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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गये है। हवा के थपेड़ों से तपिश लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को ग्वालियर में तीव्र और भोपाल, खंडवा, राजगढ़, शाजापुर, गुना, धार, रतलाम, खजुराहो, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, रीवा, सागर, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया एवं नौगांव में लू चली। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी गर्मी के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, राजस्थान एवं गुजरात में भी गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण मप्र में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। मार्च के अंत में प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास पहुंच जाता है। वर्तमान में किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन बड़े होने से धूप अधिक समय तक रहती है। सूर्य की किरणें भी अब लंबवत पडऩे लगी हैं। गुजरात, राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। अभी इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। बुधवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 42 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, खंडवा, राजगढ़, दमोह, ग्वालियर, रतलाम, खजुराहो एवं नौगांव में दर्ज किया गया। प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में लू चली। राजधानी में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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ग्वालियर। सूरज की तपन और पछुआ हवाओं के संयुक्त प्रभाव से मौसम अब काफी गर्म होने लगा है। शहर में सोमवार को सीजन में पहली बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के नजदीक जा पहुंचा। साथ ही पछुआ हवाओं ने दोपहर में हल्की लपट का भी एहसास कराया। पिछले साल भी मार्च माह में ऐसी ही गर्मी थी और 29 मार्च 2021 को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम इसी प्रकार गर्म रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के साथ उत्तर-पश्चिम से गर्म हवाएं आ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को भी मौसम शुष्क रहने के साथ जहां काफी तेज धूप निकली वहीं चार किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं भी चलती रहीं जिसके चलते पूर्वान्ह 11.30 बजे ही तापमान 37.7 और मध्यान्ह 2.30 बजे 39.8 डिग्री पर पहुंच गया। शाम 5.30 बजे भी तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस पर था। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र में हीट वेव के चलते तापमान लगातार बढ़ रहा है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के चलते ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश के अधिकांश इलाकों में भी तापमान में वृद्धि का सिलसिला शुरू हो गया है। यह स्थित आगामी 31 मार्च तक बनी रह सकती है। इस दौरान तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच टिका रह सकता है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को बैंक, बीमा, बीएसएनएल, पोस्ट ऑफिस समेत कई केंद्रीय श्रम संगठनों से संबंधित कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों का यह आंदोलन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर है। इससे राजधानी की करीब बैंक शाखाओं का कामकाज प्रभावित हुआ है। केंद्र सरकार के विरोध में देशभर के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं कई स्वतंत्र ट्रेड यूनियन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार और मंगलवार (28-29 मार्च) को हड़ताल कर रहे हैं। इनमें बैंक, बीमा, राज्य, केंद्र, बीएसएनएल, आयकर, पोस्ट ऑफिस, कोयला, रक्षा, आशा, उषा, आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजनकर्मी, मेडिकल री-प्रेजेंटेटिव, खेत, खदान, भवन निर्माण एवं अन्य संस्थानों में कार्यरत ट्रेड यूनियन के कर्मचारी शामिल हैं। हड़ताल से सबसे अधिक बैंक प्रभावित हुए हैं, क्योंकि बैंक कर्मचारी भी इस हड़ताल में शामिल हैं। अधिकारियों के संगठनों ने भी हड़ताल को समर्थन दिया है। ऐसे में भले ही सोमवार को बैंक खुल गए हैं, लेकिन कामकाज रुक गया है। मध्यप्रदेश बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन के महासचिव वी.के. शर्मा ने बताया कि ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन एवं बैंक एम्प्लाईज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों का समर्थन करते हुए और बैंककर्मियों एवं बैंकिंग उद्योग की मांगों के निराकरण के लिए दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का आह्वान किया है। हड़ताल के पूर्व हड़ताल पर जा रहे तीनों संगठनों की स्थानीय इकाई प्रदर्शन कर चुकी है। वहीं, सोमवार सुबह कर्मचारियों ने नीलम पार्क में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को बैंक, बीमा, बीएसएनएल, पोस्ट ऑफिस समेत कई केंद्रीय श्रम संगठनों से संबंधित कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों का यह आंदोलन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर है। इससे राजधानी की करीब बैंक शाखाओं का कामकाज प्रभावित हुआ है। केंद्र सरकार के विरोध में देशभर के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं कई स्वतंत्र ट्रेड यूनियन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार और मंगलवार (28-29 मार्च) को हड़ताल कर रहे हैं। इनमें बैंक, बीमा, राज्य, केंद्र, बीएसएनएल, आयकर, पोस्ट ऑफिस, कोयला, रक्षा, आशा, उषा, आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजनकर्मी, मेडिकल री-प्रेजेंटेटिव, खेत, खदान, भवन निर्माण एवं अन्य संस्थानों में कार्यरत ट्रेड यूनियन के कर्मचारी शामिल हैं। हड़ताल से सबसे अधिक बैंक प्रभावित हुए हैं, क्योंकि बैंक कर्मचारी भी इस हड़ताल में शामिल हैं। अधिकारियों के संगठनों ने भी हड़ताल को समर्थन दिया है। ऐसे में भले ही सोमवार को बैंक खुल गए हैं, लेकिन कामकाज रुक गया है। मध्यप्रदेश बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन के महासचिव वी.के. शर्मा ने बताया कि ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन एवं बैंक एम्प्लाईज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों का समर्थन करते हुए और बैंककर्मियों एवं बैंकिंग उद्योग की मांगों के निराकरण के लिए दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का आह्वान किया है। हड़ताल के पूर्व हड़ताल पर जा रहे तीनों संगठनों की स्थानीय इकाई प्रदर्शन कर चुकी है। वहीं, सोमवार सुबह कर्मचारियों ने नीलम पार्क में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को बैंक, बीमा, बीएसएनएल, पोस्ट ऑफिस समेत कई केंद्रीय श्रम संगठनों से संबंधित कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों का यह आंदोलन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर है। इससे राजधानी की करीब बैंक शाखाओं का कामकाज प्रभावित हुआ है। केंद्र सरकार के विरोध में देशभर के 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं कई स्वतंत्र ट्रेड यूनियन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार और मंगलवार (28-29 मार्च) को हड़ताल कर रहे हैं। इनमें बैंक, बीमा, राज्य, केंद्र, बीएसएनएल, आयकर, पोस्ट ऑफिस, कोयला, रक्षा, आशा, उषा, आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजनकर्मी, मेडिकल री-प्रेजेंटेटिव, खेत, खदान, भवन निर्माण एवं अन्य संस्थानों में कार्यरत ट्रेड यूनियन के कर्मचारी शामिल हैं। हड़ताल से सबसे अधिक बैंक प्रभावित हुए हैं, क्योंकि बैंक कर्मचारी भी इस हड़ताल में शामिल हैं। अधिकारियों के संगठनों ने भी हड़ताल को समर्थन दिया है। ऐसे में भले ही सोमवार को बैंक खुल गए हैं, लेकिन कामकाज रुक गया है। मध्यप्रदेश बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन के महासचिव वी.के. शर्मा ने बताया कि ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन एवं बैंक एम्प्लाईज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों का समर्थन करते हुए और बैंककर्मियों एवं बैंकिंग उद्योग की मांगों के निराकरण के लिए दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का आह्वान किया है। हड़ताल के पूर्व हड़ताल पर जा रहे तीनों संगठनों की स्थानीय इकाई प्रदर्शन कर चुकी है। वहीं, सोमवार सुबह कर्मचारियों ने नीलम पार्क में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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सागर। सागर के डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में नमाज विवाद ने तूल पकड़ लिया है। फाइनल ईयर की छात्रा द्वारा हिजाब पहनकर क्लास रूम में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। शनिवार को कुछ संगठनों ने परिसर में बने मंदिर में हनुमान चालीसा पाठ किया। इधर, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति बनाई। ये समिति 3 दिन में रिपोर्ट देगी। प्राप्त जानकारी की अनुसार दमोह की छात्रा एजुकेशन डिपार्टमेंट से बीएससी बीएड कर रही है। इस साल उसका फाइनल ईयर है। छात्रा हिजाब में यूनिवर्सिटी आती है। शुक्रवार दोपहर को जब वह क्लास रूम के अंदर नमाज पढ़ रही थी, तभी किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध करते हुए नारेबाजी की। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में बने शंकर मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी ने कहा कि विश्वविद्यालय में जानबूझकर नमाज पढ़ी गई है। यदि ऐसा ही होता रहा तो हर क्लास के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को जेएनयू बनाने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ प्रोफेसर भी इसमें शामिल हैं। सबूत मिलने पर उन प्रोफेसर्स के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, इस मामले में डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। समिति बनाकर जांच करा रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि विश्वविद्यालय में कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं की जाए, जिससे सौहार्द्र बिगड़े। अपने निजी कार्य अपने घर पर करें, क्योंकि विश्वविद्यालय पढ़ने-लिखने के लिए है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
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इंदौर। पूरे देश में इंदौर सबसे स्वच्छ शहर के रूप में प्रसिद्ध है। स्वच्छता के लिए लगातार पांच वर्ष से नंबर वन रहे इंदौर के मॉडल को देश के अन्य शहराें में अपनाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से विश्व बैंक के सहयोग से अध्ययन करने के लिए एक टीम ने शुक्रवार को शहर दाैरा किया। इस टीम ने स्वच्छता के लिए नगर में सर्वे एवं अध्ययन किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया गया था। केंद्र सरकार इसी तर्ज पर देश के विभिन्न शहरों में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने का प्रयास कर रही है। स्वच्छता में इंदौर मॉडल को अन्य शहरों में भी अपनाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर के मॉडल का अध्ययन करने के लिए शुक्रवार को विश्व बैंक की एक टीम इंदौर पहुंची। टीम के सदस्यों ने कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह से भेंट की। कलेक्टर ने विश्व बैंक की टीम के सदस्यों को इंदौर शहर में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट सेग्रिगेशन तथा बायो सीएनजी प्लांट के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में जो सफलता हासिल की है, उसमें शहर की जनता का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जनप्रतिनिधियों, मीडिया, प्रशासन एवं नागरिकों के सहयोग और समन्वय से इंदौर लगातार पांच बार से स्वच्छता में नंबर वन आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से इंदौर शहर के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने देशभर से लगभग 600 से 700 लोकल बॉडीज तथा विभिन्न देशों से 40 से अधिक डेलिगेट्स इंदौर का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर बायो सीएनजी प्लांट के हाई कैलोरीफिक वैल्यू का सबसे महत्वपूर्ण घटक इंदौर का उच्च गुणवत्ता का वेस्ट सेग्रिगेशन है, जो यूरोपियन देशों की तुलना में भी कई गुना ज्यादा बेहतर है। विश्व बैंक की टीम ने इंदौर में स्थापित बायो सीएनजी प्लांट एवं उच्च गुणवत्ता के वेस्ट सेग्रिगेशन का अध्ययन किया जाएगा।
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इंदौर। पूरे देश में इंदौर सबसे स्वच्छ शहर के रूप में प्रसिद्ध है। स्वच्छता के लिए लगातार पांच वर्ष से नंबर वन रहे इंदौर के मॉडल को देश के अन्य शहराें में अपनाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से विश्व बैंक के सहयोग से अध्ययन करने के लिए एक टीम ने शुक्रवार को शहर दाैरा किया। इस टीम ने स्वच्छता के लिए नगर में सर्वे एवं अध्ययन किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया गया था। केंद्र सरकार इसी तर्ज पर देश के विभिन्न शहरों में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने का प्रयास कर रही है। स्वच्छता में इंदौर मॉडल को अन्य शहरों में भी अपनाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर के मॉडल का अध्ययन करने के लिए शुक्रवार को विश्व बैंक की एक टीम इंदौर पहुंची। टीम के सदस्यों ने कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह से भेंट की। कलेक्टर ने विश्व बैंक की टीम के सदस्यों को इंदौर शहर में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट सेग्रिगेशन तथा बायो सीएनजी प्लांट के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में जो सफलता हासिल की है, उसमें शहर की जनता का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जनप्रतिनिधियों, मीडिया, प्रशासन एवं नागरिकों के सहयोग और समन्वय से इंदौर लगातार पांच बार से स्वच्छता में नंबर वन आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से इंदौर शहर के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने देशभर से लगभग 600 से 700 लोकल बॉडीज तथा विभिन्न देशों से 40 से अधिक डेलिगेट्स इंदौर का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर बायो सीएनजी प्लांट के हाई कैलोरीफिक वैल्यू का सबसे महत्वपूर्ण घटक इंदौर का उच्च गुणवत्ता का वेस्ट सेग्रिगेशन है, जो यूरोपियन देशों की तुलना में भी कई गुना ज्यादा बेहतर है। विश्व बैंक की टीम ने इंदौर में स्थापित बायो सीएनजी प्लांट एवं उच्च गुणवत्ता के वेस्ट सेग्रिगेशन का अध्ययन किया जाएगा।
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इंदौर। पूरे देश में इंदौर सबसे स्वच्छ शहर के रूप में प्रसिद्ध है। स्वच्छता के लिए लगातार पांच वर्ष से नंबर वन रहे इंदौर के मॉडल को देश के अन्य शहराें में अपनाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से विश्व बैंक के सहयोग से अध्ययन करने के लिए एक टीम ने शुक्रवार को शहर दाैरा किया। इस टीम ने स्वच्छता के लिए नगर में सर्वे एवं अध्ययन किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया गया था। केंद्र सरकार इसी तर्ज पर देश के विभिन्न शहरों में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने का प्रयास कर रही है। स्वच्छता में इंदौर मॉडल को अन्य शहरों में भी अपनाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर के मॉडल का अध्ययन करने के लिए शुक्रवार को विश्व बैंक की एक टीम इंदौर पहुंची। टीम के सदस्यों ने कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह से भेंट की। कलेक्टर ने विश्व बैंक की टीम के सदस्यों को इंदौर शहर में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट सेग्रिगेशन तथा बायो सीएनजी प्लांट के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में जो सफलता हासिल की है, उसमें शहर की जनता का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जनप्रतिनिधियों, मीडिया, प्रशासन एवं नागरिकों के सहयोग और समन्वय से इंदौर लगातार पांच बार से स्वच्छता में नंबर वन आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से इंदौर शहर के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने देशभर से लगभग 600 से 700 लोकल बॉडीज तथा विभिन्न देशों से 40 से अधिक डेलिगेट्स इंदौर का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर बायो सीएनजी प्लांट के हाई कैलोरीफिक वैल्यू का सबसे महत्वपूर्ण घटक इंदौर का उच्च गुणवत्ता का वेस्ट सेग्रिगेशन है, जो यूरोपियन देशों की तुलना में भी कई गुना ज्यादा बेहतर है। विश्व बैंक की टीम ने इंदौर में स्थापित बायो सीएनजी प्लांट एवं उच्च गुणवत्ता के वेस्ट सेग्रिगेशन का अध्ययन किया जाएगा।
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इंदौर। पूरे देश में इंदौर सबसे स्वच्छ शहर के रूप में प्रसिद्ध है। स्वच्छता के लिए लगातार पांच वर्ष से नंबर वन रहे इंदौर के मॉडल को देश के अन्य शहराें में अपनाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से विश्व बैंक के सहयोग से अध्ययन करने के लिए एक टीम ने शुक्रवार को शहर दाैरा किया। इस टीम ने स्वच्छता के लिए नगर में सर्वे एवं अध्ययन किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया गया था। केंद्र सरकार इसी तर्ज पर देश के विभिन्न शहरों में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने का प्रयास कर रही है। स्वच्छता में इंदौर मॉडल को अन्य शहरों में भी अपनाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर के मॉडल का अध्ययन करने के लिए शुक्रवार को विश्व बैंक की एक टीम इंदौर पहुंची। टीम के सदस्यों ने कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह से भेंट की। कलेक्टर ने विश्व बैंक की टीम के सदस्यों को इंदौर शहर में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट सेग्रिगेशन तथा बायो सीएनजी प्लांट के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में जो सफलता हासिल की है, उसमें शहर की जनता का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जनप्रतिनिधियों, मीडिया, प्रशासन एवं नागरिकों के सहयोग और समन्वय से इंदौर लगातार पांच बार से स्वच्छता में नंबर वन आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से इंदौर शहर के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने देशभर से लगभग 600 से 700 लोकल बॉडीज तथा विभिन्न देशों से 40 से अधिक डेलिगेट्स इंदौर का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर बायो सीएनजी प्लांट के हाई कैलोरीफिक वैल्यू का सबसे महत्वपूर्ण घटक इंदौर का उच्च गुणवत्ता का वेस्ट सेग्रिगेशन है, जो यूरोपियन देशों की तुलना में भी कई गुना ज्यादा बेहतर है। विश्व बैंक की टीम ने इंदौर में स्थापित बायो सीएनजी प्लांट एवं उच्च गुणवत्ता के वेस्ट सेग्रिगेशन का अध्ययन किया जाएगा।
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इंदौर। पूरे देश में इंदौर सबसे स्वच्छ शहर के रूप में प्रसिद्ध है। स्वच्छता के लिए लगातार पांच वर्ष से नंबर वन रहे इंदौर के मॉडल को देश के अन्य शहराें में अपनाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से विश्व बैंक के सहयोग से अध्ययन करने के लिए एक टीम ने शुक्रवार को शहर दाैरा किया। इस टीम ने स्वच्छता के लिए नगर में सर्वे एवं अध्ययन किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया गया था। केंद्र सरकार इसी तर्ज पर देश के विभिन्न शहरों में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने का प्रयास कर रही है। स्वच्छता में इंदौर मॉडल को अन्य शहरों में भी अपनाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर के मॉडल का अध्ययन करने के लिए शुक्रवार को विश्व बैंक की एक टीम इंदौर पहुंची। टीम के सदस्यों ने कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह से भेंट की। कलेक्टर ने विश्व बैंक की टीम के सदस्यों को इंदौर शहर में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट सेग्रिगेशन तथा बायो सीएनजी प्लांट के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में जो सफलता हासिल की है, उसमें शहर की जनता का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जनप्रतिनिधियों, मीडिया, प्रशासन एवं नागरिकों के सहयोग और समन्वय से इंदौर लगातार पांच बार से स्वच्छता में नंबर वन आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से इंदौर शहर के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने देशभर से लगभग 600 से 700 लोकल बॉडीज तथा विभिन्न देशों से 40 से अधिक डेलिगेट्स इंदौर का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर बायो सीएनजी प्लांट के हाई कैलोरीफिक वैल्यू का सबसे महत्वपूर्ण घटक इंदौर का उच्च गुणवत्ता का वेस्ट सेग्रिगेशन है, जो यूरोपियन देशों की तुलना में भी कई गुना ज्यादा बेहतर है। विश्व बैंक की टीम ने इंदौर में स्थापित बायो सीएनजी प्लांट एवं उच्च गुणवत्ता के वेस्ट सेग्रिगेशन का अध्ययन किया जाएगा।
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इंदौर। पूरे देश में इंदौर सबसे स्वच्छ शहर के रूप में प्रसिद्ध है। स्वच्छता के लिए लगातार पांच वर्ष से नंबर वन रहे इंदौर के मॉडल को देश के अन्य शहराें में अपनाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से विश्व बैंक के सहयोग से अध्ययन करने के लिए एक टीम ने शुक्रवार को शहर दाैरा किया। इस टीम ने स्वच्छता के लिए नगर में सर्वे एवं अध्ययन किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया गया था। केंद्र सरकार इसी तर्ज पर देश के विभिन्न शहरों में बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने का प्रयास कर रही है। स्वच्छता में इंदौर मॉडल को अन्य शहरों में भी अपनाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। इसी क्रम में इंदौर के मॉडल का अध्ययन करने के लिए शुक्रवार को विश्व बैंक की एक टीम इंदौर पहुंची। टीम के सदस्यों ने कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह से भेंट की। कलेक्टर ने विश्व बैंक की टीम के सदस्यों को इंदौर शहर में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट सेग्रिगेशन तथा बायो सीएनजी प्लांट के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में जो सफलता हासिल की है, उसमें शहर की जनता का महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जनप्रतिनिधियों, मीडिया, प्रशासन एवं नागरिकों के सहयोग और समन्वय से इंदौर लगातार पांच बार से स्वच्छता में नंबर वन आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से इंदौर शहर के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने देशभर से लगभग 600 से 700 लोकल बॉडीज तथा विभिन्न देशों से 40 से अधिक डेलिगेट्स इंदौर का भ्रमण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर बायो सीएनजी प्लांट के हाई कैलोरीफिक वैल्यू का सबसे महत्वपूर्ण घटक इंदौर का उच्च गुणवत्ता का वेस्ट सेग्रिगेशन है, जो यूरोपियन देशों की तुलना में भी कई गुना ज्यादा बेहतर है। विश्व बैंक की टीम ने इंदौर में स्थापित बायो सीएनजी प्लांट एवं उच्च गुणवत्ता के वेस्ट सेग्रिगेशन का अध्ययन किया जाएगा।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। गत 18 मार्च को होली की रात रायसेन जिले के खमरिया खुर्द गांव में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में चली गोलियों से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में एक और घायल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रायसेन उपद्रव में यह दूसरी मौत है। रायसेन के खमरिया खुर्द गांव में होली की रात उपद्रव हुआ था। दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में राजू आदिवासी नामक युवक की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने बड़े भाई के सामने उसे गोली मार दी और ट्रैक्टर से रौंद दिया था। इस हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें से अधिकांश का भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। गुरुवार को गोली लगने से घायल 65 वर्षीय बुजुर्ग हरि सिंह ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में औबेदुल्ला खां हेरीटैज कप हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को तीन मुकाबले खेले गए। पहला मैच सेन्ट्रल सेक्रेटिएट और आर्मी इलेवन के मध्य हुआ। जिसमें आर्मी इलेवन ने सेन्ट्रल सेक्रेटिएट को 3-2 से परास्त किया। दूसरा मुकाबला म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य 1-1 से बराबरी पर रहा। तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें के मध्य खेला गया। इस मुकाबले को इंडियन रेल्वे ने एकतरफा 14-0 से जीत लिया। एडीजी विपिन माहेश्वरी, संजीव शमी तथा आईआरएस के आदेश राय ने प्लेयर ऑफ द मैच खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। पहला मुकाबला - सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन टूर्नामेंट के तीसरे दिन बुधवार को पहला मुकाबला सेन्ट्रल सेक्रेटिएट विरूद्ध आर्मी इलेवन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर के 6वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी हरमान सिंह ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इसके तुरंत बाद ही 7वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के खिलाड़ी अनिकेत गुराव ने फील्ड गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच के दूसरे और तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में सेन्ट्रल सेक्रेटिएट के कप्तान मचालाह पी.ए. ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 से बढ़त दिलायी। मैच के 57वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी सैमजेय टोप्पो ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। मैच के 60वें मिनट में आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए फील्ड गोल किया और आर्मी इलेवन ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच आर्मी इलेवन के खिलाड़ी जोबनप्रीत सिंह रहे। उन्हें एडीजी संजीव शमी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। दूसरा मुकाबला - एम.पी. हॉकी अकादमी विरूद्ध आर्मी ग्रीन प्रतियोगिता के अंतर्गत दूसरा रोमांचक मुकाबला म.प्र. हॉकी अकादमी और आर्मी ग्रीन के मध्य खेला गया। इस मुकाबले के पहले क्वार्टर दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी। मैच के दूसरे क्वार्टर के 17वें मिनट में आर्मी ग्रीन के खिलाड़ी जॉनी जसरोतिया ने पेनॉल्टी कार्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। मैच के तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 53वें मिनट में म.प्र. अकादमी के खिलाड़ी सद्दाम अहमद ने फील्ड गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रही और यह मुकाबला ड्रा रहा। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच म.प्र. राज्य पुरूष हॉकी अकादमी के खिलाड़ी तेलम प्रीयोबर्ता रहे। उन्हें एडीजी विपिन महेश्वरी ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। तीसरा मुकाबला - मध्य प्रदेश हॉकी विरूद्ध इंडियन रेल्वें प्रतियोगिता के अंतर्गत तीसरा मुकाबला मध्य प्रदेश हॉकी और इंडियन रेल्वें की मध्य खेला गया। इस मुकाबले में इंडियन रेल्वें की टीम पूरे समय प्रतिद्धंदी टीम पर बढ़त बनाये रही और मुकाबला 14-0 से अपने नाम किया। इस मैच के पहले क्वार्टर के तीसरे मिनट में इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी सैय्यद नियाज रहीम ने पहला फील्ड गोल, 6वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने दूसरा फील्ड गोल, 13वें मिनट में परमप्रीत ने पेनॉल्टी कार्नर से तीसरा गोल किया। मैच के दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में अर्जून शर्मा ने चौथा फील्ड गोल, 28वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने पांचवा फील्ड गोल, 29वें मिनट में गोपी कुमार सोनकर ने छठवां फील्ड गोल किया। मैच के तीसरे क्वार्टर के 35वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने सातवां फील्ड गोल, 37वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से आठवां गोल, 38वें मिनट में रिमांशू ने नौवा फील्ड गोल, 43वें मिनट में मोहित ने 10वां फील्ड गोल किया। मैच के चौथे और अंतिम क्वार्टर के 48वें मिनट में मोहित ने 11वां फील्ड गोल, 51वें मिनट में परमप्रीत सिंह ने पेनॉल्टी कार्नर से 12वां गोल, 53वें मिनट में युवराज वाल्मिकी ने 13वां फील्ड गोल तथा मैच के 58वें मिनट में अर्जुन शर्मा ने 14वां फील्ड गोल कर मध्य प्रदेश हॉकी को एकतरफा 14-0 से करारी शिकस्त दी। इस मैच के प्लेयर ऑफ दी मैच इंडियन रेल्वें के खिलाड़ी अर्जुन शर्मा रहे। उन्हें आईआरएस ऑफिसर आदेश राय ने पांच हजार रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। गुरुवार को खेले जाने वाले मुकाबले टूर्नामेंट में गुरुवार, 24 मार्च को पहला मुकाबला पंजाब एण्ड सिंध बैक विरूद्ध इंडियन ऑयल, 12.30 बजे, दूसरा मुकाबला जीएसटी हॉकी चैन्नई विरूद्ध आर्मी ग्रीन, अपरांह 2.30 बजे तथा तीसरा मुकाबला इंडियन नेवी विरूद्ध आर्मी इलेवन 4.30 बजे खेला जायेगा।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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अनूपपुर। हर साल भाई दूज होली के दूसरे दिन मनाई जाती है, लेकिन इस बार द्वितीया तिथि का सूर्य उदय 20 मार्च को होने के कारण भाई दूज का त्योहार रविवार को मनाया गया। भाई दूज पर बहनें भाइयों को तिलक कर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। जिलेभर में रंगों का पावन पर्व दो दिन हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाने के बाद होली की दूज के दिन भाई बहनों ने प्रात:काल स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर श्री विष्णु और गणेश जी की पूजा किया। इसके बाद तिलक करने के लिए आरती का थाल सजाया, जिसमें कुमकुम, सिंदूर, अक्षत, चंदन, फल, फूल, मिठाई, काले चने, सुपारी या सूखा गोला आदि रखा। फिर भाई को चौक पर बैठाकर शुभ मुहूर्त में तिलक किया। तिलक के बाद पान, सुपारी, गोला, बताशे, फल, फूल, मिठाई और चने आदि सभी चीजें भाई को दी। इसके बाद भाई की आरती कर उनका मुंह भी मीठा कराया। पूजा के बाद भाई ने भी अपनी बहनों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उपहार आदि देकर उनकी रक्षा का वचन दिया। फिर भाई को बहन ने भोजन कराया। ज्योतिष के अनुसार कई घरों के बाहर गोबर की दूज भी बनाई गई थी। जहां इनकी विधि-विधान से पूजा की गई थी। बाजारों में रही रौनक भाई दूज के त्यौहार के चलते सुबह से ही बाजारों में खासी रौनक रही है। मिठाई की दुकानों के साथ ही गिफ्ट शाप पर भी खासी भीड़ लगी रही। लोग बड़ी संख्या में बहनों के लिए गिफ्ट लेने पहुंचे थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सूरज के तेवर तीखे हो गए हैं और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं के कारण यहां भीषण गर्मी शुरू हो गई है। शनिवार को सुबह से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी पड़ रही है। खरगौन और होशंगाबाद में तो पारा 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री के ज्यादा दर्ज किया गया। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया ने बताया कि हवाओं के पश्चिम की ओर चलने की वजह से मौसम लगातार गर्म हो रहा है। हालांकि, उन्होंने संभावना जताई है कि आने वाले समय में हवाओं की दिशा उत्तर-पूर्वी होगी और फिर गर्मी से हल्की राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में हवाओं की दिशा बदलने से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत ज्यादातर जिलों के दिन-रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। दमोह में शुक्रवार की रात सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 16 शहरों में रात का पारा 20 डिग्री के पार रहा। उधर, प्रदेश में दिन में भी तेज गर्मी पड़ रही है। खरगोन सबसे गर्म रहा। यहां पर दिन का तापमान 42.5 डिग्री पर पहुंच गया। इसके अलावा राज्य के सात शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। नर्मदापुरम, उज्जैन, रतलाम, धार और खरगोन में लू के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की रात दमोह में न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसके बाद सीधी, सागर, सतना में पारा 23 डिग्री के पार है। राजधानी भोपाल में तापमान 21 डिग्री पर पहुंच गया है। एक ही रात में यहां 3 डिग्री पारा बढ़ गया। इंदौर, जबलपुर, दतिया, गुना, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नौगांव, सिवनी, टीकमगढ़ और उमरिया में तापमान 20 डिग्री से ऊपर है। ग्वालियर, उज्जैन में पारा 20 डिग्री से नीचे चल रहे हैं। वहीं, शनिवार को नर्मदापुरम यानी होशंगाबाद में दिन का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा धार, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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उज्जैन। कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध समाप्त होने के कारण मध्य प्रदेश में दो साल बाद इस बार होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। आगामी 17 मार्च की रात में होलिका दहन होगा, जबकि अगले दिन 18 मार्च को लोग रंग-गुलाल से होली खेलेंगे। इस बार भी परम्परा के मुताबिक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में देशभर में सबसे पहले होली खेली जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उल्लेखनीयहै कि महाकाल की नगरी उज्जैन में देश में सबसे सभी त्यौहार मनाए जाते हैं। चाहे दीपावली हो, रक्षा बंधन या फिर होली, सभी त्यौहारों की शुरुआत सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन से होती है। वर्षों से यह परम्परा चली आ रही है। इस बार होली का पर्व महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में देशभर में सबसे पहले मनाया जाएगा। संध्याकालीन आरती के बाद होलिका दहन होता है. इसके लिए किसी प्रकार का मुहूर्त नहीं देखा जाता है। इस बार यहां 17 मार्च को शाम 7 बजे होलिका दहन किया जाएगा। इसके साथ ही भगवान महाकाल को हर्बल गुलाल अर्पित कर मंदिर में होली खेलने की शुरुआत होगी। वहीं, अगले दिन भस्मारती के समय सुबह 4.00 बजे मंदिर के प्रागंण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसके लिए टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं। माना जाता है कि महाकाल के आंगन में होली पर विशेष तरह की पूजा-अर्चना करने से दुख, दरिद्रता और संकट का नाश होता है। होली पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से काफी लाभ प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिनेश गुरु ने बताया कि होली का पर्व प्राचीन समय से ही लोगों में काफी लोकप्रिय है। इस त्यौहार पर पूजा अर्चना करने का भी विशेष विधान है। अगर होली पर्व पर श्रद्धालु भगवान के रंग में रंग जाए और भगवान के साथ सच्चे मन से होली खेल ले तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग रंगों का शास्त्रों में अलग-अलग महत्व बताया गया है। पुजारी दिनेश गुरु का कहना है कि भगवान को लाल रंग चढ़ाने से कोर्ट कचहरी संबंधी मामले में लाभ मिलता है। इसके अलावा हरा रंग चढ़ाने से घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और घर में सुख शांति रहती है। इसी तरह सफेद रंग चढ़ाने से मन को शांति और सुख समृद्धि मिलती है। भगवान के साथ होली खेलने वाले श्रद्धालुओं को मन के मुताबिक फल की प्राप्ति होती है। भगवान महाकाल के दरबार में हर साल होली खेलने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के चलते महाकाल मंदिर में केवल पुजारियों द्वारा ही होली खेली गई। श्रद्धालु होली उत्सव में शामिल नहीं हो पाए थे, लेकिन इस वर्ष सभी प्रतिबंध हट गए हैं। इसलिए इस बार श्रद्धालु महाकाल के आंगन में होली खेल सकेंगे। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के इस होली उत्सव को मनाने के साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचने की संभावना है।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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अनूपपुर। नर्मदा दर्शन के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो टुकडों में बंट गई और उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो घायलों को राजेंद्रग्राम अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार सौरभ शर्मा अपनी नई कार से दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दर्शन के लिए अमरकंटक जा रहे थे। जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकरा गई और दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवासी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनों निवासी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनों सामने बैठे थे। घटना के समय कार का एयर बैग खुलने से दोनों की जान बच गई।
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नर्मदापुरम। जिले के बाबई कस्बे में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक दरगाह पर भगवा रंग पोतकर माहौल खराब करने की कोशिश की। इससे आक्रोशित मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रविवार सुबह सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बाबई कस्बे में सेमरी हरचंद रोड पर स्थित एक मजार पर शनिवार रात किसी अराजकतत्व ने भगवा रंग पोत दिया। इसके साथ ही दरगाह में तोड़फोड़ भी की गई। रविवार सुबह जब इसकी जानकारी लगी, तो मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, कस्बे में बनी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बाबई पहुंच गए हैं।
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नर्मदापुरम। जिले के बाबई कस्बे में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक दरगाह पर भगवा रंग पोतकर माहौल खराब करने की कोशिश की। इससे आक्रोशित मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रविवार सुबह सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बाबई कस्बे में सेमरी हरचंद रोड पर स्थित एक मजार पर शनिवार रात किसी अराजकतत्व ने भगवा रंग पोत दिया। इसके साथ ही दरगाह में तोड़फोड़ भी की गई। रविवार सुबह जब इसकी जानकारी लगी, तो मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, कस्बे में बनी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बाबई पहुंच गए हैं।
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नर्मदापुरम। जिले के बाबई कस्बे में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक दरगाह पर भगवा रंग पोतकर माहौल खराब करने की कोशिश की। इससे आक्रोशित मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रविवार सुबह सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बाबई कस्बे में सेमरी हरचंद रोड पर स्थित एक मजार पर शनिवार रात किसी अराजकतत्व ने भगवा रंग पोत दिया। इसके साथ ही दरगाह में तोड़फोड़ भी की गई। रविवार सुबह जब इसकी जानकारी लगी, तो मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, कस्बे में बनी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बाबई पहुंच गए हैं।
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नर्मदापुरम। जिले के बाबई कस्बे में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक दरगाह पर भगवा रंग पोतकर माहौल खराब करने की कोशिश की। इससे आक्रोशित मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रविवार सुबह सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बाबई कस्बे में सेमरी हरचंद रोड पर स्थित एक मजार पर शनिवार रात किसी अराजकतत्व ने भगवा रंग पोत दिया। इसके साथ ही दरगाह में तोड़फोड़ भी की गई। रविवार सुबह जब इसकी जानकारी लगी, तो मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए सेमरी हरचंद रोड पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, कस्बे में बनी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बाबई पहुंच गए हैं।
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भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियां कमजोर पड़ गई हैं। इस वजह से अब वातावरण में धीरे-धीरे नमी कम होने लगी है। देर शाम प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी भिंड, मुरैना, नीमच, मंदसौर एवं छिंदवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। शनिवार से अधिकतम तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा, रायसेन एवं गुना में दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में कुछ नमी मिल रही है। इस वजह से शुक्रवार को प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। शुक्रवार शाम तक इन मौसम प्रणालियों के समाप्त होने की संभावना है। इससे मौसम शुष्क होने लगेगा। साथ ही शनिवार से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
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भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियां कमजोर पड़ गई हैं। इस वजह से अब वातावरण में धीरे-धीरे नमी कम होने लगी है। देर शाम प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी भिंड, मुरैना, नीमच, मंदसौर एवं छिंदवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। शनिवार से अधिकतम तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा, रायसेन एवं गुना में दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में कुछ नमी मिल रही है। इस वजह से शुक्रवार को प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। शुक्रवार शाम तक इन मौसम प्रणालियों के समाप्त होने की संभावना है। इससे मौसम शुष्क होने लगेगा। साथ ही शनिवार से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
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भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियां कमजोर पड़ गई हैं। इस वजह से अब वातावरण में धीरे-धीरे नमी कम होने लगी है। देर शाम प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी भिंड, मुरैना, नीमच, मंदसौर एवं छिंदवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। शनिवार से अधिकतम तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा, रायसेन एवं गुना में दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में कुछ नमी मिल रही है। इस वजह से शुक्रवार को प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। शुक्रवार शाम तक इन मौसम प्रणालियों के समाप्त होने की संभावना है। इससे मौसम शुष्क होने लगेगा। साथ ही शनिवार से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
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भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियां कमजोर पड़ गई हैं। इस वजह से अब वातावरण में धीरे-धीरे नमी कम होने लगी है। देर शाम प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी भिंड, मुरैना, नीमच, मंदसौर एवं छिंदवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। शनिवार से अधिकतम तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा, रायसेन एवं गुना में दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में कुछ नमी मिल रही है। इस वजह से शुक्रवार को प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। शुक्रवार शाम तक इन मौसम प्रणालियों के समाप्त होने की संभावना है। इससे मौसम शुष्क होने लगेगा। साथ ही शनिवार से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
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भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियां कमजोर पड़ गई हैं। इस वजह से अब वातावरण में धीरे-धीरे नमी कम होने लगी है। देर शाम प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी भिंड, मुरैना, नीमच, मंदसौर एवं छिंदवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। शनिवार से अधिकतम तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा, रायसेन एवं गुना में दर्ज किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में कुछ नमी मिल रही है। इस वजह से शुक्रवार को प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। शुक्रवार शाम तक इन मौसम प्रणालियों के समाप्त होने की संभावना है। इससे मौसम शुष्क होने लगेगा। साथ ही शनिवार से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
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रतलाम। बुधवार रात हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से रतलाम ग्रामीण के अनेक गांवों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, तो वहीं आकाशीय बिजली गिरनेे से एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। चौराना के युवा किसान तोफान सिंह सोलंकी ने बताया कि गेहूं, चना, लहसुन, प्याज तथा अन्य सभी रबी फसलों को अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है जिसका राजस्व तथा कृषि विभाग की संयुक्त टीम के साथ मिलकर सर्वे करवाया जा रहा है। ताल क्षेत्र में भी असमय बारिश एवं तेज हवा चलने के कारण फसल नुकसानी के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुश्री मनीषा वास्कले ने ग्राम बामनखेड़ी, बरखेड़ाकला, कराडिया, जलोदिया आदि ग्रामों में भ्रमण कर फसलों का निरीक्षण किया। इस दौरान नायब तहसीलदार मुकेश सोनी, राजस्व निरीक्षक घनश्याम लोहार एवं संबंधित ग्राम मोर्चा पटवारी मौजूद रहे। सुश्री वास्कले ने सभी संबंधित मोझा पटवारियों को निर्देशित किया कि फसल नुकसानी के संबंध में शीघ्र प्रतिवेेदन प्रस्तुत करें। ज्ञातव्य है बुधवार रात को तेज हवा के साथ हुई बारिश में धामनोद में 29 वर्षीय सुनील पुत्र शिवनारायण की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। बारिश मूसलाधार थी जो करीब एक से डेढ़ घंटे तक रतलाम सहित कई ग्रामों में कड़कड़ाती बिजली के साथ हुई। काफी समय तक विद्युत प्रवाह भी इसी कारण बंद रहा। किसानों का कहना है कि इस असमय बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है तथा गेहूं की खड़ी फसल आंधी की वजह से चौपट हो गई। किसानों ने अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों का आंकलन कर मुुआवजा दिलाने की मांग प्रशासन से की है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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भोपाल। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) बैच-2009 की अधिकारी प्रियंका दीक्षित को भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बुधवार को अपना कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व प्रियंका दीक्षित उप-मुख्य यातायात प्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी के पदों पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुकी हैं। निवर्तमान वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश की भोपाल मंडल में ही पीओ (आरसीटी) के पद पर नवीन पदस्थापना की गई है और उनकी जगह प्रियंका दीक्षित को पदस्थ किया गया है। प्रियंका दीक्षित आईआरटीएस बैच-2009 की अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी रेल सेवा वर्ष-2012 से सिकंदराबाद मण्डल में सहायक परिचालन प्रबंधक के पद से प्रांरभ की। वे वर्ष-2013 से पश्चिम मध्य रेल में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। उनके वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक के पद पर पदस्थापना से वाणिज्य विभाग सहित मण्डल के अधिकारियों-कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।
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सिवनी। जिले के बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम खापा सीतापार (मोहगांव) से लगे जंगलों में बुधवार की सुबह अलग-अलग टुकडों में एक व्यक्ति का शव मिला। ग्रामीणों के अनुसार यह घटनाक्रम बाघ के हमले से हुआ है। ग्रामीणाों के अनुसार मंगलवार को सीतापार निवासी रघुनाथ परते जंगल की ओर गाय चराने गया था। शाम को उसकी गाय तो घर वापस आ गई, लेकिन वह नही आया। जिसकी तलाश ग्रामीणों ने मंगलवार की देर रात्रि तक की, लेकिन कोई पता नहीं चला। जिसके बाद बुधवार की सुबह जब ग्रामीण जंगल में रघुनाथ परते को ढूढ रहे थे इसी दौरान उन्हें अलग-अलग जगह में हाथ पैर सर मिले । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के अमले को की है। ग्रामीणों के अनुसार यह शव रघुनाथ परते का है। इस घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है वहीं विभागीय अमला अभी तक घटना स्थल पर नही पहुंचा है। मुख्यवनसंरक्षक वन वृत एस.एस.उद्दे ने हि.स. को बताया कि बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा बाघ के द्वारा एक व्यक्ति का शिकार होने की जानकारी मिली है। घटना स्थल पर वह स्वयं जा रहे है। विभागीय टीम व राजस्व अमला अमला घटना स्थल पर पहुंच चुका है।
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सिवनी। जिले के बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम खापा सीतापार (मोहगांव) से लगे जंगलों में बुधवार की सुबह अलग-अलग टुकडों में एक व्यक्ति का शव मिला। ग्रामीणों के अनुसार यह घटनाक्रम बाघ के हमले से हुआ है। ग्रामीणाों के अनुसार मंगलवार को सीतापार निवासी रघुनाथ परते जंगल की ओर गाय चराने गया था। शाम को उसकी गाय तो घर वापस आ गई, लेकिन वह नही आया। जिसकी तलाश ग्रामीणों ने मंगलवार की देर रात्रि तक की, लेकिन कोई पता नहीं चला। जिसके बाद बुधवार की सुबह जब ग्रामीण जंगल में रघुनाथ परते को ढूढ रहे थे इसी दौरान उन्हें अलग-अलग जगह में हाथ पैर सर मिले । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के अमले को की है। ग्रामीणों के अनुसार यह शव रघुनाथ परते का है। इस घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है वहीं विभागीय अमला अभी तक घटना स्थल पर नही पहुंचा है। मुख्यवनसंरक्षक वन वृत एस.एस.उद्दे ने हि.स. को बताया कि बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा बाघ के द्वारा एक व्यक्ति का शिकार होने की जानकारी मिली है। घटना स्थल पर वह स्वयं जा रहे है। विभागीय टीम व राजस्व अमला अमला घटना स्थल पर पहुंच चुका है।
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सिवनी। जिले के बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम खापा सीतापार (मोहगांव) से लगे जंगलों में बुधवार की सुबह अलग-अलग टुकडों में एक व्यक्ति का शव मिला। ग्रामीणों के अनुसार यह घटनाक्रम बाघ के हमले से हुआ है। ग्रामीणाों के अनुसार मंगलवार को सीतापार निवासी रघुनाथ परते जंगल की ओर गाय चराने गया था। शाम को उसकी गाय तो घर वापस आ गई, लेकिन वह नही आया। जिसकी तलाश ग्रामीणों ने मंगलवार की देर रात्रि तक की, लेकिन कोई पता नहीं चला। जिसके बाद बुधवार की सुबह जब ग्रामीण जंगल में रघुनाथ परते को ढूढ रहे थे इसी दौरान उन्हें अलग-अलग जगह में हाथ पैर सर मिले । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के अमले को की है। ग्रामीणों के अनुसार यह शव रघुनाथ परते का है। इस घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है वहीं विभागीय अमला अभी तक घटना स्थल पर नही पहुंचा है। मुख्यवनसंरक्षक वन वृत एस.एस.उद्दे ने हि.स. को बताया कि बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा बाघ के द्वारा एक व्यक्ति का शिकार होने की जानकारी मिली है। घटना स्थल पर वह स्वयं जा रहे है। विभागीय टीम व राजस्व अमला अमला घटना स्थल पर पहुंच चुका है।
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सिवनी। जिले के बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम खापा सीतापार (मोहगांव) से लगे जंगलों में बुधवार की सुबह अलग-अलग टुकडों में एक व्यक्ति का शव मिला। ग्रामीणों के अनुसार यह घटनाक्रम बाघ के हमले से हुआ है। ग्रामीणाों के अनुसार मंगलवार को सीतापार निवासी रघुनाथ परते जंगल की ओर गाय चराने गया था। शाम को उसकी गाय तो घर वापस आ गई, लेकिन वह नही आया। जिसकी तलाश ग्रामीणों ने मंगलवार की देर रात्रि तक की, लेकिन कोई पता नहीं चला। जिसके बाद बुधवार की सुबह जब ग्रामीण जंगल में रघुनाथ परते को ढूढ रहे थे इसी दौरान उन्हें अलग-अलग जगह में हाथ पैर सर मिले । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के अमले को की है। ग्रामीणों के अनुसार यह शव रघुनाथ परते का है। इस घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है वहीं विभागीय अमला अभी तक घटना स्थल पर नही पहुंचा है। मुख्यवनसंरक्षक वन वृत एस.एस.उद्दे ने हि.स. को बताया कि बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा बाघ के द्वारा एक व्यक्ति का शिकार होने की जानकारी मिली है। घटना स्थल पर वह स्वयं जा रहे है। विभागीय टीम व राजस्व अमला अमला घटना स्थल पर पहुंच चुका है।
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सिवनी। जिले के बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम खापा सीतापार (मोहगांव) से लगे जंगलों में बुधवार की सुबह अलग-अलग टुकडों में एक व्यक्ति का शव मिला। ग्रामीणों के अनुसार यह घटनाक्रम बाघ के हमले से हुआ है। ग्रामीणाों के अनुसार मंगलवार को सीतापार निवासी रघुनाथ परते जंगल की ओर गाय चराने गया था। शाम को उसकी गाय तो घर वापस आ गई, लेकिन वह नही आया। जिसकी तलाश ग्रामीणों ने मंगलवार की देर रात्रि तक की, लेकिन कोई पता नहीं चला। जिसके बाद बुधवार की सुबह जब ग्रामीण जंगल में रघुनाथ परते को ढूढ रहे थे इसी दौरान उन्हें अलग-अलग जगह में हाथ पैर सर मिले । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के अमले को की है। ग्रामीणों के अनुसार यह शव रघुनाथ परते का है। इस घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है वहीं विभागीय अमला अभी तक घटना स्थल पर नही पहुंचा है। मुख्यवनसंरक्षक वन वृत एस.एस.उद्दे ने हि.स. को बताया कि बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा बाघ के द्वारा एक व्यक्ति का शिकार होने की जानकारी मिली है। घटना स्थल पर वह स्वयं जा रहे है। विभागीय टीम व राजस्व अमला अमला घटना स्थल पर पहुंच चुका है।
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सिवनी। जिले के बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम खापा सीतापार (मोहगांव) से लगे जंगलों में बुधवार की सुबह अलग-अलग टुकडों में एक व्यक्ति का शव मिला। ग्रामीणों के अनुसार यह घटनाक्रम बाघ के हमले से हुआ है। ग्रामीणाों के अनुसार मंगलवार को सीतापार निवासी रघुनाथ परते जंगल की ओर गाय चराने गया था। शाम को उसकी गाय तो घर वापस आ गई, लेकिन वह नही आया। जिसकी तलाश ग्रामीणों ने मंगलवार की देर रात्रि तक की, लेकिन कोई पता नहीं चला। जिसके बाद बुधवार की सुबह जब ग्रामीण जंगल में रघुनाथ परते को ढूढ रहे थे इसी दौरान उन्हें अलग-अलग जगह में हाथ पैर सर मिले । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के अमले को की है। ग्रामीणों के अनुसार यह शव रघुनाथ परते का है। इस घटनाक्रम को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है वहीं विभागीय अमला अभी तक घटना स्थल पर नही पहुंचा है। मुख्यवनसंरक्षक वन वृत एस.एस.उद्दे ने हि.स. को बताया कि बरघाट प्रोजेक्ट अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा बाघ के द्वारा एक व्यक्ति का शिकार होने की जानकारी मिली है। घटना स्थल पर वह स्वयं जा रहे है। विभागीय टीम व राजस्व अमला अमला घटना स्थल पर पहुंच चुका है।
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कटनी। स्लीमनाबाद क्षेत्र के सरसवाही गांव की सोसायटी का सेल्समैन डेढ़ करोड़ से अधिक की संपत्ति का मालिक निकला है। यह खुलासा सेल्समैन के घर पर लोकायुक्त टीम द्वारा मारे गए छापे के दौरान हुआ है। लोकायुक्त टीम ने यह कार्रवाई सेल्समैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायतें मिलने पर की है। लोकायुक्त के डीएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि सेल्समैन शिवशंकर दुबे सरसवाही के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। शिकायतों की जांच के लिए लोकायुक्त टीम ने मंगलवार को सेल्समैन के धरवाहा स्थित निवास पर दबिश दी। इसमें सेल्समैन के घर से एलआइसी पालिसी 8 लाख की, 26 लाख 59 हजार 5 सौ की रजिस्ट्री, दो मकान 65 लाख के, नकद एक लाख 27 हजार 660 रुपये मिले हैं। इसके अलावा आभूषण भी मिले हैं। इसकी कुल कीमत 1करोड़ 63 लाख 32 हजार सात सौ इकसठ आंकी गई है। मामले में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज विवेचना में लिया गया है। डीएसपी झरवड़े ने बताया कि अभी जांच चल रही है और अधिक संपत्ति मिलने की गुंजाइश बनी हुई है।
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उज्जैन। सोमवार को भोपाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। जावद से बस में अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ गई एक सहायिका सुशला बैरागी़ लौटते वक्त उज्जैन रुकी और सभी के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन करने गई। उसके बाद वह लापता हो गई। सुशील के साथ आई कार्यकर्ता रंजना पत्नी गोपाल धाकड़ ने बताया कि महाकाल मंदिर के आसपास तलाश करने के बाद उन्होंने मंगलवार को महाकाल थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। अब सुशीला के साथ की 6 महिलाएं उज्जैन रूकी हैं। बाकी बस से जावद रवाना हो गईं। रंजना ने आरोप लगाया कि महाकाल थाना पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला पार्किंग के समीप थी और लोगों से कह रही थी कि उसे जावद बस में बैठा दो। जब किसी ने मदद नहीं की तो वह चली गई। रंजना ने पुलिस को बताया कि सुशीला अपने पति की मौत के बाद से माता-पिता के पास रह रही थी। काफी गरीब है। उसे न तो दस्तखत करना आता है और न ही मोबाइल फोन चलाना।
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उज्जैन। सोमवार को भोपाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। जावद से बस में अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ गई एक सहायिका सुशला बैरागी़ लौटते वक्त उज्जैन रुकी और सभी के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन करने गई। उसके बाद वह लापता हो गई। सुशील के साथ आई कार्यकर्ता रंजना पत्नी गोपाल धाकड़ ने बताया कि महाकाल मंदिर के आसपास तलाश करने के बाद उन्होंने मंगलवार को महाकाल थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। अब सुशीला के साथ की 6 महिलाएं उज्जैन रूकी हैं। बाकी बस से जावद रवाना हो गईं। रंजना ने आरोप लगाया कि महाकाल थाना पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला पार्किंग के समीप थी और लोगों से कह रही थी कि उसे जावद बस में बैठा दो। जब किसी ने मदद नहीं की तो वह चली गई। रंजना ने पुलिस को बताया कि सुशीला अपने पति की मौत के बाद से माता-पिता के पास रह रही थी। काफी गरीब है। उसे न तो दस्तखत करना आता है और न ही मोबाइल फोन चलाना।
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उज्जैन। सोमवार को भोपाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। जावद से बस में अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ गई एक सहायिका सुशला बैरागी़ लौटते वक्त उज्जैन रुकी और सभी के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन करने गई। उसके बाद वह लापता हो गई। सुशील के साथ आई कार्यकर्ता रंजना पत्नी गोपाल धाकड़ ने बताया कि महाकाल मंदिर के आसपास तलाश करने के बाद उन्होंने मंगलवार को महाकाल थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। अब सुशीला के साथ की 6 महिलाएं उज्जैन रूकी हैं। बाकी बस से जावद रवाना हो गईं। रंजना ने आरोप लगाया कि महाकाल थाना पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला पार्किंग के समीप थी और लोगों से कह रही थी कि उसे जावद बस में बैठा दो। जब किसी ने मदद नहीं की तो वह चली गई। रंजना ने पुलिस को बताया कि सुशीला अपने पति की मौत के बाद से माता-पिता के पास रह रही थी। काफी गरीब है। उसे न तो दस्तखत करना आता है और न ही मोबाइल फोन चलाना।
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उज्जैन। सोमवार को भोपाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। जावद से बस में अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ गई एक सहायिका सुशला बैरागी़ लौटते वक्त उज्जैन रुकी और सभी के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन करने गई। उसके बाद वह लापता हो गई। सुशील के साथ आई कार्यकर्ता रंजना पत्नी गोपाल धाकड़ ने बताया कि महाकाल मंदिर के आसपास तलाश करने के बाद उन्होंने मंगलवार को महाकाल थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। अब सुशीला के साथ की 6 महिलाएं उज्जैन रूकी हैं। बाकी बस से जावद रवाना हो गईं। रंजना ने आरोप लगाया कि महाकाल थाना पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला पार्किंग के समीप थी और लोगों से कह रही थी कि उसे जावद बस में बैठा दो। जब किसी ने मदद नहीं की तो वह चली गई। रंजना ने पुलिस को बताया कि सुशीला अपने पति की मौत के बाद से माता-पिता के पास रह रही थी। काफी गरीब है। उसे न तो दस्तखत करना आता है और न ही मोबाइल फोन चलाना।
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भोपाल। पाकिस्तान, पश्चिमी राजस्थान और उत्तरी तमिलनाडु तट पर बने सिस्टम के कारण राजधानी भोपाल, पचमढ़ी और छिंदवाड़ा में बीती रात हल्की से मध्यम बारिश हुई। वहीं, देवास में बिजली गिरने से युवक की मौत हो गई। अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के इंदौर समेत मालवा-निमाड़ के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार 5 मार्च से बने तीन तरफा सिस्टम के कारण राजधानी भोपाल, पचमढ़ी और छिंदवाड़ा में यह बारिश हुई है। 8 मार्च से एक नया सिस्टम सक्रिय हो रहा है, जो एक मजबूत सिस्टम होगा। इसका असर अगले तीन दिनों तक रहेगा। वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास एक ट्रफ के रूप में उत्तर में स्थित है। इससे एक चक्रवातीय सिस्टम पश्चिमी राजस्थान के ऊपर सक्रिय है। वहीं दक्षिणी बांग्लादेश के ऊपर अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। साथ ही, मन्नार की खाड़ी से उत्तरी तमिलनाडु तट तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। 8 मार्च से अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई है। इस सिस्टम के असर से अगले 24 घंटों में बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, धार, उज्जैन, झाबुआ, अलीराजपुर, रतलाम, शाजापुर, आगर, इंदौर, देवास, सीहोर, राजगढ़, रायसेन, बैतूल, छिंदवाड़ा और सिवनी में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी भी दी गई है। देवास में बिजली गिरने से दो गायों और युवक की मौत देवास में सोमवार शाम तेज आंधी के साथ बारिश हुई। यहां के भौरासा थाना क्षेत्र के ग्राम बोलासा में बिजली गिरने से 40 वर्षीय हुकुम सिंह समेत दो गायों की मौत हो गई। वह शाम को खेत पर गायों का दूध दुहने गया था, इसी दौरान आकाशीय बिजली गिर गई।
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उमरिया। एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए जिले के पांच छात्र सकुशल वापस अपने घर लौट आए हैं। इनमें से दो छात्र चार मार्च को वापस आए हैं, जबकि तीन छात्र शनिवार देर रात अपने घर पहुंचे। यहां उनका प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा स्वागत किया। पांचों छात्रों ने यूक्रेन के भयावह हालातों में गुजारे दिनों की याद साझा की। जनसम्पर्क अधिकारी गजेन्द्र द्विवेदी ने रविवार को बताया कि उमरिया जिले के पांच छात्र-उमरिया के लालपुर निवासी सागर मोगरे, चपहा कॉलोनी निवासी सागर प्रजापति, मानपुर निवासी अभय गुप्ता, नौरोजाबाद निवासी स्वतेन्द्र विश्वकर्मा और विकटगंज की शर्लिन गुप्ता यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे। रूस के हमले के बाद पांचों वहां फंसे हुए थे। इनमें सागर मोगरे और साजन प्रजापति 4 मार्च को उमरिया अपने घर पहुंचे, जहां पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा सहित पुलिस स्टाफ ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। वहीं, 5 मार्च को रात 9 बजे स्वातेन्द्र विश्वकर्मा, अभय गुप्ता एवं शर्लिन गुप्ता अपने घर पहुंचे। तीनों छात्रों को यूक्रेन के पोलैंड बॉर्डर से दिल्ली लाया गया और फिर दिल्ली से प्लेन के द्वारा जबलपुर लाया गया था। जिसके बाद उमरिया का पुलिस स्टाफ जबलपुर जाकर उन्हें अपने साथ उमरिया लाए। पुलिस द्वारा छात्रों को पहले सीधे स्थानीय पुलिस कोतवाली लाया गया, जहां परिजन और पुलिस अधिकारियों ने उनका वेलकम किया। कोतवाली परिसर में टीआई सुन्द्रेश सिंह मरावी, एसपी रीडर अमर सिंह, एसआई अमित पटेल, बृजेश सिंह, दीना सिंह एवं छात्रों के परिजनों ने गुलदस्ता भेंटकर, फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया। यूक्रेन से लेकर उमरिया तक के सफर के पूरे घटनाक्रम को साझा करते हुए छात्रा शर्लिन गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में शुरू हुए युद्ध के बाद हम काफी डरे हुए थे, लेकिन इंडियन एंबेसी, भारत सरकार और उमरिया पुलिस उनका बराबर साथ दिया। उमरिया पुलिस लगातार मोबाइल के माध्यम से उनके संपर्क में थी, जिससे उनका मनोबल बढ़ता गया। छात्र स्वातेन्द्र विश्वकर्मा व अभय गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में जो मंजर उनके सामने था उसे याद कर उनकी रूह तक कांप जाती है। वह जिस हॉस्टल में थे वहां भी मिसाइल दागी गई, जिससे हॉस्टल के कई माले धराशाई हो गए, लेकिन अच्छी बात यह रही कि भारत सरकार और एंबेसी की मदद से उन्हें पहले ही एक बंकर में सुरक्षित ले जाया जा चुका था और उन्होंने बंकर में 4 दिन गुजारे। उसके बाद उन्हें बॉर्डर पर ले जाया गया फिर फ्लाइट के माध्यम से दिल्ली। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने उन्हें मुफ्त में यूक्रेन से उनके घर तक पहुंचाया है। टीआई सुन्द्रेश सिंह मरावी ने बताया कि जैसे ही यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू होने की जानकारी मिली थी, वैसे ही पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में जिले की पुलिस टीम एक्टिव हो गई और पूरे जिले में उन छात्रों का पता लगाया गया जो पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे। जानकारी के बाद पुलिस टीम लगातार छात्रों से मोबाइल और उनके परिजनों से संपर्क में थी। इस बीच छात्रों के परिजनों की परेशानी और चिंता को ध्यान में रखते हुए हमारी पुलिस टीम द्वारा उनको ढांढस भी बंधाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि जिले के पूरे 5 छात्र सुरक्षित अपने घर लौट आए हैं। छात्रों के परिजनों ने पुलिस के व्यवहार की प्रशंसा करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा व पुलिस स्टाफ को साधुवाद ज्ञापित किया।
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उमरिया। एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए जिले के पांच छात्र सकुशल वापस अपने घर लौट आए हैं। इनमें से दो छात्र चार मार्च को वापस आए हैं, जबकि तीन छात्र शनिवार देर रात अपने घर पहुंचे। यहां उनका प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा स्वागत किया। पांचों छात्रों ने यूक्रेन के भयावह हालातों में गुजारे दिनों की याद साझा की। जनसम्पर्क अधिकारी गजेन्द्र द्विवेदी ने रविवार को बताया कि उमरिया जिले के पांच छात्र-उमरिया के लालपुर निवासी सागर मोगरे, चपहा कॉलोनी निवासी सागर प्रजापति, मानपुर निवासी अभय गुप्ता, नौरोजाबाद निवासी स्वतेन्द्र विश्वकर्मा और विकटगंज की शर्लिन गुप्ता यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे। रूस के हमले के बाद पांचों वहां फंसे हुए थे। इनमें सागर मोगरे और साजन प्रजापति 4 मार्च को उमरिया अपने घर पहुंचे, जहां पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा सहित पुलिस स्टाफ ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। वहीं, 5 मार्च को रात 9 बजे स्वातेन्द्र विश्वकर्मा, अभय गुप्ता एवं शर्लिन गुप्ता अपने घर पहुंचे। तीनों छात्रों को यूक्रेन के पोलैंड बॉर्डर से दिल्ली लाया गया और फिर दिल्ली से प्लेन के द्वारा जबलपुर लाया गया था। जिसके बाद उमरिया का पुलिस स्टाफ जबलपुर जाकर उन्हें अपने साथ उमरिया लाए। पुलिस द्वारा छात्रों को पहले सीधे स्थानीय पुलिस कोतवाली लाया गया, जहां परिजन और पुलिस अधिकारियों ने उनका वेलकम किया। कोतवाली परिसर में टीआई सुन्द्रेश सिंह मरावी, एसपी रीडर अमर सिंह, एसआई अमित पटेल, बृजेश सिंह, दीना सिंह एवं छात्रों के परिजनों ने गुलदस्ता भेंटकर, फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया। यूक्रेन से लेकर उमरिया तक के सफर के पूरे घटनाक्रम को साझा करते हुए छात्रा शर्लिन गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में शुरू हुए युद्ध के बाद हम काफी डरे हुए थे, लेकिन इंडियन एंबेसी, भारत सरकार और उमरिया पुलिस उनका बराबर साथ दिया। उमरिया पुलिस लगातार मोबाइल के माध्यम से उनके संपर्क में थी, जिससे उनका मनोबल बढ़ता गया। छात्र स्वातेन्द्र विश्वकर्मा व अभय गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में जो मंजर उनके सामने था उसे याद कर उनकी रूह तक कांप जाती है। वह जिस हॉस्टल में थे वहां भी मिसाइल दागी गई, जिससे हॉस्टल के कई माले धराशाई हो गए, लेकिन अच्छी बात यह रही कि भारत सरकार और एंबेसी की मदद से उन्हें पहले ही एक बंकर में सुरक्षित ले जाया जा चुका था और उन्होंने बंकर में 4 दिन गुजारे। उसके बाद उन्हें बॉर्डर पर ले जाया गया फिर फ्लाइट के माध्यम से दिल्ली। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने उन्हें मुफ्त में यूक्रेन से उनके घर तक पहुंचाया है। टीआई सुन्द्रेश सिंह मरावी ने बताया कि जैसे ही यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू होने की जानकारी मिली थी, वैसे ही पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में जिले की पुलिस टीम एक्टिव हो गई और पूरे जिले में उन छात्रों का पता लगाया गया जो पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे। जानकारी के बाद पुलिस टीम लगातार छात्रों से मोबाइल और उनके परिजनों से संपर्क में थी। इस बीच छात्रों के परिजनों की परेशानी और चिंता को ध्यान में रखते हुए हमारी पुलिस टीम द्वारा उनको ढांढस भी बंधाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि जिले के पूरे 5 छात्र सुरक्षित अपने घर लौट आए हैं। छात्रों के परिजनों ने पुलिस के व्यवहार की प्रशंसा करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा व पुलिस स्टाफ को साधुवाद ज्ञापित किया।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) में रविवार को एक दुखद हादसा हो गया। यहां नर्मदा नदी के पोस्ट आफिस घाट पर नहाने आए चार युवकों की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासन और होमगार्ड के गोताखोर मौके पर पहुंचे और युवकों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। करीब ढाई घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद चारों युवकों को बाहर निकाला गया। सभी को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टर ने चारों को मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी अनुसार बुदनी में वर्धमान फैक्ट्री के निवासी छह युवक प्रवीण राजपूत (19 वर्ष) पुत्र कृष्ण गोपाल, पवीसिंह (18 वर्ष) पुत्र राजेश श्रेष्ठा, विनय बैरागी (18वर्ष) पुत्र प्रहलाद बैरागी और आर्यन (18) पुत्र चतरुराम ठाकुर, ऋतिक (18वर्ष) पुत्र वेदप्रकाश शुक्ला और आकाश भारती (18वर्ष) पुत्र धुरेन्द्र कुमार रविवार को नर्मदा नदी में नहाने के लिए पोस्ट ऑफिस घाट पर आए थे। दोपहर करीब 1 बजे 4 युवक प्रवीण राजपूत, पवीसिंह, विनय बैरागी और आर्यन नहाने के लिए नर्मदा नदी में उतरे और 2 युवक ऋतिक और आकाश भारती किनारे पर ही बैठे रहे। इस दौरान गहरे पानी में जाने से चारों युवक डूब गए। साथ आए युवकों को डूबता देख किनारे पर बैठे दोनों युवकों ने मदद के लिए चीखना शुरू किया जिसके बाद वहां भीड़ जमा होने लगी। सूचना मिलने पर एसडीएम वंदना जाट, कोतवाली थाना टीआई संतोष सिंह चौहान, तहसीलदार शैलेन्द्र बड़ोनिया, होम गार्ड कमांडेंट आरकेएस चौहान मौके पर पहुंच गए। करीब ढाई घंटे के रेस्क्यू के बाद चारों के शवों को निकाला गया।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) में रविवार को एक दुखद हादसा हो गया। यहां नर्मदा नदी के पोस्ट आफिस घाट पर नहाने आए चार युवकों की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासन और होमगार्ड के गोताखोर मौके पर पहुंचे और युवकों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। करीब ढाई घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद चारों युवकों को बाहर निकाला गया। सभी को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टर ने चारों को मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी अनुसार बुदनी में वर्धमान फैक्ट्री के निवासी छह युवक प्रवीण राजपूत (19 वर्ष) पुत्र कृष्ण गोपाल, पवीसिंह (18 वर्ष) पुत्र राजेश श्रेष्ठा, विनय बैरागी (18वर्ष) पुत्र प्रहलाद बैरागी और आर्यन (18) पुत्र चतरुराम ठाकुर, ऋतिक (18वर्ष) पुत्र वेदप्रकाश शुक्ला और आकाश भारती (18वर्ष) पुत्र धुरेन्द्र कुमार रविवार को नर्मदा नदी में नहाने के लिए पोस्ट ऑफिस घाट पर आए थे। दोपहर करीब 1 बजे 4 युवक प्रवीण राजपूत, पवीसिंह, विनय बैरागी और आर्यन नहाने के लिए नर्मदा नदी में उतरे और 2 युवक ऋतिक और आकाश भारती किनारे पर ही बैठे रहे। इस दौरान गहरे पानी में जाने से चारों युवक डूब गए। साथ आए युवकों को डूबता देख किनारे पर बैठे दोनों युवकों ने मदद के लिए चीखना शुरू किया जिसके बाद वहां भीड़ जमा होने लगी। सूचना मिलने पर एसडीएम वंदना जाट, कोतवाली थाना टीआई संतोष सिंह चौहान, तहसीलदार शैलेन्द्र बड़ोनिया, होम गार्ड कमांडेंट आरकेएस चौहान मौके पर पहुंच गए। करीब ढाई घंटे के रेस्क्यू के बाद चारों के शवों को निकाला गया।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिरअचानक मौसम का मिजाज में बदलाव आ गया। पाकिस्तान के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार को हवाओं का रूख बदल गया, साथ ही बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण शहर में आंशिक बादल छाने लगे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बादलों के कारण दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान भी 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। उधर शनिवार से एक अधिक तीव्रता वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी हिस्सों में बादल छाने के आसार हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से नमी आने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से आंशिक बादल भी छाने लगे हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम शुक्रवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी से बादल छाने लगे हैं। उधर शनिवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से हवाओं का रुख फिर बदलने से वातावरण में नमी बढऩे की संभावना है। इससे दिन एवं रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के साथ ही बौछारें पडऩे के भी आसार बन सकते हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना कम दिख रही है। मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
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भोपाल। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में इस वर्ष भीषण गर्मी पडऩे की संभावना है। मार्च से लेकर मई तक तीन माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान सामान्य से बढ़े हुए रहेंगे। लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने के आसार हैं। प्रदेश के शेष संभागों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे थोड़े अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों के मुकाबले कुछ कम रह सकती है। मौसम के इस तरह के मिजाज की वजह ला निना प्रभाव बताई जा रही है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक तीन माह में मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के मिजाज का संभावित आंकलन जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल, ग्वालियर, इंदौर एवं नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से कम रहेंगे। जबलपुर संभाग में सामान्य रहेंगे। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, नर्मदापुरम एवं जबलपुर में सामान्य रहने के आसार है। इंदौर, सागर संभागों में सामान्य से अधिक, जबकि ग्वालियर, चंबल संभागों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। अप्रैल-मई में ऐसा रहेगा मौसम का रंग अप्रैल-मई माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल और ग्वालियर, चंबल संभागों में सामान्य, जबकि इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित दक्षिणी हिस्सों में समान्य से अधिक रातें गर्म रहेगा। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य यह सामान्य से कुछ अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में पिछले वर्षों की तुलना में लू के दिनों की संख्या कम रह सकती है। उधर इन दो माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। साथ ही लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रह सकती है।
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भोपाल। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में इस वर्ष भीषण गर्मी पडऩे की संभावना है। मार्च से लेकर मई तक तीन माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान सामान्य से बढ़े हुए रहेंगे। लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने के आसार हैं। प्रदेश के शेष संभागों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे थोड़े अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों के मुकाबले कुछ कम रह सकती है। मौसम के इस तरह के मिजाज की वजह ला निना प्रभाव बताई जा रही है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक तीन माह में मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के मिजाज का संभावित आंकलन जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल, ग्वालियर, इंदौर एवं नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से कम रहेंगे। जबलपुर संभाग में सामान्य रहेंगे। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, नर्मदापुरम एवं जबलपुर में सामान्य रहने के आसार है। इंदौर, सागर संभागों में सामान्य से अधिक, जबकि ग्वालियर, चंबल संभागों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। अप्रैल-मई में ऐसा रहेगा मौसम का रंग अप्रैल-मई माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल और ग्वालियर, चंबल संभागों में सामान्य, जबकि इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित दक्षिणी हिस्सों में समान्य से अधिक रातें गर्म रहेगा। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य यह सामान्य से कुछ अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में पिछले वर्षों की तुलना में लू के दिनों की संख्या कम रह सकती है। उधर इन दो माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। साथ ही लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रह सकती है।
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भोपाल। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में इस वर्ष भीषण गर्मी पडऩे की संभावना है। मार्च से लेकर मई तक तीन माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान सामान्य से बढ़े हुए रहेंगे। लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने के आसार हैं। प्रदेश के शेष संभागों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे थोड़े अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों के मुकाबले कुछ कम रह सकती है। मौसम के इस तरह के मिजाज की वजह ला निना प्रभाव बताई जा रही है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक तीन माह में मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के मिजाज का संभावित आंकलन जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल, ग्वालियर, इंदौर एवं नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से कम रहेंगे। जबलपुर संभाग में सामान्य रहेंगे। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, नर्मदापुरम एवं जबलपुर में सामान्य रहने के आसार है। इंदौर, सागर संभागों में सामान्य से अधिक, जबकि ग्वालियर, चंबल संभागों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। अप्रैल-मई में ऐसा रहेगा मौसम का रंग अप्रैल-मई माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल और ग्वालियर, चंबल संभागों में सामान्य, जबकि इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित दक्षिणी हिस्सों में समान्य से अधिक रातें गर्म रहेगा। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य यह सामान्य से कुछ अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में पिछले वर्षों की तुलना में लू के दिनों की संख्या कम रह सकती है। उधर इन दो माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। साथ ही लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रह सकती है।
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भोपाल। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में इस वर्ष भीषण गर्मी पडऩे की संभावना है। मार्च से लेकर मई तक तीन माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान सामान्य से बढ़े हुए रहेंगे। लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने के आसार हैं। प्रदेश के शेष संभागों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे थोड़े अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों के मुकाबले कुछ कम रह सकती है। मौसम के इस तरह के मिजाज की वजह ला निना प्रभाव बताई जा रही है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक तीन माह में मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के मिजाज का संभावित आंकलन जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल, ग्वालियर, इंदौर एवं नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से कम रहेंगे। जबलपुर संभाग में सामान्य रहेंगे। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, नर्मदापुरम एवं जबलपुर में सामान्य रहने के आसार है। इंदौर, सागर संभागों में सामान्य से अधिक, जबकि ग्वालियर, चंबल संभागों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। अप्रैल-मई में ऐसा रहेगा मौसम का रंग अप्रैल-मई माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल और ग्वालियर, चंबल संभागों में सामान्य, जबकि इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित दक्षिणी हिस्सों में समान्य से अधिक रातें गर्म रहेगा। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य यह सामान्य से कुछ अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में पिछले वर्षों की तुलना में लू के दिनों की संख्या कम रह सकती है। उधर इन दो माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। साथ ही लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रह सकती है।
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भोपाल। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में इस वर्ष भीषण गर्मी पडऩे की संभावना है। मार्च से लेकर मई तक तीन माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान सामान्य से बढ़े हुए रहेंगे। लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने के आसार हैं। प्रदेश के शेष संभागों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे थोड़े अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों के मुकाबले कुछ कम रह सकती है। मौसम के इस तरह के मिजाज की वजह ला निना प्रभाव बताई जा रही है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक तीन माह में मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के मिजाज का संभावित आंकलन जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल, ग्वालियर, इंदौर एवं नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से कम रहेंगे। जबलपुर संभाग में सामान्य रहेंगे। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, नर्मदापुरम एवं जबलपुर में सामान्य रहने के आसार है। इंदौर, सागर संभागों में सामान्य से अधिक, जबकि ग्वालियर, चंबल संभागों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। अप्रैल-मई में ऐसा रहेगा मौसम का रंग अप्रैल-मई माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल और ग्वालियर, चंबल संभागों में सामान्य, जबकि इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित दक्षिणी हिस्सों में समान्य से अधिक रातें गर्म रहेगा। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य यह सामान्य से कुछ अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में पिछले वर्षों की तुलना में लू के दिनों की संख्या कम रह सकती है। उधर इन दो माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। साथ ही लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रह सकती है।
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भोपाल। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में इस वर्ष भीषण गर्मी पडऩे की संभावना है। मार्च से लेकर मई तक तीन माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान सामान्य से बढ़े हुए रहेंगे। लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने के आसार हैं। प्रदेश के शेष संभागों में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य या उससे थोड़े अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों के मुकाबले कुछ कम रह सकती है। मौसम के इस तरह के मिजाज की वजह ला निना प्रभाव बताई जा रही है। मौसम विभाग ने मार्च से मई तक तीन माह में मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के मिजाज का संभावित आंकलन जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल, ग्वालियर, इंदौर एवं नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से कम रहेंगे। जबलपुर संभाग में सामान्य रहेंगे। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, नर्मदापुरम एवं जबलपुर में सामान्य रहने के आसार है। इंदौर, सागर संभागों में सामान्य से अधिक, जबकि ग्वालियर, चंबल संभागों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। अप्रैल-मई में ऐसा रहेगा मौसम का रंग अप्रैल-मई माह में रात का तापमान न्यूनतम भोपाल और ग्वालियर, चंबल संभागों में सामान्य, जबकि इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित दक्षिणी हिस्सों में समान्य से अधिक रातें गर्म रहेगा। दिन का तापमान अधिकतम भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और जबलपुर सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य यह सामान्य से कुछ अधिक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में पिछले वर्षों की तुलना में लू के दिनों की संख्या कम रह सकती है। उधर इन दो माह में इंदौर संभाग और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। साथ ही लू के दिनों की संख्या भी पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रह सकती है।
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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए भीड़ का सैलाब उमड़ पड़ा है। महाकाल मंंदिर क्षैत्र में जिला पुलिस एवं प्रशासन द्वारा की गई सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई है। श्रद्धालुओं को भारी परेशानी के बीच दर्शन करने के लिए मशक्कत करना पड़ रही है। रात्रि से दोपहर तक उमड़ रही भीड़ को देखते हुए एक अनुमान है कि 2 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। बाबा के दर्शन का सिलसिला सतत 44 घण्टे तक चलेगा। मंगलवार तड़के सम्पन्न हुई भस्मार्ती, अब होगी कल दोपहर 12 बजे बाबा महाकाल की प्रतिदिन होनेवाली भस्मार्ती मंगलवार तड़के सम्पन्न हुई। इसके बाद आम श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला जारी हो गया। बाबा के दर्शन के लिए मंदिर के पट अब लगातार 44 घण्टे तक सतत दर्शन के लिए खुले रहेंगे। बुधवार दोपहर 12 बजे बाबा महाकाल की वर्ष में एक बार होनेवाली भस्मार्ती सम्पन्न होगी। बुधवार दोपहर में होनेवाली भस्मार्ती के पश्चात पुन: दर्शन का सिलसिला प्रारंभ होगा और मंदिर में पूजा,आरती का क्रम पूर्व की तरह सामान्य हो जाएगा। भस्मार्ती के बाद बाबा ने दिए निराकार स्वरूप में दर्शन प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि बाबा महाकाल के गर्भगृह के पट सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात ढाई बजे खुले। तड़के डाई बजे भस्मार्ती प्रारंभ हुई,जो प्रात:साढ़े 4 बजे तक चली। इसके बाद आम श्रद्धालुओं को दर्शन का सिलसिला प्रारंभ हो गया। मंगलवार प्रात: 7.30 से 8.15 बजे तक भगवान की दद्योदन आरती हुई। वहीं प्रात: 10.30 से 11.15 बजे तक भोग आरती हुई। इसके बाद से बाबा बुधवार दोपहर होनेवाली भस्मार्ती तक निराहार रहेंगे। इस दौरान बाबा महाकाल भक्तों को निराकार स्वरूप में दर्शन देते हैं। सतत जलधारा चढ़ती है। तहसील पूजा सम्पन्न,शाम को होगी सिंधिया स्टेट की पूजा बाबा महाकाल की महाशिवरात्रि पर्व पर दोपहर 12 बजे शासकीय पूजा प्रारंभ हुई। इसे तहसील पूजा भी कहते हैं। प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताय परंपरानुसार मंगलवार शाम 4 बजे बजे बाबा महाकाल की सिंधिया स्टेट क ओर से होनेवाली परंपरागत पूजा होगी। वहीं सांध्य आरती शाम 5.30 बजे होगी। महापूजन की प्रक्रिया शुरू होगी रात्रि में बाबा महाकाल की महाशिवरात्रि पर्व पर होनेवाली महापूजा का सिलसिला रात्रि 9 बजे से प्रारंभ होगा। कोटेश्वर भगवान का पूजन रात्रि 10 बजे तक चलेगा। इसके बाद रात्रि 10.30 बजे से बाबा महाकाल का जलाभिषेक बंद हो जाएगा। भगवान का महापूजन प्रारंभ होगा। महापूजन में बाबा को पंचामृत,7 प्रकार के फलों के रस,केशर,भांग आदि से अभिषेक किया जाएगा। महापूजन रातभर चलेगा वहीं श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला भी चलता रहेगा। कल तड़के बंधेगा पूष्प मुकूट बाबा महाकाल को बुधवार तड़के महापूजन पश्चात दुल्हा स्वरूप में श्रृंगारित किया जाएगा। बुधवार प्रात: 6 बजे बाबा को सवा क्विंटल फूलों से तैयार पूष्प मुकूट पहनाया जाएगा। इसके बाद वर्ष में एक बार होनेवाली भस्मार्ती दोपहर 12 बजे से सम्पन्न होगी जोकि 2 बजे तक चलेगी। इस दौरान आम श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में निषेध रहेगा। भस्मर्ती के बाद बाबा की भोग आरती होगी। वहीं ब्राम्हण भोज सम्पन्न होगा। कतार में लगे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़, बेरीकेट्स टूटे, कोई हताहत नहीं मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए उमड़े जलसैलाब का आलम यह रहा कि हरसिद्धि मंदिर के समीप भीड़ के दबाव के कारण बेरीकेड्स टूट गए ओर भगदड़ के कारण उहापोह के हालात बन गए। इस बीच पुलिस ने व्यवस्थाएं संभाली और हालात पर काबू पाया। एएसपी अमरेंद्रसिंह ने बताया कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। प्र्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीड़ प्रबंधन फेल होने के कारण ऐसा हुआ। बेरीकेड्स टूटने के साथ ही सुरक्षा के लिए लगाया गया मेटल डिटेक्टर भी टूट गए। दोपहर तक हालात नहीं संभले थे। भीड़ का अत्यधिक दबाव था। महिलाओं ओर बच्चों को कतार में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। प्रात: 10 बजे तक धूप की तेजी ने भी स्थिति बिगाड़ी। पार्किंग व्यवस्था फेल...पुलिस का व्यवहार होता चला गया खराब पुलिस प्रशासन द्वारा की गई तमाम व्यवस्थाओं को भीड़ के दबाव ने पलीता लगा दिया। हालात यह रहे कि पार्किंग व्यवस्था फेल हो गई। सड़क पर जाम की स्थितियां बन गई। महाकाल परिक्षेत्र में पैदल चलनेवालों का दबाव इतना अधिक था कि भीड़ के बीच व्यवस्था में लगे पुलिस वाहन,एंबुलेंस तक फंसी रही। श्रद्धालुओं का आरोप रहा कि बहुत अधिक पैदल चलवा दिया गया। ऐसा होने के कारण कतार में लगे लोग बाहर निकलते रहे। सुविधाघर ढूंढते रहे लोग पार्किंग स्थल से लेकर बेरीकेट्स के बीच तथा बेरीकेट्स में कतार में लगे श्रद्धालुओं को सुविधाघर की समस्या का सामना करना पड़ा। सुविधाघर ढूंढते लोगों ने जब व्यवस्था में लगे पुलिस,प्रशासनिक अधिकारियों से पूछा तो वे भ्ीा निरूत्तर दिखे।
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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए भीड़ का सैलाब उमड़ पड़ा है। महाकाल मंंदिर क्षैत्र में जिला पुलिस एवं प्रशासन द्वारा की गई सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई है। श्रद्धालुओं को भारी परेशानी के बीच दर्शन करने के लिए मशक्कत करना पड़ रही है। रात्रि से दोपहर तक उमड़ रही भीड़ को देखते हुए एक अनुमान है कि 2 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। बाबा के दर्शन का सिलसिला सतत 44 घण्टे तक चलेगा। मंगलवार तड़के सम्पन्न हुई भस्मार्ती, अब होगी कल दोपहर 12 बजे बाबा महाकाल की प्रतिदिन होनेवाली भस्मार्ती मंगलवार तड़के सम्पन्न हुई। इसके बाद आम श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला जारी हो गया। बाबा के दर्शन के लिए मंदिर के पट अब लगातार 44 घण्टे तक सतत दर्शन के लिए खुले रहेंगे। बुधवार दोपहर 12 बजे बाबा महाकाल की वर्ष में एक बार होनेवाली भस्मार्ती सम्पन्न होगी। बुधवार दोपहर में होनेवाली भस्मार्ती के पश्चात पुन: दर्शन का सिलसिला प्रारंभ होगा और मंदिर में पूजा,आरती का क्रम पूर्व की तरह सामान्य हो जाएगा। भस्मार्ती के बाद बाबा ने दिए निराकार स्वरूप में दर्शन प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि बाबा महाकाल के गर्भगृह के पट सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात ढाई बजे खुले। तड़के डाई बजे भस्मार्ती प्रारंभ हुई,जो प्रात:साढ़े 4 बजे तक चली। इसके बाद आम श्रद्धालुओं को दर्शन का सिलसिला प्रारंभ हो गया। मंगलवार प्रात: 7.30 से 8.15 बजे तक भगवान की दद्योदन आरती हुई। वहीं प्रात: 10.30 से 11.15 बजे तक भोग आरती हुई। इसके बाद से बाबा बुधवार दोपहर होनेवाली भस्मार्ती तक निराहार रहेंगे। इस दौरान बाबा महाकाल भक्तों को निराकार स्वरूप में दर्शन देते हैं। सतत जलधारा चढ़ती है। तहसील पूजा सम्पन्न,शाम को होगी सिंधिया स्टेट की पूजा बाबा महाकाल की महाशिवरात्रि पर्व पर दोपहर 12 बजे शासकीय पूजा प्रारंभ हुई। इसे तहसील पूजा भी कहते हैं। प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताय परंपरानुसार मंगलवार शाम 4 बजे बजे बाबा महाकाल की सिंधिया स्टेट क ओर से होनेवाली परंपरागत पूजा होगी। वहीं सांध्य आरती शाम 5.30 बजे होगी। महापूजन की प्रक्रिया शुरू होगी रात्रि में बाबा महाकाल की महाशिवरात्रि पर्व पर होनेवाली महापूजा का सिलसिला रात्रि 9 बजे से प्रारंभ होगा। कोटेश्वर भगवान का पूजन रात्रि 10 बजे तक चलेगा। इसके बाद रात्रि 10.30 बजे से बाबा महाकाल का जलाभिषेक बंद हो जाएगा। भगवान का महापूजन प्रारंभ होगा। महापूजन में बाबा को पंचामृत,7 प्रकार के फलों के रस,केशर,भांग आदि से अभिषेक किया जाएगा। महापूजन रातभर चलेगा वहीं श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला भी चलता रहेगा। कल तड़के बंधेगा पूष्प मुकूट बाबा महाकाल को बुधवार तड़के महापूजन पश्चात दुल्हा स्वरूप में श्रृंगारित किया जाएगा। बुधवार प्रात: 6 बजे बाबा को सवा क्विंटल फूलों से तैयार पूष्प मुकूट पहनाया जाएगा। इसके बाद वर्ष में एक बार होनेवाली भस्मार्ती दोपहर 12 बजे से सम्पन्न होगी जोकि 2 बजे तक चलेगी। इस दौरान आम श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में निषेध रहेगा। भस्मर्ती के बाद बाबा की भोग आरती होगी। वहीं ब्राम्हण भोज सम्पन्न होगा। कतार में लगे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़, बेरीकेट्स टूटे, कोई हताहत नहीं मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए उमड़े जलसैलाब का आलम यह रहा कि हरसिद्धि मंदिर के समीप भीड़ के दबाव के कारण बेरीकेड्स टूट गए ओर भगदड़ के कारण उहापोह के हालात बन गए। इस बीच पुलिस ने व्यवस्थाएं संभाली और हालात पर काबू पाया। एएसपी अमरेंद्रसिंह ने बताया कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। प्र्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीड़ प्रबंधन फेल होने के कारण ऐसा हुआ। बेरीकेड्स टूटने के साथ ही सुरक्षा के लिए लगाया गया मेटल डिटेक्टर भी टूट गए। दोपहर तक हालात नहीं संभले थे। भीड़ का अत्यधिक दबाव था। महिलाओं ओर बच्चों को कतार में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। प्रात: 10 बजे तक धूप की तेजी ने भी स्थिति बिगाड़ी। पार्किंग व्यवस्था फेल...पुलिस का व्यवहार होता चला गया खराब पुलिस प्रशासन द्वारा की गई तमाम व्यवस्थाओं को भीड़ के दबाव ने पलीता लगा दिया। हालात यह रहे कि पार्किंग व्यवस्था फेल हो गई। सड़क पर जाम की स्थितियां बन गई। महाकाल परिक्षेत्र में पैदल चलनेवालों का दबाव इतना अधिक था कि भीड़ के बीच व्यवस्था में लगे पुलिस वाहन,एंबुलेंस तक फंसी रही। श्रद्धालुओं का आरोप रहा कि बहुत अधिक पैदल चलवा दिया गया। ऐसा होने के कारण कतार में लगे लोग बाहर निकलते रहे। सुविधाघर ढूंढते रहे लोग पार्किंग स्थल से लेकर बेरीकेट्स के बीच तथा बेरीकेट्स में कतार में लगे श्रद्धालुओं को सुविधाघर की समस्या का सामना करना पड़ा। सुविधाघर ढूंढते लोगों ने जब व्यवस्था में लगे पुलिस,प्रशासनिक अधिकारियों से पूछा तो वे भ्ीा निरूत्तर दिखे।
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उज्जैन। मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व है। कोरोना काल के चलते दो साल बाद इस बार महाशिवरात्रि पर्व महाकालेश्वर मंदिर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। मंगलवार को देशभर से 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए आने की संभावना है। बाबा महाकाल के दर्शन लगातार 48 घण्टे तक होंगे। वहीं बुधवार को वर्ष में एक बार दोपहर में बाबा महाकाल की भस्मार्ती सम्पन्न होगी। महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 3 बजे नियमित होनेवाली भस्मार्ती पश्चात सुबह करीब 5 बजे से आम श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए नंदीहाल के पीछे बनी पीतल की बेरीकेटिंग तक प्रवेश दिया जाएगा। दर्शन का सिलसिला लगातार चलेगा और बुधवार को दोपहर में होने वाली भस्मार्ती से पूर्व यह सिलसिला थमेगा। दोपहर में होने वाली भस्मार्ती के पश्चात पुन: दर्शन का सिलसिला प्रारंभ होगा, जो कि शयन आरती के साथ समाप्त हो जाएगा। सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात ढाई बजे मंदिर के पट खुलेंगे। तड़के 3 बजे भस्मार्ती प्रारंभ होगी। प्रात: 8 बजे मंगला आरती होगी। बाबा महाकाल महाशिरात्रि पर्व पर निराकार स्वरूप में दर्शन देंगे। सतत जलधारा चढ़ती रहेगी। मंगलवार दोपहर 12 बजे तहसील स्तर की शासकीय पूजा होगी। इसी दिन शाम 5 बजे प्रदेश सरकार की ओर से शासकीय पूजा की जाएगी। सायं 7 बजे संध्या आरती होगी। वहीं रात्रि 12 बजे जिला प्रशासन पूजा करवाएगा। एक मार्च की रात्रि में शयन आरती नहीं होगी। रात्रि जागरण के तहत भगवान की विशेष पूजा सम्पन्न होगी। तड़के 4 बजे बाबा का पुष्प मुकुट श्रृंगार होगा। इस श्रृंगार में बाबा के दर्शन प्रात: 10 बजे तक श्रद्धालुओं को हो सकेंगे। इसके बाद दोपहर में वर्ष में एक बार होनेवाली भस्मार्ती की तैयारी होगी तथा दोपहर 12 बजे भस्मार्ती होगी। आम श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहेगा। बुधवार दोपहर 2 बजे भोग आरती होगी। तब तक बाबा निराहार ही रहेंगे। इसके बाद पूजा का पूर्ववत क्रम चालू हो जाएगा। जिला प्रशासन ने वाहन पार्किंग व्यवस्था,दर्शन व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया है। बाहर से आनेवाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पाइंट बनाए गए हैं तथा उपस्थित पुलिसकर्मी उन्हे गाइड करेंगे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में शाला त्यागी बालिकाओं को पुन: अपनी शिक्षा नियमित करने के उद्देश्य से महिला-बाल विकास विभाग द्वारा 7 मार्च 2022 से 'कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव' अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" के लिए अभियान का मुख्य उद्देश्य 11 से 14 वर्ष की शाला त्यागी बालिकाओं को पहचान कर उनको स्कूलों में पुन: प्रवेश सुनिश्चित कराना है। जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने सोमवार को बताया कि वर्ष 2015 में शुरू किए गए "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" अभियान का सम्पूर्ण लक्ष्य बालिका के जन्म का उत्सव मनाना और उनको शिक्षित कर सक्षम बनाना है। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा शाला त्यागी किशोरियों को तीन सौ दिवस तक प्रोटीन, कैलोरी युक्त टेक होम राशन दिए जाने का भी प्रावधान है। विभाग द्वारा प्रतिवर्ष अप्रैल माह में आँगनवाड़ी केन्द्रों का सर्वे कराया जाता है। इसमें 11 से 14 वर्ष की ऐसी किशोरियों की जानकारी एकत्र की जाती है, जिन्होंने स्कूल छोड़ दिया है शाला में एडमिशन नहीं लिया है, एक बार एडमिशन तो लिया है परंतु शाला नहीं जा रही या कुछ समय जाकर शाला जाना बंद कर दिया है। ऐसी हितग्राही बालिकाओं को टेक होम राशन दिया जाता है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में शाला त्यागी बालिकाओं को पुन: अपनी शिक्षा नियमित करने के उद्देश्य से महिला-बाल विकास विभाग द्वारा 7 मार्च 2022 से 'कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव' अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" के लिए अभियान का मुख्य उद्देश्य 11 से 14 वर्ष की शाला त्यागी बालिकाओं को पहचान कर उनको स्कूलों में पुन: प्रवेश सुनिश्चित कराना है। जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने सोमवार को बताया कि वर्ष 2015 में शुरू किए गए "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" अभियान का सम्पूर्ण लक्ष्य बालिका के जन्म का उत्सव मनाना और उनको शिक्षित कर सक्षम बनाना है। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा शाला त्यागी किशोरियों को तीन सौ दिवस तक प्रोटीन, कैलोरी युक्त टेक होम राशन दिए जाने का भी प्रावधान है। विभाग द्वारा प्रतिवर्ष अप्रैल माह में आँगनवाड़ी केन्द्रों का सर्वे कराया जाता है। इसमें 11 से 14 वर्ष की ऐसी किशोरियों की जानकारी एकत्र की जाती है, जिन्होंने स्कूल छोड़ दिया है शाला में एडमिशन नहीं लिया है, एक बार एडमिशन तो लिया है परंतु शाला नहीं जा रही या कुछ समय जाकर शाला जाना बंद कर दिया है। ऐसी हितग्राही बालिकाओं को टेक होम राशन दिया जाता है।
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सिवनी। जिले के पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र खवासा बफर की बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में वन्यप्राणियों के शिकार के लिए जीआई तार के माध्यम से करेंट लगाने वाले कुप्पीटोला निवासी मंगल सिंह इनवाती को खवासा बफर की गश्ती टीम ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। पेंच प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की अल सुबह पेंच टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र खवासा बफर का अमला गश्ती कर रहा था। इसी दौरान गश्ती दल ने बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में जीआई तार के माध्यम से करेंट सप्लाई पाया। जिसे गश्ती टीम ने मौके पर पंचनामा कार्यवाही करते हुए जीआई वायर को जब्त कर आरोपित मंगल सिंह(42) पुत्र मानू सिंह इनवाती ग्राम कुप्पीटोला को उसके घर से गिरफ्तार किया है। आगे बताया गया कि आरोपित के विरुद्ध वन अपराध दर्ज किया गया है। इस कार्यवाही के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी खवासा बफर राहुल उपाध्याय, सतीराम उइके, भूपेंद्र राजपूत एवं माखन डिबारिया उपस्थित रहे।
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सिवनी। जिले के पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र खवासा बफर की बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में वन्यप्राणियों के शिकार के लिए जीआई तार के माध्यम से करेंट लगाने वाले कुप्पीटोला निवासी मंगल सिंह इनवाती को खवासा बफर की गश्ती टीम ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। पेंच प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की अल सुबह पेंच टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र खवासा बफर का अमला गश्ती कर रहा था। इसी दौरान गश्ती दल ने बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में जीआई तार के माध्यम से करेंट सप्लाई पाया। जिसे गश्ती टीम ने मौके पर पंचनामा कार्यवाही करते हुए जीआई वायर को जब्त कर आरोपित मंगल सिंह(42) पुत्र मानू सिंह इनवाती ग्राम कुप्पीटोला को उसके घर से गिरफ्तार किया है। आगे बताया गया कि आरोपित के विरुद्ध वन अपराध दर्ज किया गया है। इस कार्यवाही के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी खवासा बफर राहुल उपाध्याय, सतीराम उइके, भूपेंद्र राजपूत एवं माखन डिबारिया उपस्थित रहे।
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सिवनी। जिले के पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र खवासा बफर की बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में वन्यप्राणियों के शिकार के लिए जीआई तार के माध्यम से करेंट लगाने वाले कुप्पीटोला निवासी मंगल सिंह इनवाती को खवासा बफर की गश्ती टीम ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। पेंच प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की अल सुबह पेंच टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र खवासा बफर का अमला गश्ती कर रहा था। इसी दौरान गश्ती दल ने बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में जीआई तार के माध्यम से करेंट सप्लाई पाया। जिसे गश्ती टीम ने मौके पर पंचनामा कार्यवाही करते हुए जीआई वायर को जब्त कर आरोपित मंगल सिंह(42) पुत्र मानू सिंह इनवाती ग्राम कुप्पीटोला को उसके घर से गिरफ्तार किया है। आगे बताया गया कि आरोपित के विरुद्ध वन अपराध दर्ज किया गया है। इस कार्यवाही के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी खवासा बफर राहुल उपाध्याय, सतीराम उइके, भूपेंद्र राजपूत एवं माखन डिबारिया उपस्थित रहे।
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सिवनी। जिले के पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र खवासा बफर की बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में वन्यप्राणियों के शिकार के लिए जीआई तार के माध्यम से करेंट लगाने वाले कुप्पीटोला निवासी मंगल सिंह इनवाती को खवासा बफर की गश्ती टीम ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। पेंच प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की अल सुबह पेंच टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र खवासा बफर का अमला गश्ती कर रहा था। इसी दौरान गश्ती दल ने बीट आमाझिरी के वन क्षेत्र 340 में जीआई तार के माध्यम से करेंट सप्लाई पाया। जिसे गश्ती टीम ने मौके पर पंचनामा कार्यवाही करते हुए जीआई वायर को जब्त कर आरोपित मंगल सिंह(42) पुत्र मानू सिंह इनवाती ग्राम कुप्पीटोला को उसके घर से गिरफ्तार किया है। आगे बताया गया कि आरोपित के विरुद्ध वन अपराध दर्ज किया गया है। इस कार्यवाही के दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी खवासा बफर राहुल उपाध्याय, सतीराम उइके, भूपेंद्र राजपूत एवं माखन डिबारिया उपस्थित रहे।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिन से अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस बना रहने से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। पेड़ों के पत्ते सूखकर झडऩे लगे हैं। उधर हवाओं का रुख दक्षिणी बना रहने से रात का तापमान भी पिछले दो दिन से 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से बदले हवाओं के रुख से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। इधर ग्वालियर में शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। जबकि जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसेल्सियस अधिक रहा। मध्यप्रदेश में सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से वर्तमान में हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में गर्मी बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर पर बना सिस्टम शाम तक समाप्त हो जाएगा। उधर शुक्रवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 28 फरवरी को भी एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने के संकेत मिले हैं। इसके असर से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश होने की भी संभावना बन रही है। जबलपुर समेत पूर्वी मप्र में बारिश के आसार एक साथ चार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से गुरुवार को जबलपुर के आसपास के क्षेत्रों में हुई बारिश से रात का पारा करीब चार डिग्री तक गिर गया। वातावरण में हल्की ठंडक घुली रही। जिसका असर शुक्रवार को सुबह तक होता रहा। शुक्रवार सुबह से सूरज की चमक भी फीकी रही। हालांकि दोपहर तक सूरज के तेवर फिर सख्त हो सकते है। वातावरण में गर्माहट का अहसास होने लगेगा। फिलहाल मौसम के बदल रहे तेवर को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी दिनों में जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वहीं ग्वालियर में बंगाल की खाड़ी से आ रही हवा ने शहर का मौसम बदल दिया। न्यूनतम तापमान में 0.3 डिसे की गिरावट दर्ज की गई। इससे न्यूनतम तापमान 13.7 डिसे पर आ गया। शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में उछाल आने के आसार जताए हैं। दिन का तापमान स्थिर रह सकता है। बादल भी छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को आ रहा है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिन से अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस बना रहने से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। पेड़ों के पत्ते सूखकर झडऩे लगे हैं। उधर हवाओं का रुख दक्षिणी बना रहने से रात का तापमान भी पिछले दो दिन से 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से बदले हवाओं के रुख से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। इधर ग्वालियर में शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। जबकि जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसेल्सियस अधिक रहा। मध्यप्रदेश में सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से वर्तमान में हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में गर्मी बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर पर बना सिस्टम शाम तक समाप्त हो जाएगा। उधर शुक्रवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 28 फरवरी को भी एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने के संकेत मिले हैं। इसके असर से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश होने की भी संभावना बन रही है। जबलपुर समेत पूर्वी मप्र में बारिश के आसार एक साथ चार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से गुरुवार को जबलपुर के आसपास के क्षेत्रों में हुई बारिश से रात का पारा करीब चार डिग्री तक गिर गया। वातावरण में हल्की ठंडक घुली रही। जिसका असर शुक्रवार को सुबह तक होता रहा। शुक्रवार सुबह से सूरज की चमक भी फीकी रही। हालांकि दोपहर तक सूरज के तेवर फिर सख्त हो सकते है। वातावरण में गर्माहट का अहसास होने लगेगा। फिलहाल मौसम के बदल रहे तेवर को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी दिनों में जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वहीं ग्वालियर में बंगाल की खाड़ी से आ रही हवा ने शहर का मौसम बदल दिया। न्यूनतम तापमान में 0.3 डिसे की गिरावट दर्ज की गई। इससे न्यूनतम तापमान 13.7 डिसे पर आ गया। शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में उछाल आने के आसार जताए हैं। दिन का तापमान स्थिर रह सकता है। बादल भी छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को आ रहा है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिन से अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस बना रहने से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। पेड़ों के पत्ते सूखकर झडऩे लगे हैं। उधर हवाओं का रुख दक्षिणी बना रहने से रात का तापमान भी पिछले दो दिन से 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से बदले हवाओं के रुख से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। इधर ग्वालियर में शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। जबकि जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसेल्सियस अधिक रहा। मध्यप्रदेश में सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से वर्तमान में हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में गर्मी बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर पर बना सिस्टम शाम तक समाप्त हो जाएगा। उधर शुक्रवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 28 फरवरी को भी एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने के संकेत मिले हैं। इसके असर से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश होने की भी संभावना बन रही है। जबलपुर समेत पूर्वी मप्र में बारिश के आसार एक साथ चार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से गुरुवार को जबलपुर के आसपास के क्षेत्रों में हुई बारिश से रात का पारा करीब चार डिग्री तक गिर गया। वातावरण में हल्की ठंडक घुली रही। जिसका असर शुक्रवार को सुबह तक होता रहा। शुक्रवार सुबह से सूरज की चमक भी फीकी रही। हालांकि दोपहर तक सूरज के तेवर फिर सख्त हो सकते है। वातावरण में गर्माहट का अहसास होने लगेगा। फिलहाल मौसम के बदल रहे तेवर को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी दिनों में जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वहीं ग्वालियर में बंगाल की खाड़ी से आ रही हवा ने शहर का मौसम बदल दिया। न्यूनतम तापमान में 0.3 डिसे की गिरावट दर्ज की गई। इससे न्यूनतम तापमान 13.7 डिसे पर आ गया। शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में उछाल आने के आसार जताए हैं। दिन का तापमान स्थिर रह सकता है। बादल भी छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को आ रहा है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिन से अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस बना रहने से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। पेड़ों के पत्ते सूखकर झडऩे लगे हैं। उधर हवाओं का रुख दक्षिणी बना रहने से रात का तापमान भी पिछले दो दिन से 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से बदले हवाओं के रुख से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। इधर ग्वालियर में शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। जबकि जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसेल्सियस अधिक रहा। मध्यप्रदेश में सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से वर्तमान में हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में गर्मी बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर पर बना सिस्टम शाम तक समाप्त हो जाएगा। उधर शुक्रवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 28 फरवरी को भी एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने के संकेत मिले हैं। इसके असर से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश होने की भी संभावना बन रही है। जबलपुर समेत पूर्वी मप्र में बारिश के आसार एक साथ चार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से गुरुवार को जबलपुर के आसपास के क्षेत्रों में हुई बारिश से रात का पारा करीब चार डिग्री तक गिर गया। वातावरण में हल्की ठंडक घुली रही। जिसका असर शुक्रवार को सुबह तक होता रहा। शुक्रवार सुबह से सूरज की चमक भी फीकी रही। हालांकि दोपहर तक सूरज के तेवर फिर सख्त हो सकते है। वातावरण में गर्माहट का अहसास होने लगेगा। फिलहाल मौसम के बदल रहे तेवर को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी दिनों में जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वहीं ग्वालियर में बंगाल की खाड़ी से आ रही हवा ने शहर का मौसम बदल दिया। न्यूनतम तापमान में 0.3 डिसे की गिरावट दर्ज की गई। इससे न्यूनतम तापमान 13.7 डिसे पर आ गया। शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में उछाल आने के आसार जताए हैं। दिन का तापमान स्थिर रह सकता है। बादल भी छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को आ रहा है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिन से अधिकतम तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस बना रहने से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। पेड़ों के पत्ते सूखकर झडऩे लगे हैं। उधर हवाओं का रुख दक्षिणी बना रहने से रात का तापमान भी पिछले दो दिन से 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से बदले हवाओं के रुख से वातावरण में गर्मी बढ़ गई है। इधर ग्वालियर में शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। जबकि जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसेल्सियस अधिक रहा। मध्यप्रदेश में सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तरी मध्यप्रदेश से होकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से वर्तमान में हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में गर्मी बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर पर बना सिस्टम शाम तक समाप्त हो जाएगा। उधर शुक्रवार को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 28 फरवरी को भी एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने के संकेत मिले हैं। इसके असर से मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश होने की भी संभावना बन रही है। जबलपुर समेत पूर्वी मप्र में बारिश के आसार एक साथ चार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से गुरुवार को जबलपुर के आसपास के क्षेत्रों में हुई बारिश से रात का पारा करीब चार डिग्री तक गिर गया। वातावरण में हल्की ठंडक घुली रही। जिसका असर शुक्रवार को सुबह तक होता रहा। शुक्रवार सुबह से सूरज की चमक भी फीकी रही। हालांकि दोपहर तक सूरज के तेवर फिर सख्त हो सकते है। वातावरण में गर्माहट का अहसास होने लगेगा। फिलहाल मौसम के बदल रहे तेवर को देखते हुए मौसम विभाग ने आगामी दिनों में जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश में बादल छाने कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वहीं ग्वालियर में बंगाल की खाड़ी से आ रही हवा ने शहर का मौसम बदल दिया। न्यूनतम तापमान में 0.3 डिसे की गिरावट दर्ज की गई। इससे न्यूनतम तापमान 13.7 डिसे पर आ गया। शुक्रवार सुबह ठंडी हवा भी चली, लेकिन हवा में नमी मौजूद रहने से दोपहर में बादल छा सकते हैं। दिन गर्मी का अहसास होगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में उछाल आने के आसार जताए हैं। दिन का तापमान स्थिर रह सकता है। बादल भी छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार नहीं है। नया पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को आ रहा है।
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विदिशा। अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज के कैजुअल्टी वार्ड मैं ड्यूटीरत मेडिकल कॉलेज के सीएमओ डॉ वैभव जैन के साथ मेडिकल कॉलेज में डिप्टी रजिस्टार भीम सिंह ने मारपीट कर दी । मारपीट का कारण इमरजेंसी सेवाओं के लिए लगाये गये चैनल गेट को लेकर शुरू हुआ । बताया गया कि मामला कॉलेज कैंपस से निकलकर कोतवाली थाने तक जा पहुंचा, जहां टीआई ने स्वीकार किया है कि विवाद हुआ है, लेकिन किसी की तरफ से अभी तक एफआईआर नहीं हुई आपसी मैटर है शायद वह आपसी में निपटा लेंगे । बुधवार को 10 बजे रात्रि के समय अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज के कैजुअल्टी वार्ड में लगे इमरजेंसी गेट को लेकर डॉ वैभव जैन ने हास्टिपल मैनेजर अमित परिहार को बुलाया था अमित परिवार के साथ डिप्टी रजिस्टार भीम सिंह भी पहुॅच ।डॉ वैभव जैन ने मैनेजर अमित परिहार से कैजुअल्टी वार्ड की इमरजेंसी सेवाओं के वारे में जानकारी चाह रहे थे वहां मौजूद रजिस्टार भीम सिंह भी बीच में अपनी बात रखने लगे इसी बात को लेकर बात बिगड गई और मामला इतना बिगडा की दोनो के बीच मारपीट होने लगी । डॉ वैभव जैन अकेले थे उन पर लात और घूसो से कई वार किये जिसमें डॉक्टर वैभव का चश्मा टूट गया । सुरक्षाकर्मियों ने बीचबचाव किया और वैभव जैन को पुलिस को सूचना दी । भीमसिंह और अमित परिहार कार से भागे जिसमें बाहर खडे डॉक्टर बाल बाल बचे । डॉक्टर वैभव का एमएलसी कराई गई है । उनके शरीर में कई चोट आई है । इस बात की पुष्टि वह मौजूद मरीजों ने की है डॉण् वैभव को लात घूसो से मारा गया है । बाद में डीन सुनील नंदेश्वर घटनास्थल पर पहुंचे जहां उन्होंने मेडिकल कॉलेज में कार्यरत कर्मचारी से चर्चा कर घटना की विस्तृत जानकारी ली । इस संबंध में डॉ वैभव जैन से उनके साथ मारपीट हुई है । गुरूवार की सुवह मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर एकत्रित हुए उन्होने लिखिल आवेदन देकर रजिस्टार भीम सिंह और हास्प्टिल मैनेजर अमित परिहार को हटाने की मांग की है ।डीन सुनील नंदेश्वर का कहना है कि बुधवार की रात जो घटना हुई है वह चिंताजनक है । उसकी जॉच के तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है जिसकी रिपोर्ट आने के वाद कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि आगे एफआईआर के लिए दोनो पक्ष स्वतंत्र है । सिटी कोतवाली टीआई ने बताया कि आपसी का मैटर है कहासुनी हुई है बड़ा इशू कोई नहीं है । आपसी में समझौता हो जाएगा । उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ तो हुआ है
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विदिशा। अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज के कैजुअल्टी वार्ड मैं ड्यूटीरत मेडिकल कॉलेज के सीएमओ डॉ वैभव जैन के साथ मेडिकल कॉलेज में डिप्टी रजिस्टार भीम सिंह ने मारपीट कर दी । मारपीट का कारण इमरजेंसी सेवाओं के लिए लगाये गये चैनल गेट को लेकर शुरू हुआ । बताया गया कि मामला कॉलेज कैंपस से निकलकर कोतवाली थाने तक जा पहुंचा, जहां टीआई ने स्वीकार किया है कि विवाद हुआ है, लेकिन किसी की तरफ से अभी तक एफआईआर नहीं हुई आपसी मैटर है शायद वह आपसी में निपटा लेंगे । बुधवार को 10 बजे रात्रि के समय अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज के कैजुअल्टी वार्ड में लगे इमरजेंसी गेट को लेकर डॉ वैभव जैन ने हास्टिपल मैनेजर अमित परिहार को बुलाया था अमित परिवार के साथ डिप्टी रजिस्टार भीम सिंह भी पहुॅच ।डॉ वैभव जैन ने मैनेजर अमित परिहार से कैजुअल्टी वार्ड की इमरजेंसी सेवाओं के वारे में जानकारी चाह रहे थे वहां मौजूद रजिस्टार भीम सिंह भी बीच में अपनी बात रखने लगे इसी बात को लेकर बात बिगड गई और मामला इतना बिगडा की दोनो के बीच मारपीट होने लगी । डॉ वैभव जैन अकेले थे उन पर लात और घूसो से कई वार किये जिसमें डॉक्टर वैभव का चश्मा टूट गया । सुरक्षाकर्मियों ने बीचबचाव किया और वैभव जैन को पुलिस को सूचना दी । भीमसिंह और अमित परिहार कार से भागे जिसमें बाहर खडे डॉक्टर बाल बाल बचे । डॉक्टर वैभव का एमएलसी कराई गई है । उनके शरीर में कई चोट आई है । इस बात की पुष्टि वह मौजूद मरीजों ने की है डॉण् वैभव को लात घूसो से मारा गया है । बाद में डीन सुनील नंदेश्वर घटनास्थल पर पहुंचे जहां उन्होंने मेडिकल कॉलेज में कार्यरत कर्मचारी से चर्चा कर घटना की विस्तृत जानकारी ली । इस संबंध में डॉ वैभव जैन से उनके साथ मारपीट हुई है । गुरूवार की सुवह मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर एकत्रित हुए उन्होने लिखिल आवेदन देकर रजिस्टार भीम सिंह और हास्प्टिल मैनेजर अमित परिहार को हटाने की मांग की है ।डीन सुनील नंदेश्वर का कहना है कि बुधवार की रात जो घटना हुई है वह चिंताजनक है । उसकी जॉच के तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है जिसकी रिपोर्ट आने के वाद कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि आगे एफआईआर के लिए दोनो पक्ष स्वतंत्र है । सिटी कोतवाली टीआई ने बताया कि आपसी का मैटर है कहासुनी हुई है बड़ा इशू कोई नहीं है । आपसी में समझौता हो जाएगा । उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ तो हुआ है
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उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से एक बड़ी खबर आई है। जिले के ग्राम बड़छड़ में गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे एक तीन साल का बच्चा बोरवेल के 40 फीट गहरे खुले गड्ढे में गिर गया। सूचना मिलने पर जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, ग्राम बड़छड़ निवासी संतोष उर्फ राम भरोसा दुबे का तीन वर्षीय बेटा गौरव गुरुवार को सुबह करीब 11.00 बजे खेलते-खेलते बोरवेल के खुले गड्ढे में गिर गया। जानकारी मिलते ही गांव के लोग घटनास्थल पर इकट्ठे हो गए और बच्चे को बचाने की कोशिश में जुट गए। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। फिलहाल बच्चे को बचान का प्रयास किया जा रहा है। मामले में उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चे को बोरवेल के गड्ढे से निकालने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जबलपुर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। जल्द ही टीम मौके पर पहुंच जाएगी। फिलहाल रेस्क्यू जारी है।
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बैतूल। दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस की जनरल बोगी में बुधवार को सुबह अचानक आग लग गई, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। सीजफायर और फायर ब्रिगेड के माध्यम से बोगी में लगी आग बुझाई गई। बैतूल स्टेशन मास्टर अनिल पवार ने बताया कि दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस क्रमांक 12792 एक्सप्रेस की जनरल बोगी क्रमांक 17407 में बुधवार सुबह लगभग 8:00 बजे बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप सदर ब्रिज के पास शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। ट्रेन की बोगी में मौजूद सीजफायर के माध्यम से आग बुझाई मौके पर दमकल की गाड़ी भी पहुंच गई थी। स्टेशन मास्टर ने बताया कि जनरल बोगी में आग लगने के कारण 30 मिनट तक ट्रेन स्टेशन के पास ही रुकी रही। हालांकि आग बुझने के बाद ट्रेन को आगे स्टेशन के लिए रवाना कर दिया है। जानकारी के मुताबिक जैसे ही ट्रेन बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप पहुंची जनरल बोगी में शॉर्ट सर्किट हो गया और विद्युत तार जलने लगे और बोगी से धुआं उठने लगा वैसे ही यात्रियों ने चेन पुलिंग की और गाड़ी को रुकवाया। जानकारी मिलते ही वहां मौजूद रेलवे कर्मियों ने सीजफायर से आग बुझाने का प्रयास किया और तत्काल दमकल की गाड़ी को भी सूचना दे दी। फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची कुछ ही मिनटों में आग पर पूरी तरह से काबू पाया। आग बुझने के बाद यात्रियों ने भी राहत की सांस ली। स्टेशन मास्टर पवार ने बताया कि आग बुझने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया है।
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बैतूल। दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस की जनरल बोगी में बुधवार को सुबह अचानक आग लग गई, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। सीजफायर और फायर ब्रिगेड के माध्यम से बोगी में लगी आग बुझाई गई। बैतूल स्टेशन मास्टर अनिल पवार ने बताया कि दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस क्रमांक 12792 एक्सप्रेस की जनरल बोगी क्रमांक 17407 में बुधवार सुबह लगभग 8:00 बजे बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप सदर ब्रिज के पास शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। ट्रेन की बोगी में मौजूद सीजफायर के माध्यम से आग बुझाई मौके पर दमकल की गाड़ी भी पहुंच गई थी। स्टेशन मास्टर ने बताया कि जनरल बोगी में आग लगने के कारण 30 मिनट तक ट्रेन स्टेशन के पास ही रुकी रही। हालांकि आग बुझने के बाद ट्रेन को आगे स्टेशन के लिए रवाना कर दिया है। जानकारी के मुताबिक जैसे ही ट्रेन बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप पहुंची जनरल बोगी में शॉर्ट सर्किट हो गया और विद्युत तार जलने लगे और बोगी से धुआं उठने लगा वैसे ही यात्रियों ने चेन पुलिंग की और गाड़ी को रुकवाया। जानकारी मिलते ही वहां मौजूद रेलवे कर्मियों ने सीजफायर से आग बुझाने का प्रयास किया और तत्काल दमकल की गाड़ी को भी सूचना दे दी। फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची कुछ ही मिनटों में आग पर पूरी तरह से काबू पाया। आग बुझने के बाद यात्रियों ने भी राहत की सांस ली। स्टेशन मास्टर पवार ने बताया कि आग बुझने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया है।
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बैतूल। दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस की जनरल बोगी में बुधवार को सुबह अचानक आग लग गई, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। सीजफायर और फायर ब्रिगेड के माध्यम से बोगी में लगी आग बुझाई गई। बैतूल स्टेशन मास्टर अनिल पवार ने बताया कि दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस क्रमांक 12792 एक्सप्रेस की जनरल बोगी क्रमांक 17407 में बुधवार सुबह लगभग 8:00 बजे बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप सदर ब्रिज के पास शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। ट्रेन की बोगी में मौजूद सीजफायर के माध्यम से आग बुझाई मौके पर दमकल की गाड़ी भी पहुंच गई थी। स्टेशन मास्टर ने बताया कि जनरल बोगी में आग लगने के कारण 30 मिनट तक ट्रेन स्टेशन के पास ही रुकी रही। हालांकि आग बुझने के बाद ट्रेन को आगे स्टेशन के लिए रवाना कर दिया है। जानकारी के मुताबिक जैसे ही ट्रेन बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप पहुंची जनरल बोगी में शॉर्ट सर्किट हो गया और विद्युत तार जलने लगे और बोगी से धुआं उठने लगा वैसे ही यात्रियों ने चेन पुलिंग की और गाड़ी को रुकवाया। जानकारी मिलते ही वहां मौजूद रेलवे कर्मियों ने सीजफायर से आग बुझाने का प्रयास किया और तत्काल दमकल की गाड़ी को भी सूचना दे दी। फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची कुछ ही मिनटों में आग पर पूरी तरह से काबू पाया। आग बुझने के बाद यात्रियों ने भी राहत की सांस ली। स्टेशन मास्टर पवार ने बताया कि आग बुझने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया है।
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बैतूल। दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस की जनरल बोगी में बुधवार को सुबह अचानक आग लग गई, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। सीजफायर और फायर ब्रिगेड के माध्यम से बोगी में लगी आग बुझाई गई। बैतूल स्टेशन मास्टर अनिल पवार ने बताया कि दानापुर से सिकंदराबाद जाने वाली दानापुर एक्सप्रेस क्रमांक 12792 एक्सप्रेस की जनरल बोगी क्रमांक 17407 में बुधवार सुबह लगभग 8:00 बजे बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप सदर ब्रिज के पास शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। ट्रेन की बोगी में मौजूद सीजफायर के माध्यम से आग बुझाई मौके पर दमकल की गाड़ी भी पहुंच गई थी। स्टेशन मास्टर ने बताया कि जनरल बोगी में आग लगने के कारण 30 मिनट तक ट्रेन स्टेशन के पास ही रुकी रही। हालांकि आग बुझने के बाद ट्रेन को आगे स्टेशन के लिए रवाना कर दिया है। जानकारी के मुताबिक जैसे ही ट्रेन बैतूल रेलवे स्टेशन के समीप पहुंची जनरल बोगी में शॉर्ट सर्किट हो गया और विद्युत तार जलने लगे और बोगी से धुआं उठने लगा वैसे ही यात्रियों ने चेन पुलिंग की और गाड़ी को रुकवाया। जानकारी मिलते ही वहां मौजूद रेलवे कर्मियों ने सीजफायर से आग बुझाने का प्रयास किया और तत्काल दमकल की गाड़ी को भी सूचना दे दी। फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची कुछ ही मिनटों में आग पर पूरी तरह से काबू पाया। आग बुझने के बाद यात्रियों ने भी राहत की सांस ली। स्टेशन मास्टर पवार ने बताया कि आग बुझने के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया है।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर से चलने वाली दो जोड़ी ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्थाई रूप से फस्र्ट एसी एवं थर्ड एसी कोच की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने सोमवार को बताया कि गाड़ी संख्या 19320 इंदौर वेरावल एक्सप्रेस में 22 फरवरी से तथा गाड़ी संख्या 19319 वेरावल इंदौर एक्सप्रेस में 23 फरवरी से फस्र्र्ट एसी एवं थर्ड एसी का एक-एक अतिरिक्त कोच लगेगा। गाड़ी संख्या 19333 इंदौर बीकानेर एक्सप्रेस में 26 फरवरी से तथा गाड़ी संख्या 19334 बीकानेर इंदौर एक्सप्रेस में 27 फरवरी से फस्र्ट एसी एवं थर्ड एसी का एक-एक अतिरिक्त कोच लगेगा।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर से चलने वाली दो जोड़ी ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्थाई रूप से फस्र्ट एसी एवं थर्ड एसी कोच की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। मंडल रेल प्रवक्ता खेमराज मीना ने सोमवार को बताया कि गाड़ी संख्या 19320 इंदौर वेरावल एक्सप्रेस में 22 फरवरी से तथा गाड़ी संख्या 19319 वेरावल इंदौर एक्सप्रेस में 23 फरवरी से फस्र्र्ट एसी एवं थर्ड एसी का एक-एक अतिरिक्त कोच लगेगा। गाड़ी संख्या 19333 इंदौर बीकानेर एक्सप्रेस में 26 फरवरी से तथा गाड़ी संख्या 19334 बीकानेर इंदौर एक्सप्रेस में 27 फरवरी से फस्र्ट एसी एवं थर्ड एसी का एक-एक अतिरिक्त कोच लगेगा।
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भोपाल। वर्तमान में मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाला कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। साथ ही हवा का रूख लगातार उत्तरी बना रहने से तापमान में गिरावट हो रही है। इसी क्रम में सोमवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। प्रदेश में सबसे कम आठ डिग्रीसेल्सियस तापमान मंडला में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि हवाओं का रूख उत्तरी बना हुआ है। सर्द हवाएं चलने के कारण दो दिन से दिन-रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। सोमवार को शहर का न्यूनतम तापमान10.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक हवा का रूख उत्तरी बना रहने से सोमवार को भी अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही बना रहने की संभावना है। मंगलवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने वाला है। उसके असर से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बनने से हवाओं का रूख बदलेगा। जिसके चलते मंगलवार से दिन का और बुधवार से रात के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन दोनों वेदर सिस्टम के समाप्त होने के बाद तापमान में फिर गिरावट होने लगेगी।
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भोपाल। वर्तमान में मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाला कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। साथ ही हवा का रूख लगातार उत्तरी बना रहने से तापमान में गिरावट हो रही है। इसी क्रम में सोमवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। प्रदेश में सबसे कम आठ डिग्रीसेल्सियस तापमान मंडला में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि हवाओं का रूख उत्तरी बना हुआ है। सर्द हवाएं चलने के कारण दो दिन से दिन-रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। सोमवार को शहर का न्यूनतम तापमान10.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक हवा का रूख उत्तरी बना रहने से सोमवार को भी अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही बना रहने की संभावना है। मंगलवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने वाला है। उसके असर से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बनने से हवाओं का रूख बदलेगा। जिसके चलते मंगलवार से दिन का और बुधवार से रात के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन दोनों वेदर सिस्टम के समाप्त होने के बाद तापमान में फिर गिरावट होने लगेगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बादल छंटते ही हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में रात के पारे में गिरावट आई है। ग्वालियर में पारा 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड हुआ, जबकि जबलपुर में पारा चढ़ा है। वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चार दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। दिन में तापमान थोड़ा-बहुत ऊपर हो सकता है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। मौसम वैज्ञानिक पी.के.साहा के अनुसार अभी मध्य महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवात और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। अगला पश्चिमी विक्षोभ यानी 22 फरवरी से सक्रिय हो सकता है। इससे पाकिस्तान और राजस्थान क्षेत्र में चक्रवात एक्टिव हो सकता है। इसका असर राजस्थान से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में दिखाई दे सकता है। फिलहाल, बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि शनिवार से हवाओं का रुख बदल गया। अब यह उत्तरी से दक्षिण-पूर्वी हो गई हैं। इस वजह से भोपाल और इंदौर समेत कई इलाकों में दिन के पारे में बढ़त आ रही है। मध्यप्रदेश में शनिवार को मिलाजुला मौसम रहा। दिन में कई इलाकों में पारा लुढ़कने से ठंडक रही, तो कई इलाकों में पारा ऊपर चढ़ा। सबसे ज्यादा तापमान खरगोन में 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में रात का पारा 4 डिग्री लुढ़कर 12 पर आ गया। ग्वालियर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड हुआ। ग्वालियर को छोड़ प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के ऊपर रहा। इंदौर में रात का पारा 14.6 रिकॉर्ड हुआ। एक दिन पहले यह 17.4 डिग्री पर था। जबलपुर में करीब दो डिग्री पारा चढ़ा है। बीते चौबीस घंटों के दौरान मंडला, बैतूल, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा और मलाजखंड में हल्की बारिश भी हुई।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बादल छंटते ही हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में रात के पारे में गिरावट आई है। ग्वालियर में पारा 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड हुआ, जबकि जबलपुर में पारा चढ़ा है। वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चार दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। दिन में तापमान थोड़ा-बहुत ऊपर हो सकता है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। मौसम वैज्ञानिक पी.के.साहा के अनुसार अभी मध्य महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवात और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। अगला पश्चिमी विक्षोभ यानी 22 फरवरी से सक्रिय हो सकता है। इससे पाकिस्तान और राजस्थान क्षेत्र में चक्रवात एक्टिव हो सकता है। इसका असर राजस्थान से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में दिखाई दे सकता है। फिलहाल, बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि शनिवार से हवाओं का रुख बदल गया। अब यह उत्तरी से दक्षिण-पूर्वी हो गई हैं। इस वजह से भोपाल और इंदौर समेत कई इलाकों में दिन के पारे में बढ़त आ रही है। मध्यप्रदेश में शनिवार को मिलाजुला मौसम रहा। दिन में कई इलाकों में पारा लुढ़कने से ठंडक रही, तो कई इलाकों में पारा ऊपर चढ़ा। सबसे ज्यादा तापमान खरगोन में 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में रात का पारा 4 डिग्री लुढ़कर 12 पर आ गया। ग्वालियर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड हुआ। ग्वालियर को छोड़ प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के ऊपर रहा। इंदौर में रात का पारा 14.6 रिकॉर्ड हुआ। एक दिन पहले यह 17.4 डिग्री पर था। जबलपुर में करीब दो डिग्री पारा चढ़ा है। बीते चौबीस घंटों के दौरान मंडला, बैतूल, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा और मलाजखंड में हल्की बारिश भी हुई।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बादल छंटते ही हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में रात के पारे में गिरावट आई है। ग्वालियर में पारा 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड हुआ, जबकि जबलपुर में पारा चढ़ा है। वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चार दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। दिन में तापमान थोड़ा-बहुत ऊपर हो सकता है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। मौसम वैज्ञानिक पी.के.साहा के अनुसार अभी मध्य महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवात और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। अगला पश्चिमी विक्षोभ यानी 22 फरवरी से सक्रिय हो सकता है। इससे पाकिस्तान और राजस्थान क्षेत्र में चक्रवात एक्टिव हो सकता है। इसका असर राजस्थान से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में दिखाई दे सकता है। फिलहाल, बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि शनिवार से हवाओं का रुख बदल गया। अब यह उत्तरी से दक्षिण-पूर्वी हो गई हैं। इस वजह से भोपाल और इंदौर समेत कई इलाकों में दिन के पारे में बढ़त आ रही है। मध्यप्रदेश में शनिवार को मिलाजुला मौसम रहा। दिन में कई इलाकों में पारा लुढ़कने से ठंडक रही, तो कई इलाकों में पारा ऊपर चढ़ा। सबसे ज्यादा तापमान खरगोन में 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में रात का पारा 4 डिग्री लुढ़कर 12 पर आ गया। ग्वालियर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड हुआ। ग्वालियर को छोड़ प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के ऊपर रहा। इंदौर में रात का पारा 14.6 रिकॉर्ड हुआ। एक दिन पहले यह 17.4 डिग्री पर था। जबलपुर में करीब दो डिग्री पारा चढ़ा है। बीते चौबीस घंटों के दौरान मंडला, बैतूल, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा और मलाजखंड में हल्की बारिश भी हुई।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बादल छंटते ही हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में रात के पारे में गिरावट आई है। ग्वालियर में पारा 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड हुआ, जबकि जबलपुर में पारा चढ़ा है। वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चार दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। दिन में तापमान थोड़ा-बहुत ऊपर हो सकता है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। मौसम वैज्ञानिक पी.के.साहा के अनुसार अभी मध्य महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवात और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। अगला पश्चिमी विक्षोभ यानी 22 फरवरी से सक्रिय हो सकता है। इससे पाकिस्तान और राजस्थान क्षेत्र में चक्रवात एक्टिव हो सकता है। इसका असर राजस्थान से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में दिखाई दे सकता है। फिलहाल, बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि शनिवार से हवाओं का रुख बदल गया। अब यह उत्तरी से दक्षिण-पूर्वी हो गई हैं। इस वजह से भोपाल और इंदौर समेत कई इलाकों में दिन के पारे में बढ़त आ रही है। मध्यप्रदेश में शनिवार को मिलाजुला मौसम रहा। दिन में कई इलाकों में पारा लुढ़कने से ठंडक रही, तो कई इलाकों में पारा ऊपर चढ़ा। सबसे ज्यादा तापमान खरगोन में 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में रात का पारा 4 डिग्री लुढ़कर 12 पर आ गया। ग्वालियर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड हुआ। ग्वालियर को छोड़ प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के ऊपर रहा। इंदौर में रात का पारा 14.6 रिकॉर्ड हुआ। एक दिन पहले यह 17.4 डिग्री पर था। जबलपुर में करीब दो डिग्री पारा चढ़ा है। बीते चौबीस घंटों के दौरान मंडला, बैतूल, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा और मलाजखंड में हल्की बारिश भी हुई।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बादल छंटते ही हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में रात के पारे में गिरावट आई है। ग्वालियर में पारा 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड हुआ, जबकि जबलपुर में पारा चढ़ा है। वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चार दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। दिन में तापमान थोड़ा-बहुत ऊपर हो सकता है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। मौसम वैज्ञानिक पी.के.साहा के अनुसार अभी मध्य महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवात और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। अगला पश्चिमी विक्षोभ यानी 22 फरवरी से सक्रिय हो सकता है। इससे पाकिस्तान और राजस्थान क्षेत्र में चक्रवात एक्टिव हो सकता है। इसका असर राजस्थान से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में दिखाई दे सकता है। फिलहाल, बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि शनिवार से हवाओं का रुख बदल गया। अब यह उत्तरी से दक्षिण-पूर्वी हो गई हैं। इस वजह से भोपाल और इंदौर समेत कई इलाकों में दिन के पारे में बढ़त आ रही है। मध्यप्रदेश में शनिवार को मिलाजुला मौसम रहा। दिन में कई इलाकों में पारा लुढ़कने से ठंडक रही, तो कई इलाकों में पारा ऊपर चढ़ा। सबसे ज्यादा तापमान खरगोन में 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में रात का पारा 4 डिग्री लुढ़कर 12 पर आ गया। ग्वालियर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड हुआ। ग्वालियर को छोड़ प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के ऊपर रहा। इंदौर में रात का पारा 14.6 रिकॉर्ड हुआ। एक दिन पहले यह 17.4 डिग्री पर था। जबलपुर में करीब दो डिग्री पारा चढ़ा है। बीते चौबीस घंटों के दौरान मंडला, बैतूल, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा और मलाजखंड में हल्की बारिश भी हुई।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बादल छंटते ही हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में रात के पारे में गिरावट आई है। ग्वालियर में पारा 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड हुआ, जबकि जबलपुर में पारा चढ़ा है। वहीं, प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश भी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चार दिन इसी तरह मौसम बना रहेगा। दिन में तापमान थोड़ा-बहुत ऊपर हो सकता है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। मौसम वैज्ञानिक पी.के.साहा के अनुसार अभी मध्य महाराष्ट्र के ऊपर एक चक्रवात और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। अगला पश्चिमी विक्षोभ यानी 22 फरवरी से सक्रिय हो सकता है। इससे पाकिस्तान और राजस्थान क्षेत्र में चक्रवात एक्टिव हो सकता है। इसका असर राजस्थान से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में दिखाई दे सकता है। फिलहाल, बारिश की संभावना नहीं है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि शनिवार से हवाओं का रुख बदल गया। अब यह उत्तरी से दक्षिण-पूर्वी हो गई हैं। इस वजह से भोपाल और इंदौर समेत कई इलाकों में दिन के पारे में बढ़त आ रही है। मध्यप्रदेश में शनिवार को मिलाजुला मौसम रहा। दिन में कई इलाकों में पारा लुढ़कने से ठंडक रही, तो कई इलाकों में पारा ऊपर चढ़ा। सबसे ज्यादा तापमान खरगोन में 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में रात का पारा 4 डिग्री लुढ़कर 12 पर आ गया। ग्वालियर में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड हुआ। ग्वालियर को छोड़ प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के ऊपर रहा। इंदौर में रात का पारा 14.6 रिकॉर्ड हुआ। एक दिन पहले यह 17.4 डिग्री पर था। जबलपुर में करीब दो डिग्री पारा चढ़ा है। बीते चौबीस घंटों के दौरान मंडला, बैतूल, नर्मदापुरम, जबलपुर, छिंदवाड़ा और मलाजखंड में हल्की बारिश भी हुई।
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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते राजधानी भोपाल में मध्यम स्तर पर बादल छा गए हैं। इससे रात के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस तक उछाल आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बादल छाए हैं, लेकिन वातावरण में पर्याप्त नमी नहीं रहने के कारण बौछारें पडऩे की संभावना कम ही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार दोपहर को दक्षिण सागर, बैतूल, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और अमरकंटक में हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही नर्मदापुरम, पचमढ़ी, बालाघाट, जबलपुर में रात तक हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के आसपास बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से एक कमजोर प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर भी बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ रही हैं। राजधानी में भी मध्यम स्तर के बादल तो बने हैं, लेकिन नमी कम रहने के कारण बारिश की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक शनिवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस वजह से वातावरण में गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आसार यही हैं कि वातावरण में नमी कम रहने से शहर में दोपहर बाद सिर्फ बूंदाबांदी हो सकती है। शाम के समय हवा का रुख उत्तरी होने से तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना भी है।
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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते राजधानी भोपाल में मध्यम स्तर पर बादल छा गए हैं। इससे रात के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस तक उछाल आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बादल छाए हैं, लेकिन वातावरण में पर्याप्त नमी नहीं रहने के कारण बौछारें पडऩे की संभावना कम ही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार दोपहर को दक्षिण सागर, बैतूल, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और अमरकंटक में हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही नर्मदापुरम, पचमढ़ी, बालाघाट, जबलपुर में रात तक हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के आसपास बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से एक कमजोर प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर भी बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ रही हैं। राजधानी में भी मध्यम स्तर के बादल तो बने हैं, लेकिन नमी कम रहने के कारण बारिश की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक शनिवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस वजह से वातावरण में गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आसार यही हैं कि वातावरण में नमी कम रहने से शहर में दोपहर बाद सिर्फ बूंदाबांदी हो सकती है। शाम के समय हवा का रुख उत्तरी होने से तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना भी है।
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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते राजधानी भोपाल में मध्यम स्तर पर बादल छा गए हैं। इससे रात के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस तक उछाल आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बादल छाए हैं, लेकिन वातावरण में पर्याप्त नमी नहीं रहने के कारण बौछारें पडऩे की संभावना कम ही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार दोपहर को दक्षिण सागर, बैतूल, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और अमरकंटक में हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही नर्मदापुरम, पचमढ़ी, बालाघाट, जबलपुर में रात तक हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के आसपास बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से एक कमजोर प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर भी बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ रही हैं। राजधानी में भी मध्यम स्तर के बादल तो बने हैं, लेकिन नमी कम रहने के कारण बारिश की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक शनिवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस वजह से वातावरण में गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आसार यही हैं कि वातावरण में नमी कम रहने से शहर में दोपहर बाद सिर्फ बूंदाबांदी हो सकती है। शाम के समय हवा का रुख उत्तरी होने से तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना भी है।
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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते राजधानी भोपाल में मध्यम स्तर पर बादल छा गए हैं। इससे रात के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस तक उछाल आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बादल छाए हैं, लेकिन वातावरण में पर्याप्त नमी नहीं रहने के कारण बौछारें पडऩे की संभावना कम ही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार दोपहर को दक्षिण सागर, बैतूल, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और अमरकंटक में हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही नर्मदापुरम, पचमढ़ी, बालाघाट, जबलपुर में रात तक हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के आसपास बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से एक कमजोर प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर भी बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ रही हैं। राजधानी में भी मध्यम स्तर के बादल तो बने हैं, लेकिन नमी कम रहने के कारण बारिश की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक शनिवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस वजह से वातावरण में गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आसार यही हैं कि वातावरण में नमी कम रहने से शहर में दोपहर बाद सिर्फ बूंदाबांदी हो सकती है। शाम के समय हवा का रुख उत्तरी होने से तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना भी है।
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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते राजधानी भोपाल में मध्यम स्तर पर बादल छा गए हैं। इससे रात के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस तक उछाल आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बादल छाए हैं, लेकिन वातावरण में पर्याप्त नमी नहीं रहने के कारण बौछारें पडऩे की संभावना कम ही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार दोपहर को दक्षिण सागर, बैतूल, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और अमरकंटक में हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही नर्मदापुरम, पचमढ़ी, बालाघाट, जबलपुर में रात तक हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के आसपास बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से एक कमजोर प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर भी बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ रही हैं। राजधानी में भी मध्यम स्तर के बादल तो बने हैं, लेकिन नमी कम रहने के कारण बारिश की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक शनिवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस वजह से वातावरण में गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आसार यही हैं कि वातावरण में नमी कम रहने से शहर में दोपहर बाद सिर्फ बूंदाबांदी हो सकती है। शाम के समय हवा का रुख उत्तरी होने से तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना भी है।
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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते राजधानी भोपाल में मध्यम स्तर पर बादल छा गए हैं। इससे रात के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस तक उछाल आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बादल छाए हैं, लेकिन वातावरण में पर्याप्त नमी नहीं रहने के कारण बौछारें पडऩे की संभावना कम ही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार दोपहर को दक्षिण सागर, बैतूल, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और अमरकंटक में हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही नर्मदापुरम, पचमढ़ी, बालाघाट, जबलपुर में रात तक हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के आसपास बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से एक कमजोर प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर भी बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ रही हैं। राजधानी में भी मध्यम स्तर के बादल तो बने हैं, लेकिन नमी कम रहने के कारण बारिश की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक शनिवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस वजह से वातावरण में गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आसार यही हैं कि वातावरण में नमी कम रहने से शहर में दोपहर बाद सिर्फ बूंदाबांदी हो सकती है। शाम के समय हवा का रुख उत्तरी होने से तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना भी है।
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भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इसके चलते राजधानी भोपाल में मध्यम स्तर पर बादल छा गए हैं। इससे रात के तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस तक उछाल आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक बादल छाए हैं, लेकिन वातावरण में पर्याप्त नमी नहीं रहने के कारण बौछारें पडऩे की संभावना कम ही है। दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार दोपहर को दक्षिण सागर, बैतूल, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और अमरकंटक में हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही नर्मदापुरम, पचमढ़ी, बालाघाट, जबलपुर में रात तक हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राजेन्द्रपुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के आसपास बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से एक कमजोर प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर भी बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी वजह से प्रदेश में जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ रही हैं। राजधानी में भी मध्यम स्तर के बादल तो बने हैं, लेकिन नमी कम रहने के कारण बारिश की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक शनिवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस वजह से वातावरण में गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आसार यही हैं कि वातावरण में नमी कम रहने से शहर में दोपहर बाद सिर्फ बूंदाबांदी हो सकती है। शाम के समय हवा का रुख उत्तरी होने से तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना भी है।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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भोपाल। हवाओं का रुख बदलकर अब उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में फिर गिरावट आने लगी है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण न्यूनतम तापमान में कमी आने लगी है। इसी के असर से बुधवार को राजधानी के न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। उधर, बादलों के छंट जाने से आसमान भी अब साफ हो गया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी.के. साहा ने बताया कि उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अब समाप्त हो गया है। उसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी आगे बढ़कर दक्षिणी गुजरात पर सक्रिय हो गया है। जिसके चलते हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। हवाओं का पैटर्न अधिकतर उत्तरी बना रहने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। हवाओं में नमी नहीं रहने के कारण बादल भी छंट गए हैं। साहा ने बताया कि मंगलवार को शहर का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था। बुधवार को रात का तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक बुधवार को सर्द हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। उधर, गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से शुक्रवार को पूर्वी मध्यप्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।
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गुना। एक युवती को दिनदहाड़े कुछ लडक़ों ने कार में घुसाकर अगवा करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने गुना के सिरसी इलाके की रहने वाली इस लडक़ी को बचाया। इंदौर से गुना आए इन लडक़ों में से दो को भीड़ ने पकडक़र पीट दिया। पकड़े गए युवकों को कोतवाली ले जाया गया। लडक़ी बाइक शोरूम में जॉब करती है। घटना सोमवार सुबह की है। गुना के सिरसी इलाके की रहने वाली 23 साल की सेल्सगर्ल शहर की न्यू सिटी कॉलोनी में किराए से रहती है। लडक़ी के मामा दुर्गा अलावा ने बताया कि पिछले साल उसकी भांजी के रिश्ते की बात धार के रहने वाले दिनेश दुड़बे से चल रही थी। दिनेश इंदौर में बिजली कंपनी में ड्राइवर है। जब रिश्ता पसंद नहीं आया तो सगाई के लिए लडक़ी वालों ने मना कर दिया। सोमवार को दिनेश दुड़बे, उसका भाई, तीन और साथियों के साथ कार से गुना आए। गाड़ी उनके इंदौर के सेठ की थी। लडक़ी घर से शोरूम जाने के लिए निकली थी, तभी नानाखेड़ी स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप के सामने लडक़ों ने कार अड़ाकर उसे रोक लिया। लडक़ी ने तुरंत अपने मामा को फोन कर लोकेशन बता दी। जैसे ही लडक़ों ने उसे पकडक़र कार में बिठाने की कोशिश की, उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए। दो आरोपित पकड़े गए ड्राइवर दिनेश दुड़बे और उसका भाई सुरेंद्र दुड़बे भीड़ के हत्थे चढ़ गए। भीड़ ने दोनों की पिटाई कर दी। लडक़ी का मामा भी आ गया। लोगों ने आरोपितों की कार में भी तोडफ़ोड़ भी की। बाद में दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। उनके साथ आए तीन साथी वहां से भाग निकले।
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रतलाम। झपकी लगने से वाहन चला रहे दूल्हे सहित दुल्हन एवं दूल्हे की दोनों बुआओं की पुलिया से वाहन टकराने पर सोमवार को मृत्यु हो गई, जबकि दूल्हे की मां गंभीर रूप से घायल हुई है। परिवार धार के साला गांव से राजस्थान पूजा के लिए जा रहा था। शादी दो फरवरी को हुई थी। रतलाम की बिलपांक पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार धार जिले के खलघाट के साला गांव निवासी राठौर परिवार के सदस्य राजस्थान जा रहे थे। इसी दौरान कार महू-नीमच फोरलेन पर प्रकाशनगर के पास पुलिया से टकरा गई। आसपास के लोगों ने घायलों को कार से निकाला। मौके पर ही दूल्हा 30 वर्षीय रविराज सिंह पिता मनोहर सिंह , दुल्हन 22 वर्षीय रेणु कुंवर पत्नी रविराजसिंह , बुआ 45 वर्षीय भवर कुंवर पति सज्जन सिंह शेखावत निवासी झुंझुनू और दूसरी बुआ 42 वर्षीय रेणु कुंवर पति राजवीर सिंह शेखावत निवासी जयपुर की मौत हो गई। रविराज की मां हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें रतलाम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 2 फरवरी को ही राठौर परिवार के दोनों बेटों रविराज सिंह और लोकेंद्र सिंह की शादी हुई थी। रविराज अपनी पत्नी रेणु सिंह, माता और दोनों बुआ के साथ जयपुर में देवी पूजन के लिए जा रहा था। बड़ी बुआ रेणु कुंवर की जयपुर और भवर कुंवर की झुंझून में शादी हुई है। इसलिए वे भी साथ जा रही थीं।
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कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी जिले में स्लीमनाबाद के पास शनिवार रात करीब 8.00 बजे अंडर ग्राउंड (भूमिगत) नहर की मिट्टी धंसने से नौ मजदूर दब गए थे। हादसे के बाद प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस व बचाव दल मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया, जो रविवार देर रात तक चला। इस दौरान सात मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि दो मजदूरों की मिट्टी में दबने से मौत हो गई। करीब 28 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के दौरान कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा मौके पर मौजूद रहे। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने सोमवार सुबह ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि स्लीमनाबाद टनल हादसे में फंसे सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। सात मजदूरों को रविवार सुबह ही निकाल लिया गया था। शेष दो मजदूरों को निकालने के लिए रविवार देर रात रेस्क्यू चलाया गया। रात 12 बजे के करीब मलबे में दबे दोनों मजदूर गोरेलाल कोल और रवि मसालकर को बाहर निकाला गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शेष मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी लोग स्वस्थ हैं। कलेक्टर ने बताया, शासन ने निर्णय लिया है कि हादसे में घायल सभी मजदूरों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि और दोनों मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। बता दें कि कटनी के स्लीमनाबाद के पास बरगी दायीं तट नहर की अंडर ग्राउंड टनल बनाई जा रही है। शनिवार रात करीब आठ बजे इसी टनल नहर के धंसकने से इसमें 09 मजदूर दब गए थे। इसकी सूचना नर्मदा विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने जिला प्रशासन को दी। इसके बाद कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और एसपी सुनील जैन मौके पर पहुंच गए थे। एसडीईआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया और बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य किया गया। बचाव दल ने रेस्क्यू अभियान चलाकर रात में ही तीन मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया था। इसके बाद चार मजदूरों को रविवार सुबह निकाला गया। शेष दो मजदूरों को निकालने के लिए रविवार देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। निर्माण कंपनी द्वारा टनल में दबे मजदूरों की जो सूची उपलब्ध कराई है, उसके अनुसार, मौनीदास (31) पुत्र शिवकरण कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, दीपक (35) पुत्र हिचलाल कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, नर्मदा (40) पुत्र काशी प्रसाद कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, विजय (35) पुत्र राम मिलन कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, इंद्रमणि (30) पुत्र राजे कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, मोतीलाल कोल (31) पुत्र संतलाल कोल निवासी निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, नंदकुमार यादव (36) पुत्र शिवदास यादव निवासी नोडिहवा थाना चितरंगी जिला सिंगरौली, गोरेलाल कोल पुत्र भगीरथ कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली और रवि मसालकर (28) पुत्र शालीग्राम (सुपरवाइजर) निवासी नागपुर शामिल हैं। इनमें रवि और मसालकर और गोरेलाल कोल की मौत हो गई।
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कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी जिले में स्लीमनाबाद के पास शनिवार रात करीब 8.00 बजे अंडर ग्राउंड (भूमिगत) नहर की मिट्टी धंसने से नौ मजदूर दब गए थे। हादसे के बाद प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस व बचाव दल मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया, जो रविवार देर रात तक चला। इस दौरान सात मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि दो मजदूरों की मिट्टी में दबने से मौत हो गई। करीब 28 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के दौरान कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा मौके पर मौजूद रहे। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने सोमवार सुबह ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि स्लीमनाबाद टनल हादसे में फंसे सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। सात मजदूरों को रविवार सुबह ही निकाल लिया गया था। शेष दो मजदूरों को निकालने के लिए रविवार देर रात रेस्क्यू चलाया गया। रात 12 बजे के करीब मलबे में दबे दोनों मजदूर गोरेलाल कोल और रवि मसालकर को बाहर निकाला गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शेष मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी लोग स्वस्थ हैं। कलेक्टर ने बताया, शासन ने निर्णय लिया है कि हादसे में घायल सभी मजदूरों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि और दोनों मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। बता दें कि कटनी के स्लीमनाबाद के पास बरगी दायीं तट नहर की अंडर ग्राउंड टनल बनाई जा रही है। शनिवार रात करीब आठ बजे इसी टनल नहर के धंसकने से इसमें 09 मजदूर दब गए थे। इसकी सूचना नर्मदा विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने जिला प्रशासन को दी। इसके बाद कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और एसपी सुनील जैन मौके पर पहुंच गए थे। एसडीईआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया और बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य किया गया। बचाव दल ने रेस्क्यू अभियान चलाकर रात में ही तीन मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया था। इसके बाद चार मजदूरों को रविवार सुबह निकाला गया। शेष दो मजदूरों को निकालने के लिए रविवार देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। निर्माण कंपनी द्वारा टनल में दबे मजदूरों की जो सूची उपलब्ध कराई है, उसके अनुसार, मौनीदास (31) पुत्र शिवकरण कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, दीपक (35) पुत्र हिचलाल कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, नर्मदा (40) पुत्र काशी प्रसाद कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, विजय (35) पुत्र राम मिलन कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, इंद्रमणि (30) पुत्र राजे कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, मोतीलाल कोल (31) पुत्र संतलाल कोल निवासी निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, नंदकुमार यादव (36) पुत्र शिवदास यादव निवासी नोडिहवा थाना चितरंगी जिला सिंगरौली, गोरेलाल कोल पुत्र भगीरथ कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली और रवि मसालकर (28) पुत्र शालीग्राम (सुपरवाइजर) निवासी नागपुर शामिल हैं। इनमें रवि और मसालकर और गोरेलाल कोल की मौत हो गई।
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कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी जिले में स्लीमनाबाद के पास शनिवार रात करीब 8.00 बजे अंडर ग्राउंड (भूमिगत) नहर की मिट्टी धंसने से नौ मजदूर दब गए थे। हादसे के बाद प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस व बचाव दल मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू शुरू किया, जो रविवार देर रात तक चला। इस दौरान सात मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि दो मजदूरों की मिट्टी में दबने से मौत हो गई। करीब 28 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के दौरान कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा मौके पर मौजूद रहे। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने सोमवार सुबह ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि स्लीमनाबाद टनल हादसे में फंसे सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। सात मजदूरों को रविवार सुबह ही निकाल लिया गया था। शेष दो मजदूरों को निकालने के लिए रविवार देर रात रेस्क्यू चलाया गया। रात 12 बजे के करीब मलबे में दबे दोनों मजदूर गोरेलाल कोल और रवि मसालकर को बाहर निकाला गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शेष मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी लोग स्वस्थ हैं। कलेक्टर ने बताया, शासन ने निर्णय लिया है कि हादसे में घायल सभी मजदूरों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि और दोनों मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। बता दें कि कटनी के स्लीमनाबाद के पास बरगी दायीं तट नहर की अंडर ग्राउंड टनल बनाई जा रही है। शनिवार रात करीब आठ बजे इसी टनल नहर के धंसकने से इसमें 09 मजदूर दब गए थे। इसकी सूचना नर्मदा विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने जिला प्रशासन को दी। इसके बाद कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और एसपी सुनील जैन मौके पर पहुंच गए थे। एसडीईआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया और बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य किया गया। बचाव दल ने रेस्क्यू अभियान चलाकर रात में ही तीन मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया था। इसके बाद चार मजदूरों को रविवार सुबह निकाला गया। शेष दो मजदूरों को निकालने के लिए रविवार देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। निर्माण कंपनी द्वारा टनल में दबे मजदूरों की जो सूची उपलब्ध कराई है, उसके अनुसार, मौनीदास (31) पुत्र शिवकरण कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, दीपक (35) पुत्र हिचलाल कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, नर्मदा (40) पुत्र काशी प्रसाद कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, विजय (35) पुत्र राम मिलन कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, इंद्रमणि (30) पुत्र राजे कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, मोतीलाल कोल (31) पुत्र संतलाल कोल निवासी निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली, नंदकुमार यादव (36) पुत्र शिवदास यादव निवासी नोडिहवा थाना चितरंगी जिला सिंगरौली, गोरेलाल कोल पुत्र भगीरथ कोल निवासी ग्राम बड़कुड जिला सिंगरौली और रवि मसालकर (28) पुत्र शालीग्राम (सुपरवाइजर) निवासी नागपुर शामिल हैं। इनमें रवि और मसालकर और गोरेलाल कोल की मौत हो गई।
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भोपाल। यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात दिल्ली की एक युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले मुख्य आरोपित को जीआरपी ने झांसी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ट्रेन का पेंट्री कार मैनेजर है। शनिवार सुबह उसे झांसी से हिरासत में लेकर भोपाल लाया जा रहा है। भोपाल रेल डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना शुक्रवार-शनिवार की रात हरदा-इटारसी के बीच हुई। युवती मुम्बई से लौट रही थी। ट्रेन का भोपाल में स्टापेज था इसलिए पीड़ित युवती ने भोपाल जीआरपी में घटना की जानकारी दी। जीआरपी ने प्रकरण दर्ज कर कुछ वेंडरों को ट्रैन से उतारा है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। भोपाल रेलवे स्टेशन के डिप्टी मैनेजर अनिल शर्मा ने बताया कि उनके पास घटना के संबंध में कंट्रोल रूम से मैसेज आया। हम सम्पर्क क्रांति अटैंड करने पहुंचे तो पैंट्री कार कोच अंदर से बंद था। पेंट्री कार के कर्मचारी गेट नहीं खोल रहे थे। बाद में कोच खुलवाकर सभी को हिरासत में लिया गया। इनमें से कुछ यात्री भी थे, जो टिकट लेकर पैंट्री कार में बैठे हुए थे। करीब 20 लोगों को रात में ही हिरासत में लिया गया था। डिप्टी मैनेजर शर्मा के अनुसार, 21 वर्षीय पीड़ित युवती ने जीआरपी को शिकायत में हुए बताया कि वह पुरानी दिल्ली की रहने वाली है। वह 9 फरवरी को दिल्ली से मुंबई गई थी। वहां से शुक्रवार दोपहर 12 बजे दिल्ली आने के लिए ट्रेन पकड़ी। इस ट्रेन में भीड़ थी। इसलिए भुसावल स्टेशन पर उतर गई और यहां से शाम 6 बजे यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस (12629) के एसी कोच में बैठ गई। तभी आरोपित आया और सीट खाली होने की बात कहकर उसे पेंट्री कार में ले गया। युवती ने जीआरपी को बताया कि घटना के समय जब उसने शोर मचाने की कोशिश की, तो आरोपित ने उसे तीन-चार थप्पड़ मारे और ट्रेन से धक्का देने की धमकी भी दी। डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना के बाद जीआरपी ने झांसी में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल में वह जांच के दौरान ट्रेन में छिप गया था। उसका मोबाइल नंबर साथी वेंडरों से लेकर पुलिस ने उसे झांसी जीआरपी की मदद से ट्रेस किया। आरोपित ने अपना नाम भूपेन्द्र सिंह तोमर निवासी भिण्ड बताया है। वह 16 साल से ट्रेन में मैनेजर है। वह चार बच्चों का पिता है। वहीं, युवती का भोपाल का मेडिकल कराया है। मेडिकल में खुलासा हुआ है कि पीड़ित युवती को तीन माह का गर्भ है। बताया गया कि वह दिल्ली में अपनी माँ के साथ काम करती थी। इस दौरान एक युवक से उसके सबंध रहे, जिससे वह गर्भवती हो गई।
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भोपाल। यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात दिल्ली की एक युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले मुख्य आरोपित को जीआरपी ने झांसी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ट्रेन का पेंट्री कार मैनेजर है। शनिवार सुबह उसे झांसी से हिरासत में लेकर भोपाल लाया जा रहा है। भोपाल रेल डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना शुक्रवार-शनिवार की रात हरदा-इटारसी के बीच हुई। युवती मुम्बई से लौट रही थी। ट्रेन का भोपाल में स्टापेज था इसलिए पीड़ित युवती ने भोपाल जीआरपी में घटना की जानकारी दी। जीआरपी ने प्रकरण दर्ज कर कुछ वेंडरों को ट्रैन से उतारा है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। भोपाल रेलवे स्टेशन के डिप्टी मैनेजर अनिल शर्मा ने बताया कि उनके पास घटना के संबंध में कंट्रोल रूम से मैसेज आया। हम सम्पर्क क्रांति अटैंड करने पहुंचे तो पैंट्री कार कोच अंदर से बंद था। पेंट्री कार के कर्मचारी गेट नहीं खोल रहे थे। बाद में कोच खुलवाकर सभी को हिरासत में लिया गया। इनमें से कुछ यात्री भी थे, जो टिकट लेकर पैंट्री कार में बैठे हुए थे। करीब 20 लोगों को रात में ही हिरासत में लिया गया था। डिप्टी मैनेजर शर्मा के अनुसार, 21 वर्षीय पीड़ित युवती ने जीआरपी को शिकायत में हुए बताया कि वह पुरानी दिल्ली की रहने वाली है। वह 9 फरवरी को दिल्ली से मुंबई गई थी। वहां से शुक्रवार दोपहर 12 बजे दिल्ली आने के लिए ट्रेन पकड़ी। इस ट्रेन में भीड़ थी। इसलिए भुसावल स्टेशन पर उतर गई और यहां से शाम 6 बजे यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस (12629) के एसी कोच में बैठ गई। तभी आरोपित आया और सीट खाली होने की बात कहकर उसे पेंट्री कार में ले गया। युवती ने जीआरपी को बताया कि घटना के समय जब उसने शोर मचाने की कोशिश की, तो आरोपित ने उसे तीन-चार थप्पड़ मारे और ट्रेन से धक्का देने की धमकी भी दी। डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना के बाद जीआरपी ने झांसी में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल में वह जांच के दौरान ट्रेन में छिप गया था। उसका मोबाइल नंबर साथी वेंडरों से लेकर पुलिस ने उसे झांसी जीआरपी की मदद से ट्रेस किया। आरोपित ने अपना नाम भूपेन्द्र सिंह तोमर निवासी भिण्ड बताया है। वह 16 साल से ट्रेन में मैनेजर है। वह चार बच्चों का पिता है। वहीं, युवती का भोपाल का मेडिकल कराया है। मेडिकल में खुलासा हुआ है कि पीड़ित युवती को तीन माह का गर्भ है। बताया गया कि वह दिल्ली में अपनी माँ के साथ काम करती थी। इस दौरान एक युवक से उसके सबंध रहे, जिससे वह गर्भवती हो गई।
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भोपाल। यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात दिल्ली की एक युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले मुख्य आरोपित को जीआरपी ने झांसी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ट्रेन का पेंट्री कार मैनेजर है। शनिवार सुबह उसे झांसी से हिरासत में लेकर भोपाल लाया जा रहा है। भोपाल रेल डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना शुक्रवार-शनिवार की रात हरदा-इटारसी के बीच हुई। युवती मुम्बई से लौट रही थी। ट्रेन का भोपाल में स्टापेज था इसलिए पीड़ित युवती ने भोपाल जीआरपी में घटना की जानकारी दी। जीआरपी ने प्रकरण दर्ज कर कुछ वेंडरों को ट्रैन से उतारा है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। भोपाल रेलवे स्टेशन के डिप्टी मैनेजर अनिल शर्मा ने बताया कि उनके पास घटना के संबंध में कंट्रोल रूम से मैसेज आया। हम सम्पर्क क्रांति अटैंड करने पहुंचे तो पैंट्री कार कोच अंदर से बंद था। पेंट्री कार के कर्मचारी गेट नहीं खोल रहे थे। बाद में कोच खुलवाकर सभी को हिरासत में लिया गया। इनमें से कुछ यात्री भी थे, जो टिकट लेकर पैंट्री कार में बैठे हुए थे। करीब 20 लोगों को रात में ही हिरासत में लिया गया था। डिप्टी मैनेजर शर्मा के अनुसार, 21 वर्षीय पीड़ित युवती ने जीआरपी को शिकायत में हुए बताया कि वह पुरानी दिल्ली की रहने वाली है। वह 9 फरवरी को दिल्ली से मुंबई गई थी। वहां से शुक्रवार दोपहर 12 बजे दिल्ली आने के लिए ट्रेन पकड़ी। इस ट्रेन में भीड़ थी। इसलिए भुसावल स्टेशन पर उतर गई और यहां से शाम 6 बजे यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस (12629) के एसी कोच में बैठ गई। तभी आरोपित आया और सीट खाली होने की बात कहकर उसे पेंट्री कार में ले गया। युवती ने जीआरपी को बताया कि घटना के समय जब उसने शोर मचाने की कोशिश की, तो आरोपित ने उसे तीन-चार थप्पड़ मारे और ट्रेन से धक्का देने की धमकी भी दी। डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना के बाद जीआरपी ने झांसी में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल में वह जांच के दौरान ट्रेन में छिप गया था। उसका मोबाइल नंबर साथी वेंडरों से लेकर पुलिस ने उसे झांसी जीआरपी की मदद से ट्रेस किया। आरोपित ने अपना नाम भूपेन्द्र सिंह तोमर निवासी भिण्ड बताया है। वह 16 साल से ट्रेन में मैनेजर है। वह चार बच्चों का पिता है। वहीं, युवती का भोपाल का मेडिकल कराया है। मेडिकल में खुलासा हुआ है कि पीड़ित युवती को तीन माह का गर्भ है। बताया गया कि वह दिल्ली में अपनी माँ के साथ काम करती थी। इस दौरान एक युवक से उसके सबंध रहे, जिससे वह गर्भवती हो गई।
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भोपाल। यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात दिल्ली की एक युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले मुख्य आरोपित को जीआरपी ने झांसी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ट्रेन का पेंट्री कार मैनेजर है। शनिवार सुबह उसे झांसी से हिरासत में लेकर भोपाल लाया जा रहा है। भोपाल रेल डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना शुक्रवार-शनिवार की रात हरदा-इटारसी के बीच हुई। युवती मुम्बई से लौट रही थी। ट्रेन का भोपाल में स्टापेज था इसलिए पीड़ित युवती ने भोपाल जीआरपी में घटना की जानकारी दी। जीआरपी ने प्रकरण दर्ज कर कुछ वेंडरों को ट्रैन से उतारा है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। भोपाल रेलवे स्टेशन के डिप्टी मैनेजर अनिल शर्मा ने बताया कि उनके पास घटना के संबंध में कंट्रोल रूम से मैसेज आया। हम सम्पर्क क्रांति अटैंड करने पहुंचे तो पैंट्री कार कोच अंदर से बंद था। पेंट्री कार के कर्मचारी गेट नहीं खोल रहे थे। बाद में कोच खुलवाकर सभी को हिरासत में लिया गया। इनमें से कुछ यात्री भी थे, जो टिकट लेकर पैंट्री कार में बैठे हुए थे। करीब 20 लोगों को रात में ही हिरासत में लिया गया था। डिप्टी मैनेजर शर्मा के अनुसार, 21 वर्षीय पीड़ित युवती ने जीआरपी को शिकायत में हुए बताया कि वह पुरानी दिल्ली की रहने वाली है। वह 9 फरवरी को दिल्ली से मुंबई गई थी। वहां से शुक्रवार दोपहर 12 बजे दिल्ली आने के लिए ट्रेन पकड़ी। इस ट्रेन में भीड़ थी। इसलिए भुसावल स्टेशन पर उतर गई और यहां से शाम 6 बजे यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस (12629) के एसी कोच में बैठ गई। तभी आरोपित आया और सीट खाली होने की बात कहकर उसे पेंट्री कार में ले गया। युवती ने जीआरपी को बताया कि घटना के समय जब उसने शोर मचाने की कोशिश की, तो आरोपित ने उसे तीन-चार थप्पड़ मारे और ट्रेन से धक्का देने की धमकी भी दी। डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना के बाद जीआरपी ने झांसी में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल में वह जांच के दौरान ट्रेन में छिप गया था। उसका मोबाइल नंबर साथी वेंडरों से लेकर पुलिस ने उसे झांसी जीआरपी की मदद से ट्रेस किया। आरोपित ने अपना नाम भूपेन्द्र सिंह तोमर निवासी भिण्ड बताया है। वह 16 साल से ट्रेन में मैनेजर है। वह चार बच्चों का पिता है। वहीं, युवती का भोपाल का मेडिकल कराया है। मेडिकल में खुलासा हुआ है कि पीड़ित युवती को तीन माह का गर्भ है। बताया गया कि वह दिल्ली में अपनी माँ के साथ काम करती थी। इस दौरान एक युवक से उसके सबंध रहे, जिससे वह गर्भवती हो गई।
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भोपाल। यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात दिल्ली की एक युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले मुख्य आरोपित को जीआरपी ने झांसी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ट्रेन का पेंट्री कार मैनेजर है। शनिवार सुबह उसे झांसी से हिरासत में लेकर भोपाल लाया जा रहा है। भोपाल रेल डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना शुक्रवार-शनिवार की रात हरदा-इटारसी के बीच हुई। युवती मुम्बई से लौट रही थी। ट्रेन का भोपाल में स्टापेज था इसलिए पीड़ित युवती ने भोपाल जीआरपी में घटना की जानकारी दी। जीआरपी ने प्रकरण दर्ज कर कुछ वेंडरों को ट्रैन से उतारा है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। भोपाल रेलवे स्टेशन के डिप्टी मैनेजर अनिल शर्मा ने बताया कि उनके पास घटना के संबंध में कंट्रोल रूम से मैसेज आया। हम सम्पर्क क्रांति अटैंड करने पहुंचे तो पैंट्री कार कोच अंदर से बंद था। पेंट्री कार के कर्मचारी गेट नहीं खोल रहे थे। बाद में कोच खुलवाकर सभी को हिरासत में लिया गया। इनमें से कुछ यात्री भी थे, जो टिकट लेकर पैंट्री कार में बैठे हुए थे। करीब 20 लोगों को रात में ही हिरासत में लिया गया था। डिप्टी मैनेजर शर्मा के अनुसार, 21 वर्षीय पीड़ित युवती ने जीआरपी को शिकायत में हुए बताया कि वह पुरानी दिल्ली की रहने वाली है। वह 9 फरवरी को दिल्ली से मुंबई गई थी। वहां से शुक्रवार दोपहर 12 बजे दिल्ली आने के लिए ट्रेन पकड़ी। इस ट्रेन में भीड़ थी। इसलिए भुसावल स्टेशन पर उतर गई और यहां से शाम 6 बजे यशवंतपुर-निजामुद्दीन सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस (12629) के एसी कोच में बैठ गई। तभी आरोपित आया और सीट खाली होने की बात कहकर उसे पेंट्री कार में ले गया। युवती ने जीआरपी को बताया कि घटना के समय जब उसने शोर मचाने की कोशिश की, तो आरोपित ने उसे तीन-चार थप्पड़ मारे और ट्रेन से धक्का देने की धमकी भी दी। डीएसपी अर्चना शर्मा ने बताया कि घटना के बाद जीआरपी ने झांसी में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल में वह जांच के दौरान ट्रेन में छिप गया था। उसका मोबाइल नंबर साथी वेंडरों से लेकर पुलिस ने उसे झांसी जीआरपी की मदद से ट्रेस किया। आरोपित ने अपना नाम भूपेन्द्र सिंह तोमर निवासी भिण्ड बताया है। वह 16 साल से ट्रेन में मैनेजर है। वह चार बच्चों का पिता है। वहीं, युवती का भोपाल का मेडिकल कराया है। मेडिकल में खुलासा हुआ है कि पीड़ित युवती को तीन माह का गर्भ है। बताया गया कि वह दिल्ली में अपनी माँ के साथ काम करती थी। इस दौरान एक युवक से उसके सबंध रहे, जिससे वह गर्भवती हो गई।
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सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में शुक्रवार रात बड़ा हादसा हो गया। यहां रेलवे के निर्माणाधीन अंडर ब्रिज की मिट्टी धंस गई। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायलों का इलाज खुरई अस्पताल में जारी है। हादसे में अभी भी कुछ लोगों के मिट्टी में दबे होने की आशंका हैं। हादसे की खबर लगते ही खुरई पुलिस व रेलवे का अमला मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। सागर से एसडीआरएफ की टीम को भी रवाना किया गया है। जानकारी अनुसार हादसा खुरई देहात थाना अंतर्गत सुमरेडी रेलवे स्टेशन के पास रेलवे फाटक क्रमांक 10 बी पर निर्माणाधीन अंडर ब्रिज पर हुआ। बीना- नरयावली के बीच में तीसरी लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इसी के तहत शुक्रवार को सुमरेरी रेलवे स्टेशन के पास पुलिया निर्माण का काम चल रहा था। निर्माण के दौरान अचानक पुलिया धंसक गई। हादसे में पटरियों का निरीक्षण कर रहे सेक्शन इंजीनियर आरएस मीना और सुखराम अहिरवार की इस हादसे में मौत हो गई, जबकि 2 अन्य कर्मचारी की हालत गंभीर है। जिन्हें हादसे के बाद रेस्क्यू कर गंभीर हालत में बाहर निकाला गया। अन्य करीब आधा दर्जन घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल सागर लाया जा रहा है। हादसे की जानकारी मिलने के बाद सागर से घटनास्थल पर टावर वैगन भी अधिकारियों को लेकर रवाना हो गई है। इससे भी अभी कुछ और लोगों की दबे होने की आशंका जताई जा रही है। जिसके चलते सागर से एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल की ओर रवाना हो गई है। पुलिस और रेलवे ने घटना की जांच कराने की बात कही है।
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सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में शुक्रवार रात बड़ा हादसा हो गया। यहां रेलवे के निर्माणाधीन अंडर ब्रिज की मिट्टी धंस गई। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायलों का इलाज खुरई अस्पताल में जारी है। हादसे में अभी भी कुछ लोगों के मिट्टी में दबे होने की आशंका हैं। हादसे की खबर लगते ही खुरई पुलिस व रेलवे का अमला मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। सागर से एसडीआरएफ की टीम को भी रवाना किया गया है। जानकारी अनुसार हादसा खुरई देहात थाना अंतर्गत सुमरेडी रेलवे स्टेशन के पास रेलवे फाटक क्रमांक 10 बी पर निर्माणाधीन अंडर ब्रिज पर हुआ। बीना- नरयावली के बीच में तीसरी लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इसी के तहत शुक्रवार को सुमरेरी रेलवे स्टेशन के पास पुलिया निर्माण का काम चल रहा था। निर्माण के दौरान अचानक पुलिया धंसक गई। हादसे में पटरियों का निरीक्षण कर रहे सेक्शन इंजीनियर आरएस मीना और सुखराम अहिरवार की इस हादसे में मौत हो गई, जबकि 2 अन्य कर्मचारी की हालत गंभीर है। जिन्हें हादसे के बाद रेस्क्यू कर गंभीर हालत में बाहर निकाला गया। अन्य करीब आधा दर्जन घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल सागर लाया जा रहा है। हादसे की जानकारी मिलने के बाद सागर से घटनास्थल पर टावर वैगन भी अधिकारियों को लेकर रवाना हो गई है। इससे भी अभी कुछ और लोगों की दबे होने की आशंका जताई जा रही है। जिसके चलते सागर से एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल की ओर रवाना हो गई है। पुलिस और रेलवे ने घटना की जांच कराने की बात कही है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 351 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। यहां तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,146 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 351 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 4 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1453 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख पांच हजार 698 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 99 हजार 859 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 4,386 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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जबलपुर सहित महाकोशल और विंध्य के अधिकांश जिलों में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है। बादल छाए रहने के बाद जबलपुर में बारिश हो रही है। कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश हो रही है। वहीं शहडोल, बालाघाट, नरसिंहपुर में बादल छाए हुए हैं। कटनी, मंडला, अनूपपुर में भी बादल छाए हुए हैं। नरसिंहपुर में सुबह-सुबह बारिश भी हुई। वहीं दमोह में हल्की धूप खिली हुई है। कई दिनों से जबलपुर में दिन का तापमान लगातार बढ़ रहा था, लेकिन बुधवार की सुबह जब लोगों की नींद खुली तो बारिश हो रही थी। सुबह लगभग 7:30 बजे शहर के सभी इलाकों में 20 से 30 मिनट तक तेज बारिश हुई। इसके बाद भी रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक इस बारिश से दिन के तापमान में कमी आएगी। पिछले एक सप्ताह से मौसम का मिजाज सर्द-गरम हो चला था। दिन में हल्की गर्मी तो रात में सर्दी का अहसास हो रहा है। फिजाओं में घुली रात की ठंडक का असर हर सुबह होता रहा। लेकिन धूप निकलने के बाद ठंड का असर कम होता चला गया। बीते दिनों सुबह 10 बजे के बाद ही धूप की तपिश चुभने लगती थी। वहीं रात में अब भी ठंडक महसूस की जा रही है। उत्तर के साथ पश्चिमी हवाएं चलने से दिन का तापमान लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री पर था, जो शनिवार को करीब दो डिग्री बढ़कर 25.2 डिग्री पर पहुंच गया। रविवार को भी तापमान 25.2 डिग्री पर बना रहा। हालांकि न्यूनतम तापमान शुक्रवार को 12.8 डिग्री से तीन डिग्री गिरकर 9.4 डिग्री और रविवार को 8.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री दर्ज हुआ। मंगलवार की रात का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं बुधवार सुबह बारिश होने की वजह से तापमान में कमी आई। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 2 से 3 दिनों में एक बार फिर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे जाएगा।
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ग्वालियर। रबी सीजन में फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए खबर अच्छी नहीं है। बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बीते तीन फरवरी को दतिया और भिण्ड जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चम्बल अंचल के आसमान में बादल छा सकते हैं। इस दौरान तेज हवा और गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। तीन फरवरी को भिण्ड व दतिया जिलों में चुनिंदा स्थानों पर हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से मौसम शुष्क है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे अच्छी खासी धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से राहत बनी रही लेकिन अब फिर से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में तीव्र आवृति वाला एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है जो मंगलवार की रात में जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्ररित चक्रवात भी बन गया है। उधर महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही केरल से महाराष्ट्र में बने चक्रवात तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है जिससे अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में दिखेगा लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी इनका आंशिक असर नजर आएगा। यहां बुधवार को बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवा गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
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ग्वालियर। रबी सीजन में फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए खबर अच्छी नहीं है। बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बीते तीन फरवरी को दतिया और भिण्ड जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चम्बल अंचल के आसमान में बादल छा सकते हैं। इस दौरान तेज हवा और गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। तीन फरवरी को भिण्ड व दतिया जिलों में चुनिंदा स्थानों पर हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से मौसम शुष्क है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे अच्छी खासी धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से राहत बनी रही लेकिन अब फिर से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में तीव्र आवृति वाला एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है जो मंगलवार की रात में जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्ररित चक्रवात भी बन गया है। उधर महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही केरल से महाराष्ट्र में बने चक्रवात तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है जिससे अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में दिखेगा लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी इनका आंशिक असर नजर आएगा। यहां बुधवार को बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवा गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
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ग्वालियर। रबी सीजन में फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए खबर अच्छी नहीं है। बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बीते तीन फरवरी को दतिया और भिण्ड जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चम्बल अंचल के आसमान में बादल छा सकते हैं। इस दौरान तेज हवा और गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। तीन फरवरी को भिण्ड व दतिया जिलों में चुनिंदा स्थानों पर हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से मौसम शुष्क है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे अच्छी खासी धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से राहत बनी रही लेकिन अब फिर से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में तीव्र आवृति वाला एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है जो मंगलवार की रात में जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्ररित चक्रवात भी बन गया है। उधर महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही केरल से महाराष्ट्र में बने चक्रवात तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है जिससे अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में दिखेगा लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी इनका आंशिक असर नजर आएगा। यहां बुधवार को बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवा गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
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ग्वालियर। रबी सीजन में फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए खबर अच्छी नहीं है। बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बीते तीन फरवरी को दतिया और भिण्ड जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चम्बल अंचल के आसमान में बादल छा सकते हैं। इस दौरान तेज हवा और गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। तीन फरवरी को भिण्ड व दतिया जिलों में चुनिंदा स्थानों पर हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से मौसम शुष्क है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे अच्छी खासी धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से राहत बनी रही लेकिन अब फिर से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में तीव्र आवृति वाला एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है जो मंगलवार की रात में जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्ररित चक्रवात भी बन गया है। उधर महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही केरल से महाराष्ट्र में बने चक्रवात तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है जिससे अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में दिखेगा लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी इनका आंशिक असर नजर आएगा। यहां बुधवार को बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवा गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
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ग्वालियर। रबी सीजन में फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए खबर अच्छी नहीं है। बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बीते तीन फरवरी को दतिया और भिण्ड जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चम्बल अंचल के आसमान में बादल छा सकते हैं। इस दौरान तेज हवा और गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। तीन फरवरी को भिण्ड व दतिया जिलों में चुनिंदा स्थानों पर हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से मौसम शुष्क है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे अच्छी खासी धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से राहत बनी रही लेकिन अब फिर से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में तीव्र आवृति वाला एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है जो मंगलवार की रात में जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्ररित चक्रवात भी बन गया है। उधर महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही केरल से महाराष्ट्र में बने चक्रवात तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है जिससे अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में दिखेगा लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी इनका आंशिक असर नजर आएगा। यहां बुधवार को बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवा गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
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ग्वालियर। रबी सीजन में फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए खबर अच्छी नहीं है। बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बीते तीन फरवरी को दतिया और भिण्ड जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चम्बल अंचल के आसमान में बादल छा सकते हैं। इस दौरान तेज हवा और गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। तीन फरवरी को भिण्ड व दतिया जिलों में चुनिंदा स्थानों पर हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से मौसम शुष्क है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे अच्छी खासी धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से राहत बनी रही लेकिन अब फिर से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में तीव्र आवृति वाला एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है जो मंगलवार की रात में जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्ररित चक्रवात भी बन गया है। उधर महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही केरल से महाराष्ट्र में बने चक्रवात तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है जिससे अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में दिखेगा लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी इनका आंशिक असर नजर आएगा। यहां बुधवार को बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवा गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
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ग्वालियर। रबी सीजन में फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए खबर अच्छी नहीं है। बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बीते तीन फरवरी को दतिया और भिण्ड जिलों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि के बाद अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकता है। ग्वालियर-चम्बल अंचल के आसमान में बादल छा सकते हैं। इस दौरान तेज हवा और गरज-चमक के साथ कहीं बूंदाबादी तो कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। तीन फरवरी को भिण्ड व दतिया जिलों में चुनिंदा स्थानों पर हुई बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से मौसम शुष्क है। इसी क्रम में मंगलवार को भी मौसम शुष्क रहा जिससे अच्छी खासी धूप निकली। इसके चलते दिन में ठंड से राहत बनी रही लेकिन अब फिर से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय मौसम विज्ञानी सी.के. उपाध्याय के अनुसार वर्तमान में तीव्र आवृति वाला एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में सक्रिय है जो मंगलवार की रात में जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्ररित चक्रवात भी बन गया है। उधर महाराष्ट्र में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही केरल से महाराष्ट्र में बने चक्रवात तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हो गया है जिससे अरब सागर से नमी आना शुरू हो गई है। हालांकि इन मौसम प्रणालियों का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में दिखेगा लेकिन ग्वालियर-चम्बल अंचल में भी इनका आंशिक असर नजर आएगा। यहां बुधवार को बादल छाने के साथ कहीं-कहीं तेज हवा गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 610 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक मरीज की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 836 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, सोमवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 4548 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 610 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 13 फीसदी के करीब रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से एक मरीज की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1027 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 7,452 है। इनमें से मात्र 116 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 7336 मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में अब तक 1 लाख 66 हजार 975 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 1 लाख 58 हजार मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन यहां पिछले आठ दिन में 13 मरीजों मौत हुई है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 610 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक मरीज की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 836 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, सोमवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 4548 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 610 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 13 फीसदी के करीब रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से एक मरीज की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1027 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 7,452 है। इनमें से मात्र 116 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 7336 मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में अब तक 1 लाख 66 हजार 975 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 1 लाख 58 हजार मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन यहां पिछले आठ दिन में 13 मरीजों मौत हुई है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 589 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1445 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 9,572 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 589 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 6.15 फीसदी रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1445 हो गई है। मृतकों में दो 79 वर्षीय और एक 59 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष थे। तीनों ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख चार हजार 256 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 95 हजार 838 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 6,973 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में इन दिनों गिरावट देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 1098 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 1288 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5908 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 1098 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 18 फीसदी के करीब फीसदी रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1024 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 9,805 है। इनमें से मात्र 142 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि इस महामारी से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। यहां पिछले पांच दिन से रोज दो-दो मरीजों की मौत हो रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में इन दिनों गिरावट देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 1098 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 1288 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5908 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 1098 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 18 फीसदी के करीब फीसदी रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1024 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 9,805 है। इनमें से मात्र 142 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि इस महामारी से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। यहां पिछले पांच दिन से रोज दो-दो मरीजों की मौत हो रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में इन दिनों गिरावट देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 1098 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 1288 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5908 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 1098 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 18 फीसदी के करीब फीसदी रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1024 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 9,805 है। इनमें से मात्र 142 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि इस महामारी से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। यहां पिछले पांच दिन से रोज दो-दो मरीजों की मौत हो रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में इन दिनों गिरावट देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 1098 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 1288 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5908 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 1098 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 18 फीसदी के करीब फीसदी रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1024 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 9,805 है। इनमें से मात्र 142 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि इस महामारी से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। यहां पिछले पांच दिन से रोज दो-दो मरीजों की मौत हो रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में इन दिनों गिरावट देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 1098 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 1288 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5908 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 1098 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 18 फीसदी के करीब फीसदी रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1024 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 9,805 है। इनमें से मात्र 142 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि इस महामारी से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। यहां पिछले पांच दिन से रोज दो-दो मरीजों की मौत हो रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में इन दिनों गिरावट देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 1098 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 1288 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5908 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 1098 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 18 फीसदी के करीब फीसदी रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1024 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 9,805 है। इनमें से मात्र 142 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि इस महामारी से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। यहां पिछले पांच दिन से रोज दो-दो मरीजों की मौत हो रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नये मामलों में इन दिनों गिरावट देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना 1098 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की इस महामारी से मौत भी हुई है। इससे एक दिन पहले यहां 1288 नये मामले सामने आए थे। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, शुक्रवार देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 5908 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 1098 लोगों के सेम्पल पाजिटिव पाए गए। यहां संक्रमण की दर 18 फीसदी के करीब फीसदी रही। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1024 हो गई है। भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 9,805 है। इनमें से मात्र 142 मरीज अस्पतालों में भर्ती है, शेष 98 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। भोपाल में कोरोना के मामले तो लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि इस महामारी से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है। यहां पिछले पांच दिन से रोज दो-दो मरीजों की मौत हो रही है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेंद्र दवे का कहना है कि अभी जिन मरीजों की मौत हो रही है, वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे। धीरे-धीरे उनकी बीमारी गंभीर होती गई और अब उन्हें बचा पाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मरीजों की मौत हो रही है, वे कोरोना के साथ-साथ कैंसर, हृदय और किडनी रोग जैसी गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित थे।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 892 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1440 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि गुरुवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,180 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 892 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर नौ फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1440 हो गई है। मृतकों में 52 वर्षीय दो पुरुष और एक 82 वर्षीय बुजुर्ग शामिल है। तीनों मरीज किडनी, ब्लड प्रेशर और ब्रेन हेमरेज की बीमारियों से पीड़ित थे। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 988 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 96 हजार 620 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 8,928 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 892 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1440 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि गुरुवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,180 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 892 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर नौ फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1440 हो गई है। मृतकों में 52 वर्षीय दो पुरुष और एक 82 वर्षीय बुजुर्ग शामिल है। तीनों मरीज किडनी, ब्लड प्रेशर और ब्रेन हेमरेज की बीमारियों से पीड़ित थे। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 988 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 96 हजार 620 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 8,928 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 892 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1440 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने बताया कि गुरुवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,180 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 892 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर नौ फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1440 हो गई है। मृतकों में 52 वर्षीय दो पुरुष और एक 82 वर्षीय बुजुर्ग शामिल है। तीनों मरीज किडनी, ब्लड प्रेशर और ब्रेन हेमरेज की बीमारियों से पीड़ित थे। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 988 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 96 हजार 620 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 8,928 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मामलों में अब कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस महामारी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1011 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 1437 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि बुधवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 10,064 लोगों के सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1011 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। संक्रमण की दर 10 फीसदी के करीब रही। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढ़कर 1437 हो गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक इनमें दो लाख दो हजार 096 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से अभी तक एक लाख 90 हजार 968 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9,691 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और होम आयसोलेशन में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश पॉवर सेक्टर में सायबर क्राइसिस प्रबंधन योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। राज्य लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर में इस योजना को लागू किया गया है। मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा विकसित इस प्रणाली को अब पूरे देश में लागू करने की योजना है।मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र शासन के निर्देश पर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर के इंजीनियर्स ने विशेषज्ञ सलाहकारों की मदद लिए बिना इनहाउस सायबर क्राइसिस प्रबंधन योजना तैयार की है। इस योजना का अनुमोदन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी इंडिया) भारत सरकार द्वारा करवाकर इसे लागू कर दिया है। यह पॉवर सेक्टरों में सायबर अटैक को रोकने में अंतरराष्ट्रीय स्तर की एक कारगर प्रणाली है। यह लोड डिस्पेच सेंटर में स्थापित सभी कम्प्यूटर प्रणालियों की सायबर सुरक्षा से संबंधित है।उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है, जिसके लोड डिस्पेच सेंटर को आईएसओ 27001 द्वारा प्रमाणित भी किया गया है। यह सर्टिफिकेट सायबर सिक्योरिटी के अनुपालन के लिए प्रदाय किया जाता है।बिजली प्रणाली में नहीं होगा सायबर अटैकः ऊर्जा मंत्री प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस उपलब्धि पर पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के इंजीनियर्स को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि प्रणाली को लागू करने का लाभ यह है कि मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी का समूचा सिस्टम बाहरी सायबर अटैक से सुरक्षित रहेगा और कोई भी हैकिंग या वायरस के माध्यम से प्रदेश की बिजली प्रणाली में छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा। मालूम हो कि गत वर्ष मुंबई की बिजली प्रणाली इस सायबर अटैक का शिकार हुई थी, जिसके कारण मुंबई में घंटों विद्युत व्यवधान रहा था। इस घटना के बाद ही समूचे देश के पॉवर सेक्टरों को इस तरह की सायबर सुरक्षा तैयार करने के निर्देश केन्द्र शासन द्वारा दिए गए थे।मध्यप्रदेश के लिये यह गौरव की बात है कि भारत में पॉवर सेक्टर को विभिन्न दिशा- निर्देश देने वाली संस्था पोसोको (पॉवर सिस्ट्म ऑपरेशन कार्पोरेशन लिमिटेड) और इनफार्मेशन सुरक्षा से संबंधित राष्ट्रीय नोडल एजेंसी एनसीआईआईपीसी(नेशनल क्रिटिकल इन्फार्मेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन सेंटर) ने मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के द्वारा तैयार किए इस प्रबंधन योजना को पहले परीक्षण में ही अनुमोदन प्रदान कर इस प्रणाली के पॉवर सिस्टम संबंधित सभी प्रस्तावों को स्वीकार किया है। यह प्रणाली राज्य लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर के मुख्य अभियंता केके प्रभाकर एवं अधीक्षण अभियंता राजेश गुप्ता के प्रयास से ही संभव और तैयार हो पायी।इससे पूर्व मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर को एबीटी मीटरिंग प्रणाली (उपलब्धता आधारित शुल्क प्रणाली) एवं स्काडा सिस्टम लागू करने वाले देश के पहले पॉवर यूटिलिटी का दर्जा भी प्राप्त हो चुका है।
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बैतूल। बीती रात से हो रही झमाझम बारिश से सभी नदी नाले उफान पर है मुलताई क्षेत्र में बारिश ज्यादा होने को वजह से ताप्ती नदी पर बने पारसडोह जलाशय का जलस्तर डेम लेबल तक पहुंच गया है। पारसडोह डेम के 3 गेट एक एक फिट तक खोल दिये गए हैं। रात में हुई बारिस से माचना नदी में भी पानी का भाव तेज हो गया है। गुरुवार को मुलताई जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री विपिन वामनकर ने बताया कि बुधवार रात से हो रही बारिस से ताप्ती नदी में जलस्तर बढ़ गया है और ताप्ती पर बने पारसडोह डेम भी लगभग भरा चुका है , चूंकि डेम 15 सितम्बर तक भरना है इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से अभी सुबह साढ़े दस बजे डेम के 6 गेट में से 3 गेट एक एक फिट खोल दिये गए है डेम से अभी 124 क्यूबिक पानी बाहर निकाला जा रहा है। वर्तमान में 220 क्यूबिक मीटर पानी की आवक हो रही है। पारस डोह डेम का फुलटेंक लेवल 639.10 मीटर है फिलहाल डेम का लेवल 638.42 हो चुका है। सारणी के सतपुड़ा जलाशय का भी एक गेट खोला गया, हालांकि सतपुड़ा जलाशय के गेट पहले भी खोले जा चुके हैं।
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बैतूल। एक महिला पर प्रेत-बाधा सहित अन्य व्याधियों के चलते झाड़ फूंक कर रहे एक तांत्रिक के घर पर ही आकाशीय बिजली गिर गई। इस घटना में झाड़ फूंक कराने गई महिला घायल हो गई है। महिला को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चिचोली थाना क्षेत्र का खापा मेंढ़ा गांव जहां दोपहर में एक बाबा तांत्रिक जिसके घर बीमार लोगों की भीड़ लगी हुई थी। तांत्रिक तंत्र विद्या से लोगों की बीमारी का इलाज कर रहा था इसी दौरान आसमान में मौसम खराब हुआ और आकाशीय बिजली सीधे तांत्रिक के घर गिरी, जहां इलाज कराने गई महिला भी बिजली की चपेट में आ गई और गम्भीर रूप से घायल हो गई। घायल महिला को चिचोली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था, जहां से डॉक्टरों ने महिला को जिला अस्पताल रेफर किया एम्बुलेंस से रात में महिला को जिला अस्पताल लाया गया है। घायल महिला के पति बिहारी लाल ने बताया कि उसकी पत्नी का पेट दर्द हो रहा था। इलाज कराने तांत्रिक के घर गए थे, जहां बिजली गिर गई और उसकी पत्नी घायल हो गई थी।
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भोपाल। पिछले कुछ दिनों से मप्र में मानसून ने ब्रेक ले रखा है। प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बौछारें गिर रही है। सितंबर का एक सप्ताह बीतने के बाद अब भी झमाझम बरसात का इंतजार है। मौसम विभाग की माने तो प्रदेश वासियों का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब गहरे कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। मानसून ट्रफ भी इंदौर-भोपाल से होकर गुजर रहा है। महाराष्ट्र पर पूर्वी-पश्चिमी हवाओं का टकराव (शियरजोन) बना हुआ है। कच्छ एवं राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बने हुए हैं। मंगलवार-बुधवार को इंदौर, उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बारिश के आसार हैं। विशेषकर इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के आसपास एक साथ पांच वेदर सिस्टम सक्रिय है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। वर्तमान में यह सिस्टम उत्तरी आंध्रा और दक्षिणी ओडिशा कोस्ट पर सक्रिय है। इस सिस्टम के उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढऩे की संभावना है। मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, इंदौर, भोपाल, ओडिशा से लेकर बंगाल की खाड़ी में बने गहरे कम दबाब के क्षेत्र तक बना हुआ है। कच्छ में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इसी तरह राजस्थान और उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। महाराष्ट्र में शियरजोन बना हुआ है। इन पांच वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने के कारण प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बौछारें पडऩे का सिलसिला बना हुआ है। साहा के मुताबिक मंगलवार-बुधवार को इंदौर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। इसके अतिरिक्त भोपाल सहित अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
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ग्वालियर। अरब सागर से लगातार आ रही नमी और मानसून की अक्षीय रेखा सतना से होकर गुजरने से ग्वालियर-चम्बल सहित मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को भी जहां दिन भर घने बादल छाए रहे वहीं दोपहर करीब सवा 12 बजे से लगभग 15 से 20 मिनट तक शहर में रिमझिम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। अगले 24 घंटे के दौरान भी अंचल में बौछारें पड़ सकती हैं, लेकिन छह या फिर सात सितम्बर से एक बार फिर बारिश की झड़ी लगने की उम्मीद है। स्थानीय मौसम वैज्ञानिक के अनुसार वर्तमान में सौराष्ट्र के आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर राजस्थान तक एक द्रोणिका लाइन भी बनी हुई है। इससे अरब सागर की तरफ से लगातार नमी आ रही है। उधर बंगाल की खाड़ी में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। जो छह सितम्बर को कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। इसके प्रभाव से छह या सात सितम्बर से ग्वालियर-चंबल सहित प्रदेश के अधिकांश भागों में तेज बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। बारिश का दौर तीन-चार दिन तक चल सकता है। यहां बता दें कि इस मौसम में शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक ग्वालियर शहर में कुल 592.0 मिलीमीटर बारिश होना चाहिए थी, जबकि अभी तक कुल 566.0 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो औसत से 26.0 मिलीमीटर कम है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 0.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 25.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 0.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज सुबह हवा में नमी 83 और शाम को 74 प्रतिशत दर्ज की गई।
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इंदौर। इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी का महोत्सव कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुये मनाया जायेगा। यह 10 दिवसीय श्री गणेश चतुर्थी महोत्सव 10 सितंबर से प्रारंभ होगा। गणपति मंदिर खजराना प्रबंध समिति के अध्यक्ष मनीष सिंह के निर्देशानुसार प्रशासनिक तथा अन्य व्यवस्थाएं करने के संबंध में शुक्रवार को मंदिर परिसर में बने सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मंदिर प्रशासक एवं निगमायुक्त प्रतिभा पाल के अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में मंदिर परिसर में दर्शन व्यवस्था, सेनेटाइजर तथा मास्क की व्यवस्था, विद्युत साज-सज्जा आदि के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि महोत्सव के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जायेगा। बैठक में मुख्य वरिष्ठ पुजारी मोहन भट्ट एवं अशोक भट्ट, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश रघुवंशी, डीएसपी यातयात, एसडीएम शाश्वत शर्मा, अपर आयुक्त नगर निगम वीरभद्र शर्मा, प्रबंधक प्रकाश दुबे, भक्त मंडल के सदस्य अरविंद बागड़ी, गोविंद पाटीदार सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि भगवान गणेश महाराज का पंचामृत से स्नान कराकर मोतियों एवं ज्वैलरी से श्रृंगार करके स्वर्ण मुकुट धारण कराए जाएंगे। गणेश चतुर्थी पर सुबह 10:30 बजे कलेक्टर एवं अध्यक्ष मनीष सिंह ध्वज पूजन करेगें। 51 हजार मोदक का भोग लगेगा। दस दिनों तक अलग-अलग तरह से भगवान का श्रृंगार किया जाएगा। पूरे मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा। प्रतिदनि भजन होंगे, यह भजन मंचीय रूप से नहीं होगा। भजन सिर्फ दर्शन करने वाले कतारबद्ध श्रद्धालु सुन पायेंगे। किसी को भी रुकने नही दिया जायेगा, दर्शन करके श्रद्धालु आगे बढ़ते जायेंगे। सभी को मास्क लगाना आवश्यक होगा। सेनेटाइजर और मास्क की व्यवस्था भी मंदिर परिसर में की जायेगी।
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उज्जैन। सोमवार को बाबा महाकाल की इस श्रावण-भादौ मास की सातवीं एवं शाही सवारी निकलेगी। सवारी में रथ पर महाकाल के विभिन्न स्वरूपों के मुघौटे रहेंगे। हाथी पर मन महेश एवं पालकी में चंद्रमौलेश्वर विराजित रहेंगे। इस बार भी दो बैण्ड रहेेंगे। पुलिस बैण्ड इंदौर से बुलवाया जा रहा है। बाबा महाकाल की शाही सवारी वर्तमान के छोटे मार्ग से ही निकलेगी। सोमवार अपरांह 4 बजे मंदिर से पूजन पश्चात बाबा की पालकी मुख्य द्वार पर लाई जाएगी। यहां सशस्त्र सलामी के बाद पालकी बड़ा गणेश,हरसिद्धि मंदिर,सिद्ध आश्रम के समीप से होकर रामघाट पहुंचेगी। गत सवारियों की अपेक्षा इस बार लम्बाई थोड़ी अधिक होगी। छोटा मार्ग होने से रथ पर बाबा के विभिन्न स्वरूप विराजित किए जाएंगे। कोरोना के पूर्व तक यह परंपरा थी कि हर अगली सवारी में बाबा का एक मुघौटा बढ़ाया जाता था। कोरोनाकाल में छोटा मार्ग होने से यह परंपरा बंद कर दी गई। इस बार भी ऐसा ही किया गया। श्रद्धालुओं के बीच से मांग उठने के चलते पुन: रथ तैयार किया जा रहा है,जिसमें पांच मुघौटे विराजीत किए जाएंगे। हाथी पर मनमहेश रहेंगे और पालकी में चंद्रमौलेश्वर विराजीत रहेंगे। सवारी मार्ग पर आतिशबाजी, पूष्प वर्षा, रंगोली निर्माण होगा। इनका कहना है इस संबंध में सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि शाही सवारी में रथ में पांच मुघौटे विराजीत किए जाएंगे। एक पुलिस बैण्ड इंदौर से आएगा। शेष स्वरूप गत सवारियों जैसा होगा। पूर्व की तरह सवारी मार्ग पर,सवारी में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहेगा और सजीव प्रसारण किया जाएगा।ज्योतिरादित्य सिंधिया आएंगे शाही सवारी में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आएंगे और संभवत: रामघाट पहुंचकर भगवान का पूजन करेंगे। तत्कालिन सिंधिया रियासत के समय से यह परंपरा है कि शाही सवारी में परिवार का एक सदस्य पूजन हेतु अवश्य से आता है। सिंधिया के नजदीकी सूत्रों के अनुसार वे 6 सितंबर को उज्जैन आएंगे और गोपाल मंदिर दर्शन करने के पश्चात रामघाट पहुंचकर बाबा महाकाल का पूजन करेंगे।
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अनूपपुर। वन परिक्षेत्र बिजुरी अंतर्गत बेलगांव बीट के पटेरा टोला में बुधवार की रात झोपड़ी में सो रहे ग्रामीण दंपत्ति के साथ ही 4 वर्षीय मासूम की कुचलकर मारने के बाद 7 सदस्यीय हाथियों का दल विचरण करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य के वन परीक्षेत्र मनेंद्रगढ़ अंतर्गत घुटरा बीट पहुंच गया है, जहां गुरुवार की रात हाथियों ने ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचा कर तोडफ़ोड़ की। हालांकि ग्रामीण पूर्व सूचना के आधार पर मौके से भाग गए, जिस वजह से जनहानि नहीं हो पाई। वन विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह भी हाथियों का दल छत्तीसगढ़ राज्य के वन परिक्षेत्र मनेंद्रगढ़ के सेलवा, बिहारपुर एवं अमृतधारा क्षेत्र में डेरा जमाए हुए है। अनूपपुर जिले की सीमा से लगे हुए इस क्षेत्र में हाथियों के उपस्थित होने से अभी तक खतरा टला नहीं है। जिसको लेकर वन परीक्षेत्र बिजुरी के अधिकारी भी सतर्कता बरत रहे हैं।
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भोपाल। जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए राष्ट्रीय परीक्षण और संशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश देशभर में प्रथम स्थान पर है। मध्यप्रदेश में अब तक 51 प्रयोगशालाओं को मान्यता प्रमाण-पत्र मिले हैं, जबकि 30 प्रयोगशालाओं के मान्य प्रमाण पत्र प्राप्त करके महाराष्ट्र देश में दूसरे स्थान पर है। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के निर्देश हैं कि सभी राज्य अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए निर्धारित अन्तराल में प्रत्यायन बोर्ड से (NABL) प्रमाण-पत्र प्राप्त करें, ताकि इस सेवा की उच्च गुणवत्ता के प्रति विश्वसनीयता बनी रहे।उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की प्रदेश में राज्य और जिला स्तरीय 51 प्रयोगशालाओं को प्रत्यायन बोर्ड (NABL) द्वारा मान्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए हैं। देश की विभिन्न जल परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश अव्वल एवं 30 प्रयोगशालाओं के मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाला महाराष्ट्र राज्य दूसरे स्थान पर है।समर चौहान ने बताया कि आम नागरिक को प्रदाय किए जा रहे जल की गुणवत्ता का समय-समय पर परीक्षण किया जाता है। इसके लिए प्रदेश में पीएचई विभाग द्वारा एक राज्य स्तरीय और 55 जिला स्तरीय (इनमें उन्नयन की गई खुरई, मऊगंज, सरदारपुर तथा परासिया) प्रयोगशालाएँ संचालित हैं। इसके अतिरिक्त 100 उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाएँ भी संचालित हैं।उन्होंने बताया कि पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न राज्यों द्वारा अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के प्रमाणीकरण हेतु निर्धारित मापदण्डों और शुल्क के साथ आवेदन दिए जाते हैं। राष्ट्रीय परीक्षण और अशंशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से अब तक 25 राज्यों की 182 जल परीक्षण प्रयोगशालाओं को जारी किए गये मान्यता प्रमाण-पत्रों में मध्यप्रदेश की सर्वाधिक 51 प्रयोगशालाएँ शामिल हैं।
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भोपाल। जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए राष्ट्रीय परीक्षण और संशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश देशभर में प्रथम स्थान पर है। मध्यप्रदेश में अब तक 51 प्रयोगशालाओं को मान्यता प्रमाण-पत्र मिले हैं, जबकि 30 प्रयोगशालाओं के मान्य प्रमाण पत्र प्राप्त करके महाराष्ट्र देश में दूसरे स्थान पर है। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के निर्देश हैं कि सभी राज्य अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिए निर्धारित अन्तराल में प्रत्यायन बोर्ड से (NABL) प्रमाण-पत्र प्राप्त करें, ताकि इस सेवा की उच्च गुणवत्ता के प्रति विश्वसनीयता बनी रहे।उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की प्रदेश में राज्य और जिला स्तरीय 51 प्रयोगशालाओं को प्रत्यायन बोर्ड (NABL) द्वारा मान्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए हैं। देश की विभिन्न जल परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश अव्वल एवं 30 प्रयोगशालाओं के मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाला महाराष्ट्र राज्य दूसरे स्थान पर है।समर चौहान ने बताया कि आम नागरिक को प्रदाय किए जा रहे जल की गुणवत्ता का समय-समय पर परीक्षण किया जाता है। इसके लिए प्रदेश में पीएचई विभाग द्वारा एक राज्य स्तरीय और 55 जिला स्तरीय (इनमें उन्नयन की गई खुरई, मऊगंज, सरदारपुर तथा परासिया) प्रयोगशालाएँ संचालित हैं। इसके अतिरिक्त 100 उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाएँ भी संचालित हैं।उन्होंने बताया कि पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न राज्यों द्वारा अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के प्रमाणीकरण हेतु निर्धारित मापदण्डों और शुल्क के साथ आवेदन दिए जाते हैं। राष्ट्रीय परीक्षण और अशंशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से अब तक 25 राज्यों की 182 जल परीक्षण प्रयोगशालाओं को जारी किए गये मान्यता प्रमाण-पत्रों में मध्यप्रदेश की सर्वाधिक 51 प्रयोगशालाएँ शामिल हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश का मौसम फिर बदल रहा है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में बारिश हुई है और अगले 24 घंटे में 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। साथ ही मानसून ट्रफ का एक छोर भी बंगाल की खाड़ी में पहुंच गया है। इस वजह से शिथिल हुआ मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से प्रदेश के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पडऩे का सिलिसला शुरू होने के आसार हैं। इस दौरान जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात के 17 अगस्त को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर आगे बढऩे की संभावना है, इससे 18 अगस्त के बाद राजधानी सहित जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर संभागों के जिलों में बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। वही 19 के बाद इंदौर सहित प्रदेश भर में मानसून की गतिविधियों में तेजी आएगी और फिर झमाझम बारिश होगी। इसके अतिरिक्त एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान पर सक्रिय है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से बड़े पैमाने पर नमी के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से पूरे मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार बन गए हैं। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से जबलपुर, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बौछारें पडऩे की संभावना है। इस दौरान होशंगाबाद, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मलाजखंड में 21.2, जबलपुर में 6.8, मंडला में 6.4, नरसिंहपुर में चार, उमरिया में 2.7, बौतूल में 2.2, सतना में 0.6, गुना में 0.4, होशंगाबाद, सागर में 0.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। इस दौरान भोपाल में भी कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ीं। मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के दक्षिणी और आंध्र के उत्तरी कोस्ट के बीच एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में है, जबकि पूर्वी छोर बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बना हुआ है। इन जिलों में बारिश के आसार मौसम विभाग के अनुसार, आज मंगलवार को उज्जैन, भोपाल, शहडोल, जबलपुर, इंदौर, होशंगाबाद, ग्वालियर-चंबल, सागर और रीवा संभागों में कहीं कहीं बारिश की संभावना है। वही होशंगाबाद, बैतूल, धार, हरदा, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी, अनूपपुर, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और नरसिंहपुर में भारी बारिश की संभावना के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, शहडोल, होशंगाबाद संभागो के साथ गुना जिलें में गरज चमक के साथ बिजली चमकने और गिरने के आसार है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश का मौसम फिर बदल रहा है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में बारिश हुई है और अगले 24 घंटे में 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। साथ ही मानसून ट्रफ का एक छोर भी बंगाल की खाड़ी में पहुंच गया है। इस वजह से शिथिल हुआ मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से प्रदेश के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पडऩे का सिलिसला शुरू होने के आसार हैं। इस दौरान जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात के 17 अगस्त को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर आगे बढऩे की संभावना है, इससे 18 अगस्त के बाद राजधानी सहित जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर संभागों के जिलों में बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। वही 19 के बाद इंदौर सहित प्रदेश भर में मानसून की गतिविधियों में तेजी आएगी और फिर झमाझम बारिश होगी। इसके अतिरिक्त एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान पर सक्रिय है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से बड़े पैमाने पर नमी के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से पूरे मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश होने के आसार बन गए हैं। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से जबलपुर, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बौछारें पडऩे की संभावना है। इस दौरान होशंगाबाद, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मलाजखंड में 21.2, जबलपुर में 6.8, मंडला में 6.4, नरसिंहपुर में चार, उमरिया में 2.7, बौतूल में 2.2, सतना में 0.6, गुना में 0.4, होशंगाबाद, सागर में 0.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। इस दौरान भोपाल में भी कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ीं। मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के दक्षिणी और आंध्र के उत्तरी कोस्ट के बीच एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में है, जबकि पूर्वी छोर बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बना हुआ है। इन जिलों में बारिश के आसार मौसम विभाग के अनुसार, आज मंगलवार को उज्जैन, भोपाल, शहडोल, जबलपुर, इंदौर, होशंगाबाद, ग्वालियर-चंबल, सागर और रीवा संभागों में कहीं कहीं बारिश की संभावना है। वही होशंगाबाद, बैतूल, धार, हरदा, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी, अनूपपुर, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और नरसिंहपुर में भारी बारिश की संभावना के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, शहडोल, होशंगाबाद संभागो के साथ गुना जिलें में गरज चमक के साथ बिजली चमकने और गिरने के आसार है।
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भोपाल। वन्य प्राणी के स्वच्छंद विचरण से प्रकृति का सौंदर्य कई गुना बढ़ जाता है। वन्य प्राणी आम-जन के आस-पास रहते हुए सह-अस्तित्व की स्थिति का स्मरण कराते रहते हैं। मध्यप्रदेश को प्रकृति ने अति समृद्ध हरित प्रदेश बनाया है। मध्यप्रदेश ने इसलिये वन्य प्राणी संरक्षण और प्रबंधन पर विशेष ध्यान देकर वन्य प्राणी समृद्ध प्रदेश बनाने में किसी प्रकार का कोई प्रयास नहीं छोडा। परिणाम सामने है कि प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल है। जनसम्पर्क अधिकारी ऋषभ जैन ने शुक्रवार को बताया कि अब यहां तेंदुओं की संख्या भी देश में सबसे ज्यादा है। घड़ियाल और गिद्धों की संख्या के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर नम्बर-वन बनने की स्थिति में आ चुका है। सुखद पहलू यह है कि सतपुड़ा टाईगर रिजर्व को यूनेस्कों की विश्व धरोहर स्थल की संभावित सूची में शामिल किया गया है। सतपुड़ा टाईगर रिजर्व बाघ सहित कई वन्य-जीवों की आदर्श आश्रय स्थली और प्रजनन के सर्वाधिक अनुकूल स्थान है।मध्यप्रदेश बना रहेगा टाइगर स्टेट उन्होंने बताया कि तीन साल पहले वर्ष 2018 में हुई बाघों की गणना में 526 बाघ होने के साथ प्रदेश को टाईगर स्टेट का दर्जा मिला। इन बाघों में लगभग 60 फीसदी टाइगर रिजर्व के क्षेत्रों और 40 फीसदी बाघ अन्य वन क्षेत्रों में उपलब्ध हैं। बांधवगढ टाइगर रिजर्व में सर्वाधिक 124 बाघ मौजूद हैं। इस साल अक्टूबर माह में तीन चरणों में होने वाली बाघों की गणना के प्रारम्भिक रूझानों के आधार पर विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि बाघों की संख्या के मामले में मध्यप्रदेश पुन: टाप पर होगा। यह संख्या 700 से ज्यादा होने की उम्मीद है। टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने में अति विशिष्ट योगदान देने वाली पेंच टाइगर रिजर्व की “कालर कली” बाघिन का नाम विश्व में सबसे ज्यादा प्रसव और शावकों के जन्म का अनूठा कीर्तिमान भी है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पिछले डेढ़ दशक के दरम्यान श्रेष्ठ और सतत वन्य प्राणी प्रबंधन के प्रयासों से यह मुकाम हासिल हुआ है। संरक्षित क्षेत्रों के बाहर के वनों में वन्य-प्राणी प्रबंधन, पशु-हानि, जन-घायल एवं जन-हानि प्रकरणों की दक्षता एवं त्वरित निपटारा, मानव वन्य-प्राणी द्वन्द का श्रेष्ठ प्रबंधन, वन्य-प्राणी अपराध पर कठोर नियंत्रण, वन्य-प्राणी रहवासों का बेहत्तर प्रबंधन, स्थानीय समुदायों के संरक्षण प्रयासो में भागीदारी, संरक्षित क्षेत्रों से ग्रामों का विस्थापन और उच्च गुणवत्ता के अतिरिक्त वन्य-प्राणी रहवासों की उपलब्धता आदि के बेहत्तर क्रियान्वयन से प्रदेश को यह गौरवान्वित करने वाली उपलब्धियाँ हासिल हुई हैं।बालाघाट जिले के क्षेत्रीय वन मण्डलों में 9 साल पहिले तक बाघों की संख्या शून्य थी जबकि कान्हा पेंच कॉरिडोर का महत्वपूर्ण घटक है और हमेशा से इन वन मंडलों के उत्कृट वन क्षेत्र रहे है। विभागीय सतत् प्रयासों का नतीजा यह हुआ कि इन वन मण्डलों में अब 30 से 40 बाघों की उपस्थिति पाई जाती है। उत्तर शहड़ोल, उमरिया, कटनी, दक्षिण सिवनी, छिन्दवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद, भोपाल और सीहोर आदि जिलों के वन क्षेत्र इसी तरह के उदाहरण हैं।तेन्दुओं की संख्या देश में सबसे ज्यादा पिछले साल के अंत में केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री द्वारा तेन्दुए की आबादी की अखिल भारतीय आकंलन की प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 12 हजार 852 तेन्दुए थे। अकेले मध्यप्रदेश में यह संख्या 3 हजार 421 आंकी गई है। देश में तेन्दुए की आबादी में औसतन 60 फीसदी वृद्धि हुई जबकि प्रदेश में यह वृद्धि 80 फीसदी थी। देशभर में तेन्दुओं की संख्या में 25 प्रतिशत अकेले मध्यप्रदेश में है।गिद्ध और घडियाल बने शान इस वर्ष हुई प्रदेश व्यापी गिद्ध गणना के अनुसार प्रदेश में 9446 गिद्ध प्रदेश में थे जो अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है। राजधानी भोपाल के केरवा इलाके में 2013 में “गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केन्द्र स्थापित किया गया था। इसे बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से संचालित है।वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट इंडिया द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में सबसे अधिक 1859 घड़ियाल चम्बल अभ्यारण्य में हैं। चार दशक पहले घड़ियालों की संख्या खत्म होने के मुहाने में थी तब दुनिया भर में 200 घडियाल ही बचे थे। इनमें से तब भारत में 96 और चम्बल नदी में 46 घड़ियाल थे। मुरैना जिले के देवरी में स्थापित घड़ियाल प्रजनन केन्द्र हैं। घड़ियालों के अण्डों को सुरक्षित तरीके से हैंचिग की जाती है। घड़ियाल के अण्डों को हेंचरी की रेत में 30 से 36 डिग्री तापमान पर रखा जाता है। इस दौरान अण्डों से कॉलिंग आती है और इससे बच्चे निकलना शुरू हो जाते हैं। इनके बड़े होने पर रहवास जल क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से छोड़ दिया जाता है।चीता की आमद मध्यप्रदेश चीते की आमद के लिये पूरी तरह तैयार है। युद्ध स्तर पर प्रयास चल रहे हैं कि विलुप्त हो चुके “चीता” पहले चरण में मध्यप्रदेश राज्य की स्थापना 1 नवम्बर 2021 को दक्षिण अफ्रीका से लाकर राष्ट्रीय उद्यान कूनो में रखा जाए। इसके लिए साढ़े ग्यारह करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे।अफ्रीका चीता पुनर्स्थापना की तैयारी शुरू हो चुकी हैं। इसमें प्रे-बेस के लिए संरक्षित क्षेत्र गांधी सागर अभ्यारण मंदसौर में शाकाहारी वन्य प्राणियों के ट्रान्सलोकेशन के लिए राज्य शासन ने नरसिंहगढ अभ्यारण्य राजगढ से 500 चीतलों का ट्रांसलोकेशन किए जाने की स्वीकृति दी गई है, जिसकी कार्यवाही प्रचलन में हैं।उल्लेखनीय है कि चीतल का रहवास मुख्यत: मैदानी क्षेत्र में होकर किसानों के खेतों पर भोजन के लिए निर्भर रहते हैं। चीतलों के ट्रांसलोकेशन के साथ जहाँ एक क्षेत्र में प्रे-बेस की संख्या में वृद्वि होगी वहीं फसल हानि और मानव-वन्य प्राणी द्वंद की स्थिति में कमी आ सकेगी।नाईट जंगल सफारी वन्य प्राणियों के अस्तित्व और उनके महत्व के प्रति जागरूकता बढाने के लिये जिम्मेदारी और बोध से पूर्ण वन्य जीव पर्यटन गतिविधि के अंतर्गत प्रदेश के संरक्षित क्षेत्रों में प्रात: कालीन और अपरान्ह में वाहन से सफारी की जाती है। निशा सफारी के नाम से ही स्पष्ट है, रात्रिकालीन सफारी कहा जाता है। इसमें पर्यटक निशा सफारी में सायंकालीन अवधि में बफर क्षेत्र में सूर्यास्त के चार घंटे बाद तक प्राकृतिक वनों और वन्य प्राणियों के अद्भुत नजारे देखकर प्रफुल्लित हो रहे हैं। इन गतिविधियों के प्रारंभ होते ही लोक प्रियता के शिखर पर हैं। इस व्यवस्था में प्रति सफारी वाहन में एक गाईड और वाहन चालक को दैनिक रोजगार भी मिल रहा है।बैलून सफारी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की सुविधाओं को बढ़ाते हुए बैलून सफारी की शुरूआत हो चुकी है। सम्पूर्ण देश की किसी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में होने वाली पहली बैलून सफारी इस प्रदेश में हुई है। अब पर्यटक एरिएल व्यू से बाघ, तेंदुआ, भालू आदि वन्य-प्राणियों को वन-क्षेत्र में विचरण करते हुए आसानी से देख सकेंगे। हॉट एयर बैलून सफारी लॉच होने के साथ ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों की सुविधा में एड हो गई है। इस तरह की गतिविधि शुरू होने से पर्यटकों के बीच काफी पसंद की जा रही है। प्रदेश के अन्य टाईगर रिजर्व में भी यह सुविधा जल्द शुरू की जाएगी।मानव-वन्य प्राणी द्वंद में कमी प्रदेश में बाघ, तेन्दुए और अन्य वन्य प्राणियों से जनहानि, जनघायल, पशु हानि और फसल हानि की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। इनसे होने वाली हानि की क्षति-पूर्ति के लिए लोक सेवा गारंटी अधिनियम 2010 में प्रावधान किया गया है। एक निश्चित समयावधि में इस तरह के प्रकरण की जाँच कर क्षति-पूर्ति भुगतान अनिवार्य कर दिया गया है।वन्य प्राणी प्रबंधन में विकास निधि वन्य प्राणी संरक्षण की निरंतरता और सफलता में जन-समुदायों की भागीदारी को महत्वपूर्ण घटक बनाया गया है। दो दशक पहले प्रावधान किया गया था कि संरक्षित क्षेत्रों में पर्यटन से होने वाली आय संरक्षित क्षेत्र में ही “विकास निधि” के रूप में रहकर विकास कार्य में उपयोग में लाया जाए। बाद के वर्षों में यह प्रावधान समाहित किया गया कि विकास निधि की एक तिहाई राशि संरक्षित क्षेत्र के समीप रहवास करने वाले ग्रामीणों को बिना शर्त प्रदाय कराई जाएगी। इस व्यवस्था से स्थानीय समुदायों के साथ बेहत्तर समन्वय स्थापित करने के उपकरण के रूप में उपयोगी साबित हुई है। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष संरक्षित क्षेत्रों से तकरीबन 30 करोड़ रूपये की विकास-निधि संचित कर विकास कार्यों में उपयोग की जा रही है। समस्त संसाधनों की तुलना में यह राशि अल्प है पर संरक्षित क्षेत्रों के लिए यह राशि प्राण वायु के समान खास है।वन्य प्राणी प्रबंधन की प्रभावी भूमिका को देखते हुए भारत सरकार द्वारा वन्य-प्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 के वर्ष 2006 के संशोधन कर उक्त व्यवस्था भारत के सभी टाइगर रिजर्व में लागू कर दी गई है।प्रदेश के वन्य प्रेमियों के लिए खुश-खबरी यह है कि गुजरात के चिड़िया घर से सिंह के दो युवा जोड़ों को गुजरात स्टेट से लाकर भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में उनकी ब्रीडिंग करवाई जाएगी। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान की पर्यावरणीय स्थिति को देखते हुए केन्द्र सरकार ने सिंह की ब्रीडिंग के लिये उपयुक्त पाया है। लायन ब्रीडिंग कार्यक्रम में भागीदारी करने के परिणामस्वरूप यह जिम्मेदारी वन विहार राष्ट्रीय उदयान को मिली है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते दो- तीन दिन से मानसूनी गतिविधियां कम होने का असर अब दिखने लगा है। जुलाई के बाद यह दूसरी बार है, जब मानसूनी गतिविधियां रुकी है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में अब तक करीब 26 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस दौरान सामान्य कोटा 23 इंच का होता है। यह सामान्य से 3 इंच ज्यादा है। भोपाल में तेज बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई है। रिमझिम फुहारों के कारण बारिश का कोटा पूरा हुआ है। अब अगला सिस्टम बनने के बाद भोपाल में भी तेज बारिश होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल मौसम साफ हो चुका है और अभी कोई भी एक्टिव सिस्टम नहीं बन रहा है। सिस्टम के हिमालय के तराई के इलाकों में जाने के कारण भोपाल और इंदौर समेत पूरे मध्यप्रदेश में बारिश का दौर अभी थम गया है। अगले चार-पांच दिन तक इसी तरह धूप निकलेगी और शाम और रात में हल्की बारिश होगी। इस बार मानूसन के उत्तर की तरफ जाने से इंदौर में कम बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल में जमकर पानी गिरा। भोपाल में भी इस बार तेज बारिश नहीं हुई, लेकिन रिमझिम फुहारों ने बारिश का कोटा पूरा कर दिया। ब्रेक के बाद 15 अगस्त के दिन सिर्फ हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, कहीं तेज बारिश की संभावना अभी तक नहीं है। अगला सिस्टम 15 अगस्त के बाद ही बनने की उम्मीद है। यह बंगाल की खाड़ी की तरफ से ही हो सकता है, क्योंकि सितंबर में अधिकांश सिस्टम बंगाल की खाड़ी में ही बनते हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते दो- तीन दिन से मानसूनी गतिविधियां कम होने का असर अब दिखने लगा है। जुलाई के बाद यह दूसरी बार है, जब मानसूनी गतिविधियां रुकी है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में अब तक करीब 26 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस दौरान सामान्य कोटा 23 इंच का होता है। यह सामान्य से 3 इंच ज्यादा है। भोपाल में तेज बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई है। रिमझिम फुहारों के कारण बारिश का कोटा पूरा हुआ है। अब अगला सिस्टम बनने के बाद भोपाल में भी तेज बारिश होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल मौसम साफ हो चुका है और अभी कोई भी एक्टिव सिस्टम नहीं बन रहा है। सिस्टम के हिमालय के तराई के इलाकों में जाने के कारण भोपाल और इंदौर समेत पूरे मध्यप्रदेश में बारिश का दौर अभी थम गया है। अगले चार-पांच दिन तक इसी तरह धूप निकलेगी और शाम और रात में हल्की बारिश होगी। इस बार मानूसन के उत्तर की तरफ जाने से इंदौर में कम बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल में जमकर पानी गिरा। भोपाल में भी इस बार तेज बारिश नहीं हुई, लेकिन रिमझिम फुहारों ने बारिश का कोटा पूरा कर दिया। ब्रेक के बाद 15 अगस्त के दिन सिर्फ हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, कहीं तेज बारिश की संभावना अभी तक नहीं है। अगला सिस्टम 15 अगस्त के बाद ही बनने की उम्मीद है। यह बंगाल की खाड़ी की तरफ से ही हो सकता है, क्योंकि सितंबर में अधिकांश सिस्टम बंगाल की खाड़ी में ही बनते हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते दो- तीन दिन से मानसूनी गतिविधियां कम होने का असर अब दिखने लगा है। जुलाई के बाद यह दूसरी बार है, जब मानसूनी गतिविधियां रुकी है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में अब तक करीब 26 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस दौरान सामान्य कोटा 23 इंच का होता है। यह सामान्य से 3 इंच ज्यादा है। भोपाल में तेज बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई है। रिमझिम फुहारों के कारण बारिश का कोटा पूरा हुआ है। अब अगला सिस्टम बनने के बाद भोपाल में भी तेज बारिश होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल मौसम साफ हो चुका है और अभी कोई भी एक्टिव सिस्टम नहीं बन रहा है। सिस्टम के हिमालय के तराई के इलाकों में जाने के कारण भोपाल और इंदौर समेत पूरे मध्यप्रदेश में बारिश का दौर अभी थम गया है। अगले चार-पांच दिन तक इसी तरह धूप निकलेगी और शाम और रात में हल्की बारिश होगी। इस बार मानूसन के उत्तर की तरफ जाने से इंदौर में कम बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल में जमकर पानी गिरा। भोपाल में भी इस बार तेज बारिश नहीं हुई, लेकिन रिमझिम फुहारों ने बारिश का कोटा पूरा कर दिया। ब्रेक के बाद 15 अगस्त के दिन सिर्फ हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, कहीं तेज बारिश की संभावना अभी तक नहीं है। अगला सिस्टम 15 अगस्त के बाद ही बनने की उम्मीद है। यह बंगाल की खाड़ी की तरफ से ही हो सकता है, क्योंकि सितंबर में अधिकांश सिस्टम बंगाल की खाड़ी में ही बनते हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते दो- तीन दिन से मानसूनी गतिविधियां कम होने का असर अब दिखने लगा है। जुलाई के बाद यह दूसरी बार है, जब मानसूनी गतिविधियां रुकी है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में अब तक करीब 26 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस दौरान सामान्य कोटा 23 इंच का होता है। यह सामान्य से 3 इंच ज्यादा है। भोपाल में तेज बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई है। रिमझिम फुहारों के कारण बारिश का कोटा पूरा हुआ है। अब अगला सिस्टम बनने के बाद भोपाल में भी तेज बारिश होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल मौसम साफ हो चुका है और अभी कोई भी एक्टिव सिस्टम नहीं बन रहा है। सिस्टम के हिमालय के तराई के इलाकों में जाने के कारण भोपाल और इंदौर समेत पूरे मध्यप्रदेश में बारिश का दौर अभी थम गया है। अगले चार-पांच दिन तक इसी तरह धूप निकलेगी और शाम और रात में हल्की बारिश होगी। इस बार मानूसन के उत्तर की तरफ जाने से इंदौर में कम बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल में जमकर पानी गिरा। भोपाल में भी इस बार तेज बारिश नहीं हुई, लेकिन रिमझिम फुहारों ने बारिश का कोटा पूरा कर दिया। ब्रेक के बाद 15 अगस्त के दिन सिर्फ हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, कहीं तेज बारिश की संभावना अभी तक नहीं है। अगला सिस्टम 15 अगस्त के बाद ही बनने की उम्मीद है। यह बंगाल की खाड़ी की तरफ से ही हो सकता है, क्योंकि सितंबर में अधिकांश सिस्टम बंगाल की खाड़ी में ही बनते हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते दो- तीन दिन से मानसूनी गतिविधियां कम होने का असर अब दिखने लगा है। जुलाई के बाद यह दूसरी बार है, जब मानसूनी गतिविधियां रुकी है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में अब तक करीब 26 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि इस दौरान सामान्य कोटा 23 इंच का होता है। यह सामान्य से 3 इंच ज्यादा है। भोपाल में तेज बारिश रिकॉर्ड नहीं की गई है। रिमझिम फुहारों के कारण बारिश का कोटा पूरा हुआ है। अब अगला सिस्टम बनने के बाद भोपाल में भी तेज बारिश होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल मौसम साफ हो चुका है और अभी कोई भी एक्टिव सिस्टम नहीं बन रहा है। सिस्टम के हिमालय के तराई के इलाकों में जाने के कारण भोपाल और इंदौर समेत पूरे मध्यप्रदेश में बारिश का दौर अभी थम गया है। अगले चार-पांच दिन तक इसी तरह धूप निकलेगी और शाम और रात में हल्की बारिश होगी। इस बार मानूसन के उत्तर की तरफ जाने से इंदौर में कम बारिश हुई, जबकि ग्वालियर-चंबल में जमकर पानी गिरा। भोपाल में भी इस बार तेज बारिश नहीं हुई, लेकिन रिमझिम फुहारों ने बारिश का कोटा पूरा कर दिया। ब्रेक के बाद 15 अगस्त के दिन सिर्फ हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, कहीं तेज बारिश की संभावना अभी तक नहीं है। अगला सिस्टम 15 अगस्त के बाद ही बनने की उम्मीद है। यह बंगाल की खाड़ी की तरफ से ही हो सकता है, क्योंकि सितंबर में अधिकांश सिस्टम बंगाल की खाड़ी में ही बनते हैं।
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मंदसौर। रविवार को हरियाली अमावस्या पर सुबह भगवान पशुपतिनाथ जी को पूजा अर्चना कर जहां मालपुआ का भोग लगाया गया तो वही शाम को विश्व विख्यात अष्टमुखी भगवान पशुपति नाथ जी का विशेष श्रंगार किया गया वही गर्भ गृह में हरियाली भी बिछाई गई जिससे मंदिर के अंदर चारो और हरा ही हरा दिख रहा था इस दौरान विशेष श्रंगार में भगवान के सैकड़ों भक्तों ने दर्शन कि । जहा पूरे सावन माह में सभी शिवालयों की विशेष साजसज्जा कर रोज अलग-अलग तरह से भगवान शिव की पूजा अर्चना कर भक्ति की जा रही है तो वही भगवान भोले नाथ का रोज अलग-अलग श्रंगार किया जा रहा है तो वही रविवार को हरियाली अमावस्या के उपलक्ष में अष्टा मुखी भगवान पशुपतिनाथ जी का विशेष श्रंगार किया गया । हरियाली अमावस्या होने से जहां जिले सहित आसपास से सेकड़ों भक्त पशुपतिनाथ जी मंदिर भगवान के दर्शन के लिए पहुंचे जहां कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुवे भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया गया।सांसद ने महादेव मंदिर में किया अभिषेक रामघाट प्रतापगढ़ रोड़ स्थित चमत्कारिक श्री उत्तरमुखी बालाजी श्री रामेश्वर महादेव मंदिर पर हरियाली अमावस पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मंदिर में आकर्षक साज सज्जा की गई तथा भगवान का नयनाभिराम श्रृंगार किया। अभिषेक, पूजन आरती के साथ ही प्रसाद वितरण किया गया। हरियाली अमावस पावन अवसर पर सांसद सुधीर गुप्ता ने भी उपस्थित होकर भगवान श्री रामेश्वर महादेव का अभिषेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में 6 जिलों में कोरोना संक्रमण के 10 नए मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा भोपाल में 3 संक्रमित मिले जबकि जबलपुर-इंदौर में 2-2, दमोह, खरगोन और विदिशा में 1-1 पॉजिटिव केस आए हैं। पिछले 5 दिनों में प्रदेश के 17 जिलों में 80 संक्रमित मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा संक्रमित दमोह में 22 मिले हैं। प्रदेश में कोरोना के मामले भले ही कम मिल रहे हों, लेकिन संक्रमण की जद में नए-नए जिले आने से चिंता बढ़ते जा रही है। प्रदेश में पिछले 5 दिनों में 17 जिलों में संक्रमण के नए मामले सामने आए है। इसमें सबसे ज्यादा संक्रमित दमोह में 22, इंदौर में 10, भोपाल, जबलपुर, होशंगाबाद में 9 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इसके अलावा सागर में 5, धार में 3, छतरपुर, टीकमगढ़, राजगढ़ में 2-2 केस और सिवनी, मंदसौर, ग्वालियर, कटनी, डिंडोरी, खरगोन, विदिशा में 1-1 केस मिला है। चिंता की वजह प्रदेश की आर वेल्यू चेन्नई के इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंस द्वारा हाल में जारी रिपोर्ट में प्रदेश की आर वेल्यू 1.31 बताई है, जो नेशनल एवरेज से भी ज्यादा है। विशेषज्ञों ने आर वेल्यू के बढ़ने को चिंताजनक बताया है। डेटा साइंटिस्ट्स के मुताबिक आर फैक्टर यह बताता है कि एक संक्रमित से कितने लोग संक्रमित हो रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में बाढ़ ने कहर बरपाया है। इस दौरान राहत और बचाव कार्य के साथ अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है। बाढ़ राहत कार्य में लापरवाही बरतने वाले श्योपुर कलेक्टर को तत्काल प्रभाव से राकेश श्रीवास्तव हटा दिया गया है। उनके जगह ग्वालियर नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा को श्योपुर का नया कलेक्टर बनाया है। इसके आलवा जिले में सीएमओ मिनी अग्रवाल को हटाया गया है। आयुक्त नगरीय प्रशासन निकुंज श्रीवास्तव ने मोर्चा संभाला है। दूसरी ओर इस कार्रवाई से अफसरों में हडक़ंप मच गया है। श्योपुर कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव को हटा दिया गया है। अब उनके स्थान पर ग्वालियर नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा को नया कलेक्टर बनाया गया है, जो अब से श्योपुर जिले की कमान संभालेंगे। उनके खिलाफ यह कार्यवाही बाढ़ राहत कार्य में बड़ी लापरवाही बरतने के कारण हुई है। बता दें कि बीते रोज जब लोगों ने केंद्रीय मंत्री के वाहन पर कीचड़ फेंका तो मामले की गंभीरता समझ आई। इसके बाद श्योपुर में तबादलों की बाढ़ आ गई है। पहले श्योपुर कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव फिर एसपी सम्पत उपाध्याय और अब सीएमओ मिनी अग्रवाल को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। उनकी जगह ग्वालियर नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा को श्योपुर का कलेक्टर बनाया गया है। वहीं अनुराग सुजानिया नए पुलिस अधीक्षक होंगे।
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राजगढ़। जिले के सुठालिया क्षेत्र में अतिबारिश होने की वजह से नदी-नाले उफान पर आ गए, जिससे अस्पताल जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया। ऐसे में मोठबड़ली निवासी प्रसूता महिला गुरुवार को बारिश में फंस गई, पीड़ा अधिक होने पर सुठालिया थाना में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर और महिला पुलिसकर्मी द्वारा स्टाफ नर्स की मदद से आटो में ही महिला का प्रसव कराया गया, प्रसूति के बाद महिला और बच्चा दोनों ही स्वस्थ है। इस प्रकार पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया। थाना प्रभारी रामकुमार रघुवंशी ने बताया कि मोठबड़ली निवासी अखिलेश बाई को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन अस्पताल लेकर जा रहे थे, लेकिन परलापुरा पुल पर अधिक पानी होने की वजह से वह महिला को अस्पताल नही ले जा सके। जानकारी मिलने पर महिला उपनिरीक्षक अरुंधति राजावत और महिला आरक्षक इतिश्री राठौर प्रसूता को आटो में बैठाकर ले जा रही थी तभी थाना के समीप महिला को अधिक पीड़ा होने लगी, महिला पुलिसकर्मियों ने स्टाफ नर्स की मदद से आटो में ही महिला का प्रसव कराया। गर्भवती महिला ने स्वस्थ बालक को जन्म दिया, प्रसूति के बाद बच्चा और जच्चा दोनों ही स्वस्थ है। बारिश रुकने के बाद महिला को सामुदायिक अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है। बारिश में फंसी प्रसूता की मदद करने पर पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है, वहीं महिला पुलिसकर्मियों की सोशल मीडिया पर प्रशंसा की जा रही है।
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भोपाल। प्रदेश के श्योपुर और शिवपुरी जिलों में विद्युत आपूर्ति के लिए स्थापित विद्युत प्रणाली जैसे एलटी/एचटी लाईन, ट्रांसफार्मर, उपकेन्द्र, खंभे आदि पिछले दिनों से हो रही अत्यधिक बारिश एवं बाढ से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने लगभग 20 करोड़ से अधिक की विद्युत प्रणाली के क्षतिग्रस्त होने का प्रारंभिक अनुमान लगाया है। जनसंपर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि ग्वालियर संभाग के शिवपुरी जिले की शिवपुरी तहसील में एक करोड़ 25 लाख, पोहरी में एक करोड़ 11 लाख, बैराड एक करोड़ 60 लाख, कोलारस में 78 लाख, बदरवास में एक करोड़ 62 लाख, करैरा में एक करोड़ 15 लाख, नरवर में 2 करोड़, पिछोर में 62 लाख एवं खनियाधाना तहसील में एक करोड़ 5 लाख के नुकसान का आंकलन किया गया है। इसी प्रकार चंबल संभाग के श्योपुर जिले की श्योपुर तहसील में 3 करोड़ 77 लाख, बड़ौदा में 2 करोड़ 68 लाख, कराहल में एक करोड़ 51 लाख, विजयपुर में 92 लाख, एवं वीरपुर तहसील में 29 लाख के नुकसान का आकलन किया गया है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा अत्यधिक बारिश एवं बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंच से दूर होने के कारण प्रारंभिक अनुमान के आधार पर नुकसान का आंकलन किया जाकर सुधार कार्य हेतु सघन प्रयास प्रारंभ कर दिये हैं। बाढ़ की स्थिति में सुधार के बाद ही वास्तविक क्षति का आंकलन किया जा सकेगा।
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अनूपपुर। मैकल की पहाडिय़ों में स्थित अमरकंटक धार्मिक नगरी के रूप में जाना जाता हैं। मां नर्मदा की उद्गम स्थली के कारण अमरकंटक की विशेष ख्याति है। इसके साथ साथ यह स्थान भगवान शिव की भी तपोस्थली माना जाता है। नर्मदा मंदिर, सोनमूडा, माई की बगिया सहित जालेश्वर धाम के साथ साथ नर्मदा मंदिर से सटे पातालेश्वर शिवलिंग मंदिर से भी लोगों की आस्था जुड़ी है। नर्मदा मंदिर पुजारी धनेश द्विवेदी (वंदे महाराज) बताते हैं कि पातालेश्वर महादेव का मंदिर नाम के अनुरूप ही पाताल यानी जमीन के अंदर ही स्थित है। मंदिर का शिवलिंग पृथ्वी की सतह से लगभग 10 फीट की गहराई पर स्थापित किया गया है। मान्यता है कि पातालेश्वर शिवलिंग की जलहरी में प्रतिवर्ष श्रावण माह के एक सोमवार को मां नर्मदा यहां भगवान शिव को अभिषेक कराने पहुंचती हैं। अमरकंटक से ही नर्मदा नदी की उत्पत्ति हुई है। अमरकंटक भगवान शिव की तपस्थली भी है और मां नर्मदा को भगवान शिव की पुत्री के रूप में मान्य किया गया है। पुराणों में यह भी उल्लेख है कि भगवान शिव माता पार्वती के साथ यहीं रुके थे। नर्मदा मंदिर से दक्षिण दिशा की ओर लगभग 100 मीटर की दूरी पर कलचुरी कालीन पातालेश्वर महादेव शिव-विष्णु जोहिला कर्ण मंदिर और पंच मठ मंदिरों का समूह है। इन मंदिरों का निर्माण 10-11वीं शताब्दी में कलचुरी महाराजा नरेश कर्ण देव ने 1041-1073 के दौरान बनवाया था। जनश्रुति के अनुसार इस मंदिर की स्थापना आद्य गुरु शंकराचार्य ने की थी। पातालेश्वर महादेव का मंदिर विशिष्ट प्रकार से पंचरथ शैली में बना है। 16 स्तंभों में आधार वाले मंडप सहित यह मंदिर निर्मित किया गया है। भूमिज शैली के पातालेश्वर महादेव मंदिर कई सदी पुराना होने से साधना स्थल के रूप में भी विख्यात है। माना जाता है कि इस शिव मंदिर में शिव साधना फलदायी होती ही है।
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मन्दसौर। सावन मास के दूसरे सोमवार को मंदसौर में सुबह से ही दर्शन के लिए भीड़ जुट गई। भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पर दिनभर दर्शन करने के लिए भोले के भक्तों का तांता लगा हुआ रहा। शिवना नदी के किनारे स्थित भगवान पशुपतिनाथ महादेव के दर्शन करने को श्रद्धालुओं में उत्साह देखा गया, पशुपतिनाथ मंदिर पर जमकर ढोल नगाड़े बजे, वहीं हर हर महादेव और ओम नमः शिवाय के मंत्रों से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदसौर की अष्ट मुखी प्रतिमा पूरे विश्व में दुर्लभ है जो केवल मंदसौर में ही मौजूद है। नेपाल में जो पशुपतिनाथ महादेव हैं वह चार मुखी हैं जबकि मंदसौर में स्थित भगवान पशुपतिनाथ की प्रतिमा अष्टमुखी है। सावन के दूसरे सोमवार को भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर सहित जिलेभर के शिवालयों में उत्साह छाया रहा। सीतामऊ के कोटेश्वर महादेव, गंगेश्वर महादेव, भानपुरा स्थित छोटा बडा महादेव में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। वही पशुपतिनाथ मंदिर में कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए भक्तों ने गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन किए। दिनभर मंदिर के बाहर तक दर्शनार्थियों की कतारें लगी रही। मंदिर पर सुरक्षा व्यवस्था के पुलिस जवान भी तैनात रहे। पशुपतिनाथ मंदिर पर सोमवार को अधिक भक्तों के आगमन एवं कोरोना महामारी को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। रिमझिम बारिश के बीच श्रद्धालुओं का यहां पहुंचना जारी रहा देर शाम तक भक्त यहा दर्शन करने पहुच रहे थे। पशुपतिनाथ मंदिर पर सुबह से शाम तक हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
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मुरैना। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ एक बाबू सोमवार को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ लिया। बाबू ने एक पैथोलॉजी के पंजीयन के नवीनीकरण के लिए रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत लोकायुक्त ग्वालियर को की गई थी।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ बाबू पंकज जैन आज दोपहर के समय एक पैथोलॉजी के पंजीयन के नवीनीकरण के लिए पांच हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था। जैसे ही पंकज जैन ने रिश्वत के पांच हजार रुपये लिए वैसे ही वहां लोकायुक्त पुलिस ने दबिश दे दी। लोकायुक्त पुलिस को देख बाबू पंकज जैन घबरा गया और उसने रिश्वत में लिए पैसे इधर उधर करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस की मौजूदगी की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाया। लोकायुक्त पुलिस ने बाबू पंकज जैन के हाथ जब कैमिकल से धुलवाए तो उसके हाथ लाल हो गए। लोकायुक्त पुलिस ने पंकज जैन से रिश्वत में लिए गए पांच हजार रुपये जप्त कर उसके खिलाफ मामला कायम किया।बताया जाता है कि रिश्वत लेते पकड़ा गए बाबू पंकज जैन की शिकायत कुछ दिन पूर्व लोकायुक्त पुलिस को की गई थी। यह शिकायत फाटक बाहर क्षेत्र में स्थित अपैक्स पैथोलॉजी लेब के संचालक रमेश ने की थी। रमेश से पंकज जैन ने दस हजार रुपये मांगे थे। लेकिन सौदा पांच हजार रुपये में तय हुआ था। रिश्वत मांगने की मोबाइल में रिकॉर्डिंग रमेश ने कर ली थी। इस रिकॉडिंग को लोकायुक्त पुलिस को सुनवाई गई। तत्पश्चात बाबू पंकज जैन के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने मामला दर्ज किया और आज यहां दबिश दे दी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते तीन-चार दिन से लगातार बारिश हो रही है। कुछ हिस्सों में जहां रिमझिम फुहारे गिर रही है तो कुछ हिस्सों में जोरदार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेश में बारिश की वजह से कुछ इलाकों में बाढ़ के हालत बने हुए हैं। श्योपुर जिला तो पूरी तरह टापू बन गया है। यहां पार्वती, कूनो, क्वारी और सीप नदी उफान पर हैं और नदियों के पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है। इसकी वजह से श्योपुर का राजस्थान से संपर्क पूरी तरह कट चुका है। राजधानी भोपाल में रविवार को रातभर जोरदार बारिश हुई और सोमवार को भी सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी है। यही हाल प्रदेश के अन्य नगरों और जिलों का है। चम्बल क्षेत्र में बीते तीन दिनों से तेज बारिश हो रही है, जिससे नदियां उफान पर हैं। श्योपुर जिले में बाढ़ के हालात हैं। यहां के विजयपुर नगर में क्वारी नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है और श्योपुर में कूनो नदी का पानी पुल से 10-15 फीट ऊपर से बह रहा है। श्योपुर जिले में बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। क्वारी नदी से सटे सायपुरा, पीपलबाड़ी, अर्रोद क्षेत्र में भी प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। यहां पर भी पानी का खतरा मंडरा रहा है। विजयपुर एसडीएम नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि अलर्ट जारी करने के साथ ही गांवों में मुनादी भी करवाई जा रही है। जिले के कई गावों में बाढ़ की स्थिति है। बाढ़ की वजह से काफी नुकसान भी हुआ है।श्योपुर जिले में पार्वती, कूनो, क्वारी और सीप नदियां उफान पर हैं। जिले के कराहल, विजयपुर, श्योपुर और बड़ौदा में पानी भर गया है। श्योपुर का राजस्थान से संपर्क कट गया है। विजयपुर में बाढ़ का पानी घुसने से कोठारी पैलेस और आसपास के घरों में 30 लोग फंस गए। उन्हें रेस्क्यू करके दो घंटे बाद निकाला गया।वहीं, गुना जिले में 24 घंटों में 106 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बमोरी इलाके में पार्वती, सिंध और कूनो नदी उफान पर हैं। लगभग 150 गांव का संपर्क शहर और कस्बों से कट गया है। ढीमरपुरा के रास्ते में नदी उफान पर होने से प्रशासनिक मदद नहीं पहुंच पाई है। विशनवाड़ा क्षेत्र का संपर्क भी टूट गया है। इस इलाके में 8 गांव के लोग घरों में कैद हो गए हैं। राजस्थान जाने का रास्ता बंद हो गया है। वहीं, शहर से 12 किमी दूर नयागांव में रविवार रात कच्चे मकान की दीवार गिर गई। इसमें दबकर गोपाल लोधा के साढ़े तीन वर्षीय बेटे नक्श की मौत हो गई।बाढ़ के पानी में बच्चा डूबाभिंड जिले में बारिश की वजह सिंध नदी उफान पर है। लहालौरी गांव के किनारे सिंध नदी के ऊपरी बीहड़ में बने बांध में बारिश का पानी भर गया। बांध में गांव के कुछ बालक रविवार शाम को नहाने के लिए गए थे। इसमें पांच वर्षीय रोहित गहरे पानी में चला गया और डूबने से उसकी मौत हो गई। सोमवार को सुबह उसका शव बरामद हुआ।इधर छतरपुर जिले में भी लगातार बारिश हो रही है। चंदला के ग्राम पंचायत बंजारी और भगौरा में पानी भर जाने की वजह से स्थिति खराब हो गई है। दोनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। बंजारी में बने शासकीय हाई स्कूल परिसर में पानी भर गया। चंदला को जोड़ने वाले मार्ग पर 2 मीटर पानी भर गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते तीन-चार दिन से लगातार बारिश हो रही है। कुछ हिस्सों में जहां रिमझिम फुहारे गिर रही है तो कुछ हिस्सों में जोरदार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेश में बारिश की वजह से कुछ इलाकों में बाढ़ के हालत बने हुए हैं। श्योपुर जिला तो पूरी तरह टापू बन गया है। यहां पार्वती, कूनो, क्वारी और सीप नदी उफान पर हैं और नदियों के पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है। इसकी वजह से श्योपुर का राजस्थान से संपर्क पूरी तरह कट चुका है। राजधानी भोपाल में रविवार को रातभर जोरदार बारिश हुई और सोमवार को भी सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी है। यही हाल प्रदेश के अन्य नगरों और जिलों का है। चम्बल क्षेत्र में बीते तीन दिनों से तेज बारिश हो रही है, जिससे नदियां उफान पर हैं। श्योपुर जिले में बाढ़ के हालात हैं। यहां के विजयपुर नगर में क्वारी नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है और श्योपुर में कूनो नदी का पानी पुल से 10-15 फीट ऊपर से बह रहा है। श्योपुर जिले में बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। क्वारी नदी से सटे सायपुरा, पीपलबाड़ी, अर्रोद क्षेत्र में भी प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। यहां पर भी पानी का खतरा मंडरा रहा है। विजयपुर एसडीएम नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि अलर्ट जारी करने के साथ ही गांवों में मुनादी भी करवाई जा रही है। जिले के कई गावों में बाढ़ की स्थिति है। बाढ़ की वजह से काफी नुकसान भी हुआ है।श्योपुर जिले में पार्वती, कूनो, क्वारी और सीप नदियां उफान पर हैं। जिले के कराहल, विजयपुर, श्योपुर और बड़ौदा में पानी भर गया है। श्योपुर का राजस्थान से संपर्क कट गया है। विजयपुर में बाढ़ का पानी घुसने से कोठारी पैलेस और आसपास के घरों में 30 लोग फंस गए। उन्हें रेस्क्यू करके दो घंटे बाद निकाला गया।वहीं, गुना जिले में 24 घंटों में 106 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बमोरी इलाके में पार्वती, सिंध और कूनो नदी उफान पर हैं। लगभग 150 गांव का संपर्क शहर और कस्बों से कट गया है। ढीमरपुरा के रास्ते में नदी उफान पर होने से प्रशासनिक मदद नहीं पहुंच पाई है। विशनवाड़ा क्षेत्र का संपर्क भी टूट गया है। इस इलाके में 8 गांव के लोग घरों में कैद हो गए हैं। राजस्थान जाने का रास्ता बंद हो गया है। वहीं, शहर से 12 किमी दूर नयागांव में रविवार रात कच्चे मकान की दीवार गिर गई। इसमें दबकर गोपाल लोधा के साढ़े तीन वर्षीय बेटे नक्श की मौत हो गई।बाढ़ के पानी में बच्चा डूबाभिंड जिले में बारिश की वजह सिंध नदी उफान पर है। लहालौरी गांव के किनारे सिंध नदी के ऊपरी बीहड़ में बने बांध में बारिश का पानी भर गया। बांध में गांव के कुछ बालक रविवार शाम को नहाने के लिए गए थे। इसमें पांच वर्षीय रोहित गहरे पानी में चला गया और डूबने से उसकी मौत हो गई। सोमवार को सुबह उसका शव बरामद हुआ।इधर छतरपुर जिले में भी लगातार बारिश हो रही है। चंदला के ग्राम पंचायत बंजारी और भगौरा में पानी भर जाने की वजह से स्थिति खराब हो गई है। दोनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। बंजारी में बने शासकीय हाई स्कूल परिसर में पानी भर गया। चंदला को जोड़ने वाले मार्ग पर 2 मीटर पानी भर गया है।
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भोपाल। राज्य शासन ने उच्च न्यायालय के आदेश के पालन में लापरवाही बरतने पर भिंड के तत्कालीन कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग केके शर्मा को निलंबित कर दिया है। इसी मामले में ग्वालियर क्षेत्र के चीफ इंजीनियर के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए तीन इंक्रीमेंट रोकने के लिए शो कॉज नोटिस जारी किया गया है।जनसम्पर्क अधिकारी अनिल वशिष्ठ ने गुरुवार को बताया कि निलंबन आदेश में कहा गया है कि उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ में प्रचलित एक अवमानना प्रकरण में भिंड के तत्कालीन कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण केके शर्मा पेशी के दिन समक्ष में मौजूद थे। उच्च न्यायालय द्वारा यह आदेशित किया गया था कि प्रकरण में सात दिवस में याचिकाकर्ता के स्वत्वों का भुगतान नियमानुसार किया जाए और 22 जुलाई 2021 तक यदि भुगतान न हो पाए तो प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहेंगे।कार्यपालन यंत्री (प्रभारी) शर्मा द्वारा न तो सात दिवस में भुगतान के लिए निर्णायक कार्रवाई की गई और न ही प्रमुख सचिव को उच्च न्यायालय के उक्त आदेश के संबंध में अवगत कराया गया। इस घोर लापरवाही के कारण उच्च न्यायालय के समक्ष अप्रिय स्थिति उत्पन्न हुई और न्यायालयीन आदेश का पालन भी पूर्ण नहीं हो पाया। ऐसी स्थिति में कर्त्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के कारण कार्यपालन यंत्री को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।ग्वालियर क्षेत्र के मुख्य अभियंता आरएल भारती के विरुद्ध भी इसी मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है। मुख्य अभियंता को शो-कॉज नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि क्यों न आपकी आगामी 3 वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की शास्ति से आपको दंडित किया जाए? लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने विभाग के सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं कि वे न्यायालयीन प्रकरणों में जरा भी लापरवाही न बरते। इस प्रकार की किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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विदिशा। बीती रात पुलिस को छपरा-मुंबई एक्सप्रेस में हथियारबंद लुटेरों के होने की सूचना मिली। इस सूचना के आधार पर विदिशा में ट्रेन को रोककर उसकी तलाश ली गई। लुटेरों के नहीं मिलने पर कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रेन को भोपाल रवाना किया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भोपाल स्थित कंट्रोल रूम से बुधवार रात विदिशा पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ हथियारबंद लुटेरे छपरा-मुंबई एक्सप्रेस में चढ़े हैं, जो लूटपाट कर सकते हैं और यात्रियों को हानि पहुंचा सकते हैं। इसके बाद रात में छपरा से मुंबई जा रही इस ट्रेन को विदिशा में रोका गया। इसके साथ ही एडीशनल एसपी संजय साहू ने आरपीएफ, जीआरपी और विदिशा पुलिस बल के जवानों के साथ पूरी ट्रेन को घेर लिया और उसकी तलाशी ली गई। इसके साथ ही यात्रियों से भी संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी ली गई। तलाशी के दौरान ट्रेन में लुटेरे नहीं मिले और ट्रेन को पूरी सुरक्षा के बीच भोपाल रवाना किया गया।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में रुक रुककर बौछारे पडऩे का सिलसिला जारी है। राजधानी भोपाल में गुरुवार सुबह से आसमान में बादल छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई। हालांकि दोपहर बाद हल्की रिमझिम फुहारें गिरी, जिससे मौसम में पूरी तरह से ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार आ रही नमी के कारण कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ती रहेंगी। उधर बंगाल की खाड़ी में बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र के शुक्रवार से आगे बढऩे की संभावना है। इससे शनिवार से प्रदेश में एक बार फिर कहीं-कहीं तेज बौछारें पडऩे का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। इस दौरान पूर्वी मप्र में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को आगे बढऩे लगेगा। मानसून ट्रफ भी अभी सामान्य स्तिति में है ऑर उत्तरप्रदेश से होकर गुजर रहा है। उत्तरी पाकिस्तान से अरब सागर तक एक ट्रफ बना हुआ है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात से उत्तरी केरल तट तक एक अपतटीय ट्रफ बना हुआ है। इस वजह से हवाओं के साथ लगातार नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। शुक्रवार को सिस्टम के आगे बढऩे से मप्र में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने लगेगी। इस दौरान जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।
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ग्वालियर। मूसलाधार बारिश के लिए विख्यात आषाढ़ माह ने इस बार ग्वालियर-चम्बल वासियों को भले ही निराश किया हो, लेकिन श्रावण माह के दूसरे दिन से ही बारिश का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बुधवार को बिना रुके दिन भर बारिश की झड़ी लगी रही। इस दौरान कभी मध्यम गति से बारिश हुई तो कभी बादल मनोहारी फुहारों के रूप में बरसते रहे। मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान है कि बंगाल की खाड़ी में बने एक और कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से अगले एक सप्ताह तक इसी प्रकार बारिश की झड़ी लगी रहेगी।बुधवार को सुबह करीब पौने दस बजे से बूंदाबांदी शुरू हुई। धीरे-धीरे बूंदों ने रफ्तार कपड़ी तो फिर रुकने का नाम नहीं लिया। दोपहर करीब डेढ़ बजे तक एक ही रफ्तार में मध्यम गति से बारिश होती रही। इसके बाद बिना रुके आसमान से दिन भर फुहारों के रूप में पानी बरसता रहा। इसके चलते शहर के सड़क मार्गों और बाजारों में अघोषित कफ्र्यू लगा नजर आया। इस दौरान सड़कों पर केवल टैम्पो, टैक्सी और चार पहिया वाहन की आते-जाते दिखे। स्थानीय मौसम केन्द्र के अनुसार बंगाल की उत्तरी खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र और अधिक प्रभावी होकर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इसके अलावा एक चक्रवात उत्तर प्रदेश के मध्य भाग में तो दूसरा चक्रवात पंजाब और उससे सटे पाकिस्तान के आसपास बना हुआ है। साथ ही हवाएं दक्षिण-पश्चिम से आ रही हैं। इससे बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी व्यापक नमी आ रही है। इसके चलते आगामी चार अगस्त तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। इस दौरान अंचल में एक व दो अगस्त को जोरदार बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार आज शाम 5.30 बजे तक शहर में 23 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। इसे मिलाकर शहर में अब तक कुल 278.5 मिली मीटर बारिश दर्ज हो चुकी है। दिन और रात के तापमान में सिर्फ दो डिग्री का अंतर: बीते सोमवार को शहर में अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था, लेकिन सोमवार शाम से बारिश का सिलसिला शुरू हो जाने के बाद दिन के तापमान में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को दिन भर बारिश की झड़ी लगी रहने से सूरज के एक बार भी दर्शन नहीं हुए, जिससे मौसम काफी डंडा हो गया है। इसके चलते दिन व रात के तापमान में मात्र 2.2 डिग्री सेल्सियस का ही अंतर रह गया। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में बुधवार को अधिकतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 5.7 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 0.6 डिग्री सेल्सियस आंशिक गिरावट के साथ 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम है। आज हवाएं दक्षिण-पश्चिमी चलीं, जिनकी गति चार लगभग किलो मीटर प्रति घंटा रही। आज सुबह हवा में नमी 83 प्रतिशत दर्ज की गई, जो औसत से चार प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 95 प्रतिशत दर्ज की गई, जो औसत से 23 प्रतिशत अधिक है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के पास टाइगर स्टेट का गौरवशाली ताज है। दरअसल, अखिल भारतीय स्तर पर तीन साल पहले हुई बाघ गणना में 526 बाघों के साथ पहले स्थान पर रहते मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला था। इस साल होने वाली गणना के प्रारम्भिक संकेतों के अनुसार इस बार भी मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट के रूप में मान्यता मिलने की संभावना है।जनसम्पर्क अधिकारी ऋषभ जैन ने बताया कि वर्ष 2010 और 2014 की गणना में कनार्टक में सर्वाधिक बाघों की संख्या थी। इसके अलावा पिछले दशक में जितनी भी गणना हुई, उसमें मध्यप्रदेश के पास ही सर्वाधिक बाघों की संख्या के साथ टाइगर स्टेट का दर्जा रहा है।कई नवाचारों की बदौलत मिला यह मुकाम उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने वन्य-प्राणी संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए कई नवाचारों को लागू किया, जिनकी बदौलत मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट की प्रक्रिया का आधार स्तंभ बना। पिछले डेढ़ दशक में बाघों और अन्य वन्य-प्राणियों के लिए आवास क्षेत्र की सुविधा कराने के लिए संरक्षित क्षेत्रों से 167 ग्रामों का मुकम्मबल स्थान पर पुनर्स्थापन कराया गया। दुर्गम वन क्षेत्रों के अंतर्गत न्यूनतम सुविधाओं के साथ रह रही 15 हजार से ज्यादा परिवार इकाइयों को वनों से बाहर लाया जाकर ग्राम-नगरों में बसाया गया। नतीजा यह हुआ कि वन्य-प्राणियों को व्यवधान रहित स्वछंद रूप से रहवास मिल गया। साथ ही वनवासियों की माली हालत में भी सुधार हुआ। इन तमाम नवाचारों में राज्य सरकार ने 900 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध कराई गई।टाइगर रिजर्व के अलावा मौजूद हैं बाघ प्रदेश के बाघ न केवल टाइगर रिजर्व में है बल्कि अन्य क्षेत्रीय वन मण्डलों अपितु भोपाल जैसे बढ़े शहरों की सीमा में भी अन्य प्राणी की तरह विचरण करते पाए जाते हैं। वर्ष 2018 में पन्ना से बाघों का अस्तिव ही समाप्त हो गया था। वन विभाग द्वारा बाघ संरक्षण के लिए सक्रिय पहल की गई, जिसमें बाघों को अन्य संरक्षित क्षेत्रों से लाकर पन्ना टाइगर रिजर्व में पुनर्स्थापित किया गया। पिछले 9 वर्ष की सतत प्रक्रिया के कारण आज पन्ना टाइगर रिजर्व पुराने वैभव की ओर लौट चुका है। यहाँ 20 से ज्यादा वयस्क बाघ और 15 अवयस्क बाघ/शावक मौजूद हैं। सम्पूर्ण पन्ना लैंड स्केप में शावकों सहित तकरीबन 50 बाघ उपलब्ध हैं।घोरेला मॉडल के रूप में मिली प्रसिद्धि प्रदेश में वर्ष 2005-06 में बिछड़े अनाथ शावकों को उनके प्राकृतिक रहवास में मुक्त करने की नई पहल की शुरूआत की गई। इससे अनाथ बाघ शावक चिड़िया घर पहुँच जाते थे। उनके वयस्क होते ही प्राकृतिक आवास में मुक्त किया जाना संभव हो सका। कान्हा टाइगर रिजर्व के घोरेला एन्क्लोजर में 9 बाघ शावकों को वयस्क होने पर मुक्त किया जा चुका है। प्रदेश को मिली इस सफलता को पूरी दुनिया में "घोरेला" मॉडल के रूप में प्रसिद्धि मिली है।तीन चरण में ऐसे होती है बाघों की गणना भारत में बाघों की गणना हरेक 4 साल में की जाती है। इसके तीन चरण निर्धारित हैं। प्रथम चरण में बाघों, अन्य मांसाहारी तथा बड़े शाकाहारी प्राणियों के चिन्ह अर्थात उनके पंजों के निशान, उनकी विष्ठा, खरोंच के निशान और उनके द्वारा किए गए शिकार आदि के आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं। इस बाघ ऑकलन को "फेस वन' कहा जाता है। यह प्रक्रिया एक सप्ताह तक चलती है। वन कर्मचारी इन सातों दिन जंगलों में भ्रमण कर वन्य-प्राणियों की उपस्थिति के चिन्ह पहले तीन दिन और अगले तीन दिन वन्य-प्राणियों की प्रत्यक्ष उपस्थिति की संख्या एकत्रित करते हैं।द्वितीय चरण में वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोगशालाओं में बाघ आकलन किया जाता है। वैज्ञानिक सेटेलाईट द्वारा एकत्र किए गए आँकड़ो का अध्ययन कर बाघ के रहवास क्षेत्र की स्थिति के बारे में आँकड़ों जुटाते हैं। तीसरे चरण में कैमरा ट्रेपिंग की जाकर बाघों की उपस्थिति के चित्र लिए जाते हैं। इन तीन चरणों में मिले आँकड़े और सबूतों के सांख्यिकी विश्लेषण से किसी क्षेत्र में बाघों की संख्या का आकलन निकाला जाता है।अखिल भारतीय बाघ गणना में सम्पूर्ण भारत में तकरीबन 30 हजार बीटो में गणना कार्य किया जाता है। इसमें 9 हजार बीट केवल मध्यप्रदेश में ही मौजूद हैं। यह एक बहुत श्रम साध्य और व्यापक कार्य है। प्रदेश के वन विभाग ने इस चुनौती को अंगीकार करते हुए वर्ष 2017 से अपनी तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया। इसके अंतर्गत वन रक्षकों के कई चरण आयोजित कर उन्हें इसके काबिल बनाया गया। इस तरह दक्षतापूर्ण तरीके से दुष्कर कार्य की गणना कराई जाती है।बाघ है अनोखा वन्य-प्राणी बाघ सभी को भयभीत करने वाला और शक्तिशाली जन्तु के रूप में जाना जाता है। इसकी दहाड़ और गुर्राहट भयानक के साथ डराने वाली होती है। तीन कि.मी.की रेंज तक इसकी दहाड़ सुनाई देती है। बाघ के पिछले पैर आगे वाले पैरों की तुलना में बढ़े आकार के होते हैं। इससे यह एकबार में 20 से 30 फिट तक की लम्बी छलांग लगा सकता है। बाघ के पैरों का निचला हिस्सा गद्देदारनुमा होता हैं। इस वजह से चुपचाप शिकार के नजदीक तक पहुँच जाता है। बाघ में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की क्षमता रहती है।बाघ की विशेषता है कि वह समूह में न रहकर अकेला रहने वाला प्राणी है। प्रजनन काल में ही नर और मादा इकट्ठे होते हैं। शावक का जन्म होने के बाद अपनी माँ के साथ डेढ़ से दो साल तक रहकर शिकार करने की कला में पारंगत होता है। बाघ अपना शिकार बड़ी चतुराई और फुर्तीले अंदाज में और ज्यादाकर रात के समय करता है। सर्वविदित है कि यह झाड़ियों में घात लगाकर पीछे से अचानक शिकार पर हमला करता है। शरीर पर बनी धारियों की वजह से आसानी से झाडियों में घुल-मिल जाता है। यह अपने शिकार में गर्दन को निशाना बनाता है।टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में उपलब्ध हैं बाघ प्रदेश का पहला टाइगर रिजर्व 1973 में कान्हा टाइगर बना। अभी प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व हैं। कान्हा, बांधवगढ़, संजय टाइगर रिजर्व, पन्ना, सतपुड़ा और पेंच टाइगर रिजर्व के रूप में मौजूद हैं। इनमें सबसे बड़ा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और सबसे छोटा पेंच टाइगर रिजर्व है।अभयारण्य के रूप में पचमढ़ी, पनपथा, बोरी, पेंच-मोगली, गंगऊ, संजय- दुबरी, बगदरा, सैलाना, गांधी सागर, करेरा, नौरादेही, राष्ट्रीय चम्बल, केन, नरसिहगढ़, रातापानी, सिंघोरी, सिवनी, सरदारपुर, रालामण्डल, केन घड़ियाल, सोन चिड़िया अभयारण्य घाटीगाँव, सोन घड़ियाल अभयारण्य, ओरछा और वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य के नाम शामिल हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के पास टाइगर स्टेट का गौरवशाली ताज है। दरअसल, अखिल भारतीय स्तर पर तीन साल पहले हुई बाघ गणना में 526 बाघों के साथ पहले स्थान पर रहते मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला था। इस साल होने वाली गणना के प्रारम्भिक संकेतों के अनुसार इस बार भी मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट के रूप में मान्यता मिलने की संभावना है।जनसम्पर्क अधिकारी ऋषभ जैन ने बताया कि वर्ष 2010 और 2014 की गणना में कनार्टक में सर्वाधिक बाघों की संख्या थी। इसके अलावा पिछले दशक में जितनी भी गणना हुई, उसमें मध्यप्रदेश के पास ही सर्वाधिक बाघों की संख्या के साथ टाइगर स्टेट का दर्जा रहा है।कई नवाचारों की बदौलत मिला यह मुकाम उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने वन्य-प्राणी संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए कई नवाचारों को लागू किया, जिनकी बदौलत मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट की प्रक्रिया का आधार स्तंभ बना। पिछले डेढ़ दशक में बाघों और अन्य वन्य-प्राणियों के लिए आवास क्षेत्र की सुविधा कराने के लिए संरक्षित क्षेत्रों से 167 ग्रामों का मुकम्मबल स्थान पर पुनर्स्थापन कराया गया। दुर्गम वन क्षेत्रों के अंतर्गत न्यूनतम सुविधाओं के साथ रह रही 15 हजार से ज्यादा परिवार इकाइयों को वनों से बाहर लाया जाकर ग्राम-नगरों में बसाया गया। नतीजा यह हुआ कि वन्य-प्राणियों को व्यवधान रहित स्वछंद रूप से रहवास मिल गया। साथ ही वनवासियों की माली हालत में भी सुधार हुआ। इन तमाम नवाचारों में राज्य सरकार ने 900 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध कराई गई।टाइगर रिजर्व के अलावा मौजूद हैं बाघ प्रदेश के बाघ न केवल टाइगर रिजर्व में है बल्कि अन्य क्षेत्रीय वन मण्डलों अपितु भोपाल जैसे बढ़े शहरों की सीमा में भी अन्य प्राणी की तरह विचरण करते पाए जाते हैं। वर्ष 2018 में पन्ना से बाघों का अस्तिव ही समाप्त हो गया था। वन विभाग द्वारा बाघ संरक्षण के लिए सक्रिय पहल की गई, जिसमें बाघों को अन्य संरक्षित क्षेत्रों से लाकर पन्ना टाइगर रिजर्व में पुनर्स्थापित किया गया। पिछले 9 वर्ष की सतत प्रक्रिया के कारण आज पन्ना टाइगर रिजर्व पुराने वैभव की ओर लौट चुका है। यहाँ 20 से ज्यादा वयस्क बाघ और 15 अवयस्क बाघ/शावक मौजूद हैं। सम्पूर्ण पन्ना लैंड स्केप में शावकों सहित तकरीबन 50 बाघ उपलब्ध हैं।घोरेला मॉडल के रूप में मिली प्रसिद्धि प्रदेश में वर्ष 2005-06 में बिछड़े अनाथ शावकों को उनके प्राकृतिक रहवास में मुक्त करने की नई पहल की शुरूआत की गई। इससे अनाथ बाघ शावक चिड़िया घर पहुँच जाते थे। उनके वयस्क होते ही प्राकृतिक आवास में मुक्त किया जाना संभव हो सका। कान्हा टाइगर रिजर्व के घोरेला एन्क्लोजर में 9 बाघ शावकों को वयस्क होने पर मुक्त किया जा चुका है। प्रदेश को मिली इस सफलता को पूरी दुनिया में "घोरेला" मॉडल के रूप में प्रसिद्धि मिली है।तीन चरण में ऐसे होती है बाघों की गणना भारत में बाघों की गणना हरेक 4 साल में की जाती है। इसके तीन चरण निर्धारित हैं। प्रथम चरण में बाघों, अन्य मांसाहारी तथा बड़े शाकाहारी प्राणियों के चिन्ह अर्थात उनके पंजों के निशान, उनकी विष्ठा, खरोंच के निशान और उनके द्वारा किए गए शिकार आदि के आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं। इस बाघ ऑकलन को "फेस वन' कहा जाता है। यह प्रक्रिया एक सप्ताह तक चलती है। वन कर्मचारी इन सातों दिन जंगलों में भ्रमण कर वन्य-प्राणियों की उपस्थिति के चिन्ह पहले तीन दिन और अगले तीन दिन वन्य-प्राणियों की प्रत्यक्ष उपस्थिति की संख्या एकत्रित करते हैं।द्वितीय चरण में वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोगशालाओं में बाघ आकलन किया जाता है। वैज्ञानिक सेटेलाईट द्वारा एकत्र किए गए आँकड़ो का अध्ययन कर बाघ के रहवास क्षेत्र की स्थिति के बारे में आँकड़ों जुटाते हैं। तीसरे चरण में कैमरा ट्रेपिंग की जाकर बाघों की उपस्थिति के चित्र लिए जाते हैं। इन तीन चरणों में मिले आँकड़े और सबूतों के सांख्यिकी विश्लेषण से किसी क्षेत्र में बाघों की संख्या का आकलन निकाला जाता है।अखिल भारतीय बाघ गणना में सम्पूर्ण भारत में तकरीबन 30 हजार बीटो में गणना कार्य किया जाता है। इसमें 9 हजार बीट केवल मध्यप्रदेश में ही मौजूद हैं। यह एक बहुत श्रम साध्य और व्यापक कार्य है। प्रदेश के वन विभाग ने इस चुनौती को अंगीकार करते हुए वर्ष 2017 से अपनी तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया। इसके अंतर्गत वन रक्षकों के कई चरण आयोजित कर उन्हें इसके काबिल बनाया गया। इस तरह दक्षतापूर्ण तरीके से दुष्कर कार्य की गणना कराई जाती है।बाघ है अनोखा वन्य-प्राणी बाघ सभी को भयभीत करने वाला और शक्तिशाली जन्तु के रूप में जाना जाता है। इसकी दहाड़ और गुर्राहट भयानक के साथ डराने वाली होती है। तीन कि.मी.की रेंज तक इसकी दहाड़ सुनाई देती है। बाघ के पिछले पैर आगे वाले पैरों की तुलना में बढ़े आकार के होते हैं। इससे यह एकबार में 20 से 30 फिट तक की लम्बी छलांग लगा सकता है। बाघ के पैरों का निचला हिस्सा गद्देदारनुमा होता हैं। इस वजह से चुपचाप शिकार के नजदीक तक पहुँच जाता है। बाघ में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने की क्षमता रहती है।बाघ की विशेषता है कि वह समूह में न रहकर अकेला रहने वाला प्राणी है। प्रजनन काल में ही नर और मादा इकट्ठे होते हैं। शावक का जन्म होने के बाद अपनी माँ के साथ डेढ़ से दो साल तक रहकर शिकार करने की कला में पारंगत होता है। बाघ अपना शिकार बड़ी चतुराई और फुर्तीले अंदाज में और ज्यादाकर रात के समय करता है। सर्वविदित है कि यह झाड़ियों में घात लगाकर पीछे से अचानक शिकार पर हमला करता है। शरीर पर बनी धारियों की वजह से आसानी से झाडियों में घुल-मिल जाता है। यह अपने शिकार में गर्दन को निशाना बनाता है।टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में उपलब्ध हैं बाघ प्रदेश का पहला टाइगर रिजर्व 1973 में कान्हा टाइगर बना। अभी प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व हैं। कान्हा, बांधवगढ़, संजय टाइगर रिजर्व, पन्ना, सतपुड़ा और पेंच टाइगर रिजर्व के रूप में मौजूद हैं। इनमें सबसे बड़ा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और सबसे छोटा पेंच टाइगर रिजर्व है।अभयारण्य के रूप में पचमढ़ी, पनपथा, बोरी, पेंच-मोगली, गंगऊ, संजय- दुबरी, बगदरा, सैलाना, गांधी सागर, करेरा, नौरादेही, राष्ट्रीय चम्बल, केन, नरसिहगढ़, रातापानी, सिंघोरी, सिवनी, सरदारपुर, रालामण्डल, केन घड़ियाल, सोन चिड़िया अभयारण्य घाटीगाँव, सोन घड़ियाल अभयारण्य, ओरछा और वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य के नाम शामिल हैं।
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भोपाल । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति पद पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में हिन्दी विभाग में प्रोफेसर खेमसिंह डहेरिया को नियुक्त किया है। यह जानकारी बुधवार को जनसंपर्क अधिकारी अजय वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2011 की धारा- 29 की उपधारा एक के तहत कुलपति की नियुक्ति की है। कुलपति के रुप में प्रोफेसर खेमसिंह डहेरिया का कार्यकाल कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष की कालावधि या 70 वर्ष की आयु, जो भी पूर्वतर हो, के लिए रहेगा।
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भोपाल। लंबे इंतजार के बाद सक्रिय हुआ मानसून अब धीरे-धीरे पूरे शबाब पर आ रहा है। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है। सावन में बारिश की झड़ी के लिए बादल की नई खेप तैयार हो रही है। रिमझिम फुहारों का सिलसिला जारी: सावन की रिमझिम फुहारों का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। रुक-ररुक कर ही सही पर रिमझिम फुहारों ने सावन का अहसास करा दिया है। बीते दिनों हुई बारिश से वातावरण में आई नमी के कारण धरती तरबतर हो गई है। चारों तरफ हरियाली नजर आने लगी है। मौसम मनभावन होने के साथ ही लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात भी मिल गई है। भोपाल में सोमवार सुबह से ही बारिश हो रही है। इसके अलावा छिंदवाड़ा में सुबह से बादल छाए हुए है रुक-रुककर बारिश हो रही है। भिंड में बादल छाए है। उमस व गर्मी बनी है। गुना में सुबह से रिमझिम बारिश जारी है। होशंगाबाद में सुबह से बादल छाए हुए है। बारिश का मौसम बना है। नर्मदा नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। मुरैना और ग्वालियर में मौसम साफ है धूप खिली हुई है। सुबह से तेज धूप है। उमस से लोगों का बुरा हाल है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश के उत्तर- मध्य क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसी तरह दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में भी चक्रवात बन रहा हैं इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में एक अन्य कब दबाव का क्षेत्र बन रहा है। जिसके 28 जुलाई तक सक्रिय होने की संभावना है। एक साथ बन रहे कब दबाव के क्षेत्र से आने वाले दिनों में जबलपुर सहित समूचे मध्यप्रदेश में जोरदार बारिश के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग के इस अनुमान से यह साफ हो गया है कि जल्द ही सावन की झड़ी से शहर तरबतर होने वाला है। इन जिलों में जारी हुआ आरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों के अलावा राजगढ़, आगर, नीमच, मंदसौर व टीकमगढ़ जिले में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की भी संभावना बताई गई है। भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर गरज चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। रीवा व सागर संभाग के अनेक स्थान और जबलपुर व शहडोल संभाग के कुछ स्थानों में भी बौछारें पड़ सकती हैं। नर्मदा का जलस्तर बढ़ा बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव ने मध्यप्रदेश में असर दिखाया है। लगातार बारिश से होशंगाबाद में नर्मदा का जलस्तर करीब साढ़े तीन फीट बढ़ गया है। इटारसी का तवा, जबलपुर का बरगी, भोपाल के कलियासोत और केरवा डैम तेजी से भर रहे हैं। सबसे ज्यादा रतलाम में 5 इंच तक पानी गिरा। यहां 48 घंटों में करीब 10 इंच बारिश हुई। भोपाल और इंदौर में 24 घंटों में आधा-आधा इंच बारिश हो चुकी है। पूरे प्रदेश में 24 घंटों में करीब एक इंच औसत पानी गिरा है। प्रदेश में अब तक कुल 15 इंच बारिश हुई है, जो सामान्य है।
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भोपाल। कोरोना के खतरे के बावजूद लोगों की आस्था पर असर नहीं पड़ा है। हालांकि मंदिरों में कोरोना गाइडलाइन पर अमल का प्रयास किया गया था। इसके बावजूद प्रदेश के शिवालयों में दर्शन और पूजन के लिए जमकर भीड़ उमड़ी। उज्जैन में तो भगवान महाकाल के दर्शन के लिए इतनी भीड़ उमड़ी की मंदिर प्रबंधन को सुबह 11 बजे से भगवान महाकाल के दरवाजे सभी के लिए खोलना पड़े। उज्जैन: नहीं चल पाई प्री बुकिंग की व्यवस्था उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में कोरोना महामारी के कारण सावन महीने में प्री-बुकिंग पर सिर्फ 5,000 लोगों को प्रवेश देना तय हुआ था, लेकिन सावन के पहले सोमवार पर महाकाल मंदिर के बाहर उमड़ी भक्तों की भीड़ देखकर सबके लिए प्रवेश सुबह 11 बजे तक के लिए फ्री कर दिया गया। सुबह 11 बजे तक 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु महाकाल के दर्शन कर चुके थे। इसके बाद मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया। शाम 4 बजे महाकाल की सवारी निकलेगी, जो वापस मंदिर 6 बजे आएगी। शाम 7 से 9 बजे तक श्रद्धालु फिर से दर्शन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आज महाकाल दर्शन के लिए पहुंचेंगे। खंडवा: भगवान ओंकारेश्वर की सवारी निकलेगी सावन के चारों रविवार और चारों सोमवार को टोकन बुकिंग के माध्यम से ही भक्तों को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। आज भगवान ओंकारेश्वर की पहली सवारी निकलेगी। सावन के दूसरे सोमवार को ओंकार भगवान का महाश्रृ्ंगार किया जाएगा। तीसरे सोमवार को 251 लीटर पंचामृत से कोटितीर्थ घाट पर वैदिक विद्वानों की उपस्थिति में महाभिषेक होगा। मंदसौर: बाहर से हो रहे भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कोरोना के चलते मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में इस साल भी धार्मिक आयोजन नहीं होंगे। सावन के पहले सोमवार को भक्त गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन कर रहे हैं। एक समय में 5-10 लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। भगवान की पूजा और अभिषेक मंदिर के पुजारी कर रहे हैं। जलाभिषेक की व्यवस्था बंद है। भोग प्रसादी मंदिर प्रबंधन की ओर से किया जा रहा है। मंदिर में प्रवेश से पहले भक्तों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है।
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चित्रकूट। भगवान शिव का अतिप्रिय मास श्रावण माह भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में पवित्र मंदाकिनी नदी में सावन सोमवार के दिन हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाईं और कामतानाथ पर्वत की परिक्रमा लगाई। जानकारी के अनुसार चित्रकूट में सावन के प्रथम सोमवार के दिन शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सुबह से देखने को मिली। यहां मत गजेंद्र नाथ शिव मंदिर में भक्तों का तांता लगा है। बिरसिंहपुर गैबीनाथ में हजारों की तादाद में लोग उमड़ पड़े हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुलिस तैनात की गई। यहां पर पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं को सामाजिक दूरी और मास्क लगाने की अपील की जा रही है। बता दें कि सावन माह का विशेष महत्त्व भगवान शिव और पार्वती की असीम कृपा प्राप्त होती है। सावन के सोमवार में विशेष पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। यही वजह है कि चित्रकूट में रामघाट व कामदगिरि परिक्रमा में हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे हैं। वैसे तो मान्यता है कि चित्रकूट में हर माह की अमावस्या यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार भगवान श्रीराम के वनवास काल के समय भगवान श्रीराम हर अमावस्या पर मंदाकिनी नदी में स्नान कर कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा करते थे। बताया जाता है कि अमावस्या के दिन मंदाकिनी स्नान और कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा लगाने से मनुष्य की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इसी मान्यता के अनुसार हर अमावस्या पर तीर्थ नगरी चित्रकूट में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
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बैतूल। मध्यप्रदेश में इस बार मानसून तय समय से पहले पहुंच गया था, लेकिन अचानक गायब होने से कई इलाकों में सूखे जैसे हालात बने हुए है तो दूसरी ओर कहीं-कहीं झमाझम बारिश का दौर भी जारी है। इस समय बैतूल में लगातार बारिश होने से नदी- नाले उफान पर हैं। बारिश की वजह से सतपुड़ा डैम पानी से लबालब हो गया है, जिसकी वजह से डैम के 7 गेट खोल दिए हैं। वहीं मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जानकारी के अनुसार बैतूल, छिंदवाड़ा जिले में तेज बारिश हो रही है बारिश के चलते कई जगह नादी नाले उफान पर आ गए और निचले इलाकों में पानी भर गया जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ। वहीं निचले इलाकों में हो रही लगातार बारिश से सतपुड़ा डैम लबालब हो गया। पानी की आवक को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने डैम के 7 गेट 2-2 फीट खोलकर 11 हजार 725 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा गया। बता दें कि मानसून की पहली बारिश में ही सतपुड़ा डैम लबालब हो गया है। डैम का उच्चतम जलस्तर 1429 फीट है। पानी छोड़े जाने से तवा नदी में भी उफान आ गया। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इस कारण मप्र में दो सिस्टम एक्टिवेट हो गया है और सिस्टम धीरे बढ़ रहा है। इस कारण अगले 24 घंटों में भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर, सागर, रीवा, ग्वालियर-चंबल संभाग में हल्की बारिश के साथ बादलों की चमक गरज देखने को मिल सकती है। साथ ही उज्जैन-इंदौर संभाग के जिलों में भी बारिश हो सकती है।
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भोपाल। धीरे -धीरे मध्यप्रदेश में वर्षा की स्थिति में परिवर्तन आ रहा है। समूचे प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। प्रदेश के कई हिस्सा में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के आंकड़ों को देखें तो अमूमन पूरे राज्य में वर्षा का दौर शुरू हो गया है। पूर्वी मध्य प्रदेश के सिंगरौली सिटी में सर्वाधिक 130 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि दूसरे क्रम पर पश्चिमी मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले का चाचरीयापाटी गांव रहा जहां 126 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं मौसम विभाग ने भोपाल समेत प्रदेश सभी संभाग में अगले 24 घंटे में अच्छी बारिश की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि साउथ गुजरात और वेस्ट यूपी में ऊपरी हवाओं का चक्रवात बना हुआ है। साथ ही 23 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया बन रहा है। इससे प्रदेश में नमी आ रही है। इसके कारण ही पिछले दो-तीन दिनों से प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है। शाह ने बताया कि 25 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। शाह ने कहा कि भोपाल में भी बादल नीचे आ गए है, इसलिए यहां पर भी अच्छी बारिश होने की संभावना बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार अशोकनगर, खंडवा, टीकमगढ़, कटनी, दक्षिण बड़वानी, बालाघाट उमरिया, शहडोल, दक्षिण नरसिंहपुर, जबलपुर, अनूपपुर, सतना ,सीधी और सिंगरौली जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा और आवृत वज्रपात होगा। जबकि गुना, बैतूल, सिवनी, छतरपुर, दमोह, मंडला और डिंडोरी जिलों में मध्यम /तीव्र वर्षा और क्रमिक वज्रपात की संभावना है। वहीं छिंदवाड़ा जिले में भारी वर्षा और बारम्बार वज्रपात होने का अनुमान है।
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गुना। लगाताद दूसरे दिन सोमवार को अंचलभर में दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली। बारिश की वजह से जगह-जगह जलभराव हो गया। इस दौरान जुलाई में अभी तक 48.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं पिछले चौबीस घंटे में सोमवार 8:30 बजे तक 18.8 एमएम बारिश हुई। सोमवार सुबह से ही आमसान में बादल छाए रहे। इस दौरान दोपहर 12 के बाद अचानक सिस्टम बना और झमाझम बारिश हुई। हालांकि यह झमाझम बारिश ज्यादा देर नहीं हुई, लेकिन दिनभर रूक-रूक रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। जिससे मौसम में ठंडक बनी रही। जिले में अब तक 168.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज इधर जिले में 1 जून से अब तक 168.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जो कि सामान्य वर्षा का 16.0 प्रतिशत है। जिले में गतवर्ष इसी अवधि में 282.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1053.5 मिमी है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1 जून से 19 जुलाई तक जिले के वर्षामापी केन्द्र गुना में 153.8 मिमी, बमौरी में 223.1, आरोन में 190.5, राघौग? में 158.0, चांचौड़ा में 104.0 तथा वर्षामापी केन्द्र कुम्भराज में 183.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले में बीते 24 घंटे में 63.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। इस अवधि में वर्षा मापी केन्द्र गुना में 18.8 मिमी, बमोरी में 13.2 मिमी, आरोन में 12.0 मिमी., राघौगढ़ में 5.0 मिमी, चांचौड़ा में 0.0 मिमी. एवं वर्षा मापी केन्द्र कुंभराज में 14.0 मिमी. वर्षा दर्ज की गई।
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उज्जैन।आगर मार्ग स्थित नगर निगम के प्रशासनिक भवन के पिछे नजरअली मिल परिसर की भूमि पर हुए अवैध निर्माण को हटाने के लिए जब नगर निगम की गैंग पहुंची तो लोगों ने गैंग पर पथराव कर दिया। मौके पर पुलिस बल बुलाना पड़ा। पुलिस ने स्थिति काबू में ली। इधर पथराव में निगम अधिकारी और कर्मचारी घायल हो गए। निगम के सहायक आयुक्त सुबोध जैन के अनुसार सोमवार को कोतवाली थाना पुलिस के साथ निगम की गैंग ने नजर अली मिल परिसर से अवैध निर्माण हटाना चाहा। यहां रह रहे गुड्डू मेवाड़ा का परिवार अवैध रूप से मकान का निर्माण कर रहा था। निगम अधिकारियों ने जब निगम की भूमि होने तथा स्मार्ट सिटी अन्तर्गत विकास कार्यो के लिए जमीन चाहिए,बोला तो उन पर लोगों ने पथराव कर दिया। इस पर पुलिस बल बुलाया गया और सख्ती के बाद निर्माण तोड़ा जा सका। पूरे समय तीन थानों का बल मौके पर तैनात रहा।
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भोपाल। देवशयनी एकादशी को पद्मा एकादशी, आषाढ़ी एकादशी और हरिशयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल देवशयनी एकादशी मंगलवार, 20 जुलाई को पड़ रही है। इस साल देवशयनी एकादशी के दिन शुक्ल और ब्रह्म योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इन योग को शुभ योगों में गिना जाता है। इस समयावधि में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। इन योग में किए गए व्रत दान उपवास से मान सम्मान की प्राप्ति होती है। श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी ने सोमवार को हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक का चार माह का समय हरिशयन का काल समझा जाता है। वर्षा के इन चार माहों का संयुक्त नाम चातुर्मास दिया गया है। इसके समयावधि में जितने भी पर्व, व्रत, उपवास, साधना, आराधना, जप-तप किए जाते हैं, उनका विशाल स्वरूप एक शब्द में चातुर्मास्य कहलाता है। उन्होंने बताया कि चातुर्मास से चार मास के समय का बोध होता है और चातुर्मास्य से इस समय के दौरान किए गए सभी व्रतों-पर्वों का समग्र बोध होता है। पुराणों में इस चौमासे का विशेष रूप से वर्णन किया गया है। भागवत में इन चार माहों की तपस्या को एक यज्ञ की संज्ञा दी गई है। वराह पुराण में इस व्रत के बारे में कुछ उदारवादी बातें भी बताई गई हैं। संभवतः यह दृष्टिकोण इसलिए समाहित किया गया होगा। क्योंकि यात्रा के दौरान किसी निश्चित स्थान पर पहुंचने में विलंब हो सकता है। उस युग में आज की तरह यात्रा के साधन नहीं थे, इसलिए यह विचार शुमार किया गया होगा। चूंकि चौमासे के व्रत में एक ही स्थान पर रहना आवश्यक है, इसलिए इस परिप्रेक्ष्य में उपरोक्त तथ्य सारगर्भित लगता है।डॉ. तिवारी के अनुसार, शास्त्रों व पुराणों में इन चार माहों के लिए कुछ विशिष्ट नियम बताए गए हैं। इसमें चार महीनों तक अपनी रुचि व अभिष्ठानुसार नित्य व्यवहार की वस्तुएं त्यागना पड़ती हैं। कई लोग खाने में अपने सबसे प्रिय व्यंजन का इन माहों में त्याग कर देते हैं। चूंकि यह विष्णु व्रत है, इसलिए चार माहों तक सोते-जागते, उठते-बैठते ॐ नमो नारायणाय के जप की अनुशंसा की गई है। पौराणिक कथा के अनुसार, सतयुग में मांधाता नाम का एक प्रतापी राजा रहते थे, वे प्रजापालक थे। प्रजा और अपने पुत्र में कभी भेद भाव नहीं किया। इसी कारण उनकी चर्चा तीनों लोक में थी। एक बार जब उनके राज में अकाल पड़ा गया। इसका उपाय ढूंढ़ते-ढूंढ़ते राजा मांधाता अपनी सेना के साथ वन की ओर निकल गए। वन में भटकते हुए वो अंगिरा ऋषि के आश्रम जा पहुंचे। उन्होंने अंगिरा ऋषि से अपनी समस्या के बारे में बताया। राजा ने कहा कि हे ऋषिवर! मैं किसी प्रकार के पापकर्म में संलिप्त नहीं हूं। प्रजा की हमेशा भलाई का ही कार्य करता हूं। फिर भी जाने किस अपराध के कारण राज्य में भयावह अकाल पड़ गया है। ऋषिवर कृपा करके कोई युक्ति बताएं। तब ऋषि अंगिरा ने कहा- हे राजन! सतयुग में धर्म-कर्म का विशेष महत्व है। अगर आप अधर्मी हो जाते हैं या अंजाने में भी कोई पाप कर्म करते हैं तो आपको इस पाप कर्म दंड जरूर मिलेगा या फिर किसी प्रजाजन के द्वारा को पाप कर्म किया जा रहा हो, जिसका दण्ड सबको भुगताना पड़ रहा है। ऋषि अंगिरा ने राजा मांधाता को देवशयनी एकादशी के व्रत रखने का परामर्श दिया और कहा कि इस एकादशी का व्रत करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। भगवान विष्णु की कृपा से सभी कष्ट दूर होते हैं। ऋषि अंगिरा के वचनानुसार राजा मांधाता ने देवशयनी एकादशी का व्रत रखा, फलस्वरूप उनके राज्य में बारिश हुई और प्रजा को अकाल से मुक्ति मिली।
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इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने शनिवार की अलसुबह धार नगर पालिका निगम में पदस्थ उपयंत्री डीके जैन के इंदौर और धार में एक साथ निवास पर छापा मारा प्रारंभिक जांच पड़ताल में करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। डीके जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायतें लोकायुक्त पुलिस को मिली थी। इन शिकायतों की जांच के बाद एसपी सव्यसाची सराफ के निर्देश पर उपयंत्री जैन के ठिकानों की जानकारी जुटाई गई और तीन डीएसपी की अलग-अलग टीमेें बनाई गई। इन तीनों टीमों में निरीक्षण स्तर के कर्मियों को शामिल किया गया और शनिवार सुबह योजना बनाकर एक साथ तीनों ठिकानों पर कार्रवाई की गई। एसपी के निर्देश पर शनिवार अलसुबह डीएसपी संतोष सिंह भदोरिया के नेतृत्व में टीम ने डीके जैन के स्कीम नंबर 78 स्थित मकान पर पहुंची टीम को देख परिजन उस वक्त अचरज में पड़ गए जब टीम ने बताया कि वह लोकायुक्त से आए हैं। लोकायुक्त की टीम ने घर के दरवाजे बंद कर दिए और फोन और मोबाइल जब्त कर जांच पड़ताल शुरू की। बताया जाता है कि प्रारंभिक जांच में 45 ग्राम से अधिक सोने के आभूषण बिस्किट मकान दुकान और कृषि भूमि की 20 से अधिक रजिस्ट्री मिली है केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं में किए गए निवेश की भी जानकारी मिली है। डीएसपी भदोरिया के मुताबिक डीके जैन जिस बंगले में रहते हैं वहां आलीशान है और उसकी कीमत 1 करोड़ से अधिक की है उनकी नौकरी 40 साल की हो चुकी है और अगले साल रिटायर होने वाले हैं। उनका एक बेटा विवेक जैन प्रॉपर्टी ब्रोकर का काम करता है। उधर, डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया और आनंद यादव की टीम ने धार में दो ठिकानों छापा मार कार्रवाई की। उनके यहां से मांडव और धार में जमीनों के दस्तावेजों के साथ कई रजिस्ट्री मिली है। धार में डीएसपी संतोष भदौरिया और इंदौर में प्रवीण बघेल की टीम जांच में जुटी हुई है। इसी प्रकार धार में भी लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है प्रारंभिक जांच में पता चला है कि डीके जैन ने धार में भी बेनामी संपत्ति खरीदी है ।राऊ में इकलौते इंजीनियर थेपूर्व में राऊ में इंजीनियर रहे डीके जैन का धार नगर पालिका में तबादला हो गया था, राऊ में रहते हुए जैन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे, नक्शों से लेकर अन्य कामों व कालोनी हैंडओवर करने के मामले में भी सवालिया निशान लगे थे,राऊ में एकमात्र वही इंजीनियर थे,जबकि इस समय राऊ में तीन इंजीनियर है,ऐसे में उस दौर में उन्होंने राऊ से खूब मलाई छानी थी। भ्रष्टाचार से आय से अधिक संपत्ति खड़ी करने की शिकायत लोकायुक्त तक पहुंची,जिस पर लोकायुक्त ने आज सुबह डीके जैन के इंदौर स्थित 78 स्कीम निवास व धार के ठिकाने पर छापामार कार्रवाई शुरू की है। जैन सेवा निवृत्ति निकट है,ऐसे में कार्रवाई से दाग लगने जा रहा है। राऊ में रहते हुए जैन ने अपने बेटे की शादी नखराली ढाणी में धूमधाम से की थी।
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इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने शनिवार की अलसुबह धार नगर पालिका निगम में पदस्थ उपयंत्री डीके जैन के इंदौर और धार में एक साथ निवास पर छापा मारा प्रारंभिक जांच पड़ताल में करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। डीके जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायतें लोकायुक्त पुलिस को मिली थी। इन शिकायतों की जांच के बाद एसपी सव्यसाची सराफ के निर्देश पर उपयंत्री जैन के ठिकानों की जानकारी जुटाई गई और तीन डीएसपी की अलग-अलग टीमेें बनाई गई। इन तीनों टीमों में निरीक्षण स्तर के कर्मियों को शामिल किया गया और शनिवार सुबह योजना बनाकर एक साथ तीनों ठिकानों पर कार्रवाई की गई। एसपी के निर्देश पर शनिवार अलसुबह डीएसपी संतोष सिंह भदोरिया के नेतृत्व में टीम ने डीके जैन के स्कीम नंबर 78 स्थित मकान पर पहुंची टीम को देख परिजन उस वक्त अचरज में पड़ गए जब टीम ने बताया कि वह लोकायुक्त से आए हैं। लोकायुक्त की टीम ने घर के दरवाजे बंद कर दिए और फोन और मोबाइल जब्त कर जांच पड़ताल शुरू की। बताया जाता है कि प्रारंभिक जांच में 45 ग्राम से अधिक सोने के आभूषण बिस्किट मकान दुकान और कृषि भूमि की 20 से अधिक रजिस्ट्री मिली है केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं में किए गए निवेश की भी जानकारी मिली है। डीएसपी भदोरिया के मुताबिक डीके जैन जिस बंगले में रहते हैं वहां आलीशान है और उसकी कीमत 1 करोड़ से अधिक की है उनकी नौकरी 40 साल की हो चुकी है और अगले साल रिटायर होने वाले हैं। उनका एक बेटा विवेक जैन प्रॉपर्टी ब्रोकर का काम करता है। उधर, डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया और आनंद यादव की टीम ने धार में दो ठिकानों छापा मार कार्रवाई की। उनके यहां से मांडव और धार में जमीनों के दस्तावेजों के साथ कई रजिस्ट्री मिली है। धार में डीएसपी संतोष भदौरिया और इंदौर में प्रवीण बघेल की टीम जांच में जुटी हुई है। इसी प्रकार धार में भी लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है प्रारंभिक जांच में पता चला है कि डीके जैन ने धार में भी बेनामी संपत्ति खरीदी है ।राऊ में इकलौते इंजीनियर थेपूर्व में राऊ में इंजीनियर रहे डीके जैन का धार नगर पालिका में तबादला हो गया था, राऊ में रहते हुए जैन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे, नक्शों से लेकर अन्य कामों व कालोनी हैंडओवर करने के मामले में भी सवालिया निशान लगे थे,राऊ में एकमात्र वही इंजीनियर थे,जबकि इस समय राऊ में तीन इंजीनियर है,ऐसे में उस दौर में उन्होंने राऊ से खूब मलाई छानी थी। भ्रष्टाचार से आय से अधिक संपत्ति खड़ी करने की शिकायत लोकायुक्त तक पहुंची,जिस पर लोकायुक्त ने आज सुबह डीके जैन के इंदौर स्थित 78 स्कीम निवास व धार के ठिकाने पर छापामार कार्रवाई शुरू की है। जैन सेवा निवृत्ति निकट है,ऐसे में कार्रवाई से दाग लगने जा रहा है। राऊ में रहते हुए जैन ने अपने बेटे की शादी नखराली ढाणी में धूमधाम से की थी।
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भोपाल। जुलाई माह का एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी झमाझम का इंतजार कर रहे प्रदेशवारियों के लिए राहत भरी खबर है। मानसून ट्रफ के मध्य प्रदेश से होकर गुजरने और हवाओं का रुख बदलने से मौसम का मिजाज बदलने की संभावना बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार हवा का रुख बदलने से वातावरण में नमी बढऩे लगी है। तापमान बढऩे से शनिवार को राजधानी और आसपास के इलाके में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। रविवार से बरसात की गतिविधियों में और तेजी आने के भी आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कई दिनों से हवा का रुख पूर्वी बना हुआ था। इस वजह से वातावरण में नमी कम हो रही थी, जिसके चलते आसमान साफ हो गया था। धूप निकलने से जहां अधिकतम तापमान बढऩे लगा था, वहां उमस बेहाल करने लगी थी। वर्तमान में हवा का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी हो गया है। हवा की रफ्तार भी कुछ बढऩे लगी है। हवाओं के साथ नमी भी आने लगी है। उधर मानसून ट्रफ भी वर्तमान में सागर, गुना, रतलाम से होकर गुजर रही है। इस वजह से शनिवार को दोपहर के बाद राजधानी सहित मध्य देश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। हवा का रुख दक्षिण-पश्चिमी होने की संभावना के चलते रविवार से प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में और तेजी भी आने के आसार हैं। उधर बंगाल की खाड़ी में 21 जुलाई को एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इस सिस्टम के आगे बढऩे से मानसून के फिर सक्रिय होने की उम्मीद है। इससे जुलाई के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में अच्छी बरसात देखने को मिल सकती है।
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अनूपपुर। फुनगा चौकी के ग्राम धुम्मा में गोडारु नदी से अवैध रेत उत्खनन करते शुक्रवार को खनिज विभाग ने तीन ट्रेक्टरों को पकड़ते हुए प्रकरण दर्ज कर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किया। खनि निरिक्षक राहुल शांडिल्य ने बताया कि शुक्रवार को शिकायत के आधार ग्राम धुम्मा में गोडारु नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर रहें 3 ट्रेक्टरों को रोककर खनिज विभाग द्वारा वाहन चालकों से रेत उत्खनन के संबंध में दस्तावेज अथवा अभिवहन पास प्रस्तुत को कहा जिस पर चालकों ने किसी भी प्रकार के दस्तावेज अथवा अभिवहन पास प्रस्तुत नही किया गया। जिस पर तीनों ट्रेक्टरों को जब्त कर शासकीय अभिरक्षा में फुनगा चौकी में खड़ा कराया गया। इनके विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा हैं। कार्यवाही में खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य सहित अन्य लोगों की भूमिका रहीं।
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मंदसौर। शुक्रवार को नई आबादी के चौधरी कॉलोनी स्थित कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय कार्यालय में लोकायुक्त पुलिस उज्जैन के दल की कार्यवाही से हड़कंप मच गया। फरियादी स्टॉफ नर्स निर्मला सोनी के मामले में योजनाबद्ध ढंग से हॉस्पिटल के ग्रेड 3 क्लर्क सत्यनारायण सोनी को रुपये 25 हजार नकद रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस इंस्पेक्टर बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि फरियादी नर्स निर्मला सोनी का पिछले दो वर्षों का एरियर पेमेंट 2 लाख 6 हजार रुपये आया था। वह राशि देने के नाम पर एकमुश्त 25 हजार रुपये की मांग क्लर्क सोनी द्वारा की जा रही थी । नर्स निर्मला का रिटायरमेंट मार्च 22 में होने वाला है। उनके द्वारा एस पी लोकायुक्त शैलेंद्र सिंह चैहान को दिये आवेदन के आधार पर 16 जुलाई को कार्यवाही की है। आरोपित सत्यनारायण सोनी द्वारा रुपये लेने उपरांत पकड़ा और हाथों का परीक्षण किया। पानी रंग गुलाबी हो गया। आरोपित के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है। लोकायुक्त पुलिस दल द्वारा क्लर्क सोनी द्वारा रुपये मांग की रिकॉर्डिंग भी हुई है। स्टॉफ नर्स निर्मला सोनी ने बताया कि बाबू सत्यनारायण सोनी रिकवरी, पेंशन और वेतन आदि कार्य देखते हैं, आये दिन जीपीएफ व अन्य के नाम पैसों की डिमांड करते हैं । नहीं देने पर पेंशन अटकाने की धमकी देते हैं । इन्क्रीमेंट एरियर राशि के लिये मांगी रिश्वत पर लोकायुक्त को शिकायती आवेदन दिया था । इधर आरोपित सत्यनारायण सोनी का कथन है कि मेरे द्वारा दिये गए उधार 25 हजार रुपये मांगे जाने पर यह कार्यवाही कराई गई है।
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भोपाल। आधा जुलाई बीतने के बाद भी मप्र में झमाझम बरसात के लिए लोग तरस रहे हैं। झुलसाती गर्मी और उमस ने हलाकान कर रखा है। छिटपुट बरसात को छोडक़र देखा जाए तो अब भी लोगों को झमाझम का बेसब्री से इंतजार है। प्रदेश में मानसून को दस्तक दिए एक महीना होने को आया है, लेकिन अब तक पूरे प्रदेश में एक जैसी बारिश नहीं हुई है। मौसम विभाग ने शनिवार से राजधानी सहित प्रदेश के कुछ जिलों में बौछारें पडऩे का की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य कारण विंड पैटर्न का सपोर्ट नहीं करने और लो प्रेशर एरिया ठीक से नहीं बन पाने के कारण मौसम का मूवमेंट ठीक नहीं बन पा रहा है। अमूमन बारिश के सीजन में जुलाई और अगस्त माह में सर्वाधिक बरसात होती है, लेकिन इस बार जुलाई के पहले 15 दिनों में अपेक्षित बरसात नहीं हुई है। वातावरण में नमी कम रहने से धूप निकल रही है। मानसून के प्रभावी होने के बाद बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में एक भी ऐसा वेदर सिस्टम नहीं बना, जिससे प्रदेश में मानसून को पर्याप्त ऊर्जा मिल सके। इस वजह से बरसात का क्रम लगभग थमा सा रहा। उधर पिछले चार-पांच दिन से विदर्भ पर बने पूर्वी-पश्चिमी ट्रफ के कारण राजधानी सहित पूरे प्रदेश में हवा का रुख पूर्वी बना हुआ है। इस वजह से बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी भी नहीं मिल पा रही है। यह सिस्टम शुक्रवार को कमजोर पडक़र समाप्त होने लगेगा। जिसके चलते एक बार फिर हवा का रुख पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी होने लगेगा। साथ ही मानसून ट्रफ के भी प्रदेश में आने की संभावना है। इससे शनिवार से राजधानी सहित ग्वालियर, चंबल संभाग में तेज बौछारें पडऩे की संभावना बन रही है। 20 जुलाई के बाद बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बन रहा है। उससे बारिश की संभावना बन रही है। गुजरात और राजस्थान तरफ अभी मानसून थोड़ा एक्टिव है। इसी से मालवा-निमाड़ में हल्की बारिश होती रहेगी। हालांकि टुकड़ों-टुकड़ों में ही पानी गिरेगा। लोकल वेदर से ही हल्की बारिश होती रहेगी।
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रायसेन। जिले के बरेली अनुभाग के तहत बाड़ी तहसील की ग्राम पंचायत जमुनियॉ में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को प्रदाए किए जाने वाले खाद्यान्न में अनियमितताएं कर गरीबों के हक का राशन चोरी करने वाले चार आरोपितों के विरूद्ध कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के निर्देश पर खाद्य विभाग द्वारा बड़ी कार्यवाही की गई है। चारों आरोपितों-प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति बाड़ी के समिति प्रबंधक प्रमोद जगेत पुत्र बलबंत जगेत, सुप्यार सिंह पुत्र हरीशचंद्र अनाधिकृत विक्रेता, अच्छे भैया पुत्र हरीशचंद विक्रेता एवं गजेन्द्र सिंह पुत्र ताहर सिंह सहायक विक्रेता शासकीय उचित मूल्य दुकान जमुनियॉ के विरूद्ध गुरुवार को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई है तथा चोर बाजारी अधिनियम 1980 के तहत केन्द्रीय जेल भोपाल भेजने के आदेश जारी किए गए हैं। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी धर्मेन्द्र वर्मा ने बताया कि बरेली अनुभाग के तहत बाड़ी तहसील की ग्राम पंचायत जमुनियां में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को लेकर गंभीर शिकायतें प्राप्त होने पर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव द्वारा संयुक्त जांच दल गठित कर शासकीय उचित मूल्य दुकान जमुनियां की विस्तृत जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति बाडी द्वारा संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान जमुनियॉ के प्रबंधक, प्रमोद जगेत, विक्रेता अच्छे भैया एवं सहायक विक्रेता गजेन्द्र सिहं द्वारा दुकान का संचालन अनाधिकृत विक्रेता सुप्यार सिंह से कराया जा रहा था। जांच समय दुकान पर उपस्थित कुल 39 परिवारों के कथन अनुसार उन्हें 03 माह के नियमित निःशुल्क खाद्यान्न में से कुछ हितग्राहियों को मात्र 01 माह के खाद्यान्न का सषुल्क वितरण, कुछ हितग्राहियों को 01 माह के खाद्यान्न की निर्धारित पात्रता से भी कम मात्रा में खाद्यान्न वितरण एवं कुछ हितग्राहियों को 02 माह एवं 3 माह का नियमित खाद्यान्न प्रदाय नहीं किया जाना पाया गया। इसी प्रकार माह जून 2021 में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के खाद्यान्न वितरण के समय 118 पात्रता पर्चीधारी परिवारों से पीओएस मशीन में अंगूठा/अंगुलियां लगवा लिये गए लेकिन इनमें से कुछ ही पात्रता-पर्चीधारी परिवारों को वास्तविक रूप से राषन सामग्री दी गई। जबकि शासन निर्देशानुसार हितग्राहियों को एकमुश्त दो माह का निशुल्क 10 किलो प्रति सदस्य गेहूं का वितरण किया जाना था। जांच में अंत्योदय परिवारों को शक्कर का वितरण एवं कई पात्र हितग्राहियों को हर माह नियमित रूप से प्रदाय होने वाले चावल एवं नमक का वितरण भी नहीं करना पाया गया। पात्र परिवारों को केरोसिन का वितरण भी मात्र एक बार 50 रुपये प्रति लीटर के भाव से करना पाया गया जबकि पिछले 06 माह में केरोसिन वितरण की फुटकर विक्रय दर 35 रुपये प्रति लीटर से 41 रुपये प्रति लीटर के मध्य थी। इस प्रकार केरोसिन की निर्धारित दर से अधिक राशि वसूल करना पाया गया एवं शासकीय उचित मूल्य दुकान जमुनियॉ से हर माह नियमित रूप से केरोसिन का वितरण नहीं करना पाया गया। दुकान के भौतिक सत्यापन में प्राप्त मात्रा का मिलान करने पर 218.17 क्विंटल गेहूं, 71.40 चावल, 1.20 क्विंटल शक्कर, 6.73 क्विंटल नमक, 599 लीटर केरोसिन स्टॉक में कम पाया जाकर स्पष्ट रूप से व्यपवर्तन करना पाया गया। जिसकी अनुमानित राशि नौ लाख 73 हजार 192 रुपये होती है। जांच समय हितग्राहियों द्वारा यह भी बताया है कि अनाधिकृत विक्रेता सुप्यार सिंह राशन दुकान पर बंदूक रखकर राशन वितरण करता है तथा उससे हितग्राहियों को डराता धमकाता है। अनाधिकृत विक्रेता सुप्यार सिंह एवं प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति बाडी के प्रबंधक प्रमोद जगेत ने वर्ष 2018 में भी शासकीय उचित मूल्य दुकान अमरावदकला में इसी प्रकार की गंभीर अनियमितताएं करते हुए पात्र हितग्राहियों को प्रदाय किए जाने वाले राशन की कालाबाजारी की थी जिसकी अनुमानित राशि चार लाख 71 हजार 102 रुपये है। इस प्रकार प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति बाड़ी का समिति प्रबंधक प्रमोद जगेत पुत्र बलबंत जगेत, सुप्यार सिंह पुत्र हरीशचंद्र अनाधिकृत विक्रेता, अच्छे भैया पुत्र हरीशचंद विक्रेता एवं गजेन्द्र सिंह पुत्र ताहर सिंह सहायक विक्रेता शासकीय उचित मूल्य दुकान जमुनियॉ दुकान कोड 3005136 तहसील बाड़ी द्वारा राशन सामग्री को कालाबाजारी हेतु व्यपवर्तित कर एवं अन्य गंभीर अनियमितताएं करने पर मध्यप्रदेश सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश, 2015 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। चारों आरोपितों के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट थाना भारकच्छ में दर्ज कराई गई। जिला दण्डाधिकारी द्वारा सभी के विरूद्ध चोर बाजारी निवारण तथा अत्यावश्यक वस्तुओं को प्रदाय बनाये रखना अधिनियम, 1980 की धारा 3 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये गरीबों के राशन की कालाबाजारी करने बाले उक्त चारों आरोपियों को केन्द्रीय जेल भोपाल में निरूद्ध करने के आदेश पारित किये गये है। तथा दुकान आवंटन प्राधिकारी अनुविभागीय अधिकारी बरेली द्वारा प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति बाडी द्वारा संचालित उक्त शासकीय उचित मूल्य दुकान जमुनिया को निलंबित किया गया है। कलेक्टर भार्गव द्वारा सुप्यार सिंह की चल अचल सम्पत्ति की जानकारी एवं बदूक लायसेंस के संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी बरेली से चाहा गया है। अनाधिकृत विक्रेता सुप्यार सिंह को नागरिक आपूर्ति निगम बाडी के प्रदाय केन्द्र से लगातार दो वर्षों तक खाद्यान्न सामग्री प्रदाय करने पर जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम को भी संबंधित दोषी अधिकारी कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये हैं। कलेक्टर के निर्देशानुसार शासकीय उचित मूल्य दुकानों से हितग्राहियों को पात्रतानुसार राशन सामग्री का वितरण सुनिश्चित हो इस दृष्टि से निरन्तर राशन दुकानों की जांच की कार्यवाही की जा रही है, जो सतत् जारी रहेगी।
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उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कांवड़ यात्रियों का प्रवेश नहीं होगा। उज्जैन जिले में कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित रहेगी, वहीं जिले के बाहर से आनेवाले किसी भी कांवड़ यात्रा को उज्जैन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह जानकारी प्रशासक सह एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने दी। उन्होंने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिले में कांवड़ यात्राओं को प्रतिबंधित किया गया है। इस संबंध में आदेश शीघ्र ही जारी हो जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रावण मास में जिले से बाहर से कांवड़ यात्राएं उज्जैन आती है। इन यात्राओं को भी उज्जैन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। श्रावण महोत्सव निरस्त..सवारी निकलेगी छोटे मार्ग से सूर्यवंशी ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के तहत इस वर्ष भी श्रावण मास के प्रति रविवार की शाम को महाकाल प्रवचन हाल में होनेवाले श्रावण महोत्सव समारोह को निरस्त कर दिया गया है। वहीं श्रावण एवं भादौ मास में निकलनेवाली सवारियों को गत वर्ष की तरह छोटे मार्ग से निकाला जाएगा। सवारी महाकाल मंदिर से हरसिद्धि मंदिर होकर रामघाट पहुंचेगी। वापसी में हरसिद्धि की पाल से हरसिद्धि मंदिर होकर महाकाल मंदिर आएगी। इस सवारी में फिलहाल यही तय किया गया है कि श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहेगा। लाइव प्रसारण द्वारा वे सवारी दर्शन कर सकेंगे। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने पर हो रहा है विचार सूर्यवंशी ने बताया कि श्रावण मास में देशभर से श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। अभी केवल 3500 श्रद्धालुओं की बुकिंग ही प्रतिदिन ऑनलाइन की जा रही है। संभावना है कि श्रावण मास प्रारंभ होने से पूर्व कलेक्टर सह मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष आशीषसिंह द्वारा इस संबंध में निर्णय लिया जाए और श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई जाए।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है। जल्द ही मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव संपन्न कराए जाऐंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त बी पी सिंह ने गुरुवार को नगरी निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक ली। बैठक में उन्होंने मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले नगरी निकाय के चुनाव होने के संकेत दिए। वहीं प्रदेश में प्रभावी वेक्सिनेशन के बाद नगरी निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराना संभव हो सकेगा। राज्य निर्वाचन आयुक्त बी पी सिंह ने समय सीमा के अंदर निकाय चुनाव की तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों को लेकर तैयारियों की समीक्षा की है। मध्यप्रदेश में अप्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर और अध्यक्ष के चुनाव होंगे। प्रत्यक्ष रूप से जनता नहीं चुन सकेगी। अब पार्षद नगरीय निकाय के महापौर और अध्यक्ष को चुनेंगे। मध्यप्रदेश में 347 नगरी निकाय में चुनाव होंगे। बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल से ही यहां चुनाव नहीं कराए जा सके हैं। लेकिन संक्रमण कम होने के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि शीघ्र ही यहां चुनाव होंगे।
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इंदौर। रविवार रात पिकनिक मनाने गए 6 छात्रों में से दो की कुंड में डूबने से मौत हो गई थी। रात में अंधेरा होने के कारण मृत छात्रों के शव नहीं खोजे जा सके थे। एसडीआरएफ की टीम ने सोमवार सुबह तीन घंटों की मशक्कत के बाद दोनों छात्रों हसन और नाजिम के शव कुंड से निकाल लिए, जिसके बाद उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। डीएसपी अजय वाजपेयी के अनुसार सोमवार सुबह से पुलिस और एसडीआरएफ की टीम दोनों छात्रों के शव तलाशने में जुटी रही। सबसे पहले टीम ने हसन का शव तलाशा, जबकि एक घंटे बाद नाजिम का शव भी मिल गया। पुलिस के अनुसार राजेंद्र नगर क्षेत्र के 6 लड़के तालिब, अमान उसके चचेरे भाई सहित हसन और नाजिम रविवार को पिकनिक मनाने गए थे। दोपहर में सभी लड़के मोहाली के जंगल में घूमने गए और कुंड में उतरने के लिए 600 फीट गहराई में पहाड़ी के नीचे पहुंच गए। सभी लड़के कुंड के पास ही पिकनिक मना रहे थे। तालिब को छोड़कर बाकी लड़के कुंड में नहाने उतर गए। कुंड की गहराई करीब 50 फीट है। जब सभी लड़के डूबने लगे तो तालीब ने अमन और उसके दोनों भाइयों को पकड़कर बाहर निकाला। हसन (18) पुत्र दिलबर खान और नाजिम (18) पुत्र इलियास खान पानी में डूब गए। पुलिस के मुताबिक ये सभी छात्र थे। कुछ 12वीं की पढ़ाई कर रहे थे और कुछ एनआईआईटी की तैयारी कर रहे थे।
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रतलाम। जिले के फोरलेन बायपास पर सोमवार सुबह एक तेज रफ्तार ट्राले से पिकअप और ट्रैक्टर की जोरदार भिड़ंत हो गई। हादसे में ट्राले के चालक सहित 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं छह लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। सभी घायलों को ईलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि तीनों वाहन पलट गए तथा ट्रैक्टर के टायर फूट गए और वे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। जानकारी अनुसार महू नीमच हाईवे (नयागांव-लेबड फोरलेन) पर स्टेशन रोड थाना क्षेत्र के सालाखेडी बायपास पर मालवा ढाबे के समीप सोमवार सुबह करीब 10:30 बजे तीन वाहनों की जोरदार भिड़ंत हो गई। दिल्ली से बेंगलुरु जा रहे ट्राला क्रमांक एचआर 47 डी2330 का टायर फट गया। अनियंत्रित ट्राले की चपेट में गेहूं से भरी हुई पिकअप वाहन और खेत पर दवाई स्प्रे करने जा रहा ट्रैक्टर आ गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रैक्टर ट्राली के नीचे दब गया। वहीं, पिकअप वाहन के परखच्चे उड़ गए। हादसे में तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई तथा छह व्यक्ति घायल हो गए। हादसे में लोडिंग पिकअप वाहन में सवार 42 वर्षीय सय्यद अली पुत्र फकरुद्दीन निवासी नागपुर चाल पुणे (महाराष्ट्र) तथा उसके छोटे भाई 40 वर्षीय उमर की मोके पर ही मौत हो गई। वही 40 वर्षीय शाह मंजर पुत्र समसुद्दीन कुरैशी, 45 वर्षीय नवनाथ पुत्र मोहन सालुंकी व 40 वर्षीय गुफरान तीनों निवासी पुणे घायल हो गए। वहीं ट्रैक्टर ट्राली में सवार पहलादपुर रघुनाथ पलासिया निवासी ग्राम कोठड़ी थाना बिलपांक जिला रतलाम की मौत हो गई। वहीं ट्रैक्टर ट्राली में सवार 45 वर्षीय रईस खान पुत्र शरीफ खान निवासी अलकापुरी रतलाम घायल हो गए। इसी प्रकार कंटेनर में सवार 25 वर्षीय मोहम्मद अथर पुत्र रईस निवासी ग्राम डवारसी थाना आदमपुर जिला अमरोहा (यूपी) व 23 वर्षीय मोहम्मद तालिब पुत्र कामिल निवासी ग्राम अहार जिला बुंदलशहर भी घायल हो गए। हादसे के वक्त महू-नीमच फोरलेन पर मेंटेनेंस का कार्य चल रहा था जिसकी वजह से फोरलेन का एक ही लाइन आवागमन के लिए चालू था। इस दौरान तेज रफ्तार ट्राले का टायर फटने से यह हादसा हुआ। हादसे की सूचना मिलने पर सालाखेड़ी चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया।
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भोपाल। वातावरण में मौजूद नमी के कारण राजधानी भोपाल में रविवार को दिन भर उमस लोगों को परेशान करती रही। इसके बाद देर रात शहर के कई इलाकों में तेज और मध्यम बारिश हुई। इससे तापमान में कुछ कमी आई है। वहीं, मौसम वैज्ञानिकों ने सोमवार को भी राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में बारिश होने की संभावना प्रकट की है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक भोपाल शहर में पिछले चौबीस घंटों के दौरान 13.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। राजधानी में सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक कुल 321.2 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है। यह सामान्य (232.6 मिलीमीटर) की तुलना में 34 फीसद अधिक है। बीते चौबीस घंटों के दौरान होशंगाबाद में 5.2, पचमढ़ी में 12, बैतूल में 4.6, सतना में 0.6, रीवा में 7.4, ग्वा लियर में 3.5, इंदौर में 12.8, खंडवा में 24, गुना में 43, रतलाम में 25, उज्जैीन में 14.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। गरज-चमक के साथ हो सकती है बारिश वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून ट्रफ राजस्थान से मप्र के मध्य से होते हिुए दक्षिणी छत्तीसगढ़, ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक बना हुआ है। इसके अतिरिक्त उत्तरी पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। राजस्थान के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। पूर्व-पश्चिम ट्रफ विदर्भ तक बना हुआ है। इन पांच वेदर सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से रुक-रुक बारिश हो रही है और सोमवार को दोपहर के बाद राजधानी सहित अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
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भोपाल/छतरपुर। मध्यप्रदेश में छतरपुर जिले के विजावर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम महुआझाला में रविवार सुबह शौचालय के लिए टैंक की खुदाई करते समय करंट लगने से एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्युत आघात से छह लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोक संतप्त परिवारों को यह आघात सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्विटर के माध्यम से कहा, "छतरपुर के थाना बिजावर, महुआ झाला गांव में शौचालय निर्माण के लिए मिट्टी खोदने के दौरान अहिरवार समुदाय के 6 लोगों की करंट लगने से निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।"जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह करीब 8 बजे परिवार के सदस्य शौचालय निर्माण के लिए मिट्टी खोदने का काम कर रहे थे। इस दौरान करंट की चपेट में आने से 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। बिजावर एसडीपीओ सीताराम अवस्या ने बताया कि ग्राम महुआझाला में अहिरवार परिवार के लोग शौचालय के टैंक का कुछ काम कर रहे थे, इस दौरान करंट फैल गया, जिसकी चपेट में आकर 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई हैं। जानकारी के मुताबिक परिवार के लोग टैंक से पानी निकालने के लिए लाइट लगा रहे थे। इस दौरान एक व्यक्ति को करंट लगा। उसे बचाने की कोशिश में एक-एक कर छह लोगों की मौत हो गई।जानकारी लगते ही थाना प्रभारी मुकेश ठाकुर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और डायल हंड्रेड की मदद से सभी को बिजावर के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने छह लोगों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मरने वालों के नाम लक्षमण अहिरवार (55) पुत्र रमुआ, शंकर अहिरवार (35) पुत्र हल्ली अहिरवार, मिलन अहिरवार (25) पुत्र हल्लू, नरेंद्र (20) पुत्र जगन अहिरवार, रामप्रसाद (30) पुत्र हल्ली अहिरवार और विजय (20) पुत्र जगन अहिरवार बताये गये हैं। छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार बिजावर के महुआझाला ग्राम में बिजली करंट दुर्घटना के चलते पांच मृतकों की पत्नियों को चार-चार लाख और एक मृतक के पिता को दो लाख रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की गई है।
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धार। जिले के अमझेरा थाना अंतर्गत मांगोद मनावर रोड पर भैरव घाटी के नजदीक गांव बावड़ी खोदरा में रहने वाले एक 8 वर्षीय बालक तेंदुए के हमले से मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। जानकारी के अनुसार बुधवार रात ग्राम बावड़ी खोदरा मे 8 वर्षीय बालक राज पुत्र अनिल हटीला अपने परिवार घर के बाहर सोया था, तभी तेंदुआ बिना आहट के उसे खींचकर एक खाई में ले गया और मार दिया। गुरुवार सुबह परिजन जागे और बालक नहीं दिखा तो उसकी खोज शुरू की। इस दौरान एक खाई में उसका क्षत विक्षिप्त शव पड़ा मिला। घटना की जानकारी लगते ही वन विभाग व पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटना घटनास्थल का मुआयना करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए अमझेरा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी है।
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इंदौर। जिले के महू छावनी क्षेत्र के रिहायशी इलाके खान कालोनी में गुरुवार सुबह एक घर में जोरदार धमाका हुआ। गेट नंबर 5 के सामने स्थित घर में हुए इस धमाके में एक ही परिवार के तीन लोग घायल हो गए, जिनमें पति-पत्नी और एक छोटा बच्चा शामिल है। धमाके की वजह घर के अंदर गैस सिलिंडर का फटना बताई जा रही है, लेकिन घर में सिर्फ एक ही गैस की टंकी थी और वह सही सलामत मिली है। घायलों को मालवा हास्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां से महिला और बच्चे को इंदौर रेफर कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार धमाका गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे समीर नाम के व्यक्ति के घर पर हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि घर की दीवार टूट कर कुछ फुट दूर जा गिरी। धमाके के वक्त घर में सलीम, उसकी पत्नी नसरीन और बेटा थे। हालांकि धमाके की वजह संदिग्ध नजर आ रही है क्योंकि घर में गैस की एक ही टंकी थी और वह अब भी रखी हुई है। पुलिस ने इस बारे में सलीम से कई सवाल भी किए लेकिन वह इनका साफ-साफ जवाब नहीं दे सका। पुलिस के मुताबिक ऐसे में फिलहाल वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पड़ोसियों के मुताबिक धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज काफी दूर तक सुनाई दी थी। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।
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गुना। गुना में गुरुवार सुबह से शुरू हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। समय से पहले मानसून आने के बाद भी पानी को तरसती जमीन को अब जाकर सुकून मिला है। सुबह से ही जिले के कई इलाकों में तेज तो कई जगह मध्यम बारिश का दौर शुरू हुआ है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि चार इंच बारिश होने के बाद ही सोयाबीन की बोवनी करें। इस बार जिले में सोयाबीन का रकबा घटा है। वहीं उड़द और मक्के के रकबे में बढ़ोत्तरी हुई है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के बाद बुधवार से ही जिले में बारिश की संभावनाएं दिखने लगीं थी। गुरुवार को सुबह से ही बारिश का दौर शुरू हुआ। सबसे तेज बारिश विदिशा से सटे आरोन क्षेत्र में हुई। लगभग एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई। वहीं शहर में माध्यम बारिश सुबह से ही होती रही। रुक-रुक कर कई बार हल्की बारिश का दौर चलता रहा। कृषि विभाग द्वारा किसानों को खरीफ फसल के संबंध में उपयोगी सलाह दी है। कृषि विभाग द्वारा दी गयी जानकारी अनुसार पर्याप्त वर्षा यानि 4 इंच वर्षा होने पर ही किसान सोयाबीन की बुवाई का कार्य करें। क्योंकि पानी की कमी के कारण अंकुरण न होने से बीज, उर्वरक पर लगायी गई लागत बेकार हो जाने से आर्थिक नुकसान होता है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को सलाह दी गयी है कि जिन किसानों ने पूर्व में सोयाबीन की बुबाई कर दी है, परन्तु पर्याप्त वर्षा न होने के कारण फसल का अंकुरण या विकास ठीक से नहीं हुआ है, वह दूसरी बार बुबाई करने की स्थिति में कम अवधि वाली सोयाबीन या मूंग, उडद, तिल फसलों की बुबाई करें। जिन किसानों द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल में खरपतवारनाशक दवाई इमेजाथायपर का उपयोग किया गया है, उस खेत में मक्का की फसल की बुबाई न करें, क्योंकि ईमेजाथायपर दवाई का उपयोग से सकरी पत्ती वाले खरपतवारों का नियंत्रण होता है। ऐसे खेत में मक्का की बुबाई करने से अंकुरण की समस्या एवं मक्का की फसल को नुकसान होने की संभावना अधिक होती है। खरीफ फसलों की 15 से 20 दिन की फसल अवस्था पर निदाई, गुडाई या कुल्पा चलाकर खरपतवार नियंत्रण का कार्य अवश्य करें।
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गुना। प्रदेश के खरगौन जिला अंतर्गत भीकनगांव जनपद सीईओ राजेश बाहेती द्वारा राजनीतिक दबाव वश आत्महत्या करने के मामले में मप्र सीईओ संघ ने सोमवार को सामूहिक उपास रखकर धरना दिया। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ द्वारा जनपद पंचायत गुना के परिसर में धरना दिया। जिसमें जनपद सीईओ अधिकारियों के अलावा राजस्व एवं जनपद के अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हुए। धरने में संघ ने स्व. राजेश बाहेती की आत्महत्या के पीछे राजनैतिक दबाव बताया। इस दौरान मांग की गई कि सीईओ राजेश बाहेती के सुसाइड नोट में जिन लोगों के नाम है उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया जाए। इस अवसर पर संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेशभर के जनपद सीईओ संसाधनों के अभाव में लगातार काम करते हैं। जनपद कार्यालयों में बडी संख्या में जनप्रतिनिधियों के साथ लोगों का जमावडा लगा रहता है। कई बार अनावश्यक मांगों के लिए दबाव बनाया जाता है। ऐसी परिस्थितियों में सीईओ की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। कई अधिकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट होती रहती है। अब तक न तो प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया गया है और न ही सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराए गए हैं। संघ की मांग है कि सीईओ की मौत के मामले में आवश्यक कार्रवाई किया जाए। आत्महत्या के लिए उकसाने वाले जिम्मेदार लोगों पर तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया जाए। इस दौरान जिलेभर के जनपद पंचायतों के अधिकारी-कर्मचारी, पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक भी अनशन में शामिल हुए।
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भोपाल। अधिकाधिक जन सहभागिता से पौधारोपण अभियान सफल होगा। आमजन, सामाजिक संस्था, जनप्रतिनिधियों, धार्मिक प्रमुखों, एनजीओ, मीडिया को जोड़कर उत्तरदायित्व और पौधों की उत्तरजीवित्ता की भावना के साथ पौधारोपण करने से ही फलदायी परिणाम मिलेंगे। यह बात संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत ने सोमवार को आगामी 07 से 14 जुलाई को चलने वाले पौधारोपण अभियान की समीक्षा बैठक में कही। वीडियो कॉंफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलों एवं नगरीय निकायों से पौधारोपण की जानकारी ली गई। बैठक में सीसीएफ रवीन्द्र सक्सेना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कमिश्नर कियावत ने कहा कि सभी विभाग अपने संस्थानों, स्कूल परिसरों, सार्वजनिक आयोजन स्थलों, आगनबाड़ियों प्रमुख स्वास्थ्य एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों, सहकारी समिति परिसरों, गोदाम परिसरों, शिक्षण संस्थानों, शासकीय कार्यालय परिसरों में सही अर्थों में पौधों की उत्तजीवित्ता के लक्ष्य के साथ पौधारोपण करें। प्रत्येक का हो व्यक्तिगत जुड़ाव पौधारोपण में हर संस्था के प्रत्येक व्यक्ति का पौधे के रोपण के साथ ही उसके पोषण, सिंचाई और संरक्षण के प्रति व्यक्तिगत जुड़ाव हो तभी ये पौधे कालांतर में वृक्ष बनकर हमारी भावी पीढ़ी को स्वस्थ जीवन एवं स्वच्छ पर्यावरण दे पाएंगे। पौधे हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करते हैं इसीलिये आदिकाल से इनके संरक्षण के लिये पूजा और इबादत का प्रचलन रहा है जिसके पीछे सह अस्तित्व का दर्शन है। पौधे और वृक्ष हैं तो मानव जीवन है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्तायुक्त सार्थक पौधारोपण करें और समाज की इकाई मानव जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में योगदान दें। बताया गया कि पौधारोपण के लिये 07 से 14 जुलाई तक लगातार सघन अभियान चलाया जाएगा। गांव एवं शहर में नगरीय प्रशासन, राजस्व, स्कूल शिक्षा, सहकारिता, वन एवं उद्यानिकी विभाग सहित अन्य सभी विभाग पौधारोपण करेंगे। प्रमुख सड़कों, राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के दोनों और तथा मध्य में तथा पीडब्ल्यूडी शहर के मार्गों के दोनों और पौधारोपण करेंगे महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग, आंगनबाड़ी, स्कूलों एवं महाविद्यालय परिसरों के अलावा विद्यार्थियों के माध्यम से हर घर –एक वृक्ष का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करेंगे। अधिकाधिक पौधारोपण के लिये कारगर एवं सार्थक प्रयास के निर्देश दिये गये। डोर-टू-डोर सर्वे कर योजनावार पात्र हितग्राहियों की जानकारी जुटाएं संभाग में सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का हर पात्र घर और व्यक्ति तक लाभ सुनिश्चित करने के लिए संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत ने अनूठी पहल की है। अब हितग्राही मूलक योजनाओं से संबंधित विभाग प्रत्येक योजना से लाभांवितों का घर-घर सर्वे करेंगे और जो छूट गए हैं उन्हें शामिल कर योजना का लाभ दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा। कमिश्नर कियावत ने कहा कि शासन द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजना का लाभ गरीब और जरूरतमंद वर्ग के प्रत्येक पात्र हितग्राहियों को मिले। छूटे हुए सभी पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करना भी हमारे दायित्व का अहम हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सभी शासकीय योजनाओं का लोगों को पात्रतानुसार लाभ मिल रहा है कि नहीं, छूटे हुए हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिये कार्य योजना बनाएं। सभी विभाग अपनी योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिये डोर-टू-डोर सर्वे कराएं। सर्वे टीम को एक दिवसीय प्रशिक्षण देकर शत-प्रतिशत परिणामोत्पादक सर्वे कराया जाए। सभी विभाग अपनी सीमित और असीमित लक्ष्य वाली सभी योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करें। सर्वे टीम अपने साथ सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिये निश्चित फार्मेट के फॉर्म अपने साथ रखेगी साथ ही पात्र हितग्राही से तत्क्षण फार्म भरवाएगी। जानकारी का फार्मेट सीधी सरल भाषा में हो ताकि गांव के निचले स्तर तक आसानी से सटीक सर्वे हो सके। अंतर्सबंधित विभाग अपने फॉर्म मिलकर बनाएंगे ताकि एक ही फॉर्म से हितग्राही उन सभी विभाग की योजना का लाभ ले सकें उन्हें और सभी कार्यालयों के बार-बार चक्कर न लगाना पड़े।
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पन्ना। सागर लोकायुक्त ने शनिवार को कार्यवाही करते हुए डिप्टी रेंजर एवं फारेस्ट गार्ड को रंगे हांथों चार हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त डीएसपी सागर राजेश खेड़े से हासिल जानकारी के अनुसार आरोपियों ने रिश्वत की यह रकम शिकायतकर्ता को फड़मुंशी बनाए जाने की नाम पर ली थी। शिकायत पर शनिवार दोपहर 3 बजे वन चौंकी मडवा में लोकायुक्त की उक्त कार्यवाही की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक कमलकिशोर पिता झगडू कुशवाहा निवास ग्राम कछरन, पंचायत मनकी तह. रैपुरा जिला पन्ना की शिकायत पर लोकायुक्त सागर पुलिस ने कार्रवाई की है। जिसमें आरोपी .श्रवण कुमार शुक्ला वनपाल (डिप्टी रेंजर)उप परिक्षेत्र मड़वा, परिक्षेत्र मोहन्द्रा, एवम लोकेन्द्रसिंह पिता जगत सिंह राजपूत वनरक्षक वन चौकी मड़वा वन परिक्षेत्र मोहन्द्रा हैं। इनके ऊपर शिकायतकर्ता द्वारा आरोप लगाया गया था कि आवेदक से तेंदूपत्ता फड़मुंशी का कार्य करते रहने देने के एवज में 4000 रुपये रिश्वत की मांग की थी। शनिवार को आरोपी यही राशि लेते हुए पकड़े गए।
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भोपाल। गर्लफ्रेंड के फ्लैट में पकड़े जाने के बाद पत्नी से मारपीट करने के मामले में निलंबित आईपीएस अफसर पुरुषोत्तम शर्मा के खिलाफ सरकार ने फिर एक्शन लिया है। आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा की विभागीय जांच शुरू हो गई है, राज्य सरकार ने एक अन्य मामले में भी आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा से 15 दिन में जवाब मांगा है। इस बार उन्हें डायरेक्टर लोक अभियोजन पदस्थ रहते नियम विरुद्ध कर्मचारियों का अटैचमेंट करने के मामले में चार्जशीट दी गई है। इससे पहले पत्नी से मारपीट करने के मामले शर्मा को चार्जशीट दी गई थी। इसका जवाब देने के बजाय शर्मा ने कोर्ट में चुनौती दे दी थी। बीते 28 सितंबर 2020 को पत्नी से मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था, इस वीडियो पर शासन ने आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा को निलंबित कर दिया था। पुरुषोत्तम शर्मा के डायरेक्टर लोक अभियोजन के कार्यकाल से जुड़े एक मामले की फाइल सरकार ने फिर खोल दी है, इस मामले में सरकार ने चार्जशीट भेजकर उनसे 15 दिन के अंदर जवाब मांगा है। शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने डायरेक्टर जनरल अभियोजन रहते हुए नियमों के विपरीत जाकर करीब 250 अधिकारियों व कर्मचारियों का अटैचमेंट किया था। दरअसल, लोक अभियोजन में डायरेक्टर रहते हुए शर्मा ने नियमों के विपरीत जिला लोक अभियोजन अधिकारी, सहायक लोक अभियोजन अधिकारी समेत विभाग के कुछ और अधिकारियों को एक जिले से दूसरे जिले में अटैच कर दिया था, जबकि नियमों में अटैचमेंट की कोई व्यवस्था ही नहीं है। गौरतलब है कि पुरूषोत्तम शर्मा को कमलनाथ सरकार में हनी ट्रैप केस का एसआइटी चीफ बनाया गया था, इतना ही नहीं उन्हें साइबर क्राइम के साथ कई महत्वपूर्ण पद भी दिए गए थे, इसके बाद भाजपा की सरकार में पुरुषोत्तम शर्मा का पत्नी के साथ मारपीट करने और एक महिला के साथ वीडियो सामने आया, यह वीडियो पिछले साल 28 सितंबर को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इसी बीच इसमें वे पत्नी से मारपीट करते नजर आ रहे थे। सरकार ने वीडियो के आधार पर पुरुषोत्तम शर्मा को निलंबित कर दिया था।
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इंदौर। अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश की नर्सें बीते 3 दिनों से हड़ताल पर हैं। हड़ताली नर्सों को एनआरएचएम के साथ-साथ राधास्वामी सेंटर की नर्सों का भी साथ मिल गया है, जिसके चलते चौथे दिन शनिवार को हड़ताल ने जोर पकड़ लिया है। एमवाय अस्पताल पर चल रहे प्रदर्शन में नर्सों ने कोरोना वॉरियर्स सम्मान को लहरा-लहराकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि आज दोपहर को वे पीसी सेठी अस्पताल में ये अवार्ड मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को वापस लौटाएंगी। इस बीच भोपाल से खबर है कि एसीएस ने 5 जुलाई को नर्सिंग एसोसिशन को चर्चा के लिए बुलाया है। शनिवार सुबह करीब पांच सौ हड़ताली नर्सें एमवाय अस्पताल के गेट पर पहुंची और जमकर नारेबाजी की। स्थाई स्टाफ नर्सों का एक बड़ा समूह अभी भी अपनी मांगों पर अडिग है। उनकी मांग है कि हमें भी अन्य प्रदेशों की तरह दूसरी ग्रेड दी जाए। पुरानी उच्च स्तरीय पेंशन योजना लागू की जाए तथा कोरोना काल में जिन नर्सों की मौत हुई है उनके परिजनों को 50 लाख रु. की राशि दी जाए तथा उनके आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए जबकि दूसरा गुट अस्पताल में काम कर रहा है। दूसरी ओर एनआरएचएम की अस्थाई 230 नर्सें नौकरी से निकाले जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रही हैं। अब इनकी मांग है कि हमें स्थाई या संविदा नियुक्ति दी जाए क्योंकि हमने कोरोना महामारी में जान जोखिम में डालकर काम किया और कई साथियों को खोया है।इस बीच राधा स्वामी सेंटर से जुड़ी एनएचएम की नर्सें भी हड़ताल में शामिल हो गईं और स्थाई नियुक्ति की मांग कर रही हैं। हालांकि अभी सेंटर में ज्यादा मरीज नहीं है क्योंकि संक्रमण भी कम है। फिर भी तीसरी लहर आई तो फिर फजीहत हो सकती है। इसी कड़ी में अब वे 150 से ज्यादा स्टाफ नर्सें जिनकी दो महीने पहली ही स्थाई रूप से पोस्टिंग हुई है उन्होंने भी विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि हमें कैंसर, टीबी अस्पतालों में काम करने का अनुभव नहीं है। ऐसे में हम कैसे मरीजों की सेवा करें। इनके सहित अन्य परेशानियां भी हैं। बहरहाल, वे नर्सें जिन्हें कोरोना वॉरियर्स का सम्मान मिला है वे सभी शनिवार को मुख्यमंत्री को अवार्ड लौटाने की तैयारी में हैं। इधर, हड़ताली नर्सों ने जूनियर्स डॉक्टर एसोसिएशन को भी अपनी पीड़ा बताकर समर्थन की अपील की है।
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इंदौर। इंदौर जिले में जिन बच्चों के अभिभावकों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है, उनकी स्कूलों से फीस माफ कराने के लिए एक अभिनव योजना सांसद सेवा संकल्प शुरू की गई है। यह योजना जिला प्रशासन के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत ऐसे बच्चे जिनके अभिभावकों की कोरोना से मृत्यु हुई है, उनकी स्कूली फीस शत-प्रतिशत माफ कराई जायेगी। इस संबंध में बुधवार को इंदौर के सांसद शंकर लालवानी और कलेक्टर मनीष सिंह ने शहर के निजी स्कूलों के संचालकों से चर्चा की। बैठक में अधिकांश स्कूलों ने कोरोना से मृत अभिभावकों के बच्चों की शत-प्रतिशत फीस माफ करने की सहमति प्रदान की। बैठक में संयुक्त कलेक्टर तथा जिला शिक्षा अधिकारी रवि सिंह, सहायता संस्था के अनिल भण्डारी, मुस्कान ग्रुप के संदीपन आर्य, सीबीएसई स्कूलों के सहोदय ग्रुप के अध्यक्ष यूके झा सहित विभिन्न स्कूलों के संचालक मौजूद थे। बैठक में सांसद शंकर लालवानी ने योजना की जानकारी देते हुये बताया कि यह योजना कोरोना मृत हुये अभिभावकों के बच्चों की स्कूली शिक्षा को निरंतर बनाये रखने तथा बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिये शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि हम सब का दायित्व है कि ऐसे वक्त में जब बच्चों ने अपने अभिभावकों को खोया है, हम उनके अभिभावक बनकर मदद करें। उन्होंने सीबीएसई सहित सभी पाठ्यक्रमों के स्कूल संचालकों से आग्रह किया कि वे अपने यहां ऐसे सभी बच्चों की शत-प्रतिशत फीस माफ करें। इस संबंध में उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों को पत्र लिखकर इस संबंध में आग्रह किया गया है। वेबसाइट बनाकर ऐसे बच्चों की सूची आवेदन मंगाकर तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर और भी बच्चे संज्ञान में आते है, तो स्कूल अपने स्तर से भी मदद करें। श्री लालवानी ने बताया कि इसी तरह सभी कॉलेजों और कोचिंग क्लासेस के संचालकों से भी आग्रह कर उनके यहां अध्ययनरत बच्चों की जिनके अभिभावकों की कोरोना से मृत्यु हुई है फीस माफ कराने का प्रयास किया जायेगा। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि इंदौर की गौरवशाली परम्परा रही है कि संकट के वक्त सभी मिलजुल कर जरूरतमंदों की मदद करते है। इसी परम्परा को जरूरतमंद बच्चों की फीस माफ कर आगे बढ़ाया जाये। योजना का प्रभावी क्रियान्वयन हो और अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ मिले यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों का मनोबल बनाये रखें। उन्हें अपने-अपने स्तरों से और अन्य आवश्यक मदद भी मुहैया कराई जाये। बैठक में सहायता संस्था के अनिल भण्डारी ने प्रारंभ में योजना की रूपरेखा बताई। बैठक में मिशनरी, विभिन्न ट्रस्ट और संस्थाओं आदि द्वारा संचालित सीबीएसई के स्कूलों, अन्य पाठ्यक्रमों के स्कूलों के संचालकों ने अपनी पूर्ण सहमति दी कि वे ऐसे बच्चों की हर संभव मदद करेंगे।
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देवास। जिले के नेमावर थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच लोगों के जघन्य हत्याकांड का बुधवार को पुलिस ने फर्दाफाश कर दिया है। मामले में पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक डा. शिवदयाल सिंह ने बुधवार को प्रेसवार्ता में मामले का पर्दाफाश करते हुए बताया कि गत 13 मई की रात नेमावर बस स्टैंड के पास रहने वाली ममता बलाई अपनी दो बेटी रूपाली और दिव्या तथा उसकी भतीजी नीतू के पुत्र पवन व पुत्री पूजा सहित अचानक गायब हो गई थी। ममता की बेटी भारती ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद 17 मई को गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने मामले में जांच शुरू की। जांच के दौरान सभी संदिग्धों से पूछताछ तथा तकनीकी आधार पर जानकारी लेकर सभी को ढूंढने का प्रयास किया गया। इस बीच 27 मई को नीतू थाने पहुंची और बेटे पवन और बेटी पूजा के अपहरण की आशंका रूपाली पर जताई, जिसके बाद धारा 363 में प्रकरण दर्ज कर मामले की विवेचना की गई। पुलिस ने होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, चोरल, भोपाल, सिहोर तथा इंदौर के कई स्थानों पर सर्चिंग की। इस दौरान मुखबिर की सूचना पर संदेही सुरेंद्र राजपूत से कड़ाई से पूछताछ की गई तो वह टूट गया और उसने पुलिस को बताया कि रूपाली उसकी प्रेमिका थी। रूपाली द्वारा मंगेतर दिव्यांशी के विरूद्ध इंटाग्राम पर गलत पोस्ट करने तथा शादी के लिए दबाव डालने से क्षुब्ध होकर सुरेंद्र ने भाई वीरेंद्र राजपूत तथा विवेक तिवारी, राजकुमार, मनोज कोरकू, करण कोरकू के साथ मिलकर रूपाली और उसके परिजनों की हत्या कर शवों को अपने खेत के किनारे बने 12 फीट गहरे गड्ढे में दबा दिया तथा रूपाली का मोबाइल खंडवा में रहने वाले साथी राकेश निमौरे को देकर विभिन्न दिनांकों में अलग-अलग जगह से इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया। एसपी ने बताया कि घटना में शामिल सभी सातों आरोपित सुरेंद्र राजपूत, वीरेंद्र राजपूत, विवेक तिवारी, राजकुमार, मनोज कोरकू, करण कोरकू तथा राकेश निमौरे को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ने आरोपितों को गिरफ्तार करने में शामिल पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के टीके को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है और वे टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवा रहे हैं। मध्यप्रदेश में अब तक 2 करोड़ 3 लाख 83 हजार से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को ट्वीट के माध्यम से दी। साथ ही यह अपील भी की गई है कि टीका सुरक्षा कवच है आपके और आपके परिवार का। अगर आप पात्र हैं तो टीकाकरण अवश्य कराएं। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देश में शुरू हुए कोरोना टीकाकरण महाअभियान में पहले ही दिन में मध्यप्रदेश में रिकार्ड वैक्सीनेशन हो रहा है। इसमें मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेशवासियों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने में मंत्रियों से लेकर विभिन्न संगठनों, जनप्रतिनिधयों के साथ गण्यमान्य भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सभी के सहयोग से टीकाकरण महाअभियान का प्रदेश में सफल क्रियान्वयन हो रहा है। इस महाअभियान के अंतर्गत मध्यप्रदेश में छह दिन में करीब 51 लाख लोगों ने टीका लगवाया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि टीकाकरण महाअभियान में पहले दिन 21 जून को 17.42 लाख, दूसरे दिन 23 जून को 11.59 लाख, तीसरे दिन 24 जून को 7.33 लाख, चौथे दिन शनिवार, 26 जून को 9 लाख 64 हजार 756 और पांचवें दिन सोमवार, 28 जून को 4 लाख 48 हजार और मंगलवार, 29 जून को रात नौ बजे तक 94 हजार लोगों का टीकाकरण किया गया। महा-अभियान में 30 जून तक 50 लाख टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जो पहले ही पूर्ण हो गया। मध्यप्रदेश में अब तक 2 करोड़ 3 लाख 83 हज़ार से अधिक लोगों को कोरोना से बचाव के टीके लग चुके हैं।
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अनूपपुर। लम्बित मांगों को लेकर नर्सेस एसोसिएसन मप्र के आह्वान पर जिले की सभी सदस्य सोमवार को सामूहिक अवकाश पर रहीं। इसके साथ ही मांगें पूरी नहीं होने की दशा में 30 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी गई। नर्सों के अवकाश के कारण जिला चिकित्सालय सहित जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाओं में असर पड़ा। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संविदा और कोविड नर्सों से कार्य कराया गया। नर्सेस एसोसिएसन संघ द्वारा गत दिवस ज्ञापन सौंपा कर कोविड-19 के दौरान पूर्व में अपनी मांगों को लेकर दिए गए कई ज्ञापन के बाद भी सरकार द्वारा मांगों को पूरा नहीं करने के बाद अपने दायित्वों का जिम्मेदारी पूर्ण निर्वहन नहीं करने का आरोप लगाते हुए 28 जून को मप्र में सभी नर्सेस द्वारा सामूहिक अवकाश और 30 जून को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतवनी दी थी। संघ की मांगों के प्रति शासन की बेरूखी को देखते हुए 13 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन करने की राह के दूसरे चरण में 28 जून को सामूहिक अवकाश होने से जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में असर पड़ा। जिलें में 154 जिसमें जिला चिकित्सालय में 95 नर्सो ने सामूहिक अवकाश लिया। इस स्थिति को सम्हलनें के लिए संविदा और कोविड नर्सो से जिला चिकित्सालय सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रो में कार्य कराया गया। अगर मांगो पर विचार नहीे किया जाता तो 30 जून को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएगी। नर्सेस एसोसिएसन की मांगों में उच्च स्तरीय वेतनमान, पुरानी पेंशन योजना लागू, कोरोना काल में शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति और कोरोना योद्धा अवार्ड सम्मान, नसों को सम्मानित करते हुए अग्रिम 2 वेतन वृद्धि का लाभ, 2018 में आदेश भर्ती के नियमों में संसोधन नियम हटाने, प्रतिनियुक्ति समाप्त कर स्थानातरण की प्रकिया शुरू, सरकारी कॉलेजों मे सेवारत रहते हुए नर्सेस को उच्च शिक्षा आयु बंधन हटाने, कोरोना काल में अस्थायी भर्ती हुई नर्सेस को नियमित करने, एक ही विभाग में समान कार्य के लिए समान वेतन, पदोन्नति, मेल नर्स की भर्ती, 7वीं पे कमीशन का लाभ सहित अन्य शामिल है।
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उज्जैन। शहर में सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर सहित मंगलनाथ मंदिर एवं देवी हरसिद्धि मंदिर के पट दर्शन के लिए खोल दिए गए। आस्था का सैलाब मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। महाकालेश्वर मंदिर में आनेवाले भक्तों को अपनी आरटीपीसीआर रिपोर्ट अथवा टीका लगने पर प्रमाण पत्र दिखाना पड़ा। उसके बाद ही प्रवेश दिया गया। महाकालेश्वर मंदिर में अब 2 जुलाई तक सभी स्लॉट बुक हो चुके हैं। भक्तों को ऑन लाइन पंजीयन के बाद ही दर्शन के लिए स्लॉट मिल रहे हैं। प्रत्येक दिन 3500 भक्तों को दर्शन करवाए जा रहे हैं। 500-500 भक्तों के 7-7 स्लॉट बनाए गए हैं। हर स्लॉट में कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए 2 घण्टे दर्शन में लग रहे हैं। सोमवार को सुबह 5 बजे से भक्त कियोस्क काउंटर पहुंच गए। शाम तक दर्शन का सिलसिला चलता रहा। दर्शन का समय प्रात: 6 से रात्रि 8 बजे तक है। पहले दिन खास बात यह रही कि सशुल्क 250 रू. की रसीद कटवाकर दर्शन करनेवालों की संख्या शाम तक 2000 पहुंच गई थी। दर्शन करनेवाले भक्तों में दिल्ली,मुंबई,उत्तर प्रदेश के भक्तों की संख्या अधिक थी।
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भोपाल। देशभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान की शुरूआत हुई थी। मध्यप्रदेश में इस महाअभियान को गंभीरता से लिया गया और यहा रिकार्ड वैक्सीनेशन हुआ। सरकार के प्रयास और सभी के सहयोग से वैक्सीनेशन महाअभियान में लोगों ने उत्साह के साथ टीकाकरण करवाया। अभी यह अभियान जारी है, लेकिन मप्र में वैक्सीन की कमी हो गई है, जिसके कारण, राजधानी भोपाल में सुबह से कई सेंटरों पर लोग भटकते नजर आए, लोगों का कहना है कि एक दिन पहले वैक्सीन लगने की जानकारी दे दी गई थी इसके बाद जब सेंटरों पर पहुंचे तो बंद मिले, हालांकि सोमवार को 27 जिलों में कहीं-कहीं टीकाकरण हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी गई है कि सम्पूर्ण प्रदेश में टीकाकरण की बेहतर कवरेज सुनिश्चित करने सतत प्रयास जारी हैं। वर्तमान में प्रदेश में वैक्सीन के 4 लाख डोज़ उपलब्ध हैं। ऐसे में उन 27 ज़िलों को प्राथमिकता से वैक्सीन के डोज उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें टीकाकरण का कवरेज अन्य ज़िलों की अपेक्षा कम है तथा निर्देश दिए गए हैं कि नागरिकों को जागरूक करें एवं वैक्सिनेशन कवरेज तेज़ी से बढ़ाएँ। सभी पात्र नागरिकों से अपील है कि भ्रम संशय में न आएँ, वैक्सिनेशन करवाकर स्वयं को एवं परिवार को सुरक्षा चक्र प्रदान करने में सहयोग करें।
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भोपाल। देशभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान की शुरूआत हुई थी। मध्यप्रदेश में इस महाअभियान को गंभीरता से लिया गया और यहा रिकार्ड वैक्सीनेशन हुआ। सरकार के प्रयास और सभी के सहयोग से वैक्सीनेशन महाअभियान में लोगों ने उत्साह के साथ टीकाकरण करवाया। अभी यह अभियान जारी है, लेकिन मप्र में वैक्सीन की कमी हो गई है, जिसके कारण, राजधानी भोपाल में सुबह से कई सेंटरों पर लोग भटकते नजर आए, लोगों का कहना है कि एक दिन पहले वैक्सीन लगने की जानकारी दे दी गई थी इसके बाद जब सेंटरों पर पहुंचे तो बंद मिले, हालांकि सोमवार को 27 जिलों में कहीं-कहीं टीकाकरण हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी गई है कि सम्पूर्ण प्रदेश में टीकाकरण की बेहतर कवरेज सुनिश्चित करने सतत प्रयास जारी हैं। वर्तमान में प्रदेश में वैक्सीन के 4 लाख डोज़ उपलब्ध हैं। ऐसे में उन 27 ज़िलों को प्राथमिकता से वैक्सीन के डोज उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें टीकाकरण का कवरेज अन्य ज़िलों की अपेक्षा कम है तथा निर्देश दिए गए हैं कि नागरिकों को जागरूक करें एवं वैक्सिनेशन कवरेज तेज़ी से बढ़ाएँ। सभी पात्र नागरिकों से अपील है कि भ्रम संशय में न आएँ, वैक्सिनेशन करवाकर स्वयं को एवं परिवार को सुरक्षा चक्र प्रदान करने में सहयोग करें।
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भोपाल। देशभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान की शुरूआत हुई थी। मध्यप्रदेश में इस महाअभियान को गंभीरता से लिया गया और यहा रिकार्ड वैक्सीनेशन हुआ। सरकार के प्रयास और सभी के सहयोग से वैक्सीनेशन महाअभियान में लोगों ने उत्साह के साथ टीकाकरण करवाया। अभी यह अभियान जारी है, लेकिन मप्र में वैक्सीन की कमी हो गई है, जिसके कारण, राजधानी भोपाल में सुबह से कई सेंटरों पर लोग भटकते नजर आए, लोगों का कहना है कि एक दिन पहले वैक्सीन लगने की जानकारी दे दी गई थी इसके बाद जब सेंटरों पर पहुंचे तो बंद मिले, हालांकि सोमवार को 27 जिलों में कहीं-कहीं टीकाकरण हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी गई है कि सम्पूर्ण प्रदेश में टीकाकरण की बेहतर कवरेज सुनिश्चित करने सतत प्रयास जारी हैं। वर्तमान में प्रदेश में वैक्सीन के 4 लाख डोज़ उपलब्ध हैं। ऐसे में उन 27 ज़िलों को प्राथमिकता से वैक्सीन के डोज उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें टीकाकरण का कवरेज अन्य ज़िलों की अपेक्षा कम है तथा निर्देश दिए गए हैं कि नागरिकों को जागरूक करें एवं वैक्सिनेशन कवरेज तेज़ी से बढ़ाएँ। सभी पात्र नागरिकों से अपील है कि भ्रम संशय में न आएँ, वैक्सिनेशन करवाकर स्वयं को एवं परिवार को सुरक्षा चक्र प्रदान करने में सहयोग करें।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के टीके को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है और वे टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवा रहे हैं। मध्यप्रदेश में अब तक 1 करोड़ 98 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को ट्वीट के माध्यम से दी। साथ ही यह अपील भी की गई है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण जरूर कराएं। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देशभर में कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हुआ। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस महाअभियान को गंभीरता से लिया और इस दौरान अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाने की तैयारियां की गईं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेशवासियों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित कर रही है और इसमें विभिन्न संगठनों, जनप्रतिनिधयों के साथ गणमान्य भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सभी के सहयोग से टीकाकरण महाअभियान का प्रदेश में सफल क्रियान्वयन हो रहा है। इस महाअभियान के अंतर्गत मध्यप्रदेश में चार दिन में 46 लाख लोगों का टीकाकरण हो गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि टीकाकरण महाअभियान में पहले दिन 21 जून को 17.42 लाख, दूसरे दिन 23 जून को 11.59 लाख और तीसरे दिन 24 जून को 7.33 लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ, जबकि चौथे दिन शनिवार, 26 जून को रात नौ बजे तक वैक्सीनेशन महाअभियान के अंतर्गत 9 लाख 64 हजार 756 डोज़ेज़ नागरिकों को लगाये गए। इस प्रकार वैक्सीनेशन महाअभियान में करीब 46 लाख डोज़ लगाए जा चुके हैं। इन्हें मिलाकर मध्यप्रदेश में अब तक 1 करोड़ 98 लाख से अधिक वैक्सीन के डोज लग चुके हैं। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में वैक्सीनेशन का अभियान निरंतर जारी रहेगा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही हैं और यह संख्या 50 से भी नीचे पहुंच गई है। वहीं, राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या भी एक हजार से कम बची है। ऐसे में राज्य सरकार ने रविवार को लगाया जाने वाला कोरोना कर्फ्यू हटा दिया गया है। शनिवार को देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना कर्फ्यू हटाने का ऐलान किया। इसके बाद आज रविवार को करीब तीन महीने बाद बाजार खुले। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल के शुरुआत में ही प्रदेश के सभी शहरों में रविवार को कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके बाद से रविवार को पूरी तरह बाजार बंद रहते थे, लेकिन सरकार द्वारा कोरोना कर्फ्यू हटाने के निर्णय के बाद रविवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के सभी शहरों में बाजार खुल गए। बाजारों में दुकानें खुली हुई हैं और लोग खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं। सभी जगह सामान्य दिनों की तरह आवागमन जारी है। हालांकि, रात्रि कर्फ्यू अभी भी लागू रहेगा जिसके तहत रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक बाजार बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम तत्काल प्रभाव से रविवार के कोरोना कर्फ्यू को समाप्त कर रहे हैं। जिन्हें अपनी दुकानें खोलना हों, आर्थिक गतिविधियां जारी रखना हों, वे नियमानुसार कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपनी गतिविधियां चालू रख सकते हैं। रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू पूर्ववत जारी रहेगा। कोरोना अभी नियंत्रित हुआ है खत्म नहीं इसलिए प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन जिसमें मास्क लगाने और शारीरिक दूरी बनाये रखने के निर्देश दिये हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही हैं और यह संख्या 50 से भी नीचे पहुंच गई है। वहीं, राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या भी एक हजार से कम बची है। ऐसे में राज्य सरकार ने रविवार को लगाया जाने वाला कोरोना कर्फ्यू हटा दिया गया है। शनिवार को देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना कर्फ्यू हटाने का ऐलान किया। इसके बाद आज रविवार को करीब तीन महीने बाद बाजार खुले। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल के शुरुआत में ही प्रदेश के सभी शहरों में रविवार को कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके बाद से रविवार को पूरी तरह बाजार बंद रहते थे, लेकिन सरकार द्वारा कोरोना कर्फ्यू हटाने के निर्णय के बाद रविवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के सभी शहरों में बाजार खुल गए। बाजारों में दुकानें खुली हुई हैं और लोग खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं। सभी जगह सामान्य दिनों की तरह आवागमन जारी है। हालांकि, रात्रि कर्फ्यू अभी भी लागू रहेगा जिसके तहत रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक बाजार बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम तत्काल प्रभाव से रविवार के कोरोना कर्फ्यू को समाप्त कर रहे हैं। जिन्हें अपनी दुकानें खोलना हों, आर्थिक गतिविधियां जारी रखना हों, वे नियमानुसार कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपनी गतिविधियां चालू रख सकते हैं। रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू पूर्ववत जारी रहेगा। कोरोना अभी नियंत्रित हुआ है खत्म नहीं इसलिए प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन जिसमें मास्क लगाने और शारीरिक दूरी बनाये रखने के निर्देश दिये हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के नये मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब यह संख्या 100 से नीचे पहुंच गई है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 50 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 22 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 89 हजार, 611 और मृतकों की संख्या 8,871 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में भोपाल-11 के अलावा अन्य जिलों में 10 से कम नये मरीज मिले हैं, जबकि राज्य के 30 जिले ऐसे भी हैं, जहां आज नये प्रकरण शून्य रहे। राज्य के चार जिले- देवास, मंडला, खंडवा और बुरहानपुर कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना के एक भी सक्रिय प्रकरण नहीं हैं। बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 68,948 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 50 पॉजिटिव और 68,898 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 171 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 0.07 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,89,561 से बढ़कर 7,89,611 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1,52,805, भोपाल-1,23,084, ग्वालियर-53,059, जबलपुर-50,555, उज्जैन-18,892, रतलाम-17,823, सागर-16,546, रीवा-16,426, खरगौन-13,953, बैतूल-12,857, धार-12,518, शिवपुरी-12,386, सतना-11,961, विदिशा-11,907, नरसिंहपुर-11,196, होशंगाबाद-10,669, सीहोर-10,129, शहडोल-10,079, कटनी-9362, अनूपपुर-9229, रायसेन-9223, सीधी-9219, बालाघाट-9080, सिंगरौली-8786, राजगढ़-8658, मंदसौर-8636, बड़वानी-8350, मुरैना-8230, दमोह-8091, नीमच-7912, देवास-7723, झाबुआ-7683, छतरपुर-7597, पन्ना-7313, दतिया-6951, टीकमगढ़-6855, सिवनी-6767, छिंदवाड़ा-6730, शाजापुर-6348, उमरिया-6287, मंडला-5184, गुना-5129, हरदा-5048, डिंडौरी-4618, खंडवा-4040, श्योपुर-3998, निवाड़ी-3701, अशोकनगर-3655, अलीराजपुर-3500, आगरमालवा-3303, भिण्ड-2992 और बुरहानपुर-2568 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 22 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर के छह, रतलाम के चार, सागर, बैतूल, सीहोर के दो-दो तथा जबलपुर, विदिशा, राजगढ़, पन्ना, मंडला और अशोकनगर के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या 8849 से बढ़कर 8871 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 1385, भोपाल 972, ग्वालियर-633, जबलपुर-661, उज्जैन-172, रतलाम-368, खरगौन-239, सागर-374, रीवा-155, बैतूल-247, धार-130, होशंगाबाद-99, शिवपुरी-125, विदिशा-226, नरसिंहपुर-81, सतना-133, सीहोर-68, शहडोल-118, कटनी-118, सीधी-87, अनूपपुर-89, रायसेन-193, बालाघाट-64, सिंगरौली-82, मंदसौर-84, राजगढ़-162, बड़वानी-90, मुरैना-92, दमोह-177, नीमच-84, देवास-51, झाबुआ-63, छतरपुर-91, पन्ना-63, दतिया-78, टीकमगढ़-110, सिवनी-28, छिंदवाड़ा-120, शाजापुर-65, उमरिया-63, मंडला-25, गुना-44, हरदा-95, डिंडौरी-29, खंडवा-94, श्योपुर-78, निवाड़ी-48, अशोकनगर-39, अलीराजपुर-47, आगरमालवा-61, भिण्ड-32 और बुरहानपुर-39 व्यक्ति शामिल है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,79,630 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 198 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 1,110 हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के नये मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब यह संख्या 100 से नीचे पहुंच गई है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 50 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 22 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 89 हजार, 611 और मृतकों की संख्या 8,871 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में भोपाल-11 के अलावा अन्य जिलों में 10 से कम नये मरीज मिले हैं, जबकि राज्य के 30 जिले ऐसे भी हैं, जहां आज नये प्रकरण शून्य रहे। राज्य के चार जिले- देवास, मंडला, खंडवा और बुरहानपुर कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना के एक भी सक्रिय प्रकरण नहीं हैं। बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 68,948 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 50 पॉजिटिव और 68,898 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 171 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 0.07 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,89,561 से बढ़कर 7,89,611 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1,52,805, भोपाल-1,23,084, ग्वालियर-53,059, जबलपुर-50,555, उज्जैन-18,892, रतलाम-17,823, सागर-16,546, रीवा-16,426, खरगौन-13,953, बैतूल-12,857, धार-12,518, शिवपुरी-12,386, सतना-11,961, विदिशा-11,907, नरसिंहपुर-11,196, होशंगाबाद-10,669, सीहोर-10,129, शहडोल-10,079, कटनी-9362, अनूपपुर-9229, रायसेन-9223, सीधी-9219, बालाघाट-9080, सिंगरौली-8786, राजगढ़-8658, मंदसौर-8636, बड़वानी-8350, मुरैना-8230, दमोह-8091, नीमच-7912, देवास-7723, झाबुआ-7683, छतरपुर-7597, पन्ना-7313, दतिया-6951, टीकमगढ़-6855, सिवनी-6767, छिंदवाड़ा-6730, शाजापुर-6348, उमरिया-6287, मंडला-5184, गुना-5129, हरदा-5048, डिंडौरी-4618, खंडवा-4040, श्योपुर-3998, निवाड़ी-3701, अशोकनगर-3655, अलीराजपुर-3500, आगरमालवा-3303, भिण्ड-2992 और बुरहानपुर-2568 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 22 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर के छह, रतलाम के चार, सागर, बैतूल, सीहोर के दो-दो तथा जबलपुर, विदिशा, राजगढ़, पन्ना, मंडला और अशोकनगर के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या 8849 से बढ़कर 8871 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 1385, भोपाल 972, ग्वालियर-633, जबलपुर-661, उज्जैन-172, रतलाम-368, खरगौन-239, सागर-374, रीवा-155, बैतूल-247, धार-130, होशंगाबाद-99, शिवपुरी-125, विदिशा-226, नरसिंहपुर-81, सतना-133, सीहोर-68, शहडोल-118, कटनी-118, सीधी-87, अनूपपुर-89, रायसेन-193, बालाघाट-64, सिंगरौली-82, मंदसौर-84, राजगढ़-162, बड़वानी-90, मुरैना-92, दमोह-177, नीमच-84, देवास-51, झाबुआ-63, छतरपुर-91, पन्ना-63, दतिया-78, टीकमगढ़-110, सिवनी-28, छिंदवाड़ा-120, शाजापुर-65, उमरिया-63, मंडला-25, गुना-44, हरदा-95, डिंडौरी-29, खंडवा-94, श्योपुर-78, निवाड़ी-48, अशोकनगर-39, अलीराजपुर-47, आगरमालवा-61, भिण्ड-32 और बुरहानपुर-39 व्यक्ति शामिल है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,79,630 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 198 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 1,110 हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के नये मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब यह संख्या 100 से नीचे पहुंच गई है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 50 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 22 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 89 हजार, 611 और मृतकों की संख्या 8,871 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में भोपाल-11 के अलावा अन्य जिलों में 10 से कम नये मरीज मिले हैं, जबकि राज्य के 30 जिले ऐसे भी हैं, जहां आज नये प्रकरण शून्य रहे। राज्य के चार जिले- देवास, मंडला, खंडवा और बुरहानपुर कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना के एक भी सक्रिय प्रकरण नहीं हैं। बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 68,948 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 50 पॉजिटिव और 68,898 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 171 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 0.07 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,89,561 से बढ़कर 7,89,611 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1,52,805, भोपाल-1,23,084, ग्वालियर-53,059, जबलपुर-50,555, उज्जैन-18,892, रतलाम-17,823, सागर-16,546, रीवा-16,426, खरगौन-13,953, बैतूल-12,857, धार-12,518, शिवपुरी-12,386, सतना-11,961, विदिशा-11,907, नरसिंहपुर-11,196, होशंगाबाद-10,669, सीहोर-10,129, शहडोल-10,079, कटनी-9362, अनूपपुर-9229, रायसेन-9223, सीधी-9219, बालाघाट-9080, सिंगरौली-8786, राजगढ़-8658, मंदसौर-8636, बड़वानी-8350, मुरैना-8230, दमोह-8091, नीमच-7912, देवास-7723, झाबुआ-7683, छतरपुर-7597, पन्ना-7313, दतिया-6951, टीकमगढ़-6855, सिवनी-6767, छिंदवाड़ा-6730, शाजापुर-6348, उमरिया-6287, मंडला-5184, गुना-5129, हरदा-5048, डिंडौरी-4618, खंडवा-4040, श्योपुर-3998, निवाड़ी-3701, अशोकनगर-3655, अलीराजपुर-3500, आगरमालवा-3303, भिण्ड-2992 और बुरहानपुर-2568 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 22 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर के छह, रतलाम के चार, सागर, बैतूल, सीहोर के दो-दो तथा जबलपुर, विदिशा, राजगढ़, पन्ना, मंडला और अशोकनगर के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या 8849 से बढ़कर 8871 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 1385, भोपाल 972, ग्वालियर-633, जबलपुर-661, उज्जैन-172, रतलाम-368, खरगौन-239, सागर-374, रीवा-155, बैतूल-247, धार-130, होशंगाबाद-99, शिवपुरी-125, विदिशा-226, नरसिंहपुर-81, सतना-133, सीहोर-68, शहडोल-118, कटनी-118, सीधी-87, अनूपपुर-89, रायसेन-193, बालाघाट-64, सिंगरौली-82, मंदसौर-84, राजगढ़-162, बड़वानी-90, मुरैना-92, दमोह-177, नीमच-84, देवास-51, झाबुआ-63, छतरपुर-91, पन्ना-63, दतिया-78, टीकमगढ़-110, सिवनी-28, छिंदवाड़ा-120, शाजापुर-65, उमरिया-63, मंडला-25, गुना-44, हरदा-95, डिंडौरी-29, खंडवा-94, श्योपुर-78, निवाड़ी-48, अशोकनगर-39, अलीराजपुर-47, आगरमालवा-61, भिण्ड-32 और बुरहानपुर-39 व्यक्ति शामिल है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,79,630 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 198 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 1,110 हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के नये मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब यह संख्या 100 से नीचे पहुंच गई है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 50 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 22 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 89 हजार, 611 और मृतकों की संख्या 8,871 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में भोपाल-11 के अलावा अन्य जिलों में 10 से कम नये मरीज मिले हैं, जबकि राज्य के 30 जिले ऐसे भी हैं, जहां आज नये प्रकरण शून्य रहे। राज्य के चार जिले- देवास, मंडला, खंडवा और बुरहानपुर कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। इन जिलों में अब कोरोना के एक भी सक्रिय प्रकरण नहीं हैं। बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 68,948 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 50 पॉजिटिव और 68,898 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 171 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 0.07 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,89,561 से बढ़कर 7,89,611 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1,52,805, भोपाल-1,23,084, ग्वालियर-53,059, जबलपुर-50,555, उज्जैन-18,892, रतलाम-17,823, सागर-16,546, रीवा-16,426, खरगौन-13,953, बैतूल-12,857, धार-12,518, शिवपुरी-12,386, सतना-11,961, विदिशा-11,907, नरसिंहपुर-11,196, होशंगाबाद-10,669, सीहोर-10,129, शहडोल-10,079, कटनी-9362, अनूपपुर-9229, रायसेन-9223, सीधी-9219, बालाघाट-9080, सिंगरौली-8786, राजगढ़-8658, मंदसौर-8636, बड़वानी-8350, मुरैना-8230, दमोह-8091, नीमच-7912, देवास-7723, झाबुआ-7683, छतरपुर-7597, पन्ना-7313, दतिया-6951, टीकमगढ़-6855, सिवनी-6767, छिंदवाड़ा-6730, शाजापुर-6348, उमरिया-6287, मंडला-5184, गुना-5129, हरदा-5048, डिंडौरी-4618, खंडवा-4040, श्योपुर-3998, निवाड़ी-3701, अशोकनगर-3655, अलीराजपुर-3500, आगरमालवा-3303, भिण्ड-2992 और बुरहानपुर-2568 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 22 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर के छह, रतलाम के चार, सागर, बैतूल, सीहोर के दो-दो तथा जबलपुर, विदिशा, राजगढ़, पन्ना, मंडला और अशोकनगर के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या 8849 से बढ़कर 8871 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 1385, भोपाल 972, ग्वालियर-633, जबलपुर-661, उज्जैन-172, रतलाम-368, खरगौन-239, सागर-374, रीवा-155, बैतूल-247, धार-130, होशंगाबाद-99, शिवपुरी-125, विदिशा-226, नरसिंहपुर-81, सतना-133, सीहोर-68, शहडोल-118, कटनी-118, सीधी-87, अनूपपुर-89, रायसेन-193, बालाघाट-64, सिंगरौली-82, मंदसौर-84, राजगढ़-162, बड़वानी-90, मुरैना-92, दमोह-177, नीमच-84, देवास-51, झाबुआ-63, छतरपुर-91, पन्ना-63, दतिया-78, टीकमगढ़-110, सिवनी-28, छिंदवाड़ा-120, शाजापुर-65, उमरिया-63, मंडला-25, गुना-44, हरदा-95, डिंडौरी-29, खंडवा-94, श्योपुर-78, निवाड़ी-48, अशोकनगर-39, अलीराजपुर-47, आगरमालवा-61, भिण्ड-32 और बुरहानपुर-39 व्यक्ति शामिल है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,79,630 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 198 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 1,110 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के टीके को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है और वे टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेशवासियों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित कर रही है और इसमें विभिन्न संगठनों, जनप्रतिनिधयों के साथ गणमान्य भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। मध्यप्रदेश में अब तक 1 करोड़ 86 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी गई है कि मध्यप्रदेश में अब तक 1 करोड़ 86 लाख 86 हजार से अधिक वैक्सीन के डोज लग चुके हैं। इनमें 36.34 लाख डोज़ कोरोना टीकाकरण महाअभियान के तहत गत तीन दिनों में लगाए गए। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देशभर में कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हुआ था। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस महाअभियान को गंभीरता से लिया और इस दौरान अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाने की तैयारियां की गईं। सभी के सहयोग से टीकाकरण महाअभियान का प्रदेश में सफल क्रियान्वयन हुआ और शुरुआती तीन दिन में ही 36 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण हो गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि टीकाकरण महाअभियान में अभूतपूर्व सफलता अर्जित करते हुए पहले दिन 21 जून को 17.42 लाख लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए, जबकि दूसरे दिन 23 जून को 11.59 लाख और तीसरे दिन 24 जून को 7.33 लाख डोज़ वैक्सीनेशन हुआ। इस प्रकार वैक्सीनेशन महाअभियान में 36.34 लाख डोज़ लगाए गए। वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुनः नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि - स्वयं और परिवार की सुरक्षा के लिए टीकाकरण जरूरी है। अगर आप पात्र हैं तो टीकाकरण जरूर कराएं। साथ ही यह भी अपील की गई है कि मास्क झंझट नहीं, बल्कि आपकी सुरक्षा ढाल है। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें।
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अनूपपुर। नगरपालिका बिजुरी के धोड़हा मोहल्ला में 17-18 जून की रात दो मजदूरों के बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद में 29 वर्षीय मजदूर ट्रैक्टर चालक बलराम सिंह गोंड पुत्र इतवारी सिंह निवासी ग्राम परसवार गाड़ासरई जिला डिंडौरी हाल निवास बिजुरी की मौत हो गई थी। मुखबिर की सूचना पर लल्लू उर्फ सुमेश सिंह गोंड एवं उसकी पत्नी ओमवती सिंह परस्ते को ग्राम पाटन गाड़ासरई जिला डिंडौरी से गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। बिजुरी थाना प्रभारी सुमित कौशिक ने गुरुवार को बताया कि 18 जून को राम सिंह पुत्र सुखसेन सिंह मार्को ने बिजुरी थाने में सूचना दी कि 17 जून की रात रूपेश अग्रवाल के बाड़ा में मृतक बलराम सिंह धुर्वे पुत्र इतवारी सिंह से सुमेर सिंह गोड़ एवं उसकी पत्नी ओमवती सिंह परस्ते द्वारा मारपीट कर हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया और उनकी पतासाजी में जुट गई। मुखबिर की सूचना पर ग्राम पाटन गाडासरई जिला डिंडौरी से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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अनूपपुर। नगरपालिका बिजुरी के धोड़हा मोहल्ला में 17-18 जून की रात दो मजदूरों के बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद में 29 वर्षीय मजदूर ट्रैक्टर चालक बलराम सिंह गोंड पुत्र इतवारी सिंह निवासी ग्राम परसवार गाड़ासरई जिला डिंडौरी हाल निवास बिजुरी की मौत हो गई थी। मुखबिर की सूचना पर लल्लू उर्फ सुमेश सिंह गोंड एवं उसकी पत्नी ओमवती सिंह परस्ते को ग्राम पाटन गाड़ासरई जिला डिंडौरी से गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। बिजुरी थाना प्रभारी सुमित कौशिक ने गुरुवार को बताया कि 18 जून को राम सिंह पुत्र सुखसेन सिंह मार्को ने बिजुरी थाने में सूचना दी कि 17 जून की रात रूपेश अग्रवाल के बाड़ा में मृतक बलराम सिंह धुर्वे पुत्र इतवारी सिंह से सुमेर सिंह गोड़ एवं उसकी पत्नी ओमवती सिंह परस्ते द्वारा मारपीट कर हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया और उनकी पतासाजी में जुट गई। मुखबिर की सूचना पर ग्राम पाटन गाडासरई जिला डिंडौरी से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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अनूपपुर। नगरपालिका बिजुरी के धोड़हा मोहल्ला में 17-18 जून की रात दो मजदूरों के बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद में 29 वर्षीय मजदूर ट्रैक्टर चालक बलराम सिंह गोंड पुत्र इतवारी सिंह निवासी ग्राम परसवार गाड़ासरई जिला डिंडौरी हाल निवास बिजुरी की मौत हो गई थी। मुखबिर की सूचना पर लल्लू उर्फ सुमेश सिंह गोंड एवं उसकी पत्नी ओमवती सिंह परस्ते को ग्राम पाटन गाड़ासरई जिला डिंडौरी से गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। बिजुरी थाना प्रभारी सुमित कौशिक ने गुरुवार को बताया कि 18 जून को राम सिंह पुत्र सुखसेन सिंह मार्को ने बिजुरी थाने में सूचना दी कि 17 जून की रात रूपेश अग्रवाल के बाड़ा में मृतक बलराम सिंह धुर्वे पुत्र इतवारी सिंह से सुमेर सिंह गोड़ एवं उसकी पत्नी ओमवती सिंह परस्ते द्वारा मारपीट कर हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध किया और उनकी पतासाजी में जुट गई। मुखबिर की सूचना पर ग्राम पाटन गाडासरई जिला डिंडौरी से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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भोपाल। कभी जिस मुरैना ने भारत के संसद भवन को आकार दिया और अपने आप में एक विलक्षण सौंदर्य बोध से दुनिया को परिचित कराया था, स्वाद में गजक के लिए जिसकी पहचान पूरी दुनिया में है, वही मुरैना अब नए रूप में फर्नीचर के नए आयामों को गढ़ने के लिए तैयार हो रहा है। इस शहर में हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर के साथ लकड़ी पर कलाकारी का एक नया भविष्य योजनाबद्ध तरीके से शुरू होगा। सिर्फ डाकुओं के लिए ही नहीं, भवन निर्माण के लिए भी याद किया जाता है मुरैना दरअसल, मुरैना का नाम लेते ही जहन में सबसे पहले जो छवि उभरती है, वह चंबल के बीहड़ क्षेत्र और डाकुओं की है, लेकिन यह तो उसका एक छोटा सा भाग है। इतिहास के झरोखे में देखें तो यही वह स्थान है, जिसने भारत के संसद भवन को आकार देने के लिए एक आधार प्रदान किया था। कहने को भले ही 144 मजबूत स्तंभों पर टिका वर्तमान संसद भवन 93 साल पहले अंग्रेजों ने बनवाया था, लेकिन अंग्रेजों को भी संसद भवन कैसा होना चाहिए, यह सोच डिजाइन के स्तर पर मुरैना से ही मिली थी। यहां के गांव में बने मितावली-पड़ावली का चौसठ योगिनी मंदिर ही वह आधार है, जिसकी कॉपी बनाने का निर्णय इस संसद भवन को निर्मित करनेवाले ब्रिटिश वास्तुविद एडविन के लुटियन और सर हर्बर्ट बेकर ने लिया था। चौसठ योगिनी मंदिर की प्रतिमूर्ति है भारत का संसद भवन संसद भवन का शिलान्यास 12 फरवरी 1921 को ड्यूक आफ कनाट ने किया और छह वर्षों के बाद उद्घाटन तत्कालीन वायसराय लार्ड इरविन ने 18 जनवरी 1927 को किया था। इसके एतिहासिक संदर्भ को देखें तो मुरैना में बने चौसठ योगिनी मंदिर और संसद भवन में पूर्ण समानताएं हैं। हालांकि यब बात अलग है कि तत्कालीन समय में अंग्रेजों को यह कहने में संकोच हो रहा था कि हमने इस भवन का डिजाइन एक हिन्दू मंदिर से लिया है। अंग्रेजों के द्वारा स्थापित किया गया कि भारत का संसद भवन पुर्तगाली स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है। आज यह बात दुनिया को पता चल चुकी है कि भारतीय संसद भवन मुरैना में बने एक हिन्दू मंदिर की ही प्रतिमूर्ति है। अब मुरैना आधुनिक भारत में अपने नए विकास के मॉडल पर चलने को तैयार हो उठा है। यहां शीघ्र ही लकड़ी के कार्य के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं एवं कार्य योजना मूर्त रूप लेती हुई दिखाई देगी। अपने संसदीय क्षेत्र होने के परिणामस्वरूप केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर इस क्षेत्र के विकास के लिए जिस तरह से रुचि ले रहे हैं, उसे देखकर लग रहा है कि आनेवाले दिनों में यह पूरा क्षेत्र देश में अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए जुट गया है। होगा विश्व स्तरीय फर्नीचर उद्योग विकसित केंद्रीय मंत्री तोमर ने इसी तारतम्य में अधिकारियों से चर्चा कर प्रस्ताव दिया है कि मुरैना में फर्नीचर उद्योग विकसित करने की संभावनाएँ तलाशी जाएं। तोमर की पहल पर मुरैना के जिलाधिकारी तथा राज्य सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अधिकारियों ने एक प्रजेन्टेशन दिया है । प्रजेन्टेशन के दौरान फर्नीचर उद्योग से जुड़े निवेशकों ने संतोष जताया और वे यहां पर बड़ी संख्या में निवेश के लिए उत्साहित दिख रहे हैं । हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर कहते हैं ''मुरैना की लकड़ियों से जिले में ही फर्नीचर बनाया जाएगा तो यहां उद्योग विकसित होने के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, साथ ही जिले की अर्थव्यवस्था भी बेहतर हो सकेगी। मुरैना में फर्नीचर बनने से मध्यप्रदेश सहित आसपास के जिलों में इसका विक्रय हो सकेगा, जिससे सभी स्थानों के लोगों को काफी सहूलियत व फायदा होगा।'' इसलिए चुना गया मुरैना को फर्नीचर उद्योग के लिए तोमर इस क्षेत्र को फर्नीचर उद्योग के लिए सबसे मुफीद इसलिए भी मानते हैं क्योंकि मुरैना जिले में आरक्षित वन क्षेत्र 50 हजार,669 हेक्टेयर तथा संरक्षित वन 26 हजार,847 हेक्टेयर हैं, जो ज्यादातर सबलगढ़ एवं जौरा ब्लाक में हैं। जिले में मुख्यतः सागौन, शीशम, नीम, पीपल, बांस, साल, बबूल, हर्रा, पलाश, तेंदू के वृक्ष के वन हैं। इनमें से मुख्यतः शीशम, सागौन, साल की लकड़ियां फर्नीचर में उपयोग होती हैं, वहीं फर्नीचर में इस्तेमाल होने वाली लकड़ियों में देवदार व कठल भी हैं, जो मध्यप्रदेश में बहुतायत में पाई जाती हैं। ये लकड़िया भी फर्नीचर उद्योग के विकास में बहुत उपयोगी हैं। वर्तमान में मुरैना जिले में उत्पादित लकड़ियों का अधिकांश हिस्सा उत्तर प्रदेश व राजस्थान के फर्नीचर निर्माताओं द्वारा उपयोग में लाया जाता है। यहां की लकड़ी और बने हुए फर्नीचर की मांग मध्य प्रदेश की सीमा से लगे राज्यों के अलावा भी देश के अन्य राज्यों में बनी रहती है। वैसे ध्यान में आया है कि फर्नीचर बनाने वाले उद्योग व कारीगरों की बहुत कमी है। तोमर इसलिए मुरैना को एक फर्नीचर निर्माण के रूप में विकसित कर इस कमी को दूर करने के साथ हजारों युवाओं को रोजगार मुहैया कराना चाहते हैं। केंद्र के साथ राज्य शासन करेगी मदद इस नवाचार को लेकर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का कहना है कि राज्य शासन की ओर से इस पहल पर पूरा सहयोग किया जाएगा। हमारा प्रयास रहेगा कि मुरैना जिले में फर्नीचर निर्माण को बहुत ही योजनाबद्ध तरह से विकसित किया जाए। इसके लिए शासन स्तर पर जो भी आवश्यकता होगी, उसकी पूर्ति की जाएगी। बता दें कि मध्यप्रदेश शासन के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने इसी महीने के प्रारंभ में नए नियम जारी किए हैं, जिनके अंतर्गत क्लस्टर्स के लिए राज्य शासन द्वारा रियायती दर पर जमीन आवंटित की जाएगी। निवेशकों में दिखा भारी उत्साह फर्नीचर उद्योग से जुड़े निवेशकों ने भी उत्साह दिखाते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के बावजूद केंद्रीय मंत्री तोमर ने तत्परतापूर्वक इस दिशा में पहल की है। राज्य सरकार की नीतियाँ भी निवेश को प्रोत्साहित करने वाली हैं। ऐसे में निवेशकों द्वारा इस संबंध में शीघ्र ही मुरैना का दौरा कर आगे की रूपरेखा तय की जाएगी। निवेशकों ने इस अभिनव पहल के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही प्रदेश में मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का आभार माना है। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और मुरैना के क्षेत्रीय सांसद नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की पहल पर मुरैना में फर्नीचर क्लस्टर की स्थापना के सिलसिले में बीते दिन ही कृषि भवन, नई दिल्ली में संबंधित अधिकारियों और निवेशकों के साथ वृहद बैठक सम्पन्न हुई है। बैठक में मुरैना को शीघ्र फर्नीचर निर्माण के क्षेत्र में विश्वस्तरीय पहचान बनाने की सहमति बनी है।
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भोपाल। कभी जिस मुरैना ने भारत के संसद भवन को आकार दिया और अपने आप में एक विलक्षण सौंदर्य बोध से दुनिया को परिचित कराया था, स्वाद में गजक के लिए जिसकी पहचान पूरी दुनिया में है, वही मुरैना अब नए रूप में फर्नीचर के नए आयामों को गढ़ने के लिए तैयार हो रहा है। इस शहर में हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर के साथ लकड़ी पर कलाकारी का एक नया भविष्य योजनाबद्ध तरीके से शुरू होगा। सिर्फ डाकुओं के लिए ही नहीं, भवन निर्माण के लिए भी याद किया जाता है मुरैना दरअसल, मुरैना का नाम लेते ही जहन में सबसे पहले जो छवि उभरती है, वह चंबल के बीहड़ क्षेत्र और डाकुओं की है, लेकिन यह तो उसका एक छोटा सा भाग है। इतिहास के झरोखे में देखें तो यही वह स्थान है, जिसने भारत के संसद भवन को आकार देने के लिए एक आधार प्रदान किया था। कहने को भले ही 144 मजबूत स्तंभों पर टिका वर्तमान संसद भवन 93 साल पहले अंग्रेजों ने बनवाया था, लेकिन अंग्रेजों को भी संसद भवन कैसा होना चाहिए, यह सोच डिजाइन के स्तर पर मुरैना से ही मिली थी। यहां के गांव में बने मितावली-पड़ावली का चौसठ योगिनी मंदिर ही वह आधार है, जिसकी कॉपी बनाने का निर्णय इस संसद भवन को निर्मित करनेवाले ब्रिटिश वास्तुविद एडविन के लुटियन और सर हर्बर्ट बेकर ने लिया था। चौसठ योगिनी मंदिर की प्रतिमूर्ति है भारत का संसद भवन संसद भवन का शिलान्यास 12 फरवरी 1921 को ड्यूक आफ कनाट ने किया और छह वर्षों के बाद उद्घाटन तत्कालीन वायसराय लार्ड इरविन ने 18 जनवरी 1927 को किया था। इसके एतिहासिक संदर्भ को देखें तो मुरैना में बने चौसठ योगिनी मंदिर और संसद भवन में पूर्ण समानताएं हैं। हालांकि यब बात अलग है कि तत्कालीन समय में अंग्रेजों को यह कहने में संकोच हो रहा था कि हमने इस भवन का डिजाइन एक हिन्दू मंदिर से लिया है। अंग्रेजों के द्वारा स्थापित किया गया कि भारत का संसद भवन पुर्तगाली स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है। आज यह बात दुनिया को पता चल चुकी है कि भारतीय संसद भवन मुरैना में बने एक हिन्दू मंदिर की ही प्रतिमूर्ति है। अब मुरैना आधुनिक भारत में अपने नए विकास के मॉडल पर चलने को तैयार हो उठा है। यहां शीघ्र ही लकड़ी के कार्य के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं एवं कार्य योजना मूर्त रूप लेती हुई दिखाई देगी। अपने संसदीय क्षेत्र होने के परिणामस्वरूप केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर इस क्षेत्र के विकास के लिए जिस तरह से रुचि ले रहे हैं, उसे देखकर लग रहा है कि आनेवाले दिनों में यह पूरा क्षेत्र देश में अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए जुट गया है। होगा विश्व स्तरीय फर्नीचर उद्योग विकसित केंद्रीय मंत्री तोमर ने इसी तारतम्य में अधिकारियों से चर्चा कर प्रस्ताव दिया है कि मुरैना में फर्नीचर उद्योग विकसित करने की संभावनाएँ तलाशी जाएं। तोमर की पहल पर मुरैना के जिलाधिकारी तथा राज्य सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अधिकारियों ने एक प्रजेन्टेशन दिया है । प्रजेन्टेशन के दौरान फर्नीचर उद्योग से जुड़े निवेशकों ने संतोष जताया और वे यहां पर बड़ी संख्या में निवेश के लिए उत्साहित दिख रहे हैं । हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर कहते हैं ''मुरैना की लकड़ियों से जिले में ही फर्नीचर बनाया जाएगा तो यहां उद्योग विकसित होने के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, साथ ही जिले की अर्थव्यवस्था भी बेहतर हो सकेगी। मुरैना में फर्नीचर बनने से मध्यप्रदेश सहित आसपास के जिलों में इसका विक्रय हो सकेगा, जिससे सभी स्थानों के लोगों को काफी सहूलियत व फायदा होगा।'' इसलिए चुना गया मुरैना को फर्नीचर उद्योग के लिए तोमर इस क्षेत्र को फर्नीचर उद्योग के लिए सबसे मुफीद इसलिए भी मानते हैं क्योंकि मुरैना जिले में आरक्षित वन क्षेत्र 50 हजार,669 हेक्टेयर तथा संरक्षित वन 26 हजार,847 हेक्टेयर हैं, जो ज्यादातर सबलगढ़ एवं जौरा ब्लाक में हैं। जिले में मुख्यतः सागौन, शीशम, नीम, पीपल, बांस, साल, बबूल, हर्रा, पलाश, तेंदू के वृक्ष के वन हैं। इनमें से मुख्यतः शीशम, सागौन, साल की लकड़ियां फर्नीचर में उपयोग होती हैं, वहीं फर्नीचर में इस्तेमाल होने वाली लकड़ियों में देवदार व कठल भी हैं, जो मध्यप्रदेश में बहुतायत में पाई जाती हैं। ये लकड़िया भी फर्नीचर उद्योग के विकास में बहुत उपयोगी हैं। वर्तमान में मुरैना जिले में उत्पादित लकड़ियों का अधिकांश हिस्सा उत्तर प्रदेश व राजस्थान के फर्नीचर निर्माताओं द्वारा उपयोग में लाया जाता है। यहां की लकड़ी और बने हुए फर्नीचर की मांग मध्य प्रदेश की सीमा से लगे राज्यों के अलावा भी देश के अन्य राज्यों में बनी रहती है। वैसे ध्यान में आया है कि फर्नीचर बनाने वाले उद्योग व कारीगरों की बहुत कमी है। तोमर इसलिए मुरैना को एक फर्नीचर निर्माण के रूप में विकसित कर इस कमी को दूर करने के साथ हजारों युवाओं को रोजगार मुहैया कराना चाहते हैं। केंद्र के साथ राज्य शासन करेगी मदद इस नवाचार को लेकर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का कहना है कि राज्य शासन की ओर से इस पहल पर पूरा सहयोग किया जाएगा। हमारा प्रयास रहेगा कि मुरैना जिले में फर्नीचर निर्माण को बहुत ही योजनाबद्ध तरह से विकसित किया जाए। इसके लिए शासन स्तर पर जो भी आवश्यकता होगी, उसकी पूर्ति की जाएगी। बता दें कि मध्यप्रदेश शासन के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने इसी महीने के प्रारंभ में नए नियम जारी किए हैं, जिनके अंतर्गत क्लस्टर्स के लिए राज्य शासन द्वारा रियायती दर पर जमीन आवंटित की जाएगी। निवेशकों में दिखा भारी उत्साह फर्नीचर उद्योग से जुड़े निवेशकों ने भी उत्साह दिखाते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के बावजूद केंद्रीय मंत्री तोमर ने तत्परतापूर्वक इस दिशा में पहल की है। राज्य सरकार की नीतियाँ भी निवेश को प्रोत्साहित करने वाली हैं। ऐसे में निवेशकों द्वारा इस संबंध में शीघ्र ही मुरैना का दौरा कर आगे की रूपरेखा तय की जाएगी। निवेशकों ने इस अभिनव पहल के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही प्रदेश में मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का आभार माना है। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और मुरैना के क्षेत्रीय सांसद नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की पहल पर मुरैना में फर्नीचर क्लस्टर की स्थापना के सिलसिले में बीते दिन ही कृषि भवन, नई दिल्ली में संबंधित अधिकारियों और निवेशकों के साथ वृहद बैठक सम्पन्न हुई है। बैठक में मुरैना को शीघ्र फर्नीचर निर्माण के क्षेत्र में विश्वस्तरीय पहचान बनाने की सहमति बनी है।
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भोपाल। देश का दिल मध्य प्रदेश से धड़कता है। यहां की आधी आबादी अपने विकास में पीछे रहे यह सही नहीं होगा, इसलिए राज्य सरकार एक के बाद एक नवाचारों को सतत कर रही है। जिसमें कि महिलाएं बढ़ चढ़कर आगे भी आ रही हैं। सरकार ने अब तय किया है कि वह महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और महिलाओं के लिए रोजगार अवसर को आसान बनाने के उद्देश्य लोक निर्माण विभाग द्वारा पहली बार ठेकेदारी के लिए पंजीकृत होने वाली मध्यप्रदेश की मूल निवासी महिला ठेकेदारों को पंजीयन शुल्क की छूट प्रदान करेगी। सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री और डिप्लोमा करने वाली युवा महिलाओं को मिलेगा नया अवसर लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि राज्य शासन के इस निर्णय से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री और डिप्लोमा करने वाली युवा महिलाओं तथा अन्य महिलाओं को शासकीय कांट्रेक्टर के रूप में कार्य करने में आसानी होगी। राज्य सरकार द्वारा आत्म-निर्भर मध्य प्रदेश के क्रम में रोजगार संसाधनों के सृजन का जो लक्ष्य रखा गया है उसी कड़ी में एक कदम है। 25 हजार रुपए की रजिस्ट्रेशन फीस में दी गई है छूट इसी के साथ प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मंडलोई ने बताते हैं कि राज्य सरकार द्वारा लोक निर्माण विभाग ठेकेदारों के पंजीयन की वर्तमान प्रचलित केंद्रीकृत व्यवस्था 2016 में संशोधन कर, सोल-प्रोपराइटर महिला ठेकेदारों को पंजीयन शुल्क से मुक्त किया गया है। लेकिन सोल - प्रोपराइटर महिला ठेकेदार फर्म को अन्य व्यक्तियों को सम्मिलित करते हुए, पार्टनरशिप फर्म अथवा कंपनी के रूप में पंजीकृत होने पर पूर्व के अनुसार पंजीयन शुल्क देना होगा। बतादें कि 25 हजार रजिस्ट्रेशन फीस लोक निर्माण विभाग के ठेके लेने के लिए जमा करने पड़ते हैं, अब नए नियमानुसार यह फीस महिलाओं से नहीं ली जाएगी। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की नारी शक्ति को लेकर हुई अंतर्विभागीय मंत्री-समूह की बैठक दूसरी ओर आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप के तहत महिला सशक्तिकरण एवं बाल कल्याण से संबंधित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये अंतर्विभागीय मंत्री-समूह की बैठक की गई है। बैठक में राज्य में महिला नीति, महिला उद्यमों को विशेष प्रोत्साहन देने, प्रत्येक जिले में वर्किंग वुमेन हॉस्टल खोले जाने के साथ ही अन्य कई मुद्दों पर प्रस्तुत किये गये पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन पर चर्चा हुई है । बैठक में खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर सहित महिला-बाल विकास विभाग एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने अध्यक्षता कर रहे गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के सामने 'प्रदेश में सशक्त बने महिलाएं' इस पर गंभीर विचार-विमर्श एवं वर्ष भर के लिए आवश्यक निर्णय लिए गए हैं। पूरा हो रहा प्रधानमंत्री मोदी का सशक्त मातृशक्ति का सपना इन नवाचारों को लेकर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का कहना है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जो सशक्त मातृशक्ति का सपना है, वह आज पूरा हो रहा है । जननायक भाई शिवराज सिंह चौहान बेटियों की उन्नति के लिए जितने प्रतिबद्ध हैं और बेटियों की सुरक्षा, उनके सम्मान एवं उनकी उन्नति, प्रगति, अवसर के लिए जितने नए आयाम आज मध्य प्रदेश में वे स्थापित कर रहे हैं, शायद ही दूसरे प्रदेश या दुनिया में कहीं देखने को मिलेंगे। मैं कहूं इतना तो कोई विचार ही नहीं कर पाता। कोविड-19 की समस्याओं को भी नवाचार कर रहे दूर उषा ठाकुर कहती हैं कि मातृ शक्ति राष्ट्र की आधार शक्ति है। वो विश्व की निर्मातृ शक्ति है, जब वह कोई प्रतिज्ञा बद्ध होकर निकलती है तो वह सारी चुनौतियों को अवसर में बदलती है। कोविड-19 ने जो समस्या हमारे सामने खड़ी कर दी थी उसे हम ऐसे नवाचारों के माध्यम से सफलता के चरमोत्कर्ष पर ले जाना चाहते हैं । आप सभी का सहयोग इन नवाचारों में मिले यही हमारी अपेक्षा है। वे कहती हैं कि बेटी बेटी राष्ट्र का गौरव है, बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओं । संस्कारित बेटी और सशक्त बेटी ही राष्ट्र की मजबूत नींव निर्माण कर सकती है। 21 वीं शताब्दी का जगतगुरू भारत यदि हम बनाना चाहता हैं तो हमारी मातृ शक्ति आपनी संपूर्ण योग्यताओं का समपर्ण देश के निर्माण में करें, यह अपेक्षा पूरा समाज भारत की मातृशक्ति से रखता है और मध्य प्रदेश की सरकार इसी दिशा में अपने नवाचार कर रही है। महिलाओं को मिल रहे रोजगार के अधिकतम अवसर खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया कहती हैं कि रोजगार के अधिकतम अवसर दिलाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार संकल्पित है। कौशल विकास कार्यक्रम संचालित कर युवाओं विशेषकर महिलाओं को सतत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। अभी हाल ही में रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम के अंतर्गत नौ हजार 721 युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया गया है। वे कहती हैं कि कोविड संक्रमण के समय भी अनेकों युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, यह भी एक उपलब्धि है। खेल मंत्री यशोधरा राजे साथ में यह भी जोड़ती हैं कि प्रदेश में कौशल उन्नयन कार्यक्रम को और आगे बढ़ाने को लेकर जिस तरह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 'आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' की संकल्पना में अपना पूर्ण योगदान करने के लिए इन दिनों जो कार्य हो रहा है, वह अपने आप में एक मिसाल है। प्रदेश में महिला उद्यमियों के लिए विशेष क्लस्टर हो रहा तैयार बतादें कि मध्य प्रदेश के चार बड़े शहर भोपाल, इंदौर, जबलपुर व ग्वालियर में महिला उद्यमियों के लिए विशेष क्लस्टर बनने की दिशा में भी इन दिनों तेजी के साथ काम किया जा रहा है। यहां महिलाएं खिलौने और रेडिमेड कपड़े बना पाएंगी। क्लस्टर में महिलाओं को फ्री में जमीन और बिजली भी रियायती दर पर दी जाएगी। साथ ही ब्याज कम दर पर कर्ज उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि महिलाएं अपना उद्यम शुरू करते हुए आत्मनिर्भर बन सकें। इसके लिए प्रदेशस्तरीय महिला उद्यमी राज्य स्तरीय सम्मेलन भी आयोजित हो चुका है । जिसमें महिला उद्यमियों से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई थी । अब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा इसे लेकर आगे की रणनीति बना रहे हैं।
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छिंदवाड़ा। महाराष्ट्र के नागपुर से पिकनिक मनाने के लिए छिंदवाड़ा जिले के सौसर में पिपलानारायणवार स्थित घोघरा वाटर फॉल आए 2 परिवार बीती रात बाढ़ में घिर गए। फॉल में अचानक पानी आ गया और दोनों परिवार टापू पर ही फंस गये। करीब 3 घंटे चले रेस्क्यू के बाद देर रात 11 बजे सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के नागपुर से दो परिवार मंगलवार को पिकनिक मनाने के लिए पिपलानारायणवार से लगे घोघरा वाटर फाल आये थे। इस दौरान शाम के समय अचानक वाटर फाल में पानी आ गया और दोनों परिवार के करीब 12 सदस्य टापू पर ही फंस गये। इसके बाद चीख पुकार मच गई। परिवार जान बचाने के लिए टापू पर चढ़ गए। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर पीपला और मोहगांव के तैराक बुलवाए। फंसे लोगों को रस्सी के सहारे निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन पानी का तेज बहाव और अंधेरे की वजह से रेस्क्यू में थोड़ी मुश्किल हुई। रात तकरीबन 10 बजे 4 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। रात 11 बजे तक सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया। रेस्क्यू कर विधाबाई पत्नी राजू गुर्जर, बादल पुत्र राजू गुर्जर, प्रिया पुत्री बादल गुर्जर, बारिभ पुत्र राजू गुर्जर, निकिता पत्नी बारिभ गुर्जर, चन्द्रजीत पुत्र किशोर तिरपुड़े, कोमल पत्नी चन्द्रजीत तिरपुड़े, आयांश पुत्र चन्द्रजीत तिरपुड़े, शिवानी पुत्री कैलाश पराने, यश पुत्र कैलाश पराने, ग्लेही पुत्री कैलाश पराने और कोकिला पत्नी संतोष दाऊषकर को बचाया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य की जांच सौंसर अस्पताल में कराया गया।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के नये मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब यह संख्या 100 से नीचे पहुंच गई है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 89 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 19 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 89 हजार, 350 और मृतकों की संख्या 8,786 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में भोपाल-19, इंदौर-17 के अलावा अन्य जिलों में 10 से कम नये मरीज मिले हैं, जबकि राज्य के 29 जिले ऐसे भी हैं, जहां आज नये प्रकरण शून्य रहे।बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 64,926 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 89 पॉजिटिव और 64,837 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 143 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 0.1 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,89,261 से बढ़कर 7,89,350 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1,52,761, भोपाल-1,23,032, ग्वालियर-53,052, जबलपुर-50,540, उज्जैन-18,881, रतलाम+17,818, सागर-16,537, रीवा-16,425, खरगौन-13,946, बैतूल-12,848, धार-12,515, शिवपुरी-12,384, सतना-11,960, विदिशा-11,907, नरसिंहपुर-11,190, होशंगाबाद-10,662, सीहोर-10,128, शहडोल-10,079, कटनी-9362, सीधी-9219, अनूपपुर-9228, रायसेन-9213, बालाघाट-9077, सिंगरौली-8786, मंदसौर-8632, राजगढ़-8645, बड़वानी-8345, मुरैना-8229, दमोह-8086, नीमच-7911, देवास-7723, झाबुआ-7683, छतरपुर-7596, पन्ना-7308, दतिया-6950, टीकमगढ़-6855, सिवनी-6761, छिंदवाड़ा-6727, शाजापुर-6340, उमरिया-6287, मंडला-5184, गुना-5128, हरदा-5044, डिंडौरी-4616, खंडवा-4040, श्योपुर-3998, निवाड़ी-3700, अशोकनगर-3655, अलीराजपुर-3499, आगरमालवा-3298, भिण्ड-2992 और बुरहानपुर-2568 मरीज शामिल हैं।राज्य में आज कोरोना से 19 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में रतलाम के चार, सागर के तीन, जबलपुर, बैतूल, सीहोर के दो-दो तथा ग्वालियर, उज्जैन, सतना, विदिशा, शाजापुर और श्योपुर के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या 8767 से बढ़कर 8786 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 1376, भोपाल 972, ग्वालियर-628, जबलपुर-657, उज्जैन-172, रतलाम-352, खरगौन-238, सागर-364, रीवा-155, बैतूल-240, धार-130, होशंगाबाद-99, शिवपुरी-125, विदिशा-222, नरसिंहपुर-81, सतना-133, सीहोर-60, शहडोल-118, कटनी-117, सीधी-87, अनूपपुर-89, रायसेन-193, बालाघाट-64, सिंगरौली-81, मंदसौर-84, राजगढ़-154, बड़वानी-89, मुरैना-92, दमोह-175, नीमच-84, देवास-51, झाबुआ-62, छतरपुर-91, पन्ना-62, दतिया-78, टीकमगढ़-110, सिवनी-28, छिंदवाड़ा-120, शाजापुर-64, उमरिया-63, मंडला-23, गुना-44, हरदा-95, डिंडौरी-29, खंडवा-94, श्योपुर-76, निवाड़ी-48, अशोकनगर-38, अलीराजपुर-47, आगरमालवा-61, भिण्ड-32 और बुरहानपुर-39 व्यक्ति शामिल है।बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,78,584 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 304 मरीज सोमवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 1,980 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के नये मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब यह संख्या 100 से नीचे पहुंच गई है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 89 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 19 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 89 हजार, 350 और मृतकों की संख्या 8,786 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में भोपाल-19, इंदौर-17 के अलावा अन्य जिलों में 10 से कम नये मरीज मिले हैं, जबकि राज्य के 29 जिले ऐसे भी हैं, जहां आज नये प्रकरण शून्य रहे।बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 64,926 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 89 पॉजिटिव और 64,837 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 143 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 0.1 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7,89,261 से बढ़कर 7,89,350 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 1,52,761, भोपाल-1,23,032, ग्वालियर-53,052, जबलपुर-50,540, उज्जैन-18,881, रतलाम+17,818, सागर-16,537, रीवा-16,425, खरगौन-13,946, बैतूल-12,848, धार-12,515, शिवपुरी-12,384, सतना-11,960, विदिशा-11,907, नरसिंहपुर-11,190, होशंगाबाद-10,662, सीहोर-10,128, शहडोल-10,079, कटनी-9362, सीधी-9219, अनूपपुर-9228, रायसेन-9213, बालाघाट-9077, सिंगरौली-8786, मंदसौर-8632, राजगढ़-8645, बड़वानी-8345, मुरैना-8229, दमोह-8086, नीमच-7911, देवास-7723, झाबुआ-7683, छतरपुर-7596, पन्ना-7308, दतिया-6950, टीकमगढ़-6855, सिवनी-6761, छिंदवाड़ा-6727, शाजापुर-6340, उमरिया-6287, मंडला-5184, गुना-5128, हरदा-5044, डिंडौरी-4616, खंडवा-4040, श्योपुर-3998, निवाड़ी-3700, अशोकनगर-3655, अलीराजपुर-3499, आगरमालवा-3298, भिण्ड-2992 और बुरहानपुर-2568 मरीज शामिल हैं।राज्य में आज कोरोना से 19 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में रतलाम के चार, सागर के तीन, जबलपुर, बैतूल, सीहोर के दो-दो तथा ग्वालियर, उज्जैन, सतना, विदिशा, शाजापुर और श्योपुर के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या 8767 से बढ़कर 8786 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 1376, भोपाल 972, ग्वालियर-628, जबलपुर-657, उज्जैन-172, रतलाम-352, खरगौन-238, सागर-364, रीवा-155, बैतूल-240, धार-130, होशंगाबाद-99, शिवपुरी-125, विदिशा-222, नरसिंहपुर-81, सतना-133, सीहोर-60, शहडोल-118, कटनी-117, सीधी-87, अनूपपुर-89, रायसेन-193, बालाघाट-64, सिंगरौली-81, मंदसौर-84, राजगढ़-154, बड़वानी-89, मुरैना-92, दमोह-175, नीमच-84, देवास-51, झाबुआ-62, छतरपुर-91, पन्ना-62, दतिया-78, टीकमगढ़-110, सिवनी-28, छिंदवाड़ा-120, शाजापुर-64, उमरिया-63, मंडला-23, गुना-44, हरदा-95, डिंडौरी-29, खंडवा-94, श्योपुर-76, निवाड़ी-48, अशोकनगर-38, अलीराजपुर-47, आगरमालवा-61, भिण्ड-32 और बुरहानपुर-39 व्यक्ति शामिल है।बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,78,584 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 304 मरीज सोमवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 1,980 हैं।
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भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय उद्यान वन विहार-जू गत गुरुवार को पर्यटकों के खोल दिया गया था। वन विहार के खुलते ही बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने का तांता लगा हुआ है। यहां गुरुवार और शनिवार को दो दिन में 4 हजार 98 पर्यटकों ने प्रकृति और वन्य प्राणी को देखने का आनंद लिया। इससे वन विहार प्रबंधन को एक लाख 81 हजार 670 रुपये की आमदनी हुई है।जनसम्पर्क अधिकारी ऋषभ जैन ने शनिवार शाम को बताया कि वन विहार प्रबंधन के अनुसार, केवल शनिवार के दिन सुबह 6 से रात्रि 7 बजे की अवधि में 3 हजार से ज्यादा पर्यटकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। वन विहार में आने वाले पर्यटकों से कोरोना गाइड लाइन का पालन कराए जाने के साथ ही बिना मास्क के किसी भी पर्यटक को अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वन विहार सप्ताह में पाँच दिन ही खुल रहा है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय उद्यान वन विहार-जू गत गुरुवार को पर्यटकों के खोल दिया गया था। वन विहार के खुलते ही बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने का तांता लगा हुआ है। यहां गुरुवार और शनिवार को दो दिन में 4 हजार 98 पर्यटकों ने प्रकृति और वन्य प्राणी को देखने का आनंद लिया। इससे वन विहार प्रबंधन को एक लाख 81 हजार 670 रुपये की आमदनी हुई है।जनसम्पर्क अधिकारी ऋषभ जैन ने शनिवार शाम को बताया कि वन विहार प्रबंधन के अनुसार, केवल शनिवार के दिन सुबह 6 से रात्रि 7 बजे की अवधि में 3 हजार से ज्यादा पर्यटकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। वन विहार में आने वाले पर्यटकों से कोरोना गाइड लाइन का पालन कराए जाने के साथ ही बिना मास्क के किसी भी पर्यटक को अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वन विहार सप्ताह में पाँच दिन ही खुल रहा है।
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भोपाल। पाकिस्तान पर बने सिस्टम से पांच दिन से ठिठककर खड़े मानसून को कुछ ऊर्जा मिलना शुरू हो गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौजूदा स्थिति को देखते हुए शनिवार को मानसून पूरे मध्यप्रदेश में छा सकता है। वर्तमान में प्रदेश के 90 फीसद क्षेत्र में मानसून आ चुका है। रविवार तक पूरे प्रदेश में मानसून छा जाएगा। इसके साथ ही बारिश की गतिविधियों में भी कुछ बढ़ोतरी होने लगी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून ने इस बार अपनी निर्धारित तारीख 16 जून से छह दिन पहले 10 जून को ही मप्र में दस्तक दे दी थी। ताबड़तोड़ ढंग से आगे बढ़ते हुए मानसून तीन दिन में राजधानी सहित प्रदेश के आधे हिस्से में छा गया था, लेकिन इसके बाद नमी नहीं मिलने के कारण मानसून शिथिल पड़ गया था, हालांकि इस दौरान बंगाल की खाड़ी से नमी मिलते रहने के कारण पूर्वी मप्र में बारिश का सिलसिला जारी रहा, पश्चिमी मप्र के कुछ जिलों में भी रूक-रूक कर बौछारें पड़ती रहीं। वर्तमान में दक्षिणी पाकिस्तान पर 5.8 किलोमीटर पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम के असर से गुजरात और उससे लगे मालवा के क्षेत्र को अरब सागर से अच्छी नमी मिलना शुरू हो गई है। इससे मानसून को भी आगे बढऩे में ऊर्जा मिली है। हरियाणा पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। उत्तरी राजस्थान पर भी एक चक्रवात मौजूद है। उत्तर-पश्चिम बिहार पर एक कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। इसके अलावा महाराष्ट्र से लेकर केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन पांच वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आई है। शनिवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की भी संभावना है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सीधी में 75.6, सिवनी में 68.6, रतलाम में 60, नरसिंहपुर में 32, रायसेन में 20, रीवा में 18.6, सतना में 14.2, पचमढ़ी में 7, खजुराहो में 6.4,दमोह, शाजापुर में 6, भोपाल में 4.1, गुना में 3, सागर, होशंगाबाद में 2.6, उज्जैन में 2, मलाजखंड में 1.8, इंदौर में 1.7, उमरिया में 1.6, भोपाल शहर में 0.4 मिलीमीटर बरसात हुई। इन क्षेत्रों में बारिश के आसारमानसून के सक्रिय होने से रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, होशंगाबाद, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में बारिश की संभावना है। इनमें रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।
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विदिशा। जिले के सिरोंज थाना क्षेत्र में भोपाल-विदिशा मार्ग पर ग्राम चौड़ा खेड़ी, कांकड़ खेड़ी घाटी के पास बीती देर रात एक तेज रफ्तार कार और बाइक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक चार साल का बच्चा भी शामिल है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। सिरोंज थाना पुलिस के अनुसार, मोटरसाइकिल पर ग्राम चितावर के एक ही परिवार को चार लोग परिवार में शादी की खरीदारी के लिए सिरोंज आए थे, गुरुवार रात को वापस अपने गांव जा रहे थे, तभी यह हादसा हो गया।सवार थे। सिंरोंज-भोपाल रोड पर कांकड़ खेड़ी घाटी पर मोटरसाइकिल ट्रक को ओवरटेक करते समय सामने से आती एक कार से टकरा गई। इस हादसे में मोटरसाइकिल पर सवार चारों लोगों की मौत हो गई। थाना प्रभारी पंकज गीते ने बताया कि पुलिस को रात करीब 11:45 बजे घटना की सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की। मृतकों की पहचान 45 वर्षीय मीना वाल्मीकि, उनके पति 50 वर्षीय गोपाल वाल्मीकि, 40 वर्षीय मदनलाल वाल्मीकि और 4 साल का बच्चा ऋषि वाल्मीकि के रूप में हुई है। शुक्रवार को पुलिस ने मृतकों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। घटना की जांच की जा रही है। हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमण के मामलों में राहत मिली है। यहां कोरोना के नये मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 21 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,52,713 हो गई है। वहीं, कोरोना से यहां लगातार दूसरे दिन कोई मौत नहीं हुई है। यहां दो दिन से मृतकों की संख्या स्थिर है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 9,275 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 21 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 52 हजार 713 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। यहां मृतकों की संख्या 1374 है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 78 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 50 हजार 863 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल इंदौर में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 476 है, जिनका उपचार चल रहा है।
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खरगौन। खरगौन जिले में कलेक्टर अनुग्रहा पी. के निर्देशों और सहायक आबकारी आयुक्त मनीष खरे के मार्गदर्शन में अवैध मदिरा के निर्माण, संग्रहण, परिवहन, विक्रय एवं चौर्यनयन के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इस विशेष अभियान के तहत गुरुवार सुबह बड़ी कार्यवाही की गई। सहायक जिला आबकारी अधिकारी बसंत कुमार भीटे ने बताया कि जिले के कसरावद वृत के संवेदनशील ग्राम अहिल्यापुरा, बहादरपुरा, पीपली व सरवरदेवला में कार्यवाही कर बड़ी मात्रा में महूआ लहान जब्त कर विधिवत नष्ट किया गया। मप्र आबकारी अधिनियम की धारा 34 (1) क,च के तहत 07 प्रकरण दर्ज कर 03 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान 92 लीटर हाथभट्टी मदिरा जप्त की गई और लगभग 20,500 किलोग्राम महुआ लहान मौके पर विधिवत नष्ट किया गया। जब्त मदिरा एवं महुआ लहान व जब्त सामग्री का बाजार मूल्य लगभग दस लाख साठ हजार रुपये है। पूरी कार्यवाही में आबकारी उपनिरीक्षक मोहनलाल भायल, मुकेश गौर, दिनेश सिंह चौहान, ओमप्रकाश मालवीय, सचिन भास्करे एवं जिले के समस्त वृतों के आबकारी मुख्य आरक्षक, आबकारी आरक्षको का सराहनीय योगदान रहा।
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भोपाल। आगामी 21 जून को 7वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में 'Be With Yoga Be at Home' थीम के साथ योगाभ्यास का आयोजन किया जाना है। वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के दौरान विगत वर्ष 2020 की भॉति घर पर ही रहकर विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है। योग से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये और योग को आम जनता की दिनचर्या में शामिल करने के उद्देश्य से मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली द्वारा निर्धारित प्रोटोटाइप के अनुसार विश्व योग दिवस में अपने-अपने घरों से सामूहिक योगाभ्यास किया जायेगा। कोविड-19 और अन्य बीमारी के संक्रमण से बचाव के लिये तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में योग की विशेष भूमिका है। लॉकडाउन के चलते जब सभी लोग घरों में सीमित रह गये और शारीरिक क्रिया-कलाप कम हो गये, जिसका प्रतिकूल प्रभाव शारीरिक और मानसिक स्तर पर पड़ा। साथ ही, जो लोग संक्रमित हो गये थे, उन्हें संक्रमण से और संक्रमण के पश्चात होने वाले अन्य प्रतिकूल प्रभाव से बचाव में आयुष विभाग द्वारा योग से निरोग कार्यक्रम होम आइसोलेटेड मरीजों के लिये प्रारंभ किया, जिसके सार्थक परिणाम रहे हैं। इसी क्रम में योग से निरोग कार्यक्रम से पोस्ट कोविड और अन्य रोगियों को भी जोड़े जाने के लिये कार्यक्रम को निरंतर लागू किया जा रहा है। विश्व योग दिवस के दिन सुबह 7 बजे से 7.45 बजे तक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सहयोग से उचित आसन और प्राणायाम कर विश्व योग दिवस को सफल बनाने की अपील की गयी है। 21 जून को आयुष विभाग भारत सरकार द्वारा जारी योग प्रोटोकॉल के अनुसार सभी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, इण्डियन योग एसोसिएशन, पतंजलि योगपीठ एवं आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्य अपने घर से ही योगाभ्यास करेंगे। इसका प्रसारण वेबएक्स एप, यू-ट्यूब, ट्वीटर के माध्यम से किया जायेगा।
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उज्जैन। बाबा महाकाल की हर वर्ष श्रावण-भादौ मास में सवारी निकलती है। इस वर्ष श्रावण मास 25 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। 26 जुलाई को सोमवार होने से श्रावण मास की पहली सवारी इस दिन निकलना है। इधर प्रशासनिक सूत्रों का दावा है कि इस दिशा में फिलहाल कोई विचार नहीं किया गया है। जुलाई माह के दूसरे सप्ताह में इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। तब तक कोरोना संक्रमण को लेकर स्थितियां साफ हो जाएंगी। जिला प्रशासन द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में 28 जून से श्रद्धालुओं को दर्शन कराने हेतु रोड मेप बनाया जा रहा है। अभी यह तय नहीं है कि 25 जून के बाद प्रशासन इस रोड मेप में किस प्रकार की नीतियां तय करता है। अभी सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं। इधर जिला प्रशासन के अधिकारियों की एक बैठक में आंतरिक रूप से यह तय कर लिया गया है कि फिलहाल 15 जुलाई तक महाकाल बाबा की सवारी निकालने को लेकर कुछ भी तय नहीं किया जाएगा। तब तक कोरोना संक्रमण को लेकर स्थितियां साफ हो जाएंगी। उसके बाद ही तय होगा कि श्रावण मास में श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु प्रवेश किस प्रकार से दिया जाए और 26 जुलाई को श्रावण मास के पहले सोमवार को निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी को लेकर क्या किया जाए? सूत्रों का कहना है कि भोपाल से भी निर्देश हैं कि इस मामले में कोई जल्दबाजी न की जाए। अभी निर्णय लेने और बाद में संशोधन होने पर असमंजस की स्थितियां रहेंगी। ऐसे में फिलहाल यह भविष्य के गर्भ में है कि श्रावण मास में श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था कैसी रहेगी और बाबा महाकाल की सवारी का स्वरूप क्या होगा?
