है अधूरा पातालपानी और कालाकुंड के बीच हेरिटेज ट्रेन इस शनिवार से शुरू होने वाली है. वहीं हेरिटेज ट्रेन मीटर गेज लाइन पर चलती है, लेकिन महू और पातालपानी स्टेशनों के बीच ऐसा कोई ट्रैक कनेक्शन नहीं है, जो यहां तक लोगों को आसानी से ले जा सके. इससे हेरिटेज ट्रेन तक पहुंचने में थोड़ी परेशानी जरूर होगीयहां उत्करण बाबा मंदिर से पातालपानी स्टेशन तक का रास्ता अधूरा है. दोपहिया वाहनों सहित वाहन स्टेशन तक नहीं पहुंच सकते हैं, जिससे सड़क मार्ग से आने वाले पर्यटकों के लिए बड़ी असुविधा होती है. हर शनिवार और रविवार को चलेगी ट्रेन पातालपानी से कालाकुंड तक हेरिटेज ट्रेन शनिवार से शुरू होगी. ट्रेन का किराया एक तरफ के लिए 265 रुपए प्रति व्यक्ति और नॉन एसी के लिए 20 रुपए है. रतलाम रेलवे डिवीजन के अनुसार, ट्रेन नंबर 52965 पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन पातालपानी से सुबह 11:05 बजे रवाना होगी और दोपहर 1:05 बजे कालाकुंड पहुंचेगी वापसी यात्रा पर, ट्रेन नंबर 52966 कालाकुंड-पातालपानी हेरिटेज ट्रेन कालाकुंड से दोपहर 3:34 बजे रवाना होगी और शाम 4:30 बजे पातालपानी पहुंचेगी. रेलवे के सूत्रों ने कहा है कि एक ब्रॉड गेज ट्रेन पर्यटकों को महू से पातालपानी ले जाएगी, जहां वे फिर हेरिटेज ट्रेन में सवार हो सकते हैं.
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सावन और भादो मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी को लेकर अभी से भजन मंडलियों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं. इस बार सवारी में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सहित कैबिनेट के मंत्री शामिल होने वाले हैं, इसलिए जिला प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है. इस बार भजन मंडलियों को भी पास जारी किए जाएंगे श्रावण-भादौ मास में आयोजित होने वाली बाबा महाकाल की सवारियों के संबंध में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की उपस्थिति में भजन मंडलियों की बैठक आयोजित की गई. बैठक में अधिकारियों द्वारा भजन मंडलियों के साथ बाबा महाकाल की सवारी के सुव्यवस्थित संचालन और श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक दर्शन के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक मृणाल मीणा ने बताया कि भजन मंडलियों के सुचारू संचालन और अनधिकृत प्रवेश पर अंकुश लगाने के लिए प्रत्येक भजन मंडली को अलग-अलग कलर के पास दिए जायेंगे. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि इस बार भगवान महाकाल का स्वरूप सवारी का स्वरूप और भी भव्य रहेगा प्रशासक श्री मीना ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ यादव की मंशानुरूप इस बार संस्कृति विभाग के माध्यम से जनजातीय कलाकारों का दल भी बाबा महाकाल की सवारी में अपनी प्रस्तुति देगा. बैठक में भजन मंडलियों द्वारा भी व्यवस्थित आयोजन के संबंध में सुझाव दिए गए बैठक में जय महाकाल भक्त मंडली, भस्म आरती मंडली, भस्म रमैया भक्त मंडली, महाकाल शयन मंडली, काल भैरव संस्कृति मंडली, वीर तेजाजी मंडली ,भस्म रमैया मंडली, जय महाकाल रामायण मंडली, नागचंद्रेश्वर भक्त मंडली के प्रतिनिधि शामिल हुए
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बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत और राधिका मर्चेंट की शादी में इंदौरी व्यंजन भी परोसे गए थे। 14 जुलाई को मुंबई के BKC स्थित जियो वर्ल्ड सेंटर में हुए रिसेप्शन में दुनियाभर से आए मेहमानों ने इंदौरी चाट, भुट्टे का कीस, पानी पुरी, दाल मुरादाबादी और छोले टिकिया खूब स्वाद लेकर खाए। मुकेश अंबानी और ईशा ने पानी पुरी खायी। इंदौर की जेएमबी केटरिंग सर्विस के 60 सदस्यों ने 10 जुलाई से ही अंबानी हाउस 'एंटीलिया' में भोजन व्यवस्था संभाल ली थी। केटरिंग सर्विस के अजय जैन ने बताया, 'हम इंदौर से ही कच्ची सामग्री तैयार कर मुंबई ले गए थे। रिसेप्शन में चाट आइटम्स के 6 से ज्यादा काउंटर लगाए थे। गराड़ू, शकरकंदी चाट, भुट्टे का कीस, पानी पुरी, छोले-टिकिया, मूंगलेट, सेफरॉन क्रीम बड़ा जैसी डिशेस मेहमानों को खूब भाए।'अजय जैन ने बताया, '2019 में ईशा अंबानी के रोका प्रोग्राम में भी हमने मुंबई में अपनी सर्विस दी थी। उस वक्त अंबानी परिवार की तरफ से एक टीम इंदौर आई थी। सर्राफा बाजार में व्यापारियों ने उन्हें हमारे नाम का सुझाव दिया। टीम ने हमसे बात की। सर्वे के बाद लगातार कम्युनिकेशन चलता रहा। बजट और अन्य बातें फाइनल होने के बाद अंबानी परिवार का ये पहला काम हमें मिला। ईशा की सगाई इटली में हुई थी लेकिन उसके पहले रोका का एक प्रोग्राम मुंबई में भी हुआ था। इसी में हमें केटरिंग सर्विस का मौका मिला था।' प्री वेडिंग सेलिब्रेशन में भी इंदौर से ही गए थे शेफ अनंत और राधिका मर्चेंट का प्री वेडिंग सेलिब्रेशन गुजरात के जामनगर में हुआ था। इसमें भी इंदौर के 65 शेफ 135 लोगों की टीम के साथ शामिल हुए थे। जिन्होंने तीन दिन तक 2500 खास व्यंजन मेहमानों के लिए तैयार किए थे।
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इंदौर में 14 लोगों ने हिन्दू धर्म अपनाया है। साथ ही 4 लोगों ने घर वापसी की है। गुरुवार को इन सभी ने खजराना गणेश मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना की। फिर मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया। हिंदू धर्म अपनाने वालों में अधिकांश खजराना इलाके के हैं, जबकि 2 लोग मंदसौर के रहने वाले हैं। पिछले दिनों हिंदू धर्म अपना चुके हरिनारायण (पुराना नाम हैदर) का परिवार भी अब हिंदू बन गया है। महिलाओं ने बताया कि कुरीतियों से परेशान होकर उन्होंने परिवार ही नहीं पति को भी छोड़ दिया। विश्व हिंदू परिषद के संतोष शर्मा ने बताया कि सभी 18 लोगों का खजराना गणेश मंदिर में शुद्धिकरण किया गया। इन सभी लोगों ने सनातन और हिंदू धर्म के प्रति आस्था जताई। सभी लोगों ने कलेक्टर कार्यालय में शपथ पत्र देकर सूचना दे दी है। शाजिया से सपना बनी युवती ने कहा- मुझे हिंदू धर्म अच्छा लगता है। एक महिला ने बताया कि उसे बचपन से ही मंदिर जाना अच्छा लगता था। मैंने बिना किसी के दबाव के हिंदू धर्म अपनाया है। महिला ने बताया- मंदिरों में महिलाओं को भी पूजा करते देख अच्छा लगता था। लेकिन मुस्लिम धर्म में महिलाओं के मस्जिद जाने पर प्रतिबंध है, यह हमें बड़ा बुरा लगता था। हिंदुओं के घर में होने वाले पूजा-पाठ देखकर हमें भी अपने घर में ऐसे ही पूजा पाठ कराने की इच्छा होती थी। मरियम से आश्रिता बनी महिला ने बताया कि मेरे पति ने भी हिंदू धर्म अपनाया है, इसलिए मैंने पति के साथ हिंदू धर्म अपनाया है।
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एक शख्स ने यह कहकर लोगों को चौंका दिया कि वो अपनी ही बहन के बच्चे का पिता भी है और मामा भी. लेकिन जब इस अजब रिश्ते की गजब कहानी के बारे में लोगों को पता चला, तो उन्होंने भी शख्स की जमकर प्रशंसा की. जाहिर है, आप सोच में पड़ गए होंगे कि भई तारीफ किस बात की. दरअसल, शख्स ने अपनी बहन को उसकी फैमिली बढ़ाने में मदद की है. बच्चा सरोगेसी के जरिए पैदा हुआ है. लेकिन इस कहानी में एक और ट्विस्ट है.दरअसल, लंदन के 25 वर्षीय एडम ने इस विचित्र रिश्ते के पीछे की अपनी मजबूरी भी बताई. उन्होंने बताया कि उनकी बहन जेड लेस्बियन हैं. उसने एफजे नाम की एक महिला से शादी की है. चूंकि, दोनों महिलाएं हैं, ऐसे में इनका प्रेग्नेंट होना असंभव था. इसलिए उन्होंने बहन को फैमिली बढ़ाने के लिए उनकी पत्नी एफजी को स्पर्म डोनेट किया. द सन की रिपोर्ट के अनुसार, एडम ने बताया कि 2018 से ही उनकी बहन जेड बच्चे के लिए ट्राय कर रही थीं, लेकिन उन्हें कोई डोनर नहीं मिल रहा था. एडम ने कहा, मैं जब भी उनसे मिलता तो उनके चेहरे पर उदासी साफ झलकती थी. लेकिन जेड और एफजे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब एडम ने उनकी बात मान ली और स्पर्म डोनर बनने के लिए हामी भर दी.शख्स ने कहा, छह महीने की कोशिश के बाद एफजे प्रेग्नेंट हुईं और उन्होंने 18 मार्च 2023 को बेटे को जन्म दिया, जो अब 16 महीने का है. एडम सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं. उन्होंने कहा, मैं अपनी बहन और एफजे के लिए बेहद खुश हूं. पेशे से रिसर्चर और डेवलपर जेड अपनी पत्नी एफजे जो पशुचिकित्सक हैं, के साथ एम्सडर्म में रहती हैं एडम की इस मदद से उनका परिवार और भी करीब आ गया और अब वे एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं. जेड और एफजे अपने नए परिवार के साथ बहुत खुश हैं और एडम इस बात से संतुष्ट हैं कि उन्होंने अपने परिवार की इस तरह मदद की. यह कहानी न केवल परिवार के प्यार और समर्थन का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कठिनाइयों का सामना करते हुए एक-दूसरे की मदद की जा सकती है.
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ओमान के तट पर पलटे तेल टैंकर की मदद के लिए भारतीय नौसेना ने अपना युद्धपोत INS तेग और एक सर्विलांस विमान P-8 आई को तैनात किया है. दरअसल, भारतीय नौसेना, ओमान की नौसेना के साथ मिलकर समुद्र में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. बता दें कि, जिस जगह तेल टैंकर पलटा, भारतीय युद्धपोत उसी क्षेत्र में परिचालन कर रहा था. जिसके बाद भारतीय युद्धपोत को बचाव अभियान चलाने के लिए भेजा गया था युद्धपोत ने 16 जुलाई की सुबह पलटते हुए तेल टैंकर का पता लगा लिया था. समुद्र में पलटे जहाज की पहचान प्रेस्टीज फाल्कन के तौर पर हुई है. ये जहाज दुबई के हमरिया बंदरगाह से यमन के अदन बंदरगाह जा रहा था. वहीं, कोमोरोस के झंडे वाला ये जहाज ओमान के तट पर रास मद्रकाह इलाके से समुद्र में करीब 46 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में पलट गया. इसके 16 सदस्यीय चालक दल में 13 भारतीय और 3 श्रीलंकाई नागरिक शामिल हैं ओमान में भारतीय दूतावास ओमानी अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है. वहीं, नाविकों के लिए खोज और बचाव अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि, अब तक ये सामने नहीं आया है कि जहाज से तेल लीक हुआ है या नहीं. जिसकी जांच ओमान समुद्री सुरक्षा केंद्र (ओएमएससी) द्वारा की जा रही है. फिलहाल, भारतीय नौसेना भी खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई है.
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हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सीएम सैनी ने ऐलान किया कि अग्निवीरों को सरकारी नौकरी में 10 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा. ग्रुप सी में 5 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा. बिना ब्याज के 5 लाख तक कर्ज भी मिलेगा. सीएम के ऐलान के मुख्य बिंदू हरियाणा में अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण पुलिस और माइनिंग गार्ड की भर्ती में आरक्षण ग्रुप सी और ग्रुप डी की भर्तियों में उम्र की सीमा में 3 साल की छूट बिना ब्याज के 5 लाख तक का ऋण मिलेगा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, ''अग्निपथ योजना 14 जून 2022 को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई थी. इस योजना के तहत अग्निवीरों को 4 साल के लिए भारतीय सेना में तैनात किया जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की लोकहित की ये योजना है. इस योजना के माध्यम से हमारे पास स्किल्ड युवा, एक्टिव युवा तैयार होते हैं.
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ऐसा कहा जाता है कि बिल्लियों के 9 जीवन होते हैं. ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि इसमें कितनी सच्चाई है? चलिए जान लेते हैं. बिल्लियों के नौ जीवन होते हैं, ऐसा वर्षों से कहा जा रहा है, लेकिन क्या कभी सोचा है कि क्या वाकई में एक बिल्ली मरने के बाद 8 बार और जन्म लेती है? दरअसल शेर की मौसी कही जाने वाली बिल्ली के बारे में कई कहावतें हैं. कहा जाता है कि बिल्ली कहीं से निकल जाए तो उस जगह से निकलना नहीं चाहिए. ऐसे में कहा ये भी जाता है कि बिल्ली एक बार मर जाती है तो उसकी मौत नहीं होती, बल्कि वो 9 बार दोबारा जन्म लेती है.तो बता दें कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि बिल्लियों के 9 जीवन होते हैं. असल में वो हमारी ही तरह नश्वर होती हैं.कुछ लोगों का मानना है कि यह सीधे तौर पर बिल्ली की गिरने की क्षमता और मौत से बाल-बाल बचने की क्षमता से ये विचार आता है कि उनके 9 जीवन होते हैं.बिल्लियां आम तौर पर बहुत ही फुर्तीली होती हैं और पेड़ों पर रहने और शिकार पर झपटने के लिए खुद को ढाल लेती हैं.
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रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 346 आईटम्स का पांचवीं पॉजिटिव स्वदेसीकरण सूची जारी कर दिया है. इस सूची के जारी किए जाने के बाद डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (DPSU), डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस प्रोडक्शन (DDP) नोटिफाई किए गए 346 आईटम्स को केवल भारतीय कंपनियों से ही खरीद पाएंगी. रक्षा मंत्रालय के इस फैसले के चलते 1048 करोड़ रुपये के इंपोर्ट को खत्म करने में मदद मिलेगी तो देश में डिफेंस प्रोडक्शन को बढ़ावा मिलेगा इन आईटम्स की खरीद के लिए स्वदेसीकरण की टाइमलाइन की शुरुआत के बाद भारतीय कंपनियों से खरीदारी की जा सकेगी. ये सभी लिस्ट श्रीजन पोर्टल पर उपलब्ध हैं जिसे रक्षा मंत्रालय ने 2020 में लॉन्च किया था. इस पोर्टल पर डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स, सर्विस हेडक्वाटर्स (SHQs) स्वेदसी निर्माण के लिए घरेलू कंपनियों को डिफेंस आईटम्स ऑफर करते हैं जिसमें एमएसएमई और स्टार्टअप भी शामिल है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा से डिफेंस आईटम्स के स्वदेसीकरण के बड़े शानदार परिणाम सामने आए हैं जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह डिफेंस प्रोडक्शन में आत्मनिर्भरता के विजन को साकार करने में जुटे हुए हैं डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स इन आईटम्स के देश में निर्माण के लिए अलग अलग रूट अपनायेंगी जिसके मेक प्रोसीजर या एमएसएमई को शामिल कर इंडस्ट्री के साथ इन-हाउस डेवलपमेंट शामिल है. इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा, डिफेंस के क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा साथ ही इंपोर्ट पर निर्भरता को कम करने में मदद मिलेगी. इससे घरेलू डिफेंस इंडस्ट्री की डिजाइन क्षमता का विकास होगा हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, भारत डायनामिक्स लिमिटेड, बीईएमएल, इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड, मझगांव डॉक शिपयार्ड, गोवा शिपयार्ड, ग्रार्डन रिच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स और हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड जैसे डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स पांचवीं पॉजिटिव स्वदेसीकरण सूची में शामिल डिफेंस आईटम्स की लिस्ट में भाग लेंगे इससे पहले डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स के लिए 4666 आईटम्स की जो चार पॉजिटिव स्वदेसीकरण सूची जारी की गई थी उसमें से 2972 के इंपोर्ट बंद होने से 3400 करोड़ रुपये के डिफेंस आईटम्स के स्वदेसीकरण करने में मदद मिली है. जून 2024 तक डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स और सर्विसेज हेडक्वाटर्स द्वारा स्वदेस में निर्माण के लिए 36000 डिफेंस आईटम्स को ऑफर किया गया जिसमें से 12,300 आईटम्स का स्वेदसीकरण तीन सालों में पूरा किया जा चुका है. इससे डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स ने घरेलू वेंडर्स को 7572 करोड़ रुपये का आर्डर जारी किया है
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आज पंचांग अनुसार यानि 16 जुलाई 2024 को एकादशी की तिथि प्रारंभ होगी. यानि कुछ ही देर में आषाढ़ एकादशीकी तिथि प्रारंभ हो जाएगी हिंदू कैलेंडर के अनुसार अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है. जो हिंदू पंचांग के मुताबिक चौथा महीना है आषाढ़ का महीना बीते 23 जून 2024 से आरंभ हुआ था जो अब 21 जुलाई 2024 को समाप्त होगा आषाढ़ मास में पड़ने वाली इस एकादशी को आषाढ़ी एकादशी भी कहते हैं.इसके साथ ही इसे देवशयनी एकादशी भी कहा जाता है. देवशयनी एकादशी को अति महत्वपूर्ण बताया गया है. इसी तिथि से चातुर्मास भी शुरू होता है. जो कि सावन भादौ, अश्विन और कार्तिक महीने के आखिरी दिनों तक रहता है पौराणिक मान्यता के अनुसार इन चार महीनों में यानि देवशयनी एकादशी से देवप्रबोधनी एकादशी तक जगत के पालनहार विष्णु जी पाताल लोक में योग निद्रा में रहते हैं यही कारण है कि इन 4 महीने में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. देवशयनी एकादशी व्रत का पारण 18 जुलाई 2024 को प्रात: 5 बजकर 35 मिनट से प्रात: 8 बजकर 20 मिनट तक रहेगा.
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केंद्र सरकार अयोध्या में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का हब बनाने की तैयारी में है. इसके बाद यहां एनएसजी की टुकड़ी स्थायी रूप से तैनात की जाएगी. इसी को लेकर 17 जुलाई को एनएसजी की एक टुकड़ी अयोध्या आ रही है. यह टीम चार दिन तक अयोध्या में रहेगी. इस दौरान वो राम जन्मभूमि व आस-पास की सुरक्षा परखेंगे. एनएसजी की टुकड़ी अयोध्या में 20 जुलाई तक रहेगी राममंदिर के निर्माण होने के बाद से अयोध्या में आतंकी खतरे की आशंका लगातार बढ़ रही है. इसी वजह से केंद्र सरकार इस खतरे से निपटने की योजना पर लगातार काम कर रही है 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इसके बाद से ही यहां श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. हर दिन लगभग एक लाख से ज्यादा लोग यहां दर्शन करने के लिए आते हैं. इसी वजह से यहां पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने पर जोर दिया जा रहा है. केंद्र सरकार अयोध्या में एनएसजी का हब बनाने की तैयारी कर रही है. जानकारी के अनुसार, एनएसजी हब में ब्लैक कैट कमांडो की तैनाती हो सकती है इसी को लेकर एनएसजी की टीम 17 अप्रैल को अयोध्या आ रही है. इस दौरान वो राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा की समीक्षा करेंगे. अगर यहां पर आतंकी हमला होता है तो इस हालात में इससे कैसे निपटा जा सके, इसको लेकर अधिकारियों के साथ टीम चर्चा करेगी. अयोध्या के आस-पास की सुरक्षा की भी समीक्षा होगी फिलहाल रामनवमी, सावन, कार्तिक परिक्रमा मेले में यहां पर एटीएस की तैनाती की जाती है. अभी राममंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसएसएफ के पास है. यहां पर सीआरपीएफ व पीएसी को भी तैनात किया गया है. एनएसजी की ओर से एसएसएफ के जवानों को ट्रेनिंग दे गई है. अयोध्या में स्पेशल फोर्स के 200 कमांडो भी तैनात हैं
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मोहित की आस्था और इरादा देखकर लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। नारसन में उनके साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। हरियाणा के सोनीपत निवासी मोहित एक पैर न होने के बावजूद हरिद्वार से सोनीपत कलश में गंगा जल भरकर कंधे पर कांवड़ लेकर निकले हैं। मन में सच्ची आस्था और मजबूत इरादा हो तो पहाड़ जैसी चुनौती भी आसानी से पार हो जाती है। ऐसी आस्था और मजबूत इरादों के साथ एक पैर से दिव्यांग मोहित गंगा जल लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं।मोहित की आस्था और इरादा देखकर लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। नारसन में उनके साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। हरियाणा के सोनीपत निवासी मोहित एक पैर न होने के बावजूद हरिद्वार से सोनीपत कलश में गंगा जल भरकर कंधे पर कांवड़ लेकर निकले हैं।मोहित के साथ दो और साथी भी उनके हर कदम पर साथ दे रहे हैं। शुक्रवार को मोहित और दो दोस्त कांवड़ लेकर नारसन कस्बे से गुजरे तो लोगों ने उन्हें रोक लिया और मोबाइल से उनके साथ सेल्फी ली।मोहित ने बताया कि जब वह 11 साल के थे उन्हें बोन कैंसर हुआ था। इसकी वजह से उनका एक पैर काटना पड़ा था। मोहित ने बताया कि उन्हें बचपन से ही बॉडी बिल्डिंग का शौक था। बचपन में पैर कट जाने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और बॉडी बिल्डिंग का फैसला लिया।उन्होंने बताया कि बॉडी बनाकर उन्होंने कई बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर कई पुरस्कार भी जीते हैं। साथ ही वह 10 बार मिस्टर इंडिया रह चुके हैं। मोहित का मन था कि वह हरिद्वार से कांवड़ लेकर आएंगे। इसके लिए परिवार ने भी उनका साहस बढ़ाया था। दो दोस्तों ने भी उनका हौसला बढ़ाया और वह उनका सहारा बनकर कांवड़ लेकर निकल पड़े हैं।
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मुख्यमंत्री-माझी लाडकी बहिण योजना' के तहत महिलाओं द्वारा बड़ी संख्या में आवेदन किए जा रहे हैं. आवेदन प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिन्हें कम करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है. 13 जुलाई को हुई कैबिनेट बैठक में इस योजना का दायरा बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिनमें लाइव फोटो से संबंधित बड़े बदलाव शामिल हैं इस योजना के प्रभावी और सरल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए नई शर्तें और संशोधन किए गए हैं. अब महिलाओं को विभिन्न तरीकों से फॉर्म भरने की सुविधा प्रदान की जा रही है. महिलाएं नारी शक्ति जैसे विभिन्न पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं. पहले महिलाओं को आवेदन के समय अपनी लाइव फोटो देनी होती थी, लेकिन अब नए निर्णय के अनुसार ऐसी कोई आवश्यकता नहीं होगी.फोटो को लेकर किया गया बड़ा बदलाव सरकार के नए निर्णय से 'मुख्यमंत्री-माझी लाडकी बहिण योजना' के तहत आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने का महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. अब ऑफलाइन आवेदन पर लाभार्थी महिला की फोटो को ऑनलाइन आवेदन के लिए मान्य किया जाएगा, जिससे महिलाओं को फॉर्म भरते समय लाइव फोटो देने की आवश्यकता नहीं होगी महिलाएं इस योजना के लिए 31 अगस्त तक आवेदन कर सकती हैं. राज्य सरकार ने अपील की है कि अधिक से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठाएं. इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाएंगे. विपक्ष का दावा है कि यह योजना सिर्फ आगामी चुनावों के लिए लागू की जा रही है,
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भगवान शंकर का सबसे बड़ा धाम काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित है. साल भर यहां पर शिव भक्तों का ताँता लगा रहता है. विशेष तौर पर सावन और महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शिव की नगरी में देखी जाती है. इस बार सावन की अवधि 22 जुलाई से लेकर 19 अगस्त तक रहेगी. इस दौरान स्कूल एसोसिएशन की तरफ से निर्णय लिया गया है कि सावन माह के दौरान सोमवार के दिन सभी स्कूल बंद रहेंगे जबकि इस माह में रविवार के दिन सभी स्कूल अपने निर्धारित समय से खुले रहेंगे पूर्वांचल स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि काशी में भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ-साथ अलग-अलग शिवलिंग है, जिनकी प्राचीन परंपराएं और मान्यताएं हैं. सावन के महीने में भारी संख्या में श्रद्धालु शहर के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी दर्शन पूजन के लिए पहुंचते हैं. खासतौर पर सोमवार के दिन भारी भीड़ देखी जाती है. इस दौरान हमने स्कूली बच्चों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है कि सावन माह के दौरान प्रत्येक सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे. लेकिन रविवार के दिन स्कूल अपने निर्धारित समय से खुले रहेंगे वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर मुख्य शहर में स्थित है. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु सावन माह में दर्शन पूजन करने के लिए पहुंचते हैं. अलग-अलग स्कूलों के भी बड़ी संख्या में वाहन शहर और ग्रामीण क्षेत्र से गुजरते हैं. इस दौरान सोमवार के दिन भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति हो सकती है. इसलिए अगर स्कूल की तरफ से यह निर्णय लिया गया है तो निश्चित ही जनपद के लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी. साथ ही बच्चों और श्रद्धालुओं को भी आने जाने में सहूलियत होगी. इस फैसले को बच्चों के अभिभावकों की तरफ से भी सराहा गया है
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भगवान शंकर का सबसे बड़ा धाम काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित है. साल भर यहां पर शिव भक्तों का ताँता लगा रहता है. विशेष तौर पर सावन और महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शिव की नगरी में देखी जाती है. इस बार सावन की अवधि 22 जुलाई से लेकर 19 अगस्त तक रहेगी. इस दौरान स्कूल एसोसिएशन की तरफ से निर्णय लिया गया है कि सावन माह के दौरान सोमवार के दिन सभी स्कूल बंद रहेंगे जबकि इस माह में रविवार के दिन सभी स्कूल अपने निर्धारित समय से खुले रहेंगे पूर्वांचल स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि काशी में भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ-साथ अलग-अलग शिवलिंग है, जिनकी प्राचीन परंपराएं और मान्यताएं हैं. सावन के महीने में भारी संख्या में श्रद्धालु शहर के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी दर्शन पूजन के लिए पहुंचते हैं. खासतौर पर सोमवार के दिन भारी भीड़ देखी जाती है. इस दौरान हमने स्कूली बच्चों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है कि सावन माह के दौरान प्रत्येक सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे. लेकिन रविवार के दिन स्कूल अपने निर्धारित समय से खुले रहेंगे वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर मुख्य शहर में स्थित है. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु सावन माह में दर्शन पूजन करने के लिए पहुंचते हैं. अलग-अलग स्कूलों के भी बड़ी संख्या में वाहन शहर और ग्रामीण क्षेत्र से गुजरते हैं. इस दौरान सोमवार के दिन भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति हो सकती है. इसलिए अगर स्कूल की तरफ से यह निर्णय लिया गया है तो निश्चित ही जनपद के लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी. साथ ही बच्चों और श्रद्धालुओं को भी आने जाने में सहूलियत होगी. इस फैसले को बच्चों के अभिभावकों की तरफ से भी सराहा गया है
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पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर अब अपने नए रोल के लिए तैयार नजर आ रहे हैं. उन्हें हाल ही में BCCI ने भारतीय टीम का नया हेड कोच बनाया है. गंभीर ने राहुलद्रविड़ की जगह ली है, जिनका कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद खत्म हो गया है,,भारतीय टीम इस समय जिम्बाब्वे दौरे पर है, जहां वो 5 मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है. इसके बाद उसे श्रीलंका दौरे पर जाना है, जहां 3 मैचों की वनडे और 3 मैचों की वनडे और 3 मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है. इन दोनों ही सीरीज का शेड्यूल जारी कर दिया गया है.हालांकि अभी तक श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि इसी हफ्ते के आखिर में टीम का ऐलान कर दिया जाएगा.रिपोर्ट्स की मानें तो टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले चुके कप्तान रोहित शर्मा इस दौरे पर नहीं जाएंगे और आराम करेंगे.ऐसे में श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम की कप्तानी हार्दिक पंड्या को सौंपी जा सकती है. जबकि वनडे की कमान केएल राहुल को दी जा सकती है. साथ ही वनडे और टी20 दोनों स्क्वॉड ज्यादा अलग नहीं होंगे. जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में कप्तानी कर रहे शुभमन गिल को सिर्फ वनडे सीरीज के लिए चुना जा सकता
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पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर अब अपने नए रोल के लिए तैयार नजर आ रहे हैं. उन्हें हाल ही में BCCI ने भारतीय टीम का नया हेड कोच बनाया है. गंभीर ने राहुलद्रविड़ की जगह ली है, जिनका कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद खत्म हो गया है,,भारतीय टीम इस समय जिम्बाब्वे दौरे पर है, जहां वो 5 मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है. इसके बाद उसे श्रीलंका दौरे पर जाना है, जहां 3 मैचों की वनडे और 3 मैचों की वनडे और 3 मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है. इन दोनों ही सीरीज का शेड्यूल जारी कर दिया गया है.हालांकि अभी तक श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम का ऐलान नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि इसी हफ्ते के आखिर में टीम का ऐलान कर दिया जाएगा.रिपोर्ट्स की मानें तो टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले चुके कप्तान रोहित शर्मा इस दौरे पर नहीं जाएंगे और आराम करेंगे.ऐसे में श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम की कप्तानी हार्दिक पंड्या को सौंपी जा सकती है. जबकि वनडे की कमान केएल राहुल को दी जा सकती है. साथ ही वनडे और टी20 दोनों स्क्वॉड ज्यादा अलग नहीं होंगे. जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में कप्तानी कर रहे शुभमन गिल को सिर्फ वनडे सीरीज के लिए चुना जा सकता
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रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी की बेटे अनंत अंबानी की शादी किसी राजा-महाराजाओं के विवाह जैसी हो रही है. अनंत अंबानी शुक्रवार (12 जुलाई) को राधिका मर्चेंट के साथ शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. इस शादी में जहां आधुनिकता की झलक दिख रही है तो वहीं परंपराओं से भी दूरी नहीं बनाई गई है. यही वजह है कि अनंत-राधिका की शादी में मेहमानों को मुंबई से ही बनारस के घाटों के दर्शन भी करवाए जाएंगे अनंत-राधिका की शादी में भारतीय संस्कृति, सभ्यता, आध्यात्मिकता, भारतीय लोक कला, शिल्प कौशल, संगीत, पकवान समेत बहुत कुछ खास होने वाला है. शादी की सजावट की थीम 'एन ओड टू वाराणसी' है, जो इस प्राचीन शहर की परंपरा, धर्मपरायणता, संस्कृति, कला एवं शिल्प और बनारसी खाने को सम्मान करती है. अनंत-राधिका की शादी जियो वर्ल्ड सेंटर में हो रही है, जहां पूरे कॉनकोर्स को बनारस वाली फील देने के लिए डिजाइन किया गया है देश के सबसे अमीर शख्स के बेटे की शादी में शिरकत फरमाने वाले मेहमानों को शादी के वेन्यू पर पहुंचने पर न सिर्फ बनारस की परंपराओं और आध्यात्मिकता से जुड़ने का मौका मिलेगा, बल्कि वे शहर के पकवानों का भी लुत्फ उठा पाएंगे. कॉनकोर्स में स्टाल लगाए गए हैं और हर मेहमान की खातिरदारी का पूरा इंतजाम किया गया है. शादी में हिस्सा लेने वाले मेहमान न सिर्फ पूरे कार्यक्रम का आनंद लेने वाले हैं, बल्कि वे बनारस के घाटों की याद भी अपने साथ ले जाने वाले हैं अनंत-राधिका की शादी में हिस्सा लेने आने वाले मेहमानों को बनारसी चाट, मिठाई, लस्सी, चाय, खारी जैसे पकवानों और स्ट्रीट फूड खाने का ऑप्शन मिलेगा. इसके अलावा फेमस बनारसी पान से भी लोग अपना मुंह मीठा कर सकेंगे. बाबा विश्वनाथ की नगरी का प्रसिद्ध पीतल का काम, मिट्टी के बर्तन बनाने की कला, बनारसी और कांजीवरण साड़ियों को तैयार करने का तरीका भी मेहमान यहां देख पाएंगे. वे शीशम के फर्नीचर जैसी पारंपरिक कलाओं को भी देख पाएंगे इसके अलावा अगर मेहमान चाहें तो ज्योतिष के स्टॉल पर भी जा सकते हैं, जहां वे अपना भविष्य जान सकते हैं. इत्र के स्टॉल पर जाकर बेहतरीन खुशबू का आनंद ले सकते हैं. चूड़ी बेचने वाले स्टॉल पर जाकर रंगीन चूड़ियां खरीदने का भी ऑप्शन दिया गया है. शादी के वेन्यू पर मेहमानों के लिए कठपुतली का शो भी किया जाएगा. मजेदार तस्वीरें क्लिक करने के लिए फोटो स्टूडियो भी मौजूद है. शादी में भारत की शानदार परंपरा को दिखाया जाएगा.
