भोपाल, 8 जनवरी: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज राज्य स्तरीय युवा महोत्सव कार्यक्रम के समापन समारोह में 'पार्थ' योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए स्वर्णिम भविष्य की नींव रखने का काम करेगी।
'पार्थ' योजना का उद्देश्य और लाभ
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस योजना के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि 'पार्थ' योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना, पुलिस, पैरा मिलिट्री बलों में भर्ती के लिए युवाओं को शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश के युवा अपने भविष्य को संवारने में सक्षम होंगे और यह उन्हें आत्मनिर्भर और राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस योजना के माध्यम से युवाओं को न केवल शारीरिक मजबूती प्राप्त होगी, बल्कि मानसिक रूप से भी वे तैयार होंगे, जिससे वे विभिन्न सरकारी और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी।
एमपी आईपी पोर्टल और युवाओं के लिए अन्य योजनाएं
इस दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि 'एमपी आईपी पोर्टल' (मध्य प्रदेश इंटर्नशिप पोर्टल) युवाओं के कौशल विकास और करियर मार्गदर्शन के लिए तैयार किया जाएगा। यह पोर्टल प्रदेश के युवाओं को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा जहां वे अपने करियर के लिए दिशा-निर्देश और रोजगार से जुड़ी जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 'युवा प्रेरक अभियान' के माध्यम से सशक्त और समृद्ध युवा समाज को प्रेरित किया जाएगा। इसके जरिए, युवाओं को अपने जीवन में बेहतरीन अवसरों के बारे में बताया जाएगा, ताकि वे विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
नए कदम, नया उत्साह
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह भी जोड़ा कि इस तरह की योजनाओं से युवाओं को अपने जीवन में नई दिशा मिलेगी और वे प्रदेश को गर्व महसूस कराएंगे। उन्होंने कहा कि युवा राष्ट्र के कर्णधार होते हैं, और जब वे शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त होते हैं, तो वे अपने राज्य और देश के विकास में अहम योगदान दे सकते हैं।
इस योजना की शुरुआत से राज्य के युवाओं में नया उत्साह और उमंग देखने को मिलेगा, क्योंकि उन्हें अब एक सशक्त और समृद्ध भविष्य की दिशा में काम करने के लिए जरूरी समर्थन और संसाधन मिलेंगे।