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उज्जैन। बाबा महाकाल की हर वर्ष श्रावण-भादौ मास में सवारी निकलती है। इस वर्ष श्रावण मास 25 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। 26 जुलाई को सोमवार होने से श्रावण मास की पहली सवारी इस दिन निकलना है। इधर प्रशासनिक सूत्रों का दावा है कि इस दिशा में फिलहाल कोई विचार नहीं किया गया है। जुलाई माह के दूसरे सप्ताह में इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। तब तक कोरोना संक्रमण को लेकर स्थितियां साफ हो जाएंगी। जिला प्रशासन द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में 28 जून से श्रद्धालुओं को दर्शन कराने हेतु रोड मेप बनाया जा रहा है। अभी यह तय नहीं है कि 25 जून के बाद प्रशासन इस रोड मेप में किस प्रकार की नीतियां तय करता है। अभी सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं। इधर जिला प्रशासन के अधिकारियों की एक बैठक में आंतरिक रूप से यह तय कर लिया गया है कि फिलहाल 15 जुलाई तक महाकाल बाबा की सवारी निकालने को लेकर कुछ भी तय नहीं किया जाएगा। तब तक कोरोना संक्रमण को लेकर स्थितियां साफ हो जाएंगी। उसके बाद ही तय होगा कि श्रावण मास में श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु प्रवेश किस प्रकार से दिया जाए और 26 जुलाई को श्रावण मास के पहले सोमवार को निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी को लेकर क्या किया जाए? सूत्रों का कहना है कि भोपाल से भी निर्देश हैं कि इस मामले में कोई जल्दबाजी न की जाए। अभी निर्णय लेने और बाद में संशोधन होने पर असमंजस की स्थितियां रहेंगी। ऐसे में फिलहाल यह भविष्य के गर्भ में है कि श्रावण मास में श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था कैसी रहेगी और बाबा महाकाल की सवारी का स्वरूप क्या होगा?
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सिवनी। जिले के कलेक्टर डाॅ.राहुल हरिदास फांटिग द्वारा गत दिवस औचक निरीक्षण के दौरान चैकपोस्ट पर अनुपस्थित पाये गये 02 कोटवारों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं 02 पटवारियों को कारण बताओं नोटिस सोमवार को जारी किया गया है। दरअसल, जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले की सीमा में प्रवेश मार्गों में चेकपोस्ट स्थापित कर आने जाने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग एवं अन्य कार्यवाही के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति गई है। कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा विगत दिवस किए गए सीलादेही चेकपोस्ट के औचक निरीक्षण में पदस्थ कोटवार ग्राम लोनिया रामगोपाल एवं ग्राम पलारी के कोटवार मनोज मेश्राम को अनुपस्थित पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसी तरह पटवारी शीतल रांहगडाले एवं श्रृद्धा उईके को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। दो दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। समयावधि में जवाब प्रस्तुत न करने तथा उत्तर संतोषजनक न होने पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।
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सिवनी। जिले के कलेक्टर डाॅ.राहुल हरिदास फांटिग द्वारा गत दिवस औचक निरीक्षण के दौरान चैकपोस्ट पर अनुपस्थित पाये गये 02 कोटवारों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं 02 पटवारियों को कारण बताओं नोटिस सोमवार को जारी किया गया है। दरअसल, जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले की सीमा में प्रवेश मार्गों में चेकपोस्ट स्थापित कर आने जाने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग एवं अन्य कार्यवाही के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति गई है। कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा विगत दिवस किए गए सीलादेही चेकपोस्ट के औचक निरीक्षण में पदस्थ कोटवार ग्राम लोनिया रामगोपाल एवं ग्राम पलारी के कोटवार मनोज मेश्राम को अनुपस्थित पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसी तरह पटवारी शीतल रांहगडाले एवं श्रृद्धा उईके को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। दो दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। समयावधि में जवाब प्रस्तुत न करने तथा उत्तर संतोषजनक न होने पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।
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सिवनी। जिले के कलेक्टर डाॅ.राहुल हरिदास फांटिग द्वारा गत दिवस औचक निरीक्षण के दौरान चैकपोस्ट पर अनुपस्थित पाये गये 02 कोटवारों को निलंबित कर दिया गया है, वहीं 02 पटवारियों को कारण बताओं नोटिस सोमवार को जारी किया गया है। दरअसल, जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले की सीमा में प्रवेश मार्गों में चेकपोस्ट स्थापित कर आने जाने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग एवं अन्य कार्यवाही के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति गई है। कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा विगत दिवस किए गए सीलादेही चेकपोस्ट के औचक निरीक्षण में पदस्थ कोटवार ग्राम लोनिया रामगोपाल एवं ग्राम पलारी के कोटवार मनोज मेश्राम को अनुपस्थित पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसी तरह पटवारी शीतल रांहगडाले एवं श्रृद्धा उईके को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। दो दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। समयावधि में जवाब प्रस्तुत न करने तथा उत्तर संतोषजनक न होने पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।
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भोपाल। कोरोना महामारी की दूसरी लहर को मध्य प्रदेश सरकार ने चुनौती के रूप में लिया है। साढ़े सात करोड़ की जनसंख्या वाला यह राज्य अपनी स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने के लिए तत्पर है। इस दिशा में मध्य प्रदेश सरकार के प्रयास दिखाई दे रहे हैं। कोरोना काल में जिस तरह देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हुई और मरीजों की मृत्यु का कारण बनी, उससे मध्य प्रदेश की शिवराज राज्य ने सबक लिया है। इस विपरीत परस्थिति में राज्य ने ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ाने में ही अपना हित देखा और इस दिशा में तेजी के साथ अपने कार्य शुरू कर दिये हैं। अब इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। ऑक्सीजन प्लांट लगाने में मिल रही केंद्र सरकार की मदद दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर मध्य प्रदेश को ऑक्सीजन उत्पादन में आत्म-निर्भर बनाने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। मप्र सरकार ने नई नीति के तहत ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर 75 करोड़ रुपए तक की सहायता राशि देने के साथ ही सरकारी स्तर पर अपने अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाना शुरू किया है। जिसमें अब तक कई पीएसए ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं। इसमें प्रदेश को लगातार केंद्र सरकार की मदद मिल रही है। डीआरडीओ कर रहा है ऑनसाईट ऑक्सीजन गैस जनरेटर प्लांट विकसित केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कहते हैं, 'ऑक्सीजन की उपलब्धता के मामले में केंद्र एवं मध्य प्रदेश शासन लगातार मिलकर कार्य कर रहे हैं। शीघ्र ही मध्य प्रदेश ऑक्सीजन के मामले में आत्म-निर्भर होगा।' रक्षा मंत्रालय की एजेंसी डीआरडीओ द्वारा अस्पताल में ही नई डेबेल तकनीक के आधार पर चलने वाले ऑनसाईट ऑक्सीजन गैस जनरेटर प्लांट विकसित किये गए हैं। मध्य प्रदेश के आठ जिलों बालाघाट, धार, दमोह, जबलपुर, बडवानी, शहडोल, सतना और मंदसौर में पांच करोड़ 87 लाख रुपये से अधिक की लागत के इसी पर तकनीक आधारित 570 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले ऑनसाईट ऑक्सीजन गैस जनरेटर प्लांट लगाने पर काम हो रहा है। ऑक्सीजन में हर जिला होगा आत्मनिर्भर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इस मामले में कहना है कि उन्होंने ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनने का फैसला लिया है। इसमें केंद्र भी हमारी मदद कर रहा है। इस मदद के कारण ही हम जल्द ही ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएंगें। सभी जिलों को ऑक्सीजन के मामले में आत्म-निर्भर बनाने के लिए कमर कस ली है। सहायता का विशिष्ट पैकेज है इन सभी के लिए गृहमंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा बताते हैं कि 75 करोड़ रुपए तक की सहायता का विशिष्ट पैकेज प्रदान करने वाली इस योजना का लाभ नई यूनिट्स, वर्तमान में चल थी यूनिट्स, मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों और नर्सिंग होम भी उठा सकेंगे। इसमें न्यूनतम 10 क्यूबिक मीटर प्रति घंटा ऑक्सीजन उत्पादन करने वाली इकाइयों को 50 फीसदी की दर और अधिकतम 75 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी। इकाइयों को फिलहाल जो इलेक्ट्रिसिटी टैरिफ चल रहा है, उसपर भी एक रुपए प्रति यूनिट की छूट दी जाएगी। तीन चरणों में हो जाएगा पूरा कार्य प्रदेश के 13 जिलों में मेडिकल कॉलेज होने से वहां पूर्व से ही ऑक्सीजन की बल्क स्टोरेज यूनिट्स उपलब्ध हैं। प्रदेश के शेष 37 जिलों के लिए राज्य सरकार द्वारा स्वयं के बजट से जिला अस्पतालों में पीएसए तकनीक से तैयार होने वाले नए ऑक्सीजन प्लांट्स लगाए जा रहे हैं। इनमें से प्रथम चरण में 13 जिलों में, द्वितीय चरण में नौ जिलों में और तृतीय चरण में शेष 15 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट्स लग रहे हैं। इससे प्रदेश में ऑक्सीजन के लिए बाहरी स्त्रोतों पर निर्भरता लगभग न के बराबर हो जायेगी। नवीनतम तकनीक से ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य कौंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च, भारत सरकार द्वारा अधिकृत संस्था के माध्यम से प्रदेश के पांच जिला चिकित्सालयों भोपाल, रीवा, इंदौर, ग्वालियर और शहडोल में नवीनतम वीपीएसए तकनीक आधारित आक्सीजन प्लांट्स एक करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से लगाये जा रहे हैं। इनमें 300 से 400 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन बनेगी, जो लगभग 50 बेड्स के लिए पर्याप्त होगी। इस नवीनतम तकनीक से ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने वाला मध्य प्रदेश, देश का पहला राज्य है। इसके साथ ही राज्य में सरकारी अस्पतालों के बेड्स को ऑक्सीजन बेड्स में परिवर्तित करने के लिए पाइप लाइन डालने का कार्य भी युद्ध स्तर पर जारी है। अब तक लग गए ऑक्सीजन के 20 प्लांट स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी कहते हैं कि राज्य सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और कम्युनिटी हॉस्टिपटल में 111 हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए (प्रेशर स्विंग, एडजॉर्व्सन) ऑक्सीजन प्लांट लगाने के ऑर्डर दिये गये थे। शासन द्वारा जारी आदेश के अनुक्रम में अब तक 20 प्लांट लगाये जा चुके हैं। 111 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट 30 सितम्बर तक लग जाएंगे यहां वे बताते हैं कि पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को समय पर लगाने के लिये संबंधित निर्माता कम्पनियों को निर्देशित किया गया है। 15 जून तक 25 और 30 जुलाई तक 81 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिये जाएंगे। जबकि 30 अगस्त तक 91 और 30 सितम्बर तक पूरे 111 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना अस्पतालों में कर दी जायेगी। इनसे अस्पताल के लिये ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। अस्पतालों में उपलब्ध ऑक्सीजन बेड और आईसीयू आदि को ध्यान में रखते हुए जरूरत की ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित हो सके, इसी अनुक्रम में क्षमता के पीएसए प्लांट लगाये जा रहे हैं। केन्द्र और राज्य सरकार की मद से प्राप्त राशि से हो रहा पूरा कार्य उनका कहना है कि इसमें 100 लीटर प्रति मिनिट से लेकर 1500 लीटर प्रति मिनिट की क्षमता वाले पीएसए प्लांट शामिल हैं। पीएसए प्लांट्स की स्थापना 10 बिस्तर के आईसीयू अस्पतालों से लेकर 150 बिस्तर (आईसीयू) वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये की जा रही है। उन्होंने बताया कि पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की मद से प्राप्त राशि से की गई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमण के मामलों में राहत मिली है। यहां कोरोना के नये मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। इंदौर में लगातार दूसरे दिन नये प्रकरण 100 से नीचे आए हैं। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 82 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,52, 519 और मृतकों की संख्या 1370 हो गई है। एक दिन पहले यहां कोरोना के 96 नये मामले सामने आए थे।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 10,017 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 82 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 52 हजार 519 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1370 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 127 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 50 हजार 454 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल इंदौर में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 695 है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश से कोरोना को लेकर बड़ी राहत भरी खबर है। यहां रोजाना कोरोना संक्रमण के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1854 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 63 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 75 हजार, 709 और मृतकों की संख्या 7891 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर- 526, भोपाल- 389, ग्वालियर- 68, जबलपुर- 103, उज्जैन- 29, सागर- 66, खरगौन- 28, रतलाम- 39, रीवा- 25, बैतूल- 24, विदिशा- 17, धार- 24, सतना- 09, नरसिंहपुर- 07, होशंगाबाद- 16, बड़वानी- 07, शिवपुरी- 27, कटनी- 07, शहडोल- 14, बालाघाट- 20, झाबुआ- 07, सीहोर- 27, छिंदवाड़ा- 05, राजगढ़- 22, रायसेन- 14, मुरैना- 48, नीमच- 17, मंदसौर- 12, देवास- 07, दमोह- 46, शाजापुर- 01, छतरपुर- 08, अनूपपुर- 30, सिंगरौली- 05, सिवनी- 15, सीधी- 21, टीकमगढ़- 07, दतिया-05, गुना- 04, खंडवा- 02, पन्ना- 09, उमरिया-04, हरदा- 01, मंडला- 05, अलिराजपुर- 04, डिंडौरी-06, अशोकनगर-03, श्योपुर- 40, भिंड- 07, बुरहानपुर- 01, आगरमालवा- 00, निवाड़ी- 16 मरीज मिले हैं। आज प्रदेश के सभी 51 जिलों में कोरोना के प्रकरण पाये गए। आगर मालवा जिला पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है। यहां कोरोना संक्रमण के एक भी पॉजिटिव मामले नहीं आए है। बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 72,210 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1854 पॉजिटिव और 70,356 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 115 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 02.5 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 07,75, 709 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 148448, भोपाल- 120039, ग्वालियर- 52680, जबलपुर- 49510, उज्जैन- 18668, सागर- 16276, खरगौन- 13724, रतलाम- 17540, रीवा- 16238, बैतूल- 12607, विदिशा- 11773, धार- 12353, सतना- 11876, नरसिंहपुर- 11103, बड़वानी- 8268, होशंगाबाद- 10540, शिवपुरी- 12305, कटनी- 9340, बालाघाट- 8955, शहडोल- 10012, छिंदवाड़ा- 6623, झाबुआ- 7649, सिहोर- 9989, राजगढ़- 8480, रायसेन- 9062, नीमच- 7801, मुरैना- 8077, मंदसौर- 8513, देवास- 7664, शाजापुर- 6258, दमोह- 7935, छतरपुर- 7545, अनूपपुर- 9076, सिवनी- 6653, सिंगरौली- 8745, सीधी- 9110, टीकमगढ़- 6820, दतिया- 6884, खंडवा- 4022, गुना- 5035, पन्ना- 7211, उमरिया- 6213, हरदा- 4970, मंडला- 5163, अलिराजपुर- 3486, डिंडौरी- 4576, अशोकनगर- 3580, श्योपुर- 3928, भिंड- 2973, बुरहानपुर- 2546, आगरमालवा- 3258, निवाड़ी- 3609 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 63 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर, रीवा और भोपाल में चार, ग्वालियर और जबलपुर में सात, सागर में नौ, विदिशा में छह, बैतूल में पांच, दमोह में तीन, रतलाम में दो, खरगौन, शिवपुरी, सतना, नरसिंहपुर, कटनी, अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, हरदा, श्योपुर और भिंड जिले के एक-एक मरीज शामिल है। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या बढक़र 7891 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर- 1331, भोपाल- 928, ग्वालियर- 563, जबलपुर- 586, उज्जैन- 169, सागर- 262, खरगौन- 218, रतलाम- 302, रीवा- 109, बैतूल- 181, विदिशा- 184, धार- 123, सतना- 108, नरसिंहपुर- 77, बड़वानी- 83, होशंगाबाद- 97, शिवपुरी- 103, कटनी- 106, बालाघाट- 61, शहडोल- 117, छिंदवाड़ा- 120, झाबुआ- 52, सिहोर- 49, राजगढ़- 112, रायसेन- 182, नीमच- 84, मुरैना- 78, मंदसौर- 81, देवास- 46, शाजापुर- 52, दमोह- 153, छतरपुर- 88, अनूपपुर- 75, सिवनी- 28, सिंगरौली- 73, सीधी- 85, टीकमगढ़- 104, दतिया- 74, खंडवा- 94, गुना- 44, पन्ना- 55, उमरिया- 57, हरदा- 85, मंडला- 17, अलिराजपुर- 45, डिंडौरी- 28, अशोकनगर- 26, श्योपुर- 58, भिंड- 26, बुरहानपुर- 37, आगरमालवा- 32, निवाड़ी- 43 व्यक्ति शामिल है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,33,496 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 5796 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 34322 हो गए हैं। बता दें कि मप्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में सक्रिय प्रकरण एक हजार के नीचे पहुंच गए थे, लेकिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये मामले अधिक संख्या में आने के कारण यहां सक्रिय प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे थे। हांलाकि अब सक्रिय मामलों में भी धीरे धीरे कमी देखने को मिल रही है।
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भोपाल। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का कुलपति प्रो. सुनील कुमार को नियुक्त किया है। राज्यपाल ने यह कार्रवाई राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अधिनियम, 1998 की धारा 12 की उपधारा (1) में प्रदत्त शक्तियों के तहत की है। यह जानकारी गुरुवार को जनसंपर्क अधिकारी अजय वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में प्रो. सुनील कुमार का कार्यकाल, कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष की कालावधि के लिए होगा।
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भोपाल। प्रदेश में शासकीय संस्थाओं में संचालित किये जा रहे 18 से 44 आयु संवर्ग के कोविड-19 टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक छवि भारद्वाज ने समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला टीकाकरण अधिकारी को नवीन दिशा निर्देश जारी किये हैं। यह जानकारी गुरुवार को जनसंपर्क अधिकारी के.के. जोशी ने दी। स्लॉट बुकिंग के बाद भी टीका लगाने नहीं पहुंचे तो ऑनसाईट होगा रजिस्ट्रेशन मिशन संचालक भारद्वाज द्वारा जारी परिपत्र में 18 से 44 आयु संवर्ग के कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रदेश के 4 महानगरों में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और 12 नगर निगम क्षेत्रों बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सतना, रीवा, देवास, कटनी, खण्डवा, मुरैना, रतलाम, सागर, सिंगरौली एवं उज्जैन में 100 प्रतिशत टीकाकरण ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन के आधार पर किये जायेंगे। स्लॉट बुकिंग के बाद भी लाभार्थी टीका लगाने उपस्थित नहीं होते हैं ऐसी स्थिति में टीकाकरण केन्द्रों पर शेष वैक्सीन का उपयोग शाम 4 बजे के उपरांत ऑनसाईट बुकिंग के आधार पर किया जाए। इसकी संख्या 20 प्रतिशत से अधिक न हो। परिपत्र में निर्देश है कि शेष जिला मुख्यालयों पर 100 प्रतिशत ऑनलाईन बुकिंग के आधार पर टीकाकरण किया जाये। परिपत्र में यह भी निर्देश है कि जिला मुख्यालय पर एक से अधिक स्थलों पर टीकाकरण सत्र संचालित होने की स्थिति में कुछ सत्रों को सुविधानुसार टीकाकरण के लिए जिला टीकाकरण अधिकारी की अनुशंसा पर कलेक्टर द्वारा ऑनसाईट बुकिंग का निर्णय लिया जा सकता है। ग्रामीण अंचलों में ऑनसाईट बुकिंग से लगेगी वैक्सीन परिपत्र में जिला मुख्यालयों को छोड़कर प्रदेश के शेष समस्त ग्रामीण अंचलों में कोविड-19 वैक्सीनेशन 100 प्रतिशत ऑनसाईट बुकिंग के माध्यम से किया जायेगा। ऑनसाईट सत्र स्थलों पर टोकन सिस्टम की व्यवस्था की जाये, जिससे पहले आने वाले व्यक्ति का पहले वैक्सीनेशन किया जा सके। शासकीय टीकाकरण केन्द्रों पर कार्यरत अधिकारी/कर्मचारी के परिवार के सदस्यों एवं आश्रित सदस्यों का टीकाकरण उसी केन्द्र में किया जा सकता है। सभी निर्देश शासकीय टीकाकरण सत्रों में लागू होगा।
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भोपाल। नौतपा शुरू हो चुका है, इसके चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है और मौसम शुष्क ही बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक नौतपा में मध्य प्रदेश के इंदौर, जबलपुर और होशंगाबाद संभाग में बारिश के आसार हैं। उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक तूफान सक्रिय है और यह मंगलवार को प्रभावशाली होकर तीव्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा, इसके कारण हवाएं चलेंगी, इसका असर 28 मई तक पूर्वी मध्यप्रदेश में रहेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि 28-29 मई के आसपास पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होगा जिसके कारण अरब सागर से नमी आने की संभावना है, मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के इंदौर, जबलपुर व होशंगाबाद संभाग में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है, वहीं आगामी दो दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरूवार को भी राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं। 28 मई तक तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला बना रहेगा। इसके बाद बादल छाने और गरज-चमक की स्थिति बनने की भी संभावना है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना अब काबू में आता दिखाई दे रहा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 3,844 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले 5 अप्रैल को 3,722 केस मिले थे। प्रदेश में अब संक्रमण दर भी बीते 20 दिनों में 15 प्रतिशत घटकर 5 प्रतिशत पर आ गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाइन के अनुसार संक्रमण दर 3 प्रतिशत होना चाहिए, तभी कोरोना को नियंत्रण में माना जाएगा। प्रदेश में संक्रमण दर भले ही कम हो रही है, लेकिन कोरोना से मरने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। सरकारी रिकार्ड में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से अब तक 7,483 मौतें हो चुकी है। इसमें 21 मई को हुई 89 मौतें भी शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा भोपाल में 10 मौतें दर्ज की गई। जबकि ग्वालियर में 9, इंदौर में 7 और जबलपुर में 4 मौतें होना बताया गया है। अप्रैल में 1,798 मौतें हुई, जो कुल मौतों का 24% है। जबकि मई माह में अब तक 1,671 मौतें कोरोना से हो चुकी है। प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा भी लगातार कम होता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब 62,053 एक्टिव केस हैं। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन व रतलाम में ही 2 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। इंदौर में यह संख्या 9,432 है। यहां 35 दिन बाद एक्टिव केस का आंकड़ा 10 हजार से नीचे पहुंचा है। इन छह जिलों में कारोना कर्फ्यू में छूट मिलने की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं है। प्रदेश के 5 जिलों में ही 10 प्रतिशतसे अधिक पॉजिटिविटी रेट है। सर्वाधिक भोपाल जिले में 15 प्रतिशत, इंदौर में 13 प्रतिशत रीवा में 13 प्रतिशत उज्जैन में 12 प्रतिशत तथा अनूपपुर जिले में 11 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर है। प्रदेश के 17 जिलों छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया, मुरैना, गुना, श्योपुर, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, हरदा, भिंड, बुरहानपुर, मंडला, झाबुआ, निवाड़ी अलीराजपुर, खंडवा तथा बड़वानी में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से भी कम है।
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इंदौर। इंटेलीजेंस की टीम ने महू सैन्य थाना इलाके से जासूसी के संदेह में दो युवतियों को दबोचा है। दोनों युवतियां पाकिस्तान के युवकों के संपर्क में थीं। दोनों के पाकिस्तान से कनेक्शन की बात सामने आने से इलाके में हडक़ंप मचा हुआ है। कई महत्पूर्ण जानकारी दूसरे देश को भेजने की बात भी अब तक सामने आई है। पकड़ी गईं दोनों बहनों से पूछताछ जारी है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक दोनों महू सैन्य क्षेत्र के सेना के कुछ अफसरों के टच में थीं। आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने घटना की पुष्टि करते हुए फिलहाल इतना बताया है कि जानकारी मिलिट्री इंटेलिजेंस से ही साझा की गई है। सैन्य अफसरों के साथ कोई हनीट्रैप की साजिश की आशंका भी बताई जा रही है।फिलहाल शहर से करीब 24 किलोमीटर दूर महू के सैन्य क्षेत्र की जासूसी के संदेह में इन दो सगी बहनों को हिरासत में लेकर जांच एजेंसियों द्वारा उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। वहीं उनके सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एक युवती ने अधिकारियों को पूछताछ में बताया है कि पाकिस्तान में एक युवक से वह सोशल मीडिया पर शादी के इरादे से बात करती थी।दोनों युवतियों द्वारा पाकिस्तान में बात करने का खुलासा होते ही आईबी, एटीएस, दिल्ली क्राइम ब्रांच और यूपी पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। अब तक की जांच में यह भी पता चला है कि ये युवतियां चार मोबाइल सिम का इस्तेमाल करती थी। इनके पास से मिले मोबाइल, लैपटाप और अन्य गैजेट्स की जांच की जा रही है। युवतियों के द्वारा सेना की जासूसी किए जाने की शंका है। सुरक्षा एजेंसियों की टीमें करीब तीन दिन से इन युवतियों से पूछताछ कर रही है। गवली पलासिया इलाके की यदुनंदन पाटीदार कालोनी में सेना से रिटाययर्ड चांद खा के घर दबिश के बाद उनकी बेटी हिना और कौसर को हिरासत में लिया गया है । घर से उनके जीजा को भी पकड़ा था। इंटरनेशनल कॉल सर्विलांस के माध्यम से उनकी मोबाइल की लोकेशन एटीएस ने पकड़ी तो दिल्ली से टीम जांच करने महू आ गई। इंटेलिजेंस एजेंसियों को ऐसा शक है कि युवतियां पाकिस्तान के कुछ लोगों से सोशल मीडिया और इंटरनेट कालिंग के जरिए संपर्क में थीं। इनके मोबाइल फोन और अन्य डिवाइस जब्त की है। दोनों युवतियां अपने पिता चांद खान निधन के बाद महू क्षेत्र में ही रह रही थीं। कुछ सालों से हिना बिजली कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी कर रही थीं। यासीन किसी स्कूल में टीचर थी। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पूर्व संदिग्ध कॉल ट्रेस होने के बाद कई एजेंसियां अलर्ट पर आ गई थी। इसके बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच और अन्य एजेंसियों ने युवतियों से पूछताछ शुरू कर दी। इस संबंध में जब अधिकृत अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो कोई भी अधिकारी जानकारी नहीं दे रहा है। पुलिस ने पूछताछ की तो एक युवती ने कहा, पाकिस्तान के युवक से सोशल मीडिया के माध्यम से बात करती थी। शादी के इरादे से वह दोनों बात करते थे। लेकिन अभी एजेंसियां यह मान रही हैं कि शायद इस मामले को अलग दिशा देने के उद्देश्य से यह बयान युवती दे रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य साक्ष्य जुटाने में सभी एजेंसियां लगी हुई हैं। जांच चल रही है इस संबंध में आईजी हरिनारायणचारी मिश्रा का कहना है कि जांच चल रही है। युवतियों की किन पाकिस्तानी युवकों से बात होती थी। उसकी पुष्टि की जा रही है।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश से कोरोना को लेकर बड़ी राहत भरी खबर है। यहां रोजाना कोरोना संक्रमण के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 1854 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 63 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 75 हजार, 709 और मृतकों की संख्या 7891 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर- 526, भोपाल- 389, ग्वालियर- 68, जबलपुर- 103, उज्जैन- 29, सागर- 66, खरगौन- 28, रतलाम- 39, रीवा- 25, बैतूल- 24, विदिशा- 17, धार- 24, सतना- 09, नरसिंहपुर- 07, होशंगाबाद- 16, बड़वानी- 07, शिवपुरी- 27, कटनी- 07, शहडोल- 14, बालाघाट- 20, झाबुआ- 07, सीहोर- 27, छिंदवाड़ा- 05, राजगढ़- 22, रायसेन- 14, मुरैना- 48, नीमच- 17, मंदसौर- 12, देवास- 07, दमोह- 46, शाजापुर- 01, छतरपुर- 08, अनूपपुर- 30, सिंगरौली- 05, सिवनी- 15, सीधी- 21, टीकमगढ़- 07, दतिया-05, गुना- 04, खंडवा- 02, पन्ना- 09, उमरिया-04, हरदा- 01, मंडला- 05, अलिराजपुर- 04, डिंडौरी-06, अशोकनगर-03, श्योपुर- 40, भिंड- 07, बुरहानपुर- 01, आगरमालवा- 00, निवाड़ी- 16 मरीज मिले हैं। आज प्रदेश के सभी 51 जिलों में कोरोना के प्रकरण पाये गए। आगर मालवा जिला पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है। यहां कोरोना संक्रमण के एक भी पॉजिटिव मामले नहीं आए है। बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 72,210 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1854 पॉजिटिव और 70,356 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 115 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 02.5 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 07,75, 709 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 148448, भोपाल- 120039, ग्वालियर- 52680, जबलपुर- 49510, उज्जैन- 18668, सागर- 16276, खरगौन- 13724, रतलाम- 17540, रीवा- 16238, बैतूल- 12607, विदिशा- 11773, धार- 12353, सतना- 11876, नरसिंहपुर- 11103, बड़वानी- 8268, होशंगाबाद- 10540, शिवपुरी- 12305, कटनी- 9340, बालाघाट- 8955, शहडोल- 10012, छिंदवाड़ा- 6623, झाबुआ- 7649, सिहोर- 9989, राजगढ़- 8480, रायसेन- 9062, नीमच- 7801, मुरैना- 8077, मंदसौर- 8513, देवास- 7664, शाजापुर- 6258, दमोह- 7935, छतरपुर- 7545, अनूपपुर- 9076, सिवनी- 6653, सिंगरौली- 8745, सीधी- 9110, टीकमगढ़- 6820, दतिया- 6884, खंडवा- 4022, गुना- 5035, पन्ना- 7211, उमरिया- 6213, हरदा- 4970, मंडला- 5163, अलिराजपुर- 3486, डिंडौरी- 4576, अशोकनगर- 3580, श्योपुर- 3928, भिंड- 2973, बुरहानपुर- 2546, आगरमालवा- 3258, निवाड़ी- 3609 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 63 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर, रीवा और भोपाल में चार, ग्वालियर और जबलपुर में सात, सागर में नौ, विदिशा में छह, बैतूल में पांच, दमोह में तीन, रतलाम में दो, खरगौन, शिवपुरी, सतना, नरसिंहपुर, कटनी, अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, हरदा, श्योपुर और भिंड जिले के एक-एक मरीज शामिल है। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या बढक़र 7891 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर- 1331, भोपाल- 928, ग्वालियर- 563, जबलपुर- 586, उज्जैन- 169, सागर- 262, खरगौन- 218, रतलाम- 302, रीवा- 109, बैतूल- 181, विदिशा- 184, धार- 123, सतना- 108, नरसिंहपुर- 77, बड़वानी- 83, होशंगाबाद- 97, शिवपुरी- 103, कटनी- 106, बालाघाट- 61, शहडोल- 117, छिंदवाड़ा- 120, झाबुआ- 52, सिहोर- 49, राजगढ़- 112, रायसेन- 182, नीमच- 84, मुरैना- 78, मंदसौर- 81, देवास- 46, शाजापुर- 52, दमोह- 153, छतरपुर- 88, अनूपपुर- 75, सिवनी- 28, सिंगरौली- 73, सीधी- 85, टीकमगढ़- 104, दतिया- 74, खंडवा- 94, गुना- 44, पन्ना- 55, उमरिया- 57, हरदा- 85, मंडला- 17, अलिराजपुर- 45, डिंडौरी- 28, अशोकनगर- 26, श्योपुर- 58, भिंड- 26, बुरहानपुर- 37, आगरमालवा- 32, निवाड़ी- 43 व्यक्ति शामिल है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 7,33,496 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 5796 मरीज शुक्रवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण 34322 हो गए हैं। बता दें कि मप्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में सक्रिय प्रकरण एक हजार के नीचे पहुंच गए थे, लेकिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये मामले अधिक संख्या में आने के कारण यहां सक्रिय प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे थे। हांलाकि अब सक्रिय मामलों में भी धीरे धीरे कमी देखने को मिल रही है।
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भोपाल। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का कुलपति प्रो. सुनील कुमार को नियुक्त किया है। राज्यपाल ने यह कार्रवाई राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अधिनियम, 1998 की धारा 12 की उपधारा (1) में प्रदत्त शक्तियों के तहत की है। यह जानकारी गुरुवार को जनसंपर्क अधिकारी अजय वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में प्रो. सुनील कुमार का कार्यकाल, कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष की कालावधि के लिए होगा।
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भोपाल। प्रदेश में शासकीय संस्थाओं में संचालित किये जा रहे 18 से 44 आयु संवर्ग के कोविड-19 टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक छवि भारद्वाज ने समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला टीकाकरण अधिकारी को नवीन दिशा निर्देश जारी किये हैं। यह जानकारी गुरुवार को जनसंपर्क अधिकारी के.के. जोशी ने दी। स्लॉट बुकिंग के बाद भी टीका लगाने नहीं पहुंचे तो ऑनसाईट होगा रजिस्ट्रेशन मिशन संचालक भारद्वाज द्वारा जारी परिपत्र में 18 से 44 आयु संवर्ग के कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रदेश के 4 महानगरों में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और 12 नगर निगम क्षेत्रों बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सतना, रीवा, देवास, कटनी, खण्डवा, मुरैना, रतलाम, सागर, सिंगरौली एवं उज्जैन में 100 प्रतिशत टीकाकरण ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन के आधार पर किये जायेंगे। स्लॉट बुकिंग के बाद भी लाभार्थी टीका लगाने उपस्थित नहीं होते हैं ऐसी स्थिति में टीकाकरण केन्द्रों पर शेष वैक्सीन का उपयोग शाम 4 बजे के उपरांत ऑनसाईट बुकिंग के आधार पर किया जाए। इसकी संख्या 20 प्रतिशत से अधिक न हो। परिपत्र में निर्देश है कि शेष जिला मुख्यालयों पर 100 प्रतिशत ऑनलाईन बुकिंग के आधार पर टीकाकरण किया जाये। परिपत्र में यह भी निर्देश है कि जिला मुख्यालय पर एक से अधिक स्थलों पर टीकाकरण सत्र संचालित होने की स्थिति में कुछ सत्रों को सुविधानुसार टीकाकरण के लिए जिला टीकाकरण अधिकारी की अनुशंसा पर कलेक्टर द्वारा ऑनसाईट बुकिंग का निर्णय लिया जा सकता है। ग्रामीण अंचलों में ऑनसाईट बुकिंग से लगेगी वैक्सीन परिपत्र में जिला मुख्यालयों को छोड़कर प्रदेश के शेष समस्त ग्रामीण अंचलों में कोविड-19 वैक्सीनेशन 100 प्रतिशत ऑनसाईट बुकिंग के माध्यम से किया जायेगा। ऑनसाईट सत्र स्थलों पर टोकन सिस्टम की व्यवस्था की जाये, जिससे पहले आने वाले व्यक्ति का पहले वैक्सीनेशन किया जा सके। शासकीय टीकाकरण केन्द्रों पर कार्यरत अधिकारी/कर्मचारी के परिवार के सदस्यों एवं आश्रित सदस्यों का टीकाकरण उसी केन्द्र में किया जा सकता है। सभी निर्देश शासकीय टीकाकरण सत्रों में लागू होगा।
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भोपाल। नौतपा शुरू हो चुका है, इसके चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है और मौसम शुष्क ही बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक नौतपा में मध्य प्रदेश के इंदौर, जबलपुर और होशंगाबाद संभाग में बारिश के आसार हैं। उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक तूफान सक्रिय है और यह मंगलवार को प्रभावशाली होकर तीव्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा, इसके कारण हवाएं चलेंगी, इसका असर 28 मई तक पूर्वी मध्यप्रदेश में रहेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि 28-29 मई के आसपास पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होगा जिसके कारण अरब सागर से नमी आने की संभावना है, मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के इंदौर, जबलपुर व होशंगाबाद संभाग में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है, वहीं आगामी दो दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरूवार को भी राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं। 28 मई तक तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला बना रहेगा। इसके बाद बादल छाने और गरज-चमक की स्थिति बनने की भी संभावना है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना अब काबू में आता दिखाई दे रहा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 3,844 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले 5 अप्रैल को 3,722 केस मिले थे। प्रदेश में अब संक्रमण दर भी बीते 20 दिनों में 15 प्रतिशत घटकर 5 प्रतिशत पर आ गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाइन के अनुसार संक्रमण दर 3 प्रतिशत होना चाहिए, तभी कोरोना को नियंत्रण में माना जाएगा। प्रदेश में संक्रमण दर भले ही कम हो रही है, लेकिन कोरोना से मरने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। सरकारी रिकार्ड में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से अब तक 7,483 मौतें हो चुकी है। इसमें 21 मई को हुई 89 मौतें भी शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा भोपाल में 10 मौतें दर्ज की गई। जबकि ग्वालियर में 9, इंदौर में 7 और जबलपुर में 4 मौतें होना बताया गया है। अप्रैल में 1,798 मौतें हुई, जो कुल मौतों का 24% है। जबकि मई माह में अब तक 1,671 मौतें कोरोना से हो चुकी है। प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा भी लगातार कम होता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब 62,053 एक्टिव केस हैं। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन व रतलाम में ही 2 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। इंदौर में यह संख्या 9,432 है। यहां 35 दिन बाद एक्टिव केस का आंकड़ा 10 हजार से नीचे पहुंचा है। इन छह जिलों में कारोना कर्फ्यू में छूट मिलने की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं है। प्रदेश के 5 जिलों में ही 10 प्रतिशतसे अधिक पॉजिटिविटी रेट है। सर्वाधिक भोपाल जिले में 15 प्रतिशत, इंदौर में 13 प्रतिशत रीवा में 13 प्रतिशत उज्जैन में 12 प्रतिशत तथा अनूपपुर जिले में 11 प्रतिशत पॉजिटिविटी दर है। प्रदेश के 17 जिलों छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया, मुरैना, गुना, श्योपुर, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, हरदा, भिंड, बुरहानपुर, मंडला, झाबुआ, निवाड़ी अलीराजपुर, खंडवा तथा बड़वानी में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से भी कम है।
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इंदौर। इंटेलीजेंस की टीम ने महू सैन्य थाना इलाके से जासूसी के संदेह में दो युवतियों को दबोचा है। दोनों युवतियां पाकिस्तान के युवकों के संपर्क में थीं। दोनों के पाकिस्तान से कनेक्शन की बात सामने आने से इलाके में हडक़ंप मचा हुआ है। कई महत्पूर्ण जानकारी दूसरे देश को भेजने की बात भी अब तक सामने आई है। पकड़ी गईं दोनों बहनों से पूछताछ जारी है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक दोनों महू सैन्य क्षेत्र के सेना के कुछ अफसरों के टच में थीं। आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने घटना की पुष्टि करते हुए फिलहाल इतना बताया है कि जानकारी मिलिट्री इंटेलिजेंस से ही साझा की गई है। सैन्य अफसरों के साथ कोई हनीट्रैप की साजिश की आशंका भी बताई जा रही है।फिलहाल शहर से करीब 24 किलोमीटर दूर महू के सैन्य क्षेत्र की जासूसी के संदेह में इन दो सगी बहनों को हिरासत में लेकर जांच एजेंसियों द्वारा उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। वहीं उनके सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एक युवती ने अधिकारियों को पूछताछ में बताया है कि पाकिस्तान में एक युवक से वह सोशल मीडिया पर शादी के इरादे से बात करती थी।दोनों युवतियों द्वारा पाकिस्तान में बात करने का खुलासा होते ही आईबी, एटीएस, दिल्ली क्राइम ब्रांच और यूपी पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। अब तक की जांच में यह भी पता चला है कि ये युवतियां चार मोबाइल सिम का इस्तेमाल करती थी। इनके पास से मिले मोबाइल, लैपटाप और अन्य गैजेट्स की जांच की जा रही है। युवतियों के द्वारा सेना की जासूसी किए जाने की शंका है। सुरक्षा एजेंसियों की टीमें करीब तीन दिन से इन युवतियों से पूछताछ कर रही है। गवली पलासिया इलाके की यदुनंदन पाटीदार कालोनी में सेना से रिटाययर्ड चांद खा के घर दबिश के बाद उनकी बेटी हिना और कौसर को हिरासत में लिया गया है । घर से उनके जीजा को भी पकड़ा था। इंटरनेशनल कॉल सर्विलांस के माध्यम से उनकी मोबाइल की लोकेशन एटीएस ने पकड़ी तो दिल्ली से टीम जांच करने महू आ गई। इंटेलिजेंस एजेंसियों को ऐसा शक है कि युवतियां पाकिस्तान के कुछ लोगों से सोशल मीडिया और इंटरनेट कालिंग के जरिए संपर्क में थीं। इनके मोबाइल फोन और अन्य डिवाइस जब्त की है। दोनों युवतियां अपने पिता चांद खान निधन के बाद महू क्षेत्र में ही रह रही थीं। कुछ सालों से हिना बिजली कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी कर रही थीं। यासीन किसी स्कूल में टीचर थी। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पूर्व संदिग्ध कॉल ट्रेस होने के बाद कई एजेंसियां अलर्ट पर आ गई थी। इसके बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच और अन्य एजेंसियों ने युवतियों से पूछताछ शुरू कर दी। इस संबंध में जब अधिकृत अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो कोई भी अधिकारी जानकारी नहीं दे रहा है। पुलिस ने पूछताछ की तो एक युवती ने कहा, पाकिस्तान के युवक से सोशल मीडिया के माध्यम से बात करती थी। शादी के इरादे से वह दोनों बात करते थे। लेकिन अभी एजेंसियां यह मान रही हैं कि शायद इस मामले को अलग दिशा देने के उद्देश्य से यह बयान युवती दे रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य साक्ष्य जुटाने में सभी एजेंसियां लगी हुई हैं। जांच चल रही है इस संबंध में आईजी हरिनारायणचारी मिश्रा का कहना है कि जांच चल रही है। युवतियों की किन पाकिस्तानी युवकों से बात होती थी। उसकी पुष्टि की जा रही है।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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भोपाल। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट, भोपाल अविनाश लवानिया ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत जनता कर्फ्यू को एक जून को प्रातः छह बजे तक जारी रखने के आदेश दिये हैं। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी अविनाश लवानिया ने शनिवार को धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमा में कोरोना कर्फ्यू को एक जून तक बढ़ा दिया है। शेष सभी प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्ववत रहेंगे। उन्होंने कहा है कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में सक्षम अधिकारी के संतुष्ट होने पर आवेदक को किसी भी लागू शर्तों से छूट दी जा सकेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। इस आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्ति के विरूद्व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही सीएम शिवराज ने प्रदेश भर के जिलों की समीक्षा के दौरान भोपाल संभाग की कोरोना की समीक्षा में सख्ती के साथ कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के निर्देश दिए थे। जिसमें उनका साफ कहना था कि अभी राजधानी भोपाल में संक्रमण दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन यहां ढील देना ठीक नहीं होगा। यदि ऐसा किया गया तो यह ढील फिर से संक्रमण को बढ़ा सकती है।इसलिए इस पर सभी जिलाधीशों को गहराई से विचार करना होगा।
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गुना। जनपद पंचायत की टीमें मंगलवार को पैंची, पाखरियापुरा और कनकानेहरू गांव की सीमा पर पहुंची, तो ग्रामीणों ने बाहर ही रोक दिया। साथ ही अधिकारियों के सामने शपथ लेकर कहा कि वह ग्रामीणों को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए बाहरी व्यक्तियों को प्रवेश नहीं करने देंगे, जिसकी वजह से उनका गांव कोरोना संक्रमण से बच जाएगा। हालांकि, ग्रामीण केवल स्वास्थ्य विभाग की टीमों को गांव की सीमा में घुसने दे रहे हैं, इसके पीछे की वजह यह है कि जो भी व्यक्ति बुखार और अन्य बीमारियों से पीडि़त है, उनको दवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अलावा अन्य टीमों के ग्रामीण हाथ जोडक़र कह रहे हैं कि उनके गांव में वह प्रवेश न करें। चांचौढ़ा जनपद के ब्लॉक को-आर्डिनेटर शंकरदयाल बरुआ अपनी टीम के साथ पैंची, पाखरियापुरा और कनकानेहरू गांव की सीमा में पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने हाथ जोडक़र टीमों को सीमा के बाहर ही रोक दिया। उन्होंने कहा कि आप लोग गांव में क्यों प्रवेश कर रहे हैं। टीम के सदस्यों ने कहा कि वह गांव में किल कोरोना अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए आए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि वह पिछले कोरोना काल से ही जागरूक हैं, वह अपने ग्रामों में केवल स्वास्थ्य विभाग की टीमों को प्रवेश देंगे, क्योंकि अधिकारी भी संक्रमित हो सकते हैं। जनपद की टीम से कहा- आप लोग भी सुरक्षित रहें: पैंची गांव के ग्रामीण रामलखन सिंह ने जनपद पंचायत की टीम से कहा कि आप लोग कोरोना योद्धा हैं, आप लोग हमें कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए डोर-टू-डोर अभियान चला रहे हैं, लेकिन आप लोग भी सुरक्षित रहें। साथ ही जनपद पंचायत की टीम का ताली बजाकर स्वागत भी किया। सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग बीनागंज के ब्लॉक मेडिकल अधिकारी डॉ. टिंकू वर्मा मंगलवार की सुबह गोरखाखेड़ा गांव में पहुंचे। उन्हें सूचना मिली थी कि इस ग्राम में 6 लोगों की मौत हुई है, लेकिन जब वह गांव में पहुंचे, तो ग्रामीणों ने कहा कि इस ग्राम में किसी भी संक्रमित व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।
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भोपाल। भारतीय रेलवे द्वारा देश भर के विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने के प्रयासों को गति देते हुए कोविड के खिलाफ सयुंक्त जंग को मजबूती प्रदान करने तथा कोविड मरीजों को राहत प्रदान के लिए जीवन रक्षक के रूप में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) के परिवहन के लिए लगातार ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जा रही है। इसे रोल ऑन रोल ऑफ सेवा के तहत ऑक्सीजन टैंकरों को ट्रक के माध्यम से जल्द से जल्द उनके गंतव्य स्टेशन तक पहुंचाया जा रहा है। इस सुविधा के अंतर्गत मध्य प्रदेश के लिए 14वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस को तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) से भरे 02 टैंकरों के साथ रोल ऑन-रोल ऑफ (आरओ-आरओ) सेवा में बोकारो से मंगलवार सागर (मकरोनिया) पहुंची। उल्लेखनीय है कि इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस के दो टैंकरों में 21.77 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) भरी है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस से दो टैंकर तरल चिकित्सा ऑक्सीजन मकरोनिया (सागर) में अनलोड किये गए। यह ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो से कोटशिला, झारसुगुड़ा, बिलासपुर, नई कटनी जंक्शन होते हुए सागर के मकरोनिया स्टेशन पहुंची है । अब तक भारतीय रेल द्वारा मध्यप्रदेश में कुल 14 ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंचाई जा चुकी हैं जिनसे 44 टैंकरों में कुल 497.77 (लगभग 500 एमटी तक) मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की पूर्ति की गई है। इस संबंध में पश्चिम मध्य रेल, जबलपुर की ओर से बताया गया हिक भारतीय रेलवे द्वारा अब तक 53 ऑक्सीजन एक्सप्रेस पश्चिम मध्य रेल से गुजर कर देश भर में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस माल गाड़ियों के प्रचालन में नए मानदंड स्थापित कर रहा है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस की ढुलाई एक जटिल प्रक्रिया है फिर भी लंबी दूरी वाले मार्गों पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ज्यादातर मामलों में 55 किमी प्रति घंटे की गति से चल रही है। ग्रीन कॉरिडोर में चलने वाली इन माल गाड़ियों के परिवहन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और इसकी आपात आवश्यकता को समझते हुए विभिन्न क्षेत्रों के रेल अधिकारी और कर्मचारी वर्तमान चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में निरंतर कार्य कर रहे हैं। भारतीय रेलवे द्वारा देश भर के राज्यों के लिए चलने वाली ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो, राउरकेला, अंगुल एवं रायगढ़ से चलकर पश्चिम मध्य रेल के न्यू कटनी , सागर एवं बीना स्टेशनों से गुजरते हुए दिल्ली , हरियाणा एवं अन्य राज्यों के लिये परिवहन किया गया। भारतीय रेलवे द्वारा 160 ऑक्सीजन एक्सप्रेस से 10300 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन देश भर के राज्यों को आपूर्ति की गई है। पश्चिम मध्य रेल की ओर से यह भी कहा गया है कि भारतीय रेलवे, राज्यों की मांग पर यथासंभव मात्रा और कम से कम समय में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है और इस पर लगातार काम कर रहा है। तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए भारतीय रेलवे को राज्य सरकारों द्वारा उपलब्ध कराये जाते हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1262 नए मामले सामने आए हैं जबकि कोरोना से पांच लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1 लाख, 40 हजार 447 और मृतकों की संख्या 1274 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 9761 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1262 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 40 हजार 447 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से पांच मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1274 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 2121 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख, 26 हजार, 362 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12811 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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उज्जैन। ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद जहां लोगों में घबराहट है वहीं डॉक्टर्स भी उपचार के लिए आवश्यक इंजेक्शन बाजार में उपलब्ध नहीं होने के कारण परेशान हैं। आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ.सुधाकर वैद्य के अनुसार एक मरीज का ऑपरेशन होना था। परिजनों ने तलाशा और सूरत(गुजरात)से उक्त इंजेक्शन मंगवाया। इसकी कीमत थी मात्र 127 रू.। यहां यह गौरतलब है कि यही इंजेक्शन शहर में एक व्यक्ति ने 4200 रू. में खरीदा। इंजेक्शन खरीदने वाले व्यक्ति ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि एक मेडिकल स्टोर्सवाले ने कहाकि तीन बत्ती से होकर आता हूं। आधे घण्टे बाद आया ओर बोला कि 4200 रू. में मिलेगा। मजबूरी थी,इसलिए ऐसे चार इंजेक्शन खरीद लिए। रेमडेसिविर की तरह लिखने लगे इसे डॉक्टर्स शहर के अनेक मेडिकल स्टोर्स से यह बात निकलकर सामने आ रही है कि जिस प्रकार से कोरोना को लेकर डॉक्टर्स ने पर्चे पर रेमडेसीवर इंजेक्शन लिखना शुरू कर दिया था (उन्हें पता था कि यह बाजार में उपलब्ध नहीं है),ठीक उसी प्रकार से अब नेत्र रोग चिकित्सकों ने उक्त और अन्य कंटेंटवाले इंजेक्शन लिखना शुरू कर दिया है। जबकि उन्हे पता है कि बाजार में ये उपलब्ध नहीं हैं। एक डॉक्टर ने अनौपचारिक चर्चा में कहा कि हमारी मजबूरी है लिखने की। कल से डेथ हो जाए तो डेथ ऑडिट में यह बात आएगी कि उचित उपचार नहीं हुआ,दवाईयां लिखी नहीं गई,दी नहीं गई। इसलिए हमारी ओर से लिख दिया। अब गेंद मरीज के पाले में है।
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उज्जैन। ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद जहां लोगों में घबराहट है वहीं डॉक्टर्स भी उपचार के लिए आवश्यक इंजेक्शन बाजार में उपलब्ध नहीं होने के कारण परेशान हैं। आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ.सुधाकर वैद्य के अनुसार एक मरीज का ऑपरेशन होना था। परिजनों ने तलाशा और सूरत(गुजरात)से उक्त इंजेक्शन मंगवाया। इसकी कीमत थी मात्र 127 रू.। यहां यह गौरतलब है कि यही इंजेक्शन शहर में एक व्यक्ति ने 4200 रू. में खरीदा। इंजेक्शन खरीदने वाले व्यक्ति ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि एक मेडिकल स्टोर्सवाले ने कहाकि तीन बत्ती से होकर आता हूं। आधे घण्टे बाद आया ओर बोला कि 4200 रू. में मिलेगा। मजबूरी थी,इसलिए ऐसे चार इंजेक्शन खरीद लिए। रेमडेसिविर की तरह लिखने लगे इसे डॉक्टर्स शहर के अनेक मेडिकल स्टोर्स से यह बात निकलकर सामने आ रही है कि जिस प्रकार से कोरोना को लेकर डॉक्टर्स ने पर्चे पर रेमडेसीवर इंजेक्शन लिखना शुरू कर दिया था (उन्हें पता था कि यह बाजार में उपलब्ध नहीं है),ठीक उसी प्रकार से अब नेत्र रोग चिकित्सकों ने उक्त और अन्य कंटेंटवाले इंजेक्शन लिखना शुरू कर दिया है। जबकि उन्हे पता है कि बाजार में ये उपलब्ध नहीं हैं। एक डॉक्टर ने अनौपचारिक चर्चा में कहा कि हमारी मजबूरी है लिखने की। कल से डेथ हो जाए तो डेथ ऑडिट में यह बात आएगी कि उचित उपचार नहीं हुआ,दवाईयां लिखी नहीं गई,दी नहीं गई। इसलिए हमारी ओर से लिख दिया। अब गेंद मरीज के पाले में है।
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उज्जैन। ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद जहां लोगों में घबराहट है वहीं डॉक्टर्स भी उपचार के लिए आवश्यक इंजेक्शन बाजार में उपलब्ध नहीं होने के कारण परेशान हैं। आर डी गार्डी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ.सुधाकर वैद्य के अनुसार एक मरीज का ऑपरेशन होना था। परिजनों ने तलाशा और सूरत(गुजरात)से उक्त इंजेक्शन मंगवाया। इसकी कीमत थी मात्र 127 रू.। यहां यह गौरतलब है कि यही इंजेक्शन शहर में एक व्यक्ति ने 4200 रू. में खरीदा। इंजेक्शन खरीदने वाले व्यक्ति ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि एक मेडिकल स्टोर्सवाले ने कहाकि तीन बत्ती से होकर आता हूं। आधे घण्टे बाद आया ओर बोला कि 4200 रू. में मिलेगा। मजबूरी थी,इसलिए ऐसे चार इंजेक्शन खरीद लिए। रेमडेसिविर की तरह लिखने लगे इसे डॉक्टर्स शहर के अनेक मेडिकल स्टोर्स से यह बात निकलकर सामने आ रही है कि जिस प्रकार से कोरोना को लेकर डॉक्टर्स ने पर्चे पर रेमडेसीवर इंजेक्शन लिखना शुरू कर दिया था (उन्हें पता था कि यह बाजार में उपलब्ध नहीं है),ठीक उसी प्रकार से अब नेत्र रोग चिकित्सकों ने उक्त और अन्य कंटेंटवाले इंजेक्शन लिखना शुरू कर दिया है। जबकि उन्हे पता है कि बाजार में ये उपलब्ध नहीं हैं। एक डॉक्टर ने अनौपचारिक चर्चा में कहा कि हमारी मजबूरी है लिखने की। कल से डेथ हो जाए तो डेथ ऑडिट में यह बात आएगी कि उचित उपचार नहीं हुआ,दवाईयां लिखी नहीं गई,दी नहीं गई। इसलिए हमारी ओर से लिख दिया। अब गेंद मरीज के पाले में है।
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भोपाल। कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने लगाए गए लॉकडाउन और सख्ती का परिणाम अब दिखाई देने लगा है। मध्यप्रदेश में संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 7,571 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। एक महीने बाद यह पहला मौका है, जब नए केस 8 हजार से कम आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 10 दिनों से प्रदेश में कोरोना के केस हर दिन कम हो रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट 10 दिन में 18 फीसद से घटकर 11 फीसद पर आ गया है। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 5 जिले दतिया, भिंड, मुरैना, अशोकनगर और गुना में 50-50 से भी कम केस दर्ज किए गए। नए संक्रमितों को मिलाकर प्रदेश में कुल संक्रमित 7 लाख 24 हजार 279 हो गए है। इसमें से 6 लाख 17 हजार 396 संक्रमित कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना से 6 हजार 913 मौतें हो चुकी हैं। इसमें 14 मई को हुई 72 मौतें भी शामिल हैं। गौरतलब है कि कोरोना से मई के 14 दिनों में 1,111 मौतें हो चुकी हैं। हालांकि पॉजिटिविटी रेट लगातार कम होता जा रहा है। 14 मई को यह 11 फीसद पर आ गया है। 13 मई को 12 फीसद दर्ज किया गया था। जो मई के शुरुआत में 25 फीसद तक पहुंच गया था। मध्यप्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 99 970 पर पहुंच गई है। बीते 24 घंटे में इंदौर में 1548 , भोपाल में 1241 , ग्वालियर में 376 और जबलपुर में 301 नए संक्रमित मिले हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा भोपाल में 9 मौतें हुईं। इंदौर और ग्वालियर में 8-8 और जबलपुर में 3 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई है।
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भोपाल। अरब सागर में बन रहा चक्रवाती तूफान टाक्टे अवदाब के क्षेत्र से अब चक्रवात के रूप में बदल गया है। इस सिस्टम के लगभग 24 घंटे समुद्र में रहकर काफी ऊर्जा जुटाने के बाद इस उत्तर, उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढऩे की संभावना है। 16 मई को इसके गुजरात के तट पर टकराने के आसार दिख रहे हैं। इसके प्रभाव से शनिवार से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे का सिलसिला शुरू हो सकता है। 18-19 मई को पूरे मध्य प्रदेश में तेज हवाएं चलने के साथ बरसात हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से उत्तरप्रदेश तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। विदर्भ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। साथ ही अरब सागर में उठ रहे तूफान के कारण मची हलचल से वातावरण में लगातार मिल रही नमी से शनिवार से राजधानी सहित ग्वालियर, चंबल, संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 8419 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 74 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 08 हजार, 621 और मृतकों की संख्या 6753 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर- 1577, भोपाल- 1196, ग्वालियर- 548, जबलपुर- 470, उज्जैन- 276, सागर- 252, खरगौन- 111, रतलाम- 305, रीवा- 232, बैतूल- 138, विदिशा- 98, धार- 126, सतना- 129, नरसिंहपुर- 148, होशंगाबाद- 87, बड़वानी- 25, शिवपुरी- 225, कटनी- 96, शहडोल- 131, बालाघाट- 147, झाबुआ- 20, सीहोर- 89, छिंदवाड़ा- 36, राजगढ़- 96, रायसेन- 117, मुरैना- 54, नीमच- 52, मंदसौर- 131, देवास- 73, दमोह- 130, शाजापुर- 57, छतरपुर- 65, अनूपपुर- 111, सिंगरौली- 120, सिवनी- 71, सीधी- 132, टीकमगढ़- 79, दतिया-84, गुना- 22, खंडवा- 16, पन्ना- 92, उमरिया- 75, हरदा- 71, मंडला- 71, अलिराजपुर- 08, डिंडौरी- 36, अशोकनगर-32, श्योपुर- 49, भिंड- 16, बुरहानपुर- 14, आगरमालवा- 47, निवाड़ी- 36 मरीज मिले हैं। आज प्रदेश के सभी 52 जिलों में कोरोना के प्रकरण पाये गए।बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 66,206 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 8419 पॉजिटिव और 57,787 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 285 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 12.7 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 07,08, 621 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 133284, भोपाल- 109742, ग्वालियर- 50045, जबलपुर- 45671, उज्जैन- 16569, सागर- 14129, खरगौन- 12729, रतलाम- 15385, रीवा- 14355, बैतूल- 11569, विदिशा- 10998, धार- 11409, सतना- 10987, नरसिंहपुर- 10311, बड़वानी- 8056, होशंगाबाद- 9671, शिवपुरी- 11110, कटनी- 8699, बालाघाट- 8147, शहडोल- 9065, छिंदवाड़ा- 6297, झाबुआ- 7495, सिहोर- 9041, राजगढ़- 7708, रायसेन- 8200, नीमच- 7276, मुरैना- 7603, मंदसौर- 7636, देवास- 6921, शाजापुर- 5743, दमोह- 6827, छतरपुर- 7136, अनूपपुर- 7832, सिवनी- 6125, सिंगरौली- 7851, सीधी- 8079, टीकमगढ़- 6503, दतिया- 6505, खंडवा- 3925, गुना- 4725, पन्ना- 6503, उमरिया- 5449, हरदा- 4700, मंडला- 4792, अलिराजपुर- 3397, डिंडौरी- 3976, अशोकनगर- 3335, श्योपुर- 3573, भिंड- 2766, बुरहानपुर- 2447, आगरमालवा- 2921, निवाड़ी- 3403 मरीज शामिल हैं।राज्य में आज कोरोना से 74 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर में नौ, भोपाल, जबलपुर और रतलाम में पांच, ग्वालियर में आठ, खरगौन, कटनी, टीकमगढ़, शाजापुर और हरदा में तीन, उज्जैन, रीवा, सागर, बैतूल, शिवपुरी, रायसेन, सीधी, पन्ना, निवाड़ी और अलिराजपुर में दो, धार, सतना, नरसिंहपुर, बालाघाट, बड़वानी, डिंडौरी और भिंड जिले के एक-एक मरीज शामिल है। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या बढक़र 6753 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर- 1236, भोपाल- 822, ग्वालियर- 456, जबलपुर- 503, उज्जैन- 156, सागर- 201, खरगौन- 199, रतलाम- 249, रीवा- 67, बैतूल- 156, विदिशा- 151, धार- 119, सतना- 88, नरसिंहपुर- 61, बड़वानी- 63, होशंगाबाद- 97, शिवपुरी- 63, कटनी- 74, बालाघाट- 49, शहडोल- 103, छिंदवाड़ा- 113, झाबुआ- 43, सिहोर- 49, राजगढ़- 110, रायसेन- 136, नीमच- 84, मुरैना- 55, मंदसौर- 64, देवास- 42, शाजापुर- 49, दमोह- 115, छतरपुर- 73, अनूपपुर- 61, सिवनी- 25, सिंगरौली- 63, सीधी- 55, टीकमगढ़- 85, दतिया- 71, खंडवा- 88, गुना- 44, पन्ना- 35, उमरिया- 52, हरदा- 62, मंडला- 16, अलिराजपुर- 44, डिंडौरी- 21, अशोकनगर- 21, श्योपुर- 48, भिंड- 19, बुरहानपुर- 35, आगरमालवा- 29, निवाड़ी- 32 व्यक्ति शामिल है।बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 5,93,752 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 10157 मरीज गुरुवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण बढक़र 108116 हो गए हैं। बता दें कि मप्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में सक्रिय प्रकरण एक हजार के नीचे पहुंच गए थे, लेकिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये मामले अधिक संख्या में आने के कारण यहां सक्रिय प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 8419 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 74 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 08 हजार, 621 और मृतकों की संख्या 6753 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर- 1577, भोपाल- 1196, ग्वालियर- 548, जबलपुर- 470, उज्जैन- 276, सागर- 252, खरगौन- 111, रतलाम- 305, रीवा- 232, बैतूल- 138, विदिशा- 98, धार- 126, सतना- 129, नरसिंहपुर- 148, होशंगाबाद- 87, बड़वानी- 25, शिवपुरी- 225, कटनी- 96, शहडोल- 131, बालाघाट- 147, झाबुआ- 20, सीहोर- 89, छिंदवाड़ा- 36, राजगढ़- 96, रायसेन- 117, मुरैना- 54, नीमच- 52, मंदसौर- 131, देवास- 73, दमोह- 130, शाजापुर- 57, छतरपुर- 65, अनूपपुर- 111, सिंगरौली- 120, सिवनी- 71, सीधी- 132, टीकमगढ़- 79, दतिया-84, गुना- 22, खंडवा- 16, पन्ना- 92, उमरिया- 75, हरदा- 71, मंडला- 71, अलिराजपुर- 08, डिंडौरी- 36, अशोकनगर-32, श्योपुर- 49, भिंड- 16, बुरहानपुर- 14, आगरमालवा- 47, निवाड़ी- 36 मरीज मिले हैं। आज प्रदेश के सभी 52 जिलों में कोरोना के प्रकरण पाये गए।बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 66,206 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 8419 पॉजिटिव और 57,787 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 285 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 12.7 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 07,08, 621 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 133284, भोपाल- 109742, ग्वालियर- 50045, जबलपुर- 45671, उज्जैन- 16569, सागर- 14129, खरगौन- 12729, रतलाम- 15385, रीवा- 14355, बैतूल- 11569, विदिशा- 10998, धार- 11409, सतना- 10987, नरसिंहपुर- 10311, बड़वानी- 8056, होशंगाबाद- 9671, शिवपुरी- 11110, कटनी- 8699, बालाघाट- 8147, शहडोल- 9065, छिंदवाड़ा- 6297, झाबुआ- 7495, सिहोर- 9041, राजगढ़- 7708, रायसेन- 8200, नीमच- 7276, मुरैना- 7603, मंदसौर- 7636, देवास- 6921, शाजापुर- 5743, दमोह- 6827, छतरपुर- 7136, अनूपपुर- 7832, सिवनी- 6125, सिंगरौली- 7851, सीधी- 8079, टीकमगढ़- 6503, दतिया- 6505, खंडवा- 3925, गुना- 4725, पन्ना- 6503, उमरिया- 5449, हरदा- 4700, मंडला- 4792, अलिराजपुर- 3397, डिंडौरी- 3976, अशोकनगर- 3335, श्योपुर- 3573, भिंड- 2766, बुरहानपुर- 2447, आगरमालवा- 2921, निवाड़ी- 3403 मरीज शामिल हैं।राज्य में आज कोरोना से 74 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर में नौ, भोपाल, जबलपुर और रतलाम में पांच, ग्वालियर में आठ, खरगौन, कटनी, टीकमगढ़, शाजापुर और हरदा में तीन, उज्जैन, रीवा, सागर, बैतूल, शिवपुरी, रायसेन, सीधी, पन्ना, निवाड़ी और अलिराजपुर में दो, धार, सतना, नरसिंहपुर, बालाघाट, बड़वानी, डिंडौरी और भिंड जिले के एक-एक मरीज शामिल है। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या बढक़र 6753 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर- 1236, भोपाल- 822, ग्वालियर- 456, जबलपुर- 503, उज्जैन- 156, सागर- 201, खरगौन- 199, रतलाम- 249, रीवा- 67, बैतूल- 156, विदिशा- 151, धार- 119, सतना- 88, नरसिंहपुर- 61, बड़वानी- 63, होशंगाबाद- 97, शिवपुरी- 63, कटनी- 74, बालाघाट- 49, शहडोल- 103, छिंदवाड़ा- 113, झाबुआ- 43, सिहोर- 49, राजगढ़- 110, रायसेन- 136, नीमच- 84, मुरैना- 55, मंदसौर- 64, देवास- 42, शाजापुर- 49, दमोह- 115, छतरपुर- 73, अनूपपुर- 61, सिवनी- 25, सिंगरौली- 63, सीधी- 55, टीकमगढ़- 85, दतिया- 71, खंडवा- 88, गुना- 44, पन्ना- 35, उमरिया- 52, हरदा- 62, मंडला- 16, अलिराजपुर- 44, डिंडौरी- 21, अशोकनगर- 21, श्योपुर- 48, भिंड- 19, बुरहानपुर- 35, आगरमालवा- 29, निवाड़ी- 32 व्यक्ति शामिल है।बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 5,93,752 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 10157 मरीज गुरुवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण बढक़र 108116 हो गए हैं। बता दें कि मप्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में सक्रिय प्रकरण एक हजार के नीचे पहुंच गए थे, लेकिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये मामले अधिक संख्या में आने के कारण यहां सक्रिय प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 8419 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 74 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 07 लाख, 08 हजार, 621 और मृतकों की संख्या 6753 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर- 1577, भोपाल- 1196, ग्वालियर- 548, जबलपुर- 470, उज्जैन- 276, सागर- 252, खरगौन- 111, रतलाम- 305, रीवा- 232, बैतूल- 138, विदिशा- 98, धार- 126, सतना- 129, नरसिंहपुर- 148, होशंगाबाद- 87, बड़वानी- 25, शिवपुरी- 225, कटनी- 96, शहडोल- 131, बालाघाट- 147, झाबुआ- 20, सीहोर- 89, छिंदवाड़ा- 36, राजगढ़- 96, रायसेन- 117, मुरैना- 54, नीमच- 52, मंदसौर- 131, देवास- 73, दमोह- 130, शाजापुर- 57, छतरपुर- 65, अनूपपुर- 111, सिंगरौली- 120, सिवनी- 71, सीधी- 132, टीकमगढ़- 79, दतिया-84, गुना- 22, खंडवा- 16, पन्ना- 92, उमरिया- 75, हरदा- 71, मंडला- 71, अलिराजपुर- 08, डिंडौरी- 36, अशोकनगर-32, श्योपुर- 49, भिंड- 16, बुरहानपुर- 14, आगरमालवा- 47, निवाड़ी- 36 मरीज मिले हैं। आज प्रदेश के सभी 52 जिलों में कोरोना के प्रकरण पाये गए।बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 66,206 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 8419 पॉजिटिव और 57,787 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 285 सेम्पल रिजेक्ट हुए। पाजिटिव प्रकरणों का प्रतिशत 12.7 रहा। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 07,08, 621 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 133284, भोपाल- 109742, ग्वालियर- 50045, जबलपुर- 45671, उज्जैन- 16569, सागर- 14129, खरगौन- 12729, रतलाम- 15385, रीवा- 14355, बैतूल- 11569, विदिशा- 10998, धार- 11409, सतना- 10987, नरसिंहपुर- 10311, बड़वानी- 8056, होशंगाबाद- 9671, शिवपुरी- 11110, कटनी- 8699, बालाघाट- 8147, शहडोल- 9065, छिंदवाड़ा- 6297, झाबुआ- 7495, सिहोर- 9041, राजगढ़- 7708, रायसेन- 8200, नीमच- 7276, मुरैना- 7603, मंदसौर- 7636, देवास- 6921, शाजापुर- 5743, दमोह- 6827, छतरपुर- 7136, अनूपपुर- 7832, सिवनी- 6125, सिंगरौली- 7851, सीधी- 8079, टीकमगढ़- 6503, दतिया- 6505, खंडवा- 3925, गुना- 4725, पन्ना- 6503, उमरिया- 5449, हरदा- 4700, मंडला- 4792, अलिराजपुर- 3397, डिंडौरी- 3976, अशोकनगर- 3335, श्योपुर- 3573, भिंड- 2766, बुरहानपुर- 2447, आगरमालवा- 2921, निवाड़ी- 3403 मरीज शामिल हैं।राज्य में आज कोरोना से 74 मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर में नौ, भोपाल, जबलपुर और रतलाम में पांच, ग्वालियर में आठ, खरगौन, कटनी, टीकमगढ़, शाजापुर और हरदा में तीन, उज्जैन, रीवा, सागर, बैतूल, शिवपुरी, रायसेन, सीधी, पन्ना, निवाड़ी और अलिराजपुर में दो, धार, सतना, नरसिंहपुर, बालाघाट, बड़वानी, डिंडौरी और भिंड जिले के एक-एक मरीज शामिल है। इसके बाद राज्य में मृतकों की संख्या बढक़र 6753 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर- 1236, भोपाल- 822, ग्वालियर- 456, जबलपुर- 503, उज्जैन- 156, सागर- 201, खरगौन- 199, रतलाम- 249, रीवा- 67, बैतूल- 156, विदिशा- 151, धार- 119, सतना- 88, नरसिंहपुर- 61, बड़वानी- 63, होशंगाबाद- 97, शिवपुरी- 63, कटनी- 74, बालाघाट- 49, शहडोल- 103, छिंदवाड़ा- 113, झाबुआ- 43, सिहोर- 49, राजगढ़- 110, रायसेन- 136, नीमच- 84, मुरैना- 55, मंदसौर- 64, देवास- 42, शाजापुर- 49, दमोह- 115, छतरपुर- 73, अनूपपुर- 61, सिवनी- 25, सिंगरौली- 63, सीधी- 55, टीकमगढ़- 85, दतिया- 71, खंडवा- 88, गुना- 44, पन्ना- 35, उमरिया- 52, हरदा- 62, मंडला- 16, अलिराजपुर- 44, डिंडौरी- 21, अशोकनगर- 21, श्योपुर- 48, भिंड- 19, बुरहानपुर- 35, आगरमालवा- 29, निवाड़ी- 32 व्यक्ति शामिल है।बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 5,93,752 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 10157 मरीज गुरुवार को स्वस्थ हुए। अब यहां कोरोना के सक्रिय प्रकरण बढक़र 108116 हो गए हैं। बता दें कि मप्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में सक्रिय प्रकरण एक हजार के नीचे पहुंच गए थे, लेकिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये मामले अधिक संख्या में आने के कारण यहां सक्रिय प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर से जबलपुर के मध्य चलने वाली गाड़ी संख्या 02292/02291 जबलपुर-इंदौर-जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस अगले आदेश तक निरस्त रहेगी। मंडल रेल प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार जयंत ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना संक्रमण के कारण गाडियों में यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए कई गाडियों को निरस्त किया गया है। इसी क्रम में गाड़ी संख्या 02292/02291 जबलपुर इंदौर जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस को अगले आदेश तक निरस्त किया गया है। गाड़ी संख्या 02292 जबलपुर इंदौर स्पेशल एक्सप्रेस 13 मई से तथा गाड़ी संख्या 02291 इंदौर जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस, 14 मई से अगले आदेश तक निरस्त रहेगी।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर से जबलपुर के मध्य चलने वाली गाड़ी संख्या 02292/02291 जबलपुर-इंदौर-जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस अगले आदेश तक निरस्त रहेगी। मंडल रेल प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार जयंत ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना संक्रमण के कारण गाडियों में यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए कई गाडियों को निरस्त किया गया है। इसी क्रम में गाड़ी संख्या 02292/02291 जबलपुर इंदौर जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस को अगले आदेश तक निरस्त किया गया है। गाड़ी संख्या 02292 जबलपुर इंदौर स्पेशल एक्सप्रेस 13 मई से तथा गाड़ी संख्या 02291 इंदौर जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस, 14 मई से अगले आदेश तक निरस्त रहेगी।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर से जबलपुर के मध्य चलने वाली गाड़ी संख्या 02292/02291 जबलपुर-इंदौर-जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस अगले आदेश तक निरस्त रहेगी। मंडल रेल प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार जयंत ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना संक्रमण के कारण गाडियों में यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए कई गाडियों को निरस्त किया गया है। इसी क्रम में गाड़ी संख्या 02292/02291 जबलपुर इंदौर जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस को अगले आदेश तक निरस्त किया गया है। गाड़ी संख्या 02292 जबलपुर इंदौर स्पेशल एक्सप्रेस 13 मई से तथा गाड़ी संख्या 02291 इंदौर जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस, 14 मई से अगले आदेश तक निरस्त रहेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बुधवार कई जगह पेट्रोल कीमतों ने 100 से ऊपर 102 रुपए की कीमत को भी पार कर लिया। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में जहां प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से अधिक है, वहीं राज्य के दो जिले शहडोल और अनूपपुर में पेट्रोल के दाम 102 रुपये से ऊपर पहुंच गया है। इंडियन आयल कार्पोरेशन की वेबसाइट पर दिए बुधवार सुबह के आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में पेट्रोल प्रति लीटर कीमत 100.08 रुपए और डीजल - 90.95 प्रति लीटर पर दिया जा रहा है। वहीं इंदौर में पेट्रोल के दाम 100 रुपये 16 पैसे प्रति लीटर हो गए हैं तो डीजल 91 रुपये चार पैसे प्रति लीटर पर पर है। इसी तरह से प्रदेश के बड़े महानगरों में ग्वालियर के दाम देखें तो पेट्रोल 100.04 प्रति लीटर और डीजल - 90.91 प्रति लीटर है। ऐसे ही प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में भी पेट्रोल प्रति लीटर 100.12 और डीजल - 91.00 प्रति लीटर है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के दो जिलों शहडोल और अनूपपुर में पेट्रोल के दाम 102 रुपये से ऊपर हैं। यह भाव मंगलवार रात 12 बजे से लागू हो गए थे। जबकि पेट्रो कीमतों ने अपना शतक मंगलवार को ही लगा दिया था। अब डीजल भी शतक से सिर्फ नौ रुपये दूर है। उधर, प्रदेश के बाहर यदि देश के बड़े महानगरों की बात करें तो देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम 25-25 पैसे बढ़कर क्रमश: 92.05 रुपये और 82.61 रुपये प्रति लीटर पर पहुंचे हैं । यह पहली बार है कि राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 92 रुपये के पार निकला है। इसी तरह से कोलकाता में पहली बार पेट्रोल का मूल्य 92 रुपये प्रति लीटर व चेन्नई में 93 रुपये के पार निकल गया है। मुंबई में पेट्रोल 98.36 रुपये और डीजल भी 90 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है ।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बुधवार कई जगह पेट्रोल कीमतों ने 100 से ऊपर 102 रुपए की कीमत को भी पार कर लिया। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में जहां प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से अधिक है, वहीं राज्य के दो जिले शहडोल और अनूपपुर में पेट्रोल के दाम 102 रुपये से ऊपर पहुंच गया है। इंडियन आयल कार्पोरेशन की वेबसाइट पर दिए बुधवार सुबह के आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में पेट्रोल प्रति लीटर कीमत 100.08 रुपए और डीजल - 90.95 प्रति लीटर पर दिया जा रहा है। वहीं इंदौर में पेट्रोल के दाम 100 रुपये 16 पैसे प्रति लीटर हो गए हैं तो डीजल 91 रुपये चार पैसे प्रति लीटर पर पर है। इसी तरह से प्रदेश के बड़े महानगरों में ग्वालियर के दाम देखें तो पेट्रोल 100.04 प्रति लीटर और डीजल - 90.91 प्रति लीटर है। ऐसे ही प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में भी पेट्रोल प्रति लीटर 100.12 और डीजल - 91.00 प्रति लीटर है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के दो जिलों शहडोल और अनूपपुर में पेट्रोल के दाम 102 रुपये से ऊपर हैं। यह भाव मंगलवार रात 12 बजे से लागू हो गए थे। जबकि पेट्रो कीमतों ने अपना शतक मंगलवार को ही लगा दिया था। अब डीजल भी शतक से सिर्फ नौ रुपये दूर है। उधर, प्रदेश के बाहर यदि देश के बड़े महानगरों की बात करें तो देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम 25-25 पैसे बढ़कर क्रमश: 92.05 रुपये और 82.61 रुपये प्रति लीटर पर पहुंचे हैं । यह पहली बार है कि राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 92 रुपये के पार निकला है। इसी तरह से कोलकाता में पहली बार पेट्रोल का मूल्य 92 रुपये प्रति लीटर व चेन्नई में 93 रुपये के पार निकल गया है। मुंबई में पेट्रोल 98.36 रुपये और डीजल भी 90 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है ।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बुधवार कई जगह पेट्रोल कीमतों ने 100 से ऊपर 102 रुपए की कीमत को भी पार कर लिया। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के बड़े शहरों इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में जहां प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से अधिक है, वहीं राज्य के दो जिले शहडोल और अनूपपुर में पेट्रोल के दाम 102 रुपये से ऊपर पहुंच गया है। इंडियन आयल कार्पोरेशन की वेबसाइट पर दिए बुधवार सुबह के आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में पेट्रोल प्रति लीटर कीमत 100.08 रुपए और डीजल - 90.95 प्रति लीटर पर दिया जा रहा है। वहीं इंदौर में पेट्रोल के दाम 100 रुपये 16 पैसे प्रति लीटर हो गए हैं तो डीजल 91 रुपये चार पैसे प्रति लीटर पर पर है। इसी तरह से प्रदेश के बड़े महानगरों में ग्वालियर के दाम देखें तो पेट्रोल 100.04 प्रति लीटर और डीजल - 90.91 प्रति लीटर है। ऐसे ही प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में भी पेट्रोल प्रति लीटर 100.12 और डीजल - 91.00 प्रति लीटर है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के दो जिलों शहडोल और अनूपपुर में पेट्रोल के दाम 102 रुपये से ऊपर हैं। यह भाव मंगलवार रात 12 बजे से लागू हो गए थे। जबकि पेट्रो कीमतों ने अपना शतक मंगलवार को ही लगा दिया था। अब डीजल भी शतक से सिर्फ नौ रुपये दूर है। उधर, प्रदेश के बाहर यदि देश के बड़े महानगरों की बात करें तो देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम 25-25 पैसे बढ़कर क्रमश: 92.05 रुपये और 82.61 रुपये प्रति लीटर पर पहुंचे हैं । यह पहली बार है कि राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 92 रुपये के पार निकला है। इसी तरह से कोलकाता में पहली बार पेट्रोल का मूल्य 92 रुपये प्रति लीटर व चेन्नई में 93 रुपये के पार निकल गया है। मुंबई में पेट्रोल 98.36 रुपये और डीजल भी 90 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है ।
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जबलपुर। शहर के एक अस्पताल में हाल ही में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के कारण पांच मरीजों की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच के लिए कलेक्टर द्वारा गठित जांच समिति ने रविवार देर रात अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। इसके अनुसार अस्पताल में मौतें प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुई थी। प्रदेश के जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से 5 कोविड मरीजों की मौत गैलेक्सी अस्पताल की लापरवाही से हुई थी। काफी किरकिरी के बाद समिति ने रविवार देर रात अपना जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंप दिया। इसमें खुलासा हुआ है कि मरीजों को तड़पता छोड़ कर डॉक्टर और स्टाफ भाग गए थे। ऑक्सीजन सुपरवाइजर प्रशिक्षित नहीं था। जांच रिपोर्ट के बाद प्रभारी सीएमएचओ डॉक्टर संजय मिश्रा ने जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। सीएमएचओ डॉक्टर मिश्रा ने अपने आदेश में अस्पताल में तत्काल कोविड के नए मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी है। वहीं अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज संबंधी अनुमति भी निरस्त कर दी गई है। वर्तमान में जो भी कोविड के मरीज भर्ती हैं, उनका उपचार करने के बाद डिस्चार्ज करने का आदेश दिया गया है। गौरतलब है कि 22 अप्रैल की देर रात दो बजे के लगभग गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन समाप्त होने के चलते पांच मरीजों पटेलनगर निवासी अनिल शर्मा (49), विजयनगर निवासी देवेंद्र कुररिया (58), गाडरवारा नरसिंहपुर निवासी गोमती राय (65), नरसिंहपुर निवासी प्रमिला तिवारी (48) और छिंदवाड़ा निवासी आनंद शर्मा (47) की मौत हो गई थी। इस मामले में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने संयुक्त कलेक्टर शाहिद खान की अगुवाई में जांच समिति गठित की थी। प्रशासन ने समिति गठित कर 24 घंटे में घटना की जांच करने की बात कही थी, लेकिन 16 दिन तक खामोश रहे। इस बीच अस्पताल की ओर से रेडक्रास को 25 लाख रुपये दान दे दिया गया। इस मामले में जब प्रशासन की किरकिरी होने लगी, तो 17वें दिन रविवार को किरकिरी के बाद देर रात रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1627 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से आठ लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकऱ करीब 1,28,459 और मृतकों की संख्या 1212 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 9903 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1627 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 28 हजार 459 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से आठ मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1212 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 1024 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 10 हजार 370 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 16, 877 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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अनूपपुर। जिले में गुरुवार की चली आंधी और बारिश से नगरवासियों ने अभी राहत नहीं पाई थी कि शुक्रवार की दोपहर तूफानी हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने फिर से जनजीवन को प्रभावित किया है। दोपहर 2.30 बजे अचानक तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिसमें चारो दिशाओं से हवाओं के थपेडें के साथ बारिश और ओला गिरे। इससे से जहां घरों के छप्पर उड़ गए, वही बारिश और ओलावृष्टि से आम और टमाटर सहित अन्य नगदी फसलो को नुकसान पहुंचा है। जबकि परसवार गांव के पास उच्च क्षमता की बिजली की तार पर पेड़ गिरने से अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रो में ब्लैकआउट बन रहा जहां लोगों को शनिवार दोपहर तक विद्युत आपूर्ती पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी। इस दौरान पुष्पराजगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से 2 बैलों की मौत हो गई। तूफानी हवाओं सहित जोरदार बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला घंटाभर चला। हालांकि इसके बाद भी रुक रुक कर बारिश होने का दौर शनिवार की सुबह तक जारी रहा। ओलावृष्टि और बारिश से वातावरण ठंडा हो गया। शाम तक आसमान में काले बादल छाए रहे। बारिश से लोगों ने राहत महसूस की, वही लोगों को तूफान और ओलावृष्टि से अधिक नुकसान उठाना पड़ा। इस दौरान बताया जाता है कि तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि सीमित क्षेत्रो में ही हुआ। जिसमें अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित आसपास के गांव सर्वाधिक प्रभावित हुए। जबकि राजेन्द्रग्राम, बिजुरी में तेज बारिश हुई, यहां ओलावृष्टि नहीं हुई। वहीं अमरकंटक,पसान नगरीय क्षेत्र में दोपहर समय न तो बारिश हुई और न ओलावृष्टि हुई। कृषि विभाग उपसंचालक एनडी गुप्ता ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से नगदी फसलों खासकर सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। टमाटर की फले चोटिल हो गई है। जबकि अधिक पानी के कारण उनके पौधों और फल को अधिक नुकसान पहुंचा है। हालांकि अभी भी कुछ स्थानों पर गेहूं की कटाई शेष है। यह लगभग 5-7 फीसदी होगा। लेकिन बारिश से किसानों को नुकसान हुआ है। घरों के उड़े छप्पर और पानी टंकी तेज हवा और बारिश में आधा सैकड़ा घरों के छप्पर उडने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। नगरपालिका अनूपपुर वार्ड 14 स्थित नपा फायर ब्रिगेड वाहन चालक शिवमोहन सिंह के घर की सीमेंट वाली चादर पूरी तरह उड़ गई, जिसमें 50 हजार के नुकसान की आशंका बताई जा रही है। वही सैकड़ों घरों दुकानों की छत एवं घरों के उपर रखी पानी टंकी हवा में उड़ गई। जिसके कारण उन घरों में पानी स्टोर की समस्या बन गई है। नगर सहित ग्रामीण अंचल में ब्लैकआउट अनूपपुर उपकेंद्र के परसवार में पेड़ गिरने और 7 खम्बो के क्षतिग्रस्त से जहां गुरुवार को 3 घंटे का ब्लैकआउट बना। वही शुक्रवार को दर्जनभर स्थानों पर बिजली के तार टूटने और पेड़ गिरने से फिर से अनूपपुर 10 घंटे का ब्लैकआउट बन गया है। देर रात बिजली आपूर्ति की कुछ स्थानों में हुई शनिवार दोपहर पूरे शहर में विद्युत आपूर्ती पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी। है। बिजली के अभाव में नगरीय क्षेत्रों सहित ग्रामीण अंचलों में अंधेरा पसरा रहा, वहीं नगरीय क्षेत्रों में घरों में पानी की सप्लाय नहीं हो सकी, जिससे नगरवासियों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली गुल होने के कारण पानी टैंकर से भी घरों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी।
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अनूपपुर। जिले में गुरुवार की चली आंधी और बारिश से नगरवासियों ने अभी राहत नहीं पाई थी कि शुक्रवार की दोपहर तूफानी हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने फिर से जनजीवन को प्रभावित किया है। दोपहर 2.30 बजे अचानक तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिसमें चारो दिशाओं से हवाओं के थपेडें के साथ बारिश और ओला गिरे। इससे से जहां घरों के छप्पर उड़ गए, वही बारिश और ओलावृष्टि से आम और टमाटर सहित अन्य नगदी फसलो को नुकसान पहुंचा है। जबकि परसवार गांव के पास उच्च क्षमता की बिजली की तार पर पेड़ गिरने से अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रो में ब्लैकआउट बन रहा जहां लोगों को शनिवार दोपहर तक विद्युत आपूर्ती पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी। इस दौरान पुष्पराजगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से 2 बैलों की मौत हो गई। तूफानी हवाओं सहित जोरदार बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला घंटाभर चला। हालांकि इसके बाद भी रुक रुक कर बारिश होने का दौर शनिवार की सुबह तक जारी रहा। ओलावृष्टि और बारिश से वातावरण ठंडा हो गया। शाम तक आसमान में काले बादल छाए रहे। बारिश से लोगों ने राहत महसूस की, वही लोगों को तूफान और ओलावृष्टि से अधिक नुकसान उठाना पड़ा। इस दौरान बताया जाता है कि तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि सीमित क्षेत्रो में ही हुआ। जिसमें अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित आसपास के गांव सर्वाधिक प्रभावित हुए। जबकि राजेन्द्रग्राम, बिजुरी में तेज बारिश हुई, यहां ओलावृष्टि नहीं हुई। वहीं अमरकंटक,पसान नगरीय क्षेत्र में दोपहर समय न तो बारिश हुई और न ओलावृष्टि हुई। कृषि विभाग उपसंचालक एनडी गुप्ता ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से नगदी फसलों खासकर सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। टमाटर की फले चोटिल हो गई है। जबकि अधिक पानी के कारण उनके पौधों और फल को अधिक नुकसान पहुंचा है। हालांकि अभी भी कुछ स्थानों पर गेहूं की कटाई शेष है। यह लगभग 5-7 फीसदी होगा। लेकिन बारिश से किसानों को नुकसान हुआ है। घरों के उड़े छप्पर और पानी टंकी तेज हवा और बारिश में आधा सैकड़ा घरों के छप्पर उडने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। नगरपालिका अनूपपुर वार्ड 14 स्थित नपा फायर ब्रिगेड वाहन चालक शिवमोहन सिंह के घर की सीमेंट वाली चादर पूरी तरह उड़ गई, जिसमें 50 हजार के नुकसान की आशंका बताई जा रही है। वही सैकड़ों घरों दुकानों की छत एवं घरों के उपर रखी पानी टंकी हवा में उड़ गई। जिसके कारण उन घरों में पानी स्टोर की समस्या बन गई है। नगर सहित ग्रामीण अंचल में ब्लैकआउट अनूपपुर उपकेंद्र के परसवार में पेड़ गिरने और 7 खम्बो के क्षतिग्रस्त से जहां गुरुवार को 3 घंटे का ब्लैकआउट बना। वही शुक्रवार को दर्जनभर स्थानों पर बिजली के तार टूटने और पेड़ गिरने से फिर से अनूपपुर 10 घंटे का ब्लैकआउट बन गया है। देर रात बिजली आपूर्ति की कुछ स्थानों में हुई शनिवार दोपहर पूरे शहर में विद्युत आपूर्ती पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी। है। बिजली के अभाव में नगरीय क्षेत्रों सहित ग्रामीण अंचलों में अंधेरा पसरा रहा, वहीं नगरीय क्षेत्रों में घरों में पानी की सप्लाय नहीं हो सकी, जिससे नगरवासियों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली गुल होने के कारण पानी टैंकर से भी घरों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी।
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अनूपपुर। जिले में गुरुवार की चली आंधी और बारिश से नगरवासियों ने अभी राहत नहीं पाई थी कि शुक्रवार की दोपहर तूफानी हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने फिर से जनजीवन को प्रभावित किया है। दोपहर 2.30 बजे अचानक तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिसमें चारो दिशाओं से हवाओं के थपेडें के साथ बारिश और ओला गिरे। इससे से जहां घरों के छप्पर उड़ गए, वही बारिश और ओलावृष्टि से आम और टमाटर सहित अन्य नगदी फसलो को नुकसान पहुंचा है। जबकि परसवार गांव के पास उच्च क्षमता की बिजली की तार पर पेड़ गिरने से अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रो में ब्लैकआउट बन रहा जहां लोगों को शनिवार दोपहर तक विद्युत आपूर्ती पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी। इस दौरान पुष्पराजगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से 2 बैलों की मौत हो गई। तूफानी हवाओं सहित जोरदार बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला घंटाभर चला। हालांकि इसके बाद भी रुक रुक कर बारिश होने का दौर शनिवार की सुबह तक जारी रहा। ओलावृष्टि और बारिश से वातावरण ठंडा हो गया। शाम तक आसमान में काले बादल छाए रहे। बारिश से लोगों ने राहत महसूस की, वही लोगों को तूफान और ओलावृष्टि से अधिक नुकसान उठाना पड़ा। इस दौरान बताया जाता है कि तूफान के साथ बारिश और ओलावृष्टि सीमित क्षेत्रो में ही हुआ। जिसमें अनूपपुर नगरीय क्षेत्र सहित आसपास के गांव सर्वाधिक प्रभावित हुए। जबकि राजेन्द्रग्राम, बिजुरी में तेज बारिश हुई, यहां ओलावृष्टि नहीं हुई। वहीं अमरकंटक,पसान नगरीय क्षेत्र में दोपहर समय न तो बारिश हुई और न ओलावृष्टि हुई। कृषि विभाग उपसंचालक एनडी गुप्ता ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से नगदी फसलों खासकर सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। टमाटर की फले चोटिल हो गई है। जबकि अधिक पानी के कारण उनके पौधों और फल को अधिक नुकसान पहुंचा है। हालांकि अभी भी कुछ स्थानों पर गेहूं की कटाई शेष है। यह लगभग 5-7 फीसदी होगा। लेकिन बारिश से किसानों को नुकसान हुआ है। घरों के उड़े छप्पर और पानी टंकी तेज हवा और बारिश में आधा सैकड़ा घरों के छप्पर उडने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। नगरपालिका अनूपपुर वार्ड 14 स्थित नपा फायर ब्रिगेड वाहन चालक शिवमोहन सिंह के घर की सीमेंट वाली चादर पूरी तरह उड़ गई, जिसमें 50 हजार के नुकसान की आशंका बताई जा रही है। वही सैकड़ों घरों दुकानों की छत एवं घरों के उपर रखी पानी टंकी हवा में उड़ गई। जिसके कारण उन घरों में पानी स्टोर की समस्या बन गई है। नगर सहित ग्रामीण अंचल में ब्लैकआउट अनूपपुर उपकेंद्र के परसवार में पेड़ गिरने और 7 खम्बो के क्षतिग्रस्त से जहां गुरुवार को 3 घंटे का ब्लैकआउट बना। वही शुक्रवार को दर्जनभर स्थानों पर बिजली के तार टूटने और पेड़ गिरने से फिर से अनूपपुर 10 घंटे का ब्लैकआउट बन गया है। देर रात बिजली आपूर्ति की कुछ स्थानों में हुई शनिवार दोपहर पूरे शहर में विद्युत आपूर्ती पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी। है। बिजली के अभाव में नगरीय क्षेत्रों सहित ग्रामीण अंचलों में अंधेरा पसरा रहा, वहीं नगरीय क्षेत्रों में घरों में पानी की सप्लाय नहीं हो सकी, जिससे नगरवासियों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। बिजली गुल होने के कारण पानी टैंकर से भी घरों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1817 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर करीब 1,18,085 और मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10015 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1817 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 18 हजार 085 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से सात मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1176 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 582 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख 05 हजार 796 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12930 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1 हजार, 787 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से आठ लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकऱ 1 लाख,16 हजार ,280 और मृतकों की संख्या 1 हजार, 163 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज की ओर से रविवार देर रात 10 हजार,491 सेम्पल की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1 हजार, 787 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 16 हजार 280 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से आठ मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1 हजार,163 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 968 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख, 04 हजार 298 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 10 हजार,819 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1 हजार, 787 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से आठ लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकऱ 1 लाख,16 हजार ,280 और मृतकों की संख्या 1 हजार, 163 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज की ओर से रविवार देर रात 10 हजार,491 सेम्पल की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1 हजार, 787 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 16 हजार 280 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से आठ मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1 हजार,163 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 968 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख, 04 हजार 298 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 10 हजार,819 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1 हजार, 787 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से आठ लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकऱ 1 लाख,16 हजार ,280 और मृतकों की संख्या 1 हजार, 163 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज की ओर से रविवार देर रात 10 हजार,491 सेम्पल की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1 हजार, 787 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1 लाख, 16 हजार 280 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से आठ मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1 हजार,163 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 968 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 1 लाख, 04 हजार 298 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 10 हजार,819 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बैंक सेक्टर के लिए खतरनाक साबित हो रही है। प्रदेश में कुछ ही दिनों के भीतर 116 से अधिक बैंक कर्मियों की मौत कोरोना की वजह से हो गई है। मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पाइज फेडरेशन, यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन व अन्य बैंकों से जुड़े संगठनों का दावा है कि मृतकों का आंकड़ा इससे भी ज्यादा है। इस मामले में बैंक कर्मचारियों की संस्थाओं ने इन परिस्थितियों के लिए पूरी तरह से सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। सहकारी बैंक से जुड़े कर्मचारियों ने की सरकार से मांग इस संबंध में भोपाल कॉआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष एवं मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पलाइज फेडरेशन के उपाध्यक्ष विमल कुमार दुबे प्रदेश सरकार पर कई सवाल उठाते हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार ने पुलिस जवानों को कोरोना वॉरियर्स माना है और मृत्यु की स्थिति में जवान के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं नौकरी देने का क्रम शुरू किया है। इसी प्रकार से कृषि विभाग में काम के दौरान कोरोना होने व उन्हें कोरोना वॉरियर्स मानकर किसी भी प्रकार की मृत्यु होने पर 25 लाख रुपये तत्काल आर्थिक मदद परिवार को देने का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री भी स्वास्थ्य विभाग एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स घोषित कर चुके हैं और एक बार फिर उन्होंने बीते दिवस गुरुवार को ही ऐसे सभी लोगों के परिजनों को 50 लाख रुपये की मदद देने की अपनी बात दोहराई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदेश में सहकारी बैंकों से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स तो माना है लेकिन काम के दौरान मृत्यु होने पर कर्मचारी के परिवार को आर्थिक मदद मुहैया ना कराकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अभी हमारे पास जो अपने साथियों से जुड़े प्रदेश भर से आंकड़े एकत्र हुए हैं, उनके अनुसार 70 से 80 लोगों की मौत कोरोना के कारण प्रदेश में हो चुकी है। साथ ही 1100 से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से प्रभावित होकर राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने आज ही सरकार से फिर अपनी पुरानी मांग दोहराई है कि सहकारी बैंक कर्मियों को भी वे अन्य घोषित कोरोना वॉरियर्स की तरह देखें, जान उनकी भी बहुत कीमती है। दुबे ने बताया कि वे आज सहकारिता मंत्री को ज्ञापन देकर आए हैं, जिसमें सहकारी बैंक कर्मियों, पैक्स (पीएसीके) के कर्मचारियों को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पत्र की तर्ज पर चिकित्सा व्यय व निधन होने पर परिवार को सहायता राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख दिए जाएं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने दिया था सरकार को प्लान इस संबंध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन से जुड़े कर्मचारी नेता संजीव सबलोक कहते हैं, हमने सरकार के संस्थागत वित्त (डीआईएफ) को दिए गए प्लान में कहा था कि प्रदेश में बैंक केवल जरूरी सेवाओं के लिए ही खुलें। सरकार तय करे और चार से पांच बैंकों का एक क्लस्टर बना दिया जाए। क्लस्टर में शामिल बैंक शाखाएं क्रमबद्ध तरीके से एक-एक दिन ही खोली जाएं लेकिन सरकार ने यह प्लान नहीं माना और अब तक उसे लटकाकर रखा, लेकिन आज जब कोरोना से स्थितियां संभल ही नहीं पा रहीं, तब जाकर यह माना गया है। अब बहुत देर हो चुकी है, बड़ी संख्या में बैंक कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए हैं। प्रदेश की 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कोरोना संक्रमित यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन के महासचिव वीके शर्मा का कहना है कि संक्रमण की स्थिति इस कदर गंभीर है कि प्रदेश में 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कर्मचारी-अधिकारियों के संक्रमित होने के कारण बंद करनी पड़ गई हैं। सबसे अधिक इंदौर में आईआईटी कैंपस स्थित बैंक शाखा समेत नौ बैंक शाखाओं के सभी कर्मचारी और अधिकारी संक्रमित हैं। इसके बाद बुदनी (सीहोर), मैहर (सतना), बैढ़न (सिंगरौली), चुरहट (सीधी) की भी बैंक शाखाएं इन्हीं कारणों से बंद हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बैंक सेक्टर के लिए खतरनाक साबित हो रही है। प्रदेश में कुछ ही दिनों के भीतर 116 से अधिक बैंक कर्मियों की मौत कोरोना की वजह से हो गई है। मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पाइज फेडरेशन, यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन व अन्य बैंकों से जुड़े संगठनों का दावा है कि मृतकों का आंकड़ा इससे भी ज्यादा है। इस मामले में बैंक कर्मचारियों की संस्थाओं ने इन परिस्थितियों के लिए पूरी तरह से सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। सहकारी बैंक से जुड़े कर्मचारियों ने की सरकार से मांग इस संबंध में भोपाल कॉआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष एवं मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पलाइज फेडरेशन के उपाध्यक्ष विमल कुमार दुबे प्रदेश सरकार पर कई सवाल उठाते हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार ने पुलिस जवानों को कोरोना वॉरियर्स माना है और मृत्यु की स्थिति में जवान के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं नौकरी देने का क्रम शुरू किया है। इसी प्रकार से कृषि विभाग में काम के दौरान कोरोना होने व उन्हें कोरोना वॉरियर्स मानकर किसी भी प्रकार की मृत्यु होने पर 25 लाख रुपये तत्काल आर्थिक मदद परिवार को देने का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री भी स्वास्थ्य विभाग एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स घोषित कर चुके हैं और एक बार फिर उन्होंने बीते दिवस गुरुवार को ही ऐसे सभी लोगों के परिजनों को 50 लाख रुपये की मदद देने की अपनी बात दोहराई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदेश में सहकारी बैंकों से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स तो माना है लेकिन काम के दौरान मृत्यु होने पर कर्मचारी के परिवार को आर्थिक मदद मुहैया ना कराकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अभी हमारे पास जो अपने साथियों से जुड़े प्रदेश भर से आंकड़े एकत्र हुए हैं, उनके अनुसार 70 से 80 लोगों की मौत कोरोना के कारण प्रदेश में हो चुकी है। साथ ही 1100 से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से प्रभावित होकर राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने आज ही सरकार से फिर अपनी पुरानी मांग दोहराई है कि सहकारी बैंक कर्मियों को भी वे अन्य घोषित कोरोना वॉरियर्स की तरह देखें, जान उनकी भी बहुत कीमती है। दुबे ने बताया कि वे आज सहकारिता मंत्री को ज्ञापन देकर आए हैं, जिसमें सहकारी बैंक कर्मियों, पैक्स (पीएसीके) के कर्मचारियों को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पत्र की तर्ज पर चिकित्सा व्यय व निधन होने पर परिवार को सहायता राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख दिए जाएं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने दिया था सरकार को प्लान इस संबंध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन से जुड़े कर्मचारी नेता संजीव सबलोक कहते हैं, हमने सरकार के संस्थागत वित्त (डीआईएफ) को दिए गए प्लान में कहा था कि प्रदेश में बैंक केवल जरूरी सेवाओं के लिए ही खुलें। सरकार तय करे और चार से पांच बैंकों का एक क्लस्टर बना दिया जाए। क्लस्टर में शामिल बैंक शाखाएं क्रमबद्ध तरीके से एक-एक दिन ही खोली जाएं लेकिन सरकार ने यह प्लान नहीं माना और अब तक उसे लटकाकर रखा, लेकिन आज जब कोरोना से स्थितियां संभल ही नहीं पा रहीं, तब जाकर यह माना गया है। अब बहुत देर हो चुकी है, बड़ी संख्या में बैंक कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए हैं। प्रदेश की 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कोरोना संक्रमित यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन के महासचिव वीके शर्मा का कहना है कि संक्रमण की स्थिति इस कदर गंभीर है कि प्रदेश में 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कर्मचारी-अधिकारियों के संक्रमित होने के कारण बंद करनी पड़ गई हैं। सबसे अधिक इंदौर में आईआईटी कैंपस स्थित बैंक शाखा समेत नौ बैंक शाखाओं के सभी कर्मचारी और अधिकारी संक्रमित हैं। इसके बाद बुदनी (सीहोर), मैहर (सतना), बैढ़न (सिंगरौली), चुरहट (सीधी) की भी बैंक शाखाएं इन्हीं कारणों से बंद हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बैंक सेक्टर के लिए खतरनाक साबित हो रही है। प्रदेश में कुछ ही दिनों के भीतर 116 से अधिक बैंक कर्मियों की मौत कोरोना की वजह से हो गई है। मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पाइज फेडरेशन, यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन व अन्य बैंकों से जुड़े संगठनों का दावा है कि मृतकों का आंकड़ा इससे भी ज्यादा है। इस मामले में बैंक कर्मचारियों की संस्थाओं ने इन परिस्थितियों के लिए पूरी तरह से सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। सहकारी बैंक से जुड़े कर्मचारियों ने की सरकार से मांग इस संबंध में भोपाल कॉआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष एवं मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पलाइज फेडरेशन के उपाध्यक्ष विमल कुमार दुबे प्रदेश सरकार पर कई सवाल उठाते हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार ने पुलिस जवानों को कोरोना वॉरियर्स माना है और मृत्यु की स्थिति में जवान के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं नौकरी देने का क्रम शुरू किया है। इसी प्रकार से कृषि विभाग में काम के दौरान कोरोना होने व उन्हें कोरोना वॉरियर्स मानकर किसी भी प्रकार की मृत्यु होने पर 25 लाख रुपये तत्काल आर्थिक मदद परिवार को देने का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री भी स्वास्थ्य विभाग एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स घोषित कर चुके हैं और एक बार फिर उन्होंने बीते दिवस गुरुवार को ही ऐसे सभी लोगों के परिजनों को 50 लाख रुपये की मदद देने की अपनी बात दोहराई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदेश में सहकारी बैंकों से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स तो माना है लेकिन काम के दौरान मृत्यु होने पर कर्मचारी के परिवार को आर्थिक मदद मुहैया ना कराकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अभी हमारे पास जो अपने साथियों से जुड़े प्रदेश भर से आंकड़े एकत्र हुए हैं, उनके अनुसार 70 से 80 लोगों की मौत कोरोना के कारण प्रदेश में हो चुकी है। साथ ही 1100 से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से प्रभावित होकर राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने आज ही सरकार से फिर अपनी पुरानी मांग दोहराई है कि सहकारी बैंक कर्मियों को भी वे अन्य घोषित कोरोना वॉरियर्स की तरह देखें, जान उनकी भी बहुत कीमती है। दुबे ने बताया कि वे आज सहकारिता मंत्री को ज्ञापन देकर आए हैं, जिसमें सहकारी बैंक कर्मियों, पैक्स (पीएसीके) के कर्मचारियों को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पत्र की तर्ज पर चिकित्सा व्यय व निधन होने पर परिवार को सहायता राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख दिए जाएं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने दिया था सरकार को प्लान इस संबंध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन से जुड़े कर्मचारी नेता संजीव सबलोक कहते हैं, हमने सरकार के संस्थागत वित्त (डीआईएफ) को दिए गए प्लान में कहा था कि प्रदेश में बैंक केवल जरूरी सेवाओं के लिए ही खुलें। सरकार तय करे और चार से पांच बैंकों का एक क्लस्टर बना दिया जाए। क्लस्टर में शामिल बैंक शाखाएं क्रमबद्ध तरीके से एक-एक दिन ही खोली जाएं लेकिन सरकार ने यह प्लान नहीं माना और अब तक उसे लटकाकर रखा, लेकिन आज जब कोरोना से स्थितियां संभल ही नहीं पा रहीं, तब जाकर यह माना गया है। अब बहुत देर हो चुकी है, बड़ी संख्या में बैंक कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए हैं। प्रदेश की 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कोरोना संक्रमित यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन के महासचिव वीके शर्मा का कहना है कि संक्रमण की स्थिति इस कदर गंभीर है कि प्रदेश में 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कर्मचारी-अधिकारियों के संक्रमित होने के कारण बंद करनी पड़ गई हैं। सबसे अधिक इंदौर में आईआईटी कैंपस स्थित बैंक शाखा समेत नौ बैंक शाखाओं के सभी कर्मचारी और अधिकारी संक्रमित हैं। इसके बाद बुदनी (सीहोर), मैहर (सतना), बैढ़न (सिंगरौली), चुरहट (सीधी) की भी बैंक शाखाएं इन्हीं कारणों से बंद हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बैंक सेक्टर के लिए खतरनाक साबित हो रही है। प्रदेश में कुछ ही दिनों के भीतर 116 से अधिक बैंक कर्मियों की मौत कोरोना की वजह से हो गई है। मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पाइज फेडरेशन, यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन व अन्य बैंकों से जुड़े संगठनों का दावा है कि मृतकों का आंकड़ा इससे भी ज्यादा है। इस मामले में बैंक कर्मचारियों की संस्थाओं ने इन परिस्थितियों के लिए पूरी तरह से सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। सहकारी बैंक से जुड़े कर्मचारियों ने की सरकार से मांग इस संबंध में भोपाल कॉआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष एवं मप्र कॉआपरेटिव बैंक एम्पलाइज फेडरेशन के उपाध्यक्ष विमल कुमार दुबे प्रदेश सरकार पर कई सवाल उठाते हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार ने पुलिस जवानों को कोरोना वॉरियर्स माना है और मृत्यु की स्थिति में जवान के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं नौकरी देने का क्रम शुरू किया है। इसी प्रकार से कृषि विभाग में काम के दौरान कोरोना होने व उन्हें कोरोना वॉरियर्स मानकर किसी भी प्रकार की मृत्यु होने पर 25 लाख रुपये तत्काल आर्थिक मदद परिवार को देने का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री भी स्वास्थ्य विभाग एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स घोषित कर चुके हैं और एक बार फिर उन्होंने बीते दिवस गुरुवार को ही ऐसे सभी लोगों के परिजनों को 50 लाख रुपये की मदद देने की अपनी बात दोहराई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदेश में सहकारी बैंकों से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर्स तो माना है लेकिन काम के दौरान मृत्यु होने पर कर्मचारी के परिवार को आर्थिक मदद मुहैया ना कराकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अभी हमारे पास जो अपने साथियों से जुड़े प्रदेश भर से आंकड़े एकत्र हुए हैं, उनके अनुसार 70 से 80 लोगों की मौत कोरोना के कारण प्रदेश में हो चुकी है। साथ ही 1100 से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से प्रभावित होकर राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने आज ही सरकार से फिर अपनी पुरानी मांग दोहराई है कि सहकारी बैंक कर्मियों को भी वे अन्य घोषित कोरोना वॉरियर्स की तरह देखें, जान उनकी भी बहुत कीमती है। दुबे ने बताया कि वे आज सहकारिता मंत्री को ज्ञापन देकर आए हैं, जिसमें सहकारी बैंक कर्मियों, पैक्स (पीएसीके) के कर्मचारियों को केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पत्र की तर्ज पर चिकित्सा व्यय व निधन होने पर परिवार को सहायता राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख दिए जाएं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने दिया था सरकार को प्लान इस संबंध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन से जुड़े कर्मचारी नेता संजीव सबलोक कहते हैं, हमने सरकार के संस्थागत वित्त (डीआईएफ) को दिए गए प्लान में कहा था कि प्रदेश में बैंक केवल जरूरी सेवाओं के लिए ही खुलें। सरकार तय करे और चार से पांच बैंकों का एक क्लस्टर बना दिया जाए। क्लस्टर में शामिल बैंक शाखाएं क्रमबद्ध तरीके से एक-एक दिन ही खोली जाएं लेकिन सरकार ने यह प्लान नहीं माना और अब तक उसे लटकाकर रखा, लेकिन आज जब कोरोना से स्थितियां संभल ही नहीं पा रहीं, तब जाकर यह माना गया है। अब बहुत देर हो चुकी है, बड़ी संख्या में बैंक कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए हैं। प्रदेश की 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कोरोना संक्रमित यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन के महासचिव वीके शर्मा का कहना है कि संक्रमण की स्थिति इस कदर गंभीर है कि प्रदेश में 40 राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं कर्मचारी-अधिकारियों के संक्रमित होने के कारण बंद करनी पड़ गई हैं। सबसे अधिक इंदौर में आईआईटी कैंपस स्थित बैंक शाखा समेत नौ बैंक शाखाओं के सभी कर्मचारी और अधिकारी संक्रमित हैं। इसके बाद बुदनी (सीहोर), मैहर (सतना), बैढ़न (सिंगरौली), चुरहट (सीधी) की भी बैंक शाखाएं इन्हीं कारणों से बंद हैं।
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भोपाल। कोरोना महामारी की रफ्तार को देखते हुए लोगों में डर और घबराहट का माहौल है। लेकिन इसी बीच प्रदेश के तीन शहरों से अच्छी खबर आई है। इन तीन बड़े शहरों में अब नए संक्रमितों की तुलना में कोरोना से जंग जीतने वालों की संख्या बढ़ती नजर आ रही है। मध्यप्रदेश में लॉकडाउन का असर दिखने लगा है। इंदौर को छोड़ कर प्रदेश के तीन बड़े शहरों भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में राहत मिलती दिख रही है। बीते 24 घंटे में यहां जितने नए केस आए हैं, उससे ज्यादा लोग ठीक हुए हैं। प्रदेश के चार बड़े शहरों इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में बीते 24 घंटे में 5,302 नए संक्रमित मिले, वहीं 4,026 ठीक हुए, जबकि 26 की मौत हो गई। इंदौर में सबसे ज्यादा 1,811 नए संक्रमित मिले हैं और 1,208 डिस्चार्ज हुए हैं। ठीक होने वाले मरीजों में भोपाल टॉप पर है। भोपाल: मौतों की संख्या पर सवाल भोपाल में मौतों की संख्या पर अब भी सवाल खड़े हो रहे हैं। गुरुवार रात 8 बजे तक राजधानी के दो श्मशान घाट और एक कब्रिस्तान में 195 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इनमें से 139 का कोविड प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार किया गया। सरकारी रिकॉर्ड में सिर्फ 5 मौतें कोविड से दर्ज की गईं हैं। राजधानी में 24 घंटे में 1,735 नए केस सामने आए, जबकि 1, 921 मरीज ठीक हुए। इंदौर: कम हुए एक्टिव केस यहां 24 घंटे में 1,811 नए संक्रमित आए हैं, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा है। 6 मरीजों ने विभिन्न अस्पतालों में दम तोड़ा है। इंदौर में एक्टिव केस लगातार घट रहे हैं। अभी यहां 12,278 मरीजों का इलाज चल रहा है। एक दिन पहले यह संख्या 12,608 थी। जबलपुर: 776 संक्रमित मिले, 826 ठीक हुए यहां पिछले 24 घंटे में 3,196 सैंपल की जांच में 776 संक्रमित पाए गए हैं। 8 मरीजों की विभिन्न अस्पतालों में मौत हुई है। 826 लोग कोरोना से ठीक हुए। पिछले 6 दिनों में 4,738 संक्रमित मिले हैं और 5,435 मरीज ठीक हो गए। यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 6,073 पर पहुंच गई है। इसमें 6 दिन में 698 की कमी आई है। ग्वालियर: सरकारी रिकॉर्ड में 7 की मौत, कोविड अस्पतालों में हुई 38 मौतें ग्वालियर में कोविड अस्पतालों में बीते 24 घंटे में 38 संक्रमितों की मौत हुई है, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में सिर्फ 7 मौतें ही दर्ज की गईं। 38 में से 30 ग्वालियर जिले के थे। यहां 980 नए संक्रमित मिले, लेकिन राहत की बात यह रही कि उससे ज्यादा 1,071 स्वस्थ होकर घर गए। यहां अब तक संक्रमितों की संख्या 40 हजार से ऊपर पहुंच चुकी है।
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उज्जैन। जनता कर्फ्यू ने शहर के थोक फल व्यापारियों को लाखों रूपये का फटका लगा दिया है। जो माल इस समय स्टॉक में रखा हुआ है,वह सड़ रहा है। खपत इस समय बहुत कम है। इसके दो कारण है। एक तो कोरोना महामारी के चलते लोग फल खरीदने से बच रहे हैं। दूसरा यह कि प्रशासन की फल बेचने को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं है। प्रात: 11 बजे बाद हाथ ठेलेवालों को सड़कों से हटा दिया जाता है। यही कारण है कि माल का रोटेशन नहीं होने से थोक व्यापारी अपने फल सड़ते हुए देखकर दु:खी भी हो रहे हैं। शहर में फलों को दो थोक व्यापारी हैं। एक व्यापारी इस समय आयसोलेट हैं वहीं दूसरे थोक व्यापारी गिरिश देवनानी हैं जो गर्मी के सीजन में 10 लाख रू. प्रतिदिन का व्यापार करते हैं। देवनानी के अनुसार इस कोरोनाकाल में हम रोजाना करीब 1 लाख रू. का माल ही बाहर से उठा रहे हैं। वह भी पूरी तरह से नहीं बिक पा रहा है। चूंकि आगे से डिलेव्हरी आती है,ऐसे में माल तो उठाना पड़ता है। लेकिन बाजार में उठाव नहीं होने तथा प्रशासन की नीतियां ठीक नहीं होने के कारण माल सड़ रहा है। उन्होंने सड़े फलों की टोकनियां बताते हुए कहाकि इस धंधे में लगे अमूमन लोग इस समय बेरोजगार हैं। हाथ ठेले बंद पड़े हैं। जो माल उठा रहे हैं,उनकी अपनी रिस्क पर ले जा रहे हैं। इनमें भी दो चार दिन काम करके ठेले के पहियों में ताला लगा रहे हैं। आंध्रा से आ रहा है आम...अंगूर-तरबूज-अनार आ रहा महाराष्ट्र से देवनानी के अनुसार इस समय आम मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश से आ रहा है। वहां से आवक तो प्रतिदिन है लेकिन इतना उठाव नहीं है। इसी प्रकार महाराष्ट्र से केला,अंगूर,तरबूज,अनार आ रहा है। सेवफल विदेश से ही आ रहा है। खरबूजा लोकल है और आसपास से आ रहा है। यह है थोक एवं खुदरा भाव फलों के शहर में फलों के खुदरा दाम आसमान छू रहे हैं,जबकि थोक में दाम बहुत ही कम है। फल थोक भाव प्रति किग्रा रू. में खुदरा भाव प्रति किग्रा रू. मेंआम 40 से 50 रू. 80 से 100 रू.अंगूर 60 से 70 रू. 80 से 100 रू.केला 20 से 22 रू. 25 से 30 रू.तरबुज 10 से 12 रू. 30 से 40 रू.खरबुजा 30 से 35 रू. 40 से 50 रू.सेवफल 200 से 300 रू. 250 से 350 रू.(देशी/विदेशी) अनार 200 रू. 300 रू. तक किस्म अनुसार
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अनूपपुर। वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण का प्रभाव नगर होते हुए अब ग्रामों की तरफ बढ़ रहा हैं। 185 नये संक्रमित मिलें वहीं 149 ने इसे मात देकर वापस घरों को लौट गयें। दो की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात प्राप्त 512 रिपोर्ट में 185 नये व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्रवाई की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 5292 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 149 स्वस्थ होकर रवाना हुए। वर्तमान में सक्रिय 904 है। अब तक 4351 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं बुधवार को दो की मौत हो गई। अबतक कोरोना से 37 लोगों ने अपनी जान गंवा दी हैं।
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रतलाम। शासन और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद ऑक्सीजन की आपूर्ति और वितरण व्यवस्था सुधर नहीं पा रही है। रतलाम में देर रात ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मच गया। ऑक्सीजन की कमी होने पर आयुष ग्राम कोविड केयर सेंटर के बाहर मरीजों के परिजनों का जमावड़ा हो गया। अफरातफरी के बीच परिजनों ने आयुष ग्राम हॉस्पिटल के बाहर हंगामा कर दिया। जिले में ऑक्सीजन की कमी की खबरें बुधवार शाम से ही सोशल मीडिया पर चलने लगी थीं। जब शहर के निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म होने लगी तो आयुष ग्राम कोविड केयर सेंटर के संचालक डॉ राजेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर लोगों से माफी मांगते हुए अपनी हार स्वीकार की और प्रशासन से ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने की मांग की। जिसके बाद आयुष ग्राम के बाहर परेशान परिजनों का जमावड़ा हो गया। परेशान परिजनों से अस्पताल प्रबंधन ने ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने या मरीज को कहीं और शिफ्ट करने की बात कही। इसके बाद हताश परिजनों ने निजी अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया। अलीराजपुर से अपने परिजन के उपचार के लिए यहां आई हुई एक युवती तो फफक कर रो पड़ी और ऑक्सीजन के लिए प्रशासन से गुहार लगाती रही। इसके बाद प्रशासन के अधिकारी रात भर ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए जुटे रहे, लेकिन मेडिकल कॉलेज सहित अन्य अस्पतालों में अभी भी ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है।
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वैशाख मास में परंपरा है शिवलिंग ठण्डा रखने की उज्जैन। विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में हर वर्ष की तरह बुधवार को भी वैशाख मास की पड़वा को बाबा महाकाल को गलंतिका बांधी गई। पूरे एक माह तक यह गलंतिका शिव मंदिरों में बांधी जाएगी। ज्योतिषाचार्य पं.आनन्दशंकर व्यास के अनुसार यह माना जाता है कि गरल पीनेवाल बाबा महाकाल को वैशाख मास में उष्णता से बचाने के लिए गलंतिका बांधी जाती है। यह परंपरा सदियों पुरानी है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1811 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से दस लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकऱ 1लाख 07 हजार 240 और मृतकों की संख्या 1123 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10,201 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1811 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1लाख 07 हजार 240 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दस मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1123 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 918 मरीज स्वस्थ हुए हैं। नये मामले अधिक संख्या में मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढ़कर 13,171 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। वहीं अबतक 11लाख 44 हजार 468 मरीजों के सैंपलों की जांच की गई है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1811 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से दस लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकऱ 1लाख 07 हजार 240 और मृतकों की संख्या 1123 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 10,201 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1811 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1लाख 07 हजार 240 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दस मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1123 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 918 मरीज स्वस्थ हुए हैं। नये मामले अधिक संख्या में मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढ़कर 13,171 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। वहीं अबतक 11लाख 44 हजार 468 मरीजों के सैंपलों की जांच की गई है।
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गुना। कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो रहे अन्य धार्मिक त्यौहारों की तरह ही हनुमान जयंती पर भी इसकी काली छाया बनी रहेगी। गत साल की तरह इस साल भी भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव का यह पर्व घरों में ही मनाया जा सकेगा और श्रद्धालु मंदिरों में बालाजी सरकार के दर्शन कर उनकी पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे। प्रसिद्ध सिद्ध हनुमान टेकरी सरकार के दर्शनों की जरुर इस अवसर पर ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। अलबत्ता टेकरी सरकार पर हर साल लगने वाला मेला तो लगेगा ही नहीं, श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर में प्रवेश वर्जित रखा गया है। हनुमान टेकरी सरकार की ओर जाने वाले रास्तों को भी सोमवार से बंद करने की तैयारी शुरु हो गई है, वहीं टेकरी समिति ने भी श्रद्धालुओं से मंदिर नहीं आकर घरों में ही पूजा अर्चना करने का आग्रह किया है। टेकरी सरकार का किया जा रहा आकर्षक श्रंगार उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की तरह इस बार भी हनुमान जयंती का पर्व कोरोना संक्रमण के भयावह दौर के बीच कल 27 अप्रैल को है। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रसिद्ध सिद्ध स्थल श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए नव संवत्सर 13 अप्रैल से ही बंद किया जा चुका है। इसी क्रम में 27 अप्रैल को भी ना तो श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा और ना ही कोई मेला लगेंगा, हालांकि हनुमान जयंती के अवसर पर चली आ रही परंपरानुसार श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आकर्षक विद्युत साज-सज्जाा के साथ श्री टेकरी सरकार का आकर्षक साज श्रृंगार किया जा रहा है। सुबह 5 बजे होगी मंगला आरती प्रसिद्ध सिद्ध स्थल हनुमान टेकरी पर वर्षों से चली आ रही परंपरानुसार मंगलवार को प्रात: 5 बजे श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्री बालाजी सरकार की मंगला आरती होगी और इसके बाद दिन भर मंदिर में श्री टेकरी सरकार की जयंती पर पूजा-अर्चना व विभिन्न धार्मिक क्रियाएं पुजारी द्वारा की जाएंगी। यही नहीं सुबह 5 बजे से श्रद्धालुओं को घर बैठे श्री हनुमान टेकरी सरकार के आरती सहित लाइव दर्शन लोकल चैनल 122 जीसीएन पर करने को मिलेंगे। मंगला आरती प्रबल सिंह चौहान को फेसबुक आईडी पर लाइव देखी जा सकेंगी। पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह सलूजा, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायणलाल अग्रवाल, चिरोंजी लाल प्रजापति, ओपी बरोनिया, गुलशन जुनेजा व प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने अंचल भर के श्रद्धालुओं से हनुमान जयंती के अवसर पर धारा 144 का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही रहकर श्री बालाजी सरकार की पूजा-अर्चना करने और उनके ऑनलाइन दर्शन करने का आग्रह किया है।
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गुना। कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो रहे अन्य धार्मिक त्यौहारों की तरह ही हनुमान जयंती पर भी इसकी काली छाया बनी रहेगी। गत साल की तरह इस साल भी भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव का यह पर्व घरों में ही मनाया जा सकेगा और श्रद्धालु मंदिरों में बालाजी सरकार के दर्शन कर उनकी पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे। प्रसिद्ध सिद्ध हनुमान टेकरी सरकार के दर्शनों की जरुर इस अवसर पर ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। अलबत्ता टेकरी सरकार पर हर साल लगने वाला मेला तो लगेगा ही नहीं, श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर में प्रवेश वर्जित रखा गया है। हनुमान टेकरी सरकार की ओर जाने वाले रास्तों को भी सोमवार से बंद करने की तैयारी शुरु हो गई है, वहीं टेकरी समिति ने भी श्रद्धालुओं से मंदिर नहीं आकर घरों में ही पूजा अर्चना करने का आग्रह किया है। टेकरी सरकार का किया जा रहा आकर्षक श्रंगार उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की तरह इस बार भी हनुमान जयंती का पर्व कोरोना संक्रमण के भयावह दौर के बीच कल 27 अप्रैल को है। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रसिद्ध सिद्ध स्थल श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए नव संवत्सर 13 अप्रैल से ही बंद किया जा चुका है। इसी क्रम में 27 अप्रैल को भी ना तो श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा और ना ही कोई मेला लगेंगा, हालांकि हनुमान जयंती के अवसर पर चली आ रही परंपरानुसार श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आकर्षक विद्युत साज-सज्जाा के साथ श्री टेकरी सरकार का आकर्षक साज श्रृंगार किया जा रहा है। सुबह 5 बजे होगी मंगला आरती प्रसिद्ध सिद्ध स्थल हनुमान टेकरी पर वर्षों से चली आ रही परंपरानुसार मंगलवार को प्रात: 5 बजे श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्री बालाजी सरकार की मंगला आरती होगी और इसके बाद दिन भर मंदिर में श्री टेकरी सरकार की जयंती पर पूजा-अर्चना व विभिन्न धार्मिक क्रियाएं पुजारी द्वारा की जाएंगी। यही नहीं सुबह 5 बजे से श्रद्धालुओं को घर बैठे श्री हनुमान टेकरी सरकार के आरती सहित लाइव दर्शन लोकल चैनल 122 जीसीएन पर करने को मिलेंगे। मंगला आरती प्रबल सिंह चौहान को फेसबुक आईडी पर लाइव देखी जा सकेंगी। पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह सलूजा, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायणलाल अग्रवाल, चिरोंजी लाल प्रजापति, ओपी बरोनिया, गुलशन जुनेजा व प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने अंचल भर के श्रद्धालुओं से हनुमान जयंती के अवसर पर धारा 144 का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही रहकर श्री बालाजी सरकार की पूजा-अर्चना करने और उनके ऑनलाइन दर्शन करने का आग्रह किया है।
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गुना। कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो रहे अन्य धार्मिक त्यौहारों की तरह ही हनुमान जयंती पर भी इसकी काली छाया बनी रहेगी। गत साल की तरह इस साल भी भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव का यह पर्व घरों में ही मनाया जा सकेगा और श्रद्धालु मंदिरों में बालाजी सरकार के दर्शन कर उनकी पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे। प्रसिद्ध सिद्ध हनुमान टेकरी सरकार के दर्शनों की जरुर इस अवसर पर ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। अलबत्ता टेकरी सरकार पर हर साल लगने वाला मेला तो लगेगा ही नहीं, श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर में प्रवेश वर्जित रखा गया है। हनुमान टेकरी सरकार की ओर जाने वाले रास्तों को भी सोमवार से बंद करने की तैयारी शुरु हो गई है, वहीं टेकरी समिति ने भी श्रद्धालुओं से मंदिर नहीं आकर घरों में ही पूजा अर्चना करने का आग्रह किया है। टेकरी सरकार का किया जा रहा आकर्षक श्रंगार उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की तरह इस बार भी हनुमान जयंती का पर्व कोरोना संक्रमण के भयावह दौर के बीच कल 27 अप्रैल को है। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रसिद्ध सिद्ध स्थल श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए नव संवत्सर 13 अप्रैल से ही बंद किया जा चुका है। इसी क्रम में 27 अप्रैल को भी ना तो श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा और ना ही कोई मेला लगेंगा, हालांकि हनुमान जयंती के अवसर पर चली आ रही परंपरानुसार श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आकर्षक विद्युत साज-सज्जाा के साथ श्री टेकरी सरकार का आकर्षक साज श्रृंगार किया जा रहा है। सुबह 5 बजे होगी मंगला आरती प्रसिद्ध सिद्ध स्थल हनुमान टेकरी पर वर्षों से चली आ रही परंपरानुसार मंगलवार को प्रात: 5 बजे श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्री बालाजी सरकार की मंगला आरती होगी और इसके बाद दिन भर मंदिर में श्री टेकरी सरकार की जयंती पर पूजा-अर्चना व विभिन्न धार्मिक क्रियाएं पुजारी द्वारा की जाएंगी। यही नहीं सुबह 5 बजे से श्रद्धालुओं को घर बैठे श्री हनुमान टेकरी सरकार के आरती सहित लाइव दर्शन लोकल चैनल 122 जीसीएन पर करने को मिलेंगे। मंगला आरती प्रबल सिंह चौहान को फेसबुक आईडी पर लाइव देखी जा सकेंगी। पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह सलूजा, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायणलाल अग्रवाल, चिरोंजी लाल प्रजापति, ओपी बरोनिया, गुलशन जुनेजा व प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने अंचल भर के श्रद्धालुओं से हनुमान जयंती के अवसर पर धारा 144 का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही रहकर श्री बालाजी सरकार की पूजा-अर्चना करने और उनके ऑनलाइन दर्शन करने का आग्रह किया है।
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गुना। कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो रहे अन्य धार्मिक त्यौहारों की तरह ही हनुमान जयंती पर भी इसकी काली छाया बनी रहेगी। गत साल की तरह इस साल भी भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव का यह पर्व घरों में ही मनाया जा सकेगा और श्रद्धालु मंदिरों में बालाजी सरकार के दर्शन कर उनकी पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे। प्रसिद्ध सिद्ध हनुमान टेकरी सरकार के दर्शनों की जरुर इस अवसर पर ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। अलबत्ता टेकरी सरकार पर हर साल लगने वाला मेला तो लगेगा ही नहीं, श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर में प्रवेश वर्जित रखा गया है। हनुमान टेकरी सरकार की ओर जाने वाले रास्तों को भी सोमवार से बंद करने की तैयारी शुरु हो गई है, वहीं टेकरी समिति ने भी श्रद्धालुओं से मंदिर नहीं आकर घरों में ही पूजा अर्चना करने का आग्रह किया है। टेकरी सरकार का किया जा रहा आकर्षक श्रंगार उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की तरह इस बार भी हनुमान जयंती का पर्व कोरोना संक्रमण के भयावह दौर के बीच कल 27 अप्रैल को है। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रसिद्ध सिद्ध स्थल श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए नव संवत्सर 13 अप्रैल से ही बंद किया जा चुका है। इसी क्रम में 27 अप्रैल को भी ना तो श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा और ना ही कोई मेला लगेंगा, हालांकि हनुमान जयंती के अवसर पर चली आ रही परंपरानुसार श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आकर्षक विद्युत साज-सज्जाा के साथ श्री टेकरी सरकार का आकर्षक साज श्रृंगार किया जा रहा है। सुबह 5 बजे होगी मंगला आरती प्रसिद्ध सिद्ध स्थल हनुमान टेकरी पर वर्षों से चली आ रही परंपरानुसार मंगलवार को प्रात: 5 बजे श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्री बालाजी सरकार की मंगला आरती होगी और इसके बाद दिन भर मंदिर में श्री टेकरी सरकार की जयंती पर पूजा-अर्चना व विभिन्न धार्मिक क्रियाएं पुजारी द्वारा की जाएंगी। यही नहीं सुबह 5 बजे से श्रद्धालुओं को घर बैठे श्री हनुमान टेकरी सरकार के आरती सहित लाइव दर्शन लोकल चैनल 122 जीसीएन पर करने को मिलेंगे। मंगला आरती प्रबल सिंह चौहान को फेसबुक आईडी पर लाइव देखी जा सकेंगी। पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह सलूजा, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायणलाल अग्रवाल, चिरोंजी लाल प्रजापति, ओपी बरोनिया, गुलशन जुनेजा व प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने अंचल भर के श्रद्धालुओं से हनुमान जयंती के अवसर पर धारा 144 का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही रहकर श्री बालाजी सरकार की पूजा-अर्चना करने और उनके ऑनलाइन दर्शन करने का आग्रह किया है।
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गुना। कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो रहे अन्य धार्मिक त्यौहारों की तरह ही हनुमान जयंती पर भी इसकी काली छाया बनी रहेगी। गत साल की तरह इस साल भी भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव का यह पर्व घरों में ही मनाया जा सकेगा और श्रद्धालु मंदिरों में बालाजी सरकार के दर्शन कर उनकी पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे। प्रसिद्ध सिद्ध हनुमान टेकरी सरकार के दर्शनों की जरुर इस अवसर पर ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। अलबत्ता टेकरी सरकार पर हर साल लगने वाला मेला तो लगेगा ही नहीं, श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर में प्रवेश वर्जित रखा गया है। हनुमान टेकरी सरकार की ओर जाने वाले रास्तों को भी सोमवार से बंद करने की तैयारी शुरु हो गई है, वहीं टेकरी समिति ने भी श्रद्धालुओं से मंदिर नहीं आकर घरों में ही पूजा अर्चना करने का आग्रह किया है। टेकरी सरकार का किया जा रहा आकर्षक श्रंगार उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की तरह इस बार भी हनुमान जयंती का पर्व कोरोना संक्रमण के भयावह दौर के बीच कल 27 अप्रैल को है। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रसिद्ध सिद्ध स्थल श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए नव संवत्सर 13 अप्रैल से ही बंद किया जा चुका है। इसी क्रम में 27 अप्रैल को भी ना तो श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा और ना ही कोई मेला लगेंगा, हालांकि हनुमान जयंती के अवसर पर चली आ रही परंपरानुसार श्री हनुमान टेकरी मंदिर को आकर्षक विद्युत साज-सज्जाा के साथ श्री टेकरी सरकार का आकर्षक साज श्रृंगार किया जा रहा है। सुबह 5 बजे होगी मंगला आरती प्रसिद्ध सिद्ध स्थल हनुमान टेकरी पर वर्षों से चली आ रही परंपरानुसार मंगलवार को प्रात: 5 बजे श्री हनुमान टेकरी मंदिर पर श्री बालाजी सरकार की मंगला आरती होगी और इसके बाद दिन भर मंदिर में श्री टेकरी सरकार की जयंती पर पूजा-अर्चना व विभिन्न धार्मिक क्रियाएं पुजारी द्वारा की जाएंगी। यही नहीं सुबह 5 बजे से श्रद्धालुओं को घर बैठे श्री हनुमान टेकरी सरकार के आरती सहित लाइव दर्शन लोकल चैनल 122 जीसीएन पर करने को मिलेंगे। मंगला आरती प्रबल सिंह चौहान को फेसबुक आईडी पर लाइव देखी जा सकेंगी। पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह सलूजा, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायणलाल अग्रवाल, चिरोंजी लाल प्रजापति, ओपी बरोनिया, गुलशन जुनेजा व प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने अंचल भर के श्रद्धालुओं से हनुमान जयंती के अवसर पर धारा 144 का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही रहकर श्री बालाजी सरकार की पूजा-अर्चना करने और उनके ऑनलाइन दर्शन करने का आग्रह किया है।
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धार। धार जिला दण्डाधिकारी आलोक कुमार सिंह ने शनिवार को जारी आदेश में मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग मंत्रालय भोपाल के माध्यम से जारी दिशा-निर्देशों के परिपालन में धार जिले की सम्पूर्ण राजस्व सीमा क्षेत्र में जारी आदेश से 30 अप्रैल तक की सुबह 6:00 बजे तक कोरोना कर्फ्यू की अवधि बढ़ाने के प्रतिबंधात्मक आदेश दिए हैं। उक्त निर्देशानुसार यह आदेश तत्काल पालन हेतु प्रभावशील किया जाना आवश्यक हो गया है। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय दण्ड विधान की धारा 188 अंतर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आवेगा।
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गुना। कोरोना की दूसरी लहर अब शहर से गांव की ओर भी बढऩे लगी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 23 अप्रैल की स्थिति में जिले में 769 केस सक्रिय थे, जिनमें 141 ग्रामीण क्षेत्र के शामिल हैं। इसमें कोरोना से मौत का आंकड़ा भले ही शहर का बढ़ा नजर आ रहा है, लेकिन चार मौत गांवों में भी हुई हैं। इसकी मुख्य वजह ग्रामीणों का शहरी क्षेत्र में आवागमन है, जहां से संक्रमण गांवों तक पैर पसार रहा है। हालांकि, प्रशासन ने अब गांवों में भी कोरोना कर्फ्यू की दीवार खड़ी कर गांव से शहर की आवाजाही पर रोक लगाई है, ताकि चेन को आगे बढऩे से रोका जा सके। जिले की आबादी लगभग 13 लाख है, लेकिन वर्तमान में ग्रामीण से ज्यादा शहरी क्षेत्र में पॉजिटिव मरीजों और मौत का आंकड़ा बढ़ा है। इसकी वजह ग्रामीणों की शहरी क्षेत्रों में आवाजाही है, जिससे संक्रमण शहर से गांव की ओर बढ़ा है। इसमें शुरुआती दौर में प्रवासी श्रमिकों का आना हुआ, तो कृषकों को उपज बेचने मंडियों में पहुंचना पड़ा। यही वजह है कि जिले में सक्रिय 769 कोरोना मामलों में 141 ग्रामीण क्षेत्र के शामिल हैं। गुना शहर में 507 सक्रिय मामले हैं, तो ग्रामीण में 38 केस हैं। इसी तरह बमोरी में 48, आरोन शहर में 17 और ग्रामीण में 12, राघौगढ़ शहर में 77 और ग्रामीण में 31, बीनागंज शहर में 27 और ग्रामीण क्षेत्र में 12 सक्रिय केस हैं। यदि स्वास्थ्य विभाग के कोरोना से मौत के आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो 23 अप्रैल की स्थिति में जिले में 34 मौत हुई हैं, जबकि तीन मौत ग्रामीण क्षेत्र से दर्ज की गई हैं। हालात बिगडऩे से पहले उठाए कदम इधर, कोरोना संक्रमण से गांवों के हालात ज्यादा बिगड़ते, उससे पहले प्रशासन ने अहतियातन कदम उठा लिए। हालांकि, यह कवायद शुरुआती दौर में ही होना थी, जब प्रवासी श्रमिकों की गांवों में आवाजाही शुरू हुई थी। खैर, देर आए-दुरुस्त आए, शहर की तर्ज पर गांवों में भी कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया है। बाहर से आने-जाने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है, तो हर पंचायत में क्वारंटीन सेंटर भी बनाए गए हैं, ताकि संदिग्ध स्थिति में उसे क्वारंटीन किया जा सके। इसके अलावा पंचायत स्तर पर कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं, तो गांवों में घर-घर सर्वे भी कराया जा रहा है। फैक्ट फाइल - 13 लाख जिले की आबादी - 34 कोरोना से मौत - 28 कोरोना से मौत शहर में - 06 कोरोना से मौत ग्रामीण में - 769 जिले में सक्रिय केस (नोट: स्वास्थ्य विभाग से 23 अप्रैल की स्थिति में मिले आंकड़े) इनका कहना है जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है, तो कोरोना कर्फ्यू भी लगाया है। गांवों में प्रत्येक घर का सर्वे कराया जा रहा है, ताकि कोई बीमार मिले, तो उसे वक्त पर उपचार दिया जा सके। गांव से शहर और शहर से गांव की ओर आवाजाही को रोका गया है। बाहर से कोई व्यक्ति आता है, तो उसके स्वास्थ्य की जांच की जाती है। संदिग्धों को क्वारंटीन सेंटर में रखा जा रहा है। इसके अलावा अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। मैं स्वयं भी गांवों में भ्रमण कर स्थिति पर नजर बनाए हुए हूं। इस तरह गांवों में कोरोना संक्रमण रोकने हर कोशिश जारी है। - निलेश परीख, सीईओ जिला पंचायत गुना
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भोपाल। मध्य प्रदेश में फिलहाल कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं होने और हवाओं का रुख बदलने से वातावरण में नमी कम हो गई है। जिसके चलते राजधानी समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान बढ़ गया है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 42 डिग्री सेल्सियस खजुराहो में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अभी चार-पांच दिन तक मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। इस दौरान तापमान में धीरे-धीरे और बढ़ोतरी होने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में ऊंचाई पर बादल बने हुए हैं। इस वजह से तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो पा रही रही है। दरअसल अरब सागर से मध्यप्रदेश होकर उत्तर-पूर्व की तरफ जेटस्ट्रीम गुजर रही है। जेट स्ट्रीम आठ से दस किलोमीटर की ऊंचाई से तेज रफ्तार से गुजरने वाली हवाएं (रफ्तार 100 से 250 किमी. प्रति घंटा तक) होती हैं। इसके प्रभाव से काफी ऊंचाई पर बादल बन जाते हैं। हालांकि इन बादलों के कारण बारिश की संभावना नहीं रहती, लेकिन तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो पाती। अभी तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने का सिलसिला बना रहेगा। 27 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। उसके प्रभाव से मौसम के मिजाज में कुछ बदलाव होगा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में फिलहाल कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं होने और हवाओं का रुख बदलने से वातावरण में नमी कम हो गई है। जिसके चलते राजधानी समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान बढ़ गया है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 42 डिग्री सेल्सियस खजुराहो में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अभी चार-पांच दिन तक मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। इस दौरान तापमान में धीरे-धीरे और बढ़ोतरी होने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में ऊंचाई पर बादल बने हुए हैं। इस वजह से तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो पा रही रही है। दरअसल अरब सागर से मध्यप्रदेश होकर उत्तर-पूर्व की तरफ जेटस्ट्रीम गुजर रही है। जेट स्ट्रीम आठ से दस किलोमीटर की ऊंचाई से तेज रफ्तार से गुजरने वाली हवाएं (रफ्तार 100 से 250 किमी. प्रति घंटा तक) होती हैं। इसके प्रभाव से काफी ऊंचाई पर बादल बन जाते हैं। हालांकि इन बादलों के कारण बारिश की संभावना नहीं रहती, लेकिन तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो पाती। अभी तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने का सिलसिला बना रहेगा। 27 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। उसके प्रभाव से मौसम के मिजाज में कुछ बदलाव होगा।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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भोपाल। मप्र में पिछले तीन दिनों से छाए बादल अब छंटने लगे और हवााओं का रुख भी परिवर्तित हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से अब गर्मी अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ प्रचंड गर्मी पड़ने के आसार है। हालांकि न्यूनतम तापमान अभी सामान्य के आसपास रहेगा जिससे रात के समय गर्मी से राहत रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उसके आसपास अलग-अलग स्थानों पर वेदर सिस्टम सक्रिय हो गए थे। इससे प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आने लगी थी। इससे बादल छा गए थे और कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही थीं। इससे अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होने लगी थी। गुरुवार को भी दोपहर तक दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं। इसके बाद हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया था। इस वजह से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो सकी। हालांकि शाम के वक्त हवा का रुख फिर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। वातावरण में नमी कम होने से निचले स्तर पर बने बादल भी छंट गए है। शुक्रवार से पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। 27 अप्रैल तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इससे गर्मी के तेवर कुछ तीखे होने का भी अनुमान है।
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ग्वालियर। प्रशासन के तमाम इंतजामों के बावजूद कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है और उसी के साथ मौतों का सिलसिला भी लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को शहर के विभिन्न अस्पतालों में 31 लोगों ने जान गंवाई। इनमें से 24 लोग शहर और सात लोग बाहर के रहने वाले हैं। मंगलवार को भी 28 लोगों की मौत हुई थी। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार रात को जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक बुधवार को 3700 लोगों की जांच की गई। इनमें से 1190 मरीज संक्रमित मिले हैं। इनमें 23 बाहरी मरीजों को जोड़ दिया जाए, तो संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1213 हो जाता है। संक्रमण दर 32.1 फीसद रही। अब शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या 8155 हो चुकी है। राहत की बात यह है कि 714 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। बीते 24 घंटों में ग्वालियर के विभिन्न अस्पतालों में तारागंज के 76 वर्षीय द्वारिका तनेजा, डीडी नगर के 67 वर्षीय रामदीन कोरकू,शिंदे की छावनी की 75 वर्षीय भगवती बाई उमरईया,गोला का मंदिर के 64 वर्षीय रामदत्त शर्मा, डीडी नगर के 62 वर्षीय आरके श्रीवास्तव, गोवर्धन कॉलोनी के 37 वर्षीय लालू सिंह कुशवाह, बिरला नगर के 44 वर्षीय महेन्द्र कुमार पारया, सागरताल के 42 वर्षीय सोनल तोमर,ग्वालियर की 64 वर्षीय गुरुवंत कौर, पड़ाव के 62 वर्षीय रामनाथ मौर्य, थाटीपुर की 77 शारदा श्रीवास्तव,थाटीपुर के 70 वर्षीय रामवती कुशवाह, भितरवार के 32 वर्षीय प्रहलाद सिंह राजौरिया, माधौगंज के 75 वर्षीय प्रेमनारायण शिवहरे, ग्वालियर के 66 वर्षीय वंशराज , ग्वालियर के 48 वर्षीय दुर्गा प्रसाद, ग्वालियर के 68 वर्षीय रमेश चौहान, मुरार के 45 वर्षीय अमर सिंह,थीटपुर के 60 वर्षीय राजेन्द्र सोनी, ग्वालियर के 80 वर्षीय एलडी शर्मा, आमखो के 55 वर्षीय मनीराम, चंद्रनगर की 42 वर्षीय सोनल, ग्वालियर की 60 वर्षीय अनीता, ग्वालियर के बृजेश जैन और ग्वालियर के लालता प्रसाद ने दम ताेड़ा है। वहीं जालौन के 35 वर्षीय रामजीत सिंह,आगरा के 70 वर्षीय अरबिंद सिंह भदौरिया, दतिया के 64 वर्षीय अनिल कुमार पाण्डे, छतरपुर के 35 वर्षीय अतुल पटैरिया, झांसी के 60 वर्षीय चन्द्रभान सिंह, शिवपुरी की 65 वर्षीय मोहन गुप्ता, आगरा के 67 वर्षीय श्रीकृष्ण पोरवाल ने भी अपनी जान गंवाई।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से सबसे अधिक भोपाल और इंदौर प्रभावित हैं। ऐसे में जिला प्रशासन के सहयोग से सागर पब्लिक ग्रुप द्वारा रातीबड़ स्थित कैम्पस में तैयार 500 बेड का कोविड केयर सेंटर गुरुवार से शुरू हो गया है। सेंटर में एसिप्टोमेटिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों को रखा जा रहा है । विशेषकर ऐसे मरीजों को यहाँ रखे जाने का प्रबंध है, जिनके होम आइसोलेशन में प्राब्लम आ रही है या इनके माइल सिंड्रोम हैं। ऐसे मरीजों के लिये यहाँ पर 300 बेड का सेंटर शुरू कर दिया गया है।इस संबंध में मंत्री विश्वास सारंग का कहना था कि कोविड केयर सेंटर में बिना लक्षण वाले और माइल्ड सिंड्रोम वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को रखा जायेगा। सेंटर आने वाले 2 दिनों में 500 बेड की सुविधा के साथ उपलब्ध रहेगा। आपात मेडिकल सेवा के लिये डॉक्टर्स की टीम भी तैनात रहेगी, जो लगातार मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण भी करती रहेगी।वहीं, कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि भोपाल में हर क्षेत्र में ऐसे कोविड केयर सेंटर शुरू किये जा रहे हैं। होम आइसोलेशन के मरीजों को इन सेंटर में रखा जायेगा और उनकी बेहतर तरीके से देखभाल की जा सकेगी। आवश्यकता होने पर उन्हें तुरंत डेडिकेटेड कोरोना हॉस्पिटल में बेड भी उपलब्ध्ध कराया जा सकेगा। आपात स्थिति से निपटने के लिये इन सेंटर्स में ऑक्सीजन जनरेटर भी रखे गये हैं। किसी भी मरीज को जरूरत अनुसार तुरंत ऑक्सीजन भी लगाई जा सकेगी।इसके अलावा जनसंपर्क अधिकारी अरूण राठौर ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग के आव्हान पर सागर ग्रुप ने यह सेंटर शुरू किया है। यहां अगले 2 दिनों में 500 बेड की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। सेंटर में रोगियों को चाय, पानी, नाश्ते के साथ सुबह और शाम योगा, मनोचिकित्सक द्वारा प्रतिदिन चेकअप की सुविधा भी उपलब्ध करवायी जायेगी। पैरामेडिकल स्टॉफ का काम जे.पी. अस्पताल के सहयोग से किया जायेगा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का बदलाव लगातार जारी है। पिछले तीन दिनों से यहां अधिकांश इलाकों में बादलों ने ढेरा डाल रखा है और दोपहर बाद रिमझिम फुहारें भी गिर रही है। बुधवार को भी शाम के समय राजधानी समेत कई जिलों में बारिश हुई। वहीं गुरुवार सुबह से हल्के बादल छाए हुए है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। गुरुवार को भी राजधानी समेत प्रदेश के कई ईलाकों में बारिश गिरने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आर आर त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान मे एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर में मौजूद है। पंजाब और उसके आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान भी एक पश्चिमी विक्षोभ बना है। इन चार सिस्टम के सक्रिय होने के कारण मौसम का मिजाज गड़बड़ा रहा है। गुरुवार को भी आंशिक बादल मौजूद रहेंगे, लेकिन अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान भोपाल समेत अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, सिवनी, बालाघाट, गुना, ग्वालियर, अशोक नगर, श्योपुर, उज्जैन, इंदौर, शाजापुर, देवास जिलों में भी गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
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ग्वालियर। सिंधिया फाउंडेशन द्वारा कोरोना संक्रमितों की देखभाल के लिए तैयार किया गया 200 बेड का आइसोलेशन सेंटर मंगलवार शाम से काम करना शुरू कर देगा। बड़ी बात यह है कि इस सेंटर को फाउंडेशन ने महज चौबीस घंटों में तैयार किया है। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ी संस्था सिंधिया फाउंडेशन ने मेला फैसिलिटेशन सेंटर में 24 घंटे में 200 बिस्तर का कोविड आइसोलेशन सेंटर तैयार किया है। इस सेंटर में आइसोलेट होने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के निशुल्क इलाज से लेकर काढ़ा व खाने का इंतजाम किया गया है। यह सेंटर मंगलवार की शाम चार बजे से शुरू हो जाएगा। जिला प्रशासन संक्रमित मरीजों की देखरेख के लिए पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सेंटर में 200 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इनमें 10 से 15 ऑक्सीजन बेड भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमितों की देखरेख करने के लिए फिलहाल पांच डाक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ की भी व्यवस्था की गई है। डाक्टर लगातार विजिट करेंगे, वहीं पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे मरीजों की देखरेख के लिए रहेगा। इस सेंटर में भर्ती होने के लिए सिर्फ कोरोना की जांच रिपोर्ट दिखाना होगी। आइसोलेशन सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों को दवा, भोजन, काढ़ा व अन्य जरूरत का सामान पूर्णत: निशुल्क दिया जाएगा। भर्ती का भी कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
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ग्वालियर। सिंधिया फाउंडेशन द्वारा कोरोना संक्रमितों की देखभाल के लिए तैयार किया गया 200 बेड का आइसोलेशन सेंटर मंगलवार शाम से काम करना शुरू कर देगा। बड़ी बात यह है कि इस सेंटर को फाउंडेशन ने महज चौबीस घंटों में तैयार किया है। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ी संस्था सिंधिया फाउंडेशन ने मेला फैसिलिटेशन सेंटर में 24 घंटे में 200 बिस्तर का कोविड आइसोलेशन सेंटर तैयार किया है। इस सेंटर में आइसोलेट होने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के निशुल्क इलाज से लेकर काढ़ा व खाने का इंतजाम किया गया है। यह सेंटर मंगलवार की शाम चार बजे से शुरू हो जाएगा। जिला प्रशासन संक्रमित मरीजों की देखरेख के लिए पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सेंटर में 200 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इनमें 10 से 15 ऑक्सीजन बेड भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमितों की देखरेख करने के लिए फिलहाल पांच डाक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ की भी व्यवस्था की गई है। डाक्टर लगातार विजिट करेंगे, वहीं पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे मरीजों की देखरेख के लिए रहेगा। इस सेंटर में भर्ती होने के लिए सिर्फ कोरोना की जांच रिपोर्ट दिखाना होगी। आइसोलेशन सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों को दवा, भोजन, काढ़ा व अन्य जरूरत का सामान पूर्णत: निशुल्क दिया जाएगा। भर्ती का भी कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
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ग्वालियर। सिंधिया फाउंडेशन द्वारा कोरोना संक्रमितों की देखभाल के लिए तैयार किया गया 200 बेड का आइसोलेशन सेंटर मंगलवार शाम से काम करना शुरू कर देगा। बड़ी बात यह है कि इस सेंटर को फाउंडेशन ने महज चौबीस घंटों में तैयार किया है। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ी संस्था सिंधिया फाउंडेशन ने मेला फैसिलिटेशन सेंटर में 24 घंटे में 200 बिस्तर का कोविड आइसोलेशन सेंटर तैयार किया है। इस सेंटर में आइसोलेट होने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के निशुल्क इलाज से लेकर काढ़ा व खाने का इंतजाम किया गया है। यह सेंटर मंगलवार की शाम चार बजे से शुरू हो जाएगा। जिला प्रशासन संक्रमित मरीजों की देखरेख के लिए पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सेंटर में 200 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इनमें 10 से 15 ऑक्सीजन बेड भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमितों की देखरेख करने के लिए फिलहाल पांच डाक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ की भी व्यवस्था की गई है। डाक्टर लगातार विजिट करेंगे, वहीं पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे मरीजों की देखरेख के लिए रहेगा। इस सेंटर में भर्ती होने के लिए सिर्फ कोरोना की जांच रिपोर्ट दिखाना होगी। आइसोलेशन सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों को दवा, भोजन, काढ़ा व अन्य जरूरत का सामान पूर्णत: निशुल्क दिया जाएगा। भर्ती का भी कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
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ग्वालियर। सिंधिया फाउंडेशन द्वारा कोरोना संक्रमितों की देखभाल के लिए तैयार किया गया 200 बेड का आइसोलेशन सेंटर मंगलवार शाम से काम करना शुरू कर देगा। बड़ी बात यह है कि इस सेंटर को फाउंडेशन ने महज चौबीस घंटों में तैयार किया है। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ी संस्था सिंधिया फाउंडेशन ने मेला फैसिलिटेशन सेंटर में 24 घंटे में 200 बिस्तर का कोविड आइसोलेशन सेंटर तैयार किया है। इस सेंटर में आइसोलेट होने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के निशुल्क इलाज से लेकर काढ़ा व खाने का इंतजाम किया गया है। यह सेंटर मंगलवार की शाम चार बजे से शुरू हो जाएगा। जिला प्रशासन संक्रमित मरीजों की देखरेख के लिए पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सेंटर में 200 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इनमें 10 से 15 ऑक्सीजन बेड भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमितों की देखरेख करने के लिए फिलहाल पांच डाक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ की भी व्यवस्था की गई है। डाक्टर लगातार विजिट करेंगे, वहीं पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे मरीजों की देखरेख के लिए रहेगा। इस सेंटर में भर्ती होने के लिए सिर्फ कोरोना की जांच रिपोर्ट दिखाना होगी। आइसोलेशन सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों को दवा, भोजन, काढ़ा व अन्य जरूरत का सामान पूर्णत: निशुल्क दिया जाएगा। भर्ती का भी कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1753 नये मामले सामने आए हैं, जबकि आठ मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 92 हजार 768 और मृतकों की संख्या 1062 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 9554 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1753 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 92 हजार 768 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से आठ मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1062 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 913 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अबतक 79 हजार 382 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12, 324 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1753 नये मामले सामने आए हैं, जबकि आठ मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 92 हजार 768 और मृतकों की संख्या 1062 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 9554 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1753 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 92 हजार 768 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से आठ मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1062 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 913 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अबतक 79 हजार 382 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल 12, 324 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार सुबह से हल्के बादल छाने के कारण गर्मी से राहत है। मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर पर बने एक प्रति चक्रवात के कारण मध्य प्रदेश के वातावरण में हवा के साथ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। बादलों की मौजूदगी के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में अपेक्षाकृत वृद्धि नहीं हो पा रही है। दो दिन बाद मौसम एक बार फिर करवट बदलेगा और तापमान में वृद्धि के साथ प्रचंड गर्मी पडऩी शुरू हो जाएगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में अरब सागर में एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। प्रदेश में सुबह के समय हवा का रूख उत्तर-पूर्वी रहता है। इससे बादल छंट जाते हैं। धूप में तल्खी होने से तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगता है लेकिन दोपहर के समय हवा का रुख बदलकर पश्चिमी हो जाता है। पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से कुछ नमी भी आ रही है। इससे आसमान पर आंशिक बादल छाने लगते हैं। बादलों की मौजूदगी के कारण अधिकतम तापमान अपेक्षाकृत नहीं बढ़ पा रहा है। 20 अप्रैल को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके उत्तर भारत से गुजर जाने के बाद 22 अप्रैल से तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में गर्मी के तेवर तीखे हो सकते हैं।
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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार सुबह से हल्के बादल छाने के कारण गर्मी से राहत है। मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर पर बने एक प्रति चक्रवात के कारण मध्य प्रदेश के वातावरण में हवा के साथ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। बादलों की मौजूदगी के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में अपेक्षाकृत वृद्धि नहीं हो पा रही है। दो दिन बाद मौसम एक बार फिर करवट बदलेगा और तापमान में वृद्धि के साथ प्रचंड गर्मी पडऩी शुरू हो जाएगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में अरब सागर में एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। प्रदेश में सुबह के समय हवा का रूख उत्तर-पूर्वी रहता है। इससे बादल छंट जाते हैं। धूप में तल्खी होने से तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगता है लेकिन दोपहर के समय हवा का रुख बदलकर पश्चिमी हो जाता है। पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से कुछ नमी भी आ रही है। इससे आसमान पर आंशिक बादल छाने लगते हैं। बादलों की मौजूदगी के कारण अधिकतम तापमान अपेक्षाकृत नहीं बढ़ पा रहा है। 20 अप्रैल को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके उत्तर भारत से गुजर जाने के बाद 22 अप्रैल से तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में गर्मी के तेवर तीखे हो सकते हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के लोगों को फिलहाल गर्मी से राहत है। अमूमन अप्रैल और मई माह में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है लेकिन इसबार अप्रैल का पहला पखवाड़ा लगभग ठंडा ही बीत गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तीन दिन बाद यह राहत खत्म हो जाएगी और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना बन रही है। जिससे तेज गर्मी और उमस शुरू हो जाएगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि इस वर्ष उत्तर भारत में लगातार पश्चिमी विक्षोभ के आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से बादल छाने के साथ ही प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बारिश होने के कारण अधिकतम तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो सकी। वातावरण में नमी मौजूद रहने के कारण आंशिक बादल छाए हुए हैं। शहर में शनिवार को दोपहर तक उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलीं। दोपहर के बाद हवा का रुख पश्चिमी हो गया था। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के 19 अप्रैल को उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस वजह से अभी तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा। 21 अप्रैल तक मौसम शुष्क बना रहने के आसार हैं। इस दौरान बीच-बीच में आंशिक बादल भी छाएंगे, लेकिन बारिश होने की संभावना नहीं है। 21 अप्रैल के बाद अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के लोगों को फिलहाल गर्मी से राहत है। अमूमन अप्रैल और मई माह में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है लेकिन इसबार अप्रैल का पहला पखवाड़ा लगभग ठंडा ही बीत गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तीन दिन बाद यह राहत खत्म हो जाएगी और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना बन रही है। जिससे तेज गर्मी और उमस शुरू हो जाएगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि इस वर्ष उत्तर भारत में लगातार पश्चिमी विक्षोभ के आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से बादल छाने के साथ ही प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बारिश होने के कारण अधिकतम तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो सकी। वातावरण में नमी मौजूद रहने के कारण आंशिक बादल छाए हुए हैं। शहर में शनिवार को दोपहर तक उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलीं। दोपहर के बाद हवा का रुख पश्चिमी हो गया था। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के 19 अप्रैल को उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस वजह से अभी तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा। 21 अप्रैल तक मौसम शुष्क बना रहने के आसार हैं। इस दौरान बीच-बीच में आंशिक बादल भी छाएंगे, लेकिन बारिश होने की संभावना नहीं है। 21 अप्रैल के बाद अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का बदलाव जारी है। दो सिस्टम सक्रिय होने के बादल बने रहने और तेज हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में गिरावट हो रही है। बादलों की मौजूदगी की वजह से रात का तापमान बढ़ भी रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में आए परिवर्तन के कारण शुक्रवार को भी प्रदेश के ग्वालियर- चंबल संभाग में धूल भरी आंधी चलने के साथ बारिश गिरने के आसार है। इस दौरान भोपाल, जबलपुर, इंदौर में आंशिक बादल बने रहेंगे। हालांकि दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना है। मध्य पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। हरियाणा और उससे लगे क्षेत्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसी तरह विदर्भ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के कारण वातावरण में नमी आ रही है। शुक्रवार सुबह पाकिस्तान पर बने पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। मध्य पाकिस्तान पर बना प्रेरित चक्रवात भी पश्चिमी राजस्थान पर खिसक आएगा। इस वजह से शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। प्रदेश के शेष जिलों में आंशिक बादल बने रह सकते हैं, लेकिन दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। रविवार तक पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद दिन के तापमान में कुछ गिरावट होने लगेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का बदलाव जारी है। दो सिस्टम सक्रिय होने के बादल बने रहने और तेज हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में गिरावट हो रही है। बादलों की मौजूदगी की वजह से रात का तापमान बढ़ भी रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में आए परिवर्तन के कारण शुक्रवार को भी प्रदेश के ग्वालियर- चंबल संभाग में धूल भरी आंधी चलने के साथ बारिश गिरने के आसार है। इस दौरान भोपाल, जबलपुर, इंदौर में आंशिक बादल बने रहेंगे। हालांकि दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना है। मध्य पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। हरियाणा और उससे लगे क्षेत्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसी तरह विदर्भ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के कारण वातावरण में नमी आ रही है। शुक्रवार सुबह पाकिस्तान पर बने पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। मध्य पाकिस्तान पर बना प्रेरित चक्रवात भी पश्चिमी राजस्थान पर खिसक आएगा। इस वजह से शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। प्रदेश के शेष जिलों में आंशिक बादल बने रह सकते हैं, लेकिन दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। रविवार तक पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद दिन के तापमान में कुछ गिरावट होने लगेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का बदलाव जारी है। दो सिस्टम सक्रिय होने के बादल बने रहने और तेज हवाएं चलने के कारण दिन के तापमान में गिरावट हो रही है। बादलों की मौजूदगी की वजह से रात का तापमान बढ़ भी रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में आए परिवर्तन के कारण शुक्रवार को भी प्रदेश के ग्वालियर- चंबल संभाग में धूल भरी आंधी चलने के साथ बारिश गिरने के आसार है। इस दौरान भोपाल, जबलपुर, इंदौर में आंशिक बादल बने रहेंगे। हालांकि दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना है। मध्य पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। हरियाणा और उससे लगे क्षेत्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसी तरह विदर्भ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के कारण वातावरण में नमी आ रही है। शुक्रवार सुबह पाकिस्तान पर बने पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। मध्य पाकिस्तान पर बना प्रेरित चक्रवात भी पश्चिमी राजस्थान पर खिसक आएगा। इस वजह से शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। प्रदेश के शेष जिलों में आंशिक बादल बने रह सकते हैं, लेकिन दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। रविवार तक पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद दिन के तापमान में कुछ गिरावट होने लगेगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। इसी को देखते हुए सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं, तो वहीं सरकार कार्यालयों में 25 प्रतिशत उपस्थिति रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं अभी तक अटकी 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं एक माह के लिए टाल दीं गई हैं। गौरतलब है कि 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं 30 अप्रैल एवं 1 मई से शुरू होनी थी। अब परीक्षाएं जून माह में आयोजित की जाएंगी। इसका विस्तृत संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जल्द ही जारी किया जाएगा। बुधवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल की तरफ से बोर्ड परीक्षाओं को एक महीने के लिए टालने के संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार अब माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा हाई स्कूल, हायर सेकंडरी, हायर सेकंडरी (व्यावसायिक), डिप्लोमा इन प्री स्कूल एजुकेशन, शारीरिक प्रशिक्षण पत्रोपाधि परीक्षाएं अब जून माह में आयोजित की जाएंगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। इसी को देखते हुए सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं, तो वहीं सरकार कार्यालयों में 25 प्रतिशत उपस्थिति रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं अभी तक अटकी 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं एक माह के लिए टाल दीं गई हैं। गौरतलब है कि 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं 30 अप्रैल एवं 1 मई से शुरू होनी थी। अब परीक्षाएं जून माह में आयोजित की जाएंगी। इसका विस्तृत संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जल्द ही जारी किया जाएगा। बुधवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल की तरफ से बोर्ड परीक्षाओं को एक महीने के लिए टालने के संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार अब माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा हाई स्कूल, हायर सेकंडरी, हायर सेकंडरी (व्यावसायिक), डिप्लोमा इन प्री स्कूल एजुकेशन, शारीरिक प्रशिक्षण पत्रोपाधि परीक्षाएं अब जून माह में आयोजित की जाएंगी।
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उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां एक बार फिर संदिग्ध परिस्थितियों में एक बाघ की मौत हो गई। यह जानकारी मंगलवार को क्षेत्र संचालक विन्सेंट रहीम ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि 12 अप्रैल को सुबह 8.30 बजे गोबरा ताल पेट्रोलिंग कैंप के गशती श्रमिक को जनाड नदी में गोबराताल बीट के कक्ष क्रमांक 336 में बडखेरा बीट की सीमा में झाड़ियों के पास एक नर बाघ का शव दिखाई दिया। जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। बीट गार्ड और परिक्षेत्र अधिकारी मानपुर मौके पर पहुंचे और सूचना सभी अधिकारियों को दी और क्षेत्र को सील किया गया। डॉग स्क्वाड को बुलाकर आसपास के क्षेत्र का परीक्षण कराया गया। मेटल डिटेक्टर से भी शव का परिक्षण कराया गया। क्षेत्र संचालक विंसेंट रहीम, प्रभारी उप संचालक स्वरूपदीक्षित, एसडीओ मानपुर अभिषेक तिवारी और एनटीसीए के प्रतिनिधियों सत्येंद्र तिवारी और सी एम खरे की उपस्थिति में वन्य जीव सहायक शल्यज्ञ डॉक्टर नितिन गुप्ता एवं मानपुर की पशु चिकित्सक डॉ द्वारा शव का परिक्षण कराया गया। परिक्षण में पाया गया कि शव दो दिन से अधिक पुराना हैं जो गल चुका था। टीम ने जांच के लिए सैंपल ले लिए हैं। शव के शरीर पर कोई घाव या आपसी लड़ाई के चिन्ह नहीं मिले। प्रथम दृष्टया मृत्यु का कोई स्पष्ट कारण ज्ञात नहीं हुआ। नर बाघ की आयु लगभग 10 वर्ष होने का अनुमान लगाया गया । शव को समस्त अवयवों सहित जलाकर पूर्णतः नष्ट किया गया।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1552 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से छह लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढकऱ 80 हजार 986 और मृतकों की संख्या 1011 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 5206 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 1552 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 80 हजार 986 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से छह मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 1011 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 213 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 71 हजार 519 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन नये मामले अधिक संख्या में मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढकऱ 8384 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में फरवरी के शुरुआत में नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन इसके बाद यह संख्या लगातार बढ़ते हुए अब 800 के पार पहुंच गई है। इससे एक दिन पहले यहां रिकॉर्ड 898 नये संक्रमित मिले थे। लेकिन सोमवार को नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए यहां रिकार्ड 1552 मामले सामने आने के बाद प्रशासन में हडक़ंप मच गया हैं।
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छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सौसर वन परिक्षेत्र के मुंगापार गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में तेंदुए का शव मिला है। जिससे वन विभाग के आला अधिकारी सकते में आ गए हैं। दक्षिण वनमण्डल के सौसर वन परिक्षेत्र के मुंगापार गाँव में रविवार सुबह तेंदुए का शव मिला है। तेंदुए की मौत की वजह फिलहाल साफ नहीं हो पाई है, हालाँकि वन विभाग के अधिकारी जांच में जुटे हुए हैं। सीसीएफ केके अग्रवाल के मुताबिक अभी मृत तेंदुए का पोस्टमार्टम होने वाला है, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। सीसीएफ अग्रवाल एवं महकमे के अन्य अधिकारी मुंगापार पहुंच रहे हैं।
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अनूपपुर। कोरोना लहर से परेशान,भयभीत लोगों को रविवार 11 अप्रैल की दोपहर आए भूकंप ने हिला कर रख दिया। अनूपपुर जिला मुख्यालय सहित कई स्थानों में महसूस किया गया। कुछ सेकेण्ड तक तेज आवाज के साथ घरों की दीवारें हिल गयीं। पंखे -सामान हिलने लगे। लोगों ने इस कंपन और आवाज को स्पष्ट महसूस किया। बच्चे, जवान, बुजुर्ग सभी जान बचाने के लिये बाहर भागे। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनूपपुर - बिलासपुर की सीमा पर इसका केन्द्र था। जमीन में दस किमी की गहराई पर 3.7 तीव्रता का भूकंप था। अनूपपुर, जैतहरी, वेंकटनगर, कोतमा, चचाई, धनपुरी में यह झटके महसूस किये गये, जबकि अधिक पहाड़ी ऊंचाई वाले राजेन्द्रग्राम, अमरकंटक में भूकंप महसूस नहीं किया। भूकंप से किसी जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है। जानकारों की माने तो यह कंपन भू-गर्भीय घटना हैं जो गडग़ड़हट के साथ हैं ऐसा लगता हैं कि जमीन के अन्दर कोई भू परत धधकी हो। जिससे कंपन महसूस किया गया हैं।
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अनूपपुर। कोरोना लहर से परेशान,भयभीत लोगों को रविवार 11 अप्रैल की दोपहर आए भूकंप ने हिला कर रख दिया। अनूपपुर जिला मुख्यालय सहित कई स्थानों में महसूस किया गया। कुछ सेकेण्ड तक तेज आवाज के साथ घरों की दीवारें हिल गयीं। पंखे -सामान हिलने लगे। लोगों ने इस कंपन और आवाज को स्पष्ट महसूस किया। बच्चे, जवान, बुजुर्ग सभी जान बचाने के लिये बाहर भागे। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनूपपुर - बिलासपुर की सीमा पर इसका केन्द्र था। जमीन में दस किमी की गहराई पर 3.7 तीव्रता का भूकंप था। अनूपपुर, जैतहरी, वेंकटनगर, कोतमा, चचाई, धनपुरी में यह झटके महसूस किये गये, जबकि अधिक पहाड़ी ऊंचाई वाले राजेन्द्रग्राम, अमरकंटक में भूकंप महसूस नहीं किया। भूकंप से किसी जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है। जानकारों की माने तो यह कंपन भू-गर्भीय घटना हैं जो गडग़ड़हट के साथ हैं ऐसा लगता हैं कि जमीन के अन्दर कोई भू परत धधकी हो। जिससे कंपन महसूस किया गया हैं।
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पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां एक बाघिन ने दो नन्हे शावकों को जन्म दिया है। बाघिन पी-151 अपने नन्हे शावकों के साथ का सैर करती हुई दिखाई दे रही है। यहां आने वाले टूरिस्ट और गाइड ने इनका वीडियो बनाया है, जिसमें बाघिन के साथ अठखेलियाँ करते दोनों नन्हें शावक नजर आ रहे हैं। बाघिन के साथ शावकों को देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व में शुक्रवार सुबह बाघिन पी-151 अपने दो शावकों के साथ पहली बार नजर आई है। पार्क भ्रमण करने पहुंचे पर्यटकों ने बिल्कुल पास से इस बाघिन को शावकों के साथ चहल-कदमी करते हुए न सिर्फ देखा बल्कि उसका वीडियो भी बनाया है। बाघिन के साथ शावकों को देखकर यहां आने वाले पर्यटक रोमांचित है। पर्यटक गाइड मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि बाघिन पी-151 पहली बार अपने शावकों के साथ जंगल में दिखी है। नन्हे शावकों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी उम्र दो-ढाई माह के लगभग होगी। शुक्रवार की सुबह जब पर्यटकों को लेकर जिप्सी वाहन मंडला रेंज के कमानी गेट से पक्का गढ़ा की तरफ जा रहे थे, उसी समय रास्ते में यह बाघिन दो नन्हे शावकों के साथ नजर आई। पांच जिप्सियों में सवार पर्यटकों ने इस रोमांचकारी नजारे को उत्साहपूर्वक देखा। बता दे कि पिछले चार माह में पन्ना टाइगर रिजर्व में 15 शावक जन्म ले चुके हैं। इससे पहले विगत 26 मार्च को बाघिन टी-6 अपने चार नन्हे शावकों के साथ दिखी थी।
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पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां एक बाघिन ने दो नन्हे शावकों को जन्म दिया है। बाघिन पी-151 अपने नन्हे शावकों के साथ का सैर करती हुई दिखाई दे रही है। यहां आने वाले टूरिस्ट और गाइड ने इनका वीडियो बनाया है, जिसमें बाघिन के साथ अठखेलियाँ करते दोनों नन्हें शावक नजर आ रहे हैं। बाघिन के साथ शावकों को देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व में शुक्रवार सुबह बाघिन पी-151 अपने दो शावकों के साथ पहली बार नजर आई है। पार्क भ्रमण करने पहुंचे पर्यटकों ने बिल्कुल पास से इस बाघिन को शावकों के साथ चहल-कदमी करते हुए न सिर्फ देखा बल्कि उसका वीडियो भी बनाया है। बाघिन के साथ शावकों को देखकर यहां आने वाले पर्यटक रोमांचित है। पर्यटक गाइड मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि बाघिन पी-151 पहली बार अपने शावकों के साथ जंगल में दिखी है। नन्हे शावकों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी उम्र दो-ढाई माह के लगभग होगी। शुक्रवार की सुबह जब पर्यटकों को लेकर जिप्सी वाहन मंडला रेंज के कमानी गेट से पक्का गढ़ा की तरफ जा रहे थे, उसी समय रास्ते में यह बाघिन दो नन्हे शावकों के साथ नजर आई। पांच जिप्सियों में सवार पर्यटकों ने इस रोमांचकारी नजारे को उत्साहपूर्वक देखा। बता दे कि पिछले चार माह में पन्ना टाइगर रिजर्व में 15 शावक जन्म ले चुके हैं। इससे पहले विगत 26 मार्च को बाघिन टी-6 अपने चार नन्हे शावकों के साथ दिखी थी।
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पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां एक बाघिन ने दो नन्हे शावकों को जन्म दिया है। बाघिन पी-151 अपने नन्हे शावकों के साथ का सैर करती हुई दिखाई दे रही है। यहां आने वाले टूरिस्ट और गाइड ने इनका वीडियो बनाया है, जिसमें बाघिन के साथ अठखेलियाँ करते दोनों नन्हें शावक नजर आ रहे हैं। बाघिन के साथ शावकों को देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व में शुक्रवार सुबह बाघिन पी-151 अपने दो शावकों के साथ पहली बार नजर आई है। पार्क भ्रमण करने पहुंचे पर्यटकों ने बिल्कुल पास से इस बाघिन को शावकों के साथ चहल-कदमी करते हुए न सिर्फ देखा बल्कि उसका वीडियो भी बनाया है। बाघिन के साथ शावकों को देखकर यहां आने वाले पर्यटक रोमांचित है। पर्यटक गाइड मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि बाघिन पी-151 पहली बार अपने शावकों के साथ जंगल में दिखी है। नन्हे शावकों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी उम्र दो-ढाई माह के लगभग होगी। शुक्रवार की सुबह जब पर्यटकों को लेकर जिप्सी वाहन मंडला रेंज के कमानी गेट से पक्का गढ़ा की तरफ जा रहे थे, उसी समय रास्ते में यह बाघिन दो नन्हे शावकों के साथ नजर आई। पांच जिप्सियों में सवार पर्यटकों ने इस रोमांचकारी नजारे को उत्साहपूर्वक देखा। बता दे कि पिछले चार माह में पन्ना टाइगर रिजर्व में 15 शावक जन्म ले चुके हैं। इससे पहले विगत 26 मार्च को बाघिन टी-6 अपने चार नन्हे शावकों के साथ दिखी थी।
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पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां एक बाघिन ने दो नन्हे शावकों को जन्म दिया है। बाघिन पी-151 अपने नन्हे शावकों के साथ का सैर करती हुई दिखाई दे रही है। यहां आने वाले टूरिस्ट और गाइड ने इनका वीडियो बनाया है, जिसमें बाघिन के साथ अठखेलियाँ करते दोनों नन्हें शावक नजर आ रहे हैं। बाघिन के साथ शावकों को देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व में शुक्रवार सुबह बाघिन पी-151 अपने दो शावकों के साथ पहली बार नजर आई है। पार्क भ्रमण करने पहुंचे पर्यटकों ने बिल्कुल पास से इस बाघिन को शावकों के साथ चहल-कदमी करते हुए न सिर्फ देखा बल्कि उसका वीडियो भी बनाया है। बाघिन के साथ शावकों को देखकर यहां आने वाले पर्यटक रोमांचित है। पर्यटक गाइड मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि बाघिन पी-151 पहली बार अपने शावकों के साथ जंगल में दिखी है। नन्हे शावकों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी उम्र दो-ढाई माह के लगभग होगी। शुक्रवार की सुबह जब पर्यटकों को लेकर जिप्सी वाहन मंडला रेंज के कमानी गेट से पक्का गढ़ा की तरफ जा रहे थे, उसी समय रास्ते में यह बाघिन दो नन्हे शावकों के साथ नजर आई। पांच जिप्सियों में सवार पर्यटकों ने इस रोमांचकारी नजारे को उत्साहपूर्वक देखा। बता दे कि पिछले चार माह में पन्ना टाइगर रिजर्व में 15 शावक जन्म ले चुके हैं। इससे पहले विगत 26 मार्च को बाघिन टी-6 अपने चार नन्हे शावकों के साथ दिखी थी।
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पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां एक बाघिन ने दो नन्हे शावकों को जन्म दिया है। बाघिन पी-151 अपने नन्हे शावकों के साथ का सैर करती हुई दिखाई दे रही है। यहां आने वाले टूरिस्ट और गाइड ने इनका वीडियो बनाया है, जिसमें बाघिन के साथ अठखेलियाँ करते दोनों नन्हें शावक नजर आ रहे हैं। बाघिन के साथ शावकों को देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व में शुक्रवार सुबह बाघिन पी-151 अपने दो शावकों के साथ पहली बार नजर आई है। पार्क भ्रमण करने पहुंचे पर्यटकों ने बिल्कुल पास से इस बाघिन को शावकों के साथ चहल-कदमी करते हुए न सिर्फ देखा बल्कि उसका वीडियो भी बनाया है। बाघिन के साथ शावकों को देखकर यहां आने वाले पर्यटक रोमांचित है। पर्यटक गाइड मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि बाघिन पी-151 पहली बार अपने शावकों के साथ जंगल में दिखी है। नन्हे शावकों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी उम्र दो-ढाई माह के लगभग होगी। शुक्रवार की सुबह जब पर्यटकों को लेकर जिप्सी वाहन मंडला रेंज के कमानी गेट से पक्का गढ़ा की तरफ जा रहे थे, उसी समय रास्ते में यह बाघिन दो नन्हे शावकों के साथ नजर आई। पांच जिप्सियों में सवार पर्यटकों ने इस रोमांचकारी नजारे को उत्साहपूर्वक देखा। बता दे कि पिछले चार माह में पन्ना टाइगर रिजर्व में 15 शावक जन्म ले चुके हैं। इससे पहले विगत 26 मार्च को बाघिन टी-6 अपने चार नन्हे शावकों के साथ दिखी थी।
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पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बार फिर खुशखबरी आई है। यहां एक बाघिन ने दो नन्हे शावकों को जन्म दिया है। बाघिन पी-151 अपने नन्हे शावकों के साथ का सैर करती हुई दिखाई दे रही है। यहां आने वाले टूरिस्ट और गाइड ने इनका वीडियो बनाया है, जिसमें बाघिन के साथ अठखेलियाँ करते दोनों नन्हें शावक नजर आ रहे हैं। बाघिन के साथ शावकों को देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा है। पन्ना टाइगर रिजर्व में शुक्रवार सुबह बाघिन पी-151 अपने दो शावकों के साथ पहली बार नजर आई है। पार्क भ्रमण करने पहुंचे पर्यटकों ने बिल्कुल पास से इस बाघिन को शावकों के साथ चहल-कदमी करते हुए न सिर्फ देखा बल्कि उसका वीडियो भी बनाया है। बाघिन के साथ शावकों को देखकर यहां आने वाले पर्यटक रोमांचित है। पर्यटक गाइड मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि बाघिन पी-151 पहली बार अपने शावकों के साथ जंगल में दिखी है। नन्हे शावकों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी उम्र दो-ढाई माह के लगभग होगी। शुक्रवार की सुबह जब पर्यटकों को लेकर जिप्सी वाहन मंडला रेंज के कमानी गेट से पक्का गढ़ा की तरफ जा रहे थे, उसी समय रास्ते में यह बाघिन दो नन्हे शावकों के साथ नजर आई। पांच जिप्सियों में सवार पर्यटकों ने इस रोमांचकारी नजारे को उत्साहपूर्वक देखा। बता दे कि पिछले चार माह में पन्ना टाइगर रिजर्व में 15 शावक जन्म ले चुके हैं। इससे पहले विगत 26 मार्च को बाघिन टी-6 अपने चार नन्हे शावकों के साथ दिखी थी।
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उज्जैन। उज्जैन में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर 14 लोगों के खिलाफ बुधवार को विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि घर के बाहर निकल कर अपने दुकान या अन्य काम पर चले जाते हैं। इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इस तरह के मामलों में आज नानाखेड़ा, नीलगंगा थाना, जीवाजीगंज एवं माधव नगर थाना क्षेत्र के तहत कुल 14 व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई है। दरअसल, कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर शहर में धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। उक्त आदेश के तहत किसी घर में यदि व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो सभी घर के सदस्यों को क्वारन्टीन में रखा जाता है, लेकिन कई स्थानों पर यह पाया गया कि पॉजिटिव मरीज के परिजन कोविड-19 गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। उज्जैन में कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे के कारण मास्क पहनकर निकलना अनिवार्य किया गया है। गत दिवस मास्क नहीं पहनने वाले 244 उल्लंघनकर्ताओं पर 48 हजार 800 रुपये का जुर्माना किया गया तथा 228 व्यक्तियों को अस्थाई जेल भेजा गया। इसके अलावा बुधवार को 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
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कटनी। कटनी नगर निगम सीमा क्षेत्र में आज से रात्रि 8.00 से प्रातः 6.00 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू किया गया है। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट प्रियंक मिश्रा ने बुधवार को आदेश जारी किये गए हैं। जिला मजिस्ट्रेट ने कोविड-19 के बढ़ते हुये संक्रमण के तहत जारी गृह विभाग के दिशा-निर्देशों और डिस्ट्रिक्ट क्राईसिस मैनेजमेन्ट की बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार नवीन प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किये हैं। जिला कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी प्रियंक मिश्रा द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत जारी नवीन प्रतिबंधात्मक आदेश में चार और नये प्रतिबंध जोड़े गये हैं। यह आदेश आगामी आदेश तक प्रभावशील रहेगा। जारी प्रतिबंधात्मक आदेश के तहत बुधवार, 07 अप्रैल से नगर निगम सीमा क्षेत्रांतर्गत रात्रि 8 बजे से प्रातः 6 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू प्रभावशील रहेगा। रात्रिकालीन कर्फ्यू मे केवल अत्यावश्यक सेवा (मेडिकल एवं रेलवे में लगे अधिकारी/कर्मचारी सहित) में लगे शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों को पहचान पत्र होने पर प्रतिबंध से छूट रहेगी, पहचान पत्र न होने पर कार्यावाही की जायेगी। इसके साथ ही थाना कुठला क्षेत्र के अंतर्गत थोक सब्जी मार्केट को ट्रांसपोर्ट नगर में, बिलैया तलैया सब्जी मार्केट को फॉरेस्टर प्ले ग्राउंड में, थाना माधवनगर अंतर्गत सब्जी मार्केट को उत्कृष्ट विद्यालय के सामने ग्राउण्ड में, हाउसिंग बोर्ड ग्राउण्ड तथा थाना एन. के. जे. अंतर्गत तिलक कॉलेज के पीछे पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क/फेस कवर का पालन सुनिश्चित करते हुये अस्थाई रूप से शिफ्ट करने के आदेश भी जारी किये गये हैं। नवीन आदेश के तहत इंसीडेंट कमाण्डर को क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान अगर यह समाधान हो जाये कि किसी क्षेत्र विशेष में आमजन द्वारा धारा 144 के आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा हैं, तो ऐसी स्थिति में वे उस मार्केट को बंद करने का निर्णय ले सकते है। इसके साथ ही नवीन प्रतिबंधात्मक आदेश के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धारा 144 के आदेश का उल्लंघन करने एवं मास्क इस्तेमाल न करने वाले व्यक्तियों के लिये के. सी. एस. स्कूल को ओपन जेल घोषित किया गया है। उल्लंघन करने वालों को प्रतिकात्मक रुप से ओपन जेल में रखा जायेगा। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं इंसीडेंट कमांडर कटनी धारा 144 का पालन कराना सुनिश्चित करेंगे तथा अपने स्तर सेे दल गठित कर सतत निगरानी रखेंगे। साथ ही आदेश का पालन न करने पर संबंधित के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही भी सुनिश्चित करेंगे। इस नवीन आदेश में पूर्व में जारी आदेश को यथावत् रखा गया है। इस आदेश के उल्लंघन पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 एवं राष्ट्रीय आपदा अधिनियम 2005 की धारा 51 से धारा 60 के तहत यथास्थिति दाण्डिक एवं अभियोजन की कार्यवाही की जायेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के रिकॉर्ड 866 नये मामले सामने आए हैं। यह आंकड़ा अब तक का एक दिन में सबसे अधिक है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 74 हजार 895 और मृतकों की संख्या 981 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 4889 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 866 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 74 हजार 895 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 981 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 456 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 67 हजार 633 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन नये मामले अधिक संख्या में मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढक़र 6281 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में फरवरी के शुरुआत में नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन इसके बाद यह संख्या लगातार बढ़ते हुए अब 800 के पार पहुंच गई है। इंदौर में लगातार दूसरे दिन 800 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इससे एक दिन पहले यहां रिकॉर्ड 805 नये संक्रमित मिले थे।
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उज्जैन। मप्र के उज्जैन जिले में भी कोरोना के मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 74 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 6801 हो गई है। उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल ने मंगलवार को बताया कि जिले में बीते 24 घंटों के दौरान 773 लोगों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 74 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। इनमें 66 मरीज उज्जैन, चार नागदा, दो बडऩगर और एक-एक मरीज तराना व घटिया के रहने वाले हैं। अब जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 6801 हो गई है। हालांकि, बीते 24 घंटों में यहां 83 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। अब तक उज्जैन में 5762 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 927 है, जिनका उपचार जारी है। वहीं, जिले में अभी तक कोरोना से 112 लोगों की मृत्यु हुई है।
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बड़वानी। जिले के अंजड़ में मंगलवार सुबह दशामाता की पूजा के लिए मंदिर पहुंची महिलाओं पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। हमले के कारण आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई। मधुमक्खियों के हमले में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बड़वानी जिले के अंजड में शिवालय मोहल्ले में मंगलवार सुबह मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इस हमले से यहां पर भगदड़ मच गई। पूजन कर रही कई महिलाएं और बच्चे भी पूजन छोड़कर भागे। वहीं आसपडोस में रहने वाले लोग अपने घरों में बंद हो गए। करीब तीन घंटे तक मधुमक्खियों की दहशत बनी रही। वहीं इस दौरान कई लोगों को मधुमक्खियों ने अपना निशाना बनाया। मधुमक्खी के हमले में घायल 45 वर्षीय बिनुबाई को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल अंजड़ लाया गया। महिला की स्थिति को देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया। बड़ी संख्या में लोग मधुमक्खियों के डंक से घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल पहुंचने का सिलसिला जारी है।
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बड़वानी। जिले के अंजड़ में मंगलवार सुबह दशामाता की पूजा के लिए मंदिर पहुंची महिलाओं पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। हमले के कारण आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई। मधुमक्खियों के हमले में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बड़वानी जिले के अंजड में शिवालय मोहल्ले में मंगलवार सुबह मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इस हमले से यहां पर भगदड़ मच गई। पूजन कर रही कई महिलाएं और बच्चे भी पूजन छोड़कर भागे। वहीं आसपडोस में रहने वाले लोग अपने घरों में बंद हो गए। करीब तीन घंटे तक मधुमक्खियों की दहशत बनी रही। वहीं इस दौरान कई लोगों को मधुमक्खियों ने अपना निशाना बनाया। मधुमक्खी के हमले में घायल 45 वर्षीय बिनुबाई को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल अंजड़ लाया गया। महिला की स्थिति को देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया। बड़ी संख्या में लोग मधुमक्खियों के डंक से घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल पहुंचने का सिलसिला जारी है।
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झाबुआ। मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। प्रदेश का आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिला भी इसकी चपेट में है। यहां लगातार कोरोना पैर पसार रहा है। यहां के कलेक्टर भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इसके बाद वे अपने बंगले में होम क्वारेंटाइन हो गए हैं। झाबुआ जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपाल सिंह ठाकुर ने मंगलवार को बताया कि जिला कलेक्टर रोहित सिंह ने गत दिवस तबियत खराब होने पर कोरोना जांच कराई थी, जिसमें उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और वे अपने बंगले में होम क्वारेंटाइन हो गए हैं। बता दें कि झाबुआ में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है। यहां प्रतिदिन 40 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं और कोरोना संक्रमण गांव-गांव तक फैल गया है। जिले के थांदला, पेटलावद और रानापुर क्षेत्र भी कोरोना प्रभावित हैं।
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भोपाल। राज्य शासन ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के चार वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा सोमवार को आदेश जारी किये गये हैं। जारी आदेश के मुताबिक, लोक अभियोजन संचालनालय में संचालक विजय यादव को मप्र पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि पुलिस मुख्यालय भोपाल में विशेष पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) अन्वेष मंगलम को लोक अभियोजन संचालनालय में संचालक पदस्थ किया गया है। इसी तरह पुलिस मुख्यालय भोपाल में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रबंध) डी. निवास राव को पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (योजना) अनिल कुमार को पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (योजना एवं प्रबंध) का दायित्व सौंपा गया है।
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बीना। मध्य प्रदेश के बीना में सोमवार सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां अप और डाउन ट्रेक पर दोनों तरफ से आ रही ट्रेन के बीच अचानक रेलवे लाइन पर एक ट्रक पहुंच गया। गनीतम रही कि समय रहते पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मियों ने ट्रक को देखकर दोनों तरफ से आ रही रेल गाडिय़ों को रुकवाया। जानकारी मिलते ही मौके पर रेलवे अधिकारी पहुंच गए और ट्रक को ट्रेक से हटवाया। इस दौरान दोनों तरफ से आने जाने वाली चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं। जानकारी अनुसार बीना-झांसी रेल लाइन पर बन रहे ओवर ब्रिज के लिए रेलवे ने रेलवे क्रासिंग बंद कर दी थी। झांसी फाटक नाम की इस रेल क्रासिंग को तो बंद कर दिया गया था, लेकिन रेलवे लाइन तक आने-जाने वाले रास्ते को बेरीकेटिंग लगाकर बंद नहीं किया गया था। सोमवार की सुबह 7.30 के आसपास ट्रक क्रमांक एमपी 15 जी 2686 के चालक ने नशे में इसी रेलवे क्रासिंग पर ट्रक चढ़ा दिया। यह ट्रक बीना-झांसी अप व डाउन रेलवे ट्रेक पर फंस गया। इस दौरान भोपाल से झांसी की ओर एक नॉन स्टॉप तथा झांसी से बीना की ओर लोकमान्य तिलक कुशीनगर एक्सप्रेस निकलने के लिए अप और डाउन दोनों ट्रेक पर गाडिय़ां लगी हुईं थीं। जैसे ही रेल पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मचारियों ने ट्रक को रेल पटरी पर देखा, तत्काल भोपाल व झांसी एंड की ओर दौड़े। रेल कर्मचारियों ने गाडिय़ों के आगे आकर इशारा किया, जिसे समझते पायलटों को देर नहीं लगी और उन्होंने ट्रेन आगे बढऩे से रोक दी। ट्रक फंसने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारी और एडीईएन अरविंद कुमार ने हाइड्रा की मदद से 8 बजकर 15 मिनट के आसपास ट्रक को रेलवे ट्रेक से हटाया जा सका। तब तक दोनों तरफ चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं।
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बीना। मध्य प्रदेश के बीना में सोमवार सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां अप और डाउन ट्रेक पर दोनों तरफ से आ रही ट्रेन के बीच अचानक रेलवे लाइन पर एक ट्रक पहुंच गया। गनीतम रही कि समय रहते पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मियों ने ट्रक को देखकर दोनों तरफ से आ रही रेल गाडिय़ों को रुकवाया। जानकारी मिलते ही मौके पर रेलवे अधिकारी पहुंच गए और ट्रक को ट्रेक से हटवाया। इस दौरान दोनों तरफ से आने जाने वाली चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं। जानकारी अनुसार बीना-झांसी रेल लाइन पर बन रहे ओवर ब्रिज के लिए रेलवे ने रेलवे क्रासिंग बंद कर दी थी। झांसी फाटक नाम की इस रेल क्रासिंग को तो बंद कर दिया गया था, लेकिन रेलवे लाइन तक आने-जाने वाले रास्ते को बेरीकेटिंग लगाकर बंद नहीं किया गया था। सोमवार की सुबह 7.30 के आसपास ट्रक क्रमांक एमपी 15 जी 2686 के चालक ने नशे में इसी रेलवे क्रासिंग पर ट्रक चढ़ा दिया। यह ट्रक बीना-झांसी अप व डाउन रेलवे ट्रेक पर फंस गया। इस दौरान भोपाल से झांसी की ओर एक नॉन स्टॉप तथा झांसी से बीना की ओर लोकमान्य तिलक कुशीनगर एक्सप्रेस निकलने के लिए अप और डाउन दोनों ट्रेक पर गाडिय़ां लगी हुईं थीं। जैसे ही रेल पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मचारियों ने ट्रक को रेल पटरी पर देखा, तत्काल भोपाल व झांसी एंड की ओर दौड़े। रेल कर्मचारियों ने गाडिय़ों के आगे आकर इशारा किया, जिसे समझते पायलटों को देर नहीं लगी और उन्होंने ट्रेन आगे बढऩे से रोक दी। ट्रक फंसने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारी और एडीईएन अरविंद कुमार ने हाइड्रा की मदद से 8 बजकर 15 मिनट के आसपास ट्रक को रेलवे ट्रेक से हटाया जा सका। तब तक दोनों तरफ चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं।
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बीना। मध्य प्रदेश के बीना में सोमवार सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां अप और डाउन ट्रेक पर दोनों तरफ से आ रही ट्रेन के बीच अचानक रेलवे लाइन पर एक ट्रक पहुंच गया। गनीतम रही कि समय रहते पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मियों ने ट्रक को देखकर दोनों तरफ से आ रही रेल गाडिय़ों को रुकवाया। जानकारी मिलते ही मौके पर रेलवे अधिकारी पहुंच गए और ट्रक को ट्रेक से हटवाया। इस दौरान दोनों तरफ से आने जाने वाली चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं। जानकारी अनुसार बीना-झांसी रेल लाइन पर बन रहे ओवर ब्रिज के लिए रेलवे ने रेलवे क्रासिंग बंद कर दी थी। झांसी फाटक नाम की इस रेल क्रासिंग को तो बंद कर दिया गया था, लेकिन रेलवे लाइन तक आने-जाने वाले रास्ते को बेरीकेटिंग लगाकर बंद नहीं किया गया था। सोमवार की सुबह 7.30 के आसपास ट्रक क्रमांक एमपी 15 जी 2686 के चालक ने नशे में इसी रेलवे क्रासिंग पर ट्रक चढ़ा दिया। यह ट्रक बीना-झांसी अप व डाउन रेलवे ट्रेक पर फंस गया। इस दौरान भोपाल से झांसी की ओर एक नॉन स्टॉप तथा झांसी से बीना की ओर लोकमान्य तिलक कुशीनगर एक्सप्रेस निकलने के लिए अप और डाउन दोनों ट्रेक पर गाडिय़ां लगी हुईं थीं। जैसे ही रेल पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मचारियों ने ट्रक को रेल पटरी पर देखा, तत्काल भोपाल व झांसी एंड की ओर दौड़े। रेल कर्मचारियों ने गाडिय़ों के आगे आकर इशारा किया, जिसे समझते पायलटों को देर नहीं लगी और उन्होंने ट्रेन आगे बढऩे से रोक दी। ट्रक फंसने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारी और एडीईएन अरविंद कुमार ने हाइड्रा की मदद से 8 बजकर 15 मिनट के आसपास ट्रक को रेलवे ट्रेक से हटाया जा सका। तब तक दोनों तरफ चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं।
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बीना। मध्य प्रदेश के बीना में सोमवार सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां अप और डाउन ट्रेक पर दोनों तरफ से आ रही ट्रेन के बीच अचानक रेलवे लाइन पर एक ट्रक पहुंच गया। गनीतम रही कि समय रहते पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मियों ने ट्रक को देखकर दोनों तरफ से आ रही रेल गाडिय़ों को रुकवाया। जानकारी मिलते ही मौके पर रेलवे अधिकारी पहुंच गए और ट्रक को ट्रेक से हटवाया। इस दौरान दोनों तरफ से आने जाने वाली चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं। जानकारी अनुसार बीना-झांसी रेल लाइन पर बन रहे ओवर ब्रिज के लिए रेलवे ने रेलवे क्रासिंग बंद कर दी थी। झांसी फाटक नाम की इस रेल क्रासिंग को तो बंद कर दिया गया था, लेकिन रेलवे लाइन तक आने-जाने वाले रास्ते को बेरीकेटिंग लगाकर बंद नहीं किया गया था। सोमवार की सुबह 7.30 के आसपास ट्रक क्रमांक एमपी 15 जी 2686 के चालक ने नशे में इसी रेलवे क्रासिंग पर ट्रक चढ़ा दिया। यह ट्रक बीना-झांसी अप व डाउन रेलवे ट्रेक पर फंस गया। इस दौरान भोपाल से झांसी की ओर एक नॉन स्टॉप तथा झांसी से बीना की ओर लोकमान्य तिलक कुशीनगर एक्सप्रेस निकलने के लिए अप और डाउन दोनों ट्रेक पर गाडिय़ां लगी हुईं थीं। जैसे ही रेल पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मचारियों ने ट्रक को रेल पटरी पर देखा, तत्काल भोपाल व झांसी एंड की ओर दौड़े। रेल कर्मचारियों ने गाडिय़ों के आगे आकर इशारा किया, जिसे समझते पायलटों को देर नहीं लगी और उन्होंने ट्रेन आगे बढऩे से रोक दी। ट्रक फंसने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारी और एडीईएन अरविंद कुमार ने हाइड्रा की मदद से 8 बजकर 15 मिनट के आसपास ट्रक को रेलवे ट्रेक से हटाया जा सका। तब तक दोनों तरफ चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं।
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बीना। मध्य प्रदेश के बीना में सोमवार सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां अप और डाउन ट्रेक पर दोनों तरफ से आ रही ट्रेन के बीच अचानक रेलवे लाइन पर एक ट्रक पहुंच गया। गनीतम रही कि समय रहते पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मियों ने ट्रक को देखकर दोनों तरफ से आ रही रेल गाडिय़ों को रुकवाया। जानकारी मिलते ही मौके पर रेलवे अधिकारी पहुंच गए और ट्रक को ट्रेक से हटवाया। इस दौरान दोनों तरफ से आने जाने वाली चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं। जानकारी अनुसार बीना-झांसी रेल लाइन पर बन रहे ओवर ब्रिज के लिए रेलवे ने रेलवे क्रासिंग बंद कर दी थी। झांसी फाटक नाम की इस रेल क्रासिंग को तो बंद कर दिया गया था, लेकिन रेलवे लाइन तक आने-जाने वाले रास्ते को बेरीकेटिंग लगाकर बंद नहीं किया गया था। सोमवार की सुबह 7.30 के आसपास ट्रक क्रमांक एमपी 15 जी 2686 के चालक ने नशे में इसी रेलवे क्रासिंग पर ट्रक चढ़ा दिया। यह ट्रक बीना-झांसी अप व डाउन रेलवे ट्रेक पर फंस गया। इस दौरान भोपाल से झांसी की ओर एक नॉन स्टॉप तथा झांसी से बीना की ओर लोकमान्य तिलक कुशीनगर एक्सप्रेस निकलने के लिए अप और डाउन दोनों ट्रेक पर गाडिय़ां लगी हुईं थीं। जैसे ही रेल पटरियों पर काम कर रहे रेल कर्मचारियों ने ट्रक को रेल पटरी पर देखा, तत्काल भोपाल व झांसी एंड की ओर दौड़े। रेल कर्मचारियों ने गाडिय़ों के आगे आकर इशारा किया, जिसे समझते पायलटों को देर नहीं लगी और उन्होंने ट्रेन आगे बढऩे से रोक दी। ट्रक फंसने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे रेलवे के अधिकारी और एडीईएन अरविंद कुमार ने हाइड्रा की मदद से 8 बजकर 15 मिनट के आसपास ट्रक को रेलवे ट्रेक से हटाया जा सका। तब तक दोनों तरफ चार गाडिय़ां लगभग 50 मिनट तक खड़ी रहीं।
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इंदौर। भाभी की मौत के बाद एफआईआर लिखने के लिए पीड़ित को कागज लाने भेजने वाले भंवरकुआं थाने के सब इंस्पेक्टर को एसपी महेशचंद जैन ने शनिवार को निलंबित कर दिया। एसपी ने पुलिसकर्मी सुरेशचंद्र अवस्थी द्वारा काम में लापरवाही बरतने और पुलिस की छवि के विपरीत काम करने का कृत्य सही पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए उसे लाइन भेज दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भंवरकुआं थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम सड़क हादसे में 16 साल के बेटे के साथ पैदल जा रही 50 साल की महिला कालीबाई को ट्रक ने टक्कर मार दी थी। मौके पर उसकी मौत हो गई। अगले दिन पोस्टमॉर्टम करवाने पहुंचे परिजन जगदीश आर्ने ने बताया कि मैं पीपल्याहाना कांकड़ में रहता हूं। कल शाम करीब साढे़ 5.30 बजे मेरी भाभी खरगोन से इंदौर आई थी, उनके साथ बेटा भी था। वे रोड क्रॉस कर रही थी, तभी अंधाधुंध गति से आए एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मेरे भतीजे ने फोन पर बताया कि काका तीन इमली चौराहे पर मां की मौत हो गई है। मैं तत्काल वहां पहुंचा। मैंने देखा कि शव वहीं पड़ा है। फिर मैंने सौ नंबर और 108 नंबर डायल किया। कोई नहीं आया। फिर मैंने लोडिंग में ही भाभी का शव रखवाया और जिला अस्पताल पहुंचाया। करीब एक से डेढ़ घंटे तक शव वहीं पड़ा रहा। फिर हम रात 8- 8.30 बजे थाने पहुंचे। वहां पुलिस के दो स्टार थानेदार साहब थे। उन्होंने कहा कि हमने रिपोर्ट तो लिख ली है, लेकिन वो कम्प्यूटर पर ही है। उसका प्रिंट नहीं निकलेगा, क्योंकि थाने पर सफेद कोरे कागज नहीं है। मैंने पूछा कहां मिलेंगे। वो बोले कि थाने के सामने चले जाओ, दो-तीन दुकानों पर खोज लो। मैं खोजने लगा तो लॉकडाउन के कारण रात 9 बजे दुकानें ही बंद हो गई थीं। मैं एक-डेढ़ किलोमीटर आगे तक गया। तब कहीं जाकर मुझे टॉवर चौराहे के आगे एक दुकान खुली दिखी। मैं वहां पहुंचा। वहां से 25 रुपए के कोरे कागज खरीदे। फिर थाने पहुंचकर सौंपे। तब कहीं जाकर मेरी एफआईआर दर्ज हुई है।
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रीवा। जिले में शुक्रवार रात शादी की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गई जब एक तेज रफ्तार जीप ने दो बारातियों को रौंद दिया। इस दर्दनाक हादसे में दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने कुछ दूरी पर खड़ी एक कार में आग लगा दी। जिसके बाद विवाद ओर भी बढ़ गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव कर मामला शांत करवाया। वहीं टक्कर माने वाला जीप चालक हादसे के बाद मौके से फरार है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार मऊगंज थाना क्षेत्र के दुबगवां कुर्मियान गांव में शुक्रवार को निसार अहमद के पुत्र फिरोज अंसारी की शादी थी। रात करीब 10 बजे बारात देवरा गांव जा रही थी। दूल्हा सहित अन्य बाराती निकल चुके थे। जबकि अन्य बाराती दूसरे वाहनों में जाने के लिए तैयारी में लगे हुए थे। इसी दौरान सडक़ पर खड़े दो लोगों को अनियंत्रित जीप रौंदते हुए पलट गई। हादसे में जयतुन निशा और मो. तारीफ की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही दूल्हा सहित अन्य लोग बारात छोडक़र वापस लौट आए। घटना से गुस्साए बारातियों ने जीप की जगह कार को आग के हवाले कर दिया है। पूरी कार जलकर राख हो गई है। विवाद बढऩे पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत किया। पुलिस ने दोनों मृतकों को पोस्टमॉर्टम के लिए मऊगंज अस्पताल भिजवाया। जिस कार को जलाया गया अभी तक उसके मालिक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस को आशंका है कि टक्कर मारने वाली जीप की जगह बारातियों ने धोखे से कार को आग लगा दी है। पुलिस आसपास पूछताछ करके कार मालिक की तलाश कर रही है। पुलिस ने तनाव को रोकने के लिए आधा दर्जन थाना का बल मौके पर तैनात किया है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां 15 फरवरी के बाद से कोरोना के नये मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के रिकॉर्ड 708 नये मामले सामने आए हैं। यह आंकड़ा अब तक एक दिन में सबसे अधिक है। वहीं, यहां कोरोना से चार लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 71 हजार 699 और मृतकों की संख्या 969 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाड़रिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 3102 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 708 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 71 हजार 699 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 969 हो गई है। हालांकि, यहां बीते 24 घंटे में 413 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यहां अब तक 65 हजार 863 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन नये मामले अधिक संख्या में मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढक़र 4,867 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में फरवरी के शुरुआत में नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन इसके बाद यह संख्या लगातार बढ़ते हुए अब 700 के पार पहुंच गई है। इंदौर में पहली बार नये संक्रमित 700 के पार पहुंचे हैं। इससे एक दिन पहले यहां रिकॉर्ड 682 नये संक्रमित मिले थे।
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इंदौर। शहर की सड़कों और गलियों को इंद्रधनुषी रंगों से सराबोर करने वाला रंगपंचमी का पर्व इस बार फीका रहा। सुबह से सड़कों पर लोगों की आवाजाही तो जारी रही, लेकिन किसी के भी हाथ में रंग-गुलाल नजर नहीं आया। सुबह इंदौर के फेमस पोहे-जलेबी का स्वाद भी लोगों ने लिया। पेट्रोल पंप भी खुले रहे। पुलिस भी चौराहों पर तैनात रहकर हर आने-जाने वाले को टोकती रही। जिला प्रशासन की गाइडलाइन के चलते लगातार दूसरे साल भी परंपरागत गेर नहीं निकाली जा रही है। रंगपंचमी पर शुक्रवार को सुबह से ही आम नागरिकों एवं गेर के आयोजकों में सन्नाटा पसरा रहा। शहर में परंपरागत रूप से 8 से 10 छोटी-बड़ी गेर निकलती रही हैं। इनका मिलन केंद्र राजबाड़ा रहता था। लेकिन इस बार प्रतिबंध के चलते वैसा नजारा तो नहीं दिखाई दिया। लेकिन गली, मोहल्ले व कॉलोनियों में जरूरल लोग एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाते नजर आए। इधर, शुक्रवार सुबह देवास नाका से लेकर राजबाड़ा तक सन्नाटा पसरा रहा। हर चौराहे पर पुलिस आने-जाने वालों को रोकती-टोकती रही। जिन्होंने मास्क नहीं लगाया उन पर हल्की सख्ती भी की। हालांकि चौराहे और गलियों पर चाय-नाश्ते की दुकानों पर लोगों की आवाजाही देखी गई। शहरभर में पेट्रोल पंप खुले होने से लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। आवाजाही के बीच किसी के पास भी रंग-गुलाल जैसा कुछ नजर नहीं आया। पुलिस भी सभी आने-जाने वालों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की सीख देती रही। रंगपंचमी पर आयोजित होने वाले सामाजिक सम्मेलन, समारोह, स्नेह भोज, सम्मान समारोह सहित अन्य सभी तरह के आयोजनों पर इस बार रोक लग गई है।
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उज्जैन। मप्र के उज्जैन जिले में भी कोरोना के मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 85 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 6446 हो गई है। वहीं, 68 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल ने शुक्रवार को बताया कि जिले में बीते 24 घंटों के दौरान 1115 लोगों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 85 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। इनमें 77 मरीज उज्जैन, पांच नागदा, दो महिदपुर और एक खाचरौद का रहने वाला है। अब जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 6446 हो गई है। हालांकि, बीते 24 घंटों में यहां 68 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। अब तक उज्जैन में 5544 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 793 है, जिनका उपचार जारी है। वहीं, जिले में अभी तक कोरोना से 110 लोगों की मृत्यु हुई है।
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उज्जैन। प्रदेश में कोरोना के कहर के बावजूद लोग रंगपंचमी का पर्व यथासंभव तरीकों से मना रहे हैं। उज्जैन में बाबा महाकाल को पहले पंडे-पुजारियों ने भस्मारती में टेसू के फूलों से बना रंग लगाया, फिर पुजारियों ने होली खेली। कोरोना के कारण महाकाल मंदिर में भक्तों की आवाजाही पर तो प्रतिबंध था, लेकिन पंडे पुजारियों ने जरूर अपने आराध्य के साथ रंगोत्सव मनाया। सुबह बाबा महाकाल की भस्मआरती के दौरान टेसू के फूल से बने रंग से बाबा महाकाल का श्रृंगार किया गया। पंडे-पुजारी पुजारियों ने महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल को टेसू के फूलों को गर्म करके केसर मिले हुए रंग लोटे से चढ़ाया। भस्म आरती के साथ ही महाकाल मंदिर में रंग बिखरना शुरू हो गया। देखते ही देखते गर्भगृह रंगों से सराबोर हो गया। पिछले साल तक यहां भस्म आरती पर हजारों की संख्या में भक्त मौजूद रहते थे। बाबा के साथ होली खेलने देश के कोने-कोने से भक्त एक दिन पहले ही उज्जैन पहुंच जाया करते थे। लेकिन कोरोना के कारण इस बार त्योहार की चमक जरूर कुछ फीकी है। मंदिर के पुजारियों के अनुसार महाकाल मंदिर में रंगपंचमी का पर्व मनाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इसी के अनुसार शुक्रवार को पूजन की शुरुआत बाबा महाकाल की भस्म आरती में पंचामृत अभिषेक के साथ की गई। मन्त्रोच्चार के बाद भस्म अर्पित की गई। इसके बाद टेसू से बने रंग से बाबा महाकाल के साथ होली खेली गई।
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जबलपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के बोहानी रेल्वे स्टेशन पर बड़ा हादसा टल गया। बुधवार रात करीब 8:30 बजे इटारसी से इलाहबाद जा रही स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के एसएलआर समेत दो डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे के वक्त ट्रेन की रफ्तार कम थी जिससे ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर तुरंत रोक दिया। ट्रेन अचानक रुकते ही यात्रियों में हड़कंप की स्थिति बन गई। इस घटनाक्रम के चलते एक लाइन बाधित हो गई। इस दौरान बोहानी स्टेशन के स्टाफ के साथ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जानकारी अनुसार इटारसी से इलाहाबाद के बीच स्पेशल ट्रेन (01117) संचालित की जा रही है। बुधवार रात करीब 8:30 बजे ट्रेन नरसिंहपुर जिले के बोहानी स्टेशन के प्लेटफार्म की ओर ट्रेन बढ़ रही थी। ट्रेन अभी प्वाइंट नंबर 102 पर पहुंची थी, तभी पीछे के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। उस समय ट्रेन की स्पीड काफी कम थी। पहिया उतरते ही आवाज सुनकर ट्रेन के ड्राइवर जयसिंग प्रकाश ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक लिया। गार्ड आरके ताम्रकार ने स्थिति देखी, फिर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। वहीं पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल में घटना की जानकारी लगते ही हड़कम्प मच गया। जबलपुर में खतरे के 5 सायरन बजाये गए। गनीमत रही कि घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ और सभी यात्री सुरक्षित हैं। रेलवे की सूचना के बाद जबलपुर से आई टीम ने सुधार कार्य शुरू कर दिया है। इस घटना से मेन लाइन करीब 3 घंटे बाधित रहा। इस घटना में कितना नुकसान हुआ है, घटना का कारण क्या है, इस सबका पता लगाया जा रहा है। घटना के कारण जबलपुर की जाने वाली डाउन दिशा की ट्रेनों के पहिये भी बोहानी के पूर्व स्टेशनों पर थम गए हैं। गाडरवारा रेलवे स्टेशन पर जनशताब्दी ट्रेन डेढ़ घंटे से अधिक समय तक खड़ी रही।
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भोपाल। मप्र में अप्रैल के आगाज से पहले ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मई जैसी गर्मी का अहसास अभी से होने लगा है। सूरज की तेज धूप जहाँ चुभने लगी है। वही लू के थपेड़े शरीर को झुलसाने लगे हैं। दिन और रात का तापमान लगातार बढ़ रहा है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से गुजर जाने के बाद गुजरात, राजस्थान में अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट आई है। इस वजह से मध्य प्रदेश में भी अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की गई। बुधवार को सिर्फ रीवा में ही लू चली। शेष जिलों में भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली। इसके बाद तापमान में बढोत्तरी होगी। आने वाले दिनों में अप्रेल माह में मई जैसी गर्मी का अहसास होगा। गर्म हवा 3 से 4 किलोमीटर की रफ्तार से चलेंगी। मौसम विभाग ने आने वाले दो चार दिनों में 42 डिग्री तक तापमान पहुंचने के साथ ही लू चलने की भी संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ जाने के कारण राजस्थान और गुजरात में तापमान कम होने लगा है। वहां से आ रही पश्चिमी हवा में भी तल्खी कम हुई है। इससे राजधानी सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान में कमी दर्ज होने लगी है। गुरुवार को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ तीन अप्रैल को उत्तर भारत पहुंचेगा। इस बीच हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी होने के आसार हैं। इससे दिन और रात के तापमान में और गिरावट हो सकती है। इन दोनों सिस्टम के गुजरने के बाद एक बार फिर तापमान बढऩे की संभावना है। मौसम विभाग ने जारी की एडवाइजरीगर्मी के तेवर देखते हुए मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमे आने वाले दिनों में तेज लू चलने की संभावना को देखते हुए पानी पीकर निकलने, सूती हल्के वस्त्र, फूल आस्तीन के कपड़े पहनने के साथ ही सिर और चेहरे को ढककर रखने की सलाह दी है। अप्रैल- मई माह में चलेंगी धूल भरी आंधीमौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष गर्मियों में अप्रैल से मई माह तक इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर व चंबल संभाग सहित पश्चिम मध्य प्रदेश में धूल भरी आंधियां ज्यादा समय के लिए चलेंगी। इस वजह से वातावरण में धूल की मात्रा ज्यादा बरकरार रहेगी। इस बार पूर्वी मध्य प्रदेश के मुकाबले पश्चिमी मध्य प्रदेश गर्म रहेगा और गुजरात व राजस्थान से लगे इलाकों में अप्रैल व मई में धूल भरी आंधियां ज्यादा चलेंगी। इंदौर में लू के दिनों की संख्या ज्यादा नहीं होगी लेकिन लू के दिनों में तापमान की सीमा में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
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जबलपुर। मध्यप्रदेश में इंदौर, भोपाल के बाद जबलपुर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 170 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 19,175 और मृतकों की संख्या 267 हो गई है। जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया ने गुरुवार को बताया कि जिले में बीते 24 घंटों के दौरान वायरोलॉजी लैब द्वारा 1613 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 170 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 19 हजार 175 हो गई है। वहीं, अस्पताल में उपचाररत दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 267 हो गई है। हालांकि, बीते 24 घंटों में जिले में 119 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इन्हें मिलाकर अब तक जबलपुर में 17 हजार 625 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। जिले में कोरोना का रिकवरी रेट 91.91 है। जिले में अब सक्रिय मरीज 1283 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। सीएमएचओ डॉ. कुरारिया के अनुसार, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क और शारीरिक दूरी जरूरी है। जिस तरह से कोरोना के नए मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है, उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि लोग कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कक्षा एक से आठवीं तक की कक्षाएं आगामी 15 अप्रैल तक बंद रहेंगी। इस संबंध में भोपाल जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया ने मंगलवार को निर्देश जारी किये हैं। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयक को दिये निर्देश दिये हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण में विगत दिनों से हो रही वृद्धि के दृष्टिगत सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की कक्षाओं को 15 अप्रैल 2021 तक बंद रखा जाए। उन्होंने जारी निर्देशों में स्पष्ट किया है कि कक्षा 9 से 12वीं तक के लिए पूर्व में जारी निर्देश यथावत रहेंगे। उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग की पूर्व में सम्पन्न हुई समीक्षा बैठक में कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाएं 31 मार्च 2021 तक बंद रखे जाने का निर्णय लिया गया था, जिसे अब बढ़ाकर 15 अप्रैल 2021 तक कर दिया गया है।
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जबलपुर। मध्यप्रदेश में इंदौर, भोपाल के बाद जबलपुर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 148 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 18,844 और मृतकों की संख्या 264 हो गई है। जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया ने बताया कि सोमवार देर रात वायरोलॉजी लैब द्वारा 1268 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 148 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 18 हजार 844 हो गई है। वहीं, अस्पताल में उपचाररत दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 264 हो गई है। हालांकि, बीते 24 घंटों में जिले में 102 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इन्हें मिलाकर अब तक जबलपुर में 17 हजार 407 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 1173 है, जिनका उपचार जारी है। इनमें से 797 मरीज घरों में रहकर उपचार करवा रहे हैं। जिले में कोरोना से रिकवरी रेट घट कर 92.37 फीसद रह गई है। सीएमएचओ डॉ. कुरारिया के अनुसार, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क और शारीरिक दूरी जरूरी है। जिस तरह से कोरोना के नए मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है, उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि लोग कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं।
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भोपाल। मप्र में राज्य प्रशासनिक सेवा के चार अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की गई है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंगलवार को आदेश जारी किये गए हैं। जारी आदेश के मुताबिक, रीवा की संयुक्त कलेक्टर अंजलि द्विवेदी को दमोह जिले में संयुक्त कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि धार के डिप्टी कलेक्टर सत्यनारायण दर्रे को पन्ना जिले के डिप्टी कलेक्टर का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह दमोह की डिप्टी कलेक्टर भारती देवी मिश्रा का पन्ना और रीवा की डिप्टी कलेक्टर फरहीन खान का होशंगाबाद ट्रांसफर किया गया है।
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भोपाल। मप्र में राज्य प्रशासनिक सेवा के चार अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की गई है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंगलवार को आदेश जारी किये गए हैं। जारी आदेश के मुताबिक, रीवा की संयुक्त कलेक्टर अंजलि द्विवेदी को दमोह जिले में संयुक्त कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि धार के डिप्टी कलेक्टर सत्यनारायण दर्रे को पन्ना जिले के डिप्टी कलेक्टर का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह दमोह की डिप्टी कलेक्टर भारती देवी मिश्रा का पन्ना और रीवा की डिप्टी कलेक्टर फरहीन खान का होशंगाबाद ट्रांसफर किया गया है।
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भोपाल। मप्र में राज्य प्रशासनिक सेवा के चार अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थापना की गई है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंगलवार को आदेश जारी किये गए हैं। जारी आदेश के मुताबिक, रीवा की संयुक्त कलेक्टर अंजलि द्विवेदी को दमोह जिले में संयुक्त कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि धार के डिप्टी कलेक्टर सत्यनारायण दर्रे को पन्ना जिले के डिप्टी कलेक्टर का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह दमोह की डिप्टी कलेक्टर भारती देवी मिश्रा का पन्ना और रीवा की डिप्टी कलेक्टर फरहीन खान का होशंगाबाद ट्रांसफर किया गया है।
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उज्जैन। मप्र के उज्जैन जिले में भी कोरोना के मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 69 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 6101 हो गई है। उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल ने रविवार को बताया कि जिले में बीते 24 घंटों के दौरान 1270 लोगों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 69 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। इनमें 58 मरीज उज्जैन, 02 बडऩगर, 07 नागदा और एक-एक मरीज महिदपुर व खाचरौद के रहने वाले हैं। अब जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 6101 हो गई है। हालांकि, बीते 24 घंटों में यहां 22 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। अब तक उज्जैन में 5411 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 581 है, जिनका उपचार जारी है। वहीं, जिले में अभी तक कोरोना से 109 लोगों की मृत्यु हुई है।
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उज्जैन। मप्र के उज्जैन जिले में भी कोरोना के मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 69 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 6101 हो गई है। उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल ने रविवार को बताया कि जिले में बीते 24 घंटों के दौरान 1270 लोगों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 69 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। इनमें 58 मरीज उज्जैन, 02 बडऩगर, 07 नागदा और एक-एक मरीज महिदपुर व खाचरौद के रहने वाले हैं। अब जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 6101 हो गई है। हालांकि, बीते 24 घंटों में यहां 22 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। अब तक उज्जैन में 5411 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 581 है, जिनका उपचार जारी है। वहीं, जिले में अभी तक कोरोना से 109 लोगों की मृत्यु हुई है।
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खंडवा। मप्र के खंडवा जिले में मूंदी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डोंगलिया में स्थित कोयला-आधारित बिजली संयंत्र संत सिंगाजी थर्मल पावर स्टेशन में रविवार को भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन प्लांट में रखा सामान जलकर खाक हो गया। जानकारी के मुताबिक, संत सिंगाजी थर्मल पावर स्टेशन परिसर में रविवार को दोपहर में घास और कचरा जलाने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान तेज हवा के चलते आग तेजी से फैली और प्लांट तक पहुंच गई, देखते ही देखते प्लांट के सेकंड सेक्शन स्थित स्क्रैप यार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। यहां रखे नए और पुराने कन्वेयर बेल्ट, आइल, प्लांट का भंगार जलने लगा, जिससे धुएं के गुब्बार उठने लगे। मौके पर मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सिंगाजी परियोजना के पीआरओ और अधीक्षण यंत्री आरपी पांडे ने बताया कि आग से परियोजना में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग पर काबू पा लिया गया है। आग से निपटने के लिए परियोजना के दो अग्निशमन वाहनों के अलावा मूंदी, खंडवा और नर्मदा नगर के भी अग्निशमन वाहनों की मदद ली गई। इस हादसे से विद्युत उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। बताया जा रहा है कि पांच छह दिन पहले ही कन्वेयर बेल्ट आए थे। वहीं परियोजना के सेकंड फेस की मरम्मत का कार्य भी चल रहा है जिसकी पुरानी सामग्री भी रखी हुई थी। इस आगजनी में स्क्रैप यार्ड में रखे कोयले के कन्वेयर बेल्ट के स्टॉक को क्षति पहुंची और पुराना रखा हुआ सामान भी जल गया।
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खंडवा। मप्र के खंडवा जिले में मूंदी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डोंगलिया में स्थित कोयला-आधारित बिजली संयंत्र संत सिंगाजी थर्मल पावर स्टेशन में रविवार को भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन प्लांट में रखा सामान जलकर खाक हो गया। जानकारी के मुताबिक, संत सिंगाजी थर्मल पावर स्टेशन परिसर में रविवार को दोपहर में घास और कचरा जलाने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान तेज हवा के चलते आग तेजी से फैली और प्लांट तक पहुंच गई, देखते ही देखते प्लांट के सेकंड सेक्शन स्थित स्क्रैप यार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। यहां रखे नए और पुराने कन्वेयर बेल्ट, आइल, प्लांट का भंगार जलने लगा, जिससे धुएं के गुब्बार उठने लगे। मौके पर मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सिंगाजी परियोजना के पीआरओ और अधीक्षण यंत्री आरपी पांडे ने बताया कि आग से परियोजना में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग पर काबू पा लिया गया है। आग से निपटने के लिए परियोजना के दो अग्निशमन वाहनों के अलावा मूंदी, खंडवा और नर्मदा नगर के भी अग्निशमन वाहनों की मदद ली गई। इस हादसे से विद्युत उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। बताया जा रहा है कि पांच छह दिन पहले ही कन्वेयर बेल्ट आए थे। वहीं परियोजना के सेकंड फेस की मरम्मत का कार्य भी चल रहा है जिसकी पुरानी सामग्री भी रखी हुई थी। इस आगजनी में स्क्रैप यार्ड में रखे कोयले के कन्वेयर बेल्ट के स्टॉक को क्षति पहुंची और पुराना रखा हुआ सामान भी जल गया।
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खंडवा। मप्र के खंडवा जिले में मूंदी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डोंगलिया में स्थित कोयला-आधारित बिजली संयंत्र संत सिंगाजी थर्मल पावर स्टेशन में रविवार को भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन प्लांट में रखा सामान जलकर खाक हो गया। जानकारी के मुताबिक, संत सिंगाजी थर्मल पावर स्टेशन परिसर में रविवार को दोपहर में घास और कचरा जलाने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान तेज हवा के चलते आग तेजी से फैली और प्लांट तक पहुंच गई, देखते ही देखते प्लांट के सेकंड सेक्शन स्थित स्क्रैप यार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। यहां रखे नए और पुराने कन्वेयर बेल्ट, आइल, प्लांट का भंगार जलने लगा, जिससे धुएं के गुब्बार उठने लगे। मौके पर मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सिंगाजी परियोजना के पीआरओ और अधीक्षण यंत्री आरपी पांडे ने बताया कि आग से परियोजना में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग पर काबू पा लिया गया है। आग से निपटने के लिए परियोजना के दो अग्निशमन वाहनों के अलावा मूंदी, खंडवा और नर्मदा नगर के भी अग्निशमन वाहनों की मदद ली गई। इस हादसे से विद्युत उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। बताया जा रहा है कि पांच छह दिन पहले ही कन्वेयर बेल्ट आए थे। वहीं परियोजना के सेकंड फेस की मरम्मत का कार्य भी चल रहा है जिसकी पुरानी सामग्री भी रखी हुई थी। इस आगजनी में स्क्रैप यार्ड में रखे कोयले के कन्वेयर बेल्ट के स्टॉक को क्षति पहुंची और पुराना रखा हुआ सामान भी जल गया।
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थांदला/झाबुआ। बसन्त ऋतु के आते ही जब विंध्याचल की सुरम्य उपत्यकाए टेसू के सुर्ख नारंगी रंग से लकदक होकर दहकने लग जाती है, कहीं दूर महुआ के पेड़ पर बैठी कोयल की कुहुक कानों में अमृत घोलने लगती है और आदिवासी महिलाएँ मधुर किन्तु ऊंचे स्वरों में वैवाहिक गान गाने लगती है, बस उसी वक्त के दौर में भीलांचल के आदिवासी समुदाय का प्रणय पर्व या फिर उत्साहपूर्ण उमंगों का त्यौहार भगोरिया का आगमन होता है। एक वक़्त का वह दौर था जब भगोरिया की मस्ती इन युवाओं के सिर चढ़कर बोलती थी, प्रेम की उन्मक्त आग जब उनके मनमे उठ रही लहरों से उनके हृदय तक पहुंच जाती थी और कुछेक बार का ही इन हाट बाजारो में एकांतिक मिलन उनके जीवन को एक दूसरे ही तरह से परिभाषित करने लगता था तब ऐसे ही वक्त के किसी दौर में आंतरिक उन्माद लिए मस्ती अभिव्यक्त होने लगती थी और किसी भगोरिया हाट में वह नायक पा लेता था। अपनी उस नायिका को, जिसे वह चाहता तो बहुत था किंतु अवसर की तलाश में ही एक के बाद दूसरी ऋतु आती गई किन्तु वह उसे पाने के लिए कही कोई उपाय नहीं कर सका और अब, जब भगोरिया का आगाज हुआ तो फिर स्वप्न साकार होते नजर आने लगे। तब जीवन एक अलग मस्ती के रंग में रंगीन होता हुआ लगता था कि अब भगोरिया आने वाला है। मस्ती तो अब भी है, किन्तु वह प्रणय रस भीगी नहीं बल्कि हास्य विनोद की मानिंद, बिल्कुल रूखी सूखी और कई बार तो निम्न स्तरीय शरारतों से भरी हुई। अब समय का वह दौर कहाँ रहा? टेसु के फूल तो अब भी खिलते ही है, कोयल की कुहुक भी सुनाई देती ही है, किंतु ऐसा लगता है जैसे उनमे प्रेम की अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि आक्रोश भरा उलाहना ही अधिक नज़र आता है। शायद इसीलिए विस्तृत रूप से फैली इन उपत्यकाओं में आग बरसाते ये पलाश के फूल सूख कर बिखर जाते हैं, किंतु कोई प्रेमोन्माद में डूबा युवक नही आता हुआ दिखाई देता है, जो आग उगलती उस पलाश पुष्प की टहनी को अपने हाथों में लेकर अभिसारिणी नायिका उस आदिवासी बाला को थमा दे और भगोरिया के नाम को सार्थकता प्रदान करदे। ऐसा लगता है कि वक्त के दौर ने प्रेमाभिव्यक्ति को भी एक नए मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया है, जहां भावों का समंदर एक मौसमी जलाशय के रूप में परिवर्तित होता हुआ लगने लगता है।
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दमोह। जिले के बस स्टैंड में बुधवार देर रात आग भड़क गई। इसकी चपेट में आने से वहां खड़ी 7 बसें जलकर खाक हो गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किये लेकिन आग पर काबू पाए जाने तक बसें जलकर खाक हो चुकी थी। आशंका जताई जा रही है कि शरारती तत्वों ने घटना को अंजाम दिया है। जानकारी के अनुसार शहर के बीचों बीच संचालित होने वाले शासकीय बस स्टैंड पर बुधवार देर रात करीब 2 बजे एक बस में आग लग गई। थोड़ी देर में आग ने विकराल रूप ले लिया और पास ही खड़ी छह अन्य बसों को भी एक-एक कर अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें देख दुकानदारों में अफरातफरी मच गई। बस मालिकों और पुलिस व फायर दल को सूचना दी गयी। नगर पालिका की दमकल की टीम आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। कोतवाली पुलिस और सीएसपी अभिषेक तिवारी भी मौके पर पहुंच गए। फायर दल ने कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार सुबह तक आग पर काबू पाया। आग बुझने तक सातों बसें जलकर खाक हो गई। जिन बसों में आग लगी उनमें तीन बसें नूरी कंपनी की हैं, दो बस अरिहंत कंपनी की हैं, एक बस जैन ट्रेवल्स की हैं और एक बस की जानकारी नहीं मिल पाई है। गनीमत यह रही कि बसों में लगी आग बस स्टैंड पर संचालित दुकानों में नहीं लगी, वरना आधा शहर आग की लपटों में घिर जाता और शायद बहुत बड़ी हानि हो जाती। फिलहाल पुलिस आगजनी का कारण पता लगाने की जांच में जुट गई है।
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दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में स्टेट हाईवे पर गुरुवार की सुबह यात्री बस व ट्राला की जोरदार भिड़ंत हो गई। हादसे में 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों में 6 की हालत गंभीर है, जिन्हें उपचार के लिए जबलपुर रैफर किया गया है। घायलों में अधिकतर छात्र छात्राएं शामिल है। सूचना के बाद पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं। जानकारी अनुसार घटना गुरुवार सुबह करीब दस बजे जबेरा की विदारी घाटी पर हुई है। राधा कंपनी की बस दमोह से जबलपुर की ओर जा रही थी, जिसमें करीब 70 यात्री सवार थे। वहीं ट्राला जबलपुर से दमोह की ओर जा रहा था। इस दौरान विदारी घाटी की मोड़ पर दोनों वाहनों की आमने सामने से जोरदार भिड़ंत हो गई। घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। राहगीरों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी। सूचना मिलते ही जबेरा टीआई कमलेश तिवारी अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए और बस में सवार यात्रियों को बाहर निकाला जा रहा है। घटना में ट्राला बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया जिसके चलते उसमें फंसे चालक व क्लीनर को जेसीबी की मदद से निकाला गया है। हादसे में 60 से ज्यादा लोग घायल हुए है। घायलों में 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है, गंभीर घायलों को ईलाज के लिए जबलपुर रैफर किया गया है। वहीं मामूली रुप से घायल यात्रियों का जबेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है। हादसे के बाद दमोह जबलपुर स्टेट हाईवे पर जाम की स्थिति निर्मित हो गई। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच में जुट गई है।
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दमोह। मध्यप्रदेश की दमोह विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इसी क्रम में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी तरुण राठी बुधवार को क्षेत्र के भ्रमण पर निकले और विभिन्न मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर राठी ग्राम कुवंरपुर खेजरा पहुंचे और यहां प्राथमिक शाला में स्थित मतदान केन्द्र का निरीक्षण किया और इस सबंध में सेक्टर अधिकारी हरि नेमा से चर्चा की तथा निर्देशानुसार कार्यवाही सुनिश्ति करने को कहा। यहां से कलेक्टर राठी ग्राम खबेना पहुंचे और माध्यमिक शाला मे स्थापित मतदान केन्द्र पर मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने केन्द्र में मौजूद बीएलओ बिहारी सिंह गौड से भी चर्चा कर जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने अन्य मतदान केन्द्रों का भी निरीक्षण किया।
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भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू में उपलब्ध वन्य प्राणियों की वर्ष 2020-21 में हुई गणना में पिछले साल की तुलना में 73 विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणियों की वृद्धि हुई है। पिछले साल की गणना में कुल 1485 वन्य प्राणी पाये गये थे जबकि इस वर्ष की गणना में 1558 वन्य प्राणी वन विहार में पाये गये हैं। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के संचालक अजय कुमार यादव ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि बाड़े में उपलब्ध 11 विभिन्न प्रजाति के 113 वन्य प्राणी उपलब्ध थे। वर्ष 2021 के 24, 25 एवं 26 फरवरी को हुई गणना में यह संख्या 123 हो गई है। इनमें बाघ, सफेद बाघ, सिंह, तेंदुआ, भालू, इंडियन वायसन, हायना, मगर, घड़ियाल, पहाड़ी कछुआ और जलीय कछुआ शामिल हैं। इसमें से बाघ, तेंदुआ और पहाड़ी कछुओं की संख्या में बढोत्तरी हुई है। इसी तरह अफ्रीकन कछुआ (कोर्ट केस) में 5 और एक बाघ को क्वारेंटाईन में रखा गया है। स्वतंत्र विचरण करने वाले 62 वन्य प्राणी बढ़े वन विहार राष्ट्रीय उद्यान द्वारा स्वतंत्र विचरण करने वाले वन्य प्राणियों की हुई गणना में चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सुअर, सियार, काला हिरण, मोर, चौसिंघा, चिंकारा, लंगूर, सेही, खरहा, नेवला, बारह सिंघा और जंगली बिल्ली उपलब्ध हैं।
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भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू में उपलब्ध वन्य प्राणियों की वर्ष 2020-21 में हुई गणना में पिछले साल की तुलना में 73 विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणियों की वृद्धि हुई है। पिछले साल की गणना में कुल 1485 वन्य प्राणी पाये गये थे जबकि इस वर्ष की गणना में 1558 वन्य प्राणी वन विहार में पाये गये हैं। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के संचालक अजय कुमार यादव ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि बाड़े में उपलब्ध 11 विभिन्न प्रजाति के 113 वन्य प्राणी उपलब्ध थे। वर्ष 2021 के 24, 25 एवं 26 फरवरी को हुई गणना में यह संख्या 123 हो गई है। इनमें बाघ, सफेद बाघ, सिंह, तेंदुआ, भालू, इंडियन वायसन, हायना, मगर, घड़ियाल, पहाड़ी कछुआ और जलीय कछुआ शामिल हैं। इसमें से बाघ, तेंदुआ और पहाड़ी कछुओं की संख्या में बढोत्तरी हुई है। इसी तरह अफ्रीकन कछुआ (कोर्ट केस) में 5 और एक बाघ को क्वारेंटाईन में रखा गया है। स्वतंत्र विचरण करने वाले 62 वन्य प्राणी बढ़े वन विहार राष्ट्रीय उद्यान द्वारा स्वतंत्र विचरण करने वाले वन्य प्राणियों की हुई गणना में चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सुअर, सियार, काला हिरण, मोर, चौसिंघा, चिंकारा, लंगूर, सेही, खरहा, नेवला, बारह सिंघा और जंगली बिल्ली उपलब्ध हैं।
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बैतूल। जिले में आगामी होली एवं रंगपंचमी त्यौहार का सामूहिक आयोजन प्रतिबंधित किया गया है। कलेक्टर अमनबीर सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में निर्णय लिया गया कि ‘मेरी होली मेरे घर’ अभियान को प्रभावी बनाया जाएगा। कोई भी व्यक्ति घर से बाहर मोहल्ला, पड़ोस या गांव/शहर में होली अथवा रंगपंचमी नहीं मनाएगा। होली (धुलेंडी) के दिन समूचे जिले में आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव एं जिले के कोविड प्रभारी सचिन सिन्हा भी मौजूद रहे। बैठक में निर्णय लिया गया कि होली के त्यौहार के दौरान महाराष्ट्र से लौटने वाले लोगों, खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्तियों पर विशेष निगरानी रखी जाए। ऐसे लोगों को पिछले 48 घंटे की कोविड निगेटिव रिपोर्ट साथ में लाना होगी। साथ ही सात दिन के लिए क्वारेंटाइन भी किया जाएगा। जो लोग जिले से महाराष्ट्र किसी कार्य से जा रहे हैं, लौटने पर उनको भी निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना होगी एवं सात दिन क्वारेंटाइन रहना होगा। जिन ग्राम पंचायत क्षेत्रों में अधिक संख्या में मजदूर लौटने की संभावना है, वहां पर इस दौरान विशेष निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा अन्य कोरोना हॉट स्पॉट से लौटने वाले लोगों पर भी विशेष निगरानी रखी जाएगी। जिले में सामूहिक होली पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। बाजारों में कोविड गाइडलाइन के पालन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। गुरुवार को नगर में लगने वाले हाट-बाजार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पुलिस लाइन एवं न्यू बैतूल स्कूल ग्राउण्ड में लगाने के लिए मुख्य नगरपालिका अधिकारी को निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि जो लोग क्वारेंटाइन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके विरूद्ध पुलिस प्रकरण दर्ज करने के साथ-साथ उन्हें संस्थागत क्वारेंटाइन भी किया जाएगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद, जिला पंचायत सीईओ एमएल त्यागी, ग्रुप के सदस्य मोहन नागर, ब्रजआशीष पाण्डे, डॉ. अरूण जयसिंह, दवा विक्रेता संघ से दिलखुश सिंह साहनी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे। रेल्वे स्टेशन का निरीक्षण महाराष्ट्र राज्य से आने वाले सवारी वाहनों के प्रतिबंधित होने के कारण होली के त्यौहार पर ट्रेनों से लोगों के वापस आने के दृष्टिगत कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस एवं पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने सोमवार को बैतूल रेल्वे स्टेशन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यहां उतरने वाले मुसाफिरों की थर्मल स्क्रीनिंग एवं आने वाले स्थान की जानकारी विधिवत् पंजी में इन्द्राज करने के तैनात अमले को निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि यात्रियों की संख्या को देखते हुए यहां स्वास्थ्य अमले की टीमें बढ़ाई जाए। साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग के आवश्यक उपकरण भी रखे जाए। आने वाले यात्रियों की सघन निगरानी रखी जाए, यदि कोई भी संदिग्ध संक्रमित पाए जाने पर तत्काल उसे उपचार में लिया जाए। जनसुनवाई स्थगित कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने जिले में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के तहत जन स्वास्थ्य एवं लोकहित के दृष्टिगत प्रति मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई को आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया है। उक्त आदेश तत्काल प्रभावशील किया गया है। कलेक्टर की अपील, आमजन कोरोना से बचाव की सावधानियों का पालन करें कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने जिले में कोविन-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की आम जन से अपील की है। उन्होंने कहा कि जिले में 23 मार्च को संकल्प अभियान का आयोजन होगा। जिसके तहत प्रात: 11 बजे और सायं 7 बजे सायरन बजेगा। आमजन दो मिनट का संकल्प लेंगे, जिसमें मास्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना शामिल है। कलेक्टर ने कहा है कि इस दिन व्यापारिक प्रतिष्ठानों एवं दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए सामने ग्राहकों के खड़े होने के लिए गोले भी बनाए जाएंगे। ‘मेरी होली मेरे घर’ अभियान कलेक्टर ने कहा कि आगामी होली एवं रंगपंचमी त्यौहार को देखते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। होली एवं रंगपंचमी त्यौहार पर ‘मेरी होली मेरे घर’ के नारे को दिनचर्या में उतारना आवश्यक है। आमजन त्यौहार पारिवारिक स्तर पर पूरी सावधानियों के साथ मनाए। ‘मेरा मास्क मेरी सुरक्षा’ अभियान कलेक्टर ने आमजन से यह भी अपील की है कि कोरोना के वायरस से बचने के लिए मास्क एक अचूक उपाय है। सभी से अपेक्षा है कि वे मास्क अवश्य लगाएं। मास्क लगाने में किसी तरह की लापरवाही कोरोना संक्रमण फैलने का कारण बनेगी।
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भोपाल। प्रदेश का मौसम एक बार फिर करवट लेता नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश की आशंका जताई है। विभाग का कहना है कि प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में बन रहे चक्रवात के कारण कुछ जगहों पर ओले भी गिर सकते हैं। मध्यप्रदेश में सोमवार को एक बार फिर मौसम बदल गया है। राजधानी भोपाल के कुछ हिस्सों में सुबह बादल छाने के बाद बारिश हुई। हालांकि कुछ देर बाद मौसम साफ हो गया। इस बीच यहां औसत 0.4 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में गरज चमक के साथ प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान बताया है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पूर्वी मध्यप्रदेश में ऊपरी हवाओं का चक्रवात बना हुआ है। इसके कारण बादल बन रहे हैं। इसी वजह से भोपाल में सोमवार सुबह कई दौर वाली हल्की बारिश हुई। साथ ही 23 मार्च को एक पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। इसके चलते प्रदेश के कई हिस्सों में अगले 48 घंटे में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। इसमें भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग के जिला में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश के आसार बताए गए हैं। इन संभागों के कुछ हिस्सों में ओले भी गिर सकते हैं। इसके बाद 24 मार्च को बादल रह सकते हैं, लेकिन बारिश की संभावना नहीं है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने राजधानी भोपाल समेत इंदौर, जबलपुर में रविवार को लॉकडाउन का ऐलान किया है। शनिवार रात 10 बजे से लॉकडाउन लगाया गया है, जो सोमवार सुबह 6 बजे तक रहेगा। इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। लॉकडाउन के दौरान करीब तीन हजार पुलिस बल राजधानी में तैनात किया गया है। बेवजह बाहर घूमने वालों की गिरफ्तारी की जाएगी। राजधानी भोपाल में रविवार सुबह से सडक़ों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि पुराने शहर में लॉकडाउन बेअसर साबित हो रहा है। कई स्थानों पर लोग निर्देशों का पालन लोग नहीं कर रहे हैं। लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए भोपाल में 128 प्वाइंट पर बैरिकेडिंग की गई है। प्रशासन ने दुकानदारों पर जुर्माने का आदेश जारी कर दिया है, अगर कोई दुकानदार, दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराएगा तो उससे 5 हजार रुपए फाइन वसूला जाएगा। इसके बावजूद भी दुकानदार ऐसा करते पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उसकी दुकान भी सील कर कर दी जाएगी। वहीं, एमपीपीएससी की परीक्षा को देखते हुए प्रशासन ने रविवार को बीसीएलएल बसों का संचालन करने का फैसला लिया है। प्रशासन के निर्देशानुसार शहर के चार रूट पर बसों का संचालन होगा। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरफ से मेंस परीक्षा के लिए कोरोना संक्रमित अभ्यर्थियों के लिए अलग एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं। इन एग्जाम सेंटर्स पर कोरोना पॉजिटिव अभ्यर्थी पीपीई किट पहनकर एग्जाम दे सकेंगे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले दो-तीन दिनों से प्री मानसून की गतिविधियां देखने को मिल रही है। प्रदेश भर में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो रविवार को भी एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल होने जा रहा है। उसके प्रभाव से अभी तीन-चार दिनों तक मौसम साफ होने के आसार नहीं दिख रहे। प्रदेश में अभी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा और आगामी चौबीस घंटे में प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि के साथ बिजली गिरने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि अभी प्रदेश में एक साथ 3 सिस्टम एक्टिव हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में मौजूद है। रविवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। उधर दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश और उससे लगे हुए राजस्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस सिस्टम के कारण आ रही नमी से बादल बने हुए हैं। वर्तमान में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों स्थानों से मध्य प्रदेश के वातावरण में हवाओं के साथ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर रुक-रुक कर हो रही बारिश से भी वातावरण में नमी बनी हुई है। इस वजह से दिन में तापमान बढ़ते ही शाम के समय स्थानीय स्तर पर भी गरज-चमक की स्थिति बनी लगती है। मौसम विभाग के मुताबिक होली के कुछ दिनों पहले तक 23-24 मार्च तक प्रदेश का मौसम इसी तरह का रहने का अनुमान है। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर धीरे-धीरे कम होने और मौसम साफ होने लगेगा।
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इंदौर। शहर के शिप्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत मांगलिया स्थित सेटअप बॉक्स के गोडाउन में शुक्रवार को सुबह अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरे गोडाउन को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वहां रखे करोड़ों के सेटअप बॉक्स जलकर राख हो गए। आग इतनी भीषण थी कि दमकल कर्मियों को गोडाउन में आग बुझाने के लिए जेसीबी की सहायता लेनी पड़ी। कड़ी मशक्कत के बाद गोडाउन की दीवार तोडक़र आग पर काबू पाया गया। फायर कंट्रोल रूप एसपी आरएस निगवाल ने बताया कि मांगलिया स्थित कैरी कंपाउंड में एसीएन डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का गोडाउन है, जिनकी मध्य प्रदेश में कई जगह केबल नेटवर्क है। गोडाउन में डिजिटल केबल के सेटअप बॉक्स रखे हुए थे। शुक्रवार को सुबह यहां भीषण आगजनी हुई। जानकारी मिलने के बाद दमकल की कई गाडिय़ां मौके पर पहुंची और करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग के कारण करोड़ों का नुकसान बताया जा रहा है, वही दमकल को आग बुझाने के कार्य में 10 से अधिक टैंकर पानी लगा। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना की भयावह स्थिति सामने आ रही है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस पर रोक लगाने के लिए शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र से यात्री बस परिवहन बंद करने का निर्णय किया है। गुरुवार देर शाम मध्य प्रदेश शासन के फैसले के मुताबिक, 21 से 31 मार्च तक महाराष्ट्र से आने -जाने वाली यात्री बसों का परिवहन पूर्ण रूप से बंद रहेगा। इस दौरान मध्य प्रदेश की यात्री बसों का महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश और महाराष्ट्र की यात्री बसों का मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश बंद रहेगा। राज्य के परिवहन विभाग ने भी इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा 1 अप्रैल से बिजली भुगतान के लिए कैश काउंटर सुविधा को बंद किया जा रहा है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ये फैसला लिया है। अब बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन ही किया जा सकेगा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना की भयावह स्थिति सामने आ रही है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस पर रोक लगाने के लिए शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र से यात्री बस परिवहन बंद करने का निर्णय किया है। गुरुवार देर शाम मध्य प्रदेश शासन के फैसले के मुताबिक, 21 से 31 मार्च तक महाराष्ट्र से आने -जाने वाली यात्री बसों का परिवहन पूर्ण रूप से बंद रहेगा। इस दौरान मध्य प्रदेश की यात्री बसों का महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश और महाराष्ट्र की यात्री बसों का मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश बंद रहेगा। राज्य के परिवहन विभाग ने भी इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा 1 अप्रैल से बिजली भुगतान के लिए कैश काउंटर सुविधा को बंद किया जा रहा है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ये फैसला लिया है। अब बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन ही किया जा सकेगा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना की भयावह स्थिति सामने आ रही है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस पर रोक लगाने के लिए शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मध्यप्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र से यात्री बस परिवहन बंद करने का निर्णय किया है। गुरुवार देर शाम मध्य प्रदेश शासन के फैसले के मुताबिक, 21 से 31 मार्च तक महाराष्ट्र से आने -जाने वाली यात्री बसों का परिवहन पूर्ण रूप से बंद रहेगा। इस दौरान मध्य प्रदेश की यात्री बसों का महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश और महाराष्ट्र की यात्री बसों का मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश बंद रहेगा। राज्य के परिवहन विभाग ने भी इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा 1 अप्रैल से बिजली भुगतान के लिए कैश काउंटर सुविधा को बंद किया जा रहा है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ये फैसला लिया है। अब बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन ही किया जा सकेगा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश सहित देश के कई शहरों पर प्री-मॉनसून जैसे हालात बन रहे हैं। राज्य में 18 से 22 मार्च के बीच तेज गरज के साथ बादलों के बरसने की सम्भावना जतायी गयी है। ऐसा मध्य भारत के राज्यों में गर्मी बढ़ने के कारण होने जा रहा है। तापमान बढऩे की स्थिति में जब गरज वाले बादल बनते हैं तब कुछ हिस्सों में तूफान जैसा बवंडर भी उठता है। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में ऐसे ही हालात बन रहे हैं। ऐसे बादलों के बनने की स्थित में कभी-कभी हवाओं की रफ्तार 60 किमी प्रति घंटे से भी ऊपर चली जाती है। मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिणी मध्य प्रदेश में इस अवधि के दौरान बेमौसम बरसात की संभावना बन रही है। 18 से 22 मार्च के बीच इस संभावित मौसमी हलचल के दौरान कुछ इलाकों में गरज वाले बादल तबाही भी मचा सकते हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि दक्षिणी मध्य प्रदेश के कई शहरों में पारा 38 से 40 डिग्री के बीच पहुंच गया है और यह क्षेत्र देश के सबसे गर्म स्थानों में शामिल हो गए हैं। बढ़ती गर्मी और इस राज्य की भौगोलिक स्थिति के साथ मौसमी सिस्टम का सपोर्ट प्री-मॉनसून जैसी हलचल लेकर आएगा इस दौरान 3-4 दिनों तक बारिश का दौर बना रहेगा। पीके साहा के अनुसार वर्तमान में कर्नाटक से दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बना हुआ है। इस सिस्टम के साथ निचले स्तर पर पूर्वी और ऊपरी हिस्से में पश्चिमी हवा का टकराव हो रहा है। पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान पर भी एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इससे प्रदेश में बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इससे इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश होने लगी है।
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इंदौर। नाइट कर्फ्यू की पहली रात एक तरफ जहां पुलिस और नगर निगम के कर्मचारी मुस्तैद रहे, तो वहीं कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए कई लोग शहर की सड़कों पर निकल पड़े। पुलिस ने जब इन्हें रोका और पूछताछ की, तो किसी ने प्रेमिका के पेट में दर्द होने का बहाना बनाया, तो कोई लाखों रुपये कीमत वाली हार्ले डेविडसन बाइक सड़क पर छोड़कर भाग गया। पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। शहर में नाइट कर्फ्यू की पहली रात में बुधवार को पुलिस, प्रशासन और नगर निगम का अमला सख्त नजर आया। कर्फ्यू के दौरान घूमते पाए जाने पर 20 से ज्यादा लापरवाहों को मास्क पहनाकर हवालात में बैठा दिया गया, वहीं पब, कैफे और दुकान संचालकों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने ऐसे प्रेमी जोड़ों को भी पकड़ा, जो बहाना बनाकर नाइट कर्फ्यू का आनंद लेने निकले थे। विजयनगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह ने शहर के बाजार रात 10 बजे बंद करने के आदेश दिए हैं, उससे पहले रात आठ बजे से ही पुलिस एक्शन मोड पर आ गई। उन लोगों की जांच की गई तो बगैर मास्क के थे और शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे थे। विजयनगर चौराहा पर पुलिस और निगमकर्मियों ने एक युवक व युवती को रोका तो बहस करने लगे। दोनों मास्क लगाने से इन्कार कर दिया। इस पर दोनों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। युवती का नाम श्रध्दा गुप्ता है, जो मूलत: रीवा के नेहरूनगर की निवासी है। युवक का नाम प्रवीण सिंह है। इसी तरह पुलिस ने रात करीब 12 बजे एक युवक को रोका, तो उसने कहा कि मेरी प्रेमिका के पेट में दर्द हो रहा है और मैं उसके उपचार के लिए आया हूं। पुलिस ने युवक से पर्चे मांगे और यह पूछा कि कहां जाना है तो सकपका गया। इसके बाद उसके विरुद्ध भी धारा 188 के तहत कार्रवाई की गई। कुछ देर बाद एक बाइक (हार्ले डेविडसन) आते दिखाई दी। जवानों ने उसे रोकना चाहा तो बाइक सवार युवक छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस ने उसकी बाइक जब्त कर ली है। वहीं, पुलिस ने लाइट हाउस पब पर भी छापा मारा। यहां भीड़ लगाने के आरोप में मैनेजर को पकड़ लिया। उसके खिलाफ भी जिला दंडाधिकारी के आदेशों का उल्लंघन करने के आरोप में केस दर्ज किया है।
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इंदौर। नगर निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर ग्वालियर हाईकोर्ट पहले ही स्टे दे चुकी है। वहीं, सोमवार को इंदौर हाई कोर्ट ने भी नगर निकाय चुनाव आरक्षण को लेकर जारी नोटिफिकेशन को लेकर दायर की गई याचिका पर स्टे दे दिया है। कोर्ट का कहना है कि बार-बार एक ही वर्ग के लिए आरक्षण करना अन्य वर्ग को चुनाव से वंचित रखना है। आरक्षण में रोटेशन प्रक्रिया को फॉलो किया जाना चाहिए। इंदौर हाई कोर्ट के अधिवक्ता भास्कर अग्रवाल ने बताया कि नगर निकाय चुनाव में आरक्षण प्रक्रिया को लेकर पार्षद नरोत्तम चौधरी और पूर्व पार्षद सुरेंद्र कुमार ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि नगर निकाय चुनाव में जिन सीटों के लिए आरक्षण किया गया है, उनमें रोटेशन बिल्कुल भी नहीं है। आरक्षण डिक्लियरेशन लंबे समय से वही चला आ रहा है। जैसे कोई सीट लंबे समय पहले एससी या एसटी के लिए आरक्षित की गई थी तो वह अब तक उसी वर्ग के लिए आरक्षित है, जबकि संविधान के अनुसार रोटेशन प्रक्रिया को अपनाया जाना चाहिए। ऐसा करने से हर वर्ग को लाभ मिल सकेगा। ग्वालियर कोर्ट के आदेश के अनुसार ही इंदौर कोर्ट ने भी आरक्षण को लेकर स्टे दिया है। कोर्ट ने आरक्षण के लिए रोटेशन प्रक्रिया लागू करने को कहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम के बदलाव का दौर जारी है। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर दोपहर तक तो धूप बनी रहती है। इसके बाद आंशिक बादल छाने लगते हैं। तापमान अधिक होने की स्थिति में शाम के समय गरज-चमक की भी स्थिति बनने लगती है। हालांकि आर्द्रता काफी कम होने से अभी बौछारें पड़ने की संभावना कम है। वहीं, होली से पहले एकबार फिर मौसम बिगड़ने के आसार हैं। 16 मार्च को एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत में दाखिल होने जा रहा है। जिसके प्रभाव से 17 मार्च से प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना है। 20 मार्च से एकबार फिर मौसम साफ होने लगेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान पर सक्रिय है। उसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। एक ऊपरी हवा का चक्रवात उत्तर-मध्य महाराष्ट्र पर बना हुआ है। साथ ही त्रिवेंद्रम से महाराष्ट्र तक एक ट्रफ बना हुआ है। हालांकि नमी का मात्रा काफी कम होने से अभी बारिश होने की संभावना नहीं है, लेकिन 16 मार्च से एक और पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। इसके असर से 17 मार्च से वातावरण में नमी बढ़ने लगेगी। 18 मार्च को हवाओं का रुख फिर बदलने की संभावना है। इनके प्रभाव से 18-19 मार्च से एकबार फिर मप्र में बादल छाने लगेंगे और कहीं-कहीं बरसात भी हो सकती है। 20 मार्च से मौसम साफ होने लगेगा। इससे एकबार फिर तापमान में इजाफा होने लगेगा।
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इंदौर। नगर निगम, प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा लगातार गुंडों, माफियाओं और भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी सिलसिले में रंगून गार्डन के अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई बीते दो दिनों से चल रही है। नगर निगम का रिमूवल अमला रविवार सुबह से फिर स्कीम-134 के पास स्थित रंगून गार्डन का अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई करने पहुंचा। गार्डन में जगह-जगह पाथ वे बनाए गए हैं, जिनमें इंटरलाकिंग टाइल्स लगाई गई हैं। निगम के अमले ने बुलडोजर की मदद से उन्हें उखाड़ा। नगर निगम के रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे ने बताया कि जो अवैध निर्माण बीते दो दिन में नहीं टूट पाए थे, उन्हें तोड़ने की कार्रवाई सुबह से की जा रही है। अगले दो-तीन घंटे में बचा काम पूरा कर दिया जाएगा। गार्डन में जगह-जगह लगाए गए पेड़-पौधे भी हटाए जा रहे हैं, क्योंकि भविष्य में वहां लोगों को प्लाट दिए जाना हैं। गौरतलब है कि निगम के रिमूवल विभाग ने शुक्रवार को रंगून गार्डन तोड़ने की कार्रवाई शुरू की थी। उसके बाद शनिवार को भी लगातार दूसरे दिन रंगून गार्डन में तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई। उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को बाउंड्रीवाल का कुछ हिस्सा, स्टेज और पाथ वे के अलग-अलग हिस्से तोड़े गए थे। उपायुक्त ने बताया कि गार्डन के फोल्डिंग रूम भी हटवाने की कार्रवाई संचालकों द्वारा ही की जा रही है।
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इंदौर। नगर निगम, प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा लगातार गुंडों, माफियाओं और भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी सिलसिले में रंगून गार्डन के अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई बीते दो दिनों से चल रही है। नगर निगम का रिमूवल अमला रविवार सुबह से फिर स्कीम-134 के पास स्थित रंगून गार्डन का अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई करने पहुंचा। गार्डन में जगह-जगह पाथ वे बनाए गए हैं, जिनमें इंटरलाकिंग टाइल्स लगाई गई हैं। निगम के अमले ने बुलडोजर की मदद से उन्हें उखाड़ा। नगर निगम के रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे ने बताया कि जो अवैध निर्माण बीते दो दिन में नहीं टूट पाए थे, उन्हें तोड़ने की कार्रवाई सुबह से की जा रही है। अगले दो-तीन घंटे में बचा काम पूरा कर दिया जाएगा। गार्डन में जगह-जगह लगाए गए पेड़-पौधे भी हटाए जा रहे हैं, क्योंकि भविष्य में वहां लोगों को प्लाट दिए जाना हैं। गौरतलब है कि निगम के रिमूवल विभाग ने शुक्रवार को रंगून गार्डन तोड़ने की कार्रवाई शुरू की थी। उसके बाद शनिवार को भी लगातार दूसरे दिन रंगून गार्डन में तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई। उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को बाउंड्रीवाल का कुछ हिस्सा, स्टेज और पाथ वे के अलग-अलग हिस्से तोड़े गए थे। उपायुक्त ने बताया कि गार्डन के फोल्डिंग रूम भी हटवाने की कार्रवाई संचालकों द्वारा ही की जा रही है।
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भोपाल। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आव्हान पर सरकार की निजीकरण की नीति के विरोध में बैंकों की दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल रहेगी। यूनाइटेड फोरम के जिला अध्यक्ष किशोर जेवरिया और सचिव सतीष भटनागर ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी बैंकों में 15 और 16 मार्च को पूर्ण हड़ताल रहेगी। इस दौरान सभी बैंक कर्मचारी-अधिकारी निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि बैंकों में जनता का लाखों करोड़ रुपये जमा है। सरकार इसे निजी हाथों में सौंपना चाहती है। निजी हाथों में बैंकों के रहने से जनता के रुपये डूबने की आंशका है। पूर्व में भी लोग अपने ही पैसे निकालने के लिये भटकते रहे हैं। आजादी के बाद से बैंकों के राष्ट्रीयकरण होने तक बीस वर्षों में निजी क्षेत्र की 736 बैंकों ने दिवाला निकाला। हाल ही में पीएमसी और यस बैंक का डूबना इसका उदाहरण है। राष्ट्रीयकरण के बाद जनता का पैसा सुरक्षित रूप से जमा रहा। छोटे-छोटे व्यवसायियों को लोन मिलने लगा। सरकार बैंकों को पुन: पूंजीपतियों व कॉर्पोरेट घरानों को सौंपकर उनके लिये जनता के पैसे हड़पने के रास्ते खोलना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने बाकायदा बैंकों को बदनाम करने की मुहिम चला रही है, ताकि आम जनता को यह संदेश जाए कि बैंकों का काम ठीक नहीं चल रहा है। सरकार बड़े कॉर्पोरेट घरानों से ऋण वसूली में कोई रूचि नहीं दिखा रही है। उलटे उनके लगभग 7 लाख करोड़ रुपये राइट ऑफ कर दिया है। जबकि बैंक यूनियनें इनकी सूची सार्वजनिक कर इन्हें गिरफ्तार करने और इनकी सम्पत्ति जब्त करने की मांग करती रही है। बैंक कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अगर जनता ने भी सरकार के निजीकरण की नीति का विरोध नहीं किया और बैंकों को निजी हाथों में जाने दिया तो इसके दुष्परिणाम जनता को स्वयं भुगतना पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आज जो बैंकों के डिफाल्टर हैं कल वे ही बैंकों के मालिक बनकर बैठ जाएंगे, तब बैंकों की स्थिति क्या होगी, इसकी तस्वीर साफ नजर आ रही है। उन्होंने बैंक हड़ताल में आम नागरिकों से शामिल होकर निजीकरण का विरोध करने की अपील की है।
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इंदौर। इंदौर के खुड़ैल थाना क्षेत्र में नेमावर ब्रिज के नीचे बनी नाली में बीती रात एक युवक स्कूटर के साथ जिंदा जल गया। बताया गया है कि लोगों ने उसे नाली में एक्टिवा के साथ फंसे हुए जलता देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहगीरों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और उसे स्कूटर समेत नाली से बाहर निकाला, लेकिन युवक को बचा नहीं पाए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले को जांच में लिया है। फिलहाल युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस गाड़ी के चेचिस नम्बर के आधार पर युवक की पहचान में जुटी है। खुड़ैल थाना प्रभारी राजीव भदौरिया ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 12 बजे राहगीरों ने सूचना दी थी कि नेमावर ब्रिज की सर्विस रोड के किनारे नाली में एक व्यक्ति स्कूटर (एक्टिवा) के साथ जला रहा है। इस पर डायल 100 की टीम मौके पर पहुंची और लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। प्रारंभिक जांच में आशंका है कि एक्टिव चालक की नाली में फंसने से मौत हुई है। मामला संदिग्ध लग रहा है, क्योंकि कुछ दूर पर ब्लड के निशान भी हैं, जहां हादसा हुआ है वह नाली कवर्ड नहीं थी। पुलिस को अंदेशा है कि युवक हादसे का शिकार हुआ होगा। संभवत: हादसे में युवक रगड़ाते हुए स्कूटर के साथ नाली में जा गिरा और स्कूटर में ही फंस गया। रगड़ के कारण स्कूटर में आग लग गई और वह भी जल गया। स्कूटर भी पूरी तरह जल चुकी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। स्कूटर का चेचिस नम्बर से युवक की शिनाख्ती के प्रयास किये जा रहे हैं।
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सागर। सागर संभाग के कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने शनिवार को बुन्देलखण्ड मेडीकल कॉलेज स्थित कोरोना टीकाकरण केन्द्र पहुंचकर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाई। इसके 28 दिन पहले उन्होंने वैक्सीन की प्रथम डोज लगवाई थी। कमिश्नर शुक्ला टीका लगवाने के बाद वेटिंग रूम में आधा घंटे रूके। इस अवसर पर बीएमसी के डीन आरएस वर्मा अन्य चिकित्सक मौजदू थे। कमिश्नर शुक्ला ने बताया कि कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रथम व द्वितीय दोनों डोज लेना आवश्यक है। प्रथम डोज से 28 दिन बाद दूसरी डोज लेना आवश्यक है। तभी यह टीका कारगर होता है। अपनी बारी आने पर, इसे अवश्य लगवाएं। इसको लेकर किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं होना चाहिए।
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मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना के ऐंती पर्वत पर त्रेतायुगीन शनिमंदिर में उनके अभिषेक के साथ ही मध्यरात्रि से मेला शुरू हो गया है। देश भर के लोग अपने कष्टों एवं भगवान शनि की कृपा पाने बड़ी संख्या में यहां आ रहे हैं। मुरैना कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन, पुलिस अधीक्षक सुनील पाण्डेय ने मध्यरात्रि भगवान शनिदेव की त्रेतायुगीन प्रतिमा का तेलाभिषेक किया। इस अवसर पर विशेष रूप से म.प्र. शासन के आयुक्त आयुष एमके अग्रवाल भी सपरिवार उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि मुरैना के ऐंती पर्वत पर त्रेतायुगीन शनिमंदिर है। ये प्रतिमा आसमान से टूट कर गिरे एक उल्कापिंड से निर्मित है। ज्योतिषी व खगोलविद मानते है कि शनि पर्वत पर निर्जन वन में स्थापित होने के कारण यह स्थान विशेष प्रभावशाली है। महाराष्ट्र के सिगनापुर शनि मंदिर में प्रतिष्ठित शनि शिला भी इसी शनि पर्वत से ले जाई गई है। माना जाता है कि लंकादहन के दौरान हनुमानजी ने लंका से भगवान शनिदेव को भारत भूमि के लिये प्रक्षेपित किया था। इस मंदिर का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने कराकर प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराई थी। बाद में सिंधिया घराने के महाराज दौलत राव सिंधिया द्वारा इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया गया। अब इस मंदिर का प्रबंधन जिला प्रशासन द्वारा किया जाता है। मंदिर परिसर में एक कुंड है, जिसमें भक्तगण स्नान करने के बाद अपने पहने सभी वस्त्रों को त्याग देते हैं। मंदिर परिसर में शनिदेव के ठीक सामने ही हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित है। शनिश्चरी अमावस्या के दिन भगवान शनिदेव का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन का विशेष महत्व है। न्याय के देवता के दरबार में देश के लाखों श्रद्धालु अपनी मनोकामना लैकर आते हैं। इस दिन यहां विशाल मेला आयोजित होता है लेकिन कोरोना महामारी के कारण बीती दीपावली की शनिश्चरी अमावस्या पर मेले का आयोजन नहीं किया गया फिर भी हजारों श्रद्धालुओं ने शनिदेव मंदिर में पूजा अर्चना की थी। वहीं, इस बार अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुये प्रशासन व पुलिस ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। श्रद्धालुओं को सहजता के साथ दर्शनलाभ हो सके इसके लिये नाई, कपड़ा, वस्त्र जोन प्रथक-पृथक बनाये गये हैं। चारों तरफ अलग से स्नानागार भी बनाए गए हैं। यहां देर रात से ही भीड़ बढ़ने लगी थी जो सुबह शनिदेव के अभिषेक के लिए अपनी बारी आने का इंतजार करते लोगों की लम्बी लाइन के रूप में दिखाई दे रही है। मेला की व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने बताया कि पूजा के बाद गर्भगृह को दर्शनार्थियों के खोल दिया गया है। श्रद्धालुओं के लिये पूर्ण सुविधा उपलब्ध कराई गयी है, जिससे वे दर्शन कर पुण्य लाभ ले सकें। दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डेय का कहना है कि सुरक्षा की दृष्टि से 600 बल तैनात किया गया है। सभी जोन में पुलिस निगरानी बनाये हुये है। हमारा प्रयास यही है कि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 15 फरवरी के बाद से कोरोना फिर पैर पसार रहा है और यहां लगातार नये मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 219 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 61,642 और मृतकों की संख्या 940 हो गई है। बता दें कि इंदौर में करीब 70 दिन बाद नए संक्रमितों का आंकड़ा 200 के पार पहुंचा है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 2447 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 219 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि 2186 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 61,642 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 940 हो गई है। हालांकि, यहां अब तक 59,174 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीज बढक़र 1528 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में फरवरी के शुरुआत में नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन इसके बाद यह संख्या लगातार बढ़ते हुए सौ के पार पहुंच गई। इंदौर में लगातार नौ दिन डेढ़ सौ से ज्यादा नये संक्रमित मिलने के बाद अब यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया है। यहां 70 दिन बाद नये संक्रमितों की संख्या 200 के पार पहुंची है।
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छिंदवाड़ा। जिले के लावाघोघरी थाना क्षेत्र में छिंदवाड़ा-बैतूल मार्ग पर मैनीखापा के पास बीती देर रात एक तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर पलट गई और 20 फीट नीचे नाले में जा गिरी। इस हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 25 यात्री घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को डायल 100 और 108 एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल छिंदवाड़ा में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार वर्मा ट्रैवल्स की बस क्रमांक एमपी 04, पीए 4363 गुरुवार की शाम करीब 7.30 बजे बालाघाट जिले के कटंगी से इंदौर के लिए रवाना हुई थी। देर रात तेज रफ्तार बस मैनीखापा के पास बस अनियंत्रित होकर सडक़ से करीब 20 फीट नीचे नाले में जा घुसी। जोर की आवाज सुनने के बाद आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही लावाघोघरी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कर बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला गया। हादसे में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 25 यात्रियों को गम्भीर चोटें आई हैं। मैनीखापा सरपंच बबलू सूर्यवंशी ने बताया कि पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को सुबह पांच बजे तक जिला अस्पताल पहुंचाया गया। लावाघोघरी थाना प्रभारी राकेश भारती ने बताया कि हादसे में दो महिलाओं की मौत हुई है। मृतकों की पहचान भोपाल निवासी 22 वर्षीय नंदनी पत्नी फैजल खान और बालाघाट निवासी 32 वर्षीय रुपाली पत्नी आशीष असाठी के रूप में हुई है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजे गए हैं। वहीं, हादसे में 25 यात्री घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायलों में 22 की हालत गंभीर बताई गई है। पुलिस ने शुक्रवार सुबह क्रेन की मदद से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी बस को बाहर निकाला और लावाघोघरी थाना परिसर में खड़ा कराया गया। पुलिस ने चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
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भोपाल। मप्र में मौसम पूरी तरह से बदल गया है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से आसमान में घने बादल छाए हुए हैं और रिमझिम बारिश हो रही है। साथ ही तेज हवा चलने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार रविवार तक प्रदेश में मौसम का हाल इसी तरह का बना रहेगा। इस दौरान राजधानी भोपाल और इंदौर में धूल भरी तेज हवाएं चलने के आसार हैं, बारिश भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पाकिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिम विक्षोभ तैयार है। उसी के प्रभाव से मराठवाड़ा में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इसका असर पश्चिम मध्य प्रदेश पर भी पड़ेगा। इस वजह से ग्वालियर, सागर, शहडोल, जबलपुर और रीवा संभाग के इलाकों में बौछारें पड़ने की संभावना तेज है। पश्चिमी राजस्थान के पास भी ऐसे ही चक्रवाती हवा का घेरा बना है जिसके चलते बारिश हो रही है। वहीं कई जिलों में ओलावृष्टि के आसार है। इन जिलों में बारिश और ओलावृष्टि के आसारमध्यप्रदेश के नीमच, मंदसौर, उज्जैन, आगरमालवा, शाजापुर, टीकमगढ़, सीहोर, भोपाल, होशंगाबाद, मण्डला, डिंडोरी, बालाघाट, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, रीवा, सतना, पन्ना , बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, दमोह, सागर, विदिशा, रायसेन, अशोकनगर, गुणा, राजगढ़, छतरपुर, कटनी, उमरिया, अनूपपुर में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बरसात दर्ज की जाएगी। कुछ एक जगह बूंदाबांदी तो कही तेज़ बरसात के साथ हल्की ओलावृष्टि के भी आसार हैं।
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रायसेन। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 25 किलोमीटर दूर रायसेन जिले के भोजपुर के प्रसिद्ध व प्राचीन शिवमंदिर में महाशिवरात्रि पर गुरुवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। यहां हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर दुनिया के सबसे बड़े शिवलिंग के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहेगा। गौरतलब है कि राजा भोज ने भोजपुर में 10वीं शताब्दी में भगवान शिव का विशाल मंदिर बनवाया था। यह मंदिर 106 फीट लंबा, 77 फीट चौड़ा व 17 फीट ऊंचे चबूतरे पर निर्मित है। मंदिर के गर्भगृह में 40 फीट ऊंचे चार स्तंभ हैं। यहां 22 फीट ऊंचा एक ही पत्थर से निर्मित शिवलिंग है, जो कि दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीन शिवलिंग माना जाता है। इस शिवलिंग को विश्व संरक्षित धरोहर में शामिल करने के लिए पुरातत्व विभाग की ओर से प्रस्ताव बनाया गया है। प्राचीनता, भव्यता, पुरात्वीय महत्व और दैवीय अनुभूति के चलते यहां लाखों श्रद्धालु वर्षभर में आते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग व संस्कृति एवं पर्यटन विभाग की ओर से यहां कार्यक्रम आयोजित होते हैं। गुरुवार शाम को मप्र पर्यटन व संस्कृति मंत्रालय की ओर से यहां तीन दिवसीय भोजपुर महोत्सव आरंभ हो रहा है। जिसका शुभारंभ शाम 7 बजे मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी करेंगे। एसडीएम अनिल जैन ने बताया कि महोत्सव के पहले दिन मुंबई ग्रुप के वैभव आरेकर एवं ग्रुप द्वारा भरतनाट्यम समूह नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा मुंबई के ही विष्णु मिश्रा एवं उनके साथी द्वारा भक्ति संगीत प्रस्तुत किया जाएगा। कार्यक्रम शाम 7 बजे से आयोजित किया जाएगा। दूसरे दिन शुक्रवार को भोपाल के फूल सिंह मांडरे एवं उनके सहयोगी द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। भोपाल की गायक आकृति मेहरा का गायन एवं उज्जैन की कृष्णा वर्मा मटकी नृत्य प्रस्तुत करेंगी। इसके साथ ही बुंदेलखंड सागर के आशीष श्रीवास्तव अपने सहयोगी कलाकारों के साथ अखाड़ा का प्रदर्शन करेंगे। इसी तरह महोत्सव तीसरे दिन व अंतिम दिन शनिवार को भोपाल के शुभम यादव एवं उनके सहयोगी द्वारा शिव भजनए भोपाल के संजय द्विवेदी एवं उनके ग्रुप द्वारा धुवा बैंड की प्रस्तुति, लखनऊ की शची एवं चिन्मोयी विश्वास भरतनाट्यम युगल कर दर्शकों का मनोरंजन करेंगी। इसके अलावा शिवपुरी के देशराज नरवरिया एवं उनके सहयोगी लोक गायन की प्रस्तुति देंगे। महाशिवरात्रि पर्व पर भोजपुर मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया है और यहां सुबह से ही भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है।
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भोपाल। लगातार पश्चिमी विक्षोभ के मद्देनजर एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण से मध्य प्रदेश में बारिश और गरज के साथ बारिश हो सकती है। कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर सक्रिय है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इसी तरह पश्चिमी विदर्भ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात मौजूद है। उत्तर-भारत पर विपरीत दिशा की हवाओं (पूर्वी-पश्चिमी) का टकराव हो रहा है। इन चार सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदलने लगा है। उत्तर की ओर चलने वाली हवाएँ देश के मध्य भागों में दक्षिण पूर्वी आद्र्र हवाओं के साथ विलीन हो जाएंगी। मध्य प्रदेश में दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश से मध्य महाराष्ट्र तक एक ट्रफ विकसित होगी। हवाओं के साथ लगातार आ रही नमी से प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादल छाने लगे हैं। इन मौसम मापदंडों से मध्य प्रदेश में ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, टीकमगढ़, गुना, छतरपुर, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, उमरिया, पन्ना, कटनी, जबलपुर और डिंडोरी में 12 से 14 मार्च के बीच गरज के साथ बारिश हो सकती है। वर्तमान में दिन के तापमान अभी इसी तरह बने रहने की संभावना है। हालांकि बादलों के कारण रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। यानी गर्मी बढ़ेगी। इन तीन दिनों के दौरान राजधानी भोपाल में भी बादल छा सकते हैं। हालांकि यहां बारिश होने के आसार कम ही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में मार्च के महीने में कम वर्षा होती है। प्री-मॉनसून गतिविधियां आमतौर पर अप्रैल के महीने में शुरू होती हैं, जब धूल के तूफान, गरज और हल्की बारिश के रूप में तापमान अधिकांश स्थानों पर 40 डिग्री को पार कर जाता है। प्री-मानसून आंधी और धूल भरी आंधी वातावरण की तीव्र गर्मी और अस्थिरता का परिणाम है जो गरज के साथ बनती है। आगामी बारिश बंगाल की खाड़ी से हो रही गर्त और नमी के साथ पश्चिमी विक्षोभ से प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण का परिणाम है।
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भोपाल। महाशिवरात्रि का पर्व आज गुरुवार को देशभर में मनाया जा रहा है। शिवालयों में आज सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। हालांकि कोरोना को लेकर तमाम बड़े आयोजन नहीं हो रहे हैं, लेकिन आस्था और श्रद्धा के चलते बड़ी संख्या में लोग मंदिरों में पहुंच रहे हैं। शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर विधि-विधान से उनकी पूजा अर्चना की जा रही है, जो देर रात जारी रहेगी। राजधानी भोपाल के सभी छोटे-बड़े शिव मंदिरों में सुबह से पूजा-पाठ का दौर जारी है। शिवरात्रि पर्व को देखते हुए मंदिरों में विशेष सजावट की गई है और अनुष्ठान किए जा रहे हैं। राजधानी के समीप भोजपुर स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर में सुबह से भक्तों का पहुंचने का सिलसिला जारी है। महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए यहां सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए हैं। जयकारों से गूंजा महाकाल मंदिरमहाशिवरात्रि पर उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ। महाशिवरात्रि पर रात 2:30 बजे से ही बाबा के मंदिर के पट खुल गए हैं। इसके बाद पुजारियों ने विधि विधान से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया। महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरि महराज ने बाबा महाकाल की भस्मारती की। पुजारियों ने तड़के बाबा का पंचामृत अभिषेक किया। पिछले आठ दिनों से बाबा साकार स्वरूप में थे। आज निराकार रूप में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। यहां सुबह से ही भक्तों के दर्शनों का सिलसिला जारी है। भगवान की एक झलक पाने के लिए मध्यरात्रि 3 बजे से ही भक्तों के कतारों में लगने का सिलसिला शुरू हो गया। करीब एक लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। दोपहर 12 बजे तहसील की ओर से शासकीय पूजा होगी। शाम 4 बजे पुजारी होल्कर व सिंधिया स्टेट की ओर से पूजा करेंगे। इसके बाद संध्या आरती में भगवान को मीठे गरम दूध का भोग लगाया जाएगा। रात्रि 11 बजे भगवान महाकाल का महाअभिषेक किया जाएगा। इसमें दूध, दही, खंडसारी, शहद, घी, पांच प्रकार के फलों का रस, गन्ने का रस, गंगाजल, गुलाब जल, भांग आदि सामग्री के साथ केसर मिश्रित दूध से अभिषेक किया जाएगा। पश्चात वैदिक मंत्रों के साथ पूजा अर्चना होगी। शिव तांडव के रूप के साथ हर रोज की तरह शिव-पार्वती को कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुंड माल छत्र आदि भी अर्पित किए गए। आज बाबा का सुबह 10 से 11 के बीच दोबारा विशेष अभिषेक होगा। जिसके बाद देर रात 12 बजे भक्त बाबा के दर्शन निरंतर कर सकेंगे। रात 12 बजे बाद फिर बाबा का विशेष पूजन होगा। जिसमें बाबा को 1000 बिल्व पत्र चढ़ाए जायंगे और सप्त धान का मुकुट अर्पित किया जाएगा। दूसरे दिन सेहरा दर्शन के बाद दोपहर 12 बजे बाबा मध्यकालीन भस्मार्ती की जाना है जिसमें बाबा साकार से निराकार रूप धारण करेंगे और कन्या व ब्राह्मण भोज के बाद महाशिवरात्रि पर्व की समाप्ति की जाएगी। ओमकारेश्वर में हुआ विशेष अनुष्ठानखंडवा स्थित ओंकारेश्वर में महाशिवरात्रि पर सुबह 4:00 बजे मंदिर खोल दिए गए। इसके साथ ही दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया है। रात 3 बजे से ही मंदिर में दर्शनार्थियों की कतार लगना शुरू हो गई थी। महाशिवरात्रि पर मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। दर्शन की व्यवस्था सामान्य रहेगी। ज्योतिर्लिंग मन्दिर के गर्भगृह में पहुंच कर श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के मूल स्वरूप पर जल और पुष्प-बेलपत्र चढा रहे हैं। गर्भ गृह को सुगंधित फूलों से सजाया गया है। हालांकि मंदिर प्रबंधन ने पूजा का समय निर्धारित किया है। सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मूल स्वरूप सीधे पर जल चढ़ाने पर प्रतिबंध है। तीर्थनगरी के विभिन्न घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर्मदा स्नान कर रहे है। वहीं भगवान ओंकारेश्वर- ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। सुबह से करीब 15 हजार लोग स्नान व दर्शन कर चुके हैं। प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। मंदसौर पशुपतिनाथ मंदिर में उमड़ा भक्तों का सैलाबमहाशिवरात्रि पर्व पर मंदसौर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में भी भक्त सुबह से ही भगवान श्री पशुपतिनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। शिवना नदी के घाटों से लेकर गर्भगृह तक आकर्षक सजावट की गई है। भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के पट महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह चार बजे खुल गए हैं, जो अब 33 घंटे तक 12 मार्च की दोपहर एक बजे बंद होंगे। महाशिवरात्रि पर दिनभर में 20 हजार से अधिक भक्तों के पहुंचने का अनुमान है। गुरुवार रात मंदिर में चारों प्रहर के अभिषेक, श्रृंगार, भजन-कीर्तन एवं अभिषेक हुआ। वहीं 12 मार्च को सुबह चार बजे चौथे प्रहर का अभिषेक के साथ ही नयनाभिराम श्रृंगार होगा।
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रीवा। रीवा के सिविल लाइन छात्रा में मंगलवार को सुबह घर से स्कूल के निकली कक्षा 11वीं की छात्रा ने बेहर नदी में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसने पुल से नदी में छलांग लगा दी, लेकिन इस दौरान नदी में नहा रहे युवकों ने उसे कूदते देख लिया और जान पर खेलकर उसकी जिंदगी बचा ली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को बुलाकर छात्रा को उनके सुपुर्द किया। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। घटना के पीछे घरेलू विवाद सामने आया है। सिविल लाइन थाना पुलिस के अनुसार, शहर के समीपस्थ ग्राम में रहने वाली कक्षा 11वीं की छात्रा प्रतिदिन की तरह मंगलवार सुबह घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी। करीब 9.30 बजे वह बीहर नदी स्थित छोटी पुल पर पहुंची और नदी में छलांग लगा दी। घटना के समय नदी के किनारे कुछ युवक नहा रहे थे। उन्होंने छात्रा को कूदते हुए देखा और नदी में उतरकर उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। छात्रा को पूछताछ के लिए थाने ले आई। छात्रा ने अपने भाई पर मोबाइल पर बात करने को लेकर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। पुलिस फिलहाल घटना की जांच कर रही है। थाना प्रभारी ओंकार तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घरेलू विवाद सामने आया है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
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रीवा। रीवा के सिविल लाइन छात्रा में मंगलवार को सुबह घर से स्कूल के निकली कक्षा 11वीं की छात्रा ने बेहर नदी में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसने पुल से नदी में छलांग लगा दी, लेकिन इस दौरान नदी में नहा रहे युवकों ने उसे कूदते देख लिया और जान पर खेलकर उसकी जिंदगी बचा ली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को बुलाकर छात्रा को उनके सुपुर्द किया। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। घटना के पीछे घरेलू विवाद सामने आया है। सिविल लाइन थाना पुलिस के अनुसार, शहर के समीपस्थ ग्राम में रहने वाली कक्षा 11वीं की छात्रा प्रतिदिन की तरह मंगलवार सुबह घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी। करीब 9.30 बजे वह बीहर नदी स्थित छोटी पुल पर पहुंची और नदी में छलांग लगा दी। घटना के समय नदी के किनारे कुछ युवक नहा रहे थे। उन्होंने छात्रा को कूदते हुए देखा और नदी में उतरकर उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। छात्रा को पूछताछ के लिए थाने ले आई। छात्रा ने अपने भाई पर मोबाइल पर बात करने को लेकर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। पुलिस फिलहाल घटना की जांच कर रही है। थाना प्रभारी ओंकार तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घरेलू विवाद सामने आया है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 15 फरवरी के बाद से कोरोना फिर पैर पसार रहा है और यहां लगातार नये मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 157 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 61 हजार के पार और मृतकों की संख्या 937 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 2363 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 157 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 61,043 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 937 हो गई है। हालांकि, यहां अब तक 58,808 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 1298 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में फरवरी के शुरुआत में नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन इसके बाद यह संख्या लगातार बढ़ते हुए सौ के पार पहुंच गई। इंदौर में लगातार सातवें दिन डेढ़ सौ से ज्यादा नये संक्रमित मिले हैं।
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भोपाल। इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 11 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन हरिद्वार में कुम्भ का शाही स्नान होगा और एक अप्रैल से महाकुंभ की शुरुआत होगी। आमतौर पर हर 12 साल के बाद महाकुंभ होता है लेकिन इस बार बृहस्पति की आकाशीय स्थिति के कारण 11 साल बाद ही महाकुम्भ का आयोजन होने जा रहा है। भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने हिन्दुस्थान समाचार से मंगलवार को बताया कि जुपिटर (बृहस्पति) को सूर्य की एक परिक्रमा करने में 11.86 साल लगते हैं। इस तरह हर 12 साल में 47 दिन का अंतर आ जाता है। सातवें और आठवें कुम्भ के बीच यह अंतर बढ़ते-बढ़ते लगभग एक साल हो जाता है। ऐसे में हर आठवां कुम्भ 11 वर्ष बाद ही हो जाता है। सारिका ने कुम्भ के समय निर्धारण की गणनाविधि समझाने के लिए एक नदी के किनारे गृहों और राशियों की एक घड़ी लगाई, जिसमें उन्होंने घंटे के कांटे पर जुपिटर तो मिनट के कांटे पर सूर्य को परिक्रमा करते दिखाया। कुम्भ की इस घड़ी के चलित मॉडल की मदद से सारिका ने समझाया कि आमतौर पर हर 12 साल बाद किसी एक स्थान पर होने वाले कुम्भ का निर्धारण आकाश में दिखने वाले बृहस्पति (जुपिटर) और सूर्य की स्थिति के आधार पर तय होता है। जिस प्रकार किसी घड़ी में घंटे एवं मिनट के दो कांटे समय तय करते हैं, इसके 12 घंटे बाद कांटे अपनी पहली अवस्था में आ जाते हैं। इसी प्रकार लगभग हर 12 साल बाद जुपिटर और हर 12 माह बाद सूर्य आकाश में अपने पहले स्थान पर आ जाता है। इनके 12 साल बाद लौटकर अपने स्थान पर आने पर हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक के कुम्भ को तय किया गया था। हरिद्वार का कुम्भ तब होता है जब आकाश में बृहस्पति कुम्भ तारामंडल में और सूर्य मेश तारामंडल के सामने आते दिखते हैं। इस बार जुपिटर 11वें साल में ही कुम्भ तारामंडल के पास पहुंच रहा है और अप्रैल माह में सूर्य मेष तारामंडल में रहेगा, इसलियेे हरिद्वार में कुंभ का आयोजन 2010 में होने के बाद 11वें वर्ष में ही एक साल पहले होने जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि इसके पहले 1927 में कुम्भ होने के बाद अगला कुम्भ 12 साल बाद यानी 1939 में होना था लेकिन वह 11वें साल 1938 में ही हो गया था।
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उज्जैन। उज्जैन जिले में शिप्रा नदी में रविवार को भूगर्भीय हलचल हुई। यहां त्रिवेणी क्षेत्र में शिप्रा नदी के किनारों पर धमाके होने के बाद 10 फिट से अधिक ऊंचाई तक पानी उछला। विस्फोट के बाद से ही क्षेत्र वासी दहशत में है। धमाके वाले क्षेत्र में लोगो के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरअसल शिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट पर पिछले कुछ दिनों से भूगर्भीय धमाके हो रहे हैं। आसपास रहने वाले ग्रामीणों ने इसकी आवाज सुनी है। जहां धमाके हो रहे हैं वहां से आग और धुआं निकलता भी देखा गया है। मामले की जानकारी लगने के बाद प्रशासन हरकत में आया है। जल्द ही भूगर्भ विशेषज्ञों व जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का दल यहां जांच के लिए पहुंचेगा। वहीं नदी में हो रहे विस्फोट को कलेक्टर आशीष सिंह ने चिंताजनक बताया है। उन्होंने कहा कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को मेल किया गया है, स्थानित भूगर्भ वैज्ञानिकों की टीम इसकी जांच करेगी। जांच के बाद पता लग सकेगा कि नदी के अंदर धमाके क्यों हो रहे हैं। इस घटना के बाद घाट के आस-पास जाने पर रोक लगा दी गई है। सुरक्षा की दृष्टि से वहां पर एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कुछ दिनों से कोरोना फिर पैर पसारने लगा है। यहां लगातार नये मरीजों की संख्या बढ़ती रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 161 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 60,720 और मृतकों की संख्या 935 हो गई है। यहां नये संक्रमित अधिक संख्या में मिलने के कारण सक्रिय मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ते हुए 1395 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 2439 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 161 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 60,720 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 935 हो गई है। हालांकि, यहां अब तक 58,390 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन नये संक्रमित अधिक संख्या में मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढक़र 1395 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में फरवरी के शुरुआत में नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन इसके बाद यह संख्या लगातार बढ़ते हुए सौ के पार पहुंच गई। इंदौर में लगातार पांचवें दिन डेढ़ सौ से ज्यादा नये संक्रमित मिले हैं।
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उज्जैन। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शनिवार, 06 मार्च को एक दिवसीय प्रवास पर उज्जैन आएंगे। वे यहां अधिकारियों की बैठक लेकर बाल अधिकार से संबंधित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करेंगे। उज्जैन कलेक्टर कलेक्टर आशीष सिंह ने शुक्रवार को बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शनिवार सुबह उज्जैन पहुंचेंगे और यहां प्रात: 11.00 बजे बृहस्पति भवन में बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम, बाल शोषण रोकथाम आदि मुद्दों पर चलाये जाने वाले अभियानों के सम्बन्ध में बैठक लेंगे। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि नईदिल्ली द्वारा उज्जैन को धार्मिक स्थल के रूप में चाईल्ड फ्रेंडली निर्मित करने के लिए चयन किया गया है। इसके लिये राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा एसओपी तैयार की गई है, जिसमें यह सुनिश्चित किया जायेगा कि कोई भी बालक-बालिका फुटपाथ पर न रहे। यदि किसी भी बालक के परिवार को सहायता की आवश्यकता होने पर शासन द्वारा प्रदाय की जा रही विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जायेगा। उज्जैन में विशेष धार्मिक स्थल भगवान महाकालेश्वर मन्दिर पर विशेष ध्यान केन्रिजोत किया जायेगा।
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आगर मालवा। मप्र के आगर मालवा जिले में सहकारी संस्था दमदम के प्रभारी प्रबंधक रमेश चंद्र जायसवाल के घर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार सुबह आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापामार कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि यहां से टीम को नकदी, जेवरात समेत करोड़ों की अवैध संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, लोकायुक्त उज्जैन को करीब 2 माह पूर्व शिकायत मिली थी कि जिले की दमदम सोसायटी के प्रभारी प्रबंधक रमेश चंद जायसवाल के पास आय से अधिक संपत्ति अर्जित की जा रही है। उनके पास लाखों की काली कमाई का पैसा जमा किया हुआ है। शिकायत के बाद उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की अलग-अलग टीमों ने शुक्रवार सुबह 6.00 बजे से नलखेड़ा स्थित उनके निवास, दुकान व ग्राम दमदम स्थित फार्म हाउस पर छापा मार कार्यवाही शुरू की। लोकायुक्त के अनुसार, जायसवाल के ठिकानों से 30 बीघा जमीन, नलखेड़ा में 900 वर्गफीट में बना दो मंजिला मकान (मूल्य 25 लाख), ग्राम दमदम मे 800 वर्ग फीट में मकान दो मंजिला (मूल्य 15 लाख), ग्राम दमदम मे निर्माणधीन फार्म हाउस (4000 वर्ग फीट मूल्य 10 लाख) एक चार पहिया वाहन (मूल्य 9 लाख) एक ट्रैक्टर 5 लाख, तीन दो पहिया वाहन (मूल्य 2 लाख), एक किलो चांदी-सोने के जेवरात के अलावा घर और लॉकर से डेढ़ रुपये नकदी बरामद किये हैं। फिलहाल उज्जैन लोकायुक्त की कार्यवाही जारी है।
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आगर मालवा। मप्र के आगर मालवा जिले में सहकारी संस्था दमदम के प्रभारी प्रबंधक रमेश चंद्र जायसवाल के घर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार सुबह आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापामार कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि यहां से टीम को नकदी, जेवरात समेत करोड़ों की अवैध संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, लोकायुक्त उज्जैन को करीब 2 माह पूर्व शिकायत मिली थी कि जिले की दमदम सोसायटी के प्रभारी प्रबंधक रमेश चंद जायसवाल के पास आय से अधिक संपत्ति अर्जित की जा रही है। उनके पास लाखों की काली कमाई का पैसा जमा किया हुआ है। शिकायत के बाद उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की अलग-अलग टीमों ने शुक्रवार सुबह 6.00 बजे से नलखेड़ा स्थित उनके निवास, दुकान व ग्राम दमदम स्थित फार्म हाउस पर छापा मार कार्यवाही शुरू की। लोकायुक्त के अनुसार, जायसवाल के ठिकानों से 30 बीघा जमीन, नलखेड़ा में 900 वर्गफीट में बना दो मंजिला मकान (मूल्य 25 लाख), ग्राम दमदम मे 800 वर्ग फीट में मकान दो मंजिला (मूल्य 15 लाख), ग्राम दमदम मे निर्माणधीन फार्म हाउस (4000 वर्ग फीट मूल्य 10 लाख) एक चार पहिया वाहन (मूल्य 9 लाख) एक ट्रैक्टर 5 लाख, तीन दो पहिया वाहन (मूल्य 2 लाख), एक किलो चांदी-सोने के जेवरात के अलावा घर और लॉकर से डेढ़ रुपये नकदी बरामद किये हैं। फिलहाल उज्जैन लोकायुक्त की कार्यवाही जारी है।
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भोपाल। कोरोना महामारी के चलते भारतीय रेलवे ने ऑफ़लाइन टिकिट वितरण प्रक्रिया बंद कर दी थी। यात्रियों को सिर्फ ऑनलाइन टिकिट से ही काम चलाना पड़ रहा था जिससे यात्रियों को कई तरह की रुकावट का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब पश्चिम मध्य रेलवे के स्टेशनों पर आज यानि कि गुरुवार से ऑफ़लाइन प्लेटफॉर्म टिकट वितरण प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन कोविड-19 महामारी से बचाव को ध्यान में रखते हुए पश्चिम मध्य रेलवे ने कुछ स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतों को 5 गुना बढ़ा दिया है। जिसकी वजह से अब भोपाल और हबीबगंज स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपए प्रति रहेगी। पश्चिम रेलवे की तरफ से दी जानकारी के मुताबिक भोपाल और हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट इसलिए बढ़ाया गया है, ताकि भीड़ को कंट्रोल किया जा सके। भोपाल मंडल के हरदा, इटारसी, होशंगाबाद, संत हिरदाराम नगर, विदिशा, गंजबासौदा, बीना, अशोकनगर, गुना एवं शिवपुरी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 20 रुपए प्रति व्यक्ति तय की गई है। जबकि अन्य स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपए ही रहेगी। बता दें कि, कोरोना महामारी से लगे लॉकडाउन की वजह से भारतीय रेलवे ने सभी स्टेशनों पर ऑफलाइन टिकट सुविधा को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब इस सुविधा को चरणबद्ध तरीके से अब फिर से शुरू किया जा रहा है।
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इंदौर। केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जारी नगर निगम प्रदर्शन सूचकांक में इंदौर नगर निगम का काम देशभर में नम्बर वन है, जबकि इस सूचकांक में मप्र की राजधानी भोपाल ने तीसरा स्थान हासिल है। वहीं सरल जीवन सूचकांक में इंदौर रहने लायक शहरों की सूची में 9वें स्थान पर है। पिछले साल इंदौर इस सूचकांक में आठवें नम्बर पर था। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीपपुरी ने गुरुवार दोपहर 1 बजे दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के 111 शहरों के लिविंग इंडेक्स जारी किया। इसमें रहने लायक सबसे टॉप शहर के साथ ही नगर पालिका के काम की रैंकिग भी जारी की। इस रैंकिग में देश के लगातार चार बार सबसे स्वच्छ शहर रहे इंदौर ने 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले नगर निगम में सबसे तेजी से काम करने में नंबर वन का तमगा हासिल किया है। वहीं, इस मामले में भोपाल तीसरे नंबर पर है। इसके अलावा रहने लायक शहरों की सूची में इंदौर 9वें नंबर पर है। वहीं, बेंगलुरू ने इसमें टॉप पर है। केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न मापदंडों के आधार पर शहरों की स्थिति के अनुसार उन्हें रैंकिंग दी गई है। इसमें शहरों की स्वच्छता, आबोहवा, वहां व्यापार का स्तर से लेकर नागरिकों की जागरुकता तक हर चीज को देखा गया। सडक़ कनेक्टिविटी पर भी विशेष ध्यान दिया गया। केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने इस सूची की घोषणा से पहले इंदौर की जमकर तारीफ की, यहां सूखे नाले में हुए क्रिकेट, दंगल और शादी समारोह के बारे में बताया और इंदौर नगर निगम के कार्यों की तारीफ की। इस दौरान इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, संभाग आयुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा सहित कई अफसर के काम की उन्होंने सराहना की। गौरतलब है कि ईज ऑफ लिविंग यानी जीवन की सुगमता के आधार पर केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 2018 में पहली बार रैंकिंग जारी की थी। पुणे ने इसमें बाजी मारी थी, टॉप-10 में भोपाल 10वें नंबर पर रहा था। नवी मुंबई दूसरे और ग्रेटर मुंबई तीसरे नंबर पर रहा था। देश की राजधानी नई दिल्ली टॉप-50 में भी जगह नहीं बना पाई थी। दिल्ली का रैंक 65वां था। उप्र का रामपुर शहर इस सूची में सबसे आखिरी में था। इसके अलावा 116 बड़े शहरों में से कोलकाता ने इस सर्वेक्षण में शामिल होने से इनकार कर दिया था। अन्य प्रमुख शहरों में चेन्नई 14वें, अहमदाबाद 23वें, हैदराबाद 27वें स्थान पर हैं। उप्र का कोई भी शहर टॉप-10 में नहीं आ पाया था। 10 लाख से ज्यादा जनसंख्या वाले शहरों में सरल जीवन सूचकांक में 9वें नंबर पर आया है। इस सूची में बेंगलुरु पहले नंबर पर है। इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर पिछले 4 साल से स्वच्छता में नंबर वन पर आ रहा है। इसके पीछे शहर के जनता, जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सपनों के शहर इंदौर को हमेशा आगे लाने का प्रयास कर रहे हैं।
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भोपाल। मप्र में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। कभी सर्दी तो कभी तेज गर्मी ने बेहाल कर रखा है। हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर पूर्वी होने से पिछले कुछ दिनों से तापमान में हुई बढ़ोत्तरी से राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो दिनों से गर्मी से राहत रहेगी लेकिन इसके बाद चार मार्च से एकबार फिर गर्मी में बेतहाशा बढ़ोत्तरी होगी। इस दौरान बादल भी छा सकते हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि अभी पूरे प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं। इस वजह से वातावरण में गर्मी बरकरार है। हालांकि अभी हवाएं उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गई हैं। जिससे 20 किलोमीटर की औसत रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण सुबह के समय सिहरन महसूस हो रही है। बुधवार को न्यूनतम तापमान में भी गिरावट होने के आसार हैं। तापमान में मामूली गिरावट होने का सिलसिला दो दिन तक बनी रह सकती है। उधर, मंगलवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के हिमालयीन क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बदलेगा। हवा का रुख बदलकर दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी होने लगेगा। हवा के साथ नमी आने की वजह से बादल छाने लगेंगे। इससे दिन के तापमान में गिरावट होगी, लेकिन रात का तापमान बढ़ेगा। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे के बाद फिर मौसम साफ होने लगेगा।
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भोपाल। मप्र में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। कभी सर्दी तो कभी तेज गर्मी ने बेहाल कर रखा है। हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर पूर्वी होने से पिछले कुछ दिनों से तापमान में हुई बढ़ोत्तरी से राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो दिनों से गर्मी से राहत रहेगी लेकिन इसके बाद चार मार्च से एकबार फिर गर्मी में बेतहाशा बढ़ोत्तरी होगी। इस दौरान बादल भी छा सकते हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि अभी पूरे प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं। इस वजह से वातावरण में गर्मी बरकरार है। हालांकि अभी हवाएं उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गई हैं। जिससे 20 किलोमीटर की औसत रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण सुबह के समय सिहरन महसूस हो रही है। बुधवार को न्यूनतम तापमान में भी गिरावट होने के आसार हैं। तापमान में मामूली गिरावट होने का सिलसिला दो दिन तक बनी रह सकती है। उधर, मंगलवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के हिमालयीन क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बदलेगा। हवा का रुख बदलकर दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी होने लगेगा। हवा के साथ नमी आने की वजह से बादल छाने लगेंगे। इससे दिन के तापमान में गिरावट होगी, लेकिन रात का तापमान बढ़ेगा। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे के बाद फिर मौसम साफ होने लगेगा।
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भोपाल। आयुष्मान योजना के कार्ड बनाने के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से बुधवार को जिला विधिक सेवा केंद्र, अरेरा हिल्स के तत्वावधान में बाइक रैली निकाली गई। रैली अरेरा हिल्स से शुरू हुई और जे.पी.अस्पताल पहुंचकर समापन हुआ। भोपाल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एडीजे संदीप शर्मा ने विधिक सेवा केंद्र के दफ्तर से रैली को रवाना किया। उन्होंने कहा कि कि रैली का उद्देश्य सभी लोगों को आयुष्मान योजना की जानकारी देना है, ताकि सभी हितग्राहियों के जल्द से जल्द कार्ड बने और योजना का लाभ उन्हें मिल सके। उन्होंने बताया कि योजना में गरीबों को सरकारी और निजी अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त कराया जाता है। आयुष्मान योजना के डिप्टी डॉयरेक्टर डॉ. अंशुल शुक्ला ने बताया कि 1 मार्च से 31 मार्च तक आयुष्मान आपके द्वार अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत आयुष्मान और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में रैली का आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य बचे हुए हितग्राहियों का कार्ड बनाने का लक्ष्य है। मध्यप्रदेश में 4 करोड़ 70 लाख पात्र हितग्राही है। इसमें से 2 करोड़ 10 लाख लोगों के ही कार्ड बन पाए हैं।
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रतलाम। बांद्रा-गोरखपुर हमसफर एक्सप्रेस में यात्रा कर रहा एक युवक अचानक ट्रेन से उतर कर कोच (डिब्बे) पर चढ़ गया। डिब्बे पर चढ़ने से उसका सिर ऊपर से जा रही हाइटेंशन लाइन से टकरा गया। इससे उसे करंट लगा और वह नीचे जा गिरा। करंट लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसेे बाद में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 21 वर्षीय युवक अमित दुबे पुत्र ब्रजनाथ दुबे निवासी ग्राम बासगांव जिला फैजाबाद उसके ममेरे भाई 20 वर्षीय शैलेंद्र तिवारी पुत्र शिवसागर तिवारी निवासी ग्राम घोड़ीयंत तिवारीपुरा, फैजाबाद (यूपी) के साथ सूरत से ट्रेन के एस-4 कोच में सवार होकर फैजाबाद जा रहा था। ट्रेन दोपहर करीब पौने तीन बजे रतलाम स्टेशन के प्लेटफार्म नं. 5 पर आकर रुकी थी। तभी शैलेंद्र तिवारी कोच से नीचे उतरा और अचानक कोच की छत पर चढ़ गया। उसका सिर बिजली के तारों से टकराया और विस्फोट होने जैसी जोरदार आवाज हुई। इससे स्टेशन पर हडकंप मच गया। लोग शैलेंद्र को नीचे गिरता देख मौके पर पहुंचे। ट्रेन से कई यात्री भी नीचे उतरे। पुलिस भी मौके पर पहुंची। शैलेंद्र को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया गया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
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मुरैना। कुछ वर्ष पूर्व तक सर्दियों की शुरुआत होते ही मुरैना की गजक की याद सताने लगती थी, लेकिन धीरे-धीरे इसके लजीज स्वाद ने इसको बारहमासी बना दिया। आज मुरैना की गजक की मांग पूरे वर्ष भर रहती है। यह सच है कि सर्दियों में इसकी डिमांड कई गुना बढ़ जाती है, लेकिन गर्मियों में भी इसको खाने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है। गजक निर्माताओं की संख्या एक सैकड़ा से अधिक यूं मुरैना में गजक की शुरुआत 18वीं शताब्दी के मध्य पूर्व हुई। संयोग से बनी इस गजक रूपी मिठाई को प्रारंभ में छपरा और डलिया में रखकर गाँव-गाँव बेचा जाता था। धीरे-धीरे इसकी प्रसिद्धि बड़ी और यह हाट बाजार में ठेलों पर बिकने लगी। वर्तमान में पोरसा से लेकर सबलगढ़ तक मुरैना जिले की सभी तहसीलों में गजक प्रमुखता से बनती और बिकती है। जिलेभर में छोटे-बड़े गजक निर्माताओं की संख्या एक सैकड़ा से अधिक हैं, वहीं विक्रय करने वालों की संख्या दुकानदारों और हाथ ठेले वालों को मिलाकर गिनी जाए, तो सैकड़ों में बैठेगी। अनेक फायदे गजक के प्रति लोगों का रुझान बढ़ने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण इसका मिलावट रहित होना है। गुड़ और तिल से बनने वाली गजक के अनेक फायदे भी हैं। तिल के प्रयोग के कारण यह गर्म तासीर रखती है और सर्दियों में इसके सेवन से स्वास्थ्य को लाभ होता है। इसमें कई तरह के विटामिन होते हैं। सौंदर्यीकरण में भी यह सहायक है और चेहरे से झुर्रियाँ मिटाने का काम करती है। गजक में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जैसे आंतों को पुष्ट करना, शुष्क त्वचा को तेल के गुण प्रदान कर, रूखेपन से दूर ले जाना। शरीर को पुष्ट करना, रक्त संचार को ठीक करना। मुरैना जिले में घरेलू उद्योग के रूप में लगातार विकसित हो रहे गजक उत्पादन में लगभग 3000 से अधिक लोग रोजगार पा रहे हैं। मुरैना गजक का स्वाद जिला और प्रदेश सहित देश की सरहद को पार कर विदेश तक पहुंच चुका है, इसलिए देश के हर बड़े शहर में मुरैना गजक के नाम से गजक की दुकानें मिल जाती हैं। अब शुगर फ्री गजक भी वर्ष 2019 में मुरैना में तत्कालीन कलेक्टर प्रियंका दास और आचार्य आनंद क्लब के सहयोग से आयोजित गजक मीठोत्सव से गजक की आधा सैकड़ा से अधिक वैरायटी डिजाइन बाजार में दिखाई देने लगी है। इसके साथ ही अब शुगर-फ्री गजक भी बाजार में बिकने लगी है। मुरैना गजक को जीआई टैग दिलाने के लिये भी जिला प्रशासन और क्लब द्वारा गंभीर प्रयास किए गए, इससे गजक व्यापारियों में उत्साह का संचार हुआ है।
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दमोह। कलेक्टर तरूण राठी ने कहा कि जिले में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का आगमन 07 मार्च को है। सभी अधिकारी सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन तत्परता से करें। जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगी है, वहां जाकर भ्रमण कर लें। यह निर्देश कलेक्टर राठी ने सोमवार को जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित अधिकारियों की बैठक में दिये। उन्होंने कहा जिन अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी उक्त कार्यक्रम में लगी है, 24 घंटे पहले आरटीपीसीआर टेस्ट होगा, सुनिश्चित किया जाये। बैठक में पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान, सीईओ जिला पंचायत अजय श्रीवास्तव और वन मण्डलाधिकारी नितिन पटैल सहित एसडीएम और जिला अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर ने राष्ट्रपति कोविंद के कार्यक्रमों के संबंध में अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटी विभिन्न स्थानों यथा मंच-सभा स्थल, व्हीआईपी, मीडिया-दीर्घा सहित अन्य स्थलों की चर्चा करते हुए दिशा निर्देश अनुरूप करने के लिए कहा। बैठक में रूट प्लॉन फाइनल कर जारी करने के लिए कहा गया। बताया गया कि हैलीपेड जलहरी ग्राम में बन रहा है। यहां पर 5 हैलीपेड बनेंगे। कलेक्टर राठी ने अधिकारियों से कहा अधिकारी अपनी ओर अधीनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों की आई-डी बनवा ले। साथ ही वाहनों के पास भी बनवा लिए जायें। जिले के सिंग्रामपुर, जबेरा और दमोह में जिनकी ड्यूटी रहेगी उनका आरटीपीसीआर टेस्ट होगा। टेस्ट रिपोर्ट का रिजल्ट त्वरित मिले, इस हेतु लेब रात को भी खुली रखी जाने के निर्देश, दिये गये।श्री राठी ने अधिकारियों से कहा आवेदन प्राप्ति के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जायें। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा ब्लू बुक अनुसार सभी कार्रवाईयां तय ली जायें। गंभीरता से काम करे। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। छोटी बातों पर भी गौर करे। पुलिस अधीक्षक चौहान ने कहा अधिकारी व्यवस्थाओं में रहेंगे, सूची उन्हें मिल जायें। जो कर्मचारी (श्रमिक) काम पर होंगे उनकी सूची दी जायें। ब्लू बुक अनुरूप व्यवस्थाएं रहेगी। सभी को आई कार्ड उपलब्ध होंगे। एसपी श्री चौहान ने ईपीडब्ल्यूडी से कहा मार्गो में जहां बेरिकेटिंग होना है, समय पर कर ली जायें। 04 मार्च को होगी पहली रिर्हलसल एसपी चौहान ने कहा 04 मार्च को पहली रिर्हलसल होगी। उन्होंने एडीशन एस.पी. को रूट चार्ट तैयार कर लिया जाये। चौहान ने एसडीओ पुलिस तेन्दूखेड़ा और ईपीडब्ल्यूडी को भ्रमण कर रिपोर्ट देने के लिए कहा। उन्होंने पुलिस अधिकारी और मजिस्ट्रेट को व्हीआईपी ड्यूटी में संयुक्त रूप से निर्देशानुसार कार्रवाई के लिए कहा।
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खरगौन। प्रदेश में भू-माफियों के विरूद्ध चलाए जा रहे अतिक्रमण अभियान कार्यवाही के तहत शहर में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही रविवार को की गई। कोतवाली में एएसपी डॉ. नीरज चौरसिया, एसडीएम सत्येंद्रसिंह, नपा सीएमओ प्रियंका पटेल व थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले ने इस कार्यवाही के मद्देनजर एक रूपरेखा तैयार की। जिसके बाद 12 कमर्शियल दुकानों सहित 5 आवसीय मकान सहदुकानों और एक बड़े स्क्रैप गोडाउन को बुलडोजर से जमींदोज किया गया। हालांकि इस संबंध में अतिक्रमण से जुड़े पक्षों को 27 जनवरी को ही नोटिस जारी कर दिए थे। एसडीएम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के छोटी मोहन टॉकीज क्षेत्र में नजूल की भूमि पर अवैध अतिक्रमण किया गया था। इनको नोटिस देने के उपरांत तहसीलदार कोर्ट में विधिवत रूप से सुना भी गया और पक्ष रखने का अवसर दिया गया था। इसके पश्चात रविवार को अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। इस कार्यवाही के दौरान पुलिस का भारी बल पूरे क्षेत्र में तैनात रहा। साथ ही नपा व राजस्व विभाग के अमले ने भी मुस्तैदी के साथ पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया। इधर थाना प्रभारी वास्कले ने रविवार को ही कार्यवाही के लिए ड्रोन से वीडियों व फोटो ग्राफी कर संबंधित क्षेत्र की पूरी हरकतों पर नजरें भी रखें। 12 कमर्शियल, 5 आवासीय व 1 स्क्रैप गोडाउन को किया मुक्त इस बड़ी कार्यवाही में नजूल की भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। इस कार्यवाही में 12 कमर्शियल दुकानें सहित 5 आवसीय मकान सहदुकानें व 1 बड़े स्क्रैप गोडाउन को हटाया गया। एसडीएम सिंह ने बताया कि छोटी मोहन टॉकीज क्षेत्र के खसरा नंबर 713 से अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। यहां इस खसरा नंबर-713 से 238 वर्गमीटर, 204-204 वर्गमीटर के 3 एवं 874 वर्गमीटर के भवन को ढ़हाया व तोड़ा गया। हटाए गए अतिक्रमण की बाजार मूल्य की लागत 4 करोड़ 46 लाख रुपये निर्धारित है।
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भोपाल। शहर की सड़कों पर रविवार सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथ संचलन निकला। कोरोना के खतरों को देखते हुए इस बार पथ संचलन का स्वरूप बदला हुआ था और पथ संचलन बड़ा न होकर छोटे-छोटे ग्रुपों में निकाला गया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का पथ संचलन रविवार सुबह 8 बजे से राजधानी के कई इलाकों से निकाला गया। शनिवार को पथ संचलन दस नंबर, शाहपुरा और टीटी नगर क्षेत्रों में निकाला गया था। इसके बाद रविवार की सुबह अयोध्या नगर और जहांगीराबाद समेत शहर की घनी बस्तियों और बाजारों से पथ संचलन निकाला गया। इस दौरान संघ के स्वयंसेवक ‘ संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढ़े चलो, भला हो जिसमें देश का वो काम तुम करे चलो...’ की धुन पर कदम मिलाते नजर आए। पथ संचलन की विशेषता यह रही कि इसमें पहली बार सिंधिया के साथ भाजपा में आए लोग भी दिखाई दिये। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह 8.00 से 11.00 बजे तक पथ संचलन का एक सत्र हो चुका है। अपराह्न 4.00 बजे से अन्य इलाकों में पथ संचलन निकाले जाएंगे।
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भोपाल। कोविड-टीकाकरण के प्रथम चरण में मध्यप्रदेश में 6.51 लाख हेल्थ केयर एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स को संयुक्त रूप से प्रथम डोज का दिया गया है। यह कुल चिन्हित हितग्राहियों का 85 फीसदी है। इनमें से 1.60 लाख यानी 46 फीसदी हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना का दूसरा डोज दिया जा चुका है। प्रथम चरण में मध्यप्रदेश टीकाकरण के मामले में दूसरे स्थान पर है। यह जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में दी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोविड-वैक्सिनेशन का दूसरा चरण सोमवार, 01 मार्च से शुरू हो रहा है। इसमें प्रदेश के 186 चिन्हित अस्पतालों में 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके साथ ही इस चरण में 45 से 59 वर्ष के ऐसे नागरिकों का का टीकाकरण भी किया जाएगा, जो स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अधिसूचित 20 प्रकार की कोमार्विड डिसीज से पीड़ित हैं और निर्धारित प्रारूप में मेडिकल काउसिंल ऑफ इंडिया द्वारा पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर्स द्वारा जारी प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके अलावा पहले चरण के ऐसे हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स भी टीका लगवा सकेंगे, जो किसी कारणवश पहले चरण में पंजीयन नहीं करा सके और टीकाकरण से छूट गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि दूसरे चरण में मध्यप्रदेश के 186 अस्पतालों में टीकाकरण की सुविधा रहेगी, जिनमें प्रदेश के सभी 51 जिला अस्पताल, 84 सिविल अस्पताल, 13 सरकारी महाविद्यालय के अलावा तीन निजी महाविद्यालय और 35 निजी अस्पताल शामिल हैं। सरकारी अस्पताल में टीका निशुल्क लगाया जाएगा, जबकि निजी अस्पताल में 250 रुपये शुल्क लिया जाएगा। इसमें 100 रुपये सर्विस चार्ज और 150 रुपये डोज की कीमत शामिल है। इस चरण में प्रदेश के 71.62 लाख नागरिकों को टाकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के लिए मध्यप्रदेश को 16.63 लाख वैक्सीन डोज का आवंटन किया गया है, जिसमें से 7 लाख डोज प्रदेश को प्राप्त हो चुके हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बीते एक सप्ताह में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार तेजी आई है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 165 नये मामले सामने आए हैं। इन्हें मिलाकर यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 59,617 हो गई है। यहां लगातार नये संक्रमित अधिक संख्या में मिलने के कारण सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 954 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 1702 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 165 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 59,617 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। यहां तीन दिन से मृतकों की संख्या 933 पर स्थिर है। हालांकि, यहां अब तक 57,730 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 853 से बढक़र 954 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में फरवरी के शुरुआत में नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन बीते 10 दिन से यह संख्या लगातार बढ़ते हुए सौ के पार पहुंच गई। यहां स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में नये संक्रमित अधिक संख्या में मिलने से सक्रिय मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
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मंदसौर। वित्तीय अनियमितताएं कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शनिवार सुबह मंदसौर जिले के ग्राम लदुसा में धुंधडक़ा सहकारी समिति के प्रबंधक नंदकिशोर के घर छामापार कार्रवाई की। इस दौरान टीम को समिति प्रबंध के घर से तीन लाख रुपये की नकदी और करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। फिलहाल, लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है। जानकारी के मुताबिक, उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी बसंत श्रीवास्तव के नेतृत्व में 10 अधिकारी-कर्मचारियों की टीम पुलिस बल के साथ शनिवार सुबह छह बजे ग्राम लदुसा निवासी धुंधडक़ा सहकारी समिति प्रबंधक नन्द किशोर धाकड़ के घर पहुंची और छापामार कार्रवाई शुरू की। घर के बाहर पुलिस बल तैनात है और न किसी को अंदर जाने दिया जा रहा है और न ही कोई घर से बाहर आ रहा है। जानकारी मिली है कि टीम को समिति प्रबंधक धाकड़ के घर से तीन लाख रुपये की नकदी, दो मंजिला आलीशान बंगला, 25 बीघा जमीन के दस्तावेज के अलावा 2 ट्रैक्टर, एक कार, चार बाइक समेत लाखों रुपये के जेवरात मिले हैं। इसके अलावा 10 बैंक खातों की जानकारी भी मिली है। फिलहाल कार्रवाई जारी है। प्रबंधक का वेतन महज 20 हजार रुपये है और इतनी संपत्ति कहां से आई, इसकी जांच की जा रही है।
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सागर। जिले के गौरझामर थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग-26 पर रानगिर की पहाड़ी के पास शनिवार को दोपहर ओवरटेक करने के चक्कर में बाइक सवार तीन लोग कंटेनर की चपेट में आ गए। इस हादसे में तीनों बाइक सवारों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। गौरझामर थाना पुलिस के अनुसार, हादसा शनिवार को दोपहर 12.30 बजे के करीब हुआ। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कंटेनर सागर से देवरी की ओर जा रहा था। इसी दौरान पीछे से बाइक पर सवार होकर तीन लोग आए और कंटेनर को ओवरटेक करने का प्रयास किया, लेकिन संतुलन बिगडऩे से तीनों बाइक समेत कंटेनर की चपेट में आ गए। बाइक कंटेनर की नीचे फंस गई और कुछ दूरी तक घिसटती चली गई। इस हादसे में बाइक सवार दो युवकों व एक महिला की कंटेनर के नीचे दबने से मौके पर ही मौत हो गई। मृतक केसली ब्लॉक के खमरिया गांव के बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद कंटेनर चालक मौके से फरार हो गया। मौके पर पहुंचे गौरझामर थाने के आरक्षक प्रवेश कुमार ने बताया कि बताया कि अभी मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। तीनों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिये हैं। पुलिस ने कंटेनर जब्त कर लिया है और चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।
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सिवनी। जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल के अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र कुरई के बीट जावरापानी में शनिवार सुबह एक बाघ का शव मिला है। इस प्रकरण में वन विभाग ने संदेहियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य वनसंरक्षक वन वृत्त सिवनी आरएस कोरी ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि वन वृत अंतर्गत आने वाले दक्षिण सामान्य वनमंडल के परिक्षेत्र कुरई की बीट जावरापानी में शनिवार सुबह एक बाघ का शव मिला है। सूचना मिलने पर विभागीय अमला मौके पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही कर रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार बाघ के शव के मामले में वन विभाग ने संदेही फतेहपुर निवासी किशोर पुत्र सुखदास व एक अन्य कोे हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है।
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भोपाल। जीएसटी के नियमों में बदलाव की मांग को लेकर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) आह्वान पर व्यापारियों के देशव्यापी बंद का मध्यमप्रदेश में मिला-जुला असर देखने को मिला। यह भारत बंद स्वेच्छिक है। इसलिए छोटे व्यापारियों ने इसका समर्थन नहीं किया और शुक्रवार सुबह से अपनी दुकानें खोली, लेकिन बड़े बाजार बंद रहे। राजधानी भोपाल के थोक किराना बाजार जुमेराती में सुबह से ही इसका असर दिखाई दिया। यहां सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने बताया कि हम चाहते हैं कि जीएसटी के कुछ प्रावधानों में बदलाव हो। यह बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। हम सडक़ पर ना तो निकलेंगे और न ही दुकानें आदि खोलेंगे। भोपाल में नए शहर स्थति व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रख गए, लेकिन पुराने भोपाल में दाल-दलहन के व्यापारी इस बंद में शामिल नहीं हैं। इधर, इंदौर में भी शहर के आधे बाजार बंद रहे, जबकि आधे व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोले। इंदौर के मुख्य व्यापारिक संगठन अहिल्या चैंबर इस बंद में शामिल नहीं है। इस संगठन ने अपने सभी व्यापारियों से कहा है कि वे अपना पूरा काम सामान्य दिनों की तरह ही करते रहें। चैंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने कहा कि बंद करने से तो हम व्यापारियों का ही नुकसान होता है। जीएसटी में किए जा रहे बदलाव और उसकी जटिलता का विरोध हम भी कर रहे हैं। केंद्र सरकार को इसके लिए पत्र भी लिखा है, लेकिन बंद में हम शामिल नहीं हैं। इंदौर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन भी दो से तीन घंटे तक बंद के समर्थन में हैं। अनाज तिलहन संघ ने भी कुछ घंटे मंडी बंद रखने को कहा है। जबकि अन्य कोई बड़े संगठन कारोबार बंद करने के समर्थन में नहीं हैं। इसके अलावा प्रदेश के अन्य शहरों के मुख्य बाजारों में बड़ी दुकानें बंद रही, जबकि छोटे फुटकर व्यापारी सुबह से दुकानें खोलकर अपनी व्यापार कर रहे हैं। इधर, मध्यप्रदेश में बस आपरेटर संघ ने भी किराया बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की थी, लेकिन एक दिन पहले ही यानी गुरुवार को परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ने घोषणा कर दी कि मार्च के महीने में बसों का किराया बढ़ा दिया जाएगा। इसके बाद बस आपरेटरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। इसलिए शुक्रवार को बसों का संचालन भी जारी रहा।
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भोपाल। जीएसटी के नियमों में बदलाव की मांग को लेकर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) आह्वान पर व्यापारियों के देशव्यापी बंद का मध्यमप्रदेश में मिला-जुला असर देखने को मिला। यह भारत बंद स्वेच्छिक है। इसलिए छोटे व्यापारियों ने इसका समर्थन नहीं किया और शुक्रवार सुबह से अपनी दुकानें खोली, लेकिन बड़े बाजार बंद रहे। राजधानी भोपाल के थोक किराना बाजार जुमेराती में सुबह से ही इसका असर दिखाई दिया। यहां सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने बताया कि हम चाहते हैं कि जीएसटी के कुछ प्रावधानों में बदलाव हो। यह बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। हम सडक़ पर ना तो निकलेंगे और न ही दुकानें आदि खोलेंगे। भोपाल में नए शहर स्थति व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रख गए, लेकिन पुराने भोपाल में दाल-दलहन के व्यापारी इस बंद में शामिल नहीं हैं। इधर, इंदौर में भी शहर के आधे बाजार बंद रहे, जबकि आधे व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोले। इंदौर के मुख्य व्यापारिक संगठन अहिल्या चैंबर इस बंद में शामिल नहीं है। इस संगठन ने अपने सभी व्यापारियों से कहा है कि वे अपना पूरा काम सामान्य दिनों की तरह ही करते रहें। चैंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने कहा कि बंद करने से तो हम व्यापारियों का ही नुकसान होता है। जीएसटी में किए जा रहे बदलाव और उसकी जटिलता का विरोध हम भी कर रहे हैं। केंद्र सरकार को इसके लिए पत्र भी लिखा है, लेकिन बंद में हम शामिल नहीं हैं। इंदौर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन भी दो से तीन घंटे तक बंद के समर्थन में हैं। अनाज तिलहन संघ ने भी कुछ घंटे मंडी बंद रखने को कहा है। जबकि अन्य कोई बड़े संगठन कारोबार बंद करने के समर्थन में नहीं हैं। इसके अलावा प्रदेश के अन्य शहरों के मुख्य बाजारों में बड़ी दुकानें बंद रही, जबकि छोटे फुटकर व्यापारी सुबह से दुकानें खोलकर अपनी व्यापार कर रहे हैं। इधर, मध्यप्रदेश में बस आपरेटर संघ ने भी किराया बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की थी, लेकिन एक दिन पहले ही यानी गुरुवार को परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ने घोषणा कर दी कि मार्च के महीने में बसों का किराया बढ़ा दिया जाएगा। इसके बाद बस आपरेटरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। इसलिए शुक्रवार को बसों का संचालन भी जारी रहा।
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भोपाल। जीएसटी के नियमों में बदलाव की मांग को लेकर कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) आह्वान पर व्यापारियों के देशव्यापी बंद का मध्यमप्रदेश में मिला-जुला असर देखने को मिला। यह भारत बंद स्वेच्छिक है। इसलिए छोटे व्यापारियों ने इसका समर्थन नहीं किया और शुक्रवार सुबह से अपनी दुकानें खोली, लेकिन बड़े बाजार बंद रहे। राजधानी भोपाल के थोक किराना बाजार जुमेराती में सुबह से ही इसका असर दिखाई दिया। यहां सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोलीं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने बताया कि हम चाहते हैं कि जीएसटी के कुछ प्रावधानों में बदलाव हो। यह बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। हम सडक़ पर ना तो निकलेंगे और न ही दुकानें आदि खोलेंगे। भोपाल में नए शहर स्थति व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रख गए, लेकिन पुराने भोपाल में दाल-दलहन के व्यापारी इस बंद में शामिल नहीं हैं। इधर, इंदौर में भी शहर के आधे बाजार बंद रहे, जबकि आधे व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोले। इंदौर के मुख्य व्यापारिक संगठन अहिल्या चैंबर इस बंद में शामिल नहीं है। इस संगठन ने अपने सभी व्यापारियों से कहा है कि वे अपना पूरा काम सामान्य दिनों की तरह ही करते रहें। चैंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने कहा कि बंद करने से तो हम व्यापारियों का ही नुकसान होता है। जीएसटी में किए जा रहे बदलाव और उसकी जटिलता का विरोध हम भी कर रहे हैं। केंद्र सरकार को इसके लिए पत्र भी लिखा है, लेकिन बंद में हम शामिल नहीं हैं। इंदौर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन भी दो से तीन घंटे तक बंद के समर्थन में हैं। अनाज तिलहन संघ ने भी कुछ घंटे मंडी बंद रखने को कहा है। जबकि अन्य कोई बड़े संगठन कारोबार बंद करने के समर्थन में नहीं हैं। इसके अलावा प्रदेश के अन्य शहरों के मुख्य बाजारों में बड़ी दुकानें बंद रही, जबकि छोटे फुटकर व्यापारी सुबह से दुकानें खोलकर अपनी व्यापार कर रहे हैं। इधर, मध्यप्रदेश में बस आपरेटर संघ ने भी किराया बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की थी, लेकिन एक दिन पहले ही यानी गुरुवार को परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ने घोषणा कर दी कि मार्च के महीने में बसों का किराया बढ़ा दिया जाएगा। इसके बाद बस आपरेटरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। इसलिए शुक्रवार को बसों का संचालन भी जारी रहा।
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उज्जैन। लोकायुक्त पुलिस ने सोनकच्छ ब्लॉक के को-ऑर्डीनेटर को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी ने यह रिश्वत मध्याह्न भोजन का ठेका बढ़ाने के नाम पर ली थी। आरोपी ने पकड़े जाने के बाद भागने का प्रयास किया, लेकिन लोकायुक्त पुलिस ने उसे दबोच लिया। लोकायुक्त पुलिस के इंसपेक्टर बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि देवास जिले में शासकीय माध्यमिक विद्यालय नराना में बच्चों के मध्यान्ह भोजन का ठेका उमंग स्व सहायता समूह के पास है। इस समूह को गांव के ही शिवनारायण मालवीय की पत्नी संचालित करती हैं। उन्होंने बताया कि शिवनारायण ने शिकायत की थी कि सोनकच्छ ब्लॉक को-आर्डिनेटर जीवनसिंह ठेका बढ़ाने के लिए पांच हजार की घूस मांग रहे हैं। 22 फरवरी को एक हजार रुपए बतौर एडवांस ले लिया है। बाकी चार हजार रुपए मिल जाने के बाद ही ठेका तिथि को बढ़ाएंगे। शिकायत मिलने के बाद फरियादी शिवनारायण को एक इंस्ट्रूमेंट दिया गया, जिसमें उसके और आरोपी जीवनसिंह के बीच मोबाइल फोन पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड किया गया। रिकॉर्डिंग में जीवनसिंह घूस लेने की बात साफ तौर पर बोलते सुनाई दे रहे हैं।लोकायुक्त इंसपेक्टर श्रीवास्तव ने बताया कि 24 फरवरी को जीवनसिंह ने शिवनारायण को घूस की रकम लेने के लिए बुलाया था। जीवनसिंह पहले फरियादी शिवनारायण को नराना विद्यालय से नेवरी फाटे पर ले गया। लोकायुक्त पुलिस सिविल ड्रेस में जीवनसिंह का लगातार पीछा कर रही थी। शिवनारायण को बाइक पर बैठा कर जीवन नेवरी फाटे पर ले गया। वहां पर रुपए लेकर जेब में रखते ही लोकायुक्त पुलिस टीम पहुंच गई। टीम ने जीवन को बताया कि वह रिश्वत लेते ट्रैप हो चुका है, तो उसने भागने की कोशिश की। लेकिन लोकायुक्त टीम के सदस्यों ने पीछा करके उसे पकड़ लिया।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बीते एक सप्ताह से कोरोना के नये मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 105 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 59,101 हो गई है। स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में यहां नये संक्रमित अधिक संख्या में होने के कारण सक्रिय मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। यहां अब सक्रिय मरीज 740 हो गए हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात करीब 1706 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 105 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 59,101 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 931 है। हालांकि, यहां अब तक 57,430 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 740 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में एक सप्ताह पहले नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह से यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और अब यह संख्या सौ के पार पहुंच गई। यहां लगातार छठे दिन 100 से अधिक संक्रमित मिले हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा राजधानी भोपाल के रविन्द्र भवन परिसर में आगामी 7 मार्च से 16 मार्च तक ''चरखा खादी मेला 2021'' का आयोजन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रबंध संचालक गौतम सिंह ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि चरखा खादी मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य आमजन में खादी के प्रति लगाव को बढ़ावा देना और खादी वस्त्रों के क्षेत्र में किए गये नवाचारों से रू-ब-रू कराना है। मेले में वस्त्रों के अलावा खादी ग्रामोद्योग के अन्य उत्पाद भी उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि मेले में खादी ग्रामोद्योग आयोग/राज्य खादी ग्रामोद्योग संस्थाओं एवं बोर्ड द्वारा संचालित रोजगार मूलक योजनाओं में वित्त-पोषित/पंजीकृत इकाईयों के उत्पादों का प्रचार-प्रसार एवं विक्रय कार्य किया जाएगा। मेले में दुकानों का आवंटन ''प्रथम आओ-प्रथम पाओं'' के आधार पर किया जाएगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा राजधानी भोपाल के रविन्द्र भवन परिसर में आगामी 7 मार्च से 16 मार्च तक ''चरखा खादी मेला 2021'' का आयोजन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रबंध संचालक गौतम सिंह ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि चरखा खादी मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य आमजन में खादी के प्रति लगाव को बढ़ावा देना और खादी वस्त्रों के क्षेत्र में किए गये नवाचारों से रू-ब-रू कराना है। मेले में वस्त्रों के अलावा खादी ग्रामोद्योग के अन्य उत्पाद भी उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि मेले में खादी ग्रामोद्योग आयोग/राज्य खादी ग्रामोद्योग संस्थाओं एवं बोर्ड द्वारा संचालित रोजगार मूलक योजनाओं में वित्त-पोषित/पंजीकृत इकाईयों के उत्पादों का प्रचार-प्रसार एवं विक्रय कार्य किया जाएगा। मेले में दुकानों का आवंटन ''प्रथम आओ-प्रथम पाओं'' के आधार पर किया जाएगा।
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इंदौर। पुलिस ने बुधवार रात के बाद गुरुवार की रात को भी भूमाफियाओं के ठिकानों पर छापे मारे। लेकिन पुलिस को एक्शन में देख भूमाफिया अब घर छोड़कर भाग रहे हैं। गुरुवार की देर रात खजराना पुलिस द्वारा करीब एक दर्जन ठिकानों पर की गई इस कार्रवाई के दौरान अधिकतर माफिया घर से फरार मिले। कुछ को हिरासत में लिया गया है। भूमाफियाओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। गुरुवार की देर रात भी पुलिस ने कई जगह छापामारी की, लेकिन पुलिस कार्रवाई की भनक लग जाने के कारण अधिकतर भूमाफिया पहले घर छोड़कर चले गए थे। कुछ माफियाओं को गिरफ्तार जरूर किया गया है, लेकिन फिलहाल उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। गौरतलब है कि शहर में बीते 15 सालों में चल रहे जमीन के अवैध कारोबार में 6 हजार एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। भूमाफियाओं के चक्कर में फंसकर 20 हजार लोग अपने घर से वंचित हैं। वहीं, गृह निर्माण संस्थाओं के माध्यम से लोगों के प्लॉट पर कब्जे का अवैध कारोबार लंबे समय से जारी है। माफिया अपने रसूख के दम पर प्लॉट धारकों से पैसा लेने के बाद भी प्लॉट नहीं देने, अवैध कब्जा करने और धमकी देकर करोड़ों रुपए के आसामी बन गए हैं। ऐसी ही संस्थाओं पर भूमाफिया कब्जा जमाए बैठे हैं, जिनपर अब कार्रवाई की जा रही है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। अरब सागर से लगातार आ रही नमी के कारण मध्य प्रदेश के अनेक हिस्सों में बादल छाए हुए हैं। इससे दिन के तापमान में गिरावट दर्ज हो रही है, लेकिन रात में तापमान बढ़ा हुआ है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के लिए मध्य प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के जबलपुर, इंदौर और उज्जैन समेत 14 जिलों में गरज-चमक और तेज हवा के साथ ओले गिरने की संभावना है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से तेज घूप निकली है, लेकिन सूरज बादलों के साथ आंख मिचौली खेल रहा है। बादलों का आना-जाना लगा हुआ है। इंदौर में मौसम साफ है, गुरुवार रात तक आसमान में बादल छाए थे, लेकिन शुक्रवार सुबह आसमान फिर से साफ हो गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसी सिस्टम से केरल तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। उधर विदर्भ और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर भी विपरीत हवाओं (उत्तरी-दक्षिणी) का टकराव हो रहा है। इस वजह से प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र में नमी आ रही है। इससे बादल छाए हुए हैं। हालांकि शनिवार को सिस्टम कमजोर पडऩे की संभावना है। इससे बादल छंटने लगेंगे। इसके बाद अधिकतम तापमान बढऩे लगेगा। इन जिलों में बारिश और ओले की संभावनामौसम विभाग ने जबलपुर और होशंगाबाद संभाग के अलावा खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन, रायसेन, विदिशा, सागर, दमोह, रीवा, सतना व अनूपपुर में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ ओले गिरने का अनुमान जताया है। बीते 24 घंटे की बात करें तो राज्य के जबलपुर, सागर व होशंगाबाद संभाग में वर्षा हुई है, कई स्थानों पर ओले भी गिरे हैं।
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अनूपपुर। मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान बढ़ती महंगाई को लेकर जमकर आलोचना हुई और महंगाई के मुद्दे पर लड़े गए अगले चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। अब फिर महंगाई चरम पर पहुंच गई है। जिले में साधारण पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के आंकड़े को पार करते हुए 100.30 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है। यह कीमत अब तक के उच्च स्तर पर है। रिकॉर्ड बनाने में डीजल भी पीछे नहीं है। शहर में इसका मूल्य 90.73 पैसे पर है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण महंगाभी बढ़ती जा रही है, जिसका असर आमजन पर पड़ रहा है। इससे सरकार के प्रति लोगों में गुस्सा पनप रहा है। इसका विरोध विपक्षी भी ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा एक अच्छे विपक्ष की भूमिका को निभाने में असफल है जहां प्रदेश की राजधानी में कांग्रेस में अपना विरोध दर्ज कराया है वहीं पूरे प्रदेश में इसका कोई असर देखने को नहीं मिला स्थानिय विपक्ष तो पूरी तरह शून्य नजर आता है ऐसा लग रहा है की पूरा विपक्ष सरकार के दबाव के आगे नतमस्तक है।
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अनूपपुर। मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान बढ़ती महंगाई को लेकर जमकर आलोचना हुई और महंगाई के मुद्दे पर लड़े गए अगले चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। अब फिर महंगाई चरम पर पहुंच गई है। जिले में साधारण पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के आंकड़े को पार करते हुए 100.30 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है। यह कीमत अब तक के उच्च स्तर पर है। रिकॉर्ड बनाने में डीजल भी पीछे नहीं है। शहर में इसका मूल्य 90.73 पैसे पर है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण महंगाभी बढ़ती जा रही है, जिसका असर आमजन पर पड़ रहा है। इससे सरकार के प्रति लोगों में गुस्सा पनप रहा है। इसका विरोध विपक्षी भी ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा एक अच्छे विपक्ष की भूमिका को निभाने में असफल है जहां प्रदेश की राजधानी में कांग्रेस में अपना विरोध दर्ज कराया है वहीं पूरे प्रदेश में इसका कोई असर देखने को नहीं मिला स्थानिय विपक्ष तो पूरी तरह शून्य नजर आता है ऐसा लग रहा है की पूरा विपक्ष सरकार के दबाव के आगे नतमस्तक है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बीते पांच दिनों से कोरोना के नये मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 95 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 58,364 हो गई है। हालांकि, बीते 24 घंटों में यहां कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है। यहां अब तक कोरोना से 927 लोगों की मौत हुई है, लेकिन अधिक संख्या में नये मरीज मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 435 हो गई है। बता दें कि इंदौर में एक सप्ताह पहले नये मामलों की संख्या 50 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन पांच दिन से यहां 70 से अधिक नये मामले सामने आ रहे हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 1620 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 95 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 58,364 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां मृतकों की संख्या 927 पर स्थिर है। यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं। यहां अब तक करीब 57,002 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 404 बढक़र 435 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मप्र में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। प्रदेश के मौसम में पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई दे रहा है। जिसके चलते राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई इलाकों में गरज चमक के साथ बारिश हो रही है। भोपाल में सोमवार देर रात से शुरू हुआ बारिश का दौरा मंगलवार सुबह तक जारी रहा। बारिश गिरने से पिछले कुछ दिनों से तापमान में हुई बढ़ोत्तरी में कमी आई है और मौसम में ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बारिश देखने को मिलेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि हवाओं ने रुख बदल लिया, पिछले कुछ दिनों से ही आसपास के इलाकों में बादल छाने लगे थे। पूर्वी हवा के दबाव के चलते बंगाल की खाड़ी में नमी बढऩे की संभावना है। इसी कारण प्रदेश में 16 से 19 फरवरी तक गरज-चमक के साथ हल्की बारिश देखने को मिलेगी। बंगाल की खाड़ी में नमी का सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल के साथ ही जबलपुर, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में देखने को मिलेगा। इसके अलावा मालवा क्षेत्र के इंदौर और उज्जैन संभाग में भी हल्की बारिश होगी। 19 फरवरी के बाद मौसम सामान्य हो जाएगा और 20 फरवरी से तापमान बढऩे लगेगा. उसके बाद से ही वातावरण में गर्मी महसूस की जाएगी। विभाग ने जारी की चेतावनीमौसम विभाग ने अगले 36 से -48 घंटे कि दौरान तेज हवाओं (20-30 किमी प्रति घंटे) के साथ बारिश और गरज के साथ बौछारें पडऩे की चेतावनी दी है। अनूपपुर, अशोकनगर, बालाघाट, बैतूल, भोपाल, बुरहानपुर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, देवास, डिंडोरी, डिंडोरी के कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि बारिश होगी। मध्य प्रदेश के इन जिलों में हरदा, होशंगाबाद, जबलपुर, कटनी, खंडवा (पूर्व निमाड़), मंडला, नागपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, रायसेन, सागर, सतना, सीहोर, सिवनी, शहडोल, सीधी, उमरिया और विदिशा । नरसिंहपुर में गिरे ओलेमंगलवार सुबह नरसिंहपुर जिले में आसमान में बादलों के डेरे के बीच गडग़ड़ाहट के साथ कई जगह बारिश के साथ ओले भी गिरे। जानकारी के अनुसार नरसिंहपुर जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर नर्मदा के बरमान खुर्द, बरमान कला, नरवारा आदि गांवों में बारिश की तेज फुहार के बीच ओले भी गिरे हैं। जिला मुख्यालय समेत बाकी सभी तहसीलों में भी आसमान में बादल छाए हुए हैं। मौसम में अचानक आए इस बदलाव से किसानों को चिंता में डाल दिया है।
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उज्जैन। उज्जैन संभागायुक्त संदीप यादव ने सोमवार को लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं, प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना, मप्र सडक़ विकास निगम, सेतु निगम एवं गृह निर्माण मण्डल के अधिकारियों बैठक लेकर संभागीय समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने विभाग द्वारा बनाये जाने वाले सडक़, पुल-पुलिया, शासकीय भवन, शासकीय क्वाटर आदि के निर्माण कार्य में तेजी लाएं। निर्माण कार्य त्वरित गति से हों। यदि निर्माण कार्य में बजट का अभाव है तो शासन स्तर पर प्रस्ताव भिजवा कर बजट की मांग की जाये। संभागायुक्त ने सेतु निगम द्वारा बनाये जा रहे पुल-पुलियाओं के कार्य की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। बताया गया कि संभाग के सभी जिलों में मांग के अनुसार पुल और पुलियाओं का निर्माण किया जा रहा है। कार्य न करने वाली एजेन्सियों को ब्लेकलिस्टेड करते हुए 10 प्रतिशत निर्माण राशि भी काटी गई है। उन्होंने निर्देश दिये कि उन्हें हर सप्ताह बजट की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी जाये। बताया गया कि अपूर्ण ब्रिजों के कारण कहीं भी आने-जाने का रास्ता बंद नहीं हुआ है। संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि सेतु निगम अपने निर्माणाधीन एवं अपूर्ण पुल-पुलियाओं की जानकारी से उन्हें अगली बैठक में भी अवगत कराये। बैठक में बताया गया कि उज्जैन-बडऩगर मार्ग में रेलवे ओवरब्रिज, कालीसिंध नदी पर जलमग्नीय पुल, बेरछा-सुन्दरसी-अकोदिया मार्ग में कालीसिंध नदी पर पुल निर्माण, शाजापुर जिले में हारूखेड़ी से पोचानेर मार्ग पर पार्वती नदी पर जलमग्नीय पुल, रूपाखेड़ी-माकड़ोन मार्ग पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण, तराना-कानीपुरा मार्ग पर पीलिया खाल नाले पर उच्च स्तरीय पुल एवं टिलर नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिये भूअर्जन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। बताया गया कि चापड़ा-बागली-उदय नगर मार्ग पर गुजेरा नाले पर पुल निर्माण हेतु भूअर्जन कर कृषकों को राशि भी दी गई है। इसके अलावा शाजापुर के बाढ़ प्रभावित ग्राम कमरदीपुर-कबूलपुर-रसूलपुर मार्ग के उतावली नदी पर पुल निर्माण एवं पनवाड़ी-टिंगजपुर पर पुल का निर्माण कार्य तथा सुसनेर-जीरापुर मार्ग पर कंठाल नदी पर पुल के निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मलेनी नदी पर, चंबल नदी पर, उन्हेल, करनावद, आलोट-महिदपुर मार्ग पर गंभीर नदी पर पहुंच मार्ग सहित जलमग्नीय पुल के निर्माण का कार्य तथा महिदपुर-ताल मार्ग पर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य के लिये निविदा आमंत्रित की गई है। संभागायुक्त यादव ने निर्देश दिये कि वर्ष 2018 में स्वीकृत कामों में वर्क ऑर्डर जारी किये गये हैं। उन कामों में भी प्रगति लाई जाये। लोक निर्माण विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिये कि राज्य स्तर से बजट प्राप्ति में यदि कोई कठिनाई आ रही है तो उन्हें अवगत कराया जाये। ऐसी सडक़ों की सूची बनाई जाये, जिनमें मरम्मत की आवश्यकता है। उन्होंने भौतिक प्रगति की जानकारी से अवगत कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने मप्र ग्रामीण सडक़ विभाग के द्वारा बनाये जा रहे मार्गों की स्थिति की जानकारी ली। बताया गया कि प्रथम चरण एवं तीसरे चरण में 250 तक की आबादी वाले आदिवासी बहुल ग्रामों की सडक़ के निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। कुछ सडक़ 500 मीटर तक की है। 50 किलो मीटर के दायरे की 34 सडक़ें निर्माणाधीन हैं। विगत वर्षों में उज्जैन संभाग में लगभग 10 हजार किलो मीटर तक की विभिन्न ग्रामों की सडक़ें बनाई गई हैं। इन सडक़ों में अब मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है। संभागायुक्त ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं द्वारा देवास जिले में किये गये मार्ग निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। संभागायुक्त ने गृह निर्माण मण्डल के कार्यों की समीक्षा की। बताया गया कि 28 करोड़ रुपये की लागत से आईटीआई भवनों का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। कन्या छात्रावास, रूफ ट्रफ, केंटीन के निर्माण का कार्य प्रगतिरत है। गयाकोटा तीर्थ में सौन्दर्यीकरण का कार्य बजट के अभाव में रूका हुआ है, वहीं सिद्धवट में विभिन्न निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। 124 निर्माण कार्यों में से 73 निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं। बताया गया कि राजस्व कॉलोनी में पुराने शासकीय क्वाटरों की जगह 192 नये शासकीय आवास 91 करोड़ की लागत से बनाये जायेंगे। बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या फिर बढऩे लगी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 89 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 58,087 और मृतकों की संख्या 927 हो गई है। यहां एक दिन पहले कोरोना के 73 नये मामले सामने आए थे, जबकि दो लोगों की मौत हुई थी। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 1597 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 89 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 58,087 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या बढक़र 927 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक करीब 57 हजार के करीब कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 200 के करीब है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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मुरैना। स्वच्छ भारत मिशन और पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा में प्रगति नहीं पाये जाने पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोशन कुमार सिंह ने 71 अधिकारियों, कर्मचारियों का वेतन काटने के साथ-साथ कारण बताओ नोटिस जारी करने की कार्रवाही की है। जिसमें अम्बाह, कैलारस के जनपद सीईओ को कारण बताओ नोटिस, 26 सहायक यंत्री का वेतन काटने, 39 उपयंत्रियों का वेतन काटने तथा 4 ब्लॉक कॉर्डिनेटरों का वेतन काटने की कार्रवाही की गई। जिला सीईओ रोशन कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि गत दिवस उन्होंने जनपद पंचायतों के अन्तर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर निर्माण कार्यों की समीक्षा की थी। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन में सामुदायिक शौचालय निर्माण की गति भीधीमी पाई गई थी। इसलिए यह कार्रवाई की गई। जनपद पंचायत पोरसा में सहायक यंत्री शेलेश कुशवाह का दो दिवस, उपयंत्री सुरेश सिंह सिकरवार, डीएस भदोरिया और धु्रव भारद्वाज का 7-7 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की गई। जनपद पंचायत पोरसा की ग्राम पंचायत हिंगावली के सहायक यंत्री शेलेष कुशवाह का 2 दिवस, हिंगावली के उपयंत्री सुरेन्द्र सिंह सिकरवार का 7 दिवस, रछेड़ के उपयंत्री डीएस भदौरिया का 7 दिवस, और धर्मगढ़ के उपयंत्री धु्रव भारद्वाज का 7 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की है। जनपद सीईओ अम्बाह ललित चौधरी को कारण बताओ नोटिस, सुनावली, किर्रायच, ऐसाह, लल्लूबसई, तुतवास, गूंज, तरेनी और सांगोली के सहायक यंत्री एमपी शर्मा का दो दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की। सुनावली, किर्रायच, तरेनी के उपयंत्री संतोष त्यागी का 7 दिवस का वेतन काटने, उपयंत्री कुथियाना, वीलपुर, के शरत मित्तल का 3 दिवस का वेतन काटने, सिहोनियां, ऐसाह, चांदपुर, महुरी के उपयंत्री गिर्राज गुप्ता का 7 दिवस का वेतन काटने, लल्लूबसई, तुतवास के उपयंत्री रामसहाय सिंह भदोरिया का 7 दिवस का वेतन काटने, गंूज के उपयंत्री जयप्रकाश आर्य का 7 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की गई है। जनपद मुरैना में नाका के सहायक यंत्री आरए किरार का दो दिवस, नाका के उपयंत्री नरेन्द्र सिंह गुर्जर का 7 दिवस, रिठौरा खुर्द जारह के सहायक यंत्री ओपी मुदगल का दो दिवस, रिठौराखुर्द के उपयंत्री राजेश भारद्वाज का 7 दिवस, जारह के उपयंत्री बालमकुन्द नरवरिया का 7 दिवस, बड़ागांव के उपयंत्री सुभाष शाक्य का 3 दिवस, बसैया के उपयंत्री प्रवीण कुमार वर्मा का 3 दिवस, ब्लॉक कोर्डिनेटर श्रीमती किरन भदोरिया का 2 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की है। वहीं जारह केे सरपंच और सचिव पर धारा 40 का प्रस्ताव दिया गया है। जनपद जौरा में मई, जाफराबाद के सहायक यंत्री हरिश्चन्द्र गुप्ता का 7 दिवस, उपयंत्री मई सुनील सक्सेना का 7 दिवस, मुद्रावजा के उपयंत्री दुर्गेश दीक्षित का 7 दिवस, तथा ब्लॉक कॉर्डिनेटर श्रीमती शकुन्तला राजपूत का एक दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की गई। पहाडगढ़ विकासखण्ड की पहाडगढ़ ब्लॉक कोर्डिनेटर अनार सिंह यादव का 7 दिवस, जैतपुर झौड़ के सहायक यंत्री रामस्वरूप त्यागी का दो दिवस, जैतपुर के उपयंत्री मातादीन शाक्य का 7 दिवस और झौड़ के उपयंत्री अशोक त्यागी का 3 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की है। जनपद पंचायत कैलारस की ग्राम पंचायत थाटीपुरा के उपयंत्री ब्रजेश कुमार आर्य का 7 दिवस, बस्तोली दीपहरा के उपयंत्री मंजर अली साह का 7 दिवस, सहायक यंत्री बस्तोली, शहदपुर, थाटीपुरा, आंतरी, गुलपुरा यादव का एक दिवस, उपयंत्री नीरज शर्मा का 7 दिवस, कुटरावली के उपयंत्री गुलाब सिंह धाकड़ का 7 दिवस, आंतरी के उपयंत्री अरविन्द कुशवाह का 7 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की है। इसके साथ ही जनपद सीईओ कैलारस एपी प्रजापति को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जनपद पंचायत सबलगढ़ की ग्राम पंचायत जावरौल, गोदोली के उपयंत्री भारत सिंह पचौरी का 7 दिवस का वेतन काटने, अटार के उपयंत्री हाकिम सिंह त्यागी का 7 दिवस का वेतन काटने, अटार, संतोषपुर, गोदोली, गुरेमा के सहायक यंत्री रामसेवक शर्मा का 2 दिवस का वेतन काटने, संतोषपुर के उपयंत्री सोवरन सिंह जाटव का 7 दिवस का वेतन काटने, गुरेमा के उपयंत्री दिलीप सिंह तोमर का 7 दिवस का वेतन काटने की कार्रवाही की है।
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भोपाल। मप्र में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। प्रदेश में एक पूर्वी हवा का ट्रफ बनने जा रहा है। इस सिस्टम की वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण मौसम का मिजाज बदलेगा। इससे राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सोमवार से बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें भी पडऩे के आसार हैं। 19 फरवरी तक मौसम का हाल इसी तरह का बना रहने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने रविवार को बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला बना हुआ है। सोमवार तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना है। हालांकि वर्तमान में राजस्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात मौजूद है। ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ भी ईरान के आसपास है। अरब सागर से उत्तर-मध्य मराठवाड़ा तक एक ट्रफ भी बना हुआ है, लेकिन इन तीन सिस्टम से फिलहाल मध्य प्रदेश में मौसम के मिजाज पर असर नहीं हो रहा है। लेकिन इसके बाद प्रदेश में बनने जा रहे पूर्वी हवा के ट्रफ (द्रोणिका लाइन) के असर से हवाओं की दिशा बदलेगी। इससे बंगाल की खाड़ी से वातावरण में नमी बढऩे लगेगी। इससे भोपाल सहित पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें भी पडऩे के आसार हैं। बादलों के कारण दिन के तापमान में गिरावट होगी, लेकिन रात का तापमान बढऩे लगेगा। 19 फरवरी से मौसम फिर साफ होने लगेगा।
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भोपाल। मप्र में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। प्रदेश में एक पूर्वी हवा का ट्रफ बनने जा रहा है। इस सिस्टम की वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण मौसम का मिजाज बदलेगा। इससे राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सोमवार से बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें भी पडऩे के आसार हैं। 19 फरवरी तक मौसम का हाल इसी तरह का बना रहने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने रविवार को बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला बना हुआ है। सोमवार तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना है। हालांकि वर्तमान में राजस्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात मौजूद है। ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ भी ईरान के आसपास है। अरब सागर से उत्तर-मध्य मराठवाड़ा तक एक ट्रफ भी बना हुआ है, लेकिन इन तीन सिस्टम से फिलहाल मध्य प्रदेश में मौसम के मिजाज पर असर नहीं हो रहा है। लेकिन इसके बाद प्रदेश में बनने जा रहे पूर्वी हवा के ट्रफ (द्रोणिका लाइन) के असर से हवाओं की दिशा बदलेगी। इससे बंगाल की खाड़ी से वातावरण में नमी बढऩे लगेगी। इससे भोपाल सहित पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें भी पडऩे के आसार हैं। बादलों के कारण दिन के तापमान में गिरावट होगी, लेकिन रात का तापमान बढऩे लगेगा। 19 फरवरी से मौसम फिर साफ होने लगेगा।
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भोपाल। मप्र में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। प्रदेश में एक पूर्वी हवा का ट्रफ बनने जा रहा है। इस सिस्टम की वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण मौसम का मिजाज बदलेगा। इससे राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सोमवार से बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें भी पडऩे के आसार हैं। 19 फरवरी तक मौसम का हाल इसी तरह का बना रहने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने रविवार को बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला बना हुआ है। सोमवार तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना है। हालांकि वर्तमान में राजस्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात मौजूद है। ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ भी ईरान के आसपास है। अरब सागर से उत्तर-मध्य मराठवाड़ा तक एक ट्रफ भी बना हुआ है, लेकिन इन तीन सिस्टम से फिलहाल मध्य प्रदेश में मौसम के मिजाज पर असर नहीं हो रहा है। लेकिन इसके बाद प्रदेश में बनने जा रहे पूर्वी हवा के ट्रफ (द्रोणिका लाइन) के असर से हवाओं की दिशा बदलेगी। इससे बंगाल की खाड़ी से वातावरण में नमी बढऩे लगेगी। इससे भोपाल सहित पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें भी पडऩे के आसार हैं। बादलों के कारण दिन के तापमान में गिरावट होगी, लेकिन रात का तापमान बढऩे लगेगा। 19 फरवरी से मौसम फिर साफ होने लगेगा।
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बड़वानी। जिला पंचायत सीईओ ऋतुराजसिंह ने बुधवार को आर्थिक अनियमितता करने के मामले में तीन पंचायत सचिवों को निलम्बित कर दिया है। निलम्बित किये गये पंचायत सचिवों में ग्राम ठेंग्चा के विरेन्द्र पटेल, ग्राम पंचायत बोरली के सुनिल धाडसे, ग्राम पंचायत गोगवाड़ा दीपक जाधव शामिल हैं। जिला पंचायत के पंचायत प्रकोष्ठ प्रभारी अधिकारी मुकेश वर्मा ने बताया कि विकासखण्ड पाटी के ग्राम पंचायत सचिव ठेंग्चा ने अपनी पूर्व पदस्थापना के दौरान ग्राम पंचायत उबादगढ़ में पंच परमेश्वर योजना अंतर्गत 6 निर्माण कार्य अपूर्ण रखे थे। जिस पर से उन्हें 17 लाख 62 हजार 836 रुपये का वसूली नोटिस जारी किया गया था। नोटिस की उपेक्षा संबंधित द्वारा लगातार कर अनुपस्थिति दर्ज कराई जा रही थी। वहीं विकासखण्ड सेंधवा के ग्राम पंचायत बोरली के पंचायत सचिव ने सर्वशिक्षा अभियान अंतर्गत स्वीकृत प्राथमिक विद्यालय के 2 अतिरिक्त कक्षों के निर्माण की राशि तीन लाख 15 हजार 840 रुपये आहरित कर निर्माण कार्य पूर्ण नहीं करवाया था, जिस पर उन्हें नोटिस जारी किया गया था, किन्तु वे नोटिस की उपेक्षा कर सतत अनुपस्थिति दर्ज करा रहे थे। इसी प्रकार जनपद पंचायत पानसेमल के ग्राम पंचायत गोंगवाड़ा के सचिव अपनी पूर्व पदस्थापना के दौरान ग्राम पंचायत बालझिरी में बीआरजीएफ योजनांर्गत 4 निर्माण कार्य पूर्ण नहीं करवाये थे, इस पर से उन्हें 7.12 लाख रुपये की राशि जमा कराने का नोटिस जारी किया गया था। इस नोटिस की उपेक्षा संबंधित द्वारा लगातार कर अनुपस्थिति दर्ज कराई जा रही थी। जिस पर जिला पंचायत सीईओ ने उक्त तीनों पंचायत सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के दो अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थपना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिये हैं। जारी आदेश के मुताबिक, सतना नगर निगम के आयुक्त अमनबीर सिंह को बैतूल कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि इंदौर के अपर कलेक्टर इंदौर मयंक अग्रवाल को नीमच कलेक्टर पदस्थ किया गया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों से चर्चा कर कानून व्यवस्था की समीक्षा की थी। इस दौरान माफियाओं के खिलाफ जारी अभियान में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने पर नीमच कलेक्टर जितेन्द्र सिंह राजे और बैतूल कलेक्टर राकेश सिंह को हटा दिया गया था। दोनों अधिकारियों को भोपाल मंत्रालय में पदस्थ किया गया है। अब इन दोनों पदों पर नई पदस्थपना की गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के दो अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थपना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिये हैं। जारी आदेश के मुताबिक, सतना नगर निगम के आयुक्त अमनबीर सिंह को बैतूल कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि इंदौर के अपर कलेक्टर इंदौर मयंक अग्रवाल को नीमच कलेक्टर पदस्थ किया गया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों से चर्चा कर कानून व्यवस्था की समीक्षा की थी। इस दौरान माफियाओं के खिलाफ जारी अभियान में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने पर नीमच कलेक्टर जितेन्द्र सिंह राजे और बैतूल कलेक्टर राकेश सिंह को हटा दिया गया था। दोनों अधिकारियों को भोपाल मंत्रालय में पदस्थ किया गया है। अब इन दोनों पदों पर नई पदस्थपना की गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के दो अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नवीन पदस्थपना की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिये हैं। जारी आदेश के मुताबिक, सतना नगर निगम के आयुक्त अमनबीर सिंह को बैतूल कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि इंदौर के अपर कलेक्टर इंदौर मयंक अग्रवाल को नीमच कलेक्टर पदस्थ किया गया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों से चर्चा कर कानून व्यवस्था की समीक्षा की थी। इस दौरान माफियाओं के खिलाफ जारी अभियान में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने पर नीमच कलेक्टर जितेन्द्र सिंह राजे और बैतूल कलेक्टर राकेश सिंह को हटा दिया गया था। दोनों अधिकारियों को भोपाल मंत्रालय में पदस्थ किया गया है। अब इन दोनों पदों पर नई पदस्थपना की गई है।
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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में प्रतिदिन अलसुबह होने वाली भस्म आरती में आगामी 15 मार्च से दर्शनार्थियों की प्रवेश व्यवस्था प्रारंभ की जाएगी। यह निर्णय मंगलवार को मंदिर की प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता हुई बैठक में लिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि भस्मारती में वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण प्रवेश बंद है। यह व्यवस्था 15 मार्च से पूर्व की तरह पूर्ण क्षमता के साथ प्रारंभ होगी, साथ ही गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति के संबंध में भी 15 मार्च के बाद विचार किया जाएगा। बैठक में प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी, महंत विनीत गिरी महाराज, आशीष पुजारी, विजय शंकर शर्मा, दीपक मित्तल, प्रदीप गुरु, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ एसएस रावत, स्मार्ट सिटी सीईओ जितेंद्र चौहान मौजूद रहे। बैठक में सामान्य दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था को निरंतर करने का निर्णय लिया गया तथा मंदिर परिसर में वर्तमान में संचालित तत्काल निशुल्क दर्शन बुकिंग व्यवस्था के 8 किओस्क का व्यापक प्रचार-प्रसार एवं इनका विस्तार करने का के निर्देश दिए गए। निर्णय लिया गया कि जो भी दर्शनार्थी बिना बुकिंग के मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं, उनको निराश न होना पड़े, इसके लिए उनकी हर संभव निशुल्क सहायता की जाए एवं उपलब्ध दर्शन स्लॉट में से कियोस्क के माध्यम से उनकी ऑनलाइन बुकिंग करवाई जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि जब से ऑनलाइन दर्शन की सुविधा प्रारंभ की गई है, तब से अनाधिकृत व्यक्तियों का मंदिर में प्रवेश होना बंद हो गया है और इस कारण से दर्शनार्थियों के जेब कटने व सामान चोरी होने की घटना में अत्यधिक कमी आई है। बैठक में भगवान महाकाल की शयन आरती में दर्शनार्थियों को प्रवेश देने का निर्णय लिया गया तथा इसका समय बढ़ाकर रात्रि 10.15 बजे तक कर दिया गया, जिससे इस समय तक मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचने वाले दर्शनार्थी भी शयन आरती के दर्शन का लाभ ले सकेंगे। बैठक में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित गौशाला का संचालन कार्य महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी को सौंपने का निर्णय लिया गया। भगवान महाकालेश्वर मंदिर में विदेशी मुद्रा में प्राप्त होने वाले दान को जमा करने के लिए शासन द्वारा निर्धारित फॉरेन करेंसी अकाउंट खोलने का निर्णय लिया गया। बैठक में महाकालेश्वर मंदिर में किए जा रहे विकास कार्यों के तहत सड़क चौड़ीकरण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता एवं प्रक्रिया को स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें महाकाल मंदिर चौराहे का चौड़ीकरण, बड़ा गणपति मंदिर की गलियों का चौड़ीकरण, चार धाम पार्किंग से नरसिंह घाट तक की सड़क का चौड़ीकरण तथा उर्दू स्कूल की गली में माधव सेवा न्यास की सड़क का चौड़ीकरण शामिल है। बैठक में भगवान महाकालेश्वर को चढ़ाए जाने वाली पगड़ी के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया एवं निर्णय लिया गया कि उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देशों के तारतम्य में केवल परंपरागत पगड़ी ही भगवान को चढ़ाई जाए। इस दौरान हरिओम जल चढ़ाने के संबंध में श्रद्धालु महिलाओं के आग्रह पर विचार किया गया। इस संबंध में अंतिम निर्णय महाशिवरात्रि के बाद लिया जाएगा।
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उज्जैन। जिले के तराना एवं महिदपुर के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों (सीएमओ) द्वारा कलेक्टर के बार-बार समझाइश देने के बाद भी सीएम हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरती जा रही है। उक्त दोनों संस्थानों की एल-1 एवं एल-4 पर 50 से अधिक शिकायतें लम्बित पाये जाने पर कलेक्टर आशीष सिंह ने शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी डिप्टी कलेक्टर वीरेन्द्रसिंह दांगी को उक्त दोनों अधिकारियों के विरुद्ध निलम्बन का प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। दरअसल, कलेक्टर आशीष सिंह ने सोमवार को समय सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन मुख्यमंत्री की फ्लेगशिप योजनाओं में शामिल है, अत: इस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण त्वरित गति से किया जाये। बैठक में कलेक्टर ने ऊर्जा विभाग, वित्त विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा संतुष्टि के साथ निराकरण में अपने विभागों की रेंकिंग में प्रदेश स्तर में टॉप-10 में आने पर उक्त विभागों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य विभागों को भी इसी तरह कार्य करना चाहिये। कलेक्टर ने कृषि विभाग के उप संचालक को निर्देश दिये कि आने वाले 15 दिनों में फसल बीमा से सम्बन्धित सभी शिकायतों का निराकरण अनिवार्य रूप से कर दिया जाये। बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर अवि प्रसाद, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना एवं विभागों के जिला अधिकारी मौजूद थे।
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भोपाल। देश में गुरुवार, 11 फरवरी को मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर एक दुर्लभ संयोग बनने वाला है, जो सामान्यत: देखने में नहीं आता। इस दौरान मौन रहकर पवित्र नदी एवं तालाबों में स्नान और पितरों का पूजन विशेष फलदायी होगा। वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय कुमार तिवारी ने सोमवार को बताया कि वर्तमान ग्रहस्थितियों के अनुसार मकर राशि में शनि और बृहस्पति का संचार लम्बे समय से चल रहा है। पिछले माह सूर्य और शुक्र का प्रवेश भी मकर राशि में होने से मकर राशि में चतुर्ग्रही योग बना हुआ है। पांच फरवरी को वक्री बुध का भी इसमें प्रवेश हो गया। अब 09 फरवरी की रात आठ बजकर 31 मिनट पर चन्द्रमा भी मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा। इससे मकर राशि में एक साथ छह ग्रह शनि, बृहस्पति, सूर्य, शुक्र, बुध एवं चन्द्रमा उपस्थित रहेंगे। इससे मकर राशि में षड्ग्रह योग बनेगा, जो ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत दुर्लभ संयोग है और अनेक वर्षों में एक बार बनता है। इसके अच्छे-बुरे दोनों तरह के परिणाम होते हैं। इस बार ये षड्ग्रह योग 09 फरवरी की रात 8.31 बजे से शुरू होकर 11 फरवरी की पूरी रात तक उपस्थित रहेगा। डॉ. तिवारी ने बताया कि भारतीय ज्योतिष के अनुसार मकर राशि में बनने वाले इस षड्ग्रह योग में छह ग्रह शनि, बृहस्पति, सूर्य, शुक्र, बुध और चन्द्रमा एक साथ होंगे। इसके मिश्रित परिणाम मिलेंगे, जिसमें कुछ विषय बहुत शुभ होंगे, तो कुछ तनावपूर्ण स्थितियां भी सामने आएंगी। सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा, सूर्य-बृहस्पति से जीवात्मा योग, बृहस्पति-चन्द्रमा से गजकेसरी योग और शुक्र-चन्द्रमा से लक्ष्मी योग बनेंगे। ये सभी शुभ योग हैं। शनि-चन्द्रमा की युति से विष योग, सूर्य-चन्द्रमा से अमावस्या योग बनेगा जो तनाव बढ़ाने वाले योग है लेकिन इस पूरे षड्ग्रह योग में सबसे अच्छी बात ये है के चारों शुभ ग्रह (बृहस्पति, शुक्र, बुध, चन्द्रमा) एक साथ आ गए हैं। ये षड्ग्रह योग सामाजिक, राजनैतिक और प्राकृतिक उठापटक तो कराएंगे, लेकिन अधिकांश परिणाम शुभ होंगे। उन्होंने बताया कि मकर राशि स्वतंत्र भारत की वृष लग्न की कुंडली का नवम भाव है जो भाग्य को दर्शाता है, जिसमें अष्टकवर्ग में कम बिंदु होने के चलते इस राशि में बड़े ग्रहों का गोचर भारत को अधिक कष्ट देने वाला होता है। कोरोना महामारी, आर्थिक मंदी और सीमा पर चीन से तनातानी से जूझ रहा भारत अप्रैल-मई में किसी बड़े संकट में फंस सकता है। भारत की कुंडली के नवम भाव के 6 बड़े ग्रहों के द्वारा प्रभावित होने के चलते किसी कानून में बदलाव से उथल-पुथल मच सकती है। इसके अतिरिक्त देश में बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई को लेकर बड़े राजनैतिक और सामाजिक आंदोलनों की भी आशंका जून तक में दिख रही है। लेकिन मकर राशि में ग्रहों की यह महायुति किसानों के लिए खुशखबरी है क्योंकि इसके चलते अच्छी वर्षा से रबी की अच्छी फसल होगी। डॉ. तिवारी ने बताया कि कालपुरुष की कुंडली को आधार बनाकर देखें तो मकर राशि में इन छह ग्रहों का एक साथ होना राजयोग निर्मित करता है। इस योग का बनना उन्नति एवं समृद्धि दिखाता है। यानी बीते वर्ष कोरोना और लॉकडाऊन से जो रोजगार एवं आर्थिक समस्याएं बढ़ी थीं, वे सभी इस वर्ष खत्म हो जाएंगी। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए रोजगारों के साथ आर्थिक उन्नति होगी। शनि की राशि में इतने ग्रहों का एकसाथ योग नई तकनीक सामने लाएगा एवं तकनीकी क्षेत्र में सफलता देगा। इस योग में सूर्य, बृहस्पति और शनि एकसाथ हैं, ऐसे में इस वर्ष देश आगे बढ़ेगा। भारत की पुरातन वैदिक संस्कृति सामने आएगी। उन्होंने बताया कि भारत की कुंडली के अनुसार इस षड्ग्रह योग में खास बात यह भी है कि यह भारत की कुंडली के पराक्रम भाव को सीधी दृष्टि से देखेगा। ऐसे में आने वाले समय में भारत का पराक्रम एवं सैन्यबल और अधिक मजबूत होगा। भारत की कुंडली में यह महासंयोग नौवें भाव में स्थित मकर राशि में होगा। यह भाव कानूनी मामलों और धर्म को इंगित करता है। यह वह समय होगा जब उच्चतम न्यायालय द्वारा अचल संपत्ति और कृषि से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए जा सकते हैं। किसान विरोध और गहरा हो सकता है और उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप की आवश्यकता पड़ सकती है। डॉ. तिवारी के अनुसार अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत देखने को मिलेंगे। दूरसंचार, यात्रा, पर्यटन, एयरलाइंस और कच्चे तेल जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सौदे और विकास होंगे। कर्क राशि पृथ्वी और कृषि को भी दर्शाती है। अत: इस दौरान कृषि संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। साथ ही भूकंप, अतिवृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदा आने की भी आशंका है। उन्होंने बताया कि मौनी अमावस्या पर किसी नदी-तालाब में जाकर मौन होकर स्नान करना अपने पितरों को तर्पण आदि करना विशेष फल प्रदान करेगा।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 19 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 57,737 हो गई है। वहीं, इंदौर में लगातार 17वें दिन भी कोरोना से कोई मौत नहीं हुई। यहां कोरोना अब तक 924 लोगों की मौत हुई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 169 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 19 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 57,737 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। यहां कोरोना के 21 जनवरी के बाद किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है और तब से मृतकों की संख्या 924 पर स्थिर है। इधर, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक करीब 56,499 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 315 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। इंदौर में कोरोना का रिकवरी रेट 98 फीसदी के करीब पहुंच गया है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद यहां नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची है। अब लगातार 29वें दिन यहां 100 से कम नये संक्रमित मिले हैं। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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पन्ना। पन्ना में लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही जारी है। एक माह के अंदर शुक्रवार को दूसरी कार्यवाही करते हुए जिला चिकित्सालय में पदस्थ सर्जन डॉक्टर को ऑपरेशन के नाम पर चार हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हांथों गिरफ्तार किया गया। विदित हो कि अभी लगभग 15 दिन पूर्व अजयगढ़ तहसीलदार उमेश तिवारी को भी लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि जिले में लगभग 20-25 वर्षो से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में भ्रष्टाचार का केंद्र बने हुए जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत में बैठे असली सरगना भ्रष्ट अधिकारी अभी तक पकड़ से बाहर हैं। जिसको लेकर जिले भर में तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। यहां तक चर्चाएं हैं कि लोकायुक्त से भी सांठ-गांठ होने के कारण बचते जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार लोकायुक्त सागर के उप पुलिस अधीक्षक राजेश खेड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी मुकेश कुशवाहा निवासी ग्राम सकतपुरा तहसील अमानगंज द्वारा शिकायत की गई थी कि फिशर बीमारी का ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर गुलाब तिवारी द्वारा उनसे 5 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार को उन्हें 4 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। श्री खेड़े ने बताया कि आरोपित चिकित्सक के विरुद्ध भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है। जानकारी के मुताबिक फरियादी मुकेश कुशवाहा लगभग 15 दिन पहले पाइल्स की बीमारी के चलते जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती हुए थे। जिसका इलाज जिला चिकित्सालय पन्ना के सर्जन डॉक्टर गुलाब तिवारी कर रहे थे। बताया गया है कि फरियादी मुकेश कुशवाहा के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना के तहत गरीबों को इलाज के उद्देश्य से बनाए गया आयुष्मान कार्ड भी था, जिसे फरियादी ने अपने इलाज के लिए लगाया भी था। बावजूद इसके डॉक्टर द्वारा आपरेशन के लिए रिश्वत मांगी जा रही थी। एक माह के भीतर ट्रैप की यह दूसरी कार्यवाहीः- पन्ना जिले में रिश्वतखोरी की जड़ें इस कदर फैल चुकी हैं कि अब भगवान कहे जाने वाले चिकित्सक भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। एक माह के भीतर रिश्वत लेने के मामले में लोकायुक्त पुलिस की टीम ट्रैप की यह दूसरी कार्यवाही की है। मालूम हो कि इसके पूर्व अभी हाल ही में 20 जनवरी को प्रभारी तहसीलदार अजयगढ़ उमेश तिवारी को लोकायुक्त पुलिस ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। इसके वावजूद भृष्ट अधिकारी व कर्मचारी सबक लेने को तैयार नहीं हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि अच्छी खासी सम्मानजनक वेतन पाने वाले लोगों की नियत भी चंद रुपयों के लिए डोल जाती है। पन्ना जिले में रिश्वतखोरी के आरोप में संभवतः पहली बार किसी डॉक्टर पर ऐसी कार्यवाही की गई है।
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इंदौर। बीते एक महीने से सेंट्रल जेल में बंद स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी को सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अंतरिम जमानत दे दी। उन पर हिंदू देवी-देवताओं, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं पर अशोभनीय टिप्पणी करने का आरोप है। कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी नए साल पर इंदौर में 56 दुकान स्थित मुनरो कैफे के कार्यक्रम में प्रस्तुति देने आए थे। हिंदू संगठनों को खबर लगी तो उनके कार्यकर्ता भी टिकट लेकर इस कार्यक्रम में पहुंच गए। वहां फारुकी से पहले कॉमेडियन प्रियम प्रतीक व्यास ने ही कथित रूप से हिंदू देवी-देवताओं पर अशोभनीय टिप्पणी शुरू कर दी। इस पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई कर दी और थाने ले गए। मुनव्वर फारुकी ने सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका लगाई है। इसमें उन्होंने अपने खिलाफ अलग-अलग राज्यों में दर्ज केस को एक जगह ट्रांसफर करने की मांग की है। फारुकी पर एक केस प्रयागराज में भी दर्ज किया गया है। इसमें पिछले महीने प्रोडक्शन वारंट जारी किया गया था, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने अभी रोक लगा दी है। फारुकी ने इससे पहले डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में जमानत अर्जी लगाई थी, जो खारिज हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी।
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भोपाल। बहुकला केंद्र भारत भवन के स्थापना की 39वीं वर्षगांठ पर आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय कार्यक्रम 13 फरवरी से शुरू होंगे। आयोजन के पहले दिन पंजाबी गायक हंसराज हंस का गायन होगा। भारत भवन की की स्थापना की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस चार दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत 13 फरवरी को शाम 6:30 बजे कला प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ होगी। इसमें गोंड कला प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रहेंगी। इसके बाद शाम 7 बजे पंजाबी लोक एवं सूफी गायक हंसराज हंस के गायन भी होगा। कोरोना को देखते हुए इस साल के कार्यक्रम 11 दिवसीय की जगह सिर्फ चार दिन का होगा। जिसमें कहानी पाठ, फिल्म प्रदर्शन, संगीत सभा और कविता पाठ आयोजित की जाएगी। भारत भवन के प्रशानिक अधिकारी प्रेमशंकर शुक्ला ने बताया कि कोरोना के चलते इस साल भारत भवन स्थापना दिवस समारोह को भव्य तौर पर नहीं किया जाएगा। वहीं कार्यक्रम में पहले दिन का कार्यक्रम बहिरंग में होगा, जहां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं बाकी तीन दिनों के कार्यक्रम अंतरंग में ही होंगे जहां पहले 350 दर्शकों की बैठने की व्यवस्था होती थी अब सिर्फ 250 लोग ही बैठ सकेंगे।
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भोपाल। बहुकला केंद्र भारत भवन के स्थापना की 39वीं वर्षगांठ पर आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय कार्यक्रम 13 फरवरी से शुरू होंगे। आयोजन के पहले दिन पंजाबी गायक हंसराज हंस का गायन होगा। भारत भवन की की स्थापना की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस चार दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत 13 फरवरी को शाम 6:30 बजे कला प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ होगी। इसमें गोंड कला प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रहेंगी। इसके बाद शाम 7 बजे पंजाबी लोक एवं सूफी गायक हंसराज हंस के गायन भी होगा। कोरोना को देखते हुए इस साल के कार्यक्रम 11 दिवसीय की जगह सिर्फ चार दिन का होगा। जिसमें कहानी पाठ, फिल्म प्रदर्शन, संगीत सभा और कविता पाठ आयोजित की जाएगी। भारत भवन के प्रशानिक अधिकारी प्रेमशंकर शुक्ला ने बताया कि कोरोना के चलते इस साल भारत भवन स्थापना दिवस समारोह को भव्य तौर पर नहीं किया जाएगा। वहीं कार्यक्रम में पहले दिन का कार्यक्रम बहिरंग में होगा, जहां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं बाकी तीन दिनों के कार्यक्रम अंतरंग में ही होंगे जहां पहले 350 दर्शकों की बैठने की व्यवस्था होती थी अब सिर्फ 250 लोग ही बैठ सकेंगे।
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ग्वालियर। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस बार मौनी अमावस्या 11 फरवरी गुरुवार को मनाई जाएगी। पुराणों में मान्यता है कि देवतागण इस पवित्र दिन को संगम में निवास करते हैं, इसलिए मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान का खास महत्व है। इस बार हरिद्वार में कुंभ महापर्व की वजह से स्नान-दान का विशेष महत्व रहेगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि जिस वर्ष गुरु कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं, उसके दो-तीन माह पूर्व से कुंभ मेला का महापर्व हरिद्वार में प्रारंभ हो जाता है। इस बार सूर्य भी माघ माह में मकर राशि गत है। अत: इस बार की मोनी अमावश्या खास होगी। कहा जाता है कि इस दिन मौन रहने वाले व्यक्ति को मुनि पद की प्राप्ति होती है। इस दिन गंगा स्नान के बाद मौन व्रत का संकल्प लें और उसके बाद भगवान विष्णु को पीले फूल, केसर, चंदन, घी का दीपक और प्रसाद के साथ पूजा करें। ऐसे कर सकते है व्रत स्नान: ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सुबह नदी, सरोवर या पवित्र कुंड में स्नान करें और सूर्य देव को अघ्र्य दें। व्रत रखकर जहां तक संभव हो मौन रहेें। गरीब व भूखे व्यक्ति को भोजन जरूर कराएं। वस्त्र, अनाज, आंवला, तिल, पलंग, कंबल, घी और गौशाला में गाय के लिए भोजन दान करें। हर अमावस्या की तरह मौनी अमावस्या पर भी पितरों को याद करें। इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष भी मिलता और वह प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं, जिससे जीवन में सुख समृद्धि आती है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का माकअप राउंड बुधवार से शुरू हो गया है। प्रदेश के 1100 केन्द्रों पर टीकाकरण से छूटे स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा रहा है। यह माकअप राउंड तीन दिन चलेगा, जिसमें एक लाख 12 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। सभी को एसएमएस भेज दिया गया है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में प्रथम चरण में टीकाकरण के लिए 4 लाख 17 हजार कर्मचारियों को चिन्हित किया गया था। इनमें 73 फीसद को टीका लगाया जा चुका है। टीकाकरण से छूटे स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए आज से मॉकअपर राउंड शुरू किया गया है। तीन दिन चलने वाले इस मॉकअप राउंड में एक लाख 12 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान जो स्वास्थ्यकर्मी टीका नहीं लगवा पाएंगे, उन्हें बाद में मौका नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि छह फरवरी से प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा। इसमें नगर निगम के कर्मचारी, राजस्व कर्मचारी, आपदा प्रबंधन से जुड़े कर्मचारी व पुलिसकर्मी शामिल हैं। प्रदेश भर से अभी तक करीब तीन लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स का आंकड़ा मिला है। यह संख्या अभी और बढ़ेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में हवा का रुख दक्षिणी-पूर्वी होने से बदली हवा की दिशा से राजधानी भोपाल समेत पूरे मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापामान में बढ़ोतरी होने लगी है। इससे ठंड से कुछ राहत मिलने लगी है। हालांकि एक साथ तीन वेदर सिस्टम सक्रिय होने के चलते गुरुवार से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बिगड़ सकता है। राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बादल छाने लगेंगे। गुरुवार-शुक्रवार को भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों में बारिश हो सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले गिरने की भी आशंका जताई जा रही है। इस दौरान दिन के तापमान में तो कमी दर्ज की जाएगी, लेकिन रात्रि के तापमान में इजाफा होगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर एक तीव्र आवृति वाला पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस सिस्टम के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। साथ ही एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) उत्तरी केरल के तट से गुजरात के दक्षिणी भाग तक बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के एक साथ सक्रिय होने के साथ ही हवाओं का रुख दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हो गया है। वातावरण में नमी बढऩे के कारण पूरे प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने लगी है। अफगानिस्तान पर बने सिस्टम के बुधवार को उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के कारण चार फरवरी से राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाने लगेंगे। चार-पांच फरवरी को गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले गिरने के भी आसार हैं। बादल बने रहने के कारण दिन के तापमान में तो कमी दर्ज होगी, लेकिन रात का तापमान अपेक्षाकृत बढ़ा हुआ रहेगा। छह फरवरी से बादल छंटने लगेंगे और धीरे-धीरे मौसम साफ होने लगेगा। इससे एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी। इससे फिर वातावरण में ठंड बढऩे लगेगी। मौसम साफ होने के बाद एक बार फिर तापमान में गिरावट होने लगेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में हवा का रुख दक्षिणी-पूर्वी होने से बदली हवा की दिशा से राजधानी भोपाल समेत पूरे मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापामान में बढ़ोतरी होने लगी है। इससे ठंड से कुछ राहत मिलने लगी है। हालांकि एक साथ तीन वेदर सिस्टम सक्रिय होने के चलते गुरुवार से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बिगड़ सकता है। राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बादल छाने लगेंगे। गुरुवार-शुक्रवार को भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों में बारिश हो सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले गिरने की भी आशंका जताई जा रही है। इस दौरान दिन के तापमान में तो कमी दर्ज की जाएगी, लेकिन रात्रि के तापमान में इजाफा होगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर एक तीव्र आवृति वाला पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस सिस्टम के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। साथ ही एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) उत्तरी केरल के तट से गुजरात के दक्षिणी भाग तक बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के एक साथ सक्रिय होने के साथ ही हवाओं का रुख दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हो गया है। वातावरण में नमी बढऩे के कारण पूरे प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने लगी है। अफगानिस्तान पर बने सिस्टम के बुधवार को उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस सिस्टम के कारण चार फरवरी से राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाने लगेंगे। चार-पांच फरवरी को गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले गिरने के भी आसार हैं। बादल बने रहने के कारण दिन के तापमान में तो कमी दर्ज होगी, लेकिन रात का तापमान अपेक्षाकृत बढ़ा हुआ रहेगा। छह फरवरी से बादल छंटने लगेंगे और धीरे-धीरे मौसम साफ होने लगेगा। इससे एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी। इससे फिर वातावरण में ठंड बढऩे लगेगी। मौसम साफ होने के बाद एक बार फिर तापमान में गिरावट होने लगेगी।