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जुलाई में पेश होने वाले बजट के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहली ऐसी वित्त मंत्री बनने जा रही हैं जो एक के बाद एक 7 बजट पेश करेंगी। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा। मालूम हो कि इससे पहले मोरारजी देसाई के नाम सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड रहा है। आगामी पूर्ण बजट 23 जुलाई को पेश होने जा रहा है
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हिंदू धर्म में गुरु को ईश्वर के समान दर्जा दिया गया है. गुरु के आशीर्वाद से जीवन तर जाता है, व्यक्ति करियर में हर सुख, सफलता को प्राप्त करता है. गुरु के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए आषाढ़ माह की पूर्णिमा (Ashadha Purnima) का दिन सर्व श्रेष्ठ माना गया है. इसे गुरु पूर्णिमा भी कहते हैं. आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास (Ved Vyas ji) का जन्म हुआ था. गुरु पूर्णिमा पर स्नान-दान के अलावा लोग अपने-अपने गुरुजन का आशीर्वाद लेकर दान पुण्य करते हैं. इससे जीवन सुखमय बनता है. जानें इस साल गुरु पूर्णिमा 20 या 21 जुलाई कब है ? गुरु पूर्णिमा 20 या 21 जुलाई 2024 में कब ? (When is Guru Purnima 20 or 21 July 2024) आषाढ़ पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई को शाम 5.59 पर शुरू होगी और अगले दिन 21 जुलाई को दोपहर 03.46 पर इसका समापन होगा. उदयातिथि के अनुसार गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को मान्य होगी. गुरु पूर्णिमा 2024 मुहूर्त (Guru Purnima 2024 Muhurat) स्नान मुहूर्त - सुबह 04.14 - सुबह 04.55 पूजा मुहूर्त - सुबह 07.19 - दोपहर 12.27 लक्ष्मी जी पूजा मुहूर्त - प्रात: 12.07 - प्रात: 12.48 चंद्रोदय समय - रात 07.38 गुरु पूर्णिमा का वेद व्यास जी से संबंध (Guru Purnima Connection with Ved Vyas ji) सबसे पहले वेदों की शिक्षा महर्षि वेदव्यास ने ही दी थी इसलिए हिन्दू धर्म में उन्हें प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया है. यही वजह है कि गुरु पूर्णिमा पर वेद व्यास जी की पूजा करने का महत्व है. मान्यता है इससे जीवन में खुशहाली और तरक्की मिलती है. गुरु पूर्णिमा पर दान-पूजा का महत्व (Guru Purnima Daan-Puja importance) गुरु पूर्णिमा पर विष्णु जी (Vishnu ji), वेद व्यास जी, अपने गुरु की पूजा करना, चने की दाल, पीली मिठाई या पीले वस्त्र दान करना, केसर तिलक लगाना, गीता (Geeta) का पाठ करना. लक्ष्मी नारायण मंदिर में नारियल अर्पित करना बहुत शुभ होता है. कहते हैं इससे करियर में उन्नति मिलती है, व्यक्ति हर काम में कामयाब होता है.
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हिंदू धर्म में गुरु को ईश्वर के समान दर्जा दिया गया है. गुरु के आशीर्वाद से जीवन तर जाता है, व्यक्ति करियर में हर सुख, सफलता को प्राप्त करता है. गुरु के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए आषाढ़ माह की पूर्णिमा (Ashadha Purnima) का दिन सर्व श्रेष्ठ माना गया है. इसे गुरु पूर्णिमा भी कहते हैं. आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास (Ved Vyas ji) का जन्म हुआ था. गुरु पूर्णिमा पर स्नान-दान के अलावा लोग अपने-अपने गुरुजन का आशीर्वाद लेकर दान पुण्य करते हैं. इससे जीवन सुखमय बनता है. जानें इस साल गुरु पूर्णिमा 20 या 21 जुलाई कब है ? गुरु पूर्णिमा 20 या 21 जुलाई 2024 में कब ? (When is Guru Purnima 20 or 21 July 2024) आषाढ़ पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई को शाम 5.59 पर शुरू होगी और अगले दिन 21 जुलाई को दोपहर 03.46 पर इसका समापन होगा. उदयातिथि के अनुसार गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को मान्य होगी. गुरु पूर्णिमा 2024 मुहूर्त (Guru Purnima 2024 Muhurat) स्नान मुहूर्त - सुबह 04.14 - सुबह 04.55 पूजा मुहूर्त - सुबह 07.19 - दोपहर 12.27 लक्ष्मी जी पूजा मुहूर्त - प्रात: 12.07 - प्रात: 12.48 चंद्रोदय समय - रात 07.38 गुरु पूर्णिमा का वेद व्यास जी से संबंध (Guru Purnima Connection with Ved Vyas ji) सबसे पहले वेदों की शिक्षा महर्षि वेदव्यास ने ही दी थी इसलिए हिन्दू धर्म में उन्हें प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया है. यही वजह है कि गुरु पूर्णिमा पर वेद व्यास जी की पूजा करने का महत्व है. मान्यता है इससे जीवन में खुशहाली और तरक्की मिलती है. गुरु पूर्णिमा पर दान-पूजा का महत्व (Guru Purnima Daan-Puja importance) गुरु पूर्णिमा पर विष्णु जी (Vishnu ji), वेद व्यास जी, अपने गुरु की पूजा करना, चने की दाल, पीली मिठाई या पीले वस्त्र दान करना, केसर तिलक लगाना, गीता (Geeta) का पाठ करना. लक्ष्मी नारायण मंदिर में नारियल अर्पित करना बहुत शुभ होता है. कहते हैं इससे करियर में उन्नति मिलती है, व्यक्ति हर काम में कामयाब होता है.
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पंचक कई तरह के होते हैं, इनकी शुरुआत सप्ताह के जिस दिन से होती है उसका अपना महत्व होता है. जुलाई में इस बार अग्नि पंचक लग रहे हैं. अग्नि पंचक को खतरनाक माना गया है इस दौरान अग्नि से संबंधी कार्य में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए. अग्नि पंचक का समय बहुत ही अशुभ माना जाता है. आइए जानते हैं जुलाई 2024 में अग्नि पंचक कब से शुरू हो रहे हैं, इस दौरान कौन से कार्य नहीं करना चाहिए मंगलवार से शुरू होने वाले पंचक को अग्नि पंचक कहा जाता है. इस साल 23 जुलाई 2024 को अग्नि पंचक शुरू हो रहे हैं, इसका समापन 27 जुलाई 2024 को होगा अग्नि पंचक के दौरान अग्नि देव (Agni dev) प्रबल होते हैं, इसलिए इस अवधि के दौरान अग्नि से संबंधित कार्य जैसे यज्ञ, हवन, दीपक जलाना आदि वर्जित होते हैं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अग्नि पंचक में विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यवसाय शुरू करना आदि शुभ कार्य नहीं करने चाहिए अग्नि पंचक में निर्माण कार्य, औजार और मशीनरी कामों की शुरुआत करना अशुभ माना गया है. क्रोध पर नियंत्रण रखें नहीं तो नुकसान हो सकता है अग्नि पंचक के 5 दिन बेहद अशुभ माने जाते हैं, इस दौरान शुभ कार्य भूलकर भी नहीं करना चाहिए, इससे हानि होती है, परिणाम अशुभ मिलते हैं. पंचक के दौरान जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घास, लकड़ी आदि ईंधन एकत्रित नहीं करना चाहिए, इससे अग्नि का भय रहता है. दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि दक्षिण दिशा, यम की दिशा मानी गई है
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टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद चैंपियन टीम इंडिया की विक्ट्री परेड मुंबई में निकाली गई. जिसमें लाखों की संख्या में फैंस पहुंचे थे. इसके बाद सभी खिलाड़ी अपने शहर और घर के लिए रवाना हुए. घर पहुंचते ही खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया. हैदराबाद में मोहम्मद सिराज के साथ भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जहां पूरे हैदराबाद ने मोहम्मद सिराज का जोरदार स्वागत किया और सिराज की विक्ट्री परेड निकाली. अब इस विक्ट्री परेड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है बीच सड़क पर फैंस के साथ गाया 'लहरा दो...' मोहम्मद सिराज की विक्ट्री परेड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें मोहम्मद सिराज सड़क पर फैंस के साथ 'लहरा दो...' गाना गाते नजर आ रहे हैं. फैंस भी आसमान में तिरंगा लहराते हुए मोहम्मद सिराज के साथ इस गाने को दोहरा रहे हैं. सड़क पर कई जगह पटाखे फोड़े जा रहे थे.
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टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीतने के बाद चैंपियन टीम इंडिया की विक्ट्री परेड मुंबई में निकाली गई. जिसमें लाखों की संख्या में फैंस पहुंचे थे. इसके बाद सभी खिलाड़ी अपने शहर और घर के लिए रवाना हुए. घर पहुंचते ही खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया. हैदराबाद में मोहम्मद सिराज के साथ भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जहां पूरे हैदराबाद ने मोहम्मद सिराज का जोरदार स्वागत किया और सिराज की विक्ट्री परेड निकाली. अब इस विक्ट्री परेड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है बीच सड़क पर फैंस के साथ गाया 'लहरा दो...' मोहम्मद सिराज की विक्ट्री परेड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें मोहम्मद सिराज सड़क पर फैंस के साथ 'लहरा दो...' गाना गाते नजर आ रहे हैं. फैंस भी आसमान में तिरंगा लहराते हुए मोहम्मद सिराज के साथ इस गाने को दोहरा रहे हैं. सड़क पर कई जगह पटाखे फोड़े जा रहे थे.
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भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए बीते कल यानी 04 जून, गुरुवार का दिन बहुत खास रहा. टीम कल टीम इंडिया बारबाडोस से दिल्ली पहुंची थी और फिर वहां से मुंबई आई. मुंबई में टीम इंडिया ने विक्ट्री परेड की और फिर वानखेड़े स्टेडियम में सम्मान समारोह हुआ. यह सभी पल बहुत खास थे. अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या मां तुझे सलाम गाते हुए दिख रहे हैं यह वीडियो देखने के बाद आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. वीडियो बहुत ही खास है. वीडियो में टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी दिख रहे हैं, जिसमें विराट कोहली काफी आगे नज़र आ रहे हैं. विराट इस दौरान अपनी पीठ पर तिरंग लपेटे हुए हैं. विराट के साथ हार्दिक पांड्या उनके बिल्कुल बगल में नज़र आ रहे हैं. पूरी टीम स्टेडियम का चक्कर लगा रही थी. इसी दौरान वंदे मातरम् बज रहा था विराट कोहली और हार्दिक पांड्या पूरी एनर्जी के साथ 'मां तुझे सलाम...वंदे मातरम्' गाते हुए दिख रहे हैं. इस दौरान सभी खिलाड़ी जोश से लबरेज दिख रहे हैं. यह वीडियो वाकई किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकता है.
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मॉनसून की शुरुआत हो चुकी है और बारिश की बूंदों से चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आ रही है. बरसात के मौसम में ही हिंदू माह का पवित्र सावन का महीना भी पड़ता है, जिसकी शुरुआत 22 जुलाई 2024 से हो रही है वैसे तो सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. लेकिन इस समय शनि महाराज की पूजा करने का भी महत्व है. बरसात के मौसम में आप छोटे-छोटे उपायों से शनि देव प्रसन्न कर सकते हैं. इन उपायों से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव भी कम होता है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आप बरसात में इन चीजों का दान कर सकते हैं बरसात में किन चीजों का करें दान काली वस्तुओं का दान: शनि देव का संबंध काले रंग से होता है. यह रंग उन्हें अत्यंत प्रिय है. ऐसे में इस समय शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आप गरीब और जरूरतमंदों में काले रंग की चीजों का दान कर सकते हैं. छाते का दान: बरसात के मौसम में खूब बारिश होती है. खासकर मजदूर और गरीब वर्ग के लोगों को ऐसे में घर से बाहर निकलने में परेशानी होती है. इसलिए इस समय आप काले रंग के छाते का दान कर सकते हैं. इससे भी शनि महाराज प्रसन्न होंगे. जूते-चप्पलों का दान: बरसात के समय गरीबों में काले रंग के जूते-चप्पलों का दान करने से भी शनि की कृपा प्राप्त होती है. कुत्ते की सेवा करें: बरसात में कुत्तों को खाने-पीने में समस्या आती है. ऐसे में आप उनकी मदद करें और उन्हें खाना खिलाएं. मान्यता है कि काले कुत्तों की सेवा से भी शनि देव बहुत खुश होते हैं. पक्षियों को खिलाएं सतनाजा: बरसात का समय पक्षियों के लिए भी कष्टकारी हो जाता है. ऐसे में इस समय आप पक्षियों को सतनाजा या सप्तधान खिलाएं. इससे साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम होता है. काली उड़द का दान: शनिवार के दिन काली उड़द का दान करें. इससे शनि की महादशा का कष्ट आपको नहीं झेलना पड़ेगा.
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टी20 विश्व कप जीतकर बारबाडोस से दिल्ली लौटी भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार (4 जुलाई, 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इसका वीडियो सामने आया है वीडियो में दिख रहा है कि कप्तान रोहित शर्मा, बैट्समैन विराट कोहली, ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या, सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत सहित सभी 15 खिलाड़ी और कोच राहुल द्रविड पीएम मोदी से उनके आवास पर मिले हैं प्रधानमंत्री मोदी भारतीय क्रिकेट टीम से बात करते हुए काफी खुश दिख रहे हैं. इस दौरान विश्व कप ट्रॉफी भी पीएम मोदी ने अपने हाथ में ली है. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय टीम को नाश्ते पर आमंत्रित किया है क्रिकेट टीम अब मुंबई के लिए रवाना होगी, जहां कि नरीमन प्वाइंट से वानखेड़े तक रोड शो की व्यवस्था की गई है ताकि फैंस विश्व कप ट्रॉफी के साथ अपने सितारों की नज़दीकी झलक देख सकें. इसके बाद टीम को वानखेड़े स्टेडियम में सम्मानित किया जाएगा
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साल 2007 के बाद जीका वायरस से हो रहे संक्रमण में बड़ा विस्फोट हुआ और ये अफ्रीका, अमेरिका, एशिया और प्रशांत क्षेत्र में तेजी से बढ़ने लगा. अभी कुछ साल पहले ही भारत के दक्षिण राज्यों, केरल और कर्नाटक में जीका के मामले देखने को मिले थे एक जुलाई को दो प्रग्नेंट महिलाओं के संक्रमित होने के बाद महाराष्ट्र के पुणे में जीका वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ कर 11 हो गई है. इससे पहले 21 जून को वहां तब पहला मरीज मिला था, जब एक डॉक्टर इस संक्रमण का शिकार हो गए थे, उसके बाद उनकी भी बेटी इस वायरस के गिरफ्त में आ गई जीका वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए पुणे का स्वास्थ्य विभाग सजग हो गया है, और पूरी स्वास्थ्य प्रणाली इस संक्रमण के रोकथाम के प्रयास में जुट गई है स्वास्थ्य विभाग संक्रमित इलाके से लोगों के सैंपल ले रहा है और साथ ही पूरे इलाके में दवाओं का छिड़काव भी कर रहा है. वायरस के बढ़ते मामलों के बीच जीका वायरस क्या है, इसकी उत्पत्ति कहां से हुई, ये सवाल भी लोगों के बीच घुमड़ रहा है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार जीका वायरस सबसे पहले 1947 पूर्वी अफ्रीका के देश युगांडा में मिला था, इसका नाम करण भी युगांडा के जंगलों नाम पर ही किया गया है. उसी समय पहली बार जंगल के बंदरों को आइसोलेट किया गया था. इसके बाद साल 1952 में जीका वायरस ने युगांडा और तंजानिया के लोगों को अपने चपेट में ले लिया था, ये इंसान की कोशिकाओं में वायरस की पहली दस्तक थी. इसके बाद इस वायरस से जुड़े मामले और भी देशों में मिलने लगे और धीरे इस बीमारी का विस्तार हो गया
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उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे के बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वीडियो जारी किया है। 4 जुलाई को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्मदिन है, और इस अवसर पर धाम की तरफ से सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया गया है। उन्होंने श्रद्दालुओं से अपने कार्यक्रम को लेकर एक अपील की है वीडियो में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, '4 जुलाई को मेरे जीवन की आयु का एक वर्ष कम हो जाएगा। बहुत व्यापक तरीके से अद्भुत आनंद उत्सव की तैयारियां चल रही हैं। लेकिन इस वीडियो के माध्यम से हम एक निवेदन और प्रार्थना करना चाह रहे हैं। 4 जुलाई के उत्सव के लिए दूर-दूर से आ रहे बागेश्वर धाम से जुड़े लोग हमारे प्रियजन हैं। हमारी एक प्रार्थना है कि आप लोग हमारी अपील मानें तो हमें अपार प्रशंसा होगी।'शास्त्री ने बताया कि 1 तारीख से ही जन समुदाय और बागेश्वर धाम के भक्तों की भीड़ बहुत ज्यादा हो गई है। उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिकोण से अपील की कि लोग अपने घर से ही उत्सव मनाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि हनुमान चालीसा और वृक्षारोपण करके उत्सव मनाएं।उन्होंने यह भी बताया कि आगामी गुरु पूर्णिमा जो 21 जुलाई को है, उसमें योजनाबद्ध तरीके से और व्यापक मैदान रखा जाएगा। उस अवसर पर सभी भक्तों का स्वागत किया जाएगा। शास्त्री ने कहा कि अत्यधिक भीड़ होने की वजह से 4 जुलाई को आने वाले सभी प्रियजन अपने घर से उत्सव मनाएं। बागेश्वर धाम की व्यवस्थाएं डबल की गई थीं, लेकिन स्थिति बदल गई है। उनका उद्देश्य है कि बुजुर्गों को परेशानी न हो, कोई बीमार न पड़े और सभी सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि वे गुरु पूर्णिमा के मौके पर भक्तों का इंतजार करेंगे।
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भारतीय क्रिकेट टीम बारबाडोस से खिताबी जीत के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गई है. टीम इंडिया को लेने के लिए बीसीसीआई ने स्पेशल फ्लाइट भेजी है. खिलाड़ियों का वतन वापसी पर भव्य स्वागत होगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीम इंडिया से गुरुवार को मुलाकात करेंगे. रोहित शर्मा, विराट कोहली और युजवेंद्र चहल समेत पूरी टीम चक्रवाती तूफान बेरिल की वजह से बारबाडोस में फंस गई थी. इसी वजह से खिलाड़ियों को वापसी में देरी हुई एएनआई की एक खबर के मुताबिक भारतीय क्रिकेट टीम वापसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेगी. टीम इंडिया गुरुवार को बारबाडोस से दिल्ली पहुंच रही है. बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को लाने के लिए एयर इंडिया का बोइंग 777 विमान भेजा था. टीम इंडिया दिन में 11 बजे प्रधानमंत्री आवास पर पहुंच सकती है. वे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मुंबई के लिए रवाना होंगे.भारतीय क्रिकेट टीम प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मुंबई के लिए रवाना होगी. यहां खुली बस में करीब 1 किलोमीटर तक टीम इंडिया के खिलाड़ी खुली बस में विक्ट्री परेड का हिस्सा लेंगे. यह परेड नरिमन पॉइंट से वानखेडे़ स्टेडिमय के बीच होगी. इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों को 125 करोड़ रुपए की प्राइज मनी दी जाएगी टीम इंडिया करीब सुबह करीब 11 बजे प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर सकती है. इसके बाद ब्रेकफास्ट किया जाएगा. भारतीय खिलाड़ी इस मुलाकात के बाद मुंबई के लिए रवाना होंगे. यहां विक्ट्री परेड होगी. इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह प्राइज मनी देंगे. टीम इंडिया के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर भी भारी संख्या में समर्थक पहुंच सकते हैं
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दुनियाभर में आज विश्व यूएफओ दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस दिन दुनियाभर में लोग अज्ञात उड़ने वाली वस्तुओं और हमारे ग्रह को छोड़कर दूसरे ग्रहों के अस्तित्व के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए साथ आते हैं. ऐसे में चलिए आज का दिन क्यों मनाया जाता है और इसका मतलब क्या है जानते हैं 'अज्ञात' का मतलब ऐसी चीज से है जिसकी कोई पहचान नहीं है. वहीं कोई उड़ने वाली वस्तु से है जो हवा में उड़ती है. कुलमिलाकर देखें तो ये दिन उन चीजों के लिए मनाया जाता है जो वस्तु आसमान में उड़ती दिखाई देती है लेकिन उसकी कोई पहचान नहीं है. सैकड़ों सालों से लोग ये दावा करते आ रहे हैं कि उन्होंने यूएफओ या उड़ान तश्तरी जैसी चीजें देखी हैं. इन्हीं दावों के तलते इन चीजों पर कई बार काफी शोध और चर्चाएं होती आई हैं बता दें वर्ल्ड यूएफओ डे की शुरुआत साल 2001 में यूएफओ शोधकर्ता हाक्त्न अक्दोगन ने की थी. दरअसल इस दिन का चयन खासतौर पर 1947 की रोसवेल घटना का कारण किया गया था. जिसमें एक अनजान उड़ान चश्तरी के क्रैश होने की घटना सामने आई थी. ये यूएफओ के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है विश्व यूएफओ दिवस काफी जरूरी है क्योंकि ये अलौकिक जीवन के अस्तित्व पर खुली चर्चा और बहस को प्रोत्साहित करता है, साथ ही ये विचारों और सिद्धांतों को खुले तौर पर चर्चा करने को बढ़ावा देता है. ये दिन इस सोच पर जोर देता है कि हम ब्रह्मांड में अकेले नहीं हो सकते हैं. ये ब्रह्मांड में हमारे अलावा भी सोचने और समझने की शक्ति रखने वाले दूसरे लोग भी होते हैं. विश्व यूएफओ दिवस का उद्देश्य एक महान भावना को बढ़ावा देना है कई यूएफओ देखे जाने की नासा की जांच में पाया गया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इन घटनाओं के पीछे एलियंस ही थे, लेकिन अंतरिक्ष एजेंसी इसकी संभावना से भी इनकार नहीं कर सकती. अगर सच्चाई सामने आती है, तो यह लंबे समय से प्रतीक्षित रिपोर्ट कोई निर्णायक सबूत दे सकती है. लेकिन इसने ये जरूर साबित कर दिया कि नासा बेहतर तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ यूएपी (अज्ञात विषम घटना) की जांच कैसे करेगा. नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी न केवल संभावित यूएपी घटनाओं पर शोध करने में खास भूमिका निभाएगी, बल्कि ज्यादा से ज्यादा पारदर्शिता के साथ लोगों के साथ भी इसकी जानकारी शेयर करेगी
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आज यानी 2 जुलाई को वर्ल्ड ट्यूटर्स डे मनाया जाता है. ये दिन केवल प्रोफेशनल टीचर्स को समर्पित नहीं है. बल्कि हर वो शख्स जो किसी को पढ़ा रहा है, वो इस दायरे में आता है ये दिन हर साल 2 जुलाई को सेलिब्रेट किया जाता है. इसे वर्ल्ड टीचर्स डे से कंफ्यूज न करें. वर्ल्ड टीचर डे हर साल 5 अक्टूबर को सेलिब्रेट होता है जबकि वर्ल्ड ट्यूटर्स डे उससे अलग है और 2 जुलाई को मनाया जाता है ये दिन विशेष तौर पर उन लोगों के लिए है जो किसी न किसी रूप में कुछ लोगों को, समूहों को कोई न कोई चीज सिखा रहे हैं. अपनी ट्यूटरिंग स्किल का जो भी इस्तेमाल कर रहा है, ये दिन उसके लिए है इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि अगर कोई पोस्ट ग्रेजुएट का स्टूडेंट, अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट को पढ़ा रहा है तो वो इस दायरे में आता है. ऐसे स्टूडेंट के लिए भी इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है बच्चों के जीवन में ट्यूटर का क्या महत्व है इसे आज का दिन उजागर करता है. हालांकि ये केवल बच्चों तक सीमित नहीं है बल्कि हर कोई जो किसी न किसी रूप में शिक्षण कार्य कर रहा है, उसके लिए ये विशेष दिन बनाया गया है इसे क्वालीफाइड ट्यूटर्स नाम की एक संस्था ने शुरू किया था और पिछले कई सालों से हर दिन 2 जुलाई को ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन को आप भी अपने ट्यूटर्स के लिए खास बना सकते हैं
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आज से भारत आपराधिक न्याय के एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। एक जुलाई से देश में आईपीसी सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन नये कानून भारतीय न्याय संहिता भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनिमय लागू हो रहे हैं। नए कानून से मुकदमे जल्दी निपटेंगे और तारीख पर तारीख के दिन लद जाएंगे। तीन नए आपराधिक कानून आज से लागू, एफआईआर दर्ज करने से लेकर फैसला सुनाने तक की समयसीमा तय; सुगम होगा न्यायआज से भारत आपराधिक न्याय के एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। एक जुलाई से देश में आईपीसी सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन नये कानून भारतीय न्याय संहिता भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनिमय लागू हो रहे हैं। नए कानून से मुकदमे जल्दी निपटेंगे और तारीख पर तारीख के दिन लद जाएंगे। एक जुलाई से लागू हो रहे आपराधिक प्रक्रिया तय करने वाले तीन नये कानूनों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए एफआइआर से लेकर फैसले तक को समय सीमा में बांधा गया है। आपराधिक ट्रायल को गति देने के लिए नये कानून में 35 जगह टाइम लाइन जोड़ी गई है। शिकायत मिलने पर एफआइआर दर्ज करने, जांच पूरी करने, अदालत के संज्ञान लेने, दस्तावेज दाखिल करने और ट्रायल पूरा होने के बाद फैसला सुनाने तक की समय सीमा तय है।
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शनिवार 29 जून को बारबाडोस के ब्रिजटाउन स्थित केंसिंग्टन ओवल में इतिहास रचा गया, जब भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर 2024 का टी20 विश्व कप जीत लिया ग्रैंड फ़ाइनल में जीत के लिए 177 रनों का पीछा करते हुए प्रोटियाज़ ने जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह के विकेट जल्दी खो दिए। ट्रिस्टन स्टब्स ने क्विंटन डी कॉक के साथ मिलकर 39 गेंदों पर 58 रन जोड़े, लेकिन अक्षर पटेल की एक नो बॉल पर अपना विकेट गंवा बैठे डी कॉक, जो टीम को जीत की ओर ले जाने के लिए तैयार दिख रहे थे, ने स्टब्स की तरह ही गलती की और उसी जगह कैच आउट हो गए, जहां उन्होंने एक गेंद पहले चौका लगाया था शायद उन्हें यकीन था कि वह फील्डर को चकमा दे देंगे, लेकिन ऐसा करने में असफल रहे। क्लासेन के साथ मिलर भी मैदान पर उतरे
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कथावाचक प्रदीप मिश्रा के बयान को लेकर विवाद हो गया था. इस बीच शनिवार को वह बरसाना पहुंचे वहां उन्होंने माता राधा रानी (Radha Rani) के दर्शन किए. इसके साथ उन्होंने बृजवासियों से भी माफी मांगी. माना जा रहा है कि वह ब्रज के साधू-संतों से माफी मांगने के लिए बरसाना आए हैं. बरसाने बाली श्रीजी राधा रानी और भगवान श्री कृष्ण को लेकर विवादित बयान देने के बाद ब्रजवासियों द्वारा प्रदीप मिश्रा का विरोध किया जा रहा था प्रदीप मिश्रा ने बरसाना पहुंचने पर एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, ''श्री राधा रानी के चरणों में आज यहां पर आना हुआ. खुद लाडली जी ने इशारा करके बुलाया. माता राधा रानी के दर्शन हुए. मेरी वाणी और मेरे शब्दों से किसी को अगर चोट पहुंची है तो मैं क्षमा चाहता हू्ं. राधा रानी, किशोरी जी से क्षमा चाहता हूं. ब्रजवासियों को अगर मेरे शब्दों और वाणी से चोट पहुंची हो तो उन्हें दंडवत कर माफी मांगता हूं.''
