देश में चीता युग की एक बार फिर शुरुआत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कूनो अभयारण्य में नामीबिया से आए चीतों को बाड़े में छोड़कर एक बार फिर देश में चीता युग की शुरुआत  की  चीतों को छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री ने कैमरे से उनकी तस्वीरें ली, इसके बाद उन्होंने चीता मित्रों के साथ संवाद किया  इस दौरान उनका एक वीडियो संदेश प्रसारित हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा कि चीते हमारे मेहमान हैं, उनको देखने के लिए कुछ समय का धैर्य और रखना होगा  इसके बाद उन्होंने कराहल में स्व-सहायता समूह के सम्मेलन को संबोधित किया प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां चीते इसलिए छोड़े गए, क्योंकि मुझे आप पर भरोसा है और आप लोगों ने मेरे भरोसे को कभी नहीं तोड़ा है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश में चीता युग को पुनः आरम्भ किया अपने जन्म दिन के मौके पर मोदी ने चीतों को बाड़े में छोड़ने के बाद कैमरे से उनकी तस्वीरें ली  श्याेपुर में PM माेदी ने कहा चीते मेहमान बनकर आए हैं, इसलिए इनकाे कुछ समय देना पड़ेगा ऐसे में आपसे आग्रह है कि चीताें काे देखने के लिए आपकाे कुछ माह का इंतजार करना पड़ेगा और कुछ धैर्य रखना हाेगा माेदी ने कहा कि आज हमने अतीत में की गई गलतियाें काे सुधारा है आज हमने पूरी दुनिया काे संदेश दिया है कि हम पर्यावरण के साथ विकास भी कर सकते हैं  हम पांचवी अर्थव्यवस्था भी बने हैं और पर्यावरण संरक्षण भी कर रहे हैं   टाइगर की संख्या दागुनी करने का लक्ष्य भी हमने समय से पहले पूरा किया है  आने वाली सदियाें तक वन्य जीवाें और पर्यावरण के लिए किए जा रहे प्रयासाें का सकारात्मक असर दिखाई देगा आज समय है कि हम ग्लाेबल चुनाैतियाें काे व्यक्तिगत चुनाैती भी मानें  भारत के प्रयास पूरी दुनिया के लिए पथ प्रदर्शक बनेगा  असम में एक समय एक सींग वाले गैंडों का अस्तित्व खतरे में पड़ने लगा था, लेकिन आज उनकी भी संख्या में वृद्धि हुई है हाथियों की संख्या भी पिछले वर्षों में बढ़कर 30 हजार से ज्यादा हो गई है आजादी के अमृतकाल में देश अब नई ऊर्जा के साथ चीताें के पुनर्वास के लिए जुट गया है आज हमारी वर्षाें की मेहनत रंग लाई है  चीताें की भारत की धरती पर पुनर्जीवित किया जा रहा है  यह राजनीतिक दृष्टि से नहीं किया बल्कि चीता लाकर हमने विरासत काे संजाेया है 

 

मोदी ने कहा इसके लिए पूरे देश में चीताें के लिए सबसे उपयुक्त स्थान की खाेज की गई और कूनाे काे इसके लिए सबसे बेहतर पाया  ये मेहनत परिणाम के रूप में सामने आई है कूनाे नेशनल पार्क में जब चीता फिर से दाैड़ेगा ताे यहां का ग्रास लैंड इकाे सिस्टम फिर से रिस्टाेर हाेगा आज 21वीं सदी का भारत, पूरी दुनिया को संदेश दे रहा है कि Economy और Ecology कोई विरोधाभाषी क्षेत्र नहीं है अब कूनाे में ईकाे पर्यटन भी बढ़ेगा आने वाले दिनाें में चंबल में विकास की संभावनाएं जन्म लेंगी  अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइन्स पर चलते हुए भारत इन चीतों को बसाने की पूरी कोशिश कर रहा है भारत में अब बच्चों को चीता अपने ही देश में देखने काे मिलेगा नामीबिया के चीते अब कूनाे में टहलने लगे हैं  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कराहल में स्व-सहायता समूह के कार्यक्रम में कहा कि मुझे आज इस बात की भी खुशी है कि भारत की धरती पर अब 75 साल बाद चीता फिर से लौट आया है यहां चीतों को इसलिए छोड़ा गया है कि क्योंकि मुझे आप पर भरोसा है कि आप इन पर कोई खतरा नहीं आने देंगे उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा जयंती पर स्वयं सहायता समूहों का इतना बड़ा सम्मेलन, अपने आप में बहुत विशेष है। 

Dakhal News 17 September 2022

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