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रायसेन। शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए रिश्वत मांगने तथा अभद्र व्यवहार करने पर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के निर्देशानुसार जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा द्वारा सोमवार को सॉची जनपद की ग्राम पंचायत बड़ौदा-25 के पंचायत सचिव धर्म सिंह यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत सॉची निर्धारित किया गया है तथा निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। समाधान ऑनलाईन कार्यक्रम में कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को ग्राम बड़ौदा-25 निवासी भैयालाल सिंह ने अवगत कराया कि उनके पिता गुलाब सिंह की मृत्यु होने पर अंत्येष्टि सहायता प्रदान करने के लिए पंचायत सचिव धर्म सिंह यादव द्वारा अभद्र व्यवहार करते हुए रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव यादव को रिश्वत मांगने और शासन के नियमानुसार समय सीमा में अंत्येष्टि सहायता राशि प्रदान नहीं करने पर मप्र पंचायत सेवा नियम के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
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अनूपपुर। अमरकंटक में सोमवार को तीसरे दिन भी नर्मदा सहित आसपास के मैदानी हिस्सों पर ओस की बूंदें बर्फ की पतली सफेद चादर के रूप में जमी नजर आई। इससे पूर्व दो दिन से लगातार अमरकंटक के नर्मदा तट किनारे सहित सटे पुष्पराजगढ़ विकासखंड के अधिकांश हिस्सों में ओस की शबनमी बूंदें जमकर बर्फ की परत में तब्दील हो गई थी। क्षेत्र में ओस के बर्फ के रूप मेें जमने के कारण अब अमरकंटक में भी शीतलहर की ठिठुरन से कंपकपाने लगा है। लगातार दिन के तापमान के साथ रात के भी तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। माना जाता है कि उत्तर भारत में लगातार जारी शीतलहर के प्रभाव के कारण अमरकंटक सहित आसपास के क्षेत्रों में तापमान में अभी गिरावट बनी रहेगी और शीत लहर का प्रकोप जारी रहेगा। सोमवार को अमरकंटक का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रिकार्ड किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 24 रिकार्ड किया गया। जबकि अनूपपुर जिला मुख्यालय का न्यनूतम तापमान 5 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 25 डिग्री रिकार्ड किया गया है। वहीं खेतों में ओस की बूंदों के जमने से किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। खेतों में रबी की तैयार हो रही दलहनी फसलों सहित सब्जियों की खेती पर पाले का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि कृषि विभाग ने किसानों के लिए समसामायिकी सलाह जारी की है। कृषि उपसंचालक एनडी गुप्ता ने बताया कि अत्याधिक मात्रा में बर्फ की परत जमती है तो इससे खासकर दलहनी फसलों, सब्जियों में टमाटर, मटर, लौकी,गोभी सहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। वर्तमान में गर्मी के दिनों के लिए तैयार की जा रही सब्जियों की नर्सरी को इस पाले से नुकसान पहुंच सकता है। विभागीय जानकारी के अनुसार जिले में इस वर्ष 37.30 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य में 36.55 हजार हेक्टेयर में दलहनी फसलों की बुवाई की गई है। चना 14.30 हजार हेक्टेयर, मटर 3.30 हजार हेक्टेयर, मसूर 18.06 हजार हेक्टेयर में है। जैतहरी, पुष्पराजगढ़, और अनूपपुर के किसानों द्वारा वृहद स्तर पर सब्जी की फसल को भी उगाया गया है। सिंचाई के साथ धुंआ कर बचाने की सलाह कृषि उपसंचालक गुप्ता ने बताया कि पाला पडऩे की संभावना पर फसलों में हल्की सिंचाई करें। थायो यूरिया की 500 ग्राम मात्रा का 1000 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें या 8 से 10 किलोग्राम सल्फर पाउडर प्रति एकड़ का भुरकाव करें अथवा घुलनशील सल्फर 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर अथवा 0.1 प्रतिशत गंधक अम्ल का छिड़काव करें। देर से बुवाई की गई फसल में सिंचाई के साथ एक-तिहाई नत्रजन (33 किलोग्राम /हेक्टेयर) या यूरिया (70-72 किलोग्राम/ हेक्टेयर) सिंचाई के पूर्व भुरककर दें। अगेती बुवाई वाली किस्मों में और सिंचाई न करें, पूर्ण सिंचित समय से बुवाई वाली किस्मों में 20-20 दिन के अंतराल पर 4 सिंचाई करें। आवश्यकता से अधिक सिंचाई करने पर फसल गिर सकती है, दानों में दूधिया धब्बे आ जाते हैं तथा उपज कम हो जाती है। बालियां निकलते समय फव्बारा विधि से सिंचाई न करें अन्यथा फूल खिर जाते हैं, दानों का मुंह काला पड़ जाता है।
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इंदौर। गुंडों, माफियाओं और नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में सोमवार सुबह एबी रोड पर स्थित एक ढाबे और नावदा पंथ में एक होटल को नेस्तनाबूद कर दिया गया, जिनमें अवैध तरीके से शराब परोसी जाती थी। कलेक्टर मनीष सिंह को शिकायत मिली थी कि AB रोड स्थित ढाबा मिडलैंड और नावदा पंथ में होटल सुकून पर अवैध रूप से ग्राहकों को शराब परोसी जाती है। इस पर कलेक्टर ने अवैध शराब बेचने वाले ढाबों और अन्य संस्थानों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर के आदेश के बाद प्रशासन, पुलिस और नगरनिगम की टीम सोमवार सुबह ढाबा मिडलैंड और होटल सुकून को ढहाने के लिए पहुंच गई। बांस, लकड़ी और टीन शेड डालकर बने ये निर्माण गिराने में ज्यादा देर नहीं लगी। बुलडोजर के धक्का मारते ही ढाबा और होटल जमींदोज हो गए। कार्रवाई के दौरान आबकारी विभाग का अमला भी मौजूद रहा।
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अनूपपुर। शिक्षकों की दक्षता व विद्वता के आधार पर विद्यार्थियों ने चुनौतियों को पार कर सफलता हासिल की है और मंजिल की बुलंदियों को छुआ है, लेकिन दक्षता के आधार पर बच्चों का भविष्य तैयार करने वाले शिक्षक अब अपने ही दक्षता आंकलन में मात खाते नजर आ रहे हैं। हाल के दिनों में लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा आयोजित दक्षता आंकलन परीक्षा में जिले के 216 शिक्षकों में 75 शिक्षक अपनी दक्षता आंकलन में सही जवाब दे सके। दो दिवसीय आयोजित परीक्षा में मात्र 134 शिक्षक सफल हो सके। जिसे देखते हुए अब उच्च शिक्षण संचालनालय ने ऐसे असफल शिक्षकों को नोटिस जारी कर कारण पूछा है और आगामी दक्षता परीक्षा में बैठने के निर्देश दिए हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल द्वारा दक्षता परीक्षा का आयोजन 3 एवं 4 जनवरी को किया गया था। आयोजित हुए दक्षता परीक्षा में बोर्ड परीक्षा में 40 प्रतिशत से कम अंक वाले शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों से 10 शिक्षक को परीक्षा के लिए आमंत्रित किया गया था। जबकि उच्च माध्यमिक/ माध्यमिक शिक्षक एवं कैंचमेंट के माध्यमिक स्कूलों के 206 प्राधानाध्यापक/ शिक्षक को शामिल होना प्रस्तावित किया गया। लेकिन इनमें 199 प्राधानाध्यापक/ शिक्षक दक्षता आकंलन परीक्षा में सम्मिलित हुए। वहीं परीक्षा से 5 शिक्षक/ शिक्षिका अनुपस्थित रहे। दक्षता के आए परिणाम में शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों से सभी10 शिक्षकों ने 70 प्रतिशत से उपर अंक प्राप्त किया, जबकि माध्यमिक स्कूलों के लिए 4 जनवरी को आयोजित परीक्षा में शामिल 199 प्राधानाध्यापक/ शिक्षक में से 124 प्राधानाध्यापक/ शिक्षक 70 प्रतिशत से उपर अंक प्राप्त कर सफल हुए। शेष 66 शिक्षक 70 प्रतिशत से कम परिणाम प्राप्त किया। फिर भी संचानालय ने इन्हे ऑनलाईन प्रशिक्षण के लिए सुविधा प्रदान की है। वहीं 9 शिक्षक 50 प्रतिशत या इससे कम अंक प्राप्त किए हैं। अनुपस्थिति पर 5 और कम अंक पर 9 शिक्षकों को नोटिस शनिवार की शाम दक्षता परीक्षा से गायब 5 शिक्षकों सहित 50 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वाले 9 शिक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। साथ ही पूछा गया है कि वह कहां थे और इतने कम अंक कैसे आए। साथ ही अपने विषय में सुधार कर 2 माह का समय दिया है। और आगामी मार्च माह के दौरान पुन:दक्षता परीक्षा में सम्मिलित होने के निर्देश दिए हैं। वहीं अनुपस्थित शिक्षकों के लिए 24 जनवरी को परीक्षा आयोजित की गई है। जिसमें चार उपस्थित एक अनुपस्थित रहे। बताया जाता है कि शिक्षकों को दक्षता परीक्षा के दौरान विषयवार पुस्तक साथ लेकर आने के निर्देश थे और परीक्षा कक्ष में पुस्तक से उत्तर ढूढ़ कर लिखने के शासन द्वारा निर्देशित किया गया था। बावजूद शिक्षक पुस्तक के सहयोग के बाद भी 70 प्रतिशत से एवं 50 प्रतिशत से कम अंक हासिल किए। परिणामों के बाद यह बात चर्चा का विषय बन गया है कि जो शिक्षक किताबें खोलकर परीक्षा पास नहीं कर सकता, वैसे शिक्षक बिना पर्चा व किताबों के आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षा की तैयारी किस आधार पर करा सकेगा।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली बान्द्रा टर्मिनस हरिद्वार बान्द्रा टर्मिनस त्योहार स्पेशल ट्रेन एवं गांधीधाम-भागलपुर-गांधीधाम त्योहार स्पेशल गाडियों के फेरों में विस्तार किया गया जा रहा है, अब ये ट्रेनें अप्रैल तक चलेगी। मंडल रेल प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार जयंत ने रविवारको बताया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रतलाम मंडल से गुजरने वाली दो जोड़ी स्पेशल गाडियों के फेरों में विस्तार किया जा रहा है। बान्द्रा टर्मिनस हरिद्वार बान्द्रा टर्मिनस त्योहार स्पेशल ट्रेन एवं गांधीधाम-भागलपुर-गांधीधाम त्योहार स्पेशल गाडियॉं अप्रैल तक चलेगी। 09017/09018 बान्द्रा टर्मिनस हरिद्वार बान्द्रा टर्मिनस त्योहार स्पेशल ट्रेन(साप्ताहिक) गाड़ी संख्या 09017 बान्द्रा टर्मिनस हरिद्वार स्पेशल ट्रेन 03 फरवरी से 28 अप्रेल तक बान्द्रा टर्मिनस से प्रति बुधवार को 13.05 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(22.55/23.05 बुधवार) होते हुए गाड़ी चलने के दूसरे दिन 15.50 बजे हरिद्वार पहुँचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09018 हरिद्वार बान्द्रा टर्मिनस स्पेशल एक्सप्रेस, 04 फरवरी से 29 अप्रेल तक हरिद्वार से प्रति गुरुवार को 18.30 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(10.40/10.50 शुक्रवार) होते हुए गाड़ी चलने के दूसरे दिन 22.00 बजे बान्द्रा टर्मिनस पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में बोरीवली, बोइसर, वापी, वलसाढ़, नवसारी, सूरत, भरूच, वडोदरा, रतलाम, भवानी मंडी, रामगंज मंडी, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, हिंडौन सिटी, भरतपुर जंक्शन, मथुरा, फरिदाबाद, हजरत निजामुद्दीन, गाजियाबाद, मेरठ सिटी, मुजफ्फरनग, टपरी एवं रूड़की स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में एक सेकंड एसी, पांच थर्ड एसी,दस स्लीपर एवं चार सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। 09451/09452 गांधीधाम भागलपुर गांधीधाम त्योहार स्पेशल ट्रेन(साप्ताहिक):- गाड़ी संख्या 09451 गांधीधाम भागलपुर स्पेशल ट्रेन 05 फरवरी से 30 अप्रेल, 2021 तक गांधीधाम से प्रति शुक्रवार को 17.40 बजे चलकर रतलाम मंडल के दाहोद(04.05/04.07) एवं रतलाम जंक्शन(06.00/06.05) होते हुए गाड़ी चलने के तीसरे दिन 20.15 बजे भागलपुर पहुँचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09452 भागलपुर गांधीधाम स्पेशल एक्सप्रेस, 08 फरवरी से 03 मई तक भागलपुर से प्रति सोमवार को 05.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के रतलाम जंक्शन(19.50/19.55) एवं दाहोद(21.38/21.40) होते हुए गाड़ी चलने के तीसरे दिन 08.00 बजे गांधीधाम पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में भचाऊ, सामाख्याली,ध्रांगध्रा, अहमदाबाद, नडियाड, दाहोद,रतलाम, भवानी मंडी, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, हिंडौन सिटी, बयाना, भरतपुर जंक्शन, अछनेरा मथुरा, कासगंज, फारुखाबाद, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, बाराबंकी, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर, पनिअहवा, नरकटियागंज, बेतिया, सगौली, बापूधाम मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बरौनी, बेगुसराय, मुगेर, रतनपुर एवं सुल्तानगंज स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में एक सेकंड एसी, पांच थर्ड एसी, आठ स्लीपर एवं चार सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठंड का कहर जारी है। पिछले कुछ दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही। राजधानी सहित पूरा मध्य प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। शनिवार को राजधानी भोपाल समेत 18 जिलों में शीतलहर चली। रविवार सुबह भी राजधानी भोपाल में सर्द हवा चलने से ठिठुरन का एहसास हुआ। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत से आ रही हवाओं के चलते अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम ऐसा ही बना रहेगा। इसके बाद फरवरी की शुरुआत में एकबार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने के आसार हैं। हवाओं का रुख बदलने से बादल छाएंगे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ों पर अभी भी बर्फ जमी हुई है। साथ ही तीन दिन से लगातार हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। लगभग 14 किलोमीटर की औसत रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिसके चलते अभी दो-तीन दिन तक ठंड के तीखे तेवर बने रह सकते हैं। इसके बाद एक फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत पहुंचेगा। हालांकि इस सिस्टम की आवृत्ति कम होने से हवाओं के रुख पर विशेष फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन तीन फरवरी को एक अन्य अधिक तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। इससे वातावरण में नमी आने का सिलसिला शुरू होगा। इससे चार-पांच फरवरी को राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। बादल छाने से रात के तापमान में भी बढ़ोतरी होगी और ठंड से राहत मिलेगी। इन जिलों में शीतलहरशनिवार को भोपाल के अलावा जबलपुर, सिवनी, दतिया, सतना, सागर, रीवा, नौगांव, खण्डवा, खजुराहो, गुना, ग्वालियर, टीकमगढ़, दमोह, बैतूल, उमरिया, राजगढ़, रतलाम में शीतलहर चली। प्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार रात का तापमान 5.2 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 1.6 डिग्री और नौगांव में 2 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार 31 जनवरी से 2 फरवरी तक ठंड कम नहीं होगी, 3 फरवरी से मौसम में कुछ राहत मिलेगी। उत्तरी हवाओं के चलते अगले कुछ दिन बारिश होने के भी आसार है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठंड का कहर जारी है। पिछले कुछ दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही। राजधानी सहित पूरा मध्य प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। शनिवार को राजधानी भोपाल समेत 18 जिलों में शीतलहर चली। रविवार सुबह भी राजधानी भोपाल में सर्द हवा चलने से ठिठुरन का एहसास हुआ। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत से आ रही हवाओं के चलते अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम ऐसा ही बना रहेगा। इसके बाद फरवरी की शुरुआत में एकबार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने के आसार हैं। हवाओं का रुख बदलने से बादल छाएंगे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ों पर अभी भी बर्फ जमी हुई है। साथ ही तीन दिन से लगातार हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। लगभग 14 किलोमीटर की औसत रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिसके चलते अभी दो-तीन दिन तक ठंड के तीखे तेवर बने रह सकते हैं। इसके बाद एक फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत पहुंचेगा। हालांकि इस सिस्टम की आवृत्ति कम होने से हवाओं के रुख पर विशेष फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन तीन फरवरी को एक अन्य अधिक तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। इससे वातावरण में नमी आने का सिलसिला शुरू होगा। इससे चार-पांच फरवरी को राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। बादल छाने से रात के तापमान में भी बढ़ोतरी होगी और ठंड से राहत मिलेगी। इन जिलों में शीतलहरशनिवार को भोपाल के अलावा जबलपुर, सिवनी, दतिया, सतना, सागर, रीवा, नौगांव, खण्डवा, खजुराहो, गुना, ग्वालियर, टीकमगढ़, दमोह, बैतूल, उमरिया, राजगढ़, रतलाम में शीतलहर चली। प्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार रात का तापमान 5.2 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 1.6 डिग्री और नौगांव में 2 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार 31 जनवरी से 2 फरवरी तक ठंड कम नहीं होगी, 3 फरवरी से मौसम में कुछ राहत मिलेगी। उत्तरी हवाओं के चलते अगले कुछ दिन बारिश होने के भी आसार है।
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शहडोल। प्रदेश में इन दिनों माफियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही जारी है। जिला प्रशासन द्वारा उनके अवैध कब्जे को ध्वस्त किया जा रहा है। इसी क्रम में शनिवार को जिला मुख्यालय के मोदी नगर के वार्ड स्थित ड्रग-माफिया के मकान को कलेक्टर और एसपी की मौजूदगी में जे.सी.बी. के माध्यम से जमींदोज किया गया। जानकारी के अनुसार शनिवार जिला मुख्यालय के मोदी नगर के वार्ड नम्बर-15 स्थित ड्रग माफिया असद खान का मकान खसरा नम्बर 681, 682 के अंश भाग लगभग 9 डिस्मल (4136 वर्गफिट) में महलनुमा मकान को कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सतेन्द्र सिंह तथा पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी ने स्वयं खड़े होकर जे.सी.बी. के माध्यम से तुड़वाया। जिसकी अनुमानित कीमत 02.50 करोड़ के लगभग आंकी गई है। इसी दौरान आने जाने रास्ता जो 10 फिट का निर्धारित था, जिसका अगल बगल के मकान मालिकों ने लगभग 6 फिट पर अतिक्रमण किया था, उसे भी हटाया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर धर्मेन्द्र मिश्रा, कार्यपालन यंत्री पीड्ब्ल्यूडी डी.के. खरे, उप पुलिस अधीक्षक यातायात अखिलेश तिवारी, तहसीलदार लवकुश प्रसाद शुक्ला एवं अभयानदं शर्मा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी अमित तिवारी सहित नगर पालिका का अमला उपस्थित रहा।
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भोपाल। राज्य शासन ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक एचबी सिंह को निलंबित कर दिया है। सहायक संचालक को उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वह एक छात्र के पिता से विदेश अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति जारी करने के नाम पर रिश्वत ले रहा था। निलंबन की कार्रवाई आदिवासी विकास आयुक्त एमके अग्रवाल ने की। निलंबन अवधि में सिंह का मुख्यालय संभागीय उपायुक्त, आदिवासी तथा अनुसूचित जाति विकास नर्मदापुरम संभाग, होशंगाबाद रहेगा। सहायक संचालक एचबी सिंह को गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस ने 25 हजार स्र्पये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था। मामले की शिकायत वल्लभ पाटीदार निवासी मेहगांव थाना धामनोद जिला धार ने की थी। सिंह ने उनके पुत्र हेमंत पाटीदार की विदेश अध्ययन के लिए स्वीकृत छात्रवृत्ति के लिए रिश्वत मांगी थी। छात्र हेमंत का चयन एरिजोना यूनिवर्सिटी फिनिक्स सिटी (अमेरिका) के लिए हुआ था। स्वीकृत छात्रवृत्ति के भुगतान एवं उसमें पांच हजार डॉलर की वृद्धि करने के बदले सिंह ने पहले दो लाख स्र्पये की मांग की। बाद में सहायक संचालक चार हजार डॉलर खुद रखने की बात पर अड़ा था। पहली किस्त के तौर पर 25 हजार लेते समय लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ लिया था।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठंड के तेवर तीखे बने हुए है। लगातार सर्द हवाएं चलने से राजधानी सहित पूरा प्रदेश ठिठुर रहा है। ठंड से बचने के लिए लोग आग का सहारा ले रहे हैं। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह घना कोहरा छाया रहा। हवा चलने से ठिठुरन महसूस हुई। हालांकि छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी मप्र में हवाओं का रुख दक्षिणी होने से गुरुवार से बादल छाने लगे हैं। इससे तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दो दिन तक ठंड के तेवर इसी तरह तीखे बने रहेंगे। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में आसमान साफ है और हवा का रुख उत्तरी और उत्तर पूर्वी बना हुआ है। इस वजह से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में ठंड के तीखे तेवर बरकरार हैं, लेकिन वर्तमान में आंध्रा कोस्ट पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। साथ ही महाराष्ट्र पर एक चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी मप्र में हवा का रुख दक्षिणी होने लगा है। नमी आने के कारण उस क्षेत्र में बादल छाने लगे हैं। साथ ही बारिश के आसार बन रहे हैं। हालांकि इस सिस्टम के कारण प्रदेश के शेष इलाकों में विशेष असर पडऩे की संभावना नहीं है। इसकी वजह शेष इलाकों में हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। इससे अभी दो दिन तक ठंड के तीखे तेवर बने रहेंगे। इसके बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने पर न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। इसी क्रम में गुरुवार को दमोह में तीव्र शीतल दिन और इंदौर, खजराहो, सतना एवं राजगढ़ में कोल्ड डे रहा। गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा, न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा।
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इंदौर। राशन माफिया भरत दवे और श्याम दवे के अवैध निर्माण पर नगर निगम की कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी रही। लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को मोती तबेला क्षेत्र में राशन माफिया श्याम दवे और उसके स्वजनों द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। वहां चार इमारतों के अवैध हिस्से तोड़े जा रहे हैं। सुबह 10.30 बजे से निगम के रिमूवल दस्ते ने मौके पर पहुंचकर तोड़फोड़ शुरू कर दी थी। नगर निगम उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि सारा काम मजदूर लगाकर कराना पड़ रहा है, इसलिए समय ज्यादा लग रहा है। अब तक संकरी गली में बुलडोजर मशीन जाने की जगह नहीं थी, लेकिन हैंगिंग और एमओएस (मार्जिनल ओपन स्पेस) का अवैध निर्माण टूटने के बाद बुलडोजर मशीन गली में आ सकी। इसलिए शुक्रवार से बुलडोजर मशीन का उपयोग भी किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि चार मकानों में से एक की छत गुरुवार को गिराई जा चुकी है। बची छतों में छेद कर दिए गए थे और उन्हें शुक्रवार को गिराया गया। दो इमारतों की डक्ट और एक मकान की हैंगिंग तोड़ने का काम भी शुक्रवार को किया गया। निगम के सहायक रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे ने बताया कि शुक्रवार को शाम तक मोती तबेला क्षेत्र में अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई पूरी कर दी जाएगी।
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उज्जैन। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशन की हेराफेरी में संलिप्त राशन माफिया मनोज जैन का वृंदावन स्थित घर का अवैध निर्माण सोमवार को नगर निगम द्वारा जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की सहायता से तोड़ दिया गया। आरोपित द्वारा बड़े पैमाने पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशन की हेराफेरी की गई है। इसी प्रकार राशन माफिया अनिल जैन के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित गोडाउन पर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा जेसीबी चलाई गई । अनिल जैन के गोडाउन से छापामार कार्रवाई में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का राशन पकड़ा गया था। इसी पर कार्रवाई करते हुए उसके अवैध गोडाउन को तोड़ दिया गया है।
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बैतूल। शासकीय विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता और वहां के शिक्षकों की शिक्षण दक्षता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दक्षता आंकलन के लिए जनवरी माह के प्रथम सप्ताह में आयोजित दक्षता परीक्षा में शामिल शिक्षकों ने पाठ्यक्रमों का उपयोग कर परीक्षा दी गई। इसके बाद भी 19 शिक्षक 50 फीसदी अंक भी हासिल नहीं कर पाये, जबकि 97 शिक्षकों को 70 प्रतिशत से कम अंक मिले। 50 फीसदी से कम अंक हासिल करने वाले शिक्षकों की शिक्षण दक्षता में सुधार के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जायेगा। शिक्षण कार्य में पूर्ण दक्षता हासिल करने के लिए शिक्षकों को दो माह का समय दिया जायेगा। जिसके बाद मार्च 2021 में इन शिक्षकों की पुन: दक्षता परीक्षा ली जायेगी। दूसरी बात आयोजित दक्षता परीक्षा के परिणाम में शिक्षण दक्षता में सुधार नहीं होने वाले शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। साथ ही दक्षता परीक्षा में 70 फीसदी एवं उसके कम अंक हासिल करने वाले शिक्षकों को भी विषयवार ऑनलाईन प्रशिक्षण दिया जायेगा। बोर्ड परीक्षा में कम रिजल्ट वाले स्कूलों के शिक्षकों की ली थी परीक्षा माध्यमिक शिक्षा मंडल मप्र द्वारा आयोजित कक्षा 10 वीं- 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में 40 फीसदी से कम रिजल्ट वाले हाईस्कूल- हायर सेकेण्डरी स्कूलों एवं उनके कैचमेंट के मिडिल स्कूलों के विषय शिक्षकों की दक्षता परखने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 3 एवं 4 जनवरी को दक्षता परीक्षा आयोजित की थी। दक्षता परीक्षा के दौरान शिक्षकों को पाठ्य पुस्तकों का उपयोग करने की छूट दी गई थी। जिला मुख्यालय स्थित उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल बैतूल परीक्षा केन्द्र में दो चरणों में आयोजित दक्षता परीक्षा में 233 शिक्षक शामिल हुए थे जबकि 4 शिक्षकों ने परीक्षा नहीं दी थी। मूल्यांकन के बाद जो परिणाम सामने आये है उनके मुताबिक पुस्तकों का उपयोग कर परीक्षा देने के बावजूद 19 शिक्षकों को 50 फीसदी से कम अंक मिले। जबकि 97 शिक्षकों ने 70 फीसदी एवं उससे कम अंक प्राप्त किये। इन शिक्षकों को मिले 50 फीसदी से कम अंक लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दक्षता परीक्षा के घोषित परिणामों में बैतूल जिले के 19 शिक्षकों को 50 फीसदी से कम अंक मिलने की जानकारी सामने आयी है। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सूची के मुताबिक शा.हा.से. स्कूल कृषि बैतूलबाजार के यूडीटी प्रवीण चंद्र थट्टे, शाउमावि रोढ़ा के अध्यापक दीपक बिसन्द्रे, शा. हाईस्कूल इटावा (प्रभातपट्टन) के अध्यापक किसान पंद्राम, शा. कन्या उमावि आठनेर की अध्यापक सविता महाढुले, शा. हाईस्कूल मलकापुर के वरिष्ठ अध्यापक प्रवीण बर्डे, हायर सेकेण्डरी स्कूल अमरावती घाट के यूडीटी विजय कुमार लोखण्डे, हाईस्कूल नरखेड़ की अध्यापक मीरा कापसे, हाईस्कूल ढोढरामऊ (शाहपुर) के यूडीटी अरूण कुमार यादव, हाईस्कूल बांसपुर (घोड़ाडोंगरी) की अध्यापक राखी खादीकर, हाईस्कूल हिवरा (आठनेर) के अध्यापक दीनदयाल नरवरे, हाईस्कूल दूधिया (चिचोली) के अध्यापक आदित्य आर्य, हायर सेकेण्डरी स्कूल गुरूवा पिपरिया के अध्यापक नवल किशोर बारस्कर, हाईस्कूल बटकीडोह (घोड़ाडोंगरी) के अध्यापक बिरजदास, शा. कन्या हाईस्कूल पाढर के अध्यापक फुसूलाल साहू, हाईस्कूल खारीमाल (आमला) के अध्यापक नौशाद खान, हाईस्कूल बाकुड़ (घोड़ाडोंगरी) के अध्यापक जीवनलाल बारंगे, हाईस्कूल बघोड़ा (प्रभातपट्टन) की संविदा शिक्षक वर्ग दो संगीता उईके, हाईस्कूल गोंडीगौला (बैतूल) की अध्यापक दुर्गा लिखितकर एवं हाईस्कूल हतनापुर (मुलताई) के अध्यापक नारायण निरापुरे ने दक्षता परीक्षा में 50 फीसदी एवं उससे कम अंक हासिल किये है। इसमें से 16 शिक्षकों का गठित तथा एक-एक शिक्षक का विज्ञान तथा सामाजिक विज्ञान विषय में पुअर परफार्मेंश रहा है। दक्षता में सुधार नहीं तो होगी कार्यवाही दक्षता परीक्षा में 50 फीसदी या उससे कम अंक प्राप्त करने वाले शिक्षकों की शिक्षण दक्षता में और सुधार के लिए लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दो माह का समय दिया गया है। इस दौरान उन्हें दक्षता उन्नयन के लिए बाकायदा प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। इसके बाद लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा माह मार्च 2021 में पुन: दक्षता परीक्षा ली जायेगी तथा दक्षता में सुधार नहीं होने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व शिक्षक का होगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में राजधानी भोपाल समेत सभी जिला मुख्यालयों पर सोमवार को 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सरकारी दफ्तरों में जिला अधिकारियों द्वारा सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई। राजधानी भोपाल स्थित मंत्रालय में प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस द्वारा मतदाता दिवस की शपथ दिलाई गई। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर भोपाल में मंत्रालय स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्वाचन में मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलाई। सभी ने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखने तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण रखते हुए, निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ ली। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार और उपसचिव अरविन्द दुबे सहित वल्लभ भवन, सतपुड़ा और विंध्याचल भवन के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। इसके साथ ही राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला अधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थों को शपथ दिलाई गई। वहीं, राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रमुख सचिव एपी सिंह द्वारा शपथ दिलायी गई। समस्त अधिकारी-कर्मचारियों ने मास्क धारण कर एवं पर्याप्त दूरी बनाकर विधानसभा परिसर स्थित ऑडिटोरियम में शपथ ली। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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सतना। जिले के बरौंधा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हरदी जागीर में शनिवार को घरेलू विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी पुत्रवधू पर कुल्हाडी से हमला कर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, ग्राम हरदी जागारी निवासी रामप्रसाद बुनकर की शनिवार सुबह घर की साफ-सफाई को लेकर अपनी पुत्रवधु से किसी कहा-सुनी हो गई। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि रामप्रसाद ने गुस्से में आकर 27 वर्षीय पुत्रवधु बुधिया बुनकर पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा की कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है और आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
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सतना। जिले के बरौंधा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हरदी जागीर में शनिवार को घरेलू विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी पुत्रवधू पर कुल्हाडी से हमला कर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, ग्राम हरदी जागारी निवासी रामप्रसाद बुनकर की शनिवार सुबह घर की साफ-सफाई को लेकर अपनी पुत्रवधु से किसी कहा-सुनी हो गई। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि रामप्रसाद ने गुस्से में आकर 27 वर्षीय पुत्रवधु बुधिया बुनकर पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा की कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है और आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
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इंदौर। इंदौर जिला जेल में शुक्रवार शाम को दो गुटों में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष हो गया। इस दौरान दोनों गुटों के सदस्यों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान चाकुओं से हमला भी किया गया, जिसमें एक कैदी गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है। मामले में शनिवार सुबह जेल अधीक्षक अजमेर सिंह ठाकुर ने जेल प्रहरी दीपक तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जानकारी के मुताबिक, जेल में सजा काट रहे ड्रग तस्कर सलमान लाला और इमरान सलीम गैंग के बीच इन दिनों वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम को दोनों गैंग के सदस्य आपस मे भिड़ गए। इस दौरान जेल में चाकूबाजी हुई, जिसमें इमरान-सलीम गुट के 32 वर्षीय शादाब पुत्र आरिफ गंभीर रूप से घायल हो गया। शादाब को उसे गंभीर हालत में एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसका इलाज जारी है। मामले में जेल अधीक्षक की शिकायत पर पुलिस ने शनिवार को सुबह मामले की जांच शुरू की। संयोगितागंज थाना प्रभारी एसआई राजीव त्रिपाठी ने बताया कि जिला जेल में शुक्रवार को कैदियों के बीच आपस में झड़प हुई थी। इस मामले में जेल अधीक्षक की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। मामले में एक पक्ष के शादाब नामक बन्दी पर हमले की बात कही गई है। दूसरे पक्ष के चार संभावित हमलावरों के नाम भी बताए गए हैं। घायल का शासकीय अस्पताल में इलाज कराने के बाद उसे जेल के अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का आगामी बजट सत्र 22 फरवरी से शुरू होगा। यह 33 दिवसीय सत्र 26 मार्च तक चलेगा। इस संबंध में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा अनुमोदित तदाशय की अधिसूचना शुक्रवार को विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी कर दी गई है। यह प्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का आठवां सत्र होगा। विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रातप (एपी) सिंह ने बताया कि बजट सत्र की शुरुआत आगामी 22 फरवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी। इस 33 दिवसीय सत्र दौरान सदन की कुल 23 बैठकें होंगी। इस दौरान आगामी वित्तीय वर्ष 2021-2022 का बजट प्रस्तुत होगा तथा शासकीय एवं अशासकीय कार्य संपादित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि बजट सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं आगामी 24 फरवरी तक तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाएं 11 फरवरी तक प्राप्त की जाएंगी, जबकि स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव तथा नियम-267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में 16 फरवरी से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जाएंगी।
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ग्वालियर। स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी नगरीय निकाय अपना बेहतर प्रदर्शन कर सकें, इसके लिये गुरुवार को संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना ने गूगल मीट के माध्यम से ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों से चर्चा की और स्वच्छता सर्वेक्षण, ई-नगर पालिका, सीएम हैल्पलाइन के साथ-साथ प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की प्रगति की समीक्षा भी की। कमिश्नर सक्सेना ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के कार्यों को गंभीरता से नहीं लेने तथा ओडीएफ++ के लिये समय पर दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर ग्वालियर-चंबल संभाग के 7 मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के साथ ही मुख्य नगर पालिका अधिकारी झुण्डपुरा मुरैना के सीएमओ की एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी मेहगांव, आंतरी, आलमपुर, बड़ौनी, बिलौआ, शिवपुरी व झुण्डपुरा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। गूगल मीट में समीक्षा के दौरान स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रदेश नोडल अधिकारी नीलेश दुबे एवं ई-नगर पालिका के नोडल देवेन्द्र चौहान, संयुक्त संचालक नगरीय निकाय ग्वालियर-चंबल संभाग सविता दीवान सहित सभी नगरीय निकायों के नगर पालिका अधिकारी उपस्थित थे। कमिश्नर आशीष सक्सेना ने समीक्षा के दौरान कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के लिये सभी नगरीय निकाय अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। सर्वेक्षण में अच्छा स्थान पाने के लिये नागरिकों की सहभागिता को भी प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी नगरीय निकायों के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को नगरीय निकाय के प्रत्येक वार्ड में एक-एक कार्यक्रम आम जनों के साथ स्वच्छता से संबंधित किया जाए। किए गए कार्यक्रम की मय फोटोग्राफ रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जाए। उन्होंने समीक्षा के दौरान सभी नगर पालिका अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया है कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 एवं ओडीएफ++ के लिये जारी की गई शासन की गाइडलाइन का अच्छे से अध्ययन कर लें। गाइडलाइन में दिए गए दिशा-निर्देशों का और समय-सीमा का सभी अधिकारी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि स्वच्छता से संबंधित जो भी दस्तावेज या फोटोग्राफ शासन स्तर को भेजे जाएँ, उनकी जमीनी हकीकत भी वही होना चाहिए। मैदानी स्तर पर किए गए कार्यों के ही फोटोग्राफ स्वच्छता सर्वेक्षण के लिये बनाई गई वेबसाइट पर लोड किए जाएं। स्वच्छता सर्वेक्षण एवं ओडीएफ++ के लिये निर्धारित टीमें आगामी दिनों में नगरीय निकायों में आंकलन हेतु आयेंगी। सभी नगरीय निकाय अपने-अपने नगरीय निकाय में स्वच्छता के कार्य को जन आंदोलन बनाकर कार्य करें। ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी नगरीय निकाय स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैकिंग पा सकें, इसके लिये सभी लोगों के सहयोग से स्वच्छता का बेहतर कार्य किया जाए। ई-नगर पालिका का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करें सक्सेना ने कहा कि शासन द्वारा नगरीय निकायों के लिये ई-नगर पालिका की व्यवस्था प्रारंभ की गई है। सभी नगरीय निकाय ई-नगर पालिका का बेहतर उपयोग करें। ऑनलाइन टैक्स जमा कराने की व्यवस्था शतप्रतिशत हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि 26 जनवरी के बाद ग्वालियर-चंबल संभाग के किसी भी नगरीय निकाय में मेन्युअली कोई भी कर जमा नहीं किया जाए। सभी करों को जमा करने की व्यवस्था ऑनलाइन ई-नगर पालिका के माध्यम से ही हो, यह अधिकारी सुनिश्चित करें। 26 जनवरी के बाद किसी भी नगर पालिका में ऑफलाइन कोई भी राशि जमा होना पाई जाती है तो संबंधित अधिकारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। संभाग आयुक्त ने यह भी निर्देशित किया कि 26 जनवरी के बाद सभी नगरीय निकाय अपने-अपने कर जमा करने वाले रजिस्टर रिकॉर्ड रूम में जमा कराएँ। सम्पत्ति कर, जल कर, दुकानों का किराया एवं अन्य कर भी ऑनलाइन ही जमा हों, यह सुनिश्चित किया जाए।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 50 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 57,185 और मृतकों की संख्या 923 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात तीन हजार से अधिक सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 50 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 57,185 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 923 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 55,068 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1194 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। इंदौर में कोरोना का रिकवरी रेट 96 फीसदी पहुंच रहा है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद यहां नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची है। अब लगातार 11वें दिन यहां 100 से कम नये संक्रमित मिले हैं। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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बीना। मध्य प्रदेश में बीना में बुधवार सुबह एक भीषण सडक़ हादसा हो गया। यहां एक तेज रफ्तार बस ने ट्रक को ओवर टेक करते समय सामने से आ रही कार को जोरदार टक्कर मार दी। कार को टक्कर मारने के बाद इस दर्दनाक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि करीब आठ लोग घायल हो गए। हादसे के बाद बस चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाकर जांच शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार बीना निवासी समैया परिवार सागर अपने एक रिश्तेदार के घर गमी में शामिल होने के लिए बुधवार सुबह अपनी कार क्रमांक एमपी 15 सीए 3759 से सागर की ओर आ रहा था। इस दौरान सुबह करीब साढ़े आठ बजे सागर से बीना की ओर जा रही बस क्रमांक एमपी 15 पीए 5115 के चालक ने बारधा-कुरूवा गांव के बीच एक ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की। तभी सामने से आ रही कार और बस की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं हादसे के बाद अनियंत्रित बस भी सडक़ से नीचे उतर कर खेत में पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की सहायता से घायलों को बस से बाहर निकाला और ईलाज के लिए अस्पताल भेजा। इस हादसे में कार सवार बीना के चंद्रशेखर वार्ड निवासी गुलाब चंद पिता बाबू लाल समैया (75) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य सदस्य कैलाश चंद समैया (65), उषा पति कैलाश समैया (61), मनोज पिता गुलाब समैया (50) और साधना पति मनोज समैया (45) गंभीर रूप से घायल हैं। इन चारों को हाथ-पैर व सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल रैफर किया गया है। वहीं हादसे के बाद बस के पलटने से उसमें सवार खेजरा गांव निवासी स्वर्णकला पति संतोष (40), जयंती पिता सोनू (3), बारधा गांव निवासी मथुरा बाई पति परम आदिवासी (57) और दुधवा गांव निवासी नंदलाल पिता मुन्नालाल (38) को भी हल्की चोटें आई हैं। जिनका बीना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कोहरा घना होने से बस चालक को सामने से आ रही कार नहीं दिखी और तेज रफ्तार बस ने कार को सामने से टक्कर मार दी। घटना के बाद बस चालक व क्लीनर मौके से फरार हो गए। कार को पुलिस बीना थाने ले आई है और हादसे की जांच व चालक की तलाश शुरू कर दी है।
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बीना। मध्य प्रदेश में बीना में बुधवार सुबह एक भीषण सडक़ हादसा हो गया। यहां एक तेज रफ्तार बस ने ट्रक को ओवर टेक करते समय सामने से आ रही कार को जोरदार टक्कर मार दी। कार को टक्कर मारने के बाद इस दर्दनाक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि करीब आठ लोग घायल हो गए। हादसे के बाद बस चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाकर जांच शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार बीना निवासी समैया परिवार सागर अपने एक रिश्तेदार के घर गमी में शामिल होने के लिए बुधवार सुबह अपनी कार क्रमांक एमपी 15 सीए 3759 से सागर की ओर आ रहा था। इस दौरान सुबह करीब साढ़े आठ बजे सागर से बीना की ओर जा रही बस क्रमांक एमपी 15 पीए 5115 के चालक ने बारधा-कुरूवा गांव के बीच एक ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की। तभी सामने से आ रही कार और बस की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं हादसे के बाद अनियंत्रित बस भी सडक़ से नीचे उतर कर खेत में पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की सहायता से घायलों को बस से बाहर निकाला और ईलाज के लिए अस्पताल भेजा। इस हादसे में कार सवार बीना के चंद्रशेखर वार्ड निवासी गुलाब चंद पिता बाबू लाल समैया (75) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य सदस्य कैलाश चंद समैया (65), उषा पति कैलाश समैया (61), मनोज पिता गुलाब समैया (50) और साधना पति मनोज समैया (45) गंभीर रूप से घायल हैं। इन चारों को हाथ-पैर व सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल रैफर किया गया है। वहीं हादसे के बाद बस के पलटने से उसमें सवार खेजरा गांव निवासी स्वर्णकला पति संतोष (40), जयंती पिता सोनू (3), बारधा गांव निवासी मथुरा बाई पति परम आदिवासी (57) और दुधवा गांव निवासी नंदलाल पिता मुन्नालाल (38) को भी हल्की चोटें आई हैं। जिनका बीना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कोहरा घना होने से बस चालक को सामने से आ रही कार नहीं दिखी और तेज रफ्तार बस ने कार को सामने से टक्कर मार दी। घटना के बाद बस चालक व क्लीनर मौके से फरार हो गए। कार को पुलिस बीना थाने ले आई है और हादसे की जांच व चालक की तलाश शुरू कर दी है।
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बीना। मध्य प्रदेश में बीना में बुधवार सुबह एक भीषण सडक़ हादसा हो गया। यहां एक तेज रफ्तार बस ने ट्रक को ओवर टेक करते समय सामने से आ रही कार को जोरदार टक्कर मार दी। कार को टक्कर मारने के बाद इस दर्दनाक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि करीब आठ लोग घायल हो गए। हादसे के बाद बस चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाकर जांच शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार बीना निवासी समैया परिवार सागर अपने एक रिश्तेदार के घर गमी में शामिल होने के लिए बुधवार सुबह अपनी कार क्रमांक एमपी 15 सीए 3759 से सागर की ओर आ रहा था। इस दौरान सुबह करीब साढ़े आठ बजे सागर से बीना की ओर जा रही बस क्रमांक एमपी 15 पीए 5115 के चालक ने बारधा-कुरूवा गांव के बीच एक ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की। तभी सामने से आ रही कार और बस की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं हादसे के बाद अनियंत्रित बस भी सडक़ से नीचे उतर कर खेत में पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की सहायता से घायलों को बस से बाहर निकाला और ईलाज के लिए अस्पताल भेजा। इस हादसे में कार सवार बीना के चंद्रशेखर वार्ड निवासी गुलाब चंद पिता बाबू लाल समैया (75) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य सदस्य कैलाश चंद समैया (65), उषा पति कैलाश समैया (61), मनोज पिता गुलाब समैया (50) और साधना पति मनोज समैया (45) गंभीर रूप से घायल हैं। इन चारों को हाथ-पैर व सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल रैफर किया गया है। वहीं हादसे के बाद बस के पलटने से उसमें सवार खेजरा गांव निवासी स्वर्णकला पति संतोष (40), जयंती पिता सोनू (3), बारधा गांव निवासी मथुरा बाई पति परम आदिवासी (57) और दुधवा गांव निवासी नंदलाल पिता मुन्नालाल (38) को भी हल्की चोटें आई हैं। जिनका बीना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कोहरा घना होने से बस चालक को सामने से आ रही कार नहीं दिखी और तेज रफ्तार बस ने कार को सामने से टक्कर मार दी। घटना के बाद बस चालक व क्लीनर मौके से फरार हो गए। कार को पुलिस बीना थाने ले आई है और हादसे की जांच व चालक की तलाश शुरू कर दी है।
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बीना। मध्य प्रदेश में बीना में बुधवार सुबह एक भीषण सडक़ हादसा हो गया। यहां एक तेज रफ्तार बस ने ट्रक को ओवर टेक करते समय सामने से आ रही कार को जोरदार टक्कर मार दी। कार को टक्कर मारने के बाद इस दर्दनाक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि करीब आठ लोग घायल हो गए। हादसे के बाद बस चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाकर जांच शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार बीना निवासी समैया परिवार सागर अपने एक रिश्तेदार के घर गमी में शामिल होने के लिए बुधवार सुबह अपनी कार क्रमांक एमपी 15 सीए 3759 से सागर की ओर आ रहा था। इस दौरान सुबह करीब साढ़े आठ बजे सागर से बीना की ओर जा रही बस क्रमांक एमपी 15 पीए 5115 के चालक ने बारधा-कुरूवा गांव के बीच एक ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की। तभी सामने से आ रही कार और बस की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं हादसे के बाद अनियंत्रित बस भी सडक़ से नीचे उतर कर खेत में पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की सहायता से घायलों को बस से बाहर निकाला और ईलाज के लिए अस्पताल भेजा। इस हादसे में कार सवार बीना के चंद्रशेखर वार्ड निवासी गुलाब चंद पिता बाबू लाल समैया (75) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य सदस्य कैलाश चंद समैया (65), उषा पति कैलाश समैया (61), मनोज पिता गुलाब समैया (50) और साधना पति मनोज समैया (45) गंभीर रूप से घायल हैं। इन चारों को हाथ-पैर व सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल रैफर किया गया है। वहीं हादसे के बाद बस के पलटने से उसमें सवार खेजरा गांव निवासी स्वर्णकला पति संतोष (40), जयंती पिता सोनू (3), बारधा गांव निवासी मथुरा बाई पति परम आदिवासी (57) और दुधवा गांव निवासी नंदलाल पिता मुन्नालाल (38) को भी हल्की चोटें आई हैं। जिनका बीना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कोहरा घना होने से बस चालक को सामने से आ रही कार नहीं दिखी और तेज रफ्तार बस ने कार को सामने से टक्कर मार दी। घटना के बाद बस चालक व क्लीनर मौके से फरार हो गए। कार को पुलिस बीना थाने ले आई है और हादसे की जांच व चालक की तलाश शुरू कर दी है।
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बीना। मध्य प्रदेश में बीना में बुधवार सुबह एक भीषण सडक़ हादसा हो गया। यहां एक तेज रफ्तार बस ने ट्रक को ओवर टेक करते समय सामने से आ रही कार को जोरदार टक्कर मार दी। कार को टक्कर मारने के बाद इस दर्दनाक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि करीब आठ लोग घायल हो गए। हादसे के बाद बस चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाकर जांच शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार बीना निवासी समैया परिवार सागर अपने एक रिश्तेदार के घर गमी में शामिल होने के लिए बुधवार सुबह अपनी कार क्रमांक एमपी 15 सीए 3759 से सागर की ओर आ रहा था। इस दौरान सुबह करीब साढ़े आठ बजे सागर से बीना की ओर जा रही बस क्रमांक एमपी 15 पीए 5115 के चालक ने बारधा-कुरूवा गांव के बीच एक ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की। तभी सामने से आ रही कार और बस की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं हादसे के बाद अनियंत्रित बस भी सडक़ से नीचे उतर कर खेत में पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की सहायता से घायलों को बस से बाहर निकाला और ईलाज के लिए अस्पताल भेजा। इस हादसे में कार सवार बीना के चंद्रशेखर वार्ड निवासी गुलाब चंद पिता बाबू लाल समैया (75) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य सदस्य कैलाश चंद समैया (65), उषा पति कैलाश समैया (61), मनोज पिता गुलाब समैया (50) और साधना पति मनोज समैया (45) गंभीर रूप से घायल हैं। इन चारों को हाथ-पैर व सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल रैफर किया गया है। वहीं हादसे के बाद बस के पलटने से उसमें सवार खेजरा गांव निवासी स्वर्णकला पति संतोष (40), जयंती पिता सोनू (3), बारधा गांव निवासी मथुरा बाई पति परम आदिवासी (57) और दुधवा गांव निवासी नंदलाल पिता मुन्नालाल (38) को भी हल्की चोटें आई हैं। जिनका बीना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कोहरा घना होने से बस चालक को सामने से आ रही कार नहीं दिखी और तेज रफ्तार बस ने कार को सामने से टक्कर मार दी। घटना के बाद बस चालक व क्लीनर मौके से फरार हो गए। कार को पुलिस बीना थाने ले आई है और हादसे की जांच व चालक की तलाश शुरू कर दी है।
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इंदौर। गुंडों, माफियाओं और अवैध कारोबारियों के खिलाफ नगर निगम ने तोड़फोड़ की कार्रवाई बुधवार से फिर शुरू कर दी है। बुधवार सुबह नगरनिगम की टीम हरसिद्धि क्षेत्र में पहुंची और 6 अवैध कच्चे मकान गिरा दिए। ये सभी मकान नशे और मादक पदार्थों के सौदागरों के बताए जा रहे हैं। नगरनिगम के रिमूवल अमले ने बुलडोजर और कर्मियों के साथ तोड़फोड़ की कार्रवाई बुधवार सुबह 10 बजे से शुरू कर दी थी। कार्रवाई के दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा। लंबे समय से माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का दौर थमा हुआ था। जनवरी की शुरुआत में ही इक्का-दुक्का कार्रवाई हुई थीं, लेकिन अब प्रशासन एक बार फिर सक्रिय हो गया है। निगम ने संबंधितों को नोटिस देने की औपचारिकता पहले ही पूरी कर ली है। सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा भी कुछ कार्रवाइयां जल्द हो सकती हैं। इसकी सूची नगर निगम को मिल चुकी हैं। गौरतलब है कि पुलिस प्रशासन ने बीते दिनों नगरनिगम को ऐसे पांच लोगों के नाम दिये थे, जो अवैध रूप से मादक पदार्थों का कारोबार करते हैं। इस पर नगर निगम के बिल्डिंग परमिशन विभाग ने सभी की संपत्तियों की जांच कराई थी। इसमें इनके द्वारा किए गए निर्माण अवैध पाए गए थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिन अपराधियों के अवैध निर्माण तोड़े गए हैं, उनमें मादक पदार्थ बेचने के व्यवसाय में लिप्त रवि उर्फ काला, युवराज उर्फ कालू और मोहन पिता मनोहर रघुवंशी समेत पांच लोगों के नाम हैं। निगम अधिकारियों ने संबंधित क्षेत्र के बिल्डिंग ऑफिसर और बिल्डिंग इंस्पेक्टर को इन अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने के निर्देश दिए थे।
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भोपाल। कोरोना वैक्सीन की दूसरी खेप बुधवार को इंडिगो की नियमित मुंबई उड़ान से राजधानी के राजा भोज एयरपोर्ट पर पहुंची। एयरपोर्ट पर उतारने के बाद वैक्सी न के बक्सोंक को डॉमेस्टिक कार्गो टर्मिनल पर सुरक्षा जांच के लिए ले जाया गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वेक्सीन से भरे बक्सों को रीजनल ड्रग सेंटर पहुंचा दिया। इंडिगो की फ्लाइट संख्या ई- 662 बुधवार सुबह 11:15 बजे राजा भोज एयरपोर्ट पर लैंड हुई। एयरपोर्ट डायरेक्टर अनिल विक्रम एवं विमानतल सुरक्षा प्रभारी सीआइएसएफ के डिप्टी कमांडेंट मानसिंह की मौजूदगी में कोरोना वैक्सीन के बक्सों को विमान से उतारा गया। इसके बाद इन्हेंा तत्काल डॉमेस्टिक कार्गो सेंटर तक पहुंचा दिया गया। यहां कड़ी सुरक्षा के बीच वैक्सीन के सात बक्से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के सुपुर्द किए गए। इस दौरान डॉमेस्टिक कार्गो टर्मिनल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। सीआइएसएफ के जवानों एवं पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में वैक्सीन को विशेष आइसोलेशन वाहन के जरिए रवाना किया गया। वैक्सीन की इस खेप को पुणे स्थित सीरम इंस्टीशट्यूट से पहले मुंबई लाया गया था, जहां से इसे भोपाल तक पहुंचाया गया।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 43 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक मरीज की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 56,969 और मृतकों की संख्या 917 हो गई है। दीपावली के बाद (60 दिन बाद) यहां लगातार छठवें दिन नये संक्रमितों की संख्या 100 से नीचे आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात करीब 3500 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 43 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,969 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 917 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 54,456 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1596 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद यहां नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची है। अब लगातार छठवें दिन यहां 100 से कम नये संक्रमित मिले हैं। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल से होकर पुरी से जोधपुर के मध्य गाड़ी संख्या 02093/02094 पुरी-जोधपुर-पुरी स्पेशल ट्रेन 20 जनवरी से चलेगी। मंडल रेल प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार जयंत ने शनिवार को बताया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशनों से होते हुए गाड़ी संख्या 02093/02094 पुरी जोधपुर पुरी स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। गाड़ी संख्या 02093 पुरी जोधपुर स्पेशल एक्सप्रेस, 20 जनवरी से अगले आदेश तक पुरी से प्रति बुधवार को 16.05 बजे चलकर रतलाम मंडल के शुजालपुर(19.25/19.27 गाड़ी चलने के दूसरे दिन ), उज्जैन( 21.15/21.25) एवं नागदा( 22.40/23.05) होते हुए गाड़ी चलने के तीसरे दिन 11.55 बजे जोधपुर पहुँचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 02094 जोधपुर पुरी स्पेशल एक्सप्रेस 23 जनवरी से अगले आदेश तक जोधपुर से प्रति शनिवार को 14.15 बजे चलकर रतलाम मंडल के नागदा(02.45/03.10), उज्जैन(04.05/04.15) एवं शुजालपुर(05.44/05.46) होते हुए गाड़ी चलने के तीसरे दिन 10.00 बजे पुरी पहुँचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में खुर्दारोड, भुवनेश्वर, कटक, ढेंकनाल, तालचेर रोड, अंगुल, राइराखोल, संबलपुर, झासरगुडा रोड, रायगढ़, शक्ति, चंपा, बिलासपुर, भटापारा, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, गोंदिया, भंडारा रोड, नागपुर, पांढुरना, बैतूल, इटारसी, हबीबगंज, भोपाल, शुजालपुर, उज्जैन, नागदा, कोटा, सवाई माधोपुर, दुर्गापुरा, जयपुर, मकराना, डेगाना एवं मेड़ता रोड स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में एक फर्स्ट एसी, एक सेकेंड एसी, पांच थर्ड एसी, नौ स्लीपर एवं चार सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।
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राजगढ़/ सारंगपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार इन दिनों मप्र में माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में राजगढ़ जिले के सारंगपुर नगर में अतिक्रमण मुक्त करने की मुहिम शुरू की। जिसके तहत राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, नगरपालिका के संयुक्त अभियान चलाकर हिस्ट्रीशीटर इशाक टेंसन द्वारा मकान दुकान के साथ-साथ एबी रोड इंदौर नाका पुराना बस स्टैंड नगर पालिका परिषद के ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। हिस्ट्रीशीटर इशाक टेंसन पर कुल 32 अपराध दर्ज हैं। अतिक्रमणकर्ता भूरा के मकान दुकान के साथ-साथ एबी रोड इंदौर नाका पुराना बस स्टैंड नगर पालिका परिषद के ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। नगर सारंगपुर में 200 दुकानों के सामने शासकीय भूमि पर टीन शेड सीढिय़ां, होटल की भट्टी काउंटर एवं अन्य स्थाई निर्माण को प्रशासन ने जेसीबी चलाकर अतिक्रमण से मुक्त कराया। प्रशानस ने लगभग 12000 स्क्वायर मीटर शासन की भूमि को जिसकी अनुमानित लागत 07 करोड़ रुपये को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) संदीप अस्थाना ने बताया कि अतिक्रमण की यह मुहिम नगर में लगातार जारी रहेगी। प्रशासन की टीम लगातार शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कार्यवाही करेगी। कार्यवाही के दौरान एसडीओपी जोइस दास, थाना प्रभारी हुकम सिंह पवार, नायब तहसीलदार प्रदीप भार्गव आदि अमले सहित उपस्थित रहे।
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राजगढ़/ सारंगपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार इन दिनों मप्र में माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में राजगढ़ जिले के सारंगपुर नगर में अतिक्रमण मुक्त करने की मुहिम शुरू की। जिसके तहत राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, नगरपालिका के संयुक्त अभियान चलाकर हिस्ट्रीशीटर इशाक टेंसन द्वारा मकान दुकान के साथ-साथ एबी रोड इंदौर नाका पुराना बस स्टैंड नगर पालिका परिषद के ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। हिस्ट्रीशीटर इशाक टेंसन पर कुल 32 अपराध दर्ज हैं। अतिक्रमणकर्ता भूरा के मकान दुकान के साथ-साथ एबी रोड इंदौर नाका पुराना बस स्टैंड नगर पालिका परिषद के ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। नगर सारंगपुर में 200 दुकानों के सामने शासकीय भूमि पर टीन शेड सीढिय़ां, होटल की भट्टी काउंटर एवं अन्य स्थाई निर्माण को प्रशासन ने जेसीबी चलाकर अतिक्रमण से मुक्त कराया। प्रशानस ने लगभग 12000 स्क्वायर मीटर शासन की भूमि को जिसकी अनुमानित लागत 07 करोड़ रुपये को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) संदीप अस्थाना ने बताया कि अतिक्रमण की यह मुहिम नगर में लगातार जारी रहेगी। प्रशासन की टीम लगातार शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कार्यवाही करेगी। कार्यवाही के दौरान एसडीओपी जोइस दास, थाना प्रभारी हुकम सिंह पवार, नायब तहसीलदार प्रदीप भार्गव आदि अमले सहित उपस्थित रहे।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मृतकों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। यहां बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 82 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 56,926 और मृतकों की संख्या 916 हो गई है। दीपावली के बाद (60 दिन बाद) यहां लगातार पांचवें दिन नये संक्रमितों की संख्या 100 से नीचे आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 3420 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 82 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,926 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 916 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 54,087 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1923 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद यहां नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची है। अब लगातार पांचवें दिन यहां 100 से कम नये संक्रमित मिले हैं। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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मुरैना। मुरैना में जहरीली शराब पीने से गुरुवार दोपहर तक मरने वालों की संख्या 24 हो गई है। इस मामले की जांच के लिए राज्य शासन द्वारा गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है। यह दल गुरुवार को मुरैना पहुंचा और घटनास्थल का जायजा लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया। विशेष जांच दल में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा, भोपाल पुलिस मुख्यालय के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सांई मनोहर और उप पुलिस महानिरीक्षक मिथलेश शुक्ला शामिल हैं। उन्होंने गुरुवार सुबह जौरा विकासखंड के ग्राम छैरा, मानपुर पहुंचकर घटनास्थल का मौका मुआयना किया। उन्होंने ग्राम छैरा, मानपुर में पहुंचकर पीडि़त परिवारों से बातचीत की और उनसे जहरीली शराब मामले में जानकारी ली। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अवैध शराब के विक्रय के विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार बातचीत कर साक्ष्य जुटाए। इस अवसर पर चंबल ग्वालियर कमिश्नर आशीष सक्सेना, आईजी मनोज शर्मा, नवागत पुलिस अधीक्षक सुनील पांडे, अपर कलेक्टर, एसडीएम सहित राजस्व एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सर्दी का सितम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है। बादल हटने के बाद ठंड तेज होने लगी है। राजधानी भोपाल समेत पूरा प्रदेश ठंड की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुसार अभी कोई वेदर सिस्टम एक्टिव ना होने के कारण, मौसम में नमी कम हो गई है। 17 जनवरी तक मौसम शुष्क रहेगा और उसके बाद हवा का रुख बदलने से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि एक प्रति चक्रवात महाराष्ट्र और कर्नाटक के पास बना हुआ है। वैसे तो ये सिस्टम काफी दूर एक्टिव है, लेकिन इसका प्रभाव मध्य प्रदेश में भी हो रहा है। इसके कारण हवा का रुख बीच-बीच में पूर्वी होने लगा है। मौसम विभाग के मुताबिक सिर्फ दो दिन और ऐसी ही ठंड पडऩे की संभावना है। उसके बाद तापमान में बढ़ोत्तरी हो सकती है। वहीं 18 जनवरी के बाद नया सिस्टम बन रहा है। जिस कारण फिर चक्रवातीय घेरा बनेगा और बादल छा सकते हैं। ऐसे में एक बार फिर पारा उछाल मार सकता है और ठंड से राहत मिलेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सर्दी का सितम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है। बादल हटने के बाद ठंड तेज होने लगी है। राजधानी भोपाल समेत पूरा प्रदेश ठंड की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुसार अभी कोई वेदर सिस्टम एक्टिव ना होने के कारण, मौसम में नमी कम हो गई है। 17 जनवरी तक मौसम शुष्क रहेगा और उसके बाद हवा का रुख बदलने से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि एक प्रति चक्रवात महाराष्ट्र और कर्नाटक के पास बना हुआ है। वैसे तो ये सिस्टम काफी दूर एक्टिव है, लेकिन इसका प्रभाव मध्य प्रदेश में भी हो रहा है। इसके कारण हवा का रुख बीच-बीच में पूर्वी होने लगा है। मौसम विभाग के मुताबिक सिर्फ दो दिन और ऐसी ही ठंड पडऩे की संभावना है। उसके बाद तापमान में बढ़ोत्तरी हो सकती है। वहीं 18 जनवरी के बाद नया सिस्टम बन रहा है। जिस कारण फिर चक्रवातीय घेरा बनेगा और बादल छा सकते हैं। ऐसे में एक बार फिर पारा उछाल मार सकता है और ठंड से राहत मिलेगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में गुरुवार को मकर संक्रांति का पूर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां नर्मदा समेत पवित्र नदियों और तालाबों में लोग अलसुबह से स्नान-दान-पुण्य में जुटे हैं। नर्मदा नदी के अमरकंटक, होशंगाबाद के सेठानी, ओंकारेश्वर, महेश्वर, बरमान, भेड़ाघाट आदि तटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इधर, जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति पर नदियों के घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं और पुलिस बल के साथ होमगार्ड के जवानों की तैनाती की है। बता दें कि मध्यप्रदेश में दान-पुण्य के पर्व मकर संक्राति पर लोग पवित्र नदियों में स्नान कर मंदिरों में पूजन-अर्चन करते हैं, साथ ही खिचड़ी, वस्त्र और तिल के लड्डू का दान किया जाता है। गुरुवार को अलसुबह से ही लोग नर्मदा के तटों पर पहुंचने लगे थे। होशंगाबाद के सेठानीघाट, ओंकारेश्वर, अमरकंटक में मां नर्मदा के उद्गम स्थल पर भारी भीड़ उमड़ रही है और लोग नर्मदा नदी में स्ना कर दान-पुण्य का लाभ ले रहे हैं। स्नान के बाद मंदिरों में पूजन-अर्चन लोग प्रसाद के रूप में खिचड़ी और तिल के लड्डू दान कर रहे हैं। कोरोना के चलते जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये हैं और घाटों पर पुलिस बल के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद हैं, जो लोगों को शारीरिक दूरी रखने की समझाइश दे रहे हैं। कोरोना काल में नर्मदा तटों पर स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया जाता था, लेकिन मकर संक्रांति पर ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ, जिसके चलते कोरोना काल के बाद पहली बाद नर्मदा के घाटों पर इतनी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में गुरुवार को मकर संक्रांति का पूर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां नर्मदा समेत पवित्र नदियों और तालाबों में लोग अलसुबह से स्नान-दान-पुण्य में जुटे हैं। नर्मदा नदी के अमरकंटक, होशंगाबाद के सेठानी, ओंकारेश्वर, महेश्वर, बरमान, भेड़ाघाट आदि तटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इधर, जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति पर नदियों के घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं और पुलिस बल के साथ होमगार्ड के जवानों की तैनाती की है। बता दें कि मध्यप्रदेश में दान-पुण्य के पर्व मकर संक्राति पर लोग पवित्र नदियों में स्नान कर मंदिरों में पूजन-अर्चन करते हैं, साथ ही खिचड़ी, वस्त्र और तिल के लड्डू का दान किया जाता है। गुरुवार को अलसुबह से ही लोग नर्मदा के तटों पर पहुंचने लगे थे। होशंगाबाद के सेठानीघाट, ओंकारेश्वर, अमरकंटक में मां नर्मदा के उद्गम स्थल पर भारी भीड़ उमड़ रही है और लोग नर्मदा नदी में स्ना कर दान-पुण्य का लाभ ले रहे हैं। स्नान के बाद मंदिरों में पूजन-अर्चन लोग प्रसाद के रूप में खिचड़ी और तिल के लड्डू दान कर रहे हैं। कोरोना के चलते जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये हैं और घाटों पर पुलिस बल के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद हैं, जो लोगों को शारीरिक दूरी रखने की समझाइश दे रहे हैं। कोरोना काल में नर्मदा तटों पर स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया जाता था, लेकिन मकर संक्रांति पर ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ, जिसके चलते कोरोना काल के बाद पहली बाद नर्मदा के घाटों पर इतनी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 86 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 56,790 और मृतकों की संख्या 912 हो गई है। दीपावली के बाद (60 दिन बाद) यहां लगातार तीसरे दिन नये संक्रमितों की संख्या 100 से नीचे आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 4405 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 86 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,790 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की कोई मौत की पुष्टि हुई है। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 912 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 53,805 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2073 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद दो दिन पहले नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची और अब लगातार तीसरे दिन भी यहां 100 से कम नये मरीज मिले हैं। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में रीयल एस्टेट और अनाज कारोबारियों के यहां बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की आशंका में आयकर विभाग द्वारा मंगलवार को शुरू हुई छापामार कार्रवाई बुधवार को दूसरे दिन भी जारी है। विभागीय अधिकारी अलग-अलग टीमों में पुलिस बल की मौजूदगी में 15 ठिकानों पर दस्तावेज खंगाल रहे हैं। आयकर की इंवेस्टीगेशन विंग द्वारा शहर के जेआरजी रियलिटी और उससे जुड़ी तीन कंपनियों के खिलाफ मंगलवार सुबह छापा मार कार्रवाई शुरू की थी। इन कंपनियों के भागीदार और हिसाब-किताब देखने वाले कुल 22 लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई जारी है। इनमें जेआरजी ग्रुप के संचालक और भागीदार, घनश्याम गोयल, तिलक गोयल, रोशन पोरवाल, अनिल धाकड़, आरएनटी मार्ग की मिलिंद मेनोर बिल्डिंग में ग्रुप के कार्पोरेट दफ्तर, डकाच्या में विकसित लॉजिस्टिक पार्क, टेलीफोन नगर, साकेत नगर, मल्हारगंज, पालदा व अन्य क्षेत्रों में समूह में भागीदारों के दफ्तरों और घरों सहित 13 ठिकानों पर विभागीय की अलग-अलग टीम पुलिस बल के साथ मौजूद है और दस्तावेज खंगालने में जुटी है। जानकारी मिली है कि अलग-अलग रीयल एस्टेट प्रोजेक्ट, कॉलोनियों के साथ दाल और अनाज के सौदों में अघोषित आय को खपाने और सफेद करने की जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई शुरू हुई। आयकर अधिकारियों को अब तक कुल 14 लॉकर मिल चुके थे। सभी ठिकानों से करोड़ों में रुपये नकद बरामद हुए हैं। हालांकि, आयकर विभाग ने आंकड़ा जारी नहीं किया है। अधिकारी जांच में जुटे हैं। यह बता लगाया जा रहा है कि इसमें से कितनी नकदी खातों में दर्ज है और कितनी अघोषित है? साथ ही करोड़ों के लेन-देन की पर्चियां व कागज भी अधिकारियों के हाथ लगे हैं। विभाग की ओर से कहा गया है कि जांच अभी जारी है। कार्रवाई पूरी होने के बाद टैक्स चोरी और बरामदगी को लेकर कोई आंकड़ा जारी किया जाएगा।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 76 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 56,704 हो गई है। राहत की बात यह है कि इंदौर में लगातार दूसरे दिन भी कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। यहां मृतकों की संख्या 910 पर स्थिर है। दीपावली के बाद (60 दिन बाद) यहां एक दिन पहले 89 नये मामले सामने आए थे। अब यहां लगातार दूसरे दिन नये संक्रमितों की संख्या 100 से नीचे आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 4712 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 76 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,704 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 910 है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 53,591 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2203 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद गत दिवस यहां नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची और लगातार दूसरे दिन भी यहां राहत की खबर आई है। इंदौर में दीपावली के बाद रोजाना औसत 3-4 मरीजों की कोरोना से मौत हो रही थी। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 76 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 56,704 हो गई है। राहत की बात यह है कि इंदौर में लगातार दूसरे दिन भी कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। यहां मृतकों की संख्या 910 पर स्थिर है। दीपावली के बाद (60 दिन बाद) यहां एक दिन पहले 89 नये मामले सामने आए थे। अब यहां लगातार दूसरे दिन नये संक्रमितों की संख्या 100 से नीचे आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 4712 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 76 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,704 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 910 है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 53,591 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2203 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद गत दिवस यहां नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची और लगातार दूसरे दिन भी यहां राहत की खबर आई है। इंदौर में दीपावली के बाद रोजाना औसत 3-4 मरीजों की कोरोना से मौत हो रही थी। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 76 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 56,704 हो गई है। राहत की बात यह है कि इंदौर में लगातार दूसरे दिन भी कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। यहां मृतकों की संख्या 910 पर स्थिर है। दीपावली के बाद (60 दिन बाद) यहां एक दिन पहले 89 नये मामले सामने आए थे। अब यहां लगातार दूसरे दिन नये संक्रमितों की संख्या 100 से नीचे आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 4712 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 76 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,704 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 910 है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 53,591 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2203 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और करीब दो महीने बाद गत दिवस यहां नये प्रकरणों की संख्या 100 से नीचे पहुंची और लगातार दूसरे दिन भी यहां राहत की खबर आई है। इंदौर में दीपावली के बाद रोजाना औसत 3-4 मरीजों की कोरोना से मौत हो रही थी। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में बड़ा मामला सामने आया है। यहां जहरीली शराब पीने से दस लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो थाना क्षेत्र के लोग शामिल है। वहीं कई लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें से दो लोगों को गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया है। देर रात जहरीली शराब से मौत की सूचना मिलते ही मुरैना में कोहराम मच गया। पूरी रात पुलिस ने गांव-गांव पहुंचकर पूछताछ शुरू की। पुलिस ने यह पता लगाने का प्रयास किया कि शराब पीने से किस-किस की तबियत बिगड़ी। एसडीओपी सुजीत भदौरिया ने बताया कि मुरैना जिले के दो थाना क्षेत्रों में सोमवार को जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई है। इसमें सात मानपुर के पृथ्वी गांव और तीन सुमावली के पावली गांव के हैं। सोमवार को सबसे पहले बागचीनी थाना क्षेत्र के मानपुर पृथ्वी गांव में जहरीली शराब से जीतेंद्र यादव की हालत बिगड़ गई। परिजन उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए ग्वालियर ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद गांव के ही ध्रुव यादव, सिरनाम, दीपेश, बृजकिशोर, दिलीप शाक्य, धर्मेंद्र यादव, राजकुमार यादव समेत अन्य की भी तबीयत बिगड़ गई। कुछ देर बाद ध्रुव यादव, दिलीप शाक्य और केदार यादव की भी मौत हो गई है। गांववालों के मुताबिक इन्होंने ओपी केमिकल से बनी हुई शराब पी थी। सुमावली थाना क्षेत्र के पावली गांव में रात 11.30 बजे पुलिस को जीतेंद्र गुर्जर (31 वर्ष), रामनिवास गुर्जर (34 वर्ष) और एक अन्य युवक की मौत की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस गांव पहुंची। थाना प्रभारी रवि गुर्जर ने बताया कि सभी मृतकों ने शराब का सेवन किया था, जिसके बाद सभी की हालत गंभीर हो गई और थोड़ी देर बाद मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर देर रात पहुंची। जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने दो लोगों की हालत ज्यादा खराब होने पर सोमवार रात ग्वालियर रेफर किया था। बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब मध्य प्रदेश में जहरीली शराब पीने से इतने लोगों की मौत हुई है। इससे पहले उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। उससे पहले लॉकडाउन के दौरान रतलाम जिले में अवैध जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हुई थी। मुरैना में अवैध शराब का कारोबार बेधड़क तरीके से चलता है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर अवैध शराब पकड़ रही थी। कच्ची शराब अवैध रूप से बना कर गांव में बेची जा रही थी।
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इंदौर। शहर में 5 व्यापारियों के ठिकानों पर मंगलवार सुबह आयकर विभाग की टीम ने कार्रवाई की है। टेलीफोन नगर, मल्हारगंज, महेश नगर, बड़ा गणपति और क्षिप्रा में पांच जगह अलग-अलग कार्रवाई की जा रही है। आयकर विभाग की ओर से मंगलवार को कार्रवाई की शुरुआत टेलीफोन नगर में बिल्डर अनिल धाकड़ के घर से की गई। इसके साथ ही विभाग की टीम के द्वारा मल्हारगंज में कारोबारी गोपाल गोयल, महेश नगर में राकेश पोरवाल, बड़ा गणपति पर दाल मिल कारोबारी जगदीश गर्ग के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम पहुंची है। हालांकि कार्रवाई अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन शुरुआत में ही करोड़ों रुपये की अघोषित आय के संकेत मिल रहे हैं। छापेमारी के दौरान टैक्स चोरी से संबंधित दस्तावेज मिलने की उम्मीद है। इंदौर के नजदीक क्षिप्रा थाना क्षेत्र में पोरवाल बिल्डर के ठिकानों पर यह कार्रवाई चल रही है। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांच जारी है, जिसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
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भोपाल। पिछले दो दिनों से मप्र में जारी बारिश का दौर अब थम गया है। रविवार से बादल छटने शुरू हो गए है। बारिश थमने और बादल छटने के बाद अब कोहरे का असर दिख रहा है। कोहरा छाने से राजधानी में दृश्यता सुबह 9 बजे तक महज 500 मीटर ही बनी रही। सोमवार सुबह से राजधानी भोपाल के आसमान में हल्के बादल छाए रहे। हालांकि दोपहर बाद से धूप निकल गई, जिससे ठंड से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार अब आने वाले दिनों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है, हालांकि रात में हल्की ठंड पड़ सकती है। सोमवार सुबह भोपाल, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन व सागर संभाग के जिलों में घना कोहरा छाया रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में पिछले 24 घंटे से मौसम का मिजाज शुष्क बना हुआ है। हल्का कोहरा भी छाया हुआ है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में अभी भी बादल हैं, इस वजह से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में ज्यादा गिरावट तो नहीं हो रही है, लेकिन हल्की (गुलाबी) ठंड बरकरार है। मौसम विभाग की माने तो बादल खुलने से आगामी दो दिनों के अंदर न्यूनतम और अधिकतम तापामान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इससे ठंड और ज्यादा बढ़ सकती है। रात में हल्की ठंड पड़ सकती है। हवाओं की दिशा बदली तो कडक़ड़ाती ठंड का दौर फिर शुरू हो सकता है।
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खरगौन। मध्यप्रदेश के खरगौन जिले में जहां कोरोना के लगातार नये मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं पुराने मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में जिले में बीते 24 घंटों में कोरोना से 06 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 25 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचे हैं। खरगौन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय द्वारा शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में 6 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाए गए तथा 25 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। इस तरह जिले में अब तक 5232 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें से अभी तक 5007 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब जिले में सक्रिय मरीज 126 है, जिनका उपचार चल रहा है। वहीं, जिले में अभी तक कोरोना से 99 मरीजों की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है।
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खरगौन। मध्यप्रदेश के खरगौन जिले में जहां कोरोना के लगातार नये मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं पुराने मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में जिले में बीते 24 घंटों में कोरोना से 06 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 25 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचे हैं। खरगौन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय द्वारा शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में 6 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाए गए तथा 25 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। इस तरह जिले में अब तक 5232 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें से अभी तक 5007 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब जिले में सक्रिय मरीज 126 है, जिनका उपचार चल रहा है। वहीं, जिले में अभी तक कोरोना से 99 मरीजों की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है।
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खरगौन। मध्यप्रदेश के खरगौन जिले में जहां कोरोना के लगातार नये मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं पुराने मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में जिले में बीते 24 घंटों में कोरोना से 06 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 25 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचे हैं। खरगौन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय द्वारा शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में 6 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाए गए तथा 25 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। इस तरह जिले में अब तक 5232 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें से अभी तक 5007 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब जिले में सक्रिय मरीज 126 है, जिनका उपचार चल रहा है। वहीं, जिले में अभी तक कोरोना से 99 मरीजों की उपचार के दौरान मृत्यु हुई है।
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इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर इंदौर जिला प्रशासन और नगर निगम का अमला लगातार माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। इसी क्रम में शनिवार को फिर दो ड्रक माफिया के मकानों पर जिला प्रशासन की टीम ने बुलडोजर चलाकर धराशायी कर दिया। इस दौरान भारी पुलिसबल मौजूद रहा। जानकारी के मुताबिक, जिला प्रशासन, नगर निगम का अतिक्रमण विरोधी अमला पुलिसबल के साथ शहर के लसूडिया क्षेत्र पहुंचा और यहां गुलाब बाग में देह व्यापार और ड्रग सप्लाय में लिप्त सागर पुत्र बालकिशन जैन और अमला पंचवटी कॉलोनी क्षेत्र में रहने वाले रमेश पुत्र अंबाराम जाट के मकानों को के अतिक्रमित हिस्सों को जेसीबी की मदद से तोड़ दिया। बताया गया है कि दोनों ही ड्रग के कारोबार से जुड़े हुए थे। मौसम खराब होने के बावजूद अधिकारियों ने दोनों मकानों को धराशायी कर सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। नगर निगम उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि दोनों ही ड्रग माफियाओं के खिलाफ पुलिस में प्रकरण पंजीबद्ध हैं। उन्होंने सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर मकान बनाए थे। उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने बताया कि सागर जैन ने गुलाब बाग स्थित अपने मकान में मार्जिनल ओपन स्पेस (एमओएस) कवर कर दो कमरे और अन्य तरह का अवैध निर्माण कर लिया था। निगम अमले ने अवैध निर्माण को तोड़ दिया। इसके बाद रिमूवल अमला अमला पंचवटी कॉलोनी क्षेत्र स्थित रमेश अंबाराम जाट के घर पहुंचा। उसने अपने घर में एमओएस में अवैध निर्माण कर रखा था। पहले अवैध हिस्से को खाली कराया गया और उसके बाद निगम ने उस पर बुलडोजर चला दिया।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश की बौछारे गिरने से मौसम खुशनुमा हो गया है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार रात से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ जो शनिवार सुबह तक जारी है। आसमान में बादल छाने और बारिश के कारण मौसम में ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो-तीन दिन यही स्थिति रहेगी, इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से आने वाली हवा के साथ नमी का आना बंद होने के बाद बादल हट जाएंगे। इसके बाद दोबारा ठंड का असर शुरू होगा। मकर संक्रांति के आस पास ठंड का असर तेज हो सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में बादल छाए हुए हैं और कोहरा पड़ रहा है। पश्चिमी विक्षोभ वेस्ट अफगानिस्तान के ऊपर बुना हुआ है। यह सिस्टम चक्रवातीय रूप लेना शुरू कर चुका है। वहीं दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में एक अन्य चक्रवात सक्रिय है। इसके कारण अरब सागर के दक्षिणी छोर से आने वाली हवा में नमी है। इन्हीं दो मौसमी सिस्टम का मध्य प्रदेश के मौसम पर भी प्रभाव पड़ रहा है। जिसके कारण प्रदेश में छाए बादलों से बारिश, ओलावृष्टि और घना कोहरे की संभावना बन रही है और आने वाले 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो सकती है। साथ ही कुछ जिलों में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है, जिसके कारण प्रदेश में आने वाले दो से तीन दिनों में ठंड जोर पकड़ सकती है। इन जिलों में बारिश के आसारमौसम विभाग ने आने वाले 48 घंटों में प्रदेश के जिन जिलों में बारिश की संभावना जताई है उनमें इंदौर संभाग के बड़वानी, धार, इंदौर , झाबुआ, खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर, उज्जैन संभाग के उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, होशंगाबाद संभाग के होशंगाबाद, हरदा और बैतूल, ग्वालियर संभाग के अशोकनगर, गुना, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, चंबल संभाग के श्योपुर, मुरैना, भिंड के साथ ही रायसेन, सीहोर, सिवनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, उमरिया और शहडोल जिले शामिल हैं। यहां गिर सकते हैं ओलेमौसम विभाग ने प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना जताई है। जिनमें भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, सीहोर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर , झाबुआ, खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर में ओले गिरने की संभावना है। इन जिलों में रहेगा घना कोहरा मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दो दिनों में घना कोहरा भी छाया रह सकता है। अशोकनगर, गुना, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, भिंड, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, निवाड़ी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, भोपाल और राजगढ़ जिले में मध्य से घना कोहरा रहने की संभावना है। इस समय मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर चल रहे हैं। न्यूनतम तापमान में गिरावट 11 या 12 जनवरी से देखने को मिलेगी उस समय 2 या 3 डिग्री की गिरावट होगी। हालांकि तापमान में गिरावट के बावजूद अब मध्य प्रदेश के किसी भी भाग में शीतलहर आने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है। 2 दिनों के बाद दिन में तेज धूप रहेगी। परंतु सर्दी का एहसास सर्द हवाओं के कारण बना रहेगा।
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मण्डला। टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में इस समय बाघों की संख्या में बढ़ोत्तरी का दौर जारी है। कान्हा टाइगर रिजर्व में बाघ का पूरा कुनबा दिखाई दिया जिसकी तस्वीरें कैमरे में कैद हो गई। तस्वीरों में एक या दो बाघ नहीं बल्कि बाघ का पूरा परिवार एक साथ नजर आ रहा है। तस्वीरों में बाघ है बाघिन है और उसके शावक भी है। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के कान्हा टाइगर रिजर्व के मुक्की गेट से टाइगर रिजर्व में सफारी के लिए प्रवेश करने वाले पर्यटकों को यह अद्भुत नजारा गुरूवार को दिखाई दिया है। बताया जा रहा कि वीडियो और फोटो में जो बाघ का परिवार नजर आ रहा है। वह इस रेंज की प्रमुख बाघिन डीजे का है। वीडियो में बाघिन डीजे जिसको धवा झंडी बाघिन के नाम से भी जाना जाता है। बाघिन और उसके करीब दो साल के तीन शावको के अलावा शावकों का पिता उमरापानी बाघ नजर आ रहा है। इस तरह के आकर्षक नजारे टाइगर सेंचुरी में अमूमन बेहद कम ही नजर आते है। जिनको आंखों से यह नजारे दिखाई देते है वह खुद को खुश नजीब समझते है। जिन पर्यटको भी यह नजरा देखने को मिला वह भी अचंभित हो गए। इसी दौरान एक पर्यटक ने इस नजारे को अपने कैमरे में कैद कर लिया। जो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद टाइगर रिजर्व के अधिकारियो ने भी इस वायरल वीडियो की पुष्टि कर दी है। बहरहाल जो भी शख्स एक साथ एक सिंगल फ्रेम में इस बाघ के पूरे परिवार का वीडियो को देखता है। वह भी तारीफ से खुद को रोक नहीं पा रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में अब तक 9 जिलों- इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खण्डवा, खरगौन और गुना में कौओं में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हो चुकी है। अब तक राज्य के 21 जिलों से 885 कौओं और 9 बगुलों की मृत्यु की खबर है। विभिन्न जिलों से 293 सैम्पल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाल (निशाद) भोपाल को जांच के लिए भेजे गए हैं। जनसम्पर्क अधिकारी सुनीता दुबे ने यह जानकारी दी है। सुनीता दुबे ने शुक्रवार को बताया कि इंदौर और नीमच जिले में बर्ड फ्लू से प्रभावित क्षेत्र के आस-पास कुक्कुट बाजार आदि को सतर्कता एवं सावधानी की दृष्टि से अगले सात दिनों के लिए बंद किया गया है। इंदौर के चिकन मार्केट में लगभग 200 मुर्गियों और 700 अण्डों तथा नीमच जिले के चिकिन मार्केट की दुकानों में लगभग 450 मुर्गियों का निस्तारण संक्रमण की रोकथाम के लिए किया गया है। उन्होंने बताया कि पशुपालन संचालक द्वारा कुक्कुट पालकों से अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान न देते हुए अनावश्यक भ्रम या भय की स्थिति उत्पन्न न होने दें। सभी जिलों में रोग नियंत्रण की कार्यवाही केंद्र सरकार की एडवाइजरी के अनुसार की जा रही है। केन्द्र एवं राज्य शासन की एडवाइजरी के अनुसार पूर्ण सावधानी एवं सतर्कता बरतें।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मृतकों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 128 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,245 और मृतकों की संख्या 902 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 4418 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 128 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 56,245 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 902 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक करीब 53 हजार मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2500 के करीब है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। कोरोना महामारी के चलते शिक्षा पर खासा असर पड़ा है। नियमित कक्षाएं नहीं लगने और ऑनलाइन कक्षाओं के चलते शिक्षा व्यवस्था में बदलाव देखने को मिला है। इसी कड़ी में अब मप्र में माध्यमिक शिक्षा मंडल अब दसवीं बारहवीं की कापियां चैक करने के पेटर्न में बदलाव करने जा रहा है। इसके मुताबिक अब कापियां चेक होने के लिए दूसरे जिलों में नहीं जाएंगी बल्कि संबंधित जिलों में ही कॉपियां जांची जाएंगी। नई परीक्षा प्रणाली के अनुसार एक विषय की परीक्षा होने के दूसरे दिन ही चैकिंग शुरू हो जाएगी और हर विषय का रिजल्ट समन्वयक केन्द्र से बोर्ड को ऑनलाइन भेज दिया जाएगा। इस बार परीक्षा देर से होने के कारण मंडल ने कॉपियां जल्द जांचने की तैयारी की है। कॉपी जांचने की प्रक्रिया में बदलाव होने से रिजल्ट जल्द जारी हो सकेगा। इसके अलावा इस बार कम नंबर आने पर छात्र उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन करा सकेंगे। अब तक सिर्फ पुनर्गणना का नियम था। पहले आधी परीक्षा हो जाती थी, तब मूल्यांकन कार्य शुरू होता था। इस दौरान दूसरे जिले में मूल्यांकन होने से परिवहन व्यवस्था में समय लगता था। वहीं पुनर्मूल्यांकन नहीं होता था। सिर्फ विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन करवा सकते थे। गौरतलब है कि इस साल एमपी बोर्ड की दसवीं और बारहवी की परीक्षाएं तीस अप्रैल से 15 मई तक चलेंगी और दूसरी परिक्षाएं एक से 15 जुलाई तक चलेंगी।
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भोपाल। पाकिस्तान और राजस्थान पर बने वेदर सिस्टम के कमजोर पडऩे पर बुधवार से राजधानी सहित प्रदेश में मौसम अब साफ हो गया है। राजधानी भोपाल में आसमान से बादल पूरी तरह से साफ हो चुके है और सुबह से मौसम पूरी तरह से खुला हुआ है। बादलों के छंटने से जहां दिन के तापमान में इजाफा हुआ है। लेकिन रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट दर्ज होने लगेगी। मौसम विभाग की माने तो आने वाले दो दिन बाद एक और पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में सक्रिय होने से शुक्रवार से मध्य प्रदेश में फिर बारिश का दौर शुरू होने के आसार है। रुक-रुक कर बरसात होने का सिलसिला प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर तीन-चार दिन तक जारी रह सकता है। इस दौरान कहीं-कहीं तेज बौछारें भी पड़ सकती हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-काश्मीर पर सक्रिय है। इसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त अरब सागर से गुजरात और राजस्थान पर बने चक्रवात से होकर एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) पंजाब तक बना हुआ है। इस वजह से पिछले तीन दिनों से मप्र में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। हालांकि पाकिस्तान पर बना सिस्टम और राजस्थान पर बना चक्रवात अब कमजोर पड़ गया है। इससे बुधवार से मौसम साफ होने लगेगा। धूप निकलने से दिन के तापमान में इजाफा होगा। रात का तापमान धीरे-धीरे कम होने लगेगा। उधर, सात जनवरी को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने के आसार हैं। इसके प्रभाव से शुक्रवार से एक बार फिर मौसम का मिजाज गड़बड़ होने लगेगा। बादल छाएंगे और प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर रुक-रुककर बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। इस तरह की स्थिति 10-11 जनवरी तक बनी रह सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं झमाझम बारिश भी हो सकती है। इन जिलों में बारिश की संभावना मौसम विभाग के पुर्वानुमान अनुसार प्रदेश के शहडोल, सीधी, अनूपपुर, उमरिया जिलों में हल्की बारिश और गरज चमक के साथ बौछारे पडऩे की संभावना है। इसके अलावा चंबल संभाग के जिलों में तथा ग्वालियर, दतिया, गुना रतलाम, उज्जैन, शाजपुर, सीहोर, भोपाल एवं राजगढ़ जिलों में मध्यम से घना कोहरा छा सकता है। वहीं पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के जबलपुर एवं शहडोल संभागों के जिलों में कही कही वर्षा दर्ज की गई शेष संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा। ग्वालियर, गुना, शाजापुर एवं उज्जैन में कोहरा रहा। न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। वे इंदौर संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य से विशेष रुप से अधिक रहे। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस मंडला और खरगौन में दर्ज किया गया।
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भोपाल। बिलखिरिया थाने के पास सड़क के किनारे बुधवार सुबह घायल मिले भालू का वन विहार में उपचार किया जा रहा है। फिलहाल भालू बेहोश है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वन विहार के असिस्टेंट डायरेक्टर ए.के.जैन ने बताया कि घायल भालू को बुधवार सुबह वन विहार की टीम लेकर आई है। यहां डॉ. प्रीतम आचार्य ने घायल भालू की जांच की। उन्होंने बताया कि भालू के मुंह और पैर में चोटें दिखाई दे रही हैं और इसी आधार पर उसका उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भालू की स्थिति में सुधार होने पर ही उसका एक्सरे किया जा सकेगा, जिसके बाद अंदरूनी चोटों की जानकारी मिल सकेगी। फिलहाल भालू बेहोश है, इसलिए उसे ड्रिप लगाई गई है। गौरतलब है कि रायसेन रोड पर मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात एक भालू को अज्ञात वाहन ने टक्कलर मार दी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। हादसा बिलिखिरिया थाने के पास रात तकरीबन दो बजे हुआ। राहगीरों ने भालू को सड़क पर तड़पता देख इसकी सूचना बिलखिरिया पुलिस को दी। पुलिस ने पहले रायसेन और फिर भोपाल वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। सबसे पहले रायसेन का वन अमला पहुंचा था, फिर भोपाल वन मंडल की क्रैक टीम पहुंची थी। लेकिन दोनों टीमें इस बात को लेकर उलझ गईं कि हादसा किसके क्षेत्र में हुआ। आखिरकार सुबह तकरीबन नौ बजे भोपाल की क्रैक टीम ने भालू को वन विहार नेशनल पार्क पहुंचाया, जहां उसका इलाज शुरू हुआ।
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गुना। शहर में अवैध कॉलोनियों पर प्रशासन की लगातार कार्रवाई जारी है। सोमवार को भार्गव कॉलोनी के निकट लगभग छह बीघा पर कट रही अवैध कॉलोनी पर प्रशासन की जेसीबी का पंजा चला। यह कॉलोनी बगैर अनुमति के कटी जा रही थी। वहीं इस पर नगरपालिका की अनुमति लिए बिना सडक़, नाली का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। महीनेभर पूर्व यहां कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा मौका मुआयना कर संबंधितों को कारण बताओ नोटिस थमाए गए थे। लेकिन कॉलोनाईजर द्वारा प्रशासन के नोटिस को हल्के में लेते हुए कोई जबाव नहीं दिया। सोमवार को एसडीएम अंकिता जैन के नेतृत्व में राजस्व एवं नपा के अमले ने मौके पर पहुंचकर यहां चल रहे सडक़, नाली के निर्माण कार्य को तोड़ा। दरअसल, भार्गव कॉलोनी के निकट विनोद सूद एवं उनके परिवार के सदस्यों द्वारा अवैध रूप से कॉलोनी विकसित की जा रही थी। उक्त लोगों द्वारा कॉलोनी का न तो रजिस्ट्रेशन कराया गया था और न ही मौके पर चल रहे निर्माण कार्य की अनुमति नपा से ली गई थी। इस बारे में एसडीएम अंकिता जैन ने बताया कॉलोनी करीब छह बीघा में विकसित की जा रही थी। यह जमीन विनोद सूद एवं उनके परिजनों के नाम से है। पूर्व में कॉलोनी मालिक को नोटिस दिया गया था। लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। फिलहाल सोमवार को मौके पर जेसीबी भेजकर यहां बन रही सडक़ और नाली के निर्माण को तोड़ा गया है।
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इंदौर। शहर के डेली कॉलेज परिसर में सोमवार को छह और कौवे मृत पाए गए। इन्हें मिलाकर बर्ड फ्लू से मरने वाले कौवों की संख्या 154 हो गई है। बर्ड फ्लू की आशंका के बीच डेली कॉलेज के आसपास के एरिया में पशु चिकित्सा विभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है। वहीं, इंदौर चिड़ियाघर को भी सर्विलांस एरिया मानते हुए दवाइयों का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। यहां पर सुबह-शाम पक्षियों के पिंजरे, जालियों सहित मुख्य स्थानों पर एंटी वायरल ड्रग का भी स्प्रे करवाया जा रहा है। पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार सोमवार को मिले मृत 6 कौवों के साथ अब इनकी संख्या 154 तक पहुंच गई है। आज जहां-जहां मृत कौवे मिले और जहां-जहां वे बैठते रहे, सभी जगह को सैनिटाइज करने के साथ ही नमक और चूने का मिश्रण बनाकर छिड़काव करवाया गया। इसके अलावा मृत कौवों को दफनाने का भी काम किया गया। पक्षियों को डेली कॉलेज परिसर में ही गड्ढा खोदकर दफनाया जा रहा है। सबसे पहले गड्ढा खोदकर उसमें नमक और चूना डाला जा रहा है। इसके बाद कौवों को रखकर ऊपर से फिर से यह मिश्रण डालकर मिट्टी से दबाया जा रहा है। जहां तक संक्रमण के फैलने की बात करें तो फिलहाल किसी अन्य क्षेत्र में इसका वायरस नहीं फैला है। वहीं, सोमवार को डेली कॉलेज के आसपास मुर्गे-मुर्गियों की दुकानों से 40 सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। डेली कॉलेज में संक्रमण मिलने के बाद पशु विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है। सोमवार को डेली कॉलेज के आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की सर्वे टीम पहुंची और संक्रमण के बारे में पता लगाया। इसमें पालदा नाका, मूसाखेड़ी, आजाद नगर, रेसीडेंसी सहित कुछ और क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा कुछ पोल्ट्री फॉर्म से भी सैंपल लिए गए हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है, लेकिन मृतकों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 107 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 55,582 और मृतकों की संख्या 887 हो गई है। यहां 44 दिन के बाद लगातार तीसरे दिन कोरोना के नये मरीजों की संख्या 200 से कम आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 4206 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 107 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 55,582 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 887 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 52,197 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2498 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और अब यह 300 से नीचे आ गई। यहां 44 दिन के बाद कोरोना के नये मरीजों की संख्या 200 से नीचे पहुंची और लगातार तीसरे दिन यहां 200 से कम नये संक्रमित मिले हैं। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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भोपाल। जिला प्रशासन ,नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में रविवार को फूटा मकबरा एकता नगर में अपराधी फैजान भेड़ा के घर को ध्वस्त कर दिया गया।उल्लेखनीय है कि आम जनता को गुंडे, बदमाश मिलावटखोरों और माफिया के आंतक से बचाने के लिए प्रदेश भर में चलाई जा रही मुहिम में प्रति दिन इन माफियाओं के अवैध कब्जे से करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को मुक्त कराया जा रहा है। जिससे गुंडा, माफिया और मिलाटवखोरों के मन में भय और जनता के मन में सुरक्षा के भाव के साथ सरकार के प्रति भरोसा भी बढ़ रहा है। सरकार की इस मुहिम को चहुँओर प्रशंसा मिल रही है।इसी क्रम में भोपाल नगर के थाना हनुमानगंज क्षेत्र का आदतन अपराधी फैजान भेड़ा (24) पुत्र यासीन के अपराध के अड्डा बने घर को रविवार को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में ध्वस्त कर दिया गया है। फूटा मकबरा एकता नगर के कुख्यात गुंडे फैजान के विरूद्ध भोपाल शहर के अतिरिक्तअन्य थाना क्षेत्रों में नकबजनी, चोरी, अड़ीबाजी के कुल 28 अपराध दर्ज थे। अपराधी ने एकता नगर फूटा मकबरा स्थित अनाधिकृत मकान जो तीन मंजिला है, बिना अनुमति के अवैध रूप से निर्माण कर बना रखा था जिसे आज पुलिस, प्रशासन एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा ढहाया गया है। पुलिस प्रशासन, नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा आदतन अपराधी के विरूद्ध अन्य कार्यवाही भी की गई है।
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भोपाल। जिला प्रशासन ,नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में रविवार को फूटा मकबरा एकता नगर में अपराधी फैजान भेड़ा के घर को ध्वस्त कर दिया गया।उल्लेखनीय है कि आम जनता को गुंडे, बदमाश मिलावटखोरों और माफिया के आंतक से बचाने के लिए प्रदेश भर में चलाई जा रही मुहिम में प्रति दिन इन माफियाओं के अवैध कब्जे से करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को मुक्त कराया जा रहा है। जिससे गुंडा, माफिया और मिलाटवखोरों के मन में भय और जनता के मन में सुरक्षा के भाव के साथ सरकार के प्रति भरोसा भी बढ़ रहा है। सरकार की इस मुहिम को चहुँओर प्रशंसा मिल रही है।इसी क्रम में भोपाल नगर के थाना हनुमानगंज क्षेत्र का आदतन अपराधी फैजान भेड़ा (24) पुत्र यासीन के अपराध के अड्डा बने घर को रविवार को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में ध्वस्त कर दिया गया है। फूटा मकबरा एकता नगर के कुख्यात गुंडे फैजान के विरूद्ध भोपाल शहर के अतिरिक्तअन्य थाना क्षेत्रों में नकबजनी, चोरी, अड़ीबाजी के कुल 28 अपराध दर्ज थे। अपराधी ने एकता नगर फूटा मकबरा स्थित अनाधिकृत मकान जो तीन मंजिला है, बिना अनुमति के अवैध रूप से निर्माण कर बना रखा था जिसे आज पुलिस, प्रशासन एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा ढहाया गया है। पुलिस प्रशासन, नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा आदतन अपराधी के विरूद्ध अन्य कार्यवाही भी की गई है।
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भोपाल। जिला प्रशासन ,नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में रविवार को फूटा मकबरा एकता नगर में अपराधी फैजान भेड़ा के घर को ध्वस्त कर दिया गया।उल्लेखनीय है कि आम जनता को गुंडे, बदमाश मिलावटखोरों और माफिया के आंतक से बचाने के लिए प्रदेश भर में चलाई जा रही मुहिम में प्रति दिन इन माफियाओं के अवैध कब्जे से करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को मुक्त कराया जा रहा है। जिससे गुंडा, माफिया और मिलाटवखोरों के मन में भय और जनता के मन में सुरक्षा के भाव के साथ सरकार के प्रति भरोसा भी बढ़ रहा है। सरकार की इस मुहिम को चहुँओर प्रशंसा मिल रही है।इसी क्रम में भोपाल नगर के थाना हनुमानगंज क्षेत्र का आदतन अपराधी फैजान भेड़ा (24) पुत्र यासीन के अपराध के अड्डा बने घर को रविवार को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में ध्वस्त कर दिया गया है। फूटा मकबरा एकता नगर के कुख्यात गुंडे फैजान के विरूद्ध भोपाल शहर के अतिरिक्तअन्य थाना क्षेत्रों में नकबजनी, चोरी, अड़ीबाजी के कुल 28 अपराध दर्ज थे। अपराधी ने एकता नगर फूटा मकबरा स्थित अनाधिकृत मकान जो तीन मंजिला है, बिना अनुमति के अवैध रूप से निर्माण कर बना रखा था जिसे आज पुलिस, प्रशासन एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा ढहाया गया है। पुलिस प्रशासन, नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा आदतन अपराधी के विरूद्ध अन्य कार्यवाही भी की गई है।
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भोपाल। जिला प्रशासन ,नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में रविवार को फूटा मकबरा एकता नगर में अपराधी फैजान भेड़ा के घर को ध्वस्त कर दिया गया।उल्लेखनीय है कि आम जनता को गुंडे, बदमाश मिलावटखोरों और माफिया के आंतक से बचाने के लिए प्रदेश भर में चलाई जा रही मुहिम में प्रति दिन इन माफियाओं के अवैध कब्जे से करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को मुक्त कराया जा रहा है। जिससे गुंडा, माफिया और मिलाटवखोरों के मन में भय और जनता के मन में सुरक्षा के भाव के साथ सरकार के प्रति भरोसा भी बढ़ रहा है। सरकार की इस मुहिम को चहुँओर प्रशंसा मिल रही है।इसी क्रम में भोपाल नगर के थाना हनुमानगंज क्षेत्र का आदतन अपराधी फैजान भेड़ा (24) पुत्र यासीन के अपराध के अड्डा बने घर को रविवार को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में ध्वस्त कर दिया गया है। फूटा मकबरा एकता नगर के कुख्यात गुंडे फैजान के विरूद्ध भोपाल शहर के अतिरिक्तअन्य थाना क्षेत्रों में नकबजनी, चोरी, अड़ीबाजी के कुल 28 अपराध दर्ज थे। अपराधी ने एकता नगर फूटा मकबरा स्थित अनाधिकृत मकान जो तीन मंजिला है, बिना अनुमति के अवैध रूप से निर्माण कर बना रखा था जिसे आज पुलिस, प्रशासन एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा ढहाया गया है। पुलिस प्रशासन, नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा आदतन अपराधी के विरूद्ध अन्य कार्यवाही भी की गई है।
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भोपाल। जिला प्रशासन ,नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में रविवार को फूटा मकबरा एकता नगर में अपराधी फैजान भेड़ा के घर को ध्वस्त कर दिया गया।उल्लेखनीय है कि आम जनता को गुंडे, बदमाश मिलावटखोरों और माफिया के आंतक से बचाने के लिए प्रदेश भर में चलाई जा रही मुहिम में प्रति दिन इन माफियाओं के अवैध कब्जे से करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को मुक्त कराया जा रहा है। जिससे गुंडा, माफिया और मिलाटवखोरों के मन में भय और जनता के मन में सुरक्षा के भाव के साथ सरकार के प्रति भरोसा भी बढ़ रहा है। सरकार की इस मुहिम को चहुँओर प्रशंसा मिल रही है।इसी क्रम में भोपाल नगर के थाना हनुमानगंज क्षेत्र का आदतन अपराधी फैजान भेड़ा (24) पुत्र यासीन के अपराध के अड्डा बने घर को रविवार को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में ध्वस्त कर दिया गया है। फूटा मकबरा एकता नगर के कुख्यात गुंडे फैजान के विरूद्ध भोपाल शहर के अतिरिक्तअन्य थाना क्षेत्रों में नकबजनी, चोरी, अड़ीबाजी के कुल 28 अपराध दर्ज थे। अपराधी ने एकता नगर फूटा मकबरा स्थित अनाधिकृत मकान जो तीन मंजिला है, बिना अनुमति के अवैध रूप से निर्माण कर बना रखा था जिसे आज पुलिस, प्रशासन एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा ढहाया गया है। पुलिस प्रशासन, नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा आदतन अपराधी के विरूद्ध अन्य कार्यवाही भी की गई है।
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भोपाल। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के किए उपचार के लिए की गई सभी व्यवस्थाएं पहले की तरह यथावत चल रही हैं। हालांकि राजधानी भोपाल के छोड़कर अन्य जिलों में बिना लक्षण और मामूली लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए बनाए कोविड केयर सेंटर खाली रहने पर बंद करने का निर्णय लिया गया है। संयुक्त संचालक स्वास्थ्य एवं कोविड-19 की व्यवस्थाओं की नोडल अधिकारी डॉ. वीणा सिन्हा ने रविवार को बताया कि बिना लक्षण और मामूली से मामूली लक्षणों वाले कोरोना पाजीटिव की देखरेख के लिए बनाए गए कोविड केयर सेंटर में पहुंचने वालों की संख्या न के बराबर होने से यह सेंटर लगभग खाली हो गए। ऐसी स्थिति में अब कोविड केयर सेंटर चालू रखना का कोई ओचित्य नहीं रहा और इन सेंटर को चालू बनाए रखने की आवश्यकता नहीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि भोपाल में स्थित कोविड-केयर सेंटर को छोड़कर राज्य के अन्य जिलों में बनाए गए कोविड-केयर सेंटर को इस शर्त के साथ बंद किया जाए कि जब इनकी जरूरत और उपयोगिता हो तब जिला कलेक्टर राज्य स्तर से अनुमति प्राप्त कर फिर से चालू कर सकें। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं और सभी व्यवस्थाएं पहले की तरह यथावत संचालित हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में एकबार फिर मौसम का मिजाज बदल रहा है। एक साथ तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से मौसम बिगड़ने लगा है। हवाओं का रुख बदलने से जहां प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में ठंड से राहत मिली है, वहीं नमी बढ़ने से बादल छाने लगे हैं। कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ने लगी हैं।राजधानी भोपाल में पिछले तीन दिनों से हल्के बादल छाए हुए हैं। हालांकि बादल छाने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटे में राजधानी भोपाल सहित कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात हो सकती है। खासकर ग्वालियर, चंबल, सागर, उज्जैन संभाग के जिलों में मौसम बदलने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसको लेकर पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान ओले गिरने की भी संभावना है। मौसम का यह मिजाज दो-तीन दिनों तक बना रह सकता है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास सक्रिय है। एक द्राणिका लाइन (ट्रफ) अरब सागर से गुजरात होते हुए राजस्थान तक बनी हुई है। इसके प्रभाव से पूर्वी और पश्चिमी हवाओं का टकराव हो रहा है। इसके अतिरिक्त एक प्रेरित चक्रवात दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के असर से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। उत्तरी हवा नहीं चलने और वातावरण में नमी बढऩे से राजधानी सहित भोपाल, ग्वालियर, चंबल संभाग, इंदौर संभाग के जिलों में बादल छा गए हैं। इससे न्यूनतम तापमान बढ़ने लगा है। शुक्ला के मुताबिक अभी दो-तीन दिनों तक राजस्थान से लगे प्रदेश के जिलों में बारिश की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अभी दो-तीन दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने के आसार हैं। सात जनवरी के आसपास एकबार फिर हवा का रुख उत्तरी होने से ठंड का एक और दौर शुरू होने के आसार हैं। सात जनवरी से कम होगा तापमानमौसम विभाग की मानें तो दो दिन में पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। उसके प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो जाएगी। सात जनवरी के आसपास मौसम साफ होने लगेगा। साथ ही हवा का रुख भी उत्तरी होने लगेगा। सर्द हवाओं के कारण एक बार फिर ठंड का दौर शुरू होने लगेगा।
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इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग अंतर्गत बड़वानी जिले में खेतिया नगर के आसपास के इलाकों में शनिवार को दोपहर के समय भूकम्प की हल्के झटके महसूस किये गये, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.3 मापी गई है। इसमें अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है। इंदौर के जनसम्पर्क उपसंचालक डॉ. आरआर पटेल ने बताया कि बड़वानी जिले के खेतिया नगर के आसपास के कुछ गांवों में इलाकों में भूकम्प के झटके महसूस किये गये। स्थानीय लोगों के मुताबिक, दोपहर में उनके घर के दरवाजे, खिड़कियां और अन्य सामान कुछ सेकण्ड के लिए हिलते नजर आए, लेकिन वे कुछ समझ पाते इससे पहले ही सब कुछ सामान्य हो गया। इधर, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, दोपहर करीब 1.24 बजे आए इस भूकम्प का केन्द्र इंदौर से 157 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में पांच किलोमीटर नीचे था। इस भूकम्प की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.3 मापी गई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है, लेकिन यहां मृतकों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 183 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 55,320 और मृतकों की संख्या 880 हो गई है। यहां 44 दिन के बाद कोरोना के नये मरीजों की संख्या 200 से कम आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 4395 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 183 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 55,320 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 880 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 51,605 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2835 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और अब यह 300 से नीचे आ गई। यहां 44 दिन के बाद कोरोना के नये मरीजों की संख्या 200 से नीचे पहुंची है। इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है, लेकिन यहां मृतकों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 183 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 55,320 और मृतकों की संख्या 880 हो गई है। यहां 44 दिन के बाद कोरोना के नये मरीजों की संख्या 200 से कम आई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 4395 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 183 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 55,320 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 880 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 51,605 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2835 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और अब यह 300 से नीचे आ गई। यहां 44 दिन के बाद कोरोना के नये मरीजों की संख्या 200 से नीचे पहुंची है। इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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भोपाल। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय करवाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2023 को लक्ष्य बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था पर त्वरित गति से कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी ग्रामों में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए बनाई गई योजनाओं पर विभागीय अमले द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग प्रथम चरण में दो जिलों के सभी ग्रामों में प्रत्येक परिवार को 31 मार्च 2021 तक नल कनेक्शन से जलप्रदाय किए जाने की दिशा में सुनियोजित प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि इन दो जिलों में से बुरहानपुर जिले में कुल 255 आबादग्राम हैं, जिनमें एक लाख 06 हजार 282 घरेलू नल कनेक्शन दिए जाना हैं। इस योजना के पूर्ण होते ही 5 लाख 30 हजार 877 ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय प्रारम्भ हो जायेगा। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुरहानपुर जिले में सितम्बर 2020 से कार्य प्रारम्भ किए गये थे। अब तक जिले के 60 ग्रामों में नल कनेक्शन से जलापूर्ति की जा चुकी है, शेष 195 ग्रामों में योजना के अन्तर्गत तेजी से कार्य हो रहा है।
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भोपाल। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय करवाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2023 को लक्ष्य बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था पर त्वरित गति से कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी ग्रामों में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए बनाई गई योजनाओं पर विभागीय अमले द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग प्रथम चरण में दो जिलों के सभी ग्रामों में प्रत्येक परिवार को 31 मार्च 2021 तक नल कनेक्शन से जलप्रदाय किए जाने की दिशा में सुनियोजित प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि इन दो जिलों में से बुरहानपुर जिले में कुल 255 आबादग्राम हैं, जिनमें एक लाख 06 हजार 282 घरेलू नल कनेक्शन दिए जाना हैं। इस योजना के पूर्ण होते ही 5 लाख 30 हजार 877 ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय प्रारम्भ हो जायेगा। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुरहानपुर जिले में सितम्बर 2020 से कार्य प्रारम्भ किए गये थे। अब तक जिले के 60 ग्रामों में नल कनेक्शन से जलापूर्ति की जा चुकी है, शेष 195 ग्रामों में योजना के अन्तर्गत तेजी से कार्य हो रहा है।
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भोपाल। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय करवाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2023 को लक्ष्य बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था पर त्वरित गति से कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी ग्रामों में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए बनाई गई योजनाओं पर विभागीय अमले द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग प्रथम चरण में दो जिलों के सभी ग्रामों में प्रत्येक परिवार को 31 मार्च 2021 तक नल कनेक्शन से जलप्रदाय किए जाने की दिशा में सुनियोजित प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि इन दो जिलों में से बुरहानपुर जिले में कुल 255 आबादग्राम हैं, जिनमें एक लाख 06 हजार 282 घरेलू नल कनेक्शन दिए जाना हैं। इस योजना के पूर्ण होते ही 5 लाख 30 हजार 877 ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय प्रारम्भ हो जायेगा। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुरहानपुर जिले में सितम्बर 2020 से कार्य प्रारम्भ किए गये थे। अब तक जिले के 60 ग्रामों में नल कनेक्शन से जलापूर्ति की जा चुकी है, शेष 195 ग्रामों में योजना के अन्तर्गत तेजी से कार्य हो रहा है।
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भोपाल। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय करवाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2023 को लक्ष्य बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था पर त्वरित गति से कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी ग्रामों में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए बनाई गई योजनाओं पर विभागीय अमले द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग प्रथम चरण में दो जिलों के सभी ग्रामों में प्रत्येक परिवार को 31 मार्च 2021 तक नल कनेक्शन से जलप्रदाय किए जाने की दिशा में सुनियोजित प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि इन दो जिलों में से बुरहानपुर जिले में कुल 255 आबादग्राम हैं, जिनमें एक लाख 06 हजार 282 घरेलू नल कनेक्शन दिए जाना हैं। इस योजना के पूर्ण होते ही 5 लाख 30 हजार 877 ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय प्रारम्भ हो जायेगा। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुरहानपुर जिले में सितम्बर 2020 से कार्य प्रारम्भ किए गये थे। अब तक जिले के 60 ग्रामों में नल कनेक्शन से जलापूर्ति की जा चुकी है, शेष 195 ग्रामों में योजना के अन्तर्गत तेजी से कार्य हो रहा है।
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भोपाल। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय करवाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2023 को लक्ष्य बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था पर त्वरित गति से कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी ग्रामों में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए बनाई गई योजनाओं पर विभागीय अमले द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग प्रथम चरण में दो जिलों के सभी ग्रामों में प्रत्येक परिवार को 31 मार्च 2021 तक नल कनेक्शन से जलप्रदाय किए जाने की दिशा में सुनियोजित प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि इन दो जिलों में से बुरहानपुर जिले में कुल 255 आबादग्राम हैं, जिनमें एक लाख 06 हजार 282 घरेलू नल कनेक्शन दिए जाना हैं। इस योजना के पूर्ण होते ही 5 लाख 30 हजार 877 ग्रामीण आबादी को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय प्रारम्भ हो जायेगा। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुरहानपुर जिले में सितम्बर 2020 से कार्य प्रारम्भ किए गये थे। अब तक जिले के 60 ग्रामों में नल कनेक्शन से जलापूर्ति की जा चुकी है, शेष 195 ग्रामों में योजना के अन्तर्गत तेजी से कार्य हो रहा है।
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इंदौर। नया साल 2021 का आगाज हो गया है। इसी के साथ लोग नए साल के पहले दिन की शुरुआत भगवान के दर्शन और आशीर्वाद के साथ कर रहे हैं। राजधानी भोपाल के बिरला मंदिर और कालीघाट मंदिर मेंं सुबह से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। नए साल के अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई और भगवान का श्रृंगार किया गया। इसके अलावा उज्जैन के महाकाल मंदिर और इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में भी रात से ही बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में रात के 12 बजे नया साल लगते ही प्रांगण जयकारों से गूंज उठा। बड़ी संख्या में उमड़े भक्तों की मौजूदगी में महाआरती के साथ नव वर्ष 2021 का स्वागत किया गया। भक्तों की सुविधा के लिए खजराना मंदिर एक जनवरी को भी रात भर खुला रहेगा। इस दौरान मंदिर में वन वे प्रवेश व्यवस्था रहेगी। भक्तों को कालिका मंदिर की ओर से प्रवेश दिया जाएगा और गणेशपुरी मार्ग की ओर निकासी होगी। वर्ष के पहले दिन भी मंदिर परिसर में दिनभर उत्सवी माहौल रहने वाला है। वहीं भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है और मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए जगह जगह कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के बोर्ड लगाए हैं। उज्जैन महाकाल मंदिर में साल के आखिरी दिन करीब 30 हजार भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने भगवान से सुख-शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान मंदिर में बड़ी रौनक दिखाई दी। संध्या आरती में भगवान का विशेष श्रृंंगार किया था। वहीं शुक्रवार सुबह भगवान महाकाल की भस्म आरती के बाद उनके कपाट दर्शन के लिए खोल दिए गए। नए साल पर पुजारियों ने महाकाल का श्रृंगार कर विशेष पूजा की। उम्मीद है कि साल के पहले दिन भी 30 से 35 हजार भक्त दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं।
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इंदौर। नया साल 2021 का आगाज हो गया है। इसी के साथ लोग नए साल के पहले दिन की शुरुआत भगवान के दर्शन और आशीर्वाद के साथ कर रहे हैं। राजधानी भोपाल के बिरला मंदिर और कालीघाट मंदिर मेंं सुबह से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। नए साल के अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई और भगवान का श्रृंगार किया गया। इसके अलावा उज्जैन के महाकाल मंदिर और इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में भी रात से ही बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में रात के 12 बजे नया साल लगते ही प्रांगण जयकारों से गूंज उठा। बड़ी संख्या में उमड़े भक्तों की मौजूदगी में महाआरती के साथ नव वर्ष 2021 का स्वागत किया गया। भक्तों की सुविधा के लिए खजराना मंदिर एक जनवरी को भी रात भर खुला रहेगा। इस दौरान मंदिर में वन वे प्रवेश व्यवस्था रहेगी। भक्तों को कालिका मंदिर की ओर से प्रवेश दिया जाएगा और गणेशपुरी मार्ग की ओर निकासी होगी। वर्ष के पहले दिन भी मंदिर परिसर में दिनभर उत्सवी माहौल रहने वाला है। वहीं भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है और मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए जगह जगह कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के बोर्ड लगाए हैं। उज्जैन महाकाल मंदिर में साल के आखिरी दिन करीब 30 हजार भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने भगवान से सुख-शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान मंदिर में बड़ी रौनक दिखाई दी। संध्या आरती में भगवान का विशेष श्रृंंगार किया था। वहीं शुक्रवार सुबह भगवान महाकाल की भस्म आरती के बाद उनके कपाट दर्शन के लिए खोल दिए गए। नए साल पर पुजारियों ने महाकाल का श्रृंगार कर विशेष पूजा की। उम्मीद है कि साल के पहले दिन भी 30 से 35 हजार भक्त दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं।
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इंदौर। नया साल 2021 का आगाज हो गया है। इसी के साथ लोग नए साल के पहले दिन की शुरुआत भगवान के दर्शन और आशीर्वाद के साथ कर रहे हैं। राजधानी भोपाल के बिरला मंदिर और कालीघाट मंदिर मेंं सुबह से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। नए साल के अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई और भगवान का श्रृंगार किया गया। इसके अलावा उज्जैन के महाकाल मंदिर और इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में भी रात से ही बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में रात के 12 बजे नया साल लगते ही प्रांगण जयकारों से गूंज उठा। बड़ी संख्या में उमड़े भक्तों की मौजूदगी में महाआरती के साथ नव वर्ष 2021 का स्वागत किया गया। भक्तों की सुविधा के लिए खजराना मंदिर एक जनवरी को भी रात भर खुला रहेगा। इस दौरान मंदिर में वन वे प्रवेश व्यवस्था रहेगी। भक्तों को कालिका मंदिर की ओर से प्रवेश दिया जाएगा और गणेशपुरी मार्ग की ओर निकासी होगी। वर्ष के पहले दिन भी मंदिर परिसर में दिनभर उत्सवी माहौल रहने वाला है। वहीं भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है और मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए जगह जगह कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के बोर्ड लगाए हैं। उज्जैन महाकाल मंदिर में साल के आखिरी दिन करीब 30 हजार भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने भगवान से सुख-शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान मंदिर में बड़ी रौनक दिखाई दी। संध्या आरती में भगवान का विशेष श्रृंंगार किया था। वहीं शुक्रवार सुबह भगवान महाकाल की भस्म आरती के बाद उनके कपाट दर्शन के लिए खोल दिए गए। नए साल पर पुजारियों ने महाकाल का श्रृंगार कर विशेष पूजा की। उम्मीद है कि साल के पहले दिन भी 30 से 35 हजार भक्त दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं।
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इंदौर। नया साल 2021 का आगाज हो गया है। इसी के साथ लोग नए साल के पहले दिन की शुरुआत भगवान के दर्शन और आशीर्वाद के साथ कर रहे हैं। राजधानी भोपाल के बिरला मंदिर और कालीघाट मंदिर मेंं सुबह से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। नए साल के अवसर पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई और भगवान का श्रृंगार किया गया। इसके अलावा उज्जैन के महाकाल मंदिर और इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में भी रात से ही बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में रात के 12 बजे नया साल लगते ही प्रांगण जयकारों से गूंज उठा। बड़ी संख्या में उमड़े भक्तों की मौजूदगी में महाआरती के साथ नव वर्ष 2021 का स्वागत किया गया। भक्तों की सुविधा के लिए खजराना मंदिर एक जनवरी को भी रात भर खुला रहेगा। इस दौरान मंदिर में वन वे प्रवेश व्यवस्था रहेगी। भक्तों को कालिका मंदिर की ओर से प्रवेश दिया जाएगा और गणेशपुरी मार्ग की ओर निकासी होगी। वर्ष के पहले दिन भी मंदिर परिसर में दिनभर उत्सवी माहौल रहने वाला है। वहीं भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है और मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए जगह जगह कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के बोर्ड लगाए हैं। उज्जैन महाकाल मंदिर में साल के आखिरी दिन करीब 30 हजार भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने भगवान से सुख-शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान मंदिर में बड़ी रौनक दिखाई दी। संध्या आरती में भगवान का विशेष श्रृंंगार किया था। वहीं शुक्रवार सुबह भगवान महाकाल की भस्म आरती के बाद उनके कपाट दर्शन के लिए खोल दिए गए। नए साल पर पुजारियों ने महाकाल का श्रृंगार कर विशेष पूजा की। उम्मीद है कि साल के पहले दिन भी 30 से 35 हजार भक्त दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं।
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जबलपुर। पिछले दो दिनों से आसमान में छाए बादलों कुछ कम जरूर हुए हैं, लेकिन इनकी वजह से गुरुवार को जहां धूप कमजोर निकली, वहीं उत्तरी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। जिले में लगातार तीसरे दिन भी गुरुवार सुबह से कोहरा छाया रहा। बादलों के छंटने की वजह से न्यूनतम तापमान भी एक डिग्री नीचे आ गया। हल्के बादलों के असर के बीच गुरुवार को भी कोहरे की चादर से शहर ढंका रहा। बुधवार दोपहर बाद से उत्तरी हवाओं ने मौसम में ठंडक बढ़ा दी है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने लगा है। इसकी वजह से ठंड बढ़ने लगी है। सहायक मौसम वैज्ञानिक देवेंद्र तिवारी के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का असर आज समाप्त हो जाएगा। उत्तरी हवाओं के चलते ठंड का असर दिखने लगा है। अगले तीन दिन कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी हो रही है। उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड चरम पर है। अब जबलपुर में भी इसका असर दिखेगा। दिन के साथ ही रात का भी पारा गिरेगा। शुक्रवार से सर्दी का असर बढ़ने का अनुमान है।
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जबलपुर। पिछले दो दिनों से आसमान में छाए बादलों कुछ कम जरूर हुए हैं, लेकिन इनकी वजह से गुरुवार को जहां धूप कमजोर निकली, वहीं उत्तरी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। जिले में लगातार तीसरे दिन भी गुरुवार सुबह से कोहरा छाया रहा। बादलों के छंटने की वजह से न्यूनतम तापमान भी एक डिग्री नीचे आ गया। हल्के बादलों के असर के बीच गुरुवार को भी कोहरे की चादर से शहर ढंका रहा। बुधवार दोपहर बाद से उत्तरी हवाओं ने मौसम में ठंडक बढ़ा दी है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने लगा है। इसकी वजह से ठंड बढ़ने लगी है। सहायक मौसम वैज्ञानिक देवेंद्र तिवारी के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का असर आज समाप्त हो जाएगा। उत्तरी हवाओं के चलते ठंड का असर दिखने लगा है। अगले तीन दिन कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी हो रही है। उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड चरम पर है। अब जबलपुर में भी इसका असर दिखेगा। दिन के साथ ही रात का भी पारा गिरेगा। शुक्रवार से सर्दी का असर बढ़ने का अनुमान है।
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अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को प्राप्त 262 रिपोर्ट में से 4 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोतमा में 3 तथा जैतहरी में 1 संक्रमित मिले। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने,सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 1921 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में सक्रिय 11 है। वहीं स्वस्थ होने पर 3 लोगों को रवाना कर दिया गया। अब तक 1896 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं तथा जिले के 14 की मृत्यु हो चुकी है। अब तक कोरोना जाँच के लिए 35886 नमूने जाँच हेतु भेजे जा चुके हैं।
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अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को प्राप्त 262 रिपोर्ट में से 4 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोतमा में 3 तथा जैतहरी में 1 संक्रमित मिले। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने,सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 1921 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में सक्रिय 11 है। वहीं स्वस्थ होने पर 3 लोगों को रवाना कर दिया गया। अब तक 1896 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं तथा जिले के 14 की मृत्यु हो चुकी है। अब तक कोरोना जाँच के लिए 35886 नमूने जाँच हेतु भेजे जा चुके हैं।
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अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को प्राप्त 262 रिपोर्ट में से 4 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोतमा में 3 तथा जैतहरी में 1 संक्रमित मिले। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने,सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 1921 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में सक्रिय 11 है। वहीं स्वस्थ होने पर 3 लोगों को रवाना कर दिया गया। अब तक 1896 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं तथा जिले के 14 की मृत्यु हो चुकी है। अब तक कोरोना जाँच के लिए 35886 नमूने जाँच हेतु भेजे जा चुके हैं।
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अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को प्राप्त 262 रिपोर्ट में से 4 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोतमा में 3 तथा जैतहरी में 1 संक्रमित मिले। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने,सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 1921 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में सक्रिय 11 है। वहीं स्वस्थ होने पर 3 लोगों को रवाना कर दिया गया। अब तक 1896 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं तथा जिले के 14 की मृत्यु हो चुकी है। अब तक कोरोना जाँच के लिए 35886 नमूने जाँच हेतु भेजे जा चुके हैं।
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इंदौर। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जिले में कहीं पर भी कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने पर प्रशासन द्वारा कठोर कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर के निर्देश पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी अजयदेव शर्मा ने मंगलवार देर रात जन सामान्य के हित, जानमाल एवं लोक शांति को बनाये रखने के लिए थाना गौतमपुरा क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत चांदनखेडी, धर्माट, रुद्राख्या, सुनाला, देवराखेडी एवं नगर परिषद गौतमपुरा तथा नगर परिषद सांवेर क्षेत्र में दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किया है। जारी आदेशानुसार उक्त थाना क्षेत्र सीमा के अन्तर्गत पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों का समूह बिना सक्षम दण्डाधिकारी की अनुमति के एकत्रित नहीं हो सकेंगे। इस क्षेत्र में ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस सशक्त सेनाएं, अधिकारी के अतिरिक्त किसी अन्य के द्वारा संघात्मक, धारदार हथियार, आग्नेय शस्त्र न तो धारण किये जाएंगे और न ही उनका परिवहन किया जायेगा। इस प्रतिबंधित क्षेत्र में कोई भी जूलूस, आमसभा, रैली, धरना प्रदर्शन, अन्य गतिविधियां बिना पूर्व एवं सक्षम अनुमति के नहीं की जा सकेगी। किसी भी व्यक्ति, समूह के द्वारा किसी वर्ग, धर्म व्यक्ति विशेष या दल विशेष के विरूद्ध कोई भी क्षुब्धता पूर्ण नारेबाजी या आपसी आक्रोश को बढ़ावा देने वाली कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी। कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया जाएगा, जिससे जन आक्रोश तथा लोकशांति को प्रभाव पड़ता हो। उल्लेखनीय है कि थाना प्रभारी गौतमपुरा द्वारा अवगत कराया गया कि 29 दिसम्बर को (अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के संबंध में) धर्माट से चांदनखेडी, कनवासा, सुनाला से वापस रुद्राख्या होकर खडोत्या तक जनजागरण वाहन रैली का आयोजन था, जिसमें ग्राम चांदनखेडी में पथराव हो जाने से एवं रैली का विरोध करने से उक्त रैली में शामिल लोगों पर कुछ लोगों द्वारा पथराव किये जाने के बाद ग्राम चांदनखेडी सहित आस-पास के ग्रामों में सांप्रदायिक तनाव एवं कानून व्यवस्था बिगडऩे की स्थिति निर्मित हुई थी, जिसके कारण जिला एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर उपस्थित होकर कानून व्यवस्था की स्थिति संभालनी पड़ी। इसी घटनाक्रम को देखते हुए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी द्वारा जन सामान्य के हित, जानमाल एवं लोक शांति को बनाये रखने हेतु उक्त प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होकर आगामी आदेश तक प्रभावशील रहेगा। आदेश का उल्लघंन धारा 188 भारतीय दण्ड विधान अंतर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आयेगा।
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इंदौर। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जिले में कहीं पर भी कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने पर प्रशासन द्वारा कठोर कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर के निर्देश पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी अजयदेव शर्मा ने मंगलवार देर रात जन सामान्य के हित, जानमाल एवं लोक शांति को बनाये रखने के लिए थाना गौतमपुरा क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत चांदनखेडी, धर्माट, रुद्राख्या, सुनाला, देवराखेडी एवं नगर परिषद गौतमपुरा तथा नगर परिषद सांवेर क्षेत्र में दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किया है। जारी आदेशानुसार उक्त थाना क्षेत्र सीमा के अन्तर्गत पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों का समूह बिना सक्षम दण्डाधिकारी की अनुमति के एकत्रित नहीं हो सकेंगे। इस क्षेत्र में ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस सशक्त सेनाएं, अधिकारी के अतिरिक्त किसी अन्य के द्वारा संघात्मक, धारदार हथियार, आग्नेय शस्त्र न तो धारण किये जाएंगे और न ही उनका परिवहन किया जायेगा। इस प्रतिबंधित क्षेत्र में कोई भी जूलूस, आमसभा, रैली, धरना प्रदर्शन, अन्य गतिविधियां बिना पूर्व एवं सक्षम अनुमति के नहीं की जा सकेगी। किसी भी व्यक्ति, समूह के द्वारा किसी वर्ग, धर्म व्यक्ति विशेष या दल विशेष के विरूद्ध कोई भी क्षुब्धता पूर्ण नारेबाजी या आपसी आक्रोश को बढ़ावा देने वाली कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी। कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया जाएगा, जिससे जन आक्रोश तथा लोकशांति को प्रभाव पड़ता हो। उल्लेखनीय है कि थाना प्रभारी गौतमपुरा द्वारा अवगत कराया गया कि 29 दिसम्बर को (अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के संबंध में) धर्माट से चांदनखेडी, कनवासा, सुनाला से वापस रुद्राख्या होकर खडोत्या तक जनजागरण वाहन रैली का आयोजन था, जिसमें ग्राम चांदनखेडी में पथराव हो जाने से एवं रैली का विरोध करने से उक्त रैली में शामिल लोगों पर कुछ लोगों द्वारा पथराव किये जाने के बाद ग्राम चांदनखेडी सहित आस-पास के ग्रामों में सांप्रदायिक तनाव एवं कानून व्यवस्था बिगडऩे की स्थिति निर्मित हुई थी, जिसके कारण जिला एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर उपस्थित होकर कानून व्यवस्था की स्थिति संभालनी पड़ी। इसी घटनाक्रम को देखते हुए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी द्वारा जन सामान्य के हित, जानमाल एवं लोक शांति को बनाये रखने हेतु उक्त प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होकर आगामी आदेश तक प्रभावशील रहेगा। आदेश का उल्लघंन धारा 188 भारतीय दण्ड विधान अंतर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आयेगा।
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इंदौर। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जिले में कहीं पर भी कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने पर प्रशासन द्वारा कठोर कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर के निर्देश पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी अजयदेव शर्मा ने मंगलवार देर रात जन सामान्य के हित, जानमाल एवं लोक शांति को बनाये रखने के लिए थाना गौतमपुरा क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत चांदनखेडी, धर्माट, रुद्राख्या, सुनाला, देवराखेडी एवं नगर परिषद गौतमपुरा तथा नगर परिषद सांवेर क्षेत्र में दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किया है। जारी आदेशानुसार उक्त थाना क्षेत्र सीमा के अन्तर्गत पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों का समूह बिना सक्षम दण्डाधिकारी की अनुमति के एकत्रित नहीं हो सकेंगे। इस क्षेत्र में ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस सशक्त सेनाएं, अधिकारी के अतिरिक्त किसी अन्य के द्वारा संघात्मक, धारदार हथियार, आग्नेय शस्त्र न तो धारण किये जाएंगे और न ही उनका परिवहन किया जायेगा। इस प्रतिबंधित क्षेत्र में कोई भी जूलूस, आमसभा, रैली, धरना प्रदर्शन, अन्य गतिविधियां बिना पूर्व एवं सक्षम अनुमति के नहीं की जा सकेगी। किसी भी व्यक्ति, समूह के द्वारा किसी वर्ग, धर्म व्यक्ति विशेष या दल विशेष के विरूद्ध कोई भी क्षुब्धता पूर्ण नारेबाजी या आपसी आक्रोश को बढ़ावा देने वाली कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी। कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया जाएगा, जिससे जन आक्रोश तथा लोकशांति को प्रभाव पड़ता हो। उल्लेखनीय है कि थाना प्रभारी गौतमपुरा द्वारा अवगत कराया गया कि 29 दिसम्बर को (अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के संबंध में) धर्माट से चांदनखेडी, कनवासा, सुनाला से वापस रुद्राख्या होकर खडोत्या तक जनजागरण वाहन रैली का आयोजन था, जिसमें ग्राम चांदनखेडी में पथराव हो जाने से एवं रैली का विरोध करने से उक्त रैली में शामिल लोगों पर कुछ लोगों द्वारा पथराव किये जाने के बाद ग्राम चांदनखेडी सहित आस-पास के ग्रामों में सांप्रदायिक तनाव एवं कानून व्यवस्था बिगडऩे की स्थिति निर्मित हुई थी, जिसके कारण जिला एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर उपस्थित होकर कानून व्यवस्था की स्थिति संभालनी पड़ी। इसी घटनाक्रम को देखते हुए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी द्वारा जन सामान्य के हित, जानमाल एवं लोक शांति को बनाये रखने हेतु उक्त प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होकर आगामी आदेश तक प्रभावशील रहेगा। आदेश का उल्लघंन धारा 188 भारतीय दण्ड विधान अंतर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आयेगा।
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सिवनी। देश के ख्यातिप्राप्त पेंच राष्ट्रीय उद्यान पी-4 बाघिन अपने 02 नए शावक के साथ पर्यटकों को नजर आई है। पेंच टाईगर रिजर्व सिवनी के क्षेत्र संचालक, विक्रम सिंह परिहार ने सोमवार को हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि पार्क के कर्माझिरी क्षेत्र में शनिवार को पी-4 बाघिन के दो शावकों को देखा गया है। पार्क में 61 वयस्क बाघ है तथा लगभग 22 शावक है जिनकी उम्र 01 वर्ष से कम है। प्रबंधन ने दोनों शावकों की निगरानी शुरु कर दी है।
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इंदौर। इंदौर जिले में अब 21 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को मदिरा का विक्रय नहीं किया जा सकेगा। यानी जिले में 21 वर्ष से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति अब शराब नहीं खरीद सकेगा। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह के निर्देश पर आबकारी विभाग द्वारा सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। जारी आदेशानुसार इंदौर जिले में वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर विक्रय की दुकानों के अनुज्ञप्तिधारियों को नियमानुसार मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 के प्रावधानों एवं निर्देशों का पालन किया जाना प्रावधानित है। वर्तमान समय की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए इंदौर जिले के देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर विक्रय की दुकानों के अनुज्ञप्तिधारियों एवं वर्ष 2020-21 हेतु मध्यप्रदेश राज्य में उत्पादित अंगूर से मध्यप्रदेश राज्य में निर्मित वाइन के फुटकर बिक्री (रिटेल आउटलेट) के अनुज्ञप्तिधारियों को मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम, 1915 की धारा-38 में वर्णित अनुज्ञप्त विक्रेताओं के कतिपय विधि विरुद्ध कार्यों को न करने के लिए आदेशित किया गया है। सहायक आबकारी आयुक्त राजनारायण सोनी ने बताया कि मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 की धारा-23 के प्रावधानानुसार जिसकी आयु प्रगट रूप से 21 वर्ष से कम है, ऐसे व्यक्ति को मदिरा का विक्रय या परिदान नहीं किया जायेगा। पूर्व से मत्त या मदोन्मत्त व्यक्ति को मदिरा का विक्रय नहीं किया जायेगा। मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 की धारा-22 के प्रावधानानुसार 21 वर्ष से कम आयु के स्त्री या पुरुष को नियोजित नहीं किया जा सकेगा। अनुज्ञप्त परिसर में मत्त होना, मदोन्मत्त होना, विच्छृंखलता का आचरण करना, नृत्य, गायन, संगीत, वादन या द्यूत क्रीड़ा अनुज्ञात नहीं किया जा सकेगा। उपरोक्त प्रावधानों का नियमानुसार पालन न करने पर संबंधित के विरूद्ध मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 के अंतर्गत वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
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इंदौर। इंदौर जिले में अब 21 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को मदिरा का विक्रय नहीं किया जा सकेगा। यानी जिले में 21 वर्ष से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति अब शराब नहीं खरीद सकेगा। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह के निर्देश पर आबकारी विभाग द्वारा सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। जारी आदेशानुसार इंदौर जिले में वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर विक्रय की दुकानों के अनुज्ञप्तिधारियों को नियमानुसार मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 के प्रावधानों एवं निर्देशों का पालन किया जाना प्रावधानित है। वर्तमान समय की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए इंदौर जिले के देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर विक्रय की दुकानों के अनुज्ञप्तिधारियों एवं वर्ष 2020-21 हेतु मध्यप्रदेश राज्य में उत्पादित अंगूर से मध्यप्रदेश राज्य में निर्मित वाइन के फुटकर बिक्री (रिटेल आउटलेट) के अनुज्ञप्तिधारियों को मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम, 1915 की धारा-38 में वर्णित अनुज्ञप्त विक्रेताओं के कतिपय विधि विरुद्ध कार्यों को न करने के लिए आदेशित किया गया है। सहायक आबकारी आयुक्त राजनारायण सोनी ने बताया कि मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 की धारा-23 के प्रावधानानुसार जिसकी आयु प्रगट रूप से 21 वर्ष से कम है, ऐसे व्यक्ति को मदिरा का विक्रय या परिदान नहीं किया जायेगा। पूर्व से मत्त या मदोन्मत्त व्यक्ति को मदिरा का विक्रय नहीं किया जायेगा। मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 की धारा-22 के प्रावधानानुसार 21 वर्ष से कम आयु के स्त्री या पुरुष को नियोजित नहीं किया जा सकेगा। अनुज्ञप्त परिसर में मत्त होना, मदोन्मत्त होना, विच्छृंखलता का आचरण करना, नृत्य, गायन, संगीत, वादन या द्यूत क्रीड़ा अनुज्ञात नहीं किया जा सकेगा। उपरोक्त प्रावधानों का नियमानुसार पालन न करने पर संबंधित के विरूद्ध मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम-1915 के अंतर्गत वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में एक सप्ताह से लगातार कमी देखने को मिल रही है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 293 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 54,203 और मृतकों की संख्या 863 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 4629 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 293 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 54,203 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 863 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 50,113 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3237 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि दीपावली के बाद इंदौर में लगातार 17 दिन तक 500 से अधिक नये संक्रमित मिले थे। इसके बाद यह संख्या धीरे-धीरे कम होती गई और अब यह 300 से नीचे आ गई है। यहां एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है।
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भोपाल। हवाओं का रुख लगातार उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना रहने से प्रदेश में रात के समय ठंडक बरकरार है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल हुआ है। इस वजह से वहां बर्फबारी शुरू हो गई है। पश्चिमी विक्षोभ की मौजूदगी के कारण रविवार को तापमान पर विशेष फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन सोमवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। रविवार सुबह पिछले दो दिनों की अपेक्षा अधिक सर्दी महसूस हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्शियस दर्ज हुआ। जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। यह सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में सक्रिय है। इस सिस्टम की आवृति अधिक होने से उत्तर भारत के पहाड़ों में जबरदस्त बर्फबारी हो रही है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ की मौजूदगी के बावजूद हवा का पैटर्न बीच-बीच में उत्तरी होने से दिन और रात के तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो रही है। शनिवार को भी हवा का रुख उत्तरी और उत्तर पूर्वी रहा इससे दिन के अधिकतम तापमान में मामूली बढ़त हुई। पूर्वी हवा के कारण रविवार को न्यूनतम तापमान में भी मामूली बढ़ोतरी होने के आसार है। 28 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ने लगेगा। साथ ही हवा का रुख भी उत्तरी होने लगेगा। इससे राजधानी सहित पूरे प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होने लगेगा। 29 दिसबंर के बाद प्रदेश में कहीं-कहीं शीतलहर भी चल सकती है।
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इंदौर। ब्रिटेन समेत यूनाइटेड किंगडम (यूके) के देशों से हवाई यात्रा कर इंदौर पहुंचने वाले 121 लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक चिन्हित कर लिया गया और उनके कोरोना जांच के लिए सेम्पल लिये गये हैं। इनमें से बीती रात तक 68 लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिनमें से दो व्यक्ति संक्रमित पाये गये हैं। फिलहाल, उसका उपचार जारी है और अन्य लोगों की स्वास्थ्य विभाग द्वारा निगरानी की जा रही है। सीएमएचओ कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इंदौर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट प्रबंधन से यूके के देशों से आने वाले यात्रियों की सूची मांगी गई थी। बीते 22 और 23 दिसम्बर को आप्रवासन (इमिग्रेशन) विभाग द्वारा दो सूचियां स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गई, जिनमें 121 यात्रियों को चिन्हित कर लिया गया। सभी के सेम्पल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, ब्रिटेन से आए 38 लोगों की जांच रिपोर्ट शनिवार की रात जारी हुई, जिनमें एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया, जबकि शुक्रवार की रात 30 लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हुई थी। उसमें भी एक 29 वर्षीय युवक संक्रमित पाया गया था। इस तरह अब तक कुल 68 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिनमें दो व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं। फिलहाल, उनका उपचार जारी है। ब्रिटेन में कोरोना का नया स्वरूप (स्ट्रेन) सामने आने के मद्देनजर सभी यात्रियों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है। इन यात्रियों में से संक्रमित पाए गए यात्रियों के निकटतम संपर्कों में रहे लोगों की भी ऐहतियातन जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने अन्य लोगों की रिपोर्ट भी जल्द मिलने की संभावना जताई है। सभी चिन्हित लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है और चिकित्सा विभाग उनकी निगरानी कर रहा है।
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भोपाल। भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठापूर्ण महोत्सव 'तानसेन समारोह'' की शुरूआत शनिवार की सुबह पारंपरिक ढंग से हुई। यहां हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर शहनाई वादन, हरिकथा, मिलाद, चादरपोशी और कव्वाली गायन हुआ। सुर सम्राट तानसेन की स्मृति में पिछले 95 वर्ष से आयोजित हो रहे तानसेन समारोह में ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक तानसेन समाधि परिसर से गान मनीषी तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करने आए हैं। इस बार तानसेन अलंकरण प्रख्यात संतूर वादक पण्डित सतीश व्यास को दिया जाएगा। तानसेन समाधि स्थल पर परंपरागत ढंग से उस्ताद मजीद खाँ एवं साथियों ने राग “बैरागी” में शहनाई वादन किया। इसके बाद ढोलीबुआ महाराज नाथपंथी संत सच्चिदानंद नाथ ने संगीतमय आध्यात्मिक प्रवचन देते हुए ईश्वर और मनुष्य के रिश्तों को उजागर किया। उनके प्रवचन का सार था कि परहित से बढ़कर कोई धर्म नहीं। अल्लाह और ईश्वर, राम और रहीम, कृष्ण और करीम, खुदा और देव सब एक हैं। हर मनुष्य में ईश्वर विद्यमान है। हम सब ईश्वर की सन्तान हैं। उन्होंने कहा कि रोजा और व्रत, मुल्ला और पण्डित, ख्वाजा और आचार्य के उद्देश्य व मत एक ही है कि सभी नेकी के मार्ग पर चलें। ढोली बुआ महाराज द्वारा राग ' शुद्ध सारंग' में प्रस्तुत भजन के बोल थे 'एक दिन आना एक दिन जाना, बिच में सुख दुख झुटमुट सपना'। उन्होंने प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम' का गायन भी किया। ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा के बाद मुस्लिम समुदाय से मौलाना इकबाल लश्कर कादिरी ने इस्लामी कायदे के अनुसार मिलाद शरीफ की तकरीर सुनाई। अंत में हजरत मौहम्मद गौस व तानसेन की मजार पर राज्य सरकार की ओर से सैयद जियाउल हसन सज्जादा नसीन जी द्वारा परंपरागत ढंग से चादरपोशी की गई। इससे पहले जनाब हुसैन बख्स, अल्लाह रक्खा , सैफ अली खान एवं उनके साथी कव्वाली गाते हुये चादर लेकर पहुंचे। कव्वाली के बोल थे ''खास दरबार-ए-मौहम्मद से ये आई चादर''। तानसेन समाधि पर परंपरागत ढंग से आयोजित हुए इस कार्यक्रम में संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, अलाउद्दीन खाँ कला एवं संगीत अकादमी के अधिकारी, कला रसिक और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। गौरतलब है कि राज्य शासन के संस्कृति विभाग एवं उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के तत्वावधान में 'तानसेन समारोह' इस बार 26 से 30 दिसम्बर तक आयोजित हो रहा है। तानसेन समारोह में कुल 8 संगीत सभायें होंगीं। पहली सात सभायें तानसेन समाधि स्थल पर सजेंगी। आठवीं एवं अंतिम संगीत सभा 30 दिसम्बर को प्रात: तानसेन की जन्म स्थली मुरार जनपद पंचायत के ग्राम बेहट में झिलमिल नदी के किनारे सजेगी।
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भोपाल। भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठापूर्ण महोत्सव 'तानसेन समारोह'' की शुरूआत शनिवार की सुबह पारंपरिक ढंग से हुई। यहां हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर शहनाई वादन, हरिकथा, मिलाद, चादरपोशी और कव्वाली गायन हुआ। सुर सम्राट तानसेन की स्मृति में पिछले 95 वर्ष से आयोजित हो रहे तानसेन समारोह में ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक तानसेन समाधि परिसर से गान मनीषी तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करने आए हैं। इस बार तानसेन अलंकरण प्रख्यात संतूर वादक पण्डित सतीश व्यास को दिया जाएगा। तानसेन समाधि स्थल पर परंपरागत ढंग से उस्ताद मजीद खाँ एवं साथियों ने राग “बैरागी” में शहनाई वादन किया। इसके बाद ढोलीबुआ महाराज नाथपंथी संत सच्चिदानंद नाथ ने संगीतमय आध्यात्मिक प्रवचन देते हुए ईश्वर और मनुष्य के रिश्तों को उजागर किया। उनके प्रवचन का सार था कि परहित से बढ़कर कोई धर्म नहीं। अल्लाह और ईश्वर, राम और रहीम, कृष्ण और करीम, खुदा और देव सब एक हैं। हर मनुष्य में ईश्वर विद्यमान है। हम सब ईश्वर की सन्तान हैं। उन्होंने कहा कि रोजा और व्रत, मुल्ला और पण्डित, ख्वाजा और आचार्य के उद्देश्य व मत एक ही है कि सभी नेकी के मार्ग पर चलें। ढोली बुआ महाराज द्वारा राग ' शुद्ध सारंग' में प्रस्तुत भजन के बोल थे 'एक दिन आना एक दिन जाना, बिच में सुख दुख झुटमुट सपना'। उन्होंने प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम' का गायन भी किया। ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा के बाद मुस्लिम समुदाय से मौलाना इकबाल लश्कर कादिरी ने इस्लामी कायदे के अनुसार मिलाद शरीफ की तकरीर सुनाई। अंत में हजरत मौहम्मद गौस व तानसेन की मजार पर राज्य सरकार की ओर से सैयद जियाउल हसन सज्जादा नसीन जी द्वारा परंपरागत ढंग से चादरपोशी की गई। इससे पहले जनाब हुसैन बख्स, अल्लाह रक्खा , सैफ अली खान एवं उनके साथी कव्वाली गाते हुये चादर लेकर पहुंचे। कव्वाली के बोल थे ''खास दरबार-ए-मौहम्मद से ये आई चादर''। तानसेन समाधि पर परंपरागत ढंग से आयोजित हुए इस कार्यक्रम में संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, अलाउद्दीन खाँ कला एवं संगीत अकादमी के अधिकारी, कला रसिक और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। गौरतलब है कि राज्य शासन के संस्कृति विभाग एवं उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के तत्वावधान में 'तानसेन समारोह' इस बार 26 से 30 दिसम्बर तक आयोजित हो रहा है। तानसेन समारोह में कुल 8 संगीत सभायें होंगीं। पहली सात सभायें तानसेन समाधि स्थल पर सजेंगी। आठवीं एवं अंतिम संगीत सभा 30 दिसम्बर को प्रात: तानसेन की जन्म स्थली मुरार जनपद पंचायत के ग्राम बेहट में झिलमिल नदी के किनारे सजेगी।
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भोपाल। भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठापूर्ण महोत्सव 'तानसेन समारोह'' की शुरूआत शनिवार की सुबह पारंपरिक ढंग से हुई। यहां हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर शहनाई वादन, हरिकथा, मिलाद, चादरपोशी और कव्वाली गायन हुआ। सुर सम्राट तानसेन की स्मृति में पिछले 95 वर्ष से आयोजित हो रहे तानसेन समारोह में ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक तानसेन समाधि परिसर से गान मनीषी तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करने आए हैं। इस बार तानसेन अलंकरण प्रख्यात संतूर वादक पण्डित सतीश व्यास को दिया जाएगा। तानसेन समाधि स्थल पर परंपरागत ढंग से उस्ताद मजीद खाँ एवं साथियों ने राग “बैरागी” में शहनाई वादन किया। इसके बाद ढोलीबुआ महाराज नाथपंथी संत सच्चिदानंद नाथ ने संगीतमय आध्यात्मिक प्रवचन देते हुए ईश्वर और मनुष्य के रिश्तों को उजागर किया। उनके प्रवचन का सार था कि परहित से बढ़कर कोई धर्म नहीं। अल्लाह और ईश्वर, राम और रहीम, कृष्ण और करीम, खुदा और देव सब एक हैं। हर मनुष्य में ईश्वर विद्यमान है। हम सब ईश्वर की सन्तान हैं। उन्होंने कहा कि रोजा और व्रत, मुल्ला और पण्डित, ख्वाजा और आचार्य के उद्देश्य व मत एक ही है कि सभी नेकी के मार्ग पर चलें। ढोली बुआ महाराज द्वारा राग ' शुद्ध सारंग' में प्रस्तुत भजन के बोल थे 'एक दिन आना एक दिन जाना, बिच में सुख दुख झुटमुट सपना'। उन्होंने प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम' का गायन भी किया। ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा के बाद मुस्लिम समुदाय से मौलाना इकबाल लश्कर कादिरी ने इस्लामी कायदे के अनुसार मिलाद शरीफ की तकरीर सुनाई। अंत में हजरत मौहम्मद गौस व तानसेन की मजार पर राज्य सरकार की ओर से सैयद जियाउल हसन सज्जादा नसीन जी द्वारा परंपरागत ढंग से चादरपोशी की गई। इससे पहले जनाब हुसैन बख्स, अल्लाह रक्खा , सैफ अली खान एवं उनके साथी कव्वाली गाते हुये चादर लेकर पहुंचे। कव्वाली के बोल थे ''खास दरबार-ए-मौहम्मद से ये आई चादर''। तानसेन समाधि पर परंपरागत ढंग से आयोजित हुए इस कार्यक्रम में संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, अलाउद्दीन खाँ कला एवं संगीत अकादमी के अधिकारी, कला रसिक और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। गौरतलब है कि राज्य शासन के संस्कृति विभाग एवं उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के तत्वावधान में 'तानसेन समारोह' इस बार 26 से 30 दिसम्बर तक आयोजित हो रहा है। तानसेन समारोह में कुल 8 संगीत सभायें होंगीं। पहली सात सभायें तानसेन समाधि स्थल पर सजेंगी। आठवीं एवं अंतिम संगीत सभा 30 दिसम्बर को प्रात: तानसेन की जन्म स्थली मुरार जनपद पंचायत के ग्राम बेहट में झिलमिल नदी के किनारे सजेगी।
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भोपाल। भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठापूर्ण महोत्सव 'तानसेन समारोह'' की शुरूआत शनिवार की सुबह पारंपरिक ढंग से हुई। यहां हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर शहनाई वादन, हरिकथा, मिलाद, चादरपोशी और कव्वाली गायन हुआ। सुर सम्राट तानसेन की स्मृति में पिछले 95 वर्ष से आयोजित हो रहे तानसेन समारोह में ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक तानसेन समाधि परिसर से गान मनीषी तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करने आए हैं। इस बार तानसेन अलंकरण प्रख्यात संतूर वादक पण्डित सतीश व्यास को दिया जाएगा। तानसेन समाधि स्थल पर परंपरागत ढंग से उस्ताद मजीद खाँ एवं साथियों ने राग “बैरागी” में शहनाई वादन किया। इसके बाद ढोलीबुआ महाराज नाथपंथी संत सच्चिदानंद नाथ ने संगीतमय आध्यात्मिक प्रवचन देते हुए ईश्वर और मनुष्य के रिश्तों को उजागर किया। उनके प्रवचन का सार था कि परहित से बढ़कर कोई धर्म नहीं। अल्लाह और ईश्वर, राम और रहीम, कृष्ण और करीम, खुदा और देव सब एक हैं। हर मनुष्य में ईश्वर विद्यमान है। हम सब ईश्वर की सन्तान हैं। उन्होंने कहा कि रोजा और व्रत, मुल्ला और पण्डित, ख्वाजा और आचार्य के उद्देश्य व मत एक ही है कि सभी नेकी के मार्ग पर चलें। ढोली बुआ महाराज द्वारा राग ' शुद्ध सारंग' में प्रस्तुत भजन के बोल थे 'एक दिन आना एक दिन जाना, बिच में सुख दुख झुटमुट सपना'। उन्होंने प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम' का गायन भी किया। ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा के बाद मुस्लिम समुदाय से मौलाना इकबाल लश्कर कादिरी ने इस्लामी कायदे के अनुसार मिलाद शरीफ की तकरीर सुनाई। अंत में हजरत मौहम्मद गौस व तानसेन की मजार पर राज्य सरकार की ओर से सैयद जियाउल हसन सज्जादा नसीन जी द्वारा परंपरागत ढंग से चादरपोशी की गई। इससे पहले जनाब हुसैन बख्स, अल्लाह रक्खा , सैफ अली खान एवं उनके साथी कव्वाली गाते हुये चादर लेकर पहुंचे। कव्वाली के बोल थे ''खास दरबार-ए-मौहम्मद से ये आई चादर''। तानसेन समाधि पर परंपरागत ढंग से आयोजित हुए इस कार्यक्रम में संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, अलाउद्दीन खाँ कला एवं संगीत अकादमी के अधिकारी, कला रसिक और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। गौरतलब है कि राज्य शासन के संस्कृति विभाग एवं उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के तत्वावधान में 'तानसेन समारोह' इस बार 26 से 30 दिसम्बर तक आयोजित हो रहा है। तानसेन समारोह में कुल 8 संगीत सभायें होंगीं। पहली सात सभायें तानसेन समाधि स्थल पर सजेंगी। आठवीं एवं अंतिम संगीत सभा 30 दिसम्बर को प्रात: तानसेन की जन्म स्थली मुरार जनपद पंचायत के ग्राम बेहट में झिलमिल नदी के किनारे सजेगी।
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भोपाल। भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठापूर्ण महोत्सव 'तानसेन समारोह'' की शुरूआत शनिवार की सुबह पारंपरिक ढंग से हुई। यहां हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर शहनाई वादन, हरिकथा, मिलाद, चादरपोशी और कव्वाली गायन हुआ। सुर सम्राट तानसेन की स्मृति में पिछले 95 वर्ष से आयोजित हो रहे तानसेन समारोह में ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक तानसेन समाधि परिसर से गान मनीषी तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करने आए हैं। इस बार तानसेन अलंकरण प्रख्यात संतूर वादक पण्डित सतीश व्यास को दिया जाएगा। तानसेन समाधि स्थल पर परंपरागत ढंग से उस्ताद मजीद खाँ एवं साथियों ने राग “बैरागी” में शहनाई वादन किया। इसके बाद ढोलीबुआ महाराज नाथपंथी संत सच्चिदानंद नाथ ने संगीतमय आध्यात्मिक प्रवचन देते हुए ईश्वर और मनुष्य के रिश्तों को उजागर किया। उनके प्रवचन का सार था कि परहित से बढ़कर कोई धर्म नहीं। अल्लाह और ईश्वर, राम और रहीम, कृष्ण और करीम, खुदा और देव सब एक हैं। हर मनुष्य में ईश्वर विद्यमान है। हम सब ईश्वर की सन्तान हैं। उन्होंने कहा कि रोजा और व्रत, मुल्ला और पण्डित, ख्वाजा और आचार्य के उद्देश्य व मत एक ही है कि सभी नेकी के मार्ग पर चलें। ढोली बुआ महाराज द्वारा राग ' शुद्ध सारंग' में प्रस्तुत भजन के बोल थे 'एक दिन आना एक दिन जाना, बिच में सुख दुख झुटमुट सपना'। उन्होंने प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम' का गायन भी किया। ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा के बाद मुस्लिम समुदाय से मौलाना इकबाल लश्कर कादिरी ने इस्लामी कायदे के अनुसार मिलाद शरीफ की तकरीर सुनाई। अंत में हजरत मौहम्मद गौस व तानसेन की मजार पर राज्य सरकार की ओर से सैयद जियाउल हसन सज्जादा नसीन जी द्वारा परंपरागत ढंग से चादरपोशी की गई। इससे पहले जनाब हुसैन बख्स, अल्लाह रक्खा , सैफ अली खान एवं उनके साथी कव्वाली गाते हुये चादर लेकर पहुंचे। कव्वाली के बोल थे ''खास दरबार-ए-मौहम्मद से ये आई चादर''। तानसेन समाधि पर परंपरागत ढंग से आयोजित हुए इस कार्यक्रम में संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, अलाउद्दीन खाँ कला एवं संगीत अकादमी के अधिकारी, कला रसिक और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। गौरतलब है कि राज्य शासन के संस्कृति विभाग एवं उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के तत्वावधान में 'तानसेन समारोह' इस बार 26 से 30 दिसम्बर तक आयोजित हो रहा है। तानसेन समारोह में कुल 8 संगीत सभायें होंगीं। पहली सात सभायें तानसेन समाधि स्थल पर सजेंगी। आठवीं एवं अंतिम संगीत सभा 30 दिसम्बर को प्रात: तानसेन की जन्म स्थली मुरार जनपद पंचायत के ग्राम बेहट में झिलमिल नदी के किनारे सजेगी।
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उज्जैन। उज्जैन में उपद्रव करने वालों के खिलाफ पुलिस और जिला प्रशासन सख्त हो गया है। शुक्रवार को जिन मकानों से पथराव हुआ था, उनका अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शनिवार दोपहर में शुरू की गई। पत्थरबाजों ने जिन घरों से पत्थर चलाए थे, उन्हें चिन्हित कर लिया गया है। इन सभी मकानों को तोड़ा जाएगा। जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर प्रशासन ने ऐसे पत्थरबाजों के घरों को जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है । सबसे पहले दोपहर 1 बजे बेगमबाग इलाके में बने टीकाराम के मकान को तोड़ा गया। इसमें रेहानापति नुरू किराए से रहती है। वहीं, अब्दुल हमीद के मकान पर भी कार्रवाई की जा रही है। इसमें हिना पति शहजाद किराएदार हैं। दोनों के ही पत्थर फेंकते हुए वीडियो वायरल हुए थे। प्रशासन का तर्क है कि ये मकान नाले किनारे बने हैं। लोगों ने यहां अतिक्रमण कर लिया है। वहीं पुलिस का कहना है कि उपद्रवियों पर रासुका के तहत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाएगा। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भी मामूली से विवाद में समुदाय विशेष के लोगों ने शहर की कानून-व्यवस्था बिगाड़ दी थी। करीब 15 दिनों तक लोग सांसत में रहे थे। तत्कालीन कलेक्टर कवींद्र कियावत और एसपी अनुराग ने उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की थी। कई उपद्रवी महीनों जेल में रहे। इधर, उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह कहना था कि असामाजिक तत्वों ने उपद्रव के माध्यम से शहर का माहौल खराब करने का प्रयास किया है। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। घटना के बाद सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है । जिन मकानों की छतों से पत्थर बरसे हैं उन्हें भी ध्वस्त करेंगे, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 301 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 53,624 और मृतकों की संख्या 857 हो गई है। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात करीब साढ़े चार हजार से अधिक सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 301 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 53,624 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से दो मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 857 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 49,218 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3549 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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रीवा। महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर मेल गोपी की दहाड़ अब सुनाई नहीं देगी। सात वर्षीय व्हाइट टाइगर गोपी की बुधवार शाम को मौत हो गई है। गुरुवार सुबह टाइगर सफारी के डायरेक्टर संजय राय खेड़े ने मीडिया को गोपी की मौत की पुष्टि कर दी है। डायरेक्टर संजय राय खेड़े ने बताया कि गोपी की मौत बुधवार की शाम 5 बजे ही हो गई थी, जिसकी पुष्टि डॉक्टर जी पी त्रिपाठी द्वारा शाम 6 बजे तक की। आनन-फानन में पीएम के लिए जबलपुर से टीम बुलाई गई है। प्रोटोकॉल के अनुसार पीएम की तैयारी की जा रही है। पीएम के लिए जबलपुर से मेडिकल टीम को बुलाया गया है उनके द्वारा पीएम के उपरांत सैंपल भी सुरक्षित कर लैब के लिए भेजा जाना है। पीएम के बाद सफेद बाघ की मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। बताते चले कि मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर जू में दूरदराज से लोग सफेद शेर के दीदार करने आते है और उनकी दहाड़ को सुनकर रोमांचित होते है। रीवा के वाइट टाइगर सफारी में गोपी, सोनम, रघु और विंध्या नाम के चार सफेद शेरों का समूह भी रखा गया है। सभी सफेद बाघों में गोपी सहजता से उपलब्ध हो जाता था। बाड़ी में उछल-कूद करने के साथ ही दौडऩा और अपने शहंशाही अंदाज दर्शकों के समक्ष पिजड़े के बाहर आकर बैठ जाना गोपी की आदत में शुमार था।
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रीवा। महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर मेल गोपी की दहाड़ अब सुनाई नहीं देगी। सात वर्षीय व्हाइट टाइगर गोपी की बुधवार शाम को मौत हो गई है। गुरुवार सुबह टाइगर सफारी के डायरेक्टर संजय राय खेड़े ने मीडिया को गोपी की मौत की पुष्टि कर दी है। डायरेक्टर संजय राय खेड़े ने बताया कि गोपी की मौत बुधवार की शाम 5 बजे ही हो गई थी, जिसकी पुष्टि डॉक्टर जी पी त्रिपाठी द्वारा शाम 6 बजे तक की। आनन-फानन में पीएम के लिए जबलपुर से टीम बुलाई गई है। प्रोटोकॉल के अनुसार पीएम की तैयारी की जा रही है। पीएम के लिए जबलपुर से मेडिकल टीम को बुलाया गया है उनके द्वारा पीएम के उपरांत सैंपल भी सुरक्षित कर लैब के लिए भेजा जाना है। पीएम के बाद सफेद बाघ की मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। बताते चले कि मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर जू में दूरदराज से लोग सफेद शेर के दीदार करने आते है और उनकी दहाड़ को सुनकर रोमांचित होते है। रीवा के वाइट टाइगर सफारी में गोपी, सोनम, रघु और विंध्या नाम के चार सफेद शेरों का समूह भी रखा गया है। सभी सफेद बाघों में गोपी सहजता से उपलब्ध हो जाता था। बाड़ी में उछल-कूद करने के साथ ही दौडऩा और अपने शहंशाही अंदाज दर्शकों के समक्ष पिजड़े के बाहर आकर बैठ जाना गोपी की आदत में शुमार था।
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रीवा। महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर मेल गोपी की दहाड़ अब सुनाई नहीं देगी। सात वर्षीय व्हाइट टाइगर गोपी की बुधवार शाम को मौत हो गई है। गुरुवार सुबह टाइगर सफारी के डायरेक्टर संजय राय खेड़े ने मीडिया को गोपी की मौत की पुष्टि कर दी है। डायरेक्टर संजय राय खेड़े ने बताया कि गोपी की मौत बुधवार की शाम 5 बजे ही हो गई थी, जिसकी पुष्टि डॉक्टर जी पी त्रिपाठी द्वारा शाम 6 बजे तक की। आनन-फानन में पीएम के लिए जबलपुर से टीम बुलाई गई है। प्रोटोकॉल के अनुसार पीएम की तैयारी की जा रही है। पीएम के लिए जबलपुर से मेडिकल टीम को बुलाया गया है उनके द्वारा पीएम के उपरांत सैंपल भी सुरक्षित कर लैब के लिए भेजा जाना है। पीएम के बाद सफेद बाघ की मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। बताते चले कि मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर जू में दूरदराज से लोग सफेद शेर के दीदार करने आते है और उनकी दहाड़ को सुनकर रोमांचित होते है। रीवा के वाइट टाइगर सफारी में गोपी, सोनम, रघु और विंध्या नाम के चार सफेद शेरों का समूह भी रखा गया है। सभी सफेद बाघों में गोपी सहजता से उपलब्ध हो जाता था। बाड़ी में उछल-कूद करने के साथ ही दौडऩा और अपने शहंशाही अंदाज दर्शकों के समक्ष पिजड़े के बाहर आकर बैठ जाना गोपी की आदत में शुमार था।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 218 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 37,992 और मृतकों की संख्या 563 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार राजधानी में बीते 24 घंटों में प्राप्त रिपोर्ट में 218 नये व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 37,992 हो गई है। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में दो मरीजों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 563 हो गई है। हालांकि, यहां संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 35,399 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या तीन हजार के करीब है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। भोपाल में 60 फीसदी मरीज घरेलू एकांतवास में उपचार करा रहे हैं।
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भोपाल। वन विहार नेशनल पार्क में इन दिनों पक्षियों की गणना चल रही है। गणना का तीसरा और अंतिम चरण 24 दिसम्बर को होगा। इससे पहले 18 और 21 दिसम्बर को दो चरणों की पक्षी गणना की जा चुकी है। वन विहार नेशनल पार्क के असिस्टेंट डायरेक्टर एकेजैन ने बताया कि एनजीओ भोपाल बर्ड्स द्वारा राजधानी भोपाल में पक्षियों की गणना की जा रही है। चूंकि वन विहार में पक्षियों की अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं, इसलिए वन विहार में भी पक्षियों की गणना की जा रही है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को पक्षी गणना का तीसरा चरण सुबह 7.00 बजे शुरू होगा और 10.00 बजे पूरा हो जाएगा। वन विहार में पक्षियों की कई प्रजातियां वन विहार नेशनल पार्क के एक तरफ राजधानी की बड़ी झील है, तो दूसरी तरफ पहाड़ियां हैं। इसके चलते यहां स्थानीय पक्षियों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके अलावा बड़ी झील में हर साल बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी भी डेरा डालते हैं। असिस्टेंट डायरेक्टर जैन ने बताया कि वन विहार में जलीय, स्थलीय, प्रवासी और स्थानीय सभी प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं, जिनकी गणना की जा रही है। उन्होंने बताया कि गणना के परिणाम आने में कम से कम 15 दिनों का समय लगेगा। चार जोन में चल रही गणनावन विहार नेशनल पार्क काफी बड़े क्षेत्र में फैला है। इसलिए पक्षी गणना के हिसाब से उसे चार जोन में बांटा गया है। प्रत्येक जोन में भोपाल बर्ड्स के वालंटियर्स और वन विहार के कर्मचारी मिलकर पक्षियों की गणना कर रहे हैं। चूंकि पक्षियों की गतिविधियां सुबह और शाम के समय अधिक होती हैं, इसलिए गणना के लिए सुबह 7 से 10 बजे तक का समय चुना गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश में भूमाफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्यवाई जारी है। बुधवार को आर्थिक राजधानी इंदौर में एंटी माफिया मुहिम के तहत नगर निगम की टीम ने दो स्थानों पर गुंडों के मकानों को जमींदोज किया। पहली कार्रवाई पंढरीनाथ थाना क्षेत्र के बंबई बाजार में लिस्टेड बदमाश अतर के अवैध मकान पर की गई। वहीं, दूसरी छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में लिस्टेड बदमाश मोहिनउद्दीन के अवैध कब्जे पर कार्यवाही की गई। बुधवार को नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने दो स्थानों पर गुंडों के मकानों को जमींदोज किया। दोनों ही जगह गुंडों के परिजनों ने कार्रवाई को रोकने की कोशिश की। बुधवार सुबह सबसे पहले नगर निगम की टीम पंढरीनाथ थाना क्षेत्र के बंबई बाजार स्थित अतहर पुत्र सरवर बेग के मकान को ध्वस्त करने पहुंची। टीम को देख कर परिजनों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इसके बाद निगम की टीम ने बेग के दो मंजिला अवैध मकान पर जेसीबी चला दी। यहां पर करीब 200 लोगों की टीम कार्रवाई के दौरान मौजूद रही। बेग पर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इसके बाद नगर निगम की टीम छत्रीपुरा में छत्रीपूरा थाना क्षेत्र में बदमाश मोइनुद्दीन उर्फ मुन्नू पुत्र अब्दुल शकूर के अवैध कब्जा कर बनाए मकान को ढहाने पहुंची। निगम अफसरों के साथ पुलिस भी मौके पर मौजूद है। बदमाश अतर के खिलाफ 25 से ज्यादा केस दर्ज है। कार्यवाही के दौरान एक महिला मकान को गिरने से बचाने के लिए दूसरी मंजिला से कूदने की कोशिश करने लगी। हालांकि समय रहते परिजनों ने उसे पकड़ लिया। विरोध कर रहे पुरुषों को भी टीम ने सबक सिखाते हुए अलग किया। निगम की टीम ने यहां पर मुन्नू के तीन मंजिला मकान को ध्वस्त किया। निगम अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह ने बताया कि कार्रवाई पंढरीनाथ के बंबई बाजार और छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में हुई है। दोनों स्थानों पर विरोध की स्थिति बनी थी। यहां परिजन ही नहीं बल्कि बाहरी व्यक्ति भी थे, जो तमाशा कर रहे थे। पुलिस की सख्ती के बाद यहां कार्रवाई को अंजाम दिया गया। बता दें कि इंदौर जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस ने माफियाओं की लंबी लिस्ट बनाई है। जिसके तहत अब एक-एक कर कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज ने माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की तारीफ की है। वहीं अब एंटी माफिया मुहिम के तहत अवैध कब्जों पर सीधे तोडफ़ोड़ की कार्रवाई हो रही है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड में सप्ताह की शुरुआत से थोड़ी राहत मिली है। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार मप्र में एक बार फिर मौसम बदलने वाला है। जल्द ही कड़ाके की ठंड शुरू होने वाली है क्योंकि हिंद महासागर से बादल उठने लगे हैं। 27 दिसंबर तक इनके मध्य प्रदेश पहुंचने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि 24 दिसंबर से 27 दिसंबर तक ठंडी हवाएं बंद रहेंगी। 27 दिसंबर से हिंद महासागर के बादल मध्य प्रदेश के आसमान पर छा जाएंगे। इसके साथ ही हवा की स्पीड बढ़ेगी और जैसे ही आसमान से बादल वापस जाएंगे वैसे ही कड़ाके की ठंड शुरू हो जाएगी। ईस्ट मध्य प्रदेश सबसे ठंडामौसम विभाग के अनुसार पश्चिम मध्य प्रदेश की अपेक्षा पूर्वी मध्य प्रदेश में रात का पारा कम रहा। यहां 10 स्थानों पर तापमान 8 डिग्री के नीचे रहा, जबकि पश्चिम मध्य प्रदेश छह स्थानों पर ही 8 डिग्री से पारा नीचे आया। शेष स्थानों पर तापमान इससे अधिक रहा। भोपाल में रात का पारा 8 के पार पहुंच गया। हवा की रफ्तार कम हुई, इसलिए धूप असरदार हो गईहवा की रफ्तार भी कम हो गई है। कई स्थानों पर यह 2 किमी से लेकर 4 किमी प्रतिघंटे और कुछ स्थानों पर यह 4 किमी से लेकर 10 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली। इसके कारण भी ठंड का असर कम रहा। अब दिन में धूप तीखी हो गई है, हालांकि सुबह और शाम को ठंड ज्यादा हो रही है।
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जबलपुर। शहर में सोमवार तड़के फल मंडी और कपड़े की दुकान में आग लग गई। दुर्घटना में करीब 5 लाख रुपये कीमत के फल और 20 लाख रुपये का कपड़ा खाक हो गया। फायर ब्रिगेड के गाड़ियों ने पहुंचकर आग को फैलने से रोका। जानकारी के अनुसार पहली घटना रामपुर आजाद चौक स्थित फल मंडी की है। यहां सोमवार तड़के करीब 3.20 बजे अचानक लगी आग तेजी से फैली और फलों की छह दुकानों को चपेट में ले लिया। चीता मोबाइल ने कंट्रोल रूम को खबर दी। इसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड के दो वाहन पहुंचे। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग कैसे लगी ये पता नहीं चल पाया है। हालांकि इसे लेकर शॉर्ट सर्किट या आगजनी की आशंका जताई जा रही है। सोमवार सुबह व्यापारी जब दुकान खोलने पहुंचे तो उन्हें हादसे की जानकारी हुई। पीड़ित फल व्यापारी शिवम गुप्ता, आशीष गुप्ता, मिथिलेश गुप्ता सहित अन्य व्यापारियों ने बताया कि उनका पांच से छह लाख रुपये का नुकसान हुआ है। मंडी के 400 कैरेट भी जल गये। व्यापारियों ने प्रशासन से नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की, जिससे वह अपना व्यापार फिर से खड़ा कर पाएं। दूसरी घटना गोहलपुर क्षेत्र में आजाद पार्क के सामने की है। यहां अनीश अंसारी की कपड़े की दुकान में सोमवार तड़के 4.35 बजे आग लग गई। मौके पर नगर निगम से फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ी पहुंची। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। अनीश के मुताबिक उसकी दुकान में शार्ट-सर्किट से आग लगी थी। हादसे में दुकान में रखी 20 लाख की साड़ी और अन्य कपड़े स्वाहा हो गए। सुबह होने की वजह से लोगों को हादसे की खबर भी देर से लगी।
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इंदौर। भय्यूजी महाराज के सुसाइड मामले की सुनवाई सोमवार को कोर्ट में हुई। हालांकि, उनकी दूसरी पत्नी डॉ. आयुषी सोमवार को भी कोर्ट नहीं आईं, जिसके चलते उनके बयान एक बार फिर टल गए। डॉ. आयुषी ने कोर्ट में अपनी एक रिपोर्ट पेश की, जो कि कोरोना पॉजिटिव है। मामले की सुनवाई के दौरान वकील धर्मेंद्र गुर्जर का कहना था कि जो रिपोर्ट पेश की गई है। वह 1 दिसम्बर 2020 की है। बात दें कि आयुषी ने कोर्ट बदले जाने को लेकर भी एक अर्जी कोर्ट में दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया है। वहीं, भय्यूजी महाराज की बेटी कुहू द्वारा दायर की गई एक अर्जी में मांग की गई है कि जिस कोर्ट में केस चल रहा है, उसी में चलना चाहिए। वकीलों ने कोर्ट में कहा कि डॉ. आयुषी बार-बार समन जारी करने के बाद भी बयान दर्ज कराने नहीं आ रही हैं। गवाह बहाना बनाकर कोर्ट में आने से बचने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना था कि कोर्ट बदले जाने से फिर प्रक्रिया लंबी चलेगी। तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने डॉ. आयुषी की अर्जी खारिज कर दी थी। गौरतलब है कि जून 2018 में महाराज ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से बायपास स्थित टाउनशिप के बंगले में आत्महत्या कर ली थी। घटना के करीब छह महीने बाद पुलिस ने उनके घर में सेवक के रूप में रहने वाली पलक के खिलाफ भी केस दर्ज किया था।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 386 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 51,949 और मृतकों की संख्या 840 हो गई है। बता दें कि इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 4949 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 386 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 51,949 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 840 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 47,031 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4078 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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इंदौर। शहर के कनाडिया थाना इलाके में शनिवार सुबह जूते की तीन मंजिला एक दुकान में भीषण आग लग गई। दुकान में आग और धुआं उठता देख भगदड़ मच गई और आस पड़ोस के लोग घरों से बाहर निकल आए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आगजनी में 50 लाख से ज्यादा के नुकसान की आशंका है। कनाडिय़ा रोड स्थित संविदा नगर में पवन हरियाणवी की जूता जंक्शन नाम से जूते-चप्पल का तीन मंजिला एक शोरूम है। शनिवार सुबह लोगों ने शॉप से धुंआ निकलते देखा लेकिन कोई कुछ समझ पाता, आग ने विकराल रूप ले लिया। आसपास के लोगोंं ने तुरंत फायर टीम और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल ने आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने का कारण अज्ञात है लेकिन प्रारंभिक जांच में पुलिस को आग शॉर्ट सर्किट से लगने की आशंका है। पुलिस जांच कर रही है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 405 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 51,168 और मृतकों की संख्या 834 हो गई है। इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 5012 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 405 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 51,168 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से पांच मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 834 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 46,146 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4188 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 405 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 51,168 और मृतकों की संख्या 834 हो गई है। इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 5012 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 405 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 51,168 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से पांच मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 834 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 46,146 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4188 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते प्रभावित हुई शिक्षा व्यवस्था को देखते हुए मप्र राज्य शिक्षा केन्द्र ने बड़ा निर्णय लिया है। इस वर्ष प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं तक के छात्रों का वार्षिक मूल्यांकन वर्कशीट के आधार पर होगा। इस संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने शुक्रवार देर शाम को निर्देश जारी कर दिए हैंं। राज्य शिक्षा केंद्र ने माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध सभी शासकीय शालाओं में शिक्षण सत्र 2020 -21 में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों के अर्धवार्षिक मूल्यांकन (प्रतिभा पर्व) एवं वार्षिक मूल्यांकन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य शिक्षा केंद्र आयुक्त लोकेश कुमार जाटव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए छमाही परीक्षा (प्रतिभा पर्व) एवं वार्षिक मूल्यांकन लिया जाएगा। इसमें प्रतिभा पर्व जनवरी से ली जाएगी, जो 20 अंकों का होगा। वहीं फरवरी में वार्षिक मूल्यांकन 50 अंक का और मार्च में वार्षिक मूल्यांकन 50 अंक का होगा। तीनों मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा। मूल्यांकन के लिए बच्चों को वर्कशीट दी जाएगी। जिसे वे घर पर पूरा कर स्कूल में जमा करेंगे। कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों को शालाओं से ही अभ्यास पुस्तिका दी जाएगी, जिसके अंत में वर्कशीट होगी। इसमें हिंदी, अंग्रेजी एवं गणित विषय के प्रश्न होंगे। जबकि कक्षा तीसरी से आठवीं तक के बच्चों को दी जाने वाली वर्कशीट में कौशल आधारित प्रश्न और प्रोजेक्ट वर्क होगा। वर्कशीट में ही प्रश्नों के उत्तर और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर होगा। वर्कशीट में 60 प्रतिशत लिखित एवं 40 प्रतिशत अंक प्रोजेक्ट कार्य के आधार पर दिए जाएंगे। प्रोजेक्ट वर्क में छात्रों से कोई मॉडल नहीं बनवाया जाएगा। यह प्रोजेक्ट वर्क घर में उपलब्ध रोजमर्रा की सामग्री के आधार पर या घर के सदस्यों से पूछ कर पूरे किए जा सकेंगे। वहीं, विद्यार्थियों का अर्धवार्षिक मूल्यांकन 20 से 30 जनवरी के मध्य एवं वार्षिक मूल्यांकन 15 से 28 फरवरी और 10 से 20 मार्च के बीच किया जाएगा। परीक्षाफल का निर्धारण अर्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। ‘हमारा घर-हमारा विद्यालय’ अंतर्गत शिक्षक विद्यार्थियों के सह-शैक्षिक एवं व्यक्तिगत सामाजिक गुणों का मूल्यांकन कर ग्रेड का निर्धारण करेंगे।
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भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते प्रभावित हुई शिक्षा व्यवस्था को देखते हुए मप्र राज्य शिक्षा केन्द्र ने बड़ा निर्णय लिया है। इस वर्ष प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं तक के छात्रों का वार्षिक मूल्यांकन वर्कशीट के आधार पर होगा। इस संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने शुक्रवार देर शाम को निर्देश जारी कर दिए हैंं। राज्य शिक्षा केंद्र ने माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध सभी शासकीय शालाओं में शिक्षण सत्र 2020 -21 में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों के अर्धवार्षिक मूल्यांकन (प्रतिभा पर्व) एवं वार्षिक मूल्यांकन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य शिक्षा केंद्र आयुक्त लोकेश कुमार जाटव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए छमाही परीक्षा (प्रतिभा पर्व) एवं वार्षिक मूल्यांकन लिया जाएगा। इसमें प्रतिभा पर्व जनवरी से ली जाएगी, जो 20 अंकों का होगा। वहीं फरवरी में वार्षिक मूल्यांकन 50 अंक का और मार्च में वार्षिक मूल्यांकन 50 अंक का होगा। तीनों मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा। मूल्यांकन के लिए बच्चों को वर्कशीट दी जाएगी। जिसे वे घर पर पूरा कर स्कूल में जमा करेंगे। कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों को शालाओं से ही अभ्यास पुस्तिका दी जाएगी, जिसके अंत में वर्कशीट होगी। इसमें हिंदी, अंग्रेजी एवं गणित विषय के प्रश्न होंगे। जबकि कक्षा तीसरी से आठवीं तक के बच्चों को दी जाने वाली वर्कशीट में कौशल आधारित प्रश्न और प्रोजेक्ट वर्क होगा। वर्कशीट में ही प्रश्नों के उत्तर और प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर होगा। वर्कशीट में 60 प्रतिशत लिखित एवं 40 प्रतिशत अंक प्रोजेक्ट कार्य के आधार पर दिए जाएंगे। प्रोजेक्ट वर्क में छात्रों से कोई मॉडल नहीं बनवाया जाएगा। यह प्रोजेक्ट वर्क घर में उपलब्ध रोजमर्रा की सामग्री के आधार पर या घर के सदस्यों से पूछ कर पूरे किए जा सकेंगे। वहीं, विद्यार्थियों का अर्धवार्षिक मूल्यांकन 20 से 30 जनवरी के मध्य एवं वार्षिक मूल्यांकन 15 से 28 फरवरी और 10 से 20 मार्च के बीच किया जाएगा। परीक्षाफल का निर्धारण अर्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। ‘हमारा घर-हमारा विद्यालय’ अंतर्गत शिक्षक विद्यार्थियों के सह-शैक्षिक एवं व्यक्तिगत सामाजिक गुणों का मूल्यांकन कर ग्रेड का निर्धारण करेंगे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर शुक्रवार से स्कूल खुल गए। आज से कक्षा नौवीं से 12वीं तक की स्कूलों में कक्षाएं लगनी शुरू हो गई हैं, लेकिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति नहीं के बराबर रही। अभिभावकों ने कोरोना के डर से अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। राजधानी भोपाल के कुछ स्कूलों में सुबह बच्चे स्कूल तो पहुंचे, लेकिन संख्या बहुत कम होने से स्कूल में पढ़ाई नहीं हो पाई। राजधानी भोपाल के सुभाष एक्सीलेंस स्कूल में 12वीं के सात विद्यार्थी पहुंचे थे। उन्होंने बातचीत में बताया कि आज से स्कूल खुल गए हैं, इसलिए वे पढ़ाई करने के लिए स्कूल आए हैं। उनका कहना था कि इस साल बोर्ड की परीक्षा देना है और ऑनलाइन कक्षा में संतोषजनक पढ़ाई नहीं हो रही है। नियमित कक्षा में पढ़ाई करने से उन्हें अच्छे नम्बर आ सकते हैं। वहीं, राजधानी भोपाल के क्वींस मैरी स्कूल में सुबह पांच विद्यार्थी पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि वे रोज स्कूल आते हैं, लेकिन तब वे डाउट क्लीयरिंग के लिए आते थे। उन्होंने कहा कि अब कक्षाएं नियमित शुरू हो गई हैं, इसलिए अब कक्षा में बैठकर ही पढ़ाई करेंगे। सभी बच्चों ने मास्क लगाया था और शारीरिक दूरी का भी पालन कर रहे थे। यही हाल अन्य स्कूलों में भी देखने को मिला। स्कूल की तरफ से कोरोना गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है। दरअसल, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने गत दिनों कक्षा नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं नियमित संचालित करने के लिए जारी किये थे। गुरुवार को आदेश जारी होने के बाद अधिकांश स्कूलों ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दोनों कक्षाएं शुरू कीं। पहले दिन बहुत कम विद्यार्थी स्कूल पहुंचे। इस दौरान अधिकांश स्कूलों में कक्षा की बजाए केवल पैरेंट-टीचर मीटिंग कराई गई। जिन स्कूलों में विद्यार्थी पहुंचे, वहां उन्हें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एक बेंच छोडक़र बिठाया गया। हालांकि, कुछ स्कूल आदेश नहीं पहुंचने के कारण बंद भी रहे। दरअसल, सरकार ने स्कूल खोलने के निर्देश तो जारी कर दिये, लेकिन बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए स्कूलों को गाइडलाइन के पालन कराने के अलावा कोई व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं हैं। भोपाल के सरोजिनी नायडू कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल में पैरेंट-टीचर मीटिंग में शामिल होने के लिए आठ-10 अभिभावक पहुंचे थे। यहां बच्चों को भी मीटिंग में शामिल गया। अभिभावकों ने अपनी चिंताएं शिक्षकों से साझा की। उनका कहना है कि जब तक महामारी है, तब तक बच्चों को नहीं भेजेंगे। हम उनकी ऑनलाइन पढ़ाई ही कराएंगे। जिंदगी का रिस्क नहीं ले सकते। हालांकि, शिक्षकों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि स्कूल में किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए बच्चों की पढ़ाई कराई जाएगी।
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भोपाल। राज्य में ठंड पूरे शबाब पर है। कई जिलों में शीतलहर चल रही है। राजधानी भोपाल में रात के साथ दिन में तेज सर्दी है। मौसम विभाग की मानें तो इस साल मध्य प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड का दौर थोड़ा लंबा चल सकता है। ला-निना प्रभाव के चलते इसबार फरवरी तक लोगों को कंपकंपाती ठंड का सामना करना पड़ सकता है। राजधानी भोपाल में मौसम साफ होने के साथ ही ठंड ने जोर पकड़ लिया है। सुबह से तेज धूप निकल रही है लेकिन हवा चलने से धूप कमजोर लग रही है। दिन के समय भी लोगों को गर्म कपड़े का सहारा लेना पड़ रहा है। भोपाल में शुक्रवार को अधिकतम 21.4 और न्यूनतम 10.6 रहा। वहीं राज्य के सिंगरौली, सतना, उमरिया, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, गुना, अशोकनगर और ग्वालियर जिलों में सुबह हल्के से मध्यम कोहरा रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि इस साल अक्टूबर माह में ही प्रशांत महासागर में ला-निना प्रभाव दिखने लगा था। इसके चलते नवंबर में कई पश्चिमी विक्षोभ आए, इसके असर से उत्तर भारत में जल्दी बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते मध्य प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में तापमान में गिरावट आयी और अब ठंडी हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। अनुमान है कि ला-निना प्रभाव के मजबूत होने के चलते फरवरी 2021 तक ठंड का प्रभाव बना रहेगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 1079 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 08 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या दो लाख 26 हजार 788 और मृतकों की संख्या 3433 हो गई है। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर-398, भोपाल-179, ग्वालियर-46, जबलपुर-30, खरगौन-24, रतलाम-26, सतना-23, रीवा-29, उज्जैन-21, सागर-20 के अलावा अन्य जिलों में 20 से कम मरीज मिले हैं।बुलेटिन के अनुसार, आज प्रदेशभर में 29,319 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1079 पॉजिटिव और 28,240 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 135 सेम्पल रिजक्ट हुए। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2,25,709 से बढ़कर 2,26,788 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 49,916, भोपाल 36,474, ग्वालियर, 15,434, जबलपुर 14,916, सागर 4698, खरगौन 4687, उज्जैन 4363, रतलाम-4022, धार-3592, रीवा-3575, होशंगाबाद 3425, शिवपुरी-3387, नरसिंहपुर 3306, विदिशा-3282, मुरैना 3151, बैतूल 3092, सतना-3036, शहडोल 2853, बालाघाट-2866, नीमच 2792, छिंदवाड़ा 2588, देवास-2588, सीहोर-2551, बड़वानी 2543, दमोह-2506, मंदसौर 2474, रायसेन-2263, राजगढ़-2159, खंडवा 2143, झाबुआ 2158, कटनी 2014, अनूपपुर 1956, हरदा 1941, छतरपुर 1916, सीधी 1856, सिंगरौली 1781, दतिया 1741, शाजापुर 1592, सिवनी 1425, भिण्ड 1423, गुना-1355, श्योपुर 1332, टीकमगढ़ 1195, उमरिया 1168, अलीराजपुर 1183, मंडला-1138, अशोकनगर-1022, पन्ना 971, डिंडौरी 925, बुरहानपुर 833, आगरमालवा 595 और निवाड़ी 586 मरीज शामिल हैं। राज्य में आज कोरोना से 08 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर के चार, भोपाल के दो तथा खरगौन व विदिशा के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3425 से बढ़कर 3433 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 822, भोपाल 547, उज्जैन 101, बुरहानपुर 27, खंडवा 61, जबलपुर 230, खरगौन 86, ग्वालियर 189, धार 52, मंदसौर 31, नीमच 36, सागर 145, देवास 26, रायसेन 42, होशंगाबाद 56, सतना 41, आगरमालवा 10, झाबुआ 25, अशोकनगर 16, शाजापुर 22, दतिया 20, छिंदवाड़ा 40, सीहोर 48, उमरिया 16, रतलाम 73, बड़वानी 22, मुरैना 26, राजगढ़ 57, श्योपुर 12, टीमकगढ़ 27, रीवा 33, गुना 22, हरदा 30, कटनी 16, सीधी 12, शिवपुरी 28, अलीराजपुर 13, भिंड 09, बैतूल 66, नरसिंहपुर 27, सिवनी 11, सिंगरौली 26, छतरपुर 32, विदिशा 58, दमोह 74, बालाघाट 11, अनूपपुर 14, शहडोल 30, निवाड़ी 02,मंडला 10, डिंडौरी 01 और पन्ना के चार व्यक्ति हैं। बुलेटिन में राहत की खबर यह है कि राज्य में अब तक 2,11,025 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। इनमें 1257 मरीज बुधवार को स्वस्थ हुए। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 12,330 हैं।
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इंदौर। इंदौर में सड़े गले आलू से चिप्स बनाने वाली फैक्ट्री को जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को ढहा दिया गया। मध्यप्रदेश में संभवत: यह पहली कार्यवाही है, जिसमें मिलावट करने वाले की फैक्ट्री नेस्तानाबूत की गई है। दरअसल, गत दिनों जिला प्रशासन द्वारा सांवेर रोड में अवंतिका नगर स्थित साँवरिया फ़ूड प्रॉडक्ट पर छापामार कार्यवाही कर सड़े आलू से चिप्स बनाने और नॉन एडिबल हाईड्रो पावडर का इस्तेमाल करने के कारण करीब डेढ़ हजार क्विंटल सड़ा आलू और केमिकल बरामद किया गया था। आज प्रशासन द्वारा इस फैक्ट्री के रिमूव्हल की कार्यवाही की गई।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि मिलावट को लेकर राज्य शासन बहुत गंभीर है। मुख्यमंत्रीजी द्वारा स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि मिलावटखोरों पर सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने बताया कि आज प्रशासन ने जो रिमूव्हल की कार्यवाही की है, वह आलू के चिप्स बनाने की फैक्ट्री थी, जिसमें फैक्ट्री संचालक सड़े गले आलू से चिप्स तैयार करते थे और सड़े गले आलू को नॉन एडिबल हाइड्रो पावडर से धोते थे, जो कि स्वास्थ्य के लिए घातक है। पैकिंग चिप्स को एसआरडी चिप्स के नाम से मार्केट में बेचा जाता था। इसकी कीमत भी कम होती है। आम आदमी सस्ते दर पर सामग्री मिलने से भरोसे पर खरीदता है।उन्होंने बताया कि इसका स्लो पायजन की तरह स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे व्यक्ति जो जानबूझकर लाभ कमाने के लिए इस तरह के कार्य कर रहे हैं, जिसका स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, ऐसे गंभीर मामलों में रासुका की कार्यवाही भी की जा रही है। खाद्य अधिनियम के तहत आजीवन कारावास का भी प्रावधान है। कलेक्टर ने बताया कि गलत तरीके से धनअर्जन कर फैक्ट्री बनाई गई थी, जो कि अवैध होने से फैक्ट्री रिमूव्हल की कार्यवाही की गई है।कलेक्टर ने चेताया स्लो पाइजन की शिकार नहीं हो जनताकलेक्टर ने जिले के खाद्य निर्माताओं को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि खाद्य विभाग से प्रोसेसिंग समझने के पश्चात ही कार्य करें। खाद्य निर्माता ऐसी कोई गतिविधि नहीं करें, जिससे आम जनता स्लो पाइजन की शिकार हो। आगे भी इस तरह के मामले सामने आते हैं तो उन पर रासुका की कार्यवाही के साथ ही रिमूव्हल की कार्यवाही की जायेगी।आज की गई रिमूव्हल कार्यवाही के दौरान नगर निगम के अपर आयुक्त देवेन्द्र सिंह एवं जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे। रिमुव्हल कार्यवाही में झोन 17 के अंतर्गत सुखलाल कुमावत 46 बी सेक्टर ए औद्योगिक क्षेत्र सांवेर रोड का पक्का 1000 स्के.फीट व टीनेशेड का 7 हजार स्के. फीट अवैध निर्माण को रिमूव्हल करने की कार्यवाही की गई।
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भोपाल। उत्तर भारत में बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट का दौर जारी है। 48 घंटे बाद एकबार फिर तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जाएगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि अचानक 4 से 6 डिग्री तापमान गिरने से प्रदेश में शीतलहर शुरू हो जाएगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में आनेवाले 48 घंटे में शीतलहर शुरू हो सकती है। आने वाले 17-18 दिसंबर को प्रदेश में शीतलहर शुरू हो सकती है। उत्तर भारत में बर्फबारी और बर्फीली हवाओं का दक्षिण-पश्चिम रुख होने के कारण मध्य प्रदेश में शीतलहर आ सकती है। यहां पड़ेगा घना कोहरामौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के चंबल संभागों के जिलों में मध्यम कोहरा रह सकता है। इसके अलावा रायसेन, भोपाल, उज्जैन, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, ग्वालियर जिलों में भी मध्यम कोहरा रहने के आसार हैं। जबकि छतरपुर और जबलपुर जिलों में कहीं-कहीं घना कोहरा रह सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक कोहरे की यह स्थिति सुबह के समय रहेगी। यहां बारिश के आसारप्रदेश के भोपाल और रीवा संभागों के जिलों में तथा धार, उज्जैन, बैतूल, शाजापुर, आगर मालवा, गुना, अनूपपुर, कटनी, मंडला, दमोह, सागर और छतरपुर जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश हो सकती है। इसके अलावा इनमें से कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। पचमढ़ी से कम ग्वालियर का तापमानप्रदेश में मौसम बदलने के साथ ही तापमान में गिरावट आई है। चंबल और ग्वालियर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक, जलपुर, सागर और इंदौर संभागों के जिलों में सामान्य से काफी अधिक गिरावट आई है। प्रदेश में सबसे अधिक ठंड वाला हिल स्टेशन पचमढ़ी है। वहां से भी अधिक ठंड ग्वालियर में पड़ रही है। ग्वालियर का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री दर्ज किया गया।
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ग्वालियर। पिछले दिनों की तरह मंगलवार को भी बादल छाए रहे। साथ ही सर्द हवाएं भी चलती रहीं, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। आज दिन का पारा 20.3 डिग्री पर ही ठिठक गया। मौसम के जानकारों का पूर्वानुमान है कि बुधवार से मौसम शुष्क हो जाएगा और चटक धूप निकलेगी, जो दिन में ठंड से राहत पहुंचाएगी, लेकिन सुबह, शाम और रात में ठंड और तेज होगी। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ग्वालियर में बीते शुक्रवार से बादल छाए हुए थे, जिससे सूरज को चमकने का मौका नहीं मिला। इसके चलते दिन के तापमान में निरंतर गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को भी सूर्योदय से पहले तड़के आंशिक बादलों के साथ धुंध भी छाई रही, हालांकि सूर्योदय के बाद हल्की धूप निकली, लेकिन दोपहर होते ही बादल घने हो जाने से सूरज विलुप्त हो गया। इसके बाद एक बार भी सूरज के दर्शन नहीं हुए। साथ ही ठंडी हवाएं चलती रहीं, जिससे दिन में ठंड का का असर बना रहा। भोपाल के सेवानिवृत्त मुख्य मौसम विज्ञानी डी.पी. दुबे ने बताया कि अरब सागर में गुजरात-महाराष्ट पोस्ट पर बना ऊपरी हवाओं का चक्रवात अब कमजोर पड़ गया है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ का असर भी समाप्त हो गया है, इसलिए अब बुधवार से मौसम लगभग शुष्क रहेगा, जिससे दिन के तापमान में वृद्धि होगी, जबकि उत्तर से सर्द हवाएं आने से रात का तापमान गिरेगा, जिससे ठंड का प्रभाव और बढ़ेगा। दिन का पारा गिरा, रात का स्थिर: स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में मंगलवार को अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 20.3 डिग्री सेल्सियस पर ही ठहर गया, जो औसत से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज स्थिर बना रहा, जो औसत से 2.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसी प्रकार आज सुबह हवा में नमी 79 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से आठ प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 60 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से आठ प्रतिशत अधिक है।
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ग्वालियर। भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सबसे प्रतिष्ठित अखिल भारतीय आयोजन "तानसेन समारोह" की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। संगीत की नगर ग्वालियर में हजीरा स्थित तानसेन के समाधि स्थल पर आयोजित होने वाले इस समारोह के लिए आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) ने अनुमति दे दी है। समारोह की सभी व्यवस्थाओं को समय सीमा पर एवं बेहतर ढंग से अंजाम देने के लिए एक उपसमिति का भी गठन किया गया है। उल्लेखनीय है कि गान महृषि तानसेन को स्वरांजलि देने के लिए हर साल आयोजित होने वाला यह संगीत महोत्सव इस बार 26 से 30 दिसम्बर के बीच होने जा रहा है। इस बार कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखकर विशेष व्यवस्थाएँ की जा रहीं हैं। समारोह का शुभारंभ 26 दिसम्बर को प्रात:कालीन बेला में तानसेन की समाधि पर पारंपरिक ढंग से हरिकथा ,मिलाद, शहनाई वादन व चादरपोशी के साथ होगा। इसके बाद अपरान्ह 3 बजे से समारोहपूर्वक शुभारंभ होगा। उपसमिति का गठन तानसेन समारोह की स्थानीय व्यवस्थाओं को लेकर एक उप समिति गठित की गई है। इस समिति में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनसंपर्क अधिकारी व एएसआई के वरिष्ठ संरक्षक सहायक शामिल किए गए हैं। साथ ही अशोक आनंद, बाल खांडे व कलावीथिका प्रभारी वेद कुमार शर्मा भी समिति में शामिल किए गए हैं। यह समिति स्थानीय स्तर पर होने वाली व्यवस्थाएं देखेंगी व मॉनीटरिंग करेंगी। वादी-संवादी 28 को तानसेन समारोह के अंतर्गत होने वाला कार्यक्रम 'वादी-संवादी' राजा मान सिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में 28 दिसंबर को अपरान्ह 1.30 बजे से 2.30 बजे तक होगा। कार्यक्रम का संयोजन विश्वविद्यालय प्रशासन ही करेगा। कोविड के कारण इस बार भंडारा नहीं, पैकेटों में मिलेगा लंच तानसेन समारोह की आखिरी सभा बेहट में होगी। इस दौरान वहां होनेवाला भंडारा कोविड के चलते संभवत: नहीं हो पाएगा। ऐसे में यहां पहुंचने वाले संगीत प्रेमियों को भोजन के पैकेट वितरित किए जाएंगे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 183 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 36,295 और मृतकों की संख्या 545 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मंगलवार को मिली जानकारी के अनुसार राजधानी में बीते 24 घंटों में प्राप्त रिपोर्ट में 183 नये व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 36,183 हो गई है, जबकि दो मरीजों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 545 हो गई है। हालांकि, यहां संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 32,542 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 3208 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। भोपाल में 60 फीसदी मरीज घरेलू एकांतवास में उपचार करा रहे हैं। बता दें कि दीपावली के बाद से यहां लगातार 200 से अधिक नये मरीज मिल रहे थे। यहां 29 दिन बाद नये मरीजों की संख्या 200 के नीचे पहुंची है।
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छतरपुर। जिले में पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाए हैं जिससे दिन का तापमान करीब 5 डिग्री नीचे चला गया है। हालांकि रात के तापमान में 5 डिग्री का इजाफा हुआ है। बुधवार तक इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है। कहीं-कहीं बूंदा-बांदी तो कहीं हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। खजुराहो के मौसम विभाग में पदस्थ आरएस परिहार ने बताया कि पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर अपर एयर सर्कुलेशन बनने से दिल्ली से लेकर बुंदेलखंड तक मौसम में बदलाव आ गया है। पश्चिमी मध्यप्रदेश में इसका ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। चूंकि बुंदेलखंड के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र भी बन रहा है इसलिए यहां बारिश होने की संभावना बनी है। बादलों के हटते ही न केवल तापमान गिरेगा बल्कि कोहरे का भी असर नजर आएगा। परिहार के मुताबिक दो दिन पहले दिन का तापमान करीब 26 डिग्री था लेकिन वर्तमान में 20 से 21 डिग्री पहुंच गया है। इसी तरह रात का तापमान 11 डिग्री से बढ़कर 15.5 डिग्री पहुंच गया है। बाजार में ऊनी कपड़ों की बढ़ी बिक्री मौसम के बदले मिजाज से इसका असर लोगों में दिखाई दे रहा है। जो लोग हल्के कपड़ों में घूम रहे थे उन्हें अब ऊनी और ज्यादा कपड़ों में घर से निकलना पड़ रहा है। उधर बाजार में भी गर्म कपड़ों की बिक्री में उछाल आया है। दुकानदारों के मुताबिक तीन दिन पहले तक दिन में तीखी धूप होने के कारण लोग न तो गर्म कपड़े खरीदने में रुचि दिखाते थे और न ही गर्म कपड़े पहन रहे थे। जैसे ही मौसम ने करवट ली वैसे ही लोगों का पहनावा बदल गया। सुबह से ग्रामीण क्षेत्रों में आग जलाकर लोग बैठते नजर आ रहे हैं।
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छतरपुर/खजुराहो। सोमवार को अमावस्या के कारण विशेष दिन रहा। इस दौरान खजुराहो में आस्था का सैलाब उमड़ा। इसके साथ ही वट वृक्षों की पूजा के लिए जगह-जगह महिलाओं का समूह उमड़ा। सोमवती अमावस्या के पुण्य के लिए भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए खजुराहो में रविवार की शाम व रात को ही सैकड़ों लोग पहुंच गए। सुबह से जलाभिषेक का सिलसिला शुरु हुआ जो देर शाम तक चलता रहा। इधर, पति की लंबी उम्र के लिए सोमवार को महिलाओं ने वट सावित्री व्रत रखकर पूजा अर्चना की। खजुराहो मतंगेश्वर महादेव के पुजारी के पुत्र लकी गौतम ने बताया कि रविवार की शाम से ही लोग खजुराहो पहुंचने लगे थे। रात 12 बजे के बाद से ही अमावस्या दर्शन का सिलसिला शुरु हुआ। वहीं सोमवार की सुबह 5 बजे से जटाशंकर महादेव के जलाभिषेक की शुरुआत हुई, जो देर शाम तक चलता रहा। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला 4 बजे तक चलता रहा। खजुराहो थाना प्रभारी संदीप खरे ने अमावस्या पर भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस को सुरक्षा इंतजाम के लिए लगाया गया था। खजुराहो में जुटी श्रद्धालुओं की भीड़ सोमवती अमावस्या पर खजुराहो के मतंगेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही भारी भीड़ उमड़ी। खजुराहो के आसपास के इलाके के साथ ही दूर-दराज से लोग रविवार की रात को ही खजुराहो पहुंच गए और सुबह सूर्योदय के साथ ही श्रद्धालुओं ने शिवसागर सरोवर में स्नान के बाद मतंगेश्वर को जल अर्पित किया। खजुराहो के मतंगेश्वर महादेव मंदिर मौसम में करवट ली ठंड और बादल के बावजूद उत्साह देखने लायक था। मतंगेश्वर के जलाभिषेक का सिलसिला देर शाम तक समान गति में चलता रहा। ठंड में भी लोग लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। भोले के जयकारों के साथ भगवान मतंगेश्वर की जय हो के नारे से पूरा इलाका गुंजायमान हो गया। लोगों की भीड़ को देखते हुए समाजसेवियों ने उनके लिए जनपान की विशेष व्यवस्था भी की। वहीं महिलाओं ने बरगद और पीपल के पेड़ पर 108 परिक्रमा देकर पति की लंबी आयु व संतान की समृद्धि की मन्नत मांगी। 108 परिक्रमा के साथ की वट पूजा शहर के मंदिरों में वट के पेड़ की पूजा अर्चना का सिलसिला बादल और ठंड तक चलता रहा। पौराणिक मान्यता है कि इस व्रत को करने से पति को दीर्घायु मिलती है। वहीं जिसकी संतान होती है, वे महिलाएं भी वट सावित्री व्रत रखती हैं। मान्यता है कि, इस व्रत से संतान का भी भविष्य उज्जवल होता है। वट सावित्री व्रत जिसे वर पूजा भी कहते हैं। यह व्रत ज्येष्ठ माह की अमास्या को रखा जाता है। वर पूजा के दिन सभी सुहागिन और सौभाग्यवती स्त्रियां वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ का पूजन करती हैं और उसकी परिक्रमा लगाती हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 428 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 49,099 और मृतकों की संख्या 814 हो गई है। इंदौर में लगातार छठे दिन कोरोना के नये मरीजों की संख्या 500 के नीचे आई है। यहां एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूनम गडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात चार हजार से अधिक सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 428 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 49,099 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 814 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 43,717 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4568 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा दो सौ के पार पहुंचा और दीपावली के बाद यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई। लगातार 17 दिन पांच सौ से अधिक नये संक्रमित मिलने के बाद यह संख्या 500 से नीचे पहुंची। अब लगातार छठे दिन यहां पांच सौ से कम नये मरीज सामने आए हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। नए सिस्टम के एक्टिव होने से बारिश ने प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है। पिछले दो दिनों से हो रही बूंदाबांदी का दौर रविवार को जारी रहने के आसार हैं। शनिवार को पूरी रात बारिश होने से रविवार सुबह सर्दी और बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को कोहरा छाने की संभावना है। रात के तापमान में कमी आएगी, दिन का तापमान बढ़ सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में एंट्री होने के साथ ही हवा में 96 फीसदी तक नमी बढ़ गई है। वहीं एक पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। पश्चिमी विक्षोभ का निर्माण मध्य और ऊपरी क्षोभ के बीच एक टर्फ के रूप में समुद्र तल से 3.1 किमी व 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है। वहीं दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में निम्न दबाब का क्षेत्र बन रहा है। इसी वजह से प्रदेश में बारिश हो रही है। इससे 15 दिसंबर के बाद तापमान में गिरावट आएगी। मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि अगले तीन दिन हल्की बूंदाबांदी होने से कोहरा और ठंड बढ़ जाएगी। इन जगहों पर बारिश की संभावनामध्य प्रदेश के आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोकनगर, बड़वानी, बैतूल, भोपाल, बुरहानपुर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, देवास, धार, डिंडौरी, होशंगाबाद, इंदौर, जबलपुर, झाबुआ, कटनी, खंडवा, खरगोन, नरसिंहपुर, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, रीवा, सागर, सतना, सीहोर में शाजापुर, शिवपुरी, उज्जैन, विदिशा आदि शहरों में बारिश होगी और गरज के साथ बूंदाबांदी होगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। नए सिस्टम के एक्टिव होने से बारिश ने प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है। पिछले दो दिनों से हो रही बूंदाबांदी का दौर रविवार को जारी रहने के आसार हैं। शनिवार को पूरी रात बारिश होने से रविवार सुबह सर्दी और बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को कोहरा छाने की संभावना है। रात के तापमान में कमी आएगी, दिन का तापमान बढ़ सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में एंट्री होने के साथ ही हवा में 96 फीसदी तक नमी बढ़ गई है। वहीं एक पश्चिम विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। पश्चिमी विक्षोभ का निर्माण मध्य और ऊपरी क्षोभ के बीच एक टर्फ के रूप में समुद्र तल से 3.1 किमी व 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है। वहीं दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में निम्न दबाब का क्षेत्र बन रहा है। इसी वजह से प्रदेश में बारिश हो रही है। इससे 15 दिसंबर के बाद तापमान में गिरावट आएगी। मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि अगले तीन दिन हल्की बूंदाबांदी होने से कोहरा और ठंड बढ़ जाएगी। इन जगहों पर बारिश की संभावनामध्य प्रदेश के आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोकनगर, बड़वानी, बैतूल, भोपाल, बुरहानपुर, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, देवास, धार, डिंडौरी, होशंगाबाद, इंदौर, जबलपुर, झाबुआ, कटनी, खंडवा, खरगोन, नरसिंहपुर, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, रीवा, सागर, सतना, सीहोर में शाजापुर, शिवपुरी, उज्जैन, विदिशा आदि शहरों में बारिश होगी और गरज के साथ बूंदाबांदी होगी।
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इंदौर। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ ने आरोपितों को डिजिटल साक्ष्य उपलब्ध कराए जाने के विशेष अदालत के फैसले पर अंतरिम रोक लगा दी है। प्रकरण की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) निरीक्षक शशिकांत चौरसिया द्वारा दायर पुन: निरीक्षण याचिका पर जस्टिस वीरेंद्र सिंह ने एसआईटी को राहत दी है। अतिरिक्त महाधिवक्ता पुष्यमित्र भार्गव ने शनिवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि गत 04 दिसम्बर को जिला अदालत के विशेष न्यायाधीश द्वारा एक आदेश जारी किया था, जिसमे हनीट्रैप के आरोपितों को प्रकरण से जुड़े डिजिटल साक्ष्य और इन साक्ष्यों की सक्षम एजेंसियों से कराई गई जांच की रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया था। इस मामले में उच्च न्यायालय में शुक्रवार को पुन: निरीक्षण याचिका पर सुनवाई हुई। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद जस्टिस वीरेन्द्र सिंह ने विशेष अदालत के फैसले पर अगली सुनवाई तक रोक लगाने का आदेश पारित किया। इसके साथ ही उन्होंने सम्बंधित पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में सितम्बर 2019 में इंदौर नगर निगम के एक तत्कालीन सिटी इंजीनियर की शिकायत पर पलासिया थाना पुलिस ने हनीट्रैप मामले का खुलासा किया था। इस मामले में चार महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। सभी आरोपित फिलहाल इंदौर की जेल में हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 431 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 48,270 और मृतकों की संख्या 807 हो गई है। इंदौर में लगातार चौथे दिन कोरोना के नये मरीजों की संख्या 500 के नीचे आई है। यहां एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 4489 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 431 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 48,270 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 807 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 42,664 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4779 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा दो सौ के पार पहुंचा और दीपावली के बाद यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई। लगातार 17 दिन पांच सौ से अधिक नये संक्रमित मिलने के बाद यह संख्या 500 से नीचे पहुंची। अब लगातार चौथे दिन यहां पांच सौ से कम नये मरीज सामने आए हैं।
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शहडोल। जिले के अमलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 पर ग्राम बटूरा के समीप शनिवार तडक़े एक तेज रफ्तार डम्पर ने सडक़ किनारे खड़े ट्रैक्टर को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में ट्रैक्टर के नीचे सो रहे तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से तीनों के शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाए। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। अमलाई थाना प्रभारी एएसआई विकास सिंह ने बताया कि ग्राम खामहीडोल निवासी तीन युवक गांव से ट्रैक्टर में यूकेलिप्टस की लकड़ी लादकर ओरियंट पेपर मिल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उनका ट्रैक्टर खराब हो गया। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 ग्राम बटुरा के समीप सडक़ के किनारे ट्रैक्टर खड़ा कर तीनों उसके नीचे सो गए। शनिवार तडक़े करीब 3.00 बजे कोतमा की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार डम्पर क्रमांक एमपी 18 एच 4718 ने ट्रैक्टर को टक्कर मार दी, जिससे उसके नीचे सो रहे तीनों युवक पर ट्रैक्टर और लकडिय़ों के नीचे दब गए और उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों के शव बुढ़ार अस्पताल पहुंचाए, जहां पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिये गये। मृतकों की पहचान ग्राम खामहीडोल निवासी 22 वर्षीय जीवनदास मेहरा पुत्र रोशन मेहरा, 45 वर्षीय भरोसा पलीहा पुत्र मंगल दिन पलिहा और 25 वर्षीय मुकेश पाव पुत्र नत्थू पाव के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद डम्पर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने डम्पर को जब्त कर लिया है और चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 412 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 47,839 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 800 के पार पहुंच गई है। इंदौर में लगातार तीसरे दिन कोरोना के नये मरीजों की संख्या 500 के नीचे आई है। यहां एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 4608 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 412 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 47,930 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 799 से बढक़र 803 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 42,036 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 5000 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा दो सौ के पार पहुंचा और दीपावली के बाद यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई। लगातार 17 दिन पांच सौ से अधिक नये संक्रमित मिलने के बाद यह संख्या 500 से नीचे पहुंची। अब लगातार तीसरे दिन यहां पांच सौ से कम नये मरीज सामने आए हैं।
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सीहोर। रेत कंपनी के कर्मचारियों द्वारा एक ट्रक के ड्राइवर और क्लीनर से की गई मारपीट से गुस्साए ग्रामीणों ने शुक्रवार को रेत कंपनी के चेकपोस्ट में आग लगा दी। यही नहीं, बल्कि चेकपोस्ट पर काम कर रहे रेत कंपनी के कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। घटना के करीब एक घंटे बाद पहुंची नसरुल्लागंज पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब 12.00 बजे चने की चुरी से भरा ट्रक क्रमांक एमपी 13 एच 0779 नसरुल्लागंज से इंदौर जा रहा था। ट्रक को पावर मेक कंपनी के चेकपोस्ट पर रोक लिया गया। पूछताछ में ड्राइवर रमेश वर्मा व क्लीनर मनीष वर्मा निवासी सिंहपुर ने बताया कि वह चने की चुरी लेकर इंदौर जा रहे हैं। जिसके बाद चेकपोस्ट के कर्मचारियों ने तिरपाल हटाने की जिद की और ड्राइवर-क्लीनर से बहस करने लगे। इसके बाद चेक पोस्ट कर्मचारियों ने दोनो के साथ मारपीट कर दी, जिससे ड्राइवर रमेश वर्मा के हाथ में और मनीष वर्मा के सिर में गंभीर चोट आई है। ड्राइवर ने इस घटना की जानकारी जब ग्रामीणों को दी तो लाड़कुई व सिंहपुर से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए और रेत कंपनी के चेक पोस्ट में आग लगा दी। ग्रामीणों ने कंपनी के पांच कर्मचारियों को खेतों में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिससे तीन कर्मचारियों को चोट आई हैं। घटना के एक घंटे बाद मौके पर एसडीओपी प्रकाश मिश्रा, एसडीएम डीएस तोमर, तहसीलदार अजय सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम ने मिजाज बदल दिया है। गुरुवार शाम से ही प्रदेश में बूंदाबादी शुरू हो गई है। इसके साथ ही हवाओं का रुख बदलने से प्रदेश में पारा लुढक़ गया है। वही शुक्रवार की सुबह से राजधानी भोपाल और इंदौर सहित प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई है। शुक्रवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। बादल छाने से दिन के समय भी अंधेरा सा बना हुआ था और मौसम शाम सा लग रहा था। दरअसल पश्चिमी हवाओं से प्रदेश के बारे में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही भोपाल में शुक्रवार की सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई है। राजधानी भोपाल के अलावा रतलाम, उज्जैन में भी बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि शनिवार शाम तक हल्की बारिश जारी रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर और शहडोल में बूंदाबांदी का असर रहेगा। वही बादल की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। गुरुवार को भोपाल में भी न्यूनतम गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में बर्फबारी की वजह से दिन के बारे में गिरावट आई है। इसके साथ प्रदेश के कई हिस्से में सूरज की किरण के जगह आसमान में बादल छाए रहे। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो वर्तमान में पाकिस्तान के पास ट्रक की शक्ल में एक पश्चिम विक्षोभ की वजह से उत्तर भारत में बर्फबारी हो रही है। साउथ-वेस्ट राजस्थान पर ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। जिसकी वजह से यह स्थिति बनी है। वहीं उत्तर भारत में बर्फबारी की वजह से दिन के पारे में गिरावट आई है। जिसका असर मध्यप्रदेश में में भी देखा गया। मध्यप्रदेश में चक्रवाती हवा का रुख उतरी नहीं हो पाया है। इसकी वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ में एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो रहा है। जिसके कारण 14 के बाद तापमान में गिरावट महसूस होगी। वहीं शुक्रवार की सुबह प्रदेश के भोपाल समेत 9 से अधिक जिलों में बूंदाबांदी हुई है। प्रदेश में सबसे पहले झाबुआ में बारिश शुरू हुई। इसके बाद राजधानी भोपाल सहित रतलाम, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, शहडोल और इंदौर में भी मौसम ने करवट बदली है। प्रदेश में सबसे ज्यादा रतलाम में 3 मिमी तक पानी गिरा। इसके अलावा उज्जैन में भी 1 मिमी बारिश हो चुकी है। इन जिलों में बारिश के आसारमौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में शनिवार तक बूंदाबादी और फुहारों का दौर जारी रहेगा। इसके साथ ही साथ कई जगह ग्वालियर, जबलपुर और शहडोल में सूरज की किरणों के दर्शन नहीं होंगे या फिर सूरज की किरण देर से दस्तक देगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम ने मिजाज बदल दिया है। गुरुवार शाम से ही प्रदेश में बूंदाबादी शुरू हो गई है। इसके साथ ही हवाओं का रुख बदलने से प्रदेश में पारा लुढक़ गया है। वही शुक्रवार की सुबह से राजधानी भोपाल और इंदौर सहित प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई है। शुक्रवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। बादल छाने से दिन के समय भी अंधेरा सा बना हुआ था और मौसम शाम सा लग रहा था। दरअसल पश्चिमी हवाओं से प्रदेश के बारे में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही भोपाल में शुक्रवार की सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई है। राजधानी भोपाल के अलावा रतलाम, उज्जैन में भी बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि शनिवार शाम तक हल्की बारिश जारी रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर और शहडोल में बूंदाबांदी का असर रहेगा। वही बादल की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। गुरुवार को भोपाल में भी न्यूनतम गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में बर्फबारी की वजह से दिन के बारे में गिरावट आई है। इसके साथ प्रदेश के कई हिस्से में सूरज की किरण के जगह आसमान में बादल छाए रहे। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो वर्तमान में पाकिस्तान के पास ट्रक की शक्ल में एक पश्चिम विक्षोभ की वजह से उत्तर भारत में बर्फबारी हो रही है। साउथ-वेस्ट राजस्थान पर ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। जिसकी वजह से यह स्थिति बनी है। वहीं उत्तर भारत में बर्फबारी की वजह से दिन के पारे में गिरावट आई है। जिसका असर मध्यप्रदेश में में भी देखा गया। मध्यप्रदेश में चक्रवाती हवा का रुख उतरी नहीं हो पाया है। इसकी वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ में एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो रहा है। जिसके कारण 14 के बाद तापमान में गिरावट महसूस होगी। वहीं शुक्रवार की सुबह प्रदेश के भोपाल समेत 9 से अधिक जिलों में बूंदाबांदी हुई है। प्रदेश में सबसे पहले झाबुआ में बारिश शुरू हुई। इसके बाद राजधानी भोपाल सहित रतलाम, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, शहडोल और इंदौर में भी मौसम ने करवट बदली है। प्रदेश में सबसे ज्यादा रतलाम में 3 मिमी तक पानी गिरा। इसके अलावा उज्जैन में भी 1 मिमी बारिश हो चुकी है। इन जिलों में बारिश के आसारमौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में शनिवार तक बूंदाबादी और फुहारों का दौर जारी रहेगा। इसके साथ ही साथ कई जगह ग्वालियर, जबलपुर और शहडोल में सूरज की किरणों के दर्शन नहीं होंगे या फिर सूरज की किरण देर से दस्तक देगी।
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भोपाल। आमतौर पर दिसंबर माह में राजधानी भोपाल सहित पूरे मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढऩे लगती है, लेकिन पिछले दस दिन से प्रदेश से सर्दी गायब है। दिन और रात के तापमान बढ़े हुए हैं। उधर समुद्र में हलचल बढ़े से मौसम का मिजाज बिगडऩे वाला है। राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर शुक्रवार से बादल छाने लगेंगे, बारिश होगी। यह सिलसिला रुक-रुक कर तीन-चार दिन तक चल सकता है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा के चक्रवात बने हुए हैं। अरब सागर में बना सिस्टम गुरुवार को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने जा रहा है। इससे प्रदेश में नमी बढऩे लगेगी। बादल छाने लगेंगे। शुक्रवार से राजधानी सहित प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश का सिलसला शुरू हो जाएगा। शनिवार से बारिश की गतिविधियां पूर्वी मध्य प्रदेश में शुरू होंगी। गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला तीन-चार दिन तक चलने की संभावना है। बादल बने रहने से रात के तापमान में सामान्य से पांच-छह डिग्री तक की बढ़ोतरी होने के आसार हैं। बारिश के दौरान कुछ स्थानों पर ओले भी गिर सकते हैं। उत्तर भारत में जारी है बारिश, बर्फबारीमौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पाकिस्तान के पास ट्रफ की शक्ल में मौजूद एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर बरसात के साथ बर्फबारी हो रही है। इस सिस्टम के कारण मप्र पर बने एक प्रति चक्रवात के कारण हवा का रुख उत्तरी नहीं हो पा रहा है। इस वजह से प्रदेश में दिन-रात के तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। 11 दिसंबर को एक अधिक तीव्रता का पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत में दाखिल होने जा रहा है। इस सिस्टम से बर्फबारी में और इजाफा होगा, लेकिन हवा का रुख 17-18 दिसंबर के आसपास ही उत्तरी होने की संभावना है। इसलिए मध्यप्रदेश में फिलहाल अपेक्षाकृत ठंड नहीं पडऩे की संभावना है।
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भोपाल। आमतौर पर दिसंबर माह में राजधानी भोपाल सहित पूरे मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढऩे लगती है, लेकिन पिछले दस दिन से प्रदेश से सर्दी गायब है। दिन और रात के तापमान बढ़े हुए हैं। उधर समुद्र में हलचल बढ़े से मौसम का मिजाज बिगडऩे वाला है। राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर शुक्रवार से बादल छाने लगेंगे, बारिश होगी। यह सिलसिला रुक-रुक कर तीन-चार दिन तक चल सकता है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा के चक्रवात बने हुए हैं। अरब सागर में बना सिस्टम गुरुवार को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने जा रहा है। इससे प्रदेश में नमी बढऩे लगेगी। बादल छाने लगेंगे। शुक्रवार से राजधानी सहित प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश का सिलसला शुरू हो जाएगा। शनिवार से बारिश की गतिविधियां पूर्वी मध्य प्रदेश में शुरू होंगी। गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला तीन-चार दिन तक चलने की संभावना है। बादल बने रहने से रात के तापमान में सामान्य से पांच-छह डिग्री तक की बढ़ोतरी होने के आसार हैं। बारिश के दौरान कुछ स्थानों पर ओले भी गिर सकते हैं। उत्तर भारत में जारी है बारिश, बर्फबारीमौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में पाकिस्तान के पास ट्रफ की शक्ल में मौजूद एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ों पर बरसात के साथ बर्फबारी हो रही है। इस सिस्टम के कारण मप्र पर बने एक प्रति चक्रवात के कारण हवा का रुख उत्तरी नहीं हो पा रहा है। इस वजह से प्रदेश में दिन-रात के तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। 11 दिसंबर को एक अधिक तीव्रता का पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत में दाखिल होने जा रहा है। इस सिस्टम से बर्फबारी में और इजाफा होगा, लेकिन हवा का रुख 17-18 दिसंबर के आसपास ही उत्तरी होने की संभावना है। इसलिए मध्यप्रदेश में फिलहाल अपेक्षाकृत ठंड नहीं पडऩे की संभावना है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 296 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 35,137 और मृतकों की संख्या 535 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के अनुसार राजधानी में बीते 24 घंटों में प्राप्त रिपोर्ट में 296 नये व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 35,137 हो गई है, जबकि दो मरीजों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 535 हो गई है। हालांकि, यहां संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 31,400 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 3143 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। भोपाल में 60 फीसदी मरीज घरेलू एकांतवास में उपचार करा रहे हैं।
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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहने से रात का तापमान बढ़ा हुआ है। कई जगहों पर तो यह वृद्धि 5 डिग्री तक ज्यादा रही है। इसी बीच मौसम वैज्ञानिकों ने 12 दिसम्बर से प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश की आशंका जताई है। इसकी वजह अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र है। मध्यप्रदेश में बादल छाने से रात का तापमान में बढ़ोतरी हुई है और बादलों के कारण ही 12 दिसंबर से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है। इसका कारण दक्षिण पूर्व अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनना है। खासतौर से इंदौर और उज्जैन संभागों में अगले 48 घंटे के बाद हल्की बारिश की संभावना ज्यादा है। भोपाल में दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभ मंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए सक्रिय है। साउथ ईस्ट अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने और गुजरात की तरफ से नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी कारण बारिश की संभावना बढ़ गई है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में सिर्फ हिल स्टेशन पचमढ़ी में ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हिल स्टेशन होने के कारण यहां पर रात का पारा सबसे कम 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा सभी जगहों पर रात का परा 10 या उससे ज्यादा रहा। उमरिया में दूसरे नंबर पर 10 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा खरगौन में 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहने से रात का तापमान बढ़ा हुआ है। कई जगहों पर तो यह वृद्धि 5 डिग्री तक ज्यादा रही है। इसी बीच मौसम वैज्ञानिकों ने 12 दिसम्बर से प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश की आशंका जताई है। इसकी वजह अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र है। मध्यप्रदेश में बादल छाने से रात का तापमान में बढ़ोतरी हुई है और बादलों के कारण ही 12 दिसंबर से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है। इसका कारण दक्षिण पूर्व अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनना है। खासतौर से इंदौर और उज्जैन संभागों में अगले 48 घंटे के बाद हल्की बारिश की संभावना ज्यादा है। भोपाल में दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभ मंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए सक्रिय है। साउथ ईस्ट अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने और गुजरात की तरफ से नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी कारण बारिश की संभावना बढ़ गई है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में सिर्फ हिल स्टेशन पचमढ़ी में ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हिल स्टेशन होने के कारण यहां पर रात का पारा सबसे कम 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा सभी जगहों पर रात का परा 10 या उससे ज्यादा रहा। उमरिया में दूसरे नंबर पर 10 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा खरगौन में 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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इंदौर। नगरनिगम, प्रशासन और पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे गुंडा विरोधी अभियान के तहत बुधवार सुबह शहर में दो स्थानों पर कार्रवाई की गई। पहली कार्रवाई छत्रीबाग क्षेत्र में याकूब उर्फ काला के अवैध मकान पर की गई। वहीं, दूसरी कार्रवाई हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र जाट के मल्हारगंज क्षेत्र में किए गए अवैध निर्माण को ढहाने की की गई। नगरनिगम उपायुक्त देवेंद सिंह ने बताया कि नगरनिगम, जिला प्रशासन और पुलिस के एंटी माफिया अभियान के तहत बुधवार को दो गुंडों के मकानों को गिराया गया है। मल्हारगंज थाने के पास नरेंद्र जाट के मकान को जेसीबी, पोकलेन की मदद से गिराया गया है। वहीं, दूसरी कार्रवाई याकूब पिता अहमद नूर मामा भांजे की दरगाह के पास क्लॉथ मार्केट हॉस्पिटल के सामने की गई। यहां पर जेसीबी की मदद से 10 बाय 35 फीट पर बने जी प्लस टू मकान को तोड़ा गया। याकूब के खिलाफ विभिन्न थानों में 307, अवैध वसूली, आबकारी, लूट जैसे एक दर्जन मामले दर्ज हैं। सिंह के अनुसार माफिया और गुंडों के अवैध कब्जों को ढहाने के अभियान के अंतर्गत अब तक 60 से ज्यादा मकानों को ध्वस्त किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी।
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इंदौर। नगरनिगम, प्रशासन और पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे गुंडा विरोधी अभियान के तहत बुधवार सुबह शहर में दो स्थानों पर कार्रवाई की गई। पहली कार्रवाई छत्रीबाग क्षेत्र में याकूब उर्फ काला के अवैध मकान पर की गई। वहीं, दूसरी कार्रवाई हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र जाट के मल्हारगंज क्षेत्र में किए गए अवैध निर्माण को ढहाने की की गई। नगरनिगम उपायुक्त देवेंद सिंह ने बताया कि नगरनिगम, जिला प्रशासन और पुलिस के एंटी माफिया अभियान के तहत बुधवार को दो गुंडों के मकानों को गिराया गया है। मल्हारगंज थाने के पास नरेंद्र जाट के मकान को जेसीबी, पोकलेन की मदद से गिराया गया है। वहीं, दूसरी कार्रवाई याकूब पिता अहमद नूर मामा भांजे की दरगाह के पास क्लॉथ मार्केट हॉस्पिटल के सामने की गई। यहां पर जेसीबी की मदद से 10 बाय 35 फीट पर बने जी प्लस टू मकान को तोड़ा गया। याकूब के खिलाफ विभिन्न थानों में 307, अवैध वसूली, आबकारी, लूट जैसे एक दर्जन मामले दर्ज हैं। सिंह के अनुसार माफिया और गुंडों के अवैध कब्जों को ढहाने के अभियान के अंतर्गत अब तक 60 से ज्यादा मकानों को ध्वस्त किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी।
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छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दीवानजू का पुरवा के पास बीती रात एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर कुएं में जा गिरी। इस हादसे में कार छह लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हुए हैं। कार सवार सभी लोग उत्तरप्रदेश के महोबा जिले के रहने वाले बताये जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू कर कार समेत सभी लोगों को कुएं से बाहर निकाला। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। महाराजपुरा पुलिस के अनुसार, क्षेत्र के ग्राम दीवानजू का पुरवा में मंगलवार को राजकुमार अहिरवार के यहां उत्तरप्रदेश के मोहबा जिला अंर्तगत चरखारी तहसील के ग्राम स्वासामाफ से लखन अहिरवार के बेटे मनोज की बारात आई हुई थी। इस बारात में ग्राम स्वासामाफ से सतपाल सिंह पुत्र वीर सिंह ठाकुर अपनी एंज्वाय एलटीजेड कार क्रमांक यूपी 90 के 0171 से 9 बारातियों को लेकर रात करीब 12 लेकर पहुंचे। यहां पार्किंग में उनकी कार के सामने दो अन्य वाहन खड़े थे। सतपाल सिंह ठाकुर ने दोनों वाहनों के आगे अपनी कार लगाने का प्रयास किया तो रात के अंधेरे में बगल में मौजूद बिना मुंडेर का कुआं दिखाई नहीं दिया और कार सहित सभी नौ बाराती कुएं में जा गिरे। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस की दी। बताया जा रहा है कि कुएं में कार के अंदर फंसे छह बारातियों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग कार के कांच तोडक़र बाहर निकल आए, उन्हें मौके पर मौजूद लोगों ने सकुशल बचा लिया। इसी बीच नौगांव एसडीएम विनय द्विवेदी, एसडीओपी मनमोहन सिंह बघेल, महाराजपुर तहसीलदार आनंद जैन, थाना प्रभारी जेडवाई खान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और क्रेन मंगाकर कार को बाहर निकाला। पुलिस ने कार से छह शव बरामद कर अस्पताल पहुंचाए और महाराजपुर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के उपरांत शवों को उनके गांव स्वासामाफ पहुंचाया। थाना प्रभारी जेडवाई खान ने बताया कि मृतकों की पहचान स्वासामाफ निवासी कार मालिक 40 वर्षीय सतपाल सिंह बुंदेला पुत्र वीर सिंह, 42 वर्षीय राजू कुशवाहा, 55 वर्षीय घनश्याम अहिवार पुत्र गोपाल अहिरवार, घनश्याम के 55 वर्षीय बहनोई रामधीन पुत्र जानकी अहिरवार निवासी पनवाड़ी, 33 वर्षीय रामरतन अहिरवार पुत्र अमना अहिरवार निवासी स्वासामाफ एवं 18 वर्षीय कुलदीप पुत्र हरप्रसाद अहिरवार निवासी स्वासामाफ के रूप में हुई है, जबकि तीन अन्य बाराती 17 वर्षीय चेतराम पुत्र मथुरा अहिरवार, 30 वर्षीय तेजराम पुत्र कमला अहिरवार और 16 वर्षीय लक्ष्मण पुत्र रामरतन अहिरवार घायल हुए हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 495 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 46,971 और मृतकों का संख्या 796 हो गई है। इंदौर में 18वें दिन कोरोना के नये मरीजों की संख्या 500 के नीचे आई है। यहां एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 5352 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 495 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 46,971 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 796 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 41,007 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 5168 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा दो सौ के पार पहुंचा और दीपावली के बाद यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई। लगातार 17 दिन पांच सौ से अधिक नये संक्रमित मिलने के बाद 18वें दिन यह संख्या 500 से नीचे पहुंची है। इतनी अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हडक़म्प का माहौल देखने को मिल रहा है।
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शहडोल। संजय नेशनल पार्क दुबरी से लगे बोचारो के बफर जोन में बाघ ने एक मासूम की जान ले ली। यहां शौच के लिए गए 8 साल के मासूम पर बाघ ने हमला किया है। मंगलवार सुबह उसकी लाश जंगल में क्षत-विक्षत हालत में मिली है। जानकारी के अनुसार आखेटपुर गांव में 8 साल का मासूम सोमवार शाम को शौच के लिए गया था। इस दौरान बाघ ने बच्चे पर हमला कर उसे उठाकर जंगल ले गया। जब काफी देर तक बच्चा नहीं लौटा तो परिजन नियत स्थान पर पहुंचे, मौके पर बच्चे के फटे हुए कपड़े और खून के निशान मिले हैं। जिससे गांव वालों को बाघ के शिकार किए जाने की शंका हुई। ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग और पुलिस को सूचना दी। मंगलवार सुबह तलाशी के दौरान ग्रामीणों को जंगल में बच्चों का क्षत विक्षत शव बरामद हुआ। बाघ ने उसे अपना शिकार बनाने के बाद शव को जंगल में लावारिश हालत में छोड़ दिया था। ग्रामीणों ने मासूम की लाश जंगल में अलग-अलग स्थानों से बरामद किया। इस हमले से लोगों में दहशत है। गांव वालों की मानें तो बीते कुछ समय से इलाके में बाघ का आतंक देखा जा रहा है। कुछ दिनों पहले भी बाघ ने महिला को अपना शिकार बनाने हमला किया था। उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद वन विभाग ने बाघ को पकडऩे के लिए कोई समुचित कार्रवाई नहीं की है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 315 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,525 हो गई है। वहीं, राजधानी में अब तक कोरोना से और मृतकों की संख्या 531 लोगों की मौत हो चुकी है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा मंगलवार को मिली जानकारी के अनुसार राजधानी में बीते 24 घंटों में 2469 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 315 नये व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,535 हो गई है। हालांकि, यहां संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 30,871 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र तीन हजार के पार पहुंच गई है। यहां सक्रिय मरीज की संख्या तीन हजार के पार पहुंच गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। भोपाल में 60 फीसदी मरीज घरेलू एकांतवास में उपचार करा रहे हैं।
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भोपाल। भोपाल सहित पूरे मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज कुछ अजब-गजब सा हो रहा है। राजधानी की बात करें तो यहां 79 साल बाद दिसंबर के दिन इतने गर्म हो रहे हैं। भोपाल में 11 दिसंबर 1941 को अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री दर्ज हुआ था। अब रविवार को अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक रहा। वहीं सोमवार की दोपहर राजधानी भोपाल में तेज धूप से चूभन महसूस हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में देश के विभिन्न स्थानों पर बने तीन सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। इससे दिन तो गर्म हो रहे हैं, लेकिन रात में कुछ ठंडक बरकरार है। साथ ही 12-13 दिसंबर को प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश होने के भी आसार बन रहे हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तर भारत के बीच में सक्रिय है। इसके प्रभाव से हरियाणा और उससे लगे पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। एक प्रति चक्रवात पश्चिम मप्र पर भी बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के असर से दोपहर के समय हवा का रुख दक्षिण-पूर्व हो जाता है। इससे दिसंबर की शुरुआत से ही दिन में गर्मी बनी हुई है। उधर शाम होते ही हवा का रुख बदलकर उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हो जाता है। इससे उत्तर-भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाओं के कारण रात में और अलसुबह ठंड महसूस होने लगती है।मौसम विभाग के अनुसार आज पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में दाखिल होने की संभावना है। इससे वहां के पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है। यह सिस्टम नौ दिसंबर को आगे बढऩे लगेगा। इसके बाद हवा के रुख में बदलाव होने के आसार हैं। उत्तरी हवाओं के दखल के कारण गर्मी से कुछ राहत मिलने लगेगी। उधर इस सिस्टम के कारण 12-13 दिसंबर को एक प्रति चक्रवात बनने की भी संभावना बन रही है। उसके प्रभाव से अरब सागर से नमी मिलने के कारण 12-13 दिसंबर को बादल छाने के साथ ही राजधानी सहित प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश भी हो सकती है।हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय
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भोपाल। भोपाल सहित पूरे मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज कुछ अजब-गजब सा हो रहा है। राजधानी की बात करें तो यहां 79 साल बाद दिसंबर के दिन इतने गर्म हो रहे हैं। भोपाल में 11 दिसंबर 1941 को अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री दर्ज हुआ था। अब रविवार को अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक रहा। वहीं सोमवार की दोपहर राजधानी भोपाल में तेज धूप से चूभन महसूस हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में देश के विभिन्न स्थानों पर बने तीन सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। इससे दिन तो गर्म हो रहे हैं, लेकिन रात में कुछ ठंडक बरकरार है। साथ ही 12-13 दिसंबर को प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश होने के भी आसार बन रहे हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तर भारत के बीच में सक्रिय है। इसके प्रभाव से हरियाणा और उससे लगे पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। एक प्रति चक्रवात पश्चिम मप्र पर भी बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के असर से दोपहर के समय हवा का रुख दक्षिण-पूर्व हो जाता है। इससे दिसंबर की शुरुआत से ही दिन में गर्मी बनी हुई है। उधर शाम होते ही हवा का रुख बदलकर उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हो जाता है। इससे उत्तर-भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाओं के कारण रात में और अलसुबह ठंड महसूस होने लगती है।मौसम विभाग के अनुसार आज पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में दाखिल होने की संभावना है। इससे वहां के पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है। यह सिस्टम नौ दिसंबर को आगे बढऩे लगेगा। इसके बाद हवा के रुख में बदलाव होने के आसार हैं। उत्तरी हवाओं के दखल के कारण गर्मी से कुछ राहत मिलने लगेगी। उधर इस सिस्टम के कारण 12-13 दिसंबर को एक प्रति चक्रवात बनने की भी संभावना बन रही है। उसके प्रभाव से अरब सागर से नमी मिलने के कारण 12-13 दिसंबर को बादल छाने के साथ ही राजधानी सहित प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश भी हो सकती है।हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 509 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 45,960 और मृतकों का संख्या 787 हो गई है। इंदौर में लगातार 16वें दिन कोरोना के 500 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। यहां एक दिन में सर्वाधिक 595 संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 4823 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 509 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 45,960 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से पांच मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 787 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 39,996 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 5177 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा दो सौ के पार पहुंचा और दीपावली के बाद यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई। लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हडक़म्प का माहौल देखने को मिल रहा है तो वहीं लोगों में फिर कोरोना की दहशत फैल गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के कई शहरों में दिपावली के बाद कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई है। राजधानी भोपाल और इंदौर में रोजाना सैकड़ों नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हो रही है, वहीं मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यहां प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू लगाया था। जिसके तहत रात आठ बजे तक ही दुकानें खोलने की अनुमति थी। लेकिन अब इन दोनों जिलों में प्रशासन ने दुकानों के बंद होने के समय में बदलाव किया है। भोपाल और इंदौर जिला प्रशासन ने व्यापारियों को सहूलियत देते हुए नाइट कर्फ्यू में ढील दी है। अब इंदौर और भोपाल में कंटेनमेंट जोन के बाहर बाजार, दुकानें और रेस्त्रां रात 10 बजे तक खुले रहेंगे। रविवार देर शाम को कोविड क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। रात 10 बजे के बाद दोनों ही शहरों में नाइट कफ्र्यू जारी रहेगा। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया और इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह की ओर से रविवार रात इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। धारा 144 दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के तहत यह आदेश जारी किया है, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। साथ ही प्रशासन ने जनता से यह अपील भी की है कि जरूरत होने पर ही वे घरों से बाहर निकलें। रात 10 बजे के बाद नाइट कर्फ्यू के दौरान लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन बेवजह घूमने वालों पर रोक-टोक जरूर रहेगी। बता दें कि मध्यप्रदेश में अब तक कुल 214505 मरीज सामने आए हैं। इनमें से 197777 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 13391 लोगों का उपचार जारी है। वहीं, कुल 3337 लोगों की अब तक कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के कई शहरों में दिपावली के बाद कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई है। राजधानी भोपाल और इंदौर में रोजाना सैकड़ों नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हो रही है, वहीं मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यहां प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू लगाया था। जिसके तहत रात आठ बजे तक ही दुकानें खोलने की अनुमति थी। लेकिन अब इन दोनों जिलों में प्रशासन ने दुकानों के बंद होने के समय में बदलाव किया है। भोपाल और इंदौर जिला प्रशासन ने व्यापारियों को सहूलियत देते हुए नाइट कर्फ्यू में ढील दी है। अब इंदौर और भोपाल में कंटेनमेंट जोन के बाहर बाजार, दुकानें और रेस्त्रां रात 10 बजे तक खुले रहेंगे। रविवार देर शाम को कोविड क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। रात 10 बजे के बाद दोनों ही शहरों में नाइट कफ्र्यू जारी रहेगा। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया और इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह की ओर से रविवार रात इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। धारा 144 दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के तहत यह आदेश जारी किया है, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। साथ ही प्रशासन ने जनता से यह अपील भी की है कि जरूरत होने पर ही वे घरों से बाहर निकलें। रात 10 बजे के बाद नाइट कर्फ्यू के दौरान लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन बेवजह घूमने वालों पर रोक-टोक जरूर रहेगी। बता दें कि मध्यप्रदेश में अब तक कुल 214505 मरीज सामने आए हैं। इनमें से 197777 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 13391 लोगों का उपचार जारी है। वहीं, कुल 3337 लोगों की अब तक कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है।
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पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के पवई नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस मामले में पवई थाना पुलिस ने नगर परिषद अध्यक्ष, सीएमओ, उपयंत्री समेत सात आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पवई थाना के नगर निरीक्षक सुदामा प्रसाद शुक्ला ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि नगर परिषद पवई में आवास योजना के पात्र हितग्राहियों की स्वीकृत सूची में छेड़छाड़ करते हुए अपात्रों के नाम जोड़े गए और उनके बैंक खातों में राशि जारी कर फर्जी तरीके से निकाल ली गई। इस मामले में पवई नगर परिषद अध्यक्ष किरण बागरी, अध्यक्ष पति बृजपाल बागरी, तत्कालीन सीएमओ विजय रैकवार, उपयंत्री विक्रम बागरी समेत सात लोगों के विरुद्ध जालसाजी, गबन और भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की विवेचना में जुटी है।
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात के बनने से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। उधर, एक और पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार कम ही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भोपाल में अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज हुआ। जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तर भारत के बीच सक्रिय है। इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे लगे पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त विदर्भ और उससे लगे मप्र पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इससे हवा का रुख बदलने लगा है। उन्होंने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अभी पांच दिन तक न्यूनतम तापमान में विशेष गिरावट होने के आसार नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे के बाद हवा का रुख उत्तरी होने पर एक बार फिर ठंड के तेवर तीखे होने लगेंगे। पहाड़ों में कुछ हिस्सों में बर्फबारी होने लगी है। बर्फीली सर्द हवाओं के कारण आने वाले दिनों में तापमान नीचे आ सकता है। दिसंबर माह के दूसरे हफ्ते में ठंड ज्यादा बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात के बनने से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। उधर, एक और पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार कम ही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भोपाल में अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज हुआ। जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तर भारत के बीच सक्रिय है। इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे लगे पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त विदर्भ और उससे लगे मप्र पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इससे हवा का रुख बदलने लगा है। उन्होंने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अभी पांच दिन तक न्यूनतम तापमान में विशेष गिरावट होने के आसार नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे के बाद हवा का रुख उत्तरी होने पर एक बार फिर ठंड के तेवर तीखे होने लगेंगे। पहाड़ों में कुछ हिस्सों में बर्फबारी होने लगी है। बर्फीली सर्द हवाओं के कारण आने वाले दिनों में तापमान नीचे आ सकता है। दिसंबर माह के दूसरे हफ्ते में ठंड ज्यादा बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात के बनने से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। उधर, एक और पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार कम ही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भोपाल में अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज हुआ। जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तर भारत के बीच सक्रिय है। इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे लगे पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त विदर्भ और उससे लगे मप्र पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इससे हवा का रुख बदलने लगा है। उन्होंने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अभी पांच दिन तक न्यूनतम तापमान में विशेष गिरावट होने के आसार नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे के बाद हवा का रुख उत्तरी होने पर एक बार फिर ठंड के तेवर तीखे होने लगेंगे। पहाड़ों में कुछ हिस्सों में बर्फबारी होने लगी है। बर्फीली सर्द हवाओं के कारण आने वाले दिनों में तापमान नीचे आ सकता है। दिसंबर माह के दूसरे हफ्ते में ठंड ज्यादा बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात के बनने से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। उधर, एक और पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार कम ही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भोपाल में अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज हुआ। जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तर भारत के बीच सक्रिय है। इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे लगे पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त विदर्भ और उससे लगे मप्र पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इससे हवा का रुख बदलने लगा है। उन्होंने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अभी पांच दिन तक न्यूनतम तापमान में विशेष गिरावट होने के आसार नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे के बाद हवा का रुख उत्तरी होने पर एक बार फिर ठंड के तेवर तीखे होने लगेंगे। पहाड़ों में कुछ हिस्सों में बर्फबारी होने लगी है। बर्फीली सर्द हवाओं के कारण आने वाले दिनों में तापमान नीचे आ सकता है। दिसंबर माह के दूसरे हफ्ते में ठंड ज्यादा बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात के बनने से राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। उधर, एक और पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण फिलहाल न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार कम ही हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। भोपाल में अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज हुआ। जो सामान्य से चार डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तर भारत के बीच सक्रिय है। इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे लगे पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त विदर्भ और उससे लगे मप्र पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इससे हवा का रुख बदलने लगा है। उन्होंने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के सात दिसंबर को उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अभी पांच दिन तक न्यूनतम तापमान में विशेष गिरावट होने के आसार नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे के बाद हवा का रुख उत्तरी होने पर एक बार फिर ठंड के तेवर तीखे होने लगेंगे। पहाड़ों में कुछ हिस्सों में बर्फबारी होने लगी है। बर्फीली सर्द हवाओं के कारण आने वाले दिनों में तापमान नीचे आ सकता है। दिसंबर माह के दूसरे हफ्ते में ठंड ज्यादा बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है।
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भोपाल। प्रदेश की समूची ग्रामीण आबादी को घरेलू नल-कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए जल-संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय जल-जीवन मिशन के अन्तर्गत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा शहडोल संभाग के तीन जिलों क्रमश: शहडोल, सिंगरौली तथा अनूपपुर में 41 ग्रामीण नल-जल प्रदाय योजनाओं के लिए 37 करोड़, 91 लाख 10 हजार रुपये की मंजूरी दी गई है। जनसम्पर्क अधिकारी समर चौहान ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय जल जीवन मिशन का उदे्श्य मध्यप्रदेश के समग्र ग्रामीण अंचल में पेयजल उपलब्ध करवाना है। ग्रामीणजनों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण पेयजल की आपूर्ति हो। ग्रामीण आबादी को घर बैठे ही पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जहाँ जलस्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर आसपास के ग्रामीण रहवासियों को पेयजल प्रदाय किया जायेगा और जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्त्रोत नहीं हैं वहाँ यह निर्मित किए जायेंगे। उन्होंने बताया कि शहडोल संभाग के शहडोल जिले की 15, सिंगरौली जिले की 05 तथा अनूपपुर जिले की 21 जलसंरचनाएं शामिल हैं। इन जिलों के लिए नवीन योजनाओं के साथ ही विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधोसंरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग के अन्तर्गत कार्य किया जा रहा है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार ने गुंडे बदमाशों के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है और उनके ठिकानों को बर्बाद करने दौर लगातार जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार सुबह इंदौर जिला प्रशासन ने एंटी माफिया अभियान के तहत खजराना इलाके के जमजम चौराहा पर गुंडे इस्लाम पटेल के अवैध कब्जों पर कार्यवाई करते हुए उसे धराशायी किया। नगर निगम के अमले ने जिला प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में अवैध मकान और दुकान तोड़े। जिला प्रशासन लगातर शहर में गुंडों और बदमाशों के अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। प्रशासन ने आज इस्लाम पटेल के खिलाफ कार्यवाई की। एंटी माफिया अभियान के तहत यह कार्रवाई हो रही है। मौके पर विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि इस्लाम पटेल के खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में 420, 307 सहित 9 केस दर्ज है। एंटी माफिया अभियान के तहत टीम कबूतर खाना में भी गुंडो के मकान को तोडऩे की कार्रवाई की जा रही है। उल्लेखनीय है कि ज़िला प्रशासन, निगम और पुलिस की संयुक्त टीम लगातार बीते 10-12 दिनों से लगातार कार्रवाई कर रही है। टीम ने कई गुंडे बदमशों की लिस्ट बनाई है, जिसके खिलाफ अब कार्रवाई हो रही है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 339 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 33,263 और मृतकों की संख्या 526 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जानकारी दी गई है कि राजधानी में बीते 24 घंटों में प्राप्त जांच रिपोर्ट में 339 नये व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 32,924 से बढक़र 33,263 हो गई है। वहीं, भोपाल में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यह कोरोना से मरने वालों की संख्या 526 हो गई है। हालांकि, यहां संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 29,506 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 2800 के करीब पहुंच गई है जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। भोपाल में 60 फीसदी मरीज घरेलू एकांतवास में उपचार करा रहे हैं।
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उज्जैन/दमोह। प्रदेश के विभिन्न जिलों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के पाए जाने का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटों में उज्जैन जिले में जहां 26 नए संक्रमित पाए गए हैं, वहीं दमोह जिले में 07 नए मरीज मिले हैं। उज्जैन में 4322 पर पहुंची संक्रमितों की संख्या प्रदेश के उज्जैन जिले में कोरोना वायरस के 26 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4322 हो गई है। इसमें से 3922 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में 877 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें से 26 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। नए संक्रमितों में से 20 उज्जैन शहर के तथा नागदा और बड़नगर के 3-3 मरीज शामिल हैं। दमोह में तीन पुरुष और चार महिलाएं संक्रमितमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दमोह जिले में बीते 24 घंटों में कोरोना के सात नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इन्हें मिलाकर जिले में संक्रमितों की संख्या 2523 पर पहुंच गई है। नए मरीजों में तीन पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। बताया गया कि जिले में अभी तक 110 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। अभी तक 2117 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं जबकि वर्तमान में 296 एक्टिव मरीज हैं।
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भोपाल। वर्तमान में उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहां से आ रही सर्द हवाओं से मध्य प्रदेश में भी ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक चार दिसंबर से उत्तर भारत के पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी शुरू होने की संभावना है। बर्फबारी का सिलसिला दो-तीन दिन तक जारी रह सकता है, लेकिन इस दौरान हवा का रुख बदलने से मध्य प्रदेश में ठंड से कुछ राहत मिलने लगेगी। हवा का रुख वापस उत्तरी होते ही मध्य प्रदेश में भी कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि तीन दिन से हवा का रुख उत्तरी बना हुआ है। इस वजह से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी दर्ज की जा रही है। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के बीच में बना हुआ है। इस सिस्टम के चार दिसंबर को उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में पहुंचने की संभावना है। इसके कारण वहां बर्फबारी और बारिश होगी, लेकिन इस सिस्टम के सक्रिय होते ही मप्र के आसपास ऊपरी हवा का चक्रवात बनेगा। इससे हवा का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी हो जाएगा। इससे वातावरण में नमी बढऩे लगेगी और कहीं-कहीं बादल भी छाने लगेंगे। इससे रात के तापमान में इजाफा होने लगेगा। इससे ठंड से राहत मिलने लगेगी। हालांकि दो दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ते ही एक बार फिर हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी हो जाएगा। इससे बर्फीली हवाओं के दखल से मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान तेजी से लुढक़ने लगेगा। दिसंबर के मध्य में राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड पडऩे की संभावना बन रही है।
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इंदौर। इन दिनों शहर में गुंडे-बदमाशों और भू माफिया के रसूख के साथ ही उनकी आर्थिक कमर तोडऩे के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें इनके अवैध निर्माणों और कब्जों को जमींदोज किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार सुबह भारी पुलिस बल की मौजूदगी में निगम की टीम खजराना इलाके में कुख्यात भू माफिया बब्बू और छब्बू के यहां कार्रवाई करने पहुंची। इन दोनों अपराधियों की दो आलीशान कोठियों को जमींदोज किया गया। खजराना क्षेत्र के चर्चित और बड़े भूमाफिया के रूप में पहचाने जाने वाले बब्बू उर्फ सुल्तान और छब्बू उर्फ शाबिर पुत्र नन्हें खां के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुबह 5 बजे से ही नगर निगम की सारी टीम सक्रिय हो गई थी। सबसे पहले बब्बू के यहां कार्रवाई कार्रवाई को अंजाम देने के लिए अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह पूरी टीम को लेकर सुबह 6 बजे सबसे पहले बब्बू के मकान पर पहुंचे। यह मकान करीब 4000 स्क्वेयर फीट के प्लाट पर जी प्लस 3 के रूप में 4 मंजिला बना हुआ था। इसे मकान कम और आलीशान कोठी ज्यादा कहा जा सकता है। इस मकान को तोडऩे की कार्रवाई जब निगम की टीम ने शुरू की तो मकान की मजबूती सामने आ गई। यह मकान इतना मजबूत बना हुआ था कि वह जेसीबी और पोकलेन के पंजों की मार को भी सहन कर रहा था। इस मकान को तोडऩे में निगम के अधिकारियों के पसीने छूट गए। इस मकान को तोडऩे की कार्रवाई को पूरा करने में ही 2 घंटे का समय लग गया। उसके बाद में फिर नीचे की तरफ से बचे हुए निर्माण को तोडऩे का काम किया जाता रहा। छब्बू की थी आलीशान कोठी इस कार्रवाई को पूरा करने के बाद निगम की टीम छब्बू के मकान को तोडऩे पहुंची। छब्बू का मकान भी 5000 स्क्वेयर फीट के प्लाट पर जी प्लस 3 के रूप में बना हुआ है वह भी आलीशान कोठी है। इस कोठी को तोडऩे की कार्रवाई को सुबह करीब 8.30 बजे जाकर शुरू किया जा सका। मकान में कोई नहीं रहता था नगर निगम की टीम जब बब्बू के मकान को तोडऩे के लिए पहुंची तो इस टीम को लगा कि इतने बड़े मकान का सामान खाली करने में ही काफी समय लग जाएगा लेकिन टीम को उस समय राहत मिल गई जब मकान में जाकर देखा तो यह पाया कि पूरे मकान में कोई सामान नहीं था। 6 पुलिस थानों का बल लगाया कार्रवाई के दौरान विरोध और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली थी। इस कार्यवाही के दौरान इंदौर नगर निगम के साथ पुलिस विभाग के द्वारा छह पुलिस थानों का बल लगाया गया। इसमें पुलिस थाना खजराना, कनाडिया, लसूडिया, विजयनगर, एमआईजी और पलासिया के पुलिस बल को लगाया गया। पुलिस की भारी मौजूदगी का ही यह परिणाम था कि इस कार्यवाही के दौरान कहीं भी बलपूर्वक कार्रवाई को रुकवाने की कोशिश नहीं की जा सकी। निगम ने पांच जेसीबी लगाई इंदौर नगर निगम के द्वारा कार्यवाही के दौरान कार्यवाही को गति देने के लिए पांच जेसीबी मशीन लगा दी गई। इन मशीनों के माध्यम से एक ही मकान को एक साथ कई मशीनें लगाकर थोड़ा जाने लगा। यही कारण है कि कार्रवाई को तेज गति से किया जा सका। कागज दिखाने सामने आई बब्बू की पत्नी नगर निगम के द्वारा जब बब्बू के मकान को तोडऩे की कार्रवाई शुरू की जा रही थी तब इस कार्रवाई पर आपत्ति लेते हुए मकान के दस्तावेज दिखाने के लिए बब्बू की बीवी सामने आई। उसके द्वारा नगर निगम के अधिकारियों को दस्तावेज दिखाने की कोशिश की गई। इन अधिकारियों ने दस्तावेज देखने से इंकार कर दिया और उन्हें एसडीएम के पास भेज दिया। एसडीएम को इस महिला ने अपने बंगले के दस्तावेज दिखाए। एसडीएम ने कागज देखने की कोशिश की और कहा कि आप आवेदन देना तब इनका परीक्षण कराएंगे। महिलाओं ने संभाला मोर्चा टीम जब खजराना की अली कॉलोनी में स्थित छब्बू के मकान को तोडऩे के लिए पहुंची तो वहां महिलाओं के समूह ने दूसरा मकान दिखाकर कहा कि यह भी अवैध है उसे भी तोड़ो। निगम की टीम करीब 8.30 बजे छब्बू के मकान को तोडऩे के लिए पहुंची। इस टीम को वहां पहुंचने के बाद सबसे पहले मकान को खाली करने की जिम्मेदारी निभाना पड़ी। इस मकान के सारे सामान को निकालकर मकान के ठीक सामने बने मैदान रूपी बगीचे में रख दिया गया। जब सामान को निकालने की कार्रवाई की जा रही थी उसी समय विवाद होने की शुरुआत भी हो गई। इस मकान को टूटने से बचाने के लिए महिलाओं के समूह ने मोर्चा खोला। बड़ी संख्या में महिलाएं मौके पर पहुंची। इनमें छब्बू के परिवार की महिलाएं भी शामिल थी। इन महिलाओं का कहना था कि इस मकान को नहीं तोड़ा जाना चाहिए। जब इन महिलाओं की बात को नहीं सुना गया तो फिर इन महिलाओं ने आक्रामक तेवर अपना लिए। इन महिलाओं के द्वारा समीप ही बनी एक आलीशान कोठी की तरफ इशारा करते हुए निगम अधिकारियों से कहा गया कि यह भी अवैध कोठी बनी हुई है। बहुत आलीशान बनी है जब यहां तक आए हो तो इसे भी तोड़ कर चले जाओ। निगम के अधिकारी इन महिलाओं की बात पर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं थे। पोकलेन में लगी आग, 20 मिनट रुकी कार्रवाई निगम ने बब्बू के मकान पर धावा बोलने के लिए 5 जेसीबी-पोकलेन लगाई थी। कार्रवाई के दौरान एक पोकलेन मशीन लोड बढऩे से शार्ट सर्किट का शिकार हो गई। पोकलेन से शार्टसर्विसट होने से पहले चिंगारी निकली और फिर धुआं निकलने लगा। निगम के कर्मचारियों ने जैसे ही धुआं देखा तो चिल्लाते हुए ड्रायवर को रुकने के लिए कहा जिसके बाद करीब 20 मिनिट कार्रवाई रोकी गई और फिर शार्ट सर्विसट को ठीक करने के बाद पोकलेन को चालू किया गया। न्यायालय के स्थगन के कारण रूक गया था तोमर का मकान नगर निगम की टीम आज खजराना क्षेत्र में भू-माफिया बब्बू छब्बू के मकान को तोडऩे की कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पहुंची थी। इन भू माफियाओं पर कार्रवाई करने के दौरान ही इस टीम के द्वारा खजराना क्षेत्र के इदरीश नगर में हिस्ट्रीशीटर अपराधी रमेश तोमर के भी एक मकान को तोड़ दिया गया। पिछले दिनों नगर निगम के द्वारा इदरीश नगर में कार्रवाई करते हुए तोमर के चार मकान तोड़े गए थे। जब इन मकानों को तोड़ा जा रहा था तभी उसके पास में मकान पर न्यायालय का स्थगन आ गया था। उक्त स्थगन के कारण नगर निगम के द्वारा कार्रवाई को रोक दिया गया था और उस मकान को नहीं तोड़ा गया था। उसके बाद निगम के वकील के द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत होकर इस स्थगन आदेश को खारिज करवा दिया गया। आज निगम ने खजराना में पहुंचकर कार्रवाई को अंजाम देने के दौरान इदरीश नगर में जाकर रमेश तोमर के एक पुराने बचे हुए मकान को भी एक झटके में तोड़ दिया।
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भोपाल। अपने वन्यप्राणियों की वजह से राजधानी स्थित वन विहार नेशनल पार्क सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा है। वन विहार के प्रति पर्यटकों के इस आकर्षण को और बढ़ाने के लिए एक प्रस्ताव केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को भेजा गया है। यदि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है, तो जल्द ही वन विहार में कई नए वन्यजीव देखने को मिल सकेंगे। वन विहार नेशनल पार्क में मौजूद तरह-तरह के वन्यजीव हर आयुवर्ग और रुचि के पर्यटकों को लुभाते हैं। वन्यजीवों की इस विविधता को और बढ़ाने तथा उन्हें और प्रभावी तरीके से पर्यटकों के लिए प्रस्तुत करने के संबंध में एक प्रस्ताव हाल ही में वनविहार प्रबंधन ने केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को भेजा है। वन विहार नेशनल पार्क के असिस्टेंट डायरेक्टर ए.के.जैन ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को छोटे मांसाहारी वन्यजीवों भेड़िया, लोमड़ी, जंगली स्वान तथा लकड़बग्घे के संबंध में प्रस्ताव भेजा गया है। इसके साथ ही शाकाहारी वन्यप्राणियों गौर, चौसिंघा और चिंकारा के डिस्प्ले तैयार करने तथा उनकी संख्या बढ़ाने की स्वीकृति भी मांगी गई है। गौरतलब है कि चौसिंघा, चिंकारा और गौर वन विहार में पहले से उपलब्ध हैं, लेकिन इनके प्रदर्शन के लिए विशेषीकृत बाड़े नहीं हैं। अनुकूल हैं परिस्थितियां असिस्टेंट डायरेक्टर जैन ने बताया कि जिन वन्यजीवों के संबंध में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को प्रस्ताव भेजा गया है, उनके लिहाज से वनविहार की परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं। खुले क्षेत्र में स्थित वनविहार का वातावरण इन सभी वन्यजीवों के लिए उपयुक्त है और इन जीवों को यहां रखने के लिए कोई अतिरिक्त इंतजाम नहीं करना पड़ेंगे। इसके अलावा वनविहार में इन जीवों को रखने तथा पर्यटकों के लिए प्रदर्शित करने के हिसाब से जगह की भी कोई कमी नहीं है। लग सकते हैं दो सालवन विहार प्रबंधन का अनुमान है कि पर्यटकों के लिए वनविहार में इन वन्यजीवों को उपलब्ध कराने में लगभग दो साल का समय लग सकता है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की अनुमति मिल जाने के बाद पूरे प्रोजेक्ट के संबंध में एस्टीमेट तैयार करके भेजा जाएगा। फिर इस एस्टीमेट के अनुसार राशि आवंटित होगी, जिसके बाद हाउसिंग आदि का काम शुरू किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में डेढ़ से दो साल लग सकते हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के रिकॉर्ड 595 नये मामले सामने आए हैं। यह संख्या एक दिन में अब तक की सबसे अधिक है। वहीं, बीते 24 घंटों में कोरोना से चार लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 43,286 और मृतकों का संख्या 767 हो गई है। इंदौर में लगातार ग्यारहवें दिन कोरोना के 500 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 5274 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 595 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 43,286 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 767 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 37,963 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 4556 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा दो सौ के पार पहुंचा और दीपावली के बाद यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई है। अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हडक़म्प का माहौल देखने को मिल रहा है तो वहीं लोगों में फिर कोरोना की दहशत फैल गई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में प्रशासन की गुंडों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में मंगलवार सुबह जिला प्रशासन की टीम ने बदमाश रघुवीर सिकलीगर के अवैध मकान को ध्वस्त किया। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने जमकर विरोध किया। उन्होंने मकान के दस्तावेज़ दिखाते हुए मकान नहीं तोडऩे की गुहार लगाई लेकिन प्रशासन ने एक नहीं सुनी। अपने घर को जमीदोज होता देख जमीन पर बैठी महिलाएं रोने लगी। जानकारी के अनुसार आकाश नगर इलाके में स्थित बदमाश रघुवीर ने दो मंजिला अवैध मकान बना रखा था। सुबह निगम दल-बल के साथ यहां पहुंचा और बुलडोजर चलाकर कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने हंगामा किया। जिसे पुलिस बल ने काबू किया है। बता दें कि प्रदेश सरकार एंटी माफिया मुहिम चला रही है। जिसके तहत पुलिस ने 15 बड़े गुंडे और माफियाओं की लिस्ट बनाई है, जो लंबे समय से अवैध कब्जे कर रखे हैं। अब उन पर लगाकार कार्रवाई हो रही है। इससे पहले प्रशासन कम्प्यूटर बाबा और उनके करीबी रमेश तोमर के अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त कर चुकी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 542 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 42,691 और मृतकों का संख्या 763 हो गई है। इंदौर में लगातार दसवें दिन कोरोना के 500 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 5617 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 542 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 42,691 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 763 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 37,334 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 4594 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा दो सौ के पार पहुंचा और दीपावली के बाद यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई है। अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हडक़म्प का माहौल देखने को मिल रहा है तो वहीं लोगों में फिर कोरोना की दहशत फैल गई है।
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भोपाल। रेल प्रशासन द्वारा पुणे-जम्मूतवी-पुणे झेलम और मुम्बई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस स्टेशन से फिरोजपुर-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पंजाब मेल अगली सूचना तक अतिरिक्त स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। यह ट्रेनें दोनों दिशाओं में मंगलवार, 01 दिसम्बर से प्रतिदिन चलाई जाएंगी। यह स्पेशल एक्सप्रेस भोपाल रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर हाल्ट लेकर गंतव्य को जाएगी। भोपाल रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 01077 पुणे-जम्मूतवी स्पेशल एक्सप्रेस आगामी मंगलवार, 01 दिसम्बर से अगली सूचना तक प्रतिदिन पुणे स्टेशन से शाम 5.20 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 6.55 बजे इटारसी, 08.33 बजे हबीबगंज, 08.50 बजे भोपाल होते हुए तीसरे दिन सुबह 10.00 बजे जम्मूतवी स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 01078 जम्मूतवी-पुणे स्पेशल एक्सप्रेस आगामी 03 दिसम्बर से अगली सूचना तक प्रतिदिन जम्मूतवी स्टेशन से रात 11.40 बजे रवाना होकर अगले दिन रात 11.15 बजे भोपाल, रात 11.32 बजे हबीबगंज, रात 01.00 बजे इटारसी होते हुए तीसरे दिन दोपहर 03.55 बजे पुणे स्टेशन पहुंचेगी। यह स्पेशल ट्रेन भोपाल मंडल के खंडवा, छनेरा, हरदा, टिमरनी, बानापुरा, इटारसी, होशंगाबाद, हबीबगंज, भोपाल, विदिशा, गंजबासौदा, बीना स्टेशनों पर रुकेगी। इस ट्रेन में 02 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 06 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 10 शयनयान श्रेणी, 03 सामान्य श्रेणी, 01 पेंट्री कार, 02 एसएलआर/डी सहित 24 डिब्बे रहेंगे। इसी तरह गाड़ी संख्या 02137 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई-फिरोजपुर स्पेशल एक्सप्रेस मंगलवार, 01 दिसम्बर से अगली सूचना तक प्रतिदिन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस स्टेशन से रात 7.35 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 07.50 बजे इटारसी, सुबह 09.28 बजे हबीबगंज, सुबह 09.45 बजे भोपाल होते हुए तीसरे दिन सुबह 05.10 बजे फिरोजपुर स्टेशन पहुंचेगी। वहीं, गाड़ी संख्या 02138 फिरोजपुर-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई स्पेशल एक्सप्रेस आगामी 03 दिसम्बर से अगली सूचना तक प्रतिदिन फिरोजपुर स्टेशन रात 9.45 बजे रवाना होकर अगले दिन शाम 4.45 बजे भोपाल, शाम 5.02 बजे हबीबगंज, रात 6.42 बजे इटारसी होते हुए तीसरे दिन सुबह 07.35 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस स्टेशन पहुंचेगी। यह स्पेशल ट्रेन रास्ते में भोपाल मंडल के खंडवा, खिरकिया, हरदा, बानापुरा, इटारसी, होशंगाबाद, हबीबगंज, भोपाल, विदिशा, गंजबासौदा, बीना स्टेशनों पर हाल्ट लेकर चलेगी। इस ट्रेन में 01 वातानुकूलित प्रथम सह द्वितीय श्रेणी, 02 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 06 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 06 शयनयान श्रेणी, 04 सामान्य श्रेणी, 01 पेन्ट्री कार, 02 एसएलआर/डी सहित 22 डिब्बे रहेंगे।
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भोपाल। चक्रवाती तूफान निवार के समाप्त होने से प्रदेश में हवाओं की रफ्तार अब कम हो गई है। उधर, कोई वेदर सिस्टम प्रदेश और आसपास सक्रिय नही रहने से वातावरण शुष्क हो गया है। इससे रात के तापमान में अब और गिरावट होने के आसार बढ़ गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक हवा का रुख उत्तरी बना रहने से दो-तीन दिन तक ठंड के तेवर तीखे बने रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम के मिजाज में एक बार फिर बदलाव होगा और ठंड से कुछ राहत मिलेगी। तीन दिसंबर के बाद मौसम में होगा बदलावरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में ईरान पर है। इसके तीन दिसंबर के आसपास उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके भी दो-तीन दिसंबर को चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर तमिलनाडु के तट पर पहुंचने की संभावना है। इन दो सिस्टम के कारण हवाओं के रुख में बदलाव होगा। वातावरण में नमी बढ़ेगी। इससे न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन सिस्टम के कमजोर पडऩे के बाद फिर ठंड की वापसी होगी। मौसम विभाग द्वारा भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश में ठंड का दीर्घकालिक पूर्वानुमान जारी किया गया। अगले चार महीने पश्चिमी मप्र के इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, चंबल व होशंगाबाद जिलों में रात का औसत तापमान सामान्य से एक से डेढ़ डिग्री कम रहेगा। दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहेगा। ऐसे में इस बार इंदौर में रात में ठंडक ज्यादा बढऩे की संभावना है। वहीं, पूर्वी मप्र में रात के तापमान में सामान्य से डेढ़ से दो डिग्री की गिरावट होगी। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक रहेगा। इंदौर सहित पश्चिमी मप्र में इस बार पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा प्रभावित करेगा। ऐसे में इन इलाकों में जनवरी व फरवरी में ओलावृष्टि की गतिविधियां तीन से चार बार हो सकती हैं। पूर्वानुमान के अनुसार प्रशांत महासागर में ला नीना का प्रभाव मध्यम रूप से बना रहेगा। इसके असर से पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा आएंगे और तापमान में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेगा।
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भोपाल। चक्रवाती तूफान निवार के समाप्त होने से प्रदेश में हवाओं की रफ्तार अब कम हो गई है। उधर, कोई वेदर सिस्टम प्रदेश और आसपास सक्रिय नही रहने से वातावरण शुष्क हो गया है। इससे रात के तापमान में अब और गिरावट होने के आसार बढ़ गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक हवा का रुख उत्तरी बना रहने से दो-तीन दिन तक ठंड के तेवर तीखे बने रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम के मिजाज में एक बार फिर बदलाव होगा और ठंड से कुछ राहत मिलेगी। तीन दिसंबर के बाद मौसम में होगा बदलावरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में ईरान पर है। इसके तीन दिसंबर के आसपास उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके भी दो-तीन दिसंबर को चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर तमिलनाडु के तट पर पहुंचने की संभावना है। इन दो सिस्टम के कारण हवाओं के रुख में बदलाव होगा। वातावरण में नमी बढ़ेगी। इससे न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन सिस्टम के कमजोर पडऩे के बाद फिर ठंड की वापसी होगी। मौसम विभाग द्वारा भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश में ठंड का दीर्घकालिक पूर्वानुमान जारी किया गया। अगले चार महीने पश्चिमी मप्र के इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, चंबल व होशंगाबाद जिलों में रात का औसत तापमान सामान्य से एक से डेढ़ डिग्री कम रहेगा। दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहेगा। ऐसे में इस बार इंदौर में रात में ठंडक ज्यादा बढऩे की संभावना है। वहीं, पूर्वी मप्र में रात के तापमान में सामान्य से डेढ़ से दो डिग्री की गिरावट होगी। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक रहेगा। इंदौर सहित पश्चिमी मप्र में इस बार पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा प्रभावित करेगा। ऐसे में इन इलाकों में जनवरी व फरवरी में ओलावृष्टि की गतिविधियां तीन से चार बार हो सकती हैं। पूर्वानुमान के अनुसार प्रशांत महासागर में ला नीना का प्रभाव मध्यम रूप से बना रहेगा। इसके असर से पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा आएंगे और तापमान में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेगा।
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भोपाल। चक्रवाती तूफान निवार के समाप्त होने से प्रदेश में हवाओं की रफ्तार अब कम हो गई है। उधर, कोई वेदर सिस्टम प्रदेश और आसपास सक्रिय नही रहने से वातावरण शुष्क हो गया है। इससे रात के तापमान में अब और गिरावट होने के आसार बढ़ गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक हवा का रुख उत्तरी बना रहने से दो-तीन दिन तक ठंड के तेवर तीखे बने रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम के मिजाज में एक बार फिर बदलाव होगा और ठंड से कुछ राहत मिलेगी। तीन दिसंबर के बाद मौसम में होगा बदलावरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में ईरान पर है। इसके तीन दिसंबर के आसपास उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके भी दो-तीन दिसंबर को चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर तमिलनाडु के तट पर पहुंचने की संभावना है। इन दो सिस्टम के कारण हवाओं के रुख में बदलाव होगा। वातावरण में नमी बढ़ेगी। इससे न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन सिस्टम के कमजोर पडऩे के बाद फिर ठंड की वापसी होगी। मौसम विभाग द्वारा भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश में ठंड का दीर्घकालिक पूर्वानुमान जारी किया गया। अगले चार महीने पश्चिमी मप्र के इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, चंबल व होशंगाबाद जिलों में रात का औसत तापमान सामान्य से एक से डेढ़ डिग्री कम रहेगा। दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहेगा। ऐसे में इस बार इंदौर में रात में ठंडक ज्यादा बढऩे की संभावना है। वहीं, पूर्वी मप्र में रात के तापमान में सामान्य से डेढ़ से दो डिग्री की गिरावट होगी। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक रहेगा। इंदौर सहित पश्चिमी मप्र में इस बार पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा प्रभावित करेगा। ऐसे में इन इलाकों में जनवरी व फरवरी में ओलावृष्टि की गतिविधियां तीन से चार बार हो सकती हैं। पूर्वानुमान के अनुसार प्रशांत महासागर में ला नीना का प्रभाव मध्यम रूप से बना रहेगा। इसके असर से पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा आएंगे और तापमान में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेगा।
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भोपाल। चक्रवाती तूफान निवार के समाप्त होने से प्रदेश में हवाओं की रफ्तार अब कम हो गई है। उधर, कोई वेदर सिस्टम प्रदेश और आसपास सक्रिय नही रहने से वातावरण शुष्क हो गया है। इससे रात के तापमान में अब और गिरावट होने के आसार बढ़ गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक हवा का रुख उत्तरी बना रहने से दो-तीन दिन तक ठंड के तेवर तीखे बने रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम के मिजाज में एक बार फिर बदलाव होगा और ठंड से कुछ राहत मिलेगी। तीन दिसंबर के बाद मौसम में होगा बदलावरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में ईरान पर है। इसके तीन दिसंबर के आसपास उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके भी दो-तीन दिसंबर को चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर तमिलनाडु के तट पर पहुंचने की संभावना है। इन दो सिस्टम के कारण हवाओं के रुख में बदलाव होगा। वातावरण में नमी बढ़ेगी। इससे न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन सिस्टम के कमजोर पडऩे के बाद फिर ठंड की वापसी होगी। मौसम विभाग द्वारा भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश में ठंड का दीर्घकालिक पूर्वानुमान जारी किया गया। अगले चार महीने पश्चिमी मप्र के इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, चंबल व होशंगाबाद जिलों में रात का औसत तापमान सामान्य से एक से डेढ़ डिग्री कम रहेगा। दिन का तापमान सामान्य के आसपास रहेगा। ऐसे में इस बार इंदौर में रात में ठंडक ज्यादा बढऩे की संभावना है। वहीं, पूर्वी मप्र में रात के तापमान में सामान्य से डेढ़ से दो डिग्री की गिरावट होगी। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक रहेगा। इंदौर सहित पश्चिमी मप्र में इस बार पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा प्रभावित करेगा। ऐसे में इन इलाकों में जनवरी व फरवरी में ओलावृष्टि की गतिविधियां तीन से चार बार हो सकती हैं। पूर्वानुमान के अनुसार प्रशांत महासागर में ला नीना का प्रभाव मध्यम रूप से बना रहेगा। इसके असर से पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा आएंगे और तापमान में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस अब बदमाशों का जुलूस नहीं निकाल पाएगी। पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) की ओर से एक आदेश जारी कर इस पर रोक लगा दी गई है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की मांग पर पीएचक्यू ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। पुलिस मुख्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए आदेश के मुताबिक अब आरोपी, संदेही या गिरफ्तार लोगों का जुलूस नहीं निकाला जाएगा। पुलिस मुख्यालय की तरफ यह फैसला मानव अधिकार कार्यकर्ताओं की मांग पर लिया गया है। वहीं, नियमों का पालन हो सके, इसके लिए संबंधित थानों को भी आदेश जारी कर दिया गया है। सभी पुलिस अधीक्षकों को इस आदेश का कड़ाई से पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि कुख्यात बदमाशों को लेकर लोगों के मन में होने वाले खौफ को दूर करने के लिए मप्र पुलिस ने उनका जुलूस निकालने की परंपरा शुरू की थी। पुलिस का मानना था कि कुख्यात बदमाशों के जुलूस निकालने से लोगों के बाच उनका भय खत्म होगा, हालांकि कई मानव अधिकार कार्यर्ताओं और सामाजिक संगठनों ने इस परंपरा पर आपत्ति जताई थी। जिसके बाद आखिरकार इस पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार केरल की तर्ज पर राज्य में सब्जियों के दाम तय योजना बना रही है, लेकिन इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच रहे हैं। खासकर आलू और प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सर्दियों के मौसम में 15-20 रुपये प्रति किलो के भाव से बिकने वाले आलू के दाम फुटकर बाजार में इन दिनों 50-55 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं, जबकि प्याज भी 45-50 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है। व्यापारियों का कहना है कि शादी का सीजन शुरू होने के कारण आलू-प्याज के दाम में इजाफा हुआ है। दरअसल, देवउठनी एकादशी के बाद शादियों का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में आलू-प्याज की मांग भी बढ़ गई है, लेकिन स्थानीय स्तर पर आवक कम हो रही है। इसीलिए थोक बाजार में आलू और प्याज की कीमतें 40-45 रुपये प्रति किलो और फुटकर बाजार में 50-55 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। पिछले एक सप्ताह से आलू-प्याज की कीमतों में कुछ इजाफा हुआ है। एक सप्ताह पहले तक थोक भाव 35 रुपये किलो तक थे। इससे फुटकर बाजार में भी यह कम भाव में बिक रहा था। आलू-प्याज व्यापारी रामू कुशवाह ने बताया कि वर्तमान में प्याज की स्थानीय स्तर पर आसपास के क्षेत्रों से आवक शुरू जरूर हुई है, लेकिन उतनी नहीं कि शहरों में पर्याप्त सप्लाई की जा सके। अधिकांश प्याज बाहर से मंगाई जा रही है, इसलिए प्याज महंगी हैं। उम्मीद है कि दिसम्बर की शुरुआत में नया प्याज लोगों को कुछ राहत देगा। प्याज की अच्छी आवक होने के बाद दाम में भी कमी आएगी। इधर आलू के दाम पिछले दो माह से कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। सब्जीमंडी से ठेला संचालक और दुकानदार मनमाने रेट में आलू और प्याज बेच रहे हैं। इससे आम आदमी की जेब पर साफ प्रभाव पड़ता दिखाई दे रहा है। ठेला संचालक गली-मोहल्ले में बढ़े हुए रेट पर सब्जी बेचकर दुगना मुनाफा कमा रहे हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां एक सप्ताह से कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना के 556 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 40 के पार पहुंच गई है। वहीं, मृतकों का संख्या 749 हो गई है। इंदौर में लगातार छठवें दिन कोरोना के 500 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 4615 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 556 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 40,552 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 749 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 35,505 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 4268 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह बाद ही यह आंकड़ा पहले दो सौ के पार हुआ और अब यह संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई है। अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हडक़म्प का माहौल देखने को मिल रहा है तो वहीं लोगों में फिर कोरोना की दहशत फैल गई है।
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इंदौर। शहर के मध्य एमजी रोड पर नावेल्टी मार्केट चौराहा के समीप गुरुवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। सड़क किनारे रिक्शा साफ कर रहे चालक को पीछे से आकर एक कार ने टक्कर मार दी। इसके बाद चालक के ऊपर खंबा भी आ गिरा, जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना सुबह करीब 7 बजे एमजी रोड थाना क्षेत्र के जेल रोड चौराहा पर हुई। राकेश पिता राजकुमार चितले (40) निवासी द्वारकापुरी सड़क किनारे सवारी का इंतजार करते हुए अपनी रिक्शा एमपी 09 आर 6451 साफ कर रहा था। तभी पीछे से आ रही पोलो कार एमपी 09 सीजे 5270 ने रिक्शा को जोरदार टक्कर मार दी। रिक्शा को टक्कर मारने के बाद घबराहट में कार चालक ने अपनी कार खंबे में घुसा दी, जिससे खंबा भी उखड़कर सड़क पर पड़े रिक्शा चालक पर आ गिरा। रिक्शा चालक राकेश टक्कर के बाद खंबे के समीप ही गिरा था और खंबा भी उसी पर आ गिरा। जिसके बाद राकेश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने कार को जब्त कर लिया। फिलहाल कार चालक फरार है। नंबर के आधार पर पुलिस जांच कर रही है। आरटीओ के अनुसार यह कार आनंद जायसवाल निवासी खजराना के नाम से रजिस्टर्ड बताई जा रही है। पहले रिक्शा चालक को केवल टक्कर लगी थी, लेकिन खंभा उसके ऊपर गिरने से उसे सिर में गहरी चोट लग गई। हादसे की सूचना मिलते ही राकेश के परिजन भी एमवाय अस्पताल पहुंच गए। राकेश के काका के बेटे सुनील ने बताया कि राकेश के तीन बच्चे हैं। गत 1 नवंबर को ही बेटा एक साल का हुआ है। माता-पिता भी राकेश के साथ ही रहते थे। वह घर में कमाने वाले इकलौता था। वह रोज सुबह करीब पांच बजे एमजी रोड के जेलरोड चौराहे पर बने स्टैंड पर आ जाता था। आज सुबह भी वह समय पर पहुंच गया और अपनी आटो रिक्शा साफ कर रहा था, तभी हादसा हो गया।
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इंदौर। अपराधियों के मकान और अवैध निर्माणों को जमींदोज करने का अभियान गुरुवार सुबह से एक बार फिर शुरू कर दिया गया। इस अभियान के अंतर्गत गुरुवार सुबह निगम की टीम ने कुख्यात असलम मोटा समेत 3 गुंडों के चार मकान जमींदोज कर दिए। यह कार्रवाई चंदन नगर के साथ गांधीनगर में की गई। अपराधियों की आर्थिक कमर तोड़ने और उनका रसूख खत्म करने के लिए डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के द्वारा नगर निगम और प्रशासन के सहयोग से यह अभियान चलाया जा रहा है। पिछले 3 दिनों से कार्रवाई का सिलसिला थमा हुआ था। लेकिन गुरुवार सुबह निगम ने एक बार फिर इस कार्रवाई की शुरुआत कर दी। इस बार शुरुआत चंदन नगर से की गई। पुलिस के द्वारा दी गई सूची के अनुसार अपराधी असलम उर्फ मोंटा के मकान को जमींदोज करने के लिए सबसे पहले निगम की टीम पहुंची। नगर निगम के मुख्यालय से रिमूवल की टीम के साथ निगम के जोन क्रमांक 16 के अधिकारी भी मौजूद थे। पुलिस चंदननगर को इस कार्रवाई की सूचना पहले से ही दे दी गई थी जिसके परिणाम स्वरूप पुलिस के द्वारा कार्रवाई के लिए बल तैयार रखा गया था। निगम ने पुलिस बल की मौजूदगी में इस कार्रवाई को अंजाम दिया और चंद मिनटों में ही इस अपराधी का मकान ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद निगम की टीम ने दूसरी कार्रवाई गांधीनगर के पास सहयोग नगर में की । यह स्थान भी नगर निगम के जोन क्रमांक 16 में ही आता है । इस स्थान पर नगर निगम के द्वारा गुंडा अभियान के तहत संजू काना राठौर निवासी ग़ोरधन पैलेस के मकान का रिमूवल किया गया। यह मकान 1500 वर्ग फीट क्षेत्र में बना हुआ था । इस मकान को तोडऩे की कार्रवाई करने में भी निगम के अधिकारियों को ज्यादा वक्त नहीं लगा। उन्होंने बहुत आसानी के साथ इस मकान को जेसीबी के पंजों के वार से ढेर कर दिया। इसके बाद निगम की टीम तीसरी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए गांधीनगर में पहुंच गई। वहां गांधीनगर के पास परशुराम मार्ग के पीछे कस्तूरबा नगर नामक एक अवैध कॉलोनी स्थित है। इस अवैध कॉलोनी में निगम की टीम ने पहुंचकर अपनी कार्रवाई को शुरू किया। इस स्थान पर निगम के द्वारा अपराधी राजकुमार खटीक के मकान को तोडऩे का काम शुरू किया गया। मौके पर पहुंचे निगम के अधिकारियों ने बताया कि इस कॉलोनी में खटीक के दो मकान है। दोनों मकान 15 बाय 40 के प्लाट पर बनाए गए हैं। यह दोनों की मकान पक्के बने हुए थे निगम के द्वारा मौके पर भेजी गई पोकलेन मशीन ने एक झटके के साथ इन मकानों को तोड़कर ढेर करना शुरू कर दिया। महिला ने किया विरोध, आत्मदाह का प्रयास गांधीनगर में जब टीम कार्रवाई करने पहुंची तो वहां कार्रवाई को रुकवाने के लिए एक महिला ने आत्मदाह करने की कोशिश की। इस कोशिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया और महिला के हाथ से केरोसिन छीन लिया। निगम की टीम गांधीनगर क्षेत्र में गुंडे राजकुमार के दो मकान तोड़ने के लिए पहुंची थी। इस टीम के द्वारा जब कार्रवाई को शुरू किया जाना था उसी समय राजकुमार के परिवार की एक महिला सामने आ गई। इस महिला ने कार्रवाई का विरोध किया और उसने जेसीबी के सामने आकर कार्रवाई को रुकवाने की कोशिश की। इसमें असफल रहने पर महिला ने अपने हाथों में केरोसिन ले लिया और वह आकर सामने खड़ी हो गई। उसने निगम के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि मकान को तोडऩे की कोशिश की गई तो वह खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा लेगी, वह खुद मर जाएगी। यह स्थिति देखकर नगर निगम के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। ऐसी नाजुक हालत में पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला। महिला पुलिस कर्मियों की मदद से पुलिस के द्वारा इस महिला के हाथ से केरोसिन छीना गया और उसे अपनी गाड़ी में बिठा लिया गया। इस महिला के द्वारा मचाए जा रहे बवाल को खत्म करने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया जा सका।
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक बार फिर उत्तर भारत के पड़ाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी शुरू हो गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान 'निवार' शुक्रवार को कमजोर पड़ जाएगा। इसके बाद हवाओं का रुख उत्तरी होते ही प्रदेश में सर्द हवाओं का दखल बढ़ जाएगा। इससे राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में ठंड के तेवर तीखे होने लगेंगे। गुरुवार को सुबह राजधानी भोपाल में पिछले दिनों के मुकाबले ज्यादा ठंड महसूस हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात के कारण दो दिन से हवाओं का रुख बदलकर पूर्वी हो गया था। हवा में नमी बढऩे से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी थी। बुधवार को प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिमी राजस्थान की तरफ शिफ्ट हो गया है। इससे हवा का रुख अब दक्षिण-पूर्वी हो गया है। उधर बंगाल की खाड़ी से उठे 'निवार' तूफान के कारण आ रही नमी से पूर्वी मप्र और विदर्भ से लगे मप्र के क्षेत्रों में गुरुवार को बारिश होने की संभावना है। हालांकि शुक्रवार को तूफान के कमजोर पडऩे के आसार हैं। इसके बाद हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी होने की संभावना है। वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत में लगातार बर्फबारी जारी है। इससे वहां के पहाड़ी इलाके कड़ाके की सर्दी की चपेट में हैं। उधर से चलने वाली सर्द हवाओं का दखल बढ़ते ही मप्र में दिन और रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने लगेगी। इस माह के अंत तक प्रदेश में कहीं-कहीं रात का तापमान छह डिग्री पर पहुंचने की संभावना है।
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक बार फिर उत्तर भारत के पड़ाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी शुरू हो गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान 'निवार' शुक्रवार को कमजोर पड़ जाएगा। इसके बाद हवाओं का रुख उत्तरी होते ही प्रदेश में सर्द हवाओं का दखल बढ़ जाएगा। इससे राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में ठंड के तेवर तीखे होने लगेंगे। गुरुवार को सुबह राजधानी भोपाल में पिछले दिनों के मुकाबले ज्यादा ठंड महसूस हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात के कारण दो दिन से हवाओं का रुख बदलकर पूर्वी हो गया था। हवा में नमी बढऩे से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी थी। बुधवार को प्रेरित चक्रवात उत्तर-पश्चिमी राजस्थान की तरफ शिफ्ट हो गया है। इससे हवा का रुख अब दक्षिण-पूर्वी हो गया है। उधर बंगाल की खाड़ी से उठे 'निवार' तूफान के कारण आ रही नमी से पूर्वी मप्र और विदर्भ से लगे मप्र के क्षेत्रों में गुरुवार को बारिश होने की संभावना है। हालांकि शुक्रवार को तूफान के कमजोर पडऩे के आसार हैं। इसके बाद हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी होने की संभावना है। वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत में लगातार बर्फबारी जारी है। इससे वहां के पहाड़ी इलाके कड़ाके की सर्दी की चपेट में हैं। उधर से चलने वाली सर्द हवाओं का दखल बढ़ते ही मप्र में दिन और रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने लगेगी। इस माह के अंत तक प्रदेश में कहीं-कहीं रात का तापमान छह डिग्री पर पहुंचने की संभावना है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने केरल की तर्ज पर अब प्रदेश में सब्जियों और फलों का न्यूनतम दाम तय करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। यहां भी सब्जियों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू किये जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विभागीय अधिकारियों को समर्थन मूल्य निर्धारित कर उसकी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री ने सोमवार को मंत्रालय में सब्जियों के दाम के संबंध में उद्यानिकी विभाग की उच्च स्तरीय बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारा किसान दिन-रात पसीना बहाकर उत्पादन करता है परन्तु अधिक मुनाफा बिचौलिए ले जाते हैं। ऐसी बाजार व्यवस्था विकसित करें, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले। सब्जियों के थोक व खुदरा मूल्य में अधिक अंतर नहीं होना चाहिए। सब्जियों के समर्थन मूल्य निर्धारित किए जाने के संबंध में रिपोर्ट तैयार कर दो दिन में उनके समक्ष प्रस्तुत की जाए। बैठक में बताया गया कि केरल में सब्जियों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जाने की व्यवस्था है। केरल में इसके लिए किसानों का पंजीयन किया जा रहा है। मुख्य सचिव बैंस ने कहा कि प्रदेश में सब्जियों आदि के परिवहन पर कहीं भी किसी प्रकार की रोक नहीं है। किसान आसानी से किसी भी मंडी अथवा स्थान पर अपनी फसलें लाना-ले जाना कर सकते हैं। बता दें कि केरल सरकार ने हाल ही में कुल 21 खाने-पीने की चीजों के लिए एमएसपी का निर्धारण किया है। इसमें 16 किस्म की सब्जियां भी शामिल हैं। अब मध्यप्रदेश में भी केरल की तरह सब्जियों के एमएसपी तय करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इससे किसानों को फायदा मिलेगा। इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि अनाज के समर्थन मूल्य के बाद अब हम सब्जियों पर न्यूनतम दाम तय करने जा रहे हैं। इसमें किसानों को उनकी लागत का कम से कम 50 फीसदी तक फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य के तहत हम सब्जियां और फलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की योजना पर काम कर रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने केरल की तर्ज पर अब प्रदेश में सब्जियों और फलों का न्यूनतम दाम तय करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। यहां भी सब्जियों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू किये जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विभागीय अधिकारियों को समर्थन मूल्य निर्धारित कर उसकी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री ने सोमवार को मंत्रालय में सब्जियों के दाम के संबंध में उद्यानिकी विभाग की उच्च स्तरीय बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारा किसान दिन-रात पसीना बहाकर उत्पादन करता है परन्तु अधिक मुनाफा बिचौलिए ले जाते हैं। ऐसी बाजार व्यवस्था विकसित करें, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले। सब्जियों के थोक व खुदरा मूल्य में अधिक अंतर नहीं होना चाहिए। सब्जियों के समर्थन मूल्य निर्धारित किए जाने के संबंध में रिपोर्ट तैयार कर दो दिन में उनके समक्ष प्रस्तुत की जाए। बैठक में बताया गया कि केरल में सब्जियों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जाने की व्यवस्था है। केरल में इसके लिए किसानों का पंजीयन किया जा रहा है। मुख्य सचिव बैंस ने कहा कि प्रदेश में सब्जियों आदि के परिवहन पर कहीं भी किसी प्रकार की रोक नहीं है। किसान आसानी से किसी भी मंडी अथवा स्थान पर अपनी फसलें लाना-ले जाना कर सकते हैं। बता दें कि केरल सरकार ने हाल ही में कुल 21 खाने-पीने की चीजों के लिए एमएसपी का निर्धारण किया है। इसमें 16 किस्म की सब्जियां भी शामिल हैं। अब मध्यप्रदेश में भी केरल की तरह सब्जियों के एमएसपी तय करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इससे किसानों को फायदा मिलेगा। इस संबंध में प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि अनाज के समर्थन मूल्य के बाद अब हम सब्जियों पर न्यूनतम दाम तय करने जा रहे हैं। इसमें किसानों को उनकी लागत का कम से कम 50 फीसदी तक फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य के तहत हम सब्जियां और फलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की योजना पर काम कर रहे हैं।
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अनूपपुर। चौकी फुनगा अंतर्गत पयारी-बोकडहाई बस स्टैंड के पास सोमवार-मंगलवार की रात करीब 1.00 बजे एम्बुलेंस और तेज रफ्तार की जीप के बीच टक्कर हो गई। जिसके बाद जीप पास के खेत में जाकर पलट गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पलटी हुई जीप से 9.5 किलोग्राम गांजा जब्त किया। वहीं, हादसे में घायल हुए जीप सवार युवकों को अस्पताल भी पहुंचाया। चौकी प्रभारी हरिशंकर शुक्ला ने बताया कि चौकी फुनगा अंतर्गत पयारी-बोकडहाई बस स्टैंड के पास सोमवार-मंगलवार की रात 1 बजे एंबुलेंस से टकराकर एक जीप पलट गई। हादसे में जीप में सवार दो युवक राजेश पनिका निवासी छुलकारी और मोहित पनिका निवासी मौहरी के पैर फैक्चर हो गए। वहीं टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि दोनों घायल युवक खेत में पड़े थे। उनके आसपास गांजे के पॉकेट और कुछ खुला हुआ गांजा बिखरा पड़ा था। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजा, वहीं जीप को जब्त कर चौकी परिसर ले आई। पुलिस द्वारा जब्त किए गए गांजे का वजन 9.5 किलो पाया गया। जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 26 हजार से अधिक की बताई जा रही है। दोनों घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर रेफर कर दिया गया है। वहीं पुलिस मामले की कार्रवाई कर अपराध पंजीबद्ध कर रही है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठिठुरन भरी सर्दी की शुरूआत हो चुकी है। ठंडी हवा चलने के साथ ही न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार 26 नवंबर के बाद प्रदेश में शीतलहर शुरू हो जाएगी। वहीं सोमवार को ग्वालियर में सबसे ठंडी सुबह रिकॉर्ड की गई। जहां तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के मुताबिक संभाग में भी दो-तीन दिन तक कोहरा नहीं पड़ेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर से आने वाली ठंडी हवा से तापमान में गिरावट आई है लेकिन रविवार को हवाओं की दिशा फिर से दक्षिण-पूर्वी हो गई है। जिसका सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल पर पड़ा है। मौसम वैज्ञानिकों की माने नवंबर के आखिरी तक में जबलपुर, होशंगाबाद, उज्जैन और इंदौर संभाग में तापमान बढऩे की संभावना है। जिसके बाद नवंबर महीने के आखिरी में हल्की ठंड की बजाए शीतलहर शुरू हो जाएगी। प्रदेश में 26 नवंबर से पहले दो-तीन दिन तक थोड़ी गर्मी रहेगी। वही 26 से 27 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ के आने से ठंड की दस्तक बढ़ेगी। इसके साथ ही दक्षिण पश्चिमी अरब सागर में चक्रवात तूफान के सोमालिया तट से टकराने की भी संभावना है। जिसका असर प्रदेश की ठंड में महसूस किया जा सकता है। इसके अलावा ग्वालियर संभाग में भी ठंड का असर अब दिखने लगा है। यहां लगातार तापमान में कमी आ रही है। रात से ज्यादा दिन के तापमान में फर्क महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक वाले संभाग में भी दो-तीन दिन तक कोहरा नहीं पड़ेगा। हालांकि रात के वक्त न्यूनतम तापमान में कमी देखी जाएगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठिठुरन भरी सर्दी की शुरूआत हो चुकी है। ठंडी हवा चलने के साथ ही न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार 26 नवंबर के बाद प्रदेश में शीतलहर शुरू हो जाएगी। वहीं सोमवार को ग्वालियर में सबसे ठंडी सुबह रिकॉर्ड की गई। जहां तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के मुताबिक संभाग में भी दो-तीन दिन तक कोहरा नहीं पड़ेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर से आने वाली ठंडी हवा से तापमान में गिरावट आई है लेकिन रविवार को हवाओं की दिशा फिर से दक्षिण-पूर्वी हो गई है। जिसका सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल पर पड़ा है। मौसम वैज्ञानिकों की माने नवंबर के आखिरी तक में जबलपुर, होशंगाबाद, उज्जैन और इंदौर संभाग में तापमान बढऩे की संभावना है। जिसके बाद नवंबर महीने के आखिरी में हल्की ठंड की बजाए शीतलहर शुरू हो जाएगी। प्रदेश में 26 नवंबर से पहले दो-तीन दिन तक थोड़ी गर्मी रहेगी। वही 26 से 27 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ के आने से ठंड की दस्तक बढ़ेगी। इसके साथ ही दक्षिण पश्चिमी अरब सागर में चक्रवात तूफान के सोमालिया तट से टकराने की भी संभावना है। जिसका असर प्रदेश की ठंड में महसूस किया जा सकता है। इसके अलावा ग्वालियर संभाग में भी ठंड का असर अब दिखने लगा है। यहां लगातार तापमान में कमी आ रही है। रात से ज्यादा दिन के तापमान में फर्क महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक वाले संभाग में भी दो-तीन दिन तक कोहरा नहीं पड़ेगा। हालांकि रात के वक्त न्यूनतम तापमान में कमी देखी जाएगी।
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इंदौर। शहर के विभिन्न हिस्सों में गुंडों और माफियाओं के अवैध निर्माणों पर पुलिस, प्रशासन तथा नगरनिगम की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में सोमवार सुबह नगरनिगम की रिमूवल टीम साउथ हरसिद्धि पहुंची और गुंडे रवि काला के अवैध निर्माण को महज आधे घंटे में तोड़ दिया। रावजी बाजार क्षेत्र के गुंडे रवि काला का 26/2 साउथ हरसिद्धि पर लकड़ी व पतरे का मकान बना हुआ था। इसमें उसके परिवार के कुछ लोग रहते थे। नगर निगम प्रशासन ने पुलिस की मदद से रविवार रात को ही मकान को खाली करवा लिया था। निगम की रिमूवल टीम सोमवार सुबह नौ बजे अवैध निर्माण को तोड़ने पहुंची। मौके पर निगम की रिमूवल अधिकारी लता अग्रवाल, तहसीलदार सुदीप मीणा व भवन अधिकारी पीआर आरोलिया मौजूद थे। रिमूवल टीम के 40 कर्मचारी और एक जेसीबी ने आधे घंटे में गुंडे के अवैध मकान को तोड़ दिया। गौरतलब है कि गुंडों और माफियाओं के खिलाफ चल रही मुहिम के दौरान रविवार को नगर निगम द्वारा खजराना क्षेत्र के चार सूचीबद्ध गुंडों के अवैध निर्माण को तोड़ा गया था।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के रिकॉर्ड 586 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 38,247 और मृतकों का संख्या 735 हो गई है। इंदौर में लगातार दूसरे दिन कोरोना के रिकॉर्ड नये मामले सामने आए हैं। यहां इससे पहले यहां एक अक्टूबर को एक दिन में सर्वाधिक 495 मरीज मिले थे। इसके बाद यहां एक दिन पहले यह आंकड़ा 500 के पार पहुंच गया। गत दिवस इंदौर में एक दिन में सर्वाधिक 546 नये संक्रमित मरीज मिले थे, लेकिन अगले ही यह रिकॉर्ड भी टूट गया। अब यहां एक दिन में सर्वाधिक 586 नये संक्रमित मिले हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 5651 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 586 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 38,247 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 735 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 34,424 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 3088 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। गौरतलब है कि नवम्बर के पहले सप्ताह में इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या 100 से नीचे पहुंच गई थी, लेकिन एक सप्ताह में यह आंकड़ा पहले दो सौ के पार हुआ और तीन से यह आंकड़ा तेजी से बढ़ते हुए पांच सौ के पार पहुंच गया। इतनी अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हडकम्प का माहौल देखने को मिल रहा है तो वहीं लोगों में फिर कोरोना की दहशत फैल गई है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठिठुरन भरी सर्दी का एहसास होने लगा है। हवा का रुख उत्तरी होने के चलते राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी दो दिनों तक ठंड अपने तीखे तेवर दिखा सकती है। प्रदेश में रात का सबसे कम तापमान नौगांव में 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के 13 जिलों में न्यूनतम तापमान 7 से 10 डिग्री के बीच रहा। उधर राजधानी में रविवार रात का तापमान दस साल में सबसे ठंडा रहा। भोपाल में अधिकतम तापमान 25.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम था, वहीं न्यूनतम तापमान की बात करें तो, 10.5 डिग्री दर्ज किया गया। इसलिए बढ़ी ठंडवरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अयज शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को उत्तरी महाराष्ट्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ था। दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से बिहार तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई थी। इस वजह से वातावरण में नमी आने के कारण प्रदेश में बादल बने हुए थे। इस दौरान कई क्षेत्रों में बारिश भी हुई। फिलहाल, प्रदेशभर में ये दोनों ही सिस्टम समाप्त हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त जम्मू-कश्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ भी आगे बढ़ गया है। इससे हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गया है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर भारत के पहाड़ों में हाल ही में जबरदस्त बर्फबारी हुई है। इस वजह से वहां से आने वाली सर्द हवाओं ने पूरे प्रदेश में सिहरन बढ़ा दी है। फिर बदलेगा मौसम अभी दो दिन तक हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना रहने की उम्मीद है। इससे ठंड के तेवर दो दिन में और तीखे हो सकते हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के पास बना हुआ है। इस सिस्टम के दो दिन बाद उत्तर भारत पहुंचने के आसार हैं। इसके बाद हवा का रुख बदलने से एक बार फिर बादल छा सकते हैं। इससे रात का तापमान बढेगा।
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इंदौर। गुंडों के अवैध निर्माणों पर पुलिस और नगरनिगम की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार सुबह नगर निगम की टीम ने भाजपा नेता गोपीकृष्ण नेमा के घर पर हमला करवाने वाले मनोहर वर्मा के मकानों पर कार्रवाई की। नगर निगम के दस्ते ने दोनों घरों को जमींदोज कर दिया। पुलिस-प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर मनोहर वर्मा के हाथीपाला मेन रोड और मालीपुरा मेन रोड स्थित दो मकानों को शुक्रवार सुबह जमींदोज कर दिया। मनोहर वर्मा का नाम भाजपा नेता नेमा के घर पर 15 नवंबर को हुए हमले में सामने आया है। वर्मा अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। निगम टीम ने जेसीबी और बुलडोजर की मदद से मनोहर वर्मा और लकी वर्मा के अवैध मकानों को ध्वस्त किया। दोनों के खिलाफ हत्या, छेड़छाड़, लूट और बलवा जैसे करीब एक दर्जन अपराध दर्ज हैं। नगर निगम के अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह ने बताया कि मनोहर वर्मा पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस-प्रशासन के सहयोग से नगर निगम अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई कर रहा है। हमें पुलिस से सूची मिली थी, जिसमें मनोहर वर्मा का भी नाम है। वह कई मामलों में अपराधी है और इसने क्षेत्र में अवैध निर्माण कर रखा है। वहीं, डीआईजी का कहना है कि पुलिस ने निगम को 15 बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए सूची सौंपी थी।
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इंदौर। गुंडों के अवैध निर्माणों पर पुलिस और नगरनिगम की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार सुबह नगर निगम की टीम ने भाजपा नेता गोपीकृष्ण नेमा के घर पर हमला करवाने वाले मनोहर वर्मा के मकानों पर कार्रवाई की। नगर निगम के दस्ते ने दोनों घरों को जमींदोज कर दिया। पुलिस-प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर मनोहर वर्मा के हाथीपाला मेन रोड और मालीपुरा मेन रोड स्थित दो मकानों को शुक्रवार सुबह जमींदोज कर दिया। मनोहर वर्मा का नाम भाजपा नेता नेमा के घर पर 15 नवंबर को हुए हमले में सामने आया है। वर्मा अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। निगम टीम ने जेसीबी और बुलडोजर की मदद से मनोहर वर्मा और लकी वर्मा के अवैध मकानों को ध्वस्त किया। दोनों के खिलाफ हत्या, छेड़छाड़, लूट और बलवा जैसे करीब एक दर्जन अपराध दर्ज हैं। नगर निगम के अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह ने बताया कि मनोहर वर्मा पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस-प्रशासन के सहयोग से नगर निगम अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई कर रहा है। हमें पुलिस से सूची मिली थी, जिसमें मनोहर वर्मा का भी नाम है। वह कई मामलों में अपराधी है और इसने क्षेत्र में अवैध निर्माण कर रखा है। वहीं, डीआईजी का कहना है कि पुलिस ने निगम को 15 बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए सूची सौंपी थी।
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भोपाल। कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देश पर जिले के सभी एसडीएम ने शुक्रवार को अपने-अपने क्षेत्रों में मास्क पहनों अभियान का निरीक्षण किया, इसके अंतर्गत विभिन्न दुकानों, चौराहों, मार्केट में लगातार निरीक्षण किया गया, मास्क नहीं लगाए लोगों को मास्क लगाने के लिए समझाईश दी गई। इसके साथ ही जिन लोगों द्वारा मास्क नहीं लगाया गया था या जिनके पास मास्क नहीं था उनके चालान काटे गए हैं। मास्क न पहनने पर कोलार एसडीएम राजेश गुप्ता के मार्गदर्शन पर सख्त कार्यवाही कोलार रोड़, बीमाकुंज मार्केट में की गई। टीमों द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया जिनमें लोगों के चालान बनाकर जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की गई है। जिन लोगों द्वारा मास्क नहीं लगाया गया था उन्हें मास्क लगाने की हिदायत देने के साथ ही 100-100 रुपये का चालान भी किया गया है इसके साथ ही दुकानदारों को भी सोशल फिजिकल डिस्टेंस का पालन कराने के साथ ही बिना मास्क वाले ग्राहकों को सामान नहीं बेचने और खुद भी मास्क लगाने के निर्देश दिए गए है। कलेक्टर लवानिया ने सभी एसडीएम को निर्देश जारी किए हैं कि अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करें उन्हें जो लोग बिना मास्क के घूमते मिलें उनके विरूद्ध चालानी कार्रवाई करें। दुकानदार जो बिना मास्क और कोविड-१९ के प्रोटोकाल का उल्लघंन कर सामान बेच रहे हैं या उनके कर्मचारी भी बिना मास्क के काम कर रहे हैं तो उनके विरुद्ध भी दुकान सील करने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम और तहसीलदार अपने क्षेत्रों में लगातार विशेष अभियान चलाकर लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य करें। मास्क नहीं लगाने वालो से जुर्माने के साथ सोशल अवेरनेश कार्य भी कराए। इसके साथ ही लापरवाह लोगों को समझाईश भी दी जाए। लगातार बिना मास्क के घूमते पाए जाने पर लोक स्वास्थ संरक्षण के अंतर्गत कार्रवाई भी करें। इसके साथ ही लोगों को बताए कि कोई भी व्यक्ति बिना काम के घर से ना निकले, किसी भी दुकान में आने वालों से फिजिकल डिस्टेंस का पालन कराए और सैनिटेशन की व्यवस्था करने के संबंध में भी दुकानदारों को हिदायत दी जाए।
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इंदौर। बच्चियों के यौन शोषण के आरोपित प्यारे मियां के लालाराम नगर स्थित मकान को शुक्रवार सुबह पुलिस और नगर निगम की टीम ने जमींदोज कर दिया। निगम के कर्मचारी जब सामान हटाने के लिए कमरों में पहुंचे, तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गये। यहां पर बार में एक से बढ़कर एक मंहगी विदेशी शराब सजी हुई थीं। इसके अलावा आलमारी से आपत्तिजनक वस्तुएं भी मिलीं। टीम जब बंगले की छत पर पहुंची तो यहां पर लग्जरी पेंट हाउस बना था, जहां पर ऐशो आराम की सभी वस्तुएं मौजूद थीं। पुलिस ने सभी वस्तुओं को बाहर निकालकर घर को जेसीबी और पोकलेन की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त करवा दिया। नगर निगम उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि प्यारे मियां के लालाराम नगर स्थित आलीशान मकान को तोड़ा गया है। इस तीन मंजिला मकान की छत पर प्यारे ने पेंट हाउस बना रखा था, जिसमें आलीशान बीयर बार था। महंगी विदेशी शराब की कई बोतलों के साथ ही आपत्तिजनक सामग्री, शक्तिवर्धक दवाएं और सांभर के सींग भी यहां से मिले हैं। निगम के जोनल अधिकारी नागेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि प्यारे का मकान नक्शे के विपरीत बना हुआ था। यहां से एक तलवार भी मिली है। पुलिस को पता चला था कि पलासिया के लालाराम नगर स्थित अपने बंगले पर प्यारे मियां कई नाबालिग लड़कियों को भोपाल से लेकर आ चुका है। नाबालिग लड़कियों को बंगले पर लाने के बाद उन पर दबाव बनाकर उनसे दुष्कर्म करते थे। बालिकाओं के बयानों के बाद भोपाल पुलिस ने इंदौर पुलिस को प्यारे मियां के खिलाफ तीन नए प्रकरण दर्ज करवाने के लिए जांच डायरी इंदौर भेजी थी। इतना ही नहीं पुलिस भोपाल से पीड़ित लड़कियों को इस बंगले में लेकर पहुंची थी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कुछ दिनों की राहत के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या फिर बढऩे लगी है। नवम्बर के पहले और दूसरे सप्ताह में यहां कोरोना के नये मामलों में कमी आई थी, लेकिन अब बड़ी संख्या में नये मरीज सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान उज्जैन में 27, दमोह में 18 और नीमच में 19 नये संक्रमित सामने आए हैं। उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटों में 699 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 27 नये लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 3771 हो गई है। वहीं, उज्जैन में बीते 24 घंटों में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या बढक़र 98 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं। अब तक जिले में 3715 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 158 है, जिनका उपचार जारी है। इसी तरह दमोह की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी ने गुरुवार को बताया कि जिले में कोरोना 18 नये मरीज मिले हैं, जबकि बीते 24 घंटों में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 2350 और मृतकों की संख्या 68 हो गई है। हालांकि, यहां अब तक 2042 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 201 है, जिनका उपचार जारी है। वहीं, नीमच जिले में भी कोरोना के 19 नये मरीज सामने आए हैं। सीएमएचओ कार्यालय द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के अनुसार, कोरोना के 19 नये मरीजों के सामने आने के बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 2390 हो गई है। इनमें से अभी तक 2251 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं और 37 लोगों की मौत हो चुकी है। अब जिले में सक्रिय मरीज 102 है, जिनका उपचार चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज नरम-गरम बना हुआ है। हालांकि दक्षिणी हवाओं के असर से भोपाल, सागर और जबलपुर संभाग के इलाकों में बादल छाने और उसके अगले 24 घंटों में बूंदा-बांदी की संभावना बन रही है। अगर बारिश होती है तो ठंड तेजी से बढ़ेगी। राजधानी भोपाल में पिछले दो दिनों से बादलों ने डेरा डाल रखा है। बुधवार रात को कुछ देर के लिए बौछारें भी गिरी। इसके बाद मौसम में हल्की ठंडक घुल गई है। गुरुवार सुबह से भी बादल छाने से धीमी धूप निकली हुई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को राजधानी भोपाल समेत आसपास के इलाकों में बौछारें गिरने की संभावना जताई है। ग्वालियर में 22 से बदलेगा मौसमवहीं प्रदेश के ग्वालिय संभाग में भी मौसम के मिजाज में फिर से बदलाव आने लगा है। सुबह शहर कोहरे के आगोस में डूबा रहा। मौसम विभाग के अनुसार दो चक्रवातीय घेरे बने हुए हैं। राजस्थान के ऊपर बने चक्रवातीय घेरा 22 नवम्बर को शहर के मौसम को प्रभावित करेगा। बादल छाने के साथ-साथ बारिश के आसार बनेंगे। उत्तर से हवा चलने पर ही आएगी तेजी से गिरावटउत्तर से पश्चिम की ओर चलने वाली हवा से तापमान में तेजी से गिरावट आती है। यह हवा जम्मू कश्मीर से अपने साथ बर्फीली ठंडक लेकर आती है। लेकिन चक्रवातीय घेरों की वजह से उत्तर-पश्चिम की हवा नहीं चल पा रही है। हवा शांत है और हवा शांत होने से तापमान बढ़ रहा है। 26 नवम्बर तक कड़ाके की ठंड से राहत रहने वाली है। क्योंकि तापमान में गिरावट के आसार नहीं है। बढ़ोत्तरी के आसार हैं। इन तीन कारणों से बदले मौसमअरब सागर में एक चक्रवातीय घेरा बना हुआ है। दूसरा चक्रवातीय घेरा दक्षिण पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। 22 नवम्बर को जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ गुजरने वाला है। अरब सागर का चक्रवातीय घेरा कम दबाव के क्षेत्र में बदलने के आसार हैं। इन तीन कारणों से मौसम में फिर से बदलाव आएगा। 22 नवम्बर से बादल व गरज चमक के साथ बारिश के आसार बनेंगे। जहां भी चक्रवातीय घेरा विकसित होता है, वहां के तापमान में इजाफा होता है। अगर समुद्र से नमी मिल जाती है तो बारिश कराता है। राजस्थान के ऊपर बने चक्रवातीय घेरे को पश्चिम विक्षोभ व अरब सागर से नमी मिलने के आसार हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज नरम-गरम बना हुआ है। हालांकि दक्षिणी हवाओं के असर से भोपाल, सागर और जबलपुर संभाग के इलाकों में बादल छाने और उसके अगले 24 घंटों में बूंदा-बांदी की संभावना बन रही है। अगर बारिश होती है तो ठंड तेजी से बढ़ेगी। राजधानी भोपाल में पिछले दो दिनों से बादलों ने डेरा डाल रखा है। बुधवार रात को कुछ देर के लिए बौछारें भी गिरी। इसके बाद मौसम में हल्की ठंडक घुल गई है। गुरुवार सुबह से भी बादल छाने से धीमी धूप निकली हुई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को राजधानी भोपाल समेत आसपास के इलाकों में बौछारें गिरने की संभावना जताई है। ग्वालियर में 22 से बदलेगा मौसमवहीं प्रदेश के ग्वालिय संभाग में भी मौसम के मिजाज में फिर से बदलाव आने लगा है। सुबह शहर कोहरे के आगोस में डूबा रहा। मौसम विभाग के अनुसार दो चक्रवातीय घेरे बने हुए हैं। राजस्थान के ऊपर बने चक्रवातीय घेरा 22 नवम्बर को शहर के मौसम को प्रभावित करेगा। बादल छाने के साथ-साथ बारिश के आसार बनेंगे। उत्तर से हवा चलने पर ही आएगी तेजी से गिरावटउत्तर से पश्चिम की ओर चलने वाली हवा से तापमान में तेजी से गिरावट आती है। यह हवा जम्मू कश्मीर से अपने साथ बर्फीली ठंडक लेकर आती है। लेकिन चक्रवातीय घेरों की वजह से उत्तर-पश्चिम की हवा नहीं चल पा रही है। हवा शांत है और हवा शांत होने से तापमान बढ़ रहा है। 26 नवम्बर तक कड़ाके की ठंड से राहत रहने वाली है। क्योंकि तापमान में गिरावट के आसार नहीं है। बढ़ोत्तरी के आसार हैं। इन तीन कारणों से बदले मौसमअरब सागर में एक चक्रवातीय घेरा बना हुआ है। दूसरा चक्रवातीय घेरा दक्षिण पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। 22 नवम्बर को जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ गुजरने वाला है। अरब सागर का चक्रवातीय घेरा कम दबाव के क्षेत्र में बदलने के आसार हैं। इन तीन कारणों से मौसम में फिर से बदलाव आएगा। 22 नवम्बर से बादल व गरज चमक के साथ बारिश के आसार बनेंगे। जहां भी चक्रवातीय घेरा विकसित होता है, वहां के तापमान में इजाफा होता है। अगर समुद्र से नमी मिल जाती है तो बारिश कराता है। राजस्थान के ऊपर बने चक्रवातीय घेरे को पश्चिम विक्षोभ व अरब सागर से नमी मिलने के आसार हैं।
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भोपाल। रेल प्रशासन द्वारा अतिरिक्त रेल यातायात क्लीयर करने के उद्देश्य से शुक्रवार, 20 नवम्बर से भोपाल-इटारसी-भोपाल के बीच स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। यह ट्रेन आगामी एक दिसम्बर तक दोनों दिशाओं में 11-11 ट्रिप में चलाई जाएगी। भोपाल रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 01271 इटारसी-भोपाल स्पेशन एक्सप्रेस शुक्रवार, 20 नवम्बर से आगामी 30 नवम्बर तक (11 ट्रिप) इटारसी स्टेशन से प्रतिदिन शाम 4.20 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 9.30 बजे भोपाल स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 02172 भोपाल-इटारसी स्पेशल एक्सप्रेस शुक्रवार, 20 नवम्बर से 30 नवम्बर तक (11 ट्रिप) भोपाल स्टेशन से शाम 6.30 बजे रवाना होकर अगले दिन दोपहर 12.30 बजे इटारसी स्टेशन पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन रास्ते में इटारसी, गुमरखेड़ी, सोहागपुर, पिपरिया, बनखेड़ी, सालीचौका रोड, गाड़रवारा, बोहानी, करेली, नरसिंहपुर, करबेल, श्रीधाम, भिटौनी, मदनमहल, जबलपुर, सिहोरा रोड, स्लीमनाबाद रोड, कटनी मुड़वारा, दमोह, मकरोनिया, सागर, खुरई, बीना, मंडीबामोरा, गंजबासौदा, गुलाबगंज, विदिशा स्टेशनों पर हाल्ट लेकर चलेगी। इस ट्रेन में 04 शयनयान श्रेणी, 11 सामान्य श्रेणी, 02 एसएलआर समेत कुल 15 डिब्बे रहेंगे।
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भोपाल। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव से प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग एवं बुंदेलखंड क्षेत्र सहित कई हिससों में बीते 24 घंटों में बारिश हुई है। वहीं, राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह से बादल छाए हैं, जिसके कारण भोपाल और आसपास के इलाकों में रात का तापमान बढ़ा हुआ है। मौसम विज्ञानियों ने अभी दो-तीन दिन तक न्यूनतम तापमान में गिरावट नहीं होने की संभावना जताई है। इसके साथ ही गुरुवार को भोपाल और उसके आसपास के इलाकों में बारिश होने की संभावना जताई है। उत्तर भारत में आए वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर राजधानी समेत प्रदेश के कई इलाकों में हुआ है। बुधवार को सुबह राजधानी में बादल के साथ धुंध भी छाई रही। इस दौरान विजिबिलिटी 3 हजार मीटर रह गई थी। इधर, ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड के कई शहरों और कस्बों में बारिश हुई। टीकमगढ़ में सबसे ज्यादा पौन इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि देश के उत्तरी हिस्से में आए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण मौसम में परिवर्तन हो रहा है। बुधवार को एक और ऐसा सिस्टम पहुंचने की संभावना है, लेकिन ये ज्यादा स्ट्रांग नहीं है। इसी वजह से सुबह से ही राजधानी में बादलों के साथ धुंध भी छाई रही। हो सकती है बारिशपश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार को भोपाल में हल्की बौछारें पड़ने की भी संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद हवाओं का रुख उत्तरी होने से एक बार फिर राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज होने लगेगी।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों और मृतकों की संख्या फिर बढऩे लगी है। नवम्बर के पहले सप्ताह में यहां 100 से कम नये मरीज मिल रहे थे, लेकिन दूसरे सप्ताह में यह आंकड़ा फिर सौ के पार पहुंच गया है। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 194 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 36,055 और मृतकों का संख्या 719 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 2274 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 194 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 36,055 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 719 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 33,304 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2032 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 207 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक मरीज की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 27,891 हो गई है, जबकि मृतकों की संख्या 500 पहुंच गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा मंगलवार को दी गई जानकारी के अनुसार, राजधानी में बीते 24 घंटों में 1384 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 207 नये व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 27,891 हो गई है। वहीं, बीते 24 घंटों में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 500 हो गई है। हालांकि, भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 25,561 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1841 है, जिनका उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के हनुमानगंज थाना इलाके में हमीदिया रोड पर एक जूतों के गोदाम में बीती देर रात भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि गोदाम रहवासी इलाके में शापिंग काम्पलेक्स के बेसमेंट में था, जहां फायर बिग्रेड को पहुंचने में भारी दिक्कतें हुई। इस आजगजनी में लाखों का माल जलकर खाक हो गया। फायर कंट्रोल रूप से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार रात करीब साढ़े 11 बजे सूचना मिली थी कि हनुमानगंज इलाके में जूतों के गोदाम में आग लग गई। जब तक दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची, तब तक आग तेजी से फैल गई और पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। दमकल की 10 से अधिक गाडिय़ों को मौके पर बुलाया गया और करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। घटनास्थल पर पहुंचने का कोई दूसरा रास्ता नहीं होने के कारण फायर कर्मियों को आग बुझाने में काफी परेशानी हुई। थोड़ी सी जगह होने के कारण आग बुझाने के लिए जमीन पर लेटकर फायर कर्मियों को पानी की बौछारें छोडऩी पड़ी। फिलहाल, आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से लगातार दूसरे दिन कोरोना के नये मरीजों के मामले में राहत की खबर मिली है। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 89 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 35,683 हो गई है। इंदौर में बीते एक सप्ताह से सौ से अधिक नये संक्रमित मिल रहे हैं, लेकिन एक दिन पहले यहां यह संख्या घटकर 76 पर आ गई थी। अब दूसरे दिन भी यहां 100 से कम नये मरीज मिले हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 1003 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 89 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 35,683 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है। यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 714 पर स्थिर है। वहीं, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 33,053 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1916 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों और मृतकों की संख्या फिर बढऩे लगी है। नवम्बर के पहले सप्ताह में यहां 100 से कम नये मरीज मिल रहे थे, लेकिन दूसरे सप्ताह में यह आंकड़ा फिर सौ के पार पहुंच गया है। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 195 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 35,321 है और मृतकों का संख्या 710 हो गई है। इंदौर में लगातार पांचवें दिन कोरोना के सौ से अधिक मरीज मिले हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 2240 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 195 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 35,321 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 710 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 32,749 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1862 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम ने तेजी से करवट बदली है। पिछले दो दिनों से पारा लगातार नीचे जा रहा है। उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के कारण राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में अब ठंड का असर बढऩे लगा है। बुंदेलखंड के ग्रामीणों इलाकों में तो कड़ाके की ठंड ने हाड़ कंपना शुरू कर दिया है। मौसम वैज्ञानिकों ने भी प्रदेश में आने वाले दिनों में तेजी से ठंड बढऩे उम्मीद जताई है। इसके साथ ही कुछ स्थानों पर बारिश गिरने की भी संभावना है, जिससे ठंड का असर ओर तेज हो जाएगा। राजधानी भोपाल में पिछले तीन दिनों लगातार पारा गिरता जा रहा है। भोपाल में दिन का तापमान 27 डिग्री के नीचे पहुंच गया, जबकि शाम के वक्त भी पारा तेजी से नीचे जा रहा है। अगले कुछ दिनों में राजधानी भोपाल सहित रायसेन, विदिशा, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, श्योपुर सहित अन्य कई जिलों में कड़ाके की ठंड पडऩे के आसार जताए गए हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वक्त उत्तर भारत में जमकर बर्फबारी हो रही है। जिससे उत्तराखंड, हिमाचल सहित अन्य राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां 13 से 15 नवंबर के बीच एक तीव्र सिस्टम बनने के आसार बताए जा रहे हैं। जिससे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के साथ सर्द हवाएं चलने की उम्मीद है। लिहाजा इन हवाओं का असर मध्य प्रदेश की तरफ होता है तो आने वाले कुछ दिनों में ग्वालियर चंबल के जिलों में जिनमें ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, श्योपुर, भिंड जिले में बारिश की संभावना जताई गयी है। अगर बारिश होती है तो ठंड के तेवर और तीखे हो सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश के मैदानी इलाकों में सबसे ज्यादा ठंड पढ़ रही है। बुंदेलखंड अंचल के सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ जिले में ठंड का असर दिखने लगा है। यहां सुबह और शाम के वक्त पारा तेजी से नीचे जाने की वजह से ठंड बढ़ गयी।
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दतिया। जिल के प्रसिद्ध रतनगढ़ माता-मंदिर में हर साल दीपावली की दूज के अवसर पर आयोजित होने वाला तीन दिवसीय मेला इस साल नहीं लगेगा। जिला प्रशासन ने इस साल कोरोना के चलते इस मेले पर प्रतिबंध लगा दिया है।दरअसल, रतनगढ़ माता मंदिर पर प्रतिवर्ष दीपावली की दूज पर तीन दिवसीय भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें मध्यप्रदेश के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस साल यह मेला 15 से 17 नवम्बर तक आयोजित होना था, लेकिन जिला प्रशासन ने शासन के निर्देशानुसार वर्तमान में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए रतनगढ़ माता मंदिर पर आयोजित होने वाला मेला प्रतिबंधित किया है।दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए म.प्र. शासन गृह मंत्रालय के आदेशानुसार प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर मेलों के आयोजन को प्रबंधित किया गया है। साथ ही उच्च न्यायालय के निर्देशों के पालन में जनसमुदाय के स्वास्थ्य की रक्षा को दृष्टिगत रखते हुये आयोजन किया जाना जनहित में नहीं है। इसीलिए इस मेले पर प्रतिबंध लगाया गया है।जिला प्रशासन ने मेले में आने वाले लोगों से अपील की है कि कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। संक्रमण से बचने के लिए 15 से 17 नवम्बर तक रतनगढ़ पहुंचने के कार्यक्रम स्थगित कर मंदिर दर्शन अगली तिथि में करें। कोरोना संक्रमण को देखते हुए दतिया जिले की सीमाओं से लगे जिले एवं अन्य प्रांतों के जिला प्रशासन द्वारा रतनगढ़ मेले में जाने वाले वाहनों केा रोकने का कार्य किया जाएगा। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि माता रानी की आराधना अपने घरों पर ही लाइव दर्शन www.ratangarhmatamandir.in लिंक के माध्यम से करें।
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दतिया। जिल के प्रसिद्ध रतनगढ़ माता-मंदिर में हर साल दीपावली की दूज के अवसर पर आयोजित होने वाला तीन दिवसीय मेला इस साल नहीं लगेगा। जिला प्रशासन ने इस साल कोरोना के चलते इस मेले पर प्रतिबंध लगा दिया है।दरअसल, रतनगढ़ माता मंदिर पर प्रतिवर्ष दीपावली की दूज पर तीन दिवसीय भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें मध्यप्रदेश के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस साल यह मेला 15 से 17 नवम्बर तक आयोजित होना था, लेकिन जिला प्रशासन ने शासन के निर्देशानुसार वर्तमान में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए रतनगढ़ माता मंदिर पर आयोजित होने वाला मेला प्रतिबंधित किया है।दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए म.प्र. शासन गृह मंत्रालय के आदेशानुसार प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर मेलों के आयोजन को प्रबंधित किया गया है। साथ ही उच्च न्यायालय के निर्देशों के पालन में जनसमुदाय के स्वास्थ्य की रक्षा को दृष्टिगत रखते हुये आयोजन किया जाना जनहित में नहीं है। इसीलिए इस मेले पर प्रतिबंध लगाया गया है।जिला प्रशासन ने मेले में आने वाले लोगों से अपील की है कि कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। संक्रमण से बचने के लिए 15 से 17 नवम्बर तक रतनगढ़ पहुंचने के कार्यक्रम स्थगित कर मंदिर दर्शन अगली तिथि में करें। कोरोना संक्रमण को देखते हुए दतिया जिले की सीमाओं से लगे जिले एवं अन्य प्रांतों के जिला प्रशासन द्वारा रतनगढ़ मेले में जाने वाले वाहनों केा रोकने का कार्य किया जाएगा। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि माता रानी की आराधना अपने घरों पर ही लाइव दर्शन www.ratangarhmatamandir.in लिंक के माध्यम से करें।
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उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया में ईओडब्ल्यू ने दिपावली से दो दिन पहले बड़ी कार्यवाई को अंजाम दिया है। आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने सहकारी समिति सिगडी के प्रबंधक के घर पर छापा मारा है। छापे में प्रबंधक के यहां से बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। फिलहाल ईओडब्ल्यू की कार्यवाई जारी है। जांच पूरी होने के बाद बड़ा खुलासा हो सकता है। जानकारी अनुसार लंबे समय से ईओडब्लयू को सहकारी समिति सिगडी के प्रबंधक राम सुवन गुप्ता के पास आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिल रही थी। जांच में आरोप सही सिद्ध होने पर गुरुवार सुबह ईओडब्ल्यू की 10 सदस्यीय टीम ने प्रबंधक के ग्राम पतौर स्थित निजी मकान में दबिश दी। इस कार्यवाही में मुख्य रूप से निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी, निरीक्षक सज्जन सिंह परिहार,उप निरीक्षक आशीष मिश्रा,उप निरीक्षक सीएल रावत, उपनिरीक्षक गरिमा त्रिपाठी, एएसआई संतोष कुमार पांडे, आरक्षक घनश्याम त्रिपाठी, रामजी पांडे,सत्यनारायण मिश्रा,पुष्पेंद्र पटेल, धनंजय सिंह,महिला आरक्षक पूनिका सिंह है। इस मामले में बताया जाता है कि गोपनीय तरीके से इनके विरुद्ध शिकायत की गई थी, जिसके बाद विधिवत एफआईआर पंजीबद्ध किया गया है,जिसके बाद ईओडब्ल्यू रीवा ने कार्यवाही की है।नगद के अलावा जमीनों के दस्तावेज मिलेईओडब्ल्यू के एसपी वीरेंद्र जैन ने बताया कि छापे के दौरान प्रबंधक के घर में 2 लाख से ज्यादा का केस, 5:30 लाख की ज्वेलरी, दो बाइक, साढे 8 लाख मूल्य की एक आर्टिका कार, कई जमीनों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। साथ ही आठ अलग-अलग खातों में 5 लाख 50 हजार जमा होने की जानकारी भी खातों से मिली है। एलआईसी की अलग-अलग पॉलिसियों से 20 लाख के बीमा के दस्तावेज भी घर से बरामद किए गए हैं।
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उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया में ईओडब्ल्यू ने दिपावली से दो दिन पहले बड़ी कार्यवाई को अंजाम दिया है। आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने सहकारी समिति सिगडी के प्रबंधक के घर पर छापा मारा है। छापे में प्रबंधक के यहां से बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। फिलहाल ईओडब्ल्यू की कार्यवाई जारी है। जांच पूरी होने के बाद बड़ा खुलासा हो सकता है। जानकारी अनुसार लंबे समय से ईओडब्लयू को सहकारी समिति सिगडी के प्रबंधक राम सुवन गुप्ता के पास आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिल रही थी। जांच में आरोप सही सिद्ध होने पर गुरुवार सुबह ईओडब्ल्यू की 10 सदस्यीय टीम ने प्रबंधक के ग्राम पतौर स्थित निजी मकान में दबिश दी। इस कार्यवाही में मुख्य रूप से निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी, निरीक्षक सज्जन सिंह परिहार,उप निरीक्षक आशीष मिश्रा,उप निरीक्षक सीएल रावत, उपनिरीक्षक गरिमा त्रिपाठी, एएसआई संतोष कुमार पांडे, आरक्षक घनश्याम त्रिपाठी, रामजी पांडे,सत्यनारायण मिश्रा,पुष्पेंद्र पटेल, धनंजय सिंह,महिला आरक्षक पूनिका सिंह है। इस मामले में बताया जाता है कि गोपनीय तरीके से इनके विरुद्ध शिकायत की गई थी, जिसके बाद विधिवत एफआईआर पंजीबद्ध किया गया है,जिसके बाद ईओडब्ल्यू रीवा ने कार्यवाही की है।नगद के अलावा जमीनों के दस्तावेज मिलेईओडब्ल्यू के एसपी वीरेंद्र जैन ने बताया कि छापे के दौरान प्रबंधक के घर में 2 लाख से ज्यादा का केस, 5:30 लाख की ज्वेलरी, दो बाइक, साढे 8 लाख मूल्य की एक आर्टिका कार, कई जमीनों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। साथ ही आठ अलग-अलग खातों में 5 लाख 50 हजार जमा होने की जानकारी भी खातों से मिली है। एलआईसी की अलग-अलग पॉलिसियों से 20 लाख के बीमा के दस्तावेज भी घर से बरामद किए गए हैं।
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उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया में ईओडब्ल्यू ने दिपावली से दो दिन पहले बड़ी कार्यवाई को अंजाम दिया है। आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने सहकारी समिति सिगडी के प्रबंधक के घर पर छापा मारा है। छापे में प्रबंधक के यहां से बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। फिलहाल ईओडब्ल्यू की कार्यवाई जारी है। जांच पूरी होने के बाद बड़ा खुलासा हो सकता है। जानकारी अनुसार लंबे समय से ईओडब्लयू को सहकारी समिति सिगडी के प्रबंधक राम सुवन गुप्ता के पास आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिल रही थी। जांच में आरोप सही सिद्ध होने पर गुरुवार सुबह ईओडब्ल्यू की 10 सदस्यीय टीम ने प्रबंधक के ग्राम पतौर स्थित निजी मकान में दबिश दी। इस कार्यवाही में मुख्य रूप से निरीक्षक प्रवीण चतुर्वेदी, निरीक्षक सज्जन सिंह परिहार,उप निरीक्षक आशीष मिश्रा,उप निरीक्षक सीएल रावत, उपनिरीक्षक गरिमा त्रिपाठी, एएसआई संतोष कुमार पांडे, आरक्षक घनश्याम त्रिपाठी, रामजी पांडे,सत्यनारायण मिश्रा,पुष्पेंद्र पटेल, धनंजय सिंह,महिला आरक्षक पूनिका सिंह है। इस मामले में बताया जाता है कि गोपनीय तरीके से इनके विरुद्ध शिकायत की गई थी, जिसके बाद विधिवत एफआईआर पंजीबद्ध किया गया है,जिसके बाद ईओडब्ल्यू रीवा ने कार्यवाही की है।नगद के अलावा जमीनों के दस्तावेज मिलेईओडब्ल्यू के एसपी वीरेंद्र जैन ने बताया कि छापे के दौरान प्रबंधक के घर में 2 लाख से ज्यादा का केस, 5:30 लाख की ज्वेलरी, दो बाइक, साढे 8 लाख मूल्य की एक आर्टिका कार, कई जमीनों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। साथ ही आठ अलग-अलग खातों में 5 लाख 50 हजार जमा होने की जानकारी भी खातों से मिली है। एलआईसी की अलग-अलग पॉलिसियों से 20 लाख के बीमा के दस्तावेज भी घर से बरामद किए गए हैं।
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ग्वालियर। देर सबेर ही सही, लेकिन शहर के मेला मैदान में हर साल की तरह फुटकर आतिशबाजी बाजार सजने लगा है, दुकानदारों ने यहां पहुंचकर दुकानें लगाना शुरू कर दिया है। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रशासन द्वारा मात्र 210 दुकानें लगाने की ही अनुमति प्रदान की गई है। वहीं इसके अलावा भी सुरक्षा के मद्देनजर तमाम तरह की हिदायतें यहां दुकान सजाने वालों को दी गई हैं, जिसके द्वारा इन नियमों का उल्लंघन किया जाएगा, उनका लायसेंस रद्द होगा। इस बार आमने सामने दुकानें नहीं लगेंगी। उल्लेखनीय है कि कोरोना के चलते इस बार मेला मैदान में आतिशबाजी की दुकानें लगाई भी जाएंगी या नहीं, इस पर संदेह था, क्योंकि प्रशासन द्वारा इस पर किसी भी तरह का फैसला नहीं लिया जा रहा था, वहीं बीच में चुनाव आ जाने के कारण भी इस निर्णय में विलंब हुआ। चूंकि आतशिबाजी विक्रेताओं ने प्रशासन के सामने अपनी मजबूरी और रोजगार का हवाला देते हुए दुकान लगाने की मांग की, जिस पर नए लायसेंस तो जारी नहीं हुए, लेकिन 210 दुकानदारों को दुकानें लगाने की परमीशन मिल गई। इनके साथ कुछ शर्ते जरूर जोड़ी गई हैं। मसलन इन्हें फायर फायटिंग सिस्टम लगाने के साथ ही रेत की बाल्टियां भी रखनी होंगी। किसी भी तरह का ज्वलनशील पदार्थ यहां नहीं रखा जा सकेगा, साथ ही धूम्रपान पूरी तरह से निषेध होगा। यह होंगे सुरक्षा के बंदोबस्त सभी दुकानें निर्धारित पर्याप्त दूरी पर लगानी हैं। वहीं 24 घंटे फायर ब्रिगेड की गाड़ी और फायर अमला यहां मौजूद रहेगा। इधर दुकानदारों का कहना है कि इस बार उनके व्यापार पर विपरीत असर पड़ सकता है, क्योंकि आतिशबाजी का सामान काफी महंगा है, वहीं उन्हें दुकानें लगाने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में फिर कोरोना के नये मरीजों और मृतकों की संख्या बढऩे लगी है। पिछले एक सप्ताह तक यहां 100 से कम नये मरीज मिलने के बाद यह आंकड़ा फिर सौ के पार पहुंच गया है। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना के 128 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,970 हो गई है और मृतकों का आंकड़ा 700 के पार पहुंच गया है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 3005 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 128 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,970 हो गई है। वहीं, इंदौर में बीते 24 घंटों में कोरोना से चार मरीजों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 703 हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 32,545 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1722 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। धनतेरस में बाजार में लगने वाली खरीदारों की भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं। इसके अनुसार पुराने शहर के प्रमुख बाजारों में ऑटो रिक्शा, कार, जीप आदि नहीं घुस सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को आ रहे धनतेरस पर्व के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। गुरुवार को धनतेरस पर्व पर पुराने शहर के प्रमुख बाजार जुमेराती, घोड़ा नक्कास, हनुमानगंज, आजाद मार्केट में बड़े पैमाने पर खरीदार पहुंचेंगे। लोगों की सुरक्षा और सुविधा के मद्देनजर ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को सुबह से ही इन बाजारों में लोडिंग वाहन/ऑटो रिक्शा, चार पहिया वाहन आदि के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष पार्किंग की व्यवस्था की है। पुलिस ने पार्किंग के अलावा कहीं भी खड़े वाहनों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं, भीड़ अधिक बढ़ने पर दोपहिया वाहनों के भी बाजार में प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही गई है।
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भोपाल। धनतेरस में बाजार में लगने वाली खरीदारों की भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं। इसके अनुसार पुराने शहर के प्रमुख बाजारों में ऑटो रिक्शा, कार, जीप आदि नहीं घुस सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को आ रहे धनतेरस पर्व के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। गुरुवार को धनतेरस पर्व पर पुराने शहर के प्रमुख बाजार जुमेराती, घोड़ा नक्कास, हनुमानगंज, आजाद मार्केट में बड़े पैमाने पर खरीदार पहुंचेंगे। लोगों की सुरक्षा और सुविधा के मद्देनजर ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को सुबह से ही इन बाजारों में लोडिंग वाहन/ऑटो रिक्शा, चार पहिया वाहन आदि के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष पार्किंग की व्यवस्था की है। पुलिस ने पार्किंग के अलावा कहीं भी खड़े वाहनों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं, भीड़ अधिक बढ़ने पर दोपहिया वाहनों के भी बाजार में प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही गई है।
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भोपाल। धनतेरस में बाजार में लगने वाली खरीदारों की भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं। इसके अनुसार पुराने शहर के प्रमुख बाजारों में ऑटो रिक्शा, कार, जीप आदि नहीं घुस सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को आ रहे धनतेरस पर्व के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। गुरुवार को धनतेरस पर्व पर पुराने शहर के प्रमुख बाजार जुमेराती, घोड़ा नक्कास, हनुमानगंज, आजाद मार्केट में बड़े पैमाने पर खरीदार पहुंचेंगे। लोगों की सुरक्षा और सुविधा के मद्देनजर ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को सुबह से ही इन बाजारों में लोडिंग वाहन/ऑटो रिक्शा, चार पहिया वाहन आदि के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष पार्किंग की व्यवस्था की है। पुलिस ने पार्किंग के अलावा कहीं भी खड़े वाहनों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं, भीड़ अधिक बढ़ने पर दोपहिया वाहनों के भी बाजार में प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही गई है।
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भोपाल। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान-जू, भोपाल के प्रबंधन द्वारा शीत ऋतु के दौरान हाउसिंग में रखे गये नये वन्य-प्राणी सिंह, बाघ, तेंदुआ, भालू एवं हायना आदि की सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किये गये हैं। संचालक, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान कोमलिका मोहंता ने मंगलवार को बताया कि इन वन्य-प्राणियों के हाउसिंग के दरवाजे पर पर्दे, तखत, पुवाल एवं रूम-हीटर आदि लगा दिये गये हैं, ताकि यह वन्य-प्राणी स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें। उल्लेखनीय है कि वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 65 सिंह, 14 बाघ, 11 तेंदुआ, 2 हायना एवं 21 भालू मौजूद हैं।
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भोपाल, 10 नवम्बर (हि.स.)। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 208 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक मरीज की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 26,589 और मृतकों की संख्या 492 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा मंगलवार को जानकारी दी गई कि राजधानी में बीते 24 घंटों में 2225 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 208 नये व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 26,589 हो गई है। वहीं, बीते 24 घंटों में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 492 हो गई है। हालांकि, भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 24,336 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1700 है, जिनका उपचार जारी है। भोपाल में कोरोना का रिकवरी रेट 91 फीसदी से अधिक है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के लगातार नये मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं। भोपाल में अब तक 26,381 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं और इनमें से 24,164 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। इस तरह भोपाल का रिकवरी रेट बढक़र 91.59 प्रतिशत है। वहीं, भोपाल में अब तक 491 व्यक्तियों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हुई है। यहां कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर 1.8 प्रतिशत है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा सोमवार को जानकारी दी गई है कि राजधानी में अब तक 3 लाख 57 हजार से अधिक सैंपल गए। इनमें से 26,381 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से अब तक 24164 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। राजधानी में वर्तमान में सक्रिय मरीज 1741 है, जिनका उपचार जारी है। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने शहर के नागरिकों से अपील की है कि हम जितने जागरूक होंगे उतनी ही तेजी और बेहतर तरीके से हम इस संक्रमण से लड़ पाएंगे। हमें स्व-अनुशासन का पालन कर खुद को सुरक्षित रखना होगा। घर से निकलने से पहले मास्क अनिवार्य रूप से लगाए। दो गज की दूरी के नियमों का पालन करें और आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें। इसके साथ ही घर में बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं और बच्चों का विशेष ध्यान रखना है। किसी को भी सर्दी, खाँसी, जुकाम, गले में दर्द जैसे लक्षण होने पर तुरंत समीप के शासकीय अस्पताल या फीवर क्लीनिक में ले जाएं और जांच कराएं। आप की जाँच कराना ही इस संक्रमण को हराने का पहला कदम है, जितनी जल्दी जांच होगी उतनी जल्दी ही आप स्वस्थ होंगे। शासन-प्रशासन जनहित में सभी आवश्यक कदम उठा रहा हैं हमें भी अपना सकारात्मक योगदान और सहयोग देना होगा। कलेक्टर लवानिया ने ठंड के मौसम में कोरोना संक्रमण के बढऩे की संभावना को देखते हुये कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने बरती जाने वाली सावधानियों का व्यापक प्रचार प्रसार करने तथा क्या करें और क्या न करें के सबन्ध में स्वास्थ्य विभाग आमजन को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलायें। कलेक्टर ने फीवर क्लीनिक की अवधारणा को और मजबूत बनाने की दिशा में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ वाले सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किए जाने के निर्देश दिए हैं। घर-घर दस्तक अभियान के साथ प्रत्येक व्यक्ति को इस संबंध में जानकारी देने के लिये एफ.एम.चैनल और अन्य माध्यम से फीवर क्लीनिक की जानकारी दी जायें। फीवर क्लीनिक की लोकेशन बताने वाले साइन बोर्ड लगाये जाए। बच्चों और बुजुर्गों को सार्वजनिक जगहों पर नहीं ले जाए। प्रतिदिन प्राणायाम और रोग प्रतिरोधक बढ़ाने वाली वस्तुओं का सेवन करने की सलाह भी दी जाएं।
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सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में बीते तीन महीने से लगातार भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे हैं। सोमवार सुबह फिर यहां जोरदार आजाव के साथ भूकंप के झटके महसूस किये गये, जिससे लोगों की नींद टूट गई और वे घबराकर अपने घरों से बाहर आ गए। लगातार हो रही भूगर्भीय हलचल से जिले के लोगों में दशहत का माहौल है और उनमें जिला प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। जानकारी के मुताबिक, सिवनी जिला मुख्यालय स्थित डूंडासिवनी, छिडिय़ा, पलारी, बारापत्थर, कटंगी रोड क्षेत्र, जनता नगर, गणेश चौक, शुक्रवारी क्षेत्र समेत शहर के अन्य इलाकों में भी सोमवार तडक़े दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। क्षेत्र के रहवासियों ने बताया कि अलसुबह 4 से 5 बजे के बीच 2-3 बार हल्के झटके महसूस किए गए, जिससे उनकी नींद टूट गई। इसके बाद सुबह 6.46 बजे तेज झटका लगा, जिससे लोग घरों से बाहर आ गए। लोगों का कहना है कि झटके इतने जोरदार थे कि कई घरों की दीवारों में दरारें आ गईं। हालांकि, रिक्टर में यह भूकंपीय हलचल दर्ज नहीं हुई है। लोगों का कहना है कि शहर में बीते 3 माह से भूगर्भीय हलचल हो रही। यहां लगातार झटके महसूस हो रहे हैं, जिससे लोगों में दशहत हैं। उन्हें डर है कि कहीं उनके घर न गिर जाए और जान-माल का बड़ा नुकसान होने की संभावना बनी हुई है, लेकिन प्रशासन द्वारा इसकी रोकथाम के लिए कोई प्रयास नहीं की जा रहे हैं। जानकारी मिली है कि भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र से तीन सदस्यीय दल सोमवार को सिवनी पहुंचने वाला है। यह दल जिले में हो रही भूगर्भीय हलचल की जांच करेगा और इसके कारणों का पता लगाएगा।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में अब ठंड अपना असर दिखाने लगी है। प्रदेश भर में तापमान नीचे गिरा है। तीखे हुए सर्दी के तेवर ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने को मजबूर कर दिया है। पिछले दिनों उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से हवा का रुख भी उत्तरी बना हुआ है। इस वजह से नवम्बर माह की शुरुआत में ही राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में ठंड के तेवर तीखे बने हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अब रात के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। राजधानी भोपाल में लोग सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े पहन कर घर से निकल रहे हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण प्रदेश में सिहरन बढऩे लगी है। पिछले दिनों गुजरात और उससे लगे पश्चिमी मप्र पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ था। इससे कहीं-कहीं हवा का रुख पूर्वी दक्षिण-पूर्वी हो रहा था। यह सिस्टम अब कमजोर हो गया है। इससे राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में ठंड का असर बढऩे की संभावना है। ग्वालियर में 14 नवम्बर से बढ़ेगी ठंड जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ गुजरने वाला है, जिससे शहर के न्यूनतम तापमान में तीन दिन तक बढ़ोतरी होगी। यह बढ़ोतरी 10 नवम्बर से संभावित है। तापमान 12 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जिससे रात में ठंडक कम हो जाएगी। जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ गुजर जाएगा, वैसे ही न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। यह गिरावट 14 नवम्बर से संभावित है। इसके बाद दिन व रात में ठंड बढ़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ पर अंचल की ठंड निर्भर करती है। 29 अक्टूबर से 2 नवम्बर के बीच जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ गुजरा था। इसके गुजर जाने के बाद शहर में न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आई। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। यह पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा मजबूत नहीं था, इसलिए मौसम को प्रभावित नहीं कर पाया। वर्तमान में मौसम को प्रभावित करने वाला कोई सिस्टम नहीं बना है, जिससे दिन व रात में मौसम सामान्य हो गया है। रात में ठंड कम हो गई है। अब तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं। 14 नवम्बर के बाद तापमान में तेज गति से गिरावट आएगी। तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक आ सकता है। वर्तमान में दिन का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है, वह घटकर 25 से 26 डिसे के बीच आ जाएगा। मौसम केन्द्र भोपाल का कहना है कि नवंबर में तापमान में गिरावट आएगी। दिसंबर में शीत लहर की दस्तक होगी।
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निवाड़ी। मध्य प्रदेश के सेतपुरा गांव में बोरवेल में गिरे 5 साल के मासूम प्रहलाद का रेस्क्यू जारी है। बच्चे को बोर में फंसे हुए 48 घंटे बीच चुके है और बच्चे को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। बच्चे को बाहर निकालने के लिए अब तक करीब 65 फीट तक गड्ढा खोदा जा चुका है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक अब भी उसे बाहर निकालने के लिए 8 से 10 घंटे का समय लग सकता है। बोर में फंसे पांच साल के मासूम प्रहलाद तक पहुंचने के लिए अब एनडीआरएफ की टीम 20 फीट की टनल बनाने का काम करेगी। 12 से अधिक एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। लंबे समय से बोर में फंसे होने के कारण बच्चा अब अचेत हो गया है। उसकी ना ही आवाज सुनाई दे रही है और ना ही वो कोई हलचल कर रहा है। ऐसे में प्रहलाद के लिए पूरे प्रदेश में दुआओं का दौर जारी हो है। परिजन पूरी तरह से परेशान हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें? प्रहलाद के यहां गांव वालों का भी तांता लगा हुआ है। गांव वाले भी उसकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। गौरतलब है कि बुधवार सुबह करीब 10 बजे प्रहलाद घर में खेलते-खेलते बगल के अपने खेत में चला गया था। इस दौरान वह अचानक बोरवेल में चला गया। परिजनों को जब जानकारी हुई तो उन्होंने सबसे पहले पुलिस को इसकी सूचना दी।
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निवाड़ी। मध्य प्रदेश के सेतपुरा गांव में बोरवेल में गिरे 5 साल के मासूम प्रहलाद का रेस्क्यू जारी है। बच्चे को बोर में फंसे हुए 48 घंटे बीच चुके है और बच्चे को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। बच्चे को बाहर निकालने के लिए अब तक करीब 65 फीट तक गड्ढा खोदा जा चुका है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक अब भी उसे बाहर निकालने के लिए 8 से 10 घंटे का समय लग सकता है। बोर में फंसे पांच साल के मासूम प्रहलाद तक पहुंचने के लिए अब एनडीआरएफ की टीम 20 फीट की टनल बनाने का काम करेगी। 12 से अधिक एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। लंबे समय से बोर में फंसे होने के कारण बच्चा अब अचेत हो गया है। उसकी ना ही आवाज सुनाई दे रही है और ना ही वो कोई हलचल कर रहा है। ऐसे में प्रहलाद के लिए पूरे प्रदेश में दुआओं का दौर जारी हो है। परिजन पूरी तरह से परेशान हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें? प्रहलाद के यहां गांव वालों का भी तांता लगा हुआ है। गांव वाले भी उसकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। गौरतलब है कि बुधवार सुबह करीब 10 बजे प्रहलाद घर में खेलते-खेलते बगल के अपने खेत में चला गया था। इस दौरान वह अचानक बोरवेल में चला गया। परिजनों को जब जानकारी हुई तो उन्होंने सबसे पहले पुलिस को इसकी सूचना दी।
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ग्वालियर। पश्चिमी विक्षोभ और देश के उत्तरी हिस्से में हो रही बफबारी का असर अब ग्वालियर के मौसम पर दिखाई देने लगा है। शुक्रवार को सुबह छाई धुंध की वजह से 8:30 बजे तक ठंडक महसूस होती रही। उत्तर की ओर से आ रही हवाओं के कारण कंपकपी महसूस हो रही थी। मौसम विभाग के अनुसार हाल में आए बदलाव के कारण दिन के तापमान में हल्की गिरावट आ सकती है। जम्मू कश्मीर का ऊपरी हिस्सा पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित है, जिससे ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। इसी के प्रभाव के चलते बादल नहीं छा रहे हैं और रात का तापमान सामान्य से 2.1 डिसे नीचे चल रहा है। इस वजह से रात में ठंड का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग ने गुरुवार की रात न्यूनतम तापमान 11.7 डिसे रिकार्ड किया। सुबह के समय धुंध होने से धूप का भी प्रभाव नहीं हुआ। सुबह 8:30 बजे तक ठंडक का अहसास होता रहा, जिससे लोगों की सुबह देर से हुई। मौसम विभाग के अनुसार 4 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा भी चल सकती है और धुंध शाम को भी रह सकती है। सबसे कम तापमान उमरिया में बीते 24 घंटों में प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री उमरिया में रिकॉर्ड किया गया। वहीं, राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री रहा, जिसके चलते ठंड का अहसास कुछ कम हुआ।
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भोपाल। राजधानी भोपाल के न्यू मार्केट इलाके में मालवीय नगर और टीटी नगर स्थित दो निजी विज्ञापन एजेंसियों के दफ्तर समेत अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग की अलग-अलग टीमों द्वारा छापामार कार्रवाई शुरू की गई है। फिलहाल कार्रवाई जारी है और आयकर विभाग की टीम दस्तावेज खंगाल रही है। छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित कम्पनी के कार्यालय में भी इसी तरह की कार्रवाई किये जाने की जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की टीम शुक्रवार सुबह पुलिस बल के साथ भोपाल के न्यू मार्केट स्थित विज्ञापन कंपनी व्यापक इंटरप्राइजेस के दफ्तर पहुंची और छापामार कार्रवाई शुरू की। यह कंपनी कांग्रेस के करीबी मुकेश श्रीवास्तव की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस विज्ञापन कंपनी को प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान करोड़ों रुपये के विज्ञापन का ठेका मिला था। कंपनी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक करीबी के साथ पूरे मप्र में विज्ञापनों का बड़ा काम किया था। इसके अलावा दूसरी विज्ञापन एजेंसी विजन फोर्स के दफ्तर पर भी आयकर विभाग की टीम ने छापा है। इसका दफ्तर एमपी नगर में है और इस कंपनी के मालिक संजय प्रकट है। इन दोनों कंपनियों के मालिकों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और टैक्स चोरी की शिकायतें मिलने के बाद आयकर विभाग द्वारा के भोपाल कार्यालय द्वारा यह कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई में कई खुलासे होने संभावना जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग की अलग-अलग टीमें शुक्रवार को सुबह कोविड-19 लिखी हुई गाडिय़ों से दोनों विज्ञापन एजेंसियों के दफ्तर पहुंचे और कार्रवाई शुरू की। व्यापक इंटरप्राइजेस के मालिक मुकेश श्रीवास्तव के घर पर भी कोविड-19 लिखी गाडिय़ों से ही टीम पहुंची है। जानकारी मिली है कि भोपाल में दोनों कंपनियों के करीब 12 ठिकानों पर दबिश दी गई है। फिलहाल, आयकर विभाग की टीम इतवारा, कोटरा, सुलतानाबाद, कोहिफिजा, एयरपोर्ट रोड, शक्ति नगर, हिन्दी भवन के पास, अरेरा कॉलोनी के अलावा एमपी नगर और नेहरू नगर में दोनों एजेंसियों के दफ्तरों और आवास पर छापामार कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा रायपुर में भी मुकेश श्रीवास्तव के दफ्तर पर आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी है और वहां भी दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
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उज्जैन। जिले के कायथा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुंजाखेड़ी में मंगलवार सुबह भाई के साथ बिस्किट लेने जा रहे बच्चे को तेज रफ्तार बोलेरो ने टक्कर मार दी। इस हादसे में बच्चे की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को जांच में लिया। कायथा थाना पुलिस के अनुसार, ग्राम मुंजा खेड़ी निवासी ओंकार सिंह का चार वर्षीय पुत्र नरेंद्र मंगलवार को अपने भाई के साथ बिस्किट लेने के लिए घर से कुछ दूरी पर बनी दुकान पर जा रहा था। उसी दौरान ग्राम काट बड़ोदिया से तेज रफ्तार में कायथा की ओर आ रही बोलेरो ने नरेंद्र को कुचल दिया। दुर्घटना के बाद भाई का शोर सुनकर परिवार और आसपास के लोग एकत्रित हो गए। गंभीर हालत में मासूम को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उज्जैन रेफर किया गया। जिला अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में मासूम की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने बोलेरो चालक को पकड़ लिया था, जिसे पुलिस के सुपुर्द किया गया। पुलिस चौकी ने मर्ग कायम कर बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंपा।
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उज्जैन। जिले के कायथा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मुंजाखेड़ी में मंगलवार सुबह भाई के साथ बिस्किट लेने जा रहे बच्चे को तेज रफ्तार बोलेरो ने टक्कर मार दी। इस हादसे में बच्चे की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को जांच में लिया। कायथा थाना पुलिस के अनुसार, ग्राम मुंजा खेड़ी निवासी ओंकार सिंह का चार वर्षीय पुत्र नरेंद्र मंगलवार को अपने भाई के साथ बिस्किट लेने के लिए घर से कुछ दूरी पर बनी दुकान पर जा रहा था। उसी दौरान ग्राम काट बड़ोदिया से तेज रफ्तार में कायथा की ओर आ रही बोलेरो ने नरेंद्र को कुचल दिया। दुर्घटना के बाद भाई का शोर सुनकर परिवार और आसपास के लोग एकत्रित हो गए। गंभीर हालत में मासूम को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उज्जैन रेफर किया गया। जिला अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में मासूम की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने बोलेरो चालक को पकड़ लिया था, जिसे पुलिस के सुपुर्द किया गया। पुलिस चौकी ने मर्ग कायम कर बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंपा।
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भोपाल। मुध्यप्रदेश में 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप-निर्वाचन के लिए मंगलवार को पूरी सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड-19 की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए मतदान जारी है। मॉकपोल और मतदान के दौरान 92 कंट्रोल यूनिट, 88 बैलेट यूनिट और 284 वीवीपैट खराब पाई गईं। इन मशीनों को तत्काल बदला गया और मतदान शुरू कराया गया। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरुण कुमार तोमर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मतदान के पहले मॉकपोल के लिए 90 मिनट का समय निर्धारित था। मॉकपोल की प्रक्रिया अभ्यार्थियों के एजेंटों की उपस्थिति में संपन्न हुई। मॉकपोल के दौरान 63 कंट्रोल यूनिट, 65 बैलेट यूनिट एवं 196 वीवीपेट खराब पाई गई, जिन्हें बदला गया। इसके बाद सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। मतदान के दौरान खराब हुई 29 बैलेट यूनिट, 23 कन्ट्रोल यूनिट एवं 88 वीवीपेट को बदला गया। इस प्रकार कुल 92 कंट्रोल यूनिट, 88 बैलेट यूनिट और 284 वीवीपैट को बदलकर मतदान सुचारू कराया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में प्रात: 9 बजे तक मतदान का औसत प्रतिशत 11.67 रहा। प्रात: 11 बजे की स्थिति में मतदान का औसत प्रतिशत 26.57 रहा। दोपहर 1 बजे तक 42.71 प्रतिशत औसत मतदान हुआ।
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भोपाल। मुध्यप्रदेश में 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप-निर्वाचन के लिए मंगलवार को पूरी सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड-19 की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए मतदान जारी है। मॉकपोल और मतदान के दौरान 92 कंट्रोल यूनिट, 88 बैलेट यूनिट और 284 वीवीपैट खराब पाई गईं। इन मशीनों को तत्काल बदला गया और मतदान शुरू कराया गया। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरुण कुमार तोमर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मतदान के पहले मॉकपोल के लिए 90 मिनट का समय निर्धारित था। मॉकपोल की प्रक्रिया अभ्यार्थियों के एजेंटों की उपस्थिति में संपन्न हुई। मॉकपोल के दौरान 63 कंट्रोल यूनिट, 65 बैलेट यूनिट एवं 196 वीवीपेट खराब पाई गई, जिन्हें बदला गया। इसके बाद सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। मतदान के दौरान खराब हुई 29 बैलेट यूनिट, 23 कन्ट्रोल यूनिट एवं 88 वीवीपेट को बदला गया। इस प्रकार कुल 92 कंट्रोल यूनिट, 88 बैलेट यूनिट और 284 वीवीपैट को बदलकर मतदान सुचारू कराया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में प्रात: 9 बजे तक मतदान का औसत प्रतिशत 11.67 रहा। प्रात: 11 बजे की स्थिति में मतदान का औसत प्रतिशत 26.57 रहा। दोपहर 1 बजे तक 42.71 प्रतिशत औसत मतदान हुआ।
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भोपाल। मुध्यप्रदेश में 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप-निर्वाचन के लिए मंगलवार को पूरी सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड-19 की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए मतदान जारी है। मॉकपोल और मतदान के दौरान 92 कंट्रोल यूनिट, 88 बैलेट यूनिट और 284 वीवीपैट खराब पाई गईं। इन मशीनों को तत्काल बदला गया और मतदान शुरू कराया गया। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरुण कुमार तोमर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मतदान के पहले मॉकपोल के लिए 90 मिनट का समय निर्धारित था। मॉकपोल की प्रक्रिया अभ्यार्थियों के एजेंटों की उपस्थिति में संपन्न हुई। मॉकपोल के दौरान 63 कंट्रोल यूनिट, 65 बैलेट यूनिट एवं 196 वीवीपेट खराब पाई गई, जिन्हें बदला गया। इसके बाद सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। मतदान के दौरान खराब हुई 29 बैलेट यूनिट, 23 कन्ट्रोल यूनिट एवं 88 वीवीपेट को बदला गया। इस प्रकार कुल 92 कंट्रोल यूनिट, 88 बैलेट यूनिट और 284 वीवीपैट को बदलकर मतदान सुचारू कराया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में प्रात: 9 बजे तक मतदान का औसत प्रतिशत 11.67 रहा। प्रात: 11 बजे की स्थिति में मतदान का औसत प्रतिशत 26.57 रहा। दोपहर 1 बजे तक 42.71 प्रतिशत औसत मतदान हुआ।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में नवम्बर की शुरुआत के साथ ही सर्दी के तेवर तीखे हो गए हैं। पिछले आठ साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब नवम्बर के पहले सप्ताह में ठंड के तेवर इतने तीखे हैं। राजधानी भोपाल में भी सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। दिन के समय भी अब ठंड का अहसास हो रहा है। वहीं, सुबह और रात के समय गर्म कपड़ों की जरुरत महसूस हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो पिछले दिनों उत्तर भारत में हुई बर्फबारी से पहाड़ी क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पडऩे लगी है। वहां से आ रही सर्द हवाओं ने राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश इलाकों में अचानक ठंड बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों ने अगले तीन-चार दिन में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट होने की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आरके अग्रवाल ने बताया कि अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में उत्तर और उत्तर-पश्चिम हवाएं 10 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हैं। उत्तर भारत में ठंड का प्रभाव काफी बढ़ गया है। वहां से आ रही सर्द हवाओं से दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। अगले तीन-चार दिन में तापमान में और गिरावट होने के आसार हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में नवम्बर की शुरुआत के साथ ही सर्दी के तेवर तीखे हो गए हैं। पिछले आठ साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब नवम्बर के पहले सप्ताह में ठंड के तेवर इतने तीखे हैं। राजधानी भोपाल में भी सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। दिन के समय भी अब ठंड का अहसास हो रहा है। वहीं, सुबह और रात के समय गर्म कपड़ों की जरुरत महसूस हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो पिछले दिनों उत्तर भारत में हुई बर्फबारी से पहाड़ी क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पडऩे लगी है। वहां से आ रही सर्द हवाओं ने राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश इलाकों में अचानक ठंड बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों ने अगले तीन-चार दिन में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट होने की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आरके अग्रवाल ने बताया कि अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में उत्तर और उत्तर-पश्चिम हवाएं 10 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हैं। उत्तर भारत में ठंड का प्रभाव काफी बढ़ गया है। वहां से आ रही सर्द हवाओं से दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। अगले तीन-चार दिन में तापमान में और गिरावट होने के आसार हैं।
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देवास। मध्यप्रदेश के देवास जिले में जहां कोरोना के लगातार नये मामले सामने आ रहे हैं तो वहीं पुराने मरीज तेजी से स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहे हैं। इसी क्रम में अब जिले में कोरोना के सात नये मरीज सामने आए हैं, जबकि 12 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंचे हैं। देवास के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने बताया कि जिले में रविवार को 509 सैम्पल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें सात नये लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जबकि 502 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि रविवार को जिले में 12 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर अपने घर रवाना किया गया। सभी मरीजों ने जाते समय जिला प्रशासन, अस्पताल के सभी चिकित्सक, कर्मचारी विशेष रूप से कोरोना वार्ड के ड्यूटी डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। चिकित्सकों द्वारा मरीजों से शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने और सभी परिचितों को कोविड जैसे लक्षण दिखाई देने या बीमार होने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करने की सलाह दी। डिस्चार्ज हो रहे मरीजों को अस्पताल की ओर से व्यक्तिगत सुरक्षा किट दी गई तथा उन्हें घरेलू एकांतवास में रहने की सलाह दी गई। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि जिले में अब तक कुल 1883 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें से अभी तक 1832 मरीज सफल उपचार के बाद कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। जिले में अब सक्रिय मरीज 28 है, जिनका उपचार चल रहा है। वहीं, जिले में अब तक कोरोना से 23 लोगों की मृत्यु हुई है। जिले में अब तक का कोविड-19 रिकवरी रेट 97.29 प्रतिशत तथा मोर्टीलिटी (मृत्युदर) 1.22 प्रतिशत है।
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खंडवा। खंडवा जिले के बगमार रेलवे स्टेशन पर रविवार को बड़ा हादसा टल गया। यहां स्टेशन पर खड़ी कोयले से भरी मालगाड़ी में के दो वैगनों पर आग लग गई। घटना के वक्त स्टेशन पर कोई यात्री गाड़ी खड़ी नहीं थी जिससे बड़ा हादसा टल गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दो गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। फिलहाल आग लगने के कारण अज्ञात है, पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। जानकारी अनुसार रविवार सुबह करीब 10 बजे बगमार स्टेशन पर कोयले भरी मालगाड़ी के दो डिब्बों से आग लग गई। वैगन से आग की लपटें और धुंआ निकलते देख स्टेशन मास्टर ने तुरंत फायर ब्रिगेड और बोरगांव चौकी पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही तुरंत पंधाना और बोरगांव चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड की मदद पर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। मौके पर खंडवा और पंधाना से दो अग्निशामक वाहन बुलवाये गए, जिन्होंने करीब 3 घन्टे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि स्टेशन पर कोई यात्री ट्रेन खड़ी नहीं थी जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