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दुनिया की करीब 180 मुद्राओं को संयुक्त राष्ट्र ने वैध मुद्रा की मान्यता दी है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसमें से सबसे मजबूत मुद्रा किस देश की है. आज हम आपको दुनिया की सबसे मजबूत मुद्राओं के बारे में जानकारी देने वाले हैं. कुवैत एक ऐसा मुस्लिम देश है, जिसकी मुद्रा या कहें करेंसी दुनिया में सबसे अधिक मजबूत है दरअसल, दुनिया भर में मुद्राओं का मूल्य नियमित आधार पर उतार-चढ़ाव करता रहता है. कुछ मुद्राओं को दूसरे देश की तुलना में अधिक शक्तिशाली माना जाता है. अमेरिकी डॉलर का नाम तो सभी ने सुना होगा, क्योंकि यह दुनिया की ऐसी मुद्रा जिसे सबसे अधिक एक्सचेंज किया जाता है. कई लोगों को लगता है कि अमेरिकी डॉलर और ब्रिटिश पाउंड दुनिया की सबसे मजबूत मुद्राएं हैं, जिनका अन्य मुद्राओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव है. मगर ऐसा नहीं है, क्योंकि डॉलर और पाउंड की तुलना में कई देशों की करेंसी काफी मजबूत हैं गुड रिटर्न्स के मुताबिक, कुवैती दिनार (KWD) दुनिया की वह मुद्रा है, जो सबसे अधिक मजबूत है. KWD कुवैत की आधिकारिक मुद्रा है, जिसका दीनार नाम रोमन डेनेरियस से आया है. कुवैती दिनार को संक्षिप्त रूप में KWD कहा जाता है. इसका सबसे अधिक उपयोग मध्य पूर्व में तेल से संबंधित लेन-देन में किया जाता है. मई 2021 तक कुवैती दिनार दुनिया की सबसे मजबूत सर्कुलेटिंग मुद्रा रही है. अगर इसकी अमेरिकी डॉलर से तुलना की जाए तो 1 KWD बराबर 3.32 USD होता है. यानी एक कुवैती दिनार देने पर आपको 3.32 अमेरिकी डॉलर मिल सकता है कुवैत में टैक्स की कोई समस्या नहीं है, इसके साथ ही इस देश में अपेक्षाकृत सबसे कम बेरोजगारी दर है. वहीं अगर कुवैती दिनार से भारतीय मुद्रा की तुलना की जाए तो 1 कुवैती दिनार भारत के करीब 272 रुपये के बराबर होता है. दुनिया की 10 सबसे मजबूत मुद्राओं की बात करें तो बहरीन, ओमान, जॉर्डन, ब्रिटिश, जिब्राल्टर, केमैन आईलैंड, यूरोप, स्विटरजरलैंड और अमेरिका की मुद्राएं सबसे मजबूत हैं. फिलहाल इस सूची में अमेरिका 10वें नंबर पर है यानी अमेरिकी की चर्चा भले ही सबसे अधिक होती है, लेकिन अमेरिकी उसकी मुद्रा की कीमत दुनिया में 10वें स्थान पर है
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मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की जल्द ही शादी होने वाली है. यह शादी साल की शुरुआत से ही चर्चा में है. पिछले कई महीनों से लेकर शादी से संबंधित समारोहों का दौर चल रहा है. अब उनकी शादी का लग्जरी कार्ड वायरल हो रहा है और चारों तरफ चर्चा का केंद्र बना हुआ है अनंत और राधिका की शादी का कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है एक वायरल वीडियो में कार्ड की अनबॉक्सिंग को दिखाया गया है. कार्ड को देखकर पता लगता है कि अंबानी परिवार ने संपत्ति के साथ संस्कृति का संगम बनाने का प्रयास किया है. डिजाइन प्राचीन हिंदु मंदिरों से प्रेरित है और उसमें सोना-चांदी जैसी बहुमूल्य धातुओं का इस्तेमाल किया गया हैवीडियो में दिख रहा है कि इंविटेशन कार्ड एक बॉक्स के रूप में है. बॉक्स को खोलते हैं तो किसी प्राचीन मंदिर की प्रतिकृति सरीखा मिलता है. सबसे पहले दो दरवाजे होते हैं. उन्हें खोलने पर कार्ड के अंदर एंट्री मिलती है. उस दरवाजे को अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के जीवन की नई शुरुआत के संकेत के तौर पर दिखाया गया है दरवाजा खोलते ही चांदी से बना मंदिर मिलता है, जिसमें सोने से बनी मूर्तियां लगी हैं. कार्ड के अंदर भगवान गणेश, भगवाण विष्णु, लक्ष्मी, राधा-कृष्ण, दुर्गा आदि देवी-देवताओं की तस्वीरें बनी हैं. वेडिंग कार्ड के साथ सभी गेस्ट के नाम नीता अंबानी की ओर से एक लेटर भी है, जिसे हाथ से लिखा गया है. उस लेटर में नीता अंबानी अपनी भावनाएं जाहिर कर रही हैं और सभी अतिथियों से पावन मौके पर पधारने का अनुरोध कर रही हैं आपको बता दें कि अनंत अंबानी और राधिमा मर्चेंट की शादी अगले महीने होने वाली है. शुभ विवाह की तारीख 12 जुलाई तय की गई है. हालांकि शादी से जुड़े समारोह उसके बाद भी चलते रहेंगे. शादी के बाद 13 जुलाई को शुभ आशीर्वाद और 14 जुलाई को मंगल उत्सव के कार्यक्रम रखे गए हैं. शादी के कार्ड के साथ बॉक्स में हर समारोह के लिए अलग-अलग कार्ड दिए गए हैं
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पूरे दिन शानदार तेजी के साथ कारोबार करने के बाद आखिरी घंटे में बाजार में लौटी मुनाफावसूली के चलते हफ्ते के आखिरी सत्र में भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ है. सेंसेक्स दिन के हाई से 760 प्वाइंट को निफ्टी दिन के उच्च लेवल से 160 अंकों के करीब नीचे जा फिसला. बैंकिंग स्टॉक्स में बिकवाली के चलते बाजार में ये गिरावट देखने को मिली है. आज का कारोबार खत्म होने पर बीएसई सेंसेक्स 210 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 34 अंकों के उछाल के साथ 24009 अंकों पर बंद हुआ है शेयर बाजार भले ही गिरावट के साथ बंद हुआ है लेकिन मार्केट कैपिलाइजेशन में उछाल देखने को मिला है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 439.26 लाख करोड़ रुपये पर बंद हुआ है जो पिछले सत्र में 438.41 लाख करोड़ रुपये पर क्लोज हुआ था. आज के सत्र में बाजार के वैल्यूएशन में 85,000 करोड़ रुपये का इजाफा देखने को मिला है आज के कारोबार में एनर्जी, फार्मा, मेटल्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑयल एंड गैस, हेल्थकेयर रियल एस्टेट, ऑटो, आईटी स्टॉक्स में गिरावट देखने को मिली है. जबकि बैंकिंग, मीडिया स्टॉक्स गिरकर बंद हुए. बीएसई पर 4012 स्टॉक्स में ट्रेडिंग हुई जिसमें 2188 तेजी के साथ , 1716 स्टॉक्स गिरकर बंद हुए. 335 शेयरों में अपर सर्किट लगा तो 203 गिरकर बंद हुए. सेंसेक्स के 30 शेयरों में 10 शेयर तेजी के साथ और 20 गिरकर बंद हुए. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में आज के सत्र में जोरदार खरीदारी देखने को मिली है. निफ्टी मिडकैप और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स तेजी के साथ बंद हुआ है आज के कारोबार में रिलायंस का स्टॉक 2.31 फीसदी, टाटा मोटर्स 1.86 फीसदी, एशियन पेंट्स 1.31 फीसदी, नेस्ले 0.98 फीसदी, टाइटन 0.62 फीसदी, एसबीआई 0.56 फीसदी, एचयूएल 0.51 फीसदी, सन फार्मा 0.47 फीसदी के उछाल के सथ क्लोज हुआ है. जबकि इंडसइंड बैंक 2.61 फीसदी, एक्सिस बैंक 2.05 फीसदी, आईसीआईसीआई 1.60 फीसदी, कोटक महिंद्रा बैंक 1.41 फीसदी, मारुति 1.23 फीसदी की गिरावट के साथ क्लोज हुआ है
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AI के आने के बाद से दुनियाभर में टेक्नोलॉजी को लेकर एक नई क्रांति देखी जा रही है. जहां यूजर्स की सहुलियत के लिए टेक कंपनियों ने फोन्स से लेकर लैपटॉप तक में एआई का फीचर डाल दिया है. जिसकी वजह से आने वाले समय में लोग आसानी से अपने गैजेट्स में एआई का यूज कर सकेंगे. वैसे देखा जाए तो एआई की विश्वसनीयता को लेकर लोगों के अंदर अभी कई तरह के सवाल हैं, जैसे इसका इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को कितने पैसे खर्च करने पड़ेंगे या फिर इसको यूज करने में यूजर्स का डेटा कितना सेफ रहेगा ChatGPT के अस्तित्व में आने के बाद से Apple, Microsoft और Google जैसे टेक जाइंट्स ने अपना पूरा फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तरफ लगा दिया. इसी क्रम में ये सब अपने डिवाइसेस में इनबिल्ड एआई फीचर दे रहा है. एआई की पावर को देखते हुए लोग अपने काम को आसान करने के लिए इसका जमकर यूज कर रहे हैं अगर आप चाहते हैं कि एआई और भी अच्छे से काम करें. तो इसके लिए आपको अपना डेटा उनके साथ शेयर करना होगा. जिसकी मदद से वो आपके काम को ऑटोमेटिक तरीके से करने में सक्षम हो जाएगा. वैसे तो यूजर्स का डेटा कंपनी के पास पहले से रहता है. लेकिन अब आपको और भी डेटा एआई के साथ शेयर करना पड़ेगा
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AI के आने के बाद से दुनियाभर में टेक्नोलॉजी को लेकर एक नई क्रांति देखी जा रही है. जहां यूजर्स की सहुलियत के लिए टेक कंपनियों ने फोन्स से लेकर लैपटॉप तक में एआई का फीचर डाल दिया है. जिसकी वजह से आने वाले समय में लोग आसानी से अपने गैजेट्स में एआई का यूज कर सकेंगे. वैसे देखा जाए तो एआई की विश्वसनीयता को लेकर लोगों के अंदर अभी कई तरह के सवाल हैं, जैसे इसका इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को कितने पैसे खर्च करने पड़ेंगे या फिर इसको यूज करने में यूजर्स का डेटा कितना सेफ रहेगा ChatGPT के अस्तित्व में आने के बाद से Apple, Microsoft और Google जैसे टेक जाइंट्स ने अपना पूरा फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तरफ लगा दिया. इसी क्रम में ये सब अपने डिवाइसेस में इनबिल्ड एआई फीचर दे रहा है. एआई की पावर को देखते हुए लोग अपने काम को आसान करने के लिए इसका जमकर यूज कर रहे हैं अगर आप चाहते हैं कि एआई और भी अच्छे से काम करें. तो इसके लिए आपको अपना डेटा उनके साथ शेयर करना होगा. जिसकी मदद से वो आपके काम को ऑटोमेटिक तरीके से करने में सक्षम हो जाएगा. वैसे तो यूजर्स का डेटा कंपनी के पास पहले से रहता है. लेकिन अब आपको और भी डेटा एआई के साथ शेयर करना पड़ेगा
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दुनिया भर में नशीली दवाओं का दुरुपयोग स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है। नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस 26 जून को मनाया जाता है। इस वार्षिक अभियान का उद्देश्य नशीली दवाओं के उपयोग के विनाशकारी परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, जिसमें शारीरिक और मनोवैज्ञानिक नुकसान, ओवरडोज से होने वाली मौतें और सामाजिक समस्याएं शामिल हैं दुनिया भर में लाखों लोग नशीली दवाओं की समस्या से प्रभावित हैं, जिसका असर लोगों और समुदायों दोनों पर पड़ता है। समाज, अर्थव्यवस्था और मानव स्वास्थ्य पर नशीली दवाओं के उपयोग के प्रभावों को देखते हुए, 26 जून को मनाया जाने वाला विश्व नशीली दवा दिवस, विज्ञान, मानवाधिकार, करुणा और ज्ञान पर आधारित साक्ष्य-आधारित नीतियों की जरूरतों पर जोर देता है रोकथाम और उपचार को सहयोग और प्राथमिकता देने के माध्यम से, हम नशीली दवाओं के दुरुपयोग का मुकाबला कर सकते हैं और लोगों को खुशहाल, स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकते हैं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 1987 में अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस की स्थापना की। संकल्प, 42/112 ने 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मुक्त एक अंतरराष्ट्रीय समाज के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्रवाई और सहयोग को मजबूत करने के लिए समर्पित दिन के रूप में चिह्नित किया। यह तिथि चीन के ग्वांगडोंग में अफीम के व्यापार को खत्म करने के लिए लिन ज़ेक्सू के प्रयासों की याद में चुनी गई थी, जो नशीली दवाओं के नियंत्रण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 26 जून को विशेष रूप से इसलिए चुना क्योंकि यह 1971 में साइकोट्रोपिक पदार्थों पर कन्वेंशन पर हस्ताक्षर करने के साथ मेल खाता है। इस कन्वेंशन का उद्देश्य देशों द्वारा कुछ साइकोएक्टिव पदार्थों के निर्माण, आयात, निर्यात, वितरण और उपयोग को नियंत्रित करना था संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय के अनुसार, इस साल विश्व मादक पदार्थ दिवस के तहत निम्नलिखित का आह्वान किया गया है जागरूकता बढ़ाना : साक्ष्य-आधारित रोकथाम रणनीतियों के असर के बारे में समझ बढ़ाना, नशीली दवाओं के उपयोग से होने वाले नुकसान को कम करने पर जोर देना सरकारों, नीति निर्माताओं और कानूनी पेशेवरों द्वारा रोकथाम के प्रयासों में अधिक निवेश को प्रोत्साहित करना, शुरुआती हस्तक्षेप और रोकथाम के लंबे समय में होने वाले फायदों पर प्रकाश डालना लोगों को सशक्त बनाना: साक्ष्य-आधारित रोकथाम संबंधी पहलों को लागू करना और समाधानों को बढ़ावा देने के लिए समुदायों को सक्षम बनाना संवाद और सहयोग को सुविधाजनक बनाना: रोकथाम प्रथाओं और नीतियों को बढ़ाने के लिए सहयोग को बढ़ावा देना साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को बढ़ावा देना: वैज्ञानिक अनुसंधान पर आधारित नशीली दवाओं की नीतियों की वकालत करना समुदायों को शामिल करना: नशीली दवाओं की रोकथाम कार्यक्रमों में सामुदायिक भागीदारी के बारे में जागरूकता बढ़ाना युवाओं को सशक्त बनाना: युवाओं को नशीली दवाओं की रोकथाम संबंधी पहलों की वकालत करने के लिए उपकरण प्रदान करना अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना: मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना यूएनओडीसी द्वारा हर साल जारी की जाने वाली विश्व ड्रग रिपोर्ट में महत्वपूर्ण तथ्य और आंकड़े शामिल हैं जो कठोर शोध, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और आधिकारिक स्रोतों पर आधारित हैं
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देवास कलेक्टर गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप जिले में क्षिप्रा शुद्धिकरण कार्य किया जा रहा है। सिंहस्थ-2028 में क्षिप्रा में शुद्ध पानी मिले, इसलिए अभियान चलाकर शुद्धिकरण कार्य किया जा रहा है नालों का गंदा पानी क्षिप्रा में नहीं मिले इसलिए स्टॉप डेम बनाये जा रहे है। गांव-गांव लीज पीट सिस्टम बनाया जा रहा है। नालों के आसपास शासकीय भूमि पर ब्लॉक प्लांटेशन किया जायेगा। निजी भूमियों पर नन्दन फलोद्यान योजना के तहत पौधा रोपण किया जायेगा। नालों के 10 मीटर तक पानी सहजने वाले पौधे लगाये, उसके बाद अन्य फलदार/छायादार पौधे लगाये। पौधा रोपण के लिए 104 ग्रामों में मुहिम चलाई जा रही है,,, गांवो में जल संरक्षण के लिए बोरी बंधान का कार्य किया जा रहा है। रूफ वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम लगाये जा रहे है। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि रूफ वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम से200 करोड लीटर पानी बचाने का लक्ष्य रखा गया है। हम अभी 60 करोड लीटर पानी बचाने के लक्ष्य तक पहुंच गये है उन्होंने बताया की जिले में वन विभाग द्वारा 17 लाख पौधे लगाये जायेंगे। वन विभाग द्वारा देवास में माताजी टेकरी और शंकरगढ़ पहाडी पर 30 हजार पौधे लगाये जायेंगे। वन विभाग द्वारा जिले में सस्ती दर पर पौधे नागरिकों को उपलब्ध कराये जायेंगे।
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भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 24 रन से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश पा लिया है. रोहित शर्मा और अर्शदीप सिंह के लाजवाब प्रदर्शन ने टीम की जीत में अहम योगदान दिया भारत ने सुपर-8 के आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया को 24 रन से हरा दिया है. भारत की जीत में सबसे बड़ा योगदान रोहित शर्मा, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव ने दिया. रोहित ने 41 गेंद में 92 रन की तूफानी पारी खेली, वहीं कुलदीप यादव ने मिडिल ओवरों में आकर 2 अहम विकेट चटकाए. उनके अलावा अर्शदीप सिंह एक बार फिर खूब सारे विकेट लेने में सफल रहे. उन्होंने मैच में 3 विकेट लिए. भारत ने पहले खेलते हुए स्कोरबोर्ड पर 205 रन लगाए थे. मगर जब ऑस्ट्रेलिया लक्ष्य का पीछा करने उतरा तो एक छोर से ट्रेविस हेड डटे रहे, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें साथ नहीं मिल पाया. हेड ने 43 गेंद में 76 रन बनाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की नांव को जीत तक नहीं खींच पाए. ऑस्ट्रेलिया की हार से अफगानिस्तान खेमे में उत्साह जाग उठा होगा क्योंकि वह अब बांग्लादेश को हराने मात्र से सेमीफाइनल में जा सकता है
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जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उरी में सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की बड़ी कोशिश नाकामयाब की है. पाकिस्तान की तरफ से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे घुसपैठियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई है. इसमें एक आतंकी को ढेर कर दिया गया है. चार से पांच आतंकियों ने भारत में घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसके बाद सीमा सुरक्षा में तैनात जवानों की नजर उन पर पड़ी और एनकाउंटर शुरू हो गया मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने चार से पांच आतंकियों को घेर लिया है, जबकि मुठभेड़ में एक आतंकी को मौत की नींद सुला दिया गया है. घुसपैठ की ये घटना ऐसे समय पर सामने आयी है, जब जम्मू-कश्मीर में पिछले 15 दिनों में चार बड़ी आतंकी घटनाएं सामने आई थीं. एक जगह श्रद्धालुओं से भरी अटैक पर हमला किया गया तो एक जगह गांव में आतंकियों ने दहशत फैलाई. सरकार ने कश्मीर में बिगड़े हालातों और बढ़ते आतंकवाद पर समीक्षा बैठक भी की थी जम्मू-कश्मीर में पिछले 15 दिनों में चार जगह बड़े आतंकी हमले देखने को मिले हैं. रियासी, कठुआ और डोडा जिले में आतंकियों ने अपनी कायराना हरकत को अंजाम दिया. सबसे पहले 9 जून को रियासी जिले में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकियों ने हमला किया, जिसकी वजह से ड्राइवर ने स्टीयरिंग पर से कंट्रोल खोल दिया और बस खाई में गिर गई. इस आतंकी घटना में 9 लोगों की मौत हुई, जबकि 30 लोग घायल हुए दूसरा आतंकी हमला 11 जून को कठुआ में हुआ. जिले के सायदा गांव में दो आतंकी घुस आए. सुरक्षाबलों को जब इसकी सूचना मिली तो वे सर्च ऑपरेशन के लिए वहां पहुंचे. इस दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान शरीद हो गया. आतंकियों के हमले में एक स्थानीय निवासी भी घायल हुआ. हालांकि, सुरक्षाबलों ने अंततः दोनों आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया. दोनों आतंकी पाकिस्तान से आए थे
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मध्य प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है राजधानी भोपाल और इंदौर समेत 32 जिलों में मानसून की एंट्री हो चुकी है रविवार रात भोपाल में गरज चमक के साथ तेज बारिश हुई है मौसम विभाग ने आज कई जिलों में ऑरेज अलर्ट जारी किया है भीषण गर्मी से बेहाल प्रदेशवासियों को आखिरकार राहत मिल गई है मध्य प्रदेश में 32 जिलों में मानसून पहुंच गया है मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले 5 दिन में यह पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा सबसे आखिरी में ग्वालियर-चंबल संभाग में पहुंचेगा फिलहाल आंधी-बारिश के 3 सिस्टम- वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन एक्टिव हैं इस वजह से कहीं तेज बारिश तो कहीं गरज-चमक और तेज आंधी चल रही है तीन-चार दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा वहीं 25-26 जून को स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होगा इससे पूरा प्रदेश मानसूनी बौछार से भीग जाएगा
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भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी खतरे में हैं.उन्होंने 6 जून को अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से जोड़ दिया था, लेकिन अब सुनीता और उनके क्रू के 8 सदस्यों के सामने नई मुसीबत आई है. ISS के अंदर एक सुपरबग का खतरा मंडरा रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एंटेरोबैक्टर बुगंडेंसिस है, जो एक बहुत ही शक्तिशाली बैक्टीरिया है. यह स्पेस स्टेशन के बंद वातावरण में ही विकसित हुआ है, जो लगातार शक्तिशाली होता जा रहा है. चिंता की बात यह है कि इस पर दवाइयों का भी असर नहीं हो रहा है. यह बैक्टेरिया सांस के जरिए घुसकर पूरे श्वसन तंत्र को संक्रमित कर सकता है नासा की भारतीय मूल की सुनीता और उनके सहयोगी 6 जून को बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से ISS पहुंचे थे. यहां ये सभी एक सप्ताह बिताएंगे. इस दौरान वह अंतरिक्ष में विभिन्न परीक्षणों में सहायता करेंगे और वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे. क्रू के 7 अन्य सदस्य लंबे समय से आईएसएस पर रह रहे हैं.आमतौर पर स्पेस स्टेशन में चिंता का विषय अंतरिक्ष में उड़ने वाले मलबे और उल्कापिंड होते हैं, लेकिन अब सुपरबग की चिंता ज्यादा सताने लगी है
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देवलोक से लेकर धरतीलोक तक के संदेश महर्षि नारद एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुचाते थे। इतना ही नहीं, नारद जी देवताओं और दानवों के परामर्शदाता भी रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसी पौराणिक कथा बताने जा रहे हैं, जिसमें आप जानेंगे कि किस प्रकार भगवान विष्णु ने अपने भक्त नारद का घमंड तोड़ा। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार विश्वमोहिनी नाम की एक राजकुमारी का स्वयंवर आयोजित हुआ। विश्वमोहिनी का रूप देखकर नारद मुनि उसपर मोहित हो गए और उनके मन में उससे विवाह करने की इच्छा जागी। इसपर उन्होंने अपनी यह इच्छा भगवान विष्णु के सामने प्रकट की और कहा कि मुझे आप जैसा ही सुंदर और आकर्षक बना दिजिए, ताकि विश्वमोहिनी मुझे विवाह के लिए चुन ले लेकिन भगवान विष्णु ने नारद जी की वानर बना दिया। यह बात नारद जी को नहीं पता थी और वह इसी तरह स्वयंवर में चले गए स्वयंवर में विश्वमोहिनी ने नारद मुनि की जगह भगवान विष्णु जी के गले में वरमाला डाल दी इस बात पर नारद जी को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने विष्णु जी को स्त्री वियोग का श्राप दे दिया और उनका अपमान करने लगे यह सभी बातें विष्णु जी मुस्कुराते हुए ध्यान से सुनते रहे जब नारद जी का क्रोध शांत हुआ था, तब भगवान विष्णु ने उन्हें समझाया कि उन्होंने यह माया क्यों रची विष्णु जी ने नारद को कहा की आपको घमंड हो गया है और एक संत के लिए घमंड करना अच्छी बात नहीं है। तब विष्णु जी ने इस बात का खुलासा किया कि राजकुमारी का स्वयंवर उन्हीं की एक माया थी आप जैसे संत के मन में एक राजकुमारी के लिए कामवासना जागना अच्छी बात नहीं है तब नारद मुनि को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने विष्णु जी से क्षमायाचना की और उन्हें बुराइयों से बचाने के लिए धन्यवाद दिया
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आज टी20 वर्ल्ड कप 2024 में इंडिया वर्सेस बांग्लादेश सुपर-8 मुकाबला खेला जाएगा दोनों टीमों की एंटीगुआ के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में टक्कर होगी मैच भारतीय समयानुसार रात आठ बजे शुरू होगा रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम की नजर टूर्नामेंट में जीत का पंजा लगाने पर होगी भारत ने अभी तक अपने चारों मैच में विजयी का परचम फहराया है वहीं, एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था रोहित ब्रिगेड ने सुपर-8 राउंड के पहले मैच में अफगानिस्तान को 47 रनों से रौंदा भारत शनिवार को बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल की दावेदारी और मजबूत करने की फिराक में होगा तो वही दूसरी ओर बांग्लादेश के सामने अब 'करो या मरो' की स्थिति है
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10 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सीमा सुरक्षा बल के जैसलमेर सेक्टर साउथ और 154 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल ने जैसलमेर के प्रसिद्ध सम सैंड ड्यूनस पर भव्य योग सत्र का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बीएसएफ के अधिकारी और जवानों ने बड़े उत्साह और समर्पण के साथ भाग लिया बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर जवानों तक, सभी ने मिलकर योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया। सभी प्रतिभागियों ने एकजुट होकर योग किया जिससे एकता और अनुशासन का अद्वितीय प्रदर्शन हुआ सम सैंड ड्यूनस का प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण ने इस योग सत्र को और भी विशेष बना दिया रेगिस्तान की खुली हवा और सुनहरे रेत के बीच योग का अभ्यास करना सभी प्रतिभागियों के लिए एक अद्वितीय अनुभव रहाबीएसएफ के इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जवानों, अधिकारियों तथा आम जनों के बीच योग के शारीरिक और मानसिक लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था. योग के नियमित अभ्यास से जवानों की शारीरिक शक्ति, मानसिक शांति और समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है बीएसएफ के जवानों और अधिकारियों ने योग दिवस के इस आयोजन में अनुशासन और समर्पण का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया बीएसएफ के जैसलमेर सेक्टर साउथ के डीआईजी श्री विक्रम कुँवर ने कहा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इस भव्य आयोजन के माध्यम से हमने अपने जवानों, अधिकारियों तथा सीमा क्षेत्र में रहने वाले आम जनों के बीच योग के महत्व को बढ़ावा देने का प्रयास किया है योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है. हम अपने सभी जवानों को प्रोत्साहित करते हैं कि वे योग को अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएंरेगिस्तान की खुली हवा और सुनहरे रेत के बीच योग का अभ्यास करना सभी प्रतिभागियों के लिए एक अद्वितीय अनुभव रहा.बीएसएफ के इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जवानों , अधिकारियों तथा आम जनों के बीच योग के शारीरिक और मानसिक लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में योग किया। इस दौरान पीएम ने जनता को संबोधित करते हुए योग के बारे में अवगत कराया। योग कार्यक्रम खत्म होने के बाद पीएम अलग अंदाज में भी नजर आए। पीएम ने सोशल मीडिया पर योग करने के बाद की सेल्फी (PM Modi Took Selfie) पोस्ट की श्रीनगर में पीएम मोदी ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में कश्मीर के लोगों के साथ योगा किया। पीएम मोदी ने योगासन के बाद जनता को संबोधित भी किया। पीएम ने बताया कि कैसे पूरी दुनिया में भारत योग को बढ़ावा दे रहा है।योग कार्यक्रम खत्म होने के बाद डल झील के किनारे पीएम मोदी ने जनता के साथ सेल्फी भी ली। इसके साथ ही अपने एक्स अकाउंट पर शेयर करते हुए कहा कि डल झील में अद्वितीय जीवंतता है।पीएम मोदी पहले डल झील के किनारे छह हजार लोगों के साथ योग करने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के चलते अंतिम समय में योग कार्यक्रम का वेन्यू बदला गया। इसके बाद पीएम ने SKICC हॉल में योगासन किया। साथ ही जनता को संबोधित करते हुए लोगों को योग के बारे में प्रेरित किया। पीएम गुरुवार को ही जम्मू कश्मीर दौरे पर आ गए थे। इस दौरान पीएम ने करीब 1500 करोड़ की 84 विकास विकास परियोजनाओं का उद्घाटन तथा शिलान्यास किया। इसके साथ ही पीएम ने अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी सेवा में नियुक्त 2,000 से अधिक लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किए हैं।
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आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 66वां जन्मदिन है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई मंत्रियों और नेताओं ने बधाई दी। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उनके जन्मदिन पर बधाई देते हुए उनकी अच्छी सेहत और लंबे जीवन की कामना की है।राष्ट्रपति मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में एक संथाली आदिवासी परिवार में हुआ था। उन्होंने 25 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 66वां जन्मदिन है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई मंत्रियों और नेताओं ने बधाई दी। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उनके जन्मदिन पर बधाई देते हुए उनकी अच्छी सेहत और लंबे जीवन की कामना की है।
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इंटरनेट पर एक महिला के वीडियो को “प्यार का सबसे शुद्ध रूप” कहा गया है, जिसमें वह ऑपरेशन थियेटर में अपने बच्चे को जन्म देते समय भजन गाती नजर आ रही है। यह छोटी क्लिप इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है और सोशल मीडिया यूजर्स इसे बार-बार देखने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। वीडियो में महिला को भगवान कृष्ण को समर्पित एक भजन गाते हुए देखा गया, जबकि डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में उसकी सिजेरियन सर्जरी कर रहे थे। उसकी आवाज़ इतनी मधुर थी कि वह शांत और संयमित थी कि डॉक्टर भी हैरान रह गए।
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इंटरनेट पर एक महिला के वीडियो को “प्यार का सबसे शुद्ध रूप” कहा गया है, जिसमें वह ऑपरेशन थियेटर में अपने बच्चे को जन्म देते समय भजन गाती नजर आ रही है। यह छोटी क्लिप इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है और सोशल मीडिया यूजर्स इसे बार-बार देखने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। वीडियो में महिला को भगवान कृष्ण को समर्पित एक भजन गाते हुए देखा गया, जबकि डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में उसकी सिजेरियन सर्जरी कर रहे थे। उसकी आवाज़ इतनी मधुर थी कि वह शांत और संयमित थी कि डॉक्टर भी हैरान रह गए।
