विरासत, संस्कृति और परंपरा से जुड़ने का अवसर है सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य : रेखा गुप्ता
भोपाल/नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य का दिल्ली के लाल किले पर किये जाने वाला मंचन भारतवर्ष के महान, यशस्वी और दूरदर्शी शासक सम्राट विक्रमादित्य के प्रेरणादायक जीवन को पुन: जीवंत करेगा। यह उनके द्वारा सुशासन के क्षेत्र में स्थापित किये गये मानदण्डों से आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करता रहेगा। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सम्राट विक्रमादित्य के जीवन पर केन्द्रित महानाट्य का मंचन दिल्ली में किया जा रहा है, जो हर्ष और सौभाग्य का विषय है। इस महानाट्य के माध्यम से दिल्लीवासियों को अपनी विरासत, संस्कृति और परंपरा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार की शाम नई दिल्ली में चांदनी चौक पर मध्य प्रदेश शासन द्वारा आयोजित सम्राट विक्रमादित्य की शोभा यात्रा शुरू होने पहले कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा पर इतने बड़े आयोजन का उन्हें स्वागत अध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने दिल्ली के नागरिकों को लाल किले के माधव दास पार्क में 12 से 14 अप्रैल तक आयोजित होने वाले सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य को देखने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सम्राट विक्रमादित्य का पात्र निभाने वाले कलाकार विक्रम सिंह चौहान की आरती उतारी, तिलक लगाया और पुष्पाहार पहना कर दिल्ली में स्वागत किया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सम्राट विक्रमादित्य को रथ पर बैठा कर फतेहपुरी, चांदनी चौक से लाल किले तक भव्य शोभा यात्रा को रवाना किया।
शोभायात्रा में घोड़ों और ऊंट पर सवार सम्राट विक्रमादित्य के नवरत्न, सैनिक और नृत्य दल शामिल हुआ। शोभा यात्रा में मप्र के मुख्यमंत्री कार्यालय के सांस्कृतिक सलाहकार श्रीराम तिवारी, दीनदयाल शोध संस्थान दिल्ली के महासचिव अतुल जैन, वरिष्ठ समाज सेवक राहुल कोठारी, विष्णु मित्तल, नरेश शर्मा, राजेश कुशवाह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। चांदनी चौक के विभिन्न व्यापारी संगठनों, किराना कमेटी दिल्ली, टेक्सटाइल मार्केट एसोसिएशन, बुलियन मर्चेंट एसोसिएशन, दिल्ली हिंदुस्तान मर्केंटाइल एसोसिएशन और दिल्ली इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने जगह-जगह शोभा यात्रा का स्वागत किया और रथ पर सवार सम्राट विक्रमादित्य पर पुष्प वर्षा की। चांदनी चौक से प्रारंभ हुई रथ यात्रा का देर रात लाल किले पर समापन हुआ।