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भोपाल। रेल प्रशासन द्वारा डॉक्टर अम्बेडकर नगर-श्री माता वैष्णव देवी कटरा के बीच आगामी नौ नवम्बर से अगली सूचना तक त्रि-साप्ताहिक (सप्ताह में तीन दिन) सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। यह गाड़ी भोपाल मण्डल के संत हिरदाराम नगर, भोपाल, विदिशा, गंजबासौदा, बीना स्टेशनों पर हाल्ट लेकर गंतव्य को जाएगी। भोपाल रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 02919 डॉक्टर अम्बेडकर नगर - श्री माता वैष्णव देवी कटरा (त्रि-साप्ताहिक) सुपरफास्ट स्पेशल आगामी नौ नवम्बर से अगली सूचना तक प्रति सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को डॉक्टर अम्बेडकर नगर स्टेशन से अपरान्ह 11.50 बजे रवाना होकर शाम 4.58 बजे संत हिरदाराम नगर, 5.20 बजे भोपाल, 6.08 बजे विदिशा, 6.40 बजे गंजबासौदा, 7.35 बजे बीना होते हुए अगले दिन शाम को 6.30 बजे श्री माता वैष्णव देवी कटरा स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 02920 श्री माता वैष्णव देवी कटरा-डॉक्टर अम्बेडकर नगर (त्रि- साप्ताहिक) सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस आगामी 11 नवम्बर से अगली सूचना तक प्रति बुधवार, शुक्रवार एवं रविवार को श्री माता वैष्णव देवी कटरा स्टेशन से सुबह 06.55 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 05.10 बजे बीना, 05.49 बजे गंजबासौदा, 06.16 बजे विदिशा, 07.20 बजे भोपाल, 08.03 बजे संत हिरदाराम नगर होते हुए इसी दिन दोपहर में 1.15 बजे डॉक्टर अम्बेडकर नगर स्टेशन पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन दोनों दिशाओं में इंदौर, देवास, उज्जैन, मक्सी, बेरछा, अकोदिया, शुजालपुर, कालापीपल, सिहोर, संत हिरदाराम नगर, भोपाल, विदिशा, गंजबासौदा, बीना, ललितपुर, बबीना, झांसी, दतिया, डबरा, ग्वालियर, मुरैना, धौलपुर, आगरा कैंट, मथुरा, कोसीकलां, पलवल, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, हजरत निजामुद्दीन, नई दिल्ली, सोनोपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला कैंट, सरहिन्द, खन्ना, लुधियाना, जालंधर कैंट, दसुया, मुकरियां, पठानकोट कैंट, कठुआ, जम्मूतवी, राम नगर, ऊधमपुर, एवं चक रखवाल स्टेशनों पर रुकेगी। इस ट्रेन में 01 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 06 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 08 शयनयान श्रेणी, 04 सामान्य श्रेणी, 01 बफेट कार एवं 02 एसएलआर सहित कुल 22 डिब्बे रहेंगे। रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यह गाड़ी पूर्णत: आरक्षित है, इसलिए इसमें कन्फर्म टिकट होने पर ही यात्रा करें।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। सितम्बर और अक्टूबर के शुरुआती दिनों में यह संख्या 400 के पार पहुंच रही थी, वह अब 100 से नीचे आ गई है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 89 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 34,042 और मृतकों की संख्या 482 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 3994 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 89 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,042 हो गई है। वहीं, इंदौर में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 682 हो गई है। हालांकि, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 30,531 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2829 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। इंदौर में कोरोना का रिकवरी रेट 90 फीसदी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। सितम्बर और अक्टूबर के शुरुआती दिनों में यह संख्या 400 के पार पहुंच रही थी, वह अब 100 से नीचे आ गई है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 89 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 34,042 और मृतकों की संख्या 482 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 3994 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 89 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,042 हो गई है। वहीं, इंदौर में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 682 हो गई है। हालांकि, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 30,531 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2829 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। इंदौर में कोरोना का रिकवरी रेट 90 फीसदी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। सितम्बर और अक्टूबर के शुरुआती दिनों में यह संख्या 400 के पार पहुंच रही थी, वह अब 100 से नीचे आ गई है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 89 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 34,042 और मृतकों की संख्या 482 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 3994 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 89 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,042 हो गई है। वहीं, इंदौर में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां मृतकों की संख्या 682 हो गई है। हालांकि, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 30,531 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2829 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। इंदौर में कोरोना का रिकवरी रेट 90 फीसदी है।
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कटनी। शहरी लोक परिवहन कम्पनी दीनदयाल कटनी बस सर्विसेस द्वारा कटनी नगर बस सेवा की इन्टर और इन्ट्रा सर्विसेस अगले जनवरी माह से शुरु की जायेगी। प्रथम चरण के क्लस्टर में 6 रुटों पर सूत्र बस सेवा संचालन के लिये बस ऑपरेटर विश्वास इन्टरप्राईजेज देवास से अनुबंध किया जा रहा है। इस आशय की जानकारी गुरुवार को कलेक्टर शशिभूषण सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न शहरी लोक परिवहन कम्पनी की निदेशक मण्डल की बैठक में दी गई। इस मौके पर आयुक्त नगर निगम सतेन्द्र धाकरे, एसडीएम बलबीर रमन, सीएसपी एस.के. शुक्ला, यातायात निरीक्षक राघवेन्द्र भार्गव, चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर बस सर्विसेस योगेश पवार, परिवहन अधिकारी महेशदत्त मिश्रा मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर को कम्पनी का अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक मनोनीत करते हुये 6 सदस्यीय निदेशक मण्डल का पुर्नगठन किया गया। कम्पनी के कामकाज संचालन के लिये आयुक्त नगर निगम को 10 लाख तक और अध्यक्ष प्रबंध निदेशक को 50 लाख रुपये तक के वित्तीय अधिकार भी प्रत्यायोजित किये गये। बैठक में बताया गया कि झिंझरी में बस स्टेण्ड के निर्माण के लिये भूमि आवंटन कर शासन को 5 करोड़ रुपये का प्रस्ताव निर्माण के लिये भेजा गया है। शहर में इन्ट्रासिटी बस के मार्गों पर 26 बस स्टॉप बनाने भूमि का चिन्हांकन कर बस स्टेण्ड निर्माण के लिये 10 वर्षों के अनुबंध पर निविदा जारी कर दी गई है। शहरी बस स्टॉप एवं बस स्टैण्ड पर पीपीपी मोड पर वॉटर एटीएम और बैंक एटीएम भी स्थापित किये जायेंगे। कम्पनी को डीयूटीएफ फण्ड में 2 करोड़ 16 लाख रुपये की राशि आवंटित की गई है। जिसमें यातायात सुधार और ब्लैक स्पॉट के परिशोधन के लिये झिंझरी से पीरबाबा ब्रिज तक रोड लाईन मार्किंग, डेलीनेटर, आरपीएम, फ्लेक्सिबल मीडियन मार्कर, रोड साईनेज लगवाने के विभिन्न कार्यों के लिये 39 लाख 38 हजार की स्वीकृति दी गई है। दीनदयाल कटनी बस सर्विसेस लिमिटेड द्वारा क्लस्टर के प्रथम चरण में 6 रुटों पर इन्ट्रा और इन्टर बस सर्विस के लिये अनुबंध की कार्यवाही की जा रही है। इनमें कटनी से इन्दौर, कटनी से छिंदवाड़ा, कटनी से कान्हा, कटनी से बालाघाट, अन्तर शहरी एसी स्टेण्डर्ड बस सर्विस और शहर में बस स्टेण्ड से चाका से पिपरौंध और बिलहरी से कटनी बस स्टेण्ड की इन्टर बस सेवा के लिये विश्वास ट्रान्सपोर्ट देवास से अनुबंध किया जा रहा है। कम्पनी द्वारा भविष्य में द्वितीय क्लस्टर में 8 रुटों पर नगर बस सेवायें प्रस्तावित की गई हैं। जिनमें कटनी से कैमोर, कटनी से रीठी, कटनी से बड़वारा, कटनी से बहोरीबंद, कटनी जंक्शन से चाका, बस स्टेण्ड से निवार, जुहला से एनकेजे और रेल्वे स्टेशन कटनी से रेल्वे स्टेशन-पिपरौंध शामिल हैं। ट्रान्सपोर्ट नगर में शीघ्र शिफ्टिंग करायें : कलेक्टर नगर निगम, एसडीएम, यातायात पुलिस की संयुक्त बैठक में कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने कटनी शहर में सुगम, सुरक्षित यातायात के संबंध में अधिकारियों से सुझाव लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शहर के व्यवस्थित यातायात के लिये ट्रान्सपोर्ट नगर में ट्रान्सपोर्टर्स की शीध्र शिफ्टिंग करायें। एसडीएम कटनी और नगर निगम तथा यातायात प्रभारी ट्रान्सपार्ट व्यवसायिकों से पहल कर उन्हें ट्रान्सपोर्ट नगर भेजें। कलेक्टर ने कहा कि ट्रान्सपोर्ट नगर शहर के समीप और पानी, बिजली, सड़क, पार्क और शौचालय की आवश्यक सुविधाओं से परिपूर्ण हो चुका है। नगर निगम द्वारा 60 ट्रान्सपोर्ट व्यवसायिकों के प्लाटों की रजिस्ट्री भी कराई जा चुकी है। कलेक्टर सिंह ने यातायात प्रभारी के सुझाव पर लोडर एवं अन्य बड़े वाहनों की पार्किंग तिलक राष्ट्रीय स्कूल के पीछे के मैदान में कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस और नगर निगम के अधिकारी शहर के सुव्यवस्थित और सुगम यातायात के लिये प्रस्ताव बनायें।
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ग्वालियर। ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित औषधीय विभाग में पदस्थ लिपिक को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। बताया गया है कि यह रिश्वत ड्रग इंस्पेक्टर ने दवा मार्केटिंग का लाइसेंस बनवाने के एवज में फरियादी से रिश्वत की मांग की थी, जिसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की गई थी। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है। लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, जिले के ग्राम लधेड़ी निवासी महेन्द्र पाल ने शिकायत करते हुए बताया कि उसने दवा मार्केटिंग का लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया था। इसके लिए उसने 3150 रुपये की रसीद बनवाई और जब वह कलेक्ट्रेट स्थित औषधीय विभाग पहुंचा तो वहीं उसकी मुलाकात ड्रग इस्पेंटर अजय ठाकुर से हुई। उन्होंने लाइसेंस बनाने के एवज में 30 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। इसके बाद कई दिनों तक उनके बीच पैसे के लेन-देन को लेकर बातचीत हुई और अंत में 25 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। फरियादी महेन्द्र पाल ने आफिस आकर पैसे देने की बात कही तो ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर ने उसे आफिस आने से मना कर दिया और कहा कि मैं तुम्हारे पास आकर पैसे ले लूंगा। फरियादी ने अपनी शिकायत के साथ इस बातचीत की रिकार्डिंग भी लोकायुक्त को सौंपी। इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार को योजना बनाकर महेन्द्र पाल को पैसे देने के लिए औषधीय कार्यालय भेजा, लेकिन वहां ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर नहीं मिले तो उसने फोन पर बातचीत की। इसके बाद उन्होंने आफिस के लिपिक अयूब खान को पैसे देने की बात कही। फरियादी ने पैसे लिपिक को दिये, उसी समय लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर उसे 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर और लिपिक अयूब खान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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भोपाल। मानसून की विदाई के बाद अब पूरे मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में ठंड ने दस्तक दे दी है। वहीं मौसम लगातार अपने रंग बदलता नजर आ रहा है। कभी एकदम से दिन में उमस तो कभी गुलाबी ठंड देखने को मिल रही है। यह पहली बार ही है कि अक्टूबर का महीना खत्म होने जा रहा है और दिन में अभी भी तेज धूप हो रही है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण जब तक कश्मीर घाटी और उत्तराखंड में बर्फबारी या बारिश नहीं होगी, तब तक मध्यप्रदेश में तापमान सामान्य से कम नहीं होगा। माना जा रहा है कि दिवाली के बाद दिन का तापमान सामान्य से कम होने का अनुमान है। इसके बाद ही दिन में ठंडक महसूस होनी शुरु हो जाएगी। बात तापमान की करें तो यहां पर रात का तापमान 17 डिग्री से कम और सामान्य रहा। ठंडी हवा के चलने के कारण लोगों को गुलाबी ठंड महसूस होने लगी है। दिन का तापमान सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा हो रहा है। दिन में धूप तेज हो रही है। मौसम वैज्ञानिक कहते हैं कि ऐसा मौसम 15 नवंबर तक बना रह सकता है। दिन में ठंडक दीपावली के बाद ही संभव है। रात का तापमान 16.8 डिग्री दर्ज किया गया। बीते दिन का तापमान 32.8 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा रहा।
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जबलपुर। वेटरनरी कॉलेज कैंपस में दिखाई दिये तेंदुए को पकड़ने के लिए लगाए गए ट्रैप कैमरों में बुधवार सुबह तक भी तेंदुए की तस्वीर रिकॉर्ड नहीं हो सकी है। कैमरों में कुत्तों, मवेशियों की तस्वीरें ही हैं। इसके बावजूद वन अधिकारियों को उम्मीद है कि तेंदुए को जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा। वन परिक्षेत्र अधिकारी पीएल बरकड़े ने बताया कि रविवार-सोमवार की रात को वेटरनरी कॉलेज कैंपस की स्माल एनिमल रिसर्च लैब में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुआ की तस्वीरें आईं हैं। इस आधार पर वेटरनरी कॉलेज प्रबंधन ने वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग अब कॉलेज कैंपस से तेंदुआ को पकड़ने के प्रयास कर रहा है। कॉलेज कैंपस में ट्रैप कैमरे लगाने के साथ ही एक पिंजरा भी रखा गया है। मंगलवार-बुधवार की रात ट्रैप कैमरों में तेंदुआ की आवाजाही होती दर्ज नहीं हुई, लेकिन कुछ कुत्तों की तस्वीरें जरूर आईं हैं। इधर, इस बारे में कान्हा नेशनल पार्क के वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. संदीप अग्रवाल का कहना है कि वेटरनरी कॉलेज कैंपस में तेंदुआ आने की खबर पाकर अब यहां लोगों की आवाजाही होने लगी है। इससे तेंदुए को पकड़ने के काम में परेशानी आ रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक-दो दिनों में कॉलेज कैंपस से तेंदुए को जरूर पकड़ लेंगे।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के नये मरीजों की संख्या लगातार कमी देखने को मिल रही है। सितम्बर और अक्टूबर के शुरुआती दिनों में यह संख्या 400 के पार पहुंच रही थी, वह अब 150 से नीचे आ गई है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 148 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 33,719 हो गई है। राहत की खबर यह है कि इंदौर में लगातार दूसरे दिन कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है। यहां अब तक कोरोना से 469 लोगों की मौत हुई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 5350 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 148 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 33,719 हो गई है। हालांकि, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 29,799 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3241 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। इंदौर में कोरोना का रिकवरी रेट 88.37 है। प्रभारी सीएमएचओ के मुताबिक, शहर में 24 मार्च को कोरोना से पहली मौत हुई थी, उसके बाद से इन सात महीनों में 2 से लेकर 7 मौतें तक दर्ज हुईं, लेकिन कोरोना का असर कम हो रहा है और नये मरीजों की संख्या घटने का साथ मृतकों की संख्या शून्य पर आ गई है। यहां दो दिन से एक भी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई है। इंदौर का कोरोना से मृत्यु की दर 2.02 फीसदी है।
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छिंदवाड़ा। रेल मंत्रालय द्वारा किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और ट्रांसपोर्ट आसान करने के मकसद से किसान ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार सुबह 5.00 बजे छिंदवाड़ा स्टेशन से हावड़ा के लिए रवाना हुई। यह ट्रेन नागपुर होते हुए हावड़ा पहुंचेगी। जानकारी के मुतािबक, इस ट्रेन के लिए छिंदवाड़ा से किसानों द्वारा 40 टन माल की बुकिंग की गई, जबकि सौसर में दस टन माल बुक किया गया। इस ट्रेन में 4 वीपी तथा 12 जीएस डिब्बे हैं। वीपी में 23, एसएलआर में 8 तथा जीएस डिब्बों में 10 टन माल बुक किया जा सकता है। इस ट्रेन के शुरू होते ही भाजपा और कांग्रेस के बीच श्रेय लेने की होड़ भी शुरू हो गई है। क्षेत्र के सांसद और कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि उनके प्रयास से ये ट्रेन शुरू हुई है। वहीं, भाजपा ने इसकी श्रेय लेकर केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया है। भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन व सहयोग से केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, जिले के प्रभारी सांसद कैलाश सोनी के प्रयासों से छिन्दवाड़ा जिले से हावड़ा (कलकत्ता) प्रथम किसान ट्रेन का शुभारंभ हुआ है। ये ट्रेन जिले व आसपास के कृषकों के लिये मील का पत्थर साबित होगी। जिले के किसान देश के कोने-कोने में सब्जियां व फल भेज सकेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, के साथ ही रात भर जागकर ट्रेन के लिये कार्यरत कर्मचारियों का आभार जताया है। ट्रेन के शुभारम्भ अवसर पर जोनल सदस्य सत्येन्द्र ठाकुर,किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय सक्सेना जी नागपुर से आये डीसीएम अनुराग सिंह, स्टेशन प्रबंधक संतोष श्रीवास, जीसीआई अजीत कुमार, रेल्वे के सचिव राजकिशोर तिवारी, हेल्थ इंस्पेक्टर आशीष अल्डक, जागेन्द्र सोलंकी व अन्य रेल अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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भोपाल । राज्य निर्वाचन आयोग का मुख्य उद्देश्य है कि चुनाव में पात्र व्यक्ति मतदान से वंचित नहीं रहे और अपात्र व्यक्ति मतदान नहीं कर सके। यह बात राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने मंगलवार को वर्ष 2019 बैच के प्रोबेशनर्स आई.ए.एस. के लिए आयोग में आयोजित ब्रीफिंग सत्र में कही। सिंह ने कहा कि आगामी महीनों में होने वाले नगरीय निकाय और पंचायत निर्वाचन में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि यहां दी जा रही जानकारी को गंभीरता से लें। कोई संदेह हो तो उसे दूर कर लें। सिंह ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के लिए नगरीय निकाय और पंचायत निर्वाचन महत्वपूर्ण होते हैं। आयोग का गठन वर्ष 1994 में हुआ है। यह स्वायत्त संस्था है। आयोग लगभग 4 लाख पदों के लिए निर्वाचन करवाता है। इसमें महापौर, अध्यक्ष, पार्षद, जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, सरपंच और पंच के पद शामिल हैं। ब्रीफिंग सत्र में आयोग में अवर सचिव प्रदीप शुक्ला ने नगरीय निकायों की चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी। अपर सचिव राजेश यादव ने ईव्हीएम और दीपक नेमा ने निर्वाचन से संबंधित विभिन्न आईटी एप्लीकेशन की जानकारी दी। इस दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दुर्गविजय सिंह, ओएसडी श्रीमती सुनीता त्रिपाठी, उप सचिव अरूण परमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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भोपाल । राज्य निर्वाचन आयोग का मुख्य उद्देश्य है कि चुनाव में पात्र व्यक्ति मतदान से वंचित नहीं रहे और अपात्र व्यक्ति मतदान नहीं कर सके। यह बात राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने मंगलवार को वर्ष 2019 बैच के प्रोबेशनर्स आई.ए.एस. के लिए आयोग में आयोजित ब्रीफिंग सत्र में कही। सिंह ने कहा कि आगामी महीनों में होने वाले नगरीय निकाय और पंचायत निर्वाचन में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि यहां दी जा रही जानकारी को गंभीरता से लें। कोई संदेह हो तो उसे दूर कर लें। सिंह ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के लिए नगरीय निकाय और पंचायत निर्वाचन महत्वपूर्ण होते हैं। आयोग का गठन वर्ष 1994 में हुआ है। यह स्वायत्त संस्था है। आयोग लगभग 4 लाख पदों के लिए निर्वाचन करवाता है। इसमें महापौर, अध्यक्ष, पार्षद, जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, सरपंच और पंच के पद शामिल हैं। ब्रीफिंग सत्र में आयोग में अवर सचिव प्रदीप शुक्ला ने नगरीय निकायों की चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी। अपर सचिव राजेश यादव ने ईव्हीएम और दीपक नेमा ने निर्वाचन से संबंधित विभिन्न आईटी एप्लीकेशन की जानकारी दी। इस दौरान राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दुर्गविजय सिंह, ओएसडी श्रीमती सुनीता त्रिपाठी, उप सचिव अरूण परमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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भोपाल। अक्टूबर माह के अंत में भले ही रात में गुलाबी ठंड का अहसास हो रहा है, लेकिन नवंबर में ठंड के तेवर काफी तीखे होने के संकेत मिले हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रशांत महासागर में ला-निना प्रभाव दिखने लगा है। इसके असर से नवंबर-दिसंबर माह में मध्य प्रदेश में भी जबरदस्त ठंड पड़ेगी। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने मंगलवार को बताया कि ला-निना धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है। इसके असर से बेहतर ठंड के मौसम के लिए अनुकूल पश्चिमी विक्षोभ के आने की संख्या तो बढ़ेगी। साथ ही वे अधिक तीव्रता वाले होंगे। इससे नवंबर-दिसंबर माह में उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बरसात के साथ जबरदस्त बर्फबारी होगी। पहाड़ों पर बर्फ जमने से सर्द उत्तरी हवाएं ठंड में इजाफा करेंगी। क्या है अल-निनो और ला-निनामौसम विज्ञानी शुक्ला ने बताया कि अल-निनो प्रभाव मध्य एवं पूर्वी प्रशांत महासागर और में हवा एवं समुद्र की सतह के तापमान में अनियमितता के कारण भूमध्य रेखीय एवं उप भूमध्य रेखीय क्षेत्र के मौसम पर असर डालता है। यह दक्षिण-पश्चिम मानसून पर विपरीत प्रभाव डालता है। इसके विपरीत ला-निना के प्रभाव का कारण समुद्री सतह का तापमान पूर्वी प्रशांत महासागर के सामान्य तापमान से कम होना होता है। इसका प्रभाव भी भूमध्य रेखीय एवं उप भूमध्य रेखीय क्षेत्र में पड़ता है। जनवरी में भी रहेगा असरउन्होंने बताया कि नवंबर-दिसंबर माह में ठंडे भूमध्य रेखीय समुद्र सतही तापमान के कारण मध्यम ला-निनों की संभावना है। इसका प्रभाव-जनवरी-2021 में रहने की संभावना है। सामान्य तौर पर ला-निनो कोल्ड विंटर के लिए जाना जाता है। इसके प्रभाव से वायुमंडलीय हवा के ऊपरी भाग के पैटर्न में बदलाव के आसार हैं। जिसके कारण पश्चिमी विक्षोभ की संख्या में वृद्धि होगी। इससे उत्तर भारत में वर्षा तथा बर्फबारी की आवृति अधिक होगी। इस वजह से उत्तर-पश्चिमी भारत एवं मप्र में उत्तरी हवाओं के आने के कारण कड़ाके की ठंड पडऩे की संभावना है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में मंगलवार तडक़े जब लोग अपने घरों में सो रहे थे, तभी हल्के भूकम्प के झटके महसूस किये गये। इससे लोगों में हडक़म्प का माहौल उत्पन्न हो गया और लोग घरों से निकलकर बाहर आ गये। भोपाल मौसम विभाग के विज्ञानी वेदप्रकाश सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सिवनी जिले के 21.92 उत्तरी अक्षांश 79.50 पूर्वी देशांतर के निकट 3.3 रिक्टर तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। भूकंप का केंद्र (एपी सेंटर) 15 किलोमीटर गहराई में स्थित था। हालांकि, इस भूकंप से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक, जिले के डूंडासिवनी नगर सहित आसपास के इलाकों में मंगलवार को तडक़े करीब चार बजे हिस्सों में भूकंप जैसे कम्पन झटके महसूस किए गए। इस दौरान अपने घरों में गहरी नींद में सो रहे लोगों को तेज आवाज के साथ धरती हिलने का अहसास हुआ और वे घबराकर घरों से बाहर आ गये। इसके बाद झटकों से नाराज लोग डूंडासिवनी थाने के सामने इकट्ठे हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। लोगों का कहना है कि शहर में बढ़ते भूकंप के झटकों का कारण पता लगाने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि सिवनी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कंपन के झटके महसूस होने का सिलसिला तीन माह से चल रहा है। लोगों का कहना है कि लगातार महसूस किए जा रहे झटकों से घर व भवन को नुकसान होने की संभावना बनी हुई है। कई लोगों का दावा है कि झटकों से घर के ऊपरी हिस्से की दीवारों में गहरी दरारें आ रही हैं। हालाकि, अब तक झटकों से कोई बड़े नुकसान की बात सामने नहीं आई है। इससे पहले 5 सितम्बर को सुबह 11.37 फिर दोपहर करीब डेढ़ बजे दो बार भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए थे। फिर अगस्त माह में भी लोगों ने 4 से 5 बार कम्पन महसूस किया। मंगलवार को फिर यहां भूकम्प के झटके महसूस हुए। इससे लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है और वे सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम में ठंडक महसूस की जाने लगी है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार की रात से मौसम में गिरावट दर्ज की गई। शाम ढलने के बाद तीन घंटे के अंदर पारा 7.2 डिग्री तक लुढक़ा। जहां शाम 5:30 बजे पारा 30.2 था, वही रात 8:30 बजे तक 23 डिग्री तक पहुंचा। जबकि प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस नौगॉव, दमोह, दतिया में दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आसमान से बादल भी छंट गए हैं और रात के वक्त हवा का रुख भी बदल चुका है। इस वजह से तापमान तेजी से लुढक़ा है। आने वाले दिनों में तापमान में और ज्यादा गिरावट आ सकती है। जिसके कारण मौसम में रूखापन महसूस किया जाएगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण अरब सागर से नमी आ रही थी। इसलिए हवा का रुख पूर्वी बना हुआ था। इसी वजह से बादल छाए हुए थे और यही कारण है कि रात में पारा नहीं गिर रहा था। शनिवार को न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज हुई, लेकिन इस बढ़ोतरी से रात में होने वाली ठंडक पर असर नहीं पड़ा। रात में ठंडक बरकरार रही। साथ ही सुबह हलकी धुंधी भी छाई रही है। न्यूनतम तापमान 17.3 डिसे रिकार्ड हुआ। सामान्य से 0.9 डिसे अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय के ऊपर से गुजरने पर अंचल में फिर से बादल छा सकते हैं। ग्वालियर- चंबल संभाग में बारिश की संभावनाबंगाल की खाड़ी में अति कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अफगानिस्तान से होते हुए एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। पश्चिमी विक्षोभ की बंगाली खाड़ी के सिस्टम की वजह से गति धीमी हो गई है। कम दवाब का क्षेत्र पूर्वोत्तर राज्यों की ओर बढ़ेगा, उसी दौरान पश्चिमी विक्षोभ हिमालय से गुजरेगा। इस वजह से अंचल के मौसम में बदलाव आएगा। 25 व 26 अक्टूबर को मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी में बारिश के आसार बन सकते हैं, लेकिन ग्वालियर में बादल छाने के आसार रहेंगे। बादल छाने पर रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। जब आसमान साफ होगा, उसके बाद ग्वालियर में फिर से तापमान में गिरवाट आएगी।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों और इस महामारी से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 271 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 33,054 और मृतकों की संख्या 674 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 5477 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 271 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 33,054 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से छह लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 674 हो गई है। हालांकि, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 28,901 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3479 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। रेल प्रशासन द्वारा भोपाल-प्रतापगढ़-भोपाल के बीच त्रि-साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस स्पेशल चलाने का निर्णय लिया है। यह स्पेशल ट्रेन रविवार, 25 अक्टूबर से आगामी सूचना अपने नियमित गाड़ी संख्या की निर्धारित समय-सारणी के अनुसार चलाई जाएगी। भोपाल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 02183 भोपाल-प्रतापगढ़ (त्रि-साप्ताहिक) सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस रविवार, 25 अक्टूबर से अगली सूचना तक प्रति मंगलवार, शुक्रवार एवं रविवार को भोपाल स्टेशन से शाम 7.15 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 09.00 बजे प्रतापगढ़ स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 02184 प्रतापगढ़- भोपाल (त्रि- साप्ताहिक) सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस सोमवार, 26 अक्टूबर से अगली सूचना तक प्रति सोमवार, बुधवार एवं शनिवार को प्रतापगढ़ स्टेशन शाम 7.10 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 08.50 बजे भोपाल स्टेशन पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन नियमित गाड़ी संख्या 12183/12184 भोपाल-प्रतापगढ़-भोपाल एक्सप्रेस की निर्धारित समय-सारणी एवं दिन के अनुसार चलेगी। यह स्पेशल ट्रेन दोनों दिशाओं में विदिशा, बीना, ललितपुर, झांसी, उरई, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ, रायबरेली, जैस एवं अमेठी स्टेशनों पर रुकेगी। इस ट्रेन में 01 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 04 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 12 शयनयान श्रेणी, 04 सामान्य श्रेणी, 02 एसएलआर/डी सहित कुल 23 डिब्बे रहेंगे।
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उज्जैन। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एनपी सिंह के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उज्जैन के भैरवगढ़ स्थित केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में गुरुवार को खुली बार्गेनिंग लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान केन्द्रीय जेल के 36 विचाराधीन कैदियों द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर उनकी रिहाई के आदेश जारी किये गये। जिला विधिक सहायता अधिकारी दिलीपसिंह मुझाल्दा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय जेल में आयोजित लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन बन्दियों के लगभग 70 प्रकरणों को रखा गया, जिसमें से 30 प्रकरणों में 36 विचाराधीन बन्दियों द्वारा जुर्म स्वीकार कर लिये जाने के कारण उनके प्रकरणों को समाप्त किया गया और तत्काल उनकी रिहाई के आदेश जारी किये गये। रिहा होकर घर जाने वाले बन्दियों को भविष्य में किसी भी प्रकार का अपराध नहीं करने की समझाइश दी गई। जेल लोक अदालत में जेल अधीक्षक अलका सोनकर, पैनल अधिवक्ता मनोज कुमार सुमन, संतोष लडिय़ा, उप जेल अधीक्षक सलीम खान मौजूद थे।
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गुना। जिले के चाचौड़ा थाना क्षेत्र में गुरुवार तडक़े एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे खड़े एक ट्रक में जा घुसी। हादसा इतना भीषण था कि इस हादसे में कार सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शवों को कार से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की। चाचौड़ा थाना पुलसि के अनुसार, इंदौर से तीन युवक कार में सवार होकर गुना जा रहे थे। गुरुवार तडक़े राष्ट्रीय राजमार्ग 46 पर ग्राम काला पहाड़ के पास उनकी तेज रफ्तार कार अनियंत्रित हो गई और सडक़ किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों के शव कार से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए चाचौड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। पुलिस ने मृतकों के नाम 24 वर्षीय रचित दुबे, 33 वर्षीय विक्की दुबे और 17 वर्षीय पीयूष दुबे बताये हैं। यह सभी इंदौर के रहने वाले थे। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और फिलहाल मामले की जांच जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों और इस महामारी से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 242 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 32,532 और मृतकों की संख्या 667 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 4774 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 242 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 32,532 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 667 हो गई है। हालांकि, इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 28,350 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3515 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति से निपटने और उसे काबू करने में जुटी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अब प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों पर आयुर्वेदिक दवाइयों का परीक्षण नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने अंग्रेजी और आयुर्वेदिक दवाओं को एक साथ खाने से शरीर पर पडऩे वाले असर का अध्ययन नहीं होने का हवाला देते हुए इस पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब मरीजों पर आयुर्वेदिक दवाओं का परीक्षण केंद्रीय आयुष विभाग की मंजूरी के बाद ही किया जाएगा। पिछले हफ्ते राज्य तकनीकी सलाहकार समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों के आधार पर यह आदेश सभी संबंधित अधिकारियों को जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार अब कोरोना से संक्रमित मरीजों को आयुर्वेदिक काढ़ा और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं भी नहीं दी जाएंगी। मरीजों को होम आईसोलेशन में भी उस स्थिति में भेजने के निर्देश है जब सैंपल लेने या लक्षण दिखाने के सात दिन पूरा होने के बाद पिछले तीन दिन से बिना दवा खाए बुखार नहीं आया हो। पिछले चार दिन से मरीज का ऑक्सीजन का स्तर 95 फीसद से ज्यादा हो और सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं हो रही हो। बता दे कि मप्र में अब कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से कमी आ रही है। यहां नए मरीजों के मुकाबले रिकवरी रेट अधिक है। प्रदेश में आयुष अस्पतालों को भी कोविड केयर केंद्र बनाया गया है, जहां मरीजों को एलोपैथी के साथ आयुर्वेदिक व होम्योपैथी दवाएं भी दी जा रही हैं। कुछ जगह ट्रायल भी हो रहे हैं। लेकिन अब इस पर रोक लगा दी गई है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति से निपटने और उसे काबू करने में जुटी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अब प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों पर आयुर्वेदिक दवाइयों का परीक्षण नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने अंग्रेजी और आयुर्वेदिक दवाओं को एक साथ खाने से शरीर पर पडऩे वाले असर का अध्ययन नहीं होने का हवाला देते हुए इस पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब मरीजों पर आयुर्वेदिक दवाओं का परीक्षण केंद्रीय आयुष विभाग की मंजूरी के बाद ही किया जाएगा। पिछले हफ्ते राज्य तकनीकी सलाहकार समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों के आधार पर यह आदेश सभी संबंधित अधिकारियों को जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार अब कोरोना से संक्रमित मरीजों को आयुर्वेदिक काढ़ा और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं भी नहीं दी जाएंगी। मरीजों को होम आईसोलेशन में भी उस स्थिति में भेजने के निर्देश है जब सैंपल लेने या लक्षण दिखाने के सात दिन पूरा होने के बाद पिछले तीन दिन से बिना दवा खाए बुखार नहीं आया हो। पिछले चार दिन से मरीज का ऑक्सीजन का स्तर 95 फीसद से ज्यादा हो और सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं हो रही हो। बता दे कि मप्र में अब कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से कमी आ रही है। यहां नए मरीजों के मुकाबले रिकवरी रेट अधिक है। प्रदेश में आयुष अस्पतालों को भी कोविड केयर केंद्र बनाया गया है, जहां मरीजों को एलोपैथी के साथ आयुर्वेदिक व होम्योपैथी दवाएं भी दी जा रही हैं। कुछ जगह ट्रायल भी हो रहे हैं। लेकिन अब इस पर रोक लगा दी गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार कमी देखने को मिल रही है। सितम्बर में यहां प्रतिदिन कोरोना के तीन से अधिक नये मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अक्टूबर के प्रथम एवं द्वितीय सप्ताह में यह संख्या घटकर 200 से 300 के बीच पहुंच गई। तीसरे सप्ताह में इसमें और सुधार देखा जा रहा है। सोमवार को भोपाल में जहां कोरोना के 190 नये मरीज मिले थे, जबकि मंगलवार को यह संख्या घटकर 150 रह गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में मंगलवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 150 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 22,867 हो गई है। वहीं, भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 20,500 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2367 है, जिनका उपचार जारी है, जबकि भोपाल में कोरोना से अब तक 455 लोगों की मौत हो चुकी है।
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बैतूल। जिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और संवदनहीनता सोमवार रात सामने आई। गर्भवती महिला को प्रसव के लेकर आई एंबुलेंस महिला को अस्पताल के गेट पर ही छोड़कर चली गई। समय पर महिला को प्रसूती वार्ड में भर्ती न किए जाने पर महिला ने फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। फर्श पर बिलखते नवजात को देख जब लोगों ने आपत्ति ली, तब जाकर स्वास्थ्यकर्मियों ने महिला को वार्ड में भर्ती किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर बोड़ी गांव की वृद्धा मुन्नी बाई प्रसव पीड़ा से तड़पती अपनी बेटी को लेकर सोमवार रात 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंची थी। गांव से आशा कार्यकर्ता ने भी उसे अकेले भेज दिया। एम्बुलेंस चालक ने गर्भवती को प्रसूति वार्ड के गेट पर ही उतार दिया और वृद्ध महिला को पर्ची बनवाने के लिए ट्रामा सेंटर से दूर मुख्य अस्पताल भेज दिया। इस बीच गर्भवती गेट पर ही आधे घंटे तक तड़पती रही और रात करीब 11 बजे वहीं बच्चे को जन्म दे दिया। रक्तस्राव अधिक हो जाने के कारण महिला बेहोश हो गई। लोगों की नजर जब प्रसूता पर पड़ी तो उन्होंने हंगामा कर दिया, जिसके बाद नींद से जागे अस्पताल प्रशासन ने प्रसूता को भर्ती कराया। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर रंजीत राठौर का कहना है कि 108 एंबुलेंस चालक की लापरवाही है। जब मरीज की कंडीशन सीरियस थी तो चालक को इसकी जानकारी स्टाफ को देनी थी लेकिन वह प्रसूता को गेट पर ही उतार कर भाग गया। अस्पताल के सिविल सर्जन अशोक बारंगा का कहना है कि उन्हें इसकीं जानकारी नही है, ऐसा हुआ है तो पता लगाते हैं किसकी गलती है। वहीं, सीएमएचओ डॉ. प्रदीप धाकड़ का कहना है कि मामला गंभीर है, वे स्वयं अस्पताल जाकर जांच करेंगे।
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ग्वालियर। शहर के माधवनगर थाना क्षेत्र में कैलाश टॉकीज के पास इंद्रमणि मॉल के सामने सोमवार सुबह एक बाइक सवार युवक को एक बदमाश ने धक्का देकर गिराया और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार जारी है। पुलिस ने हमलावर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। प्रारंभिक जांच में पुराना विवाद सामने आया है। पुलिस के अनुसार, शहर के नई सडक़ स्थित शांति नगर निवासी समीर खान शिंदे की छावनी में एक दुकान पर मैकेनिक का काम करता है। वह रोजाना की तरह सोमवार सुबह घर से दुकान जाने के लिए निकला था, तभी कैलाश टाकीज के पास स्थित इंद्रमणि मॉल के सामने एक युवक ने उसकी बाइक को धक्का देकर गिरा दिया और कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद युवक अपनी बाइक लेकर वहां से भाग गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर घायल को अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच शुरू की। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में हमलावर की पहचान अनवर खान के रूप में हुई है। बताया गया है कि समीर से पहले भी उसका विवाद होता रहा है। संभवत: पुराने विवाद के चलते ही यह हमला हुआ है। समीर पर कुल्हाडी से पांच बार किये गये हैं, जिससे उसकी दो हड्डियां टूट गई हैं और फिलहाल उसकी हालत गंभीर है। पुलिस हमलावर की तलाश में जुटी है।
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भोपाल/ इंदौर। मध्य प्रदेश में मानसून की विदाई कई जिलों से अब तक नहीं हुई है। विभाग के अनुसार इंदौर से मानसून की विदाई 22 अक्टूबर के आसपास होने की संभावना है। अभी पश्चिमी विक्षोभ व अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण इंदौर में दिन में हल्के बादल बन रहे हैं। इसके अलावा बड़वानी, खंडवा, खरगोन में बारिश हो रही है। इंदौर में रात के समय भी बादल होने के कारण ये पृथ्वी की उष्मा को जाने नहीं दे रहे। इस वजह से इंदौर में पिछले एक सप्ताह से रात का तापमान सामान्य से पांच से छह डिग्री अधिक बना हुआ है। रविवार को भी दिन में कड़ी धूप के कारण लोगों को उमस का अहसास हुआ। भोपाल स्थित मौसम केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी विक्षोभ जैसे-जैसे जम्मू कश्मीर की ओर शिफ्ट होगा उसके बाद तापमान में हल्की गिरावट अगले कुछ दिनों में दिखाई देगी। इंदौर में 10 से 15 नवंबर के आसपास रात में सर्द हवाएं चलने पर ठंड की शुरूआत होने की संभावना है। पिछले वर्षो में नवंबर के अंत तक सर्दियों की शुरुआत होती थी लेकिन इस बार नवंबर में जल्द सर्दियों की शुरुआत होगी।
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अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी अनुसार रविवार को प्राप्त 87 रिपोर्ट में 5 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमे 3 पुरूष, 2 महिलाएँ शामिल हैं। वहीं जैतहरी में 2 तथा अनूपपुर, श्रमिकनगर एवं बिजुरी में 1-1 संक्रमित पाए गए। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार सक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क मेंलेने की कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 1457 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में सक्रिय 157 है। रविवार को 31 व्यक्ति स्वस्थ होने पर रवाना किया गया। अब तक 1290 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर जा चुके हैं तथा 10 की मृत्यु हो चुकी है। अब तक कोरोना जाँच के लिए 19994 नमूने जा चुके हैं।
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नरसिंहपुर। जिले से गुजरे राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 पर रविवार तड़के एक स्कार्पियो ने लोडिंग ऑटो को टक्कर मार दी। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 13 अन्य लोग घायल हो गए। हादसे में घायल हुए एक बच्चे ने ही फोन पर एंबुलेंस बुलाई, जिसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। घायल बच्चे आकाश यादव को कमर व मुंह पर चोटें आई हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार लखनादौन से बरमान जा रहे एक लोडिंग ऑटो को गलत दिशा से आ रही स्कार्पियो कार ने टक्कर मार दी। ऑटो में लखनादौन और निवारी टोला गांव के यादव, पटेल और सेन परिवार के 14 लोग सवार थे, जो बरमान के नर्मदा के सूरजकुंड नहाने के लिए तिपहिया लोडिंग ऑटो से निकले थे। घटना के समय ऑटो चालक को छोड़ शेष सभी लोग सो रहे थे। हादसे में लखनादौन के वार्ड नम्बर 9 की निवासी कलिया बाई पति शिवम यादव 60 वर्ष की मौत हो गई। वहीं घायलों में रामकुमारी 45, खुब्बी लाल, रीना पटेल 65, रमेश सेन 60, शीला पटेल 40, पुष्पाबाई 18, डिम्मा बाई 62, गीताबाई 50, चम्पाबाई 45, सविता यादव 45, विमल यादव 52, बुधउ पटेल 55, आशीष यादव 22 वर्ष की हालत नाजुक होने के कारण इन्हें जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। शेष 3 घायलों को मामूली चोट होने के कारण घर वापस भेजा गया। करेली और नरसिंहपुर पुलिस आरोपित वाहन की तलाशी में जुटी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश से पूरी तरह से मानसून की विदाई हो चुकी है। दो दिन से सक्रिय गहरा कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को अरब सागर में पहुंचकर अवदाब के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। वह अरब देशों की तरफ बढ़ रहा है। इस वजह से अब प्रदेश में बारिश की संभावना कम ही है। राजधानी भोपाल में मौसम साफ बना हुआ है। पिछले दो दिनों से धूप और उमस ने परेशान कर रखा है। दिन के समय गर्मी और रात में ठंडक का अहसास हो रहा है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि बादल छंटने और हवा के रुख में परिवर्तन होने से अब रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी। वर्तमान में आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। सोमवार, 19 अक्टूबर को भी दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा, लेकिन इन सिस्टम से मप्र के मौसम में बदलाव की संभावना कम ही है। उधर, वातावरण में नमी की मात्रा कम होने से बादल भी छंटने लगेंगे। साथ ही हवाओं का रुख भी उत्तर-पश्चिमी होने की संभावना है। इससे अब धीरे-धीरे रात के तापमान में गिरावट दर्ज होने लगेगी। संभवत: एक सप्ताह में दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रदेश से विदाई भी ले सकता है।
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उज्जैन। जिले में जहरीली शराब पीने से बीते दो दिन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। पहले इन लोगों की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में मानी जा रही थी लेकिन गुरुवार देर रात पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो इस मामले का खुलासा हो गया कि इन लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह के निर्देश पर अवैध शराब का धंधा करने वाले 71 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और इनमें से कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। कुछ पर राज्य सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया है। इसके साथ ही थाना खाराकुआं प्रभारी एमएल मीणा, एसआई निरंजन शर्मा समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी गुरुवार देर रात उज्जैन पहुंची और मामले की जांच शुरू की। एसआईटी की टीम में गृह विभाग के सचिव राजेश राजौरा, एडीजी एसके झा और रतलाम डीआईजी सुशांत सक्सेना शामिल हैं। शुक्रवार सुबह यह विशेष जांच दल सबसे पहले नगर के पुराने दफ्तर रीगल टॉकीज भवन पहुंचा, जहां मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की। इसके बाद अधिकारी खाराकुआं थाने पहुंचे और मामले की जानकारी ली।उज्जैन में बीते बुधवार की सुबह छत्री चौक सराय के फुटपाथ पर दो मजदूरों के शव मिले थे। इसके बाद दो अन्य मजदूर गंभीर हालत में मिले, जिनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। बुधवार की ही शाम करीब सात बजे एक अन्य व्यक्ति का शव माधव गोशाला के पास, जबकि छत्री चौक की पार्किंग में 85 साल के एक बुजुर्ग का शव मिला था। एक अन्य व्यक्ति की मौत उपचार के दौरान हुई थी। इस तरह बुधवार को सात लोगों की मौत हुई थी। बताया गया कि इन सभी ने झिंझर (कच्ची शराब) पी थी और पुलिस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन गुरुवार सुबह नरसिंह घाट और ढाबा रोड क्षेत्र से भी दो मजदूरों के शव मिले तो हड़कंप मच गया। ये दोनों मजदूर शराब के आदी थे। इसके बाद गुरुवार शाम तक पांच मजदूरों की और मौत हो गई। यानी दो दिन में कुल 14 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस के अनुसार सभी मजदूर कहारवाड़ी क्षेत्र से सस्ती झिंझर खरीदकर पीते थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह एक उच्च स्तरीय बैठक कर मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी। इसके साथ ही एसपी मनोज सिंह ने गुरुवार को ही खाराकुआं थाना प्रभारी एमएल मीणा, एसआई निरंजन शर्मा, आरक्षक शेख अनवर और नवाज शरीफ को निलंबित कर दिया। एसपी ने बताया कि अभी तक की जांच में पता लगा है कि गोपाल मंदिर के समीप नगर निगम के पुराने कार्यालय में कुछ लोग जहरीली शराब तैयार करते थे। मजदूर और भिक्षुक इन्हें खरीदते थे। पुलिस के अनुसार मृतकों की शिनाख्त विजय उर्फ कृष्णा (41) पुत्र मंगल भाटी निवासी नागदा, शंकरलाल (40) पुत्र नवलजी निवासी नागदा, दिनेश (45) पुत्र मगनलाल निवासी विष्णु कॉलोनी, पीरूशाह (45) पुत्र युसूफ शाह निवासी नलिया बाखल, बबलू (40) पुत्र टीकाराम यादव निवासी चंद्रशेखर आजाद मार्ग, ओंकार सिंह (70) पुत्र मोती सिंह निवासी ग्राम उमरिया आगर, बद्रीलाल उर्फ रतन (62) पुत्र भेरूलाल उर्फ पीरूजी निवासी ग्राम कान्हाखेड़ी, झारड़ा, कालू (20) पुत्र कैलाश निवासी खैय्या, पप्पू (50) पुत्र कचरू सिंह निवासी जहांगीरपुर इंगोरिया, प्रकाश (40) निवासी इंदौरगेट, जीतू (45) और 40, 80 व 60 वर्षीय तीन लोग अज्ञात हैं। उन तीनों की शिनाख्त कराने की कोशिश की जा रही है।पुलिस ने बताया कि आरोपितों में बेबी पति भूपेन्द्र, भूपेंद्र कहार, राजू मिर्ची पुत्र रामचंद्र कहार, निवासी नृसिंह घाट कॉलोनी व उसके पुत्र दीपक, जीवन पुत्र बाबूलाल कहार निवासी चौबीस खंभा मार्ग, अशोक पुत्र तेजू कहार निवासी कहारवाड़ी के अलावा दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही कई लोग हिरासत में लिए गए हैं। इसके अलावा सिकंदर, गब्बर, युनूस नामक आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही कलेक्टर आशीष सिंह ने जहरीली शराब बनाने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 342 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 31,096 और मृतकों की संख्या 654 हो गई है। यहां एक दिन में सर्वाधिक 495 नये संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 2288 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 342 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 31,096 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 654 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 26,669 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3773 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1308 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 24 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या एक लाख 56 हजार 584 और मृतकों की संख्या 2710 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर-372, भोपाल-181, जबलपुर-69 के अलावा अन्य जिलों में 50 से कम मरीज मिले हैं।बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को प्रदेशभर में 27,425 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1308 पॉजिटिव और 26,117 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 252 सेम्पल रिजेक्ट हुए। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1,55,276 से बढ़कर 1,56,584 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 30,754, भोपाल 21,417, ग्वालियर, 11,721, जबलपुर 11,932, खरगौन 3671, उज्जैन 3307, मुरैना 2701, सागर 3015, शिवपुरी 2625, नरसिंहपुर 2913, धार 2559, नीमच 2276, रतलाम 2257, बड़वानी 2030, बैतूल 2229, विदिशा 1949, रीवा 2207, शहडोल 2466, दमोह 1963, मंदसौर 1905, खंडवा 1697, सीहोर 1996, होशंगाबाद 2643, सतना 1965, राजगढ़ 1521, झाबुआ 1624, देवास 1756, दतिया 1317, रायसेन 1602, छतरपुर 1430, कटनी 1682, छिंदवाड़ा 2126, अलीराजपुर 1035, अनूपपुर 1409, भिण्ड 1076, शाजापुर 1084, श्योपुर 972, बालाघाट 1721, हरदा 1210, टीकमगढ़ 941, बुरहानपुर 769, सिवनी 1147, सिंगरौली 1183, गुना 852, सीधी 1124, पन्ना 773, मंडला 933, अशोकनगर, 542, डिंडौरी 626, उमरिया 819, आगरमालवा 439 और निवाड़ी 376 मरीज शामिल हैं। राज्य में गुरुवार को कोरोना से 24 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में भोपाल के पांच, इंदौर के तीन, जबलपुर, खरगौन, सीहोर, विदिशा के दो-दो और सागर, नरसिंहपुर, धार, रतलाम, दमोह, खंडवा, सिंगरौली व उमरिया के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2710 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 649, भोपाल 438, उज्जैन 97, बुरहानपुर 25, खंडवा 44, जबलपुर 188, खरगौन 57, ग्वालियर 147, धार 38 मंदसौर 19, नीमच 34, सागर 117, देवास 23, रायसेन 30, होशंगाबाद 44, सतना 35, आगरमालवा 09, झाबुआ 14, अशोकनगर 14, शाजापुर 17, दतिया 19, छिंदवाड़ा 33, सीहोर 46, उमरिया 12, रतलाम 49, बड़वानी 21, मुरैना 24, राजगढ़ 29, श्योपुर 06, टीमकगढ़ 26, रीवा 29, गुना 15, हरदा 18, कटनी 15, सीधी 09, शिवपुरी 24, अलीराजपुर 13, भिंड 07, बैतूल 50, नरसिंहपुर 23, सिवनी 08, सिंगरौली 23, छतरपुर 28, विदिशा 40, दमोह 47, बालाघाट 08, अनूपपुर 11, शहडोल 25, निवाड़ी 01,मंडला 09 और पन्ना के तीन व्यक्ति शामिल हैं।बुलेटिन में राहत की खबर यह है कि राज्य में अब तक 1,39,717 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। इनमें 1559 मरीज गुरुवार को स्वस्थ हुए हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 14,157 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1308 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 24 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या एक लाख 56 हजार 584 और मृतकों की संख्या 2710 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर-372, भोपाल-181, जबलपुर-69 के अलावा अन्य जिलों में 50 से कम मरीज मिले हैं।बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को प्रदेशभर में 27,425 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1308 पॉजिटिव और 26,117 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 252 सेम्पल रिजेक्ट हुए। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1,55,276 से बढ़कर 1,56,584 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 30,754, भोपाल 21,417, ग्वालियर, 11,721, जबलपुर 11,932, खरगौन 3671, उज्जैन 3307, मुरैना 2701, सागर 3015, शिवपुरी 2625, नरसिंहपुर 2913, धार 2559, नीमच 2276, रतलाम 2257, बड़वानी 2030, बैतूल 2229, विदिशा 1949, रीवा 2207, शहडोल 2466, दमोह 1963, मंदसौर 1905, खंडवा 1697, सीहोर 1996, होशंगाबाद 2643, सतना 1965, राजगढ़ 1521, झाबुआ 1624, देवास 1756, दतिया 1317, रायसेन 1602, छतरपुर 1430, कटनी 1682, छिंदवाड़ा 2126, अलीराजपुर 1035, अनूपपुर 1409, भिण्ड 1076, शाजापुर 1084, श्योपुर 972, बालाघाट 1721, हरदा 1210, टीकमगढ़ 941, बुरहानपुर 769, सिवनी 1147, सिंगरौली 1183, गुना 852, सीधी 1124, पन्ना 773, मंडला 933, अशोकनगर, 542, डिंडौरी 626, उमरिया 819, आगरमालवा 439 और निवाड़ी 376 मरीज शामिल हैं। राज्य में गुरुवार को कोरोना से 24 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में भोपाल के पांच, इंदौर के तीन, जबलपुर, खरगौन, सीहोर, विदिशा के दो-दो और सागर, नरसिंहपुर, धार, रतलाम, दमोह, खंडवा, सिंगरौली व उमरिया के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2710 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 649, भोपाल 438, उज्जैन 97, बुरहानपुर 25, खंडवा 44, जबलपुर 188, खरगौन 57, ग्वालियर 147, धार 38 मंदसौर 19, नीमच 34, सागर 117, देवास 23, रायसेन 30, होशंगाबाद 44, सतना 35, आगरमालवा 09, झाबुआ 14, अशोकनगर 14, शाजापुर 17, दतिया 19, छिंदवाड़ा 33, सीहोर 46, उमरिया 12, रतलाम 49, बड़वानी 21, मुरैना 24, राजगढ़ 29, श्योपुर 06, टीमकगढ़ 26, रीवा 29, गुना 15, हरदा 18, कटनी 15, सीधी 09, शिवपुरी 24, अलीराजपुर 13, भिंड 07, बैतूल 50, नरसिंहपुर 23, सिवनी 08, सिंगरौली 23, छतरपुर 28, विदिशा 40, दमोह 47, बालाघाट 08, अनूपपुर 11, शहडोल 25, निवाड़ी 01,मंडला 09 और पन्ना के तीन व्यक्ति शामिल हैं।बुलेटिन में राहत की खबर यह है कि राज्य में अब तक 1,39,717 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। इनमें 1559 मरीज गुरुवार को स्वस्थ हुए हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 14,157 हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के मौसम में पल पल बदलाव देखने को मिल रहा है। इस वर्ष मानसून ने इंदौर में अपने तय समय 15 जून को दस्तक दी, लेकिन इसकी विदाई देरी से होगी। मौसम विभाग ने 5 अक्टूबर को मानसून की विदाई की संभावना जताई थी, लेकिन 10 दिन बीतने के बाद भी अभी तक इसके कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। विभाग का कहना है कि 20 अक्टूबर के बाद मानसून की विदाई होगी। 20 साल बाद ऐसा मौका आया है जब मानसून देरी से लौटेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर माह का दूसरा सप्ताह बीत जाने के बाद भी इस बार बंगाल की खाड़ी सामान्य से ज्यादा सक्रिय है। दक्षिण पश्चिम मानसून गुजरने के बाद दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में उत्तर पूर्व मानसून की शुरुआत होती है। लेकिन इस बार उत्तर पूर्वी मानसून के असर से बारिश का वितरण दक्षिण पूर्वी इलाकों में न होकर दक्षिण मध्य क्षेत्र महाराष्ट्र, दक्षिणी मप्र, कर्नाटक व तेलंगाना में हो रहा है। ऐसे में इंदौर में इस बार मानसून की विदाई 20 अक्टूबर के बाद ही होने की संभावना है। 20 साल में इंदौर में यह पहला मौका होगा जब मानसून इतनी देरी से जाएगा। इस वर्ष इंदौर में मानसून आगमन से अब तक 48.1 इंच बारिश हुई है। पूरे प्रदेश में एक साथ बारिश की स्थिति बन रही मौसम विज्ञानी के मुताबिक इंदौर में मंगलवार को लोकल सिस्टम बनने के कारण बारिश हुई। वर्तमान में अवदाब दक्षिण महाराष्ट्र के ऊपर बना हुआ है। 16 अक्टूबर की सुबह यह अरब सागर में प्रवेश कर कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा और बाद में और अधिक शक्तिशाली होकर अवदाब में तब्दील होगा। इसके असर से 16 से 19 अक्टूबर के बीच दक्षिणी गुजरात से जुड़े इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर व भोपाल संभाग में गरज-चमक के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है। यह पहला मौका होगा जब अक्टूबर माह में एक साथ पूरे प्रदेश में बारिश देखने को मिल सकती है। ग्वालियर में आज बारिश के आसार वहीं ग्वालियर में मौसम के मिजाज में फिर से गर्माहट आ गई है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। पांच दिन में छह डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोतरी की वजह से रात में गर्मी लौट आई। राहत के लिए एसी व कूलर चलाने पड़ रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में शहर में बादल छाने के आसार जताए हैं। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र आंध्र प्रदेश के पास पहुंच गया है। यह महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। इस सिस्टम की वजह से हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है। रात में बादल छाने लगे हैं। बादलों के चलते गर्मी बढ़ गई है। रात में जो ठंडक हो रही थी, वह कम हो गई। दिन में उमस का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में और बदलाव आएगा। रात में गर्मी बढ़ सकती है। फिलहाल ऐसा ही रहेगा मौसम, नवंबर में आएगी ठंड बंगाल की खाड़ी में दो कम दबाव के क्षेत्र विकसित हुए हैं। पहला आंध्र प्रदेश से होते हुए महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। यह मुंबई के पास पहुंचने पर अति कम दबाव में बदल जाएगा, जिससे हवा में नमी बढ़ेगी। 16 से 20 अक्टूबर के बीच ग्वालियर में बूंदाबांदी के आसार बनेंगे। 20 अक्टूबर के बाद बादल छंट जाएंगे, लेकिन तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आएगी। 19 अक्टूबर को थाइलैंड के पास नया कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के बाद आगे बढ़ेगा। आंध्र प्रदेश व ओडिशा तट पर टकराएगा। 22 अक्टूबर के बाद ग्वालियर में इसके असर से बादल छाएंगे, लेकिन बारिश नहीं कराएगा।
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भोपाल। विधानसभा उप निर्वाचन 2020 के अंतर्गत प्रदेश के 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को नामांकन प्रक्रिया के चौथे दिन 69 उम्मीदवारों ने 94 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये। इस प्रकार अब तक कुल 125 उम्मीदवारों द्वारा 160 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये हैं।प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा बुधवार देर शाम दी गई जानकारी के अनुसार, मुरैना जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4-जौरा में 3 अभ्यर्थियों के 5 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5-सुमावली में 2 अभ्यर्थियों के 3 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 6-मुरैना में पूर्व के अभ्यर्थियों के 2 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 8-अम्बाह में 3 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 7-दिमनी में एक अभ्यर्थी के 2 नाम निर्देशन-पत्र, भिण्ड जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 13-गोहद में एक अभ्यर्थी के दो नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 12-मेहगांव में 6 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, ग्वालियर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 15-ग्वालियर में एक अभ्यर्थी के 2 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 16-ग्वालियर पूर्व में 5 अभ्यर्थियों के 8 नाम निर्देशन-पत्र और विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 19-डबरा में 5 अभ्यर्थियों के 5 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये।दतिया जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 21-भांडेर में 3 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, शिवपुरी जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 23-करेरा में एक अभ्यर्थी के 2 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 24-पोहरी में 3 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन-पत्र और पूर्व के अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, गुना जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 28-बमौरी में 4 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, अशोकनगर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 32-अशोकनगर में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 34-मुंगावली में 2 अभ्यर्थियों के 2 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये।सागर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 37-सुरखी में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, अनूपपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 87-अनूपपुर में 3 अभ्यर्थियों के 3 नाम निर्देशन-पत्र, रायसेन जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 142-सॉची में 1 अभ्यर्थियों का एक नाम निर्देशन-पत्र और पूर्व के अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, आगर-मालवा जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 166-आगर में 3 अभ्यर्थियों के 3 नाम निर्देशन-पत्र, देवास जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 172-हाटपिपल्या में 3 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, धार जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 202-बदनावर में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, इंदौर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 211-सांवेर में 3 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन-पत्र, मंदसौर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 226-सुवासरा में 2 अभ्यर्थियों के 2 नाम निर्देशन-पत्र, छतरपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 53-मलहरा में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र जमा किया गया।बुरहानपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 179-नेपानगर और खण्डवा जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 175-मांधाता में 3-3 अभ्यर्थियों के 3-3 नाम निर्देशन-पत्र तथा राजगढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 161-ब्यावरा में 4 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये।बता दें कि नाम निर्देशन-पत्र 16 अक्टूबर तक जमा होंगे। नाम निर्देशन-पत्रों की जाँच (स्क्रूटनी) 17 अक्टूबर को की जायेगी। नाम वापसी की प्रक्रिया 19 अक्टूबर तक होगी। मतदान 3 नवम्बर और मतगणना 10 नवम्बर को होगी।
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भोपाल। विधानसभा उप निर्वाचन 2020 के अंतर्गत प्रदेश के 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को नामांकन प्रक्रिया के चौथे दिन 69 उम्मीदवारों ने 94 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये। इस प्रकार अब तक कुल 125 उम्मीदवारों द्वारा 160 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये हैं।प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा बुधवार देर शाम दी गई जानकारी के अनुसार, मुरैना जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4-जौरा में 3 अभ्यर्थियों के 5 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5-सुमावली में 2 अभ्यर्थियों के 3 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 6-मुरैना में पूर्व के अभ्यर्थियों के 2 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 8-अम्बाह में 3 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 7-दिमनी में एक अभ्यर्थी के 2 नाम निर्देशन-पत्र, भिण्ड जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 13-गोहद में एक अभ्यर्थी के दो नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 12-मेहगांव में 6 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, ग्वालियर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 15-ग्वालियर में एक अभ्यर्थी के 2 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 16-ग्वालियर पूर्व में 5 अभ्यर्थियों के 8 नाम निर्देशन-पत्र और विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 19-डबरा में 5 अभ्यर्थियों के 5 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये।दतिया जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 21-भांडेर में 3 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, शिवपुरी जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 23-करेरा में एक अभ्यर्थी के 2 नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 24-पोहरी में 3 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन-पत्र और पूर्व के अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, गुना जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 28-बमौरी में 4 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, अशोकनगर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 32-अशोकनगर में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 34-मुंगावली में 2 अभ्यर्थियों के 2 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये।सागर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 37-सुरखी में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, अनूपपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 87-अनूपपुर में 3 अभ्यर्थियों के 3 नाम निर्देशन-पत्र, रायसेन जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 142-सॉची में 1 अभ्यर्थियों का एक नाम निर्देशन-पत्र और पूर्व के अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, आगर-मालवा जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 166-आगर में 3 अभ्यर्थियों के 3 नाम निर्देशन-पत्र, देवास जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 172-हाटपिपल्या में 3 अभ्यर्थियों के 6 नाम निर्देशन-पत्र, धार जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 202-बदनावर में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र, इंदौर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 211-सांवेर में 3 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन-पत्र, मंदसौर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 226-सुवासरा में 2 अभ्यर्थियों के 2 नाम निर्देशन-पत्र, छतरपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 53-मलहरा में एक अभ्यर्थी का एक नाम निर्देशन-पत्र जमा किया गया।बुरहानपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 179-नेपानगर और खण्डवा जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 175-मांधाता में 3-3 अभ्यर्थियों के 3-3 नाम निर्देशन-पत्र तथा राजगढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 161-ब्यावरा में 4 अभ्यर्थियों के 4 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये।बता दें कि नाम निर्देशन-पत्र 16 अक्टूबर तक जमा होंगे। नाम निर्देशन-पत्रों की जाँच (स्क्रूटनी) 17 अक्टूबर को की जायेगी। नाम वापसी की प्रक्रिया 19 अक्टूबर तक होगी। मतदान 3 नवम्बर और मतगणना 10 नवम्बर को होगी।
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इंदौर। जिले में कोरोना संक्रमण में आई तेजी कम नहीं हो रही है। मंगलवार रात यहां 444 नए रोगी पाए गए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30382 पर जा पहुंची है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मंगलवार रात को जारी बुलेटिन के अनुसार मंगलवार रात को 2489 सैंपल की जांच की गई थी। इसमें 444 को पॉजीटिव पाया गया। इन्हें मिलाकर जिले में संक्रमितों की संख्या 30382 पर पहुंच गई है, जिनमें से 26025 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 3711 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। वहीं, मंगलवार को जिले में कोरोना के 03 रोगियों की मौत हो गई। जिन्हें मिलाकर कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 646 पर जा पहुंची है। उज्जैन में मिले 18 नए रोगीजिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार रात को दी गई जानकारी के अनुसार जिले में 18 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। नए संक्रमितों में से 14 उज्जैन के, 03 नागदा के और 01 मरीज खाचरौद का है। जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 3194 पर पहुंच गई है, जिनमें से 2943 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
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इंदौर। सांवेर में आयोजित मुख्यमंत्री की सभा के लिए 600 बसों के अधिग्रहण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस संबंध में इंदौर हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका पर मंगलवार को हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग, मुख्य सचिव सहित आठ अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं। बीतों दिनों सांवेर में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की आमसभा हुई थी। इस सभा में भीड़ जुटाने के लिए छह सौ बसों के अधिग्रहण का मामला हाईकोर्ट पहुंच चुका है। बस में डीजल डलाने समेत अन्य खर्च सरकारी खजाने से किए जाने के आरोप में यह याचिका लगाई गई है। इससे पहले चुनाव आयोग से भी इस मामले में शिकायत की गई थी। डबल बेंच ने मंगलवार की सुनवाई के दौरान अधिवक्ता गौरव वर्मा के तर्कों से सहमत होते हुए भारत निर्वाचन आयोग, मध्यप्रदेश निर्वाचन आयोग, मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, कलेक्टर जिला इंदौर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, कार्यपालन यंत्री नर्मदा विकास प्राधिकरण इंदौर संभाग एवं कार्यपालन यंत्री नर्मदा विकास प्राधिकरण सनावद को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। यह है मामलायुवा कांग्रेस के प्रवक्ता जयेश गुरनानी ने बीते दिनों निर्वाचन आयोग को शिकायत की थी कि सांवेर विधानसभा में नर्मदा परियोजना के भूमिपूजन समारोह में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन द्वारा 600 बसें अधिग्रहित की गई और सरकारी खजाने से उनके डीजल का भुगतान किया गया। कोरोना संकट के दौरान गाइडलाइन का उल्लंघन कर हजारों की संख्या में भीड़ जुटाई गई। संतोषजनक कार्रवाई नहीं होने पर गुरनानी ने इंदौर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। बीते 24 घंटे में यहां कोरोना के 418 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हो गई। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 29,938 और मृतकों की संख्या 643 हो गई है। इंदौर में लगातार 24वें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। यहां एक दिन में सर्वाधिक 495 नये संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 2471 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 418 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 29,938 हो गई है। वहीं इंदौर में कोरोना से पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 643 हो गई है। हालांकि राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 25,627 मरीज कोरोना को मात देकर अस्पताल से घर आ गए हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 3700 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार चल रहा है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1478 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 21 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या एक लाख 48 हजार 298 और मृतकों की संख्या 2645 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार देर शाम जारी कोरोना से संबंधित हेल्थ बुलेटिन में दी गई। नये मामलों में इंदौर-453, भोपाल-203, सीहोर-106, जबलपुर-95, ग्वालियर-54 के अलावा अन्य जिलों में 50 से कम मरीज मिले हैं।बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को प्रदेशभर में 24,554 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 1478 पॉजिटिव और 23,076 रिपोर्ट निगेटिव आईं, जबकि 243 सेम्पल रिजेक्ट हुए। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1,46,820 से बढ़कर 1,48,298 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 29,520, भोपाल 20,031, ग्वालियर, 11,296, जबलपुर 11,416, खरगौन 3600, उज्जैन 3180, मुरैना 2681, सागर 2860, शिवपुरी 2499, नरसिंहपुर 2819, धार 2490, नीमच 2137, रतलाम 2206, बड़वानी 1966, बैतूल 2134, विदिशा 1864, रीवा 2020, शहडोल 2188, दमोह 1899, मंदसौर 1649, खंडवा 1655, सीहोर 1913, होशंगाबाद 2160, सतना 1790, राजगढ़ 1487, झाबुआ 1597, देवास 1713, दतिया 1305, रायसेन 1557, छतरपुर 1366, कटनी 1504, छिंदवाड़ा 1715, अलीराजपुर 1023, अनूपपुर 1323, भिण्ड 1025, शाजापुर 1043, श्योपुर 939, बालाघाट 1527, हरदा 1126, टीकमगढ़ 887, बुरहानपुर 760, सिवनी 1103, सिंगरौली 1094, गुना 835, सीधी 1079, पन्ना 755, मंडला 852, अशोकनगर, 533, डिंडौरी 585, उमरिया 799, आगरमालवा 421 और निवाड़ी 372 मरीज शामिल हैं। राज्य में सोमवार को कोरोना से 21 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में इंदौर-जबलपुर के तीन-तीन, खरगौन, नीमच, खंडवा के दो-दो और भोपाल, ग्वालियर, नरसिंहपुर, रतलाम, बैतूल, रीवा, दमोह, हरदा व उमरिया के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 2624 से बढ़कर 2645 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 638, भोपाल 427, उज्जैन 97, बुरहानपुर 25, खंडवा 41, जबलपुर 182, खरगौन 54, ग्वालियर 146, धार 35 मंदसौर 18, नीमच 34, सागर 116, देवास 23, रायसेन 29, होशंगाबाद 43, सतना 33, आगरमालवा 08, झाबुआ 14, अशोकनगर 14, शाजापुर 16, दतिया 19, छिंदवाड़ा 33, सीहोर 44, उमरिया 11, रतलाम 47, बड़वानी 21, मुरैना 24, राजगढ़ 29, श्योपुर 06, टीमकगढ़ 26, रीवा 29, गुना 15, हरदा 18, कटनी 15, सीधी 09, शिवपुरी 24, अलीराजपुर 13, भिंड 07, बैतूल 50, नरसिंहपुर 22, सिवनी 08, सिंगरौली 21, छतरपुर 27, विदिशा 36, दमोह 44, बालाघाट 08, अनूपपुर 11, शहडोल 25, निवाड़ी 01,मंडला 07 और पन्ना के तीन व्यक्ति शामिल हैं।बुलेटिन में राहत की खबर यह है कि राज्य में अब तक 1,30,721 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। इनमें 1702 मरीज सोमवार को स्वस्थ हुए हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 14,932 हैं।
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इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 453 नए मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 29,520 और मृतकों की संख्या बढ़कर 638 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 2965 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 453 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 29,520 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 638 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 25,182 मरीज कोरोना को मात देकर घर पहुंच गए हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या अब 3700 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 234 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 19,572 और मृतकों की संख्या 423 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में शनिवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 234 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 19,572 हो गई है। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 423 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 17,181 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1900 के करीब है, जिनका उपचार जारी है। शनिवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, एम्स से दो लोग, गांधी मेडिकल कालेज से दो लोग, एसएके हॉस्पिटल से एक व्यक्ति, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज से एक व्यक्ति, ओल्ड मिनाल रेसीडेंसी में एक ही परिवार के 4 लोग, अरेरा कालोनी में एक ही परिवार के 6 लोग, संस्कृति पाठशाला गांधीनगर से 4 लोग, जहांगीराबाद से 2 लोग शामिल हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 234 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 19,572 और मृतकों की संख्या 423 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में शनिवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 234 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 19,572 हो गई है। वहीं, भोपाल में बीते 24 घंटों में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 423 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 17,181 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1900 के करीब है, जिनका उपचार जारी है। शनिवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, एम्स से दो लोग, गांधी मेडिकल कालेज से दो लोग, एसएके हॉस्पिटल से एक व्यक्ति, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज से एक व्यक्ति, ओल्ड मिनाल रेसीडेंसी में एक ही परिवार के 4 लोग, अरेरा कालोनी में एक ही परिवार के 6 लोग, संस्कृति पाठशाला गांधीनगर से 4 लोग, जहांगीराबाद से 2 लोग शामिल हैं।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में सात नंबर स्टाप स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय के पीछे की तरफ स्थित एक वाटर प्यूरीफायर और ऑरो पार्ट्स दुकान में भीषण आग लग गई। शनिवार सुबह जब लोगों ने शटर से धुआं निकलते देखा, तब पुलिस को खबर दी। फायरकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई, लेकिन तब तक दुकान में रखा लाखों का माल जलकर खाक हो चुका था। आग किस वजह से लगी, फिलहाल ये पता नहीं चल सका है। हबीबगंज पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रामबाबू यादव की भाजपा कार्यालय के पास कृष्णा इंटर प्राइजेज के नाम से दुकान व गोदाम है। रामबाबू शुक्रवार रात दुकान बंद कर घर चले गए थे। शनिवार सुबह उन्हें एक परिचित ने फोन पर दुकान में आग लगने की सूचना दी। उनके पहुंचने के पहले ही फायर टीम मौके पर पहुंच चुकी थी। दुकान के अंदर गोदाम होने के कारण आग बुझाने में काफी मशक्कत करना पड़ी। दुकान व गोदाम में आने-जाने का गेट एक ही शटर था। शटर खोलने पर अंदर से धुएं का भारी गुबार बाहर आ रहा था, जिस कारण आग बुझाने में दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करना पड़ी। धुआं निकलने का अन्य कोई स्थान नहीं होने से दमकलकर्मी अंदर नहीं घुस पा रहे थे। बाहर से पाइप से प्रेशर के साथ पानी मारकर आग बुझाई जा रही थी। आग पर नियंत्रण पाने के जब धुआं कम हुआ, तब फायरकर्मी अंदर पहुंच पाए। शार्ट सर्किट की आशंकापुलिस रामबाबू की शिकायत पर आगजनी का मामला दर्ज कर रही है। प्रथम दृष्टया आग शार्ट सर्किट से लगने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि दुकान व गोदाम के अंदर की पूरी वायरिंग व कम्प्यूटर जलकर खाक हो गए हैं, इससे यह पता नहीं लगा कि आग कहां से लगी होगी। जांच के लिए एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है, वहीं बिजली कंपनी के अधिकारियों को भी सूचना दी गई है। आग से लाखों के नुकसान की बात फरियादी द्वारा बताई गई है, हालांकि दुकान व गोदाम में रखे सामान व पार्ट्स की सूची मिलने के बाद ही पता चलेगा कि कितने का नुकसान हुआ है।
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भोपाल। मप्र में मौसम पल पल में बदल रहा है। मानसून विदाई से पहले प्रदेश को तर कर रहा है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश की बौछारें गिर रही है। मौसम विभाग की मानें तो उड़ीसा के तट पर बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में बरसात हो रही है। शुक्रवार से पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद संभाग के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। शेष स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना बनी रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर का महीना शुरु हो गया है, बावजूद इसके मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, हालांकि बौछारों के बीच हल्की ठंड ने भी दस्तक दे दी है। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में बने ऊपरी हवा के चक्रवात के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश हो रही है।पिछले चौबीस घंटे में मंडला, मलाजखंड, बैतूल और छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में बारिश हुई, वही अगले चौबीस घंटे में मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 4 संभागों और आधा दर्जन जिलों में बारिश की संभावना जताई है। मप्र के इन जिलों में फिर बारिश की संभावना, यहां जमकर बरसा पानी मौसम विभाग के अनुसार, उड़ीसा के तट पर बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में बरसात हो रही है। शुक्रवार से पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद संभाग के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। शेष स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना बनी रहेगी। इन जिलों में गरज-चमक के साथ बौछार के आसारशहडोल, रीवा, जबलपुर, होशंगाबाद सभांग के जिलों में, खंडवा और देवास जिले में। इन जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने की संभावनाहोशंगबाद, शहडोल संभागों के जिलों, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों में
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भोपाल। मप्र में मौसम पल पल में बदल रहा है। मानसून विदाई से पहले प्रदेश को तर कर रहा है। प्रदेश के कई जिलों में बारिश की बौछारें गिर रही है। मौसम विभाग की मानें तो उड़ीसा के तट पर बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में बरसात हो रही है। शुक्रवार से पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद संभाग के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। शेष स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना बनी रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर का महीना शुरु हो गया है, बावजूद इसके मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, हालांकि बौछारों के बीच हल्की ठंड ने भी दस्तक दे दी है। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में बने ऊपरी हवा के चक्रवात के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश हो रही है।पिछले चौबीस घंटे में मंडला, मलाजखंड, बैतूल और छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में बारिश हुई, वही अगले चौबीस घंटे में मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 4 संभागों और आधा दर्जन जिलों में बारिश की संभावना जताई है। मप्र के इन जिलों में फिर बारिश की संभावना, यहां जमकर बरसा पानी मौसम विभाग के अनुसार, उड़ीसा के तट पर बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में बरसात हो रही है। शुक्रवार से पश्चिमी मध्य प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद संभाग के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। शेष स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना बनी रहेगी। इन जिलों में गरज-चमक के साथ बौछार के आसारशहडोल, रीवा, जबलपुर, होशंगाबाद सभांग के जिलों में, खंडवा और देवास जिले में। इन जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने की संभावनाहोशंगबाद, शहडोल संभागों के जिलों, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों में
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जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारदानी जबलपुर के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में दूसरी मंजिल पर बनाए गए बनाए कोविड केयर सेंटर में भर्ती एक कोरोना मरीज ने शुक्रवार सुबह बाथरूम की खिडक़ी से कूदकर जान देने का प्रयास किया। कमर के बल गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद स्टाफ ने उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, कटनी जिले कुआं गाव निवासी सतीश दुबे को कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद गत तीन अक्टूबर को कटनी जिला अस्पताल से जबलपुर जिला अस्पताल रैफर किया गया था। उसकी हालत गंभीर होने पर गत सात अक्टूबर को उसे सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में शिफ्ट किया गया। शुक्रवार तडक़े करीब साढ़े बजे उसने अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित बाथरूम की खिडक़ी से नीचे छलांग लगा दी। घटना के बाद अस्पताल में हंगामा मच गया और उन्हें तुरंत गंभीर हालत में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। बता दें कि जबलपुर के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर पहले भी दो कोरोना संक्रमित मरीज यहां दूसरी मंजिल से छलांग लगा चुके हैं। यह इस तरह की यह तीसरी घटना है, जिसमें कोरोना के मरीज ने कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है।
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सिवनी। जिले के लखनादौन थाना क्षेत्र में जबलपुर-नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्राम गणेशगंज स्थित पंचवटी ढाबे के पास शुक्रवार को सुबह एक तेज रफ्तार स्कार्पियो (जीप) ने सामने से आ रही कार को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में कार सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोनों वाहनों के पांच लोग घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को लखनादौन के अस्पताल पहुंचाया। वहीं, मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। लखनादौन थाना पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को सुबह मारुति कार वाहन क्रमांक एमपी 20, सीसी 0414 में सवार लोग जबलपुर से सिवनी की ओर आ रहे थे। इसी दौरान सिवनी से जबलपुर की तरफ जा रहे तेज रफ्तार स्कार्पियो वाहन क्रमांक 04 सीएम 4112 ने गणेशगंज चौराहे के पास पंचवटी ढाबे के सामने एक बाइक को बचाने के चक्कर में सामने से आ रही कार को टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि मारुति कार के परखच्चे उड़ गए और कार चालक व सामने बैठे व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, दोनों वाहनों के पांच अन्य लोग घायल हुए हैं, जिन्हें लखनादौन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फिलहाल मामले की जांच जांच जारी है। अभी मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सामने से आ रहे बाइक सवार हो बचाने प्रयास में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो वाहन अनियंत्रित हो गया और डिवाइडर पार कर दूसरी साइड पहुंचकर सामने से आ रही कार को टक्कर मार दी। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
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मंगल को होगा मंगल से सामना भोपाल, 09 अक्टूबर (हि.स.)। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों की जानकारी के लिये यह बहुत खास है, क्योंकि अगले मंगलवार को उनका मंगल से सामना सामना होगा। आगामी मंगलवार, 13 अक्टूबर को मंगल, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आ रहे हैं। इस दिन शाम के समय जब पश्चिम में सूर्य अस्त हो रहा होगा तो पूर्व में मंगल उदित हो रहा होगा। इस समय सबसे नजदीक होने के कारण यह ग्रह बड़ा एवं स्पष्ट दिखाई देगा। राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त भोपाल की विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार को बताया कि इस खगोलीय घटना को मार्स एट अपोजिशन कहा जाता है। उन्होंने बताया कि इस सप्ताह मंगल की पृथ्वी से दूरी भी दूरी घटकर लगभग 6 करोड़ 20 लाख किलोमीटर रह गई है। अब इससे कम दूरी के लिये 11 सितम्बर 2035 का इंतजार करना होगा, जब यह दूरी 5 करोड़ 69 लाख किलोमीटर रहेगी। सारिका ने बताया कि मंगल का पास आना और मंगल का सीध में आना दो अलग-अलग घटनाएं होती हैं। इस बार 6 अक्टूबर को मंगल पृथ्वी के सबसे पास आया, लेकिन 13 अक्टूबर को मंगल, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में होंगे। उन्होंने बताया कि मंगल और पृथ्वी हर 26 माह बाद एक-दूसरे के पास आ जाते हैं। दोनो ग्रहों के अंडाकार पथ में घूमने के कारण तथा पृथ्वी और मंगल की कक्षा कुछ डिग्री से झुकी होने के कारण इस दूरी का मान घटता-बढ़ता रहता है। वर्ष 2003 में हम मंगल के जितने नजदीक थे, उतनी नजदीकी तो अब 2287 में आ पायेगी। हर दो साल में आने वाली नजदीकी के समय मंगल पर अंतरिक्ष अभियान भेजने का सबसे अच्छा समय होता है। नासा का पर्सेवेरेन्स रोवर मंगल की यात्रा पर है, जो कि फरवरी 2021 में मंगल पर उतरेगा। इसके अलावा यूएई और चीन के भी अंतरिक्षयान मंगल की यात्रा कर रहे हैं। शनि और गुरु भी बढ़ा रहे हैं नजदीकियां उन्होंने बताया कि इस समय आकाश में 20 साल बाद गुरू और शनि भी अपनी नजदीकियां बढ़ा रहे हैं, इसलिये शाम के समय जब आप आकाश में देखेंगे तो चमकता गुरु और उसके साथ जोड़ी बनाता शनि दिखेगा। इसके साथ ही पूर्व दिशा में लालिमा के साथ तेज चमकता नजदीकी मंगल का दीदार होगा। चंद्रमा भी इस समय देर रात को उदित होगा इसलिये उसकी चमक भी इन्हें देखने में बाधा नहीं बनेगी।
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ग्वालियर। जिले के घाटीगांव क्षेत्र के जंगलों में तो लंबे समय से फर्शी पत्थर का अवैध खनन चल ही रहा है, लेकिन अब ग्वालियर वन परिक्षेत्र में भी खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं। वन विभाग के उडऩदस्ता द्वारा बीलपुरा वन चौकी क्षेत्र के अंतर्गत दो दिन में ही अलग-अलग स्थानों से अवैध रूप से उत्खनित करीब सात घनमीटर फर्शी पत्थर जब्त किया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य वन संरक्षक एवं वन मंडल अधिकारी के निर्देशन में खनन माफिया के विरुद्ध कार्रवाई के लिए वन अमले के साथ उडऩदस्ते को प्रतिदिन अलग-अलग वन चौकी क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। इसी क्रम में उडऩदस्ता गुरुवार को ग्वालियर वन परिक्षेत्र की बीलपुरा वन चौकी क्षेत्र के अंतर्गत कैंथा घाटी से आगे तालपुरा वन क्षेत्र में पहुंचा, जहां अवैध खनन पाया गया। मौके से करीब तीन घनमीटर फर्शी पत्थर सहित तमाम औजार जब्त किए गए। इससे पहले बुधवार को उडऩदस्ता ने बीलपुरा वन चौकी के अंतर्गत ही महेश्वरा उत्तर वन क्षेत्र में दो स्थानों से करीब चार घनमीटर फर्शी पत्थर जब्त किया था। इस कार्रवाई में बीलपुरा वन चौकी का स्टाफ भी शामिल था।
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धार, 08 अक्टूबर (हि.स.)। जिले की तिरला थाना पुलिस ने एक अन्तराज्यीय हथियार तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी मध्यप्रदेश , गुजरात , एवं अन्य राज्यों में सप्लाई करता रहा हैं। पुलिस ने उसके पास से 08 देशी पिस्टल व दो कट्टे भी बरामद किए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने बताया कि हथियार तस्कर जालिमसिंह 42 वर्ष पुत्र गुरमुखसिंह जाति सिकलीगर निवासी ग्राम सिंघाना थाना मनावर को आठ नग देशी पिस्टल व दो नग 12 बोर के देशी कट्टे तथा 15 नग जिंदा कारतुस कुल किमती 2 लाख रूपये एवं बिना नंबर की मोटर सायकल सहित पकड़ा। थाना प्रभारी तिरला को मुखबिर सूचना मिली थी कि जालिमसिंह सिकलीगर बिना नंबर की मोटर सायकल से हथियारों का जखीरा लेकर आने वाला है। मुखबिर की सूचना पर बोधवाडा चौराहे पर मय फोर्स घेराबंदी कर जालिगसिंह को पकडा गया। पीछे टँगे हुए बैग को चेक करने पर आठ नग लोहे की बनी देशी पिस्टल व दो नग देशी 12 बोर के लोहे के कट्टे तथा पिस्टल के 15 नग जिंदा कारतूस मिले । आरोपी जालिमसिंह ने पुछताछ पर बताया कि वह कई वर्षों से अवैध रूप से हथियार बनाकर धार , मनावर , रतलाम , गुजरात , एवं अन्य राज्यों में बेच रहा है । रतलाम . मनावर , व गुजरात में पूर्व में भी अवैध हथियार तस्करी में उक्त आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है ।
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अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी अनुसार गुरुवार को प्राप्त 152 रिपोर्ट में 13 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमे 6 पुरूष, 7 महिलाएँ शामिल हैं। जो जैतहरी में 4, जमुना एवं कोतमा में 2-2, अनूपपुर, अमलाई, राजनगर, भालूमाड़ा एवं बदरा में 1-1 संक्रमित पाए गए। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार सक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क मेंलेने की कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 1230 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में सक्रिय 124 है। गुरूवार को 17 व्यक्ति स्वस्थ होने पर रवाना किया गया। अब तक 1096 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर जा चुके हैं तथा 10 की मृत्यु हो चुकी है। अब तक 17464 सैम्पल कोरोना जाँच हेतु भेजे जा चुके हैं।
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भोपाल। मानसून के खत्म होने के बावजूद ओडिशा के दक्षिणी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जिसके चलते मध्यप्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। भोपाल, रीवा, शहडोल और जबलपुर में मौसम में गुरुवार- शुक्रवार में बदलाव आने की संभावना है। इसके बाद मध्यप्रदेश के कई हिस्सों से मानसून की विदाई भी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई संभागों और जिलों में बारिश की संभावना जताई है। वही बिजली चमकने के भी आसार है। प्रदेश से मानसून विदाई की ओर है, अक्टूबर के तीसरे सप्ताह तक प्रदेश भर से मानसून की विदाई हो जाएगी। राजधानी भोपाल में गुरुवार सुबह से हल्के बादल छाने के साथ ही ठंडी हवा चल रही है। मौसम विभाग की माने तो इस सिस्टम के आगे बढऩे पर सात अक्टूबर को पश्चिमी मप्र में कई स्थानों पर बरसात होगी। आठ अक्टूबर को राजधानी में भी गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पडऩे की संभावना है। इंदौर में 7 अक्टूबर और भोपाल में 8 अक्टूबर को हल्की बारिश होने की संभावना है। मानसून 10 अक्टूबर के बाद प्रदेश से विदाई ले लेगा। आने वाले 4 से 5 दिनों में भोपाल में जाते हुए बादल बारिश करके जाएंगे। गुजरात में बने चक्रवात के कारण हल्के हल्के बादल छाए रहेंगे। रात को मौसम ठंडा बना रहेगा, हालांकि ठंड की शुरुआत 15 नवंबर के बीच होगी और दिसंबर के मध्य या तीसरे हफ्ते में कोल्ड डे की शुरुआत हो जाएगी। चौथे सप्ताह में शीत लहर चलना शुरू हो जाएगी। 10 व 11 अक्टूबर को इंदौर में हल्की बूंदाबांदी होगीइंदौर में पिछले दो दिन में धूप अच्छी निकलने के कारण दिन के तापमान में इजाफा हो रहा है जिसके कारण गर्मी महसूस हो रही हैं, वहीं रात में उत्तरी हवाएं चलने व अभी आद्र्रता कम होने के कारण रात में ठंडक महसूस हो रही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ अब लगातार आ रहे हैं। इसके कारण मौसम में ये बदलाव देखने को मिल रहा है। नौ अक्टूबर को कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी अंडमान समुद्र में बन रहा है, जो आगे चलकर अवदाब में बदलेगा। यह दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी आंध्रप्रदेश तट पर पहुुंचेगा और वहां से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा। इसका असर महाराष्ट्र व विदर्भ तक होगा जबकि पश्चिमी मप्र में कम होगा। इंदौर में 10 व 11 अक्टूबर को हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। पिछले वर्ष 12 अक्टूबर को मानसून की विदाई हुई थी। इस वजह से इस बार अक्टूबर के तीसरे सप्ताह के अंत तक इंदौर के मानसून के विदाई की उम्मीद है। इन जिलों में गरज चमक के साथ बौछारों के आसाररीवा और शहडोल संभाग के जिलों में, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों। गरज के साथ बिजली चमकने की संभावनारीवा और शहडोल संभागों जिलों में, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिले में भी।
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भोपाल। ऐसे समय में जबकि पूरा प्रदेश कोरोना संकट से जूझ रहा है, एक और मुसीबत दस्तक दे रही है। सागर की घटना को लेकर गुरुवार से प्रदेश के सभी 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज के करीब 3500 डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। अगर इस हड़ताल में जूनियर डॉक्टर भी शामिल होते हैं, तो हालात और खराब हो सकते हैं। प्रदेश में डॉक्टर्स की हड़ताल से सबसे ज्यादा परेशानी अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों को होगी। इलाज ना मिलने की स्थिति में कोरोना मरीजों की हालत गंभीर हो सकती है। प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल के आईसीयू में ही 126 कोरोना संक्रमित भर्ती हैं। इनमें से 28 गंभीर है 8 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। वेंटीलेटर पर रखे गए मरीजों को लगातार निगरानी की जरूरत होती है। ऐसे में हालात ऐसे में हड़ताल इन के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। यह है मामलाडॉक्टर्स का यह विरोध सागर में हुई एक घटना के चलते हो रहा है। सागर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर ने कोरोना की जांच के बाद लक्षणों के आधार पर मरीज को कोविड केयर सेंटर में एडमिट कर दिया। डॉक्टर के मुताबिक मरीज की स्थिति बिलकुल सामान्य थी। दूसरे अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मरीज की मौत हो गई। परिजनों की शिकायत पर कलेक्टर ने कॉलेज प्रबंधन से मामले की जांच करवाई। कॉलेज प्रबंधन ने रिपोर्ट में डॉक्टरी जांच को बिल्कुल सही बताया। उसके बाद कलेक्टर ने कॉलेज डीन की रिपोर्ट को ना मानते हुए मध्यप्रदेश मेडिकल काउंसिल से डॉक्टर का लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा कर दी। कलेक्टर की कर्रवाई से पूरे प्रदेश के डॉक्टर नाराज हो गए है। मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश के सचिव डॉक्टर राकेश मालवीय का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी कॉलेज डीन की रिपोर्ट को गलत बता रहे हैं, ऐसे तो सभी 3500 डॉक्टरों के लाइसेंस सस्पेंड कर देना चाहिए।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 482 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 27,289 और मृतकों की संख्या 608 हो गई है। इंदौर में लगातार 18वें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। यहां एक दिन में सर्वाधिक 495 नये संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 3713 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 482 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 27,289 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से छह लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 608 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 22,127 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4554 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुक्का का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां युवा देर रात तक होटलों-हुक्काबारों में हुक्का गुडग़ुड़ाते हैं। पुलिस ने शहर के बागसेवनिया थाना इलाके में बीती रात छापामार कार्रवाई करते हुए एक होटल में हुक्का गुडग़ुड़ाते हुए 17 युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें होटल मालिक भी शामिल है। पुलिस ने इन सभी पर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने और तंबाकू-सिगरेट ऐक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। बागसेवनिया थाना पुलिस के अनुसार, मुखबिर से सूचना मिली थी कि ओमनगर स्थित प्ले बॉय प्लेनेट होटल के हुक्का बार में देर रात पार्टी चल रही है। सूचना के आधार पर पुलिस ने सोमवार देर रात करीब 11.30 बजे होटल पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान वहां 16 युवक हुक्का गुडग़ुड़ाते हुए मिले। पुलिस का कहना है कि होटल मालिक शासन के दिशा निर्देश का उल्लंघन कर देर रात्रि बार का संचालन कर लोगों को हुक्का पीला रहा था। पुलिस ने होटल मालिक समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया, साथ ही मौके से सात पाइप और 7 मिंट फ्लेवर भी बरामद किये हैं। पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है, उनके नाम शाहवर (हुक्का बार मालिक), अमित पटेल, अनुज, दीपेश साहू, सुरेंद्र प्रजापति, नोमान अहमद, सिद्धार्थ मंडल, उत्कर्ष वाजपेयी, शिखर मलिक, ऋषि शर्मा, छत्रपाल प्रजापति, अनिकेत यादव, अंकित पटेल, राजेन्द्र धाकड़, सत्यम पटेल, अनुराग पटेल, फराज हुसैन बताये गये हैं। पुलिस ने सभी के खिलाफ कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने और तंबाकू-सिगरेट ऐक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश से मानसून विदा हो रहा है। राजधानी भोपाल मे मौसम पूरी तरह से साफ है। दिन भर धूप निकलने के साथ हल्की ठंड का एहसास हो रहा है। हालांकि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल व ओडिशा के तट पर पर बना है, जिसके कारण पूर्वी मप्र में बारिश हो रही है। वही इसके प्रभाव से मानसून की वापसी से पहले आने वाले एक दो दिनों में इंदौर और भोपाल समेत कई जिलों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग की माने तो अगले चौबीस घंटे में रीवा, जबलपुर और शहडोल संभाग के साथ साथ प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में बारिश के आसार है, बाकी जिले शुष्क रहेंगे। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल व ओडिशा के तट पर पर बना है। इसके कारण पूर्वी मप्र में बारिश हो रही है। इस सिस्टम के आगे बढऩे पर सात अक्टूबर को पश्चिमी मप्र में कई स्थानों पर बरसात होगी। आठ अक्टूबर को राजधानी में भी गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पडऩे की संभावना है। मानसून 10 अक्टूबर के बाद प्रदेश से विदाई ले लेगा। आने वाले 4 से 5 दिनों में भोपाल में जाते हुए बादल बारिश करके जाएंगे। इंदौर में 7 अक्टूबर और भोपाल में 8 अक्टूबर को हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर के दूसरे-तीसरे सप्ताह तक प्रदेश भर से मानसून की विदाई हो जाएगी। गुजरात में बने चक्रवात के कारण हल्के हल्के बादल छाए रहेंगे। रात को मौसम ठंडा बना रहेगा, हालांकि ठंड की शुरुआत 15 नवंबर के बीच होगी और दिसंबर के मध्य या तीसरे हफ्ते में कोल्ड डे की शुरुआत हो जाएगी। चौथे सप्ताह में शीत लहर चलना शुरू हो जाएगी। इन जिलों में गरज चमक के साथ बौछारों के आसाररीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों। गरज के साथ बिजली चमकने की संभावनारीवा और शहडोल संभागों जिलों में ,कटनी, जबलपुर जिले में भी।
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धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में सोमवार देर रात इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे खड़ी एक पिकअप वाहन में तेज रफ्तार टैंकर ने पीछे से टक्कर मार दी। दुर्घटना में तीन बच्चे और दो महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस के अनुसार यह हादसा तिरला थाना अंतर्गत इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ है। टांडा कोदी के मजदूर पिकअप वाहन में सवार होकर केसूर से सोयाबीन कटाई करने गए थे। देर रात वे सभी घर लौट रहे थे। रात 12.30 बजे तिरला थाना अंतर्गत फोरलेन पर ग्राम चिखलिया फाटे के पास पिकअप पंचर हो गई। चालक वाहन को सड़क के किनारे खड़ा कर टायर बदलने लगा। कुछ मजदूर भी गाड़ी से उतरकर चालक की मदद कर रहे थे, तभी तेज रफ्तार एक टैंकर ने पीछे से पिकअप में टक्कर मार दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि कुछ मजदूर दूर जा गिरे और छह लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 मजदूर घायल हो गए हैं। चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई और दो लोगों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में 10 साल का जितेंद्र पुत्र कब्बू, 12 साल का रादेश पुत्र कैलाश, 15 साल का संतोष पुत्र तेर सिंह, 35 वर्षीया शर्मिला पत्नी मोहब्बत, 25 वर्षीया भूरीबाई पत्नी मोहन और 40 वर्षीय कुंवर सिंह पुत्र दितला शामिल हैं। घायलों में दो की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें इंदौर भेज दिया गया है। बाकी घायलों का धार जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं घटना के बाद टैंकर चालक फरार हो गया। तिरला थाना पुलिस उसे तलाश रही है।
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मुरैना। आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा के उप चुनावों को लेकर सोमवार को जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन हुए। इन सम्मेलनों में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर खासतौर से उपस्थित रहे। सम्मेलनों में केन्द्रीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं से उप चुनाव में जी जान से जुट जाने का आव्हान किया। आज कार्यकर्ता सम्मेलन मुरैना, सुमावली एवं जौरा विधानसभा के क्षेत्रों में हुए। मुरैना शहर में निवास करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मेलन पंचायती धर्मशाला में संपन्न हुआ। इस मौके पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए जी जान से जुट जाऐं। जनता कांग्रेस के कुशासन को देख चुकी है। लेकिन इसके बावजूद हमें जनता तक अपनी बात पहुंचानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अगर शिवराज सिंह के हाथ मजबूत करना है तो रघुराज सिंह कंषाना को जिताना ही होगा। इस अवसर पर प्रदेश के सूक्ष्म लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, मुंशीलाल, जिलाध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता, पूर्व विधायक शिवमंगल सिंह तोमर, विधानसभा संयोजक श्रीबल्लभ डण्डौतिया, विधानसभा प्रभारी अभय चौधरी, निगम सभापति अनिल गोयल आदि मंचासीन थे। सुमावली विधानसभा के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन पीएचई मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना के निवास पर हुआ। सम्मेलन में हजारों लोग उपस्थित थे। यहां पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में ऐंदल सिंह कंषाना को भारी मतों से जिताने का संकल्प दिलाया। तोमर ने कहा कि कंषाना की जीत भविष्य में भाजपा सरकार का भविष्य तय करेगी। इस मौके पर पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार सहित रामनरेश शर्मा, हमीर पटेल, केडी डण्डौतिया, दिलीप मिश्रा आदि उपस्थित थे। इसी प्रकार जौरा विधानसभा क्षेत्र स्थित कैलारस एवं पहाडग़ढ़ मंडल के कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगले माह होने वाला उप चुनाव कार्यकर्ताओं की परीक्षा की घड़ी है। इस परीक्षा में हम और आप सब को खरा उतरना होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी जिसको भी प्रत्याशी बनाए वह पार्टी का प्रत्याशी होगा एवं कार्यकर्ता को बिना मनमुटाव किए हुए उसको विजयी बनाने के लिये काम करना है। तोमर ने कहा कि कार्यकर्ता सम्मान में कोई कमी नहीं आयेगी। इस अवसर पर रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा, पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय, जिलाध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता, पूर्व विधायक सूबेदार सिंह रजोधा सहित अनूप सिंह भदौरिया, कमलेश कुशवाह, अजब सिंह सिकरवार, प्रकाश त्यागी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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भोपाल। राज्य वन्य-प्राणी के पाँचवें दिन सोमवार को भोपाल के वन-विहार राष्ट्रीय उद्यान में सुबह-सुबह आए प्रतिभागियों का चहचहाते पक्षियों ने स्वागत किया। इन पक्षियों में किंग फिशर, वूली नेक स्टार्क, कार्मोरेंट, लेसर विसलिंग टील, इग्रेट, रेड मुनिया, ग्रीन बी ईटर, बुलबुल, ब्लेक रेड स्टार्ट, एशी प्रीनिया, जकाना, डब, हेरोन जैसे विविध प्रकार के पक्षी शामिल थे। प्रकृति शिविर में रिसोर्स पर्सन के रूप में पक्षी विशेषज्ञ एके खरे, सुदेश वाघमारे, मो. खालिक एवं डॉ. संगीता राजगीर ने प्रतिभागियों को इन पक्षियों की विशेषताओं से अवगत कराया।इसी दिन 'वन्य-प्राणी'' थीम पर मेहंदी प्रतियोगिता और पाम पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें 44 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा फैंसी ड्रेस ऑनलाइन प्रतियोगिता में 14 प्रतिभागियों ने भाग लिया। चयनित प्रविष्टियों का ऑनलाइन प्रसारण www.facebook.com पर मंगलवार को अपरान्ह 4 से 5 बजे तक और पुन: 7 अक्टूबर को सुबह 9 से 9.30 बजे तक किया जायेगा।मंगलवार को होगा गुलाबी शिविर का आयोजनराज्य वन्य-प्राणी सप्ताह के छठवें दिन मंगलवार, 06 अक्टूबर को महिलाओं के लिये पक्षी-दर्शन एवं प्रकृति शिविर (गुलाबी शिविर) आयोजित होगा। प्रात: 11 से दोपहर एक बजे तक सृजनात्मक कार्यशाला एवं प्रतियोगिता आयोजित होगी।
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रीवा। हाथरस मामले को लेकर पूरा देश आक्रोषित है। ऐसे में मप्र के रीवा जिले में एक ओर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जिले के शाहपुर थाना के खटखरी चौकी क्षेत्र अंतर्गत एक विधवा महिला से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप पीडि़त के परिजनों द्वारा लगाया गया है। महिला को गंभीर हालत में रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसका उपचार जारी है। पीडि़त के पुत्र के बयान के आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म सहित एसटी एससी एक्ट का मामला दर्ज किया है और संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पीडि़त विधवा महिला के पुत्र के अनुसार, घटना 30 सितम्बर की रात है। उसने बताया कि समीपस्थ ग्राम का रहने वाला अरुण सिंह ठाकुर ने उस रात अपने पांच साथियों के साथ उसके घर के सामने शराब पी और उसकी मां को जबरन अपने साथ लेकर चले गए। परिजनों द्वारा रात में उसे खोजने का प्रयास किया, लेकिन कहीं पता नहीं चला। दूसरे दिन पता चला कि उसकी मां रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती है। पीडि़त महिला के पुत्र ने बताया कि जब हम अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि माँ के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। इसकी सूचना मैंने पुलिस अधीक्षक को दी, उसके बाद रविवार देर रात महिला थाने में प्रकरण दर्ज किया गया। बताया गया है कि पांच दिनों से महिला गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है और उसका आईसीयू में उपचार चल रहा है। अस्पताल प्रबंधन तथा पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया, लेकिन एसपी के निर्देश पर प्रकरण पंजीबद्ध हुआ, तब जाकर मामला सामने आया। इस संबंध में महिला थाना प्रभारी आराधना सिंह परिहार ने बताया कि पीडि़त के पुत्र के बयान के आधार पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। मैं स्वयं पीडि़त के बयान लेने के लिए अस्पताल पहुंची थी, लेकिन वह बोलने की स्थिति में नहीं है। पुलिस अभी मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। कुछ लोगों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। रीवा एसपी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि महिला थाने में पीडि़त के पुत्र के बयान पर प्रकरण दर्ज किया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। सभी पहलुओं की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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भोपाल। पिछले दिनों मध्य प्रदेश के पश्चिमी और दक्षिणी पश्चिमी जिलों में रुक-रुक कर हल्की वर्षा देखने को मिली है। जबकि बाकी हिस्सों में मौसम लगभग शुष्क बना रहा। मॉनसून की वापसी उत्तर भारत से हो गई है लेकिन अभी मध्य प्रदेश से इसकी वापसी में कुछ दिनों का समय लग सकता है, क्योंकि एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी पर बना है जो मॉनसून की वापसी की राह में बाधा बनेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा जिसके प्रभाव से 5 अक्टूबर से 8 के बीच मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। उस दौरान शहडोल, सिंगरौली, उमरिया, डिंडोरी, अनूपपुर, मांडला, जबलपुर, कटनी, सतना, दमोह, सिवनी तथा सागर आदि जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी मध्य प्रदेश के जिलों में अधिकांश समय मौसम लगभग शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि 7 या 8 अक्टूबर को पश्चिमी जिलों में भी छिटपुट जगहों पर हल्की वर्षा देखने को मिल सकती है। अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों में उत्तर पश्चिमी दिशा से शुष्क हवाएं चलेंगी जिसके प्रभाव से रात के तापमान में हल्की गिरावट संभव है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद भी अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादलों का दौर जारी है। इसी क्रम में राज्य शासन द्वारा अब भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के तीन अधिकारियों की नयी पदस्थपना की गई है। इनमें एक आईपीएस अधिकारी का तबादला किया गया है, जबकि दो अधिकारियों को वर्तमान दायित्व के साथ अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा शनिवार को आदेश जारी किये गये हैं। जारी आदेश के मुताबिक, आपदा प्रबंधन एवं होमगार्ड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डीसी सागर का तबादला करते हुए उन्हें पुलिस मुख्यालय भोपाल में पीटीआरआई का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है। वहीं, पुलिस मुख्यालय भोपाल में एसआईएसएफ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जी अखेतो सेमा को वर्तमान कार्य के साथ आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तथा पुलिस मुख्यालय भोपाल में सतर्कता पुलिस महानिरीक्षक ए. साईं मनोहर को अपने वर्तमान कार्य के साथ साइबर क्राइम भोपाल के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 481 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 25,451 मृतकों की संख्या भी 585 हो गई है। इंदौर में लगातार 14वें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। इससे पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 495 नये संक्रमित एक दिन पहले ही मिले थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 3166 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 481 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 25,451 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 585 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 20,348 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4500 के करीब है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 481 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 25,451 मृतकों की संख्या भी 585 हो गई है। इंदौर में लगातार 14वें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। इससे पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 495 नये संक्रमित एक दिन पहले ही मिले थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 3166 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 481 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 25,451 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 585 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 20,348 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4500 के करीब है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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राजगढ़। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम मोहनपुरा में शुक्रवार को चाय गिरने से 4 वर्षीय बालक बुरी तरह से झुलस गया, परिजन उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल ब्यावरा लेकर पहुंचे, जहां से प्राथमिक चिकित्सा के बाद भोपाल रेफर किया गया है। संजीवनी 108 वाहन के डाॅ.अभिषेक वर्मा ने बताया कि ग्राम मोहनपुरा निवासी ईश्वर (4) पुत्र बनेसिंह चाय गिरने से बुरी तरह झुलस गया। बालक का पहले सिविल अस्पताल में उपचार किया गया, जहां हालत बिगड़ने पर भोपाल रेफर किया गया है। बताया गया है चाय से बालक का पेट और पैर बुरी तरह झुलस गए हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 495 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 24,970 मृतकों की संख्या भी 578 हो गई है। इंदौर में लगातार 13वें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। इससे पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 482 नये संक्रमित मिले थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 3956 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 495 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 24,970 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से छह लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 578 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 19,825 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4567 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है। नये मरीजों में कांग्रेस के इंदौर शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी शामिल हैं। दरअसल, गत दिवस उन्हें सदी-जुकाम की शिकायत होने के बाद अपनी कोरोना जांच कराई थी, जिसमें उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश से विदाई का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी के साथ राजधानी भोपाल में अब मानसून की विदाई के दिन करीब आ गए हैं। यहां पर हल्की ठंड के साथ दिन में उमस बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, ग्वालियर और उज्जैन संभाग से मानसून की विदाई का सिलसिला शुरू हो गया है। हालांकि पूरे मध्य प्रदेश से अब तक मानसून की विदाई नहीं हुई है। कई जगह अभी भी छिटपुट बारिश हो रही है। वहीं, राजधानी भोपाल के लिए माना जा रहा था कि मानसून 5 अक्टूबर तक भोपाल से विदाई ले लेगा। शहर से मानसून की विदाई में थोड़ा और समय लग सकता है। ये तारीख आने वाली 5 अक्टूबर के बाद यानी एक और हफ्ते आगे बढ़ गई है। मानसून के राजधानी भोपाल से विदाई का समय 22 सितंबर तय किया गया था, लेकिन अब यहां पर मानसून की विदाई 5 से 10 अक्टूबर तक मानी जा रही है। धीरे-धीरे कम हो रहा है तापमान मप्र में ठंडक ने भी 33 दिन पहले दस्तक दे दी। देर रात से सुबह तक ठंडक महसूस होने लगी। रात होते ही तापमान गिरने लगा है। वहीं लोगों को गर्मी से हल्की राहत भी मिल रही है। भोपाल में रात का तापमान 22.2 डिग्री दर्ज किया गया। बता दें कि पूरे मध्य प्रदेश में तय समय से एक दिन पहले मानसून ने दस्तक दी थी तो वहीं राजधानी भोपाल में तय दिन से एक दिन पहले यानी 16 जून को मानसून पहुंचा था। मानसून आने के 107 दिन में 53.82 इंच बारिश हुई है, जो कि सामान्य से 10 इंच से भी ज्यादा है। वहीं इस बार प्रदेश के सभी जिलों में लगभग बारिश ज्यादा हुई है।
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बालाघाट। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों के लिए सफारी गुरुवार, 01 अक्टूबर से प्रारम्भ कर दी गई है। उद्यान के खुलने के बाद पहले ही दिन बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचे और सफारी का लुत्फ उठाया। पहले दिन यहां 32 वाहनों को प्रवेश दिया गया और इस दौरान कोरोना के नियमों का खास ध्यान रखा गया। इस अवसर पर कलेक्टर दीपक आर्य एवं जिला पंचायत सीईओ आर. उमा महेश्वरी के निर्देशन में टूरिज्म प्रमोशन कॉन्सिल बालाघाट के सहायक नोडल अधिकारी रवि पालेवार, राहुल मेश्राम एवं उनकी टीम द्वारा कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के मुक्की गेट पर समस्त गाईड, जिप्सी ड्राइवर एवं पर्यटकों को मास्क, सेनेटाइजर, ग्लब्ज का वितरण कर सुरक्षित पर्यटन करने कराने की शपथ दिलायी गई और कोविड-19 से बचाव के लिए अनिवार्यत: मास्क, सेनेटाइजर आदि का प्रयोग करने का आग्रह किया गया। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में चालू सीजन की सफारी प्रारंभ होने के प्रथम दिन ही मुक्की गेट से लगभग 32 वाहनों ने प्रवेश किया। पर्यटकों में काफी उत्साह देखा गया। इस अवसर पर मुक्की गेट प्रभारी सेंधाराम उयके भी उपस्थित थे।
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भोपाल। परिश्चम मध्य रेलवे द्वारा जबलपुर-सोमनाथ-जबलपुर के बीच शुक्रवार, दो अक्टूबर से स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में सप्ताह में पांच दिन इटारसी रूट और दो दिन बीना रूट से होकर चलाई जाएगी। भोपाल रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 01464-01463 जबलपुर-सोमनाथ-जबलपुर स्पेशल ट्रेन वाया इटारसी और गाड़ी संख्या 01466-01465 जबलपुर-सोमनाथ-जबलपुर स्पेशल वाया बीना होकर चलेगी। गाड़ी संख्या 01464 जबलपुर-सोमनाथ स्पेशल शुक्रवार, तीन अक्टूबर से जबलपुर स्टेशन पूर्वान्ह 11.40 बजे रवाना होकर अगले दिन शाम 5.45 बजे सोमनाथ स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन सप्ताह में पांच दिन (मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शनिवार, रविवार) चलेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 01463 सोमनाथ-जबलपुर स्पेशल एक्सप्रेस (सप्ताह में पांच दिन (मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, रविवार) आगामी चार अक्टूबर से सोमनाथ स्टेशन ने सुबह 9.30 बजे रवाना होकर अगले दिन दोपहर 2.20 बजे जबलपुर स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन रास्ते में मदनमहल, श्रीधाम, करकबेल, नरसिंहपुर, करेली, गाडरवाड़ा, पिपरिया, सोहागपुर, इटारसी, होशंगाबाद, हबीबगंज, भोपाल, संत हिरदाराम नगर, उज्जैन, नागदा, रतलाम, छायापुरी, अहमदाबाद, सुरेन्द्र नगर, राजकोट और वैरावल स्टेशन पर हाल्ट लेगी। इस ट्रेन में 01 वातानुकूलित प्रथम श्रेणी, 02 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 04 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 09 शयनयान द्वितीय श्रेणी, 04 सामान्य श्रेणी एवं 02 जनरेटर कार सहित कुल 22 कोच रहेंगे। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 01466 जबलपुर-सोमनाथ स्पेशल (सप्ताह में दो दिन सोमवार, शुक्रवार) शुक्रवार दो अक्टूबर से जबलपुर स्टेशन से सुबह 10 बजे रवाना होकर अगले दिन शाम 5.45 बजे सोमनाथ स्टेशन पहुंचेगी। वहीं, वापसी में गाड़ी संख्या 01465 सोमनाथ-जबलपुर स्पेशल (सप्ताह में दो दिन सोमवार, शनिवार) आगामी पांच अक्टूबर से सोमनाथ स्टेशन से सुबह 9.30 बजे रवाना होकर अगले दिन शाम 5.20 बजे जबलपुर स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन रास्ते में कटनी मुड़वारा, दमोह, पथरिया, सागर, खुरई, बीना, मंडी बामोरा, गंजबासोदा, विदिशा, भोपाल, संत हिरदाराम नगर, उज्जैन, नागदा, रतलाम, छायापुरी, अहमदाबाद, सुरेन्द्र नगर, राजकोट और वैरावल स्टेशन पर हाल्ट लेगी। इस ट्रेन में 01 वातानुकूलित प्रथम श्रेणी, 02 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 04 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 09 शयनयान द्वितीय श्रेणी, 04 सामान्य श्रेणी एवं 02 जनरेटर कार सहित कुल 22 कोच रहेंगे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 272 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 17,945 और मृतकों की संख्या 394 हो गई है। इन नये मरीजों में जनसम्पर्क संचालक आशुतोष प्रताप सिंह भी शामिल हैं। उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 272 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 17,945 हो गई है। वहीं, राजधानी में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 394 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 15,143 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2400 के करीब है, जिनका उपचार जारी है। गुरुवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें भोपाल स्थित जनसम्पर्क संचालनालय के संचालक आशुतोष प्रताप सिंह के अलावा, सेंट्रल जेल से एक कैदी, सीएसपी ऑफिस टीटी नगर से एक व्यक्ति, एम्स से एक व्यक्ति, जेपी अस्पताल से एक व्यक्ति, गांधी मेडिकल कॉलेज में तीन, सीआरपीएफ अस्पताल से 6 लोग, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज में दो लोग, अरेरा कॉलोनी में एक ही परिवार के 5 लोग, पंजाबी बाग एक ही परिवार के तीन लोग, आराधना नगर से एक ही परिवार के तीन लोग, होटल आनंद पैलेस से 2 लोग, जहांगीराबाद से तीन लोग, श्वेता कॉम्प्लेक्स त्रिलंगा से 3 लोग, टैगोर नगर खजूरी से 5 लोग, इब्राहिमगंज से एक व्यक्ति शामिल है।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए बांद्रा टर्मिनस अजमेर और बांद्रा टर्मिनस उदयपुर के बीच दो ओर विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है, जबकि दो अन्य ट्रेनें उदयपुर-अजमेर और उदयपुर-हरिद्वारा स्पेशल ट्रेन पश्चिम रेलवे के चित्तौड़ स्टेशन के रास्ते चलेगी। जानकारी के अनुसार ट्रेन नंबर 02995/ 02926 बांद्रा टर्मिनस अजमेर स्पेशल ट्रेन 2 अक्टूंबर से बांद्रा से और ट्रेन संख्या 02952 बांद्रा-उदयपुर स्पेशल टे्रन 1 अक्टूबर से बांद्रा से चलेगी। 02991/92 उदयपुर-जयपुर और ट्रेन नंबर 09609/10 उदयपुर-हरिद्वार ट्रेन 1 अक्टूबर से अगली सूचना तक चलेगी। बांद्रा अजमेर त्रिसाप्ताहिक विशेष ट्रेन 02995 बांद्रा से बुधवार-शुक्रवार-रविवार को 16.15 बजे रवाना होकर अगले दिन 9.50 बजे अजमेर पहुंचेगी। इसी तरह 02996 अजमेर बांद्रा साप्ताहिक स्पेशल टे्रेन 1 अक्टूंबर से प्रत्येक मंगलवार-गुरूवार-शनिवार को 20.30 बजे निकलकर अगले दिन 14.20 बजे बांद्रा पहुंचेगी। यह ट्रेन बोरीवली, वापी, बलसाढ, सूरत, बडोदा, रतलाम, मंदसौर, नीमच,चित्तौडगढ़, भीलवाड़ा, विजय नगर, नसीराबाद स्टेशन रुकेगी। ट्रेन नं. 02901/02902 बांद्रा उदयपुर त्रिसाप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 1 अक्टूुबर से मंगलवार, गुरूवार-शनिवार को बांद्रा से 23.25 बजे निकलकर अगले 16.10 बजे उदयपुर पहुंचेगी। 02902 उदयपुर-बांद्रा टर्मिनल त्रिसाप्ताहिक विशेष ट्रेन 2 अक्टंूबर से प्रत्येक बुधवार-शुक्रवार और रविवार को उदयपुर से 21.10 बजे निकलकर अगले दिन 23.30 बजे बांद्रा पहुंचेगी। यह ट्रेन बोरीवली,सूरत-बड़ूच, बड़ोदरा, दाहोद,रतलाम, मंदसौर,नीमच, चित्तौडग़ढ़, फतेहपुर, मावली जं. और राणा प्रतापनगर पर दोनों दिशाओं में रूकेगी। इस ट्रेन में एसी 2-टियर,3-टियर, स्लीपर क्लास व सेकेंड क्लास दोनों शामिल है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 308 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 17,716 और मृतकों की संख्या 392 हो गई है। भोपाल में लगातार दूसरे दिन कोरोना के 300 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इससे एक दिन पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 329 नये संक्रमित मिले थे। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में बुधवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 308 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 17,716 हो गई है। वहीं, राजधानी में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 392 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 14,913 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2100 के करीब है, जिनका उपचार जारी है। बुधवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें राजभवन से संबंधित 4 लोग, चूना भट्टी थाने से एक जवान, एमपीनगर थाने से दो जवान, पिपलानी थाने से एक जवान, हनुमानगंज थाने से दो लोग, सीआरपीएफ के 5 जवान, एम्स से 4 लोग, गांधी मेडिकल कॉलेज से एक व्यक्ति, जेपी अस्पताल से एक व्यक्ति, लालवानी प्रेस बोर्ड से 4 लोग, परिकर सोसायटी से 4 लोग शामिल हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का रंग हर पल बदला हुआ नजर आ रहा है। हल्की ठंड के साथ दिन में उमस बनी हुई है। वहीं रात के समय ठंड का एहसास हो रहा है। प्रदेश से अब तक मानसून की विदाई नहीं हुई है। भले ही मानसून की विदाई अक्टूबर के पहले हफ्ते में तय मानी जा रही है, लेकिन 30 सितम्बर को मानसूनी सीजन का आखिरी दिन है। मानसूनी सीजन के आखिरी दिन भी प्रदेश के कुछ इलाकों में मौसम विभाग ने हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। इसको लेकर कुछ इलाकों में अलर्ट भी जारी किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश से मानसून की विदाई 22 सितम्बर तय मानी जा रही थी। 22 सितंबर के बाद भी मानसून अब तक मध्य प्रदेश से विदा नहीं हुआ है। अब अक्टूबर के पहले हफ्ते यानी 5 अक्टूबर तक प्रदेश भर से मानसून की विदाई मानी जा रही है तो वहीं जाते-जाते मॉनसून प्रदेश भर के कुछ जिलों को तरबतर कर रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार को भी होशंगाबाद और जबलपुर संभागों के जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। वहीं जबलपुर इंदौर होशंगाबाद भोपाल संभाग के जिलों में और दमोह सागर आगर देवास शाजापुर रतलाम उज्जैन जिला में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। हल्की ठंडक होने से तापमान में गिरावटप्रदेश भर में बीते एक हफ्ते पहले तक उमस बनी होने से तापमान में लगातार इजाफा हो रहा था। वहीं अब मौसम में हल्की ठंडक घुलने के साथ ही तापमान में गिरावट हो रही है। तो वहीं लोगों को गर्मी से हल्की राहत भी मिल रही है। मौसम विभाग का कहना है कि गुजरात में बने चक्रवात के कारण हल्के हल्के बादल छाए रहेंगे। यही वजह है कि दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज हो रही है तो वहीं रात को लोगों को हल्की हल्की ठंड का एहसास हो रहा है। तय समय से पहले मानसून ने दी थी दस्तकमध्य प्रदेश में इस साल मानसून ने तय समय से एक दिन पहले दस्तक दी थी, तो वहीं राजधानी भोपाल में तय दिन से एक दिन पहले यानी 16 जून को मानसून पहुंचा था। मानसून आने के 107 दिन में 53.82 इंच बारिश हुई है, जो कि सामान्य से 10 इंच से भी ज्यादा है। जुलाई में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड हुई थी। वहीं जून अगस्त और सितंबर में अच्छी बारिश होने से प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा हो गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 449 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 23,524 और मृतकों की संख्या भी 558 हो गई है। इंदौर में लगातार दसवें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। यहां दो दिन पहले ही एक दिन में सर्वाधिक 478 नये संक्रमित मिले थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 1951 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 449 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 23,524 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 558 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 18,510 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4456 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तैयारियों की बीच अधिकारियों के तबादलों का दौर निरंतर जारी है। इसी क्रम में अब भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के चार अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस संबंध में सोमवार देर रात मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस द्वारा आदेश जारी किये गये। जारी आदेश के मुताबिक, मंत्रालय भोपाल में खनिज साधन विभाग के उप सचिव नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी को उज्जैन जिले में अपर कलेक्टर बनाया गया है, जबकि विदिशा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक अग्रवाल को इंदौर जिले में अपर कलेक्टर नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार नीमच जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी भव्या मित्तल को मंत्रालय भोपाल में उप सचिव और राजगढ़ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष सांगवान को नीमच जिला पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी पदस्थ किया गया है।
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सतना। जिले के सिंहपुर थाने के लॉकअप में चोरी के संदेह में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए एक ग्रामीण की बीती रात थानेदार की सर्विस रिवॉल्वर से गोली चलने से मौत हो गई। सोमवार को ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया और जमकर हंगामा किया। मामले में थानेदार सहित दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिये गये हैं। जानकारी के मुताबिक, सिंहपुर थाना पुलिस चोरी के मामले में संदेही नारायणपुर गांव में बढ़ईगीरी और राजगीर मिस्त्री का काम करने वाले राजपति कुशवाहा (45) को पूछताछ के लिए रविवार को हिरासत में लेकर थाने लेकर आई थी। रात में सिंहपुर थाने में लॉकअप में सिंहपुर थाना प्रभारी विक्रम पाठक की सर्विस रिवॉल्वर से गोली चल गई, जिससे राजपति कुशवाहा की मौत हो गई। थानेदार की सर्विस रिवॉल्वर से चली गोली से हुई मौत के बाद सोमवार सुबह मृतक के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण थाने पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। परिजनों का आरोप है कि थानेदार ने शराब के नशे में गोली मार कर राजपति कुशवाहा की हत्या कर दी। हंगामा बढ़ते देख थाने में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। वहीं, पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने आरोपों के घेरे में आये सब इंस्पेक्टर विक्रम पाठक और आरक्षक आशीष को निलंबित कर दिया। इधर, कलेक्टर अजय कटेसरिया ने मामले को संज्ञान में लेते हुए न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए गए है। मामले में थाना प्रभारी की सर्विस रिवाल्वर जब्त कर ली गई है। ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिस कर्मियों को हटा दिया गया, नए थाना प्रभारी की हुई पदस्थापना की गई है। घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित किए गए।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सोमवार को यहां कोरोना के 199 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 17,181 और मृतकों की संख्या 384 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में सोमवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 199 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 17,181 हो गई है। वहीं, राजधानी में कोरोना से पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 384 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 14,448 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2100 के करीब है, जिनका उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र अंतर्ग दानापानी रेस्टोरेंट के पास रविवार सुबह एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार दो युवकों को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। शाहपुरा थाना पुलिस के अनुसार, हबीबगंज क्षेत्र के मीरा नगर निवासी 19 वर्षीय राहुल पुत्र किशोर नागले निजी काम करता था। रविवार सुबह करीब 10 बजे वह बाइक पर अपने दोस्त मनीष उईके के साथ शाहपुरा से बागसेवनिया जा रहा था। दानापानी रेस्टोरेंट के पास ओवरब्रिज के करीब मनीष ने जल्दबाजी में सामने जा रहे ट्रक को ओवरटेक करने का प्रयास किया। इसी दौरान बाइक अनियंत्रित हो गई और दोनों युवक बाइक समेत ट्रक के नीचे आ गए। हादसे के वक्त राहुल की ट्रक के पहिये की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका दोस्त मनीष उछलकर दूर जा गिरा, जिससे उसकी जान बच गई, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। मौके पर मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल पहुंचाया। वहीं, ट्रक को जब्त कर पुलिस ने चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। बताया गया है कि ट्रक चालक ने बागसेवनिया थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 478 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 22,607 और मृतकों की संख्या 545 हो गई है। इंदौर में लगातार आठवें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। यहां एक दिन में 478 नये संक्रमित पहली बार मिले हैं। इससे पहले यह आंकड़ा 451 था। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 2176 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 478 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 22,607 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 545 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 17,931 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4139 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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रायसेन। रायसेन जिले में हुई भारी बारिश और बाढ़ की तबाही से हजारो एकड़ किसानों की फसल बर्बाद होने के बाद भी समय रहते सर्वे न होने से नाराज़ शनिवार को किसानों करीब दो घंटे तक चक्काजाम किया । चक्काजाम में उदयपुरा विधायक देवेंद्र पटेल एवं कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र पटेल के नेतृत्व में दो हजार से अधिक किसानों ने ए एस डी एम कार्यालय के सामने भोपाल जबलपुर एन एच-12 पर चक्काजाम क फसलों के सर्वे एवं उचित मुआवजे की मांग की । जिले के उदयपुरा, बरेली, बाड़ी तहसील में भारी बारिश के चलते हजारो एकड़ फसल बर्बाद हुई । जिसका सही सर्वे नही किया गया है। किसानों ने बर्बाद फसल को लेकर प्रदर्शन किया वहीं नेशनलहाईवे 12 पर ट्रेक्टर ट्राली लगाकर चक्कजाम कर प्रदर्शन किया । किसान सड़क पर बैठ गए और कलेक्टर को बुलाने की मांग कर रहे थे किसानों की मांग को लेकर किसानों ने उदयपुरा विधायक देवेंद्र पटेल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। विधायक देवेंद्र पटेल भाजपा सरकार पर खूब बरसे ओर प्रशासन को को चेताया किसानों के प्रति दोयम दर्जे का व्यवहार किया तो ठीक नही होगा हम ईट से ईंट बजा देगे वही कमलनाथ सरकार को गिराने बालो को कहा बिकाऊ ओर गद्दार क्षेत्र में हुई भारी बारिश से वरवाद हुई फसलों का सही आकलन नही हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। हम किसानों के साथ है और किसी तरह का अन्याय बर्दास्त नहीं करेगे ।
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उज्जैन। कटनी के ग्राम खिरानी बरही और खिरहनी के 12 मजदूर जीप (तूफान गाड़ी) में बैठकर नीमच जाने के लिए निकले थे। उज्जैन जिले के जिले के नरवर थाना क्षेत्र में शनिवार को तडक़े करीब 3.30 बजे देवास मार्ग पर हवाईपट्टी के समीप उनकी जीप सीमेंट से भरे ट्राले से टकरा गई। इस हादसे में जीप में सवार पांच मजदूरों की मौत हो गई और सात गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। नरवर थाना के एएसआई परमानंद सिंह ने बताया कि देवास मार्ग पर सुबह करीब साढ़े तीन बजे हादसा हुआ। जीप में सवार लोग लॉकडाउन के बाद मजदूरी के लिए नीमच जा रहे थे। हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि सात लोग घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। मृतकों की पहचान तूफान जीप चालक अमर निवासी पिपरिया बंजारी कटनी, रामू पुत्र मोहन पटवा, बृजेश, सोमदेव पुत्र राजा, रामकृष्ण पुत्र विष्णुदयाल, दुर्गाप्रसाद पुत्र विनोद, राकेश पुत्र विजय के रूप में हैं। सभी मजदूर कटनी जिले के ग्राम खिरानी बरही और खिरहनी के रहने वाले थे। हादसे के बाद ट्राले का ड्राइवर और क्लीनर हादसे के बाद से फरार हो गए। पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 445 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 22,139 और मृतकों की संख्या 538 हो गई है। इंदौर में लगातार सातवें दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। यहां एक दिन में सर्वाधिक 451 का रिकॉर्ड है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 2695 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 445 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 22,129 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 538 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 17,626 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3966 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू एकांतवास में उपचार जारी है।
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शहडोल। शहडोल कमिश्नर नरेश पाल की अध्यक्षता में हुई बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक में आगामी एक अक्टूबर से बांधवगढ़ नेशनल पार्क क्षेत्र में नाइट सफारी, टाइगर सफारी प्रारंभ करने तथा स्थानीय ग्रामीणों को वनोपज और पर्यटन पर आधारित रोजगार मुहैया कराने के प्रस्तावों का अनुमोदन सर्वसम्मति से किया गया। बैठक में क्षेत्र संचालक विंसेंट रहीम, वन सरंक्षक एवं पदेन वनमण्डलाधिकारी आरएस सिकरवार, उप संचालक सिद्वार्थ गुप्ता एवं अन्य सदस्य उपस्थित रहे। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक विंसेंट रहीम ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि एक अक्टूबर से बाधंवगढ टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क पर्यटकों के लिये खोला जाएगा। कमिश्नर ने निर्देश दिये हैं कि टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को कोरोना से बचावं के उपायों का पालन सुनिश्चित किया जाएं तथा शासन द्वारा जारी निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। टाइगर रिजर्व क्षेत्र मे किसी भी पर्यटक को बैगर मास्क एवं सेनेटाईजिंग के बैगर प्रवेश नहीं दिया जाए। उन्होंने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में 15 से 30 जून तक पर्यटन वापस प्रारंभ किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पर्यटकों की स्क्रीनिंग की गई। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर से पर्यटन प्रारंभ होने पर बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाएगा। पर्यटकों को मास्क लगाने के लिये बाध्य किया जाएगा, सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराया जाएगा तथा कोरोना से बचाव हेतु भारत सरकार द्वारा दिये गए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। क्षेत्र संचालक ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में टाइगर सफारी पनपथा जोन में एमपी थियेटर एवं नाइट सफारी प्रारंभ किये जा रहे हैं, वहीं जोहिला क्षेत्र में वाटर फॉल का विकास करने तथा आदिवासी कल्चर पर म्यूजियम तैयार करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
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भोपाल। पिछले कई दिनों से मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में मध्यम से भारी वर्षा की गतिविधियां जारी हैं। हालांकि पिछले 24 घंटों के दौरान वर्षा की गतिविधियों में कमी आई है। अभी तक पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 15 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है तथा पूर्वी मध्य प्रदेश को भी सामान्य वर्षा प्राप्त हुई है वहां केवल 1 प्रतिशत की कमी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि अब पूरे सप्ताह मध्य प्रदेश को वर्षा से राहत रहेगी तथा मौसम लगभग शुष्क हो जाएगा। इस समय मध्य प्रदेश में अधिकांश फसलें कटाई के लिए तैयार हैं। अब भारी वर्षा फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है। परंतु राहत की बात यह है कि अब मध्य प्रदेश में वर्षा में भारी कमी आने के साथ-साथ तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है। दक्षिण पश्चिमी जिलों में हल्की वर्षा जारी रह सकती है लेकिन भारी से अति भारी वर्षा की संभावना बहुत कम है। 27 सितंबर से 30 सितंबर के बीच धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, देवास तथा इंदौर आदि जिलों में छिटपुट वर्षा की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। बाकी अधिकांश जिले लगभग एक ही बने रहने की संभावना है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 297 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि तीन लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 16,484 और मृतकों की संख्या 371 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में शुक्रवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 297 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 16,484 हो गई है। वहीं, राजधानी में कोरोना से तीन लोगों की मौत की पुष्टि भी हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 371 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 13,717 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन बड़ी संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र दो हजार के करीब पहुंच गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। शुक्रवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें भोपाल मेमेरियल अस्पताल से एक व्यक्ति, एम्स से एक व्यक्ति, गांधी मेडिकल कॉलेज से चार लोग, जवाहरलाल नेहरू केंसर अस्पताल से दो लोग, चार इमली से दो लोग, इब्राहिमगंज से एक व्यक्ति, जहांगीराबाद से एक व्यक्ति, बैरागढ़ थाने से एक जवान, ईएमई सेंटर से 8 लोग, 25वीं बटालियन से 7 लोग, एसबीआई से तीन लोग शामिल हैं।
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उमरिया। विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ नेशनल पार्क में इन दिनों हाथी महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया है। हाथी महोत्सव को लेकर ताला में खासा उल्लास और उत्सव का वातावरण है। हाथियों को देखने और उन्हें फल खिलानें के लिए दूर दूर से लोग पहुंच रहे है। हाथी महोत्सव में 15 हाथी शामिल किए गए है, जिसमें 10 नर एवं पांच मादा हाथी शामिल है। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंशुल गुप्ता ने भी बुधवार को हाथी महोत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर नेशनल पार्क के उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता, एसडीओ अनिल शुक्ला तथा अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे। बता दें कि इस महोत्सव के दौरान प्रतिदिन हाथियों की जमकर आवभगत की जाती है। सुबह सभी हाथियों को नहलाकर विशेष श्रृगांर किया जाता है और उन्हें मनपसंद घास, केले, गुड़ व पकवान खिलाया जाता है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां हालात काबू से बाहर हो गए हैं। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के एक दिन में सर्वाधिक 451 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 20,834 और मृतकों की संख्या 516 हो गई है। इंदौर में लगातार चौथे दिन कोरोना के 400 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। इससे एक दिन पहले यहां सर्वाधिक 446 नये मरीज मिले थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 3515 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 451 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 20,834 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 516 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 16, 364 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3800 के पार पहुंच गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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धार। जिले का धामनोद थाना क्षेत्र में इंदौर से मुम्बई जा रही एक निजी ट्रैवल्स की स्लीपर कोच बस में बीती देर रात जोरदार धमाके के साथ अचानक आग लग गई। धमाके की आवाज सुनकर बस के सभी यात्री अपने सामान के साथ नीचे उतर गए, लेकिन तब तक बस धू-धूकर जलने लगी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और धामनोद से दमकल की गाडिय़ां बुलाकर आग पर काबू पाया। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। जानकारी के अनुसार, निजी ट्रेवल्स की बस क्रमांक एमपी-04, पीए 3778 रविवार रात इंदौर से यात्रियों को लेकर मुंबई के लिए रवाना हुई थी। कोरोना के चलते बस में कम यात्री सवार थे और रात होने के कारण वे बस में आराम से सो रहे थे। रात करीब साढ़े 11 बजे के करीब बस धामनोद नगर के बाहर दूधी तिराहे स्थित मधुबन होटल के पास पहुंची थी, तभी स्पीड ब्रेकर पार करते समय अचानक जोरदार धमाके की आवाज आई और बस में आग लग गई। धमाके की आवाज सुनकर बस में सो रहे यात्री जाग गए और अपने सामान के साथ नीचे उतर गए, लेकिन तब तक आग पूरी बस में फैल गई और बस धू-धू कर जलने लगी। यात्रियों ने तत्काल पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस का अगला हिस्सा पूरी तरह जल चुका था। धामनोद पुलिस के अनुसार, इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। यात्रियों को दूसरी बस से अपने गंतव्य की ओर रवाना कर दिया है और फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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भोपाल। आज से मध्यप्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरु होने वाला है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, इस वजह से 21-22 सितंबर को बारिश का एक और दौर फिर शुरू होने के आसार हैं। हालांकि वातावरण में नमी के चलते दिन में उमस और गर्मी हो रही है, लेकिन शाम होते होते कई दिनों से कई जिलों में गरज चमक के साथ बौछारों का सिलसिला जारी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के मुताबिक मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी भागों में बारिश की गतिविधियां 24 घंटों के बाद कम होने लगेंगी और अगले तीन-चार दिनों तक जहां पूर्वी तथा मध्य भागों में कई जगहों पर अच्छी वर्षा होती रहेगी। वहीं पश्चिमी क्षेत्रों में गुना से लेकर इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, धार, मंदसौर तक मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की संभावना है। बारिश के आगामी स्पैल के दौरान सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले जिले होंगे पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, मंडला, बालाघाट, कटनी, सागर, सतना, पन्ना, छतरपुर, खजुराहो और भोपाल। क्या कहता है मौसम विभागमौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बना है। हिमालय की तराई में पहुंच गई मानसून द्रोणिका के फिर वापस लौटने की संभावना है। इस वजह से 21-22 सितंबर को बारिश का एक और दौर फिर शुरू होने के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से दो दिन बाद बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी। मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी जिलों में वर्षा होने की संभावना है। उसके बाद बारिश की गतिविधियां बढऩे के आसार हैं क्योंकि बंगाल की खाड़ी पर एक डिप्रेशन बनने वाला है। इसके प्रभाव से धीरे-धीरे बारिश की गतिविधियों में वृद्धि देखने को मिलेगी। मध्य प्रदेश के पूर्वी तथा मध्य क्षेत्रों में कम से कम 25 सितंबर तक कई जगहों पर मध्यम से भारी मॉनसूनी वर्षा होती रहेगी। इन संभागों में गरज चमक के साथ बौछारेरीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगबाद,सागर, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में कही कही। इन जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना सागर, रीवा, जबलपुर, सतना, उमरिया जिलों में।
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डिंडोरी। कोतवाली पुलिस ने रविवार देर रात अवैध शराब ले जा रहे एक बोलेरो वाहन को पकड़ा है। अनूपपुर जिले के राजेन्द्रग्राम से आ रहे अवैध शराब से भरे इस बोलेरो वाहन पर मध्यप्रदेश शासन लिखा हुआ था। डिंडोरी कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि अनूपपुर जिले के राजेंद्रग्राम से अवैध शराब की खेप आने वाली है। सूचना के आधार पर पुलिस ने रविवार देर रात राजेन्द्रग्राम से आ रहे अवैध शराब से भरे बोलेरो वाहन को पकड़ा। पुलिस ने बोलेरो के 28 वर्षीय ड्राइवर तुलसी को गिरफ्तार कर लिया है। बोलेरो वाहन का नंबर एमपी 52 टीए 0579 है, जिस पर मध्यप्रदेश शासन लिखा हुआ है। इस वाहन का रजिस्ट्रेशन डिंडौरी वार्ड-6 निवासी सुशीला पाटिल के नाम पर है। पुलिस की पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि जब्त वाहन वन विभाग डीएफओ सामान्य वन मंडल अधिकारी डिंडौरी ने सरकारी काम के लिए अधिकृत किया है। पुलिस बोलेरो के ड्राइवर से पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि शराब कहां से रखी और कहां पहुंचाने के लिए भेजी गई थी। कोतवाली प्रभारी चंद्रकिशोर सिरामे ने बताया कि वाहन के ड्राइवर का नाम तुलसी है, जो देवरा गांव का निवासी है।
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रायसेन। रायसेन जिले के सांची-सलामतपुर के पास 18 फिट उंची पहाड़ी पर स्थित बोधिवृक्ष दुनियां भर के बौद्ध धर्मावलम्बियों के लिये आस्था केन्द्र है। इस बोधिवृक्ष को श्रीलंका के राष्ट्रपति महेन्द्र पक्षे ने ठीक आठ साल पहले आज ही के दिन 21 सितम्बर 2012 को बौद्ध विश्वविद्यालय के शिलान्यास के अवसर पर लगाया था। इस बोधिवृक्ष की सुरक्षा में चौबीस घंटे जवान तैनात रहते हैं। यह बोधिवृक्ष बिहार के गया जिले में बोधगया स्थित उसी बोधिवृक्ष का हिस्सा है, जिसके नीचे सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ था और वे भगवान गौतम बुद्ध कहलाये। यह बोधि वृक्ष पीपल का पेड़ है। इस पेड़ के नीचे बुद्ध को 528 ईसा पूर्व ज्ञान अर्थात बोधि की प्राप्ति हुई, इसलिये यह बोधिवृक्ष के नाम से जाना जाने लगा।कलिंग युद्ध के बाद सम्राट अशोक का हृद्य परिवर्तन हुआ। उन्होंने हिंसा त्याग कर बौद्ध धर्म अपना लिया और बौद्ध धर्म के प्रचार में लग गये। सम्राट अशोक ने पुत्र महेन्द्र और पुत्री संघमित्रा को गया स्थित बोधिवृक्ष की शाखा (पौधा) देकर बौध धर्म के प्रचार के लिये श्रीलंका भेजा। श्रीलंका पहुंचकर महेन्द्र और संघमित्रा ने अनुराधपुरम में उस बोधिवृक्ष को लगाया जो आज भी वहां मौजूद है।श्रीलंका के अनुराधापुरम से बोधिवृक्ष का पौधा लेकर वहां के राष्ट्रपति महेन्द्र पक्षे मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में सांची के पास सलामतपुर पहाड़ी पर बौद्ध विश्वविद्यालय के शिलान्यास के अवसर पर लगाया था। यह भी एक संयोग ही है, कि भारत से बौद्ध अनुयायी बहन संघमित्रा के साथ महेन्द्र बोधिवृक्ष का पौधा लेकर श्रीलंका गये थे और श्रीलंका से 21 सितम्बर 2012 बोधिवृक्ष लेकर भारत आए श्रीलंका के राष्ट्रपति का नाम भी महेन्द्र ही है।बिहार के गया जिले के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर में आज जो बोधि वृक्ष है, वह 1876 मे नष्ट हो गया था। उस समय लार्ड कनिंघम ने सन 1880 में श्रीलंका के अनुराधपुरम से बोधिवृक्ष की शाखा (पौधा) बुलवाकर इसे बोधगया में इसे पुनः लगवाया था, जो आज भी मौजूद है।
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राजगढ़। फसल बीमा की राशि न मिलने को लेकर किसानों का असंतोष सामने आने लगा है। इसे लेकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रविवार सुबह राजगढ़ जिले में बीमा राशि नहीं मिलने से नाराज ग्रामीणों ने ब्यावरा-सुठालिया स्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार फसल बीमा की राशि न मिलने से नाराज किसान ब्यावरा-सुठालिया स्टेट हाइवे पर जमा हो गए। उन्होंने पत्थर रखकर और वाहन खड़े करके रास्ता रोक दिया। फसल बीमा राशि दिए जाने की मांग कर रहे किसानों ने इसके लिए जमकर नारेबाजी भी की। किसानों के इस विरोध प्रदर्शन में सुठालिया क्षेत्र के ग्राम तलावली, समेली, निवानिया सहित अन्य गांवों के सैकड़ों किसान शामिल हुए। इसके अलावा कम या नाममात्र की बीमा राशि मिलने को लेकर भी किसानों में असंतोष है। इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नियम बनाने की बात कही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मामला बेहद संवेदनशील है और सरकार जल्द ही यह सुनिश्चत करेगी कि किसी भी किसान को एक सुनिश्चित राशि से कम का क्लैम न दिया जाए। यह राशि कितनी होगी, इस पर विचार किया जा रहा है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 393 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 19,518 और मृतकों की संख्या 499 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 3355 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 393 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 19,518 हो गई है। वहीं, इंदौर में सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 499 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 14,964 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4055 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। राजधानी के खजूरी थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाले मामले का खुलासा हो गया है। निर्दयी मां ने ही अपनी एक महीने की बेटी किंजल को पानी की टंकी में डुबाकर मार डाला था। पूछताछ के बाद संदेह के घेरे में आई मां ने खुद ही बेटे की चाहत में मासूम बच्ची की हत्या की बात कबूल कर ली। डीआईजी इरशाद वली के अनुसार एक महीने पहले ही 21 वर्षीय सरिता ने बेटी किंजल को जन्म दिया था। वह बेटा नहीं होने से दुखी थी। बुधवार को रोजाना की तरह घर के सभी 11 सदस्य सरिता को छोड़कर खेत पर चले गए। दोपहर करीब 11 बजे सरिता ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। उसने बताया कि किंजल कहीं मिल नहीं रही है। लोगों को लगा कि हो सकता है कि कोई जानवर ले गया हो गया हो। पुलिस ने भी उसकी तलाश की। इस दौरान बच्ची का शव घर में रखी पानी की टंकी में मिल गया। पोस्टमार्टम में भी डूबने से मौत की पुष्टि हुई। इस मामले में सरिता पर ही पुलिस को संदेह था। पूछताछ के दौरान परिजनों ने बताया कि सरिता पर जादू टोना है। ऐसे में संदेह और बढ़ गया। सख्ती से पूछताछ के बाद सरिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। सरिता पूछताछ के दौरान लगातार पुलिस को गुमराह करती रही। उसका कहना था कि भूत आया है। बेटी होने के कारण उसे सभी ताना देते थे। उसने बेटी को पीने के पानी की टंकी में डुबोकर ऊपर से ढक्कन लगा दिया। इसके बाद उसने ही शोर मचाकर लोगों को जमा कर लिया। पुलिस से बात करते-करते वह कई बार बेहोश हुई। ऐसे में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खजूरी थाने के विवेचना अधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि खजूरी गांव के सचिन मेवाड़ा की शादी करीब एक साल पहले 21 साल की सरिता से शादी हुई थी। किंजल उनकी पहली संतान थी।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 396 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 18,717 और मृतकों की संख्या 485 हो गई है। इंदौर में लगातार नौवीं बार एक दिन में कोरोना के 300 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इससे पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 393 नये सामने सामने आए थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 3153 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 396 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 18,717 हो गई है। वहीं, इंदौर में छह लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 485 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 14,050 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 4182 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश का सिलसिला अभी जारी रहेगा। हालांकि चटक धूप और उमस से लोग बेहाल है। दोपहर बाद कई हिस्सों में रोजाना बारिश राहत दे रही है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से तेज धूप निकली हुई है। इस बीच मौसम विभाग द्वारा अगले 24 घंटे में प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश के 7 जिलों में आने वाले 24 घंटों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 6 संभागों में बिजली चमकने और गिरने की संभावना जताई गई है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के इंदौर और जबलपुर संभागों के जिलों में बारिश हुई है, वहीं होशंगाबाद, उज्जैन, रीवा, शहडोल एवं सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर एवं भोपाल और ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं कहीं बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में हो सकती है भारी बारिशमौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मध्य प्रदेश के बैतूल, धार, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर और झाबुआ जिले में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा पन्ना, सागर एवं दमोह जिलों में मौसम भी मौसम बदल सकता है और बिजली चमक सकती है। इसके अलावा मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मध्यप्रदेश के शहडोल, जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन एवं होशंगाबाद संभाग में भी कुछ स्थानों पर बिजली चमकने और गिरने की संभावना है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश का सिलसिला अभी जारी रहेगा। हालांकि चटक धूप और उमस से लोग बेहाल है। दोपहर बाद कई हिस्सों में रोजाना बारिश राहत दे रही है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से तेज धूप निकली हुई है। इस बीच मौसम विभाग द्वारा अगले 24 घंटे में प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश के 7 जिलों में आने वाले 24 घंटों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 6 संभागों में बिजली चमकने और गिरने की संभावना जताई गई है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के इंदौर और जबलपुर संभागों के जिलों में बारिश हुई है, वहीं होशंगाबाद, उज्जैन, रीवा, शहडोल एवं सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर एवं भोपाल और ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं कहीं बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में हो सकती है भारी बारिशमौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मध्य प्रदेश के बैतूल, धार, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर और झाबुआ जिले में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा पन्ना, सागर एवं दमोह जिलों में मौसम भी मौसम बदल सकता है और बिजली चमक सकती है। इसके अलावा मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मध्यप्रदेश के शहडोल, जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन एवं होशंगाबाद संभाग में भी कुछ स्थानों पर बिजली चमकने और गिरने की संभावना है।
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शिवपुरी। शिवपुरी जिले के इंदार थाना अंतर्गत ग्राम बरोदिया के तालाब में डूबने से गुरूवार को दो मासूम भाइयों सहित उनकी दादी की मौत हो गई। तालाब में डूब रहे मासूम बच्चों को बचाने दादी की भी डूबने से मौत हो गई है। बताया जाता है कि मासूम बच्चों को डूबता देख उन्हें बचाने के लिए उनकी दादी बलिया बाई ने तालाब में छलांग लगा दी, लेकिन पानी गहरा होने से तीनों की डूबने से मौत हो गई। तालाब में तीनों को डूबता देख एक 5 वर्षीय बच्ची ने गांव में जाकर बलिया बाई जाटव के परिजनों को सूचना दी जिस पर परिजनों और ग्रामीणों ने तीनों को तालाब से निकाला और बदरवास के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। बरोदिया गांव में हुई इस हृदय विदारक घटना से ग्राम में शोक छा गया। थाना प्रभारी गब्बर सिंह गुर्जर ने बताया कि ग्राम बरोदिया में तालाब के पास अपनी दादी बलिया बाई जाटव उम्र 50 साल के साथ चारा कटाने गए दो मासूम पोते राज पुत्र राजकुमार उम्र 5 और रोहित पुत्र राजकुमार जाटव उम्र 7 साल खेलते हुए तालाब में नहाने चले गए। बताया जाता है कि इसी दौरान दोनों बच्चे तालाब में नहाते हुए गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में आगामी एक अक्टूबर से सात अक्टूबर तक राज्य स्तरीय वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित होंगी। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान संचालक राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि 1 से 7 अक्टूबर तक रोजाना होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को 28 सितम्बर 2020 के पहले पंजीयन कराना जरूरी होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की प्रतियोगिताओं में सीमित संख्या में प्रतिभागियों को प्रवेश की सुविधा मिल सकेगी। संरक्षण सप्ताह में दरम्यान चित्रकला, रंगोली प्रतियोगिता, 'वल्चर्स ऑफ मध्यप्रदेश' थीम पर ऑनलाइन फोटो प्रतियोगिता, फेसबुक और यू-ट्यूब पर ऑनलाइन सजीव वार्तालाप 'टाइगर्स फॉर वाटर सिक्यूरिटी' विषय पर होगी। इसके साथ ही स्वच्छता अभियान, पक्षी दर्शन एवं प्रकृति शिविर, 'खजाने की खोज', फेस पेंटिग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। इसी दरम्यान वन विहार में तितली पार्क में तितलियों को जानिए 'नेचर कैम्प', विहार वीथिका में एनीमल कीपर्स के साथ सीधा संवाद होगा। 'शहरों के बीच संरक्षित क्षेत्रों का प्रबंधन' विषय पर ऑनलाइन वार्ता, मेहदी प्रतियोगिता, दीवार पेंटिग प्रतियोगिता, ऑनलाइन कविता प्रतियोगिता, सृजनात्मक कार्यशाला, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और ऑनलाइन के जरिए जस्ट ए मिनिट प्रतियोगिता जैसे विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान वन्य-प्राणी फोटो प्रतियोगिता 'वन्य प्राणी उनके रहवास' विषय पर होगी। इसी दौरान विभागीय गतिविधियों पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। अंतिम दिन 7 अक्टूबर को दोपहर में वन्य-प्राणी संरक्षण सप्ताह का समापन समारोह आयोजित होगा।
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दमोह। जिले के पटेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत देवडोंगरा में स्थित प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल बेला जी से बीती रात भगवान की 12 प्रतिमाएं चोरी हो गई। बुधवार सुबह घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। जानकारी मिलने के बाद एसपी हेमंत चौहान भी घटनास्थल पहुंचे और मौका-मुआयना कर चोरों की तलाश करने के निर्देश दिये। चोरी हुई प्रतिमाओं की कीमत पौने दो लाख रुपये के आसपास बताई गई है। पटेरा थाना प्रभारी सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार को सुबह जैन तीर्थ बेलाजी में प्रतिमाएं चोरी होने की सुचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद उन्होंने पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। इस दौरान जैन तीर्थ के आचार्य सिद्धांत सागर महाराज ने बताया कि मंगलवार की रात चोरों ने वारदात को अंजाम दिया। जैन तीर्थ बेलाजी में पारसनाथ भगवान के बगल में रखी 12 प्रतिमाएं अज्ञात चोर चुरा ले गए। उन्होंने बताया कि एक प्रतिमा का वजन 12 किलो के लगभग है और सभी प्रतिमाएं पीतल धातु से बनी है, जिनकी कीमत करीब एक लाख 70 हजार रुपये के आसपास है। सूचना मिलते ही एसपी हेमंत चौहान भी मौके पर पहुंच गए और चोरों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश की जा रही है। चोरों की तलाश के डाग स्वायड की मदद ली जा रही है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 393 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 17,940 और मृतकों की संख्या 473 हो गई है। इंदौर में लगातार सातवीं बार एक दिन में कोरोना के 300 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इससे पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 386 नये सामने सामने आए थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 2741 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 393 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि 2342 रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 17,940 हो गई है। वहीं, इंदौर में छह लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 473 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 12,068 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 5399 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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ग्वालियर। कोरोना ने दफ्तरों में कामकाज का तरीका ही बदल दिया है। इसका नजारा ग्वालियर रेलवे स्टेशन की प्रीमियम कार पार्किंग में पहुंच कर देख सकते हैं। कोरोना काल से पहले रेल बुकिं ग विंडो पर बैठकर टिकट की बिक्री करने वाले बुकिंग क्लर्क कोरोना काल में जनरल टिकट की बिक्री बंद होने के कारण पार्किंग में पहुंचने वाले चार पहिया वाहनों की रसीद काट रहे हैं। दरअसल, कोरोना काल ने पूरे भारत में कामकाज करने का तौर तरीका ही बदलने को मजबूर कर दिया है। जो काम पहले व्यक्तिगत मौजूदगी में संभव थे, उन्हें वच्र्चुअल प्लेटफार्म पर शिफ्ट कर किया जा रहा है। वहीं दैनिक जीवन से जुड़े कई कामकाजों को पूरी तरह से बदल डाला है। इसी को देखते हुए रेलवे ने अपनी व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है। एक जून से सीमित संख्या में ट्रेनों का परिचालन शुरु करने के बाद घर में बैठे बुकिंग क्लर्क ों की ड्यूटी रेलवे ने प्रीमियम कार पार्र्किंग में लगाकर उनसे काम कराया जा रहा है। कल तक टिकट बांटते दिखने वाले रेलवे के ये बाबू हाथ में पर्ची लेकर पार्किंग में पहुंचने वाले चार पहिया वाहनों की रसीद काट रहे हैं। प्लेटफार्म पर दो पहिया वाहन स्टेशन के एक नंबर सर्कुलेटिंग एरिया में दो पहिया वाहन पार्किंग तो संचालित हो रही है लेकिन यात्रियों के साथ आने वाले परिजन वाहन के साथ सर्कुलेटिंग एरिया में नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में दो पहिया वाहन पार्किंग दिन में ही संचालित हो रही है। वहीं रात में रेलवे कर्मचारियों के साथ ही जीआरपी व अन्य रेलवे का स्टॉफ जिसकी ड्यूटी रात में है, उनके वाहन प्लेटफार्म के अंदर खड़े हुए देख सकते हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 386 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 17,547 और मृतकों की संख्या 467 हो गई है। इंदौर में लगातार छठवीं बार एक दिन में कोरोना के 300 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इससे पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 379 नये सामने सामने आए थे। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 2959 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 386 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 17,547 हो गई है। वहीं, इंदौर में चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 467 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 11,782 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 5298 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में आगामी 22 सितम्बर से ऑनलाइन सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित होने जा रही हैं। विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा ने मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार सभी तैयारियां कर ली हैं। परीक्षा शाखा तथा विश्वविद्यालय के सभी विभागों के शिक्षकों ने परीक्षा में सम्मिलित होने वाले समस्त छात्रों से संपर्क कर लिया है और उन्हें इस ओपन बुक परीक्षा में शामिल होने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने को कहा गया है। परीक्षा शाखा सभी छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा में सम्मिलित होने के तरीके के बारे में सूचित कर रही है। टाइम टेबिल के अनुसार 22 सितम्बर को विभागवार प्रश्न पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। छात्रों को इस प्रश्नपत्र के आधार पर अपने स्वयं के ए-4 आकार के एक समान पेपरों पर इन प्रश्नपत्रों को हल करना होगा। सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक का समय परीक्षार्थी को उत्तर लिखने के लिए दिया जाएगा। इसके बाद एक घंटे का समय उत्तर पुस्तिका के सभी 16 पेजों को स्कैन करके विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। छात्रों को उत्तर पुस्तिका के सभी पृष्ठों को पी.डी.एफ फार्मेट में स्कैन कर परीक्षा शाखा द्वारा प्रदाय एड्रेस पर अपलोड करना होगा। सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम की परीक्षा का समय 11 बजे से 1 बजे तक होगा।
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भोपाल। सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में आगामी 22 सितम्बर से ऑनलाइन सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित होने जा रही हैं। विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा ने मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार सभी तैयारियां कर ली हैं। परीक्षा शाखा तथा विश्वविद्यालय के सभी विभागों के शिक्षकों ने परीक्षा में सम्मिलित होने वाले समस्त छात्रों से संपर्क कर लिया है और उन्हें इस ओपन बुक परीक्षा में शामिल होने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने को कहा गया है। परीक्षा शाखा सभी छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा में सम्मिलित होने के तरीके के बारे में सूचित कर रही है। टाइम टेबिल के अनुसार 22 सितम्बर को विभागवार प्रश्न पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। छात्रों को इस प्रश्नपत्र के आधार पर अपने स्वयं के ए-4 आकार के एक समान पेपरों पर इन प्रश्नपत्रों को हल करना होगा। सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक का समय परीक्षार्थी को उत्तर लिखने के लिए दिया जाएगा। इसके बाद एक घंटे का समय उत्तर पुस्तिका के सभी 16 पेजों को स्कैन करके विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। छात्रों को उत्तर पुस्तिका के सभी पृष्ठों को पी.डी.एफ फार्मेट में स्कैन कर परीक्षा शाखा द्वारा प्रदाय एड्रेस पर अपलोड करना होगा। सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम की परीक्षा का समय 11 बजे से 1 बजे तक होगा।
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सीहोर। सीहोर जिला पुलिस बल में पदस्थ आरक्षक धनश्याम वर्मा को बीती रात कोरोना के चलते उपचार के दौरान मौत हो गई। सोमवार को सुबह उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उन्हें पुलिसकर्मियों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद कोलीपुरा मृक्तिधाम में पूरे राजकीय सम्मान गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सलामी देकर अंतिम विदाई दी गई। आरक्षक घनश्याम वर्मा सीहोर के कोतवाली थाना में पदस्थ रहते हुए डायल 100 में तैनात थे। रविवार को उनकी तबियत खराब होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां कोरोना जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, लेकिन रात में ही अचानक उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई और देर रात उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। उल्लेखनीय है कि जिले के आष्टा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोठरी निवासी धनश्याम वर्मा पुलिस सेवा में आरक्षक के पद 09 नवम्बर 1989 में जिला भोपाल में भर्ती हुये थे तथा इनके द्वारा 31 साल पुलिस विभाग में सेवा की गई। इनकी पदस्थापना जिले के थाना जावर, नसरूल्लागंज, सिद्धिकगंज, अजाक एवं कोतवाली तथा रक्षित केन्द्र सीहोर में रही है। कोरोना योद्धा धनश्याम वर्मा के पार्थिव शरीर को सोमवार सुबह 11.00 बजे कोलीपुरा मृक्तिधाम ले जाया गया, जहां पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और पूरे राजकीय सम्मान गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक एसएस चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव, डीएसपी अर्चना अहिर, डीएसपी सोनू परमार, रक्षित निरीक्षक कविता डामोर, निरीक्षक कोतवाली थाना प्रभारी अनिल बुधौलिया, सूबेदार देवनारायण पाण्डेय, सूबेदार बजमोहन धाकड़ सहित अन्य स्टाफ तथा नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने शहीद धनश्याम वर्मा के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब पांच जिलों में कोरोना के 701 नये मामले सामने आए हैं जबकि 10 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 88,948 हो गई है। प्रदेश में कोरोना से अब तक 1772 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि राज्य में अब तक 65,998 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं, लेकिन बड़ी संख्या में लगातार नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढ़कर 21 हजार के करीब पहुंच गए हैं। इंदौर की प्रभारी सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात जारी 1995 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 379 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि पांच लोगों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। अब जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 17,161 और मृतकों की संख्या 463 हो गई है। वहीं भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार राजधानी में सोमवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 210 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा उज्जैन में 49, बैतूल में 42 और मुरैना में 21 नये संक्रमित मिले हैं। इन 701 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 88,948 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 17,161, भोपाल 13,397, ग्वालियर, 7640, जबलपुर 6214, मुरैना 2284, उज्जैन 2279, खरगौन 2352, बड़वानी 1442, नीमच 1518, सागर 1564, शिवपुरी 1608, खंडवा 1182, रतलाम 1500, मंदसौर 1146, धार 1407, विदिशा 1245, राजगढ़ 1022, देवास 950, भिण्ड 706, रीवा 1120, बुरहानपुर 616, रायसेन 973, सीहोर 1079, छतरपुर 819, दमोह 1078, नरसिंहपुर 1110, होशंगाबाद 897, बैतूल 1154, दतिया 965, शाजापुर 667, टीकमगढ़ 567, श्योपुर 664, कटनी 634, सतना 871, छिंदवाड़ा 716, झाबुआ 983, अलीराजपुर 843, सिंगरौली 474, हरदा 613, सीधी 519, शहडोल 907, बालाघाट 542, पन्ना 364, गुना 460, आगरमालवा 304, अशोकनगर, 313, सिवनी 415, अनूपपुर 552, निवाड़ी 254, उमरिया 221, डिंडौरी 259 और मंडला 378 मरीज शामिल हैं। इंदौर-भोपाल में हुई 10 मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1772 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 463, भोपाल 329, उज्जैन 83, बुरहानपुर 25, खंडवा 26, जबलपुर 110, खरगौन 33, ग्वालियर 83, धार 20, मंदसौर 14, नीमच 23, सागर 72, देवास 17, रायसेन 19, होशंगाबाद 23, सतना 23, आगरमालवा 06, झाबुआ 09, अशोकनगर 12, शाजापुर 08, दतिया 10, छिंदवाड़ा 14, सीहोर 23, उमरिया 03, रतलाम 30, बड़वानी 16. मुरैना 18, राजगढ़ 15, श्योपुर 04, टीमकगढ़ 17, रीवा 17, गुना 12, हरदा 14, कटनी 11, सीधी 02, शिवपुरी 15, अलीराजपुर 09, भिंड 05, बैतूल 24, नरसिंहपुर 07, सिवनी 07, सिंगरौली 07, छतरपुर 20, विदिशा 27, दमोह 20, बालाघाट 01, अनूपपुर 06, शहडोल 12, निवाड़ी 01,मंडला 05 और पन्ना का एक व्यक्ति शामिल है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब पांच जिलों में कोरोना के 725 नये मामले सामने आए हैं जबकि 10 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 86,691 हो गई है। प्रदेश में कोरोना से अब तक 1738 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राज्य में अब तक 64,398 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार बड़ी संख्या में संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हजार के पार पहुंच गई है। इंदौर की प्रभारी सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात जारी 3135 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 351 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं। जिले में सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 16,782 और मृतकों की संख्या 458 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में रविवार सुबह 234 नये संक्रमित मिले हैं और तीन लोगों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा सागर में 72, उज्जैन में 47 और नीमच में 21 नये पॉजिटिव मिले हैं। इन 725 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 86,691 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 16,782, भोपाल 13,179, ग्वालियर, 7484, जबलपुर 6018, मुरैना 2246, उज्जैन 2230, खरगौन 2281, बड़वानी 1398, नीमच 1505, सागर 1565, शिवपुरी 1560, खंडवा 1164, रतलाम 1464, मंदसौर 1118, धार 1335, विदिशा 1222, राजगढ़ 1011, देवास 924, भिण्ड 699, रीवा 1082, बुरहानपुर 611, रायसेन 953, सीहोर 1035, छतरपुर 806, दमोह 1008, होशंगाबाद 860, बैतूल 1071, दतिया 935, शाजापुर 652, टीकमगढ़ 550, श्योपुर 659, कटनी 600, सतना 832, छिंदवाड़ा 679, झाबुआ 946, अलीराजपुर 835, सिंगरौली 457, हरदा 597, नरसिंहपुर 1047, सीधी 505, शहडोल 848, बालाघाट 536, पन्ना 350, गुना 443, आगरमालवा 292, अशोकनगर, 312, सिवनी 395, अनूपपुर 530, निवाड़ी 251, उमरिया 213, डिंडौरी 252 और मंडला 364 मरीज शामिल हैं। इंदौर-भोपाल में हुई 10 मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1738 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 458, भोपाल 324, उज्जैन 83, बुरहानपुर 25, खंडवा 26, जबलपुर 108, खरगौन 33, ग्वालियर 81, धार 19, मंदसौर 14, नीमच 23, सागर 69, देवास 17, रायसेन 19, होशंगाबाद 23, सतना 22, आगरमालवा 06, झाबुआ 09, अशोकनगर 12, शाजापुर 08, दतिया 10, छिंदवाड़ा 13, सीहोर 23, उमरिया 03, रतलाम 29, बड़वानी 16. मुरैना 17, राजगढ़ 15, श्योपुर 04, टीमकगढ़ 15, रीवा 17, गुना 10, हरदा 14, कटनी 11, सीधी 02, शिवपुरी 15, अलीराजपुर 09, भिंड 05, बैतूल 22, नरसिंहपुर 06, सिवनी 07, सिंगरौली 07, छतरपुर 19, विदिशा 27, दमोह 20, बालाघाट 01, अनूपपुर 05, शहडोल 09, निवाड़ी 01,मंडला 05 और पन्ना का एक व्यक्ति शामिल है।
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भोपाल। शहर के अशोका गार्डन थाना क्षेत्र स्थित आजाद मंडी में रविवार तड़के करीब 3 बजे एसी के एक गोदाम में आग लग गई। रिहायशी इलाके में बने इस गोदाम में आग के कारण जब सिलेंडर फटने लगे, तो दहशत फैल गई। घरों में धुआं भरने के कारण लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हुई। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब 4 घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नारियल खेड़ा निवासी अनीस खान का आजाद मंडी में एसी का गोदाम है। इसमें एसी रिपेयरिंग से लेकर अन्य सभी कार्य किए जाते हैं। गोदाम में एसी में उपयोग की जाने वाली गैस के कई सिलेंडर भी रखे थे। रात को सामान्य दिनों की तरह काम खत्म कर अनीस अपने घर चले गए थे। रविवार तड़के लोगों ने गोदाम से धुआं निकलते देखकर फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पुल बोगदा समेत दो फायर स्टेशन से गाड़ियां भेजी गईं। सुबह करीब 7 बजे 5 दमकलों ने आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। हालांकि गोदाम में घुसने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं होने के कारण आग बुझाने में परेशानी आई। इससे गोदाम में रखा पूरा माल जलकर राख हो गया। अनीस खान का कहना है कि आकलन करने के बाद ही नुकसान के बारे में बता पाएंगे। गोदाम के आसपास रहवासी इलाका बताया जाता है। गोदाम में गैस के सिलेंडर भी रखे हुए थे, जो आग के कारण फट गए। धमाके भी हुए। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ और एक बड़ा हादसा टल गया।
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शिवपुरी। जिले में बीते दिनों शुरू हुई राजनीतिक गतिविधियों के साइड इफैक्टस अब दिखाई देने लगे हैं। शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और एसपी राजेश सिंह चंदेल कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कलेक्टर और एसपी होम आइसोलेट हो गए हैं। दोनों अधिकारियों ने अपील करते हुए कहा है कि जो भी लोग उनके संपर्क में आये हों वह सभी अपनी जांच करवा लें। इसके अलावा शिवपुरी जिले में शनिवार रात को 53 कोरोना पॉजीटिव मरीज चिह्नित हुए हैं। इस तरह से शिवपुरी जिले में अभी तक 1801 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं इनमें से 1235 सही हो चुके हैं। चुनावी सभाओं आई तेजी शिवपुरी जिले में होने वाले विधानसभा उपुचनाव के लिए शुक्रवार के दिन पोहरी और करैरा में आयोजित कार्यक्रमों में भारी भीड़ शामिल हुई थी। इस मौके पर आयोजित भाजपा की आमसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित अन्य नेता शामिल हुए थे, जिसकी व्यवस्था की देखरेख कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को कई बार अपने पास बुलाकर चर्चा भी की थी। इसके अलावा कलेक्टर की पत्नी और बेटा भी पॉजिटिव पाए गए हैं। रेपिड किट सैंपल में पुलिस अधीक्षक भी पॉजीटिव आए हैं। जिले में कोरोना किस हद तक अपने पैर पसार चुका है इस बात का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि जब कलेक्टर व एसपी पॉजीटिव हो सकते हैं तो फिर चुनावी सभा में आई हजारों की भीड़ में कितने लोग कोरोना पॉजिटिव हुए होंगे। शिवपुरी में अब तक 1801 कोरोना पॉजिटिव केस मिले शिवपुरी जिले में कोरोना पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला जारी है। जिले में अभी तक 1801 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं इनमें से 1235 स्वस्थ हो चुके हैं।
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भोपाल। प्रदेश में नीट की परीक्षा रविवार, 13 सितम्बर को भोपाल जिले में निर्धारित 26 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रदेशभर से विद्यार्थी शामिल होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा विभिन्न जिलों राजगढ़, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, दमोह, टीकमगढ़,रायसेन, छतरपुर, विदिशा, होशंगाबाद, हरदा, बालाघाट, सीहोर, शाजापुर, आगर मालवा, इंदौर एवं अन्य जिलों से आने वाले लगभग 2000 विद्यार्थियों के लिए 5 एकत्रीकरण एवं पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं। इसी प्रकार भोपाल के 132 विद्यार्थियों सहित निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाने के लिए सुगम परिवहन व्यवस्था हेतु समस्त विद्यार्थियों के लिए 10 एकत्रीकरण केंद्र बनाए गए हैं, जहां वे विद्यार्थियों को 26 परीक्षा केंद्रों पर लाइजिनिंग अधिकारियों के साथ से समयानुकूल उपस्थित सुनिश्चित कराई जाएगी। इस कार्य के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष 10 सितम्बर से संचालित हो रहा है, जिसके प्रभारी राजेश बाथम, सहायक संचालक मोबाइल नंबर 9826716925 एवं सहायक प्रभारी डीडी पवार मोबाइल नंबर 7205 9047 नीट परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को यदि किसी भी प्रकार की परेशानी दिक्कत आती है तो वहां इन नंबरों पर संपर्क स्थापित कर सकते हैं। अन्य जिलों से आने वाले विद्यार्थियों की सुविधा हेतु हेल्प डेस्क व्यवस्था रहेगी जिसके लिए हेल्प डेक्स, नियंत्रण केंद्र नादरा बस स्टैंड, आईएसबीटी, हबीबगंज रेलवे स्टेशन, भोपाल रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहेंगे।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 341 नये मामले सामने आए हैं, जबकि सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की संख्या 16,431 और मृतकों की संख्या 451 हो गई है। इंदौर में लगातार तीसरी बार बार एक दिन में कोरोना के 300 से अधिक नये मामले सामने आए हैं। इससे पहले यहां 326 नये सामने सामने आए थे, जबकि छह लोगों की मौत हुई थी। अब यहां कोरोना से सारे पुराने रिकार्ड तोड़ दिये। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 2838 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 341 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन 341 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 16,431 हो गई है। वहीं, इंदौर में सात लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 451 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 11,204 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 4776 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। प्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश होने वाली है। तीन मानसूनी सिस्टम सक्रिय होने से प्रदेश में रविवार से बारिश का एक और दौर शुरू होने के आसार हैं। रविवार को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर विदर्भ तक बादलों ने एक श्रृंखला ट्रफ लाइन बना ली है। यही कारण है कि मध्य प्रदेश के कई इलाकों में बादलों की गरज के साथ हल्की फुल्की बारिश शुरू हो गई है। लेकिन आगे भारी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र ने यलो अलर्ट जारी किया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से उठे बादल अरब सागर का पानी ला रहे हैं। वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात बना हुआ है। उसके रविवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। पटना से छत्तीसगढ़ तक एक द्रोणिका (ट्रफ) बनी हुई है। मानसून द्रोणिका भी गंगानगर से टीकमगढ़, सीधी होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इन तीन सिस्टम के कारण वातावरण में नमी आ रही है। इससे राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बारिश की गतिविधियां हो रही हैं। रविवार को बंगाल की खाड़ी में मौजूद सिस्टम के आगे बढ़ने पर प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में बरसात का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। 9 जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना 13 सितम्बर को बंगाल की खाड़ी से कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने की संभावना है। इसके बाद प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने प्रदेश के नौ जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, धार, मंदसौर, ग्वालियर, गुना समेत इस क्षेत्र के विभिन्न जिलों में व्यापक वर्षा होगी।
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रतलाम। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर स्टेशन से शनिवार से दो जोड़ी स्पेशल ट्रेनें एवं रतलाम मंडल के नागदा-उज्जैन होते हुए जयपुर मैसूरू जयपुर स्पेशल एक्सप्रेस का परिचालन किया जाएगा। मंडल रेल प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार जयंत ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 02911 इंदौर हावड़ा स्पेशल एक्सप्रेस 12 सितम्बर से अगले आदेश तक इंदौर स्टेशन से प्रति शनिवार, मंगलवार एवं गुरुवार को चलकर मंडल के देवास, उज्जैन, शुजालपुर स्टेशन होते हुए हावड़ा पहुंचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 02912 हावड़ा इंदौर स्पेशल एक्सप्रेस 14 सितंबर से अगले आदेश तक प्रति सोमवार, गुरुवार एवं शनिवार को हावड़ा से चलकर रतलाम मंडल के शुजालपुर, उज्जैन एवं देवास होते हुए इंदौर पहुचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में देवास, उज्जैन, शुजालपुर, संत हिरदाराम नगर, विदिशा, गंज बसौदा, बीना, खुरई, सागर, दमोह, कटनी मुरवाड़ा,मैहर, सतना, मानिकपुर, डभौरा, शंकरगढ़, प्रयागराज छिवकी, विंध्याचल, मिर्जापुर, चुनार, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जं, भभुआ रोड, सासाराम, अनुग्रह नारायण रोड,गया जं, कोडरमा, पारसनाथ, गोमो जं, धनबाद जं, आसनसोल मेन, दुर्गापुर, बर्धमान स्टेशनों पर ठहरेगी। गाड़ी संख्या 02911 इंदौर हावड़ा स्पेशल एक्सप्रेस संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर आगमन/प्रस्थान 03.40/03.45 बजे तथा गाड़ी संख्या 02912 हावड़ा इंदौर स्पेशल एक्सप्रेस का संत हिरदाराम स्टेशन पर आगमन प्रस्थान 21.00/21.05 बजे होगी। गाड़ी संख्या 02416 नई दिल्ली इंदौर स्पेशल एक्सप्रेस 12 सितम्बर से अगले आदेश तक प्रतिदिन नई दिल्ली से 22.00 बजे चलकर रतलाम मंडल के नागदा(08.45/08.50), उज्जैन(09.40/09.45), देवास(10.20/10.22) होते हुए 11.40 बजे इंदौर जं पहुंचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 02415 इंदौर नई दिल्ली स्पेशल एक्सप्रेस 13 सितम्बर,2020 से प्रतिदिन अगले आदेश तक इंदौर से 16.35 बजे चलकर देवास(17.05/17.07) उज्जैन(17.35/17.40) एवं नागदा(19.10/19.15) होते हुए दूसरे दिन प्रात: 06.10 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में देवास, उज्जैन, नागदा, विक्रमगढ़ आलोट, चौमहला, शामगढ़, भवानीमंडी, रामगंज मंडी, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुरसिटी, बयाना जं, भरतपुर, मथुरा जं, एवम निजामुद्दीन स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस गाड़ी में एक फर्स्ट ए सी, एक सेकंड ए सी , तीन थर्ड ए सी, बारह स्लीपर एवं तीन सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे। गाड़ी संख्या 02976 जयपुर मैसूरु स्पेशल एक्सप्रेस 14 सितम्बर से प्रति सोमवार एवम बुधवार को जयपुर से 19.35 बजे चलकर रतलाम मंडल के नागदा(02.25/02.50), उज्जैन(03.50/04.00) होते हुए गाड़ी चलाने के तीसरे दिन 15.30 बजे मैसूरु जं पहुंचेगी। इसी प्रकार वापसी में गाड़ी संख्या 02975 मैसूरु जयपुर स्पेशल सुपरफास्ट एक्सप्रेस 17 सितम्बर, 2020 से अगले आदेश तक मैसूरु से प्रति गुरुवार एवं शनिवार को मैसूरु जं से 10.40 बजे चलकर रतलाम मंडल के उज्जैन(21.25/21.35 गाड़ी चलाने के दूसरे दिन), नागदा(22.45/23.10) होते हुए गाड़ी चलाने के तीसरे दिन 06.15 बजे जयपुर पहुंचेगी। इस ट्रेन का दोनो दिशाओं में दुर्गापुरा, सवाई माधोपुर, कोटा, भवानी मंडी, नागदा, उज्जैनन, संत हिरदाराम नगर, भोपाल, हबीबगंज, होशंगाबाद, इटारसी जं, बैतुल, पांडुरना, नागपुर, सेवाग्राम, चन्द्रापुर, बल्लाहारशाह, सिरपुर कागजनगर, बेलमपल्ली , मंचिर्याल, काजीपेट, काचीगुडा, महबूब नगर, गुंटकल, अनंतपुर, हिंदूपुर, बंगलोर कैंट, के एस आर बेंगलूरू एवं मंड्या स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में 01 फस्र्ट ए सी कम सेकंड एसी, दो सेकंड एसी, पांच थर्ड एसी, ग्यारह स्लीपर एवं दो सामान्यन श्रेणी के कोच रहेंगे।
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रीवा। आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने रीवा जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम गनिगवा में शुक्रवार सुबह सरकारी शिक्षक महेन्द्र कुमार सिंह के घर छापामार कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि लाखों की चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। फिलहाल, कार्रवाई जारी है। जानकारी के मुताबिक, निरीक्षक प्रवीण कुमार के नेतृत्व में ईओडब्ल्यू की टीम ने शुक्रवार सुबह पांच बजे ग्राम गनिगवा निवासी शिक्षक महेन्द्र कुमार सिंह के घर दबिश दी और सर्चिंग शुरू की। बताया जा रहा है कि शिक्षक के यहां से टीम को दो ट्रैक्टर, कार और जमीन के दस्तावेज बरामद हुए हैं। बताया गया है कि शिक्षक के खिलाफ अनैतिक तरीके से आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। फिलहाल कार्रवाई जारी है। ईओडब्ल्यू की टीम शिक्षक की अन्य संपत्तियों का पता लगाने में जुटी है।
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उज्जैन/सागर। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यहां उज्जैन जिले में कोरोना के 51 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 2100 के पार पहुंच गई है। वहीं, सागर जिले में भी कोरोना के 54 नये मरीज मिलने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 1476 हो गई है। उज्जैन सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले में गुरुवार देर रात 849 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी हुई, जिनमें 51 नये संक्रमित मिले हैं। इनमें 45 मरीज उज्जैन के रहने वाले हैं, जबकि तीन बडऩगर, दो नागदा और एक खाचरोद तहसील का निवासी है। इन 51 नये मरीजों के बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2132 हो गई है। हालांकि, यहां अब तक 1664 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं, लेकिन लगातार बड़ी संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढक़र 400 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। जिले में अब तक कोरोना से 83 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, सागर सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात जारी जांच रिपोर्ट में 54 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1476 हो गई है। वहीं, जिले में अब तक कोरोना से 94 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, यहां अब तक 1000 मरीज कोरोना के मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। शेष मरीजों का उपचार जारी है।
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उज्जैन/सागर। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यहां उज्जैन जिले में कोरोना के 51 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 2100 के पार पहुंच गई है। वहीं, सागर जिले में भी कोरोना के 54 नये मरीज मिलने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 1476 हो गई है। उज्जैन सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, जिले में गुरुवार देर रात 849 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी हुई, जिनमें 51 नये संक्रमित मिले हैं। इनमें 45 मरीज उज्जैन के रहने वाले हैं, जबकि तीन बडऩगर, दो नागदा और एक खाचरोद तहसील का निवासी है। इन 51 नये मरीजों के बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2132 हो गई है। हालांकि, यहां अब तक 1664 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं, लेकिन लगातार बड़ी संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीज बढक़र 400 हो गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। जिले में अब तक कोरोना से 83 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, सागर सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात जारी जांच रिपोर्ट में 54 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1476 हो गई है। वहीं, जिले में अब तक कोरोना से 94 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, यहां अब तक 1000 मरीज कोरोना के मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। शेष मरीजों का उपचार जारी है।
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ग्वालियर। लंबे समय से अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर निगमायुक्त से लेकर मुख्यमंत्री तक से मिलकर मांगे पूरी करने को लेकर गुहार लगा चुके सफाई कर्मचारियों का गुस्सा नगर निगम के साथ ही शहरवासियों को भी भारी पड़ सकता है। यदि यह अपनी जिद पर अड़े रहे तो त्योहारी सीजन में शहर में हर ओर कचरा पसरा दिखाई देगा, क्योंकि आने वाली 21 सितम्बर से सफाई कर्मियों ने बेमियादी हड़ताल का बिगुल फूंकते हुए खुद को काम से अलग करने की घोषणा कर दी है। यानि आने वाले समय में लोगों की दिक्कत बढ़ सकती हैं। भारतीय मजदूर संघ राज्य सफाई कामगार मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व ग्वालियर-चंबल संभाग प्रभारी सीताराम खरे ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि निगम द्वारा छोटे कर्मचारियों का लगातार शोषण किया जा रहा है, ऐसे में मजबूर होकर हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा है। इसके चलते 17 सितंबर को शाम चार बजे निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन व नारेबाजी, 18 सितंबर को धरना और 21 सितंबर से बेमियादी हड़ताल शुरु कर दी जाएगी और कोई भी सफाई कर्मचारी काम पर नहीं आएगा । हड़ताल का फैसला सर्व सम्मति से लिया गया है, जिसमें दो सैकड़ा से अधिक पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। इस हड़ताल की पूरी जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी। हड़ताल सफल बनाने की अपील: अरविंद मिश्रा, प्रदेश मंत्री भारतीय मजदूर संघ नारायण करौसिया, डब्ल्यूएचओ सफाई मित्र संघर्ष मोर्चा जिला अध्यक्ष सीताराम खरे प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ सफाई कामगार मोर्चा राजेंद्र मौर्य विशन पारछे गुलाब घारोन, वीरेंद्र करोसिया रघुवीर खरे मध्यप्रदेश, डब्लू एच ओ ताराचंद पवार, राजेंद्र पारछे, राजकुमार कड़ेरे गोरी दास बिहारी अनिल धौलकर राजेंद्र करौसिया, राजकुमार चौहान, कृष्णपाल मेहता, रघुवर दीवान, अजीत मेवाती, रामचंद्र धौलपुरिया आदि ने सभी कर्मचारियों से हड़ताल को सफल बनाने की अपील की है। मांग पत्र में डब्ल्यूएचओ पर सफाई के अलावा जो काम कराया जा रहा है वह खत्म किया जाए, डब्ल्यूएचओ व सफाई कर्मचारियों का काम 8 घंटे निर्धारित किया जाए। सफाई कर्मचारियों को सातवें वेतन का एरियर का भुगतान किया जाए, क्योंकि सुपरस्टाफ को सातवें वेतन का भुगतान किया जा चुका है एवं सफाई कर्मचारियों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। शेष बचे सफाई कर्मचारियों का फिक्सेशन किया जाए आउटसोर्स कर्मचारियों का वेतन बंद कर दिया गया है एडवांस के जरिए जो पैसे दिए जा रहा है वह ठीक नहीं एडवांस बंद कर पूरा वेतन दिया जाए, वेतन सेल का गठन किया जाए ताकि सफाई कर्मचारियों को हर महीने हो रही परेशानियों से निजात मिल सके, मध्यप्रदेश शासन द्वारा कोरोना योद्धाओं को 10000 रुपए प्रोत्साहन राशि दी गई थी, जिसका भुगतान आंगनबाड़ी के सभी कार्यकर्ताओं को किया जा चुका है लेकिन सफाई कर्मचारियों का आज दिनांक तक भुगतान नहीं किया गया है । जिन्होंने रात-दिन मेहनत कर कोरोना जैसी महामारी में अपने परिवार की जान की परवाह ना करते हुए काम किया इन कर्मचारियों को 10000 की राशि तुरंत दी जाए । विनियमित कर्मचारियों को जिनके 10 साल पूरे हो चुके है उनको परमानेंट किया जाए, मध्य प्रदेश शासन के अनुसार ठेका प्रथा खत्म कर ठेका कर्मचारियों को निगम में सम्मिलित किया जाए। राष्ट्रीय छुट्टियों का पेमेंट किया जाए। गल्ला लोन तत्काल दिया जाए। विनियमित एवं ठेका प्रथा पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को एक या दो अपसेंट पर हटा दिया जाता है, इन्हें तत्काल वापस लिया जाए।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 312 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह लोगों की मौत हुई है। इंदौर में पहली बार एक दिन में 300 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 15,764 और मृतकों की संख्या 438 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 3245 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 312 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन 312 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 15,764 हो गई है। वहीं, इंदौर में छह लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 438 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 10,949 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 4377 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सितम्बर के महीने में लोगों को मई-जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। लोग झुलसा देने वाली गर्मी से बेहाल हैं। प्रदेश भर में बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने के साथ ही अधिकतम तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इस बीच मौसम विभाग ने प्रदेश में मानसून की वापसी के संकेत दिए हैं। इस सप्ताह प्रदेश में कुछ स्थानों पर अच्छी बरसात की उम्मीद जताई है। उत्तर प्रदेश से दक्षिण-पश्चिम मप्र तक एक द्रोणिका (ट्रफ) बनी हुई है। इसके प्रभाव से कहीं-कहीं बरसात हो रही है। मौसम विभाग ने 10 सितम्बर तक बंगाल की खाड़ी में आंध्रा तट और उड़ीसा तट के बीच एक ऊपरी हवा का चक्रवात बनने की संभावना जताई है। इसके चलते प्रदेश में भी झमाझम बारिश के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का एक चक्रवात बना हुआ है। यह सिस्टम 13 सितम्बर को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से प्रदेश के कुछ स्थानों पर अच्छी बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है। हालांकि इस सिस्टम के गुजरने के बाद बरसात की गतिविधियों में कमी आने लगेगी। वहीं, एक सप्ताह के अंदर पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रतिचक्रवात बनने की संभावना है। इससे हवाओं के रुख में भी परिवर्तन होगा। यह मानसून की विदाई का स्पष्ट संकेत है। मध्य प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश: अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश में बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद, रायसेन, नरसिंहपुर, जबलपुर, डिंडोरी, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, शहडोल, दमोह और सागर तक वर्षा होने की संभावना है। इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, उज्जैन और रतलाम में छिटपुट बारिश हो सकती है। रीवा, छतरपुर, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना सहित बाकी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। 24 घंटे बाद मध्य प्रदेश में बारिश और कम हो जाएगी। बारिश का अगला स्पेल 17 या 18 सितंबर को आ सकता है, जब समूचे राज्य में तीन-चार दिनों के दौरान भारी वर्षा दर्ज की जाएगी।
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दमोह। करीब 24 दिन पहले एक बुजुर्ग साइकिल सहित नदी के तेज बहाव में बह गया था। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी तमाम प्रयासों के बाद उसे खोज नहीं पाई लेकिन बुजुर्ग के बेटे ने हार नहीं मानी। आखिरकार हादसे के 24 दिन बाद उसने नदी से पिता का शव खोज निकाला। मृतक का नाम झुर्र अहिरवार (50) है। वह तेंदूखेड़ा का रहने वाला था। बीती 16 अगस्त को साइकिल से कहीं जा रहा था। पठा घाट पर नदी का पुल पार करते समय पानी का बहाव तेज हो गया और झुर्र अहिरवार साइकिल सहित नदी में बह गया। हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस झुर्र अहिरवार को नहीं तलाश पाई तो दमोह, सागर औऱ जबलपुर जिले की एनडीआरएफ की टीमों को लगाया गया। ये टीमें 11 दिन लगातार बुजुर्ग को तलाशती रहीं, लेकिन असफल रहीं और अंत में हार मान ली। लेकिन झुर्र अहिरवार के बेटे अशोक का कलेजा पिता के लिए कचोटता रहा। उसने हार नहीं मानी। वह रोज नदी के किनारे जाता और घंटों पिता को तलाशता रहता। आखिरकार उसे 24 दिन बाद बुधवार की सुबह सफलता मिल गई। खर्राघाट पुल के करीब 100 फीट की दूरी पर झाड़ियों में फंसा उसके पिता का शव मिल गया। यह सूचना गांववालों को मिली तो सभी नदी पर पहुंच गए। उन सभी को झुर्र की मृत्यु का गम था तो उसके बेटे के प्रयास को देखकर खुशी भी थी। लोगों की आंखों से गम और खुशी के मिलेजुले आंसू छलक पड़े। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है।
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ग्वालियर। माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड द्वारा हायर सेकेण्डरी और हाईस्कूल की पूरक परीक्षाओं की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और यह परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से कोरोना संक्रमण का बचाव करते हुए कराने के लिए अफसर मंथन करने में जुट गए हैं। बोर्ड की इन परीक्षाओं में जिन परीक्षार्थियों की सप्लीमेंट्री आई है उनकी परीक्षाएं आगामी 14 सितम्बर से शुरू हो रही हैं। बता दें कि माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं मार्च में आयोजित की गई थीं, लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन के चलते यह परीक्षा निरस्त कर दी गईं। इसके बाद शेष बची हुई परीक्षाएं अप्रैल की माह में हुईं और जुलाई माह में परीक्षा परीणाम घोषित किया गया। इन दोनों बोर्ड कक्षाओं की पूरक परीक्षाएं आगामी 14 सितम्बर से शुरू होंगी। ग्वालियर शहर में यह परीक्षाएं आठ केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी, जिसमें लगभग 8 हजार परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। शिक्षा विभाग के अनुसार 10वीं और 12वीं बोर्ड की सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए दो सौ से ज्यादा शिक्षकों को तैनात किया जा रहा है और यह शिक्षक सुबह 9 बजे से परीक्षाएं आयोजित कराएंगे। परीक्षा प्रभारी सचिन गुप्ता ने बताया कि हायर सेकेण्डरी की परीक्षाएं एक ही दिन होंगी, जिसमें 4 हजार 21 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे, वहीं हाईस्कूल की परीक्षाएं 14 सितम्बर से शुरू होकर 20 सितम्बर तक चलेंगी, जिसमें 3 हजार 744 परीक्षार्थी अपनी किस्मत आजमाएंगे। डीएलएड का मूल्यांकन 18 से होगा डीएलएड की परीक्षाएं इन दिनों शहर के 23 केंद्रों पर आयोजित की जा रही हैं और लगभग 40 हजार के करीब परीक्षार्थी अपनी किस्मत आजमाते हुए परीक्षाएं दे रहे हैं। परीक्षाएं 2 पालियों में हो रही है। परीक्षा के साथ-साथ इसके मूल्यांकन कार्य की तैयारी भी शुरू करा दी गई हैं। शिक्षा विभाग के अनुसार डीएलएड की परीक्षाएं 10 सितंबर को खत्म हो जाएंगी और मूल्यांकन कार्य 18 सितंबर से शुरू होगा। बोर्ड परीक्षा के दौरान जो परीक्षार्थी एक या दो विषय में रह गए थे, उनकी परीक्षा अभी हाल ही में आयोजित कराई गई थी जिसका मूल्यांकन कार्य शासकीय गोरखी स्कूल में शुरू हो गया है। रूक जाना नहीं के तहत सैकड़ों परीक्षार्थियों ने परीक्षा सेंटर पर पहुंचकर प्रश्न पत्र हल किया था। इनकी कॉपियों का मूल्यांकन करने के लिए एक सैकड़ा शिक्षकों को लगाया गया है।
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बैतूल। मात्र 49 दिनों में दो मंजिला प्रधानमंत्री आवास बनाने का रिकार्डतोड़ कार्य करने वाली दम्पत्ति से आगामी 13 सितम्बर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चर्चा कर सकते हैं। नया दो मंजिला प्रधानमंत्री बनने से बारिश में टपकने वाले छप्पर से भी दम्पत्ति को निजात मिल गई है। वह खुश है कि उनका खुद का प्रधानमंत्री आवास बन गया है। योजना से मिला था डेढ़ लाख बैतूल जिले के उड़दन गांव के रहने वाली सुशीला देवी ने बताया कि वे पीएम मोदी से संवाद करने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत उन्हें घर बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए मिला था। घर बड़ा बन सके और मजदूरी का पैसा बचाया जा सके, इसलिए उन्होंने 49 दिनों में खुद दो मंजिला घर बना दिया। दंपति ने खुद से बनाया घर महज 49 दिनों में दो मंजिला पीएम आवास बनाने वाले दम्पत्ति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 से 12 सितंबर को मध्यप्रदेश के पीएम आवास हितग्राहियों के साथ वर्चुअल संवाद करेंगे। इनमें पीएम 12 सितंबर को उन हितग्राहियों से बात करेंगे जो गृह प्रवेश करेंगे। इस दौरान वे बैतूल के मजदूर दंपति सुशीला देवी और सुभाष से भी बात कर सकते हैं। क्योंकि दोनों ने पीएम आवास योजना के तहत अपना घर खुद ही बनाया है। जिला पंचायत बैतूल द्वारा इसका प्रस्ताव भेजा गया है। पीएम से चर्चा को लेकर उत्साहित है दम्पत्ति बैतूल के उड़दन गांव के रहने वाली सुशीला देवी ने बताया कि वे पीएम मोदी से संवाद करने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत उन्हें घर बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए मिला था। घर बड़ा बन सके और मजदूरी का पैसा बचाया जा सके, इसलिए उन्होंने 49 दिनों में खुद ही दो मंजिला घर बना दिया। इसमे तीन बड़े कमरे, दलान, किचन और उसके साथ छोटा सा बगीचा शामिल है। टूटी छप्पर से टपकता था पानी पुराने दिनों को याद करते हुए सुशीला ने बताया कि पहले वे कच्चे घरों में रहते थे। इस दौरान जब बारिश होती थी तो छप्पर से पानी गिरता था। इसकी वजह से घर में पानी भर जाता था और पूरा परिवार परेशान होता था। इस दौरान घर गिरने का भी डर सताता था। लेकिन पीएम आवास योजना के तहत घर बनने से उनकी ये कठिनाई दूर हो गई है। अब उन्हें सिर्फ बच्चों का भविष्य संवारना है। बैतूल के जिला पंचायत सीईओ एमएल त्यागी ने बताया कि हितग्राही ने जिस तरह खुद मेहनत कर आवास तैयार किया वह काबिले तारीफ है। उनकी मेहनत की वजह से उन्हें 13 अन्य योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। दंपत्ति के इस कार्य के लिए पीएम से चर्चा करने प्रस्ताव भेजा गया है।
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बैतूल। मात्र 49 दिनों में दो मंजिला प्रधानमंत्री आवास बनाने का रिकार्डतोड़ कार्य करने वाली दम्पत्ति से आगामी 13 सितम्बर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चर्चा कर सकते हैं। नया दो मंजिला प्रधानमंत्री बनने से बारिश में टपकने वाले छप्पर से भी दम्पत्ति को निजात मिल गई है। वह खुश है कि उनका खुद का प्रधानमंत्री आवास बन गया है। योजना से मिला था डेढ़ लाख बैतूल जिले के उड़दन गांव के रहने वाली सुशीला देवी ने बताया कि वे पीएम मोदी से संवाद करने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत उन्हें घर बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए मिला था। घर बड़ा बन सके और मजदूरी का पैसा बचाया जा सके, इसलिए उन्होंने 49 दिनों में खुद दो मंजिला घर बना दिया। दंपति ने खुद से बनाया घर महज 49 दिनों में दो मंजिला पीएम आवास बनाने वाले दम्पत्ति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 से 12 सितंबर को मध्यप्रदेश के पीएम आवास हितग्राहियों के साथ वर्चुअल संवाद करेंगे। इनमें पीएम 12 सितंबर को उन हितग्राहियों से बात करेंगे जो गृह प्रवेश करेंगे। इस दौरान वे बैतूल के मजदूर दंपति सुशीला देवी और सुभाष से भी बात कर सकते हैं। क्योंकि दोनों ने पीएम आवास योजना के तहत अपना घर खुद ही बनाया है। जिला पंचायत बैतूल द्वारा इसका प्रस्ताव भेजा गया है। पीएम से चर्चा को लेकर उत्साहित है दम्पत्ति बैतूल के उड़दन गांव के रहने वाली सुशीला देवी ने बताया कि वे पीएम मोदी से संवाद करने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत उन्हें घर बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए मिला था। घर बड़ा बन सके और मजदूरी का पैसा बचाया जा सके, इसलिए उन्होंने 49 दिनों में खुद ही दो मंजिला घर बना दिया। इसमे तीन बड़े कमरे, दलान, किचन और उसके साथ छोटा सा बगीचा शामिल है। टूटी छप्पर से टपकता था पानी पुराने दिनों को याद करते हुए सुशीला ने बताया कि पहले वे कच्चे घरों में रहते थे। इस दौरान जब बारिश होती थी तो छप्पर से पानी गिरता था। इसकी वजह से घर में पानी भर जाता था और पूरा परिवार परेशान होता था। इस दौरान घर गिरने का भी डर सताता था। लेकिन पीएम आवास योजना के तहत घर बनने से उनकी ये कठिनाई दूर हो गई है। अब उन्हें सिर्फ बच्चों का भविष्य संवारना है। बैतूल के जिला पंचायत सीईओ एमएल त्यागी ने बताया कि हितग्राही ने जिस तरह खुद मेहनत कर आवास तैयार किया वह काबिले तारीफ है। उनकी मेहनत की वजह से उन्हें 13 अन्य योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। दंपत्ति के इस कार्य के लिए पीएम से चर्चा करने प्रस्ताव भेजा गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 295 नये मामले सामने आए हैं, जबकि छह लोगों की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 15,165 और मृतकों की संख्या 427 हो गई है। इंदौर में एक दिन में कोरोना के इतने मरीज पहली बार सामने आए हैं। वहीं छह मौतें भी एक दिन में पहली बार हुई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 2799 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 295 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन 295 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 15,165 हो गई है। वहीं, इंदौर में छह लोगों की मौत की भी पुष्टि होने के बाद यहां कोरोना से मरने वालों संख्या 427 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 10,499 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार बड़ी संख्या में नये मरीज मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ते हुए 4239 हो गई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले की इंदौर की जिला अदालत में सोमवार को नियमित सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी अदालत नहीं पहुंचे। इस पर अदालत ने नाराजगी जताई और जांच अधिकारों की जब्त साक्ष्य के साथ जिला अदालत में उपस्थित होने के निर्देश दिये। दरअसल, मध्यप्रदेश में पिछले साल उजागर हुए हनीट्रैप मामले की सुनवाई जिला एवं सत्र न्यायालय की विशेष न्यायाधीश रेणुका कंचन की अदालत में चल रही है। सोमवार को भी नियमित सुनवाई हुई, जिसमें मामले की जांच कर रहे पलासिया थाना प्रभारी को साक्ष्य के साथ उपस्थित होना था, लेकिन वे सुनवाई में उपस्थित नहीं हुए। इस पर विशेष न्यायाधीश ने नाराजगी जताते हुए उन्हें एक पत्र जारी किया और पलासिया थाना प्रभारी को साक्ष्य के साथ अदालत में उपस्थित होने के निर्देश दिये।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौमस का मिजाज बदला हुआ है। दिन में तेज धूप निकलने और गर्मी के बाद शाम को बादल बरस रहे हैं। उत्तर-पूर्व राजस्थान और उससे लगे मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अतिरिक्त हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात का सिलसिला जारी है। 8 और 9 सितंबर को प्रदेश भर के कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि अरब सागर में बने सिस्टम और हवा का रुख लगातार दक्षिणी बना रहने से लगातार नमी आ रही है। उधर, प्रदेश में अब दिन का तापमान बढऩे लगा है। इससे शाम के समय गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे लगती हैं। सोमवार को पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे के आसार हैं। ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों में अच्छी बरसात की संभावना है। 10 जिलों में हल्की बूंदाबांदी के आसारमौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटे में 10 जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। नीमच मंदसौर गुना, श्योपुर कला, बैतूल छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला डिंडोंरी में गरज चमक के साथ हल्की बौछारें पडऩे की संभावना है। तो वहीं मौसम विभाग का कहना है कि आसपास फिलहाल कोई मानसूनी सिस्टम नहीं है इसलिए तापमान में इजाफा हो रहा है। इसके अलावा 8 और 9 सितंबर को प्रदेश भर में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। इसके अलावा 7 सितंबर को भी प्रदेश के 10 जिलों में बारिश के आसार हैं। हालांकि, उमस और गर्मी से बेहाल लोगों को दोपहर में थोड़ी सी राहत मिली जब भोपाल में मौसम का मिजाज अचानक से बदला हुआ नजर आया।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौमस का मिजाज बदला हुआ है। दिन में तेज धूप निकलने और गर्मी के बाद शाम को बादल बरस रहे हैं। उत्तर-पूर्व राजस्थान और उससे लगे मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अतिरिक्त हवा का रुख दक्षिणी बना हुआ है। इस वजह से प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात का सिलसिला जारी है। 8 और 9 सितंबर को प्रदेश भर के कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि अरब सागर में बने सिस्टम और हवा का रुख लगातार दक्षिणी बना रहने से लगातार नमी आ रही है। उधर, प्रदेश में अब दिन का तापमान बढऩे लगा है। इससे शाम के समय गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे लगती हैं। सोमवार को पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे के आसार हैं। ग्वालियर, उज्जैन संभाग के जिलों में अच्छी बरसात की संभावना है। 10 जिलों में हल्की बूंदाबांदी के आसारमौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटे में 10 जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। नीमच मंदसौर गुना, श्योपुर कला, बैतूल छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला डिंडोंरी में गरज चमक के साथ हल्की बौछारें पडऩे की संभावना है। तो वहीं मौसम विभाग का कहना है कि आसपास फिलहाल कोई मानसूनी सिस्टम नहीं है इसलिए तापमान में इजाफा हो रहा है। इसके अलावा 8 और 9 सितंबर को प्रदेश भर में हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। इसके अलावा 7 सितंबर को भी प्रदेश के 10 जिलों में बारिश के आसार हैं। हालांकि, उमस और गर्मी से बेहाल लोगों को दोपहर में थोड़ी सी राहत मिली जब भोपाल में मौसम का मिजाज अचानक से बदला हुआ नजर आया।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 279 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 14,870 और मृतकों की संख्या 421 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 1954 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 279 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन 279 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 14,870 हो गई है। वहीं, इंदौर में तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 421 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 10,231 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन लगातार बड़ी संख्या में नये मरीज मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी बढ़ते हुए 4218 हो गई है। इंदौर में जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें इंदौर के पूर्व महापौर और भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे भी शामिल हैं। दो दिन पहले वे उपचुनाव की तैयारियों के सिलसिले में बदनावर गए थे। रविवार को उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया, जिसमें वे संक्रमित पाए गए। उनके अलावा भाजपा नेता गोलू शुक्ला, इंदौर सीए ब्रांच के अध्यक्ष हर्ष फिरोदा और सचिव गौरव माहेश्वरी, विधायक मालिनी गौड़ के भतीजे शुभेंद्र की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
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दमोह। जिले के हिंडोरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत में शनिवार को तडक़े इंदौर से रीवा जा रही एक तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर नाले में जा गिरी। इस हादसे में बस में सवार 13 यात्री घायल हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। हिंडोरिया थाना पुलिस के अनुसार, एक स्लीपर कोच बस शुक्रवार की रात इंदौर से रवाना हुई थी। यह बस कटनी होते हुए रीवा जा रही थी। हिंडोरिया में रेलवे फाटक के पास शनिवार को अलसुबह करीब 4.30 बजे बस अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे एक नाले में घुस गई। मौके पर मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। हिंडोरिया थाना टीआई विजय मिश्रा ने बताया कि इंटरसिटी स्लीपर बस इंदौर से कटनी जा रही थी, इसी दौरान बस की रफ्तार तेज होने के कारण यह हादसा हुआ। बस में 25 यात्री सवार थे, जिनमें से 13 लोगों को चोटें आई हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। उन्होंने बताया कि घायलों में अमित (31) पुत्र एलपी सिंह निवासी रीवा, रामेश्वर (21) पुत्र बलदेव प्रजापति निवासी बमनपुरा पटेरा, विकास (20) पुत्र लखन विश्वकर्मा निवासी बमनपुरा, ओमप्रकाश मिश्रा (25) निवासी प्रयागराज उप्र, गीता (50) पत्नी सुलेह बघेल निवासी रीवा, मनीष (30) पुत्र तेजवान प्यासी निवासी जैसीनगर शहडोल, संध्या तिवारी (20) निवासी पुलिस लाइन रीवा, निशांत (19) पुत्र लाल बहादुर मिश्रा निवासी प्रयागराज उप्र, राजेश (23) पुत्र टपन कुमार विश्वास निवासी धार, अवधेश (17) पुत्र जयशंकर मिश्रा निवासी प्रयागराज उप्र, किरण (35) पत्नी राम गोपाल शुक्ला निवासी पीथमपुर इंदौर और इनकी 12 वर्षीय बेटी तनु व सात वर्षीय बेटा तनिष शामिल है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। अब यहां कोरोना के 229 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11,666 और मृतकों की संख्या 303 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक राजधानी में शनिवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 229 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11,666 हो गई है। राजधानी में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 303 हो गई है। हालांकि राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 9559 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1700 के करीब हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में जुलाई का महीना सूखा निकलने के बाद छाई मायूसी को अगस्त में हुई व्यापक वर्षा ने चेहरे पर खुशी ला दी। अब अगस्त के बाद सितम्बर का महीना भी झमाझम की झड़ी के साथ बीतने वाला है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि पूर्वी और उत्तर-पूर्वी जिलों में आगामी पांच दिनों तक अच्छी बारिश होगी। उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी शनिवार पांच सितम्बर से बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। 6 से 10 सितम्बर के बीच मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश होने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि उम्मीद है कि इस सप्ताह 6 से 9 सितम्बर के बीच पूर्वी मध्य प्रदेश में रीवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, खजुराहो, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, जबलपुर, नरसिंहपुर, उमरिया, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, छिंदवाड़ा में मध्यम से तेज़ बारिश देखने को मिलेगी। इसके अलावा भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद समेत मध्य जिलों में भी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में बैतुल, हरदा, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, इंदौर, देवास, झाबुआ, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर में मॉनसून पूरे सप्ताह कमजोर रहेगा और अच्छी वर्षा के संकेत फिलहाल नहीं हैं। हालांकि इन भागों में इक्का दुक्का बारिश के झोंकों से इंकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी ओर उत्तर-पश्चिमी भागों में अशोकनगर, गुना, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बौछारें गिर सकती हैं।
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भोपाल। रेल मंत्रालय द्वारा हबीबगंज-रीवा-हबीबगंज के बीच शनिवार, 05 सितम्बर से अगली सूचना तक प्रतिदिन स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। भोपाल रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने शुक्रवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि गाड़ी संख्या 02185 हबीबगंज-रीवा स्पेशल एक्सप्रेस शनिवार, 05 सितम्बर से हबीबगंज स्टेशन से रात्रि 10 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह आठ बजे रीवा स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन का संचालन आगामी सूचना तक प्रतिदिन होगा। वहीं, गाड़ी संख्या 02186 रीवा-हबीबगंज स्पेशल एक्सप्रेस शनिवार 05 सितम्बर से प्रतिदिन रीवा स्टेनश ने रात 8.05 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 6.05 बजे हबीबगंज स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में रास्ते में भोपाल, विदिशा, गंजबासोदा, मंडी बामोरा, बीना, सागर, दमोह, कटनी मुड़वारा, मैहर और सतना स्टेशनों पर रुकेगी। इस ट्रेन में 01 प्रथम वातानुकूलित श्रेणी, 02 द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी, 03 तृतीय वातानुकूलित श्रेणी, 13 शयनयान श्रेणी, 02 सामान्य श्रेणी एवं 02 एसएलआरडी सहित कुल 23 कोच रहेंगे।
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जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में शुक्रवार को एक कोरोना पीडि़त मरीज शहर के मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेटर की दूसरी मंजिल से नीचे कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले को जांच में लिया। पुलिस के अनुसार, शहर के शासकीय सुपर स्पेशियलटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कोरोना पीडि़त 64 वर्षीय प्रमोद सोनकर ने शुक्रवार सुबह दूसरी मंजिल से छलांग दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया है कि प्रमोद को कोरोना संक्रमित पाये जाने पर उपचार के लिए गत एक सितम्बर को मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया था। पुलिस ने सूचना मिलने पर प्रकरण कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की। बता दें कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कोविड केयर सेंटर में बरती जा रही लापरवाही के कारण मरीज इस तरह के कदम उठा रहे हैं। इससे पहले भी दो बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले एक मरीज ने दूसरी मंजिल से कूदने का प्रयास किया था, लेकिन उसे वहां मौजूद स्टाफ ने पकड़ लिया था, जबकि एक मरीज ने यहां से भागने का प्रयास किया था। लगातार हो रही इन घटनाओं से मेडिकल कालेज प्रबंधन सवालों के घेरे में है।
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जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में शुक्रवार को एक कोरोना पीडि़त मरीज शहर के मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेटर की दूसरी मंजिल से नीचे कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले को जांच में लिया। पुलिस के अनुसार, शहर के शासकीय सुपर स्पेशियलटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कोरोना पीडि़त 64 वर्षीय प्रमोद सोनकर ने शुक्रवार सुबह दूसरी मंजिल से छलांग दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया है कि प्रमोद को कोरोना संक्रमित पाये जाने पर उपचार के लिए गत एक सितम्बर को मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया था। पुलिस ने सूचना मिलने पर प्रकरण कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की। बता दें कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कोविड केयर सेंटर में बरती जा रही लापरवाही के कारण मरीज इस तरह के कदम उठा रहे हैं। इससे पहले भी दो बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले एक मरीज ने दूसरी मंजिल से कूदने का प्रयास किया था, लेकिन उसे वहां मौजूद स्टाफ ने पकड़ लिया था, जबकि एक मरीज ने यहां से भागने का प्रयास किया था। लगातार हो रही इन घटनाओं से मेडिकल कालेज प्रबंधन सवालों के घेरे में है।
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इंदौर। इंदौर जिले में बसों का संचालन शनिवार, 05 सितम्बर से शुरू किया जायेगा। यह महत्वपूर्ण निर्णय शुक्रवार को कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में हुई बस आनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया। बैठक में तय किया गया कि इंदौर से भोपाल तथा इंदौर संभाग में बसों का संचालन शुरू हो जायेगा। बैठक में आई बस और सिटी बसों के संचालन को शुरू करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बस आनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों की समस्याओं को गंभीरता से लिया गया। उनसे सतत चर्चा की गई। चर्चा के दौरान उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बस आनर्स एसोसिएशन की समस्याओं के निराकरण के संबंध में की गई कार्यवाही की जानकारी दी गई। बस आनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किेये गये प्रयासों की सराहना की।उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि धन्यवाद ज्ञापित करने के लिये बस आनर्स एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल भोपाल जायेगा। उन्होंने कलेक्टर मनीष सिंह की पहल का स्वागत किया। बस आनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा की इंदौर संभाग में बसों का संचालन शुरू कर दिया जायेगा। इंदौर से भोपाल वाल्वों बस सर्विस भी शुरू हो जायेगी। बैठक में तय किया गया कि इंदौर में पहले बीआरटीएस पर आई बस शुरू की जा रही है। इसके बाद सिटी बस का संचालन शुरू किया जायेगा।कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि राज्य शासन द्वारा बस आनर्स एसोसिएशन की समस्याओं को गंभीरता से लिया गया है। टेक्स, किराये के निर्धारण सहित अन्य समस्याओं के निराकरण के लिये वरिष्ठ स्तर पर चर्चा कर आगामी कार्यवाही की जा रही है। अगस्त तक टेक्स माफ करने, किराये के निर्धारण के लिये समिति की बैठक आयोजित करने , परमिट की समस्याओं के निराकरण आदि के संबंध में उचित कार्यवाही शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि बसों के संचालन से नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। आवाजाही में नागरिकों को सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि बसों के अवैध संचालन के संबंध में भी कार्यवाही की जायेगी। इंदौर में बसों का संचालन पूरी क्षमता के साथ संचालन शीघ्र शुरू हो जायेगा। बैठक में मध्यप्रदेश बस आनर्स एसोसिएशन के हेमेन्द्र कर्णावत, बृजमोहन राठी, शिव सिंह गौड़ सहित अन्य पदाधिकारी और सदस्य मौजूद थे।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ ही इस महामारी की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 279 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 14 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 411 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 3264 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 279 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि शेष रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन 279 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 14,031 हो गई है। वहीं, इंदौर में पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 411 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 9660 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3960 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 253 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11309 हो और मृतकों की संख्या 296 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 253 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें आशा निकेतन के सात लोग, सीआरपीएफ के चार जवान और एक छह माह की बच्ची भी शामिल है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11,309 हो गई है। वहीं, राजधानी में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 296 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 9200 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1830 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 253 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11309 हो और मृतकों की संख्या 296 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 253 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें आशा निकेतन के सात लोग, सीआरपीएफ के चार जवान और एक छह माह की बच्ची भी शामिल है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11,309 हो गई है। वहीं, राजधानी में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 296 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 9200 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1830 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में गुरुवार सुबह डीआईजी संजय पाण्डे जिला जेल पहुंचे और हनीट्रैप की मुख्य आरोपित के साथ जेलर की सोशल मीडिया पर वायरल फोटो के मामले में जांच शुरू की। वे जिला जेल की महिला बैरक भी पहुंचे, जहां उन्होंने आरोपित के बयान लिये। फिलहाल मामले की जांच जारी है। बुधवार को दोपहर में सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल हुए, जिनमें जिला जेल के जेलर केके कुलश्रेष्ठ हनीट्रैप मामले की मुख्य आरोपित श्वेता विजय जैन से बात कर रहे हैं। जेलर कुर्सी पर बैठे हैं और आरोपित उनके सामने खड़ी हुई है जबकि जेल मैन्युअल के अनुसार कोई भी पुरुष अधिकारी महिला बंदी से किसी महिला कर्मचारी (जेल) कर्मचारी की अनुपस्थिति में बात नहीं कर सकता है। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद जेल डीआईजी संजय पाण्डे ने मामले को गंभीरता से लिया और मामले की जांच के लिए खुद जिला जेल पहुंच गए। हालांकि उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वे जिला जेल में कोरोना मरीजों के बढ़ने के कारण यहां जांच के लिए आए हैं। साथ ही फोटो वायरल मामले की भी वे जांच कर रहे हैं। जेलर केके कुलश्रेष्ठ ने वायरल फोटो को उनके खिलाफ किसी की साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि वे एकांत में नहीं बल्कि खुले स्थान पर महिला कर्मचारियों की मौजूदगी में बातचीत कर रहे थे। जेल के भीतर किसी कर्मचारी ने केवल उनकी ही फोटो लेकर साजिश के तहत सोशल मीडिया पर वायरल की है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में पिछले साल सामने हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में फंसाकर अधिकारियों और नेताओं से करोड़ों रुपये वसूलने के आरोप में पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया था। फिलहाल सभी महिलाएं इंदौर की जिला जेल में बंद हैं और उन्हें महिला बैरक में रखा गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में गुरुवार सुबह डीआईजी संजय पाण्डे जिला जेल पहुंचे और हनीट्रैप की मुख्य आरोपित के साथ जेलर की सोशल मीडिया पर वायरल फोटो के मामले में जांच शुरू की। वे जिला जेल की महिला बैरक भी पहुंचे, जहां उन्होंने आरोपित के बयान लिये। फिलहाल मामले की जांच जारी है। बुधवार को दोपहर में सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल हुए, जिनमें जिला जेल के जेलर केके कुलश्रेष्ठ हनीट्रैप मामले की मुख्य आरोपित श्वेता विजय जैन से बात कर रहे हैं। जेलर कुर्सी पर बैठे हैं और आरोपित उनके सामने खड़ी हुई है जबकि जेल मैन्युअल के अनुसार कोई भी पुरुष अधिकारी महिला बंदी से किसी महिला कर्मचारी (जेल) कर्मचारी की अनुपस्थिति में बात नहीं कर सकता है। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद जेल डीआईजी संजय पाण्डे ने मामले को गंभीरता से लिया और मामले की जांच के लिए खुद जिला जेल पहुंच गए। हालांकि उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वे जिला जेल में कोरोना मरीजों के बढ़ने के कारण यहां जांच के लिए आए हैं। साथ ही फोटो वायरल मामले की भी वे जांच कर रहे हैं। जेलर केके कुलश्रेष्ठ ने वायरल फोटो को उनके खिलाफ किसी की साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि वे एकांत में नहीं बल्कि खुले स्थान पर महिला कर्मचारियों की मौजूदगी में बातचीत कर रहे थे। जेल के भीतर किसी कर्मचारी ने केवल उनकी ही फोटो लेकर साजिश के तहत सोशल मीडिया पर वायरल की है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में पिछले साल सामने हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में फंसाकर अधिकारियों और नेताओं से करोड़ों रुपये वसूलने के आरोप में पांच महिलाओं को गिरफ्तार किया था। फिलहाल सभी महिलाएं इंदौर की जिला जेल में बंद हैं और उन्हें महिला बैरक में रखा गया है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में 2020 के मॉनसून सीजन में सबसे ज़्यादा बारिश अगस्त महीने में हुई है। यूं तो अगस्त की शुरुआत से ही राज्य के विभिन्न भागों में व्यापक वर्षा हुई। लेकिन सबसे ज़्यादा बारिश आखिरी हफ्ते में देखने को मिली। फिलहाल दो दिनों से मध्य प्रदेश पर बारिश नहीं हो रही है। लेकिन एक बार फिर से राज्य में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। प्रदेश में बारिश के लिए मॉनसून सक्रिय हो रहा है। गुरुवार से शुरू होकर बारिश का यह दौर दो दिन तक चलेगा। इस दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश में रीवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, खजुराहो, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, जबलपुर, नरसिंहपुर, उमरिया, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, छिंदवाड़ा में बारिश देखने को मिलेगी। इसी दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश में श्योपुर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ और उज्जैन में भी हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है और मॉनसून की अक्षीय रेखा इस सर्कुलेशन के आसपास है जिसके चलते राज्य के विभिन्न भागों पर फिर से मॉनसून सक्रिय हो रहा है। इससे उत्तरी मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश हुई है तो प्रदेश भर में कुछ संभागों के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है तो कुछ जिलों में बौछारें पडऩे के आसार हैं। बारिश की गतिविधियां 3 सितम्बर को बढ़ेंगी और उम्मीद है कि पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के साथ-साथ मध्य इलाकों में भी बारिश दर्ज की जाएगी। इस दौरान भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद और आसपास के अन्य जिलों में भी बारिश हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 4 और 5 सितम्बर को एक बार फिर से बारिश में कमी आनी शुरू होगी। हालांकि उत्तरी और उत्तर-पूर्वी भागों में इन दो दिनों में भी हल्की बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। उसके बाद 6 से 8 सितंबर के बीच बारिश के एक नया दौर देखने को मिलेगा। उस दौरान बारिश की तीव्रता अधिक होगी और बारिश का प्रभाव उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी जिलों पर अधिक रहने की संभावना है।6 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी मौसम विभाग ने 6 जिलों में भारी बारिश के साथ अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. रीवा, सतना सीधी, शहडोल, उमरिया, पन्ना जिलों में भारी बारिश के साथ अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर संभागों के जिलों, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, चंबल, ग्वालियर संभागों के जिलों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. मध्य प्रदेश के इन शहरों में बारिश की संभावनामध्य प्रदेश पर मॉनसून फिर मेहरबान नजऱ आ रहा है। जबलपुर, सागर, सतना, खजुराहो से लेकर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम तक बारिश के आसार हैं। अगले 24 घंटों में पश्चिमी मध्य प्रदेश में श्योपुर, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ और उज्जैन में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश में रीवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, खजुराहो, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, जबलपुर, नरसिंहपुर, उमरिया, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, छिंदवाड़ा में बारिश देखने को मिलेगी। 6 से 8 सितंबर के बीच बारिश के एक नया दौर मध्य प्रदेश पर देखने को मिलेगा। उस दौरान बारिश की तीव्रता अधिक होगी और बारिश का प्रभाव उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी जिलों पर अधिक रहने की संभावना है। बारिश की गतिविधियां 3 सितंबर को बढ़ेंगी और पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के साथ-साथ मध्य इलाकों में भी बारिश दर्ज की जाएगी। इस दौरान भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद और आसपास के जिलों में भी बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है और मॉनसून की अक्षीय रेखा इस सर्कुलेशन के आसपास है जिसके चलते राज्य के विभिन्न भागों पर फिर से मॉनसून सक्रिय हो रहा है।
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भोपाल। कोरोना संकट के बीच इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा ( जेईई ) मेंस की परीक्षा मंगलवार से शुरू हुई। राजधानी भोपाल में चार परीक्षा केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच पूरी सावधानी बरतते हुए 800 परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें भोपाल के अलावा आसपास के जिलों के विद्यार्थी भी शामिल है। हालांकि, बाहर से आने वाले विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ा और अभिभावकों में नाराजगी भी देखने को मिली, लेकिन कोरोना गाइडलाइन का पालन सभी ने किया। मध्यप्रदेश में राज्य सरकार ने प्रदेश के विद्यार्थियों को जेईई मेन्स और नीट की परीक्षा में आवागमन की व्यवस्था निशुल्क करने के निर्देश दिये थे, लेकिन अभिभावक स्वयं ही अपने बच्चों को लेकर सुबह सात बजे ही परीक्षा केन्द्र पहुंच गए। मंगलवार को जेईई मेंस की पहली पाली की परीक्षा सुबह नौ बजे शुरू हुई। भोपाल में चार इंजीनियरिंग कॉलेजों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं, जिनमें 800 विद्यार्थी शामिल हुए। वहीं, प्रदेश के अन्य जिलों में भी 26 परीक्षा केन्द्रों पर यह परीक्षा हो रही है। सभी परीक्षा केन्द्रों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के संबंध में जारी गाइडलाइन का पालन किया गया। परीक्षा केन्द्रों पर विद्यार्थियों को थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क और हैंड सैनिटाइज कर अंदर प्रवेश दिया गया। प्रवेश के समय सुरक्षित शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन किया गया। पहली पारी की परीक्षा सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक रातीबड़ स्थित आईइएस कॉलेज, रायसेन रोड स्थित सैम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोकता बायपास रोड स्थित ट्रिनिटी कॉलेज एक तथा दो यानी कुल चार केन्द्रों पर हुई। वहीं, दूसरी पारी दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक होगी। पहली पारी में विद्यार्थियों और अभिभावकों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ा, इससे वे नाराज नजर आए। वाहर से आने वाले लोगों का कहना था कि राज्य सरकार ने परिवहन व्यवस्था निशुल्क करने की बात कही थी, लेकिन उन्हें साधन उपलब्ध नहीं कराया गया। उन्हें खुद ही अपने साधन से परीक्षा केन्द्र पहुंचना पड़ा। नरसिंहगढ़ से निजी वाहन कर आईं तब्सुम गौरी ने कहा कि उनकी बहन की परीक्षा दिलाने भोपाल आना था। जब वे शासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल किया तो उन्हें कहा गया कि जब चार बच्चे जाएंगे, तब लेकर चलेंगे। तब उन्होंने निजी वाहन का सहारा लिया। वहीं कमल टेंगोरिया ने कहा कि 181 पर फोन लगाने पर बात नहीं हो पाई। सिवनी मालवा से सुबह 4 बजे से बाइक से बेटे को लेकर श्रीराम बकोरिया ट्रिनीटी कॉलेज के परीक्षा केंद्र पहुंचे। उन्होंने कहा कि उन्हें शासन द्वारा दी गई परिवहन सुविधा की कोई जानकारी नहीं थी। सीहोर से बाइक चलाकर भीम सिंह सलूजा अपने बेटे को लेकर परीक्षा देने आए। उन्होंने कहा कि 181 पर फोन लगाने पर कोई जवाब नहीं मिला पाया। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शासन द्वारा विद्यार्थियों को परिवहन को लेकर पूरी व्यवस्था की गई है। कोलार से एक छात्रा को परीक्षा केंद्र पहुंचाया गया। मेरे संज्ञान में जितने कॉल आए, सभी को सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 199 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10,894 और मृतकों की संख्या 290 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी जानकारी के मुताबिक, राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 199 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10,894 हो गई है। वहीं, राजधानी में कोरोना से पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 290 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि राजधानी में अब तक 8815 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1500 के करीब हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 258 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 13,250 और मृतकों की संख्या 398 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 3018 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 258 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं और शेष रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन 258नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 13,250 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 398 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 9268 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3584 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मिसरोद इलाके में हुए बच्ची के अपहरण की गुत्थी पुलिस ने 18 घंटे में ही सुलझा ली है। बच्ची का अपहरण करने वाला उसका परिचित ही है और उसका कहना है कि वह बच्ची की मां से प्रेम करने लगा था। उसने अपनी प्रेमिका को दूर जाने से रोकने के लिए बच्ची का अपहरण किया था। अपहरण के मामले का खुलासा करते हुए एएसपी संजय साहू ने बताया कि मिसरोद इलाके में करीब 25 दिन पहले एक परिवार रहने आया। पति-पत्नी अपनी 5 साल की मासूम के साथ किराए के एक मकान में रहने लगे। काम न मिलने पर पति एक कॉलोनी में गार्ड का काम करने लगा। यहीं पर उसकी पहचान 23 वर्षीय रामचरण से हुई। युवक का घर आना-जाना हो गया। बच्ची के पिता ने बताया कि रविवार की शाम करीब 4 बजे उनकी बेटी गायब हो गई। इसकी शिकायत उन्होंने रविवार रात करीब 12.30 बजे पुलिस से की। पूछताछ के बाद पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस को रामचरण पर शक हुआ। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने बच्ची के अपहरण की बात स्वीकार ली। आरोपित रामचरण ने पुलिस को बताया कि वह बच्ची की 24 साल की मां से प्यार करने लगा था। अब बच्ची की मां परिवार समेत भोपाल छोड़कर जा रही थी। ऐसे में उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। उसे लगा कि बच्ची को यहां-वहां छोड़ देगा तो परिवार उसे खोजने के लिए यहीं रुक जाएगा। इसीलिए वह बच्ची को बागसेवनिया इलाके में अपनी बुआ के यहां छोड़ आया। मिसरोद पुलिस ने सोमवार सुबह करीब 11 बजे बच्ची को आरोपित के बताए घर से बरामद कर लिया। वह सही सलामत है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में तलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत सदर मंजिल के पास सोमवार सुबह एक जर्जर भवन का अगला हिस्सा भरभराकर ढह गया। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन भवन का मलबा पास ही बनी स्मार्ट पार्किंग में गिरा, जिससे वहां खड़े 11 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। तलैया थाना प्रभारी डीपी सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह सूचना मिली थी कि फतेहगढ़ स्थित नगर निगम के पुराने मुख्यालय सदर मंजिल के सामने एक पुराने भवन का आगे का हिस्सा ढह गया। जानकारी मिलते ही पुलिस, नगर निगम और प्रशासन समेत एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पार्किंग में गिरा मलवा हटा दिया गया है। बताया गया है कि यह भवन काफी पुराना था और जर्जर हालत में था। भवन के सामने स्मार्ट पार्किंग बनी हुई थी, जहां 24 घंटे वाहनों को खड़े करने की सुविधा है। जर्जर भवन की दीवार का मलबा सामने बनी स्मार्ट पार्किंग में खड़े चार पहिया वाहनों पर गिरा। इस हादसे में 11 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सूचना मिलने के बाद अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। फिलहाल, पुलिस और अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के रिकॉर्ड 272 नये मामले सामने आए हैं। यह संख्या एक दिन में अब तक सर्वाधिक है। वहीं, इंदौर में चार लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,992 और मृतकों की संख्या 393 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 2994 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 272 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं और शेष रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन 272 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,992 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 393 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 8934 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3665 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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सीहोर। जिले के आष्टा थाना क्षेत्र में बीती रात बारिश के चलते एक प्राचीन किले की दीवार धंसकर एक मकान पर जा गिरी। इस हादसे में मकान में रहने वाली एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है और मामले को जांच में लिया है। वहीं, घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। अनुविभागीय दंडाधिकारी रवि वर्मा ने मामले की जानकारी देते हुए आष्टा तहसील मुख्यालय स्थित वार्ड क्रमांक-5 में एक प्राचीन किला है। शनिवार की रात तेज बारिश के चलते किले की दीवार धसक गई और उसका मलवा किले के नीचे बने एक मकान पर गिरा, जिससे मकान में रहने वाले कुछ लोग दब गए। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रात में ही रेस्क्यू आपरेशन चलाकर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला। कुल तीन लोग मलबे में दबे हुए थे, जिनमें से एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। महिला की पहचान 16 वर्षीय रुखसाना के रूप में हुई है। वहीं, घायलों के नाम आबिद और राशिद बताये गेय हैं। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। अब यहां दो जिलों में कोरोना के 463 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 10 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 61 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 1355 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राज्य में अब तक 46,413 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने यहां सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढक़र 13 हजार के पार पहुंच गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात जारी 2577 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 265 व्यक्ति पॉजिटिव मिले हैं, जबकि पांच लोगों की कोरोना से मौत की भी पुष्टि हुई है। अब जिले में संक्रमितों की संख्या 12,720 और मृतकों की संख्या 389 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में रविवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 198 नये मामले सामने आए हैं और पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद भोपाल में संक्रमितों की संख्या 10,505 और मृतकों की संख्या 280 हो गई है। इंदौर-भोपाल में मिले 463 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 61,338 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 12,720, भोपाल 10505, ग्वालियर, 4892, जबलपुर 3832, मुरैना 2056, उज्जैन 1695, खरगौन 1508, बड़वानी 1109, नीमच 1171, सागर 1110, खंडवा 905, रतलाम 944, मंदसौर 768, धार 854, विदिशा 836, राजगढ़ 807, देवास 693, भिण्ड 592, रीवा 678, बुरहानपुर 553, रायसेन 645, सीहोर 629, शिवपुरी 831, छतरपुर 573, दमोह 604, होशंगाबाद 535, बैतूल 642, दतिया 644, शाजापुर 444, टीकमगढ़ 407, श्योपुर 481, कटनी 466, सतना 495, छिंदवाड़ा 446, झाबुआ 590, अलीराजपुर 523, सिंगरौली 344, हरदा 417, नरसिंहपुर 387, सीधी 292, शहडोल 499, बालाघाट 285, पन्ना 254, गुना 295, आगरमालवा 191, अशोकनगर, 190, सिवनी 237, अनूपपुर 367, निवाड़ी 167, उमरिया 121, डिंडौरी 135 और मंडला 160 मरीज शामिल हैं। इंदौर-भोपाल में हुई 10 मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1355 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 389, भोपाल 280, उज्जैन 80, बुरहानपुर 25, खंडवा 21, जबलपुर 76, खरगौन 26, ग्वालियर 45, धार 15, मंदसौर 12, नीमच 13, सागर 50, देवास 16, रायसेन 13, होशंगाबाद 18, सतना 14, आगरमालवा 05, झाबुआ 06, अशोकनगर 06, शाजापुर 07, दतिया 07, छिंदवाड़ा 05, सीहोर 19, उमरिया 02, रतलाम 19, बड़वानी 15. मुरैना 14, राजगढ़ 13, श्योपुर 03, टीमकगढ़ 10, रीवा 13, गुना 08, हरदा 09, कटनी 09, सीधी 02, शिवपुरी 06, अलीराजपुर 04, भिंड 04, बैतूल 12, नरसिंहपुर 03, सिवनी 05, सिंगरौली 07, छतरपुर 14, विदिशा 15, दमोह 13, बालाघाट 01, अनूपपुर 01, शहडोल 04 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। अब यहां दो जिलों में कोरोना के 463 नये मामले सामने आए हैं, जबकि 10 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 61 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 1355 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राज्य में अब तक 46,413 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं, लेकिन लगातार अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने यहां सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढक़र 13 हजार के पार पहुंच गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने रविवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात जारी 2577 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 265 व्यक्ति पॉजिटिव मिले हैं, जबकि पांच लोगों की कोरोना से मौत की भी पुष्टि हुई है। अब जिले में संक्रमितों की संख्या 12,720 और मृतकों की संख्या 389 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में रविवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 198 नये मामले सामने आए हैं और पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद भोपाल में संक्रमितों की संख्या 10,505 और मृतकों की संख्या 280 हो गई है। इंदौर-भोपाल में मिले 463 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 61,338 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 12,720, भोपाल 10505, ग्वालियर, 4892, जबलपुर 3832, मुरैना 2056, उज्जैन 1695, खरगौन 1508, बड़वानी 1109, नीमच 1171, सागर 1110, खंडवा 905, रतलाम 944, मंदसौर 768, धार 854, विदिशा 836, राजगढ़ 807, देवास 693, भिण्ड 592, रीवा 678, बुरहानपुर 553, रायसेन 645, सीहोर 629, शिवपुरी 831, छतरपुर 573, दमोह 604, होशंगाबाद 535, बैतूल 642, दतिया 644, शाजापुर 444, टीकमगढ़ 407, श्योपुर 481, कटनी 466, सतना 495, छिंदवाड़ा 446, झाबुआ 590, अलीराजपुर 523, सिंगरौली 344, हरदा 417, नरसिंहपुर 387, सीधी 292, शहडोल 499, बालाघाट 285, पन्ना 254, गुना 295, आगरमालवा 191, अशोकनगर, 190, सिवनी 237, अनूपपुर 367, निवाड़ी 167, उमरिया 121, डिंडौरी 135 और मंडला 160 मरीज शामिल हैं। इंदौर-भोपाल में हुई 10 मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1355 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 389, भोपाल 280, उज्जैन 80, बुरहानपुर 25, खंडवा 21, जबलपुर 76, खरगौन 26, ग्वालियर 45, धार 15, मंदसौर 12, नीमच 13, सागर 50, देवास 16, रायसेन 13, होशंगाबाद 18, सतना 14, आगरमालवा 05, झाबुआ 06, अशोकनगर 06, शाजापुर 07, दतिया 07, छिंदवाड़ा 05, सीहोर 19, उमरिया 02, रतलाम 19, बड़वानी 15. मुरैना 14, राजगढ़ 13, श्योपुर 03, टीमकगढ़ 10, रीवा 13, गुना 08, हरदा 09, कटनी 09, सीधी 02, शिवपुरी 06, अलीराजपुर 04, भिंड 04, बैतूल 12, नरसिंहपुर 03, सिवनी 05, सिंगरौली 07, छतरपुर 14, विदिशा 15, दमोह 13, बालाघाट 01, अनूपपुर 01, शहडोल 04 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
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भोपाल। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पनपथा परिक्षेत्र की गंगीताल बीट के अंतर्गत निर्मित तालाब की मेड़ से गुजर रही एक मादा हाथी की 11 केबी विद्युत लाइन के सम्पर्क में आ जाने के कारण करंट से मृत्यु हो गई है। बांधवगढ़ रिजर्व के क्षेत्र संचालक बिन्सेट रहीम ने शनिवार को बताया कि तकरीबन 15-20 हाथियों का एक दल 28 अगस्त की रात से गंगीताल गांव के समीप से वन क्षेत्र में जा रहा था। हाथी दल की मॉनीटरिंग के लिये बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व दल भी पीछे था। रात्रि लगभग एक से डेढ़ बजे के बीच हाथियों का दल कक्ष क्रमांक 433 में निर्मित तालाब से गुजरा। इसी दौरान एक मादा हाथी मेड़ पर चढ़कर जाने का प्रयास करने लगी। मेड़ पार करते समय मादा हाथी की सूँड़ ऊपर से गुजर रही 11 के.व्ही. लाइन के तारों को छू गई। रहीम ने बताया कि हाथी अनुश्रवण दल द्वारा मौके पर जाकर देखा तो मादा हाथी की साँस चल रही थी परंतु कुछ देर बाद उसकी मृत्यु हो गई। दल के कर्मचारियों ने तुरंत परिक्षेत्र अधिकारी पनपथा को सूचित किया, जो रात को ही मौके पर पहुंचे और मौका निरीक्षण के बाद उसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। क्षेत्र संचालक ने अन्य अधिकारी और टाईगर रिजर्व के पशु चिकित्सक डॉ. नितिन गुप्ता के साथ शनिवार सुबह घटना स्थल पर पहुँचकर अपने समक्ष मादा हाथी का पोस्ट मार्टम करवा कर अवयवो के सैंपल सील करवाकर गए। पोस्टमार्टम के बाद मादा हाथी के शव को निर्धारित औपचारिकताओं की पूर्ति कर जेसीबी से गहरा गड्ढा खुदवाकर उसमें नमक और चूना डालकर गढ़वाया गया। इसकी सूचना भी मुख्य वन प्राणी अभिरक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के 226 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,455 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 384 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 2836 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 226 रिपोर्ट पॉजिटिव और 2591 निगेटिव आई हैं। इन 226 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,455 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 384 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 8688 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3383 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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शाजापुर। आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह हुए भीषण हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए शाजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, हादसे के चलते हाईवे पर यातायात जाम हो गया। आगरा-मुबई रोड पर पनवाड़ी के पास शनिवार सुबह तेजगति से दौड़ रहे दो ट्रक आमने-सामने से टकरा गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों ट्रकों का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और ट्रक सवार उछलकर सड़क पर आ गिरे। पुलिस ने जेसीबी से ट्रकों को सड़क से हटवाना चाहा, लेकिन जेसीबी भी पलटी खा गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार इंदौर से कानपुर जा रहे ट्रक में प्याज भरे हुए थे, जबकि दूसरे ट्रक में किराने का सामान था। बताया जा रहा है कि तेज बारिश और रफ्तार अधिक होने के कारण दोनों ट्रकों में भिड़ंत हुई है। भिड़ंत के बाद सड़क पर बड़ी मात्रा में प्याज और किराने का सामान बिखर गया। वहीं, हादसे के बाद केबिन से उछलकर ट्रक चालक सहित सभी लोग सड़क पर आ गिरे। जिससे तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। हादसे की जानकारी लगते ही सुनेरा पुलिस और डायल 100 मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने ट्रकों को हटाने के लिए जेसीबी बुलवाई, लेकिन वह भी बारिश के चलते पलटी खा गई, जिससे हाईवे एक तरफ से बाधित हो गया।
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जबलपुर। जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय जेल के 45 कैदी पिछले 12 दिन में कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने गुरुवार को इस मामले की जांच के निर्देश दिये हैं, साथ ही जांच के लिए अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। यह समिति मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि केन्द्रीय जेल के कैदी लगातार कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। जैसे में कोरोना का संक्रमण कैसे पहुंचा, इसकी जांच के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही जांच के लिए अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है। जो जांच कर व्यवस्थाओं के संबंध में निर्णय करेगी। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जेल में पिछले 12 दिनों में कोरोना के 45 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद से ही प्रशासन द्वारा ऐहतियातन सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं। सभी संक्रमित मरीजों को मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। वहीं, उनके सम्पर्क में आने वाले मरीजों को एकांतवास किया गया है, ताकि जेल में कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। सभी कैदियों की जांच जारी है।
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सीधी। रीवा लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गुरुवार को सीधी जिले में एक पटवारी को ढाई हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पटवारी ने जमीन बंटवारे के दस्तावेज बनवाने के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी, जिसकी शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया। रीवा लोकायुक्त एसपी राजेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि सीधी जिले के नैकिन तहसील अंतर्गत ग्राम मनकीसर निवासी अजय प्रसाद पुत्र राजेन्द्र प्रसाद द्वारा शिकायत की गई थी कि हल्का पटवारी महेश कुमार कोल द्वारा जमीनी दस्तावेज बनवाने के एवज में तीन हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही है। इनमें से पांच सौ रुपये वह पहले ही पटवारी को दे चुका है। शिकायत की पुष्टि के बाद गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने योजना बनाकर फरियादी को पैसे लेकर पटवारी महेश कुमार कोल के पास भेजा और जैसे ही उसने पैसे दिये, उसी समय पटवारी को ढाई हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया। आरोपित पटवारी महेश कुमार कोल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के 171 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, यहां अब तक कोरोना से 375 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 1739 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 171 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन 171 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 12,031 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 375 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 8490 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3166 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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पन्ना। सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने पन्ना जिले में बुधवार को एक पटवारी को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि पटवारी ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण का प्रकरण समाप्त करवाने के एवज में रिश्वत फरियादी विकास जैन से रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया। सागर लोकायुक्त निरीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि बस स्टैंड के पास समीप स्थित भूमि पर फरियादी विकास जैन द्वारा बाउड्रीवाल का निर्माण कर लिया गया था। इस पर तहसीलदार और पटवारी ने कुछ समय पहले विकास जैन के विरुद्ध शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने का प्रकरण दर्ज किया था। इस प्रकरण को खारिज करवाने और अतिक्रमण की भूमि में सुधार कार्य कराने के एवज में पवई हल्का के पटवारी राजेन्द्र सोनी द्वारा विकास जैन से एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी। यह राशि उसे चार किश्तों में देने को कहा गया था। विकास जैन ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से की थी। उन्होंने बताया कि शिकायत की पुष्टि होने के बाद बुधवार को फरियादी विकास जैन को रिश्वत की पहली किश्त के 25 हजार रुपये लेकर पटवारी राजेन्द्र सोनी के पास भेजा। बस स्टैंड के पास जैसे ही पैसे दिये गये, उसी समय लोकायुक्त की टीम ने पटवारी राजेन्द्र सोनी को रिश्वत के पैसों के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपित पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है और फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब राजधानी में कोरोना के 162 नये मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 9778 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी में बुधवार को सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 162 संक्रमित नए मरीज मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 9778 हो गई है। वहीं, भोपाल में कोरोना से अब तक 266 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि यहां कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। अब तक भोपाल में 7855 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1500 के करीब हैं, जिनका उपचार जारी है। भोपाल में बुधवार को जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें एसबीआई हेड ऑफिस से पांच लोग, ईएमई सेंटर से पांच लोग, जीएमसी के एक डॉक्टर और एक सीटीवीएस विभाग का एक व्यक्ति, गोविंदपुरा थाने से एक जवान, ऊर्जा विकास निगम से एक व्यक्ति, प्रोफेसर कालोनी से चार लोग, चार इमली से एक व्यक्ति, आकाश गंगा कालोनी शाहपुरा से एक ही परिवार के दो, राहुल नगर टीटीनगर से पांच लोग, जहांगीराबाद से एक व्यक्ति, जेल कालोनी करोंद से दो लोग, पुलिस लाइंस से दो लोग, आइसर क्वारेंटाइन सेंटर से सात लोग और अरेरा कालोनी से एक शामिल है।
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भोपाल। तय समय से एक दिन पहले मानसून की आमद के साथ ही मध्य प्रदेश में इस बार मौसम का मिजाज बदला बदला सा रहा। सावन पूरा सूखा बीता लेकिन भादौ जमकर बरसा। अगस्त महीने के 3 दिनों की बारिश ने प्रदेश भर में बारिश का कोटा लगभग पूरा कर दिया है। प्रदेश भर में सामान्य बारिश का कोटा 699.4 मिलीमीटर था, लेकिन 3 दिनों की बारिश में ही बारिश का कोटा 717.8 मिली मीटर पर पहुंच गया है। मौसम विभाग का कहना है कि एक और सिस्टम सक्रिय हो गया है, जिसके चलते 27 और 28 को एक बार फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होने के आसार हैं। राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह से धूप निकली हुई है। हालांकि पिछले दिनों हुई बारिश से मौसम में ठंडक बरकरार है। मौसम विभाग गुरुवार और शुक्रवार को कई ईलाकों में मूसलाधार बारिश की संभावना जता रहा है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में सोमवार को एक और कम दवाब का क्षेत्र बन गया है। यदि पश्चिम दिशा में बढ़ा तो भोपाल में 27-28 अगस्त को भारी बारिश होने के आसार हैं। वही प्रदेश भर में भी बारिश हो सकती है। यानी 27 अगस्त से एक बार फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून की शुरुआत से ही मौसम के तेवर बदले हुए थे। भोपाल में सीजन में अब तक 85 दिनों में से सिर्फ 11 दिनों में ही 80.21प्रतिशत बारिश हो गई है। बाकी 74 दिन हल्की बारिश दर्ज हुई थी। इस बार भोपाल में जून के पांच दिन, जुलाई के दो दिन और अगस्त के 3 दिन की बारिश ने ही बारिश का कोटा पूरा कर दिया है।
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भोपाल। सीहोर जिले के मूडलाकला गांव के पास सोमवार को पार्वती नदी में पांच बच्चियां नहाते समय पार्वती नदी में बह गई थीं। राहत एवं बचाव दल ने एक बच्ची को सुरक्षित बचा लिया था, जबकि तीन के शव सोमवार शाम तक बरामद कर लिये थे और एक लापता था। मंगलवार को बचाव दल ने चौथी बच्ची का शव भी बरामद कर लिया है। इस हादसे में चार बच्चियों की मौत हुई है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। बता दें कि सोमवार को गांव मूडलाकलां निवासी मुबीन खां अपनी तीन बेटियां कहकशा बी(15), मनतशा बी (17) और सानिया बी (10) के अलावा दो भतीजी मुन्नी उर्फ मुनिया पुत्री मुबारिक खां (16) और अफसान पुत्री अंसार मियां (17) के साथ पार्वती नदी पर नहाने गए थे। बच्चियों को किनारे पर नहाने के लिए बोलकर मुबीन गहरे पानी में चला गया। इस दौरान नहाते-नहाते पांचों बच्चियां भी बहाव में बह गईं और डूबने लगीं। सूचना मिलने पर पुलिस गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। इस दौरान एक बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया और लापता बच्चियों की तलाश शुरू की। सोमवार शाम तक तीन बच्चियों के शव बरामद किये, लेकिन चौथी बच्ची सानिया का देर रात तक पता नहीं चला। उसकी तलाश में मंगलवार सुबह 5 बजे फिर से रेस्क्यू किया गया। डीएसपी अर्चना अहीर ने बताया कि उसका शव भी बरामद हो गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया है।
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ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस की टीम ने मंगलवार को सुबह शहर के थाटीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कुम्हारपुरा के शनिवार में रहने वाले एक शिक्षक के घर छापामार कार्रवाई की। फिलहाल कार्रवाई जारी है। बताया जा रहा है कि शिक्षक के घर से नकदी, जेवरात और अन्य संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। जानकारी के मुताबिक कुम्हारपुरा क्षेत्र के शिवनगर निवासी चंद्रप्रकाश पाठक भिंड के गोहद विकासखंड में एक सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। लोकायुक्त इंस्पेक्टर राघवेंद्र ऋषिश्वर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि करीब आठ महीने पहले लोकायुक्त पुलिस को शिक्षक चंद्रप्रकाश पाठक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत की जांच की गई तो आय से 200 फीसदी ज्यादा संपति होने का खुलासा हुआ। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने मंगलवार को उनके शिवनगर स्थित मकान पर दबिश देकर छापामार कार्रवाई की। फिलहाल कार्रवाई जारी है। लोकायुक्त की टीम ने शिक्षक के मकान से नगदी, जेवरात व अन्य संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किये हैं। आरोपित शिक्षक चंद प्रकाश पाठक ने आय से अधिक संपत्ति की शिकायत को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि वह मूलत: उटीला गांव के रहने वाले हैं। उनके गांव में रहने वाले प्रदीप पाठक और उसके अनिल व मुकेश उससे रंजिश रखते हैं। उन्होंने उसकी जमीन पर कब्जा कर रखा है। प्रदीप और उसके मिलने वाले मुझे परेशान कर रहे हैं और जमीन हड़पना चाहते हैं। वह लगातार उसके खिलाफ व्यापमं, लोकायुक्त व अन्य विभागों में शिकायतें करते आ रहे हैं। उन्होंने ही मेरे खिलाफ लोकायुक्त में झूठी शिकायत की है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां अब कोरोना के 265 नये मामले सामने आए हैं। इंदौर में एक दिन में यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इसके साथ ही जिले में कोरोना से चार लोगों की मौत भी हुई है। अब यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 11,673 और मृतकों की संख्या 368 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 3354 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 265 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन 265 नये मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 11,673 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 368 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं और अपने घर पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 8088 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3217 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। इंदौर में अब तक एक लाख 98 हजार 545 संदिग्धों के सैम्पल लिये जा चुके हैं।
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शाजापुर। जिले के कालापीपल थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह पार्वती नदी में तेज बहाव के कारण पांच युवतियां बह गईं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि बचाव दल ने एक युवती को सुरक्षित निकाल लिया है, जबकि एक युवती का शव बरामद हुआ है। तीन युवतियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। बचाव दल उनकी तलाश में जुटा है। मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ मौजूद है। दरअसल, मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों से हो रही लगातार तेज बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। बांध लबालब भर जाने से उनके गेट खोल दिये गये हैं, जिससे नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसी बीच सोमवार सुबह कालापीपल के समीप पांच युवतियां पार्वती नदी पर पहुंची थी। इसी दौरान नदी में तेज बहाव में पांचों युवतियां वह गईं। ग्रामीणों की सूचना पर राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंचा और तलाशी अभियान शुरू किया। बताया गया है कि एक बालिका को जिंदा बचा लिया गया, वहीं एक बालिका मृत अवस्था में मिली है। अभी तीन युवतियां लापता बताई जा रही हैं। सीहोर जिला प्रशासन एवं शाजापुर जिला प्रशासन मौके पर मौजूद है। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर मौजूद है और लापता युवतियों की तलाश की जा रही है। अभी युवतियों की पहचान नहीं हो पाई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के 129 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 9413 हो गई है।भोपाल सीएमएचओ से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी में रविवार देर रात 1853 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 129 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन नये मामले के साथ अब राजधानी में कुल संक्रमित मरीजों कीसंख्या 9413 हो गई है। हालांकि यहां मरीज लगातार कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच रहे हैं। अब तक यहां 7640 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की कुल संख्या 1500 के करीब है, जिनका उपचार जारी है। वहीं, भोपाल में अब तक कोरोना से 263 लोगों की मौत हो चुकी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य शासन ने हर रविवार को पूरे प्रदेश में लॉकडाउन रखने के निर्देश दिये हैं। इसी के चलते रविवार, 23 अगस्त को पूरा प्रदेश टोटल लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी और लोगों का अपने घरों से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। इस संबंध में सभी जिला कलेक्टर्स ने धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिये हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से जारी आदेश के मुताबिक, रविवार को जिले के सीमा क्षेत्र के नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद एवं नगर पंचायत क्षेत्र में सम्पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। यह लॉकडाउन शनिवार को रात 10 बजे शुरू होकर सोमवार सुबह 6.00 बजे तक लागू किया गया है। इस अवधि में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बन्द रहेंगे। मॉर्निंग वॉक भी पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही सभी किराना, फल, सब्जी आदि की दुकानें भी पूर्णत: प्रतिबंधित रहेंगी। लॉकडाउन में दूध डेयरी एवं दूध विक्रय की दुकानों को सुबह 6 से 10 बजे तक व शाम में 6 से 8 बजे तक खोलने की अनुमति रहेगी। यह प्रतिबंध इमरजेंसी चिकित्सा, इमरजेंसी ड्यूटी, मेडिकल दुकान, अस्पताल, दूध/पेपर बांटने वाले तथा मीडियाकर्मियों पर लागू नहीं होगा। कलेक्टर के आदेश का पालन करने की जिले के सभी नागरिकों से अपील की है। सभी एसडीएम एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में आदेश का कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिये गए हैं। जारी किये गये आदेश का उल्लंघन पाये जाने पर धारा-188 भादस, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट-2005 की धारा-51 से 60 एवं द एपिडेमिक डिसिज एक्ट-1897 के प्रावधानों एवं आईपीसी-1860 की सुसंगत धाराओं के तहत वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के तीन जिलों में कोरोना के 524 नये मामले सामने आए हैं, जबकि बीते 24 घंटे में सात लोगों की कोरेाना से मौत हुई है। इसके बाद राज्य में जहां कोरोना मरीजों की कुल संख्या 51 हजार के पार पहुंच गई है, वहीं प्रदेश में कोरोना से अब तक 1192 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि कोरोना के 38,527 मरीज इस बीच ठीक भी हुए हैं लेकिन लगातार नये मामले सामने आने से अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 11 हजार के पार पहुंच चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने शनिवार को बाताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात जारी 1867 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में कोरोना के 181 नये मरीज मिले हैं, जबकि तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। अब इंदौर में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10,967 और मृतकों की संख्या 356 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में शनिवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 179 नये पॉजिटिव मिले हैं, जबकि पिछले 24 घंटों में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा ग्वालियर में भी कोरोना के 164 नये मामले सामने आए हैं। इन 524 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 51,164 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 10,967, भोपाल 9167, ग्वालियर, 4004, जबलपुर 2867, मुरैना 1936, उज्जैन 1534, खरगौन 1226, बड़वानी 1014, नीमच 997, सागर 939, खंडवा 808, रतलाम 757, मंदसौर 645, धार 656, विदिशा 646, राजगढ़ 646, देवास 580, भिण्ड 542, रीवा 586, बुरहानपुर 530, रायसेन 558, सीहोर 538, शिवपुरी 547, छतरपुर 503, दमोह 498, होशंगाबाद 434, बैतूल 458, दतिया 457, शाजापुर 389, टीकमगढ़ 366, श्योपुर 393, कटनी 361, सतना 371, छिंदवाड़ा 339, झाबुआ 383, अलीराजपुर 361, सिंगरौली 300, हरदा 323, नरसिंहपुर 307, सीधी 240, शहडोल 283, बालाघाट 233, पन्ना 208, गुना 208, आगरमालवा 161, अशोकनगर, 152, सिवनी 173, अनूपपुर 172, निवाड़ी 91, उमरिया 84, डिंडौरी 109 और मंडला 117 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर-भोपाल में हुई सात मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1192 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 356, भोपाल 259, उज्जैन 76, बुरहानपुर 25, खंडवा 21, जबलपुर 59, खरगौन 24, ग्वालियर 28, धार 14, मंदसौर 12, नीमच 13, सागर 44, देवास 15, रायसेन 12, होशंगाबाद 15, सतना 13, आगरमालवा 05, झाबुआ 06, अशोकनगर 04, शाजापुर 06, दतिया 05, छिंदवाड़ा 03, सीहोर 16, उमरिया 02, रतलाम 17, बड़वानी 11. मुरैना 11, राजगढ़ 12, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 10, रीवा 11, गुना 07, हरदा 06, कटनी 06, सीधी 01, शिवपुरी 05, अलीराजपुर 02, भिंड 03, बैतूल 06, नरसिंहपुर 02, सिवनी 04, सिंगरौली 07, छतरपुर 11, विदिशा 12, दमोह 08, बालाघाट 01, शहडोल 02 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंदौर में अब कोरोना के 227 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10 हजार 786 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 353 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 3238 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 227 रिपोर्ट पॉजिटिव और 2984 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन 227 नये मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 10,786 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 353 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में अब तक 7374 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3059 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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इंदौर। स्वच्छता में चौथी बार इंदौर शहर के नंबर -1 बनने की खुशी नागरिकों में शुक्रवार सुबह भी दिखाई दी। सुबह जैसे ही शहर के मोहल्लों और कॉलोनियों में सफाईकर्मी पहुंचे, लोगों ने उनके सम्मान में ताली बजाई, माला पहनाई और उनका मुंह मीठा कराया। इसके साथ ही निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने शहर के लोगों से शाम 6 से 7 बजे तक घरों में स्वच्छता का दीपक जलाने की अपील की है। इंदौर के चौथी बार स्वच्छता में नंबर वन बनने पर पूरे शहर में खुशी का माहौल है। शुक्रवार सुबह जब सफाईकर्मी कचरा लेने कॉलोनियों में पहुंचे तो लोगों ने उनके सम्मान में ताली बजाई। जिस कॉलोनी में भी सफाईकर्मी पहुंचे, लोग उन्हें सम्मान में खड़े दिखाई दिये। कई जगह उनका मुंह मीठा करवाया गया तो कई जगह शॉल-श्रीफल भेंट किया गया। ऊषागंज क्षेत्र में भी स्वच्छता में चौका लगाने की खुशी में रहवासियों ने सफाई कर्मियों के लिए ताली बजाई। 10 दिनों तक होगा सफाईकर्मियों का सम्मान विधायक संजय शुक्ला अपनी विधानसभा क्रं.1 के 17 वार्डों के सफाई मित्रों का प्रतिदिन अभिनंदन करेंगे। इसी तारतम्य में शुक्रवार को वार्ड 10 और वार्ड 13 के सफाई मित्रों का अभिनंदन बाणगंगा और स्कीम 51 में पुलिस चौकी के पास किया गया। सभी सफाई मित्रों को भगवान गणेश की प्रतिमा के साथ साल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, विधायक विशाल पटेल, दीपू यादव, अनिल शुक्ला, मुकेश यादव, रफीक खान, सर्वेश तिवारी, विष्णु यादव, राजेश भंडारी मौजूद थे। शाम 6 से 7 बजे तक अपने घरों में लगाए स्वच्छता का दीपक निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने अपील की है कि इंदौर के जागरूक लोगों ने शहर को नगर निगम के साथ मिलकर स्वच्छ शहर बनाया है। इसके लिए जनप्रतिनिधि, रहवासी संघ, सामाजिक संगठन, धार्मिक संगठन, शैक्षणिक संगठन, एनजीओ टीम, निगम के अधिकारी व कर्मचारी सभी बधाई के पात्र हैं। उनके सम्मान के लिए शुक्रवार शाम 6 से 7 के बीच दीपक लगाना चाहिए।
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सागर। मध्यप्रदेश के टीकमगढ जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर हर्षिल चौधरी शुक्रवार को सुबह सागर जिले के बंडा थाना क्षेत्र में एक सडक़ हादसे में घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मामले का जांच में लिया है। बंडा थाना पुलिस के अनुसार, डिप्टी कलेक्टर हर्षिल चौधरी शुक्रवार सुबह टीमकगढ़ की ओर जा रहे थे। इसी दौरान बंडा थाना क्षेत्र में ग्राम कर्रापुर के पास सामने से आ रहे एक ट्रक को बचाने के टक्कर में उनका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है।
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अनूपपुर। जनपद पंचायत कोतमा के गढ़ी गांव में संचालित दिनेश विश्वकर्मा की अर्पित मिनरल्स स्टोन क्रेशर को खनिज विभाग ने गुरुवार को सील कर दिया। बताया जाता है कि 19 अगस्त को सीएम हेल्पलाइन में मिली सूचना तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्त पत्र के परिप्रेक्ष्य में खनिज विभाग ने यह कार्रवाई की है, जिसमें ग्राम गढ़ी में स्वीकृत खनिज व्यापारी अनुज्ञप्ति स्थल की जांच खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक एवं खनिज सर्वेक्षक द्वारा किया गया। निरीक्षण और जांच के दौरान संचालक द्वारा अनुज्ञप्ति की शर्तों में अनियमितता पाई गई। खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य ने बताया कि क्रेशर संचालक दिनेश विश्वकर्मा द्वारा मासिक पत्रक(क्रेशर खदान से सम्बंधित मासिक लेखा लेखा) नहीं प्रस्तुत किया जा रहा था। इसके अलावा कर निर्धारण का भुगतान नहीं किया गया था। पूर्व में खनिज विभाग और प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड द्वारा कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया था, जिसका जवाब अबतक नहीं प्रस्तुत किया गया। इस प्रकार क्रेशर स्थल में मौजूद समस्त खनिज, खनिज उत्पाद तथा क्रेशर मशीन को आगामी आदेश के लिए जब्त किया गया है। सड़क से बोल्डर लदे दो वाहनें भी जब्त खनिज निरीक्षक ने बताया कि क्रेशर सील की कार्रवाई के दौरान क्रेशर से सटे मुख्य मार्ग से दो वाहनें जिसमें एक बिना नम्बर मेटाडोर और एक एमपी 18 एए 5840 ट्रैक्टर गुजर रहे थे, दोनों वाहन पर बोल्डर लदा पाया गया। वाहनों को रोकते हुए चालक से पूछताछ की गई। जिसमें दोनों चालकों ने बोल्डर परिवहन सम्बंधित कोई कागजात नहीं दिखाए गए। जिसके बाद दोनों वाहन को जब्त कर क्रेशर परिसर में खड़ा कर दिया गया है। ट्रैक्टर पर 3 घनमीटर बोल्डर तथा मेटाडोर पर 5 घन मीटर बोल्डर लदा पाया गया। चालकों के अनुसार दोनों वाहन कोतमा निवासी शाहिद अली की बताई जाती है। खनिज विभाग ने प्रकरण दर्ज कर किया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब कोरोना के 143 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राजधानी में संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र नौ हजार के पार पहुंच गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 143 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां सेक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 9028 हो गई है। वहीं, भोपाल में कोरोना से अब तक 252 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में कोरोना के मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। यहां अब तक 7156 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1500 के करीब है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून के सक्रिय होने से कई जिलों में लगातार झमाझम बारिश जारी है। बारिश ने कई इलाकों में लोगों की चिंता बढ़ा दी है, तो कई क्षेत्र में अच्छी बारिश होने से किसानों ने राहत की सांस ली है। अशोकनगर और जबलपुर संभाग में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 2 से 3 दिनों तक प्रदेश में कई जगहों पर तेज बारिश होने के आसार हैं। वहीं, एक सिस्टम के सक्रिय होने से 21 अगस्त से भोपाल में भी अच्छी बारिश की संभावना है। राजधानी भोपाल में गुरुवार सुबह से आसमान में बादल छाए हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। हालांकि, पिछले तीन दिनों से गिर रही रिमझिम फुहारों के कारण मौसम ठंडा बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, इस सीजन में पहली बार एक ओडिशा तट के आसपास कम दबाव का क्षेत्र गुरुवार को सक्रिय होने की उम्मीद है। इसी के असर से प्रदेश भर में तेज बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने अलीराजपुर झाबुआ धार जिलो में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं, हरदा, खंडवा, रतलाम, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह और छतरपुर जिला में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। जबलपुर, ग्वालियर संभाग सहित इन इलाकों में हो सकती है तेज बारिश बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके गुरुवार को अवदाब के क्षेत्र में तब्दील होकर पश्चिमी दिशा में आगे बढऩे के आसार हैं। इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश के जबलपुर, रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में अच्छी बरसात होने की उम्मीद है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। गुरुवार को इस सिस्टम के अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होकर पश्चिमी दिशा में आगे बढऩे की संभावना है। इसके प्रभाव से गुरुवार से मध्य प्रदेश के अनेक स्थानों पर बरसात का दौर शुरू होगा। विशेषकर जबलपुर, रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में अच्छी बरसात होगी। शुक्रवार-शनिवार को भोपाल सहित पूरे प्रदेश में झमाझम बरसात होने के आसार बन रहे हैं। वर्तमान में मानसून द्रोणिका कुछ ऊपर खिसककर आगरा से होकर गुजर रही है। इसके भी गुरुवार को प्रदेश के मध्य में आने के संकेत मिले हैं। इसके अतिरिक्त गुजरात के दक्षिणी भाग में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इससे अरब सागर से भी लगातार नमी मिल रही है। इससे गुजरात से लगे मालवा इलाके में अच्छी बरसात की उम्मीद है। 20 सितंबर से होगी मानसून की विदाईमौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में एक अति कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के इलाके में 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना हुआ है। यह दक्षिण पश्चिम दिशा में झुका है। इसके आगामी 24 घंटों में अवदाब में बदलने की संभावना है। दूसरा सिस्टम मानसून ट्रफ लाइन गंगानगर बदायूं डाल्टनगंज से अति कम दबाव क्षेत्र से बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इसके प्रभाव से प्रदेश में गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह से तेज बारिश होने के आसार हैं। वहीं, मानसून की विदाई 20 सितंबर से शुरू हो सकती है। अभी सीजन की बारिश के लिए पूरा एक महीना बाकी है। भोपाल में अब तक 26.42 इंच बारिश हुई है। बारिश का कोटा 43.64 पूरा होने के लिए अभी 17.22 इंच बारिश की जरूरत है।
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राजगढ़। अनुविभागीय दंडाधिकारी प्रतापसिंह चौहान, नायब तहसीलदार नवीनचन्द्र कुम्भकार मंगलवार देर रात को ग्राम-भगोरा स्थित कालीसिंध नदी में हो रहे अवैध उत्खनन की शिकायत पर कार्रवाई करने पहुँचे। जहाँ स्टॉप डेम से कुछ ही दूरी पर अवैध रेत खनन करती एक जेसीबी, ट्रेक्टर सहित रेत के ढेर को जब्त किया गया। नायब तहसीलदार नवीचन्द्र कुम्भकार ने बताया कि अनुविभागीय दंडाधिकारी खिलचीपुर के नेतृत्व में रेत माफियाओं पर कार्यवाही की गई है। जेसीबी व ट्रेक्टर की चाबी नहीं होने के कारण जब्त रेत, जेसीबी एवं ट्रेक्टर को चौकीदार को सुपुर्दगी में दिया गया है। वहीं जेसीबी मालिक यशवन्तसिंह गुर्जर, निवासी-लिम्बोदा पर अवैध उत्खनन का मामला बनाकर भेजा गया है। अवैध उत्खनन से शासन को 50 लाख रूपये से अधिक की रॉयल्टी की हानि का अनुमान है। वहीं, अनुविभागीय दंडाधिकारी प्रकाशचन्द्र चौहान ने बुधवार को बताया कि नदी निरीक्षण पर अवैध उत्खनन होना पाया गया है। एक जेसीबी व ट्रेक्टर जब्त किया गया है।कार्रवाई में नायब तहसीलदार नवीचन्द्र कुम्भकार, हल्का पटवारी अभिषेक यादव, पटवारी महेन्द्र प्रजापति सहित प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। गौरतलब है कि भगोरा स्थित कालीसिंध नदी में रेत माफियाओं द्वारा अवैध उत्खनन की घटनाऐं पहले भी सामने आई हैं। पूर्व में 2 लोगों की निर्मम हत्या भी रेत माफियाओं ने कर दी थी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब तीन जिलों में कोरोना के 401 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 47 हजार 776 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 1144 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राज्य में अब तक 35,713 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं, लेकिन सक्रिय मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 10,750 के करीब पहुंच गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात जारी 2673 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में कोरोना के 179 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 10,370 और मृतकों की संख्या 346 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में बुधवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 199 नये मरीज मिले हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8885 और मृतकों की संख्या 250 हो गई है। इसके अलावा उज्जैन में कोरोना के 23 नये मामले सामने आए हैं। इन 401 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 47,776 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 10,370, भोपाल 8885, ग्वालियर, 3492, जबलपुर 2574, मुरैना 1898, उज्जैन 1487, खरगौन 1166, बड़वानी 988, नीमच 946, सागर 901, खंडवा 778, रतलाम 716, मंदसौर 604, धार 606, विदिशा 583, राजगढ़ 578, देवास 549, भिण्ड 528, रीवा 539, बुरहानपुर 519, रायसेन 512, सीहोर 501, शिवपुरी 492, छतरपुर 462, दमोह 451, होशंगाबाद 401, बैतूल 398, दतिया 408, शाजापुर 367, टीकमगढ़ 356, श्योपुर 365, कटनी 341, सतना 350, छिंदवाड़ा 318, झाबुआ 327, अलीराजपुर 318, सिंगरौली 296, हरदा 289, नरसिंहपुर 290, सीधी 221, शहडोल 225, बालाघाट 213, पन्ना 196, गुना 165, आगरमालवा 144, अशोकनगर, 145, सिवनी 137, अनूपपुर 138, निवाड़ी 77, उमरिया 80, डिंडौरी 101 और मंडला 99 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर-भोपाल में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1144 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 346, भोपाल 250, उज्जैन 76, बुरहानपुर 25, खंडवा 20, जबलपुर 54, खरगौन 23, ग्वालियर 25, धार 12, मंदसौर 12, नीमच 12, सागर 40, देवास 15, रायसेन 12, होशंगाबाद 14, सतना 12, आगरमालवा 05, झाबुआ 04, अशोकनगर 04, शाजापुर 06, दतिया 05, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 16, उमरिया 02, रतलाम 16, बड़वानी 10. मुरैना 11, राजगढ़ 12, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 10, रीवा 09, गुना 07, हरदा 06, कटनी 06, सीधी 01, शिवपुरी 04, अलीराजपुर 02, भिंड 03, बैतूल 06, नरसिंहपुर 02, सिवनी 04, सिंगरौली 06, छतरपुर 11, विदिशा 12, दमोह 08, बालाघाट 01, शहडोल 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां अब कोरोना के 142 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक की मौत भी हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10,191 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 345 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 1856 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 142 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष 1704 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन 142 नये मामलों के साथ अब इंदौर में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10,191 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से एक 75 वर्षीय महिला की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 345 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में अब तक 6683 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 3163 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर मेहरबान हो गया है। पिछले कुछ दिनों से आसमान में बादल छाए हुए हैं और रिमझिम बारिश की फुहारे गिर रही है। राजधानी भोपाल, जबलपुर समेत प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार अलसुबह भारी बारिश हुई, जिससे मौसम में ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में अच्छी बरसात हुई है। हालांकि रविवार शाम को झारखंड तक पहुंचने के बाद अब कमजोर पड़ गया है। इससे बरसात की गतिविधियों में कमी आएगी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 19 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके बाद एक बार फिर बरसात का दौर शुरू होने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि मानसून द्रोणिका (ट्रफ) वर्तमान में ग्वालियर, सतना से होकर गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब झारखंड के दक्षिणी क्षेत्र तक पहुंचकर कमजोर पड़ गया है। इस सिस्टम के कारण पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश हुई। झारखंड में बने सिस्टम के ऊपरी हवा के चक्रवात में बदलने की संभावना है। इसके कमजोर पडऩे से बरसात की गतिविधियों में कुछ कमी आ जाएगी। 19 अगस्त को एक और कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में बनने जा रहा है। उसके आगे बढऩे पर 20 अगस्त से बारिश का नया दौर शुरू होगा। 22 से 25 अगस्त के बीच पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात होने की उम्मीद है। एक सप्ताह से प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बरसात होने से प्रदेश में अब स्थिति सुधरने लगी है। एक सप्ताह पहले प्रदेश में सामान्य से 14 प्रतिशत कम बारिश दर्ज हुई थी। साथ ही 21 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई थी। जबलपुर में रात से भारी बारिश, मौसम विभाग ने आज भी जताई तेज बारिश की आशंका मौसम विभाग के भारी बारिश अलर्ट की घोषणा के बाद रविवार को रात 11 बजे के बाद जबलपुर शहर में तेज बारिश शरू हो गई। गरज-चमक के साथ शुरू हुई तेज बारिश से थोड़ी देर में ही शहर तरबतर हो गया। मौसम विभाग ने सोमवार को जिले में भारी बारिश के अलर्ट जारी किया है। वहीं संभाग के मंडला, बालाघाट, डिंडौरी में अति भारी बारिश व छिंदवाड़ा में भारी बारिश की संभावना है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश के हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में विभिन्न संगठनों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मप्र हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में याचिकाएं दायर की हैं। इन याचिकाओं पर मंगलवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। इसके अलावा मामले की जांच कर रही एसआईटी के चीफ को बदलने को लेकर लगाई गई याचिकाओं पर भी मंगलवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। उल्लेखनीय है कि मप्र में पिछले साल हाईप्रोफाइल हनीट्रैप का मामला सामने आया था, जिसमें पांच महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इस मामले में कई अधिकारियों और नेताओं को फंसाकर उनसे मोटी रकम वसूलने का खुलासा हुआ था। मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) की गठन किया था, जो मामले की जांच कर रही है। कुछ दिनों बाद राज्य सरकार ने एसआईटी के चीफ को बदल दिया था। इसी दौरान कई संगठनों में मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिकाएं लगाई। हाईकोर्ट ने गत 13 अगस्त को मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले में समय-समय पर कई निर्देश जारी किए जा चुके हैं। ऐसे में याचिकाकर्ताओं को भी सुना जाना जरूरी है। अदालत ने सभी याचिकाओं की सुनवाई लिए मंगलवार, 18 अगस्त का दिन निर्धारित किया है। इस दौरान वीडियो कॉन्फेंस के माध्यम से सीबीआई जांच तथा एसआईटी चीफ बदले जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर दायर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई होगी।
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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की शाही सवारी आज (सोमवार को) शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से परिवर्तित मार्ग से निकाली जायेगी। सावन-भादौ मास में निकलने वाली सात सवारियों के क्रम में यह अंतिम सवारी है, जिसमें भगवान महाकाल पालकी में सवार होकर नगर का भ्रमण करेंगे और श्रद्धालुओं का हाल जानेंगे। शाम को चार बजे महाकाल मंदिर में भगवान महाकाल का विशेष पूजन होगा। इसके बाद सवारी परिवर्तित मार्ग अनुसार महाकालेश्वर मन्दिर से बड़ा गणेश मन्दिर होते हुए हरसिद्धि मन्दिर चौराहा पहुंचेगी। यहां से झालरिया मठ और बालमुकुंद आश्रम होते हुए सवारी रामघाट पर पहुंचेगी। रामघाट पर पूजन-अर्चन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए हरसिद्धि मन्दिर मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर के सामने से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी। सवारी का लाईव प्रसारण विभिन्न चैनलों द्वारा किया जायेगा। कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने श्रद्धालुओं से आग्रह किय है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर वे सवारी देखने के लिये घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे घरों में ही रहकर भगवान महाकाल की सवारी के लाईव दर्शन का लाभ लें। गौरतलब है कि श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकाल की सवारी निकलने की परंपरा करीब 300 साल पुरानी है। सिंधिया राजवंश ने भगवान महाकाल की सवारी निकालने की शुरुआत की थी। तब से आज तक इस परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। सावन-भादौ मास में भगवान महाकाल की सात सवारियां निकाली जाती हैं। अब तक सावन-भादौ की छह सवारियां प्रत्येक सोमवार को निकल चुकी हैं। अब अंतिम एवं शाही सवारी आज निकलेगी, जिसमें सिंधिया राज परिवार की तरह से महाराज ज्योतिरादित्य सिंधियां शामिल होंगे और राजघाट पर भगवान महाकाल का पूजन करेंगे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वतंत्रता दिवस की सुरक्षा के बीच बीती रात पुरानी रंजिश के चलते तीन भाइयों पर उनके घर के पास ही बदमाशों ने धारदार हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। इसमें एक भाई की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मामले में 11 आरोपितों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया और तीन आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। युवक की हत्या के बाद मृतक के परिजनों ने सडक़ पर शव रखकर जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस की गाडिय़ों के सामने परिजन लेट गए और शव को पुलिस को सौंपने से इंकार कर दिया। पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। भोपाल के शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत बाजपेई मल्टी में 23 साल का अजय कनाडे उर्फ चोटी अपने परिवार के साथ रहता था। शुक्रवार देर रात वह अपने दो भाइयों के साथ घर की तरफ जा रहा था। इसी दौरान अजय भूरा नामक बदमाश अपने 11 साथियों के साथ वहां पहुंचा और तीनों को पकडक़र उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया और उन्हें गंभीर हालत में छोडक़र वहां से भाग निकले। अचानक हुए इस हमले में अजय की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोनों भाई गंभीर रूप से गायल हो गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर सीएसपी नागेंद्र पटैरिया पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद हंगामा करने लगे और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की करते हुए आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। काफी देर तक हंगामा करने के बाद पुलिस ने उन्हें समझाया और आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया, तब जाकर हंगामा शांत हुआ। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। सीएसपी नागेन्द्र पटैरिया ने बताया कि मामले में अजय भूरा समेत 3 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। अजय के बड़े भाई अमित कनाड़े व अन्य परिजनों की शिकायत पर कुल 11 नामजद आरोपितों अजय, अनिल, संदीप, रूपेश, रवि, अरुण सिंह उफ खुजाल, दीपक राखीनलवाला चिन्ना उर्फ कालू भूरा का भांजा सागर व यश के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही आरोपित पकड़े जाएंगे। सीएसपी पटैरिया ने बताया कि अजय उर्फ चोटी टीटीनगर थाने में दर्ज एक मामले में आरोपित था। वह जेल भी गया था। उसी दौरान उसका आरोपित अजय भूरा से विवाद हो गया था। वहां उनके बीच जमकर झगड़ा हुआ था। अब तक की पूछताछ में हत्या के पीछे यह मुख्य कारण आ रहा है। हालांकि आरोपितों से पूछताछ के बाद ही हत्या के असली वजह का खुलासा हो पाएगा। पुलिस ने शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। शनिवार को परिजनों ने अस्पताल में भी हंगामा किया, लेकिन अस्पताल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
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भोपाल। कोरोना वॉरियर शहीद थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार चंद्रवंशी की पत्नी सुषमा चंद्रवंशी और टीआई यशवंत पाल की बेटी को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उप निरीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई। चंद्रवंशी की पत्नी सुषमा को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को भोपाल में नियुक्ति पत्र सौंपा। सुषमा को भोपाल पीएचक्यू, जबकि फाल्गुनी को उज्जैन पुलिस में नियुक्ति दी गई। बता दें कि दोनों पुलिस अधिकारियों की कोरोना के चलते मौत हो गई थी। उनकी शहादत के बाद राज्य शासन की ओर से परिवार को सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया था। इसी कड़ी में 15 अगस्त को इनका नियुक्ति पत्र सौंपा गया। उस समय चंद्रवंशी इंदौर के जूनी इंदौर थाने में और पाल उज्जैन के नीलगंगा थाने के टीआई थे। शहीद कोरोना देवेंद्र चंद्रवंशी की पत्नी सुषमा चंद्रवंशी को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक समारोह में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नियुक्ति पत्र सौंपा। उन्हें भोपाल के स्पेशल ब्रांच बीएचयू में पदस्थापना मिली। नियुक्ति पर खुशी जाहिर करते हुए परिजनों ने कहा कि वह जल्द ही सुषमा का तबादला सीहोर करवाने की कोशिश करेंगे। चंद्रवंशी की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी कनिष्का 17 साल की है जो नीट की तैयारी कर रही है। वहीं, छोटी अनुष्का 15 साल की है जो अभी 10वीं में है। बड़ी बेटी अपने पापा के सपनों को पूरा करने में लगी है। चंद्रवंशी उसे कहा करते थे कि बेटा बड़े होकर डॉक्टर ही बनना। वहीं, उज्जैन के नीलगंगा थाने के टीआई शहीद यशवंत पाल की पत्नी मीना पाल ने बताया कि बेटी फाल्गुनी को उज्जैन में जिला पुलिस बल में सब इंस्पेक्टर पद पर नियुक्ति मिली है। फाल्गुनी अभी 25 साल की है। उसके पिता का सपना था कि वह आईपीएस ऑफिसर बने। अभी तो वह पुलिस में रहकर अपनी सवाएं देगी। वहीं, पाल की छोटी बेटी ईशा बीकॉम फाइनल में है।
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उज्जैन। देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी कोरोना संकट के बीच शनिवार को 74वां स्वतंत्रता दिवस सादगीपूर्ण मनाया जा रहा है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भी स्वतंत्रता दिवस पर्व की धूम रही। भगवान महाकाल की पूरी तरह तिरंगे के रंग में रंगे नजर आए। अलसुबह भस्मआरती में भगवान महाकाल का तिरंगे स्वरूप में श्रृंगार किया गया। उज्जैन में परम्परा के अनुसार सभी पर्वों की शुरुआत महाकाल मंदिर में भगवान की पूजा-अर्चना से ही होती है। शनिवार को राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस भी सबसे पहले भगवान महाकाल के आंगन में मनाया गया। भस्मारती में भगवान महाकाल के मस्तक पर तिरंगा लहराया। पूरे मंदिर को भी तिरंगे के रंग में रंग दिया गया। सफेद, हरी और केसरिया लाइट से पूरा मंदिर परिसर जगमग रहा।
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गुना। मध्य प्रदेश के गुना जिले में शुक्रवार सुबह जिला मुख्यालय पर 26 वीं वाहिनी के डिप्टी कमांडेंट विजय सोनी ने (60 वर्ष) ने खुद को कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। डिप्टी कमांडेंट ने घटना को अपने शासकीय आवास पर अंजाम दिया। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंच गये हैं। फिलहाल आत्महत्या के कारण अज्ञात है। पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगाने पुलिस जुट गई है। जानकारी अनुसार कैंट थाना क्षेत्र में डिप्टी कमांडेंट विजय सोनी का शव शुक्रवार सुबह उनके घर के बाहर कुर्सी पर मिला। उन्होंने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना उनके घर पर काम करने वाले कर्मचारी ने दी। डिप्टी कमांडेंट घर में अकेले ही रहते थे। 6 माह पूर्व उनकी पत्नी का निधन हो चुका है। विजय कुमार 2015 से एससएफ की 26वीं वाहिनी में काम कर रहे थे और 18 महिने बाद रिटायर होने वाले थे। घटना की सूचना मिलते ही एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई है। उनके दो बच्चे हैं। बेटा मुंबई में और बेटी बेंगलुरू में रहती है। पुलिस सभी बिदुओं पर जांच कर आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। हालांकि, बीते दो दिन थोड़ी राहत मिली और नये मरीजों की आंकड़ा सौ से नीचे पहुंच गया, लेकिन तीसरे दिन यहां फिर कोरोना का विस्फोट हुआ और अब यहां फिर यह संख्या 150 पहुंच गई। शुक्रवार को भोपाल में 150 नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद राजधानी में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8200 को पार कर गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सुबह आई 2511 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में कोरोना 150 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8201 हो गई है। वहीं, भोपाल में अब तक कोरोना से 236 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि भोपाल में बुधवार को 86 नये मरीज मिले थे, जबकि गुरुवार को 90 नये मामले सामने आए थे। दो दिन की राहत के बाद अब फिर आंकड़ा 150 पहुंच गया है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में अब तक 6178 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1800 के करीब हैं, जिनका उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर जारी है। हालांकि, बीते दो दिन थोड़ी राहत मिली और नये मरीजों की आंकड़ा सौ से नीचे पहुंच गया, लेकिन तीसरे दिन यहां फिर कोरोना का विस्फोट हुआ और अब यहां फिर यह संख्या 150 पहुंच गई। शुक्रवार को भोपाल में 150 नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद राजधानी में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8200 को पार कर गई है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सुबह आई 2511 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में कोरोना 150 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8201 हो गई है। वहीं, भोपाल में अब तक कोरोना से 236 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि भोपाल में बुधवार को 86 नये मरीज मिले थे, जबकि गुरुवार को 90 नये मामले सामने आए थे। दो दिन की राहत के बाद अब फिर आंकड़ा 150 पहुंच गया है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि भोपाल में अब तक 6178 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1800 के करीब हैं, जिनका उपचार जारी है।
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जबलपुर। शहर के गढ़ा थाना क्षेत्र में बीती रात एक टैटू आर्टिस्ट की कार सवार दो युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और अज्ञात आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। गढ़ा थाना पुलिस के अनुसार, गढ़ा क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में रहने वाला 35 वर्षीय अंकित चंडोक टैटू आर्टिस्ट था तथा उसकी एक मॉल में टैटू डिजाइनिंग की दुकान भी थी। बुधवार को देर रात अंकित जानवरों की खाना खिलाने के लिए अपनी बाइक से घर से बाहर निकला था, तभी एक कार में सवार होकर दो युवक वहां पहुंचे और उसे गोली मारकर फरार हो गए। गोली अंकित के सीने में लगी, जिससे वह वहीं सडक़ पर गिर गया। आसपास के लोग उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्तपाल की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और अज्ञात आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। यहां अब कोरोना के 188 नये मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना से और तीन लोगों की मौत हो गई। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 9257 और मृतकों की संख्या 340 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 2725 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 188 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 9257 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 340 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि अब तक इंदौर में 6166 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 2751 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों और घरेलू आइसोलेशन में उपचार जारी है। बता दें कि इंदौर में नये प्रकरण अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं, जबकि उसकी तुलना में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या है, जिसके चलते यहां रिकवरी रेट में गिरावट आ रही है और सक्रिय मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। एक सप्ताह पहले यहां सक्रिय मरीज दो हजार के करीब थे, जो अब बढक़र 2700 से अधिक हो गए हैं। बताया गया है कि शहर में मरीजों की खोज के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है और यहां टेस्टिंग भी बढ़ाई गई है, जिसके चलते नये मामलों में तेजी आई है।
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भोपाल। मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश में अच्छी बरसात का सिलसिला शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल में पिछले तीन दिनों से मौसम खुशनुमा बना हुआ है। गुरुवार सुबह से रुक रुक कर रिमझिम फुहारें गिर रही है। मौसम में ठंडक घुलने से ठंड का एहसास हो रहा है। उधर, बंगाल की खाड़ी में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस सिस्टम के गुरुवार को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की पूरी संभावना है। साथ ही यह खाड़ी में ऊर्जा एकत्र करने के बाद आगे बढ़ेगा। इससे प्रदेश में अगले 4 से 5 दिन तक बरसात का दौर जारी रहेगा। इस दौरान अच्छी बारिश की उम्मीद की जा रही है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इसके गुरुवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। साथ ही यह स्थिर होकर और शक्तिशाली होने के बाद आगे बढ़ेगा। बिहार से छत्तीसगढ़ होकर एक ट्रफ बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। मानसून द्रोणिका (ट्रफ) उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस वजह से प्रदेश में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इससे बरसात का दौर चल रहा है। गुरुवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद बारिश की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है। इन जिलों में भारी बारिश की संभावनामध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी बारिश हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। विभाग के अनुसार रेवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, दमोहा, अलीराजपुर, झबुआ, धार, दतिया और भिंड के लोग कल झमाझम बारिश का आनंद ले सकते हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब तीन जिलों में कोरोना के 337 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 41 हजार के पार पहुंच गई है। प्रदेश में कोरोना से अब तक 1037 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राज्य में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 75 फीसदी है। यहां अब तक 30,596 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 9100 के करीब हैं। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात जारी 2658 सैंपलों की जांच रिपोर्ट में कोरोना के 169 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमितों की संख्या 9069 और मृतकों की संख्या 337 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में बुधवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 86 नये संक्रमित मिले हैं और दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा ग्वालियर में 82 नये संक्रमित मिले हैं और एक 25 वर्षीय युवती की मौत हुई है। इन 337 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 41,071 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 9069, भोपाल 7956, ग्वालियर, 3146, मुरैना 1814, जबलपुर 1939, उज्जैन 1341, खरगौन 954, नीमच 847, सागर 807, बड़वानी 918, खंडवा 720, बुरहानपुर 502, भिण्ड 508, देवास 499, रतलाम 574, मंदसौर 520, धार 509, छतरपुर 403, रायसेन 432, रीवा 451, टीकमगढ़ 340, राजगढ़ 426, विदिशा 431, शाजापुर 321, शिवपुरी 398, सीहोर 388, श्योपुर 296, बैतूल 307, दतिया 322, होशंगाबाद 300, हरदा 233, दमोह 367, सतना 278, छिंदवाड़ा 239, अलीराजपुर 214, नरसिंहपुर 242, कटनी 265, झाबुआ 237, बालाघाट 173, पन्ना 154, सिंगरौली 190, आगरमालवा 110, अशोकनगर, 124, सीधी 135, शहडोल 145, गुना 106, अनूपपुर 90, निवाड़ी 66, उमरिया 56, सिवनी 76, डिंडौरी 59 और मंडला 74 मरीज शामिल हैं। तीनों शहरों हुई चार लोगों मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1037 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 337, भोपाल 228, उज्जैन 75, बुरहानपुर 25, खंडवा 20, जबलपुर 36, खरगौन 19, ग्वालियर 19, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 37, देवास 13, रायसेन 09, होशंगाबाद 10, सतना 12, आगरमालवा 04, झाबुआ 04, अशोकनगर 03, शाजापुर 06, दतिया 04, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 14, उमरिया 02, रतलाम 14, बड़वानी 09. मुरैना 11, राजगढ़ 11, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 09, रीवा 08, गुना 04, हरदा 06, कटनी 06, सीधी 01, शिवपुरी 03, अलीराजपुर 02, भिंड 02, बैतूल 05, नरसिंहपुर 02, सिवनी 04, सिंगरौली 05, छतरपुर 09, विदिशा 06, दमोह 05 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
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भोपाल। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स कांग्रेस के आह्वान पर मप्र में ट्रक एवं बस आपरेटर्स की तीन दिवसीय हड़ताल के दौरान प्रदेशभर में तीन दिनों तक ट्रकों-बसों के पहिए पूरी तरह थमे रहे। यह तीन दिवसीय हड़ताल बुधवार शाम को समाप्त हो गई। अब ट्रांसपोर्टर्स गुरुवार, 13 अगस्त से अपना काम शुरू कर देंगे। बुधवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों द्वारा अपनी विभिन्न मागों को लेकर ज्ञापन दिया और उसके बाद गुरुवार से काम पर लौटने की बात कही। दरअसल, प्रदेशभर में ट्रक एवं बस आपरेटरों की तीन दिवसीय हड़ताल सोमवार से शुरू हुई थी। इस दौरान पूरे राज्य में सात लाख से अधिक ट्रक, बस व अन्य लोडिंग वाहन पूरी तरह बंद रहे। हालांकि, दूध, मेडिकल आदि की सप्लाई समेत जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी। इन तीन दिनों में ट्रांसफोर्ट व्यवसायियों द्वारा प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया गया। बुधवार को भी हड़ताल के अंतिम दिन जिला मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान कोरोना के चलते सीमित संख्या में व्यवसायी मौजूद रहे। ट्रक एसोसिएशन के सचिव संजय रावत ने बताया कि तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के तीसरे दिन प्रदेशभर के सभी जिला मुख्यालयों पर अपनी मांगों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। सरकार इस विषय में क्या निर्णय लेती है, इसका आगामी सात दिवस तक इंतजार किया जाएगा। अगर सरकार ने मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं किया तो आगे की रणनीति तैयार की जाएगी और ट्रक-बस आपरेटर अनिश्चित हड़ताल भी कर सकते हैं। इधर, प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ट्रांसपोर्टर्स की मांगें मानने का आश्वासन दिया है। उन्होंने ट्रक-बस एसोसिएशन को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार एसोसिएशन के साथ है और उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।
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भोपाल। भोपाल के समरधा वन रेंज अंतर्गत मिंडोरा इलाके के जंगल में मंगलवार शाम को एक बाघिन अपने शावकों के साथ सडक़ पर घूमती देखी गई। सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा, लेकिन बाघिन की दहाड़ सुनकर अमले को वापस लौटना पड़ा। दरअसल, वन कर्मचारियों को जानकारी मिली थी कि मिंडोरा इलाके में एक बाघिन अपने शावकों के साथ शिकार की तलाश में सडक़ पर घूम रही है। सूचना मिलने पर समरधा रेंज के रेंजर एके झंवर वन अमले के साथ मौके पर पहुंचा। वन कर्मचारी ट्रेप कैमरा लेकर बांधने के लिए जा ही रहे थे, तभी बाघिन दहाडक़र सामने आ गई। वन कर्मचारी तुरंत गाडिय़ों पर चढ़ गए और अपनी जान बचाई। वन अधिकारियों का कहना है कि बाघिन 123-1 ने हाल ही में शावकों को जन्म दिया है और वह अब शावकों को शिकार करना सीखा रही है। इसीलिए शिकार की तलाश में वह रहवासी इलाकों में आ गई थी। रेंजर एके झंवर ने बताया कि बाघिन के सडक़ पर घूमने की जानकारी मिलने के बाद वे स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे थे। जब वे बाघिन की लोकेशन ट्रेस कर रहे थे, तभी वह झाडिय़ों से निकल आई। बाघिन को सामने देखकर वनकर्मी घबरा गए और गाडिय़ों में बैठकर वापस आ गए। इस दौरान बाघिन भी गाड़ी का पीछा करते हुए सडक़ पर आ गई। वन अमले को देखकर बाघिन लगातार दहाड़ती रही। उन्होंने बताया कि इस बीच अमले ने सडक़ पर पूरा ट्रैफिक रोक दिया था, ताकि कोई दुर्घटना न हो। बाघिन सडक़ पर घूम रही थी और उसके शावक झाडियों में छुपे हुए थे। उन्होंने बताया कि बाघिन के व्यवहार को समझते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी को शिकार के पास से गाडिय़ों को हटाने के निर्देश दिए, उसके बाद बाघिन शिकार को घसीटते हुए जंगल के अंदर ले गई। शावक भी तेजी से बाघिन के साथ जंगल में गायब हो गए। उन्होंने बताया कि शावक अब बड़े हो रहे हैं, इसलिए बाघिन उन्हें शिकार करना सीखा रही है। इसी के चलते वह शिकार की तलाश में इधर-उधर भटक रही है। उन्होंने रेंज के ग्रामीण इलाके के लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है।
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इंदौर। जमीनों की धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद कुख्यात भू माफिया रामसुमिरन कश्यप की कल रात अचानक जेल में तबियत बिगड़ी तो उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उसके खिलाफ एरोड्रम और बाणगंगा सहित अन्य थानों में जमीनों की धोखाधड़ी के मामले दर्ज थे। वह लंबे समय से पुलिस से बचता फिर रहा था। आखिरकार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। रामसुमिरन पिता मुरली कश्यप को पुलिस ने जमीनों की धोखाधड़ी में गिरफ्तार किया था। अगस्त 2019 से ही वह जेल में बंद था। वह शुगर, बीपी, और हार्ट की बीमारी से पीडि़त था। कल रात करीब साढ़े बारह बजे उसकी अचानक तबियत बिगड़ी तो जेल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में जिला जेल अधीक्षक अजमेरसिंह ठाकुर ने बताया कि रामसुमिरन पहले से ही बीमार था। उसका इलाज भी कराया जा रहा था। रामसुमिरन कश्यप पर शासकीय जमीनों पर कालोनी काटने और एक ही प्लाट कई लोगों को बेचने के मामलों में अलग-अलग थानों की पुलिस ने प्रकरण दर्ज किए थे। उसने अनेक लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की थी। वहीं उसके बेटे के खिलाफ भी एक युवती के द्वारा दुष्कर्म का आरोप लगाए जाने के बाद उसके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया था। रामसुमिरन के खिलाफ एरोड्रम और बाणगंगा थाना सहित अन्य थानों में जमीनों की धोखाधड़ी के मामलों में अनेक अपराध दर्ज थे। वह अपनी कालोनियों में एक ही प्लाट एक से अधिक लोगों को फर्जी दस्तावेजों से बेचकर उनसे रुपए ऐंठ लेता था।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां अब कोरोना के 176 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8900 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से अब तक 336 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएमजी मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 2859 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 176 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव प्राप्त हुई हैं। इन 176 नये मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8900 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 336 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में अब तक 6001 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2563 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संकट के बीच भी अधिकारियों के तबादलों का दौर जारी है। राज्य शासन ने अब मंत्रालय में पदस्थ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 8 अधिकारियों का तबादला करते हुए उनकी नई पद-स्थापना की है। इस संबंध में सोमवार को देर रात आदेश जारी किये गये हैं। जारी आदेश के मुताबिक, श्रम विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश कुमार राजौरा को गृह एवं जेल विभाग में पदस्थ किया गया है, जबकि गृह एवं जेल विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा को जल संसाधन विभाग का जिम्मा सौंपा है। वहीं, वाणिज्यिक कर विभाग के प्रमुख सचिव मनोज गोविल को वित्त एवं योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग विभाग (अतिरिक्त प्रभार) में प्रमुख सचिव बनाया गया है और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी को वाणिज्यिक कर विभाग में प्रमुख सचिव का दायित्व दिया गया है। इसी प्रकार, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला को प्रमुख सचिव, संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग एवं जनसम्पर्क विभाग में प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई को खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण में प्रमुख सचिव, राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक विवेक कुमार पोरवाल को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग में सचिव तथा केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने पर पद-स्थापना के लिये प्रतीक्षारत आईएएस अधिकारी जॉन किंग्सली ए.आर को राज्य औद्योगिक विकास निगम में प्रबंध संचालक बनाया गया है। जारी आदेश में बताया गया है कि शिवशेखर शुक्ला द्वारा प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, पर्यटन विभाग का कार्यभार ग्रहण करने पर आईसीपी केशरी, उपाध्यक्ष, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण एवं अपर मुख्य सचिव, नर्मदा घाटी विकास विभाग एवं प्रबंध संचालक, नर्मदा बेसिन प्रोजेक्ट कम्पनी लिमिटेड एवं वि.क.अ.-सह-सदस्य (पुनर्वास), नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण भोपाल तथा वि.क.अ.-सह-आवासीय आयुक्त, मध्यप्रदेश भवन, नई दिल्ली तथा अपर मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश शासन, पर्यटन विभाग एवं वि.क.अ.-सह-आयुक्त, पर्यटन एवं प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड (अतिरिक्त प्रभार) केवल अपर मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश शासन, पर्यटन विभाग एवं वि.क.अ.-सह-आयुक्त, पर्यटन एवं प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे। शिवशेखर शुक्ला द्वारा प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, जनसम्पर्क विभाग का कार्यभार ग्रहण करने पर अनुपम राजन, प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा विभाग तथा तथा प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, जनसम्पर्क विभाग (अतिरिक्त प्रभार) केवल प्रमुख सचिव, जनसम्पर्क विभाग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे। इसी तरह सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव को अपने वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ-साथ श्रम विभाग के प्रमुख सचिव का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां चार जिलों में कोरोना के 440 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 39,465 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा भी एक हजार पहुंच गया है। हालांकि, यहां अब तक 29,020 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब प्रदेश में सक्रिय प्रकरण नौ हजार के करीब हैं। इंदौर सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात जारी 2498 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 208 नये संक्रमित मिले हैं। अब यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8724 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से अब तक 333 लोगों की मौत हुई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में सुबह प्राप्त हुई रिपोर्ट में 117 नये पॉजिटिव मिले हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इसी प्रकार ग्वालियर में कोरोना के 96 नये मरीज और तीन लोगों की मौत हुई है। वहीं, उज्जैन में भी कोरोना के 19 नये मामले सामने आए हैं। इन 440 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 39,465 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 8724, भोपाल 7798, ग्वालियर, 2981, मुरैना 1769, जबलपुर 1814, उज्जैन 1329, खरगौन 919, नीमच 840, सागर 778, बड़वानी 900, खंडवा 703, बुरहानपुर 497, भिण्ड 500, देवास 476, रतलाम 541, मंदसौर 497, धार 498, छतरपुर 395, रायसेन 420, रीवा 430, टीकमगढ़ 337, राजगढ़ 418, विदिशा 396, शाजापुर 309, शिवपुरी 367, सीहोर 367, श्योपुर 276, बैतूल 297, दतिया 285, होशंगाबाद 295, हरदा 229, दमोह 317, सतना 252, छिंदवाड़ा 221, अलीराजपुर 206, नरसिंहपुर 233, कटनी 224, झाबुआ 215, बालाघाट 164, पन्ना 128, सिंगरौली 184, आगरमालवा 102, अशोकनगर, 119, सीधी 135, शहडोल 105, गुना 96, अनूपपुर 85, निवाड़ी 65, उमरिया 47, सिवनी 72, डिंडौरी 57 और मंडला 53 मरीज शामिल हैं। वहीं, ग्वालियर-भोपाल में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या एक हजार हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 333, भोपाल 215, उज्जैन 75, बुरहानपुर 25, खंडवा 20, जबलपुर 32, खरगौन 18, ग्वालियर 18, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 36, देवास 13, रायसेन 09, होशंगाबाद 09, सतना 11, आगरमालवा 04, झाबुआ 04, अशोकनगर 03, शाजापुर 05, दतिया 04, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 13, उमरिया 02, रतलाम 13, बड़वानी 09. मुरैना 11, राजगढ़ 11, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 09, रीवा 08, गुना 04, हरदा 06, कटनी 05, सीधी 01, शिवपुरी 03, अलीराजपुर 02, भिंड 02, बैतूल 05, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 04, छतरपुर 09, विदिशा 04, दमोह 05 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
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पन्ना। मध्य प्रदेश को लंबे समय बाद टाइगर स्टेट का तमगा हासिल हुआ है, लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रदेश में बाघ सुरक्षित नहीं हैं। बाघों के लिए प्रसिद्ध पन्ना टाइगर रिजर्व में आए दिन बाघों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को भी पन्ना टाइगर रिजर्व में एक नर बाघ शव केन नदी के किनारे मिला है। बताया जा रहा है कि एक अन्य बाघ के साथ संघर्ष के बाद गंभीर घायल होने से इसकी मौत हुई है। पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बताया कि पिछले दिन दिनों से बाघ बाघ पी- 123 कही दिखाई नहीं दे रहा था। इसके बाद पार्क प्रबंधन ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान रविवार शाम को जब रेस्क्यू टीम केन नदी की तरफ बढ़ी तो वहां बाघ नदी किनारे बाघ मृत अवस्था में मिला। पार्क प्रबंधन की माने तो बाघ टी-431 के साथ हुए संघर्ष में वयस्क बाघ पी-123 घायल होकर केन नदी में गिर गया था और 3 दिनों तक पानी में पड़े रहने की वजह से उसकी मौत हो गई। प्रबंधन ने मृत बाघ का शव नदी से निकलवाकर उसका पोस्टमार्टम करवाया। सोमवार सुबह बाघ का दाह संस्कार किया गया। बताते चले कि पन्ना टाइगर रिजर्व में पिछले डेढ़ महीने के अंदर बाघ की मौत का यह तीसरा मामला है। जबकि 9 महीने के अंदर यहां पांच बाघों की मौत हो चुकी है।
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भोपाल। मानसून में भी बारिश को तरस रहे मप्र के रहवासियों के लिए अगस्त का महीना राहत लेकर आया है। प्रदेश के कुछ इलाकों में कही जमकर तो कहीं कहीं बारिश की रिमझिम फुहारें गिर रही है। रविवार को जबलपुर और आस-पास के इलाकों में तेज बारिश हुई। कई दिन बाद हुई तेज बारिश से मौसम सुहावना बन गया है। इसके साथ ही मौसम विभाग की माने तो नए सिस्टम के निर्माण के साथ ही मध्यप्रदेश में जल्द ही अच्छी बारिश का दौर शुरू होने वाला है। राजधानी भोपाल के आसमान में सुबह से घने बादल छाए हुए हैं। आसपास के इलाकों में बारिश के चलते मौसम में ठंडक घुली हुई है और माहौल खुशनुमा हो गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से एक बार फिर प्रदेश में मानसून जैसी स्थिति बन गई है। इस सिस्टम के एक्टिव होने से रविवार को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक इस सिस्टम के असर से सोमवार से मध्य प्रदेश में बरसात का दौर शुरू होने की उम्मीद है। बारिश का यह सिलसिला 3-4 दिन तक जारी रह सकता है। अगले 1 सप्ताह में मध्य प्रदेश के 20 जिलों में बारिश की संभावना है। वर्तमान में मानसून दिल्ली से गुजर रही है। ऊपरी हवा की द्रोणिका लाइन (ट्रफ) अरब सागर से उत्तरी मध्य प्रदेश से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा सकती है। जिसके दवाब बनने से इस सिस्टम के कारण प्रदेश में नमी आ रही है। इससे कहीं कहीं फुहारें बौछारें पड़ रही हैं। इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनीमौसम विभाग ने बताया है कि सोमवार को शहडोल जबलपुर होशंगाबाद संभाग के जिले इसके साथ ही उज्जैन, ग्वालियर, भोपाल, सागर एवं चंबल संभाग में भी गरज बरस के साथ बौछार की चेतावनी दी है। जबकि कटनी जबलपुर नरसिंहपुर में अति भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। इसी के साथ अनूपपुर, उमरिया, शिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर, विदिशा, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, बेतूल, हरदा, खंडवा, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड में भी भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वही शहडोल जबलपुर छतरपुर विदिशा रायसेन सीहोर ग्वालियर और शिवपुरी के कुछ इलाके में गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां कोरोना के 173 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 8516 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से अब तक 333 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने रविवार को बताया कि एमजीएमजी मेडिकल कॉलेज द्वारा शनिवार देर रात 2770 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 173 रिपोर्ट पॉजिटिव और 2565 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन 173 नये मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8516 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 333 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि अब तक इंदौर में अब तक 5899 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2288 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। इंदौर में कोरोना से मृत्युदर 1.96 और रिकवरी दर 77 फीसदी है।
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भोपाल/रतलाम। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलतरणसिंह अटवाल के आव्हान पर सोमवार, 10 अगस्त से 12 अगस्त तक विभिन्न मांगों को लेकर मध्यप्रदेश में परिवहन लॉकडाउन रहेगा। रतलाम ट्रांसपोर्ट आपरेटर एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप छिपानी ने बताया कि मध्यप्रदेश में 10,11 एवं 12 अगस्त तक परिवहन बंद रहेंगे। आरटीओ चेकपोस्ट पर अवैध वसूली बंद करने, डीजल को वेट से हटाया जाए, डीजल सस्ता होगा तो ट्रांसपोर्ट की गाड़ी चलेगी, कोरोना महामारी में जो गाडिय़ां खड़ी रही है उनको रोड़ टेक्स में राहत दी जाए, कोरोना योद्धा मानते हुए ट्रक ड्रायवर को सुरक्षा कवच दिया जाए, जिसका माल उसका हम्माल यह भी मांग एसोसिएशन की है। छिपानी सहित अध्यक्ष विरेन्द्र श्रीमाल, निर्मल गोधा, भरत अरोड़ा, अब्दुल रशीद दायमा, कमलेश मोदी, औमप्रकाश चितरोड़े, फारूक खान सहित ट्रांसपोर्ट संचालकों ने परिवहन लॉकडाउन का समर्थन कर सफल बनाने का अनुरोध किया है।
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सीहोर। सीहोर जिले के नसरुल्लागंज थाना क्षेत्र अंतर्गत अम्बर नदी में नहाने गए दो नाबालिग किशोरों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शनिवार को दोनों के शव नदी से बरामद किये और पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। सूचना मिलने पर अनुविभागीय पुलिस अधिकारी प्रकाश मिश्रा भी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। नसरुल्लागंज थाना पुलिस के अनुसार, क्षेत्र के ग्राम राला के दो किशोर 14 वर्षीय विशाल पवार और 15 वर्षीय नवनीत व्यास शुक्रवार को दोपहर में घर में बताये बिना नदी में नहाने गए थे। जब शाम तक वे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की और रात में थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस के अनुसार, शनिवार को सुबह पुलिस ने दोनों नाबालिगों की तलाश की तो पता चला कि अम्बर नदी के पास उनकी मोटरसाइकिल खड़ी थी और उनके कपड़े भी वहीं पास ही रखे हुए थे। पुलिस ने अनुमान लगाया कि नहाते समय दोनों नदी में डूब गए होंगे। इसी आधार पर होमगार्ड के सैनिक और गोताखोरों की मदद से नदी में उनकी तलाश शुरू की। कड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शव नदी से बरामद हुए। अनुविभागीय पुलिस अधिकारी प्रकाश मिश्रा ने बताया कि दोनों नाबालिगों की नहाते समय नदी में डूबने से मौत हुई है। दोनों के शव नदी से बरामद हुए हैं। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिये हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब कोरोना के 184 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8343 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से अब तक 330 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएमजी मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 2261 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 184 रिपोर्ट पॉजिटिव और 2049 रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन 184 नये मामलों के साथ जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8343 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 330 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि अब तक इंदौर में अब तक 5851 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2162 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार मौसम बदल रहा है। कहीं तेज बारिश हो रही है तो कहीं तेज धूप पड़ रही है। हालांकि अब तक मध्य प्रदेश में मानसून वर्षा सामान्य से कम हुई है। 1 जून से 7 अगस्त के बीच पश्चिमी मध्य प्रदेश को 9 प्रतिशत कम तथा पूर्वी मध्य प्रदेश को 15 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि एक सिस्टम प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी हिस्से के ऊपर बना हुआ था। जिसके शुक्रवार तक गुजरात निकल जाने का अनुमान है। जिससे आने वाले 24 घंटों में गुजरात से लगे प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी हिस्सों में बारिश की उम्मीद है। उसके बाद एक नया सिस्टम जल्द ही बंगाल की खाड़ी में तैयार हो रहा है। मौसम विभाग कह रहा है कि उससे प्रदेश भर में तेज बारिश होने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक मॉनसून की रेखा इस समय मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश के कई जिलों में 7 अगस्त को भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। 8 अगस्त से वर्षा की गतिविधियां उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश के भागों में बढ़ जाएंगी। 9 से 11 अगस्त के बीच मध्य प्रदेश के उत्तरी तथा पूर्वी जिलों में काफी अच्छी बारिश हो सकती है। जबकि 8-9 अगस्त से दक्षिण-पश्चिमी तथा दक्षिणी जिलों पर मॉनसून कमजोर हो जाएगा। हालांकि थोड़े इंतज़ार के बाद ही 12 और 13 अगस्त को एक बार फिर से दक्षिणी जिलों में वर्षा की गतिविधियों में कुछ वृद्धि होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। इन जगहों पर जारी किया अलर्ट मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटो में उज्जैन, इंदौर और जबलपुर संभागों में गरज-चमक के साथ बौछारें गिरने की संभावना जताई है। वहीं डिंडोरी, मंडला, अनूपपुर, रतलाम, झाबुआ, धार, बालाघाट, देवास और नीमच जिलों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना भी जताई है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब दो जिलों में कोरोना के 299 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 36 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में अब तक कोरोना से 932 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, यहां अब तक 26,064 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय प्रकरण 8900 के करीब हैं। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने गुरुवार को बताया कि एमजीएमजी मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात जारी की गई 2060 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 157 नये संक्रमित मिले हैं। वहीं, तीन लोगों की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 8014 और मृतकों की संख्या 325 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 142 नये पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इंदौर-भोपाल में मिले इन 299 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 36,033 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 8014, भोपाल 7257, ग्वालियर, 2659, मुरैना 1690, जबलपुर 1564, उज्जैन 1238, खरगौन 828, नीमच 792, सागर 727, बड़वानी 802, खंडवा 680, बुरहानपुर 488, भिण्ड 479, देवास 451, रतलाम 489, मंदसौर 460, धार 455, छतरपुर 369, रायसेन 378, रीवा 388, टीकमगढ़ 319, राजगढ़ 389, विदिशा 358, शाजापुर 301, शिवपुरी 342, सीहोर 315, श्योपुर 251, बैतूल 274, दतिया 233, होशंगाबाद 268, हरदा 220, दमोह 252, सतना 204, छिंदवाड़ा 202, अलीराजपुर 181, नरसिंहपुर 207, कटनी 174, झाबुआ 165, बालाघाट 149, पन्ना 106, सिंगरौली 114, आगरमालवा 96, अशोकनगर, 99, सीधी 108, शहडोल 87, गुना 89, अनूपपुर 75, निवाड़ी 53, उमरिया 46, सिवनी 52, डिंडौरी 53 और मंडला 43 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 932 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 325, भोपाल 197, उज्जैन 74, बुरहानपुर 25, खंडवा 19, जबलपुर 33, खरगौन 18, ग्वालियर 13, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 35, देवास 10, रायसेन 08, होशंगाबाद 08, सतना 08, आगरमालवा 04, झाबुआ 03, अशोकनगर 03, शाजापुर 05, दतिया 04, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 11, उमरिया 02, रतलाम 12, बड़वानी 08. मुरैना 09, राजगढ़ 10, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 08, रीवा 05, गुना 04, हरदा 06, कटनी 04, सीधी 01, शिवपुरी 03, अलीराजपुर 01, भिंड 01, बैतूल 03, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 02, छतरपुर 08, विदिशा 02, दमोह 04 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।
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शिवपुरी। जिले के पिछोर तहसील मुख्यालय स्थित बस स्टैंड पर लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बीती देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। गुरुवार सुबह स्थानीय लोगों ने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इधर, घटना को लेकर प्रदेश में राजनीति भी शुरू हो गई। बसपा नेताओं ने मामले को लेकर कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। नगर पुलिस निरीक्षक अजय भार्गव के मुताबिक, घटना बीती देर रात की है। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि एक युवक रात लगभग 10.45 बजे मुंह पर कपड़ा बांधकर वहां पहुंचा और मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रकरण दर्ज किया है और मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि मध्यप्रदेश में आने वाले दिनों में विधानसभा की रिक्त 27 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इनमें शिवपुरी जिले की सीटें भी शामिल हैं। इसीलिए यह मुद्दा राजनीति का विषय बन गया है। बसपा ने इस मुद्दे को लपक लिया और गुरुवार सुबह ही पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताते हुए कलेक्टर के नाम स्थानीय तहसील कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा।
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इंदौर। कोरोना संकट में करीब 130 दिन लॉक रहने के बाद शहर बुधवार से पूरी तरह अनलॉक हो गया। जिम, योग केंद्र, लाइब्रेरी, ब्यूटी पार्लर के शटर बुधवार से उठ गए। इसके अलावा इंदौर में लगे बाजारों पर प्रतिबंध को पूरी तरह से हटा लिया गया है। अब सभी के लिए एक जैसे नियम लागू होंगे। जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने शहर के राजबाड़ा और आसपास के मध्य क्षेत्र जोन वन एरिया में फिलहाल लेफ्ट-राइट को खत्म कर दिया। मध्य क्षेत्र सहित पूरे जिले में सभी तरह की दुकानें और बाजार सप्ताह में छह दिन सुबह सात से रात आठ बजे तक खोले जा सकेंगे। कलेक्टर के अनुसार जिम, योगा केंद्र आदि को केंद्र द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना होगा। 56 दुकान पर आकर ग्राहक टेक अवे सुविधा में सामग्री ले जा सकेंगे। हालांकि रात्रिकालीन कर्फ्यू अभी नहीं हटाया गया है और जिले में रात 9 से सुबह 5 बजे तक का कर्फ्यू जारी रहेगा। इसके साथ हर रविवार को टोटल लॉकडाउन भी रहेगा, इसमें केवल मेडिकल इमरजेंसी के लिए ही बाहर जा सकेंगे और दूध का वितरण भी केवल सुबह होगा।
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उज्जैन। अयोध्या में पांच अगस्त को भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है। इसको लेकर मध्यप्रदेश में उत्साह चरम पर है। प्रदेशभर में मंगलवार और बुधवार की रात घर-घर में दीप जलाए जाएंगे और सुंदरकांड के पाठ होंगे। इसी क्रम में उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में बुधवार, पांच अगस्त को महाआरती का आयोजन किया जाएगा। मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप स्थित भगवान श्री राम के मंदिर में बुधवार, पांच अगस्त को दोपहर 12 बजे महाआरती का आयोजन किया गया है। वहीं, मंदिर के पुजारी लोकेन्द्र व्यास ने बताया कि, श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर सभामंडप में स्थित श्री राम जी के मंदिर में भगवान की महाआरती होगी। सभी पुजारी, पुरोहित, श्रद्धालुजन, मीडिया आदि आमंत्रित है, सुरक्षा अंतर्गत दूरी रख मास्क पहनकर सभी शामिल होंगे। भक्तजन रामधुन व सुन्दर काण्ड का श्रवण कर सकेंगे।बाल हनुमान मंदिर में अखंड रामचरित मानस का पाठमहाकालेश्वर मंदिर परिसर में स्थित श्री बाल हनुमान मंदिर के पुजारी जॉनी गुरू ने बताया कि इस अवसर पर हनुमान जी की विशेष पूजा के साथ ही दिनांक 04 अगस्त की दोपहर से 05 अगस्त की दोपहर 12 बजे तक रामचरित मानस का अखंड पाठ किया जा रहा है।दीपों से प्रज्जवलित होगा मंदिर श्री राम जन्म भूमि पूजन के उपलक्ष में यश गुरू जी के सौजन्य से मंदिर में 1100 दीपक प्रज्जवलित किये जायेंगे, जो क्रमश: गर्भगृह नंदीहॉल व परिसर ओटले पर सुशोभित होंगे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। यहां अब दो जिलों में कोरोना के 197 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34 हजार 482 हो गई है। मृतकों का आंकड़ा भी नौ सौ के पार पहुंच गया है। यहां अब तक कोरोना से 903 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएमजी मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात जारी की गई 1973 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 89 नये संक्रमित मिले हैं। वहीं, तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां संक्रमितों की कुल संख्या 7735 और मृतकों की संख्या 320 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में मंगलवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 108 नये पॉजिटिव मिले हैं। इनमें भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक ध्रुव नारायण सिंह की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इंदौर-भोपाल में मिले 197 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 34,482 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 7735, भोपाल 6901, ग्वालियर, 2507, मुरैना 1643, जबलपुर 1446, उज्जैन 1218, खरगौन 806, नीमच 775, सागर 700, बड़वानी 764, खंडवा 668, बुरहानपुर 484, भिण्ड 460, देवास 448, रतलाम 458, मंदसौर 441, धार 442, छतरपुर 362, रायसेन 368, रीवा 367, टीकमगढ़ 310, राजगढ़ 370, विदिशा 342, शाजापुर 297, शिवपुरी 320, सीहोर 301, श्योपुर 249, बैतूल 266, दतिया 230, होशंगाबाद 238, हरदा 216, दमोह 228, सतना 188, छिंदवाड़ा 190, अलीराजपुर 178, नरसिंहपुर 183, कटनी 169, झाबुआ 146, बालाघाट 135, पन्ना 100, सिंगरौली 89, आगरमालवा 91, अशोकनगर, 98, सीधी 94, शहडोल 79, गुना 79, अनूपपुर 72, निवाड़ी 51, उमरिया 45, सिवनी 49, डिंडौरी 48 और मंडला 38 मरीज शामिल हैं। इंदौर में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 903 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 320, भोपाल 190, उज्जैन 74, बुरहानपुर 25, खंडवा 19, जबलपुर 30, खरगौन 18, ग्वालियर 13, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 33, देवास 10, रायसेन 08, होशंगाबाद 07, सतना 08, आगरमालवा 03, झाबुआ 03, अशोकनगर 03, शाजापुर 04, दतिया 04, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 11, उमरिया 02, रतलाम 10, बड़वानी 08. मुरैना 09, राजगढ़ 09, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 08, रीवा 03, गुना 04, हरदा 06, कटनी 03, सीधी 01, शिवपुरी 02, अलीराजपुर 01, भिंड 01, बैतूल 03, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 02, छतरपुर 08, विदिशा 02, दमोह 02 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, प्रदेश में अब तक 24,099 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब प्रदेश सक्रिय प्रकरण 9400 के करीब हैं।
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भोपाल। जुलाई माह में सावन का महीना सूखा गुजरने के बाद अब अगस्त में अच्छी बारिश लेकर आ रहा है। पूरे मध्यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। सोमवार के दिन सावन माह खत्म हो रहा है, जबकि मंगलवार से शुरू हो रहे भादो में अच्छी बारिश की उम्मीद की जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से वातावरण में नया सिस्टम बनने से अब तेज बारिश का दौर शुरू हो रहा है। मौसम विभाग ने एक बार फिर सोमवार को यलो अलर्ट जारी किया है। राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह से मौसम खुशनुमा बना हुआ है। यहां अल सुबह के समय झमाझम बारिश के बाद मौसम में ठंडक घुल गई है। वहीं मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर एक दर्जन से अधिक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके अलावा कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने की भी आशंका जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक सागर संभाग के जिलों में तथा उमरिया, कटनी, जबलपुर, मंडला, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगौन, धार, इंदौर, देवास, दतिया, मुरैना, भिंड जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र नायक के मुताबिक मानसून 4 अगस्त के बाद से तीन चार दिनों तक सक्रिय रहेगा। इस दौरान 12 अगस्त तक मध्य प्रदेश में सामान्य या सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना है। एक कम दबाव क्षेत्र 04 अगस्त 2020 तक बंगाल की उत्तरी खाड़ी में बनने की संभावना है। नतीजतन, मानसून गर्त जो वर्तमान में सामान्य स्थिति में है, अगले 3-4 दिनों के दौरान सक्रिय होने की संभावना है। निचले स्तर दक्षिण-पश्चिम / पश्चिमी हवाओं ने अरब सागर के ऊपर बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के दक्षिणी भागों में मजबूत जुई हुईं है। इन जिलों में गिर सकती है बिजली मौसम विभाग ने कुछ जिलों में बिजली चमकने और बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की है। इसमें भोपाल और होशंगाबाद संभाग के जिले शामिल हैं। इनके अलावा खंडवा, खरगौन जिलों में भी बिजली चमकने के साथ ही बिजली गिरने की भी आशंका है। यहां बारिश की संभावना मौसम विभाग ने सोमवार को पूर्वानुमान जारी कर कहा है कि प्रदेश के लगभग सभी संभागों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर और चंबल संभागों के जिलों में तथा उज्जैन, शाजापुर, सरतलाम, देवास, आगर जिलों में ज्यादातर स्थानों पर बारिश हो सकती है। इनके अलावा रीवा, शहडोल और सागर संभागों के जिलों में भी अनेक स्थानों पर बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है। ग्वालियर और भोपाल संभागों के जिलों में तथा नीमच और मंदसौर जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है।
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उज्जैन। भगवान श्री महाकालेश्वर की पांचवी और श्रावण मास 2020 के अन्तिम सवारी आज शाम 4 बजे महाकाल मन्दिर से परिवर्तित मार्ग से निकाली जायेगी। इस दौरान भगवान महाकाल पालकी में मनमहेश के रूप में तथा हाथी पर चंद्रमौलेश्वर के रूप में विराजित होकर भ्रमण पर निकलेंगे। परिवर्तित मार्ग अनुसार भगवान महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से बड़ा गणेश मन्दिर होते हुए हरसिद्धि मन्दिर चौराहा पहुंचेगी। यहां से झालरिया मठ और बालमुकुंद आश्रम होते हुए सवारी रामघाट पर पहुंचेगी। रामघाट पर पूजन-अर्चन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए हरसिद्धि मन्दिर मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर के सामने से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी। सवारी का लाईव प्रसारण विभिन्न चैनलों द्वारा किया जायेगा। कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति श्री आशीष सिंह ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर वे सवारी देखने के लिये घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे घरों में ही रहकर भगवान महाकाल की सवारी का दर्शन लाभ लें।
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नरसिंहपुर। जिले के गाडऱवाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार को तडक़े एक तेज रफ्तार ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। इस हादसे में ट्रक में सवार चार लोगों की मौत हो गई। इनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। चारों मृतक एक ही परिवार के बताये जा रहे हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। हादसे के बाद ट्रक चालक और परिचालक मौके से फरार हो गए। जानकारी के मुताबिक, गाडऱवाड़ा थाना मुख्यालय से करीब आठ किलोमीटर दूर ग्राम नांदनेर के पास सोमवार तडक़े करीब चार बजे यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि तेल के डिब्बों से भरा ट्रक जबलपुर जा रहा था। इसी दौरान ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया और उसमें सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान देवास जिले के सोनकच्छ निवासी 35 वर्षीय वीरेन्द्र बजाज, उनकी पत्नी 32 वर्षीय पूजा बजाज दो बच्चे 11-12 वर्षीय लक्ष्य व मयंक के रूप में हुई है। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई कर चारों के शव पोस्टमार्टम के लिए नरसिंहपुर जिला अस्पताल पहुंचाये और मामले की जांच शुरू की। जानकारी मिली है कि सोनकच्छ में रहने वाला वीरेन्द्र बजाज का परिवार जबलपुर जाने के लिए निकला था। उन्होंने ट्रक में शाहपुरा-भिटौनी तक के लिए लिफ्ट ली थी और हादसे के दौरान सभी ट्रक के अंदर दो रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया और चारों की मौत हो गई। हादसे के बाद चालक-परिचालक मौके से फरार हो गए। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यहां कोरोना के 91 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7646 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 317 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा 2029 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 91 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन 91 नये मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7646 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 317 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि अब तक इंदौर में 5235 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2094 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संकट के बीच शनिवार को ईद-उल-अजहा का पर्व शासन की तय गाइडलाइन के नियमों के मुताबिक मनाया गया। इस दौराम मस्जिदें पूरी तरह सूनी रहीं। राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में मस्जिदों में पांच-पांच लोगों ने ही ईद की विशेष नमाज अदा की।ईद के मौके पर भोपाल में चौक स्थित जामा मस्जिद में इस बार सार्वजनिक रूप से नमाज अदा नहीं की गई। सभी मस्जिदों में शनिवार सुबह पांच-पांच लोग एकत्रित हुए और दो गज दूरी के नियमों का पालन करते हुए ईद की विशेष नमाज अदी की। इसके अलावा अन्य मुस्लिम धर्मावलबियों द्वारा अपने-अपने घरों में नमाज अदा कर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ईद उल अजहा पर प्रदेश के सभी मुस्लिम भाई-बहनों को मुबारकबाद दी। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि - ‘मेरे सभी मुस्लिम भाई-बहनों को ईद उल अज़हा की बहुत-बहुत मुबारकबाद। त्योहार सानंद मनाएं, लेकिन कोरोना से सावधान रहें। साफ-सफाई का ध्यान रखें और घरों में ही नमाज अता करें। बधाई, शुभकामनाएं।वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी ईद के मौके पर ट्वीट के माध्यम से प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ट्वीट किया है कि -‘समस्त देशवासियों -प्रदेश वासियों को ईद-उल अजहा की दिली मुबारकबाद।’
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। यहां अब कोरोना के 120 नये मामले सामने आए हैं जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7448 हो गई है। इंदौर में अब तक कोरोना से 312 लोगों की मौत हो चुकी है। रोजाना अधिक संख्या में नये संक्रमित मिलने से यहां सक्रिय मरीजों की संख्या भी दो हजार के पार पहुंच गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 1897 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 120 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 7448 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 312 हो गई है। हालांकि राहत की खबर यह है कि इंदौर में अब तक 5076 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की कुल संख्या 2060 हो गई है। बता दें कि इंदौर में बीते 10 दिन से लगातार सौ से अधिक नये संक्रमित मिल रहे हैं, जबकि स्वस्थ होकर घर लौटने वालों की संख्या स्वस्थ होने वाले मरीजों की तुलना में काफी है। इसीलिए यहां सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढ़कर दो हजार के पार पहुंच गई है।
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भोपाल। भाई-बहन के प्रेम उत्सव का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन सोमवार, तीन अगस्त को श्रावणी नत्रत्र के शुभ संयोग में मनाया जाएगा। इस बार श्रावणी पूर्णिमा के साथ महीने का श्रावण नक्षत्र भी पड़ रहा है, इसलिए पर्व की शुभता और बढ़ जाती है। श्रावणी नक्षत्र का संयोग पूरे दिन रहेगा। हालांकि सुबह सवा सात बजे तक रक्षाबंधन पर भद्रा का साया भी रहेगा। ज्योतिष के अनुसार, भद्राकाल में पर्व मनाना शुभ नहीं है, इसलिए यह समय निकल जाने के बाद ही पर्व मनाएं। ज्योतिषियों के अनुसार रक्षाबंधन के पर्व पर इसके पूर्व में भी कई बार भद्रा की स्थिति बनी है।प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में बताया कि तीन अगस्त को सुबह 7.15 बजे तक भद्राकाल की स्थिति बन रही है। इस काल में रक्षाबंधन का पर्व मनाना शुभ नहीं माना गया है। रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त सुबह 9.00 से 10.30 बजे तक शुभ, दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक चलकी चौघडिय़ा, दोपहर 3.00 से 4.30 बजे तक लाभ की चौघडिय़ा, शाम 4.00 से 6.00 बजे तक अमृत की चौघडिय़ा, शाम 6.00 से 7.30 बजे चल की चौघडिय़ा का योग बन रहा है। इसके साथ ही इस बार पर्व पर कई शुभ संयोग भी बने हैं। सावन माह का आखिरी सोमवार, श्रावण पूर्णिमा, श्रावणी नक्षत्र और सर्वार्थसिद्धि का विशेष संयोग बन रहा है। यह दिन नामकरण, अन्न प्राशन, यात्रा, व्यापार, वाहन क्रय के लिए अच्छा है। ब्राह्मण वर्ग रक्षाबंधन के लिए श्रावणी उपकर्म जनेऊ बदलते हैं। ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने बताया कि रक्षा बंधन के दिन बहनें भाइयों की कलाई पर रक्षा-सूत्र या राखी बांधती हैं और उनकी दीर्घायु, समृद्धि व खुशी आदि की कामना करती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं। रक्षाबंधन का पर्व श्रावण मास में उस दिन मनाया जाता है, जिस दिन पूर्णिमा अपरान्हृ काल में पड़ रही हो। ध्यान रखें कि यदि पूर्णिमा के दौरान अपराह्न काल में भद्रा हो तो रक्षाबंधन नहीं मनाना चाहिए। ऐसे में यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती तीन मुहूर्त में हो, तो पर्व के सारे विधि-विधान अगले दिन करने चाहिए। लेकिन यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती तीन मुहूर्तों में न हो तो रक्षाबंधन को पहले ही दिन भद्रा के बाद प्रदोष काल के उत्तारार्ध में मना सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार चाहे कोई भी स्थिति क्यों न हो भद्रा होने पर रक्षाबंधन मनाना निषेध है। ग्रहण सूतक या संक्रांति होने पर यह पर्व बिना किसी निषेध के मनाया जाता है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां दो जिलों में कोरोना के 278 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक मौत दर्ज की गई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 31 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 858 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात जारी की गई 1535 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 112 नये संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक 50 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है। अब इंदौर में संक्रमितों की कुल संख्या 7328 और मृतकों की संख्या 311 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में शुक्रवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 166 नये पॉजिटिव मिले हैं।इन 278 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 30,968 से बढक़र 31,246 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 7328, भोपाल 6371, उज्जैन 1166, मुरैना 1567, ग्वालियर 2211, नीमच 673, जबलपुर 1144, सागर 660, बुरहानपुर 472, खंडवा 618, खरगौन 693, भिण्ड 451, देवास 426, धार 388, रतलाम 409, मंदसौर 398, बड़वानी 608, रायसेन 323, राजगढ़ 285, श्योपुर 242, बैतूल 220, शाजापुर 283, छिंदवाड़ा 164, रीवा 302, टीकमगढ़ 305, छतरपुर 318, विदिशा 289, पन्ना 91, दमोह 188, शिवपुरी 281, अशोकनगर 83, दतिया 213, हरदा 198, सतना 170, होशंगाबाद 181, बालाघाट 130, नरसिंहपुर 165, डिंडौरी 38, अनूपपुर 71, कटनी 142, गुना 71, शहडोल 77, सीहोर 256, झाबुआ 128, सीधी 87, सिंगरौली 88, आगरमालवा 83, सिवनी 41. निवाड़ी 42, उमरिया 44, अलीराजपुर 142 और मंडला 22 मरीज शामिल हैं।इंदौर में हुई एक मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 858 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 311, भोपाल 169, उज्जैन 74, बुरहानपुर 24, खंडवा 19, जबलपुर 27, खरगौन 17, ग्वालियर 12, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 32, देवास 10, रायसेन 07, होशंगाबाद 06, सतना 08, आगरमालवा 03, झाबुआ 03, अशोकनगर 02, शाजापुर 04, दतिया 04, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 09, उमरिया 02, रतलाम 09, बड़वानी 08. मुरैना 09, राजगढ़ 09, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 08, रीवा 03, गुना 04, हरदा 06, कटनी 03, सीधी 01, शिवपुरी 02, अलीराजपुर 01, भिंड 01, बैतूल 03, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 02, छतरपुर 07, विदिशा 02, दमोह 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, अब तक यहां 21,657 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब प्रदेश में सक्रिय प्रकरण 8500 के करीब हैं।
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सीहोर। मध्यप्रदेश में शासन-प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई करने के बाद भी रेत माफिया के हौसले पस्त नहीं हो रहे हैं। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में रेत माफिया द्वारा दबंगई का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जिले के रेहटी थाना क्षेत्र में एक आरक्षक द्वारा अवैध रेत से भरा ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की गई तो चालक ने रेत से भरा ट्रैक्टर आरक्षक पर चढ़ा दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। रेहटी थाना पुलिस के अनुसार, घटना गुरुवार देर रात की है। अवैध परिवहन की सूचना मिलने पर रेहटी थाने में पदस्थ आरक्षक धर्मेन्द्र यादव जहाजपुरा रेत खदान पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने अवैध रेत से भरे एक ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान चालक ने आरक्षक धर्मेन्द्र यादव पर ही रेत से भरा ट्रैक्टर चढ़ा दिया। ट्रैक्टर की चपेट में आने से धर्मेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने तत्काल थाने फोन कर पुलिस बल को मौके पर बुलाया। सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और उन्हें रेहटी के अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें होशंगाबाद रैफर किया गया है। प्रदेश के गृह मत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि घटना में आरक्षक के दोनों पैर में गंभीर चोटें आई हैं। उपचार के लिए उन्हें होशंगाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मौके से दो ट्रैक्टरों को जब्त किया है और एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले में अपनी कार्रवाई कर रही है।
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उज्जैन। मध्यप्रदेश में कोरोना संकटकाल में भी भ्रष्टाचार चरम पर है। आए दिन अधिकारी-कर्मचारी रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़े जा रहे हैं। इसी क्रम में अब उज्जैन में एक पटवारी को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि पटवारी ने एक किसान से जमीन की पावती बनाने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। किसान की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार को योजनाबद्ध तरीके के कार्रवाई को अंजाम दिया।उज्जैन लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, ग्राम लिंबा पिपलिया निवासी किसान भूपेन्द्र चौधरी ने शिकायत की थी कि क्षेत्र का पटवारी दुष्यंत वर्मा जमीन की पावती बनाने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत की पुष्टि होने के बाद डीएसपी वेदांत शर्मा की नेतृत्व में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने फरियादी भूपेन्द्र चौधरी को पैसे लेकर पटवारी के पास भेजा और जैसे ही उसने पैसे दिये, उसी समय लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर उसे पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपित पटवारी दुष्यंत वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है और फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।
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झाबुआ। प्रदेश के आदिवासी जिले झाबुआ में एक बार फिर भील पंचायत के फैसले से मानवीयता तार-तार हो गई। कोतवाली थाना अंतर्गत पारा पुलिस चौकी के गांव छापरी रणवास का गुरुवार को एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला अपने पति को कंधे पर बैठाकर गांव के चक्कर लगा रही है। बताया गया है कि आदिवासी पंचायत द्वारा प्रेम प्रसंग के मामले में उसे यह सजा दी गई थी। जानकारी के मुताबिक, महिला प्रेम प्रंसग के चलते अपने पति को छोड़कर किसी अन्य युवक के साथ चली गयी थी, लेकिन जब परिजन उसे वापस लाये तो महिला के सुसराल छापरी गांव में गत दिवस भील पंचायत बुलाई गयी। पंचायत ने महिला को मानवीयता को तार तार करने वाली सजा दे दी। महिला केा अपने पति को कंधे पर बैठाकर पूरे गांव में घुमाया। इतना ही नहीं, भीड के कुछ लोगों के हाथ मे डण्डे भी थे और जब भी महिला रुकती, उसे पीछे से डण्डे भी मारे जा रहे थे। वीडियो में यह नजारा साफ-साफ देखा जा रहा है। बुधवार को ही महिला कोतवाली थाना पहुंची और प्रकरण दर्ज कराया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने पति समेत सात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिये हैं। कोतवाली थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिह गाडरीया ने बताया कि महिला की शिकायत पर आईपीसी की धारा 354, 355, 147, 149, 294, 506 के अतर्गत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें महिला के पति बदिया पुत्र लालु सिंगाड, दितू पुत्र भूरू सिंगाड, झीतरा पुत्र जामसिह भाभर, भूरू पुत्र गुला सिंगाड, धनीबाई पत्नी कालिया को आरोपित बनाया गया है। पूर्व मे हो चुकी है इस प्रकार की घटना झाबुआ मे जिले मे यह पहली घटना नहीं हैष इसके पहले 6 जुलाई को कालीदेवी थाने के अंतर्गत आने वाले अमरकोट गांव मे इस प्रकार का ममला हुआ था, जहां पर युवक ओर यवती की प्रेम प्रंसग के चलते पिटाई की गयी थी इसके पूर्व कल्याणपुरा थाने के अंतर्गत भी महिला को अपने पति को कंधे पर बैठा कर घुमाने की सजा दी जा चुकी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यहां अब दो जिलों में कोरोना के 302 नये मामले सामने आए हैं जबकि दो लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 30 हजार 436 हो गई है। प्रदेश में कोरोना से अब तक 846 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे दिन कोरोना विस्फोट हुआ है। बुधवार को यहां सर्वाधिक 246 नये मामले सामने आए थे। अब यहां 218 नये संक्रमित मिले हैं। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 218 पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6326 हो गई है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने गुरुवार को बताया कि बुधवार देर रात जारी की गई 889 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 84 नये पॉजिटिव मिले हैं, जबकि दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमितों की कुल संख्या 7216 और मृतकों की संख्या 310 हो गई है।भोपाल-इंदौर में मिले 302 नये मामलों के साथ अब प्रदेश में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 30,436 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 7216, भोपाल 6326, उज्जैन 1154, मुरैना 1555, ग्वालियर 2167, नीमच 659, जबलपुर 1097, सागर 644, बुरहानपुर 469, खंडवा 605, खरगौन 691, भिण्ड 446, देवास 425, धार 372, रतलाम 388, मंदसौर 394, बड़वानी 535, रायसेन 310, राजगढ़ 273, श्योपुर 240, बैतूल 218, शाजापुर 281, छिंदवाड़ा 146, रीवा 277, टीकमगढ़ 301, छतरपुर 312, विदिशा 286, पन्ना 89, दमोह 182, शिवपुरी 279, अशोकनगर 83, दतिया 205, हरदा 191, सतना 152, होशंगाबाद 173, बालाघाट 114, नरसिंहपुर 148, डिंडौरी 36, अनूपपुर 71, कटनी 140, गुना 67, शहडोल 75, सीहोर 229, झाबुआ 124, सीधी 87, सिंगरौली 85, आगरमालवा 80, सिवनी 40. निवाड़ी 38, उमरिया 40, अलीराजपुर 136 और मंडला 21 मरीज शामिल हैं।इंदौर में हुई दो लोगों की मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 846 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 310, भोपाल 164, उज्जैन 74, बुरहानपुर 23, खंडवा 19, जबलपुर 27, खरगौन 17, ग्वालियर 12, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 32, देवास 10, रायसेन 07, होशंगाबाद 06, सतना 07, आगरमालवा 03, झाबुआ 03, अशोकनगर 02, शाजापुर 04, दतिया 03, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 08, उमरिया 02, रतलाम 09, बड़वानी 08. मुरैना 09, राजगढ़ 09, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 08, रीवा 03, गुना 04, हरदा 06, कटनी 03, सीधी 01, शिवपुरी 02, अलीराजपुर 01, भिंड 01, बैतूल 03, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 02, छतरपुर 06, विदिशा 01, दमोह 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 21 हजार मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज साढ़ आठ हजार के करीब हैं।
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मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर बिछिया थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर हनुमान नाला के पास गुरुवार सुबह पिकअप वाहन और मिनी ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में वाहन में सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की।बिछिया थाना पुलिस के अनुसार मंडला-जबलपुर रोड पर गुरुवार सुबह एक पिकअप वाहन और मिनी ट्रक के बीच हुई दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था की पिकअप वैन के परखच्चे उड़ गए। मृतकों में तीन लोग पिकअप वाहन में सवार थे जबकि मिनी ट्रक में सवार एक व्यक्ति की मौत हुई है। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने जेसीबी की मदद से वाहनों को अलग कर मृतकों के शव बाहर निकाला। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच शुरू की।मंडला एसपी दीपक शुक्ला के अनुसार मिनी ट्रक रायपुर की ओर से लोहे के एंगल लेकर आ जबलपुर की ओर जा रहा था जबकि जबकि पिकअप वैन मंडला की ओर आ रही थी। इसी बीच दोनों वाहनों के बीच आमने-सामने की टक्कर हो गई। फिलहाल मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 10 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है। बुधवार को लॉकडाउन का पांचवां दिन है और शहर के सभी बाजार पूरी तरह बंद हैं तथा जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर शहर की सीमाएं सील कर दी गई हैं। इसके बावजूद यहां कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यहां रिकॉर्ड 246 नये संक्रमित मिले हैं। यह संख्या अब तक की एक दिन में सर्वाधिक है। इससे पहले यहां एक दिन में सर्वाधिक 215 मरीज मिले थे। इतने अधिक मामले सामने आने से यहां लॉकडाउन भी बेअसर साबित हो रहा है।बता दें कि भोपाल में बीते 10 दिन से रोजाना 200 के आसपास नये संक्रमित मिल रहे हैं, लेकिन बुधवार को यहां पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए। सीएमचएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह प्राप्त हुई रिपोर्ट में कोरोना के 246 नये मरीज मिले हैं। इसके साथ ही अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6108 हो गई है। वहीं, भोपाल में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 164 हो गई है। हालांकि, भोपाल में अब तक 3747 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 2197 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। भोपाल में शासन-प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 10 दिन का लॉकडाउन लगाया है, लेकिन बुधवार को लॉकडाउन के पांचवें दिन यहां कोरोना से सारे पुराने रिकार्ड तोड़ दिये। यहां एक दिन में सर्वाधिक 246 नये मामले सामने आए हैं। इनमें शहीद नगर कालोनी से 7 लोग, ऋषि नगर चार इमली से 6 लोग, राजदेव कॉलोनी नीयर एकता पार्क एक ही परिवार से 3 लोग, ईएमई सेंटर से दो, एमएलए रेस्ट हाउस से तीन, कृष्णा नगर कालोनी करोंद से 4 लोग, अरेरा कालोनी से एक ही परिवार के 3 लोग, अरेरा कालोनी के अलग अलग घरों से 4 लोग, लहारपुर से तीन, प्रोफेसर कॉलोनी से एक, जहांगीराबाद से 2 लोगों के अलावा बीएमएचआरसी और जीएमसी के चिकित्सकों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
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भोपाल। बहन-भाई का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन आगामी तीन अगस्त को मनाया जाएगा। भोपाल में 10 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है, इसलिए यहां बाजार पूरी तरह बंद हैं और बेवजह घर से बाहर निकलने वालों पर पुलिस सख्ती कर रही है, लेकिन प्रदेश के अन्य शहरों में लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। रक्षाबंधन के लिए बाजारों में खरीदारों की अच्छी खासी भीड़ नजर आ रही है। भोपाल को छोडक़र प्रदेशभर में रक्षाबंधन की तैयारियों जोर-शोर से शुरू हो गई हैं।मध्यप्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए भोपाल में लॉकडाउन किया गया है, जो कि तीन अगस्त तक जारी रहेगा। इसलिए यहां रक्षाबंधन का पर्व फीका रहने की उम्मीद है। वहीं, अन्य शहरों में भी कोरोना संक्रमण के चलते बाजारों में कब ताले लग जाएं, इसे लेकर असमंजस की स्थिति है। इसीलिए लॉकडाउन लगने से पहले ही लोग रक्षाबंधन की तैयारियां पूरी कर लेना चाहते हैं। लॉकडाउन लगने के डर से नए व और राखी व जरूरी सामान खरीदने से वंचित न रह जाएं, इसे देखते हुए सुबह से ही लोग खरीदारी करने के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। भाई की कलाई पर सुंदर राखी बांधने के लिए बहनें मनपसंद राखियां खरीद रही हैं तो वहीं ज्वेलर्स की दुकानों पर सोने-चांदी की राखियां रखी हुई हैं, लेकिन इनकी खरीदारी कम मात्रा में हो रही है। संक्रमण के चलते पिछले चार माह से बाजारों के शटर बंद रहे, जिससे अर्थव्यवस्था भी बिगड़ी हुई है। अब रखाबंधन के चलते बाजारों में लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। सबसे ज्यादा बहनों की भीड़ नजर आ रही है और राखी के दौरान किसी भी चीज के लिए परेशान नहीं होना पड़े, इसे देखते हुए सुबह से लेकर शाम तक खरीदारी करते हुए जेब ढीली कर रही हैं। भाई की कलाई सुंदर दिखे इसके लिए घंटों दुकानों पर खड़े होकर राखी पसंद कर रही हैं। बाजार में मंगलवार को खरीदारों की भीड़ लगना शुरु हो गई। दुकानदारों के मुताबिक अच्छा कारोबार होने की उम्मीद बनी हुई है। बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए मोतियों व ब्रासलेट को ज्यादा पसंद कर रही हैं तो बच्चों के लिए टेडीवियर की राखी खरीद रही हैं। कई बहनें अपने भाई की कलाई पर सोने और चांदी की राखी बांधने के लिए ज्वेलर्सों की दुकानों पर खरीदारी करती नजर आ रही हैं। इसलिए भी लग रही है भीड़सावन शुरू होते ही त्योहारों की झड़ी शुरू हो गई है और तीन अगस्त को जहां रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा। वहीं उससे पहले ईद भी आ रही है। ईद पर नए कपड़े पहनने के लिए मुस्लिम समाज के लोग खरीदारी करते हुए नजर आ रहे हैं। प्रशासन द्वारा एक अगस्त को बाजारों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। सिर्फ किराना, राखी और मिठाइयों की दुकानें खोलने के लिए कहा गया है। रक्षाबंधन के दो दिन पहले कपड़े से लेकर जनरल स्टोर, श्रृंगार का सामान और जूते चप्पलों की दुकानें बंद रहेंगी, जिसके चलते वह अभी से ही खरीदारी कर रहे हैं। भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन 3 अगस्त को मनाया जाएगा, जिसके चलते बाजारों में खरीदारों की भीड़ लगी हुई है। रेडीमेड कपड़ों को खरीदने के लिए मार्केटों में पहुंचकर ग्राहक खरीदारी कर रहे हैं। मौसम के अनुसार परिधानों को भी युवा प्राथमिकता दे रहे हैं। युवा सबसे ज्यादा जींस और रेडीमेड शर्ट व टीशर्ट पसंद कर रहे हैं। युवतियां सलवार सूट को दरकिनारा कर लैगी, कुर्ती पसंद कर रहीहैं। कॉलेज और स्कूलों मे पढऩे वाली युवतियां जीन्स व शॉर्ट शर्ट को प्राथमिकता दे रही हैं। महिलाएं मनपसंद साडिय़ां खरीदने के लिए दुकानों पर बैठकर साडिय़ों को पसंद कर रहीं हैं तो वहीं सलवार सूट की भी खरीदारी हो रही है।
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भोपाल। बहन-भाई का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन आगामी तीन अगस्त को मनाया जाएगा। भोपाल में 10 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है, इसलिए यहां बाजार पूरी तरह बंद हैं और बेवजह घर से बाहर निकलने वालों पर पुलिस सख्ती कर रही है, लेकिन प्रदेश के अन्य शहरों में लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। रक्षाबंधन के लिए बाजारों में खरीदारों की अच्छी खासी भीड़ नजर आ रही है। भोपाल को छोडक़र प्रदेशभर में रक्षाबंधन की तैयारियों जोर-शोर से शुरू हो गई हैं।मध्यप्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए भोपाल में लॉकडाउन किया गया है, जो कि तीन अगस्त तक जारी रहेगा। इसलिए यहां रक्षाबंधन का पर्व फीका रहने की उम्मीद है। वहीं, अन्य शहरों में भी कोरोना संक्रमण के चलते बाजारों में कब ताले लग जाएं, इसे लेकर असमंजस की स्थिति है। इसीलिए लॉकडाउन लगने से पहले ही लोग रक्षाबंधन की तैयारियां पूरी कर लेना चाहते हैं। लॉकडाउन लगने के डर से नए व और राखी व जरूरी सामान खरीदने से वंचित न रह जाएं, इसे देखते हुए सुबह से ही लोग खरीदारी करने के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। भाई की कलाई पर सुंदर राखी बांधने के लिए बहनें मनपसंद राखियां खरीद रही हैं तो वहीं ज्वेलर्स की दुकानों पर सोने-चांदी की राखियां रखी हुई हैं, लेकिन इनकी खरीदारी कम मात्रा में हो रही है। संक्रमण के चलते पिछले चार माह से बाजारों के शटर बंद रहे, जिससे अर्थव्यवस्था भी बिगड़ी हुई है। अब रखाबंधन के चलते बाजारों में लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। सबसे ज्यादा बहनों की भीड़ नजर आ रही है और राखी के दौरान किसी भी चीज के लिए परेशान नहीं होना पड़े, इसे देखते हुए सुबह से लेकर शाम तक खरीदारी करते हुए जेब ढीली कर रही हैं। भाई की कलाई सुंदर दिखे इसके लिए घंटों दुकानों पर खड़े होकर राखी पसंद कर रही हैं। बाजार में मंगलवार को खरीदारों की भीड़ लगना शुरु हो गई। दुकानदारों के मुताबिक अच्छा कारोबार होने की उम्मीद बनी हुई है। बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए मोतियों व ब्रासलेट को ज्यादा पसंद कर रही हैं तो बच्चों के लिए टेडीवियर की राखी खरीद रही हैं। कई बहनें अपने भाई की कलाई पर सोने और चांदी की राखी बांधने के लिए ज्वेलर्सों की दुकानों पर खरीदारी करती नजर आ रही हैं। इसलिए भी लग रही है भीड़सावन शुरू होते ही त्योहारों की झड़ी शुरू हो गई है और तीन अगस्त को जहां रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा। वहीं उससे पहले ईद भी आ रही है। ईद पर नए कपड़े पहनने के लिए मुस्लिम समाज के लोग खरीदारी करते हुए नजर आ रहे हैं। प्रशासन द्वारा एक अगस्त को बाजारों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। सिर्फ किराना, राखी और मिठाइयों की दुकानें खोलने के लिए कहा गया है। रक्षाबंधन के दो दिन पहले कपड़े से लेकर जनरल स्टोर, श्रृंगार का सामान और जूते चप्पलों की दुकानें बंद रहेंगी, जिसके चलते वह अभी से ही खरीदारी कर रहे हैं। भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन 3 अगस्त को मनाया जाएगा, जिसके चलते बाजारों में खरीदारों की भीड़ लगी हुई है। रेडीमेड कपड़ों को खरीदने के लिए मार्केटों में पहुंचकर ग्राहक खरीदारी कर रहे हैं। मौसम के अनुसार परिधानों को भी युवा प्राथमिकता दे रहे हैं। युवा सबसे ज्यादा जींस और रेडीमेड शर्ट व टीशर्ट पसंद कर रहे हैं। युवतियां सलवार सूट को दरकिनारा कर लैगी, कुर्ती पसंद कर रहीहैं। कॉलेज और स्कूलों मे पढऩे वाली युवतियां जीन्स व शॉर्ट शर्ट को प्राथमिकता दे रही हैं। महिलाएं मनपसंद साडिय़ां खरीदने के लिए दुकानों पर बैठकर साडिय़ों को पसंद कर रहीं हैं तो वहीं सलवार सूट की भी खरीदारी हो रही है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां तीन जिलों में 304 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 28 हजार 893 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 823 लोगों की मौत हो चुकी है। इधर, लगातार अधिक संख्या में नये मामले सामने आने से सक्रिय मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ते हुए आठ हजार के पार पहुंच गई है।इंदौर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने मंगलवार को बताया एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात जारी की गई 1209 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 73 नये पॉजिटिव मिले हैं, जबकि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमितों की कुल संख्या 7058 और मृतकों की संख्या 306 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार मंगलवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में राजधानी में 199 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा कटनी में 32 नये मामले सामने आए हैं।इन 304 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 28,893 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 7058, भोपाल 5872, उज्जैन 1133, मुरैना 1519, ग्वालियर 2037, नीमच 630, जबलपुर 1033, सागर 621, बुरहानपुर 464, खंडवा 582, खरगौन 666, भिण्ड 431, देवास 415, धार 355, रतलाम 369, मंदसौर 385, बड़वानी 401, रायसेन 296, राजगढ़ 231, श्योपुर 220, बैतूल 209, शाजापुर 277, छिंदवाड़ा 114, रीवा 220, टीकमगढ़ 300, छतरपुर 255, विदिशा 268, पन्ना 88, दमोह 154, शिवपुरी 266, अशोकनगर 80, दतिया 205, हरदा 183, सतना 118, होशंगाबाद 154, बालाघाट 106, नरसिंहपुर 145, डिंडौरी 36, अनूपपुर 69, कटनी 147, गुना 65, शहडोल 65, सीहोर 201, झाबुआ 121, सीधी 78, सिंगरौली 83, आगरमालवा 78, सिवनी 39. निवाड़ी 38, उमरिया 36, अलीराजपुर 126 और मंडला 21 मरीज शामिल हैं। इंदौर-भोपाल में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 823 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 306, भोपाल 160, उज्जैन 72, बुरहानपुर 23, खंडवा 19, जबलपुर 26, खरगौन 17, ग्वालियर 11, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 32, देवास 10, रायसेन 07, होशंगाबाद 05, सतना 07, आगरमालवा 03, झाबुआ 03, अशोकनगर 02, शाजापुर 04, दतिया 03, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 06, उमरिया 01, रतलाम 07, बड़वानी 07. मुरैना 09, राजगढ़ 09, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 07, रीवा 03, गुना 04, हरदा 06, कटनी 03, सीधी 01, शिवपुरी 02, अलीराजपुर 01, भिंड 01, बैतूल 03, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 02, छतरपुर 03, विदिशा 01, दमोह 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 19,791 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय प्रकरण 8293 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में तमाम प्रयासों के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब यहां चार जिलों में कोरोना के 352 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद प्रदेश में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 28 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं राज्य में अब तक कोरोना से 811 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर की प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पूर्णिमा गाडरिया ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात जारी की गई 1445 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 127 नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 6985 हो गई है। वहीं भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, सोमवार को प्राप्त रिपोर्ट में राजधानी में 177 नये मामले सामने आए हैं। इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इसके अलावा दमोह में 32 और सीहोर में 16 नये पॉजिटिव मिले हैं।इन 352 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 28,152 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 6985, भोपाल 5491, उज्जैन 1115, मुरैना 1500, ग्वालियर 1978, नीमच 608, जबलपुर 1005, सागर 609, बुरहानपुर 459, खंडवा 570, खरगौन 646, भिण्ड 428, देवास 412, धार 349, रतलाम 360, मंदसौर 368, बड़वानी 374, रायसेन 284, राजगढ़ 225, श्योपुर 216, बैतूल 199, शाजापुर 273, छिंदवाड़ा 114, रीवा 211, टीकमगढ़ 280, छतरपुर 253, विदिशा 262, पन्ना 87, दमोह 155, शिवपुरी 266, अशोकनगर 80, दतिया 197, हरदा 177, सतना 112, होशंगाबाद 147, बालाघाट 99, नरसिंहपुर 137, डिंडौरी 34, अनूपपुर 69, कटनी 110, गुना 62, शहडोल 65, सीहोर 196, झाबुआ 120, सीधी 72, सिंगरौली 78, आगरमालवा 76, सिवनी 34. निवाड़ी 32, उमरिया 36, अलीराजपुर 116 और मंडला 21 मरीज शामिल हैं। वहीं, राज्य में कोरोना से अब तक 811 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 304, भोपाल 158, उज्जैन 72, बुरहानपुर 23, खंडवा 19, जबलपुर 24, खरगौन 17, ग्वालियर 10, धार 10, मंदसौर 11, नीमच 09, सागर 32, देवास 10, रायसेन 07, होशंगाबाद 05, सतना 07, आगरमालवा 03, झाबुआ 03, अशोकनगर 01, शाजापुर 04, दतिया 03, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 06, उमरिया 01, रतलाम 07, बड़वानी 06. मुरैना 09, राजगढ़ 09, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 07, रीवा 01, गुना 04, हरदा 06, कटनी 03, सीधी 01, शिवपुरी 02, अलीराजपुर 01, भिंड 01, बैतूल 03, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 01, छतरपुर 03, विदिशा 01, दमोह 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, यहां अब तक 19,132 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन तेजी से नये मरीज सामने आने से राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां अब सक्रिय मरीज आठ हजार के पार पहुंच गए हैं।
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उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में आगामी पांच अगस्त को भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन होगा। इस भूमिपूजन में मध्य प्रदेश के दोनों ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर और ओंकारेश्व की मिट्टी के साथ ही शिप्रा के जल का भी उपयोग होगा। इसके लिए सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बाबा महाकाल और ओंकारेश्वर मंदिर की मिट्टी तथा शिप्रा नदी का जल अयोध्या भेजा है।विहिप के मालवा प्रांत के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने बताया कि सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे महाकाल व ओंकारेश्वर मंदिर की मिट्टी और शिप्रा के जल का पूजन किया गया और इसके बाद राममंदिर भूमिपूजन के लिए उसे अयोध्या भेजा गया। इसके अलावा महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से बाबा महाकाल को चढ़ाने वाली भस्म के भी अयोध्या भेजी गई है।मालवा प्रांत अध्यक्ष पटेल ने बताया कि आगामी पांच अगस्त को अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी जाएगी, जिसमें देशभर के तीर्थ क्षेत्रों की मिट्टी और पवित्र नदियों के जल का उपयोग भूमिपूजन में होगा। कुछ दिन पहले केन्द्रीय समिति द्वारा ज्योतिर्लिंग महाकाल और ओंकारेश्वर का मिट्टी तथा शिप्रा का जल भेजने के लिए कहा गया था। हमने सोमवार को दोनों मंदिरों की मिट्टी और जल एकत्र कर अयोध्या भेज दिया है।
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भोपाल। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू गाइडलाइन के अनुसार जेल विभाग द्वारा प्रदेश की सभी जेलों में खुली मुलाकात पर रोक लगा दी है। जेल प्रशासन ने इस संबंध में सभी जेल पदाधिकारियों को एक पत्र लिखकर आदेश जारी किया है कि 31 अगस्त तक किसी भी कैदी से मुलाकात नहीं हो पाएगी। यानी, रक्षाबंधन पर्व पर भी कैदियों से उनके परिजन नहीं मिल पाएंगे और इस बार कोरोना के चलते जेल में बंद कैदियों को उनकी बहनें राखी नहीं बांध पाएंगी। दरअसल, रक्षाबंधन के दिन हर साल जेल में कैदियों की बहनें बड़ी संख्या में जेल पहुंचती थीं और उन्हें राखी बांधकर मुंह मीठा कराती थीं, लेकिन इस बार कैदियों की कलाइयां सूनी ही रह जाएंगी। जेल अधीक्षक जीएल बेटी ने बताया कि जेल मुख्यालय से आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जेल में कैदियों से उनके परिजनों की मुलाकात पर आगामी 31 अगस्त तक पाबंदी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते यह व्यवस्था की गई है। हालांकि, कोरोना के चलते अधिकांश कैदियों को पेरोल पर छोड़ा गया है, वे अपने घरों में रक्षाबंधन का पर्व मना सकेंगे, लेकिन जो बाकी कैदी जेल में बंद हैं, उन्हें रक्षाबंधन पर अपनी बहनों से मिलने की छूट नहीं दी जाएगी।
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भोपाल। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू गाइडलाइन के अनुसार जेल विभाग द्वारा प्रदेश की सभी जेलों में खुली मुलाकात पर रोक लगा दी है। जेल प्रशासन ने इस संबंध में सभी जेल पदाधिकारियों को एक पत्र लिखकर आदेश जारी किया है कि 31 अगस्त तक किसी भी कैदी से मुलाकात नहीं हो पाएगी। यानी, रक्षाबंधन पर्व पर भी कैदियों से उनके परिजन नहीं मिल पाएंगे और इस बार कोरोना के चलते जेल में बंद कैदियों को उनकी बहनें राखी नहीं बांध पाएंगी। दरअसल, रक्षाबंधन के दिन हर साल जेल में कैदियों की बहनें बड़ी संख्या में जेल पहुंचती थीं और उन्हें राखी बांधकर मुंह मीठा कराती थीं, लेकिन इस बार कैदियों की कलाइयां सूनी ही रह जाएंगी। जेल अधीक्षक जीएल बेटी ने बताया कि जेल मुख्यालय से आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जेल में कैदियों से उनके परिजनों की मुलाकात पर आगामी 31 अगस्त तक पाबंदी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते यह व्यवस्था की गई है। हालांकि, कोरोना के चलते अधिकांश कैदियों को पेरोल पर छोड़ा गया है, वे अपने घरों में रक्षाबंधन का पर्व मना सकेंगे, लेकिन जो बाकी कैदी जेल में बंद हैं, उन्हें रक्षाबंधन पर अपनी बहनों से मिलने की छूट नहीं दी जाएगी।
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टीकमगढ़। टीकमगढ़ जिले के एक गांव में जमीन का सीमांकन करने पहुंचे राजस्व अमले के साथ ग्रामीणों द्वारा अभद्रता करने का मामला सामने आया है। जिले के बल्देवगढ़ तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम केलपुरा में राजस्व निरीक्षक कौशलेन्द्र सिंह विभागीय अमले और पुलिस बल के साथ जमीन सीमांकन की कार्रवाई करने के लिए पहुंचे थे। ग्रामीणों ने इस कार्रवाई का विरोध किया। बताया गया है कि ग्रामीणों ने राजस्व निरीक्षक और पटवारी का गिरेबान पकड़ लिया और महिलाओं ने उनके साथ झूमाझटकी की। मौके पर पुलिस बल भी मौजूद था, लेकिन ग्रामीणों के सामने उनकी एक न चली और उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। तहसीलदार कमलेश कुशवाह ने शुक्रवार को देर रात बल्देवगढ़ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि तहसीलदार के आदेश पर राजस्व विभाग का अमला शुक्रवार को केलपुरा गांव में चांद मोहम्मद की जमीन का खसरा नम्बर 1169 पर सीमांकन करने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान गांव के रमेश, छक्की लाल, माखनलाल सहित 25-30 महिलाएं आ गईं और उन्होंने आकर न केवल सीमांकन करने से रोका, बल्कि राजस्व निरीक्षक कौशलेंद्र सिंह और पटवारी मुकेश कुशवाहा को दौड़ाया। साथ ही कॉलर भी पकड़ी। पुलिस बल की मौजूदगी में यह पूरी घटना होती रही। फिलहाल पुलिस ने तहसीलदार की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले को जांच लिया है।टीकमगढ़ के पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे का कहना है कि मामले में शासकीय कार्य मे बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है। बल्देवगढ़ थाना प्रभारी बैजनाथ शर्मा को कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। आरोपितों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब यहां कोरोना के 153 नये मामले सामने आए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6709 है। वहीं, इंदौर में कोरोना से अब तक 303 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात 1587 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 153 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष 1399 रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन 153 नये संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6709 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 303 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह बताई गई है कि इंदौर में अब तक 4604 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1800 के आसपास है। बता दें कि इंदौर में एक सप्ताह पहले संक्रिय मरीजों की संख्या 900 के करीब थी। यहां एक सप्ताह से लगातार सौ से अधिक नये मामले सामने आने से सक्रिय मरीजों की संख्या दो गुनी हो गई है।