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मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में 5 करोड़ 51 लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया है जिसमें से 51 लाख पौधे अकेले इंदौर में लगाए जायेंगे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर पहुंचे इंदौर माहौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया की मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में हरित क्रांति करने का संकल्प लिया है जिसमें पूरे मध्य प्रदेश में 5 करोड़ 51लाख पौधे लगाए जायेंगे जिसमें से इंदौर अकेला 51 लाख पौधे लगाएगा मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में एक दिन में एक स्थान पर 11 लाख पौधे लगाए जायेंगे ओर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इंदौर का नाम दर्ज होगा महापौर ने कहा की यह सारी गतिविधि केवल लक्ष्य पूरा करने और रिकॉर्ड नाम करवाने के लिए नहीं है हमारी आने वाली पीढ़ियों को हम कंक्रीट के जंगल न देकर हरे भरे जंगल दें सके इसलिए केवल इस साल ही नहीं बल्कि हर साल हम 51 लाख पौधे लगाकर उनको वृक्ष बनाने का संकल्प लेंगे
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मध्य प्रदेश में मंगलवार को स्कूल खुलने के साथ ही 3 दिन तक स्कूल चलें हम अभियान चलाया जाएगा जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होकर करेंगे "स्कूल चले हम" अभियान को लेकर प्रदेश सरकार तैयारी कर रही है इसको लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री राव देव प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार 18,19 और 20 जून को एक अभियान चलाने जा रही है ये अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा जिसमें विधायक, मंत्री और सांसद बच्चों से चर्चा करेंगे 20 तारीख को बच्चों के अभिभावकों के साथ भी चर्चा की जाएगी जिसमे स्कूल के प्रति उनकी जिम्मेदारी स्कूल के साथ लगातार उनका संपर्क बनेरहना जैसी बातों पर चर्चा होगी स्कूल शिक्षा विभाग यह कार्यक्रम पूरी जिम्मेदारी से करने जा रहा है वही मदरसों में पढ़ रहे बच्चों को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम लगातार मदरसों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं बच्चों के साथ किसी भी प्रकार का कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के सख्त निर्देश हैं सरकार सरकार सतर्क है और सजकता के साथ काम करेगी
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देवास की माता टेकरी जो कि विश्व प्रसिध्द है। वैसे तो शहर में माता टेकरी पर देवीलोक बनाने की कवायद शहर के नेताओं द्वारा समय-समय पर सामने आती रहती है। लेकिन नवीन विकास तो दूर वर्तमान विकास को बनाये रखना भी प्रशासन के लिये नाक की फांस बन चुका है। प्रशासन की उदासीनता के चलते टेकरी पर आने वाले श्रध्दालुओं के साथ जान का खतरा बना हुआ है। टेकरी के अलग-अलग हिस्सों में कई तरह की अव्यवस्थाओं के चलते विकास का मॉडल धराशायी दिख रहा है। मंदिर के पुजारी के अनुसार मां चामुण्डा के मंदिर के समीप स्थित गुरु गोरखनाथ की धुनि की छत जर्जर बनी हुई है जिसका निर्माण 1997 में ही हुआ था। उक्त छत के पोपड़े आये दिन गिरते रहते हैं जिससे अक्सर श्रध्दालुओं के घायल होने का अंदेशा बना रहता है। इसकी शिकायत भी कई बार उच्च अधिकारियों को कर दी गई लेकिन कोई हल नही निकाला गया। जर्जर छत से किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है क्योंकि बारिश के दिनों में टेकरी का पानी और पत्थरों के गिरने से छत और कमजोर हो जायेगी। वहीं टेकरी पर स्थित मां का कुंड है जहां पर मां रोज स्नान करती थी आज यह कुण्ड भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है । चारों ओर से टूट चुके इस कुंड में गंदगी पसरी है, यही नही उपर लगी कमजोरी जाली के चलते कई श्रध्दालुओं के मोबाईल तक इस कुण्ड में स्वाहा हो चुके हैं, वहीं सौंदयीकरण के लिये लगाई गई प्रतिमाएं और व्यवस्था भी प्रशासन की देखरेख की बाट जोह रही है कुल मिलाकर विश्व प्रसिध्द देवास टेकरी पर अव्यवस्थाओं का अंबार देवीलोक की डगर में एक बड़ा रोड़ा हो सकता है हालांकि महांकाल लोक की तर्ज पर बनने वाला देवीलोक भी भविष्य में इन अव्यवस्थाओं का शिकार नही होगा, इसकी कोई ग्यारंटी नही है क्योंकि टेकरी पर करोडों की सौगात मां चामुंडा के मंदिर में सौंदर्य करण एवं विकास कार्यों में लगाई जाती है जो सिर्फ कागजों पर ही होती है । देखना होगा देवास में नियुक्ति मिलने पर प्राथमिकता से टेकरी पंहुचने वाले अधिकारी आखिर इन अव्यवस्थाओं पर कब प्राथमिकता से ध्यान देंगे।
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हमारे आसपास बहुत सारे पेड़ पौधे होते हैं लेकिन हमें उन पेड़ पौधों की जानकारी नहीं होती है. तो वही बहुत से पेड़ पौधे ऐसे होते हैं. जो औषधि से लेकर ऑक्सीजन तक काफी फायदेमंद होते हैं. जिन्हें लगाने से घर का वातावरण शुद्ध होता है और 24 घंटे ऑक्सीजन मिलती है. तो वहीं उन्हें में से एक है क्राशूला का पौधा, यह पौधा ऐसा पौधा है. जो घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है इसके साथ ही ज्यादातर लोग धन के लिए मनी प्लांट लगाने के बारे में ही जानते हैं. लेकिन वस्तु में धन प्राप्ति के लिए एक अन्य पौधे के बारे में भी बताया गया है, जिसका नाम क्राशूला है. इस पौधे से भी धन की अच्छी खासी प्राप्ति होती है. और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है सुख समृद्धि और धन की प्राप्ति के लिए लगाते हैं क्राशूला हर कोई चाहता है कि उसके घर परिवार में सुख और समृद्धि बनी रहे. परिवार के प्रत्येक सदस्य का स्वास्थ्य अच्छा रहे और कभी भी पैसों की तंगी नहीं झेलनी पड़े इसके लिए व्यक्ति दिन रात मेहनत भी करता है. लेकिन कभी-कभी तमाम कोशिशों के बाद भी परेशानियों से राहत नहीं मिल पाती. ऐसे में आप वासतु का सहारा ले सकते हैं. वास्तु में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं. जिनके जरिए जीवन की परेशानियों को कम किया जा सकता है
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हिंदू धर्म में वैसे तो सभी एकादशी का व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है. निर्जला एकादशी विशेष करके लाभकारी मानी जाती है. वहीं, पंडित सीता राम ने बताया कि ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की आराधना की जाती है. उनका आशीर्वाद पाने के लिए निर्जला, यानी की बिना पानी पिए व्रत रखना पड़ता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, यदि किसी साधक के साल भर कोई भी व्रत नहीं रखा है. वह निर्जला एकादशी का व्रत रख लेता है. उसे अन्य सभी व्रत का फल प्राप्त हो जाता है भीम अपनी अतृप्त भूख के कारण कभी व्रत नहीं रखते थे. वे एक समय भी बिना खाए नहीं रह सकते थे. वेद व्यास जी ने उनको बताया था कि वर्ष में सिर्फ एक निर्जला एकादशी व्रत रखने से पुण्य प्राप्त हो होगा निर्जला एकादशी व्रत करने से मृत्यु के बाद स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है. जीवात्मा को ले जाने के लिए पुष्पक विमान आता है.निर्जला एकादशी व्रत विधिपूर्वक रखने से सभी पाप मिट जाते हैं और मृत्यु के बाद भगवान विष्णु की कृपा से विष्णु लोक प्राप्त होता है. वह मोक्ष का अधिकारी बनता है
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नई दिल्ली। एक्स सोशल मीडिया के मालिक के एक ट्वीट और एक समाचार ने रविवार को एक बार फिर इंटरनेट पर ईवीएम मशीन पर बहस शुरू कर दी है। नतीजों के बाद अस्थायी तौर पर मुद्दों की दौड़ में पीछे जाने के बाद ईवीएम फिर से मुद्दा बनकर आगे आ गया है। सोशल मीडिया एक्स सहित अनेक नामचीन कंपनियों के मालिक एलोन मस्क ने एक्स पर एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि हमें ईवीएम को पूरी तरह से हटा देना चाहिए। इसे मानव या एआई द्वारा हैक किए जाने की थोड़ी संभवना भी बहुत ज्यादा है। उनका यह बयान स्थानीय संदर्भों में था, लेकिन यह सोशल मीडिया पर बहस का कारण बन गया है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि यह सामान्य सा कथन है कि कोई भी सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता है और यह गलत है। एलोन मस्क का विचार अमेरिका और अन्य स्थानों पर लागू हो सकता है- जहां वे इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीनें बनाने के लिए नियमित कंप्यूट प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। लेकिन भारतीय ईवीएम कस्टम डिज़ाइन, सुरक्षित और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग हैं। कोई कनेक्टिविटी नहीं, कोई ब्लूटूथ, वाईफाई, इंटरनेट नहीं। यानी इसमें कोई रास्ता नहीं है। फ़ैक्टरी प्रोग्राम किए गए नियंत्रक जिन्हें दोबारा प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ठीक वैसे ही तैयार और निर्मित किया जा सकता है, जैसा कि भारत ने किया है। हमें एलोन के लिए ट्यूटोरियल चलाने में खुशी होगी। एक अन्य समाचार सामने आया है, जिसने ईवीएम पर सवाल खड़े करने की कोशिश की है। खबर महाराष्ट्र से है कि यहां मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से 48 वोटों से जीतने वाले शिवसेना के रवींद्र वायकर के रिश्तेदार का फोन ईवीएम से जुड़ा था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एलोन मस्क का ट्वीट और उक्त खबर को साझा करते हुए कहा कि भारत में ईवीएम एक "ब्लैक बॉक्स" हैं और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं। जब संस्थानों में जवाबदेही की कमी हो जाती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है।
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उत्तराखंड के प्रसिद्ध संत बाबा नीम करौली महाराज के कैंची धाम में मंदिर के स्थापना पर दिवस पर भक्तों का तांता लगा हुआ है आज सुबह शुभ मुहूर्त में पूजा अर्चना के बाद बाबा के मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खेल दिए गए इस दौरान लाखों की संख्या में भक्तों ने बाबा के दर्शन कर पुण्य लाभ लिया कैंची धाम के 60 वें स्थापना दिवस पर बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन करने लाखों की संख्या में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा जिन्हें संभालने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के साथ व्यवस्थाओ में जुटा हुआ है मेले की तैनात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि बाबा नीम करौली महाराज के दर्शन के लिए सभी जरुरी व्यवस्थां की गई है बड़ी संख्या में भक्त अब तक दर्शन कर चुके हैं शान्तिपूर्ण और खुशहाल तरीके से मेला चल रहा है इधर कैंची धाम मेले के चलते नैनीताल पुलिस ने अपना रूट प्लान जारी कर दिया है 2 दिन भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी जबकि नैनीताल और कैंची धाम के लिए शटल सेवा चलाई जा रही है शटल सेवा के लिए विभिन्न पार्किंग स्थलों से 300 से अधिक शटल मैक्स और करीब 80 बसों का संचालन किया जा रहा है मान्यता है जो बाबा के दर्शन करने आया उसकी हर मुराद पूरी हो जाती है और बाबा अपने भक्तों को एहसास करवा देते हैं कि वो उनके साथ हैं
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सिंगरौली में कथा वाचक प्रियंका पाण्डेय के मुखारविंद से संगीतमय राम कथा का रसपान करने हजारों की संख्या में राम भक्त उपस्थित हुए कथा का आयोजन ग्रामीणों ने करवाया 7 जून से प्रारम्भ इस कथा का 15 जून को समापन किया गया समापन अवसर पर भंडारे का आयोजन भी हुआ जिसमे बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे
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खीर भवानी मेला आज से दो दिन बाद गांदरबल जिले में खीर भवानी मंदिर में धूमधाम से मनाया जाएगाइस मेले में शामिल होने के लिए करीब आठ हजार कश्मीरी पंडित श्रद्धालु आज सुबह 200 बसों से गांदरबल के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना किए गए खीर भवानी मंदिर में उत्सव से पहले खीर भवानी यात्रा होती है जिसकी शुरुवात 12 जून से हो गई है
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आम के शौकीन हैं तो पहुंच जाइए भोपाल मैंगो फेस्टिवल में मिलेंगे नेचुरल पके हुए आम हर साल की तरह इस साल भी राजधानी भोपाल में 5 दिवसीय मैंगो फेस्टिवल 14 जून से शुरू हो गया है राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की ओर से आयोजित इस मैंगो फेस्टिवल में आम की हर तरह की वैरायटी मिलेगी भोपाल में शुरू हुए इस मैंगो फेस्टिवल में आने वाले आम पूरी तरह से केमिकल फ्री होंगे,,,ये नेचुरल तरीके से पकाए गए होंगे नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर सुनील कुमार ने बताया कि हम हर साल आम की पैदावार करने वाले किसानो को यहां आकर अपने आम को बेचने का मौका देते हैं आज इस आयोजन में 11 जिलों से किसान आए है नाबार्ड किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन करता है आपको बता दें कि 5 दिवसीय इस मैंगो फेस्टिवल में लोग 18 जून तक आम की 15-20 वैरायटियों का स्वाद ले सकेंगे
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श्रीनगर डल झील की तर्ज पर अब भोपाल के बड़े तालाब में भी शिकारा चलाया जायेगा शुक्रवार को विधयक भगवानदास सबनानी और महापौर मालती राय ने इसका शुभारम्भ किया अब भोपाल के बड़े तालाब में भी शिकारा चलेगा पर्यटक इस शिकारे का आनंद ले सकेंगे विधायक भगवानदास साबनानी ने कहा की तालों में ताल भोपाल है और यहां पर बड़ी तादाद में बाहर से लोग घूमने आते हैं ऐसे में उन्हें बड़े तालाब में घूमने के लिए शिकारा उपलब्ध करवाया जायेगा उन्होंने कहा कि राजधानी के सभी लोग कश्मीर की डल झील तो जा नहीं सकते लेकिन डल झील का मजा अब भोपाल के बड़े तालाब में ले सकते है भोपाल की महापौर मालती राय ने बताया कि अभी केवल एक शिकारा चलेगा हम इसे एक एग्जांपल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं अगर ये सफल होता है तो आगे और भी शिकारा इस तालाब में उतारे जाएंगे जिससे पर्यटक भी बढ़ेंगे और नगर निगम की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी
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मध्यप्रदेश राज्य शिक्षा केंद्र ने निपुण भारत मिशन के तहत वार्षिक आकलन 2024 लॉन्चिंग की निपुण कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने शिक्षा विभाग के प्रयास की तारीफ की उन्होंने कहा निपुण मिशन का उद्देश्य मध्यप्रदेश के बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है इस मिशन के तहत सरकारी स्कूल के दूसरी और तीसरी के बच्चों के साथ निपुण भारत की टीम ने वन टू वन सर्वे किया है यह सर्वे करीब 74 हजार बच्चों पर हुआ है हर बच्चे से वीडियो कॉल के ज़रिये करीब 20 मिनट तक बात की गई जिसमे बच्चो को कोनसा विषय समझने में दिक्क्त आती है इस पे चर्चा की इन सभी बातों को एक रिपोर्ट के माध्यम से प्रस्तुति किया है रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि मैथ्स और इंग्लिश समझने में बच्चों को सबसे ज़्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है
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सिंगरौली एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा आयोजित बालिका सशक्तिकरण अभियान की बालिकाओं से मीडिया प्रतिनिधियों ने चर्चा की इस दौरान ग्रामीण बालिकाओं ने बड़े ही आत्म विश्वास के साथ अपने लक्ष्य एवं कार्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी किसी की चाहत आर्मी में जाने की है तो कोई मानव सेवा करना चाहता है एनटीपीसी विंध्याचल जेम की बच्चियों से जब मीडिया प्रतिनिधि रुबरू हुए तो उन्होंने खुलकर अपने भविष्य के सपनों की बात कही कुछ बालिकाओं नें बताया की वो बड़ी होकर भारतीय सेना के माध्यम से देश की सेवा करना चाहती है तो कुछ बालिकाओं नें चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढ़कर मानव सेवा को अपना लक्ष्य बनाया है वहीं कई बालिकाएँ खेल कूद जैसी गतिविधियों को भी अपना लक्ष्य बनाकर आगे बढने का काम कर रही है जिसमें एनटीपीसी का यह अभियान मददगार साबित हो रहा है हालांकि इस मौके पर जब विंध्यांचल के महानिदेशक ई सत्य फनी कुमार से राखड़ के ओवरलोड वाहनों से बिना पर्दे से ढके परिवहन और जिले के मुख्य धार्मिक स्थल सेमरा बाबा के पास से गुजरने पर यातायात बाधित होने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका जवाब बड़े ही गोलमोल तरीके से दिया
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दरअसल भोपाल के रहने वाले तीन बाइक राइडर्स ने संकल्प लिया था की जब नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे तो ये तीनो बाइक राइडर्स स्वच्छता का संदेश देते हुए भोपाल से जम्मू कश्मीर तक 5000 किलोमीटर लंबी यात्रा करेंगे बुधवार को अपना संकल्प पूरा करने के लिए ये तीनों बाइक राइडर भोपाल से जम्मू कश्मीर के लिए रवाना हो गए अपनी यात्रा के 15 दिनों के सफर में कई प्रदेशों के प्रमुख धार्मिक स्थलों के दर्शन करते हुए जम्मू कश्मीर के प्रसिद्ध वैष्णो देवी मंदिर पहुंचेंगे तीनों राइडर्स का मानना है कि पीएम मोदी की वजह से ही देश का मान विश्व में ऊंचा हुआ है मोदी सरकार ने देशभर में जो आधुनिक तकनीक के साथ सड़कों का निर्माण करवाया है उससे उन्हें बाइक राइडिंग में अब परेशानी नहीं होती है उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के हित में कई अन्य कार्य करेंगे जिससे देश विश्व गुरु बनकर उभरेगा
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सीहोर जिले के पीथापुर गांव में मंत्री प्रहलाद पटेल के जल संरक्षण हेतु अथक प्रयास जारी है वे जल गंगा संवर्द्धन अभियान के तहत निरंतर वृक्षारोपण कर रहे है जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल आज आष्टा पहुंचे जहां उन्होंने पार्वती नदी के उद्गम स्थल की पूजा की और वृक्षारोपण किया उन्होंने जल गंगा सर्वधन अभियान कार्यक्रम में शामिल हुए सभी लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वृक्षारोपण सभी को करना ह वृक्ष को अपने बच्चों के जैसा पालना है और पानी की बूंद बूंद को इकट्ठा करना है संतान को जन्म से और नदियों को उद्गम से संभालने पर ही इनका भविष्य उज्जवल होगा
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जम्मू कश्मीर में इस्लामी आतंकी हमले के विरोध में आज देश के सभी जिला केंद्रों पर बजरंग दल ने आतंकवादियों का पुतला दहन किया भोपाल में बजरंग दल के प्रमुख सुधीर सुडौल में बताया कि मां वैष्णो देवी के दर्शन के बाद शिव कौड़ी की तरफ जा रहे यात्रियों पर आतंकी हमला हुआ ऐसे आतंकवादियों को केंद्र सरकार चिन्हित कर कड़ी से कड़ी सजा दे उन्होंने कहा की धारा 370 हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में खुशहाली थी लेकिन वहां की खुशी को भंग करने के लिए इस तरह की हरकत की गई है
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देश के साथ ही सिंगरौली जिले में भी आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर और आपदा प्रबंधन ने आपदा मित्रो को बाढ़ से बचाव का प्रशिक्षण दिया जिसमे उन्हें एलर्ट रहने के लिए अवगत कराया साथ ही पीड़ित और घायल लोगों को किस तरह से बचाया जा सकता है इस बारे में बताया और आपदा उपकरण के बारे में विस्तृत जानकारी दी इन्हें खुद की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कैसे सतर्कता बरतनी है और घायल को कैसे बचाना है इन सारी बातों को प्रगोगिक तरीके से समझाया गया
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मानसून में मच्छरों से होने वाली बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है इनसे बचाव और जागरुकता के लिए स्वास्थ्य विभाग जून में मलेरिया निरोधक माह मना रहा है देवास में मलेरिया से बचाव और लक्षणों की जानकारी जागरूकता रथ को भी हरी झंडी दिखाई गई कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर रथ को रवाना किया उन्होंने बताया कि मलेरिया का फैलाव बारिश के दिनों में अधिक तेजी से होता है मलेरिया रोग के प्रति जन-जागरूकता लाने इसके फैलाव को रोकने और जांच तथा उपचार की व्यवस्था हेतु मलेरिया रथ पूरे देवास जिले में भ्रमण करेगा
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काशीपुर मे फेडरेशन आफ इंडिया "टोंग इल मोड डो" के अंतर्गत देश के प्रतिभा शाली खिलाडियों के लिए दो दिवसीय खेलो का कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमे देश के 13 राज्यो के बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया काशीपुर मे प्रतिभाशाली खिलाडियों के लिए 13 बी जूनियर नेशनल "टोंग- इल- मोड- डो" का दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज तिवारी और जनरल एवं नेशनल ज्वाइंट सेकेट्री मुकेश कुमार की अध्यक्षता में देश के 13 राज्यो के बच्चों ने राष्ट्रिय स्तर पर खेला वही चैंपियन शिप मे उत्तराखंड के खिलाडियों के शानदार प्रदर्शन के साथ वह पहले स्थान पर रहे इसके अलावा दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश के प्रतिभा शाली खिलाडी विजयी रहे जिनको ट्राफि और सार्टिफिकेट देकर सम्मानित किया ओर अन्य राज्य से खिलाड़ियों को मेडल और सार्टिफिकेट दिये इन राष्ट्रीय खेलो मे हिस्सा लेने वाले सभी बच्चे पांच साल से अठ्ठारह साल के थे
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हल्द्वानी के काठगोदाम से 13 मई को शुरू हुई आदि कैलाश यात्रा अब 3 जुलाई को समाप्त होने जा रही है इस वर्ष 15 दलों के 606 श्रद्धालु कैलाश यात्रा में कर रहे है आदि कैलाश यात्रा कराने वाले कुमाऊँ मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक विजयनाथ शुक्ला ने बताया कि देश के कई राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने इस वर्ष अपनी यात्रा की है,, और यात्रा बेहद ही सकुशल और शांतिपूर्ण रही है हल्द्वानी के काठगोदाम से इस यात्रा की शुरुआत हुई थी,, जिसमें श्रद्धालुओं ने आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कुमाऊं मंडल विकास निगम ने भी यात्रा के लिए बेहतर व्यवस्था की थी,,, श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह रुकने और खाने के साथ ही स्वास्थ्य कैम्प भी लगाए गए थे,,, जिसका श्रद्धालुओं ने भी बेहतर लाभ उठाया और अब इस यात्रा का सफतलापूर्वक समापन होने जा रहा है,,,
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काशीपुर मे प्रतिभाशाली खिलाडियों के लिए 13 बी जूनियर नेशनल "टोंग- इल- मोड- डो" का दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज तिवारी और जनरल एवं नेशनल ज्वाइंट सेकेट्री मुकेश कुमार की अध्यक्षता में देश के 13 राज्यो के बच्चों ने राष्ट्रिय स्तर पर खेला,,, वही चैंपियन शिप मे उत्तराखंड के खिलाडियों के शानदार प्रदर्शन के साथ वह पहले स्थान पर रहे इसके अलावा दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश के प्रतिभा शाली खिलाडी विजयी रहे जिनको ट्राफि और सार्टिफिकेट देकर सम्मानित किया ओर अन्य राज्य से खिलाड़ियों को मेडल और सार्टिफिकेट दिये इन राष्ट्रीय खेलो मे हिस्सा लेने वाले सभी बच्चे पांच साल से अठ्ठारह साल के थे
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तियरा में ग्रीष्म कालीन समर कैंप का आयोजन तियरा पंचायत में ग्रीष्मकालीन समर स्पोर्टस कैंप में सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह विशेष रूप से मौजूद रहे सिंगरौली सिंघम स्पोर्ट्स के अध्यक्ष संजय शाह सहित का इस आयोहन में विशेष योगदान रहा इस समर कैंपमें बच्चों को तमाम खेल गतिविधियों को लेकर शिक्षा , स्वास्थ्य सहित, स्वच्छता को लेकर प्रशिक्षण दिया गया विधायक राम निवास शाह ने कैंप के लिए एक करोड़ 60 लाख रुपए दिए जहां युवा खेलकूद कल्याण विभाग के माध्यम से कई सामग्रिया उपलब्ध कराई गई विधायक रामनिवास शाह कैम्प में बच्चों के साथ योग व प्राणायाम किया इसके साथ ही उन्होंने बच्चों से कहा कि आपको किसी भी प्रकार की कमी नही आने देंगे। हम खेलकूद से लेकर पढ़ाई लिखाई तक सभी व्यवस्थाऐ करेंगे उन्होंने बच्चों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और कहा खेल भी स्वच्छता के साथ होना चाहिए
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मंत्री कृष्णा गौर ने किया दिग्विजय सिंह की हार का दावा ग्वालियर पहुंची कैबिनेट मंत्री कृष्णा गौर ने सिंधिया राज परिवार के महल जय विलास पैलेस पहुंची...यहां उन्होंने सिंधिया महल में माधवी राजे सिंधिया को श्रद्धांजलि दी इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री कृष्णा गौर ने स्वाति मालीवाल के बहाने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को निशाने पर लिया उन्होंने कहा कि आप पार्टी की महिला नेत्री को अपने ही घर में अपमानित होना पड़ा उनके साथ मारपीट की गई अपशब्दों का उपयोग किया गया यह घोर निंदनीय है आप पार्टी को संज्ञान लेकर अरविंद केजरीवाल से इस्तीफा लेना चाहिए इस दौरान मंत्री कृष्णा गौर ने विपक्ष के प्रधानमंत्री पर हिंदू मुसलमान करने के आरोपों पर पलटवार किया उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी हिंदू मुसलमान नहीं करते उन्होंने सबका साथ सबका विकास की बात की है प्रधानमंत्री ने सबको साथ लेकर देश को आगे बढ़ाया है वहीं कांग्रेस द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाए जाने को लेकर मंत्री गौर ने कहा कांग्रेस पार्टी की हमेशा से यही विचारधारा रही है जब वह हारने लगते हैं तो ईवीएम पर सवाल खड़े करते हैं दिग्विजय सिंह को अपने घर में बहुत बड़ी पराजय मिलने वाली है इसलिए उन्होंने फिर से ईवीएम पर विलाप शुरू कर दिया है
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प्रदेश भर से आई 300 बहनें हुई शामिल दुर्गा वाहिनी ने भोपाल के सरस्वती शिशु मंदिर में बहनों का प्रशिक्षण कैंप लगाया प्रशिक्षण कैंप का मुख्य उद्देश्य सेवा संस्कार और समर्पण है इसी उद्देश्य से बहनों को बौद्धिक प्रशिक्षण दिया गया साथ ही बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें दंड, तलवार, रायफल और जूडो कराटे जैसे कई प्रशिक्षण दिए गए दुर्गा वाहिनी की प्रांत संयोजिका सत्य कीर्ति राणे ने बताया कि यह प्रशिक्षण 12 मई से प्रारंभ हुआ था जिसका समापन आज किया गया इसमें पूरे मध्य प्रदेश से 300 से अधिक बहनों ने भाग लिया है
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पुलिस बल की शारीरिक दक्षता का आंकलन किया कालाढूंगी थाने का वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे कुमाऊॅ डीआईजी डॉ योगेंद्र सिंह रावत के साथ नैनीताल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा भी मौजूद रहे डीआईजी डॉ रावत ने निरीक्षण के दौरान पुलिस बल की शारीरिक दक्षता का आंकलन किया उन्होंने डीआईजी द्वारा शस्त्रागार में रखे हथियारों की जानकारी लेते हुए उनकी साफ सफाई व मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए डीआईजी डॉ रावत ने मैस का जायजा लेते हुए पुलिसकर्मियों के भोजन की गुणवत्ता को उच्च कोटि का रखने के निर्देश दिए
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राजमाता की पार्थिव शरीर के दर्शन कर पुष्प अर्पित किए ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और राजमाता माधवी राजे सिंधिया का राजसी परंपरा से अंतिम संस्कार किया गया बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मां माधवी राजे को मुखाग्नि दी इससे पहले मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक कर्मकांड संपन्न किए गए इससे पहले रानी महल में लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए रानी महल से पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के बाद अंतिम यात्रा निकाली गई
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भाजपा नेताओं ने राजमाता के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी ग्वालियर के जय विलास पैलेस में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और सिंधिया राजवंश की राजमाता माधवी राजे सिंधिया की पार्थिव देह राजमहल के रानी महल में रखा गया डिप्टी CM राजेन्द्र शुक्ल ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उनके साथ BJP प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा केबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल और कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे उन्होंने भी राजमाता के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि राजमाता के श्री चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं उनके जाने से अपूर्णीय क्षति हुई है सिंधिया परिवार के साथ-साथ ग्वालियर चंबल संभाग पूरा मध्य प्रदेश शोकाकुल है
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स्थानीय युवाओं और महिलाओं का कौशल विकास सिंगरौली में आयोजित चार दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में झारखण्ड, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा, महाराष्ट्र , गुजरात और मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से सी एस आर के 41 प्रतिभागियी पहुंचे है जो गांवों में उद्यमिता और कौशल विकास के प्रसार के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित कर रहे है ट्रेनिंग प्रोग्राम से स्थानीय युवाओं और महिलाओं में आर्थिक समझ का निर्माण किया जा रहा है इस इलाके में सी एस आर टीम की मदद से सैकड़ों जरूरतमंद स्थानीय महिलाएं विभिन्न आजीविका कार्यक्रमों से जुड़कर अपने परिवार को आर्थिक मदद पहुंचा रही हैं
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71% से अधिक वोटिंग का एवरेज आठों लोकसभा का आया है मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि मेरी जानकारी में लाया गया है कि हमारा 71% से अधिक वोटिंग का एवरेज आठों लोकसभा का आया है निर्वाचन से जुड़े सभी पक्षों को मैं बधाई देना चाहूंगा क्योंकि यहाँ शांतिपूर्वक निर्वाचन हुआ है खासकर जिला प्रशासन ने अपनी पूर्ण तैयारी की थी कई जिला कलेक्टरों ने भी अपने-अपने ढंग से जिले में निर्वाचन बढानेमें योगदान दिया उन्होंने सभी राजनीतिक दलों को भी बधाई दी
