Patrakar Priyanshi Chaturvedi
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शनिवार को एक भक्त ने भगवान महाकाल को अमेरिकन डॉलर की माला पहनाई। दानदाता द्वारा गुप्त दान के रूप में माला अर्पण की गई है। भगवान को पहनाने के बाद कर्मचारियों ने माला में लगे डॉलर भेंट पेटी में डाल दिए। माला में दो सौ से अधिक डॉलर थे।महाकाल मंदिर में भक्तों द्वारा दान का सिलसिला जारी है। मंदिर के अधिकारी, कर्मचारी, पुजारी, पुरोहित तथा फोटोग्राफर तक देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में दान देने हेतु प्रेरित करने के लिए घूमते रहते हैं। इसका परिणाम है, कि भक्त मंदिर में दिल खोलकर दान दे रहे हैं। शनिवार को एक भक्त ने गुप्त दान के रूप में भगवान को डॉलर की माला भेंट की।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) इंदौर की टीम महाकाल मंदिर में भीड़ प्रबंधन का प्लान बनाएगी। इसी सिलसिले में शुक्रवार को आईआईएम के डायरेक्टर हिमांशु राय ने टीम के साथ महाकाल मंदिर का भ्रमण किया और प्रवेश, निर्गम द्वार सहित श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध सभी व्यवस्थाओं जैसे पानी, जूते-चप्पल स्टैंड, श्रद्धालुओं की कतार, बैठने के स्थान आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रत्येक दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को लगने वाले समय की भी जानकारी ली। ऐसे स्थान भी देखे, जहां श्रद्धालुओं के आने और जाने का मार्ग एक ही है। टीम में हिमांशु राय के साथ प्रो. हंस मिश्रा, प्रो. सौरभचंद्र, प्रो. अमित वत्स भी मौजूद रहे। उन्होंने मंदिर में कलेक्टर नीरज सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ सहित विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक ली।
पिछले वर्ष उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से जुड़ी अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी लिमिटेड (यूएमटीसी) से उज्जैन की सड़कों को अगले 20 वर्षों तक ट्रैफिक जाम से मुक्त रखने के लिए 8500 करोड़ रुपये का ग्रीन ट्रैफिक काम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनवाया था, जो अब तक अमल में नहीं आ सका है।
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