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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में नागपंचमी का पर्व परम्परानुसार मनाया गया। नागपंचमी के अवसर पर यहां भगवान नागचन्द्रेश्वर की परम्परा अनुसार शासकीय पूजा की गई। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा दोपहर में यह विशेष पूजा की गई। निर्वाड़ी अखाड़े के महंत विनित गिरी महाराज द्वारा पूजन संपन्न कराया गया। पूजन में संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह, प्रशासक एसएस रावत शामिल हुए और भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन-अर्चन किया।बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर के द्वितीय तल पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट नागपंचमी के अवसर पर साल में एक बार 24 घंटे के लिए खुलते हैं। इस बार भी मंदिर के पट शुक्रवार को मध्यरात्रि को 12 बजे शुभ मुहूर्त में खोले गए। इसके बाद रात्रि में ही महंत विनित गिरी महाराज ने विधि विधान से भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन-अर्चन किया। इस अवसर पर महाकाल मंदिर प्रशासक एसएस रावत मौजूद थे। फिर शनिवार को दोपहर में भगवान नागचंद्रेश्वर की शासकीय पूजा संपन्न हुई। इस बार कोरोना को देखते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रखा गया है और उन्हें ऑनलाइन माध्यम से भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन कराये जा रहे हैं।
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सिंगरौली। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। तेज बरसात के साथ गरज चमक के साथ तेज बिजली भी गिर रही है। ऐसे में सिंगरौली जिले में शुक्रवार सुबह आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। वही तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को ईलाज के लिए जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जानकारी अनुसार जिले के शासन चौकी अंतर्गत दो व्यक्तियों की शुक्रवार सुबह आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। पहली घटना उस वक्त घटी जब संदीप शाह नामक युवक अपने परिवार के साथ खेत में धान की रोपाई कर रहा था। उसी दौरान अकाशीय अकाशीय बिजली के चपेट में आने से उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस दौरान उसके साथ वहां मौजूद तीन अन्य लोग झुलस कर बुरी तरह घायल हो गए। वहीं दूसरी घटना करकोसा गांव की है। जहां युवक घर के पास ही काम कर रहा था, तभी अकाशीय बिजली की चपेट में आ गया और उसकी घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। फिलहाल दोनों को शासन चौकी पुलिस पीएम हेतु जिला चिकित्सालय भिजवा दिया है और घायलों को इलाज हेतु ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में आगामी अगस्त माह से प्रारंभ नए शैक्षणिक सत्र में शासकीय एवं निजी आईटीआई में प्रवेश की ऑनलाइन प्रक्रिया एक जुलाई से प्रारंभ हो गई है। कौशल विकास विभाग के संचालक एस. धनराजू ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि शासकीय अथवा प्राइवेट आई.टी.आई में प्रवेश के लिए अभ्यार्थियों को आगामी 31 जुलाई तक रजिस्ट्रेशन और च्वाइस फिलिंग करना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 61 हजार 499 रजिस्ट्रेशन तथा 55 हजार 755 अभ्यार्थियों ने च्वाइस फिलिंग की है। एस. धनराजू ने बताया कि इस सत्र में अन्य राज्यों के आवेदकों के प्रवेश की व्यवस्था निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि एम.पी. ऑनलाइन में रजिस्ट्रेशन तथा त्रुटि सुधार एवं इच्छित संस्थाओं में व्यवस्थाओं की प्राथमिकता के क्रम का विकल्प तथा च्वाईस फिलिंग में त्रुटि सुधार के लिए पोर्टल पर व्यवस्था निर्धारित की गई है। इस सत्र में आवेदक 100 विकल्प भर सकते है।उन्होंने बताया कि प्रवेश की कार्यवाही मेरिट अनुसार निर्धारित है। चयनित अभ्यार्थी जिसे उसका प्रथम विकल्प आवंटित हुआ है, यदि वह प्रवेश नहीं लेता है तो उसका प्रवेश निरस्त हो जाएगा तथा वह आगे की काउंसिलिंग के लिए पात्र नहीं होगा। प्रदेश में 243 शासकीय तथा 900 प्राइवेट कुल 1200 आई.टी.आई. है। शासन द्वारा शासकीय आई.टी.आई. में तीन वर्षों से ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया लागू है। अशासकीय आई.टी.आई में पिछले वर्ष से यह व्यवस्था लागू की गई है। इस वर्ष दसवीं कक्षा के परिणाम में देरी के कारण आई.टी.आई. प्रवेश की अंतिम तिथि को 19 जुलाई से बढ़ाकर 31 जुलाई किया गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में आगामी अगस्त माह से प्रारंभ नए शैक्षणिक सत्र में शासकीय एवं निजी आईटीआई में प्रवेश की ऑनलाइन प्रक्रिया एक जुलाई से प्रारंभ हो गई है। कौशल विकास विभाग के संचालक एस. धनराजू ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि शासकीय अथवा प्राइवेट आई.टी.आई में प्रवेश के लिए अभ्यार्थियों को आगामी 31 जुलाई तक रजिस्ट्रेशन और च्वाइस फिलिंग करना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 61 हजार 499 रजिस्ट्रेशन तथा 55 हजार 755 अभ्यार्थियों ने च्वाइस फिलिंग की है। एस. धनराजू ने बताया कि इस सत्र में अन्य राज्यों के आवेदकों के प्रवेश की व्यवस्था निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि एम.पी. ऑनलाइन में रजिस्ट्रेशन तथा त्रुटि सुधार एवं इच्छित संस्थाओं में व्यवस्थाओं की प्राथमिकता के क्रम का विकल्प तथा च्वाईस फिलिंग में त्रुटि सुधार के लिए पोर्टल पर व्यवस्था निर्धारित की गई है। इस सत्र में आवेदक 100 विकल्प भर सकते है।उन्होंने बताया कि प्रवेश की कार्यवाही मेरिट अनुसार निर्धारित है। चयनित अभ्यार्थी जिसे उसका प्रथम विकल्प आवंटित हुआ है, यदि वह प्रवेश नहीं लेता है तो उसका प्रवेश निरस्त हो जाएगा तथा वह आगे की काउंसिलिंग के लिए पात्र नहीं होगा। प्रदेश में 243 शासकीय तथा 900 प्राइवेट कुल 1200 आई.टी.आई. है। शासन द्वारा शासकीय आई.टी.आई. में तीन वर्षों से ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया लागू है। अशासकीय आई.टी.आई में पिछले वर्ष से यह व्यवस्था लागू की गई है। इस वर्ष दसवीं कक्षा के परिणाम में देरी के कारण आई.टी.आई. प्रवेश की अंतिम तिथि को 19 जुलाई से बढ़ाकर 31 जुलाई किया गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए राज्य सरकार ने यहां 10 दिन का लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। यह लॉकडाउन आज (शुक्रवार) रात आज बसे से शुरू होगा, जो कि आगामी तीन अगस्त की रात आठ बजे तक जारी रहेगा। यानी भोपाल 10 दिन के लिए पूरी तरह लॉक हो जाएगा। नगर निगम की सीमाएं सील कर दी जाएंगी। इस दौरान दूध, दवा, फल, सब्जी, उचित मूल्य दुकान, उद्योग और सरकारी कार्यालय सहित सभी अत्यावश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी गई है।लॉकडाउन के दौरान सरकारी कार्यालय 25 से 30 फीसद कर्मचारियों के साथ खोले जाएंगे। सभी निजी कार्यालय एवं व्यवसायिक संस्थान बंद रहेंगे। औद्योगिक क्षेत्रों में आने-जाने के लिए फैक्ट्री मालिक की ओर से जारी परिचय पत्र मान्य किए जाएंगे। अति आवश्यक काम से भोपाल नगर निगम सीमा के अंदर आने या बाहर जाने के लिए ई-पास लेने पड़ेंगे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए बुधवार को भोपाल में 10 दिन का लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी। मंत्रालय में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन भोपाल नगर निगम सीमा में रहेगा। शेष जिले में गतिविधियां सुचारू रूप से चलेंगी। मुख्यमंत्री ने भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, खरगोन और उज्जैन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।भोपाल में लॉकडाउन को लेकर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार सम्पूर्ण भोपाल को 10 दिन के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन किया जा रहा है। इस दौरान किराना व्यापारी भी अपने व्यवसाय का संचालन नहीं कर पाएंगे। वहीं दूध और न्यूज पेपर वितरण के लिए सुबह 06.30 से 09.30 तक अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा दुकान खोलने या कोई भी नियम तोडऩे पर सख्त कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए राज्य सरकार ने यहां 10 दिन का लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। यह लॉकडाउन आज (शुक्रवार) रात आज बसे से शुरू होगा, जो कि आगामी तीन अगस्त की रात आठ बजे तक जारी रहेगा। यानी भोपाल 10 दिन के लिए पूरी तरह लॉक हो जाएगा। नगर निगम की सीमाएं सील कर दी जाएंगी। इस दौरान दूध, दवा, फल, सब्जी, उचित मूल्य दुकान, उद्योग और सरकारी कार्यालय सहित सभी अत्यावश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी गई है।लॉकडाउन के दौरान सरकारी कार्यालय 25 से 30 फीसद कर्मचारियों के साथ खोले जाएंगे। सभी निजी कार्यालय एवं व्यवसायिक संस्थान बंद रहेंगे। औद्योगिक क्षेत्रों में आने-जाने के लिए फैक्ट्री मालिक की ओर से जारी परिचय पत्र मान्य किए जाएंगे। अति आवश्यक काम से भोपाल नगर निगम सीमा के अंदर आने या बाहर जाने के लिए ई-पास लेने पड़ेंगे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए बुधवार को भोपाल में 10 दिन का लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी। मंत्रालय में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन भोपाल नगर निगम सीमा में रहेगा। शेष जिले में गतिविधियां सुचारू रूप से चलेंगी। मुख्यमंत्री ने भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, खरगोन और उज्जैन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।भोपाल में लॉकडाउन को लेकर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार सम्पूर्ण भोपाल को 10 दिन के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन किया जा रहा है। इस दौरान किराना व्यापारी भी अपने व्यवसाय का संचालन नहीं कर पाएंगे। वहीं दूध और न्यूज पेपर वितरण के लिए सुबह 06.30 से 09.30 तक अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा दुकान खोलने या कोई भी नियम तोडऩे पर सख्त कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के गरीब वर्ग के व्यक्तियों के हित में बड़ा निर्णय लिया है, जिसके अनुसार प्रदेश के ऐसे 36 लाख 86 हजार 856 गरीब जिनके पास राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत पात्रता पर्ची नहीं है, उन्हें भी पात्रता पर्ची जारी कर उचित मूल्य राशन प्रदाय किया जाएगा। वर्तमान में प्रदेश में 5 करोड़ 44 लाख 24 हजार उचित मूल्य उपभोक्ता हैं।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में गुरुवार को हुई 'वन नेशन-राशन कार्ड' संबंधी बैठक में कहा कि प्रदेश में अब हरेक गरीब को उचित मूल्य राशन मिलेगा। कोरोना काल में पता चला कि प्रदेश में बहुत से ऐसे गरीब हैं जिनके पास पात्रता पर्ची नहीं होने से उचित मूल्य राशन नहीं मिल रहा था। पहले तो प्रदेश में तुरंत उनके राशन की व्यवस्था की गई, साथ ही प्रवासी मजदूरों के लिए भी राशन की व्यवस्था की गई। अब ऐसे सभी 36 लाख 86 हजार गरीबों की पहचान कर ली गई है तथा उन्हें पात्रता पर्ची जारी करने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। अब ये सभी उचित मूल्य राशन उपभोक्ताओं के रूप में पंजीकृत हो जाएंगे तथा इन्हें अगस्त माह से उचित मूल्य राशन मिल सकेगा। प्रदेश की धरती पर कोई भी गरीब उचित मूल्य राशन से वंचित नहीं रहेगा।खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने बैठक में कहा कि प्रदेश की सभी 25 हजार 490 उचित मूल्य दुकानों पर पीओएस मशीनों पर आधार दर्ज करने की सुविधा है। त्रुटिपूर्ण एवं अन्य के दर्ज आधार नंबर में संशोधन की सुविधा भी पीओएस में है। विक्रेता द्वारा राशन वितरण करते समय एवं घर-घर जाकर आधार सीडिंग का कार्य किया जा रहा है। समग्र पोर्टल पर स्थानीय निकाय द्वारा भी आधार सीडिंग की सुविधा है। जिन हितग्राहियों का आधार पंजीयन नहीं है, उनको पंजीयन कराने के लिये अवगत कराया जा रहा है।अभियान चलाकर करें आधार सीडिंग का कार्यमुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना के त्वरित क्रियान्वयन के लिए सभी उचित मूल्य हितग्राहियों की आधार सीडिंग का कार्य अभियान चलाकर पूरा किया जाए। सभी पात्र व्यक्तियों को जोड़े जाने एवं पात्रता पर्ची वितरण का कार्य तत्परता के साथ किया जाए।वन नेशन-वन राशनकार्डप्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के अंतर्गत सम्मिलित पात्र परिवारों को अंतर राज्यीय पोर्टेबिलिटी के माध्यम से खाद्यान्न प्रदाय किया जाना है। इसके अंतर्गत उचित मूल्य दुकान का 100 प्रतिशत आटोमेशन तथा 100 प्रतिशत आधार सीडिंग की जानी है। इसकी समय-सीमा 31 दिसंबर तक है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अब यहां तीन जिलों में 340 नये मरीज मिले हैं। इनमें भोपाल 190, इंदौर 118 और उज्जैन 32 शामिल हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 25 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं प्रदेश में कोरोना से अब तक 771 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात जारी की गई 1527 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 118 नये संक्रमित मिले हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6457 और मरने वालों की संख्या 301 हो गई है। वहीं भोपाल सीएमएच डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 190 नये संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसके अलावा उज्जैन में भी 32 नये पॉजिटिव मिले हैं।340 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 24,182 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 6457, भोपाल 4859, उज्जैन 1056, मुरैना 1401, ग्वालियर 1798, नीमच 558, जबलपुर 864, सागर 571, बुरहानपुर 451, खंडवा 542, खरगौन 571, भिण्ड 422, देवास 396, धार 325, रतलाम 329, मंदसौर 324, बड़वानी 289, रायसेन 242, राजगढ़ 187, श्योपुर 186, बैतूल 175, शाजापुर 239, छिंदवाड़ा 98, रीवा 159, टीकमगढ़ 269, छतरपुर 148, विदिशा 209, पन्ना 79, दमोह 94, शिवपुरी 253, अशोकनगर 78, दतिया 163, हरदा 153, सतना 83, होशंगाबाद 114, बालाघाट 74, नरसिंहपुर 109, डिंडौरी 32, अनूपपुर 52, कटनी 58, गुना 59, शहडोल 54, सीहोर 120, झाबुआ 93, सीधी 57, सिंगरौली 69, आगरमालवा 64, सिवनी 27. निवाड़ी 28, उमरिया 35, अलीराजपुर 90 और मंडला 19 मरीज शामिल हैं।इंदौर में हुई एक व्यक्ति की मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 771 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 301, भोपाल 144, उज्जैन 71, बुरहानपुर 23, खंडवा 19, जबलपुर 21, खरगौन 16, ग्वालियर 10, धार 09, मंदसौर 10, नीमच 08, सागर 28, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 05, सतना 05, आगरमालवा 03, झाबुआ 03, अशोकनगर 01, शाजापुर 04, दतिया 02, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 05, उमरिया 01, रतलाम 07, बड़वानी 04 मुरैना 08, राजगढ़ 08, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 07, रीवा 01, गुना 04, हरदा 05, कटनी 03, सीधी 01, शिवपुरी 02, अलीराजपुर 01, भिंड 01, बैतूल 02, नरसिंहपुर 01, सिवनी 01, सिंगरौली 01, छतरपुर 02, विदिशा 01, दमोह 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 16,836 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय प्रकरण 7566 हैं। भोपाल में लगातार कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 10 दिन का लॉकडाउन घोषित किया गया है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि 24 जुलाई की रात 8 बजे से तीन अगस्त को रात आठ बजे तक भोपाल में लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान मेडिकल सेवा, दूध की दुकान, सरकारी राशन की दुकान, सब्जी के ठेले और इंडस्ट्री खुली रहेंगी।
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बालाघाट। जिले के लालबर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पालाकामथी में बीती देर रात आंधी-तूफान के साथ हुई तेज बारिश में एक मकान की दीवार गिर गई, जिसमें परिवार के तीन लोग दब गए। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।लालबर्रा थाना पुलिस के अनुसार, ग्राम पालाकामथी में बुधवार देर रात तेज बारिश के स्थानीय 61 वर्षीय निवासी धनीराम राहंगडाले के मकान की दीवार भरभराकर गिर गई, जिससे घर में सो रहे परिवार के तीन सदस्य मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला तब तक धनीराम की मौत हो चुकी थी, जबकि उसकी पत्नी सेजा बाई और नाती आयुष गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। वहीं, पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले को जांच में लिया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अब यहां फिर 153 नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 4822 हो गई है, जबकि अब तक राजधानी में कोरोना से 142 लोगों की मौत हो चुकी है।भोपाल में कोरोना से बढ़ते मामलों को देखते हुए करीब 15 दिन पहले ही शहर में दो दिन शनिवार और रविवार लॉकडाउन किया गया था। इसके बाद अब शहर के आधे बाजारों को पांच दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया है। वहीं, रात्रि कफ्र्यू की अवधि भी दो घंटे के लिए बढ़ा दी है। इसके बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा बताया गया है कि बुधवार को सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 153 नये लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद अब यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4822 हो गई है। नये मरीजों में चार इमली, 12 नंबर स्टॉप कुशाभाऊ ठाकरे कालोनी, बरखेड़ी स्थित डी मार्ट, ओल्ड जेल कंपाउंड परिसर से एक जवान, गुप्ता कालोनी आनंद नगर, राजेन्द्र नगर कोच फैक्ट्री, मरघटिया मन्दिर क्षेत्र, आरटीओ ऑफिस शाहजहानाबाद, साकेत नगर, गांधी मेडिकल कालेज से एक डॉक्टर, अरेरा कालोनी, चन्दूखेड़ी, प्रोफेसर कालोनी क्षेत्र के लोग शामिल हैं।हालांकि, भोपाल में पुराने मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर भी लौट रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को भी 54 मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद चिरायु अस्पताल से डिस्चार्ज किया है। अब तक भोपाल में 3252 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। अब शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या 1400 के आसपास है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। रायसेन जिले के बरेली उपजेल के सहायक जेल अधीक्षक विनय गढ़वाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनका मुख्यालय जिला जेल रायसेन किया गया है। इस संबंध में बुधवार को जेल विभाग द्वारा आदेश जारी किये गये हैं.अतिरिक्त जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं डॉ. जीआर मीना ने रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव प्रतिवेदन के आधार पर निलंबन की कार्यवाही की है। उल्लेखनीय है कि रायसेन जिले की सब जेल बरेली में 20 जुलाई को 67 बंदी एवं 3 जेल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। सहायक जेल अधीक्षक विनय गढ़वाल द्वारा कुछ बंदियों को सर्दी-जुकाम एवं बुखार के लक्षण होने के बाबजूद भी स्वास्थ्य परीक्षण कराकर पृथक नहीं रखा गया, जिस के कारण जेल में अन्य कैदियों एवं स्टॉफ को कोरोना का संक्रमण हुआ। गढ़वाल की गंभीर लापरवाही एवं शिथिल नियंत्रण पाये जाने के कारण उनके विरूद्ध निलंबन की कार्यवाही की गई है। गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के संज्ञान में सब जेल बरेली का प्रकरण आया तो उन्होंने सहायक जेल अधीक्षक को निलंबित करने के निर्देश दिये थे।
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पन्ना। मध्यप्रदेश का पन्ना जिला हीरा उत्पादन के लिए देशभर में मशहूर है। यहां अब भी खदानों में खुदाई के दौरान हीरे निकलते हैं। मंगलवार को यहां खुदाई के दौरान मजदूरों को 10 कैरेट 69 सेंट का एक हीरा मिला है। इसकी कीमत 50 लाख रुपये आंकी गई है। यह हीरा उन्होंने कलेक्टर कार्यालय स्थित हीरा कार्यालय में जमा कराया है। इसकी आने वाले दिनों में नीलामी की जाएगी।जानकारी के मुताबिक, पन्ना जिले के ग्रामी रानीपुर में मंगलवार को सुबह लीज पर ली गई हीरे की खदान में नौ मजदूर खुदाई कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें यह हीरा मिला। मजदूरों ने इस हीरे को हीरा कार्यालय में जमा कराया गया है। कार्यालय के अधिकारियों को मुताबिक, हीरे की क्वालिटी उसकी चमक के आधार पर तय होती है। जिन हीरों में ज्यादा चमक होती है, उनकी कीमत भी अधिक होती है। यह हीरा 10 कैरेट 69 सेंट का है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 50 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि यहां हीरे की उथली खदानों से हीरे निकलते हैं, जिनकी नीलामी की जाती है। इस हीरे की भी नीलामी की जाएगी।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले चार दिनों से यहां सौ से अधिक मरीज मिल रहे थे। अब यहां 70 नये संक्रमित मिले हैं जबकि कोरोना से चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6225 हो गई है। इंदौर में अब तक 299 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 1606 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 70 पॉजिटिव और 1505 रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि शेष सेम्पल रिजेक्ट हुए हैं। इन 70 नये मरीजों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6225 हो गई है। इंदौर में कोरोना से चाल लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 299 हो गई है।हालांकि राहत की खबर यह है कि इंदौर में अब 4366 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और विभिन्न अस्पतालों में उपचार के बाद पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या 1600 के आसपास है, जिनका उपचार जारी है।
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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर की तीसरी सवारी सोमवार 20 जुलाई को शाम 4 बजे महाकाल मन्दिर से परिवर्तित मार्ग से निकाली जायेगी। परिवर्तित मार्ग अनुसार भगवान महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से बड़ा गणेश मन्दिर होते हुए हरसिद्धि मन्दिर चौराहा पहुंचेगी। यहां से झालरिया मठ और बालमुकुंद आश्रम होते हुए सवारी रामघाट पर पहुंचेगी। रामघाट पर पूजन-अर्चन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए हरसिद्धि मन्दिर मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर के सामने से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी। सवारी का लाईव प्रसारण विभिन्न चैनलों द्वारा किया जायेगा। कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर वे सवारी देखने के लिये घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया कि सवारी मार्ग में लगे बैरिकेट्स को ढंककर सवारी के व्यू को बाधित किया जायेगा, इसीलिये बैरिकेटिंग के बाहर एकत्रित होने पर भी सवारी के दर्शन नहीं हो पायेंगे। कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे घरों में ही रहकर भगवान महाकाल की सवारी का दर्शन लाभ लें।सोमवती एवं हरियाली अमावस्या पर शिप्रा नदी के सभी घाटों पर स्नान पर प्रतिबंधकलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी आशीष सिंह द्वारा रविवार को प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करते हुए आगामी 20 जुलाई को सोमवती एवं हरियाली अमावस्या पर्व पर शिप्रा नदी के सभी घाटों पर किसी भी प्रकार का स्नान एवं नदी एवं घाटों पर डुबकी लगाना पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही नदी एवं घाटों के किनारे जाना भी पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। उल्लंघन पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
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भोपाल। सावन मास के तीसरे सोमवार को देश जब हरियाली अमावस्या मना रहा होगा, तब रात्रि में आसमान में एक खगोलीय घटना होने जा रही है। इस दौरान सौरमंडल के छटवें ग्रह शनि का पृथ्वी से सामना होगा। यह घटना 20-21 जुलाई की मध्यरात्रि 3 बजकर 44 मिनट पर घटित होगी। इस दौरान शनि, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आ जाएंगे। इस खगोलीय घटना में 82 चंद्रमा वाले शनि ग्रह का बिना चंद्रमा वाली पृथ्वी से सामना होगा। यह जानकारी रविवार को भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में दी। उन्होंने इस दुर्लभ खगोलीय घटना केे बारे में बताया कि सौरमंडल में सभी ग्रह अपने निश्चित कक्ष में परिक्रमा करते रहते हैं। इस दौरान इन ग्रहों का आपस में सामना भी होता है। हरियाली अमावस्या की मध्य रात्रि में शनि, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आने की घटना होने जा रही है। इस दौरान पृथ्वी शनि और सूर्य के बीच में आ जाएगी और तीनों एक सीध में रहेंगे। पृथ्वी के शनि और सूर्य के एक सीध में रहने की यह घटना सेटर्न एट अपोजिशन कहलाती है। सारिका ने बताया कि अमावस्या पर पृथ्वी का चंद्रमा सूर्य की तरफ होने से सारी रात दिखाई नहीं देगा, जबकि सूर्य के सामने होने से शनि के साथ उसके सभी चंद्रमा रहेंगे। लिहाजा, बिना चंद्रमा के पृथ्वी का सामना 82 चंद्रमा वाले शनि से होगा। उन्होंने बताया कि शनि के 82 चंद्रमा बताये गए हैं। इनमें से अब तक 53 चंद्रमाओं की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 29 अन्य की पुष्टि की जा रही है। विज्ञान प्रसारक सारिका ने बताया कि अमावस्या पर होने वाली अपोजीशन की स्थिति में इस साल शनि की पृथ्वी से दूरी सबसे कम होगी। कोरी आंख से तो यह तारे के रूप में दिखेगा, लेकिन टेलिस्कोप या अच्छे बाइनाकुलर से इसके रिंग बहुत अच्छे से देखे जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि 149 करोड़ 76 लाख किमी की दूरी पर परिक्रमा करता यह ग्रह सूर्य से इतना दूर है कि सूर्य के प्रकाश को शनि तक पहुंचने में 83 मिनट का समय लगता है। शनि इतना विशाल है कि इसके व्यास पर रखने के लिये 9 पृथ्वी की जरूरत होगी। शनि का एक दिन लगभग 11 घंटे के बराबर है, जबकि इसका एक साल पृथ्वी के 29 वर्षों से कुछ अधिक है। उन्होंने बताया कि हाईड्रोजन एवं हीलियम से बने इस गैसीय पिंड में ठोस धरातल नहीं है। सारिका ने बताया कि रिंगों के कारण मनमोहक दिखने वाला शनि का सामना पृथ्वी से होने की अगली खगलीय घटना इसके बाद 02 अगस्त 2021 को घटित होगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यहां शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद नये संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यहां लगातार तीन दिन तक सौ से अधिक संक्रमित मिलने के बाद चौथे दिन रिकॉर्ड 149 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4370 हो गई है। वहीं, भोपाल में अब तक कोरोना से 129 लोगों की मौत हो चुकी है।भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में रविवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 149 नये संक्रमित मिले हैं। यह संख्या एक दिन में सर्वाधिक है। इसके पहले गुरुवार को 102, शुक्रवार को 129 और शनिवार को 140 नये पॉजिटिव मिले थे। भोपाल में लगातार चौथे दिन कोरोना का विस्फोट हुआ है। रविवार को मिले नये मामलों में भोपाल की सबसे पॉश अरेरा कॉलोनी से छह लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा जहांगरीराबाद क्षेत्र से 4, एसबीआई हेड ब्रांच से 2, इब्राहिमगंज से एक, एम्स बॉयज हॉस्टल से एक मेडिकल छात्र, डी सेक्टर पिपलानी कॉलोनी से एक ही परिवार के तीन लोग, गुप्ता कॉलोनी आनंद विहार से एक ही परिवार के दो लोग, धोबीघाट पातरा बरखेड़ी से एक ही परिवार के दो और जैन कालोनी चंदन नगर से एक ही परिवार के 4 सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन 149 नये मामलों के बाद अब भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4370 हो गई है। हालांकि, यहां अब तक 2950 व्यक्ति कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1200 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। बता दें कि एक सप्ताह पहले भोपाल में सक्रिय मरीजों की संख्या 700 के आसपास थी। अधिक संख्या में संक्रमित मरीज मिलने से सक्रिय मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है।
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रतलाम। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार को जिले के जावरा तहसील के हल्का नं. 43 के पटवारी विजय सोंदल को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। आरोपित पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्वाई की जा रही है। उज्जैन लोकायुक्त के इन्स्पेक्टर राजेंद्र वर्मा ने बताया कि ग्राम बरड़िया गोयल निवासी कन्हैया लाल जाट ने शिकायत की थी कि डायवरटेड ज़मीन को कम्प्यूटर में दर्ज करने के लिए पटवारी विजय सोंदल ने चार हज़ार रुपये रिश्वत की मांग की है। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत की पुष्टि होने पर शुक्रवार को पटवारी को चार हजार रुपये रिश्वत लेते उसके न्यू धान मंडी रोड के पास जावरा स्थित कार्यालय से रंगे हाथ गिरफ़्तार किया है। एक सप्ताह में यह तीसरा पटवारी रिश्वत के मामले में जिले में पकड़ाया।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में लगातार दूसरे दिन कोरोना का विस्फोट हुआ है। यहां शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बीते रोज इंदौर में 136 नये संक्रमित मिले थे। अब यहां कोरोना के 129 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत भी हुई है। इसके बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5761 हो गई है, जबकि यहां अब तक कोरोना से 284 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 2787 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 127 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष 2652 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5761 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 284 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि अब तक इंदौर में 4139 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1338 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। कोरोना संकट के बीच राजधानी भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। नगर पालिक निगम भोपाल के कुल 85 वार्डो का आरक्षण 28 जुलाई से शुरू हो जाएगा। इस संबंध में नगरीय आवास एवं विकास विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। आदेश के मुताबिक सभी निकायों के आरक्षण की कार्रवाई 31 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा। भोपाल नगर निगम के वार्डों का आरक्षण आगामी 28 जुलाई से दोपहर 3 बजे से गांधी मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरिम हॉल में शुरू हो जाएगा। कोविड 19 संक्रमण के चलते सीमित लोगों को ऑडिटोरिम में प्रवेश दिया जाएगा। ऑडिटोरियम के बाहर टी.वी. स्क्रीन पर आरक्षण की कार्यवाही देखी जा सकेगी। गौरतलब है कि प्रदेश में नगर निकाय चुनाव होने थे लेकिन कोरोना संकट के कारण यह आगे टल गया। अब मध्य प्रदेश में नगर निगम चुनाव इस वर्ष के आखिरी में या फिर 2021 के शुरुआत में संपन्न हो सकते हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां संक्रमित मरीजों के साथ-साथ कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। अब यहां 93 नये मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5496 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 278 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 3158 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई। इनमें 93 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन 93 नये मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5496 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से पांच लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 278 हो गई है।बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। रविवार को एक दिन का लॉकडाउन रखने के बाद शहर में लेफ्ट-राइट पद्धति से बाजार खोले जा रहे हैं और दो गज की दूरी का पालन नहीं करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी यहां पिछले एक सप्ताह से रोजाना औसत 90 मरीज सामने आ रहे हैं। हालांकि, राहत की खबर यह है कि अब तक इंदौर में 4074 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं, लेकिन शहर में अब सक्रिय मरीजों की संख्या बढक़र 1144 हो गई है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। समूचे मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिन में मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। कई जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और सिवनी में भारी बारिश के आसार हैं। राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हुए है। साथ ही गर्मी और उमस बरकरार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मानसून ट्रफ के वापस मध्य भारत की तरफ खिसकने की संभावना है। साथ ही इसी समय बंगाल की खाड़ी में भी एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। इससे प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है लोकल थंडरस्टॉर्म के कारण बारिश की झड़ी लगी है। जिसके चलते प्रदेश भर में आने वाले 2 से 3 दिनों में तेज बारिश होने के आसार हैं। गरज चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों में बारिश की चेतावनीमौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 24 घंटों में प्रदेश के भोपाल, रीवा, सागर, जलबपुर, होशंगाबाद, बालागाट, अलीराजपुर, झाबुआ, कटनी, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, देवास, शाजापुर, बड़वानी, सीहोर और रायसेन में कुछ स्थानों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। तापमान की बात करें तो भोपाल में मौसम का न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहेगा। और हवाओं कि गति 11 किमी प्रति घंटा तथा आद्र्रता 75 प्रतिशत रहेगी। ठीक इसी प्रकार ग्वालियर में आज मौसम का न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और हवाओं कि गति 11 किमी प्रति घंटा तथा आद्र्रता 43 प्रतिशत रहेगा।
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भोपाल, 15 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा कक्षा 10वीं की परीक्षा का परिणाम बुधवार को दोपहर में जारी किया गया। भोपाल रीजन का परीक्षा परिणाम 92.86 फीसदी रहा, जबकि अजमेर रीजन में 96.93 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दसवीं बोर्ड में सफल हुए विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के माध्यम से शुभकामनाएं दी हैं।बता दें कि मध्यप्रदेश के कुछ सीबीएसई स्कूल अजमेर रीजन से जुड़े हैं, जबकि अधिकांश स्कूल भोपाल रीजन में आते हैं। देश में ओवरआल परीक्षा परिणाम 91.46 फीसदी रहा, जो कि पिछले साल के परिणाम से 0.36 फीसदी अधिक है। देश में 99.28 फीसदी के साथ त्रिवेन्द्रम रीजन टॉप है, जबकि अजमेर रीजन 96.93 फीसदी के साथ पांचवे और भोपाल रीज 92.86 फीसदी के साथ आठवें स्थान पर है। प्रदेश से सीबीएसई दसवीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थी अपना रिजल्ट सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in और cbse.nic.in पर देख सकते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को दोपहर में ट्वीट के माध्यम से उत्तीर्ण प्रदेश के सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया है कि - ‘सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सभी छात्र-छात्राओं को हार्दिक बधाई देता हूँ। आप सभी के साथ आपके माता-पिता और गुरुजनों को भी शुभकामनाएँ देता हूं, जिनका आपको गढऩे में अतुलनीय योगदान है। आगे भी इसी तरह मेहनत करें और सफलता पाएं, पुन: शुभकामनाएं।’
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इंदौर। कोरोना संक्रमणकाल में विदेशों में फंसे भारतीय को स्वदेश वापस लाने के लिए केन्द्र सरकार के शुरू किये गए वंदे भारत मिशन के तहत यूक्रेन में फंसे 101 यात्रियों को लेकर एयर इंडिया की विशेष फ्लाइट मंगलवार इंदौर एयरपोर्ट पहुंची। यहां सभी यात्रियों की यहां प्रारंभिक जांच की गई, जिसमें किसी भी यात्री में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। इनमें 20 यात्री इंदौर के हैं और शेष प्रदेश के अन्य जिलों के हैं। इंदौर के यात्रियों को एक निजी होटल में संस्थागत एकांतवास में रखा गया है, जबकि शेष यात्रियों को अपने घर भेज दिया गया है।कोरोना के चलते विदेशों में फंसे भारतीय को वापस स्वदेश लाने का सिलसिला निरंतर जारी है। इसी क्रम में वंदे भारत मिशन के तहत यूक्रेन से एयर इंडिया की विशेष फ्लाइट से मंगलवार को सुबह 5.30 बजे इंदौर के देवी अहिल्याबाई होल्कर इंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंची। इस फ्लाइट से देश के 101 यात्री यहां पहुंचे हैं। इन यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें 20 यात्री इंदौर के हैं, जिन्हें होटल बी टाउन में संस्थागत एकातंवास में रखा गया है। वहीं, शेष सभी यात्रियों को सडक़ मार्ग से अपने अपने गृह जिलों के लिए रवाना कर दिया गया हैं। सभी यात्रियों को अपने अपने घरों में एकांतवास में रहने की सलाह दी गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक होने के बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। इंदौर-भोपाल के साथ ही मुरैना में भी हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। प्रदेश के चार जिलों में अब 259 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 18 हजार 466 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 667 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 1211 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 51 नये पॉजिटिव मिले हैं, जबकि चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5403 और कोरोना से मरने वालों की संख्या 273 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, मंगलवार को सुबह आई रिपोर्ट में भोपाल में 97 नये संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा मुरैना में 98 और उज्जैन में कोरोना से 13 नये मामले सामने आए हैं।इन 259 नये मामलों के साथ राज्य में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 18,466 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 5403, भोपाल 3687, उज्जैन 919, मुरैना 1074, ग्वालियर 1016, नीमच 497, जबलपुर 572, सागर 451, बुरहानपुर 431, खंडवा 414, खरगौन 386, भिण्ड 351, देवास 265, धार 200, रतलाम 229, मंदसौर 196, बड़वानी 187, रायसेन 117, राजगढ़ 125, श्योपुर 107, बैतूल 118, शाजापुर 123, छिंदवाड़ा 78, रीवा 85, टीकमगढ़ 127, छतरपुर 69, विदिशा 101, पन्ना 58, दमोह 62, शिवपुरी 158, अशोकनगर 63, दतिया 68, हरदा 84, सतना 50, होशंगाबाद 53, बालाघाट 54, नरसिंहपुर 39, डिंडौरी 31, अनूपपुर 31, कटनी 36, गुना 33, शहडोल 30, सीहोर 54, झाबुआ 47, सीधी 41, सिंगरौली 31, आगरमालवा 35, सिवनी 21. निवाड़ी 13, उमरिया 25, अलीराजपुर 24 और मंडला 07 मरीज शामिल हैं।वहीं, इंदौर में हुई चार लोगों की मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 653 से बढक़र 663 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 273, भोपाल 122, उज्जैन 71, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 15, खरगौन 15, ग्वालियर 05, धार 08, मंदसौर 09, नीमच 08, सागर 22, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 04, सतना 02, आगरमालवा 02, झाबुआ 02, अशोकनगर 01, शाजापुर 04, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 05, राजगढ़ 07, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 05, रीवा 01, गुना 02, हरदा 04, कटनी 03, सीधी 01, शिवपुरी 01, अलीराजपुर 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 13,208 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 4595 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आगामी 20 जुलाई से शुरू होने जा रहा है, जो कि 24 जुलाई तक चलेगा। इस पांच दिवसीय सत्र में पांच बैठकें होंगी। विधानसभा सत्र के दौरान कोरोना से बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों की भोपाल की कमिश्नर कवीन्द्र कियावत ने सोमवार को समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान कोरोना से बचाव के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किये जाएंगे। उन्होंने विधानसभा मुख्य भवन और परिसर के सैनिटाइजेशन, चिकित्सीय सुविधाएं, प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्क्रीनिंग आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये ।संभागायुक्त कियावत ने कहा कि सत्र के दौरान थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन की व्यापक व्यवस्थाएं की जाए। बताया गया कि विधानसभा के मुख्य भवन के अंदर सीपीए और बाहर के परिसर का सैनिटाईजेशन नगर निगम द्वारा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त विधायक विश्राम गृह परिसरों का भी नगर निगम सैनिटाईजेशन करेगा। मुख्य भवन के अंदर प्रवेश द्वार, शौचालय, कॉरीडोर में पैडल डिस्पेंशर सैनिटाईजेशन मशीन रखी जाएगी। विधानसभा के सभी प्रवेश द्वारों पर चिकित्सीय टीम द्वारा थर्मल थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर से सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। मुख्य द्वार, वीआईपी गेट सहित सभी प्रवेश द्वारों पर कोरोना से बचाव एवं जागरूकता संबंधी पोस्टर्स, बैनर लगाएं। सत्र के दौरान विधानसभा भवन में सभी मॉस्क लगाये रखें यह सुनिश्चित किया जायेगा। अतिरिक्त संख्या में मॉस्क और सैनिटाइजर रखे जायेंगे ताकि आवश्यकता पडऩे पर विधानसभा सदस्यों को उपलब्ध कराया जा सके।कमिश्नर ने कहा कि विधानसभा सत्र के शुरू होने से पहले स्वास्थ्य विभाग ड्यूटी पर नियुक्त किये अधिकारी-कर्मचारियों की स्क्रीनिंग करेगा। जिला-प्रशासन अद्यतन जोखिम क्षेत्रों की सूची विधानसभा को उपलब्ध करायेगा, जिसे सूचना पटल पर चस्पा किया जाएगा। इससे जोखिम क्षेत्रों से आने वाले अधिकारी-कर्मचारी की सेवाएं नहीं ली जाएगी। बैठक के दौरान नगर निगम आयुक्त बीएस चौधरी कोलसानी, उपायुक्त अनिल कुमार द्विवेदी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। सार्वजनिक जगहों पर धरना-प्रदर्शन और अन्य गतिविधियां प्रतिबंधितवहीं, कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अविनाश लवानिया ने सोमवार को दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 के तहत प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए मध्यप्रदेश विधानसभा सप्तम सत्र 20 जुलाई से प्रारंभ होकर 24 जुलाई तक चलने वाले विधानसभा के मद्देनजर सत्र अवधि के दौरान विधानसभा भवन के आसपास धारा-144 अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किये गये हैं। इस दौरान विभिन्न संगठनों, सार्वजनिक स्थान पर पांच से अधिक व्यक्ति एकत्रित एवं राजनैतिक दलों द्वारा प्रदर्शन एवं जुलूस प्रतिबंधित रहेगा। जारी आदेश में कोई भी व्यक्ति किसी जुलूस/प्रदर्शन का न तो निर्देशन करेगा और न उसमें भाग लेगा और न कोई सभा आयोजित करेगा। कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर शस्त्र या अन्य धारदार हथियार साथ लेकर नहीं चलेगा। इसके अतिरिक्त लिली टॉकिज से रोशनपुरा, बाणगंगा रोड से राजभवन एवं जनसम्पर्क कार्यालय, पुराना पुलिस अधीक्षक कार्यालय से शब्बन चौराहा, स्लाटर हाउस रोड मैदामिल से बोर्ड ऑफिस चौराहा, झरनेश्वर मंदिर चौराहा से ठण्डी सडक़ से 74 बंगले से होते हुए रोशनपुरा चौराहा क्षेत्र में 20 जुलाई से 24 जुलाई तक प्रात: काल 6 बजे से रात्रि 12 बजे तक मार्ग/क्षेत्रों में प्रभावशील रहेगा। इस अवधि के दौरान कोई भी व्यक्ति प्रतिबंधित क्षेत्रों में पुतलादहन, धरना, आंदोलन नहीं कर सकेगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शासन-प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। रविवा को यहां 102 नये संक्रमित मरीज मिले थे, जबकि सोमवार को भी यहां कोरोना के 83 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3673 हो गई है। वहीं, अब तक भोपाल में कोरोना से 121 लोगों की मौत हो चुकी है।भोपाल सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 83 नये पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 3673 हो गई है। इनमें से अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2722 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 829 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।बता दें कि भोपाल में अनलॉक के बाद कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला है। यहां एक जून के बाद प्रतिदिन औसत 50 मरीज मिल रहे हैं। बीते पांच दिनों से यह संख्या 80 के पार पहुंच गई है। भोपाल में रविवार को पहली बार संक्रमित मरीजों का आंकड़ा सौ के पार पहुंचा था। यहां एक दिन में 102 नये मरीज मिले थे। इससे पहले शुक्रवार को यहां 86 और शनिवार को 90 नये संक्रमित मिले थे। इधर, लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर में फिर से लॉकडाउन लगाने की तैयारी की है। रविवार को एक दिन का लॉकडाउन रखने के बाद भोपाल में फिर से एक सप्ताह का लॉकडाउन लग सकता है। इस संबंध में आगामी बैठक में निर्णय लिया जा सकता है।
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भोपाल। पिछले कुछ दिनों से धूप और उमस झेल रहे प्रदेश के लोगों को जल्द ही राहत मिलने वाली है। मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकतर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने सोमवार से प्रदेश के कुछ स्थानों पर बरसात की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को एक नया सिस्टम बनने जा रहा है, जिसके बाद एमपी में दोबारा झमाझम बारिश का दौर शुरु हो जाएगा। हालांकि अभी भी वातावरण में नमी बरकरार है, जिसके चलते प्रदेश के कई जिलों में कही हल्की तो कही तेज बारिश हो रही है। आज भी मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग की माने तो सोमवार से द्रोणिका करीब डेढ़ किमी ऊपर आ जाएगी, उसके बाद से प्रदेश में बारिश होने लगेगी। शाम के बाद बारिश का दौरा शुरू हो जाएगा। उसके बाद 14 और 15 को प्रदेश के लगभग सभी संभागों में झमाझम का दौर फिर से शुरु हो जाएगा। विभाग की माने तो 13-14 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस सिस्टम के आगे बढऩे पर 15 जुलाई के बाद मानसून के एक बार सक्रिय होने के आसार हैं। इन जिलों में भारी बारिश का अलर्टमौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान रीवा, सतना, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पन्ना और बैतूल जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं। वहीं भोपाल, होशंगाबाद, रीवा, सागर, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों उज्जैन रतलाम मंदसौर नीमच में और इंदौर व धार जिले में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली चमकने की चेतावनी भी जारी की गई है। विभाग की माने तो वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मप्र. से मराठवाड़ा तक एक द्रोणिका लाइन(ट्रफ) बनी हुई है। इससे अरब सागर से नमी आ रही है। वही पश्चिम बंगाल के आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इसके प्रभाव से सोमवार से प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी। विशेषकर उत्तरी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं अच्छी बरसात की भी संभावना है।
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भोपाल । कोरोना संक्रमण के संभावित प्रसार की रोकथाम की दृष्टि से भोपाल कलेक्टर द्वारा रविवार को जिले में संपूर्ण लॉकडाउन संबंधी आदेश के परिपेक्ष्य में वन विहार राष्ट्रीय उद्यान एवं जू रविवार को पर्यटन के लिये बंद रहेंगे। पूर्व आदेशानुसार अन्य दिवसों में शुक्रवार को छोड़कर पर्यटकों के लिए वन विहार राष्ट्रीय उद्यान एवं जू भ्रमण के लिये प्रात: 6:30 से दोपहर 12 तक तथा अपरान्ह में 3 बजे से 6:30 बजे तक खुला रहेगा। सभी पर्यटकों को मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन करना आदि एवं केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी किये गये अन्य सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक है। इसके बावजूद यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब छह जिलों में कोरोना के 166 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 16 हजार 823 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 641 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार देर रात जारी 1759 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 89 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद इंदौर में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5176 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 261 हो गई है। इसके अलावा शिवपुरी में 33, भिण्ड में 15, खंडवा में 10, नीमच में 10 और बड़वानी में नौ नये संक्रमित मिले हैं।इन 166 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 16,823 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 5176, भोपाल 3335, उज्जैन 876, मुरैना 844, ग्वालियर 830, नीमच 490, जबलपुर 496, सागर 436, बुरहानपुर 421, खंडवा 389, खरगौन 344, भिण्ड 337, देवास 246, धार 191, रतलाम 205, मंदसौर 164, बड़वानी 165, रायसेन 114, राजगढ़ 113, श्योपुर 99, बैतूल 97, शाजापुर 94, छिंदवाड़ा 72, रीवा 71, टीकमगढ़ 101, छतरपुर 63, विदिशा 76, पन्ना 57, दमोह 54, शिवपुरी 146, अशोकनगर 58, दतिया 60, हरदा 62, सतना 48, होशंगाबाद 48, बालाघाट 47, नरसिंहपुर 36, डिंडौरी 31, अनूपपुर 31, कटनी 29, गुना 29, शहडोल 28, सीहोर 37, झाबुआ 39, सीधी 28, सिंगरौली 28, आगरमालवा 23, सिवनी 19. निवाड़ी 12, उमरिया 11, अलीराजपुर 11 और मंडला 06 मरीज शामिल हैं।वहीं, इंदौर में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 641 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 261, भोपाल 115, उज्जैन 71, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 15, ग्वालियर 03, धार 08, मंदसौर 09, नीमच 08, सागर 22, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 04, सतना 02, आगरमालवा 02, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 05, राजगढ़ 06, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 05, रीवा 01, गुना 02, हरदा 03, कटनी 03, सीधी 01, अलीराजपुर 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है।हालांकि, राज्य में अब तक 12,481 मरीज कोरोना से जंग जीतने के बाद अपने घर पहुंच गए हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 3674 हैं।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि, यहां संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं, लेकिन नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां 44 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5087 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक 258 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 1461 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 44 पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन 44 नये मरीजों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 5087 पहुंच गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में 59 वर्षीय और 60 वर्षीय दो पुरुषों के साथ एक 63 वर्षीय महिला भी शामिल है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 258 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में अब तक 3,946 संक्रमित मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 883 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी अविनाश लावनिया ने क्षेत्र की जनता की सुरक्षा और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए राजधानी भोपाल के हनुमान गंज क्षेत्र के इब्राहिम गंज क्षेत्र में रविवार, 12 जुलाई से आगामी 19 जुलाई तक एक सप्ताह का लॉकडाउन करने के आदेश जारी किये हैं।जारी आदेश के मुताबिक, इब्रहिम गंज क्षेत्र में 12 जुलाई सुबह 5 बजे से 19 जुलाई रविवार रात्रि 10 बजे तक क्षेत्र की सीमाएं सील रहेंगी, किसी भी व्यक्ति को घर से निकलने की अनुमति नहीं होगी, मेडिकल आपातकाल को छोडक़र दुकानें और संस्थान बन्द रहेंगे। बेरिकेटिंग कर क्षेत्र की सीमाओं को बन्द रखा जाएगा। इब्रहिम गंज क्षेत्र की सीमाएं संबंधित एसडीएम और नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा निर्धारित की जाएंगी, मेडिकल आपातकाल और शव यात्रा को छोडक़र अन्य किसी भी कारण से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई नगर निगम के द्वारा की जाएगी। कलेक्टर लवानिया ने शुक्रवार को हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में बताया कि इस क्षेत्र में लागातर बढ़ते कोविड संक्रमण और मास्क नहीं लगाने, दो गज की दूरी के नियम का पालन नहीं करने, बिना काम के सार्वजनिक जगहों पर घूमने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे क्षेत्र की जनता को संक्रमण से बचाने के लिए सम्पूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अनलॉक के बाद से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। लॉकडाउन के दौरान यहां मरीजों की संख्या बहुत कम थी, जबकि एक जून के बाद यहां प्रतिदिन 50 से 70 के बीच संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को भी यहां 59 नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद यहां कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 3337 हो गई है। वहीं, अब तक राजधानी में 115 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 59 नये संक्रमित मिले हैं। इससे पहले बुधवार की रात भी यहां 53 पॉजिटिव मिले थे। इन्हें मिलाकर अब भोपाल में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3337 हो गई है, जबकि यहां कोरोना से अब तक 115 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, राहत की बात यह है कि अब तक भोपाल में 2541 व्यक्ति स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं और यहां सक्रिय मरीजों की संख्या साढ़े छह सौ है, जिनका उपचार जारी है।गौरतलब है कि भोपाल में लॉकडाउन के दौरान एक जून को संक्रमित मरीजों की संख्या 1511 थी, जबकि मृतकों का आंकड़ा 59 था। एक जून से लागू अनलॉक के बाद यहां औसत 50 मरीज रोज नये मिल रहे हैं, जिसके चलते एक महीने में संक्रमित मरीजों की संख्या दो गुनी से अधिक हो गई है और मरने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है। भोपाल में बाजार खुलने के बाद लोग बेखौफ हो गए हैं और इसी का नतीजा देखने को मिल रहा है। कुल मिलाकर भोपाल को अनलॉक रास नहीं आ रहा है। इसीलिए सरकार ने पूरे प्रदेश में एक दिन लॉकडाउन रखने का निर्णय ले लिया है। अब पूरे प्रदेश में रविवार को लॉकडाउन रहेगा और इस दौरान पुलिस घर से बाहर निकलने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करेगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून पर ब्रेक लग गया है। पिछले दो दिनों से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश का दौर थम गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी एक सप्ताह तक बरसात होने के आसार कम ही हैं। गुरुवार को सुबह से राजधानी भोपाल में तेज धूप निकली हुई है, जिससे गर्मी और उमस का एहसास हो रहा है। मानसून के देश भर में छाने के बाद अचानक जुलाई माह में मानसून ब्रेक की स्थिति बनने से मौसम विज्ञानी भी हतप्रभ हैं। उनका कहना है कि अमूमन मानसून की बरसात थमने का दौर अगस्त माह में ही देखने में आता है, लेकिन जुलाई माह में इस तरह की स्थिति लगातार दूसरे वर्ष बनी है। पिछले वर्ष 13 जुलाई से वर्षा का दौर थम गया था। बुधिवार सुबह तक प्रदेश में इस सीजन की कुल 268.2 मिमी. बरसात हुई है। जो सामान्य बरसात (193.9 मिमी.) से 38 फीसद अधिक है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व निदेशक डॉ. डीपी दुबे ने बताया कि उड़ीसा और आंध्र के तटीय क्षेत्र में बना कम दबाव का क्षेत्र झारखंड पर स्थिर रहकर कमजोर पड़ गया है। उसकी दिशा भी उत्तर भारत की तरफ हो गई है। इससे मप्र में अपेक्षाकृत बरसात नहीं हुई। दूसरा अरब सागर से आगे बढक़र कच्छ के आसपास बना कम दबाव का क्षेत्र भी दूसरी दिशा में कराची और अरब देशों की तरफ बढ़ रहा है। इसके अतिरिक्त मानसून द्रोणिका भी हिमालय के तराई क्षेत्र की तरफ खिसकने लगी है। साथ ही वर्तमान में मप्र में भी कोई वेदर सिस्टम नहीं है। इस तरह की स्थिति को मानसून ब्रेक माना जाता है। डॉ. दुबे के मुताबिक मानसून ब्रेक की स्थिति अक्सर अगस्त माह में बनती है। जलवायु परिवर्तन में भी इसकी एक वजह हो सकती है। 15 जुलाई के बाद बारिश की उम्मीद वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 13 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी में मानसूनी हलचल शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं। यदि वहां कम दबाव का क्षेत्र बनकर आगे बढ़ता है तो 15 जुलाई से मप्र में एक बार फिर बरसात का दौर शुरू हो सकता है। हालांकि, वर्तमान में हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से वातावरण में कुछ नमी आ रही है। इससे तापमान बढऩे पर स्थानीय स्तर पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं।
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ग्वालियर। ग्वालियर शहर के हजीरा थाना क्षेत्र में रेशम मिल में गुरुवार को सुबह टिड्डियों के दल ने युवक पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। युवक को अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा उसका उपचार किया गया।दरअसल, नगर में गुरुवार सुबह टिड्डियों के दल का अचानक हमला हुआ। इस दौरान लोग थाली-बर्तन बजाकर उन्हें भाग रहे थे। इसी दौरान हजारी थाना क्षेत्र के रेशम मिल के पास रहने वाला युवक श्रीकृष्ण परिहार भी अपने घर की छत पर पहुंचा और मच्छर मारने के इलेक्ट्रानिक बल्ले से टिड्डियों को भगाने लगा। इसी दौरान टिड्डियों का झुंड युवक पर टूट पड़ा। कई टिड्डियां उसके शरीर पर चिपक गई और उसे घायल कर दिया। परिजन उसे घायल हालत में लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। फिलहाल युवक की हालत ठीक है, लेकिन टिड्डियों के हमले से क्षेत्र में हडक़म्प मच गया।
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इंदौर। मध्य प्रदेश में अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन हत्या और विवाद के मामले सामने आ रहे हैं। अभी रतलाम में प्रेमी द्वारा ब्यूटी पार्लर में दुल्हन की हत्या का मामला पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ था कि इंदौर में एक ओर ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक ब्यूटी पार्लर संचालिका को उसके 17 साल छोटे प्रेमी ने मंगलवार रात दरांते से गला रेत कर हत्या कर दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी अनुसार लसूडिय़ा थाना क्षेत्र स्थित सैटेलाइट ग्रीन टाउनशिप में रहने वाली उषा ठाकुर (45) घर के पास ही ब्यूटी पार्लर संचालित करती थी। महिला का 10 साल पहले पति से तलाक हो गया था। महिला के दो बेटे (28 वर्षीय राहुल और 20 वर्षीय रोहन) हैं। बड़े बेटे की शादी हो गई है। टीआई इंद्रमणि पटेल ने बताया कि महिला का चार साल पहले रोहित (28 वर्ष) से परिचय हुआ था। इसके बाद दोनों में बातचीत का सिलसिला शुरू और दोनों को एक दूसरे से प्रेम हो गया। दोनों के बीच चार साल से संबंध थे लेकिन पिछले कुछ दिनों से रोहित परेशान रहने लगा था। उसे लग रहा था कि महिला उसे धोखा दे रही है। मंगलवार शाम रोहित शराब पीकर आया और ब्यूटी पार्लर में घुसकर बहस करने लगा। विवाद इतना बड़ गया कि आरोपित ने उषा का गला रेत दिया। महिला की चीख सुन आस पास के लोग मौके पर जमा हो गए। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि उषा ठाकुर से सबंध के चलते रोहित पिछले चार साल से अपने परिवार से अलग रह रहा था।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक होने के बावजूद यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अनलॉक-2 में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बीते तीन दिनों से राज्य में नये मीरजों का आंकड़ा 300 के पार पहुंच रहा है। अब यहां अब तीन जिलों में 227 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 15 हजार 854 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 625 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 1545 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी गई, जिनमें 44 नये पॉजिटिव मिले हैं, जबकि कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके अलावा मुरैना में 115 और ग्वालियर में 65 नये संक्रमित मरीज मिले हैं। इन 227 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 15,854 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4998, भोपाल 3155, उज्जैन 869, मुरैना 833, ग्वालियर 709, नीमच 469, जबलपुर 451, सागर 423, बुरहानपुर 416, खंडवा 358, खरगौन 328, भिण्ड 305, देवास 241, धार 186, रतलाम 190, मंदसौर 143, बड़वानी 150, रायसेन 113, राजगढ़ 106, श्योपुर 92, बैतूल 83, शाजापुर 71, छिंदवाड़ा 67, रीवा 68, टीकमगढ़ 74, छतरपुर 60, विदिशा 67, पन्ना 55, दमोह 53, शिवपुरी 83, अशोकनगर 55, दतिया 47, हरदा 56, सतना 45, होशंगाबाद 44, बालाघाट 42, नरसिंहपुर 34, डिंडौरी 31, अनूपपुर 29, कटनी 27, गुना 25, शहडोल 24, सीहोर 29, झाबुआ 26, सीधी 27, सिंगरौली 21, आगरमालवा 19, सिवनी 17. निवाड़ी 11, उमरिया 11, अलीराजपुर 09 और मंडला 06 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 625 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 252, भोपाल 113, उज्जैन 71, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 15, ग्वालियर 03, धार 08, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 22, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 04, सतना 02, आगरमालवा 02, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 05, राजगढ़ 06, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 03, रीवा 01, गुना 02, हरदा 03, कटनी 03, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 11,768 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 3464 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक होने के बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां चार जिलों में 185 नये पॉजिटिव मिले हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 15 हजार 469 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 620 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 1682 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 78 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4954 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 249 हो गई है। इसके अलावा ग्वालियर में 61, मुरैना में 36 और बड़वानी में कोरोना के 10 नये मामले सामने आए हैं। इन 185 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 15,469 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4954, भोपाल 3110, उज्जैन 869, मुरैना 718, ग्वालियर 644, नीमच 466, जबलपुर 444, सागर 422, बुरहानपुर 413, खंडवा 344, खरगौन 318, भिण्ड 296, देवास 239, धार 184, रतलाम 182, मंदसौर 141, बड़वानी 147, रायसेन 112, राजगढ़ 104, श्योपुर 89, बैतूल 81, शाजापुर 70, छिंदवाड़ा 66, रीवा 68, टीकमगढ़ 67, छतरपुर 60, विदिशा 63, पन्ना 55, दमोह 52, शिवपुरी 73, अशोकनगर 52, दतिया 47, हरदा 56, सतना 45, होशंगाबाद 43, बालाघाट 40, नरसिंहपुर 34, डिंडौरी 31, अनूपपुर 29, कटनी 26, गुना 25, शहडोल 24, सीहोर 27, झाबुआ 22, सीधी 26, सिंगरौली 20, आगरमालवा 18, सिवनी 17. निवाड़ी 11, उमरिया 11, अलीराजपुर 08 और मंडला 06 मरीज शामिल हैं। इंदौर में हुई तीन लोगों की मौत के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 620 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 249, भोपाल 112, उज्जैन 71, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 15, ग्वालियर 03, धार 08, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 22, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 04, सतना 02, आगरमालवा 02, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 05, राजगढ़ 06, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 02, रीवा 01, गुना 02, हरदा 03, कटनी 03, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 11,579 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 3273 हैं।
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सिंगरौली। जिले के बरगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम राजासरई के पास बीती रात अवैध रेत पकडऩे गए खनिज अमले पर रेत माफिया ने हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में विभाग के एक इंस्पेक्टर सहित तीन लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है। बरगवां थाना पुलिस के अनुसार, अवैध रेत खनन की सूचना मिलने के बाद खनिज विभाग की टीम रविवार को देर रात ग्राम राजासरई पहुंची थी, जहां रेत माफिया ने टीम पर अचानक हमला कर दिया, जसमें खनिज इंस्पेक्टर, एक सैनिक और चालक घायल हो गये हैं। खनिज इंस्पेक्टर कपिल मुनि शुक्ला को सिर पर लगी गंभीर चोट लगी है। तीनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमला करने के बाद आरोपित मौके से भाग गए। पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है और हमलावरों की जानकारी जुटाई जा रही है।
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रतलाम। जिले के जावरा शहर सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में रविवार को एक ब्यूटीपार्लर में 34 वर्षीय दुल्हन की गला रेतकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों राम यादव एवं पवन पांचाल को गिरफ्तार किया है। यह दोनों आरोपित रतलाम निवासी हैं, जबकि मृतक दुल्हन शाजापुर की रहने वाली है, जिसका विवाह नागदा के युवक से जावरा में रविवार को होने वाला था। एसपी गौरव तिवारी ने सोमवार को पुलिस कंट्रोल में आयोजित पत्रकार वार्ता में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सीसीटीवी कैमरे के दृश्य के आधार पर आरोपितों को पकडऩे में पुलिस को सफलता मिली है। दुल्हन सोनू यादव नाग-गागिन रोड़ शाजापुर की रहने वाली थी। वह रविवार को सुबह अपनी बहन रुचिका के साथ जावरा के स्टेशन रोड चौराहे स्थित एक ब्यूटी पार्लर पर मेकअप करने गई थी, जहां पार्लर मालिक हेमेन्त पाटीदार एवं उसकी सहायिका थी। दुल्हन की बहन रूचिका ने बताया कि मेकअप के दौरान दुल्हन के पास फोन आया और कहा कि मैं राहुल बोल रहा हूं और सोनू सेे बात कराओ। तब मैंने सोनू को फोन दे दिया। फोन पर क्या बात हुई वह रूचिका नहीं बता सकी। इसी बीच एक लड़का अंदर आया। थोड़ी देर वह पार्लर में बैठा और फिर अचानक उठकर जेब से चाकू निकालकर दीदी के गले पर वार कर गला रेत कर भाग गया। रूचिका ने लड़के की वेशभूषा बताई और कहा कि मुंह पर उसने आधा कपड़ा बांध रखा था। तत्काल घायल सोनू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। तब तक घटना की सूचना पुलिस को भी दे दी जा चुकी थी। नगर पुलिस अधीक्षक प्रदीप राणावत ने आसपास के सीसीटीवी फूटेज का निरीक्षण किया, जिसमें दो व्यक्ति ब्यूटीपार्लर पर आते तथा एक व्यक्ति को ब्यूटीपार्लर में अंदर जाते हुए तथा कुछ देर बाद पुन: ब्यूटीपार्लर से दौड़कर निकलते हुए देखा। पुलिस ने तत्काल नाके बंदी करके दो आरोपितों में से एक 23 वर्षीय पवन पुत्र ईश्वरलाल पांचाल निवासी जाटो का वास रतलाम को बंजली हवाई पट्टी से रतलाम की ओर आते देखा, जो बाइक क्रमांक एमपी 43 बीटी 8979 पर बैठा हुआ था। संदिग्ध स्थिति में पाए जाने पर उससे पूछताछ की गई, उसने बताया कि मैं सुतारी का काम करता हूं। पवन पांचाल ने बताया कि उसका साथी 27 वर्षीय राम यादव पुत्र राजेन्द्र यादव निवासी जाटो का वास रतलाम सोनू यादव से पिछले तीन वर्ष से प्रेम करता था और उससे शादी करना चाहता था। अचानक उसे सूचना मिली की सोनू की शादी अन्य जगह हो रही है, उसने तीन दिन पहले ही हत्या करने की योजना बनाई तथा जावरा पहुंचकर ब्यूटीपार्लर में उसकी हत्या कर दी। पवन ने राम यादव को घटना के बाद बांसवाड़ा की ओर छोड़कर आना बताया। साथ ही उसने राम यादव की टी-शर्ट को रास्ते में माही नदी के पास झाडिय़ों में फैंकना बताया। पुलिस टीम को राम यादव की तलाशी के लिए बांसवाड़ा तथा सांवरियाजी की ओर भेजा, तब सांवरियाजी मंदिर परिसर में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित रतलाम के सर्राफा बाजार स्थित के.टी. ज्वेलर्स पर नौकरी करता है। गिरफ्तारी के बाद राम यादव ने बताया कि उसका तीन वर्ष पहले सोनू यादव से परिचय हुआ था और वह उससे शादी करना चाहता था। वह डेढ़ वर्ष पहले भी सोनू यादव से शाजापुर में मिला था, वह सरस्वती स्कूल में अध्यापिका थी। उसके बाद भी कई बार मिलना बताया और वाट्सएप पर प्रतिदिन चर्चा की भी जानकारी दी। एसपी ने बताया कि मृतिका सोनू यादव की शादी 2010 में उज्जैन में हुई थी। बाद में किसी कारणवश तलाक हो गया था। यह सरस्वती शिशु मंदिर शाजापुर में शिक्षिका का कार्य करती थी। माता-पिता के आग्रह पर चार दिन पहले ही उसका विवाह नागदा निवासी गौरव जैन से तय हुआ था। यह विवाह गौरव जैन के मामा जो जावरा में निवास करते हैं, उनके यहां होने जा रहा था। रविवार सुबह ही वह अपने परिवार के साथ जावरा पहुंची थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड का चंद घंटों में ही पवन पांचाल के साथ ही दूसरे आरोपित राम यादव को भी पुलिस अभिरक्षा में ले लिया गया। पुलिस अधीक्षक ने इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में शामिल पुलिस बल को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। पुलिस ने हत्या का यह मामला धारा 302,450 के तहत दर्ज किया है।
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उज्जैन। श्रावण मास के पहले सोमवार के अवसर पर उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर ने चंद्रमोलेश्वर के रूप में नगर भ्रमण किया। सवारी के निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में कलेक्टर आशीष सिंह ने सपत्निक भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप का पूजन-अर्चन किया। इसके बाद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने पालकी को कंधा देकर आगे बढ़ाया। पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पं. घनश्यालम शर्मा द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस अवसर पर महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक सुजानसिंह रावत भी मौजूद थे। भगवान महाकाल सोमवार शाम चार बजे चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही महाकालेश्वबर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवार भगवान चंद्रमौलेश्वर को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी गई। भगवान महाकाल की सवारी कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर परिवर्तित मार्ग से निकाली गई। महाकालेश्वर मन्दिर से सवारी हरसिद्धि मंन्दिर के सामने से होकर नृसिंह घाट पर झालरिया मठ होते हुए रामघाट पहुंची। रामघाट पर हुआ भगवान महाकाल का जलाभिषेक भगवान महाकालेश्वर की प्रथम सवारी सोमवार शाम को छह बजे परिवर्तित मार्ग से रामघाट पर पहुंची। यहां पर जलाभिषेक किया गया एवं आरती उतारी गई। पूजन एवं आरती में प्रदेश के केबिनेट मंत्री डॉ. मोहन यादव एवं सांसद अनिल फिरोजिया शामिल हुए। रामघाट पर सवारी के साथ संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश एसकेपी कुलकर्णी, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी मनीष कपूरिया, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह सहित विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। रामघाट के साथ-साथ दत्त अखाड़ा क्षेत्र से भी परम्परागत आरती एवं पूजन किया गया। सवारी इसके बाद पुन: रामघाट से रवाना होकर रामानुजकोट, हरसिद्धि मन्दिर होते हुए महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची। रास्ते में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन लाभ लिये। हालांकि, कोरोना संक्रमण के चलते सवारी में ज्यादा लोग शामिल नहीं हुए, लेकिन दूर से लोगों ने भगवान के दर्शन कर अपने को कृतार्थ किया। बता दें कि महाकालेश्वहर भगवान की दूसरी सवारी 13 जुलाई सोमवार को निकलेगी, जिसमें पालकी में मनमहेश विराजित होंगे एवं हाथी पर चंद्रमौलेश्वर विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की खूबसूरत लोकेशन्स पर एक बार फिर फिल्म्स, सीरियलस एवं वेब सीरिज की शूटिंग शीघ्र ही प्रारंभ हो सकेगी, इसके लिए मध्यप्रदेश पर्यटन निगम की ओर से फिल्मस एवं सीरियलस की शूटिंग के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सोनिया मीणा ने रविवार को बताया कि इस एडवाइजरी में भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार नियम बनाये गये हैं। शासन द्वारा समय-समय पर संशोधित दिशा-निर्देश के साथ ही इस एडवाइजरी में भी संशोधन किया जा सकता है। एडवाइजरी को पब्लिक डोमेन में दिया गया है। शूटिंग के लिए बहुत सारे फिल्मस और सीरियल प्रोड्यूसर्स-डायरेक्टर्स काफी समय से कॉन्टेक्ट करके शूटिंग की अनुमति चाह रहे थे, वे अब टूरिज्म बोर्ड द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन करते हुए शूटिंग शुरू कर सकते हैं। इसके लिए स्थानीय जिला प्रशासन को सूचित करने के साथ ही अलग निर्देश होने पर उनका पालन करते हुए शूटिंग रिज्यूम की जा सकती है। निश्चित तौर पर प्रदेश में शूटिंग प्रारंभ होने से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार अवसर मिल सकेंगे। शूटिंग पर होंगे सिर्फ 15 क्रू मेंबर्स, इक्विपमेंट्स रोज करना होंगे सेनिटाइज़ मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के फिल्म फैसिलिटेशन सेल ने एडवाइज़री गाइडलाइन्स "टू री-स्टार्ट'' फिल्म शूटिंग इन मध्यप्रदेश’ जारी की है। गाइडलाइन के अनुसार शूटिंग में भाग लेने वाले लोगों को हेल्थ डिक्लेरेशन फॉर्म ‘एनेक्जर-ए’ (ANNEXURE ‘A’) भरना होगा। यह फॉर्म निर्माता द्वारा संबंधित पदाधिकारी को फिल्म शूट की अनुमति के लिए भी प्रस्तुत करना होगा। एडवाइजरी के अंतर्गत लोकेशन पर 15 क्रू मेंबर इनडोर शूटिंग के लिए तथा ऑउटडोर पर 30 व्यक्तियों की ही अनुमति होगी, साथ ही शूटिंग इक्विपमेंट्स रोजाना सेनिटाइज करना होंगे। कोरोना पॉजिटिव मिलते ही लोकेशन होगी खाली -अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उस व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट कर दिया जाएगा और शूटिंग लोकेशन को तुरंत खाली करा दिया जाएग। -उस व्यक्ति से जो भी कॉन्टेक्ट में आया होगा उस व्यक्ति की जांच की जाएगी और तुरंत पूरे क्रू मेंबर्स को आइसोलेट कर दिया जाएगा। -स्टूडियो लोकेशन को पूरी तरह से खाली करने के बाद सेनिटाइज करना अनिवार्य होगा। -सेफ्टी चेक्स पूरी तरह होने के बाद ही शूटिंग रिज्यूम हो सकेगी। हैंडलिंग ऑफ इक्विपमेंट -शूटिंग से पहले और शूटिंग के बाद सभी इक्विपमेंट्स को रोजाना सेनिटाइज करना होगा। -हर डिपार्टमेंट के मेंबर्स को ब्रेक के दौरान इस्तेमाल किए गए गियर्स को डिसइनफेक्ट करना होगा। -एक ही इक्विपमेंट्स को दूसरे मेंबर्स द्वारा छूने की संख्या को कम करना होगा।प्राइवेट लोकेशन पर शूटिंग -अगर किसी प्राइवेट लोकेशन पर शूटिंग की जाती है, तो प्रॉपर्टी ऑनर के साथ एग्रीमेंट के तहत ही फिल्मांकन किया जा सकेगा। -लोकेशन को शूटिंग के पहले और शूटिंग के बाद में प्रॉपर तरीके से सेनिटाइज़ करना होगा। -शूटिंग लोकेशन पर किसी भी बाहरी व्यक्ति को एंट्री नहीं होगी एवं लोकेशन्स पर शूटिंग देखने हेतु भीड़-भाड़ न हो यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। शूटिंग के दौरान हेल्थ और सेफ्टी मेज़र्स -शूटिंग के दौरान बार-बार हाथ धोना होगा और हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल भी करना होगा। -फेस कवर मास्क शूटिंग लोकेशन पर अनिवार्य होगा। -पूरी कास्ट और क्रू मेंबर को शूटिंग लोकेशन पर अपने फोन में आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करना अनिवार्य होगा। -शूटिंग के समय एक नोडल पर्सन और हेल्थ रिप्रेजेंटेटिव डॉक्टर के साथ फिल्म लोकेशन पर अपॉइंट करना होगा। कास्ट और क्रू मैनेजमेंट के लिए रूल्स -सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने के लिए एक लोकेशन पर 15 लोग इंडोर शूटिंग के लिए और आउटडोर शूटिंग में सिर्फ 30 लोगों को ही अनुमति होगी। -शूटिंग लोकेशन पर सिर्फ उन लोगों को रहने की अनुमति होगी जो परफेक्टली आईडेंटिफाइड होंगे चाहे वह एक्टर हो एक्टे्स हो या टेक्नीशियन। -शूटिंग लोकेशन में एंट्री से पहले आईआर थर्मोमीटर से बुखार चेक किया जाएगा अगर 37.3 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बुखार है तो आइसोलेट होकर रहना होगा। -फिल्मिंग लोकेशन पर सिर्फ लिमिटेड एसेंशियल सर्विसेज ही अलाउड (allowed) होंगी। -मेकअप हेयर ड्रेसिंग और ड्रेस अप एक्टिविटी के लिए प्रोटेक्टिव मेज़र्स का ध्यान रखना होगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून अपना असर दिखा रहा है। प्रदेश के कई जिलों से बारिश की खबरें आ रही है। राजधानी भोपाल में शनिवार रात को गरज चमक के साथ बारिश की बौछारे गिरी। वही रविवार सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं और रिमझिम बारिश भी हो रही है। हालांकि, बादल छाने के बाद भी उमस ने परेशान कर दिया है। मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके लिए 22 जिलों को अलर्ट किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि मानसून ट्रफ प्रदेश में ग्वालियर, सतना से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रहा है। इसी तह पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी गुजरात समेत आससपास कई सिस्टम बने हुए हैं। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ओर से नमी मिल रही है। इन सबके असर के चलते पूर्वी और पश्चिमी मध्यप्रदेश समेत राजधानी में अगले दो तीन दिनों तक अच्छी बारिश की संभावना है। इसके अलावा लगातार बारिश से तापमान में भी गिरावट का दौर जारी है। भोपाल में न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री दर्ज किया गया। दिन चढऩे के साथ ही बारिश थम गई है। इस बीच लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है। दोपहर बाद एक बार फिर बादल छाए और शाम पांच बजे से बौछारें पडऩी शुरू हो गई, जो रुक-रुककर रात तक जारी रही। यहां गिर सकती है बिजलीमौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा है कि प्रदेश के रीवा और शहडोल संभागों के साथ ही छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, बैतूल, खरगौन, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा और मंदसौर जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में बारिश का दौरमौसम विभाग के ताजा बुलेटन के मुताबिक प्रदेश के शहडोल, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन संभागों के जिलों में तथा रीवा, सागर, भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में बारिश होगी। इसके अलावा इनमें से कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
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रतलाम। जिले के जावरा नगर में रविवार सुबह मेकअप कराने के लिए ब्यूटी पार्लर गई दुल्हन की एक अज्ञात युवक ने गला रेतकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर जावरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। आरोपित की तलाश में जगह-जगह दबिश दी जा रही है। सीएसपी पीएस राणावत ने बताया कि शाजापुर निवासी कमलसिंह यादव की 24 वर्षीय पुत्री सोनू यादव की रविवार को उज्जैन के नागदा निवासी गौरव जैन के साथ शादी होने वाली थी। शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। दुल्हन अपने परिवार के साथ रविवार सुबह ही जावरा पहुंची थी। यहां वह अपनी बहन के साथ तैयार होने और मेकअप कराने के लिए ब्यूटी पार्लर पहुंची थी। इसी दौरान एक अज्ञात युवक वहां पहुंचा और ब्यूटी पार्लर में घुसकर धारदार हथियार से दुल्हन का गला रेत कर दिया। अचानक हुए इस हमले से वहां मौजूद सभी महिलाएं घबरा गई तब तक आरोपित वहां से फरार हो गया। ब्यूटी पार्लर में मौजूद महिलाओं ने पुलिस को सूचना देकर दुल्हन सोनू यादव को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अज्ञात आरोपित के खिलाफ प्रकरण दर्ज मामले की जांच शुरू की। सीएसपी राणावत के अनुसार, पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है और हमला की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने ब्यूटी पार्लर और आसपास के क्षेत्रों से सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, उनकी मदद से आरोपित की तलाश की जा रही है। पूरे क्षेत्र की नाकाबंदी कर दी गई है और पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। उन्होंने कहा है कि प्रथमदृष्टया मामला प्रेस प्रसंग का लग रहा है, लेकिन जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो सकता है। आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। इधर, दुल्हन की हत्या के बाद परिवार में शादी की खुशियां मातम में बदल गईं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को अनलॉक रास नहीं आ रहा है। यहां लॉकडाउन के दौरान कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या बहुत कम थी, लेकिन अनलॉक होने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। शुक्रवार को यहां 53 नये मामले सामने आए थे, जबकि शनिवार को सुबह फिर यहां 60 नये पॉजिटिव मिले हैं। भोपाल सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जानकारी दी गई है कि शनिवार को मिली जांच रिपोर्ट में 60 नये संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3252 हो गई है, जबकि भोपाल में अब तक कोरोना से 105 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि राजधानी भोपाल में अब तक 2366 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और कोरोना को मात देकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 462 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। बता दें कि लॉकडाउन के दौरान भोपाल में संक्रमित मरीज कम मिल रहे हैं। लॉकडाउन की दो माह की अवधि में यहां एक जून को संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1511 थी, जबकि 59 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन एक जून को अनलॉक होने के बाद एक माह की अवधि में यहां संक्रमितों की संख्या तेजी से बढक़र दोगुनी से अधिक हो गई है।
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मुरैना। मुरैना में एक सप्ताह से निरंतर बढ़ रहे कोरोना मरीजों तथा किल कोरोना अभियान की समीक्षा आज आयुक्त चम्बल संभाग आयुक्त ने की गई। इसमें चम्बल संभाग आयुक्त आरके मिश्रा तथा स्वास्थ्य आयुक्त संजय गोयल, डीआईजी पुलिस चम्बल राजेश हिंगडक़र सहित कलेक्टर, एसपी व जिला प्रशासन, स्वास्थ्य अधिकारी भी शामिल हुये। चम्बल संभाग आयुक्त रविन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि मुरैना में बढ़ते मरीजों के कारण आईसोलेशन बेड की संख्या 800 से लेकर 1000 तक कर दी गई है। गंभीर मरीजों के लिये सुविधायें बढ़ाने पर भी योजना बनी। वहीं किल कोरोना अभियान के तहत हो रहे सर्वे में 5 दिवस के दौरान छिपे हुये बीमार मरीजों के सामने आने की संभावना है। कफ्र्यू के साथ नियमों का पालन कराने के लिये कड़ाई आरंभ की जायेगी। लगभग दो घंटे तक चली इस बैठक में किसी भी प्रकार कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये उपायों पर विचार हुआ है। सर्वे एप में डाटा फिडिंग पर जोर दिया जायेगा। वहीं प्रशासन ने माना है कि जितनी तेजी से केश बढ़े हैं रिकवरी भी उतनी ही तेजी से हुई है। मुरैना में बाहर से खरीददारी करने आये लोगों के सम्पर्क में आये स्थानीय दुकानदारों व उनके कर्मचारियों में संक्रमण उत्पन्न हुआ है। इससे बढ़े कोरोना संक्रमित लोगों का हाल-चाल जानने के लिये आज दोपहर में मध्यप्रदेश शासन के स्वास्थ्य आयुक्त संजय गोयल जिला चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में पहुंचे। वहां उन्होंने मरीजों तथा पैरामेडिकल स्टाफ से स्थिति की जानकारी ली। स्वास्थ्य आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि वह आईसोलेशन वार्ड तथा किल कोरोना सर्वे अभियान की गतिविधियों को परखने आये हैं। उन्होंने शहर के कन्टोनमेंट क्षेत्र पीपल वाली माता पर पहुंचकर किल कोरोना अभियान के सर्वे का जायजा लिया। श्री गोयल ने सर्वे दल तथा रहवासियों से स्वास्थ्य व सर्वे की जानकारी ली, जिससे वह संतुष्ट हुये। उनके साथ मुरैना कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास, पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया सहित प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग का अमला था।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक है। इसके बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां चार जिलों में 136 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 14 हजार के करीब पहुंच गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 585 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 1259 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 19 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 4753 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में 65 वर्षीय और 68 वर्षीय दो महिलाओं के साथ 65 वर्षीय दो पुरुष शामिल हैं। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 236 हो गई है। इसके अलावा मुरैना में 56, भोपाल में 58 और उज्जैन में तीन नये मामले सामने आए हैं। इन 136 नये मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 13,997 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4754, भोपाल 2886, उज्जैन 862, खंडवा 317, बुरहानपुर 401, जबलपुर 405, खरगौन 289, धार 179, ग्वालियर 393, नीमच 446, मंदसौर 115, सागर 377, मुरैना 537, देवास 220, रायसेन 110, भिंड 245, बड़वानी 114, होशंगाबाद 41, रतलाम 157, रीवा 58, विदिशा 45, बैतूल 57, सतना 34, छतरपुर 56, डिंडौरी 30, दमोह 40, आगरमालवा 16, झाबुआ 16, अशोकनगर 44, शाजापुर 62, सीधी 20, सिंगरौली 16, दतिया 25, शहडोल 22, बालाघाट 26, श्योपुर 76, शिवपुरी 36, टीकमगढ़ 42, छिंदवाड़ा 59, नरिसंहपुर 31, सीहोर 15, उमरिया 10, पन्ना 34, अलीराजपुर 04, अनूपपुर 29, हरदा 30, राजगढ़ 94, गुना 15, मंडला 06, सिवनी 14. निवाड़ी 09 और कटनी 19 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 585 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 236, भोपाल 101, उज्जैन 71, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 15, ग्वालियर 03, धार 06, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 21, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 04 मुरैना 04, राजगढ़ 06, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। इधर, स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 10,655 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और वे स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2761 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अब दुकानें रात 10 बजे तक खुली रह सकेंगी। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अविनाश लवानिया ने इस संबंध में संशोधित आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश के मुताबिक, औद्योगिक संचालन संबंधी गतिविधियां राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले वाहनों लोडिंग, अनलोडिंग, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अपने वाहनों से गंतव्य स्थान तक जाने वाले यात्रियों के आवागमन को छोडक़र शेष सभी गतिविधियां रात्रि 10.00 से सुबह 5.00 बजे तक बंद रहेगी। अत्यावश्यक दुकान के लिए भी यह नियम लागू होगा। रात्रि 10.00 बजे से 5.00 बजे तक कफ्र्यू का कड़ाई से पालन किया जाना अनिवार्य होगा। कलेक्टर लवानिया ने धारा 144 के अंतर्गत इन सभी गतिविधियों को संचालित करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही पूर्व में जारी किए गए धारा144 के अन्तर्गत आदेश यथावत रहेंगे। अत्यावश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोडक़र शेष दुकानें शनिवार और रविवार को बंद रहेगी, होटल, रेस्टोरेंट को होम डिलेवरी और पार्सल की अनुमति रहेगी। इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाकर जाना अनिवार्य होगा। 65 साल के बुजुर्ग,1 0 साल के बच्चे और गर्भवती महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर नहीं जाने कि सलाह दी गई है। जिले में सार्वजनिक स्थलों पर थूकना,शराब, पान, तंबाकू सेवन करना प्रतिबंध रहेगा। सभी शासकीय कार्यालयों मेंअधिकारी की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहेगी परंतु कंटेनमेंट क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले स्टाफ को कार्यालय में जाने की अनुमति नहीं रहेगी। समस्त स्टाफ को आरोग्य सेतु एप उपयोग करना अनिवार्य है। विभाग, संस्था, राजस्व, स्वास्थ्य पुलिस, दूरसंचार, नगरपालिका, पंचायत, नगर सैनिक, आपदा प्रबंधन एवं टेलीकॉम इंटरनेट, वेतन मानदेय आदि हेतु कार्यालय को शत-प्रतिशत क्षमता से संचालन कर सकेंगे। समस्त दुकानों में एक समय में कम से कम न्यूनतम व्यक्तियों को प्रवेश दिया जाए और दो गज दूरी का पालन किया जाना आवश्यक होगा। शादी, समारोह में घर से अधिकतम 40 व्यक्तियों की उपस्थिति एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। जिले में अंतिम संस्कार हेतु 10 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे। दुकानें सप्ताह में सोमवार से शुक्रवार तक 5 दिन खोलने एवं 2 दिन शनिवार एवं रविवार केवल होम डिलीवरी पार्सल टेकअवे खोलने की अनुमति दी जाती है। दुकानें होटल रात्रि 10:00 बजे तक खोली जायेंगी। जोखिम क्षेत्र को छोडक़र धार्मिक स्थल खोले जा सकेंगे। मूर्ति, फूल, नारियल, अगरबत्ती एवं घंटी बजाने की अनुमति नहीं होगी। जिले में निर्माण कार्य, इंडस्ट्रीज फैक्ट्री के संचालन समस्त कार्य कर सकेगे। फैक्ट्री, इंडस्ट्री कंस्ट्रक्शन गतिविधियों एवं संबंधित परिवहन की शनिवार और रविवार को संचालन की अनुमति रहेगी। यह आदेश 31 जुलाई 2020 तक प्रभाव शील रहेगा।
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भोपाल। इस बार मानसून के आने का इंतजार लोगों को उतनी बेसर्बी से नहीं था, जैसा की हर बार होता है। कारण था पिछले साल मानसून के बाद भी जारी रही बारिश। प्रदेश में मार्च- अप्रैल तक बारिश का दौर जारी रहा। जिसके कारण जलाशय पानी से लबालब भरे हुए हैं। यही कारण है कि मानसून आने के बाद भले ही जून में लगातार बारिश नहीं हुई, लेकिन रुक-रुक कर पड़ रहीं तेज बौछारों ने प्रदेश को तर कर दिया है। अब तक प्रदेश में जून के कोटे से 70 फीसद अधिक बरसात हो चुकी है। राजधानी भोपाल की बात करे तो यहां सामान्य बरसात से तीन गुना अधिक बरसात हो चुकी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मानसून द्रोणिका वर्तमान में शिवपुरी से होकर गुजर रही है। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन सिस्टम के कारण प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 1 से 30 जून तक प्रदेश में 205.6 मिमी. बरसात हुई है। जो सामान्य बारिश (120.9 मिमी.) के मुकाबले 70 फीसद अधिक है। इस दौरान प्रदेश में सबसे ज्यादा बरसात भोपाल में रिकॉर्ड हुई है। मौसम विभाग द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक भोपाल में मंगलवार सुबह तक 405.3 मिमी. बारिश हो चुकी है, जो सामान्य (130.8) के मुकाबले तीन गुना से भी अधिक है। प्रदेश में सबसे कम बरसात 34.6 मिमी. ग्वालियर में हुई है, जो सामान्य (66.3) से 48 फीसद कम है। जबलपुर में भी 108.7 मिमी. बारिश हुई, जो सामान्य (144.1) से 25 फीसद कम है। बालाघाट में सामान्य से 7 और भिंड में सामान्य से 6 प्रतिशत कम बरसात हुई है। शेष जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बरसात हो चुकी है। मानसून आने के बाद मानसून द्रोणिका हिमालय के तराई क्षेत्र की तरफ पहुंच गई थी। इस वजह से लगातार बरसात की गतिविधियां कम हो गई थीं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि इस दौरान अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आने के कारण गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे का सिलसिला जारी रहा। इससे जून में प्रदेश तरबतर होता रहा। वर्तमान में मानसून द्रोणिका फिर सक्रिय होकर शिवपुरी से होकर गुजर रही है। साथ ही छत्तीसगढ़ पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर से भी लगातार नमी आ रही है। इससे बुधवार से मानसून की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। जुलाई के पहले सप्ताह में राजधानी सहित पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक तरफ कोरोना संक्रमित मरीज लगातार स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उतने ही नये पॉजिटिव भी मिल रहे हैं। इसलिए यहां सक्रिय मरीजों की संख्या लगभग स्थिर हो गई है। हालांकि, यहां कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां अब कोरोना के 25 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4734 हो गई। इंदौर में अब तक कोरोना से 232 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार को देर रात 1531 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 25 पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन नये 25 मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4734 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 62 वर्षीय महिला के साथ ही एक 27 वर्षीय युवक और 78 वर्षीय बुजुर्ग शामिल हैं। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 232 हो गई है। हालांकि इंदौर में अब तक 3552 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 950 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। सक्रिय मरीजों की संख्या पिछले एक महीने से लगभग 900 से एक हजार के बीच है, क्योंकि जितने मरीज यहां स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं, उतने ही नये मरीज भी मिलते जा रहे हैं।
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भोपाल। रेरा-प्राधिकरण द्वारा कोरोना महामारी के चलते पक्षकारों की शिकायतों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ऑनलाइन शुरू करने पर अच्छे परिणाम मिले हैं। कोविड-19 के बीच मई तथा जून में रिकार्ड 178 प्रकरणों के निपटारे से पक्षकार लाभान्वित हुए हैं। मई-जून में प्राधिकरण ने इन माहों में प्राप्त होने वाली शिकायतों के बदले तीन गुना अधिक प्रकरणों का निराकरण किया है। अब कुल निराकृत प्रकरण 3273 हो गए हैं। देश-विदेश के पक्षकारों ने रखा अपना पक्ष कोविड-19 के दौरान प्राधिकरण ने पक्षकारों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जो सुविधा उपलब्ध कराई, उसके बेहतर परिणाम सामने आए। पक्षकारों ने अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार सुनवाई में भाग लिया। जहां पक्षकारों तथा उनके अधिवक्ताओं ने यात्रा के दौरान, गाड़ी में बैठे-बैठे सुनवाई में भाग लिया, वहीं कुछ पक्षकार देश-विदेश के विभिन्न स्थानों से अपने अन्य कार्यों के साथ-साथ सुनवाई में शामिल हुए। जहाँ महिलाओं ने आवास मिलने में देरी पर भावानात्मक एवं वास्तविक तर्क रखे, वहीं पुरूष सदस्यों ने तथ्यात्मक बिन्दु भी रखे। कोविड-19 की अवधि में भी रेरा प्रोजेक्ट पंजीयन में पीछे नहीं रहा। प्राधिकरण में मई तथा जून माह में 67 प्रोजेक्टों का पंजीयन किया गया। अब प्रदेश में पंजीकृत प्रोजेक्टों की संख्या कुल 2660 हो गई है। कतर से सुनवाई में शामिल हुई संस्कृति देवड़ा को मिला न्याय दोहा के कतर से पक्षकार संस्कृति देवड़ा वेस्र्टन कॉलोनाईजर्स लिमिटेड के विरूद्ध रेरा में दायर डिलीवरी की तारीख और फ्लैट के कब्जे के संबंध में चल रहे प्रकरण की सुनवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल हुईं। उनका कहना है कि रेरा की सेवाओं से मैं संतुष्ट हूँ। रेरा की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रक्रिया ने सुनवाई को सरल बना दिया है। मैं रेरा में नही होते हुए भी सुनवाई में भाग ले सकी।
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शिवपुरी। शिवपुरी में जन्मे और यही पढ़े युवा एडवोकेट निपुण सक्सेना और उनके साथ वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज किशन कॉल द्वारा कुछ छात्रों की ओर पेश की गई एक जनहित याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में दिल्लीवासियों के लिए प्रस्तावित 85 फीसदी आरक्षण पर रोक लगा दी है। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा लगाई गई एक ऑनलाइन याचिका पर लॉक डाउन के दौरान शिवपुरी रहते हुए निपुण सक्सेना और दिल्ली के वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज किशन कॉल ने दिल्ली हाईकोर्ट में अपने तर्क रखे। याचिका की सुनवाई करते हुए सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में दिल्लीवासियों के 50 फीसदी आरक्षण पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को रोक लगा दी। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि अभी यथास्थिति बनाई रखी जाए। हाई कोर्ट ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एलएलबी और एलएलएम में दाखिले के लिए आवेदन की तारीख को एक सप्ताह और बढ़ाने के लिए कहा है। युवा एडवोकेट निपुण सक्सेना और वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज किशन कॉल ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में केवल दिल्ली के छात्रों के लिए पहले 50 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव लाया गया इसके बाद अब इसे और बढ़ाकर 85 फीसदी करने की मंशा के खिलाफ यह जनहित याचिका नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों द्वारा दिल्ली हाईकोर्ट में लगाई गई थी। याचिका में तर्क रखा गया कि देश के दूसरे राज्यों के छात्रों का इस आरक्षण पॉलिसी से नुकसान होगा और यह उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन भी है। केवल एक राज्य के छात्रों के लिए यह रीजिनल आरक्षण पॉलिसी सही नहीं। दोनों अधिवक्तओं ने तर्क रखा कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पूरे देश का दूसरा सर्वश्रेष्ठ विधि का संस्थान है ऐसे में यहां पर आरक्षण लाकर उन छात्रों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है जो यहां पर विधि की शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं। बता दें कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी प्रसाशन ने दिल्लीवासियों के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित कर दी थीं। बाद में इसे बढ़ाकर 85 फीसदी करने का प्रस्ताव था। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर 2 जुलाई से पहले प्रवेश के लिए फ्रेश एडमिशन नोटिफिकेशन जारी करे, जिसमें लिखा जाए कि दाखिले की अवधि को एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है। इस मामले की अगली सुनवाई हाई कोर्ट में 18 अगस्त को होगी। याचिकाकर्ताओं की ओर से निपुण सक्सेना और वरिष्ठ अधिवक्ता नीरज किशन कॉल ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के इस फैसले को चुनौती देते हुए दिल्ली कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में मांग की गई थी कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी द्वारा दिल्ली के कॉलजों से डिग्री हासिल करने वाले छात्रों को आरक्षण देना संविधान का उल्लंघन है इसीलिए इस पर रोक लगाई जाए। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का ये फैसला किसी भी तरीके से तर्क संगत नहीं है। दिल्ली हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता की इस बात को मानते हुए फिलहाल नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में दिल्लीवासियों के लिए 50 फीसदी आरक्षण पर रोक लगा दी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक है। इसके बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां चार जिलों में 113 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 13 हजार 483 हो गई हैं। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 567 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 1512 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 45 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमितों की संख्या 4709 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 70 वर्षीय महिला के साथ 51 वर्षीय और 58 वर्षीय दो पुरुष शामिल हैं। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 229 हो गई है। इसके अलावा मुरैना में कोरोना के 56, सागर में नौ और उज्जैन में तीन नये मामले सामने आए हैं। इन 113 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 13,483 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4709, भोपाल 2764, उज्जैन 859, खंडवा 310, बुरहानपुर 392, जबलपुर 396, खरगौन 289, धार 173, ग्वालियर 354, नीमच 443, मंदसौर 113, सागर 365, मुरैना 405, देवास 219, रायसेन 109, भिंड 211, बड़वानी 114, होशंगाबाद 41, रतलाम 156, रीवा 57, विदिशा 45, बैतूल 56, सतना 33, छतरपुर 56, डिंडौरी 30, दमोह 38, आगरमालवा 16, झाबुआ 16, अशोकनगर 44, शाजापुर 62, सीधी 20, सिंगरौली 16, दतिया 25, शहडोल 22, बालाघाट 25, श्योपुर 72, शिवपुरी 35, टीकमगढ़ 38, छिंदवाड़ा 59, नरिसंहपुर 31, सीहोर 15, उमरिया 10, पन्ना 34, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 30, राजगढ़ 86, गुना 15, मंडला 06, सिवनी 14. निवाड़ी 08 और कटनी 15 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई तीन मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 567 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 229, भोपाल 94, उज्जैन 70, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 15, ग्वालियर 03, धार 06, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 21, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 03, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। इधर, स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अब तक 10,199 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2720 हैं।
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इंदौर। इंदौर में पुलिस अपराधियों और भूमाफियाओं के खिलाफ एक्शन मोड में नजर आ रही है। बीते दिनों क्राइम ब्रांच की टीम ने मानव तस्करी समेत 56 से अधिक आपराधिक गतिविधियों में लिप्त सात माह से फरार चल रहे डेढ़ लाख से अधिक के इनामी जीतू सोनी को गिरफ्तार किया था। अब क्राइम ब्रांच की टीम ने 20-20 हजार के इनामी कुख्यात भू-माफिया सतबीर छाबड़ा और संदीप रमानी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने मंगलवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने दोनों को उनके घर के पास से गिरफ्तार किया है। दोनों छह महीने से ज्यादा समय से फरार चल रहे थे। उन्होंने बताया कि दोनों बदमाशों को गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की दिल्ली, पंजाब सहित कई राज्यों में डेरा डाले हुए थी। सतबीर भू-माफिया बॉबी छाबड़ा का भाई है, जो फरवरी में गिरफ्तार हो चुका है। सतबीर के घर से दबिश में टीम को करीबन 10 संस्थाओं के रिकॉर्ड मिले थे। पुलिस तब से इसकी तलाश कर रही थी।
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भोपाल। लॉकडाउन के दौरान कच्चे तेल की कीमतें गिरने के बावजूद पेट्रोल डीजल के दाम स्थिर थे, लेकिन अनलॉक के बाद लगातार इनकी कीमतों में वृद्धि हो रही है। इससे देशभर में पेट्रोल-डीजल महंगा होता जा रहा है। भोपाल में तो डीजल के दाम उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। सोमवार को यहां डीजल 79.93 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया और मंगलवार को भी इसी कीमत पर बेचा जा रहा है। बता दें कि इससे पहले 4 अक्टूबर 2018 को डीजल की कीमत 79.53 रुपये तक पहुंची थी। डीजल इससे पहले इतना महंगा कभी नहीं हुआ। यानी डीजल उच्च स्तर पर पहुंच गया। गत 6 जून को डीजल 68.27 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था, अब इसमें 11.66 रुपये प्रति लीटर यानी 17 फीसदी का इजाफा हो चुका है। वहीं, पेट्रोल की कीमत भी भोपाल में 88.10 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। पेट्रोल के दाम भी 2014 में डीजल की कीमतों से सरकारी नियंत्रण खत्म होने के बाद पहली बार 23 दिन में 22 बार बढ़े हैं। भोपाल में पेट्रोल के दाम 4 अक्टूबर-2018 के बाद के 20 माह का सर्वोच्च स्तर है। इस दिन राजधानी में पेट्रोल 89.83 रुपये प्रति लीटर था। यानी यहां पेट्रीक की कीमत भी उच्च स्तर के करीब पहुंच गई है। पिछले 23 दिनों में पेट्रोल भी 22 दिन में 10.54 रुपये यानी 13.58 फीसदी महंगा हुआ है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब यहां इस महामारी की चपेट में आने से और चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 49 नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4664 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 226 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार देर रात 1512 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 49 पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन 49 नये मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4664 पहुंच गई है। वहीं, यहां कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतक चारों पुरुष हैं। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 226 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि इंदौर में अब तक 3435 व्यक्ति कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1003 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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उज्जैन। उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की हर साल की तरह इस वर्ष भी सावन-भादौ मास में सवारी निकाली जाएगी, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन भगवान महाकाल की परंपरागत सवारी का रूट परिवर्तित करने के साथ-साथ इसे छोटा करने पर विचार कर रहा है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार परिवर्तित रूट से भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। दरअसल, अगले रविवार, पांच जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर्व के बाद छह जुलाई, सोमवार से श्रावण मास प्रारंभ हो रहा है। इस बार के श्रावण मास में पांच सोमवार पर्व भी आएंगे, साथ ही आगामी 20 जुलाई सोमवार को श्रावण मास की सोमवती अमावस्या पर्व भी रहेगा। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। कोरोना संकट के चलते फिलहाल सीमित संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं, लेकिन श्रावण मास के सोमवार पर्व एवं सोमवती अमावस पर्व पर भारी संख्या में दर्शनार्थियों के आने की संभावना है। सावन हर साल सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाती है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के चलते जिला प्रशासन नये रणनीति तैयार करने में जुटा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन का पहला चरण शुरू होने के बाद मार्च के महीने में सभी धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। तब से लेकर महाकाल मंदिर में बीते सात जून तक श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित था। अनलॉक होने के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने सरकार की गाईड लाईन के मुताबिक 08 जून से महाकालेश्वर मंदिर में प्री-बुकिंग के आधार पर श्रद्धालुओं का प्रवेश आरंभ कर दिया था। अभी भी महाकाल में भक्तों को एक दिन पहले ऑनलाइन परमिशन लेने के बाद अगले दिन प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं, आगामी 6 जुलाई को सावन का पहला दिन सोमवार को आ रहा है। इसी दिन महाकाल की पहली सवारी निकलेगी। कुछ दिन पहले मंदिर के पुजारियों ने सुझाव दिया था कि कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर का परंपरागत सवारी रूट आवश्यकता पडऩे पर बदला जाए। इसी के चलते प्रशासनिक गलियारों में चर्चा है कि महाकाल सवारी का रूट बड़ा गणेश मंदिर होकर हरसिद्धि के सामने से होते हुए रामघाट तक रखा जा सकता है। शिप्रा पूजन के बाद इसी मार्ग से सवारी वापस मंदिर लौट आएगी। निर्धारित सामाजिक दूरी और संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रशासन इस पर विचार कर रहा है। रामघाट पर भीड़ बढ़ी, भिखारियों की भी भरमार इधर, उज्जैन में शिप्रा नदी पर रामघाट और अन्य जगह भीड़ बढ़ गई है तथा यहां प्रतिदिन बाहर से भी लोग आ रहे हैं तथा उनके पीछे भिखारी पड़ रहे हैं, जहां पर कोई भी न तो मास्क लगाता है और न ही दो गज दूरी का पालन करता है। दरअसल, इस धार्मिक शहर में 75 दिन से अधिक समय तक लॉकडाउन रहने के बाद शिप्रा के घाटों पर पूजन और अन्य विधियां शुरू हुई हैं। इसके चलते शिप्रा नदी पर स्नान करने और पूजन के लिए लोगों का पहुंचना शुरू हो गया है। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगने के साथ ही भिखारियों का मजमा भी लगने लगा है और भिखारी यहां आने वाले लोगों पर टूट पड़ते हैं और उनका पीछा नहीं छोड़ते। यह भिक्षुक न तो मास्क पहने हुए हैं और देखने में भी गंदे लगते हैं। हालांकि, घाटों पर पुलिस तैनात है और नागरिकों को हिदायत दी जा रही है, इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। प्रदेश में आज से अच्छी बारिश की शुरूआत हो सकती है, जिससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलेगी। राजधानी भोपाल में पिछले दो दिनों से बारिश पर विराम लगा हुआ है। रविवार को पूरे दिन कड़ी धूप निकलने के बाद शाम को बादल छाए लेकिन बारिश नहीं हुई। वहीं सोमवार सुबह से भी मौसम साफ है। हालांकि प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे को सिलसिला जारी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बंगाल के आस-पास ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। उसके प्रभाव से सोमवार से बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मप्र से मराठवाड़ा तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इससे अरब सागर से नमी आ रही है। उधर, प्रदेश के विभिन्ना स्थानों पर रुक-रुक कर बौछारें पडऩे के कारण वातावरण में भी काफी नमी बरकरार है। इस वजह से तापमान बढ़ते ही शाम के वक्त बारिश होने लगती है। बंगाल के आस-पास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इसके प्रभाव से सोमवार से प्रदेश में बरसात की गतिविधियों में तेजी आएगी। विशेषकर उत्तरी मप्र में कहीं-कहीं अच्छी बरसात की भी संभावना है।
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उज्जैन। शहर के ख्यात काल भैरव मंदिर के विकास हेतु 200 करोड़ रू. की एक योजना तैयार की जा रही है। इस योजना के तहत पूरे क्षेत्र को आकर्षक बनाया जाएगा,जो कि पर्यटन की दृष्टि से भी बहुआयामी रहेगा। स्मार्ट सिटी अन्तर्गत तैयार इस योजना को स्वीकृति हेतु भोपाल भेजा जाएगा। स्मार्ट सिटी अंतर्गत उज्जैन के धार्मिक पर्यटन में विशेष स्थान रखने वाले काल भैरव मंदिर एवं मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 200 करोड़ रूपये का प्लान तैयार कर स्वीकृति हेतु भेजा जाएगा। योजना में एक आकर्षक प्रवेश द्वार, आसपास के क्षेत्र में दो एवं चार वाहन की पार्किंग की सुविधा, प्लाजा का निर्माण, लैण्ड स्केपिंग, मंदिर के बाहरी क्षेत्र का विकास, लाईटिंग, सीसीटीवी कैमरे, साईनेज, वाच टावर, सुविधागृहों आदि का काम करवाया जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने सिंहस्थ मेला कार्यालय में निगमायुक्त क्षितिज सिंघल, स्मार्ट सिटी के टीम लीडर, आर्किटेक्ट एवं इंजिनियर के साथ बैठक ली। बैठक में मृदा योजना एवं महाकाल क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा भी की गई। ज्ञात रहे मृदा योजना चरण-2 के तहत महाराजवाड़ा कॉम्प्लेक्स के निर्माण में पूर्व के हेरिटेज भवन का संरक्षण किया जाएगा। इसी के साथ पब्लिक एमीनेटिज, सीटिंग एरिया, म्यूजियम का निर्माण करते हुए महाकाल मंदिर एवं छोटा रुद्र सागर से इस क्षेत्र को जोड़ा जाएगा। इसी तरह अन्न क्षेत्र का निर्माण भी किया जाएगा ,जिसमें 1800 लोगों के भोजन करने की क्षमता का हाल, 100 लोगों के ठहरने की क्षमतावाला आवास एवं आधुनिक रसोई घर का निर्माण किया जाएगा। रामघाट क्षेत्र में सुरक्षित पैदल फूटपाथ, गली के व्यापारियों का व्यवस्थिकरण, गलियों का सौंदर्यीकरण, रामघाट का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। साथ ही घाटों पर डायनामिक लाईटिंग की व्यवस्था की जाएगी। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में स्मार्ट सिटी द्वारा मृदा योजना के चरण एक में 154 करोड़ रू. लागत से मल्टीलेवल पार्किंग, मिडवे जोन व महाकाल थीम पार्क का कार्य जारी है। कलेक्टर ने फेस वन के कार्य वर्ष के अंत तक पूर्ण करने के निर्देश दिये है।
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मंदसौर। विगत दिनों चली तेज हवा और बारिश के कारण भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर परिसर में लगा कल्पवृक्ष उखड़ गया था। इस पेड़ को शनिवार को फिर से लगा दिया गया है। मंदिर प्रबंध समिति के प्रबंधक राहुल रूनवाल ने बताया कि मंदिर परिसर में एक कल्पवृक्ष का बड़ा पेड लगा था। श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र यह पेड़ विगत दिनों तेज हवाओं के कारण उखड़ गया था। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा शनिवार को इस पेड़ को फिर से जमीन में लगा दिया गया है। पेड़ को उसकी जड़ों समेत वापस जमीन में लगाने के लिए जेसीबी और क्रेन की सहायता ली गई थी।
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मंदसौर। विगत दिनों चली तेज हवा और बारिश के कारण भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर परिसर में लगा कल्पवृक्ष उखड़ गया था। इस पेड़ को शनिवार को फिर से लगा दिया गया है। मंदिर प्रबंध समिति के प्रबंधक राहुल रूनवाल ने बताया कि मंदिर परिसर में एक कल्पवृक्ष का बड़ा पेड लगा था। श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र यह पेड़ विगत दिनों तेज हवाओं के कारण उखड़ गया था। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा शनिवार को इस पेड़ को फिर से जमीन में लगा दिया गया है। पेड़ को उसकी जड़ों समेत वापस जमीन में लगाने के लिए जेसीबी और क्रेन की सहायता ली गई थी।
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इंदौर। शहर के पंढरीनाथ थाना इलाके में पत्नी की बेवफाई से परेशान होकर एक वकील ने मौत को गले लगा लिया। सुसाईड नोट में उसने अपनी मौत के लिए पत्नी, प्रेमी, साडू, सास और मुंह बोली सास को दोषी बताया है। पुलिस के अनुसार, उदापुरा निवासी 44 वर्षीय संजीव पुत्र ओमप्रकाश मेहरा वकालत करते थे। उन्होंने गत 24 जून की सुबह घर पर जहर खा लिया था। भाई राजदीप ने उन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां शनिवार सुबह संजीव की मौत हो गई। पंढऱीनाथ टीआई कमलेश शर्मा के मुताबिक संजीव के बयान नहीं हो सके थे। जांचकर्ता एएसआई प्रेमसिंह निंगवाल ने बताया कि संजीव से चार पेजों का सुसाइड नोट जब्त हुआ है। उसने मौत के लिए पत्नी की बेवफाई का जिक्र करते हुए पत्नी, उसके प्रेमी सहित अन्य लोगों को जिम्मेदार बताया है। शव को पोस्टमार्टम के भेज दिया है और पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। प्रेमी से बोली वकील की पत्नी, मेरे आदमी को मारा डालो मृतक संजीव की भाभी सारिका के मुताबिक संजीव ने कुछ दिन पहले अपने वॉट्स एॅप स्टेट्स पर लिखा था कि पत्नी के बदचलन होने के कारण मैं मरता हूं तो इसका जिम्मेदार उसका आशिक योगेश द्विवेदी, मेरी पत्नी अंतिम और रंजना दुबे होगी। यह देखकर हमारे होश उड़ गए। जब संजीव से बात की तो उसने सारी सच्चाई बताई। तब हमें अंतिम की बदचलनी का पता चला। यह लिखा नोट में मैं संजीव मेहरा अपनी पत्नी अंतिम मेहरा से बहुत प्यार करता था। आंखे बंद कर उस पर विश्वास किया। उसने मेरा विश्वास तोडक़र योगेश द्विवेदी नाम के व्यक्ति से प्रेम प्रसंग चालू कर दिया। दोनों में आठ माह से अफेयर है...। रंजना दुबे इसमें शामिल है...। मेरी पत्नी बच्चों को छत पर खेलता छोडक़र मेरी अनुपस्थिति में 16 जून को लॉक डॉउन के दौरान बिना बताए घर से चली गई। रात को अपने मायके धार जा पहुंची। इस बीच वह अपने आशिक के साथ थी। उसी ने उसे धार छोड़ा होगा...। मेरे साडू ने मुझे फोन कर उसके धार में पहुंचने की बात बताई। वहीं मेरी सास प्रेमलता से बात हुई तो उसने मुझे नाकारा बताकर अंतिम से तलाक दिलवाने की धमकी दी...। मेरी मौत के जिम्मेदार मेरी पत्नी अंतिम, उसका आशिक योगेश द्धिवेदी, सास प्रेमलता, साडू अरुण टांक और मेरी पत्नी की मुंह बोली मां रंजना दुबे है...। मुझे मरने का गम नहीं... पर बच्चों की चिंता हैं...। योगेश और मेरी पत्नी मुझे मेरी प्रॉपर्टी के लिए मारना चाहते हैं। इसके सबूत मेरे मोबाइल में है। मेरी पत्नी के साथ तीन ज्वाईंट प्रॉपर्टी है। मेरी मौत के बाद ये पत्नी की हो जायेगी। योगेश रजिस्ट्री का काम करता है। ये बात उसने मेरी पत्नी को बताई है...। बच्चों से कहना चाहता हूं कि तुम्हारे पिता बुरे नहीं है। हालात ने बुरा बना दिया। मेरी मौत के बाद मेरी प्रॉपर्टी पर मेरे बच्चों को मिलना चाहिए..। बेटा हर्षित खुब पढ़े डॉक्टर बनकर दिखाए और छोटे भाई हार्दिक का ख्याल रखें।
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भोपाल। वातावरण में मौजूद नमी के कारण प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में रुक-रुक कर बौछारें पडऩे का सिलसिला जारी है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार शाम को थोड़ी देर हुई बारिश ने राहत पहुंचाई, लेकिन शनिवार सुबह से तीखी धूप निकली हुई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद है। दिन में तापमान बढ़ते ही बारिश होने लगती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बनने जा रहा है। उसके आगे बढक़र सक्रिय होने पर 29 जून से प्रदेश के अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश की शुरुआत होने की संभावना है। फिलहाल बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से कुछ नमी मिल रही है। इस वजह से प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर दोपहर के बाद रुक-रुक कर बौछारें पड़ रही हैं। पूर्वी मप्र में छिटपुट बरसात हो रही है। फिलहाल प्रदेश में कोई मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है। बंगाल की खाड़ी में बंगाल के पास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बनने जा रहा है। इसके आगे बढऩे से 29 जून के बाद प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है।
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इंदौर। प्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को इंदौर पहुंचकर अरविंदो अस्पताल के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री को बताया गया कि अस्पताल में कोरोना संक्रमितों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण के प्रोटोकॉल एवं आवश्यक मापदंडों का पालन करते हुए पीपीई किट पहनकर कोरोना संक्रमितों से मुलाकात की। मंत्री डॉ. मिश्रा ने मरीजों को आश्वस्त किया कि सभी जल्द ही स्वस्थ्य होकर अपने घर लौटेंगे। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से उपचार संबंधी जानकारियां लेते हुए मरीजों को सर्वोत्तम उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के नये मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय को एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने को कहा है। साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी है कि किसी भी तरह की लापरवाही बरती जाती है तो ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कुछ दिन पहले ही कोरोना से बचाव के लिए पुलिस मुख्यालय ने मैदानी पुलिस को गाइडलाइन का पालन करने के साथ ही कई निर्देश दिए थे। डीजीपी जौहरी ने कोरोना से बचाव के लिए मुख्यालय के पुलिस अधीक्षकों की जिम्मेदारी तय की थी। अब उन्होंने पत्र में गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि संक्रमण फैलने से रोकने, गाइडलाइन का पालन करने और निर्देशों का पालन करवाने की जिम्मेदारी विभाग के पुलिस अधीक्षक की रहेगी। डीजीपी जौहरी ने पुलिस स्टाफ को भी कोरोना से बचाव के निर्देश दिए हैं, साथ ही सभी को सजग और सचेत रहने की सलाह दी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम और रिकवरी रेट 76 फीसदी से अधिक होने के बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां पांच जिलों में 86 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 12 हजार 534 हो गई है। वहीं, राज्य में कोरोना से अब तक 538 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार देर रात 1493 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 46 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद शहर में संक्रमितों की संख्या 4507 हो गई है। वहीं, चार लोगों की कोरोना से मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 211 हो गई है। वहीं, भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 32 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 2665 हो गई है। इसके अलावा, बड़वानी में चार, नीमच में तीन और उज्जैन में एक नया मामला सामने आया है। इन 86 नये मामलों से साथ अब राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 12,534 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4507, भोपाल 2665, उज्जैन 850, खंडवा 287, बुरहानपुर 390, जबलपुर 368, खरगौन 263, धार 155, ग्वालियर 299, नीमच 433, मंदसौर 101, सागर 301, मुरैना 182, देवास 205, रायसेन 98, भिंड 153, बड़वानी 86, होशंगाबाद 41, रतलाम 139, रीवा 43, विदिशा 42, बैतूल 46, सतना 26, छतरपुर 54, डिंडौरी 30, दमोह 31, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 43, शाजापुर 49, सीधी 19, सिंगरौली 15, दतिया 21, शहडोल 16, बालाघाट 20, श्योपुर 66, शिवपुरी 27, टीकमगढ़ 29, छिंदवाड़ा 32, नरिसंहपुर 27, सीहोर 12, उमरिया 10, पन्ना 27, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 25, राजगढ़ 80, गुना 12, मंडला 06, सिवनी 11 निवाड़ी 08 और कटनी 15 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 538 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 211, भोपाल 90, उज्जैन 69, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 18, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 76.3 फीसदी है। यहां अब तक 9600 से अधिक संक्रमित मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। प्रदेश में कोरोना का ग्रोथ रेट 1.43 है, जो कि देश में सबसे कम है। इसके बाद भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। इसकी वजह यह है कि प्रतिदिन जितने मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच रहे हैं, उतने ही नये पॉजिटिव भी रोजाना मिल रहे हैं।
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नईदिल्ली/भोपाल। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत रेलवे मध्यप्रदेश समेत देश के छह राज्यों में अपने घर वापस आए प्रवासी मजदूरों को 08 लाख मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराएगा। इसके लिए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने बुधवार को आयोजित बैठक में जनरल मैनेजर, डिवीजनल मैनेजर एवं रेलवे से जुड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिये। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में गरीब कल्याण रोजगार अभियान की समीक्षा की। इस अभियान के अंतर्गत रेलवे मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और उड़ीसा के 116 जिलों में प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराएगी। इसके अंतर्गत 31 अक्टूबर तक कोरोना के कारण घर लौटे प्रवासी मजदूरों को 08 लाख मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने निर्देश दिये कि सभी राज्यों या जोन में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए, ताकि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के अभियान में राज्य सरकारों के साथ समन्वय किया जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए रेलवे की अधोसंरचना से जुड़े 160 कामों की पहचान की गई है। इन परियोजनाओं पर करीब 1800 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। इन कामों के अलावा रेलवे ने ऐसे कामों की भी पहचान की है, जिन्हें मनरेगा के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
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भोपाल। पंचायतों में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग कर काम-काज में दक्षता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिये मध्यप्रदेश को ई-पंचायत पुरस्कार-2020 मिला है। पंचायती राज मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को द्वितीय श्रेणी अंतर्गत वर्ष-2020 का ई-पंचायत प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश की पंचायतों द्वारा योजनाओं के ऑनलाईन क्रियान्वन तथा ऑनलाईन आय-व्यय के लिये भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय के विभिन्न ऑनलाईन एप्लीकेशन पी.एफ.एम.एस., ई-ग्राम स्वराज, लोकल गवर्मेंट डायरेक्ट्री आदि के साथ-साथ विभागीय “पंचायत दर्पण” पोर्टल का उपयोग बेहतर तरीके से किया गया। भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को “ई-पंचायत पुरस्कार 2020” से सम्मानित किया है। भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा पंचायतों में पारदर्शी रूप से प्रभावी उत्तरदायित्व निर्वहन के लिये तीन श्रेणियों में ई- पंचायत पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं, जिसमें समस्त राज्य अपना नामांकन करते हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की कोरोना की ग्रोथ रेट देश में सबसे कम है और यहां रिकवरी रेट भी 76 फीसदी से अधिक है। फिर भी यहां नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। अब यहां पांच जिलों में 73 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत हुई है। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 12 हजार 334 हो गई है, जबकि राज्य में कोरोना से अब तक 529 लोगों की मौत हो चुकी है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, बुधवार सुबह 900 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में 32 नये संक्रमित मिले हैं। इसके बाद यहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढक़र 2633 हो गई है, जबकि भोपाल में अब तक 87 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इंदौर सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 1580 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 34 नए पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4461 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। यहां अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 207 हो गई है। इसके अलावा, नीमच में चार, सतना में दो और उज्जैन में एक नया मरीज मिला है। इन 73 नये मामलों के बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 12,334 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4461, भोपाल 2633, उज्जैन 849, खंडवा 287, बुरहानपुर 390, जबलपुर 360, खरगौन 263, धार 155, ग्वालियर 292, नीमच 432, मंदसौर 101, सागर 295, मुरैना 172, देवास 205, रायसेन 98, भिंड 150, बड़वानी 82, होशंगाबाद 41, रतलाम 137, रीवा 43, विदिशा 42, बैतूल 46, सतना 26, छतरपुर 53, डिंडौरी 30, दमोह 30, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 43, शाजापुर 49, सीधी 19, सिंगरौली 15, दतिया 21, शहडोल 16, बालाघाट 20, श्योपुर 64, शिवपुरी 24, टीकमगढ़ 29, छिंदवाड़ा 32, नरिसंहपुर 27, सीहोर 12, उमरिया 10, पन्ना 26, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 25, राजगढ़ 80, गुना 12, मंडला 06, सिवनी 11 निवाड़ी 08 और कटनी 15 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 529 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 207, भोपाल 87, उज्जैन 69, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 18, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 76.3 फीसदी है। यहां अब तक 9400 से अधिक संक्रमित मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं, लेकिन नये मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। यहां जितने मरीज स्वस्थ हो रहे हैं, उतने ही नये मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए ग्रोथ रेट भी लगातार कम हो रहा है। प्रदेश का ग्रोथ रेट 1.43 पहुंच गया है, जो कि देशभर में सबसे कम है। गुजरात की ग्रोथ रेट 2.10, राजस्थान की 2.31, महाराष्ट्र की 2.96, पश्चिम बंगाल की 3.23, उत्तरप्रदेश की 3.82 तथा तमिलनाडु की 4.21 प्रतिशत है। वहीं, देश की कोरोना ग्रोथ रेट 3.63 प्रतिशत है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 75 फीसदी से अधिक है। इसके बाद भी नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब चार जिलों में 69 नये मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 12 हजार 147 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 523 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार देर रात 1588 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 54 पॉजिटिव मिले हैं। वहीं, कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4427 है, जबकि मरने वालों की संख्या 203 हो गई है। इसके अलावा धार में नौ, उज्जैन में चार और बालाघाट में दो नये संक्रमित मिले हैं। इन 69 नये मामलों के बाद अब राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 12,147 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4427, भोपाल 2527, उज्जैन 848, खंडवा 287, बुरहानपुर 390, जबलपुर 360, खरगौन 263, धार 155, ग्वालियर 292, नीमच 427, मंदसौर 101, सागर 292, मुरैना 172, देवास 205, रायसेन 98, भिंड 150, बड़वानी 80, होशंगाबाद 41, रतलाम 137, रीवा 43, विदिशा 42, बैतूल 46, सतना 24, छतरपुर 53, डिंडौरी 30, दमोह 30, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 43, शाजापुर 49, सीधी 19, सिंगरौली 15, दतिया 21, शहडोल 16, बालाघाट 20, श्योपुर 64, शिवपुरी 24, टीकमगढ़ 29, छिंदवाड़ा 32, नरिसंहपुर 27, सीहोर 12, उमरिया 10, पन्ना 26, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 25, राजगढ़ 80, गुना 12, मंडला 06, सिवनी 11 निवाड़ी 08 और कटनी 15 मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई दो मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 523 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 203, भोपाल 85, उज्जैन 69, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 14, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 18, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 06, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 05, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, हरदा 01, कटनी 02, सीधी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, यहां अब तक 9215 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। अब प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 2411 हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ गयी है। अब यहां 40 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 2544 हो गई है। वहीं, बड़वानी जिले में भी कोरोना के नौ नये संक्रमित मरीज मिले हैं। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के मुताबिक, सोमवार सुबह 40 लोगों की रिपोर्ट पॉटिजिव आई है, जबकि रविवार देर रात 994 सेम्पलों की जांच में 23 नये संक्रमित मिले थे। इस तरह अब भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2544 हो गई है। यहां कोरोना से अब तक 84 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, यहां रिकवरी रेट अच्छा है। अब तक भोपाल में 1789 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। इधर, बड़वानी सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जानकारी दी गई है कि जिले में रविवार देर रात आई रिपोर्ट में नौ नये पॉजिटिव मिले हैं। इनमें सात राजपुर, एक सेंधवा और एक जलगोन का रहना वाला है। इसके साथ ही बड़वानी में अब संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 89 हो गई है, जबकि यहां तीन लोगों की मौत हुई है। हालांकि, यहां अब तक 45 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं।
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बैतूल। आमला नगर के सपूत की पार्थिवदेह बीती शाम आमला पहुंची। पार्थिव देह के अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग रूंधे गले से भारत माता की जय और वंदे मातरम् के जय घोष लगाते रहे। वीर सपूत को सोमवार को सुबह गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई। इस अवसर पर सांसद डीडी उइके, विधायक योगेश पंडाग्रे, एसडीएम सीएल चिनाप, एसडीओपी, तहसीलदार टीआई सुनील लाटा सहित मौजूद थे। सभी ने शोक संवेदनाएं व्यक्त कर सपूत के परिजनों को इस विपरित परिस्थिति में परिवार के साथ रहने का ढांढस बंधाया। अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब आमला की जन्मभूमि में जन्मे शहर के लाल 32 वर्षीय शैलेंद्र पुत्र शिवचरण पंवार की पार्थिव देह रविवार शाम 6 बजे भोपाल से आमला पहुंचा। पार्थिवदेह लेकर पहुंची बटालियन के समक्ष शहर के सैकड़ों युवाओं ने जय जवान, भारत माता की जय के घोष के साथ श्रद्धांजलि दी। साथ ही थाना प्रभारी सुनील लाटा सहित पुलिस बल पार्थिव शरीर के साथ पहुंचा। जगह-जगह लोगों ने पार्थिव शरीर पर फूलों की वर्षा की। गणमान्य नागरिक सहित व्यापारियों ने और जनप्रतिनिधियों ने पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की और व्यापारियों ने श्रद्धांजलि देते हुए अपने प्रतिष्ठान भी बंद कर दिए थे। बीएसएफ में पदस्थ था जवान शैलेन्द्र पंवार वर्ष 2011 में बीएसएफ की 55 वी बटालियन में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी पदस्थापना मेघालय के तुर्रा में थी। नौकरी के दौरान ही 11 जून को शैलेन्द्र के सिर में दर्द उठ गया था, जिन्हें उपचार के लिए गुवहाटी में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान ही शनिवार सुबह 4 बजे ब्रेनहेमरेज से उनका निधन हो गया। शैलेंद्र के पिता स्वर्गीय शिवचरण पंवार रेल्वे से सेवानिवृत्त हुए थे। शैलेन्द्र के घर में मां, एक छोटा भाई और दो बड़ी बहन है। पार्थिव शरीर को देखने और श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की तादात में युवा पहुचे थे। पार्थिव शरीर जब आमला पंखा पहुंचा तो रास्ते मे तेज बारिश हो गई तब भी युवा देशभक्तों की तादात कम नहीं हुई। गार्ड ऑफ ऑनर देकर दी अंतिम विदाई पार्थिव देह लेकर आमला पहुंचे बीएसएफ के जवान सहित स्थानीय प्रशासन ने सोमवार को शैलेंद्र पंवार को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी। इस दौरान बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों, समाजसेवियों, पत्रकारों, चिकित्सकों, व्यापारियों, राजनेताओं, ईष्टमित्रों, सामाजिक बंधुओं मौजूद थे, जिन्होंने भारत माता के सपूत को अंतिम विदाई दी। इस दौरान आमला शहर में व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान भी शोक स्वरूप बंद कर लिए थे। जवान की मृत्यु से समूचे आमला शहर में शोक व्याप्त हो गया। सभी ने नम आंखों ने अपने वीर जवान को अंतिम विदाई दी।
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बैतूल। आमला नगर के सपूत की पार्थिवदेह बीती शाम आमला पहुंची। पार्थिव देह के अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग रूंधे गले से भारत माता की जय और वंदे मातरम् के जय घोष लगाते रहे। वीर सपूत को सोमवार को सुबह गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई। इस अवसर पर सांसद डीडी उइके, विधायक योगेश पंडाग्रे, एसडीएम सीएल चिनाप, एसडीओपी, तहसीलदार टीआई सुनील लाटा सहित मौजूद थे। सभी ने शोक संवेदनाएं व्यक्त कर सपूत के परिजनों को इस विपरित परिस्थिति में परिवार के साथ रहने का ढांढस बंधाया। अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब आमला की जन्मभूमि में जन्मे शहर के लाल 32 वर्षीय शैलेंद्र पुत्र शिवचरण पंवार की पार्थिव देह रविवार शाम 6 बजे भोपाल से आमला पहुंचा। पार्थिवदेह लेकर पहुंची बटालियन के समक्ष शहर के सैकड़ों युवाओं ने जय जवान, भारत माता की जय के घोष के साथ श्रद्धांजलि दी। साथ ही थाना प्रभारी सुनील लाटा सहित पुलिस बल पार्थिव शरीर के साथ पहुंचा। जगह-जगह लोगों ने पार्थिव शरीर पर फूलों की वर्षा की। गणमान्य नागरिक सहित व्यापारियों ने और जनप्रतिनिधियों ने पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की और व्यापारियों ने श्रद्धांजलि देते हुए अपने प्रतिष्ठान भी बंद कर दिए थे। बीएसएफ में पदस्थ था जवान शैलेन्द्र पंवार वर्ष 2011 में बीएसएफ की 55 वी बटालियन में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी पदस्थापना मेघालय के तुर्रा में थी। नौकरी के दौरान ही 11 जून को शैलेन्द्र के सिर में दर्द उठ गया था, जिन्हें उपचार के लिए गुवहाटी में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान ही शनिवार सुबह 4 बजे ब्रेनहेमरेज से उनका निधन हो गया। शैलेंद्र के पिता स्वर्गीय शिवचरण पंवार रेल्वे से सेवानिवृत्त हुए थे। शैलेन्द्र के घर में मां, एक छोटा भाई और दो बड़ी बहन है। पार्थिव शरीर को देखने और श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की तादात में युवा पहुचे थे। पार्थिव शरीर जब आमला पंखा पहुंचा तो रास्ते मे तेज बारिश हो गई तब भी युवा देशभक्तों की तादात कम नहीं हुई। गार्ड ऑफ ऑनर देकर दी अंतिम विदाई पार्थिव देह लेकर आमला पहुंचे बीएसएफ के जवान सहित स्थानीय प्रशासन ने सोमवार को शैलेंद्र पंवार को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी। इस दौरान बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों, समाजसेवियों, पत्रकारों, चिकित्सकों, व्यापारियों, राजनेताओं, ईष्टमित्रों, सामाजिक बंधुओं मौजूद थे, जिन्होंने भारत माता के सपूत को अंतिम विदाई दी। इस दौरान आमला शहर में व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान भी शोक स्वरूप बंद कर लिए थे। जवान की मृत्यु से समूचे आमला शहर में शोक व्याप्त हो गया। सभी ने नम आंखों ने अपने वीर जवान को अंतिम विदाई दी।
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भोपाल। मानसून के चलते मध्यप्रदेश में हो रही बारिश के कारण मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग की माने तो रीवा- शहडोल संभागों के जिलों छिंदवाड़ा, बैतूल, बालाघाट, होशंगाबाद, रायसेन और सीहोर जिलों में भारी बारिश हो सकती है। वही अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने के आसार है। इस दौरान तेज हवाओं का दौर जारी रहेगा। विभाग ने 25 जून तक मानसून के पूरे मप्र में छाने की भी संभावना जताई है। विभाग की माने तो उड़ीसा और उसके आसपास ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके प्रभाव से मानसून को ऊर्जा मिल रही है। यह सिस्टम रविवार को छत्तीसगढ़ पर आ जाएगा। इसके साथ ही मप्र में भी बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है। सिस्टम के आगे बढऩे से सोमवार-मंगलवार को राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी बरसात होने के आसार हैं। जुलाई में खुल सकते है भदभदा के गेट इस बार भोपाल में मानसून की अच्छी सक्रियता देखने को मिल रही है। लगातार हो रही बारिश से जून का कोटा समय से पहले पूरा हो गया है। मानसूनी बारिश शुरू होने से पहले 17 जून को बड़े तालाब का जलस्तर 1661.60 फीट था, जो 20 जून को 1662.50 फीट हो गया। तालाब का फुल टैंक लेवल 1666.80 है। यानी भदभदा के गेट खुलने के लिए 4.30 फीट पानी की जरूरत है और अभी पूरा सीजन बाकी है। यदि इसी गति से पानी आता रहा तो जुलाई में ही भदभदा के गेट खुलने की स्थिति बन सकती है।
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भोपाल। विश्व योग दिवस के अवसर पर रविवार को आसमान में हुई साल के पहले सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना को देशवासियों ने विभिन्न उपकरणों की माध्यम से देखा। भोपाल में भी बदलों की लुका-छिपी के बीच हजारों लोगों ने सूर्यग्रहण का लुत्फ उठाया। इस दौरान चंद्रमा सूरज की किरणों को पृथ्वी तक पहुंचने देने में बाधक बना। भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि रविवार को दिन में 10 बजकर 14 मिनट पर पृथ्वी और सूर्य के बीच ठीक सीधी रेखा में चंद्रमा आ गया। चांद ने आगे बढ़ते हुये 11 बजकर 57 मिनट पर सूर्य को लगभग 79 भाग ढंक लिया, इसके बाद यह बाहर जाते हुये 1 बजकर 47 मिनट पर सूर्य से दूर हो गया। चंद्रमा जब सूरज के सामने था तो उसका अंधेरा वाला काला भाग पृथ्वी के सामने था। सारिका ने बताया कि 3 घंटे 33 मिनट की इस ग्रहण अवधि के मध्य में सूर्य हसिया के आकार का दिखा। मध्यप्रदेश में यह आंशिक सूर्यग्रहण की घटना थी, जबकि उत्तराखंड और हरियाणा में वलयाकार सूर्यग्रहण दिखा। अब भारत में अगले वलयाकार सूर्यग्रहण के लिये 21 मई 2031 तक इंतजार करना होगा।
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धार। धार जिला मुख्यालय स्थित भोज जिला अस्पताल में शुक्रवार को एक ही दिन में रात्रि 8 बजे तक चार नवजात शिशुओं की एसएनसीयू मे मौत हो गई, जिसके चलते अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन जीपीएस ठाकुर के अनुसार, चारों बच्चों की मौत का कारण अलग-अलग है। एक बच्चे की मौत सुबह 9:00 बजे, जबकि दो बच्चे की शाम 7:00 बजे तथा एक की मौत रात 8:00 बजे हुई। जिस बच्चे की मौत रात 8:00 बजे हुई, उसको लेकर बताया जा रहा है कि मां को दूध पिलाने के लिए सौंपा गया था, उसके बाद बच्चे को जब दोबारा एसएससी में दिया गया तो उसे उल्टी हुई। डॉक्टरों द्वारा बचाने का भरसक प्रयास किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद स्वजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। बच्चे की मौत का कारण निमोनिया बताया गया है। सिविल सर्जन डॉ. ठाकुर ने बताया कि कुछ बच्चे गंभीर अवस्था में थे। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आरसी पालिका ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं। प्रथम दृष्टया में लापरवाही नजर नहीं आ रही है।
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भोपाल। विश्व योग दिवस के अवसर पर रविवार 21 जून को साल का सबसे लम्बा दिन रहेगा। इस दिन सूर्योदय प्रात: 05.35 बजे होकर सूर्यास्त शाम 07.09 बजे होगा। यानी इस दिन की अवधि 13 घंटे 34 मिनट और 01 सेकंड की रहेगी। साल के सबसे बड़े दिन में जब सूरज उत्तरायण के अंतिम स्टॉप कर्क रेखा पर पहुंचेगा, तब दोपहर के आकाश में सूरज के साथ चंद्रमा भी दिखेगा, लेकिन वह सूरज और पृथ्वी की सीध में होने से चमकता हुआ नहीं दिखकर काली छाया के रूप में दिखेगा। भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शनिवार को बताया कि ऐसा खंडग्रास सूर्यग्रहण की इस खगोलीय घटना के कारण होगा। इस घटना को मध्यप्रदेश के सभी शहरों में अलग-अलग समय पर देखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि विश्व योग दिवस पर साल का पहला सूर्यग्रहण पड़ने जा रहा है। भोपाल में खंडग्रास सूर्यग्रहण प्रात: 10.14 से आरंभ होकर दोपहर 01.47 तक चलेगा। यहां 3 घंटे 33 मिनट के ग्रहण के दौरान अधिकतम स्थिति में 11.57 बजे सूर्य का 79 प्रतिशत भाग चंद्रमा के पीछे छिप जायेगा। उन्होंने बताया कि ग्रहण के मिथकों और अंधविश्वासों के पीछे कोई भी वैज्ञानिक आधार नहीं है और न ही इन ग्रहणों का हमारे ऊपर कोई हानिकारक प्रभाव पड़ता है। सूर्य से नजरें मिलाना खतरनाक, प्रमाणित सोलर व्यूअर से देखें सूर्यग्रहण विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने नागरिकों से अपील की है कि सूर्यग्रहण को देखते समय सुरक्षित उपाय अपनाएं। सूर्य की किरणें सीधें आखों पर न पड़े, इसके लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित सोलर व्यूअर से ग्रहण देखना सबसे अच्छा होगा। इसके अलावा सूर्य की प्रतिबिंबित को किसी छोटे मिरर की मदद से दीवार पर बनाकर देख सकते हैं। अगर घर में बड़ा मिरर है तो कागज में 2 से.मी. का छिद्र बनाकर मिरर पर रखकर उससे सूर्य का प्रतिबिम्ब बनायें। बिना सोलर फिल्टर लगे टेलिस्कोप या दूरबीन के माध्यम से सूर्य को कभी न देखें। स्मोक्ड ग्लास, कलर फिल्म, धूप का चश्मा, गैर-चांदी वाली ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म का उपयोग न करें। वे सुरक्षित नहीं हैं। सस्ते टेलिस्कोप के आई-पीस के साथ मिलने वाले सौर फिल्टर का उपयोग न करें। सारिका ने बताया कि यदि आप सूर्य को नंगी आंखों से देखते हैं तो आपकी आंख का लेंस सूर्य के प्रकाश को आपकी आंख के पीछे रेटिना पर बहुत छोटे स्थान पर केंद्रित करेगा। इससे आपकी आंखें जल सकती हैं जिससे आंखों की रोशनी कम हो सकती है या अंधापन भी हो सकता है। क्योंकि आपकी आंख के अंदर कोई दर्द संग्राहक (पेन रिसेप्टर) नहीं होता है। इसलिए आपको पता भी नहीं चलेगा कि यह हो रहा है। अगर आपको सोलर व्यूअर नहीं मिलता है तो सूर्य को प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए 14 नंबर शेड वाला वेल्डर चश्मा भी एक सुरक्षित विकल्प है, लेकिन इसकी मदद से भी सूर्य को रुक-रुक कर देखें। उन्होंने बताया कि भारत में वलयाकार सूर्य ग्रहण की शुरुआत पश्चिम राजस्थान से होगी और इसे देखने वाला पहला शहर घरसाना है। भारतीय समय के अनुसार, पहला संपर्क 10 बजकर 12 मिनट और 26 सेकंड पर शुरू होगा। वलयाकार सूर्य ग्रहण राजस्थान के अनूपगढ़, श्रीविजयनगर, सूरतगढ़ और एलेनाबाद से होते हुए हरियाणा के सिरसा, रतिया (फतेहाबाद), जाखल, पिहोवा, कुरुक्षेत्र, लाडवा, यमुनानगर से जगदरी और फिर उत्तर प्रदेश के बेहट जिले से गुजरेगा। वलयाकार ग्रहण उत्तराखंड के देहरादून, चंबा, टिहरी, अगस्त्यमुनि, चमोली, गोपेश्वर, पीपलकोटी, तपोवन तथा जोशीमठ से देखने को मिलेगा। जोशीमठ भारत का अंतिम स्थान है जहाँ से ग्रहण देखा जा सकेगा। जोशीमठ में 10 बजकर 27 मिनट और 43 सेकेंड को ग्रहण का पहला संपर्क होगा। हरियाणा-उत्तराखंड में चमचमाते कंगन की रूप में, शेष भारत में हसियाकार दिखेगा सूर्य सारिका घारू ने बताया कि हरियाणा और उत्तराखंड में तो सूर्य को चमचमाते कंगन के रूप में देखा जा सकेगा, लेकिन मध्यप्रदेश के अन्य शहरों के साथ भोपाल में खंडग्रास सूर्यग्रहण सुबह 10.14 से आरंभ होकर दोपहर 01.47 तक चलेगा। यहां 3 घंटे 33 मिनट के ग्रहण के दौरान अधिकतम स्थिति में 11.57 बजे सूर्य का 79 प्रतिशत भाग चंद्रमा के पीछे छिप जायेगा। उन्होंने बताया कि आवागमन की दृष्टि से कंगनाकार सूर्यग्रहण देखे जाने के लिये दिल्ली से 160 किमी उत्तर में स्थित कुरुक्षेत्र उपयुक्त स्थल है, जहां सुबह 10.21 बजे से दोपहर 01.47 बजे तक तक चलने वाले ग्रहण के दौरान लगभग 12 बजे 27 सेकंड के लिये यह चमचमाते कंगन के रूप में दिखने लगेगा। इसके अलावा, उत्तराखंड के पर्यटक स्थल देहरादून से भी 9 सेकंड के लिये वलयाकार सूर्य को देखा जा सकेगा। अगले एन्यूलर सोलर इकलिप्स के लिये करना होगा 11 साल इंतजार उन्होंने बताया कि 21 जून को साल के सबसे लम्बी अवधि की दिन में होने वाली इस खगोलीय घटना को वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित सोलर व्यूअर की मदद से देखा जा सकेगा। सोलर फिल्टर लगे टेलिस्कोप से भी इसे देखा जा सकेगा। इसके बाद भारत में अगला वलयाकार सूर्य ग्रहण को 21 मई 2031 को पड़ेगा। यानी इसे देखने के लिए हमें 11 साल इंतजार करना होगा। भोपाल में आंशिक सूर्यग्रहण का समय ग्रहण आरंभ - सुबह 10.14 बजे अधिकतम ग्रहण - अपरान्ह 11.57 बजे ग्रहण समाप्त - दोपहर 01.47 बजे कुल ग्रहण अवधि - 3 घंटे 33 मिनट सूर्य का ढ़ंका भाग - 79 प्रतिशत वलयाकार स्थिति की अवधि - मप्र में वलयाकार ग्रहण नहीं होगा कुरुक्षेत्र में वलयाकार सूर्यग्रहण का समय ग्रहण आरंभ - सुबह 10.21 बजे अधिकतम ग्रहण वलयाकार ग्रहण - दोपहर 12.01 बजे ग्रहण समाप्त -दोपहर 01.47 बजे कुल ग्रहण अवधि - 3 घंटे 26 मिनट वलयाकार स्थिति की अवधि - 27 सेकेंड देहरादून में वलयाकार सूर्यग्रहण का समय ग्रहण आरंभ - सुबह 10.24 बजे अधिकतम ग्रहण वलयाकार ग्रहण - दोपहर 12.05 बजे ग्रहण समाप्त -बजे 01.50 बजे कुल ग्रहण अवधि - 3 घंटे 26 मिनट वलयाकार स्थिति की अवधि - 9 सेकेंड
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अब तो यहां नये इलाकों में संक्रमण फैलना शुरू हो गया है। यहां शुक्रवार सुबह कोरोना के 22 नए मामले सामने आए हैं। इनमें सीआरपी कालोनी बैरागढ़ में तीन मरीज शामिल है। इसके अलावा अन्य मरीज शाहजहांनाबाद, जहांगीराबाद, बैरागढ़, बरखेड़ी, तलैया क्षेत्र के हैं। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के मुताबिक, शुक्रवार को सुबह आई रिपोर्ट में 22 नये मामले सामने आने के बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 2418 हो गई है। वहीं, अब 73 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। हालांकि, अब तक भोपाल में 1668 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 641 है, जिनका उपचार जारी है। उज्जैन में मिले पांच नये पॉजिटिव वहीं, भगवान महाकाल की नगर उज्जैन में भी पांच नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अब यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 819 हो गई है, जिनमें से 667 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। नये मरीजों में चार उज्जैन एवं एक बडऩगर का रहने वाला है। अभी तक उज्जैन में कोरोना से 67 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर में 55 नये मामलों के साथ 4246 पहुंची संक्रमितों की संख्या वहीं, प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 55 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या संख्या 4246 जा पहुंची है। इंदौर सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 2439 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 2341 निगेटिव और 55 पॉजिटिव आई हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 4246 हो गई है। वहीं, इंदौर में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में 58 और 80 वर्षीय दो पुरुषों तथा 74 और 61 वर्षीय दो महिलाएं शामिल हैं। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 189 हो गई है। हालांकि, इंदौर में अब तक 3149 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। यहां अब सक्रिय मरीज 908 है, जिनका उपचार जारी है।
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उज्जैन। मध्यप्रदेश में हाईकोर्ट के निर्देश के बाद प्री-प्रायमरी से कक्षा पांचवीं तक के बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई व्यवस्था पर रोक लग गई है। इससे छोटे बच्चों का अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। अभिभावकों को समझ में नहीं आ रहा है कि वे अपने बच्चों की पढ़ाई कैसे कराएं। अब उन्हें शासन के नये आदेश का इंतजार है। गत दिनों हाईकोर्ट ने छोटे बच्चों की ऑनलाईन पढ़ाई की व्यवस्था को लेकर दायर की गई याचिका पर फैसला दिया था, इसके बाद इसके बाद शिक्षा विभाग ने भी पांचवीं तक के बच्चों की ऑनलाईन पढ़ाई बंद करा दी। इस कक्षा तक के बच्चों को आगे कैसे पढ़ाया जाए इसके विषय में अधिकारी अब शासन के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। दरअसल, कोरोना महामारी को देखते हुए राज्य शासन ने कुछ दिन पहले आदेश जारी किए थे कि प्री-प्रायमरी से लेकर पांचवीं तक के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। उन्हें ऑनलाईन के जरिये स्कूल द्वारा घर पर ही शिक्षा दी जाएगी। इसके एवज में पालक विद्यालय को सिर्फ पूरी फीस की बजाय ट्यूशन फीस का ही भुगतान करेंगे। विद्यालय की अन्य गतिविधियों का शुल्क नहीं लिया जा सकेगा। ऐसा करने वाले विद्यालयों के खिलाफ शिकायत पर कार्रवाई भी होगी। इसके बाद निजी विद्यालयों में बच्चों को ऑनलाईन माध्यम से पढ़ाना शुरु कर दिया था, वहीं सरकार के उक्त फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में एक वाद भी दायर हुआ था, इस पर हाईकोर्ट ने निर्णय लेते हुए ऑनलाईन पढ़ाई पर रोक लगा दी। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी रमा नाहटे ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर प्री-प्रायमरी से लेकर 5वीं तक के बच्चों की ऑनलाईन पढ़ाई पर रोक लगाई गई है। शेष कक्षाओं की ऑनलाइन पढ़ाई जारी है। प्री-प्रायमरी से लेकर पांचवीं तक के बच्चों की आगे की पढ़ाई किस प्रकार होगी, इसके लिए शासन के दिशा निर्देश का इंतजार है। शासन के निर्देश के मुताबिक आगे की व्यवस्था की जाएगी।
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भोपाल। मध्य प्रदेश पर मेहरबान मानसून के बादल जमकर बरस रहे हैं। राजधानी भोपाल में गुरुवार देर शाम से शुरू से हुआ बारिश का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। शुक्रवार को भी सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं और मौसम खुशनुमा बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में अभी कोई मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस वजह से मानसून कुछ शिथिल बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है।इस सिस्टम के आगे बढऩे से मानसून शेष हिस्सों की तरफ बढ़ेगा। इसके साथ ही प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में तेज बौछारें पडऩे की संभावना है। हालांकि वातावरण में बड़े पैमाने में नमी मौजूद रहने से गरज-चमक के साथ कुछ जगहों पर बरसात होने का क्रम जारी रहेगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में वर्तमान में कोई सिस्टम नहीं होने से मानसून को ऊर्जा नहीं मिल रही है। 21 जून को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस सिस्टम के आगे बढ़ते ही मानसून सक्रिय होकर आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी बरसात होने की संभावना है। शुक्ला के मुताबिक वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद है। साथ ही मध्य अरब सागर में एक चक्रवात बना हुआ है। इससे नमी मिलने के कारण प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात का क्रम भी बना हुआ है। वहीं गुरुवार को सागर में 19, दमोह में 16, रीवा व सतना में 8, जबलपुर में 4.8, सीधी में 2 मिलीमीटर बरसात हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के प्रवक्ता के मुताबिक 16 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने इंदौर, भोपाल (दक्षिण), रायसेन में अपनी आमद दर्ज कराई थी। तब से अभी तक मानसून आगे नहीं बढ़ा है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अनलॉक के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 58 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद भोपाल में संक्रमित मरीजों की संख्या 2440 हो गई है। वहीं, भोपाल में अब तक कोरोना से 73 लोगों की मौत हो चुकी है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 58 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 2382 से बढक़र 2440 हो गई है। हालांकि, यहां संक्रमित मरीज लगातार स्वस्थ हो रहे हैं। अब तक भोपाल में 1668 व्यक्ति कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। फिलहाल यहां सक्रिय मरीजों की संख्या सात सौ है, जिनका उपचार जारी है। इंदौर में मिले 57 पॉजिटिव वहीं, इंदौर में कोरोना के 57 नये मामले सामने आए हैं। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. एमपी शर्मा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार रात 2266 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 57 पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन नये मामलों के साथ अब जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4191 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 185 हो गई है। हालांकि, अभी तक इंदौर में 3131 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 875 है, जिनका उपचार जारी है।
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भोपाल। दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्यप्रदेश में कुछ और आगे बढ़ा है। इंदौर, भोपाल के दक्षिणी क्षेत्र व रायसेन में मानसून ने दस्तक दे दी है। हालांकि वर्तमान में कोई शक्तिशाली वेदर सिस्टम नहीं बनने से अभी तीन दिन तक अच्छी बरसात होने की संभावना कम है। 19 जून को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। उसके असर से 20 जून के बाद वर्षा की गतिविधियों में तेजी आएगी। बुधवार की रात भोपाल समेत आसपास के इलाकों में तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हुई। भोपाल में बीती रात 4.8 मिमी, रायसेन में 7, भोपाल एयरपोर्ट में 3.4 मिमी. बरसात दर्ज की गई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि मानसून पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्से उत्तरी मप्र के अधिकांश हिस्से तथा उत्तरी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्से में प्रवेश कर गया है। मानसून की उत्तरी सीमा कांडला, अहमदाबाद, इंदौर, भोपाल के दक्षिणी भाग, रायसेन, खजुराहो, फतेहपुर एवं बहराइच से होकर गुजर रही है। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि मानसून के राजधानी के दक्षिणी हिस्से में प्रवेश किया है। हालांकि वर्तमान में कोई शक्तिशाली वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने के कारण तेज और लगातार बरसात के आसार नहीं हैं। वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद रहने से रुक-रुक कर बौछारें पडऩे का सिलसिला अभी बना रहेगा। 19 जून को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके आगे बढऩे के बाद मानसून की सक्रियता राजधानी सहित पूरे प्रदेश में बढ़ेगी। वर्तमान में पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) उत्तर पश्चिम राजस्थान से पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच बनी है। ये हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से गुजर रही है जो 900 मीटर की ऊंचाई तक बनी हुई है। इस वजह से वातावरण में नमी आ रही है। इसके चलते प्रदेश के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ रुक-रुक कर बौछारें पड़ रही हैं। आज जारी हुए अनुमान के अनुसार अगले 12 से 18 घंटों के राज्य के अनूपपुर, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रायसेन, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, शहडोल, उमरिया, सीधी आदि शहरों में तेज हवा, धूल भरी आंधी, कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।
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ग्वालियर। पूरे साल में नगर निगम को एक करोड़ 35 लाख कमाकर देने वाला गांधी प्राणी उद्यान (चिडिय़ाघर) बीते 83 दिन से बंद है। कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन के साथ ही इसे भी ऐहतियात के तौर पर लॉक कर दिया गया था और अब तक इसे अनलॉक करने का फरमान शासन की ओर से नहीं आया है। वैसे देश के 200 चिडिय़ाघरों का भी यही हाल है और मात्र पटना जू ओपन है, इधर हालात यह हैं कि पहले से ही आर्थिक तंगी का रोना रो रहे निगम को अब हर माह 12 लाख रुपये यहां पिंजरों में बंद वन्यप्राणियों पर तिजोरी से खर्च करने पड़ रहे हैं, वहीं स्टाफ का खर्च अलग है। जो इन दिनों यहां पूरा समय बैठकर गुजार रहे हैं, क्योंकि सैलानियों के प्रवेश पर बैन है। यानि अब तक तीस लाख रुपये का नुकसान निगम को हो चुका है। निगम को इससे सालाना आय एक करोड़ 35 लाख बताई गई है। चिडिय़ाघर प्रबंधन की मानें तो इससे निगम को कोई अतिरिक्त आय नहीं होती, बल्कि सैलानियों और यहां कुछ कैंटीन आदि को दिए गए ठेके से जो आय होती है, वह इसी पर खर्च हो जाती है, जिस पर बीते 83 दिन से रोक लगी हुई है। यह बंदोबस्त निगम के खाते से सीधे हो रहा है। यदि कुछ दिन और यह बंद रहा तो फिर निगम पर बोझ भी बढ़ेगा। चिडिय़ाघर बच्चों के लिए बेहद पसंदीदा होता है, वन्य प्राणियों को साक्षात देखना उन्हे खूब भाता है, इस सीजन में जबकि जू में समर वेकेशन होने के कारण काफी भीड़ रहती थी, इस बार सूना पड़ा है। बच्चों के लिए यह दोहरी दिक्कत है, लॉकडाउन के चलते वह पहले तो लंबे समय तक घर से नहीं निकल पाए, वहीं जब बाहर जाने की छूट मिली तो फिर सभी पर्यटन स्थल विशेषकर उनकी पहली पसंद चिडिय़ाघर बंद पड़ा है। यही नहीं है कि सैलानी ही इससे परेशान हों, बल्कि लोगों को सामने देखने के आदि हो चुके वन्य प्राणी भी अनमने हो चुके हैं। ऐसे में धीरे-धीरे इन्हे शांत वातावरण में रहने की आदत पड़ चुकी है, तब जू खुलने के बाद इनकी प्रतिक्रिया लोगों को देखकर क्या होगी, यह भी डॉक्टरों के लिए चिंता का विषय है।
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भोपाल। आगामी सोमवार यानी 22 जून से गुप्त नवरात्र शुरू हो रहे हैं, जो कि 8 दिन रहेंगे। इस पर्व को लेकर श्रद्धालु मां भवनी के भक्तमाता की आराधना की तैयारियों में जुट गए हैं। इस बार गुप्त नवरात्र आठ दिन मनाया जाएगा, क्योंकि इस बार पंचमी और षष्टी तिथि एक ही दिन शुक्रवार को रहेंगी। इसमें षष्ठी तिथि का लुप्त हो जाएगी। ज्योतिषाचार्यों ने अनुसार, नवरात्रि साल में चार बार आती हैं, जिनमें दो गुप्त नवरात्रि होती है। इसकी शुरुआत माघ महीने में होती है, माघ शुक्ल पक्ष में प्रथम नवरात्रि त्रिपदा से नवमी तक रहती है, इन्हें गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। दूसरी चैत्र महीने में चैत्र शुक्ला प्रतिपदा से नवमी तक रहती हैं, इसे बसंत नवरात्रि कहते हैं। तीसरे अषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक रहती हैं, इन्हें गुप्त नवरात्रि कहते हैं। चौथी अश्वनी माह में अश्वनी शुक्ला प्रतिपदा से नवमी तक रहती है। सिद्धी साधना का है विशेष महत्व भोपाल ज्योतिष संस्थान मठ के ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम के अनुसार, माघ में और आषाढ़ माह में जो नवरात्रि आती हैं उन्हें गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। इसमें विशेष साधना एवं उपासना की जाती है। तंत्र-मंत्र, यंत्र, के प्रयोजन के लिए साधना और सिद्धि का नवरात्रि गुप्त नवरात्रि का अवसर बहुत विशेष मना जाता है। व्यवसाय में वृद्धि, रोजगार, रोग निवारण समेत अन्य मनोकामनाओं के लिए साधना की जा सकती है। गौरतलब है कि चैत्र नवरात्रि एवं शारदीय नवरात्रि को सार्वजनिक रूप में मनाया जाता है। लेकिन गुप्त नवरात्रि को सामान्य जन विशेष रूप से नहीं जानते हैं। लेकिन मंत्र-तंत्र साधना में गुप्त नवरात्र का विशेष महत्व है। अनेक प्रकार से रात्रि में उनकी साधना की जाती है जिससे सभी मनोरथ सिद्घ होते हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 71 फीसदी से अधिक होने के बाद भी नये मामलों में कमी नहीं आ रही है। यहां अब तीन जिलों में 60 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 11 हजार 129 हो गई है। वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 480 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 1687 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 44 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4134 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 182 हो गई है। इसके अलावा नीमच में 13 और उज्जैन में तीन नये पॉजिटिव सामने आए हैं। इन नये 60 मामलों के साथ अब राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 11,129 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 4134, भोपाल 2283, उज्जैन 808, खंडवा 282, बुरहानपुर 388, जबलपुर 317, खरगौन 228, धार 140, ग्वालियर 262, नीमच 408, मंदसौर 96, सागर 262, मुरैना 148, देवास 179, रायसेन 85, भिंड 119, बड़वानी 70, होशंगाबाद 37, रतलाम 111, रीवा 39, विदिशा 40, बैतूल 38, सतना 22, छतरपुर 48, डिंडौरी 30, दमोह 29, आगरमालवा 16, झाबुआ 15, अशोकनगर 41, शाजापुर 47, सीधी 17, सिंगरौली 12, दतिया 21, शहडोल 15, बालाघाट 12, श्योपुर 60, शिवपुरी 21, टीकमगढ़ 22, छिंदवाड़ा 31, नरिसंहपुर 19, सीहोर 11, उमरिया 10, पन्ना 22, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 29, हरदा 21, राजगढ़ 46, गुना 12, मंडला 05, सिवनी 02 निवाड़ी 07 और कटनी 09 मरीज शामिल हैं। इंदौर में हुई चार मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 480 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 182, भोपाल 73, उज्जैन 67, बुरहानपुर 23, खंडवा 17, जबलपुर 12, खरगौन 14, ग्वालियर 02, धार 05, मंदसौर 09, नीमच 07, सागर 16, देवास 10, रायसेन 05, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 03, दतिया 01, छिंदवाड़ा 02, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 05, बड़वानी 03 मुरैना 01, राजगढ़ 04, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01, रीवा 01, गुना 01, कटनी 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। हालांकि, राज्य में अब तक 8152 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिम मरीजों 2501 है, जिनका उपचार जारी है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार मानसून ने तय समय पर दस्तक दे दी है। बैतूल के रास्ते मध्यप्रदेश में आए मानसून के बादल प्रदेश के 52 में से 22 जिलों में बरस चुके हैं। सरकारी मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों में 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजधानी भोपाल में सुबह से आसमान में बादलों के बीच सूरज की लुकाछिपी चल रही है। मंगलवार रात बारिश होने और बुधवार सुबह से बादल छाने से मौसम में ठंडक का अहसास हो रहा है। मध्यप्रदेश के कितने इलाकों में हो चुकी है मानसून की पहली बारिश मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून ने प्रदेश के होशंगाबाद, इंदौर, शहडोल और जबलपुर संभाग के ज्यादातर जिलों में दस्तक दे दी है। वहीं उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में भी मानसून ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान मानसून की पहली बारिश इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर संभाग के साथ ही उज्जैन, होशंगाबाद में दर्ज की गई। 17 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान 17 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई हैं। इसके लिए यलो अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं भोपाल सहित रीवा, शहडोल, जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर व चंबल संभाग में गरज चमक के साथ बौछारें पडऩे की उम्मीद है। इधर, आगामी 48 घंटे के दौरान मानूसन के पूर्वी मध्यप्रदेश की तरफ बढऩे की पूरी संभावना है। मानसून की उत्तरी सीमा कांडला अहदाबाद, इंदौर, नरसिंहपुर, उमरिया एवं बलिया से होकर गुजर रही है। इन 17 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग के अनुसार अनूपपुर, बड़वानी, बैतूल, छिंदवाड़ा, धार, डिंडोरी, होशंगाबाद, हरदा, झाबुआ, खरगौन, नरसिंहपुर, रीवा, सिवनी, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, उमरिया में आने वाले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी है। इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 21 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 4090 हो गई है। वहीं, चार लोगों की मौत के बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 178 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. एमपी शर्मा ने मंगलवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा सोमवार को देर रात 1236 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 21 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन नये 21 मामलों के साथ जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 4090 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 63 वर्षीय महिला के साथ 56, 67 और 82 वर्षीय तीन पुरुष शामिल हैं। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 178 हो गई है। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि इंदौर में संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहे हैं। अब तक यहां 2982 मरीज कोरोना को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 930 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। भोपाल में भी मिले 48 नये पॉजिटिव इधर, राजधानी भोपाल में भी कोरोना के 48 नये मामले सामने आए हैं। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, यहां सोमवार देर रात आई रिपोर्ट में 48 नये पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 2284 हो गई है। वहीं, भोपाल में अब तक कोरोना से 73 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि यहां अब तक 1564 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 500 है, जिनका उपचार जारी है।
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खंडवा। लॉकडाउन लगने के बाद से बीते तीन महीनों से बंद ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के कपाट मंगलवार सुबह 5.00 बजे ब्रह्म मुहूर्त में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गए। इससे पहले मंदिर में ब्रह्म आरती की गई। पूर्व पंजीयन की अनिवार्यता के चलते मंगलवार को मंदिर में भक्तों की संख्या कम रही। मंगलवार को मंदिर में भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए दर्शन कराए गए। श्रद्धालु गर्भ गृह के बाहर करीब 25 फीट दूर से भगवान ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर रहे हैं। मंदिर के बाहर थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ धुलवाने के बाद मंदिर में प्रवेश दिया गया। प्रत्येक दो घंटे बाद मंदिर में लगी रेलिंग व अन्य स्थानों को सैनिटाइज किया जा रहा है। मंदिर की सीईओ और एसडीएम ममता खेड़े ने बताया कि पहले दिन कम पंजीयन हुए हैं। सीसीटीवी कैमरों से भी व्यवस्थाओं पर नजर रखी जा रही है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून के प्रवेश करते ही कई जिलों में बारिश और आंधी का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को भोपाल सहित प्रदेश के 22 जिलों में बारिश की शुरुआत हो गई। मानसून ने तय समय पर दस्तक दी है। मंगलवार को भी राजधानी भोपाल समेत कई इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून ने प्रदेश के होशंगाबाद, इंदौर, शहडोल और जबलपुर संभाग के ज्यादातर जिलों में दस्तक दे दी है। वहीं उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में भी मानसून ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान मानसून की पहली बारिश इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर संभाग के साथ ही उज्जैन, होशंगाबाद में दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान 17 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई हैं। इसके लिए यलो अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं भोपाल सहित रीवा, शहडोल, जबलपुर, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर व चंबल संभाग में गरज चमक के साथ बौछारें पडऩे की उम्मीद है। इधर, आगामी 48 घंटे के दौरान मानूसन के पूर्वी मध्यप्रदेश की तरफ बढऩे की पूरी संभावना है। मानसून की उत्तरी सीमा कांडला अहदाबाद, इंदौर, नरसिंहपुर, उमरिया एवं बलिया से होकर गुजर रही है। - एक द्रोडिक़ा उत्तर पश्चिम राजस्थान से पश्चिम बंगाल के गंगा के क्षेत्र तक जा रही है जो उत्तरी राजस्थान उत्तरी मप्र एवं झारखंड से होकर गुजर रही है, जो हवा के ऊपरी भाग में 9010 मीटर की ऊंचाई तक बना हुआ है। एक कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी बंगाल की खाड़ी एवं उससे लगे क्षेत्र में 19 जून को बनने की संभावना है। इससे मप्र में मानसून कमजोर हो सकता है। इन 17 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग के अनुसार अनूपपुर, बड़वानी, बैतूल, छिंदवाड़ा, धार, डिंडोरी, होशंगाबाद, हरदा, झाबुआ, खरगौन, नरसिंहपुर, रीवा, सिवनी, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, उमरिया में आने वाले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी है। इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल में आधा घंटे में हुई 13.8 मिलीमीटर बारिश इधर, सोमवार को राजधानी में सुबह से धूप खिली, दोपहर को बादल छाए और हल्की बौछारें पडऩे लगी। 12 बजे से 10 मिनट बौछारें पड़ीं। इसके बाद दोपहर 3 बजे से हल्की बारिश होना शुरू हुई। करीब 15 दिन चलने वाली इस बारिश से शहर में 13.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
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भोपाल। देश के सर्वाधिक लोकप्रिय टाइगर रिजर्व में से एक कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में सोमवार से वापस पर्यटन शुरू हुआ। पहले दिन खटिया प्रवेश द्वार से 9 वाहन में 36 और मुख्य प्रवेश द्वार से 10 वाहन में 40 पर्यटकों ने प्रवेश किया। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से कान्हा राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिये बंद कर दिया गया था। कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए केन्द्र और प्रदेश शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार पुन: पर्यटकों के लिये खोला गया है। सफारी के लिये ऑनलाइन टिकिट सुविधा पहले की तरह बहाल कर दी गई है। अलग-अलग समूहों से आये 4 पर्यटकों को एक वाहन में प्रवेश दिया गया। जबकि एक ही परिवार से आये 6 लोग एक वाहन में बैठे। केन्टर वाहनों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिये 18 की जगह 12 व्यक्ति और दो गाइड के स्थान पर एक गाइड को ही अनुमति दी गई। पार्क में 10 वर्ष से कम और 65 वर्ष से अधिक उम्र के पर्यटकों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। गाइडलाइन के अनुसार पर्यटक कर्मचारी, गाइड और वाहन चालकों ने मास्क के साथ थर्मल स्क्रीनिंग और सुरक्षा के सभी इंतजामों के बाद भ्रमण आरंभ किया।
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उज्जैन/खाचरौद। जिले के खाचरौद विकासखंड के समीप स्थित महिदपुर क्षेत्र के गांव सादलपुर खेड़ा के रुदाहेड़ा डेम में शुक्रवार शाम को डूबने से चारों बच्चों की मौत हो गई। चारों के शव देर रात निकाले गए और शनिवार सुबह शव का झारड़ा शासकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए। इस घटना से गांव में मातम छा गया और रातभर लोग शोक मनाते रहे। गांव के कई घरों में चूले नहीं जले। बच्चों के शव देख परिजन बेसुध हो गए। शनिवार दोपहर को बच्चों का अंतिम संस्कार हुआ, चारों बच्चे एक ही समाज मालवीय के व दोस्त थे। चारों बच्चों की अंतिम यात्रा एक साथ निकली। जानकारी के अनुसार 16 वर्षीय कुलदीप पुत्र रतनलाल, 14 वर्षीय अखिलेश पुत्र बालाराम, 15 वर्षीय राजेश पुत्र बाबूलाल और 11 वर्षीय आनंद पुत्र रामलाल शुक्रवार शाम 5 बजे घर से खेलने का कह कर निकले थे। बच्चे खेलते-खेलते डेम पर पहुंच गए और कपड़े उतारकर नाहने अंदर चले गए। शाम तक जब बच्चे घर पर नहीं पहुंचे तो परिजन उन को तलाशना प्रारंभ किया तो किसी ने बताया कि चारों बच्चे डेम की ओर गए थे। परिजन जब डेम पर पहुंचे तो बाहर बच्चों के कपड़े देख उनके होश उड़ गए और रोने लगे, यह नजारा देख पूर गांव डेम पर एकत्रित हो गया और बच्चों को तलाशने के पानी में गए। देर रात तक सभी बच्चों के शव बाहर निकाले गए, शव एक मछली के जाल में लपटे हुए थे। बताया जा रहा है कि नाहते समय बच्चे जाल में फंस गए थे। शनिवार को हुए अंतिम संस्कार में महिदपुर विधायक बाहदुरसिंह चौहान, तराना विधायक महेश परमार समेत जिले के कई भाजपा व कांग्रेस नेता मौजूद थे। इधर झारड़ा पुलिस ने मृग कायम कर मामले की जांच प्रांरभ की है। कुल का चिराग बूझा इस घटना से एक परिवार के कुल का चिराग बूझ गया। मृतक आनंद अपने माता-पिता का एक मात्र साहरा था। चारों मृतक के पिता खेती करते है। अंतिम संस्कार में पूरा गांव उमड़ा व आसपास के गांव से भी कई लोग शामिल हुए। कई जनप्रतिनिधियों ने मृतक के परिजनों को आर्थिक साहयता का आश्वसन दिया।
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रायसेन। रायसेन जिले में एक महिला नायब तहसीलदार द्वारा अपने वाहन के चालक से जूते सैनिटाइज कराने का मामला सामने आया है। शनिवार को उनकी चालक से जूते सैनिटाइज कराते हुए एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। हालांकि, नायब तहसीलदार ने इस सामान्य बात बताई है, लेकिन उनके इस कारनामे को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, रायसेन तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार शिवांगी खरे बीते दिनों शहर के वार्ड 13 के जोखिम क्षेत्र में गई थीं। यहां उन्होंने अपने सरकारी वाहन चालक से जूते सैनिटाइज कराए। इसकी फोटो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इससे बाद इस मामले को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। दरअसल, शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद से ही सभी छोटे-बड़े अधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण कर रहे हैं और लोगों के बीच जाकर उन्हें समझा भी रहे हैं, लेकिन ऐसी स्थिति कभी सामने नहीं आई। इस संबंध में नायब तहसीलदार शिवांगी खरे का कहना है कि वार्ड से फोन आया था कि पॉजिटिव मरीज के परिजन बाहर घूम रहे हैं। हम उन्हें समझाने के लिए गए थे। इस दौरान एक परिजन हम सभी के बहुत नजदीक से निकला, उसके बाद सभी ने अपने को सैनिटाइज किया था। मैं खुद अपने हाथों से सैनिटाइजर का स्प्रे कर रही थी, लेकिन जूते पर स्प्रे नहीं कर पा रही थी, जिसे देखकर चालक ने आकर मेरे हाथ से सैनिटाइजर लेकर स्प्रे कर दिया था। इसके पीछे कोई और मानसिकता नहीं थी। यह सब अचानक और सामान्य ही हुआ है।
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भोपाल। बीते 10 दिनों से चल रहा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का सिलसिला लगातार जारी है। सरकार द्वारा दाम बढ़ाए जाने के बाद शुक्रवार रात से राजधानी भोपाल में पेट्रोल-डीजल और महंगे हो गए हैं। यहां अब पेट्रोल के दाम 82.64 रुपये तो डीजल के 73.14 रुपये हो गए हैं। लॉकडाउन खुलते ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि एक जून से लेकर 12 जून के बीच पेट्रोल 3.42 रुपए तो डीजल 3.25 रुपए लीटर महंगा हो गया। राज्य सरकार ने शुक्रवार रात 12 बजे से पेट्रोल और डीजल पर एक-एक रुपए बढ़ाने का निर्णय ले लिया। इस तरह भोपाल में पेट्रोल 82. 64 रुपए और डीजल करीब 73.14 रुपए लीटर बिक रहा है। इस वृद्धि के पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि कोरोना काल में हुई राजस्व की क्षति की भरपाई इससे हो जाएगी। एक जून से छह जून तक तो पेट्रोल और डीजल के दाम घटते-बढ़ते रहे, लेकिन 06 जून के बाद से लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि अप्रैल और मई के महीने में भोपाल में पेट्रोल 77 रुपए प्रति लीटर और डीजल 68 रुपए प्रति लीटर के आसपास ही बिका। शुक्रवार को इनकी कीमत क्रमशः 81.01 रुपए प्रति लीटर और 71.56 रुपए प्रति लीटर रही। सिर्फ इन्हीं महीनों की बात करें तो क्रूड ऑयल की कीमत में 10 डॉलर की गिरावट होने पर ग्राहकों को कोई फायदा नहीं हुआ, लेकिन जैसे ही क्रूड ऑयल की कीमत में 7 डॉलर की वृद्धि हुई तो पेट्रोल 3.42 और डीजल 3.25 रुपए तक महंगा हो गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 57 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या चार हजार के पार पहुंच गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 166 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. एमपी शर्मा ने शनिवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा शुक्रवार को देर रात 2131 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 57 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4029 हो गई है। वहीं, कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 166 हो गई है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि यहां अब तक 2701 संक्रमित मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और अस्पतालों से डिस्चार्ज होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या 1162 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। भोपाल में भी मिले 63 नये मामले इधर, राजधानी भोपाल में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को देर रात 1964 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें कोरोना के 63 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 2145 हो गई है। वहीं, अब तक भोपाल में कोरोना से 69 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, यहां अब तक 1454 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या पांच के करीब है, जिनका उपचार जारी है। नीमच में मिले 12 नये पॉजिटिव इंदौर-भोपाल के बाद हॉटस्पाट बने प्रदेश के नीमच जिले में भी 12 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। यहां शुक्रवार को देर रात 226 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी हुई, जिनमें से 12 पॉजिटिव निकले हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 373 हो गई है। जिले में कोरोना से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, यहां अब तक 287 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।
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भोपाल। भीषण उमस से परेशान हो रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। मप्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। मानसून के 14 जून को प्रदेश के दक्षिणी इलाके में दस्तक देने की संभावना है। उधर, मानसून के आगाज के चलते शनिवार से भोपाल, जबलपुर, इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पडऩे का सिलसिला शुरू हो सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मानसून महाराष्ट्र के कुछ हिस्से तेलंगाना के शेष भाग, छत्तीसगढ़ के कुछ भाग, बंगाल की खाड़ी के शेष भाग, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गया है। इसी तरह हरनई बारामती बीड़, वर्धा रायपुर संबलपुर बारीपदा, वर्धमान एवं सिलीगुड़ी में मानसून पहुंच गया है। अगले 14 जून के आसपास मानसून के अरब सागर के कुछ और हिस्से, मुंबई, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्से दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्से दक्षिणी मध्य प्रदेश, झारखंड बिहार के कुछ इलाकों में पहुंचने की संभावना है। तीन दिन तक अच्छी बरसात के आसार वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक शैलेन्द्र नायक के मुताबिक वर्तमान में बंगाल की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश, तटीय उड़ीसा पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं दक्षिण-पूर्व मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। हरियाणा के दक्षिण भाग से तटीय आंध्रप्रदेश तक एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) बना हुआ है, जो उत्तरी मप्र से होकर गुजर रहा है। इन तीन सिस्टम के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। शनिवार से भोपाल, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद संभाग के जिलों में तेज बौछारें पडऩे का सिलसिला शुरू हो सकता है। रविवार से वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आएगी।
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भोपाल। आगामी 19 जून को होने वाले राज्यसभा निर्वाचन के दौरान कोरोना संक्रमण (कोविड-19) से बचाव की सभी गाइडलाइन का पालन किया जायेगा। सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस सहित अन्य सभी उपायों का ध्यान रखा जायेगा। यह जानकारी शुक्रवार को संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत ने राज्यसभा निर्वाचन की व्यवस्थाओं के संबंध आयोजित बैठक में दी। संभागायुक्त कियावत ने निर्देश दिए कि विधानसभा के सभी प्रवेश द्वारों पर स्क्रीनिंग टीम रहे। कोई भी स्क्रीनिंग से छूटने नहीं पाए। प्रवेश के स्थान पर पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मल गन रखी जाये। विधायकों सहित निर्वाचन ड्यूटी में लगे विधानसभा के अधिकारी-कर्मचारियों की संख्या के मान से सैनिटाइजर काउंटर रहेंगे। सभी से नो-कोविड कॉन्टेक्ट डिक्लेरेशन लिया जायेगा। सभी को मास्क, ग्लब्स, सेनीटाइजर, कोविड सुरक्षा निर्देश का पंपलेट दिया जायेगा। बैठक में बताया गया कि मतदान स्थल पर डिसइन्फेक्शन प्रोटोकॉल और सैनिटाइजेशन का चुनाव की हर प्रक्रिया में पालन कराया जायेगा। पानी की पैक्ड बॉटल और पर्याप्त संख्या में डस्टबिन आदि रहेंगे। शौचालय पूरी तरह से स्वच्छ रहेंगे और समय-समय पर सैनिटाइज होंगे। सभी विधानसभा सदस्यों के निज सहायकों, ड्राइवर, गनमैन आदि को विधानसभा के बाहर एक टेंट लगाकर उन्हें उसमे रोका जाएगा। बैठक के बाद विधानसभा में राज्यसभा निर्वाचन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर विधानसभा के प्रमुख सचिव ए.पी.सिंह, डीआईजी इरशाद वली, जिला कलेक्टर तरूण कुमार पिथोड़े, नगर निगम आयुक्त वी.एस.चौधरी कोलसानी, अपर संचालक जनसम्पर्क मंगला प्रसाद मिश्रा, अधीक्षक हमीदिया चिकित्सालय अरुण कुमार श्रीवास्तव सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में प्री -मानसून की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है और यह महाराष्ट्र में दस्तक देने के बाद शुक्रवार को पड़ौसी राज्य छत्तीसगढ़ पहुंच गया है। आगामी 15 जून तक मध्यप्रदेश में मानसून दस्तक दे सकता है। इस बार मानसून प्रदेश के दक्षिण-पूरी हिस्से से प्रवेश करेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। मध्यप्रदेश में इन दिनों प्री-मानसून की गतिविधियां जारी हैं। भोपाल में भी गुुरुवार को देर रात जोरदार बारिश हुई। इसके अलावा राज्य के कई हिस्सों में तेज हवाएं चलने के साथ पानी बरसा और आकाशीय बिजली गिरने से अनूपपुर जिले में पांच लोगों की मौत हो गई। हालांकि, शुक्रवार को सुबह से राजधानी भोपाल में तेज धूप खिली हुई है, लेकिन आसमान में बादलों की आवाजाही जारी है। शाम तक यहां बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, उज्जैन संभाग के कई जिलों में तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। भोपाल मौसम केन्द्र के वैज्ञानिक यूके सरवटे ने बताया कि मध्यप्रदेश में प्री-मानसूनी गतिविधियों के कारण कहीं बारिश तो कहीं बिजली चमकने की स्थिति बन रही है। मध्यप्रदेश में मानसून के पहुंचने की तय तारीख 15 जून मानी जाती है। पहले इसके पांच दिन देरी से आने का पूर्वानुमान लगाया गया था, लेकिन वर्तमान में बन रहे सिस्टम के कारण दक्षिण-पश्चिम मानसून तय समय पर राज्य में प्रवेश कर जाएगा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 15 जून की रात तक यह प्रदेश में प्रवेश करेगा और 16 जून की सुबह तक यह जबलपुर संभाग में पहुंच चुका होगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो मानसून 19 जून तक पूरे राज्य में छा जाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अगले 24 घंटे में भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, रीवा, शहडोल, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में तथा छतरपुर, सागर दमोह, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट एवं मंडला जिले में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है। वहीं भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में तथा सागर, डिंडोरी, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट एवं मंडला में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में अब कोरोना के 50 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 3972 हो गई है। वहीं, अब तक इंदौर में कोरोना से 164 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. एमपी शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार को देर रात 3110 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 50 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इन नये 50 मामलों के साथ जिले में अब संक्रमित मरीजों संख्या 3972 हो गई है। वहीं, इंदौर में एक 69 वर्षीय संक्रमित महिला की मौत की भी पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 164 हो गई है। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि अब तक इंदौर में 2673 संक्रमित मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1135 है, जिनका उपचार जारी है। इंदौर मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा हॉटस्पाट है। यहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।
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शहडोल। जिले में प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों की घर वापसी के बाद शुरू हुआ कोरोना के प्रसार का सिलसिला थमा नहीं है। बुधवार रात को भी जिले में एक और कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन संक्रमित व्यक्ति के निवास स्थान के आसपास सख्ती बढ़ा दी है। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार रात को जारी किए स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार जिले के बुढार क्षेत्र के लखेरन टोला में एक और कोरेाना पॉजिटिव केस मिला है। इसे मिलाकर अब जिले में पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। इसमें एक्टिव केस 9 हो गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएस बारिया ने बताया कि जिस व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, वह हाल ही में दिल्ली से लौटा है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है। साथ ही पूरे क्षेत्र को जोखिम क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। अब जिले में जोखिम क्षेत्रों की संख्या भी 10 हो गई है।
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रायसेन। रायसेन जिले की उदयपुरा तहसील के अंतर्गत नोनिया बरेली उपार्जन केंद्र पर शुक्रवार को चने की तुलाई नहीं हो पाने के कारण नाराज किसानों ने स्टेट हाईवे पर चक्का जाम कर दिया। किसानों का आरोप है कि नोनिया बरेली उपार्जन केंद्र पर 10 से 15 दिन पहले वाले किसानों की तौल नहीं हो पा रही है। वहीं दबंग लोगों के चनों की तौल घंटे भर में की जा रही है। इस बात को लेकर सुबह करीब 11:00 बजे के आसपास नाराज किसानों ने स्टेट हाईवे को लगभग आधे घंटे के लिए जाम कर दिया। जाम की खबर लगते ही उदयपुरा तहसीलदार अवधेश यादव, नायब तहसीलदार ललित त्रिपाठी, थाना प्रभारी टी. सप्रे, ए.एस.आई पाटिल, एस. आई. आर. एस. ठाकुर मौके पर पहुंचे मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाइश दी। समझाइश के बाद करीब आधे घंटे बाद चक्का जाम खुला। वहीं इस पूरे मामले पर प्रबंधक नितिन व्यास का कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी हमारे केंद्र पर नियमित रूप से परिवहन नहीं किया जा रहा, जिसके कारण जगह की कमी है और इसी वजह से तुलाई नहीं हो पा रही है। साथ ही साथ कांटे और बारदाने की भी कमी है, जिसके कारण तुलाई में देरी हो रही है। मौके पर पहुंचे तहसीलदार अवधेश यादव ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों से बात करके कांटे, बारदाने तथा परिवहन की व्यवस्था की और तुलाई को सुचारू रूप से चालू करवाया।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में फिर कोरोना के 41 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3922 हो गई है। वहीं, दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। यहां अब तक कोरोना से 163 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. एमपी शर्मा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार को देर रात 3107 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 41 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 3922 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 51 वर्षीय महिला और एक 83 वर्षीय पुरुष शामिल है। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 163 हो गई है। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि अब तक इंदौर में 2618 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गए हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 1141 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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उज्जैन। थाना चिमनगंज पुलिस को बुधवार को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने अवैध शराब बनाने की एक भट्टी पर छापा मारकर 12 ड्रम और शराब बनाने की भट्टी बरामद की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर को थाना चिमनगंज मंडी का पुलिस बल थाना क्षेत्र में चोरी के आरोपियों की तलाश में सर्चिंग कर रहा था। सर्चिंग के दौरान पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी । यहां शंकरपुर क्षेत्र में श्री नवकार पार्क कॉलोनी के पीछे भट्टी लगाकर कच्ची शराब बनाई जा रही थी । जब पुलिस मौके पर पहुंची तो भट्टी पर शराब उबल रही थी, साथ ही करीब 8 ड्रमों में शराब बनाने की सामग्री रखी हुई थी और 4 ड्रम खाली रखे थे। हालांकि मौके पर कोई मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि पुलिस को आता देख शराब बनाने वाले भाग निकले। पुलिस ने क्षेत्र में पूछताछ कर शराब बनाने में शामिल आधा दर्जन महिलाओं को थाने भिजवाया। यहां दबिश देने वाली टीम में सब इंस्पेक्टर आरसी सोलंकी, आरक्षक श्यामवरण, शैलेष, अनिल, चंदन सिंह, महिला आरक्षक प्रभा और पूजा मौजूद रहे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 68 फीसदी है। इसके बावजूद यहां नये मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब यहां छह जिलों में 97 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 9944 पहुंच गई है। दरअसल, केन्द्र सरकार द्वारा एक जून से अनलॉक किया गया, जो कि मध्यप्रदेश को रास नहीं आ रहा है। अनलॉक के बाद यहां कोरोना के मरीजों और मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जून के शुरुआती नौ दिनों में प्रदेश में 76 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। अब तक राज्य में कुल 422 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 2215 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिनमें 51 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 3881 हो गई है। वहीं, इंदौर में कोरोना से दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। मृतकों में 56 वर्षीय और 62 वर्षीय दो पुरुष शामिल हैं। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 161 हो गई है। इसके अलावा, रतलाम में 24, नीमच में 10 देवास में नौ, उज्जैन में दो और हरदा में एक नया पॉजिटिव मरीज मिला है। इन 97 नये मामलों के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 9944 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 3881, भोपाल 2053, उज्जैन 743, खंडवा 271, बुरहानपुर 374, जबलपुर 274, खरगौन 205, धार 128, ग्वालियर 211, नीमच 354, मंदसौर 95, सागर 229, मुरैना 126, देवास 144, रायसेन 72, भिंड 104, बड़वानी 59, होशंगाबाद 37, रतलाम 85, रीवा 36, विदिशा 37, बैतूल 35, सतना 22, छतरपुर 41, डिंडौरी 29, दमोह 26, आगरमालवा 15, झाबुआ 13, अशोकनगर 16, शाजापुर 38, सीधी 17, सिंगरौली 12, दतिया 11, शहडोल 13, बालाघाट 07, श्योपुर 48, शिवपुरी 17, टीकमगढ़ 15, छिंदवाड़ा 18, नरिसंहपुर 17, सीहोर 11, उमरिया 10, पन्ना 21, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 24, हरदा 04, राजगढ़ 33, गुना 07, मंडला 05, सिवनी 02 और कटनी के तीन मरीज शामिल हैं। वहीं, इंदौर में हुई दो मौतों के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 422 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 161, भोपाल 67, उज्जैन 64, बुरहानपुर 18, खंडवा 17, जबलपुर 11, खरगौन 13, ग्वालियर 02, धार 04, मंदसौर 09, नीमच 05, सागर 12, देवास 09, रायसेन 03, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 01, दतिया 01, छिंदवाड़ा 01, सीहोर 02, उमरिया 01, रतलाम 04, बड़वानी 01 मुरैना 01, राजगढ़ 03, श्योपुर 02, टीमकगढ़ 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। प्रदेश में 6729 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं और सक्रिय मरीजों की संख्या 3120 है, जिनका उपचार जारी है। अनलॉक के बाद नौ जून तक 76 मौत प्रदेश में कोरोना की रोकथाम के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन अनलॉक के बाद 1 से 9 जून तक यहां कोरोना के 76 मरीज दम तोड़ चुके हैं। इनमें एक जून को 14, दो जून को 06, तीन जून को 07, चार जून को 06, पांच जून को 07, आठ जून को 02 और नौ जून को 06 मौतें हुई हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम पल पल में अपना रंग बदल रहा है। मंगलवार को दिनभर निकली धूप और उमस के बाद रात में जमकर बारिश हुई। हालांकि बुधवार सुबह एक बार फिर तीखी धूप निकलने से मौसम गरम हो गया है। उधर दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मानसून 15 जून के आसपास मप्र में दस्तक दे सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वातावरण में मौजूद नमी के कारण प्रदेश के विभिन्न इलाकों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे का सिलसिला जारी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। साथ ही दक्षिणी गुजरात में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के बुधवार को और शक्तिशाली होकर उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ बढऩे के आसार हैं। इसके असर से बुधवार से राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना है। इसी क्रम में मंगलवार को सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक छिंदवाड़ा में 15, रतलाम में 11, जबलपुर में 9.2, दमोह में 2, सागर में 1 मिमी. बारिश हुई। बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम बुधवार को आगे बढ़ सकता है। इसके प्रभाव से बुधवार से भोपाल सहित प्रदेश के कई स्थानों पर मानसून पूर्व की गतिविधियां तेज होने लगेंगी। कई स्थानों पर बौछारें पड़ेंगी। 11-12 जून तक मानसून के मध्य अरब सागर, गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से, कर्नाटक एवं रायलसीमा के कुछ हिस्से, तेलंगाना एवं तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्से, बंगाल की खाड़ी के कुछ क्षेत्र में पहुंचने की प्रबल संभावना है।
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भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की परीक्षाएँ 15 जून से 31 जुलाई 2020 तक प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में होंगी। कोविड-19 संक्रमण के कारण परीक्षार्थिंयों को उनके नजदीक के परीक्षा केन्द्र में परीक्षा देने की सुविधा दी जा रही है। यह निर्णय राज्यपाल श्री लालजी टंडन की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में विगत दिनों हुई बैठक में लिया गया था। परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्रों पर असुविधा न हो, इसलिए संस्था के शैक्षणिक भवन एवं छात्रावास को कोविड-19 का क्वारेंटाइन सेंटर नहीं बनाने के निर्देश कलेक्टर्स को दिये गये हैं। यह निर्देश भी दिये गये हैं कि यदि पूर्व में किसी केन्द्र के भवन में क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया हो तो उसे किसी अन्य सुसंगत भवन में स्थानांतरित कर परीक्षा केन्द्र को विधिवत सैनिटाईज करवाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। समस्त कलेक्टर एवं समस्त पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए गए हैं कि वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचने में किसी प्रकार की असुविधा उत्पन्न न हो और विद्यार्थी किसी कारण परीक्षा देने से वंचित न हो जाएं, इसलिये परीक्षार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा जारी प्रवेश-पत्र को ही आवागमन के लिये मान्य किया जावे। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को स्थानीय शासकीय एवं निजी छात्रावास/होटल में रहने/रूकने में कोई परेशानी न हो। संचालक तकनीकी शिक्षा को निर्देश दिए गए हैं कि इंजीनियरिंग/पॉलीटेक्निक महाविद्यालयों में परीक्षा संबंधी कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिये शैक्षणिक/गैर शैक्षणिक स्टॉफ की उपस्थिति सुनिश्चित करें। साथ ही कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सामान्य प्रशासन विभाग एवं गृह विभाग द्वारा जारी समस्त दिशा-निर्देशों का पालन करना भी सुनिश्चित करें। कोविड-19 के कारण अथवा अन्य अपरिहार्य कारणवश आठवें सेमेस्टर की सैद्धांतिक परीक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं के लिये विश्वविद्यालय द्वारा द्वितीय चरण में 27 जुलाई 2020 से परीक्षायें आयोजित की जाएंगी।
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खरगौन/बुरहानपुर। मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। अब यहां निमाड़ के खरगौन जिले में सात और बुरहानपुर में 15 नये संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि मालवा क्षेत्र के उज्जैन में छह, देवास में चार और नीमच में तीन कोरोना के नये मामले सामने आए हैं। बुरहानपुर सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानाकरी के मुताबिक, जिले में सोमवार को देर रात आई रिपोर्ट में 15 नये संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 374 हो गई है, जबकि यहां कोरोना से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की बात यह है कि यहां 273 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 82 है और उनका उपचार जारी है। इसी प्रकार खरगौन में सोमवार को देर रात मिली रिपोर्ट में सात नए पॉजिटिव सामने आए हैं। यहां अब संक्रमित मरीजों की संख्या 205 हो गई है, जबकि जिले में अब तक कोरोना से 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में अब तक 128 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। यहां अब सक्रिय मरीजों की संख्या 64 है, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है। वहीं, उज्जैन सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को देर रात आई रिपोर्ट में कोरोना के 6 नये मामले सामने आए हैं। अब यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 743 हो गई है, जबकि जिले में कोरोना से अब तक 64 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, जिले में 602 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। अब उज्जैन में सक्रिय मरीजों की संख्या 77 है, जिनका उपचार जारी है। इसी तरह देवास में मंगलवार को सुबह कोरोना के चार नये मरीज सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 132 हो गई है, जिनमें से नौ की मौत हो चुकी है। देवास में अब तक 76 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब यहां सक्रिय मरीज 47 है। इसी तरह नीमच में भी तीन नए मामले सामने आए हैं। यहां अब संक्रमित मरीजों की संख्या 346 हो गई है, जिनमें से सात लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में अब तक 198 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
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भोपाल। एमपी बोर्ड के बचे हुए पेपरों की परीक्षाएं मंगलवार सुबह से प्रदेश में शुरू हुंईं। परीक्षा 16 जून तक चलेगी। इस परीक्षा में शामिल हो रहे प्रदेशभर के करीब साढ़े 8 लाख छात्रों के लिए 4 हजार केंद्र बनाए गए हैं। राजधानी भोपाल में भी इस परीक्षा के लिए 97 केंद्रं बनाए गए हैं। मंगलवार को छात्र-छात्राएं परीक्षाएं शुरू होने के एक से डेढ़ घंटे पहले ही परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए। मंगलवार सुबह विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं के चेहरे पर मास्क और हाथ में सैनिटाइजर की बोतल नजर आई। इस दौरान कुछ छात्र केंद्र में रोल नंबर नहीं मिलने के कारण परेशान भी होते दिखे। छात्र-छात्राओं को थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया गया। परीक्षार्थियों को पहले एक लाइन में खड़ा किया गया, फिर उनकी स्क्रीनिंग की गई। कुछ छात्र पेपर देने बैग लेकर पहुंचे, तो स्कूल के अलग कमरे में बैग रखवा दिए गए। इसके साथ छात्रों को अगले पेपर में अपने साथ बैग नहीं लगाने की सलाह दी गई। बच्चों को सिर्फ सैनिटाइजर, ग्लब्ज, मास्क, पानी की बोतल और परीक्षा के लिए पेन आदि के रखने की ही अनुमति है। परीक्षा के समय से काफी पहले आए छात्र-छात्राओं की स्कूल के गेट पर ही लाइन लगवाई गई। उनके हाथ सैनिटाइज कराने के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। शरीर का तापमान सामन्य आने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया। कोरोना लक्षण वाले छात्रों को सामान्य बच्चों से दूर दूसरे कमरों में बैठने की व्यवस्था भी की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य बातों का पालन करने के लिए सुरक्षा गार्ड और शिक्षकों द्वारा लगातार बच्चों को बताया गया। वर्तमान में कोरोना पॉजिटिव छात्रों से लेकर क्वारैंटाइन में रह रहे और दिव्यांग छात्र अगर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते हैं, तो उनके लिए मंडल द्वारा विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी। अगर वह विशेष परीक्षा में शामिल होने के बाद किसी विषय में फेल हो जाते हैं, तो मंडल की हायर सेकेंडरी पूरक परीक्षा 2020 में सम्मिलित हो सकेंगे। कोरोना पॉजिटिव और क्वारैंटाइन छात्र को विशेष परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए स्वयं और परिवार के सदस्य का डिस्चार्ज सर्टिफिकेट अथवा क्वारैंटाइन सर्टिफिकेट देना होगा। एक घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य छात्रों को पेपर शुरू होने से एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य है। परीक्षा केंद्र के अंदर जाने से पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। पहली शिफ्ट में पेपर देने वाले छात्रों को सुबह 8 बजे और दूसरी शिफ्ट में परीक्षा देने वाले छात्रों को दोपहर 1 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा। परीक्षा केंद्र पर पहुंचने से लेकर परीक्षा देने के दौरान सभी छात्रों को अपने-अपने चेहरे को कवर रखना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
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इंदौर। शिथिल होते जा रहे लॉकडाउन के बीच प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना संक्रमण के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बीते 24 घंटों में प्रदेश के नीमच जिले में 11 तो खरगोन जिले में 12 नए प्रकरण सामने आए हैं। बुरहानपुर जिले में भी 09 नए संक्रमित पाए गए हैं। नीमच में 11 नए पॉजिटिव मिलेमंगलवार देर रात मिली जांच रिपोर्ट ने जिले के प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इसके अनुसार जिले में 11 नए कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। पॉजीटिव मरीजों में से 10 जावद के व 1 जीरन का निवासी है। नए मामलों को मिलाकर अब जिले में संक्रमितों की संख्या 245 हो गई है। इनमें से 83 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 6 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। बुरहानपुर में 9 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलेबुरहानपुर जिले में लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार देर रात आई रिपोर्ट में 9 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हें मिलाकर जिले में संक्रमितों की संख्या 315 हो गई है। इनमें से 247 मरीज ठीक हुए और 16 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिले में एक्टिव प्रकरण 52 हैं, जिनका इलाज चल रहा है। खरगोन में कोरोना के 12 नए केसखरगोन जिले में बुधवार सुबह आई रिपोर्ट में 12 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले, जबकि 55 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। संक्रमितों में बिस्टान रोड की 4 युवतियां, 2 युवक, गांधी नगर का 1 व कुंदा नगर का 1 व्यक्ति शामिल है। इनके अलावा गोगावां की 3 महिलाएं व सनावद की 1 महिला भी पॉजिटिव मिली है। जिले में अब कुल 169 संक्रमित मरीज हो गए हैं। इनमें से 106 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 11 की मौत हो चुकी है। एक्टिव केस 52 हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में कई जिलों में बुधवार को सीधे तौर पर चक्रवात निसर्ग का असर देखने को मिला। इसके कारण से राज्य में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश के आसार बने हैं। मौसम विज्ञानियों ने बुधवार-गुरुवार को अधिकांश स्थानों पर तेज हवा के साथ भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। दूसरी ओर मंगलवार दिन में ही इस चक्रवात के कारण से प्रदेश के कई जिलों में हल्की एवं मध्यम बारिश हुई है। वर्षा का यह दौर अभी भी कई जिलों में बना हुआ है। प्रदेश में सबसे अधिक सतना, मंडला, टीकमगढ़ और सिवनी में बारिश हो चुकी है। सतना में 49.3, मंडला में 40, टीकमगढ़ में 27 और सिवनी में 15.2 मिमी. बारिश हुई है।इसके अलावा इंदौर में 8.4, रतलाम में 8, बैतूल में 7.2, खंडवा में 5, धार 4.8, खजुराहो में 3.8, जबलपुर में 3 मिमी. बारिश हुई है। वहीं, ग्वालियर में 3.6 मिमी. बारिश होने के साथ ही संभाग के कई जिलों में हल्की बौछारें पड़ी हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार अम्फान तूफान की वजह से मानसून का असर जल्दी दिखाई दे रहा है। एक जून को केरल पहुंचने के साथ प्रदेश में प्री-मानसून सक्रिय हो गया है। इसका मुख्य कारण अरब सागर से नमी और अफगानिस्तान से पश्चिमी विक्षोभ का प्रदेश में सक्रिय होना बताया जा रहा है । मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार पिछले साल जैसी बारिश नहीं होगी। 30 सितंबर आने तक मानसून विदा हो जाएगा। लेकिन इसके पूर्व तक 98% बारिश पूरी होने की संभावना बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि अरब सागर में बना "निसर्ग" तूफान उत्तर दिशा की तरफ बढ़ रहा है। मध्य प्रदेश में इसका प्रभाव सोमवार रात से ही दिखने लगा था । तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कई स्थानों पर बारिश भी हुई। वहीं, मौसम वैज्ञानिक अजय कुमार शुक्ला के मुताबिक अरब सागर से उठा डीप डिप्रेशन मंगलवार को चक्रवाती तूफान में बदल गया है। इस तूफान का नाम निसर्ग है जो महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। बुधवार-गुरुवार को तूफान के असर से भोपाल, इंदौर, रीवा, शहडोल, होशंगाबाद,सागर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर और चंबल संभाग में बारिश का दौर शुरू हो रहा है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। उल्लेखनीय है कि मौसम विज्ञानियों में 22 जून के करीब प्रदेश में मानसून के पूरी तरह से सक्रिय होने की जानकारी दी है, लेकिन इससे पहले ही प्रदेश के सभी जिलों में बारिश का दौर कहीं अधिक तो कहीं कम शुरू हो चुका है ।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 123 नये मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 8543 हो गई है और अब तक प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 367 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा ने बुधवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा मंगलवार देर रात 1057 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिनमें 27 रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। इसके बाद जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 3597 हो गई है। इंदौर में कोरोना से तीन लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 141 हो गई है। भोपाल सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार, राजधानी में बुधवार सुबह प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के 61 नये मामले सामने आए हैं। इसके अलावा खरगौन में 12, नीमच में 11, बुरहानपुर में नौ, उज्जैन में दो और देवास में एक नया पॉजिटिव मरीज मिला है। इन नये 123 मामलों के साथ प्रदेश में अब संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 8543 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 3597, भोपाल 1592, उज्जैन 694, खंडवा 251, बुरहानपुर 313, जबलपुर 251, खरगौन 168, धार 125, ग्वालियर 139, नीमच 241, मंदसौर 92, सागर 189, मुरैना 93, देवास 104, रायसेन 68, भिंड 57, बड़वानी 53, होशंगाबाद 37, रतलाम 38, रीवा 35, विदिशा 29, बैतूल 28, सतना 21, छतरपुर 29, डिंडौरी 21, दमोह 26, आगरमालवा 13, झाबुआ 13, अशोकनगर 12, शाजापुर 09, सीधी 17, सिंगरौली 11, दतिया 11, शहडोल 12, बालाघाट 07, श्योपुर 14, शिवपुरी 11, टीकमगढ़ 11, छिंदवाड़ा 14, नरिसंहपुर 12, सीहोर 11, उमरिया 07, पन्ना 20, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 18, हरदा 03, राजगढ़ 13, गुना 03, मंडला 04, सिवनी 02 और कटनी का एक मरीज शामिल हैं। इंदौर में तीन लोगों की मौत के बाद अब राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 367 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 141, भोपाल 60, उज्जैन 58, बुरहानपुर 16, खंडवा 13, जबलपुर 10, खरगौन 11, ग्वालियर 02, धार 03, मंदसौर 08, नीमच 04, सागर 09, देवास 09, रायसेन 03, होशंगाबाद 03, सतना 02, आगरमालवा 01, झाबुआ 01, अशोकनगर 01, शाजापुर 01, दतिया 01, छिंदवाड़ा 01, सीहोर 01, उमरिया 01, रतलाम 02, बड़वानी 01 मुरैना 01, राजगढ़ 01, श्योपुर 01 और मंडला का एक व्यक्ति शामिल है। राहत की खबर यह है कि राज्य में अबतक 5221 मरीज कोरोना से जंग जीतकर अपने घर जा चुके हैं। अब राज्य में कोरोना के एक्टिव प्रकरण 2958 हैं।
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इंदौर। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा है कि सोमवार से जिले में लॉकडाउन-5 शुरू हो गया है। सात दिन बाद इसकी पुन: समीक्षा की जायेगी। शहर में राजस्व अधिकारी, पुलिस और नगर निगम के कर्मचारी लोगों ने लॉकडाउन के नियमों का पालन कराएंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस लॉकडाउन के दौरान शांति और धैर्य बनाये रखें तथा लॉकडाउन के नियमों का कड़ाई से पालन करें। उन्होंने जनता से कहा कि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई और काम की छूट दी जा रही है, मगर कुछ प्रतिबंध भी लगाये जा रहे हैं। सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है तथा मॉस्क, ग्लब्स और सेनेटाइजेशन का विशेष ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि आज एक जून से जिले में सभी बैंक निर्धारित समय पर खुलेंगे, मगर वहां भीड़भाड़ नहीं होना चाहिये। सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन होना चाहिये। जिले में रात को 9 बजे से सुबह 5 बजे तक जिले में कर्फ्यू लागू रहेगा। दरअसल, कलेक्टर मनीष सिंह ने रविवार की रात नेहरू स्टेडियम में व्यापारियों, वरिष्ठ नागरिकों और अधिकारियों की बैठक लेकर लॉकडाउन-5 को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इंदौर जिले में आज एक जून से से लॉकडाउन-5 शुरू किया जा रहा है। जनता और जनप्रतिनिधियों की मांग पर जिला प्रशासन द्वारा दूध डेयरी,(घर-घर सप्लाई) मेडिकल शॉप और जरूरी उद्योग खोलने की छूट दी जा रही है, मगर दुकानों पर ग्राहक नहीं होना चाहिये और दुकानों का आधा शटर बंद रहना चाहिये और किसी भी ग्राहक को खेरची माल नहीं बेचा जायेगा। आज से स्कूल और कॉलेज में एक-तिहाई स्टॉफ के साथ कार्यालयीन गतिविधि संचालित करने की छूट दी गयी है। कक्षाएं स्थगित रहेंगी। खिलाड़ी खेल मैदान में आज से खेल सकेंगे, मगर वहाँ पर दर्शकों की भीड़ इकट्ठा नहीं होना चाहिये। जिला प्रशासन द्वारा सुबह 5 बजे से 8 बजे तक मॉर्निंग वाकर्स को मॉनिंग वॉक के लिये छूट दी गयी है। इंदौर नगर के जोन-दो में मोबाइल शॉप और मोबाइल रिपेरिंग शॉप चालू रहेंगी,जिससे लोग मोबाइल और लैपटॉप सुधरवा सकें। उन्होंने कहा कि सब्जी और फल की दुकानें बंद रहेंगी, मगर ठेले और मेटाडोर के जरिये दुकानदार घर-घर सब्जी सप्लाई कर सकेंगे। जिले में निर्माणाधीन निर्माण कार्य भी कल से शुरू किये जाने की अनुमति दी गयी है, मगर इंदौर नगर के मध्य क्षेत्र में किसी तरह का निर्माण कार्य फिलहाल शुरू नहीं किया जायेगा। किसी भी प्रकार का शासकीय या अशासकीय नया निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जायेगा। बिना अनुमति के दुकान खोलने पर संबंधित क्षेत्र के एसडीएम द्वारा दुकान का लायसेंस निरस्त कर दिया जायेगा और दुकान सील कर दी जायेगी। कन्टेनमेंट एरिया में सारी गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगी। दुकान, मॉल, शॉपिंग सेंटर, मैरिज गार्डन, शादी का जुलूस जैसी गतिविधियाँ पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगी। बस सेवा, ऑटो, टेम्पो आदि प्रतिबंधित रहेंगे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के माध्यम से लॉकडाउन-5 का कड़ाई से पालन कराया जायेगा। नगर निगम के जोनल ऑफिसर भी पुलिस और राजस्व अधिकारियों के साथ दौरा करेंगे। शुरू के 5 दिन तक जनता को समझाइश देकर सोशल डिस्टेंसिंग, स्वच्छता और मॉस्क लगाने तथा सेनेटाइजर लगाने, हाथ साफ रखने और सार्वजनिक स्थनों पर न थूकने की हिदायत दी जायेगी। पाँच दिन बाद से अर्थदण्ड लगाया जायेगा। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने कहा कि इंदौर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिये लॉकडाउन बढ़ाना जिला प्रशासन की मजबूरी है। इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिये जनजागरूकता और जनसहयोग जरूरी है। लॉकडाउन को राजस्व अधिकारी, पुलिस अधिकारी और नगर निगम के अधिकारी मिलकर सामूहिक दौरा करेंगे और नियमों का कड़ाई से पालन करायेंगे। पुलिसकर्मी जनता पर कड़ी नजर रखेगी और कहीं भी भीड़ इकट्ठा नहीं होने देंगे। आज से बैंक और एटीएम में भीड़ बढऩे की संभावना है। पुलिस को इन क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। नौतपा में भी लू और गर्मी का कोई असर नहीं दिख रहा है। नौतपा के आठवें दिन सोमवार को राजधानी भोपाल के आसमान में सुबह से बादल छाए हुए है। मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में बने ऊपरी हवा के चक्रवात के कारण प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस सिस्टम के कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर आगे बढऩे के संकेत मिले हैं। इससे सोमवार से प्रदेश के कई स्थानों पर अच्छी बरसात होने की संभावना है। बारिश को सिलसिला रुक-रुककर 3-4 दिन तक चलने का अनुमान है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के मुताबिक बादल छाने और गरज-चमक के साथ कुछ स्थानों पर बौछारें पडऩे के बाद अधिकतर जिलों में दिन के तापमान में गिरावट होने लगी है। शनिवार को सबसे अधिक तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस खरगोन में दर्ज किया गया। अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पूर्वी राजस्थान से उत्तरी मप्र होकर छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ बना हुआ है। अरब सागर में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन दो सिस्टम के कारण प्रदेश में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। अरब सागर में बना चक्रवात कम दबाव का क्षेत्र बनकर सोमवार से आगे बढ़ेगा। उसके प्रभाव से 1 जून से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद संभाग में बरसात का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। बारिश का क्रम रुक-रुक कर 3-4 दिन तक चल सकता है। मप्र के इन जिलों में हो सकती है बारिश प्रदेश के रीवा, ग्वालियर-चम्बल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं। उमरिया, डिंडौरी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, सागर, छतरपुर, रायसेन, बैतूल, नीमच और मंदसौर जिलों में धूल भरी आंधी चलने के साथ बारिश की संभावना है।
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भोपाल। अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी हैकि मध्यप्रदेश से बाहर जाने और अन्य प्रदेश से मध्यप्रदेश आने के लिए किसी पास की जरूरत नहीं होगी। इसी तरह प्रदेश के एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए भी किसी प्रकार के पास और अनुमति की आवश्यक नहीं होगी। श्री केशरी ने कहा है कि किसी व्यक्ति को अपनी सुविधा के लिए ई-पास की आवश्यकता महसूस होती है तो वह www.mapit.gov.in/COVID-19 में सम्पूर्ण विवरण के साथ जानकारी भर सकता है। जानकारी भरने के तुरंत बाद स्वत: ई-पास जारी हो जायेगा।
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दतिया। वैदिककाल से यह सर्वविदित है कि यज्ञ से वातावरण में व्याप्त सभी तरह के हानिकारक बैक्टीरिया वायरस और प्रदूषण समाप्त हो जाता है। वातावरण की शुद्धि के लिए अखिल भारतीय गायत्री परिवार द्वारा लोगों को कोरोना से बचाव का संदेश देने के साथ-साथ रविवार को घर-घर गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। लोगों ने विधि विधान के साथ माँ गायत्री के चित्र की पूजा, अर्चना की व हवन सामाग्री द्वारा परिवार के साथ यज्ञ किया। गायत्री परिवार द्वारा पूरे विश्व सहित जिले के साधकों ने रविवार को 9 से 12 बजे तक यज्ञ सम्पन्न कर आरती की व प्रसाद वितरण किया। जिले में भी गायत्री परिजन विगत कई दिनों से घर-घर यज्ञ की तैयारियों में जुटा हुआ था। इसी के तहत रविवार को साधकों ने प्रातः 9 से 12 बजे के बीच गायत्री मंत्र और महामृत्युजय मंत्र के जाप के साथ आयुर्वेदिक औषधि युक्त हवन सामाग्री की आहुतियां डाली। घर-घर गायत्री यज्ञ उपासना का मुख्य उदैश्य मानव कल्याण है। वैद, पुराण और आयुर्वेदिक ग्रंथो में स्वास्थ्य रक्षा के लिए अनेक मंत्रों व उपायो का उल्लेख है। वैदिककाल के ये मंत्र यज्ञ और उपाय आज भी अचूक है। गायत्री मंत्र का उच्चारण वातावरण को शुद्ध और शांति अध्यात्मिक बनाता है।
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सागर। मध्यप्रदेश के ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अब सागर जिले में जिला अस्पताल में पदस्थ महिला डॉक्टर समेत आठ नये कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि अनूपपुर जिले में भी कोरोना के 12 नये मामले सामने आए हैं। सागर स्थित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जीएस पटेल ने रविवार को बताया कि शनिवार देर रात आई रिपोर्ट में जिला चिकित्सालय में पदस्थ छत्तीस वर्षीय महिला डॉक्टर और स्टाफ के ही दो अन्य युवक भी पॉजिटिव पाए गए हैं। ये तीनों मोतीनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इसके अलावा जिले के गढ़ाकोटा निवासी एक बुजुर्ग और तीन अन्य युवकों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 172 हो गई है, जबकि यहां अब तक कोरोना से सात लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, अनूपपुर जिले में भी 12 नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। यह सभी मुम्बई से आए थे और उन्हें पहले से ही क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। दो दिन पहले मुम्बई से आए दो युवकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उनके सम्पर्क में आने वाले सभी लोगों के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। जबलपुर आईसीएएमआर से शनिवार को देर रात 38 रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 12 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष निगेटिव आई हैं। नये सभी 12 मरीजों को क्वारेंटाइन सेंटर से जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर उनका उपचार शुरू कर दिया गया है। जिले में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 17 हो गई है। इनमें से अब तक तीन मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में लू का प्रकोप जारी था, परंतु अब वर्षा की गतिविधियां शुरू होने के कारण तापमान में गिरावट शुरू हो गई है तथा लू का प्रकोप भी कम होने लगा है। मध्य प्रदेश में रविवार से बारिश बढ़ेगी तथा 1 जून से 4 जून के बीच मध्य प्रदेश के कई जिलों में विशेषकर पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी जिलों में तेज बारिश तथा तेज हवाएं चलने की संभावना है जिससे तापमान में भारी गिरावट होगी और लू का प्रकोप लगभग समाप्त हो जाएगा। वहीं जून के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश जारी रहने के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि नौतपा में दिनों दिन गर्मी के तेवर नरम पड़ते जा रहे हैं। छह दिन में अधिकतम तापमान में 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। मौसम विज्ञानियों ने रविवार को गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। साथ ही सोमवार से तेज बौछारें पडऩे के भी आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक नौतपा के छठवें दिन शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री दर्ज किया गया। जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 2 डिग्री अधिक है। नौतपा के पहले दिन अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री दर्ज हुआ था। इसके बाद से तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया था। राजस्थान से उत्तरी मप्र से होकर छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ बना हुआ है। अरब सागर में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। साथ ही औसत लगभग 20 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इस वजह से प्रदेश में बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। इस वजह से रविवार को शहर में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। सोमवार-मंगलवार को राजधानी में तेज बौछारें पडऩे की संभावना है। शनिवार को ऐसी रही पारे की चाल समय - तापमान सुबह- 5:30 - 29.4 सुबह - 8:30 - 32.2 सुबह - 11:30 - 36.8 दोपहर - 2:30 - 40.0 शाम - 5:30 - 40.0 रात - 8:30 - 35.4
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बड़वानी। बड़वानी जिला मुख्यालय क्षेत्र में शुक्रवार को सुबह एक किसान को खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गंभीर हालत में परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां आईसीयू में प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रैफर कर दिया गया है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को जांच में लिया है। जानकारी के मुताबिक, नजदीकी गांव सेंगाव निवासी किसान संतोष गेहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़वानी के वार्ड नम्बर-10 स्थित अपने मकान में अज्ञात कारणों के चलते अपने सिर पर गोली मार ली। परिजन आनन-फानन में किसान को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उसे आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया, लेकिन किसान की गंभीर हालत देखते हुए उसे इंदौर रैफर किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के बाद ही पता चला पाएगा कि किसान ने यह कदम क्यों उठाया।
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भोपाल। कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच राजभवन में शुक्रवार को फिर से दो नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके बाद राजभवन के कर्मचारी निवास में हड़कंप मच गया है। इन दो पॉजीटिव को मिलाकर अब तक कर्मचारी निवास में रहने वाले 9 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसे देखते हुए राजभवन के कर्मचारी निवास कैंपस को कंटेनमेंट घोषित कर आसपास के 50 घरों की सैंपलिंग और हर दिन स्क्रीनिंग की जा रही है। राजभवन में कोरोना के 07 पॉजीटिव पाए जाने के बाद उनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए गए थे। शुक्रवार सुबह आई रिपोर्ट के अनुसार इनमें से दो और लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इसके बाद राजभवन के कर्मचारी आवास क्षेत्र में सख्ती बढ़ा दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक राज्यपाल के निजी स्टाफ को "कोर जोन" में रखा गया है। उन्हें उससे बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी। इसमें उनका रसोईया, सफाई व अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। इसके अलावा राजभवन के जो कर्मचारी व उनके स्वजन कोरोना पॉजिटिव हैं, उनकी कॉलोनी और क्षेत्र को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इनमें से एक कर्मचारी राज्यपाल के कक्ष में भी गया था, जिससे पूरे भवन को नए सिरे से सैनिटाइज किया गया। निजी स्टाफ में तैनात कर्मचारियों की जमावट भी नए सिरे की गई है। राजभवन सचिवालय में और सख्ती के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव की गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है। मुलाकात के लिए आने वालों की संख्या भी बहुत सीमित कर दी गई है। राज्यपाल से मिलने आने वाले अति विशिष्ट अतिथियों को भी थर्मल स्कैनर से परीक्षण, सैनिटाइजेशन और समुचित शारीरिक दूरी का पालन करने को कहा गया है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां अब 84 नये मामले सामने आए हैं, जबकि चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3344 हो गई है। वहीं, इंदौर में अब तक कोरोना से 126 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने शुक्रवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा गुरुवार देर रात 1073 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 964 रिपोर्ट निगेटिव और 84 रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। इन नये मामलों के साथ अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3344 हो गई है। वहीं, इंदौर में चार लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इनमें एक 62 वर्षीय, 65 वर्षीय और 84 वर्षीय पुरुष तथा एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला शामिल है। इन चार मौतों के बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 126 हो गई है। सीएमएचओ डॉ. जडिय़ा के मुताबिक, इंदौर में अब तक 1673 संक्रमित मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें अस्पतालों से डिस्चार्ज कर अपने घर भेज दिया गया है। अब जिले में एक्टिव केस 1545 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। भारत सरकार ने विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन के चलते रुके हुए लोगों को अपने गृह राज्यों में वापस भेजने का निर्णय लिया है। इसके लिये हवाई मार्ग से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिये दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। इस निर्णय से मध्यप्रदेश में हवाई मार्ग से मुख्यतः इंदौर एवं भोपाल एयरपोर्ट पर यात्रियों की बहुतायत में आवागमन की संभावना है। गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन सख्ती से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री फैज अहमद किदवई ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए बताया है कि प्रदेश में इन यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही मेडिकल परीक्षण किया जाकर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। हवाई यात्रा से आने वाले यात्रियों के संबंध में जारी दिशा-निर्देश प्रमुख सचिव श्री किदवई ने निर्देश जारी करते हुए बताया है कि प्रदेश में अन्य राज्यों से हवाई मार्ग द्वारा यात्रा करने वाले यात्रियों द्वारा संबंधित एयरपोर्ट के अराइवल तथा डिपार्चर क्षेत्र में ही चिकित्सकीय जांच एवं स्व-घोषणा पत्र (व्यक्तिगत विवरण सहित फोन नंबर तथा प्रदेश में स्थाई निवास का पता) प्रस्तुत करना और निर्धारित स्वास्थ्य काउंटर पर चिकित्सकीय परीक्षण (थर्मल स्क्रीनिंग) कराना अनिवार्य होगा। चिकित्सीय परीक्षण के (थर्मल स्क्रीनिंग) दौरान यात्री जिनमें संभावित कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं, ऐसे यात्रियों का कोविड-19 टेस्ट कराया जाए और जांच में परिणाम नेगेटिव आने पर ही घर भेजा जाए। यदि कोविड-19 टेस्ट में यात्री पॉजिटिव पाया जाता है तो ऐसे यात्री को अनिवार्य रूप से लक्षणों के आधार पर निर्धारित कोविड केयर सेण्टर अथवा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेण्टर अथवा संस्थागत आइसोलेशन किया जाना होगा। ऐसी स्थिति में जिले में निर्धारित कोविड केयर सेण्टर अथवा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेण्टर अपने आइसोलेशन सेण्टर में 10 दिवस के लिए भर्ती किया जाए। निर्धारित 10 दिवस की आइसोलेशन अवधि उपरांत रोगी की चिकित्सा जाँच कर विगत 3 दिन पूर्व से लक्षणविहीन पाए जाने पर उनकी आइसोलेशन अवधि समाप्त की जा सकती है। परन्तु यात्रियों को आगामी 07 दिवस तक होम आइसोलेशन में प्रोटोकाल पालन करते हुए घर पर ही रहने की सलाह देकर भेजा जा सकता है। जांच अवधि के दौरान यात्रियों को निर्धारित क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जाना सुनिधित किया जाए। इन समस्त यात्रियों की सघन निगरानी के लिये उनके मोबाइल फ़ोन में 'आरोग्य सेतु ऍप' इंस्टॉल कराया जाए, जिससे मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो सके। ऐसे यात्री जो एयरपोर्ट के जिले के निवासी नहीं है अथवा किसी अन्य जिलों में प्रस्थान कर रहे है, उन जिलों के कलेक्टरों को सम्बंधित यात्रियों की सूचना प्रदान की जाए।
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उज्जैन/बुरहानपुर। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार को देर रात आई रिपोर्ट में उज्जैन में 25 और बुरहानपुर में 10 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद उज्जैन में संक्रमित मरीजों की संख्या 578 और बुरहानपुर में 281 पहुंच गई है।उज्जैन के सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को देर रात आई रिपोर्ट में 25 नये पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें उज्जैन शहर के 24 और बडऩगर का एक व्यक्ति शामिल है। वहीं, शहर में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि हुई है। यहां अब संक्रमित मरीजों की संख्या 578 हो गई है, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 54 पहुंच गया है। राहत की खबर यह है कि अब तक जिले में 237 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं और वे पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। वहीं, बुरहानपुर में सोमवार सुबह आई रिपोर्ट में 10 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही अब जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 289 हो गई है। यहां अब तक 13 लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि, जिले में 128 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं, लेकिन लगातार संक्रमित मरीज सामने आने के बाद जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में राजधानी भोपाल समेत सभी शहरों, नगरों एवं कस्बों में मुस्लिम धर्मावलम्बियों द्वारा सोमवार को ईद का पर्व मनाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से बचने की सलाह और लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए उन्होंने अपने घरों में रहकर ही ईद की नमाज अदी की और दुनिया को कोरोना से मुक्ति दिलाने की दुआ मांगी। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक-दूसरे को ईद की शुभकामनाएं दी जा रही हैं।प्रदेश में ईद से पहले सभी जिला मुख्यालयों पर हुई शांति समिति की बैठकों में यह पर्व घरों में रहकर मनाने की सहमति बनी थी। इसी के मुताबिक, मुस्लिम बंधुओं ने सोमवार सुबह ईद की नमाज अपने घरों में अदा की। शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने बताया कि मस्जिदों में जिस तरह चार-पांच लोग रोजाना पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं, उसी तरह ईद की नमाज भी हुई। अन्य सभी लोगों ने घरों में रहकर ही ईद की नमाज पढ़ी। इसी तरह पूरे प्रदेश में ईद मनाई जा रही है। समाज के लोग सोशल डिस्टेसिंग और अन्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एक-दूसरे को सोशल मीडिया और मोबाइल के माध्यम से ईद की बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं।
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भोपाल। देश एवं प्रदेश में गौ-भैंस वंशीय पशुओं की उन्नत नस्ल तैयार कराने में मध्यप्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम द्वारा संचालित केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह संस्थान भारत सरकार से ए ग्रेड तथा आईएसओ 2001-2015 प्रमाण पत्र प्राप्त संस्थान है। भारतीय कृषि अर्थ-व्यवस्था में पशुपालन एवं डेयरी व्यवसाय महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह व्यवसाय ग्रामीणजनों के कल्याण, सामाजिक, आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डेयरी व्यवसाय को और अधिक लाभ का धंधा बनाने के लिए पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता को और अधिक विकसित किया जा रहा है। इस दिशा में केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल निरंतर प्रयासरत है। निगम के प्रबंध संचालक श्री एच.बी.एस. भदौरिया ने बताया कि केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल राज्य की प्रजनन नीति के अनुसार हिमीकृत वीर्य की मांग की पूर्ति करता है। संस्थान के द्वारा कुल 16 नस्लों के गौ-भैंस वंशीय नंदी के प्रतिवर्ष 28 लाख तक हिमीकृत वीर्य डोजेज का उत्पादन किया गया है। जिन्हें भविष्य में बढ़ाकर 40 लाख तक किए जाने का लक्ष्य है। उन्होंने ने बताया कि प्रदेश की गौ-भैंस वंशीय नस्लों का जैविक सुरक्षा मानकों के अनुसार संधारण किया जाता है। पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता पशु की अनुवांशिक दुग्ध उत्पादन क्षमता एवं उपयुक्त पर्यावरण पर निर्भर करता है। भदभदा स्थित इस संस्थान में 16 उन्नत नस्ल के नंदी रखे गए हैं। उच्च श्रेणी के साण्डों के वीर्य का उपयोग उनकी संतति की दुध उत्पादन क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देता है। ऐसे साण्डों से उत्पन्न हिमीकृत वीर्य का उपयोग किसी भी प्रजनन में अत्यधिक महत्व रखता है।
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सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में बुधनी नगर परिषद सीएमओ के घर के बाहर खड़ी कार में शुक्रवार देर रात अज्ञात बदमाशों ने आग लगा दी। आग से कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई। आग की चपेट में आकर घर में लगा एसी और खिडक़ी भी जल गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया। यह पूरा घटनाक्रम वहां लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों का पता लगाने में जुट गई है। जानकारी अनुसार बुधनी नगर परिषद सीएमओ ज्योति सुनहरे अपनी मां और तीन साल की बेटी के साथ घर के अंदर सो रही थी। इस दौरान देर रात करीब तीन बजे दो अज्ञात बदमाशों ने उनके घर के सामने खड़ी कार में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग तेजी से भडक़ती हुई मकान में लगे एक एसी और खिडक़ी तक पहुंच गई। आवाज सुनकर सीएमओ ज्योति सुनहरे की नींद खुली और उन्हें आग लगने का पता लगा। लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर बिग्रेड को सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने जल्द ही आग पर काबू पा लिया, जिससे बड़ी घटना टल गई। आगजनी का पूरा घटनाक्रम वहां लगे एक सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया है। जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि रात करीब 3 बजे दो लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। बुधनी टीआई संध्या मिश्रा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस घटना को अंजाम देने वाले अज्ञात को पहचानने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले की जांच की जा रही।
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दतिया। दतिया जिला मुख्यालय स्थित पुराने कलेक्ट्रेट के सामने शुक्रवार सुबह एक किराना स्टोर में आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से फैली और पूरे स्टोर को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलन पर दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि इस आगजनी में लाखों का सामान जलकर खाक हो गया। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।जानकारी के मुताबिक, शहर के पुराने कलेक्ट्रट के सामने स्थित हिन्दुजा फैमिली मार्ट नामक किराना स्टोर में शुक्रवार सुबह आसपास के लोगों ने धुआं उठते देखा और तत्काल स्टोर के मालिक के साथ ही पुलिस और फायर बिग्रेड को सूचना दी। इसके बाद स्थानीय लोग स्वयं आग बुझाने में जुट गए। कुछ ही देर में दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई और आग पर काबू पाया लिया। बताया जा रहा है कि स्टोर में आग शॉर्ट सर्किट होने की वजह से लगी थी। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया, वरना बड़ा हादसा होने की संभावना थी, क्योंकि आसपास काफी दुकानें और बैंक शाखा भी है। इस आगजनी में स्टोर में रखा लाखों का सामान पूरी तरह जल गया। इस हादसे में कितना नुकसान हुआ है, इसका आंकलन किया जा रहा है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में श्रम कानूनों में श्रमिकों के हितों के खिलाफ किए गए बदलावों के विरोध में केन्द्रीय श्रम संगठनों के संयुक्त मोर्चे ने शुक्रवार को देशव्यापी अनशन व विरोध प्रदर्शन किया। भोपाल में इंटक से राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.डी. गौतम व के.के. नेमा के नेतृत्व में विरोध दिवस मनाया गया, इस अवसर पर कर्मचारी आयोग के सदस्य वीरेन्द्र खोंगल भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे में इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक, सीएआईटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीटीयू , बैंक, बीमा सहित विभिन्न सेक्टर के फेडरेशन व एशोसिएशन शामिल हैं। संयुक्त मोर्चे की कॉरडिनेशन कमेटी के चेयरमेन व इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी. संजीवा रेड्डी के आव्हान पर आज संयुक्त मोर्चे की सभी यूनियनों व फेडरेशनों ने राज्य, जिला, तहसील व संस्थानों पर एक दिवसीय उपवास व प्रदर्शन कर केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा श्रम कानूनों में किए गए बदलाव का विरोध कर उन्हें वापस लेने की मांग की। यह जानकारी इंटक के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.डी. गौतम ने दी । इंटक के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.डी. गौतम ने बताया कि संयुक्त मोर्चे के चैयरमेन इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.जी.संजीवा रेड्डी के निर्देशानुसार कोरोना संकट के चलते देश व प्रदेश में लॉकडाउन के कारण सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जो आदेश, नियम व दिशा निर्देश जारी किए गए हैं उनका पूर्णत: पालन करते हुए अनुशासन के साथ यूनियन ऑफिस या जो जहाँ है वहीं पर अथवा लॉक डाउन में घर पर है तो वहीं पर काली पट्टी लगाकर, उपवास रखकर विरोध प्रकट किया गया। सरकार व प्रशासन के निर्देशानुसार चेहरे पर मास्क अनिवार्यत: लगाया गया है। इसी प्रकार सेनेटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य निर्धारित मापदंडों तथा सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए जो जहां है वहीं पर श्रम कानूनों में श्रमिकों के हितों के विपरीत किये गए बदलावों का विरोध करते हुए इन्हें वापस लेने की मांग की गई।
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भोपाल। यह प्री-मॉनसून सीजन मध्य प्रदेश में बारिश के हिसाब से अब तक बहुत अच्छा रहा है। 1 मार्च से 22 मई तक पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 162 प्रतिशत ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश में सामान्य से 284 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। इस सप्ताह यानि 22 से 28 मई के बीच पूरे सप्ताह मध्य प्रदेश में मौसम गर्म तथा शुष्क ही बने रहने संभावना है। दिन के तापमान बढऩे के कारण ही मध्य प्रदेश के कई जिलों में लू का प्रकोप दिखाई देगा। कई स्थानों पर तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस के भी पार चले जाने की आशंका है। खरगौन, देवास, धार, रतलाम, उज्जैन जैसे दक्षिण-पश्चिमी जिलों में अपेक्षाकृत गर्मी अधिक होगी। यही वह क्षेत्र होंगे जहां तापमान 45 डिग्री या उससे भी ऊपर पहुँच सकता है। जबकि उत्तरी भागों में गुना, ग्वालियर, दतिया, सागर, सतना और पन्ना तथा आसपास के हिस्सों में पारा 42-43 डिग्री के करीब रहेगा।
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भोपाल। सूर्य के 25 मई को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही नौतपा की शुरुआत हो जाएगी। मध्य प्रदेश में हर साल की तरह इस बार भी नौतपा में पारा खूब चढ़ेगा। नौतपा के नौ दिनों में से सात दिनों में तापमान में इजाफा होने के साथ लू चलने के भी आसार हैं। नौतपा के 7 दिनों में सूरज के तीखे तेवर से लोगों को तेज गर्मी का अहसास होगा तो वहीं आखिरी दो दिनों में सूरज के तेवर थोड़े से नरम नजर आएंगे। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला का कहना है कि मध्य प्रदेश में अभी मौसम पूरी तरह से शुष्क है। किसी भी जिले में ना तो बारिश के आसार हैं और ना ही तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी की आशंका है। हालांकि एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस 22 मई से बन रहा है लेकिन इसका असर प्रदेश में नहीं होगा। नौतपा की शुरुआत से पहले ही चढ़ा पारा प्रदेश भर में 16 मई तक लोगों को तीखी गर्मी से राहत थी लेकिन 17 मई के बाद तापमान में इजाफा हुआ। प्रदेश में इन दिनों 26 जिलों में तापमान 41 डिग्री के पार पहुंच गया है तो वहीं नौतपा में तापमान उच्च जिलों में 45 डिग्री के पार पहुंचने के आसार हैं। निमाड़ में चल रही है लू मई के महीने में कई सालों बाद इस साल यह मौका रहा जब लोगों को लू से राहत मिली है पर तापमान बढऩे के साथ दो दिनों से निमाड़ में लू चल रही है। खरगोन के साथ पूरे निमाड़ में तापमान 45 डिग्री रिकॉर्ड होने के साथ गर्म हवा थपेड़े (लू )चले। नौतपा में प्रदेश भर के ज्यादातर जिले लू की चपेट में रहेंगे। मालवा, निमाड़, चंबल के जिलों में तापमान 45 डिग्री के पार पहुँचने के आसार है। सात दिन खूब तपने के बाद 2 दिन मिलेगी राहत नौतपा पर ग्रह नक्षत्र का प्रभाव रहता है। मौसम वैज्ञानिक और ज्योतिषविद का कहना है कि रोहणी नक्षत्र में सूर्य के रहते 9 दिनों तक गर्मी पड़ती है। रोहिणी नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है, जो सूर्य के प्रभाव में आ जाता है। गुरु और शनि की वक्री चाल के चलते नौतपा इस बार खूब तपेगा लेकिन शुरुआती 7 दिनों में पारा चढऩे से लोगों को तेज गर्मी का एहसास होगा। 30 मई को शुक्र के अपनी ही राशि वृषभ में अस्त होने के कारण गर्मी में कमी आ जाएगी। नौतपा के आखिरी दो दिनों में तेज हवा और आंधी चलने या बारिश होने के भी आसार नजर आ रहे हैं। खरगोन में तापमान 45 डिग्री के पार पहुंचने के साथ चली लू प्रदेश भर में खरगोन में पारा खूब चढ़ा है। खरगोन में तापमान 45 डिग्री के पार पहुँचने से लोगों को झुलसाने वाली गर्मी का एहसास हो रहा है। रायसेन 43.6डिग्री, रतलाम, शाजापुर में 43.5 डिग्री, खंडवा 43.1 डिग्री, नोगांव-दमोह 43 डिग्री, गुना 42.8 डिग्री, ग्वालियर-राजगढ़ 42.7 डिग्री, उज्जैन-सागर 42.6डिग्री, खजुराहो-42.2डिग्री, भोपाल-होशंगाबाद 42डिग्री, टीकमगढ़ 41.7 डिग्री, जबलपुर 41.3डिग्री, सीधी-उमरिया-मंडला 41.4 डिग्री, उमरिया 41.1डिग्री,सतना 40.7 डिग्री, छिंदवाड़ा-40.6डिग्री, बैतूल-40.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। क्या है नौतपा सूर्य घूमते हुए मध्य भारत के ऊपर आ जाता है और जब यह कर्क रेखा के पास पहुंच जाता है तब 90 डिग्री की पोजीशन में होता है जिससे किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ती है। इसी कारण तापमान बढ़ जाता है। हालांकि मई के दिनों में दिन बड़े होते हैं और रेडिएशन भी ज्यादा होता है। यही वजह है कि पृथ्वी इन दोनों भट्टी की तरह तपती है। पृथ्वी के तपने के कारण ही नौतपा में लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होता है। तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश प्री मॉनसून एक्टिविटी मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला का कहना है कि प्रदेश भर में अभी मौसम पूरी तरह से शुष्क है यानी किसी भी जिले में ना तो बारिश के आसार हैं और ना ही तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी की आशंका है। हालांकि एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस 22 मई से बन रहा है लेकिन इसका असर मध्यप्रदेश में नहीं होगा। प्रदेश भर में तापमान में इजाफा होगा। नौतपा के पहले बूंदाबांदी और बारिश होने के आसार नहीं हैं। 10 से 17 मई के बीच जिलों में होने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी और बारिश प्री मॉनसून एक्टिविटी ही है। मानसून के सक्रिय होने से पहले इस तरह की प्री मॉनसून एक्टिविटीज देखी जाती है।
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इंदौर/भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के बीच लॉकडाडन के चलते पिछले दो माह से उद्योग लगभग बंद हैं लेकिन उसके बाद भी भारी-भरकम बिजली बिल देखकर सभी उद्योगपति परेशान हैं। अब लॉकडाउन के बीच गुरुवार को मध्य प्रदेश के पांच हजार से अधिक छोटे व मध्यम उद्योगपति राज्य सरकार के खिलाफ ऑनलाइन धरना देने बैठ गए। इस ऑनलाइन धरने में एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्य प्रदेश से जुड़े लगभग सभी उद्योगपति हाथों में बिजली बिल में सुधार सहित अन्य मांगे लिखी तख्तियां लेकर शामिल हुए। पूरे मामले को लेकर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मप्र (एआईएमपी) के अध्यक्ष प्रमोद डफरिया का कहना है कि हमारे संगठन ने आज से यह धरना शुरू किया है लेकिन सरकार यदि नहीं सुनेगी तो यह धरना लम्बा चलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पिछले दो माह से प्रदेश भर में लगभग अधिकांश फैक्ट्रियां बंद है, काम करने के लिए मजदूर हैं नहीं, कहीं कुछ काम हुआ नहीं है, इसके बाद भी उद्योगपतियों को बिजली विभाग ने लाखों रुपये के बिल थमा दिए हैं। उनका यह भी कहना था कि राज्य के उद्योगपतियों की आर्थिक हालत पहले से ही काम बंद होने के कारण खराब चल रही है, फिर भी केंद्र सरकार एवं राज्य की शिवराज सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए उद्योगपति और व्यापारियों ने मजदूरों एवं कर्मचारियों को वेतन दिया है। डफरिया का कहना है कि ऐसे वक्त में सरकार को हमारी भरपूर सहायता करनी चाहिए, नहीं तो प्रदेश में उद्योग चलाना मुश्किल होगा।
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इन्दौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से आगामी एक जून से कुछ चुनिंदा शहरों के लिए घरेलू उड़ानें शुरू हो सकती हैं। हालांकि अभी एयरपोर्ट प्रबंधन को इस संबंध में कोई आधिकारिक आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन कुछ शहरों के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी गई है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने एक जून से घरेलू उड़ाने शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है और कर्मचारियों को फ्लाइट ऑपरेशन शुरू होने के बाद कैसे काम करने है, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है।गौरतलब है कि उड्यन मंत्रालय ने 25 मई से घरेलू उड़ान शुरू करने की घोषणा की है। इस संबंध में इंदौर एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि अभी उसे इस संबंध में आधिकारिक आदेश नहीं मिला है, लेकिन यहां एक जून से कुछ चुनिंदा शहरों के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू की गई है। मेक माय ट्रिप, अन्य ट्रेवल एप और एयरलाइंस द्वारा इन्दौर से मुंबई, दिल्ली, बंैगलुरू, हैदराबाद, गोवा, अहमदाबाद के लिए टिकट बुक करा सकते हैं। इसके अलावा एयरलाइंस के एप भी बुकिंग की जा रही है। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार, उड्डयन मंत्रालय ने आदेश जारी किया है। इसके बाद यहां उड़ाने शुरू करने की तैयारियां की गई हैं और कर्मचारियों को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जल्द ही आधिकारिक आदेश भी आ जाएगा। इसके बाद यहां एक जून से कुछ चुनिंदा शहरों के लिए उड़ानें शुरू की जाएंगी। इसके लिए बुकिंग प्रारंभ कर दी गई है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। यहां फिर 59 नये मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2774 हो गई है। वहीं, दो लोगों की मौत की भी पुष्टि हुई है। इन्हें मिलाकर अब तक इंदौर में कोरोना से 107 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने गुरुवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा बुधवार को देर रात 644 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की, जिसमें 581 सेम्पल निगेटिव और 59 सेम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों में एक 62 और एक 57 वर्षीय पुरुष शामिल है। नये मामलों के साथ अब इंदौर में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2774 हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 107 पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि इंदौर में 1213 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। अब शहर में एक्टिव मामले 1454 हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
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भोपाल। ग्वालियर संभाग में 892 लाख 26 हजार लागत से दो नदी पुलों का निर्माण और एक पुल की मरम्मत करने के कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लोक निर्माण विभाग सेतु निर्माण संभाग द्वारा पुल निर्माण और मरम्मत करने वाली एजेन्सियों का निर्धारण किया जा रहा है। सेतु निर्माण संभाग ग्वालियर द्वारा जानकारी दी गई कि अशोकनगर जिले की मुगावली तहसील में बम्होरी-खाकलोन मार्ग में वेलन नदी पर पहुँच मार्ग सहित उच्चस्तरीय पुल का निर्माण 448 लाख 9 हजार रुपये की लागत से होगा। शिवपुरी जिले के ग्राम उमरीकला के पास मनपुरा खोड मार्ग से महुअर नदी पर उच्चस्तरीय पुल का निर्माण 439 लाख 72 हजार रुपये से किया जायगा। ग्वालियर में छेवरा छिरेटा मार्ग में नोन नदी के जलमग्नीय पुल के विशेष मरम्मत के कार्य को 4 लाख 45 हजार रुपये से किया जाएगा। यह सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूरा करवाये जायगें।
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भोपाल। शहर में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। यहां पिछले दो हफ्तों से ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। पिछले दो हफ्तों से भोपाल में रोज़ाना 30 से 40 के बीच कोरोना संक्रमित पाए जा रहें हैं। सोमवार देर रात तक आई रिपोर्ट में कुल 38 नए मरीज मिले थे। जिसके बाद मंगलवार सुबह 42 लोगों को कोरोना पॉजिटव पाया गया है। राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह 42 नए कोरोना पॉजीटिव पाए गए, जिसके बाद अब कोरोना से संक्रिमितों की कुल संख्या 1072 हो गई है। वहीं राजधानी में अब तक 39 लोग कोरोना से दम तोड़ चुके हैं। राजधानी में बढ़ते मामलों के साथ संक्रमण से ठीक होने के मामले भी लगातार बढ़ रहें है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि बीते सोमवार को अस्पतालों से 28 कोरोना संक्रमित मरीज डिस्चार्ज हुए है। वहीं भोपाल में अब तक एम्स, चिरायु और बंसल अस्पताल से कुल 667 लोग कोरोना से जंग जीतकर घर जा चुके हैं। सीएमएचओ ने बताया कि मंगलवार सुबह पाए गए सभी सभी कोरोना संक्रमितों की कॉन्ट्रेक्ट हिस्ट्री निकाली जा रही है। सभी संक्रमित लोगों को हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया है। वहीं सभी के घरों को एपिक सेन्टर घोषित कर घर के एक किमी के दायरे को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है।
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जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के विश्व प्रसिद्ध त्रिपुर सुंदरी मंदिर के पास स्थित पूजा की दुकानों में मंगलवार को तडक़े भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई और 16 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दुकानों में रखी पूजन सामग्री जलकर खाक हो गई। बताया जा रहा है कि इस आगजनी में लाखों का नुकसान हो गया। जानकारी के अनुसार, त्रिपुर सुंदरी मंदिर के सेवकों ने मंगलवार को तडक़े करीब 3.30 बजे मंदिर के पास स्थित पूजन सामग्रियों की दुकान से धुआं उठते देखा और तत्काल फायर ब्रिगेड व पुलिस को सूचना दी। जब तक पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंची, तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया और दुकानें धू-धू कर जल रही थी। जबलपुर नगर निगम और भेड़ाघाट नगरपालिका की दमकलों ने तत्काल आग बुझाना शुरू किया और कड़ी मशक्कत के बाद करीब दो घंटे में आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि आगजनी की इस घटना में पूजन-सामग्री की 16 दुकानें पूरी तरह जल गईं। दुकानें कच्ची होने के कारण आग तेजी से फैली। दुकान संचालकों के मुताबिक, चैत्र नवरात्रि के लिए पहले ही दुकानों में स्टॉक किया गया था, जो कि लॉकडाउन के चलते बिक नहीं पाया। दुकानों में रखे सूखे नारियल, कपड़ा, चुनरी समेत लाखों का सामान इस आगजनी में जलकर खाक हो गया। जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दुकान संचालकों को मदद का आश्वासन दिया है। इस आगजनी में कितना नुकसान हुआ है, इसका आकलन किया जा रहा है। पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।गौरतलब है कि जबलपुर के प्रसद्धि त्रिपुर सुंदरी मंदिर में चैत्र नवरात्र के समय लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। दुकान संचालकों को उम्मीद थी कि लॉकडाउन खुलने के बाद बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ेगी, इसीलिए उन्होंने दुकानों में माल भर रखा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि दुकान संचालकों ने चैत्र नवरात्र को लेकर अपनी दुकानों में कर्ज लेकर माल भरा था। पहले कोरोना वायरस के लॉकडाउन ने दुकानदारों की कमर तोड़ दी और आग में रखा सामान भी पूरा जल गया। इससे दुकान संचालकों का गुजर-बसर करना मुश्किल हो गया है। दुकान संचालकों ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
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विदिशा। लॉकडाउन के दौरान इंदौर से अपने घर जा रहे दो भाई रविवार रात हादसे के शिकार हो गए। उनकी बाइक को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में एक भाई की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विदिशा जिले में नेशनल हाईवे 146 पर स्थित कुआं खेड़ी के पास अज्ञात ट्रक की टक्कर से दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर रूप से घायल 25 वर्षीय विजय केवट को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया जबकि उसके भाई गुलाब की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना रविवार रात करीब 2:30 बजे की बताई जा रही है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों भाई चित्रकूट जिला थाना राजापुर के ग्राम बिहरवा निवासी हैं और इंदौर में काम करते थे। लॉकडाउन के कारण बाइक से अपने गांव जा रहे थे। पुलिस ने उनके परिजनों को इस हादसे की सूचना दे दी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब 121 नये मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पांच हजार के पार पहुंचकर 5098 हो गई है। वहीं, दो लोगों की मौत की पुष्टि होने के बाद यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 250 पहुंच गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने सोमवार को बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा रविवार को देर रात 1511 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 95 रिपोर्ट पॉजिटिव और शेष रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इन नये मामलों के साथ इंदौर में अब इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2565 तक जा पहुंची है। वहीं, एक 71 वर्षीय पुरुष की मौत की पुष्टि हुई है। इसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 101 हो गई है।इसी तरह उज्जैन में भी रविवार देर रात आई रिपोर्ट में कोरोना के 12 नए मामले सामने आए हैं। इन्हें मिलाकर अब जिले में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 341 हो गई है। वहीं, कोरोना संक्रमण से एक 59 साल की व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। अब यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 48 हो गई है। इसके अलावा, सोमवार सुबह धार में 10, रायसेन में दो राजगढ़ में एक और देवास में एक कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।इन नये 121 मामलों के साथ राज्य में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 4977 से बढक़र 5098 हो गई है। इनमें सबसे अधिक इंदौर में 2565, भोपाल 992, उज्जैन 341, जबलपुर 175, बुरहानपुर 149, खरगौन 99, धार 106, खंडवा 96, रायसेन 67, मंदसौर 60, देवास 63, नीमच 50, होशंगाबाद 37, ग्वालियर 58, बड़वानी 29, मुरैना 29, रतलाम 28, आगरमालवा 13, विदिशा 15, सागर 19, शाजापुर 08, भिण्ड 17, छिंदवाड़ा 05, सतना 08, श्योपुर 04, सीधी 04, अलीराजपुर 03, अनूपपुर 03, शहडोल 03, हरदा 03, शिवपुरी 03, टीमकगढ़ 05, रीवा 11, डिंडौरी 02, बैतूल 03, अशोकनगर 02, पन्ना 02, झाबुआ 07. सीहोर 05, गुना 01, मंडला 01, सिवनी 01, दतिया 03 दमोह 01 राजगढ़ 01, और उमरिया का एक मरीज शामिल है। इंदौर और उज्जैन में हुई एक-एक मौतों के बाद मध्यप्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 248 से बढक़र 250 हो गई है। मृतकों में सबसे अधिक इंदौर के 101, भोपाल 38, उज्जैन 48, खरगौन 08, देवास 07, बुरहानपुर 10, धार, 02, जबलपुर 08, खंडवा 08, रायसेन 03, छिंदवाड़ा 01, मंदसौर 05, होशंगाबाद 03, नीमच 01, अशोकनगर 01, आगर मालवा 01, सतना 01, सागर 01, ग्वालियर 01 और शाजापुर का एक व्यक्ति शामिल है।
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ग्वालियर। शहर के इंदरगंज रोशनी रोड पर स्थित एक तीन मंजिला इमारत में सोमवार सुबह आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई और दुकान के साथ ही ऊपरी मंजिल के घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस अग्निकांड में अग्रवाल (गोयल) परिवार के सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन बच्चे और चार महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा दो अन्य महिलाएं बुरी तरह झुलस गई, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। ग्वालियर के इंदरगंज थाना इलाके में रोशनी घर मार्ग पर अग्रवाल परिवार का पेंट कारोबार है। तीन मंजिला बिल्डिंग में नीचे दुकान है और तीन भाइयों हरिओम, जगमोहन और जयकिशन उर्फ लल्ला गोयल के परिवार ऊपर रहते हैं। सोमवार की सुबह दुकान में शार्ट सर्किट से आग लगी और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप लेकर पूरे तीन मंजिला बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। बिल्डिंग में अग्रवाल (गोयल) परिवार के कुल 16 सदस्य थे, जो कि आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। सूचना मिलते ही या इंदरगंज थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड का अमला मौके पर पहुंच गया और आग बुझाना शुरू करते हुए मकान में फंसे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी सतेन्द्र सिंह तोमर ने इस आगजनी में सात लोगों की मरने की पुष्टि की है। मृतकों में तीन बच्चे और चार महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में चार वर्षीय आराध्या पुत्री सुमित गोयल, 10 वर्षीय आर्यन पुत्र साकेत गोयल, 13 वर्षीय शुभी पुत्री श्याम गोयल, 37 वर्षीय आरती पत्नी श्याम गोयल, 60 वर्षीय शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल, 33 वर्षीय प्रियंका पत्नी साकेत गोयल और 55 वर्षीय मधु पत्नी हरिओम गोयल शामिल हैं।जानकारी गलते ही कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, एसपी नवनीत भसीन समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखी। वहीं, सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि जनप्रतिनिधियों ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। घनी आबादी और संकरी गली में बिल्डिंग होने के कारण आग पर काबू पाने में दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां फिर नये पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 920 हो गई है, जबकि इस महामारी से भोपाल में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की खबर यह है कि यहां स्वस्थ हो चुके मरीजों की संख्या एक्टिव मामलों से काफी अधिक है।भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शुक्रवार सुबह एम्स से जारी हुई रिपोर्ट में 20 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। इन्हें मिलाकर अब भोपाल में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 920 हो गई है। इनमें से अब तक 529 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब भोपाल में एक्टिव मरीजों की संख्या 356 है, जिनका उपचार जारी है। नये संक्रमित मरीजों के क्षेत्रों को कंटेन्मेंट एरिया घोषित कर दिया गया है और उनकी कान्टेक्ट हिस्टी निकाली जा रही है।
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भोपाल। कोरोना संकट काल में एस्ट्रोलॉजी से संबंधित खबरें भी मीडिया की सुर्खियां बन रही हैं। इनमें ग्रहों के वक्री होने की बात जानकर आम लोगों को ग्रहों के रिवर्स गियर में चलने का अंदाज लगता है, जबकि सामान्य विद्यार्थी भी जानता है कि सोलरसिस्टम में सभी प्लेनेट सूर्य की परिक्रमा एक ही दिशा में चलते हुए करते रहते हैं। ग्रहों में रिवर्स गियर नहीं होता है। यह जानकारी राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त भोपाल की विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार को मीडिया को दी।उन्होंने एक मॉडल के माध्यम से ग्रहों का वक्री का रहस्य समझाते हुए बताया कि सभी ग्रह अपने ही पथ पर चलते हुए सूर्य की परिक्रमा करते हैं। आकाश में कोई नगर, पहाड़, पेड़ बगैरह तो है नहीं, जिससे पता चल सके कि कौन सा ग्रह किस पहाड़ या नगर के पास है। इसके लिये उनके पीछे स्थाई रूप से दिखने वाले राशि तारामंडल को आधार माना जाता है, जिसमें यह देखा जाता है कि कोई ग्रह इस समय किस तारामंडल के सामने है। सारिका ने बताया कि परिक्रमा करते हुए जब पड़ौसी ग्रह पृथ्वी के निकट आते हैं तो पृथ्वी की गति अधिक होने से उनके बगल में स्थित ये ग्रह पीछे छूटते नजर आते हैं अर्थात उनके बैकग्राउंड में वह तारामंडल दिखने लगता है, जो कुछ दिन पहले देखा गया था। इससे लगता है कि ग्रह वापस पुराने तारामंडल में जा रहा है। उन्होंने बताया कि सूर्य की परिक्रमा करते हुए यह ग्रह अंडाकार पथ पर पृथ्वी के निकट आते हैं, तब इनके वक्री होने या उल्टे चलने का आभास होता है। एस्ट्रोलॉजी में शुक्र, शनि और बृहस्पति इसी सप्ताह वक्री बताये गये हैं। इसका कारण यह है कि अपनी राह में चलते समय पृथ्वी की मुलाकात इस समय इन ग्रहों से होने जा रही है और इनके वक्री हो जाने की बात के डर का आभास हो रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रहों के उल्टे चलने जैसी बातों से डरने की आवश्यकता नहीं है।
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गुना। प्रदेश के गुना जिला मुख्यालय पर गुरुवार को तडक़े एक बड़ा सडक़ हादसा हुआ था। महाराष्ट्र से श्रमिकों को लेकर जा रहे एक ट्रक और बस के बीच जोरदार टक्कर में नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 50 से अधिक घायल हो गए थे। यहां बीती रात फिर एक बड़ा सडक़ हादसा हो गया। बता जा रहा है कि महाराष्ट्र के पुणे से मजदूरों को एक ट्रक उत्तराखंड के बागेश्वर जा रहा था। इसी दौरान गुना जिले के राघौगढ़ थाना क्षेत्र में एक टेम्पो ट्रैवलर वाहन (बड़ी जीप) ने पीछे से ट्रक को टक्कर मार दी। इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि आठ घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को जांच में लिया है। राघौगढ़ थाना पुलिस के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग-46 पर क्षेत्र के ग्राम आवन के पास गुरुवार को देर रात महराष्ट्र के पुणे से मजदूरों को लेकर उत्तराखंड के बागेश्वर जा रहे एक ट्रक को टेम्पो ट्रैवलर वाहन ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में ट्रक में सवाल एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि आठ मजदूर घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को राघौगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अस्पताल पहुंचाया। वहीं, मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। मृतक का नाम नंदन सिंह निवासी बागेश्वर (उत्तराखंड) बताया गया है। वहीं, दो घायल दशरथ सिंह और विमला देवी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रैफर किया गया है। बताया गया है कि सभी मजदूर पुणे के एक होटल में काम करते थे और लॉकडाउन के चलते वे ट्रक में सवार होकर अपने गांव बागेश्वर जा रहे थे।
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इंदौर। इंदौर से रीवा के लिए विशेष ट्रेन बुधवार 13 मई को रात 9:00 बजे इंदौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 1 से रवाना होगी। इसके लिए रेलवे की ओर से सभी तैयारियां कर ली गई हैं। रेलवे के अनुसार रीवा जाने वाली स्पेशल ट्रेन में कुल 22 कोच होंगे। इनमें से 17 स्लीपर कोच, 3 जनरल कोच और 2 पॉवर कोच रहेंगे। इस स्पेशल ट्रेन का रेक बुधवार सुबह रतलाम पहुंच चुका है। दोपहर बाद यह रेक इंदौर पहुंचेगा। इंदौर में इस रैक को सैनिटाइज किया जाएगा। रेल प्रशासन ने स्टेशन पर गहमागहमी न होने देने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की हैं। इसके लिए रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के अलावा अन्य किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यात्रियों को छोड़ने के लिए स्टेशन पर अनावश्यक रूप से आने वालों को प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी। गौरतलब है कि हालत ही में गुजरात के भुज स्टेशन पर विशेष ट्रेन पर यात्रियों को छोड़ने के लिए भारी भीड़ जमा होने से अव्यवस्था हो गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए इंदौर में रेल विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है।
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शिवपुरी। जिले के बदरवास थाना क्षेत्र अंतर्गत एबी रोड फोरलेन पर स्थित ग्राम बरखेड़ा के पास बुधवार को सुबह मजदूरों को ले जा रही एक बस सडक़ किनारे खड़े एक ट्रक से टकरा गई। बताया जा रहा है कि ट्रक में भी मजदूर भरे हुए थे और बस कोल्हापुर से मजदूरों को लेकर शिवपुरी आ रही थी। इसी दौरान यह हादसा हो गया। इस हादसे में आठ मजदूर घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और एम्बुलेंस के माध्यम से घायलों को बदरवास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।बदरवास थाना पुलिस के अनुसार, कोल्हापुर से मजदूरों को एक बस शिवपुरी आ रही थी। वहीं, ट्रक शिवपुरी से मजदूरों को लेकर भिण्ड जा रहा था। बस में 30 मजदूर सवार थे, जबकि ट्रक में 40 मजदूर थे। ट्रक बुधवार को सुबह बरखेड़ा के पास खड़ा हुआ था। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि बस चालक को नींद आ रही थी, लेकिन उसे सोने नहीं दिया गया। चालक को नींद की झपकी आई और बस सडक़ किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में आठ मजदूर घायल हुए हैं, जिनका बदरवास के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार जारी है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।
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इंदौर। इंदौर में कोरोना के एक संदिग्ध बुजुर्ग ने अस्पताल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि 78 वर्षीय बुजुर्ग को कोरोना के लक्षण मिलने के बाद एमटीएच अस्पताल में भर्ती किया गया था। बुधवार सुबह बुजुर्ग ने चौथी मंजिल से छलांग ला दी, जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की।सेन्ट्रल कोतवाला थाना प्रभारी बीडी त्रिपाठी ने बताया कि मृतक की पहचान सत्यपाल आहूजा (78) निवासी काटजू कालोनी इंदौर के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 24 अप्रैल को सत्यपाल आहूजा को निमोनिया और सांस लेने की तकलीफ के चलते एमटीएच अस्पताल लाया गया था, तब ही से उनका इलाज चल रहा था। बुधवार को सुबह करीब सात बजे सत्यपाल आहूजा चौथी मंजिल से कूद गए, जिससे वह दूसरी मंजिल के पोर्च में आकर गिरे और उनकी मौके पर मौत हो गई। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच के आधार पर बीमारी से परेशान बुजुर्ग की आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा।
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भोपाल। कोरोना काल में डाक्टरों के साथ साथ नर्सों की भूमिका भी बेहद अहम है। परिवार से दूर रहकर और अपनी जान जोखिम में डालकर नर्स मरीजों का इलाज कर रही हैं। किसी भी मरीज के सबसे ज्यादा करीब अस्पताल में नर्सेस होती हैं, ऐसे में उन्हें सबसे ज्यादा खतरा भी होता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि मेडिकल सेवाओं में और मरीज के इलाज में नर्सेस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नर्सों को बधाई दी है। स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर सभी नर्सों को बधाई देते हुए उन्हें मां और बहन का रूप बताया है। मंत्री ने कहा कि ईश्वर जहां उपस्थित नहीं हो सकता वहां अपना प्रतिरूप भेजता है। सभी नर्सेस कोरोना महामारी के समय अद्भुत कार्य कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस आत्मीयता से नर्स मां और बहन के रूप में सेवा करती हैं, वह देवतुल्य कार्य है। कोरोना संकट के समय अद्भुत कार्य करने के लिए उनका अभिनंदन।
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छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के संतरांचल सौसर में कपास खरीदी को लेकर व्यवस्था बनाई गई है। यहाँ अब रोजाना सौ किसानों से कपास खरीदी जाएगी। छिंदवाड़ा के सौसर तहसीलदार और कृषि उपज मंडी समिति के भारसाधक अजय शुक्ला ने सभी किसानों से अपील की है कि जब बुलाया जाए तब किसान मंडी में आए। उन्होंने बताया कि कलेक्टर के आदेशानुसार, सौसर एसडीएम के निर्देश पर कल 13 मई से कृषि उपज मंडी में 60 कृषकों के स्थान पर प्रति दिवस 100 कृषकों से सीसीआई के द्वारा कपास खरीदी की जावेगी। प्रति दिवस 100 पंजिकृत कृषकों को अब सूचना देकर बुलाया जावेगा। दोनो पंजीकृत जिनिंग में प्रति दिवस 50-50 कृषकों की कपास दी जावेगी। कृषकों को कोई परेशानी न हो इसलिए यह व्यवस्था की गई हैं। यदि कपास खरीदी केंद्र पर किसी भी व्यक्ति के द्वारा कोई गलत तरीके से कपास लाया जा रहा है। यदि किसी को भी इसकी प्रमाणिक जानकारी है तो वह तथ्य सहित प्रसाशन को प्रस्तुत करें कार्यवाही की जावेगी।
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धार। जिले में रविवार देर रात आई रिपोर्ट के अनुसार 7 नए कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इन्हें मिलाकर जिले में पॉजीटिव रोगियों की संख्या 86 हो गई है। पॉजीटिव पाए गए लोगों में पांच कुक्षी के, धार की पट्ठा चौपाटी निवासी युवक और बुंदेलवाड़ी क्षेत्र की महिला शामिल हैं। रविवार रात आई रिपोर्ट में जिन लोगों को पॉजीटिव बताया गया है, वे पहले से क्वारेंटाइन हैं। अन्य को महाजन अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। साथ ही पीथमपुर के जो दो बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं, उन्हें सोमवार सुबह अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इस तरह अब तक जिले के कुल 41 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। धार के महाजन अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर से सोमवार को जिन दो बच्चों को डिस्चार्ज किया गया है, उनके नाम तनवीर और रेहान है तथा उम्र क्रमश: 10 और 12 साल है। दोनों बच्चों को एंबुलेंस से पीथमपुर भेज दिया गया है। जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. संजय भंडारी और अस्पताल स्टाफ ने बच्चों को गुलदस्ता भेंट कर विदा किया।
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भोपाल। कोरोना संकट से जूझ रहे मप्र की राजधानी भोपाल के लोगों के लिए अच्छी खबर है। शहर के 16 इलाकों को कंटेन्मेंट जोन की सूची से हटा दिया गया हैं। यहां पिछले 21 दिनों से कोई भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया है। दरअसल इन सभी 16 इलाकों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद इन्हें कंटेन्मेंट जोन में शामिल किया गया था। राजधानी भोपाल के जिन इलाकों को कंटेन्मेंट जोन की सूची से बाहर किया गया है। उनमें ऋषि नगर, साकेत नगर, बागसेवनिया, अलकापुरी, अयोध्या नगर, शाहपुरा, अवधपुरी थाने के पास, निशातपुरा थाना के पास सहित 16 इलाके शामिल है। उल्लेखनीय है कि भोपाल में अब तक कोरोना मरीजों की संख्या 705 तक पहुंच गई है। वहीं पूरे मप्र में 3544 कोरोना संक्रमित है जबकि 213 लोग इस संक्रमण के चलते अपनी जान गवां चुके है।
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जबलपुर, 10 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में रविवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां मजदूरों को लेकर जा रही स्पेशल ट्रेन की कपलिंग अचानक टूट गई। चलती ट्रेन की कपलिंग टूटने की जानकारी जैसे ही लोको पायलट को लगी, उसने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। यह हादसा शहपुरा भिटोनी स्टेशन के गेट नंबर 300 के पास हुआ। इसके बाद किसी तरह कपलिंग को जोडक़र ट्रेन को भिटोनी स्टेशन तक लाया गया। यहां से श्रमिक एक्सप्रेस का सुधार कार्य कर गाड़ी को आगे रवाना किया गया। जानकारी अनुसार प्रवासी मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन सूरत से इलाहाबाद जा रही थी। इस दौरान जब ट्रेन जबलपुर की टेढ़ चौकी गेट नंबर 300 के पास पहुँची तभी अचानक कपलिंग टूट गई। कपलिंग टूटने से इंजन के पीछे के तीन डिब्बे लेकर इंजन आगे बढ़ गया। गनीमत रही कि इस दौरान ट्रेन की स्पीड ज्यादा नही थी और पायलट ने तुरंत ही एमरजेंसी ब्रेक लगा लिया, जिससे कोई कोई बड़ा हादसा नही हुआ। टूटी हुई कपलिंग को जोडक़र किसी तरह ट्रेन को शहपुरा भिटौनी रेल्वे स्टेशन तक लाया गया। भिटौनी स्टेशन में लाकर कपलिंग जोड़ी गई तब जाकर गाड़ी आगे बढ़ी। ट्रेन में सवार मजदूरों का कहना है कि कल शाम को यह ट्रेन मजदूरों को लेकर इलाहाबाद के लिए रवाना हुई थी तभी रास्ते में ये हादसा हो गया। ट्रेन को जैसे तैसे भिटौनी स्टेशन लाया गया जहाँ तीन घंटे सुधार कार्य करने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। जहांगीराबाद और मंगलवारा क्षेत्रों में शुक्रवार को भी पॉजीटिव मरीज पाए गए हैं। इसी बीच एक अच्छी खबर आई है कि राजधानी भोपाल में कोरोना के मरीजों का रिकवरी रेट 57 फीसदी पर पहुंच गया है। यानी अब तक जितने मरीज संक्रमित हुए हैं, उनमें से आधे से अधिक स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। राजधानी भोपाल में गुरुवार शाम को आई रिपोर्ट के बाद कोरोना पॉजीटिव रोगियों की संख्या 379 पर पहुंच गई है। पुराने भोपाल शहर के हॉटस्पॉट क्षेत्रों में नए मरीज भी मिले हैं। लेकिन अच्छी खबर यह है कि गुरुवार को डिस्चार्ज हुए मरीजों को मिलाकर 399 मरीज अब तक ठीक होकर घर जा चुके हैं। ऐसा भी नहीं है कि जो मरीज स्वस्थ हो रहे हैं, वे सभी युवा हैं। गुरुवार को स्वस्थ होने वाले मरीजों में 09 महीने के बच्चे से लेकर 70 वर्षीय वृद्धा तक शामिल हैं। स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या के अनुसार भोपाल में रिकवरी रेट 57 फीसदी पर पहुंच गया है, जो काफी अच्छा है। नवाचारों से मिल रही सफलताभोपाल में रिकवरी रेट अन्य शहरों की तुलना में अच्छा होने की एक वजह यह भी है कि यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में काफी नवाचार किए जा रहे हैं। भोपाल में प्लाज्मा थैरेपी की शुरुआत कर दी गई है, जिसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। इधर, एम्स में जिस इम्यूनिटी मॉड्यूलेटर दवा माइक्रोबैक्टीरियम डब्लू की ट्रायल की गई थी, उसके भी अच्छे परिणाम सामने आए हैं। एम्स के डायरेक्टर डॉ. सरमनसिंह के अनुसार जिन दो रोगियों को इस दवा के डोज दिए गए, उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आया है और अब वे आईसीयू से बाहर हैं। वहीं, चिरायु हॉस्पिटल एंड मेडिकल कॉलेज के डॉ. अजय गोयनका अच्छे रिकवरी रेट का श्रेय अर्ली ऑक्सीजन थैरेपी को देते हैं। उनका कहना है कि भोपाल में अर्ली ऑक्सीजन थैरेपी के चमत्कारिक परिणाम मिले हैं। इस थैरेपी में मरीजों के गले और लंग्स में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाई जाती है, जिससे वायरस की कार्यप्रणाली थम जाती है। डॉ. गोयनका के अनुसार भोपाल में रिकवरी बढ़ाने में इस थैरेपी की भूमिका अहम है।
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भोपाल। आने वाले सप्ताह में मध्य प्रदेश को तपती गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने राज्य के मौसम को लेकर संभावनाएं जताई है कि आने वाले सप्ताह में सूबे के कई जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें या तेज हवा चलने की वैज्ञानिकों ने संभावनाएं जताई हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि कई जिलों का पारा थोड़ा गिर सकता है, लेकिन जिन इलाकों में बारिश नहीं होगी वहां गर्मी अपने तेवर दिखाती रहेगी। मौजूदा स्थिती में प्रदेश के ज्यादातर जिलों का पारा 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग में गर्मी चरम पर है। यहां का तापमान अन्य जिलों के मुकाबले बढ़ा हुआ है। प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान खरगोन में दर्ज किया गया। खरगोन में मई की शुरूआत में ही पारा 44 डिग्री पहुंच गया है। राजधानी भोपाल का तापमान भी 40.2 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में खरगोन में पारा और अधिक बढ़ सकता है। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, होशंगाबाद, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई और इंदौर संभाग के जिलों का मौसम शुष्क रहा है। जबकि कोलारस में एक सेमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग का अनुमान वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी से नमी का जमाव और ऊपरी वायुमंडलीय परिस्थितियां अनुकूल होने के कारण अगले 2 से 3 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत और पूर्वी भारत में अधिकांश स्थानों पर बारिश होने के आसार नजर आ रहे हैं। आने वाले 24 घन्टों के दौरान पश्चिम हवाओं और नम पूर्वी हवाओं के बीच संगम क्षेत्र के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम के निकटवर्ती मैदानों में कुछ स्थानों पर बौछारों के साथ चमक पडऩे की संभावनाएं बन रही हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक चंबल संभाग के जिलों में तथा उमरिया, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, शिवपुरी, ग्वालियर और दतिया जिलों में कहीं-कहीं बारिश होगी. इसके अलावा कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं. इन इलाकों में से कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी संभावना से इनकार नहीं किया गया है. मौसम विभाग का यह पूर्वानुमान 8 मई तक के लिए है. यहां बदलेगा मौसम मौसम केन्द्र भोपाल के कुछ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। केन्द्र का अनुमान है कि प्रदेश के लगभग 15 जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवा चल सकती है। हवा की रफ्तार भी 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। जिन इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज हवा चलेगी उनमें चंबल संभाग के जिलों के साथ उमरिया, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, शिवपुरी, ग्वालियर और दतिया शामिल हैं।
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भोपाल/विदिशा। लॉकडाउन के चलते केरल में फंसे मजदूरों को लेकर एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को सुबह विदिशा स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन में प्रदेश के 32 जिलों के करीब 1200 मजदूर सवार थे। सभी मजदूरों की स्वास्थ्य जांच एवं स्क्रीनिंग के बाद उन्हें बसों के माध्यम से अपने घरों की ओर रवाना किया।दरअसल, लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को विशेष ट्रेनों से उनके गृह पहुंचाया जा रहा है। इसी के चलते केरल में फंसे मध्यप्रदेश के 1200 मजदूरों को लेकर एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को सुबह विदिशा स्टेशन पहुंची। यह सभी मजदूर प्रदेश के 32 जिलों के रहने वाले बताए गए हैं। कोरोना के चलते प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। एक-एक बोगी से उतारकर पहले उनकी स्क्रीनिंग की गई, फिर उन्हें बस में बैठाकर अलग-अलग जिलों के लिए रवाना किया गया। पहली बस श्योपुर के लिए रवाना हुई। यात्रियों ने इस ट्रेन में किसी तरह का कोई किराया नहीं लेने की बात की है। यात्रियों ने वापसी के लिए प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया है।
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मंदसौर। जिले में बुधवार की रात को फिर से कोरोना का विस्फोट हुआ जिसमें एक साथ 12 लोागों को कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार 70 सेम्पल कि रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें से 12 पॉजिटिव,1 प्रिजेटिंव मामला सामने आया । पॉजीटिव लोगों में से 8 गुदरी, 3 अशोकनगर,1 छीपा बाखल और 1 प्रिजेटिंव छीपा बाखल के निवासी हैं। ऐसी स्थिति में अब जिले मे कोरोना पाजिटिव मरीजो का आंकड़ा बढ़कर 52 हो गया है। सभी नये कोरोना पॉजीटिव पूर्व से कोरोना कंट्रोल सेन्टर में भर्ती है। इसलिए घबराने की बहुत ज्यादा आवश्यकता नहीं है। वहीं एक अच्छी खबर यह हैं कि मंदसौर की एक विक्षिप्त महिला जो मंदसौर के महिला गृह में रहती थी, उसे कोरोना पॉजीटिव पाया गया था। महिला को उपचार के लिए प्रशासन ने इंदौर रैफर किया था। बुधवार को उक्त महिला की दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव प्राप्त हो गई है। महिला को जल्द मंदसौर लाया जायेगा। अब सिर्फ 15 सेम्पलों की रिपोर्ट आना शेष है। हालांकि बाजार खुलने का समय यथावत रखा गया। सर्कूलर बनाकर मंदसौर की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास बुधवार को मंदसौर की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रशासन ने मंदसौर शहर के लिए एक सर्कुलर जारी किया। जिसके अंतर्गत सप्ताह में प्रत्येक दुकानदार के लिए दिन और समय तय किया गया है। बुधवार को जारी आदेश के अनुसार किराना सेव नमकीन की दुकान सुबह 6 से 11 बजे तक प्रतिदिन रविवार छोड़ कर , दूध सुबह 6 से 10 , शाम 6 से 10 प्रतिदिन , सब्जी- फल सुबह 6 से 11 प्रतिदिन रविवार छोड़कर, स्टेशनरी व चश्मे मंगलवार, गुरुवार सुबह 11 से 5, इलैक्ट्रिक सामान शाम 8 से 11 सोमवार , बुधवार ,शुक्रवार (होम डिलेवरी), कृषि सबंधित सामान दोपहर 12 से 5 बजे तक प्रतिदिन रविवार छोड़कर, सीमेंट , सरिया ,हार्डवेअर सुबह 6 से 11 मंगलवार, गुरुवार, शनिवार (होम डिलेवरी), आटा चक्की , पानी प्रतिदिन सुबह 6 से 11 राज्य व केंद्र शासन द्वारा सुरक्षा संबंधित सभी आदेश का पालन करना होगा । आदेश के अनुसार 2 पहिया वाहन का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। गारमेंट, मिठाई व बचे अन्य दुकानदारों के लिए अलग से आदेश आएंगे।
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श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में बुधवार देर शाम खेत में नरवाई जलाने से भडक़ी आग ने हुल्लपुर गांव में भीषण तबाही मचा दी। नरवाई से भडक़ी आग ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं इस आग में कई मवेशियों की जलकर मौत हो गई। आगजनी से मची अफरा-तफरी में 7 से 8 लोग झुलसे हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। देर रात आग पर काबू पाया जा सका। जानकारी अनुसार विजयपुर थाना क्षेत्र के हुल्लपुर गांव में किसी किसान ने अपने खेत की नरवाई में आग लगाई। इस दौरान तेज हवा चलने से जल रही नरवाई के तिनके हवा के साथ गांव में भूसे के ढेरों तक पहुंची और यहाँ से गाँव में पहुंच गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरे गांव में फैल गई। घरों में आग लगा देख ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले को इसकी सूचना दी गई। सूचना के बाद तुरंत प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। आग पर काबू पाने के लिए प्रशासनिक अमले ने शिवपुरी, मुरैना ओर श्योपुर से फायर ब्रिगेड को बुलाया। लेकिन तब तक आग ने विकराल रुप ले लिया था। इस आग से लगभग 35 घरों को नुकसान पहुंचा है। घरों में रखा किसानों को घरेलू सामान, अनाज नगदी और जेवरात जल गए हैं। कई स्थानों पर बंधे मवेशी भी भाग नही पाए और जलकर मर गए। घर के बाहर कटी रखी गेहूं की फसल- अनाज जलकर राख हो गया। फायर बिग्रेड ने देर रात कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गुरुवार सुबह तक थोड़ी आग को बुझाया गया। कमलनाथ ने की मुआवजे की मांग नरवाई जलाने से हुल्लपुर गांव में हुई आगजनी की घटना पर मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने दुख जताते हुए सरकार से मुआवजे की मांग की है। कमलनाथ ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर लिखा ‘श्योपुर जिले के हुल्लपुर गाँव मे आग से गऱीबों के 20 से ज्यादा घर जलने, 5 मवेशी जिंदा जलने और गृहस्थी का सामान जलने की खबर दुखद है। सरकार तत्काल राहत कार्य प्रारंभ कर प्रभावितों के रूकने एवं भोजन-पानी की अंतरिम व्यवस्था करे और नुक़सान का अविलंब आकलन कर मुआवजा राशि प्रदान करे।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में पश्चिम विक्षोभ के चलते मौसम का मिजाज इस बार कुछ बदला हुआ सा है। मई का महीना शुरू होने के बाद भी अभी गर्मी ने अपना पूरा असर नहीं दिखाया है। पिछले पांच साल की तुलना में इस बार अप्रैल माह ठंडा बीता है। उधर मई माह की शुरुआत में अभी तक शहर में अपेक्षाकृत गर्मी नहीं पड़ी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार बन रहे वेदर सिस्टम के कारण प्रदेश में रुक-रुक कर बरसात हो रही है। इससे दिन के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है। मौसम विज्ञानियों ने आगामी 48 घंटों के दौरान फिर बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई इलाकों में बुधवार की रात गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हुई। हालांकि, गुरुवार को सुबह से मौसम साफ है और तेज धूप खिली हुई है, लेकिन तेज हवा चलने से फिजा में ठंडक घुली हुई है। इधर, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष पश्चिमी विक्षोभ के आने का सिलसिला जारी है। पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचते ही मप्र और आसपास ऊपरी हवा का चक्रवात, द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बन जाता है। इससे वातावरण में नमी बढ़ती और गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे लगती हैं। इससे दिन के तापमान अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है। दो सिस्टम सक्रिय अजय शुक्ला के मुताबिक वर्तमान में पूर्वी मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त बिहार से पूर्वी मप्र से होकर तमिलनाडू तक एक ट्रफ बना हुआ है। इन दो सिस्टम के कारण वातावरण में नमी आ रही है। इससे प्रदेश में पिछले दो दिन से कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। इस वजह से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर दिन के तापमान में कमी आई है। शुक्ला के अनुसार गुरुवार से फिर बादल छाने लगेंगे। साथ ही बूंदाबांदी भी हो सकती है।
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उज्जैन/खंडवा। मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को उज्जैन में 11 और खंडवा में तीन नये मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही उज्जैन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 184 और खंडवा में 50 हो गई है।उज्जैन सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को प्राप्त हुई रिपोर्ट में 11 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान पांच लोगों की इस महामारी से मौत हुई है। इस प्रकार शहर में अब तक कोरोना से 40 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढक़र 184 हो गई है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 3628 लोगों के सेम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनमें से 3331 सेम्पलों की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। इनमें 184 पॉजिटिव और शेष रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। इसी तरह खंडवा में मंगलवार को तीन नये कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। ये तीनों मरीज शहर के सिंधी कॉलोनी, गंज बाजार और एक घासपुरा क्षेत्र से हैं। इन क्षेत्रों को सील कर दिया गया है। नये तीन मरीज मिलने के बाद जिले में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 50 हो गई है, जबकि इस महामारी से जिले में सात लोगों की मौत हो चुकी है।
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भिंड। पूर्व दस्यु सम्राट मोहर सिंह गुर्जर का मंगलवार सुबह निधन हो गया। 92 वर्षीय मोहर सिंह दद्दा, मेहगांव में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके है और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। मंगलवार सुबह करीब 9 बजे उन्होंने अपने घर पर अंतिम सांस ली। डकैत मोहर सिंह गुर्जर पर 60 के दशक में 2 लाख का ईनाम घोषित था। उनके ऊपर पुलिस रिकॉर्ड में 315 अपराध दर्ज थे, जिसमें 85 मामलों में वे हत्याओं के आरोपी थे। हालांकि सभी मामलों में वे बरी हो गए थे। बागी रहते हुए मोहर सिंह ने कई लोगों की मदद की। अपराध की दुनिया छोडऩे के बाद वो गरीबों की मदद और गरीब कन्याओं की शादी कराने के लिए प्रसिद्ध हुए थे। चंबल में पचास के दशक में जैसे बागियों की एक पूरी बाढ़ आई थी। मानसिंह के बाद चंबल घाटी का सबसे बड़ा नाम मोहर सिंह का था। मोहर सिंह के पास डेढ़ सौ से ज्यादा डाकू थे। साठ के दशक में उसका ऐसा आतंक फैल चुका था कि लोग कहने लगे थे कि चंबल में मोहर सिंह की बंदूक ही फैसला थी और मोहर सिंह की आवाज ही चंबल का कानून।
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उज्जैन। जिले के नवागत कलेक्टर आशीष सिंह ने मंगलवार को बाबा महाकाल के शिखर दर्शन करने के बाद पदभार संभाल लिया। पदभार संभालते ही मेला क्षेत्र में संभागायुक्त की मौजूदगी में अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के हालात को समझा। इस दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि यह लड़ाई लंबी है, हमें इससे धैर्यपूर्वक लड़ना है। ऐसे सेवा के अवसर प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक- दो बार ही आते हैं। इसलिए हमें सेवाभाव के साथ जनहितैषी कार्य को आगे बढ़ाना है। राज्य शासन ने सोमवार को उज्जैन के कलेक्टर शशांक मिश्र को हटाकर इंदौर नगर निगम के आयुक्त आशीष सिंह को उनके स्थान पर पदस्थ किया था। आशीष सिंह पहले यहां निगम आयुक्त रह चुके हैं। मिश्र की नई पदस्थापना शासन ने अपर सचिव के रूप में की है। मिश्र के हटाए जाने के पीछे उज्जैन में बढ़ते कोरोना मरीज और लगातार हो रही मौत को कारण माना जा रहा है। अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री पहले दो बार चेतावनी दे चुके थे। इसके अलावा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्थाएं भी उन पर भारी पड़ी हैं। वहां से रोगियों द्वारा लगातार शिकायतें की जाने के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर वे ज्यादा सुधार नहीं करवा पाए। सांसद, विधायक, महापौर और संघ के नेताओं ने लगाए फोनकोरोना की रोकथाम से जुड़ी अव्यवस्थाओं को लेकर कई दिनों से सवाल खड़े हो रहे थे। रविवार को भाजपा पार्षद मुजफ्फर हुसैन की भी मौत हो गई। इसके बाद भाजपाइयों ने प्रशासनिक फेरबदल की रणनीति बना ली। सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, डॉ. मोहन यादव, महापौर मीना जोनवाल, नगराध्यक्ष विवेक जोशी के अलावा संघ से जुड़े प्रदीप पांडे व सुरेश गिरि ने भोपाल में लगातार बात की। सोशल मीडिया पर हो रहे तरह-तरह के कमेंट्स के बारे में अवगत करवाया। विधायक जैन ने सीएम से चर्चा की। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को आशीष सिंह का नाम सुझाया था। प्रतिभा इंदौर की निगमायुक्तश्योपुर कलेक्टर प्रतिभा पाल को आशीष सिंह की जगह इंदौर निगमायुक्त का जिम्मा सौंपा गया है। वे इंदौर की पहली महिला निगमायुक्त होंगी। प्रतिभा इंदौर में जिला पंचायत सीईओ भी रह चुकी हैं। उन्होंने कहा कि यह संकट का समय है लेकिन मुझे लगता है कि इससे हम जीत जाएंगे।
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बुरहानपुर। कहा जाता है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। कोरोना संकट के समय लोग नये-नये आविष्कार कर रहे हैं। ऐसे ही बुरहानपुर में एक नन्हें बालक ने वेस्ट खिलौने से सैनिटाइजर मशीन बना दी। इसके साथ ही उसने प्राकृतिक सैनिटाइजर भी बनाया है। इस बालक का नाम योगेश पुत्र अभय सिंह है और वह ग्राम नावरा के सरकारी स्कूल में कक्षा छठवीं में पड़ता है।देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अभी सारे विद्यालय बंद है। ऐसे में नावरा के शासकीय माध्यमिक स्कूल के छात्र योगेश ने अपने समय को बचाते हुए खिलौने के वेस्ट मटेरियल से सैनिटाइजर मशीन एवं प्राकृतिक उत्पाद से सैनिटाइजर बनाया है। यह सैनिटाइजर प्राकृतिक नीम, तुलसी, ऐलोविरा एवं कपूर से मिलकर बनाया है। इस कार्य में योगेश की शिक्षिका मनीषा पाल ने मदद की। यह नन्हा बालक अब लोगों को सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रहा है। योगेश ने बताया कि समय के महत्व को पहचाना चाहिए। कैसी भी परिस्थिति हो, हमें कुछ न कुछ प्रयोग करते ही रहना चाहिए।
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भोपाल। किसी को बचाना और उसके जीवन को नया सहारा देना डॉक्टरों का काम है, लेकिन इस विषम परिस्थिति, संकटकाल में कोरोना संक्रमण से प्रदेश को मुक्त करने के लिए डॉक्टर ऐसे मरीजों का उपचार कर रहे हैं, जो कोरोना से संक्रमित हैं। वे अपनी जान और अपने परिवार की परवाह किए बिना निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस कठिन समय में भी डॉक्टर्स सुबह से रात्रि तक पूरी निष्ठा और ईमानदारी व साकारात्मक सोच के कोरोना संक्रमण से आम नागरिकों को बचाने में जुटे हुए हैं।प्रदेश में यह डॉक्टर्स अपनी सेवाओं से प्रीतिदिन नये आयाम, सुखद समाचार और इस जंग में नायाब उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। भोपाल के जयप्रकाश चिकित्सालय में भी डॉ. केके अग्रवाल, सचिन नायक, आनंद महाजन, सचिन पाटीदार और अजीत सिंह जैसे डॉक्टर बिना छुट्टी लिए निरंतर कोरोना पीडि़त मरीजों का उपचार और उनकी जांच करते हुए संवेदनशील क्षेत्रों में जाकर कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की पहचान कर रहे हैं। डॉक्टर केके अग्रवाल ने बताया कि वे कोरोना पीडि़त मरीजों की जांच से लेकर उनका उपचार करते हैं और बिना छुट्टी लिए निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अपने परिवार और बच्चों से दूर रहकर निरंतर कार्य कर रहे हैं। इसी तरह अन्य डॉक्टर्स भी अपनी जिम्मेदारी और फर्ज से इस कोरोना को हराने संकल्प लिए हुए हैं। वे बताते हैं कि हम सबने ठाना है की किसी भी परिस्थिति में भी हम कोरोना से पीडि़त अंतिम व्यक्ति तक का इलाज जारी रखेंगे। जब तक यह संक्रमण पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।उनकी की टीम ने सभी शहरवासियों से यह अनुरोध भी किया है कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो अनिवार्य रूप से करें साथ ही अपने घरों में रहते हुए अपने परिवार का पूरा ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन आपकी सहायता के लिए तत्पर तो हैं ही स्वास्थ्य दल भी निरंतर आपकी सेवा में जुटा हुआ है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि हम 1000 से 1500 कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के टेस्ट या जांच प्रतिदिन करते हैं। यह सर्वस्व बलिदान है जो परिवार से दूर रहकर भी दूसरों के जीवन को कृतार्थ कर रहे हैं। यह नैतिक मूल्यों और अपने दायित्वों का निर्वहन है जो इस आपदा के समय निष्ठा और कार्य की पराकाष्ठा से ऊपर उठकर समाज सेवा कर रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना की चपेट में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ पुलिसकर्मी भी आ गए हैं, लेकिन अब पुलिस की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। यहां संक्रमण कोरोना के बढ़ते संक्रमण और पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को देखते हुए भोपाल जोन के एडीजी उपेंद्र जैन और डीआईजी शहर इरशाद वली के निर्देशन में शहर के विभिन्न स्थानों पर ड्यूटी कर रहे 700 से अधिक पुलिसकर्मियों को फेस शील्ड दिये गये हैं।डीआईजी इरशाद वली ने शुक्रवार को बताया कि पुलिसकर्मी लॉकडाउन का सख्ती पालन कराने के लिए जगह-जगह बनाये गए चैकिंग पाइंट्स पर लोगों की जांच कर रहे हैं। ऐसे में वे खुद कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। चैकिंग और पेट्रोलिंग के दौरान अगर किसी संक्रमित व्यक्ति से पुलिस का सीधा संपर्क होता है तो फेस शील्ड से काफी हद तक संक्रमण से बचाव किया जा सकता है, साथ ही वायरस को फैलने से रोका सा सकेगा। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में भोपाल पुलिस द्वारा अधिक से अधिक तैनात पुलिस कर्मियों को फेस शील्ड उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि कोरोना संक्रमण के साथ साथ धूल, धुंआ आदि से भी बचाव किया जा सके।
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इंदौर। जिले में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े में लगातार वृद्धि हो रही है। गुरुवार देर रात आई रिपोर्ट में 28 और लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इन्हें मिलाकर जिले में अब तक 1513 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, 72 लोगों की मौत हो चुकी है।इंदौर जिले के गुरुवार को 285 सैंपल की जांच की गई, जिनमें से 257 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। जिले में 4 कोरोना संक्रमितों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इन्हें मिलाकर मृतकों की संख्या 7ज2 पर पहुंच गई है। अब तक जिन लोगों की मौत जिले में हुई है, उन 72 में से 45 मरीज ऐसे थे, जिन्हें पहले से शुगर, ब्लड प्रेशर सहित अन्य कई बीमारियां थीं। मृतकों में 40 मरीजों की उम्र 50 से 70 साल के बीच थी। इन लोगों के लिए कोरोना वायरस जानलेवा क्यों साबित हुआ, इसके लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज डेथ ऑडिट करवा रहा है। इन मृतकों के सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजे जाएंगे।क्वारेंटाइन सेंटर से भागा मरीजशहर के वाटर लिली क्वारैंटाइन सेंटर से गुरुवार रात करीब 8 बजे एक संदिग्ध मरीज भाग निकला। सुनेश पाहुजा नामक इस मरीज को हफ्तेभर पहले ही यहां लाया गया था। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया ने बताया कि अभी तक पाहुजा की रिपोर्ट नहीं आई है। उसकी तलाश की जा रही है। इंदौर जिले में विभिन्न टीमों ने गुरुवार को 550 सैंपल लिए, जो हर दिन के औसत सैंपल से ज्यादा हैं। अब तक 7926 सैंपलों की रिपोर्ट आ चुकी है। जिनमें से 1513 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से जहां 187 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। वहीं, 1254 लोगों का इलाज जारी है। अब तक 1213 लोगों को क्वारैंटाइन हाउस से घर भेजा जा चुका है।
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खरगोन। लॉकडाउन के कारण जिले में फंसे अन्य राज्यों तथा अन्य जिलों के मजदूरों के घर लौटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में जिले से ऐसे 1952 मजदूरों को घर भेजा चुका है। वहीं, अब दूसरे चरण की तैयारी शुरू हो गई है जिसमें तीन हजार से अधिक मजदूरों को उनके घर भेजा जाएगा। मप्र शासन ने लॉकडाउन और कर्फ्यू के चलते विभिन्न जिलों में फंसे हजारों मजदूरों को अपने-अपने घर भेजने का निर्णय लिया है। इसी निर्णय के अनुसार रविवार तक जिले से 1952 मजदूरों को उनके घर भेजा जा चुका है। अब दूसरे चरण में ऐसे मजदूरों का डेटाबेस तैयार कर घर भेजने की तैयारी कर ली गई है। जिला पंचायत सीईओ डीएस रणदा ने बताया कि शासन द्वारा निर्धारित प्रकिया के अनुरूप संबंधित राज्य की सीमा तक मजदूरों को भेजा जा रहा है। मजदूरों का डेटा तैयार कर लिया गया है। शनिवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों के 1952 मजदूरों को भेजा जा चुका है। अन्य राज्यों के मजदूरों को भी भेजने की पूर्ण तैयारी हो चुकी है। जिले में हैं अन्य राज्यों के 3284 मजदूर खरगोन में अन्य राज्यों के 3284 मजदूर हैं। शासन के निर्देशानुसार मजदूरों का डेटा तैयार किया गया है। विभिन्न माध्यमों से तैयार डेटाबेस के अनुसार खरगोन में गुजरात के 1907, महाराष्ट्र के 1209, उत्तरप्रदेश के 4, आंध्रप्रदेश के 7, तेलंगाना के 26, उड़ीसा के 4, तमिलनाडु के 14, केरल के 11, दिल्ली के 10, कर्नाटक के 41, राजस्थान के 15, चेन्नई के 14, पश्चिम बंगाल के 6, पंजाब के 4, बिहार के 2 और जम्मू के 1 मजदूर फंसे हुए हैं। जिला पंचायत सीईओ रणदा ने बताया कि आने-जाने वाले सभी मजदूरों की राज्य की सीमा पर स्क्रीनिंग की जाएगी। उसके बाद 14 दिनों के होम कोरेनटाईन में रखा जाएगा। गुजरात से लाए जाएंगे जिले के मजदूर जिपं सीईओ रणदा ने बताया कि राज्य शासन द्वारा गुजरात में बड़ी संख्या में मौजूद जिले के मजदूरों को लाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। अन्य राज्यों के मजदूरों को लाने की प्रकिया चल रही है। गुजरात के अलावा अन्य राज्यो के मजदूरों का डेटाबेस के आधार पर लाने की कार्यवाही शासन द्वारा तय गाइडलाइन के अनुसार की जाएगी। उन्होंने बताया कि सोमवार को गुजरात में फंसे जिले के 1907 मजदूरों को लाने के लिए 32 बसें रवाना होंगी।
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रायसेन। रायसेन जिले के औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। यहां इंदौर से आई छात्रा कोरोना पॉजिटिव निकली है। छात्रा मंडीदीप स्थित शीतल टाउन में रहती है और 21 मार्च को इंदौर से मंडीदीप आई थी। 24 अप्रैल को अचानक छात्रा की तबीयत बिगड़ी थी। भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में छात्रा के पॉजिटिव निकालने का खुलासा हुआ। सीएमएचओ डॉ एके शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। जानकारी अनुसार रायसेन के औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में कोरोना पॉजिटिव छात्रा मिली है। 27 वर्षीय छात्रा इंदौर से कोचिंग करके लौटी थी। आज सुबह आई रिपोर्ट में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। लॉकडाउन की घोषणा के पहले ही छात्रा इंदौर से दो ममेरे भाइयों के साथ मंडीदीप आई थी। पॉजिटिव छात्रा के पिता सिक्योरिटी सुपरवाइजर है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद छात्रा के मंडीदीप शीतल टाउन स्थित निवास पर प्रशासन की टीम पहुंची। छात्रा के छह परिजनों को शीतल टाउन स्थित घर पर होम क्वॉरेंटाइन किया गया। सभी के सैंपल लेकर जांच हेतु भोपाल भेजे जाएंगे। मंडीदीप में पहला पॉजिटिव मामला आने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है। एक बड़ा सवाल यह भी उठता है कि क्या पहले लॉक डाउन की घोषणा के पहले ही इंदौर में कोरोना ने दस्तक दे दी थी, जो इंदौर से कोरोना वायरस संक्रमण लेकर छात्रा मंडीदीप पहुंची।
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ग्वालियर। ग्वालियर के टोपी बाजार स्थित झावेरी मार्केट के तलघर में बनी एक दुकान में रविवार देर रात भीषण आग लग गई जिस दुकान में आग लगी उसमें हैंडलूम का सामना रखा हुआ था। आगजनी में दुकान में रखा सामान पूरी तरह से जलकर राख हो गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फिलहाल आग लगने के कारण ज्ञात नहीं हो सका है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार टोपी बाजार की संकरी गली में बनी झवेरी मार्केट के तलघर में रविवार रात अचानक आग लग गई। दुकान से आग की लपटें निकलती देख लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड गाडिय़ों को सूचना दी गई। सूचना के बाद महाराज बाड़े से तत्काल फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंचीं। मार्केट का रास्ता संकरा होने के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर नहीं जा पाई और ना ही उसके कुछ उपकरण। इसके बाद बेसमेंट के बगल में बनी दीवार तोडक़र और रास्ता बनाकर आग पर पानी की बौछारें डाली जा सकीं। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। फायर बिग्रेड की चार गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। समय रहते आग बुझा लेने से आग फैल नहीं पाई अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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इंदौर। देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी से दो और मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने शनिवार को बताया कि शहर में पिछले तीन दिन में कोरोना वायरस संक्रमण से दो और पुरुषों की मौत हुई है। इन्हें मिलाकर इंदौर में कोरोना से हुई मौतों की संख्या 57 पर पहुंच गई है, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। सीएमएचओ डॉ. जड़िया ने बताया कि दोनों मरीज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती थे। इनमें से एक व्यक्ति दमे का पुराना मरीज था। सीएमएचओ ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में कोविड-19 के 56 नये मरीज मिलने के बाद इनकी तादाद 1,029 से बढ़कर 1,085 पर पहुंच गयी है। आंकड़ों के मुताबिक इंदौर जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर शनिवार सुबह तक 5.25 प्रतिशत थी। जिले में इस महामारी के मरीजों की मृत्यु दर पिछले कई दिनों से राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बनी हुई है, जो स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता का विषय है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बेमौसम बरसात का सिलसिला जारी है। अप्रैल माह में भी प्रदेश के कई जिलों बारिश हो रही है। प्रदेश के उत्तरी और उत्तर-पूर्वी जिलों में पिछले कुछ दिनों से हल्की बारिश कुछ स्थानों पर देखने को मिल रही है। वहीं शनिवार को राजधानी भोपाल के आसमान में हल्के बादल छाने के साथ तेज धूप निकली है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश का साप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान (24 से 30 अप्रैल 2020) जारी किया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आर आर त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि 25 अप्रैल से राज्य पर बारिश वाले बादल कम हो जाएंगे लेकिन 25 से 27 अप्रैल के बीच ग्वालियर, मुरैना, रीवा, सतना, पन्ना और टीकमगढ़ आदि जिलों में छिटपुट बारिश जारी रह सकती है। 28 से 30 अप्रैल के बीच मध्य प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है। यानि सप्ताह के आखिर में लंबे समय बाद उज्जैन, रतलाम, इंदौर, धार और नीमच जैसे पश्चिमी जिलों में बारिश होगी। शिवपुरी, गुना और आसपास के भागों में भी बारिश के आसार उस दौरान नजऱ आ रहे हैं।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र में एक दृष्टिहीन महिला से दुष्कर्म और लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपित को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। साथ ही आरोपित के पास लूट का सामान भी बरामद कर लिया है। पूछताछ में आरोपित ने महिला के साथ दुष्कर्म और लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है। भोपाल साउथ एसपी सांई कृष्णा थोटा ने शनिवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया शाहपुर क्षेत्र में रहने वाली 53 वर्षीय नेत्रहीन महिला ने गत 17 अप्रैल को सुबह रिपोर्ट दर्ज कराई। पीडि़त ने बताया कि वह अपने पति के साथ यहां रहती है, लेकिन लॉकडाउन के कारण उसके पति राजस्थान में फंस हैं, इसलिए वह अभी यहां अकेले रह रही है। वह 16 अप्रैल की रात खाना खाकर सो गई थी, तभी एक अज्ञात व्यक्ति उसके घर घुसा और उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद आरोपित घर में रखा सामान लूटकर फरार हो गया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ धारा 376(2)(एल), 377, 450 और 380 भादवि के तहत मर्ग कायम कर जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि पीडि़त दृष्टिहीन महिला एक बैंक में अफसर है। पुलिस ने मामले को गंभारता से लेते हुए आरोपित की तलाश शुरू की और संदेह के आधार पर भोपाल के टीन शेड स्थित गुलाब नगर में रहने वाले साहूलाल उर्फ मनोज (25) पुत्र हीरालाल कोल को शुक्रवार को देर रात हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने महिला के साथ दुष्कर्म और लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपित के पास से लूटा गया सोमसंग कंपनी का मोबाइल, एक जोड़ी चांदी की पायल व एक जोड़ी बिछिया बरामद की है। एसपी के अनुसार, आरोपित शातिर बदमाश है और उसके खिलाफ पहले से चोरी, नकबजनी, अवैध शस्त्र रखने तथा दुष्कर्म जैसे 20 मामले पंजीबद्ध है। आरोपित से फिलहाल पूछताछ जारी है।
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खंडवा। खंडवा जिले के जावर थाने में पदस्थ उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) अंतर सिंह चौहान की बीती देर रात अचानक तबियत खराब होने के बाद अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। उनके सेम्पल जांच के लिए भेजे गये हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जावर थाना पुलिस के अनुसार, सब इंस्पेक्टर अंतर सिंह चौहान (56) की बुधवार को देर रात अचानक तबियत खराब हो गई थी, जिसके चलते उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि सब इंस्पेक्टर चौहान में कोरोना संबंधी कोई पूर्व शिकायत नहीं थी और न ही उनमें इस बीमारी के कोई लक्षण थे। उनके सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। उनका शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही उनकी मौत के कारण का पता चल पाएगा। प्रथमदृष्टया उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक लग रही है। मूल रूप से इंदौर के पास सिमरोल के रहने वाले सब इंस्पेक्टर चौहान लम्बे समय से जावर थाने में पदस्थ रहे। उनके पास कुछ समय के लिए इस थाने के प्रभारी का भी दायित्य रहा है। वे यहाँ स्टाफ़ क़्वार्टर में अकेले रहते थे। थाने में उनके सहयोगी सहायक उप निरीक्षक महेंद्र कराहे ने बताया कि कल रात करीब बारह बजे जब चौहान अपने घर में थे, तब अचानक उन्हें घबराहट हुई तो उन्हें तत्काल पुलिस वाहन से जावर के अस्पताल मेले जाया गया, वहां उनका ब्लड प्रेशर काफ़ी कम हो रहा था, स्थिति गंभीर होते देख उन्हें यहाँ से खण्डवा जिला मुख्य चिकित्सालय रेफर किया गया, जहाँ पहुंचने के पूर्व ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के हबीबगंज थाना इलाके में बीती देर रात शराब पीने के विवाद में एक युवक की हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की जा रही है।हबीबगंज थाना पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान शाहपुरा निवासी मनोज पवार के रूप में हुई है। वह एक निजी स्कूल की बस का चालक था। पुलिस ने बताया कि मनोज अपने परिचितों के साथ बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात शराब पी रहे थे। इसी दौरान उनके बीच विवाद हुआ, जिसके चलते परिचितों ने मनोज पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी और भाग गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल पहुंचाया। वहीं, पुलिस ने मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।
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देवास। लॉक डाउन के चलते सोनकच्छ के समीपस्थ ग्राम कुम्हारिया में बैतूल जिले के 100 से अधिक मजदूर फंस गए हैं। पैसा खत्म हो जाने के कारण अब ये मजदूर परिवार सहित पैदल ही बैतूल जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इन मजदूरों को क्वॉरेंटाइन के नाम पर पिछले 20 दिनों से रोक कर रखा गया था। जो मजदूर ग्राम कुम्हारिया में रुके थे ,उनके लिए एसडीएम के द्वारा सरपंच से कहकर सुविधाएं देने की बात कही थी ,मगर सरपंच के द्वारा कुछ भी व्यवस्था नहीं की गई । लोगों का यह भी कहना है कि जो मास्क और सैनिटाइजर इन लोगों को देना थे, वह भी पूरे नहीं दिए गए । एक दो लोगों को दे कर फोटो खिंचवा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई। इन मजदूरों के पास राशन भी खत्म हो गया है, तथा जो पैसा मजदूरी में कमाया था, वह भी खर्च हो गया है। रोजमर्रा की दिक्कतों से तंग आकर अब ये मजदूर पैदल ही बैतूल जिले में स्थित अपने घरों के लिए रवाना हो गए हैं।
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भोपाल। उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई यशवंत पाल (59) की मंगलवार को कोरोना से इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई है। 6 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद उन्हें इंदौर के सीएचएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 27 मार्च को उनके थाना क्षेत्र की अंबर कॉलोनी में कोरोना पॉजिटिव संतोष वर्मा की मौत हुई थी। इसके बाद इस कंटेनमेंट एरिया की व्यवस्था टीआई खुद देख रहे थे। यहीं पर वे संक्रमित हुए और उनकी हालत बिगड़ती चली गई। तबीयत में सुधार नहीं होने पर 12 दिन पूर्व इंदौर के अरविंदो अस्पताल में रैफर किया गया। लंबे इलाज के बाद इंदौर के अरविंदो अस्पताल में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे उनकी मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीआई यशवंत पाल के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए परिजनों को आर्थिक सहायता और दिवंगत टीआई की बेटी को नौकरी का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट के माध्यम से एलान किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘#COVID19 से लड़ते हुए कर्तव्य की बलिवेदी पर प्राण त्याग देने वाले उज्जैन नीलगंगा के थाना प्रभारी श्री यशवंत पाल जी को विनम्र श्रद्धांजलि! ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें। हम सब उनके परिवार के साथ हैं। एक अन्य ट्वीट कर सीएम ने ऐलान करते हुए कहा कि ‘दु:ख की इस घड़ी में दिवंगत यशवंत पाल जी के परिवार के साथ मैं व पूरा प्रदेश खड़ा है। शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपए, असाधारण पेंशन, बेटी फाल्गुनी को उपनिरीक्षक पद पर नियुक्ति व स्व.पाल को मरणोपरांत कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जायेगा।
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ग्वालियर। राजस्थान के कोटा शहर में रहकर विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी कर रहे मध्य प्रदेश के सैकड़ों बच्चों को प्रदेश में वापस लाने के लिए मंगलवार सुबह 150 बसें रवाना हो गई है। ग्वालियर से सुबह आठ बजे निकलीं इन बसों के साथ नगर निगम के अपर आयुक्त दिनेश शुक्ल और मेडिकल स्टाफ को जरूरी दवाओं के साथ भेजा गया है। इन छात्रों की मंगलवार देर रात तक वापसी की उम्मीद है। मध्यप्रदेश में प्रवेश से पहले नीमच और आगर मालवा में सभी की स्क्रीनिंग की जाएगी। बसों को आज एसएएफ मैदान से कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में रवाना किया गया। बसों को रवाना करने से पहले पूरी तरह से सैनिटाइज्ड कर सुरक्षा कवच में भेजा गया है तथा अन्य आवश्यक सुरक्षा इंतजाम भी बसों में किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के सेकड़ों बच्चे राजस्थान के कोटा शहर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग के लिए गए हैं और लॉक डाउन के कारण वे वापस नहीं आ पा रहे थे। एक परिजन ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को ट्वीट कर बच्चे की वापसी के लिए मदद मांगी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बच्चों की वापसी के लिए चिंतित थे उनके निर्देश पर ग्वालियर से 150 बसें कोटा के लिए रवाना की गई हैं। ये बसें कोटा से बच्चों को लेकर उनके उनके जिलों में चली जायेगी और बच्चे एक लंबी अवधि के बाद घर पहुँच जायेंगे। ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कोटा से बच्चों को लाने के लिए बस के साथ गए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक उपाय जाते व आते समय जरूर किए जाएं । बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए भी प्रशासन ने जो प्रबंध किए हैं उसका पालन किया जाए।
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राजगढ़। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जिले के दो पुलिसकर्मियों ने अपने –अपने विवाह फिलहाल स्थगित कर दिए हैं। उन्होंने कोरोना के कारण चल रही मुसीबत की घड़ी में शादी से पहले ड्यूटी का फर्ज निभाने के लिए यह निर्णय लिया है। जिले के शहर कोतवाली थाने में पदस्थ महिला उप निरीक्षक मोनिका राय और मलावर थाने के महावीर पेजवाल ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के लिए जनसेवा के लिए अपनी शादियां निरस्त की हैं। इन दोनों पुलिसकर्मियों की शादी की पत्रिकाएं छपकर वितरित हो चुकी थीं। इनके घरों में भी शादी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं, लेकिन लॉक डाउन की वजह से उन्होंने अपनी शादियाँ ही निरस्त कर दी है।मलावर थाने मे पदस्थ आरक्षक महावीर पेजवार की बीती 15 मार्च को सगाई हो चुकी है और 15 अप्रैल को नयागाँव सीहोर निवासी नेहा के साथ उनकी शादी होना थी, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान लॉक डाउन का पालन कराने और फर्ज निभाने की खातिर उन्होंने अपने परिजनों से कहकर अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ा दी। इसी तरह शहर कोतवाली राजगढ़ मे पदस्थ महिला उप निरीक्षक मोनिका राय की शादी 20 अप्रैल को विदिशा जिले के गंजबासोदा निवासी संजीव चौकसे के साथ होनी थी। सरकार द्वारा बढ़ाए गए लॉक डाउन मे देश सेवा के लिए ड्यूटी करना थी। इसलिए उन्होंने शादी स्थगित कराकर आगे की तिथि बढ़वाने के लिए परिजनों को बता दिया है। हालांकि शादी की पत्रिका छपकर वितरित भी हो चुकी हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में सोमवार, 20 अप्रैल से सरकार के प्रमुख कार्यालय खुले जाएंगे। इसमें मध्यप्रदेश सरकार का सचिवालय और संचालनालय के साथ कुछ चुनिंदा सरकारी कार्यालय खुलेंगे। वहीं प्रदेश में सोमवार से उद्योगों को भी शुरू किया जाएगा। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए मुख्यमंत्री ने रोड मैप तैयार किया है। उद्योग के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग ने ड्राफ्ट तैयार किया है। मुख्यमंत्री के मंजूरी के बाद सोमवार से प्रदेश के चुनिंदा सरकारी दफ्तरों को खोले जाएंगे। मंत्रालय के कुछ विभागों में कल से काम शुरू हो जाएगा। फिलहाल सभी प्रमुख सचिवों, सचिवों, अपर सचिवों के साथ एक उपसचिव और एक पीए को कार्यालय बुलाने की अनुमति रहेगी। इसके अलावा तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रहेंगे, जो फाइल मूवमेंट में मददगार होंगे। अभी आधे दिन के मंत्रालय पहुंच रहे सीनियर अधिकारी भी सोमवार से पूरे दिन कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। हालांकि मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने सचिवालय में ई-फाइल सिस्टम लागू कर दिया है । इसके अलावा केंद्र सरकार के आदेश के बाद सोमवार से शुरू होने जा रहे औद्योगिक क्षेत्रों के उद्योगों को के लिए गाईडलाइन जारी की गई है। जिसमें स्पष्ट कर दिया है कि थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करते हुए ही काम शुरू होगा। उद्योगों में संक्रमित क्षेत्रों से मजदूर काम करने नहीं आएंगे। वर्क प्लेस पर मास्क, सेनिटाइजऱ, सहित सुरक्षा के व्यापक व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। वहीं संक्रमित क्षेत्रों में उद्योग शुरू नहीं किए जाएंगे। 20 अप्रैल से गोविंदपुरा और मंडीदीप की 40प्रतिशत से ज्यादा इंडस्ट्री में काम शुरू हो जाएगा। हालांकि कर्मचारियों की संख्या रोजाना की अपेक्षा अभी आधी ही रहेगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार को राहत के बाद रविवार को फिर 12 नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें एक नौ दिन की बच्ची भी शामिल हैं। इसकी पुष्टि भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रभाकर तिवारी ने की है। इसके साथ ही भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 213 से बढ़कर 225 हो गई है। सीएमएचओ डा.प्रभाकर तिवारी ने बताया कि रविवार को कोरोना जांच की 12 रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। इनमें सबसे कम उम्र की एक नौ दिन की बच्ची भी शामिल है। उसके अलावा एक 11 साल का बच्चा और अन्य 10 सांई बाबा नगर के लोग पॉजिटिव मिले हैं। भोपाल में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 225 पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि शनिवार को शहर में एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला। शनिवार को 193 रिपोर्ट प्राप्त हुई थीं और सभी निगेटिव थी। इसके अलावा शनिवार को 30 कोरोना मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज भी किया गया है। इस तरह भोपाल से अब तक 32 कोरोना के मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। डा. तिवारी ने बताया कि शनिवार को भोपाल से 1663 सेम्पल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए हैं। इससे पहले शुक्रवार को 1325 सेम्पल दिल्ली भेजे गए थे। अभी उनकी रिपोर्ट आना शेष है। इसके अलावा गांधी मेडिकल कॉलेज के 946 और भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल के 717 सेम्पल की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। इसीलिए भोपाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
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खंडवा। मध्यप्रदेश में इंदौर, भोपाल के बाद खंडवा जिले में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यहां गुरुवार को सुबह नये कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके साथ ही यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 32 हो गई है। इसकी पुष्टि जिला कलेक्टर तन्वी सुन्द्रियाल ने की है। उन्होंने बताया कि जिले में गुरुवार को सुबह 17 लोगों की कोरोना की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है और सभी पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों में अभी किसी में भी कोरोना बीमारी के कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। ये लोग पूर्व में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के परिजन हैं और उन्हें क्वारेंटाइन कर सेम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोबारा सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं, इन सभी लोगों के सम्पर्क में आने वाले लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। जिले में अब तक कुल 32 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं और संक्रमित मरीजों के क्षेत्रों को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर वहां के लोगों की जांच की जा रही है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। भोपाल जिले में गत 22 मार्च से अब तक लॉकडाउन उल्लंघन के कुल 1270 प्रकरण दर्ज किये गये हैं। यह जानकारी गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम से दी गई। बताया गया है कि भोपाल पुलिस द्वारा लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है। इसके बावजूद लोग वेवजह घूमने और लॉक डाउन का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। प्रतिदिन औसतन 50 प्रकरण दर्ज किये जा रहे हैं। बीते 22 अप्रैल से अब तक 25 दिन में कुल 1270 मामले पंजीबद्ध किये गये हैं। लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने बीते 24 घंटे में 101 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें सबसे अधिक एफआईआर टीलाजमालपुरा, हनुमानगंज और मंगलवारा थाने में दर्ज की गई।
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जबलपुर। देशभर में कोरोना संक्रमण का संकट गहराता जा रहा है। रोजना तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मध्यप्रदेश भी कोरोना महामारी की चपेट में तेजी से आ रहा है। सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है, बावजूद इसके प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। संस्कारधानी जबलपुर भी कोरोना की चपेट में है। जबलपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 13 हो गई है। ऐसे में जबलपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जेल प्रबंधन ने नया नियम बनाया है। नियम के अनुसार जेल में आने वाले नए कैदियों को पहले सामान्य बैरक में शिफ्ट करने से पहले 15 दिन तक क्वॉरेंटाइन में रहना होगा। सेंट्रल जेल प्रशासन ने इसके लिए 30 कमरों का क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है। उल्लेखनीय है कि जेल के अन्य कैदियों को कोराना संक्रमण से बचाने के लिए यह कवायद की गई है। गौरतलब है कि इंदौर से जबलपुर भेजे गए कैदियों में से एक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, इन कैदियों को इंदौर में मेडिकल टीम और पुलिस वालों पर पत्थरबाजी के कारण गिरफ्तार किया गया था। कैदी को संक्रमित होने के बाद प्रशासन के सामने जेल में संक्रमण न फैले यह सबसे बड़ी चुनौती बन गई थी। इसके बाद यहां जिला प्रशासन ने राज्य सरकार और इंदौर जेल प्रशासन से लॉकडाउन की अवधि में कैदियों को जबलपुर जेल में शिफ्ट नही करने की मांग की थी। क्योंकि इससे नए मरीजों में संक्रमण का खतरा था। वहीं इंदौर से सतना भेजे गए दो कैदियों में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
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इंदौर। इंदौर में मंगलवार को सुबह महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी रिपोर्ट में 91 नये कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि की थी, जिसे इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने भ्रामक बताया है। उन्होंने कहा है कि अभी जारी किये गए आंकड़ों से हिसाब से इंदौर में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 411 है। रिपोर्ट में कुछ लोगों के नाम रिपीट हुए हैं और कुछ ऐसे लोग की रिपोर्ट भी जारी हुई है, जो पहले भी जांच में पॉजिटिव पाये गये थे। ऐसे मरीजों की स्क्रूटनी की जा रही है। स्क्रूटनी के बाद शाम तक पॉजीटिव मरीजों की सही संख्या जारी कर दी जाएगी। सीएमएचओ डॉ. जडिय़ा ने बताया कि इससे पहले सोमवार शाम को 56 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद मंगलवार को मेडिकल कॉलेज द्वारा 91 पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट जारी की गई है। इनमें नये मरीज कितने हैं, इसकी स्क्रूटनी के बाद ही पता चल पाएगा। अभी उनमें से 49 नये मरीजों के पॉजिटिव होने जानकारी सामने आई है। इस हिसाब से अभी तक इंदौर में कुल 411 कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये हैं। वहीं, मंगलवार शाम तक दिल्ली भेजे गए 12 सौ अधिक सैम्पलों की रिपोर्ट भी आने वाले है. इसीलिए देर शाम को बुलेटिन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एकदम से बढऩे की संभावना है।
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भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कोरोना संकट से निपटने के लिए लॉक डाउन को आगामी तीन मई तक बढ़ा दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि कल 15 अप्रैल को सरकार लॉक डाउन को लेकर नई गाइडलाइन जारी करेगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम मोदी के लॉक डाउन बढ़ाने के निर्णय का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने देश-प्रदेश के नागरिकों से अपील की है कि देशहित में पूर्ण रूप से अनुशासन से लॉक डाउन का पालन करें, हमारी सावधानी और अनुशासन ही इस बीमारी का इलाज है। भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश के नाम संबोधन के बाद ट्विटर पर एक एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि घर में रहकर ही एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय मिलकर साथ में दें। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश और देश भर के कार्यकर्ताओं व नागरिकों से अनुरोध है कि कोरोना महामारी संकट के इस समय में अपने आसपास जरूरतमंदों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए राशन, मास्क और सैनिटाइजर का वितरण करें। सिंधिया ने आगे ट्वीट किया है कि - "एक जाग्रत राष्ट्र के नागरिक के रूप में कोरोना संकट के इस समय आइये हम सब मिलकर संकल्प लें-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा लॉक डाउन बढ़ाये जाने के निर्णय को और अधिक सशक्त और मजबूत बनाने का"।’
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बड़वानी/खंडवा। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां बड़वानी जिले में मंगलवार को सुबह एक स्वास्थ्य अधिकारी समेत तीन लोगों रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढक़र 17 हो गई है। वहीं, खंडवा में भी मंगलवार को 10 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इन्हें मिलाकर खंडवा जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 15 पहुंच गई है। बड़वानी में मंगलवार को सुबह प्राप्त रिपोर्ट में 53 वर्षीय अधिकारी, बड़वानी की ही 56 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी और सेंधवा का 15 वर्षीय किशोर पॉजिटिव पाया गया है। इसकी पुष्टि बड़वानी कलेक्टर अमित तोमर ने की है। वहीं, खंडवा कलेक्टर तन्वी सुन्द्रियाल ने बताया कि मंगलवार को सुबह 25 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें 15 व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव तथा 10 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले खंडवा जिले में पांच पॉजिटिव प्रकरण थे। इस दस को मिलाकर अब यहां कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढक़र 15 हो गई है।
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जबलपुर। कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहे मध्य प्रदेश में शासन की तरफ से सभी सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर रहने और अपने जिम्मेदारी के निर्वहन के आदेश दिए हैं। इसके बावजूद जबलपुर में कार्य में लापरवाही बरतने पर तीन पटवारियों पर निलंबन की गाज गिरी है। जबलपुर जिले के अंर्तगत कुंडम में ये कार्रवाई की गई है। निलंबन अवधि में पटवारियों को कहां तैनात किया जाएगा, इसकी सूचना नहीं दी गई है। जानकारी अनुसार जबलपुर जिला अंतर्गत कुंडम में तीन पटवारी अपनी नियत ड्यूटी स्थान पर अनुपस्थित पाए गए। शनिवार को कुंडम तहसीलदार जब निरीक्षण के लिए विभिन्न स्थानों पर पहुंचे तो तीनों पटवारी अपने ड्यूटी स्थान पर मौजूद नहीं थे, इसकी सूचना तहसीलदार ने कुंडम एसडीएम को दी। एसडीएम के निर्देश पर तीनों पटवारियों को निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल निलंबन अवधि के दौरान पटवारी अपनी सेवा कहां देंगे, इसकी सूचना नहीं दी गई है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी का कहर बढ़ता जा रहा है। इस महामारी से संक्रमित लोगो की संख्या बढ़ती जा रही है। बीते दिनों भोपाल शहर के कुछ पुलिसकर्मियों भी इस महामारी की जद में आ गए थे। इसके बाद से पुलिसकर्मियों को ड्यूटी करते वक़्त विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए है। इस स्थिति में पुलिसकर्मियों को खाने पीने में कोई असुविधा न हो इसलिए भोपाल के ही कुछ थानों में रसोई बनाई गई है। ऐसी ही एक पहल अब भोपाल के निशातपुरा थाना परिसर में की गई है। अब कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने में लगातार ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों की सहूलियत के लिए थाना निशातपुरा परिसर में महिला सब इंस्पेक्टर उर्मिला यादव, महिला आरक्षक दीपमाला, सारिका साहू एवं थाना स्टॉफ द्वारा एक रसोईघर की शुरुआत की गई है। इस रसोई में पुलिस स्टॉफ द्वारा करीब 115 ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों का दोनों वक़्त का भोजन बनाया जा रहा है एवं थाने के सभी पुलिसककर्मी दोनों टाइम यही भोजन करते है। थाना निशातपुरा की इस पहल व कार्य को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा काफी सराहा जा रहा है । बता दें, राजधानी भोपाल मेंकुछ पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हुए है।इसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि भोपाल के सभी पुलिसकर्मी अपने अपने थान अंतर्गत स्थित होटलों में रहेंगे। जहाँ उनका रोज चेकअप किया जाएगा और रोज उन्हें सेनिटेशन दिया जाएगा।
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सागर। मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी फैलती जा रही है इंदौर के बाद भोपाल में भी प्रतिदिन कोरोना से संक्रमित लोगो की सांख्य बढ़ती जा रही है। अभी तक इस महामारी से अछूता रहा सागर शहर में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। सागर के लिए यह बुरी खबर है। बीते दिन भेजे गए तीन सैम्पल में से एक मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रिपोर्ट की पुष्टि होते ही जिला प्रशासन ने पूरे एरिया सील को सील कर दिया है। इसके बाद पूरे वार्ड को सेनेटाइज किया जा रहा है। बात दें, सागर में कोरोना महामारी का यह पहला केस है। शनिचरी क्षेत्र में रहने वाले संक्रमित युवक को दो दिन पहले ही बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। यहीं से उस मरीज का सेंपल लेकर भोपाल के एम्स हॉस्पिटल भेजा गया था। सागर बुंदेलखंड मेडीकल कालेज के डीन ने जांच रिपोर्ट की पुष्टि की है।
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भोपाल। फेम इंडिया मैगजीन-एशिया पोस्ट के वार्षिक सर्वे "25 उत्कृष्ट आईपीएस 2020" के द्वारा वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मप्र मनीष शंकर शर्मा को ऊर्जावान अधिकारी के तौर चयनित किया गया है, इस उत्कृष्ट व उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए नेहरू युवा केंद्र भोपाल के जिला युवा समन्वयक डॉ सुरेंद्र शुक्ला, प्रदीप देशमुख, शुभम चौहान, हर्षा हासवानी,मधु प्रसाद, राहुल तिवारी सहित सभी ने बधाई व शुभकामनाएं दी। ज्ञात हो कि किसी भी राष्ट्र की सुरक्षा पुलिस वालों पर ही निर्भर करती है। पुलिस व्यवस्था सभी प्रकार की शासन प्रणालियों में अहम् योगदान देती है। देश में शान्ति बनाये रखने के लिए पुलिस का अस्तित्व अत्यंत आवश्यक है। हाल ही में जब देश में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है, ऐसे में भी ये पुलिसकर्मी अपनी जान की परवाह ना करते हुए हमारी सुरक्षा में दिन-रात लगे हुए हैं। ऐसे में इन पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए फेम इंडिया द्वारा हर साल एक सर्वे किया जाता है, जिसमे विभिन्न मानदंडों के आधार पर उत्कृष्ट पुलिसकर्मियों का चयन होता है। इस वर्ष भी फेम इंडिया ने देश के ऐसे आईपीएस अधिकारियों का सर्वे किया है, जो अपने कार्यों और प्रयासों से लोगों के जीवन में सुरक्षा की भावना बढ़ाने, समाज में सौहार्द स्थापित करने और सकारात्मक संभावनाओं को मजबूत करने की निरंतर और ईमानदार कोशिश कर रहे हैं। इस फेहरिस्त में फेम इंडिया ने 25 उत्कृष्ट आईपीएस अधिकारियों 2020 का यह सर्वे कार्यशैली, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, जज्बा, जागरूकता, कानून व्यवस्था, जनता से जुड़ाव, प्रभाव, छवि और कार्यकाल जैसे 12 मानदंडों पर किया गया है।
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सीहोर। कोरोना के फैलते संक्रमण से बचने के लिए देश भर में 21 दिनों के लिए लॉक डाउन लागू है। मध्यप्रदेश में भी भोपाल समेत सभी जिला मुख्यालयों पर पुलिस द्वारा लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और लोगों को मास्क सहित सैनिटाइजर उपयोग की सलाह दी जा रही है। इसी क्रम में सीहोर एसपी ने मोर्चा संभालते हुए शहर के मुख्य सडक़ों पर सेनिटाइजर का छिडक़ाव किया, साथ ही इस महामारी से निपटने अपनी ड्यूटी निभा रहे सफाई कर्मचारियों का फूल देकर और ताली बजाकर सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जिले सीहोर के पुलिस अधीक्षक एसएस चौहान ने स्वयं मंगलवार को सुबह शहर की मुख्य सडक़ लिसा टाकीज और मैन रोड पर सैनिटाइजर स्प्रे का छिडक़ाव किया, साथ ही कोरोना से निपटने के लिए ड्यूटी पर तैनात नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों का फूल देकर और दो मिनट तक ताली बजाकर एसपी सहित पुलिस कर्मियों ने उनका सम्मान किया।इस अवसर पर एसपी एसएस चौहान ने कहा कि पिछले कई दिनों से कोरोना से लडऩे के लिए हमारे सफाई कर्मी भाई-बहन लगे हुए हैं और शहर की साफ-सफाई कर रहे हैं। वे जो कर्तव्य निभा रहे हैं, उनका उचित मान सम्मान नहीं मिल रहा है, इसलिए आज सभी सफाई कर्मियों का सम्मान किया गया है।
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सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के मुख्यालय स्थित गरीब नवाज मजिस्द में लॉकडाउन के दौरान शुक्रवार शाम को 30 से 40 लोग नमाज पढ़ने के लिए एकत्रित हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ धारा 188 के प्रकरण दर्ज किए हैं। लेकिन शनिवार सुबह सभी को नोटिस देकर छोड़ दिया गया। कोतवाली पुलिस ने भादिव की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया है। कोतवाली पुलिस द्वारा दी गई जानकारी अनुसार कोविड-19 की संक्रामकता को देखते हुए जिले में लॉकडाउन घोषित कर धारा 144 की निषेधाज्ञा लागू की गई है। इस दौरान सभी नागरिकों को अपने घरों में रहने के लिये कहा गया है। इसके बावजूद शुक्रवार को थाना कोतवाली अंतर्गत संजय वार्ड स्थित गरीब नवाज मस्जिद के सामने मुस्लिम समाज के 30-40 व्यक्ति नमाज पढ़ने के लिये एकत्रित हो गए थे। इन लोगों ने न तो मॉस्क लगाया था और न ही इनके द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल गरीब नवाज मस्जिद पहुंची। पुलिस को देख कर कुछ लोग इधर-उधर भाग गए। मस्जिद के सामने 10-12 लोग उपस्थित पाए गए जिन्हें हिरासत में लिया गया एवं सभी के विरुद्ध थाना कोतवाली में भादवि की धारा 188 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। जो लोग मौके से भाग गए उनको भी आरोपित बनाया गया है। इसलिए नोटिस देकर छोड़ा धारा 188 का प्रकरण दर्ज होने पर आरोपियों को पुलिस ने नोटिस देकर छोड़ दिया। इस बारे में सिवनी एसडीओपी पारुल सिंह ने शनिवार को हिस को बताया कि फिलहाल न्यायालय बंद चल रहे हैं और कानूनी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाती। इसलिए आरोपितों को नोटिस देकर छोड़ दिया गया है। जैसे ही न्यायालय का काम शुरू होगा, कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। पुलिस ने दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी सिवनी पुलिस द्वारा जिले के सभी नागरिकों से बार-बार अपील की जा रही है कि लॉकडाउन का पूर्ण रूप से पालन करें। पुलिस ने मुस्लिम समाज के नागरिकों से भी अपील की है कि वह मस्जिदों में ना जाते हुए घर पर ही नमाज पढ़ें। पुलिस ने चेतावनी दी है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा । उनके विरुद्ध वैधानिक दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी।
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सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के बारापत्थर स्थित प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय को नियमित रूप से सेनिटाइज किया जा रहा है। ज्ञात हो कि सिवनी जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए 21 मार्च से लाॅकडाउन किया गया है । तब से लेकर 01 अप्रैल तक लॉकडाउन व कर्फ्यू के बीच 293 बच्चों की किलकारियां जिला चिकित्सालय में गूंजी है। जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले के सभी सार्वजनिक स्थानों के साथ ही शासकीय जिला चिकित्सालय को भी नियमित रूप से सेनिटाइज किया जा रहा हैं तथा प्रत्येक वार्ड की नियमित साफ सफाई की जा रही है। डिलेवरी वार्ड, पोस्ट आपरेटिववार्ड में महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 24 घंटों में चार बार सफाई की जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए आवश्यक एहतियात भी बरती जा रही है। साथ ही महिलाओं के स्वजनों को अस्पताल पहुंचने में असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखते हुए संबंधितों को पास भी दिए गए हैं। 13 दिन में 293 बच्चों ने लिया जन्म जिले में लॉकडाउन व कर्फ्यू के दौरान प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है। जारी लाॅकडाउन के दौरान 21 मार्च से 1 अप्रैल तक यहां 129 बच्चों की नार्मल डिलेवरी एवं माइनर आपरेशन से 71 व सीजर आपरेशन के जरिए 93 बच्चों का जन्म हुआ है।
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जबलपुर। बंगाल की खाड़ी से आई नमी वाली हवा से शुक्रवार को शहर का मौसम बदल गया। दिन में तेज हवा चली और हल्के बादल सूर्य के आड़े आए। बादलों की आवाजाही पूरे दिन जारी रही। धूप कमजोर होने से दोपहर में गर्मी का असर ज्यादा नहीं रहा। लगातार दूसरे दिन तापमान में गिरावट आयी। दोपहर के समय भी तापमान सामान्य से नीचे बना रहा। मौसम में परिवर्तन से सूरज की किरणे दोपहर में ज्यादा नहीं चुभी। शाम को हवा चलने के साथ ही मौसम सुहाना बना रहा। सामान्य से दो डिग्री कम हवा की दिशा में परिवर्तन से तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे चला गया। अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस था। न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ। दोनों स्तर पर तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे बना रहा। आद्र्रता सुबह के समय 39 प्रतिशत और शाम को 22 प्रतिशत थीं। पूर्वी हवा चार किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलीं। प्रदेश में शुक्रवार को दिन में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस खरगौन में रेकॉर्ड हुआ। दो दिन बाद बदलाव मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार हवा की दिशा परिवर्तित होने से पारे में ज्यादा उछाल नहीं आया। शनिवार को मौसम मुख्यत: शुष्क रहने का अनुमान है। तापमान में वृद्धि हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ का असर दो-तीन दिन में आ सकता है। इसके प्रभाव से 6 और 7 अप्रैल को सम्भाग में कहीं-कहीं बारिश की सम्भावना है।
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उज्जैन। लॉकडाउन और कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए बुधवार रात मस्जिद में लोगों को इकट्ठा कर नमाज पढ़वा रहे मौलवी के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। मौलवी के खिलाफ उन्हीं धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है, जो धाराएं सिंगर कनिका कपूर पर लखनऊ में लगाई गई हैं। चिमनगंज मंडी पुलिस को बुधवार रात करीब 8.30 बजे सूचना मिली कि आगर रोड स्थित मोहम्मद मस्जिद में नमाज पढ़वाई जा रही है। सूचना मिलते ही चिमनगंज मंडी टीआई जितेंद्र भास्कर पुलिस दल के साथ मस्जिद पर जा पहुंचे। पुलिस ने पाया कि मस्जिद के अंदर 25-30 लोग नमाज पढ़ रहे थे। पुलिस ने जब मौलवी हाजी मोहम्मद यूनुस वफाती खान को ऐसा न करने के लिए समझाया, तो वह पुलिस अधिकारियों से बहस करने लगा। इसके बाद पुलिस ने सख्ती से मस्जिद में एकत्र हुए लोगों को बाहर निकाला और मौलवी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया है। लोगों को मस्जिद से बाहर निकालने के बाद पुलिस ने मस्जिद के मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया है। सामने नहीं आए जमात में गए दो लोग दिल्ली की तब्लीगी जमात में शामिल हुए कोरोना संदिग्धों में उज्जैन के भी सात युवक शामिल थे। इनमें से पांच युवकों ने तो पुलिस को अस्पताल में भर्ती होने का प्रमाण देते हुए सेल्फी भेज दी है, लेकिन महिदपुर के मो. इमरान व एहमद माजिद ने पुलिस से सिर्फ बात की है, सेल्फी नहीं भेजी। पुलिस इनकी लोकेशन पता कर रही है।
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इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिलाधीश मनीष सिंह ने कफ्र्यू लगाकर सात दिनों के लिए सभी तरह की आपूर्तियों पर रोक लगा दी है और आवश्यक सामान घर पहुंचाने की सेवा शुरू की है, लेकिन घर पहुंच सेवा गड़बड़ा गई है। गुरुवार को सुबह शहर के मध्य क्षेत्र के कई इलाकों में बंदी का दूध बांटने वाले विक्रेता घर-घर तक नहीं पहुंचे तो काफी इंतजार करने के बाद कई महिलाएं और पुरुष दूध लेने के लिए सडक़ों पर निकल पड़े। कबूतरखाना, गौतमपुरा, आड़ा बाजार, पंढरीनाथ, मच्छी बाजार सहित कई आसपास के इलाकों में लोग बाजार में दूध की दुकानों पर पहुंचे, लेकिन दुकानें बंद मिली। इस दौरान सांची पार्लर खुले हुए थे, जहां भारी भीड़ जमा हो गई। दरअसल, पिछले दो-तीन दिनों से बंदी विक्रेताओं की टीमें लोगों के घर-घर जाकर वाहनों से दूध दे रही थी, लेकिन बुधवार शाम से यह व्यवस्था बिगड़ गई। बुधवार शाम के बाद गुरुवार सुबह भी मध्य क्षेत्र के कई इलाकों में बंदी विक्रेता दूध देने के लिए नहीं पहुंचे तो लोग लोग सांची पॉर्लरों और अन्य स्थानों पर दूध लेने के लिए पहुंच गए। पंढरीनाथ थाने के पुलिसकर्मियों ने कई लोगों को फटकार लगाकर गौतमपुरा क्षेत्र से रवाना किया। वहां एक सांची पॉर्लर पर भारी भीड़ लग गई। इसी प्रकार आड़ा बाजार और कबूतरखाना के साथ‑साथ मच्छी बाजार और अन्य क्षेत्रों में भी दूध के लिए मशक्कत होती रही।अधिकारियों का कहना है कि दूध के लिए मध्य क्षेत्र में कई जगह से लोगों की शिकायतें आई थी। कई जगह अधिक भीड़ होने के चलते पुलिस ने सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लाइनें लगवाकर लोगों को सांची और अन्न के दूध के पैकेट बंटवाए। अचानक सुबह 8 बजे से साढ़े 10 बजे तक लोग अलग-अलग क्षेत्रों में घूमते हुए एक‑दूसरे से जानकारी ले रहे थे कि कहां दूध मिल रहा है। कई लोग सडक़ों पर तपेली, दूध के बर्तन, केतली लेकर मशक्कत में जुटे रहे।
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जबलपुर। रेलवे ने लॉकडाउन में जरुरी सामान आमजन तक पहुंचाने के लिए विशेष मालगाड़ी चलाने का निर्णय लिया है। इसके मद्देनजर पश्चिम मध्य रेलवे प्रशासन ने भी दैनिक आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई के लिए स्पेशल पार्सल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। इस ट्रेन से खाने की वस्तुओं, फल, सब्जियां, दवाई, स्वास्थ्य प्रोडक्ट व उपकरण, मास्क, सैनिटाइजर, नमक, चीनी, तेल आदि सामान की ढुलाई होगी। रेल्वे ने इन ट्रेनों के लिए खास निर्देश दिए है कि इन गाडिय़ों में कोई भी यात्रा नहीं की कर सकता है। पश्चिम मध्य रेल प्रशासन के द्वारा राज्य सरकार के अनुरोध पर जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पांच पार्सल विशेष गाडिय़ों का संचालन किया जा रहा है जो कि निम्न है। 1) रीवा-सिंगरौली-रीवा पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 तक रीवा से प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार, शनिवार को और सिंगरौली से 03 अप्रैल से 15 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार एवं रविवार को चलेगी। 2) रीवा-अनूपपुर-रीवा पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 के बीच रीवा से प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार और सोमवार को एवं वापसी में अनूपपुर से 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक गुरुवार, शनिवार एवं मंगलवार को चलेगी। 3) भोपाल-ग्वालियर-भोपाल पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी भोपाल से 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 तक प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार एवं सोमवार को तथा वापसी में ग्वालियर से 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 तक प्रत्येक गुरुवार, शनिवार और मंगलवार को चलेगी। 4) भोपाल-खंडवा-भोपाल पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 के बीच भोपाल से प्रत्येक बुधवार शुक्रवार एवं सोमवार को एवं वापसी में खंडवा से 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक गुरुवार, शनिवार एवं मंगलवार को चलेगी। 5) इटारसी-बीना-इटारसी पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी इटारसी से 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार एवं सोमवार को तथा वापसी में बीना से 2 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक गुरुवार, शनिवार एवं मंगलवार को चलेगी।
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जबलपुर। रेलवे ने लॉकडाउन में जरुरी सामान आमजन तक पहुंचाने के लिए विशेष मालगाड़ी चलाने का निर्णय लिया है। इसके मद्देनजर पश्चिम मध्य रेलवे प्रशासन ने भी दैनिक आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई के लिए स्पेशल पार्सल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। इस ट्रेन से खाने की वस्तुओं, फल, सब्जियां, दवाई, स्वास्थ्य प्रोडक्ट व उपकरण, मास्क, सैनिटाइजर, नमक, चीनी, तेल आदि सामान की ढुलाई होगी। रेल्वे ने इन ट्रेनों के लिए खास निर्देश दिए है कि इन गाडिय़ों में कोई भी यात्रा नहीं की कर सकता है। पश्चिम मध्य रेल प्रशासन के द्वारा राज्य सरकार के अनुरोध पर जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पांच पार्सल विशेष गाडिय़ों का संचालन किया जा रहा है जो कि निम्न है। 1) रीवा-सिंगरौली-रीवा पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 तक रीवा से प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार, शनिवार को और सिंगरौली से 03 अप्रैल से 15 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार एवं रविवार को चलेगी। 2) रीवा-अनूपपुर-रीवा पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 के बीच रीवा से प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार और सोमवार को एवं वापसी में अनूपपुर से 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक गुरुवार, शनिवार एवं मंगलवार को चलेगी। 3) भोपाल-ग्वालियर-भोपाल पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी भोपाल से 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 तक प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार एवं सोमवार को तथा वापसी में ग्वालियर से 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 तक प्रत्येक गुरुवार, शनिवार और मंगलवार को चलेगी। 4) भोपाल-खंडवा-भोपाल पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 के बीच भोपाल से प्रत्येक बुधवार शुक्रवार एवं सोमवार को एवं वापसी में खंडवा से 02 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक गुरुवार, शनिवार एवं मंगलवार को चलेगी। 5) इटारसी-बीना-इटारसी पार्सल स्पेशल गाड़ी:- यह गाड़ी इटारसी से 01 अप्रैल से 13 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार एवं सोमवार को तथा वापसी में बीना से 2 अप्रैल से 14 अप्रैल 2020 के बीच प्रत्येक गुरुवार, शनिवार एवं मंगलवार को चलेगी।
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बैतूल। बीते दिनों बैतूल जिले में मिले कोरोना के दो संदिग्धों के सेम्पल भोपाल जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें एक की रिपोर्ट रविवार को आ गई है। रिपोर्ट निगेटिव आने से प्रशासन और आम लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की है। वहीं, प्रशासन लगातार ऐहितयात बरत रहा है और आम लोगों से भी अपील कर रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि अब तक बैतूल जिले में कुल 2 कोविड-19 संदिग्ध मरीज भर्ती हुए हैं। इनके सैंपल लिए गए और जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे। इनमें से रविवार को एक रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जो कि निगेटिव है। उन्होंने बताया कि जिले में विदेश यात्रा करके आए नागरिकों की संख्या- 84 है एवं इनमें से 66 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर लिया गया है। इन 84 नागरिकों में से 18 नागरिकों ने विदेश यात्रा की जानकारी दी है, जो बैतूल जिले के निवासी हैं किंतु अन्य स्थानों पर निवासरत हैं और जिले में नहीं आए हैं। वर्तमान में होम आइसोलेशन में 52 नागरिकों को रखा गया था जबकि होम आइसोलेशन के 14 दिवस पूर्ण किए नागरिकों की संख्या 14 है । इस तरह वर्तमान में कुल 52 नागरिक होम आइसोलेशन में हैं औऱ 14 नागरिक अपनी अवधि पूर्ण कर चुके हैं जिन्हें अभी भी घर में रहकर सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है। डॉक्टर चौरसिया ने बताया कि दो मरीजों को कोरोना वार्ड में इसलिए रखा गया है ताकि दूसरे लोग उनके संपर्क में ना आएं। कोरोना वार्ड बनाया ही इसलिए गया है ताकि वहां कोरोना संदिग्धों को रखा जा सके चाहे कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट सकारात्मक आए या नकारात्मक। लक्षणों के आधार पर सुरक्षा की दृष्टि से इन मरीजों को कोरोना वायरस वार्ड में रखा गया है ताकि किसी भी प्रकार की कोई चूक ना हो। इस तरह की हिदायत भी दी जा रही है ।
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उज्जैन। धर्म नगरी उज्जैन के बीचोंबीच स्थित जान्सापुरा पूरे मध्यप्रदेश में सुर्खियां में आ गया है । यहां पर रहने वाले एक ही परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से एक महिला की मौत भी हो चुकी है। चीन के वुहान से शुरू हुआ करोना कब उज्जैन तक पहुंच गया यह बात किसी को पता तक नहीं चल पाई । सबसे बड़ी बात यह है कि जान्सापुरा में रहने वाला एक ही परिवार कोरोना वायरस की जद में आ गया। पहले कोरोना पाजिटिव राबीया बी की दर्दनाक मौत हो गई और अब उनके पुत्र, पुत्री और पोता वायरस से संघर्ष कर रहे हैं । कोरोना किस कदर एक दूसरे में फैलता है यह बात किसी से छिपी नहीं है। जांसापुरा में रहने वाले कुछ और लोगों के सैंपल भी लिए गए हैं । जो राबीया के परिवार के संपर्क में रहे हैं। दूसरी तरफ जिला प्रशासन की ओर से ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है जो नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं । जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कई दुकानों को सील कर दिया है । इसके अलावा मुकदमे भी दर्ज किए जा रहे हैं इसलिए दुकानदारों को भी अब नियम के दायरे में रहकर ही दुकान चलाना होगी। अब पुलिस की सख्ती और बढेगी।
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जबलपुर। प्रदेश के जबलपुर में रविवार को कोरोना संदिग्ध महिला की ईलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल, जांच रिपोर्ट नहीं आई है। महिला का पति 10 दिन पहले ही सउदी अरब से लौट कर शहडोल आया था। जिला प्रशासन ने महिला के पूरे परिवार के सैंपल लिए जाने के निर्देश दिए हैं। जानकारी अनुसार 65 साल की महिला को पांच दिन पहले महिला की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उसे शहडोल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर उसे जबलपुर के मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। ईलाज के दौरान महिला में कोरोना वायरस के जैसे लक्षण मिलने पर डॉक्टरों ने उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया। शुक्रवार शाम को महिला के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए। महिला के परिवार की ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी लेने पर पता चला कि महिला का पति करीब 10 दिन पहले ही सउदी अरब से लौटकर शहडोल आया है। डॉक्टर महिला का इलाज कोरोना का संदिग्ध मान कर रहे थे। महिला के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल, जांच रिपोर्ट नहीं आई है। रविवार सुबह महिला की मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि महिला के सैंपल रिपोर्ट आने के बाद वजह का पता चल सकेगा। जिला प्रशासन ने महिला के पूरे परिवार के सैंपल लिए जाने के निर्देश दिए हैं।
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जबलपुर। जबलपुर शहर के खमरिया थाना क्षेत्र स्थित सेना की एक वर्कशॉप में शनिवार दोपहर में नाइट्रोजन सिलेंडर में अचानक आग लग गई और वह जोरदार धमाके के साथ फट गया। इस हादसे में मौके पर मौजूद एक सैन्यकर्मी की मौत हो गई, वहीं, तीन अन्य सैन्यकर्मी घायल हुए हैं। घटना के बाद आर्मी के अधिकारियों ने आनन-फानन में घायलों को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि आर्मी के वर्कशॉप में शनिवार को दोपहर सैनिक पुरानी गनों की रिपेयरिंग का कार्य रहे थे। इसी बीच पास ही रखे नाइट्रोजन सिलेंडर में अचानक आग लग गई। आग बुझाई जाती, इससे पहले ही सिलेंडर में जोरदार धमाका हुआ और वह फट गया। घटना की जानकारी मिलते ही रांझी सीएसपी देवेश पाठक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। इस दौरान मौके पर सेना के अधिकारी भी मौजूद थे।सीएसपी देवेश पाठक ने बताया कि वर्कशॉप में सुधार कार्य के दौरान अचानक नाइट्रोजन गैस का सिलेंडर फट गया, जिसकी चपेट में आने से सैन्य कर्मचारी हवलदार कालूराम (45) की मौत हो गयी। वहीं, तीन अन्य सैन्यकर्मी घायल हुए हैं, जिनका पास के अस्पताल में उपचार जारी है। पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले का जांच शुरू कर दी है।
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उज्जैन। मध्यप्रदेश में बीती रात कोरोना वायरस से संक्रमित पांच मरीजों की पुष्टि हुई थी। इनमें उज्जैन की एक 65 वर्षीय महिला भी शामिल थी। वह इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती थी, बुधवार को दोपहर उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसकी पुष्टि महिला के परिजनों ने की है। कोरोना वायरस से मध्यप्रदेश में यह पहली मौत हुई है। उज्जैन के जानसापुरा में रहने वाली 65 वर्षीय महिला को गत 22 मार्च को उज्जैन के चैरिटेबल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, ज्यादा सर्दी-खांसी के बाद उसे माधव अस्पताल में शिफ्ट किया गया और इसके बाद कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद मरीज को इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां बुधवार सुबह उन्हें कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया। इसकी पुष्टि उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने की थी। महिला का एमवाय अस्पताल में आइसोलेशन में उपचार किया जा रहा था, जहां बुधवार दोपहर करीब तीन बजे महिला की मौत हो गई। इससे पहले उज्जैन शहर में एक कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद उज्जैन में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि वायरस का संक्रमण मध्यप्रदेश के 6 जिलों में पहुंच चुका है। मंगलवार को इंदौर में चार, उज्जैन और भोपाल में एक-एक संक्रमित मरीज मिले। उज्जैन की महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह कोरोना से प्रदेश में पहली और देश में 12वीं मौत है।
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सिवनी। भक्ति और आराधना का पर्व चैत्र नवरा़त्र पर्व बुधवार से शुरू हो गया है, लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते ना कलश यात्राा निकाली गई ना ही विशेष आयोजन हुए। यहां तक कि मंदिरों में पूजा अर्चना करने पर भी प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। चैत्र नवरात्र पर्व पर लोग घरों में ही मां की आराधना कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सार्वजानिक की गई जानकारी में बताया गया है कि जिले के विभिन्न धर्मगुरुओ एवं धर्मावलंबियों से चर्चा कर यह तय किया गया है कि 25 मार्च से प्रारंभ हुए चैत्र नवरात्र पर्व में आयोजन, जुलूस, रैलियों प्रतिबंधित रहेगी तथा जिला प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि घरों में ही पूजा अर्चन कर अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखें, घर से बाहर न निकले। सिवनी एवं छिंदवाडा जिले के मध्य में स्थित प्रदेश और जिले के प्रसिद्ध शक्ति सिद्धपीठ के रूप में जाने पहचाने वाले आस्था के केंद्र श्री सिद्ध पीठ षष्टी देवी मंदिर कपुरधा में नवरात्र के दौरान समिति द्वारा किसी भी प्रकार के धार्मिक मेले का आयोजन नही किया जा रहा है तथा शासन के आगामी आदेश तक मंदिर प्रांगण में सभी जनो का प्रवेश वर्जित किया गया है। श्री सिद्ध पीठ षष्टी देवी मंदिर कपुरधा समिति के श्रीवास्तव परिवार ने जानकारी दी कि मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी मनोकामना कलश की स्थापना एवं विसर्जन विधिवत मंदिर समिति परिवार द्वारा सम्पन्न किया जावेगा।
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सिवनी। भक्ति और आराधना का पर्व चैत्र नवरा़त्र पर्व बुधवार से शुरू हो गया है, लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते ना कलश यात्राा निकाली गई ना ही विशेष आयोजन हुए। यहां तक कि मंदिरों में पूजा अर्चना करने पर भी प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। चैत्र नवरात्र पर्व पर लोग घरों में ही मां की आराधना कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सार्वजानिक की गई जानकारी में बताया गया है कि जिले के विभिन्न धर्मगुरुओ एवं धर्मावलंबियों से चर्चा कर यह तय किया गया है कि 25 मार्च से प्रारंभ हुए चैत्र नवरात्र पर्व में आयोजन, जुलूस, रैलियों प्रतिबंधित रहेगी तथा जिला प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि घरों में ही पूजा अर्चन कर अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखें, घर से बाहर न निकले। सिवनी एवं छिंदवाडा जिले के मध्य में स्थित प्रदेश और जिले के प्रसिद्ध शक्ति सिद्धपीठ के रूप में जाने पहचाने वाले आस्था के केंद्र श्री सिद्ध पीठ षष्टी देवी मंदिर कपुरधा में नवरात्र के दौरान समिति द्वारा किसी भी प्रकार के धार्मिक मेले का आयोजन नही किया जा रहा है तथा शासन के आगामी आदेश तक मंदिर प्रांगण में सभी जनो का प्रवेश वर्जित किया गया है। श्री सिद्ध पीठ षष्टी देवी मंदिर कपुरधा समिति के श्रीवास्तव परिवार ने जानकारी दी कि मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी मनोकामना कलश की स्थापना एवं विसर्जन विधिवत मंदिर समिति परिवार द्वारा सम्पन्न किया जावेगा।
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भोपाल। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये संभाग आयुक्त एवं प्रशासक कल्पना श्रीवास्तव के नगर निगम को हर जरूरी कदम उठाने निर्देशित किया है। इसी क्रम में निगम आयुक्त बी. विजय दत्ता के आदेशानुसार नगर निगम भोपाल द्वारा यु़द्ध स्तर पर निरंतर कार्यवाही की जा रही है। शहर के प्रत्येक क्षेत्र को सैनेटाइज किया जायेगा और इसके लिये निगम ने अपनी 12 सीवेज मशीनों में स्प्रिंकल्स लगाकर भोपाल शहर के मुख्य मार्गों, स्लम बस्ती, रहवासी क्षेत्र, बाजार आदि को सैनेटाइज किया जा रहा है। सैनेटाइजेशन के लिये 11 स्प्रे मशीन और हाथ से चलने वाले 58 पम्पों से क्षेत्रों में सैनेटाइज किया जा रहा है, जबकि 14 बड़ी फागिंग मशीनों से बस्तियों, रहवासी क्षेत्रों, बाजार आदि में फागिंग की जा रही है। इसके अलावा 15 छोटी हाथ से चलने वाली फागिंग मशीनों से घरों के अंदर, कालोनियों, बस्तियों तथा शासकीय कार्यालयों में निरंतर फागिंग का कार्य किया जा रहा है।
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भोपाल। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये संभाग आयुक्त एवं प्रशासक कल्पना श्रीवास्तव के नगर निगम को हर जरूरी कदम उठाने निर्देशित किया है। इसी क्रम में निगम आयुक्त बी. विजय दत्ता के आदेशानुसार नगर निगम भोपाल द्वारा यु़द्ध स्तर पर निरंतर कार्यवाही की जा रही है। शहर के प्रत्येक क्षेत्र को सैनेटाइज किया जायेगा और इसके लिये निगम ने अपनी 12 सीवेज मशीनों में स्प्रिंकल्स लगाकर भोपाल शहर के मुख्य मार्गों, स्लम बस्ती, रहवासी क्षेत्र, बाजार आदि को सैनेटाइज किया जा रहा है। सैनेटाइजेशन के लिये 11 स्प्रे मशीन और हाथ से चलने वाले 58 पम्पों से क्षेत्रों में सैनेटाइज किया जा रहा है, जबकि 14 बड़ी फागिंग मशीनों से बस्तियों, रहवासी क्षेत्रों, बाजार आदि में फागिंग की जा रही है। इसके अलावा 15 छोटी हाथ से चलने वाली फागिंग मशीनों से घरों के अंदर, कालोनियों, बस्तियों तथा शासकीय कार्यालयों में निरंतर फागिंग का कार्य किया जा रहा है।
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भोपाल । राज्य शासन ने प्रदेश में नोवल कोराना वायरस को संक्रामक रोग घोषित किया है। इसकी रोकथाम में सहयोग के लिये भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर को जनहित में राज्य-स्तरीय कोविद-19 उपचार संस्थान चिन्हाकित किया गया है। इस हॉस्पिटल में केवल कोविद-19 के मरीजों का ही उपचार किया जायेगा। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पल्लवी जैन गोविल ने मंगलवार को यह आदेश जारी किया।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि कोरोना वायरस से निपटने में जनसहोग आवश्यक है। इस महामारी को समाप्त करने में अपनी पूरी क्षमता लगाएं। उन्होंने मंगलवार को विधानसभा परिसर में जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए भोपाल और जबलपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है तथा 36 शहरों में संबंधित जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन घोषित किया गया है। प्रदेश के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस संक्रामक रोग की रोकथाम के लिए सभी ऐहतियाती कदम उठाये जाएं। सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील से मिले जनसमर्थन की सराहना करते हुए जनता से अपील की है कोरोना रोग की रोकथाम का एक मात्र उपाय इसकी कड़ी को तोडऩा है। जन प्रतिनिधि विश्वास दिलाये कि यद्यपि संकट है लेकिन जनसहयोग से इस विश्वव्यापी संकट से निपटने में शासन पूरी तरह सक्षम है। प्रशासन के लॉकडाउन आदेश का पूरी तरह पालन करें। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। जन सुविधा के लिये सभी आवश्यक सेवाओं को इससे मुख्त रखा गया है।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार रात से ही कर्फ्यू लगा दिया गया है, इसके बावजूद मंगलवार सुबह से लोग सड़कों पर निकल पड़े। इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती दिखाई, तो लोग घरों में चले गए। सुबह 11.00 बजे के बाद से शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। जनता कर्फ्यू के सफल और टोटल लॉक डाउन के असफल होने के बाद भोपाल में सोमवार देर रात से कर्फ्यू लागू कर दिया गया था। इसके बावजूद मंगलवार सुबह से पुराने शहर में एक बार फिर लोग सड़कों पर निकल आए। वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई और कॉलोनियों और बस्तियों की छोटी-छोटी दुकानें खुल गईं। इन पर सामान लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। थोड़ी देर में पुलिस की सायरन बजाती गाड़ियां मौके पर पहुंची और लोगों को समझाइश दी। जो लोग नहीं मान रहे थे, पुलिस ने उनको लाठी का खौफ भी दिखाया। सुबह 11.00 बजे के बाद हुई सख्ती के बाद लोग घरों में चले गए। सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन नजर आ रहे हैं। पुलिस वाहन चालकों को रोककर घर जाने का कह रही है। नहीं मानने पर कार्रवाई की चेतावनी दे रही है। कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार मिगलानी होम आइसोलेशन मेंपूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार आर.के. मिगलानी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने होम आइसोलेशन में रखा है। बताया जा रहा है कि मिगलानी 21 मार्च से किसी बीमारी से पीड़ित थे। मिगलानी के थ्रोट सुआब का नमूना जांच के लिए स्मार्ट सिटी हॉस्पिटल में भेजा गया है। मिगलानी के घर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात की गई है।
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सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में अब तक कोई भी कोरोना वायरस संक्रमण का पॉजिटिव केस नहींं मिला हैं। कलेक्टर प्रवीण ने जिले वासियों से किसी भी अपवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। सिवनी कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अन्य देशों एवं राज्यों से सिवनी आये 100 से अधिक व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। जिनमें संक्रमण का कोई भी लक्षण नहींं पाया गया है। जिले में अब तक कोई भी कोरोना वायरस संक्रमण का पॉजिटिव केस नहींं मिला है। जिलेवासी संक्रमण प्रभावी स्थानों से यात्रा करके लौटे व्यक्तियों की जानकारी जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के नम्बर 07692 - 220323, 227423 दे सकते हैं। प्रशासन द्वारा ऐसे व्यक्तियों का तत्काल परीक्षण किया जायेगा। संक्रमण प्रभावी क्षेत्रों से यात्रा कर जिले में पहुँचे निवासियों की जानकारी एवं संदिग्ध मरीजोंं को लेकर भी जिला प्रशासन द्वारा प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किये हैंं। आदेशानुसार ऐसे सभी व्यक्तियों की जिला स्तरीय कंट्रोल रूम में अनिवार्यता जानकारी देंं, ऐसे व्यक्ति जिन्हें परीक्षण उपरांत होम आइसोलेशन में निर्देश दिए गए है वो घरों से बिल्कुल न निकलेंं अन्यथा उन पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।नागरिकों से अनुरोध है कि लाक डाउन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कर आप स्वयं सुरक्षित हों अन्य लोगों को भी सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित करें । आगे बताया गया कि जिले में दैनिक जीवन उपयोगी सभी प्रकार की आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध हैं। किसी भी सामग्री की कमी नहीं है । किसी भी सामग्री की कमी परिलक्षित होगी तो उसकी आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाएगी । इसके साथ ही जिला प्रशासन नागरिकों को आश्वस्त करता है कि जीवनोपयोगी आवश्यक सामग्री की आपूर्ति हेतु समय-समय पर दुकानें खोलने की अनुमति प्रदान की जाएगी । सावधानी में ही सुरक्षा है । आप स्वयं सुरक्षित रहें, आपका परिवार सुरक्षित रहें एवं अन्य लोग सुरक्षित रहेंं । जिले के सभी नागरिक प्रशासनिक व्यवस्थाओं में सहयोग प्रदान करें ।
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अनूपपुर। समस्त शासकीय एवं निजी विद्यालयों तथा शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टॉफ को अस्थाई रूप से 31 मार्च तक अपना कार्यालयीन एवं शैक्षणिक कार्य अपने निवास स्थान से सम्पादित करने की अनुमति प्रदान की गई है। रविवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने 22 मार्च से 31 मार्च तक समस्त प्रयोजनों के लिए यह कर्तव्य अवधि मानी जाएगी। यह आदेश शिक्षकों,गैर शिक्षकीय स्टॉफ पर लागू नहीं होगा अथवा उस सीमा तक लागू नहीं होगा जो 22 मार्च से 31 मार्च तक की इस अवधि में अथवा इसके किसी अंशभाग के लिए पूर्व से या वर्तमान में किसी भी स्वरुप के अवकाश पर है।विभाग के अधीन किसी हॉस्टल में अभी भी विद्यार्थी अपरिहार्य कारणों से निवास कर रहे हैं, तो वहां का समस्त स्टाफ यथावत हॉस्टल में अपने कर्तव्य पर कार्यरत रहेगा और ऐसे हॉस्टल में समस्त विद्यार्थियों और स्टॉफ के लिए कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु सोशल डिस्टेंस एवं अन्य समस्त आवश्यक सावधानियां रखी जाना सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये है। विद्यालयों के शिक्षकों,गैर शिक्षकीय स्टॉफ के लिए यह अनिवार्य होगा कि वे अपना मोबाइल नंबर, लैंडलाइन नंबर एवं निवास का पता कार्यालय में तथा कार्यालय,संस्था प्रमुख, प्रभारी को तत्काल उपलब्ध कराएँगे ताकि अपरिहार्य परिस्थिति में शासकीय कार्य के लिए उन्हें तत्काल कार्यालय में बुलाया जा सके।
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जबलपुर। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में कोरोना (कोविड-19) के चार संक्रमित मिलने के बाद जिला प्रशासन द्वारा शहर को दो दिन के लिए लॉकडाउन को अब आगे चार दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है। इसकी अवधि आगे 26 मार्च को समाप्त होगी । जिला प्रशासन ने भरोसा दिया है कि वह लॉकडाउन की स्थिति में अत्यावश्यक सेवाओं और दवा, दूध, सब्जियों, फल एवं राशन जैसी दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं की कोई कमी प्रशासन नहीं आने देगा। उल्लेखनीय है कि जबलपुर में शुक्रवार को दुबई से लौटे चार मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद जबलपुर और आसपास के जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया था । साथ ही एतिहातन जबलपुर के आस पास के जिले नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, में भी लॉकडाउन किया गया था। कलेक्टर भरत यादव द्वारा लॉकडाउन की अवधि बढाए जाने संबंधी आदेश आज जारी किया गया। उन्होंने लॉक डाउन को चार दिन बढ़ाते हुए 26 मार्च तक के लिए करने की घोषणा की। कहा- जरूरी वस्तुओं के लिए सुबह 7 से 9 बजे के बीच छूट दी जाएगी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद रहेगा। किसी तरह से अफवाह नहीं फैलाने और प्रशासनिक आदेशों का पालन किए जाने का आग्रह भी उनके द्वारा किया गया है।
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भोपाल। कई दिनों से पूरे मध्यप्रदेश में लगातार मौसम में परिवर्तन जारी है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती सिस्टम के प्रभाव से शहर का मौसम लगातार पुरिवर्तित हो रहा है। शुक्रवार सुबह से भोपाल में आसमान में बादल छाए हैं, जिससे मौसम में नमी बनी हुई है। राजधानी में बादल छाने से गर्मी का अहसास कम हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले अगले 24 घंटों में कई जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। कहीं कहीं पर बादल भी छा सकते हैं। वहीं कुछ जगहों पर मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा का कहना है कि आने वाले 24 घंटों के अंदर मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में बिजली चमकने के साथ तेज बारिश हो सकती है। कई जगहों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। वहीं छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सीहोर, बैतूल व हौशंबाद जिलों में भी हल्की गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इन जिलों में मौसम विभाग मे येलो अलर्ट जारी कर दिया है। इन कारणों से बदल रहा मौसम मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ अब चक्रवाती परिचलन के रुप में बना हुआ है। इससे होती हुई द्रोणिका दक्षिण उत्तर प्रदेश से अब झारखंड तक बनी हुई है। यही कारण है कि कहीं-कहीं पर बारिश की संभावना बनी रहेगी। आने वाली 21 मार्च को मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के कई जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश की आशंका जताई जा रही है। साथ ही कई जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। कई जगहों पर खराब है मौसम इससे पहले गुरुवार को मप्र के कई जिलों में तेज बारिश के साथ ओले गिर हैं। जिनमें दमोह, सीहोर, जबलपुर संभाग शामिल है। यहां पर काली घटाओं ने जोरदार बारिश कर दी है। ठंडी हवाओं के बीच ओले भी गिरे। कई स्थानों पर जैसे मदन महल, गढ़ा, पुरवा, राइट टाउन क्षेत्रों में कंचे के आकार के ओले भी गिरे हैं। वहीं सिहोरा, पनागर, बरेला, भेड़ाघाट में ओलों से फसलों को भारी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
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जबलपुर। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। कोरोना से संक्रमण का पहला मामला प्रदेश के जबलपुर शहर में सामने आया है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक यहां एक ही परिवार के 4 सदस्य कोरोना संक्रमण की चपेट में मिले हैं। आईसीएमआर यानि नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन ट्राइबल हेल्थ की रिपोर्ट के बाद शहर में हड़कंप का माहौल बन गया है। बताया जाता है कि यह परिवार थाइलैंड से लौटकर जबलपुर आया था। संक्रमित परिवार राइट टाउन जबलपुर निवासी ज्वेलर्स का परिवार है। प्रदेश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है स्वास्थ्य विभाग के अनुसार खुद सुरक्षित रहें और परिवार को भी सुरक्षित रखें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें, बिना कारण भीड़ इकट्ठी न होने दें। परिवार में यदि कोई सर्दी खासी का मरीज है तो उसको तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाई लें। जबलपुर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम द्वारा संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कोरोना के संबंध में अपूर्ण और भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर भी निगाह रखी जा रही है, इसके लिए पुलिस की साइबर सेल लगातार काम कर रही है। सोशल मीडिया पर झूठी खबरें और भ्रामक सूचना देने वाले पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व में पदस्थ मुख्य लिपिक आलोक खरे एवं उसके साथ कार्यरत अन्य लिपिक इनाम अल हक कुरैशी को सागर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने शुक्रवार को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हांथों गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व में पदस्थ वन रक्षक ब्रम्ह प्रकाश सिंह के वेतन एवं अन्य भत्तों के बिल पेंडिंग थे, जिसके भुगतान के लिये वह काफी दिनों से परेशान था। कई बार अपने भुगतान के लिए वह मुख्य लिपिक से मिला लेकिन रिश्वत की मांग की होने के कारण भुगतान नहीं हो सका। इसके लिये पांच हजार रुपये की रिश्वत की मांग की गई। जिसकी शिकायत लोकायुक्त सागर से आवेदक वन रक्षक ने की। शिकायत की जांच के बाद शुक्रवार को दोपहर लोकायुक्त पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से वनरक्षक द्वारा चार हजार रुपये की रिश्वर आलोक खरे को और एक हजार रुपये की रिश्वत इनाम अल हक कुरैशी को देते हुए रंगेहाथों पकड़ा। इस कार्रवाई में लोकायुक्त डीएसपी राजेश कुमार खेड़े और उनकी टीम का योगदान रहा।
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भोपाल। राजधानी स्थित वन विहार नेशनल पार्क में हुई वन्यप्राणी गणना के नतीजे आ गए हैं। इसके अनुसार फिलहाल वन विहार में 11 बाघ, 06 सिंह और 10 तेंदुए हैं। वन विहार नेशनल पार्क में वन्य प्राणियों की गणना-2020 फरवरी माह की 26,27 एवं 28 तारीख को की गई थी। इस गणना के नतीजे वन विहार प्रबंधन ने गुरुवार को जारी किए हैं। इन नतीजों के अनुसार वन विहार में बाड़े में रखे गए वन्य प्राणियों की संख्या 113, स्वतंत्र विचरण करने वाले वन्यप्राणियों की संख्या 1367 है। इनके अलावा यहां अफ्रीकन प्रजाति के 5 कछुए कोर्ट केस के चलते क्वारेंटाइन में भी रखे गए हैं। गणना के अनुसार बाड़े में रहने वाले प्राणीवन विहार में 11 बाघ, 01 सफेद बाघ, 06 सिंह, 10 तेंदुए, 23 भालू, 02 इंडियन बायसन, 02 लकड़बग्घे, 13 मगर, 03 घड़ियाल, 09 पहाड़ी कछुए और 33 जलीय कछुए बाड़े में रखे गए हैं। स्वतंत्र विचरण करने वाले वन्यप्राणीगणना के अनुसार वन विहार में 549 चीतल, 385 सांभर, 94 नीलगाय, 43 जंगली सुअर,सुअर, 47 सियार, 93 काले हिरण, 65 मोर, 05 चौसिंगा, 01 चिंकारा, 37 लंगूर, 20 सेही, 06 खरहा, 04 नेवला, 15 बारहसिंगा, और 03 जंगली बिल्ली सहित कुल 1367 वन्यप्राणी खुले में विचरण करते हैं।
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भोपाल। भोपाल रेल मंडल द्वारा यात्रियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लगातार सतर्कता बरते हुए निगरानी की जा रही है। इसी क्रम में मण्डल द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये भोपाल मण्डल से चलने वाली सभी ट्रेनों के वातानुकूलित डिब्बों से परदे एवं यात्रियों को दिये जाने कम्बल (अस्थाई तौर पर) हटा दिये गये हैं। इसके साथ ही मण्डल से प्रारम्भ होने वाली सभी ट्रेनों की धुलाई विशेष कैमिकल से की जा रही है। यात्रियों के सम्पर्क में आने वाली हर उस वस्तु जैसे-टेऊन हैण्डल, पायदान, दरवाजों की नॉब, वाशबेसिन के नल, बर्थ पर चढऩे की जंजीरें एवं सीढ़ी, सीट कवर आदि की विशेष प्रकार से साफ-सफाई कर स्प्रे किया जा रहा है। भोपाल रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने गुरुवार को इस सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि यात्रियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की जानकारी देने के लिये स्टेशनों पर लगातार उद्घोषणा की जा रही है। भोपाल एवं इटारसी स्टेशनों पर यात्रियों को कोरोना वायरस के बचाव के लिये वीडियो क्लिप के माध्यम से सचेत किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त यात्रियों को जागरूक करने के लिये प्लेटफॉर्मों, बुकिंग कार्यालय, पूछताछ केन्द्र पर, स्टेशन के सरकुलेटिंग एरिया में पोस्टर एवं बैनर्स तथा टेऊनों के डिब्बों में पोस्टर लगाये गये हैं, जिसमें यात्रियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु सावधानियॉ व निर्देश लिखे गये हैं।
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पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में उथली खदानों से प्राप्त हीरों की नीलामी स्थानीय कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में 07 अप्रैल से शुरू होगी। इस नीलामी में उज्जवल, मैले एवं औद्योगिक किस्म के 111 हीरों को रखा जाएगा, जिनका कुल वजन लगभग 129.21 कैरेट है। इनकी अनुमानित कीमत लगभग 39 लाख 62 हजार 988 रुपये आंकी गई है। इच्छुक बोलीदार 5 हजार रुपये की अमानत राशि जमा करके बोली में भाग ले सकते हैं। यह जानकारी जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने गुरुवार को मीडिया को दी। जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि नीलामी 07 अप्रैल से शुरू होगी और सभी हीरों की नीलामी पूर्ण होने तक शासकीय अवकाश को छोडक़र जारी रहेगी। प्रतिदिन सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक हीरों का निरीक्षण किया जाएगा और उसके बाद बोली लगाई जाएगी। उच्चतम बोली लगाने वाले बोलीदार को अंतिम निर्णय के तुरन्त बाद नीलामी राशि का 20 प्रतिशत जमा करना होगा। शेष राशि 30 दिन में जमा करना अनिवार्य होगी। हीरा नीलामी नियमों के संबंध में विस्तृत जानकारी हीरा अधिकारी कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 07732-252017 पर प्राप्त की जा सकती है।
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रतलाम/इंदौर। दुनियाभर में महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर मध्यप्रदेश में भी सभी तरह के ऐहतियातन कदम उठाये जा रहे हैं। इसी क्रम में रतलाम रेल मंडल द्वारा स्टेशनों पर भीड़ घटाने के उद्देश्य से मंडल के सभी रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट महंगा कर दिया है। नई दरें मंगलवार से लागू भी कर दी गई हैं। अब तक 10 रुपये में मिलने वाला प्लेटफार्म टिकट रतलाम मंडल के सभी स्टेशनों पर 50 रुपये में मिल रहा है। रतलाम मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी जितेन्द्र कुमार जयंत ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि रतलाम मंडल के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक द्वारा सोमवार को मंडल के सभी 139 रेलवे स्टेशनों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिये थे। मंडल द्वारा प्लेटफार्म टिकट के दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है और मंगलवार से यह दरें लागू भी कर दी गई हैं। मंडल द्वारा यह निर्णय कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और रेलवे स्टेशनों की भीड़ कम करने के मद्देनजर लिया गया है।उन्होंने बताया कि वाणिज्य प्रबंधक द्वारा अपने निर्देश में मंडल के सभी स्टेशनों के साथ-साथ ट्रेनों के अंदर पूरी तरह सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा है। इसी के चलते रेलवे सभी बोगियों की सफाई लाइजोल जैसे उपयुक्त कीटनाशक से करवाई जा रहा है। रतलाम रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों पर बेंच, वेटिंग रूम, बुकिंग ऑफिस, रेलवे कोच आदि को सैनिटाइज किया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे कॉलोनियों में भी सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। इसे देखते हुए विधानसभा के आसपास एवं शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। राज्यपाल के आदेश के बावजूद आज विधानसभा में होने वाला फ्लोर टेस्ट नहीं होगा। विधानसभा की कार्रवाई के लिए जो सूची जारी की गई है, उसमें इसका कहीं कोई जिक्र नहीं है। जो विषय सूची जारी हुई है, उसमें केवल राज्यपाल का अभिभाषण और उस पर कृतज्ञता ज्ञापन होगा। इधर, प्रदेश के लोगों की नजरें विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट पर लगी हैं, लेकिन देखना है कि आज होने वाला फ्लोर टेस्ट कमलनाथ सरकार करवाती है या नहीं। इसी बीच भाजपा के सभी विधायक जिन्हें गुरुग्राम में रखा गया था, विधानसभा की कार्रवाई के लिये भोपाल आ गए हैं। विधानसभा में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और धारा 144 लागू की गई है।
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महू। शहर के सरकारी अस्पताल से एक दिन पहले गायब हुई कोरोना वायरस की संदिग्ध मरीज महिला सोमवार सुबह खुद ही वापस अस्पताल आ गई। महिला के परिजन ही उसे सोमवार सुबह अस्पताल लेकर आए। महिला को फिलहाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उसकी जांच रिपोर्ट आज शाम तक आ जाने की उम्मीद है। बाली से लौटी इस 26 वर्षीय महिला के लक्षण कोरोना वायारस से मिलते जुलते थे। इस कारण महिला को सरकारी अस्पताल में भर्ती करके आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। महिला के खून के नमूने भी जांच के लिये भेजे गए थे। रविवार सुबह तक तो महिला उस कक्ष में थी, मगर 11 बजे बाद वह नजर नहीं आई। इसके पूर्व वह अस्पताल के स्टाफ को यही कहती रही कि वह अब ठीक हो गई और जाना चाहती है, लेकिन उसकी रिपोर्ट नहीं आने से उसे डिस्चार्ज नहीं किया गया था। महिला को सभी जगह तलाश किया गया, उसके घर भी खबर की गई। मगर कहीं पता नहीं चला थी। उसका मोबाइल भी बंद था। प्रभारी डॉ. एचआर वर्मा की सूचना पर पुलिस उसके घर गई, मगर वह नहीं मिली। इस मामले में सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि बाली से लौटी युवती को महू आर्मी अस्पताल में आइसोलेट किया गया था। रविवार शाम को सूचना मिली कि यह अस्पताल से गायब है। पुलिस को सूचना दे दी गई। सोमवार शाम तक जांच रिपोर्ट आएगी। इसके बाद महामारी घोषित होने के प्रावधान के तहत एफआईआर भी दर्ज होगी।
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उज्जैन। कोरोना वायरस को लेकर जिस तरह से सतर्कता बरती जा रही है, उसके चलते महाकाल मंदिर के पुजारियों-पुरोहितों के साथ मंदिर प्रशासक ने सोमवार को बैठक लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। अब महाकालेश्वर मंदिर में भस्मार्ती में श्रद्धालुओं का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। पुजारी-पुरोहितों द्वारा नियमित भस्मार्ती परंपरानुसार की जाएगी, वहीं अन्य आरतियां भी सम्पन्न होंगी। गर्भगृह में भी भक्तों का प्रवेश निषेध रहेगा। प्रात: 6 बजे से भक्तों को दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा। दर्शन व्यवस्था चलायमान रहेगी। पीतल के बेरीकेड्स से भक्त दर्शन करते आगे बढ़ते जाएंगे। मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत ने सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि आगामी आदेश तक गर्भगृह में तथा भस्म आरती प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। परम्परा अनुसार महाकाल मन्दिर के पुजारियों द्वारा भस्मार्ती एवं अन्य आरतियां निर्धारित समयानुसार होगी। उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर मन्दिर में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आम श्रद्धालुओं के हित एवं कोरोना वायरस के संक्रमण से जान-माल को सुरक्षित रखने के लिये शासन द्वारा जारी एडवायजरी के अनुसरण में मन्दिर प्रबंध समिति ने मंदिर के सभी पुजारी, पुरोहितों से चर्चा कर निर्णय लिया है कि आगामी आदेश तक गर्भगृह एवं महाकाल भगवान की प्रतिदिन प्रात: होने वाली भस्म आरती में श्रद्धालुओं का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित किया जाए। भस्मार्ती एवं अन्य आरतियां निर्धारित परम्परा अनुसार पुजारी.पुरोहितों द्वारा की जाएगी।रातव ने बताया कि मन्दिर में प्रवेश करने वाले सभी दर्शनार्थियों की प्रवेश द्वारों पर स्क्रीनिंग की जाएगी। मन्दिर में आने वाले दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रात: 6 बजे से होगा ओर दर्शन व्यवस्था चलायमान रहेगी। मन्दिर परिसर स्थित अन्य मन्दिरों में बांधे जाने वाले रक्षासूत्रए कलावाए धागेए डोरे इत्यादि बांधने पर पूर्णत: प्रतिबंधत रहेगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में सियासी उठा-पटक के बीच रविवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें राज्य के सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पांच फीसदी बढ़ाने का निर्णय लिया गया। यह जानकारी बैठक के बाद प्रदेश के जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि बैठक में कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की गई। इसके लिए सीएमएचओ को पूरे पॉवर दिये गये हैं। केंद्र सरकार ने इसे आपदा की श्रेणी में रखा है, इसीलिए मध्यप्रदेश में कई कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने कर्मचारियों को जुलाई 2019 से पांच प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। आगामी एक अप्रैल से उन्हें इसका नकद भुगतान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बैठक में आदिवासी नेता रामू टेकाम और राशिद सोहेल सिद्दकी को मप्र राज्य लोकसेवा आयोग का सदस्य बनाने का निर्णय लिया गया है। वहीं, मंत्रिपरिषद ने प्रदेश में रेत नियमों में संशोधन को भी मंजूरी दी गई है। नई रेत नीति के तहत निविदा में तीन दिन की अवधि को बढ़ाकर 15 दिन किया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में कोरोना वायरस को लेकर लम्बी चर्चा हुई। पत्रकारों द्वारा कोरोना को चलते विधानसभा सत्र को आगे बढ़ाने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इसका निर्णय मंत्रिपरिषद द्वारा नहीं लिया जाता। सोमवार से विधानसभा का सत्र शुरू होगा और उसी में इसको लेकर चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जयपुर में कोरोना के मरीज मिले हैं। हमारे विधायक भी जयपुर में थे और यहां आने के बाद उनकी जांच रवाई है। हरियाणा और बेंगलुरु में भी कोरोना के मरीज मिलने के चलते वहां से आने वाले लोगों की भी जांच कराई जाएगी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बेंगलुरु से हमारे विधायक यहां आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें आने नहीं दिया जा रहा। उन्हें वहां बंधक बनाकर रखा गया है। सरकार के संकट को लेकर मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार के पास पूरे नम्बर है। हम फ्लोर टेस्ट में सफल होंगे।
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सतना। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के मारडुम थाना क्षेत्र में शनिवार को जवानों की नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में सीएएफ के दो जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में एक जवान देवेंद्र सिंह जनार्दन मध्यप्रदेश के सतना जिला का रहने वाला था। देवेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर रविवार को उनके गृहनगर पहुंचेगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। सतना जिले के रामपुर बाघेलान तहसील के जनार्दनपुर गांव के रहने वाले शहीद जवान देवेंद्र सिंह छत्तीसगढ़ सीएएफ में प्रधान आरक्षक के पद पर कार्यरत थे और उन्होने वर्ष 2006 में सेना में नौकरी ज्वाइन की थी। जवान के परिवार के अमित सोमवंशी ने बताया कि शहीद जवान देवेंद्र सिंह सोमवंशी के पिता स्व. जयवीर सिंह सोमवंशी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में थे और वे भी 12 वर्ष पहले शहीद हो गए थे। जवान ने अपने पीछे अपनी पत्नी पूजा व दो बेटे राज 10 वर्ष व सिद्धू 6 वर्ष को छोड़ गए हैं। शहीद जवान का परिवार अपने ननिहाल सीधी जिले के करौंदिया में रहने लगा है। जनार्दनपुर गांव में फिलहाल शहीद जवान का परिवार नहीं रहता है। जवान का पार्थिव शरीर रविवार को सीधी के करौंदिया गांव पहुंचेगा। जहां उनका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत का कहना है कि कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार अलर्ट पर है। लोगों को इस बीमारी से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए तरुण भनोत ने कहा कि कोरोना वायरस देश में तेजी से फैल रहा है जो चिंता की बात है। स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत ने कहा कि अभी तक मध्यप्रदेश में कोई पाजिटिव मरीज नहीं मिला है। एक संदिग्ध मरीज इंदौर में मिला है, जिसका समुचित उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बी संक्रमण का खतरा हो सकता है। यही कारण है कि इस वायरस के बारे में जनजागृति पैदा करने की जरुरत है, ताकि लोग जागरूक हो सकें। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने एडवाइजरी तो जारी की है लेकिन कोई अन्य मदद कैंद्र हमारी नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र से निवेदन करना चाहता हूं कि प्रदेश में स्क्रीनिंग के लिए ज्यादा से ज्यादा किट प्रदेश को उपलब्ध कराये जिससे प्रदेश के ग्रामीण इलाको में भी कोरोना की रोकथाम के लिए काम किया जा सके।
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भोपाल। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले को शुक्रवार को देर शाम भोपाल में एयरपोर्ट जाते समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रोकने का प्रयास किया गया। इस दौरान उन्हें काले झंडे दिखाए गए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा उनके काफिले पर पथराव भी किया गया। इस मामले में भोपाल के श्यामला हिल्स थाना पुलिस ने 30-35 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा का नामांकन दाखिल करने के बाद ज्योरादित्य सिंधिया शुक्रवार शाम को दिल्ली जाने के लिए भोपाल एयरपोर्ट रवाना हुए थे। जब उनका काफिला कमला पार्क और राजा भोज की स्टेच्यू के पास वीआईपी रोड पर पहुंचा, तभी अज्ञात लोगों द्वारा सिंधिया के काफिले को काले झंड़े दिखाए। वहीं, भाजपा का आरोप है कि राजाभोज की प्रतिमा के पास से गुजरते समय उनकी गाड़ी पर पत्थर भी फेंके गए और कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी पर चढऩे की कोशिश की। इस मामले को लेकर भाजपा ने देर रात श्यामला हिल्स थाने का घेराव किया और आरोपित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 307 के तहत नामजद एफआईआर दर्ज कराने की मांग की गई। रात 12 बजे तक भाजपा कार्यकर्ता थाने में ही जमे रहे और जमकर हंगामा किया। हालांकि, पुलिस पथराव और गाड़ी पर चढ़ने जैसी घटना से इनकार कर रही है, लेकिन हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने 30-35 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है और वीडियो के आधार पर मामले की जांच करने की बात कही है।