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माँ होती है बच्चे की पहली गुरु काशीपुर के मास्टर इंटरनेशनल स्कूल मे मातृ दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ममता रावत, ऋतु दुआ तथा बबीता ने सरस्वती मां के समक्ष दीप प्रज्वलित किया समारोह में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ गौरव गर्ग ने कहा मां ही वह पहली गुरु होती है जो हमें चलना, बोलना और प्यार करना सिखाती है वह हमारे बिना कुछ कहे ही हमारे दुखों को समझ जाती है इसके वाद कक्षा एक और दो के छात्राओं ने अपने नृत्य द्वारा सभी का मन मोह लिया कक्षा तीन तथा चार के विद्यार्थियों ने माँ की महिमा गाकर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया स्कूल मे बच्चो की माताओं के लिए एक रैंप वॉक का आयोजन किया गया जिसमें विजेता प्रथम- मिस भव्या अग्रवाल, दूसरा स्थान- मिस केसर जहाँ और तीसरा स्थान पर हेमलता रही
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महिलाएं कर रही है वॉर रूम से मॉनिटरिंग लोकसभा की 8 सीटों पर हो रहे मतदान को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा आज महिला वॉर रुम पहुंचे.... यहां उन्होंने महिलाओं का उत्साह बढ़ाया और उनके काम को सराहा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि...अधिक से अधिक वोटिंग कराएं और जो लोग अपने घरों से नहीं निकले हैं उन लोगों को वोटिंग करने के लिए पोलिंग बूथ तक ले जाए वॉर रूम से कार्यकर्ताओं, बूथ प्रभारी, विधायक जनप्रतिनिधियों, मंडल अध्यक्ष, पार्षद, नगर निगम अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष, महापौर सभी को फोन लगाए जा रहे हैं और वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए कहा जा रहा है
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सीएम मोहन का कांग्रेस नेता नाना पटोले के बयान पर पलटवार कांग्रेस नेता नाना पटोले के बिगड़े बोल पर भाजपा हमलावर हो गई है मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बयान पर पलटवार किया है उन्होंने कहा कि मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कांग्रेस के नेता बार-बार आदिवासी समाज के लोगों का अपमान करते हैं हमारी राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू द्वारा भगवान श्री राम के मंदिर में दर्शन किये जाने के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि राम मंदिर को अपवित्र कर दिया है राम मंदिर को हम गंगाजल से धोएंगे यह इनकी गंदी मानसिकता है यह आदिवासियों का अपमान करते हैं
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सीएम मोहन ने राजभवन में राज्यपाल से की मुलाकात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम ने बताया कि आज पेयजल और अनाज खरीदी को लेकर राज्यपाल से चर्चा हुई है गर्मी को देखते हुए जल संकट की स्थिति ना हो इसके लिए भी चर्चा हुई वहीं गेंहू उपार्जन को लेकर भी बात की गई सीएम ने कहा कि इस समय बाजार में भी गेंहू अच्छे भाव से मिल रहा है किसी भी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए राज्यपाल से मुलाकात की इस दौरान सीएम मोहन यादव ने सोमवार को चौथे चरण के मतदान के लिए जनता से अपील करते हुए कहा कि प्रदेश में कल आखिरी चरण के लिए मतदान होने है ऐसे में सभी लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट करें
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75 साल वाले बयान पर मचा घमासान पूर्व सीएम शिवराज ने केजरीवाल के बयान पर निशाना साधते हुए कहा है कि जेल पहुंचने के बाद अरविंद केजरीवाल अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं फिलहाल वह जमानत पर हैं और वह भी सिर्फ चुनाव तक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए राजनीति कोई पद पाने या स्वार्थ साधने का माध्यम नहीं है शिवराज ने तंज कसते हुए कहा कि जो केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई करने की बात करके राजनीति में आए थे और खुद भ्रष्टाचार में घिर गए अब वो अपने दिमाग को संतुलित रखें
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नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे केजरीवाल मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए अरविन्द केजरीवाल अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आए हैं केजरीवाल को अदालत ने जिन सबूतों पर जमानत दी है उसका वे उल्लंघन कर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं सीएम यादव ने कहा कि अगर अरविन्द केजरीवाल में नैतिकता है तो उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा देकर दिल्ली की जनता से माफी मांगना चाहिए मुझे लगता है कि इस स्थिति में कोई भी थोड़ा समझदार व्यक्ति होगा तो वह तुरंत इस्तीफा देगा
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परशुराम जयंती पर आयोजित हुआ कार्यक्रम जयंत परियोजना अन्तर्गत कल्याण मंडप के पास कार्यक्रम में भगवान परशुराम के जीवन के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गयाऔर उनके आदर्शो पर चलने तथा समाज में ब्राह्मणों की भूमिका पर चर्चा करते की गई सभा को सम्बोधित करते हुये रूपेश चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि ब्राम्हण कभी भी जातिवादी नही रहा ब्राम्हण सभीको साथ में लेकर चलने वाले एक अगुआ के रूप में रहा है कार्यक्रम की अध्यक्षता रिटायर्ड सहायक संचालक कृषि ज्योति स्वरूप दुबे ने की प्रमुख अतिथियों के रूप में रूपेश चन्द्र पाण्डेय और नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय उपस्थित रहे
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डरपोक लोग इंडी गठबंधन में है कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर के बयान पर सियासत गरमा गई है मणिशंकर अय्यर का कहना है कि कि भारत को पाकिस्तान को इज्जत देनी चाहिए हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसके पास भी परमाणु बम है कोई सिरफिरा आया तो हम पर इसका इस्तेमाल कर सकता है मणिशंकर अय्यर के बयान पर पूर्व सीएम शिवराज ने निशाना साधा है उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के नेता बौद्धिक दिवालिया हो गए है शिवराज ने कहा कि यह यूपीए की ढीली ढाली सरकार नहीं है आज भारत के प्रधानमंत्री 56 इंच के सीने वाले है हम किसी को छेड़ेंगे नहीं और कोई छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं यह डरपोक लोग इंडी गठबंधन में है
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भगवान परशुराम की जन्मस्थली पहुंची सीएम और प्रदेश अध्यक्ष भगवान परशुराम का मप्र से गहरा नाता है उनका जन्म मप्र के इंदौर जिले के समीप जनापाव में हुआ था परशुराम जयंती के अवसर पर यहां पांच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है कार्यक्रम के यज्ञ में पूर्णाहुति देने मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव पहुंचे उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहे सीएम ने यज्ञ में पूर्णाहुति देने के साथ ही भगवान परशुराम के पुराने और नए मंदिर में दर्शन किए सीएम मोहन यादव ने कहा कि भारत की एक विशेषता है जब-जब अधर्म बढ़ता है, अवतारी पुरुष समय-समय पर जन्म लेते हैं ऐसे ही जानापाव की धरती पर भगवान परशुराम का जन्म हुआ था उन्होंने कहा कि उज्जैन स्थित सांदीपनी आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा प्राप्त की थी भगवान परशुराम ने श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र प्रदान किया था
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चार धाम यात्रा को लकर बरतें सतर्कता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर स्टेडियम में डीएम व एसएसपी समेत जिले के सभी उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जिसमें पेयजलापूर्ति के साथ चार धाम यात्रा के संबंध मे चर्चा की गई और प्रशासन को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए इसके बाद सीएम धामी केबिनेट मंत्री स्वर्गीय कैलाश चंद्र गहतोड़ी के आवास पर पहुंचे और उनके परिवार को सांत्वना देते हुए शोक संवेदना व्यक्त की इस दौरान सीएम धामी के साथ उनकी पत्नी गीता धामी भी मौजूद रही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि चार धाम यात्रा को लेकर सभी तैयारिया पूर्ण कर ली गई हैं सभी श्रद्धालुओं की यात्रा सुखमय हो इसके लिए सरकार द्वारा पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं
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देशभर से आए बाल शोध लेखकों का सम्मान हुआ सम्मान भोपाल में बाल साहित्य शोध केंद्र ने 15 वा वार्षिक सम्मान समारोह आयोजित किया जहाँ देशभर से आए बाल साहित्यकारों का सम्मान किया गया समारोह में बच्चों के लिए साहित्य सृजन करने वाले साहित्यकारों ने कहा अच्छा साहित्य अच्छे भविष्य का निर्माण करता है पटना से ायों साहित्यकार कल्पना सिंह ने कहा कि इस तरीके के सम्मान होते रहना चाहिए ताकि हम लेखकों का उत्साह बना रहे और हम बच्चों के लिए और कुछ अच्छा लिख सकें वही दिल्ली से आई विमल रस्तोगी ने कहा कि मैंने कई कविताएं लिखी है और बच्चों के लिए कई पुस्तक लिखी है इस तरीके के सम्मान होते रहना चाहिए जिससे साहित्यकारों को प्रोत्साहन मिलता रहे बाल साहित्य शोध केंद्र के संचालक महेश सक्सेना ने बताया कि हम पिछले 15 वर्षों से यह कार्यक्रम करते आ रहे हैं कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह है कि लेखक और बच्चों को प्रोत्साहन मिले
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महाराणा प्रताप के शौर्य और पराक्रम को याद किया क्षत्रिय समाज ने महाराणा प्रताप की जयंती पर उनके शौर्य और पराक्रम को याद करते हुए कहा कि 16 वीं शताब्दी में महाराणा प्रताप ने अपनी वीरता से मुगलों के घमण्ड को चूर किया था और मुगलों के हमलों से मेवाड की रक्षा की थी
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172 जायरीनों का टीकाकरण अभियान शुरू उत्तराखंड हज कमेटी के अध्यक्ष खतीब अहमद ने बताया कि उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार द्वारा हज यात्रा पर जाने वालों के लिए पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं जो भी जायरीन हज करने के लिए जा रहे हैं उनको हज कमेटी एयरपोर्ट तक रवाना करवाएगी इस बार उत्तराखंड से 1 हजार से अधिक लोग हज करने के लिए जा रहे हैं
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70 साल कांग्रेस की सरकार रही, कितनी गरीबी हटी बताए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ माेहन यादव ने राहुल गांधी को निशाने पर लिया है राहुल गांधी के गरीबी दूर करने वाले बयान पर उन्हें घेरते हुए सीएम मोहन ने कहा कि 70 सालों से देश में कांग्रेस की सरकार थी कितनी गरीबी हटी बताए... मनमोहन सिंह की सरकार में सोनिया गांधी ने पीछे से सरकार चलायी राजीव गांधी, इंदिरा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सरकारें चलायी लेकिन गरीबी दूर नहीं कर पाए अब ये 'बाबू साहब' कहते हैं कि हमारी सरकार आएगी तो एक झटके में गरीबी दूर कर देंगे
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नरोत्तम मिश्रा ने किया मतदान दतिया में पूर्व गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने राजघाट कॉलोनी केंद्रीय विद्यालय मे मतदान किया डॉ नरोत्तम मिश्रा ने मतदान करने के बाद कहा कि इस बार भाजपा 400 से ज्यादा सीट जीतेगी उन्होंने महिलाओ को हर साल एक लाख देने देने की कांग्रेस की घोषणा पर निशाना साधा और कहा देश में कुल 68 करोड़ महिलाएं हैं हर साल महिला को एक लाख रूपये देने पर 68 लाख करोड़ रूपये ख़र्च आएगा भारत सरकार का बजट ही 45 लाख करोड़ है राहुल गाँधी करते झूठी घोषणाए कर रहे हैं काँग्रेस पर देश को भरोसा नही हैं
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सिंधिया ने लिया पोलिंग बूथ का जायजा शिवपुरी के पीजी कॉलेज में बनाए गए मतदान केंद्र पर भी सिंधिया पहुंचे उन्होंने यहां पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और अधिक से अधिक मतदान कराने की अपील की इसके अलावा यहां पर चल रही वोटिंग का भी जायजा लिया मीडिया से चर्चा करते हुए सिंधिया ने कहा कि ये लोकतंत्र का महापर्व है भारत का विकास सुनिश्चित करना धर्म है सभी से अपील है कि संविधान में दिए गए मतदान के अधिकार का इस्तेमाल करें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो मार्ग प्रशस्त किया है उसे आगे बढ़ाने का काम करें जन-जन मोदी जी के साथ है और विश्व पटल पर देश का परचम लहराएगा विश्व के सबसे विकसित देशों से ज्यादा मतदान हुआ है हमारी कोशिश इसे और बढ़ाना है
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जैत में किया पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने मतदान विदिशा लोकसभा की आठ सीटों का मतदान किया गया पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने अपने गृह क्षेत्र जैत में मतदान किया मतदान से पहले लाडली बहनों ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आशीर्वाद दिया पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने.इस मौके पर सभी से मतदान करने की अपील की उन्होंने कहा कि मतदान सभी का अधिकार है तथा वह अपने अधिकार का उपयोग करें और मतदान जरूर करें शिवराज ने कहा प्रधानमंत्री मोदी के प्रति लोगों में भक्ति भाव है
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तीसरे चरण में 9 लोकसभा क्षेत्रों में हो रहा मतदान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि मतदान प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार होता है वोट देना सजग और जिम्मेदार नागरिक होने का प्रतीक है आज मध्यप्रदेश में चुनाव के तीसरे चरण में 9 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होना है मैं प्रदेश के अपने समस्त मतदाता भाई-बहनों से अपील करता हूं कि आप अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें
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मतदान केन्द्रों पर सुबह से लगी लम्बी लाइनें राजधानी भोपाल के मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही लम्बी लाइनें लगी हुई है भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने भोपाल में अपना वोट डाला कोलार के मदर टेरेसा में पहुंचकर वीडी शर्मा ने मतदान किया इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज तीसरे चरण का मतदान है मैं सभी मतदाताओं से अपील करता हूं कि वे बड़ी संख्या में मतदान करें
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पटवारी के खिलाफ कार्यवाही करेंगे राहुल लोकसभा चुनाव में कम वोटिंग हो रही है इस को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि हमारे सामने कोई चुनौती नहीं है लेकिन हम यह मानते हैं कि मतदान प्रतिशत कम हुआ है उसको हमने गंभीरता से लिया है शासन प्रशासन भारतीय जनता पार्टी की भी जिम्मेदारी है एक जिम्मेदार राजनीतिक दल होने की नाते कि हम सब प्रतिशत मतदान हो इसके लिए हम लगे हुए हैं चिंता तो कांग्रेस में है जहां घोर निराशा का माहौल बना हुआ है बहन राधिका खेड़ा के साथ छेड़छाड़ इसलिए करते हैं कि वह भगवान श्री राम का दर्शन करने गई थी
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चुनावी दौरे के बीच को छिंदवाड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने छिंदवाड़ा पहुंचकर जम्मू कश्मीर में कल आंतकवादियों के हमले में शहीद हुए एयरफोर्स के जवान विक्की पहाड़े को पुष्प चक्र अर्पित किया मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि हमारे बहादुर जवान पर हमें गर्व है जिसने अपने कर्तव्य की बलिवेदी पर मातृ सेवा में अपना सर्वस्व समर्पित किया जम्मू कश्मीर में कायराना हमला हुआ जिन्होंने यह हमला किया उनको उसकी कीमत चुकाना पड़ेगी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि देश ऐसे बहादुर जवानों से ही अपनी यात्रा तय करता आया है हमें अपनी सेना पर गर्व है यह क्षति अपूरणीय है राज्य सरकार अपने बहादुर की शहादत को बेकार नहीं जाने देगी उनकी स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए स्मृति द्वार, वार्ड का नामकरण से संबंधित कार्य किये जायेंगे राज्य सरकार शहीद के परिजनों के एक करोड़ की सहायता राशि प्रदान करने के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेज रही है शहीद के आश्रित परिजनों में से किसी को वायु सेना में नौकरी मिल सकती है लेकिन जरुरत होने पर राज्य सरकार भी आश्रित को सरकारी सेवा प्रदान कर सकती है
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कांग्रेस सबका साथ सबका विकास नहीं करती सीएम मोहन यादव ने गांधी परिवार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा तो सबका साथ मांगती है और सबका विकास करती है लेकिन कांग्रेस एक ही परिवार की बात करती है इस देश में कई सालों तक गांधी परिवार ने कांग्रेस की सरकार चलाई लेकिन यह सबका साथ सबका विकास नहीं करते यह केवल एक परिवार की बात करते है
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मतदान के प्रति जागरुकता के लिए रैली का आयोजन भोपाल में तीसरे चरण में लाेकसभा चुनाव सात मई को होना है चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई प्रयोग किये जा रहे है इसी के तहत भारतीय स्टेट बैंक ने मतदाता जागरूकता रैली निकाली रैली में शामिल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजेंद्र ने बताया कि मतदाताओं को जागृत करने के लिए अनेक कैंपियन चले चलाए जा रहे हैं उसी के तहत आज यह रैली निकाली गई है स्टेट बैंक के जनरल मैनेजर अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि मतदाताओं को जागरूक करने के लिए यह रैली निकाली गई है इसमें सभी स्टेट बैंक के पदाधिकारियों ने भाग लिया है
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भारत सिंह कुशवाह के लिए मांगे वोट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र और वैश्विक महाशक्ति बनाने के लिए भाजपा नेताओं ने ग्वालियर में रोड शो के माध्यम से जनता से आशीर्वाद मांगा और पार्टी प्रत्याशी को जिताने की अपील की रोड शो के दौरान ग्वालियर की सड़कें फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पार के नारों से गूंज उठी रोड शो के दौरान रथ पर सवार पार्टी नेताओं का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया
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प्रत्येक बूथ पर हर 3 घंटे में तीन इनाम निकलेंगे चुनाव का तीसरा चरण सात मई को भरी गर्मी के बीच आ रहा है ऐसे में वोटर्स को घर से बाहर निकालने और वोट डालने के लिए चुनाव आयोग लुभावना आफर दे रहा है भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 7 तारीख को सभी को लोकतंत्र के महा अभियान में भागीदारी निभाई है मतदान बढ़ाने के लिए सरकारी तंत्र अपने स्तर पर जागरूकता फैलाएगा उन्होंने कहा कि जो सबसे पहले वोट करेगा उसे सम्मानित किया जाएगा प्रत्येक बूथ पर हर 3 घंटे पर तीन इनाम निकलेंगे ताकि अधिक से अधिक लोग वोट हों इसमें वोटर्स के नाम लकी ड्रॉ के ज़रिए निकाले जाएँगे
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पन्ना टाइगर रिजर्व में आये दो नन्हे मेहमान पन्ना टाइगर रिजर्व की दो हथनियों मोहनकली और कृष्णकाली ने बच्चों को जन्म दिया...इससे पन्ना टाइगर रिजर्व में अब हांथियों का कुनबा बढ़ गया है यहां अब हाथियों की संख्या 16 से बढ़कर 18 हो गई है दोनों ही नन्हे हाथी पूरे तरीके से स्वास्थ्य बताए जा रहे हैं फील्ड डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि पन्ना टाइगर रिजर्व में हाथियों का बड़ा महत्व रहता है यहां आने वाले पर्यटकों को हाथियों पर सवारी कराकर रिजर्व क्षेत्र में घुमाया जाता है इसके साथ ही कई बार बाघों को ट्रेंकुलाइज करने और रेस्क्यू करने में इन हाथियों की सहायता ली जाती है
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कांग्रेस की मानसिकता महिला विरोधी: मंत्री मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी पूर्व मंत्री इमरती देवी के बयान को लेकर काफी सुर्ख़ियों में हैं प्रियंका गांधी की सभा से लौटने के बाद जीतू ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि इमरती देवी का रस खत्म हो गया है जो अंदर चाशनी होती है, उनके लिए अब मैं कुछ बात नहीं कर रहा जीतू पटवारी का ये बयान जैसे ही वायरल हुआ मध्य प्रदेश की सियासत गरमा गई
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मोहन यादव ने राहुल पर साधा निशाना मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि राहुल गांधी ने कल जिस ढंग से बात कही वह प्रदेश की गरिमा को गिराने वाली है राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए सीएम यादव ने कहा कि राहुल गांधी संविधान संशोधन की बात करते है जबकि उनके परिवार के द्वारा ही सौ बार से ज्यादा संविधान का संशोधन किया जा चुका है मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने राहुल गांधी की तुलना रॉकेट से करते हुए कहा कि वह ऐसा रॉकेट है जिसे बार-बार लॉन्च करते हैं और वह बार-बार नीचे गिरता है, मैं उम्मीद करता हूं राहुल गांधी सबक लेंगे
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कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती आई है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रियंका गांधी के मध्य प्रदेश दौरे पर तंज कसा उन्हाेंने कहा कि प्रियंका गांधी अमेठी भी गई थी लेकिन क्या हुआ वहां कांग्रेस का चोपड़ा साफ हो गया मध्य प्रदेश आने से भी कुछ फर्कनहीं पड़ने वाला है कांग्रेस आज भी फूड डालो राज करो कि राजनीति करती है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए है वे पाकिस्तान को खुश करने के लिए बयान देते है कांग्रेस हमेशा से ही तुष्टिकरण की राजनीति करती आई है
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प्रतिनिधिमंडल ने वीडी शर्मा से की मुलाकात लोकसभा चुनाव को समझने के लिए 6 देशों के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर है विदेशी प्रतिनिधि मंडल चुनाव अभियान रणनीतियों को समझने के लिए भोपाल में वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ बातचीत करेंगे प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रयासों से भारतीय जनता पार्टी पूरी दुनिया के दूसरे देशों के राजनैतिक ढांचे को एक-आपस में समझ सकें इसके लिए कार्य कर रही है उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि प्रतिनिधिमंडल के प्रदेश कार्यालय पहुंचने पर हम उनका स्वागत करते हैं
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उज्जैन की पहचान मां क्षिप्रा से मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी शुद्धिकरण का मुद्दा लोकसभा चुनाव में भी गरमाया हुआ है बीते दिनों उज्जैन लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने सीवेज चैंबर ओवरफ्लो होने से गंदा पानी क्षिप्रा नदी में मिलने पर नदी में डुबकी लगाकर भाजपा को घेरा था और अनदेखी का आरोप लगाया था इन आरोपो के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव आज उज्जैन पहुंचे और क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाई स्नान के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन की पहचान मां क्षिप्रा से है बाबा महाकाल की इस नगरी में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास है मां शिप्रा के पावन तट पर हमारी परंपरा है कि स्नान के बाद यहां अपने तीर्थ की महत्ता बढ़ाएं
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भाजपा ने बयान को बताया आपत्तिजनक राजनीति में बयानबाजी करते समय अक्सर राजनेता शब्दों की मर्यादा भूल जाते है ऐसा ही कुछ पूर्व मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम के साथ भी हुआ मंगलवार को चाचौड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने अमित शाह को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी...मरकाम ने कहा कि अमित शाह कि इतनी हिम्मत कैसे हुई दिग्विजय सिंह के गढ़ में आकर जनाजे की बात करें अगर उनके क्षेत्र में ये बात कही होती तो अमित शाह कूटे जाते पूर्व मंत्री मरकाम के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा कि ओंकार सिंह मरकाम और उनकी पूरी पार्टी में बौखलाहट और घबराहट हैइसीलिए गृहमंत्री के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे है उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जनता एक बार फिर मिस्टर बंटाधार को घर बैठने के लिए तैयार है
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प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस 70 साल तक भगवान राम के मन्दिर मामले में रोज अड़ंगे लगाते रही लेकिन मोदी जी ने राम मंदिर बनवाया धारा 370 हटाई है और इस बार एक बार फिर लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को जिताना है और देश का प्रधानमंत्री बनाना है, ताकि यह देश तेजी से विकास कर सके
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मोदी श्रद्धा के साथ-साथ भक्ति के भी केंद्र ग्वालियर के बेरजा गांव में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विरासत टैक्स के बहाने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया, उनका कहना था कि कांग्रेस का अब कुछ बचा नहीं है वो तो विरासत टैक्स लगाने वाली है कि कमाओ और जब दुनिया से जाओ तो सरकार के खजाने में 55 परसेंट दे जाओ पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस औंधे सीधे फैसले ले रही है इसलिए जो विचारवान कांग्रेसी है वह भी कांग्रेस छोड़ छोड़ कर जा रहे हैं शिवराज की सभा में महिलाओं की तादाद ज्यादा होने के सवाल पर शिवराज बोले की बहने भाजपा को भी प्यार करती हैं और भाई को भी प्यार करती हैं, वहीं शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रद्धा के साथ-साथ भक्ति के भी केंद्र हैं
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मचवास से शुरू की जन आशीर्वाद यात्रा विदिशा लोकसभा से बीजेपी के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता सभी जानते है शिवराज जहां भी प्रचार प्रसार के लिए पहुंच रहे वहां जनता उन्हें मामा और भाई कहकर गले से लगा ले रही है ऐसे ही शनिवार को खातेगांव में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान ग्रामीणों ने शिवराज को अपने कंधे पर बैठा लिया और नाचते हुए मोदी जी का नारा अबकी बार 400 पार और शिवराज सिंह चौहान 7 लाख पार का नारा लगाया इस दौरान शिवराज सिंह ने स्थानीय लोगों के साथ थाली और ढोल भी बजाय
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सीएम ने बुजुर्गों को बताया भाजपा का संकल्प पत्र मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज भोपाल के शास्त्री नगर में बुजुर्ग मतदाताओं के निवास पहुंचकर आयुष्मान लाभ विस्तार अभियान के तहत फार्म भरवाए इस अवसर पर सीएम मोहन ने कहा कि भाजपा ने हाल ही में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपना ‘संकल्प पत्र’ जारी किया है जिसमें 70 वर्ष से अधिक उम्र वाले सभी बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाने का वादा किया गया है सभी लोगों को योजना का लाभ मिल सके इसके लिए आज फॉर्म भरने की शुरुआत की है हम सभी को मिलकर यह अभियान चलाना है लगभग 40 लाख बुजुर्गों को इस योजना से जोड़ा जाएगा इस दौरान उन्होंने अगले चरण में अधिक मतदान की अपील भी की
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अमित शाह के सपने में आते है दिग्विजय राजगढ़ की चुनावी सभा में अमित शाह द्वारा दिग्वियज को लेकर दिये बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह मुझसे इतने प्रभावित है कि उन्होंने अपनी सभा में 15 मिनट के भाषण में 17 बार मेरा नाम लिया दिग्विजय सिंह ने कहा कि कितनी बड़ी मेहरबानी है मुझे पर मेरा इतना प्रभाव है कि सपने में भी उनको दिग्विजय सिंह नजर आता है
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SC का निर्णय विपक्ष के लिए करारा तमाचा डॉ यादव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि आज आप सब ने देखा होगा कि उच्चतम न्यायालय ने बड़ा निर्णय लिया ईवीएम के माध्यम से होने वाले निर्वाचन को लेकर फैसला लिया है यह विपक्ष पर करारा तमाचा है उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग जिस ढंग से बात करते थे अपनी हार का ठिकरा कभी चुनाव आयोग पर डालते हैं, कभी किसी पर डालते हैं यह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का मजाक बनाने का तरीका है
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चुनाव को लेकर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचकर वार रूम का निरीक्षण किया इस दौरान लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह सह प्रभारी सतीश उपाध्याय एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद मौजूद रहे वार रूम से मतदान में हो रही गड़बड़ियों, धीमी वोटिंग अन्य दिक्कतों सहित तमाम चीजों पर नज़र रखी जाएगी इस अवसर पर मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम मोहन यादव ने प्रदेश की जनता से मतदान करने की अपील की
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प्रदेश का विकास अब स्पीड पकड़ेगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दूसरे दिन आज मध्यप्रदेश आए मोदी ने मुरैना के पुलिस परेड ग्राउंड में भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर के समर्थन में सभा की पीएम मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की तारीफ करते हुए कहा कि "4 जून के बाद हमारे तेज तर्रार मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश का विकास और स्पीड पकड़ने जा रहा है भाजपा के लिए देश से बड़ा कुछ भी नहीं है
