श्री महाकाल लोक में प्रति घंटे एक लाख भक्त करेंगे दर्शन
श्री महाकाल लोक में प्रति घंटे एक लाख भक्त करेंगे दर्शन

श्रदालुओं के लिए चलेंगे ई-रिक्शा, बढ़ेगा रोजगार का अवसर

11 अक्टूबर को उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण है। यह लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाने वाला है। पहले पीएम मोदी महाकाल बाबा के गर्भगृह में पूजन अर्चना करेंगे। इस दौरान करीब 40 मिनिट तक महाकालेश्वर मंदिर में रहेगा। वह पहले बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे जिसके बाद नंदी मंडपम में बैठकर ध्यान लगाएंगे।

बताया जा रहा है कि इसके लिए मंदिर समिति और प्रशासन ने पूरी तैयारियां भी कर ली है। साथ ही मंदिर को भी अच्छे सेसजाया गया है। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण का आयोजन बड़े स्तर पर किया जा रहा है। जिसके लिए सबसे पहला आमंत्रण चिंतामण गणेश को दिया गया है। साथ ही प्रदेश भर के लोगों को इस लोकार्पण में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। 11 अक्टूबर के दिन श्री महाकाल लोक का लोकार्पण है लेकिन इससे पहले ही 6 अक्टूबर से इसके कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं।

जानकारी के अनुसार दो चरणों में हो रहे निर्माण में यात्रियों के लिए दर्शनीय क्षेत्र और सुविधाएं विकसित करने पर 856 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल उज्जैन आएंगे वहां महाकालेश्वर मंदिर में पूजन कर मंदिर प्रांगण का लोकार्पण करेंगे, इसके बाद मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी के किनारे कार्तिक मेला मैदान पर धर्म सभा को संबोधित करेंगे। करीब 2 घंटे पीएम मोदी उज्जैन में रहेंगे। महाकाल कॉरिडोर के नवनिर्मित क्षेत्र की देखरेख के लिए शासन द्वारा प्राधिकरण बनाया जा रहा है। पूर्ण रूप से उसका रखरखाव करने और कार्य को देखने के लिए कलेक्टर आशीष सिंह के मार्गदर्शन में उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने प्राधिकरण का प्रस्ताव बनाकर शासन को स्वीकृति के लिए भेज दिया है।

इस मंदिर को चारों तरफ से खुला बनाया जा रहा है। इसके आसपास के भवन को हटाया जा रहा है, जिससे श्रद्धालु लोग दूर से मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। साथ ही रूद्र सागर के किनारे 2 नए द्वार विकसित किए जा रहे हैं। इसमें एक साथ 20 हजार यात्री दर्शन कर सकते हैं। और 400 से ज्यादा वाहनों का पार्किंग क्षेत्र व धर्मशाला से यात्री सीधे नंदी द्वार में प्रवेश करेंगे। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट पूरा होने पर हर घंटे करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। एक लाख लोगों की भीड़ होने पर श्रद्धालुओं को करीब 60 मिनट में दर्शन हो जाएंगे। यहां से भारत माता मंदिर के पिछले हिस्से तक 25 फीट ऊंची और 500 मीटर लंबी लाल पत्थर की दीवार बनाई गई है जिस पर शिव महापुराण में उल्लेखित घटनाओं के चलचित्र बनाए गए हैं। कुछ चित्रों का संदर्भ नीचे संस्कृत में लिखा गया है। इसके अलावा दीवार के सामने लाल पत्थर से ही बने 108 आकर्षक स्थल स्थापित किए गए हैं।

इस भव्य कॉरिडोर का संचालन करने के लिए 1000 लोगों की भी जरूरत पड़ेगी। इसके जरिए 1000 लोगों को रोजगार देने की भी तैयारी की जा रही है। यह लोग समिति की तरफ से मैनेजर, रिसेप्शन, टिकट काउंटर, रेस्टोरेंट, दुकान, वाहन, लिफ्ट, साफ-सफाई ,सुरक्षा गार्ड आदि के लिए नियुक्त किए जाएंगे। साथ ही महाकाल कॉरिडोर के अंदर ई-रिक्शा चलाया जाएगा जिससे श्रद्धालुओं को घूमने में कोई परेशानी नहीं होगी।

 

 

Dakhal News 10 October 2022

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