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करीला/अशोकनगर। मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के करीला गांव में शनिवार को रंगपंचमी पर तीन दिवसीय मेला शुरू हो गया है। मेले के लिए मां जानकी के दरबार में आकर्षक लाइटों से सजाया गया है, हालांकि प्रशासन द्वारा कोराना वायरस के चलते संक्रमण से बचाव के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए है इसके बावजूद मेले में सुबह से लोगों का आना शुरू हो गया। प्रशासन द्वारा यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं साथ ही कई जगह स्वास्थ्य विभाग की टीमों को एम्बुलेंस के साथ तैनात किया गया है। विदित हो कि मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा और अन्य प्रदेशों से लाखों लोग करीला धाम पहुंचते हैं। क्या है मान्यता मान्यता है कि भगवान राम ने जब सीता का परित्याग कर दिया था, तब माता सीता करीला में ऋषि वाल्मीकि के आश्रम में आकर रही थीं। इस आश्रम में माता सीता ने लव-कुश को जन्म दिया था। लव-कुश के जन्म पर करीला में खुशियां मनाई गईं और अप्सराओं का नृत्य हुआ था। जिस दिन खुशियां मनाई गई वह रंगपंचमी का दिन था। तभी से यहां राई नृत्य का यह सिलसिला तभी से चला आ रहा है जो आज जारी है। यहां जो भी लोग आते है वे अपनी मन्नते मांगते पूरी होने पर यहां आकर नृत्य करवाते हैं।
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भोपाल। राज्य शासन ने नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) एवं उससे जनित बीमारी से बचाव के लिये प्रदेश के सभी शासकीय एवं निजी स्कूलों में अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक अवकाश घोषित किया है। इस संबंध में शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने सभी स्कूलों को निर्देश जारी किये हैं। निर्देश में कहा गया है कि कक्षा पाँचवी और आठवीं की परीक्षाएँ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार आयोजित की जायेंगी। कक्षा 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षाओं (चाहे वे किसी भी सक्षम बोर्ड/प्रबंधन के तत्वावधान में आयोजित की जा रही हों) का आयोजन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार किया जायेगा। अवकाश अवधि में समस्त शासकीय विद्यालयों में समस्त शिक्षकीय एवं गैर-शिक्षकीय स्टाफ विद्यालय में उपस्थित रहकर शासकीय और अकादमिक कार्य संपादित करेंगे। निजी विद्यालय शिक्षकीय एवं गैर-शिक्षकीय स्टाफ की विद्यालय में उपस्थिति के संबंध में अपने स्तर पर स्वविवेक से निर्णय ले सकेंगे।
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भोपाल। प्रदेश में होली के बाद बदले मौसम के चलते भोपाल सहित अन्य 9 जिलों में शुक्रवार को गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं। वहीं, रीवा, शहडोल संभाग सहित सिवनी, मंडला, बालाघाट, विदिशा, रायसेन, सीहोर जिले में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसके साथ ही गरज के साथ बिजली चमकने की आशंका है। इसके लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इधर, शुक्रवार को राजधानी में शाम के बाद गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पडऩे की संभावना है। साथ ही 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। वहीं, अधिकतम तापमान 30 तो न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने पश्चिमी विक्षोभ और नॉर्थ ईस्ट में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आपस में टकराने वाले हैं। इस कारण 13 मार्च को सभी जिलों में बारिश होने की संभावना है। इधर, बादल व बारिश के कारण दिन के तापमान में दो से तीन डिग्री की और गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि, इस दौरान रात के न्यूनतम तापमान में भी बदलाव होने की संभावना है। - 2.5 डिग्री गिरा न्यूनतम तापमान राजधानी में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो कि सामान्य से 2.5 डिग्री कम रहा। वहीं, पिछले 24 घंटे के दौरान भी 2.5 डिग्री की कमी दर्ज की गई है। बुधवार को रात का तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इधर, दिन का तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में 0.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।
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गुना। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा नेता हो गए हैं। सिंधिया के साथ ही उनके सैकड़ों समर्थक कांग्रेसियों ने भी पंजे का साथ छोडक़र भाजपा का कमल थाम लिया है। राजनीति में सामने आए इस अप्रत्याशित प्रसंग से हर कोई भौचक्का है। इस अप्रत्याशित प्रसंग का प्रभाव प्रदेश की राजनीति के साथ ही देश की राजनीति पर भी आने वाले दिनों में पडऩे की संभावना है और इस प्रभाव से गुना भी अछूता नहीं रहने वाला है। राजनीति के जानकारों का मानना है कि इससे आने वाले दिनों में जहां भाजपा के लिए जिले में मुश्किलें बढ़ेंगी तो कांग्रेस की राह भी आसान नहीं रहने वाली है। कांग्रेस हाल-फिलहाल इससे साफ होने की स्थिति में पहुँच गई है और अब उसे नए सिरे से खड़े होने के लिए शुरु से कखगघ पडऩा पड़ेगा, वहीं भाजपा में टकराव के हालात बन सकते है। भाजपा और कांग्रेस से परोक्ष रुप से जुड़े तमाम संगटनों पर भी इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा तो नेताओं की व्यक्तिगत राजनीति भी प्रभावित होगी। खुद भाजपाजन और सिंधियाई कांग्रेसी भी यह समझ रहे है, इसलिए भले ही ऊपर से वह इस प्रसंग को लेकर उत्साहित दिखाने का प्रयास कर रहे है, किन्तु अंदर ही अंदर अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर आशंकित भी है। कांग्रेस के लिए फिर खड़े होना मुश्किल ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा का दामन थामने के बाद उनके समर्थक कांग्रेसियों ने भी भी कांग्रेस को टाटा कर भाजपा में अपनी आस्था व्यक्त की है। इसमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष सहित कांग्रेस से जुड़े तमाम संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी भी शामिल है। चूंकि जिले में सिंधिया का प्रभाव अधिक रहा है, इसलिए इन पदों पर विराजने वाले अधिकांश कांग्रेसी उनके ही समर्थक थे। उनके भाजपा में जाने से जिले में कांग्रेस 90 फीसद तक साफ हो गई है। जो कांग्रेसी शेष रह गए है, वह महत्वपूर्ण पदों पर नहीं है। इसलिए कांग्रेस को अब नए सिरे से संगठन को खड़ा करना होगा। जो काफी मुश्किल होगा। दिग्गी गुट का एकतरफा राज क्षेत्र की कांग्रेसी राजनीति अब तक पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के इर्दगिर्द ही घूमती आई है। इसलिए दोनों के समर्थकों में गुटबाजी भी देखने को मिलती रही है। जिले की चार विधानसभाओं में गुना-बमौरी में सिंधिया का तो राघौगढ़-चांचौड़ा में दिग्गी का प्रभाव देखने को मिलता रहा है। चूंकि अब जिले में सिंधिया कांग्रेस भाजपा में समाहित हो गई है। इसलिए अब दिग्गी गुट का एकतरफा राज हो गया है। अब तक यहां सिंधिया समर्थक श्रम मंत्री महैन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रदेश महासचिव योगेन्द्र लुम्बा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विठ्ठलदास मीना, पूर्व नपाध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता आदि की तूती बोलती आई है तो अब पूर्व जिपं अध्यक्ष सुमेर सिंह गढ़ा, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, हरिशंकर विजयवर्गीय, नुरुल हसन नूर, नरेन्द्र लाहोटी, हीरेन्द्र सिंह, बंटी बना, विजय जैन आदि का सिक्का चलने की संभावना है। संगठन के साथ ही सत्ता की राजनीति में भी यह आगे रहेंगे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सहित विभिन्न संगठनों में अध्यक्ष बनने को लेकर दौड़ भी शुरु हो चुकी है।
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अशोकनगर। जिले की मुंगावली तहसील स्थित ग्राम करीला में प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी रंगपंचमी पर तीन दिवसीय विशाल मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर यहां लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। बताया जाता है कि यहां मनोकामनाएं पूर्ण होने पर श्रद्धालु राई नृत्य कराते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखकर सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा ने करीला धाम मेले में व्यापक व्यवस्थाएं करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा है कि करीला मेला धार्मिक आस्था का केन्द्र है। आस्था एवं श्रृद्धा का केन्द्र माता जानकी करीला धाम के वार्षिक मेले में आने वाले दर्शनार्थियों एवं श्रृद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, ऐसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। कोरोना वायरस को दृष्टिगत रखते हुए मेला स्थल पर 24 घण्टे ओपीडी का संचालन रहेगा। साथ ही 24 पैरामेडिकल टीम एम्बुलेंस तथा स्क्रीनिंग व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि करीला में पेयजल की समुचित व्यवस्था कराई गई है। पेयजल के लिए 250 टेकरों की व्यवस्था रहेगी। साथ ही 2 नए नलकूप खनन कराए गए हैं, जिससे पानी की सप्लाई होगी। करीला मेला में स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए पॉलीथिन को प्रतिबंधित किया गया है। सूखा एवं गीला कचरा के निष्पादन के लिए व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि नारियल, प्रसाद एवं अगरबत्तियों के लिए अलग से स्थान निर्धारित किया गया है। पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया ने बताया कि करीला मेला में सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए 1700 पुलिस जवानों की तैनाती की जाएगी। साथ ही होमगार्ड, नगर रक्षा तथा ग्राम रक्षा समितियों की सदस्य सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए 6 अस्थाई चौकियां बनाई गई है। मेले की निगरानी के लिए सीसीटीव्ही केमरे लगाए हैं। उन्होंने बताया कि मेले में सादी वर्दी में पुलिस जवान तैनात रहेंगे, जो संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी निगाह रखेंगे।मां जानकी के दर्शन कर लाखों श्रद्धालुओं लेते हैं आशीर्वाद रंगपंचमी पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का करीला धाम आना प्रारंभ हो जाता है। रंग पंचमी के दिन व रात में लाखों श्रद्धालु मॉ जानकी के मंदिर में दर्शन लाभ लेकर आशीर्वाद लेते हैं। मन्नतें पूरी होने पर हजारों श्रद्धालु मंदिर परिसर के बाहर राई नृत्य करवाते हैं। करीला के मुख्य मंदिर में मां जानकी के साथ-साथ महर्षि वाल्मीकि व लव-कुश की प्राचीन प्रतिमाएं स्थापित हैं।मां जानकी दरबार की भभूति से फसलों के होते हैं रोग दूरमां जानकी माता के दरबार में हजारों श्रद्धालु आते हैं, दर्शन लाभ लेकर वे मां जानकी दरबार की भभूति अपने साथ ले जाते हैं। इस भभूति को फसल के समय खेतों में फसलों पर छिडक़ी जाती है। यदि फसल में इल्ली लग जाती है तो भक्तजन मां के दरबार की भभूति खेतों में डालते हैं। इस भभूति से फसलों में लगे रोग एवं इल्ली दूर हो जाती है।राई नृत्य की रहती है धूमकरीला धाम में मान्यता है कि जिनकी सन्तान न हो, यहां आकर मन्नतें मांगे तो उसकी मुराद मां जानकी पूरी करती हैं। मुराद पूरी होने पर श्रद्धालु यहां आकर अपनी श्रद्धानुसार राई नृत्य करवाते हैं। क्षेत्र में यह लोकोक्ति प्रचलित है कि लव व कुश के जन्म के बाद मॉ जानकी के अनुरोध पर महर्षि वाल्मीकि ने उनका जन्मोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया था। जिसमें स्वर्ग से उतरकर अप्सराएं आई थी तथा उन्होंने यहां नृत्य किया था। वही जन्मोत्सव आज भी रंगपंचमी पर यहां मनाया जाता है, जिसमें हर वर्ष सैकड़ों नृत्यांगनाएं यहां राई नृत्य प्रस्तुत करती हैं।
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जबलपुर/भोपाल। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आगामी 20 मार्च को मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के दो दिवसीय प्रवास पर रहेंगे। वे यहां आगामी 20 मार्च को रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे, जबकि 21 मार्च को मानस भवन में राज्य न्यायिक अकादमी के रजत जयंती समारोह में शिरकत करेंगे। राष्ट्रपति के संभावित जबलपुर दौरे को लेकर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। संयुक्त जनसम्पर्क संचालक अतुल खरे ने गुरुवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द 20 और 21 मार्च को जबलपुर प्रवास पर रहेंगे। उनके प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय और मानस भवन भवन में तैयारियां की जा रही हैं। कलेक्टर भरत यादव, नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल आरके वाणी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तैयारियों का नियमित जायजा लिया जा रहा है। वहीं, प्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के जबलपुर आगमन को लेकर निर्देश दिए हैं कि सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहना चाहिए, इनमें कोई चूक नहीं हो। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध रहे। प्रस्तावित रूट के ट्रैफिक में तनिक भी व्यवधान नहीं होना चाहिए। सडक़ें पूरी तरह दुरुस्त रहना चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों सजगता और बेहतर समन्वय से तैयारियों को अंजाम देने और वरिष्ठ अधिकारियों को तैयारियों की मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये हैं, साथ ही कहा है कि सभी तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं।
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भोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार दोपहर में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी से उनका करीब 17 साल पुराना नाता भी टूट गया। इसके साथ ही भोपाल में कांग्रेस कार्यालय स्थित सिंधिया के कैबिन को भी हटा दिया और उनके दफ्तर में लगी उनकी नेमप्लेट को भी उखाडक़र फेंक दिया गया। भोपाल स्थित कांग्रेस कार्यालय में ग्राउंड फ्लोर में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और संजय सिंह के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी केबिन बना हुआ था, लेकिन उनके भाजपा में शामिल होते ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने रोष व्यक्त करते हुए उनके कैबिन को हटा दिया। कार्यकर्ताओं ने उनकी नेमप्लेट को भी उखाड़ कर फेंक दिया। इस दौरान जोरदार प्रदर्शन कर कांग्रेस कार्यालय के बाहर सिंधिया का पुतला भी फूंका गया।गौरतलब है कि सिंधिया मध्यप्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष थे। उन्हें पार्टी ने केबिन के साथ-साथ स्टॉफ भी दिया था, लेकिन सिंधिया इस केबिन में केवल एक या दो बार ही बैठे थे। बाकी समय तो केबिन के बाहर ताला ही लटका रहता था। बताया जा रहा है कि अब यह केबिन किसी अन्य नेता को दिया जाएगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में आए सियासी भूचाल के बीच बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने काँग्रेस छोड़ जैसे ही भाजपा का दामन थामा। तो इसी उठा-पटक के बीच मध्यप्रदेश में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ हो गया। राज्य सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले इलाकों ग्वालियर और गुना के कलेक्टरों का तबादला कर दिया है। इसी के साथ नीमच और विदिशा के कलेक्टर भी बदल दिए गए हैं। सरकार ने कलेक्टर अनुराग चौधरी और गुना कलेक्टर भास्कर लक्षकार का भी तबादला कर दिया है। दोनों सिंधिया की पसंद के अधिकारी माने जाते थे। जिनकी जगह अब एस. विश्वनाथन को गुना कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी है और कौशलेंद्र विक्रम सिंह को कलेक्टर ग्वालियर की। हटाये गए ग्वालियर कलेक्टर चौधरी को उप सचिव मंत्रालय बनाकर भेज दिया है। इसी तरह सिंधिया के क्षेत्र गुना में कलेक्टर भास्कर लक्षकार को भी उप सचिव मंत्रालय बनाया गया है। अभी उन्हें विभागों का आवंटन नहीं हुआ है। मतलब साफ है कि प्रदेश में सियासी घटनाक्रम के बीच सरकार का यह बड़ा कदम है। आने वाले चंद घंटों में प्रदेश में प्रशासनिक स्तर पर और भी फेरबदल होने की संभावना है। इमरती से पंगा लेने वाली एसडीएम लौटीं सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी से विवाद के कारण हटाई गई जयति सिंह को फिर से डबरा का एसडीएम बना दिया गया है। इसी तरह ग्वालियर (मुरार) और मुरैना (सबलगढ़) के एसडीएम को बदला गया है। जयति सिंह को फिर से इमरती के निर्वाचन क्षेत्र डबरा का एसडीएम बना दिया गया है। इमरती देवी से विवाद के बाद उन्हें हटा दिया गया था.। इसी तरह अंकिता धाकरे को सबलगढ़ का एसडीएम बनाया गया है। राज्य सरकार ने 7 आईएएस अफसरों को बदला जीतेंद्र सिंह राजे - कलेक्टर नीमच एस विश्वनाथन - कलेक्टर गुना कौशलेंद्र विक्रम सिंह - कलेक्टर ग्वालियर अनुराग चौधरी - उप सचिव मंत्रालयभास्कर लक्षकार - उप सचिव मंत्रालय पंकज जैन- कलेक्टर विदिशा अनुराग वर्मा - कलेक्टर हरदा बनाया है।
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भोपाल। होलिका दहन के समय यानी आज (सोमवार) रात हम आसमान में सुपरमून के दीदार करेंगे। इस दौरान आम पूर्णिमा की तुलना में चंद्रमा ज्यादा चमकदार और बड़ा दिखाई देगा। दरअसल होलिका दहन की रात चांद की दूरी पृथ्वी से तीन लाख 57 हजार 404 किलोमीटर होगी और यह साल का दूसरा सुपरमून होगा। इससे पहले माघ माह की पूर्णिमा का चांद भी सुपरमून था। भोपाल की नेशनल अवार्ड से सम्मानित विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने सोमवार को बताया कि आज का चंद्रमा बेह खास होगा। फाल्गुन पूर्णिमा की रात साल की दूसरी सबसे चमकदार रात बनाने जा रही है। पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी महज तीन लाख 57 हजार 404 किलोमीटर होगी, इसलिए यह सुपरमून होगा। उन्होंने बताया कि चंद्रमा सोमवार शाम 6.10 बजे पूर्व दिशा में उदित होकर मंगलवार को सुबह 6.21 बजे पश्चिम में अस्त होगा। उन्होंने बताया कि अंडाकार पथ पर पृथ्वी की परिक्रमा करता पूर्णिमा का चंद्रमा जब तीन लाख 61 हजार 885 किलोमीटर से कम दूरी पर होता है तो उसे सुपरमून कहा जाता है। यह माइक्रोमून की तुलना में 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकदार दिखेगा।सारिका ने बताया कि रात्रि समाप्ति पर जब यह सुपरमून अस्त हो रहा होगा तो पूर्वी आकाश में जूपिटर, सेटर्न, मार्स और मरकरी एक साथ आकाश में दिखकर अपना रंग भर रहे होंगे। पश्चिमी देशों में 99.7 प्रतिशत चमक के साथ के इस सुपरमून को क्रो मून, क्रस्टमून, सुगरमून, वर्म मून का नाम दिया गया है। सारिका ने बताया कि सुपरमून को यादगार बनाने के लिए क्षितिज से उदित हो रहे चंद्रमा की फोटोग्राफी की जा सकती है। मून इलुजन की घटना के कारण चंद्रमा विशाल गोले के रूप में दिखेगा। सुपरमून के सामने होली थीम पर भीड़ से दूर किसी वृक्ष, इमारत की फोटोग्राफी कर अपनी फोटो पर हम हजारों लाइक्स पा सकते हैं।
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सीहोर। आदिवासी अंचल में मनाया जाने वाला भगोरिया पर्व अपने पूरे सबाब पर है। इछावर के बिलकिसगंज क्षेत्र में भगोरिया पर्व पूरे सबाब पर देखने को मिलता है। सोमवार को भगोरिया मेले में पहुंचे जिले के कलेक्टर अजय गुप्ता और एसपी शिशेन्द चौहान वहां मौजूद लोगों के साथ मेले में ढोल की थाप पर अपने आप को रोक नही पाए और जमकर थिरके। आदिवासियों का पारंपरिक पर्व भगोरिया की शनिवार को शुरुआत हो गई। सोमवार को बिलकिसगंज में आदिवासी समाज के लोग बड़े उत्साह के साथ ढोल-नगाढ़ों की थाप पर नृत्य और गीत गाते हुए नजर। मेले में मौजूद जिस किसी ने भी आदिवासियों का पारंपरिक नृत्य देख वह मंत्रमुग्ध हो गया। मेले में आने वाले लोग हाट बाजार में पहुंचकर जमकर चीजों की खरीदारी कर रहे है। वहीं कई ने एक दूसरे को गले मिलकर और मिठाई खिलाकर इसकी बधाई दी। मेले मे रंग-बिरंगे परिधानों मे आदिवासी युवक-युवतियां झूले, चकरी का आनंद लेते दिखाई दिए। वहीं बांसुरी की तान फाल्गुन मास का सुरों से जैसे स्वागत करती प्रतीत हुई। मेले में ढोल-मादल की थाप पर आदिवासी युवक-युवतियां जमकर थिरकीं। टोलियां मेले की खूबसूरती में चार चांद लगा रही थीं। इस बार डीजे की अगुवाई में जुलूस निकला गया, जिसमें आदिवासी समाज प्रमुख साफा बांधकर निकले। समाज का होली पूर्व लगने वाला भगोरिया मेला महत्वपूर्ण होता है। मेले में लगे झूलों का आदिवासी बच्चें, महिलाएं व पुरुष लुत्फ उठाते नजर आए। इस दौरान उन्होंने जमकर खरीदारी की। मेले में दिखा परंपरा और अधुनिकता का मिश्रण मेले में परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण देखने को मिला। भगोरिया हाट मे परंपरागत आदिवासी वेशभूषा में युवतियां पहुंची तो वहीं युवक आधुनिक जींस-शर्ट के परिधान में दिखाई दिए। मेले में आदिवासी गोदना प्रथा भी दिखाई दी। महुआ की मंदिरा भी मेले में मादकता घोले रही। उम्र दराज लोगों पर भी मदिरा के सांथ भगोरिया हाट का नशा छाया दिखाई देता रहा।
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भोपाल। भोपाल कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि इस बार होलिका दहन में लकड़ी का उपयोग नहीं करते हुए अधिकाधिक गौकाष्ठ का उपयोग करें। उन्होंने कहा है कि जिले की शासन से अनुदान प्राप्त गौशालाएं गौकाष्ठ का निर्माण कर शवदाह गृहों एवं लकड़ी के टालों पर इसका विक्रय कर रोजगार का जरिया बनाया जा सकता है। इसी प्रकार सेन्ट्रल जेल भोपाल के कैदियों को भी गौकाष्ठ निर्माण कराकर रोजगार से जोड़ा गया है। इसके लिए गौकाष्ठ निर्माण की मशीन जेल परिसर में स्थापित की गई है। उन्होंने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण प्रदेश के लिए स्थाई जरूरतों में से एक है। पर्यावरण के संरक्षण, बचाव और हरा भरा शीतल प्रदेश हो इसके लिए शासन प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। पेड़ों को कटने से बचाने के लिए गौकाष्ठ आधारित लकड़ी, कंडे और अन्य संसाधन आज पर्यावरण को सामान्य स्थिति में लाने के लिए उपयोग में लाए जा रहे हैं। गौकाष्ठ के उपयोग से सघन जंगल, जलवायु और पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी। गौकाष्ठ आधारित वस्तुएं पर्यावरण को नुकसान से बचाने के लिए उपयोग में लाई जा रही हैं। इस ओर कईं सामाजिक संस्थाएं, समाजसेवी भी अपना योगदान कर रहे हैं।कलेक्टर ने कहा है कि गौकाष्ठ के उपयोग से जहां पर्यावरण को नई ऊर्जा मिल रही है वहां इसके उपयोग से पर्यावरण और बेवक्त बदलते मौसम की प्रतिकूल परिस्थिति को बदलने में मदद मिल रही है। गौकाष्ठ के उपयोग से जहां पेड़ों को कटने से बचाने में मदद मिलेगी वहां इसके उपयोग से रोजगार के नवीन अवसरों का सृजन हो सकेगा। साथ ही विभिन्न संस्थाओं को, आजीविका मिशन और गौशालाओं को पर्याप्त व्यवस्था के साथ साथ उनकी आर्थिक स्थिति में भी बदलाव लाया जा सकेगा। महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ा जा सकेगा। इससे शासन प्रशासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ विभिन्न संस्थाओं और शासकीय अशासकीय गौशालाओं को भी मिल सकेगा।क्या है गौकाष्ठगाय के गोबर से निर्मित कंडे रूपी लकडिय़ां हैं। गौकाष्ठ के उपयोग से वातावरण में कार्बनडाई आक्साईड की मात्रा भी कम होती है और गौकाष्ठ की केलोरिक वेल्यू लकड़ी से अधिक और घनत्व ज्यादा होता है जो पर्याप्त मात्रा में ईधन के लिए भी अनुपयोगी है। गौकाष्ठ निर्मित वस्तुएं प्रदूषण को रोकने, बढ़ती जरूरतों के लिए उपयोगी साबित हो रही हैं। गौकाष्ठ दैनिक जीवन में भी बहुतायत उपयोगी साबित हो रही है, साथ ही कईं कार्यक्रमों में भी इसकी उपयोगिता प्रमाणित है। गौकाष्ठ के उपयोग से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही पूरे प्रदेश में लकडिय़ों एवं अन्य वस्तुओं के जलाने से पर्यावरण को बचाया जा सकेगा। पेड़ों की अत्यधिक कटाई को रोकने में मदद मिलेगी एवं इसके दोहरे उपयोग से हम पर्यावरण के संरक्षण में भागीदार बनेंगे और वातावरण को शुद्ध बना सकेंगे।होली पर बरतें सावधानी, केमिकल युक्त रंगों के इस्तेमाल से परहेज कर खेले सूखी होलीवहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमयू खान ने बताया कि आगामी पर्व होली मनाने में बरती जाने वाली किसी भी प्रकार की असावधानी आंखों के लिए खतरा साबित हो सकती है। उन्होंने केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल न करने एवं कोरोना वायरस से बचाव हेतु सूखी होली खेलने की आमजन से अपील की है। उन्होंने बताया कि घटिया व केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल और मुंह पर पानी फेंकना आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। आंखें शरीर का अहम अंग है, इसलिए सभी को सावधानी बरतनी चाहिए ताकि होली के रंग, बदरंग न हों। होली पर्व पर हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें। केमिकल युक्त रंगों से कई तरह के त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं। उन्होंने कहा है कि पिचकारी मुंह पर कतई न मारे, आंख में तेजी से पानी लगने से कोर्नियां पर जख्म हो सकता है। गंदे पानी का बिलकुल भी प्रयोग न करे क्योंकि इससे आंख में इंफेक्शन हो सकता है। जिन बच्चों को आंखों पर चश्मा चढ़ा हुआ है वे चश्मा उतारकर होली खेलें। होली के हुड़दंग में चश्मा टूट सकता है और उसका कांच आंख में भी घुस सकता है। यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं तो होली खेलने से पहले उन्हें निकालकर कर रख दें। चलती गाडिय़ों पर रंग न डालें। इससे दुर्घटना की संभावना रहती है।
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स्कूल में असेंबली नहीं होगी व समर कैंप नहीं लगेगा कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप बाढ़ रहा हैं | मध्यप्रदेश में कोरोना के चलते अलर्ट जारी कर दिया गया है। वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों की छुटि्यां रद्द कर दी हैं। प्रदेश में होने वाला आइफा अवार्ड भी रद्द कर दिया गया हैं | स्वस्थ विभाग ने संचालनालय स्तर पर भी कुछ अधिकारियों को संविदा नियुक्ति देने की तैयारी कर ली है। कोरोना वायसर का असर बच्चों पर ना आये इस बात को ध्यान में रखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए सरकारी और निजी स्कूलों में प्रार्थना सभा का आयोजन बंद किया जाएगा। असेंबली व समर कैंप भी इस बार नहीं लगाए जायेंगे । इस संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग को आदेश दिए हैं कि स्कूलों में भीड़ एकत्रित न होने दी जाए। अभी तक 19 सैंपलों की जांच की जा चुकी हैं जो निगेटिव आई है। कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शासन से 10 करोड़ रुपये का बजट मांगा है। विभाग के अफसरों ने कहा कि यह राशि मास्क, सैनिटाइजर आदि सामान खरीदने के लिए होगी।
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यादव महासभा के प्रांतीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि आज ऐसी शक्तियों को भी पहचानना जरूरी है, जो देश को बाँटने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति अनेकता में एकता की संस्कृति है। इसकी असली शक्ति आध्यात्मिक शक्ति है, जो देश को बांधे रखती है और आगे बढ़ाती है। कमल नाथ बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान में यादव महासभा मध्यप्रदेश के प्रांतीय अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। कमल नाथ ने कहा कि यादव समाज हर क्षेत्र में जागरूक समाज है। जागरूक समाज होने के नाते यादव समाज की बुजुर्ग और नौजवान पीढ़ी का कर्तव्य है कि देश के मूल्यों को पहचाने। नई पीढ़ी को देश के सांस्कृतिक मूल्यों से परिचित कराएं, इससे जोड़े रखें। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत एकमात्र देश है, जो विविधताओं के बावजूद एक झण्डे के नीचे शान से खड़ा है। मप्र की नई पहचान बनाने आगे आयें युवा मुख्यमंत्री ने कहा कि बुजुर्ग और नई पीढ़ी में बहुत अंतर है। नई पीढ़ी की पहुंच तकनीकी और ज्ञान तक पहुंच है। नई पीढ़ी सिर्फ आगे बढ़ने के अवसर चाहती है। उनमें क्षमता और प्रतिभा दोनों है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नया मध्यप्रदेश बनाना और इसकी नई पहचान बनाना चुनौती है। मध्यप्रदेश की नई पहचान पर हर नागरिक को गर्व होना चाहिए। हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश की नई पहचान बने चाहे वह आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र हो। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा आर्थिक गतिविधियां बढ़ाकर रोजगार के अवसर युवाओं का देना सबसे पहली प्राथमिकता है। रोजगार निर्माण आर्थिक गतिविधि का ही एक आयाम है। यादव समाज की भूमि उपलब्ध कराने एवं अन्य मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि वे यादव समाज को निराश नहीं होने देंगे। उन्होंने यादव समाज सहित अन्य समाजों के युवाओं का आव्हान किया कि नया मध्यप्रदेश बनाने के लिए सब एक साथ मिलकर आगे बढ़ें। इस अवसर पर यादव महासभा के महासचिव दामोदर यादव ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि मुख्यमंत्री कमल नाथ घोषणाओं पर नहीं, काम पर विश्वास करने वाले मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश को नई ऊँचाईयों पर ले जाना चाहते हैं। उन्होंने अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण देने और समन्वय भवन का नाम स्वर्गीय सुभाष यादव के स्मृति में रखने के लिए मुख्यमंत्री का यादव समाज की ओर से आभार व्यक्त किया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव ने भी अधिवेशन को संबोधित किया। इस अवसर पर कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री सचिन यादव, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री हर्ष यादव, पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव, विधायक कृष्णा गौर, योगेन्द्र मंडलोई एवं बड़ी संख्या में यादव समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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अवकाश के दिनों में भी बिजली बिल भुगतान केन्द्र खुलेंगे मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र के अंतर्गत 10 मार्च (होली), 14 मार्च (रंगपंचमी/द्वितीय शनिवार), 25 मार्च (गुड़ी पड़वा/चैती चांद), 08, 15, 22 एवं 29 मार्च (रविवार) को बिल भुगतान केन्द्र सामान्य कार्य दिवसों की तरह कार्य करते रहेंगे। भोपाल शहर वृत्त के अंतर्गत चारों शहर संभाग पश्चिम, पूर्व, दक्षिण तथा उत्तर संभाग के अंतर्गत सभी जोनल कार्यालय और दानिश नगर, मिसरोद, मण्डीदीप में बिल भुगतान केन्द्र उक्त छुट्टियों के दिन भी सामान्य कार्य दिवस की तरह खुले रहेंगे। विद्युत वितरण कम्पनी ने बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे राजधानी के जोनल आफिस में राउंड द क्लॉक चैक से बिल भुगतान कर सकेंगे। नागरिक भोपाल शहर में अरेरा कालोनी, एम.पी. नगर, टी.टी. नगर, वल्लभ नगर, गोविंदपुरा, शक्तिनगर, विद्यानगर, रॉयल मार्केट, राज होम्स, शाहपुरा, रचना नगर, बस स्टैण्ड, कोटरा, बैरागढ़, चाँदबड़, करोंद, शिवाजी नगर, सुल्तानिया, छोला एवं जहाँगीराबाद पर लगी ए.टी.पी. मशीन में भी बिल भुगतान कर सकते हैं।
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लॉ की पढ़ाई कर रही छात्रा से छेड़खानी का मामला सामने आया हैं | बाजार से सामान खरीदकर छात्रा घर लौट रही थी | इस दौरान उसके साथ एक मनचले लड़के ने छेड़छाड़ कर दी | मनचले ने छात्रा को बीच रास्ते में रोका और उसके साथ छेड़खानी करने लगा | रास्ते में एक अज्ञात युवक ने अंधेरे का फायदा उठाकर छात्रा के साथ अश्लील हरकत की । छात्रा ने विरोध कर शोर मचाया तो आरोपित भाग निकला। छात्रा ने पुलिस ने शिकायत की | पुलिस ने शकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है। अशोका गार्डन पुलिस के मुताबिक 20 वर्षीय लॉ की छात्रा है। रविवार रात करीब नौ बजे घर के पास दुकान से सामान खरीदकर लौट रही थी |
Editor shruti upadhyay
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में दो नाबालिग सगी बहनों के रहस्यमय तरीके से लापता होने का मामला सामने आया है। दोनों बहनें बुधवार दोपहर को स्कूल गई थी, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटी। परिजनों द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद भी बच्चियों का पता नहीं चल सका। जिसके बाद परिजनों ने रात में पुलिस को जानकारी दी। फिलहाल आधारताल थाना पुलिस ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कर दोनों की तलाश में जुट गई है। जानकारी अनुसार आधारताल थाना क्षेत्र के इंद्रप्रस्थ कालोनी में रहने वाली नंदनी और संजना पटेल सगी बहनें हैं और जीएस स्कूल संजय नगर में पढ़ती हैं। नंदनी 10वीं की छात्रा है जबकि उसकी छोटी बहन संजना 6वीं क्लास में पढ़ती है। परिजनों के मुताबिक बुधवार को बच्चियों के स्कूल में कार्यक्रम था जिसमें शामिल होने के लिए दोनों बहनें दोपहर करीब 12 बजे स्कूल के लिए निकली थी। शाम को जब 6 बजे तक दोनों घर नही लौटी तो परिजन परेशान होकर स्कूल पहुंचे, जहां पता चला कि दोनों स्कूल में नहीं है। इसके बाद परिजनों ने दोनों की तलाश करना शुरू किया। परिजनों ने उनकी सहेलियों, रिश्तेदारी और पहचान वालों के यहां दोनों की पूछताछ की, लेकिन उनका कही पता नहीं चल सका। थक हार कर बच्चियों के पिता विजय पटेल ने रात में पुलिस को सूचना दी। इधर आधारताल थाना पुलिस ने दोनों छात्राओं के फोटो को शहर के सभी थानों में सर्कुलेट कर तलाश शुरू कर दी है।
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टीकमगढ़। प्रदेश के प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन स्थल ओरछा में आगामी छह से आठ मार्च तक तीन दिवसीय "नमस्ते ओरछा" महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। पूरा जिला प्रशासन इसकी तैयारियों में जुटा है। पूरी ओरछा नगरी को रामराजा मंदिर के रंग में रंगा जा रहा है। यह जानकारी सहायक जनसम्पर्क अधिकारी शैफाली तिवारी ने गुरुवार को मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि आगामी छह मार्च को ओरछा महोत्सव भगवान श्रीराम के अयोध्या से ओरछा आगमन की कथा से शुरू होगा। इस ऐतिहासिक गाथा को थ्री-डी मैपिंग से जहाँगीर महल की दीवारों पर दिखाया जाएगा। इसके साथ ही शास्त्रीय संगीत की स्वर लहरियों के बीच यहाँ विदेशी संगीतज्ञों के साथ बुंदेली गायक सुर-ताल मिलाते दिखाई देंगे। पहले दिन के कार्यक्रम का समापन बुंदेली व्यंजनों के जायके से किया जायेगा। महोत्सव का ब्लू-प्रिंट तैयारतीन दिवसीय ओरछा महोत्सव का ब्लू-प्रिंट तैयार कर लिया गया है। देश-विदेश से आने वाले डेलीगेट्स को तीन दिन में यहाँ की संस्कृति, संगीत, पर्यावरण, भोजन आदि हर चीज से रू-ब-रू कराने की कोशिश की जा रही है। देश-विदेश से आने वाले हर क्षेत्र के डेलीगेट्स को ओरछा में इन्वेस्ट करने के लिए आमंत्रित किया जा सके, इस बात को ध्यान में रखकर पूरा कार्यक्रम तैयार किया गया है।महोत्सव की ओपनिंग सेरेमनी में संध्या ग्रुप का डांस, क्लिंटन का म्यूजिक-शो, बुंदेली आर्टिस्ट तिपन्या के साथ संतूर-वादन का कार्यक्रम होगा। दूसरे दिन 7 मार्च की शाम कंचना घाट पर बेतवा नदी की महा-आरती होगी। यहाँ पर प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायिका शुभा मुद्गल का गायन होगा। इसके साथ ही क्लासिकल डांसर अदिति मंगलदास नृत्य की प्रस्तुति देंगी। इसके बाद कल्पवृक्ष के पास आयोजित म्यूजिक-शो में इण्डियन ओशन ग्रुप, मृग्या, स्वनन किरकिरे के गायन के साथ ही फ्रेंच गायक मनु चाव एवं बुंदेली आर्टिस्ट कालू राम की जुगलबंदी का आनंद लोग उठायेंगे।आसमान से निहारेंगे ओरछा की सुंदरताकार्यक्रम में आने वाले देशी-विदेशी मेहमानों को यहाँ के प्राकृतिक वातावरण से रू-ब-रू कराने के लिये नेचर वॉक, योग, हेरिटेज साइकिलिंग एवं फोटोग्राफी जैसे कार्यक्रम रखे गये हैं। दूसरे दिन सुबह से सभी डेलीगेट्स को वन परिक्षेत्र एवं बेतवा नदी के बीच ले जाकर ये कार्यक्रम कराये जायेंगे। इसके साथ ही, ओरछा की ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक सुंदरता का आसमानी मंजर दिखाने के लिये हॉट एयर बैलून से पर्यटकों को भ्रमण कराया जायेगा।माँ बेतवा की महा-आरतीमहोत्सव में राज्य सरकार बेतवा के महत्व को सभी लोगों के बीच ले जाने का प्रयास करेगी। महोत्सव में 7 मार्च की शाम को सभी डेलीगेट्स कंचना घाट पर बेतवा की महा-आरती में शामिल होंगे। यहीं पर शुभा मुद्गल का गायन होगा। इसके बाद लगभग 500 वर्ष पुराने कल्पवृक्ष को भी दिखाया जायेगा तथा कल्पवृक्ष के पास म्यूजिक-शो होगा
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भोपाल। पश्चिमी विक्षोम के असर के चलते मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत ग्वालियर संभाग में आगामी 2 मार्च को बारिश होने की संभावना है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई है। जिसके चलते राजधानी सहित प्रदेश के मौसम में एक बार फिर ठंडक घुल गई है। कई शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी सामान्य से कम हो गया है। राजधानी में भी अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि अधिकतम तापमान में पिछले 24 घंटे के दौरान 2.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है, वहीं न्यूनतम तापमान में 1.4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान रीवा, शहडोल एवं जबलपुर संभाग के जिलों में काफी गिरा है। शेष संभाग के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस छिंदवाड़ा, रायसेन व खरगौन में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार मप्र के मौसम में 29 फरवरी से बड़ा बदलाव आ सकता है। 29 फरवरी से 2 मार्च के बीच भोपाल सहित ग्वालियर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ ओले गिरने की भी संभावना है। लगातार मौसम बदलने की वजह जम्मू-कश्मीर से गुजरने वाला पश्चिमी विक्षोभ है। कई जगहों पर ओले गिरने से किसानों को नुकसान हो सकता है। पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पहले ही ओलावृष्टि हो चुकी है। विभाग का कहना है कि 29 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो काफी मजबूत है। इससे प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है।
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गुना। नगर पालिका परिषद की बगैर अनुमति के पच्चीस से अधिक लोगों को संविदा पर नौकरी देना और कॉलोनाइजरों पर एफआईआर न कराना नगर पालिका के सीएमओ संजय श्रीवास्तव को भारी पड़ा। प्रभारी मंत्री इमरती देवी इनकी लगातार शिकायत मिलने पर नाराज चल रही थीं। उनके निर्देश पर कलेक्टर व नगर पालिका के प्रशासक भास्कर लाक्षाकार ने सीएमओ संजय श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया है। खबर है कि संविदा पर रखे गए पच्चीस से अधिक लोगों को भी आज-कल में हटाया जा सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभारी सीएमओ संजय श्रीवास्तव गुना नगर पालिका में बीते सवा साल पूर्व आए थे। उनके स्थानीय होने के कारण शहर की कई व्यवस्थाओं को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष राजेन्द्र सलूजा के बीच विवाद हो गया था, इस विवाद के चलते जहां एक और सफाई व्यवस्था ठप हो गई थी, वहीं दूसरी ओर विकास ठप हो गया था। इसको लेकर आए दिन पार्षदों द्वारा शिकायत की जा रही थी। वहीं दिसंबर माह में नगर पालिका परिषद की बैठक हुई थी, जिसमें तय हुआ था कि संविदा पर कर्मचारी रखे जाएं, इसके लिए एक समिति बनेगी। यह समिति छानबीन करके संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी। सूत्रों ने बताया कि उक्त समिति अपने काम करती कि इससे पहले संविदा पर 25 लोगों की नियुक्तियां कर दीं। इन नियुक्तियों के एवज में प्रति एक युवक से पच्चीस से पचास हजार रुपए लेने तक के आरोपों की चर्चा शुरू हो गई थी। इसका मामला चर्चा के रूप में शहर फैला, बाद में इसकी शिकायत पूर्व पार्षद प्रमोद घोसी ने कलेक्टर को एक पत्र भेजा था, जिसमें संविदा पर रखे गए इन कर्मियों के पूरे मामले की जांच कराने की मांग की थी। कलेक्टर ने इस पत्र पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। सिंधिया और इमरती से भी हुई थी शिकायत बताया जाता है कि बीते दिनों प्रभारी मंत्री इमरती देवी और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना के अल्प प्रवास पर आए थे-बैठक में इमरती के समक्ष संविदा पर रखे गए कर्मचारियों में हुई आर्थिक गड़बडिय़ों के मामला आया था। सिंधिया से भी इस आशय की शिकायत आई थीं, जिस पर इमरती ने कलेक्टर को इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही कॉलोनाइजरों को लेकर कई शिकायतें हुई थीं, उनका कहना था कि कॉलोनाइजरों ने जनता को सुविधा तो दी नहीं, उन पर कार्रवाई होना थी, लेकिन उन पर एफआईआर नहीं हुई। उन कॉलोनाइजरों के विरुद्ध कार्रवाई करने के भी निर्देश कलेक्टर को प्रभारी मंत्री ने दिए थे। विवादित रहे सीएमओ नगर पालिका के सीएमओ संजय श्रीवास्तव राजस्व निरीक्षक हैं, जबकि गुना संभाग की सबसे बड़ी नगर पालिका है, उसका प्रभारी सीएमओ बना दिया था। कुछ दिनों पूर्व नगर पालिका के सीएमओ संजय श्रीवास्तव पर बगैर टेण्डर के फिनाइल खरीदने आने के आरोप लगे थे। इसके साथ ही आजीविका मिशन से जुड़ी फाइल एवं होटल सलूजा पैलेस से जुड़ी फाइलें गायब हो गई थी, जिसका मामला कोतवाली में दर्ज कराया था। वहीं तलघर संचालकों को पार्किंग न होने पर नोटिस तो दिए, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इस संबंध में नगर पालिका के सीएमओ संजय श्रीवास्तव बोले मिशन 1० में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का प्रतिसाद मिला है। इस संबंध में गुना प्रभारी मंत्री इमरती देवी का कहना है कि सीएमओ संजय श्रीवास्तव अकेले नहीं हैं ऐसे कई अधिकारी हैं, जिनके खिलाफ शिकायतें मिली हैं, उन पर कार्रवाई कराने के लिए कहा गया है। जानकारी मिली है कि कलेक्टर ने सीएमओ को निलंबित किया है, अभी और अधिकारियों पर भी कार्रवाई होना बाकी है, जल्द ही परिणाम सामने आएंगे।
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बैतूल। शहर के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में वर्तमान में कक्षा ग्यारहवी में अध्यनरत एक छात्र और एक छात्रा का चयन जापान यात्रा के लिए हुआ है। दोनों का चयन गत वर्ष हुई हाईस्कूल परीक्षा में जिले की प्रावीण्य सूची में संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त करने के कारण हुआ है। इनमें बैतूल निवासी प्रतीक्षा कुंभारे टैक्सी चालक प्रवीण कुंभारे की बेटी है, वहीं जावरा के समीप ग्राम अर्जुनवाड़ी निवासी अंशुल अतुलकर के पिता मनीराम अतुलकर मजदूरी करते हैं। सहायक जनसम्पर्क अधिकारी सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय मप्र भोपाल द्वारा इस वर्ष से शुरू की गई जापान एशिया यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम इन साइंस 2020 के तहत वर्ष 2018-19 में हाईस्कूल में प्रदेश की प्रावीण्य सूची में शामिल 8 छात्र-छात्राओं का चयन जापान यात्रा के लिए किया है। इनमें उत्कृष्ट विद्यालय बैतूल के दोनों विद्यार्थी प्रतीक्षा कुंभारे और अंशुल अतुलकर भी शामिल हैं। इन दोनों ने दसवीं कक्षा की परीक्षा में संयुक्त रूप से 487 अंक प्राप्त कर जिले की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। ये सभी छात्र-छात्राएं जापान में साइंस की नई तकनीकी का अध्ययन करेंगे। अभी जापान यात्रा की तारीख तो तय नहीं हुई है, लेकिन लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दोनों के वीजा, पासपोर्ट बनवाने और परिजनों की सहमति लेने पत्र लिखा है।उत्कृष्ट स्कूल के प्राचार्य राकेश दीक्षित ने बताया कि दोनों छात्र-छात्राओं के पासपोर्ट के लिए आवेदन कर दिया है। पासपोर्ट बनने के बाद प्रदेश से यात्रा की तारीख तय होते ही दोनों छात्र-छात्राएं जापान यात्रा पर जाएंगे।जापान यात्रा के लिए चयनित प्रतीक्षा के पिता प्रवीण कुंभारे टैक्सी चालक हैं। वे बैतूल टैक्सी स्टैंड से टैक्सी चलाते हैं। वहीं, अंशुल अतुलकर जावरा के पास छोटे से ग्राम अर्जुनवाड़ी का निवासी है। अंशुल के पिता मजदूरी करते हैं। दोनों छात्र-छात्राओं ने कभी सोचा भी नहीं था कि वे जापान की यात्रा कर पाएंगे। दोनों ने कहा कि साइंस में जापान की तकनीक सर्वश्रेष्ठ है वे जापान से साइंस की नई तकनीकि का अध्ययन करेंगे। यह उनके जीवन का सबसे रोमांचक पल होगा।
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बड़वानी। मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल जिले बड़वानी में भगोरिया एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जिसे पूरे जिले में हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस बार उमंग का यह पर्व भगोरिया तीन मार्च से शुरू होगा और नौ मार्च तक चलेगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। सम्पूर्ण जिले में होली जलने के एक सप्ताह पूर्व से लगने वाले 45 हाट बाजार में भगोरिया का पर्व मनाया जाता है। सहायक जनसम्पर्क संचालक स्वदेश कुमार सिलावट ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सम्पूर्ण बड़वानी जिले में नियमित रूप से 40 ग्रामों में साप्ताहिक हाट-बाजार लगते है, जबकि 5 ग्रामों में विशेष रूप से भरोरिया के लिये वर्ष में एक दिन हाट-बाजार का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिले में 03 मार्च को पहले दिन बालकुंआ, रोसर, पलसुद नागलवाडी, मण्डवाडा, चाचरिया, बाबदड, बिजासन में भगोरिया हाट लगेगा, जिसमें यह पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा, जबकि 04 मार्च को ग्राम सिलावद, बालसमुद, घटया, धवली, धनोरा, भवती, सेमलेट, 05 मार्च को ग्राम पाटी, राजपुर, दवाना, राखी बुजुर्ग, बलवाडी, जोगवाड़ा, 06 मार्च को ग्राम मेणीमाता, बोकराटा, ठीकरी, मोयदा, तलवाडा, वरला, झोपाली. 07 मार्च को ग्राम गंधावल, ओझर, भागसुर, वझर, खेतिया, मटली में, 08 मार्च को ग्राम बड़वानी, चेरवी, पोखल्या, बरूफाटक, पानसेमल, सेंधवा, इन्द्रपुर और 09 मार्च को ग्राम गारा, जुलवानिया, निवाली, अंजड़, सोलवन, जूनाझीरा में यह पर्व मनाया जायेगा।भगोरिया में जनपद और नगर निकाय करवायेंगे व्यवस्थाएं-कलेक्टर अमित तोमर ने जिले के समस्त जनपदों के सीईओ एवं नगर निकायो के सीएमओ को निर्देशित किया कि वे उनके शहर या क्षेत्र में जहां पर भी भगोरिया पर्व के हाट-बाजार लगेंगे, वे वहां पर पीने के पानी सहित साफ-सफाई की विशेष व्यवस्थाएं पूर्व वर्षों के समान करवायेंगे। साथ ही आवश्यक होने पर चूने की लाईन भी डलवाने की व्यवस्थाएं करवायेगी, जिससे हाट बाजार में समुचित व्यवस्थाएं बनी रहे। इसके साथ ही कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि वे अपने खाद्य निरीक्षको के माध्यम से सुनिश्चित करायेगी कि हाट बाजारों में बिकने वाली खाद्य सामग्री मानक स्तर की है।
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भोपाल। राज्य शासन द्वारा प्रदेश के निवाड़ी जिले के सुप्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल ओरछा में ''नमस्ते ओरछा'' महोत्सव 6 से 8 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव के दौरान ओरछा आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा टूरिस्ट गाइड्स को विदेशी भाषाओं की ट्रेनिंग दी जा रही है। महोत्सव में ओरछा के प्राकृतिक सौन्दर्य, पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक महत्व, स्थानीय खान-पान और लोक कलाओं को भी प्रोत्साहित किया जायेगा। स्थानीय महिलाओं को ई-रिक्शा संचालन प्रशिक्षण ओरछा में स्थानीय महिलाओं को ई-रिक्शा संचालन का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षित महिलाएं पर्यटकों को ई-रिक्शा में ओरछा की सैर करायेंगी। प्रशिक्षण के प्रथम चरण में इस कार्य में रूचि रखने वाली ओरछा और उसके आस-पास के ग्रामों की 20 महिलाओं को ई-रिक्शा चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को ड्राइविंग, ई-रिक्शा की सामान्य रिपेयरिंग, मेहमानों से बात करने का तरीका, भाषा ज्ञान एवं कम्प्यूटर की सामन्य जानकारी भी दी जा रही है। प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस भी दिये जायेंगे। होटल रेस्टोरेन्ट संचालकों व दुकानदारों को ट्रेनिंग ओरछा महोत्सव में होटल संचालक, रेस्टोरेंट संचालक और दुकानदारों को विदेशी पर्यटकों का स्वागत-सत्कार करने और उनके साथ व्यवहार के बारे में ट्रेनिंग दी जा रही है। उनको बताया गया है कि पर्यटकों से मधुर व्यवहार के साथ ''अतिथि देवो भव'' परंपरा निभाते हुए उनका आदर-सत्कार किया जाए। महोत्सव के दौरान ओरछा में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिये कहा गया है।
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रायसेन। विश्व प्रसिद्ध भोजपुर शिव मंदिर प्रांगण में संस्कृति विभाग द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय भोजपुर महोत्सव का शनिवार की रात भक्तिमय प्रस्तुतियों का साथ समापन हुआ। दूसरे दिन भजन संध्या में कलाकारों द्वारा शिव भक्ति पर आधारित सांस्कृतिक् कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में जनसम्पर्क मंत्री एवं विधि तथा विधायी कार्य विभाग मंत्री पीसी शर्मा शामिल हुए तथा उन्होंने कलाकारों को सम्मानित भी किया। भोजपुर समहोत्सव की दूसरी संध्या की शुरुआत शनिवार को देर शाम सात बजे हुई। कार्यक्रम की पहली कड़ी में मुम्बई की रमिन्दर खुराना द्वारा ओडिसी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की अगली कड़ी में भोपाल की विभा शर्मा तथा उनके दल द्वारा शंकर भोले नाथ भज मन..... सहित अन्य भजनों की प्रस्तुति दी गई। इसके पश्चात जबलपुर की संजो बघेल द्वारा शिव भक्ति गायन की प्रस्तुति दी गई। देर रात तक चले शिव भक्ति पर आधारित इन कार्यक्रमों की प्रस्तुति से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। इसी के साथ भोजपुर महोत्सव का समापन हुआ।
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भोपाल। राजधानी सहित प्रदेश के मौसम में बदलाव होना शुरू हो गया है। रविवार सुबह राजधानी भोपाल में हल्के बादल के साथ कोहरा भी छाया रहा। बादल छाने से पिछले कुछ दिनों से महसूस हो रही गर्माहट से राहत मिली है और मौसम में ठंडक का एहसास हो रहा है। वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के रीवा संभाग के जिलों व सागर, जबलपुर और होशंगाबाद संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हुई। शेष संभाग के जिलों का मौसम शुष्क रहा। रीवा में 2, कटनी व सीधी में एक सेमी बारिश हुई। रीवा सागर व ग्वालियर संभाग के जिलों में कोहरा भी छाया रहा। हालांकि, न्यूनतम तापमान में सभी संभाग के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान रीवा, जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। हालांकि, शेष मप्र में मौसम शुष्क रहेगा। इसी तरह सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर व शहडोल जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली चमकने या गिरने की संभावना है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में आएगी गिरावट वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी मप्र में हुई बारिश के चलते राजधानी सहित प्रदेशभर में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट होगी। शनिवार को अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री कम रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। इधर, रविवार को इसमें और अधिक गिरावट होने की संभावना है। रविवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
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ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेला के इतिहास का अब तक की सबसे लंबी अवधि का मेला का आज समापन हो जाएगा। समापन अवसर पर मेला कला मंदिर रंगमंच पर शाम 4 बजे पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, विशिष्ट अतिथि के रूप में कांग्रेस विधायक मुन्ना लाल गोयल और विधायक प्रवीण पाठक मौजूद रहेंगे। ग्वालियर व्यापार मेला का शुभारंभ 27 दिसम्बर को पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया था। मेला अवधि 15 फरवरी तक थी लेकिन व्यापारियों की मांग और सैलानियों के अपार उत्साह को देखते हुए इसकी अवधि को 5 दिन बढ़ाकर 20 फरवरी कर दिया गया था। इसके बाद मेला प्राधिकरण के सदस्यों ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनधियों के साथ हुई चर्चा में महसूस किया कि इसकी अवधि 5 दिन और बढ़ाना चाहिए। इसलिए निर्णय लिया गया कि मेला अवधि 25 फरवरी तक रहेगी। प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रशांत गंगवाल और उपाध्यक्ष डॉ प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि मेला इतिहास के अब तक के सबसे लंबे 61 दिन के मेले का समापन समारोह और पुरस्कार वितरण समारोह 23 फरवरी रविवार को सायं 4 बजे मेला कला मंदिर रंगमंच पर आयोजित किया गया है। इस काय्र्रकम में शासकीय प्रदर्शनी,अर्ध शासकीय प्रदर्शनी और 34 सेक्टर में से प्रत्येक सेक्टर के शोरूम को उत्कृष्ट सजावट के लिए प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरुस्कार दिया जाएगा।
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मंदसौर/इंदौर। मंदसौर जिला अस्पताल में बीती देर रात एक साल की बच्ची को तबियत खराब होने पर उसके परिजनों ने भर्ती किया था, जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत देखकर इंदौर रैफर कर दिया। मंदसौर से इंदौर का एमवाय अस्पताल 230 कि.मी है, लेकिन 108 एम्बुलेंस के कर्मियों ने बच्ची को समय पर इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचा ली। अब बच्ची की हालत खतरे से बाहर है और एमवाय अस्पताल में उपचार के बाद उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। जानकारी के मुताबिक, मंदसौर जिले के पिपलियामंडी निवासी पप्पू सिंह की एक वर्षीय बेटी रोशनी की शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब दो बजे अचानक तबियत खराब हो गई। परिजन उसे लेकर मंदसौर के जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने बच्ची की गंभीर हालत देखते हुए इंदौर के एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया और एम्बुलेंस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस कंट्रोम रूम की एम्बुलेंस 108 मौके पर पहुंची और बच्ची को लेकर इंदौर रवाना हो गई। मंदसौर जिला अस्पताल से इंदौर के एमवाय अस्पताल की दूरी करीब 230 किलोमीटर है, जिसे 108 एम्बुलेंस के पायलेट पीयूष जैन ने मात्र तीन घंटे में तय कर ली। वहीं, एम्बुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन यासीन मोहम्मद रास्ते में भोपाल 108 कॉल सेंटर पर मौजूद डॉक्टर की सलाह से बच्ची का प्राथमिक उपचार करते रहे और बच्ची को सुरक्षित एमवाय अस्पताल पहुंचाया। एमवाय अस्पताल में बच्ची को तत्काल आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। एमवाय अस्पताल में उपचार के बाद बच्ची की हालत नियंत्रण में है और उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। बच्ची की जान बचाने में एम्बुलेंस के पायलट पीयूष जैन और इमरजेंस मेडिकल टेक्निशियन यासीन मोहम्मद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश का मौसम शुष्क रहने के साथ ही अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। यह बढ़ोतरी अब थमने लगी है। वहीं, प्रदेश के कटनी जिले सहित पूर्वी मप्र में शुक्रवार से हल्की बारिश होना शुरू हो गई है। कटनी जिले में हल्के ओले भी गिरे हैं। भिंड में भी बारिश के साथ ओले गिरे। हल्की बारिश का यह सिलसिला 25 फरवरी तक प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में बना रहेगा। इससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट भी हो सकती है। गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना मप्र के उत्तर पश्चिमी हिस्से में बने ट्रफ लाइन के कारण बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाएं मध्य भारत की तरफ ब़ढ़ गई हैं। वहीं, उत्तर भारत में बने पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाओं के कारण भी मप्र के कुछ जिलों के मौसम में बदलाव आ सकता है। आगामी 24 घंटे के दौरान रीवा, शहडोल, संभागों के जिले के साथ टीकमगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर और भिंड जिले में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। वहीं पूर्वी मप्र में आगामी तीन दिन में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है। इधर, प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस उज्जैन का रिकार्ड किया गया। रुक-रुक कर हो सकती है बारिश मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 24 फरवरी तक रुक-रुक कर बारिश जारी रहने की उम्मीद है। सीधी, सतना, पन्ना, उमरिया और शहडोल में जहां अच्छी बारिश हो सकती है, वहीं दूसरी ओर इंदौर, भोपाल, उज्जैन, रतलाम, खरगोन, खंडवा, शिवपुरी और ग्वालियर में मौसम शुष्क रहेगा। यानि पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश में विपरीत मौसम रहने वाला है। पूर्वी मप्र में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दो दिन तक उत्तर-पश्चिम मप्र के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्घि और गिरावट दर्ज होने की संभावना है। राजधानी में सामान्य से 4.3 डिग्री अधिक रहा रात का तापमान इधर, राजधानी में मौसम के बदलते मिजाज के बीच शुक्रवार का मौसम दोपहर तक तेज धूप वाला रहा। वहीं, शाम ढलने के बाद ठंड का अहसास भी हुआ। अधिकतम तापमान 30.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 1.7 डिग्री अधिक रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.3 डिग्री अधिक रहा। पिछले 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में 1.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, वहीं न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस ब़ढ़ा है।
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भिंड। भिंड शहर के किनारे गौरी सरोवर में चार पहिया वाहन गिर गया। पुलिस प्रशासन ने सूचना मिलते ही मौके पर तत्काल रेसक्यू टीम भेजकर गाड़ी व उसमें फंसे लोगों को निकाला गया, लेकिन तब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी थी। यह घटना शुक्रवार तड़के लगभग तीन बजे की है। दुर्घटना में मृत तीनों ही मृतक भारोली खुर्द गांव के निवासी है जो रात्रि में ही श्रृंगीरामपुर गंगा घाटसे कांवर भरकर वापस भिंड लौटे थे। जानकारी के अनुसार भारोली खुर्द गांव निवासी ब्रजमोहन सिंह (50) पुत्र परमाल सिंह राजावत, चन्द्र्भान सिंह (25) उर्फ लला पुत्र यदुनाथ सिंह राजवत, ब्रज किशोर शर्मा पुत्र सत्यनारायन शर्मा श्रंगीरामपुर से कांवर भरकर रात्रि करीब डेढ़ बजे लौटे थे। उनको रात्रि में लेने के लिए ब्रजमोहन सिंह का बेटा पंकज सिंह एंम्सेडर कार क्रमांक एम पी 21 सी ए 0084 लेकर भिंड पहुंचा। उसके साथ उसकी माँ विनीता देवी, दादी रामा देवी और चन्द्रभान की माँ ओमवती तथा पत्नी सपना सिंह भी साथ आई थी, जो नीचे उतर कर खड़ी हो गई। जब किनारे गाड़ी पार्क कर दी तो तीनों कांवारीया गौरी सरोवर किनारे खड़ी कार में थकान मिटाने बैठ गये। इसी दौरान आगे की सीट बैठे व्यक्ति ने चाबी लगाकर गाड़ी स्टार्ट कर दी, जब गाड़ी स्टार्ट होकर आगे बढ़ने लगी तो उसने उसे नियंत्रित करने के लिए ब्रेक के बजाय एक्सीलेटर दवा दिया, जिससे गाड़ी तीव्र गति में गौरी सरोवर में जा गिरी और नजदीक खड़े लोग चिल्लाते ही रह गए। शोरगुल होने पर तत्काल पुलिस प्रशासन को अवगत कराया गया। रेसक्यू टीम ने क्रेन व नाव की सहायता से गाड़ी और उसमे बेठे लोगो बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी तीनों के मृत शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया,घटना के वाद तत्काल मौके पर जिलाधीस व अन्य अधिकारी भी पहुंच गए थे।
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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी महाकालेश्विर मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व शुक्रवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने अलग-अलग कतार में लगकर भगवान महाकाल के दर्शन किये। महाशिवरात्रि पर्व पर दोपहर तीन बजे तक लगभग सवा लाख दर्शनार्थियों ने भगवान महाकाल के दर्शन कर लिये थे। महाशिवरात्रि पर्व पर जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्थाएं की गई थीं। श्रद्धालुओं को सरलता से भगवान महाकाल के दर्शन हुए और उन्होंने व्यवस्थाओं की सराहना की। प्रदेश के पीडब्ल्यूडी एवं जिले के प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने दोपहर में भगवान महाकाल के दर्शन नंदीहॉल से किये। उन्होंने जिला प्रशासन, मंदिर प्रशासन, पुलिस प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष प्रकट कर सराहना की। महाशिवरात्रि पर्व पर आम दर्शनार्थियों के साथ-साथ गृहमंत्री बाला बच्चन, घटिया विधायक रामलाल मालवीय, नागदा खचरौद विधायक दिलीप गुर्जर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भगवान महाकाल के दर्शन किये। महाशिवरात्रि पर्व पर संभागायुक्त अजीत कुमार, आईजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने भी भगवान महाकाल के दर्शन किये। मंदिर प्रशासक एवं अपर कलेक्टर एसएस रावत ने समय-समय पर मंदिर की व्यवस्था की निगरानी और मानिटरिंग की।प्रभारी मंत्री ने किये भगवान महाकाल के दर्शनमहाशिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर उज्जैन जिले के प्रभारी एवं लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन किये। वहीं, महाशिवरात्रि पर्व पर प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन का लाभ लिया।शासकीय पूजन के लिए प्रदेश सरकार की ओर से 11 हजार रुपये की राशि भेंट लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश शासन की ओर से महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली शासकीय पूजा के लिए 11 हजार रुपये की राशि भेंट की। मंत्री वर्मा शुक्रवार सुबह 11.45 बजे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे एवं शासकीय पूजन की थाली मंदिर की परंपरा के अनुसार उज्जैन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष को सौंपी।
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रायसेन। महाशिवरात्रि पर्व पर भोजपुर स्थित विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिर में लाखों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन किया। आज सुबह 4 बजे से ही बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। हजाओं श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के विराट रूप का दर्शन किया। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने पेयजल, पार्किंग, यातायात की समुचित व्यवस्था किया, ताकि उन्हें दर्शन और पूजा अर्चना में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े । व्यवस्था की देखरेख एसडीएम विनीत तिवारी, तहसीलदार संतोष विटोलिया के निर्देशन में सुबह से ही हो रही थी। प्रशासनिक अमला चाक चौबन्द तरीके से श्रद्धालुओं की सुविधाओं की निगरानी में लगा रहा । इसी प्रकार रायसेन दुर्ग स्थित सोमेश्वर धाम में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के दर्शन किए तथा पूजा-अर्चना की। उल्लेखनीय है सोमेश्वर धाम में महाशिवरात्रि पर मेला लगता है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। जिला प्रशासन द्वारा सोमेश्वर धाम में भी सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी गई ताकि श्रृद्धालुओं को पूजा-अर्चना में किसी प्रकार परेशानी न हो। एसडीएम मिशा सिंह, तहसीलदार अजय पटेल, नायब तहसीलदार पलक पिडीहा, टीआई जगदीश सिंह सिद्धू सहित अधिकारियों, कर्मचारियों तथा वालेंटियर्स द्वारा सुबह से ही सोमेश्वर धाम में उपस्थित रहकर व्यवस्थाएं संभाली गईं ।
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भोपाल। मध्यप्रदेश टूरिज्म एवं काउंसिल द्वारा समर कैम्प 2020 का आयोजन अब केरवा जंगल में किया जायेगा। कैम्प के माध्यम से स्कूली छात्र-छात्राओं और आदिम जाति के छात्रावासों के बच्चों को प्रशिक्षण सहित विभिन्न स्पर्धाएं कराई जायेंगी। यह जानकारी जिला कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने होटल पलाश में गुरुवार को आयोजित मध्यप्रदेश टूरिज्म एवं काउंसिल की बैठक में दी। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इस समर कैम्प में स्कूल, कॉलेजों से संपर्क कर सभी को आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संरक्षण करने के लिए यह महत्वपूर्ण होगा। पिथोड़े ने कहा कि सभी स्कूलों में वार्षिक परीक्षाओं के पश्चात मार्च अंत में समर कैम्प का आयोजन किया जायेगा, जिससे अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं भाग ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि आदिम जाति और जिला शिक्षा अधिकारी इस संबंध में अपनी तैयारियां पूर्ण रखें। साथ ही बच्चों को चयनित कर केम्प में भाग दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस समर कैम्प के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न कलाओं में निपूर्ण बनाने के अलावा जागरूक करना भी है। कलेक्टर ने आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत होली पर्व पर नागरिकों को जागरूक करने की बात कही। उन्होंने कहा कि होलिका दहन इस बार गौकाष्ठ से किया जाये, जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए कई सामाजिक संस्थाएं भी इस ओर अपने कार्य कर रहीं हैं। होली पर पानी का दुरूपयोग रोकें और होली पर हानिकारक रंगों से बचकर टेसू के फूलों से होली खेलें। इससे कैंसर, त्वचा रोग और आंखों के रोगों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि रैली, नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी आम जनों को जागरूक किया जाये। पिथोड़े ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज जरूरी है, इसके दुष्प्रभावों से बचने के लिए हमें एकरूपता से कार्य करना है। साथ ही जागरूक बनने की दिशा में अग्रसर होना है। स्कूली विद्यार्थी इस और विशेष पहल कर शहर के नागरिकों को जागरूक करने में अपनी भूमिका निभायें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी समाज की दिशा बदल सकता है और पर्यावरण को भी बचा सकता है, हमें जागरूक होना है और आमजनों को भी जागरूक करना है। कलेक्टर ने सभी शहरवासियों से होलिका दहन में गौकाष्ठ का उपयोग करने की अपील की। बैठक में डीआईजी इरशाद वली, वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी रमेश प्रताप सिंह, नगर निगम कमिश्नर विजय बी दत्ता, डीएफओ हरीशचंद्र मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी, काउंसिल के सदस्यों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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बुरहानपुर। शुक्रवार को जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। शिवरात्रि से पहले भोले के दरबार को सजाया गया। जिलेभर के शिव मंदिरों पर फूलों, लाइट से सजावट की गई है। एक दिन पहले गुरुवार को मंदिरों में शिवरात्रि की तैयारियां चलती रही। महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहरों में से एक है। शिव भक्त साल भर अपने आराध्य भोले भंडारी की विशेष आराधना के लिए इस दिन की प्रतीक्षा करते हैं। इस दिन शिवालयों में शिवलिंग पर जल, दूध और बेल पत्र चढ़ाकर भक्त शिव शंकर को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन जो भी भक्त सच्चे मन से शिविलंग का अभिषेक या जल चढ़ाते हैं उन्हें महादेव की विशेष कृपा मिलती है। कहते हैं कि शिव इतने भोले हैं कि अगर कोई अनायास भी शिवलिंग की पूजा कर दे, तो भी उसे शिव कृपा प्राप्त हो जाती है। यही कारण है कि भगवान शिव शंकर को भोलेनाथ कहा गया हैं। दुर्लभ संयोग में मनेगी महाशिवरात्रि बुरहानपुर से रावेर जाते हुए मुख्य मार्ग पर स्थित शिव धाम बहादरपुर में महाशिवरात्रि की तैयारिया पूर्ण कर ली गयी है। मंदिर संरक्षक पंडित वीरभान चतुर्वेदी ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार शिव धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। महाशिवरात्रि पर ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजे पंडित वीरभान चतुर्वेदी के परिवार द्वारा अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद ओमकारेश्वर से कावड़ यात्रा द्वारा लाए गए मां नर्मदा के जल से अभिषेक पूरे दिवस जारी रहेगा। शिव धाम के गुरुजी पंडित योगेश चतुर्वेदी ने बताया कि इस वर्ष महाशिवरात्रि दुर्लभ संयोग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग लेकर आ रही है। विशेषकर विष योग और सर्प दोष से पीडि़त जातकों के लिए यह सुनहरा अवसर रहेगा। यह योग विगत 117 और 28 वर्ष बाद महाशिवरात्रि पर हमें प्राप्त हो रहा है। इस योग में भगवान शिव का पूजन करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होगी। योगेश गुरुजी ने बताया कि विष योग से पीडि़त जातकों को प्रदोष काल में भगवान शिव का पूजन करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा। साथ ही सर्प दोष से पीडि़त व्यक्तियों को भगवान शिव पर चांदी का नाग नागिन का जोड़ा अर्पण करने से सर्प दोष के प्रभाव में कमी आएगी। भगवान शिव का पूजन महाशिवरात्रि के दिन महानिशीथकाल रात्रि में विशेष फलदाई होता है। गुरुजी ने बताया कि शिव धाम बहादरपुर में महाशिवरात्रि की रात 12 बजे भगवान शिव का समस्त भक्तो के लिए अभिषेक पूजन कर विशेष शृंगार और महाआरती की जाएगी। भक्तों को साल भर सुख, शांति, आरोग्य, व्यापार में उन्नति और भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिए आशीर्वाद स्वरूप सिक्का, फूल, चावल प्रदान किए जाएगे। कावड़ यात्रा पहुंची शिवधाम महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर कावडि़ए माँ नर्मदा का जल लेकर बहादरपुर स्थित शिवधाम पहुंचे। शोभालाल शर्मा और उमेश शाह के नेतृत्व में 30 वर्षों से कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। ओंकारेश्वर से माँ नर्मदा का जल कावड़ में भरकर पद यात्रा प्रारंभ की जाती है। महाशिवरात्रि पर तड़के भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाता है। कावड़ यात्रा में करीब 120 कावडि़ए शामिल हुए। महाशिवरात्रि का विशेष सत्संग आज आध्यात्मिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा शुक्रवार रात्रि 8:30 बजे पाकीजा मॉल के पीछे स्थित मोहन नगर में संस्था सदस्य राजेंद्र चौकसे के निवास स्थान पर महाशिवरात्रि पर्व का विशेष सत्संग आयोजित किया गया है। केंद्र प्रमुख और प्रशिक्षक संतोष देवताले एवं इंजीनियर प्रवीण चौकसे ने बताया कि महाशिवरात्रि के निमित्त आयोजित इस विशेष सत्संग में बेंगलुरु आश्रम की परंपरा अनुसार कर्नाटक शैली में मंत्रोचार के साथ रूद्र पूजा संपन्न होगी। तत्पश्चात स्थानीय व्यक्ति विकास केंद्र के साधक भरत श्राफ, विजय मेहता, राजरानी मेहता, राजेंद्र पवार, विपिन जैन, ईश्वरीय आराधना एवं शिव भक्ति पर आधारित मनमोहन भजनों की प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर साधकों को ओम नम: शिवाय चेटिंग के साथ-साथ गुरु वाणी में शिव ध्यान भी कराया जाएगा तथा फलीयारी प्रसादी का वितरण भी होगा। लक्ष्मण मित्तल, योगेश श्रॉफ, विजय दुमबानी, रविंद्र पंडित ने समस्त संस्था सदस्यों और नगर वासियों से इस महाशिवरात्रि पर्व के विशेष सत्संग में उपस्थिति का आग्रह किया है।
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सीधी। जिले के मझौली थाना क्षेत्र अंतर्गत मड़वास चौकी के ग्राम भुमका में गुरुवार को दोपहर में ग्रामीण महिलाएं घर की पुताई के लिए सफेद मिट्टी की खदान पर खुदाई कर रही थीं। इसी दौरान अचानक खदान धंसक गई, जिससे महिलाएं मिट्टी में दब गई। इस हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि चार अन्य महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। वहीं, मृतक महिलाओं के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की। हादसे के बाद ग्राम भुमका में मातम छा गया। मड़वास पुलिस के अनुसार, ग्राम भुमका में आसपास के गांव की कुछ महिलाएं घरों की पुताई के लिए पास ही सफेद मिट्टी की खुदाई करने के लिए गई थी। गुरुवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अचानक खदान धंसक गई, जिससे वहां खुदाई कर रही महिलाएं मिट्टी में दब गईं। मौके पर मौजूद अन्य महिलाओं ने तत्काल ग्रामीणों को सूचना दी। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद करीब एक घंटे की मशक्कत महिलाओं को खदान से बाहर निकाला जा सका, लेकिन तब तक तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतकों की पहचान ग्राम भुमका निवासी 35 वर्षीय रामबाई पत्नी जयराम सिंह निवासी ग्राम भुमका, 40 वर्षीय उर्मिला पत्नी दादू सिंह निवासी टिकरी और 60 वर्षीय बुटइया बाई पत्नी छोटेलाल निवासी बेलगांव के रूप में हुई है। तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली भेजा गया है।वहीं, हादसे में चार अन्य महिलाएं घायल हुई हैं, जिन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मड़वास में भर्ती कराया गया है। घायलों में 35 वर्षीय शीषकली पत्नी रामलखन साकेत निवासी टिकरी, 32 वर्षीय सुनीता पत्नी आशीष साकेत निवासी टिकरी, 28 वर्षीय शोभा पत्नी राजबहादुर निवासी भुमका और 36 वर्षीय अनीता पत्नी हरिभजन केवट निवासी टिकरी शामिल हैं। घायलों में शीषकली बाई को प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में सीधी जिला अस्पताल रैफर किया गया है। मड़वास चौकी प्रभारी खुमान सिंह पटेल ने बताया कि पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
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उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में मनाई जा रही महाशिव नवरात्रि के आठवे दिन गुरुवार शाम को पूजन के बाद भगवान महाकाल ने शिव तांडव के स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिये। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किये। मंदिर समिति के प्रशासक एसएस रावत ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में गत 13 फरवरी से शिवरात्रि की शुरुआत हुई थी, जो कि महाशिवरात्रि तक चलेगी। शुक्रवार, 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। शिव नवरात्रि के आठवें दिन गुरुवार को सुबह महाकाल मंदिर के शासकीय पुजारी घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राहम्णों द्वारा भगवान महाकाल का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया गया। इसके बाद शाम को पूजन के बाद बाबा महाकाल को नवीन वस्त्र धारण करवाये गये। इसके अतिरिक्त मेखला, दुपट्टा, कटरा, मुकुट, छत्र, मुण्ड माला एवं फलों की माला आदि धारण कराई कराकर शिव तांडव स्वरूप में श्रृंगारित किया गया। बाबा महाकाल के शिव तांडव स्वरूप के दर्शन करने के लिए मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों लोगों ने भगवान के दर्शन कर पूजन-अर्चन का लाभ लिया। प्रशासक रावत ने बताया कि शुक्रवार, 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान अलसुबह 2.30 बजे भगवान महाकालेश्वटर मंदिर के पट खुलेंगे और इसके बाद 2.30 बजे से 4.30 बजे तक भस्मारती होगी। वहीं, दद्योदन आरती प्रात: 7.30 बजे से प्रात: 8.15 बजे की जायेगी। भोग आरती प्रात: 10.30 बजे से 11.15 होगी। महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल का सतत जलधारा से अभिषेक होगा। दोपहर 12 बजे गर्भगृह में उज्जैतन तहसील की ओर से पूजा की जाएगी और सायं 04 बजे होलकर एवं सिंधिया स्टेसट की ओर से पूजन होगा। संध्या आरती शाम 5.30 बजे होगी। कोटेश्वर भगवान का पूजन रात्रि 8 बजे से 10 बजे पूजन होगा। भगवान महाकाल को रात्रि 10.30 बजे के बाद जलपात्र से जल चढऩा बंद हो जायेगा तथा महापूजन प्रारंभ होगा। शनिवार को दोपहर में होगी भस्मारतीइसी प्रकार महाशिवरात्रि के अगले दिन 22 फरवरी को सुबह 4 बजे से सेहरा चढऩा और सुबह 6.00 बजे सेहरा आरती होगी। प्रात: 11 बजे से सेहरा उतरना प्रारंभ होगा। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक भस्मारती होगी। दोपहर 2.30 बजे से 3 बजे तक भोग आरती और उसके बाद ब्राह्मण भोज होगा। संध्या पूजन शाम 5 बजे से 5.45 बजे भगवान को जल चढऩा बंद होगा। शाम 6.30 बजे से 7.15 बजे तक संध्याण आरती और रात्रि 10.30 बजे शयन आरती के बाद पट मंगल हो जायेंगे।
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अनूपपुर। पूर्व विधायक एवं पूर्व अध्यक्ष मप्र. राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग रामलाल रौतेल ने भोपाल में आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम से बुधवार को मुलाकात कर मुख्यमंत्री मदद योजना प्रदेश के सभी जिलों में लागू करने की मांग की है। मंत्री मरकाम ने अस्वत किया कि यह बात वह मुख्यमंत्री तक पहुंचा कर उक्त विषय पर चर्चा करेंगे। मंत्री ने सर्वहित की बात कहते हुए इस बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाए जाने एवं योजना को सभी जिलों में लागू करने के लिए आश्वासन दिया। पूर्व विधायक ने बताया मुख्यमंत्री योजना 313 विकासखंड के 89 पर लागू है। यह योजना सभी अनुसूचित जाति के लिए एक वरदान के समान है इसके अंतर्गत जन्म के समय सुखद अवसर एवं मृत्यु के बाद दुखद घटना में सामाजिक संस्कारों का निर्वहन करना पड़ता है योजना में परिवार को 50 एवं 100 किलो राशन उपलब्ध कराया जाता है।
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भोपाल । निवाड़ी जिले में पुरातत्व धरोहर को समेटे ओरछा नगर करीब 50 प्राचीन स्मारकों और मंदिरों के कारण जाना जाता है। राज्य सरकार ने जब ओरछा में महोत्सव की योजना तैयार की, तो सबसे पहले यहां स्थित प्राचीन स्मारकों को सुंदर बनाने के कार्य पर भी विचार कर निर्णय लिया गया। ओरछा के प्राचीन स्मारक फिर से सज्जित और अलंकृत होकर नये स्वरूप में पर्यटकों के सामने आएंगे। महोत्सव के दौरान ओरछा की ऐतिहासिक गाथा थ्री-डी मेपिंग से जहाँगीर महल की दीवारों पर देखी जा सकेगी। आम तौर पर स्मारकों पर घास, काई आदि जम जाने के कारण उनकी सुंदरता और भव्यता पर आंच आती है। इसके साथ ही मूल निर्माण के समय दीवारों पर किए गए रंग के अनुकूल उन्हें सज्जित करने की चुनौती भी सामने आती है। प्रशासन ने पुरातत्व विशेषज्ञों के परामर्श के पश्चात स्मारकों के सुधार कार्य के लिये डेढ़ करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करवाई। इससे 15 प्रमुख पुरातात्विक महत्व के स्मारकों को वास्तविक स्वरूप के अनुसार स्वच्छ और सुदंर बनाने का कार्य शुरू हुआ। इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी अशोक मनवानी ने बुधवार को बताया कि ओरछा के ऐतिहासिक स्मारक राम राजा मंदिर, राजा महल, जहाँगीर महल, लक्ष्मी मंदिर, राय प्रवीण महल और बुंदेली शासकों की छतरियों की साफ-सफाई का कार्य भी हाथ में लिया गया। यह कार्य लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। चतुर्भुज मंदिर की रंगाई-पुताई और सफाई वैज्ञानिक पद्धति से करने का कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि ओरछा में पुरा-स्मारकों को दृष्टव्य बनाने और पर्यटकों की सुविधा की दृष्टि से निखारने के लिये निर्धारित मानकों के अनुसार कार्य किया जा रहा है। ओरछा नगर की पहचान बन चुके ये प्राचीन स्मारक पर्यटन की असीम संभावनाओं को साकार करेंगे। आगामी 6 से 8 मार्च तक 'नमस्ते ओरछा'' महोत्सव में इस दिशा में की गई पहल दिखाई देगी।
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भोपाल। इस साल मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज हर रोज बदल रहा है। कभी ठंड तो कभी तेज गर्मी से तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ है वहीं इन दिनों हवा दक्षिण से चलने लगी हैं। हवा की दिशा दक्षिण से होने से मौसम वैज्ञानिक भी हैरान हैं, क्योंकि आमतौर पर दक्षिण से हवा मई के महीने में चलती हैं और ये हवाएं ही क्षेत्र में मानसून लेकर आती हैं। फिलहाल मौसम विभाग स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह पा रहा है। लेकिन अभी दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। सीहोर जिले के रिकार्ड में इस साल पहली बार सबसे अधिक बारिश हुई है। इस साल जिले में 175 सेमी औसत बारिश और सीहोर ब्लॉक में 205 सेमी से अधिक बारिश दर्ज हुई है। अच्छी बारिश के बाद सीजन में तेज ठंड की भी संभावना बन रही थी। लेकिन अपेक्षा के अनुसार इस साल ठंड कम पड़ी। आधे से ज्यादा फरवरी महीना बीत गया है लेकिन मौसम विभाग अभी सर्दी की विदाई को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह पा रहा है। आए दिन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाता है और बादल छा जाने से मौसम का मिजाज बदल जाता है। लेकिन इन दिनों एक बड़ा बदलाव सामने आ रहा है। चार दिन और हवा दक्षिण से ही चलेंगी। जबकि फरवरी या मार्च के महीने में दक्षिण से हवा नहीं चलती। पिछले कई सालों में ऐसा एक बार भी नहीं हुआ है। दक्षिणी हवा का असर वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ डॉ. तोमर के अनुसार दक्षिण से हवा आमतौर पर मई के महीने में चलती है। ये हवा अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मानसून लेकर आती है। लेकिन इस साल फरवरी महीने में ही दक्षिण से हवा चलने लगी हैं। ऐसा पहली बार हुआ है। तापमान बढ़ेगा, बादल छाए रहेंगे डॉ. तोमर के अनुसार अब दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। ऐसे में बादल युक्त मौसम रहेगा। दक्षिण से आ रही हवा से मौसम में क्या असर होगा इस पर अध्ययन किया जा रहा है।
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खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में इन दिनों नवग्रह महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां रात में सांस्कृति एवं गीत-संगीत के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। सोमवार की रात यहां मुशायरे का आयोजन किया गया, जबकि मंगलवार की रात यहां डांस का कार्यक्रम होगा, जिसमें फिल्म अभिनेता गोविन्दा अपने डांस का जलवा बिखेंगे। सहायक जनसम्पर्क संचालक पुष्पेन्द्र वास्कले ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि खरगौन नगर पालिका द्वारा आयोजित 128वां नवगृह मेला अपने पूरे शबाब पर है। इस मेले में शहर सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में अपने परिवार के साथ पहुंच रहे हैं और झूले सहित खाने-पीने की चीजों का आनंद ले रहे हैं। यहां संस्कृति विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से रंगारंग सांस्कृति आयोजन किये जा रहे हैं। मंगलवार की रात सुपर स्टार गोविंदा अपने डांस की प्रस्तुति देंगे। वे तीन घंटे तक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। उनके साथ आर्केस्ट्रा, डांस ग्रुप और लाफ्टर के कलाकार भी रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रदेश की संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। वहीं विशिष्ठ अतिथि के रूप में जिले के प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, गृहमंत्री बाला बच्चन, कृषि मंत्री सचिन यादव सहित अन्य विधायक शामिल होंगे। नवगृह महोत्सव में सोमवार रात मुशायरे का आयोजन किया गया था, जिसमें राहत इंदौरी ने अपनी शायरी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम में अमरावती के शायर अबरार कासिफ, उत्तर प्रदेश से हाशिम फिरोजाबादी, भोपाल के विजय तिवारी, बुरहानपुर से नईम अख्तर खादमी, उज्जैन से सिराज अहमद, रतलाम के अब्दुल कलाम खोकर ने भी अपनी गजलों से लोगों का मनोरंजन किया।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम के तेवर तीखे होने लगे हैं। इसी वजह से दिन भी तपने लगे हैं। राजधानी भोपाल में सीजन में पहली बार पारा 29 डिग्री पार पहुंच गया है। मंगलवार को धूप चटकने से सुबह तीन घंटे में ही पारा 12.8 डिग्री ऊपर चढ़ गया था। वहीं, सोमवार को दिन और रात के तापमान में 18.6 डिग्री का अंतर रहा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा का कहना है कि तीन-चार दिन बाद दिन के तापमान में और इजाफा होने की संभावना है। यह 31 डिग्री पार पहुंच सकता है। सोमवार को दिन का तापमान 29.4 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 0.6 डिग्री ज्यादा रहा। मंगलवार को भी सुबह से तीखी धूप खिली ही हुई है। सुबह से शाम तक पारे की चाल शाम को हवा का रुख बदलकर उत्तरी हो जाता है। उत्तर से आने वाली सर्द हवा के कारण अभी रात में ठंडक बनी हुई है। सोमवार को रात का तापमान 10.8 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें करीब 1 डिग्री का इजाफा हुआ, इसके बावजूद यह सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। रात में ठंडी हवा भी चली।
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सीधी। प्रदेश के खनिज साधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने सोमवार को क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत “ऐक्टिव केस फाइण्डिन्ग सर्वे अभियान” का शुभारंभ हरी झण्डी दिखाकर किया गया। इस अभियान के संदेश को प्रचारित करने के लिए उन्होंने जिला स्तरीय रैली को रवाना किया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक आर. एस. बेलवंशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. मिश्रा सहित चिकित्सक एवं दल के सदस्य उपस्थित रहे। इस मौके पर मंत्री जायसवाल एवं पटेल ने निर्देशित किया कि अभियान का पूरे जिले में प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। ग्रामीण एवं दूरस्थ इलाकों के प्रत्येक ग्रामवासी का स्वास्थ्य परीक्षण कर क्षय रोगियों की पहचान की जाए तथा उन्हें उचित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदाय की जाए। उन्होंने कहा कि इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाना आवश्यक है, जिससे लोगों में क्षय रोग के प्रति जागरुकता आए और वे अपने आस-पास के क्षय रोगियों की पहचान कर शासन द्वारा प्रदाय की जा रही सेवाओं का लाभ दिला पायें। जिले को क्षय मुक्त बनाने के लिए सभी को सार्थक प्रयास करने के लिए कहा गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिश्रा ने बताया कि यह अभियान 17 फरवरी से 3 मार्च 2020 तक चलाया जाएगा, जिसमें चिन्हित ग्रामों में घर से घर सर्वे कर क्षय रोगियों की खोज की जाएगी। सर्वे में पाए गए मरीजों को निःशुल्क जांच, उपचार एवं निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत 500 रुपये प्रतिमाह उनके खाते में प्रदान किया जाएगा। सर्वे के दैरान ऐसे मरीजों का एच.आई.वी. एवं डायबिटीज की भी जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही 6 साल से छोटे बच्चों की भी स्क्रीनिंग बाल्य रोग विशेषज्ञों द्वारा की जाएगी। इस अभियान में संलग्न सर्वे टीम को शासन के निर्देशानुसार एक रोगी पंजीकृत कराने पर 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। इस अभियान के सफल संचालन के लिए जन प्रतिनिधियों, गणमान्य एवं जागरुक नागरिकों तथा स्वयंसेवी संगठनों से अपील की गयी है कि दो सप्ताह से अधिक खांसी आने पर इस अभियान के अंतर्गत या पृथक से नजदीकी शासकीय क्षय जांच केन्द्र में बलगम की जांच एवं उपचार कराएं तथा जिले को क्षय मुक्त बनाने में शत-प्रतिशत सहयोग करें।
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भोपाल । प्रदेश की संस्कृति, आयुष और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ गुरुवार, 20 फरवरी को खजुराहो महोत्सव का शुभारंभ करेंगी। यह जानकारी सोमवार को जनसंपर्क अधिकारी अशोक मनवानी ने दी। उन्होंने बताया कि संस्कृति विभाग की उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी का यह वार्षिक महोत्सव 7 दिवसीय रहेगा। विश्व धरोहर स्मारक खजुराहो के पश्चिम मंदिर समूह परिसर में खजुराहो नृत्य समारोह में देश-विदेश के विख्यात कलाकार नृत्य प्रस्तुतियां देंगे।
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मंदसौर। जगपसिद्ध भूत भावन भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पर शुक्रवार 21 फरवरी को महाशिवरात्री पर्व के उपलक्ष्य में अभूतपूर्व आयोजनकिये जावेंगे।प्रातःकाल आरती मण्डल के तत्वाधान में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महारूद्राभिषेक आयोजित होगा, इस दिन सुबह 4 बजे गर्भगृह के पट खुलेंगें तथा प्रातः 6 बजेविशेष पूजन अभिषेक किया जावेगा। रात्रि में 4 पहर के 4 महारूद्राभिषेक, 4 आरती होगी। भगवान श्री पशुपतिनाथ प्रातः काल आरती मण्डल के अध्यक्ष पं.दिलीप शर्मा, प्रवक्ता उमेश परमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि, इस वर्ष महाशिवरात्री पर्व पर भगवानश्री पशुपतिनाथ महादेव की अष्टमुखी प्रतिमा का पहला अभिषेक मण्डल की ओर से प्रातः 06 बजे किया जाएगा शिवरात्रि पर्व पर भूतभावन भगवान की रात्रिकालीन पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता हैं, उन्होने बताया कि, इसी क्रम में आरती मण्डल की ओर से रात के चारो पहर में चार अभिषेक तथा चार विशेष आरती के आयोजन होगें रातभरमंदिर में भजन-कीर्तन चलेगें शिवरात्रि पर ग्रामीण क्षेत्रों से कई भजन मण्डलियां यहां आती हैं इसके अलावा नगर के कई शिवभक्त रात्रिकालीन पूजा-अर्चना में शामिल होते हैं, रातभर शिवभक्ति का अनूठा संगम यहा दिखाई देता है। उन्होंने बताया कि, प्रातःकाल आरती मण्डल युवा टीम द्वारा भक्तजनों को सुबह से ही साबुदाने एवं मिष्ठानों से युक्तखीर 11 क्विंटल का भोग लगाकर वहीं पर वितरित किया जावेगा। रात भर होगा विशेष श्रृंगार भगवान आशुतोष की रात्रिकालीन आराधना के संदर्भ में प्रतिमाह का विशेष श्रृंगार किया जावेगा, चारों अभिषेक व आरती के समय प्रतिमा का श्रृंगार बदला जावेगा, हर बारआकर्षक नैयनाभीराम श्रृंगार किया जावेगा व 4 आरती भी की जावेगी और धर्मालुजनों को प्रसाद वितरित किया जावेगा। उन्होंने धर्मालुजनो से अधिक-से-अधिक संख्या मेंमंदिर पहुंचकर प्रातः व रात्रि में विशेष धर्मलाभ लेने की अपील की है। अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन शुरू सर्किट हाउस के समीप पशुपतिनाथ मंदिर द्वार के यहां स्थित भटनागर कृषि फार्म हाउस पर स्थित अति प्राचीन नर्बदेश्वर महोदव मंदिर पर पंपरानुसार तीन दिवस कीअखण्ड रामायण पाठ का आयोजन विधि विधान से गुरूवार को शुरू होगा, यहां अखण्ड रामायण का पाठ तीन दिवस तक चलेगा व महाशिवरात्री पर्व पर विशेष संपुट के साथचैपाईयों का अनुवादन भजन मंडलियों द्वारा किया जावेगा। राम जी लोकेन्द्र भटनागर ने बताया कि, नर्बदेश्वर महादेव मंदिर पर विगत 37 वर्षो से महाशिवरात्री के उपलक्ष्णमें अनवरत्त रूप से पाठ होता चला आ रहा है यहां इस वर्ष भी पाठ शुरू हो गया हैं, 23 फरवरी के दिन पूर्णावर्ति होगी और इसी दिन महाप्रसादी का आयोजन किया जावेगा, उन्होंने धर्मलाभ लेने का आहृ्वान किया।
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भोपाल । मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कम्पनी की सतपुड़ा ताप विद्युत ग्रह सारनी के पावर हाउस क्रमांक-4 की इकाई 10 एवं 11 द्वारा विगत 6 नवम्बर से 14 फरवरी तक लगातार 100 दिन रिकार्ड विद्युत उत्पादन कर नया कीर्तिमान बनाया है। प्रत्येक इकाई 250 मेगावाट की है। यह जानकारी शुक्रवार को जनसंपर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने दी। उन्होंने बताया कि ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने इस उपलब्धी पर सारनी पावर हाउस के पूरे स्टाफ को बधाई दी है। मंत्री सिंह ने कहा है कि आगे भी इसी तरह कार्य करते हुये उत्पादन के नये आयाम स्थापित करें। उल्लेखनीय है कि दोनों इकाईयों से विद्युत उत्पादन लगातार जारी है। इस अवधि में सारनी पावर हाउस क्रमांक 4 का प्लांट लोड फेक्टर(पीएलएफ) 90.16 और प्लांट एवेलेविलटी फेक्टर (पीएएफ) 101.17 प्रतिशत रहा।
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भोपाल । पेंगोलिन के संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिये विश्व पैंगोलिंन दिवस फरवरी माह के तीसरे शनिवार यानि 15 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रयास से पैंगोलिन प्रजाति के बारे में जागरूकता बढ़ती है और विभिन्न संबद्ध संगठरनों को एकत्र कर संरक्षण के प्रयासों को गति दी जाती है। मध्यप्रदेश ने अति लुप्तप्राय प्रजाति में शामिल भारतीय पैंगोलिन के संरक्षण के लिए विशेष पहल की है। वन विभाग और वाईल्ड लाईफ कजंर्वेशन ट्रस्ट ने भारतीय पैंगोलिन की पारिस्थितिकी को समझने और उसके प्रभावी संरक्षण के लिए एक संयुक्त परियोजना शुरू की है। इस संबंध में वन विभाग की जनसंपर्क अधिकारी सुनीता दुबे ने शुक्रवार को बताया कि इस परियोजना में कुछ पैंगोलिन की रेडियों टेंगिग कर उनके क्रियाकलापों, आवास स्थलों, दिनचर्या आदि का गहन अध्ययन किया जा रहा है। दो भारतीय पैंगोलिन का जंगल में सफल पुर्नवास किया गया है। रेडियो टेगिंग की मदद से इन लुप्तप्राय प्रजाति के पैंगोलिन की टेलिमेट्री के माध्यम से सतत निगरानी की जा रही हैं। इस प्रयोग से पैंगोलिन के संरक्षण और आबादी बढ़ाने में मदद मिलेगी। पूरे विश्व में चिंताजनक रूप से पैंगोलिन की संख्या में 50 से 80 प्रतिशत की कमी आई है। एस.टी.एस.एफ. ने किया 11 राज्यों में शिकार और तस्करी का भंडाफोड़ वन्य प्राणी सुरक्षा के लिए प्रदेश में गठित विशिष्ट इकाई एस.टी.एस.एफ ने सभी वन्यप्राणी विशेषकर पैंगोलिन के अवैध शिकार पर और व्यापार को नियंत्रित करने के कारगर प्रयास किये हैं। एस.टी.एस.एफ. ने पिछले कुछ सालों में 11 से अधिक राज्यों के पैंगोलिन के शिकार और तस्करी में शामिल गुटों का सफलता पूर्वक भंडाफोड़ किया है। चीन और दक्षिण एशियाई देशों में कवच और मांस की भारी मांग पैंगोलिन विश्व में सर्वाधिक तस्करी की जाने वाली प्रजाति है। ये सामान्यत: परतदार चींटी खोर के नाम से पुकारे जाने वाले ऐसे दंतहीन प्राणी हैं जो वन्यप्राणी जगत में अद्वितीय होने के साथ लाखों वर्षों के विकास का परिणाम हैं। पैंगोलिन अपने बचाव के रूप में एक परतदार कवच का उपयोग करता है। यही सुरक्षा कवच आज उसके विलुप्ति का कारण बन गया है। परम्परागत चीनी दवाईयों में इनके कवच की भारी मांग इनके शिकार का मुख्य कारण है। चीन और दक्षिण एशियाई देशों में इनके कवच और मांस की भारी मांग है। इससे वैश्विक रूप से पैंगोलिन प्रजाति की संख्या में तीव्र कमी आई है। पैंगोलिन की 8 प्रजातियों मे से 2 भारत में पैंगोलिन की आठ प्रजातियों में से एक भारतीय एवं चीनी पैंगोलिन भारत में पाए जाते हैं। चीनी पैंगोलिन उत्तर पूर्वी भारत और भारतीय पैंगोलिन अत्यधिक शुष्क क्षेत्र, हिमालय और उत्तर पूर्वी भारत के अलावा सम्पूर्ण भारत में पाया जाता है। भारतीय पैंगोलिन भारत के अलावा श्रीलंका, बाँग्लादेश और पाकिस्तान में भी पाया जाता है। दोनों प्रजातियों को वन्यजीव (संरक्षण)अधिनियम की अनुसूची- एक में संरक्षण प्राप्त है। निशाचर प्रजाति होने के कारण भारतीय पैंगोलिन के व्यवहार और पारिस्थितिकी के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। लुप्तप्राय प्रजातियों के प्रभावशील संरक्षण योजना और विकास के लिए उनकी पारिस्थितिकी जानना अति महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश वन विभाग और वाइल्ड लाईफ कंजर्वेशन ट्रस्ट रेस्क्यू किये गये पैंगोलिन में से 6 की रेडियों टेगिंग कर अध्ययन करेगा। इससे लुप्तप्राय प्रजाति की जनसंख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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भोपाल। प्रदेश के सहकारिता मंत्री और जिले के प्रभारी डॉ. गोविंद सिंह आज (शुक्रवार को) राज्य सरकार की महात्माकांक्षी जय किसान फसल ऋण माफी योजना के अंतर्गत बैरसिया विकासखंड के ग्राम दिल्लौद में आयोजित कार्यक्रम में पात्र किसानों के कर्ज माफी के प्रमाण पत्र वितरित करेंगे। कार्यक्रम दोपहर 12 बजे शुरू होगा। जिला पंचायत सीईओ सतीश कुमार एस ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य शासन द्वारा कर्ज माफी योजना का दूसरा चरण शुरू किया गया है, जिसके तहत भोपाल जिले के 3200 से अधिक किसानों के 19 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण माफ किए गए हैं, उनकी राशि उनके खाते में जमा हो गई है । उन्होंने बताया कि जिले के 2462 किसानों का 13.53 करोड़ रुपये का सहकारी बैंकों का तथा 743 किसानों का 6.68 करोड़ रुपये कामर्शियल बैंकों का ऋण माफ किया गया है। मंत्री गोविंद सिंह कार्यक्रम में जय किसान फसल ऋण माफी योजनांतर्गत इन किसानों को फसल ऋण माफी के प्रमाण पत्र और किसान सम्मान पत्र वितरित करेंगे। नागरिकों से कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने की अपील की गई है।
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भोपाल। सम्पदा संचालनालय के नये ई-गवर्नेंस वेब पोर्टल 'ई-आवास' के संचालन के लिये शुक्रवार, 14 फरवरी को प्रशासन अकादमी के स्वर्ण जयंती हाल में एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा। अपर सचिव गृह द्वारा जारी आदेशानुसार प्रशिक्षण में भोपाल स्थित सभी शासकीय कार्यालयों के आहरण एवं संवितरण अधिकारी (डी.डी.ओ.) शामिल होंगे। यह जानकारी गुरुवार को जनसंपर्क अधिकारी दुर्गेश रायकवार ने दी। उन्होंने बताया कि सभी शासकीय विभागाध्यक्षों, संभागायुक्त भोपाल, कलेक्टर भोपाल और जिला पंचायत भोपाल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से कहा गया है कि अधीनस्थ कार्यालयों में पदस्थ डी.डी.ओ. तथा उनके तकनीकी सहयोग के लिये कम्प्यूटर कार्य में दक्ष अधिकारी व कर्मचारी को प्रशिक्षण में उपस्थित होने के लिये निर्देशित करें। प्रशिक्षण दोपहर 1.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक होगा।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का बजट सत्र आगामी 16 मार्च से शुरू होगा, जो कि आगामी 13 अप्रैल तक चलेगा। मप्र विधानसभा के इस 29 दिसवीय सत्र में सदन की कुल 17 बैठकें होंगी। राज्यपाल के अनुमोदन के बाद विधानसभा सचिवालय द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। यह जानकारी विधानसभा के अवर सचिव मुकेश मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत आगामी 16 मार्च (सोमवार) को राज्यपाल लालजी टण्डन के अभिभाषण से होगी। यह सत्र 13 अप्रैल-2020 (सोमवार) तक चलेगा। इस दौरान आगामी वित्तीय वर्ष 2020-2021 का बजट प्रस्तुत होगा तथा शासकीय एवं अशासकीय कार्य संपादित किये जायेंगे। यह मध्यप्रदेश की पन्द्रहवीं विधानसभा का पांचवां सत्र होगा।इस सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं आगामा चार मार्च तक तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाएं पांच तक प्राप्त की जाएंगी, जबकि स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव तथा नियम 267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में नौ मार्च से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जाएंगी।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले साल 19 जुलाई से 'शुद्ध के लिए युद्ध' चलाए गए अभियान में जहां मिलावटी अपनी आदत छोड़ने को तैयार नहीं हैं तो दूसरी ओर राज्य सरकार ने भी इन मिलावटखोरों से प्रदेश को पूरी तरह मुक्त करने का अभियान तेज कर दिया है। सरकार ने मिठाई, दूध के अन्य उत्पादों के साथ ही फलों को घातक केमिकल से पकाये जाने वाले एवं उन्हें स्वादिष्ट बनाने के लिए उनमें मीठा पदार्थ डालने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। सरकार साग-सब्जियों को ताजा एवं बढ़िया दिखने के लिए उन पर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक लेपों को लगाने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई कर रही है। इस मामले में 'शुद्ध के लिए युद्ध' प्रदेशभर में अभियान जारी है। इसमें कार्रवाई को लेकर भोपाल जिला प्रदेश में अव्वल बना हुआ है। मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट ने इस अभियान को लेकर राजधानी में गुरुवार को बताया कि सरकार की गंभीरता आप इस बात से समझ सकते हैं कि पिछले साल दिसम्बर माह तक ही 32 मिलावटखोरों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई कर दी गई थी, जिसके बाद पिछले देढ़ माह में हमारा यह अभियान निरंतर जारी है। इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि देश के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी भी राज्य ने मिलवाटखोरों के खिलाफ इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही हो। उन्होंने कहा है कि जब तक मध्यप्रदेश से खाद् पदार्थों में मिलावट की आदत पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाती, सरकार का यह अभियान 'शुद्ध के लिए युद्ध' जारी रहेगा । उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के 52 जिलों में से कोई जिला ऐसा नहीं है, जहां पर मिलावटी सामान के नमूने खाद् विभाग ने न लिए हों, अब तक प्रदेशभर से इकट्ठे किए गए नमूनों में हर जिले से इन मिलावटखोरों की धर पकड़ एवं इन पर कानूनी कार्रवाई जारी है। राज्य के ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, सागर, इंदौर, उज्जैन, रीवा, सतना, मुरैना, भिण्ड, होशंगाबाद, रतलाम, शिवपुरी, बुरहानपुर, शिवपुरी, गुना में मिलावटी खाद् पदार्थ के बड़े पैमाने पर अब तक सैंपल मिले हैं । राजधानी भोपाल में कलेक्टर तरुण पिथोड़े की निगरानी मे जिले में शुद्धता का अभियान चलाया जा रहा है। जिला दूध, मावा, पनीर सहित अन्य सभी खाद्य पदार्थों की शुद्धता की जांच के लिये 708 से अधिक नमूने लेकर भोपाल जिला प्रदेशभर में "शुद्ध के लिए युद्ध" अभियान में अभी शीर्ष स्थान पर बना हुआ है।
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भोपाल। राज्य शासन द्वारा विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में इस वर्ष 20 से 26 फरवरी तक भव्य नृत्य समारोह आयोजित किया जाएगा। भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केन्द्रित इस शीर्षस्थ समारोह में प्रतिदिन शाम 7 बजे से भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों के श्रेष्ठ कलासाधक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। संपर्ण राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव आयोजन को लेकर जनसंपर्क अधिकारी ऋषभ जैन ने बताया कि समारोह में खजुराहो के पश्चिम मंदिर समूह के पास स्थित परिसर में 20 फरवरी को उमा शर्मा दिल्ली कथक, जतिन गोस्वामी गोलाघाट और असम सत्रिया मीरा दास एवं साथी भुबनेश्वर ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेंगे। दूसरे दिन 21 फरवरी को पूजिता कृष्णन हैदराबाद विलासिनी, कृष्ण मोहन मिश्रा नई दिल्ली कथक, लता सिंह मुंशी एवं साथी भोपाल भरतनाट्यम की प्रस्तुति देंगे। उन्होंने बताया कि समारोह के तीसरे दिन 22 फरवरी को शोबना चन्द्रकुमार पिल्लई चेन्नई भरतनाट्यम, सुपर्वा मिश्रा अहमदाबाद ओडिसी, आनन्दा शंकर जयंत एवं साथी हैदराबाद भरतनाट्यम का प्रदर्शन करेंगे। चौथे दिन 23 फरवरी को वाय आशा कुमारी नई दिल्ली ओडिसी, क्षितिजा बर्वे गोवा भरतनाट्यम, रागिनी मक्खर एवं साथी इन्दौर कथक प्रस्तुत करेंगी। पाँचवे दिन 24 फरवरी को एन. श्रीकान्त एवं अश्वथी श्रीकान्त कोजीकोट केरल भरतनाट्यम, नायर सिस्टर्स बैंगलोर मोहिनीअट्टम, नर्तकी नटराज चेन्नई भरतनाट्यम प्रस्तुत करेंगी। इसके अलावा उनका कहना था कि खजुराहो नृत्य समारोह में छठवें दिन 25 फरवरी को भद्रा सिन्हा और गायत्री वर्मा नई दिल्ली भरतनाट्यम, ऋचा जोशी-दीपक गंगानी नई दिल्ली कथक और मोहिका सक्सेना भोपाल भरतनाट्यम की प्रस्तुति देंगे। समारोह में अंतिम दिन 26 फरवरी को श्रीविद्या हैदराबाद कुचिपुड़ी, इनाक्षी सिन्हा-पवित्र भट्ट मुम्बई ओडिसी+भरतनाट्यम, वासु सिनम एवं साथी इम्फाल मणिपुरी, अमिता खरे एवं साथी भोपाल कथक की प्रस्तुति करेंगे।
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अनूपपुर। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सोमवार को समय सीमा की बैठक में सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए समस्त विभागीय अधिकारियों को 1 सप्ताह में युद्धस्तर पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आशानुरूप परिणाम प्राप्त न होने पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की बात कहीं। इस दौरान मुख्य कार्यपालन जिला पंचायत सरोधन सिंह, अपर कलेक्टर बीडी सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।कलेक्टर ने राजस्व विभाग द्वारा 5 वर्ष से अधिक समय के समस्त प्रकरणों के निराकरण पर संतोष व्यक्त करते हुए अगली कड़ी में 2 से 5 वर्ष के बीच लम्बित प्रकरणों को शत प्रतिशत निराकृत करने को निर्देशित किया। उल्लेखनीय है कि जिले में 2 से 5 वर्ष की अवधि के लगभग 175 प्रकरण वर्तमान में लम्बित हैं। इस दौरान कलेक्टर द्वारा जनगणना के कार्यों एवं आगामी पंचायत निर्वाचन की तैयारियों के सम्बंध में आवश्यक निर्देश दिए गए। उन्होंने समस्त विभागीय अधिकारियों को सम्बंधित जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तरीय समितियों में मनोनीत सदस्यों के पुनर्गठन हेतु प्रस्ताव तैयार कर समक्ष स्तर पर अनिवार्य रूप से अनुमोदन हेतु प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया। खाद्य पात्रता पर्ची सत्यापन का कार्य प्राथमिकता से करें पूर्ण बैठक में कलेक्ट्र ने खाद्य पात्रता पर्ची के सत्यापन की कार्यवाही की वृहद समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जनपद जैतहरी एवं पुष्पराजगढ़ में सत्यापन की कार्यवाही महज 40 फीसदी होने पर विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सम्बंधित क्षेत्र में संलग्न दलों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा जिन दलों के द्वारा लापरवाही की गयी है उन पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर ने अगले सप्ताह उल्लेखित जनपदों की प्रगति रिपोर्ट के साथ 1 सप्ताह में हुई सत्यापन कार्य की पुन: समीक्षा करने के लिए कहा। उन्होंने सत्यापन कार्य में लगे दल के सभी सदस्यों पटवारी, रोजगार सहायक, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता सभी को प्राथमिकता के साथ खाद्य पात्रता पर्ची के सत्यापन की कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही अथवा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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श्योपुर। मध्यप्रदेश डे आजीविका मिशन के माध्यम से श्योपुर जिले में गठित किए गए स्वसहायता समूहों से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। साथ ही अपने परिवार की खेती-बाड़ी में भी सहयोग देकर अपनी आय में इजाफा कर रही हैं। इस दिशा में चेंटीखेड़ा की सुशीला कुशवाह पालपुर की गुड़िया योगी एवं त्रिवेणी कुशवाह के स्वसहायता समूहों ने तरक्की की रफ्तार पकड़ी है। जिनका कि यहां उत्साह के साथ जिक्र किया जा सकता है। जिले के विकासखण्ड विजयपुर के ग्राम टेंटीखेड़ी की निवासी सुशीला पत्नी बहुआ कुशवाह द्वारा अपना कैला मैया स्वसहायता समूह गठित किया था। इसी प्रकार ग्राम पंचायत अगरा के ग्राम पालपुर की रहने वाली गुड़िया पत्नी बसंत योगी रनसिंह बाबा स्वसहायता समूह बनाया। इसके साथ ही ग्राम पालपुर की निवासी त्रिवेणी पत्नी बासुदेव कुशवाह ने शंकर स्वसहायता समूह का गठन किया। समूह गठित करने की प्रेरणा डीपीएम आजीविकास मिशन एसके मुदगल द्वारा दी गई। जिसपर अमल करते हुए तीनों समूह के माध्यम से महिलाएं तरक्की की ओर अपने समूह को आगे बढ़ा रही है। क्षेत्र में मिली इस सब के बीच की जानकारी बताती है कि विजयपुर क्षेत्र की ग्राम टेंटीखेड़ी एवं पालपुर की रहने वाली महिला सुशीला कुशवाह, गुड़िया योगी एवं त्रिवेणी कुशवाह अपने गावं में ही गठित समूहों की महिलाओं के सहयोग से समूह से हो रही आय में वृद्धि करने में सहायक बन रही हैं। जिसके कारण से इन तीनों महिलाओं का पारिवारिक जीवन इन दिनों खुशहाली के बदलाव से भर उठा है। जिले के विजयपुर विकासखण्ड के ग्राम चेंटीखेड़ा एवं पालपुर निवासी सुशीला कुशवाह, गुड़िया योगी एवं त्रिवेणी कुशवाह ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं संचालित की गई हैं। साथ ही स्वसहायता समूह के माध्यम से आर्थिक संबंल प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हम और हमारा परिवार मप्र सरकार, जिला प्रशासन और आजीविकास मिशन के अधिकारी एवं अन्य कर्मचारियों के प्रति आभार मानता है, कि इस सभी के कारण से हमारे परिवार का जीवन स्तर तो सुधरा ही है साथ में हम अपने साथ अन्य सहयोगी महिलाओं का जीवन भी आज सवांर पा रहे हैं।
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भोपाल। देश में जहां देशी गोवंश को बचाने की जद्दोजहद हो रही है, वहीं मध्यप्रदेश में देशी गोवंश तेजी से घट रहा है। देसी गायों में मालवी, निमाड़ी व केनकाथा पर संगट गहराता जा रहा है। प्रदेश की इन तीनों प्रजातियों की गायों को न केवल किसानों ने उनके हाल पर छोड़ दिया है, बल्कि सरकार ने भी उनके संरक्षण की दिशा में अब तक कोई प्रयास नहीं किया है। लिहाजा इन गायों की नस्ल अब खत्म होने की कगार पर है। हाल ही में की गई नई पशुगणना के आंकड़ों से भी चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। वर्ष 2012 की पशुगणना के मुकाबले प्रदेश में गोवंश चार फीसदी घट गया है। प्रदेश में गायों की देशी नस्लों को बचाने के लिए शासन ने संरक्षण केंद्र खोल रखे हैं। मध्यप्रदेश पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम के एमडी एचबीएस भदौरिया बताते हैं कि गौवंश घटा है, लेकिन हम प्रदेश की देशी नस्ल सुधार का काम कर रहे हैं। अच्छी बात यह भी है कि मध्यप्रदेश के किसान गिर, साहीवाल जैसी देशी नस्लों को भी प्राथमिकता दे रहे हैं।इसलिए बिगड़ रही देशी नस्लशासकीय पशु चिकित्सा महाविद्यालय के जेनेटिक विभाग के प्रमुख और राष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक डॉ. एसएस तोमर के अनुसार गाय और भैंसों की जैव विविधता खत्म हो रही है। इसका बड़ा कारण यह है कि हमारे पास देशी सांडों की संख्या कम है। बताया जाता है कि प्रदेश में जरूरत के आधे सांड ही हैं। लंबे समय से एक गांव में एक ही सांड से गायें गाभन होने से वहां अंत:प्रजनन शुरू हो गया। इस कारण देशी नस्ल भी बिगड़ रही है।
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छतरपुर। उर्मिल नदी में पुल के किनारे पूर्व में रेत निकालने के चक्कर में बनाई गई खाई में दबकर एक युवक की मौत हो गई थी जबकि एक अन्य घटना में प्रत्यक्षदर्शियों की तत्परता के कारण एक युवक को बचाया गया था। इन घटनाओं के बावजूद रेत माफिया चंद पैसों की लालच में पुल के किनारे फिर से खाई तैयार कर रहे हैं। मिट्टी से रेत निकालने में लगे हैं जिससे भविष्य में फिर हादसा हो सकता है। ओरछा रोड थाना अंतर्गत हतना से निकली उर्मिल नदी के पुल के बगल में ही रेत माफिया खाई खोदकर रेत निकाल रहे हैं। भले ही खाई में रेत न हो लेकिन मिट्टी निकालकर उसे माफियाओं द्वारा ट्राली में भरा जाता है और इसके बाद पानी डालकर उसकी धुलाई की जाती है। दिन भर में कम से कम दो ट्राली रेत निकालकर ऐसे ठेकेदारों के हवाले किया जाता है जो सरकारी काम कराते हैं ताकि मिट्टीयुक्त रेत आसानी से उपयोग में लायी जा सके। सवाल यह नहीं है कि घटिया सामग्री बेची जा रही है सवाल यह है कि पुल के किनारे गहरी खाई खोदने से यह हादसे को आमंत्रण देगा। दो वर्ष पहले इसी क्षेत्र में बालू निकालने के चक्कर में एक युवक मिट्टी में दबकर मौत का शिकार हो गया था। गत वर्ष एक अन्य हादसा भी इसी तरह का इसी क्षेत्र में हुआ था जैसे ही रेत निकालने के चक्कर में युवक गहराई में घुसा वैसे ही ऊपर से मिट्टी धसक गई। आसपास मौजूद लोगों ने तत्काल मिट्टी हटाई और युवक को बाहर निकाल लिया था जिससे उसकी जान बच गई थी। इतने हादसों के बाद भी माफिया खाई खोदने से बाज नहीं आ रहे हैं।
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भोपाल/जबलपुर। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल (एमपी बोड) ने शिक्षण सत्र 2019-20 के हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी ऑनलाईन परीक्षा आवेदन पत्र भरने वाले विद्यार्थियों को एक ओर मौका दिया है। वे लेट फीस के साथ सोमवार, 10 फरवरी तक अपने आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं। संयुक्त जनसम्पर्क संचालक अतुल खरे ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा-2020 के जिन नियमित एवं स्वाध्यायी छात्रों ने परीक्षा आवेदन पत्र ऑनलाईन भर दिया, किन्तु परीक्षा शुल्क नहीं भर पाये, वे निर्धारित परीक्षा शुल्क के साथ विलम्ब शुल्क पांच हजार रुपये जमा कर परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इसी तरह जिन छात्र-छात्राओं ने अब तक परीक्षा के लिए आवेदन पत्र नहीं भरा है और वे परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो वे स्वाध्यायी छात्र के तौर पर ऑनलाईन परीक्षा आवेदन निर्धारित परीक्षा शुल्क और विलम्ब शुल्क साढ़े सात हजार रुपये जमा करके सोमवार, 10 फरवरी तक आवेदन भर सकते हैं।
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छतरपुर। वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत विकसित किए गए एमपी वनमित्र पोर्टल की प्रक्रिया के बारे में जिला स्तर पर मास्टर्स ट्रेनर्स द्वारा छतरपुर जिले के ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, वन अधिकार समितियों के अध्यक्ष और सचिव को एमपी वनमित्र पोर्टल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मास्टर ट्रेनर्स राहुल तिवारी, आशुतोष अग्निहोत्री, संजय साहू और हरचरण सेन द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला संयोजक आजाक ने संबंधित अधिकारियों को अपने अधीनस्थ प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मचारियों को प्रशिक्षण में अनिवार्य रूप से शामिल होने के निर्देश दिये हैं। प्रशिक्षण के दौरान अनुविभाग के अंतर्गत जिन ग्रामों के दावों को निरस्त किया गया है, उन ग्रामों से संबंधित ग्राम वन अधिकार समिति, उपखण्ड स्तर समिति, जिला स्तरीय वन अधिकार समिति और सचिव ग्राम पंचायत, ग्राम रोजगार सहायक, अध्यक्ष ग्राम वन अधिकार समिति और अध्यक्ष/सचिव जिला स्तरीय वन अधिकार समिति के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, एफआईसी अध्यक्ष और सचिव का संयुक्त रूप से प्रशिक्षण कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में होगा, जबकि दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों को पोर्टल की प्रक्रिया से अवगत कराने के लिए हैण्ड्सऑन प्रशिक्षण ई-दक्ष केन्द्र मेें होगा। इन तिथियों में होगा प्रशिक्षण छतरपुर विकासखण्ड के लिए प्रशिक्षण की तिथि 10 से 13 फरवरी, राजनगर के लिए 14 फरवरी और 17 से 19 फरवरी, नौगांव के लिए 20 फरवरी और 24 एवं 25 फरवरी, लवकुशनगर के लिए 26 से 28 फरवरी, गौरिहार के लिए 29 फरवरी और 2 एवं 3 मार्च, बिजावर के लिए 4 से 6 मार्च, बड़ामलहरा के लिए 7 मार्च और 11 से 13 मार्च तथा बक्स्वाहा विकासखण्ड के प्रशिक्षण के लिए 18 और 19 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश भारत का हृदय स्थल है, इसलिए इसका नाम मध्यप्रदेश पड़ा। स्वभाविक है मध्यप्रदेश की राजनीति, कला और संस्कृति संपूर्ण भारत को प्रभावित करती है। यहां मध्यप्रदेश में संस्कृति और कला की विविधता व्यापक रूप में विद्यमान है। चम्बल, निमाड़, महाकौशल और विंध्य क्षेत्र में संस्कृति और कला की विविधता व्यापक रूप से देखने को मिलती है। यही कारण है कि मध्यप्रदेश की संस्कृति या राजनीतिक तौर पर विषय का निर्धारण कर जितनी भी पुस्तकें बाजार में अब तक आई हैं, उनकी मांग व्यापक स्तर पर लगातार बनी रही है। इसे और गंभीरता से समझने के लिए आज यानी कि शुक्रवार 07 फरवरी शाम 05 बजे, भोपाल की स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी में लेखक वर्तुल सिंह की पुस्तक 'भोपालनामा' पर चर्चा का आयोजन किया गया है। इस संदर्भ में उल्लेखित है कि पुस्तक की खासीयत के तौर पर हम विचार करें तो 'भोपालनामा' में आपको भोपाल की विविधता और सुन्दरता के विलक्षण दर्शन एक ही स्थान पर हो सकेंगे और जो आपने अब तक भोपाल के बारे में नहीं जान पाया होगा, उसे भी आप बहुत करीब से जान पाएंगे । पुस्तक चर्चा में रेरा के अध्यक्ष टीनो डी सा मुख्य रूप से शामिल होंगे।यहां सभी के लिए प्रवेश निशुल्क है। उधर, मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित प्रदेश के जनजातीय संग्रहालय में ''राजा भतृहरि नाट्य'' का मंचन शाम 6:30 बजे से रखा गया है। यहां भी प्रवेश पूरी तरह से निशुल्क है। इस मंचित हो रहे नाटक की खास बात यह है कि इसे माच शैली में लोकनाट्य के अंतर्गत प्रस्तुत किया जा रहा है। जिनकी नाट्य कला में रुचि है या जिन्हें नाटक देखना अच्छा लगता है, वे इसे देखने आज अवश्य जाएं।
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भोपाल। शहीद भवन में आज से 14वां भोपाल रंग महोत्सव का आयोजित किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस समारोह में पिछले साथ की तरह ही इस वर्ष भी मंचित होने वाले सभी नाटक हास्य-व्यंग्य पर केंद्रित होंगे। समारोह का आयोजन नव नृत्य नाट्य संस्था की ओर से किया जा रहा है। समारोह में सभी नाटक शाम 7 बजे शुरू होंगे। इस संबंध में अधिकारिक तौर पर नव नृत्य नाट्य संस्था भोपाल की ओर से बताया गया कि यह आयोजन स्व. प्रभात गांगुली और पद्मश्री गुलबर्द्धन की स्मृति में भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। समारोह 7 से 9 फरवरी तक तक शाम सात बजे से आरंभ होगा। जिसमें कि प्रतिदिन एक हास्य नाटक का मंचन होगा। साथ में बताया गया कि इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय हास्य नाट्य समारोह के प्रथम दिवस 07 फरवरी को नाटक भोला का मंचन होगा जिसे कि मृदुला भारद्वाज और त्रिकर्षि ने निर्देशित किया है। 08 फरवरी के दिन मैं भी मां बन गया, नाटक खेला जाएगा जिसे सुनील राज ने अपना निर्देशन दिया है। वहीं, इस राष्ट्रीय समारोह के अंतिम दिवस 09 फरवरी पर नाटक नाड़ी परीक्षा का मंचन होगा जिसे कि अजीत चौधरी द्वारा निर्देशित किया गया है। यहां उल्लेखनीय है कि आयोजन का आनन्द लेने के लिए सभी आम लोगों के लिए शहीद भवन सभागार में नुशुल्क प्रवेश रखा गया है। इस मौके पर वरिष्ठ सम्मान से प्रशांत खिलवड़कर, रंग साधिका सम्मान से सरोज शर्मा और युवा सम्मान से तनवीर अहमद को सम्मानित भी किया जाएगा ।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम के बदलते मिजाज और ठंड के असर के बीच पूर्वी हिस्से में बारिश की गतिविधियां फिर से तेज़ होने की संभावना बन रही हैै। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार एक सिस्टम दक्षिणी छत्तीसगढ़ तक बनेगी। इसी सिस्टम के चलते पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में एक बार फिर से बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि और गरज के साथ मध्यम वर्षा भी हो सकती है। वहीं, तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। मौसम विज्ञानियों के अनुमान के अनुसार जबलपुर एवं शहडोल संभागों के जिलों सहित मंडला, जबलपुर, दमोह सहित पूर्वी मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम केंद्र के अनुसार जम्मू और कश्मीर एवं आसपास के क्षेत्रों पर स्थित एक चक्रवाती संचलन के रूप में पश्चिमी विक्षोभ पूर्वोत्तर की ओर दूर चला गया है। औसत समुद्र से 5.8 किमी ऊपर अपनी धुरी के साथ मध्य और ऊपरी क्षोभ मण्डल में एक द्रोणिका के रूप में कमजोर पश्चिमी विक्षोभ अब लगभग 71ए पूर्वी देशांतर से लेकर 30ए अक्षांश तक चलायमान है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि 11 फरवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा कमजोर पश्चिमी विक्षोभ का असर होने की संभावना है। एक चक्रवाती परिसंचरण मध्य महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों पर औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर स्थित है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से पूर्वी विदर्भ तक औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर पूर्वी हवाओं (ईस्टरली) में द्रोणिका अब अब दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से उत्तर आंतरिक कर्नाटक से होती हुई चक्रवाती परिसंचरण के केंद्र तक चलायमान है। पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश की गतिविधियां देखने को मिलती रही है। हालांकि पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश में कुछ कमी आई क्योंकि कॉन्फ्लुएंस जोन पूर्वी भारत की ओर बढ़ गया है। मध्य प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश 8 फरवरी तक जारी रहेगी। इसके बाद 9 फरवरी से बारिश की गतिविधियां ओडिशा और पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ जाएंगी और मध्य भारत के राज्यों में मौसम साफ हो जाएगा। मौसम साफ होने के साथ ही इन भागों में दिन के तापमान में फिर से वृद्धि देखने को मिलेगी। फिलहाल 8 फरवरी तक बादल छाने और बारिश होने के चलते पूर्वी मध्य प्रदेश ज़्यादातर शहरों में दिन का तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री कम रहेगा। दूसरी ओर इसी दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहेगा। पूर्वी मध्य प्रदेश के एक-दो स्थानों पर छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। अगले 24 घंटों के लिए पश्चिमी में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की उम्मीद है और इसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है।
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छतरपुर। राज्य शासन द्वारा विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में इस वर्ष 20 से 26 फरवरी तक भव्य नृत्य समारोह आयोजित किया जाएगा। भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केन्द्रित इस शीर्षस्थ समारोह में प्रतिदिन शाम 7 बजे से भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों के श्रेष्ठ कलासाधक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। समारोह में खजुराहो के पश्चिम मंदिर समूह के पास स्थित परिसर में 20 फरवरी को उमा शर्मा दिल्ली कथक, जतिन गोस्वामी गोलाघाट और असम सत्रिया मीरा दास एवं साथी भुबनेश्वर ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेंगे। दूसरे दिन 21 फरवरी को पूजिता कृष्णन हैदराबाद विलासिनी, कृष्ण मोहन मिश्रा नई दिल्ली कथक, लता सिंह मुंशी एवं साथी भोपाल भरतनाट्यम की प्रस्तुति देंगे। तीसरे दिन 22 फरवरी को शोबना चन्द्रकुमार पिल्लई चेन्नई भरतनाट्यम, सुपर्वा मिश्रा अहमदाबाद ओडिसी, आनन्दा शंकर जयंत एवं साथी हैदराबाद भरतनाट्यम का प्रदर्शन करेंगे। चौथे दिन 23 फरवरी को वाय आशा कुमारी नई दिल्ली ओडिसी, क्षितिजा बर्वे गोवा भरतनाट्यम, रागिनी मक्खर एवं साथी इन्दौर कथक प्रस्तुत करेंगी। पाँचवे दिन 24 फरवरी को एन. श्रीकान्त एवं अश्वथी श्रीकान्त कोजीकोट केरल भरतनाट्यम, नायर सिस्टर्स बैंगलोर मोहिनीअट्टम, नर्तकी नटराज चेन्नई भरतनाट्यम प्रस्तुत करेंगी। खजुराहो नृत्य समारोह में छठवें दिन 25 फरवरी को भद्रा सिन्हा और गायत्री वर्मा नई दिल्ली भरतनाट्यम, ऋचा जोशी-दीपक गंगानी नई दिल्ली कथक और मोहिका सक्सेना भोपाल भरतनाट्यम की प्रस्तुति देंगे। समारोह में अंतिम दिन 26 फरवरी को श्रीविद्या हैदराबाद कुचिपुड़ी, इनाक्षी सिन्हा-पवित्र भट्ट मुम्बई ओडिसी$भरतनाट्यम, वासु सिनम एवं साथी इम्फाल मणिपुरी, अमिता खरे एवं साथी भोपाल कथक की प्रस्तुति करेंगे।
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इंदौर। मालवा और निमाड़ में बिजली सेवाओं एवं उपभोक्ताओं की समस्याओं के समाधान के प्रति मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (मप्रपक्षेविविकं) सजगता के साथ कार्य कर रही है। इसी से सीएम हेल्प लाइन 181 पर दर्ज होने वाले प्रकरणों में भी सतत कमी आ रही है। मप्रपक्षेविविकं इंदौर के मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर से मिली जानकारी के मुताबिक प्रबंध निदेशक विकास नरवाल के निर्देशानुसार उपभोक्ता सेवाओं को लेकर मालवा और निमाड़ अंचल के सभी 15 जिलों में गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। इस कारण शिकायतों एवं समस्य़ाओं में कमी आ रही है। बीते दिन 04 फरवरी तक की स्थिति में पंद्रह जिलों पर सीएम हेल्प लाइन में मात्र 1158 शिकायतें दर्ज हैंं। इसमें इंदौर जिले की 208, खंडवा 138 मंदसौर 119, देवास 110, रतलाम 103, उज्जैन की 101 शिकायतें है। कंपनी क्षेत्र में सबसे कम शिकायतें आलीराजपुर 2, बुरहानपुर 19, बड़वानी 21, झाबुआ 22 हैंं। टैगोर ने बताया कि सीएम हेल्प लाइन पर दर्ज शिकायतों के निराकरण के लिए कार्यपालक निदेशक इंदौर, मुख्य अभियंता उज्जैन के साथ ही सभी 15 जिलों के इंजीनियरों की ओर से प्रतिदिन मानिटरिंग की जा रही है, ताकि सभी स्तरों की समस्य़ाओं का समाधान तेजी से हो सके। चार माह में सीएम हेल्प लाइन प्रकरण 4 फरवरी 2020 1158 4 जनवरी 2020 1548 4 दिसंबर 2019 2249 4 नवंबर 2019 2603
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नरसिंहुपर। वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के मामले अधिकांशत: सामने आते ही रहते है। वन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही उनकी कार्यप्रणाली को संदेहात्मक बनाती है। जिसके चलते क्षेत्र में वनों की कटाई पर रोक नहींं लगा पाती है। दरअसल इसी लापरवाही के कारण ही वनों की कटाई पर अंकुश नहीं लग पाता है और विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को बदनामी का दंश झेलना पड़ता है । लगातार काटे जा रहे हरे- भरे वृक्ष जिले में आये दिन हरे भरे वृक्षों को काटा जा रहा है। प्राय: देखा गया है कि वन विभाग अपनी की टीम अपनी अधिकांश कार्रवाई में केवल ठूंठ बनाकर ही इतिश्री कर लेता है और वृक्ष की कटाई निरंतर जारी है। इसी क्रम में राजमार्ग क्षेत्र में वन की कटाई का मामला कुछ दिन पूर्व ही सामने आया था। जिसके बाद अब एक और नया मामला सामने आया है। जिसमें कि वृक्षों को काटकर सिल्ली बना कर वन रक्षक द्वारा अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से वन माफियाओं के साथ बेचा जा रहा है। पूरा मामला इस प्रकार है शिकायतकर्ता अधिवक्ता रेखा पटेल द्वारा शिकायत में बताया गया है कि सहायक वन परिक्षेत्र मुंगवानी की जटलापुर में पदस्थ वन रक्षक मुकेश चढ़ार द्वारा अनुचित लाभ कमाने के लिये हरे भरे वृक्षों को काटकर सिल्लियां बना कर वन माफियाओं को बेचा जा रहा है। जबकि शेष बचे हुये तने को जला दिया जाता है। शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत के साथ दी गई छायाचित्रों में काटे गये वृक्ष के ठूंठ एवं कटा हुआ वृक्ष व जलाये गये वृक्षों के छायाचित्र शामिल हैंं । शिकायतकर्ता की माने तो क्षेत्र में वन माफिया बहुत अधिक सक्रिय हैंं। वृक्षों की अवैध कटाई में विभाग की ओर से तैनात किया गया वन रक्षक भी उनके साथ मिलकर अनुचित लाभ कमाने के लिये वृक्षों की कटाई कराने में लगा हुआ है। शिकायकर्ता की माने तो इसके पूर्व अनेकों वृक्ष काट कर बेचे जा चुके हैंं और इस अवैध कार्य में वन रक्षक भी शमिल पाए गए हैंं । इनका कहना है अधिवक्ता रेखा पटेल द्वारा शिकायत की गई है कि वन रक्षक द्वारा वन माफियाओंं के साथ मिलकर वृक्षों की कटाई की जा रही है। शिकायत प्राप्त होते ही जांच के आदेश दे दिये गये हैंं और मामले की वास्तविकता जांच के उपरांत ही स्पष्ट हो पायेगी। यदि वन रक्षक दोषी पाया गया तो नियम अनुरूप कार्रवाई की जावेगी । एम आर बद्येल, वन मण्डल अधिकारी नरसिंहपुर
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भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को अपने निवासी पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में हुई परेड़ में शामिल हुए प्रतिभागी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के एनसीसी के छात्र-छात्राओं के भव्य समारोह में सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज देश को रचनात्मक सोच और अनुशासित युवा पीढ़ी की आवश्यकता है, जो सेवा से जुड़े और पूरे देश को एकसूत्र में पिरोए। कार्यक्रम में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी भी मौजूद रहे। सीएम कमनलाथ ने कहा कि एनसीसी एक ऐसा माध्यम है, जिसके जरिए हम देश के बेहतर भविष्य के लिए युवा शक्ति की ऊर्जा का उपयोग सही दिशा और दृष्टि के साथ कर सकते हैं। उन्होंने एनसीसी के छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह में कहा कि मुझे आज इस कार्यक्रम में शामिल होकर अपने छात्र जीवन की याद आ गई, जब मैं भी एनसीसी का कैडेट था। मैं उस समय दून स्कूल में पढ़ता था और वहाँ से कैम्प के लिए नागपुर के पास कामठी जाता था। अनुशासन, राष्ट्र के प्रति प्रेम, राष्ट्र के हितों की सुरक्षा और दुश्मनों से राष्ट्र को सुरक्षित रखने का पाठ मैंने वहीं से सीखा।उन्होंने कहा कि आज मेरे जीवन में जो अनुशासन और राष्ट्र के प्रति कुछ करगुजरने की तमन्ना है, उसमें एनसीसी द्वारा दी गई शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान है। एनसीसी का लक्ष्य है कि हमारी युवा पीढ़ी सेवा से जुड़े और उसमें राष्ट्रभक्ति की भावना मजबूत हो। देश की सुरक्षा के साथ ही हमारा जनजीवन अनुशासित हो, यह शिक्षा हमें अपने स्कूली जीवन में एनसीसी के माध्यम से मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सबसे बड़ी आवश्यकता इस बात की है कि हमारी युवा पीढ़ी देश की उस विशेषता को पहचाने, जिसके कारण पूरी दुनिया में हम महान हैं। हमारे देश में विभिन्न जातियां, धर्म, भाषा और संस्कृति को जब विश्व एक झण्डे के नीचे एकजुटता के साथ खड़ा हुआ देखता है, तो उसे आश्चर्य होता है।सीएम कमनलाथ ने कहा कि हमारी संस्कृति दिलों को जोड़ती है, संबंध बनाती है, रिश्तों को मजबूत करती है। हमारे सामाजिक मूल्य से मिले संस्कार दूसरों को सम्मान देना सीखाते हैं और एक-दूसरे के प्रति आदर की भावना रखते हैं। उन्होंने एनसीसी में शामिल छात्र-छात्राओं से कहा कि वे अपने देश की बहुलतावादी महान संस्कृति को मजबूत और अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संकल्पित हों।मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एरोमॉडलिंग, साफ-सफाई, शूटिंग आदि प्रतियोगिताओं में स्वर्ण, सिल्वर और कांस्य पदक जीतने वाले छात्र-छात्राओं तथा नई दिल्ली की गणतंत्र दिवस परेड में गॉड ऑफ ऑनर और राजपथ परेड में भाग लेने वाले मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के एनसीसी के छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री को एनसीसी नेवल कैडेट्स द्वारा बनाई गई शिप, स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की गई। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ एनसीसी के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल संजय शर्मा द्वारा एनसीसी निदेशालय की गतिविधियों और उपलब्धियों की जानकारी दी गई।
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भोपाल। चीन के वुहान शहर से लौटे मध्य प्रदेश के तीनों छात्रों की मेडिकल रिपोर्ट निगेटिव आई है। जांच रिपोर्ट में तीनों के शरीर में कोरोना वायरस नहीं निकला है। कोरोना वायरस के संदेह में तीनों की मेडिकल जांच की गई थी। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने भी चैन की सांस ली है। खरगोन के एमबीबीएस के छात्र शुभम गुप्ता और अब्दुल मतीन की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वही ग्वालियर के भी एक छात्र की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। गौरतलब है कि चीन के जेहान शहर में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे ग्वालियर के दर्पण कॉलोनी निवासी एक छात्र 14 जनवरी को ग्वालियर अपने घर आया था। पिछले गुरुवार को वो सर्दी, जुकाम, गले में दर्द की शिकायत लेकर जिला अस्पताल पहुंचा था। जयारोग्य अस्पताल में डॉक्टरों ने डिटेल लेकर उसे जांच कराने और आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने की सलाह दी गई लेकिन मरीज ने इंकार कर दिया। जिसके बात खोजबीन कर 7 घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज के घर पहुंची। उस समझा बुझाकर जयारोग्य अस्पताल लाया गया और उसके ब्लड सेम्पल लेकर जांच के लिए पुणे भेजे गए थे। इसके अलावा चीन के वुहान से लौटे खरगौन के दो अन्य छात्रों शुभम व मतीन को भी भारत पहुुंचने के बाद गुडग़ांव के मानेसर कैंप में दोनों को रखा गया है। शिविर में ब्लड-यूरीन व लार के सैंपल लिए गए थे। वही दोनों छात्रों को अलग-अलग स्थानों पर रखा गया था। स्वास्थ्य परीक्षण में 4 जांच की गई, जिसमें दोनों की रिपोर्ट नेगेटीव आई है। रिपोर्ट में दोनों कोरोना का संक्रमण नहीं मिला है। स्वास्थ्य मंत्री ने की अपील मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने आज कोरोना वायरस को लेकर लोगों का सजग रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ये एक चुनौती है, लेकिन डरने की आवश्यकता नहीं। मंत्री ने आगे कहा कि वायरस से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी की गई है। सभी अस्पतालों में पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं। इसके साथ ही आप लोग भी सजग रहे।
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भोपाल। राजधानी सहित प्रदेशभर में मौसम बदलना शुरू हो गया है। मंगलवार सुबह से राजधानी भोपाल के आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैंं। इसके अलावा प्रदेश के कुछ अन्य हिस्सों में भी बादलों ने डेरा डाल लिया है। इसके चलते हरदा, होशंगाबाद जिले में कहीं-कहीं बारिश हुई है। राजधानी में सोमवार सुबह से शाम तक 12-15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलती रहीं। लिहजा सर्द हवाओं ने लोगों में ठिठुरन पैदा की। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक अभी मौसम ऐसा ही बना रहेगा। मौसम विज्ञानियों से मिली जानकारी के अनुसार आगामी 5 व 6 फरवरी को मध्य क्षेत्र में बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। इसके बाद एक बार फिर ठंड में बढ़ोतरी होगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक पिछले 24 घंटे में सीधी जिले में शीतलहर चली। शेष जिलों के न्यूनतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं रहा। वहीं, रीवा में सामान्य से काफी कम तापमान दर्ज किया गया जबकि शहडोल, सागर, होशंगाबाद व ग्वालियर जिलों में सामान्य से कम तापमान रहा। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घण्टे के दौरान सबसे कम तापमान रीवा, सीधी व दतिया में 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है ।
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भोपाल| पश्चिमी हिमालय के राज्यों में ठंडी हवाएँ चल रही हैं, जिसके कारण मध्य प्रदर्श में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। जबकि कुछ जगहों पर दिन और रात के तापमान में लगभग 3 से 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है| मौसम मॉडल के अनुसार अगले 24 से 48 घंटों में मध्य प्रदेश के पूर्वी व मध्य भागों में गरज के साथ बारिश होने की उम्मीद हैं| आसमान साफ और हवा का रुख लगातार उत्तरी बना रहने से प्रदेश में जहां रात में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है, वहीं दिन में भी सिहरन बरकरार है। इसी क्रम में शुक्रवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4 डिग्री बैतूल में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार तक ठंड के तेवर इसी तरह बने रहेंगे। सोमवार से एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ेगा और बादल छाने के साथ कहीं-कहीं बरसात भी होगी। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने मौसम के मिजाज की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। इस वजह से मौसम साफ है। साथ ही हवा का रुख भी लगातार उत्तरी बना हुआ है। उत्तर भारत से आ रहीं सर्द हवाओं के कारण प्रदेश में रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। शुक्ला के मुताबिक 3 फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल होगा। साथ ही कर्नाटक से मध्य भारत तक एक ट्रफ बनने की भी संभावना है। उधर उड़ीसा पर एक प्रति चक्रवात भी बनने के आसार हैं। इन सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदलेगा। साथ ही बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी आने का सिलसिला शुरू होगा। इससे 3 फरवरी से प्रदेश में बादल छाने लगेंगे। साथ ही कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बरसात की भी संभावना बनेगी। इस तरह की स्थिति 6 फरवरी तक बनी रह सकती है। जबलपुर, दमोह, उमरिया, सागर, कटनी और मांडला सहित सीधी और सतना में हो सकती है बेमौसम बारिश |
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भोपाल । राज्य शासन द्वारा महिला-बाल विकास विभाग के अन्तर्गत वन स्टॉप सेन्टर्स के लिए आउटसोर्स से 561 नये पद स्वीकृत किये गये हैं। प्रति सेन्टर तीन केस वर्कर (महिला), एक परामर्शदाता (महिला), एक आई.टी. वर्कर (महिला/पुरुष), तीन बहुउद्देश्यीय सहायक (2 महिला-पुरूष) के मान से पद स्वीकृत किए गए हैं। इन पदों पर निर्धारित दर (कलेक्टर दर पर) राज्य एवं जिला स्तर पर निविदा द्वारा चयनित एजेंसी के माध्यम से नियुक्ति की जाएगी। उक्त जानकारी देते हुए जनसंपर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने शनिवार को बताया कि वन स्टाप सेन्टर में केस वर्कर के कुल 153 पद स्वीकृत किए गए हैं। इसके लिए महिला की अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष और मास्टर इन सोशल वर्क की उपाधि तथा महिलाओं से संबंधित कार्य में न्यूनतम एक वर्ष का अनुभव जरूरी है। उन्होंने बताया कि परामर्शदाता (महिला) के 51 पद के लिए आवेदक की अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष निर्धारित की गई है। मनोविज्ञान, क्लीनिकल साइकोलॉजी में स्नातकोत्तर डिग्री, परामर्शदाता व साइकोथेरेपिस्ट के रूप में मेन्टल हेल्थ इंस्टीट्यूट, राज्य एवं जिला स्तरीय क्लीनिक में कार्य करने का न्यूनतम 3 वर्ष का अनुभव अनिवार्य होगा। कम्प्यूटर व आईटी में डिप्लोमा प्राप्त 35 वर्ष आयु के महिला अथवा पुरूष स्नातक को वन स्टॉप सेन्टर में आईटी वर्कर के रूप में नियुक्त किया जायेगा। प्रदेश में आईटी वर्कर के पद स्वीकृत किए गए हैं। प्रदेश के सभी जिलों के वन स्टॉप सेन्टर के लिए 35 वर्ष आयु सीमा के 2 महिला एवं 1 पुरूष प्रति सेन्टर के मान से 153 बहुउद्देश्यीय सहायक के पद स्वीकृत किए गए हैं। इस पद के लिए हेल्पर अथवा भृत्य के रूप में कार्य करने का एक वर्ष का अनुभव अनिवार्य होगा। इसी प्रकार, सुरक्षा कर्मी (पुरूष) के 153 पद के लिए सुरक्षा कर्मी के रूप में एक वर्ष कार्य का अनुभव तथा आयु सीमा 35 वर्ष निर्धारित की गई है।
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सतना/चित्रकूट। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट द्वारा शुक्रवार को निराला जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद्र गौतम ने कहा कि पंडित निराला ने गद्य और पद्य में रचनाओं का सृजन कर शोषित और पीड़ितों के दर्द को उजागर किया है। पंडित निराला ने देश को आजादी दिलाने वाले संघर्ष में लगे लोगों को अपनी रचनाओं के माध्यम से पूरी निर्भीकता के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। पंडित निराला की कविताएं आज भी प्रासंगिक हैं और समाज के लिए दिशा देने में सशक्त एवं सक्षम है। उन्होंने विद्यार्थियों का आवाहन किया कि उनकी रचनाओं और उनके व्यवहारिक जीवन से सीख लें। इस दौरान ग्रामोदय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ कुसुम सिंह ने पंडित सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के जीवन तथा व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। अध्यक्षता कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर वाई.के सिंह ने की। हिंदी के विद्यावत प्राध्यापक द्वय डॉ ललित कुमार सिंह एवं डॉ राममूर्ति त्रिपाठी ने निराले अंदाज पर निराला की रचनाएं पढ़ी। तथा व्यवहारिक जीवन में उनकी उपयोगिता को रेखांकित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति द्वारा विद्या की देवी मां सरस्वती एवं सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डॉ अजय चौरे एवं विश्व विद्यालय के विद्यार्थीयों की उपस्थिति रही।
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सतना। सतना शहर के कोलगवां थाना क्षेत्र में बीती रात दुकान बंद कर अपने घर जा रहे एक व्यापारी को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी और रुपयों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल व्यापारी को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार जारी है। व्यापारी की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कोलगवां थाना पुलिस के अनुसार, सतना शहर के प्रसिद्ध दाल व्यापारी 45 वर्षीय लालचंद्र लालवानी शहर के हिरानीपुरम में रहते हैं। गुरुवार देर रात वह सतना के मुख्य बाजार से अपनी दुकान बंद करने के बाद अपने स्कूटर से घर जा रहे थे। इसी दौरान बांधवगढ़ कॉलोनी के पास तीन बाइक सवार बदमाशों ने उनका रास्ता रोका और उन्हें गोली मारकर उनके पास रखा रुपयों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए। पुलिस के अनुसार बैग में करीब 70 हजार रुपये नगद और अन्य जरूरी दस्तावेज रखे हुए थे। गोली व्यापारी के जबड़े में जाकर धंस गयी है। उनका उपचार जारी है। चिकित्सकों द्वारा उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी ने बताया कि घटना के समय आसपास के लोगों ने तीन बदमाशों के बाइक पर सवार होकर भागते देखा था। बदमाशों की संख्या तीन थी। उनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। जगह-जगह दबिश दी जा रही है। वहीं, शहर के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। आरोपितों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
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उज्जैन/खाचरौद। रतलाम रेल मंडल से 28 किमी दूर दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर स्थित खाचरौद रेलवे स्टेशन पर गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात 2:15 बजे को बड़ा हादसा होने से टल गया। सोमनाथ से जबलपुर की ओर जाने वाली सुपरफास्ट ट्रेन 11463 राजकोट अपने निर्धारित समय से 8 मिनट विलम्ब से रात 2:15 बजे खाचरौद स्टेशन पहुंची थी। यहां दो मिनट के स्टापेज के बाद ट्रेन रवाना हो ही रही थी, तभी ट्रेन में डियूटी कर रहे आरपीएफ के जवानों की नजर ट्रेन के एसी कोच बी-1 के चक्के पर पड़ी। यहां से हॉट एक्सेल होने के कारण पहिए से चिंगारी व धुंआ निकलने लगा। पुलिस जवानों ने धुंआ निकता देखा तो उनने इसकी सूचना रेलवे स्टेशन मास्टर हो दी। स्टेशन मास्टर ने तुरंत रेल चालक को सूचना देकर ट्रेन को रोकते हुए सिंगल निरस्त किए। बाद में रतलाम मंडल के अधिकारियों से चर्चा कर कोच को ट्रेन से अलग किया और ट्रेन को जबलपुर के लिए रवाना किया। इस दौरान लगभग ढाई घंटे तक ट्रेन खाचरौद स्टेशन पर खड़ी रही। ट्रेन को सुबह 4:47 बजे रवाना किया गया। ट्रेन के विलम्ब होने से हजारों यात्रियों को परेशान होना पड़ा। विशेषकर काटे गए कोच के यात्रियों परेशानी हुई। उक्त कोच के यात्रियों को अन्य कोच में बैठाया गया, जिसको लेकर कुछ यात्रियों ने विरोध भी किया और विवाद की स्थिति भी बनी। कोच को खाचरौद स्टेशन के यार्ड में खड़ा किया गया है। गनीमत रही कि रेलवे पुलिस जवानों की नजर कोच के चक्के पर पड़ गई। यदि ट्रेन खाचरौद स्टेशन से रवाना होने के बाद आग लग जाती तो बड़ी घटना होनी की संभावना थी, क्योंकि रात में यात्री गहरी नींद में सो रहे थे। इनका कहना खाचरौद स्टेशन मास्टर गनीराम मीणा का कहना है कि यहां रात को 11464 सोमनाथ-जबलपुर सुपरफास्ट ट्रेन के एक्सल जाम हो गए थे। इस कारण ट्रेन के कोच को खाचरौद स्टेशन पर खड़ा कर जबलपुर के लिए रवाना किया गया।
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अनूपपुर। आयुक्त आदिवासी विकास विभाग में पदों की होड़ को लेकर मचे दो दिनी विवाद का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि जिला शिक्षा कार्यालय विभाग में एक ही पद के दो अधिकारी सामने आ गए। आश्चर्य की बात है कि दोनों अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल और कलेक्टर के द्वारा प्रभारी रूप में नियुक्त डीएस राव ने अपने कक्ष के बाहर अपने नाम के साथ जिला शिक्षा अधिकारी पदभार को प्रदर्शित कर दिया। जिसके बाद अब विभागीय कर्मचारियों में अधिकारियों के फरमान की तामीली को लेकर असमंजस्य की स्थिति बन गई है। कर्मचारियों का कहना है कि अगर ऐसी परिस्थितियां बनी रही तो विभागीय कार्य को सम्पादित करना मुश्किल हो जाएगा। वहीं दोनों अधिकारियों में पदभार की जिम्मेदारियों को लेकर विवाद की स्थिति बनती जा रही है। उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी को अमरकंटक नर्मदा जयंती महोत्सव सहित अन्य विषयों के लिए आयोजित बैठक में जिला प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए थे, जिसमें जिला शिक्षा कार्यालय अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए, जिसे लेकर जिला प्रभारी मंत्री ने नाराजगी जताई थी। वहीं जनसुनवाई सहित जिला स्तरीय प्रशासकीय बैठक में जिला शिक्षा की अनुपस्थिति लगातार बनी रहने पर कलेक्टर ने गम्भीरता दिखाते हुए जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल की जगह पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग व कन्या स्कूल प्राचार्य जैतहरी डीएस राव को जिला शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। जिसमें कलेक्टर के आदेश के बाद पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग डीएस राव ने जिला शिक्षा कार्यालय विभाग का पदभार ग्रहण करते हुए कार्यालय का संचालन आरम्भ कर दिया। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल ने भी अपने कक्ष में ही ड्यूटी के दौरान समय व्यतीत कर रहे हैं। पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी यूके बघेल का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा अबतक इस सम्बंध में कोई भी जानकारी या किन कारणों में उन्हें पद से अलग किया है नहीं दी है। जबकि पूर्व प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग अधिकारी डीएस राव के सम्बंध में जिम्मेदारी सम्बंधित बातों को उल्लेखित कर उन्हें विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि जिला शिक्षा कार्यालय में सहायक अधिकारी पूर्व से मौजूद हैं, जिसे कानूनन मेरी असमर्थता में विभाग की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जानी चाहिए थी। वहीं डीएस राव का कहना है कि जिला प्रशासन ने उन्हें विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है, जिसका मैं पालन कर रहा हूं।विदित हो कि 20 दिसम्बर को कलेक्टर कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग में एक ही पद को लेकर तीन अधिकारी आमने सामने आ गए थे। जिसमें पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग पीएन चतुर्वेदी, प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग अनूपपुर डीएस राव तथा मप्र शासन द्वारा स्थानांतरित होकर बड़वानी से अनूपपुर आए नवीन सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग अधिकारी विवेक पांडेय रहे। वहीं 18 दिसम्बर को पूर्व सहायक आयुक्त पीएन चतुर्वेदी ने हाईकोर्ट जबलपुर से अपने स्थानांतरण पर स्थगन आदेश लाते हुए सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी और अपने विभागीय कार्यालय पर अपना ताला लगा दिया। जिसकी सूचना पर एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी ने कलेक्टर के निर्देश में कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार को ही सील कर दिया और बिना प्रशासनिक अनुमति कार्यालय में प्रवेश पर प्रतिबंध के आदेश जारी कर दिए। इसके बाद आगामी दो दिनों तक विभाग में पदस्थापना को लेकर नाटकीय स्थिति बनी रही। 22 दिसम्बर को कलेक्टर ने बड़वानी से आए सहायक आयुक्त विवेक पांडेय को विभाग की जिम्मेदारी सौंपते हुए प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग डीएस राव को मूल पद शासकीय कन्या स्कूल जैतहरी प्राचार्य पर वापस भेज दिया। वहीं स्थानांतरण पर स्थगन आदेश लाने पर पूर्व सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग को इसी कार्यालय में आगामी आदेश तक कार्य करने की अनुमति प्रदान कर दी।अपर कलेक्टर बीडी सिंह ने बताया कि विभागीय की प्रशासकीय जिम्मेदारी डीएस राव तथा वित्तीय अधिकार अपर कलेक्टर के नाम आदेशित है। यूके बघेल के सम्बंध में जानकारी लेकर मामला देखता हूं।
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धार। वसंत पंचमी के अवसर पर गुरुवार सुबह से ही हजारों की संख्या में हिंदू समाज के लोग दर्शन करने के लिए भोजशाला पहुंच रहे हैं। धार स्थित भोजशाला में मुख्य आयोजन की शुरुआत गुरुवार को सुबह हवन-पूजन से हुई। इसके साथ स्थानीय लालबाग से मां सरस्वती बाग्देवी की शोभायात्रा निकाली गई, जो कि शहर के प्रमुख मार्गों से भ्रमण करते हुए भोजशाला पहुंची, जहां भव्य महाआरती हुई। बता दें कि धार की भोजशाला में वसंत पंचमी के अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यहां कई बार इस कार्यक्रम को लेकर दंगे भी हो चुके हैं। इसी को देखते हुए इस पूरे आयोजन को लेकर प्रशासन भी अलर्ट है। शहर के प्रमुख मार्गों पर पुलिसबल तैनात किया गया है, साथ ही भोजशाला में भी बड़ी संख्या में पुलिसबल के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद हैं। गुरुवार को ही भोजन प्रसादी का आयोजन भी हिंदू जागरण मंच व भोज उत्सव समिति के द्वारा किया गया है। शहर में लगातार पुलिस मोबाईल वाहन व बाइक पुलिस लगातार भ्रमण कर रही है, वहीं सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी रखी जा रही है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी माँ नर्मदा की जयंती शनिवार, एक फरवरी को प्रदेशभर में धूमधाम से मनाई जाएगी। इस अवसर पर माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में तीन दिवसीय नर्मदा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसका शुभारंभ शुक्रवार, 31 जनवरी को मुख्यमंत्री कमलनाथ करेंगे। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित यह नर्मदा महोत्सव दो फरवरी तक चलेगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक और गीत-संगीत के कार्यक्रम होंगे। अनूपपुर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने गुरुवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अमरकंटक में तीन दिवसीय नर्मदा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसका भव्य शुभारंभ शुक्रवार, 31 जनवरी को दोपहर 12 बजे होगा। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हैं, जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, मंत्री प्रदीप जायसवाल और ओंकार सिंह मरकाम भी उद्घाटन समारोह में शामिल रहेंगे। दो फरवरी तक चलने वाले इस महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। नर्मदा जयंती के अवसर पर यहां भव्य संगीत समारोह होगा, जिसमें प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर और 2 फरवरी को गायक कैलाश खेर प्रस्तुति देंगे। नर्मदा महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अमरकंटक में महोत्सव के लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।मंडलेश्वर में भी होगा दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव, कैलाश खेर देंगे प्रस्तुतिवहीं, खरगौन जिले के पर्यटन स्थल मंडलेश्वर में भी आगामी 01 फरवरी को नर्मदा जयंती के अवसर पर दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश की संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ एक फरवरी को इस महोत्सव का शुभारंभ करेंगी। कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक कैलाश खैर अपने गीतों की प्रस्तुति देंगे। खरगौन कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 01 फरवरी को नर्मदा जयंती है। इस दिन जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मंडलेश्वर में दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव आयोजित होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश की संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ द्वारा किया जाएगा। नर्मदा महोत्सव में प्रख्यात गायक कैलाश खैर द्वारा शानदार प्रस्तुति दी जाएगी। इसके अलावा स्थानीय कलाकारों द्वारा मनमोहन प्रस्तुतियां देंगे।
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उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में गुरुवार का वसंत पंचमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान भगवान महाकाल को पुजारियों द्वारा वासंती पुष्प के साथ हर्बल गुलाल अर्पित किया। इसके साथ ही महाकाल मंदिर में वसंत (फाग) उत्सव की शुरुआत हुई। यह उत्सव शहर के सभी मंदिरों में 40 दिन तक चलेगा। यह जानकारी महाकालेश्वर मंदिर के शासकीय पुजारी प्रदीप गुरु ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि राजाधिराज महाकाल के आंगन में गुरुवार को सबसे पहले वसंत उत्सव मनाया गया। तडक़े चार बजे भगवान महाकाल को केसर मिश्रित जल से स्नान कराने के बाद आकर्षक श्रृंगार किया गया। इसके बाद मंदिर के पुजारियों ने वासंती और सरसों के पुष्प के साथ भगवान महाकाल को गुलाल अर्पित किया। भस्मार्ती में भगवान का विशेष पूजन-अर्चन हुआ और इसके बाद महाकाल के आंगन में वसंत उत्सव की शुरुआत हुई। इसके अलावा शहर के सिंधिया देव स्थान ट्रस्ट के प्रसिद्ध गोपाल मंदिर में भी वसंत उत्सव मनाया गया। यहां गुरुवार को सुबह विशेष पूजा-अर्चना के बाद भगवान गोपालजी को महाराष्ट्रीयन केसरिया भात का भोग लगाया गया। गोपाल मंदिर के पुजारी पं. अर्पित जोशी ने बताया कि गोपाल मंदिर में सिंधिया स्टेट की परंपरा के अनुसार वसंत पंचमी मनाई जा रही है। गोपालजी को सुबह केसर के जल से स्नान कराने के बाद केसर चंदन से श्रृंगार कर केसरिया वस्त्र धारण कराए गए। इसके बाद भगवान को सरसों के फूल अर्पित कर विशेष पूजन हुआ और केसरिया भात का भोग लगाया गया।
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छतरपुर। मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन की छतरपुर इकाई द्वारा स्थानीय शीलिंग होम इंग्लिश स्कूल में महात्मा गांधी की जयंती के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। आयोजन में मुख्य वक्ता के रूप में नेशनल बुक ट्रस्ट के संपादक पंकज चतुर्वेदी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता शीलिंग होम के एमडी संजीव नगरिया ने की। मुख्य वक्ता के तौर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए पंकज चतुर्वेदी ने महात्मा गांधी के जीवन के विभिन्न रूपों को प्रस्तुत किया जो छात्रों के हिसाब से काफी रोचक रहा। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी न सिर्फ स्वावलंबी थे बल्कि वे वस्त्रावलम्बी भी थे। उन्होंने चरखे का प्रयोग कर स्वयं के लिए खुद वस्त्र बनाये और पहने। वे एक किसान, सफाईकर्मी, प्राकृतिक चिकित्सक और रसोइए भी थे। उन्होंने बच्चों को गांधी जी का साहित्य पढऩे को प्रेरित करते हुए कहा कि गांधी की जय का नारा मत लगाइए बल्कि गांधी जी से कुछ सीखिए। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने सवालों के माध्यम से जिज्ञासाएं प्रकट की जिनका पंकज चतुर्वेदी ने समाधान किया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्ष अमिता अरजरिया ने अपने उद्बोधन में पढ़ाई में गहरे उतरने की बात कही तो वहीं वरिष्ठ शिक्षिका संध्या श्रीवास्तव ने अपने आसपास स्वच्छता रखने को प्रेरित किया। अशासकीय स्कूल संघ के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने ऐसे आयोजनों को छात्रहित में बताते हुए संहित्य सम्मेलन और विद्यालय के प्रयास की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन इप्टा के महासचिव व पत्रकार शिवेन्द्र शुक्ला ने किया। कार्यक्रम के अंत मे संस्था के सचिव रविशंकर पाठक ने आभार व्यक्त किया।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम सुहाना बना हुआ है। राजधानी भोपाल में बुधवार सुबह से आसमान में बादलों के बीच सूरज की लुकाछिपी लगी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान से झारखंड तक बने ट्रफ (द्रोणिका लाइन) के असर से वातावरण में आ रही नमी के कारण बादल बरकरार हैं। इससे दिन में जहां मौसम सुहाना बना हुआ है, वहीं रात में फिलहाल ठंड से राहत मिल रही है। मौसम विभाग मुताबिक इस सिस्टम के कारण रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है। बुधवार से बादल छंटने के आसार हैं। इससे गुरुवार से रात के तापमान में गिरावट आने लगेगी। पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से आगे बढ़ रहा है मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी उदय सरवटे ने जानकारी देते हुए बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से आगे बढ़ रहा है। इसके अतिरिक्त उत्तर-पूर्वी राजस्थान से दक्षिण उप्र से होकर एक ट्रफ झारखंड तक जा रहा है। जिसके प्रभाव से वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। नमी आने से मध्य प्रदेश के कई स्थानों पर बादल बने हुए हैं इससे वातावरण में नमी आने से प्रदेश के कई स्थानों पर बादल बने हुए हैं। इन सिस्टम के कारण प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी भाग में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विज्ञानी सरवटे के मुताबिक राजस्थान से बने सिस्टम के बुधवार को समाप्त होने की संभावना है। इससे बादल छंटने लगेंगे। गुरुवार से हवा का रुख फिर उत्तरी होने के आसार हैं। इससे वातावरण में फिर ठंड में कुछ इजाफा होगा।
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भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार सुबह से आसमान में बादल छाए हुए है। मौसम केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार 27 एवं 28 जनवरी के दौरान दिन के तापमान में आंशिक गिरावट संभव है। वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान मध्य प्रदेश का मौसम शुष्क रहा एवं तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। मौसम विज्ञानियों से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ से सटे पूर्वी मध्य प्रदेश के जिलों में सोमवार को हल्की वर्षा हो सकती है। इसके बाद के 24 घंटों के दौरान सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। इसके बाद आगामी 30 जनवरी तक मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है। मौसम केंद्र के अनुसार 27 एवं 28 जनवरी के दौरान दिन के तापमान में आंशिक गिरावट हो सकती है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू और कश्मीर पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है और समुद्र तल से 2.1 और 3.1 किमी ऊपर दिखाई दे रहा है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी ट्रोपोस्फ़ेरिक स्तरों में अपने औसत समुद्र तल से 5.8 की किलोमीटर अपने अक्ष के साथ एक द्रोणिका के रूप में 62एपूर्वी देशान्तर एवं उत्तर की ओर 30एउत्तरी अक्षांश तक देखा जा रहा है। वहीं औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर एक चक्रवाती संचरण बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों में स्थित है।
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अनूपपुर। जिले के न्यायालयों अनूपपुर,कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम सहित वर्ष 2019 में न्यायालय द्वारा किए गए निराकृत प्रकरणों की वार्षिक आंकड़ो की जानकारी शुक्रवार को जिला मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पांडेय ने देते हुए बताया कि हत्या के 14 मामलो में 5 मामलो में सजा एवं 10 मामलो का निराकृत, हत्या का प्रयास के10 मामलो में 1 में सजा एवं दो का निराकृत, साधारण चोट के 244 मामलो में 32 मामलो में सजा एवं 198 मामले निराकृत, गंभी चोट के 47 मामलो में 2 मेंसजा एवं 16 निराकृत, शीलभंग 354 के 144 मामलो में 8 में सजा एवं 74 निराकृत, अपहरण के 42 मामलो में 2 में सजा एवं 9 निराकृत, दुष्कर्म के 148 मामलो में 11 में सजा एं 48मामलो का निराकृत किया गय है। जिला अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि ने बताया कि जिले में महिला संबंधी कुल 1123 प्रकरण वर्ष 2019 में लंबित थे, जिसमें से 575 प्रकरणों का निराकरण न्यायालय द्वारा किया गया है। कुल निराकृत प्रकरणों के 76 मामलों में अभियोजन ने आरोपियों को सजा दिलाने में सफलता प्राप्त की है और 324 मामलों में आरोपीगणों ने सजा के भय से फरियादी से राजीनामा करने का आवेदन न्यायालय में लगाया, जिसके आधार पर 324 मामलों में राजीनामा के आधार पर न्यायालय ने लंबित प्रकरणों का निराकरण किया है। मीडिया प्रभारी ने बताया कि राज्य शासन महिलाओं के विरूद्ध किए गए अपराधों के प्रति अति संवेदनशील है, राज्य शासन ने महिलाओं के विरूद्ध बढ़ते अपराध की रोकथाम हेतु और उनके विरूद्ध लंबित न्यायालयों में आपराधिक प्रकरणों का शीघ्र निपटारा किए जाने हेतु जिलों में पॉक्सो अधिनियम के तहत लंबित प्रकरणों के लिए विशेष न्यायालय का गठन करने का आदेश हाल में ही विधि एवं विधायी विभाग द्वारा पारित किया गया है, जिसमें पैरवी हेतु रैग्युलर कैडर के अभियोजन अधिकारियों को विशेष लोक अभियोजक घोषित किया गया है। अनूपपुर जिले में सहायक जिला अभियोजन अधिकारी हेमन्त अग्रवाल को पॉक्सो अधिनियम के तहत दर्ज प्रकरणों में पैरवी करने हेतु विशेष लोक अभियोजक घोषित किया गया है, जिन्होंने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश भूपेन्द्र नकवाल के न्यायालय को पॉक्सो अधिनियम के तहत विशेष न्यायालय घोषित किया गया है जिसमें सम्पूर्ण जिले में दर्ज पॉक्सो अधिनियम के प्रकरणों की सुनवाई होगी।
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शिवपुरी। शिवपुरी में 26 जनवरी को होने वाली परेड में इस बार खास बात होगी। पुलिस, एसएएफ पुलिस, होमगार्ड के अलावा इस बार परेड में सरकारी विद्यालय के छात्र पहली बार शामिल होंगे। यह वह छात्र हैं जो पुलिस द्वारा चलाई जा रही स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के तहत चिंहित हैं। स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के यह चिंहित छात्र परेड में शामिल होकर मुख्य अतिथि को सलामी देंगे। पहली बार स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के यह छात्र परेड में शामिल हो रहे हैं। परेड में शामिल होने वाली टुकड़ी में 25 छात्र रहेंगे इसमें एक परेड कमांडर रहेगा। परेड में शामिल होने वाले सभी छात्रों को ट्रैक शूट, टीशर्ट, कैप भी मुहैया कराई गई है। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि इन छात्र एवं छात्राओं में नैतिक मूल्यों का समावेश कर इन्हें जिम्मेदार, अनुशासित, संस्कारिक और चरित्रवान नागरिक बनाना है। उनका कहना है कि इस कार्यक्रम से युवाओं में सामाजिक प्रतिबद्धता की भावना जागेगी और वह अनुशासित होंगे। पुलिस की छवि सुधारने का अभियान- शिवपुरी में इस समय केंद्रीय गृह मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना चलाई जा रही है। इस योजना में सरकारी विद्यालयों के छात्रों को पुलिसिंग कार्रवाई के अलावा इनमें नैतिक मूल्यों का समावेश कर उन्हें जिम्मेदार, अनुशासित, संस्कारिक और चरित्रवान नागरिक बनाना मुख्य उद्देश्य है। सरकारी स्कूलों के बच्चे किए गए हैं चिंहित- स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना में सरकारी विद्यालयों के बच्चों को लिया गया है। पांच स्कूलों के 100 बच्चों को इस योजना में चिंहित किया गया है। सूबेदार गायत्री इटोरिया ने बताया कि 26 जनवरी की परेड में शामिल होने को लेकर बच्चे बहुत उत्साहित हैं। एक बालिका मुस्कान ने बताया कि वह इस परेड में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। वहीं इस कार्यक्रम को संचालित करने वाले एनजीओ डोनेट आ स्माईल फाउंडेशन के प्रबल अग्रवाल का कहना है कि समाज में पुलिस की सकारात्मक छवि को बताने भी इस कार्यक्रम का एक उद्देश्य है।
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तेंदूखेड़ा। मध्यप्रदेश के चांवरपाठा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम मेंहदा खैरी बिलगुंवा मार्ग पर खैरी और डोभी के बीच बरांझ नदी पर रपटा पुल न होने की स्थिति में यहां के ग्रामीणों को दलदल से होकर गुजरना पड़ रहा है। इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों यात्री खैरी मेंहदा समेत विभिन्न ग्रामों के लोग आवागमन करते हैं। डोभी की तरफ से तेंदूखेड़ा आकर फिर एन.एच. 12 होकर बिलगुंवा गुटोरी सिमरिया राजमार्ग पहुंचने के लिए काफी चक्कर लगाना पड़ता है। लेकिन डोभी होकर बरकुंडा खैरी होते हुए यह मार्ग जहां चक्कर और दूरी को कम करता वहीं समय की बचत भी करता है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने पूर्व में इस मार्ग को यहां से पक्का तो बनवा दिया है लेकिन नदी पर रिपटा पुल न होने के कारण ग्रामीणों को काफी गंभीर परिस्थितियों से जूझना पड़ रहा है। वर्तमान में हालात यह हैं कि इस नदी पर दलदल स्थिति बनी हुई है जिससे लोग पैदल भी नहीं निकल पा रहे हैं। डोभी मार्ग बंद होने पर यही मार्ग आता है काम उल्लेखनीय है कि तेंदूखेड़ा से डोभी होकर बरमान जाने वाले सड़क मार्ग का निर्माण कार्य चलने तथा डोभी और इमझिरा के समीप बरांझ नदियों पर बने कम ऊंचाई वाले पुलों के ऊपर से नदियों पर बाढ़ का पानी होने के कारण यह मार्ग पूर्णत: बंद हो जाता है। ऐसे समय में यही मार्ग काम आता है। इसी मार्ग से होकर वाहन आते जाते हैं। लेकिन रपटा पुल न होने से उक्त ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी परेशानी हुआ करती है। हाल ही में बरांझ नदी में पानी अधिक होने की स्थिति में दलदल स्थिति बनी हुई है। बढ़ाई जाए पुलों की ऊंचाई तेंदूखेड़ा से डोभी होकर बरमान जाने वाले सड़क मार्ग पर इमझिरा के समीप बरांझ नदी एवं डोभी के समीप पाणाझिर नदी पर बने पुलों की ऊंचाई काफी कम है। इस कारण से आये दिन थोड़ी सी बारिश में पुलों के ऊपर पानी हो जाता है और सड़क मार्ग बंद हो जाया करते हैं। यात्री वाहन घूमकर आते जाते हैं। चूंकि नई सड़क तो बन रही है लेकिन पुलों की ऊंचाई कम होने की स्थिति में मार्ग बरसात के दिनों में बंद ही बना रहेगा। ऐसी स्थिति में पुलों की ऊंचाई बढ़ाये जाने की बहुत आवश्यकता है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश के बादल छंटने से एक बार फिर कड़कड़ाती ठंड का एहसास होने लगा है। राजधानी भोपाल में गुरुवार सुबह से आसमान साफ है और धूप निकली हुई। धूप निकलने से लोगों को राहत है लेकिन हवा चलने के कारण ठंड का एहसास हो रहा है। बुधवार को प्रदेश में कई स्थानों पर दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। उधर, बुधवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 7 डिग्री दतिया और ग्वालियर में दर्ज किया गया। उमरिया में 12, दमोह में 9, सागर में 0.2 मिमी बरसात हुई। छत्तीसगढ़ पर बने प्रति चक्रवात के समाप्त होने के साथ ही एक बार फिर हवा का रुख उत्तरी हो गया है। उधर उत्तर भारत में बर्फबारी शुरू हो गई है। इस वजह से वहां से आने वाली सर्द हवाओं से प्रदेश में एक बार फिर ठंड का असर बढ़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने इस संबंध में बताया कि हाल ही में पूर्वी मप्र और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ था। उसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदल गया था और बादल छा गए थे। मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बना सिस्टम बुधवार को समाप्त हो गया है। इससे बादल छंटने लगे हैं। साथ ही हवाओं का रुख फिर उत्तरी हो गया है। गुरुवार से 10 फरवरी तक ठंड के दो दौर और आने की संभावना है। इस दौरान रात के तापमान में 4 डिग्री तक की गिरावट होने का अनुमान है। गुरुवार से ही एक दौर शुरू हो सकता है। यह 27 फरवरी तक जारी रहेगा। इसके बाद 2-3 फरवरी से दूसरा दौर शुरू होने के आसार हैं।
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नरसिंहपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2019- 20 के लिये ग्राम पंचायत के पंचों/ सरपंचों, जनपद पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र एवं अध्यक्ष तथा जिला पंचायत के निर्वाचन क्षेत्रों में सभी वर्ग के आरक्षण(अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति/ अन्य पिछड़ा वर्ग एवं महिला) के लिए दिनांक एवं समय का कलेक्टर दीपक सक्सेना ने निर्धारण कर दिया है। इस संबंध में जारी सूचना के अनुसार सरपंच एवं पंच पद के लिये जनपद पंचायत गोटेगांव, जनपद पंचायत नरसिंहपुर, जनपद पंचायत करेली, जनपद पंचायत चांवरपाठा, जनपद पंचायत सांईखेड़ा और जनपद पंचायत चीचली की समस्त ग्राम पंचायतों के वार्ड/ सरपंच पद के आरक्षण की कार्यवाही के लिये संबंधित अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व) के कार्यालय में सोमवार 27 जनवरी को अपरान्ह 3 बजे से किया जायेगा। इसी तरह जनपद पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र तथा जनपद पंचायत अध्यक्ष पद के आरक्षण के लिये निर्वाचन क्षेत्र जनपद पंचायत गोटेगांव, नरसिंहपुर, करेली, चांवरपाठा, सांईखेड़ा व चीचली के लिए गुरुवार 30 जनवरी को प्रात: 11 बजे से कार्यालय कलेक्ट्रेट नरसिंहपुर के सभाकक्ष क्रमांक 94 में किया जायेगा। अध्यक्ष पद के लिये जनपद पंचायत गोटेगांव, नरसिंहपुर, करेली, चांवरपाठा, सांईखेड़ा व चीचली के लिए गुरुवार 30 जनवरी को दोपहर एक बजे से कार्यालय कलेक्ट्रेट नरसिंहपुर के सभाकक्ष में किया जायेगा। जिला पंचायत नरसिंहपुर के 15 निर्वाचन क्षेत्र की कार्यवाही के लिए गुरूवार 30 जनवरी को प्रात: 11 बजे से कार्यालय कलेक्ट्रेट नरसिंहपुर के सभाकक्ष में किया जायेगा।
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छतरपुर। लेदर बॉल क्रिकेट को बढ़ावा देकर खिलाडिय़ों को बड़ी स्पर्धाओं के लिए तैयार करने हेतु डिस्ट्रिक्ट छतरपुर क्रिकेट एसोसिएशन एक नई पहल करने जा रहा है । डीसीसीए के द्वारा आगामी 22 जनवरी से 30 जनवरी तक शहर के पेप्टेक टाउन स्थित खेल मैदान में एक इंटर स्कूल टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है । डीसीसीए के अध्यक्ष विनय चौरसिया एवं सचिव राजीव बिल्थरे ने संयुक्त रूप से बताया कि इस टूर्नामेंट में छतरपुर जिले के 11 शासकीय, अशासकीय विद्यालयों की क्रिकेट टीमें हिस्सा लेंगी। प्रतिदिन पेप्टेक टाउन में टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे। टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों को डीसीसीए द्वारा डिस्ट्रिक्ट लेवल, डिवीजन लेवल टूर्नामेंट के लिए तैयारी करने का मौका मिल सकेगा। गौरतलब है कि डीसीसीए क्रिकेट की वह जिला इकाई है जो बीसीसीआई के अधीन काम करने वाली एमपीसीए से अधिकृत होती है। उन्होंने नगर के खेल प्रेमियों को भी टूर्नामेंट में आमंत्रित किया है। यह टीमें लेंगे हिस्सा इस टूर्नामेंट में केयर इंग्लिश स्कूल, उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1, महर्षि विद्या मंदिर, क्रिश्चियन स्कूल, डीसेंट स्कूल, डिलाईट स्कूल, ज्ञान भारती स्कूल लवकुशनगर, रॉयल इंग्लिश स्कूल, सन्मति विद्या मंदिर, सरस्वती शिशु मंदिर एवं शीलिंग पब्लिक स्कूल छतरपुर की टीमें हिस्सा लेंगी।
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भोपाल। भोपाल में सोमवार सुबह से मौसम का मिजाज कुछ बदला हुआ है, धूप खिलने से लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार, आज एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में हिमालय से आ रही सर्द हवाओं के कारण राजधानी समेत मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई और ठंड के तेवर तीखे बने रहे। राजधानी भोपाल में चल रही शीतलहर का असर यातायात पर भीदेखा गया। आज सुबह यहां धूप खिली, लेकिन वातावरण में सर्द हवाएं सिहरन पैदा कर रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को न्यूनतम तापमानसीहोर 3.7, बैतूल 5.2, भोपाल 6.4, दतिया 7.7, धार 5.7, गुना 8.2, ग्वालियर 6.8, इंदौर 8.8, खंडवा 8.4, खरगौन 6.8, पचमढ़ी 4.8, रायसेन 5.0, राजगढ़ 8.2, रतलाम 6.4, शाजापुर 7.2, उज्जैन 6.4, छिंदवाड़ा 9.6, दमोह 6.8, जबलपुर 7.6, खजुराहो 7.0, मंडला 8.0, नौगांव 7,0, रीवा 5.6, सागर 8.4, सतना 7.6, सीधी 7.9, सिवनी 8.0, टीकमगढ़ 6.4, उमरिया 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां 10 डिग्री रहा न्यूनतम तापमान: होशंगाबाद 10.4, नरसिंहपुर 10.0, श्योपुर 10.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।राजधानी भोपाल में सोमवार सुबह से मौसम का मिजाज कुछ बदला हुआ है। धूप खिलने से लोगों को राहत मिली है। लेकिन, ठंडी हवाएं सिहरन पैदा कर रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आज एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने से हवाओं का रूख बदलेगा। वातावरण में नमी आने से आसमान में बादल छा जाएंगे। इससे रात के तापमान में बढोत्तरी होगी और लोगों को ठंड से कुछ राहत मिलेगी। 22 जनवरी को कई इलाकों हो सकती है बारिश मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि हवा का रुख लगातार उत्तरी बना हुआ है। करीब 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से सर्द हवाओं के चलने के कारण प्रदेश में ठंड के तेवर तीखे बने हुए हैं। साहा के मुताबिक सोमवार को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल होगा। उसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। वातावरण में नमी आने से बादल छाने लगेंगे। इससे रात के तापमान में इजाफा होने लगेगा और ठंड से राहत मिलेगी। 22 जनवरी को राजधानी सहित प्रदेश में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ सकती है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में ठंड का कहर जारी है। प्रदेश भर में घने कोहरे के साथ ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है। राजधानी भोपाल में रविवार दोपहर तक आसमान में बादल छाए रहे। सुबह के समय हल्की बारिश की बौछारे भी गिरी। बादल छाने से मौसम में ठंडक महसूर की गई। हालांकि दोपहर बाद आसमान साफ हो गया और धूप निकल आई लेकिन ठंड का असर बरकरार रहा। इसके अलावा मध्य प्रदेश के कई जिलों में मौसम शुष्क रहा। शुष्क मौसम के बीच सुबह के समय उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में घना कोहरा देखने को मिला। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक पूर्वी मध्य प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गर्जना के साथ हल्की बारिश हो सकती है। अनुमान है कि सीधी, शहडोल और अनूपपुर जैसे स्थानों पर बारिश देखने को मिलेगी। यह स्थितियाँ अगले 24 घंटों तक रहेंगी उसके बाद मौसम बदल जाएगा और सभी जगहों पर शुष्क मौसम देखने को मिलेगा। हालांकि बारिश में यह ब्रेक 24 घंटों का ही है क्योंकि इसके बाद मध्य प्रदेश के मध्य भागों में 21 जनवरी को एक चक्रवाती सिस्टम विकसित होने की उम्मीद है। यह प्रणाली पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दे सकता है। बारिश की गतिविधियां इन भागों में 22 जनवरी तक बनी रह सकती हैं। बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है। सागर, दमोह, कटनी, जबलपुर, उमरिया, सतना, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, नरसिंहपुर जैसे स्थानों पर बारिश और ओलावृष्टि का सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिल सकता है। सर्दियों की यह बारिश मौसम साफ होने के बाद मध्य प्रदेश में सुबह के समय मध्यम से घने कोहरे का कारण भी बन सकती है।
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भोपाल। मध्यप्रदेश में शनिवार, 18 जनवरी को फिट इंडिया मूवमेंट के तहत साइकिल दिवस (साईक्लोथोन) मनाया जायेगा। इसके अंतर्गत राज्य में ग्राम पंचायत स्तर पर भी ग्रामवासियों के सहयोग से 50 से 100 के समूह में न्यूनतम 4 से 5 किलोमीटर साइकिल चलाई जायेगी। इस साइकल चालन में स्त्री, पुरुष, बालक, बालिकाएं अपनी इच्छानुसार भाग ले सकेंगे। फिट इण्डिया के तहत आयोजित होने वाली इस साइकिल दिवस के लिये ग्रामवासियों को जागरूक कर उन्हें साईक्लोथोन में शामिल होने की अपील की जा रही है। जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम ने बताया कि सभी जनपद पंचायतों के सीईओ, ग्राम पंचायतों के सचिवों, रोजगार सहायकों को पत्र भेजकर निर्देशित किया गया है कि फिट इण्डिया मूवमेंट के तहत वे भी अपने प्रभार के क्षेत्र में शनिवार, 18 जनवरी को साइकिल दिवस का आयोजन करें, क्योंकि साईक्लिंग ऊर्जावान एवं स्वस्थ्य बने रहने का एक उत्कृष्ट विकल्प है। साईक्लिंग स्वास्थ्य के लिये एक रुचिकर कसरत है तथा साईक्लिंग यदि समूह में की जाए तो और भी आनंदवर्धक हो जाती है।जिला पंचायत सीईओ ने बताया है कि इस आयोजन का समय ग्राम पंचायतें अपने सुविधानुसार निर्धारित कर सकती है। इस आयोजन में अधिक से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों व सखियों, पंचायत पदाधिकारियों, युवा ग्राम शक्ति समिति के सदस्यों और स्कूलों के विद्यार्थियों तथा ग्रामवासियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें भी प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि इस आयोजन में अधिक से अधिक लोग भाग लेकर आनंदवर्धक स्वास्थ्य लाभ ले सके। साईकिल दिवस पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्रामवासियों द्वारा रैली के रूप में सामूहिक रूप से साईकिल चलाई जाएगी। साईक्लिंग के सफल आयोजन के लिए शिक्षा विभाग, खेलकूद विभाग, राज्य आजीविका मिशन सहित संबंधित विभागों का भी सहभागिता रहेगी।
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इंदौर। मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर चलाए जा रहे भू माफिया के खिलाफ अभियान के अंतर्गत इंदौर जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में शहर के न्याय नगर एक्सटेंशन में अवैध रूप से बने चार मंजिला अवैध भवन को नगर निगम के अमले ने शुक्रवार को जमींदोज कर दिया। इस भवन को विस्फोट लगातर धराशायी किया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा। निगम के अपर आयुक्त संदीप सोनी ने बताया कि न्याय नगर में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर इस भवन का निर्माण किया गया था। भवन मालिक बाबूलाल गौर को पहले नोटिस देकर आवश्यक दस्तावेज तलब किये गये थे। उन्होंने जो दस्तावेज प्रस्तुत किये थे, उसके अनुसार भवन सरकारी जमीन पर बना हुआ था और उसके निर्माण के लिए भी अनुमति नहीं ली गई थी। इसीलिए निगम द्वारा इस चार मंजिला भवन को तोड़ा गया। विस्फोट विशेषज्ञ शरद सरवटे को निगम द्वारा बुलाकर भवन को विस्फोटक लगातर जमींदोज किया गया। वहीं, भवन मालिक बाबूलाल गौर ने निगम की कार्रवाई पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि यह जमीन उन्होंने चार साल पहले ही खरीदी थी और वे इसका टैक्स भी जमा कर रहे थे, इसके बावजूद निगम और जिला प्रशासन ने भवन को तोड़ दिया।
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भोपाल । मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र राजस्थान में बने चक्रवात से प्रदेश के लगातार रुक-रुक कर मौसम में परिवर्तन हो रहा है। इससे राजधानी भोपाल सहित शाजापुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, होशंगाबाद, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और खुजराहो में कभी कोहरा तो कभी दिन में तेज धूप निकल रही है। इसी के साथ कई स्थानों पर हल्की फुहारें भी पड़ रही हैं। रुक-रुक कर हो रही इस बारिश को कृषि वैज्ञानिकों ने फसल के लिए अच्छा माना है । मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी प्रदेश में कुछ दिन के लिए सर्दी और बढ़ेगी। प्रदेश के इन सभी जिलों में बुधवार से रुक-रुककर बारिश जारी है। इससे तापमान में गिरावट आई है और ठंड में इजाफा हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि इस सप्ताह में आगे भी हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। इन जिलों में चक्रवात के असर के चलते गुना में 35.2, राजगढ़ में 15, अशोकनगर में 8.75 और ग्वालियर में 6.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है । उधर, राजधानी में गुरुवार को दिनभर हल्की बूंदाबांदी, कोहरा और छाए रहे बादलों से शुक्रवार को निजात मिलना शुरू हुआ और सुबह होते ही मौसम खुला-खुला नजर आया । यहां इस माह के बीते 16 दिन में से 10 दिन सुबह के वक्त कोहरा रहा है लेकिन शुक्रवार को धूप पूरी तरह से खिली। हालांकि जिले में कई स्थानों पर बादल छाए हुए हैं। यहां भोपाल में सुबह का तापमान आज सुबह 9:30 बजे तक 21 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है । मौसम में आ रहे इस परिवर्तन को लेकर कृषि वैज्ञानिक डॉ. मुकेश भार्गव ने बताया कि जिस तरह से मावठे की बारिश हो रही है, यह फसलों के लिए बहुत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि चना, गेहूं, अलसी, मटर आदि फसलों के लिए यह वर्षा अच्छी है। इससे इन फसलों को पर्याप्त पानी एवं नमी मिलने से फसलें किसानों को अच्छा लाभ देकर जाएंगी। कृषि वैज्ञानिकों का कहना यह भी है कि प्रदेश के चंबल क्षेत्र मुरैना, भिण्ड, एवं ग्वालियर में अधिकांश किसानों ने अपने खेतों में सरसों बोई है, ऐसे में यदि अधिक बारिश होती है तो इसके लिए नुकसान करेगी । मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ उदय सरवटे प्रदेश के मौसम में हो रहे इस परिवर्तन को लेकर कहते हैं कि मध्य प्रदेश से सटे राज्य राजस्थान पर 1.5 किमी. की ऊंचाई पर अभी एक चक्रवात सक्रिय है। इसलिए पूरे वातावरण में नमी छाई हुई है। इसका सीधा असर राज्य के कई जिलों में देखने को मिल रहा है। इसके कारण से इन जिलों में बादल छाए हुए हैं और कुछ स्थानों पर बरसात भी हो रही है। नमी के कारण अधिकांश स्थानों पर सुबह के वक्त घना कोहरा भी छा रहा है। उन्होंने बताया है कि यह सिस्टम शुक्रवार को राजस्थान की तरफ ओर खिसका है, जिससे थोड़ी राहत है लेकिन फिर रविवार को पश्चिमी विक्षोभ के असर से एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ेगा। इससे कई स्थानों पर बरसात हो सकती है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में हो रहे इस मौसमी परिवर्तन का असर फ्लाइट्स और रेल सहित अन्य आवागमन के साधनों पर सीधे तौर पर पड़ रहा है। गुरुवार एवं शुक्रवार सुबह तक कोहरा होने के चलते कई ट्रेनें करीब दो से चार घंटे तक अपने गंतव्य पर पहुंची हैं। फ्लाइट के रूट भी बदले गए। मौसम की वजह से भोपाल आने वाली कई फ्लाइट लेट रहीं। एआई 435 - दिल्ली-भोपाल 4.34 घंटे, 6ई 7121 - हैदराबाद-भोपाल 1.10 घंटे, 6ई 2035 - दिल्ली-भोपाल 3.33 घंटे, एआई 633 - मुंबई-भोपाल 4.23 घंटे और 6ई 5301 - मुंबई-भोपाल 2.58 घंटे विलम्ब से पहुंची हैं। यही हाल कई ट्रेनों का है।
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मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में बुधवार से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बुधवार को दिनभर आसमान में बादल छाने के बाद बीती रात रुक-रुककर रातभर बारिश होती रही और गुरुवार को सुबह भी यह सिलसिला जारी रहा। गुरुवार को सुबह करीब नौ बजे शहर में ओलावृष्टि भी हुई। बारिश से लोगों को सर्दी का अहसास तो हो रहा है, लेकिन आसमान में बादल छा जाने से न्यूनतम तापमान में इजाफा हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार की रात से गुरुवार को सुबह तक रुक-रुक वारिश होने के बाद भी मुरैना जिले का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री बढक़र 13.5 डिग्री पर पहुंच गया। फिलहाल आसमान में बादल छाये हुए हैं। गुरुवार को सुबह नौ बजे जिले में धीमी गति से पानी के साथ-साथ ओले भी गिरे। कुछ देर बाद हालांकि बारिश थम गई, लेकिन अभी भी आसमान पर घने बादल छाये हुये हैं। मौसम विभाग ने गुरुवार को देर रात तक ही मौसम के खराब रहने की संभावना बताई जा रही है, जबकि शुक्रवार को आसमान साफ होने पर सर्दी तेज होने की संभावना बताई जा रही है। बीते 24 घंटों में मुरैना जिले में 16 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। इधर, कृषि वैज्ञानिकों द्वारा इस वर्षा को गेहूं और चने की फसल के लिये लाभकारी बताया गया है, लेकिन सरसों की फसल के लिये यह नुकसानदेह है।
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गुरुवार से आएंगी विदेशी जमातें 72वें आलमी तब्लीगी इज्तिमा के पहले दिन 22 नवंबर को करीब 300 निकाह होंगे। इज्तिमा का आगाज सुबह फजिर की नमाज के बाद मजहबी तकरीर से होगा। इज्तिमा में शिरकत का पैगाम देने स्थानीय जमातें शहर में घूमने लगी हैं, जबकि विदेशी जमातों के आने का सिलसिला गुरुवार से शुरू होगा। इज्तिमा का समापन 25 नवंबर को सामूहिक दुआ के साथ होगा। इसके बाद जमातों के लौटने का सिलसिला शुरू होगा। यहां चारों दिन होने वाली नमाजों के वक्त का भी एेलान कर दिया गया है। आयोजन स्थल को दो फूड जोन के अलावा दो बुक जोन भी बनाए गए हैं। यहां विभिन्न लेखकों की धार्मिक पुस्तकें मिलेंगी। निकाह के लिए रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं। इज्तिमा स्थल का क्षेत्रफल करीब 350 एकड़ होने से यहां तीन सेक्टरों में स्पेशल काउंटर बनाए हैं। यहां भीड़ में गुम होने वाले व्यक्ति का अनाउसमेंट होगा तो किसी की कोई वस्तु गुमने की सूचना भी दर्ज करके प्रसारित की जाएगी। यह काउंटर बी, सी व एच सेक्टर में होंगे। डीआईजी इरशाद वली और एएसपी दिनेश कौशल ने इज्तिमा स्थल पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। शहर के विभिन्न इलाकों से आयोजन स्थल तक की ट्रैफिक व्यवस्था के संबंध में भी संबंधित अफसरों से चर्चा की। जमातियों के वाहनों को पार्क करने के लिए करीब 250 एकड़ जमीन में पार्किंग के इंतजाम किए जा रहे हैं। करीब 42 पार्किंग जोन में होने वाली इस व्यवस्था के दौरान छोटे-बड़े वाहनों को अलग-अलग स्थान पर खड़ा कराया जाएगा। यह काम बुधवार तक मुकम्मल हो जाएगा। नमाज का नाम वक्त फजिर सुबह 6:15 बजे जौहर दोपहर 2:00 बजे असिर शाम 4:30 बजे मगरिब शाम 5:42 बजे ईशा बयान खत्म होने के बाद
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परिजनों से मिलने पहुंचे शिवराज, कहा- दो महीने में 11 मौत हुईं रायसेन जिले के नूरगंज गांव में दूषित पानी पीने से 4 लोगों की मौत के बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पीडित परिजनों से मिलने पहुंचे। उन्होंने इस मामले में जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि नूरगंज में दो महीने में बीमारी से 11 मौतें हुई है। शिवराज के साथ स्थानीय विधायक सुरेंद्र पटवा भी नूरगंज पहुंचे थे। शिवराज ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार से इस मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी, तो भारतीय जनता पार्टी इसको लेकर और तेज आवाज उठाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि नूरगंज में दो महीने में बीमारी से 11 मौतें हुई है। उन्होंने चेतावनी देकर कहा कि व्यवस्थाएं सुधरे, नहीं तो होगा आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि अभी भी 80 लोग बीमार हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार पर संबल योजना से गरीबों के नाम काटे जाने के भी आरोप लगाये। गांव में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद शिवराज सिंह ने प्रभारी मंत्री हर्ष यादव को फोन से बात की। उन्होंने प्रभारी मंत्री को बताया कि गांव की हालत बेहद खराब है। यहां पीने के पानी के लिए अतिरिक्त टैंकर उपलब्ध कराएं जाएं। 24 घंटे डॉक्टर की ड्यूटी गांव में लगाई जाई और लोगों की आर्थिक मदद की व्यवस्था की जाए।
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गौ नस्ल सुधार का अभियान चले संरक्षण-संर्वधन की समग्र योजना बनाकर करें कार्य राज्यपाल लाल जी टंडन ने कहा है कि गौ नस्ल सुधार का अभियान विश्वविद्यालय द्वारा चलाया जाए। विश्वविद्यालय केवल अनुदान पर आश्रित नहीं रहे, आय के स्त्रोत विकसित कर आत्म-निर्भर बनें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय मिशन मोड में गौ-संरक्षण और संवर्धन की समग्र योजना पर कार्य करें। नस्ल सुधार, चारा और दूध उत्पादन में नई तकनीक के उपयोग का एकीकृत रूप से क्रियान्वयन करे। टंडन राजभवन में नाना जी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में राज्यपाल की पहल पर विश्वविद्यालय को पशुपालन विभाग द्वारा सौ-सौ गायों की 10 गौशालाएँ संचालित करने के लिए अनुदान उपलब्ध कराने का निर्णय हुआ। राज्यपाल टंडन ने कहा कि गौ-वंश को बचाना वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती है। इस परिदृश्य को बदलने विश्विद्यालय गौ पालन के समग्र प्रोजेक्ट पर कार्य करें। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का उपयोग निराश्रित गायों को विश्वविद्यालय में रखकर उनको सेरोगेटेड मदर की तरह उपयोग करने की पहल पर विचार करें। लक्ष्य बनाकर देशी नस्ल की उन्नत बछिए विश्विद्यालय द्वारा तैयार किये जाये। तैयार बछिए के विक्रय से विश्वविद्यालय की आर्थिक निर्भरता कम होगी। इसी तरह चारा उत्पादन का कार्य भी नवीन विधि से किया जाए। चारा रखने के ऐसे बैग मिल रहे हैं जिनमें एक से डेढ़ माह तक हरा चारा सुरक्षित रहता है। उत्पादित चारा जहाँ एक ओर विश्वविद्यालय के पशुओं की आहार आवश्यकताओं को पूरा करेगा, वहीं उसकी बिक्री से क्षेत्र में दूध के उत्पादन में भी वृद्धि और सुधार होगा। पशुपालन के लाभों से परिचित हो ग्रामीण पशुपालन के लिए प्रोत्साहित होंगे। लाल जी टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय मूल्यवर्धक गतिविधियों के प्रसार के प्रयासों पर विशेष बल दे। संसाधनों के विकास के कार्यों को प्राथमिकता दी जाए ताकि नई परियोजना सेल्फ सस्टेनेबल रहें। उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा बॉयो गैस प्लान्ट लगाने की योजना संचालित की गई है, जिसमें प्लांट लगाने के साथ कम्पनी उत्पादित गैस भी खरीद लेती है। प्लांट का अवशेष भी समृद्ध खाद होता है, जिसे तालाब में प्रवाहित कर मत्स्य उत्पादन में कई गुना वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने अपेक्षा की कि विश्वविद्यालय इस तरह नई तकनीक के सफल प्रयोगों को दिखाकर किसानों तक पहुँचाने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि गायों की प्रजनन क्षमता में भी सुधार के प्रयास जरूरी हैं। नई विधियों से एक वर्ष में कई उन्नत नस्ल तैयार करने के उदाहरण मिल रहे हैं। इसका विस्तार कर देशी नस्ल को बेहतर बनाने के कार्य किये जायें। उन्होंने कहा कि बाजारवाद के चलते विदेशी कम्पनियाँ कभी देशी नस्लों को बढ़ावा नहीं देगी। केन्द्र सरकार देशी नस्ल सुधार कार्यक्रम पर विशेष बल दे रही है। उसके सहयोग से एक-डेढ़ वर्ष में चमत्कारी परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। राज्यपाल टंडन ने कहा कि महान नानाजी देशमुख के नाम पर स्थापित विश्वविद्यालय चुनौतियों के नवाचारी सोच के साथ समाधान की कार्य-शैली का उदाहरण प्रस्तुत करे। उन्होंने बताया नानाजी के समय सरकार बोरिंग नि:शुल्क करवाती थी। पम्प पर भी काफी अनुदान था। कॉस्ट आयरन पाइप लगाना पड़ता था, जो बहुत महंगा होता था। गरीब किसान उसका लाभ नहीं ले पाते थे। नाना जी ने निकट के जंगल के बाँसों को अंदर से खोखला कर उनको पाइप बनाकर उपयोग किया और गाँव की खेती की दशा बदल दी। बैठक में कुलपति डा. जुयाल द्वारा बताया गया कि विश्वविद्यालय ने देशी नस्ल की नर्मदा निधि विकसित की है जो ग्रामीण परिवेश में पालन की उपयुक्त नस्ल है। क्लोनिंग प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक पेटेंट भी मिला है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा गोबर से निर्मित मॉस्किटो रैपलेंट, लकड़ी और गमले के उत्पाद भी दिखाए। बैठक में राज्यपाल के सचिव श्री मनोहर दुबे उपस्थित थे।
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ट्रैफिक कंट्रोल का शुभी जैन का अपना अंदाज इंदौर की सड़कों पर एक कॉलेज छात्रा अपने अनोखे अंदाज में ट्रैफिक रूल्स समझा रही है | शुभी जैन नाम की यह स्टूडेंट रेड लाइट पर ट्रेफिक नियम समझाने के साथ सलीके से ट्रैफिक कंट्रोल भी कर लेती है | इंदौर की कॉलेज छात्रा शुभी जैन का अपने अंदाज में ट्रैफिक रूल्स बताने वाला वीडियो वायरल हो रहा है | वीडियो में छात्रा रेड लाइट पर रुके वाहनों के पास जाकर लोगों को ट्रैफिक के नियम बता रही हैं | टू-व्हीलर पर जो कोई बिना हेलमेट के नजर आता है उससे कहती हैं कि आप हेलमेट पहनिए, कार चालकों को सीट बेल्ट लगाने की सलाह देती हैं | जो कोई भी सीट बेल्ट और हेलमेट लगाए नजर आता है उसे धन्यवाद देती हैं | शुभी जैन का कहना है उम्मीद है हम सभी अपने प्रयासों से जल्दी ही इंदौर को ट्रैफिक में आदर्श शहर बनाएंगे | वीडियो वायरल होने के बाद लोग उनके इस अंदाज को लोग खूब पसंद कर रहे हैं | शहर के लोगों का कहना है कि जिस तरह स्वच्छता में इंदौर नंबर वन बन है उसी तरह ट्रैफिक रूल्स का पालन करने में भी इसे नंबर वन होना चाहिए वीडियो में एक जगह शुभी एक व्यक्ति से कहती हैं कि सर आपके पास तो हेलमेट हैं प्लीज इसे पहन लिजिए, उनके इस आग्रह के पास वो व्यक्ति तुरंत अपना हेलमेट पहन लेता है | बाकी सब से वो कहती हुईं नजर आ रही हैं कि सर कोशिश करें की आप अगली बार हेलमेट पहनकर ही गाड़ी चलाएं शुभी के इस अंदाज को युवा खासा पसंद करते हैं |
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छत्तीसगढ़ी फिल्मों की अभिनेत्री हैं माया छत्तीसगढ़ी फिल्मों की अभिनेत्री माया साहू पर भिलाई में एसिड अटैक किया गया | माया पर यह एसिड अटैक उस समय हुआ जब वो अपने घर से बाहर निकल रहीं थी | सुपेला इलाके में माया नाम की अभिनेत्री पर ऐसिड अटैक की घटना हुई है | बताया जा रहा है कि युवती आपने घर से बाहर निकल रही थी, इसी दौरान किसी युवक ने उस पर केमिकल फेंक दिया, जिससे उसे तेज जलन हुई और उसका शरीर झुलसने लगा | युवती को जिला अस्पताल दुर्ग में उपचार के लिए दाखिल कराया गया माया साहू छत्तीसगढ़ी फिल्मों की अभिनेत्री है| पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की दोपहर पीड़ित युवती माया साहू सुपेला स्थित अपने घर से बाहर निकली थी | इसी दौरान बाइक सवार एक युवक वहां पहुंचा और बोतल में रखा केमिकल उसपर उड़ेल कर फरार हो गया इसके बाद युवती दर्द से छटपटाने लगी सड़क पर मौजूद लोगों ने युवती को उठाया और परिजनों को सूचना दी इसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी गई और युवती को तत्काल अस्पताल ले जाया गया | डॉक्टरों ने युवती पर एसिड से हमले की पुष्टी की है | पुलिस ने अज्ञात युवक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है | यह घटना शहर के बेहद भीड़-भाड़ वाले इलाके में हुई बताया जा रहा है कि युवती के सिर पर भी चोट आई है |
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बिरसा मुंडा जयंती मना कर वापस आ रहे थे सतना में शुक्रवार को हुई बस दुर्घटना में 4 लोगों की मौत हो गई इस हादसे में दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए बस सवार सभी लोग बिरसा मुंडा जयंती मनाकर वापस आ रहे थे | बस हादसे में हुए सभी घायलों को मैहर के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है | हालांकि सतना कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह ने 30 घायलों की पुष्टि की है | मृतकों के परिजनों को दो -दो लाख ,गंभीर रूप से घायल को 25 - 25 हजार और अन्य घायलों को दस दस हजार रुपये देने की घोषणा की गई है | मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है | बस में सवार लोग बिरसा मुंडा जयंती कार्यक्रम से लौट रहे थे | बताया जाता है कि यह हादसा मैहर अमडा नाला नेशनल हाईवे पावरहाउस के सामने हुआ यहां बस रोड से 5 फीट नीचे गिर गई इसमें बड़ी संख्या में लोग दब गए दुर्घटना में बस चालक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अनेक लोगों के बस के नीचे दब गए थे | मैहर एसडीएम सुरेश अग्रवाल ने मौतों की पुष्टि की बस मैहर से कटनी की तरफ जा रही थी ये लोग रीवा से बस में बिरसा मुंडा जयंती मना कर वापस आ रहे थे |
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cbse exam केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सत्र 2020 के परीक्षा पैटर्न में बदलाव कर प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट को उन ज्यादातर विषयों में भी लागू कर दिया है, जिनमें अभी तक यह लागू नहीं था। बताया जा रहा है कि इंटरनल असेसमेंट 20 अंकों का होगा, जिसमें पास होने के लिए छात्रों को कम से कम छह नंबर हासिल करने होंगे। बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए थ्योरी, प्रोजेक्ट और इंटरनल असेसमेंट में न्यूनतम अंक की सूची जारी कर दी है। सीबीएसई के सर्कुलर में कहा गया है कि प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल परीक्षा लेने के लिए बोर्ड द्वारा परीक्षक नियुक्त किया जाएगा। वहीं, इंटरनल असेसमेंट स्कूल के ही शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा, दसवीं के छात्रों को पास होने के लिए हर विषय में प्रैक्टिकल और थ्योरी में मिलाकर 33 प्रतिशत अंक ही लाने होंगे। मगर, 12वीं के छात्रों को पास होने के लिए प्रैक्टिकल, थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट में अलग-अलग 33 फीसद अंक लाने होंगे। 12वीं कक्षा में पहले हिंदी, अंग्रेजी, गणित आदि विषयों की परीक्षा 100 अंक की होती थी। मगर, नई व्यवस्था के अनुसार अब इनमें भी 20 अंकों का इंटरनल असेसमेंट भी कराया जाएगा। सर्कुलर में कहा गया है कि 70 अंकों की परीक्षा वाले पेपर में छात्रों को पास होने के लिए कम से कम 23 नंबर लाने होंगे। वहीं, 30 अंकों की प्रैक्टिकल परीक्षा में नौ अंक लाने अनिवार्य होंगे। सीबीएसई ने प्री-बोर्ड परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया है। इसके अनुसार, 10वीं और 12वीं कक्षा की प्री-बोर्ड परीक्षाएं 16 से 30 दिसंबर तक होंगी। इसके साथ ही विद्यालयों को यह भी निर्देश दिया है कि प्री-बोर्ड परीक्षाएं दो शिफ्ट में कराने की जगह एक शिफ्ट में कराएं। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि बदले परीक्षा पैटर्न के बारे में सभी स्कूलों को जानकारी दे दी गई है। छात्रों को बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार करने के लिए प्री-बोर्ड परीक्षा भी इसी पैटर्न पर की जाएगी।
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बछिया और बछड़ा बने दूल्हा- दुल्हन एक बछिया दुल्हन बनी और बछड़ा बना दूल्हा | सुनने में यह बड़ा अजीब लगता है लेकिन है सच इन दोनों की शादी में बाराती भी थे और बैंडबाजा भी | पूरे विधिविधान से यह अनोखी विवाह हुआ | सीहोर जिले के जावर तहसील के गांव करमनखेड़ी में एक बछिया और बछड़े की शादी का अनोखा मामला सामने आया | जिसमें दुल्हा गाय का बछड़ा तो दुल्हन गाय की बछड़ी थी, जबकि बाराती के रूप में ग्रामीण थे | बैंडबाजों के साथ जब बारात निकली तो देखने वाले देखते ही रह गए | करमनखेड़ी गांव में दो महीने पहले एक गाय का बछड़ा और बछिया बाहर से आ गए थे | यह दोनों ही साथ में रहने लगे | जहां पर जाते वहां भी साथ में ही रहते थे | दोनों के बीच का प्रेम देखकर ग्रामीण आश्चर्य में पड़ गए | उनके इस प्रेम को देखने के बाद सभी ने मिलकर दोनों की शादी कराने का निर्णय लिया ग्रामीणों ने इसके लिए राशि एकत्रित की | वहीं बकायदा गणेश पूजन के बाद दोनों को दुल्हा-दुल्हन बनाया गया | गांव वालों ने पूरे विधि विधान से यह विवाह कराया गया | खास बात यह है कि शादी कराने के लिए पंडितों को बुलाया गया | विवाह के दिन वर पक्ष बछड़े की तरफ से अर्जुनसिंह ठाकुर बैंडबाजे के साथ बारात लेकर वधु पक्ष बछिया के तेजसिंह आचार्य के घर बारात लेकर पहुंचे | यहां बकायदा स्टेज सजाया गया था, जहां एक से बढ़कर एक नृत्य की प्रस्तुति देखने को मिली | उसके बाद वर और वधु के अग्नि के समक्ष सात फेरे करवाए गए | अनोखी शादी को जिसने भी देखा वह देखते ही रह गया |
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जंबूरी मैदान मेँ होगी संगीतमय रामकथा मंत्री शर्मा जनसम्पर्क तथा धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री पी.सी. शर्मा ने जंबूरी मैदान पर संगीतमय रामकथा के आयोजन के लिये आज भूमि-पूजन किया। गुफा मन्दिर के महंत चंद्रमा दास त्यागी पार्षद योगेंद्र सिंह चौहान तथा गिरीश शर्मा और राम कथा आयोजन समिति के पदाधिकारी मौज़ूद थे।
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तीर्थ दर्शन के लिये रवाना हुए भोपाल, सागर, रायसेन, होशंगाबाद जिले के एक हजार श्रृद्धालु जनसम्पर्क तथा धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री पी. सी. शर्मा ने आज हबीबगंज रेल्वे स्टेशन से सिख तीर्थ पटना साहिब के लिये पहली विशेष तीर्थ दर्शन ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। ट्रेन से भोपाल, सागर, रायसेन, होशंगाबाद जिले के 1000 से अधिक श्रृद्धालु तीर्थ यात्रा पर रवाना हुए। मंत्री शर्मा ने तीर्थ यात्रियों से कहा कि मुख्यमन्त्री कमल नाथ ने तीर्थ दर्शन योजना मेँ सभी धर्मो के धार्मिक स्थल को सम्मिलित किया है। शर्मा ने ट्रेन के सभी कोच मेँ पहुँच कर तीर्थ यात्रियों का फूल मालाओं से स्वागत किया। साथ ही, ट्रेन मेँ अटेंडर स्टाफ और चिकित्सक से मिले तथा रसोई आदि की व्यवस्था का निरीक्षण कियाl इस अवसर पर नरेन्द्र सलूजा,पार्षद योगेंद्र सिंह चौहान और अमित शर्मा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सूर्योदय के पहले घाट पर की छठ पूजा मंत्री शर्मा आज सुबह सूर्योदय से पहले शिवाजी नगर के तालाब पर छठ पूजा घाट पर पहुँचे और परम्परानुसार छठ पूजा की। शर्मा बड़ा तालाब पर शीतलदास की बगिया और प्रेमपुरा घाट सहित छठ पूजा के अन्य घाटों पर पहुँचकर पूजा मेँ सम्मिलित हुए। पार्षद योगेंद्र सिंह चौहान साथ थेl
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लोकगीत चोला माटी के राम के साथ बेटे की विदाई यह दृश्य देखेंगे तो खुद को रोने से रोक नहीं पाएंगे एक कलाकार माँ ने जब अपने कलाकार बेटे को अंतिम विदाई दी तो माहौल बेहद ग़मगीन था | ऐसे में माँ के होठों से एक लोकगीत चोला माटी के राम | निकला तो कलेजा फट पड़ा इस वेदना के पलों में आँखों में सिर्फ आंसुओं का सैलाब था | लोक गायिका व अभिनेत्री मां और प्रसिद्ध लोक कलाकार के इस लाडले की अंतिम विदाई के समय ममता नगर में जो कुछ हुआ, वैसा केवल किस्से-कहानियों में ही मिलता है | यह दृश्य किसी को भी रोने को मजबूर कर सकते हैं | मां ने बेटे की अंतिम इच्छा के अनुरूप छत्तीसगढ़ी लोकगीत एकर का भरोसा, चोला माटी के राम गाकर अंतिम विदाई दी साथी कलाकारों ने ढोलक और हारमोनियम पर संगत देकर दोस्त को श्रद्धांजलि अर्पित की पूनम तिवारी और रंगकर्मी दीपक तिवारी के बेटे सूरज तिवारी का हृदयाघात से निधन हो गया | अंतिम यात्रा की तैयारी शुरू हुई अर्थी तैयार की गई आरती तिलक के बाद मुक्तिधाम निकलने के पहले मां पूनम ने बेटे की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए दिल पर पत्थर रखा और अपने नाटक के लोकगीत 'एकर का भरोसा, चोला माटी के राम गाया | यह गीत पूनम तिवारी सैकड़ों बार गा चुकी थीं, लेकिन एक बेटे का मां से हमेशा के लिए बिछड़ने की जो पीड़ा थी, उसने सभी को रुला दिया | सूरज कुछ दिनों पहले बीमार हुए तो पल्स नेहरू नगर अस्पताल में भर्ती किए गए थे | थोड़ा आराम लगा तो 29 अक्टूबर को तिल्दा के एक गांव में कार्यक्रम देने चले गए |यह उनके जीवन की आखिरी प्रस्तुति थी | गायक, वादक और रंग छत्तीसा के संचालक सूरज की मौत से कला के पुजारी इस परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा सूरज बचपन से पिता के नाटक चरणदास चोर को देखते आए थे | उन्होंने हबीब तनवीर के साथ काम किया | नाटक आगरा बाजार का सैकड़ों शो भी किये |
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पुलिस पर लापरवाही बरतने का लगा आरोप रीवा में नौ वी क्लास की एक छात्रा पिछले चार दिन से लापता है | इस मामले में भी पुलिस ने बच्ची की खोज के लिए कोई प्रयास नहीं किये हैं | पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज बच्ची के परिजनों ने पुलिस स्टेशन का घेराव किया | चार दिन से लापता 9वीं कक्षा की छात्रा आशी द्विवेदी को तलाशने में जब रीवा पुलिस ने कोई ख़ास मशक्क्त नहीं की तो उसके परिजनों ने सिविल लाइन थाने का घेराव किया सिविल लाईन थाना अंतर्गत भाजपा कार्यालय के पीछे रहने वाली 15 वर्षीय नाबालिक आशी द्विवेदी 20 अक्टूबर को सुबह अचानक लापता हो गई | परिजनों ने पुलिस पर तलाश में ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव किया | वहीँ 4 दिन से लापता बच्ची के परिजन परेशान हैं | उन्हें आशंका सता रही है कि पुलिस की लापरवाही से बच्ची के साथ कुछ अनहोनी न हो जाए वहीं सिविल लाइन थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा ने बच्ची के परिजनों से कहा कि हमारे पास और भी कार्य रहते हैं | यह सुनकर बच्ची के परिजनों ने डीआईजी अविनाश शर्मा के पास जा कर शिकायत दर्ज कराई | अविनाश शर्मा ने आश्वासन दिया की जल्द ही बच्ची को घर वापस लाया जाएगा और थाना प्रभारी के द्वारा दिए गए इस अनर्गल बयान की जांच कराई जाएगी |
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तेंदुए के लिए काल बनते जा रहे है हाइवे के ट्रक लखनादौन - नरसिंहपुर के बीच आमानाला के पास फोरलेन पर अज्ञात वाहन की टक्कर से तेंदुआ की मौत हो गई | इसके पूर्व भी इसी फोरलेन पर दो तेंदुआ की मौत हो चुकी है वन अधिकारीयों ने बताया कि वाहन से टकराकर ही तेंदुए की मौत हुई है | सिवनी के पास फोरलेन सड़क पर फिर एक तेंदुआ मारा गया है |वन परिक्षेत्र अधिकारी दिनेश यादव ने घटना की पुष्टि की और बताया वन अमला मौके पर पहुंचा और घटना का जायजा लिया | बीती रात इस दुर्घटना के बाद सुबह पशु चिकित्सा दल की टीम घटना पहुंची और मौका मुआयना किया और तेंदुए की मौत का कारन किसी भारी वाहन से टकराने को बताया | इसी इलाके में ये इस तरह तेंदुए की मौत की तीसरी घटना है | वहीं दूसरी ओर लगातार वन्यजीवों की मौत के विरुद्ध मंगवानी वन विभाग के डिपो के सामने समाजसेवियों के धरना प्रदर्शन किया | आंदोलनकारियों का कहना है कि वन्यजीवों की सुरक्षा में वन विभाग पूरी तरह से नाकाम है | यह तीसरी घटना है जब सड़क दुर्घटना में तेंदुआ की मौत हुई है और वन विभाग इस दिशा में कोई कारगर पहल नहीं कर पा रहा है |
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एक चक्रवात ने पूरे छत्तीसगढ़ को भिगोया एक चक्रवात ने पूरे छत्तीसगढ़ को भिगो दिया है | बारिश ख़त्म होने के बाद की इस बारिश और मौसम से धान की फसल पर आफत के बादल मंडरा रहे हैं उत्तर प्रदेश के ऊपर बना चक्रवाती घेरा इतना प्रभावशाली है कि उसने पूरे छत्तीसगढ़ को तरबतर कर दिया है | प्रदेश का कोई भी जिला ऐसा नहीं हैं, जहां पर मध्यम से भारी और हल्की बूंदाबांदी न हुई हो | शनिवार और रविवार को कई इलाकों म हुई बारिश से धान का किसान परेशान है इस मौसम ने धान के खेतों पर संकट के बादल ला दिए हैं मौसम विभाग ने शनिवार को ही पूर्वानुमान जारी कर दिया था कि शाम होते होते बादल छाएंगे और बरसेंगे | प्रदेश का मौसम बदलना शुरू हुआ और देखते ही देखते काले घने बादलों ने डेरा जमा लिया | उसके बाद बारिश ने छत्तीसगढ़ की धरती को भिगो दिया | मौसम विभाग यह भी कह रहा है कि पूर्वी हवा जब तक आती रहेंगी, तब तक बारिश होती रहेगी | धमतरी से लेकर डोंगरगढ़ तक फसल तेज हवा और मूसलाधार बारिश के कारण जमीन पर लोट गई | बेमेतरा जिले में कमोबेश यही स्थिति सोयाबीन फसल की है | बालोद जिले के दल्ली राजहरा में बारिश से तीन कच्चे मकान ढह गए | इधर दुर्ग और भिलाई में शाम को झमाझम बारिश के कारण बाजार क्षेत्रों के अलावा तमाम प्रमुख चौराहों पर भी पानी भर गया इस बारिश से धान की सूख रही फसल एक बार फिर खतरे में आ गई | इस कारण छत्तीसगढ़ के किसान बेहद परेशान हैं किसानों का कहना है अगर बारिश का दौर ऐसा ही चला तो धान की फसल बर्बाद हो जाएगी |
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नगदी और श्रृंगार सामग्री में में इस वर्ष कमी रतलाम के महालक्ष्मी मंदिर को सजाने के लिए हर साल लोग अपनी नगदी और श्रृंगार सामग्री देते हैं | इस बार इस नगदी और श्रृंगार में कमी आई है | लोगों ने मंदिर में अपनी नगदी जमा करवाना शुरू कर दिया है | माणकचौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर में श्रृंगार व सजावट की तैयारियां तो शुरू हो गई हैं | लेकिन इस बार भक्तों द्वारा दी जाने वाली सामग्री और नगदी में कमी आई है | जो भक्त राशि दे रहे हैं, वह 50 हजार से कम ही है, जबकि पिछली बार 42 लोगों ने 50 हजार से अधिक की राशि मंदिर में दी थी | पांच दिवसीय दीप पर्व पर मंदिर की सजावट इस बार प्रशासन की निगरानी में होगी | मंदिर में राशि आने का सिलसिला शुरू हुआ है, लेकिन धीमी गति से एक हजार से लेकर 21 व 31 हजार रुपए तक की राशि दी गई | इंदौर व झाबुआ के भक्त मंदिर में 1.79 लाख रुपए देकर चले गए हैं | न्यू रेलवे कॉलोनी में रहने वाली ओमप्रकाश गुर्जर व हेमलता गुर्जर दो साल से मंदिर में नगदी जमा करते आ रहे हैं | तीसरी बार भी शनिवार को एक हजार रुपए सजावट के लिए दिए | इनका कहना था कि घर में सुख-समृद्धि की कामना को लेकर राशि देते हैं | इंद्रलोक नगर में रहने वाल बुजुर्ग सत्यनारायण अरोरा ने 10 रुपए की एक गड्डी दी इनका कहना था कि ऐसा करने से मन को शांति मिलती है। .. इस बहाने महालक्ष्मी की शरण में आने का मौका मिल जाता है | प्रशासन की तरफ से मंदिर में आठ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं | गर्भगृह से लेकर परिसर व मंदिर के बाहर भी कैमरे लगाए गए हैं | इनकी डीवीआर माणकचौक पुलिस थाना में रहेगी शनिवार को 96500 रुपए मंदिर की सजावट के लिए आए | इसके पहले मंदिर में 1.99 लाख रुपए आ चुके हैं | प्रशासन भी प्रतिदिन मंदिर में नोटों की जानकारी मंदिर के पुजारी से ले रहा है |
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घर में अवैध तरीके से बना रहे थे पटाखे शिवपुरी के बैराड़ में देर रात अवैध रूप से पटाखे बनाते वक्त एक मकान के भीतर धमाका हो गया | धमाका इतना जोरदार था कि मकान की छत हवा में उड़ गई वहीं घर की दीवार भी धराशायी हो गई | ब्लास्ट के वक्त घर में तीन लोग थे | जो धमाके की वजह से गंभीर रूप से घायल हो गए | दीवाली से पहले घर में अवैध तरीके से पटाखे बनाना एक शख्स को महँगा पड़ गया बैराड़ में आजाद खान चोरी छिपे अपने घर में पटाखे बना रहा था उसी समय घर में विस्फोट हो गया इस घटना में घायल हुए सभी लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए बैराड़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया | जहां मकान मालिक आजाद खान की हालत बिगड़ने पर उसे शिवपुरी रैफर किया गया | इस घटना में आजाद की पत्नी रुखसाना और बेटा इसराइल भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं | इनके सिर में चोट लगी है | वो तो गनीमत रही कि घर में ज्यादा बारूद नहीं रखा था | वरना नुकसान ज्यादा होता | घटना की जानकारी मिलते ही रात में पुलिस मौके पर पहुंचीं और घर से अवैध रूप से पटाखा बनाने में इस्तेमाल होने वाला बारूद के अलावा बाकी सामान जब्त किया इस इलाके के कई घरों में ऐसे ही अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम होता है | यहाँ पहले भी इस तरह के कई हादसे हो चुके हैं | इसके बाद कुछ दिनों तक तो सख्ती रहती है | फिर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इसी धंधे में जुट जाते हैं दिवाली के वक्त ये काम और बढ़ जाता है पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जिस घर में ये धमाका हुआ है | उसके आस-पास के भी कई मकानों में जांच की है| ताकि दोबारा ऐसी वारदात न हो |
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मंत्रियों ने अधिकारियों से जानकारी तक नहीं ली गड्डे भरवाए ,थोड़ी देर में सड़क फिर खराब हुई मध्यप्रदेश में सड़कों के गड्ढों पर सियासत हो रही है | कमलनाथ सरकार के मंत्री भी मस्ती में हैं | PWD मंत्री सज्जन वर्मा और जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी गड्ढों के साथ फोटो खिचवाये और कुछ गड्ढों को ठीक करवाया जो कुछ देर बाद ही उखाड़ना शुरू हो गए |सज्जन वर्मा ने कहा कि शिवराज की अमेरिका जैसी सड़कें उनके भ्रस्टाचार के कारण गढ्ढो में बदल गई है | वहीँ जन्समार्क मंत्री ने सड़कों को लेकर कहा कि ये कैलाश विजयवर्गीय के गालों जैसी हो गई हैं | मध्यप्रदेश में सड़कों की अनदेखी के कारण सड़कें गढ्ढों में तब्दील हो गई हैं पिछले दस महीने में कमल नाथ सरकार ने सड़कों के रख रखाव पर ध्यान ही नहीं दिया |ऐसे में रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी | कमलनाथ के मंत्री काम करने की बजाये सड़कों की दुर्दशा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को कोसते नजर आये ... मध्यप्रदेश की बदहाल सड़कों पर अब सियासत हो रही है | सबसे पहले भोपाल में मंत्री और अधिकारियों ने शहर का जायजा लिया गड्ढों में फोटो खिंचवाने में व्यस्त मंत्रियों ने गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कों की सुध या सुधार कार्य की जानकारी तक अधिकारियों से नहीं ली | पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने शहर में बदहाल सड़कों के निरीक्षण के दौरान जमकर पूर्व की शिवराज सरकार पर निशाना साधा | पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अमेरिका | तो भाजपा नेता हेमा मालिनी की तरह प्रदेश में सुंदर सड़कें होने का दावा करते थे, लेकिन सड़क निर्माण में धांधली के कारण प्रदेश की सड़कों की हालत कैलाश विजयवर्गीय के चेहरे की तरह हो गई है | मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश में खस्ता सड़कों का जिम्मेदार पूर्व की सरकार को बताया | उन्होंने कहा कि प्रदेश में खस्ता सड़कों की स्थिति का कारण इनके निर्माण में हुआ भ्रष्टाचार है | भाजपा शासन में इन सड़कों का निर्माण कराया गया था | अब इनकी जांच कराई जाएगी | इस आधार पर इनकी शिकायत ईओडब्ल्यू में भी दर्ज कराई जाएगी ..मंत्रियों के निरीक्षण की भनक लगते ही सड़क का सुधार कार्य शुरू कर दिया | पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह ने बताया कि सड़कों के सुधार के लिए केंद्र से आर्थिक सहायता राज्य सरकार ने मांगी थी, लेकिन केंद्र सरकार मदद नहीं मिली है |
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सड़क के किनारे खदान में की जा रही थी ब्लास्टिंग क्रेशर की खदान में ब्लास्टिंग से पत्थर तोड़े जा रहे थे तभी खदान से उछला पत्थर हाइवे से जा रही कार की छत से टीन फाड़ते हुए कार चला रहे बैंक मैनेजर के सिर में घुस गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई | कहते है होनी को कोई नहीं टाल सकता | ऐसा ही एक वाक़्या बैतूल के मुलताई थाना क्षेत्र के उभारिया गांव में हुआ जहाँ खदान में क्रेशर से पत्थर तोड़े जा रहे थे | तभी एक पत्थर उछलकर एक कार की छत से सीधे कार चालक के सिर में जा घुसा जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई कार एक बैंक का मैनेजर चला रहा था मैनेजर के साथ उनके साथी भी कार में बैठे हुए थे हादसे के बाद किसी को भी विश्वास नहीं हुआ की ऐसे भी मौत आ सकती है बैंक मैनेजर के सिर में पत्थर लगाने के बाद उनके बगल में बैठे मित्र ने जैसे तैसे कार संभाली और कार को खेत में नीचे उतार दिया जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया बताया जा रहा है की इंडस बैंक बैतूल में कार्यरत होशंगाबाद निवासी अशोक वर्मा मुलताई जा रहे थे | बैतूल-नागपुर फोरलेन के नदीक उभारिया ग्राम में अल्वी क्रेशर की खदान में ब्लास्टिंग से पत्थर तोड़े जा रहे थे | इसी दौरान यह हादसा हुआ पुलिस ने केस दर्ज कर स्टोन क्रैशर को सील कर दिया है |
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स्व सहायता समूहों को मिलेगा स्वरोजगार भोपाल नगर निगम द्वारा शहर से प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए चलाए जा रहे 'से नो टू प्लास्टिक' के तहत कैरी-यॉर-ऑन बैग अभियान प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में लागू होगा | राज्य सरकार ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं | नगर निगम अभियान के तहत प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए कपड़े के बैग बांट रहा है | मध्यप्रदेश में लागू होगा, कैरी यॉर ऑन बैग अभियान चलाया जाएगा | अब तक भोपाल में इसके तहत 15 हजार बैग बांटे जा चुके हैं कपड़े के बैग बनाने के लिए महिलाओं की स्व सहायता समूहों को स्वरोजगार दिया जा रहा है | इन समूहों ने पुराने कपड़ों से बैग सिलना शुरू कर दिया है | पुराने कपड़ों के कलेक्शन के लिए नगर निगम ने सभी जोन कार्यालयों में कपड़ा कलेक्शन बैंक की व्यवस्था की गई है | साथ ही कियोस्क सेंटर से लोग पुराने कपड़े देकर निशुल्क बैग सिलवा सकते हैं | लोगों और व्यापारियों को प्लास्टिक के प्रति जागरूक करने के लिए निगम अमला व एनजीओ मिलकर काम कर रहे हैं लोगों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान की जानकारी दी जा रही है | नगर निगम के अपर आयुक्त राजेश राठौर ने बताया कि कुछ एनजीओ और संस्थाएं खुद ही कपड़े के बैग बांट रहे हैं | नगर निगम ने भोपाल के बड़े तालाब को प्लास्टिक फ्री जोन बनाया है | लोगों की सुविधा के लिए कियोस्क सेंटर खोला है, जहां पांच रुपए में कपड़े के बैग दिए जा रहे हैं | बैग वापस करने पर यह राशि वापस करने की व्यवस्था की गई है यहां शहर के हर हिस्से से लोग घूमने फिरने के लिए आते हैं, इसलिए इस जगह को प्लास्टिक फ्री किए जाने से लोगों को प्लास्टिक के अभियान से रूबरू हो रहे हैं इसी तरह न्यूमार्केट को प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए अभियान शुरू किया गया है | जहां दुकानदारों को प्लास्टिक बैग का उपयोग न करने के लिए समझाइश दी जा रही है |
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खेतों में घुसा था उत्पाती हाथियों का दल उत्तर छत्तीसगढ़ के राजपुर क्षेत्र में उत्पात मचाने के बाद 15 हाथियों का दल प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में प्रवेश कर गया हाथी बस्ती के पास पहुंचे तो गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया | ग्रामीण एकजुट हुए और एक सुर में हल्ला मचाना शुरू किया इससे हाथियों का झुंड डर कर बिना कोई नुकसान पहुंचाए निकल गया | ग्रामीणों ने बताया कि हाथी जिस रूट से आगे बढ़ रहे थे, उसके अगल-बगल में रहने वाले लोग घर छोड़कर भाग निकले हाथियों ने बस्ती के किनारे खेतों में डेरा डाल दिया था | इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण हल्ला बोलकर हाथियों को असुरक्षित तरीके से खदेड़ने के प्रयास में लगे रहे इस नजारे को देख वन विभाग का अमला भी सकते में आ गया था | लेकिन इस घटनाक्रम में कोई जनहानि नहीं हुई जिससे सभी ने राहत की सांस ली हाथियों के पुनः राजपुर वन परिक्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना को देखते हुए सीमावर्ती गांवों में अलर्ट कर दिया गया है | वन विभाग के मैदानी कर्मचारी हाथियों की निगरानी में लगे हुए हैं | लगभग 15 दिनों तक सेटेलाइट कॉलर आईडी लगे प्यारे हाथी के दल ने राजपुर रेंज में उत्पात मचाया था | कोशिश की जा रही है कि जिस रूट से हाथियों का दल राजपुर रेंज में घुसा है, उसी रूट से उन्हें वापस ले जाया जाए इस अभियान में सफलता तो मिल गई, लेकिन हाथियों का दल अभी भी राजपुर और सीमावर्ती प्रतापपुर रेंज के गांव में ही है |
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माँ की आरधना में धुनुची नृत्य ने समां बांधा नौलखा स्थित बंगाली क्लब में पांच दिनी दुर्गा पूजा महोत्सव में महिलाओं ने धुनुची नृत्य करते हुए माता की आराधना की | शक्ति की उपासना के नौ दिनी नवरात्र पर्व का उल्लास अब चरम पर है देवी की विदाई के साथ नवरात्र पर्व संपंन्न हो गया | अष्टमी और नवमी पर श्रद्धालुओं का उत्साग दोगुना हो गया | नवमी पूजन कर घट विसर्जित किए गए पश्चिम क्षेत्र स्थित महू नाका चौराहे से कलश यात्रा निकाली गई इसमें महिलाएं कलश लेकर चल रही थीं | भजनों पर थिरकने का सिलसिला चल रहा था बंगाली परिवार के तत्वावधान में सिलिकॉन सिटी राऊ के बंगाली परिवार के सदस्यों ने दुर्गा पूजा की | पूजन की शुरुआत वरिष्ठ नागरिक शांति चरण के हाथों हुई नौलखा स्थित बंगाली क्लब में पांच दिनी दुर्गा पूजा महोत्सव में महिलाओं ने धुनुची नृत्य करते हुए माता की आराधना की | बंगाल में माँ की आराधना में धुनुची नृत्य का अपना ही महत्त्व है |
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दो लाख नहीं मिले किसान ने की खुदकशी फसल बर्बाद होने से परेशान था किसान मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आपकी दस दिन में कर्जमाफी की बात झूठ साबित हो रही है | आपकी सरकार की कर्ज माफ़ी की घोषणा के बाद भी कर्ज माफ़ नहीं होने से एक किसान बेहद परेशान था | ऐसे में अति वर्षा ने उसकी फसल चौपट कर दी किसान को जब कुछ समझ नहीं आया तो उसने अपने खेत में फांसी लगा कर जान दे दी | एक तरफ किसानों का कर्ज माफ़ नहीं हुआ है दूसरी तरफ अतिवर्षा ने फसलें चौपट कर दी हैं | ऐसे में भी राज्य सरकार अब तक किसानों के पास राहत नहीं पहुंचा रही है | इन सारे हालातों से परेशान हो कर एक किसान ने खुदकशी कर ली इस किसान पर काफी कर्जा था उसे लगा दो लाख का कर्ज सरकार माफ़ कर ही देगी बाकी वह मेहनत से फसल खड़ी कर पैसा कमायेगा और सब का कर्ज चुका देगा लेकिन कमलनाथ सरकार की कर्ज माफ़ी की बात इस किसान के लिए झूठ का पुलंदा साबित हुई | और रही सही कसार अतिवर्षा ने पूरी कर दी | लिहाजा इस किसान ने अपने खेत में पेड़ पर फंदा डालकर फांसी लगा ली | रायसेन जिले के बेगमगंज के तुलसीपुर में किसान वीरेंद्र सिंह ने अपने खेत में पेड़ से लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | मृतक के भाई सुरेश यादव ने बताया कि उनके भाई वीरेंद्र सिंह यादव पिछले कुछ दिनों से अपने खेत में बर्बाद फसल को देख परेशान था | उनका दो लाख का कर्ज भी माफ़ नहीं हुआ था पुलिस ने इस मामले मार्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है |
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जान पर खेलकर एक शख्स ने मचाई जान जल्दबाजी कई बार मुसीबत का सबब बन जाती है | भोपाल रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ रही युवती का पैर स्लिप हो गया वह ट्रेन के नीचे गिरती उससे पहले ही कुछ लोगों ने समय रहते उसे बचा लिया | भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर चलती ट्रेन में दौड़कर चढ़ रही एक युवती का पैर फिसल गया | वह ट्रेन से गिरने वाली थी कि कुछ लोगों ने दौड़कर उसे बचा लिया ..संतुलन बिगड़ने के कारण वह ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच आ गई थी | युवती को बिल्कुल भी चोट नहीं आई है युवती का नाम मुस्कान (19) है | वह भोपाल के जहांगीराबाद की रहने वाली है | बिलासपुर जाने के लिए ट्रेन के बी-2 कोच में चढ़ रही थी तभी यह घटना हुई ये पूरी घटना रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी में कैद हो गई | उसमें साफ नजर आ रहा है कि धीरे-धीरे ट्रेन रफ्तार पकड़ती जा रही है | तभी एक लड़की दौड़ते हुए ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करती है | लेकिन रफ्तार ज्यादा होने के चलते उसका संतुलन बिगड़ जाता है और उसका पैर फिसल जाता है | स्टेशन पर खड़े कुछ लोगों ने उसे देख लिया ये लोगों बिना एक पल गंवाए वो लड़की की तरफ दौड़े और उसे एक झटके में ट्रेन से खींच लिया | इसी दौरान कुछ और लोग भी दौड़े-दौड़े आए और लड़की को सकुशल प्लेटफॉर्म पर खींच लिया |
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कोई लुढ़कते हुए ,कोई पहुंच रहा है घुटनों के बल नवरात्री में माईजी यानि दंतेश्वरी देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से दंतेवाड़ा पहुंच रहे हैं | इनमें कुछ भक्त ऐसे भी है, जो मन्नत पूरी होने पर कृतज्ञता जताने घुटने के बल या फिर सड़क पर लुढ़कते हुए और लेटकर माँ के दरबार में पहुँच रहे हैं | माईजी के दरबार में श्रद्धालुओं की आस्था हर दिन बढ़ रही है | श्री दंतेश्वरी शक्तिपीठ में नवरात्र के अवसर पर श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ रहती है | सुबह विशेष श्रृंगार और मंत्रोचार के साथ पूजा संपन्न् होती है | इसके साथ ही दिन भर श्रद्धालुओं का रेला मंदिर में लगा रहा है | श्रद्धालुओं में कुछ ऐसे भी हैं जो मनोकामना पूर्ण होने पर कृतज्ञता जताने लेटकर | लुढ़कते हुए पेट के बल सरककर तो घुटने टेकते माई के दरबार में पहुंचे रहे हैं | इनमें अधिकांश अधिकांश गीदम से घुटने के बल या सड़क पर लुढ़कते माई के दरबार में पहुंच रहे हैं | इनके साथ उनके कुछ सहयोगी भी है जो रास्ते में पड़े धूल- कंकड़ को साफ कर रहे हैं | खराब और उखड़ी सड़कें श्रद्धालुओं को चुनौती दे रही हैं | लेकिन माईजी का अगाध प्रेम और आस्था के बीच यह दर्द सहते हुए वे मुस्कुराते आगे बढ रहे हैं | जगदलपुर, बीजापुर के ये श्रद्धालु गीदम पहुंचने के बाद दंतेवाड़ा के लिए रवाना होते हैं | इस सब को देखते हुए प्रशासन ने नवरात्र पर जगदलपुर, बीजापुर से दंतेवाड़ा की ओर आने वाले सभी वाहनों की रफ्तार नियंत्रित रखने के निर्देश दिए हैं |
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7 यात्रियों की मौत,36 यात्री घायल भोपाल से छतरपुर जा रही यात्री बस देर रात रीछन नदी के पुल से नीचे गिर गई थी | इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है वहीं तीन दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं | इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रदेश सरकार ने 4-4 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है | भोपाल से छतरपुर जा रही यात्री बस रायसेन से पहले दरगाह के पास रीछन नदी के पुल से नदी में गिर गई यह हादसा रात डेढ़ बजे के करीब हुआ इस हादसे में सात यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है | लेकिन उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है, जबकि तीन दर्जन से ज्यादा लोगों के घायल होने की जानकारी है |कोतवाली पुलिस के मुताबिक छतरपुर जा रही बस पुल पर पहुंचने से पहले अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी | रात होने की वजह से अधिकतर यात्री नींद में थे | बस के गिरते ही चीखपुकार मच गई | जिसे सुनकर स्थानीय लोग मदद के लिए तत्काल मौके पर पहुंच गए | वहीं लोगों ने पुलिस को सूचित किया जिस पर कोतवाली पुलिस बस व एसडीआरएफ की टीम भी राहत के लिए तत्काल मौके पर पहुंच गई | रात ढाई बजे तक सात यात्रियों के शव नदी में आधी डूबी बस से निकाले जा चुके थे | वहीं 3 दर्जन से ज्यादा घायल यात्रियों को बस से निकालकर इलाज के लिए विभिन्न वाहनों से रायसेन जिला अस्पताल भेजा गया | घायलों में कुछ यात्रियों की स्थिति गंभीर है | बताया जा रहा है कि यहां पुलिया के पास एक गड्ढा है, इसमें तेज रफ्तार बस का बैलेंस बिगड़ गया और वह ब्रिज की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे उफनती हुई नदी में जा गिरी | हादसे में कुछ यात्रियों के पानी में बहने की बात भी सामने आ रही है | हादसे में यात्रियों को बचाने के लिए पानी में उतरी रेस्क्यू टीम को अंधेरे में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा | बस में फंसे यात्रियों को निकालने में टीम के कुछ सदस्यों को बस की खिड़की के कांच भी लग गए बस को रस्सी के सहारे खींचकर सीधा किया गया और फिर यात्रियों को रस्सी के जरिए लाइफ जैकेट पहनाकर बाहर निकाला गया | रेडक्रॉस से फौरी मदद के तौर पर मृतकों के परिजनों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है |वहीं दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को साढ़े सात हजार रुपए और घायलों को पांच-पांच हजार रुपए की सहायता राशि दी गई | आज सुबह प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधऱी घायलों से मिलने रायसेन अस्पताल पहुंचे और उन्होंने बताया मृतकों के परिजनों को शासन चार चार लाख रुपये की आर्थिक मदद देगा |
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बरसते पानी में उत्साह और श्रद्धा के साथ गरबे किए नवरात्र के मौके पर रतलाम में बारिश के बीच भी माँ की आराधना में गरबे किये जा रहे हैं | तड़के और संध्या के समय कलिका माता मंदिर प्रांगण में पारम्परिक गरबा किया जाता है | बरसते पानी में भी यह गरबे जारी रहते हैं | रतलाम का प्राचीन और ऐतिहासिक श्री कालिका माता मंदिर इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है | यहां प्रतिदिन दर्शनाें और पूजा अर्चना के लिए तो श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता ही है लेकिन नवरात्रि के दिनों में यहां का माहौल दर्शनीय रहता है | यहां सुबह और शाम दोनों समय गरबे होते हैं | इंद्रदेवता की मेहरबानी के बीच बरसते पानी में भी बालिकाओं के उत्साह में कमी नहीं आई और पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ गरबे किए कालिका माता मंदिर जन-जन की आस्था और श्रद्घा का केंद्र है | यहां वर्षों से सुबह और रात में गरबारास का आयोजन हो रहा है | इसमें बड़ी संख्या में बालिकाएं, युवतियां और महिलाएं गरबारास कर मां दुर्गा की आराधना कर रही हैं | सुबह बरसते पानी में युवतियों और महिलाओं ने गरबारास कर शक्ति की भक्ति का परिचय दिया |
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किसान के गले में स्लेट डालकर खींचा फोटो अतिवृष्टि से परेशान किसानों के साथ अब कमलनाथ सरकार के अधिकारी भी अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहे | किसानो के गले में स्लेट लगाकर बर्बाद फसल का सर्वे कर किसानो के फोटो लिए जा रहे हैं | कृषि मंत्री ने इस पर आपत्ति जाहिर की है लेकिन अधिकारी सरकार की फजीहत कराने में लगे हुए है | अतिवृष्टि के कारण प्रदेश में किसान परेशान है कमलनाथ सरकार ने सर्वे के अधिकारीयों को निर्देश दिए है | लेकिन अधिकारी फसल का सर्वे ऐसे कर रहे है जैसे यह प्राकृतिक आपदा ना हो के किसानो ने कोई अपराध किया है विदिशा में तहसीलदार के फरमान से किसान खुद को अपराधियों जैसा महसूस कर रहा है | यहाँ किसानों के गले मे स्लेट लगाकर | बर्बाद फसल का सर्वे कर किसानों के फोटो लिये जा रहे है | आप तस्वीरों में साफ़ तौर पर देख सकते है की सर्वे के नाम पर किस तरह कमलनाथ सरकार में अधिकारी किसानो के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहे | गले में लिखी हुई स्लेट डालकर फोटो लिए जा रहे किसानो के पुरजोर विरोध के बाद .अधिकारीयों ने ये बेहुदा कार्यवाई रोकी और आदेश वापस लिया | कमलनाथ सरकार में अधिकारी रोज नए नियम लेकर आते है जो सरकार की फजीहत का कारण बन जाते है | बताया जा रहा है कृषि मंत्री सचिन यादव ने इस पर आपत्ति जाहिर करर थी उसके बाद भी अधिकारीयों का यह ड्रामा जारी रहा |
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मांडू रोड पर धरावरा फाटा के पास हुआ हादसा धार में मांडू रोड पर सामने से आ रहे ट्रक से बाइक की जबर्दस्त भिड़ंत हो गई | बाइक सवार टकराकर 10 फीट दूर जाकर गिरे | सिर में चोट लगने से मामा-भानजा सहित तीन की मौके पर ही मौत हो गई शवों को पिकअप वाहन से जिला अस्पताल लाया ले जाया गया | पुलिस ने ट्रक को जब्त कर ट्रक चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है | बाइक सवार तीनों लोग रिश्तेदार थे | वे धार के केसरपुरा से पिपलीमाला जा रहे थे | इसी दौरान दोपहर में उनकी बाइक धरावरा फाटे पर सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई इस जबर्दस्त भिड़ंत में तीनों दस फुट दूर जा कर गिरे | सिर में चोट लगने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई | मौके पर कोतवाली पुलिस ने तीनों के शव को वाहन से जिला अस्पताल भिजवाया कोतवाली थाना प्रभारी सुबोध श्रोत्रिय ने बताया कि तीन लोगों की मौत घटना स्थल पर ही हो चुकी थी ट्रक को जब्त कर लिया गया है | केसरपुरा गांव के लागों ने सुबह मांगीलाल और सरवन को मजदूरी करने के लिए कहा था | लेकिन उन्होंने मना कर दिया | मांगीलाल ने भानजे अक्षय से कहा कि मैं बाइक में पेट्रोल डलवा देता हूं, बेटी की शादी की प्लानिंग को लेकर पिपलीमाल चलना है | तीनों बाइक से पिपलीमाल के लिए निकले थे तभी यह हादसा हो गया |
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उत्तरप्रदेश और बिहार में बिगड़े हालात मानसून की विदाई के वक्त पूर्वी भारत सहित देश के कई इलाकों में भारी बारिश कहर बरपा रही है | उत्तर प्रदेश और बिहार में लगातार बारिश ने हालत खराब कर दिए है | पूर्वी भारत में अब तक बारिश की वजह से 110 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है | बिहार में भी भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है बिहार की राजधानी पटना में नाव के जरिये लोगों को रेस्क्यू किया गया | बिहार में बारिश से बिगड़ रही स्थिति के बाद सरकार ने बाढ़ राहत कार्य के लिए भारतीय वायुसेना से 2 हैलीकॉप्टर मांगे हैं | नेशनल डिजास्टर रिस्पॉस फोर्स द्वारा लगातार बचाव कार्य किया जा रहा है | यूपी ,एमपी, गुजरात सहित अन्य राज्यों में भी मानसून जाते जाते अपना असर दिखा रहा है बिहार में बारिश ने किस कदर अपना रौद्र रुप दिखाया है, इसका इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की राजधानी पटना में नाव के जरिये लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है | उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश ने जिंदगी को बेपटरी कर डाला है | यहां बिगड़ रहे हालातों के बाद यूपी सरकार द्वारा सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई है | बाढ़ग्रस्त इलाकों से पानी को पंपों की मदद से निकाला जा रहा है | बाढ़ग्रस्त इलाकों में प्रशासन द्वारा राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है |
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करेंट लगने से 1 की मौत,4 बुरी तरह झुलसे भोपाल टॉकीज के पास चैंबर में फंसे एक डंपर को निकालने पहुंची क्रेन हाईटेंशन लाइन से जा टकराई | जिसके बाद क्रेन में करंट फैल गया इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार लोग बुरी तरह झुलस गए | भोपाल टाकीज़ स्थित बाल बिहार पार्क के पास एक बड़ा हादसा हो गया गिट्टी से भरे एक डंपर का पिछला पहिया सीवेज टैंक में फंस गया | जिसको निकालने के लिए एक क्रेन बुलाई गई | क्रेन डम्पर को निकालने का प्रयास कर रही थी कि उसका अगला हिस्सा ऊपर से गुजर रही 11 केवी की हाईटेंशन लाइन से जा टकराया | हाईटेंशन लाइन से टकराने के कारण पूरी क्रेन में करंट फ़ैल गया करेंट इतना तेज था की क्रेन का एक टायर फट गया | और उसके झटके से क्रेन में बैठा ड्राइवर क्रेन से बाहर नाली में जा गिरा | मदद के लिए आये राशिद और बाबू भाई उसे नाली से बाहर निकाल ही रहे थे कि ... वे भी करंट की चपेट मेें आ गए इस हादसे में दीपक, राशिद, बाबू, गुड्डू और दिलीप बुरी तरह झुलस गए उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया ...इनमे से राशिद की हालत गंभीर बनी हुई है | यह लगभग 30 प्रतिशत झुलस गया है | जबकी बाहर से निर्देश दे रहे अनस नामक व्यक्ति की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है |
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कार गिरने से वाहन चालक को आई चोट हरदा जिले के ग्राम कुकरावद में एक कार अनियंत्रित हो कर मटकुल नदी में जा गिरी इस हादसे में कार चालक बुरी तरह जख्मी हो गया है | हादसे के वक्त कार में सिर्फ कार चालक ही था | कुकरावद स्थिति मटकुल नदी के पुल से अचानक एक कार नीचे गिर गई गनीमत यह रही कि जिस समय हादसा हुआ कार में चालक के अलावा कोई नही था | चालक को मामूली चोट आई है | बारिश के दिनो में पानी पुल के ऊपर आ जाता है और जब नदी का पानी कम होता है तो पुल के ऊपर किचड़ जमा हो गया है | जिसकी वजह से कार स्लिप हो कर नदी में जा गिरी नदी के पुल की हाइट कम होने और रैलिंग ना होने की वजह से इस पुल पर रोजाना इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं | वही सरपंच बलराम पाटिल ने बताया गया कि पुल की हाइट बढ़ाने व रैलिंग लगाने के लिए अधिकारियों को अवगत करा चुके है | पर आज तक अधिकारियो के कानों पर जूं तक नही रेंगी |
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ATM ले जाने की घटना कैमरे में हुई कैद सतना में बड़ी एक बड़ी घटना सामने आई | जब चोर एटीएम से पैसा नहीं निकाल सके तो एटीएम को कार से बांधा और घसीटते हुए ले गए | सीसीटीवी में चोर एटीएम को कार से बांधकर सड़क पर घसीटते हुए ले जाते दिख रहे हैं | बीती रात सतना में एटीएम उखाड़कर ले जाने की एक बड़ी वारदात सामने आई है | सीसीटीवी फुटेज में जो तस्वीरें सामने आई है वो चौकाने वाली हैं, जिसमें चोर एटीएम को कार से बांधकर सड़क पर घसीटते हुए ले जाते दिख रहे हैं | जानकारी के मुताबिक देर रात करीब एक बजे अमरपाटन थाना इलाके में एसबीआई के एटीएम रूम में चोर घुस, उन्होंने पहले एटीएम से पैसा निकलने की कोशिश की जब वे इस में सफल नहीं हुए तो | एटीएम मशीन को कार से बांधा और तेज रफ्तार में उसे उखाड़कर ले गए | इस घटना ने पुलिस की रात की गश्त की पोल खोल दी है | पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है |
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बचाव दल और पुलिस तलाश में जुटी दंतेवाड़ा में एक शिक्षक की नाले में डूबने की खबर है शिक्षक स्कूल से घर जा रहा था तभी रास्ते मे पड़ने वाले मांडेर नाला में बने स्टॉप डेम को पार करते वक़्त गिरने से वो लापता हो गया पुलिस ने शिक्षक की तलाश शुरू कर दी है लेकिन 48 घंटे बाद भी उनका पता नहीं चल सका है | मुंडेर नाले में बहने वाले शिक्षक का कोई सुराग नहीं मिल पाया | गोताखोर दिन भर नाले में करीब छह किलोमीटर तक तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली | मुचनार स्कूल से शाम को घर झारावाया पारा जाने के दौरान शिक्षक राजूराम कश्यप डेम से फिसलकर नाले में बह गया था | जिसकी सूचना पर बारसूर पुलिस बुधवार को गोतोखोरों के साथ मिलकर दिन भर नाले में खोजती रही | लेकिन शाम तक शिक्षक और न ही उसका शव मिला नाले में करीब तीन मीटर पानी बह रहा है | इधर सुबह सूचना पर बारसूर थानेदार सावन कुमार सारथी गोताखोरों के साथ नाले में तलाशी शुरू की | लेकिन कोई सफलता नहीं मिली | शिक्षक राजूराम कश्यप की तलाश में स्थानीय लोगों के साथ गोताखोरों ने मुंडेर डेम से लेकर इंद्रावती नदी के मुहाने तक करीब छह किमी की दूरी खंगालने के बाद भी टीम और ग्रामीणों को निराशा हाथ लगी है | मुचनार प्राथमिक शाला के शिक्षक राजूराम कश्यप की चुनाव ड्यूटी कटेकल्याण ब्लाक में थी | चुनाव संपन्न कराने के बाद वह मतदान सामग्री जमाकर मंगलवार की सुबह सीधे मुचनार स्कूल पहुंचा | स्कूल में ज्वाइनिंग और बच्चों को पढ़ाने के बाद शाम को झारावाया पारा स्थित घर लौट रहा था | तभी उनके साथ यह हादसा हो गया |
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छात्रा को होटल के कमरे में बुलाकर दुष्कर्म किया रतलाम में करीब साढ़े चौदह वर्षीय छात्रा को ब्लैकमेल कर उसके साथ दो नाबालिग छात्रों द्वारा गैंगरेप करने का मामला सामने आया है | एक आरोपी नाबालिग छात्र के साथ उसी की कक्षा में पढता है | जबकि दूसरा एक अन्य स्कूल में पढ़ता है | दो नाबालिग छात्रों ने एक नाबालिग छात्र के साथ गैंग रेप किया आरोपियों की उम्र 14 से 15 वर्ष है | पुलिस ने दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर दोनों को पकड़ लिया है | मामला प्रकाश में आने के बाद लोगों में आक्रोश है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गर्ल्स कॉलेज के सामने चक्काजाम व नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की | छात्रा ने रिपोर्ट की है कि वह उसकी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने एक माह पहले उसे अपने मोबाइल फोन में छात्रा को उसका फोटो दिखाकर डराया था कि उसकी बात नहीं मानी तो वह उसका फोटो वायरल कर देगा | 9 सितंबर को जब छात्र के घर पर कोई नहीं था तब दोनों आरोपी छात्र के घर पहुंचे और उसके साथ गैंगरेप किया | छात्रा ने चिल्लाने की कोशिश की तो एक ने हाथ से उसका मुंह दबा दिया इस दौरान इन लड़कों ने उसका वीडिओ बनाया और किसी को कुछ बताने पर उसे वायरल करने की धमकी दी | 19 सितंबर को उसकी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने फोन कर कहा कि शीघ्र आशीर्वाद होटल के रूम नम्बर 108 में आजा, नहीं तो तेरा वीडियो वायरल कर दूंगा | डर के कारण वह स्टेशन रोड स्थित उक्त होटल पहुंची वहां फिर उसके साथ रेप किया गया इस घटना के बाद पीड़ित लड़की ने अपने घर पर इस सब की जानकारी दी और मामला पुलिस तक पहुंचा | पुलिस ने दोनों बलात्कारी छात्रों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें पकड़ लिया है | एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि गत दिवस नाबालिग लड़की ने शिकायत की थी, प्रकरण दर्ज कर दोनों नाबालिगों को पकड़ा है मामले की विवेचना की जा रही है | इसके पीछे अन्य लोग भी होंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी | उधर स्कूल की प्रिसिंपल ने घटना की जानकारी मिलते ही आरोपी छात्र को स्कूल से बाहर करने का फैसला किया है |
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मोबाइल पर बात की और जमीन पर कूद गई शिवपुरी में पानी की टंकी से कूदकर एक लड़की ने खुदकशी कर ली | नीचे खड़े लोगों ने लड़की को समझाने की काफी कोशिश की | लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और नीचे कूद गई | पुलिस अब इस मामले की तफ्तीश कर रही है कि लड़की ने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया | शिवपुरी के फिजिकल थाना क्षेत्र के तहत आने वाली पानी की टंकी से सेंट बेनेडिक्ट स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा ने छलांग लगा दी | मौके पर मौजूद पुलिस छात्रा को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंची | लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया पुलिस का कहना है कि, छात्रा मोबाइल फोन पर बात करते करते 150 फीट ऊंची पानी की टंकी से कूद गई | जानकारी के मुताबिक छात्रा प्रियदर्शिनी नगर की रहने वाली है | थाना प्रभारी दीप्ति तोमर ने बताया कि जैसे ही घटना का पता चला पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, उसे समझाने की भी कोशिश की | लेकिन इससे पहले पुलिस कुछ कर पाती, पानी की टंकी के ऊपर बैठी छात्रा ने छलांग लगा दी | घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है | पुलिस अब इस मामले की पड़ताल में जुटी है कि आखिर कूदने से पहले छात्रा अपने मोबाइल फोन से किससे बात कर रही थी और उसने यह कदम क्यों उठाया |
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इन्दौंर में 11वीं अपोलो इंटरनेशनल क्लीनिकल न्यूट्रीशन कांफ्रेंस संपन्न अंतर्राष्ट्रीय क्लीनिकल न्यूट्रीशन सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा बताये गये उपायों के व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है। सम्मेलन के निष्कर्षों को विभिन्न भाषाओं में व्यापक रूप से प्रचारित-प्रसारित करने की जरूरत है। सिलावट आज इंदौर में 11वीं अपोलो इंटरनेशनल क्लीनिकल न्यूट्रीशन अपडेट कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित कर रहे थे। कान्फ्रेन्स में दुबई, यूएसए, यूके, मलेशिया सहित 10 देशों और नई दिल्ली, बैंगलुरू, कोलकाता, मुंबई, चैन्नई के विशेषज्ञों ने लगभग 75 रिसर्च पेपर पढ़े। मंत्री सिलावट ने कहा कि हम सभी को यह पता है कि स्वस्थ शरीर के लिये संतुलित पोषण आहार जरूरी है। फास्ट फूड की दुनिया में संतुलित आहार को लोग भूल गये हैं। इसके लिये लोगों में जागरूकता जरूरी है। आज जैविक खेती की महती आवश्यकता है। हमें आधुनिक कृषि और खाद प्रणाली को पोषण की दृष्टि से संवेदनशील और जनोपयोगी बनाना जरूरी है। कान्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्री ने मिलावट के खिलाफ मुहिम जारी रखने की अपील की। उन्होंने उपस्थित अतिथियों और श्रोताओं को शुद्ध आहार खाने, शुद्ध आहार खरीदने और शुद्ध आहार के लिये काम करने की शपथ दिलायी।
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जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने आज सुबह 5 नंबर मार्केट, शिवाजी नगर में विश्व सफाई दिवस पर स्थानीय जन-प्रतिनिधियों, नागरिकों और नगर निगम के सफाई दल के साथ सफाई की l शर्मा ने नागरिकों को सफाई और स्वच्छता की शपथ भी दिलाई l पार्षद श्री योगेन्द्र सिंह चौहान , एडीशनल कमिश्नर नगर निगम मयंक वर्मा और बड़ी संख्या मेँ नागरिक मौज़ूद थेl
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मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि महिलाओं के अधिकारों को संरक्षित करने के लिए सरकार वचनबद्ध हैं। महिलाएँ, परिवार और समाज के निर्माण के साथ ही नियोजित विकास करने में भी सक्षम है। जरूरत है कि हम उन्हें अवसर उपलब्ध करवाये जिससे वे अपना कौशल दिखा सकें। नाथ आज जबलपुर में महिला-बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित पोषण आहार प्रदर्शनी का अवलोकन कर रहे थे। इसका आयोजन राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। हर क्षेत्र में उनके कौशल का उपयोग किया जाएगा, जिससे प्रदेश को उनकी क्षमता का लाभ मिल सकें। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर महिलाओं के अधिकारों को संरक्षित करने के संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने पोषण आहार से संबंधित गतिविधियों पर तैयार की गई सीडी का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सारेगामा गायन प्रतियोगिता में पूरे देश में बालिकाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली लाडो अभियान की ब्रांड एम्बेसडर कुमारी इशिता विश्वकर्मा को सम्मानित किया। एशियन गेम्स में तीरंदाजी में सिल्वर मेडल विजेता और पास्को की ब्रांड एम्बेस्डर मुस्कान किरार एवं राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी उन्नति तिवारी का भी सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण-पत्र वितरित किए। उन्होंने आजीविका मिशन में महिलाओं के 150 स्व-सहायता समूह को 18 लाख 35 हजार रुपए की चक्रीय राशि, 48 समूह को 36 लाख रुपए की सामुदायिक निधि एवं 133 समूह को 1 करोड़ 36 लाख की साख सीमा राशि का वितरण किया। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह, वित्त मंत्री तरुण भनोत, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन मंत्री लखन घनघोरिया, सांसद विवेक तन्खा, विधायक तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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19वाँ इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड-2019 इंदौर में होगा आयोजित देश का नामचीन इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड का आयोजन मध्यप्रदेश में पहली बार होगा। यह समारोह 10 नवम्बर को इंदौर में आयोजित होगा। इसका मध्यप्रदेश में आयोजन गर्व का विषय है। मध्यप्रदेश सरकार आयोजन में भागीदार है और इसके लिये सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायेगी। जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने आज इंदौर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के विशेष प्रयासों से आयोजन की मेजबानी मध्यप्रदेश को मिली है। इससे मध्यप्रदेश में फिल्म निर्माण और टेलीविजन धारावाहिक की शूटिंग के लिये अनुकूल वातावरण निर्मित होगा। हमारे यहां महेश्वर, माण्डव, चन्देरी, जबलपुर, इन्दौर, होशंगाबाद और भोपाल में समय-समय पर फिल्में शूट की गई हैं। मध्यप्रदेश में इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं मौजूद हैं। मध्यप्रदेश सरकार फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री को मध्यप्रदेश में बढ़ावा देने सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। इस अवसर पर आयुक्त जनसम्पर्क पी.नरहरि, फिल्म एवं टी.वी.कलाकार विजय घाटगे, इंडियन टेलीविजन एकेडमी की अध्यक्ष अनु रंजन, संयोजक शशि रंजन, टी.वी.सीरियल “भाभीजी घर पर हैं” की कलाकार शुभांगी अत्रे, रागिनी मक्कड़, सोनी टेलीविजन हेड प्रोग्रामिंग आशीष गोलकर सहित अन्य कलाकार उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में इंडियन टेलीविजन एकेडमी की अध्यक्ष सुश्री अनु रंजन द्वारा जनसम्पर्क मंत्री पी.सी.शर्मा तथा आयुक्त जनसम्पर्क पी. नरहरि सहित उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वागत के पश्चात इंडियन टेलीविजन एकेडमी के पूर्व इतिहास संबंधी संक्षिप्त फिल्म उपस्थित अधिकारियों व मीडिया को दिखायी गयी। टेलीविजन एकेडमी अवार्ड-2019 के संबंध में आयुक्त जनसम्पर्क पी. नरहरि द्वारा विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि 19वाँ इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड देश का सबसे बड़ा और सबसे भरोसेमंद टीवी अवार्ड है। सोनी टीवी देश का प्रमुख चैनल है। यह अवार्ड 19 वर्षों से दिया जा रहा है। यह प्रथम अवसर है जब मध्यप्रदेश में यह समारोह आयोजित होने जा रहा है। फिल्म कलाकार विजेन्द्र घाटगे ने बताया कि 19वाँ इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड पहली बार मिनी मुम्बई के रूप में पहचाने जाने वाले इंदौर के स्थानीय नेहरू स्टेडियम में आयोजित होने जा रहा है। यह अवार्ड मध्यप्रदेश की समृद्ध संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने के लिये एक अनूठा मंच होगा। इंडियन टेलीविजन एकेडमी की अध्यक्ष अनु रंजन ने बताया कि इस कार्यक्रम में टेलीविजन जगत से जुडे करीब 300 कलाकार, निर्माता तथा तकनीशियन भाग लेंगे। इस पुरस्कार कार्यक्रम को सोनी एंटरटेनमेंट टीवी पर सीधे प्रसारित किया जायेगा। यह वेब पर टेलीकास्ट भी होगा।
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19वाँ इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड-2019 इंदौर में होगा आयोजित देश का नामचीन इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड का आयोजन मध्यप्रदेश में पहली बार होगा। यह समारोह 10 नवम्बर को इंदौर में आयोजित होगा। इसका मध्यप्रदेश में आयोजन गर्व का विषय है। मध्यप्रदेश सरकार आयोजन में भागीदार है और इसके लिये सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायेगी। जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने आज इंदौर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के विशेष प्रयासों से आयोजन की मेजबानी मध्यप्रदेश को मिली है। इससे मध्यप्रदेश में फिल्म निर्माण और टेलीविजन धारावाहिक की शूटिंग के लिये अनुकूल वातावरण निर्मित होगा। हमारे यहां महेश्वर, माण्डव, चन्देरी, जबलपुर, इन्दौर, होशंगाबाद और भोपाल में समय-समय पर फिल्में शूट की गई हैं। मध्यप्रदेश में इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं मौजूद हैं। मध्यप्रदेश सरकार फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री को मध्यप्रदेश में बढ़ावा देने सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। इस अवसर पर आयुक्त जनसम्पर्क पी.नरहरि, फिल्म एवं टी.वी.कलाकार विजय घाटगे, इंडियन टेलीविजन एकेडमी की अध्यक्ष अनु रंजन, संयोजक शशि रंजन, टी.वी.सीरियल “भाभीजी घर पर हैं” की कलाकार शुभांगी अत्रे, रागिनी मक्कड़, सोनी टेलीविजन हेड प्रोग्रामिंग आशीष गोलकर सहित अन्य कलाकार उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में इंडियन टेलीविजन एकेडमी की अध्यक्ष अनु रंजन द्वारा जनसम्पर्क मंत्री पी.सी.शर्मा तथा आयुक्त जनसम्पर्क पी. नरहरि सहित उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वागत के पश्चात इंडियन टेलीविजन एकेडमी के पूर्व इतिहास संबंधी संक्षिप्त फिल्म उपस्थित अधिकारियों व मीडिया को दिखायी गयी। टेलीविजन एकेडमी अवार्ड-2019 के संबंध में आयुक्त जनसम्पर्क पी. नरहरि द्वारा विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि 19वाँ इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड देश का सबसे बड़ा और सबसे भरोसेमंद टीवी अवार्ड है। सोनी टीवी देश का प्रमुख चैनल है। यह अवार्ड 19 वर्षों से दिया जा रहा है। यह प्रथम अवसर है जब मध्यप्रदेश में यह समारोह आयोजित होने जा रहा है। फिल्म कलाकार विजेन्द्र घाटगे ने बताया कि 19वाँ इंडियन टेलीविजन एकेडमी अवार्ड पहली बार मिनी मुम्बई के रूप में पहचाने जाने वाले इंदौर के स्थानीय नेहरू स्टेडियम में आयोजित होने जा रहा है। यह अवार्ड मध्यप्रदेश की समृद्ध संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने के लिये एक अनूठा मंच होगा। इंडियन टेलीविजन एकेडमी की अध्यक्ष अनु रंजन ने बताया कि इस कार्यक्रम में टेलीविजन जगत से जुडे करीब 300 कलाकार, निर्माता तथा तकनीशियन भाग लेंगे। इस पुरस्कार कार्यक्रम को सोनी एंटरटेनमेंट टीवी पर सीधे प्रसारित किया जायेगा। यह वेब पर टेलीकास्ट भी होगा।
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जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने अति-वृष्टि प्रभावित पंचशील नगर, राहुल नगर और अंबेडकर नगर जाकर जल-भराव की स्थिति और जल-निकासी व्यवस्था का निरीक्षण किया। स्थानीय रहवासियों की शिकायतों और समस्याओं को भी सुना तथा उनके निराकरण के निर्देश अधिकारियों को दिये। मंत्रीशर्मा ने बस्तीवासियों को बताया कि अति-वृष्टि और बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देने के लिये राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों कों सभी सम्भव सहायता और राहत दी जा रही है। जनसम्पर्क मंत्री के साथ पार्षद योगेन्द्र सिंह चौहान, अमित शर्मा, प्रवीण सक्सेना और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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जानवरों के है अलग अलग रेट,जागरूकता है मुख्य उद्देश्य मनुष्य को वन्य प्राणियो से जोड़ने के लिए रीवा जू प्रशासन ने एक पहल की है | जिसमें कोई भी व्यक्ति किसी भी वन्य प्राणी को गोद ले सकेगा ... जानवरो के गोदनामे के वार्षिक, छमाही, तिमाही और मासिक रेट तय किये गए हैं | सबसे ज्यादा रेट जंगल के राजा शेर का है ... इसे चार लाख 14 हजार रुपये देकर गोद लिया जा सकता है | मार्तंड सिंह जूदेव टाइगर सफारी में अब जानवरों को गोद लिया जा सकेगा | इसके लिए जू अथॉरटी ने मंजूरी दे दी है | इसमें प्रत्येक जानवरो के गोद लेने के वार्षिक, छमाही, तिमाही और मासिक रेट तय गए है | जिसके आधार पर आप किसी भी जानवर को गोद ले सकेंगे | जंगल के राजा शेर का रेट 4 लाख 14 हजार रूपए रखा गया है | वही तेंदुए का वार्षिक रेट 1 लाख 65 हजार 6 सौ रूपए है | जबकि सबसे कम चिंकारा, हॉक डीयर का रेट रखा गया है | डीएफओ ने बताया की इसका मुख्य उद्देश्य लोगों में वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता लाना है | गौरतलब है की रीवा मुकुंदपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी में करीब 640 हेक्टेयर में मांद रिजर्व बनाया गया है | इसमें से 75 हेक्टेयर में चिड़ियाघर और 25 हेक्टेयर में व्हाइट टाइगर सफारी है | इसमें जू एंड रेस्क्यू सेंटर, ब्रीडिंग सेंटर भी बनाए गए हैं | जिले के मुकुंदपुर में दुनिया की पहली व्हाइट टाइगर सफारी का लोकार्पण तीन अप्रैल 2016 को किया गया था | इस सफारी में सफेद बाघों के साथ ही अन्य वन्य प्राणी भी देखने को मिलते हैं |
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किसानों में सरकार की छवि ख़राब करते अधिकारी अति बारिश और फसल की बर्बादी से इस समय मध्यप्रदेश का किसान परेशान हैं | ऐसे में भी किसानों को लेकर अधिकारियों का लापरवाह रवैया सामने आ रहा है इन अधिकारियों को किसान की बात बकवास नजर आती है | मध्यप्रदेश का किसान खून के आंसू रो रहा है | मौसम की मार से किसान परेशान है तो अधिकारी अपनी ही मस्ती में है | इन अधिकारियों को किसानों की परेशानी से कोई लेना देना नहीं है | ये नजारा है कुरवाई के एस डी एम के दरबार का | जहाँ वह किसानों की बात को बकवास कह रहे हैं | यही वो अधिकारी हैं जिनके कारण कमलनाथ सरकार की छवि खराब हो रही है | इस वीडिओ में एसडीएम किसान की बात को बकवास बता के उसे बाहर जाने को कह रहे हैं | किसान का पैसा बीमा बैकं काटती तो किसानो के आवेदन भी बैकं में जमा होना चाहिए और रिसीव भी मिलनी चाहिए | पर यही बात एसडीएम साहब को समझ नहीं आयी और वे किसानों की बात को बकवास कहने लगे |
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पांच महिलाओं और एक पुरुष सहित कुल छ गिरफ्तार एक बड़े अधिकारी को कर रही थी ब्लैकमल वीडियो वायरल करने की देती थीं धमकी इंदौर पुलिस ने भोपाल पुलिस की मदद से हनीट्रैप गैंग का खुलासा किया है | इस में शामिल महिलाओं पर आरोप है कि ये बड़े लोगों से दोस्ती कर उनके अंतरंग पलों को कैमरे में कैद कर ब्लैकमेलिंग किया करते थीं | इनमे से कुछ महिलाओं के ताल्लुक बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं से भी हैं | इस मामले में अभी बहुत सी बातों का खुलासा होना बाकि है | इंदौर पुलिस की निशानदेही पर बीती रात कई जगह छापामार कार्यवाही कर भोपाल पुलिस ने हनीट्रैप में शामिल महिलाओं को पकड़ा | इसके बाद हनीट्रैप गैंग का खुलासा हुआ | इंदौर के पलासिया थाने में एक सरकारी अधिकारी ने शिकायत की कि कुछ लड़कियां उन्हें हनीट्रैप में फंसकर बलैकमेल कर रही हैं | इस मामले में सामने आने के बाद भोपाल से पकड़ी गई महिळाओं के पास कुछ ऐसे दस्तावेज और वीडिओ मिलने की बात कही जा रही है जो राजनैतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में भूचाल ला सकता है | सूत्र कहते हैं कि महिलाओं के ताल्लुक कांग्रेस -बीजेपी के नेताओं के आलावा अधिकारीयों और व्यापारियों से भी हैं | सबके नाम पते और नंबर इनके पास मिले हैं | वहीँ सरकार ने इस किस्से के खुलासे का स्वागत किया है और कहा है की इस मामले की पूरी जाँच कर सच सबके सामने लाया जाएगा | इस मामले में फरियादी ने पुलिस को बताया की आरती दयाल उसके एवं उसके अन्य परिचितों के मोबाईल नंबर पर वाट्सएप पर कॉल एवं मैसेज किये जा रहे हैं ...आरती दयाल ने इस अधिकारी से कहा तुम्हारा वीडियो क्लिप हैं अगर चाहते हो कि यह वायरल न हो तो इसके लिए तीन करोड़ रुपये दो | पैसे ना देने की स्थिति में आरोपी विडियो क्लिप वायरल करने की धमकी देते हुये ब्लैकमेल कर रही थी | इस शिकायत पर पुलिस टीम ने जाल बिछाया और आरती दयाल को तीन करोड़ रूपये की पहली किस्त 50 लाख रूपये लेने के लिये बुलाया | आरती होंडा क्रेटा कार से इंदौर आई जहाँ पुलिस ने आरती दयाल पति पंकज दयाल निवासी सागर लेंडमार्क मिनाल रेसीडेन्सी भोपाल | उसकी सहयोगी नरसिंहगढ़ की मोनिका यादव पर ओमप्रकाश कोरी निवासी आदमपुर छावनी थाना बिलखिरिया भोपाल को पकडा | पूछताछ में आरती दयाल ने कुछ बड़े खुलासे किये जिसके बाद भोपाल पुलिस एक्टिव हुईआरती ने बताया की उसकी साथी श्वेता जैन निवासी मिनाल रेसीडेन्सी ने उसे करीब 8 माह पहले नगर निगम इंदौर के अधिकारी से मिलवाया था | आरती दयाल ने इस अधिकारी से मुलाकातें की और तब उसकी साथी मोनिका ने छुपके वीडियो क्लिप बना ली | और बलैकमेलिंग शुरू हो गई आरोपी आरती दयाल के बताये अनुसार, उसकी महिला साथी श्वेता जैन पति विजय जैन निवासी जे 394 मिनाल रेसीडेंसी भोपाल की भी इसमें संलिपत्ता पाई गई | जिसके चलते महिला आरोपीया श्वेता जैन को भोपाल पुलिस ने पकड़ा | आरेापिया महिला श्वेता जैन के कब्जे से चौदह लाख सत्तरह हजार रू रुपये नगद व मोबाईल फोन बरामद किये | इसी काम मे लिप्त इनके अन्य साथियों में श्वेता जैन पति स्वपनिल जैन निवासी रेवेरा टाउनि भोपाल एवं बरखा सोनी पति अमित सोनी निवासी कोटरा सुल्तानाबाद को गिफ्तार किया गया है | आरोपीगणों ने पूर्व में अन्य किन लोगाें के साथ इस प्रकार की वारदातें कर ब्लैकमेल की है इस संबंध में पुलिस रिमाण्ड लेकर इनसे पूछताछ करेगी |
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मन्दसौर जिले में बाढ़ और अतिवृष्टि के बाद स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों में बाढ़ पीड़ितों का परीक्षण किया जा रहा है। जगह-जगह माँ शिवना को शांत करने कलेक्टर ने की आराधना मंदसौर शहर में ऐसी मान्यता है कि अगर माँ शिवना अपना प्रचंड रूप दिखाती हैं, तो उन्हें शांत करने के लिए भगवान पशुपतिनाथ की आराधना कलेक्टर अर्थात जिले के राजा को करनी होती है। इसके लिए भगवान पशुपतिनाथ को पाँच नारियल पूरे विधि-विधान और मंत्र उच्चारण के साथ समर्पित किये जाते हैं। कलेक्टर श्री मनोज पुष्प ने मान्यता को स्वीकारते हुए भारी बारिश में पशुपतिनाथ मंदिर पहुँचकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। माँ शिप्रा से रौद्र रूप को शान्त करने का आव्हान किया गया। कलेक्टर शिवना नही के तट पर भी पहुँचे और पूजा-अर्चना की। स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए आधारभूत दवाइयाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। लोगों का मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। साथ ही, स्वाइन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया आदि बीमारियों से बचाव के लिए सावधानियाँ भी बताई जा रही हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी प्रकार की दवाइयाँ उपलब्ध करवा दी गई हैं। पूरे जिले में सर्वे का कार्य भी युद्ध स्तर पर जारी है।
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मन्दसौर में अत्यधिक बारिश होने तथा कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से भिण्ड जिले में चंबल नदी उफान पर है। इससे अटेर और भिण्ड क्षेत्र के चंबल नदी के किनारे बसे 44 गाँव प्रभावित हो रहे हैं। चम्बल नदी का जल-स्तर बढ़ने से सबसे ज्यादा प्रभावित गाँव मुकुटपुरा, दिन्नपुरा नावली वृन्दावन, रमा कोट, खैराहट, नखनोली की मढ़ैयन, कोसण की मढ़ैयन, चीलोंगा, चौमहो, कछपुरा, तरशोखर हैं। इन गाँव में फँसे लोगों को प्रशासन द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर राहत शिविरों में पहुँचाया जा रहा है। बाढ़ग्रस्त गाँवों में प्रशासन द्वारा बार-बार समझाने पर भी कई लोग गाँव छोड़ कर जाने से इन्कार कर रहे हैं। अभी तक गाँव नखनोली, रमाकोट, कोषण, नावली वृन्दावन, मुकुटपुरा चौमहो, कछपुरा, तरशोखर एवं दिन्नपुरा से लगभग 1900 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। रेस्क्यू किए गए 900 से ज्यादा लोगों को जिला प्रशासन द्वारा बनाये गए राहत शिविरों में पहुँचा दिया गया है। बाकी बचे लोग अपने रिश्तेदारों और मिलने वालों के यहाँ सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। जिला प्रशासन, होमगॉर्ड, सेना और एसडीआरएफ द्वारा लगातार लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। कलेक्टर भिण्ड श्री छोटे सिंह और पुलिस अधीक्षक श्री रुडोल्फ अल्वारेस बाढ़ की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। ये अधिकारी बाढ़ प्रभावित स्थानों पर चलाए जा रहे रेस्क्यू आपरेशन में स्वयं मौजूद रह कर स्थिति पर पकड़ बनाये हुए हैं। साथ ही राहत शिविरों में सभी व्यवस्थाओं की निरंतर मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं। राहत शिविरों में किये गये सभी जरूरी इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा रोशनलाल दैपुरिया महाविद्यालय सुरपुरा, हाईस्कूल विण्डवा , आईटीआई अटेर, मघेरा, हाई स्कूल रमाकोट में बनाये गये राहत शिविरों में लाये गए लोगों के लिये भोजन, पानी, सोने की व्यवस्था आदि आवश्यक इन्तजाम खाद्य विभाग द्वारा किए जा रहे हैं। सभी राहत शिविरों में मेडिकल टीमें पूरी तैयारी के साथ तैनात हैं। पशुओं के ईलाज के लिये पशु चिकित्सक तैनात किये गये हैं। शासकीय अधिकारियों- कर्मचारियों की छुट्टियाँ निरस्त कलेक्टर ने सभी शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से निरस्त कर सभी को कार्य पर लौटने का आदेश जारी कर दिया है। आपदा प्रबंधन से जुड़े कर्मचारी, अधिकारी पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। होमगार्ड्स को नाव, बोट सहित सभी सुरक्षा साधन उपलब्ध कराये गये हैं। जल संसाधन और सेतु विकास निगम के सुरक्षा अधिकारी और राजस्व का पूरा अमला इस मुहिम में लगा हुआ है और लगातार मोबाइल, दूरभाष सहित वायरलैस से आपस में सम्पर्क में बने हुए हैं।
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उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा है कि अब प्रदेश में 1500 स्मार्ट क्लासेस में आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स के माध्यम से शिक्षा दी जायेगी। श्री पटवारी ने आज लंदन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की सीईओ सुश्री फ्रांसिसका वुडवर्ड से मुलाकात के दौरान यह बात कही। श्री पटवारी ने मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा में तकनीक का दोहन तथा कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के समन्वित प्रयास से प्रौद्योगिकीय विकास तथा आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स के माध्यम से शिक्षण पद्धति को बेहतर बनाने पर चर्चा की। श्री पटवारी ने कहा कि वर्तमान में हर क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। हमें शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों से लैस करना है। इसके लिये अब मध्यप्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स के माध्यम से शिक्षा देने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश के युवाओं में कम्युनिकेशन स्किल विकसित करने में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय मददगार साबित होगा। इसके लिये ऐसे पाठ्यक्रम बनाने की जरूरत है, जिससे साहित्यिक अंग्रेजी भाषा की जानकारी के अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों को एक्सपोजर भी मिले। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि पाठ्यक्रमों को यूरोपीय फ्रेमवर्क ऑफ रिफ्रेंस सीईएफआर के अनुरूप बनायें। उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी ने कैम्ब्रिज एसेसमेंट इंग्लिश के सीईओ श्री साउल नासे तथा कैम्बिज विश्वविद्यालय प्रेस के सीईओ श्री पीटर फिलिप्स से भी मुलाकात की। इस अवसर पर आयुक्त उच्च शिक्षा श्री राघवेन्द्र सिंह और मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष श्री एम.एस. परिहार मौजूद थे।
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मंत्री डॉ. चौधरी स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने आज अपने प्रभार के जिले दमोह में जिला मुख्यालय पर आयोजित दिव्यांग कल्याण शिविर में शामिल हुए। डॉ. चौधरी ने दिव्यांजनों को भरोसा दिलाया कि उन्हें विकास के समुचित अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने दिव्यांजन की पेंशन को दोगुना कर दिया है। साथ ही इन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिये विभिन्न उपकरण और अन्य सहायता भी वितरित की जा रही है। मंत्री डॉ. चौधरी ने शिविर में दिव्यांग विद्यार्थियों को लेपटॉप, मुख्यमंत्री कल्याणी योजना और मुख्यमंत्री नि:शक्त विवाह योजना के हितग्राहियों को 2-2 लाख रूपये की सहायता राशि के स्वीकृति पत्र, ट्रायसाइकिल, व्हील चेयर और श्रवण यंत्र वितरित किये। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के हितग्राहियों को डॉ. चौधरी ने ई-रिक्शा की चाबी सौंपी और ग्राम संग्रामपुर निवासी लक्ष्य विश्वकर्मा को उपचार के लिये साढ़े छह लाख की सहायता प्रदान की।
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बारिश में रोज हो रहे हैं सड़क हादसे मध्यप्रदेश में इस समय सरकार की अनदेखी और बारिश ने सड़कों की हालात खराब कर दी है | सड़कें ऐसी हैं की इन पर चलना और गाडी चलाना कठिन हो गया है पता नहीं कब हादसा हो जाए | छतरपुर के सभी मुख्य मार्गों की हालत खस्ता है | लोग अपनी दुकानों पर बैठ बैठे सड़क तरफ मोबाइल का कैमरा करते नहीं हैं कि एकाद हादसा हो जाता है | सुनने में भले ही यह अजीब लगे लेकिन है शात प्रतिशत सत्य खराब रोड के कारण हादसा होना छतरपुर में अब आम बात है इस दृश्य को गौर से देखिये कैसे बचते बचाते वाहन चल रहे हैं | इस ऑटो चालक को भी लग रहा है की यह आसानी से इस सड़क को पार कर लेगा लेकिन यह क्या यह तो अटक गया | अटका ही नहीं ये पलट गया | लोगों ने जाकर ऑटो में बैठे लोगों को बचाया | ऐसा यहाँ अक्सर होता रहता है लेकिन जिनकी जिम्मेदारी सड़कों को ठीक करने की है | वो सोये हुए हैं जिसका खामियाजा आम लोगों को घायल होकर और हड्डियां तुड़वाकर उठाना पड़ रहा है |
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भारी बारिश से चंबल में बाढ़ का कहर मध्य प्रदेश में भारी बारिश से हालात बेकाबू हैं | राजस्थान सीमा से लगे जिलों में स्थिति कुछ ज्यादा खराब है | अतिवर्षा से गांधी सागर बांध के 19 गेट खोलने से चंबल नदी के हालात बिगड़ गए हैं | इसकी वजह से कोटा बैराज से 7 लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है | इसका सीधा असर श्योपुर, मुरैना और भिंड जिले के चंबल के किनारे पर बसे गांवों पर पड़ा है | जहाँ सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन चलना पड़ा है | रविवार को भिंड ,मुरैना और श्योपुर जिले के 100 से अधिक गांव पानी से घिर गए | श्योपुर और भिंड में बचाव कार्य के लिए सेना बुलानी पड़ी। .. गांवों को खाली कराकर अब तक सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है | आज सुबह भी सेना और एस डी आर एफ की टीमों ने भिंड के अटेर में ज्वाइंट रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया | अटेर के नावली वृंदावन गांव में चंबल नदी का पानी घुस गया है | ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिए सेना ने मोर्चा संभाला हुआ है | सुबह से ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है | चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान 122 मीटर से 3 मीटर ऊपर यानी 125 तक पहुंच गया है | बाढ़ के खतरे को देखते हुए अटेर के 5 गांवों से करीब 400 लोगों को बाहर निकाला गया | श्योपुर की दो प्रमुख नदियां चंबल और पार्वती खतरे के निशान पर हैं | श्योपुर में तो हालात यहां तक बिगड़ गए कि पाली-श्योपुर हाइवे के करीब एक किमी हिस्से की निगरानी के लिए बोट चलानी पड़ी | उधर, चंबल नदी में आए उफान से पाली हाइवे पर चिंधाड़ की पुलिया रविवार तड़के 4 बजे डूब गई और श्योपुर का राजस्थान से पूरी तरह संपर्क कट गया यहां चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक जा पहुंचा है | मुरैना में पुराने राजघाट पुल के ऊपर से चंबल बह रही है | इससे 13 साल पहले यानी 2006 में ऐसा हुआ था | लगातार पानी बढ़ने से चंबल किनारे का गांव महूखेड़ा पानी में डूब गया हालांकि ग्रामीण पहले ही गांव से निकल आए थे | अभी करीब दो दर्जन गांवों में पांच हजार से अधिक लोग गांवों में फंसे हुए हैं | चंबल में पानी बढ़ने से उसके किनारे के 89 गांवों में संकट खड़ा हो गया है | लेकिन यहाँ सेना लगातार लोगों को रेस्क्यू कर रही है |
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पर्यावरण मंत्री श्री वर्मा ने सिंगरौली में की समीक्षा पर्यावरण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने आज सिंगरौली में औद्योगिक कम्पनियों के प्रतिनिधियों की बैठक में सी.एस.आर. फण्ड के उपयोग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कम्पनियाँ पर्यावरण प्रदूषण से उत्पन्न होने वाली बीमारियों की रोकथाम के प्रयास करें। हर महीने स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों का मेडीकल चेकअप और दवाओं का वितरण करायें। श्री वर्मा ने कहा कि फण्ड का उपयोग मानवीय आधार पर किया जाये। कौशल विकास केन्द्रों की स्थापना कर बेरोजगारों को उनकी रूचि के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाये और रोजगार भी मुहैय्या कराया जाये। पर्यावरण मंत्री ने निर्देश दिये कि सभी कम्पनियाँ आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाओं को हमेशा चुस्त-दुरुस्त रखें, जिससे किसी भी आकस्मिक दुर्घटना को तुरंत रोका जा सके। कम्पनियों में 70 प्रतिशत स्थानीय लोगों को मिले रोजगार- मंत्री श्री पटेल पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि क्षेत्र की कम्पनियाँ राज्य सरकार की नीति के अनुसार 70 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध करायें। विस्थापन नीति का शत-प्रतिशत पालन किया जाये। विस्थापितों एवं उनके बच्चों को समुचित प्रशिक्षण तथा रोजगार की निश्चित व्यवस्था की जाये।
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नैक ग्रेडिंग की पहल नहीं करने पर कुलपति होंगे जिम्मेदार : राज्यपाल श्री टंडन राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि विकास का सिद्धांत समय अनुसार परिवर्तन ही है। जो समय के साथ नहीं चलेंगे, वे मुख्य-धारा से बाहर हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि विश्व में बदलते शैक्षणिक मानकों पर खरे उतरने वाले शिक्षा संस्थान ही भविष्य में अस्तित्व में रह पाएंगे। राज्यपाल ने कहा कि समय की माँग है कि कुलपति शैक्षणिक गुणवत्ता के उच्च मापदण्ड निर्धारित करें। अनुशासन के वातावरण को मजबूत बनायें। स्वायत्तता का उपयोग शैक्षणिक नवाचारों, शोध और संसाधनों को जुटाने में करें। नई शिक्षा नीति के अनुसार नये पाठ्यक्रम शुरू करें। श्री टंडन आज राजभवन में उच्च शिक्षा उन्नयन प्रयासों की श्रंखला में "मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों की नैक ग्रेडिंग का सूत्रपात" कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग के लिए प्रयास करना कुलपतियों का उत्तरदायित्व है। कुलपतियों को शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने, समय अनुसार नये प्रयोग और शोध करने, रिक्त पदों की पूर्ति, शैक्षणिक कैलेण्डर लागू करने, विद्यार्थियों को रोजगारपरक उच्चतम ज्ञान देने और बुनियादी सुविधाएँ जुटाने के लिए जवाबदारी के साथ कठोर और नवाचारी कार्य करने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि कर्मठ कुलपतियों को भरपूर संरक्षण और सहयोग मिलेगा। स्व-प्रेरणा और परिणाम के अभाव में कुलपतियों की जिम्मेदारी भी निर्धारित की जाएगी। श्री लालजी टंडन ने कहा कि जो बीत गया, उसे भूलकर नये जोश के साथ उज्जवल भविष्य के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सरकार का बजट सीमित होता है। अनेक योजनाओं में अनुदान की राशि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पास उपलब्ध है। आवश्यकता मानक प्रस्ताव तैयार कर आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने की है। उन्होंने कहा कि शोध कार्य द्वारा भी संसाधन जुटा सकते हैं। श्री टंडन ने कहा कि सूचना क्रांति के इस युग में उच्च स्तरीय ज्ञान का प्रसार भी आय का माध्यम बन गया है। विद्वतापूर्ण व्याख्यान विचार और शोध को दुनिया में प्रसारित किया जा सकता है। कौशल उन्नयन, उद्यमिता आधारित पाठ्यक्रम का संचालन भी महत्वपूर्ण संसाधन है। प्रदेश के एक निजी विश्वविद्यालय ने अटल इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना कर इस दिशा में प्रयास किया है। उनका सहयोगी निजी क्षेत्र का संस्थान 1000 करोड़ रूपए का वेंचर फण्ड भी उपलब्ध करा रहा है। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि भारत महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। इसलिए युवा शक्ति को गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधन उपलब्ध कराने का दायित्व विश्वविद्यालयों का है। उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के साथ यह भी याद रखें कि हम अपनी जड़ों से दूर न हो जायें। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के आधार पर ही प्राचीन भारत को जगतगुरू कहा जाता था। करीब आधी दुनिया हजारों वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में भारत के योगदान को स्वीकारती है। ऐसे भारतीय वैज्ञानिकों के बारे में युवा पीढ़ी को अवगत कराने का प्रयास करें। इससे राष्ट्रीय स्वाभिमान जागृत होगा और देश के अनुरूप शिक्षण पद्धति विकसित होगी। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में नैक उदारता,सुधारता और पात्रता के फार्मूले का पालन कर विश्वविद्यालयों को नैक ग्रेडिंग के लिए मार्गदर्शन देगी। उन्होंने कुलपतियों से कहा कि नैक की ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए शैक्षणिक वातावरण और व्यापक चिंतन जरूरी है। नैक के चेयरमैन श्री बी.एस. चौहान ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए समय चक्र तय कर कार्य-योजना बनाई जाये। उच्च शिक्षा में रातों-रात परिवर्तन नहीं हो सकता। शिक्षा की चुनौतियों को ध्यान में रखकर उनके समाधान के प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का प्रभावी क्रियान्वयन किया गया, तो कुछ ही वर्षों में उच्च शिक्षा व्यवस्था का स्वरूप बदल जाएगा। संसाधनों की उपलब्धता बढ़ जाएगी। कुलपतियों की संख्या दोगुनी हो जायेगी। आवश्यकता प्रयासों के प्रति निष्ठावान और संकल्पित होने की है। प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री हरिरंजन राव ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में स्वायत्तता बढ़ रही है। शिक्षण संस्थाओं की जवाबदारी भी बढ़ेगी। शिक्षण व्यवस्था और शैक्षणिक वातावरण के प्रति समाज में घटते विश्वास की चुनौती का समाधान वर्तमान समय की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कुलपति यदि चुनौतियों का सामना सूचना प्रौद्योगिकी और नवाचारों के साथ करेंगें, तो निश्चय ही विश्वविद्यालय का भविष्य उज्जवल होगा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में बेहतर परिणाम देना ही सच्ची राष्ट्र सेवा है। कार्यशाला में प्रथम तकनीकी सत्र को नैक के चेयरमेन प्रो. वी.एस. चौहान और डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के कुलपति प्रो. आर.पी. तिवारी ने संबोधित किया। दूसरे सत्र में कुलपतियों के सात समूहों का गठन किया गया। सात विषयों पर समूहों द्वारा विचार-विमर्श कर राज्यपाल को कार्यशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
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नागिन डांस के करते निकला दम गणेश विसर्जन के दौरान नागिन डांस करते वक्त जमीन पर गिरकर एक युवक की मौत हो गई हैरानी की बात यह थी की लोग काफी देर तक तो कुछ समझ ही नहीं पाए | गाने की धुन पर लोग डांस करते रहे | जब बहुत देर तक वो नहीं उठा और लोगो ने पास जाकर देखा तब तक उसकी जान जा चुकी थी | युवक की मौत की खबर फैलते ही गणेश उत्सव का पर्व मातम में बदल गया | एक सख्श जो बेहद खुश हैं जो पूरी मशरूफियत से नागिन डांस कर रहा हैं | डांस करते - करते कई तरह के स्टंट कर रहा हैं | वो नहीं जनता अगले ही पल उसके साथ क्या होगा | वो नागिन की तरह लहरा कर जमीन पर कूदता हैं और फिर उठ ही नहीं पाता एक स्टंट उस पर भारी पड़ जाता हैं | पल भर में उसका दम निकल जाता हैं | और डांस करते करते उसकी जिंदगी ख़त्म हो जाती हैं | घटना सिवनी जिले के कान्हीवाड़ा थाना अंतर्गत ग्राम कटिया की हैं | गांव में सार्वजनिक रूप से गणेश प्रतिमा बैठाई गई थी | जहां विगत रात्रि प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम के दौरान नागिन डांस करते समय सिर के बल गिर जाने से गुरूप्रसाद ठाकुर की मौके पर ही मौत हो गई | आपको बता दें युवक गुरूप्रसाद ठाकुर को पूर्व में दुर्घटना में सिर पर चोट लगी थी | उपचार के बाद वह ठीक हो गया था | लेकिन नागिन डांस करते समय सिर के बल गिर जाने से उसका दम निकल गया |
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धूम - धाम से निकले चल समारोह दस दिवसीय गणेशोत्सव का समापन गुरुवार को अनंत चतुर्दशी चल समारोह और प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ हुआ | गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ और गणपति के जयकारों के साथ | हजारों की तादात में झाकिया निकाली गई जहाँ एक तरफ घरों में लोगो ने गार्डन और बाल्टियों में छोटी मूर्तियों का विसर्जन किया | वही नगर निगम ने भी जगह - जगह पानी से भरे बड़े पात्र सड़क किनारे रखे थे | जिससे लोग अपनी सुबिधा अनुसार विसर्जन कर सके | झाकियों में बैठे गणेश जी का विसर्जन शाहपुरा , प्रेमपुरा और बैरागढ़ के घाटों पर किया गया | प्रतिमाएं भदभदा स्थित प्रेमपुरा, खटलापुरा, बैरागढ़ आदि घाटों पर भी विसर्जित की गई | नगर निगम द्वारा शहर के सभी वार्डों के प्रमुख चौराहों व बड़े झांकी पंडालों समेत करीब 200 स्थानों पर प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विसर्जन पात्र रखे गए | विभिन्न समाज व संस्थाएं ने भी विसर्जन पात्र रखें रात से ही पंडालों में हवन पूजन शुरू हो गया था और सुबह से ही सड़कों पर गणपति बाप्पा के जयकारों के साथ लोग विघ्नहर्ता के विसर्जन के लिए निकल पड़े थे |
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पेट्रोल टैंकर से टकराई बस ,8 लोग घायल टैंकर ड्राइवर के अचानक ब्रेक लगा देने के कारण एक बस उससे टकरा गई | जिसमे आठ लोग घायल हो गए | ये सेंधवा से इंदौर जा रही थी | सेंधवा से इंदौर जा रही ठाकुर ट्रेवल्स की बस ठिकरी के पास पेट्रोल टैंकर से टकरा गई | जिसमें 8 लोग घायल हो गए | घायलों को ठिकरी स्थित अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बड़वानी रेफर किया गया है | जानकारी के मुताबिक चौधरी ढाबे के पास आगे चल रहे कंटेनर चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए जिससे यात्री बस उससे टकरा गई | घटना में बस का अगल हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और आगे बैठे यात्री घायल हो गए | घटना के बाद सभी यात्री घबरा गए थे | रास्ते से निकल रहे अन्य लोगों ने घायलों को बस से बाहर निकाला | लोगों ने घटना की सूचना पुलिस और एंबुलेंस को दी | इसके बाद घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया |
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पहले अच्छे मानसून के लिए करवाई थी शादी भारी बारिश के चलते लोग परेशान हैं और उनका जीना दूभर हो गया है | ऐसे में लोगों ने बारिश को रोकने के लिए एक टोटके का इस्तेमाल किया और मेंढक -मेंढकी का तलाक करवाया | इससे पहले अच्छे मानसून की कामना को लेकर इन्हीं लोगों ने मेढक मेंढकी का विवाह करवाया था | हमारे समाज में हर काम के लिए कोई न कोई टोटका मौजूद हैं | भारी बारिश से परेशान लोगों ने सारे जतन कर लिए लेकिन बारिश से निजात नहीं मिल रही बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है | ऐसे में लोगों ने बारिश रोकने के लिए मेंढक मेंढकी के तलाक की रस्म को पूरा किया | मान्यता है कि मेंढक मेंढकी के विवाह से इंद्र देवता प्रसन्न होकर बारिश करवाते हैं और मेंढक मेंढकी का विवाह विच्छेद किया जाए तो इंद्र देवता उस इलाके से नजरें मोड़ लेते हैं और बारिश रुक जाती है | यह पहला मौका है जब भरपूर बारिश के बाद लोगों ने विधि विधान से मेंढक -मेंढकी का तलाक करवाया | इस साल भी जब मानसून की अच्छी शुरुवात नहीं हुई थी तो जुलाई में इन्हीं लोगों ने मेंढक मेंढकी का विवाह करवाया था | जिसके बाद बारिश का जो सिलसिला चला तो वह रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है | अब मानसून से परेशान होकर लोगों ने मेंढक मेंढकी को विधि विधान से अलग करवाया इसके लिए भोपाल के इंद्रपुरी में ख़ास आयोजन किया गया |
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प्रदेश के सभी शहरों में बनेंगे 5 लाख आवास राजेश पाण्डेय मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ बुधवार को झाबुआ से प्रदेश के शहरी आवासहीनों को आवास उपलब्ध कराने की अति-महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री आवास मिशन (शहरी) का शुभारंभ करेंगे। अब मलिन बस्तियों में रहने वाले आवासहीन भी मकान मालिक बनेंगे। मिशन में 5 लाख आवास बनाये जायेंगे। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह भी शामिल होंगे। मिशन का उद्देश्य मध्यप्रदेश के सभी शहरों में गरीबों को आवासीय भूमि का पट्टा एवं पक्का आवास उपलब्ध कराना है। मिशन में आवास स्वामित्व के लिए किराया आधारित आवास निर्माण और जन-निजी भागीदारी (पीपीपी) से निर्माण कार्य होगा। योजना लगातार संचालित होगी। पट्टा वितरण मिशन में 15 सितम्बर से प्रारंभिक सूची का प्रकाशन, परीक्षण एवं दावे-आपत्तियों का निराकरण कर 30 अक्टूबर तक अंतिम सूची का प्रकाशन किया जायेगा। आगामी 5 नवम्बर से 20 दिसम्बर तक पट्टों का वितरण किया जायेगा। मिशन का ध्येय वाक्य "सबको मिले मकान है यह लक्ष्य महान" मिशन में शहरी गरीबों को आवासीय भूमि का स्वामित्व दिया जायेगा। कच्चे अथवा आधे पक्के मकानों को पूरी तरह से पक्का बनाने के लिए वित्त पोषण और मलिन बस्तियों का एकीकृत विकास किया जायेगा। वित्तीय स्वरूप मिशन में प्रति आवास एक से डेढ़ लाख रूपये लागत तक की भूमि का नि:शुल्क स्वामित्व और आवास निर्माण के लिए अन्य योजनाओं में कन्वर्जेंस से प्रति आवास 2 लाख 50 हजार रूपये अनुदान दिया जायेगा। मलिन बस्तियों के हितग्राहियों को 3 लाख रूपये प्रति आवास और अन्य हितग्राहियों को डेढ़ लाख रूपये अनुदान दिया जायेगा। भूमि एवं अधोसंरचना विकास कार्यों के लिए प्रति आवास एक लाख 75 हजार से 2 लाख 25 हजार रूपये तक दिये जायेंगे।
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पलक झपकते ही गिर गया दो मंजिला मकान जर्जर मकान के मलबे में दबे कई वाहन भोपाल में पिछले दो दिनों से जारी बारिश की वजह से एक जर्जर मकान पालक झपकते ही जमींदोज हो गया जर्जर मकान के गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई है | लेकिन इसके मलबे में कई वहान दब गए हैं | भोपाल में भारी बारिश हो रही है | कई इलाकों में पानी भर गया है | वहीं आज दोपहर तापड़िया कॉम्प्लेक्स के पास खजांची गली में दो मंजिला बिल्डिंग भरभराकर गिर गई इसके चलते कई गाड़ियां मलबे में दब गईं | हादसे की जानकारी मिलते ही निगम अमला मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया | इस बिल्डिंग में किराना दुकान का गोदाम था और ये इमारत जर्जर थी | लेकिन नगर निगम ने इसे अब तक नहीं गिराया था आमतौर पर इमारत के आस-पास काफी भीड़ रहती है | लेकिन आज बारिश के चलते गोदाम नहीं खुला था | वरना बड़ी जनहानि भी हो सकती थी | बिल्डिंग गिरने का एक वीडियो भी सामने आया है | जिसमें अचानक कुछ सैकेंड में इमारत गिरती नजर आ रही है और आस-पास धूल का गुबार उठता दिख रहा है ... जैसे ही धूल का गुबार छंटता है तो मलबे में दबी गाड़ियों की तस्वीर नजर आ जाती है ...
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ड्राइवर की गलती से हो जाता बड़ा हादसा सिवनी से मंडला जा रही बस ने एक बाइक को टक्कर मार दी | जिसके बाद बस में आग लग गई | आनन-फानन में मुसाफिर बस से नीचे उतर गए वर्ना ड्राइवर की गलती से बड़ी जनहानि हो सकती थी | सिवनी से मंडला जा रही यात्री बस में बरेलीपार गांव के पास एक हादसे के बाद आग लग गई | आग लगते ही बस धू-धूकर जलने लगी | गनीमत रही कि हादसे के बाद सभी मुसाफिर वक्त रहते नीचे उतर गए | वरना बड़ी जनहानि भी हो सकती थी | बस सिवनी से मंडला जा रही थी तभी बरेलीपार गांव के पास एक बाइक सवार को बस ने टक्कर मार दी | इसके बाद ड्राइवर बस को लेकर भागने लगा | इसी दौरान बाइक बस के नीचे फंस गई और ड्राइवर 8 किलोमीटर तक ऐसे ही बस को दौड़ाता रहा | इसी दौरान बाइक से चिंगारी निकलने लगी और देखते ही देखते ही आग भड़क गई और बस के अगले हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया कुछ देर के भीतर ही बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई | इस हादसे में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचीं और हालात को काबू किया |
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तार चोर गिरोह के हो सकते हैं मरने वाले बिजली के तार से करंट लगने से चार लोगों की मौत हो गई | माना जा रहा है की ये लोग चोरी करने के उद्देश्य से बिजली का तार काट रहे थे | अचानक तार में करंट आने से चरों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई | टीकमगढ़ में जतारा क्षेत्र के ग्राम कंचनपुरा में बिजली तार से लिपटी हुई चार लाशें मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैली गई | टीकमगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुन्ना लाल चौरसिया ने बताया कि चार मृतकों में से एक मृतक की पहचान हो चुकी है | जिसका नाम गोकुल कुशवाहा है | जो उसी गांव का रहने वाला है | घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों के आधार पर चारों बिजली तारों की चोरी करने के उद्देश्य से तार काट रहे थे | तभी उसमें करंट प्रवाह हो गया | और चारों की घटनास्थल पर मौत हो गई | पुलिस ने पंचनामा तैयार कर लाशों के पीएम के लिए भेज दिया | जानकारी के अनुसार ये लोग लंबे समय से बिजली विभाग की तार चोरी करके बेचते देखें जा चुके हैं |
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युवक-युवती कफ सिरप के साथ गिरफ्तार पुलिस ने दो अलग अलग मामलों में नशीली कफ सिरप बेच रहे एक युवती और युवक को गिरफ्तार किया है | जब्त की गई कोरेक्स सिरप की कीमत हजारों में बताई जा रही है | ये दोनों ही मामले रीवा के हैं ...रीवा में लोग कफ सिरप से नशा कर रहे हैं | रीवा में एक युवती और एक युवक को कोरेक्स कफ सिरप बेचते पकड़ा गया | पुलिस अधीक्षक आबिद खान के निर्देशन में की गई कार्यवाई को सिटी कोतवाली थाना प्रभारी थाना प्रभारी ओंकार तिवारी ने अंजाम दिया | पकड़ी गई युवती का नाम आशा विश्वकर्मा बताया जा रहा है | जिसके पास से 316 बोतल नशीला सिरप बरामद किया गया | नशीले सीरप की कीमत तीस हजार रुपये बताई जा रही है | दूसरी और अतरैला पुलिस ने एक युवक को नशीले कफ सिरप के साथ पकड़ा थाना प्रभारी आर एस सिंह ने बताया कि ग्राम पटेहरा से फरार आरोपी विधी चन्द्र गुप्ता को दबिश देकर पकड़ा गया | जो अपने पास एक झोले में 70 शीशी कोरेक्स लिए घूम रहा था | सिरप को जप्त कर आरोपी को गिरप्तार कर लिया गया है | बताया जा रहा है की आरोपी लंबे समय से कोरेस्क का अवैध कारोबार कर रहा था | इसके विरुद्ध पूर्व में भी कई मामले कायम है | आरोपी अपराधिक प्रवृति का व्यक्ति है | आरोपी पर ड्रक्स कंट्रोल एक्ट और औषधी नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई |
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परिजनों ने की मौत की जाँच की मांग ग्वालियर के ठाठीपुर इलाके में साइकिल से गिरने पर संदिग्ध परिस्थितियों में एक 13 वर्षीय किशोर की मौत हो गई | इस घटना बाद किशोर के परिजन इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं | पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर मामले की जाँच शुरू कर दी है | थाटीपुर बजरिया में संतोषी माता मां के मंदिर के पास रहने वाले 13 वर्षीय जगदीश उचारिया अपने साथी शुभम के साथ घर से घूमने जाने के लिए साइकिल पर सवार होकर निकला था | लाइन नंबर सात के करीब साइकिल से गिरने के कारण जगदीश बेहोश हो गया शिवम ने जगदीश की तबियत खराब होने की सूचना उसके परिजनों को दी | परिजन बेहोश की अवस्था में जगदीश को अस्पताल लेकर पहुचे | जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया जगदीश के परिजनों ने इस मामले को संदिग्ध मानते हुए इसकी जाँच की मांग की | जगदीश के पिता का पूर्व में निधन हो चुका है और जगदीश का बड़ा भाई सुनील सूरत में काम करता है | जगदीश के चचेरे भाई संदीप ने जगदीश की मौत को संदिग्ध माना है और मामले की जांच किये जाने की मांग की है | वहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर जगदीश का शव उसके परिजनों को सौंप दिया है | पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इन्तजार कर रही है उसी के बाद साफ हो सकेगा कि जगदीश की मौत हादसा है या कुछ और |
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लगातार कुकिंग कर लता ने दर्ज कराया गिनीज बुक में नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने का जुनून कुछ इस तरह छाया की लगातार 81 घंटो तक लता टण्डन के हाथ नहीं थामे | लगातार कुकिंग करती रही और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया | लता ने अमेरिका की रिकी लुम्पकिन को पछाड़ दिया हैं | अभी तक यह रिकॉर्ड 68 घंटे की कुकिंग का था | जिसको लता ने 81 घंटे की लगातार कुकिंग के बाद तोड़ दिया हैं | रीवा की रहने वाली लता टण्डन ने लगातार 81 घंटो तक कडी मेहनत के बाद एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया जिससे उन्हे गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकार्ड मे सम्मान मिला | इससे पहले ये रिकार्ड अमेरिका की रिकी लुम्पकिन का था | जिन्होने 68 घंटे 30 मिनट 01 सेकेंड तक लगातार कुकिंग किया था लता टण्डन ने कुकिंग मैराथन का अपना टारगेट 72 घण्टे का रखा था | जिसे पूरा करने के बाद भी वो नहीं रुकी कुकिंग मैराथन जारी रखा और लगातार 81 घंटे का नया कीर्तिमान स्थापित किया |
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रीवा जिले को ''बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ'' योजना में जन्म के समय बाल लिंगानुपात में लगातार बेहतर प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया है। केन्द्रीय महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबीन ईरानी ने आज नई दिल्ली में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाण्डे को यह पुरस्कार प्रदान किया।रीवा जिले को देश के 10 चुने हुए जिलों में शामिल किया गया है। पहले प्रदेश को ''बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ'' योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तत्कालीन केन्द्रीय महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गाँधी ने विगत जनवरी माह में नई दिल्ली में पुरस्कृत किया था। योजना में रीवा जिले में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम किये गये। जिले में कम लिंगानुपात वाले गाँवों को चुन कर वहाँ पर हर घर दस्तक, शक्ति चौपाल, नुक्कड़ नाटक, कठपुतली शो आदि किये गये। साथ ही ऐसे परिवारों को भी सम्मानित किया गया, जिनमें कक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त केवल बेटियाँ हैं। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए कार्यशाला, जागरूकता रैली, मानव श्रृंखला, रंगोली प्रतियोगिता की गई। आँगनवाड़ी केन्द्रों में जन्मोत्सव एवं बिटियाँ उत्सव मनाने गये। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा जिला और परियोजना स्तर पर विद्यालयों और महाविद्यालयों में कार्यशाला की गई। अस्पतालों में नवजात बालिकाओं और उनके परिजनों का स्वागत किया गया। योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चुने गये जिलों में प्रदेश के 6 जिले रीवा, भिण्ड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया और टीकमगढ़ शामिल है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार रीवा जिले में जन्म के समय बाल लिंगानुपात 885 था। जिले को अप्रैल 2016 में जब योजना में शामिल किया गया था तब बाल लिंगानुपात 919 था। वर्ष 2018-19 में यह बढ़कर 934 हो गया है।
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दहशत में गुजररहा है बारिश का दौर बस्तर इलाके में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश ने लोगों को परेशान कर दिया है | कई इलाकों में हुई भारी बारिश से घरों में पानी भर गया और सड़कें तालाब जैसी नजर आने लगीं | जगदलपुर और पूरे बस्तर में लगातार चार दिनों से जमकर बारिश हो रही है बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रही जिसके कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है | बीती रत बारिश ने अपना कहर बरपाया लोगों ने अपने जीवन में ऐसी बारिश नहीं देखी थी | बारिश इतनी तेज थी कि लोगों के घर नदी नाले में तब्दील हो गए | लोगों ने पूरी रात दहशत में गुजारी | घरों के सामने खड़ी गाड़ियां जलमग्न हो गई लोगों के घर में रखे बर्तन पानी में डूबते नजर आए | लोग अपने घरों में ही कैद होने को मजबूर हो गए | जगदलपुर में फिर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं | नदी नाले खतरे के निशान से ऊपर चल रहे हैं | मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे और बस्तर में जमकर बारिश हो सकती है | निचली बस्तियों में रहने वालों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया |
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बढ़चढ़ के किया युवाओं ने रक्तदान अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस और गुर्जर सम्राट मिहिर भोज महान की जयन्ती बड़े धूमधाम से मनाई | इस मौके पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया | जिसमे समाज के सैकड़ो युवाओं ने रक्तदान किया | हरदा में अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा द्वारा 10 वा अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस व गुर्जर सम्राट मिहिर भोज महान की जयन्ती धूमधाम से मनाई गई सम्राट मिहिर भोज की जयंती पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया | मुख्य अतिथियो ने भगवान देवनारायण की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया | इस मौके गुर्जर सम्राट मिहिर भोज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनको याद किया गया | इस दौरान लगभग सैकड़ों युवाओं ने रक्तदान किया | इस अवसर पर अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के राष्ट्रिय महामंत्री गुर्जर मनोज बागरे, प्रदेश उपाध्यक्ष वैभव पाटिल, प्रदेश संगठन मंत्री दीपक चौधरी, सहित सैकड़ों युवा उपस्थित रहे | पूर्व विधायक ने आयोजन की सराहना की और कहा की सम्राट मिहिर भोज महान की जयन्ती के मौके पर रक्तदान जैसे आयोजन से समाज का मनोबील बढ़ता है |
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चालक का संतुलन बिगड़ने से हुआ हादसा भूत बंगला इलाके में मरीज को ले जा रही एंबुलेंस के पलटने से हड़कंप मच गया | मरीज को ले कर जा रही एम्बुलेंस के चालक का संतुलन बिगड़ गया जिसके बाद वाहन पलट गया | एंबुलेंस तेज गति से ओर जा रही थी | भोपाल के कोहेफिजा थाना अंतर्गत सुजुकी शोरूम के पास भूत बंगला एरिया में एम्बुलेंस के चालक का संतुलन बिगड़ गया | और वाहन पलट गया वाहन के पलटते ही आसपास मौजूद लोग वाहन की ओर दौड़े और वाहन में मौजूद लोगों को अस्पताल ले गए। एंबुलेंस पलटने के बाद कुछ देर के लिए क्षेत्र का यातायात प्रभावित रहा पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जाम खुलवाया |
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दिल्ली के परिवार के साथ सेंधवा में मारपीट बच्चा चोरी के शक में किसी को भी घेर कर पीटने के मामला आये दिन सामने आ रहे है | लोगों की पिटाई के मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं | ताजा घटना बड़वानी जिले के सेंधवा की है यहां दिल्ली के परिवार के साथ कुछ लोगों ने बच्चा चोरी के शक में मारपीट की | बड़ी मश्किल से परिवार अपनी जान बचाकर थाने पहुंच | दरअसल ये परिवार दिल्ली से मुंबई हाजी अली दरगाह पर चादर चढ़ाने जा रहा था | जानकारी के मुताबिक जब इनकी कार शहर से गुजर रही थी तो ये पता पूछने के लिए रूक गए | इसी दौरान कार में बच्चों को देखकर लोगों को बच्चा चोर गिरोह होने का शक हुआ मामला बिगड़ते देख ये लोग कार लेकर जाने लगे तो बाइक सवार कुछ लोगों ने इनका पीछा शुरू कर दिया और भीड़ ने कार को टोल प्लाजा के पास रोककर परिवार के 5 सदस्यों के साथ मारपीट शुरू कर दी | इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचीं और उन्हें थाने लेकर आई | कार में सवार मोहम्मद शहजाद ने बताया कि वो मुंबई जा रहे थे | तभी रास्ते में लोगों ने बच्चा चोर गिरोह समझकर घेर लिया और पिटाई करने लगे | इस दौरान कई लोगों ने कार में बैठी मेरी बहनों के साथ भी बदसलकूी की | इस बीच मैंने 100 नंबर पर कॉल किया जैसे-तैसे भीड़ से पीछा छुड़ाकर थाने पहुंचे |
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मंत्री श्री अकील ने किया पौध-रोपण अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री आरिफ अकील ने कहा कि वृक्ष से ही जीवन है। आज लगाये गये पौधे ही कल का भविष्य हैं, जो नई पीढ़ी को स्वच्छ एवं निर्मल वातावरण देंगे। श्री अकील ने यह बात 'हमारा प्रदेश हरा-भरा मध्यप्रदेश'' कार्यक्रम में कही। उन्होंने नारियलखेड़ा स्थित मैदान में बुरहानपुर विधायक श्री ठाकुर सुरेन्द्रसिंह नवलसिंह 'शेरा भैया' के साथ पौध-रोपण किया। इस मौके पर संभागायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव उपस्थित थी। पौध-रोपण में पार्षद श्रीमती मंजू धर्मेन्द्र दिवाकर, सुश्री नाजमा अंसारी, पूर्व पार्षद श्री सुधीर गुप्ता, श्री आमिर अकील, श्री कमाल पाशा सहित बड़ी संख्या में जन-सामान्य सहित स्कूल और मदरसे के बच्चे शामिल हु
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दोनों ओर से जमकर बरसे पांढुरना में परंपरागत गोटमार मेले का आयोजन हुआ | परंपरागत तरीके से एक दूसरे को गोट मारे गए इसमें कुल मिलकर तीन सौ लोगों को चोटें आयी हैं | इनमे से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है | श्रद्धालुओं ने गोटमार की शुरूआत से पहले पलाश के वृक्ष की स्थापना की, ध्वज लगाने के साथ ही मां चंडिका के मंदिर में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए | इसके बाद युद्ध का दौर शुरू हुआ और लोगों ने एक दूसरे पर पत्थर बरसाए | गोटमार मेले में इस बार तक़रीबन तीन सौ लोगों को चोटें लगी हैं | घायलों में एक युवक की पहचान गणेश वानखड़े निवासी पांढुर्ना के तौर पर हुई है | घायल युवक के पेट और पसली मे चोट लगी है | उसकी चोट को गंभीर बताया जा रहा है | उसे नागपुर रैफर कर दिया गया इस दौरान पुलिस का व्यापक बंदोबस्त किया गया | गोटमार मेले की शुरुआत 17वीं ई. के लगभग मानी जाती है | महाराष्ट्र की सीमा से लगे पांर्ढुना हर वर्ष भादो मास के कृष्ण पक्ष में अमावस्या पोला त्योहार के दूसरे दिन पांर्ढुना और सावरगांव के बीच बहने वाली जाम मे वृक्ष की स्थापना कर पूजा अर्चना कर नदी के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं और सूर्योदय से सूर्यास्त तक पत्थर मारकर एक-दूसरे का लहू बहाते हैं | इस घटना में कई लोग घायल हो जाते हैं | ढोल ढमाकों के बीच लगाओ-लगाओ के नारों के साथ कभी पांर्ढुना के खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं तो कभी सावरगांव के खिलाड़ी | दोनों एक-दूसरे पर पत्थर मारकर पीछे ढकेलने का प्रयास करते है और यह क्रम लगातार चलता रहता है | खिलाड़ी चमचमाती तेज धार वाली कुल्हाड़ी लेकर झंडे को तोड़ने के लिए उसके पास पहुंचने की कोशिश करते हैं | ये लोग जैसे ही झडे के पास पहुंचते हैं साबरगांव के खिलाड़ी उन पर पत्थरों की बारिश कर देते हैं और पाढुर्णा वालों को पीछे हटा देते हैं | शाम को पांर्ढुना पक्ष के खिलाड़ी पूरी ताकत के साथ चंडी माता का जयघोष एवं भगाओ-भगाओ के साथ सावरगांव के पक्ष के व्यक्तियों को पीछे ढकेल देते है और झंडा तोड़ने वाले खिलाड़ी, झंडे को कुल्हाडी से काट लेते हैं | जैसे ही झंडा टूट जाता है, दोनों पक्ष पत्थर मारना बंद करके मेल-मिलाप करते हैं और गाजे बाजे के साथ चंडी माता के मंदिर में झंडे को ले जाते है |
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किशोरी के डूबने के बाद लिया फैसला पर्यटन स्थलों पर सेल्फी लेने पर 144 खरगोन कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने पर्यटन स्थलों पर सेल्फी लेने पर धारा 144 लगाई है | जिले में स्थित झरने, प्रमुख घाट, नदी, पुल के पास सेल्फी लेने वालों के खिलाफ धारा अब 144 के तहत कार्रवाई होगी | सेल्फी के चक्कर में एक लड़की के नर्मदा में डूब जाने के बाद यह फैसला लिया गया | खरगौन जिले में स्थित झरने, प्रमुख घाट, नदी, पुल के पास सेल्फी लेने वालों के खिलाफ धारा अब 144 के तहत कार्रवाई होगी | मंडलेश्वर नर्मदा पुल पर अपने भाई के साथ युवती वंदना यादव 15 नर्मदा का पूजन कर मछलियों को चने डालने वाली थी |इसके लिए वो रैलिंग पर चढ़ी | भाई अपने मोबाइल से उसकी तस्वीर खींची और कुछ ही पल में बहन एक झोंके से साथ उफनती नर्मदा में संमा गई | इसके कुछ दिन पहले भी इसी पुल से रुपाली पटेल भी पुल से नर्मदा नदी में गिरी थी | दोनों की सर्चिंग की जा रही है | इन घटनाओं के मद्देनजर गुरुवार को कलेक्टर डाड ने जिले के सभी प्रमुख घाट, झरनों और जोखिम भरे सभी स्थानों पर सेल्फी लेने वाले के खिलाफ धारा 144 के तहत कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं |
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छोटे से बच्चे को किसी ने तालाब में फैंके भोपाल के भदभदा डैम के पास एक नवजात शिशु का शव मिलने से सनसनी फ़ैल गई | बच्चा दो से तीन दिन का बताया जा रहा है | बच्चे को किसने फेका है इसका पता नहीं लगाया जा सका है | भोपाल के भदभदा डैम में एक नवजात बच्चे का शव मिला | बच्चा 2 से 3 दिन का बताया जा रहा है | बच्चा पानी में मृत अवस्था में पाया गया कयास लगाए जा रहे है की बच्चे की मृत्यु के बाद उसे यहाँ फेक दिया गया है | फिलहाल बच्चे को किसने फेका है | उसका अभी पता नही लग पाया है |सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है | पुलिस ने बच्चा फेकने वाले की तलाश शुरू कर दी है |
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परम्परागत तरीके से हुई साज-सज्जा छत्तीसगढ़ में पहली बार पोला तीज का त्योहार मुख्यमंत्री निवास में उत्साह के साथ मनाया गया | इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उत्साह में दिखे और बच्चों को चाकलेट बांटी | यहां कई महिलाएं भी पारंपरिक परिधान में पोला तीजमनाने पहुंची | प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि छत्तीसगढ़ी त्योहारों को तवज्जो दी जा रही है | पोला तीज त्योहार मनाने के लिए छत्तीसगढ़ की परंपरा और रीति-रिवाज के अनुसार मुख्यमंत्री निवास में साज-सज्जा की गई | इस मौके पर नंदी-बैल की पूजा की गई, तीजा महोत्सव के लिए प्रदेश के विभिन्न् स्थानों से आई बहनों द्वारा करूभात खाने की रस्म पूरी की गई और छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों का भी आयोजन किया गया | छत्तीसगढ़ का पोरा तिहार मूल रूप से खेती-किसानी से जुड़ा पर्व है | खेती किसानी में बैल और गौवंशीय पशुओं के महत्व को देखते हुए इस दिन उनके प्रति आभार प्रकट करने की परम्परा है | छत्तीसगढ़ के गांवों में बैलों को विशेष रूप से सजाया जाता है | उनकी पूजा-अर्चना की जाती है | घरों में बच्चे मिट्टी से बने नंदीबैल और बर्तनों के खिलौनों से खेलते हैं | घरों में विभिन्न पकवान तैयार किए जाते हैं और उत्सव मनाया जाता है |छत्तीसगढ़ की विशिष्ट परम्परा है, महिलाएं तीजा मनाने मायके आती हैं | छत्तीसगढ़ में तीजा पर्व की इतना अधिक महत्व है कि बुजुर्ग महिलाएं भी इस खास मौके पर मायके आने के लिए उत्सुक रहती हैं | महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए तीजा पर्व के एक दिन पहले करू भात ग्रहण कर निर्जला व्रत रखती हैं | आज ये सारे नज़ारे मुख्यमंत्री निवास में देखे गए |
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किसान कलेक्ट्रेट में छोड़ गए दर्जनों गाय फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं आवारा पशु हरदा कलेक्ट्रेट में उस समय बड़ा अजीब नजारा था जब बड़ी संख्या में गायें पहुँच गईं | ऑफिस खुलने का समय हो रहा था | कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने तत्काल गायों को परिसर से बाहर निकाला | गुरुवार सुबह हरदा कलेक्ट्रेट में अचानक दर्जनों गाय पहुंच गई | जिस वक्त गाय कलेक्ट्रेट ऑफिस के भीतर घुसी, उस समय वहां कोई नहीं था | कुछ देर बाद जब लोग पहुंचे तो परिसर में दर्जनों गायों को देखकर हैरत में पड़ गए | किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि, अचानक कैसे इतनी सारी गाय कलेक्ट्रेट के भीतर दाखिल हो गईं | इसके बाद चपरासी ने गायों को परिसर से बाहर निकाला और पूछताछ शुरू कि तो ये पता चला कि इन गायों को किसान यहां लेकर पहुंचे थे | हरदा इलाके के किसान लंबे वक्त से आवारा पशुओं से परेशान हैं | आवारा पशु इनकी खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं |कलेक्टर को कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन जब हल नहीं निकला तो किसानों को मजबूरी में ऐसा कदम उठाना पड़ा |कलेक्ट्रेट ऑफिस में गायों को लाने से पहले ये किसान इन्हें कांजी हाउस लेकर भी गए थे | मगर वहां इन्हें रखने की जगह ही नहीं थी ऐसे में किसान सभी पशुओं को कलेक्ट्रेट ले आए |
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पुलिस वालों ने करवाई प्रेमी जोड़े की शादी एक प्रेमी जोड़े ने शादी के लिए पुलिस से मदद माँगी |. पुलिस ने दोनों प्रेमियों के परिजनों को समझाबुझा कर उनकी शादी करवा दी | शादी भी पुलिस स्टेशन के परिसर में बहुत ही सादगी से हुई मामला मध्यप्रदेश के सिवनी का है| केवलारी थाना परिसर में प्रेमी ने युवती की मांग भरकर नवदाम्पत्य जीवन की शुरुआत की | दरअसल, युवक के परिजनों की आपत्ति के बाद प्रेमी जोड़े ने शादी में आ रहे गतिरोध पर केवलारी पुलिस से मदद मांगी थी | पुलिस की समझाइश के बाद दोनों के परिजन मान गए और थाना परिसर में ही स्थित शिव मंदिर में ग्वारी गांव निवासी अरविंद कुमरे व सिवनी बरघाट निवासी राजकुमारी मर्सकोले का विवाह कराया गया | पूजन के बाद प्रेमी जोड़े ने एक दूसरे को वरमाला डालकर अपना जीवन साथी बनाया | जानकारी के मुताबिक युवक अरविंद सौंसर चेकपोस्ट में आरटीओ आरक्षक के पद पर पदस्थ है जबकि युवती राजकुमारी सिवनी के निजी स्कूल में शिक्षक के तौर पर कार्यरत है| पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच करीब डेढ़ साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था |.लेकिन युवक के परिजन विवाह के लिए तैयार नहीं थे | इस मामले की जानकारी युवक व युवती ने थाना प्रभारी केके अवस्थी को दी युवक अपनी प्रेमिका के साथ सोमवार को केवलारी थाने पहुंचा यहां टीआई केके अवस्थी ने प्रेमी जोड़े के परिजनों को समझाइश दी कि दोनों बालिग हैं | ऐसे में वे अपना जीवन साथी स्वयं चुन सकते हैं | समझाइश के बाद परिजन विवाह के लिए राजी हो गए इसके बाद थाना परिसर में ही युवक ने प्रेमिका की मांग सिंदूर से भरकर उसे मंगलसूत्र पहनाया | इस दौरान केवलारी थाने का स्टाफ और क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे|
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नकली किन्नर को किया पुलिस के हवाले असली और नकली किन्नरों के बीच विवाद कोई नई बात नहीं है | महू में जब असली किन्नरों को नकली किन्नर मिला तो उसकी अच्छे से खबर ली गई और उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया | महू के किशनगंज इलाके में जब असली किन्नर बाजार में निकले तो उन्हें एक नकली किन्नर लोगों से पैसे मांगता दिखा इसके बाद असली किन्नर वहीं उतर गए | असली किन्नरों को देख नकली का पसीना छूट गया | फिर किन्नरों ने उसकी जमकर पिटाई की और पकड़कर पुलिस के पास ले गए | किन्नरों द्वारा विवाद का यहां पहला मामला नहीं है | कुछ दिनों पहले भी यहीं रेखा बाई नाम की एक किन्नर की दूसरे गुट के किन्नरों ने पिटाई कर दी थी महू में यह विवाद काफी समय से हो रहा है | जब असली किन्नरों ने नकली को पकड़ा तो बाजार में भीड़ जमा हो गई | इसके बाद नकली की धुनाई करने के बाद असली किन्नर उसे कार में ही बैठाकर ले गए |
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डॉक्टरों ने सरिया निकाल के बच्चे को बचाया एक तीन साल का बच्चा सीढ़ियों से मकान के पिलर पर जा गिरा और पिलर का सरिया मासूम के पेट को छेदता हुआ पीठ से जा निकला | डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर बड़ी मशक्क्त के बाद मासूम के पेट से सरिये को निकाला दिया | लेकिन मासूम बच्चे की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है | रीवा के रायपुर कर्चुलियान थाना के पहाड़िया गांव में तीन साल के मासूम रूद्र के पेट में सरिया घुस गया, जो पीठ के बाहर तक निकल गया | यह घटना उस समय हुई, जब शिवेंद्र पांडे का मासूम बच्चा रूद्र सीढ़ी से नीचे उतर रहा था और फिसल जाने के कारण वह पिलर पर जा गिरा जिसमें सरिया निकला हुआ था | मासूम सरिया में फंसा चीखता-चिल्लाता रहा | जब परिजन की नजर उस पर पड़ी तो उनके होश उड़ गए जैसे तैसे सरिया काट कर मासूम को संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया | जहाँ चार डॉक्टरों की टीम ने सवा घंटे तक ऑपरेशन कर मासूम के जिस्म से सरिया निकाला संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ डॉ. रत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि शिवेंद्र पांडेय के तीन वर्षीय बेटे रुद्र का ऑपरेशन सफल रहा है | अभी बच्चे को वेंटीलेटर पर रखा गया है |
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युवती ने आत्मघाती कदम उठाने की दी चेतावनी जेल विभाग में पदस्थ एक युवति ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं | छेड़खानी जैसे संगीन मामले में युवति के शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया आरोपियो द्वारा युवती को लगातार धमकी देकर प्रताडित किया जा रहा है | जिससे परेशान युवती न्याय की आस लिए पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर काटने पर मजबूर है | युवति ने न्याय नही मिलने पर आत्मघाती कदम उठाने की चेतावनीभी दी है | सागर में एसपी कार्यालय के चक्कर काट रही यह युवती जेल विभाग मे पदस्थ पुलिस प्रहरी है | युवतिका आरोप है की 6 जून को मुरैना के रहने वाले रवि शर्मा अवधेश शर्मा और रामनिवास शर्मा ने एक मामले मे विश्वविद्यालय उसे चर्चा के लिए बुलाया था | जहाँ कुछ दूरी पर एकांत मे ले जाकर आरोपी द्वारा युवती से दुर्व्यवहार कर जान से मारने की धमकी दी गई | बड़ी मुश्किलें से वह वहाँ से इन लोगो की गिरफ्त से निकल अपने घर पहुँची युवती इस धटना से इतनी सहम गई थी की डर के कारण उसने किसी को कुछ नही बताया | पर आरोपियो द्वारा लगातार उसे अलग अलग नंबर से फोन कर धटना को लेकर धमकाया जाने लगा जिसके चलते उसने अपने मंगेतर को इसकी जानकारी दी | और कुछ दिनों बाद धटना की रिपोर्ट का आवेदन थाना सिविल लाइन मे दे दिया उप निरीक्षक वर्मा ने शिकायत को फर्जी बता उसका आवेदन फाड़ कर फेक दिया | जिसके बाद इस मामले में आई जी के पास गुहार लगाई गई बाद में सिविल लाइन थाना पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला तो कायम कर लिया पर विवेचना के नाम पर थाना पुलिस द्वारा टालमटोल कर अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है | पीड़िता के मुताबिक इस मामले में आरोपियों में से एक व्यक्ति चंबल रेंज की कमिश्नर का रिश्तेदार है | जिसके चलते पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने से किनारा कर रही है | पीड़िता के मुताबिक इस सिलसिले में उसके द्वारा कई बार पुलिस अधीक्षक से भी न्याय की गुहार लगाई गई | पर मामला हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़े होने के कारण कोई कार्यवाई नहीं की गई आरोपियों की हौसले बुलंद है और वह पीड़ित पर दबाव बना उसे परेशान कर रहे | पीड़िता ने इस मामले में आरोपियों द्वारा उसके कुछ फोटो को भी वायरल कर उसे बदनाम करने का आरोप लगाया है| जिसके चलते वह मानसिक रूप से परेशान है | और मामले मे आरोपियो के खिलाफ जल्द उचित कारवाई नही किए जाने पर आत्मघाती कदम उठाने की बात कह रही है वही इस मामले में एडिशनल एसपी राजेश व्यास ने युवति के पुलिस पर दबाव के तहत कार्रवाई नहीं करने के लगाए जा रहे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है | उनका कहना है की मामले में पुलिस की विवेचना जारी है | जहां जल्द ही इस मामले मे नियमानुसार कारवाई होगी |
Patrakar amitabh upadhyay
सुसाइड नोट हुआ बरामद ,पुलिस कर रही जांच एक किराये के मकान में युवती की लाश संदिग्ध हालत में फांसी पर लटकी मिली मौके पर पहुँची पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है | जिसमे युवती ने अपने बच्चों को छोड़कर आने पर आत्महत्या करने की वजह बताई है | पुलिस ने सुसाइड नोट और मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है| ग्वालियर व्यापार मेला मैदान के पास विवेक विहार में एक युवती की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी पर लटकी मिली मकान भाजपा नेता रामेश्वर भदौरिया का बताया जा रहा | रामेश्वर के बेटे हरेंद्र भदोरिया के मुताबिक भिंड के रहने वाले धर्मेंद्र उर्फ धर्मवीर तोमर ने शुक्रवार को ही उनके मकान में कमरा किराए से लिया था | धर्मवीर सिंह तोमर ने हरेंद्र को फोन कर कहा की उसकी पत्नी से कमरे में जाकर किराया ले लें | जब हीरेन्द्र किराया लेने पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था | और आवाज लगाने पर दरवाजा नहीं खोला जा रहा था | उसने धर्मेंद्र को फोन लगाकर हालात से अवगत कराया | इसके बाद हरेंद्र ने पुलिस को सूचना देना उचित समझा | कुछ ही देर में थाटीपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई पुलिस ने अंदर खिड़की से झांक कर देखा तो रसोई में फांसी से लटकी हुई आरती शर्मा उर्फ आरती तिवारी की लाश नजर आई | पुलिस ने धर्मवीर तोमर को फोन लगाया लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंचा प्रारंभिक पड़ताल में पुलिस ने कमरे की तलाशी ली तो पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें आरती ने अपने दो बच्चों को छोड़कर आने पर अफसोस जताते हुए आत्महत्या की बात लिखी है | और किसी को भी दोषी नहीं ठहराए जाने को भी कहा इसके अलावा उसके दो आधार कार्ड मिले हैं जिनमें इंदौर का पता लिखा हुआ है | पुलिस सुसाइड नोट और मौके पर मिले मोबाइल की पड़ताल कर रही है समझा जाता है कि आरती ने मरने से पहले मोबाइल पर अपनी क्लिपिंग भी बनाई है |
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छत्तीसगढ़ के नेता -अधिकारी किसी का नहीं है ध्यान स्कूली बच्चे रायगढ़ के घरघोड़ी में जान जोखिम में डाल कर उफनते नाले को पार करते हैं | कई सारे अधिकारी और नेता यहाँ आये गए हो गए लेकिन किसी ने भी इन बच्चों की चिंता नहीं की | ग्रामीणों ने कई बार अपनी समस्या सब को बताई लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है | रायगढ़ जिला मुख्यालय से महज 45 किलोमीटर दूर बसा ग्राम बेलडिपा के बच्चे इन दिनों स्कूल जाने के लिए रोज अपनी जान जोखिम में डालते हैं | यह सिलसिला साल में चार महीने चलता है |इन बच्चों के लिए स्कूल जाना और वहां से वापस आना किसी जोखिम से कम नहीं है | घरघोडी और बेलडिपा के बीच एक नाला पड़ता है | इस नाले को जरकट नाला के नाम से जाना जाता है, जिसमें स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पुल बनाने की मांग कई वर्षों से की जा रही है |परंतु यह दुर्भाग्य है देश की आजादी के 73 वर्ष के बाद भी कोई नेता और अधिकारी यहाँ एक छोटा सा पुल तक नहीं बनवा सका | बारिश में पानी आते ही नाला उफान पर आ जाता है और इस पर एक रस्सा बांधा जाता है | फिर लोग बच्चों को पीठ पर बैठाकर नाला पार करवाते हैं और अगर कोई बड़ा साथ न हो तो बच्चों की खुद ही उफनता नाला पार करना पड़ता है | इन ग्रामीणों की मांगों को आज तक किसी जनप्रतिनिधि और अधिकारी ने नहीं सुना | बारिश के दौरान यह गांव एक टापू के रूप में बन जाता है | ग्रामीणों में इस बात का भय हमेशा बना है कि किसी प्रकार कोई हादसा न हो जाए
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सबसे साफ़ शहर के लोग हैं ज्यादा जगरूक 2 हजार लोग सफाई करने उतरे सड़कों पर हर साल की तरह इस साल भी नगर निगम में काम करने वाले वाल्मीकि समाज के सफाईकर्मियों की रविवार को गोगानवमी पर अवकाश है, लेकिन इससे शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित नहीं हुई | यह काम शहर की विभिन्न सामाजिक, व्यावसायिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, निजी कंपनियों के कर्मचारी, बैंक कर्मी, छात्र-छात्राएं, रहवासी संगठन और एनजीओ प्रतिनिधिनियों ने संभाला | ऐसे करीब दो हजार नागरिकों ने रविवार सुबह सफाई व्यवस्था में श्रमदान किया | इन्दौर के सफाई कर्मचारी गोगानवमी के मौके पर अवकाश पर थे | ऐसे में शहर साफ़ करने के लिए लोग सड़कों पर उतर आये | इंदौर के लोगों का सफाई के प्रति जूनून देखने लायक था | सुबह सात बजे से ये लोग शहर के अलग-अलग हिस्सों में जुटे और प्रमुख स्थानों और सड़कों की सफाई की | निगमायुक्त आशीष सिंह ने बताया कि सफाई कर्मियों के छुट्टी पर होने से शहर की सफाई प्रभावित न हो और सफाई के क्षेत्र में बनी इंदौर की पहचान बनाए रखें | इसके लिए संगठनों से आग्रह किया गया था कि वे एक दिन सुबह दो-तीन घंटे का समय शहर के लिए निकालें | इस दौरान सुबह खुद निगमायुक्त और नगर निगम के अन्य अधिकारी भी सफाई अभियान में शामिल हुए | निगमायुक्त ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर स्वच्छता सर्वे 2020 की तैयारियां युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए | सिटी बस ऑफिस में हुई बैठक में उन्होंने स्वच्छ सर्वे की स्टार रेटिंग के मापदंड और बिंदु बताए | उन्होंने कहा कि निगम स्वच्छता का चौका लगाने के लिए सारी तैयारियां पूरी रखें | इस बीच गोगानवमी का मसला आया तो शहर की विभिन्न सामाजिक, व्यावसायिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, निजी कंपनियों के कर्मचारी, बैंक कर्मी, छात्र-छात्राएं, रहवासी संगठन और एनजीओ प्रतिनिधिनियों ने खुद सफाई का मोर्चा सम्हाल लिया और पूरे देश को स्वछता को लेकर एक ख़ास सन्देश भी दे दिया कि आम लोग चाहें तो चुटकी बजाते ही पूरा शहर साफ़ हो सकता है |
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बारिश से बैतूल-भोपाल के बीच सड़क संपर्क टूटा भारी बारिश के चलते सुखी नदी में आई बाढ़ बैतूल में शुक्रवार की रात से तेज बारिश हो रही है | पिछले 10 घंटे के भीतर 40 मिमी बारिश दर्ज की गई है | तेज बारिश से नदी-नालों में बाढ़ के हालात बन गए हैं | इस कारण बैतूल से भोपाल के बीच सड़क संपर्क बन्द रहा | शाहपुर तहसील के भौरा के पास सुखी नदी में बाढ़ के कारण पुल पर पानी आ गया है | धार और भौरा के पास वाहनो की लंबी कतारें लगी हुई है | बारिश लगातार जारी रहने के कारण शाहपुर में भी माचना नदी का पानी पुल पर है | इससे शाहपुर और बैतूल के बीच भी सड़क सम्पर्क बंद सा है | बैतूल जिले में इस सीजन में अब तक 718 मिमी बारिश हो चुकी है | जिले के आमला ब्लॉक में तेज बारिश हो रही है | इलाके की सभी नदियों में बाढ़ की स्थिति है | आमला से खानापुर मार्ग पर कुड़मुड़ नदी में बाढ़ से पुल बना रही कम्पनी की मशीनें डूब गईं हैं | पुल के पास गिट्टी से भरा खड़ा डम्पर भी पानी अधिक आ जाने से फंस गया |
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होठों से लगी बांसुरी और सजा मोरपंख मुकुट गोटेगांव के परमहंसी स्थित त्रिपुर सुंदरी माता मंदिर में भगवती की प्रतिमा का श्रीकृष्ण रूप में मनोहारी श्रृंगार किया गया है |माँ त्रिपुर सुंदरी भगवान् कृष्ण जैसी नजर आयीं | उनके सिर पर मोरपंख का मुकुट था और होठों पर बांसुरी | नरसिंहपुर जिले में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव धूमधाम से शुरू हो गया है | आर्कषक रूप से सजे मंदिरों में भगवान राधा-श्रीकृष्ण की मनोहारी झांकिया सजाई गईं हैं और तोरण द्वारों से मंदिरों के कपाट भगवान के जन्म का उत्सव मना रहे हैं | गोटेगांव के परमहंसी स्थित त्रिपुर सुंदरी माता मंदिर में भगवती की प्रतिमा का श्रीकृष्ण रूप में मनोहारी श्रृंगार किया गया है | खास परिधान में श्रीकृष्ण बनी माता के होठों से बांसुरी लगाई गई है तो वहीं मोरपंख का मुकुट माता के सिर की शोभा बढ़ा रहा है | मां की प्रतिमा की दोनों तरफ कामधेनु गायों की झांकी यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रही हैं | इस मंदिर में अक्सर मां का ऐसा ही श्रृंगार किया जाता है | सावन सोमवार के दिन भी मां को भगवान भोलेनाथ के रूप में सजाया गया था |
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सभी मृतक एक ही परिवार के अजमेर से महाराष्ट्र जा रहे लोगों की एक जीप खड़े ट्रक से जा टकराई | इस हादसे में मौके पर ही तीन लोगों ने दम तोड़ दिया | यह हादसा रतलाम के पास हुआ | रतलाम में फोरलेन पर चिकलिया टोल नाके के पहले अजमेर से दर्शन कर लौट रहा परिवार हादसे का शिकार हो गया | इस हादसे में जहां तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं | जिनका इलाज जिला चिकित्सालय रतलाम में चल रहा है | सभी लोग अजमेर शरीफ दरगाह में जियारत करने के बाद वापस महाराष्ट्र जा रहे थे | टक्कर इतनी जोरदार थी कि जिस जीप का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया इस दुर्घटना में शफीक शेख का परिवार सफर कर रहा था | शफीक की पत्नी अलीशा, पिता सलीम शेख, ओर एक रिश्तेदार रहीम की घटना स्थल पर ही मौत हो गई बाकी लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं | हादसे में शफीक की डेढ़ साल की बेटी अहील को खरोंच तक नहीं आई है |
Patrakar Anurag Upadhyay
अश्लील मैसेज भेजने वाले पिज्जा बॉय की पिटाई रायपुर में पिज्जा हट का डिलेवरी ब्वॉय गौरव लड़कियों से फीडबैक लेने के बहाने अश्लील मैसेज भेज रहा था | पिज्जा बॉय की इस करतूत का पता चलते ही उसकी जमकर पिटाई की गई | जानकारी के अनुसार मामला रायपुर स्टेशन रोड स्थित एक पिज्जा सेंटर का है, जहां कार्यरत डिलेवरी बॉय गौरव फीडबैक के नाम पर लड़कियों का मोबाइल नंबर लेने के बहाने उन्हें अश्लील मैसेज भेजा करता था | अश्लील मैसेज करने की शिकायत पीड़ित लड़कियों ने अपने परिजन से की थी | सच्चाई सामने आने पर लोगों ने डिलेवरी ब्वॉय की तलाश कर उसकी जमकर पिटाई की | इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने पर घटना की चारों तरफ चर्चा होने लगी | फिलहाल थाने में इसकी रिपोर्ट नहीं लिखाई गई है इधर पिज्जा हट चलने वालों ने कहा कि हमारे लिए अपने ग्राहकों की सुरक्षा और गोपनीयता अत्यंत महत्वपूर्ण है और हमारे सारे फ्रेंचाइजी इस पहलू के प्रति जागरूक हैं | हमारे फ्रेंचाइजी ने इस अफसोसजनक घटना के बारे में तत्काल कार्रवाई की है और संबंधित स्टाफ सदस्य को अस्थायी रूप से निलंबित भी कर दिया है | फ्रेंचाइजी की आंतरिक अनुशासन समिति इस मामले को प्राथमिकता देते हुए इसकी जांच कर रही है और इस संबंध में जल्द निर्णय लिया जाएगा |
Dakhal News
कैमरा प्रेमी ब्लैक कोबरा कोबरा का फोटो ले रहा फोटोफ्रॉगर उस समय हैरत में पड़ गया जब कोबरा उसके कैमरे से लिपट गया | कोबरा की इस हरकत को हर कोई अचरज भरी नज़रों से देखता रहा ये वाकया सागर का है | साँप का नाम सुनते ही कपकपी छूट जाती है | सांप भी अगर कोबरा और वह भी ब्लैक कोबरा हो तो कहना ही क्या लेकिन यहाँ हम बात कर रहे हैं सागर के तालाब किनारे की एक कॉलोनी की | जहाँ एक कोबरा निकला | फोटोग्राफर शशांक तिवारी भी कोबरा का फोटो लेने पहुंचे शशांक ने फर्श पर अपना कैमरा रखा ही था की नाग महाराज आकर कैमरे से लिपट गए | हर कोई कोबरा के इस कैमरा प्रेम से हैरत में था | इसके बाद सर्प विशेषज्ञ अकील बाबा ने आकर कोबरा को पकड़ा | तब जाकर गोटोग्राफर को उनका कैमरा वापस मिला |
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किसानों का एबी रोड पर चक्काजाम मध्यप्रदेश के कई इलाकों में ज्यादा बारिश होने से फसलें बर्बाद हो गई हैं और किसान परेशान है | किसानों के आग्रह के बाद भी अधिकारी ठीक से सर्वे नहीं कर रहे हैं और मजबूरन किसान आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं | अतिवृष्टि के कारण किसान परेशान है | कई जगह फसल चौपट हो गई है और अधिकारी किसानों की सुन नहीं रहे हैं | शाजापुर जिले में हुई अतिवृष्टि से किसानों की सोयाबीन फसल बर्बाद हो गई है | पौधों में अफलन के हालात है, इससे किसान परेशान है और फसल सर्वे की मांग कर रहे हैं | मंगलवार को दर्जनों किसान सर्वे कर मुआवजा देने की मांग को लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे और तुरंत सर्वे कराने की मांग की | जब अधिकारीयों ने उनकी बात नहीं सुनी तो मजबूरन किसान हाईवे पर पहुंचे और जाम लगा दिया | जाम लगने की खबर के बाद अधिकारीयों की नींद खुली | एसडीएम यूएस मरावी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाइश देकर जाम खुलवाया | शाजापुर जैसे हालात पूरे मालवा इलाके के साथ प्रदेश के कई हिस्से में बने हुए हैं | लेकिन अधिकारीयों की नींद अभी पूरी तरह खुली नहीं है | किसान तफ्तारों के चक्कर लगा लगा के परेशान हैं और आंदोलन का मन बना रहे हैं |
Patrakar amitabh upadhyay
खराब दाल -चावल बने बीमारी का कारण एक विवाह समारोह में बने खराब दाल चावल लोगों की सेहत पर भारी पड़ गए | इन दाल चावल की वजह से 22 बच्चों की सेहत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा | ये मामला खरगोन का है | खरगोन के ग्राम सिरवेल में शादी समारोह में खाना खाने के बाद 22 बच्चे बीमार हो गए | बच्चों को उल्टी की शिकायत के बाद में एंबुलेंस से खरगोन के निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया | बताया जा रहा है कि सिरवेल गांव में शादी समारोह था जिसमें दाल-चावल खाने के बाद बच्चों को उल्टियां होने लगी | जिसमें करीब 22 से बच्चों की हालत देखते देखते खराब होने के बाद उन्हें तत्काल निजी एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया | जहां पर डॉक्टरों ने उपचार के बाद में बच्चों की स्थिति सामान्य बताई है | भगवानपुरा विधायक केदार डावर बच्चों का हाल जानने अस्पताल पहुंचे और उन्होंने बताया कि बच्चों द्वारा दाल-चावल खाने के बाद से उन्हें फूड पाइजनिंग हुई थी |
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Reliance AGM /मुंबई सेट टॉप बॉक्स में मल्टीप्लेयर गेमिंग 500 रुपए में फिक्स्ड लाइन से सब फ्री मुकेश अम्बानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को कंपनी के इतिहास का सबसे बड़ा निवेश मिला है | दरअसल, RIL के ऑयल और केमिकल डिविजन में सऊदी अरब की कंपनी ''सऊदी अरेमेको'' 20 फीसदी का निवेश करेगी | यह जानकारी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दी | इस दौरान उन्होंने देश में अपने बहुप्रतिक्षित जियो गीगाफायबर के कमर्शियल लॉन्च की घोषणा की | उन्होंने कहा कि जियो गीगा फायबर जियो की तिसरी वर्षगांठ यानी 5 सितंबर से कमर्शियली शुरू किया जाएगा | vo 1 रिलायंस की एनुअल जनरल मीटिंग को संबोधित करते हुउ मुकेश अंबानी ने बताया कि विदेशी निवेश के मामले में हमने एक नया मुकाम हासिल किया है.... मुकेश अंबानी के मुताबिक R I L ने सऊदी अरेमेको के साथ करार किया है... इसके लिए वह 75 बिलियन डॉलर खर्च करेगी | मुकेश अंबानी ने मोदी सरकार के 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य पर भरोसा जताया | उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की इकोनॉमी में थोड़ी सुस्ती है लेकिन यह अस्थायी है.... पिछले दिनों पीएम मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य रखने की बात कही | यह आगे मुमकिन होता दिख रहा है... इसके बाद ईशा और आकाश अंबानी ने जियो फाइबर सर्विसेस का डेमो दिया | इन्होंने बताया कि आज 5 लाख से ज्यादा लोग इसकी टेस्टिंग कर रहे हैं ... कंपनी का प्लान है कि 20 मिलियन परिवारों और 15 मिलियन बिजनेस तक पहुंचने का है | मुकेश अंबानी ने इस दौरान कहा कि हम आज फायबर नेटवर्क की मदद से घरों और दफ्तरों में तेज इंटरनेट सेवा देने में सक्षम हैं | उपनिषदों में लिखा है कि तमसो मा ज्योतिर्गमय | मतलब अंधेरे से उजाले की और ले चलो vo 2 उन्होंने दावा किया कि जियो के पहले भारत में डेटा डार्क था लेकिन अब डेटा शाइनिंग कर रहा है | आज 340 मिलियन यूजर हैं | जियो भारत में सबसे बड़ा ऑपरेटर बना साथ ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर बन गया है | मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी ऑइल उत्पादक कंपनी के निवेश की घोषणा की | उन्होंने कहा कि यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश है | जियो गीगा फाइबर के प्लान सबसे प्रीमियम सर्विसेस के साथ आएंगे | जिस दिन फिल्म होगी रीलिज होगी उसी दिन घर में बैठकर उसका मजा ले सकेंगे | जियो फर्स्ट डे फर्स्ट शो सर्विस की घोषणा की जो 2020 के मध्य में शुरू होगी | इसके शुरू होने के बाद लैंडलाइन से किसी भी मोबाइल कॉलिंग मुफ्त होगी | सिर्फ 500 रुपए में फिक्स्ड लाइन से दुनिया में कहीं भी मुफ्त अनलिमिटेड कॉल कर सकेंगे | मुकेश अंबानी ने बताया कि जियो गीगा फायबर के प्लान 700 रुपए से 10,000 रुपए तक के बीच होंगे | जियो ने इस दौरान अपने पहले MR Headsets का डेमो भी दिखाया जो बहुत जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगे | इस हेडसेट की मदद से यूजर एक साथ तीन चीजों का वर्चुअल रियलिटी के माध्मय से मजा ले सकेगा | इसमें शॉपिंग, एजुकेशन और एंटरटेनमेंट का भरपूर मजा मिलेगा |
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आउट सोर्स बिजली कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन कांग्रेस सरकार कर रही है वादा खिलाफी मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार की वादा खिलाफी से नाराज बिजली वितरण करने वाली सभी कंपनियों के आउट सोर्स कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर उसे उसका वादा याद दिलवाया | मध्यप्रदेश में बिजली वितरण करने वाली सभी कंपनियों के आउट सोर्स पर लगे कर्मचारी रविवार सुबह भोपाल के चिनार पार्क में जमा हुए और प्रदर्शन किया | कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है | कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणा-पत्र में वचन दिया था कि उन्हें नियमित किया जाएगा | वे यहां मुख्यमंत्री कमलनाथ को उनका वादा याद दिलाने के लिए आए हैं | कर्मचारियों का कहना है कि उनकी बस एक ही मांग है कि उन्हें नियमित किया जाए | आउट सोर्स पर रखे गए लोगों का कहना है कि हमें कहा जा रहा है कि आप नई नौकरी ढूंढ लो |
Patrakar amitabh upadhyay
मृतक पर दर्ज है यूपी में हत्या का मामला एक युवक की उसके घर मे हत्या कर दी गई | हत्या के बाद आरोपी दरवाजे पर ताला लगाकर फरार हो गये | सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुँची ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है |बताया जा रहा है की मृतक पर यूपी में हत्या का मामला दर्ज है | छतरपुर के नौगांव मे एक युवक की उसके घर मे हत्या करने बाद आरोपी दरवाजे पर ताला लगाकर फरार हो गये | घटना गल्ला मंडी रोड़ पर स्थित एक मकान की है | सूचना मिलने के बाद फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुँची पुलिस ने घर का ताला तोडा तो पलंग पर यूपी के खमा के रहने वाले वीरेन्द्र का शव रक्तरंजित हालत मे पडा़ मिला पुलिस ने जब शव की पड़ताल की तो मृतक के सिर पर चोट के निशान थे | पुलिस ने मौके पर पंचनामा बनाकर हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है | वही मृतक के भाई का कहना है |चार दिन पहले भाई सामान लेकर गांव से आया था | उसके बाद से उसका फोन नहीं लग रहा था | आज जब उसने देखा तो उसका भाई मृत पड़ा था |आशंका जताई जा रही है किसी रंजिश के चलते उसकी हत्या की गई है |
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शव के लिए पुलिस ने ये मिसाल पेश की बैरसिया के एक गांव में महिला ने खुदकशी कर ली सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन शव को अस्पताल तक पहुंचाना बड़ी समस्या थी | बरसात के कारण करीब दो किलोमीटर तक कीचड़ था, किसी भी वाहन का वहां पहुंचना मुश्किल था | अंतत. पुलिस ने परिजनों की मदद से शव को खटिया पर रखा | इसके बाद पुलिस खुद कंधा देकर शव को मुख्य मार्ग तक लाई | पुलिस की संवेदनशीलता देख मृतक के परिजनों के अलावा पूरा गांव अभिभूत हो गया। ग्राम ढेकपुर स्थित बिजौरी टपरा निवासी कलीबाई ने सुबह करीब 10 बजे फांसी लगा ली थी। सूचना मिलने पर थाने के एएसआई गंगाराम शाक्य, मुन्नाीलाल ओझा, श्रीधर चंदेरिया और सिपाही मांगीलाल किसी तरह ढेकपुर टपरा पहुंच गए | वहां शव को फंदे से उतारा गया | लेकिन ढेकपुर टपरा से मुख्य मार्ग तक शव को लाना चुनौती भरा था | पूरे मार्ग में कीचड़ होने से किसी भी वाहन का वहां पहुंचना मुश्किल था | लिहाजा तय किया गया कि शव को खटिया पर रखकर मुख्यमार्ग तक ले जाया जाए | परिजनों की मदद से शव को खटिया पर रखा गया | इसके बाद पुलिस खटिया के कंधे का सहारा देकर मुख्य मार्ग तक लाई इसके बाद वाहन से शव पोस्टमार्टम के लिए बैरसिया अस्पताल पहुंचाया गया पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है |
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भक्तों ने लगाए ढोंगी बाबा के नारे एक बाबा ने समाधी लेने का ऐलान कर दिया और समाधी लेने के लिए बैठ गए | लेकिन जब तय समय पर बाबा समाधी नहीं ले पाए तो उनके भक्तों में ही काना फूसी शुरू हो गई | समाधी स्थल वाले घर के बाहर मजमा लग गया और लोगों ने बाबा के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया | पुलिस ने जैसे जैसे स्थिति को काबू में रखा | बालाघाट जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर हट्टा डूंडासिवनी में कबीर पंत के संत सुबोध दास उर्फ मंगल दास समाधी लेने के लिए बैठ गए | उनका कहना है कि वे मानव कल्याण के लिए समाधी ले रहे हैं | यह जानकारी जैसे ही उनके भक्तों को लगी तो घर के बाहर भीड़ जमा हो गई | संत के प्राण त्यागने में हो रही देरी से धीरे-धीरे भक्त नाराज होने लगे | एसडीओपी नितेश भार्गव ने बताया कि उन्हें पता है कि संत अपने प्राण त्याग रहे हैं और उन्होंने बताया कि बाबा से बातचीत में बाबा ने उन्हें बताया था कि उनके गुरु सपने में आए तो उन्होंने कहा था कि 10.15 से उनके प्राण जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी | इसके लिए उन्होंने भक्त के घर पर ध्यान लगाया है | इस दौरान भक्तों की आस्था बदल गई | उन्हें लगा कि समाधी लेने की बात के बाद बाबा कहीं भाग न जाए, इसलिए घर पीछे के दरवाजे पर लोगों ने डेरा डाल दिया | अब पुलिस भक्तों को समझाने का प्रयास कर रही हैं वहीँ लोग ढोंगी बाबा के नारे लगाते रहे |
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हॉरर सीरियल देख बच्ची ने लगाई फांसी मोबाइल टीवी पर हॉरर सीरियल या मूवी देखना बच्चों के लिए घातक होता जा रहा है | हॉरर सीरियल देखने के बाद एक 12 साल की बच्ची के फांसी लगाकर जान देने की दर्दनाक घटना सामने आयी है | हॉरर सीरियल देखने के बाद फांसी लगाकर जान देने की घटना से क्षेत्र के लोगों में सनसनी फ़ैल गई | घटना छतरपुर के ईशानगर थाने के पनौठा गांव की है जहाँ एक बारह साल की बच्ची ने हॉरर सीरियल देखने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी | घटना उस समय हुई ,जब 12 साल की अंजली के माता पिता बाजार गये थे | घर पर अंजली और उसकी एक छोटी बहन थी | मोबाइल टीवी पर हॉरर सीरियल देखने के बाद अंजलि तौलिये का फांसी का फंदा बनाकर झूल गई | बहन को फांसी पर झूलते देख छोटी बहन बाहर आई और पडोस के लोगो को बताया लेकिन तब तक अंजली की मौत हो चुकी थी | मृतिका के पितापुलिस ने अंजली का पोस्टमार्टम कराकर परिजनो को शव सौंप दिया है | घटना के बाद से ही परिवार सदमे में है | लेकिन यह खबर सीख देने वाली है कि मोबाइल पर सीरियल या फिर गेम देखकर बच्चे किस हद तक विचलित हो सकते है | इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं | जिसमे मोबाइल गेम के चलते कई बच्चों ने अपनी जान गवाई है | ऐसे में परिजाओं को बच्चों के प्रति सजग रहने की जरूरत है |
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देश के कई राज्यों एवं शहरों में अगले तीन से चार दिन तक मौसम बदलने की संभावना है। इस दौरान कई स्थानों पर तेज आंधी के साथ बारिश और ओले गिरने की आशंका है। बारिश का इंतजार करने वालों के लिए यह सप्ताह राहतभरा होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि रविवार को उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों में आसमान से बिजली तक गिर सकती है। चेतावनी दी गई है कि कुछ स्थानों पर बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। कुमाऊं के पिथौरागढ़ मौसम खराब होने के संकेत मिले हैं। जानकारी सामने आई है कि रविवार से उत्तराखण्ड में बारिश होगी। रविवार को यहां दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार हल्द्वानी-पंतनगर में शुक्रवार का तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। झारखंड और ओडिशा में बारिश और आंधी के साथ तेज हवाएँ चलेंगी। झारसुगुड़ा, कालाहांडी, कंधमाल, केंद्रपाड़ा, केंदुझार, खोरधा, कोरापुट, नबरंगपुर, नयागढ़, पुरी, रायगढ़, संबलपुर, सुवर्णपुर, सुबरनपुर, सुबरनपुर आदि क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं। राज्य के अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर, नैनीताल, मुक्तेश्वर में हल्की से मध्यम बारिश गरज-चमक के साथ हो सकती है। मौसम बदलने के दौरान करीब 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। दूसरी ओर उत्तरप्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश होने की संभावना है। पूर्वानुमान अगले दो-तीन दिन पूर्वी उप्र में आंधी के साथ बारिश की संभावना है। राजधानी लखनऊ में रविवार सुबह हल्की बारिश हुई। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में अगले 4 दिनों तक बारिश की संभावना है। रीवा, सीधी, शहडोल, नौपुरा, जगदलपुर, दुर्ग, रायपुर, कोरिया आदि स्थानों पर अगले तीन से चार दिनों के दौरान अलग-अलग समय पर तेज बारिश और आंधी आ सकती है। हरदोई, सीतापुर, लखनऊ, बाराबंकी जिलों और आसपास के क्षेत्रों में अगले तीन घंटों के दौरान ओलावृष्टि और हल्की बारिश के साथ ओलावृष्टि और आंधी के साथ बारिश होने की संभावना है। बारिश और बादलों की मौजूदगी से क्षेत्र का तापमान कम हो गया है। इससे लोगों ने राहत महसूस की है। विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के हालात बनने के पहले, अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आगरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, एटा और कासगंज में अधिकतम पारा 45 और न्यूनतम 29 डिग्री के आसपास रहा। तो दूसरी ओर हल्द्वानी में 37.8, नैनीताल में 27.7, मुक्तेश्वर में 29.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
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नौतपा के अंतिम दिन छत्तीसगढ़ में भी मौसम ने करवट ली। राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश के साथ प्री मानसून गतिविधियां आरंभ हो गई। बिलासपुर में तेज बारिश से भीषण गर्मी से परेशान लोगों को काफी हद तक राहत मिली।बिलासपुर के गोलबाजार मेन रोड मे शाम 4.45 बजे बारिश आरंभ हुई। करीबन 45 मिनट तक झमाझम पानी गिरा। उल्लेखनीय है कि मई में छत्तीसगढ़ की धरती खूब तपी। आसमान से सूरज ने खूब आग बरसाई। इस साल अधिकतम तापमान 46 डिग्री के आंकड़ा भी पार कर गया। लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़े भीषण गर्मी की गवाही दे रहे हैं। 'नईदुनिया" के पास मौजूद आंकड़े के मुताबिक मई के 31 दिनों में रायपुर का अधिकतम तापमान सिर्फ दो बार 40 के नीचे पहुंचा, वह भी 39.5 डिग्री से अधिक रहा। औसत तापमान 43.2 डिग्री रहा। राजनांदगांव 44.2 डिग्री औसत तापमान के साथ सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बीते वर्ष की तुलना में इस साल रायपुर के औसत तापमान में 0.5 डिग्री की वृद्धि हुई है। पूर्वानुमान तो यह भी लगाया जा रहा है कि अच्छी गर्मी से इस साल अच्छी बारिश होगी। बीते वर्ष 1100 मिमी बारिश हुई थी। लगातार बढ़ती गर्मी से मौसम विभाग, कृषि मौसम विभाग के वैज्ञानिक भी हैरान हैं। उनका मानना है कि अगर इसी दर से औसत तापमान में वृद्धि होती गई तो यह इंसानों, जीव-जंतुओं के साथ किसानी के लिए नुकसानदायक होगा। अंधाधुंध पेड़ों की कटाई (हालांकि रायपुर में ग्रीनरी बढ़ी है।), सीमेंट की सड़कों का निर्माण, फुटपॉथ में भी कांक्रीटीकरण, बेलगाम निजी गाड़ियां, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कम इस्तेमाल आदि तापमान बढ़ने के प्रमुख कारण हैं। कचरा जलाने, पटाखे चलाने का भी इस पर असर पड़ा है। शहरों का मई में औसत तापमान रायपुर- 43.2, बिलासपुर- 43.5, पेंड्रा- 40.1, अंबिकापुर- 40.0, जगदलपुर- 38.9, दुर्ग- 43.4, राजनांदगांव- 44.2। गौर करने वाली बात यह है कि सिर्फ जगदलपुर ही एक ऐसा शहर है, जहां औसत तापमान 40 के नीचे रहा। शुक्रवार को रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, दुर्ग जिले समेत कई क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई थी। शनिवार को भी स्थिति ऐसी ही रही। कोरिया, मुंगेली, कोरबा, रायगढ़, कवर्धा, बेमेतरा, राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, बलौदाबाजार, महासमुंद, बालोद,गरियाबंद, धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, बस्तर के कुछ क्षेत्र में 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली।मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कुछ स्थानों पर तेज हवा चलने का पूर्वानुमान है, हल्की बारिश भी हो सकती है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानी एचपी चंद्रा ने कहा छत्तीसगढ़ में मानसून 15 के बाद ही आएगा। इस साल औसत गर्मी बीते वर्षों की तुलना में अधिक रही। इस साल पारा तकरीबन 0.5 डिग्री अधिक रहा। जून के 10 दिन तक तो पारा 42-43 के बीच ही रहेगा।
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खराब सड़क बनी हादसे की वजह एमपी के दमोह में उस वक्त एक बड़ा हादसा टल गया जब अचानक एक चलती बस से टायर निकल गए | जब यह हादसा हुआ बस रफ़्तार में नहीं थी | लेकिन गनीमत यह रही की इस घटना में मुसाफिरों को ज्यादा चोटें नहीं लगीं | दमोह में एक बड़ा बस हादसा उस वक्त टल गया, जब तेजगढ़ से तेंदूखेड़ा की तरफ जा रही यात्री बस के दो पहिए खुल गए | गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को ज्यादा गंभीर चोट नहीं आई | हादसा पीडराई पाजी के पास हुआ, जब अचानक तेज रफ्तार बस की एक तरफ के दोनों टायर खुल गए | जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस वक्त बस की रफ्तार ज्यादा नहीं थी | वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी | हादसे के बाद लोग बदहवास नजर आए और बस से दूर भागने लगे | कुछ लोगों को इस हादसे में मामूली चोट आई है | बस में सवार यात्रियों ने बताया कि इस मार्ग पर सड़क की हालत काफी खराब है | जगह-जगह गड्ढे हैं, जो इस तरह के हादसों की वजह बन रहे हैं | इस हादसे में घायल हुए लोगों को पास के स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया|
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मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की खुशी इस कदर है की बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बैरागढ़ के चंचल चौराहे पर मोदी मंत्रिमंडल का शपथ समारोह एलईडी स्क्रीन पर लाइव दिखया इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने शपथ समारोह लाइव देखा | बैरागढ़ स्थित चंचल चौराहे में मोदी मंत्रिमंडल के शपथ समारोह को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एलईडी की बड़ी स्क्रीन में लाइव दिखाया | खुशी का आलम यह था की जब मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तब कार्यकर्ताओं ने जोरदार आतिशबाजी की साथ ही मिठाइयां बांटी मोदी मोदी के नारे भी लगाए गए प्रधानमंत्री मोदी का शपथ समारोह बड़ी स्क्रीन पर लाइव देखने के लिए लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता भी बड़े जोश में दिखाई दिए | आम जान को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए बीजेपी मंडल ने पूरी व्यवस्था कर राखी थी |
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40 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में भोपाल के आनंदनगर कोकता में लेबर यूनियन सेवा समिति ने निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मलेन का आयोजन किया | इस सम्मलेन में 40 जोड़ों को पूरे विधिविधान के साथ परिणय सूत्र में बांधा गया | विवाह सम्मलेन में वर वधू के साथ बड़ी संख्या में उनके परिजन भी मौजूद रहे | लेबर यूनियन समिति के तत्वाधान में निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मलेन का आयोजन किया गया आयोजन में 40 जोड़ों को विधि पूर्वक परिणय सूत्र में बंधा गया | आयोजनकर्ता समितियों ने गृहस्थी का सामान उपहार स्वरूप प्रदान किया | गर्मी होने के बावजूद आयोजनों में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे | यूनियन के अध्यक्ष अमरीश राय ने बताया की यह सातवां सामूहिक विवाह सम्मलेन उनके द्वारा कराया गया है | इससे पहले भी उन्होंने सामूहिक विवाह के कार्यक्रम आयोजित किये है | विवाह सम्मलेन आयोजन का मुख्या उद्देश्य उद्देश्य गरीब, जरूरतमंद और बेसहारा परिवारों की बेटे , बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है | विवाह सम्मलेन में आये संत और गरुओं ने नव युगल जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके भविष्य के लिए मंगल कामना की विवाह के बंधन में बधने आये जोड़ों में शादी को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला |
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मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इंदौर की कक्षा छठवीं की छात्रा ईवा शर्मा की गुहार पर इंदौर कलेक्टर को बच्चों के लिए बेडमिंटन प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर ने तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए एसजीएसआईटीएस कॉलेज के बेडमिंटन हॉल को बच्चों के प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध करवाया। इंदौर की कक्षा छठवीं की छात्रा कु. ईवा शर्मा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था कि चुनावी प्रक्रिया के लिए जिला प्रशासन ने नेहरू स्टेडियम को अपने आधिपत्य में ले लिया है। इसके कारण, बच्चों का बेडमिंटन प्रशिक्षण प्रभावित हो रहा है। उसने पत्र में यह भी लिखा कि चुनाव प्रक्रिया के बाद स्टेडियम का वुडन कोर्ट भी खराब हो जाता है। मुख्यमंत्री ने ईवा को लिखे पत्र में कहा कि निश्चित तौर पर आपकी व्यथा ठीक है। इंदौर के नेहरू स्टेडियम में ही चुनावी प्रक्रिया कई वर्षों से संपन्न करवाई जाती है। आगामी लोकसभा चुनाव संपन्न होना है। उसके लिये चुनावी प्रक्रिया के कार्य भी इस साल नेहरू स्टेडियम में संपन्न होना है। चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है और यह हम सभी की भागीदारी से संपन्न होता है। मुख्यमंत्री ने ईवा को लिखा कि हालाँकि आपका पत्र देश के प्रधानमंत्री को संबोधित था लेकिन मैंने पत्र देखकर यह माना कि मुख्यमंत्री के रूप में मुझे आपकी समस्या का निदान करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेहरू स्टेडियम का बेडमिंटन हॉल तो अभी लोक सभा निर्वाचन प्रक्रिया के कार्य प्रारंभ होने से आपको उपलब्ध नहीं करवा पा रहा हूँ लेकिन चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने तक वैकल्पिक व्यवस्था की है। इंदौर के जिलाधीश को निर्देश दिए हैं कि तत्काल इस समस्या का हल निकालें। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बेडमिंटन खिलाड़ियों की इंदौर के एसजीएसआईटीएस कॉलेज में शाम 3 से 5 बजे तक बेडमिंटन हॉल की व्यवस्था प्रशिक्षण के लिए कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए हैं कि चुनाव कार्य के दौरान नेहरू स्टेडियम के बेडमिंटन हॉल का वुडन कोर्ट खराब न हो, इसका भी पूरा ध्यान रखा जाए।
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नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने राजगढ़ जिले की नरसिंहगढ़ तहसील में जय किसान फसल ऋण माफी योजना में पात्र किसानों को 32 करोड़ एक लाख 33 हजार 929 रूपये के ऋण माफी प्रमाण-पत्र तथा सम्मान ताम्र-पत्र प्रदान किये। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पात्र किसानों को योजना का लाभ दिलाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को खेती के लिये पर्याप्त बिजली एवं सिंचाई के लिये उपयुक्त संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे। मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश में खेती के लिए बिजली, पानी, बीज और खाद की बेहतर व्यवस्थाएँ ही किसानों को समृद्ध और खुशहाल बनाएँगी। उन्होंने कहा कि नगर परिषद, तलेन को 2 करोड़ रूपये का विशेष पैकेज उपलब्ध करवाया गया है, जिससे सभी लंबित कार्य शीघ्र पूर्ण किये जायेंगे। जिले में प्रत्येक विकासखंड की पाँच बड़ी पंचायतों में गौ-शालाओं का निर्माण कराया जायेगा, जिससे गौ-वंश की अच्छी देखभाल हो सके। श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि नरसिंहगढ़ तहसील को समृध्द बनाया जायेगा। यहाँ सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध करायी जायेंगी। कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री गिरीश भंडारी उपस्थित थे।
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राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने कहा है कि भारतीय समाज की ताकत सशक्त नारी ही है। वह मजबूत समाज की आधार शिला है। मानव कल्याण की भावना, कर्त्तव्य, सृजनशीलता और ममता को सर्वोपरि मानते हुए भारतीय महिलाओं ने माँ के रूप में अपनी सर्वोपरि भूमिका निभायी। राष्ट्र निर्माण और विकास के लिये विशेष दायित्व का निर्वहन रामायण-महाभारत काल से अब तक किया है। राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल, जबलपुर के होम साइंस कॉलेज के प्रेक्षागृह में आयोजित सशक्त महिला-समर्थ भारत कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। राज्यपाल ने कहा कि माता, पत्नी, बहन, बेटी सभी भूमिकाओं में संस्कृति, संस्कार और परम्पराओं के संरक्षण और संवर्धन की जिम्मेदारी महिलाओं की है। वह सामाजिक, शैक्षणिक और धार्मिक क्षेत्रों में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं । भावी पीढ़ी के निर्माण में महिलाओं की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है। समर्थ भारत के लिये सशक्त महिला की भागीदारी को सुनिश्चित करने और प्रोत्साहित करने के लिये सरकार उनके आर्थिक स्वावलम्बन, स्वास्थ्य, शैक्षणिक प्रगति, रो राज्यपाल ने कहा कि महिलाएं तभी सशक्त होंगी जब हर परिवार में बेटियों के स्वास्थ्य और उनकी अच्छी शिक्षा तथा स्वावलम्बन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा । उन्हें अच्छी शिक्षा के अवसर दिए जाएं। पौष्टिक भोजन मिले तथा समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। राज्यपाल ने बाल विवाह, अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र, अशिक्षा आदि कुरीतियों से दूर रहने तथा समाज में जागरूकता के लिए कार्य करने का आव्हान महिलाओं से किया। उन्होंने कहा कि एक नारी यदि एक अच्छी मां बनती है तो वह समाज और देश को सबकुछ दे देती है। राज्यपाल ने आयुष्मान योजना की महिला हितग्राहियों को गोल्डन कार्ड वितरित किए। स्मारिका का विमोचन किया। चिकित्सा एवं समाज कल्याण के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए आयोजक संस्था द्वारा प्रदत्त सेवा रत्न अंलकार सम्मान से नेत्र रोग चिकित्सक डॉ. पवन स्थापक को अंतकृत किया। राज्यपाल ने अमरकंटक प्रवास के दौरान बच्चों को साहित्य-पुस्तकें देने के लिए कहा था। उन्होंने पुस्तकें मंगाकर आज विजय आनंद मरावी को सौंपकर बच्चों में वितरित करने के लिए कहा। कार्यक्रम में स्वामी श्यामदेवाचार्य, सुश्री रेखा दीदी, डॉ राजकुमार आचार्य ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर महापौर डॉ स्वाति सदानंद गोडबोले, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति एवं गणमान्य नागरिक एवं महिलाएं मौजूद थीं।
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मुख्यमंत्री कमल नाथ गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय में राष्ट्र ध्वज फहरायेंगे और आमजन को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ परेड की सलामी भी लेंगे। राज्य शासन ने प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर राष्ट्र ध्वज फहराने और जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह के लिये मंत्रीगण को जिले निर्धारित कर आवंटित किये हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति नरसिंहपुर में और मध्यप्रदेश विधानसभा की उपाध्यक्ष सुश्री हिना लिखिराम काँवरे बालाघाट में ध्वजारोहण करेंगी। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आज जारी आदेश के अनुसार मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ खरगोन जिला मुख्यालय पर, श्री सज्जन सिंह वर्मा देवास, श्री हुकुम सिंह कराड़ा शाजापुर, डॉ. गोविन्द सिंह भिण्ड, श्री बाला बच्चन बड़वानी, श्री आरिफ अकील सीहोर, श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर टीकमगढ़, श्री प्रदीप जायसवाल सिवनी, श्री लाखन सिंह यादव मुरैना, श्री तुलसीराम सिलावट खंडवा, श्री गोविन्द सिंह राजपूत सागर, श्रीमती इमरती देवी ग्वालियर, श्री ओमकार सिंह मरकाम डिण्डोरी, डॉ. प्रभुराम चौधरी रायसेन, श्री प्रियव्रत सिंह राजगढ़, श्री सुखदेव पांसे बैतूल, श्री उमंग सिंघार धार, श्री हर्ष यादव विदिशा, श्री जयवर्धन सिंह गुना, श्री जीतू पटवारी इंदौर, श्री कमलेश्वर पटेल सीधी, श्री लखन घनघोरिया जबलपुर, श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया अशोकनगर, श्री पी.सी. शर्मा होशंगाबाद, श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर शिवपुरी, श्री सचिन सुभाष यादव रतलाम, श्री सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल झाबुआ और श्री तरूण भनोत मंडला जिला मुख्यालय पर ध्वजारोहण करेंगे। जिन 20 जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर ध्वजारोहण करेंगे उनमें श्योपुर, दतिया, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, अलीराजपुर, बुरहानपुर, हरदा, दमोह, पन्ना, छतरपुर, कटनी, रीवा, शहडोल, अनूपपुर, उज्जैन, उमरिया, सिंगरौली, सतना और निवाड़ी शामिल हैं।
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मुख्यमंत्री कमल नाथ से सिंबायोसिस स्किल यूनिवर्सिटी की प्रोचांसलर सुश्री स्वाति मजूमदार ने आज मंत्रालय में सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री नाथ को सुश्री मजूमदार ने स्मृति चिन्ह और वर्ष 2019 का कैलेंडर भेंट किया।
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मुख्यमंत्री से मिले प्रोबेशनर अधिकारी मुख्यमंत्री कमल नाथ से भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रदेश कॉडर के वर्ष 2017 के प्रोबेशनर अधिकारियों ने आज मंत्रालय में सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर महानिदेशक प्रशासन अकादमी श्री ए. पी. श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजस्व और खनिज के साथ ऊर्जा विभाग की भी कमान संभाल सकते हैं। वहीं, गृह विभाग ताम्रध्वज साहू और वित्त की कमान टीएस सिंहदेव को मिल सकता है। राज्य की नई सरकार के मंत्रियों के बीच विभाग बंटवारे को लेकर तैयार प्रस्ताव के अनुसार पीडब्ल्यूडी रविंद्र चौबे को दिया जा सकता है। विभाग फाइनल करने के लिए मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने हर एक मंत्री से विभाग को लेकर उनकी पसंद पूछी है। उच्च पदस्थ प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मंत्रियों की पसंद पूछने के साथ ही उनको दिए जाने वाले विभाग की एक संभावित सूची भी तैयार की गई थी। भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस सरकार में भी उच्च और स्कूल शिक्षा अलग- अलग मंत्रियों देने का प्रस्ताव है। उच्च शिक्षा मंत्री के पास ही तकनीकी शिक्षा की भी जिम्मेदारी रहेगी। बस्तर से एकमात्र मंत्री बनाए गए कवासी लखमा को वन के साथ आदिम जाति कल्याण विभाग दिया जा सकता है। वहीं, सबसे युवा मंत्री उमेश पटेल के लिए खेल एवं युवा कल्याण तथा एक मात्र महिला मंत्री अनिला भेंड़िया को महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग दिया जा सकता है। विभाग बंटवारे का प्रस्ताव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल - राजस्व, खनिज, ऊर्जा, टीएस सिंहदेव - वित्त, स्वास्थ्य ,ताम्रध्वज साहू - गृह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास,रविंद्र चौबे - पीडब्ल्यूडी, संसदीय कार्य- विधि ,मो. अकबर - उच्च शिक्षा, अल्प संख्यक विकास,डॉ. प्रेम साय टेकाम - कृषि, जल संसाधन,कवासी लखमा - वन आदिमजाति कल्याण,डॉ. शिवकुमार डहरिया - खाद्य नागरिक आपूर्ति ,उमेश पटेल ,स्कूल - शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण ,अनिला भेड़िया - महिला एंव बाल विकास ,गुस्र् रूद्र कुमार - संस्कृति पर्यटन,जयसिंह अग्रवाल - श्रम।
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देशभर में पटाखों के उत्पादन, उनको बेचने और स्टॉक पर पाबंदी की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि दिवाली पर लोग रात 8-10 बजे तक ही पटाखे चला सकेंगे। यह आदेश सभी धर्मों के त्यौहारों पर लागू होगा। सर्वोच्च न्यायालय ने यह भी कहा है कि जो पटाखें चलाए जाएं वो कम धुएं और आवाज वाले हों ताकि प्रदूषण ना फैले। सर्वोच्च न्यायालय ने पटाखों की बिक्री पर से भी कुछ शर्तों के साथ रोक हटाई है। इसके तहत पटाखों की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगा दी है। इससे पहले जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस अशोक भूषण की पीठ ने कहा, हालांकि यह मामला सोमवार की सूची में शामिल था, लेकिन इस पर निर्णय 23 अक्टूबर को सुनाया जाएगा। शीर्ष कोर्ट ने 28 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था। बता दें कि शीर्ष कोर्ट ने 2017 में दिल्ली-एनसीआर में दीपावली पर पटाखों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी थी। दरअसल, वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचने के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर देशभर में पटाखों पर रोक लगाने की मांग की गई थी। पीठ ने इस मुद्दे पर याचिकाकर्ता, पटाखा निर्माता केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की दलीलों को सुनने के बाद कहा था कि पटाखों से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव और इसके व्यापार के बीच एक संतुलन रखना होगा। पीठ का कहना था कि जहां पटाखा निर्माताओं को अपने जीविकोपार्जन का मूल अधिकार प्राप्त है वहीं 130 करोड़ लोगों को भी अच्छे स्वास्थ्य का मूल अधिकार प्राप्त है। सुनवाई के दौरान पटाखा निर्माताओं ने दलील दी थी कि दीपावली के बाद बढ़ने वाले वायु प्रदूषण के लिए सिर्फ पटाखे जिम्मेदार नहीं हैं और सिर्फ इस वजह से पूरे उद्योग को बंद करने का आदेश देना न्यायसंगत नहीं होगा। सुनवाई के दौरान पीठ ने बच्चों में श्वसन संबंधी दिक्कतों के बढ़ने पर चिंता जताते हुए पटाखों पर पूरी तरह से या फिर आंशिक प्रतिबंध लगाने की बात कही थी।
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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले का प्रदूषण शुक्रवार को खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। दिनभर में प्रदूषण की मात्रा कई बार ऊपर-नीचे हुई। दिन में प्रदूषण बढ़ा तो शाम को कम हुआ और रात को फिर प्रदूषण ऐसे स्तर पर जा पहुंचा कि गाजियाबाद देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर जा पहुंचा। रात को जिला देश के तीन सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गया। जिले का प्रदूषण स्तर रावण पुतला दहन होने के बाद दोगुना हो गया। जिले में शुक्रवार को पीएम-10, 307 प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। एयर क्वालिटी इंडेक्स भी शुक्रवार को 314 प्रति घन मीटर दर्ज की गई। देश के सर्वाधिक प्रदूषित पांच शहरों की वायु गुणवत्ता (एयर क्वालिटी इंडेक्स) - भिवाड़ी - 391 - गुरुग्राम - 318 - गाजियाबाद - 314 - नोएडा - 292 - दिल्ली - 280 --- प्रदूषण का स्तर रोजाना बढ़ रहा है। अभी आने वाले दिनों में यह और बढ़ेगा। धूल के मोटे कणों के बढ़ने से समस्या बढ़ रही है। शुक्रवार को भी जिले का वायु प्रदूषण अधिक रहा। -अशोक तिवारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी।
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पटना में जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने जदयू से जुड़े छात्रों-युवाओं को चुनाव जीतने का मंत्र दिया। कहा कि जनता के बीच जाइए, उनकी सेवा कीजिए। पांच साल बाद टटोलिएगा कि आप कहां खड़े हैं। खुद पर भरोसा हो तो चुनाव लड़िए, जरूर कामयाबी मिलेगी। किशोर युवा और छात्र जदयू के चुनिन्दा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री निवास पर बैठक आयोजित थी। इसमें करीब तीन सौ छात्र-युवा शामिल थे। उन्होंने अपने बारे में साफ किया कि मैं राज्यसभा नहीं जा रहा हूं। लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ूंगा। जनता की सेवा के इरादे से जदयू में शामिल हुआ हूं। मेरा कोई और लक्ष्य नहीं है। किशोर ने छात्रों-युवाओं को टास्क दिया कि वे हर जिले में तीन सौ सक्रिय कार्यकर्ता तैयार करें। इनमें दो सौ युवा और सौ छात्र होंगे। प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक युवाओं-छात्रों की समन्वय समिति बनाएं। इसके संयोजक युवा और अध्यक्ष छात्र होंगे। फिर जदयू की मूल कमेटी से मिलकर जन सेवा के कार्यक्रम तय करें। सब मिलकर जनता के बीच जाएं। उन्हें जदयू की नीतियों और सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराएं। किशोर का कहना था कि जदयू ही ऐसी पार्टी है, जिसमें मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की हकमारी नहीं होती। उन्होंने कहा कि आप ऐसी पार्टी में हैं, जहां विरासत के आधार पर पद नहीं मिलता। यह किसी पिता की पार्टी नहीं है जिस पर सिर्फ वारिस का हक हो।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम नांदनेर में विशाल जनसभा में बताया कि राज्य सरकार ने बिजली बिल माफी योजना के अंतर्गत प्रदेश में गरीबों और अन्य जरूरतमंदों के 5 हजार 200 करोड़ रुपये के बकाया बिजली बिल माफ कर दिये हैं। इसके साथ ही इन सबको प्रति माह अधिकतम 200 रुपये के बिल पर बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। श्री चौहान ने ग्राम नांदनेर में 342 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से निकालकर विकसित राज्य की श्रेणी में स्थापित करने में राज्य सरकार सफल रही है। अब प्रदेश को समृद्ध राज्य का दर्जा दिलाने के लिये सभी संभव प्रयास शुरू किये गये हैं। विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि अधिकारपूर्वक योजनाओं का लाभ प्राप्त करें। श्री चौहान ने बताया कि ग्राम नांदनेर तथा इसके आसपास के गाँवों में किसानों को लिफ्ट इरीगेशन के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी। इस मौके पर जिले के प्रभारी, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला मरेठा, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण और किसान मौजूद थे। दिवंगत हेड कांस्टेबल को दी श्रृद्धांजलि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज बुधनी-शाहगंज मार्ग पर पुलिस विभाग की बस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर दु:ख व्यक्त किया। श्री चौहान ने बस में ड्यूटी पर आ रहे हेड कांस्टेबल श्री अशोक सिंह की मृत्यु हो जाने पर शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा को श्रृद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दु:ख की इस घड़ी में दिवंगत हेड कांस्टेबल श्री अशोक सिंह के परिवार के साथ राज्य सरकार खड़ी है। परिवार को सभी संभव सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी।
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एमपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि महिला स्व-सहायता समूह सामाजिक कुरीतियों और नशे जैसी बुराई को समाप्त करने में योगदान करें। श्रीमती पटेल मंगलवार को भोपाल में नाबार्ड द्वारा आयोजित स्व-सहायता समूहों, शिल्पकारों तथा कृषि उत्पादन संगठनों के उत्पादों की राष्ट्र-स्तरीय प्रदर्शनी- सह-बिक्री मेले के समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि गांधी जयंती पर अगर हम सब गांधी जी के जीवन से जुड़ी छोटी-छोटी बातों जैसे नशा न करना तथा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लें, तो यह गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्व के सभी देश अपने राष्ट्र को पुरूष के रूप में मानते हैं। केवल हमारा देश है जो भारत माता के रूप में पूजा जाता है। इसलिए हमारे देश में महिलाओं का सदियों से सम्मान किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने चरखा चला कर हमें आजादी दिलाई, हजारों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने बिना भेदभाव किये देश के लिए प्राण न्यौछावर कर दिये और आज हम जातीवाद की समस्या से ही जूझ रहे हैं। श्रीमती पटेल ने कहा कि आज हमें सोचना पड़ेगा कि हमें देश के लिए क्या करना है। जब देश हित, देश प्रेम, गरीबों की सहायता, सभी को शिक्षा और सभी के विकास में सब मिलकर सहयोग करेंगे, तभी प्रधानमंत्री की सबका साथ-सबका विकास की सोच साकार रूप ले सकेगी। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने देश के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की सोच को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री जी ने गांधी जी की मंशानुसार योजनाएं बनाकर अंतिम व्यक्ति तक उनका लाभ पहुँचाने का प्रयास किया है। मेले में कृषि उत्पादन आयुक्त, श्री पी सी मीणा, प्रमुख सचिव कृषि श्री राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री के सी गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक श्री योगेंद्र सिंह, महाप्रबंधक यूनियन बैंक आफ इंडिया श्री जे एस चौहान, तथा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, कृषक और गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
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एमपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि महिला स्व-सहायता समूह सामाजिक कुरीतियों और नशे जैसी बुराई को समाप्त करने में योगदान करें। श्रीमती पटेल मंगलवार को भोपाल में नाबार्ड द्वारा आयोजित स्व-सहायता समूहों, शिल्पकारों तथा कृषि उत्पादन संगठनों के उत्पादों की राष्ट्र-स्तरीय प्रदर्शनी- सह-बिक्री मेले के समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि गांधी जयंती पर अगर हम सब गांधी जी के जीवन से जुड़ी छोटी-छोटी बातों जैसे नशा न करना तथा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लें, तो यह गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्व के सभी देश अपने राष्ट्र को पुरूष के रूप में मानते हैं। केवल हमारा देश है जो भारत माता के रूप में पूजा जाता है। इसलिए हमारे देश में महिलाओं का सदियों से सम्मान किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने चरखा चला कर हमें आजादी दिलाई, हजारों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने बिना भेदभाव किये देश के लिए प्राण न्यौछावर कर दिये और आज हम जातीवाद की समस्या से ही जूझ रहे हैं। श्रीमती पटेल ने कहा कि आज हमें सोचना पड़ेगा कि हमें देश के लिए क्या करना है। जब देश हित, देश प्रेम, गरीबों की सहायता, सभी को शिक्षा और सभी के विकास में सब मिलकर सहयोग करेंगे, तभी प्रधानमंत्री की सबका साथ-सबका विकास की सोच साकार रूप ले सकेगी। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने देश के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की सोच को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री जी ने गांधी जी की मंशानुसार योजनाएं बनाकर अंतिम व्यक्ति तक उनका लाभ पहुँचाने का प्रयास किया है। मेले में कृषि उत्पादन आयुक्त, श्री पी सी मीणा, प्रमुख सचिव कृषि श्री राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री के सी गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक श्री योगेंद्र सिंह, महाप्रबंधक यूनियन बैंक आफ इंडिया श्री जे एस चौहान, तथा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, कृषक और गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
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मुख्यमंत्री ने 9.48 लाख किसानों के खातों में ट्रांसफर किये प्रोत्साहन राशि के 853 करोड़ एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने होशंगाबाद जिले के पिपरिया में कहा कि खेती की लागत घटाने के लिये खेतों में नई तकनीक का उपयोग किया जायेगा। जैविक खेती और यूनिक खेती को बढ़ावा दिया जायेगा। श्री चौहान किसान महा-सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के अंतर्गत 9 लाख 48 हजार किसानों के बैंक खातों में 853 करोड़ प्रोत्साहन राशि आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर की। मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना में किसानों को दी गई प्रोत्साहन राशि में से चना उत्पादक 14 हजार 573 किसानों के बैंक खातों में 4 करोड़ 88 लाख, मसूर उत्पादक 187 किसानों के बैंक खातों में 374 लाख, सरसो उत्पादक 93 किसानों के बैंक खातों 181 लाख तथा मूंग उत्पादक 26 हजार 501 किसानों के खाते में 57 करोड़ 7 लाख रूपये राशि प्रदान की गई। श्री चौहान ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में हितग्राही मयूर डाबर को डिजीटल लाण्ड्री शुरू करने के लिये 24 लाख रूपये का ऋण स्वीकृति पत्र, नीरज साहू को हैण्डलूम शॉप के लिये 7 लाख रूपये का ऋण स्वीकृति पत्र, कृषक समृद्धि योजना में प्रतीकात्मक रूप से कृषक मान सिंह गुर्जर को एक लाख 600, खुशीलाल को 75 हजार और अशोक को 60 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। संबल योजना में अनुग्रह राशि के रूप में हेमराज को 4 लाख एवं गुल्लू को 2 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की। श्री चौहान ने विकलांग पेंशन, सरल बिजली बिल माफी योजना के हितग्राहियों को भी प्रतीकात्मक स्वरूप सहायता राशि और प्रमाण-पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री द्वारा 27.89 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पिपरिया में 27 करोड़ 89 लाख रूपये लागत के 20 कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। इन कार्यों में 8 करोड़ 24 लाख रूपये लागत रूपये के 5 कार्यों का लोकार्पण और 19 करोड़ 65 लाख रूपये लागत के 15 कार्यों का भूमि-पूजन शामिल है। किसान महा-सम्मेलन में जिले के प्रभारी मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, विधायक श्री ठाकुरदास नागवंशी, मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कुशल पटेल, म.प्र. सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री हीतेश वाजपेयी, म.प्र. खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री भरत सिंह राजपूत, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या किसान और ग्रामीण शामिल हुए।
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भोपाल के आईएसबीटी स्थित रजिस्ट्रार ऑफिस में पदस्थ सब रजिस्ट्रार अशोक शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते दबोचा। एक ई-सर्विस प्रोवाइडर से ये रिश्वत तीन करोड़ पांच लाख रुपए के जमा स्टांप शुल्क की रजिस्ट्री जारी करने के लिए मांगी जा रही थी। सब रजिस्ट्रार ने कुल जमा स्टांप शुल्क पर .2 फीसदी कमीशन मांगा था। पंजाबी बाग निवासी राजेश दुबे ई-सर्विस प्रोवाइडर हैं। उन्होंने रजिस्ट्री के लिए तीन करोड़ पांच लाख रुपए स्टांप शुल्क ऑनलाइन जमा कर दिया था। राजेश के मुताबिक रजिस्ट्री लेने की बारी आई तो शर्मा अपना कमीशन मांगने लगे। बोले कि इतने स्टांप शुल्क पर .2 फीसदी कमीशन दे दो, जो 61 हजार रुपए होता है। परेशान होने के बाद राजेश ने दोबारा बात की तो अशोक बोले कि चलो 61 नहीं तो 50 हजार ही दे देना। इस पर राजेश ने 30 हजार रुपए की बात की तो अशोक ने कहा कि 40 हजार रुपए पर फाइनल करते हैं। इस बीच 25 सितंबर को राजेश ने लोकायुक्त पुलिस से इसकी शिकायत कर दी। बाबुओं ने फैला दिया कि हमला हो गया: टीआई सलिल शर्मा ने बताया कि रिकॉर्डिंग में 40 हजार रुपए रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई थी। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे राजेश को अशोक शर्मा ऑफिस भेजा गया। अशोक ने रिश्वत की रकम लेकर अपने ड्रॉज में रख ली। राजेश का इशारा मिलते ही योजना के तहत वहां पहले से मौजूद लोकायुक्त की टीम ने अशोक को ट्रैप कर लिया। कार्रवाई शुरू होते ही रजिस्ट्रार ऑफिस के बाबुओं ने फैला दिया कि सब रजिस्ट्रार पर किसी ने हमला कर दिया है। वहां के कर्मचारियों के साथ-साथ रजिस्ट्री कराने आए लोग भी दहशत में आ गए। अफसरों को लोकायुक्त पुलिस ने जैसे ही ट्रैप कार्रवाई की जानकारी दी, सभी अपने-अपने स्थान पर चले गए। टीम ने अशोक के ड्रॉज से रिश्वत में लिए गए 40 हजार रुपए जब्त कर लिए। सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई के दौरान सब रजिस्ट्रार ने टीम से कहा कि हम भी पुलिस परिवार से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि उनके बड़े भाई अनिल शर्मा इंदौर देहात के डीआईजी हैं। अशोक वर्ष 1995 में एमपी पीएससी के जरिए सब रजिस्ट्रार बने और उनकी पहली पोस्टिंग ग्वालियर में हुई।
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भविष्य में मास्टर प्लान में नर्सिंग होम के लिये होगा प्रावधान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ऐसे नर्सिंग होम, जो रिहायशी क्षेत्र में पहले से स्थापित हैं, उनको नहीं हटाया जायेगा। भविष्य में मास्टर प्लान में नर्सिंग होम के लिये रिहायशी क्षेत्रों में जगह सुरक्षित रखने के संबंध में प्रावधान किये जायेंगे। श्री चौहान आज यहाँ अपने निवास पर चिकित्सकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में 14 मेडिकल एसोशिएशन के प्रतिनिधि, शासकीय एवं निजी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर शामिल हुए। श्री चौहान ने कहा कि चिकित्सा विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप बढ़ायी जायेगी। इस संबंध में अगली केबिनेट में निर्णय लिया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि नर्सिंग होम्स को अब केवल बीस दिन के अंदर फॉयर एनओसी मिल जायेगी। इसे लोक सेवा गारंटी कानून में लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम के लिये एनएबीएच की अनिवार्यता दो साल तक समाप्त की जा रही है। इन दो सालों में नर्सिंग होम इसकी औपचारिकताएँ पूरी कर लें। नर्सिंग होम में मरीज की मृत्यु पर बिना जाँच के धारा 304 नहीं लगाने के संबंध में एक समिति बनायी गई है। समिति में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और नर्सिंग होम एसोसिएशन के एक सदस्य चिकित्सक को शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के कैडर फॉर्मेशन के लिये वित्त मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी बनायी गई है, जो इस संबंध में जल्दी ही निर्णय लेगी। मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों की समयबद्ध पदोन्नति के संबंध में भी विचार किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी आयुष्मान भारत योजना को क्रियान्वित करने में शासकीय और निजी चिकित्सा मेडिकल स्टॉफ का योगदान एवं सहयोग महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि इस योजना में संबल योजना के लाभान्वित परिवारों को भी जोड़ा गया है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी पूरी करने और स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत बनाने के लिये मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। यह सिलसिला आगे भी चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने चिकित्सा समुदाय को हर संभव सहयोग दिया और चिकित्सा समुदाय ने भी संकट के समय लोगों की भरपूर सेवा की है। श्री चौहान ने कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश मिलने पर उनकी पढ़ाई का खर्चा सरकार उठायेगी। पैसों के अभाव में प्रतिभाशाली बच्चे पीछे नहीं रहने चाहिये। स्वास्थ्य मंत्री श्री रूस्तम सिंह, अपर मुख्य सचिव श्री राधेश्याम जुलानिया और नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारी सम्मेलन में उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हाथियों के आगमन के संभावित स्थलों को चिन्हित किया जाये, ताकि राज्य में उनका उचित और सुरक्षित रहवास हो सके। उन्होंने कहा कि मानव और वन्य प्राणियों के हितों के संरक्षण की संतुलित और व्यवहारिक नीति पर कार्य किया जाये, ताकि उनके मध्य किसी प्रकार का संघर्ष नहीं हो। श्री चौहान ने आज मंत्रालय में राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की 17वीं बैठक में यह बात कही। श्री चौहान ने कहा कि वन्य प्राणी द्वारा फसलों की क्षति पर किसानों को राजस्व संहिता के अंतर्गत प्रावधान कर राहत राशि दी जा रही है। लोक सेवा गारंटी कानून के अंतर्गत त्वरित सहायता दिये जाने के प्रावधान किये गये हैं। उन्होंने कहा कि अवैध उत्खनन को रोकने के लिये जनसहभागिता से सघन प्रयास किये गये हैं। खदानों को पंचायतों के सुर्पुद कर दिया गया है, ताकि ग्रामीणजन स्वयं उनका नियमन और नियंत्रण करे सकें। उन्होंने कहा कि कुनोपालपुर क्षेत्र वन्य प्राणी आबादी से समृद्ध हुआ है। रातापानी और रानी दुर्गावती अभ्यारण्य में भी वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ी है। बैठक में बताया गया कि प्रदेश की ओर से उड़ीसा को एक जोड़ा बाघ प्रदाय किया गया है। नर एवं मादा बाघ को बांधव टाइगर रिजर्व से ले जा कर सतकोसिया टाइगर रिजर्व में सफलतापूर्वक छोड़ा गया है। इसी तरह नौरादेही अभ्यारण्य में भी एक जोड़ा बाघ की पुनर्स्थापना की गई है। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के स्वर्ण जयंती अवसर पर भारतीय डाकतार विभाग द्वारा विशेष आवरण जारी किया गया है। अखिल भारतीय बाघ गणना कार्यक्रम के तहत बाघ, सहभक्षी, अहेर प्रजातियों एवं उनके रहवास का वर्ष 2018 में फरवरी से मार्च माह के दौरान अनुश्रवण किया गया। फेज-वन के चार चक्रों में प्राप्त आंकड़ों की 2014 के आँकड़ों से तुलना की गई। इसमें बाघ उपस्थिति क्षेत्र में लगभग दोगुनी वृद्धि परिलक्षित हुई है। वर्ष 2014 में 717 बीटों में बाघों की उपस्थिति के चिन्ह मिले थे। वर्तमान में 1400 से अधिक बीटों में उपस्थिति के चिन्ह मिले हैं। बैठक में बोर्ड के अशासकीय सदस्यों ने विभिन्न गतिविधियों की सराहना की। साथ ही, अधिक बेहतर प्रयासों के संबंध में सुझाव भी दिये। इस मौके पर विगत बैठक के पालन-प्रतिवेदन का अनुमोदन किया गया। बैठक में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह तथा वन्य प्राणी बोर्ड के शासकीय और अशासकीय सदस्य मौजूद थे।
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भोपाल में गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग ने कहा है कि समाज में व्यवस्था को सशक्त बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। श्री सारंग आज राज्य संग्रहालय के सभागार में पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ द्वारा आयोजित अभिविन्यास कार्यक्रम-युवा संसद 2018-19 के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। श्री सारंग ने कहा कि सामाजिक बदलाव को समझना होगा और उसके अनुरूप युवा पीढ़ी को सजग बनाना होगा। आजकल नकारात्मक बातें खबरों में ज्यादा होती हैं। युवा संसद के माध्यम से युवाओं को संसद में होने वाली कार्यवाही के संबंध में बताया जाता है। ऐसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। इससे युवाओं को संसदीय व्यवस्था के संबंध में ज्ञान प्राप्त होता है। प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ श्री अजीत केसरी ने बताया कि भारत सरकार के संसदीय कार्य मंत्रालय एवं मध्यप्रदेश शासन के संसदीय कार्य विभाग के सहयोग से पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। डॉ. प्रतिमा यादव ने अभिविन्यास कार्यक्रम-युवा संसद की जानकारी प्रस्तुत की।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संपूर्ण प्रदेश में 17 से 25 सितम्बर तक सेवा कार्य होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शासकीय मोतीलाल नेहरू महाविद्यालय मेंरक्तदान शिविर और यातायात उद्यान में पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने महाविद्यालय में रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया और यातायात उद्यान में पौध-रोपण किया। इस अवसर पर सांसद श्री आलोक संजर, महापौर श्री आलोक शर्मा, अध्यक्ष नगर निगम श्री सुरजीत सिंह चौहान और विधायक श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह उपस्थित थे। रक्तदान-जीवनदान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है। उन्होंने रक्तदाताओं को दूसरों को जीवन देने के लिये बधाई दी। श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की ओर से जन्म दिवस की बधाई दी। उन्होंने बताया कि श्री मोदी के जन्म दिवस से पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती तक संपूर्ण प्रदेश में सामाजिक सहयोग से निरंतर सेवा के कार्य निरंतर किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी नया भारत बनाने में जुटे हैं। मध्यप्रदेश की जनता उनके साथ खड़ी है। रक्तदान कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रक्तदाता छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं के साथ सेल्फी भी खिंचवाई। वृक्ष है, तो मानव जीवन है मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वृक्ष है, तो मानव जीवन है। उन्होंने बताया कि लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जन्म दिवस प्रदेश में सेवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। श्री चौहान ने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा उपहार है। संपूर्ण प्रदेश में नागरिक सेवा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश का मान-सम्मान बढ़ा है। देश लगातार हर क्षेत्र में नई ऊँचाईयों को छू रहा है। हमारी अर्थ-व्यवस्था दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने यातायात पार्क में आम का पौधा लगाया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संपूर्ण प्रदेश में 17 से 25 सितम्बर तक सेवा कार्य होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शासकीय मोतीलाल नेहरू महाविद्यालय मेंरक्तदान शिविर और यातायात उद्यान में पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने महाविद्यालय में रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया और यातायात उद्यान में पौध-रोपण किया। इस अवसर पर सांसद श्री आलोक संजर, महापौर श्री आलोक शर्मा, अध्यक्ष नगर निगम श्री सुरजीत सिंह चौहान और विधायक श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह उपस्थित थे। रक्तदान-जीवनदान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है। उन्होंने रक्तदाताओं को दूसरों को जीवन देने के लिये बधाई दी। श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की ओर से जन्म दिवस की बधाई दी। उन्होंने बताया कि श्री मोदी के जन्म दिवस से पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती तक संपूर्ण प्रदेश में सामाजिक सहयोग से निरंतर सेवा के कार्य निरंतर किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी नया भारत बनाने में जुटे हैं। मध्यप्रदेश की जनता उनके साथ खड़ी है। रक्तदान कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रक्तदाता छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं के साथ सेल्फी भी खिंचवाई। वृक्ष है, तो मानव जीवन है मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वृक्ष है, तो मानव जीवन है। उन्होंने बताया कि लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जन्म दिवस प्रदेश में सेवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। श्री चौहान ने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा उपहार है। संपूर्ण प्रदेश में नागरिक सेवा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश का मान-सम्मान बढ़ा है। देश लगातार हर क्षेत्र में नई ऊँचाईयों को छू रहा है। हमारी अर्थ-व्यवस्था दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने यातायात पार्क में आम का पौधा लगाया।
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छिन्दवाड़ा जिले के किसान लखनलाल को टमाटर की खेती से काफी फायदा हुआ है। आज उनकी गिनती क्षेत्र में प्रगतिशील किसान के रूप में होती है। प्रदेश में राज्य सरकार खेती को लाभ का धन्धा बनाने के लिये किसानों को परम्परागत फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी फसल लेने की भी समझाइश दे रही है। जिन किसानों ने उद्यानिकी फसलों को अपनाया है, आज वे आर्थिक रूप से सक्षम हो गये है। मोहखेड़ विकासखंड के ग्राम राजेगांव के लखनलाल डोंगरे लघु सीमांत कृषक हैं। उनके पास 5 एकड़ भूमि है, जिसमें परम्परागत रूप से फसल लेते रहे है। सिचांई के लिये कुआं होने के बावजूद उन्नत तकनीक के अभाव में उन्हे खेती से पर्याप्त लाभ नहीं मिल रहा था। इस संबंध में उन्होंने उद्यानिकी विभाग के अमले से बात की। उद्यानिकी विभाग की ओर से उन्हें टमाटर की खेती आधुनिक तकनीक के साथ करने की समझाइश मिली। किसान लखनलाल ने ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग, रसायनिक खाद का संतुलित उपयोग करते हुए टमाटर की खेती की शुरूआत की थी। उन्होंने खेत में गोबर खाद, मल्चिंग और ड्रिप बिछाकर सेमनीज कम्पनी के अभिलाष किस्म के टमाटर बीज का रोपण किया। ड्रिप से आवश्यकतानुसार हर पौधे को एक साथ एक समान रसायनिक खाद की खुराक देकर हर पौधे पर फल की एक-सी क्वालिटी तैयार की, इससे उन्हें बाजार में अच्छे दाम मिले। किसान लखनलाल के खेत में उपजे टमाटर हैदराबाद, नागपुर, जबलपुर और इंदौर में पसन्द किये जा रहे हैं। उनकी लगन को देखते हुए उन्हे राज्य के बाहर और विदेश अध्ययन दौरे पर जाने का मौका भी मिला। उन्होंने फ्रांस और स्पेन का दौरा किया है। यात्रा के दौरान उन्हें कम तापमान में गेहूँ, मक्का और सेब की खेती, रूफ वॉटर हार्वेस्टिंग और उन्नत कृषि यंत्रों को देखने और समझने का मौका मिला है। आज अपने खेत से वर्ष भर में करीब 10 लाख रूपये की औसत आमदनी प्राप्त कर रहे है।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर जिले में भ्रमण के दौरान लगभग 26 करोड़ रुपये लागत के विकास एवं निर्माण कार्य का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम तिलवाद गोविन्द (बेरछा) में नव-निर्मित ट्रामा सेन्टर, आकस्मिक चिकित्सा, मेटरनिटी विंग, ओपीडी और एसएनसीयू ब्लॉक का लोकार्पण किया। शाजापुर में ईव्हीएम वेयर हाउस, उत्कृष्ट विद्यालय के 100-100 सीटर बालक एवं बालिका छात्रावास तथा शासकीय विधि महाविद्यालय के नवीन भवन का भूमि-पूजन किया। कार्यक्रम में सांसद श्री मनोहर ऊँटवाल, विधायक श्री अरूण भीमावद, श्री जसवंत सिंह हांडा, श्री नरेन्द्र सिंह बेस, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का लाभ अब उन विद्यार्थियों को भी मिलेगा, जिन्होंने सीबीएसई सिलेबस के तहत बारहवीं में 80 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। खंडवा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा करते हुए कहा कि पूर्व में 85 प्रतिशत की सीमा को घटाकर 80 प्रतिशत कर दिया जाएगा। श्री चौहान ने खंडवा में 500 बिस्तर के अत्याधुनिक अस्पताल खोलने की भी घोषणा की। श्री चौहान ने खंडवा में 200 करोड़ रुपए लागत के मेडिकल कॉलेज भवन का लोकार्पण करते हुए कॉलेज में बीएससी नर्सिंग कॉलेज खोलने की घोषणा की। 10 वर्षो में 2500 मेडिकल सीट बढ़ी खण्डवा में प्रदेश का दसवां मेडिकल कॉलेज आज से प्रारंभ हो गया है। वर्ष 1946 में प्रदेश में पहला मेडिकल कॉलेज ग्वालियर में खुला। वर्ष 1963 तक कुल 5 मेडिकल कॉलेज बड़े शहरों में खोले गये। इसके बाद 45 वर्षों के लंबे अंतराल में कोई भी मेडिकल कॉलेज प्रदेश में नहीं खुला। वर्ष 2009 में सागर में छठवाँ मेडिकल कॉलेज खुला और अब वर्ष 2018 में एक वर्ष में ही 4 नये मेडिकल कॉलेज खण्डवा, विदिशा, दतिया और रतलाम में खोले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की जन-स्वास्थ्य के प्रति संवेदना एवं प्रबल संकल्प शक्ति के फलस्वरूप तीन और मेडिकल कॉलेज वर्ष 2019 में सिवनी, छतरपुर तथ सतना में खोलने की स्वीकृति प्रदान की गई हैं। वर्ष 1946 से 1963 तक एमबीबीएस की मात्र 600 सीटें होती थीं, जो विगत 10 वर्ष में ही बढ़कर 4 गुना से भी अधिक अर्थात् 2500 सीटें हो जायेगी। यही नहीं, इस वर्ष 2018 में एक ही कैलेण्डर वर्ष में 4 नये मेडिकल कॉलेज एक साथ खुलना मध्यप्रदेश के इतिहास में एक स्वर्णिय अध्याय हैं। अब प्रदेश में प्रतिवर्ष 2500 डाक्टर तैयार होंगे। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्ष 1964 के बाद से कोई मेडिकल कॉलेज नहीं खोला गया था। सरकार ने आधारभूत संरचना उपलब्ध करवाते हुए नवीन मेडिकल कॉलेज खोले। इससे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी दूर होगी। उन्होंने खंडवा मेडिकल कॉलेज के शुभारंभ पर निमाड़वासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मेडिकल कालेज इस सत्र से प्रारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री ने छात्र सौरभ पटेल और छात्रा प्रीति मिश्रा को मौके पर ही मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना से लाभांवित किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण के लिए स्वीकृत 200 करोड़ के अतिरिक्त विभिन्न उपकरणों और आवश्यक सामग्री के लिए 300 करोड़ देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मेडिकल के सभी नव-प्रवेशित विद्यार्थियों को अपनी ओर से हनुमंतिया टूर करवाने के निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिए। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, विधायक श्री देवेंद्र वर्मा और सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने भी विचार व्यक्त किये। इस मौके पर राज्य सभा सांसद श्री प्रभात झा, विधायक श्रीमती योगिता बोरकर और आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री शिवशेखर शुक्ला उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज हरदा जिले में कहा कि सिराली को नगर परिषद बनाया जायेगा और यहाँ महाविद्यालय भवन का निर्माण करवाया जायेगा। उन्होंने रहटगाँव में महाविद्यालय खोलने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री आज सिराली और खिरकिया में 119 करोड़ के निर्माण एवं विकास कार्यों का लोकार्पण तथा भूमि-पूजन करने के बाद विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर हरदा में 100 सीटर बालिका छात्रावास और 100 सीटर बालक छात्रावास, निर्वाचन विभाग के 1500 ईवीएम गोडाउन का भूमि-पूजन किया। इसी के साथ, स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल मांदला, पीपल्या, मोरगढ़ी, शासकीय हाई स्कूल रामटेकरेयत हायर सेकेण्डरी मॉडल स्कूल चेकड़ी, बालिका छात्रावास चारुवा, शासकीय हाई स्कूल भवन जटपुरामॉल, शासकीय हायर सेकेण्डरी कन्या स्कूल सिराली, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नयापुरा, सोडलपुर, सोनतलाई, हंडिया, रहटगाँव, टिमरनी और धौलपुरकलां के भवनों का शिलान्यास किया।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान श्रीकृष्ण से कृपा की वर्षा करने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा है कि प्रगति और विकास पथ पर प्रदेश-देश लगातार उन्नति करे। सबके जीवन में सुख-समृद्धि, रिद्धी-सिद्धी आये। श्री चौहान ने यह प्रार्थना कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में की। सर्वधर्म समभाव की परंपरा को आगे बढाते हुए मुख्यमंत्री निवास में श्री कृष्ण जन्मोत्सव श्रद्धा और भक्ति भाव से आज मनाया गया। इस अवसर पर श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भगवान श्री कृष्ण के श्रीचरणों में नमन करते हुये कृपा और आनंद की वर्षा करने की प्रार्थना की। उन्होंने भक्तगणों का आव्हान किया कि भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हो जायें। उन्होंने सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी। सब सुखी, सब निरोगी हों। श्री चौहान ने बताया कि भोपाल सेंट्रल जेल के कार्यक्रम में बंदियों के भक्ति रंग को देख, वे अत्यंत प्रभावित हुये। उन्हें कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में एक अच्छा इंसान जिंदा रहता है। कई बार विपरीत परिस्थितियों वश जेल जाना पड़ता है। आपातकाल के दौरान उन्हें भी भोपाल जेल में रहना पड़ा था। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भी कारागार में हुआ था। जन्मोत्सव में सेंट्रल जेल भोपाल के बंदियों द्वारा भक्ति संगीत की ऐसी धारा प्रवाहित की गई जिसमें सारा परिवेश भक्तिरस में सराबोर हो गया। भगवान श्रीकृष्ण के भजनों से वातावरण कृष्णमय होकर, पूरी तरह आध्यात्मिक बन गया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने सभी धर्मों के विशिष्ट त्यौहारों और अवसरों पर मुख्यमंत्री निवास में उत्सवों के आयोजन की परंपरा स्थापित की है। इसे गरिमा के साथ आगे बढ़ाते जा रहे हैं। इसी श्रंखला मे आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरी पारंपरिक गरिमा एवं अनुष्ठान से मनाया गया। बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। उत्सव में विधिवत कृष्ण जन्म, मटकी फोड़, पूजन-अर्चन आदि के कार्यक्रम भक्तिपूर्ण उल्लासमय गरिमा के साथ मनाये गये। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। श्री चौहान ने शुभकामना संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद् भगवद् गीता के माध्यम से कर्मयोग की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन, भक्ति-ज्ञान और कर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिक उत्कर्ष उनके दार्शनिक तत्व हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों पर चलने का आव्हान करते हुए कहा कि भक्ति, कर्म और ज्ञान मार्ग से ही समाज और प्रदेश के नव-निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। राज्यपाल ने जन्माष्टमी पर प्रदेशवासियों को दी बधाई राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्रीमती पटेल ने शुभकामना संदेश में कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण ने दुनिया को सत्य के मार्ग पर चलते हुए कठिनाईयों का सामने करने की सीख दी है। भगवद गीता के उपदेश जनमानस के लिए जीवन दर्शन प्रस्तुत करते हैं। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिया गया गीता का ज्ञान विश्व में आज भी प्रासांगिक है। श्रीमती पटेल ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों की सुख- समृद्धि की कामना की है।
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जनसम्पर्क एवं जल संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने दतिया नगर में वर्षा प्रभावित बस्तियों का दौरा किया। डॉ. मिश्र बरसते पानी में गलियों से होते हुए जल-भराव वाले क्षेत्र में पहुँचे और अधिकारियों को जल निकासी के लिये निर्देश दिये। डॉ. मिश्र ने नागरिकों से कहा कि परेशानी में हम आपके साथ हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि रास्तों में भरे पानी को निकाले, जहाँ अवरोध है उन्हें तत्काल हटायें। डॉ. मिश्र ने परदेशी बस्ती में बिजली के लिये 25 लाख रुपये इलेक्ट्रीक पोल लागने के लिये स्वीकृत किये। सोनागिर में जनसम्पर्क मंत्री ने मुख्यमंत्री जन-कल्याण संबल योजना के हितग्राहियों को स्मार्ट कार्ड वितरण किया। मंत्री डॉ. मिश्र दतिया में पटेल समाज के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। उन्होंने जनमानस को सरदार वल्लभ भाई पटेल के राष्ट्र निर्माण में योगदान का स्मरण कराया।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सागर जिले के रहली में 1700 करोड़ रुपये लागत के विकास एवं निर्माण कार्यों का शिलान्यास तथा भूमिपूजन किया। इस मौके पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, गृह मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, अन्य जन-प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण तथा शहरी लोग मौजूद थे। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार समाज के किसान, गरीब और जरूरतमंद लोगों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिये सभी संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए लोगों से आग्रह किया कि योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। श्री चौहान ने इस मौके पर प्रदेश की तरक्की के लिये अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीबी हटाने के हमने केवल नारे नहीं दिये, बल्कि गरीबों की जिन्दगी में खुशहाली लाने के ठोस इन्तजाम किये हैं। विकास के साथ जनता की जिन्दगी बदलने का अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान बुधवार को सागर जिले के सुरखी में जेरा मध्यम सिंचाई परियोजना सहित 300 करोड़ रूपये के विकास कार्यों के भूमि-पूजन अवसर पर बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने सुरखी को नगर पंचायत बनाने एवं सुरखी में आईटीआई खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें डेढ़ दशक पहले बदहाल एवं बर्बाद प्रदेश मिला था, जिसमें न सड़कें थी, न सिंचाई के साधन थे, न बिजली थी, शिक्षा व्यवस्था चौपट थी, बच्चों का भविष्य अंधकार में था और लोगों की जिन्दगी में अंधेरा छाया हुआ था। हमने बदहाल प्रदेश को खुशहाल बनाया है। उन्होंने प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए लोगों से आग्रह किया कि योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें। उन्होंने बताया कि समाज के कमजोर वर्ग को मूलभूत सुविधाऐं उपलब्ध कराने के लिये संबल योजना आंरभ की गयी है। गरीब परिवारों के भारी भरकम बिजली के बिल माफ कर उन्हे मात्र दो सौ रूपये प्रतिमाह के मान से बिजली देने का निर्णय लिया गया है। श्री चौहान ने इस मौके पर प्रदेश की तरक्की के लिये अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस दौरान श्री चौहान ने कहा कि किसानों को जितना पैसा इस सरकार ने दिया है उतना उन्हें कभी नहीं मिला। हमने किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत देने की व्यवस्था की है। इन सिंचाई परियोजनाओं से बुंदेलखण्ड की खेती-किसानी की तस्वीर बदल जायेगी। उन्होंने 171 करोड़ रूपये के जेरा मध्यम सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन किया इससे लगभग 50 हजार एकड़ भूमि की सिंचाई होगी। साथ ही उन्होंने 13.86 करोड़ रूपये की कालीपठार सिंचाई परियोजना एवं 12.75 करोड़ रूपये की पड़रियाकलॉ बांध का भूमि-पूजन किया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक श्रीमती पारूल साहू ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, गृह एवं परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, राज्यसभा सांसद श्री प्रभात झा, सागर सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, दमोह सांसद श्री प्रहलाद पटेल, बण्डा विधायक श्री हरवंश सिंह राठौर, श्री नारायण प्रसाद कबीरपंथी, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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राष्ट्रपति जीवनरक्षक पदक के लिये जांबाजों की होगी अनुशंसा एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जांबाज नागरिकों और सिपाहियों को राष्ट्रपति जीवनरक्षक पदक दिलवाने की अनुशंसा की जायेगी। दूसरों के लिये अपनी जान जोखिम में डालने वाले जांबाज ही समाज के असली हीरो होते हैं। श्री चौहान मुख्यमंत्री निवास पर शिवपुरी में अतिवर्षा से सुल्तानगढ़ स्थल पर फँसे नागरिकों को बचाने वाले जांबाज नागरिकों और सिपाहियों को सम्मानित कर रहे थे। उन्होंने चार नागरिकों को पाँच-पाँच लाख रूपये की सम्मान निधि भेंट की। जिला पुलिस बल के चार और राज्य अनुक्रिया बल ग्वालियर के तीन सदस्यों को पृथक से सम्मानित किये जाने के निर्देश दिये। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला, महानिदेशक नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन श्री महान भारत सागर भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अच्छे काम करने वालों की सराहना की जाना चाहिये। उन्होंने कहा विगत दिवस शिवपुरी जिले के मोहना के निकट सुल्तानगढ़ में फँसे नागरिकों को बचाने के कार्य में नागरिकों, राज्य आपदा अनुक्रिया बल, पुलिस और प्रशासन ने प्रशंसनीय कार्य किया है। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर वे रातभर जागकर स्थिति की जानकारी लेते रहे। केन्द्रीय रक्षा मंत्री, गृह मंत्री से चर्चा की। बचाव के लिये भारतीय वायु सेना का हेलीकाप्टर आया, उसने पाँच लोगों को बचाया। किन्तु मौसम खराब हो जाने से उसे वापस जाना पड़ा। ऐसे समय में जांबाज ग्रामीण साथी देवदूत बनकर सामने आये और पानी कम होने पर वे साहसपूर्वक तैरकर रस्से से पार ले गये। उनके साहस और सामाजिक कर्त्तव्य-बोध को देख कर ही उनको सम्मानित करने का निर्णय उन्होंने किया। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी घटना-स्थल पहुँची थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिक श्री रामदास पुत्र सभाराम, श्री भागीरथ पुत्र जलमा, श्री निजाम शाह पुत्र शंभू शाह और श्री कल्लन बाथम पुत्र रामजीलाल को पाँच-पाँच लाख रूपये की सम्मान निधि से सम्मानित किया। साथ ही राज्य अनुक्रिया बल ग्वालियर के उप निरीक्षक श्री प्रदीप कुमार, प्रधान आरक्षक श्री राजेश कुमार यादव, श्री गजेन्द्र सिंह कौरव को तथा जिला पुलिस बल के उप निरीक्षक श्री गोपाल चौबे, उपनिरीक्षक श्री सुरेन्द्र सिंह यादव, उप निरीक्षक श्री अमित शर्मा और आरक्षक श्री मुकेश यादव को सम्मानित करते हुए कहा कि उन्हें भी पृथक से सम्मान निधि दी जायेगी।
