शिवराज के विकास को शर्मसार करती तस्वीरें

प्रदेश की स्वास्थय व्यवस्था प्रभु राम भरोसे

गर्भवती महिला को नहीं मिली एम्बुलैंस, ठेले पर ले जाने को हुआ  पति मजबूर

माँ की गोद ने 5 साल के बच्चे ने तोड़ा दम, बच्चे के इलाज को नहीं थे अस्पताल में डॉक्टर  

शिवराज जी आपका प्रदेश की हर महिला हर बच्चे के एक रिश्ता हैं आपने सबसे नाता जोड़ा हैं किसी से भाई का तो किसी से मामा का तो शिवराज जी आपको बता दे की आपकी गर्भवती बहन को एक एम्बुलेंस नसीब नहीं हुई और उसके पति को उसे हाथ ठेले पर अस्पताल ले जाना पड़ा 

वही दूसरी ओर आपके एक भांजे ने अपनी माँ की गोद में तड़प - तड़प कर दम तोड़ दिया  क्यूंकि आपके प्रदेश के सरकारी डॉक्टर साहब के पास उसे देखने का समय नहीं था ये दो तस्वीरें आपके विकास के खोखले दावों की पोल खोल रही हैं  तो पहले जरा देखिये इन तस्वीरों को  

बताईये भाईसाहब और मामा जी यानि मुख्यमंत्री जी ये तस्वीरें देखकर आपको अपने विकास का अंदाजा लगा या नहीं  खुदको बच्चों का मामा कहने वाले शिवराज जी ये तस्वीरें ये एक माँ का विलाप किसी की भी अंतरात्मा को झकझोरने के लिए काफी हैं ये माँ बार बार कह रही हैं उठ जा बेटा मगर ये पुकार कोई नहीं नहीं सुन रहा जिस सरकारी अस्पताल के बहार वो बैठी हैं उस अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं हैं आपके सरकारी बेपरवाह डॉक्टरों की बेपरवाही ने एक पांच साल के बच्चे की जान ले ली इस बच्चो को उल्टी दस्त की शिकायत थी अस्पताल जारक भी इलाज नहीं मिला और उसकी जान माँ की गोद में चली गई  अब कोई कितनी  भी  कार्यवाही की बात करे इस माँ का बेटा वापस नहीं कर पाएगा ये पूरी खबर जबलपुर के बरगी स्वास्थय आरोग्यम केंद्र की हैं

अब बात दूसरी तस्वीर की जिसमे आपकी बहन को डिलीवरी के लिए अस्पताल जाने को एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हुई दमोह जिले के हटा तहसील में जब आपकी बहन प्रसव पीड़ा से कराह रही थी उसे एंबुलेंस नहीं मिली महिला के पति को हाथ ठेले में गर्भवती पत्‍नी को अस्‍पताल ले जाना  पड़ा रनेह आरोग्‍य केंद्र पहुंचने पर यहां करीब दो घंटे तक अस्पताल में कोई चिकित्‍सक नर्स इलाज के लिए नहीं आया  मजबूर पति अपनी पत्नी को हटा सिविल अस्पताल ले गया  जहां डॉक्टरों ने जांच कर कहा हालत ठीक नहीं हैं महिला को जिला अस्पताल रैफर कर दिया केंद्रों पर तैनात स्वास्‍थ्‍य अमला मनमर्जी से उपलब्ध होता हैं ग्रामीणों को न तो समय पर एबुलेंस सुविधा मिलती है और ना ही केंद्रों पर इलाज मिल पा रहा है आपको बता दे रनेह निवासी कैलाश अहिरवार की पत्‍नी काजल अहिरवार को प्रसव पीड़ा होने पर 108 एबुलेंस के लिए काल किया, लेकिन दो घंटे तक जब एम्बुलेंस नहीं आई तो सब्जी के ठेले पर पत्‍नी को लेकर आरोग्य केन्द्र पहुंचा  खैर शिवराज जी अगर सच में आप प्रदेश का भला चाहते हैं तो इन दोनों मामलो में छोटे लोगो पर कार्यबाही करने की जगह आप स्वस्थ मंत्री प्रभुराम चौधरी से सवाल करे की उनके रहते स्वस्थ सुबिधाये दिन पर दिन बिगड़ती क्यों जा रही हैं  

Dakhal News 1 September 2022

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