टपकती छत के नीचे बैठने को मजबूर बच्चे

बारिश में भीग जाती हैं कॉपी, किताबें

स्कूल की स्मार्ट कक्षाओं को बनाने के लिए आए  लाखों रुपए के बजट में भ्रष्टाचार इतना हुआ कि स्कूल की छत के नीचे पढ़ने वाले देश के भविष्य की किताबों पर उसकी छींटे आ रही हैं बारिश ने स्कूल के भवन की कैसे पोल खोल दी है इसकी हकीकत ये तस्वीरें बता रही हैं मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले में सरकारी स्कूलों के हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि  इसका अंदाजा हायर सेकेंडरी स्कूल बिछिया की तस्वीरों को देखकर बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है बिछिया गांव के इस सरकारी स्कूल में छात्र छात्राएं टपकती छत के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं  तो वहीं स्कूल के टीचर स्टाफ रूम के अंदर पन्नी लगाकर किसी तरह पढ़ाने का काम कर रहे हैं जिस स्मार्ट क्लास को बनाने के नाम पर विभाग ने कुछ दिनों पहले ही अलग से लाखों रुपये फूंक दिए था.वह कबाड़ में तब्दील हो गया है स्मार्ट क्लास के अंदर रखे महंगे उपकरण और फर्नीचर पानी में भीगकर बर्बाद हो रहे हैं.. स्कूल भवन की छत ख़राब होने की वजह से छत में जमा बारिश का पानी टपकता रहता है.. स्कूल प्रबंधन ने स्मार्ट क्लास और स्टाफ रूम  के अंदर पन्नी तानी है बारहवीं की छात्रा राधिका यादव बताती है  कि.. वह पढ़ लिखकर कलेक्टर बनना चाहती है..  लेकिन जब वो अपने स्कूल और क्लासरूम की दुर्दशा को देखती  है तो उसे बेहद अफ़सोस  होता है राधिका बताती है की..  बारिश के मौसम में जब छत से पानी टपकता है तो उनकी किताबें और कपडे गीले हो जाते हैं जिससे उनकी पढाई प्रभावित होती है..  साथ ही उन्हें छत गिरने का डर भी बना रहता है स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि कुछ दिनों पहले ही आदिवासी विकास विभाग ने स्कूल भवन की मरम्मत के नाम पर करीब 18 लाख रुपये खर्च किया गया है जिसके तहत छत की ग्रेडिंग के नाम पर ठेकेदार ने गुणवत्तापूर्वक काम नहीं किया है लिहाजा स्कूल भवन की हालत बद से बदतर हो चुकी है प्रिंसिपल ने कहा कि बिछिया हायर सेकेंडरी स्कूल में  500 के करीब संख्या है और हर वर्ष इस स्कूल का परीक्षा परिणाम अन्य स्कूलों से बेहतर रहता है लेकिन स्कूल भवन की दुर्दशा के चलते अब छात्र इस स्कूल में एडमिशन लेने से भी कतराने लगे हैं स्कूल भवन की दुर्दशा को लेकर स्कूल के प्रिंसिपल ने आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों और क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को भी अवगत कराया है  लेकिन अब तक किसी ने भी इस स्कूल की सुध नहीं ली है

 

 

 

 

 

 

 

 

Dakhal News 5 July 2023

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