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राष्ट्रपति जीवनरक्षक पदक के लिये जांबाजों की होगी अनुशंसा एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जांबाज नागरिकों और सिपाहियों को राष्ट्रपति जीवनरक्षक पदक दिलवाने की अनुशंसा की जायेगी। दूसरों के लिये अपनी जान जोखिम में डालने वाले जांबाज ही समाज के असली हीरो होते हैं। श्री चौहान मुख्यमंत्री निवास पर शिवपुरी में अतिवर्षा से सुल्तानगढ़ स्थल पर फँसे नागरिकों को बचाने वाले जांबाज नागरिकों और सिपाहियों को सम्मानित कर रहे थे। उन्होंने चार नागरिकों को पाँच-पाँच लाख रूपये की सम्मान निधि भेंट की। जिला पुलिस बल के चार और राज्य अनुक्रिया बल ग्वालियर के तीन सदस्यों को पृथक से सम्मानित किये जाने के निर्देश दिये। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला, महानिदेशक नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन श्री महान भारत सागर भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अच्छे काम करने वालों की सराहना की जाना चाहिये। उन्होंने कहा विगत दिवस शिवपुरी जिले के मोहना के निकट सुल्तानगढ़ में फँसे नागरिकों को बचाने के कार्य में नागरिकों, राज्य आपदा अनुक्रिया बल, पुलिस और प्रशासन ने प्रशंसनीय कार्य किया है। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर वे रातभर जागकर स्थिति की जानकारी लेते रहे। केन्द्रीय रक्षा मंत्री, गृह मंत्री से चर्चा की। बचाव के लिये भारतीय वायु सेना का हेलीकाप्टर आया, उसने पाँच लोगों को बचाया। किन्तु मौसम खराब हो जाने से उसे वापस जाना पड़ा। ऐसे समय में जांबाज ग्रामीण साथी देवदूत बनकर सामने आये और पानी कम होने पर वे साहसपूर्वक तैरकर रस्से से पार ले गये। उनके साहस और सामाजिक कर्त्तव्य-बोध को देख कर ही उनको सम्मानित करने का निर्णय उन्होंने किया। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया भी घटना-स्थल पहुँची थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिक श्री रामदास पुत्र सभाराम, श्री भागीरथ पुत्र जलमा, श्री निजाम शाह पुत्र शंभू शाह और श्री कल्लन बाथम पुत्र रामजीलाल को पाँच-पाँच लाख रूपये की सम्मान निधि से सम्मानित किया। साथ ही राज्य अनुक्रिया बल ग्वालियर के उप निरीक्षक श्री प्रदीप कुमार, प्रधान आरक्षक श्री राजेश कुमार यादव, श्री गजेन्द्र सिंह कौरव को तथा जिला पुलिस बल के उप निरीक्षक श्री गोपाल चौबे, उपनिरीक्षक श्री सुरेन्द्र सिंह यादव, उप निरीक्षक श्री अमित शर्मा और आरक्षक श्री मुकेश यादव को सम्मानित करते हुए कहा कि उन्हें भी पृथक से सम्मान निधि दी जायेगी।
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राज्यपाल द्वारा उज्जैन में संस्कृत विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यों का शुभारंभ मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने उज्जैन में महर्षि पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित महर्षि पतंजलि छात्रावास एवं संस्कृत शिक्षण-प्रशिक्षण, ज्ञान-विज्ञान संवर्द्धन-योग केन्द्र का शुभारम्भ किया। राज्यपाल ने कहा कि महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय के बटुक एक दिन महान राजनीतिज्ञ चाणक्य बनकर राष्ट्र को नई दिशा देंगे। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि आज यहां विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षा प्राप्त करने वाले बेटे-बेटियों ने मिलकर 1111 पौधे रोपकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाकर विश्वविद्यालय को गौरव प्रदान किया है। यह देशवासियों के लिये एक अनुकरणीय उदाहरण है। राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ, संतुलित तथा स्वस्थ बनाये रखने की दिशा में ऐसे प्रयास निरन्तर होते रहने चाहिये। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि हमारी संस्कृति संस्कृत के बिना संभव नहीं है। इसमें मां-बेटी का सम्बन्ध है। संस्कृत मां है और उसकी बेटी संस्कृति है। राज्यपाल ने कहा कि संस्कृत केवल मातृभाषा ही नहीं है, एक विचार भी है। संस्कृत एक संस्कृति है, संस्कार है, सभ्यता भी है और वह आचार संहिता भी है। विश्व का सबसे उत्कृष्ट ज्ञान और विज्ञान है। संस्कृत सबका मूल है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपति से कहा कि विश्वविद्यालय में सौर ऊर्जा का प्लांट लगाया जाये। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का कहना है कि सौर ऊर्जा क्षमता में वृद्धि का लाभ किसानों और आम लोगों तक पहुँचाना चाहिये। विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य जाँच शिविर लगाये जायें और उसमें छात्राओं के स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये। कार्यक्रम को विधायक डॉ.मोहन यादव ने भी संबोधित किया। शुरूआत में कुलपति प्रो.रमेशचंद्र पांडा ने विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में राज्यपाल एवं अन्य अतिथियों ने कात्यायन शुल्बसूत्र, व्यक्तित्व का मनोविज्ञान एवं दर्शन आदि नाम की पुस्तकों का विमोचन किया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की मीनाक्षी सेन को एमपीपीएससी में संस्कृत में सहायक अध्यापक का चयन होने पर सम्मानित किया। वहीं विश्वविद्यालय के एवं संबद्धता वाले महाविद्यालयों के संस्कृत में प्रथम आने पर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने रूद्राक्ष का पौधा रोपा। अन्य अतिथियों और सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने विद्यालय परिसर और विद्यालय के समीप की पहाड़ी पर एकसाथ पौध-रोपण किया। अंत में कुलसचिव श्री मनोज कुमार तिवारी ने आभार माना।
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जिस डेंगू के डी-2 वायरस ने दिल्ली में कहर बरपाया था, वही भिलाई में लोगों की जान ले रहा है। इसका खुलासा राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्र जबलपुर की रिपोर्ट में हुआ है। भिलाई में डेंगू के 13 मरीजों के सेंपल में डी-2 वायरस मिले हैं। भिलाई में 23 जुलाई से डेंगू ने दस्तक दी है। इसके बाद से अब तक 588 लोगों को डेंगू हो चुका है। मंगलवार को लक्ष्मण नगर छावनी की किशोरी सरस्वती (17) की रायपुर के बालाजी अस्पताल में डेंगू से मौत हो गई। इस तरह भिलाई में डेंगू से 23 व प्रदेश में 24 मौतें हो चुकी हैं। भिलाई में हालात बिगड़ते देख स्टेट हेल्थ सचिवालय ने रिसर्च के लिए राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्र जबलपुर के विशेषज्ञों को बुलाया था। 14 अगस्त को आई उनकी रिपोर्ट में डेंगू के वायरस में कोई बदलाव नहीं आया। उसके बाद भिलाई में सात और मौतें हो गईं। तब एनसीडीसी नई दिल्ली के विशेषज्ञ पहुंचे। जबलपुर के विशेषज्ञों की टीम दोबारा यहां से डेंगू मरीजों के ब्लड सेंपल ले गई। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि डेंगू के डी-2 वायरस से तीन साल पहले दिल्ली में बड़ी संख्या में लोगों की मौत की वजह बने थे।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये राज्य सरकार ने कई निर्णय लिये हैं। भोपाल और ग्वालियर में स्वर्गीय अटल जी की स्मृति में भव्य स्मारक बनाये जायेंगे। ग्वालियर के गोरखी के जिस विद्यालय में स्वर्गीय वाजपेयी कक्षा 6 से 8 तक पढ़े थे उसे उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। इसमें स्मार्ट क्लास, प्लेनेटोरियम और म्यूजियम बनाया जायेगा, साथ ही स्वर्गीय अटल जी की प्रतिमा स्थापित की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास में कहा कि स्वर्गीय अटल जी की स्मृति में भोपाल और ग्वालियर में स्मृति वन स्थापित किये जायेंगे। जिनमें अटल जी की प्रतिमा के साथ उनके कार्यों को बेहतर ढ़ंग से प्रस्तुत किया जायेगा ताकि भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिल सके। भोपाल में 600 करोड़ रूपये की लागत से बन रहे ग्लोबल स्किल पार्क का नाम स्वर्गीय अटल जी के नाम पर रखा जायेगा। प्रदेश के स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किये जा रहे सात शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर और सतना में स्वर्गीय अटल जी के नाम पर विश्वस्तरीय लाइब्रेरी स्थापित की जायेगी। इन लाइब्रेरियों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में युवाओं के लिये कोचिंग, शोध और सामाजिक चिंतन के केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। इसी तरह सात स्मार्ट सिटी में बन रहे इनक्यूबेशन सेंटर्स का नाम स्वर्गीय अटल जी के नाम पर रखा जायेगा। इन सेंटरों पर मध्यप्रदेश के युवाओं को स्टार्टअप स्थापित करने की सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी। स्वर्गीय अटल जी की जीवनी स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में होगी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी की जीवनी अगले वर्ष से स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल की जायेगी। स्वर्गीय अटल जी के नाम से तीन राष्ट्रीय पुरस्कार स्थापित किये जायेंगे। पाँच-पाँच लाख रूपये के यह पुरस्कार कविता, पत्रकारिता और सुशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिये जायेंगे। प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों के लिये बनाये जा रहे चार श्रमोदय विद्यालयों के नाम भी स्वर्गीय अटल जी के नाम पर रखे जायेंगे। विदिशा में शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज का नाम भी स्वर्गीय अटल जी के नाम पर रखा जायेगा। भोपाल के अत्याधुनिक हबीबगंज रेल्वे स्टेशन का नाम स्वर्गीय अटल जी के नाम पर करने के लिये केन्द्रीय रेलमंत्री से आग्रह किया जायेगा। 21 अगस्त को भोपाल में श्रद्धांजलि सभा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 21 अगस्त को भोपाल में समाज का हर वर्ग स्वर्गीय अटल जी को श्रद्धांजलि दें इसके लिये रविन्द्र भवन के मुक्ताकाश में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जायेगी। आगामी 22 से 25 अगस्त बीच सभी जिला मुख्यालय में तथा आगामी 25 से 30 अगस्त के बीच सभी विकासखण्ड और ग्राम पंचायतों में भी श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जायेगी। स्वर्गीय अटल जी के अस्थियों को नर्मदा सहित प्रदेश की सभी प्रमुख नदियों में प्रवाहित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केरल के बाढ़ प्रभावितों के लिये राज्य सरकार द्वारा दस करोड़ रूपये की सहायता राशि भेजी जायेगी। उन्होंने प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि संकट की इस घड़ी में अपने सामर्थ्य के अनुसार केरल के बाढ़ प्रभावितों को सहयोग करें। इसके लिये मुख्यमंत्री सहायता कोष में केरल सहायता के नाम से खाता क्रमांक 37885301406 स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बल्लभ भवन शाखा में राशि जमा करा सकते हैं।
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सिवनी जिले के ग्राम जमुनिया की 13 वर्षीय बालिका सुलोचना अक्सर बीमार रहती थी। कुछ नासमझी और कुछ आर्थिक स्थिति के कारण उसका कभी ढंग का इलाज नहीं हुआ। सुलोचना की किस्मत कहिये कि एक दिन आरबीएसके की टीम गांव पहुँच गई। टीम ने जाँच में सुलोचना को गंभीर हृदय रोग से ग्रसित पाया। जिला प्रशासन की मदद से 24 जुलाई को नागपुर के श्रीकृष्णा हास्पिटल में उसकी हार्ट सर्जरी हुई। ऑपरेशन तो सफल रहा पर सुलोचना ठीक से अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थी। उसका स्कूल जाना भी बंद हो गया। माता-पिता हैरान-परेशान थे। लगभग एक साल तक ऐसी ही स्थिति में रहने से सुलोचना का मनोबल गिरने लगा था। उपचार के दौरान होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. तारेन्द्र डेहरिया ने सुलोचना और उसके माता-पिता को ढांढस बंधाया कि होम्योपैथिक इलाज से वह ठीक हो सकती है। डॉ. डेहरिया ने 6 माह तक सुलोचना का नि:शुल्क उपचार किया। अब सुलोचना अपने पैरों पर खड़ी होने के साथ ही चलने भी लगी है। डॉक्टर का विश्वास है कि जल्दी ही सुलोचना दौड़ने और खेलने-कूदने लगेगी।
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राष्ट्रपति पदक प्राप्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से भेंट राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से आज मध्यप्रदेश पुलिस के राष्ट्रपति पदक प्राप्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भेंट की। राज्यपाल ने बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश देश का प्रथम राज्य है, जहां नाबालिगों से दुष्कर्म के मामलों में फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है। बच्चियों से दुष्कर्म के मामले में पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा त्वरित कार्यवाही एवं न्यायालय में साक्ष्य प्रस्तुतीकरण के कारण दोषियों को कम से कम समय में दण्डित किया जा रहा है। पुलिस की ही निरंतर और प्रभावी कोशिशों के चलते मध्यप्रदेश में कानून-व्यवस्था संतोषजनक है पुलिस को अपनी जन-हितैषी छवि को और पुख्ता बनाने की आवश्यकता है। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि उन्नत तकनीकी, इंटरनेट एवं सोशल मीडिया के कारण साइबर अपराधों में वृद्धि हो रही है। अपराधों की रोकथाम तथा कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाये रखने के लिए पुलिस आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। साहसी, कर्मठ और बहादुर पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को पदक से सम्मानित किया जाना समूचे प्रदेश के लिये गौरव और अभिमान का प्रसंग है। राज्यपाल ने कहा कि महिला अपराधों के प्रति जागरुकता तथा बच्चियों एवं महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त बनाने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा कई नवाचार किए जा रहे हैं। प्रदेश के 12 जिलों के 180 थानों में URJA डेस्क (अरजेन्ट रिलीफ एण्ड जस्ट एक्शन डेस्क) स्थापित की जा रही हैं। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला, ने पुलिस की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस प्रदेश को सुरक्षित बनाये रखने के प्रति कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाओं को पुलिस ने चुनौति के रूप में लिया है। त्वरित कार्यवाही करते हुए बच्चियों से बलात्कार के 10 मामलों में दोषियों को फांसी की सजा दिलाई है। इस अवसर पर म.प्र. पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के चेयरमेन, श्री विजय कुमार सिंह, विशेष महानिदेशक, पुलिस सुधार श्री मैथिलीशरण गुप्त, राज्यपाल के सचिव श्री डी.डी.अग्रवाल तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और पदक प्राप्त अधिकारियों और कर्मचारियों के परिजन उपस्थित थे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक,विसबल श्री विजय यादव ने आभार व्यक्त किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ‘मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना’ में वार्षिक आय सीमा को 6 से बढ़ाकर 8 लाख रुपये वार्षिक किया गया है। इससे पुलिस परिवार के प्रतिभावान बच्चों को भी उच्च शिक्षा में सुविधा होगी। बच्चों की शिक्षा के लिये और भी जो करना होगा, अवश्य किया जायेगा। पुलिस परिवारों की शिक्षा स्वास्थ्य और आवास सुविधाओं को बेहतर करने के कार्य निरंतर हो रहे हैं। बुनियादी सुधार के प्रयासों को भी विस्तारित किया जायेगा। श्री चौहान आज प्रदेश पुलिस के पदक विजेता अधिकारियों-कर्मचारियों और उनके परिजनों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस विपरीत परिस्थितियों में कार्य करती है उनके परिवार का जीवन भी कठिनाई में रहता है इसी लिये पुलिस परिवार के प्रति उनका विशेष स्नेह और लगाव है। उनके लिये बेहतर से बेहतर कैसे किया जाये। इसके प्रयास निरंतर कर रहे हैं। पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा निरंतर आधुनिक सुविधा संपन्न मकान बनाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिये कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए वीरगति को प्राप्त करने वाले पुलिस के जवान को भी शहीद का सम्मान दिया है। उन्हें भी सेना के वंदनीय शहीदों के समान ही शासन से मान-सम्मान मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था आंतकवादी गतिविधियों आदि को नियंत्रित करने में पुलिस की उपलब्धियां अनंत और गर्व का विषय है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी कटनी में बलात्कार के अपराधी को मात्र पांच दिन में सजा के मामले की जानकारी को प्रसारित करने के लिये कहा है। उन्होंने पुलिस को बधाई देते हुये कहा कि प्रकरण में पुलिस द्वारा की गयी त्वरित कार्रवाई, अनुसंधान और चालान प्रस्तुत करने के कार्य तत्परता और उत्कृष्टता के साथ किये इसी से अपराधी को शीघ्र दंड मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के आधुनिकीकरण के प्रयास निरंतर जारी हैं। प्रदेश में पल-पल की खबर रखने के लिये देश में संभवत: सर्वाधिक 11 हजार सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगाये हैं। आज सेफ सिटी मॉनीटरिंग एवं रिस्पॉस सेन्टर का भी लोकार्पण हुआ है। डॉयल-100 के मोबाईल एप, डॉयल-100 सेवा में जोड़े जा रहे। डॉयल-100 में मोटर साइकिल को भी शामिल किया गया है। ताकि जनता को आवश्यकतानुसार गलियों में भी पुलिस की सेवाएं प्राप्त हो सकें। कार्यक्रम के प्रारंभ में पुलिस महानिदेशक श्री ऋषिकुमार शुक्ला ने स्वागत उद्बोधन दिया पुलिस आधुनिकीकरण की स्थिति और आवश्यकताओं की जानकारी दी। आभार प्रदर्शन अतिरिक्त महानिदेशक विशेष सशस्त्र बल श्री विजय यादव ने किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नागरिकों के सक्रिय सहयोग और भागीदारी से समृद्ध मध्यप्रदेश का निर्माण होगा। उन्होंने नागरिकों से समृद्ध मध्यप्रदेश बनाने के लिये सुझाव माँगे। श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में हर गाँव में जनजातीय अधिकार सभा बनाई जायेगी। इस सभा को स्थानीय विकास और संसाधनों के उपयोग के संबंध में निर्णय लेने का अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश करने वाली जो औद्योगिक इकाई रोजगार उपलब्ध करायेगी, उसे शासकीय रियायतों में प्राथमिकता दी जायेगी। श्री चौहान आज स्थानीय लाल परेड ग्राउंड पर राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में परेड की सलामी ली। श्री चौहान ने उन सभी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी, जिनके बलिदान से भारत को आजादी मिली। उन्होंने कहा कि अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद हुए जवानों के परिवारों को एक करोड़ रूपये की सम्मान निधि दी जायेगी। इसमें से 40 प्रतिशत राशि शहीदों के माता पिता के खातों में डाली जायेगी और बाकी शहीद के उत्तराधिकारी को दी जायेगी। माता-पिता को आजीवन पाँच हजार रूपये की पेंशन भी दी जायेगी। यदि शहीदों के बच्चे शहरों में पढ़ने आते हैं, तो उन्हें फ्लैट की सुविधा दी जायेगी। हर साल 14 अगस्त को प्रदेश में शहीद सम्मान दिवस मनाया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक सशक्त और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। नये भारत का निर्माण करने के लिये नये मध्यप्रदेश का निर्माण करना जरूरी है। हम बीमारू राज्य से प्रगतिशील और अब विकसित राज्य की ओर बढ रहे हैं। अब समद्ध मध्यप्रदेश बनाना है। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश हर क्षेत्र में आगे है। भरपूर बिजली है। भरपूर सिंचाई हो रही है। नर्मदा को गंभीर नदी से जोड़ा जा रहा है। इसके बाद पार्वती और कालीसिंध नदियों से जोड़ा जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि किसानों की समृद्धि राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। किसानों को कई राहतें दी गई हैं। उन्हें उनकी उपज का पूरा दाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रति हेक्टेयर के हिसाब से सहायता देने पर भी विचार किया जाना चाहिये। प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है, लेकिन इसे और बढ़ाने की आवश्यकता है। गरीबों को पक्का मकान बनाने के लिये पट्टे दिये जा रहे हैं। कोई गरीब बिना मकान और जमीन के नहीं रहेगा। बिजली बिल माफ किये जा रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई का खर्चा सरकार उठायेगी। इस साल के आखिर तक सभी घरों में बिजली होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा कर्मी बनाने की संस्कृति को समाप्त कर अध्यापक का सम्मानजनक पद बनाया गया है। बैतूल जिले से 'एक परिसर-एक स्कूल' का प्रयोग शुरू किया जा रहा है, जिसमें एक ही स्कूल परिसर में पढ़ाई के सभी आधुनिक संसाधन उपलब्ध होंगे। आगामी 17 अगस्त को 'मिल-बाँचे मध्यप्रदेश'' का शुभारंभ हो रहा है। उन्होंने सभी सक्षम नागरिकों से अपील की कि वे अपनी पसंद के स्कूल में जायें और बच्चों को पढायें, शिक्षाप्रद कहानियाँ सुनायें और किताबें दान में दें। श्री चौहान ने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से छोटे तालाबों के निर्माण के लिये ग्राम सरोवर अभिकरण बनाया जायेगा। यह अभिकरण पाँच वर्षों में पाँच हजार तालाब निर्मित करेगा। उद्योगों के जरिए रोजगार में वृद्धि के लिये अब उद्योगों को टैक्स में छूट देने के बजाय निवेश में सीधे सहायता देने के लिये औद्योगिक नीति में बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति लगातार बेहतर बनी हुई है। हमारी विकास दर पिछले कई वर्षों में लगातार डबल डिजिट में रही है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है। गरीब परिवारों को सभी मूलभूत सुविधाएँ जुटाने और गरीब परिवारों की आय बढ़ाने का काम किया जायेगा। गरीबों की चिंता दूर करेगी संबल योजना मुख्यमंत्री जन-कल्याण योजना 'संबल' की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि यह योजना प्रदेश की लगभग आधी आबादी की रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, रोजगार जैसी मूलभूत चिंताओं को दूर करने का काम करेगी। एक जनवरी 2018 से ग्रामीण क्षेत्र में भू-खण्ड अधिकार अभियान में नौ लाख से अधिक परिवारों को भू-खण्ड अधिकार-पत्र दिए गए हैं। पहले वितरित भू-खण्ड अधिकार पत्रों को शामिल कर 35 लाख से अधिक परिवार को आवासीय भू-खण्ड मिल चुके हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 7 लाख से ज्यादा आवास बन गये हैं। सवा लाख आवासों का निर्माण पूरा हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र के 94 प्रतिशत घरों में शौचालय सुविधा के साथ प्रदेश, देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। पंजीकृत श्रमिकों और संन्निर्माण कर्मकारों को अधिकतम 200 रूपये प्रति माह की दर से जुलाई माह से बिजली बिल देना प्रारंभ किया गया है। बिजली के क्षेत्र में आत्म-निर्भर होने के बाद अब लक्ष्य यह है कि हर नागरिक का घर बिजली से रोशन हो। सौभाग्य योजना के तहत 31 जिलों में सभी पात्र हितग्राहियों के घरों तक बिजली पहुँचाई जा चुकी है। अक्टूबर माह तक प्रदेश के हर घर में बिजली का प्रकाश लाने का हमारा लक्ष्य है। किसानों के खातों में जमा कराये 35 हजार करोड़ मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती की आय को पाँच वर्षों में दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये सिंचाई का रकबा बढाया जा रहा है। अभी 40 लाख हेक्टेयर है। इसे बढाकर 80 लाख हेक्टेयर कर दिया जायेगा। इस वर्ष फसल बीमा, मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि, भावांतर भुगतान, प्राकृतिक आपदाओं से फसल क्षति और अन्य विभिन्न योजनाओं से किसानों के खातों में सीधे 35 हजार करोड़ रूपये की राशि पहुँचायी गयी है। कृषि के सहयोगी क्षेत्रों को भी भरपूर बढ़ावा दिया जा रहा है। नियमों में संशोधन करते हुए राहत राशि को 30 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर कर दिया गया है। इस वर्ष केला फसल क्षति राहत 27 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये प्रति हेक्टेयर और अधिकतम 3 लाख रुपये प्रति कृषक की गई है, जिससे बुरहानपुर के केला उत्पादक किसानों को आपदा की घड़ी में सरकार का संबल मिला। श्री चौहान ने कहा कि भूमि-स्वामी और बटाईदार के हितों का संरक्षण करने के लिए कानून बनाने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। अब भूमि-स्वामी निश्चिंत होकर अपनी भूमि पाँच वर्ष तक बटाई पर दे सकेगा। स्मार्ट सिटी परियोजना में निवेश होगा 20 हजार करोड़ श्री चौहान ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना में सात शहर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सतना और सागर शामिल है। इन शहरों में पुनर्घनत्त्वीकरण और पुनर्निर्माण पर जोर दिया जा रहा है। इस परियोजना में 20 हजार करोड़ रूपये निवेश की योजना है। स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे देश में नगर निगम इंदौर प्रथम और नगर निगम भोपाल द्वितीय स्थान पर लगातार दूसरे वर्ष भी रहे हैं। अगले 3 वर्षों में प्रदेश का कोई भी नगरीय निकाय ऐसा नहीं होगा, जहाँ पेयजल परियोजना अधूरी हो अथवा पेयजल का संकट हो। मुख्यमंत्री ने बताया कि सड़कों के विकास में विशेष रूप से निवेश किया है। निरंतर विकास की प्रक्रिया आगे भी जारी है। सरकार 6,600 कि.मी. की सड़कों का निर्माण/उन्नयन और 3,200 कि.मी. सड़कों के नवीनीकरण का कार्य कर रही है। सभी संभागीय मुख्यालयों को फोर-लेन तथा सभी जिला मुख्यालयों को टू-लेन से जोड़ने का कार्य आने वाले समय में प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त चंबल एक्सप्रेस-वे जैसी महत्त्वपूर्ण सड़क निर्माण परियोजनाओं पर जोर दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले समय में एक भी गाँव ऐसा नहीं बचेगा, जो बारहमासी सड़कों से जुड़ा ना हो। आयुष्मान भारत योजना से लाभान्वित होंगे एक करोड़ 15 लाख परिवार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गरीबों के स्वास्थ्य के लिए शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि इस योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवार को पाँच लाख रुपये तक के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। योजना में राज्य के लगभग 75 लाख परिवारों को शामिल किया गया है। राज्य सरकार ने एक कदम आगे जाकर 22 अन्य श्रेणी के परिवारों को भी इस योजना में शामिल कर लिया है। इस कदम से आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्रदेश के लगभग एक करोड़ 15 लाख परिवार ले सकेंगे। श्री चौहान ने कहा कि इस शिक्षा सत्र से दतिया, विदिशा, खण्डवा, रतलाम में नये मेडिकल कॉलेज शुरू कर एमबीबीएस पाठ्यक्रम में 500 सीट की वृद्धि की गई है। सिवनी और छतरपुर में नए मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस प्रकार, आने वाले समय में शहडोल, शिवपुरी, सतना तथा छिंदवाड़ा सहित 6 नए मेडिकल कॉलेज प्रदेश में और कार्य करना प्रारंभ कर देंगे। 'एक परिसर-एक शाला'' मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता के सुधार के लिए “एक परिसर-एक शाला” की अवधारणा प्रारंभ की जा रही है। इसके तहत एक परिसर में चलने वाली सभी तरह की शालाओं का एकीकरण कर उन्हें एक ही विद्यालय के रूप में चलाया जाएगा। इससे शिक्षकों के साथ-साथ अन्य संसाधनों का बेहतर उपयोग हो पाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूलों में शिक्षा कर्मी व्यवस्था को समाप्त करते हुए अध्यापक संवर्ग और संविदा शिक्षकों का शिक्षा एवं जनजातीय कल्याण विभाग में संविलियन किया गया है। महाविद्यालयों में काफी समय बाद नियमित प्राध्यापकों की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है। इस वर्ष से मुख्यमंत्री जन-कल्याण योजना में पंजीकृत श्रमिकों के पुत्र-पुत्रियों को भी इसी योजना का लाभ मिलेगा। हर साल साढ़े सात लाख युवाओं का कौशल संवर्धन श्री चौहान ने कहा कि युवा सशक्तिकरण मिशन के तहत राज्य सरकार ने प्रति वर्ष साढ़े सात लाख युवाओं के कौशल संवर्धन का लक्ष्य रखा है। भोपाल में सिंगापुर के सहयोग से 645 करोड़ का विश्व-स्तरीय ग्लोबल स्किल पार्क स्थापित किया जा रहा है। युवाओं को रोजगार देने के लिए राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर जिला मुख्यालयों पर रोजगार मेले लगाए गए, जिनमें लगभग सवा लाख युवाओं को नौकरियाँ प्रदान की गईं। राज्य शासन की स्व-रोजगार से जुड़ी योजनाओं के तहत लगभग एक लाख युवाओं को इसी महीने विशेष शिविर आयोजित कर पूरे प्रदेश में ऋण स्वीकृति-पत्र प्रदान किए गए हैं। एमएसएमई विकास नीति 2017 में विभिन्न अनुदान का एकीकरण कर इसे मध्यम, लघु तथा सूक्ष्म इकाईयों के लिए और आकर्षक बनाया गया है। प्रदेश में पिछले वर्ष दो लाख से अधिक एमएसएमई पंजीकृत हुईं हैं, जिसमें 1,400 करोड़ के निवेश के साथ 5 लाख लोगों को रोजगार मिला है। जनजातीय कल्याण पर खर्च होंगे दो लाख करोड़ मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले 5 वर्षों में प्रदेश में जनजातीय कल्याण पर दो लाख करोड़ रुपए के कार्य किए जाएंगे, जिससे समस्त जनजातियों का सर्वांगीण विकास होगा। इस वर्ष 9 अगस्त को जनजातीय कल्याण की दिशा में एक नया कदम उठाते हुए अंर्तराष्ट्रीय आदिवासी दिवस को समारोह पूर्वक मनाया। अनुसूचित विकासखंडों के प्रत्येक ग्राम में जनजातीय अधिकार सभा का गठन होगा। विशेष रूप से पिछड़ी जनजातियों में कुपोषण की समस्या को देखते हुए प्रत्येक परिवार के बैंक खाते में एक हजार रुपये प्रति माह का पोषण अनुदान जमा किया जा रहा है। अनुसूचित जातियों का सर्वांगीण विकास सरकार की प्राथमिकता में है। प्रति वर्ष साढ़े 22 लाख से अधिक विद्यार्थियों को हम 732 करोड़ रूपये से अधिक राशि की छात्रवृति एवं शिष्यवृति दे रहे हैं। साथ ही इन वर्गों के आर्थिक विकास के लिये पिछले वर्ष मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना, युवा उद्यमी योजना एवं आर्थिक कल्याण योजना के तहत 11 हजार हितग्राहियों को लगभग 362 करोड़ की आर्थिक सहायता दी गई है। महिलाओं की सुरक्षा श्री चौहान ने कहा कि बालिकाओं से दुष्कर्म या सामूहिक बलात्कार के अपराध को मृत्यु-दण्ड से दण्डनीय बनाने वाला कानून विधानसभा से पास करवाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। ऐसे अपराधों के निराकरण के लिए 50 विशेष न्यायालय कार्यरत हैं। पिछले छ: माह में बालिकाओं से दुष्कर्म के आठ प्रकरणों में अपराधियों को मृत्यु-दण्ड की सजा दी गई है। श्री चौहान ने कहा कि इस वर्ष भी नर्मदा तथा अन्य नदियों के केचमेंट सहित पूरे प्रदेश में उच्च गुणवत्ता के 7 करोड़ पौधे लगाये जाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। नर्मदा नदी के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा 'नर्मदा सेवा मिशन' गठित किया गया है। नर्मदा तट के 19 नगरीय निकाय में 1300 करोड़ की सीवरेज योजनाएँ प्रगति पर हैं। वनोपज संग्राहकों के कल्याण के लिए इस वर्ष राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। तेंदूपत्ता संग्राहकों को 2000 रूपये प्रति मानक बोरा राशि दी जा रही है, जो पिछले वर्ष से 60 प्रतिशत अधिक है। पहली बार 22 लाख 35 हजार तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूता-चप्पल, पानी की बोतल तथा महिला संग्राहकों को साड़ी प्रदाय की गई है। गठित होगा लोक कलाकार मण्डल राज्य सरकार कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिये राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि ओंकारेश्वर में आदिगुरू शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास गठित किया गया है। कला एवं संस्कृति को सहेजने के लिये लोक कलाकार मण्डल गठित किया जा रहा है। पाँच नये हिन्दी सेवा सम्मान शुरू किये गये हैं। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का लाभ हजारों वरिष्ठ नागरिकों ने लिया है। प्रदेश की 'स्पोर्टस हब' के रूप में पहचान बन रही है। बीते डेढ़ दशक में खेल अधोसंरचनाओं का उल्लेखनीय विकास हुआ है। राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी खिलाड़ी पदक जीत रहे हैं। राज्य शासन ने कर्मचारियों के कल्याण का पूरा ध्यान रखा है। कर्मचारियों और पेंशन-धारकों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुशासन के लिये समाधान एक दिन-तत्काल सेवा प्रदाय व्यवस्था में 34 सेवाओं को एक दिन में प्रदाय किया जा रहा है। सीएम हेल्प लाइन नागरिक केन्द्रित सेवा प्रदाय की पहल है। इसमें अब तक प्राप्त 95 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण हो चुका है। प्रभावी अपराध नियंत्रण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था लगातार बेहतर रखने में सरकार सफल रही है। साम्प्रदायिक सौहार्द की दृष्टि से प्रदेश देश में मिसाल बना है। पिछले वर्षों में 161 नये पुलिस थाने तथा 111 नई पुलिस चौकियाँ स्थापित की गईं और 42 हजार 336 पदों पर भर्ती की गईं। महिलाओं के लिये 676 थानों में पृथक कक्ष के निर्माण की परियोजना में इस वर्ष 40 करोड़ का प्रावधान है। डॉयल-100 यजना से 50 लाख से भी अधिक पीड़ितों और जरूरतमंदों को मौके पर पुलिस सहायता मिली है। प्रदेश भर में संवेदनशील स्थानों पर 10 हजार सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगाकर अपराधों पर नियंत्रण की प्रभावी व्यवस्था करने वाला वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से विकासशील और फिर विकसित राज्य बनाने के बाद अब समृद्ध राज्य बनाएंगे। उन्होंने आज यहां मंत्रालय में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समृद्ध मध्यप्रदेश का विज़न साझा किया। श्री चौहान ने विकास के सभी प्रमुख क्षेत्रों में समृद्ध मध्यप्रदेश बनाने का रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बिजली, पानी, सड़क और अधोसंरचना निर्माण जैसे बुनियादी क्षेत्रों का रोडमेप पहले ही तैयार है और इन क्षेत्रों में अच्छी प्रगति हुई है। कृषि क्षेत्र में अब उत्पादन की चुनौती लगभग खत्म हो गई है। अब उत्पादन की गुणवत्ता, खाद्य प्र-संस्करण, निर्यात, और दोगुना आय बढ़ाने जैसे विषयों पर ध्यान देना होगा। अब दूसरे देशों को भी कृषि उपज निर्यात करने पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि किसानों को ज्यादा फायदा हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोज़गार सृजन एक बड़ा और चुनौतीपूर्ण काम है। जितनी संख्या में युवा शिक्षित हो रहे हैं उसी अनुपात में ज्यादा से ज्यादा संख्या में उन्हें रोज़गार के अवसर मिलना चाहिए। रोज़गार अवसरों के सृजन के लिए रचनात्मक तरीके से सोचना होगा। संबल योजना के संबंध में अपना विजन बताते करते हुए श्री चौहान ने कहा कि संसाधनों पर गरीबों का अधिकार है और उन्हें मिलना चाहिये। यह सबकी साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के स्व-सहायता समूहों को बढ़ावा देकर गरीबी पर नियंत्रण किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि अब तक मध्यप्रदेश के निर्माण में जो हुआ है वह अभूतपूर्व है और इसके अच्छे परिणाम सामने हैं। अब एक कदम आगे बढ़ाते हुए समृद्ध मध्यप्रदेश बनाने का सपना साकार करना है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी प्रतिभा और अनुभव का उपयोग करते हुए समृद्ध मध्यप्रदेश बनाने का रोडमैप बनाये। सिर्फ अपने विभाग की योजनाओं तक सीमित न रहें। एक सम्पूर्ण सोच प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी कहा कि विभागीय बजट पर निर्भर रहकर काम करने की पारंपरिक सोच को छोड़कर रचनात्मक प्रयासों से आय के अतिरिक्त स्त्रोत और संसाधन निर्मित कर आगे बढ़ें। बजट से ज्यादा रचनात्मक दृष्टि और प्रतिबद्धता काम करती है। बैठक में वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, मुख्य सचिव श्री बी. पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव और सभी विभागों के प्रमुख सचिव उपस्थित थे।
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मैनिट चौराहा में 15 लाख की लागत से हाकर्स कार्नर बनया जायेगा। राजस्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने हाकर्स कार्नर का भूमि-पूजन किया। श्री गुप्ता ने कहा कि हाकर्स कार्नर में उन्हीं को दुकान दें, जो दुकान चलायें। एक भी दुकान बद नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि टॉयलेट भी बनवायें। श्री गुप्ता ने कहा कि इमानदारी से दुकान चलायेंगे तो ग्राहकी अच्छी चलेगी। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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राज्यपाल पटेल ने सैनिकों के लिए रवाना किया राखियों का रक्षा रथ एमपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने भारत रक्षा पर्व पर सीमा पर तैनात सैनिकों के लिये मध्यप्रदेश की बहनों की ओर से राखी ले जा रहे रक्षा रथ को आज राजभवन से झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्यपाल ने कहा कि मैं बहादुर सैनिकों को सैल्यूट करती हूँ। उनके कारण ही आज हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। रक्षा रथ में नवदुनिया समाचार पत्र द्वारा बहनों से संग्रहित राखियाँ सीमा पर तैनात सैनिकों को भेजी गईं हैं। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में समाचार पत्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हर कठिन परिस्थिति में जनता और नेताओं का मार्गदर्शन किया है, सजग प्रहरी की भूमिका का निर्वहन किया है। आजादी के बाद भी देश के विकास में समाचार पत्रों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। राज्यपाल ने कहा कि हमारी सेना ने विश्व की बड़ी सेनाओं में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित की है। आतंकवाद, नक्सलवाद और पड़ोसी देशों से घुसपैठ तथा अकारण गोलाबारी के बावजूद हमारे सैनिकों के हौसले बुलंद हैं। वो दुश्मनों को करारा जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सेना की 40 साल पुरानी मांग को पूरा कर उनका हक अदा किया है। राज्यपाल ने कहा कि रक्षाबंधन भाई को बहन की रक्षा करने का संकल्प याद दिलाता है। सीमा पर तैनात सैनिक भी हमारे भाई हैं। रक्षाबंधन के दिन हजारों, लाखों सैनिक सीमा पर तैनात रहने के कारण अपनी बहनों से राखी नहीं बंधवा पाते। उन्होंने कहा कि देश की सभी बहनों द्वारा राखी भेजने से उनके हौसले बुलंद होंगे। इस अवसर पर नवदुनिया के संपादक श्री सुरेश गौड़, स्टेट उप संपादक श्री ऋषि पांडे, विश्वविद्यालय के चांसलर श्री संजीव अग्रवाल और छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
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राज्यपाल पटेल ने सैनिकों के लिए रवाना किया राखियों का रक्षा रथ एमपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने भारत रक्षा पर्व पर सीमा पर तैनात सैनिकों के लिये मध्यप्रदेश की बहनों की ओर से राखी ले जा रहे रक्षा रथ को आज राजभवन से झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्यपाल ने कहा कि मैं बहादुर सैनिकों को सैल्यूट करती हूँ। उनके कारण ही आज हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। रक्षा रथ में नवदुनिया समाचार पत्र द्वारा बहनों से संग्रहित राखियाँ सीमा पर तैनात सैनिकों को भेजी गईं हैं। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में समाचार पत्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हर कठिन परिस्थिति में जनता और नेताओं का मार्गदर्शन किया है, सजग प्रहरी की भूमिका का निर्वहन किया है। आजादी के बाद भी देश के विकास में समाचार पत्रों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। राज्यपाल ने कहा कि हमारी सेना ने विश्व की बड़ी सेनाओं में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित की है। आतंकवाद, नक्सलवाद और पड़ोसी देशों से घुसपैठ तथा अकारण गोलाबारी के बावजूद हमारे सैनिकों के हौसले बुलंद हैं। वो दुश्मनों को करारा जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सेना की 40 साल पुरानी मांग को पूरा कर उनका हक अदा किया है। राज्यपाल ने कहा कि रक्षाबंधन भाई को बहन की रक्षा करने का संकल्प याद दिलाता है। सीमा पर तैनात सैनिक भी हमारे भाई हैं। रक्षाबंधन के दिन हजारों, लाखों सैनिक सीमा पर तैनात रहने के कारण अपनी बहनों से राखी नहीं बंधवा पाते। उन्होंने कहा कि देश की सभी बहनों द्वारा राखी भेजने से उनके हौसले बुलंद होंगे। इस अवसर पर नवदुनिया के संपादक श्री सुरेश गौड़, स्टेट उप संपादक श्री ऋषि पांडे, विश्वविद्यालय के चांसलर श्री संजीव अग्रवाल और छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
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मध्यप्रदेश शासन ने संबल योजना और म.प्र. भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल पोर्टल पर पंजीकृत कर्मकारों के विरुद्ध जून 2018 तक दर्ज घरेलू बिजली संबंधी न्यायालयीन प्रकरणों में अभियोजन वापस लेने का निर्णय लिया है। राज्य शासन के अनुरोध पर म.प्र. उच्च न्यायालय ने इन प्रकरणों के निराकरण के लिये विशेष लोक अदालतों के आयोजन की अनुमति दे दी है। प्रमुख सचिव ऊर्जा आई.सी.पी. केशरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि श्रमिकों और कर्मकारों के विरुद्ध विशेष न्यायालयों में वर्तमान में विद्युत अधिनियम-2003 की धारा 135 और 138 के लगभग 20 हजार प्रकरण प्रचलन में है। उच्च न्यायालय की अनुमति के बाद अब इन प्रकरणों के निराकरण के लिये शीघ्र ही विशेष लोक अदालतें लगायी जायेंगी। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा पंजीकृत श्रमिकों और कर्मकारों के जून 2018 तक के घरेलू संयोजन पर बिजली बिल की समस्त बकाया राशि माफ कर दी गई है। यह कार्यवाही मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी स्कीम-2018 में की गई है। इसके अतिरिक्त, इन हितग्राहियों को जुलाई 2018 के बिल से घरेलू संयोजन पर अधिकतम 200 रुपये प्रति माह के बिजली बिल की सुविधा दी गई है। इस सुविधा के अन्तर्गत हितग्राहियों के बिजली बिल की शेष राशि राज्य शासन द्वारा वहन की जा रही है।
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मध्यप्रदेश के शहरों में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट नीति के तहत मेट्रो रेल और बीआरटी कॉरीडोर के दोनों ओर करीब आधा किमी क्षेत्र में अब बहुमंजिला इमारतें बनेंगी। इसके लिए नगरीय विकास विभाग द्वारा कैबिनेट में प्रस्तुत ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) नीति को मंजूरी दे दी। इससे टीओटी क्षेत्र में अब सरकार जमीन के मिश्रित उपयोग को बढ़ावा देगी। इसमें आवासीय, वाणिज्यिक, सार्वजनिक, अर्द्ध सार्वजनिक और मनोरंजन क्षेत्र शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट नीति का अनुमोदन करने की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने पुष्टि की। उन्होंने बताया कि टीओडी पॉलिसी से भोपाल और इंदौर में मेट्रो रूट के ईद-गिर्द हाईराइज बिल्डिंग बन सकेंगी। बताया जा रहा है कि मेट्रो परियोजना का काम शुरू करने के लिए इस नीति को लागू करना जरूरी था। जनसंपर्क मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कैबिनेट ने प्याज और लहसुन के पौने दो लाख से ज्यादा किसानों को 800 करोड़ रुपए प्रोत्साहन राशि देने की मंजूरी दी गई। किशोरी बालिका योजना अब पूरे प्रदेश में लागू होगी।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आज नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने मध्यप्रदेश को नगरीय विकास में नवाचारों के लिये मिले राष्ट्रीय पुरस्कार सौंपे। ये पुरस्कार विगत 27-28 जुलाई को लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय नगरीय विकास कार्यशाला में मध्यप्रदेश को भारत सरकार द्वारा प्रदान किये गये हैं। इस अवसर पर महापौर आलोक शर्मा, मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह,प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास विवेक अग्रवाल, भोपाल निगमायुक्त अविनाश लवानिया, मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्मार्ट सिटी संजय कुमार भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि विगत 28 जुलाई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इन्टीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेन्टर के लिये भोपाल के महापौर श्री आलोक शर्मा और अमृत योजना में बाँड जारी करने के नवाचार के लिये इंदौर महापौर श्रीमती मालिनी लक्ष्मण गौड़ को राष्ट्रीय पुरस्कारों से अलंकृत किया था। इसके पूर्व 27 जुलाई को कार्यशाला में केन्द्रीय शहरी विकास, आवासीय एवं शहरी गरीबी उन्मूलन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी ने मध्यप्रदेश को नगरीय विकास के क्षेत्र में नवाचारों के लिये चार राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया था। ये पुरस्कार भोपाल के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में पब्लिक बाइक शेयरिंग, बी-नेस्ट इंक्यूबेशन सेंटर और जबलपुर स्मार्ट सिटी के एनडीएमसी के स्मार्ट क्लॉस-रूम एवं वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिये प्रदान किये गये।
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शुद्ध पेयजल के लिये 36 हजार घरों में नल कनेक्शन दिया जायेगा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पन्ना जिले के पवई एवं शाहनगर विकासखण्ड के 158 ग्रामों के लिये शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये 211.32 करोड़ की लागत से ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना का शिलान्यास किया। इस योजना के अंतर्गत लगभग 36 हजार घरों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। इस अवसर पर श्री चौहान ने अमहा लघु सिंचाई नहर विस्तारीकरण योजना का भी शिलान्यास किया। इस अवसर पर जिले की प्रभारी राज्य मंत्री श्रीमती ललिता यादव, सांसद श्री नागेन्द्र सिंह, बुंदेलखण्ड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री रामकृष्ण कुसमरिया और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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सरोजिनी नायडू कन्या महाविद्यालय के सामने बने महिला हॉकर्स कॉर्नर का नाम राजमाता विजयाराजे सिंधिया महिला हॉकर्स कॉर्नर होगा। राजस्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता और महापौर श्री आलोक शर्मा ने हॉकर्स कॉर्नर का निरीक्षण किया। उन्होंने जल्द इसे शुरू करवाने के निर्देश दिये। श्री गुप्ता ने नेहरू नगर स्थित बापू नगर की झुग्गियों के सुनियोजित व्यवस्थापन की कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने हाट-बाजार के लिये स्थल निरीक्षण भी किया। इस मौके पर स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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स्मार्ट सिटी परियोजना में चयनित प्रदेश के 7 शहर में 1610 करोड़ की लागत के 60 प्रोजेक्ट पूर्ण किए जा चुके हैं। वर्तमान में 2498 करोड़ के 139 प्रोजेक्ट प्रगति पर है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने सभी प्रोजेक्ट निर्धारित गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि देश के चुनिंदा शहरों में क्षेत्र आधारित विकास और पेन सिटी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश के सात शहर इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर और सतना का चयन तीन चरण में स्मार्ट सिटी के रूप में किया गया है। इन शहरों में 5 वर्षों में लगभग 20 हजार करोड़ के कार्य करवाया जाना प्रस्तावित है, जिन पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। श्रीमती सिंह ने बताया कि प्रथम चरण-2015 में तीन शहर भोपाल, इंदौर और जबलपुर का चयन किया गया। इन शहरों में इंदौर में 96.91 करोड़ की लागत के 28 प्रोजेक्ट पूर्ण किए जा चुके हैं तथा 455.43 करोड़ रूपये के 46 प्रोजेक्ट प्रगति पर है। भोपाल स्मार्ट सिटी में 1207 करोड़ रूपये के 16 प्रोजेक्ट पूर्ण किए जा चुके हैं तथा 478 करोड़ के 22 प्रोजेक्ट प्रगति पर है। स्मार्ट सिटी जबलपुर में 287 करोड़ लागत के 11 प्रोजेक्ट पूर्ण किए जा चुके हैं तथा 377 करोड़ रूपये लागत के 30 प्रोजेक्ट प्रगति पर है। द्वितीय चरण-2016 में उज्जैन और ग्वालियर का चयन किया गया है। इनमें उज्जैन स्मार्ट सिटी में 19 करोड़ रूपये के 5 प्रोजेक्ट पूर्ण किए जा चुके हैं तथा 155 करोड़ की लागत के 17 प्रोजेक्ट प्रगति पर है। स्मार्ट सिटी ग्वालियर में 530 करोड़ की लागत के 21 प्रोजेक्ट प्रगति पर है, जो समय-सीमा में पूर्ण कर लिये जायेंगे। तृत्तीय चरण-2017 में सागर और सतना शहर का चयन किया गया है। स्मार्ट सिटी सागर में 1735 करोड़ के 27 प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं, इनमें 46 करोड़ के 2 कार्य प्रगति पर है। इसी क्रम में स्मार्ट सिटी सतना में 1438 करोड़ की लागत के 27 प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं। इनमें 51 लाख रूपये की लागत के एक प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। शेष कार्य शीध्र प्रारंभ किए जायेंगे।
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मुख्यमंत्री द्वारा विदिशा जिले में 170 करोड़ के कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विदिशा में हुए किसान सम्मेलन में घोषणा की कि आगामी अगस्त माह से विदिशा में मेडिकल कॉलेज शुरू किया जायेगा। इससे विदिशा तथा आसपास की जनता को गंभीर बीमारियों के लिये भी समुचित उपचार आसानी से मिल सकेगा। श्री चौहान ने एक लाख 33 हजार किसानों के बैंक खातों में फसल बीमा योजना की 445 करोड़ की बीमा राशि ऑनलाईन ट्रांसफर की। मुख्यमंत्री ने विदिशा जिले में 170 करोड़ रूपये लागत के निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। श्री चौहान ने कहा कि इस वर्ष किसानों से गेहूँ की खरीदी समर्थन मूल्य को जोड़कर 2 हजार रूपये क्विंटल के मान से की जा रही है। इसके अलावा चना, उड़द और मूंग आदि फसलों की खरीदी भी राज्य सरकार कर रही है, ताकि किसान को उसकी कृषि उपज का लाभकारी मूल्य आसानी से मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि खेती को हर हाल में लाभकारी व्यवसाय बनाया जाये। उन्होंने बताया कि प्रदेश के किसानों के बैंक खातों में गत एक साल के दौरान 33 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि विभिन्न योजनाओं में जमा करवाई गई है। श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश का सोयाबीन चीन को निर्यात करने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये उच्च स्तर पर चर्चा चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संबल योजना समाज के हर गरीब व्यक्ति के जीवन को खुशहाल बनाने के लिये क्रियान्वित की जा रही है। योजना में पंजीकृत असंगठित श्रमिकों तथा अन्य पात्र जरूरतमंद के 44 करोड़ से भी अधिक राशि के बकाया बिजली बिल माफ कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि योजना में जो असंगठित श्रमिक और अन्य पात्र लोग अभी तक पंजीयन नहीं करा पाये हैं, उनके पंजीयन के लिये व्यवस्था की जा रही है। सम्मेलन में सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा, विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर और श्री वीर सिंह पंवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टंडन, को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री श्याम सुंदर शर्मा, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में विभिन्न वर्गों के लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदिशा में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया। स्थानीय दुर्गा नगर चौराहे पर नगर पालिका द्वारा यह प्रतिमा स्थापित की गई है। अनावरण कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह और सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव भी उपस्थित थे।
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मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि नागरिकों का नैतिक कर्तव्य है कि कमजोर वर्गों के कल्याण और देश के विकास में आयकर देकर अपना अधिक से अधिक योगदान दें। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के करदाताओं की सख्या में वृद्धि पूरे देश में करदाताओं की वृद्धि के औसत से अधिक है। इस विशाल कर संग्रहण का श्रेय कर प्रशासन के साथ-साथ देश के ईमानदार करदाताओं को भी जाता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इनकम टैक्स की प्रक्रिया को और सरल बना रही है, जिससे आम लोगों तथा सरकार को फायदा होगा। राज्यपाल ने यह बात आज आयकर दिवस के अवसर आयोजित समारोह में कही। उन्होंने इस अवसर पर वृद्ध आयकरदाताओं और आयकर इन्वेस्टिगेशन तथा वसूली में उत्कृष्ट योगदान देने वाले अधिकारियों को शाल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि हमारा देश विश्व में अर्थ-व्यवस्था के हिसाब से ब्रिटेन को पछाड़कर छठवें स्थान पर आ गया है। हाल ही में फोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक पहली बार भारत सकल घरेलू उत्पाद के मामले में ब्रिटेन से आगे निकला है और अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी तथा फ्रांस के साथ प्रतिस्पर्धा में है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई कार्रवाई और जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद देश में रिकार्ड संख्या में लोग टैक्स देने के लिए आगे आ रहे हैं । ये बदले हुए वातावरण का प्रमाण है। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि जब से बेनामी संपत्ति का कानून सदन में पारित हुआ है, तब से अब तक चार से साढ़े चार हजार करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई है। इसलिए आयकर विभाग की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में केन्द्र सरकार का आयकर का कुल संग्रहण दस लाख करोड़ रूपये से अधिक था, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। राज्यपाल ने इस अवसर पर आयकर विभाग की सालाना पुस्तक और आयकर प्रतिविंब पत्रिका का विमोचन किया तथा आयकर से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया। प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर आयकर श्री प्रसन्न कुमार दाश ने आयकर विभाग की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि करदाताओं में अपने कर्तव्य और दायित्व के प्रति जागरूकता आ रही है। उन्होंने कहा कि करदाता होना गर्व की बात है। आयकर से ही देश शक्तिशाली बनेगा। सरकार सभी से थोड़ा-थोड़ा लेकर विभिन्न निर्माण कार्यों पर खर्च करती है। इस अवसर पर मुख्य आयकर आयुक्त इंदौर श्री अजय चौहान ने आभार व्यक्त किया।
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भोपाल में राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने विद्यार्थियों से कहा है कि आप सिर्फ परिश्रम करें, संसाधन जुटाने का कार्य सरकार करेगी। श्री गुप्ता ने शासकीय महाविद्यालयीन अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास भदभदा रोड़ के प्रवेश उत्सव में यह बात कही। ज्ञातव्य है कि पूरे प्रदेश में आज छात्रावास प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है। श्री गुप्ता ने देवास में गरीब परिवार के छात्र के एम्स में एम.बी.बी.एस. में चयन का उदाहरण देते हुए कहा कि ज्ञान पर किसी वर्ग विशेष का अधिकार नहीं होता। पूरे मन से सही दिशा में परिश्रम करें, सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने बताया कि हॉस्टल में जगह नहीं मिले, तो किराये का मकान लें। किराया सरकार भरेगी। अच्छी नौकरी के लिये कोचिंग भी करवायी जायेगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि छात्रावास में कौशल विकास की कक्षाएँ भी लगायी जायें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की इच्छानुसार खाली समय में उन्हें कौशल विकास की ट्रेनिंग दिलवायें। श्री गुप्ता ने कहा कि मात्र मार्कशीट के आधार पर नौकरी मिलना मुश्किल है। हुनरमंद बनेंगे, तो रोजगार की समस्या नहीं होगी। श्री गुप्ता ने कहा कि छात्रावास में वर्ष में एक दिन मेरी तरफ से भोजन करवाया जाये। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कोई समस्या हो, तो मुझे बता सकते हैं। श्री गुप्ता ने छात्रावास परिसर में आम और अमरूद के पौधें लगाये। इस मौके पर स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। राजस्व मंत्री द्वारा चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की जयंती पर न्यू-मार्केट और गीतांजलि चौराहा में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने कहा कि इन शहीदों के कारण ही हमें स्वतंत्रता मिली है। राजस्व मंत्री श्री गुप्ता ने खेल मैदान कोटरा में पौध-रोपण किया। उन्होंने स्थानीय रहवासियों से कहा कि पौधों के वृक्ष बनने तक उनकी सुरक्षा करें। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को जबलपुर में आयोजित मध्यक्षेत्रीय गुजराती बाजखेड़ाबाल समाज की स्थापना के रजत जयंती समोराह में कहा कि युवाओं को भारतीय संस्कृति, सभ्यता और परम्पराओं के प्रति जागरूक किया जाये। उन्होंने गुजराती समाज की विकास में भागीदारी और गुजरात राज्य की समृद्धि का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किये गये जन-कल्याणकारी कार्यक्रमों को सफल बनाने में सम्पूर्ण समाज अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे। राज्यपाल ने इस मौके पर गुजराती समाज की स्मारिका का विमोचन किया और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले सक्षम व्यक्तियों को सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता गुजरात सरकार के संस्कृत बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री गौतम पटेल ने की। महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद और जबलपुर नगर निगम की महापौर डॉ. स्वाति गोड़बोले भी रजत जयंती समारोह में शामिल हुए।
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को जबलपुर में आयोजित मध्यक्षेत्रीय गुजराती बाजखेड़ाबाल समाज की स्थापना के रजत जयंती समोराह में कहा कि युवाओं को भारतीय संस्कृति, सभ्यता और परम्पराओं के प्रति जागरूक किया जाये। उन्होंने गुजराती समाज की विकास में भागीदारी और गुजरात राज्य की समृद्धि का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किये गये जन-कल्याणकारी कार्यक्रमों को सफल बनाने में सम्पूर्ण समाज अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे। राज्यपाल ने इस मौके पर गुजराती समाज की स्मारिका का विमोचन किया और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले सक्षम व्यक्तियों को सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता गुजरात सरकार के संस्कृत बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री गौतम पटेल ने की। महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद और जबलपुर नगर निगम की महापौर डॉ. स्वाति गोड़बोले भी रजत जयंती समारोह में शामिल हुए।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आने वाले कुछ साल में सतना के स्वरूप को बदलकर अत्याधुनिक रूप दिया जाएगा। सतना को आगे बढ़ाने और विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह बात बी.टी.आई. मैदान, सतना में मेडिकल कॉलेज और नल-जल योजनाओं के शिलान्यास समारोह में कही। मेडिकल कॉलेज और 750 बिस्तरीय अस्पताल भवन की लागत 287 करोड़ 75 लाख है। मुख्यमंत्री ने तीन नल-जल योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सतना के विकास में मेडिकल कॉलेज मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी 75 प्रतिशत अंक लायेंगे, मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलने पर उनकी फीस सरकार भरेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज सह 750 बिस्तरीय अस्पताल में चौबीस घंटे इमरजेंसी सेवाएँ मिलेंगी। इसमें 10 आपरेशन थियेटर होंगे। यहाँ 100 व्यक्तियों के ठहरने के लिए धर्मशाला भी बनाई जाएगी। सतना के औधोगिक विकास पर पौने 17 करोड़ खर्च होंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि सतना के औद्योगिक विकास के लिए 16 करोड़ 74 लाख की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले चार साल में गरीबों को झुग्गी-झोपड़ी से मुक्ति दिलाकर उन्हें पक्के मकान बनाकर दिए जायेंगे। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार गरीबों के जीवन में उजाला लाने का प्रयास कर रही है। गरीबों के बिजली के बिलों की भरपाई राज्य सरकार करेगी और उनको हर माह 200 रूपये फ्लैट रेट पर बिजली देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पहले मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से विकासशील राज्य बनाया, उसके बाद विकसित राज्य बनाया और अब मध्यप्रदेश को समृद्ध राज्य बनाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों एवं मीसाबंदियों का सम्मान किया। सांसद श्री गणेश सिंह और अन्य जन-प्रतिनिधियों ने संबोधित किया। कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य श्री प्रभात झा, विधायक श्री शंकरलाल तिवारी, महापौर श्रीमती ममता पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुधा सिंह सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज खरगोन में केन्द्र सरकार की योजना से लाभान्वित हितग्राहियों से मुलाकात कर चर्चा की। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने मुद्रा योजना से लाभान्वित हुई महिलाओं से जाना कि मुद्रा योजना की कैसे जानकारी मिली और ऋण राशि किस तरह से मिली। राज्यपाल ने लाभान्वित हितग्राहियों से यह भी जाना कि उन्होंने अपने व्यवसाय से कितने लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया है। राज्यपाल श्रीमती पटेल को जिले के जैतापुर की संगीता ने बताया कि उन्हें मुद्रा योजना की जानकारी टेलीविजन से पता लगी थी। बैंक में सम्पर्क करने के बाद उन्हें मुद्रा योजना में 50 हजार की राशि मंजूर हुई। आज वे इस राशि से सिलाई केन्द्र चला रही हैं और इस केन्द्र के माध्यम से 3 परिवारों को रोजगार दे रही है। राज्यपाल ने योजना से लाभान्वित गजेन्द्र गुप्ता, रानी, सुभद्रा, लीलाबाई, अनिल और शिवराम से भी चर्चा की। राज्यपाल ने उज्जवला, सौभाग्य और प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित हितग्राहियों से भी चर्चा की। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने रसोई गैस सिलेण्डर मिलने की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली। हितग्राहियों ने बताया कि लकड़ी की तुलना में रसोई गैस की टंकी सस्ती है। लकड़ी जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव से भी उन्हें छुटकारा मिला है। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने आज सेगाँव विकासखण्ड के ग्राम ऊन में आँगनवाड़ी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और बालक छात्रावास का निरीक्षण किया। राज्यपाल ने आँगनवाड़ी के बच्चों को फल वितरित किये। उन्होंने गर्भवती माताओं से चर्चा कर आँगनवाड़ी व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों से स्वास्थ्य की जानकारी ली। बालक छात्रावास पहुँचने पर स्कूल के छात्रों ने राज्यपाल का स्वागत किया। उन्होंने बच्चों को फल भी वितरित किये।
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मध्यप्रदेश सरकार को आखिरकार इसी सत्र से तीन और मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक सत्र शुरू करने में कामयाबी मिल गई। विदिशा, खंडवा और रतलाम मेडिकल कॉलेज को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) से मान्यता मिल गई। इससे प्रदेश में एमबीबीएस की सीटों की संख्या 800 से बढ़कर 13 सौ हो जाएगी। इसी साल दतिया मेडिकल कॉलेज भी शुरू हुआ है। इसकी सूचना चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कैबिनेट को दी। केंद्र सरकार ने प्रदेश में सात मेडिकल कॉलेज बनाने को मंजूरी दी थी। एमसीआई ने छिंदवाड़ा, शिवपुरी और शहडोल को मान्यता देने के लिए दौरा ही नहीं किया। दतिया मेडिकल कॉलेज को न सिर्फ मान्यता मिल चुकी है, बल्कि इसके भवन का लोकार्पण भी हो गया है। वहीं, विदिशा, खंडवा और रतलाम मेडिकल कॉलेज का एमसीआई की टीम ने दो बार दौरा भी किया पर छुट-पुट खामियोें के चलते मान्यता नहीं दी। इसको लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने एमसीआई के सामने बार-बार प्रस्तुतिकरण दिया पर जब बात नहीं बनी तो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के निर्देश पर एमसीआई की टीम फिर से दौरा करने पर सहमत हो गई और अंतत: प्रदेश के इन तीनों कॉलेजों को मान्यता देने की सिफारिश केंद्र सरकार से कर दी। जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री दिल्ली गए थे और प्रदेश के इन तीन मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देने का विषय उठाया था। इन मेडिकल कॉलेजों में छात्रों को प्रवेश इसी सत्र से मिलेगा। नए मेडिकल कॉलेजों के खुलने से एमबीबीएस की सीटें 800 से बढ़कर 13 सौ हो जाएंगी।
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मध्यप्रदेश में अपने विचारों और कार्यशैली की वजह से पिछले कुछ दिनों से चर्चा में आईं आदिवासी कार्य विभाग की आयुक्त दीपाली रस्तोगी ने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को विकास यात्राओं और सम्मेलन में खर्च को लेकर एक और आदेश जारी किया है। रस्तोगी ने आदेश में कहा है कि प्रदेश में निकल रही विकास यात्राओं और अन्य सम्मेलन के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत आवंटित बजट में से पैसा खर्च न किया जाए। उन्होंने कहा कि इन विकास यात्राओं के लिए अलग से राशि जारी की गई है। यदि अन्य योजनाओं का पैसा इन सम्मेलन के आयोजन में लगाया जाता है तो इसे गंभीर वित्तीय अनियमितता माना जाएगा और संबंधित अधिकारी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। रस्तोगी ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के लिए आवंटित बजट का उपयोग विकास यात्राओं के लिए किसी भी परिस्थिति में न किया जाए। दीपाली रस्तोगी ने यह आदेश पिछले महीने 23 जून को सभी कलेक्टर्स को दिया था। गौरतलब है कि इससे पहले दीपाली रस्तोगी ने आदेश दिया था कि धार्मिक राजनीतिक आयोजनों में आदिवासी बच्चों को भीड़ बढ़ाने के लिए शामिल न कराया जाए। उनका यह आदेश भी सियासी हल्कों में काफी चर्चित रहा था।
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एमपी के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शासकीय कर्मचारी प्रशासन का दिल, अंतर्रात्मा और दोनों हाथ हैं। सरकार द्वारा कर्मचारियों के हितों के लिये निरंतर कार्य किये गये हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने कर्मचारियों को अपने परिवार की तरह ही समझा है। भविष्य में भी निरंतर कर्मचारियों के कल्याण के कार्य किये जायेंगे। शासकीय कर्मचारी और सरकार मिलकर प्रदेश को समृद्ध और विकसित बनायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान शनिवार को उज्जैन में प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मान एवं आभार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों के विभिन्न 45 संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का शासकीय कर्मचारियों को सातवाँ वेतनमान दिये जाने, केन्द्रीय कर्मचारियों के समान महँगाई भत्ता, अध्यापक संवर्ग को शिक्षा विभाग में सम्मिलित करने तथा सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष किये जाने पर आभार व्यक्त किया है। मध्यप्रदेश शासकीय तृतीय वर्ग कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष श्री रमेशचन्द्र शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी वर्गों का समान रूप से ध्यान रखा है और उनके हितों की रक्षा की है। मुख्यमंत्री द्वारा आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिये भी कारगर कदम उठाये गये हैं
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रविवार तड़के बीएसएफ की टीम और नक्सलियों के बीच कांकेर माहला के जंगल में हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए। घटना में तीन जवान घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए हेलिकॉप्टर से रायपुर रेफर किया गया है। नक्सली इलाके में रुक-रुककर फायरिंग कर रहे हैं। शहीद जवानों के नाम लोकेंद्र सिंह(राजस्थान), मुख्तेयार सिंह(पंजाब) हैं। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ की 175 बटालियन के जवान प्रतापपुर थाना इलाके के माहला जंगल में सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान वहां छिपे नक्सलियों ने फायरिंग कर दी। घटना में दो बीएसएफ जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि जवाबी फायरिंग में नक्सलियों को भी गोली लगी है। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्चिंग तेज कर दी है।
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मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने 9 गोल्ड सहित 23 पदक झटके यूं तो बातें बहुत होती है मगर कुछ खास बच्चे एसा कर जाते है जो इन खास बच्चों को और खास बना देते हैं। एसा ही कुछ खास हुआ है भारत स्पेशल ओलम्पिक गांधी नगर में जहां तनिष्क आनंद जैसे ही 20 खिलाड़ीयों ने 9 गोल्ड, 9 सिल्वर और 5 कांस्य पदक जीतकर मध्य प्रदेश का नाम रोशन किया है। गुजरात के गांधीनगर में 5 से 9 जुलाई तक चली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश से 20 विशेष खिलाड़ियों ने भाग लिया था। जिसमें एमपी की टीम ने 9 गोल्ड सहित 23 पदक जीते हैं। भोपाल के तनिष्क आनंद ने टेबल टैनिस में रजत पदक जीता है। यह खेल आगामी साल में होने वाली अंतरराष्ट्रीय स्पेशल ओलम्पिक प्रतियोगिता आबूधावी में जाने का टिकट मानी जाते हैं और इन्ही खिलाड़ियों में से ही देश की टीम तैयार होती है। गांधी नगर में भोपाल का परचम लहराने के बाद मंगलवार को भोपाल लौटी टीम को रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत हुआ। इन खिलाड़ियों का स्वागत करने पहुंचे जनप्रतिनिधि, कोच, पूर्व खिलाड़ी और परिजन भाव विभोर थे। टीम मेनेजर एहताशाम उद्दीन, कोच प्रतिभा, इकराम, प्रभात, रामसेवक, संदीप, रुचिका एवं मीनाक्षी को टीम की उपलब्धि पर लोगों ने बधाई दी।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संबल योजना प्रदेश में गरीबों का संबल बन गयी है। यह जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है। इस योजना के अंतर्गत गरीबों के लिये मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी योजना और सरल बिजली बिल योजना वरदान सिद्ध हो रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 11 जुलाई को सभी जिलों में बिजली बिल माफी प्रमाण पत्र देने और नये हितग्राहियों का पंजीयन कराने के लिये जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। मुख्य कार्यक्रम रतलाम जिले के जावरा में आयोजित होगा। श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं जावरा से पूरे प्रदेश के हितग्राहियों को संबोधित करेंगे। उनका संबोधन दोपहर तीन बजे से सभी जिलों में सुना जा सकेगा। श्री चौहान आज अपने निवास से सभी संभागायुक्तों और जिला कलेक्टरों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 11 जुलाई के बाद बिजली बिल माफी और पंजीयन की प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद जहाँ-जहाँ ट्रांसफार्मर कटे हैं, वे सब एक साथ जोड़ दिये जायेंगे और एक दिन प्रकाश पर्व मनाया जायेगा। श्री चौहान ने जिला कलेक्टरों और जन-प्रतिनिधियों से कहा कि 11 जुलाई को जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन करें और बिजली बिल माफ करने तथा पंजीयन कराने के संबंध में जो भी कठिनाईयां आती हैं, उनका तत्काल समाधान भी करें। श्री चौहान ने कहा कि 11 जुलाई को जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित करने के बाद स्थानीय जन-प्रतिनिधि सुविधानुसार विधानसभावार भी बिजली बिल माफी के कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं। विद्युत सब स्टेशनों पर भी विद्युत अधोसंरचना और निर्माण से संबंधित कामों का लोकार्पण किया जायेगा। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि इस योजना को अपने-अपने जिलों में नेतृत्व प्रदान करें और प्रभावी तरीके से इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें ताकि गरीबों को योजना का ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके। स्थानीय कार्यक्रमों में सांसद, जन-प्रतिनिधि, नगरीय पंचायत के प्रतिनिधि शामिल हों और गरीब हितग्राहियों को योजना का लाभ दिलवायें।इस कार्य में जिला प्रशासन के साथ जन-प्रतिनिधियों का समन्वय आवश्यक है। इसके लिये पहले से प्लानिंग कर लें। बरसात को देखते हुए पर्याप्त इंतजाम रखें। श्री चौहान ने कहा कि संबल योजना, बकाया बिजली बिल माफी योजना और सरल बिजली बिल योजना गरीबों के सिर से अनावश्यक आर्थिक बोझ उतारने वाली योजनायें हैं। ये गरीबी से लड़ने का सहारा देने वाली योजनाएं हैं। कोई भी पात्र गरीब परिवार इस योजना का लाभ लेने से वंचित नहीं रहना चाहिये। श्री चौहान ने कहा कि वे संबल योजना और बकाया बिजली बिल माफी योजना की निरंतर समीक्षा करेंगे और हर दिन कम से कम चार जिला कलेक्टरों से बात करेंगे। श्री चौहान ने बताया कि भवन संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीबद्ध श्रमिकों का भी स्वाभाविक रूप से संबल योजना में पंजीयन मान्य किया जायेगा। उन्होंने विद्युत वितरण कम्पनियों के फील्ड अमले की सराहना करते हुये कहा कि मैदानी अधिकारी पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, स्थानीय जन-प्रतिनिधि प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आई.सी.पी. केशरी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल, श्री विवेक अग्रवाल एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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शहरी विकास के लिये बॉण्ड जारी करने वाला राज्य का प्रथम और देश का तृतीय नगर निगम बना इंदौर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 5 जुलाई को सुबह 9 बजे मुम्बई में स्टॉक एक्सचेंज में घंटा बजाकर इंदौर नगर निगम के बॉण्ड दर्ज करवाया । इंदौर नगर निगम ने शहरी विकास की गतिविधियों में नागरिकों की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये अभी हाल ही में 28 जून को 170 करोड़ रुपये के बॉण्ड जारी किये हैं। इंदौर नगर निगम इस तरह के बॉण्ड जारी करने वाला राज्य का प्रथम और देश का तीसरा नगर निगम बन गया है। भारत सरकार की अमृत योजना के माध्यम से इंदौर शहर में नगर निगम ने जल-वितरण, सीवरेज और शहरी परिवहन सुविधाओं को विकसित करने के लिये बॉण्ड जारी किये हैं। इसमें भारत सरकार का 324.05 करोड़, राज्य सरकार का 486.18 करोड़ और नगर निगम का 162.08 करोड़ रुपये अंशदान निर्धारित किया गया है। निवेश आमंत्रित करने वरिष्ठ उद्योगपतियों से मिले मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज अपने मुम्बई प्रवास के दौरान सीआईआई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। श्री चौहान ने इस दौरान प्रदेश में निवेश के संदर्भ में विभिन्न देशों के वाणिज्यिक दूतों और उद्योग जगत के वरिष्ठ उद्योगपतियों से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री मुख्य रूप से आस्ट्रेलिया, कनाडा, इण्डोनेशिया, जापान, सिंगापुर, कोरिया और रशिया के वाणिज्यिक दूतों से मिले और उन्हें प्रदेश की विकास यात्रा के बारे में जानकारी दी। श्री चौहान ने बताया कि आज की तारीख में मध्यप्रदेश सभी क्षेत्रों में निवेश के लिये एक आदर्श राज्य बन चुका है। उन्होंने निवेशकों को आगामी 23-24 फरवरी, 2019 को मध्यप्रदेश की औद्योगिक नगरी इंदौर में आयोजित की जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मित्र देश के रूप में आने का न्यौता भी दिया। मुख्यमंत्री को सिंगापुर के वाणिज्यिक दूत श्री अजीत सिंह ने मध्यप्रदेश में निवेश के लिये किये जा रहे प्रयासों के लिये बधाई देते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा दी जा रही सुविधाएँ हमें आकर्षित करती हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि हम सिंगापुर से विशिष्ट क्षेत्र के विकास के लिये निवेशक लायेंगे। आस्ट्रेलिया के वाणिज्यिक दूत श्री टोनी उबर ने भी मुख्यमंत्री के प्रयासों को सराहा। ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन के श्री बेन ग्रीन ने भी मध्यप्रदेश में शिक्षा और बैंकिंग के क्षेत्र में निवेश के मामले में रुचि जताई। कनाडा के वाणिज्यिक दूत ने प्रदेश में जल-संचयन के क्षेत्र में रुचि दिखाई और मुख्यमंत्री का निमंत्रण स्वीकार करते हुए कहा कि वे शीघ्र ही मध्यप्रदेश आयेंगे। इण्डोनेशिया के वाणिज्यिक दूत ने उनके देश में आगामी 24 से 28 अक्टूबर तक आयोजित ट्रेड एक्सपो में भारतीय प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया, जिसे मुख्यमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया। मुख्यमंत्री ने समस्त वाणिज्यिक दूतों को सीआईआई के कार्यक्रम में शामिल होने पर धन्यवाद दिया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के. मिश्रा भी मौजूद थे।
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राज्यपाल से मिले गुजरात राज्य से आये किसानों के दल एमपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल से आज राजभवन में गुजरात राज्य से आये किसानों के दल ने सौजन्य भेंट की और खेती के नये-नये तरीकों के बारे में अपने अनुभव साझा किये। श्रीमती पटेल ने किसानों को जैविक खेती के लिये प्रेरित करते हुए कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये यह सशक्त माध्यम है। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के लिये महत्वपूर्ण योजनाएँ लागू की हैं। उन्होंने किसानों से योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने का अनुरोध करते हुए कहा कि सरकार सहायता कर सकती है, मार्गदर्शन प्रदान कर सकती है, लेकिन योजनाओं का लाभ लेने के लिये किसानों को स्वयं आगे आना होगा। राज्यपाल ने मध्यप्रदेश में किसानों और सरकार के संयुक्त प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि राज्य को विगत 5 वर्ष से निरंतर राष्ट्रीय स्तर पर कृषि कर्मण अवार्ड से विभूषित किया जा रहा है। राज्यपाल ने किसानों से कहा कि अपने बच्चों को खेती से जुड़े कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिये प्रेरित करें। सरकार की मुद्रा बैंक योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि इस योजना में खेती से जुड़े कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिये समुचित आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। श्रीमती पटेल ने किसानों को सलाह दी कि खेतों और बगीचों को जानवरों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिये आसपास बागड़ जरूर लगायें। श्रीमती पटेल ने कहा कि खेतों की उर्वरा शक्ति बनाये रखने के लिये जैविक खाद, पानी और अन्य आधुनिक संसाधनों का उपयोग आवश्यक है। उन्होंने फलों की खेती को किसानों के लिये लाभदायक बताते हुए कहा कि सीताफल, अमरूद, चीकू जैसे फलों का उपयोग आइस्क्रीम तथा अन्य उत्पाद बनाने में किया जाता है। इसकी खेती से किसान एक निश्चित अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं। राज्यपाल श्रीमती पटेल से मिलने आये किसान भोपाल स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। राज्यपाल से मुलाकात के समय आत्मा प्रोजेक्ट गाँधी नगर और राजभवन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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हरियाली महोत्सव पर प्रदेशवासियों के नाम संदेश मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मनुष्य का जीवन पर्यावरण में संतुलन पर निर्भर है। जीवन की हरियाली को बचाने के लिये पौधों को लगाना और उनकी रक्षा कर पेड़ बनाना आज की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री चौहान ने यह बातें हरियाली महोत्सव के तहत प्रदेशवासियों के नाम जारी अपने संदेश में कही हैं। श्री चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार ने गत वर्ष नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान जन-सहयोग से व्यापक स्तर पर पौध-रोपण किया गया। इस वर्ष भी 15 जुलाई से नर्मदा सहित अन्य नदियों के कैचमेंट एरिया में पौध-रोपण किया जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया है कि वानिकी विकास योजनाओं से जहाँ एक ओर हरियाली का विस्तार होगा, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर भी निर्मित होंगे। श्री चौहान ने प्रदेश के प्रत्येक नागरिक से एक पौधा लगाने का संकल्प लेने की अपील की है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि हरियाली महोत्सव पौध-रोपण के साथ पौधों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने में अवश्य सफल होगा। प्रदेश में जन-सामान्य में हरियाली के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिये हरियाली महोत्सव मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हरियाली महोत्सव की सफलता के लिये प्रदेश के नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं।
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90 हजार हेक्टेयर रकबे को मिलेगा फायदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीना नदी संयुक्त सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन किया। 3750 करोड़ की लागत की इस परियोजना से 90 हजार हेक्टेयर रकबे में सिंचाई हो सकेगी। सागर के खुरई के नवीन कृषि मण्डी प्रांगण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीना नदी संयुक्त सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन किया। इस दौरान प्रदेश के पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव, जल संसाधन, गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह मौजूद भी मौजूद थे। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के हिस्से का एक-एक बूंद पानी प्रदेश को ही मिलेगा। 10 लाख हैक्टेयर की सिंचाई योजना बुंदेलखंड में चल रही है। बीना नदी संयुक्त सिंचाई परियोजना के अंतर्गत बीना नदी पर मडिया बांध एवं चकरपुर बांध का निर्माण प्रस्तावित है। यह करीब 3750 करोड़ रुपये की लागत से बनेगीं। इससे 90 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होगी । इसका लाभ सागर जिल की बीना एखुरई और सुरखी विधानसभा क्षेत्र के करीब 400 गांवों को लाभ मिलेगा। और इससे 21 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी प्रस्तावित है । उन्होंने ये भी कहा कि गरीबी हटाने के लिए सरकार एक फॉर्मूले पर काम कर रही है। इसके तहत अमीरों से टैक्स वसूला जाएगा और और इस राशि का उपयोजन गरीबों को योजनाओं पर खर्च की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के बाद अब मुख्यमंत्री अंत्योदय योजना के तहत गरीबों के लिए 40 लाख मकान बनाए जाएंगे। सीएम ने कहा कि 3 जुलाई से शिविर लगाकर सरकार द्वारा गरीबों के बिजली के बिल भरे जाएंगे। गरीबों के यहां बिजली के मीटर नहीं लगेंगे, उनसे 200 रुपया महीना बिल लिया जाएगा। सीएम ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस हल्ला कर रही है कि किसान नाराज हैं। लेकिन वास्तविकता ये नहीं है। अकेले सागर जिले में पिछले एक साल में 1150 करोड़ रुपए किसानों के खाते में जमा कराए गए। मंदसौर में मासूम बच्ची से दुष्कर्म की घटना को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है। इसे लेकर पूरे प्रदेश में लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। इस घटना को लेकर सीएम ने कहा कि वे मंदसौर सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम देने वाले दरिंदो को फांसी दिलाने के लिए वे सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस और हाईकोर्ट को पत्र लिखेंगे।
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सामान्य प्रशासन एवं नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री श्री लाल सिंह आर्य की उपस्थिति में आज राष्ट्रगीत वंदे-मातरम का सामूहिक गायन मंत्रालय स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में संपन्न हुआ। इस अवसर पर पुलिस बैंड ने मधुर धुनें प्रस्तुत की। वंदे-मातरम गायन में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री प्रभांशु कमल, प्रमुख सचिव महिला बाल विकास श्री जे.एन. कसोंटिया, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग श्री एस.एन. मिश्रा, प्रमुख सचिव गृह श्री मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उदयम विभाग श्री बी.एल. कांताराव, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्रीमती नीलम शमी राव, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी तथा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री हरिरंजन राव सहित मंत्रालय, सतपुड़ा एवं विंध्याचल भवन के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में भेड़ाघाट के समीप विराट हॉस्पिस में कैंसर पीड़ित मरीजों की नि:स्वार्थ भाव से की जा रही सेवा को अनुकरणीय बताते हुए इस तरह के प्रकल्पों को गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी प्रारंभ करने की मंशा व्यक्त की है। श्री चौहान आज सुबह जबलपुर में वरिष्ठ पत्रकार श्री संजय सिन्हा के साथ ब्रह्मर्षि मिशन समिति द्वारा संचालित विराट हॉस्पिस पहुँचे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विराट हॉस्पिस में इलाज और देख-रेख के लिए भर्ती सभी 24 कैंसर रोगियों से भेंट कर उनकी कुशल क्षेम जानी। मुख्यमंत्री ने कैंसर से जीवन की जंग लड़ रहे इन मरीजों का गुलाब का फूल भेंटकर हौसला भी बढ़ाया। विराट हॉस्पिस में कैंसर से पीड़ित मरीजों की सेवा से अभिभूत मुख्यमंत्री ने संस्थान की संचालक और ब्रह्मर्षि मिशन समिति की प्रमुख साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी से भेंट की और आशीर्वाद लिया। श्री चौहान ने गंभीर और असाध्य माने जाने वाले कैंसर रोगियों की यहां की जा रही सेवा के कार्य को अद्भुत एवं अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रकल्पों को प्रदेश के अन्य स्थानों पर प्रारंभ करने के लिए ब्रह्मर्षि मिशन समिति के सहयोग से एवं साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी के मार्गदर्शन में कार्य-योजना तैयार की जायेगी। मुख्यमंत्री को बताया गया कि पिछले पाँच वर्षों में करीब 900 से अधिक कैंसर रोगियों की इस संस्थान में सेवा की जा चुकी है। संस्थान में आने वाले अधिकांश ऐसे कैंसर रोगी गरीब परिवारों के होते हैं। इन मरीजों को संस्थान में नि:शुल्क इलाज के साथ आध्यात्मिक वातावरण भी उपलब्ध करवाया जाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विराट हॉस्पिस के सेवा कार्यों को देखते हुए इसे शासन द्वारा प्रारंभ किये गये आनंदम विभाग की गतिविधियों से जोड़ने की बात भी कही। मुख्यमंत्री ने ब्रह्मर्षि मिशन समिति के सेवा के एक और प्रकल्प ग्वारीघाट में गरीब परिवारों के बच्चों के लिए संचालित शाला के मेधावी बच्चों से भी भेंट की। उन्होंने इन बच्चों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान करते हुए खूब मेहनत करने और आगे की पढ़ाई की चिंता सरकार पर छोड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के इन बच्चों की उच्च शिक्षा का खर्च शासन उठाएगा। मुख्यमंत्री ने विराट हॉस्पिस में गुणवत्तापूर्ण विद्युत की आपूर्ति के लिए ट्रांसफार्मर स्थापित करने तथा संस्थान तक पहुँच मार्ग के निर्माण के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। विराट हॉस्पिस आने पर साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी द्वारा मुख्यमंत्री का शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह, समाजसेवी श्री नरेश ग्रोवर, श्री सांवलदास, श्री कमल ग्रोवर, वरिष्ठ पत्रकार श्री रवीन्द्र वाजपेई और नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अनिल तिवारी भी मौजूद थे । पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. रोहाणी की प्रतिमा पर माल्यार्पण : महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने जबलपुर प्रवास के दूसरे दिन आज पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्री ईश्वरदास रोहाणी के जन्म दिवस पर सर्किट हाउस के समीप स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रृद्धा सुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में केंट विधानसभा क्षेत्र के मेधावी बच्चों का सम्मान किया तथा गरीब परिवारों की महिलाओं को सिलाई मशीनें एवं दिव्यांगों को ट्राइसिकल दी। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री शरद जैन, समाजसेवी डॉ. जीतेन्द्र जामदार, विधायक श्री अशोक रोहाणी और श्री विजय रोहाणी मौजूद थे।
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मध्यप्रदेश में चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन 10 अप्रैल से 9 जून तक किया गया था। उपार्जन का कार्य प्रदेश की अधिसूचित मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किया गया। राज्य शासन ने उपार्जन के लम्बित प्रकरणों का आगामी 10 जुलाई 2018 तक निराकरण कराने के निर्देश जारी किये हैं। समर्थन मूल्य पर खरीदी के दौरान ऐसे पंजीकृत किसान जिन्हें टोकन जारी हुए किन्तु उपार्जित मात्रा पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सकी। ऐसे पंजीकृत किसान जिन्हें ऑफलाइन टोकन जारी कर उनकी उपज का तौल किया गया लेकिन तौल की मात्रा पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सकी है। इस तरह के लम्बित प्रकरण की सुनवायी अब संभागायुक्त कर सकेंगे। इस संबंध में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने आदेश जारी किये है। जारी आदेश में कहा गया कि ऐसे पंजीकृत किसान जिन्होंने 9 जून के पहले चना,मसूर और सरसों की तुलाई तो करवा ली थी, लेकिन उपार्जन की मात्रा तकनीकी खामियों की वजह से अपलोड नहीं हो सकीं थी। इन सब प्रकरणों की सुनवायी अब संभागायुक्त करेंगे। समस्त संभागायुक्तों को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा आई डी पासवर्ड दे दिये गये हैं। इसके साथ ही, इस संबंध में प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को भी निर्देश दिये गये हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में शुक्रवार को संभागायुक्तों और पुलिस महानिरीक्षकों की विडियो कांन्फ्रेंस में यह निर्देश दिये है।
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मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने संभागायुक्तों और पुलिस महानिरीक्षकों को दिये निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीब को उसका जायज़ हक़ मिले। इसके लिये सरकार द्वारा व्यापक स्तर पर प्रयास किये गये हैं। योजनाओं का क्रियान्वयन इस तड़प के साथ किया जाये कि कोई भी पात्र व्यक्ति इनके लाभ से वंचित नहीं रहे। क्रियान्वयन पंचायत स्तर तक प्रशासनिक कसावट के साथ हो। इसकी नियमित मॉनीटरिंग की जाये। लापरवाही के प्रकरणों में कठोर कार्रवाई की जाये। श्री चौहान ने अवैध खनन के प्रकरणों में वाहन नीलामी की कार्रवाई करने और महिलाओं पर होने वाले अपराधों को रोकने के लिये प्रभावी रणनीति बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आगामी पर्वों और मौसम को दृष्टिगत रखते हुए अग्रिम कार्य-योजना बनायें। श्री चौहान आज मंत्रालय में संभागायुक्तों और पुलिस महानिरीक्षकों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह और पुलिस महानिदेशक श्री आर.के. शुक्ला भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संबल योजना गरीबी दूर करने का सबसे प्रभावी प्रयास है। योजना का लाभ हर जरूरतमंद को मिले, इसकेलिये सजगता और सक्रियता के साथ योजना की मॉनीटरिंग की जाये। उन्होंने कहा कि योजना के क्रियान्वयन कार्य की वे स्वयं प्रतिदिन समीक्षा करेंगे। योजना का सीएम डैशबोर्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब की आवश्यकताओं को पूरा करना ही गरीबी दूर करने का सबसे प्रभावी तरीका है। संबल योजना का क्रियान्वयन व्यापक स्तर पर करने के लिये जरूरी है कि आम आदमी योजना को भलीभांति समझें। इसके लिये व्यापक स्तर पर सभी प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जाये। इसमें कोई कोर-कसर बाकी नहीं रहनी चाहिये। मुख्यमंत्री ने फ्लेट रेट विद्युत और बकाया बिल समाधान योजना की समीक्षा की। उन्होंने विद्युत कनेक्शन के नामांतरण कार्य के लिये स्टाम्प शुल्क की बाध्यता को समाप्त करवाने केलिये कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि संबल निगरानी समिति के सदस्यों को योजना के एम्बेसडर के रूप में स्थापित किया जाये। विद्युत बिल पंजीयन शिविरों में और मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में समिति सदस्यों को शामिल किया जाये। उन्होंने कहा कि इस वर्ष उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले द्वितीय और अंतिम वर्ष के अध्ययनरत छात्रों की फीस भी सरकार भरवा रही है। इस संबंध में व्यापक स्तर पर छात्र-छात्राओं को जानकारी दी जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहाकि प्रशासनिक व्यवस्थाएं इतनी चुस्त और दुरूस्त हों कि गरीब और अनूसूचित जनजाति के सदस्य के साथ कोई छल नहीं कर सके। उन्होंने सरकार के कल्याणकारी कार्यों के लाभ उन तक पहुँचाने और उनकी समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ समाधान करने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने वनाधिकार पट्टे, कुपोषण, बँटवारे, जाति प्रमाण पत्र, वनोपज संग्रहण और विक्रय, निजी भूमि पर पेड़ काटने के अधिकार से संबंधित समस्याओं का परीक्षण करने और प्रभावी समाधान के लिये संभागायुक्तों को व्यक्तिगत उत्तरदायित्व के साथ कार्य करने के लिये निर्देशित किया। कहा कि वनाधिकार दावों के पुन: परीक्षण के कार्य को और अधिक गति से संचालित करें ताकि अगस्त माह तक सभी पात्रों को वनाधिकार पट्टे मिल जायें। चरण पादुका योजना के अंतर्गत सभी पात्र व्यक्तियों को सामग्री मिलना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रहने लायक भूमि के टुकड़े का अधिकार पत्र 15 अगस्त से पूर्व सभी पात्र परिवारों को मिल जाये। नगरीय क्षेत्र की भूमि पर लम्बे समय से बसे परिवारों की समस्याओं के समाधान के लिये विशेष दृष्टि के साथ प्रयास हो। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी राजस्व न्यायालय मॉनीटरिंग सिस्टम की समीक्षा समय-समय पर करेंगे। साथ ही बटाईदार कानून एवं भू-राजस्व संहिता में किये जा रहे क्रांतिकारी बदलाव का प्रचार-प्रसार करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगर किसी किसान को गेहूँ, चना और मसूर का किसी कारणवश उपार्जन पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सका है, उन प्रकरणों का परीक्षण स्वयं संभागायुक्त करें। उनके प्रतिवेदन के आधार पर छूट गये किसानों को दर्ज करने के लिये पोर्टल खुलवाया जायेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि व्यवस्था से केवल वास्तविक किसान ही लाभान्वित हों। साथ ही, गेहूँ खरीदी की राशि का शीघ्र भुगतान भी सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदसौर की घटना के अपराधियों को जल्द से जल्द दण्ड दिलाने के लिये सजगता के साथ प्रयासों की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि आगामी समय में पर्वों को दृष्टिगत रखते हुए संवदेनशील कार्य प्रणाली के साथ व्यवस्थाएं की जायें। हर हाल में साम्प्रदायिक सौहार्द्र को सुनिश्चित किया जाये। प्राकृतिक आपदाओं की आशंका के दृष्टिगत अग्रिम कार्य-योजना बनाई जाये, जिसमें राहत और बचाव के समुचित प्रबंध हों। उन्होंने कहा कि अवैध खनन के प्रकरणों में वाहन जप्त कर नीलामी की कार्रवाई की जानी चाहिये। इसी तरह असामाजिक तत्वों के विरूद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाये। मुख्यमंत्री ने विगत दिनों प्रदेश में की गई कार्रवाई के सकारात्मक परिणामों का उल्लेख भी किया। उन्होंने सायबर क्राईम और सोशल मीडिया की कड़ी निगरानी की जरूरत बताई। मादक पदार्थों के व्यापार को रोकने के लिये विशेष प्रयास करने के लिये कहा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 14 जुलाई से प्रदेश में जन-आशीर्वाद यात्रा का आयोजन किया जायेगा। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री आम जन के साथ सीधा संवाद करेंगे। गरीब बस्तियों में जाकर रहवासियों के साथ चर्चा करेंगे। शासन की योजनाओं की जमीनी हकीकत से परिचित होंगे। क्रियान्वयन कार्य की समीक्षा के लिये राजस्व न्यायालय, छात्रावास, चिकित्सालय, विद्यालय और निर्माण कार्यों का भी आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। इस दौरान बताया गया कि फसल बीमा योजनांतर्गत खरीफ 2017 के दावों की राशि का शीघ्र वितरण किया जायेगा। इससे प्रदेश के 17 लाख 77 हजार 300 किसानों को 5260 करोड़ रूपये की राशि मिलेगी। यह देश में किसानों को मिलने वाली अभी तक की सर्वाधिक राशि है। बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि श्री पी.सी. मीना, अपर मुख्य सचिव वन श्री के.के. सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री इकबाल सिंह बैस, श्रम, कृषि, ऊर्जा, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग, अनुसूचित जनजाति कल्याण, राजस्व, नगरीय प्रशासन आदि विभागों के प्रमुख सचिव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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भूमि के डायवर्सजन के लिये अब किसी को भी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के न्यायालय से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी। अब भूमि स्वामी अपनी भूमि का विधि-सम्मत जैसा चाहे, डायवर्सन कर सकेगा। उसे केवल डायवर्सन के अनुसार भूमि उपयोग के लिये देय भू-राजस्व एवं प्रीमियम की राशि की स्वयं गणना कर राशि जमा करानी होगी और इसकी सूचना अनुविभागीय अधिकारी को देनी होगी। यह रसीद ही डायवर्सन का प्रमाण मानी जायेगी। अनुज्ञा लेने का प्रावधान अब समाप्त किया जा रहा है। एमपी के राजस्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि इस संबंध में विधानसभा में मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक-2018 पारित किया जा चुका है। भू-राजस्व संहिता में अब तक हुए 58 संशोधन श्री गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता-1959 में अब तक 58 संशोधन किये जा चुके हैं। इसके बाद भी जन-आकांक्षाओं की पूर्ति के लिये जरूरी संशोधनों के सुझाव के लिये भूमि सुधार आयोग गठित किया गया था। आयोग के सुझावों के आधार पर भू-राजस्व संहिता में संशोधन किये गये हैं। नामांतरण के बाद मिलेगी नि:शुल्क प्रति नामांतरण का आदेश होने के बाद अब सभी संबंधित पक्षों को आदेश और सभी भू-अभिलेखों में दर्ज हो जाने के बाद उसकी नि:शुल्क प्रति दी जायेगी। यह प्रावधान भी किया गया है कि भूमि स्वामी जितनी चाहे, उतनी भूमि स्वयं के लिये रखकर शेष भूमि बाँट सकेगा। निजी एजेंसी करेगी सीमांकन सीमांकन के मामले जल्दी निपटाने के लिये अब निजी प्राधिकृत एजेंसी की मदद ली जायेगी। प्रत्येक जिले के लिये एजेंसी पहले से तय की जायेगी। यदि तहसीलदार द्वारा सीमांकन आदेश के बाद पक्षकार संतुष्ट नहीं है, तो वह अनुविभागीय अधिकारी को आवेदन कर सकेगा। अनुविभागीय अधिकारी द्वारा विशेषज्ञ कर्मचारियों की टीम से सीमांकन करवाया जायेगा। पहले यह मामले राजस्व मण्डल ग्वालियर में प्रस्तुत होते थे। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में राजस्व सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त से संबंधित रहे भू-राजस्व संहिता के अध्याय-7 एवं 8 को हटाकर एक अध्याय-7 भू-सर्वेक्षण के रूप में रखा जा रहा है। अब राजस्व सर्वेक्षण के स्थान पर भू-सर्वेक्षण की कार्यवाही कलेक्टर के नियंत्रण में करवाई जायेगी। अब पूरे जिले को भू-सर्वेक्षण के लिये अधिसूचित करने की जरूरत नहीं रहेगी। अब तहसील अथवा तहसील से भी छोटे क्षेत्र को भी अधिसूचित किया जा सकेगा। खसरे में छोटे-छोटे मकानों के प्लाट का भी इंद्राज हो सकेगा। पटवारी हल्के के स्थान पर होगा सेक्टर का नाम भू-अभिलेखों के संधारण तथा शहरी भूमि प्रबंधन को अधिक व्यवस्थित बनाने के लिये शहरी क्षेत्रों में अब पटवारी हल्के के स्थान पर सेक्टर का नाम दिया जायेगा। आयुक्त भू-अभिलेख को सेक्टर पुनर्गठन के अधिकार होंगे। भू-अभिलेख संधारण के मामलों में ऐसी भूमियाँ, जिनका कृषि भूमि में कृषि से भिन्न प्रयोजन के लिये डायवर्सन कर लिया जाता है, उन्हें नक्शों में ब्लाक के रूप में दर्शाया जायेगा। यदि अनेक भूखण्ड धारक हैं, तो उनके अलग-अलग भू-खण्ड दर्शाये जायेंगे। अतिक्रमण पर एक लाख का जुर्माना शासकीय भूमियों पर अतिक्रमण के मामलों में अब अधिकतम एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकेगा। निजी भूमियों के मामले में 50 हजार रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान होगा। इसके साथ ही जिस भूमि पर अतिक्रमण होगा, उसे अतिक्रामक से 10 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर प्रति वर्ष के मान से मुआवजा भी दिलाया जा सकेगा। अभी अतिक्रमित भूमि के मूल्य के 20 प्रतिशत तक अर्थदण्ड के प्रावधान थे।
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मध्यप्रदेश को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत मातृ मृत्यु दर कम करने पर पुरस्कृत किया जायेगा। इसके लिये केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह को पत्र लिखकर 29 जून को होने वाली अवार्ड सेरेमनी के लिये आमंत्रित किया है। केन्द्रीय मंत्री श्री नड्डा ने मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह को इसके लिये बधाई भी दी है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान देश में 3 करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रसव के पहले देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये शुरू किया गया है। राज्य शासन द्वारा प्रदेश में मातृ मृत्यु दर को कम करने के प्रयास अब सार्थक परिणाम देने लगे हैं। भारत के रजिस्ट्रार जनरल कार्यालय द्वारा वर्ष 2014 से 2016 तक के विशेष बुलेटिन में मध्यप्रदेश में मातृ मृत्यु में 48 अंकों की अभूतपूर्व गिरावट दर्ज हुई है। प्रदेश में वर्ष 2011-13 में मातृ मृत्यु दर 221 थी, जो अब घटकर मात्र 173 रह गई है। प्रदेश में पिछले तीन वर्षों में 22 प्रतिशत की उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। संस्थागत प्रसव, ए.एन.एम., आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, दस्तक अभियान आदि निरंतर जारी विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के परिणाम अब आने लगे हैं। आने वाले वर्षों में यह गिरावट और अधिक स्पष्ट होगी। स्वास्थ्य संस्था स्तर से लेकर समुदाय स्तर तक प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। लोगों को जागरूक किया गया है कि गर्भ का पता चलते ही शीघ्र स्वास्थ्य केन्द्र में गर्भधात्री महिला का पंजीयन करवायें। इससे प्रसव के पहले आवश्यक जाँचें, टीकाकरण, खून की कमी आदि का उपचार होने के साथ ही अन्य जटिलताओं पर काबू पाने में आसानी हुई है। मध्यप्रदेश में उच्च जोखिम प्रसव की संभावनाओं वाली महिलाओं का नियमित फॉलोअप करके उनका सुरक्षित प्रसव कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में खून की कमी वाली गर्भवती महिलाओं को आयरन टेबलेट्स और अत्यधिक खून की कमी होने पर आयरन के इंजेक्शन दिये जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर गर्भवती महिलाओं को खून भी चढ़ाया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं का नियमित पर्यवेक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य संस्थाओं में नर्सिंग सेवा की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से नर्सिंग मेंटर्स की तैनाती की गई है।
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केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनन्त कुमार ने कहा है कि मध्यप्रदेश की तरह दूसरे प्रदेशों में भी लोकतंत्र सेनानी कानून बनाया जाना चाहिए। पाठ्यक्रमों में स्वतंत्रता सेनानियों की तरह लोकतंत्र सेनानियों के बारे में भी अध्याय होना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री श्री अनन्त कुमार भोपाल में मुख्यमंत्री निवास में आयोजित लोकतंत्र सेनानी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन में कहा कि मध्यप्रदेश में आज विधानसभा में विधेयक पारित कर लोकतंत्र सेनानियों के लिये कानून बनाया गया है। उन्होंने कहा कि आपातकाल, लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है। केन्द्रीय मंत्री श्री अनन्त कुमार ने कहा कि लोकतंत्र का दमन करने वालों की जनता ने छुट्टी कर दी है। लोकतंत्र बचाने के लिये जो संघर्ष लोकतंत्र सेनानियों ने किया, उसे पूरे देश और दुनिया ने स्वीकारा है। लोकतंत्र सेनानी आजादी की दूसरी लड़ाई लड़े थे। स्वतंत्रता सेनानियों की तरह लोकतंत्र सेनानियों को भी सम्मान मिलना चाहिए। उनका संघर्ष प्रेरणा देने वाला है। मध्यप्रदेश ने लोकतंत्र सेनानियों के लिये काम कर पूरे देश के सामने मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिये सभी लोगों को हमेशा सचेत रहना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आपातकाल में लोकतंत्र सेनानियों पर अमानुषिक अत्याचार हुए थे। कई परिवार तबाह हो गये थे। लोकतंत्र को कलंकित किया गया था। लोकतंत्र सेनानियों के संघर्ष के कारण लोकतंत्र पुनर्स्थापित हुआ था। लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान कर प्रदेश सरकार ने अपना कर्तव्य पूरा किया है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि फिर लोकतंत्र को कलंकित नहीं होने देंगे। लोकतंत्र को जिनसे खतरा है, उनसे हमेशा सावधान रहेंगे। कार्यक्रम में सांसद श्री राकेश सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की सुरक्षा के लिये लोकतंत्र सेनानियों का योगदान हमेशा याद रहेगा। युवा पीढ़ी को यह हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। कार्यक्रम में स्वागत भाषण लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कैलाश सोनी ने दिया। कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी संघ की स्मारिका का विमोचन किया गया। साथ में महिला लोकतंत्र सेनानियों श्रीमती सविता वाजपेई, श्रीमती उमा शुक्ला, श्रीमती जयश्री बैनर्जी, श्रीमती कांता चोपड़ा और श्रीमती रामकली मिश्रा की पुत्री आरती इलैया का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में जनसम्पर्क एवं जल-संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, सांसद श्री आलोक संजर, श्री मेघराज जैन, श्री माखन सिंह, पूर्व मंत्री श्री सरताज सिंह सहित बड़ी संख्या में लोकतंत्र सेनानी उपस्थित थे। सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने किया।
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कांग्रेस ने आज से शुरू हुए मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। सरकार के खिलाफ ये प्रस्ताव कांग्रेस के धाकड़ विधायक रामनरेश रावत ने पेश किया। रावत ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास माने जाते हैं और उन्होंने सरकार के खिलाफ सबसे ज्यादा सवाल उठाए हैं। इधर दोपहर में कार्यवाही के दौरान काफी हंगामा हुआ जिसके चलते सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा का आगामी 5 दिवसीय सत्र सोमवार से शुरू हुआ। कांग्रेस द्वारा पहले ही इस सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा कर विधानसभाध्यक्ष को सूचना दे दी थी। इसी पर अमल करते हुए कांग्रेस विधायक रामनरेश रावत ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा अब इस प्रस्ताव का परीक्षण कर निर्णय लेंगे। कांग्रेसी विधायकों ने सुबह विधानसभा में प्रवेश करते ही अपने आक्रामक रुख जाहिर कर दिए थे। वे नारेबाजी करते हुए विधानसभा में घुसे थे। विभिन्न मुद्दों पर घेरते हुए कांग्रेस ने भाजपा सरकार से पिछले 5 सालों का हिसाब मांगा। इसके अलावा कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए मुख्य रूप से ई-टेंडरिंग घोटाला, कुपोषण की स्थिति, महिला अपराध, किसानों की आत्महत्या, नर्मदा सेवा यात्रा और प्याज घोटालों को उठा रही है। इसके अलावा प्रदेश पर लगातार बढ़ते कर्ज के मुद्दे को भी अविश्वास प्रस्ताव में शामिल किया गया है। कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के अलावा मानसून सत्र की अवधि बढ़ाने की भी मांग की है। आपको बता दें कि इस बार का सत्र 25 से 29 जून तक चलेगा। 5 दिवसीय इस सत्र में 5 बैठकें होना है। सरकार विधानसभा में अनुपूरक बजट भी रखेगी। कांग्रेस इस सत्र को पूरी तरह भुनाने की कोशिश में है क्योंकि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले यह सत्र मौजूदा विधानसभा का अंतिम सत्र है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर विधानसभा में चर्चा शुरू हुई तो संसदीय कार्य मंत्री ने कहा विपक्ष के प्रस्ताव में कोई दम नहीं वहीं कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराई जाए। नियमों का विषय उठाते हुए डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के आरोप पर नेता प्रतिपक्ष के हस्ताक्षर ही नहीं है, ऐसे में प्रस्ताव कानूनी रूप से अवैध है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार चर्चा से भाग रही है। सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराए। उन्होंने कहा कि हम अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम जनता के बीच में जाएंगे और ये सिर्फ छपने के लिए नहीं है। कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रामनिवास रावत ने अविश्वास प्रस्ताव की स्वीकार्यता को लेकर चर्चा की शुरुआत की। इधर कांग्रेस विधायकों ने सदन में मंदसौर गोलीकांड में मारे गए किसानों वाले पोस्टर लहराए। कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग पूरे समय शरीर पर मंदसौर गोलीकांड की जांच रिपोर्ट पर चर्चा कराने संबंधी मांग का पोस्टर लगाए रहे।हंगामा इतना बढ़ गया कि सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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वीरांगना रानी दुर्गावती के 455वें बलिदान दिवस समारोह में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती के समाधि स्थल पर 455वें बलिदान दिवस पर आयोजित विशाल आदिवासी सम्मेलन में घोषणा की कि युवा पीढ़ी को बलिदान और स्वाभिमान की रक्षा के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से समाधि स्थल पर हर वर्ष रानी दुर्गावती के बलिदान-दिवस पर तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। वन भूमि पर वर्ष 2006 तक काबिज वनवासी आदिवासियों को वनाधिकार पट्टे देकर काबिज वनभूमि का मालिक बनाया जायेगा। सौभाग्य योजना के अंतर्गत दिसम्बर 2018 तक प्रत्येक आदिवासी परिवार के घर-घर तक बिजली पहुँचाई जायेगी। इन परिवारों को 200 रूपये प्रतिमाह फ्लेट रेट पर ही बिजली बिल का भुगतान करना होगा। संबल योजना में गरीब आदिवासी परिवारों को शामिल कर योजना के सभी लाभ दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी दुर्गावती के समाधि स्थल के समीप 10 एकड़ शासकीय भूमि पर वीरांगना के नाम से भव्य स्मारक बनवाया जायेगा। उन्होंने मण्डला जिले के रामनगर में आदिवासी संग्रहालय बनवाने की घोषणा करते हुए कहा कि गरीब आदिवासी परिवारों को आवासीय भूमि का पट्टा दिया जायेगा और अगले चार वर्षों में उन्हें पट्टे की जमीन पर पक्के मकान बनवाकर दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी समुदाय के विकास और समृद्धि के साथ-साथ उनके गौरवपूर्ण इतिहास, परम्परा, बलिदान और संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखेगी। स्वाधीनता की लड़ाई में आदिवासी नायकों के अमूल्य योगदान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती ने जहाँ एक ओर राज्य की स्वतंत्रता और स्वाभिमान की रक्षा के लिये अपना बलिदान दिया, वहीं दूसरी ओर अपने 15 वर्ष के शासनकाल में प्रजा के लिये जनहितैषी कल्याणकारी कार्य करवाये, जिसके प्रमाण आज जबलपुर सहित अन्य स्थानों पर देखे जा सकते हैं। रानी दुर्गावती ने जल संरक्षण के लिये तालाबों का निर्माण करवाया और आम आदमी की सुविधा के लिये धर्मशालाएँ भी बनवाईं। रानी दुर्गावती के नाम पर होगा डूमना विमानतल का नामकरण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा की कि जबलपुर के डुमना विमानतल का नामकरण रानी दुर्गावती के नाम पर करने के लिये विधानसभा में राज्य शासन की ओर से प्रस्ताव पारित करवाकर केन्द्र शासन को भेजा जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूह से आदिवासी महिला को जोड़कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि आदिवासी के जीवन में समृद्धि और खुशहाली आये इसलिए राज्य सरकार के बजट का बड़ा हिस्सा आदिवासियों और गरीबों के कल्याण और विकास के लिये व्यय करने का निर्णय लिया गया है। बेटा-बेटी को खूब पढ़ायें आदिवासी परिवार मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आदिवासी समुदाय से अपील की कि बच्चों को आत्म-निर्भर और सशक्त बनाने के लिये खूब पढ़ाई-लिखाई करवायें। उनके बेटा-बेटी की पढ़ाई का खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी। श्री सिंह ने बताया कि केन्द्र और राज्य सरकार देश और प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये तेजी से प्रयास कर रही है। उन्होंने आदिवासी परिवारों से कहा कि अपने बेटा-बेटियों को खूब पढ़ायें-लिखायें और समाज में आगे बढ़ने का मौका दें। समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री शंकरदयाल भारद्वाज द्वारा लिखित पुस्तक 'रानी दुर्गावती-एक बलिदान गाथा' का विमोचन किया। श्री चौहान ने लेखक श्री भारद्वाज को शॉल-श्रीफल देकर सम्मानित भी किया। सांसद श्री राकेश सिंह एवं श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी अपने विचार व्यक्त किये। मुख्यमंत्री का तलवार-ढाल भेंट कर किया सम्मान मध्यप्रदेश जनजाति संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बड़ी फूल माला पहनाई और तलवार तथा ढाल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद श्रीमती संपतिया उईके, विधायक श्री सुशील तिवारी, श्रीमती प्रतिभा सिंह एवं सुश्री नंदिनी मरावी, मनोनीत विधायक श्री एल.बी. लोबो, महापौर डॉ. स्वाति सदानंद गोडबोले, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा पटेल, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त तथा विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री एस.के. मुद्दीन, जबलपुर कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्री राजाबाबू सोनकर, बड़ी संख्या में विशाल आदिवासी समुदाय मौजूद था।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल उन्नयन और उद्यमिता श्री अनंत कुमार हेगड़े ने सौजन्य भेंट की। श्री चौहान ने केंद्रीय राज्य मंत्री का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
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केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए अपर मुख्य सचिव दीपक खांडेकर के कार्यमुक्त होते ही गुरुवार को सरकार ने 1987 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज श्रीवास्तव को अपर मुख्य सचिव पद पर पदोन्नत कर दिया। उन्हें मौजूदा विभागों के साथ प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। असंवर्गीय पद होने की वजह से पीईबी अध्यक्ष पद को राजस्व मंडल के अध्यक्ष के समकक्ष घोषित किया गया है। श्रीवास्तव की पदोन्न्ति से 1987 बैच का रास्ता खुल गया है। वहीं, अगस्त में 1984 बैच के अफसर कंचन जैन और बीआर नायडू सेवानिवृत्त हो रहे हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से कोई अफसर नहीं लौटा तो प्रमुख सचिव शिखा दुबे और एम. मोहन राव अपर मुख्य सचिव बन जाएंगे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के किसानों की फसल निर्यात करने के लिये एपिडा (Agricultural and Processed Food Products Export Devlopment Authority) की तर्ज पर प्रदेश में बोर्ड का गठन किया जायेगा। श्री चौहान जबलपुर में कृषक समृद्धि योजना के अंतर्गत आयोजित राज्य-स्तरीय किसान महा-सम्मेलन में बड़ी संख्या में मौजूद किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ग्रीष्मकालीन उड़द भी समर्थन मूल्य पर खरीदेगी। उन्होंने उड़द उत्पादक किसानों से आग्रह किया कि कृषक समृद्धि योजना में अपना पंजीयन करायें, ताकि उन्हें भी योजना का समय लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेती का विकास और किसान का कल्याण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। खेतिहर परिवारों के बेटा-बेटी कृषि आधारित उद्योग-धंधे स्थापित करें। राज्य सरकार उन्हें 10 लाख से 2 करोड़ रूपये तक ऋण उपलब्ध करवाएगी। इस ऋण की गारंटी भी राज्य सरकार लेगी। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में लॉजिस्टिक हब और फुड चेन बनाई जायेगी। कच्चे माल के प्र-संस्करण की व्यवस्था की जायेगी। किसानों को कृषक समृद्धि योजना सहित अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों के बच्चों की शिक्षा संस्थानों की फीस भी राज्य सरकार भरेगी। आवश्यकतानुसार किसान परिवार के सदस्यों का प्रायवेट अस्पताल में ईलाज कराने की पूरी व्यवस्था की जायेगी। किसानों को बिजली बिलों की परेशानी से राहत देने के लिये जुलाई माह में बड़े पैमाने पर शिविर लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि किसान परिवार के बच्चों को भी शिक्षा विभाग की लेपटॉप योजना का लाभ दिया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि प्रदेश के बच्चे खूब पढ़ें, आगे बढ़ें और नया मध्यप्रदेश गढ़ें। राज्य-स्तरीय किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक जमाना था, जब प्रदेश के किसान बिजली, सिंचाई, बैंक के कर्ज और सड़क की बदहाली के कारण चैन से खेती नहीं कर पाते थे। उन्होंने कहा कि आज स्थिति बिल्कुल अलग है। आज प्रदेश में विद्युत उत्पादन 18 हजार 354 मेगावॉट तक पहुँच गया है। किसानों को भरपूर बिजली मुहैया कराई जा रही है। सिंचाई का रकबा 40 हजार हेक्टेयर हो गया है, किसानों के खेतों में पाईप लाईन से आवश्यकतानुसार भरपूर पानी पहुँचाया जा रहा है। किसान को अब बैंक ऋण पर भारी ब्याज नहीं देना पड़ता है। जीरो प्रतिशत ब्याज पर बैंक से ऋण लेकर किसान खेती कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के माध्यम से ग्रामीण अंचल शहरों से जुड़ गये हैं। फसल बीमा योजना और सूखा राहत राशि की बड़े पैमाने पर व्यवस्था से किसान निश्चिंत होकर खेती को लाभ का धंधा बनाने में जुट गये हैं। रु. 394 करोड़ लागत के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य-स्तरीय किसान महा-सम्मेलन में लगभग 394 करोड़ रूपये लागत के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन किया। इसमें 257 करोड़ की नर्मदा पेयजल योजना, 51 करोड़ का बेलखेड़ा विद्युत उपकेन्द्र, 34 करोड़ 8 लाख का गौरा बाजार विद्युत उपकेन्द्र, 20 करोड़ 38 लाख का मेडिकल यूनिवर्सिटी का प्रशासनिक भवन तथा 21 करोड़ 71 लाख की मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल योजना शामिल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के अंतर्गत प्रदेश के 10 लाख 80 हजार 228 पंजीकृत किसानों के बैंक खातों में रबी वर्ष 2018-19 में उपार्जित गेहूँ की 265 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से कुल प्रोत्साहन राशि 2 हजार 245 करोड़ ऑनलाईन ट्रांसफर की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की इस पहल से प्रदेश के किसान आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। खेती के क्षेत्र में नया इतिहास रचेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि प्रदेश में खेती से होने वाली आमदनी किसानों के लिये समृद्धि का सशक्त माध्यम बने। श्री चौहान ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना में पंजीकृत किसानों को हित-लाभ वितरित किये। इसी के साथ किसानों की बेटियों को हायर सेकेण्डरी की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये सम्मानित भी किया। श्री चौहान ने इस मौके पर किसानों को सरकार के साथ नया मध्यप्रदेश गढ़ने, गाँव को स्वच्छ बनाने और बेटा-बेटी को बराबरी से पढ़ाने का संकल्प दिलाया। राज्य-स्तरीय किसान सम्मेलन में महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद, सांसद श्री राकेश सिंह, महापौर डॉ. स्वाति गोड़बोले, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा पटेल, विधायक श्री अंचल सोनकर, श्री सुशील तिवारी, सुश्री प्रतिभा सिंह, सुश्री नंदिनी मरावी, श्री अशोक रोहाणी, श्री मोती कश्यप, श्री लारेन बी लोबो, जबलपुर प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. विनोद मिश्रा, महाकौशल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री प्रभात साहू, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री रणवीर सिंह रावत, अन्य किसान नेता, अन्य जन-प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण और किसान मौजूद थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गाँवों, गरीबों और किसानों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री जन-कल्याण योजना के तहत हर गरीब व्यक्ति को ''सम्बल'' देकर उसे समर्थ बनाया जायेगा। गरीबों और मेहनतकशों के विकास में सरकार कोई कसर नहीं रखेगी। मुख्यमंत्री आज टीकमगढ़ जिले के बड़ागांव (धसान) के समीप अंतौरा गांव में असंगठित श्रमिकों व तेन्दूपत्ता संग्राहकों के संयुक्त सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने विधायक की मांग पर बड़ागांव में अमर शहीद श्री नारायण दास खरे तथा श्री अमृत लाल फणींन्द्र की प्रतिमा लगाने और हर साल शहीद मेला आयोजित करवाने की घोषणा की। उन्होंने जिले के बड़ागांव, बल्देवगढ़, खरगापुर में महाविद्यालय खोलने और विकास कार्यों की सभी मांगों का परीक्षण कर उन्हें जल्द से जल्द पूरा करवाने की बात भी कही। मुख्यमंत्री ने बानसुजारा समूह जल-प्रदाय योजना के लिये 272 करोड़ रूपयों की वित्तीय स्वीकृति शीघ्र दिलाने की घोषणा भी की। श्री चौहान ने असंगठित श्रमिकों को प्रतीकात्मक रूप से पंजीयन प्रमाण-पत्र एवं आवासीय पट्टे तथा चरण-पादुका योजना में 33 हजार 777 तेन्दूपत्ता एवं महुआ फूल संग्राहकों को जूते, चप्पल, साड़ियां व पानी की कुप्पी आदि सामग्री वितरित की। मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहक श्रीमती मानकुंवर बाई एवं श्री धनीराम को अपने हाथों से चप्पल/जूते पहनाकर साड़ी और पानी की कुप्पी प्रदान कीं। उन्होंने युवा उद्यमी योजना के तहत श्री अंशुल दांगी को पोहा निर्माण इकाई के लिये 40 लाख का चैक प्रदान किया तथा अन्य हितग्राहियों को भी पात्रतानुसार हितलाभ वितरित किये। श्री चौहान ने 122 करोड 55 लाख 20 हजार रूपये की लागत वाले 13 विकास कार्यो का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी इस मौके पर किया। मुख्यंमत्री ने कहा कि सरकार हर गरीब एवं श्रमिक को उसकी पहचान स्थापित करने के लिये पंजीयन प्रमाण-पत्र के रूप में स्मार्ट कार्ड देगी। स्मार्ट कार्ड में उसकी संपूर्ण जानकारी होगी। स्मार्ट कार्डधारी व्यक्ति मुख्यमंत्री जन-कल्याणकारी योजना ''सम्बल'' का लाभ लेने के लिये पात्र होगा। योजना के तहत उसे 11 प्रकार की सुविधाओं/सहायता/बैंक लिंकेज का लाभ दिया जायेगा। गरीब बच्चों की कक्षा एक से पीएचडी तक की पढ़ाई की फीस अब सरकार भरेगी। उन्होंने कहा कि गरीब महिलाओं को स्व-रोजगार स्थापना के लिये बैंक लिंकेज दिया जायेगा। युवाओं को रोजगार देने के लिये सरकार जल्द ही नई भर्ती करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगले चार साल में 40 लाख गरीबों को पक्का मकान बनाकर देंगे। हर गरीब व्यक्ति को जमीन का पट्टा देकर उसका पक्का मकान बनाया जायेगा तथा उनका इलाज कराया जायेगा, मुख्यमंत्री अन्त्योदय आवास योजना के तहत हर साल 10 लाख मकान बनाकर दिये जायेंगे। जिस हितग्राही के नाम से मकान बनेगा, राशि भी उसी के बैंकखाते में जारी की जायेगी। श्री चौहान ने असंगठित श्रमिकों और तेन्दूपत्ता संग्राहकों को मुख्यमंत्री जन-कल्याण योजना (संबल) की जानकारी देते हुए कहा कि सभी श्रेणी के मेहनतकश मजूदर, ढाई एकड़ से कम कृषि भूमि वाले काश्तकार, छोटे व्यापारी, आयकर न देने वाले तथा जो शासकीय सेवा में नहीं है, ये सभी इस योजना के दायरे में आयेंगे। मुख्यंमत्री ने कहा कि 200 रूपये फ्लेट रेट पर बिजली देने के लिये जुलाई एवं अगस्त में पंजीयन शिविर लगेंगे। गरीबों के बच्चों की फीस भरने का काम जुलाई से शुरू होगा। जन-कल्याण योजना में पंजीयन करा चुके असंगठित श्रमिकों के लिये 13 जून को प्रदेश के हर ब्लाक में कार्यक्रम आयोजित कर हितलाभ प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने यह निर्णय लिया है कि गरीबों के बच्चों की स्कूल, कॉलेज से लेकर आई.आई.टी, आई.आई.एम., नीट, इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों की फीस सरकार भरेगी। हर गांव और वार्ड में 5 सदस्यीय समिति बनाने की मंशा व्यक्त की। समिति जिला प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से गठित होगी। इसमें 3 असंगठित श्रमिक और 2 सलाहकार भी होंगे। इस अवसर पर केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास तथा अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने मुख्यमंत्री से टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र में विभिन्न श्रेणी के विकास/निर्माण कार्यों को पूरा करने की मंजूरी देने और कुछ मामलों में भारत सरकार को प्रस्ताव भेजने का अनुरोध किया। कार्यक्रम को विधायक श्री के.के. श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में लोक स्वास्थ्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी श्री रूस्तम सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री पर्वतलाल अहिरवार,, विधायक सर्वश्री दिनेश कुमार अहिरवार, श्री अनिल जैन तथा श्रीमती रेखा यादव, श्रीमती अनीता सुनील नायक सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रमिक एवं तेंदूपत्ता संग्राहक तथा ग्रामीण उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार 2 जून को रीवा में कृष्णा-राजकपूर ऑडिटोरियम का उद्घाटन करेंगे। सुप्रसिद्ध फिल्म कलाकार एवं निर्देशक स्वर्गीय राजकपूर की पुण्य-तिथि 2 जून को आयोजित इस समारोह में उनके परिवार के सदस्य रणधीर कपूर, राजीव कपूर, प्रेम किशन मल्होत्रा, प्रेम चोपड़ा तथा श्रीमती उमा चोपड़ा विशेष रूप से शामिल होंगे। जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र कृष्णा- राजकपूर ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे। उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल तथा हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष श्री कृष्ण मुरारी मोघे समारोह के विशेष अतिथि होंगे। उद्घाटन समारोह में म्यूजिकल नाईट का आयोजन किया जाएगा। प्रख्यात गायक श्री सुरेश वाडकर तथा टॉक-शो होस्ट प्रख्यात अभिनेता अन्नू कपूर समारोह में प्रस्तुति देंगे। एक हजार सीटर कृष्णा-राजकपूर ऑडिटोरियम का 3301 वर्ग मीटर क्षेत्र में निर्माण किया गया है। यह वातानुकूलित ऑडिटोरियम 18 करोड़ रूपये की लागत से बनाया गया है। इसमें थियेटर, रिसोर्ट, रेस्टोरेंट और दो लॉन तथा बाउण्ड्रीवाल का निर्माण किया गया है। पार्किंग के लिये भी पर्याप्त जगह रखी गई है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दमोह में असंगठित श्रमिक और तेन्दूपत्ता संग्राहक सम्मेलन में कहा कि प्रदेश में गरीब और मेहनतकश लोगों के विकास का महायज्ञ थमेगा नहीं। हमारी सरकार और प्रदेश का हर नागरिक मिल-जुलकर विकास के इस महायज्ञ को पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को एक रूपये किलो के भाव से गेहूँ, चावल और नमक उपलब्ध करवाने वाला हमारा प्रदेश देश का एकमात्र राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई भी गरीब भूखा नहीं सोयेगा। हर गरीब व्यक्ति को आवासीय जमीन का पट्टा देकर पक्के मकान का मालिक बनाया जायेगा। हर गरीब का मुफ्त इलाज कराया जायेगा। गरीबों के बच्चों की पूरी पढ़ाई की फीस राज्य सरकार भरेगी। 13 जून को सभी विकासखण्ड में होंगे जन-कल्याण योजना कार्यक्रम मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आगामी 13 जून को प्रदेश के सभी विकासखण्ड मुख्यालय में मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना के पंजीकृत हितग्राहियों के लिये कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रम में हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के हित-लाभ चेक द्वारा प्रदान किये जायेंगे। श्री चौहान ने बताया कि इस योजना की निगरानी के लिये हर गाँव और हर वार्ड में पाँच सदस्यीय समिति बनाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से संग्राहकों को पहनाई चरण-पादुका मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में अपने हाथों से तेन्दूपत्ता संग्राहक तखत सिंह, करण सिंह और सुदामा को चरण पादुका पहनाई और पानी की कुप्पी भेंट की। इसी तरह महिला तेन्दूपत्ता संग्राहक लीला रैकवार, चम्पाबाई, गौरव बाई और बड़ी बहू को चरण पादुका पहनाई और साड़ी तथा पानी की कुप्पी भेंट की।उन्होंने विस्तार से योजना की जानकारी दी। रू. 140 करोड़ के कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन में दमोह और सागर जिले में 140 करोड़ के विकास और निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। उन्होंने विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं के 40 हजार से अधिक हितग्राहियों को हित-लाभ वितरित किये। सम्मेलन में सागर और दमोह जिले के लगभग साढ़े 18 हजार तेन्दूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुकाएँ, पानी की कुप्पी भेंट की गई। सम्मेलन में सांसद श्री प्रहलाद पटेल, वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के अध्यक्ष श्री नारायण कबीरपंथी, शहरी-ग्रामीण असंगठित कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सुल्तान सिंह शेखावत, लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष श्री महेश कोरी, दमोह और सागर जिले के विधायक, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में हितग्राही तथा नागरिक मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने "दिल से" दी दसवीं, बारहवीं परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को अग्रिम बधाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दसवीं और बारहवीं की राज्य बोर्ड परीक्षा के घोषित होने वाले परिणाम की चर्चा करते हुए परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास होने वाले विदयार्थियों को अग्रिम बधाई देते हुए शुभकामनाएँ दी हैं। साथ ही उन्होंने परीक्षा में असफल रहे विदयार्थियों से कहा कि असफल होने पर निराश होने की जरूरत नहीं है। आगे और ज्यादा तैयारी करें और आगे बढें। मुख्यमंत्री आज आत्मीय संवाद 'दिल से' के माध्यम से प्रदेशवासियों को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि केवल डिग्री अथवा अच्छे नम्बर आना सफल होने की गारंटी नहीं है। उन्होंने महात्मा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, बाक्सर सुश्री मैरी कॉम, महान् क्रिकेटर श्री सचिन तेंदुलकर, अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जार्ज वाशिंगटन का उदाहरण देते हुए कहा कि परीक्षा में कम नम्बर आने के बावजूद उन्होंने महान् काम किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग प्रदेश की शांति, सद्भावना एवं समरसता भंग करने के काम में लगे हैं। वे तरह-तरह की अफवाहें फैलाते हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। प्रदेशवासी मिल-जुल कर प्रदेश को आगे बढ़ायें। श्री चौहान ने मातृ दिवस पर सभी माताओं के त्याग और तपस्या को नमन् करते हुए युवाओं का आव्हान किया कि वे हमेशा अपने माता-पिता का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि 15 मई को नर्मदा सेवा यात्रा का एक वर्ष पूरा हो रहा है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि नदियों को बचाने के लिये स्व-प्रेरणा से आगे आयें। नर्मदा सेवा यात्रा और नर्मदा सेवा मिशन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि नर्मदा जल को प्रदूषण से बचाने के लिये सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जा रहे हैं। शराब की दुकानें बंद कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि 35 लाख से ज्यादा लोगों ने पौधों का रोपण किया। श्री चौहान ने इंदौर की हृदय-विदारक घटना की चर्चा करते हुए कहा कि दरिंदों की सजा केवल मृत्यु दण्ड है। उन्होंने मात्र 23 दिनों में न्याय प्रक्रिया पूरी करने और दोषी को मृत्यु दण्ड दिलाने के लिये पुलिस प्रशासन की सराहना की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को बेटियों की गरिमा की रक्षा के लिये दोषी राक्षसों को फाँसी की सजा देने का कानून बनाने के लिये धन्यवाद दिया। श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में चार साल पूरे होने की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री मोदी ने अद्भुत जन-कल्याण योजनाएँ शुरू की हैं। उन्होंने स्वच्छता को जन-अभियान बना दिया है। श्री चौहान ने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में शक्तिशाली भारत का उदय हुआ है। सौभाग्य से भारत को श्री मोदी जैसा समर्पित नेता मिला है। श्री चौहान ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण के लिये शुरू की गई योजना के लाभ की चर्चा करते हुए कहा कि यह देश की सबसे बड़ी सामाजिक सुरक्षा योजना है। चार साल के भीतर कोई भी गरीब बिना जमीन के नहीं रहेगा। उन सब का पक्का मकान होगा। बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्चा सरकार उठायेगी। श्रमिकों को फ्लेट रेट पर बिजली मिलेगी। श्री चौहान ने किसान कल्याण के लिये उठाये गये क्रांतिकारी कदमों की चर्चा करते हुए कहा कि किसानों को संकट में नहीं रहने देंगे। गेंहूँ, लहसुन, प्याज, चना, मसूर, सरसों की फसलों पर किसानों को नुकसान नहीं होने देंगे। वनवासी बंधुओं को वनाधिकार पटटे देने का अभियान 20 मई से शुरू हो रहा है। श्री चौहान ने नर्मदा की सेवा में समर्पित व्यक्तित्व स्वर्गीय श्री अनिल माधव दवे का स्मरण करते हुए कहा कि वे नर्मदा के सच्चे सपूत थे।
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साहित्यकार एवं कवि बालकवि बैरागी को मनासा में अंतिम विदाई दी गई। शोक स्वरूप पूरा मनासा नगर बंद रहा। बड़ी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे थे। बालकवि बैरागी साहित्य और कविता के साथ राजनीति के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे। वे राज्यसभा के सदस्य रहे। इस सरस्वती पुत्र को कई सम्मानों से नवाजा गया था। बैरागी का मनासा में भाटखेड़ी रोड पर कवि नगर पर निवास है। वहीं उन्होंने रविवार शाम 6 बजे अंतिम सांस ली थी। बैरागी जी की गिनती कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में होती थी। वे मध्यप्रदेश में अर्जुन सिंह सरकार में खाद्यमंत्री भी रहे। उन्हें मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा कवि प्रदीप सम्मान भी प्रदान किया गया। साहित्य और राजनीति से जुड़े रहने के कारण उनकी कविताओं में साहित्य और राजनीति की झलक देखने को मिलती है। गीत, दरद दीवानी, दो टूक, भावी रक्षक देश के, आओ बच्चों गाओ बच्चों बैरागी की प्रमुख रचनाएं हैं। मृदुभाषी और मस्तमौला स्वभाव तथा सौम्य व्यक्तित्व के धनी बालकवि बैरागी ने अंतरराष्ट्रीय कवि के रूप में नीमच जिले को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया था। बताया जाता है कि नीमच में एक कार्यक्रम में शामिल होकर वे अपने घर मनासा पहुंचे थे। वहां कुछ समय आराम करने के लिए अपने कमरे में गए। शाम करीब 5:00 बजे जब उन्हें चाय के लिए उठाया गया तो उनके निधन की खबर लगी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछड़ा वर्ग के लिये राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार से राष्ट्रीय आयोग गठित करने और उसे संवैधानिक दर्जा दिलाने का अनुरोध किया जायेगा। पिछड़ा वर्ग के युवाओं में प्रतिभा, क्षमता और योग्यता की कोई कमी नहीं है, इन्हें शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र में सभी सुविधाएँ मुहैया करवाई जायेंगी। मुख्यमंत्री ने आज सागर के समीप ग्राम बामौरा में पिछड़ा वर्ग महाकुंभ को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने पिछड़ा वर्ग की 15 विभूतियों को म.प्र. रामजी महाजन पिछड़ा वर्ग सेवा राज्य पुरस्कार-2015 प्रदान किये। साथ ही वर्ष 2017-18 म.प्र. लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न सेवाओं के लिये चयनित पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को सम्मानित किया। श्री चौहान ने शासन की विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। मुख्यमंत्री ने की पिछड़ा वर्ग कल्याण के लिये महत्वपूर्ण घोषणाएँ अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिये इसी शिक्षा सत्र से विकासखण्ड स्तर पर छात्रावास खोले जायेंगे। छात्रावास के प्रारंभ होने तक किराये के भवन में छात्रावास संचालित किये जायेंगे। ·छात्रावास में विद्यार्थी को प्रवेश नहीं मिलने की स्थिति में अगर 2 विद्यार्थी मिलकर किराये के मकान में पढ़ाई करेंगे, तो मकान किराया सरकार देगी। पिछड़ा वर्ग छात्रवृत्ति के लिये अभिभावक की वार्षिक आय सीमा 75 हजार रूपये को बढ़ाकर 3 लाख रूपये सालाना किया जायेगा। अब एक वर्ष में अन्य पिछड़ा वर्ग के 50 विद्यार्थियों का विदेशी विश्वविद्यालय में चयन होने पर उनकी फीस राज्य सरकार भरेगी। अभी तक विद्यार्थियों की यह संख्या मात्र 10 तक सीमित थी। पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं के लिये कोचिंग दिलवायी जायेगी। पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों से अब कांऊसिलिंग के समय आय प्रमाण-पत्र नहीं माँगा जायेगा। केवल फीस भरते समय आय प्रमाण-पत्र की जरूरत होगी। ·पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को दिया जा रहा अनुरक्षण भत्ता दोगुना किया जायेगा। यह वृद्धि मैट्रिक के बाद उच्च शिक्षा संस्थानों में चयन होने तक देय होगी। कक्षा 12वीं में 70 प्रतिशत अंक लाने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्याथियों को मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना का लाभ दिया जायेगा। ऐसे विद्यार्थी का चयन किसी उच्च शिक्षा संस्थान में होता है, तो उसकी फीस सरकार देगी। हर वर्ष पिछड़ा वर्ग के 2 लाख हितग्राहियों को शासन की विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। नरयावली में महाविद्यालय और जरूआखेड़ा में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) खोले जायेंगे। अन्य पिछड़ा वर्ग को 5973 करोड़ की आर्थिक सहायता/अनुदान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग के विकास के लिये 5973 करोड़ रूपये की राशि आर्थिक सहायता और अनुदान के रूप में खर्च की है। राज्य सरकार की यह कोशिश निरंतर जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग स्व-रोजगार योजना में पिछले वित्त वर्ष में 111 करोड़ रूपये खर्च कर युवाओं को स्व-रोजगार से लगाया गया है। श्री चौहान ने प्रधानमंत्री फसल बीमा, मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि, समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदी, स्व-रोजगार योजनाओं और मुख्यमंत्री असंगठित श्रमिक कल्याण योजना की जानकारी देते हुए अपील की कि 7 मई को अपनी ग्राम पंचायत में आयोजित विशेष ग्राम सभाओं में जरूर शामिल हों। उन्होंने श्रमिक बंधुओं से आग्रह किया कि विशेष ग्राम सभाओं में जाकर अपने पंजीयन का सत्यापन करायें और मुख्यमंत्री असंगठित श्रमिक कल्याण योजना का भरपूर लाभ उठायें। मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित विभूतियाँ मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा महाकुंभ में म.प्र. रामजी महाजन पिछड़ा वर्ग सेवा राज्य पुरस्कार-2015 से श्रीमती कान्ति पटेल, श्रीमती आशा साहू, श्रीमती माया विश्वकर्मा, श्रीमती अलका सैनी, श्रीमती बबीता परमार, श्रीमती यमुना कछावा, श्रीमती प्रीति सेन, सुश्री राजकुमारी कुसुम महदेले (जबलपुर), श्री सूरज सिंह मारण, डॉ जे.के. यादव, श्री राजेश दोडके, डॉ. भगवान भाई पाटीदार, श्री काशीराम यादव और श्री महेन्द्र कटियार को सम्मानित किया। इन विभूतियों को पुरस्कार स्वरूप एक-एक लाख रूपये, स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति-पत्र, शॉल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। स्व. श्री नारायण सिंह डागोर का मरणोपरांत पुरस्कार उनकी धर्मपत्नी श्रीमती चन्द्रादेवी ने प्राप्त किया। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती ललिता यादव ने समारोह की अध्यक्षता की। सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, गृह एवं परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, महापौर श्री अभय दर्रे, बुन्देलखंड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष डा. रामकृष्ण कुसमरिया, विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, श्रीमती पारूल साहू, श्री हरवंश राठौर, श्री प्रदीप लारिया, श्री महेश राय, श्री हर्ष यादव, म.प्र. राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री राधेलाल बघेल, पिछड़ा वर्ग तथा वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री प्रदीप पटेल एवं अन्य स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज उज्जैन में म.प्र पाटीदार समाज महिला संगठन के प्रान्तीय महाधिवेशन में कहा कि समाज में अच्छे काम कभी भी निरर्थक नहीं होते हैं। माताएं अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें। अपनी बेटियों को पौष्टिक आहार दें एवं वर्ष में एक बार उनका हीमोग्लोबिन परीक्षण अवश्य करवायें, ताकि आने वाली पीढ़ी कुपोषण की शिकार नहीं हो। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हर परिवार में बेटा-बेटी के साथ एक-समान व्यवहार होना चाहिये। बेटों की तरह बेटियों को भी खूब पढ़ायें और बेटे के समान ही ध्यान भी रखें। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। माताएं अपने बच्चों को आठ वर्ष की आयु तक अच्छे संस्कार दें। विवाह समारोह में अनावश्यक धनराशि व्यय नहीं करें। बचत राशि से बेटे-बेटियों को पढ़ाई और काम-धंधे में लगायें ताकि परिवार और समाज का समुचित विकास हो सके। उन्होंने कहा कि समाज में घूंघट प्रथा बन्द होना चाहिये। महिलाएं अपने अधिकार को पहचानें। लड़कों के मुकाबले और लड़कियों की संख्या का अनुपात कम हो रहा है। श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि बाल विवाह जैसी कुरीति से बचना चाहिये। वयस्क होने पर ही बालक-बालिका का विवाह सम्पन्न कराया जाना चाहिये। उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं अपने भतीजे की कम उम्र में होने वाली शादी को रूकवाया था। अच्छे काम में थोड़ी तकलीफ जरूर आती है, परन्तु अच्छे काम करते रहना चाहिये। समाज में सुख-समृद्धि के लिये सबको मिलकर, संकल्प लेकर अच्छे काम के लिये आगे बढ़ते रहना चाहिये। म.प्र.पाटीदार समाज महिला संगठन की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा पाटीदार ने कहा कि समाज में फैली कुप्रथाओं को दूर करने के लिये महाधिवेशन बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी अनेकों योजनाएं द्वारा महिलाओं सशक्तिकरण के लिये कार्य कर रहा है। सभी को इन योजनाओं का लाभ लेना चाहिये। कार्यक्रम में जिला पंचायत रतलाम की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती निर्मला शंकर पाटीदार, गुजरात प्रान्त की साबरमती अहमदाबाद की पूर्व विधायक श्रीमती गीताबेन पटेल तथा पूर्व प्रान्ताध्यक्ष और जिला पंचायत इन्दौर की अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार ने भी विचार व्यक्त किये। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने इस अवसर पर महिला संगठन द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'कल्याणी' का विमोचन किया गया। जिला पंचायत बुरहानपुर की अध्यक्ष श्रीमती गायत्री पाटीदार, इन्दौर की समाजसेवी एवं शक्ति पम्प इंडिया की संचालिका श्रीमती इंदिरा पाटीदार, कृषि उपज मंडी भोपाल की अध्यक्ष श्रीमती श्यामा भागीरथ पाटीदार, बुरहानपुर की पूर्व महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल, अहमदाबाद गुजरात के ओमिया कैम्पस की प्रोफेसर श्रीमती रूपलबेन पटेल, मां-बेटी सम्मेलन की प्रणेता श्रीमती जागृतिबेन पटेल, बदनावर की समाजसेवी श्रीमती श्यामगिरी पाटीदार और दूर-दराज से आये पाटीदार समाज के महिला-पुरूष उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज झाबुआ जिले के ग्राम सुतरेटी में असंगठित श्रमिक एवं तेंदूपत्ता संग्राहक सम्मेलन में कहा कि प्रदेश में फसल काटने, गिट्टी तोड़ने और हम्माली करने वाले श्रमिकों तथा ढ़ाई एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को विभिन्न योजनाओं का भरपूर लाभ दिया जायेगा। राज्य सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी जरूरतमंदों और गरीबों को जन-कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कर रही है। श्री चौहान ने इस मौके पर नर्मदा-झाबुआ सिंचाई परियोजना के लिये 2050.70 करोड़ रूपये स्वीकृत करने की घोषणा की। सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को हित-लाभ एवं वनाधिकार पट्टों का वितरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि झाबुआ जिले में असंगठित श्रमिक कल्याण योजना में पंजीकृत 3 लाख 66 हजार गरीबों को जमीन का मालिक बनाया जाएगा। प्रत्येक पट्टे पर प्रधानमंत्री आवास और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनवाकर दिए जायेंगे। वर्ष 2022 तक सभी आदिवासियों को पक्के मकान बनवाकर दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गरीबों को मकान के लिए जमीन और बिजली प्राथमिकता के आधार पर दी जाएगी। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार पंडित दीनदयाल के आदर्शो पर चलकर गरीबों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश में विगत एक अप्रैल से पंजीकृत श्रमिकों को 200 रुपये प्रति माह की दर से घरेलू बिजली दी जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत सरकार की आयुष्मान योजना का लाभ मध्यप्रदेश की जनता को भी दिलवाया जाएगा। साथ ही, गरीब बहनों को सम्मानजनक व्यवसाय के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए नागरिकों से अपील की कि 7 मई को विशेष ग्राम सभा में अवश्य भाग लें। सभा में असंगठित मजदूरों के पंजीयन की सूची पढ़ी जायेगी। उन्होंने श्रमिकों से आग्रह किया कि अगर सूची में नाम छूट गया हो, तो विशेष ग्राम सभा में ही अपना नाम जुड़वाएँ। सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रमिकों, तेंदूपत्ता संग्राहकों एवं महुआ फूल बीनने वाले श्रमिकों को चरण पादुका, साड़ी और पानी की बॉटल का वितरण किया। विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हित-लाभ भी वितरित किये। मुख्यमंत्री ने आदिवासी बोली की नुक्कड़ नाटक पुस्तिका ''पोरियों नी हन्देहो'' का विमोचन किया और नागरिकों को बच्चों को पढ़ाने, जल-संरक्षण, गाँव को सुंदर और स्वच्छ बनाने, घर में शौचालय बनाने, पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे लगाने और वृक्ष बचाने का संकल्प दिलवाया। कार्यक्रम में विधायक श्री कलसिंह भाबर और श्री शांतिलाल बिलवाल तथा राज्य लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष श्री महेश कोरी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अलीराजपुर ने खुले में शौच मुक्ति के अभियान में प्रशंसनीय कार्य किया है। इस सम्मान को बनाये रखने का प्रयास जारी रखे। श्री चौहान अलीराजपुर में खुले में शौच से मुक्ति के उत्सव एवं असंगठित श्रमिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नर्मदा उद्वहन सिंचाई योजना से वर्ष 2020 सें क्षेत्र में भरपूर सिंचाई हो सकेगी। 52 करोड़ के विभिन्न निर्माण का हुआ शिलान्यास और लोकार्पण श्री चौहान ने 52 करोड़ 53 लाख 86 हजार रुपये लागत के 20 विभिन्न निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने खुले में शौच मुक्ति के लिये जिले के प्रयासों की पुस्तक का विमोचन भी किया। श्री चौहान ने जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान को खुले में शौच से मुक्ति का प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया। साथ ही ओडीएफ कार्य में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों सहित मैदानी स्टॉफ को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हित-लाभ-पत्र भी बाँटे। मुख्यमंत्री श्री चौहान का पारम्परिक आदिवासी झुलड़ी और तीर-कमान भेंट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजीविका मिशन के माध्यम से गठित समूहों को मिलने वाले बैंक ऋण राशि की 3 प्रतिशत ब्याज राशि राज्य सरकार देगी। उन्होंने कहा कि होशंगाबाद जिले की महिलाओं द्वारा शुरू किया गया। मुर्गी-पालन और मुर्गी दाना कारखाना जैसा प्रयास अलीराजपुर में भी हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि सौभाग्य योजना का लाभ भी जिले के सभी लोगों को पहुँचाया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने असंगठित मजदूरों के पंजीकृत व्यक्तियों की सूची का ग्रामसभा में वाचन के लिये उचित प्रबंध करने को कहा। उन्होंने कहा कि महुआ फूल बीनने वालों को चप्पल-जूते और पानी की कुप्पी भी अब उपलब्ध करवाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने समारोह में नागरिकों को बच्चों को अनिवार्य रूप से स्कूल भेजने, ग्रामों को स्वच्छ रखने, पानी रोकने और पौध-रोपण करने का संकल्प दिलवाया। विधायक श्री नागर सिंह चौहान ने भी समारोह को संबोधित किया। यूनीसेफ की सुश्री मारिया ने कहा कि खुले में शौच मुक्ति के अभियान में अलीराजपुर जिले में सराहनीय काम हुआ है। व्यवहार परिवर्तन कर बड़े बदलाव में समुदाय ने बड़ा प्रयास किया है। श्रम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री बालकृष्ण पाटीदार और असंगठित शहरी एवं ग्रामीण कर्मकार कल्याण मण्डल अध्यक्ष श्री सुल्तान सिंह शेखावत भी उपस्थित थे।
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सकारात्मक विचार ही सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं :शिवराज भोपाल में वेद मर्मज्ञ एवं प्रखर आध्यात्मिक गुरू स्वामी सुखबोधानन्द ने कहा है कि खुशी के लिये काम करने से खुशी नहीं मिलेगी, बल्कि खुश होकर काम करने से खुशी मिलेगी। यंत्रवत जीवन और प्रतिक्रिया करने की प्रवृत्ति से मुक्ति पाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि परेशानियों और समस्याओं को सकारात्मक दृष्टि से देखने पर वे भी गुरू बन जाती हैं। स्वामी सुखबोधानन्द ने आज यहां प्रशासन अकादमी में आनन्द विभाग के अंतर्गत राज्य आनन्द संस्थान द्वारा आयोजित 'आनन्द व्याख्यान' में यह विचार व्यक्त किये। मन की भीतर की स्थिति है आनन्द मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि सकारात्मक विचार ही सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार का दर्शन आनन्द को प्राप्त करने का मार्ग बताता है। साम्यवाद और पूंजीवाद ने भी आनन्द प्राप्ति का रास्ता दिखाया था, लेकिन कालांतर में सही साबित नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि आनन्द और सुख में भेद नहीं समझने के कारण ऐसा होता है। उन्होंने कहा कि आनन्द मन की भीतर की स्थिति है, जबकि सुख बाहरी परिस्थितियों से निर्मित होता है। श्री चौहान ने कहा कि केवल अधोसंरचनाएं खड़ी करने से आनन्द नहीं मिलता। अर्थपूर्ण जीवन जीना महत्वपूर्ण है। समृद्ध लोग भी दुखी रहते हैं और अभाव में रहने वाले भी खुश रहते हैं। इसलिये मनोदशा को सकारात्मक बनाने की कला सीखना होगा। प्रत्येक क्षण में है आनन्द स्वामी सुखबोधानंद ने आनन्द की चारित्रिक विशेषताओं और जीवन में उसकी उपस्थिति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आनन्द को भविष्य में देखने की प्रवृत्ति और आदत बना लेने से निराशा और दुख ही हाथ आयेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान ही सब कुछ है, इसलिए आनन्द भी वर्तमान में ही उपस्थित है। यह मन के भीतर है। उन्होंने कहा कि जब सब दरवाजे बंद हो जाते हैं, तब ईश्वर नया द्वार खोल देता है। इसलिए प्रत्येक क्षण में आनन्द है। प्रत्येक पल में जीवन है। प्रत्येक पल ऊर्जावान है। वर्तमान में भूतकाल का हस्तक्षेप नहीं होने दें स्वामीजी ने कहा कि राग और द्वेष का रूपांतरण प्रेम में करने के लिए भक्ति की जरूरत पड़ती है। इसलिए भक्ति प्रमुख तत्व है। स्वामी ने कहा कि भविष्य माया है। सिर्फ वर्तमान ही सच है और वर्तमान में ही आनन्द व्याप्त है। उसकी अनुभूति करने की आवश्यकता है। आश्चर्य तत्व की प्रधानता होना चाहिए। उन्होने कहा कि वर्तमान में भूतकाल का हस्तक्षेप नहीं होने दें, इसके प्रति भी सचेत रहें। आनंद का दूसरा स्वरूप ऊर्जा है। आनन्द विभाग के मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान निरंतर नवाचार करने वाले मुख्यमंत्री हैं। आनन्द विभाग की स्थापना इसका उदाहरण है। उन्होंने बताया कि बहुत कम समय में आनन्द विभाग की गतिविधियों का प्रदेशव्यापी विस्तार हुआ है। पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द विभाग श्री इकबाल सिंह बैंस और आनन्द क्लबों के सदस्य उपस्थित थे।
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राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने की अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की समीक्षा अनुसूचित-जाति कल्याण राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने कहा है कि छात्रावासों के विद्यार्थियों को सप्ताह में एक स्थान का भ्रमण अवश्य करवायें। उन्होंने कहा कि बच्चों को पास के औद्योगिक क्षेत्र, मेडिकल अथवा इंजीनियरिंग कॉलेज का भ्रमण अवश्य करवाया जाये। राज्य मंत्री श्री आर्य आज भोपाल में अनुसूचित-जाति कल्याण विभाग की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव श्री संजय बन्दोपाध्याय और आयुक्त श्री आनंद शर्मा उपस्थित थे। उत्कृष्ट काम करने वाले अधिकारी सम्मानित राज्य मंत्री श्री आर्य ने समग्र रूप से अच्छे काम करने वाले 5 विभागीय अधिकारियों को सम्मानित किया। उत्कृष्ट कार्य के लिये इंदौर की श्रीमती मोहिनी श्रीवास्तव, छिन्दवाड़ा की श्रीमती शिल्पा जैन, दमोह की सुश्री शिखा सोनी, सतना के श्री अभिषेक सिंह और सीहोर श्री हरजीत सिंह को प्रशस्ति-पत्र दिये। श्री आर्य ने कहा कि छात्रावासों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाये। पर्याप्त डस्टबिन का उपयोग किया जाये। पेयजल उपलब्धता की स्थिति से कलेक्टर, पीएचई अधिकारी अथवा विभाग प्रमुख को अवगत करायें। निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा स्वयं कर कलेक्टर को वस्तु-स्थिति से अवगत करवायें। जिन छात्रावासों में सी.सी. टी.व्ही. कैमरे लगे हैं, उन्हें चालू हालत में रखा जाये। सभी छात्रावासों में टी.व्ही. की उपलब्धता को जल्द पूरा किया जाये। उन्होंने संभागीय अधिकारियों को समय-समय पर जिला अधिकारियों की बैठक लेने को कहा। उन्होंने कहा कि बैठक के जरिये समस्या और सुझाव सामने आते हैं। राज्य मंत्री श्री आर्य ने निर्देश दिये कि छात्रावासों के लिये सामग्री का क्रय करने के बाद उसका उपयोग भी करें। बच्चों की संख्या और सामग्री की जानकारी मुख्यालय पर उपलब्ध रहे। आवश्यकता अनुसार गुणवत्तायुक्त सामग्री ली जाये और अग्रिम सामग्री का क्रय नहीं किया जाये। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह निर्माण एजेंसियों की बैठक की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रगतिरत निर्माण कार्यों को पूरा कर विकास यात्रा के दौरान उनके शिलान्यास एवं लोकार्पण की तैयारी करें। साथ ही, निर्माण कार्यों की अद्यतन जानकारी 7 दिन के अंदर उपलब्ध करवायें। ज्ञानोदय के 23 विद्यार्थी जेईई में चयनित शासकीय ज्ञानोदय विद्यालयों में अध्ययनरत 58 में से 23 अनुसूचित-जाति के विद्यार्थियों का जेईई मेन्स में चयन हुआ है। इसमें भोपाल के 6, ग्वालियर, उज्जैन और शहडोल के 3-3, होशंगाबाद, सागर और मुरैना के 2-2 तथा इंदौर और जबलपुर से एक-एक विद्यार्थी का चयन हुआ है। श्री आर्य ने कहा कि सभी तरह के विभागीय टेण्डर मई माह में करवा लिये जायें। दी गई राशि को प्लान कर उपयोग करें। उपयोग नहीं होने पर राशि वापस दें, ताकि दूसरे जिले की आवश्यकता पूरी की जा सके और बजट लेप्स नहीं हो। उन्होंने छात्रावासों में प्रवेशोत्सव मनाने की तारीख तय करने के निर्देश भी दिये। साथ ही कहा कि इसके लिये प्रवेश समिति की बैठक कर ली जाये। पालकों को बुलवाकर मंत्रियों की उपस्थिति में प्रवेशोत्सव मनाया जायेगा। श्री आर्य ने कहा कि रिजल्ट के बाद दसवीं और बारहवीं कक्षा में 70 प्रतिशत या उससे अधिक अंक से उत्तीर्ण अनुसूचित-जाति और अनुसूचित-जनजाति के छात्रों की सूची बनाकर भेजी जाये। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में उनके लिये एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
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रायपुर में स्वतंत्रता संग्राम सेेनानी और पूर्व सांसद केयूर भूषण का गुरुवार शाम निधन हो गया। केयूर भूषण पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और उनका अस्पताल में उपचार किया जा रहा था। केयर भूषण दो बार रायपुर से सांसद रहे चुके थे। उनकी पृथक छत्तीसगढ़ के आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भागीदारी रही। जानकारी के अनुसार उन्होंने 80 - 90 के दशक में रायपुर का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया। वे दो बार कांग्रेस के टिकट पर रायपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि सभी जिलों में आवश्यकतानुसार नवीन उपार्जन केन्द्र खोले जायें। किसानों को भुगतान समय से हो। उपार्जन कार्य की लगातार मानीटरिंग की जाये। उपार्जन के दौरान किसान हितैषी दृष्टिकोण रखा जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में चल रहे गेहूँ, चना, मसूर और सरसों के उपार्जन की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग और मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को समय से एसएमएस मिले तथा खरीदी केन्द्र पर उपार्जन सुनिश्चित किया जाये। उपार्जन के बाद शीघ्र परिवहन किया जाये। यह सुनिश्चित करें कि किसानों को खरीदी के तीसरे दिन भुगतान मिले। किसी कारण से एसएमएस से सूचना के बाद निर्धारित दिन पर किसान नहीं आ पाता है तो उन्हें दोबारा एसएमएस किया जाये। खरीदी, परिवहन और किसान को भुगतान की लगातार मानीटरिंग की जाये। खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त संसाधन और उपकरण हों। यह सुनिश्चित करें कि बोरे के निर्धारित वजन के बराबर ही कटौती की जाये। उपार्जन केन्द्रों पर छाया और पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उपार्जन केन्द्रों पर एक प्रशासनिक अधिकारी की ड्यूटी लगायें। मण्डियों में आवश्यकतानुसार मजदूरी की दरें बढ़ायें। जिन उपार्जन केन्द्रों पर नाफेड के सर्वेयर नहीं हो, वहाँ कृषि, खाद्य और सहकारिता की समिति बनाकर एफ.ए.क्यू गुणवत्ता का उपार्जन करें। ओला प्रभावित और सूखे से प्रभावित किसानों को राहत राशि मिलना शेष नहीं रहे। उपार्जित खाद्यान्न के परिवहन में देरी नहीं हो। आवश्यकतानुसार मण्डियों में विद्युत चलित ट्रेडिंग मशीनें लगायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर उपार्जन कार्य के साथ भुगतान की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा करें। प्रभारी मंत्री भी प्रतिदिन उपार्जन कार्य की मानीटरिंग करेंगे। खरीदी, परिवहन, भुगतान और कैश की प्रतिदिन रिपोर्ट लें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना के तहत वर्ष 2016-17 की प्रोत्साहन राशि अधिकांश किसानों के खातों में पहुँच गई है। वर्ष 2017-18 की प्रोत्साहन राशि 265 रूपये प्रति क्विंटल गेहूँ तथा चना, मसूर और सरसों में 100 रूपये प्रति क्विंटल की दर से आगामी 10 जून को किसानों के खातों में डाली जायेगी। बताया गया कि उपार्जन के लिये किसानों को एसएमएस भेजने की विकेन्द्रीकृत व्यवस्था की गई है। खरीदी केन्द्रों पर तौल व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण किया गया है। प्रदेश में अब तक 45 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया गया है। गेहूँ, चना, मसूर, सरसों को मण्डियों में बेचने वाले किसानों को भी मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना में प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। इन किसानों का पंजीयन किया गया है। बैठक में संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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किरार धाकड़ अ.भा. युवक-युवती परिचय सम्मेलन सम्पन्न लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यदि इन अपराधों पर कठोर नियंत्रण स्थापित नहीं किया गया, तो मनुष्य का मानवता पर से विश्वास उठ जायेगा। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिये जरूरी है कि कानून में कठोर दण्ड के प्रावधान के साथ ही सभी धर्म और समाज एकजुट होकर इस दिशा में ठोस प्रयास करें। लोकसभा अध्यक्ष आज किरार धाकड़ अखिल भारतीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन में बोल रही थीं। श्रीमती महाजन ने कहा कि समाज के उत्थान के लिये आवश्यक है कि स्त्री और पुरुष दोनों ही समान रूप से सशक्त हों। उन्होंने कहा कि समाज की कुरीतियों को समाज के द्वारा ही खत्म किया जा सकता है। सभी समाजों में एकता बहुत जरूरी है। बिखराव हमेशा असुरक्षा का भाव पैदा करता है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बेटी का अपमान करने वाला समाज कभी तरक्की नहीं कर सकता। किसी भी स्तर पर बेटी का अपमान सहन नहीं किया जायेगा। केन्द्र सरकार द्वारा दुराचारियों को मृत्यु दण्ड देने का अध्यादेश लागू करने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि स्थिति में प्रभावी सुधार अवश्य होगा। श्री चौहान ने कहा कि उनके जीवन का लक्ष्य ही मिशन महिला सशक्तिकरण है। इसलिये प्रदेश में राज्य सरकार ने बेटियों को घर और समाज के लिये वरदान के रूप में प्रतिष्ठापित करने का प्रयास किया है। श्री चौहान ने कहा कि कुरीतियों को समाप्त करने के लिये समाज को पूरी ताकत के साथ जन-जागृति के प्रयास करने होंगे। दहेज प्रथा समाप्त करने, नशामुक्ति और पर्यावरण संरक्षण के लिये संकल्पित होकर काम करना होगा। दहेज नहीं लेने का संकल्प लें युवा : श्रीमती साधना सिंह अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि समाज संगठित रहने पर ही सशक्त हो सकता है। सम्मेलन के आयोजन की सराहना करते हुए उन्होंने समाज के युवाओं का आव्हान किया कि विवाह में दहेज नहीं लेने का संकल्प लें, सामूहिक विवाह की परम्परा को अपनायें, इससे समय और धन, दोनों की बचत होगी। श्रीमती साधना सिंह ने महासभा की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया जायेगा। सिविल सर्विसेस के प्रतिभागियों की एक माह की कोचिंग की फीस की पूर्ति महासभा द्वारा की जायेगी। उन्होंने बताया कि महासभा द्वारा सामूहिक विवाह सम्मेलन में 11 जोड़ों का नि:शुल्क विवाह करवाया जायेगा। किरार समाज की ओर से लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन का शॉल, श्रीफल और स्मृति-चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह की पुस्तक 'हमारा समाज'' और श्री प्रदीप चौहान द्वारा सम्पादित परिचय स्मारिका और 'किरार दर्पण'' मासिक का विमोचन किया गया। प्रारंभ में कन्या-पूजन हुआ। सुश्री सुहासिनी जोशी ने मध्यप्रदेश गान की प्रस्तुति दी। शहीदों को मरणोपरांत सम्मान प्रदान किया गया। महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों का अभिनंदन कर मेधावी विद्यार्थियों तथा अन्य प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। संचालन भोपाल नगर निगम के अध्यक्ष श्री सुरजीत सिंह चौहान ने किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी समुदायों से अपील की है कि वे अपने-अपने समुदायों में युवाओं को कैरियर और शिक्षा संबंधी परामर्श देने के लिये प्रकोष्ठ बनाएं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ स्वरोजगार पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री आज यहां स्थानीय रवीन्द्र भवन में मध्यप्रदेश साहू समाज द्वारा आयोजित राष्ट्रीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बेटियों के साथ दुराचार करने वालों को फांसी देने का कानून लागू करने के ऐतिहासिक फैसलों के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को साहू समाज की ओर से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। अगले कुछ सालों में देश का पूर्णत: कायाकल्प हो जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि साहू समाज मिलकर नशामुक्ति और अन्य सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान चलाए। समाज के सदस्य समाज कल्याण के किसी न किसी कार्य से जुड़ें। साहू समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने साहू समाज की पत्रिका का विमोचन किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संस्कारवान और समयानुकूल शिक्षा-शिक्षण के लिये शोध कार्य आवश्यक है। शिक्षा के उद्देश्यों, ज्ञान, कौशल और नागरिक संस्कार देने के लिये निरंतर अनुसंधान किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक शिक्षा के साथ व्यवहारिक शिक्षा भी जरूरी है। आजीविका को भी शिक्षा से जोड़ने के प्रयास समय की जरूरत है। श्री चौहान आज विद्या भारती मध्यक्षेत्र के प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान और आजीविका का माध्यम नहीं है। संस्कारवान नागरिक तैयार करना भी शिक्षा की जिम्मेदारी है। अपने लिये नहीं, देश के लिये जीने वाले संस्कारयुक्त नागरिकों को तैयार करने में विद्या भारती के प्रयासों का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्रों में भी विद्या भारती के संस्थान अच्छी शिक्षा देते हैं। संस्थान के विद्यालयों, शिक्षा की गुणवत्ता की सराहना करते हुये श्री चौहान ने कहा कि विद्या भारती, समाज धारित और पोषित संस्थान है। सहयोग में मात्रा नहीं, श्रद्धा और सहयोग भाव महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने रामचरित्र मानस के प्रसंग के उल्लेख में बताया कि सेतु बांध के निर्माण में महावीर वानरों के साथ ही रेत के कुछ कण लाने वाली गिलहरी के सहयोग को भी भगवान श्रीराम ने बहुत महत्वपूर्ण बताया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष, विद्या भारती शिक्षा संस्थान श्री गोविंद शर्मा ने कहा कि विद्या भारती हर क्षेत्र के पहुँच और साधन विहीन क्षेत्रों में उच्चतर माध्यमिक स्तर तक शिक्षा देने का कार्य कर रही है। अगले शिक्षा सत्र से महाविद्यालयीन शिक्षा का कार्य भी संस्थान द्वारा प्रारंभ किया जायेगा। राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में विद्या भारती संस्थान के खिलाड़ी विद्यार्थियों ने 50 स्वर्ण पदक सहित 150 पदक जीते हैं। विद्या भारती को सर्वाधिक अनुशासित टीम का पदक भी प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम में बताया गया कि शोध केन्द्र के निर्माण पर 3.5 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है। कुल 24 हजार वर्ग फिट में बनने वाले इस बहुमंजिला भवन में 12 आवासीय-कक्ष, 2 सभा-कक्ष, भोजन-कक्ष, पुस्तकालय सहित शिक्षण-प्रशिक्षण केन्द्र की सभी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। इस अवसर पर विद्या भारती शिक्षा संस्थान के सह संगठन मंत्री श्री रामअरावकर, मध्यप्रांत के अध्यक्ष श्री सुरेश गुप्ता सहित शिक्षा संस्थान के पूर्व, वर्तमान पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत दिलाने के लिये मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना लागू की गई है। इसमें समर्थन मूल्य पर अथवा उससे अधिक मूल्य पर गेहूँ बिकने पर 265 रूपये प्रति क्विंटल, चना, मसूर, सरसों पर 100 रूपये प्रति क्विंटल तथा लहसुन पर 800 रूपये प्रति क्विंटल किसान के खाते में डाले जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शाजापुर में किसान महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में 10 लाख 21 हजार किसानों के बैंक खातों में 1669 करोड़ रूपये ऑनलाईन डाले गये। यह प्रोत्साहन राशि गेहूँ उपार्जन वर्ष 2016-17 और धान उपार्जन वर्ष 2017 पर 200 रूपये प्रति क्विंटल की दर से दी गयी। षड़यंत्रों से सावधान रहें किसान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने के लिये खाद्य प्र-संस्करण और कृषि के विविधीकरण के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। कृषि उत्पाद के निर्यात के लिये इसी वर्ष राज्य स्तरीय संस्था बनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि देश के संसाधनों पर किसानों का हक है। किसानों की समस्याओं के नाम पर राजनीति नहीं की जाना चाहिये। किसान इस तरह के षड़यंत्रों से सावधान रहे। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में नगदी की कमी पैदा की जा रही है, इससे राज्य सरकार निपटेगी। किसानों को कोई भी दिक्कत हो तो मुख्यमंत्री निवास पर स्थापित कंट्रोल रूम के फोन नम्बर-0755-2540500 पर फोन करें। श्री चौहान ने कहा कि खेती-किसानी में प्रदेश को आगे बढ़ाने में राज्य सरकार के साथ सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने प्रदेश को विकसित राज्यों में अग्रणी प्रदेश बनाने का संकल्प दोहराया। खसरे की नि:शुल्क कॉपी मिलने पर ही प्रकरण समाप्त होगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा कृषक उद्यमी योजना शुरू की गई है, जिसमें किसानों के बेटे-बेटियों को उद्योग लगाने के लिये दो करोड़ रूपये तक का ऋण उपलब्ध करवाया जायेगा। इस ऋण की गारंटी राज्य सरकार लेगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रत्येक विकासखंड में 100-100 युवाओं को ऋण दिलाया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये चलाये गये विशेष अभियान में तीन माह में नामांतरण और बँटवारे के 14 लाख प्रकरण निपटाये गये हैं। अब नामांतरण के आदेश के बाद खसरा और नक्शे की नकल की कॉपी संबंधित किसान को नि:शुल्क दे दी जायेगी, तब ही प्रकरण समाप्त माना जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब ट्रांसफार्मर बदलने के लिये यदि किसान ट्रान्सफार्मर लाते हैं, तो विद्युत कंपनी द्वारा इसका किराया दिया जायेगा। बदलने के बाद ट्रांसफार्मर अगर तीन माह के भीतर जल जाता है, तो बिना बकाया राशि लिये उसे फिर बदल दिया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री असंगठित मजदूर कल्याण योजना में ढाई एकड़ तक की भूमि वाले किसानों को शामिल किया गया है। डिफाल्टर किसानों के लिये नई योजना बनाई गई है, जिसमें ब्याज राज्य सरकार भरेगी और मूलधन का आधा किसान द्वारा दिये जाने पर उसे शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि इस वर्ष भावांतर भुगतान योजना में किसानों के खाते में दो हजार करोड़ रूपये की राशि डाली गयी है। जो किसानों ने भी नहीं सोचा, वह कर रही है सरकार मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को सुविधाएँ देने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी जायेगी। जो किसानों ने भी नहीं सोचा, वह भी सरकार कर रही है। उन्होंने जनता को याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व की सरकार के समय किसानों को 18 प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलता था, जिसे घटाकर शून्य प्रतिशत कर दिया गया है। खाद के अग्रिम भंडारण पर ब्याज राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है। प्राकृतिक आपदा में दी जाने वाली राहत राशि पहले ढाई हजार रूपये प्रति हेक्टयर थी, जिसे बढ़ाकर 30 हजार रूपये प्रति हेक्टयर कर दिया गया है। एक वर्ष में किसानों को 18 हजार करोड़ रूपये की राहत दी गई है। प्याज के दाम गिरने पर राज्य सरकार द्वारा 800 रूपये प्रति क्विंटल के भाव पर प्याज खरीदी पर 650 करोड़ रूपये खर्च किये गये। सिंचाई की क्षमता प्रदेश में साढ़े सात लाख हेक्टयर से बढ़ाकर चालीस लाख हेक्टयर कर दी गयी है। सिंचाई के लिये बिजली की समुचित व्यवस्था की गई है। खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिये राज्य सरकार द्वारा हर-संभव प्रयास किये जा रहे हैं। 307 करोड़ के विकास कार्यों का लोकर्पण एवं शिलान्यास मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर शाजापुर जिले में करीब 250 करोड़ रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 57 करोड़ रूपये के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभान्वित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले 5 वर्षों में पूरे प्रदेश में सिंचाई की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने सिंचाई परियोजनाओं का निम्नानुसार उल्लेख किया। कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री श्री दीपक जोशी, विधायक श्री अरूण भीमावद, राज्य ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष श्री विजेन्द्र सिंह सिसोदिया, मार्कफेड के अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव, सांसद श्री मनोहर ऊँटवाल, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
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एमपी की धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने आज विभागीय कार्यों की समीक्षा की। श्रीमती सिंधिया ने मंदिरों के जीर्णोंद्धार के प्रस्तावों के प्राक्कलन तैयार करने की वर्तमान व्यवस्था, निर्माण कार्यों की सतत मॉनिटरिंग एवं निर्माण स्थलों का भ्रमण, मंदिरों को शासन संधारित घोषित करने की नीति पर विस्तृत चर्चा की। इसके अतिरिक्त शासन संधारित मंदिरों की परिसम्पत्तियों (राज्य एवं राज्य के बाहर स्थित भूमि, भवन आदि) का डाटाबेस तैयार करने के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व श्री मनोज श्रीवास्तव तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन में 28 से 30 अप्रैल तक तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय विराट गुरुकुल सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश-विदेश के गुरुकुल के तीन हजार प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। सम्मेलन के समापन पर सब की सहमति से 'गुरुकुल का घोषणा-पत्र" भी तैयार किया जाएगा। सम्मेलन का उद्धाटन आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत करेंगे। संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गुरुकुल सम्मेलन की तैयारी नेपाल, म्यांमार और बेंगलुरु में आयोजित सम्मेलनों में की जा चुकी है। सम्मेलन में नेपाल, म्यांमार, इंडोनेशिया, मॉरीशस, त्रिनिनाद के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। साथ ही विभिन्न् विश्वविद्यालयों के 70-80 कुलपति, शिक्षा क्षेत्र के शोधार्थी, सामाजिक कार्यकर्ता और उद्योगपति भी मौजूद रहेंगे। सम्मेलन में आधुनिक शिक्षा पद्धति में गुरुकुल शिक्षा पद्धति के तत्व शामिल करने के मुद्दे पर चर्चा होगी। सम्मेलन के उद्धाटन सत्र में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. प्रकाश जावड़ेकर, राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वामी संवित सोमगिरी, आचार्य गोविन्द देवगिरी, स्वामी राजकुमार दास भाग लेंगे। वहीं समापन सत्र में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी और अन्य संत उपस्थित होंगे। समापन भाषण सुरेश सोनी देंगे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों के लिये बजट में 20 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। यह राशि किसानों के बैंक खातों में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत पहुँचाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील के गोपालपुर में 516 करोड़ 11 लाख की लागत की छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना के शिलान्यास और किसान सम्मेलन में दी। श्री चौहान ने 21 करोड़ 69 लाख की लागत की समूह नल-जल योजना तथा 2 करोड़ की लागत के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों की खेती से आय बढ़ाने के लिये ही प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाया जा रहा है। जहाँ नहरों के माध्यम से सिंचाई संभव नहीं है, वहाँ उद्वहन सिंचाई योजनाएँ बनाकर किसानों के खेतों तक पानी पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसान की मेहनत का सम्मान करती है। इसलिये किसानों के हित संरक्षण के लिये हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में यह पहला मौका है, जब राज्य सरकार ने किसानों को पिछले वर्ष बेची गई गेहूँ की फसल के लिये 200 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया। आगामी 16 अप्रैल को शाजापुर में राज्य-स्तरीय समारोह में 10 लाख किसानों के खातों में 16 करोड़ की राशि जमा करवाई जायेगी। इसी दिन हर जिला मुख्यालय पर किसानों के खातों में प्रोत्साहन राशि जमा कराने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस बार भी किसानों को मण्डियों में गेहूँ बेचने पर 265 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी पर भी किसान को समर्थन मूल्य के अलावा 100 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मण्डी के बाहर गेहूँ और चने की बिक्री करने वाले किसानों को भी भावांतर योजना का लाभ दिया जायेगा। श्री चौहान ने बताया कि ऋण समाधान योजना में किसानों के कुल ऋण पर ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज का भुगतान राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री असंगठित श्रमिक कल्याण योजना में अभी तक पौने दो करोड़ से अधिक श्रमिकों ने पंजीयन करवाया है। पंजीकृत श्रमिकों को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ, घर बनाने के लिये जमीन का पट्टा और आर्थिक सहायता तथा 200 रुपये मासिक फ्लेट रेट पर बिजली भी उपलब्ध करवायी जायेगी। छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना से सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील और देवास जिले की खातेगाँव तहसील में 35 हजार 62 हेक्टेयर कृषि भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। योजना के निर्माण के लिये 516 करोड़ 11 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। योजना के अंतर्गत नर्मदा नदी के तट पर 5 विभिन्न स्थान पर कुल 12.64 क्यूमेक्स जल का उद्वहन किया जायेगा। ग्राम चीचली, करोंदमाफी, पीपलनेरिया, छीपानेर तथा चौरसाखेड़ी के पास पम्पिंग स्टेशन बनाये जायेंगे। पम्पिंग स्टेशन से 6 राइजिंगमेन द्वारा नर्मदा जल खेतों तक पहुँचेगा। योजना की विशेषता यह है कि जल वितरण प्रणाली पाईप आधारित होगी। पाईप से जल प्रत्येक ढाई हेक्टेयर चक तक किसान को 20 मीटर दबाव पर उपलब्ध होगा। दाबयुक्त जल से किसान ड्रिप अथवा स्प्रिंकलर से सिंचाई कर सकेंगे। इस पद्धति से सिंचाई पर किसान को खेत समतल करने की आवश्यकता नहीं होगी। कम पानी से अधिक और उपयोगी सिंचाई का लाभ मिलेगा। यह योजना प्रधानमंत्री के 'पर ड्राप मोर क्राप'' अर्थात पानी की बूँद-बूँद का उपयोग कर न्यूनतम जल से अधिकतम सिंचाई करने पर आधारित है। जल वितरण प्रणाली पाईप आधारित होने से भूमि का स्थाई अर्जन नहीं होगा। पम्प हाउस के लिये केवल लगभग छ: हेक्टेयर भूमि के स्थाई अर्जन की आवश्यकता होगी।
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राजीवगांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में स्टार्टअप लीडरशिप कार्यशाला शुरू राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि स्टार्टअप भारत सरकार की महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य देश में स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत परिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है, ताकि देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हों। यह पहल युवाओं को उद्योगपति और उद्यमी बनाने का अवसर प्रदान करने के लिए की गई है। उन्होंने ये बात राजीवगांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में स्टार्टअप लीडरशिप पर आयोजित कार्यशाला के उदघाटन समारोह में कही। इस अवसर पर राज्यपाल ने स्टार्टअप पॉलिसी एवं विश्वविद्यालय के न्यूज लेटर का विमोचन किया। राज्यपाल ने कहा कि स्टार्टअप का अर्थ देश के युवाओं को बैंकों के माध्यम से वित्त सहायता प्रदान करना है, जिससे उनकी शुरूआत बेहतर मजबूती के साथ हो और वे भारत में आर्थिक रोजगार सृजन कर सकें। उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। केवल सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर ही हम भरोसा करें, यह संभव नहीं है। इसके लिए उद्योग जगत तथा अन्य कारोबारी संस्थाओं को विश्वविद्यालय से सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत अपनी मांग और आवश्यकताओं से विश्वविद्यालयों को परिचित कराये, जिससे विश्वविद्यालय ऐसे कार्यक्रम और ऐसे प्रशिक्षण आयोजित कर सकें, जिससे युवा सीधे ही उद्योगों के काम आ सकें। छात्रों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ नवीन उत्पाद एवं अभिनव प्रयोग पर भी ध्यान दिया जाये। तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ बातें नहीं करते हैं, उन्होंने देश को विश्व स्तर पर पहुंचाया है। उनके द्वारा युवाओं के लिए चलाये जा रहे स्टार्टअप कार्यक्रम की आज सबसे ज्यादा उपयोगिता है। इस कार्य के लिए फंड की कमी नहीं आने दी जायेगी। प्रारंभ में 10 करोड़ रूपये से ज्यादा राशि दी जायेगी। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा नई दिल्ली के सदस्य सचिव डॉ. ए.पी. मित्तल ने कहा कि इस योजना का सही अर्थ यही है कि हम जॉब के पीछे न भागें, बल्कि हम में दूसरे को जॉब देने की क्षमता हो। राजीवगांधी प्रौद्यागिकी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सुनील कुमार ने बताया कि 100 छात्रों को स्टार्टअप के तहत एक लाख रूपये अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने राज्यपाल के निर्देशानुसार बिशन खेड़ी गावं को गोद लिया गया है। इस अवसर पर टाटा कन्सलटेन्सी के प्रमुख श्री अभिताप तिवारी और प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री संजय बंधोपाध्याय भी उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार अनुभूति कार्यक्रम शुरू करेगी, जिसमें विद्यार्थियों को गाँव ले जाया जायेगा। गाँव में आज भी मिलजुलकर जीने की कला और सहयोगी जीवन मिलता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास पर अनुभूति संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में गाँवों में रहकर आने वाले विद्यार्थियों ने अपने अनुभवों को साझा किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गाँव का जीवन अद्भुत है। गाँव में सब एक परिवार के जैसे मिलकर रहते हैं। भारतीय परम्परा और संस्कृति आज भी गाँवों में मिलती है। गाँवों में आवश्यक सुविधाएँ पहुँचाई जायें, पर गाँव के मूल प्राण सहज और सरल जीवन समाप्त नहीं होना चाहिये। बेटी के विवाह में आज भी पूरा गाँव व्यवस्थाओं में लग जाता है। उन्होंने बताया कि पिछले दशक में प्रदेश के गाँवों में सड़क सुविधाएँ बढ़ाई गई हैं। आज प्रदेश के 95 प्रतिशत गाँव पक्की सड़कों से जुड़ गये हैं। दिसम्बर 2018 तक प्रदेश के सारे गाँव पक्की सड़कों से जुड़ जायेंगे। गाँव में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। नल-जल योजनाओं के माध्यम से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। गाँव में छोटे रोजगार बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत कार्यक्रम की मदद से गाँव में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। श्री चौहान ने इस मौके पर अनुभूति कार्यक्रम के फोल्डर का विमोचन किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों के अनुभव पर आधारित डाक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया गया। श्री प्रफुल्ल अकांत ने कहा कि विद्यार्थी भविष्य के भारत की राष्ट्रशक्ति है। देश तेजी से प्रगति कर रहा है। इस बदलाव में विद्यार्थी मेधा भारतीय संस्कृति का अनुभव कर गाँवों के विकास एवं उन्नति में योगदान दे सकें, यह प्रयास अनुभूति प्रकल्प में किया गया है। विकासार्थ विद्यार्थी के राष्ट्रीय संयोजक श्री सचिन दवे ने अनुभूति प्रकल्प की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने 15 से 18 मार्च तक गाँव में प्रवास किया। गाँव के परिवेश से रू-ब-रू हुये। संस्कृति की संवेदनाओं से साक्षात्कार किया। निस्वार्थ, आत्मीय, सरल और संतोषी ग्रामीण जीवन दर्शन के अनुभवों को मुख्यमंत्री के साथ साझा करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में पत्रकारिता, इंजीनियरिंग, मेडिकल, पॉलीटेक्निक और मानविकी पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों ने गाँव दर्शन के अनुभवों की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीण संस्कृति की आत्मीय सामुदायिकता, परमार्थ और प्रदूषण मुक्त जीवनशैली के अनुभवों का ब्यौरा दिया। कार्यक्रम में संगठन के पदाधिकारी श्री दीपक पालीवाल, डॉ. प्रज्ञेश अग्रवाल, श्री बंटी चौहान सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
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मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 10 हजार रूपये और सहायिकाओं का मानदेय 5 हजार रूपये महीने करने की घोषणा की है। साथ ही सेवानिवृत्ति की आयु भी शासकीय कर्मचारियों के समान 62 वर्ष की जाएगी। उन्हें यात्रा भत्ता भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका से आग्रह किया कि वे आंगनवाड़ी का उत्कृष्ट प्रबंधन करें और कुपोषण मुक्त मध्यप्रदेश बनाने में पूरी मेहनत से काम करें। श्री चौहान आज यहां निवास पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए पोषण अभियान पर उन्मुखीकरण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला में प्रदेश भर से आई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का आव्हान किया कि मध्यप्रदेश से कुपोषण की चुनौती को हमेशा के लिए समाप्त करने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि किसी भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को बिना जांच किए नहीं हटाया जाएगा। यदि आंगनवाड़ी सहायिका द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के रूप में चयन के लिए आवेदन किया जाता है तो उन्हें वरीयता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने दीनदयाल पोषण पुरस्कार की भी घोषणा की। रिटायरमेंट के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एक लाख रुपए और आंगनवाड़ी सहायिकाओं को 75000 रूपये दिए जाएंगे। यदि आकस्मिक रूप से उनकी मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को दो लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही उनकी बहन या बेटी को कार्यकर्ता/ सहायिका के चयन में 10 अंक की वरीयता दी जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिये प्रत्येक परियोजना में तीन-तीन पुरस्कार दिये जायेंगे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रथम पुरस्कार 7100 रूपये, द्वितीय पुरस्कार 5100 रूपये और तृतीय पुरस्कार 2100 रूपये के दिये जायेंगे। इसी प्रकार सहायिकाओं के लिये प्रथम पुरस्कार 5100 रूपये का, द्वितीय पुरस्कार 2100 और तृतीय पुरस्कार 1100 रूपये का दिया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली मजदूर बहनों के लिये गर्भावस्था के दौरान चार हजार रूपये और प्रसव के बाद 12 हजार रूपये दिये जायेंगे। इन बहनों का पंजीयन कराने और उनके खातों में धनराशि पहुँचाने की जिम्मेदारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दी जायेगी। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सेवा और विकास के क्षेत्र में पूरे देश में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनें निचले स्तर पर बड़ी जिम्मेदारियाँ पूरी करती हैं। उन्होंने एनीमिया की कमी से लड़ने का अभियान सफलता पूर्वक पूरा किया। इसके अलावा स्वास्थ्य एवं अन्य शासकीय सेवाओं के प्रदाय की जिम्मेदारी भी लगन के साथ पूरी की। निचले स्तर पर प्रमुख योजनाओं के क्रियान्वयन में वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इस अवसर आयुक्त महिला सशक्तिकरण श्रीमती जयश्री कियावत, आयुक्त आईसीडीएस श्री संदीप यादव और बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएँ उपस्थित थीं।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में आज यहां प्रजापति समाज के राष्ट्रीय अधिवेशन में समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित किया। समाज ने श्री चौहान का जनहितैषी योजनाओं के लिये पारंपरिक साफा पहनाकर अभिनंनदन किया। श्री चौहान ने कहा कि प्रजापति कुंभकार समाज परिश्रमी, ईमानदार और मददगार समाज है। कलाधर्मी प्रजापति समाज माटी को भी विभिन्न कलारूप देने की प्रतिभा रखता है। इसलिये इसमें प्रतिभाओं की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज ने बेटियों का सम्मान किया है और उन्हें आगे बढने में मदद की है। श्री चौहान ने कहा कि प्रतिभाओं की पढाई-लिखाई का पूरा खर्च सरकार उठायेगी। प्रजापति समाज के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष श्री मनोज प्रजापति द्वारा माँग-पत्र प्रस्तुत करने पर श्री चौहान ने कहा कि मांगों का परीक्षण कर समाज की बेहतरी के हर संभव कदम उठाये जायेंगे। इस अवसर पर सांसद श्री आलोक संजर, राज्य माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामदयाल प्रजापति और बड़ी संख्या में समाज के बन्धु उपस्थित थे।
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आनंदी बेन बोलीं -अस्पतालों में दवाईयों का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित हो विश्व स्वास्थ दिवस पर राज्यपाल द्वारा नवीन वैक्सीन का शुभारम्भ एमपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि स्वास्थ विभाग द्वारा अस्पतालों में डाक्टरों द्वारा लिखी जाने वाली दवाईयों का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जाये। डाक्टर गरीबों तथा ग्रामीणों को वही दवायें लिखें, जो अस्पतालों में उपलब्ध हों। सरपंचों तथा जनप्रतिनियों की जिम्मेदारी है कि टीकाकरण अभियान में पूरा सहयोग दें। उन्होंने किशोरियों के स्वास्थ पर विशेष ध्यान देने पर जोर देते हुए कहा कि जांच के दौरान अगर हीमोग्लोबिन कम निकले, तो उसका पोषण बढ़ा कर इलाज करें। राज्यपाल ने आज विश्व स्वास्थ दिवस पर स्वास्थ विभाग द्वारा आयोजित बच्चों को निमोनिया तथा दिमागी बुखार जैसी जानलेवा बीमारी से सुरक्षा प्रदान करने वाली नवीन वैक्सीन पीसीबी के शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में नवीन वैक्सीन पीसीबी(टीका) नि:शुल्क टीकाकरण लिए उपलब्ध रहेगा। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि डाक्टर गांवों में जाकर सरपंचों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर स्वास्थ सुविधायें उपलब्ध करायें और विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने डाक्टरों से कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार को सहयोग प्रदान करें। आंगनबाड़ी और प्राथमिक शालाओं में बच्चों को वितरित होने वाले भोजन की गुणवत्ता और पौष्टिकता और पानी की शुद्धता की भी जांच करें। गांव,शहर, स्कूल, आंगनबाड़ी तथा सार्वजनिक स्थलों पर सफाई अभियान में सभी वर्ग सहयोग करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए शौचालय बहुत आवश्यक है। देश में शौचालय बनाने का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। आने वाले 2-3 साल में हमारे देश में शत-प्रतिशत शौचालय का निर्माण हो जायेगा। स्वास्थ मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि डाक्टरों के साथ-साथ सभी में सेवाभाव होना चाहिए। मध्यप्रदेश को स्वस्थ प्रदेश बनाने के लिए सभी मिलजुलकर कार्य करें। इस बात पर ध्यान दें कि हम ग्रामीणों, गरीबों और पिछड़े लोगों तक बेहतर स्वास्थ सुविधायें कैसे पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ सेवाओं में निरंतर सुधार हो रहा है और अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ रही हैं। स्वास्थ विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती गौरी सिंह ने समारोह में अतिथियों का स्वागत किया। राज्यपाल ने कायाकल्प कार्यक्रम के अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली संस्थाओं और सरपचों को भी पुरस्कृत किया। इस अवसर पर आयुक्त स्वास्थ श्रीमती पल्लवी जैन, राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन के संचालक श्री एस.विश्वनाथन, यूनिसेफ के प्रतिनिधि माईकल जूमा और विश्व स्वास्थ संगठन के प्रतिनिधि डॉ.बी.पी. सुब्रामणयम उपस्थित थे।
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छिन्दवाड़ा में बनेगा भारिया सांस्कृतिक केन्द्र और कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी भारिया परिवारों को बिना जमीन के नहीं रहने दिया जायेगा। भारिया परिवार बरसों से जिस जमीन पर काबिज़ है, उन्हें उसका मालिकाना हक दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि वन भूमि पर वर्षों से काबिज भारिया परिवार को भी नहीं हटाया जायेगा। ऐसे परिवारों को भूमि का पट्टा देने के लिये विशेष अभियान चलाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज छिन्दवाड़ा जिले के पातालकोट क्षेत्र के ग्राम रातेड़ में भारिया महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। अध्यक्षता अनुसूचित जाति कल्याण और जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वन अधिकार अधिनियम में जिन भारिया परिवारों को भूमि आवंटित की गई है, उनके खेतों में कुओं का निर्माण कराया जायेगा। साथ ही परिस्थिति अनुसार मोटर या डीजल पम्प उपलब्ध करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी भारिया परिवारों के आगामी 2 वर्षों में पक्के मकान बनाये जायेंगे। भारिया भाषा को संरक्षित करने के लिये 18 भारिया भाषायी शिक्षक नियुक्त किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि भारिया संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिये छिन्दवाड़ा में भारिया सांस्कृतिक केन्द्र स्थापित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने भारिया समाज के लोगों से कहा कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाकर उन्हें आगे बढ़ने के लिये प्रेरित और प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि आज का समय कम्प्यूटर का है और कम्प्यूटर रोजगार का जरिया है, इसलिये बच्चों को कम्प्यूटर में प्रशिक्षित किये जाने के लिये छिन्दवाडा में एक कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र खोला जायेगा। आई.टी.आई. में भी भारिया बच्चों को विभिन्न व्यवसाय का प्रशिक्षण देकर उनके कौशल को बढ़ाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह महासम्मेलन भारिया जनजाति की जिदंगी बदलने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि सभी भारिया बस्तियों में दीपावली तक बिजली पहुँचा दी जायेगी। उन्होंने भारिया बच्चों के लिये एकलव्य आवासीय विद्यालय खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि भारिया परिवारों के बच्चों को पहली से लेकर पी.एच.डी. तक निःशुल्क शिक्षा दी जायेगी। उन्होंने भारिया युवाओं से कहा कि वे अपनी क्षमताओं का प्रकटीकरण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारिया आदिवासियों की एक स्वस्थ परम्परा है जिसे अक्षुण्ण रखने का प्रयास राज्य शासन द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा तक पढ़ने वाली भारिया बालिकाओं को एन.एम.ए. का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वास्थ्य सेवा के कार्य में लगाया जायेगा। भारिया बहुल क्षेत्र में भारिया आदिवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा तथा गंभीर रोग से पीड़ित होने पर निःशुल्क उपचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में अब असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का पंजीयन कर उन्हें विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि अचार, चिरौंजी और महुआ खरीदी के लिये लघु वनोपज खरीदी केन्द्र खोले जायेंगे। महुआ 30 रूपये एवं अचार गुठली 150 रूपये प्रति किलो की दर पर खरीदी जायेगी। उन्होंने कहा कि पातालकोट क्षेत्र की भारिया बहनों के बैंक खाते में प्रतिमाह एक हजार रूपये जमा किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि पातालकोट क्षेत्र की सभी बस्तियों में नल-जल योजना की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 36 करोड 98 लाख 35 हजार रूपये के कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन कर 7 भारिया युवाओं को पुलिस में आरक्षक के पद पर सीधी भर्ती के नियुक्ति पत्र प्रदान किये। उन्होंने लाडली लक्ष्मी योजना के प्रमाण-पत्र के साथ ही उज्जवला गैस योजना के कनेक्शन भी वितरित किये। मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले नर्तक दल को 25 हजार की नगद प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की। सम्मेलन में भारिया विकास प्राधिकरण की अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला भारती, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कांता ठाकुर, विधायक सर्वश्री नत्थनशाह कवरेती, चौधरी चन्द्रभान सिंह, पं.रमेश दुबे एवं नानाभाऊ मोहोड, नगर पंचायत अध्यक्ष श्री नरेन्द्र परमार, श्री उत्तम ठाकुर और श्री रमेश पोफली भी उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण के लिये महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की मार्केटिंग राज्य सरकार करेगी। उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चों की ड्रेस सिलने और आँगनवाड़ी केन्द्रों के पोषण-आहार बनाने का काम स्व-सहायता समूहों से करवाया जायेगा। श्री चौहान राजगढ़ जिले के जीरापुर में महिला सम्मेलन और अंत्योदय मेले को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने किसान-कल्याण एवं कृषि विकास की योजनाओं एवं निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि 10 अप्रैल से प्रदेश की मण्डियों में चना और मसूर की खरीदी शुरू की जायेगी। चना 4400 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा और इस पर राज्य सरकार द्वारा 100 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि भी दी जायेगी। उन्होंने बताया कि मण्डी के बाहर गेहूँ, चने की बिक्री करने वाले किसानों को भी भावांतर योजना में लाभान्वित किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि समाधान योजना में किसानों के ऋण पर ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज का भुगतान राज्य सरकार करेगी। तीन लाख असंगठित श्रमिकों का पंजीयन मुख्यमंत्री ने असंगठित श्रमिक कल्याण योजना में राजगढ़ जिले में अभी तक 3 लाख श्रमिकों के पंजीयन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इस उपलब्धि के लिये जिला प्रशासन को बधाई देते हुए बताया कि असंगठित श्रमिक योजना का लाभ ढाई एकड़ तक के भूमिधारक किसानों को भी दिया जायेगा। योजना में पात्र आवासहीन लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना में भी लाभान्वित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राजगढ़ जिले में निर्माणाधीन मोहनपुरा और कुण्डलिया सिंचाई योजनाओं से 6 लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि इन बाँधों में भरने वाले पानी से समूह नल-जल योजनाओं से सभी गाँव में घर-घर पेयजल पहुँचाया जायेगा। 77 करोड़ से ज्यादा के निर्माण और विकास कार्य लोकार्पित मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में महिला सम्मेलन और अंत्योदय मेले में राजगढ़ जिले में 77 करोड़ से ज्यादा की राशि के 47 निर्माण एवं विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने मेले में शासकीय योजनाओं के हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र और हितलाभ वितरित किये तथा स्व-सहायता समूहों के स्टॉलों पर जाकर उनके उत्पादों की जानकारी ली। इस अवसर पर सांसद श्री रोडमल नागर, विधायक श्री हजारीलाल दांगी, श्री अमरसिंह यादव, श्री नारायण सिंह पवार, श्री कुँवर कोठार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गायत्री जसवंत गुर्जर, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री रघुनंदन शर्मा और अन्य जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
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एससी-एसटी एक्ट मामले में उपजे आक्रोश ने ग्वालियर-चंबल अंचल में 8 लोगों की जान ले ली। ग्वालियर, भिंड और मुरैना में मंगलवार को कर्फ्यू जारी है। मंगलवार सुबह भिंड के रौन थाना इलाके के राही का ट्यबवेल में एक शव बरामद हुआ है। मृतक का नाम दशरथ(50) बताया गया है। इसके साथ ही भिंड में उपद्रव में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। गोहद में फिर हालात बिगड़ गए, कुछ लोगों ने मंत्री लाल सिंह आर्य के घर सहित कई जगह पथराव किया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। सुबह से ही पुलिस ने अनाउसमेंट करवा दिया था कि कोई भी अपने घर से बाहर ना निकले। मुरैना में भी हालत सामन्य होते नजर नहीं आ रहे। जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात है। यहां उपद्रवियों द्वारा उखाड़ी गई रेल पटरियों को ठीक कर दिया गया है। जिसके बाद से रेल परिवहन शुरू हो गया है। मुरैना के उत्तमपुरा में एक बार फिर विवाद के बाद फायरिंग हुई, सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया। यहां इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। ग्वालियर में कलेक्टर ने सभी शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं, उनके अगले आदेश तक यह निरस्त ही रहेंगे।हिंसाग्रस्त इलाकों में 550 डीएसपी और सब इंस्पेक्टर सहित 3 हजार जवानों को तैनात किया गया है। भोपाल में पुलिस मुख्यालय स्थिति पर नजर बनाए हुए है। सभी शिक्षण संस्थान दो दिन के लिए बंद रहेंगे। सोशल मीडिया पर मॉनिटरिंग की जा रही है। पुलिस ने करीब एक हजार लोगों के खिलाफ मालला दर्ज किया है। वीडियो और फोटो के जरिए हिंसा फैलाने वालों की पहचान की जा रही है। हिंसा के बाद पुलिस ने मुरैना में कर्फ्यू के बाद रातभर फ्लैग मार्च किया। जिले में सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं। कलेक्टर और एसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल अब भी इलाकों में घूम रहे हैं। मुरैना में उपद्रवियों ने रेल की पटरियां भी उखाड़ दी थीं, इससे कई ट्रेनें भी प्रभावित हुई हैं। झांसी आगरा पैसेंजर ग्वालियर तक ही चली, आगरा झांसी पैसेंजर को रद्द कर दिया गया। निजामुद्दीन से आने वाली गतिमान एक्सप्रेस को आगरा से ही वापस लौटा दिया गया। ताज एक्सप्रेस मंगलवार को रद्द रहेगी। ग्वालियर-चंबल अंचल में फैली हिंसा के बाद भोपाल में धारा 144 लागू की गई है। इसके साथ ही प्रदेश के सभी बड़े शहरों सहित उन इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, जहां सोमवार को विवाद हुए थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि शांति और सदभाव बनाये रखें। अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार इस जिम्मेदारी को पूरी सजगता से निभायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपील में कहा है कि कुछ लोगों ने प्रदेश की सामाजिक समरसता को बिगाड़ने की कोशिश की है। इससे कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनायें घटित हुई हैं। उन्होंने कहा है कि अपराधियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। असामाजिक तत्वों को बख्शा नहीं जायेगा।
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रायपुर मेडिकल और डेंटल कॉलेज में दाखिले के लिए 6 मई को होने वाले नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट) के लिए चार अप्रैल से सैटेलाइट पर कोचिंग दी जाएगी। परीक्षाओं के आयोजन तक कोचिंग चलती रहेगी। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने 250 एजुसेट सेंटर के जरिए कोचिंग देने का इंतजाम किया है। एजुसेट की विशेष कक्षाएं सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक प्रतिदिन तीन घंटे लगेंगी। एससीईआरटी के एजुसेट प्रभारी दीपांकर भौमिक ने बताया कि सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए यह कोचिंग कारगर साबित होगी। खासकर ऐसे बच्चे जो कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कोचिंग नहीं कर पाते हैं। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की दसवीं-बारहवीं बोर्ड की परीक्षाएं दो अप्रैल को खत्म हो चुकी हैं। ऐसे में अब बारहवीं कक्षा की परीक्षा दे चुके बच्चों के लिए जेईई, पीईटी, नीट समेत अन्य प्रवेश परीक्षाओं के लिए एजुसेट के जरिए कोचिंग दी जा रही है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से मेडिकल में दाखिले के लिए नीट परीक्षा का आयोजन छह मई 2018 को किया जाएगा। यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जिसका आयोजन एमबीबीएस और बीडीएस में दाखिले के लिए किया जाता है। प्रदेश में 700 मेडिकल की सीटों में दाखिला मिलेगा। पीईटी के जरिए इंजीनियरिंग में 17 हजार सीटों पर दाखिला दिया जाएगा। प्रमुख विशेषज्ञों में एमआर सावंत, आरएन त्रिवेदी, संजय गुलाटी, राजेश चंदानी, डॉ. रागिनी पाण्डेय, शिवांशु दुबे, अंजुलता सारस्वत, संतोष दुबे, राकेश गुप्ता एवं अन्य कोचिंग देंगे। राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए व्यापमं पीईटी 29 अप्रैल और प्री एग्रीकल्चर टेस्ट (पीएटी) 27 मई को होगी। एससीईआरटी ने बच्चों की सहूलियत के हिसाब से कोचिंग देने का टाइम सुबह रखा है। शंकर नगर से संचालित एजुसेट की कोचिंग के जरिए गणित, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान के विशेषज्ञ प्रतिदिन एक विषय पर कोचिंग देंगे। राजधानी में एजुसेट सिस्टम शहर के प्रोफेसर जेएन पांडेय गवर्नमेंट स्कूल, दानी गर्ल्स स्कूल, मायाराम सुरजन, स्वर्गीय मिंटू शर्मा हायर सेकंडरी डूमरतराई, माना बस्ती समेत अन्य सरकारी स्कूलों में है। एससीईआरटी से सीधे सेंटर के लिए कोचिंग का प्रसारण होगा। यहां सरकारी स्कूलों के बच्चों साथ ही निजी स्कूलों के बच्चों के लिए भी सुविधा दी जाएगी।
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वन भूमि पर काबिज बैगा परिवारों को हटाया नहीं जायेगा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बैगा परिवार वर्षों से जिस जमीन पर काबिज हैं, उन्हे उसका मालिकाना हक दिया जायेगा। वन भूमि पर वर्षों से काबिज बैगा परिवारों को हटाया नहीं जायेगा। ऐसे परिवारों को भूमि का पट्टा देने के लिये विशेष अभियान चलाया जायेगा। वनाधिकार अधिनियम के तहत जिन बैगा परिवारों को भूमि आवंटित की गई है, उनके खेतों में कुओं का निःशुल्क निर्माण करवाया जायेगा, उन्हें डीजल पंप भी उपलब्ध करवाया जायेगा। प्रदेश के सभी बैगा परिवारों के लिये आगामी दो वर्षों में पक्के मकान बनाये जायेंगे। मुख्यमत्री ने कहा कि बैगा भाषा को संरक्षित करने के लिये बैगा भाषा के शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। बैगा संस्कृति को अक्षुण्य बनाये रखने के लिये डिण्डौरी में बैगा सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किया जायेगा। श्री चौहान ने बैगा समाज के लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, उन्हें आगे बढ़ने के लिये प्रेरित और प्रोत्साहित करें। उन्होने कहा कि गांवों को स्वच्छ बनायें, शराब जैसी बुराईयों से दूर रहें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शहडोल जिले के लालपुर में आयोजित राज्य स्तरीय बैगा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सम्मेलन बैगा आदिवासियों की जिंदगी को बदलने का प्रयास है। उन्होने कहा कि बैगा समाज के लोग बहुत सरल, सौम्य और मेहनतकश होते हैं। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने बैगा आदिवासियों की जिंदगी को सँवारने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार बैगा आदिवासियों के सर्वांगीण विकास के लिये प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रदेश की सभी बैगा बस्तियों में दिसम्बर माह के अंत तक बिजली पहुँचाई जायेगी ताकि सभी बैगा परिवारों के घर रौशन हो सकें। उन्होने कहा कि बैगा युवाओं को आईटीआई में निःशुल्क प्रशिक्षण दिलवाकर उनके कौशल को तराशा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का समय कम्प्यूटर का समय है, अगर युवाओं को कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं होगा, तो वे पिछड़े हुए माने जाते हैं। इस बात को दृष्टिगत रखते हुए बैगा युवाओं के लिये शहडोल और मण्डला जिले में दो बड़े कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे। बैगा बहुल सभी विकासखण्डों में एकलव्य विद्यालय खोले जाएंगे। बैगा युवाओं की शिक्षा में प्रदेश सरकार किसी प्रकार का गतिरोध उत्पन्न नहीं होने देगी। उन्होने कहा कि सभी बैगा परिवार के बच्चों को पहली कक्षा से पीएचडी तक निःशुल्क शिक्षा दी जायेगी। उन्होने बैगा युवाओं से अपील की कि वे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर अपनी क्षमता बढ़ायें। श्री चौहान ने कहा कि बैगा समाज की कक्षा 12वीं में अध्ययनरत बालिकाओं को एनएम का प्रशिक्षण दिलवा कर उन्हें स्वास्थ सेवा के कार्य में लगाया जायेगा। बैगा बहुल क्षेत्रों में बैगा आदिवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जायेगा तथा गंभीर रोग से पीड़ित होने पर उनका निःशुल्क उपचार भी करवाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैगा समाज के लोग भी असंगठित श्रमिक कल्याण योजना में पंजीयन करायें। उन्हें भी शासन की योजनाओं का भरपूर लाभ मिलेगा। श्री चौहान ने शहडोल और अनूपपुर जिले में महिला स्व-सहायता समूह के कार्यों की सराहना करते हुए महिलाओं से अपील की कि स्व-सहायता समूह गठित कर आर्थिक क्रांति लायें। रु. 67.65 करोड़ के निर्माण कार्यों की सौगात : मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैगा सम्मेलन में 18 करोड़ 21 लाख 36 हजार रुपये लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। साथ ही 49 करोड़ 44 लाख 27 हजार रुपये लागत के निर्माण कार्यों की आधारशिला रखी। इस अवसर पर बैगा समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का पारम्परिक बैगा पोषाक पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल, आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य, सांसद श्री ज्ञान सिंह, अध्यक्ष बैगा विकास प्राधिकरण श्री रामलाल बैगा, अध्यक्ष जिला पंचायत श्री नारेंद्र सिंह मरावी, अध्यक्ष जनजातीय आयोग श्री नरेंद्र मरावी, विधायक श्रीमती प्रमिला सिंह, श्री रामलाल रौतेल, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में बैगा समुदाय के लोग उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार महिलाओं का अपमान सहन नहीं करेगी। समाज को भी महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करना चाहिये। श्री चौहान ने सामाजिक संगठनों का आव्हान किया है कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिये राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिये 'जीरो टॉलरेंस'' सरकार का संकल्प है। मुख्यमंत्री भोपाल के व्हीआईपी रोड पर जिला पुलिस बल द्वारा आयोजित वॉकथॉन फ्लेग ऑफ कार्यक्रम 'नारी शक्ति की ओर बढ़ाइये एक कदम'' को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान इस मौके पर 5 किलोमीटर की वॉकथॉन में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिये पुलिस के पास सर्वाधिकार सुरक्षित हैं। पुलिस को चाहिये कि गुंडों-बदमाशों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारों की अनदेखी करने वाले नर पिशाचों के कोई अधिकार नहीं होते। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने बलात्कारियों को मृत्यु-दण्ड दिये जाने का कानून बनाकर राष्ट्रपति को अनुमोदन के लिये भेजा है। श्री चौहान ने समाज के विभिन्न वर्गों से अपील की है कि बच्चों को बचपन से ही नारी का सम्मान करने के संस्कार दें। बच्चों में यह भाव पैदा करें कि महिलाओं का सम्मान ही पूरे समाज का सम्मान है। कैण्डल मार्च के प्रसंग और अमीर, शिक्षित तथा शहरी परिवारों में घटते लैंगिक अनुपात की जानकारी देते हुए उन्होंने समाज को इस दिशा में चिंतन करने और सार्थक पहल करने के लिये प्रेरित किया। श्री चौहान ने कहा कि सृष्टि चक्र के सुचारु संचालन के लिये बेटा और बेटी में भेदभाव को मिटाना नितांत आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नारी सम्मान सर्वोपरि है। राज्य सरकार ने बेटियों को आगे बढ़ाने के भरपूर प्रयास किये हैं। वन विभाग के अतिरिक्त अन्य शासकीय नौकरियों में 33 प्रतिशत और शिक्षक संवर्ग में 50 प्रतिशत आरक्षण भी दिया है। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के सम्मान को कायम रखने के लिये वॉकथॉन के आयोजन की सराहना की। जिला पुलिस बल द्वारा आयोजित वॉकथॉन फ्लेग ऑफ कार्यक्रम में 3, 5 और 7 किलोमीटर की श्रेणियों में हर उम्र और वर्ग के लगभग 15 हजार लोगों ने भाग लिया। पुलिस महानिरीक्षक श्री जयदीप प्रसाद ने इस कार्यक्रम के उद्देश्य से अवगत कराया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को स्मृति-चिन्ह भेंट किया गया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर, महापौर श्री आलोक शर्मा, सांसद श्री आलोक संजर, श्री बृजेश लूणावत, पुलिस महानिदेशक श्री आर.के. शुक्ला, संभागायुक्त श्री अजातशत्रु, अपर पुलिस महानिदेशक श्रीमती अरूणा मोहन राव सहित शहर के गणमान्य लोग भी मौजूद थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज आगर-मालवा जिले के ग्राम गुराड़िया सोयत में माँ आशापुरा धाम में माता के दर्शन किये और अखिल भारतीय पालीवाल महाजन समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अखिल भारतीय पालीवाल महाजन समाज के कार्यक्रम में कहा कि वर्षा का जल सहेजने के लिये प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गुराड़िया सोयत में अगले शिक्षा सत्र से महाविद्यालय खोलने तथा बड़ौद के बीजानगरी में माँ हरसिद्धि मंदिर तक सड़क निर्माण के लिये 97 लाख रुपये स्वीकृत करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में हर खेत तक पानी पहुँचाने का संकल्प पूरा करने के लिये मई माह से अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान में सभी तरह की छोटी-बड़ी जल-संरचनाओं का निर्माण करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिये 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। श्री चौहान ने सरकार द्वारा पानी सहेजने के काम में प्रदेशवासियों से भरपूर सहयोग का आव्हान किया। श्री चौहान ने इस अवसर पर राज्य सरकार की जन-हितकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि कृषि के विकास तथा किसानों के कल्याण के लिये राज्य सरकार निरंतर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में चना, मसूर और सरसों 10 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा और इन फसलों के लिये राज्य सरकार किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बोनस भी देगी। श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में सूखा राहत के लिये 1600 करोड़ और फसल बीमा के लिये 1700 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने किसानों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पालीवाल समाज में बेटियों के मान-सम्मान की रक्षा की परम्परा है। उन्होंने माँ आशापुरा के दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सामुदायिक भवन निर्माण में हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यहाँ सुलभ कॉम्पलेक्स के संचालन की व्यवस्था समाज को करना होगी। कार्यक्रम में पालीवाल समाज ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर भारतीय किसान संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री शिवकांत दीक्षित, सांसद श्री रोडमल नागर, विधायक सर्वश्री मुरलीधर पाटीदार, गोपाल परमार, हजारीलाल दांगी और दिलीप सकलेचा तथा पालीवाल समाज के अध्यक्ष श्री मदनलाल चौधरी सहित अन्य जन-प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की कॉलोनियों को अवैध के कलंक से मुक्त किया जायेगा। कॉलोनियों के नियमितिकरण का कार्य 7 अप्रैल से शुरू होकर 15 अगस्त तक पूर्ण किया जायेगा। उन्होंने असंगठित मजदूर पंजीयन कार्य अभियान के रूप में करने के निर्देश भी दिये हैं। श्री चौहान आज आर.सी.व्ही.पी.नरोन्हा प्रशासन अकादमी में अवैध कॉलोनियों के नियमितिकरण संबंधी कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला का आयोजन नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा किया गया था। गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कृष्ण मुरारी मोघे मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आजीविका मिशन (शहरी) में प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त होने का प्रमाण-पत्र मंत्री श्रीमती माया सिंह को सौंपा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था जनता के लिये है। नियम, कायदे और कानून सब जनहितकारी होने पर ही मान्य हैं। ऐसा नहीं होने पर, उन्हें बदला जायेगा। सरकार ने अवैध कॉलोनी के दर्द को समझ कर नियमित करने का कार्य किया है। विस्थापितों के पट्टे और मर्जर की समस्याओं का समाधान किया है। नियमितिकरण कार्य व्यवहारिक और रहवासियों के जीवन में खुशियों के रंग भरने के दृष्टिकोण के साथ उत्साह और उमंग से किया जाये। नियमितिकरण की प्रक्रिया में बाधा स्वीकार नहीं की जायेगी। जहाँ रास्ता नहीं होगा, वहाँ नियमों में परिवर्तन-परिवर्धन कर रास्ता निकाला जायेगा। उन्होंने नगरीय नियोजन में भविष्य में शहरों में आने वाली आबादी के लिये सुविधाजनक आवास की सुविधा की व्यवस्थाओं के प्रावधान रखने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास 'विकास का प्रकाश' हर गरीब तक पहुँचाने का है। उन्होंने कहा कि अवैध कॉलोनी नियमितिकरण की वे स्वयं नियमित मॉनीटरिंग करेंगे। अंसंगठित श्रमिक पंजीयन को अभियान का रूप दें: मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री चौहान ने असंगठित मजदूरों के लिये बनायी गई, सबसे बड़ी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह योजना सेवा का नया इतिहास रचने का अवसर है। योजना में पंजीयन का कार्य एक से 14 अप्रैल तक अभियान के रूप में किया जाये। सुनिश्चित किया जाये कि रहने के लिये भूमि का टुकड़ा अथवा आवास, नि:शुल्क उपचार, नि:शुल्क शिक्षा, पोषण आहार, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा की सुविधाएँ मजदूरों को पंजीयन के साथ ही मिलें। असंगठित मजदूरों में किसान, जिनके पास एक हेक्टेयर से कम भूमि है, भी शामिल किए गए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं पर गलत नजर रखने वालों के विरुद्ध ऐसी कड़ी कार्रवाई करें कि बदमाशों में भय का वातावरण व्याप्त हो जाये। उन्होंने कहा कि गुंडों, बदमाशों के अतिक्रमण सख्ती के साथ ध्वस्त किये जायें। यह भी ध्यान रखा जाये कि आम नागरिक सताये नहीं जायें। श्री चौहान ने स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर कार्य के लिये सभी नगरीय निकायों को बधाई दी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि नगर की सभी कॉलोनियों में विकास के कार्य समान रूप से हो सकें, इसलिये अवैध कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया बनायी गयी है। इससे करीब 4 हजार 500 अवैध कॉलोनियाँ नियमित हो जायेंगी। वैधानिक प्रक्रिया द्वारा अवैध कॉलोनियों को नियमित करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा। पूर्व में 31 दिसम्बर, 2012 की अवधि तक स्थापित अवैध कॉलोनियों का नियमितिकरण किया जाता था, जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसम्बर 2016 तक की कॉलोनियों के लिये कर दिया गया है। विकास व्यय में रहवासी अंशदान को घटाकर 20 प्रतिशत किया गया है। शेष राशि संबंधित निकाय द्वारा वहन की जायेगी। सांसद और विधायक निधि का भी उपयोग हो सकेगा। रहवासियों को बिजली, पानी, सीवेज जैसी जन सुविधाएँ सामान्य वैध कॉलोनियों की भांति सर्विस प्रभार पर मिलेंगी। मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह ने कहा कि अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रभावी प्रयास किया गया है। अवैध कॉलोनियों के मूल कारणों को चिन्हित कर, उनके समाधान के प्रयास हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों की सफलता और सार्थकता तभी है जब समस्त अवैध कालोनियाँ वैध हो जायें और कोई नई अवैध कालोनी नहीं बने। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री विवेक अग्रवाल ने बताया कि कार्यशाला अवैध कॉलोनियों को नगर की मुख्य-धारा में शामिल करने के लिये नियमितिकरण की प्रक्रिया और नियमों की जानकारी देने के लिये की गई है। आवश्यकता होने पर वैधानिक प्रावधानों को सरल भी बनाया जायेगा। कार्यशाला में नियमितिकरण प्रक्रिया से संबंधित सवाल-जवाब, सामूहिक चर्चा और सुझाव के सत्र होंगे। उन्होंने बताया कि पहले कॉलोनियों को वैध किया जायेगा, बाद में शेष औपचारिकताएँ होगी। नियमितिकरण से करीब 25 लाख शहरी आबादी लाभान्वित होगी। उन्होंने बताया कि शहरी विकास योजना के संचालन में प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है।
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मुख्यमंत्री चौहान का किसानों को संबोधन एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ प्रदेश के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिये प्रतिबद्ध है। श्री चौहान ने कहा कि 10 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर चना, मसूर और सरसों की खरीदी 257 मंडियों में होगी। इन फसलों के किसानों का भावांतर भुगतान योजना में हुआ पंजीयन न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिये लागू होगा। पंजीयन से छूट गये किसान 31 मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। फसलों की खरीदी दस अप्रैल से 31 मई तक की जायेगी। किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चना, मसूर और सरसों पर कृषि समृद्धि योजना में 100 रूपया प्रति क्विंटल अलग से दिया जायेगा। किसानों को सही मूल्य देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि खरीदी की व्यवस्था में बाधा डालने वाले तत्वों से सावधान रहें। इसमें सरकार का सहयोग करें। किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत होने पर कॉल सेंटर के नम्बर 0755 2540500 पर शिकायत करें। शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होगी। श्री चौहान ने कहा कि किसानों के उत्पाद को निर्यात करने की जरूरत है। उन्होंने कृषि उत्पादन के रिकार्ड बनाने पर किसानों को बधाई देते हुए कहा कि कृषि उत्पाद का निर्यात करने के लिये एक एजेंसी बनाई जायेगी। यह एजेंसी किसानों का मार्गदर्शन करेगी। यह एजेंसी भारत सरकार से तालमेल करके वे सभी जरूरी व्यवस्थाएँ करेगी, जिससे विदेशों में भी फसलों का निर्यात हो सके। श्री चौहान ने बताया कि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा लाभ देने के लिये मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना बनाई गई है। इसमें किसानों को अतिरिक्त लाभ दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गेहूँ 1735 रूपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा और सरकार 265 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त देगी। समर्थन मूल्य के बाहर गेहूँ बेचने पर भी किसान को यह लाभ मिलेगा। यदि अच्छी क्वालिटी का गेहूँ दो या ढाई हजार रूपये प्रति क्विंटल बिकता है तब भी उन्हें 265 रूपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। अच्छी गुणवत्ता का गेहूँ नहीं होने पर भी यह लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल बेचे गये धान और गेहूँ पर भी किसानों को 200 रूपया प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस साल 16 अप्रैल को पिछले साल के गेहूँ और धान के लिये किसानों के खाते में 200 रूपये क्विंटल की दर से राशि समारोहपूर्वक जमा करा दी जायेगी। प्रदेश के किसानों के लिये 16 अप्रैल आनंद का दिन होगा। इस दिन नया इतिहास बनेगा। उन्होंने कहा कि इस साल बेचे जाने वाली गेहूँ की फसल की प्रोत्साहन राशि 265 रूपया प्रति क्विंटल की दर से 10 जून को किसानों के खाते में आ जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पहले किसानों को अपनी फसल के लिये ऊँट के मुँह में जीरा बराबर राहत मिलती थी। अब 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पर सिंचित जमीन पर राहत राशि को दोगुना करके 30 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर की राहत मिल रही है। फसल बीमा योजना का लाभ भी अलग से मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों को मिलाकर किसानों को जितना नुकसान होगा, उसकी भरपाई हो जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिये सात हजार रूपया फ्लैट रेट पर बिजली दी जा रही है जिसके लिये सरकार 36 हजार रूपये प्रति वर्ष देती है। किसानों को समय से पहले खाद का उठाव करने पर ब्याज की राशि भी दी जा रही है। शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण लौटाने की तारीख 28 मार्च से बढ़ाकर 27 अप्रैल कर दी गई है। उन्होंने कहा कि 1600 करोड़ रूपये सूखा राहत में और इतनी ही राशि फसल बीमा में देने का फैसला किया़ गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को लाभ देने के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था और भावांतर भुगतान योजना उपलब्ध है। इन दोनों योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गेहूँ के साथ चना, सरसों और मसूर को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खदीदा जायेगा। भावांतर भुगतान योजना में ये फसलें नहीं रहेंगी। इस योजना में लहसुन और प्याज की खरीदी की जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि लहसुन का बंपर उत्पादन होने से भाव गिर गये हैं। लहसुन के लिये 3200 रूपये प्रति क्विंटल दर निर्धारित की गई है। यदि प्याज का भाव 800 रूपया प्रति क्विंटल से कम आता है, तो प्याज की खरीदी भी की जायेगी। पिछले साल भी प्याज खरीदी गई थी। डोडा चूरा खरीदा जायेगा मुख्यमंत्री ने बताया कि मंदसौर, नीमच और रतलाम के अफीम उत्पादक किसानों से पारदर्शी व्यवस्था बनाकर डोडा चूरा खरीदा जायेगा और सरकार उसे जलायेगी। किसान का नुकसान नहीं होने देंगे। 30 हजार नौजवानों को मिलेगा लोन श्री चौहान ने कहा कि भावांतर भुगतान योजना में 1900 करोड की राशि खरीफ की फसलों के लिये किसानों को दी गई है। किसानों को ठीक दाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा कृषक उद्यमी योजना की चर्चा करते हुए कहा कि 30 हजार नौजवानों को इस वित्तीय वर्ष में फूड प्रोसेसिंग से जुडे रोजगार के लिये लोन उपलब्ध करवाये जायेंगे। सरकार लोन की गारंटी लेगी और 15 प्रतिशत सबसिडी देगी। सात साल तक 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जायेगा। इन युवा उद्यमियों को मूल्य संवर्धन के लिये परामर्श और प्रशिक्षण दिया जायेगा। बासमती के जीआई रजिस्ट्रेशन के लिये केन्द्र से चर्चा श्री चौहान ने कहा कि बासमती चावल के जीआई रजिस्ट्रेशन के लिये केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश प्रभु से चर्चा हुई है। प्रदेश से बासमती चावल का तीन हजार करोड का एक्सपोर्ट होता है। उन्होंने कहा कि बासमती चावल उत्पादक किसानों की लड़ाई सरकार लड़ रही है और संबंधित एजेसिंयों के समक्ष सभी तथ्यों को रखा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूँ पर 265 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त राशि देने से किसानों को 26 सौ करोड़ रूपये मिल रहे हैं। पिछले साल के 200 रूपये प्रति क्विंटल देने के फैसले से 1750 करोड़ रूपये किसानों को मिलेंगे। फसल बीमा योजना में 6000 करोड़ रूपये से ज्यादा के दावे हैं। सूखा राहत का पैसा भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रारंभ में किसानों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने प्रदेश को लगातार पाँचवीं बार कृषि कर्मण अवार्ड मिलने का श्रेय किसानों की अथक मेहनत को देते हुए उन्हें बधाई दी।
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एमपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन में जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जनजातीय वर्ग के बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सभी विभागों के अधिकारी आपसी समन्वय के साथ विशेष अभियान चलायें। अभियान के दौरान सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी भी निर्धारित की जाये। उन्होंने कहा कि जब सभी विभाग इस अभियान से जुड़ेंगे, तभी हमारे प्रदेश से कुपोषण खत्म हो सकेगा। राज्यपाल ने कहा कि इसके लिए विशेष शिविर लगाये जायें, शिविरों में माता-पिता के सामने बच्चों-बच्चियों का स्वास्थ परिक्षण करवाया जाये और उन्हें बच्चों की कमजोरी दूर करने के उपाय तथा दवाओं के बारे में बताया जाये। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार से प्राप्त राशि का सदुपयोग हो तथा उसका लाभ जनजातीय वर्ग के लोगों तक समय पर पहुंचे, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा तथा संस्कार दें और उन्हे रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इन वर्गों के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को औद्योगिक संस्थानों और कम्पनियों के साथ समन्वय कर प्रशिक्षण दिलवाया जाये। इस वर्ग के छात्र-छात्राओं को अन्य विषयों के साथ विज्ञान विषय में भी रूचि लेने के लिये प्रेरित किया जाये। हर ब्लाक में कम से कम 20 प्रतिशत बच्चों को विज्ञान विषय में प्रवेश दिलाने के प्रयास किये जायें। छात्र-छात्राओं को विभिन्न ज्ञानवर्धक स्थलों का भ्रमण भी करवाया जाये । भ्रमण के बाद बच्चों से उनके अनुभव पर आधारित लेख लिखवाएं जाये। इससे बच्चों में आत्म-विश्वास बढ़ेगा। राज्यपाल ने ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा एक स्थान पर करवाई जाये। मेरिट के आधार पर शिक्षकों की पोस्टिंग करें। शिक्षकों को ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में रहने के लिए आवास भी उपलब्ध करवाये जायें। प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग श्री एस. एन. मिश्रा ने राज्यपाल को विभाग की गतिविधियों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बैठक में राज्यपाल के प्रमुख सचिव डॉ. एम मोहन राव और विभागायुक्त श्रीमती दीपाली रस्तोगी सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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पाल समाज ने किया जनसम्पर्क मंत्री का स्वागत एमपी के जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने दतिया जिले के ग्राम दुर्गापुर के पास बसे मजरा टोला में पहुंचकर नागरिकों से बातचीत की और उनकी समस्यायें सुनीं। डॉ. मिश्र ने आमजन की समस्याओं की त्वरित निराकरण करने के निर्देश भी दिए। जनसम्पर्क मंत्री मजरों में पहुँचने पर स्थानीय नागरिकों ने का स्वागत किया। इस अवसर पर मजरा टोला में स्कूल खोलने, गरीबी रेखा के राशन कार्ड बनवाने जैसे महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कोचिंग सेंटर का शुभारंभ: जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने दतिया में प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग सेंटर शुभारंभ किया। इस दौरान बताया गया कि इस कोचिंग सेंटर से स्थानीय युवाओं को बाहर नही जाना पडेगा। दतिया में ही विभिन्न परीक्षाओं की कोचिंग मिल सकेगी। शोक संवेदना व्यक्त : जनसम्पर्क ने ग्राम सिंधवारी पहुँचकर श्री रज्जन पटेल के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने श्री रज्जन के परिजन को ढांढस बंधाया। मंत्री डॉ. मिश्र ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि वनाधिकार के लंबित पट्टों के वितरण के लिये सभी जिलों में अभियान चलायें। इसके तहत आगामी एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक लंबित पट्टों का परीक्षण करें तथा आगामी एक मई से 30 मई तक वितरण करें। जनजातियों के आस्था और श्रद्धा के स्थलों के विकास की योजना बनायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश आज यहाँ सम्पन्न आदिम जाति मंत्रणा परिषद की बैठक में दिये। बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी जिलों में लंबित वनाधिकार पट्टों के परीक्षण के लिये जनप्रतिनिधियों को शामिल कर कार्रवाई की जाये। जिन हितग्राहियों को वनाधिकार पट्टे मिले हैं, उन्हें नक्शे उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जाये। मुख्यमंत्री ने वनाधिकार के पट्टेधारियों को सामान्य किसानों की तरह उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं के लिये समिति बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस समिति में अनुसूचित जाति एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री लालसिंह आर्य; खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे; वन विभाग तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अपर मुख्य सचिव और अनुसूचित जनजाति विकास तथा राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव रहेंगे। श्री चौहान ने कहा कि एकीकृत आदिवासी विकास परियोजनाओं के माध्यम से कम लागत के छोटे कार्य कराये जायें। परियोजना सलाहकार मंडल स्थानीय स्तर पर विकास की आवश्यकताएं तय करेगा। रोजगार के लिये अपना जिला छोड़कर जाने वाले जनजाति के परिवारों के बच्चों के लिये आश्रम-छात्रावास खोले जायें। बैकलॉग के पदों की पूर्ति के लिये विशेष अभियान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि अनुसूचित जनजाति के बैकलॉग के पदों की पूर्ति के लिये विशेष अभियान चलाया जाये। जनजाति के लोगों के विरूद्ध चल रहे छोटे प्रकरण अभियान चलाकर वापस लिये जायें। आदिवासी क्षेत्रों के किलों और गढ़ों के रखरखाव के कार्य करें। यह सुनिश्चित करें कि आदिवासी महिला छात्रावासों में छात्रावास अधीक्षक महिला ही रहें। आवश्यकता हो तो इसके लिये नयी भर्ती करें। पेसा एक्ट (पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) अधिनियम 1996) और पांचवी अनुसूची की सही व्याख्या के लिये पाँच सदस्यीय कमेटी गठित की जायेगी। धारा 170 ख के प्रकरणों का तीन माह की समय सीमा में निराकरण के लिये विशेष अभियान चलायें। जनजाति क्षेत्रों में वृक्ष कटाई के नियमों में सरलीकरण करें। शहरी क्षेत्रों के आवारा पशुओं को आदिवासी क्षेत्रों में खेती के उपयोग के लिये देने के सुझाव को प्रयोग के तौर पर करें। बैठक में सदस्यों द्वारा कई सुझाव दिये गये। इन सुझावों में प्राकृतिक आपदा के दौरान वनाधिकार पट्टाधारियों को सामान्य किसानों की तरह मुआवजा दिये जाने, छोटे विकास कार्य आदिवासी परियोजना के माध्यम से कराने, जनपद स्तर पर आश्रम छात्रावास खोलने, आरक्षण के रोष्टर का पालन कराने, महुआ बोर्ड का गठन करने, एकलव्य विद्यालयों में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति करने, आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने, आदिवासी क्षेत्रों में कुपोषण के विरूद्ध प्रभावी कार्यक्रम चलाना शामिल है। बैठक में अनुसूचित जाति- जनजाति कल्याण मंत्री श्री लालसिंह आर्य, पशुपालन, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, सांसद श्री फग्गन सिह कुलस्ते, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र मरावी सहित परिषद के सदस्य विधायकगण शामिल हुए। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री बी.पी, सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री आर.के. शुक्ला सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सहकारिता गरीबी दूर करने का माध्यम है। मध्यप्रदेश सहकारिता के क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। सहकारिता आंदोलन को और तेज गति दी जायेगी। उन्होंने कहा कि विकास के नए क्षेत्रों में सहकारिता आंदोलन का हस्तक्षेप होगा। सहकारिता के माध्यम से प्रदेश को बदल देंगे। सहकारी मार्केटिंग सोसायटी में भी अशासकीय प्रशासक नियुक्त करने पर विचार किया जायेगा। श्री चौहान आज यहाँ निवास प्रांगण में एकत्र हुए जिला सहकारी बैंकों के अध्यक्षों और सहकारिता आंदोलन के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये ये कार्यकर्ता श्री रमाकांत भार्गव को अपेक्स बैंक का अध्यक्ष नियुक्त करने पर श्री चौहान का आभार व्यक्त करने और उनका अभिनंदन करने बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री निवास पहुँचे थे। श्री चौहान ने कहा कि किसानों से 2000 रूपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर गेंहूँ की खरीदी की जायेगी। किसानों की सारी समस्याओं का समाधान किया जायेगा। उन्होंने किसानों से कहा कि वे चिंता नहीं करें। उनकी हर समस्या का समाधान होगा। निकट भविष्य में मध्यप्रदेश सहकारिता में प्रथम स्थान पर होगा। सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व और मार्गदर्शन में प्रदेश में सहकारिता आंदोलन ने नये क्षेत्रों में प्रवेश किया है। भंडार गृह निगम के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र राजपूत, पूर्व विधायक श्री रमेश सक्सेना, सहकारिता प्रकोष्ठ के संयोजक श्री नेमिचंद जैन, देपालपुर विधायक श्री मनोज पटेल और बड़ी संख्या में सहकारिता आंदोलन से जुड़े लोग उपस्थित थे। भाजपा प्रदेश मंत्री श्री रघुनाथ भाटी ने आभार माना।
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पंजीयन की कार्यवाही होगी 20 जिलों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश में भावांतर भुगतान योजना में लहसुन उत्पादकों के पंजीयन का कार्य 15 मार्च से शुरू हो रहा है। पंजीयन का कार्य 31 मार्च तक होगा। पंजीयन के संबंध में प्रदेश के 20 जिलों के कलेक्टरों को प्रमुख सचिव किसान-कल्याण तथा कृषि विभाग डॉ. राजेश राजौरा ने पत्र लिखकर आवश्यक निर्देश दिये हैं। लहसुन उत्पादक किसानों का पंजीयन एक हजार हेक्टेयर से अधिक लहसुन बोनी के 20 जिलों की प्राथमिक कृषि साख समितियों तथा मंडी समितियों में भावांतर भुगतान योजना पोर्टल पर किया जायेगा। जिन 20 जिलों में पंजीयन का कार्य होगा, उनमें नीमच, रतलाम, उज्जैन, मन्दसौर, इन्दौर, सागर, छिन्दवाड़ा, शिवपुरी, शाजापुर, राजगढ़, छतरपुर, आगर-मालवा, गुना, धार, देवास, सीहोर, रीवा, सतना, भोपाल और जबलपुर शामिल हैं। कृषि लागत की गणना के लिये समिति का गठन राज्य शासन ने प्रदेश में खरीफ एवं रबी फसलों की कृषि एवं उद्यानिकी फसलों के प्रति हेक्टेयर एवं प्रति क्विंटल लागत मूल्य की गणना के लिए समिति का गठन भी किया है। समिति की पहली बैठक 15 मार्च को होगी। समिति के अध्यक्ष कुलपति, राजमाता विजयाराजे सिंधिया, कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर होंगे। समिति के सदस्य सचिव संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास होंगे। समिति के अन्य सदस्य आयुक्त उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था हैं। प्रधान वैज्ञानिक कृषि अर्थशास्त्र राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। समिति के अन्य सदस्यों में श्री ओम ठाकुर (सिवनी), श्री नारायण सिंह पटेल (नरसिंहपुर) और श्री अश्विनी सिंह चौहान (उज्जैन) को शामिल किया गया है। समिति खरीफ एवं रबी फसलों की राज्य शासन द्वारा विर्निदिष्ठ की गई कृषि एवं उद्यानिकी फसलों की प्रति हेक्टेयर एवं प्रति क्विंटल मध्यप्रदेश की औसत लागत मूल्य की गणना कर राज्य शासन को गणना पत्रक अनुसार जानकारी 7 दिवस में प्रस्तुत करेगी।
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उच्च शिक्षा मंत्री पवैया ने किया हिन्दी भाषा कार्यशाला का शुभारंभ उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि माँ, मातृभूमि और मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं हो सकता। श्री पवैया 'हिन्दी भाषा में तकनीकी, चिकित्सा एवं वैज्ञानिक लेखन, अनुवाद एवं प्रकाशन' विषयक दो दिवसीय कार्यशाला के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यशाला अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय और मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के तत्वाधान में हुई। श्री पवैया ने कहा कि हिन्दी छोटी भाषा नहीं है, इसमें बहुता समायी है। कार्यशाला से निकलने वाले निष्कर्षों को आगे ले जाना होगा। निरंतर हर तीन माह में पुन: विचार-मंथन कर इसे आगे बढ़ाना होगा। भाषा का व्यक्ति पर बहुत प्रभाव पढ़ता है। भाषा के जरिये विचारधारा को प्रवाहित किया जा सकता है। राज-भाषा या मातृ-भाषा के जरिये जनमानस में परिवर्तन आता है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया ने कहा कि चिंतनीय विषय है कि आज पश्चिमी संस्कृति के सहारे आम आदमी जन्मदिन और शादी की वर्षगांठ मना कर खुशियां ढूंढ रहा है। समाज को बदलने के लिये किसी कानून अथवा डंडे की आवश्यकता नहीं होती। उन्होंने कहा कि शबरी के चार बेर खाकर भगवान श्री राम का पेट नहीं भरा; श्री राम ने सिर्फ समाज को बदलने और एक नई दिशा देने के लिये प्रतिकात्मक स्वरूप यह कार्य किया। श्री पवैया ने कहा कि दुनिया में सकल घरेलू अनुपात उन 20 देशों का ज्यादा है, जिन्होंने अपनी मातृभाषा को आजादी के बाद अपनाया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को विकल्प देने कि आवश्यकता है। साक्षात्कार में हिन्दी भाषा में जवाब देने वाले बच्चों का चयन भी होना चाहिए। उनको हिन्दी भाषी होने पर भी रोजगार के अवसर मिलना चाहिए। श्री पवैया ने कहा कि हिन्दी के लिए सकारात्मक पहल की जरूरत है। हिन्दी को हेय-दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए। कार्यशाला में वैज्ञानिक तकनीकी शब्दावली आयोग नई दिल्ली के अध्यक्ष श्री अवनीश कुमार, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. नवीन चन्द्रा, हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज और कुलसचिव डॉ. एस.के. पारे उपस्थित थे।
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स्वास्थ्य मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने दी बधाई सतना जिला चिकित्सालय नेशनल क्वालिटी एश्योरेन्स स्टेन्डर्ड (NQAS) सर्टिफिकेशन हासिल करने वाला मध्यप्रदेश का पहला चिकित्सालय बन गया है। एन क्यू ए एस अन्तर्राष्ट्रीय क्वालिटी सर्टिफाइड स्टेडर्ड है, जिसके तहत भारत सरकार द्वारा राज्य की स्वास्थ्य संस्थाओ के लिये मानक बनाये गये हैं। इससे अस्पताल को प्रति वर्ष 40 लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि केन्द्र शासन से प्रति वर्ष मिलेगी। कायाकल्प अभियान में भी सतना जिला चिकित्सालय प्रदेश में अग्रणी रहा है और पिछले 3 सालों से अवार्ड हासिल कर रहा है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने उपलब्धि के लिये विभाग और सतना जिला चिकित्सालय को बधाई दी है। सतना ने एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन सरदार वल्लभ भाई पटेल जिला चिकित्सालय में अपने उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए हासिल किया है। चिकित्सालय की ओपीडी में इस वर्ष 3 लाख 64 हजार 286 और आईपीडी में 52 हजार 966 मरीजों ने स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया। इसके अलावा 4 लाख 33 हजार 615 लैब इन्वेस्टीगेशन, 10 हजार 505 प्रसव, 8 हजार 777 मेजर सर्जरी आलोच्य अवधि में हुईं। चिकित्सालय को सर्टिफिकेशन के लिए 70 प्रतिशत अंक की आवश्यकता थी। इसके विरूद्ध चिकित्सालय ने 77 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए एनक्यूएएस सर्टिफिकेट हासिल किया। चिकित्सालय का एक्स्टरनल असेसमेन्ट भारत सरकार की 3 सदस्यीय टीम द्वारा 3 दिनों में किया गया। जिला चिकित्सालय सतना सभी स्टेटरी कम्प्लायन्स करने वाला भी राज्य का पहला जिला बन गया है।
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भोपाल में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा रोकने एवं सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्र में कार्य योजना बनाने के लिये बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में मध्यप्रदेश पुलिस और शैफील्ड हैलम विश्वविदयालय (यूनाइटेड किंगडम) के साथ एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर हुए। शैफील्ड हैलम विश्वविदयालय का अध्ययन दल मध्यप्रदेश में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा और अपराध रोकने के लिये वन स्टाप सेंटर स्थापित करने जैसे नवाचारी प्रयासों का अध्ययन करेगा और यूके के अनुभवों को साझा करेगा। यह अध्ययन दल मध्यप्रदेश पुलिस को प्रदेश की सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि में और प्रभावी रूप से कार्य करने के लिये सुझाव देगा। इसके अलावा पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने, उनके अधिकारों का संरक्षण करने और उनकी सुरक्षा के लिये राज्य सरकार के प्रयासों का अध्ययन करेगा। साथ ही, नव-नियुक्त पुलिस अधिकारियों और फील्ड में पदस्थ पुलिस अधिकारियों के लिये प्रशिक्षण की रूपरेखा भी तैयार करेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में महिलाओं की पुलिस में भर्ती में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, ताकि वे स्वयं को सशक्त बनाने के साथ अपने अधिकारों की रक्षा भी कर सकें। अध्ययन दल ने विदिशा में स्थापित गुलमोहर महिला सुरक्षा केन्द्र की कार्य-प्रणाली के अध्ययन के साथ अनुसंधान काम की शुरूआत कर दी है। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, अपर मुख्य-सचिव गृह श्री के.के. सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री आर. के. शुक्ला, मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री आदर्श कटियार और चीफ सुपरिटेंडेंट (महिला सुरक्षा) यू.के. सुश्री कैरी स्मिथ उपस्थित थीं।
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22 सौ करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों को मिली स्वीकृति मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में नर्मदा नियंत्रण मंडल की बैठक संपन्न मालवा क्षेत्र के चंबल कछार का सूखाग्रस्त क्षेत्र अब सूखा नहीं रहेगा। नर्मदा कछार से चंबल कछार के सूखाग्रस्त क्षेत्र में जल पहुंचाने के लिये सिंचाई की सर्वश्रेष्ठ पहल माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना को नर्मदा नियंत्रण मंडल की आज 60वीं बैठक में स्वीकृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री निवास में आज संपन्न इस बैठक में नर्मदा-झाबुआ-पेटलावद-थांदला-सरदारपुर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना को स्वीकृति दी गई। परियोजना से झाबुआ-धार का लाभान्वित होने वाला क्षेत्र बैठक में 2 हजार 221 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें 2 हजार 197 करोड़ 60 लाख रुपये के नवीन और 24.16 करोड़ रुपये के पुनरीक्षित निर्माण कार्यों को स्वीकृति दी गई। बैठक में वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, वनमंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, उर्जा मंत्री श्री पारस जैन, राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वीकृत परियोजनाओं में विकास कार्यों का निर्माण निर्धारित समयावधि में हो। उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष बल देते हुये नियमित मॉनिटरिंग के लिये निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश को आवंटित नर्मदा जल का शत-प्रतिशत उपयोग समय-सीमा में होना सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री को बताया गया कि प्रदेश को वर्ष 2024 तक नर्मदा का 18.25 एम.ए.एफ. जल उपयोग करना है। वर्ष 2022 तक सम्पूर्ण जल उपयोग की परियोजनाएं तैयार हो जायेंगी। बैठक में झाबुआ एवं धार जिले के लिये 57 हजार 422 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने नर्मदा-झाबुआ-पेटलावद-सरदारपुर-उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई। योजना की अनुमानित लागत 2 हजार 50 करोड़ 70 लाख रुपये है। इसके साथ ही, नर्मदा घाटी के तट पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये 19 घाटों के निर्माण कार्यों को स्वीकृति दी गई। इस कार्य पर 136 करोड़ 84 लाख रुपये व्यय होंगे। नर्मदा सेवा मिशन अंतर्गत गांव रेवगांव, रेहटी जिला सीहोर में नर्मदा नदी के दांये तट पर घाट निर्माण के लिये 10 करोड़ 6 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। जबलपुर जिले की रानी दुर्गावती उद्वहन माइक्रो सिंचाई योजना के लिये 24 करोड़ 16 लाख रुपये की पुनरीक्षित स्वीकृति प्रदान की गई। इस योजना से जबलपुर तहसील के 7 ग्रामों की 12सौ हेक्टेयर माइक्रो पद्धति से भूमि सिंचित होगी। नर्मदा-झाबुआ-पेटलावद-सरदारपुर-उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना में झाबुआ जिले के थांदला, झाबुआ और पेटलावद तहसील की 32 हजार हेक्टेयर और धार जिले की 25 हजार 422 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। सिंचाई ड्रिप अथवा स्प्रिंकलर पद्धति से होगी। योजना से झाबुआ तथा धार जिले के 173 गांव लाभान्वित होंगे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां ओला-वृष्टि से फसल को हुए नुकसान की समीक्षा करते हुए नुकसान का आकलन पूरी पारदर्शिता के साथ करने के निर्देश दिये हैं। श्री चौहान ने कहा है कि सर्वेक्षण दल में राजस्व के अलावा कृषि और पंचायत विभाग के मैदानी अमले, पंच-सरपंचों और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाये, ताकि आकलन में किसी भी किसान को कोई शिकायत नहीं रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि फसल के नुकसान का आकलन सार्वजनिक करने के लिये पंचायत भवनों की दीवारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सर्वेक्षण की रिपोर्ट चस्पा करवाई जाये। प्राप्त आपत्तियों का तत्काल निराकरण कर रिपोर्ट में सुधार किया जाये। श्री चौहान ने कहा है कि प्रभावित किसानों के नुकसान की भरपाई हर हालत में होना चाहिये। बैठक में बताया गया कि फसल को हुए नुकसान के प्रारंभिक आंकड़ों में बदलाव हुआ है। अब प्रभावित गांवों की संख्या 621 से बढ़कर 984 हो गई है। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी. पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए पी श्रीवास्तव, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी सी मीना, प्रमुख सचिव कृषि श्री राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव राजस्व श्री अरूण पांडे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस के मिश्रा, सचिव मुख्यमंत्री श्री विवेक अग्रवाल और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। ओलावृष्टि से फसल हानि का सर्वे सावधानीपूर्वक करें : मुख्य सचिव मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने आज परख वीडियो कांफ्रेंस में जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया कि प्रदेश में ओला वृष्टि की स्थिति और फसलों को हुई हानि का सर्वे सावधानीपूर्वक करें। सर्वे के लिये राजस्व, कृषि और पंचायत विभाग की टीम बनाई जाये जिसमें जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाये। प्रमुख सचिव राजस्व श्री अरूण पाण्डे ने कहा कि फसलों के नुकसान के सर्वे में पारदर्शिता रखी जाये। सर्वे की सूची ग्राम पंचायतों में भी चस्पा की जाये। उन्होने बताया कि लघु और सीमांत किसानों को अब 50 प्रतिशत से अधिक फसल हानि होने पर सिंचित फसल के लिये 30 हजार रूपये और असिंचित फसल के लिये 16 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर की दर से राहत दी जाएगी। अन्य कृषक (2 हेक्टेयर से अधिक भूमि धारित वाले) को सिंचित के लिये 27 हजार और असिंचित के लिये 13 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर राहत राशि देने का प्रावधान किया गया है। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी ने परीक्षाओं के मददे्नजर परीक्षा केंद्र के आसपास धारा 144 लगाने , सेक्टर मजिस्ट्रेट की डयूटी लगाने एवं परीक्षा कंट्रोल रूम बनाने के लिए कलेक्टरों को निर्देश दिये। प्रमुख सचिव उर्जा श्री आई.सी.पी. केशरी ने बताया कि पेयजल और परीक्षा को ध्यान में रखते हुये बकाया वाले ट्रांसफार्मर समय सीमा में कार्यशील कर दिये जायेंगे। प्रदेश मे अक्टूबर 2018 तक शत-प्रतिशत विद्युत कनेक्शन देने के निर्देश भी वीडियो काफ्रेंस में दिये गये। बंद नल-जल प्रदाय योजनाओं के संधारण की समीक्षा के दौरान सागर, टीकमगढ और विदिशा जिलों में कार्य को गति देने के निर्देश दिये गये। भावांतर भुगतान योजना में रबी-2018 में पंजीयन के लिये की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान संचालक कृषि श्री मोहनलाल मीणा ने बताया कि पंजीयन 12 फरवरी से 12 मार्च तक होगा। मसूर, सरसों, प्याज और चना का पंजीयन किया जाना है । सॉइल हेल्थ कार्ड वितरण, मृदा परीक्षण तथा ई-नाम (नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट) की प्रगति की भी समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत गर्भवती और धात्री महिलाओं के पंजीयन के लिये जिला कलेक्टरों को विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये गये। सिंगरौली, टीकमगढ, बड़वानी, छतरपुर और शिवपुरी जिलों में विशेष प्रयास की आवश्यकता बताई गई। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह ने भिण्ड जिला अस्पताल की तर्ज पर जिला अस्पतालों को अपग्रेड करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि जिला अस्पतालों के विकास कार्य के लिए विभाग द्वारा विशेषज्ञों की सेवायें ली जायेंगी। वीडियो काफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री प्रभांशु कमल, प्रमुख सचिव महिला बाल विकास श्री जे.एन कन्सोटिया, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री प्रमोद अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जब बेटियाँ सशक्त होंगी, तभी प्रदेश सशक्त होगा और आगे बढ़ेगा। श्री चौहान ने बेटियों से कहा कि सरकार हमेशा उनकी रक्षा करने, उन्हें आगे बढ़ने में सहयोग देने के लिये तैयार है। बेटियों की तरक्की में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने बेटियों का आव्हान किया कि बड़ा लक्ष्य तय करें और आत्म-विश्वास के साथ कठिन परिश्रम करते हुए सफलता हासिल करें, सरकार हर कदम पर साथ देगी। उन्होंने कहा कि बेटियों के सहयोग से नये मध्यप्रदेश का निर्माण हो रहा है। श्री चौहान आज यहाँ स्थानीय सरोजिनी नायडू कन्या स्वशासी महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव 'अद्विता 2018' को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बेटियों के हित में संचालित योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाओं को नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत स्थान आरक्षित हैं। पूरी प्रतिभा के साथ बेटियाँ शासन-प्रशासन चला रही हैं। उन्होंने बेटियों से कहा कि बड़ी सोच रखें, आत्म-विश्वास रखें, आगे बढ़ने का रोडमैप बनायें और पूरी एकाग्रता तथा दृढ़ निश्चय के साथ सफलता हासिल करें। देश का गौरव बढ़ायें और प्रदेश की शान बन जायें। उन्होंने कहा कि बेटियाँ कमजोर नहीं होतीं, इसलिए हमेशा सकारात्मक सोचें। नकारात्मक विचारों से दूर रहें। उन्होंने गीता के श्लोक के माध्यम से समझाया कि अहंकार से दूर रहें, उत्साह से भरपूर रहें। कठिन परिश्रम करें और हर परिस्थिति में निरपेक्ष रहें। शुभांगी का इलाज कराएगी सरकार मुख्यमंत्री श्री चौहान समारोह में हाथीपाँव की बीमारी से पीड़ित छात्रा शुभांगी जैन से मिले। शुभांगी से चलते नहीं बन रहा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुभांगी का पूरा इलाज सरकार द्वारा करवाया जायेगा। विधायक श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह ने कहा कि बेटियों की पढ़ाई के लिये राज्य सरकार ने अभूतपूर्व काम किये हैं। उच्च शिक्षा संस्थानों में 70 प्रतिशत अंकों के साथ प्रवेश लेने पर शिक्षा का खर्च सरकार उठा रही है। प्राचार्या डॉ. मंजुला शर्मा ने प्रशासकीय प्रतिवेदन पढ़ा और महाविद्यालय की अकादमिक प्रगति की जानकारी दी। अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किये गये। उच्च शिक्षा आयुक्त श्री नीरज मंडलोई भी में मौजूद थे।
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55 लाख जरूरतमंदों को 513 करोड़ रुपये की मदद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर सामाजिक रूप से पिछड़े और शारीरिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को विकास की मुख्य-धारा से जोड़ने के प्रदेश सरकार के प्रयासों को राष्ट्रीय-स्तर पर भी सराहा गया है। प्रदेश को अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा भी गया है। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के माध्यम से 55 लाख जरूरतमंदों को 513 करोड़ की सहायता राशि विभिन्न योजनाओं में दी गई है। आयुक्त सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण श्री अशोक शाह ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत वर्ष 2006 से अभी तक करीब 4 लाख 27 हजार गरीब जरूरतमंद परिवारों की बेटियों के विवाह के लिये 7 करोड़ 23 लाख रुपये से ज्यादा की राशि सहायता स्वरूप दी जा चुकी है। राज्य सरकार द्वारा सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए वर्ष 2012 से मुख्यमंत्री विवाह योजना के तहत करीब 10 हजार 678 मुस्लिम कन्याओं के निकाह के लिये 19 लाख 54 हजार की सहायता राशि दी गई है। इसी क्रम में सरकार द्वारा शारीरिक रूप से नि:शक्त व्यक्तियों के जीवन में खुशहाली लाने के लिये नि:शक्त विवाह प्रोत्साहन योजना प्रारंभ की गई है। योजना में करीब 10 हजार नि:शक्तजन को दो लाख रुपये के मान से लगभग 197 लाख की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना में लगभग 4 लाख 46 हजार खेतिहर मजदूरों को 192 करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता राशि दी गई है। यह सहायता बच्चों की छात्रवृत्ति, विवाह सहायता आदि के रूप में दी गई है। सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से 36 लाख हितग्राहियों को 116 करोड़ रुपये की पेंशन राशि ई-पेमेंट के माध्यम से उनके बैंक खातों में प्रतिमाह पहली तारीख को जमा करवाई जा रही है। पेंशन स्वीकृति प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है। साथ ही नि:शक्तजन एवं विधवा पेंशन की स्वीकृति के अधिकार पंचायत सचिव को प्रदान कर दिये गये हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के प्रत्येक नि:शक्त व्यक्ति का डाटाबेस तैयार करने का विशेष कार्यक्रम तैयार किया गया है। यह प्रक्रिया फरवरी-2017 से प्रारंभ की गई। अभी तक एक लाख 67 हजार कार्ड पोर्टल के माध्यम से बनाये जा चुके हैं। इससे मध्यप्रदेश देश में सर्वाधिक यूनिक डिसएबिलिटी आई.डी. कार्ड जनरेट करने वाला राज्य बन गया है। राज्य सरकार के नि:शक्तजन कल्याण विभाग को उसकी कार्य-प्रणाली के लिये 'सर्वोत्तम नियोक्ता तथा प्लेसमेंट एजेंसी'' का वर्ष 2011-12 एवं वर्ष 2014-15 का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। वरिष्ठ नागरिकों की सेवाओं के लिये राष्ट्रीय 'वयोश्रेष्ठ सम्मान'' वर्ष 2013-14 में प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार नेशनल ई-गवर्नेंस राष्ट्रीय पुरस्कार, वर्ष 2012-13 में स्पर्श पोर्टल, वर्ष 2015-16 में समग्र पोर्टल एवं वर्ष 2016-17 में स्टेट पेंशन पोर्टल के राष्ट्रीय पुरस्कार भी भारत सरकार द्वारा विभाग को दिये गये है
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां स्थानीय माडल स्कूल में प्रेरणा संवाद के बाद विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब दिये और उनकी शंकाओं का समाधान किया। विद्यार्थियों ने लक्ष्य तय करने, समय का प्रबंधन करने, पढ़ाई के लिये दिनचर्या तय करने, स्कूलों में विद्यार्थियों की सुरक्षा और अच्छे नंबर लाने का तनाव दूर करने के तरीकों से संबंधित सवाल पूछे। मुख्यमंत्री ने एक शिक्षक, पालक और विद्यार्थियों के मामा के रूप में सहजता के साथ विद्यार्थियों के सवालों के जवाब दिये और उनकी शंकाओं का समाधान किया। सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 11वीं कक्षा के छात्र श्री अंकित पटेल ने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री बनने के लिये कोई लक्ष्य तय किया था। इस पर मुख्यमंत्री ने अपने गाँव में बचपन में खेती और मजदूरों का मेहनताना बढ़ाने के लिये किये आंदोलन की चर्चा की। उन्होंने कहा कि अन्याय को किसी भी रूप में सहना सही नहीं है। उन्होने कहा कि किसी भी काम के प्रति लगन और प्रतिबद्धता जरूरी है, यही काम आती है। डी.ए.वी. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टी.टी.नगर की कॉमर्स संकाय की 12वीं कक्षा की छात्रा सुश्री दिपांशी पांडे ने स्कूलों में विद्यार्थियों की विशेष रूप से बेटियों की सुरक्षा के संबंध में सवाल किये। मुख्यमंत्री ने बताया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा संबंधी सभी उपायों को सुदृढ़ किया गया है। छात्रावासों में प्रवेश द्वार पर सीसीटीव्ही कैमरे लगाये जा रहे हैं। छात्रावास आने-जाने वाले रास्तों में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बेटियों की गरिमा को धूमिल करने वाले दरिदों को फाँसी की सजा देने के लिये बनाये गये कानूनी प्रावधान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि समाज को भी नैतिक आंदोलन चलाने की आवश्यकता है। इससे सुरक्षा के लिये एक स्वस्थ वातावरण बनेगा। सिर्फ कर्म पर ध्यान दें सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय के 11वीं के छात्र श्री आनंद लोधी ने मुख्यमंत्री से पूछा कि एक दिन में बहुत सारे काम करने के बावजूद उन्हें तनाव क्यों नहीं होता। इस पर मुख्यमंत्री ने गीता का श्लोक पढ़ते हुये बताया कि सिर्फ कर्म करने पर हमारा अधिकार है, परिणाम पर नहीं। इसलिये परिणाम पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाय अपने कर्म पर ध्यान दें और यही दृष्टि जीवन में अपनायें तो तनाव नहीं होगा। दसवीं कक्षा की छात्रा सुश्री पूजा कानस ने मुख्यमंत्री से कहा कि हर स्कूल में खेल सुविधा और खेल के मैदान होना चाहिये। इस पर सहमति व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी जरूरी है। शासकीय विद्यालयों में खेल सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेंगी। मन को स्वस्थ रखने के लिये खेलों से जुड़े रहना जरूरी है। मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल के श्री ऋतिक विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि यदि अच्छे नंबर नहीं आ पाये तो माता-पिता की क्या प्रतिक्रिया होना चाहिये। इस पर मुख्यमंत्री ने सभी अभिभावकों से अपील की कि बच्चों को किसी भी प्रकार का तनाव नहीं दें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि माता-पिता केवल लाड़-प्यार के कारण बच्चों को डाँटते है ताकि वे सजग और चैतन्य रहें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि केवल मेहनत और अच्छे से अच्छे प्रदर्शन की कोशिश करें, अच्छे नंबर अवश्य आयेंगे। विद्या विहार हायर सेकेण्डरी स्कूल की 11वीं की छात्रा सुश्री प्रियंका ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इंजीनियरिंग की शिक्षा लें, इसके लिये आईआईटी में सीट बढ़ाई जानी चाहिये। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसदिशा में कोशिश की जायेगी। सुभाष उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल के 11वीं के छात्र श्री शिवालाल मंडलोई ने मुख्यमंत्री से पूछा कि शिक्षा व्यवस्था में व्यवहारिक शिक्षा को शामिल करने के लिये कौन से सुधार किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के तीन उद्देश्य है ज्ञान देना, कौशल देना और नागरिक संस्कार देना। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में हम ज्ञान दे रहें हैं। अब कौशल देने पर भी ध्यान केन्द्रित किया गया है। भोपाल में 600 करोड़ रूपये की लागत से ग्लोबल स्किल संस्थान जुलाई से काम करना शुरू कर देगा। इसके अलावा उत्कृष्ट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोले जा रहे हैं। शिक्षा पद्धति को मूल्य आधारित बनाने के लिये कोशिश की जा रही है। स्कूल-कॉलेजों में कॅरियर परामर्श की व्यवस्था भी की जा रही है। डी.ए.वी हायर सेकेण्डरी स्कूल की 12वीं की छात्रा सुश्री मोनिका यादव ने सवाल किया कि शालाओं में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिये सरकार ध्यान दे रही है, लेकिन कोचिंग संस्थाओं के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था के लिये कौन से उपाय किये जा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन शहरों में कोचिंग केन्द्र हैं, उनके आने-जाने वाले रास्तों पर सीसीटीव्ही कैमरे लगाने और वहाँ पर लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था की जायेगी। इसके अलावा डॉयल-100 वाहनों को भी विशेष निर्देश इस संबंध में दिये गये हैं। जरूरी है समय प्रबंधन मे-फ्लावर स्कूल के 9वीं कक्षा के छात्र श्री अंकित ने पूछा कि व्यवहारिक ज्ञान देने के लिये कौन-कौन से प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार करते हुए पढ़ाई के तरीकों में बदलाव लाने पर विचार किया जा रहा है। मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल की 12वीं कक्षा की छात्रा सुश्री गुंजन बघेल ने मुख्यमंत्री से समय प्रबंधन के संबंध में सवाल करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री के नाते वे स्वयं अपना समय प्रबंधन कैसे करते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने सुबह साढ़े पाँच बजे से लेकर रात साढ़े ग्यारह बजे तक की दिनचर्या और कार्यप्रणाली के संबंध में विस्तार से बताया। इसमें सुबह सैर करना, योग एवं प्राणायाम करना, प्रशासनिक कार्यों की तैयारी-बैठकें करना और प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से संवाद करना, लोगों-प्रतिनिधि मंडलों और विभिन्न संगठनों से मिलना, मंत्रालय में शासकीय कार्य का संपादन करना जैसे कार्यों को विस्तार से बच्चों को बताया। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार जिलों के दौरों के समय आम लोगों से जिले में सुशासन के स्तर और नये विकास कार्यक्रमों एवं योजनाओं की आवश्यकता के संबंध में जानकारी मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि एक मुख्यमंत्री और अभिभावक के रूप में वे अपने परिवार के लिये कैसे समय निकालते हैं और किस प्रकार सार्वजनिक और निजी जीवन में संतुलन बनाये रखते हैं।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ माडल हायर सेकेण्डरी स्कूल में प्रेरणा संवाद कार्यक्रम में शालेय विद्यार्थियों से प्रेरक संवाद करते हुए उन्हें परीक्षाओं में सफल होने तथा उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। माडल स्कूल में अपने छात्र जीवन के अनुभवों को विद्यार्थियों के साथ साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने परीक्षाओं में शानदार सफलता के लिये उन्हें महत्वपूर्ण सूत्र बताये। इस कार्यक्रम को दूरदर्शन और आकाशवाणी के माध्यम से सभी जिलों के विद्यार्थियों ने सुना। मुख्यमंत्री ने सफलता के अमूल्य मंत्र बताते हुये कहा कि सबसे जरूरी है - आत्मविश्वास क्योंकि आत्मविश्वास से शक्ति मिलती है और अपनी क्षमता पहचानने का ज्ञान बढ़ता है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुये कहा कि हर विद्यार्थी में भरपूर क्षमता और प्रतिभा है। सिर्फ इसे पहचानकर आगे लाने की आवश्यकता है। उन्होंने तुलसीदास द्वारा रामायण की रचना करने और महाकवि कालिदास का उदाहरण देते हुये कहा कि इन दो महान व्यक्तियों में भरपूर क्षमता और प्रतिभा थी। जिसे उन्होंने स्वयं पहचाना और आज पूरी दुनिया उनका साहित्य पढ़ती है। मुख्यमंत्री ने अपनी कक्षा ग्यारवीं-डी का स्मरण करते हुए कहा कि 11वीं की परीक्षा के समय वे आपातकाल का विरोध करते हुये जेल चले गये थे, लेकिन आत्मविश्वास के साथ पूरी मेहनत करके परीक्षा दी और भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र तथा जीव विज्ञान में अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण हुये। उसके बाद दर्शन शास्त्र में स्नातकोत्तर में भी अच्छे नंबरों से पास हुये। श्री चौहान ने विद्यार्थियों से कहा कि आत्मविश्वास के साथ सबसे जरूरी है लक्ष्य तय करना। उन्होंने कहा कि लक्ष्य तय किये बिना काम करने से अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते। लक्ष्य हमेशा ऊँचा होना चाहिये। उन्होंने कहा कि लक्ष्य तय करने के साथ ही उसे प्राप्त करने का एक रोडमैप बनाना भी जरूरी है। अपने बनाये रोडमैप पर बिना किसी भटकाव के चलना आवश्यक शर्त है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई में कभी-कभी मन भटकना स्वाभाविक है। इसलिये सचेत रहते हुए मन की एकाग्रता जरूरी है। उन्होंने अपने पढ़ाई के दिनों को याद करते हुये बताया कि कैसे परीक्षा के समय मन के भटकाव पर उन्होंने दृढ़ निश्चय के साथ काबू किया। श्री चौहान ने कहा कि लक्ष्य पर एकाग्रता से सफलता मिलती है। उन्होंने गुरू द्रोणाचार्य और शिष्य अर्जुन की कथा सुनाते हुये कहा कि अपने लक्ष्य पर एकाग्र होने और अपनी पूरी ऊर्जा का उपयोग करने से सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे हमेशा सकारात्मक सोच और ऊर्जा से भरे रहें। किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों से दूर रहें। खूब पढ़ें, आगे बढ़ें और प्रसन्नता के साथ सार्थक जीवन जीने का मार्ग तय करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसे सभी उपाय किये हैं जिससे विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने और आगे बढ़ने में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आये। उन्होंने मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का संदर्भ देते हुये कहा कि 70 प्रतिशत अंकों के साथ राष्ट्रीय स्तर के उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश लेने पर उच्च शिक्षा की पढ़ाई का खर्च सरकार भरेगी। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे 85 प्रतिशत नंबर लायें और प्रोत्साहन के रूप में सरकार से लेपटॉप भी प्राप्त करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बच्चों में इतनी क्षमता और प्रतिभा है कि वे बड़े से बड़े पदों पर पहुंच सकते हैं। विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के सपने को पूरा करने के लिये सरकार हर जरूरी कदम उठायेगी। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि अपने बुजुर्गों, माता-पिता और शिक्षकों का सम्मान करें। उन्होंने अपने शिक्षक श्री रतनचंद्र जैन का उल्लेख करते हुये बताया कि कैसे उन्होंने पढ़ना, भाषण देने की कला एवं रामायण की चौपाई का व्याख्यान करना सिखाया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि उत्साहपूर्वक प्रसन्नता के साथ पढ़ाई करें। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मॉडल स्कूल में स्थापित स्मार्ट क्लास रूम और ई-लायब्रेरी का अवलोकन किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कुँवर विजय शाह, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी, माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष श्री एस.आर. मोहंती, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी उपस्थित थे। एक क्लिक में 50 लाख विद्यार्थियों को मिली 344 करोड़ की राशि प्रेरणा संवाद के पहले मुख्यमंत्री ने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिये बनाये गये सूचना प्रौद्योगिकी आधारित नवाचारों का शुभारंभ किया। उन्होंने मिशन वन-क्लिक योजना के अंतर्गत 50 लाख विद्यार्थियों को 344 करोड़ रुपये की राशि एक क्लिक में उनके खातों में ट्रांसफर की। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2010 से शिक्षा विभाग द्वारा विभागों की 30 प्रकार की छात्रवृत्तियों का वितरण शिक्षा पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। इससे पहले यह राशि कोषालय से बिल द्वारा विद्यार्थियों को दी जाती थी। अब इन सभी छात्रवृत्तियों का भुगतान मिशन वन-क्लिक के माध्यम से बैंको द्वारा सीधे छात्रों के खाते में किया जा रहा है। पिछले दो वर्षों में एक करोड़ 60 लाख विद्यार्थियों को एक हजार 42 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई हैं। शाला सिद्धि अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने 'शाला सिद्धि अभियान'' कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसमें 46 मानकों पर शालाओं का मूल्यांकन होगा। इनके आधार पर शालाओं का अकादमिक उन्नयन किया जायेगा। अच्छा कार्य कर रही शालाओं का प्रोत्साहन किया जायेगा और उन्हें शाला-सिद्धि पुरस्कार दिया जायेगा। उन्होने एम.पी. कैरियर मोबाइल एप का भी शुभारंभ किया। दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को उनके कैरियर संबंधी मार्गदर्शन के लिये 'एम.पी. कैरियर मोबाइल एप' तैयार किया गया है। इसके माध्यम से सभी विद्यार्थियों का अभिरुचि परीक्षण करके नये सत्र में अप्रैल माह में विद्यार्थियों को रिपोर्ट दी जायेगी तथा रिपोर्ट के आधार पर पालकों एवं विद्यार्थियों की काउंसिलिंग भी की जायेगी। इसी प्रकार विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान 'विमर्श पोर्टल' के माध्यम से किया जायेगा। इस पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थी महत्वपूर्ण विषयों पर वीडियो देख पायेंगे और मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकायें, पुराने प्रश्नपत्र तथा मॉडल उत्तर आदि जान सकेंगे। इस पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षक एवं स्कूलों को भी अकादमिक दृष्टि से सुदृढ़ बनाया जायेगा। वर्ष में दो बार स्कूल अपना स्व-मूल्यांकन भी इसके माध्यम से कर सकेंगे। 10वीं-12वीं के परीक्षा परिणामों के विश्लेषण के लिये सी.एम. डेशबोर्ड का शुभारंभ किया गया। इससे शैक्षणिक गुणवत्ता के लिये कदम उठाये जायेंगे। उन्होने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिये। विद्यार्थियों से संवाद के बाद उन्होंने छठवीं और नवीं के विद्यार्थियों को नि:शुल्क सायकिलें प्रदान की। लोक शिक्षण आयुक्त श्री नीरज दुबे ने आभार व्यक्त किया।
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मुंबई शेयर मार्केट को आम बजट रास नहीं आया है। आम आदमी और नौकरीपेशा को कोई राहत नहीं मिलती देख शेयर बाजार में भारी गिरावट का दौर शुरू हो गया। जो सेंसेक्स बजट पेश होने से पहले 200 अंक चढ़ा था, वो बजट भाषण समाप्त होते ही 450 अंक तक गिर गया। हालांकि, इसके बाद मार्केट संभला है और खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 14 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 36,008 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी भी 8 अंकों की बढ़त के साथ 11,029 के स्तर पर है। वहीं आम बजट से पहले शेयर बाजार तेजी के साथ खुला। शुरू में 162 अंकों की बढ़त के साथ सेंसेक्स 36,127 अंक के स्तर पर रहा। वहीं एनएसई में 42 अंकों की बढ़त रही और यहां 11069 के स्तर पर शेयरों की खरीदी-बिक्री हुई। इससे पहले प्री-ओपनिंग में भी शेयर बाजार बढ़त के साथ खुला। सेंसेक्स 134 अंकों की बढ़त के साथ 36,097 के स्तर पर रहा, वहीं निफ्टी में भी 34 अंकों का सुधार नजर आया। इससे पहले बुधवार को यानी बजट से पहले के सत्र में शेयर बाजार कमजोरी के साथ कारोबार कर बंद हुआ था। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 68 अंक की गिरावट के साथ 35965 के स्तर पर और निफ्टी 21 अंक की कमजोरी के साथ 11027 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप इंडेक्स में 1.56 फीसद और स्मॉलकैप में 1.21 फीसद की कमजोरी दर्ज की गई। सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो बैंक और फाइनेंशियल सर्विस को छोड़ सभी सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर बंद हुए है। ऑटो (0.12 फीसद), एफएमसीजी (1.51 फीसद), आईटी (1.05 फीसद), मेटल (1.02 फीसद) और रियल्टी (0.29 फीसद) की कमजोरी देखने को मिली थी।
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मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक संध्या के विजेताओं को किया सम्मानित मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज यहां पुलिस ऑफिसर्स मेस के प्रांगण में आयोजित तीसरी आई.पी.एस. सर्विस मीट पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में शामिल हुए। उन्होंने प्रतिभागियों के आग्रह पर ' नदिया चले चले रे धारा ' गीत गाया। मुख्यमंत्री ने कहा पुलिस अधिकारियों में सांस्कृतिक प्रतिभा है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को प्रदेश पुलिस पर गर्व है। पुलिस महानिदेशक श्री आर.के.शुक्ला ने मुख्यमंत्री और श्रीमती साधना सिंह चौहान का स्वागत किया। विभिन्न जोन से आये पुलिस अधिकारियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। विभिन्न अंचलों के लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां विशेष आकर्षण का केंद्र थी। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जोन की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के विजेताओं को सम्मानित किया। इंदौर जोन प्रथम, भोपाल दूसरे और महाकौशल तीसरे स्थान पर रहा।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पुलिस जनसेवा के लिये है। पुलिस की सेवा को नौकरी नहीं माना जा सकता। लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलना बहुत सौभाग्य की बात है। पुलिस का कर्तव्य किसी भी अन्य सेवा से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि सामाजिक जटिलताओं का कुशलतापूर्वक सामना करते हुए आमजन का विश्वास जीतना होगा। अधिकारी धैर्य, उत्साह और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करें। मन, मस्तिष्क और शरीर को चुस्त-दुरूस्त रखने के लिये योग, व्यायाम और मनोरंजन की गतिविधियों में भी शामिल हों। मुख्यमंत्री ने पुलिस बल में अवकाश की संकल्पना पर विचार करने की जरूरत बतायी। श्री चौहान आज विधानसभा सभागार में तृतीय आई.पी.एस. ऑफीसर्स मीट के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आत्मीयता के भाव से सरकार चलाने का प्रयास किया गया है। मध्यप्रदेश पुलिस ने अनेक ऐसे कार्य किये हैं, जिन पर गर्व किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि समस्याएं आती रहती हैं, जरूरत उनके समाधान के निरंतर प्रयास की है। चुनौतियों का सामना विशेषज्ञता के साथ किया जाना चाहिये। पुलिस अधिकारियों के समूह बनाकर विषयवार होने वाले चिंतन के निष्कर्षों पर मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर रोडमैप का निर्माण करेंगे। पुलिस और जनता के मध्य दूरियों को कम करने के लिये सामुदायिक पुलिसिंग के प्रयोग किये गये हैं। इन्हें और अधिक विस्तारित करना होगा। श्री चौहान ने आईपीएस मीट के आयोजन की सराहना करते हुये कहा कि संगोष्ठी के विषय समसामयिक और सराहनीय हैं। आज पूरी दुनिया के सामने कट्टरवाद की चुनौती है। लोगों को अलग-अलग बाँटने की कोशिशें लोकतंत्र के लिये घातक हैं। इनका सामना करने के लिये जरूरी है कि उदारवादी दृष्टिकोण को प्रसारित किया जाये। भारतीय समाज और संस्कृति में एक ही चेतना की मान्यता है, जिसमें भेदभाव के लिये कोई स्थान नहीं है। सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिये ही एकात्म यात्रा का आयोजन किया गया है। संगोष्ठी का मंथन निश्चय ही इस दिशा में सार्थक पहल होगा। मुख्यमंत्री ने अखिल भारतीय पुलिस अधिकारी सेवा संघ के अध्यक्ष श्री संजय राणा को जन्मदिन की बधाई भी दी। विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा ने कहा कि शासन का सबसे प्रमुख अंग सुरक्षा बल होते हैं। लोकतांत्रिक शासन प्रणाली जनहित की सबसे अच्छी प्रणाली है। उन्होंने मीट के आयोजन पहल की सराहना करते हुये कहा कि संगोष्ठी के विषयों पर विचार-विमर्श सुशासन के लिए महत्वपूर्ण होंगे। इसके सकारात्मक परिणाम आयेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दुरूपयोग की समस्या पर भी विचार व्यक्त किये। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने विषय प्रर्वतन किया। उन्होंने कहा कि जनता की सेवा पुलिस का प्राथमिक दायित्व है। जन अपेक्षाओं को पूरा करने की चुनौती बहुत कठिन कार्य है। आर्थिक और तकनीकी परिवर्तन की चुनौतियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। जनता और पुलिस के मध्य दूरी को पाटने के प्रयास पुलिस द्वारा निरंतर किये जा रहे हैं। मीट के दौरान इन चुनौतियों का सामना करने के लिये कार्यशाला का आयोजन कर युवा और वरिष्ठ अधिकारियों के मध्य संवाद का प्रयास किया गया है। स्वागत उद्बोधन में आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संजय राणा ने बताया कि संगोष्ठी का आयोजन कट्टरवाद का उदारीकरण : चुनौतियां और सोशल मीडिया के नए आयाम कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए चुनौतियां विषयों पर किया गया है। आभार प्रदर्शन अपर महानिदेशक पुलिस श्री व्ही.के. महेश्वरी ने किया। कार्यक्रम संचालन श्री राजेश मिश्रा ने किया।इस अवसर पर भारतीय पुलिस सेवा के वर्तमान और सेवानिवृत्त अधिकारी उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुख्यमंत्री निवास पर पाँच उद्योग समूहों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर प्रदेश में निवेश के प्रस्ताव दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान से ट्राइडेंट ग्रुप, सुजलान एनर्जी, मे. वेकमेट इंडिया लिमिटेड, मे. अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड, मे. सनफार्मा लिमिटेड के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। इस दौरान वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया और मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में उद्योग मित्र नीति लागू है। उन्होंने निवेशकों से चर्चा के दौरान निर्देश दिये कि प्रदेश में वस्त्र उद्योग को प्रोत्साहन देने की नीति बनायें। सोलर और विण्ड एनर्जी को बढ़ावा दिया जाये। उद्योगों से जुड़े मुद्दों पर निश्चित समय-सीमा में कार्रवाई करें। चर्चा के दौरान ट्राइडेंट ग्रुप के चेयरमेन श्री राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि ट्राइडेंट ग्रुप द्वारा 6250 करोड़ रूपये के पूँजी निवेश से बुदनी में मेगा इंडस्ट्रियल टेक्सटाईल हब बनाया जायेगा जिससे 16 हजार 500 लोगों को रोजगार मिलेगा। सुजलान एनर्जी के चेयरमेन श्री तुलसी तांती ने बताया कि कम्पनी द्वारा 2 हजार मेगावॉट के सोलर-विण्ड हाइब्रीड पॉवर प्रोजेक्ट की स्थापना का प्रस्ताव है। मे. वेकमेट इंडिया लिमिटेड के सीएमडी श्री डी.सी.अग्रवाल ने विद्युत टैरिफ में छूट की मांग की। मे. अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री अतुल डागा ने बताया कि कम्पनी द्वारा प्रदेश के धार जिले में एक और सीमेंट प्लाण्ट की स्थापना की जा रही है, जिसमें तीन हजार करोड़ रूपये का निवेश संभावित है। मे. सन फार्मा लिमिटेड के प्रतिनिधि श्री मनीष संघवी ने बताया कि कंपनी द्वारा मालनपुर में 200 करोड़ रूपये से नया प्लांट शुरू किया जा रहा है। साथ ही 200 करोड़ रूपये की लागत का सोलर प्लांट भी स्थापित किया जायेगा। सन फार्मा द्वारा अगले तीन वर्ष में मंडला जिले को मलेरिया मुक्त जिला बनाने का पायलट प्रोजेक्ट भी क्रियान्वित किया जा रहा है। चर्चा में अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्री मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग श्री मो. सुलेमान, प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आई.पी.सी. केसरी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल और श्री एस.के. मिश्रा तथा ट्राइफेक के प्रबंध संचालक श्री डी.पी. आहूजा उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना भिण्ड जिले में अनुसूचित जाति वर्ग के बृजेन्द्र, नरेन्द्र, शिवकुमार, सोनेलाल एवं सुरेन्द्र के लिए जीविकोपार्जन का सशक्त जरिया बन गई है। जिला मुख्यालय भिण्ड के बृजेन्द्र धानुक, नरेन्द्र जाटव निवासी रतनपुरा, शिवकुमार कोरी निवासी वार्ड क्र.11 रेखानगर भिण्ड, सोनेलाल खटीक निवासी इटावा रोड भिण्ड एवं सुरेन्द्र जाटव निवासी भीमनगर भिण्ड कुछ दिन पहले तक रोजगार के लिये इधर-उधर भटर रहे थे। तभी उन्हें अखबारों से जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में अंत्यावसायी कार्यालय से ऑटो रिक्शा, ऑटो लोडिंग और ई-रिक्शा व्यवसाय के लिए ऋण मिल सकता है। तब उन्होंने जिला अन्त्यावसायी कार्यालय में अपने ऋण आवेदन प्रस्तुत किए। बृजेन्द्र और नरेन्द्र ने ऑटो रिक्शा, शिवकुमार ने लोडिंग ऑटो और सोनेलाल एवं सुरेन्द्र ने ई-रिक्शा व्यवसाय के लिए जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति से ऋण स्वीकृत कराए। बृजेन्द्र एवं नरेन्द्र को ऑटो रिक्शा के लिये क्रम्राश: 2 लाख 73 हजार 750 रूपए के स्वीकृत ऋण में अनुदान राशि 82,125 रूपये की अनुदान राशि मिली। शिवकुमार को लोडिंग ऑटो के लिए 2 लाख 64 हजार स्वीकृत ऋण में 79 हजार 200 रूपए की अनुदान सुविधा और सोनेलाल तथा सुरेन्द्र को ई-रिक्शा के लिए क्रम्राश: 1 लाख 70 हजार 900 रूपए के स्वीकृत ऋण में 51 हजार 270 की अनुदान राशि की छूट उपलब्ध कराई गई। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री श्री लाल सिंह आर्य की उपस्थिति में अभी 12 जनवरी को बृजेन्द्र, नरेन्द्र, शिवकुमार, सोनेलाल एवं सुरेन्द्र को क्रम्राश: ऑटो रिक्शा, लोडिंग ऑटो एवं ई-रिक्शा की चाबी सौंपी।
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मुख्यमंत्री चौहान ने युवा दिवस पर किया सूर्य नमस्कार स्वामी विवेकानंद के जन्म दिन पर पूरे प्रदेश में हुआ सामूहिक सूर्य नमस्कार स्वामी विवेकानंद जयंती पर आज पूरे प्रदेश में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। सभी जिलों में उत्साहपूर्वक स्कूली बच्चों, गणमान्य नागरिकों और सभी सम्प्रदायों के लोगों ने सामूहिक सूर्य नमस्कार में भाग लेकर सूर्य की आराधना की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में लाल परेड ग्राउंड में आयोजित मुख्य समारोह में भाग लिया । यह सामूहिक सूर्य नमस्कार का ग्यारहवां आयोजन है। उल्लेखनीय है कि स्वामी विवेकानन्द के जन्म दिन को प्रदेश में युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सभी शिक्षण संस्थाओं में स्वामी जी के व्यक्तित्व और उनके वेदांत दर्शन की व्याख्याओं पर आधारित शैक्षणिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जयंती को पूरे प्रदेश में युवा उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानंद का साहित्य सकारात्मक कार्य करने की ऊर्जा और प्रेरणा देता है। स्वामी विवेकानंद के विचारों का संदर्भ देते हुए श्री चौहान ने कहा कि स्वामीजी के विचार प्रेरणा के अनन्य स्त्रोत हैं। श्री चौहान ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन रहता है। समाज में अच्छे काम करने के लिये तन और मन का स्वस्थ होना जरूरी है। उन्होने कहा कि भारत के ऋषियों-मुनियों ने अपने वर्षों के संचित ज्ञान से योग का सबसे सरल व्यायाम सूर्य नमस्कार का आविष्कार कर हमें सौंपा है। उन्होने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे सूर्य नमस्कार को सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि हर दिन करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। उन्होने कहा कि विश्व के सभी देशों ने योग की शक्ति और महत्व को स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल से पूरे विश्व में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है। पिछले साल 172 देशों ने विश्व योग दिवस पर योग करने का संकल्प लिया। योग करें, स्वस्थ रहें, खूब पढ़े श्री चौहान ने विद्यार्थियों से कहा कि दसवीं, ग्यारहवीं, बारहवीं की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। खूब मन लगाकर पढ़ें और अच्छे नम्बर लाकर राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों में जायें। पढ़ाई का खर्चा सरकार उठायेगी। श्री चौहान ने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे खूब योग करें और खूब पढ़ाई करें, स्वस्थ रहें, अपने माता पिता का आदर करें, शिक्षकों का आदर करें। उन्होने योग विज्ञान के अनुसार स्वस्थ रहने के तरीकों को साझा करते हुए कहा कि जितना जरूरी और हितकारी हो, उतना भोजन करें। भूख से थोड़ा कम भोजन करें और मौसम के अनुसार फल, सब्जी को भोजन में शामिल करें। पिज्जा बर्गर से दूर रहें। मुख्यमंत्री ने देवी सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्रों पर फूल चढ़ाए। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, सांसद श्री आलोक संजर, मेयर श्री आलोक शर्मा, विधायक श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह और गणमान्य नागरिकों ने सामूहिक सूर्य नमस्कार में भाग लिया।
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मंत्रि-परिषद के निर्णय एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री तेंदूपत्ता संग्राहक कल्याण दुर्घटना सहायता योजना का अनुमोदन किया गया। मंत्रि-परिषद ने वर्ष 2017-18 से 2019-20 तक तीन वर्ष के लिए 12 करोड़ 45 लाख रूपये के व्यय को सैद्वांतिक सहमति दी। मंत्रि-परिषद ने राष्ट्रीय पेंशन योजना के अंतर्गत राज्य के कर्मचारियों को मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति उपादान तथा पेंशन धन से प्रत्याहरण का लाभ प्रदान करने संबंधी प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की।इसके अंतर्गत राज्य शासन के अधीन सिविल सेवा एवं सिविल पदों पर 1 जनवरी 2005 को या उसके बाद नियुक्त शासकीय सेवकों को मध्यप्रदेश सिविल सेवा (पेंशन) नियम 1976 के नियम 44 के प्रावधानों के अधीन मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति उपादान स्वीकृत किया जा सकेगा।साथ ही भारत सरकार पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण की अधिसूचना 11 मई 2015 के प्रावधानों में वर्णित परिस्थितियों, शर्तो और सीमा में संचित पेंशन धन राशि से आहरण की सुविधा तथा सेवानिवृत्ति के 3 माह पूर्व अंशदान कटौत्रा बंद किया जायेगा। मंत्रि-परिषद ने बुरहानपुर, अनूपपुर, अशोकनगर, आगर-मालवा जिला मुख्यालयों में मलेरिया अधिकारी के नवीन कार्यालयों तथा उनमें 84 पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की। मंत्रि-परिषद ने ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन 41 जिला मुख्यालयों पर छात्रावास की स्थापना तथा उनमें विद्यार्थियों को नि:शुल्क भोजन और आवासीय व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु इस वर्ष 52 करोड़ 42 लाख रुपए तथा आगामी तीन वर्षों के लिए 384 करोड़ 64 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की। सर्व-शिक्षा अभियान के अंतर्गत अपूर्ण शाला भवनों को पूर्ण करने के लिए वर्ष 2017-18 से 2018-19 तक 9 करोड़ 72 लाख 97 हजार रूपये के व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई। मंत्रि-परिषद ने अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित ''विद्यार्थी कल्याण सहायता योजना'' को वर्ष 2017-18 से 2019-20 तक संचालन की निरंतरता को स्वीकृति प्रदान की। मंत्रि-परिषद ने पर्यटन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों को अम्ब्रेला स्कीम में शामिल करते हुए पर्यटन क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के लिए आगामी तीन वर्षों हेतु 300 करोड़ रुपए निर्धारित किये। मंत्रि-परिषद ने राज्य में स्थापित उद्यमों द्वारा उत्पादित उत्पादों के प्रदर्शन और विक्रय के लिए उम्मों के अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 से वर्ष 2019-20 तक 18 करोड 33 लाख रुपए के व्यय को अनुमोदन प्रदान किया। मंत्रि-परिषद ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत मध्यप्रदेश जल निगम द्वारा क्रियान्वित की जा रही समूह जल प्रदाय योजनाओं के कार्यों के ॠण के लिए राज्य की अंशपूंजी में निवेश की योजना को वर्तमान केंद्रीय वित्त आयोग के कार्यकाल 31 मार्च 2020 तक निरंतर रखने को अनुमोदन प्रदान किया।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम को वर्तमान केन्द्रीय वित्त आयोग के कार्यकाल दिनांक 31 मार्च 2020 तक निरंतर रखने को मंजूरी भी दी गई। इसी क्रम में मंत्रि-परिषद ने शहडोल जिले की 106 करोड़ 43 लाख रुपए लागत की सतही जल स्त्रोत (सोन नदी ) आधारित बाण सागर समूह जल प्रदाय योजना को प्रशासकीय अनुमोदन प्रदान किया।इससे विकासखंड ब्यौहारी के 61 ग्रामों में घर-घर नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रदेश की 9 समूह जल-प्रदाय योजनाओं क्रमश: सतना-बाणसागर (भदनपुर-परसमनिया), दमोह-पटेरा जिला दमोह, कुण्डलिया, मोहनपुरा, पहाड़गढ़ जिला राजगढ़, कंदेला जिला रीवा, पायली जिला जबलपुर, नरसिंहपुर एवं सिवनी, गढ़ाकोटा जिला सागर तथा पवई बांध जिला पन्ना के क्रियान्वयन के लिए नेशनल डेव्लपमेंट बैंक से वित्त पोषण प्राप्त करने के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया गया।इस परियोजना की कुल लागत 45 करोड़ 12 लाख रुपए है।इन योजनाओं को आगामी चार वर्षों में पूर्ण किया जाना है।इससे 3 हजार 467 ग्रामों में घर-घर नल कनेक्शन से पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। मंत्रि-परिषद ने मत्स्य बीज मांग की सतत पूर्ति के लिए संचालित योजना को वर्ष 2017-18 से वर्ष 2019-20 तक आगामी तीन वर्ष के लिए 36 करोड़ 44 लाख 80 हजार रुपए के वित्तीय प्रावधान को स्वीकृति दी। मंत्रि-परिषद ने शासकीय महाविद्यालयों में अध्ययनरत अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर पर नि:शुल्क पुस्तकों के लिए 1500 रुपए प्रति विद्यार्थी तथा नि:शुल्क स्टेश्नरी के लिए 500 रुपए प्रति विद्यार्थी की दर से प्रदाय करने के लिए तीन वर्ष में 76 करोड़ 93 लाख 55 हजार रुपए के व्यय की स्वीकृति प्रदान की गई। मंत्रि-परिषद ने ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण को कन्वेंशन एंड एग्जिविशन सेंटर निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2019-20 के मध्य 4 करोड़ रुपए के अनुमानित व्यय को अनुमोदन प्रदान किया। साथ ही खेल और युवा कल्याण विभाग की खेल अकादमियों की अधोसंरचना के लिए वर्ष 2017-18 से वर्ष 2019-20 तक रुपए 236 करोड़ 56 लाख 92 हजार रुपए की अनुमति प्रदान की।साथ ही स्टेडियम एवं खेल अधोसंरचना के लिए आगामी तीन वर्ष में 163 करोड 1 लाख 75 हजार रुपए के व्यय की स्वीकृति भी प्रदान की गई। मंत्रि-परिषद ने चिकित्सा शिक्षा विभाग अंतर्गत स्वशासी महाविद्यालयों में शैक्षणिक संवर्ग के लिए आदर्श सेवा नियम 2018 को अनुमोदित किया। बैठक में कपास पर दी जा रही एक प्रतिशत मंडी फीस में छूट को 8 जनवरी 2018 से आगामी एक वर्ष तक के लिए बढ़ाने का निर्णय भी लिया।
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वाजिब मूल्य और नगद भुगतान व्यवस्था से किसानों को मिली राहत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने किसानों की खुशहाली के लिए समय-समय पर कई योजनाएँ प्रांरभ की हैं। इन योजनाओं से मौसम के प्रभाव (जैसे अल्प वर्षा, अति वर्षा, ओला वृष्टि) बिचौलियों के दबाव, धनाभाव में स्थानीय साहूकारों के चँगुल में फँसे किसानों को राहत और सुरक्षा कवच जैसा एहसास हुआ है। मध्यप्रदेश में किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए राज्य सरकार ने 16 अक्टूबर 2017 से भावांतर भुगतान योजना लागू की है। योजना में किसानों का ऑनलाइन पंजीयन एक सितम्बर से प्रारंभ किया गया। योजना में सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उड़द तथा तूअर कृषि उपज शामिल की गयीं है। योजना से किसानों को पहुँच रहे लाभ और सफलता को देखते हुए हरियाणा सहित अन्य राज्य इसे अपना रहे हैं। ऐसे होती है भावांतर की गणना प्रदेश के किसानों को देय राशि की गणना में प्रावधान किया गया है कि यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में विक्रय की गयी अधिसूचित फसल की विक्रय दर न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम किन्तु राज्य शासन द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर से अधिक हुई तो न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा किसान द्वारा विक्रय मूल्य के अंतर की राशि किसान के खाते में ट्रांसफर की जायेगी। यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में विक्रय की गयी अधिसूचित फसल की विक्रय दर राज्य शासन द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर से कम हुई तो न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा मॉडल विक्रय दर के अंतर की राशि ही किसान के खाते में ट्रांसफर की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अपील पर एक ही दिन (12 अक्टूबर) में साढ़े 6 लाख से अधिक किसानों ने योजना में अपना पंजीयन कराया। राज्य सरकार ने किसानों की सुविधा को ध्यान में रखकर पंजीयन करवाने की तिथि में शिथिलता की ताकि अधिकाधिक किसान योजना के लाभार्थी हो सकें। आज की स्थिति में योजना में 23 लाख किसान पंजीबद्ध हैं। भावांतर भुगतान योजना भावांतर भुगतान योजना में राज्य शासन ने एक और किसान हितैषी निर्णय लेते हुए एक नवम्बर से 30 नवम्बर के दौरान बेची गई अधिसूचित फसलों के लिये नवीन औसत मॉडल दरें घोषित की और सभी कलेक्टर को नवीन दरों के अनुसार पंजीकृत किसानों से अधिसूचित मंडियों में खरीदी गई अधिसूचित फसलों के लिये भावांतर राशि के भुगतान के निर्देश दिये। इस अवधि के लिये तालिकानुसार दरें प्रभावी होंगी। राज्य शासन ने भावांतर भुगतान योजना में मण्डी प्रांगण के बाहर घोष क्रय-विक्रय कराने के लिए जिला कलेक्टर को अधिकृत किया। ऐसे स्थान, जो कृषि उपज मण्डी/उप मण्डी के लिए अधिसूचित प्रांगण नहीं हैं वहाँ पर संबंधित जिला कलेक्टर योजना की जिला-स्तरीय समिति से सत्यापन कराने के बाद विशेष प्रांगण घोषित कर सकते हैं। व्यापक कृषक हित में कृषक उपज मण्डी के प्रांगण के रूप में उपयोग करने की आवश्यकता वाले स्थानों को ही विशेष प्रांगण घोषित किया जा सकेगा। विशेष मण्डी प्रांगण घोषित करने के लिए आवश्यक होगा कि प्रांगण में न्यूनतम 5 क्रियाशील व्यापारी हों, जिनके नाम पर लायसेंस क्रमांक हो। साथ ही प्रांगण में न्यूनतम एक मण्डी निरीक्षक, चार सहायक उप निरीक्षक कार्यरत हो तथा प्रांगण में पारदर्शी घोष विक्रय, डिजिटल तौल एवं भुगतान की उचित व्यवस्था हो। कृषकों के भुगतान पर किसी भी प्रकार की कटौती जैसे तुलाई/हम्माली एवं अन्य कमीशन आदि नहीं की जा रही है। ऐसे विशेष प्रांगणों को उसकी संबंधित मूल मण्डी/उप मण्डी के अधिसूचित प्रांगण के अंतर्गत ही माना जाएगा। ऐसे विशेष प्रांगणों में होने वाली कृषि विपणन आवक, क्रय-विक्रय तथा मण्डी फीस से प्राप्त आय को बाहरी प्रांगण/साप्ताहिक हाट-बाजार के रूप में उल्लेख कर मूल मण्डी में दर्ज कर पोर्टल में गणना में लिया जाएगा। जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में है भुगतान समिति भावांतर राशि किसानों के खाते में जमा करने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। इसमें कृषि, सहकारिता, नागरिक आपूर्ति, लीड बैंक, जिला सूचना अधिकारी एवं मंडी सचिव को शामिल किया गया है। यह समिति प्राप्त राशि को बैंक अकाउन्ट में रखकर भावांतर योजना की राशि का किसान के खाते में सीधे डिजिटल भुगतान कर रही है। योजना में शामिल होकर लाभ लेने के लिए प्रदेश के 23 लाख किसानों ने अपना पंजीयन करवाया। अधिसूचित 257 मंडियों में अब तक 7 लाख किसानों ने अपनी कृषि उपज का विक्रय किया। इन किसानों को करीब 903 करोड़ की राशि का भुगतान उनके बैंक खातों के माध्यम से किया जा चुका है। दो लाख तक के भुगतान में आयकर नियम बाधक नहीं प्रारंभ में किसानों को अपनी उपज विक्रय से नकद राशि का भुगतान प्राप्त न होना, योजना के क्रियान्वयन में बड़ी कठिनाई साबित हो रहा था। राज्य सरकार ने भावांतर भुगतान योजना की जानकारी देते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री से भुगतान में व्याप्त शंकाओं के समाधान का आग्रह किया। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने अनाज व्यापारियों की शंकाओं का समाधान करते हुए स्पष्ट किया है कि आयकर नियमों के अंतर्गत अनाज व्यापारी किसान से उसकी उपज की खरीदी के विरुद्ध 2 लाख रुपये तक का भुगतान नगद कर सकते हैं। भुगतान की इस कार्यवाही में आयकर नियम बाधक नहीं होंगे। किसानों को परिवहन व्यय और गोदाम भण्डारण अनुदान भी भावांतर भुगतान योजना के लिए गठित उप समिति ने किसानों से प्रत्यक्ष सम्पर्क और योजना की संचालन प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न आवश्यकताओं को देखते हुए इस अवधि में परिवहन व्यय, गोदाम भण्डारण अनुदान राशि और नवीन दरें जैसे निर्णय भी लिए। किसानों को अपनी कृषि उपज के भण्डारण के लिए 9 रूपये 90 पैसे प्रति क्विंटल, प्रतिमाह का अनुदान दिया जा रहा है। प्रदेश में भावांतर भुगतान योजना में पंजीकृत किसानों को खरीफ-2017 के लिये चिन्हित 8 जिन्सों को बेचने के लिये अगर खेत से 15 किलोमीटर या इससे अधिक दूरी पर स्थित कृषि उपज मण्डी/उप मण्डी तक फसल ले जाना पड़ेगा तो उसे प्रति किलोमीटर के आधार पर परिवहन व्यय मिलेगा। किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा इस आशय के विस्तृत निर्देश जारी किये गये हैं। परिवहन दर का निर्धारण जिला कलेक्टर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी तथा जिला स्तर की मण्डी के सचिव की समिति करती है। परिवहन व्यय की राशि का भुगतान मण्डी निधि से किया जाता है।। मध्यप्रदेश में 'भावांतर' योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाखों किसान अपनी फसल का वाजिब मूल्य पाने के लिए निश्चिंत हैं। उन्हें अब यह भय नहीं है कि व्यापारी ओने-पोने दाम में उनकी फसल खरीदकर मेहनत का मोल प्राप्त नहीं होने देगा।
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शुद्ध भाव से हर-हर महादेव कहने से शिव की उपासना पूरी होती है : शंकराचार्य श्री दिव्यानन्द तीर्थ उज्जैन में तीन दिवसीय शैव महोत्सव का शुभारंभ भानपुरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री दिव्यानन्द तीर्थ ने कहा है कि भगवान शिव भारत के आदि देव हैं। शुद्धभाव से हर-हर महादेव कहने से ही शिव की उपासना पूर्ण होती है। महाकाल की नगरी में आयोजित शैव महोत्सव प्रशंसनीय एवं अनुकरणीय है। यह विश्व को एक नई दिशा प्रदान करेगा। शंकराचार्य स्वामी दिव्यानन्द तीर्थ तीन दिवसीय शैव महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। स्वामी दिव्यानन्द तीर्थ ने कहा कि भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है, जहाँ के लोगों को गीता का अमृत उपदेश मिला। इसके पूर्व भानपुरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री दिव्यानन्द तीर्थ, डॉ.मोहनराव भागवत, मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, आचार्य महामण्डलेश्वर विश्वात्मानन्द, महामण्डलेश्वर विशोकानन्दजी, महामण्डलेश्वर श्री भवानीनन्दन यतिजी, महामण्डलेश्वर सबिदानन्दजी, महामण्डलेश्वर ब्रम्हयोगानन्दजी एवं महामण्डलेश्वर पुण्यानन्दजी महाराज ने दीप जला कर महोत्सव का शुभारंभ किया। महोत्सव आयोजन की स्वागत समिति के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय सिंहस्थ समिति के अध्यक्ष श्री माखनसिंह भी मौजूद थे। हमारी संस्कृति के पदचिन्ह दुनिया में मिलते हैं : डॉ. मोहन भागवत उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि हमारी संस्कृति के पदचिन्ह दुनियाभर में मिलते हैं। विष पीकर अमर होने वाला देश भारत ही हो सकता है। हमारा कर्त्तव्य बनता है कि दुनिया को राह दिखाने का काम करें। शिव का पहला नाम रूद्र है, रूद्र का अर्थ है शक्ति। बिना शक्ति के शिव होने का कोई मतलब नहीं है। दुनिया की सारी दुष्ट शक्तियों को भस्म करने वाले रूद्र ही शिव हैं। हम लोगों को शक्ति की उपासना करना पड़ेगी। शारीरिक ताकत ही सबकुछ नहीं होती, उसके साथ आन्तरिक ताकत भी होना आवश्यक है। हमको भौतिक बल से साथ आध्यात्मिक बल-सम्पन्न संवेदनशील समाज बनाना पड़ेगा। दक्षिण में शिव की भभूति लगाकर बिना स्नान के भी चल सकता है। मन में कोई विकार नहीं है तो शिव का प्रतीक भस्म लगाने से तन और मन पवित्र हो जाता है। शिव भगवान अत्यन्त शातिपूर्वक बर्फीले टीले पर बैठकर आराधना पूरी करते हैं और वहीं से दुनिया को देखते हैं। शिव के समान आन्तरिक एवं बाह्य पवित्रता का वरण करने वाले को ही रूद्र की शक्ति प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय और व्यक्तिगत चरित्र शिव के समान होना चाहिये। शांति के लिए युद्ध नहीं करना पड़ता है। इसके लिये सम्पूर्ण स्वार्थ का त्याग करना होता है। हम लोगों का दायित्व है कि हम शिव को समझें। सम्राट विक्रमादित्य ने 2100 वर्ष पूर्व शैव महोत्सव प्रारंभ किया था। आज से आयोजित शैव महोत्सव आम जन में शिवत्व की प्रेरणा जगाएगा। डॉ. भागवत ने कहा कि भगवान राम ने उत्तर से दक्षिण को, भगवान कृष्ण ने पूर्व से पश्चिम को जोड़ने का काम किया किन्तु भगवान शिव सम्पूर्ण भारत के कण-कण में विद्यमान है। हिमालय के दोनों ओर सागर तट तक फैली हुई भूमि में शिव का पूजन किया जाता है। सम्पूर्ण दुनिया को जीवन जीने की कला सिखाने वाली भारतीय संस्कृति विश्वव्यापी है। उन्होंने कहा कि कई वर्षो पूर्व जब वे केन्या गए थे तब वहां उन्होंने भगवान शिव के स्वयंभू लिंग के दर्शन किए। इसी तरह तंजानिया और केन्या के बीच फैले विक्टोरिया सरोवर के किनारे भी शिव के दर्शन हुए। विश्व को शान्ति मार्ग भारत ही दिखायेगा – चौहान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुनिया के विकसित देशों में जब सभ्यता का विकास ही नहीं हुआ था, तब हमारे भारत में वेदों की ऋचाएँ रच ली गई थीं। विश्व को शान्ति का मार्ग भारत ही दिखायेगा। उन्होंने कहा कि भगवान शिव भारत ही नहीं सृष्टि के कण-कण में विराजित हैं। शैव महोत्सव की प्राचीन परम्परा जारी रहना चाहिये। उज्जैन से प्रारम्भ हुआ शैव महोत्सव द्वादश ज्योतिर्लिंगों तक जायेगा। थोड़ी-सी पूजा में प्रसन्न होने वाले भगवान शंकर ही हैं। उनका श्रृंगार भस्म से हो जाता है और भोग में भांग व धतूरा चलता है। श्री चौहान ने कहा कि भगवान शंकर ऐसे व्यक्तियों को स्वीकार करते हैं, जिनको दुनिया ठुकरा देती है। समुद्र मंथन में निकले विष को धारण करने वाले देव नीलकंठ कहलाये। सबको साथ लेकर चलने वाले, सबको प्रेम करने वाले एकमात्र भगवान शंकर हैं। भगवान शंकर सामाजिक समरसता का सन्देश देने वाले हैं। शैव महोत्सव सामाजिक समरसता का सन्देश देने का कार्य करेगा। दुनिया को अगर बचाना है तो भारतीय संस्कृति को बचाना होगा। एकात्म यात्रा हो या शैव महोत्सव, दोनों का सन्देश यही है कि सारे भेद मिटाते हुए समाज को जोड़ा जाये। विश्व में आज जिस तरह का टकराव सामने आ रहा है, इस समस्या को दूर करने का उपाय भारतीय संस्कृति करेगी। सभी सुख से रहें और सभी निरोगी रहें, हमारी संस्कृति की यही मूल भावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनसे जब अमेरिका में प्रश्न पूछा गया कि 'भारत देश का विचार क्या है? तो उन्होंने जवाब दिया 'सत्यमेव जयते' एवं 'वसुधैव कुटुम्बकम' देश का विचार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का काम विकास करना तो है ही लोगों की जिन्दगी भी बनाना आवश्यक है, इसलिये नर्मदा सेवा, एकात्म यात्रा एवं शैव महोत्सव जैसे आयोजन करना आवश्यक है। डाक टिकिट का विमोचन भारतीय डाकतार विभाग द्वारा शैव महोत्सव-2018 विषय पर डाक टिकिट जारी किया गया। डाक टिकिट का विमोचन अतिथियों की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर भारतीय डाकतार विभाग के श्री राकेश कुमार, सुश्री प्रीति अग्रवाल एवं श्री बीएस तोमर मौजूद थे। डाकतार विभाग द्वारा विशेष कवर, जिसमें महाकाल शिखर का चित्र है, भी जारी किया गया। द्वादश ज्योतिर्लिंग पर विशेष 12 पोस्टकार्ड भी जारी किये गये एवं सम्राट विक्रमादित्य द्वारा आयोजित प्रथम शैव उत्सव की स्मृति के रूप में प्राप्त हुई मुद्रा, जिसमें ब्राह्मी लिपि में शैव महोत्सव का विवरण अंकित है, के डाक टिकिट का भी विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। श्री मुले को महाकालेश्वर वेद अलंकरण सम्मान वर्ष 2017 के लिये महाकालेश्वर वेद अलंकरण महाराष्ट्र के वेदमूर्ति श्री दुर्गादास अम्बादास मुले को दिया गया। अलंकरण में श्री मुले को डॉ.मोहन भागवत एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रूपये का चेक, रजत पत्र एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य श्री विभाष उपाध्याय ने श्री मुले का प्रशस्ति-वाचन करते हुए बताया कि महाराष्ट्र में जन्मे श्री मुले को पूर्व में आदर्श वैदिक धनपाठी एवं अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इन्होंने 1200 से अधिक विद्यार्थियों को अपनी संस्था में विद्याध्यन कराया है। इनके द्वारा 1985 से अनवरत वेद पाठशाला एवं वेद विद्या का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री माखनसिंह चौहान, श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के सदस्य श्री विभाष उपाध्याय, श्री प्रदीप पुजारी, श्री जगदीश शुक्ला एवं प्रशासक श्री अवधेश शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर विधायक डॉ.मोहन यादव, यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, श्री श्याम बंसल, प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे। संचालन श्री मयंक शुक्ला ने किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महोत्सव में आये स्थानीय साधु-सन्तों एवं द्वादश ज्योतिर्लिंग से आये अतिथियों का स्वागत पुष्पहार एवं श्रीफल भेंट कर किया।
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फ्रेण्ड्स ऑफ एम.पी. कॉन्क्लेव का समापन “इंदौर घोषणा पत्र’’ के साथ करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश के अप्रवासी भारतीयों की समस्याओं के समाधान के लिये एनआरआई सेल का गठन करेगी, जो सिंगल विन्डो के रूप में कार्य करेगा। उन्होंने फ्रेण्ड्स ऑफ एम.पी. से प्रदेश के ब्रान्ड एम्बेसेडर के रूप में काम करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि जो लोग देश और विदेश में उल्लेखनीय कार्य कर प्रदेश को गौरवान्वित करेंगे, उन्हें मध्यप्रदेश सरकार प्रति वर्ष “मध्यप्रदेश रत्न’’ का अवार्ड प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनकी 2015 में की गई अमेरिका यात्रा के बाद फ्रेण्ड्स ऑफ एम.पी. कान्क्लेव आयोजित करने का विचार आया था। इसी कड़ी में इस कान्क्लेव का आयोजन किया गया है। यह प्रक्रिया आगे भी जारी रखी जायेगी। अगले वर्ष 2019 में जनवरी माह की 4 एवं 5 तारीख को कान्कलेव आयोजन पुन: किये जाने की घोषणा भी की। श्री चौहान ने कहा कि इस समिट में आये 23 देशों के मित्रों द्वारा जो सुझाव और प्रस्ताव दिये गये है, उन्हें एकजाई करने का काम किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा फ्रेण्ड्स ऑफ एम.पी. से सुझाव आमंत्रित करने के लिये एक पोर्टल भी बनाया जायेगा, जिसमे “टेलेंट-कूल्स’’ भी बनाया जायेगा, जिसके माध्यम से विषय विशेषज्ञ अपने सुझाव दे सकेंगे, जिनका परीक्षण कर सरकार उन पर अमल करेगी। मुख्यमंत्री ने प्रति माह मध्यप्रदेश की गतिविधियों से फ्रेण्ड्स ऑफ एम.पी. को अवगत कराने के लिये एक न्यूज लेटर जारी करने तथा सभी प्रदेश के एन.आर.आई का डाटाबेस तैयार करने की बात भी कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य देशों में फ्रेण्ड्स ऑफ एम.पी. चेप्टर गठित किये जायेंगे। उन्होंने चेप्टर के माध्यम से उन देशों में विभिन्न कार्यक्रम के आयोजन करने की सलाह भी दी और कहा कि अगर आप लोग हमें आमंत्रित करेगे तो वह स्वयं या प्रदेश के प्रतिनिधि उसमें अवश्य भागीदारी दर्ज करायेंगे। मुख्यमंत्री ने फ्रेण्ड्स ऑफ एम.पी. के सदस्यों से उनके देशों में एक नवम्बर मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने तथा 2 जुलाई को पर्यावरण संरक्षण के लिये पौधरोपण करने की सलाह भी दी। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने अपनी बात ‘एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है दोस्तों ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों’’ गीत सुनाकर की। इस अवसर पर प्रदेश के उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, महापौर इंदौर श्रीमती मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, प्रमुख सचिव उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस.के. मिश्रा, आयुक्त जनसम्पर्क श्री पी.नरहरि सहित अन्य गणमान्य अतिथिगण उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई दी हैं। श्री चौहान ने कामना की है कि नया वर्ष सबके जीवन में सुख-समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि लाये। सबके घर-आँगन खुशियों से भर जायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सन्देश में कहा है कि मध्यप्रदेश और देश के विकास में सभी वर्ग अपनी सक्रिय भागदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया है कि नव-वर्ष में अपनी नागरिकता के कर्तव्यों के पालन का संकल्प लें। संकल्पित हों कि नये वर्ष में केवल अपने लिये नहीं, बल्कि अपने देश, प्रदेश और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ दायित्वों का निर्वहन करेंगे। श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि 'सबका साथ - सबका विकास' के मूल-मंत्र के साथ , नई ऊर्जा और उत्साह के साथ निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे।
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तिलक सिंह नए एसपी एमपी के अशोकनगर थाना परिसर में एएसआई सतीश चंद्र रघुवंशी द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में शासन ने पुलिस अधीक्षक डीएस भदौरिया को हटा दिया है। उनके स्थान पर छिंदवाड़ा छठवीं वाहिनी के सेनानी तिलक सिंह को अशोकनगर का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। शासन ने गुरुवार को भदौरिया सहित भारतीय पुलिस सेवा के पांच अधिकारियों की नई पदस्थापना आदेश जारी किए हैं। नौवीं वाहिनी रीवा के एपी सिंह को आरएपीटीसी इंदौर, अनुराग शर्मा सहायक पुलिस महानिरीक्षक पीएचक्यू को 32वीं वाहिनी उज्जैन एवं एमएल सोलंकी 35वीं वाहिनी मंडला को पुलिस मुख्यालय पदस्थ किया गया है। इनके अलावा राज्य शासन ने भारतीय पुलिस सेवा के तीन अधिकारियों की पदस्थापना की है। इनमें सहायक पुलिस अधीक्षक ग्वालियर निवेदिता गुप्ता को अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) ग्वालियर, सहायक पुलिस अधीक्षक जबलपुर अखिल पटेल को अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) लांझी बालाघाट और सहायक पुलिस अधीक्षक ग्वालियर आशुतोष बागरी को अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) रतलाम भेजा गया है।
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दंतेवाड़ा के किरंदुल और बचेली थाना से तीन दिन पहले निकली ज्वाइंट फोर्स शुक्रवार को पीड़िया पहाड़ी पर पहुंची तो वहां कैंप कर रहे नक्सली भाग खड़े हुए। फोर्स को कैंप से दैनिक उपयोग की सामग्रियों के साथ नक्सल साहित्य मिले हैं। फोर्स टेंट सहित सामग्रियों को मौके पर जला दिया। फिलहाल फोर्स मुख्यालय नहीं लौटी है। जानकारी के अनुसार डीआरजी, एसटीएफ, सीआरपीएफ और जिला बल की संयुक्त किरंदुल और बचेली से बुधवार को सर्चिंग के लिए बीजापुर से लगे सरहदी इलाके में निकली थी। दो दिन के बाद शुक्रवार को टीम जब पीड़िया पहाड़ी में थी, तभी वहां नक्सली टेंट नजर आया। जब घेराबंदी करते मौके तक पहुंचे तो वहां से नक्सली फरार हो चुके थे। सूत्र बता रहे हैं कि इस दौरान दोनों ओर से किसी तरह की फायरिंग नहीं हुई। मौके पर फोर्स को नक्सल साहित्य सहित दैनिक उपयोग की वस्तुएं और बर्तन आदि मिले हैं। जिन्हें मौके पर ही जला दिया गया गया। अधिकारी बता रहे हैं कि टीम अभी जंगल में ही मौजूद है। कैंप ध्वस्त करने की पुष्टि करते नक्सल आपरेशन एएसपी जीएन बघेल ने कहा कि टीम के वापस लौटने के बाद विस्तृत जानकारी मिल पाएगी।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज नीति आयोग के सदस्य श्री रमेशचंद्र ने भेंट की। इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश शासन की भावांतर भुगतान योजना की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नीति आयोग के सदस्य से प्रदेश में चल रही अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में भी चर्चा की। साथ ही, किसान हितैषी भावांतर भुगतान योजना की जानकारी दी। इस मौके पर श्री रमेशचंद्र ने योजना की सराहना करते हुये कहा कि संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर वे इसका समग्र अध्ययन करेंगे। इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीना, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री द्वारा बीसवीं राष्ट्रीय वनवासी खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रानी कमलापति की विशाल प्रतिमा भोपाल में स्थापित की जाएगी। आजादी के आंदोलन में वनवासियों के संघर्ष और बलिदान का स्मरण करते हुये कहा कि आजादी की लड़ाई में वनवासी समाज ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर शहीदों की स्मृति से प्रेरणा लेने के लिए प्रदेश सरकार ने वनवासी वीरों के स्मारकों का निर्माण करवाया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज कमला देवी पब्लिक स्कूल भोपाल में आयोजित बीसवीं राष्ट्रीय वनवासी खेल प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने इस अवसर पर बिरसा भगवान, वीर टंट्या भील, भीमा नायक, रघुनाथ शाह, शंकर शाह, रानी दुर्गावती और कमलापति के संघर्ष और बलिदान का स्मरण किया। उन्होंने वनवासी कल्याण परिषद के संस्थापकों का स्मरण करते हुए देश में 3 हजार से अधिक खेल केंद्रों के संचालन, शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में परिषद की भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री ने प्रारंभ में ध्वजारोहण कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और स्मारिका अरण्याजंली का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खिलाड़ियों का आव्हान किया कि खेल भावना के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। साथ ही आश व्यक्त की कि ओलंपिक खेलों में तीरंदाजी का स्वर्ण पदक भारत के खिलाड़ियों को शीघ्र ही मिलेगा। श्री चौहान ने कहा कि तीरंदाजी के प्रशिक्षण की उत्कृष्टतम सुविधा उपलब्ध कराने और महाकौशल के जनजातीय तीरंदाजों को प्रतिभा निखारने का अवसर देने के लिए जबलपुर में तीरंदाजी एकेडमी की स्थापना की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रतियोगिता में आए सभी खिलाड़ी राज्य के मेहमान हैं। इन खिलाड़ियों को समय की उपलब्धतानुसार भोपाल और आसपास के क्षेत्रों का भ्रमण करवाया जाये। खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि प्रतियोगिता में शामिल होने वाले खिलाड़ियों के प्रदर्शन की मध्यप्रदेश तीरंदाजी एकेडमी के कोच समीक्षा करेंगे। प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों का एकेडमी में चयन किया जाएगा। उन्होंने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की अपेक्षा करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश की तीरंदाजी एकेडमी उत्कृष्टतम है। एकेडमी में मध्यप्रदेश के 80 प्रतिशत और देश के अन्य क्षेत्रों के 20 प्रतिशत खिलाड़ियों को तीरंदाजी प्रशिक्षण की सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजन के लिए वनवासी कल्याण परिषद को बधाई देते हुए कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इसमें परिषद के सहयोग की भी अपेक्षा है। कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री कृपा प्रसाद सिंह ने कहा कि नए भारत के निर्माण में वनवासी समुदाय का योगदान प्रमुख है। नवीन भारत के निर्माण में जिस तरह मध्यप्रदेश की सरकार प्रयास कर रही है, उसी तरह का कार्य वनवासी अंचल में परिषद द्वारा खेल के क्षेत्र में किया जा रहा है। नवीन भारत का जो सपना स्वामी विवेकानंद ने देखा था, उसे ही साकार करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रतियोगिता के शुभारंभ की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में तीरंदाजी का महत्वपूर्ण स्थान है, इसलिये तीरंदाज तेल में देखकर मछली की आँख भेदने को ही अपना लक्ष्य बनाएं। तीरंदाजी के ओलंपियन खिलाड़ी श्री मंगल सिंह ने अपने अनुभवों से खिलाड़ियों को निरंतर प्रयास के लिए प्रेरित किया। खिलाड़ी को हार कर बैठना नहीं चाहिए। गलतियों से सबक लेकर निरंतर मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मात्र 8 महीने के प्रशिक्षण में वर्ष 1998 की एशियन गेम्स प्रतियोगिता में उनका चयन हो गया था। उस समय वह प्रतियोगिता के सबसे युवा खिलाड़ी थे किन्तु अगले 7 वर्षों तक उनका भारतीय टीम में चयन भी नहीं हो सका। लेकिन निरंतर प्रयास करते रहे। उन्होंने बताया कि आज दुनिया की विभिन्न प्रतियोगिताओं के पदक उनके पास हैं। तीरंदाजी के विश्व कीर्तिमान की बराबरी करने के साथ ही विश्व कप प्रतियोगिता के 4 स्वर्ण पदक जीतने की उपलब्धि भी उनके खाते में है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अतुल जोग ने बताया की 33 टीमें प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। इनमें आधुनिक खो-खो के 223 और तीरंदाजी के 316 खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें 89 महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने बताया कि भोपाल शहर में 300 से अधिक तीरंदाजों की उपस्थिति का नया कीर्तिमान बना है जिसे गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कर लिया गया है ।स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री संजय शाह ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि वनवासी प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत बनाने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। प्रारंभ में खिलाड़ियों को खेल भावना के साथ प्रतियोगिता में शामिल होने की शपथ दिलाई गई। खिलाड़ियों द्वारा मार्च पास्ट का आयोजन किया गया। सुश्री अनमोल सक्सेना ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में खेल प्रेमी और खिलाड़ी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय वनवासी खेल प्रतियोगिता का आयोजन 28 से 31 दिसंबर तक भोपाल में किया जा रहा है। प्रतियोगिता का आयोजन वनवासी कल्याण परिषद मध्यप्रदेश द्वारा अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के तत्वाधान में किया गया है। इस प्रतियोगिता में अंडमान निकोबार, आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, आसाम, बिहार, छत्तीसगढ़, दादर नागर हवेली, दक्षिण बंगाल, दक्षिण आसाम, देवगिरी, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जशपुर नगर, झारखंड, कर्नाटक, कोंकण, महाकौशल, मणिपुर, उड़ीसा, पश्चिम महाराष्ट्र, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड, उत्तर बंगाल, उत्तरप्रदेश, विदर्भ और मध्य भारत की टीमें भाग ले रही हैं। प्रतियोगिता का आयोजन कमला देवी पब्लिक स्कूल, करोंद, भोपाल में किया गया है।
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सागर जिले के मालथौन विकासखण्ड के ग्राम बरोदिया चंद्रपुर की स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने सदियों पुरानी बीड़ी बनाने की पंरपरा को तोड़ते हुये रोटी कमाने का नया जरिया शुरू किया है। इस गाँव में 150 से अधिक परिवार हैं, जो खेती के साथ-साथ बीड़ी बनाने का काम करते हैं। इस गाँव में 4 महिला स्व-सहायता समूहों का आजीविका मिशन के अंतर्गत गठन किया गया है। लक्ष्मी समूह में 12 महिलायें, शारदा और सीता समूह में 11-11 महिलायें, एवं जय माता समूह में 12 महिलायें समूह से जुड़ी हैं। ये महिलायें अपनी साप्ताहिक बैठक में 10 रूपये की बचत कर अपने खाते में जमा करती हैं। लक्ष्मी समूह की सदस्य है प्रेमरानी अहिरवार। यह मिडिल स्कूल परीक्षा पास है। इसे बीड़ी बनाने में तम्बाकू की धांस से सिर दर्द, आँखों में जलन और बदन दर्द होता है। इस कार्य से जुड़ी ज्यादातर महिलाओं को आखों की कमजोरी, बदन दर्द और कमजोरी की लगातार शिकायतें रहती है। आजीविका कमाने के लिये उन्हें दूसरा विकल्प नहीं सूझ रहा था। आजीविका मिशन के माध्यम से इन महिलाओं को अगरबत्ती बनाकर आजीविका ब्रांड में बेचना अथवा बाईवेक सिस्टम के तहत् अगरबत्ती का निर्माण कर कच्ची अगरबत्ती को सीधा सप्लाई करने का काम बताया गया। समूह से जुड़ी 43 महिलाओं ने बीड़ी छोड़कर इस कार्य को अपनाया। उन्होने अगरबत्ती बनाने की मशीन खरीद ली हैं। मशीन से वे आसानी से 200 रूपया प्रतिदिन आमदनी प्राप्त कर रही है। समूह से जुड़ी सुलोचना अहिरवार, पुष्पा अहिरवार, वर्षा अहिरवार, उमेदी अहिरवार, शिवानी, अशोकरानी अहिरवार आदि महिला सदस्य अब अगरबत्ती बनाने के काम से खुश हैं। वे कहती है की हमारे घर मे अब खुशबू फैली रहती है। हमें अपने काम पर गर्व है। वे आजीविका मिशन से जुड़कर अगरबत्ती के साथ-साथ आजीविका के नये आयाम भी शुरू करना चाहती हैं।
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भोपाल में 31 अक्टूबर को हुए छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के चारों दोषियों को शनिवार की दोपहर मरते दम तक कैद और 80 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई। विशेष न्यायाीश फास्ट ट्रैक कोर्ट सविता दुबे ने यह फैसला सुनाया। मामले की गंभीरता और आरोपियों पर लगाई गई धाराओं को देखते हुए सरकारी वकील रीना वर्मा और पीएन सिंह ने कोर्ट से आरोपियों को कड़ी सजा देने की अपील की थी। इस मामले में करीब 28 गवाहों के बयान दर्ज हुए। चार्जशीट दाखिल होने के 38 दिन में कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। सजा के एलान के करीब दस मिनट पहले शक्तिकांड के दोषी गोलू उर्फ बिहारी (25), अमर उर्फ घुंटू (25), राजेश उर्फ चेतराम (50) और रमेश उर्फ राजू को कोर्ट में लाया गया। जहां सरकारी वकील और बचाव पक्ष की वकील इंदु अवस्थी मौजूद थीं। जज ने आरोपियों को मरते दम तक कैद और 80 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। इसमें से 60 हजार स्र्पए शक्ति को प्रतिकार राशि के रूप में दिए जाएंगे। बाकी 20 हजार सरकारी खजाने में जमा होंगे। इससे पहले शक्ति को शासन की ओर से तीन लाख स्र्पए की प्रतिकार राशि अदा की जा चुकी है। कोर्ट ने कमेंट किया कि शक्तिकांड में शक्ति ने साहस पूर्वक समस्त परिस्थितियों का सामना किया है। शुरुआत से ही शक्ति को पुलिस द्वारा रिपोर्ट तक दर्ज करने का सहयोग नहीं था। पुलिस के उदासीन रवैये के कारण शक्ति और उसके माता-पिता ने साहस दिखाया और आरोपियों के खिलाफ पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए विवश किया। कोर्ट ने पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए तल्ख लहजे में कहा कि जहां महिलाओं का सम्मान होता है, वहां देवता निवास करते हैं। जहां महिलाएं पीड़ित होती है वहां कुल का नाश होता है। बचाव पक्ष के वकीलों ने आरोपियों के लिए उदारता पूर्वक रवैया अपनाकर सजा सुनाए जाने का निवेदन किया था। जिस पर कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि इस प्रकार के घटनाक्रम से कई बार लोग सामने आकर भी उल्लेख नहीं कर पाते। कम उम्र में यौन हादसों से बच्चियां जीवनभर किसी पर भरोसा नहीं करतीं। दुष्कर्म कोई साधारण अपराध नहीं। पीड़िता की मां ने आरोपियों को सुनाई गई सजा पर संतोष जताते हुए कहा कि उनकी बेटी ने अपने आप को संभाल कर आगे बढ़ना शुरू किया है। उस रात जो हुआ उसे वह भुलाने की कोशिश कर रही है। हम उसे समझा रहे हैं कि वह इस घटनाक्रम को एक हादसा मानकर भूल जाए और आगे बढ़े। वह अब इस मामले की कभी बात भी नहीं करती है। फैसले में भी उसकी कोई दिलचस्पी नहीं थी। घटना के बाद वह अपने रूटीन की तरफ लौट रही है। उसने पढ़ना-लिखना शुरू कर दिया है। घटना ने उसे तोड़कर रख दिया था। फैक्ट फाइल -31 अक्टूबर को शक्तिकांड हुआ -1 नवबंर को आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई -15 नवबंर को जीआरपी हबीबगंज पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश किया -16 नवबंर को मामला जिला न्यायाीश शैलेंद्र शुक्ला के पास पहुंचा -16 नवबंर को ही न्यायाीश सविता दुबे की कोर्ट में मामले को भेजा गया। -20 दिसंबर को मामला ट्रायल प्रोग्राम में पेश किया गया। -21 दिसंबर से लगातार सुनवाई शुरू हुई। -28 गवाहों के बयान दर्ज हुए। -200 पेज का चालान पेश हुआ, 60 कागजी दस्तावेज को रिकॉर्ड में मिलाया गया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हर वर्ष साढ़े सात लाख युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही उन्हें स्वरोजगार के लिये वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जायेगी। इससे वे रोजगार पाने और स्वरोजगार स्थापित करने के काबिल बन सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ युवा सशक्तिकरण मिशन की समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर रोजगार बोर्ड के अध्यक्ष श्री हेमंत विजयराव देशमुख, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिये उन्हें हुनरमंद बनाना आवश्यक है। इसके लिये प्रतिवर्ष साढ़े सात लाख युवाओं को विभिन्न प्रकार का रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को ऐसे प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं जिसमें रोजगार की शत-प्रतिशत संभावनाएं हों। उन्होंने कहा कि हर जिले में रोजगार एवं स्वरोजगार मेले आयोजित किये जायें। इनमें युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार संबंधी समुचित जानकारी दी जाये। साथ ही युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न कम्पनियों को भी आमंत्रित किया जाये। उन्होंने प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर बताया गया कि मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन एवं मुख्यमंत्री कौशल्या योजना के अंतर्गत तीन लाख दस हजार युवाओं को अल्पावधि का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इनमें आईटीआई, कौशल विकास केन्द्र, इंजीनियरिंग एवं पॉलीटेक्निक कॉलेज, प्रशासकीय विभाग एवं अन्य अर्द्धशासकीय संस्थानों में प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण के लिये संथाओं को दो लाख 42 हजार 580 रुपये धनराशि के कार्यादेश भी जारी किये जा चुके हैं। इसी तरह, रोजगारोन्मुखी शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिये हाई स्कूलों एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा भी शुरू की जायेगी। बैठक में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री प्रभांशु कमल, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री संजय बंदोपाध्याय, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल एवं मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल उपस्थित थे।
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इंदौर के पास पहाड़ियों से घिरे कालाकुंड गांव की महिलाओं ने मजबूरी में शुरु किये गये रोजगार को अपनी मेहनत से शहरों तक पहुंचाकर ब्रांड बना दिया। आज इंदौर के पास का यह गांव अपनी खूबसूरती से ज्यादा वहाँ के कलाकंद की वजह से प्रसिद्ध हो चुका है। यहां कलाकंद बनाने से लेकर बेचने तक की सारी कमान महिलाओं के हाथ में है। कम आबादी वाले इस गांव में पहुंचने के लिये एक ही साधन है मीटर गेज ट्रेन। ट्रेन से कालाकुंड पहुंचते ही यहां छोटे से स्टेशन पर गाड़ी रुकते ही प्लेटफॉर्म पर दो-तीन हाथ ठेलों में लोग पलास के पत्तों के ऊपर सफेद रंग की खाने की चीज बेचते दिख जाते हैं। यही हैं यहां के गिने-चुने रोजगार में से एक कालाकुंड का प्रसिद्ध कलाकंद। कालाकुंड में आजीविका के नाम पर अगर कुछ है तो लकड़ी काटकर बेचना और कुछ दुधारु पशु। दूध बाहर भेजने के लिये ट्रेन पर ही निर्भर रहना पड़ता था। परेशानी देख गांव के पशुपालक परिवारों ने दूध का कलाकंद बनाकर स्टेशन पर बेचना शुरु किया। चुनिंदा ट्रेन गुजरने की वजह से ये रोजगार भी सिर्फ पेट भरने तक ही सीमित रहा। मगर पिछले दो साल में जो हुआ वो चौंकाने वाला था। गले तक घूँघट करके झाड़ू-बुहारी और घर का चूल्हा चौका करने वाली गांव की कुछ महिलाओं ने अपने पुरूषों के पुश्तैनी व्यवसाय की कमान को अपने हाथों में ले लिया। दस महिलाओं का समूह बनाया और इसे संगठित व्यवसाय की शक्ल दे दी। गांव की महिलाओं ने कालाकुंड के कलाकंद को एक ब्रांड बनाया। अच्छी पैकेजिंग शुरू की, पलास के पत्तों की जगह अब सुंदर बॉक्स ने ले ली। महिला समूह ने अब ये बॉक्स बंद कलाकंद इंदौर-खंडवा रोड के कुछ खास ढाबों और होटलों पर बिक्री के लिये रखा। परिणाम यह हुआ कि महिला समूह जितना भी कलाकंद बनाता है, वह सब हाथों हाथ बिक जाता है। महिलाओं को ये राह दिखाई इलाके में जल संग्रहण का काम कर रही एक संस्था नागरथ चेरीटेबल ट्रस्ट ने। ट्रस्ट के प्रोजेक्ट प्रभारी सुरेश एमजी ने जब कलाकंद का स्वाद चखा तो महिलाओं को सलाह दी कि वे अपने इस हुनर को बड़े व्यवसाय में तब्दील करें। ट्रस्ट की मदद से जब महिलाओं का व्यवसाय चलने लगा और डिमांड बढने लगी तो इंदौर जिला प्रशासन ने महिलाओं की मदद के लिये इस व्यवसाय को आगे बढाने की रुपरेखा तैयार की। समूह को तत्काल डेढ़ लाख रुपये का लोन दिया गया। लोन की रकम हाथ आते ही मानों समूह की उडान को पंख लग गये। कलाकंद बनाने के लिये बड़े बर्तन, रसोई गैस आ गई। पैकेजिंग मटेरियल में सुधार होने लगा। विज्ञापन और प्रचार के लिये बड़े-बड़े होर्डिंग लग गये। अब महिलाएं आसपास के इलाके से भी अच्छी गुणवत्ता का दूध खरीदने लगी। जिला प्रशासन ने महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिये गाय एवं भैंस दी। इससे वो खुद दूध का उत्पादन करने लगी। अब पहाडों के बीच छोटे से स्टेशन पर बिकने वाला कलाकंद हाईवे पर आ चुका है। महिलाओं की बढ़ती रुचि को देखते हुऐ जिला प्रशासन ने हाईवे पर दो साल में एक के बाद एक तीन स्टोर खोल दिये। जहां बस रुकवाकर यात्री कलाकंद खरीदते हैं। हाल ही में इंदौर के दो प्रसिद्ध पुराने 'खजराना गणेश'' और 'रणजीत हनुमान'' मंदिर पर कलाकंद स्टोर्स खोले जा चुके हैं। समूह की अध्यक्षा प्रवीणा दुबे और सचिव लीलाबाई ने बताया, हमें तो एक समय यकीन करना ही मुश्किल हो रहा था कि गांव का कलाकंद चौरल के मुख्य मार्ग की दुकान पर बिक रहा है। मगर आज जब इंदौर जाकर हमारे स्टोर पर लोगों को कलाकंद खरीदते हुए देखते हैं, तो खुशी की कोई सीमा नहीं रहती।समूह के स्वादिष्ट मिठाई की माँग देखते हुऐ अभी और उत्पादन बढ़ाने की तैयारी चल रही है। एक क्विंटल मिठाई हर दिन बनकर यहां से अलग-अलग स्टोर्स पर बेची जा रही है। डिमांड लगातार बनी हुई है। आज इलाके की पहचान दूर-दूर तक होने लगी है।
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उज्जैन में एकात्म यात्रा का शुभारम्भ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओंकारेश्वर वेदान्त दर्शन के अदभुत केन्द्र के रूप में स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में आदिशंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित कर उनके योगदान को चिरस्मरणीय बनाया जायेगा। समाज ठीक दिशा में चले, इसलिये सन्तों के नेतृत्व में आदिशंकराचार्य के अद्वैतवाद का प्रचार-प्रसार किया जायेगा। आज सनातन धर्म बचा है तो वह शंकराचार्य की देन है। वे न होते तो भारत का यह स्वरूप ही न होता। उन्होंने उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम को जोड़ा। सांस्कृतिक रूप से देश को एक किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह बात आज उज्जैन में एकात्म यात्रा का शुभारंभ करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक अदभुत बात है कि बद्रीनाथ मन्दिर में केरल के नंबुरिपाद ब्राह्मण पुजारी हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंग की कल्पना भी शंकराचार्यजी ने की। दुनिया के सामने आज जितने संकट हैं, उन सबका समाधान अद्वैत वेदान्त में है। शंकराचार्य सर्वज्ञ थे। ओंकारेश्वर में गुरू से ज्ञान प्राप्त कर वे भारत भ्रमण पर निकल गये और स्थान-स्थान पर शास्त्रार्थ कर अपनी विद्वता स्थापित की। वे सभी रूढ़ियों को समाप्त करने वाले सन्यासी थे। ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के दर्शन के माध्यम से सारी दुनिया को एक ही परिवार के रूप में मानना, प्राणियों को भी अपने समान दर्जा देना उनकी विशेषता थी। आदि शंकराचार्य ने कहा कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो। प्राणियों में सद्भावना हो। उन्होंने विश्व कल्याण का आव्हान किया और कहा कि एक ही चेतना सभी में है। कोई भी छोटा-बड़ा नहीं है। पशु, पक्षी, पेड़, पौधों सभी को उन्होंने एक समान माना। मुख्यमंत्री ने कहा कि एकात्म यात्रा में अद्वैत वेदान्त का प्रचार-प्रसार तो होगा ही, माता, बहनों, बेटियों का सम्मान करने की शिक्षा भी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने बच्चियों के साथ दुराचार करने वालों को मृत्युदण्ड देने का प्रावधान किया है। एकात्म यात्रा के माध्यम से पर्यावरण बचाने, भेदभाव मिटाने का सन्देश भी दिया जायेगा। इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, स्वामी परमात्मानन्द सरस्वती, स्वामी विश्वेरानन्द, सन्त रामेश्वरदासजी, स्वामी अतुलेश्वरानन्द सरस्वती एवं अन्य गणमान्य सन्तों द्वारा आदिशंकराचार्य के चित्र के संमुख दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके बाद पादुका पूजन किया एवं एकात्म यात्रा का ध्वज यात्रा के लिये सौंपा गया। कार्यक्रम में सभी सन्तों की ओर से स्वामी परमात्मानन्द एवं स्वामी विश्वेरानन्द द्वारा मुख्यमंत्री को रूद्राक्ष की माला पहनाकर आशीर्वाद दिया गया। आचार्य परिषद के सचिव सन्त परमात्मानन्द सरस्वतीजी ने कहा कि भारतीय संस्कृति वेद पर आधारित है और निरन्तर है। विश्व में कई संस्कृतियां खड़ी हुईं और नष्ट हो गईं, लेकिन भारतीय संस्कृति आज भी जीवित है। हमें इस संस्कृति का संवर्धन कर इसकी रक्षा करना होगी। हिन्दू धर्म ऐसा धर्म और संस्कृति है, जो सर्वग्राही है। द्वैत होने पर भी अद्वैत का दर्शन कराने वाली हमारी संस्कृति है। शंकराचार्य ने हमारे पारम्परिक व सामाजिक मूल्य को समृद्ध किया। मातृ देवो भव:, अतिथि देवो भव: के सिद्धान्त का पालन करते हुए शंकराचार्य ने सन्यास लेने के बाद भी परम्पराओं को तोड़ते हुए अपनी मां का अन्तिम संस्कार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एकात्म यात्रा के माध्यम से आन्तरिक विकास करने का बीज स्थापित कर दिया है। सन्त विश्वेश्वरानन्दजी ने कहा कि आदि शंकराचार्य ने अदभुत कार्य किया। वे सैकड़ों वर्ष पूर्व दक्षिण में जन्मे और ओंकारेश्वर में आकर उन्होंने सन्यास ग्रहण किया। तत्कालीन समय में हमारा देश विभक्त हो रहा था, उसको जोड़ने का काम उन्होंने किया। आदिशंकराचार्य की देन हमारे देश के तीर्थ हैं। जब हम बद्रीनाथ और रामेश्वरम जाते हैं तो उन्हें स्मरण करते हैं। सभी तीर्थों की पृष्ठभूमि में कोई है तो वह आचार्य शंकर हैं। उन्होंने देश की तीन बार पदयात्रा की। शास्त्रार्थ करके वैदिक धर्म की पुनर्स्थापना करने में उनका महती योगदान है। वे हमारे धर्म, संस्कृति के आधार स्तंभ हैं। चारों दिशाओं में स्थापित चारों मठों की सुरक्षा करने का दायित्व हमारा है। बत्तीस वर्ष की आयु में उन्होंने शरीर त्याग दिया। शंकराचार्य ने समाज को एक किया और समरसता प्रदान की है। एकात्म यात्रा के उज्जैन प्रखण्ड के प्रभारी श्री राघवेन्द्र गौतम ने बताया कि ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊंची शंकराचार्य जी की मूर्ति की स्थापना होगी और इसके लिये धातु संग्रहण करने के लिये एकात्म यात्रा निकाली जा रही है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मौजूद सभी सन्तगणों का पुष्पहारों से नमन कर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आदिशंकराचार्य के जीवन पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता देव परमार, आध्या द्विवेदी एवं सिद्धार्थ वर्मा को प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार वितरित किया। इमली चौराहा अब शंकराचार्य चौराहा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा की कि उज्जैन के इमली चौराहे का नामकरण अब शंकराचार्य चौराहा किया जायेगा। साथ ही यहां शंकराचार्य की आदमकद प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी। मुख्यमंत्री ने ध्वज थामा कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एकात्म यात्रा का ध्वज थामा। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने मंगल कलश थामा। कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी विश्वेश्वरानन्दजी ने शंकराचार्यजी की चरण पादुकाएं थामी तथा भगवान आदि शंकराचार्य की एकात्म यात्रा का नेतृत्व किया। कार्यक्रम में सन्त श्री रामेश्वरदास, श्री अतुलेश्वरानन्द सरस्वती, श्री रामेश्वरदास तराना, श्री उमेशनाथजी महाराज, श्री रंगनाथजी महाराज, ब्रह्मकुमारी उषा दीदी, श्री दिग्विजयदास, श्री विष्णुदास, श्री कृष्णदास महाराज, श्री शेषानन्दजी महाराज, श्री राधेबाबा, श्री राघवदास महाराज, नित्यऋषि, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री दिलीपसिंह शेखावत, श्री बहादुरसिंह चौहान, श्री मुकेश पण्ड्या, मेला प्राधिकरण अध्यक्ष श्री विजय दुबे, यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, मप्र पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, एकात्म यात्रा ग्रामीण प्रभारी श्री किशोर मेहता उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में भोपाल में सम्पन्न नर्मदा नियंत्रण मंडल की बैठक में 7 हजार 546 करोड़ रूपये लागत की नर्मदा-पार्वती लिंक परियोजना को स्वीकृति दी गई। मालवा अंचल के लिये नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना, नर्मदा-गंभीर लिंक परियोजना और नर्मदा-कालीसिंध परियोजना के बाद यह चौथी महत्वाकांक्षी परियोजना है। इससे 2 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिये कि सिंचाई परियोजनाओं के कार्य समय-सीमा में पूरे किये जायें। बैठक में बताया गयाकि नर्मदा क्षिप्रा लिंक परियोजना निर्मित हो चुकी है। इससे देवास और उज्जैन की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान हुआ है। पचास हजार हेक्टेयर सिंचाई क्षमता की नर्मदा गंभीर लिंक परियोजना का निर्माण कार्य जारी है। नर्मदा पार्वती लिंक परियोजना का निर्माण चार चरणों में पूरा होगा। प्रत्येक चरण में पचास हजार हेक्टेयर सिंचाई क्षमता निर्मित होगी। इस परियोजना से सीहोर और शाजापुर जिले के 369 गांवों के किसान लाभान्वित होंगे। इस परियोजना के लिये इंदिरा सागर जलाशय से 1.08 मिलियन एकड़ फीट जल का उदवहन किया जायेगा। परियोजना में सिंचाई जल का वितरण भूमिगत पाइप लाइनों के माध्यम से किया जायेगा। प्रत्येक किसान को ढाई हेक्टेयर चक तक 20 मीटर दबाव से जल उपलब्ध होगा। इस प्रणाली से पानी मिलने पर किसान को खेत समतल करने की आवश्यकता नहीं होगी। दबावयुक्त जल से किसान स्प्रिंकलर तथा ड्रिप प्रणाली से कम जल से अधिक सिंचाई कर सकेगा। परियोजना के लिये केवल 8 हेक्टेयर भूमि का अर्जन किया जायेगा। बैठक में जल संसाधन एवं जनसंपर्क मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री राकेश साहनी और मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह भी उपस्थित थे। नर्मदा परिक्रमा पथ पर बनेंगे 92 यात्री निवास बैठक में नर्मदा परिक्रमा पथ के 16 जिलों में आने वाले 1100 किलोमीटर लम्बे मार्ग पर 92 नर्मदा यात्री निवास निर्माण का अनुमोदन किया गया। इन पर 41 करोड़ 40 लाख रूपये व्यय होंगे। बैठक में समूह उदवहन माइक्रो सिंचाई परियोजना अम्बा रोडिया, बलकवाड़ा, चौड़ी जामनिया और सिमरोल अम्बाचंदन को स्वीकृति दी गई। इन परियोजनाओं की कुल लागत 312 करोड़ 24 लाख रूपये है। बैठक में अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी.श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास श्री रजनीश वैश्य, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन श्री आर.एस.जुलानिया, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के.मिश्रा सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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हितेन्द्र भदौरिया रामकिशन बरार ग्वालियर शहर की ढ़लाननुमा बस्ती गोल पहाड़िया क्षेत्र में एक कच्ची पाटौर में अपने परिवार के साथ रहते थे। इस क्षेत्र में बरसात के मौसम में पाटौरों के धसकने की दुर्घटनायें हो चुकी थीं। तेज बारिश में जब बिजली कड़कती तो रामकिशन दम्पत्ति अपने बच्चों को सीने से लगा लेते थे। हाथ ठेला श्रमिक रामकिशन के लिये खुद का मकान तो एक सपना था। रोज सुबह 5 बजे रामकिशन अपना हाथ ठेला लेकर लक्ष्मीगंज सब्जीमंडी पहुँच जाते थे। दिन भर हाड़-तोड़ मेहनत कर कारोबारियों का माल इधर से उधर पहुँचाते थे। इससे जो मजदूरी मिलती उसी से परिवार का गुजारा चलता था। रामकिशन ने एक दिन टीवी पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के भाषण में सुना कि सरकार हर जरूरतमंद को मकान मालिक बनायेगी। यहीं से उनके मन में एक उम्मीद की किरण जागी। रामकिशन ने नगर निगम कार्यालय पहुँचकर आवास के लिये आवेदन भर दिया। एकीकृत शहरी आवास एवं गंदी बस्ती विकास योजना के तहत उनका नाम पक्के आवास के लिये चयनित हुआ। इस योजना के तहत नगर निगम ने गेंडे वाली सड़क, बकरा मंडी में एक सर्वसुविधायुक्त मल्टी का निर्माण कराया। इसी मल्टी में रामकिशन को भी एक पक्का फ्लैट मिल गया। जब रामकिशन को मकान की चाबी मिली तो पूरे परिवार में खुशियाँ छा गईं। इस फ्लैट में एक बैडरूम, ड्राइंग रूम, शौचालय और रसोई सहित सभी बुनियादी सुविधायें उपलब्ध हैं। रामकिशन के बच्चों ने घर को सुंदर-सुंदर तस्वीरों से सजा लिया है। उनके बच्चे नजदीक के सरकारी स्कूल में पढ़ने जाते हैं। पाटौर का जितना किराया देते थे, उससे भी कम किस्त मकान के लिये उन्हें अदा करनी पड़ रही है। घर की चिंता दूर हुई तो रामकिशन अब दूने उत्साह के साथ काम करते हैं। जाहिर है उनकी आमदनी भी बढ़ गई है। देर शाम जब वो घर लौटते हैं तो कुछ फल और मिठाई भी लेते आते हैं। परिवार के साथ जब अपने पक्के घर में एक साथ भोजन करने बैठते हैं तो सारी थकान दूर हो जाती है। रामकिशन दम्पत्ति प्रदेश सरकार को दुआयें देते नहीं थकती।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास से लालिमा रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये रथ एनिमिया बाहुल्य ग्रामों में लालिमा योजना का सघन प्रचार-प्रसार करेंगे और जागरुकता लायेंगे। लालिमा योजना प्रदेश में किशोरी बालिकाओं और महिलाओं में एनिमिया उन्मूलन के लिये क्रियान्वित की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि अधिक से अधिक बालिकाओं और महिलाओं को लालिमा अभियान का लाभ दिलाया जाये। इस अभियान में समाज सहयोग भी प्राप्त किया जाये। इस अवसर पर बताया गया कि लालिमा रथ प्रत्येक संभाग के एनिमिया बाहुल्य ग्रामों में भ्रमण करेंगे। जिन स्थानों पर रथ रुकेगा, वहां स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किये जायेंगे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस और प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया भी उपस्थित थे।
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गुना एवं नरसिंहपुर जिले में 8,31,54,510 रुपये भावांतर राशि वितरित भावांतर भुगतान योजना के बारे में शुरू में जितनी भी अफवाहें फैलाई गई, वो सब बेअसर साबित हुई हैं। किसानों को कृषि उपज मंडियों में उनकी फसल की वाजिब कीमत के साथ-साथ समर्थन मूल्य और मॉडल रेट के अन्तर की राशि राज्य सरकार की ओर से भावांतर राशि के स्वरूप में सीधे बैंक खातों में प्राप्त हो रही हैं। किसान अब अफवाहों से सावधान हो गये हैं और अपनी उपज को गल्ला किसानों की दुकानों की बजाय सीधे कृषि मंडियों में लाकर सरकारी महकमें की देखरेख में बेच रहे हैं। भावांतर भुगतान योजना के पहले चरण में 16 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच गुना जिले की कृषि उपज मंडियों में 3644 किसानों ने अपनी फसल बेंची। इन्हें व्यापारी द्वारा फसल का नगद भुगतान मंडी में ही मिला और भावांतर राशि कुल 4 करोड़, 62 लाख 54 हजार 510 रुपये बैंक खातों के माध्यम से मिली। इस योजना के अन्तर्गत नरसिंहपुर जिले में उक्तावधि में 2457 किसानों ने कृषि मंडियों में जाकर अपनी फसल बेची। इन्हें भी मंडियों में फसल का वाजिब दाम मिला। साथ ही 3 करोड़ 69 लाख रुपये भावांतर राशि बैंक खातों में भी मिली। गुना जिले के ग्राम मोड़का के किसान इन्द्रजीत चौहान को उनकी उड़द की फसल मंडी में बेचने पर अच्छी कीमत तुरंत मिली। साथ ही 1,12,879 रुपये भावांतर राशि बैंक खाते में मिली। इन्हें नहीं पता था कि बैंक खाते में पहुंची राशि किस कारण मिली है। इन्होंने बैंक जाकर पूछा तब मालूम हुआ कि यह मंडी में बेची गई फसल की भावांतर राशि है जो राज्य सरकार ने दी है। किसान इन्द्रजीत ने भावांतर राशि से अगली फसल की तैयारी शुरू कर दी है। गुना जिले के ही बृजमोहन यादव को 1,17,792 रुपये, अर्चना बाई को 1,12,368 रुपये, चन्द्रभान सिंह को 84,672 रुपये और कैलाशनारायण नागर को 94,968 रुपये भावांतर राशि मिली है। ये किसान इस राशि का इस्तेमाल अपने घरेलू खर्चों की प्रतिपूर्ति और अगली फसल की तैयारी में कर रहे हैं। भावांतर भुगतान योजना से ग्राम बढ़ैयाखेड़ा जिला नरसिंहपुर के किसान नरेन्द्र कुमार लोधी को 17.40 क्विंटल उड़द गोटेगांव मंडी में बेचने पर समर्थन मूल्य नगद मिला और भावांतर राशि 41,760 रुपये अलग से मिली। नरेन्द्र ने 2776 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से मंडी में अपनी उड़द बेची थी। नरेन्द्र की तरह ही प्यारेलाल लोधी को उड़द की फसल मंडी में बेचने पर तत्काल समर्थन मूल्य तो मिला ही, साथ ही भावांतर भुगतान योजना के अन्तर्गत 15,120 रुपये और ग्राम कन्हारपानी के कृषक डब्बूलाल लोधी को 71,160 रुपये भावांतर राशि मिली है। ये सभी किसान अब भावांतर भुगतान योजना के फायदे अच्छी तरह समझने लगे हैं।
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अधिसूचित मंडियों में पंजीकृत किसानों द्वारा अधिसूचित फसलों के विक्रय पर नवीन दरों से मिलेगी राशि भावांतर भुगतान योजना अन्तर्गत मध्यप्रदेश शासन ने किसान हितैषी निर्णय लेते हुए एक नवम्बर से 30 नवम्बर के दौरान बेची गई अधिसूचित फसलों के लिए नवीन औसत मॉडल दरें घोषित की है। शासन ने सभी कलेक्टरों को नवीन दरों के अनुसार पंजीकृत किसानों से अधिसूचित मंडियों में खरीदी गई अधिसूचित फसलों के लिए भावांतर राशि के भुगतान के निर्देश दिये हैं। निर्देशानुसार सोयाबीन, उड़द, मक्का, मूंग एवं मूंगफली की नवीन औसत मॉडल दरें घोषित की गई है। रामतिल एवं तिल की औसत मॉडल दरें पूर्वानुसार यथावत रखी गई हैं। प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि इस अवधि के लिए योजना की नियत प्रक्रिया एवं प्रावधानों के अनुसार गठित की गई उप समिति की अनुशंसा के क्रम में एक से 30 नवम्बर 2017 के लिये सोयाबीन की औसत मॉडल दर 2640 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द की 3070 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का की 1110 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग की 4120 रुपये प्रति क्विंटल और मूंगफली की 3570 रुपये प्रति क्विंटल रहेगी। नवीन दरों के अनुरूप भावांतर की राशि का भुगतान किये जाने के निर्देश दिये गये है। रामतिल एवं तिल की औसत मॉडल दरें न्यूनतम समर्थन मूल्य से उक्त अवधि में अधिक रहने के कारण इन दोनों कृषि उपज पर भावांतर उक्त अवधि में देय नहीं होगा। मध्यप्रदेश शासन किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा आज जारी आदेशानुसार भावांतर भुगतान योजना में ऐसे समस्त पंजीकृत किसान जिनके द्वारा अधिसूचित फसलों (सोयाबीन, उड़द, मक्का, मूंग एवं मूंगफली) का विक्रय अधिसूचित मंडियों में एक से 30 नवम्बर 2017 की अवधि में किया गया है, उन्हें योजना के प्रावधानों एवं पात्रता के अनुसार भावांतर राशि का भुगतान किये जाने के लिये सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है। जिला स्तरीय समिति परीक्षण के बाद कृषकों को एसएमएस भेजेगी नवीन औसत मॉडल दरों के अनुसार कृषकों को भावांतर राशि कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति द्वारा परीक्षण के बाद पात्रतानुसार पंजीकृत किसानों के खातों में जमा करवाई जायेगी। अधिसूचित मंडी प्रांगण में कृषि उपज का विक्रय करने वाले पंजीकृत किसानों को प्रावधानों के अनुसार गणना कर उन्हें दी जाने वाली भावांतर राशि की जानकारी उनके मोबाइल पर एसएमएस द्वारा भेजी जाएगी।
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तत्कालीन योजना आयोग के सदस्य रहे एन. के. सिंह को 15वें वित्त आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार यह आयोग दूसरे बिंदुओं के अलावा राज्यों और केंद्र पर जीएसटी लागू होने के वित्तीय असर का भी आंकलन करेगा। इस नवगठित आयोग को अपनी रिपोर्ट अक्टूबर 2019 तक प्रस्तुत करनी होगी। आयोग में आर्थिक मामलों के पूर्व सचिव शक्तिकांत दास, पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अशोक लाहिरी, नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद और अमेरिका की जॉर्जटाउन यूनीवर्सिटी के प्रोफेसर अनूप सिंह को सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है। आयोग केंद्र व राज्यों की वित्तीय स्थिति, घाटे, कर्ज, नकदी संतुलन और वित्तीय अनुशासन के प्रयासों की समीक्षा करेगा। बेहतर वित्तीय प्रबंधन के लिए वह सिफारिशें भी देगा। संविधान के अनुच्छेद 280 के अनुसार आयोग को केंद्र व राज्यों के बीच कर राजस्व के वितरण पर सिफारिशें देनी होती हैं। वह देश के कंसोलिडेटेड फंड में से राज्यों को अनुदान देने के लिए उचित सिद्धांत का भी सुझाव देगा। 15वें आयोग को जीएसटी के असर और पांच साल तक राज्यों को राजस्व क्षति के मुआवजे की व्यवस्था पर भी अपनी राय देनी है।
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भांवातर भुगतान योजना में 1 लाख 55 हजार 942 पंजीकृत किसानों को 22 नवम्बर तक 248 करोड़ 30 लाख रूपये का भुगतान कर दिया जाएगा। यह भुगतान सीधे उनके खाते में किया जाएगा। किसानों को बैंक तथा भुगतान के संबंध में 2 एस.एम.एस प्रेषित किये जा रहे हैं। जिसके द्वारा बेची गई सामग्री तथा भुगतान योग्य राशि की जानकारी किसानों को दी जाएगी। यह जानकारी आज प्रमुख सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा और म.प्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री फैज अहमद किदवई ने दी। डॉ. राजौरा ने बताया कि योजना में 1 लाख 55 हजार से अधिक किसानों का डाटाबेस तैयार हो चुका है। इससे मंडियो में आने वाली उपज की मात्रा में वृद्वि होगी और किसानों को फसल का बेहतर मूल्य मिलेगा। उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश में सोयाबीन का बेहतर भाव मिल रहा है। योजना क्रियान्वयन के बारे में उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उडीसा सहित 12 राज्यों ने जानकारी ली है। योजना क्रियान्वयन के पहले तथा क्रियान्वयन के बाद की दरों की तुलना से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि भावांतर भुगतान योजना से बाजार में स्थायित्व आया है और किसानों को लाभ हुआ है। किसानों में योजना के लिए उत्सुकता है। श्री राजौरा ने बताया कि 16 से 30 अक्टूबर 2017 के मध्य समर्थन मूल्य और मॉडल विक्रय दर के अंतर की राशि सोयाबीन में 470 रूपये प्रति क्विंटल, मक्का में 235 रूपये प्रति क्विंटल, मूंग में 1455 रूपये प्रति क्विंटल, मूंगफली में 730 रूपये प्रति क्विंटल और उड़द में 2400 रूपये प्रति क्विंटल रही। योजना के अंतर्गत अधिसूचित मंडियों में सोयाबीन की मात्रा 4 लाख 44 हजार 260 मीट्रिक टन, मक्का 38 हजार 361 मीट्रिक टन, उड़द 26 हजार 210 मीट्रिक टन, मूंगफली 652.48 मीट्रिक टन और 134.47 मीट्रिक टन मूंग की आवक हुई है। किसानों की सुविधा के लिए अनुसूचित जनजाति बहुल जिलों में सुविधाजनक स्थानों पर मंडी सुविधा उपलब्ध करवायी गई है। कई जिलों में उपमंडियाँ भी संचालित की जा रही हैं। किसानो को मंडियों तथा फसल के भावों की जानकारी देने के लिए आकाशवाणी सहित अन्य प्रचार माध्यमों का सहयोग भी लिया जा रहा है। योजना में विभिन्न फसलों पर देय राशि की गणना की प्रक्रिया और जानकारी देने के लिए किसानों को विभाग की ओर से पेम्फलेट भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। कृषकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए कंट्रोल रूम भी लगातार सक्रिय है।
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मध्यप्रदेश शासन द्वारा भावांतर भुगतान योजना में पंजीकृत किसानों के खातों में भावांतर राशि जमा करवाने की प्रक्रिया निर्धारित कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि योजना में खरीफ-2017 में सोयाबीन, मूंगफली, उड़द, मूंग, मक्का में पंजीकृत किसानों द्वारा उत्पादित एवं मंडी प्रांगण में 16 से 30 अक्टूबर तक बेची गई उपज की पात्रता अनुसार भावांतर की राशि किसानों के खातों में जमा कराई जायेगी। योजना के पोर्टल पर राजस्व एवं कृषि उपज मंडी समिति द्वारा भरे गए डाटा के आधार पर निर्धारित विक्रय अवधि के मॉडल विक्रय दरों की गणना कर पोर्टल पर दर्ज पंजीकृत किसानों को भावांतर की कुल राशि किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड के खातों में राशि जमा कराई जायेगी। इस राशि को पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के क्रम में गणना अनुसार जिला-स्तर की कृषि उपज मंडी समितियो को भुगतान के लिये प्रदाय किया जायेगा। जिला-स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति योजना के अंतर्गत 16 से 30 अक्टूबर 2017 की अवधि के लिये औसत मॉडल (Wholesale) रेट घोषित किये गये हैं। इन औसत मॉडल दर के आधार पर योजना के प्रावधानों अनुसार भावांतर की गणना तथा भुगतान किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिये जिला-स्तर पर जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति के अन्य सदस्यों में उप जिलाध्यक्ष स्तर का कलेक्टर द्वारा नामांकित अधिकारी, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, म.प्र. राज्य सहकारी विपणन संघ के जिला विपणन अधिकारी, म.प्र. राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक, राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के जिला सूचना अधिकारी, लीड बैंक अधिकारी को सदस्य और जिला मुख्यालय की मंडी के सचिव को समिति का सचिव बनाया गया है। इस समिति द्वारा पोर्टल पर दर्ज जानकारी का सात दिवस में सत्यापन कराया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। सत्यापन की प्रक्रिया में यह ध्यान रखा जायेगा कि पोर्टल पर प्रत्येक पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों द्वारा प्रेषित राजस्व संबंधी जानकारी यथा- क्षेत्रफल, जिसमें अधिसूचित फसल की बोनी की गई है, का सत्यापन राजस्व अमले द्वारा कर लिया गया है। योजना के पोर्टल पर दर्ज किसानों द्वारा पंजीकृत बैंक खाते का क्रमांक एवं आईएफएस (IFS) कोड सही है। पंजीकृत एवं लाभान्वित होने वाले किसानों द्वारा नियत विक्रय अवधि में अधिसूचित फसल की कृषि उपज मंडी के भुगतान पत्रक अनुसार बिक्री की मात्रा एवं किसान के विक्रय दर की जानकारी का पोर्टल पर सही इन्द्राज किया गया है। समिति जिले में योजना अंतर्गत कृषि उपज विक्रय संख्या के दस प्रतशत संव्यवहार का रेण्डम तौर पर विश्लेषण करेगी। इस विश्लेषण का कृषक की अनुबंध पर्ची, तौल पर्ची, भुगतान पर्ची से मिलान किया जायेगा। यह भी देखा जायेगा कि नियत विक्रय अवधि में किसी भी पंजीकृत किसान द्वारा अधिसूचित फसल की बिक्री अधिसूचित मंडी में किये जाने पर मण्डी अभिलेखों के अनुसार किसी भी पात्र किसान की जानकारी पोर्टल पर दर्ज करने से नहीं छूटी है। कृषि जलवायु क्षेत्र अंतर्गत योजना के लिये फसलवार, जिलेवार औसत उत्पादकता की पोर्टल पर सही जानकारी दर्ज कर संबंधित जिले की उत्पादकता की निश्चित सीमा तक विक्रय की गई फसल पर भावांतर की राशि की गणना की गई है। तय की गई प्रक्रिया के अनुसार पंजीकृत किसान द्वारा योजना में चयनित फसल को निर्धारित पात्रता से अधिक मात्रा में एक से अधिक सौदों में बेचा गया है, तो उसके सौदों के परस्पर विक्रय दर में से न्यूनतम दरों के सौदों के आधार पर पात्रता की नियत सीमा तक की मात्रा को मान्य कर भावांतर की राशि की गणना की जायेगी। पंजीकृत कृषक का खेत जिस जिले में स्थित है उसके द्वारा यदि अन्य जिले की मंडी में चयनित कृषि उपज का विक्रय किया गया है, तो जिस जिले में पंजीकरण किया गया है उस जिले से भावांतर की राशि का भुगतान किया जायेगा। जिला मुख्यालय की कृषि उपज मंडी समिति द्वारा भावांतर भुगतान योजना में भुगतान के लिये प्राप्त फण्ड को रखने हेतु राष्ट्रीयकृत बैंक में अलग खाता खोला जायेगा। इस खाते से किसानों के खाते में सीधे डिजिटल भुगतान किया जायेगा। जिला कलेक्टर इन सब तथ्यों की पुष्टि के लिये राजस्व और कृषि विभाग तथा कृषि उपज मंडी समिति के अमले का उपयोग कर सकेंगे। राष्ट्रीय सूचना केन्द्र द्वारा भावांतर भुगतान योजना के पोर्टल पर गणना के संबंध में पात्र एवं लाभान्वित हितग्राहियों को भुगतान किये जाने के संबंध में विशेष पासवर्ड तैयार कर प्रत्येक जिले की समिति में कलेक्टर जिला कार्यालय को उपलब्ध करवाया जाये। यह समिति उपरोक्तानुसार पुष्टि के बाद पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों की पोर्टल पर जानकारी की त्रुटि में सुधार किये जाने के लिये जिला कलेक्टर से अनुमति प्राप्त करने के बाद ही त्रुटि-सुधार करने के लिये सक्षम होंगी। पुष्टि एवं सत्यापन के बाद 20 नवम्बर तक सभी पंजीकृत एवं पात्र लाभान्वित किसानों के बैंक खातों में नियत भावांतर की कुल भुगतान राशि उनके द्वारा पंजीयन के समय पंजीयन कराये गये बैंक खाते में जमा करवाई जायेगी। राष्ट्रीय सूचना केन्द्र के माध्यम से भुगतान के समय पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों को उनके बैंक खाते में कुल भुगतान की गई राशि की जानकारी पंजीयन के समय उपलब्ध करवाये गये मोबाइल फोन पर एसएमएस द्वारा प्रदाय किये जाने की व्यवस्था जिला कलेक्टर द्वारा 20 नवम्बर के पहले सुनिश्चित की जायेगी। जिला स्तर की कृषि उपज मंडी समिति के कार्यालय द्वारा जिलों में पंजीकृत एवं लाभान्वित हितग्राहियों को भुगतान किये जाने के बाद पोर्टल पर जिले के पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों की सम्पूर्ण जानकारी हार्ड कॉपी में सुरक्षित रखी जायेगी। इसकी एक प्रति जिला कलेक्टर कार्यालय को समिति के सदस्यों के हस्ताक्षर सहित उपलब्ध करवाई जायेगी और एक प्रति मंडी बोर्ड को भेजी जायेगी। राष्ट्रीय सूचना केन्द्र द्वारा यह सुनिश्चित किया जायेगा कि पोर्टल पर जिला-स्तर पर जिन पंजीकृत एवं लाभान्वित किसानों को भुगतान की प्रक्रिया पूरी हो गयी है उनके पोर्टल पर दर्ज समस्त रिकार्ड फ्रीज किये जायें। पंजीकृत कृषक द्वारा भावांतर भुगतान की राशि उसके खाते में जमा होने के 15 दिवस में किसी प्रकार की त्रुटि के लिये जिला कलेक्टर को अभ्यावेदन प्रस्तुत किया जा सकेगा। जिला कलेक्टर स्तर पर अभ्यावेदन के प्राप्ति दिनांक से 10 दिवस में निराकरण कर अभ्यावेदक को संसूचित किया जायेगा। ऐसे समस्त पंजीकृत एवं लाभान्वित किसान जिनको 2,000 रुपये से अधिक की राशि जारी की गई है उनके प्रमाण-पत्र तैयार कर सार्वजनिक कार्यक्रम में वितरित किये जायेंगे ताकि योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। भुगतान की प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर विवाद की स्थिति में योजना के प्रावधानों के अनुरूप एवं समय-समय पर जारी परिपत्रों की परिधि में रहते हुए भुगतान के संबंध में निर्णय लिये जाने के अधिकार जिला कलेक्टर को दिये गये हैं।
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मध्यप्रदेश में भावांतर भुगतान योजना में पंजीकृत किसानों को खरीफ-2017 के लिये चिन्हित 8 जिन्सों को बेचने के लिये अगर खेत से 15 किलोमीटर या इससे अधिक दूरी पर स्थित कृषि उपज मण्डी/उप मण्डी तक फसल ले जाना पड़ेगा तो उसे प्रति किलोमीटर के आधार पर परिवहन व्यय मिलेगा। किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा आज इस आशय के विस्तृत निर्देश जारी कर दिये गये हैं। परिवहन दर का निर्धारण जिला कलेक्टर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी तथा जिला स्तर की मण्डी के सचिव की समिति करेगी। परिवहन व्यय की राशि का भुगतान मण्डी निधि से किया जायेगा। परिवहन व्यय के लिये चयनित जिन्सों में सोयाबीन, मक्का, तिल, रामतिल, मूंगफली, मूंग, उड़द और तुअर शामिल हैं। परिवहन व्यय भुगतान की शर्तें और प्रावधान भी तय कर दिये गये हैं। शर्तों और प्रावधानों में प्रदेश के अधिसूचित आदिवासी क्षेत्र के जिलों में जिला प्रशासन एग्रीकेटर के तौर पर ट्रेक्टर-ट्राली/वाहन को अधिकृत करेंगे। अधिसूचित आदिवासी जिलों की सूची सभी संबंधितों को भेजी गई है। गैर आदिवासी क्षेत्रों के जिलों में कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा खुलवाये गये कस्टम हायरिंग सेन्टर के उपलब्ध ट्रेक्टर-ट्राली/वाहन से परिवहन का भुगतान किया जायेगा। कस्टम हायरिंग सेंटर की जिलेवार जानकारी कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय की वेबसाइट www.mpdag.org पर उपलब्ध है। परिवहन की गई फसल के मण्डी के दस्तावेजों के आधार पर विक्रय का सत्यापन करने के बाद संबंधित जिला कलेक्टर की समिति द्वारा निर्धारित की गई प्रति किलोमीटर परिवहन दर से निकटतम मंडी प्रांगण की दूरी का जहाँ फसल बेची गई है, परिवहनकर्ता को व्यय का भुगतान किया जायेगा। योजना की शर्तों में जिले की अन्य निकटवर्ती मण्डी में विक्रय किये जाने पर जिले की समिति द्वारा तय दर पर भुगतान किया जायेगा। एक बार में एक से अधिक किसानों के उत्पाद का एक ट्रेक्टर-ट्राली में सम्मिलित रूप से परिवहन किये जाने की स्थिति में परिवहनकर्ता को अधिसूचित क्षेत्र और गैर-धिसूचित क्षेत्र के जिलों के लिये लागू शर्तों के तहत परिवहन व्यय का भुगतान होगा। परिवहन व्यय का भुगतान मण्डी समिति द्वारा परिवहनकर्ता के खाते में डिजिटल पेमेंट के माध्यम से जमा कराया जायेगा।दो नवंबर तक प्रदेश के एक लाख 12 हजार से अधिक किसानों ने अपनी 32 लाख क्विंटल उपज का विक्रय अधिसूचित मंडियों में किया है। मुख्य सचिव ने ली बैठक भावांतर भुगतान योजना अंतर्गत राज्य शासन द्वारा 25 जिलों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की डयूटी लगाई गई है। ये अधिकारी उक्त जिलों का भ्रमण कर वहाँ की मंडियों की व्यवस्था तथा योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे। ये अधिकारी समीक्षा में पाई गई कमियों को जिला प्रशासन के माध्यम से दूर करवायेंगे। संबंधित अधिकारियों की बैठक मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह द्वारा आज ली गई। बैठक में नामांकित अधिकारियों को योजना के बारे में और निरीक्षण प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी गई।
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मंत्रि-परिषद के निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में जीएसटी व्यवस्था लागू होने के बाद उद्योग संवर्द्धन नीति 2014 में संशोधन की मंजूरी दी गई। प्रदेश में वृहद निवेश प्रस्तावों को आकर्षित करने के लिए कर आधारित सुविधाओं के स्थान पर पूँजी निवेश, रोजगार सृजन एवं निर्यात संवर्द्धन को आधार बनाकर लागत पूँजी अनुदान की योजना 'निवेश प्रोत्साहन सहायता' के नाम से लाई गई है। इस सुविधा अंतर्गत 10 से 40 प्रतिशत तक लागत पूँजी अनुदान दिया जायेगा, जो छोटे निवेशकों को अधिकतम 40 प्रतिशत होगा। जबकि बड़े निवेशकों को 10 प्रतिशत के स्लेब में रखा गया है। वृहद रोजगार सृजन करने वाले एवं निर्यातोन्मुखी उद्योगों को निवेश प्रोत्साहन सहायता अंतर्गत अतिरिक्त सुविधा दी जायेगी। लोक निर्माण विभाग के 4633 अस्थाई पद स्थायी मंत्रि-परिषद ने लोक निर्माण विभाग के 4633 अस्थाई पदों को विभाग की आवश्यकता और निरंतरता को देखते हुए स्थायी करने का निर्णय लिया है। मंत्रि-परिषद ने कुण्डालिया वृहद सिंचाई परियोजना के विस्थापितों को विशेष पुर्नवास पैकेज का लाभ देने का निर्णय लिया। परियोजना राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील में निर्माणाधीन है। इस विशेष पैकेज से 81 करोड 9 लाख का अतिरिक्त लाभ 5994 विस्थापित परिवारों को प्राप्त होगा। राज्य विधि आयोग का पुनर्गठन मंत्रि-परिषद ने राज्य विधि आयोग को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया। राज्य में विधि आयोग का पुनर्गठन कर उसके सुचारु संचालन के लिए 30 पद के सृजन की मंजूरी दी गई। मंत्रि-परिषद ने राज्य आनंद संस्थान की पद संरचना तथा कार्यपालन समिति की संरचना में परिवर्तन तथा संशोधन की मंजूरी दी। संस्थान के लिए अतिरिक्त 8 पद के सृजन की अनुमति दी गई। संस्थान की सामान्य सभा को कार्यपालन समिति की संरचना में बदलाव का अधिकार भी दिया गया। संस्था की उपविधियों में सभी आवश्यक संशोधन करने के लिए आवश्यक अधिकार सामान्य सभा को देने का निर्णय भी किया गया। मंत्रि-परिषद ने महाप्रबंधक परियोजना एनटीपीसी लिमिटेड खरगोन का प्रस्ताव 2x660 मेगावाट की विद्युत परियोजना के लिए रेलवे पथ निर्माण के लिए तहसील सनावद जिला खरगोन के 21 ग्रामों की कुल 23.180 हेक्टेयर शासकीय भूमि वर्ष 2017-18 की कलेक्टर गाइड लाइन अनुसार प्रीमियम तथा उस पर 7.5 प्रतिशत भू -भाटक लेकर आवंटित करने का निर्णय लिया। मंत्रि-परिषद ने उच्च शिक्षा विभाग की प्रचलित योजना 'पुरस्कार एवं प्रोत्साहन योजना' को तीन वर्ष में अनुमानित व्यय भार 875 लाख की स्वीकृति एवं योजना को निरंतर रखने की सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। मंत्रि-परिषद ने विमुक्त, घुमक्कड़ एव अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति के उत्थान के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज सेवक को पुरस्कार योजना नियम 2014 का नामकरण 'संत श्री सेवालाल महाराज' करने की मंजूरी दी।
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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी संघ में महिलाओं पर टिप्पणी कर विवादों में फंस गए हैं। उन्होंने मंगलवार को अपने विवादित बयान में कहा था कि क्या कभी आरएसएस शाखा में महिलाओं को शॉर्ट्स में देखा है? इस पर बुधवार को गुजरात के राजकोट में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के नेतृत्व में भाजपा महिला कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके हाथों में राहुल गांधी का एक पुतला था, जिसको साड़ी पहनाया गया था। राहुल गांधी मंगलवार को वड़ोदरा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों से संवाद कर रहे थे। एक छात्रा के सवाल पर उन्होंने वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि संघ और भाजपा की सोच ही ऐसी है कि महिला चुप रहे तब तक ठीक है। बोले तो चुप करा दो। वहीं इस दौरान ही राहुल गांधी ने पूछा, आपने कभी संघ की शाखा में महिलाओं को शॉर्ट्स में देखा है, मैंने तो नहीं देखा। राहुल गांधी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, संघ की नजर में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं है। संघ में एक भी महिला सदस्य नहीं हैं। इसी के साथ डभोई में आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं से चर्चा करते हुए राहुल ने कहा, कांग्रेस शासित राज्य पंजाब व पुडुचेरी में आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलाओं को गुजरात से अधिक वेतन दिया जाता है। संघ पर राहुल गांधी की टिप्पणी के जवाब में गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने कहा कि कांग्रेस का स्वभाव ही ऐसा है। राहुल महिलाओं के कपड़ों पर ही नजर रखते हैं। आनंदीबेन ने राहुल से अपने शब्द वापस लेकर गुजरात की महिलाओं से माफी मांगने को भी कहा। उन्होंने कहा कि गुजरात कि महिलाएं संस्कारी व लघु उद्यम करने वाली हैं, स्वाभिमान से जीती हैं। राहुल ने ऐसी टिप्पणी कर उनका अपमान किया है। राहुल माफी नहीं मांगेंगे तो महिलाएं एकजुट होंगी और कांग्रेस बची-खुची सीटें भी खो देगी।
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मुख्यमंत्री चौहान ने दी सबको शुभकामनाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आज निवास पर दशहरा की पूजा अर्चना की। श्री चौहान एवं उनकी धर्म पत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान ने वाहनों की पूजा की। उन्होंने सभी को विजयादशमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री चौहान ने कहा कि यह पर्व आसुरी शक्तियों का विनाश करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने प्रदेश की समृद्धि और नागरिकों की खुशहाली की मंगल कामना की। इस अवसर पर समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं सुरक्षा कर्मी उपस्थित थे। म.प्र. को भ्रष्टाचार मुक्त, गरीबी मुक्त, गंदगी मुक्त प्रदेश बनाने का आव्हान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी नागरिक बंधुओं और श्रद्धालुओं को विजयादशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि विजयादशमी समृद्धशाली भारतीय संस्कृति का प्रतीक पर्व है। जनमानस के आराध्य भगवान श्रीराम ने अहंकार के प्रतीक रावण का वध कर लंका विजय की थी। यह अपने अंदर की बुराईयों का दहन करने का अवसर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विजयादशमी के पावन अवसर पर मध्यप्रदेश को गंदगी मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, आतंकवाद मुक्त और गरीबी मुक्त प्रदेश बनाने का आव्हान किया है। श्री चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश का कायाकल्प शक्तिशाली, समृद्धशाली और पूर्ण रूप से विकसित प्रदेश के रूप में हो रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश विकास के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ता रहे, नागरिकों का जीवन समृद्धि और खुशहाली से भरपूर रहे, यही ईश्वर से प्रार्थना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी को दीपोत्सव की भी अग्रिम बधाईयाँ दी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने आज विदिशा में आयोजित नदी अभियान कार्यक्रम में कहा कि नदियां मानव जीवन का आधार हैं। इसलिये नदियों को बचाने के लिए आमजनों को भी साथ आना होगा। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को हम प्रचुर मात्रा में जल और अच्छा पर्यावरण विरासत में दें, इसके लिए सदगुरू श्री जग्गी वासुदेव के अभियान में सबको बढ़-चढ़कर भाग लेना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदिशावासियों से अपील की कि नर्मदा सेवा यात्रा की तर्ज पर बेतवा को बचाने के लिए सेवा यात्रा जरूर निकालें। बेतवा बरसाती नदी बनकर ना रह जाए। इसके लिए नदी के दोनो तरफ एक-एक किलोमीटर तक फलदार पौधे लगाए जाएंगे। श्री चौहान ने कहा कि निजी भूमिधारक कृषक भी इस काम में अपनी सहभागिता निभाएं। किसानों द्वारा अपनी निजी भूमि पर पौधे लगाने के लिये उन्हें पचास प्रतिशत अनुदान पर शासन पौधे मुहैया कराएगा और शुरू के तीन वर्षो तक संबंधित किसानों को राज्य सरकार द्वारा मुआवजा राशि भी दी जाएगी। नदी अभियान के संवाहक सदगुरू श्री जग्गी वासुदेव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने नदी अभियान को धरातल पर अवतरित करने के कार्यो में सबसे ज्यादा मदद की है। उन्होंने पौधो पर अनुदान देने की घोषणा को मील का पत्थर बताते हुए आग्रह किया कि अधिक से अधिक पौधे रोपे जाएं और उन्हें जीवित रखा जाए। फलदार पौधे लगाने एवं औषधीय खेती करने से जहां किसानों को अधिक मुनाफा होगा, वही पर्यावरण बेहतर बनेगा और नदियों में जल की प्रचुर मात्रा बनी रहेगी। सदगुरू ने लोगों से नदी अभियान से जुड़ने की अपील की। सदगुरू श्री जग्गी वासुदेव और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री बाढ वाले गणेश मंदिर के समीप बने बेतवा नदी के तट पर पहुंचकर नदी की पूजा-अर्चना की। सदगुरू ने बेतवा नदी के साथ सेल्फी ली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान ने सदगुरू श्री जग्गी वासुदेव को स्मृति चिन्ह के रूप में सांची का स्तूप भेंट किया। श्री बाढ वाले गणेश मंदिर प्रागंण में हुए नदी अभियान कार्यक्रम में राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा, विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर, नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी समेत जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदगुरू श्री जग्गी वासुदेव की नदी अभियान रैली के भोपाल पहुंचने पर आज यहां बैरागढ में सीहोर नाके के पास यात्रा का स्वागत किया। सदगुरू स्वयं रैली का नेतृत्व कर रह थे। सदगुरू रैली फार रिवर में स्वयं गाड़ी चलाते हुए बैरागढ से मुख्यमंत्री निवास तक आये। मुख्यमंत्री श्री चौहान और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान सदगुरू के साथ रैली में शामिल हुए। मुख्यमंत्री निवास पर श्री चौहान ने सदगुरू का स्वागत किया। सदगुरू के आग्रह पर श्री चौहान ने उन्हें गौशाला का भ्रमण कराया। सदगुरू ने मुख्यमंत्री की इस पहल की सराहना की। श्रीमती साधना सिंह चौहान ने गौशाला प्रबंधन के बारे में जानकारी दी और स्थापना का इतिहास बताया।
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भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा ने सरकार से अल्पवर्षा के कारण उत्पन्न् स्थिति से निपटने के लिए तत्काल किसानों को राहत देने की मांग की है। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने प्रदेश के सूखाग्रस्त जिलों में किसानों के हालात पर चिंता व्यक्त की और कहा कि मोर्चा किसानों को तत्काल राहत दिए जाने के लिए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला और तहसील मुख्यालयों पर अधिकारियों को सौंपेगा। रावत ने कहा कि 19 सितंबर को वे स्वयं भोपाल जिला किसान मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौपेंगे। किसान मोर्चा ने बर्बाद फसलों का सर्वेक्षण कराने, वसूली स्थगित करने, रोजगार मुहैया कराने और किसानों को जरूरी सहायता दिए जाने की मांग की है। रावत ने चर्चा में बताया कि किसानों ने खरीफ की फसल बोई थी, लेकिन समय पर बारिश न होने के कारण किसान का निवेश व्यर्थ चला गया है। वर्षाकाल का समय लगभग बीत चुका है। अल्पवर्षा के कारण किसानों के सामने कृषि को लेकर भीषण संकट उत्पन्ना हो गया है, इसलिए किसान को तत्काल राहत देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों चित्रकूट में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में सूखे के हालात पर चर्चा करते हुए कहा था कि किसानों को संकट की घड़ी में हर संभव मदद की जाएगी।
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"स्वच्छता ही सेवा'' अभियान समारोह में मुख्यमंत्री चौहान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में 'स्वच्छता ही सेवा'' अभियान के उपलक्ष्य में ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित समारोह में कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2016 में इंदौर प्रथम स्थान पर आया है। इसके लिये इंदौर की जनता बधाई की पात्र है। मध्यप्रदेश शासन के लिये भी यह गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छता में नंबर वन आना आसान नहीं है। इसलिये नम्बर वन बने रहने के सतत प्रयास किये जायें। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम आये हैं। वर्ष 2019 तक मध्यप्रदेश के सभी ग्रामों और शहरों को खुले में शौच से मुक्त करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक आंदोलन है। जनता की सोच में बदलाव लाकर जनता के सहयोग से ही यह आंदोलन सफल हो सकता है। श्री चौहान ने इंदौर शहर में स्वच्छता अभियान की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2016 में देश के 100 चयनित शहरों में से 22 शहर मध्यप्रदेश के हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय बन जाने से ही काम नहीं चलेगा, उसका उपयोग करना भी जरूरी है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में प्लास्टिक की समस्या पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि प्लास्टिक से सर्वाधिक कचरा फैलता है और प्लास्टिक जल्दी नष्ट भी नहीं होता है। इसलिए प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि इंदौर मध्यप्रदेश के विकास का इंजन है। उद्योग, व्यापार और साफ-सफाई सहित हर क्षेत्र में इंदौर नंबर वन रहा है। इंदौर में नरसीमुंजी, टीसीएस और इंफोसिस जैसी प्रतिष्ठित संस्थाएं आ गई हैं और अपना व्यापार-व्यवसाय फैला रही हैं। इस अवसर पर महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने कहा कि इंदौर स्वच्छता सर्वेक्षण के सभी बिन्दुओं पर खरा उतरा है। नवंबर 2016 से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन से इंदौर में साफ-सफाई विशेष रूप से परिलक्षित हुई है। इस अभियान में विद्यार्थियों, शिक्षकों, व्यापारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, समाजसेवी संगठनों आदि का भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि इंदौर में गीले और सूखे कचरे का अलग-अलग कलेक्शन किया जा रहा है। गीले कचरे से जैविक खाद बनाई जा रही है। औसतन रोज 50 टन कचरा इकट्ठा हो रहा है। गीले कचरे से आने वाले समय में जैविक खाद के अलावा मिथेन गैस भी इकट्ठा की जाएगी, जिससे नगरीय सेवा की बसें चलेंगी और बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इसके अलावा परमाणु तकनीकी से स्लज कचरे से खाद बनाई जाएगी। पिछले डेढ़ वर्ष में विशेष साफ-सफाई अभियान से वायु प्रदूषण 50 प्रतिशत तक घट गया है। खान और सरस्वती नदी की सफाई का अभियान जारी है। खान नदी में गिरने वाले गंदे नालों की टेपिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर स्वच्छता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये समाजसेवियों, व्यापारी संगठनों और सरपंचों को सम्मानित किया गया। समारोह में हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष श्री कृष्णमुरारी मोघे, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता पाटीदार, विधायकगण सर्वश्री महेन्द्र हार्डिया, राजेश सोनकर, सुदर्शन गुप्ता, सुश्री उषा ठाकुर तथा अपर मुख्य सचिव श्री राधेश्याम जुलानिया, गणमान्य नागरिक, समाजसेवी और सरपंच सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज रायसेन जिले के ग्राम रतनपुर में 'स्वच्छता ही सेवा'' अभियान के तहत प्रदेश भर में चलाये जा रहे शौचालय के लिए गढ्ढा खोदने के अभियान में शामिल हुए। उन्होंने साँची-रायसेन मार्ग पर ग्राम रतनपुर में ट्विन-पिट खोदने की शुरूआत की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गाँवों को स्वच्छ रखने के लिये 'स्वच्छता ही सेवा'' अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान पूरे प्रदेश में आज ही दो लाख गड्डे खोदने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आगामी 19 नवम्बर तक पूरे रायसेन जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म-दिवस के अवसर पर स्वच्छता को प्राथमिकता देने वाले कार्य शुरू किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छता अभियान अब सीधे आमजन से जुड़ा अभियान बन गया है। मध्यप्रदेश की जनता भी इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग ले रही है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जिन क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान के अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं, उनमें अभियान के तहत 2 अक्टूबर गाँधी जयंती तक विशेष प्रयास किये जाएंगे। श्री चौहान ने कहा कि खुले मे शौच जाना बीमारियों को बढ़ावा देना है। जहाँ स्वच्छता है, वहीं स्वस्थ जीवन है। उन्होंने प्रदेश के शौचालयविहीन घरों में रहने वाले परिवारों से शौचालय बनवाने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेशवासी खुले में शौच नहीं जाने का संकल्प लें। तभी स्वस्थ्य एवं स्वच्छ भारत का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर स्वच्छता रथ को हरी झण्डी दिखाकर गाँव-गाँव, घर-घर जाने के लिये रवाना किया। जिले के प्रभारी मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा, साँची जनपद अध्यक्ष श्री एस. मुनियन, नगर पालिका अध्यक्ष श्री जमना सेन, अपर मुख्य सचिव श्री आर.एस. जुलानिया सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हिन्दी अत्यंत समृद्ध भाषा है। इसके प्रति संकीर्णता ठीक नहीं है। हिन्दी छोड़कर अंग्रेजी बोलना मानसिक गुलामी है। उन्होंने कहा कि हिन्दी बोलने, लिखने और पढ़ने में गर्व होना चाहिए। हिन्दी का मान-सम्मान बढ़ाने के लिये समाज को भी आगे आना होगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज यहां समन्वय भवन में हिन्दी दिवस पर अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित हिन्दी दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों को हिन्दी विभाग स्थापित करने के लिये निर्देशित किया जाएगा। प्रत्येक दो वर्ष में राज्य-स्तरीय हिन्दी सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा करते हुये उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर 16-17 में राज्य-स्तरीय हिन्दी सम्मलेन आयोजित किया जाएगा। इसमें हिन्दी को समृद्ध बनाने वाले विद्वानों, व्यक्तिओं और संस्थाओं को आमंत्रित किया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि स्वर्गीय श्री दुष्यंत कुमार त्यागी हिन्दी गजल के जनक थे। उनकी स्मृति में बने दुष्यंत कुमार संग्रहालय का निर्माण राज्य सरकार करेगी। हिन्दी की शक्ति बताने चलायें अभियान श्री चौहान ने कहा कि बाजारों में दुकानों पर नाम और सूचना पट्टिकाएं हिन्दी में लगाना अनिवार्य करने के लिये वैधानिक उपाय किये जाएंगे। हिन्दी की शक्ति, सामर्थ्य और क्षमता से समाज की नई पीढ़ी को अवगत कराने के लिये समाज के सहयोग से निरंतर अभियान चलाना पढ़ेगा। हिन्दी के उपयोग से मिली सराहना श्री चौहान ने अपनी विदेश यात्राओं का स्मरण करते हुये बताया की उन्होंने हर जगह हिन्दी में ही भाषण दिया और संवाद किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रभाषा का उपयोग करने से उनकी प्रतिष्ठा भी बढ़ी और सराहना भी मिली। उन्होने श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में दिये भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि हिन्दी निरंतर आगे बढ़ रही है, लेकिन इसकी गरिमा कायम रखने के लिये हमेशा सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी भाषा का विरोध नहीं करती, लेकिन हिन्दी की कीमत पर अंग्रेजी का उपयोग ठीक नहीं है। श्री चौहान ने हिन्दी के पाठ्यक्रमों को और ज्यादा समृद्ध बनाने की आवश्यकता बताई। अच्छी कविताएं, अच्छे गद्य और पद्य को सम्हाल कर रखने और प्रस्तुत करने पर जोर देते हुए कहा कि हिन्दी की स्वीकार्यता को बढ़ाने की आवश्यकता है। श्री चौहान ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों को हिन्दी दिवस मनाने के लिये एकत्र होना चाहिए। अगले साल से हिन्दी दिवस का आयोजन भव्य होगा और इसमें सभी विश्वविद्यालय शामिल होंगे। इन्हें मिला सम्मान मुख्यमंत्री ने साहित्यकारों एवं लेखकों को राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान, राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान एवं हिन्दी भाषा सम्मानों से विभूषित किया। राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान से श्रीमती मालती जोशी, डॉ. विश्वनाथ तिवारी एवं श्री कमल किशोर गोयनका को विभूषित किया गया। राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान से श्री गोपाल चतुर्वेदी, डॉ. सूर्यबाला लाल, श्री प्रेम जनमेजय और श्री नर्मदा प्रसाद उपाध्याय को सम्मानित किया गया। सम्मान के रूप में दो-दो लाख रूपये की राशि, सम्मान पट्टिका, शॉल-श्रीफल प्रदान किया गया। सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान से माइक्रोसॉफ्ट इण्डिया, निर्मल वर्मा सम्मान से श्री तेजेन्द्र शर्मा, फादर कामिल बुल्के सम्मान से डॉ. हेमराज सुंदर, गुणाकर मुले सम्मान से श्री हरिमोहन और हिन्दी सेवा सम्मान से प्रो. ओकेन लेगो को सम्मानित किया गया। इस सम्मान में एक-एक लाख रुपये की राशि, सम्मान पट्टिका और शॉल-श्रीफल प्रदान किये गये। अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज ने स्वागत भाषण दिया। कुलसचिव डॉ. एस.के. पारे ने विद्वान अतिथियों का स्वागत किया। भोपाल के सांसद श्री आलोक संजर, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव और बड़ी संख्या में हिन्दी प्रेमी गुणीजन उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अशोकनगर जिले के चंदेरी में स्थानीय कार्यक्रम में शिरकत करने के साथ आम लोगों से मिले और उनकी समस्याएँ जानी। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश दिये। श्री चौहान ने जन-प्रतिनिधियों और नागरिकों से उनकी माँगों और सुझावों पर भी चर्चा की। इस दौरान ग्वालियर संभाग के प्रशासनिक अधिकारियों ने हेलीपेड पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
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स्वास्थ्य विभाग और नगर-निगम ने बनायी कार्य-योजना डेंगू के नियंत्रण और प्रभावी रोकथाम के लिये स्वास्थ्य विभाग ने भोपाल नगर निगम के सहयोग से कार्य-योजना बनाई है। दोनों ने संयुक्त रूप से 19 टीम बनाई हैं, जो वार्डों में जाकर पार्षदों के समन्वय से लार्वा सर्वे और विनिष्टिकरण का काम करेंगी। जिन घरों में लगातार मच्छर का लार्वा पाया जायेगा, उन भवन स्वामियों पर 500 रुपये का जुर्माना होगा। यह जानकारी आज स्वास्थ्य विभाग की दैनिक समीक्षा में दी गई। डेंगू, चिकनगुनिया और मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिये भोपाल के फायर ब्रिगेड फतेहगढ़ में अतिरिक्त कंट्रोल-रूम स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष क्रमांक 0755-2542222 है। लोगों से अपील की गई है कि लार्वा या डेंगू का मरीज मिलने पर कंट्रोल-रूम में तुरंत सूचना दें। इससे समय रहते कार्यवाही की जा सकेगी। डेंगू नियंत्रण के लिये भोपाल में 10 नये माउंटेड फॉगिंग मशीन वाहनों द्वारा फॉगिंग की जायेगी। जमा पानी स्रोतों पर टीमोफॉस का छिड़काव होगा। डेंगू से बचने के लिये घरों में साफ पानी से भरे बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें। पानी भरने से पूर्व बर्तन अच्छी तरह साफ कर लें। कूलर में लगी हुई पुरानी खस को निकाल कर जला दें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। शरीर ढँकने वाले कपड़े पहने। प्रदेश में एक जुलाई से अब तक स्वाइन फ्लू के 329 मरीज मिल चुके हैं। इनमें सर्वाधिक भोपाल के 60 मरीज हैं। जबलपुर जिले में 48, इंदौर में 25, उज्जैन में 20, ग्वालियर में 14, दमोह में 12 और सतना जिले में 10 प्रकरण शामिल हैं। वर्तमान में शासकीय अस्पताल में 56 और निजी अस्पताल में 53 एच-1 एन-1 मरीज उपचाररत हैं। शासन द्वारा सभी जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू चिकित्सा के लिये पर्याप्त इंतजाम करने के साथ प्रदेश के 66 निजी अस्पतालों को भी इलाज के लिये चिन्हित किया गया है। लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि वे स्वाइन फ्लू के लक्षणों के प्रति सतर्क रहें। सर्दी, जुकाम, खाँसी, बुखार, तेज सिर दर्द, श्वांस लेने में परेशानी हो, तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। सार्वजनिक स्थलों से लौटने के बाद साबुन से हाथ धोएँ। चेहरे का स्पर्श न करें। नमस्ते से अभिवादन करें, हाथ न मिलायें। एच-1 एन-1 पीड़ित व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाये रखें और मास्क का प्रयोग करें।
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राज्य मंत्री श्री सारंग को यात्रा के चौथे दिन मिले 207 आवेदन सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग के जनता से रू-ब-रू होने के अभियान जन-संवाद पदयात्रा में जन-शिकायतों का तत्काल समाधान हो रहा है। लोग पदयात्रा से जुड़ कर अपनी शिकायतें तथा सुझाव श्री सारंग की मैदानी टीम को दर्ज करा रहे हैं। यह पदयात्रा वार्ड 77 में हाउसिंग बोर्ड ज़ोन कार्यालय से शुरू होकर बारह दुकान, जैन कॉलोनी, आवास विकास एकता कॉलोनी, कमलनगर, छः घरा पहुँची। शाम को वार्ड 69 में पदयात्रा की गई। राज्य मंत्री श्री सारंग पदयात्रा में अशोका गार्डन स्थित दुर्गाधाम मंदिर से प्रारंभ होकर अशोक विहार, बैंक नगर, मयूर विहार, भगतसिंह पार्क, आजादनगर, प्रभात चौराहे से आनंदम पर पहुँचे। श्री सारंग ने आम जनता की समस्याएँ गंभीरता से सुनी तथा अधिकारियों के दल को तुरंत समाधान निकालने के निर्देश दिए। प्राप्त आवेदनों को विश्वास एप के जरिये अपने कार्यालय को भेजा। जन-संवाद पदयात्रा में आज 207 आवेदन प्राप्त हुए। सड़क, नाली, सीवेज और बिजली की कई शिकायतों का समाधान स्थल पर ही हो गया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अपनी पत्नी के साथ चित्रकूट दौरे पर हैं। यहां उन्होंने कामतानाथ के दर्शन किए और प्राचनी मुखारविन्द से शूरू की कामदगिरि परिक्रमा को भी पत्नी के साथ पूरा किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से मुलाकात की और इसी दौरान प्रज्ञा चक्षु तुलसी स्कूल की घोषणा, कामदगिरि क्षेत्र में श्मशान घाट का निर्माण की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने चित्रकूट स्वस्थ्य केंद्र का उन्नयन का भी वादा किया। उनका कहना था कि चित्रकूट विकास प्राधिकरण के गठन कामदगिरि में वृक्षारोपण सम्पूर्ण परिक्रमा क्षेत्र में शेड का निर्माण किया जाएगा। इस दौरान एक पत्रतकार ने उनसे दिग्विजय सिंह के प्रधानमंत्री मोदी को लेकर किए गए ट्वीट को लेकर सवाल पूछा तो उनका कहना था कि "जाको प्रभु दारुण दुःख देहि, वाकी मति पहले हर लेहि" मैया मंदाकनी के पास खड़ा हूं, इस पर और कुछ नही कहना, चौपाई में ही सब छुपा है।
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यूथ समिट में मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं का किया आव्हान मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना का लाभ इस वर्ष चिन्हित शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश लेने वाले वे विद्यार्थी भी ले सकेंगे, जिन्होंने 12वीं परीक्षा पूर्व के वर्षों में 75 प्रतिशत से अधिक अंकों से उत्तीर्ण की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के ज्ञान-विज्ञान भवन में आयोजित यूथ समिट को संबोधित कर रहे थे। इंडिया माइंड रॉक यूथ समिट का आयोजन इंडिया टुडे द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग, विधायक जयवर्धन सिंह, सरपंच भक्ति शर्मा एवं बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं का आव्हान किया कि असाधारण, सफल और सार्थक जीवन को लक्ष्य बनाएँ। रोडमैप तैयार करें। कठोर परिश्रम करें। ऊँचा सोचें। व्यक्ति जैसा सोचता है, वैसा ही बन जाता है। युवा ठान ले तो कुछ भी असंभव नहीं है। जरूरत क्षमता के स्वाभाविक प्रगटीकरण की है। अंधानुकरण उचित नहीं है। प्रदेश में युवाओं के लिये अनंत संभावनाएँ है। नये निवेश से रोजगार के नये अवसर सृजित हो रहे हैं। स्व-रोजगार के भी भरपूर अवसर है। खाद्य प्र-संस्करण इकाईयाँ पंचायतवार लगाई जा सकती है। सरकार की गारंटी पर पाँच वर्ष के लिये 5 प्रतिशत ब्याज और 15 प्रतिशत ऋण सब्सिडी के साथ वित्तीय सहायता की योजनाएँ संचालित है। महिलाओं के लिये ब्याज सब्सिडी 6 प्रतिशत का प्रावधान है। सरकार ने इस वर्ष 7.5 लाख युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार में स्थापित करवाने का लक्ष्य रखा है। प्रयास है कि युवा रोजगार देने वाले बने। राज्य की धरती से युवा बड़े उद्योगपति बनकर निकलें। युवाओं के सपने अभावों में मरे नहीं सरकार का यह प्रयास है। नि:शुल्क शिक्षा, गणवेश, विद्यालय जाने के लिए साईकिल, अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्य, अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ ही सामान्य वर्ग के गरीब बच्चों को भी छात्रवृत्ति मिलती है। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का न्यू इंडिया युवा बनाएंगे। उनके नवाचारों, उद्यमिता प्रयासों को सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा। युवाओं का आव्हान किया कि रचनात्मक कार्यों से जुड़े। पौधरोपण, नदी जल संरक्षण, पर्यावरण चेतना, शिक्षा की गुणवत्ता आदि का कोई भी एक कार्य अवश्य करें। उन्होंने स्वयं 15 दिवस में एक बार शिक्षण कार्य करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश-देश के विकास का इंजन बन रहा है, जिसकी इस वर्ष अनुमानित कृषि विकास दर 29% है। विकास दर 8 वर्षों से दो अंकों में है। स्वच्छता अभियान के स्वच्छ 100 शहरों में 22 राज्य के है। प्रथम इन्दौर और द्वितीय भोपाल है। मुख्यमंत्री प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में पूछे गये विभिन्न प्रश्नों के उत्तर में बताया कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। समाज की यह सोच पूर्णत: अनुचित है कि बड़े पद पर बैठे व्यक्ति की संतानें भी बड़े काम करें। उन्होंने बताया कि प्रदेश के युवाओं की उद्यमिता बढ़ाने के प्रयास तेजी से हो रहे हैं। युवा उद्यमियों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाती है। उनके अनुभव जाने जाते हैं। प्रसन्नता की बात है कि 90 से 95 प्रतिशत उद्यमी सफल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियर की आवश्यकता से अधिक आपूर्ति के कारण कॉलेजों में सीटें खाली रह रही है। वैकल्पिक व्यवसाय और स्व-रोजगार के नये अवसर निर्मित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की कमी की समस्या समाधान के लिये अगले वर्ष 7 नये शासकीय मेडिकल कॉलेज खुलवाये जा रहे हैं। चिकित्सकों पर व्यावसायिक प्रतिबंधों को कम करने और सेवा शर्तों को सुधारा जा रहा है। चिकित्सकों का मुख्यालय नगर बनाकर, उन्हें पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ ग्रामीण अंचल में भेजने की व्यवस्था भी की जा रही है। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के लाभान्वित डॉक्टरों पर तीन वर्ष राज्य के ग्रामीण अंचल में सेवा की बाध्यता रखी गई है। उन्होंने बताया कि दिल से कार्यक्रम राज्य के विभिन्न वर्गों के साथ दिल की बात सीधे दिल से करने का प्रयास है। दिल की बात दिल और दिमाग पर सीधा असर डालती है। इंडिया टुडे के ग्रुप एडीटोरियल एडीटर श्री राज चेंगप्पा ने आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि देश में तेजी प्रगति करने वाला मध्यप्रदेश राज्य है। उन्होंने युवाओं के साथ प्रश्नोत्तरी के रूप में संवाद करते हुए मुख्यमंत्री के राजनैतिक जीवन की प्रमुख घटनाओं का जिक्र किया। वेल्लोर इंस्टीटूयट ऑफ टेक्नोलॉजी के चांसलर श्री विश्वनाथन ने मध्यप्रदेश को उत्तरी भारत में सर्वश्रेष्ठ शहर, राज्य और मुख्यमंत्री वाला प्रदेश बताया।कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। चयनित युवा प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री द्वारा हस्ताक्षरित टी शर्ट प्रदान की गई है।
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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गुप्ता ने नोएडा में टीसीएस के अधिकारियों से की चर्चा मध्यप्रदेश में संचालित विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में टीसीएस टेक्निकल सपोर्ट देगा। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने नोएडा, नई दिल्ली में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) के अधिकारियों के साथ मध्यप्रदेश में नागरिक केन्द्रित सेवाएँ उपलब्ध करवाने के संबंध में चर्चा की। इस दौरान प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री मोहम्मद सुलेमान भी उपस्थित थे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि कृषि, सामाजिक, स्वास्थ्य, परिवहन, बीमा आदि क्षेत्रों से जुड़ी योजनाओं का समुचित लाभ आम लोगों तक पहुँचाने के लिये टीसीएस टेक्निकल सपोर्ट उपलब्ध कराये। टीसीएस नोएडा के हेड श्री रोहित श्रीवास्तव ने मध्यप्रदेश सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिये हरसंभव टेक्निकल सपोर्ट देंगे।