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जनता के सवालाें का जवाब दें कांग्रेस चुनाव प्रचार के आखिरी दिन खजुराहो सीट से भाजपा प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जनता के बीच पहुंचे यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जनता ने इस बार पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया है वहीं प्रियंका गांधी के मां ने देश के लिए मंगलसूत्र कुर्बान किया वाले बयान पर पलटवार करते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि जो इस देश में गांधी परिवार ने जनता के साथ किया है पहले जनता उसका जवाब पूछ रही है इमोशनल बात करने से काम नहीं चलेगा
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वैशाख और ज्येष्ठ माह में होगा गलंतिका से अभिषेक श्री महाकालेश्वर मंदिर में परंपरानुसार भगवान महाकाल पर 11 मिट्टी के कलशों से सतत जलधारा हेतु गलंतिका बांधी गई है यह क्रम प्रतिदिन 22 जून तक चलेगा गलंतिका में उपयोग किये मिट्टी के कलशों पर प्रतीकात्मक रूप में नदियों के नाम गंगा, सिंधु, सरस्वती, यमुना, गोदावरी, नर्मदा, कावेरी, शरयु, क्षिप्रा, गण्डकी आदि अंकित किए गए है बता दें कि वैशाख और ज्येष्ठ माह में गर्मी चरम पर होती है। ऐसे में महाकालेश्वर भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए मिट्टी के कलशों से सतत जलधारा प्रवाहित की जाती है
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मूंगा रत्न से बना राम दरबार है विराजमान हनुमान जयंती का पर्व दतिया के प्राचीन एवं ऐतिहासिक राम जानकी मंदिर में धूमधाम से मनाया जा रहा है सुबह से ही मंदिर में पूजा का दौर शुरू हो गया वहीं मंदिर में भक्त अपने अराध्य के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे मंदिर में हनुमान जी का विशेष श्रृंगार किया गया बता दें कि इस प्राचीन राम जानकी मंदिर की विशेषता यह है कि यहां विराजमान श्री राम दरबार मूंगा रत्न से बना हुआ है
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मतदान के प्रति जागरुकता के लिए हुआ आयोजन नगरपालिका ने पहली बार वोट डालने वाले मतदाता और वरिष्ठ मतदाताओं के बीच मतदान जागरूक को लेकर विभिन्न तरह की प्रतियोगीता करवाई इसके बाद जीतने वाले को इनाम भी दिया गया बता दें कि एक तरह से पहला प्रयोग था जिसमें बढी संख्या में अधिकारियों के साथ आम मतदाता भी शामिल हुये प्रशासन का मानना है कि इस तरह के जागरूक कार्यक्रम से मतदान प्रतिशत बढेगा ही बल्कि लोगो मे मतदान को लेकर जागरूकता भी आयेगी
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चुनावी माहौल में पीएम मोदी का पांचवा दौरा सीएम मोहन ने बताया कि चुनावी माहौल में पीएम नरेंद्र मोदी पांचवीं बार आ रहे हैं मोदी की सागर, हरदा में सभा होगी और भोपाल में रोड शो करेंगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं और वह अपनी जनता को धन्यवाद देने आ रहे हैं सीएम मोहन ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के मंत्री और विधायक जीतने के बाद भी धन्यवाद देने नहीं आते हैं सीएम मोहन यादव ने कहा कि पहले फेस का चुनाव संपन्न हो चुका है और अब दूसरे फेस के चुनाव में जुट गए हैं
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2000 से अधिक पुलिस जवान तैनात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को 12:00 बजे सागर मैं जनसभा को संबोधित करने के बाद बैतूल पहुंचेंगे इसके बाद प्रधानमंत्री भोपाल आएंगे जहां शाम 7:30 बजे से उनका रोड शो होगा पुरानी विधानसभा के सामने से प्रधानमंत्री का रोड से शुरू होगा जो रोशनपुरा होते हुए अपेक्स सर्किल तक पहुंचेगा किलोमीटर इस लंबे रोड शो की तैयारियां जोर-जोर से की जा रही है एयरपोर्ट से लेकर रोड शो शुरू होने के स्थान तक करीब 2000 पुलिस के अधिकारी और जवान पीएम की सुरक्षा में तैनात रहेंगे
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कांग्रेस पहले अपना घर देखे: सीएम जीतू पटवारी के बयान पर पलटवार करते हुए सीएम यादव ने कहा है कि कांग्रेस में दम नही कि वह अब की चार सौ पार कह दें यह तो बीजेपी के बब्बर शेरों का काम है कांग्रेस पहले अपना घर देखे उनके नेता उन्हें छोड़कर भाग रहे है बता दें कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने दमोह में कहा था कि पहले चरण के चुनाव में बीजेपी के चार सौ पार की हवा निकल गई है क्योंकि जब रावण का अहंकार नही चला तो यह केवल इंसान है
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पं. प्रदीप मिश्रा का अंगवस्त्र पहनाकर किया सम्मान दखल प्राइड अवार्ड की स्मारिका का विमोचन आज सीहोर में प्रख्यात कथावाचक पंडित श्री प्रदीप मिश्रा ने किया दखल प्राइड अवार्ड समारोह ने इस बार पंडित श्री प्रदीप मिश्रा ही मख्य अतिथि थे दखल की स्मारिका के विमोचन अवसर पर दखल न्यूज के प्रधान संपादक अनुराग उपाध्याय और संपादक शैफाली ने पंडित श्री प्रदीप मिश्रा का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया इस दौरान पंडित मिश्रा ने दखल न्यूज को प्रगति और सफलता के नये आयाम कायम करने का शुभ आशीष दिया स्मारिका विमोचन के मौके पर पत्रकार प्रदीप एस चौहान और समीर शुक्ला समेत दखल परिवार के सदस्य मौजूद रहे
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वीडी शर्मा ने भगवान महावीर के किये दर्शन वीडी शर्मा ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि आज के दिन भगवान के दर्शन किए हैं और अहिंसा परमो धर्म यह हम सब लोगों का संकल्प है महावीर जयंती के इस पावन पर्व पर संकल्प के साथ पुनः एक बार सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं
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नक्सल प्रभावित गांव में 80 वोटर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि मप्र में पूर्ण शांति के साथ मतदान जारी है अब तक संतोषजनक मतदान किया जा रहा हैं बैहर के दुगलई गांव के मतदान केंद्र में 100 फीसदी मतदान हुआ हैं नक्सल प्रभावित इस गांव में 80 वोटर थे जिसमें सभी ने मतदान करके लोकतंत्र की मजबूती दिखाई हे
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काफिला रुकवाकर की घायलों की मदद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष खजुराहो सांसद वीडी शर्मा की संवेदनशीलता सामने आयी है पन्ना जिले के सिमरिया गाँव के पास मिनी ट्रक ओर मोटर साईकिल के बीच एक्सीडेंट में कुछ लोग घायल हो गए यह देख इन दोनों नेताओं ने अपना काफिला रुकवाकर तत्काल पीड़ितों की मदद की और अपने कारकेट की एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुँचाया मुख्यमंत्री डॉ यादव और भाजपा प्रत्याशी वीडी शर्मा पवई में प्रचार के पश्चात् पन्ना जा रहे थे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश भी दिए
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अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की जिला निर्वाचन अधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि चुनाव की सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं और सभी पोलिंग टीमों को रवाना कर दिया गया है कल 57 पोलिंग पार्टियां रवाना हुई थी जो पहाड़ की थी और आज 953 पोलिंग पार्टियों को भेजा गया है उन्होंने बताया कि 100 रिजर्व पोलिंग पार्टियों को रखा गया है जिसे आवश्यकता पड़ने पर उपयोग में लाया जाएगा वही जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस बार पहाड़ और दूरस्थ क्षेत्रों पर किसी भी प्रकार की कोई मशीन खराब होने पर उसे तत्काल मशीन उपलब्ध कराने के लिए सभी संबंधित अधिकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट को अतिरिक्त दो दो होल्डिंग मशीन दी गई है जिसके चलते मतदान की प्रक्रिया ना रुके पुलिस के लिए दो पीएसी बटालियन, दो बटालियन आईटीबीपी, उत्तर प्रदेश पुलिस होमगार्ड, अतिरिक्त पुलिस बल रखा गया है
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नक्सल क्षेत्र में एयर एंबुलेंस की तैनाती मध्यप्रदेश में शुक्रवार 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होगा इस चरण में प्रदेश की 6 लोकसभा सीट- छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट, सीधी, जबलपुर और शहडोल में वोटिंग होगी एक दिन पहले गुरुवार को मतदान दल सामग्री लेकर मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गए मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने प्रथम चरण के मतदान के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव की तर्ज पर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में हवाई जहाज और एयर एंबुलेंस की तैनाती की जा रही है जिससे आवश्यकता पड़ने पर इसका उपयोग किया जा सके 19 अप्रैल को छह संसदीय क्षेत्रों के 13 जिलों की 47 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा इसमें बालाघाट जिले की तीन विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित भी है जहां पर आयोग के द्वारा विशेष सुविधा महिया कराई गई है
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शोभा यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत रामनवमी शोभायात्रा रामनगर रोड स्थित श्री रामलीला मैदान से शुरू होकर महाराणा प्रताप चौक, मोहल्ला किला, और माता मंदिर रोड से होते हुए रामलीला मैदान में पहुंचकर समाप्त हुई शोभायात्रा के आयोजक महेश अग्रवाल ने बताया कि वैसे तो प्रत्येक वर्ष भगवान राम के जन्मदिवस के अवसर पर शोभायात्रा निकाली जाती रही है लेकिन 500 साल के बाद इस वर्ष भगवान श्री राम के अयोध्या में स्थापित होने के बाद पहली बार रामनवमी की शोभायात्रा को भव्य बनाया गया शोभायात्रा में सभी वर्गों के द्वारा यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया रामनवमी शोभायात्रा में भगवान कृष्ण और मीराबाई, लक्ष्मी गणेश, भगवान शंकर और मां पार्वती के अलावा भगवान राम, लक्ष्मण के साथ हनुमान जी की झांकी आकर्षण का केंद्र रही
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दूर दराज के इलाकों में पहुंचेंगी पोलिंग पार्टियां लोकसभा सामान्य निर्वाचन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और पोलिंग पार्टियां रवाना होना शुरु हो गयी हैं नैनीताल जिले के 6 विधानसभा में 1010 पोलिंग बूथ है जिनमे हल्द्वानी के MBPG में बने जिला निर्वाचन कंट्रोल रूम से आज दूरस्थ पोलिंग बूथ के लिए 57 पोलिंग पार्टियां रवाना हुई है, शेष पोलिंग पार्टियों कल रवाना होंगी
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लालकुआँ में बाईक रैली निकली ,की नुक्कड़ सभा कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने लालकुआँ नगर के मुख्य मार्ग पर बाईक रैली निकालकर रोड शो किया जिसके बाद नुक्कड़ सभा करते हुए जनता से समर्थन मांगा प्रकाश जोशी ने कहा कि पूरे पाँच साल तक वर्तमान सांसद ने अपनी सांसद निधि खर्च करने में भी कंजूसी की साथ ही पूरे पाँच साल तक कोई भी विकास कार्य नही किया ऐसे में केन्द्र सरकार की अग्निवीर योजना से युवाओं का भविष्य चौपट करने का कार्य मोदी सरकार ने किया है लेकिन यहाँ के सांसद जो कि केंद्र में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री होने के बावजूद उन्होंने अग्निवीर योजना का विरोध नही किया उन्होंने कहा एक वीडियो में सांसद अपने कार्यो का बखान कर रहे थे जिसमें उन्होंने बताया कि उनके द्वारा पाँच सौ पौधे वितरित किये गये ऐसे में ऐसा प्रतीत होता है कि वर्तमान सांसद अब सब्जी मंत्री बनकर रह गये है
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मंदिरों में हुई विशेष पूजा और हवन चैत्र नवरात्र के दौरान 9 दिन तक भक्तों ने पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा पाठ किया व्रतधारी आज अष्टमी के दिन मां गौरी का पूजन कर छोटी-छोटी कंजक को कन्या भोजन कराकर अपने व्रत तोडेंगे राजधानी के माता मंदिर में हवन पूजन कर भंडारे प्रसाद का कार्यक्रम किया जाएगा पंडित संजय तिवारी का कहना है कि आज के दिन कुंवारी कन्या मां गौरा का पूजन करती है तो उन्हें मनचाहा वर मिलता है विवाहित जोड़े अगर आज के दिन मां भगवती का पूजन अर्चना करते हैं तो उनके जीवन में सुख शांति और ईश्वर प्राप्त होती है मां गौरा सुख शांति और ऐश्वर्या की देवी हैं
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नगर पालिका की मतदान के लिए पहल लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए हुआ 220 मीटर लंबे हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत हुई कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ, नगर पालिका सीएमओ सहित नगर पालिका का अमला एवं जिला पंचायत के कर्मचारी कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे
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सरकार की हर गारंटी होगी पूरी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं, जब मध्य प्रदेश ने पूरे देश को चौंका दिया था और होशंगाबाद ने तो कमाल कर दिया था यहां से जो लहर उठी थी, वो लहर पूरे देश में फैल चुकी है आज देश के कोने-कोने से एक ही आवाज आ रही है... फिर एक बार मोदी सरकार पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रदेश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मैं मोहन जी और उनकी सरकार की भी प्रशंसा करूंगा, वो ईमानदारी से यहां आपको दी हुई गारंटिया पूरा करने में जुटे है
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पुलिस अधीक्षक ने दी विशेष दिवस की जानकारी पुलिस अधीक्षक अभय सिंह ने शहीद स्मृति चिन्ह पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और 2 मिनट का मौन धारण किया इसके उपरांत उन्होंने कर्मचारियों को अग्निशमन सुरक्षा दिवस के संबंध में जानकारी दी... इसके अलावा पुलिस अधीक्षक द्वारा फायर स्टेशन के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर काशीपुर शहर में अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूक करने तथा प्रचार प्रसार के लिए रवाना किया गया
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नकुल ने भाजपा पर साधा निशाना संविधान दिवस के दिन कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने परासिया विधानसभा में संविधान बचाओ यात्रा निकाली उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को इतने साल संविधान की याद नही आई पर चुनाव करीब आते ही संविधान को बचाने की बात की जाती है ... बताते चलें कि छिंदवाड़ा को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है लेकिन इस बार भाजपा की इस लाेकसभा सीट पर पैनी नजर है सीट को हासिल करने के लिए भाजपा हर हथकंडे अपना रही है भाजपा बहुत हद तक कांग्रेस को तोड़ने में सफल भी हुई हैछिंदवाड़ा से बड़ी संख्या में कमलनाथ के खास करीबी लोग कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे है
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उगते सूर्य को अर्घ्य देकर की प्रार्थना चार दिवसीय चैत्र छट पूजा के दौरान महिलाओं ने नियम व्रत का पालन करते हुए ढलते सूर्य और उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देकर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की छठ पूजा सोसाइटी के अध्यक्ष दिनेश प्रसाद ने बताया कि छट पूजा का त्योहार साल में दो बार कार्तिक माह और चैत्र माह में मनाया जाता है जिसमें स्त्रियाँ संतान की प्राप्ति के लिए 36 घंट्टे का निर्जन व्रत रखती हैं इस दौरान नहाय खाय, खरना और सूर्य को अर्ध दिया जाता है
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देशभर में सबसे बुजुर्ग उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना भाग्य आजमा रहे 84 वर्षीय भगवान प्रसाद तिवारी की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है वे अब तक पांच बार विधानसभा का चुनाव और दो बार सिंगरौली नगर निगम के महापौर पद का चुनाव लड़ चुके है हालांकि कभी भी उन्हें सफलता नहीं मिली इस बार वे पहली दफा लोकसभा चुनाव में उतरें है देशभर में शायद भगवान प्रसाद सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी है उनका साइकिल से प्रचार प्रसार करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
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संविधान ने हमें बहुत कुछ सिखाया मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि मैं सभी प्रदेशवासियों को बधाई देता हूँ आज ही के दिन बाबा साहब का जन्म हुआ था उनके संविधान ने हमें बहुत कुछ सिखाया है मैं उनको नमन करता हूँ वहीं प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा ने कहा कि बाबा साहब के बताए हुए मार्ग पर चलकर भारतीय जनता पार्टी आगे बढ़ी है कांग्रेस पर निशाना साधते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस बाबा साहब के साथ छल किया है
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बाबा साहेब को हर वर्ग के लोगों ने किया नमन महामानव डॉ अंबेडकर की जयंती पर सभी धर्म, वर्ग और जाति के लोगों ने बाबा साहब की फोटो पर श्रद्धासुमन अर्पित किया प्रभात फेरी का आयोजन जितेंद्र देवांतक के द्वारा किया गया जो नगर निगम से चल कर रतन सिनेमा, वाल्मीकि बस्ती, तहसील, महाराणा प्रताप चौक पर संपन्न हुई
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नन्हें बच्चाें ने धरा शिव- पार्वती का रुप चुनरी यात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए पुरानी बस्ती बूढ़ी माता मंदिर पहुँची जहाँ माता को चुनरी चढाई गई इस यात्रा में भगवान शिव माता पार्वती और माता रानी के स्वरूप में सज कर बच्चें पहुँचे थे यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं समेत स्थानीय नागरिक शामिल हुए
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गुरुद्धारें में सिक्ख संगत ने माथा टेका खालसा फाउंडेशन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा सिरजना दिवस के दौरान प्रतिभा सम्मान एवं दस्तार मुकाबला का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे आठ साल से पंद्रह साल के बच्चों के लिए पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता की गई जिसमें विजेता बच्चों को सम्मानित किया गया इस कार्यक्रम भाग लेने बच्चों के माता पिता के साथ सैकड़ों की संख्या में सिक्ख संगत मौजूद रहे
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ग्राहक और बैंक के विश्वास के रिश्ते हो मजबूत इस आम सभा में भारतीय स्टेट बैंक भोपाल सर्किल के मुख्य महाप्रबंधक चंद्रशेखर शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में ए० साइ० प्रसाद , रूपम राय और अरुण भगोलीवाल उपस्थित रहे भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ भोपाल मंडल के अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव एवं महासचिव संजीव मिश्रा सहित अन्य पदाधिकारीयों ने सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया मुख्य अतिथि चंद्रशेखर शर्मा ने अपने उद्बबोधन में ग्राहक और बैंक के विश्वास के रिश्ते को अधिक मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देने की बात कही वही रूपम राय नेबैंक के अभी तक के सैलरी समझौता एवं अन्य अधिकारियों की कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा की
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भारतीय नए साल का मनाया गया जश्न ग्राम सिद्धि गंज में हर्ष उल्लास के साथ विभिन्न मार्गो से हिंदू उत्सव समिति के द्वारा नव वर्ष और नवरात्रि के उपलक्ष्य में विशाल चल समारोह निकाला गया जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए एवं एक दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी चैत्र नवरात्रि विक्रम संवत 2081 हिंदू नव वर्ष एवं गुड़ी पड़वा के पावन उपलक्ष्य में यह आयोजन किया गया हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष जनपद सदस्य महेंद्र सिंह ठाकुर सहित सभी आयोजन सदस्यों का जगह-जगह स्वागत किया गया चल समारोह बड़ा बाजार हनुमान मंदिर राम मंदिर बावडी से बस स्टैंड पर पहुंचा
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रमजान के बाद मनाई जाती है मीठी ईद ईद के पावन मौके पर समाजसेवी शमशुल हसन बल्ली ने सभी देशवासियों और प्रदेशवासियों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि भोपाल गंगा जमुना तहजीब का शहर है यहां पर हर त्योहार धूमधाम से बनाए जाते हैं रमजान के बाद मीठी ईद का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से सब भाईचारे से मना रहे हैं ईद के साथ-साथ नवरात्रि का पावन पर्व भी चल रहा है इसी को देखते हुए यह त्यौहार बड़े सौहार्द के साथ मनाया जा रहा है
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अमन और चैन की दुआ मांगी ईद के मौके पर मस्जिदों में नमाज पढ़ने पहुंचे अकीदतमंदों ने अमन चैन की दुआएं मांगी जिले के विभिन्न क्षेत्रों की मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए भीड़ नजर आई लोगों ने नमाज के बाद एक-दूसरे को ईद उल अजहा की बधाई दी.... जिले के तमाम मस्जिदों में ईद की नमाज अदा करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी इस दौरान सिंगरौली कलेक्टर चंद्र शेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर लगातार मानीटरिंग करते रहे वही भारी संख्या में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल मौजूद रहा
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गले मिलकर दी ईद की मुबारकबाद ईद के मौके पर जामा मस्जिद और रोशन मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों ने शहर इमाम के समक्ष ईद की नमाज अदा की जामा मस्जिद में देश की तरक्की, अमन, एकता और भाईचारे के साथ सभी ने नेक राह पर चलने की दुआएं मांगी वही रोशन मस्जिद में फिलिस्तीन के मुसलमानों के लिये दुआएं मांगी गई इस दौरान रोशन मस्जिद के इमाम की आंखे नम हो गई सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बल और पुलिस बल मौजूद रहा दोनों मस्जिदों के रास्ते में खड़े क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने भी मस्जिद से लौट रहे मुस्लिम भाइयों को गले मिलकर ईद की शुभकामनाएं दी
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गले मिलकर दी ईद की मुबारकबाद ईद का त्योहार भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक है इस दिन मुस्लिम लोग नमाज पढ़कर पूरे विश्व में शांति और अमन की दुआ करते हैं इसके साथ ही नमाज पढ़ने के बाद एक दूसरे के घर जाकर मुंह मीठा करते हैं और एक दूसरे से गले लगकर ईद मुबारक देते है भोपाल के ईदगाह में शहर काजी सैय्यद मुश्ताक़ अली नदवी ने ईद की विशेष नमाज़ पढ़ाई रमजान का पाक महीना पूरा होने के बाद शव्वाल महीने की पहली तारीख को ईद का त्योहार मनाया जाता है ईदगाह पर पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ,पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना और कांग्रेस के सैकड़ों नेता भी पहुंचे और सभी ने मुस्लिम समुदाय के लोगो को ईद की शुभकामनाएं दी
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नवरात्र में पहुंचे माता के दरबार पूर्व सीएम ने कहा कि माँ सब पर कृपा और आशीर्वाद की वर्षा करें हमारी सलकनपुर वाली मैया माँ विजयासन देवी हमारे देश, प्रदेश और जनता पर कृपा की वर्षा करें हम उद्देशपूर्ण जीवन जियें और हमारा देश, प्रदेश प्रगति और विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता चला जाए यही मैया के चरणों में प्रार्थना है। सब सुखी हों, सब निरोग हों, सबका मंगल हो और सबका कल्याण हो
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जनता के बीच जाकर जागरुकता अभियान चलाया निगम द्वारा कई जगहों पर जाकर मतदाता जागरुकता अभियान की गतिविधियाँ आयोजित की गई आईईसी टीम द्वारा विशाल मेगा मार्ट, वी बाजार सहित ऑटो स्टैंड बैढ़न में गतिविधियां आयोजित कर शत प्रतिशत मतदान हेतु प्रेरित किया गया और मतदाता को मतदान करने की शपथ दिलाई गई
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आसामिज तत्वों के खिलाफ होगी कढ़ी कार्रवाई बैठक में ईदगाह कमेटी के सदर हसीन खान ने कहा कि ईद का त्योहार आपस में भाईचारे के साथ सभी को मिल जुल मनाना चाहिए उन्होंने प्रशासन से ईद के दिन साफ सफाई, बिजली और पानी की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने और ईदगाह वाले रास्ते पर आसमाजिक तत्वों पर भी नजर रखने की बात कही....पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुशा बड़ोला ने शहर में सुरक्षा को लेकर पूरी व्यवस्था किये जाने को कहा साथ ही किसी भी प्रकार से कोई आसामाजिक तत्व किसी घटना को अंजाम देता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने की बात कही
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संस्कृति और परंपरा का दिया संदेश आरएसएस का पथ संचालन रामनगर रोड स्थित रामलीला मैदान से शुरू होकर चीमा चौराहा, किला मोहल्ला, महाराणा प्रताप चौक से होता हुआ वापस रामलीला मैदान में आकर समाप्त हुआ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कारवा ने बताया कि पथ संचालन के माध्यम से सभी को यह संदेश देना चाहते हैं कि हमारी संस्कृति और परंपरा के अनुसार चैत्र मास के प्रथम नवरात्र से नववर्ष का आगाज होता है इसी के साथ प्रकृति में भी प्रबल परिवर्तन और प्राकृतिक नवीनता भी दिखाई देती है कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन मौजूद रहा
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उमड़ा जनसैलाब, भगवामय हुई सड़कें रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए यात्रा मार्ग की दोनों ओर की सड़कें भगवामय हो गईं आम जनता ने घरों से पुष्प वर्षा कर एवं मोदी-मोदी के गगनभेदी नारों के साथ प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, प्रदेश शासन के मंत्री राकेश सिंह एवं भाजपा प्रत्याशी आशीष दुबे के साथ विशेष रूप से सजाई गई गाड़ी पर सवार होकर प्रधानमंत्री मोदी ने स्थानीय नागरिकों एवं कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया
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आस्था की डुबकी लगाई उज्जैन में शिप्रा के तट और बावन कुंड पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान-ध्यान कर पूजन किया ओंकारेश्वर और मोरटक्का में नर्मदा के विभिन्न घाटों पर सुबह से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया रात से सुबह दस बजे तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु नर्मदा में डुबकी लगा चुके हैं सबसे अधिक भीड़ नर्मदा-कावेरी संगम पर है चैत्र अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहा जाता है भूतड़ी अमावस्या पर बड़ी संख्या में तंत्र साधकों ने भी नर्मदा और क्षिप्रा में स्नान-पूजन किया
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समारोह में हुआ होली मिलन व काव्य पाठ कार्यक्रम में राष्ट्रीय कवि हरी विठ्ठल धूमकेतु जी एवं पत्रकार शेफाली गुप्ता ने अपनी कविता की व्याख्यान किया श्रोताओं ने कविताओं का आनंद लिया तालीयों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज उठा दखल न्यूज़ की संपादक शेफाली गुप्ता ने नारी पर समर्पित कविता सुनाई वहि राष्ट्रीय कवि हरी विठ्ठल धूमकेतु ने होली के मद्दे नज़र हास्य व्यंग का पाठ किया कार्यक्रम में MPV - GM जाहिद खान ,हमीदिया हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डॉ अमित जैन, एम्स हॉस्पिटल भोपाल के अधीक्षक डॉक्टर अंशुल राय की मंच पर गरिमामई उपस्थिति रही नरेंद्र माथुर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की परिषद् के उपस्थित सभी सदस्यों ने एवं एक दूसरे को गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दी
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पुलिस प्रशासन को दिये महत्वपूर्ण निर्देश उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने कहा कि आज बैठक में सभी दुकानदार व्यवसायियों की समस्याएं सुनी जिसमें पानी, बिजली, साफ सफाई, फायर सर्विस एवं भीड़ को व्यवस्थित किये जाने के संबंध में चर्चा की गई वही उन्होंने नगर प्रशासन की तरफ से मेले में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने और किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचाव के लिए नगर एवं पुलिस प्रशासन को पूरे इंतजाम रखने के निर्देश दिये
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हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की रंजना मौजूद भोजशाला में सर्वे टीम को अभी तक नींव नहीं मिली है वहीं आज फिर गर्भगृह में भी एक टीम काम करेगी हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री भी वहां मौजूद हैं सर्वे कार्य के मद्देनजर बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं माना जा रहे है इस सर्वे के बाद भोजशाला मंदिर का सच सबके सामने आ जाएगा
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सीएम मोहन यादव रहे मौजूद जेपी यादव ने भगवान महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजन-अर्चन किया। उनके साथ उनकी पत्नी और बेटा भी मौजूद रहे नड्डा करीब 30 मिनट तक महाकाल मंदिर में रहे भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद नड्डा परिसर स्थित महानिर्वाणी अखाड़ा पहुंचे और महंत विनीत गिरी का आशीर्वाद लिया
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इंटक ने नेता BMS में हुए शामिल अखिल भारतीय कोयला मजदूर संघ के अध्यक्ष टिकेश्वर सिंह, महामंत्री एवं जेबीसीसीआई सदस्य सुधीर घुरडें का NCL मुख्यालय में भारतीय कोयला खदान श्रमिक संघ सिगंरौली के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया आज कार्यकर्ता सम्मेलन में हिन्द मजदूर सभा के वेल्फेयर बोर्ड के सदस्य प्रयाग लाल वैश्य अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय कोयला खदान श्रमिक संघ की सदस्यता ग्रहण की साथ ही के केंद्रीय कर्मशाला जयंत के हिन्द मजदूर संघ के सचिव जसविंदर सिंह ने भी अपने साथियों के साथ संगठन की सदस्यता ग्रहण की ब्लॉक B इंटक सचिव प्रदीप कुमार वैश्य ने अपने साथियों के साथ संगठन की सदस्यता ग्रहण की सम्मलेन में सभी ने कहा अब कोयला मजदूरों के हितों के लिए और ताकत से काम किया जाएगा
