मध्यप्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग की नई पहल 'अनुगूँज 2025' का आगाज होने जा रहा है, जो गरीब और वंचित छात्रों को कला और संस्कृति से जोड़ने का एक अनूठा कदम है। इस पहल के जरिए सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को अपनी कला और संस्कृति की पहचान बनाने का अवसर मिलेगा और वे अपनी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित कर सकेंगे।
'अनुगूँज 2025' में क्या खास होगा?
10 जनवरी को ग्वालियर के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार में होने वाले इस कार्यक्रम में धार्मिक, सामाजिक और देशभक्ति से जुड़े नाट्य, संगीत, नृत्य, वाद्य और गायन प्रस्तुतियां होंगी। इस कार्यक्रम के रिहर्सल जारी हैं, और शिक्षा विभाग के अधिकारी इसे बच्चों की प्रतिभा को निखारने का एक महत्वपूर्ण साधन मानते हैं।
शिक्षा विभाग का दृष्टिकोण
शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक दीपक पांडे के अनुसार, 'अनुगूँज 2025' बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने और अपने हुनर को साकार करने का अवसर प्रदान करेगा। इस पहल से बच्चों को न केवल कला में उन्नति का मौका मिलेगा, बल्कि यह उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा।
दीपक पांडे, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण की बाइट
'अनुगूँज 2025' के जरिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है, जो आने वाले समय में बच्चों के भविष्य को संवारने और उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने में मदद करेगा।