कस्बई पत्रकारिता मे सबसे ज्यादा चुनौतियाँ
कस्बई पत्रकारिता मे सबसे ज्यादा चुनौतियाँ

 

प्रिन्ट और इलेक्ट्रॉनिक  मीडिया का प्रभाव कायम

 

हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा कस्बई पत्रकारिता में आज भी  सबसे ज्यादा चुनौतिया एक पत्रकार के सामने रहती  हैं। लेकिन सुकून इस बात का है वो पत्रकार उन चुनौतियों का डटकर मुकाबला करता है। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के मोके पर डोईवाला प्रेस कलब ने विचार गोष्ठी के माध्यम से पत्रकारिता के पुरोधाओ का स्मरण करते हुए उनके दिखाऐ मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। गोष्ठी में  वकताओ ने कहा कि कस्बई पत्रकारिता मे सबसे ज्यादा चुनौतिया एक पत्रकार के सामने रहती है। गोष्ठी के मुख्य अतिथि  वरिष्ठ पत्रकार  एव शिक्षक राजेन्द्र दत्त खण्डूडी ने कहा कि आज का दिन उन पत्रकारो को याद करने का है, जिन्होने अपने पेशे की गरिमा के लिए अपना   सर्वस्व  समर्पित किया। विशिष्ट अतिथि कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा कि सोशल मीडिया और इन्टरनेट के बावजूद आज भी प्रिन्ट और इलैक्ट्रानिक मीडिया का प्रभाव कायम है और आम जनमानस इन की खबरो पर विश्वास रखता है। संस्कार भारती के अध्यक्ष ईश्वर चन्द अग्रवाल भाजपा नेता राजेन्द्र तडियाल ने कहा कि कोरोना की चोट से उबर कर भी अखबारो व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने अपने आप को साबित किया है। ग्रामीण पत्रकार आज भी सीमित संसाधनो  में निष्पक्ष रूप से काम कर रहे हैं। 

Dakhal News 31 May 2023

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