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आदेश जारी करने के लिए मुख्य सचिव को निर्देष मध्य्प्रदेश में स्कूलों में नया शिक्षण सत्र शुरु हो गया है इसके साथ ही निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर निर्धारित दुकानों से ही शिक्षण सामग्री खरीदी के लिए दबाव बनाने के मामले सामने आ रहे हैं निजी स्कूली की मनमानी का मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सख्ती दिखाई है उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि अभिभावकों पर दबाव बनाने पर स्कूल संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी इसके अलावा उन्होंने मुख्य सचिव को भी इस संबंध में आदेष जारी करने के निर्देष दिये है यादव के निर्देष के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र जारी कर कहा है कि इस आदेष की अवहेलना करने वाले स्कूलों पर मध्य प्रदेष निजी विद्यालय फीस अधिनियम के तहत कार्रवाई करें इस अधिनियम के तहत स्कूल संचालक पर दो लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है
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मोबाइल की जगह खेलों में रूचि बढ़ाना है उद्देश्य काशीपुर स्पोर्ट्स स्टेडियम मे युवाओं में मोबाइल की जगह खेलों में रूचि बढ़ाने के लिए तीन दिवसीय बास्केट बॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया यह आयोजन खेलेगा उत्तराखंड - जीतेगा उत्तराखंड की अवधारणा को लेकर आयोजित किया गया इस टूर्नामेंट का शुभारंभ दीप जला कर पूर्व सांसद एवं वेट लिफ्टिंग में नेशनल चैम्पियन के सी सिंह बाबा ने किया इस टूर्नामेंट में आयोजक क्षितिज पंत और मृदुल पाठक के साथ बड़ी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे इस का उद्देश्य लोगों को मोबाइल से दूर कर खेलों के करीब लाना था
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मीटिंग में पहुंचने में हो रही थी देर मुख्यमंत्री निवास में चुनाव सम्बन्धी बैठक चल रही थी बैठक में भाग लेने के लिए चित्रकूट विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार रैपिडो से पहुंचे गहरवार ने कहा कि मेरा गनमैन और मेरी गाड़ी कही और थी मैं बैठक के लिए लेट हो रहा था इसी के चलते मैं रैपीडो से आ गया मैं जब विधायक नहीं था तब भी बिना गनमैन के चलता था मीडिया के सुरक्षा संबंधित सवाल के जवाव में बोले डकैतों के इलाके में काम किया है जब वहां कोई भय नहीं तो यहाँ क्यों होगा
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मां वैष्णो देवी ट्रस्ट ने किया नरोत्तम मिश्रा का सम्मान मध्य प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ दतिया से मां वैष्णो देवी की यात्रा पर निकले उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ मां वैष्णो देवी के दर्शन किए डॉ मिश्रा हर वर्ष होली पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ माँ वैष्णोदेवी के दरबार में पहुंचते हैं इस दौरान मां वैष्णो देवी ट्रस्ट समिति द्वारा पूर्व गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का सम्मान किया देवी ट्रस्ट का आभार व्यक्त करते हुए मिश्रा ने प्रदेश व देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी
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हर दिन नारी के सम्मान में सर झुकाना है भारीतय स्टेट बैंक अधिकारी संघ के स्थापना दिवस के मौके पर संघ ने अपने स्थापना दिवस को महिला सम्मान समारोह के रूप में मनाया हालाँकि 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है लेकिन महिलाओं के सम्मान में केवल एक दिन नहीं है SBI के अधिकारियों का कहना है महिलाओं के सम्मान में हम 365 दिन भी अगर उनका सम्मान करें तो कम है इसी कड़ी में एसबीआई की भोपाल ब्रांच द्वारा आज महिलाओं के सम्मान में नारी सम्मान कार्यक्रम किया गया जिसमें मध्य प्रदेश की विभिन्न एसबीआई शाखाओं की महिला अधिकारी पहुंची कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में राज्य मंत्री कृष्णा गौर एवं दखल न्यूज़ की संपादक शेफाली गुप्ता ने दीप प्रचलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की समारोह में मुख्य अतिथि मंत्री कृष्णा गौर और दख़ल की संपादक शैफाली गुप्ता का स्वागत SBI अधिकारी संघ के अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव महासचिव संजीव मिश्रा ने किया इस मौके पर एसबीआई की महिला अधिकारीयों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया किसी ने गाना गया ,तो किसी ने डांस किया किसी ने नाटक के माध्यम से अपनी भावनाओं को सभी के सामने रखा इस मौके पर महिलाओं को उपहार देकर सम्मानित किया गया इस मौके पर अपने विचार रखते हुए कृष्णा गौर ने कहा स्त्रियों को कभीं भी अब कमतर कर के नहीं आंका जा सकता। ऐसा कौन सा काम हैं जहाँ महिलाओं ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन नहीं किया शेफाली गुप्ता ने नारी की शक्ति और उसकी व्यथा को एक कविता के जरिये सबके सामने रखा
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शत -प्रतिशत मतदान करने के लिए शपथ स्वीप गतिविधि के अंर्तगत नगर पालिक निगम आयुक्त दया किशन शर्मा के नेतृत्व में मल्हार पार्क में शहरी मतदाताओं के बीच जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया इस दौरान मतदाताओं से परिचर्चा उपरांत आयुक्त ने शत प्रतिशत मतदान हेतु शपथ दिलाई उक्त आयोजन में नगर पालिक के उपायुक्त सत्यम मिश्रा,कार्यपालन यंत्री व्ही बी उपाध्याय सहित संयुक्त व्यापार मंडल के पदाधिकरियों समेत बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे
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मां भारती के लिए खुद को किया समर्पित मां भारती के लिए खुद को समर्पित करने वाले छत्तीसगढ़ से आए भाजपा कार्यकर्ता नंदराम गंधर्व ने छत्तीसगढ़ से दिल्ली की यात्रा पर हैं उन्होंने बताया कि मैं एक फकीर हूं और मैंने मां भारती के लिए खुद को समर्पित कर दिया है लोकसभा चुनाव के लिए मोदी के लिए पीले चावल देकर आम जनता से बीजेपी को वोट देने की मांग कर रहा हूँ नंदराम गंधर्व का कहना है कि अभी तक देश में 13 प्रधानमंत्री बने हैं लेकिन इनमें से ऐसा कार्य किसी ने नहीं किया जो मोदी जी ने किया है
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आईएचएम के विद्यार्थियों का हुनर सामने आएगा आईएचएम भोपाल के वार्षिक खाद्य और वाइन महोत्सव "द सागरा" में यूरोप और एशिया के स्वादिष्ट व्यंजनों की एक श्रृंखला को प्रदर्शित किया जाएगा आईएचएम भोपाल के प्रिंसिपल डॉक्टर रोहित सरीन ने बताया कि शानदार व्यंजनों की तैयारी, व्यंजनों की सर्विसिंग, क्लासिक मॉकटेल, वाइन और मंत्रमुग्ध करने वाले बैंड प्रदर्शन और कार्यक्रम का प्रबंधन स्टूडेंट्स की अलग-अलग छात्र टीमों द्वारा ही किया जाएगा प्रिंसिपल रोहित सरीन ने बताया कि शानदार खादय और कुशल अतिथि सेवा से और आतिथ्य गुणों को प्रदर्शित इसका मुख्य उद्देश्य है इवेंट प्लानिंग और प्रबंधन में छात्रों के लिए कुछ अच्छा तथा नया सीखने का मंच संसथान द्वारा प्रदान किया जा रहा है
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चुनाव और त्यौहार को लेकर प्रशासन सख्त लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कराये जाने के लिए नैनीताल जनपद की सीमा क्षेत्र लालकुआँ सुभाष नगर चैक पोस्ट पर सघन चैकिंग अभियान चलाया गया जिसमें यूपी की ओर से आने वाली रोडवेज बसों और चार पहिया वाहनों को रोककर जांच पड़ताल की जा रही है चुनाव के साथ ही आगामी त्यौहारों पर नकली मावा और पनीर की तस्करी रोकने केलिए भुई जांच पड़ताल की गई इस दौरान जाँच टीम द्वारा लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने वाली सामाग्री, नकदी आदि को लेकर पड़ताल की जा रही है
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पुलिस भी है चुनाव के लिए तैयार लोकसभा चुनाव के मद्देनजर काशीपुर का नगर प्रशासन ने जगह जगह लगे राजनैतिक दलों के पोस्टर और होर्डिंग को हटा दिया है काशीपुर सिटी एस पी अभय सिंह ने बताया कि लोक सभा चुनावो को निष्पक्ष और शांति पूर्ण तरीके से करवाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह तैयार है सुरक्षा के लिहाज से एस एस बी की दो बटालियन तैनात की गई हैं अगर अचार सहिंता के चलते कोई भी आसमाजिक तत्व महोल खराब करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी
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इंडियन चिल्ड्रेन एकेडमी में मतदाता जागरूकता बैढ़न में मतदान जागरूकता कार्यक्रम में इंडियन चिल्ड्रन अकादमी में के एन एस एस के छात्रों के लिए निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें जितेंद्र सिंह प्रथम रहे दूसरा स्थान निर्मल शाह और तीसरा स्थान नैना ताम्रकार को मिला इसके बाद छात्रों एवं शिक्षकों के द्वारा रैली निकालकर और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों से अनुरोध किया गया कि अधिक से अधिक अपने अपने मत का प्रयोग करें जिससे एक अच्छा प्रत्याशी चुनकर संसद में भेजा जा सके इन विद्यार्थियों का नारा था सबसे पहला काम मतदान इसके बाद बाकी काम
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तीन दिवसीय गुरुमत संत समागम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा आज खालसा संगत द्वारा 325 वां गुरु मत संत समागम महान सिक्ख समुदाय के द्वारा उन गुरुओ के लिए मनाया जा रहा है जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपने कदम पीछे नही किये और अपने धर्म को कायम रखते हुए अपने प्राणो को भी गवा दिया इसके अलावा उन्होंने मौजूद संगत के साथ लंगर स्थल पर पहुँच कर लंगर की सेवा की और बाद में संगत के बीच बैठकर लंगर भी छका सीएम पुष्कर सिंह धामी नें समागम के सभी आयोजको को बधाई दी आपको बता दे काशीपुर के गोराया पेपर मिल मे सिक्ख संगत द्वारा खालसा सरजना दिवस समागम का कार्यक्रम आयोजित किया गया था
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मतदाता जागरूकता रथ किये रवाना लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने कमर कास ली है चुनाव आयोग ने आज प्रदेश के उन 75 विधानसभा क्षेत्रों में जहां वोटिंग प्रतिशत 75% से कम रहा था वहां 75 एलईडी युक्त मतदाता जागरूकता रथो रवाना किया गया मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन और भोपाल कलेक्टर कोशलेंद्र विक्रम सिंह ने इन रथों को विदा किया इस मौके पर अनुपम राजन ने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किसी भी तरह के प्रयास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी
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पुलिस ने सभी को किया सावधान लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख नजदीक आते ही शांति पूर्वक निष्पक्ष चुनाव कराने हेतु व लोगो को आचार संहिता का पालन कराने के लिए शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया था अमरपाटन थाना प्रभारी के पी त्रिपाठी ने CRPF के जवानों के साथ शहर के मुख्य मार्गो व चौराहे से फ्लैग मार्च निकाला इस दौरान फ्लैग मार्च में अमरपाटन थाना पुलिस बल भी मौजूद रहा , इस दौरान फ्लैग मार्च मैं थाना प्रभारी ने आमजन से निष्पक्ष मतदान करने व शान्ति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की हैं
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एरिया डोमिनेशन, वाहन चेकिंग की कार्यवाही लोकसभा चुनाव को देखते हुए सिंगरौली पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने जिले में प्रवेश करने वाले वाहनो की सघन जॉच करने के निर्देश थाना प्रभारियो को दिए हैं बार्डरचेक पोस्ट पर तैनात अधिकारी/कर्मचारियों को गुजरने वाले हर गाडी की मुस्तैदी से जॉच करने और अवैध और संदिग्ध परिवहन पर तत्काल कार्यवाही करने को कहा गया है उन्होंने कहा आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है ऐसे में शराब तथा अन्य संदिग्ध सामग्रियों के अवैध परिवहन के मामले सामने आते है इन सभी पर बारीकी से नजर रखने और उन पर प्रभावी कार्यवाही करना बेहद जरूरी है फ्लैग मार्च के दौरान आम जनता से प्रशासन एवं पुलिस का सहयोग कर शांति व्यवस्था बनाये रखने और भय मुक्त होकर मतदान करने की अपील की गई
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अमरपाटन में स्पीक मैके की अनुपम प्रस्तुति सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर एमोगेस्ट यूथ स्पीक मेके भारतीय संस्कृति एवं संगीत के प्रति रुचि जागृत करने के उद्देश्य से आंदोलन के रूप में कार्य कर रही है जहां विलुप्त हो चुके कत्थक जैसी भारतीय सांस्कृतिक नृत्य को लोगों बीच में लाकर जागरुक किया जा रहा है इस आयोजन में देश के जाने-माने युवा कथक कलाकार पंडित विशाल कृष्णा व उनकी टीम द्वारा प्रस्तुति दी जा रही है पंडित विशाल कृष्णा ने बच्चों के सामने यहां पर कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जहां पर छात्र एवं छात्राओं ने कत्थक को देखा व उसके गुण भी कत्थक कलाकार से सीखे अमरपाटन की तक्षशिला एकेडमी में इस कार्यक्रम का आज आयोजन किया गया
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पांच लाख से सतना जीतने का दावा मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने अमरपाटन विधानसभा मे चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया इस दौरान उन्होंने राहुल गाँधी की न्याय यात्रा पर तंज कसा उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा की देश की जनता को कांग्रेस की न्याय यात्रा से कोई लेनदेना नहीं है राहुल गाँधी अपनी न्याय यात्रा मे मोदी की बुराई करते है पर इससे उनकी उपलब्धि पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा उन्होंने दावा किया कि सतना लोकसभा सीट से भाजपा पांच लाख से ज्यादा मतों से विजयी होगी
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आदर्श आचार सहिंता का करें पालन सिंगरौली नवागत नगर निगम आयुक्त दया किशन शर्मा पदभार ग्रहण करते ही एक्शन में नजर आये सबसे पहले उनके अमले ने परसौना मेनमार्ग से नवजीवन विहार , इंदिरा मार्ग , राजकमल होटल , मस्जिद तिराहा से राजनैतिक दलों के होर्डिंग पोस्टर हटवाए निगम आयुक्त ने बताया की इस तरह की कार्यवाही आंगे भी जारी रहेगी जनता से अपील है आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए शासन की मदद करें एवं प्रशासन के साथ में मिलकर सहयोग बनाए रखें
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लोगो ने इसे माना चमत्कार अमरपाटन के गढोली के पासमें एक नीम के पेड़ से पिछले तीन दिनों से दूध जैसा तरल पदार्थ निकल रहा है इसकी जानकारी होते ही बड़ी संख्या में लोग इसे देखने पहुंच रहे हैं और इसे चमत्कार मानकर पूजा कर रहे है हलाकि मैहर के बाबा तालाब के पास से भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहा हफ्तों तक नीम के पेड़ से दूध टपकता रहा करीब 15 वर्ष पुराने इस नीम के पेड़ से अचानक सफेद दूध जैसा तरल पदार्थ निकल रहा है जैसे ही इस बात की जानकारी लोगों को लगी तो वह बोतल और अन्य चीज लेकर उसको लाने के लिए पहुंच रहे हैं पेड़ की लोग पूजा भी कर रहे हैं हालांकि, इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं अभी भी ग्रामीण इसे चमत्कार ही मन रहे है ग्रामीणों की माने तो इस नीम के पेड़ मे जोगनी माता का वास है लोग इस घटना को जोगणिया माता की कृपा मान के पूजा पाठ कर इससे मुरादें मांग रहे हैं
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तीन दिवसीय गुरु मत संत समागम गोराया पेपर मिल मे सिक्ख संगत द्वारा 19 मार्च तक 325 वे खालसा सरजना दिवस समर्पित गुरुमत संत समागम मनाया जा रहा है जिसमे श्री अकाल तख्त साहिब से आये पंच प्यारो द्वारा अमृत संचार किया जा रहा है साथ ही ईद दौरान गुरु के लंगर का भी आयोजन किया गया है वही खालस सिरजना दिवस के उपलक्ष्य मे देश के कोने कोने से सिक्ख संतो ने कार्यक्रम मे भाग लिया इसके साथ ही दा खालसा समाज सेवा सोसाइटी के द्वारा पंथ रत्न जत्थेदार बाबा हरबंस सिंह प्रतिभा सम्मान 2024 के दोरान शिक्षा, खेल व समाज के क्षेत्र मे दस्तर बन्दी प्रतियोगिता का आयोजन अगामी 14 अप्रेल को किया जाना है
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तीन पालियों में तैनात रहेंगे कर्मचारी कलेक्ट्रेट भवन में चुनाव नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है।यह नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे 3 पालियों में काम करेगा जिसमें सूचनाओं-शिकायतों के आदान-प्रदान का काम किया जाएगा कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने नियंत्रण कक्ष के सुचारु संचालन और कार्य संपादन के लिये अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है कलेक्टर अनुराग वर्मा ने लोकसभा निर्वाचन 2024 के दौरान सी-विजिल एप में प्राप्त शिकायतों का समय-सीमा में निराकरण करने और अपलोड करने की व्यवस्था की है
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आस्था से श्याम मयी में हुआ मंदसौर मंदसौर में फाग यात्रा में श्रद्धालुओं ने बाबा खाटूश्याम के साथ जमकर होली खेली यात्रा का विशेष आकर्षण बाबा की शाही सवारी रही वही राधाकृष्ण की झांकियां, अघोरी की झांकी ,राममंदिर की झांकी ने समां बांध दिया उज्जैन और मंदसौर के ताशे उज्जैन की डमरू पार्टी,अन्नपूर्णा ढ़ोल पार्टी ने लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया फूल इत्र की बारिश के साथ यात्रा के दौरान लगभग 3000 किलो गुलाल से होली खेली गई
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काफी समय से बीमार थे हर्ष नारायण मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री और रामपुर बघेलान के पूर्व विधायक हर्ष नारायण सिंह का 16 मार्च को निधन हो गया बिरला हॉस्पिटल सतना में उपचार के दौरान उनके निधन की ख़बर सामने आई पूर्व मन्त्री सिंह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ उत्तरप्रदेश के प्रयागराज मे किया गया सिंह रामपुर बाघेलान सतना से भाजपा विधायक रहे 2013 में उन्होंने चौथी बार चुनाव जीता था वह 30 जून 2016 से शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री रहे 1980 में कांग्रेस के टिकट से पहली बार चुने गए थे हर्ष नारायण सिंह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद नारायण सिंह के पुत्र था वर्तमान में हर्ष नारायण सिंह के बेटे विक्रम सिंह रामपुर बघेलान से भाजपा के विधायक है
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रोज योग करें लेकिन मतदान भी करें लायंस क्लब ने काइट्स राइज पब्लिक स्कूल के प्रांगण में नि:शुल्क योग शिविर का आयोजन किया जिसका उद्घाटन विधायक रामनिवास शाह और भाजपा महामंत्री सुंदर शाह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया लायंस क्लब विद्युत विहार के अध्यक्ष लायन अमितराज , प्रोग्राम चेयरपर्सन द्वय लायन अरविंद जैसवाल, लायन विजय नारायण सिंह ने अतिथियों का अंग वस्त्र एवं स्वामी विवेकानंद का छायाचित्र देकर उनका सम्मान किया योग प्रशिक्षक दीपा सिंह तथा सचिन तिवारी के सानिध्य में विधायक राम निवास शाह ने भी सभी प्रशिक्षुओ के साथ योग किया अपने संबोधन में शाह ने लायंस क्लब के कार्यों की प्रशंसा करते हुए सभी से नियमित योग करने की अपील की यथा लोकतंत्र के महापर्व में भी अपना बहुमूल्य वोट देकर अपने कर्तव्यों के निर्वहन करने की बात कही
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राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का बड़ा योगदान केनरा बैंक ऑफिसर एसोसिएशन सीबीओए के जनरल सेक्रेटरी रवि कुमार के मार्ग दर्शन में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का रंगारंग आयोजन किया इसमें आल इंडिया केनरा बैंक ऑफिसर एसोसिएशन के जॉइंट जनरल सेक्रेटरी के. के त्रिपाठी ने बताया कहा नारी शक्ति का राष्ट्र निर्माण में योगदान सदैव अग्रणी रहा है नारी शक्ति की उत्कृष्ट उपलब्धियों और अदम्य साहस ने राष्ट्र को सदैव गौरवान्वित किया है इस विशेष दिवस पर नारी शक्ति को उनके योगदान के लिए नमन महिला दिवस को केनरा बैंक के महिला अधिकारियो ने बड़े हर्षोल्लास से मनाया ,इस अवसर पर महिलाओं ने पिंक थीम के साथ केक काटकर सेलिब्रेट किया व नारी सशक्तिकरण की एक मिसाल पेश की इस अवसर पर सभी ने प्रतिज्ञा ली की आगामी वर्ष में महिला उत्थान के लिए वे लोग कई कदम उठाएंगे
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चिकित्सा सुविधाओं को बढाए जाने पर जोर शासकीय अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की बैठक में विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर ने कहा कि नगर की वर्षों पुरानी चिकित्सा सम्बन्धी मांगों को पूरा किया जाएगा स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए हमारी भाजपा सरकार प्रतिबद्ध है उन्होंने कहा अस्पताल में लोगों के लिए मुफ्त एक्सरे सोनोग्राफी की सुविधा मिले तथा महिला चिकित्सा की कमी को पूरा किया जाए इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं
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एसबीआई कर्मचारियों ने लिया मैराथन में भाग कहते हैं अगर फिर रहना है तो दौड़िये ऐसे में मैराथन दौड़ के नाम से लोगों में फिट रहने के साथ जीत हार का रोमांच भी जाग जाता है लोग अपनी फिटनेस बरकरार रखें और स्वस्थ रहें इसलिए भारतीय स्टेट बैंक ने भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम से व्यापम चौराहे तक मैराथन दौड़ का आयोजन किया जिसमें एसबीआई के सभी कर्मचारी एवं अन्य लोगों ने भाग लिया एसबीआई के सीजीएम चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि एसबीआई की मुंबई ब्रांच के नेतृत्व में यह दौड़ पूरे भारत में की जा रही है आज मैराथन दौड़ यह तीसरा चरण है उन्होंने कहा कि आजकल स्वास्थ्य को लेकर इतनी समस्या आ रही है कि इसी को ध्यान में रखते हुए ग्रीन मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है ग्रीन इसलिए की हम क्लाइमेट का ध्यान रखें और खुद भी स्वस्थ रहें और दूसरों को भी स्वस्थ रहने की सलाह दें
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लालकुआँ विधायक बिष्ट ने किया भूमि पूजन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के अनुसार लालकुआँ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने आचार संहिता लगने से पूर्व ताबड़तोड़ कई योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया शहरी क्षेत्र में शामिल अमृत पेयजल योजना के अन्तर्गत वार्ड नम्बर एक में 12 करोड़ 60 लाख की लागत से 3 ट्यूबवेल उच्च जलाशय और पाईपलाईन योजना का शिलान्यास किया वही राज्य सैक्टर कार्यक्रम के तहत लाईन पार संजय नगर क्षेत्र में करीब 10 करोड़ की लागत से 2 ट्यूबवेल उच्च जलाशय और पाईप लाईन का भूमि पूजन विधिवत रूप से किया पेयजल योजना का निर्माण कार्य 18 महीने में पूर्ण होने का लक्ष्य रखा गया है जिससे 30 हजार की आबादी वाला क्षेत्र लाभांवित होगा
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महिलाएं मिलकर बदला देंगी देश का भविष्य प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को लेकर किये जा रहे प्रयासों की तारीफ करते हुए प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि मध्य प्रदेश महिला सशक्तिकरण की दिशा में देश का अव्वल राज्य बनेगा उन्होंने कहा कि मैं यह बात इसलिए दावे से कह रहा हूं कि मध्यप्रदेश में जिस प्रकार से स्व सहायता समूहो के अंतर्गत जो काम हो रहे हैं उस से प्रदेश की बहन बेटियां अपने पैरों पर खड़े होकर रोजगार मूलक काम कर रही है मंत्री राकेश शुक्ला ने अपनी गृह विधानसभा मेहगांव में स्व सहायता समूह और एनजीओ के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में मध्य प्रदेश में चुनाव हुए प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और मैं मंत्री बना तो विकास की गति का एक पहिया तो अपने खड़ा कर दिया लेकिन गाड़ी का दूसरा पहिया भी आपको तैयार करके दिल्ली भेजना है भाजपा प्रत्याशी संध्या राय को जीता कर विकास की गाड़ी को आगे बढ़ाना है उन्होंने प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा की उपस्थिति में मंच से कहा कि पिछले चार बार के लोकसभा चुनाव में मेहगांव विधानसभा की लीड सबसे ज्यादा रही है और इस बार भी हम भरोसा देते हैं कि मेहगांव की लीड पिछली बार से ज्यादा ही रहेगी
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प्रबंध कमेटी का स्वागत समारोह आयोजित नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मुकेश बोरा और उनकी प्रबंध कमेटी के सदस्यों का डेरी प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में स्वागत किया गया नैनीताल डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन राजेंद्र सिंह नेगी, पूर्व अध्यक्ष संजय किरौला ने भी कार्यक्रम में शिरकत करते हुए नवनिर्वाचित अध्यक्ष मुकेश बोरा और उनकी प्रबंध कमेटी को शुभकामनाएं दी साथ ही आँचल के दुग्ध उत्पादों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के साथ ही दुग्ध व्यवसाय में उनके किये कार्यों की सराहना की इसके साथ ही नैनीताल दुग्ध संघ में बनने वाले अत्याधुनिक प्लांट के लिये शासन स्तर पर अध्यक्ष मुकेश बोरा द्वारा किये गए प्रयासों की भी सराहना की गई
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डॉ राजेश मिश्रा ने लोगों से मांगा समर्थन सिंगरौली भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी डॉ राजेश मिश्रा और सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं उसी कड़ी में आज रामनिवास शाह व डाक्टर राजेश मिश्रा चाचा नेहरू पार्क में योग कर्मियों के बीच पहुंचे व खुद दोनों नेताओंने योग कर्मियों के बीच खुद योग किया व स्वच्छता की शपथ ली भाजपा से लोकसभा प्रत्याशी राजेश मिश्रा ने कहा कि मैं तो लगातार जनसंपर्क में जुड़ा हुआ हूं लोगों से अपील कर रहा हूं कि हमें आप लोग चुनिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ मजबूत करिए जिससे वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बने विधायक रामनिवास शाह ने कहा कि जैसा कि भाजपा के सांसद प्रत्याशी ने कहा कि करें योग रहे निरोग विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहे हैं उनकी योजना में एक योग भी है
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चुनाव से पहले सरकार की कवायद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार ने पेट्रोल और डीजल में 2 रुपए की कमी करते हुए एतिहासिक निर्णय किया है 2 साल में 15 रुपए पेट्रोल और 17 रुपए डीजल में कटौती करने का काम हुआ है वीडी शर्मा ने बताया कि जैन समाज के अध्यन केंद्र के लिए इंदौर में विश्वविधालय स्थापित होगी पीएम मोदी ने 25 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं उन्होंने कहा बीजेपी की इस यात्रा में लगातार कारवां बढ़ता जा रहा है अन्य समाज और सेगमेंट के एक्टिविस्ट भी बीजेपी की सदस्यता ले रहे हैं जीतू पटवारी और राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस वाइंड अप हो रही है लिए लोग जुड़ रहे हैं
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सीएम आवास में बच्चों की पारंपरिक प्रस्तुति मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में परिवार संग फूलदेई त्योहार धूमधाम से मनाया लोक पर्व फूलदेई के अवसर पर रंग बिरंगे परिधानों में सजे बच्चों ने देहरी में फूल व चावल बिखेरकर पारंपरिक गीत गाकर शानदार प्रस्तुति दी इस दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की साथ ही सीएम धामी ने प्रदेशवासियों को फूलदेई के त्योहार की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए देश व प्रदेश की सुख-समृद्धि की भी कामना की
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धामी ने एलायंस एयर हवाई सेवा का किया शुभारम्भ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली से पिथौरागढ़ हेतु प्रारम्भ हो रही एलायंस एयर की हवाई सेवा का औपचारिक शुभारम्भ करते हुए कहा विमान के संचालन से सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में एयर कनेक्टिविटी और सुदृढ़ होगी देश की राजधानी की कनेक्टविटी सीधे तौर पर पिथौरागढ़ से जुड़ रही हैमुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को कैम्प कार्यालय, देहरादून में इस सेवा का शुभारम्भ किया ... मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए आज औपचारिक रूप से विमान सेवा का शुभारंभ कर दिया गया है उन्होंने कहा पिथौरागढ़ से दिल्ली जाने में 12 से 15 घंटे लगते हैं इस सेवा के शुरु होने से यात्रियों को सुविधा होगी एवं समय की बचत होगी साथ ही पिथौरागढ़ क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निरंतर सीमांत क्षेत्र का विकास शीर्ष प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में हवाई सेवा का विस्तार हो रही है उल्लेखनीय है कि एलायंस एयर विमान दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल टी-3 से पिथौरागढ़ नैनीसैनी एयर पोर्ट के लिए आगामी अप्रैल माह से नियमित रूप से चलेगा जिसका किराया लगभग ₹ 7000 होगा तथा पिथौरागढ़ से दिल्ली की यात्रा में करीब 1 घंटा लगेगा इस अवसर पर सचिव शैलेश बगोली, अपर सचिव सी. रविशंकर, स्टेशन मैनेजर अलाईनस एयर आरती शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे
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मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बने पहले यात्री मुख्यमंत्री डां मोहन यादव ने गुरुवार को स्टेट हैंगर पर अयोजित कार्यक्रम में पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा एवं पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया इस योजना के तहत विभिन्न शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू की जाएगी शुरुआत में आठ सीटर वाले दो ट्विन इंजन एयरक्राफ्ट चलाए जाएंगे प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डों के अलावा हवाई पट्टियों को भी इससे जोड़ा जाएगा प्रारंभिक चरण में भोपाल, जबलपुर, रीवा, खजुराहो, उज्जैन और पमचढ़ी को धार्मिक पर्यटन हवाई सेवा से जोड़ा जा रहा है इसका दायरा बढ़ा कर आने वाले समय में पर्यटकों की मांग के अनुसार अन्य शहरों को जोड़ा जाएग
