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21 January 2025दुनियाभर में आज विश्व यूएफओ दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस दिन दुनियाभर में लोग अज्ञात उड़ने वाली वस्तुओं और हमारे ग्रह को छोड़कर दूसरे ग्रहों के अस्तित्व के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए साथ आते हैं. ऐसे में चलिए आज का दिन क्यों मनाया जाता है और इसका मतलब क्या है जानते हैं 'अज्ञात' का मतलब ऐसी चीज से है जिसकी कोई पहचान नहीं है. वहीं कोई उड़ने वाली वस्तु से है जो हवा में उड़ती है. कुलमिलाकर देखें तो ये दिन उन चीजों के लिए मनाया जाता है जो वस्तु आसमान में उड़ती दिखाई देती है लेकिन उसकी कोई पहचान नहीं है. सैकड़ों सालों से लोग ये दावा करते आ रहे हैं कि उन्होंने यूएफओ या उड़ान तश्तरी जैसी चीजें देखी हैं. इन्हीं दावों के तलते इन चीजों पर कई बार काफी शोध और चर्चाएं होती आई हैं बता दें वर्ल्ड यूएफओ डे की शुरुआत साल 2001 में यूएफओ शोधकर्ता हाक्त्न अक्दोगन ने की थी. दरअसल इस दिन का चयन खासतौर पर 1947 की रोसवेल घटना का कारण किया गया था. जिसमें एक अनजान उड़ान चश्तरी के क्रैश होने की घटना सामने आई थी. ये यूएफओ के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है विश्व यूएफओ दिवस काफी जरूरी है क्योंकि ये अलौकिक जीवन के अस्तित्व पर खुली चर्चा और बहस को प्रोत्साहित करता है, साथ ही ये विचारों और सिद्धांतों को खुले तौर पर चर्चा करने को बढ़ावा देता है. ये दिन इस सोच पर जोर देता है कि हम ब्रह्मांड में अकेले नहीं हो सकते हैं. ये ब्रह्मांड में हमारे अलावा भी सोचने और समझने की शक्ति रखने वाले दूसरे लोग भी होते हैं. विश्व यूएफओ दिवस का उद्देश्य एक महान भावना को बढ़ावा देना है कई यूएफओ देखे जाने की नासा की जांच में पाया गया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इन घटनाओं के पीछे एलियंस ही थे, लेकिन अंतरिक्ष एजेंसी इसकी संभावना से भी इनकार नहीं कर सकती. अगर सच्चाई सामने आती है, तो यह लंबे समय से प्रतीक्षित रिपोर्ट कोई निर्णायक सबूत दे सकती है. लेकिन इसने ये जरूर साबित कर दिया कि नासा बेहतर तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ यूएपी (अज्ञात विषम घटना) की जांच कैसे करेगा. नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी न केवल संभावित यूएपी घटनाओं पर शोध करने में खास भूमिका निभाएगी, बल्कि ज्यादा से ज्यादा पारदर्शिता के साथ लोगों के साथ भी इसकी जानकारी शेयर करेगी
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2 July 2024
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