Patrakar Priyanshi Chaturvedi
उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर में “श्री महाकाल लोक” का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जाएगा। श्री महाकाल लोक एक ऐसा लोक है जहां भगवान शिव के विविध रूप देखने का सौभाग्य प्राप्त होगा। इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 2017 में हमने एक सपना देखा था जो अब साकार हो रहा है। श्री महाकाल महाराज की कृपा प्रदेश और देश में बनी रहे, सबका मंगल और कल्याण हो यही मेरी कामना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पौराणिक नगरी उज्जैन के वैभव, परम्पराओं, धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को पूरी तरह ध्यान में रखते हुए राज्य शासन द्वारा श्री महाकाल क्षेत्र के समग्र विकास के लिए बनाई गई प्रभावी विकास योजना अब मूर्तरूप ले रही है। प्रधानमंत्री गरिमामय समारोह में योजना के प्रथम चरण के कार्यो का लोकार्पण करने उज्जैन आ रहे हैं।
लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के उज्जैन आगमन से पहले बताया जा रहा है कि पीएम बाबा महाकाल का जलाभिषेक नहीं कर सकेंगे। मंदिर के एक पुजारी ने जानकारी देते हुए बताया कि शाम 5 बजे के बाद मंदिर में जलाभिषेक नहीं किया जाता। और यहीं है कि पीएम मोदी को जलाभिषेक का सौभाग्य नहीं मिल पाएगा।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 6.30 बजे 200 संतों की मौजूदगी में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 40 देशों में होगा। गायक कैलाश खेर महाकाल स्तुति गान करेंगे। साथ ही मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, केरल समेत 6 राज्यों के कलाकार इस दौरान प्रस्तुति देंगे। इंदौर से लेकर उज्जैन तक के 60 किलोमीटर एरिए को दुल्हन की तरह सजाया गया है। श्री महाकाल लोक में स्थापित मूर्तियां उसको भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। श्री महाकाल लोक के नाइट गार्डन में भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियां स्थापित की गई है। परिसर में 108 स्तंभ स्थापित किए गए हैं, जिन पर भगवान शिव एवं उनके गुणों की विचित्र मुद्राएं बनी हुई है। श्री महाकाल लोक में 18 फीट ऊंची 8 प्रतिमाएं स्थापित की गई है। इसमें नटराज, शिव पुत्र गणेश और कार्तिकेय, दत्तात्रेय अवतार,पंचमुखी हनुमान, चंद्रशेखर महादेव की कहानी शिव और सती,समुद्र मंथन के दृश्य शामिल है।
दो चरणों में हो रहे महाकाल लोक के निर्माण कार्य का 856 करोड रुपए की लागत आने का अनुमान है। योजना के प्रथम चरण में 350 करोड़ रूपये की लागत से भगवान श्री महाकालेश्वर के आंगन में छोटे और बड़े रूद्रसागर, हरसिद्ध मंदिर, चार धाम मंदिर, विक्रम टीला आदि का विकास किया गया है। जिसमें महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, मिड-वे जोन, महाकाल थीम पार्क, घाट एवं डैक एरिया, नूतन स्कूल कॉम्पलेक्स और गणेश स्कूल कॉम्पलेक्स का कार्य शामिल हैं।
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