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यातायात में लोगों को मिलेगी बड़ी सुविधा काशीपुर जी जी आई सी के सामने बनने जा रहे मल्टी स्टोरी कारों की पार्किंग का उत्तराखंड के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह एवं केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट के द्वारा शिलान्यास किया गया जिला विकास प्राधिकरण के द्वारा कार्य संचालित करने से पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पधाधिकारी त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व विधायक हरभजन चीमा, दीपक वाली, गुरविंदर् सिंह चंडोक् ने भूमि पूजन कर मल्टी स्टोरी पार्किंग की नीव रखी काशीपुर एक घनी आवादी बाला क्षेत्र है जहाँ आये दिन ट्रैफ़िक और वाहन खड़ा करने की समस्या बनी हुई है इसी को लेकर प्रदेश के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासो से काशीपुर के महाराणा प्रताप चोक के पास मल्टी लेबल पार्किंग बनायी जा रही है
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मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सागर में की कई घोषणाएं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव बुधवार को सागर में थे जहाँ उन्होंने कई वकास कार्यों की सौगातें दीं और कहा सागर में आचार्य विद्यासागर जी महाराज के नाम से आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा संत रविदास जी महाराज के मार्ग की सड़क बनायी जायेगी और मकरोनिया में विश्वविद्यालय के साथ पीजी कक्षा बनाने की घोषणा जिसका मकरोनिया के बच्चों को लाभ मिलेगा मुख्यमंत्री यादव ने कहा हवाई यातायात की सुविधा भी सागर को दी जाएगी, राज्यस्तर पर 12 सीटर छोटे जहाज से यातायात सुगम होगा
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गणेश जोशी :बीज किसान के प्राण होते हैं कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आज हाथीबड़कला स्थित कैंप कार्यालय में उद्यान विभाग द्वारा तैयार विभिन्न औद्यानिक निवेशों की गुणवत्तायुक्त आपूर्ति के लिए कैलेंडर का अनावरण किया इस दौरान उद्यान विभाग से जुड़े कई अधिकारीगण मौजूद रहे विगत माह हुई कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को वार्षिक कार्य कैलेंडर को जारी करने के निर्देश दिए थे इस दौरान उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिनके कुशल निर्देश नेतृत्व में भारतवर्ष के साथ-साथ उत्तराखण्ड राज्य में भी औद्यानिकी को बढ़ावा देते हुए कृषकों की आर्थिकी सुदृढ़ करने के लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा है इस दौरान गणेश जोशी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आभार जताया उन्होंने कहा राज्य में मुख्यमंत्री के निर्देशन में उत्तराखण्ड राज्य में औद्यानिक का समग्र विकास करते हुए कास्तकारों की आय में गुणात्मक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं
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करोड़ो की लागत से रेलवे का विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पचासी हज़ार करोड़ रूपए की लागत से रेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भोपाल रेलवे स्टेशन से इस कार्यक्रम कोसंबोधित किया इस दौरान सीएम यादव ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विकसित भारत विकसित मध्य प्रदेश के ध्येय वाक्य के साथ देश के विकास के लिए रेलवे का विकास महत्वपूर्ण आधार प्रदान करता है
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बैल दौड़ प्रतियोगिता में शामिल हुए नकुलनाथ परासिया जनपद के जाटा छापर गाँव मे कौमी एकता समिति के अध्यक्ष जमील खान के नेतृत्व में बैल दौड़ पट प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 65 जोड़ी बैलों ने भाग लिया कार्यक्रम में छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ शामिल हुए और प्रथम आने वाले को 31हजार और शील्ड से सम्मानित किया इस दौरान नाथ ने कहा की अगले साल से किसानों के लिए प्रदेश लेवल का पट प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा
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पीएम मोदी ने वन्दे भारत को हरी झंडी दिखाई मध्यप्रदेश को चौथी वन्दे भारत ट्रेन मिल गई है यह वन्देभारत बुंदेलखंड के खजुराहो से निजामुद्दीन तक दौड़ेगी मंगलवार को वंदे भारत स्पेशल ट्रेन को खजुराहो से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई इस दौरान प्रदश भाजपा अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा खजुराहो सटेशन पर मौजूद रहे खजुराहो से चलकर यह ट्रेन थोड़ी ही देर में छतरपुर स्टेशन पहुंची जहां वंदे भारत का उत्साह के साथ वेलकम हुआ खजुराहो से निजामुद्दीन के लिए यह ट्रेन 15 मार्च से प्रतिदिन रफ्तार भरेगी इस वंदे भारत के चलने से विश्व पर्यटन नगरी का दीदार करने आने वाले पर्यटकों को खासा फायदा होगा खजुराहो में सांसद वीडी शर्मा और छतरपुर स्टेशन पर सांसद वीरेंद्र खटीक कार्यक्रम में शामिल हुए इस दौरान इस मौके पर कलेक्टर संदीप जीआर, एसपी अमित सांघी सहित रेलवे के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे
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समूह की महिलाओ को मिला प्रमाण पत्र खटीमा में मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समूह की पैतीस हज़ार लखपति दीदियों को वर्चुअली संबोधित किया इस दौरान पीएम ने कहा की 2025 तक सवा लाख महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया पीएम के संबोधन के बाद लखपति दीदियों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है
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पुनरुत्थान विद्यापीठ का प्रकल्प है ज्ञान सागर पुनरुत्थान विद्यापीठ के ज्ञान सागर प्रकल्प के 1051 ग्रंथों के लोकार्पण समारोह कार्यक्रम भोपाल के प्रज्ञा दीप संस्थान में हुआ इसमें मुख्य अतिथि राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख कार्यवाहिका सीताक्का थीं समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य क्षेत्र के संघचालक अशोक सोहनी ने की राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख कार्यवाहिका सीताक्का ने कहा भारतीय शिक्षा व्यवस्था में ‘स्व’ की स्थापना करने की आवश्यकता है हम जो भी विषय पढ़ते हैं, वे भारतीय ज्ञान परंपरा और जीवनमूल्यों के अनुरूप नहीं है इसी कारण आज की पीढ़ी में एक बहुत बड़ा वर्ग दिग्भ्रमित दिखाई देता है व्यवस्था परिवर्तन का अगला कार्य स्व आधारित तंत्र निर्मित करना है उस दिशा में हमने कुछ कदम बढ़ाए हैं उन्होंने कहा कि वेदों की रक्षा के लिए भगवान ने पहला अवतार लिया यानी ग्रंथों की रक्षा करना दैवीय कार्य है आरएसएस के क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी ने कहा कि लोगों को सहज समझ में आए इस प्रकार से ग्रंथों की रचना की जाती है तो वे प्रभावी होते हैं ग्रंथों को समझना और उनके आधार पर जीवन मूल्यों का निर्माण करना,
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गिरफ्त गुंडों का निकाला गया जुलूस खबर छतरपुर कोतवाली थाने से सामने आयी है जहां पिछले दिनों गुंडो ने मामूली विवाद को लेकर दिनदहाड़े फायरिंग कर वारदात को अंजाम दिया था और पुलिस के सामने से अपराधी बेख़ौफ़ हथियार लहराते हुए निकले थे घटना में संलिप्त अपराधियों को पुलिस ने रविवार को छापेमारी कर गिरफ्तार किया और इस तरह के घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए इन बदमाशों का जुलूस निकाला
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समाजसेवियों और अन्य लोगों ने किया रक्तदान काशीपुर के एल डी भट्ट राजकीय चिकित्सालय मे लायंस क्लब द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ काशीपुर पुलिस अधीक्षक अभय सिंह ने फीता काटकर किया शिविर में भाजपा नेता गुरविंदर सिंह चंडोक व लायंस क्लब के सदस्यों ने रक्तदान किया चंडोक ने कहा कि रक्तदान ऐसा दान है जो दूसरो को जीवन देता है
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क्षेत्रीय जनता की सुनी गयी समस्याएं बैढ़न में कलेक्टर अरुण कुमार परमार एडीजे अभिषेक सिंह नगर निगम आयुक्त सतेन्द्र सिंह धाकरे के मौजूदगी में जिला न्यायालय परिसर व सामुदायिक भवन में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर की लोक अदालत में छूट के साथ बिजली विभाग,नगर निगम द्वारा, दुकान किराया ,दुकान भू- भाटक, प्रॉपर्टी टैक्स, जलकर इत्यादि बकाया राशि लगभग 3 करोड़ 50 लाख रुपये की वसूली की गयी इस दौरान नगर निगम सिंगरौली उपायुक्त राजस्व आरपी बैस ने बताया कि लोक अदालत शिविर में छूट के साथ बकाया राशि जमा करवाई गई
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एक्सप्रेस शुरुआत को स्वप्न बता भावुक हुए धामी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत जनपद के टनकपुर रेलवे स्टेशन से टनकपुर-देहरादून साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गौरतलब है की आज़ादी के बाद पहली बार टनकपुर रेलवे स्टेशन से देहरादून के लिए एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन हुआ जिसका शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री धामी भावुक नज़र आए इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताते हुए कहा की प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड में पहाड़ तक ट्रेन पहुंचाने का सपना सच होने जा रहा है दुर्गम पहाड़ो के बीच से ऋषिकेश से आगे कर्णप्रयाग तक ट्रेन का संचालन होना किसी सपने के साकार होने जैसा है
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भालू के कारण गांवों में करवाई मुनादी राजनांदगांव के डोंगरगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों भालू की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है डोगरगढ़ के ग्राम पालंदुर में भालू देखने से ग्रामीणों में हड़कम मच गया ग्रामीणों ने इसकी सूचना तत्काल फॉरेस्ट विभाग को दी मौके पर फॉरेस्ट विभाग की डीएफओ सलमा फारूकी अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे वहां वन अमले ने ग्रामीणों की मदद से भालू को रानीगंज जंगल क्षेत्र की ओर लौटाया गर्मी बढ़ते ही जंगली जानवर पानी की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं डोंगरगढ़ क्षेत्र का ग्रामीण इलाका जंगलों से लगा हुआ है इन इलाकों में हर साल भालू या जंगली जानवरों को खदेड़ने के लिए फॉरेस्ट विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ती है फिलहाल ग्राम पालंदुर में भालू के उपस्थित होने से एहतियातन बरतनने की सलाह फॉरेस्ट विभाग ने दी है और आसपास के गांव में मुनादी भी कर दी गई है कि भालू और अन्य जंगली जानवरों से सावधान रहें
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किसानों के नुकसान की भरपाई करेगी सरकार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने छतरपुर बागेश्वर धाम के शिव मंदिर में पूजा अर्चना की इसके बाद दोनों नेताओं ने छतरपुर में हो रहे सामूहिक कन्या विवाह में सम्मिलित होकर नव दंपतियों को आशीर्वाद दिया इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऐलान करते हुए बताया की किसानों का फ़सल किसी भी परिस्थिति अनुसार बर्बाद हुई हो उसका भरपाई सरकार करेगी...वही खुजराहो के सारे मंदिरो में पूजा अर्चना हो इसके लिए उन्होंने गृहमंत्री को पत्र के माध्यम से मांग करने की भी बात कही
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बाराती बन पार्वती को लेने चले विधायक मेश्राम और खास सभी इस मौके पर शिव बारात में झूमते हुए दिखे महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव शक्ति समिति ने भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा अद्भुत सांस्कृतिक प्रस्तुति देते हुए शिव बारात निकाली गयी बारात का नज़ारा उस वक्त देखते हुए बन रहा था जब देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम बाराती बन अन्य श्रद्धालुओं के साथ भक्तिमय होकर झूमते हुए माता पार्वती को विदा कराने निकले
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प्राचीन परंपरा निभाते है शिव भक्त काशीपुर के प्राचीन मोटेश्वर् महादेव मन्दिर मे स्थित शिवलिंग् के अभिषेक के लिए...प्रतिवर्ष महशिवरात्रि के शुभ अवसर पर शिव भक्तो द्वारा हरिद्वार से गंगा जल लाया जाता है हज़ारो भक्त ने हरिद्वार से लाये गंगा जल से शिव का अभिषेक किया इसके पश्चात् महाशिवरात्रि पर लगने वाले चैती मेले का लुफ्त उठाया इस दौरान मुख्य पण्डा विकास अग्निहोत्री ने बताया कि मंदिर मे जल चढ़ाने वाले भक्तो के लिए लाइनो मे लगकर जल चढ़ाने की विशेष व्यवस्था की गई थी
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सेना बुलाई, जीतू पटवारी धरने पर बैठे मंत्रालय भवन में दूसरी बार हुई है घटना बीते साल सतपुड़ा में भीषण आग लगी थी भोपाल में मंत्रालय वल्लभ भवन के गेट नंबर 5 और 6 के बीच बड़ी बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर शनिवार सुबह आग लग गई देखते ही देखते आग चौथी और तीसरी मंजिल पर भी फैल गई। भोपाल, रायसेन, विदिशा के अलावा एयरपोर्ट, बीएचईएल और सेना की 100 से अधिक दमकलें और टैंकर आग बुझाने में जुटे तब करीब 3 घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका आग बुझाने के दौरान कई फायर फाइटर जख्मी हो गए शनिवार सुबह लोगों ने जैसे ही बिल्डिंग की खिड़की से धुआं उठता देखा, तो अफरा-तफरी मच गई तुरंत इसकी सूचना नगर निगम के फायर कंट्रोल रूम को दी गई इसके बाद मौके पर दमकल गाड़ियां पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया सेना के जवान भी मौके पर पहुंच गए यहां आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और एंबुलेंस को भी मौके पर बुलाया गया मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने इस अग्निकांड की जांच के आदेश दिए हैं दोपहर साढ़े बारह बजे तक आग मुख्यमंत्री के पुराने बैठक कक्ष तक पहुंच चुकी थी इस इमारत के 45 से अधिक कक्ष आग की चपेट में आ गए हैं मंत्रालय भवन में यह दूसरी बार आग लगी है इसके पहले भी छह सात साल पहले भी आग लगी थी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार वल्लभ भवन पहुंचे इस मौके पर जीतू पटवारी ने कहा कि यह आग लगी नहीं, बल्कि भाजपा सरकार द्वारा लगवाई गई है आखिर वल्लभ भवन और सतपुड़ा में चार बार आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन किसी भी घटना की जांच क्यों नहीं कराई गई इस दौरान वल्लभ भवन परिसर में अंदर जाने से रोके जाने पर दोनों नेताओं की सुरक्षाकर्मियों से बहस भी हुई और वे गेट पर ही धरने पर बैठ गए कांग्रेस नेताओं ने कहा इस आगजनी में करप्शन की फाइलें जलाई गई हैं
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महादेव ने किया निर्धन कन्याओ का उद्धार खटीमा के ग्राम नौगांव ठग्गू में पावन पर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर श्री गौरी शंकर महादेव मंदिर आश्रम में शिव बारात के साथ -साथ सात निर्धन कन्याओं की भी बारात द्वार लगायी गयी भगवान शिव और माँ पारवती के साथ क्षेत्र की निर्धन कन्याओं का धूमधाम से सामूहिक विवाह संपन्न हुआ कार्यक्रम आयोजक मंदिर समिति एवं सामूहिक योगदान से सभी कन्याओं के विवाह की पूरी व्यवस्था की गई थी साथ ही नव दंपतियों को दैनिक इस्तेमाल हेतु उपहार भी दिए गए
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शिवरात्रि नहीं ,मनाई जाती है ऋषि बोधोत्सव काशीपुर के तीर्थ द्रोणा सागर में स्थित श्री माद्यानंदआश्रम में महाशिवरात्रि के दिन शिवरात्रि के दिन ऋषि बोधोत्सव का आयोजन कर वैदिक हवन पूजन किया जाता है हर साल की भाती इस साल भी शिवरात्रि के अवसर पर स्वामी वेदानंद ने अपने ओजस्वी मंत्रो से भव्य यज्ञ संपन्न कराया इस दौरान आर्य समाज के लोगो द्वारा महर्षि दयानन्द सरस्वती की भावपूर्ण स्मरण करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया
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सभी मंदिरों में भंडारे का हुआ आयोजन शिवालय मंदिर पचौर सहित कोतवाली थाना स्थित मंदिर पर कोतवाली थाना प्रभारी सुधेश तिवारी व उनके सहकर्मी अमित द्विवेदी, संजीत सिंह व विंध्यनगर स्थित शिव मंदिर पर विंध्यनगर थाना प्रभारी अनिल बाजपेई व उनके सहकर्मी सुनील द्विवेदी द्वारा पूजा पाठ के साथ भंडारे का आयोजन कराया गया जिसमें आम जनों के साथ जिले के विधायकों रामनिवास शाह राजेंद्र मेश्राम भाजपा जिला अध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता नगर निगम अध्यक्ष देवेश पांडे उपस्थित रहे जहां सभी ने शिव मंदिरों में आयोजित भंडारों में महाप्रसाद ग्रहण किया
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देश -प्रदेश की भलाई के लिए मामा ने की कामना पावन पर्व महाशिवरात्रि के उपलक्ष में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के बढ़ वाले महादेव मंदिर में पूजा अर्चना कर देश एवं प्रदेश में कृपा बनाये हेतु बाबा भोले नाथ से प्रार्थना की इस दौरान मामा ने देश की समस्त महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं भी दिया
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भाजपा के खाते में पांचों सीटें आने का किया दावा महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने गृह क्षेत्र खटीमा पहुंच चकरपुर स्थित बनखंडी महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की इसके पश्चात् शिवरात्रि के अवसर पर लगने वाले वार्षिक मेले का शुभारंभ किया इस दौरान धामी ने प्रदेशवासियों को शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए उत्तराखंड की पांचों सीटों पर जोरदार जीत का दावा किया
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शिव समारोह से शिवमय हुआ मानसरोवर कैम्पस महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भोपाल के मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी और मानसरोवर ग्रुप ऑफ़ इन्टीट्यूट में महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया पूरा मानसरोवर परिवार और आगंतुक शिव भक्ति में लीन नजर आये मनसरोवरेश्वर मंदिर में सबसे पहले रुद्राभिषेक किया गया इसके बाद अखंड रामायण पाठ और भजन हुए इस अवसर पर ढोल ताशे पर नाचते गाते हुए शिव बरात निकाली गयी ..मानसरोवर के सीईओ सचिन जैन ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्वविद्यालय में महाशिवरात्रि के उपलक्ष में पूजा अर्चना एवं भंडारे का आयोजन किया गया और बारात निकाली गयी इस दौरान प्रो चांसलर गौरव तिवारी ने बताया की 10 वर्ष पहले मेरे पिताजी ने शिव परिवार की स्थापना की थी तभी से हम प्रतिवर्ष भगवान शिव की पूजा अर्चना कर प्रसाद वितरण करते हैं इसके बाद ढोल ताशे के साथ शिव की बरात निकालते है
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दख़ल न्यूज़ की सम्पादक शैफाली गुप्ता का हुआ सम्मान बिट्टू शर्मा ,स्वस्तिका ,माही ,सौम्य ,मधुरिमा का भी सम्मान सेज यूनिवर्सिटी ने महिला दिवस सेलिब्रेट किया और अलग अलग विधाओं में विशेष योगदान देने वाली नारी शक्ति का सम्मान किया सामान समारोह सेज यूनिवर्सिटी के रॉयल सेज हॉल में हुआ जहाँ मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया और सेज ग्रुप की चेयर पर्सन किरण अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में मजूद रहीं सम्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए दखल न्यूज़ की संपादक शैफाली गुप्ता को शॉल श्रीफल,प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया पत्रकारिता के लिए हरिभूमि की पत्रकार मधुरिमा राजपाल उत्कृष्ट पुलिस सेवा के लिए डीएसपी बिट्टू शर्मा रंगमंच और सिनेमा के लिए अभिनेत्री अवस्तिका चक्रवर्ती समाजसेवा के लिए अनुनय वेलफेयर सोसायटी की माहि भजनी खेल के लिए अंतरास्ट्रीय क्रिकेटर सौम्य तिवारी चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉक्टर कृति खंडेलवाल और डॉक्टर खुशबू सक्सेना को सम्मानित किया गया सम्मानित होने वाली महिलाओं ने कहा सम्मान उनकी जबावदारी को और बढ़ा देता है
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सहायता समूह के माध्यम से आजीविका में मदद भोपाल के रविंद्र भवन में शक्ति बंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्व सहायता समूह की बहनों को वर्चुअली संबोधित किया कार्यक्रम में मौजूद बहनों ने कार्यक्रम को सुना और समझा इस दौरान महापौर मालती राय ने बताया कि राजधानी भोपाल में 100 से अधिक सव सहायता समूह चल रहे हैं जिसमे 100 से अधिक बहने हैं जो सहायता समूह से जुड़कर परिवार की आजीविका अच्छे से चल पा रही है आज पांच स्व सहायता समूह को चेक भी बांटे गए हैं वही स्व सहायता समूह की अध्यक्ष सीता रघुवंशी ने बताया कि हमें एक लाख पचास हजार का लोन दिया गया जिसके माध्यम से हम अच्छे से काम कर रहे हैं
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उदार और संवेदनशीलता नेता थे अर्जुन सिंह पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विधायक अजय सिंह ने कहा कि स्व.अर्जुन सिंह ऐसे नेता थे जिन्होंने प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के सर्वहारा वर्ग के लिये जी जान से काम किया सूझ-बूझ और पारखी नज़र के साथ कुशल प्रशासनिक दक्षता और संगठन क्षमता का अदभुत संगम उनके पूरे व्यक्त्वि में था उदारता, संवेदनशीलता और दया भाव उनका सर्वश्रेष्ठ गुण था यही कारण है कि हर वर्ग और अलग अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोग आज भी उन्हें चाहते हैं और तहे दिल से याद करते हैं सिंह आज चुरहट स्थित पूर्व मुख्यमंत्री, राज्यपाल और केन्द्रीय मंत्री स्व.,अर्जुन सिंह की 13वीं पुण्यतिथि पर राव सागर तालाब स्थित समाधि स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे थे
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रिटायर कर्मचारियों को किया जाएगा भुगतान मध्य प्रदेश दैनिक वेतन कर्मचारी महासंघ के बैनर तले नाइन मसाला रेस्टोरेंट में दैनिक वेतन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष गोकुल चंद्र राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया की जनवरी 2004 को उनके द्वारा दायर की गई याचिका के अनुसार जबलपुर उच्च न्यायालय ने दैनिक कर्मचारियों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा की दैनिक वेतन भोगियों को नियमित किया जाए एवं 120 दिन में सभी कर्मचारियों सहित रिटायर्ड कर्मचारियों का भी पूर्ण भुगतान करें
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आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को मिली बड़ी राहत हल्द्वानी एआरटीओ विपिन कुमार सिंह ने बताया की लगातार वाहन बकायेदारों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोविड के दौरान या आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को उप संभाग परिवहन विभाग ने राहत देते हुए टैक्स की पेनाल्टी में छूट प्रदान की है ताकि लोग टैक्स जल्द से जल्द जमा करे वहीं इस तरह की बकाया धनराशि में नियमानुसार छूट प्रदान करते हुए उप संभाग परिवहन विभाग ने राजस्व प्राप्ति में पिछले माह की तुलना में लक्ष्य हांसिल करने में सफलता प्राप्त की है
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सात विधाओं के 700 विद्यार्थियों को दी गई डिग्री भोपाल के एलएनसीटी विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह राज्यपाल मंगू भाई पटेल और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के मुख्य आतिथ्य में सम्पन गुआ कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई दीक्षांत समारोह में में 2023 में स्नातक विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं आपको बता दें की LNCT ग्रुप प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक प्रतिष्ठित एजुकेशनल ग्रुप जो लगातार शिक्षा के क्षेत्र में नए नए आयाम स्थापित कर रहा है एलएनसीटी कॉलेज के अध्यक्ष अनुपम चौकसे ने बताया कि सात विधाओं के 700 अलग-अलग विभाग के बच्चों को डिग्री दी गई जिसमें 48 एचडी के विद्यार्थी हैं
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हत्यारों को गिरफ़्तार करने में पुलिस नाकाम बीती रात छतरपुर ईशानगर के बीएसपी नेता महेंद्र गुप्ता छतरपुर शादी समारोह में शामिल होने के पश्चात् घर आने के लिए अपनी कार मे बैठ रहे थे तभी एक युवक उनके के सिर में गोली मारकर फरार हो गया गौरतलब है कि बीएसपी नेता की मौके पर ही मौत हो गयी जिसके विरोध में मंगलवार सुबह मृतक नेता के परिजनों और बीएसपी कार्यकर्ताओं ने अपराधियों के गिरफ़्तारी हेतु छत्रसाल चौक पर शव को रखकर चक्का जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया वही इस हत्या के तह तक एडिशनल एसपी की अगुवाई मे पुलिस टीम गठित की गयी है जो नेता के पुरानी रंजिशों के बारे में पता कर आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी
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फ्लैग मार्च से पुलिस ने किया शक्ति प्रदर्शन आगामी लोक सभा चुनावो को शांति से कराने एवं अराजक तत्वों से निवटने व लोगो की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए एस पी सीटी अभय सिंह के नेतृत्व मे पुलिस फोर्स के साथ फ्लेग् मार्च निकाला गया जो महाराणा प्रताप चोक से चल कर नई सब्जी मंडी, अल्ली खाँ रोड, मैन बाजार होते हुए रामलीला मैदान मे संपन्न हुआ एस पी सीटी अभय सिंह न बताया कि आगामी चुनावो को शांति पूर्ण और निष्पक्ष कराने ने लिए बाहर से आये एस एस बी के जबानो को शहर की जानकारी दिये जाने और अराजक तत्वों से निवटने के लिए आज फ्लेग् मार्च निकाला गया है
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चुने गए गए छात्रों को किया गया सम्मानित सोमवार खटीमा ब्लाक सभागार में मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसके तहत उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति सम्मान समारोह में चुने जाने वाले छात्रों को आयोजक मंडल द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया बता दे की इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व अध्यक्ष महाविद्यालय एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारणी प्रदेश सदस्य रमेश चंद्र जोशी एवं मुख्य अतिथि के रूप में ब्लॉक प्रमुख रंजीत सिंह नामधारी भारतीय जनता पार्टी के नगर मंडल महामंत्री मनोज वाधवा मौजूद रहे कार्यकारिणी सदस्य रमेश जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को अपनी कक्षा में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले होनहार छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में क्रमशः ₹30000, 18000 रुपये और 12000 रुपए सहायता राशि प्रदान की है
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मोहन मंत्रिमंडल ने किये रामलला के दर्शन भगवान श्री राम के दर्शन के लिए मोहन मंत्रिमंडल सोमवार को अयोध्या पहुंचा यात्रा के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया की इस यात्रा के बाद देवस्थानों के संबंध में लिए गए निर्णय और संकल्पों के क्रियान्वयन में राज्य सरकार तेजी से आगे बढ़ेगी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित देवस्थानों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय क्षेत्र में स्थित देवस्थानों के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग भी इसमें शामिल रहेंगे
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बदला लेने आए नाग ने सबको किया तंग आजतक नाग नागिन की प्रेम कहानी और किसी एक को हानि पहुंचाने पर नाग,नागिन बदला लेने के लिए प्रकट होते है यह हमने सिर्फ फिल्मों में देखा और सुना है लेकिन अमरपाटन से एक चौकाने वाली खबर सामने आयी है जिसका वायरल वीडियो हैरान कर देने वाला है दरसल सड़क पार कर रही एक नागिन को अज्ञात वाहन ने कुचल डाला नागिन के मरने के बाद नाग बीच सड़क पर घंटो तक फन फैलाए बैठा रहा जिससे काफी समय तक आवागमन बाधित रहा काफी मशक्त के बाद नाग को सड़क से हटाया गया
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अफ्रीकन शैली में राधे राधे की धुन पर डांस छतरपुर के बागेश्वर धाम के बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का भजन पर डांस करते वीडियो सोशल मीडिया मे जमकर वायरल हो रहा है बागेश्वर धाम में सात दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम चल रहे हैं उसी दौरान मंच पर जब गुजरात से आए कलाकारों के द्वारा अफ्रीकन शैली में राधे राधे गीत की धुन पर डांस किया गया तो बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री अपने आप को रोक नहीं पाए और मंच पर कलाकारों के साथ जमकर थिरकते नजर आए गौरतलब है कि प्रसिद्ध तीर्थ बागेश्वर धाम में इन दिनों बुंदेलखंड महाकुंभ का आयोजन चल रहा है जिसमें विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं
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कार्यक्रम में ग्रामीणों से किया गया जन संवाद सिद्धि गंज पुलिस थाने में जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके तहत आसपास क्षेत्र के ग्रामीण कार्यक्रम में पहुंचे जहां परटीआई दीपेंद्र सिंह राजपूत ने लोगों से अपने-अपने सुझाव साझा करने को कहा एवं पुलिस से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई शिकायत की तात्कालिक सूचना देने की बात कही
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