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कुशाभाऊ ठाकरे स्मृति व्याख्यान माला में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित कुशाभाऊ ठाकरे स्मृति व्याख्यान माला में कहा कि एकात्म मानववाद ही जीवन के सभी सुखों का मूलमंत्र है। श्री चौहान ने 'एकात्म मानववाद-उत्कृष्ट भारत विषय' पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रकृति को आत्मसात कर नवीन भारत के निर्माण का संकल्प पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद का जो सिद्धान्त दिया, वह समाज के अन्तिम छोर तक के व्यक्ति के हित में कार्य करने का है। हमारे लोकतंत्र में भी 'जनता का-जनता के लिये' सिद्धान्त लागू किया गया और इसी का प्रतिफल है सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा। श्री चौहान ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने सिखाया था कि हम अपने भारतीय दर्शन, विचार और सोच पर चलकर सुखी रह सकते हैं। शरीर, मन, बुद्धि, आत्मा का सुख मनुष्य को सुखी बनाता है। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट भारत के निर्माण के लिये आर्थिक सशक्तीकरण आवश्यक है। इसलिये हमें जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ाने के प्रयास करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के आर्थिक सुदृढ़ीकरण हेतु महत्वपूर्ण योजनाएं प्रारंभ की हैं। म.प्र. में भी इस प्रकार के अभियान एवं कार्यक्रम तथा योजनाएं संचालित की जा रही हैं ताकि प्रदेश को साधन सम्पन्न बनाया जा सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में बघेली भाषा प्रकोष्ठ, कुशाभाऊ ठाकरे विद्या केन्द्र, पं. दीनदयाल उपाध्याय शोध केन्द्र खोलने एवं विश्वविद्यालय में संचालित आनंद विभाग के विधिवत संचालन की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 9 करोड़ 61 लाख रूपये लागत के निर्माण कार्यों की आधारशिला रखी। श्री चौहान ने विश्वविद्यालय प्रांगण में पौधारोपण भी किया। व्याख्यान माला में विषय प्रवर्तन करते हुए वरिष्ठ चिंतक एवं समाज सेवी श्री भगवत शरण माथुर ने लोगों का आव्हान किया कि एकात्म मानववाद के माध्यम से उत्कृष्ट भारत के निर्माण में सहभागी बनें। स्व. दीनदयाल उपाध्याय ने आध्यात्मिक वर्ण व्यवस्था के आधार पर दरिद्र नारायण की सेवा को ही मूल आधार माना था, यही शाश्वत सत्य है। कार्यक्रम के प्रारंभ में कुलपति ने विश्वविद्यालय में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। प्रो.एस.एल. अग्रवाल ने कुशाभाऊ ठाकरे के जीवन परिचय का वाचन किया। कार्यक्रम में उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद श्री जनार्दन मिश्रा, महापौर सुश्री ममता गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अभय मिश्रा, विधायक श्रीमती नीलम मिश्रा, श्री नारायण त्रिपाठी, श्री रामलाल रौतेल, गणमान्य नागरिक, प्रबुद्धजन एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को शाल श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के कुछ अंचलों में कम वर्षा होने से किसानों को फसलों के खराब होने की चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार किसानों को हर संकट से निजात दिलाएगी। आज सतना जिले के ग्राम जैतवारा में हितग्राही सम्मेलन-सह-कृषक संगोष्ठी में श्री चौहान ने कहा कि किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिये प्रदेश में भावांतर भुगतान योजना लागू की जा रही है। योजना में किसान द्वारा अधिसूचित कृषि उपज मण्डी में चिन्हित फसल बेचने पर राज्य सरकार द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर और केन्द्र द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर की राशि किसानों के खातों में सरकार जमा कराएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगले तीन माह में सभी अविवादित नामांतरण, बँटवारा और सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण कर लिया जाएगा। इसके लिये राजस्व विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में अभियान स्तर पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके बाद कोई पुराने लंबित प्रकरण की जानकारी मिलती है तो जानकारी देने वाले व्यक्ति को एक लाख रूपये का पुरूस्कार दिया जाएगा। यह राशि विलम्ब के लिये दोषी संबंधित अधिकारी/कर्मचारी से वसूल की जायेगी। श्री चौहान ने सतना जिले के चित्रकूट क्षेत्र को दस्युओं के आंतक से मुक्त कराने के लिये पुलिस टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। गड़बड़ी करने वाले अकर्मण्य अमले को सेवा से पृथक करने तक की कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने चित्रकूट क्षेत्र में पर्यटन की गतिविधियों के प्रोत्साहन के साथ ही युवा उद्यमियों के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की जरूरत बतायी। श्री चौहान ने शासकीय महाविद्यालय जैतवारा में बी.एस.सी. और बी.काम संकाय शुरू करने की घोषणा की। जैतवारा नगर पंचायत क्षेत्र में घर-घर नल कनेक्शन से पानी पहुँचाने की कार्य-योजना की डी.पी.आर. बनाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जैतवारा नगर परिषद के अलग-अलग वार्डों में शहरी अधोसंरचना मद से 3 करोड़ रूपये की राशि सड़क और नाली निर्माण पर खर्च की जाएगी। जैतवारा के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन और आधुनिकीकरण किया जायेगा। आबादी के हिसाब से जैतवारा और ग्राम चंदई में मिनी स्टेडियम बनाया जायेगा। जैतवारा में सहकारी समिति का खाद विक्रय केन्द्र प्रारंभ किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने जैतवारा को तहसील बनाने के संबंध में संभावनाओं का परीक्षण कराने और बायपास के लिये जमीन की उपलब्धता का सर्वे कराने के निर्देश दिये। श्री चौहान ने बरौंधा मे आई.टी.आई. खोलने, गलबल से परसदिया तक सड़क बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने जन-समुदाय को सम्मेलन में नये भारत के निर्माण में नया मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प दिलाया। 10 करोड़ 58 लाख की लागत के कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 10 करोड़ 58 लाख रूपये लागत के 6 कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके पर उद्योग, वाणिज्य एवं खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद श्री गणेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री सुधा सिंह, विधायक श्री शंकरलाल तिवारी, श्री नारायण त्रिपाठी, महापौर सुश्री ममता पाण्डेय, पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री प्रदीप पटेल, विन्ध्य विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सुभाष सिंह, श्री नरेन्द्र त्रिपाठी जन-प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में किसान और ग्रामीण उपस्थित थे।
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मध्यप्रदेश में किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने ने के लिये पायलेट आधार पर खरीफ-2017 के लिये किसान-कल्याण एवं कृषि विभाग ने भावान्तर भुगतान योजना लागू की है। इस योजना में किसान द्वारा अधिसूचित कृषि उपज मण्डी प्रांगण में चिन्हित फसल उपज का विक्रय किये जाने पर राज्य शासन ने घोषित मॉडल विक्रय कर एवं भारत सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर की राशि किसानों को भुगतान करने का निर्णय लिया है। खरीफ-2017 में सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उड़द एवं तुअर की फसलें ली गयी हैं। इन फसलों के लिये किसानों का योजना में एक सितम्बर-2017 से 30 सितम्बर-2017 तक भावान्तर भुगतान योजना के पोर्टल में पंजीयन किया जायेगा। भावान्तर भुगतान योजना में पंजीकृत किसानों की फसलों के मण्डी में विक्रय अवधि तुअर के लिये एक फरवरी-2018 से 30 अप्रैल-2018 तक तथा सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग और उड़द के लिये 16 अक्टूबर-2017 से 15 दिसम्बर-2017 तक मॉडल विक्रय दर की गणना मध्यप्रदेश तथा दो अन्य राज्यों की मॉडल विक्रय दर का औसत होगा। योजना का लाभ पंजीकृत किसानों द्वारा मध्यप्रदेश में उत्पादित कृषि उत्पाद का विक्रय अधिसूचित मण्डी परिसर में किये जाने पर मिल सकेगा। योजना का लाभ जिले में विगत वर्षों की फसल कटाई प्रयोगों पर आधारित औसत उत्पादकता के आधार पर उत्पाद की सीमा तक ही देय होगा। प्रदेश के किसानों को देय राशि की गणना में प्रावधान किया गया है कि यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में विक्रय की गयी अधिसूचित फसल की विक्रय दर न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम किन्तु राज्य शासन द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर से अधिक हुई तो न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा किसान द्वारा विक्रय मूल्य के अंतर की राशि किसान के खाते में ट्रांसफर की जायेगी। यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में विक्रय की गयी अधिसूचित फसल की विक्रय दर राज्य शासन द्वारा घोषित मॉडल विक्रय दर से कम हुई तो न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा मॉडल विक्रय दर के अंतर की राशि ही किसान के खाते में ट्रांसफर की जायेगी। भावान्तर भुगतान योजना में मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ/मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन द्वारा पात्र किसानों को भुगतान किया जायेगा। भावान्तर भुगतान योजना में निर्धारित विक्रय अवधि के बाद विक्रय अवसर प्रदान करने के लिये भावान्तर भुगतान योजना में निर्धारित विक्रय अवधि के बाद तुअर के लिये एक मई-2018 से 30 अगस्त-2018 और सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उड़द एक जनवरी-2018 से 30 अप्रैल-2018 तक किसान द्वारा लायसेंसयुक्त गोदाम में अपने कृषि उत्पाद रखे जाने के लिये गोदाम क्रय राशि किसानों को दिये जाने का भी निर्णय लिया गया है। यह राशि निर्धारित भण्डारण अवधि में मॉडल विक्रय दर, न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम रहने की स्थिति में 7 रुपये प्रति क्विंटल प्रति माह अथवा जो वास्तविक भुगतान किया गया है, दोनों में से जो भी कम हो, की दर से ऐसे किसानों के बैंक खाते में राशि जमा करवायी जायेगी। भावान्तर भुगतान योजना के संबंध में नीतिगत निर्णय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कृषि केबिनेट द्वारा लिये जायेंगे। क्रियान्वयन प्रगति एवं समीक्षा के लिये राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति तथा जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति द्वारा दिये जाने का निर्णय लिया गया है।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में महिला स्व-सहायता समूह सामाजिक परिवर्तन के नेतृत्व का आंदोलन बनें। महिला स्व-सहायता समूहों को महिला सशक्तिकरण का आंदोलन बनाया जायेगा। इन समूहों की महिला सदस्यों को रोजगार से जोड़कर गरीबी को दूर किया जायेगा। प्रदेश में महिला स्व-सहायता समूह सामाजिक परिवर्तन के अगुवा बन गये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस सम्मेलन में मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्व-सहायता समूहों की महिला सदस्यों ने भाग लिया। सम्मेलन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आजीविका मिशन के तहत काम कर रहे एक लाख 69 हजार स्व-सहायता समूह प्रदेश से गरीबी के कलंक को मिटाने के संकल्प से काम करें। मध्यप्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों का आंदोलन पूरी दुनिया में उदाहरण बनेगा। आजीविका मिशन में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने नेतृत्व की क्षमता विकसित की है। प्रदेश की सभी गरीब महिलाओं को स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जायेगा। स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाये गये उत्पादों के वितरण और उनके प्रचार की रणनीति बनाई जायेगी। इन स्व-सहायता समूहों को स्कूल गणवेश निर्माण का कार्य देने पर विचार किया जायेगा। सरकारी खरीदी में स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की खरीदी की व्यवस्था की जायेगी। बड़े शॉपिंग मॉलो में स्व-सहायता समूहों के उत्पादों के लिये स्थान तय किया जायेगा। स्व-सहायता समूहों को माइक्रो फाईनेंस कम्पनियों और बैंकों से ऋण लेने में होने वाली दिक्कतों को दूर किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने महिला सदस्यों से आग्रह किया कि अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। राज्य सरकार ने बारहवीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने और उच्च शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लेने वाले बच्चों की फीस भरने के लिये मेधावी विद्यार्थी योजना लागू की है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे। स्व-सहायता समूहों की महिला सदस्यों ने खुलकर अपनी बात रखी कार्यक्रम में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने अनौपचारिक बातचीत में खुलकर अपनी बात रखी, महिला स्व-सहायता समूहों की गतिविधियाँ और कठिनाईयाँ बताई तथा सुझाव भी दिये। महिला सदस्यों ने कहा कि स्व-सहायता समूहों की बैठक के लिये ग्रामों में भवन निर्माण किया जाये। बैंकों में एक दिन स्व-सहायता समूहों की महिलाओं के लिये राशि निकालने के लिये तय हो। सभी बैंकों में बैंक सखियाँ नियुक्त की जायें। बाजार में आजीविका मिशन के उत्पाद विशिष्ट नाम से जाने जायें। भूमि अधिकार में बेटियों का नाम भी जोड़ा जाये। स्व-सहायता समूहों के लिये कम्प्यूटर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाये। शॉपिंग मॉल में स्व-सहायता समूहों के उत्पादों के लिये विक्रय की व्यवस्था हो। स्व-सहायता समूहों की ओवरड्राफ्ट लिमिट बढ़ाई जाये। गाँवों में बीज भण्डारण केन्द्र प्रस्तावित किये जायें। महिलाओं के प्रस्ताव पर ग्राम पंचायतों में कार्रवाई कर ग्राम सभा में बताया जाये। शासकीय छात्रावासों में बेडशीट प्रदाय करने का काम स्व-सहायता समूहों को दिया जाये। उचित मूल्य की दुकानों के संचालन का कार्य महिला स्व-सहायता समूहों को मिले। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री आर.एस. जुलानिया, राज्य आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एल.एम बेलवाल सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आयी महिला स्व-सहायता समूहों की सदस्य उपस्थित थीं।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सागर जिले के हेड कांस्टेबल श्री अभिषेक पटेल को 400 बच्चों की जान बचाने के लिये पचास हजार रूपये का पुरस्कार प्रदान किया। उन्होने श्री पटेल के साहस की सराहना की और शुभकामनायें दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास पर श्री पटेल को 50 हजार रूपये का चेक भेंट किया। उन्होंने श्री पटेल को पुष्प भेंट कर उनकी कर्तव्यनिष्ठा और साहस की प्रशंसा की। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री आर के शुक्ला, अपर पुलिस महानिदेशक श्री राजीव टंडन एवं श्री आदर्श कटियार भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि श्री पटेल ने सागर के चितोरा गांव के माध्यमिक स्कूल के पास पड़े तोप के गोले को अपने कंधे पर उठाकर एक किलोमीटर दूर जाकर फेंका ताकि वहां मौजूद 400 बच्चों की जान बच सके। इस तरह श्री पटेल ने अदम्य साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राजधानी दिल्ली में प्रदेश के नये भवन का निर्माण कार्य निश्चित समय में हो जाये। इस बात का निर्माण एजेंसी चयन में विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने डिजाईनिंग और कार्य की उत्कृष्ट गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने निर्देश दिये। श्री चौहान आज मंत्रालय में केन्द्र सरकार द्वारा राजधानी दिल्ली में आवंटित भूखण्ड पर भवन निर्माण की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान को बैठक में बताया गया कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्य को 1.5 एकड़ भूखण्ड का आवंटन किया गया है। शीघ्र ही भूमि का आधिपत्य राज्य को मिल जायेगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री प्रभांशु कमल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री प्रमोद अग्रवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिवद्वय श्री अशोक बर्णवाल और श्री एस.के. मिश्रा, सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री मनीष रस्तोगी, मध्यप्रदेश भवन के आवासीय आयुक्त श्री आशीष श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
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मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संकल्प से सिद्धि अभियान के तहत नये भारत के निर्माण के लिये नये मध्यप्रदेश का निर्माण किया जायेगा। इसके लिये नये मध्यप्रदेश निर्माण का रोडमेप बनाया जायेगा और इसे आगामी एक नवम्बर को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर जारी किया जायेगा। इसके पहले आगामी 25 अक्टूबर तक नये मध्यप्रदेश के निर्माण के लिये समाज के हर वर्ग से सुझाव लिये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ संकल्प से सिद्धि अभियान के संबंध में समीक्षा बैठक ले रहे थे। बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री विजय शाह, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण राज्यमंत्री श्री लालसिंह आर्य और जनअभियान परिषद के उपाध्यक्षद्वय श्री प्रदीप पाण्डे और श्री राघवेन्द्र गौतम भी उपस्थित थे। बताया गया कि संकल्प से सिद्धि अभियान के संबंध में जागरूकता के लिये आगामी तीन से सात सितम्बर तक ग्राम स्तर, विकासखण्ड स्तर और जिला स्तर पर जनअभियान परिषद द्वारा कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में कहा कि नये भारत के निर्माण के लिये नये मध्यप्रदेश के निर्माण के रोडमेप का क्रियान्वयन समाज और सरकार द्वारा मिलकर किया जायेगा। नये मध्यप्रदेश के निर्माण के लिये सुझाव प्राप्त करने के लिये ग्राम सभा, शहरों में शहरी सभा, स्कूलों में बाल सभा और कॉलेजों में युवा सभा आयोजित कर सुझाव लिये जायेंगे। आगामी एक नवम्बर को प्रदेश के हर गाँव और शहर में नये मध्यप्रदेश के निर्माण का संकल्प लिया जायेगा। नये मध्यप्रदेश के निर्माण का रोडमेप प्रदेश के नागरिकों की सुझावों पर तैयार किया जायेगा। नये भारत के निर्माण के लिये नये मध्यप्रदेश के निर्माण के लिये ग्रामीण विकास, शहरी विकास, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा और अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग मिलकर सुझाव प्राप्त करने की कार्ययोजना बनायेंगे। बैठक में बताया गया कि संकल्प से सिद्धि अभियान के तहत नये भारत के निर्माण के लिये स्वच्छ भारत, गरीबीमुक्त भारत, भ्रष्टाचारमुक्त भारत, सम्प्रदायवादमुक्त भारत, आतंकवादमुक्त भारत और जातिवादमुक्त भारत के लिये संकल्प लिया जायेगा। आगामी 7 सितम्बर को आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री उपस्थित रहेंगे। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संकल्प से सिद्धि अभियान के तहत कार्ययोजना बनाई गई है। इसी तरह दूसरे संबंधित विभाग भी कार्ययोजना बनायेंगे। बताया गया कि संकल्प से सिद्धि अभियान की वेबसाईट https://newindia.in/ पर पंजीयन कराकर नये भारत के निर्माण के लिये संकल्प लिया जा सकता है। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री दीपक खांडेकर, अपर मुख्य सचिव श्री प्रभांशु कमल, अपर मुख्य सचिव श्री बी.आर. नायडू, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल, सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी और ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीतेश व्यास भी उपस्थित थे।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकास और जनकल्याण के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की गति और तेज की जाये। इसके लिये विभाग समयबद्ध कार्य योजना बनाये। वे आज यहाँ मंत्रालय में मंत्रिपरिषद के सदस्यों और वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिये उपज की खरीदी के बजाय बिक्री मूल्य और समर्थन मूल्य के अंतर की राशि उनके खातों में जमा करने की कार्य योजना बनायें। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के खाद्यान्न वितरण के स्थान पर हितग्राहियों के खाते में नगद राशि जमा कराने की प्रक्रिया किसी एक जिले में पायलट के रूप में शुरू करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में खरीदी के नियमों आवश्यक बदलाव किया जाये। जेम के माध्यम से सामग्री खरीदी की जाये। सभी योजनाओं के क्रियान्वयन को आधार से लिंक किया जाये। उन्होंने पर्यटन, स्वच्छता एवं वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने का अभियान चलाने तथा कृषि आय को दोगुना करने, फसल बीमा राशि का वितरण करने एवं स्वरोजगार सम्मेलन और महिला स्वसहायता सम्मेलनों की तिथियाँ निर्धारित करते हुये आयोजन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा है कि सरकार की प्राथमिकताओं का दृष्टिपत्र तैयार है। क्रियान्वयन का रोड मैप बना हुआ है। जनकल्याण के प्रयासों को और अधिक बेहतर करने के लिये नवाचारों और तकनीक के अधिकतम उपयोग के निर्देश दिये हैं ताकि योजनाओं का जमीनी अमल और अधिक बेहतर हो सके, जिससे पारदर्शिता आये। इससे नया मध्यप्रदेश आदर्श डिजिटल प्रदेश बने। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा कि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन धरातल पर होना चाहिए। निश्चित समय-सीमा और निर्धारित नीति के साथ कार्य किये जायें। व्यवस्था में संशोधन और परिवर्धन के प्रति आगे बढ़कर प्रयास करें। उन्होंने विभिन्न विभागों को वित्तीय प्रबंधन पर विशेष बल दिया। कहा कि विभाग अंतर्गत अतिशेष राशियों का आंकलन करें। उनके सुविचारित व्यय के उपाय किये जाएं। उन्होंने अपर मुख्य सचिव वित्त को विभिन्न विभागों में उपलब्ध अनुपयोगी राशियों की जानकारी संकलित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जिससे इस राशि का जन कल्याण की योजनाओं में बेहतर उपयोग किया जा सके। उन्होंने तकनीक का उपयोग कर कल्याणकारी योजनाओं के जमीनी अमल को और अधिक प्रभावी बनाने। इस मंशा से नवाचार करने के लिये अधिकारियों को प्रेरित किया। उन्होंने योजनाओं का क्रियान्वयन आधार और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसर्फर व्यवस्थाओं पर आधारित किये जाने की जरूरत बतायी। कहा कि तकनीक के प्रयोग से गड़बड़ियां रूकती है। ऐसी गड़बड़ियों पर पूरी पारदर्शिता से कार्रवाई करें। गड़बड़ी पकड़ने का श्रेय मिलेगा। यह भी सुनिश्चित करे कि क्रियान्वयन व्यवहारिक दिक्कतें नहीं हो। इनका व्यवहारिक सीमाओं में क्रियान्वयन का परीक्षण करें। नवाचारों के पायलट प्रोजेक्ट बनाकर प्रयास करें। उन्होंने शासकीय खरीदी कार्य को गर्वमेंट ई-मार्केट (जेम) के माध्यम से करवाने की व्यवस्था करने एवं खरीदी के नियमों में आवश्यक संशोधन कराने के निर्देश दिये। साथ ही राज्य के लघु उद्योगों और हस्तशिल्प उद्योगों को जेम के पोर्टल पर पंजीयन करवाने में सहयोग के निर्देश दिये। पोर्टल के माध्यम से खरीदी पारदर्शिता को बढ़ावा देगी। विभागों को डिजिटल गर्वेनेंस पर बल देने और उसे विस्तारित करने के लिये नवाचार के लिये कहा है। भीम एप की उपयोगिता के दृष्टिगत वित्त एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को संयुक्त रूप से आमजन एवं व्यापारियों को उसके उपयोग के लिये प्रेरित प्रशिक्षित करने के निर्देश दिये हैं। श्री चौहान ने योजनाओं की निरंतर समीक्षा करने की जरूरत बताते हुए कहा कि स्वच्छ भारत अभियान, प्रधानमंत्री आवास योजना, एल.ई.डी. वितरण की निरंतर समीक्षा हो। कार्य की गति में धीमी नहीं होने पाये मिशन मोड में कार्य चलता रहे। उन्होंने प्रगति में आंचलिक अंसतुलन पर चर्चा करते हुये पिछड़े अंचलों के लिये प्रोग्रेस के पैरामीटर निर्धारित कर कार्यों पर फोकस करने की जरूरत बतायी ताकि प्रगति का असंतुलन खत्म हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मृदा कार्डों का खेती-किसानी में उपयोग हो, इसकी सतत् मॉनीटरिंग के लिये कृषि विभाग को निर्देशित किया। किसानों को इसके उपयोग के लिये प्रेरित किया जाये। किसानों की आय को दोगुना करने के लिये 15 से 30 सितम्बर के दौरान हर विकासखंड में किसान सम्मेलन करने एवं उनमें प्रभारी मंत्री, स्थानीय जनप्रतिनिधि और कृषि वैज्ञानिकों की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। कृषि एवं सम्बद्ध विभागों को आय को दोगुना करने की कार्य योजना की समीक्षा के निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प से सिद्धि कार्यक्रम की संकल्पना नवविचारों पर मंथन की पहल है, इस परिप्रेक्ष्य में मंथन करने और पोर्टल के माध्यम से नागरिकों के सुझावों विचारों को प्राप्त करने की जरूरत है। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा बीमा योजनाओं, जनधन खातों और मुद्रा योजना एवं वित्तीय समावेशन के प्रयासों की गतिशीलता को निर्बाध बनाने के प्रयासों पर विशेष ध्यान दिये जाने के लिये कहा। जिलास्तर पर प्रभारी मंत्री को कलेक्टर और बैंकर्स के मध्यम समन्वय कर कार्य करवाने के लिये निर्देश दिये ताकि आमजन को सही अर्थों में योजना का लाभ मिले। बीमा की किश्तें नियमित रूप से जमा हों। उन्होंने पर्यटन को मिशन मोड में लिये जाने की जरूरत बतायी। पर्यटन गंतव्यों पर फोकस करने के लिये आगामी 6 से 25 अक्टूबर के बीच अभियान चलाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक मंत्री द्वारा एक पर्यटन गंतव्य का भ्रमण किया जाये। उन्होंने शिक्षा, कौशल उन्नयन और स्वरोजगार केंद्रित दृष्टि के साथ प्रयास की जरूरत बतायी। प्रदेश में आगामी 11 से 30 नवम्बर के मध्य युवा सम्मेलनों के आयोजन के निर्देश दिये। साथ ही आगामी 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर के दौरान महिला स्वसहायता समूहों के सम्मेलन आयोजित करने के लिये कहा। बैठक में हबीबगंज रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाने के प्रयासों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा मिशन की अगले सप्ताह समीक्षा करेंगे। उन्होंने किसानों को प्रेरित करने और आदर्श ई-मंडी विकसित करने की भी जरूरत बतायी। इस दौरान मुख्य सचिव श्री बी.पी. तथा विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव एवं सचिवगण उपस्थित थे।
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वन महोत्सव कार्यक्रम में हुआ 2 हजार पौधों का रोपण एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिवर्ष एक वृक्ष लगाने का लोगों से आव्हान किया है। श्री चौहान वन महोत्सव शुभारम्भ कार्यक्रम में पौधरोपण उपरांत उपस्थिजनों को संबोधित कर रहे थे। वन महोत्सव में राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा सांसद अमित शाह, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित मंत्रिपरिषद के सदस्यों एवं छात्र-छात्राओं ने पौधरोपण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल होने वाले नागरिकों, विद्यार्थियों को बधाई शुभकामनाएँ दी। उन्होंने उपस्थिजनों को वृक्षारोपण करते रहने के लिये प्रेरित किया। कार्यक्रम में बताया गया कि वन महोत्सव के दौरान कलियासोत तट पर करीब 2 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है। इसमें नीम के 400, करंज के 400, शीशम के 200, जामुन के 250, सिरस के 100, कचनार के 100, पेल्टाफार्म के 100, आंवला के 60, खैर के 60, बेल के 50, बरगद के 20, पीपल के 20, अमरूद के 60, चिरोल के 50, मॉतश्री के 05, सीताफल के 25, सप्तपर्णी के 20, कटहल के 10 और आम के 50 पौधे शामिल हैं।
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पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) द्वारा 20 से 23 अगस्त तक मध्यप्रदेश के 5 संभागीय मुख्यालयों पर आम लोगों और छात्र-छात्राओं को मिट्टी से गणेश बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इंदौर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर और रीवा के 2 सार्वजनिक स्थलों एवं 4 विद्यालयों में ग्रीन गणेश-2017 के तहत प्रशिक्षित मूर्तिकार प्रशिक्षण देंगे। विद्यार्थी और लोग मूर्ति बनाने के बाद अपनी-अपनी मूर्ति अपने घर भी ले जा सकेंगे। एप्को टीम विद्यार्थियों को जहाँ प्रात: 9 बजे से प्रशिक्षण देगी, वहीं सार्वजनिक स्थलों पर आम लोगों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम अपरान्ह 3 से 6 बजे तक होगा। इंदौर प्रशिक्षण-20 एवं 21 अगस्त इंदौर में 20 अगस्त को प्रात: 11 से 2 बजे तक पलासिया चौराहा, अपरान्ह 3 से 6 बजे तक अन्नपूर्णा परिसर महू नाका, 21 अगस्त को प्रात: 9 से 10 बजे तक अहिल्या आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बाणगंगा, प्रात: 10.30 से 11.30 बजे तक शासकीय अत्रीदेवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महू नाका, 12 से 1 बजे तक शासकीय मालव कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोती तबेला और दोपहर 2.30 बजे से 3.30 बजे तक रेलवे स्टेशन के पास शासकीय बाल विनय मंदिर में मूर्ति प्रशिक्षण होगा। उज्जैन प्रशिक्षण-22 एवं 23 अगस्त उज्जैन में 22 अगस्त को प्रात: 9 से 10 बजे तक शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सराफा, 10.30 से 11.30 बजे मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सांवेर रोड और अपरान्ह 3 से 6 बजे तक लोकमान्य तिलक स्मृति मंदिर क्षीरसागर में मिट्टी से गणेश बनाने का प्रशिक्षण होगा। दूसरे दिन 23 अगस्त को प्रात: 9 से 10 बजे तक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय फ्रीगंज, 10.30 से 11.30 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दशहरा मैदान और आम लोगों के लिये अपरान्ह 3 से 6 बजे तक पीपली नाका चौराहा में गणेश की मूर्ति बनाना सिखाया जायेगा। भोपाल प्रशिक्षण-21 से 23 अगस्त भोपाल में 21 अगस्त को प्रात: 10 से 11 बजे तक शासकीय राजा भोज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, 1100 क्वाटर्स, अपरान्ह 3 से 6 बजे तक बिट्टन मार्केट में मूर्ति प्रशिक्षण होगा। 22 अगस्त को प्रात: 9 से 10 बजे तक शासकीय माध्यमिक शाला बोर्ड कॉलोनी और अपरान्ह 3 से 6 बजे तक कोलार रोड के मंदाकिनी मैदान में आम लोगों के लिये प्रतिमा प्रशिक्षण होगा। 23 अगस्त को प्रात: 9 से 10 बजे तक शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अरेरा कॉलोनी, 10 से 1 बजे तक शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरागढ़ और अपरान्ह 3 से 6 बजे तक गणेश मंदिर पिपलानी में मूर्ति प्रशिक्षण होगा। जबलपुर प्रशिक्षण-22-23 अगस्त जबलपुर में 22 अगस्त को प्रात: 9 से 11 बजे तक शासकीय तमराई स्कूल मिलौनीगंज और दोपहर 3 से 6 बजे तक शहीद स्मारक गोल बाजार में गणेश प्रतिमा प्रशिक्षण होगा। 23 अगस्त को प्रात: 9 से 11 बजे तक पंडित लज्जाशंकर झा मॉडल हाई स्कूल और दोपहर 3 से 6 बजे तक कल्चरल स्ट्रीट भंवरताल में प्रशिक्षण होगा। रीवा प्रशिक्षण-22-23 अगस्त रीवा में प्रात: 9 से 10 बजे तक केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1 में प्रात: 10.30 से 11.30 बजे तक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक-2, दोपहर 3 से 6 बजे तक महिला समिति कला मंदिर अस्पताल चौराहा में प्रशिक्षण होगा। इसी तरह 23 अगस्त को सुबह 9 से 10 बजे तक शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किला रोड, 10.30 से 11.30 बजे तक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक-3 और दोपहर 3 से 6 बजे तक व्यंकट भवन पुरातत्व संग्रहालय कोठी कम्पाउण्ड में मिट्टी से गणेश बनाना सिखाया जायेगा।
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अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के प्रतिभाशाली बच्चों को अगले साल राष्ट्रीय खेल प्रशिक्षण अकादमी में भेजने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। बच्चों को एकल खेल जैसे तीरंदाजी, तैराकी आदि के लिये प्रशिक्षित किया जाये। एमपी के आदिम-जाति एवं अनुसूचित-जाति कल्याण राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने यह निर्देश विभागीय समीक्षा के दौरान दिये। बैठक में प्रमुख सचिव श्री एस.एन. मिश्रा, आयुक्त श्रीमती दीपाली रस्तोगी और आदिवासी वित्त विकास निगम की संचालक श्रीमती रेणु तिवारी उपस्थित थीं। सोशल मीडिया के जरिये भी प्रचार-प्रसार हो श्री आर्य ने निर्देश दिये कि विभाग की उपलब्धियों का व्यापक-स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये। विज्ञापन एवं होर्डिंग के अलावा अब सोशल मीडिया के जरिये भी योजनाओं की जानकारी और विभाग की उपलब्धियों को बताने की जरूरत है। श्री आर्य ने बच्चों को टाइम मैनेजमेंट की कला सिखाने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण देने को कहा। उन्होंने कहा कि बच्चों को अन्य आवश्यक विषयों में भी प्रशिक्षण दिया जाये। राज्य मंत्री ने कहा कि गरीब तबके से उबरे व्यक्ति, जो देश-विदेश में प्रतिष्ठित संस्थानों में काम कर रहे हैं या छोटे-बड़े उद्योग संचालित कर रहे हों, उनके बारे में बच्चों को बतायें, ताकि बच्चों का मनोबल बढ़े और उनकी प्रतिभा निखारने के नये-नये अवसर प्राप्त हो सकें। राज्य मंत्री श्री आर्य ने कहा कि महिला आदिवासी समूह को अलग-अलग जिले की विशेषता और निपूर्णता के अनुसार विभागीय योजना से जोड़ें। चतुर्थ श्रेणी के बेकलॉग पद पर बैगा, सहरिया, भारिया जाति के अभ्यर्थियों के जरिये पदपूर्ति की जाये। अनुदान प्राप्त संस्थाओं की एक माह के अंदर जाँच करवायें। इस दौरान संस्थाओं का रिजल्ट और क्वालिटी अवश्य देखें। लगभग ढाई लाख वनाधिकार पट्टों का वितरण बैठक में बताया गया कि प्रदेश में वनाधिकार धारकों को 2 लाख 44 हजार 755 पट्टों का वितरण किया गया है। इसमें 2 लाख 17 हजार 245 व्यक्तिगत और 27 हजार 510 सामूहिक पट्टे शामिल हैं। आईआईएचएम संस्थान के जरिये 255 मास्टर-ट्रेनर तैयार कर जिले में जाकर प्रशिक्षण दिया गया।
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तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री श्री जोशी ने लिया तैयारियों का जायजा एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री अमित शाह 20 अगस्त को मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में चयनित विद्यार्थियों को भोपाल में लाल परेड ग्राउण्ड में आयोजित समारोह में स्वीकृति-पत्र प्रदान करेंगे। समारोह दोपहर 12 बजे होगा। तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल शिक्षा एवं श्रम राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने आज लाल परेड ग्राउण्ड पहुँचकर समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। श्री जोशी ने कहा कि विभिन्न जिलों से आने वाले विद्यार्थियों के ठहरने और भोजन की बेहतर व्यवस्था करें। उन्होंने सभी तैयारियाँ समय-सीमा में पूरी करने के निर्देश दिये। समारोह में विभिन्न जिलों के लगभग 15 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री संजय बंदोपाध्याय ने विद्यार्थियों के भोजन और ठहरने की व्यवस्था की जानकारी दी। इस दौरान सांसद श्री आलोक संजर भी उपस्थित थे।
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मप्र के दौरे पर आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ एक विशेष टीम भी भोपाल आएगी। पांच से सात लोगों की यह टीम अमित शाह की बैठकों से अलग संगठन के नेताओं से बातचीत करेगी और फीडबैक लेगी। इस टोली में प्रदेश के पूर्व संगठन महामंत्री अरविंद मेनन समेत कई दूसरे चेहरे भी होंगे। अमित शाह के साथ आ रहे कुछ लोग बैठकों में शामिल न होकर बाहर संगठन के नेताओं से चर्चा करेंगे। इसे लेकर भी पार्टी नेताओं के बीच काफी चर्चा भी है। सूत्रों के मुताबिक अमित शाह जिस राज्य के दौरे पर जाते हैं, यह टीम उनके साथ जाती है। दौरे के बाद शाह को यह टोली राज्य से जुड़े मसलों पर एक रिपोर्ट भी सौंपती है। अमित शाह के साथ राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे और विभागों व आयामों के राष्ट्रीय प्रमुख अरविंद मेनन तो होंगे ही, इसके अलावा उनकी विशेष टीम के अभिषेक चौधरी, आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रमुख अमित मालवीय, संजय राणा समेत पांच लोग होंगे। किसान आंदोलन, गवर्नेंस, भ्रष्टाचार, प्रदेश का राजनीतिक माहौल और कार्यकर्ताओं की सक्रियता को लेकर टीम अलग-अलग लोगों से बातचीत करेगी। अमित शाह पुराने कमरे में रुकेंगे, मेनन-रामलाल के लिए तैयार हो रहे नए कमरे तीन दिवसीय दौरे के दौरान अमित शाह भाजपा कार्यालय में उन्हीं कमरों में स्र्केंगे,जहां भाजपा के पितृ पुस्र्ष कुशाभाउ ठाकरे रहा करते थे। ये कमरे लग्जरी नहीं बनाए गए हैं। इन कमरों की कुछ दिन पहले ही साज-सज्जा की गई थी। वहीं रामलाल और अरविंद मेनन के लिए पुराने कमरों को फिर से तैयार किया जा रहा है। इन कमरों में राष्ट्रीय पदाधिकारी ही स्र्कते हैं।
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मध्यप्रदेश में बिजली बिलों को लेकर लगातार आ रही शिकायतों से नाराज ऊर्जा मंत्री पारसचंद्र जैन अगले महीने से गांवों में बिजली पंचायत लगाएंगे। मंत्री खुद ज्यादा बिल और रीडिंग के मामले सुनेंगे और उन्हें मौके पर ही निपटाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद विभाग को यह कदम उठाना पड़ रहा है। प्रदेश में एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा उपभोक्ता हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बिजली बिल मुद्दा न बनें। इसलिए सरकार नई पद्धति से मीटर रीडिंग व बिल जनरेट करने की कोशिश में लगी है। उधर, बिलों में गड़बड़ियों को भी दुरस्त करने की कोशिशें चल रही हैं। इसी कड़ी में ऊर्जा विभाग ग्राम पंचायत स्तर पर बिजली पंचायत लगाने की तैयारी कर रहा है। इनमें से चुनिंदा पंचायतों में आयोजित शिविरों में विभाग के मंत्री जैन खुद पहुंचेंगे। शिविर में मंत्री और वरिष्ठ अफसर उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनेंगे और उनका मौके पर ही निराकरण करेंगे। विभाग ने जून में भी शिविर लगाया था, जिसमें एक लाख 10 हजार शिकायतें आई थीं, इनमें से सिर्फ 40 हजार का निराकरण हो पाया था। सूत्र बताते हैं कि बिजली बिलों को लेकर बढ़ती शिकायतों से मुख्यमंत्री नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार 24 में से 20 व 22 घंटे नियमित बिजली दे रही है, फिर भी जनता खुश नहीं है। संगठन की ओर से भी ऐसा ही फीडबैक आ रहा है। इसी कड़ी में पंचायत स्तर पर बिजली पंचायत लगाने की तैयारी है। बिजली बिलों में गड़बड़ी का मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को सदन में घेरने की कोशिश की थी। वहीं सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक भी लगातार गलत रीडिंग और बिजली बिल की शिकायतें करते रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश में गलत रीडिंग और बिजली के बिल ज्यादा आने की पांच लाख से ज्यादा शिकायतें हैं। इसमें सभी तरह की शिकायतें बताई जा रही हैं। ऊर्जा मंत्री पारसचंद जैन ने कहा कि हम वृहद स्तर पर शिविर लगाकर उपभोक्ताओं की समस्या सुनेंगे और उनका मौके पर ही निराकरण करेंगे। कुछ जगह मैं भी जाऊंगा।
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एमपी के जनसंपर्क, जल-संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने उज्जवला योजना के अंतर्गत दतिया में महिलाओं को निःशुल्क गैस सिलेण्डर वितरित किए। जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की पहल पर गरीब महिलाओं को उज्जवला योजना में निःशुल्क गैस कनेक्शन वितरित किए जा रहे हैं। श्री मिश्र ने कहा कि हमारी बहनें जब चूल्हे पर रोटी बनाती थीं तो कई बार लकड़ियां गीली होने के कारण चूल्हा नहीं जलता था। चूल्हा फूंकते-फूंकते बहनों की आँखों में आंसू आ जाते थे। सरकार ने बहनों की इस पीड़ा को समझा और उज्जवला योजना प्रारंभ की। दतिया जिले में अभी तक 58 हजार लक्ष्य के मुकाबले 30 हजार 200 निःशुल्क गैस सिलेण्डर वितरित किए गए हैं। प्रति सोमवार और मंगलवार को जन सुनवाई में आने वाले महिलाएं जो गैस सिलेण्डर की माँग करती हैं, उनके आवेदन का परीक्षण कर मौके पर ही गैस सिलेण्डर दिए जाते हैं।
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मध्यप्रदेश में स्वाईन फ्लू (एच-1 एन-1) प्रकरणों को देखते हुए प्रदेश के शासकीय चिकित्सालय संक्रमण उपचार के लिए पूरी तैयारी रखें। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने यह निर्देश आज स्वाईन फ्लू, डेंगू और चिकनगुनिया रोगों की दैनिक समीक्षा करते हुए दिया। स्वाईन फ्लू पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिये 10 अगस्त को वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों की समीक्षा होगी। इसमें सिविल सर्जन-सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, मेडिकल विशेषज्ञ और ब्लाक मेडिकल आफिसर से गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल के विभागाध्यक्ष डॉ. लोकेन्द्र दवे और एम्स के माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट डॉ. देवाशीष विश्वास एच-1 एन-1 संक्रमण, बचाव, रोकथाम और उपचार पर चर्चा करेंगे। प्रदेश में एक जुलाई से 7 अगस्त तक 86 संदिग्ध मरीजों के सेम्पल जाँच के लिये भेजे गये जिनमें से 80 की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें 16 पॉजिटिव रिपोर्ट आईं और 6 सेम्पल की रिपोर्ट आना शेष है। वर्तमान में 4 शासकीय एवं 7 रोगी निजी अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती हैं। इस अवधि में 14 जिलों में डेंगू के 40 मरीज पाये गये। फिलहाल एक डेंगू मरीज उपचाररत है। चिकिनगुनिया के इस दौरान 3 जिलों में 6 मरीज पाये गये। फिलहाल कोई मरीज उपचाररत नहीं है। इस अवधि में प्रदेश में स्वाईन फ्लू से एक मृत्यु हुई है। स्वाईन फ्लू से घबरायें नहीं,सतर्क रहें सर्दी, जुकाम, बुखार, गला खराब, खाँसी, तेज सिरदर्द, साँस लेने में परेशानी आदि गंभीर निमोनिया जैसे लक्षण नजर आयें तो इसे नजरअंदाज न करें। नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में परीक्षण करवायें। परीक्षण में फ्लू पाये जाने पर चिकित्सक की सलाहानुसार दवा का पूरा कोर्स लें और आराम करें। गर्म तरल पदार्थ का अधिकाधिक सेवन करें। नाक, मुँह या आँखों का स्पर्श करने से पहले तथा बाद में हाथों को साबुन से धोयें। उक्त लक्षण हों तो दूसरों के सम्पर्क में आने से बचें। खाँसते और छींकते समय मुँह एवं नाक पर कपड़ा रखें। इससे स्वाईन फ्लू होने और फैलने से बचाव होगा। डॉ.लोकेन्द्र दवे विभागाध्यक्ष, गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय, भोपाल
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मध्यप्रदेश शासन ने 11 अगस्त को नगरीय निकायों में होने वाले मतदान के दिन संबंधित नगरीय निकायों में सामान्य अवकाश घोषित किया है। इन नगरीय निकायों में निगोशिएबल इन्स्ट्रूमेंट एक्ट के तहत भी सार्वजनिक अवकाश रहेगा। जिन नगरीय निकायों में 11 अगस्त को मतदान होगा, उनमें खंडवा जिले की नगर परिषद् छनेरा, रतलाम जिले की नगर परिषद् सैलाना, बैतूल जिले की नगरपालिका परिषद् सारनी, नगर परिषद आठनेर और चिचोली, झाबुआ जिले की नगरपालिका परिषद झाबुआ, नगर परिषद् रानापुर, थांदला और पेटलावद, अलीराजपुर जिले का नगर परिषद् भांभरा और जोबट, नगर पालिका परिषद् अलीराजपुर, खरगोन जिले की नगर परिषद् भींकनगाँव, महेश्वर और मण्डलेश्वर, बुरहानपुर जिले की नगर पालिका परिषद् नेपानगर, छिन्दवाड़ा जिले की नगरपालिका परिषद् जुन्नारदेव, दमुआ, पाण्ढ़ुर्ना, सौंसर, नगर परिषद् मोहगाँव और हर्रई शामिल हैं। सिवनी जिले की नगर परिषद् लखनादौन, मण्डला जिले की नगर परिषद निवास, बम्हनीबंजर, बिछिया, नगर पालिका परिषद् नैनपुर और नगर पालिका परिषद् मंडला शामिल हैं। डिण्डोरी जिले की नगर परिषद् डिण्डोरी, शहपुरा, बालाघाट जिले की नगर परिषद् बैहर, शहडोल जिले की नगर परिषद जयसिंह नगर, बुढ़ार और नगर पालिका परिषद् शहडोल, अनूपपुर जिले की नगर पालिका परिषद् कोतमा, नगर पालिका परिषद् बिजुरी और उमरिया जिले की नगर पालिका परिषद् पाली शामिल है। इस संबंध में जिला कलेक्टर को निर्देश जारी किये किये गये है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की जनता से सीधे जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री प्रतिमाह रेडियो कार्यक्रम ‘दिल से’ के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों से सीधा संवाद करेंगे। कार्यक्रम के माध्यम से श्री चौहान लोगों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे और प्राथमिकतायें बतायेंगे। साथ ही शासन की नीतियों, कार्यक्रमों, योजनाओं और भविष्य की कार्य योजनाओं को आमजन से साझा करेंगे। पहला कार्यक्रम 13 अगस्त की शाम 6.00 बजे से प्रदेश के सभी आकाशवाणी केन्द्रों से रिले होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं, महिलाओं, किसानों, मजदूरों, व्यापारियों सहित सभी वर्गों से जुड़ेंगे। यह कार्यक्रम श्री चौहान की उन भावनाओं की अभिव्यक्ति के रूप में होगा, जिसमें वे खुलकर जनता से बात करेंगे। उनके कल्याण के लिये अपनी आत्मीय भावनाओं और प्रतिबद्धता को प्रगट करेंगे।मुख्यमंत्री का रेडियो कार्यक्रम ‘दिल से’ मध्यप्रदेश के सभी आकाशवाणी केन्द्रों से एक साथ प्रतिमाह निश्चित तिथि और निर्धारित समय पर प्रसारित होगा।
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मध्यप्रदेश की सभी दवा की दुकानों में स्वाइन फ्लू में दी जाने वाली दवा टेमीफ्लू उपलब्ध रहेगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्वाइन फ्लू की दवाओं जैसे- ओसाल्टामिविर और जेनामिविर को औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियमावली-1945 के तहत शेड्यूल-एक्स से हटाकर शेड्यूल-एच-1 में शामिल किया है। पहले स्वाइन फ्लू दवा के शेड्यूल-एक्स में होने से इसके लिये अलग से लायसेंस दिया जाता था। यह दवा दूसरी दवाओं के साथ न रखते हुए लायसेंस प्राप्त अस्पतालों में तालाबंद रखी जाती थी। अब एच-1 में शामिल होने से फुटकर दवा विक्रेता भी इसे रख सकेंगे और आवश्यकता होने पर मरीज के परिजन डॉक्टर के पर्चे पर केमिस्ट से खरीद सकेंगे। दुकानदार के लिये अलग से लायसेंस लेने की आवश्यकता नहीं होगी। लायसेंस की बाध्यता समाप्त होने से स्टॉकिस्ट अब आसानी से होलसेल डीलर से दवा खरीद सकेंगे। भोपाल के गर्ग मेडिकल स्टोर के श्री सुमित अग्रवाल ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे स्वाइन फ्लू मरीजों को त्वरित लाभ मिलेगा। छतरपुर के केमिस्ट श्री सुनील चौबे ने कहा कि स्वाइन फ्लू मरीज को बहुत तेजी से प्रभावित करता है। ऐसे में दवा की सहज उपलब्धता स्वाइन फ्लू जैसी खतरनाक बीमारी के मुकाबले के लिये वरदान सिद्ध होगी।
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भोपाल के गुरूद्वारा श्री गुरूतेग बहादुर साहेब साकेत नगर द्वारा प्रतिदिन एम्स में भर्ती मरीजों के परिजन को नि:शुल्क खिचड़ी वितरित की जायेगी। तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) स्कूल शिक्षा एवं श्रम राज्य मंत्री दीपक जोशी ने खिचड़ी सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने सिख समाज द्वारा संचालित लंगर व्यवस्था की भी सराहना की। श्री जोशी ने कहा कि मनुष्य का जीवन परमार्थ और सेवा के लिए है। सिख समुदाय इस अवधारणा से सेवा कार्यों में सदैव सबसे आगे रहा है। डायरेक्टर एम्स डॉ. मधुसूदन नागरकर ने कहा कि खिचड़ी-सेवा में संस्थान द्वारा पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संस्थान में गरीब हो या अमीर, सभी का इलाज और देखभाल समान रूप से की जाती है। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि और सिख समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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छिंदवाड़ा जिला कोर्ट परिसर में पेशी पर आए भाजपा नेता मोहम्मद इखलाक की प्रशांत साहू और उसके तीन साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मामला गैंगवार का बताया जा रहा है। घटना के बाद शहर में तनावपूर्ण स्थिति बनने के बाद जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है। जानकारी के मुताबिक भाजपा के पूर्व अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष मोहम्मद इखलाक पर शिवसेना नेता नरेंद्र पटेल पर प्राणघातक हमला करने का आरोप लगा था। इसी मामले में पुलिस उसे पेशी के लिए दोपहर एक बजे कोर्ट लेकर पहुंची। जैसे ही वे पीछे के गेट से अंदर घुसे इस दौरान वहां मौजूद प्रशांत साहू और उसके साथियों ने इखलाक पर तीन गोलियां चलाई, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। कोर्ट परिसर में हुई इस घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया। हत्या की खबर जैसे ही शहर में फैली माहौल तनावपूर्ण हो गया। इखलाक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लाया गया है, जिसके बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। उधर एहतियातन शहर में दुकानें बंद करवा दी गई हैं। पुलिस अगर थोड़ी सी सतर्कता बरतती तो इस घटना को रोका जा सकता है। जब इखलाक पर हमला हुआ तो गोली चलाने वाला कोर्ट परिसर के अंदर उसके पास खड़ा था। इससे सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं, आखिर कोर्ट परिसर में हथियार लेकर कोई कैसे घुस गया।
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रक्षा बंधन पर बहनें अपने भाइयों से सभी प्रकार के नशे से दूर रहने का वचन मांगेगी। संचालनालय महिला सशक्तिकरण ने इसके लिये अनूठी पहल की है। “ सशक्त परिवार सशक्त देश ’’ पहल के अंतर्गत पूरे प्रदेश में सकल्प पत्र भेजे जा रहे है। सभी सांसदों, विधायकों, जिला पंचायत, जनपद पंचायत अध्यक्षों, महापौर, पार्षद, कालेज स्कूलों तक पहंचाये जा रहे है। सभी भाइयों तक यह संकल्प पत्र पहुंचेगा। इसे बहनों की पूजा की थाली में रखना होगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिवस मंत्रालय में संकल्प पत्र का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने नवाचारी पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्रयासों से बने उद्देश्य पूरे होते हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस इस अवसर उपस्थित थी।
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मुख्यमंत्री चौहान ने मुस्कान के जूनून और जज्बे को किया सम्मानित भोपाल में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली मुस्कान अहिरवार का अपना पक्का पुस्तकालय होगा। अभी वो राजधानी की दुर्गानगर बस्ती में कच्चे मकान में पुस्तकालय चलाती हैं। बच्चों की शिक्षाप्रद 25 किताबों से उनका पुस्ताकलय 2016 में शुरू हुआ था। अब 1000 से ज्यादा किताबों से सज्जित हो गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां अपने निवास पर मुस्कान अहिरवार का सम्मान किया और उन्हें दो लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की। साथ ही यह भी कहा कि जल्दी ही एक कमरे का पक्का पुस्तकालय बन जायेगा। मुख्यमंत्री के इस भावनात्मक उपहार से अभिभूत मुस्कान कहती हैं कि अब उन्हें और बस्ती के बच्चों को पढ़ने और आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। मामाजी हमारे साथ हैं। अब हमें अपना काम करना है। मामा जी की सरकार हमारे साथ है। मुस्कान ग्लोरियस हायर सेकेण्डरी स्कूल जहांगीराबाद में पढ़ती हैं। उनकी बड़ी बहन नेहा अहिरवार नवीं कक्षा में तात्या टोपे हायर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ती हैं। छोटा भाई विकास चौथी में मुस्कान के साथ ही स्कूल जाता है। आकाश पहली कक्षा में है। उनके चाचा राकेश कुमार घर में मदद करते हैं। उनका सेंटरिंग का काम है। मुस्कान के पिता मनोहर अहिरवार भी सेंटरिंग का काम करते थे। सात जुलाई को उनका निधन हो गया। मुस्कान बताती हैं कि पापा कहते थे कुछ करके दिखाओ । इसके लिये खूब पढ़ो। वो स्वयं डाक्टर बनना चाहती हैं। मुस्कान बताती हैं कि अभी रोज शाम पांच से सात बजे तक पुस्तकालय लगता है। करीब बीस पच्चीस बच्चे आते हैं। चटाई और दरी पर बैठना पड़ता है। कुछ बच्चे किताबें घर ले जाते हैं। फिर वापस कर देते हैं। मैं किताब के बारे में कुछ सवाल पूछ लेती हूँ जिससे यह पता चल जाता है कि बच्चे ने किताब पढ ली है। एक रजिस्टर है जिसमें सारा हिसाब रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्कान जैसी बेटियों के काम को पूरा समाज आगे बढ़ाये तो स्थितियां बदलते देर नहीं लगेगी। सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता दी जायेगी।
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मध्यप्रदेश में वर्ष 2013-14 में सीधी भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत सरकारी स्कलों में 42 हजार 88 संविदा शाला शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। नियुक्त किये गये। संविदा शाला शिक्षकों को कार्य करते हुए 3 वर्ष से अधिक की सेवा अवधि हो चुकी है। लोक शिक्षण संचालनालय ने संविदा शाला शिक्षक को अध्यापक संवर्ग के पद पर नियुक्त करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने समस्त जिला कलेक्टर्स और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश जारी किये है। तीन वर्ष की संविदा नियुक्ति की कालावधि पूरी कर चुके संविदा शाला शिक्षकों को अध्यापक संवर्ग में नियुक्ति की पात्रता के संबंध में गठित छानबीन समिति निर्धारित मापदंडों की जाँच करेगी। छानबीन के बाद ही पात्र पाये जाने पर अध्यापक संवर्ग में नियुक्ति की जायेगी। संविदा शाला शिक्षक श्रेणी-1 को वरिष्ठ अध्यापक, संविदा शाला शिक्षक-2 को अध्यापक और संविदा शाला शिक्षक श्रेणी-3 को सहायक अध्यापक के रूप में अध्यापक संवर्ग के वेतनमान के न्यूनतम पर नियुक्त किया जायेगा। आगामी वेतन वृद्धि की तारीख एक वर्ष की सेवा पूरी करने के बाद देय होगी। जिले में गठित छानबीन समिति के अध्यक्ष जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी होंगे। समिति में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी अथवा सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण समिति के सदस्य सचिव होगे। समिति में अनुसूचित जाति अथवा जनजाति प्रवर्ग के एक अधिकारी को भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। लोक शिक्षण संचालनालय ने इस संबंध में संबंधित जिला कलेक्टर्स को नियत समय में आवश्यक कार्यवाही करने के लिये कहा है।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार वनवासियों के हितों का पूरा-पूरा ख्याल रखेगी। राज्य सरकार ने उनके हितों में अनेक निर्णय लिये हैं। वनवासियों को वनोपज का उचित मूल्य मिल सके, इसके लिये राज्य सरकार महुआ और अचार की गुठली जैसी वनोपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्राहकों को वर्ष 2015-16 में बोनस का लगभग 71 करोड़ रुपये वितरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान सतना जिले के मझगवां विकासखण्ड के बरौंधा में तेंदूपत्ता संग्राहकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने संग्राहकों को अपने हाथों से जूते-चप्पल पहनाकर और पानी की बॉटल देकर चरण पादुका योजना की शुरूआत की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महुआ फूल की खरीदी भी 30 रुपये प्रति किलो की दर पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि मझगवां के वन क्षेत्र में अचार, महुआ और करंज जैसी कई तरह की वनोपज पैदा होती है। इनकी खरीदी के लिये वन विभाग बरौंधा, कौहारी, पछीत और पाथरकछार में 4 खरीदी केन्द्र खोलेगा। गरीबों की आवास समस्या का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पक्का मकान देने की योजना में सतना जिले में 23 हजार और वन ग्रामों में 6000 मकान स्वीकृत किये गये हैं। वन क्षेत्र में इस वर्ष 5000 पक्के मकानों का विशेष पैकेज दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने के संकल्प के तहत पाथरकछार में 30 करोड़ 64 लाख रुपये के तालाब और अन्य ग्रामों में सिंचाई तालाब बनाकर पानी की व्यवस्था की जायेगी। क्षेत्र में 5000 कपिलधारा के कुएँ भी बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिये स्व-सहायता समूह बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस वनवासी क्षेत्र में 50 कस्टम हायरिंग केन्द्र खोले जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि सरकारी हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलों में फर्नीचर की व्यवस्था की जायेगी। पहाड़ी अंचल के इन गाँव में दीनदयाल चलित अस्पताल की व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होंने क्षेत्र के हाईस्कूल को हायर सेकेण्डरी के रूप में उन्नयन करने की बात भी कही। मुख्यमंत्री ने वनोपज और बाँस शिल्प की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतना नगर में सुभाष पार्क से जगतदेव तालाब तक पहुँची काँवर यात्रा में शामिल काँवरियों पर पुष्प-वर्षा कर मंगल कामना की। इस मौके पर वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, सांसद श्री गणेश सिंह एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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एमपी के राजस्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने तीन कार्यों का भूमि-पूजन किया। श्री गुप्ता ने वार्ड 27 में एलआईजी 173 के सामने कोटरा में सी.सी. रोड और वार्ड 26 में शासकीय विद्यालय 25वीं बटालियन की वाउण्ड्रीबाल का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कमला नगर थाने के पास मैदान में मटकी फोड़ प्रतियोगिता के लिए भी भूमि-पूजन किया। विजेता को मिलेगा 51 हजार रुपये राजस्व मंत्री श्री गुप्ता के कहा कि कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर 16 अगस्त को होने वाली मटकी फोड़ प्रतियोगिता में विजेता टीम को 51 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन लोगों को जोड़ते हैं। उन्होंने प्रतियोगिता स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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बड़वानी सरदार सरोवर परियोजना के डूब क्षेत्र प्रभावितों के लिए दिल्ली से राहत भरी खबर है। सोमवार को पुर्नवास को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में मुख्य न्यायधीश ने अंतरिम फैसला सुनाते हुए 8 अगस्त तक डूब क्षेत्र में यथास्थिति रखने के निर्देश दिए है। नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले में विस्तृत सुनवाई 8 अगस्त को होगी। जरूरत पड़ने पर माननीय न्यायालय पुनर्वास की तारीख और आगे बढ़ा सकता है। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरदार सरोवर परियोजना के डूब क्षेत्र में आज तक सारे गांवों को खाली करना था। पूर्ण पुनर्वास के लिए तय की गई डेडलाइन का सोमवार अंतिम दिन था। जिसके बाद से ही नर्मदा बचाओ आंदोलन, उनसे जुड़े डूब प्रभावितों ने तैयारियां तेज कर दी थी। रविवार को भी डूब प्रभावितों ने बड़वानी में कफन आंदोलन किया था और धार जिले के चिखल्दा में जल सत्याग्रह। चिखल्दा में ही नर्मदा बचाओ आंदोलन नेत्री मेधा पाटकर सहित 12 लोगों का अनिश्चितकालीन अनशन सोमवार को भी जारी रहा है।
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मुख्यमंत्री चौहान द्वारा संत रविदास आश्रम में समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मैहर में संत रविदास आश्रम पहुँचकर मंदिर में दर्शन किये और ब्रम्हलीन गुरू परमेश्वर प्रकाश जी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने आश्रम परिसर में संत शिरोमणि रविदास जी के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप मंदिर का निर्माण दो करोड़ रूपये लागत से कराया जा रहा है। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री ओम प्रकाश धुर्वे, सांसद श्री गणेश सिंह, विधायक श्री नारायण त्रिपाठी, श्री रमेश पाण्डेय बम बम महाराज, जन-प्रतिनिधिगण सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी के चरणों में प्रणाम करने यहां आया हूँ। संत जी का भव्य मंदिर बनेगा। मंदिर निर्माण का कार्य तय समय में पूरा होगा। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रदेश में संत रविदास महाकुम्भ का आयोजन होगा। स्थल का चयन विचार-विमर्श के बाद तय होगा। मुख्यमंत्री ने संत रविदास आश्रम में पीपल का पौधा रोपित किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के सतना आगमन पर स्थानीय हवाई पट्टी पर आयुष एवं जल-संसाधन राज्य मंत्री श्री हर्ष सिंह, सांसद श्री गणेश सिंह, महापौर सुश्री ममता पाण्डेय, श्री नरेन्द्र त्रिपाठी, जन-प्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय लोगों ने आत्मीय स्वागत किया।
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भोपाल में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) के सम्मेलन में मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों सहित कई पर्यावरणविद शामिल हुए। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत वर्ष 2016-17 में किए गए स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत देश में पहला स्थान प्राप्त करने व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर इंदौर महापौर मालिनी गौड़ और आयुक्त मनीष सिंह को पुरस्कृत किया गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देशभर में हरियाली और प्रदूषण रोनके लिए एनजीटी ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पर्यावरण को सुरक्षित रखाना है तो एनजीटी को और कड़े कदम उठाने होंगे। मध्यप्रदेश के लोग पर्यावरण प्रेमी है। सीएम ने कहा कि पेड़ों में तुलसी, आवंला, बरगद और पीपल की पूजा की जाती है। यह पर्यावरण बचाने का संदेश है। छत्तीसगढ़ के सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए हम दूसरों से उम्मीद करते हैं कि वो नियम फॉलो करे, लेकिन खुद नहीं करते। उन्होंने कहा कि गंगा में डुबकी लगाकर हम खुदको पवित्र समझते हैं, लेकिन नदियों का जल कितना प्रदूषित हो गया है। वृक्षारोपरण क्या किया जाए इस पर भी ध्यान देना होगा।
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महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा है कि प्रदेश में कुपोषण नियंत्रण के लिये महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ-साथ कृषि और इससे संबंधित विभागों को समन्वित प्रयास करने होंगे। श्रीमती चिटनिस पोषण परिपूर्ण ग्राम की अवधारणा के क्रियान्वयन के लिए विशेषज्ञ समूह की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती चिटनिस ने कहा कि गाँव में कृषि एवं अनुषांगिक गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण आवश्यकताओं को स्थानीय उपज से पूरा कर कुपोषण से निजात दिलायी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है। कृषि विज्ञान केन्द्रों के समन्वय से प्रत्येक परियोजना में एक ग्राम को पोषण परिपूर्ण ग्राम के रूप में विकसित करने की योजना है। इस अवसर पर जिलों से आए कृषि वैज्ञानिकों ने कार्य-योजना का प्रस्तुतिकरण किया। बैठक में प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री जे.एन. कंसोटिया, आईसीडीएस प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुश्री निधि निवेदिता, कृषि विज्ञान केन्द्र जोन-7 अटारी के निदेशक कृषि वैज्ञानिक श्री अनुपम मिश्र, संचालक कृषि उद्यानिकी, पशुपालन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से आज यहां मुख्यमंत्री निवास में दाल मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री संजय पाठक भी उपस्थित थे।
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mp के राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने पूर्व राष्ट्रपति श्री ए.पी.जे अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि पर कोटरा में उनके छाया-चित्र पर माल्यार्पण किया। श्री गुप्ता ने कहा कि श्री कलाम के कार्य अविस्मरणीय और प्रेरणादायक हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय है। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। रामनगर में स्कूल बाउण्ड्रीवाल का भूमि-पूजन राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने वार्ड 25 स्थित रामनगर में स्कूल की बाउण्ड्रीवाल और शेड निर्माण के लिए भूमि-पूजन किया। श्री गुप्ता ने रहवासियों को शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्माण विभागों को निर्देशित किया है कि कार्यों की गुणवत्ता, निर्माण अवधि आदि के महत्वांकाक्षी लक्ष्य निर्धारित कर कार्य किये जायें। श्री चौहान आज मंत्रालय में प्रगति ऑनलाइन के दौरान निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। ऑनलाइन समीक्षा में मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रकाशन 'समझ झरोखा' का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान निर्माण कार्यों की वर्तमान स्थिति, कार्य की पूर्णता और गुणवत्ता के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने आदिम जाति कल्याण विभाग के निर्माणाधीन कन्या शिक्षा परिसरों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री को बताया गया कि प्रदेश के 28 जिलों में 65 परिसरों का निर्माण किया जाना है। कुल 52 स्थलों पर निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गये हैं। मुख्यमंत्री ने उपयुक्त भूमि की अनुपलब्धता की जानकारी मिलने पर संबंधित जिलों के कलेक्टरों और परियोजना क्रियान्वयन इकाई से सीधा संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों को एक सप्ताह में उपयुक्त भूमि चयन का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में सीधी जिले की ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना मझोली, उमरिया जिले की ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना मानपुर, कन्या शिक्षा परिसर, बैतूल-खंडारा-आमला-बोरदेहि-बांसखापा-नागदेव मंदिर रोड, खमरपानी-सावरनी-लोधीखेड़ा-रेमंड चौक रोड, निवारी-सेंद्री रोड, बेनजीर पैलेस का हेरिटेज होटल में रूपांतरण, पूर्व क्षेत्र में फीडर सेपरेशन, रीवा की अमृत योजना अंतर्गत सीवरेज परियोजना और जबलपुर स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कार्य को समय-सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
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कारगिल विजय दिवस पर आज सैनिक विश्राम गृह में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कारगिल युद्ध के संबंध में जनसमुदाय चल चित्र के माध्यम से विस्तृत जानकारी को दी गई। मुख्य अतिथि मेजर जनरल टी.पी.एस.रावत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सेनाएँ देश की सीमाओं और देशवासियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। विपरीत पस्थितियों में सेना ने बड़े धैर्य और साहस से पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी। यह युद्ध किसी अन्य देश की सेना द्वारा जीत पाना असंभव था। मेजर जनरल रावत ने बताया कि दुर्गम स्थल होते हुए भी हमारी सेना ने कारगिल युद्ध लड़कर दुश्मनों को परास्त किया। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक अपने जीवन का अधिकतम और स्वर्णिम समय देश की सेवा में सर्मपित करते हैं। हमें भी उनके प्रति सदैव अपनत्व और सहयोग की भावना रखना चाहिये। इस अवसर पर मेजर जनरल अशोक कुमार,कर्नल ओ.पी.मिश्रा,कर्नल वी.पी.त्रिपाठी,कर्नल प्रणव मिश्रा (से.नि.) ने 16500 फिट उंची बर्फीली पहाड़ी पर हुऐ कारगिल सहित अन्य युद्धों की परिस्थितियों,सेना की रणनीति आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। इस युद्ध में 8 जवान शहीद और 48 सैन्य कार्मिक घायल हुऐ थे। कारगिल में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि और राष्ट्रगान के उपरान्त कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम का संचालन कर्नल गिरिजेश सक्सेना तथा आभार प्रदर्शन कर्नल यशवंत के.सिंह ने किया। इस अवसर पर संचालक सैनिक कल्याण ब्रिगे.आर.एस. नोटियाल, भोपाल एक्स सर्विसेस लीग के अध्यक्ष कार्नल एस कुमार सहित सेवारत/सेवानिवृत्त सैन्य कार्मिक,उनके परिवारजन,शासकीय सेवक एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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भ्रामक प्रचार से विचलित न हों किसान : रजनीश वैश नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, अपर मुख्य सचिव रजनीश वैश ने कहा है कि नर्मदा नदी से मध्यप्रदेश में किसानों द्वारा खुद के साधनों से की जा रही सिंचाई पर रोक लगाने संबंधी कोई आदेश नहीं है। किसानों को नर्मदा नदी से पानी लेने का अधिकार पूर्व की तरह यथावत है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों की विद्युत लाईन डूब में आयेगी, उन्हे नये उद्वहन स्थान पर पम्प मोटर के लिये विद्युत कनेक्शन प्राप्त करने का अधिकार सुरक्षित है। ऐसे किसानों को नये उद्वहन स्थान पर पूर्व की तरह ही विद्युत कनेक्शन प्रदान किया जायेगा। श्री वैश ने किसानों से अपील की है भ्रामक प्रचार से विचलित नहीं हों। साथ ही, अपने साथी किसानों को भी वस्तुस्थिति से अवगत करायें।
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भारत सरकार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों के लिए दिव्यांगजन अधिनियम प्रकाशित किया गया है। अधिनियम के तहत राज्य सरकारों से नियम बनाने की अपेक्षा की गई है। यह जानकारी दिव्यांगजन अधिनियम पर हुई कार्यशाला में दी गयी। कार्यशाला में राज्य सरकार द्वारा बनाये जाने वाले दिव्यांगजन अधिनियम के नियमों में जिन विभागों को शामिल किया गया है। उन्हें उनकी भूमिका से अवगत कराया गया। कार्यशाला में मुख्य रूप से स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, गृह, पुलिस, महिला एवं बाल विकास, राजस्व एवं अन्य उत्तरदायी विभाग के अधिकारी उपस्थित हुए। सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती नीलम शमी राव द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में सेवा निवृत्त अपर मुख्य सचिव एम.एम. उपाध्याय एवं सेवा निवृत्त प्रमुख सचिव व्ही.के. बाथम ने दिव्यांगजन अधिनियम के नियम बनाने की दिशा में आवश्यक मार्गदर्शन दिया।
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श्रावण मास के तीसरे सोमवार पर भगवान श्री महाकाल की सवारी पुलिस बैण्ड एवं घुड़सवार दल के साथ से क्षिप्रा तट पर पहुँची। यहाँ पर क्षिप्रा के पवित्र जल से भगवान महाकाल का पूजन-अर्चन हुआ। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूजन में शामिल हुए। इस अवसर पर विधायक डॉ. मोहन यादव, श्री अनिल फिरोजिया, श्री इकबालसिंह गांधी सहित गणमान्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। भगवान महाकालेश्वर की पालकी ने जैसे ही रामघाट पर प्रवेश किया, कड़ाबीन के धमाकों से रामघाट गुंजायमान हो गया। रामघाट एवं दत्त अखाड़ा घाट पर खड़े हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल की पालकी का जय महाकाल के नारे से स्वागत किया। श्रावण की फुहारों ने वातावरण में भक्तिरस घोल दिया। रामघाट पर पालकी को विश्राम देकर पालकी में विराजित चंद्रमौलेश्वर की मूर्ति का पूजन-अर्चन करने के बाद पुरोहितों द्वारा आरती की गई। लगभग 45 मिनिट तक चले इस क्रम के बाद पालकी पुन: निर्धारित मार्ग पर भ्रमण के लिये रवाना हुई।
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इस वर्ष 20 दिन में घोषित किया गया परीक्षा परिणाम मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड परीक्षा मार्च 2017 में कक्षा 10 और कक्षा 12वीं में अनुर्त्तीण रहे छात्रों के लिये राज्य ओपन शिक्षा परिषद द्वारा 'रूक जाना नहीं' योजना से करीब 22 हजार छात्रों को आगे की कक्षाओं में पढ़ने का अवसर मिलेगा। इन छात्रों के लिये राज्य ओपन स्कूल ने 19 जून से 3 जुलाई तक परीक्षा आयोजित की। राज्य ओपन स्कूल ने इस योजना में रिकार्ड समय 20 दिन के भीतर परीक्षा परिणाम घोषित किया है। उत्तीर्ण छात्रों को आगे की कक्षाओं में प्रवेश दिलाने में सहयोग दिया जायेगा। रूक जाना नहीं योजना में असफल रहे कक्षा 10 के 4,198 और कक्षा 12 के 17 हजार 740 छात्रों ने परीक्षा में सफलता हासिल की है। योजना में असफल रहे छात्रों के लिये एक और अवसर इस वर्ष नवम्बर और दिसम्बर माह में होने वाली परीक्षा में और दिया जायेगा। इसके लिये फार्म भरने की प्रकिया अगस्त माह के पहले सप्ताह से पुन: शुरू की जायेगी। रूक जाना नहीं योजना प्रदेश में वर्ष 2016 से स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रारंभ की थी। वर्ष 2016-17 में असफल रहे छात्रों के लिये 4 अलग-अलग चरणों में परीक्षा आयोजित की गई थी। इन परीक्षाओं में वर्ष 2016 की माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड की कक्षा 10 और कक्षा 12वीं के 86 हजार 23 छात्रों को बोर्ड परीक्षा पास करने में सफलता मिली थी। इस वर्ष के परीक्षा परिणाम मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा परिषद की वेबसाइट http://www.mpsos.nic.in/पर देखे जा सकते है।
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मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती सलीना सिंह ने कहा है कि लोकतंत्र की सफलता में निर्वाचकों की भूमिका को देखते हुए निर्वाचन नामावली का शुद्ध और पारदर्शी होना जरूरी है। इसके लिये निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, जिला निर्वाचन अधिकारियों और प्रोग्रामर को विशेष ध्यान देना होगा। श्रीमती सिंह आज निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के ईआरओ नेट प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। कार्यक्रम में सभी 51 जिलों के अधिकारी उपस्थित थे। श्रीमती सलीना सिंह ने कहा कि ईआरओ नेट के माध्यम से अब सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बेहतर समन्वय से कार्य कर सकेंगे। इससे कार्य निष्पादन में और तत्परता आयेगी। इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री एस.एस. बंसल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
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खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि मध्यप्रदेश में नदियों से रेत के वैज्ञानिक उत्खनन तथा विपणन की प्रभावी पारदर्शी व्यवस्था के लिये हुई कार्यशाला की अनुशंसाओं को शीघ्र अंतिम रूप दिया जाये। नीति को बेहतर से बेहतर बनाने के लिये 15 दिवस में प्रस्ताव तैयार किया जाये। श्री शुक्ल आज मंत्रालय में प्रदेश में रेत खनिज के उत्खनन और विपणन के संबंध में गठित समिति की अध्यक्षता कर रहे थे। श्री शुक्ल ने कहा कि नर्मदा तथा अन्य नदियों से खनिज के उत्खनन के संबंध में स्थायी समाधान होना चाहिये। उन्होंने कहा कि कार्यशाला के सभी निष्कर्षों को ध्यान में रखते हुए रेत खनिज की उत्खनन और विपणन की पारदर्शी व्यवस्था की नीति तैयार की जाये। खनिज मंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी से रेत के उत्खनन के लिये सभी प्रभावी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए समग्र प्रतिवेदन शीघ्र तैयार किया जाये। श्री शुक्ल ने कहा कि कार्यशाला के निष्कर्षों के आधार पर प्रदेश में आदर्श रेत खनिज नीति बनेगी। उन्होंने कहा कि इससे देश के अन्य राज्यों को भी लाभ मिलेगा। बैठक में सचिव खनिज साधन श्री मनोहर दुबे ने कार्यशाला में विभिन्न सत्र में हुई चर्चा के निष्कर्षों की जानकारी दी। बैठक में प्रमुख सचिव नगरीय विकास श्री मलय श्रीवास्तव, उप सचिव खनिज श्री राकेश श्रीवास्तव, आई.आई.टी. खड़गपुर, (पश्चिम बंगाल) के प्रोफेसर श्री के.पाठक तथा प्रोफेसर श्री अभिजीत मुखर्जी, विभागाध्यक्ष पर्यावरण विज्ञान, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल श्री प्रदीप श्रीवास्तव, संचालक भौमिकी तथा खनिकर्म श्री व्ही.के. ऑस्टिन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खनन नीति का आधार पर्यावरण संरक्षण, सतत् विकास और मानवीय दृष्टिकोण होना चाहिये। रेत से राजस्व अर्जित करना सरकार की मंशा कतई नहीं है। श्री चौहान ने आज एप्को सभागार में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि विकास के लिए रेत की सुलभ उपलब्धता हो। अवैध गतिविधियाँ बंद हों। नदियों का दोहन हो, शोषण नहीं। खनन दृष्टिकोण मानवीय हो। उन्होंने कहा कि इन्हीं उद्देश्यों पर आधारित खनन नीति निर्माण के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया है। श्री चौहान ने सरकार द्वारा खनन नीति निर्माण के विभिन्न स्वरूपों का चरणबद्ध उल्लेख किया और कार्यशाला में विचारणीय मुद्दों को रेखांकित किया। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि प्रदेश की खनन नीति का स्वरूप कार्यशाला के मंथन से निकला अमृत निर्धारित करेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि प्रकृति पर केवल मानवमात्र का अधिकार नहीं है। जीव-जंतुओं, चल-अचल सभी तत्वों का समान अधिकार है। अत: प्रकृति के साथ संतुलित व्यवहार जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर होने वाले आत्मघाती प्रभावों के संकेत पृथ्वी के तापमान में वृद्धि, अवर्षा, अनियमित वर्षा और प्राकृतिक आपदाओं के रूप में सामने आने लगे हैं। अनेक जीव-जंतु धरती से विलुप्त होने लगे हैं। महाशीर मछली सहित अनेक जीव-जंतु विलुप्ती के कगार पर है, उनके संरक्षण के प्रयास हो रहे हैं। संसार में सर्वत्र चिंता हो रही है। प्रदेश के नागरिकों ने पर्यावरण संरक्षण के लिये नर्मदा सेवा यात्रा के संकल्प और 12 घंटों में 7 करोड़ 13 लाख पौधे रोपकर इस दिशा में अपना फर्ज निभाया है। श्री चौहान ने कहा कि यह जरूरी हो गया है कि हम भावी पीढ़ी के लिए स्वस्थ वातावरण छोड़ें जिसमें सभी के लिये जीवन के समान अवसर हों। श्री चौहान ने कहा कि हमें प्रकृति से उतना ही लेना चाहिये जिसकी प्रकृति स्वयं भरपाई कर सके। नदी से हम उतनी रेत लें जिसकी वह स्वयं भरपाई कर सकें। पर्यावरण और विकास में संतुलन हमारी नीति का आधार हो। एक पक्षीय प्रयास उचित नहीं हैं। नदी से रेत उत्खनन अगर पूर्णत: बंद हो जाता है तो नदी में कटाव की समस्या आ जाती है। किनारे की उपजाऊ भूमि रेत में बदलने लगती है। इसी तरह विकास के लिये रेत की सहज उपलब्धता अंधाधुंध लाभार्जन प्रतिस्पर्धा को बढ़ाकर नदी के अस्तित्व के लिये संकट खड़ाकर देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जरूरी है कि नीति ऐसी बने जो संतुलित और व्यवहारिक हो। खनन नीति से आर्थिक लाभ की प्रतिस्पर्धा उत्पन्न नहीं हो। अवैध गतिविधियां बंद हों। मानव हस्तक्षेप के अवसर नियंत्रित और न्यूनतम हों। प्रक्रियाएं पारदर्शी हों। दृष्टिकोण मानवीय हो। आम उपभोक्ता को रेत सस्ती दर पर सुलभ हो। रोजगार के नये अवसर सृजित हों। मुख्यमंत्री ने कार्यशाला के विशेषज्ञों का आव्हान किया कि खनन नीति पर समग्र और मानवीय परिप्रेक्ष्य में चिंतन करें। खनन की वैज्ञानिक प्रक्रिया हो, जो रोजगार के अवसर सृजित करने के साथ ही पारिस्थितिकी का संरक्षण करे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कार्यशाला का चिंतन प्रदेश की खनन नीति निर्माण में सहयोगी होने के साथ ही पूरे देश की खनन नीति निर्माण में दिग्दर्शन करेगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष न्यायाधिपति श्री दिलीप सिंह ने कहा कि कार्यशाला का आयोजन अत्यंत सराहनीय पहल है। गहन चिंतन से खनिकर्म से संबंधित विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक परिवर्तन आयेगा। कार्यशाला के निष्कर्ष सस्टेनबल पॉलिसी निर्माण में सहयोगी होंगे। उन्होंने प्रतिभागियों का आव्हान किया कि वे विषय विशेषज्ञ हैं। जमीनी हकीकतों से सीधे जुड़े हैं। उनके विचार अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। सब खुलकर विचार, सुझाव और शंकायें प्रस्तुत करें ताकि नदी प्रबंधन की प्रभावी व्यवस्था हो। पर्यावरण, राजस्व और उपभोक्ता हितों का प्रभावी संरक्षण हो। उन्होंने कहा कि विकास के लिए खनिकर्म जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी भावी पीढ़ी के लिये स्वस्थ पर्यावरण छोड़ना है। पर्यावरण और विकास में संतुलन होना चाहिए। विकास के लिए रेत के विकल्पों को भी तलाशा जाये। अवैध उत्खनन को प्रतिबंधित करने के लिए सम्बद्ध विभागों का तंत्र सुदृढ़ हो। मानीटरिंग प्रक्रिया मजबूत हो। खनन वैज्ञानिक तरीके से हो। खनन की अनुमति खनिज की उपलब्धता के आधार पर मिले। पर्यावरण अनुमतियाँ मौका मुआयना के बाद ही प्रदान करने आदि की व्यवस्थायें होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि खनन कैसे हो, कहाँ हो, कितना हो, इसके स्पष्ट दिशा-निर्देश होने चाहिए। खनिज संसाधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि कार्यशाला का आयोजन राज्य की खनन नीति का स्वरूप फूल-प्रूफ बनाने के मार्गदर्शी सिद्धांतों के निर्माण के लिए किया गया है। प्रयास है कि विकास कार्यों के लिए खनिज उपलब्ध हो। खनन का विपरीत प्रभाव नदी के स्वास्थ्य पर नहीं पड़े। जीव-जंतुओं के जीवन के लिए कोई खतरा पैदा नहीं हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रेत की उपलब्धता 7 करोड़ घनमीटर है। आवश्यकता 3 करोड़ घनमीटर की आँकलित की गई है। प्रयास है कि ऐसी नीति बने जो रेत हार्वेस्टिंग के अनुरूप हो। जितनी रेत बहकर आये, नदी से उतना ही उत्खनन हो। अवैध उत्खनन पूर्णत: प्रतिबंधित हो जाये। रेत के विपणन की व्यवस्था ऐसी हो जिससे आम उपभोक्ता को सस्ती दर पर रेत सुलभ करवाई जा सके । खनिज निगम अध्यक्ष श्री शिव चौबे ने कार्यशाला में आभार प्रदर्शन किया। संचालन श्री सुधीर कोचर ने किया। प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत रूद्राक्ष का पौधा और श्री अमृतलाल वेगड़ की पुस्तकों, सौंदर्य की नदी नर्मदा एवं अमृतस्थ नर्मदा भेंट कर किया गया। उद्घाटन सत्र में राज्य की खनन नीति पर तेलगांना संचालक भौमिकी एवं खनिकर्म श्री सुशील कुमार ने और छत्तीसगढ़ के संयुक्त संचालक भौमिकी एवं खनिकर्म श्री डी.महेशबाबू ने पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन दिया। बताया गया कि कार्यशाला के दौरान समानांतर रूप से तीन तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया है। जिसमें विषयवार विशेषज्ञ चिंतन कर विचार प्रस्तुत करेंगे। चौथा समापन का निष्कर्ष सत्र होगा। कार्यशाला की अनुशंसाएं प्रस्तुत की जायेंगी। कार्यशाला का विषय नदियों की पारिस्थितिकी के अनुकूलन, रेत हार्वेस्टिंग एवं विपणन नीति निर्धारण था। आयोजन भौमिकी एवं खनिकर्म संचालनालय म.प्र. और राज्य खनिज निगम लिमिटेड के तत्वावधान में किया गया था। कार्यशाला में मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, उपाध्यक्ष खनिज निगम श्री गिरिराज किशोर, देश के खनिकर्म से संबंधित विभिन्न संगठनों और विषयों के प्रख्यात विशेषज्ञ, विचारक और शोधार्थी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश अब दूसरी कृषि क्रांति करेगा। इसके माध्यम से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिलेगा और उनकी समस्या का स्थायी समाधान होगा। देश को भी नई दिशा मिलेगी। आज यहाँ मंत्रालय में प्याज खरीदी की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्याज खरीदी और नीलामी की मानिटरिंग के लिये उच्च स्तरीय समिति गठित करने के निर्देश दिये। श्री चौहान ने कहा कि प्याज खरीदी, बिक्री और नीलामी की प्रक्रिया में गड़बड़ी करने वाले को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि प्याज खरीदी और नीलामी की पारदर्शी व्यवस्था बनाई गई है। उच्च-स्तरीय निगरानी समिति अगले तीन महीने तक इस व्यवस्था के संचालन की निगरानी करेगी। उन्होंने कहा कि प्याज खरीदी की जाँच भी की जायेगी। इसके लिये जिन केन्द्रों से शिकायत मिलेगी, वहाँ विशेष जाँच दल भेजकर जाँच करायी जायेगी। बैठक में बताया गया कि अब तक 8 लाख 76 हजार मीट्रिक टन प्याज की खरीदी की जा चुकी है। इसमें से करीब 90 प्रतिशत प्याज की नीलामी की जा चुकी है। भारत सरकार ने प्याज की खरीदी की मात्रा को देखते हुए 20 प्रतिशत प्याज खराब होने के संभावना जतायी थी जबकि अभी केवल 5 प्रतिशत प्याज खराब हुआ है। राशन दुकानों से गरीबों को प्याज उपलब्ध करवाने की सुचारु व्यवस्था अत्याधिक सफल रही है। जल्दी ही प्याज के शेष स्टॉक का निराकरण किया जायेगा। प्याज खरीदी के माध्यम से 1 लाख 54 हजार किसान लाभान्वित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि खरीदी और नीलामी की प्रक्रिया की जाँच करते समय किसानों को भुगतान की प्रक्रिया प्रभावित नहीं होना चाहिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्याज खरीदी और नीलामी से जुड़ा जो सरकारी अमला सरकार की मंशा और तय प्रक्रिया के अनुरूप कार्य कर रहा है, उसे पूरा संरक्षण दिया जायेगा। अनियमितता बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रावाई होगी। बैठक में बताया गया कि प्याज खरीदी की व्यवस्था से प्याज उत्पादक किसान पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्हें अपनी उपज का लाभकारी मूल्य मिल गया है। पूरी व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित है। श्री चौहान ने कृषि लागत मूल्य निर्धारण आयोग की जल्दी स्थापना कर कार्य शुरू करने के निर्देश दिये। बैठक में कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीणा, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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नर्मदा घाटी में सिंचाई विस्तार के लिये वर्तमान में जो निर्माणाधीन परियोजनाओं को लक्षित समयावधि में पूरा करने के लिये सघन प्रयास किये जायें। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि परियोजना कमाण्ड क्षेत्र का कोई भी किसान सिंचाई लाभ से वंचित न रहे। यह बात नर्मदा घाटी विकास विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री लाल सिंह आर्य ने आज यहां नर्मदा भवन से परियोजना कार्यों की गहन समीक्षा के दौरान कही। श्री आर्य ने इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मान, जोबट, पुनासा उद्वहन, अपरबेदा, लोअरगोई, रानी अवंती बाई सागर, बरगी व्यपवर्तन सहित नई स्वीकृत परियोजनाओं के निर्माण और संचालन की विस्तृत जानकारी ली। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री रजनीश वैश ने परियोजनाओं के विभिन्न पक्षों की विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि वर्ष 2016-17 में परियोजनाओं से 5 लाख 50 हजार हेक्टेयर रकबे को जल उपलब्ध कराया गया। इसे जारी रखते हुये वर्ष 2017-18 में 6 लाख हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित किया जायेगा। श्री वैश ने नर्मदा मालवा गम्भीर लिंक के 65 प्रतिशत तक पूर्ण हुये कार्यों की जानकारी देते हुये सरदार सरोवर विस्थापन और पुनर्वास कार्य की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया। बैठक में प्राधिकरण के सदस्य, मुख्य अभियन्तागण तथा पुनर्वास से संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूल शिक्षा विभाग में इस समय चल रही युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को सही बताया है और उन्होंने इस संबंध में स्थिति भी स्पष्ट की है। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से करीब 20 हजार अतिशेष पदों की पूर्ति उन प्राथमिक शालाओं में हो सकेगी, जहाँ पर शिक्षक कम हैं अथवा पदस्थ नहीं है। आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय ने बताया कि युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य ऐसे विद्यालयों में जहाँ शिक्षकों की संख्या छात्र संख्या के अनुपात में अधिक है, वहाँ से छात्रों के अनुपात में कम शिक्षकों के विद्यालयों में भेजना है। वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग की 4224 प्राथमिक शालाएँ ऐसी हैं जहाँ कोई भी शिक्षक पदस्थ नहीं है इन शालाओं में 9 हजार 500 से अधिक पद रिक्त हैं। इसके साथ ही 13 हजार 536 प्राथमिक शालाओं में 17 हजार से अधिक शिक्षकों की आवश्यकता है। प्रदेश में 17 हजार 273 प्राथमिक या माध्यमिक शालाएँ हैं, जहाँ छात्रों की निश्चित संख्या के मुकाबले अधिक शिक्षक पदस्थ हैं। पूर्व में शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण जिला स्तर पर होता रहा है लेकिन अधिकांश जिले ऐसे थे जहाँ युक्तियुक्तकरण का कार्य प्रभावी ढंग से नहीं हुआ। इसे देखते हुए विद्यालयों में इस प्रक्रिया को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया गया। ऑनलाइन प्रक्रिया से प्राप्त आँकड़ों से पता लगा कि प्रदेश में नामांकन के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में करीब 39 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। ग्रामीण प्राथमिक शालाओं में 1860 प्रधानाध्यापक और 15 हजार 186 शिक्षक अतिशेष हैं। नगरीय प्राथमिक शालाओं में 330 और 3063 शिक्षक अतिशेष हैं। प्रदेश की 2491 माध्यमिक शालाओं में 4051 शिक्षक अतिशेष चिन्हित किये गये हैं। युक्तियुक्तकरण से प्राथमिक शालाओं में 20 हजार अतिशेष शिक्षकों की पूर्ति हो सकेगी। आयुक्त लोक शिक्षण ने स्पष्ट किया है कि युक्तियुक्तकरण का यह उचित समय है। सरकारी स्कूल में प्रवेश संबंधी कार्यवाही 14 जून से प्रारंभ होकर 12 अगस्त तक चलती है। इस अवधि में शालाओं में प्रवेश के अलावा शैक्षणिक कैलेण्डर तैयार करने और वर्षभर की गतिविधियाँ प्रमुख रूप से निर्धारित की जाती हैं। ऑनलाईन प्रक्रिया कार्यवाही के सभी चरण इस प्रकार निर्धारित किये गये जिससे पूरी पारदर्शिता हो। इस प्रक्रिया में ई-सेवा पुस्तिका को अद्यतन करने का विकल्प शिक्षकों को दिया गया। जिससे उन्होंने अपने से संबंधित जानकारी को अद्यतन किया। प्रोग्रामिंग द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या एवं विषय मान के अनुसार अतिशेष की अंतरिम सूची जारी की गई। इसके साथ ही अंतरिम अतिशेष सूची पर संबंधित द्वारा ऑनलाईन आपत्ति करने और कलेक्टर की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा आपत्ति की सुनवाई कर उसका निराकरण कर उसे पीडीएफ फाईल में अपलोड किया गया। इस प्रक्रिया के बाद अंतिम सूची जारी करना एवं अतिशेष शिक्षकों की पद-स्थापना विकल्प के आधार पर शून्य शिक्षकीय अथवा एक शिक्षकीय पाठशाला में पद-स्थापना हेतु पोर्टल के माध्यम से आदेश जारी किया जाना है। इस सब प्रक्रिया में कहीं कोई त्रुटि होती है तो प्रभारी मंत्री के समक्ष अपील का प्रावधान भी है। प्रथम चरण में 89 आदिवासी विकासखंड और सतना जिले के शिक्षकों का डाटा अपडेट नहीं होने से अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी नहीं की गई है। विभाग द्वारा 17 जुलाई को जारी सूची में 11 हजार 416 प्राथमिक शालाओं में 14 हजार 721 शिक्षक अतिशेष पाये गये हैं और 1634 माध्यमिक शालाओं में 3075 शिक्षक अतिशेष की श्रेणी में हैं। इन शिक्षकों को आपत्ति होने पर 19 जुलाई तक अपना पक्ष एजुकेशन पोर्टल पर प्रस्तुत करने का विकल्प दिया गया है। संविलियन युक्तियुक्तकरण के बाद क्यों ? वर्तमान में जो विद्यालय शिक्षक विहीन या एक शिक्षकीय हैं, उनमें सबसे पहले अध्यापकों की पद-स्थापना की जायेगी। युक्तियुक्तकरण से शिक्षकों को ऐसे विद्यालयों, जहाँ उनकी संख्या छात्र संख्या के अनुपात में अधिक है, से उन विद्यालयों में भेजा जायेगा, जहाँ शिक्षक संख्या छात्र अनुपात में कम है। यह प्रक्रिया पूरे होने के बाद ही रिक्तियों की वास्तविक स्थिति पता चल सकेगी। संविलियन में स्थानीय निकाय से अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त करने का भी प्रावधान है। संविलियन के लिये यदि कोई निकाय अनापत्ति समय पर नहीं देता है तो उपलब्ध डाटाबेस के आधार पर डीम्ड परमिशन माना जा सकेगा।
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मध्यप्रदेश विधानसभा में सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हुई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, डिप्टी स्पीकर, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित कई मंत्रियों और विधायकों ने मतदान किया। सबसे पहले नरेंद्र सिंह कुशवाह ने वोट डाला। कांग्रेस के पर्यवेक्षक कृपाशंकर सिंह मतदान केंद्र के भीतर बैठे रहे। बसपा के बलवीर दंडोतिया ने डाला आखिरी वोट डाला, जिसके साथ प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग पूरी हो गई। शाम को प्लेन से मतपेटी दिल्ली भेजी जाएगी। मतदान करने वाले विधायकों को मतदान केंद्र में मोबाइल, पैन या अन्य कोई भी सामग्री ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। राष्ट्रपति चुनाव के मतदान में दिवगंत विधायक प्रेम सिंह और डॉ. नरोत्तम मिश्रा को छोड़कर 228 विधायक शामिल हुए। एनडीए के राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को बीजेपी के अलावा मप्र के तीनों निर्दलीय प्रत्याशियों ने समर्थन दिया है तो उन्हें 168 एमएलए के 22 हजार 8 कीमत के वोट मिलने की उम्मीद है। मप्र के लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों में से 33 सांसदों के 23 हजार 364 कीमत के वोट मिलने की संभावना जताई जा रही है। वहीं यूपीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को कांग्रेस के 56 अलावा बसपा के चार विधायकों का समर्थन है। मीरा कुमार को 60 विधायकों के 7 हजार 860 कीमत के वोट मिलने की संभावना है। इसी तरह मीरा कुमार को प्रदेश कांग्रेस के छह लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों के 4 हजार 248 कीमत के वोट मिलने की उम्मीद है।
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किसानों के हित के लिये इस वर्ष से फसल गिरदावरी संबंधी जानकारी मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से संग्रहीत की जायेगी। इस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से पटवारियों को उनके मोबाइल पर ही ग्राम के समस्त भूमि स्वामियों के सभी खसरों की जानकारी प्राप्त हो जायेगी। लगायी गयी फसल की जानकारी ग्राम से ही भरी जा सकेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समन्वय भवन में मोबाइल एप का शुभारंभ किया। श्री चौहान ने कहा कि राजस्व अमले की कमी पूरी करने के लिये जल्दी ही 10 हजार पटवारियों, 550 तलसीलदारों और 940 नायब तहसीलदारों की भर्ती की जायेगी। भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के आदेश दे दिये गये हैं। उन्होंने राजस्व विभाग प्रमुख को पटवारियों की विभागीय पदोन्नति के संबंध में भी विचार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रशासन को प्रभावी बनाने के लिये युद्ध स्तर पर काम करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने पटवारियों को सूचना प्रोद्योगिकी का उपयोग करने के लिये टेब खरीदने के लिये उनके खाते में आवश्यक राशि देने की घोषणा की। श्री चौहान ने कहा कि सरकार पूरी तरह से लोगों के प्रति जवाबदेह है। उन्होंने कहा कि बोनी के समय के आँकडों का शुद्ध रेकार्ड उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य देने के लिये हर संभव कदम उठाये जा रहे हैं। किसानों को समर्थन मूल्य और बाजार मूल्य के अंतर के आधार पर आदर्श दर से भुगतान करने का नवाचारी प्रयोग भी किया जायेगा। मोबाइल एप से होने वाले लाभों की चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि राजस्व विभाग का यह क्रांतिकारी कदम भविष्य में बदलाव लायेगा। पारंपरिक बस्ते से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने एप संचालन के लिये एनआईसी का उपयोग करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लोगों को राजस्व विभाग और इसके अमले से बहुत अपेक्षाएँ हैं। क्या है फसल गिरदावरी फसल गिरदावरी प्रतिवर्ष की जाने वाली एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यह वर्ष में दो बार खरीफ और रबी सीजन की बुवाई के बाद की जाती है। इसे भू-अभिलेखों में दर्ज किया जाता है। यह कृषि सांख्यिकी एकत्रित करने की प्रक्रिया है। इसके आधार पर फसलों के क्षेत्रफल एवं उत्पादन संबंधी अनुमान की जानकारी तैयार की जाती है। कृषि वर्ष 1 जुलाई से प्रारंभ होकर 30 जून को समाप्त होता है। प्रथम खरीफ की फसलों तथा द्वितीय रबी की फसलों के आधार पर चालू वर्ष के खसरे में बोए गए क्षेत्रफल की फसल गिरदावरी के आधार पर दर्ज की जाती है। गिरदावरी जितनी सही और समय पर होगी, कृषि सांख्यिकी पूरी तरह से विश्वसनीय रहेगी। क्यों जरूरी है गिरदावरी फसल गिरदावरी के आधार पर ही खरीफ और रबी फसलों के बोए गए रकबे के आँकड़े प्राप्त होते हैं। उस आधार पर प्रमुख फसलों के उत्पादन व उत्पादकता अनुमान तथा राज्य एवं देश की कृषि दर निर्धारित की जाती है। फसल गिरदावरी कार्य से ही फसल पूर्वानुमान लगाया जाता है, जिससे फसल गिरदावरी को राजस्व खसरे के रकबे के आधार पर सांख्यिकी कार्य के लिये जानकारी शासन को प्रेषित की जाती है। यह जानकारी कई मामलों जैसे फसल बीमा, प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई, बैंक ऋण, योजनाओं के लाभ लेने आदि में महत्वपूर्ण होती है। मोबाईल एप्लीकेशन इस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से पटवारियों को उनके मोबाइल पर ही ग्राम के समस्त भूमि स्वामियों के सभी खसरों की जानकारी प्राप्त हो जायेगी। जैसे ही भरी गयी जानकारी अपलोड की जायेगी, कृषक को उससे संबंधित खसरों में फसल गिरदावरी के अंतर्गत कौन सी जानकारी दर्ज की गयी है, यह सूचना एस.एम.एस. के माध्यम से भेजी जायेगी। इसमें एक पासकोड भी होगा। यदि कृषक, पटवारी द्वारा भरी गयी जानकारी से सहमत है, तो वह पासकोड पटवारी को बतायेगा। जब पटवारी द्वारा यह पासकोड एप्लीकेशन में डाला जायेगा तभी जानकारी को अंतिम माना जायेगा। यदि किसी कृषक के पास कोई मोबाइल नंबर नहीं है तो वह अपने पड़ोसी का नंबर भी एस.एम.एस. प्राप्त करने में उपयोग कर सकेगा। फसल की जानकारी के साथ ही अन्य पड़त भूमि, भूमि में लगे वृक्ष, मकान आदि की जानकारी भी एप्लीकेशन के माध्यम से दर्ज की जा सकेगी। प्रमुख सचिव राजस्व श्री अरूण पांडे ने मोबाइल एप के बारे में जानकरी दी। इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीणा, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी उपस्थित थे। आयुक्त भू-अभिलेख श्री एन. के. अग्रवाल ने आभार माना।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले दिनों मुरैना जिले के बरौआ बायपास के पास हुई ट्रैक्टर-ट्राली और ट्रक की टक्कर में मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता की जायेगी। इस दुर्घटना में अलाहपुर और विषमपुरा के सात लोगों की मृत्यु हो गयी थी और बारह लोग घायल हो गये थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान से आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर इस दुर्घटना से प्रभावित लोगों के परिजनों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस परिवार में केवल दो बेटियाँ बची हैं, उनकी नि:शुल्क शिक्षा और देखरेख की व्यवस्था की जायेगी। मृतकों के परिजनों के लिये रोजगार की व्यवस्था कराई जायेगी। उन्होंने राहत राशि तत्काल देने के निर्देश दिये। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य मंत्री श्री रूस्तम सिंह और विधायकगण उपस्थित थे।
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राष्ट्रपति पद के निर्वाचन के लिये 17 जुलाई को होने वाले मतदान के दौरान मतदाताओं (विधान सभा/संसद सदस्य) को मतदान-केन्द्रों के अंदर मोबाइल एवं कार्डलेस फोन और वायरलेस सेट इत्यादि ले जाने की अनुमति नहीं होगी। चुनाव आयोग ने यह बात अभ्यर्थियों, उनके प्रतिनिधि और मतदाताओं के ध्यान में लाने के निर्देश दिये हैं। भोपाल में मध्यप्रदेश विधान सभा भवन स्थिति समिति कक्ष क्रमांक-2 में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। मतदान परिसर के समीप इस प्रकार की व्यवस्था की जायेगी कि मतदाता यदि सेल्युलर फोन अपने साथ लाता है, तो मतदान-स्थल पर प्रवेश करने से पहले वह उसे वहाँ जमा करवा सके। वोट डालने के बाद फोन को वह वापस ले सकेगा। इस आशय की सूचना मतदान-स्थल के बाहर सूचना-पटल पर भी लगाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। आयोग ने यह भी निर्देश दिये हैं कि प्रेक्षक सहित किसी भी अधिकारी को मतदान-स्थल के अंदर सेलफोन के प्रयोग की अनुमति नहीं दी जायेगी। रिटर्निंग ऑफिसर/सहायक रिटर्निंग ऑफिसर एक पूर्ण व्यवस्थित टेलीफोन लाइन सहित कंट्रोल-रूम की व्यवस्था की जायेगी। जब भी आयोग के अधिकारियों को उनसे और प्रेक्षक से सम्पर्क करना होगा, तो उन्हें इसके माध्यम से सूचित किया जा सकेगा। रिटर्निंग ऑफिसर/सहायक रिटर्निंग ऑफिसर और प्रेक्षक को आयोग से सम्पर्क करने की आवश्यकता होने पर वे मतदान-स्थल से बाहर आकर कंट्रोल-रूम का उपयोग कर सकेंगे। राष्ट्रपतीय निर्वाचन में मतदान की गोपनीयता बनाये रखने और मतगणना के समय मतदाता की पहचान की संभावना को छुपाने के उद्देश्य से आयोग ने मत चिन्हित करने में एकरूपता बनाये रखने के उपाय की व्यवस्था की है। पीठासीन अधिकारी या उसके द्वारा सम्यक रूप से प्राधिकृत किसी अधिकारी द्वारा जब किसी निर्वाचक (वोटर) को मत-पत्र दिया जायेगा, तो उसे मत-पत्र पर अपना अधिमान चिन्हित करने के लिये विशेष रूप से डिजाइन किया हुआ पेन दिया जायेगा। निर्वाचक को दिया गया पेन मत चिन्हित करने और उसे मत-पेटी में डालने के बाद दूसरे निर्वाचक को देने के लिये उससे वापस ले लिया जायेगा। इसके लिये आयोग ने अपेक्षित संख्या में बैंगनी (वायलेट) रंग की स्याही वाले पेन उपलब्ध करवाये हैं, ताकि सुनिश्चित हो सके कि अधिमान केवल बैंगनी स्याही में और उसी पेन से ही चिन्हित हों। किसी अन्य पेन, बॉल प्वाइंट पेन आदि से चिन्हित किसी भी मत-पत्र को राष्ट्रपतीय तथा उप राष्ट्रपतीय निर्वाचन नियम, 1974 के नियम-31 (एक) (घ) के अधीन निरस्त किया जा सकेगा।
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भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में पचमढ़ी अभयारण्य से 11 ग्राम एवं नजूल के 395.939 हेक्टेयर क्षेत्र को अभयारण्य क्षेत्र से बाहर करने तथा अभयारण्य के शेष बचे 28 ग्रामों को अभयारण्य क्षेत्र में इनक्लोजर के रूप में रखने का निर्णय लिया गया। इन ग्रामों पर वन्य-प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के अभयारण्य से संबंधित प्रावधान लागू नहीं होंगे। मंत्रि-परिषद ने केंद्रीय जेल भोपाल के 8 विचाराधीन बंदियों के भागने की घटना की न्यायिक जाँच के लिए गठित जाँच आयोग के कार्यकाल में तीन माह की वृद्धि करने का निर्णय लिया । यह वृद्धि 7 अगस्त से 6 नवंबर 2017 तक की गई है। मंत्रि-परिषद ने राजधानी परियोजना प्रशासन के तहत 422 नियमित अस्थाई पद और कार्यभारित स्थापना के तहत 300 पद इस तरह कुल 722 पद 1 मार्च 2017 से आगामी 5 वर्ष के लिए निरंतर रखने की स्वीकृति दी। मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में सामान्य पूल के आवासगृहों के निर्माण के लिए 220 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति दी। मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश गौण खनिज नियम 1996 में संशोधन के संबंध में समन्वय में दिये गये आदेश का अनुसमर्थन किया। स्कूल शिक्षा के महत्वपूर्ण निर्णय मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में शासकीय हाई /हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में फर्नीचर और हायर सेकेण्डरी स्कूलों की प्रयोगशाला में आवश्यक सामग्री की पूर्ति करने की स्वीकृति दी। इसका क्रियान्वयन आगामी 3 वर्षों तक होगा। मंत्रि-परिषद ने कक्षा 9 से 12 के दिव्यांग बच्चों के लिए संभाग स्तर पर छात्रावास संचालन की स्वीकृति दी। योजना को आगामी 3 वर्ष तक संचालन की स्वीकृति मिली है। मंत्रि-परिषद ने शासकीय हाई/हायर सेकेण्डरी विद्यालय भवन में रेट्रोफिटिंग जैसे लैब, पुस्तकालय, खेलकूद कक्ष में आवश्यक कार्य, पार्टीशन, सायकल स्टेण्ड, शेड निर्माण, स्टेज निर्माण, मैदान निर्माण, बगीचा निर्माण, पेयजल व्यवस्था आदि के लिए नयी योजना स्वीकृत की। वर्ष 2017-18 में इस मद में 9.20 करोड़ तथा 3 वर्ष के लिए 43.7 करोड़ की राशि स्वीकृत की गईं। राजस्व निर्णय मंत्रि-परिषद ने भूमि-अर्जन, पुनर्वासन एवं पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013-शासन के विभिन्न विभागों/उपक्रमों के लिए 'आपसी सहमति से भूमि क्रय नीति' 12 नवंबर 2014 में संशोधन की मंजूरी दी। संशोधन के बाद कण्डिका 14 में क्रय की गई भूमियों के विक्रय विलेख के विषय में भारतीय स्टाम्प अधिनियम 1899 एवं रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1908 के प्रावधान लागू होंगे। मंत्रि-परिषद ने 'शासकीय भूमि में से भूमिगत पाइप लाइन, केबल या डक्ट बिछाने के लिए अनुज्ञप्ति' विषयक नीति लागू करने की मंजूरी दी। निर्णय लिया गया कि विभिन्न परियोजनाओं के लिए भूमिगत पाइप लाइन, केबल या डक्ट बिछाने के लिए निजी भूमियों का उपयोक्ता का अधिकार अर्जन किया जाता है और जहाँ इन कार्यों के लिए शासकीय भूमि की आवश्यकता होगी ऐसी भूमि परियोजना को लाइसेंस पर उपलब्ध करवाई जायेगी। मंत्रि-परिषद ने चुटका परमाणु विद्युत परियोजना के लिए न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड को मंडला और सिवनी जिले की शासकीय भूमि वर्तमान में प्रचलित कलेक्टर गाइड लाइन वर्ष 2017-18 के आधार पर प्रीमियम राशि और 7.5 प्रतिशत वार्षिक भू-भाटक लेकर आवंटन की मंजूरी दी।
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जीएसटी जागरूकता कार्यशाला में वित्त मंत्री मलैया एमपी के वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जयंत मलैया ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने काश्मीर से कन्याकुमारी तक देश का आर्थिक रूप से एकीकरण किया है। जीएसटी देश की आजादी के बाद आर्थिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बदलाव है। इससे देश की तरक्की की रफ्तार को काफी गति मिलेगी। वित्त मंत्री श्री मलैया आज भोपाल के समन्वय भवन में जीएसटी जागरूकता कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला में राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता और सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग भी मौजूद थे। वित्त मंत्री श्री मलैया ने कहा कि जीएसटी एक राष्ट्र, एक कर और एक बाजार के उद्देश्य से लागू किया गया है। प्रदेश में एक जुलाई से वाणिज्यिक कर विभाग की 29 चौकी समाप्त हो गयी हैं। उन्होंने कहा कि पहले करीब 18 प्रकार के कर हुआ करते थे। अब इन सबको समाप्त कर एक कर जीएसटी लागू किया गया है। श्री मलैया ने कहा कि मध्यप्रदेश में पूर्व में वेट विधान में व्यवसायियों को पंजीयन लेने की सीमा 10 लाख रुपये वार्षिक टर्न-ओव्हर थी। जीएसटी विधान में यह 20 लाख रुपये वार्षिक टर्न-ओव्हर कर दी गयी है। इसके साथ ही 75 लाख रुपये तक के व्यापारियों को कंपोजिशन की सुविधा भी दी गयी है। जीएसटी कानून में छोटे व्यवसायियों को सुविधा देने के अधिक से अधिक प्रयास किये गये हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि बेरियर खत्म होने से सड़कों पर चलने वाले ट्रकों की रफ्तार तेज होगी। देश में जब बेरियर थे, तो ट्रकों में लगने वाले ईंधन में प्रतिवर्ष एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये का अनावश्यक खर्च होता था। वित्त मंत्री ने कहा कि अमेरिका में मालवाहक ट्रक प्रतिदिन 800 किलोमीटर की दूरी तय करता है। जब बेरियर थे तब मालवाहक ट्रक देश में केवल 280 किलोमीटर प्रतिदिन की दूरी तय करते थे। अब मालवाहक ट्रकों की रफ्तार प्रतिदिन 350 से 400 किलोमीटर हो जायेगी। इससे व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आयेगी। जीएसटी के टैक्स स्लेब की चर्चा करते हुए श्री मलैया ने कहा कि जीएसटी में कर की 5 दरें 0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत हैं। केवल 19 प्रतिशत वस्तुएँ ऐसी हैं, जिन पर कर की दर उच्चतम अर्थात 28 प्रतिशत है। शेष 81 प्रतिशत वस्तुओं पर 18 प्रतिशत या उससे कम की दरें हैं। वित्त मंत्री श्री मलैया ने जीएसटी को देश के संघीय ढाँचे की बेहतर मिसाल बताया। राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि जीएसटी का निर्णय देश की तरक्की और आम जनता की भलाई के लिये लिया गया है। उन्होंने व्यापारियों से जीएसटी के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने की सलाह दी। सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि जीएसटी को लागू करने का निर्णय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का साहसिक कदम है। इसके अच्छे प्रभाव आने वाले वर्षों में देखने को मिलेंगे। प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्री मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि देश के संविधान को बनाने के लिये जितनी चर्चा नहीं हुई थी, उससे ज्यादा जीएसटी कानून को बनाने के लिये हुई है। उन्होंने कहा कि जीएसटी कानून में लगातार चर्चा के बाद जनता के हितों को देखते हुए संशोधन किये जायेंगे। उन्होंने हाल ही में किसानों के हित में फर्टिलाइजर में जीएसटी की दर कम किये जाने का उल्लेख किया। कार्यशाला में वाणिज्यिक कर आयुक्त श्री राघवेन्द्र सिंह और सेंट्रल एक्साइज के चीफ कमिश्नर श्री हेमंत भट्ट ने जीएसटी के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला का संचालन वित्त मंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री नितिन नांदगांवकर ने किया। कर सलाहकार श्री आर.एस. महेश्वरी ने व्यापारियों की समस्याओं का समाधान किया।
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मुख्यमंत्री द्वारा नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर जिले के शुजालपुर में आईटीआई के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ रोजगार भी जरूरी है। आईटीआई में प्रशिक्षण की गुणवत्ता में वृद्धि की जा रही है ताकि प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण के बाद रोजगार प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। राज्य सरकार द्वारा भी प्रशिक्षणार्थीयों के प्लेसमेंट की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वरोजगार के लिये ऋण की गारंटी राज्य सरकार देगी और 15 प्रतिशत सब्सिडी भी देगी तथा पांच साल तक पांच प्रतिशत ब्याज भी राज्य सरकार अदा करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शाजापुर जिले के शुजालपुर में 3 करोड़ 2 लाख रूपये लागत के अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण नवनिर्मित सिविल हॉस्पिटल भवन, 3 करोड़ 50 लाख रूपये लागत से नवनिर्मित आईटीआई भवन एवं 4 करोड़ 77 लाख रूपये लागत से नवनिर्मित शासकीय आवासों का लोकार्पण किया। किसानों को उपज का वाजिब मूल्य दिलाया जाएगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अकोदिया मंडी में विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाया जाएगा। इससे किसानों की माली हालत मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि पंचायत सचिवों को छठा वेतनमान देने का निर्णय लिया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के हितों का ध्यान भी सरकार रखेगी। श्री चौहान ने कहा कि समाज के हर वर्ग का कल्याण करना सरकार का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में हमने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को हर हाल में शांति का टापू बनाए रखना है। श्री चौहान ने कहा कि जब तक मेरी सांसें चलेंगी, तब तक जनता जनार्दन की सेवा करता रहूंगा। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि प्रदेश के विकास में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने लोगों को संकल्प दिलाया कि हम सब मिलकर साथ चलें, मध्यप्रदेश को शांति का टापू बनाए रखें और प्रदेश को विकास की राह पर आगे ले जाएं। श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में अब जितनी भी भर्तियां होगी, उनमें 50 फ़ीसदी पदों पर महिलाओं की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की धरती पर कोई भी आवासहीन बगैर जमीन के नहीं रहेगा। प्रदेश में 25 दिसंबर से आवासहीनों को पट्टे वितरित करने का अभियान प्रारंभ होगा। सभी आवासहीनों को जमीन का मालिक बनाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले 2 साल में 15 लाख मकान बनाकर गरीबों को दिए जाएंगे। प्रदेश में 15 अगस्त से किसानों को उनके खाते की नकल उनके घर जाकर देने का अभियान चलाया जाएगा। अविवादित नामांतरण का एक भी केस लंबित नहीं रहेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले एक माह में सभी अविवादित नामांतरण प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों की बिजली के बिलों की समस्या का समाधान भी किया जाएगा। जितनी अवधि की फसलें होंगी, उतनी अवधि का अस्थायी विद्युत कनेक्शन देने का प्रयास भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले दस-ग्यारह सालों में सिंचाई का क्षेत्र काफी बढ़ा है। आज 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है। इस साल प्याज का बंपर उत्पादन हुआ है। सरकार ने आठ रुपए किलो प्याज की खरीदी की है। अकेले शाजापुर जिले में एक लाख 22 हजार मेट्रिक टन प्याज आठ रूपये प्रति किलो की दर पर खरीदा गया है। किसानों की मंडियों में भुगतान संबंधी समस्याओं का निराकरण भी सरकार कर रही है। अब मंडियों में जितनी राशि उपलब्ध होगी, उतना नगद भुगतान किया जावेगा और बाकी राशि आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के खाते में अगले दिन तक जमा हो जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार मूंग, उड़द और अरहर समर्थन मूल्य पर खरीद रही है। सोयाबीन भी समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अकोदिया मंडी और शुजालपुर मंडी को विकास कार्यों के लिए एक-एक करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की अन्य समस्याओं का समाधान भी शीघ्र किया जायेगा। श्री चौहान ने काले हिरण की समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि सरकार इसके लिये एक प्रोजेक्ट बना रही है। जल्द ही इस समस्या का समाधान भी कर लिया जाएगा। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कन्या पूजन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वच्छता अभियान में योगदान देने वाले उत्कृष्ट प्रेरकों को सम्मानित भी किया। शुजालपुर से सारंगपुर टू-लेन सड़क का लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर जिले में अकोदिया में 110 करोड़ रूपये लागत से निर्मित शुजालपुर से सारंगपुर टू-लेन सड़क का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महाराणा प्रताप एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय उद्यान का लोकार्पण किया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में राष्ट्रीय संयोजक, स्वच्छ भारत अभियान श्री माखनसिंह चौहान, सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री एवं जिले के प्रभारी श्री दीपक जोशी, सांसद श्री मनोहर ऊंटवाल, विधायक श्री जसवंतसिंह हाड़ा, श्री मुरलीधर पाटीदार, श्री अरूण भीमावद, श्री इन्दरसिंह परमार, श्री नरेन्द्रसिंह बैस, सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
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मध्यप्रदेश के सतना और रीवा अंचल में तेज बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है। मिली जानकारी के मुताबिक भारी बारिश के कारण सतना के बकिया बराज डेम के तेज गेट खोलकर 117 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं त्योंथर में टमस नदी का जलस्तर भी बढ़ जाने कारण अंदवा बांध से बेलन नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने निचले हिस्सों में रह रहे लोगों सतर्क रहने की सलाह दी है। सभी डेम से पानी छोड़ने के बाद सतना रीवा में बाढ़ आने की भी आशंका जताई जा रही है। इस संबंध में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। इधर सतना में माधवगढ़ नदी का जलस्तर बढ़ जाने से भी यातायात प्रभावित हो गया है। सतना में लगातार हो रही बारिश के कारण प्राइवेट स्कूलों ने बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर अवकाश दे दिया है। सतना-ऊँचेहरा मार्ग पर बारहा तिराहे के पास एक पुलिया तेज बारिश के कारण धंस गई है। पिछली बरसात में भी ये पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। बदहाल हालत में भी इस पुलिया से बड़े वाहनों का आवाजाही लगातार बनी हुई है, ऐसे में कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
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उज्जैन में महाकाल मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही बम स्क्वॉड की डॉग रानो को एक माह तक आहार में मांस-मछली देना बंद कर दिया गया है। सावन माह को देखते हुए उसकी डाइट में परिवर्तन किया गया है। अब उसे मटन की जगह डिब्बाबंद फूड खिलाया जा रहा है। दरअसल, रानो सावन मास में मंदिर में रोज तैनात रहती है, वहीं सवारी के दौरान भी वह जांच करती है। इस कारण यह निर्णय लिया गया है। स्क्वॉड के पास वर्तमान में चार डॉग हैं। इनमें रानो सहित जैक, देवा नामक लेब्राडोर डॉग व टॉमी नामक जर्मन शेफर्ड नस्ल का श्वान शामिल है। चारों की जिम्मेदारी शहर के महत्वपूर्ण स्थलों की जांच कर विस्फोटक पकड़ने की है। महाकाल मंदिर में सावन व सवारी निकलने के दौरान रानो को जांच के लिए लाया जाता है। इसके जिम्मेदारी आरक्षक सुनील परिहार के पास है। सुनील के अनुसार रानो 2013 से मंदिर की सुरक्षा संभाल रही है। उसकी रोजाना की डाइट में 750 एमएल दूध, 400 ग्राम चावल अथवा 500 ग्राम आटे की रोटियां सहित 400 ग्राम मटन शामिल रहता है। हालांकि सावन में मांस देना बंद कर दिया जाता है। इसके लिए पशु चिकित्सक से अनुमति ली जाती है। उसे फिलहाल डिब्बाबंद आहार दिया जा रहा है। श्रावण मास के बाद रानो की डाइट में मांस शामिल कर दिया जाएगा।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य प्रशासनिक सेवा जनता की सेवा का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि इस सेवा में लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं और लोक सेवाओं के प्रदाय के प्रति सचेत और संवेदनशील बने रहना आवश्यक है। श्री चौहान आज मंत्रालय में राज्य प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रशासन के क्षेत्र में काम करने और सफल होने की समझाईश दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि वे जनता के लिये हमेशा उपलब्ध रहें और निर्विकार भाव से उनकी सेवा करें। उन्होंने कहा कि सेवा तभी हो सकती है जब सेवाभाव अंतर्मन से उपजे। बलपूर्वक सेवा नहीं की जा सकती। श्री चौहान ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में काम करते हुये यह अनुभव होगा कि लोक ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को सलाह दी कि जब लोकतंत्र में लोक सर्वोपरि है तो लोगों के प्रतिनिधियों को भी बराबर का सम्मान दें। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रशासनिक अंगों के बीच समन्वय और सहयोग स्थापित करना अच्छे प्रशासक की निशानी है। इससे प्रशासन के सभी अंग एक साथ, एक उददेश्य के लिये प्रभावी रूप से कार्य संपादित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों की बुनियाद मजबूत होना जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को समय प्रबंधन के प्रति सजग और सचेत रहने की सलाह देते हुये कहा कि प्रत्येक क्षण लोगों के कल्याण में बीते तो सुशासन की स्थापना करने में समय नहीं लगता। उन्होंने अधिकारियों का आव्हान किया कि पूरी प्रतिबद्धता, लगन और मेहनत के साथ प्रदेश को आगे बढ़ायें। अपनी सकारात्मक ऊर्जा और प्रतिभा का उपयोग करें। इस अवसर पर प्रशासनिक अकादमी की महानिदेशक श्रीमती कंचन जैन, सचिव मुख्यमंत्री श्री विवेक अग्रवाल एवं अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
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एमपी में अब नई गौ-शालाओं का पंजीयन करने के लिये उनके पास कम से कम 100 गौ-धन, भूमि, भवन और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था अनिवार्य होगी। गौ-शाला समिति की कम से कम एक एकड़ की अपने स्वामित्व की भूमि होना चाहिये। इस आशय का निर्णय आज मंत्रालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मध्यप्रदेश पशुधन एवं गौ-संवर्धन बोर्ड की बैठक में लिया गया। बैठक में बोर्ड का नाम मध्यप्रदेश गौ-पालन एवं गौ-संवर्धन बोर्ड रखने का भी निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भारतीय गायों के महत्व पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला करने के निर्देश दिये। इसके जरिये भारतीय गायों के संबंध में विभिन्न देशों में हो रहे अनुसंधान की जानकारी सबको सर्वसुलभ हो सकेगी। उन्होंने गोबर-खाद और गौ-मूत्र से बने कीटनाशकों का अधिकाधिक उपयोग करने की जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रेरित करने के लिये कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि प्रदेश की गौ-शालाओं में 1.41 लाख गौ-वंश का पालन किया जा रहा है। बैठक में बोर्ड का बजट बढ़ाने, आय का स्रोत बढ़ाने, गौ-अभयारण्य अनुसंधान एवं उत्पादन केन्द्र सुसनेर के प्रबंधन संबंधी विषयों पर चर्चा हुई। इसके अलावा बोर्ड के कामों में विशेषज्ञों का सलाहकार मंडल बनाने, जैविक खाद की विपणन नीति तैयार करने, पशु चिकित्सक विज्ञान की स्नातकोत्तर की शिक्षा में देशी गौ-वंश पर अनुसंधान के लिये छात्रवृत्ति देने जैसे प्रस्तावों पर चर्चा हुई। बैठक में पशुपालन मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य, बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद महाराज, बोर्ड के सदस्य, ग्रामीण विकास के अपर मुख्य सचिव श्री राधेश्याम जुलानिया, अपर मुख्य सचिव गृह श्री के.के. सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीना, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा, मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री राकेश श्रीवास्तव एवं संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव उपस्थित थे।
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राजस्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने सुबह काटजू और जे.पी. हास्पिटल में मरीजों की समस्याएँ सुनीं। श्री गुप्ता ने काटजू हास्पिटल में मरीजों की लम्बी लाइन होने पर उनके बैठने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। जे.पी. हास्पिटल में एक मरीज ने कहा कि दवाई लेने के लिए देर तक खड़े रहना पड़ता है, यहाँ बेंच रखवाने के साथ ही एक और विंडो में दवाई का वितरण करवाया जाये। श्री गुप्ता ने आवश्यकतानुसार सुविधा उपलब्ध करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हास्पिटल की समस्याओं के निराकरण के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तथा विभागीय अधिकारियों से भी चर्चा की है। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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"सहकारिता में निर्वाचन की विधि और प्रक्रिया" संगोष्ठी में चुनाव आयुक्त श्री ओ.पी. रावत भारत के निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत के अनुसार प्रजातांत्रिक व्यवस्था में निर्वाचन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। सहकारिता भी प्रजातांत्रिक व्यवस्था का ही एक अंग है। सहकारिता में निर्वाचन को पारदर्शी एवं विश्वसनीय बनाना समय की जरूरत है। श्री रावत आज अपेक्स बैंक के समन्वय भवन में सहकारी विचार मंच एवं मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक्स के तत्वावधान में 'सहकारिता में निर्वाचन की विधि और प्रक्रिया' संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। श्री रावत ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहाँ 85 करोड़ मतदाताओं के लिये निर्वाचन की व्यवस्था की जाती है। भारत निर्वाचन आयोग का प्रयास रहता है कि देश में पारदर्शी, निष्पक्ष एंव समय पर निर्वाचन की व्यवस्था कर मतदाताओं का लोकतांत्रिक प्रणाली में विश्वास बनाये रखे। श्री रावत ने कहा कि निरन्तर नवीन प्रयासों से निर्वाचन व्यवस्था को श्रेष्ठ बनाने का कार्य आयोग करता है। श्री रावत ने उपस्थित श्रोताओं की निर्वाचन प्रक्रिया से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधन भी किया। प्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती सलीना सिंह ने प्रदेश में निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के बारे में जानकारी दी। राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकारी श्री प्रभात पाराशर ने राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकारी के विधिक प्रावधानों एवं सहकारी संस्थाओं में निर्वाचन की प्रगति से अवगत करवाया। सहकारिता आयुक्त श्री कविन्द्र कियावत ने बताया कि प्रदेश में सहकारी निर्वाचन प्राधिकारी की व्यवस्था लागू होने के बाद सहकारी संस्थाओं के निर्वाचन समय पर करवाया जाना संभव हुआ है। सहकारिता विभाग पूरा सहयोग निर्वाचन प्राधिकारी को प्रदान करेगा। विगत 3-4 माह में लगभग 7000 संस्था के निर्वाचन प्रस्ताव तैयार करवाये गये हैं। भविष्य में यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। संगोष्ठी को लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री जव्वाद हसन और वरिष्ठ जन-कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री वी.जी. धर्माधिकारी ने भी संबोधित किया। प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री प्रदीप नीखरा ने आभार माना।
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मध्य प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये पिछले वर्ष महिला कृषकों के 1038 स्व-सहायता समूह गठित किये गये। इन समूहों में महिला कृषकों के 437 अंतर्जिला प्रशिक्षण भी आयोजित किये गये। इसके अलावा 1555 महिला कृषकों को कृषि की उन्नत तकनीक अपनाने के लिये प्रशिक्षण दिलवाया गया। इस योजना पर पिछले वर्ष 4.50 करोड़ की राशि व्यय की गयी। इस वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिये 6 करोड़ रुपये की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। मध्यप्रदेश में कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के मकसद से किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा योजना शुरू की गयी है। योजना का उद्देश्य प्रदेश में महिला कृषकों के जीवन-यापन स्तर में सुधार लाना है। महिला कृषकों को कृषि की कम लागत की तकनीक चुनने, उसे समझने और अपनाने के योग्य बनाना भी है।
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भोपाल में एमपी के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने सतना जिले की मैहर तहसील के ग्राम अमदरा की सुश्री सुरभि गौतम को आई.ए.एस. में चयनित होने पर बधाई एवं शुभकामनाएँ दी है। श्री शुक्ल ने कहा कि सुश्री सुरभि ने ग्राम अमदरा और विन्ध्य के साथ ही प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सुश्री सुरभि ने साबित कर दिया है कि ग्रामीण परिवेश में रहकर भी ऊँचाईयों पर पहुँचा जा सकता है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणानुसार किसानों को खसरा-खतौनी की नकल नि:शुल्क दी जायेगी। इसकी शुरूआत 15 अगस्त से की जायेगी। आगामी 2 अक्टूबर तक सभी किसानों को खसरा-खतौनी की नकल उपलब्ध करवाने के निर्देश सीएम शिवराज सिंह ने कलेक्टर्स को दिये गए हैं। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने जानकारी दी है कि इस कार्य के लिए सभी जिलों को बजट आवंटित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में एन.आई.सी. का साफ्टवेयर लागू है, उनमें नकल तहसीलदार के हस्ताक्षर से जारी की जायेंगी। जिन जिलों में वेब बेस्ड जी.आई.एस. एप्लीकेशन लागू है, उनमें डिजिटल हस्ताक्षरित प्रतिलिपियाँ दी जायेंगी। कार्यवाही की माँनीटरिंग आयुक्त भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त द्वारा की जायेगी। नकल प्राप्ति की पावती भी किसान से ली जायेगी। संबधित ग्राम के सरपंच के भी पंजी पर हस्ताक्षर लिये जायेंगे।
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नर्मदा बेसिन क्षेत्र में महा वृक्षारोपण के सरकार के संकल्प से प्रेरित होकर 2 जुलाई को हुए सामुहिक विवाह कार्यक्रम में परिणय-बंधन में बँधे वर-वधु सात फेरों के बाद वृक्षारोपण में शामिल होने से अपने को रोक नहीं पाये। मौका था दमोह के जटाशंकर धाम में मुख्यमंत्री कन्या विवाह कार्यक्रम जिसमें 70 जोड़ों में एक निःशक्त और एक विधवा ने भी नव दाम्पत्य जीवन में प्रवेश किया। दीनदयाल पार्क में पौधारोपण कर वर-वधु दोनों ही खुश नजर आये। यह शायद पहला मौका था जब वर-वधुओं ने फेरों के तत्काल बाद पौधारोपण किया। पौधे लगाने वाले दम्पत्तियों में प्रमुख रूप से श्री बबलू-नन्नी, श्री दौलत-उमा, श्री दुर्गा-राधा, श्री मोहन-दसोदा और श्री अरविन्द-आरती शामिल थे। इन नव दम्पत्तियों के अनुसार मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वृहद पौधा रोपण का जो अभियान चलाया है, वह सराहनीय है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के इस कार्यक्रम में प्रदेश के वित्त, वाणिज्यिक कर मंत्री जयंत कुमार मलैया भी शामिल हुए। श्री मलैया ने नव दम्पत्तियों द्वारा पौधारोपण की प्रशंसा कर उन्हें शुभकामनाएँ दी। साम्प्रदायिक सदभाव भी दिखा पौध रोपण में जबलपुर के लम्हेटाघाट में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समुदाय के लोगों ने पूरे उत्साह के साथ पौधा-रोपण में सहभागिता की। इस प्रकार पौधारोपण साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक भी बना। इसी तरह कटनी जिले की बहोरीबंद तहसील के परिसर में अपने पिता द्वारा पौधों का महत्व बताने से प्रेरित 6 वर्षीय आयुष सिंह (नानू) ने भी अपने पिता श्री अजय सिंह के साथ पौधा रोपा। बच्चियों ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश इंदौर जिले की देवगुराड़िया पहाड़ी पर मूसाखेड़ी में रहने वाली दो बहनों कंचन एवं रूचि चौरसिया ने अपनी मम्मी के साथ इधर-उधर बिखरी हुई पॉलीथिन की थैलियाँ एकत्रित कर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।। बुरहानपुर जिले के ग्राम पिपराना में सेवा सदन स्कूल के विद्यार्थी बस में स्वयं गेंती, फावड़े और पौधे रखकर ले गये और उत्साहपूर्वक पौधे लगायें। पौध रोपण वाले प्रत्येक गाँव को एक स्कूल द्वारा गोद लिया गया। एसडीएम ने किया बच्ची के मान का सम्मान बड़वानी जिले की रोसेश्वर पहाड़ी पर एसडीएम राजपुर श्रीमती रिजू बाफना ने महिला श्रमिक की छोटी बच्ची की इच्छा का सम्मान करते हुए उसके साथ मिलकर पौधा रोपण किया। पहाड़ी पर पौधरोपण करने वालों में कक्षा पाँचवीं में पढ़ने वाली जुड़वा बहने कुमारी रीना एवं कुमारी टीना पटेल भी सम्मिलित थी। इन बच्चियों ने अपने पिता श्री ओम प्रकाश पटेल के साथ आकर पौधा रोपण किया। इस पहाड़ी पर पौधा लगाने वाले विद्यार्थी को ग्रीन पासपोर्ट का वितरण भी कलेक्टर द्वारा किया गया। इस ग्रीन पासपोर्ट में जहाँ विद्यार्थी की समुचित जानकारी दर्ज करने का स्थान नियत है वहीं उसके द्वारा लगाए गए पौधों की फोटो भी लगाने की व्यवस्था है। इस पासपोर्ट में विद्यार्थी अपने लगाये गये पौधे की सचित्र जानकारी अगले 20 साल तक की दर्ज कर सकता है। दादी की याद में लगाया पौधा इसी जिले के साकेत इंटरनेशनल स्कूल, अंजड़ में कक्षा 8वीं में पढ़ने वाली छात्रा कुमारी भूमिका व्यास ने अपनी दादी श्रीमती विमलादेवी व्यास की याद में पौधा लगाया। उसने प्रण लिया कि दादी को तो वह नहीं बचा पाई किन्तु अपनी दादी की याद में पौधे को अवश्य बचाकर बढ़ा करेगी। सहरिया आदिवासियों ने भी लगाये पौधे दतिया जिले के भाण्डेर विकासखण्ड के ग्राम नोवई में सहरिया आदिवासियों ने आँवले के पौधे लगाकर उनके पालन-पोषण एवं रखवाली की शपथ ली।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सुशासन से आमजनों को सेवाओं का लाभ समय से मिले, यह प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। आमजनों को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिये परेशान नहीं होना पड़े। उन्हें लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम के तहत निर्धारित समय सीमा में सेवाओं का प्रदाय हो, यह सुनिश्चित किया जाये। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यहां समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम के तहत कलेक्टरों को यह निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समय पर आम जनता के काम होना चाहिए। राजस्व प्रकरण के निराकरण पर विशेष ध्यान दें। खसरे की नकलें किसानों तक पहुंचाने का अभियान सभी जिलों में पारदर्शी तरीके से चलायें। समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, मसूर की खरीदी पूरी संवेदना के साथ हो। विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों के बैंक खाते में भुगतान करने की सूचना समय से मिले, इसकी व्यवस्था बनायें। शासकीय मंदिरों के पुजारियों को मानदेय का भुगतान समय से हो, यह सुनिश्चित किया जाये। आकाश और बादल को पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज समाधान ऑन लाईन के दौरान हरदा जिले ग्राम बड़झिरी नेत्रहीन दंपत्ति श्री जयराम और ललिता के बेटों आकाश और बादल के लिये मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये की राशि स्वीकृत की। हरदा जिले के जयराम ने शिकायत की थी कि उन्होंने सामूहिक विवाह में शादी की है परन्तु उन्हें मुख्यमंत्री विवाह सहायता और विकलांग विवाह प्रोत्साहन योजना की राशि नहीं मिली है। इस पर कलेक्टर हरदा ने जानकारी दी कि इनकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुये उन्हें 63 हजार रुपये की राशि दी जा चुकी है। जब जयराम ने बताया कि उनके दो बेटे बादल और आकाश हो गये हैं। तब मुख्यमंत्री ने इन दोनों बच्चों के लिये सहायता राशि स्वीकृत की। समाधान ऑनलाइन के तहत आज ग्यारह हितग्राहियों की शिकायतों का निराकरण किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिये। कटनी जिले के ग्राम कटौह के श्री दर्शनलाल चौधरी द्वारा इन्दिरा आवास योजना की प्रथम किश्त देर से मिलने और दूसरी किश्त का भुगतान नहीं होने के प्रकरण में मुख्यमंत्री ने संबंधित जनपद पंचायत रीठी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निलंबित करने तथा पूरे प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिये। रतलाम जिले की ग्राम पंचायत बिरमावल के सरपंच श्री कन्हैयालाल द्वारा कराये गये कार्यों का भुगतान नहीं मिलने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जनपद पंचायत रतलाम के संबंधित सहायक यंत्री, उपयंत्री, सहायक लेखाधिकारी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निलंबित करने और जांच करने के निर्देश दिये। सागर जिले के ग्राम इटवा में वन विभाग द्वारा तालाब निर्माण, पिचिंग और कूप निर्माण का कार्य होने के बाद भी आवेदकों को भुगतान नहीं मिलने की शिकायत पर संबंधित रेंजर और वनरक्षक को निलम्बित करने के निर्देश दिये। समाधान ऑनलाइन में आज शिवपुरी जिले के ग्राम सिलपुरा के श्री विश्वनाथ पाल की पत्नी को दुर्घटना में विकलांग होने पर सहायता राशि प्राप्त नहीं होने, दमोह जिले के ग्राम सासा के श्री रामसेवक घोषी की भूमि शासकीय अभिलेख में अंकित होने संबंधी, सीहोर जिले के ग्राम नजरगंज की श्रीमती कमला भूतिया के पति की मृत्यु के बाद मीसाबंदी पेंशन नहीं मिलने, हरदा जिले के ग्राम बड़झिरी के श्री जयराम को विकलांग विवाह प्रोत्साहन की राशि नहीं मिलने, सतना जिले के ग्राम मउहट श्रीमती गुलबसिया पटेल को प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृत राशि नहीं मिलने, देवास जिले के ग्राम बेडगांव के श्री गबू मनसौरे की पत्नी की मृत्यु के बाद बीमा राशि नहीं मिलने, इन्दौर जिले के ग्राम भालौदा के श्री संतोष शर्मा और ग्राम बलधारा के श्री सोहन उपाध्याय के पुजारी का मानदेय नहीं मिलने की और बालाघाट जिले ग्राम कारंजा के श्री झामसिंह नाईक को नलकूप खनन योजना की राशि दूसरे खाते में जाने की शिकायत का निराकरण किया गया। बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों को बधाई इस दौरान सीएम हेल्प लाईन की संशोधित ग्रेडिंग प्रणाली के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया। सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों के निराकरण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों, जिला पंचायतों और नगर निगमों को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बधाई दी। बताया गया कि सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों के निराकरण में नरसिंहपुर, इन्दौर, होशंगाबाद, मंदसौर और बालाघाट जिलों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। झाबुआ, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, जबलपुर और होशंगाबाद जिला पंचायतों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। रीवा, भोपाल, छिंदवाड़ा, इन्दौर और उज्जैन नगर निगमों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। समाधान ऑनलाइन के तहत संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के संचालक मंडल की 34वीं बैठक आज मंत्रालय में संपन्न हुई। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निगम द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सड़कों के रख-रखाव की कार्ययोजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि वर्षा ऋतु से पूर्व सभी सड़कों का निरीक्षण करवा लिया जाए। वर्षा ऋतु में जिन सड़कों के खराब होने की आशंका हो, उसका समय रहते मरम्मत कार्य पूर्ण करवाया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में बीओटी अंतर्गत निर्मित प्रथम सड़क इंदौर- इच्छापुर के रख-रखाव के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उनको बताया गया कि 201 किलोमीटर लंबाई की सड़क का डामरीकरण किया जाएगा। विभाग द्वारा मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया गया की सड़कों को चालू रखने संबंधी कार्य किए जा रहे हैं। पेंच रिपेयर का कार्य निरंतर जारी रहेगा। सागर-जबलपुर मार्ग पूर्ण हो गया है। जबलपुर से सागर मात्र 2 घंटे की यात्रा हो गई है। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2016-17 के दौरान 543 करोड़ रुपये व्यय कर 257 किलोमीटर लंबे राज्य राजमार्गों का निर्माण कार्य पूरा हुआ है। इसी तरह 983 करोड़ रुपए व्यय कर 460 किलोमीटर लंबे मुख्य जिला मार्गों का भी निर्माण पूर्ण हुआ है। वर्ष 2017-18 के दौरान 1613 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण पूर्ण होगा। इन कार्यों पर 3,757 करोड़ रुपए व्यय होंगे। एडीबी परियोजना-5 के अंतर्गत कुल 1456 किलोमीटर लंबाई की सड़कें निर्माणाधीन है। निर्माण पर 2,328 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। एनडीबी परियोजनाओं के अंतर्गत 1640 किलोमीटर लंबी सड़कें निर्माणाधीन हैं जिन पर कुल 3,093 करोड़ रुपए व्यय होंगे। एडीबी छठी परियोजना के अंतर्गत 2200 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण प्रस्तावित है। इस कार्य पर 4,657 करोड़ रुपए व्यय होंगे। इसी तरह एडीबी सातवीं परियोजना में 1663 करोड़ रुपए की 800 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण की योजना है। बैठक में अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खांडेकर, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री प्रमोद अग्रवाल, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम श्री मनीष रस्तोगी, सचिव खनिज विभाग श्री मनोहर दुबे भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बच्चों में पुस्तकें पढ़ने के प्रति रूझान पैदा करने के लिये समाज की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। इसके लिये मिल बांचे कार्यक्रम को जन-अभियान का स्वरूप दिया जायेगा। मुख्यमंत्री आज मिल बांचे कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों को साइकिल वितरण की तैयारी का भी जायजा लिया और अधिकारियों को शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिल बांचे कार्यक्रम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में भी समाज का सहयोग लिया जाये। इसके लिये प्रदेश में 26 अगस्त को शाला प्रबंधन समिति की विशेष बैठकें होगी। श्री चौहान ने विद्यार्थियों को साइकिल वितरण की तैयारियों का जायजा लेते हुये वितरण कार्यवाही शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि प्रणाम पाठशाला कार्यक्रम के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति शाला के लिये आवश्यक सामग्री उपहार स्वरूप भेंटकर सकता है। मिल बांचे कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित होगा। एक स्कूल चले हम कार्यक्रम के साथ और दूसरा शिक्षा सत्र के बीच में। इसमें कोई भी व्यक्ति सहभागी बन सकता है। इसके लिये वालिंटियर के रूप में पंजीयन कराना होगा। इस दौरान बताया गया इस वर्ष सात लाख से ज्यादा साइकिलें विद्यार्थियों को वितरित की जायेंगी। इनकी खरीदी के टेंडर की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री विजय शाह, शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल, सचिव शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी, सचिव मुख्यमंत्री श्री हरिरंजन राव आदि अधिकारीगण उपस्थित थे।
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परिलब्धियों में 14 प्रतिशत वृद्धि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में राज्य शासन के शासकीय सेवकों को एक जनवरी, 2016 से पुनरीक्षित वेतनमान स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया। पुनरीक्षित वेतनमान में वेतन निर्धारण करने पर शासकीय सेवक की परिलब्धियों में लगभग 14 प्रतिशत की वृद्धि होगी। दिनांक एक जनवरी, 2016 से वेतन पुनरीक्षण के परिणामस्वरूप 30 जून 2017 तक की अवधि के बकाया स्वत्वों का समान तीन वार्षिक किश्तों में (प्रतिवर्ष मई माह में) वर्ष 2018-19 से भुगतान किया जायेगा। एक जनवरी 2016 से 30 जून 2017 के मध्य सेवानिवृत्त/मृत शासकीय सेवकों को एरियर्स की राशि का एकमुश्त भुगतान किया जायेगा। ऐसे शासकीय सेवक जिनकी सेवानिवृत्ति/मृत्यु 30 जून, 2017 के बाद होती है, तो शेष एरियर्स की किश्तों का एकमुश्त भुगतान किया जायेगा। एक जनवरी, 2016 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को पुनरीक्षित वेतनमान में प्राप्त अंतिम वेतन के आधार पर मध्यप्रदेश सिविल सेवा (पेंशन) नियम 1976 में वर्णित प्रावधानों के अनुसार पेंशन निर्धारण किया जायेगा। उक्त दिनांक एवं इसके बाद सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों को इस नियम के तहत देय मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति उपादान की अधिकतम सीमा 20 लाख रूपये रखी जायेगी। पेंशन सरांशिकरण, अवकाश नगदीकरण, परिवार पेंशन के वर्तमान प्रावधानों को यथावत रखा जायेगा। वृद्धों को प्राप्त अतिरिक्त पेंशन को छोड़कर न्यूनतम पेंशन एवं परिवार पेंशन की मासिक राशि 7750 रूपये रखी गयी है। पेंशन/परिवार पेंशन की अधिकतम सीमा पुनरीक्षित वेतनमान में प्राप्त अधिकतम वेतन का क्रमश: 50 एवं 30 प्रतिशत रखा जायेगा। सातवें वेतनमान में वेतन निर्धारण के परिणामस्वरूप एक जुलाई 2016 से 2 प्रतिशत एवं दिनांक एक जनवरी, 2017 से 2 प्रतिशत इस तरह कुल 4 प्रतिशत की दर से महँगाई भत्ता देय होगा। यात्रा भत्ता, गृह भाड़ा भत्ता, परियोजना भत्ता, अनुसूचित क्षेत्र, प्रतिनियुक्ति वेतन आदि भत्ते एवं सुविधाएँ जो मूल वेतन से जुड़ी हैं, पूर्व वेतनमानों में देय वेतन के आधार पर ही देय होगी। इनके पुनरीक्षण के लिये पृथक से निर्णय लिया जायेगा। वेतन निर्धारण करने पर लगभग 3828 करोड़ का वार्षिक व्यय भार संभावित है। वर्ष 2017-18 में सातवें वेतनमान से 2552 करोड़ का अतिरिक्त व्यय भार आयेगा। वेतन पुनरीक्षण के एरियर्स के भुगतान पर 5742 करोड़ का व्यय भार संभावित है। पीडब्ल्यूडी में नये मापदण्डों का अनुमोदन मंत्रि-परिषद ने वित्त विभाग द्वारा जारी पत्र 31 मार्च, 2017 की कंडिका 4(अ) अनुसार लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत कार्यालय भवन, रेस्ट हाऊस, सर्किट हाऊस एवं कर्मचारियों के लिये आवास गृहों के निर्माण के लिए मापदण्डों का अनुमोदन किया। इसी प्रकार वृहद पुलों के निर्माण की योजना, मुख्य जिला मार्गों के उन्नयन, केन्द्रीय सड़क निधि एवं अंतर्राज्यीय/आर्थिक महत्व की सड़कों के निर्माण, सड़क विकास निगम के माध्यम से नगद अनुबंध पद्धति पर आधारित नगद अनुबंध के आधार पर राज्य राजमार्गों, महत्वपूर्ण मुख्य जिला मार्गों का निर्माण और ग्रामीण सड़कों सहित न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम योजना के अंतर्गत राज्य की महत्वपूर्ण ग्रामीण सड़कों के नव-निर्माण के लिये मापदण्डों का अनुमोदन किया गया। शिक्षा के विभिन्न निर्णय मंत्रि-परिषद ने नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत गैर अनुदान मान्यता प्राप्त अशासकीय विद्यालयों की प्रथम प्रवेशित कक्षा में नि:शुल्क प्रवेश की प्रक्रिया में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में वंचित समूह और कमजोर वर्ग के बच्चों के लिये वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के लिये फीस प्रतिपूर्ति की राशि के वर्षवार प्रस्तावित व्यय रूपये 1706.91 करोड़ की सैद्धांतिक सहमति दी। मंत्रि-परिषद ने कक्षा 12वीं में अध्ययनरत ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने माध्यमिक शिक्षा मण्डल की 12वीं की परीक्षा 85 प्रतिशत तथा अजा, अजजा, विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति के ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंकों से उत्तीर्ण की हो, उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप लेपटॉप प्रदान किये जाने के संबंध में प्रचलित योजना को वर्ष 2017-18 से शुरू कर आगामी 3 वर्षों तक संचालित करने की सहमति दी। प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लेपटॉप प्रदाय योजना के 3 वर्षों के संचालन एवं अनुमानित व्यय राशि 177 करोड़ रूपये की सैद्धांतिक सहमति दी गयी। मंत्रि-परिषद ने सर्वशिक्षा अभियान योजना का उसकी उपलब्धि के चलते वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में संचालन तथा निरंतरता की सैद्धांतिक सहमति दी। मंत्रि-परिषद ने केन्द्र प्रवर्तित राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के क्रियान्वयन के लिये आगामी तीन वर्षों में 2047 करोड़ 47 लाख रूपये की अनुमति दी। लालबर्रा समूह जल प्रदाय योजना मंत्रि-परिषद ने बालाघाट जिले की लालबर्रा समूह जल प्रदाय योजना की 157 करोड़ 63 लाख की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी। इस योजना से लालबर्रा विकासखण्ड के 101 ग्राम में नल-जल के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। सरदार सरोवर परियोजना मंत्रि-परिषद ने सरदार सरोवर परियोजना के विस्थापितों को डूब क्षेत्र 31 जुलाई, 2017 के पूर्व खाली करने के लिये सरदार सरोवर पैकेज का अनुसमर्थन किया।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से काउंसलेट जनरल ऑफ द रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर श्री अजीत सिंह और आई.टी.ई.एस. सिंगापुर के श्री ब्रूस पो ने आज भेंट की। भेंट के दौरान ग्लोबल स्किल पार्क के संबंध में चर्चा हुई। बैठक का आयोजन आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में किया गया था। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्लोबल स्किल पार्क का निर्माण उनका सपना है। उनके दिल से जुड़ी परियोजना है। उन्होंने परियोजना को साकार रूप देने में आई.टी.ई.एस. सिंगापुर के सहयोग के लिये आभार ज्ञापित किया। विश्वास व्यक्त किया कि उनके सहयोग से पार्क सर्वश्रेष्ठ संस्था के रूप में विकसित होगा। उन्होंने सिंगापुर की दो यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि सिंगापुर की हर यात्रा से उन्हें कुछ नया करने की प्रेरणा मिली है। प्रथम यात्रा के दौरान उन्हें सेंटोसा ने अत्यधिक प्रभावित किया था। उसी अनुरूप प्रदेश में हनुवंतिया टापू का पर्यटन केन्द्र के रूप में विकास किया है, क्योंकि पर्यटन से रोजगार के नये अवसर बनते हैं। दूसरी यात्रा के दौरान ग्लोबल स्किल सेंटर देखकर, उन्हें स्किल्स पार्क की प्रेरणा मिली। श्री चौहान ने कहा कि ग्लोबल स्किल्स पार्क अंतर्राष्ट्रीय जरूरतों के अनुसार बने जिसमें प्रशिक्षण की सभी विश्व-स्तरीय सुविधाएँ उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान समय की जरूरतों के अनुसार तेजी से आगे बढ़ने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश की बड़ी आबादी को कुशल बनाकर देश-दुनिया में रोजगार के नये अवसर उपलब्ध करवाने का प्रयास है। इससे दुनिया में कुशल श्रम की आवश्यकता की पूर्ति होगी। प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि स्किल्स पार्क से प्रशिक्षित युवाओं का हुनर अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार हो, इसके लिये विशेषज्ञ प्रशिक्षण सेवा प्रदाय कार्य में सभी संस्थाओं के लिये संस्थान के द्वार खुले रहेंगे। काउंसलेट जनरल श्री अजीत सिंह ने कहा कि विकास के प्रति मुख्यमंत्री के जज़्बे और जिद से वे अत्यंत प्रभावित हुए हैं। उन्हें पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में स्किल्स पार्क दुनिया की सर्वश्रेष्ठ संस्था बनेगा। अन्य राज्यों के लिये गुणवत्तापूर्ण कार्य का बेंच मार्क स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से पार्क निर्माण का कार्य हो रहा है, उससे उन्हें आभास हो रहा है कि उसके उद्घाटन कार्यक्रम में शीघ्र ही शामिल होने के लिये आना होगा। आईटीईएस के श्री ब्रूस पो ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी को दूर करने की प्रभावी पहल की गई है। बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिये राज्य की कोशिशों को दुनिया देख रही है। उन्हें समस्या समाधान का नया मार्ग दिखा है। उन्होंने युवाओं के कौशल उन्नयन प्रयासों के लिये मुख्यमंत्री की अभिरूचि और प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्किल्स पार्क दुनिया में तकनीकी प्रशिक्षण का मॉडल बनेगा।
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शिवराज सिंह चौहान समाज की सक्रिय सहभागिता से 'नर्मदा सेवा यात्रा' अभियान बहुत सफल रहा। इस अभियान में 148 दिनों में 3350 किलोमीटर की यात्रा तय की गई और 15 लाख से अधिक लोगों ने माँ नर्मदा को स्वच्छ, निर्मल और पवित्र बनाये रखने का संकल्प लिया। प्रदेशवासियों ने जिस उत्साह, उमंग और आत्मीयता के साथ इस अभियान में हिस्सा लिया, उससे पता ही नहीं चला कि मध्यप्रदेश सरकार का यह अभियान कैसे, धीरे-धीरे जन-जन के अभियान में परिवर्तित होता चला गया। इस अभियान में 500 से अधिक सभी धर्मों के गुरुओं, पर्यावरणविद्, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनैतिक दलों के प्रमुख व्यक्तियों, संयुक्त राष्ट्र संगठनों के पदाधिकारियों, फिल्म एवं खेल जगत की प्रमुख हस्तियों सहित कई मुख्यमंत्रियों और केन्द्रीय मंत्रियों की उपस्थिति ने इस अभियान को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। यह अभियान पूरी दुनिया में लोगों को नदियों के प्रति जागरूक करने और उनके संरक्षण के लिए प्रेरित करने का माध्यम बन गया। यह अभियान सामाजिक-समरसता और सौहार्द का भी बड़ा प्रतीक बन गया। नमामि देवि नर्मदे-नर्मदा सेवा यात्रा अभियान के दौरान लाखों प्रदेशवासियों ने यह प्रण लिया था कि 2 जुलाई को माँ नर्मदा के दोनों तटों सहित पूरे नर्मदा कछार में लाखों लोग मिलकर एक साथ 6 करोड़ पौधों का रोपण करके इतिहास बनायेंगे और माँ नर्मदा में जल की धार बढ़ाएंगे। नर्मदा सेवा यात्रा की पूर्णता के अवसर पर हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी लाखों लोगों की उपस्थिति में माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में हम सभी को आने वाली पीढ़ी के प्रति अपनी जिम्मेदारी के लिए आगाह किया था। इस मौके पर उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से नर्मदा कछार में 2 जुलाई 2017 को बढ़-चढ़कर पौध-रोपण करने का आव्हान किया था। हम सभी ने अपने-अपने हाथ उठाकर पौध-रोपण के इस संकल्प को पूरा करने के लिए उत्साह के साथ सहमति व्यक्त की थी। मुझे आज इस बात की खुशी है कि जिस 2 जुलाई का हम सभी बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, वह दिन अब आ चुका है। यह दिन देश और प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में पर्यावरण और नदी संरक्षण के क्षेत्र में एक इतिहास बनने जा रहा है। आपको और हम सबको इस बात पर गर्व होगा कि हम सभी इस ऐतिहासिक दिन के साक्षी बनेंगे। पूरी दुनिया में इससे पहले कभी भी पर्यावरण और नदी को समृद्ध करने के लिए इतने बड़े स्तर पर कोई सामूहिक प्रयास और सामाजिक सहभागिता देखने को नहीं मिलती है। इस दो जुलाई के दिन, प्रदेशवासियों, माँ नर्मदा, मध्यप्रदेश और हमारे भारत देश का नाम पूरी दुनिया में इस पुनीत कार्य के लिए इतिहास में दर्ज हो जायेगा। मध्यप्रदेश में इस पौध-रोपण कार्यक्रम के लिए नर्मदा तट और नर्मदा कछार के सभी 24 जिलों में पौध-रोपण के लिए जागरूकता और कार्यक्रम की सफलता के लिए तैयारियाँ काफी बड़े पैमाने पर की गई हैं। वन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विकास तथा किसान-कल्याण विभाग, उद्यानिकी विभाग और जन अभियान परिषद के सभी लोगों ने कार्यक्रम की तैयारियों में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। जन-जागरूकता के लिए प्रदेश के सभी 51 जिलों में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के दिन से 'पेड़ लगाओ यात्राओं' का आयोजन किया गया। इस यात्रा में 'धरती पर कम न हों वन, ध्यान रखें हम मानव जन' जैसे नारे, लोगों के बीच में गाँव-गाँव तक बहुत लोकप्रिय हुए। गाँवों और कस्बों में छोटे-छोटे बच्चे तक बड़े प्यार और सुन्दर भावनाओं के साथ इन नारों को गा-गा कर लोगों को सुना रहे थे। यह सभी की जुबान पर चढ़ गये थे। सभी लोग माँ नर्मदा को हरियाली चुनरी ओढ़ाने के लिए बहुत ही भावुक थे। इस पौध-रोपण कार्यक्रम में हिस्सेदारी के लिए लोगों के उत्साह का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दो जुलाई के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इस अभियान की वेबसाइट पर लगभग 6 लाख व्यक्तियों और सामाजिक या स्वयंसेवी संगठनों ने पंजीयन करवाया है। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि इस अभियान से जुड़ने के लिए 5 लाख व्यक्तियों ने 'ऑफ लाइन' पंजीयन भी कराया है। वन विभाग तथा उद्यानिकी विभाग द्वारा पौधे तैयार करा लिये गये हैं। पौध-रोपण के लिए गढ्ढों की खुदाई हो चुकी है। पौधों को लाने-ले जाने के लिए परिवहन की समुचित व्यवस्था की गई है। पौधों को चुनते समय हमने इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि पौध-रोपण में फलदार और छायादार पौधों का रोपण अधिक किया जाये, जिससे कि आने वाले समय में यह पौधे आमजन के लिए अधिक से अधिक उपयोगी हो सकें। हमने इन पौधों में आम, आँवला, नीम, पीपल, बरगद, जामुन, बाँस, इमली, संतरा, नींबू, अमरूद, मुनगा और अनार जैसे फलों को प्राथमिकता दी है। इस ऐतिहासिक दिन के सभी कार्य पूरे हो चुके हैं। बस, आप सभी का इंतजार है। आइये, हम सभी मिलकर नर्मदा कछार में 6 करोड़ पौधों को लगाकर माँ नर्मदा में जल की मात्रा बढ़ायें, माँ नर्मदा को स्वच्छ और निर्मल बनायें, नर्मदा कछार सहित पूरे प्रदेश के पर्यावरण को शुद्ध, हरा-भरा और प्रदूषण रहित बनायें, किसानों को स्वच्छ पेय और सिंचाई जल उपलब्ध करायें, प्रदेशवासियों को स्वस्थ जीवन दिलायें, अपनी आने वाली पीढ़ियों के जीवन को सुरक्षित बनायें और पूरी दुनिया को पर्यावरण और नदियों के संरक्षण का संदेश देकर एक इतिहास बनायें। माँ नर्मदा हम सभी का आव्हान कर रही हैं। आइये, माँ नर्मदा के सच्चे सपूत की तरह माँ नर्मदा की सेवा में कुछ समय लगायें। कल-कल, छल-छल बहे नर्मदा की कामना के साथ, आप सभी का अभिनन्दन है। [लेखक शिवराज सिंह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं]
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मध्यप्रदेश में जल्द ही स्टेराईडस, स्टेरियम ओर हार्मोन से संबंधित दवाइयों के संयंत्र की स्थापना होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुंबई प्रवास के दौरान विभिन्न फार्मा तथा होटल उद्योग के प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर मध्यप्रदेश में इन क्षेत्रों में निवेश करने की इच्छा जताई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिनिधि-मंडल को आश्वासन देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार निवेशकों की हरसंभव सहायता के लिये तत्पर है। प्रतिनिधि-मंडल में मेसर्स पी.एस.ए. केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स, मेसर्स बालाजी स्टेराईड्स एंड हार्मोन्स प्रा. लि., मेसर्स मायलान लेबोरेटरीज लि. तथा व्हाईट लोटस होटल प्रा.लि. के प्रतिनिधि शामिल थे। हांगकांग के मेसर्स बालाजी इंटरनेशनल हांगकांग लि. के प्रबंध संचालक श्री प्रेम अलदासानी ने बताया कि स्टेराईडस निर्माण के लिए पीथमपुर में विशेष आर्थिक क्षेत्र में 18 हजार मीट्रिक टन प्रतिवर्ष क्षमता की इकाई स्थापित करेंगे। इससे लगभग 350 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि स्टेराईडस स्टेरियम और हार्मोन के लिए अलग-अलग संयंत्र स्थापित करने की योजना है। उनकी कंपनी द्वारा कुल 200 करोड़ का निवेश करने की योजना है। व्हाईट लोट्स होटल प्रा.लि. कंपनी के प्रतिनिधि श्री सुनील जोशी ने इंदौर में होटल हिल्टन की शाखा स्थापित करने के लिये स्थान तथा होटल की रूपरेखा के संबंध में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराया। उन्होंने इंदौर के आसपास मुंबई के एमेजिका ऐम्यूजमेंट पार्क के समान एक पार्क बनाने की इच्छा व्यक्त की। श्री जोशी ने इसके लिये राज्य शासन द्वारा भूमि आवंटित करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें खंडवा जिले के हनुमंतिया के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में हमने यह वाटर पार्क बनाया है, जहाँ हर वर्ष जल-महोत्सव आयोजित किया जाता है, जिसमें लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। मेसर्स पी.एस.ए. केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स के प्रबंध संचालक श्री प्रमोद भराल ने जानकारी दी कि पीथमपुर एस.ई.जेड में टेबलेट, केप्सूल तथा ड्राय सीरप के उत्पादन की 21 हजार 500 वर्गमीटर भूमि पर स्थापित इकाई में 3800 लाख रुपये का पूँजी निवेश प्रस्तावित है। इससे लगभग 250-300 लोगों को रोजगार मिलेगा। बैठक में मुख्यमंत्री के साथ मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम तथा मध्यप्रदेश ट्रायफेक के प्रबंध संचालक श्री डी.पी.आहूजा के साथ अन्य शासकीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चीनी प्रतिनिधि-मंडल ने आज निवास पर भेंट की। इस अवसर पर गुआंग्शी विकास और सुधार आयोग के महानिदेशक फांगकांग हुआंग और प्रमुख सचिव उद्योग-वाणिज्य श्री मोहम्मद सुलेमान मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश में 'एक कराधान व्यवस्था' एक जुलाई से लागू हो जायेगी। नई व्यवस्था से देश की हृदय-स्थली मध्यप्रदेश के महत्वपूर्ण लॉजिस्टिक हब बनने की संभावनाएँ प्रबल हुई हैं। निवेश और व्यापार की और अधिक बेहतर संभावनाएँ निर्मित होगी। उन्होंने प्रतिनिधि-मंडल से इस परिप्रेक्ष्य में निवेश की संभावना को तलाशने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश निवेश का आदर्श स्थल है। यहाँ निवेश मित्र वातावरण और नीतियाँ हैं। आश्वस्त किया कि निवेश हेतु आवश्यक जानकारियाँ, सूचनाएँ उपलब्ध करवाने में, उन्हें पूरा सहयोग किया जायेगा। सरकार निवेशकों का सदैव सहयोग करती है, भविष्य में भी करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतिनिधि-मंडल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि चीन यात्रा में उनके द्वारा दिए गए आमंत्रण पर, चीनी प्रतिनिधि-मंडल के आने से वे अत्यंत हर्षित हैं। आशा व्यक्त की कि इस यात्रा से दुनिया के दो प्राचीन महान राष्ट्रों के मध्य पारस्परिक व्यापारिक संभावना को विस्तार मिलेगा। उनके मध्य निकटता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि पीथमपुर में चीनी कंपनी लिउगोंग मशीनरी कंपनी लिमिटेड को सरकार का पूरा सहयोग मिला है। नये निवेशकों को भी उसी तरह पूरा सहयोग दिया जायेगा। प्रतिनिधि-मंडल द्वारा बताया गया कि प्रदेश में स्थापित औद्योगिक इकाई द्वारा स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। उत्पाद भारतीय बाजार के साथ ही अन्य देशों को निर्यात भी किये जा रहे हैं। प्रतिनिधि-मंडल में नैननिंग विकास और सुधार आयोग के निदेशक श्री वी डिंग, गुआंग्शी विकास और सुधार आयोग के हाईटेक उद्योग प्रभाग निदेशक यी झोंग, विदेशी पूँजी उपयोग और विदेशी निवेश प्रभाग निदेशक श्री तियानचेंग वू, औद्योगिक अर्थ-व्यवस्था प्रभाग निदेशक श्री यीचुआन ली, पश्चिमी क्षेत्र विकास प्रभाग उप निदेशक श्री सुयू तन, प्रबंध निदेशक लिउगोंग इंडिया श्री वू सांग और ट्रायफेक के अपर प्रबंध संचालक श्री वी. किरण गोपाल उपस्थित थे।
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उद्योग मंत्री शुक्ल से चीनी प्रतिनिधि-मंडल ने की मुलाकात उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने चीनी प्रतिनिधि-मंडल से आग्रह किया है कि विशाल उपभोक्ता बाजार को देखते हुए चीनी कम्पनियाँ मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक निवेश करें। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अधोसंरचना के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन में स्मार्ट-सिटी के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही सभी के लिये आवास योजना और मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में भी चीनी कम्पनियाँ निवेश कर सकती हैं। उद्योग मंत्री श्री शुक्ल आज चीनी प्रतिनिधि-मंडल से चर्चा कर रहे थे। चीन का प्रतिनिधि-मंडल, गुआंग्शी विकास और सुधार आयोग के महानिदेशक श्री फांगफांग हुआंग के नेतृत्व में मध्यप्रदेश के दौरे पर आया है। उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि इंदौर के पास पीथमपुर में चीनी कम्पनियों के लिये 206 हेक्टेयर में एक टाउनशिप बनाई गयी है। प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, संचार और ट्रांसपोर्ट की कोई कमी अथवा समस्या नहीं है। प्रदेश में 19 हजार मेगावॉट की केपिसिटी के साथ बिजली के मामले में सरप्लस की स्थिति है। उन्होंने बताया कि व्यापार करने में आसानी के पैमाने पर मध्यप्रदेश देश के टॉप पाँच राज्य में शामिल है। गुआंग्शी विकास और सुधार आयोग और संबंधित संस्थाएँ प्रदेश में बुनियादी ढाँचे के निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स और बिजली उद्योग के निवेश की संभावनाओं को ढूँढने के मकसद से प्रदेश के दौरे पर हैं।
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मध्यप्रदेश शासन ने प्याज खरीदी से संबंधित विभिन्न मुद्दों के निराकरण तथा उपार्जित प्याज के परिवहन एवं विक्रय के संबंध में त्वरित निर्णय लेने के लिए कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में दो समिति का गठन किया है। प्याज खरीदी से संबंधित विभिन्न मुद्दों के निराकरण के लिए बनी समिति में किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, सहकारिता, उद्यानिकी और खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव, सचिव वित्त, मंडी बोर्ड, सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन और स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक को सदस्य बनाया गया है। प्रबंध संचालक मार्कफेड इस समिति के सदस्य सचिव होंगे। उपार्जित प्याज के परिवहन एवं विक्रय से संबंधित मुद्दों के लिए बनी समिति में प्रमुख सचिव खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, सचिव वित्त, स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन और मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक को सदस्य बनाया गया है। सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक इस समिति के संयोजक होंगे। समिति मुख्य सचिव के निर्णय के लिये अनुशंसा करेंगी। समितियों द्वारा लिये गये निर्णयों को मुख्य सचिव द्वारा अनुमोदन किये जाने पर ही लागू किया जायेगा।
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चौहान ने की वृहद वृक्षारोपण की तैयारियों की समीक्षा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में दो जुलाई को वृहद वृक्षारोपण का इतिहास रचा जायेगा। इस दिन नर्मदा बेसिन में जन-सहभागिता से 6 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाये जायेंगे। इसकी तैयारियाँ युद्ध स्तर पर चल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस महत्वाकांक्षी जन-अभियान की तैयारियों की आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने नर्मदा बेसिन से संबंधित जिलों में वृक्षारोपण की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस जन-अभियान को जन-महोत्सव का रूप दिया जाये। इसमें सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक एवं सभी संगठनों तथा किसान, व्यापारी, विद्यार्थी, सरकारी कर्मचारी आदि सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित की जाये। पौधों, गड्डे एवं लोगों की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाये। श्री चौहान ने कहा कि इस महाभियान से नर्मदा सेवा मिशन का सबसे बड़ा संकल्प पूरा होगा। यह पर्यावरण बचाने का महायज्ञ है। इससे जन-संगठनों और जनता को जोड़ने के लिये अभिनव प्रयोग किये जाये। प्रत्येक जिला अपना लक्ष्य पूरा करेगा। उन्होंने वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा और देखभाल की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पौधे निर्धारित स्थान पर पहुँच जाये तथा इसमें सहयोग के लिये लोगों का पंजीयन भी बढ़ाया जाये। मुख्यमंत्री ने जनता की सहभागिता बढ़ाने के लिये जिलों में किये गये नवाचारों पर प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं अमरकंटक, जबलपुर एवं खंडवा जिलों में वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण महाअभियान का शुभारंभ मॉ नर्मदा के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं नर्मदा गीत से किया जाये। इसमें जन-संगठनों, जनता और जन-प्रतिनिधियों की भागीदारी हो। उन्होंने प्रत्येक जिले के कलेकटर से लक्ष्य पौधों की उपलब्धता, गड्डों की स्थिति और जन-सहभागिता की जानकारी ली। समीक्षा के दौरान वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही जिलों में सांसद, विधायक एवं अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
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लोकतंत्र सेनानी सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सभी लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान स्वरूप ताम्रपत्र प्रदान किया जायेगा। एक माह से कम समय जेल में निरुद्ध रहने वाले लोकतंत्र सेनानियों को भी सम्मान निधि दी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास में लोकतंत्र सेनानी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों को जिले में ही चिकित्सा सुविधा की स्वीकृति दी जायेगी। गृह निर्माण मंडलों और विकास प्राधिकरणों द्वारा निर्मित आवासों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ लोकतंत्र सेनानियों को भी आरक्षण दिया जायेगा। लोकतंत्र सेनानी के निधन पर उसके पति या पत्नी को पेंशन की पात्रता होगी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तरह लोकतंत्र सेनानी को शासकीय कार्यालयों और राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों में सम्मान दिया जायेगा। लोकतंत्र सेनानियों से संबंधित घोषणाओं के क्रियान्वयन के लिये विधानसभा में कानून बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने अपनी जीवटता और संघर्ष से लोकतंत्र की बहाली की। आजादी के बाद देश के लिये सबसे बड़ा दुर्भाग्य आपातकाल था। लोकतंत्र को पुनस्थापित करने का काम लोकतंत्र सेनानियों ने किया। राज्य सरकार मानवीय संवेदनाओं से भरी है और लोक-कल्याण की परंपरा पर चल रही है। हमारी सरकार गरीबों की चिंता करने वाली सरकार है। कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कैलाश सोनी ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने स्वतंत्रता की दूसरी लडा़ई लड़ी थी। लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय महामंत्री श्री राजेन्द्र गहलोत ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आपातकाल विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इसमें प्रथम पुरस्कार कु. ममता जैन, द्वितीय पुरस्कार कु. रजनी शर्मा और तृतीय पुरस्कार कु. पूर्णिमा तिवारी को मिला। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोकतंत्र सेनानियों सर्वश्री शंकरलाल तिवारी, सूर्यकांत मिश्रा, कामताप्रसाद गौतम, अशोक श्रीवास्तव, राजेन्द्र ताम्रकार और यशपाल सिंह सिसोदिया को सम्मानित किया। आरंभ में स्वागत भाषण राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने दिया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य, श्री मेघराज जैन, श्री कैलाश सारंग, श्री सरताज सिंह, श्री विभीषण सिंह, श्री गिरिराज सिंह, मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती साधना सिंह और श्री अजय विश्नोई सहित लोकतंत्र सेनानी अपने परिवारों सहित उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन श्री सुरेन्द्र द्विवेदी ने किया।
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राज्यों के पंचायती राज मंत्रियों का सम्मेलन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पंचायतों को सशक्त बनाकर सामाजिक परिवर्तन किया जा सकता है। मध्यप्रदेश ने इसका उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। मध्यप्रदेश में पंचायती राज की मूल अवधारणा को ग्राम स्तर तक पहुँचाया गया है। श्री चौहान आज यहाँ राज्यों के पंचायती राज मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को पूरा करने में मध्यप्रदेश अग्रणी है। आचार्य श्री विनोबा भावे ने कहा था कि देश स्वतंत्र हो गया पर गाँव स्वतंत्र नहीं हुए। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में अब देश स्वतंत्र है और गाँव भी स्वतंत्र हैं। ग्राम स्वराज की परिकल्पना को जमीन पर उतारा जा रहा है। मध्यप्रदेश में जनता से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण योजनाएँ पंचायतों के माध्यम से बनायी गई हैं। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित पंचायतों में संबंधित वर्ग के लोगों से संवाद के माध्यम से उनकी समस्यायों के निराकरण के लिये सुझाव लिये जाते हैं। इन्हीं पंचायतों के माध्यम से महिला कल्याण की लाड़ली लक्ष्मी योजना, बुजुर्गों के लिये मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना, किसानों के लिये शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण, छात्रों के लिये मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना जैसी अनेक योजनाएँ बनाई गई हैं। प्रदेश में अब तक 40 पंचायतें आयोजित की जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश अग्रणी है। देश में हुए स्वच्छता सर्वे में चयनित 100 में 22 शहर मध्यप्रदेश के हैं। ग्रामोदय से भारत उदय अभियान मध्यप्रदेश में डेढ़ माह चलाया गया। जिसमें ग्राम संसद, किसान संसद और महिला संसद आयोजित की गई। इसमें ग्रामों के दो साल के विकास की रूपरेखा बनाई गई। सबके लिये आवास की प्रधानमंत्री आवास योजना में मध्यप्रदेश में दो साल में साढ़े सात लाख आवास बनाये जा रहे हैं। किसान संसद में किसानों की आय को दोगुना करने के लिये हर गाँव का रोड मैप बनाया गया है जिस पर तेजी से अमल किया जायेगा। महिला संसद के माध्यम से गाँव की हर महिला का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा आवश्यकतानुसार उनके इलाज की व्यवस्था की गई। पूरे अभियान के दौरान 25 लाख 70 हजार आवेदन प्राप्त हुए जिनमें 3 लाख 33 हजार सामुदायिक समस्या से जुड़े हैं। इन आवेदनों का निराकरण कर ग्रामों को समस्याओं से शून्य बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हाल ही में पर्यावरण संरक्षण के लिये नर्मदा सेवा यात्रा आयोजित की गई। पंचायतों के सहयोग से पर्यावरण और नदी संरक्षण के लिये जागरूकता पैदा की गई। अब आगामी दो जुलाई को नर्मदा के कैचमेंट में एक दिन में 6 करोड़ पेड़ लगाये जायेंगे। पंचायत प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण की पहल करें राज्य केन्द्रीय पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में पंचायतें और गाँव आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास की जिम्मेदारियाँ बढने के कारण पंचायतों की क्षमता का विकास करना जरूरी हो गया है। श्री तोमर ने कहा कि राज्यों और केन्द्र सरकार पर पंचायतों के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने की बड़ी जिम्मेदारी है। इसके लिये राज्यों के ग्रामीण विकास प्रशिक्षण संस्थानों को राज्य में ही स्थापित अच्छे संस्थानों के साथ समन्वय कर प्रशिक्षण देने की पहल करना चाहिये। श्री तोमर ने राज्यों द्वारा ग्राम पंचायत विकास कार्यक्रम के आकल्पन और क्रियान्वयन में सहयोग देने और उसे आगे बढ़ाने के लिये आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पंचायतों के प्रतिनिधियों की क्षमता को कमतर आँकना उचित नहीं है। विकास के प्रति उनकी सोच हमेशा सराहनीय होती है। उन्होंने कहा कि पंचायत राज प्रतिनिधियों को चुने जाने के प्रारंभिक वर्ष में ही प्रशिक्षण मिलना चाहिये, जिससे वे प्रशिक्षण और कौशल का उपयोग विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में कर सकें। सम्मेलन में यूनिसेफ द्वारा पंचायती राज मंत्रालय के सहयोग से प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण के लिये प्रकाशित पुस्तिका और सतत विकास एवं सहस्त्राब्दि लक्ष्य की प्रशिक्षण हैंडबुक का विमोचन किया गया। विकास के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाली 15 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित किया गया। सम्मेलन में केन्द्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री श्री पुरषोत्तम रूपाला, प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग एवं विभिन्न राज्य के पंचायत मंत्री उपस्थित थे। राज्यों के पंचायत राज मंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों के अनुभव सुनाये और उत्कृष्ट कार्यों की चर्चा की।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध होना चाहिए। श्योपुर जिले के ढोढर से श्योपुर जिला मुख्यालय तक किये रोड शो के दौरान ग्रामीणों से प्राप्त आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज श्योपुर जिला मुख्यालय में बैठक को सबोधित कर रहे थे। बैठक में महिला-बाल विकास राज्य मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती ललिता यादव, सांसद श्री अनूप मिश्रा, विधायक श्री दुर्गालाल विजय, कमिश्नर, कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। श्री शिवराज सिहं चौहान ने कहा कि रोड शो के दौरान सामुदायिक और व्यक्तिगत आवेदनों को मिलाकर कुल 909 आवेदन-पत्र प्राप्त हुए हैं। इनका शत प्रतिशत निराकरण कर मुख्यमंत्री सचिवालय को रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल की समस्या अभी भी है। हेंडपंप लगाने, टंकी निर्माण जैसी बुनियादी कमियाँ पाई गई हैं, जिनका तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण अंचल में बिजली मिलनी चाहिए तथा लाइनों और ट्रांसफार्मरों की व्यवस्था के इंतजाम हों। उन्होंने राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के कार्यों का भौतिक सत्यापन करवाने के निर्देश दिये। साथ ही दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का समस्त सर्वे एक माह के अन्दर करवाने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजनाओं का जमीनी स्तर पर लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि का चिन्हांकन किया जाये। एक्सप्रेस-वे से चंबल क्षेत्र में विकास का मार्ग प्रशस्त होगा, साथ ही क्षेत्रवासियों को आवागमन की सुविधा होगी। लम्बे समय से चल रहे मुजरी बांध के सर्वे का कार्य एक माह में पूरा करवाया जावे। उपभोक्ताओं को राशन की दुकान से नियमित खाद्यान्न मिले। शौचालय-निर्माण, बीपीएल में नाम जोड़ने, दिव्यांग एवं आवास योजनाओं का लाभ सभी पात्रता रखने वाले हितग्राहियों को निरंतर जारी रखा जाये। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी के व्यक्तियों की जमीन पर यदि प्रभावी व्यक्तियों का कब्जा है, तो उसे तत्काल हटाकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि निचले स्तर पर भ्रष्टाचार मिटाने के हर संभव प्रयास होना चाहिए। फिर भी अगर शिकायत मिलती है तो समझा जायेगा कि इसमें उपर के अधिकारी भी लिप्त है। ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास की सभी योजनाओं का लाभ आम लोगों को देने की दिशा में कार्यवाही अनवरत जारी रखी जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एनआरएलएम में गठित स्व-सहायता समूहों को और सशक्त बनाया जाये। कलेक्टर द्वारा इस योजना में 25 लाख रूपये के भेजे गये प्रस्ताव को मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृत कर राशि भिजवाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि महिलाओं को बढ़ावा देने की दिशा में हर संभव उपाय किये जाये। साथ ही उन्हें योजनाओं का लाभ देने की दिशा में निरंतर पहल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में आवश्यक उपाय सुनिश्चित किये जाये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सकारात्मक सोच के साथ हर व्यक्ति को लाभ दिलवाने की कार्यवाही जारी रखें। बैठक के बाद उन्होंने जन-प्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों से जिले में चल रही विकास गतिविधियों पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के ढोढर, बगदिया, गांधीनगर, माकड़ौद, पदमपुरा, काशीपुर, धीरौली, मानपुर, जैनी, टेकना, चोपना, जावदेश्वर, बगडुआ, सोईकलां, रायपुरा, सलापुरा सहित दो दर्जन से अधिक ग्राम एवं मजरों-टोलों में रोड शो के बाद श्योपुर में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से भी चर्चा की।
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पूर्व क्रिकेटर श्रीकांत और चेतन चौहान भी होंगे शामिल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में बनने वाले देश के सबसे बड़े ग्लोबल स्किल पार्क का शिलान्यास 3 जुलाई को करेंगे। कार्यक्रम में केन्द्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राजीव प्रताप रुड़ी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान श्री के.श्रीकांत और पूर्व क्रिकेटर तथा उत्तर प्रदेश के कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत प्रभार) श्री चेतन चौहान भी शामिल होंगे। प्रदेश के कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी ने आज कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। स्किल पार्क का निर्माण 645 करोड़ की लागत से 37 एकड़ में किया जायेगा। पार्क में हर साल एक हजार विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रशिक्षक विश्व स्तर के होंगे। प्रशिक्षित विद्यार्थियों का प्लेसमेंट भारत एवं भारत के बाहर इंटरनेशनल स्तर पर किया जायेगा। 'इंडस्ट्री के साथ एवं इंडस्ट्री के लिये' की भावना पर पार्क संचालित होगा। अन्तर्राष्ट्रीय संयुक्त प्रमाणीकरण का प्रावधान भी होगा। समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, संचालक कौशल विकास श्री संजीव सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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किसानों को आर्थिक सुरक्षा देने 1000 करोड़ का कोष स्थापित होगा मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान ने देर रात तक किया श्योपुर जिले में रोड शो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्योपुर विकासखण्ड के गाँव में देर रात तक रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने दो दर्जन से अधिक गाँव में किसानों और ग्रामीणों से संवाद कर शासकीय योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 378 स्थान पर किसान बाजार बनाये जायेंगे। इन बाजारों में उपभोक्ता किसानों की उपज को सीधे खरीद सकेंगे। इस व्यवस्था से किसानों को उनकी उपज का बगैर बिचौलियों की भागीदारी के उचित मूल्य सकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में किसानों को आर्थिक सुरक्षा देने के लिये 1000 करोड़ रूपये की राशि से कोष स्थापित किया जायेगा। इस कोष के माध्यम से बाजार में औसत मूल्य तथा समर्थन पर बीज के अंतर की राशि सीधे किसानों के खातों में जमा कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिये जिलेवार कार्ययोजना बनाई जायेगी, जिसमें किसानवार डाटा एकत्रित रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम बगदिया एवं बगदरी में किसानों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि ढोढर कृषि उपज मण्डी को किसान बाजार वाले स्थान में शामिल किया जायेगा। इस अवसर पर सिक्ख किसानों द्वारा मुख्यमंत्री को चाँदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने ग्राम बगदिया में हाईस्कूल खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिन किसानों को पूर्व में शासकीय भूमि के पटटे प्रदाय किये गये उन्हें भू-स्वामी के रूप में दर्ज करने के लिये राजस्व विभाग के माध्यम से परीक्षण कराया जायेगा। उन्होंने ग्राम ढोढर एवं मानपुर में बैंक शाखाएँ खोलने के लिये भी आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री चौहान ने बगदिया सहराने में सहरिया परिवारों से उनकी समस्याएँ सुनकर गाँव में पेयजल के लिये स्पाट सोर्स लगाने, गुर्जर बस्ती में गाँव को राजस्व ग्राम घोषित करने तथा बस्ती में प्राथमिक विद्यालय खोलने के निर्देश दिये। ग्राम माकडोद में टयूबबेल लगाकर पानी की टंकी से पेयजल व्यवस्था और एक किलोमीटर सड़क बनाने का प्राक्कलन तैयार करने, दिव्यांग दिनेश को सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत करने के निर्देश दिये। ग्राम धीरोली में ओड राजपूत समाज के श्योपुर में बनने वाले छात्रावास भवन के लिये 5 लाख रूपये देने, ग्राम धीरोली में पूर्व से स्वीकृत विद्युत सब स्टेशन का कार्य प्रारंभ करने, चंबल नहर से माइनर शाखा निकालने का परीक्षण कराने और सांसद निधि से यात्री प्रतिक्षालय बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मानपुर में रोड शो के दौरान लौहपीटा परिवारों से भेंट कर उन्हें प्रदाय किये गये आवास भू-अधिकार पत्र के प्रदाय के बाद आवास निर्माण की कार्रवाई के निर्देश जिला प्रशासन को दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों की सूची तैयार करने के निर्देश दिये गये हैं जिनके पास आवास बनाने के लिये जमीन नहीं है। ऐसे परिवारों को राज्य सरकार भू अधिकार पत्र देगी। मुख्यमंत्री ने मानपुर में पंचायत भवन तथा हायर सेकेण्डरी स्कूल में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण कराये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने ग्राम जैनी में राशन कार्डों की जाँच कराने और क्षेत्रपाल बाबा मंदिर का सुदृढ़ीकरण कराने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने ग्राम पदमपुरा में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना से लाभांवित सहरिया आदिवासी श्री प्रभु आदिवासी के आवास का निरीक्षण कर प्रशंसा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम काशीपुर, टेकना, चोपना, बगडुआ, सोईकला, रायपुरा, सलापुरा सहित अन्य गाँवों में देर रात तक रोड शो किया। रोड शो के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं सीहोर जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती ललिता यादव, सांसद श्री अनूप मिश्रा, विधायकगण, जिले की पंचायत रात संस्थाओं के पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी साथ थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुस्लिम समाज को ईद की हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई दी हैं। श्री चौहान आमिल साहब शेख इसुबभाई भरुची के यहाँ पहुँचे। श्री चौहान ने आमिल साहब को ईद की मुबारकबाद दी। उन्हें पुष्प-गुच्छ भेंट कर ईद की शुभकामनाओं का पारस्परिक आदान-प्रदान किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुख्यमंत्री निवास पर राज्य प्रशासनिक सेवा से हाल ही में भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत हुये अधिकारियों ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिलने वालों में श्री मनीष सिंह, श्री उमेश सिंह, श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव, श्री आर.पी.एस. जादौन, श्री दिनेश श्रीवास्तव, श्री एस.बी.सिंह, श्री दीपक सक्सेना, श्री राकेश श्रीवास्तव, श्री जगदीश जटिया और श्री चन्द्रशेखर वालिम्बे शामिल थे।
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मुख्यमंत्री चौहान की केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान से मुलाकात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय उपभोक्ता मामले एवं खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री रामविलास पासवान से मुलाकात की। श्री चौहान ने बताया कि इस वर्ष मध्यप्रदेश में प्याज एवं दलहन का बम्पर उत्पादन हुआ है। अधिक उत्पादन के कारण कीमतों में भारी गिरावट आई है जो चिन्ता का विषय है। श्री चौहान ने दलहन खरीदी विशेषकर मूंग, उड़द एवं अरहर की समर्थन मूल्य पर खरीदी की बात कही। उन्होंने अनुरोध किया कि नाफेड के साथ-साथ एफ.सी.आई. को भी क्रय (उपार्जन) एजेंसी बनाया जाय। इसके साथ ही मोटा अनाज का उपार्जन गेहूँ एवं धान की भांति चालू रखा जाय। श्री चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य करने के पहले व्यावहारिक कठिनाइयों को ध्यान में रखा जाय। श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश के आदिवासी इलाकों में नेट और इंटरनेट कनेक्टिविटी, उचित मूल्य दुकानों पर नहीं आती है। कई हितग्राहियों के उंगलियों एवं अंगूठे के निशान स्पष्ट नहीं होने से उनका बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण नहीं हो पा रहा है। साथ ही किसान आधार और बायोस आदि उपकरणों से अभ्यस्त नहीं हैं। उन्होंने आग्रह किया कि इस योजना की समयावधि 30 सितंबर, 2017 तक बढ़ा दी जाय। केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बम्पर उत्पादन से उत्पन्न हुई स्थिति से निपटने के लिए मंत्रालय द्वारा हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री गुप्ता ने की समीक्षा भोपाल आईटी पार्कस में निवेशकर्ताओं द्वारा निर्धारित अवधि में आवंटित भूमि पर संरचना निर्माण अथवा उत्पादन प्रारंभ नहीं करने पर उनके आवंटन रद्द करें। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यह निर्देश समीक्षा के दौरान दिये। श्री गुप्ता ने कहा कि जिन निवेशकर्ताओं ने भू-विकास की राशि निर्धारित समय-सीमा जमा नहीं की है, उनके भी आवंटन रद्द किये जाये। श्री गुप्ता ने कहा कि सभी प्रकरण की वर्गीकृत सूची की हर महीने समीक्षा भी करें।
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एमपी के जनसंपर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र आज नई दिल्ली में देश के अगले राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए द्वारा मनोनीत उम्मीदवार श्री रामनाथ कोविंद से भेंट कर उन्हें हार्दिक बधाई दी। मंत्री डॉ. मिश्र ने श्री कोविंद को दतिया की माँ पीताम्बरा पीठ में आने का न्यौता भी दिया। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व ही श्री कोविंद दतिया पधारे थे और उन्होंने माँ पीताम्बरा पीठ में दर्शन किए थे।
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मुख्यमंत्री राज्य स्तरीय योग कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नागरिकों का आव्हान किया है कि योग रोज करें। योग तन को स्वस्थ, मन को प्रसन्न और बुद्धि को प्रखर करता है। श्री चौहान अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन आज स्थानीय लाल परेड ग्राउन्ड में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ महापौर श्री आलोक शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला, बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं नागरिकगण ने योगाभ्यास किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान जीवन की आपा-धापी में जीवन तनावमय हो गया है। जीवन को तनाव मुक्त करने का प्रभावी माध्यम योग है। सफल, सार्थक मानव जीवन जीने के लिये योग को जीवन का हिस्सा बनायें। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों का उल्लेख करते हुये कहा कि व्यक्ति अनंत शक्तियों का भंडार है। वह ईश्वर का अंश है। मनुष्य अपनी क्षमताओं का बहुत कम ही उपयोग कर पाता है। व्यक्ति की इस अपार आंतरिक शक्ति को प्रखर बनाने का कार्य योग करता है। श्री चौहान ने कहा कि भारतीय ऋषि मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व योग विधा का आविष्कार किया था। विश्व के जन-जन के मन में योग को प्रस्फुटित करने के लिये उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को कोटिश: धन्यवाद दिया और नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित की। उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुये कहा कि जीवन आनंद, उत्सव और प्रसन्नता के साथ जियें। देश और समाज के विकास में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिये योग को जीवन का हिस्सा बनाएँ। नशा नहीं करने के लिए कृत-संकल्पित हों। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मेधावी छात्र योजना की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूकासन, वक्रासन, मुकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्धहलासन, पवन मुक्तासन, शवासन, कपालभाति, प्रणायाम, नाड़ी शोधन, अनुलोम विलोम और शीतली और भ्रामरी प्राणायाम योग आसन किये। कार्यक्रम के प्रारंभ में मध्यप्रदेश गान का गायन हुआ और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश का प्रसारण हुआ।
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मुख्यमंत्री निवास में स्कूली बच्चों ने किया योगाभ्यास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बच्चों का आव्हान किया है कि खूब मन लगाकर पढ़ाई करें। उन्होंने कहा कि अच्छी पढ़ाई के लिये योग बहुत जरूरी है। श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में स्कूली बच्चों को संबोधित कर रहे थे। बैरागढ़ क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री निवास में योगाभ्यास किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि व्यक्ति अनंत शक्तियों का भंडार है। अधिकांश लोग उसके छोटे से हिस्से का ही उपयोग कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि योग, प्राणायाम और ध्यान आदि यौगिक क्रियाएं व्यक्ति की आंतरिक शक्ति को पहचानने और प्रगटीकरण का कार्य करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि खूब मन लगाकर पढ़ाई करें, उनकी उच्च शिक्षा में कोई बाधा नहीं आयेगी। राज्य सरकार ने इन बाधाओं को दूर करने के लिए प्रभावी योजना लागू की है। इस योजना में बिना जाति, धर्म आदि के भेदभाव के गरीब, निम्न, मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों की उच्च शिक्षा में मदद की जायेगी। उन्होंने कहा कि मेधावी छात्र योजना में ऐसे परिवार जिनकी आय 6 लाख रूपये वार्षिक से कम है, उनका प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश होने पर फीस का भुगतान राज्य सरकार करेगी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन को सफल और सार्थक बनाने के लिये नशा कभी नहीं करें, योग रोज करें और खूब पढ़ाई करें। बच्चों के योगाभ्यास कार्यक्रम में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा श्री डी.एस.कुशवाह ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में राष्ट्रगान का गायन हुआ। बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों और शिक्षकों ने योगाभ्यास किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर निवेशकों ने निवेश प्रस्तावों पर चर्चा की। इस दौरान कार्वी इलेक्ट्रानिक्स, बैंगलुरू और रूसान फार्मा, मुम्बई के प्रतिनिधियों ने निवेश प्रस्ताव दिये। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी पी सिंह, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्री मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान और ट्रायफेक के अपर प्रबंध संचालक श्री वी.किरण गोपाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री चौहान ने निवेशकों के प्रस्तावों का स्वागत किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निवेश प्रस्तावों को धरातल पर लाने में सक्रिय सहयोग करें। निवेशकों ने प्रदेश के निवेश संवर्धन वातावरण और नीतियों की सराहना की। रूसान फार्मा, मुम्बई द्वारा विशेष आर्थिक जोन पीथमपुर में फार्माक्यूटिकल संयंत्र की स्थापना का प्रस्ताव दिया गया। परियोजना में 600 करोड़ रूपये से अधिक के निवेश की जानकारी दी। इसी तरह कार्वी इलेक्ट्रानिक्स ने भी अपने प्रस्ताव की जानकारी दी।
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मध्यप्रदेश के जनसंपर्क, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने दतिया जिले के ग्राम सीतापुर एवं मलकपहाड़ी में 70 करोड़ रुपए लागत की समूह नल-जल योजना का शिलान्यास किया। डॉ. मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि माताओं और बहिनों को कुओं एवं हैण्ड़पंपों पर पानी भरने की समस्या से निजात दिलाने के लिये समूह नल-जल योजनाएं बनाई जा रही हैं। इन योजनाओं के पूरा होने पर हर घर में नल से पानी मिलने लगेगा। जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत् 70 करोड़ रुपए की लागत से 61 गाँवों में सिंध नदी से पानी लाकर सप्लाई दी जायेगी। जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्र ने कहा कि अब हम स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट विलेज विकसित करेंगे। अब किसानों को मूलधन पर भी छूट दी जा रही है। एक सौ रुपए के बदले में सरकार केवल 90 रुपए वापस लेगी। उन्होंने किसानों से फसल बीमा भुगतान के संबंध में जानकारी ली। जनसम्पर्क मंत्री ने किसानों से फसलों का बीमा कराने की अपील की। डॉ. नरोत्तम मिश्र ने मुरेरा निवासी श्री हरीसिंह यादव को मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक योजना के तहत उनकी पुत्री हेमा के विवाह के लिए 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की।
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तृतीय अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम 21 जून को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में लाल परेड ग्राउण्ड भोपाल में होगा। सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी ने आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि ग्राउण्ड में पार्किंग और अस्थायी टायलेट की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि बच्चे यूनीफार्म में आयें। श्रीमती मुखर्जी ने मैदान में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। कार्यक्रम सुबह 6.30 बजे प्रारंभ होगा। पूरे प्रदेश में रेडियो के माध्यम से इसका प्रसारण होगा। बैठक में आयुक्त लोक शिक्षण श्री नीरज दुबे, कलेक्टर श्री निशांत वरवड़े एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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गिनीज विश्व रिकार्ड तैयारियों का प्रशिक्षण 20 जून को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संकल्प के अनुसार 2 जुलाई को नर्मदा बेसिन के 24 जिलों में 6 करोड़ पौधे रोपे जायेंगे। इनमें से 3 करोड़ पौधे वन विभाग और शेष 3 करोड़ पौधे ग्रामीण विकास, कृषि, उद्यानिकी, जन अभियान परिषद, नगरीय प्रशासन, स्कूल शिक्षा विभाग आदि द्वारा रोपित किये जायेंगे। संबंधित जिलों में रोपण के लिये गढ्ढा खुदाई का कार्य प्रगति पर है। नर्मदा बेसिन के 24 जिले- अनूपपुर, डिण्डौरी, मंडला, जबलपुर, कटनी, इंदौर, धार, अलीराजपुर, देवास, खंडवा, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, सिवनी, नरसिंहपुर, दमोह, सागर, हरदा, होशंगाबाद, रायसेन, बैतूल, छिन्दवाड़ा, सीहोर और बालाघाट जिले में 2 जुलाई को फलदार एवं छायादार वृक्षों के पौधे लगाये जायेंगे। सघन वृक्षारोपण से नर्मदा को सतत जल आपूर्ति होने के साथ ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी। गिनीज विश्व रिकार्ड बनाने संबंधी तैयारियों के लिये 20 जून को आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण में प्रत्येक जिले से 2-2 रिसोर्स पर्सन्स को प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रशिक्षित रिसोर्स पर्सन्स अपने-अपने जिले में गिनीज विश्व रिकार्ड बनाने की प्रक्रिया में नियुक्त होने वाले विटनेस एवं स्टूवर्ड को प्रशिक्षित करेंगें। गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के लिए विटनेस एवं स्टूवर्ड द्वारा विश्व रिकार्ड मापदण्डों के अनुसार प्रस्तुत किया गया अभिलेख अति-आवश्यक है। गिनीज विश्व रिकार्ड के मद्देनजर प्रत्येक रोपण स्थल में पौधों के सत्यापन के लिये 2-2 शासकीय अधिकारी-कर्मचारी की तैनाती के साथ रोपित पौधों की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की जा रही है। प्रत्येक रोपण स्थल की जीपीएस (लेटीट्यूड एवं लॉगीट्यूड) भी ली जा रही है। इससे रोपण स्थलों को पहचाना जा सकेगा। पौध-रोपण में अधिक से अधिक जन-भागीदारी के लिये शासन द्वारा ऑनलाइन पंजीयन व्यवस्था की गई है। www.namamidevinarmade.gov.inवेबसाइट पर अब तक लगभग डेढ़ लाख लोग 2 जुलाई 2017 को पौध-रोपण के लिये पंजीयन करा चुके हैं। वानिकी प्रजाति के आवश्यक पौधों की व्यवस्था वन विभाग एवं निजी रोपणियों द्वारा की गई हैं। फलदार प्रजाति के पौधों की व्यवस्था उद्यानिकी विभाग, शासकीय निजी रोपणियों और अन्य राज्यों से की जा रही है। विभिन्न विभाग अपने-अपने रोपण लक्ष्यों के अनुसार गढ्ढा खुदाई कर रहे हैं। कई जिलों में गढ्ढा खुदाई का काम पूरा होने को है।
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भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के लोग घर-घर में यह प्रचार कर रहे हैं कि देखो यह चार बीवियां रखते हैं। दसियों बच्चे पैदा करते हैं। झूठे आंकड़े देते हैं कि 2050 में मुसलमान बहुसंख्यक हो जाएंगे। यह सरासर गलत और झूठ है। मैं इसको प्रमाणित कर चुका हूं और चुनौती देता हूं। किसी भी मंच पर संघ (आरएसएस) का कोई भी व्यक्ति आए, मैं प्रमाणित कर दूंगा मुसलमान कभी बहुसंख्यक नहीं हो सकते, उनकी जनसंख्या कभी भी 18 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकती। दिग्विजय सिंह टीटी नगर दशहरा मैदान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के बैनर तले सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में चल रहे सत्याग्रह में प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं और किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आरएसएस पर हमला करते हुए उसे देश के लिए खतरा बताया और कहा कि आज इनके गौरक्षक केवल वसूली का काम कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कत्लखानों से बीजेपी को करोड़ों रुपए चंदा मिला, जबकि कांग्रेस को एक रुपया नहीं दिया। दिग्विजय ने किसानों के लिए उपवास करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व सत्याग्रह करने वाले सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की तुलना की। उन्होंने कहा कि एक भूतपूर्व महाराजा बिना कूलर, एयरकंडीशंड-पंखे के किसान के सामान खटिया पर सो रहा है और एक तथाकथित किसान का बेटा कूलर-एयरकंडीशंड, फाइव स्टार पंडाल में उपवास करता है। सिंह ने सिंधिया से मंच के माध्यम से कहा कि वे चाहते थे कि तीनों दिन रहूं, लेकिन व्यस्तता के कारण नहीं रह पाऊंगा। मैं दिल, आत्मा से आपके साथ हूं। दिग्विजय सिंह ने अपनी सरकार के खिलाफ नाराजगी को लेकर पीड़ा व्यक्त कि हमने मुफ्त बिजली दी, खाद-बीज सोसायटियों से दिलाया मगर न जाने क्या नाराजगी रही?
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ज्योतिरादित्य सिंधिया का सत्याग्रह मंदसौर में पुलिस की गोली से मारे गए किसान और उनकी मांगों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार से सत्याग्रह शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि मंदसौर की घटना प्रदेश के माथे पर कलंक है। मोदी और शिव 'राज" में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। तीन साल में 1800 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश को शव राज्य बना दिया है। अगले तीन दिन तक किसानों की समस्या पर बात होगी और फिर प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह मिलकर संघर्ष की रणनीति बनाएंगे। भोपाल के टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान में दोपहर बाद सत्याग्रह शुरू करने से पहले मंदसौर गोलीकांड में मारे गए किसानों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सिंधिया ने कार्यकर्ता और किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब तक प्रदेश में शांति बहाली नहीं हो जाती, वे उपवास जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक भी नेता को मृतक किसानों के परिजनों से ये कहते हुए मिलने नहीं दिया कि स्थिति बिगड़ सकती है और आज वे स्वयं भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वहां पहुंच गए। इससे साफ जाहिर होता है कि वे किसानों के नाम पर राजनीति करते हैं। देश में बीते में तीन साल में 12 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। केंद्र ने किसानों को मिलने वाला बोनस बंद कर दिया। मंडियों में उपज बेचने के लिए किसानों को लाइनें लगानी पड़ रही हैं। उन्होंने गोलीकांड की जांच के लिए बनाई समिति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि निहत्थे किसानों पर गोली किसने और क्यों चलाई? वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे। कांग्रेस के इस संघर्ष में जिन कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें सरकार बनते ही वापस लिया जाएगा। नौकरशाही की व्यवस्था में हम ऐसा परिवर्तन लाएंगे कि वे दबाव में कभी भी गलत फैसले न लें। निष्पक्ष होकर काम करें। पुलिस सिस्टम में भी आमूलचूल बदलाव करेंगे, ताकि वे न तो उद्दंड हों और न ही निरंकुश। कार्यक्रम शुरू होते ही सिंधिया समर्थकों ने झंडे लहराने और नारेबाजी शुरू कर दी। अपने समर्थक गिरिराज दंडोतिया को सिंधिया ने फटकारा और कहा कि न तो किसी के झंडे लहराए जाएंगे और न ही किसके पक्ष में कोई नारेबाजी होगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को शांत कर बैठाया। मीडिया के एक प्रतिनिधि से कार्यकर्ता की बहस होने पर उन्होंने सभी मीडियाकर्मियों से हाथ जोड़कर विनम्र आग्रह किया और खेद भी जताया। मंच पर सिंधिया का ही दबदबा दिखा। कार्यक्रम के दौरान पूरे समय मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा पत्रकारों के बीच बैठे रहे। जहां सिंधिया के भाषण में जोश नजर आता था तो वे कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते रहे।
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आषाढ़ मास में 10 साल बाद 24 जून को शनिश्चरी अमावस्या का संयोग बना है। इस दिन त्रिवेणी संगम पर स्नान होगा। वर्षा की दृष्टि से भी यह अमावस्या अनुकूल रहेगी। संपूर्ण भारत में इसका प्रभाव अतिवृष्टि, सामान्य वर्षा तथा खंड वृष्टि के रूप में नजर आएगा। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला के अनुसार वर्ष 2007 में आषाढ़ मास की अमावस्या शनिवार के दिन आई थी। इसके बाद 2017 में ऐसा संयोग बन रहा है। अमावस्या पर शनिवार का दिन, आर्द्रा नक्षत्र, वृद्धि योग तथा नाग करण अपने आप में महत्वपूर्ण है। पंचागीय गणना के इन पांच योगों का प्रभाव शनि साधना के लिए विशेष है। प्राकृतिक परिवर्तन की दृष्टि से भी इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि वर्तमान ग्रह गोचर की स्थिति देखें तो शनि वक्री चल रहे हैं। शनि की वक्र दृष्टि विभिन्न् राशियों पर त्रिपाद, पंचम, नवम, सप्तम तथा दशम स्थिति में है। इसलिए प्राकृतिक परिवर्तन अधिक नजर आएंगे। शनि से प्रभावित जातक यह करें जिन जातकों की जन्म कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैया, महादशा, अंतर्दशा, प्रत्यांतर्दशा चल रही हो या शनि के कारण कष्ट बढ़ रहा हो, उन्हें अमावस्या पर शनि की साधना करना चाहिए। शनि की शांति के शनि स्तवराज, शनि स्तोत्र, शनि अष्टक का पाठ करें। शनि के बीज मंत्र का जप तथा शनि से संबंधित वस्तुओं का दान करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। शनि को वायु का कारक ग्रह माना जाता है। वर्षा ऋतु में आंधी-तूफान, गरज और चमक के साथ तेज बारिश होगी। सामुद्रिक तूफान के साथ प्राकृतिक प्रकोप भी देखने को मिलेगा। हालांकि इसका प्रभाव अगस्त माह तक विशेष रहेगा। इसलिए पश्चिम उत्तर दिशा में यह खासतौर पर नजर आएगा।
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मंगलवार की रात करैरा विधायक पर केस दर्ज होने के बाद पुलिस सुबह का इंतजार करती रही, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार रात में किसी महिला को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। वहीं सुबह को विधायक अपने घर से फरार हो गईं। करैरा विधायक पर भीड़ को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप है। करैरा विधायक पर केस दर्ज होने के पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। प्रदेशभर में तत्समय आंदोलन हिंसक रूप ले चुका था और पुलिस को पता था कि करैरा में आंदोलन की अगुआई महिला विधायक कर रही हैं, बावजूद इसके मौके पर कोई भी महिला पुलिस नहीं थी, जबकि एसडीओपी की मौजूदगी में आक्रोशित विधायक शकुंतला खटीक ने टीआई पर घूंसे बरसा दिए। वहीं इस मामले के बाद वीडियो क्लिप सामने आने और सत्ता पक्ष के दबाव के चलते भले ही करैरा पुलिस ने सोमवार की देर रात विधायक व ब्लॉक अध्यक्ष पर केस दर्ज कर लिया, लेकिन यहां भी पुलिस की मंशा विधायक को तत्काल गिरफ्तार करने की नजर नहीं आई, क्योंकि केस देर रात 11:50 बजे दर्ज किया गया। कानून के जानकारों के अनुसार रात के समय महिला की गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। केस दर्ज होने की जानकारी लगते ही विधायक अपने घर से फरार हो गईं। ब्लॉक अध्यक्ष भी फरार हो गए। विधायक पर केस दर्ज होने के साथ ही करैरा कस्बे में पुलिस ने एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। विधायक के समर्थक कोई अप्रिय घटना को अंजाम न दे सके। कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। धाराएं बढ़ाएंगी मुसीबत, जाना पड़ सकता है जेल। विधायक पर जो धाराएं दर्ज की गई हैं, उनमें धारा 353 शासकीय कार्य में बाधा की है, जो गैर जमानती है और इसमें न्यूनतम दो वर्ष तक की सजा का प्रावधान हैं। इस मामले में फरियादी पुलिस है, इसलिए विधायक की मुसीबत बढ़ सकती है। शहर के एडवोकेट गजेन्द्र यादव के अनुसार धारा 147 व 149 विधि विरुद्ध जमाव यानी बलवा की धाराएं हैं, वहीं 189 लोक सेवक को पदीय कार्य न करने के लिए दबाव डालना है। इसके अलावा 294 गाली गलौज, 436 लड़ाई झगड़ा, 504 व 506 जान से मारने की धमकी की श्रेणी में हैं और यह सभी धाराएं जमानती हैं। घटनाक्रम 8 जून का था, लेकिन तत्समय टीआई से नोकझोंक की बात सामने आई और एक क्लिपिंग में विधायक 'थाने में आग लगा दो" कहती नजर आई थीं। इसके अगले दिन से लगातार वीडियो सामने आते चले गए। विधायक ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की और आग लगाने के बयान से मुकर भी गईं, लेकिन एक और वीडियो ने हलचल पैदा कर दी। मंगलवार को नया वीडियो सामने आया है, जिसमें विधायक शकुंतला टीआई संजीव तिवारी को घूंसे से मारती दिखाई दे रही हैं। चर्चा है कि भले ही पुलिस ने देर रात केस दर्ज कर विधायक शकुंतला को फरार होने का मौका हासिल करा दिया हो, लेकिन दूसरी तरफ पुलिस विधायक सहित ब्लॉक अध्यक्ष को गिरफ्तार करने उनके घरों पर कई बार दबिश देती रही। देर रात दबिश देने के अलावा सुबह और शाम को भी पुलिस दोनों के ठिकानों पर दबिश देती नजर आई। पुलिस सूत्रों का दावा है कि जल्द ही दोनों को बंदी बनाया जाएगा। इधर विधायक और ब्लॉक अध्यक्ष के फोन बंद आ रहे हैं। विधायक के गनर शैलेन्द्र सिकरवार के अनुसार विधायक रात को अचानक कहीं चली गई हैं। बता दें कि करैरा विधायक पर विरुद्ध आगजनी के लिए उत्प्रेरित करने, शासकीय कार्य में बाधा, अपशब्द, जान से मारने की धमकी, शासकीय कर्मचारी से अभद्रता सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। एसडीओपी करैरा अनुराग सुजानिया ने बताया विधायक शकुंतला खटीक और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष वीनस गोयल सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि यह दोनों अभी फरार हैं।
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मध्यप्रदेश में किसानों के आंदोलन के बाद कांग्रेस को मिले माइलेज को हाईकमान किसी भी कीमत पर कम नहीं करना चाहती है। इसके चलते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लम्बे अरसे बाद एक साथ 6 दिन का दौरा करवाया जा रहा है। वहीं उनके सत्याग्रह में कांग्रेस के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे। वहीं सिंधिया समर्थक अभी से सत्याग्रह में भारी भीड़ जुटाने में जुट गए हैं। दरअसल समर्थकों को यह लग रहा है कि सत्याग्रह के बहाने सिंधिया को प्रभावी तरह से प्रदेश में लांच किए जाने की यह तैयारी है। सिंधिया समर्थकों ने 72 घंटे में भोपाल में 25 हजार लोगों को जुटाने का टारगेट तय किया है। सिंधिया के खास समर्थक वरिष्ठ विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और तुलसी सिलावट मालवा क्षेत्र से उनके समर्थकों को भोपाल लाएंगे इसमें किसान भी शामिल होंगे। वहीं ग्वालियर, चम्बल संभाग से भी खासे समर्थक आएंगे। पूर्व विधायक गोविंद राजपूत बुंदेलखंड से सिंधिया समर्थकों को लेकर आएंगे। इसके अलावा पूरे प्रदेश भर से सिंधिया समर्थक 14 से 17 जून के बीच भोपाल में नजर आएंगे। सिंधिया ने भी सोशल मीडिया पर अपील की है कि किसानों को न्याय दिलाने के संघर्ष में सभी साथ आए। फेसबुक की उनकी पोस्ट को एक दिन में ही करीब 500 लोगों ने शेयर किया है। पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर आयोजित हो रहे इस सत्याग्रह में कांग्रेस के दिग्गज नेता भी दिखाई देंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ 16 जून को इसमें शामिल हो सकते हैं। कमलनाथ के समर्थक भी इस दिन भोपाल में भारी संख्या में आएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी इसमें शामिल होंगे। सिंधिया के सत्याग्रह को विफल करने में भाजपा जुट गई है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज इंदौर में कहा कि कांग्रेस को किसान आंदोलन पर बोलने का हक नहीं है। कांग्रेस के शासन में दो घंटे बिजली मिलती थी तब कहां थे सिंधिया, उन्होंने केन्द्रीय मंत्री रहते प्रदेश के लिए क्या किया यह भी जनता को बताएं। प्रदेश सरकार से किसानों को कोई नाराजगी नहीं है। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा है कि सिंधिया को अगर किसानों की इतनी ही चिंता है तो वे शिवपुरी के उन किसानों जमीन वापस कर दें जिसे उन्होंने अपने ट्रस्ट की जमीन बताकर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता किस बात के लिए सत्याग्रह कर रहे हैं यह उन्हें जनता को बताना चाहिए। सिंधिया का सत्याग्रह 14 जून को तीन बजे दशहरा मैदान पर शुरू हो रहा है।
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व्यापक किसान आंदोलन और छ किसानों की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में प्याज की बम्पर आवक को देखते हुए सभी कलेक्टरों को अपने जिलों की आवश्यकता अनुसार खरीदी केंद्र बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आज मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागायुक्तों और कलेक्टरों से प्याज एवं अन्य कृषि उपज की खरीदी के बारे में चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुशासन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कानून-व्यवस्था भंग करने वालों के विरूद्ध सख्ती से पेश आये। श्री चौहान ने कलेक्टरों से कहा कि प्याज की खरीदी और वितरण तत्काल करें। उन्हें जरूरत पड़ने पर जिले की आवश्यकता और सुविधानुसार खरीदी केंद्र स्थापित करने के अधिकार दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्याज के ट्रकों को खाली करवाये और उन्हें वापस भरकर दोबारा भेजें ताकि परिवहन की निरंतरता बनी रहे। राशन दुकानों के माध्यम से प्याज दो रूपये प्रति किलो की दर से गरीबो को बेची जायेगी। बताया गया कि प्याज खरीदी तेजी से हो रही है। मूंग खरीदी के लिए भारत सरकार की नाफेड संस्था द्वारा व्यवस्था की गई है। तुअर के लिए 80, मूंग के लिए 62 और उड़द के लिए 48 खरीदी केंद्र स्थापित किए गए हैं। ये खरीदी केन्द्र बढ़ाये जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने खरीदी की व्यवस्था पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए। राज्य शासन नाफेड को पूरा सहयोग देगा। मुख्यमंत्री ने साफ़ किया कि प्याज या अन्य उपजों की खरीदी की कोई सीमा नहीं रखी गई है। किसान जितना लाये, सब ख़रीदे। कपास उत्पादक जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए कि बी टी काटन बीज की दर भारत सरकार दवारा निर्धारित दरों से ज्यादा कीमत में नहीं बिकना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कलेक्टरों को प्रभावी जन-सुनवाई करने के निर्देश दिए। ताकि जनता को समय पर सेवाएँ उपलब्ध हो जायें। मुख्यमंत्री ने 'स्कूल चलें हम' अभियान और नर्मदा के किनारे दो जुलाई को वृक्षारोपण की तैयारियों के सम्बन्ध में भी चर्चा की। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी. पी. सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री आर. के. शुक्ला और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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ईवीएम मुद्दे पर राजनीतिक दलों के निशाने पर आया चुनाव आयोग नाराज है। आयोग ने सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि उसे बेकार में बदनाम करने वालों पर कार्रवाई का अधिकार दिया जाए। आयोग की दलील है कि इसके चलते वो आधारहीन आरोपों के खिलाफ एक्शन ले सकेगा। एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार कानून मंत्रालय को पत्र लिखकर अदालत की अवमानना कानून में संशोधन की मांग की है। वो कानून में ऐसे प्रावधान चाहता है कि जिसके तहत अवमानना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर सके। जानकारी के अनुसार मंत्रालय चुनाव आयोग के मंत्रालय के पत्र पर विचार कर रहा है। पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनावों के बाद ईवीएम पर सवाल उठे थे और राजनीतिक दलों को आयोग ने साफ किया था कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ और हैकिंग संभव नहीं है। आयोग ने इसके लिए राजनीतिक दलों को चुनौती भी दी थी कि वो ईवीएम को हैक करके दिखाएं लेकिन इसमें सीपीएम और एनसीपी के अलावा किसी दल ने हिम्मत नहीं दिखाई।
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नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े किसान संघ के वरिष्ठ नेता ने मध्य प्रदेश में किसानों के उग्र आंदोलन के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी और राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार को जिम्मेदार ठहराया। आरएसएस समर्थित भारतीय किसान संघ (बीकेएस) ने उपाध्यक्ष प्रभाकर केलकर ने कहा कि फसलों का कम दाम मिलने से परेशान किसानों को राहत पहुंचाने में केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि किसानों में काफी लंबे वक्त से गुस्सा है। सरकार इसे समझ नहीं सकी और अब इस मुद्दे का पूरी तरह से राजनीतिकरण कर दिया गया। केलकर ने कहा कि सरकार ने पिछले 3 वर्षों में किसानों को कई वादे किए। वहीं भाजपा के किसान मंच के प्रमुख विरेंद्र सिंह मस्त ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को जायज ठहराते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन तो लोकतंत्र का हिस्सा है। मध्य प्रदेश के मालवा इलाके में बीते 1 जून से किसानों का आंदोलन चल रहा है। इस दौरान मंदसौर में किसानों पर पुलिस फायरिंग के बाद प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए। आंदोलन के आखिरी दिन अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य में शांति बहाली के लिए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं।उन्होंने शुरू में किसान आंदोलन को बहुत हलके से लिया।
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रेरा अध्यक्ष अंटोनी डिसा ने बताया है कि मध्यप्रदेश, देश में प्रथम राज्य हो गया है, जहॉ भू-संपदा एक्ट का विस्तार प्रदेश के सभी क्षेत्रों में किया गया है। पूर्व में यह एक्ट केवल 153 प्लानिंग क्षेत्रों में ही लागू था तथा वहां के आवासीय एवं व्यावसायिक प्रोजेक्ट में ही रेरा प्राधिकरण के समक्ष पंजीयन आवश्यक था। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेकर अब राज्य के सभी प्रोजेक्ट एक्ट के दायरे में लाते हुए पंजीयन संबंधी आवश्यकता को गैर-प्लानिंग क्षेत्र के लिये भी जरुरी कर दिया हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में प्लानिंग-एरिया के बाहर के क्षेत्रों में भी आवासीय तथा व्यावसायिक कॉम्प्लेक्सों का निर्माण हो रहा था परन्तु वहां के आवंटियों/ हितग्राहियों को वर्तमान में भू-सम्पदा अधिनियम के संरक्षण का लाभ इस आधार पर नहीं मिल पा रहा था कि वे प्लानिंग-एरिया के बाहर स्थित है। रेरा के अध्यक्ष श्री डिसा ने बताया कि प्रदेश के किसी भी नागरिक को केवल इस आधार पर अधिनियम के संरक्षण से वंचित रखना कि वह प्लानिग क्षेत्र में नहीं रहता अथवा उनके द्वारा क्रय किये जाने जाने वाली सम्पत्ति प्लानिंग क्षेत्र के बाहर स्थित है, न्यायोचित प्रतीत नहीं है। अत: प्राधिकरण ने यह विनिश्चय किया है कि भू-सम्पदा अधिनियम का विस्तार मध्यप्रदेश के सम्पूर्ण क्षेत्र में किया जाकर, नॉन प्लानिंग क्षेत्र के प्रोजेक्ट को भी इसके दायरे में लाया जाएगा। अतएव प्रदेश के सभी क्षेत्रों की अपूर्ण तथा नयी परियोजनाओं को अधिनियम के अंतर्गत पंजीयन कराना अनिवार्य होगा तथा ऐसे क्षेत्रों के आवंटियों को भी अधिनियम का संरक्षण प्राप्त होगा।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में सीहोर जिले की बुदनी तहसील के ग्राम बकतरा में आज को मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह तथा कृषि विज्ञान मेला 2017 हुआ। विवाह समारोह में 95 विवाह तथा दो निकाह हुए। मुख्यमंत्री सपत्नीक बारात में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा कर दुल्हों का स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री ने नवयुगलों को आशीर्वाद देते हुए शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण का जितना कार्य प्रदेश सरकार ने किया है इतिहास मे कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि प्याज आठ रुपये किलो की दर से खरीदा जा रहा है। दस जून से तुअर 5050, मूंग 5225 तथा उड़द 5000 रुपये क्विंटल की दर पर खरीदी जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने 123 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला का लोकार्पण किया। उन्होंने अगले वर्ष से महाविद्यालय में विज्ञान संकाय शुरू करने की घोषणा की। कार्यक्रम मे प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह, मार्कफेड अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव, वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, वन विकास निगम अध्यक्ष श्री गुरु प्रसाद शर्मा, राज्य वनोपज संघ उपाध्यक्ष श्री रामनारायण साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला मरेठा उपस्थित थीं।
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पीडीएस की दुकानों में गरीब उपभोक्ताओं को दो रूपये प्रति किलो मिलेगी प्याज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां मंत्रालय में कृषि विभाग की भविष्य की कार्य-योजनाओं और तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने प्याज खरीदी की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों से प्याज आठ रुपये प्रति किलो खरीदा जाएगा और पीडीएस की दुकानों में गरीब उपभोक्ताओं के लिये दो रूपये प्रतिकिलो की दर से उपलब्ध होगा। उपभोक्ताओं के लिये खरीदी की सीमा भी तय की जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक सार्वजनिक वितरण दुकान में करीब चार सौ उपभोक्ता कवर होते हैं। तुअर खरीदने के संबंध में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रत्येक जिले में तुअर की उपलब्धता का आकलन करें। तुअर, मूंग और उड़द की खरीदी एक ही केंद्र से की जाएगी। अभी तक 80 खरीदी केंद्र बनाये जा चुके हैं। बैठक में बताया गया कि अनुमान के अनुसार 30 जून तक एक से डेढ लाख मीट्रिक टन तुअर खरीदी की जा सकेगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि दाल का आयात नहीं होगा। इससे घरेलू बाजार में दाल की कीमत गिर जाएगी और किसानों को दाम नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर दाल की कीमत गिरने नहीं दी जाएगी ताकि किसानों को उनकी उपज का पूरा दाम मिल सके। दाल में किसी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जायेगी। श्री चौहान ने मूल्य स्थिरीकरण कोष तत्काल प्रभाव से स्थापित करने निर्देश दिये। उन्होने कृषि लागत एवं विपणन आयोग का संगठनात्मक ढांचा तैयार कर उसमें अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्तियां करने के भी निर्देश दिये। श्री चौहान ने कहा कि खरीफ की फसलों के लिये खरीद केन्द्रों का चयन और स्थान निर्धारण पहले से कर लें ताकि समर्थन मूल्य पर खरीदी में थोड़ा भी विलम्ब न हो। मुख्यमंत्री ने किसानों के लिये मोबाइल आधारित एसएमएस या परामर्श देने की योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रत्येक फसल के संबंध में जानकारी होना चाहिये कि कितने क्षेत्र और कितनी मात्रा में फसल बोना चाहिये ताकि बंपर आवक के बावजूद किसानों को उनकी उपज का दाम मिले। ज्यादा उत्पादन के कारण मूल्य की कमी से किसान प्रभावित नहीं हो पाये। इसके लिये उन्होंने किसानों के डाटा बेस पर आधारित एक एप बनाने के निर्देश दिये ताकि किसान स्वयं अपना विवरण आसानी से दर्ज कर सकें। उन्होंने फसलों के संभावित खरीददारों को भी इस एप से जोड़ने पर विचार करने के लिये कहा। श्री चौहान ने इस विषय से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करने और रणनीति बनाने के लिये एक समिति बनाने के भी निर्देश दिये। डिफाल्टर किसानों के लिये घोषित एक मुश्त सेटलमेंट योजना के संबंध में श्री चौहान ने आगामी सोमवार तक पूरी योजना का प्रारूप प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी प्राथमिकता यह है कि डिफाल्टर किसानों को क्रेडिट योजना का लाभ फिर से मिलने लगे। बैठक में मुख्य सचिव श्री बी पी सिंह, अपर मुख्य सचिव श्री ए.पी. श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी. सी. मीणा, सहकारिता, मंडी बोर्ड, मार्कफेड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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मंदसौर में कल किसानों द्वारा किए उपद्रव और उसके बाद हुई पुलिस फायरिंग के बाद इस घटना के कारण तलाशे जा रहे हैं। भाजपा नेताओं के ही एक वर्ग का मानना है कि इस आंदोलन को हवा देने के पीछे कांग्रेस के साथ भाजपा के असंतुष्टों और स्थानीय स्तर पर नेताओं से नाराज छुटभैये नेताओं ने अहम भूमिका निभाई है। मंदसौर समेत मालवा के कई जिलों में किसान आंदोलन पिछले छह दिनों से चल रहा है। इस आंदोलन में अपने राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस मैदान में आ गई और उसने आंदोलनकारियों का साथ दिया। बताया जाता है कि भाजपा के कुछ असंतुष्ट जो लंबे समय से पार्टी में किसी न किसी कारण से उपेक्षित चल रहे हैं, ऐसे नेताओं ने भी पर्दे के पीछे से आंदोलन को हवा दी और सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने का दौर जारी रखा। इसके अलावा स्थानीय लेबल पर नेताओं से संतुष्ट कुछ कार्यकर्ताओं ने भी मौके का फायदा उठाते हुए आग में घी डालने का काम किया। इन लोकल नेताओं ने आंदोलन में खुद तो भाग नहीं लिया पर अपने कार्यकर्ताओं को पीछे से आंदोलन में उतार दिया। इन कार्यकर्ताओं ने भीड़ बढ़ाने का काम किया। भाजपा भले ही अपने असंतुष्टों के इस आंदोलन में शामिल होने का खंडन करे पर उसने ऐसे कार्यकर्ताओं की तलाश शुरू कर दी है आने वाले समय में इन पर गाज गिरना तय मानी जा रही है। मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान हुई गोलीबारी की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दिनभर मंत्रालय में रहेंगे। घटना में मारे गए किसानों के परिजनों को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा के बाद सीएम चौहान कल रात भर और आज दिन में मालवा क्षेत्र में प्रशासनिक व्यवस्था और आंदोलन की स्थिति की रिपोर्ट लेते रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से संयम से काम लेने और प्रदर्शनकारियों को समझाईश देने के लिए कहा है। साथ ही सरकार द्वारा किसान हित में की गई घोषणाओं और कार्रवाई से अवगत कराने के लिए भी कहा गया है। इस बीच पूरे घटनाक्रम पर मालवा खासतौर पर उज्जैन संभाग के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर गाज गिरना भी तय माना जा रहा है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री कुछ अफसरों को हटाने की मंजूरी आज दे सकते हैं। पुलिस का इंटेलीजेंस फेल्योर भी इस मामले में गंभीर चूक माना जा रहा है। किसानों पर हुई फायरिंग को लेकर हालात सामान्य होते ही मंदसौर के कलेक्टर स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक ओपी त्रिपाठी समेत जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। आंदोलन का उग्र होना और गोलीचालन की स्थिति बनने में इन अफसरों की विफलता प्रारंभिक रूप से सामने आई है। दो चार दिनों में इन अफसरों का तबादला होना तय माना जा रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि कांग्रेस लाशों पर राजनीति कर रही है। आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा में प्रभात झा ने कहा कि मंदसौर में जो हुआ वह दुखद है पर इस मसले पर कांग्रेस जिस तरह की राजनीति कर रही है वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और हार्दिक पटेल के अब मंदसौर आने की बात चल रही है। इन नेताओं के अब यहां आने का क्या औचित्य है। किसानों के अगर ये नेता हमदर्द थे तो उन्हें पहले आना चाहिए था। प्रभात झा ने कहा कि सरकार हमेशा किसानों के साथ रही है और सीएम शिवराज सिंह हमेशा किसानों के साथ खड़ें रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन समाप्त करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
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मध्यप्रदेश शासन ने प्रदेश के 26 आईएएस, आईपीएस समेत आधा सैकड़ा अधिकारियों को अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन ई गवर्नेंस इनिशिएटिव फार 2014-15 से सम्मानित किया है। प्रशासन अकादमी में आज इन अधिकारियों को प्रदेश के राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री उमाशंकर गुप्ता सम्मानित किया। पुरस्कार पाने वाले अफसरों में एसीएस एसआर मोहंती, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल, एडीजी रेल रह चुके मैथिली शरण गुप्ता, तकनीकी शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव, कलेक्टर उज्जैन संकेत भोंडवे, सीएलआर एमके अग्रवाल, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के सीएमडी आकाश त्रिपाठी, सहकारिता आयुक्त कवीन्द्र कियावत समेत अन्य अधिकारी शामिल हैं। प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 10 श्रेणियों में 23 पुरस्कार दिए गए। बेस्ट ई गवर्नेंस डिस्ट्रिक्ट पुरस्कार के लिए मंडला जिला प्रशासन को पहला पुरस्कार मिला है। तब कलेक्टर रहे लोकेश जाटव और उनकी टीम को सम्मान मिला है। दूसरा पुरस्कार उज्जैन कलेक्टर रहे कवीन्द्र कियावत, सीईओ रुचिका चौहान तथा डिंडोरी कलेक्टर रह चुकीं छवि भारद्वाज और उनकी टीम को दिया गया है। साफ्टवेयर डेवलपमेंट: साफ्टवेयर डेवलपमेंट कैटेगरी में पहला पुरस्कार राज्य निर्वाचन आयोग को मिला है। इसके प्रोजेक्ट लीडर एसएएस दीपक सक्सेना और गिरीश शर्मा की टीम को सम्मान मिला है। इसी श्रेणी में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के एमडी आकाश त्रिपाठी और उनकी टीम को दूसरा पुरस्कार दिया गया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने इस दौरान कहा कि ये पुरस्कार दो साल पुराने हैं। ऐसे में पुरस्कार पाने और देने का मजा किरकिरा हो जाता है। विभाग यह कोशिश करे कि बाकी के दो साल के पुरस्कार एक माह के अंदर दिए जाएं। उन्होंने ई गवर्नेंस को सुशासन के लिए पारदर्शी बताते हुए इसके अधिक से अधिक उपयोग पर जोर दिया। किसान आंदोलन के बाद बने हालातों का जिक्र भी मंत्री गुप्ता ने कार्यक्रम में किया और कहा कि आज की परिस्थिति में वे यहां आना नहीं चाहते थे। प्रमुख सचिव मो. सुलेमान पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि उनके वारंट के चलते कार्यक्रम में आना पड़ा है।
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भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में 20 अहम प्रस्तावों पर चर्चा हुई। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि बैठक में सीएम मेधावी विद्यार्थी योजना को मंजूरी मिल गई, इसके तहत प्रदेश सरकार मेधावी छात्रों की पूरी फीस भरेगी, कोर्स के बाद छात्रों को दो साल के लिए नौकरी करना अनिवार्य होगा। मेधावी छात्र योजना में लाभ सिर्फ मध्यप्रदेश के मूल निवासियों को ही मिलेगा। इसमें छह लाख रुपए की आय सीमा का बंधन रहेगा। सरकार राष्ट्रीय स्तर के संस्थान जैसे आईआईटी, नेशनल लॉ कॉलेज और इसी के साथ प्रदेश के शासकीय कॉलेजों की फीस भरेगी। सातवें वेतनमान का मुद्दा स्थगित हो गया। बैठक में उत्कृष्टता पुरस्कार 2007 का संशोधन किया गया है। इसमें अब प्रथम पुरस्कार एक लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र, दूसरा 75 हजार रुपए और तीसरा 50 हजार रुपए का दिया जाएगा। दतिया में स्टेडियम का उन्नयन, शिवपुरी और रीवा में खेल प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा। मंत्री मिश्रा ने कहा कि अगले शिक्षण सत्र से अंडर ग्रेजुएट के लिए सेमेस्टर सिस्टम खत्म हो जाएगा।
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इंदौर स्वच्छता के मामले में देश में पहले स्थान पर आने की खुशी में दशहरा मैदान पर सोमवार शाम को आयोजित 'प्रणाम इंदौर' कार्यक्रम के दौरान तेज आंधी और बारिश ने आयोजन स्थल को तहस-नहस कर दिया। लोहे के एंगल पर टिके पंडाल (डोम) नीचे बैठे लोगों पर गिरने से 48 लोग घायल हो गए। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व अतिथि सहित हजारों लोग डोम में मौजूद थे। सभी वीआईपी लोगों और नेताओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। घायलों में एक महिला पार्षद भी शामिल हैं। सात गंभीर घायलों को मैदान के सामने स्थित यूनिक हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अस्पताल में घयलों से मुलाक़ात की। कार्यक्रम के लिए दशहरा मैदान पर तीन वाटरप्रूफ डोम बनाए गए थे। एक बड़े डोम में कार्यक्रम हो रहा था, दूसरे बड़े डोम में भोजन की व्यवस्था थी, जबकि तीसरे डोम में प्रदर्शनी लगी थी। शाम को तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हुई तो दोनों बड़े डोम गिर गए। घटना के वक्त कार्यक्रम शुरू ही हुआ था और महापौर मालिनी गौड़ भाषण दे रही थीं। तेज बारिश के कारण पहले डोम में कुछ जगह पानी गिरने लगा। कुछ ही देर में पूरे डोम में जगह-जगह तेज धाराएं गिरने लगीं। आंधी तेज हुई तो डोम में लगाए गए एंगल हिलने लगे और कवर उड़ने लगे। डोम की कुछ बत्तियां गुल कर दी गईं, लेकिन कार्यक्रम जारी रहा। बारिश और आंधी का वेग तेज होने पर डोम में जगह-जगह पानी की तेज धार गिरने लगी। कार्यक्रम वाले डोम के पिछले हिस्से में अफरातफरी शुरू हुई और सबसे पहले डोम के पिछले हिस्से का एक एंगल गिरा। उसका दबाव दूसरे एंगलों पर आता गया और कुछ ही देर में पूरा डोम गिर गया। इसके साथ ही अफरातफरी मच गई और मदद के लिए चीख-पुकार मचने लगी। लाइट गुल होने से किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। कोई डोम का कपड़ा फाड़कर बाहर निकला तो कोई एंगलों के बीच कीचड़ में रेंगते हुए जान बचाकर बाहर आया। डोम के भीतर सुरक्षा की दृष्टि से लगाई गई जालियों के कारण लोगों को निकलने में काफी परेशानी हुई। लोहे के भारी एंगल पर टिके डोम गिरने से कई लोगों के हाथ-पैर टूट गए। एक निगमकर्मी के पैर में चार फ्रैक्चर बताए गए। कहीं पुलिसकर्मियों ने घायलों को सुरक्षित जगह पहुंचाया तो कहीं पार्षद और अन्य नेताओं ने मदद की। निगमकर्मियों ने भी बिना समय गंवाए बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों को गिरे हुए डोम से निकलने में मदद की। कई निगमकर्मी भी घायल हुए। भगदड़ देखकर सुरक्षाकर्मी और नेता मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों को कार्यक्रम स्थल से ले जाने लगे तो चिंतित मुख्यमंत्री ने वहां से जाने से इंकार कर दिया। विधायक सुदर्शन गुप्ता और राजेश सोनकर ने उनसे जल्द वहां से हटने का आग्रह किया, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को ऐसी स्थिति में छोड़कर वे नहीं जाएंगे। बाद में जब सीएम को अफसरों ने बताया कि डोम खाली हो चुके हैं, उसके बाद ही वे जाने को तैयार हुए। थोड़ी देर बाद वे घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे। इधर, महापौर मालिनी गौड़ भी अतिथियों के रवाना होने के बाद सीधे यूनिक हॉस्पिटल गईं। वे रात तक घायलों के उपचार और अन्य प्रबंध कराती रहीं। कई विधायक भी हॉस्पिटल पहुंचे और मरीजों के हालचाल जाने। घायलों को देखने यूनिक अस्पताल पहुँचे मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर में भारी बारिश और तूफान के कारण कार्यक्रम स्थल के क्षतिग्रस्त होने से घायल लोगों को देखने यूनिक अस्पताल पहुँचे। मुख्यमंत्री ने सभी घायलों से बातचीत की और उन्हें बताया कि घटना स्थल पर उपस्थित सभी लोग सकुशल हैं। घायलों का पूरा इलाज मध्यप्रदेश सरकार द्वारा करवाया जायेगा। श्री सिंह ने चिकित्सकों को सभी घायलों का तुरंत समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान के आज इंदौर में प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल पर अचानक तूफान बारिश के कारण जब अफरा-तफरी मची, तब मुख्यमंत्री घटना स्थल पर ही डटे रहे और स्वयं ने वहाँ सभी लोगों को पंडाल से बाहर निकलवाकर अस्पताल पहुँचवाया। सबसे आखिर में मुख्यमंत्री श्री चौहान तुरंत अस्पताल पहुँचे और घायलों के उपचार की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की।
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इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खिलाड़ियों का सम्मान करने से प्रोत्साहन मिलता है। राज्य शासन खेलों के विकास के लिये कृत-संकल्पित है। भारत में पिछले एक दशक में खेलों का तेजी से विकास हुआ है। क्रिकेट और अन्य क्षेत्रों में हमने अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धियाँ हासिल की हैं। प्रदेश सरकार खेल और खिलाड़ियों के साथ है। समय-समय पर खिलाड़ियों का सम्मान जरूरी है। सम्मान से खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती है। श्री चौहान ने आज मध्यप्रदेश ओलम्पिक संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। समारोह में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा खेल प्रशासकों, खेल संगठनों के पदाधिकारियों और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर श्री अभय छजलानी, श्री अनिल थूपर, श्री बलवीर सिंह चौहान, श्री ओम सोनी और श्री आलोक खरे का मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शॉल-श्रीफल और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। समारोह में प्रतिभाशाली खिलाड़ी श्री प्रकाश मिश्रा, गणेशवरी धुर्वे, नमिता चन्देल, अंजुल नामदेव, लतिका भण्डारी, प्रिंस परमार, कुलदीप सिंह कोर, शालू रायकवार, आरती खकाल, सतीश को सम्मानित किया गया। समारोह में श्री के.एस. गिल, श्री वीरेन्द्र सिंह, श्री बी.एस. राजपूत, श्री ओम सोनी, श्री संतोष त्रिपाठी, श्री के.बी. अग्रवाल, श्री बी.डी. विद्यार्थी, श्री एस.एन. मुखर्जी, श्री सुमेर सिंह गढ़ा, श्री अर्जुन सिंह धूपर, श्री जी.के. श्रीवास्तव, श्री अभय राहुल, श्री प्रीतपाल सिंह, श्री लोक बहादुर, श्री मदन यादव, श्री संजय यादव, श्री विनोद पोतदार, श्री चन्दूराव शिंदे, श्री प्रशांत वैशाली, श्री महेश आदि को शॉल-श्रीफल और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान, आईडीए अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री रमेश मेंदोला, सुश्री उषा ठाकुर, श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री राजेश सोनकर, श्री कैलाश शर्मा, श्री दिग्विजय सिंह और श्री ओम सोनी आदि मौजूद थे।
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किसान आंदोलन को लेकर सियासत गरमाई हुई है। सोमवार दोपहर सीएम हाउस में आपातकालीन बैठक हुई । इस बैठक के निर्णयों से अवगत कराने कुछ देर बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता है। कुछ लोगों ने किसानों के आंदोलन को बदनाम करने का कोशिश की है। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि, किसान संघ 7 जून को सीएम का सम्मान करेगा। उन्होंने किसान मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा कक्का पर निशान साधा कि, कक्काजी और जच्चाजी को जो करना है कर लें। सीएम ने कहा कि, किसानों से शांतिपूर्ण चर्चा का रास्ता हमेशा खुला है और खुला रहेगा। मैं जानता हूं किसान कभी हिंसा नहीं कर सकते, कुछ लोगों ने किसानों को भड़काने की कोशिश की है। सरकार किसानों के लिए ही है। सीएम ने कहा कि किसानों को फसल लगाने से पहले सरकार सलाह देगी। सरकार का दावा है कि, किसानों का हड़ताल समाप्त हो गई है, लेकिन पांचवें दिन भी किसान हड़ताल पर रहे। दरअसल, मप्र में किसान आंदोलन दो गुटों में बंट गया। संघ व भाजपा से जुड़े भारतीय किसान संघ ने रविवार को आंदोलन वापस लेने का ऐलान किया था, इसके बाद भी विरोध-प्रदर्शन जारी है। किसान मजदूर संघ का दावा है कि यह आंदोलन उनका था, इससे किसी का लेना-देना नहीं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव को पुलिस ने धारा 151 के तहत हिरासत में ले लिया है। किसान नेता रहे महेंद्र सिंह टिकैत की भारतीय किसान यूनियन का भी कहना है कि आंदोलन जारी रहेगा। इधर, देवास समेत कई जिलों में भारतीय किसान संघ के पुतले फूंकने की खबरें हैं।सीहोर में रविवार को हुए उपद्रव के बाद सोमवार को स्थिति थोड़ी सामान्य रही। हालांकि, किसानों ने हाईवे से गुजर रहे ट्रकों और अन्य छोटे वाहनों को रोका और इनमें भरे प्याज, सब्जियों और फलों को सड़क पर फेंक दिया। मुख्यमंत्री ने मांगें मान ली हैं। इसलिए किसान संघ ने आंदोलन स्थगित कर दिया। हमें किसी दूसरे किसान संगठनों से कोई लेना-देना नहीं है। - शिवकांत दीक्षित, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, भारतीय किसान संघ भारतीय किसान संघ का इस आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। जब तक ऋणमुक्ति व उपज का पूरा दाम नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा। -शिवकुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, किसान मजदूर संघ
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30 जून तक जारी रहेगी प्रदेश में प्याज की खरीदी रतलाम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 30 जून तक प्याज की खरीदी की जाएगी। समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदेंगे। सरकार किसानों के साथ खड़ी है। किसानों को खाद और बीज के लिए आसानी से लोन दिया जाएगा। 22 जिलों में 48 स्थानों पर प्याज की खरीदी की जाएगी। सीएम ने कहा कि किसानों को सलाह देने की योजना बनाई जाएगी। एक हजार करोड़ रुपए से मूल्य स्थरीकरण बनाया जाएगा। केसीसी पर पहले की तरह एकमुश्त कर्ज मिलेगा। सरकार तुअर दाल भी समर्थन मूल्य पर खरीदेगी। इंदौर, उज्जैन और मंदसौर में प्याज की खरीदी शुरू हो गई है। 5224 रुपए प्रति क्विंटल में मूंग की खरीदी की जाएगी। सीएम ने कहा कि जो आया उससे बात की है, हिंसा करने वाले किसान नहीं हैं, उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। रतलाम में हिंसक प्रदर्शन में आंख गंवाने वाले एएसआई को चेन्नई भेजा गया है। किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश करने के लिए हिंसा की जा रही है। किसान आंदोलन को लेकर रतलाम के पास डेलनपुर में हुई हिंसक घटना पर सीएम ने कहा कि जो लोग हिंसा कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा प्रदेश में दूध के दामों को अमूल डेयरी के दामों की व्यवस्था से जोड़ा जाएगा, किसानों के हित के लिए किसी भी सीमा तक जाकर काम करेंगे। कांग्रेस किसानों का सहारा लेकर आंदोलन को हिंसक बना रही है। इसके पहले सीएम ने किसान आंदोलन मामले में दोपहर सीएम हाउस में आपात बैठक बुलाई, जिसमें मंत्री भूपेंद्र सिंह सहित सूबे के आला अधिकारी भी शामिल हुए। मंडी बोर्ड ने फसल बेचने पर किसानों को 50 प्रतिशत कैश भुगतान करने की घोषणा की है, बाकी 50 प्रतिशत किसानों के खाते में जमा किए जाएंगे। इसके पहले रविवार को उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कुछ मांगों को मान लिए जाने के बाद स्थगित हो गया। इसका ऐलान भारतीय किसान संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवकांत दीक्षित ने किया, लेकिन इसे भारतीय किसान यूनियन ने नकार दिया। बिजलपुर और राऊ के किसानों ने भी आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया है। इसके चलते आंदोलन बंट गया। देर रात किसान सेना ने आंदोलन वापस ले लिया। इसके बाद रविवार रात तक यह असमंजस बना रहा कि सोमवार से दूध-सब्जी की उपलब्धता सामान्य होगी या नहीं। भारतीय किसान यूनियन ने धमकी दी है कि दो दिन में मांगें नहीं मानीं तो 10 जून को पूरा प्रदेश बंद करेंगे। मानीं गईं मांगें मंडियों में उपज बेचने पर 50% भुगतान नकद, 5% आरटीजीएस से बैंक खाते में जमा होगा।सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदेगी। प्रति किलो के आठ रुपए दिए जाएंगे। खरीदी अगले सप्ताह से शुरू होकर जून अंत तक चलेगी। गर्मी की मूंग भी समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी।फसल बीमा ऐच्छिक बनाएंगे।सब्जी मंडियां भी मंडी अधिनियम में लाई जाएंगी, ताकि किसानों को ज्यादा आढ़त न देनी पड़े। नगर एवं ग्राम निवेश अधिनियम के किसान विरोधी प्रावधानों को हटाया जाएगा।आंदोलन की वजह से किसानों पर दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे। यादव भारतीय किसान यूनियन के महामंत्री अनिल यादव और किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने कहा कि किसान संघ पहले दूर रहा। आंदोलन प्रदेश में फैल गया तो सरकार से बात कर आंदोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी, जबकि उन्हें इसका अधिकार ही नहीं है।
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मध्यप्रदेश में 14 साल बाद किसानों के इतने बड़े आंदोलन ने जन जीवन प्रभावित कर दिया है। शिवराज सरकार के खिलाफ किसानों ने लगातार तीसरे दिन आधा दर्जन शहरों में उग्र तेवर दिखाए। नतीजे में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, खंडवा, रतलाम जैसे शहरों में लोग दूध, सब्जी तक को तरस गए। दूध भी 100 रुपए लीटर तक खरीदना पड़ा। उधर पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधीक्षकों और रेंज अफसरों को शांति व्यवस्था को लेकर कड़े निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं। आज सुबह इंदौर, उज्जैन, मंदसौर और होशंगाबाद की गल्ला और सब्जी मंडी में किसानों ने किसी को नहीं जाने दिया। इससे कई बार विवाद की स्थिति बनी। उधर भोपाल और सीहोर के किसान फंदा जोड़ पर चक्काजाम करने की तैयारी में थे। वहीं रतलाम में भी किसान सड़कों पर उतरे हुए हैं। देवास के खातेगांव, आगरमालवा के नलखेड़ा में किसानों ने चक्काजाम किया है। किसानों के आंदोलन से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, खंडवा, रतलाम, मंदसौर, नीमच सहित कई शहरों में दूध-सब्जी की सप्लाई आधी से भी कम हो गई। सूत्रों की मानी जाए तो सोमवार को किसान रैली निकालने की तैयारी कर रहे हैं। इस दिन जिला मुख्यालय पर किसान जमा हो सकते हैं। वे कलेक्टर को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देंगे। 2010 में किसानों ने राजधानी को जाम कर दिया था। प्रदेश भर से हजारों की संख्या में किसान इस शहर में जमा हुए थे और उन्होंने शहरों के हर रास्ते को बंद कर दिया था। महाराष्ट्र में किसानों का आंदोलन समाप्त हो चुका है। कृषि उत्पादन आयुक्त पीसी मीणा ने कहा मध्यप्रदेश मेंं भी आंदोलन समाप्त हो इस दिशा में रणनीति तैयार की जा रही है। चर्चा के बाद उन्हेंं मनाकर आंदोलन समाप्त करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा सरकारी हेलीकॉप्टर से अपने खेत जाने वाला उट क्या समझे किसान का दर्द: अजय सिंह मुख्यमंत्री शिवराज चौहान अपने पांच एकड़ जमीन पर होने वाली खेती का सरकारी हेलीकॉप्टर से निरीक्षण करने जाते हैंं, वह इस प्रदेश के किसानों का दर्द क्या समझेंगे? मुख्यमंत्री के लिए किसान सिर्फ वोट बैंक है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से अपील की है कि वे उनके नाम से अराजकता फैलाने वालों से सावधान रहें और किसी तरह के बहकावे में न आएं। किसानों की हाड़-तोड़ मेहनत से मध्यप्रदेश राज्य देश में नहीं विश्व में कृषि विकास दर में अग्रणी है। सीएम चौहान ने कहा है कि चर्चा और संवाद ऐसे माध्यम हैं, जिनसे हर समस्या का निदान करने में हम सक्षम हो सकते हैं। मध्यप्रदेश के किसान परेशान हों, यह जानकर ही पीड़ा होती है। उन्होंने कहा कि किसानों की वर्तमान समस्याओं को हल करने के लिए सरकार तत्पर और तैयार है। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार पहली ऐसी सरकार है जिसने किसानों को पहले 16-17 प्रतिशत ब्याज दर पर मिलने वाले कृषि ऋणों को शून्य ब्याज पर देने की व्यवस्था की है। 20 पूंजीपतियों का कर्ज माफ करने की तैयारी में सरकार: कक्का जी भोपाल। राष्ट्रीय किसान महासंघ के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा कक्काजी ने कहा है कि अगर सरकर ने किसानों को कर्ज मुक्त नहीं किया तो हम उन्हें कार्यमुक्त करने तक दम नहीं लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसानों के बात करने की बजाए चुनिंदा पूंजीपतियों के कर्ज माफ करने की तैयारी कर रही है। इस दौरान उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि 2010 की तरह भोपाल को जाम कर देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार फर्जी आंकड़ों से कृषि कर्मण अवार्ड ले रही है। उन्होंने प्रदेश के किसानों का 44 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ करने की मांग की है। मध्यप्रदेश में किसानों की हड़ताल के तीसरे दिन शनिवार को एक बार फिर आम लोगों को दूध और सब्जी की किल्लत का सामना करना पड़ा। कई इलाकों में पुलिस की सुरक्षा में दूध और सब्जी की दुकानें खुलीं, लेकिन इन्हें बहुत ज्यादा कीमत पर बेचा गया। उधर कई जगह आंदोलन कर रहे किसानों ने दूध और सब्जी की सप्लाई रोकने के लिए निजी वाहनों और बसों में भी चेकिंग शुरू कर दी है। भारतीय किसान संघ भी अब इस हड़ताल में शामिल होगा। किसान के आंदोलन पर सरकार हरकत में आ गई है। शनिवार दोपहर मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग के अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इस दौरान तीनों संभागों के आईजी, कलेक्टर, एसपी और दुग्ध संघ के अधिकारी भी उपस्थित थे। देवास के पास कन्नौद में खेत से 2 लीटर दूध लेकर घर आ रहे किसान को आंदोलनकारियों ने सुबह 8.15 बजे सरकारी अस्पताल के सामने रोक लिया, उन्होंने पहले दूध बहाया इसके बाद किसान के साथ मारपीट की। मामले में रिपोर्ट लिखाई गई। राजोदा में कैलोद चौराहे पर निजी वाहनों को रोक कर किसानों ने चेकिंग की, सुबह से खुली दूध डेयरियां भी बंद करवा दी गईं। खंडवा में बसों की चेकिंग में मिली सब्जी किसानों ने सड़क पर फेंकी। महाराष्ट्र से आया दूध का वाहन भी रोका, जिसके बाद ड्राइवर वाहन को थाने ले गया। वहां पुलिस के संरक्षण में दूध ज्यादा कीमत में बिका। शाजापुर में सांची दूध की सप्लाई होने से स्थिति कुछ सामान्य हुई, लेकिन खुला दूध अब भी नहीं मिला। यहां सब्जी की सप्लाई बंद रही। शाजापुर में करीब बड़ी संख्या में किसान सड़क पर उतर आए और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया। मंदसौर में 300 लीटर दूध एक कार से जब्त हुआ, जिसके बाद जिला अस्पताल में इसे बांट दिया गया। कई जगह किसानों का विरोध जारी रहा उन्होंने रोक-रोकर वाहनों की चेकिंग की। दूध और सब्जी की किल्लत के चलते कई जगह आम लोगों ने किसानों का विरोध किया। लोगों का कहना है कि यह तरीका बिल्कुल गलत है। झाबुआ और आलीराजपुर में हड़ताल का कोई असर नहीं दिखा, यहां सामान्य रूप से मंडी खुली और दूध की सप्लाई भी सामान्य रही। हालांकि मंड़ियों में सब्जी की आवक पहले की अपेक्षा कम रही। खरगोन सब्जी मंडी में हालत सामान्य रहे लेकिन सब्जियों के भाव आसमान पर रहे। इंदौर और धार में किसानों आंदोलन के चलते व्यापारी खरगोन नहीं पहुंचे। यहां दूध की सप्लाई भी सामान्य रही। रविवार को सब्जी मंडी बंद रह सकती है। जिले के भीकनगांव में सब्जी का व्यापार जारी। यहां सांची के दूध की सप्लाई भी हुई, गड़बड़ी की आशंका के चलते अमूल का दूध नहीं मंगवाया गया। जानकारी के मुताबिक सांची का 10 हजार लीटर दूध यहां सप्लाई हुआ। बड़वानी में किसान आंदोलन का असर नहीं रहा।
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पाकिस्तान के द्वारा बार बार किए जा रहे संघर्षविराम उल्लंघन को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के नेता आचार्य धर्मेन्द्र का कहना है कि पाकिस्तान पर परमाणु बम गिरा देना चाहिए. पाक की ओर से हो रहे लगातार संघर्ष विराम के उल्लंघन की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि एशिया में स्थायी शांति के लिए ऐसा करना आवश्यक है. पाक को पड़ोसी देश पुकारने के बजाय दुश्मन देश बोलना चाहिए. राजस्थान के कोटा शहर में मीडिया से बात करते हुए आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि एशिया में स्थाई शांति के लिए ऐसा करना जरूरी है. आचार्य धर्मेन्द्र ने गाय को राष्ट्रीय पशु के बजाय राष्ट्रीय माता घोषित करने और मुस्लिम समुदाय के लोगों से बेझिझक वन्दे मातरम् बोलने की अपील की. उन्होंने महात्मा गांधी को जहां देश के विभाजन का जिम्मेवार करार देते हुए नोटों पर केवल गांधी के ही चित्र प्रकाशन पर सवाल खड़े कर डाले. इसके साथ ही अशफाक उल्लाह खान और एपीजे अब्दुल कलाम का नाम लेते हुए विहिप नेता ने कहा कि भारत में देशभक्त मुस्लिमों की भी कमी नहीं हैं. आचार्य ने पाकिस्तान को पड़ोसी देश के बजाय दुश्मन देश के संबोधन से पुकारे जाने की मांग की और कहा कि एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान पर परमाणु बम गिरा देना चाहिए. उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों को बेझिझक वंदे मातरम बोलने की सलाह देते हुए कहा कि भारत में एपीजे कलाम आजाद और अशफाक उल्लाह खान जैसे देशभक्तों की कमी नहीं है. केन्द्र की मोदी सरकार की आलोचना करते हुए आचार्य धर्मेन्द्र ने कहा कि हिन्दूत्व के नाम पर सत्ता में आई सरकार घरों में शौचालय बनाने और स्वच्छता जैसे मुद्दों में उलझकर रह गई है.
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भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बोरासघाट शहीदों के स्मारक स्थल को भव्य स्वरूप दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि भोपाल नगर के विभिन्न स्थानों का नाम शहीदों, सैनानियों, क्रांतिकारियों, समाज सुधारकों के नाम पर रखा जाये। उन्होंने इसके लिये टीम गठित कर नामों का चयन करने के निर्देश दिये हैं। श्री चौहान बोट क्लब में भोपाल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन नगर निगम द्वारा भोपाल की आजादी की 68वीं वर्षगांठ पर किया गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विलीनीकरण आंदोलन में शामिल हुये सेनानी श्री कुबेर सिंह सकलेचा और श्री मानकचंद चौबे का सम्मान कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। भोपाल गान की सीडी का विमोचन किया। श्री चौहान ने भोपालवासियों का आव्हान किया कि वो टीटी नगर को तात्या टोपे नगर के नाम से ही संबोधित करें। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि जहाँ भी टीटी नगर लिखा है वहाँ तात्या टोपे नगर लिखवाने के लिये नागरिकों से अपील करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो देश अपने शहीदों का स्मरण नहीं करता, वह अधिक दिन तक बना नहीं रह सकता। उन्होंने बताया कि भोपाल को आजादी देश की आजादी के दो साल बाद मिली। नबाव के दुराग्रह के कारण नबाव से आजादी के लिये भोपाल के लोगों को घनघोर संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने विलीनीकरण के सेनानियों बोरास के शहीदों का उल्लेख करते हुये कहा कि शहीदों की पूजा की जानी चाहिये। शहीदों का निरंतर स्मरण किया जाना चाहिये। भोपाल की वर्षगांठ मनाने के लिये उन्होंने नगर निगम को बधाई दी। नागरिको का आव्हान किया कि वे भारत माता की आजादी को बनाये रखने के लिये अपना सर्वस्व अर्पित करने तैयार रहें। भोपाल सहित प्रदेश और देश को आगे बढ़ाने के लिये नागरिक कर्तव्यों का जिम्मेदारी के साथ पालन करें। उन्होंने नमामि देवी नर्मदे अभियान का उल्लेख करते हुये कहा कि आगामी दो जुलाई को वृक्षारोपण का वृहद कार्यक्रम होगा। भोपालवासी भी पौधे लगाने में सहयोग करें। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में प्रदेश के बच्चों की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि युवाओं के उज्जवल भविष्य के लिये सरकार प्रयासरत है। ग्लोबल स्किल समिट का आयोजन किया गया है। इसमें तय किया गया है कि एक वर्ष में एक लाख नया रोजगार सृजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के शिक्षा के मार्ग में कोई बाधा नहीं आने दी जायेगी। बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश मिलता है। उनके माता-पिता फीस देने में सक्षम नहीं है, तो राज्य सरकार उनकी फीस भरवायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिकों से अपील की कि वे जाति, मजहब आदि के भेदभाव के बिना भोपाल, प्रदेश, देश को आगे बढ़ाने, भोपाल की विशिष्टता बनाये रखने और शहर की शांति में खलल पैदा करने वालों को अलग-थलग कर देने के लिये संकल्पित हो। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नदिया चले रे चले धारा का गायन भी किया। महापौर श्री आलोक शर्मा कहा कि भोपाल की आजादी की वर्षगांठ प्रति वर्ष मनाई जायेगी। उन्होंने बताया कि भोपाल की आजादी की 68वीं वर्षगांठ के अवसर पर भोपाल दिवस मनाया गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के जननायकों, शहीदों की यादों को अमर बनाये रखने के लिये उनका निंरतर स्मरण किया जाता रहेगा। उन्होंने भोपाल की गंगा जमनी तहजीब का जिक्र करते हुये भोपाल की आजादी के संघर्ष में योगदान देने वाले जननायकों का भी उल्लेख किया। कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र भोपाल के द्वारा गणेश वंदना और राष्ट्रीय गीतों पर आधारित नृत्य की प्रस्तुतियाँ दी। पार्श्व गायिका मधुश्री भट्टाचार्य ने भी गीतों की प्रस्तुतियाँ दीं। इस अवसर पर भव्य आतिशबाजी भी हुई। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष भाजपा, सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान, राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपालसिंह, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सहकारिता श्री विश्वास सारंग, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, भोपाल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओम यादव, वरिष्ठ पत्रकार श्री महेश श्रीवास्तव, श्री विजयदत्त श्रीधर, विलीनीकरण आंदोलन के जननायकों के परिजन और नगर निगम परिषद के सदस्यगण और बड़ी संख्या में भोपाल के नागरिक उपस्थित थे।
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भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मध्यप्रदेश में 18 से 19 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए आगामी एक जुलाई से विशेष अभियान चलाया जायेगा। विशेष अभियान 31 जुलाई तक चलेगा। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती सलीना सिंह ने आज यहाँ दी। श्रीमती सलीना सिंह ने बताया कि पहली बार वोटर बनने जा रहे युवाओं के नाम शामिल करने के लिए सभी कॉलेज में फार्म-6 उपलब्ध करवाया जा रहा हैं। ऐसे विद्यार्थी जो प्रवेश के लिए कॉलेज पहुँचेंगे, उनसे फार्म की पूर्ति करवाकर उन्हें वोटर बनाया जायेगा। सभी 1480 केम्पस एम्बेसडर के माध्यम से विशेष केम्प भी लगाये जायेंगे। छात्रावासों में रह रहे विद्यार्थियों से सम्पर्क किया जायेगा। स्कूल एवं कॉलेज के शिक्षकों को नोडल ऑफिसर बनाया जायेगा। छूटे हुए युवाओं के नाम जोड़ने के लिए एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केन्द्र और अन्य संगठन को भी सक्रिय किया जायेगा। श्रीमती सिंह ने बताया कि युवा एवं पात्र मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) डोर-टू-डोर सम्पर्क करेंगें और फार्म-6 भरवायेंगे। इस कार्य के लिए चालू माह में बीएलओ और बूथ अवेयरनेस ग्रुप को प्रशिक्षण दिया जायेगा। मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों की जिला स्तर पर बैठक कर अभियान की जानकारी दी जायेगी। प्रशिक्षण में बीएलओ से फीडबेक प्राप्त कर ईआरओ रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को देंगे। रिपोर्ट के आधार पर लक्ष्य पूर्ति के लिए कलेक्टर कार्य-योजना बनाकर अमल करेंगे। जिलों में कॉल सेंटर 1950 स्थापित कर मतदाताओं को जानकारी दी जायेगी। बीएलओ 8 एवं 23 जुलाई को बूथ स्तर पर विशेष शिविर लगायेंगे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आशा और आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नवयुवतियों और नव-विवाहितों के नाम जोड़ने के कार्य में लगाया जायेगा। दिव्यांगों के नाम बीएलओ को देकर वोटर लिस्ट में जोड़ा जायेगा। मृत मतदाताओं के नाम हटवाने के लिए उनके परिजन से फार्म-7 की पूर्ति करवाई जायेगी। जिलों में छूटे हुए मतदाताओं की संख्या का प्रचार-प्रसार करवाया जायेगा। अभियान में राज्य शासन के विभिन्न विभाग, नगरीय निकाय, रेलवे, बीएसएनएल, शैक्षणिक संस्थान, परिवहन, इंडियल ऑयल कार्पोरेशन, बैंक, निजी मोबाइल सेवा प्रदाता, टीवी और एफएम चैनल, सिनेमा हॉल, शापिंग मॉल, कलाकार तथा आईकॉन को भागीदार बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 64 हजार 5 मतदान केन्द्र है। प्रदेश की अनुमानित जनसंख्या लगभग 8 करोड़ एक लाख है, जिसमें मई 2017 की स्थिति में 5 करोड़ एक लाख मतदाता है। इनमें पुरूष 2 करोड़ 63 लाख तथा महिलाएँ 2 करोड़ 38 लाख है। थर्ड जेंडर की संख्या 1169 है। ईपी रेशो 61.78 तथा जेंडर रेशो 908 है। वर्ष 2016 में कुल 13 लाख 15 हजार मतदाता के नाम जोड़े गये। इस साल मई तक 3 लाख 16 हजार नाम जोड़े तथा एक लाख 68 हजार नाम हटाये गये। मतदाता सूची के अनुसार मई माह तक दर्ज 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या एक लाख 18 हजार 765 है जबकि जनगणना-2017 के अनुसार इस आयु वर्ग के युवाओं की संख्या 9 लाख 3 हजार 227 है। इस प्रकार इसमें अंतर 7 लाख 84 हजार 462 है। अभियान द्वारा अंतर की पूर्ति के लिए पुरजोर प्रयास किये जायेंगे।
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‘ग्लोबल स्किल एण्ड एम्प्लॉयमेंट समिट’ में आज ‘पर्यटन क्षेत्र में कौशल विकास एवं रोजगार के अवसर’ पर महत्वपूर्ण और सार्थक विमर्श हुआ। सत्र की विशेषता यह रही कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान अचानक इस सत्र में पहुँचे और आम प्रतिभागी की तरह उन्होंने अपनी सहभागिता की। सत्र में राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह एवं पर्यटन सचिव तथा पर्यटन निगम के एम.डी. श्री हरि रंजन राव सहित आमंत्रित विषय-विशेषज्ञ और प्रतिभागी मौजूद थे। राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने सत्र में कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन के जरिये रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में सतत् प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में व्यापक संभावनाएँ हैं। इसी को देखते हुए जल-पर्यटन, होटल प्रबंधन, रेलवे कुली, ऑटो चालक, पर्यटन पुलिस और होम-स्टे योजना में विभिन्न प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में 23 हजार 700 लोगों को पर्यटन में रोजगार संबंधी प्रशिक्षण दिया गया है। इनमें से तकरीबन 68 फीसदी लोगों को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार और शेष को प्रायवेट सेक्टर में रोजगार मिला है। प्रदेश में निवेश-मित्र पर्यटन नीति लागू की गई है। जल-पर्यटन के क्षेत्र में नई शुरुआत की गई है। हनुवंतिया में इस साल जल-महोत्सव 80 दिन का होगा। श्री भौमिक ने आशा व्यक्त की कि इस सत्र के उपयोगी विमर्श से पर्यटन क्षेत्र को विस्तार मिलेगा। निगम की अपर प्रबंध संचालक सुश्री तन्वी सुन्द्रियाल ने 'मध्यप्रदेश में पर्यटन परिदृश्य'' पर प्रेजेंटेशन में बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार में 13 प्रतिशत ग्रोथ की संभावनाएँ हैं। वर्तमान में पर्यटकों और लोगों का ऑनलाइन बुकिंग के प्रति रुचि और रुझान बढ़ा है। प्रदेश में पर्यटन में निवेश की अच्छी संभावनाएँ हैं। उन्होंने प्रेजेंटेशन में होटल, हॉस्पिटेलिटी, रेस्टॉरेंट, टूर एण्ड ट्रेवल और विजन 2020 के लक्ष्य और उन्हें हासिल करने की रणनीति को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में खुलने वाले नए नेशनल इंस्टीट्यूट में पर्यटन विषय पर एमबीए का पाठ्यक्रम भी होगा। महिन्द्रा हॉलिडे एण्ड रिसॉर्ट इंडिया के अध्यक्ष श्री अरुण के. नन्दा ने बताया कि घरेलू पर्यटक प्राय: नजदीकी स्थान पर भ्रमण के लिये जाने के इच्छुक रहते हैं। इसके लिये मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थल सर्वाधिक उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन में रोजगार की काफी गुंजाइश है। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को लेकर भी अच्छी खबरें मिल रही हैं। मध्यप्रदेश की ‘अतिथि देवो भव:’ की प्राचीन भारतीय परम्परा और यहाँ की तहजीब पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये पर्याप्त है। श्री नन्दा ने आर.पी.एल. के जरिये प्रशिक्षण कार्यक्रम में समन्वय स्थापित करने की जरूरत बताई। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर के उपाध्यक्ष श्री राजीव मेहरा ने कहा कि देश की अर्थ-व्यवस्था में पर्यटन की अहम भूमिका है। पर्यटन के जरिये रोजगार में लगभग 10 फीसदी का योगदान है। उन्होंने कहा कि ट्रेवल टूरिज्म में भी अच्छी संभावनाएँ हैं। श्री मेहरा ने पर्यटन को कठिन परिश्रम वाला क्षेत्र बताते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार के लिये आगे आना चाहिए। होटल एण्ड रेस्टॉरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया के अध्यक्ष श्री सुमित सूरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के क्षेत्र में अनुकूल वातावरण होने से अच्छे निवेशक यहाँ जरूर आएँगे। राज्य शासन द्वारा रोजगार के क्षेत्र में अच्छी संभावनाएँ और अवसर विकसित कर दिये गये हैं। जरूरत इस बात की है कि इन अवसरों का सही ढंग से लाभ उठाया जाये। श्री सूरी ने कहा कि अच्छे मेनपॉवर की जरूरत सभी को रहती है और वे ‘ऑन जॉब ट्रेनिंग’ में हर संभव सहयोग को तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि होटल इंडस्ट्री एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अपेक्षाकृत कम पढ़े-लिखे लोगों के लिये भी रोजगार के अवसर हैं। फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन इन इंडिया टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटेलिटी के कंसल्टेंट सी.ई.ओ. श्री आशीष गुप्ता ने अपने प्रेजेंटेशन में मध्यप्रदेश में पर्यटन की विशिष्ट स्थिति और खूबियों को और अधिक प्रचारित किये जाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में मल्टी स्किल प्रतिभाओं की भी आवश्यकता है। श्री गुप्ता ने पे-टीएम, गूगल ट्रेवल, फेसबुक, एक्सपीडिया आदि साधनों की चर्चा करते हुए इनके उपयोग पर जोर दिया। पर्यटन सचिव एवं निगम के एमडी श्री हरि रंजन राव ने प्रदेश की पर्यटन की खूबियों की चर्चा करते हुए कहा कि जल-पर्यटन, होम-स्टे और Way Side Amenities आदि क्षेत्रों में नए अवसर उपलब्ध करवाए गए हैं। श्री राव ने कहा कि प्रदेश के बघेलखण्ड विशेषकर सतना के कुक पूरे देश में जाने जाते हैं। वहाँ के कुक देश भर में काम भी कर रहे हैं। प्रारंभ में श्री राव ने विषय प्रवर्तन किया। निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. पी.पी.सिंह एवं श्री ओ.वी.चौधरी ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें टूरिज्म सिग्नेचर स्टॉल भेंट किये। प्रश्नोत्तर सत्र में प्रतिभागियों के प्रश्नों के समाधानकारी उत्तर दिये गये।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'रेरा' से नगरों का विकास सुनियोजित होगा। उपभोक्ता हितों का संरक्षण होगा। शिकायतों के समाधान की उपयुक्त व्यवस्था होगी। देश में यह व्यवस्था करने में प्रदेश अग्रणी है। श्री चौहान आज भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण रेरा के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण कर रहे थे। कार्यक्रम में राज्य उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष श्री राकेश सक्सेना, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, रेरा के सदस्य श्री अनिरुद्ध कपाले, क्रेडाई के प्रतिनिधि, अधिकारी एवं नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपना घर हर व्यक्ति की जिन्दगी का सपना होता है। वह अपने जीवन भर की कमाई उसमें लगा देता है। कई मामलों में उसे समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रेरा के गठन से ऐसी सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि रेरा उपभोक्ता हितों का संरक्षण करेगा। नगर नियोजन की परेशानियाँ खत्म होगी। उन्होंने रियल स्टेट की वास्तविक समस्याओं के समाधान का भी आश्वासन दिया। बताया कि बिल्डरों के साथ भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के प्रथम दो नगर मध्यप्रदेश के है। देश के पहले 100 स्वच्छ नगरों में प्रदेश के 22 नगर है। उन्होंने कहा कि प्रक्रियाएँ पारदर्शी हो। नगर स्वच्छ रहे। उनमें शांति रहें। यह सबकी जिम्मेदारी है। स्वच्छ, नियोजित, शांतिपूर्ण शहर, सबको स्नेह और आत्मीयता सरकार की प्राथमिकता है। लेकिन लोगों की जिन्दगी में खलल डालने वाले बर्दाश्त नहीं होंगे। सज्जनों के साथ फूल से कोमल और दुष्टों के साथ वज्र सा कठोर व्यवहार सरकार की नीति रहेगी। शहर की फिजाँ किसी ने खराब़ करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जायेगा। महापौर श्री आलोक शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है जिसने विनियामक अधिनियम को लागू किया है। अब नागरिकों की परिसंपत्ति संबंधी समस्याओं का प्रभावी समाधान होगा। अपने घर का जीवन भर का उनका सपना आसानी से साकार होगा। रेरा के अध्यक्ष श्री डिसा ने अधिनियम क्रियान्वयन में प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बताया। उन्होंने कहा कि संस्था प्रतीक चिन्ह बनाने में भी प्रदेश अव्वल है। कहा कि प्रतीक में रोमन और देवनागरी दोनों लिपियों में नाम शामिल है। प्रतीक, संस्था के प्रमुख तीन उद्देश्य को भी संरक्षित करता है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही अधिनियम के स्टेक होल्डरों की कान्फ्रेंस भी की जायेगी। आभार प्रदर्शन रेरा सदस्य श्री दिनेश नायक ने किया।
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सीहोर के अहमदपुर में ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के समापन पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। सभी गरीबों को सब्सिडी से अनाज उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ गरीबों को मकान बनाने के लिए पैसा दिया जाएगा, प्रदेश की धरती पर कोई बिना मकान के नहीं रहेगा। इसका पैसा सीधे खाते में डाला जाएगा। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की कर रहा है। सीएम ने कहा प्रदेश हर गरीब के लिए रोटी, कपड़ा और मकान देंगे। आज 1 रुपये किलो गेहूं, चावल और नमक 5.5 करोड़ लोगों को दिया जा रहा है। जो लोग सक्षम हैं वे मिल रही सब्सिडी को छोड़ने के लिए खुद आगे आए, जिससे गरीबों का भला हो सके। सीएम ने कहा कि खेती को फायदे का धंधा बनाना है, नदियों को जोड़कर खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे। प्रदेश में लड़कियों के लिए कई स्कीम लागू की गई है। ग्राम पंचायतों को विकास के लिए करोड़ों की राशि दी जा रही है। अब गांवो में बैठकर ही ग्रामीणों की समस्या का निवारण किया जाएगा। हमने हर पंचायत में तय किया है कि एक तालाब तो होगा। आप गांव वाले विकास के जो काम तय कर देंगे, सरकार व ग्राम पंचायत वही काम करेंगे। सभी गांवों में सीसी रोड और पक्की नालियां बनाएंगे। प्रदेश में सात हजार पंचायतें और सहित 5 और जिले खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। ग्राम पंचायतों को एक करोड़ रुपए से एक लाख रुपए तक की राशि मिल रही है। गरीबों और किसानों का कल्याण हमारा लक्ष्य है। सीएम ने कहा कोई भी गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा, 2011 तक सभी आवासहीन को मकान बनाकर दिए जाएंगे। बिजली विभाग और वन विभाग को छोड़कर बाकी के सभी विभागों में 35 प्रतिशत नौकरी महिलाओं के देंगे। उन्होंने कहा 3 लाख बच्चों को रोजगार देंगे और 7 लाख बच्चों को कौशल विकास के अंतर्गत ट्रेंड करेंगे। 2 लाख की सम्मान निधि अच्छा काम करने वाले सरपंच को दी जाएगी इसी तरह 1 के लाख की 2 राशि दूसरे नंबर पर आने वाले 2 सरपंचों को दी जाएगी। सीएम ने कहा कि 91 हजार 300 किमी सड़क बनने का लक्ष्य था, 80 हजार किमी की सड़क बना चुके हैं, जो पूरे देश मे रिकार्ड है। फलदार पेड़ लगने पर सरकार 5 हजार की राशि देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामो को नंबर 1 बना देंगे। 2 जुलाई को नर्मदा पर पेड़ लगना है ये काम मे अकेले नहीं कर सकता हूं, आप सभी का सहयोग चाहिए।
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premउमेश त्रिवेदी महान क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल अपने साथियों के बीच जगदम्बाप्रसाद मिश्र ‘हितैषी’ के इस नगमे को अक्सर गुनगुनाया करते थे कि– ‘शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा...।‘ सरफरोशी की तमन्नाओं को पालने वाले दीवानों के लिए यह शायरना-आश्वासन मर-मिटने का वह सामान था, जिसे छाती से लगाए वो लोग कुर्बान हो जाते थे। शहीदों की मजारों पर मेले के ख्वाब सजाने वाले इस कौमी-तराने का रचना काल 1916 माना जाता है। पिछले सौ सालों से इस नगमे के भावुक-तूफानों से उठने वाली धूल को माथे पर रखने का नाटक इस देश में बखूबी जारी है। लेकिन क्या हम सही में अपने शहीदों के प्रति चिर-अनुरागी और चिर-अनुगामी हैं? और क्या सही अर्थो में उनकी मजारों पर हमारी धूप-बत्ती की भाव-नाटिका उनके प्रति श्रध्दा का इस्पाती-जज्बात है...? देवरिया के शहीद प्रेम सागर के साथ वहां के शासन-प्रशासन ने जो सलूक किया, वह रामप्रसाद बिस्मिल को जज्बातों को आहत करता है। यहां शासन-प्रशासन के कारिन्दों का कृत्यर शर्मसार करने वाला है। ऐसी खबरें सरकार और उसके प्रवक्ताओं को पसंद नहीं आती हैं। इनको शाया करने वाले अखबार और अखबारनवीस भी आंखों में किरकिरी के समान होते हैं। किस्सा उत्तर प्रदेश की योगी-सरकार का है, जिसकी राष्ट्र्वादी धुनों पर पूरा देश थिरक रहा है। एक मई को जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में नियंत्रण रेखा पर गश्त करते समय देवरिया के रहने वाले बीएसएफ के हेड कांस्टेदबल प्रेम सागर के गश्ती दल पर पाकिस्तानी सेना ने घात लगाकर हमला कर दिया था। उस गोलाबारी में शहीद हुए प्रेम सागर के परिजनों की जिद थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके अंतिम संस्कार में शरीक हों, लेकिन यह संभव नहीं हो सका। योगी आदित्यनाथ से बात करने के बाद परिजनों ने दाह-संस्कार कर दिया। गौरतलब है कि योगी अपने वादे के मुताबिक 12 मई को शहीद के परिजनों से मिलने भी पहुंचे, लेकिन उनकी इस यात्रा के व्यवस्थापकों ने उनके जाने के बाद शहीद-परिवार के प्रति जिस बदगुमानी का परिचय दिया, वह हैरान करने वाला है। सरकारी मशीनरी ने योगी की यात्रा के लिए जो भी सरंजाम जुटाया था वह वैसे भी गैर-जरूरी था, लेकिन यात्रा के समापन के बाद उसे जिस प्रकार उठाया, वह शहीद-परिवार के प्रति बदसलूकी की श्रेणी में आता है। यह समझ से परे है कि मुख्यमंत्री की कुछ मिनटों की इस यात्रा के लिए क्याक सोचकर देवरिया-प्रशासन ने शहीद प्रेम सागर के मेहमान कक्ष को कीमती कालीन, महंगे परदे, खूबसूरत सोफा-सेट से सजाया? दिलचस्प यह है कि मुख्यमंत्री को गरमी से निजात दिलाने के लिए बल्लियों पर एसी टांगने का हास्यापद उपक्रम करने से भी वे लोग बाज नहीं आए। शासन-प्रशासन की यह गैर-जरूरी सतर्कता उस वक्त संवेदनहीनता में बदल गई, जब योगी के मुंह फेरते ही अधिकारियों ने उजाड़ने के अंदाज में मेहमान-कक्ष को बेनूर कर दिया। गरीब शहीद परिवार के खपरैली-कस्बाई रहवास में मुख्यमंत्री के लिए पांच सितारा इंतजाम की अपेक्षा खुद योगी आदित्यनाथ ने भी नहीं की होगी, लेकिन उनके कारिन्दों की मनोवृत्ति उन संवेदनाओं को पथरीला बना देती हैं जो एक शहीद परिवार के लिए जरूरी है। यह घटना अपवाद हो सकती है, लेकिन यही अपवाद हमारे सामाजिक मनोविज्ञान का कड़ुआ सच हैं। रामप्रसाद बिस्मिल का प्रिय कौमी नगमा सुनने के बाद बदन में सुरसुरी सी छूटने लगती है, आज भी रोएं खड़े हो जाते हैं... लहू के कतरों में गरमी का एहसास करवटें लेने लगता है...। हम शायद भूलने लगे हैं कि शहीदों और उनके परिवारों के लिए शायर का यह आश्वासन महज एक जज्बाती शगल नहीं हैं। शायर के जहन में जब कभी भी यह खयाल आया होगा तो यह महज उसका अपना निजी जज्बा नहीं रहा होगा...। यह जज्बा वतन, कौम और इंसानियत की ओर से शायर की जुबां पर शहीदों के लिए आया है। इसमें समाज की जिम्मेदारियों के तकाजे छिपे हैं, इसमें संकल्प की धरोहर है और प्रतिबध्दता की कसम की अभिव्यक्ति है...। शहादत के सवाल पर यदि हम मंचों पर कही जाने वाली कुछ आदर्शवादी बात करें तो राजनीति और समाज के कर्ताधर्ता कुछ यूं दहाड़ते नजर आएंगे कि देश के लिए शहीद होना सेना के जवानों का सबसे बड़ा बलिदान है। साहित्य या कविता में इसकी अभिव्यक्ति के सुर मार्मिक होकर मन की कोरों को गीला कर देते हैं, उसकी प्रेरक-शक्ति की अभिव्यजनाएं दिलों को छूकर तात्कालिक रूप से गुम नही हो जाती हैं। लेकिन, न जाने क्यों, एक अवांछनीय पथरीलेपन की गरमी में दिल की आर्दता और आंसू सूखने लगे हैं...।[ लेखक उमेश त्रिवेदी भोपाल से प्रकाशित सुबह सवेरे के प्रधान संपादक है। ]
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आदिगुरु शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा के लिए धातु संग्रहण अभियान का शुभारंभ 26 अगस्त ऋषि पंचमी के दिन होगा। आदिगुरु के मध्यप्रदेश स्थित स्मृति स्थलों से संग्रहण यात्राएँ प्रारंभ होगी। सभी यात्राएँ ओंकारेश्वर में मिलेगी। सर्वसम्मत से यह निर्णय आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में संतों की विमर्श-सभा में लिया गया। विमर्श-सभा जनजातीय संग्रहालय के सभागार में की गयी। इस अवसर पर चिन्मयानंद मिशन के स्वामी प्रबोधानन्द सरस्वती, स्वामी विष्णुदत्त जी बौरासी, स्वामी राघवेन्द्रदत्त जी महाराज, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य सरकार आदिगुरु शंकराचार्य का दर्शन जन-जन तक पहुँचाने और उनकी विशाल प्रतिमा स्थापना द्वारा सन्मार्ग पर चलने के लिये प्रेरित करने का प्रयास कर रही है। भारत को सांस्कृतिक रूप से एक करने का काम आदिगुरु शंकराचार्य ने किया है। आदिगुरु ने देश की चारों दिशाओं को ऐसे तार से जोड़ा, जिससे देश बिखर नहीं पाये। टूट नहीं सके। उन्होंने कहा कि आज भारत का जो स्वरूप है उसके लिये, देश आदिगुरु का ऋणी है। उन्होंने कहा कि भौतिकता की अग्नि में दग्ध मानवता को शांति का दिग्दर्शन आदिगुरु शंकराचार्य का दर्शन कराएगा। आदिगुरु ने मनुष्य को पूर्णता का आभास करवाया। सब में एक ही चेतना है, इसका अहसास हो जाये तो सारे राग, द्वेष खत्म हो जाएंगे। सारा द्वंद और उथल-पुथल समाप्त हो जायेगा और सारी दुनिया एक परिवार बन जायेगी। मुख्यमंत्री ने उनके अनुरोध पर आचार्य सभा द्वारा अभियान का दायित्व स्वीकारने के लिये संतों का आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि संत समाज की अगुआई में अभियान ऐसा अदभुत प्रसंग बनेगा, जो प्रदेश के वातावरण को रचनात्मक आध्यात्मिकता से भर देगा। उन्होंने संतों को आगामी दो जुलाई को 6 करोड़ पौधे रोपित करने की जानकारी दी और उन्हें आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि विकास, निर्माण कार्यों के साथ ही पर्यावरण रक्षा भी सरकार का दायित्व है। राज्य सरकार इसी भाव से काम कर रही है। राज्य में रेत के लिये नदियों का उपयोग नहीं होने दिया जाएगा। पर्याप्त चिंतन के बाद वैज्ञानिक उत्खनन की व्यवस्था की जायेगी। वर्तमान बोली लगाकर उत्खनन के मॉडल को बदला जायेगा। उत्खनन महिलाओं युवाओं के स्व-सहायता समूह मानव श्रम से करेंगे। रेत की बिक्री पर सरकार का नियंत्रण होगा। रेत के व्यापार से होने वाला मुनाफा गरीब की झोपड़ी में जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के क्रियान्वयन में प्रदेश अग्रणी है। स्वच्छता अभियान में देश के पहले दो स्वच्छ नगर राज्य के हैं। देश के कुल 100 में से 22 स्वच्छ नगर मध्यप्रदेश के हैं। नगरीय विकास योजनाओं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में भी अग्रणी है। देश के अन्न भंडारों को भरने में भी राज्य पंजाब, हरियाणा से आगे निकल रहा है। ग्रामीण विकास में भी बेहतर काम हो रहा है। विमर्श सभा में महामंडलेश्वर जगदगुरु स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि आदिगुरु ने देहधर्म की नहीं आत्मा की बात की है। मध्यप्रदेश की धरती ने ही बालक शंकर को आदिगुरु शंकराचार्य बनाया है। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर वैदिक विद्या का केन्द्र बने। यहाँ पर कार्यशालाएँ व्याख्यान मालाएँ आयोजित हो। उन्होंने कहा कि नीर से ही नारायण है। नदी संरक्षण का कई सौ सालों से नर्मदा सेवा यात्रा जैसा कोई अभियान और उपक्रम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पहल का अन्य प्रदेशों में भी अनुसरण, अनुगमन हो। राज्य की आध्यात्मिक तरंगें, ओज, ऊर्जा पूरे देश के लिये कल्याणकारी हो। आचार्य सभा के संयोजक स्वामी परमानन्द सरस्वती ने कहा कि आदिगुरु ने धर्म-संस्कृति और आध्यात्मिकता को उजागर करने का कार्य किया। उसी अनुरूप ओंकारेश्वर को नई पहचान दी जाये। वह अनुसंधानात्मक ज्ञान का केन्द्र बने जो हिन्दू धर्म की भ्रांतियों को दूर करने के अनुरूप हो। धर्म की रक्षा करें। आचार्य सभा संगठित हिन्दू चेतना को विकसित करने के लिये तत्पर है। स्वामी हरिहरानंद ने कहा कि वे भारतीय संस्कृति के पुनरुद्धार के राज्य सरकार के प्रयासों से अभिभूत है। नर्मदा सेवा यात्रा सत्य-कर्त्तव्य निर्वहन का अनुकरणीय प्रयास है। स्वामी अखिलेश्वरानन्द ने अभियान संचालन के लिये संगठनात्मक स्वरूप को जिला, संभाग और राज्य स्तर पर संयोजित किये जाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर एक मार्गदर्शक मंडल बनाया जाये। प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने परियोजना की जानकारी दी। अभियान सांस्कृतिक एकता का जन-आंदोलन है। उन्होंने बताया कि आदिगुरु शंकराचार्य की जन-सहयोग से प्रतिमा निर्माण दुनिया में अपनी तरह का पहला कार्य होगा। दुनिया में किसी भी दार्शनिक की प्रतिमा जन-सहयोग से निर्मित नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश से आदिगुरू शंकराचार्य की स्मृतियां जुड़ी हैं। अभियान में जन-जागृति यात्राएँ इन्हीं स्थानों से शुरू की जायेगी। विमर्श के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं अतिथियों ने अभियान गीत की सी.डी. और चतुर्मठ खेल का लोकार्पण किया। डॉ. संजय द्विवेदी ने आदिगुरु की रचना गुरुपादष्टम का गायन किया। श्री महेश श्रीवास्तव रचित अभियान गीत का समूह गायन भी हुआ।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा मिशन की कार्ययोजना के क्रियान्वयन की समीक्षा हर माह करें। साथ ही इसकी प्रगति की जानकारी मुख्यमंत्री डेस्क बोर्ड पर डालें। नर्मदा सेवा मिशन के तहत एक साल में जितने काम होंगे उनका रिपोर्ट कार्ड जनता को 15 मई 2018 को प्रस्तुत किया जायेगा। प्रदेश में विश्व पर्यावरण दिवस आगामी 5 से 15 जून तक पेड़ लगाओ यात्राएं निकाली जायेंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में नर्मदा सेवा मिशन की बैठक ले रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संबंधित विभाग के मंत्रियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों को नर्मदा सेवा मिशन की कार्ययोजना की प्रतियाँ सौंपी। बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्य तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अमरकंटक में नर्मदा सेवा मिशन की कार्ययोजना नर्मदा प्रवाह का विमोचन किया था। इसके बाद से वे नर्मदा सेवा यात्रा को जनआंदोलन से बदलाव के रूप में सब जगह उल्लेख कर रहे हैं। अब इस कार्ययोजना को क्रियान्वित करने की चुनौती हम सबकी है। नर्मदा सेवा मिशन नदी के संरक्षण और पर्यावरण को बचाने का दुनिया में उदाहरण बनेगा। सभी मंत्री अपने-अपने विभाग में नर्मदा सेवा मिशन के तहत हर माह क्रियान्वित कार्यों की समीक्षा करें। नर्मदा के तटों पर पेड़ लगाने के लिए पंजीयन की वेबसाईट आगामी 24 मई को लाँच होगी। मिशन के तहत नर्मदा के दोनों तटों पर छह करोड़ पौधे लगाये जायेंगे। इसके लिये तैयारियों की कार्ययोजना वन, ग्रामीण विकास और नगरीय प्रशासन विभाग ने तैयार की है। आगामी 31 मई को भोपाल में होने वाली कार्यशाला में सभी जिलों के कलेक्टर अपने-अपने जिले में होने वाले वृक्षारोपण के नक्शा के साथ आयेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पौधे लगाने के लिए गड्ढ़े खोदने का काम और पौधों की उपलब्धता पहले से सुनिश्चित की जाये। पेड़ लगाने के लिये जन-जागरण करने के लिये सभी जिलों में पेड़ लगाओं यात्राएँ निकाली जायेंगी। इनमें आमजन पेड़ लगाने के लिये संकल्प पत्र भरेंगे। आगामी 20 जून तक तय हो जायेगा कि कौन व्यक्ति कहाँ पर पेड़ लगायेगा। पेड़ लगाने के बाद पेड़ों की रक्षा के पौधरक्षक नियुक्त किये जायेंगे और आवश्यक सुविधाएँ दी जायेंगी। उन्होंने कहा कि आगामी एक जुलाई को सेटेलाईट इमेजिंग से देखा जायेगा कि नर्मदा के तटों पर वृक्षारोपण की क्या तैयारियाँ हैं। आगामी दो जुलाई को वृक्षारोपण किया जायेगा तथा फिर तीन जुलाई को नर्मदा तटों की सेटेलाईट इमेजिंग से देखा जायेगा कि कितने पेड़ लगायें। एक साल बाद फिर से पूरे क्षेत्र की सेटेलाईट इमेजिंग की जायेगी। वृक्षों का अधिक से अधिक सरवाईवल रेट रखने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने कहा कि पौधे की आपूर्ति की बेहतर योजना बनाई जाये। इस अभियान में दो जुलाई को आमजनों, विद्यार्थियों, विभिन्न संगठनों के साथ शासकीय अधिकारी-कर्मचारी भी वृक्षारोपण करें। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, वन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग और नगरीय प्रशासन एवं विकासविभाग द्वारा वृक्षारोपण की तैयारियों की जानकारी दी गई। बताया गया कि प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में कम से कम 400 वृक्ष लगाने की योजना बनाई गई है। प्रत्येक 200 पौधों पर एक पौधरक्षक नियुक्त किया जायेगा, जो पौधों की देखभाल और सुरक्षा करेगा। पौधरक्षकों को वन विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। वन विभाग पौधों की आपूर्ति करेगा। किस संभाग में किस तरह के पौधों की आवश्यकता है इसका ध्यान रखा जायेगा। उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानों के खेतों में 40 लाख पौधे लगाये जायेंगे। नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा नर्मदा तटों के 43 शहरों में वृक्षारोपण जनभागीदारी से कराया जायेगा। कृषि विभाग द्वारा किसानों के खेतों की मेढ़ों पर एक करोड़ पौधे लगाये जायेंगे। बैठक में बताया गया कि भोपाल में आगामी एक जून को ग्लोबल स्किल समिट आयोजित की जायेगी। इसमें अलग-अलग मुद्दों पर छह सेमिनार होंगे। इसमें इंटेशन टू इम्पलॉय तथा इंटेंशन टू स्किल के लिये अगले तीन सालों में ढ़ाई-ढ़ाई लाख का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह रोजगार सृजन की महत्वपूर्ण योजना है। आदि शंकराचार्य प्रतिमा के लिये धातु संग्रहण अभियान बताया गयाकि प्रदेश में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊँची प्रतिमा के निर्माण के लिये धातु संग्रहण का अभियान आगामी 15 जून से 15 जुलाई तक चलेगा। यह प्रतिमा ओंकारेश्वर में स्थापित होगी। इसके पहले भोपाल में 25 मई को संत सभा का आयोजन किया जायेगा। प्रदेश में आदि शंकराचार्य से जुड़े पाँच स्थान ओंकारेश्वर, मंडलेश्वर, पंचमठा, उज्जैन और अमरकंटक से पाँच यात्राएँ निकाली जायेंगी। यात्रा के प्रत्येक दिन संवाद सभाएं आयोजित होंगी। इसके अलावा विकासखण्ड स्तर पर उपयात्राएँ भी निकाली जायेंगी। संवाद सभाओं में आदि शंकराचार्य के जीवन दर्शन और प्रतिमा स्थापना के बारे में जानकारी दी जायेगी तथा धातु संग्रह किया जायेगा। प्रत्येक जिले में धातु भंडारण केन्द्र भी बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी मंत्री प्रत्येक सोमवार और मंगलवार को भोपाल में रहें। हर सोमवार को वे अपने-अपने विभाग की समीक्षा करें तथा लक्ष्य पूर्ति करायें। साथ ही अपने विभाग की प्रगति की जानकारी मुख्यमंत्री डेस्क बोर्ड पर उपलब्ध करायें।
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भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में प्रदेश में तीन नई सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में तीन नई सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसी के साथ आदिम जाति कल्याण विभाग का नाम बदलकर जनजातीय कार्य मंत्रालय रखा गया है। कैबिनेट ने जबलपुर उच्च न्यायालय के लिए 6 पदों को मंजूरी दी गई है। शासकीय कर्मियों का डीए 7 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत किया गया है। नक्सली ऑपरेशन में शहीद परिवारों को पेंशन दी जाएगी। शहीदों के परिजनों को समय-समय पर बढ़ने वाला डीएम मिलेगा। अतिरिक्त प्रभार वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त भत्ता मिलेगा। प्रदेश में तीन निजी विश्वविद्यालय खुलेंगे। तीन सिंचाई परियोजनाएं जिन्हें कैबिनेट में स्वीकृति मिली -बीना संयुक्त सिंचाई तथा बहुउद्देशीय परियोजना। आंवलिया मध्यम सिंचाई परियोजना, इस परियोजना से खंडवा जिले के 31 गांव को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। हिरवार सूक्ष्म सिंचाई नहर परियोजना।
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मुख्यमंत्री चौहान द्वारा दस बड़ी निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 'प्रगति' ऑनलाइन कार्यक्रम में वीडियों कान्फ्रेंस के माध्यम से प्रगतिरत 10 बड़ी परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण, जल संसाधन, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और राजस्व विभाग के कार्यों की परियोजनावार जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि परियोजनाएँ समय-सीमा में पूरी हों। उनकी नियमित मॉनीटरिंग की जाये। विलंब करने वाली एजेंसियों के खिलाफ दण्ड के प्रावधान किये जायें। निर्माण से संबद्ध काम भी समानांतर किये जायें। उन्होंने जल प्रदाय योजनाओं के निर्माण से प्रभावित सड़कों को वर्षा ऋतु से पहले अनिवार्यत: दुरूस्त करवाने के निर्देश दिये। कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की 230 करोड़ रूपये से अधिक लागत की मरदानपुर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना जिला सीहोर, 155 करोड़ रूपये से अधिक की उदयपुरा ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना जिला रायसेन की समीक्षा की। तकनीकी शिक्षा विभाग के नौगाँव छतरपुर में 20 करोड़ रूपये से अधिक लागत के निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज निर्माण की जानकारी ली। चिकित्सा शिक्षा विभाग के तहत 175 करोड़ रूपये से अधिक लागत की चिकित्सा महाविद्यालय खण्डवा की अद्यतन प्रगति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री को बताया गया कि वर्ष 2018 जनवरी तक परियोजना का काम पूरा हो जायेगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा छतरपुर में 32 करोड़ रूपये से अधिक लागत के 300 बिस्तर वाले अस्पताल निर्माण प्रगति की समीक्षा में बताया गया कि निर्माण कार्य इस वर्ष के अंत तक पूरा हो जायेगा। नगरीय विकास तथा आवास विभाग द्वारा बताया गया कि पुनर्घत्वीकरण योजना में रीवा में 18 करोड़ रूपये से अधिक लागत के ऑडिटोरियम एवं उपकुलपति निवास निर्माण का काम समय-सीमा में पूरा हो जायेगा। मुख्यमंत्री को समीक्षा के दौरान जल संसाधन की वृहद परियोजना बानसुजारा के बारे में बताया गया कि 1768 करोड़ रूपये से अधिक लागत की योजना से 186 गाँवों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। राजस्व विभाग की ई-भूलेख योजना की समीक्षा में बताया गया कि 32 जिलों की 210 तहसीलों में योजना लागू हो गई है। एप्लीकेशन से प्रतिलिपियों का वितरण किया जा रहा है। कुल 10 करोड़ 41 लाख रूपये का राजस्व अर्जित हुआ है। कुल 17 में से 9 मॉड्यूल पूरे हो गये है, शेष का जून अंत तक पूरा हो जाना अनुमानित है। प्रगति ऑनलाइन में वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार विभाग द्वारा विक्रम उद्योगपुरी लिमिटेड नरवर, उज्जैन में 442 हेक्टेयर क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे के विकास का काम किया जा रहा है। वर्ष 2018 के अंत तक इसका पूरा हो जाना अनुमानित है। इसमें ऑटो कंपोनेंट, आई.टी., इंजीनियरिंग सर्विसेज एनर्जी हब, मेडिकल हब, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग हब विकसित करने का लक्ष्य है। बताया गया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा चंबल एक्सप्रेस-वे का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 552 पर पाली के समीप से शुरू होगा। परियोजना के लिये लगभग 2500 हेक्टेयर भूमि में से 80 प्रतिशत से अधिक शासकीय भूमि उपलब्ध है
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भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार सुबह नर्मदा सेवा मिशन की कार्ययोजना को लेकर बुलाई गई पत्रकारवार्ता में नर्मदा में रेत खनन करने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। यह आज से ही लागू किया गया है। किसी भी मशीन से नर्मदा में खुदाई नहीं की जाएगी। सीएम ने कहा कि खनिज मंत्री राजेंद्र शुक्ल की अध्यक्षता में इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है। आईआईटी खड़गपुर की रिपोर्ट आने तक खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। बाकी नदियों में नियमानुसार रेत खनन किया जा सकेगा। इसी के साथ पत्थर से रेत बनाने वालों पर तीन साल तक रायल्टी नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य के मामले में पार्टी ने अपना रुख साफ कर दिया है। मंत्री ज्ञान सिंह आर्य का इस्तीफा हो रहा है। सीएम ने कहा कि पांच जून को विश्व पयार्वरण दिवस के लिए अभियान चलेगा। नर्मदा के केचमेंट एरिया में 6 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।
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उमेश त्रिवेदी बीते गुरुंवार को जब केन्द्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री अनिल माधव दवे की अंतिम यात्रा से जुड़ी प्रकृतिजन्य वसीयत के बहाने मध्य प्रदेश की नर्मदा नदी की लहरों मे घुला प्रदूषण पूरे देश की चिंताओं को उव्देलित कर रहा था, लगभग उसी समय दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में गंगा की अविरलता के सवाल पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आंखों की कोरों में आंसू छलकते दिखाई दे रहे थे। पिछले 150 दिनों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नर्मदा-यात्रा के कारण सिर्फ नर्मदा ही नहीं, देश की हर नदी से जुड़े सवालों का आकार बड़ा हुआ है, लेकिन भविष्य के गर्त में छिपे उनके उत्तर और समाधानों को लेकर आश्वस्ति के भाव कंही भी नजर नहीं आ रहा है। गुरुवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में गंगा की बदहाली को लेकर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में नीतीश कुमार और बुधवार को अमरकंटक में सम्पन्न नर्मदा-यात्रा के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नदी-बचाओ मुहावरों की भाव-भूमि में शब्दों की रंगत के अलावा कोई फर्क नहीं था। विडम्बना है कि सरकारी आयोजनों में नदियों की दुर्दशा को लेकर राजनेताओं के आंसू उन नदियों से ज्यादा बहते हैं, जो उनकी चिंताओं और चेतना के केन्द्र में होती हैं। नेताओं की गीली आंखों और नदियों की सूखी लहरों के बीच बिलबिलाती सच्चाइयों ने नदियों के सवालों को बांझ बना दिया है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बचपन नर्मदा के किनारों पर नर्मदाष्टक के आव्हानों के बीच सिर नवाते गुजरा है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आर्द्र सुरों में गंगा की कहानियों में वही भक्ति-भाव नजर आता है। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में गंगा की अविरलता में बाधक गाद समस्या पर केन्द्रित सेमीनार में नीतीश कुमार की मनोभावना में यादों के भीगेपन ने विषयवस्तु को भावुक बना दिया था। नीतीश कुमार ने कहा कि बचपन के दिनों में मैं गंगा नदी से पानी भर कर लाया करता था। उस समय गंगा का जल काफी स्वच्छ था। आज स्थितियां बदल गईं हैं। आज गंगा का प्रवाह मार्ग गाद से पट गया है। गंगा की गोद में सालों से जमा हो रही गाद के कारण जीवनदायिनी गंगा तबाही का सबब बनती जा रही है। गंगा की अविरलता ही गंगा की निर्मलता को बनाए रखने का एक मात्र उपाय है। गंगा की दशा पर भावुक नीतीश कुमार के इस कथन के मायनों को गहराई से खंगालना होगा कि ’गंगा का हाल देखकर उन्हे रोना आता है।’ नदी, जंगल और जमीन के नाम पर होने वाले सेमीनार शब्दाडम्बर और राजनीतिक जुमलेबाजी के अलावा कुछ भी सिध्द नहीं हुए हैं। दिल्ली-सेमीनार से पहले फरवरी 2017 के आखिरी सप्ताह में पटना में आयोजित सेमीनार में पानी का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले स्टॉकहोम वाटर प्राइज से सम्मानित जल पुरूष राजेन्द्र सिंह ने कहा था कि इस समय देश में नदियों को बचाने के लिए, बिहार और मध्य प्रदेश में दो अभियान चल रहे हैं। राजेन्द्र सिंह ने कहा कि मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभियान जहां चुनावी लगता है, वहीं बिहार में नीतीश का अभियान हकीकत के करीब नजर आता है। बिहार सरकार जहां बीमारी के कारणों को जानने और उसका निदान ढूंढने की कोशिश कर रही है, वहीं मप्र सरकार बिना मर्ज जाने दवा देने की बात कर रही है। जबकि केन्द्र सरकार का नमामि-गंगे अभियान सिर्फ ठेकेदारों को लाभ देने की स्कीम है। हालांकि 11 मई को मप्र के नर्मदा अभियान में भाग लेते हुए राजेन्द्र सिंह ने आयोजकों की पीठ थपथपाते हुए कहा था कि इस मामले में शिवराजसिंह की नीयत और नीति की कोई गुंजाइश नही हैं। राजनीतिक- टिप्पणियों से बचते हुए राजेन्द्रसिंह ने कहा कि ऐसे अभियान हर हाल में सफल होना चाहिए। लेकिन यह क्यों नही हो पा रहा है, इसका उत्तर हमसे दो दिन पहले बिछड़े केन्द्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री अनिल माधव दवे ने यूं दिया है- पिछले पच्चीस-तीस सालों में नदी-पर्यावरण के सुधार के मामले में यदि हम किसी मुकाम पर नहीं पहुंच पाएं तो इसका एक मात्र कारण यह है कि हम प्राकृतिक संसाधनों के प्रति हमारे द्दष्टिकोण में खोट है। अपरिपक्व द्दष्टि शासन-प्रशासन मे समाज संचालन के निरर्थक मार्ग तय करती है,जो सभी पर्यावरणीय संकटो की जड़ है।[लेखक उमेश त्रिवेदी सुबह सवेरे के प्रधान संपादक हैं ]
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केंद्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अनिल माधव दवे का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर के साथ होशंगाबाद जिले में नर्मदा किनारे बांद्राभान आश्रम में हुआ। अनिल दवे के छोटे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। गुरुवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। दवे ने अपनी वसीयत में लिखा था कि उनका अंतिम संस्कार बांद्राभान में किया जाए। 'नर्मदा पुत्र' को अंतिम विदाई देने सीएम शिवराज सिंह चौहन, केंद्रीय मंत्री उमा भारती सहित कई केंद्रीय मंत्री, मप्र भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद रहे। दवे ने अपनी वसीयत में लिखा था कि अंतिम संस्कार की सभी उत्तर क्रिया वैदिक कर्म के साथ ही संपन्न कराई जाए, जिसमें किसी भी प्रकार का आडंबर या दिखावा नहीं किया जाए। उन्होंने अपनी वसीयत में मुख्य रूप से इस बात का उल्लेख किया है कि मेरी मौत के बाद मेरी स्मृति में कोई स्मारक, प्रतियोगिता, पुरस्कार, प्रतिमा आदि न स्थापित की जाए। अगर कोई मुझे याद करना चाहता है तो वे पेड़ लगाकर उसका संरक्षण करे।उनकी इच्छा के मुताबिक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बांद्राभान में उनका अंतिम संस्कार किया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने यहां पौध रोपण किया। श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्व. अनिल दवे ने नर्मदा समग्र और नर्मदा संरक्षण को लेकर जो भी अभियान और काम शुरू किए हैं, उन्हें पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है। उनकी पर्यावरण की चिंता को सरकार अभियान के रूप में लेगी। शिवराज ने कहा कि स्व. दवे का मिशन आगे भी चलता रहेगा। उनका नर्मदा समग्र का काम आगे बढ़ेगा। उन्होंने नर्मदा समग्र और मैंने नर्मदा सेवा यात्रा के लिए काम किया है। यह नर्मदा मैया को लेकर मेरी और उनकी समानता है। बांद्राभान में हर दो साल में लगने वाले नदी महोत्सव को सरकार चलाती रहेगी। स्व. दवे की पर्यावरण की चिंता को सरकार अभियान के तौर पर लेगी। उन्हें सशस्त्रबल ने सलामी भी दी। दवे का कल हार्ट अटैक आने के बाद दिल्ली के एम्स में उपचार के दौरान निधन हो गया था। बांद्राभान में दवे को उनके भाई अभय दवे ने मुखाग्नि दी। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संघ नेता सुरेश सोनी, भैय्याजी जोशी अरुण जैन के साथ केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार, नरेंद्र सिंह तोमर, डॉ. हर्षवर्द्धन, उमा भारती, विनय सहस्त्रबुद्धे, कैलाश विजयर्गीय, थावरचंद गेहलोत मौजूद थे। इससे पहले भोपाल के शिवाजी नगर स्थित नदी का घर से तिरंगे में लिपटा अनिल दवे का पार्थिव शरीर आज सुबह बांद्राभान के लिए रवाना हुआ। इससे वाहनों की लंबी कतार होशंगाबाद रोड पर लग गई थी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज दुर्ग जिले के पाटन में बने वन क्षेत्र में सांकरा प्लांटेशन प्लाट का नाम स्व. अनिल माधव दवे स्मृति वन करने का ऐलान किया। रमन सुराज अभियान के तहत यहां पहुंचे थे।
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राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे की लंबी बीमारी से निधन होन के बाद उनकी वसीयत भी अब सामने आ गई है। आमतौर पर सादा जीवन जीने वाले अनिल माधव दवे ने अपनी वसीयत में लिखा है कि संभव हो सके तो मेरा अंतिम संस्कार होशंगाबाद जिले के बांद्राभान में नदी महोत्सव वाले स्थान पर कराना। इसके अलावा दवे ने अपनी वसीयत में लिखा कि अंतिम संस्कार की सभी उत्तर क्रिया वैदिक कर्म के साथ ही संपन्न कराई जाए, जिसमें किसी भी प्रकार का आडंबर या दिखावा नहीं किया जाए। उन्होंने अपनी वसीयत में मुख्य रूप से इस बात का उल्लेख किया है कि मेरी मौत के बाद मेरी स्मृति में कोई स्मारक, प्रतियोगिता, पुरस्कार, प्रतिमा आदि न स्थापित की जाए। दवे के निधन ने सभी को चौंकाया केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी समेत कई राजनेताओं ने दुख जताया है। प्रधानमत्री ने दवे के निधन पर दुख जताते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए और कहा कि अनिल माधव दवे जी को एक प्रतिबद्ध जनसेवक के तौर पर जाना जाता रहेगा, वह पर्यावरण को बचाने के लिए काम करते रहे। वहीं कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी शोक जताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश ने एक श्रेष्ठ नेता को खो दिया है। वही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि दवे जी की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता है। व्यक्तिगत और पार्टी के लिए ये एक बहुत बड़ी क्षति है। मप्र सरकार ने अनिल माधव दवे के निधन पर दो दिन के लिए राजकीय शोक घोषित किया है। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह कि मैं दवे जी के निधन से स्तब्ध हूं। वहीं भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी अनिल माधव दवे को बेहतरीन रणनीतिकार बताते हुए कहा कि उनके जाने से पार्टी को जो क्षति हुई है, उनकी भरपाई कभी भी नहीं की जा सकेगी।
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नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा है। यह भारतीय उप महाद्वीप की पाँचवीं सबसे बड़ी नदी होने के साथ ही भारत की सात पवित्र नदियों में से एक है। मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी 16 जिले और 51 विकासखण्ड से होती हुई 1077 किलोमीटर का मार्ग तय करती है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देशन में प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये 'नर्मदा सेवा मिशन' गठित किया है। उद्देश्य-मिशन वृक्षारोपण के जरिये नदी तटीय क्षेत्र का संरक्षण, उन्नत स्वच्छता, तरल एवं ठोस अपशिष्ट और सामुदायिक एवं व्यक्तिगत स्वच्छता प्रबंधन, जल-संरक्षण एवं नदी कछार क्षेत्र विकास, प्रदूषण नियंत्रण एवं प्रबंधन, जैविक खेती और गुड एग्रीकल्चर प्रेक्टिस को प्रोत्साहन, संवेदनशील एवं स्वच्छ कृषि का विकास, नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन को आजीविका से जोड़ना, नदी संसाधनों का यथोचित उपयोग, नदी क्षेत्र में स्वस्थ पारिस्थितिकीय तंत्र का विकास, नर्मदा नदी के संरक्षण- संवर्धन के लिये समाज का क्षमता वर्धन एवं सहभागिता सुनिश्चित करना और नर्मदा तटीय क्षेत्र में नशामुक्त समाज के निर्माण जैसे कार्य करेगा। राज्य क्रियान्वयन समिति-नर्मदा सेवा मिशन के संचालक अपर मुख्य सचिव योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी होंगे। संचालक की अध्यक्षता में स्तरीय क्रियान्वयन समिति मिशन कार्य की सतत मॉनिटरिंग करेगी। मिशन समन्वयक प्रमुख सलाहकार अथवा सलाहकार, राज्य योजना आयोग होंगे। समिति के सदस्यों में वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नर्मदा घाटी विकास और ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, जल संसाधन, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण, पर्यावरण, पर्यटन, नगरीय विकास तथा आवास, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य-विकास, पशुपालन, ग्रामोद्योग, राजस्व, खनिज, संस्कृति, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार और सूक्ष्म, लघु, मध्यम एवं उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव, कार्यपालक निदेशक जन अभियान परिषद, मुख्यमंत्री द्वारा नामांकित पाँच विषय-विशेषज्ञ एवं नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन में कार्यरत स्वयंसेवी/ समाज सेवी संगठनों के पाँच प्रतिनिधि इस समिति के सदस्य होंगे। 21 विभाग के जरिये होगी उद्देश्य की पूर्ति-मिशन इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये नर्मदा नदी के संरक्षण हेतु नर्मदा तटीय क्षेत्र में 20 विभागों द्वारा संचालित कार्यों का मूल्यांकन एवं समन्वय करने के कार्य करेगा। मिशन नर्मदा तटीय क्षेत्र में वानस्पतिक आच्छादन एवं वन क्षेत्र बढ़ाने के लिये निजी एवं शासकीय भूमि में वृक्षारोपण, नर्मदा तटीय क्षेत्र में मनुष्य की स्वच्छ जीवन शैली जैसे - खुले में शौच से मुक्ति आदि की दिशा में, कृषि की आधुनिक पद्धतियों से नदी एवं पर्यावरण के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन कर वैकल्पिक कृषि जैसे जैविक खेती को प्रोत्साहन आदि पर कार्य करेगा। साथ ही प्रदूषण के कारकों की पहचान कर उनके निवारण, नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन में आजीविका सुनिश्चित करते हुए समाज की सहभागिता बढ़ाने की दिशा में, संरक्षण एवं संवर्धन हेतु नवीनतम तकनीकों का विकास, अनुसंधान एवं अंगीकरण, 'नमामि देवि नर्मदे' - सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई घोषणाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का कार्य भी मिशन करेगा। मिशन नर्मदा नदी के अस्तित्व की चुनौतियों को कम करने की दिशा में सतत् प्रयास, नदी के संरक्षण, वानस्पतिक एवं जल-संरक्षण की प्राचीन पारम्परिक पद्धति का संकलन एवं दस्तावेजीकरण, नर्मदा कछार में जैव विविधता के संरक्षण के लिये शासनाधीन संस्थानों द्वारा किये जा रहे कार्यों को गति देने, प्रदेश में वर्तमान में नर्मदा सेवा के लिये कार्यरत स्वैच्छिक एवं सामाजिक संगठनों की शासन के साथ सहभागिता सुनिश्चित करना, समाज के समस्त वर्गों को नदी के संरक्षण के प्रति साक्षर करने के लिये नर्मदा सेवा केन्द्रों अथवा ज्ञान केन्द्रों की स्थापना एवं संचालन और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को नर्मदा संरक्षण के कार्यों से जोड़ने का कार्य करेगा। मिशन द्वारा नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्र में धार्मिक परिवेश की पवित्रता अक्षुण्ण बनी रहने, नर्मदा के संरक्षण में शासन के साथ समाज की सहभागिता सुनिश्चित करने, नदी के संरक्षण के लिये अनुदान राशि स्वीकार करने एवं नर्मदा संरक्षण के लिये वर्तमान तक पंजीकृत महोत्सवों जैसे वन एवं नदी महोत्सव आदि के आयोजन के लिये संबंधित विभागों एवं संस्थाओं से समन्वय, नर्मदा तटीय क्षेत्र में स्वच्छ पारिस्थितिकीय तंत्र विकसित करने और ऐसे सभी कार्य अथवा ऐसे कृत्य जो मिशन के लक्ष्य एवं उद्देश्य की प्राप्ति के लिये आवश्यक हों, किये जायेंगे। विभागीय गतिविधियों का कियान्वयन एवं समन्वय वन विभाग को गर्मियों में जंगल में सूखे पत्तों के कारण आग लगने की घटनाओं पर नियंत्रण के लिये कार्य योजना तैयार कर क्रियान्वयन करना, वन क्षेत्र में जल संग्रहण हेतु उपयुक्त स्थानों का चिन्हांकन कर लघु एवं बड़ी संरचनाओं और वन क्षेत्र में उपयुक्त स्थानों का चिन्हांकन कर वनों के विकास एवं वन्य-प्राणियों हेतु लघु एवं बड़ी संरचनाओं के निर्माण का दायित्व रहेगा। वन उपयोग हेतु अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त इंदौर में एक टिश्यू कल्चर लैब का योजनाबद्ध तरीके से विस्तार भी विभाग करेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग- इस विभाग के दायित्वों में नर्मदा के किनारे स्थित ग्रामों को खुले में शौच जाने से मुक्त करवाना, मनरेगा में वृक्षारोपण, ग्राम पंचायतों में Biodegradable and non- biodegradable कचरा प्रबंधन यूनिट की स्थापना, नर्मदा एवं नर्मदा की सहायक नदियों के संरक्षण के लिये ग्राम पंचायतों की भूमिका का निर्धारण करवाना शामिल किया गया है। साथ ही सभी धर्मों के त्यौहारों पर मूर्तियों एवं ताजिये आदि के विसर्जन के लिये पृथक से कुण्ड एवं स्थान तैयार करवाना, नर्मदा में मिलने वाले नाले एवं कचरों के बिन्दुओं की पहचान कर, उन्हें रोकने का कार्य, नर्मदा तटीय स्थलों पर शवों का जलदाग के स्थान पर अग्निदाग के लिये मुक्तिधाम की स्थापना और नर्मदा तट पर निर्मित घाटों पर महिलाओं के लिये वस्त्र बदलने हेतु पृथक चेंजिंग रूम के साथ सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना भी विभाग के कार्यों में शामिल किया गया है जिला क्रियान्वयन समिति -नर्मदा सेवा मिशन के क्रियान्वयन के लिये जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति भी गठित की गई है। समिति में जिला कलेक्टर जिला मिशन अध्यक्ष होंगे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला वन मण्डलाधिकारी, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास, उप/सहायक संचालक उद्यानिकी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, उप संचालक पशुपालन, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन, उप/सहायक संचालक मत्स्य विभाग, जिला खनिज अधिकारी, जिले की समस्त स्थानीय निकायों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, डिवीजनल इंजीनियर ऊर्जा विभाग, उप संचालक कुटीर एवं ग्रामोद्योग, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद, जिला योजना अधिकारी आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग और जिला कलेक्टर द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन में कार्यरत स्वयंसेवी/समाजसेवी संगठनों के पाँच प्रतिनिधि सदस्य होंगे। कृषि विकास तथा किसान कल्याण विभाग- विभाग के कार्यों में जैविक कृषि के प्रमाणीकरण के लिये कृषकों का पंजीयन करवाना (प्रतिवर्ष प्रत्येक ग्राम पंचायत में 50 एकड़ भूमि), कृषि से निकलने वाले कचरे से खाद बनाने की तकनीकी जानकारी देना एवं प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक यूनिट स्थापित करवाना, नरवाई न जलाने के लिये जन-जागरूकता एवं प्रतिबंध, किसानों को कृषि वानिकी में प्रशिक्षित करवाना तथा कृषि वानिकी की दृष्टि से उपयोगी पौधे वन विभाग से प्राप्त कर इच्छुक कृषकों को उपलब्ध करवाना शामिल किया गया है। इसी तरह जल एवं मृदा प्रबंधन की तकनीकी जानकारी का कृषकों के मध्य प्रचार-प्रसार, विविध खेती को प्रोत्साहित करने के लिये किसानों को प्रशिक्षित करना तथा विविध खेती के सफल मॉडल प्रदेश में प्रत्येक ब्लॉक में स्थापित करना, खाना बनाने के लिये लकड़ी का उपयोग करने के लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत में 200 गोबर गैस एवं बायोगैस संयंत्रों की स्थापना, नर्मदा केचमेंट एरिया से संबंधित समस्त खेतों में मेढ़ बंधान, जैविक कृषिगत उत्पादों के विक्रय के लिये संबंधित क्षेत्रों की मंडियों में पृथक से विपणन व्यवस्था और मृदा प्रबंधन संबंधी कार्य भी विभाग करेगा। मछुआ कल्याण तथा मत्स्य-विकास विभाग -विभाग के कार्यों में मछली पालन नीति 2008 के अनुसार नदियों में विष, डायनामाईट, विद्युत प्रभाव से मत्स्याखेट के विरूद्ध दण्ड का प्रावधान, मध्यप्रदेश मत्स्य उद्योग पुनरीक्षित अधिनियम 1981 में निहित प्रावधानों का कड़ाई से पालन, मैदानी अधिकारियों को मत्स्य-पालन एवं मत्स्याखेट करने वालों को इस अधिनियम के पालन के लिये निर्देशित करवाना, मछुआरों को भी नदी एवं जल संरक्षण के संबंध में प्रशिक्षित कर उन्हें इस संबंध में जिम्मेदारी दी जाना और मत्स्य-पालन नीति अनुसार नदियों में प्राकृतिक मत्सिकी के संरक्षण एवं अभिवृद्धि के लिये सुझाव दिये जाना शामिल किया गया है। नर्मदा घाटी विकास विभाग -इस विभाग के नर्मदा तटों पर बड़े घाटों का निर्माण एवं मरम्मत करवाना, नर्मदा केचमेंट एरिया में सघन सर्वे के बाद बड़े स्तर पर तालाबों का निर्माण, निर्माणाधीन बाँधों के कारण नदी का पारिस्थितिकीय बहाव बाधित न हो, यह सुनिश्चित करना इस विभाग का मुख्य कार्य होगा। नर्मदा केचमेंट एरिया में सघन सर्वे केचमेंट एवं नदी जोड़ों क्षेत्र में तालाबों और नर्मदा किनारे रैन बसेरों का निर्माण भी विभाग को सौंपा गया है। नगरीय विकास विभाग -इस विभाग के कार्यों में नगरीय क्षेत्रों में नर्मदा के घाटों पर कचरा पेटी की स्थापना, मृत पशुओं के वैज्ञानिक निष्पादन हेतु इकाइयों की स्थापना, घाटों पर कपड़े, वाहन, पशुओं के नहलाने एवं स्नान में साबुन डिटर्जेंट के उपयोग को प्रतिबंधित कर मॉनिटरिंग की व्यवस्था, Solid waste इकाइयों और घाटों पर सार्वजनिक शौचालयों की स्थापना करवाना शामिल है। इसी तरह नर्मदा घाटों का सौंदर्यीकरण, सभी धर्मों के त्यौहारों पर मूर्तियों एवं ताजिये आदि के विसर्जन के लिये पृथक से कुण्ड एव स्थान तैयार करवाना, नर्मदा में गंदे नालों को मिलने से रोकना, नर्मदा तटीय स्थलों पर शव को नर्मदा में जलदाग के स्थान पर अग्निदाग कर सकें इसके लिये मुक्तिधाम स्थापित करवाना और शहरी/ नगरीय क्षेत्र के लिये नर्मदा तट पर महिलाओं एवं पुरुषों के लिये पृथक-पृथक वस्त्र बदलने के लिये चेंजिंग रूम के साथ सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना भी विभाग का दायित्व होगा। पशुपालन विभाग -यह विभाग पशुओं को जंगल में चरने के लिये खुला छोड़ने की प्रथा रोकने के लिये कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन करवायेगा। चारे की खेती के लिये कृषकों को प्रशिक्षित कर प्रोत्साहित करना, प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक पशु चारे की नर्सरी स्थापित कर नर्मदा क्षेत्र में चारा उपलब्ध करवाना और शुष्क पशुओं की ड्राय डेयरी यूनिट्स की स्थापना कर लोगों को यह संदेश भी विभाग देगा कि दुधारू पशुओं के समान ही शुष्क पशु भी उपयोगी हैं। ग्रामोद्योग विभाग -विभाग को पेड़ों के पत्तों से दोने एवं पत्तलें बनाने की इकाइयों और मिट्टी से कुल्हड़ एवं प्लेट बनाने की आधुनिक छोटी-छोटी इकाइयों की स्थापना, मिट्टी से मूर्तियाँ बनाने का प्रशिक्षण करवाना और रेशम कीट पालन से कृषकों को जोड़ने का, कार्य दिया गया है। राजस्व विभाग -इस विभाग को नर्मदा एवं सहायक नदियों की सीमाओं का सीमांकन करवाकर अतिक्रमण हटाने और ग्रामीण / शहरी / नगरीय नर्मदा के घाटों की साफ-सफाई करवाने का दायित्व दिया गया है। खनिज विभाग -विभाग नदी जल की शुद्धता एवं नदी के संरक्षण के लिये रेत के महत्व के संबंध में इस व्यवसाय में लगे लोगों को जागरूक करने और अवैध उत्खनन को पूरी तरह नियंत्रित करने का कार्य करेगा। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग -विभाग उद्यानिकी अपनाने के लिये लोगों से वचन-पत्र भरवाना, एम.पी. एग्रो के जरिये गोबर एवं बायोगैस संयंत्र निर्माण का अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षण देने एवं गोबर तथा बायोगैस प्लांट्स के निर्माण का कार्य करेगा। फलों, फूलों एवं सब्जियों की खेती के लिये लोगों को प्रशिक्षित कर उनके प्र-संस्करण की इकाइयों की स्थापना के लिये वातावरण निर्माण, नर्मदा नदी के दोनों तटों से एक किलोमीटर की दूरी में आगामी तीन वर्षों में 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फल पौधों का रोपण, फल-फूल-सब्जी-औषधीय एवं सुगंधित फसलों के बीज एवं पौधे कृषकों को उपलब्ध करवाने के लिये ब्लॉक स्तर पर एक नर्सरी की स्थापना और कृषि फसल की प्रतिस्थापना के एवज में कृषकों को तीन वर्षों तक आर्थिक सहायता देने का कार्य भी विभाग करेगा। विभाग मनरेगा से राशि उपलब्ध करवाने और रख-रखाव सहित पाँच वर्षों तक फल-पौध रोपण योजना भी संचालित करेगा। पर्यावरण विभाग -राज्य सरकार ने पॉलिथिन एवं स्टाईरो फोम को प्रतिबंधित किया है। अत: यह विभाग पोलिथीन उपयोग के संबंध में अधिनियमों/ नियमों का नर्मदा तटीय क्षेत्रों में पालन, उद्योगों से निकलने वाले अवशिष्टों का अनिवार्यत: उपचार एवं सुरक्षित निपटारा, जल, नदी एवं वन्य-प्राणियों के संरक्षण अधिनियमों के संबंध में आमजनों को प्रशिक्षित, उद्योगों/ कारखानों का बहाव एवं नालों के माध्यम से ग्रामों एवं शहरों के कचरे के नदी में मिलने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों के संबंध में जागरूकता एवं स्थायी प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करेगा। नर्मदा तथा सहायक नदी क्षेत्रों में संचालित उद्योगों से निकलने वाले औद्योगिक अवशिष्ट/ कचरे का उपचार के बाद सुरक्षित निष्पादन भी विभाग करेगा। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग -सोलर एनर्जी के उपयोग के लिये जागरूकता फैलाना, नर्मदा नदी के किनारे सिंचाई के उद्देश्य से सोलर पम्प की और शहर, कस्बों एवं गाँवों में सौर ऊर्जा की रूफटॉफ परियोजनाओं की स्थापना, किनारे स्थित धर्मशालाओं आदि में सौर गर्म जल संयंत्रों, नदी के किनारे ऊर्जा दक्ष एल.ई.डी. बल्ब एवं अन्य ऊर्जा दक्ष संयंत्रों, बायोमॉस ऊर्जा संयंत्रों और नर्मदा तट स्थित शहरों में शहरी अपशिष्ट इत्यादि पर आधारित ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना करवाने का कार्य यह विभाग करेगा। पर्यटन विभाग -नर्मदा किनारे विभाग के होटल्स से निकलने वाले कचरे का वैज्ञानिक निष्पादन, पर्यटन हेतु सौर ऊर्जा नावों के उपयोग और नर्मदा किनारे कुछ ग्रामों/घाटों को चिन्हित कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करवाने का कार्य करेगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग -इस विभाग का दायित्व सभी तरह के गचरे के निष्पादन हेतु छोटी-छोटी वैज्ञानिक तकनीकी को उपलब्ध कराने, नदी विज्ञान की नवीन विधा का विकास कर अनुसंधान, नव ज्ञान, सृजन, नव साहित्य सृजन और नदी स्वास्थ्य संकेतक प्रारूप विकसित कर दीर्घ काल में नदी स्वास्थ्य सुनिश्चित करवाना होगा। सामाजिक न्याय विभाग नर्मदा तटीय क्षेत्रों में समाज को नशामुक्त बनाने की दिशा में कार्य करेगा। संस्कृति विभाग -संत और समाज के बीच समन्वय एवं संवाद की स्थापना, सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन, नर्मदा घाटी सभ्यता एवं संस्कृति के पुरातात्विक पहलुओं का अन्वेषण, नर्मदा के किनारे प्रागैतिहासिक गुफाओं का उन्नयन और नर्मदा के किनारे वाले मेलों को सहायता देने का कार्य विभाग करेगा। उद्योग विभाग -विभाग नर्मदा तथा सहायक नदी क्षेत्रों में संचालित उद्योगों से निकलने वाले औद्योगिक अवशिष्ट/कचरे का उपचार के बाद सुरक्षित निष्पादन सुनिश्चित करेगा। योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग -चौपालों आदि का आयोजन कर जन्म एवं मृत्य प्रमाण-पत्र बाँट कर स्मृति में वृक्षारोपण हों इस दिशा में स्थानीय निकायों को प्रशिक्षित एवं निर्देशित करेगा। नर्मदा किनारे स्थित ग्राम पंचायतों की निर्माणाधीन विकेन्द्रीकृत योजना में ग्राम पंचायतों की भागीदारी, मिशन के अंतर्गत विभिन्न विभागों की गतिविधियों का आम जन के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार, नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन में कार्यरत स्वयंसेवी संगठनों को मिशन से जोड़ने एवं प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक-एक नर्मदा सेवा समिति के गठन की दिशा में भी विभाग कार्य करेगा। नर्मदा नदी के संरक्षण के प्रति आमजन को साक्षर बनाने के लिये विकासखण्ड स्तर पर नर्मदा साक्षरता अथवा नर्मदा ज्ञान केन्द्रों की स्थापना भी यह विभाग करेगा। जल संसाधन विभाग-विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि नर्मदा पर स्थित एवं निर्माणाधीन बाँधों से नदी का पारिस्थितिकीय बहाव (Ecological Flow) बाधित न हो। ऊर्जा विभाग-इस विभाग का दायित्व नर्मदा तटीय स्थानों पर विद्युत प्रदाय के लिये आवश्यकतानुसार अधोसंरचना विद्युत नियामक आयोग के प्रावधानों के अंतर्गत विकसित करना होगा।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा के पूर्णता कार्यक्रम में शामिल होने अमरकंटक पहुँचने पर माँ नर्मदा के उदगम-स्थल पहुँचकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने नर्मदा जल से आचमन भी किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस मौके पर देश के विकास के लिये माँ से प्रार्थना की। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को उदगम स्थल और वहाँ बने मंदिर के बारे में जानकारी दी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है नर्मदा सेवा यात्रा अब एक सामाजिक आंदोलन बन चुकी है। नर्मदा सेवा जीवन का मिशन है। यह राजनैतिक कर्मकांड नहीं है। उन्होंने कहा कि नदियों, पर्यावरण और जल को बचाना सरकार और हर नागरिक का कर्तव्य है। इस काम में सरकार और समाज दोनों को साथ-साथ चलना होगा। श्री चौहान ने कहा कि अगले साल से सभी नदियों को बचाने का अभियान चलेगा। यदि समाज नदियों के संरक्षण में जुट गया तो उत्कृष्ट परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि अब सोने का नहीं जागने का समय है। यदि नदियों को बचाने की आत्म प्रेरणा उत्पन्न हो जाये तो लक्ष्य पूरा होने में समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि जो देश पर्यावरण को हानि पहुंचा रहे हैं उनकी आलोचना करने के बजाए अपना नागरिक धर्म निभाने पर ध्यान देना ज्यादा उपयुक्त है। वे आज यहां प्रशासनिक अकादमी में नदी, जल और पर्यावरण संरक्षण मंथन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस मंथन का आयोजन पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन और जनअभियान परिषद द्वारा आयोजित किया गया था। इस मंथन में जल संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। उद्घाटन सत्र में वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार, अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खांडेकर, नर्मदा मर्मज्ञ श्री अमृतलाल बेगड़ एवं नदी संरक्षण विशेषज्ञ उपस्थित थे। नर्मदा सेवा मिशन के अंतर्गत भविष्य की कार्य योजना की रूपरेखा बताते हुये श्री चौहान ने कहा कि अमरकंटक में 15 मई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों इसका विमोचन होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा मैया शाश्वत है। उन्हें नुकसान पहुंचाने वालों को दंड मिलेगा। नर्मदा जी को जीवंत अस्तित्व माना गया है। नर्मदा माँ के जीवन के लिये हरियाली बढ़ाने, प्रदूषण रोकने के सभी कार्य किये जायेंगे। दो जुलाई को दोनों तटों पर वृहद वृक्षारोपण होगा। नर्मदा की क्षीण होती धारा को समृद्ध किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब समाज ने स्वीकार कर लिया है कि जीवन देने वाली नारी का जीवन बचाना जरूरी है। प्राकृतिक संसाधनों का अन्यायपूर्वक दोहन ठीक नहीं है। राज और समाज दोनों को साथ-साथ काम करना पड़ेगा। हर छोटी नदी को जीवंत बनाने का अभियान चले केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री अनिल माधव दवे ने कहा कि मध्यप्रदेश पूरे देश में नदी एवं जल संरक्षण का उदाहरण प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि यदि पहाड़ों, जंगल, पर्यावरण को नहीं बचायेंगे तो नर्मदा नदी क्रिकेट का मैदान बन जायेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा के अलावा जीवन में कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि हर छोटी नदी को जीवंत बनाने का अभियान चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो नदी प्यास बुझाती है वही गंगा है। गांवों के समीप बहने वाली नदियों, गांवों के तालाबों, पोखरो को बचाने की जरूरत है। नर्मदा नदी के कछार क्षेत्र को समृद्ध बनाने की जरूरत है। समाज बिना सरकारी सहयोग के भी यह काम आत्मप्रेरणा से कर सकता है। करीब एक लाख किलोमीटर कैचमेंट एरिया में जल स्त्रोतों को जीवन देने का काम आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि नदियों और जल स्त्रोतों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिये प्राकृतिक खेती पर भी ध्यान देना होगा। यदि स्वास्थ्य बचाना है तो रसायन मुक्त खेती जरूरी है। नीर, नारी और नदी का सम्मान किया मुख्यमंत्री ने जल पुरुष और मैगासेसे आवार्ड सम्मानित श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने नदियों को बचाने के काम से राज, समाज और संतों जोड़कर उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने नदी और पर्यावरण संरक्षण के वे सब काम अपने हाथ में ले लिये हैं जो संतों द्वारा किये जाते हैं। उन्होंने इसके लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान और उनके मंत्रीमंडलीय सहयोगियों और अधिकारियों को बधाई दी। श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से न सिर्फ नर्मदा बल्कि अन्य नदियों के संरक्षण के प्रति भी समाज को जागृत किया है। उन्होंने कहा कि जब नीर, नारी और नदी का सम्मान होगा तभी नदियो का भी सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि नदियों ने राजनीति को दिशा दी। पहले नदियां मैला साफ करने वाली थीं आज मैला ढ़ोने वाली मालगाड़ी बन गई। नदियों को आजादी चाहिए। उन्हें स्वतंत्र विचरण चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने नीर-नदी और नारी के सम्मान को समाज में पुन: स्थापित किया है। इस काम से पूरे समाज को जोड़ा है। उन्होंने नर्मदा को पूरी तरह से आत्मसात कर लिया है। श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि नर्मदा के साथ-साथ सहायक नदियों को भी संरक्षण की भी जरूरत है। सभी सहायक नदियों को जीवन देने की आवश्यकता है और इस काम में हृदय से जुड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने व्यवहार से सभी को नर्मदा भक्त बना दिया है। सिने अभिनेता जैकी श्राफ सिने अभिनेता जैकी श्राफ ने कहा कि भविष्य की पीढ़ी को देखते हुये अभी से जल चिंता करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भूमि जल का स्तर लगातार नीचे गिर रहा है। मिट्टी को नुकसान हो रहा है। सबको यह सोचने की आवश्यकता है कि हम भविष्य के लिये कैसा पर्यावरण छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को विशेष अवसरों पर पौधा रोपण आवश्यक करना चाहिए और यही संस्कार बच्चों को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शालाओं और महाविद्यालयों में भी यही शिक्षा देनी चाहिए और पर्यावरण चेतना संपन्न नहीं पीढ़ी का निर्माण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नदियों का बचाना है यह कहने की नहीं समझने की बात है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान की पहल की सराहना की। मुख्य सचिव ने नर्मदा सेवा यात्रा और नर्मदा सेवा मिशन की पृष्ठ भूमि रुपरेखा पर प्रस्तुतिकरण देते हुए बताया कि अब अन्य जिलों में बहने वाली नदियों को बचाने के लिये भी स्थानीय स्तर पर अभियान चलने लगे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 78 हजार नर्मदा सेवकों का पंजीयन हो चुका है। 148 दिन की नर्मदा सेवा यात्रा में 1846 उप यात्राएं शामिल हुई । उन्होंने बताया कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिये टेण्डर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। विश्व बैंक से इस काम के लिये लोन लेने की भी तैयारी हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने् नर्मदा एवं सहायक नदियों का संरक्षण की चुनौतियां एवं समाधान, नर्मदा सेवा मिशन की कार्य योजना, नर्मदा पर निर्भर अर्थतंत्र और नर्मदा सेवा मिशन के संस्थागत स्वरूप पर विभिन्न समूहों की चर्चा में भाग लिया।
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कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह सोशल मीडिया पर अक्सर ट्रॉल्स के शिकार बन जाते हैं। इस बार दिग्विजय उस समय ट्रोलिंग का शिकार हो गए जब उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पोते की तस्वीर शेयर करते हुए पूछा कि क्या वो भविष्य के नेता हैं? दिग्विजय ने लिखा था कि उनका पोता खड़ा होना सीख गया है। दिग्विजय ने एक तस्वीर शेयर की थी जिसमें उनका पोता दिग्गी राजा और अपने पिता जयवर्धन सिंह की तस्वीर के सामने खड़ा है। दिग्विजय सिंह ने पोते की तस्वीर के साथ ट्वीट किया ‘सहस्रजय मेरा पोता, हमारे लिए एसआरजे अपने से खड़ा होना सीख गया है। भावी राजनेता’। तस्वीर शेयर किए जाते सोशल मीडिया यूजर्स दिग्विजय सिंह पर तंज कसने लगे। बहुत से यूजर्स ने लिखा कि पोते के अच्छे भविष्य के लिए उसे दिग्गी राजा की शिक्षाओं से दूर रखना होगा। आलोचना के साथ शुभकामनाएं भीं वहीं कुछ यूजर्स ने बच्चे को शुभकामना देते हुए दिग्विजय सिंह से अपील की है कि वो बच्चे को अपना मनपसंद करियर चुनने दें। वहीं उनके कई प्रशंसकों ने बच्चे को शुभाशीष दिया है। दिग्विजय सिंह के ट्विटर पर छह लाख 49 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। दिग्विजय के बेटे जयवर्धन सिंह मध्य प्रदेश की राघोगढ़ विधान सभा से विधायक हैं। एक यूजर नरेंद्र कुभट का ट्वीट था कि ‘इसने अपने आप खड़ा होना सीख लिया लेकिन आपको आज भी गांधी परिवार की बैसाखी की जरूरत पड़ती है’। गगनदीप हिंदुस्तानी नामक यूजर ने लिखा ‘लेकिन जब तक ये बाबू बड़ा होगा तब तक तो कांग्रेस लुप्त हो चुकी होगी’।अनिकेत वैश्य नामक यूजर ने लिखा ‘समझदार होगा तो कांग्रेस ज्वाइन ही नहीं करेगा’। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा ‘ईश्वर इसे आपकी बुरी शिक्षाओं से बचाए’ खैर ये बहुत क्यूट है।
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मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान धार जिले के मोहनखेड़ा में ज्योतिष सम्राट और मुनिश्री ऋषभ चन्द्रविजय जी विद्यार्थी म.सा. के ''आचार्य पद पट्टाभिषेक महा-महोत्सव कार्यक्रम'' में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आचार्य श्री को काम्बली भेंट कर आशीर्वाद भी लिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आचार्य श्री से सदबुद्धि, सन्मार्ग पर चलने तथा जनता की सेवा के लिए सामर्थ्य प्रदान करने का आशीर्वाद माँगा। उन्होंने कहा कि मोहनखेड़ा तीर्थ में मानव सेवा के लिए अखण्ड व्रत चलता है। यहाँ शिक्षा, संस्कार, चिकित्सा, जल संरक्षण, गौ-सेवा, पीड़ित और शोषित वर्गों के लोगों के कल्याण के लिये विशेष प्रकल्प चलाए जाते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ''नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के जरिये प्रदेश में नदियों के संरक्षण, पर्यावरण सुधार, जल-संरक्षण के प्रयासों के साथ ही बेटियों को बचाने का महा अभियान चलाया जा रहा है। बेटियों के बिना सृष्टि नहीं चल सकती है, बेटियाँ हैं, तो कल है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म ने ''जियो और जीने दो'' का मूल-मंत्र दिया है। जीवों के प्रति दया का भाव और अहिंसा का संदेश दिया है। हम सभी इसे आत्मसात करें और जीवों के प्रति दया का भाव रखें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की धरती पर कोई भी अवैध बूचड़खाना नहीं चलने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आचार्य श्री ऋषभचन्द्र विजय जी म.सा. को राजकीय अतिथि का दर्जा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने आचार्य श्री से अनुरोध किया कि वे सम्पूर्ण प्रदेश का भ्रमण कर पीड़ित मानवता की सेवा के लिए मोहनखेड़ा तीर्थ द्वारा चलाए जा रहे प्रकल्पों को जन-जन तक पहुँचाये। पट्टाभिषेक कार्यक्रम में गच्छाधिपति आचार्य श्री ऋषभचन्द्र विजय जी म.सा. ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को श्रेष्ठ मुख्यमंत्री बताते हुए अवैध बूचड़खाने बन्द किए जाने की घोषणा पर उन्हें साधुवाद दिया। उन्होंने बेटी बचाओ अभियान के प्रति भी अपना समर्थन व्यक्त किया। कार्यक्रम में मोहनखेड़ा तीर्थ से प्रकाशित मासिक पत्रिका ''ऋषभ चिंतन'' का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचन्द गेहलोत, प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, पूर्व मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद श्रीमती सावित्री ठाकुर, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री विक्रम वर्मा सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी और नागरिक मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अल्प-प्रवास पर विदिशा पहुँचे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम निमखिरिया स्थित अपने नये फार्म हाउस में उद्यानिकी फसलों को देखा। उन्होंने निर्माणाधीन दुग्ध शीत-केन्द्र का जायजा भी लिया। मुख्यमंत्री ने बेसनगर फार्म हाउस का भी अवलोकन किया।
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पार्टी की बैठकों में अनुपस्थिति पर मंत्रियों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायकों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले और संभागों में पार्टी की बैठकों में विधायक लगातार अनुपस्थित हो रहे हैं। इन बैठकों को गंभीरता से लें। मुख्यमंत्री बुधवार शाम को मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों को अपने क्षेत्र का आखिरी पोलिंग बूथ भी नहीं पता है। सभी एमएलए 15 दिन पोलिंग बूथों पर दें। 21 से 28 मई को पार्टी के विस्तारक अलग-अलग क्षेत्र में जाएंगे, उनके साथ पूरा सहयोग कर अपना समय भी दें। इसके अलावा 17, 18 और 19 मई को विस्तारकों का प्रशिक्षण भी होगा। इसके अलावा बैठक में ज्यादातर ग्रामोदय अभियान और प्रधानमंत्री की अमरकंटक यात्रा को लेकर चर्चा चली। विधायकों की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने 52 नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों के लिए क्षेत्र के विधायकों और प्रभारी मंत्रियों के साथ अलग से बैठक की। भाजपा ने विधायकों की सोशल मीडिया पर सक्रियता को लेकर भी एक रिपोर्ट तैयार करवाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर विधायक सोशल मीडिया का उपयोग ही नहीं कर रहे हैं। सभी लोग टि्वटर और फेसबुक पर अपडेट रहें और अपने कार्यक्रम के साथ-साथ सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएं। मुख्यमंत्री ने विधायकों से पूछा कि कितने विधायकों के खुद के कार्यालय हैं, इस पर ज्यादातर विधायकों ने हामी भरी। फिर सीएम ने कहा कि जिन्होंने कार्यालय नहीं खोले हैं, वे तत्काल कार्यालय खोलें। सीएम ने कहा कि मैंने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ टिफिन पार्टी की। आप भी अपने क्षेत्रों में लोगों के साथ टिफिन पार्टी कर उन्हें पार्टी से जोड़ें। कुछ विधायकों ने पीएम आवास योजना में चल रही गड़बड़ी का भी जिक्र किया। विधायकों ने मांग रखी कि जिन लोगों को योजना के तहत पहली किस्त मिल गई है, उन्हें योजना से बाहर न किया जाए। इस पर सीएम ने कहा कि नई गाइडलाइन का पालन करना ही पड़ेगा। फिर भी कोई रास्ता निकाला जाएगा।
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नर्मदा सेवा यात्रा दो मई को डिण्डोरी के बालपुर, पलकी, चुरिया होते हुए धर्मपुरा पहुँची। तेज गर्मी में भी निरंतर आगे बढ़ रही इस यात्रा में आज ग्राम पलकी के शासकीय हाई स्कूल परिसर में जन-संवाद आयोजित किया गया। साध्वी प्रज्ञा भारती, म.प्र. जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडे, म.प्र. रोजगार संवर्धन मंडल के अध्यक्ष श्री हेमंत देशमुख ने उपस्थित ग्रामीणों से जल-संरक्षण, स्वच्छता, वृक्षारोपण, नशामुक्ति तथा बेटी बचाओ अभियान पर बातचीत की। आगामी दो जुलाई को होने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की जानकारी भी दी गयी। डिण्डौरी जिले में 97 गाँव नर्मदा नदी के दक्षिणी तट पर तथा लगभग एक सौ गाँव उत्तरी तट पर हैं। यात्रा में ग्रामीणों को जैविक खेती अपनाने, नशामुक्ति, बच्चों को स्कूल भेजने और निर्मल रहने का संकल्प दिलवाया जा रहा है। इस जुड़ाव और प्रतिबद्धता के परिणाम-स्वरूप यह यात्रा ग्रामीणों को शिक्षित करने, जानकारी देने और बेहतर जीवन के लिये संवाद स्थापित करने का सशक्त माध्यम बन गयी है। धर्म, संस्कृति और संस्कार को साथ लेकर चलती यह यात्रा सुदूरवर्ती ग्रामीणों को विकास और उन्नति के लिये भी प्रेरित कर रही है। आज यात्रा पथ पर ग्राम चुरिया में क्षेत्र की महिलाएँ सिर पर कलश रखकर यात्रा के स्वागत में खड़ी थीं। नर्मदा नदी के संरक्षण-संवर्धन के संकल्प और संवाद के साथ यात्रा ग्राम पंचायत मुढ़िया कला की ओर आगे बढ़ी। इस पंचायत के धर्मपुरा टोला में जन-संवाद में प्रदूषण पर केन्द्रित ब्रह्मा, विष्णु, महेश शीर्षक सांगीतिक नाट्य प्रस्तुति हुई। साध्वी प्रज्ञा भारती ने उपस्थित जन-समुदाय से नर्मदा नदी को स्वच्छ रखने के लिये किये जाने वाले उपायों पर चर्चा की। सुश्री भारती ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की भावना के अनुरूप नर्मदा के संरक्षण-संवर्धन के लिये कार्य करने और दो जुलाई को होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेने के लिये भी ग्रामीणों को प्रेरित किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चम्बल एक्सप्रेस-वे के निर्माण से चम्बल संभाग के तीनों जिलों के सर्वांगीण विकास का रास्ता खुलेगा। इस मार्ग के दोनों ओर आर्थिक गतिविधियाँ शुरू की जायेगी। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होगा। मुख्यमंत्री आज यहाँ चंबल एक्सप्रेस-वे के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चम्बल एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बीहड़ क्षेत्र के समग्र विकास को गति मिलेगी। यह श्योपुर, मुरैना एवं भिंड जिले की जीवन रेखा साबित होगा। लगभग 300 किमी. लम्बे प्रस्तावित इस मार्ग के दोनों ओर विकास एवं रोजगारमूलक व्यावसायिक गतिविधियाँ शुरू की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि इसके लिये ज्यादा से ज्यादा शासकीय भूमि चिन्हित की जाये। समय पर भूमि के अधिग्रहण में पूरा सहयोग किया जायेगा। साथ ही रोजगार की दृष्टि से कौनसी आर्थिक गतिविधियाँ ली जायें, उनकी भी कार्य-योजना बनायी जायेगी। बताया गया कि चम्बल एक्सप्रेस-वे का निर्माण चम्बल नदी के समानांतर प्रस्तावित है। इसके दोनों ओर औद्योगिक केन्द्र लॉजिस्टिक पार्क, स्मार्ट सिटी, कृषि उत्पाद एवं खाद्य प्र-संस्करण केन्द्र आदि व्यवसायिक गतिविधियाँ प्रस्तावित हैं। यह मार्ग राज्य राजमार्ग क्र.6 के पाली से शुरू होकर श्योपुर जिले में हीरापुर, बीरपुर, मुरैना जिले के झुंडपुरा, ब्रिजगढ़ी, छिन्नवारा, मथुरापुरा, खन्डोली, रा.रा.-3 को पार करते हुए, गडोरा, झकोना, ईसाह, डन्डोली, बरवई, रछेड़, रायपुर तथा भिंड जिले में कुरैठा, नागरा-पोरसा, कनैरा, अटेर, खीपोना, खैरी, सूरजपुर, बिजोरा, रामा एवं बढ़ापुरा से होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 92 तक कुल 300 कि.मी. लम्बा है। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खांडेकर, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री प्रमोद अग्रवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल व अन्य अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान डिंडौरी जिले के शाहपुर में नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुए। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विनय सहस्त्रबुद्धे, महामंत्री श्री रामलाल, प्रदेश के खाद्य-नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, पत्रिका समाचार-पत्र के समूह सम्पादक श्री गुलाब कोठारी, दीनदयाल शोध संस्थान के अध्यक्ष श्री अजय महाजन, पूर्व सांसद तथा फिल्म अभिनेता श्री गोविन्दा, जर्मन मूल की टी.वी. कलाकार सुश्री सुजैन बर्नर्ट भी आज यात्रा और जन-संवाद में शामिल हुए। जन-संवाद में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री का दायित्व वर्तमान शासन संचालन तक सीमित नहीं है। भविष्य की पीढ़ियों के हित संरक्षण का विचार और तदनुसार कार्य भी हमारी जिम्मेदारी है। इस दायित्व बोध से ही नर्मदा सेवा यात्रा आरंभ की गई है। यात्रा के अंतर्गत वृक्षारोपण, नदी को स्वच्छ और पवित्र रखने के प्रयास और जन-जागरूकता से नर्मदा नदी को हम अगली पीढ़ियों के लिये भी जीवन दायिनी स्वरूप में सौंप पायेंगे। श्री चौहान ने कहा कि डिंडौरी जैसे सुदूर इलाके में राष्ट्रीय नेतृत्व, ख्यात अभिनेताओं और प्रतिष्ठित समाचार-पत्र के समूह संपादक का आना क्षेत्र में रहने वाले लोगों की नर्मदा माँ के प्रति आस्था और प्रतिबद्धता का सम्मान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के अंतर्गत शासन और समाज, समान उत्तरदायित्व के भाव से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने उपस्थित जन-समुदाय को नदी जल की स्वच्छता बनाये रखने, वृक्षारोपण में भाग लेने और नशामुक्ति के लिये संकल्पित होने के लिये प्रेरित किया। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि नवाचारों के लिये प्रसिद्ध मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नदी संरक्षण के लिए शिव-धनुष हाथ में लिया है। यह लोकोन्मुखी अभियान, अकाल प्रभावित राज्यों के लिये अनुकरणीय है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री श्री रामलाल ने कहा कि यह यात्रा गरीब किसान के हित, शहरों-गाँवों के स्वास्थ्य और धर्म संस्कृति के संवर्धन के लिए है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दलीय राजनीति और धर्म की सीमाओं से ऊपर उठकर इस यात्रा का आयोजन किया है। श्री रामलाल ने 2 जुलाई को हो रहे वृक्षारोपण की संख्या को दस करोड़ तक ले जाने का आव्हान किया। यात्रा और जन संवाद में शामिल हुए पूर्व सांसद तथा 140 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके ख्यात अभिनेता श्री गोविंदा ने कहा कि माँ नर्मदा के प्रति राज्य शासन की संवेदनशीलता प्रशंसनीय है। श्री गोविंदा ने बताया कि उनकी बेटी का नाम नर्मदा है। बेटी का यह नामकरण उनके लिये भाग्यशाली और आनंददायी रहा। पत्रिका समाचार -पत्र के समूह संपादक श्री गुलाब गोठारी ने कहा कि नर्मदा नदी के तटों पर सधन वृक्षारोपण से नदी की स्थिति के अलावा आस-पास के किसानों की आर्थिक समृद्धि में भी सुधार आयेगा। परिणामस्वरूप बीस-तीस साल बाद आने वाली पीढ़ी भी नर्मदा को माँ के स्वरूप में पायेगी। श्री कोठारी ने कहा कि बीज की नियति है कि वह दूसरों के भरण-पोषण के लिये ही होता है। इसके लिये इसे त्याग और समर्पण का पथ अपनाना पड़ता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान भी इस पथ पर अग्रसर होकर न केवल प्रदेश की जनता अपितु प्रकृति और पर्यावरण के कल्याण के लिये भी लगातार नि:स्वार्थ कार्यरत है। जन-संवाद में साध्वी प्रज्ञा भारती, श्री अनुराग कृष्ण शास्त्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नागेश ठाकुर और भारतीय मजदूर संघ के श्री सुरेंद्रन ने भी जन-समुदाय को संबोधित किया।
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अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रवर्तक, सनातन धर्म के पुनरूद्धारक और सांस्कृतिक एकता के देवदूत आदि शंकराचार्य का प्रकटोत्सव आज पूरे प्रदेश में मनाया गया। सभी जिलों में आदि शंकराचार्य के जीवन और दर्शन पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला आयोजित की गई। राजधानी भोपाल में विधानसभा के मानसरोवर सभागार में जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी जयेन्द्र सरस्वती, कांची कामकोटि पीठ की उपस्थिति में आदि शंकराचार्य का पुण्य-स्मरण किया गया। आदि शंकराचार्य के अवदान पर अपने विचार रखते हुए जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी जयेन्द्र सरस्वती ने कहा कि आदि शंकराचार्य के अनुसार शांत स्वरूप धारण करने से ही कल्याण होगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आदि शंकराचार्य की जीवनी और सनातन धर्म के उद्धार में उनके योगदान पर आधारित पाठ्यक्रम स्कूल शिक्षा में शामिल किया जायेगा। उन्होंने आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास की स्थापना करने की घोषणा करते हुए कहा कि इसके माध्यम से आदि शंकराचार्य के दर्शन एवं वेदांत शिक्षा के प्रसार की गतिविधियाँ संचालित होंगी। संत समाज मार्गदर्शन करेगा जबकि सरकार सहयोगी की भूमिका में होगी। श्री चौहान ने कहा कि विकास करने के अलावा संतों के मार्गदर्शन में नई पीढ़ी को सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक संस्कारों से शिक्षित और दीक्षित करना भी सरकार का काम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की पवित्र गुफा का जीर्णोद्धार होगा जहाँ उन्होंने अपने गुरू के मार्गदर्शन में तपस्या की थी। श्री चौहान ने कहा कि आदि शंकराचार्य ने शिक्षा दी है कि सभी जीवों में एक ही चेतना का स्पंदन है। उन्होंने कहा कि वेदांत दर्शन विश्व की सभी प्रकार की वैमनस्यता और द्वंदों को दूर करने में सक्षम है। श्री चौहान ने बताया कि ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा निर्माण के लिये अष्ट धातु संग्रहण अभियान एक जून से 30 जून तक चलेगा। उन्होंने कहा कि यदि आदि शंकराचार्य नहीं होते तो भारत का सांस्कृतिक अखंडता का वर्तमान स्वरूप भी नहीं होता। उन्होंने कहा कि जब विश्व समाज विकसित और सभ्य बनने की प्रक्रिया में था इससे पहले ही भारत में वेदों की रचना हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि वेदांत दर्शन में संपूर्ण ब्रह्माण्ड के कल्याण की सोच है। भारत एक अद्भुत देश है और इसकी दर्शन परंपराएँ अनूठी हैं। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य ने भारत की सांस्कृतिक एकता में आने वाली सारी बाधाएँ दूर कर दीं हैं। चार पीठों की स्थापना कर उन्होंने भारत को एक सूत्र में बाँध दिया। उन्होंने सांस्कृतिक अखंडता की नींव मजबूत की। अब भारत को कोई नहीं तोड़ सकता। आदि शंकराचार्य ने भारत को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से अत्यंत मजबूत बना दिया है। आदि शंकराचार्य के योगदान का स्मरण करते हुए पूरे प्रदेश में प्रकटोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया है। चिन्मय मिशन के स्वामी श्री सुबोधानंद ने कहा कि आदि शंकराचार्य के प्रकटोत्सव को जनपर्व के रूप में मनाया जाना चाहिये। स्वामी गोविन्द देव गिरि ने कहा कि मध्यप्रदेश के लिये आज ऐतिहासिक दिवस है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने आदि शंकराचार्य को ज्ञान का प्रकाश दिया। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा भी इसी भूमि पर सांदीपनि आश्रम में हुई। इसी भूमि से मुख्यमंत्री श्री चौहान को नर्मदा सेवा की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान को राज्य के मुखिया के नाते अपनी जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाने के लिये कई पीढ़ियों तक याद किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सांस्कृतिक नवोत्थान हो रहा है। भविष्य में भारत आने वाला हर आध्यात्मिक यात्री चारों धामों की यात्रा करने के साथ ही मध्यप्रदेश की भी यात्रा अवश्य करेगा। उन्होंने बताया कि आदि शंकराचार्य ने वेदांत दर्शन के माध्यम से सभी प्रकार के संशयों और भ्रांतियों को दूर कर दिया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हर व्यक्ति को वेदांत ज्ञान प्राप्त करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य द्वारा लिखे गये भाष्य दुनिया के अद्भुत काव्य हैं जिनमें जीवन-दर्शन है। युवा पीढ़ी को इस दार्शनिक विरासत से परिचित कराने के लिये हर प्रकार का प्रयत्न किया जाना चाहिए। हरिद्वार के स्वामी श्री परमानंद गिरि ने कहा कि आदि शंकराचार्य के दर्शन को जीने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जीव है तो ब्रह्म है और ब्रह्म होगा तो जीव होगा। आदि शंकराचार्य की वेदांत शिक्षाओं का समाज में विस्तार करना होगा। इससे सभी प्रकार के संघर्षों का समाधान मिलेगा। आध्यात्मिक विषयों पर लेखन करने वाले विद्वान श्री विट्ठल सी. नाडकर्णी ने कहा कि मुख्यमंत्री नर्मदा सेवा यात्रा और आदि शंकराचार्य का प्रकटोत्सव मनाकर सांस्कृतिक पहचान को पुन: स्थापित किया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री राम माधव ने कहा कि आदि शंकराचार्य ने उद्घोष किया था कि सब मनुष्य बराबर हैं। कोई भी मनुष्य चाहे वह किसी भी वर्ण या जाति में जन्मा हो अपने पुरुषार्थ से पांडित्य और वेदांत ज्ञान प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य अप्रतिम दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उन्होंने आदि शंकराचार्य सांस्कृतिक एकता न्यास स्थापित करने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान की भूरि-भूरि सराहना करते हुए कहा कि यह आदि शंकराचार्य के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। भाजपा के संगठन मंत्री श्री रामलाल ने कहा कि आदि शंकराचार्य का प्रकटोत्सव मनाना अपने-आप में सराहनीय कार्य है। इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि वे मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक उत्थान के लिये भी उतने ही प्रयत्नशील है कि जितने मध्यप्रदेश के विकास के लिये। उन्होंने कहा कि भारत को सांस्कृतिक रूप से शक्तिशाली बनने की आवश्यकता है क्योंकि भविष्य में भारत को ही वेदांत दर्शन की विश्व में स्थापना करना है। इस अवसर पर आदि शंकराचार्य के जीवन-दर्शन पर केन्द्रित वृत्त चित्र का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने क्रिस्प संस्था द्वारा निर्मित वेबसाइट www.statueofculturalunity.in का लोकार्पण किया। आदि शंकराचार्य के जीवन पर केन्द्रित पुस्तिका का भी लोकार्पण किया गया। समारोह की शुरुआत ध्रुपद गायक अभिजीत सुखदाणे और साथियों द्वारा आदि शंकराचार्य रचित स्रोतों के गायन से हुई। इस अवसर पर संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विनय सहस्रबुद्धे और बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे। प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया।
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शिवराज सिंह चौहान उदया तिथि के अनुसार 1 मई 2017 को आदि शंकराचार्य की 'प्राकटय पंचमी' को हम पूरे प्रदेश में 'आचार्य शंकर प्रकटोत्सव' के रूप में मना रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी आदि शंकराचार्य के प्रकटोत्सव को 'राष्ट्रीय दर्शन दिवस' के रूप में घोषित किया है। अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रवर्तक, सनातन धर्म के पुर्नरूद्धारक एवं सांस्कृतिक एकता के देवदूत आदि शंकराचार्य का पावन स्मरण हम सांस्कृतिक एकता स्वरूप कर रहे हैं। इस अवसर पर पूरे प्रदेश में सभी संभाग, जिला, विकासखण्ड और ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न विभागों के समन्वय से संगोष्ठियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। आज से लगभग 1200 वर्ष पूर्व यानि 792 ईस्वी में आदि शंकराचार्य मध्यप्रदेश में नर्मदा तट पर ज्ञान प्राप्ति के लिए आये थे। उन्होंने ओंकारेश्वर के पास गोविन्द पादाचार्य से ज्ञान प्राप्त किया। इस घटना से बहुत कम लोग परिचित हैं। हम इसको एक चमत्कार के रूप में देखते हैं। मध्यप्रदेश को इस पर गर्व है कि आदि शंकराचार्य मध्यप्रदेश की धरती पर 1200 वर्ष पहले एक चमत्कार के रूप में प्रकट हुए। उन्होंने ही 'नर्मदाष्टक' लिखकर माँ नर्मदा के महत्व को स्थापित किया। एक बार जब माँ नर्मदा की भीषण बाढ़ से लोग आतंकित हो गए तो उन्होंने नर्मदाष्टक लिखकर माँ नर्मदा से प्रार्थना की और वह शांत हो गई। मध्यप्रदेश से ही उन्होंने 'अद्वैत-सिद्धांत' का प्रतिपादन किया। मध्यप्रदेश में ही शिक्षित होकर उन्होंने अपने सिद्धांतों के प्रतिपादन के लिए सम्पूर्ण भारत वर्ष का भ्रमण किया था और पूरे राष्ट्र को आलोकित किया। उन्होंने देश के भ्रमित समाज को दिशा प्रदान की। उनके कारण ही वेदों एवं उपनिषदों की वाणी पूरे भारत में पुन: गूँजी। समाज में नये जीवन का संचार हुआ तथा मध्यप्रदेश में एक अभिनव युग का सूत्रपात हुआ। उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक उनकी सांस्कृतिक एकता यात्रा का मध्य-बिन्दु स्वाभाविक रूप से मध्यप्रदेश रहा है और संभवत: यह उन्हीं के संस्कारों का परिणाम है कि आज भी मध्यप्रदेश में अतिवादी आग्रह नहीं है, न धर्म का, न जाति और न ही संप्रदाय का। आदि शंकराचार्य मात्र 32 वर्ष की आयु में ऐसा कार्य कर गये, जिनके लिए हमारी कई पीढ़ियाँ आभारी रहेगी। त्रेता युग में भगवान राम ने उत्तर-दक्षिण, द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने पूर्व-पश्चिम को जोड़ा था। कलयुग में यह जिम्मेदारी आचार्य शंकर के ऊपर आ गई। आदि गुरू शंकराचार्य महाराज ने पूरे देश को सांस्कृतिक रूप से जोड़ा। उन्होंने भारत में चारों दिशाओं में चार मठ ही नहीं बनाये, बल्कि देशभर में बहुत से मठ स्थापित किये। राष्ट्र को एकसूत्र में बाँधने का कार्य शंकराचार्य जी ने किया। आज हम रामेश्वर में जल भरकर जाते हैं और बद्रीनाथ में चढ़ाते हैं, फिर बद्रीनाथ में पूजा करके दक्षिण में ब्राह्मण पूजा करते हैं। चारों पीठ में इनकी पूजा का विधान है। इसके पीछे यही सोच है कि भारत एक मजबूत राष्ट्र बने। भारत माता एक बनी रहे। आचार्य शंकर ने हमारे देश में सांस्कृतिक एकता की जो मजबूत नींव रखी थी, उसी के कारण आज हम यह कह पाते हैं कि 'हस्ती मिटती नहीं हमारी'। आज दुनिया में शांति भंग हो रही है। लोग भाषा, जाति, धर्म, रंग, देश आदि कई आधारों पर बँट रहे हैं। मेरे विचार से सारी दुनिया को जोड़ने का काम 'वेद दर्शन' ही कर सकता है। सभी का देवता एक ही है, वही सबके मन में निवास करता है। सृष्टि के कण-कण में भगवान बसते हैं। हर एक आत्मा में परमात्मा का अंश है, वह हर जगह समाया हुआ है। दूसरे का अस्तित्व कहाँ है? यही सांस्कृतिक पृष्ठभूमि है, जिसके कारण भारतवासी हजारों साल से यह मानते आए हैं कि 'अयं निज: परो वेत्ति गणनां लघु चेतसां, उदार चरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।' हम कहते हैं कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सदभावना हो, विश्व का कल्याण हो। कोई छोटा, कोई बड़ा या कोई ऊँच-नीच न हो, ऐसा हम सभी सोचते हैं। सारी दुनिया एक है, जो एक परिवार के रूप में है। प्राणी मात्र में एक चेतना है। यह धरती किसी एक की सम्पत्ति नहीं है। यह धरती इंसानों के लिए, पशुओं के लिए, कीट पतंगों, सबके लिए हैं। धरती पर किसी एक का हक नहीं है। आचार्य शंकराचार्य के दर्शन ने भारतीय समाज में इन्हीं जड़ों को मजबूत किया। शंकराचार्य के दर्शन में सगुण ब्रह्म तथा निर्गुण ब्रह्म दोनों का दर्शन हम कर सकते हैं। निर्गुण ब्रह्म उनका निराकार ईश्वर है तथा सगुण ब्रह्म साकार ईश्वर है। तत्वमसि तुम ही ब्रह्म हो; अहं ब्रह्मास्मि मैं ही ब्रह्म हूँ, 'अयामात्मा ब्रह्म' यह आत्मा ही ब्रह्म है। इन वाक्यों के द्वारा इस जीवात्मा को निराकार ब्रह्म से अभिन्न स्थापित करने का प्रयत्न शंकराचार्य जी ने किया। हमने निर्णय लिया है कि मध्यप्रदेश में आदि शंकराचार्य के पाठ शिक्षा की पुस्तकों में जोड़े जायेंगे, उनका प्रकटोत्सव मनाया जायेगा। ओंकारेश्वर में शंकर संग्रहालय, वेदांत प्रतिष्ठान और शंकराचार्य की बहुधातु मूर्ति स्थापित की जायेगी। मूर्ति के लिए प्रदेशभर से धातु संग्रह अभियान चलाकर प्रदेशवासियों को इससे जोड़ा जायेगा। आइये हम सभी संकल्प लें कि हम आदि शंकराचार्य के प्रति मध्यप्रदेश की ओर से अपनी कृतज्ञता की अभिव्यक्ति करेंगे।(ब्लॉगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं)
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सिंचाई क्षमता विस्तार के लिए मध्यप्रदेश बना देश का रोल मॉडल : केन्द्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती मुख्यमंत्रीश्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कृषि क्षेत्र की प्रगति का श्रेय नर्मदा से मिलने वाली सिंचाई और विद्युत आपूर्ति को दिया है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश कृषि के क्षेत्र में लगातार उन्नति कर रहा है। देश के कई राज्यों को पीछे छोड़ते हुए निरन्तर कृषि कर्मण अवार्ड अर्जित करने में हम सफल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डिण्डौरी जिले से ही मुझे नर्मदा सेवा-यात्रा का विचार आया। उन्होंने बताया कि मालपुर पुल के शिलान्यास के समय नदी की टूटती धार से उपजी चिंता के परिणाम स्वरूप माँ नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए यह अभियान आरम्भ हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान डिण्डोरी जिले के कनेरी ग्राम में 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा के जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा के जल का स्त्रोत ग्लेशियर नहीं अपितु वृक्षों से मिलने वाला जल है। इसी के मद्देनजर 2 जुलाई को अमरकंटक से अलीराजपुर तक एक साथ 6 करोड़ पेड़ लगाकर नर्मदा माँ के जीवन स्त्रोत को संवर्धित किया जायेगा। फलदार वृक्षों के साथ-साथ पानी रोकने वाले पेड़ जैसे पीपल, नीम, महुआ आदि भी लगाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तेन्दूपत्ता तोड़ने वालों की सुविधा की दृष्टि से पहनने के लिए जूते और पानी की कुप्पी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि वनोंपज का सही मूल्य मिले यह सुनिश्चित करने के लिए महुआ फूल और महुआ की गुल्ली का मूल्य 30 रू. प्रति किलो तथा अचार गुठली का मूल्य 100 रू. प्रति किलो निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-संवाद में उपस्थित लोगों को माँ नर्मदा के संरक्षण, संवर्धन, वृक्षारोपण, स्वच्छता, प्रदूषण की रोकथाम, जैविक खेती को प्रोत्साहित करने, नशामुक्ति तथा निर्मलता बनाये रखने के लिए निरन्तर प्रयासरत रहने की शपथ दिलाई। जन-संवाद में केन्द्रीय जल-संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि लंबित सिंचाई परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने से प्रदेश के सिंचाई क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। यह वृद्धि ही प्रदेश की विकास दर में लम्बी छलांग का आधार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की यह पहल देश के लिए रोल मॉडल है। इस पहल का अनुसरण करते हुए केन्द्र सरकार ने देश की लंबित 99 सिचांई परियोजनाओं को चिन्हित कर उन्हें समय-सीमा में पूर्ण करने का अभियान आरम्भ किया है। इससे देश को एक करोड़ हेक्टेयर सिचिंत भूमि उपलब्ध होगी। सुश्री उमा भारती ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा के लिए समाज के साथ मिलकर आरम्भ की गई नर्मदा सेवा-यात्रा मुख्यमंत्री श्री चौहान के ऋषि स्वरूप को प्रकट करती है। विकास की प्रक्रिया में हो रही नदियों की अनदेखी को रोकने और नर्मदा के स्वरूप को आगामी कई वर्षों तक अक्षुण्ण रखने में यह अभियान महत्वपूर्ण नदियों के लिए अनुकरणीय सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी का जल और गौ दुग्ध की धार ही मध्यप्रदेश की समृद्धि का आधार बनेंगे। सुश्री भारती ने जल-संरक्षण के प्रयासों में संत समाज के सहयोग के लिए उनका आभार माना। सुश्री भारती ने गंगा सफाई अभियान मे मुख्यमंत्री श्री चौहान को कार सेवा के लिए आमंत्रित किया। इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा केन्द्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती ने आज कनेरी ग्राम में नर्मदा सेवा-यात्रा के दौरान कोसमघाट पर माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की। कनेरी आगमन पर मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री की अगवानी में ग्रामीणों ने सैला, करमा और गुदुम लोकनृत्य प्रस्तुत किया। मयूर पंख की कलगी लगाकर अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, अध्यक्ष मध्यप्रदेश रोजगार निर्माण बोर्ड श्री हेमन्त विनय राव देशमुख, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्याति प्रकाश धुर्वे, जन अभियान परिषद के जिला संयोजक श्री जयसिंह मरावी, साध्वी प्रज्ञा भारती, डॉ. जितेन्द्र जामदार, डॉ. सुनील जैन सहित जन-प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में नर्मदा सेवा यात्री और ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा नदी के संरक्षण और संवर्धन का कार्य अनवरत जारी रहेगा। इसके लिये नर्मदा सेवा मिशन गठित किया गया है। इस मिशन का शुभारंभ 15 मई को विशाल कार्यक्रम में अमरकटंक से किया जायेगा। इसमें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा साधु-संत और पर्यावरण विशेषज्ञ शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने आज इस कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के संबंध में व्यापक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि नर्मदा सेवकों एवं जनता को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो। उन्होंने कहा कि आठ मई को आयोजित होने वाले जल सम्मेलन में पर्यावरण विशेषज्ञों से सुझाव लिये जायेंगे। इसके बाद पर्यावरण और नदी संरक्षण की कार्य-योजना बनायी जायेगी। उन्होंने दो जुलाई को होने वाले वृहद वृक्षारोपण की तैयारियों और पौधों आदि की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। बताया गया कि नर्मदा सेवा यात्रा में आम जनता की भागीदारी निरंतर बढ़ रही है। यात्रा को अपार जन-समर्थन मिल रहा है। यात्रा 148 दिनों में 3350 किलोमीटर की दूरी 15 मई को अमरकंटक में पूर्ण करेगी। यात्रा के दौरान 16 जिलों के 51 विकासखंड के नर्मदा तट पर बसे 650 से ज्यादा नगरों एवं गाँवों में जन-संवाद आयोजित कर जनता को नदी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक बनाया गया है। प्रदेश में 700 से ज्यादा नर्मदा सेवा समितियाँ गठित की जा चुकी हैं। साथ ही 74 हजार से ज्यादा नर्मदा सेवकों का पंजीयन किया गया है। बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री आर.के शुक्ल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री के.के. सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री आर.एस. जुलानिया, अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खांडेकर, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल एवं श्री एस.के. मिश्रा आदि उपस्थित थे।
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'ग्रामोदय से भारत उदय' अभियान में इन दिनों गाँव-गाँव में ग्रामसभा, ग्राम संसद तथा कृषि संसद आयोजित हो रही है। इसी क्रम में राजगढ़ जिले की ब्यावरा तहसील के ग्राम मऊ की कृषि संसद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाँव और किसानों के सर्वांगीण विकास से ही प्रदेश विकसित होगा । उन्होंने सुठालिया में 7 करोड़ से ज्यादा की लागत की जल आवर्द्धन योजना और सुठालिया में 2 करोड़ 69 लाख की लागत के बैराज निर्माण का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने 91 करोड़ से ज्यादा की लागत की बाँकपुरा सिंचाई परियोजना, एक करोड़ 30 लाख की लागत के सुठालिया के 30 बिस्तरीय सामुदायिक अस्पताल और पार्वती नदी पर 5 करोड़ 42 लाख रूपये लागत के पुल का लोकार्पण किया । मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये सरकार ने खेती की लागत घटाने तथा फसलों का बेहतर मूल्य किसानों को दिलाने की पुख्ता व्यवस्था की है । उन्होंने कहा कि ग्राम संसद और ग्राम सभा की बैठक में सम्पन्न और सक्षम ग्रामीणों को स्वेच्छा से अपने नाम गरीब परिवारों की सूची से कटवाना चाहिए । उन्होंने कहा कि ग्राम सभा की बैठक में हितग्राहियों का सर्वसम्मति से चयन हो, तो अपात्र व्यक्तियों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिलना स्वत: ही रूक जायेगा । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से कहा कि खेती के परंपरागत तरीके छोड़कर आधुनिक पद्धति से खेती करें। उन्होंने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है कि अगले पाँच वर्षों में किसानों की आय दोगुनी हो जाये। उन्होंने किसानों को उन्नत पशु पालन और मुर्गी पालन करने की भी सलाह दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों से कहा कि प्रदेश सरकार सबको आवास उपलब्ध करवाने के लिये मदद दे रही है। गरीबों को स्वयं का आवास निर्माण करने के लिये लगभग रूपये 1.20 लाख की मदद दी जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राजगढ़ जिला प्रशासन की पहल “बैंक सखी” की सराहना की जिसके तहत बैंक सखियों के माध्यम से सरकारी योजना पेंशन, मनरेगा मजदूरी के छोटे-छोटे भुगतान हितग्राहियों को नगद दिलाये जा सकेंगे। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिये कि राजगढ़ जिले में महिला स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनायें। मुख्यमंत्री हर गाँव में तालाब निर्माण के लिये उचित स्थान का चयन कर सिंचाई सुविधा में वृद्धि करने को कहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि राजगढ़ ब्यावरा क्षेत्र सूखे के लिये पहचाना जाता है। इस क्षेत्र को सिंचिंत और हरा-भरा करने के लिये मोहनपुरा और कुडलपुर बाँध, रिंसी पार्वती जैसी सिंचाई योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम मऊ में हायर सेकेण्ड्री स्कूल, सुठालिया में कन्या हायर सेकेण्ड्री स्कूल तथा उसके लिये नया भवन स्वीकृत करने की घोषणा की । उन्होंने ग्राम मऊ के शिव मंदिर के पास सामुदायिक भवन और सुठालिया नगर पंचायत क्षेत्र के विकास के लिये एक करोड़ रूपये स्वीकृत करने की भी घोषणा की।कार्यक्रम में सांसद श्री रोडमल नागर, विधायक श्री नारायण सिंह पवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गायत्री गुर्जर सहित विभिन्न जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना के लिये ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि यह दोनों योजनाएँ हमेशा संचालित हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कन्या विवाह-निकाह योजना में दाम्पत्य सूत्र में बँधने वाली नव-वधुओं को स्मार्ट फोन के लिये 3-3 हजार चेक पृथक से दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री आज सीहोर जिले के बुधनी विकासखण्ड के बान्द्राभान में पतई वाले गुरूदेव की प्रेरणा से अक्षया तृतीया पर आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना के विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में 232 कन्याओं का विवाह और एक कन्या का निकाह हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नव-दम्पत्तियों को आशीर्वाद और समारोह में उपस्थित सभी लोगों को परशुराम जयंती की शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समारोह स्थल पर पहुँचने पर अपने स्वागत से इंकार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि - 'बेटियों की शादी है, मैं तो घराती हूँ। बारातियों का स्वागत करूँगा।' उन्होंने दूल्हों से कहा कि 'मेरी भाँजियों का ध्यान रखना, नहीं तो मामा से लड़ाई हो जायेगी।' समारोह को जिला प्रभारी और प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह एवं वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह ने भी संबोधित किया। समारोह में राम जन्म भूमि न्याय के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी आत्मानंद सरस्वती, मार्कफेड के अध्यक्ष श्री रमाकान्त भार्गव, विधायक श्री विजयपाल सिंह, सलकनपुर देवी धाम ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महेश उपाध्याय सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में पलाश होटल के सामने 29 अप्रैल को अक्षय तृतीया के शुभ पर्व पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 61 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्मेलन होगा। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में कुल 61 जोड़ों में से 56 जोड़ों का विवाह एवं 5 जोड़ों का निकाह किया जाएगा। सम्मेलन में 2 विकलांग जोड़ों का भी विवाह होगा। श्री गुप्ता ने बताया कि सामूहिक विवाह सम्मेलन में कन्याओं की हल्दी, तेल, मेहंदी एवं महिला संगीत एक दिन पहले 28 अप्रैल 2017 को विवाह स्थल पर शाम 5 बजे से किया जाएगा। बारात 29 अप्रैल को सुबह 10 बजे भारत माता चौराहे से चलेगी। बारात में सभी दूल्हों को बग्घी एवं घोड़ों पर बैठाकर बैंड बाजे के साथ विवाह स्थल पर लाया जाएगा। मंत्री श्री गुप्ता द्वारा स्वागत एवं द्वारचार की रस्म निबाही जायेगी। विद्वान पंडितों द्वारा विवाह एवं फेरों की रस्में पूरी की जाएंगी। तत्पश्चात भोजन एवं विदाई का कार्यक्रम किया जाएगा। श्री गुप्ता ने बताया कि समाजसेवियों के माध्यम से नव दम्पत्तियों को योजना में मिलने वाली सामग्री के अतिरिक्त उपयोगी उपहार दिलवाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं।
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स्कूल शिक्षा विभाग ने पालकों की सुविधा के लिये जारी किये दिशा-निर्देश मध्यप्रदेश में शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्रायवेट स्कूलों में नि:शुल्क प्रवेश करवाये जाने के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने जन-सामान्य के लिये दिशा-निर्देश जारी किये हैं। अधिनियम में किये गये प्रावधान के अनुसार गैर-अनुदान मान्यता प्राप्त प्रायवेट स्कूल की कक्षा-1 में 25 प्रतिशत प्रवेश दिया जायेगा। यदि स्कूल में प्री-स्कूल शिक्षा दी जाती है तो उसकी प्रवेशित कक्षा नर्सरी/के.जी.-1/के.जी.-2 में प्रवेश दिया जायेगा। यदि प्रायवेट स्कूल में प्री-स्कूल की कक्षाओं और कक्षा-1 में सीधे प्रवेश होता है तो दोनों में प्रवेशित बच्चों की संख्या का न्यूनतम 25 प्रतिशत प्रवेश आरक्षित सीटों पर होगा। राज्य शासन ने प्रवेश के लिये बच्चों की उम्र 16 जून, 2017 की स्थिति में नर्सरी में 3 वर्ष और कक्षा-1 में न्यूनतम 6 वर्ष निर्धारित की है। कोई भी विद्यालय 3 वर्ष से कम आयु के बच्चे को नर्सरी, प्री-प्रायमरी कक्षा में और 7 वर्ष से अधिक आयु के बच्चे को कक्षा-1 में प्रवेश नहीं दे सकेगा। यदि कोई बच्चा 16 जून की स्थिति में 5 वर्ष पूर्ण कर चुका है, तो वह भी कक्षा-1 के लिये पात्र होगा। नि:शुल्क प्रवेश शिक्षा अधिनियम में जन्म प्रमाण-पत्र के संबंध में भी स्थिति स्पष्ट की गयी है। जहाँ जन्म, मृत्यु तथा विवाह रजिस्ट्रीकरण अधिनियम के अधीन जन्म प्रमाण-पत्र उपलब्ध न हो, वहाँ स्कूल में प्रवेश के लिये मान्य दस्तावेज निर्धारित किये गये हैं। इनमें अस्पताल तथा ए.एन.एम. का रजिस्टर रिकार्ड और आँगनवाड़ी का रिकार्ड मान्य होगा। पालक द्वारा आयु का स्व घोषणा-पत्र, मान्य होगा परन्तु जन्म-तिथि का प्रमाण-पत्र क्षेत्र के स्थानीय प्राधिकारी को 6 माह के अंदर प्रस्तुत करना होगा। वंचित समूह एवं कमजोर वर्ग के बच्चों को गैर-अनुदान प्राप्त प्रायवेट स्कूल में नि:शुल्क प्रवेश के लिये दस्तावेज सत्यापन के समय संबंधित वर्ग के होने का प्रमाण-पत्र देना अनिवार्य किया गया है। आवेदक द्वारा ऑनलाइन आवेदन करते समय इन स्थानों के प्रायवेट स्कूल तथा उनमें आरटीआई के नि:शुल्क प्रवेश के लिये रिक्त सीटों की जानकारी देखी जा सकती है। किसी वार्ड या गाँव में नि:शुल्क प्रवेश के लिये प्रायवेट स्कूल में सीट रिक्त न होने की स्थिति में बच्चे पड़ौस अथवा विस्तारित पड़ौस की स्थिति में प्रवेश ले सकेंगे। पालकों से कहा गया है कि विद्यालय में च्वाइस फिलिंग करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि जिस कक्षा में बच्चा प्रवेश चाहता है, वह कक्षा उस विद्यालय की न्यूनतम कक्षा हो। नि:शुल्क शिक्षा अधिकार अधिनियम में प्रदेश में किसी भी पालक को परेशानी होती है तो वह विकासखण्ड के बीआरसी कार्यालय और जिला मुख्यालय पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुँचकर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में चल रहे ग्रामोदय से भारत उदय के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर रोजगार सहायकों का मासिक वेतन 7 हजार से बढ़ाकर 9 हजार करने की घोषणा की। श्री चौहान भोपाल मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टरों के साथ 'ग्रामोदय से भारत उदय'' अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मचारियों के कल्याण में हमेशा आगे बढकर उनका साथ दिया है। कर्मचारी शासन-प्रशासन का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि जन-कल्याण के काम में अवरोध पैदा करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जायेगी। जनविरोधी कर्मचारियों को सेवा से निकालने की सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने कर्मचारियों के हित में हमेशा उदारतापूर्वक निर्णय लिया है लेकिन लोकहित के मुददों पर हठधर्मिता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कर्मचारी कल्याण समिति की बैठक प्रत्येक तीन महीने में एक बार आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी सरकार के महत्वपूर्ण जन-कल्याण के अभियान को जान-बूझकर असफल बनाने का प्रयत्न करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। 'ग्रामोदय से भारत उदय'' अभियान की जिलेवार समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल-संरचनाओं का जीर्णोद्धार या नई जल-संरचनाओं के निर्माण का कार्य जल्द शुरू कर 30 जून तक पूरा करें। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कृषि ग्राम संसद, विकास ग्राम संसद और महिला ग्राम संसद में उपस्थिति की जानकारी ली। जिन जिलों में लोगों की भागीदारी कम रही वहाँ दोबारा ग्राम संसद आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने लघु वनोपजों की खरीदी के निर्देश देते हुए कहा कि सरकार ने महत्वपूर्ण वनोपजों की खरीदी दर निश्चित कर दी है। वनोपज संग्राहकों को शोषण से बचाना और उनकी मेहनत का बाजिब दाम दिलवाना प्राथमिकता का काम है। सक्षम व्यक्ति गरीबी रेखा की सूची से अपना नाम स्वयं हटा लें श्री चौहान ने जिला कलेक्टरों को गरीबी रेखा की सूची के संबंध में ऐसी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये जिसमें सक्षम व्यक्ति स्वयं अपना नाम गरीबी रेखा की सूची से हटवा लें अन्यथा सरकार उनके नाम काट देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोटे तौर पर ऐसे सक्षम लोगों में वो लोग शामिल हैं जिनके पास चार पहिया वाहन हैं। ऐसे उद्यमी और कारोबारी हैं जिनके लिये सरकार ने लायसेंस दिया है। जो लोग आयकर भरते हैं। जिनके परिवार के लोग शासकीय सेवा में हैं। जिनके पास पाँच एकड़ से ज्यादा सिंचित जमीन है। श्री चौहान ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीने वालों को मिलने वाला लाभ सक्षम लोग नहीं ले सकते । वे स्वयं अपने नाम कटवा लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसी भी आवासहीन को बिना आवास के नहीं रहने देंगे। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि वे प्रधानमंत्री आवास और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के पात्र हितग्राहियों की सूची तैयार कर लें ताकि उन्हें लाभ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि दिव्यांग लोगों को किसी भी कल्याणकारी योजना की राशि लेने के लिये बैंक तक नहीं जाना पड़ेगा। जल्द ही बैंकों के सहयोग से ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि उन्हें घर पर ही राशि उपलब्ध हो। श्री चौहान ने कलेक्टरों को निर्देशित किया कि वे इस संबंध में संबंधित बैंकों से चर्चा कर समन्वय स्थापित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि सभी जिलों के प्रभारी मंत्री ग्रामोदय अभियान में गाँवों में जायेंगे और प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे प्रभारी मंत्रियों को मिलने वाले आवेदनों के निराकरण की व्यवस्था जिले में ही करें और उन्हें निराकरण की रिपोर्ट भी दें ताकि यह अभियान सफल और अर्थपूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जायेगा और उनकी गोपनीय चरित्रावली में भी उल्लेख किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि कृषि महोत्सव अब 2 जून के बजाय 21 जून तक चलेगा। नर्मदा सेवा यात्रा मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि नर्मदा सेवा मिशन का शुभारंभ 15 मई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में अमरकंटक से होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा को अब पूरा विश्व समाज देख रहा है। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे नर्मदा सेवा के इच्छुक भक्तों, अशासकीय संगठनों, सामाजिक संगठनों, स्व-सहायता समूहों और आम लोगों को नर्मदा सेवा से जोड़ें। उन्होंने अमरकंटक में अस्थायी शौचालय बनाने, भण्डारों की व्यवस्था करने और नर्मदा सेवा यात्रियों का पंजीयन करवाने जैसे कार्य प्राथमिकता के साथ करें। श्री चौहान ने नर्मदा के तटों पर 2 जुलाई को होने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की जानकारी भी दी। आदि शंकराचार्य की प्राकट्य पंचमी पूरे प्रदेश में मनाई जायेगी आदि शंकराचार्य की प्राकट्य पंचमी एक मई को पूरे प्रदेश में मनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य न होते तो भारत का वह अखंड स्वरूप नहीं होता जो आज है। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की अष्टधातु प्रतिमा का निर्माण और स्थापना करने के लिये धातु संग्रहण का काम एक जून से 30 जून तक चलेगा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, रीवा, सागर और ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य के जीवन दर्शन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जायेंगे। उन्होंने इन जिलों के कलेक्टरों को आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि दर्शन के विद्वानों को जिलों में व्याख्यान के लिये आमंत्रित किया जायेगा। विशेष ग्राम सभाओं में इस संबंध में लोगों को जानकारी भी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगारोन्मुखरी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये 'चलो आई.टी.आई अभियान'' अब 11 मई को होगा। उन्होंने बताया कि जीएसटी बिल पारित करने के लिये 3 मई को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जायेगा। इसी विशेष सत्र में नर्मदा जी को जीवंत अस्तित्व मानते हुये उनके संरक्षण का संकल्प भी पारित किया जायेगा। चौहान ने कहा कि गेहूँ उपार्जन शुरू हो गया है। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसानों का भुगतान समय पर हो जाये। उन्होंने किसानों को आने वाली समस्याओं की सूची बनाने के भी निर्देश दिये ताकि तत्काल उनका समाधान हो जाये। श्री चौहान ने कहा कि ग्रामोदय अभियान के अंतिम चरण 22 से 30 मई में लोगों के आवेदनों का निराकरण होगा। सभी प्रभारी मंत्री समीक्षा करेंगे। वे जिला योजना समिति की बैठक में भाग लेंगे और अभियान के दौरान लोगों द्वारा सुझाये गये विकास कार्यों की स्वीकृति भी देंगे।वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी मंत्रीगण, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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अभिशासन और विकास में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की भूमिका पर अधिवेशन में इसरो चेयरमेन मध्यप्रदेश का स्थान देश के उन कुछ राज्यों में है, जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने में अग्रणी हैं। अंतरिक्ष विभाग (इसरो) ने यहाँ अपना सुदूर संवेदन उपयोग केन्द्र स्थापित किया है। केन्द्र ने प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों की सूचना सम्पदा को जुटाने की दिशा में प्रशंसनीय काम किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमेन और अंतरिक्ष विज्ञान विभाग, भारत सरकार के सचिव डॉ. ए.एस. किरण कुमार ने यह बातें 'अभिशासन और विकास में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आधारित साधनों एवं अनुप्रयोगों का संवर्धन'' पर राज्य अधिवेशन में कही। डॉ. किरण कुमार ने कहा कि मध्यप्रदेश में पंचायत राज व्यवस्था के सशक्तीकरण के लिये जियोस्पेशियल टेक्नालॉजी, 'नाविक' उपग्रहों और जीपीएस तकनीक का उपयोग हो रहा है। पंचायत राज व्यवस्था के सशक्तीकरण में अंतरिक्ष आधारित साधनों की भूमिका दिखायी दे रही है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का पहला देश है, जिसने मंगल की कक्षा में पहले ही प्रयास में अपना यान सफलता से स्थापित कर दिया। 'इसरो' ने बीते वर्षों में अंतरिक्ष विज्ञान के विभिन्न उपयोगों का लाभ समाज तक पहुँचाने और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में आत्म-निर्भर होने की दिशा में योगदान किया है। डॉ. किरण कुमार ने कहा कि सुदूर संवेदन और 'नाविक' उपग्रहों ने प्राकृतिक संसाधनों के मानचित्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अंतरिक्ष विभाग के 'सिस-डिप' प्रोजेक्ट की चर्चा करते हुए कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान ने प्राकृतिक आपदाओं के नियंत्रण और देश के सामाजिक उत्थान में प्रशंसनीय योगदान किया है। उन्होंने म.प्र. में भुवन-पंचायत मोबाइल एप से परि-सम्पत्तियों के वर्गीकरण की भी चर्चा की। सुशासन और विकास में अंतरिक्ष विज्ञान उपयोगी सिद्ध हुआ मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य अधिकारियों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आधारित साधनों एवं उपयोगों से परिचित करवाना है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन और विकास में अंतरिक्ष विज्ञान की बड़ी भूमिका सामने आयी है। मुख्य सचिव ने कहा कि 'इसरो' ने देश में इस तरह के अधिवेशन के लिये प्रथम समूह में जिन राज्यों को चुना, उनमें मध्यप्रदेश भी है। मध्यप्रदेश के सुदूर संवेदन उपयोग केन्द्र (आरएसएसी) ने प्रदेश की विकासात्मक गतिविधियों की दृष्टि से बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सुदूर संवेदन उपयोग केन्द्र के वैज्ञानिकों ने चन्द्रयान-प्रथम से प्राप्त डाटा और चित्रों का विश्लेषण किया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत ने नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं। उन्होंने कहा कि मेपकास्ट और इसरो के वैज्ञानिक मिलकर आने वाले दिनों में ऐसा शोध करेंगे, जिसका उपयोग राज्य में सुशासन और विकास की संकल्पना को साकार करने में सहायक होगा। मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक श्री चन्द्रकांत पाटिल ने कहा कि परिषद के सुदूर संवेदन उपयोग केन्द्र ने 'इसरो' की कई परियोजनाओं पर काम किया है। उन्होंने बताया कि परिषद ने विकेन्द्रीकृत नियोजन के लिये अंतरिक्ष आधारित सूचना समर्थन (सिस-डिप) परियोजना में योगदान किया है। 'इसरो' चेयरमेन डॉ. ए.एस. किरण कुमार और मुख्य सचिव ने प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये है कि बैंकों से सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मनरेगा की मजदूरी और किसानों को समर्थन मूल्य का उपार्जन के भुगतान की सुचारु व्यवस्था बनायें। इन्हें भुगतान के लिये बार-बार बैंकों में नहीं जाना पड़े यह सुनिश्चित करें। किसान और हितग्राही के खाते में सीधे जमा होने वाली राशि की सूचना एसएमएस से उन्हें तुरंत मिले, ऐसी व्यवस्था करें। इसके लिये मिशन मोड पर काम करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ बैंकर्स की बैठक ले रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सपना न्यू इंडिया के निर्माण का है। जिसमें सीधे खातों में भुगतान और केशलेस व्यवस्था प्राथमिकता में है। मध्यप्रदेश इस दिशा में लगातार कार्रवाई कर रहा है। गरीब मजदूरों को मनरेगा की मजदूरी का समय-सीमा में भुगतान बैंकों की प्राथमिकता में हो। इसी तरह सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राहियों को उनके गाँव में ही पेंशन उपलब्ध करवायें। किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूँ के उपार्जन का भुगतान समय-सीमा में हो। किसानों को अपने खाते से राशि निकालने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। इसके लिये सहकारी बैंकों में नगदी की आवक बनाये रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की बैंकों में नगदी की आवक का प्रतिशत बढ़ाकर 70 प्रतिशत किया जाये। इस संबंध में रिजर्व बैंक के स्तर पर कार्रवाई की जाये। किसानों के चेक क्लियरिंग में अधिक समय नहीं लगे। उन्होंने स्थिति की नियमित समीक्षा के लिये राज्य शासन की ओर से तीन वरिष्ठ अधिकारियों अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री आर.एस. जुलानिया और मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल की समिति गठित करने के निर्देश दिये। बैंक बिजनेस प्रतिनिधि की व्यवस्था को मजबूत बनाये, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भुगतान की व्यवस्था बेहतर हो। बिजनेस प्रतिनिधि के लिये निर्धारित केश लिमिट बढ़ाने की कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री आवास मिशन के प्रकरणों के लिये मापदंडों में सुधार करें ताकि इसका लाभ पात्र हितग्राहियों को मिले। मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना तथा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में ऐसे बेरोजगार युवाओं को लाभ दिलायें, जो खुद का उद्योग स्थापित करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को आसानी से ऋण उपलब्ध करवायें। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से लाभान्वित हितग्राहियों का थर्ड पार्टी असेसमेंट करायें। बैठक में बताया गया कि हितग्राहियों को भुगतान के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर बैंकों द्वारा कैंप लगाये जायेंगे। मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में हाल ही में संपन्न वित्तीय वर्ष में 1 लाख के लक्ष्य के विरुद्ध 1 लाख 7 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 5 लाख के लक्ष्य के विरुद्ध 5 लाख 44 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता दुकानों को केशलेस सुविधा से युक्त किया जायेगा। अब तक इस तरह की 1 हजार 700 दुकानों में यह सुविधा उपलब्ध करवायी गई है। बैठक में मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री आर.एस. जुलानिया, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीणा सहित बैंकर्स तथा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे
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नर्मदा नदी के पाँच किलोमीटर के दायरे में आने वाली सभी शराब की दुकानों को बंद करने के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्णय की हर गाँव में प्रशंसा हो रही है। नर्मदा यात्रा के किनारे वाले गाँव में उत्सव जैसा माहौल रहता है। ग्राम चिरई डोंगरी निवासी श्रीमती लक्ष्मी झारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा किनारे की शराब की दुकानें हटाने के फैसले के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। हमारे गाँव की महिलाएँ उनके इस निर्णय से इतनी खुश हैं कि वे बार-बार उन्हें आशीर्वाद दे रही हैं। यह बहुत बड़ा कदम है। इसी गाँव के श्री लाल जैन ने कहा कि अब हमारे गाँव का माहौल बहुत बढ़िया रहता है। आस-पास के आदिवासी ग्राम हनिमंता गाडर, सहजनी, बिजे गाँव और गुर्जर सारी से आये हुए नवयुवकों ने भी मुख्यमंत्री के इस निर्णय की सराहना की। उन्होंने कहा िक समाज में फैली नशे की बुराई को जल्द से जल्द खत्म करना होगा। नवयुवकों ने कहा कि आदिवासी वर्ग अब शिक्षित किया जा रहा है जिससे उनमें भी जागरूकता आई है। ग्वारी गाँव के अजमेर सिंह मेरावी ने भी शराब बंदी का समर्थन किया। साथ में स्वच्छता अभियान पर भी अपनी राय व्यक्त की और कहा कि हमारे गाँव में अब हर घर में शौचालय है और उसका उपयोग भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की नर्मदा किनारे फलदार वृक्ष लगाने की योजना से भी उत्साह का माहौल बना हुआ है। अविस्मरणीय, अकल्पनीय है नर्मदा संरक्षण यात्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन-भागीदारी से परिपूर्णं 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा अविस्मरणीय एवं अकल्पनीय है। यात्रा जन-मानस के जीवन में एक अमिट छाप छोड़ रही है। यात्रा के आज सवा सौ दिन पूरे हो चुके हैं। मण्डला जिले में यात्रा के प्रति जन-मानस का जुड़ाव आज भी ऐसा है जैसा कि यात्रा के पहले दिन था। श्रद्धालुओं की भाव-विभोरता को देखते हुए ऐसा लगता है मानो यात्रा का आज पहला दिन है। हर गाँव में यात्रा के प्रति यह प्रमाण देखने को मिल रहा है। यात्रा से ग्रामवासी नर्मदा नदी के प्रति अपने कर्त्तव्यों के प्रति जागरूक हुए हैं। नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से हर गाँव में हुए विकास की झलक भी देखने को मिल रही है। अब जगह-जगह शौचालय बने हुए हैं और उनका उपयोग भी किया जा रहा है। गाँव प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना या मुख्यमंत्री सड़क योजना द्वारा मुख्य मार्गों से जुड़ गये हैं। मण्डला जिला विंध्याचल पहाड़ियों के बीच में बसा हुआ है माँ नर्मदा पहाड़ों के बीच ऐसी प्रतीत होती हैं मानो माँ नर्मदा इस जिले को अपनी गोद में समाये हुए है। नागरिकों के जहन में यह बात पैठ रही है कि नर्मदा मईया को पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त करवाना है और इसके लिये उन्हें नर्मदा एवं पर्यावरण का संरक्षण करना होगा। नर्मदा यात्रा ग्रामवासियों को अपनी जिम्मेदारी का ऐहसास करा रही है। यात्रा को समाज के सभी वर्गों का समर्थन और सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिस उद्देश्य को लेकर जन-भागीदारी से नर्मदा यात्रा शुरू की थी, उससे भी कहीं बड़ा संदेश प्रदेश हित में दिया जा रहा है।
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'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा स्वर्णिम मध्यप्रदेश के निर्माण में आधार-शिला साबित होगी। यात्रा वैचारिक और रचनात्मक जन-आंदोलन है। आज मण्डला जिले के कालपी में सेवा यात्रा के जन-संवाद में महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद ने यह विचार व्यक्त किया। स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा कि समय के साथ समूचे विश्व में जल-संकट गहराता जा रहा है। प्रदेश सरकार ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए सेवा यात्रा का आयोजन किया है, जिसे व्यापक जन-समर्थन मिल रहा है। यात्रा के माध्यम से जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ रही है। यह भविष्य के लिये बेहतर संकेत माना जा सकता है। उन्होंने यात्रा में बेटी बचाओ अभियान के साथ सरकार की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से नशाबंदी, गौ-पालन, जैविक कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, वृक्षारोपण और जल-संरक्षण के उपायों पर चर्चा करते हुए पर्यावरण की रक्षा के साथ उन्नत जीवन- शैली अपनाने का आव्हान किया। जन-संवाद में नर्मदा सेवा समिति के नामों की घोषणा की गयी। पाठ्य-पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष श्री अवधेश नायक ने कहा कि सेवा यात्रा के माध्यम से जन-सामान्य जल-संरक्षण के महत्व को समझ रहा है। उन्होंने जल-संरचनाओं के निर्माण, वृक्षारोपण और जैविक कृषि को बढ़ावा देने का आव्हान किया। विधायक श्री रामप्यारे कुलस्ते ने कहा कि नर्मदा नदी प्रदेश की जीवन-रेखा है। यात्रा के माध्यम से नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन के सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। यात्रा सामाजिक सरोकार से जुड़ा एक जन-अभियान है। इसमें लाखों जन अपनी सहभागिता कर मुख्यमंत्री के आदर्श संकल्प को समर्पित भाव से पूरा करने में जुटे हैं। कालपी में जन-संवाद से पूर्व कन्या आश्रम बीजाडाण्डी में वृक्षारोपण किया गया। यात्रा धनवाही, लाबर मुडिया और चरगाँव कला से होते हुए कालपी पहुँची। यात्रा का जगह-जगह जन-समुदाय द्वारा स्वागत किया गया। महिलाएँ और बालिकाएँ यात्रा में कलश लेकर साथ चल रही थी। पुष्प-वर्षा कर नागरिकों ने यात्रा का स्वागत किया। जन-संवाद में मौजूद जन-समुदाय को नर्मदा संरक्षण का संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष जनपद पंचायत बीजादाण्डी श्रीमती अलका गोठरिया, उपाध्यक्ष श्रीमती हेमलता यादव, सदस्य श्री संदीप नामदेव और श्री मिश्री यादव मौजूद थे। हर हाथ से हो सेवा, स्वच्छ रहे हमारी रेवा मण्डला जिले के नारायणगंज में 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा के 124 दिन के जन-संवाद को क्षेत्रीय विधायक श्री रामप्यारे कुलस्ते ने संबोधित किया। श्री कुलस्ते ने कहा कि हर हाथ से हो सेवा, स्वच्छ रहे हमारी रेवा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को नर्मदा के संरक्षण, जल संरक्षण और पर्यावरण को बचाने के लिये नदी के तट पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में 2 जुलाई को करोड़ों वृक्ष लगाना है। इसमें हम सबको सहभागी बनना है। गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद ने जन-संवाद में कहा कि नर्मदा यात्रा में जल-संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और नशामुक्ति जैसे संकल्पों को हमें पूरा करना है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के इस अभियान में लिये गये संकल्पों हम सभी लोगों को मिलकर मूर्तरूप देना है। जन-संवाद को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संपतिया उईके ने कहा कि जल संरक्षण, स्वच्छता, वृक्षारोपण, प्रदूषण से मुक्ति और नशामुक्ति लिये हमें कार्य करना है। जैविक खेती को प्रोत्साहन देने और फलदार एवं छायादार वृक्षों को लगाने का हम संकल्प लें और इसे पूरा भी करें। जन-संवाद के बाद नर्मदा जी की महाआरती की गई।
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नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने कहा है कि उज्जैन शहर को परम्परा के साथ आधुनिक तकनीक से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना और आवास गारंटी में उज्जैन में लगभग 200 करोड़ रूपये के कार्य किये जायेंगे। श्रीमती सिंह उज्जैन में 3 करोड़ 67 लाख की लागत के बुधवारिया हाट बाजार निर्माण का भूमि-पूजन कर रही थीं। ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन भी उपस्थित थे। नगरीय विकास मंत्री ने कहा कि नागरिकों की बुनियादी जरूरतों की पूर्ति, सुविधाओं के निर्माण और विकास के लिये राशि की कोई कमी नहीं है। उज्जैन को स्मार्ट सिटी के लिये चुना गया है। इसके कंसल्टेंट की नियुक्ति की जा रही है। स्मार्ट सिटी में वाटर सप्लाई, पार्क निर्माण, स्मार्ट परिवहन, आकर्षक लाइटिंग, सायक्लिंग झोन व्यवस्था जैसे कई कार्य किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि वेब आधारित प्रणाली से प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को जोड़ा गया है। इससे पारदर्शिता के साथ विकास होगा। श्रीमती माया सिंह ने कहा कि उज्जैन दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना के क्रियान्वयन में प्रदेश में उज्जैन सबसे आगे निकला है। यहाँ तीन स्थान पर रसोई केन्द्र शुरू किया जाना बड़ी बात है। आर्थिक रूप से सम्पन्न व्यक्ति इस योजना में मदद के लिये आगे आ रहे हैं।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर 15 मई को नर्मदा सेवा यात्रा के समापन में शामिल होने का आमंत्रण दिया। लगभग एक घंटा चली मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में चल रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं सहित नर्मदा सेवा यात्रा और 'ग्रामोदय से भारत उदय'' अभियान के क्रियान्वयन की योजना से अवगत कराया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री का आमंत्रण स्वीकार कर 15 मई को यात्रा के समापन अवसर पर आने की सहमति दी। अमरकंटक से 11 दिसम्बर 2016 को शुरू की गयी नर्मदा सेवा यात्रा 15 मई 2017 को अमरकंटक पर ही समाप्त होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह यात्रा मध्यप्रदेश में पर्यावरण को बचाने और नदी संरक्षण के लिए शुरू की गयी थी। यात्रा में जनता प्रमुखता से आगे आकर भाग ले रही है और सरकार पीछे से समर्थन दे रही है। यात्रा में हजारों विशिष्ट लोगों के साथ समाज के हर वर्ग जैसे साधु-संत, जल विशेषज्ञ, कलाकार, संगीतज्ञ, धर्मगुरू आदि ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अमरकंटक में ही यात्रा 15 मई, 2017 को समाप्त होगी। यात्रा समापन अवसर पर प्रधानमंत्री को भविष्य की कार्य-योजना बनाकर सौंपी जायेगी। कार्य-योजना में नदी संरक्षण की आगे की राह पर प्रकाश डाला जायेगा। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास भी किया जायेगा। नर्मदा नदी के मार्ग में पड़ने वाले 18 शहरों के तट पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की शुरूआत की जायेगी। इससे दूषित पानी को साफ कर पुनः खेती के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि आय को दोगुना करने की योजना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि योजना के सकारात्मक परिणाम आये हैं। इस वर्ष कृषि उत्पादन में 33 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्रीमण्डल का वाहनों से लालबत्ती निकालने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि मैं और मेरी टीम तुरंत इस पर अमल करेगी। उन्होंने कहा कि लॉ एण्ड आर्डर की स्थिति में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बत्ती का उपयोग कर सकेंगे। श्री चौहान ने कहा कि संतों के आशीर्वाद और प्रदेशवासियों के सहयोग से माँ नर्मदा को दुनिया की शुद्धतम नदी बनायेंगे। माँ नर्मदा के कारण ही गेहूँ के उत्पादन में हम पंजाब और हरियाणा से आगे निकल सकें हैं। माँ नर्मदा हमें अपने जल से जहाँ जीवन देती है, वहीं रात को रोशनी भी देती है। श्री चौहान ने कहा कि 2 जुलाई को माँ नर्मदा के दोनों तट पर 12 करोड़ पौधे लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि पौध-रोपण के लिये राजस्व और वन-भूमि चिन्हित कर ली गयी है। मध्यप्रदेश में नशामुक्ति का आंदोलन चलेगा। उन्होंने कहा कि अब रिहायशी इलाकों, शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदा सेवा यात्रा में जबलपुर जिले के नगर पंचायत बरेला में जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। अभियान में आगे संत उसके बाद समाज और फिर सरकार मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान में आगे संत उसके बाद समाज और फिर सरकार है। उन्होंने कहा कि हमने माँ ताप्ती, बेतवा और क्षिप्रा की धार को टूटते हुए देखा है। अगर माँ नर्मदा की धार टूटी तो जीवन नहीं बचेगा। मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि शौच के लिये नर्मदा नदी में नहीं जायें। अंत्येष्टि मुक्तिधाम में ही करें, सिर्फ एक चुटकी राख ही नर्मदा में प्रवाहित करें। मुख्यमंत्री ने बताया कि अगामी मानसून सत्र में मासूमों के साथ दुराचार करने वालों को फाँसी की सज़ा देने संबंधी विधेयक लाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यात्रा नर्मदा को बचाने और उसका कर्ज उतारने की यात्रा है। नर्मदा के दोनों तटों के शहरों में ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जाएंगे तथा साफ पानी को खेतों में ले जाया जायेगा। उन्होंने संकल्प दिलवाया कि नर्मदा के तटों पर पेड़ लगायें, इसके किनारे के गाँवों में हर घर में शौचालय बनायें, पूजन-सामग्री पूजन कुण्ड में डालें। नर्मदा के किनारे चेंजिंग-रूम और तटों से दूर मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों को बचायें और हर बच्चे को स्कूल भेजें। जगतगुरू स्वामी रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य ने यात्रा की सराहना की। उन्होंने कहा कि यात्रा अपने उद्देश्यों को जरूर पूरा करेगी। यात्रा के बरेला पहुँचने पर ग्रामीणों ने भारी उत्साह-उमंग, आस्था और श्रद्धा भाव के साथ तथा महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर यात्रियों का स्वागत किया। यात्रा में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं सहित हर वर्ग के लोग शामिल हुए। यात्रा में हुए 'हर-हर नर्मदे' के उदघोष से आसमान गूँज उठा। इसके बाद माँ नर्मदा की महाआरती की गई। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री शरद जैन, विधायक श्री सुशील तिवारी 'इन्दु', श्रीमती प्रतिभा सिंह और श्रीमती नंदिनी मरावी सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर जिले की सुरखी विधानसभा के ग्राम बिलहरा में लगभग 115 करोड़ की लागत की परकुल मध्यम सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन किया। परियोजना से 3 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी और 19 ग्राम लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर जिला स्तरीय मुख्यमंत्री स्वच्छता सम्मान समारोह, जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला, जल अभिषेक, हितग्राही सम्मेलन एवं अंत्योदय मेला का आयोजन भी किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने जिले के जैसीनगर विकासखंड को खुले में शौच मुक्त घोषित किया। मुख्यमंत्री ने परकुल सिंचाई परियोजना सहित यहाँ लगभग 500 करोड़ रूपये लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जैसीनगर को तहसील बनाने, राहतगढ़ में आई.टी.आई. खोलने, 20 हजार की आबादी शामिल होने पर बिलहरा को नगर पंचायत बनाने, क्षेत्र में 26 सड़कों की स्वीकृति और बिलहरा में मंगल भवन बनवाने सहित अन्य घोषणाएँ की कृषकों को बढ़ी हुई दर से मिलेगा मुआवजा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने परकुल मध्यम सिंचाई परियोजना में डूब क्षेत्र में आने वाले कृषकों को बढ़ी हुई दर से मुआवजा राशि दिलाये जाने का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गत 18 अप्रैल को भोपाल में ग्राम बक्स्वाहा के कृषक प्रतिनिधि-मंडल से मुलाकात के दौरान उन्हें बढ़ी हुई दर से मुआवजा राशि दिलाने के लिये नियमानुसार कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया। प्रदेश में अब अवैध शराब की बिक्री नहीं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अब अवैध शराब की बिक्री नहीं होगी। उन्होंने ग्रामोदय अभियान में मेहनत एवं ईमानदारी से कार्य करने की अपील की। उन्होंने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों से काम पर वापस आने का आव्हान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बुन्देलखंड में सिंचाई की कमी नहीं रहने दी जायेगी। किसानों के लिए सरकार द्वारा कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि अब किसानों को एक लाख के ऋण लेने पर 90 हजार ही वापस करना होंगे। किसानों को राहत राशि बाँटने में सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी है। सरकार ने निर्णय लिया है कि महुआ का फूल प्रदेश में 30 रूपये प्रति किलो से कम कीमत में नहीं बेचा जायेगा। तेंदूपत्ता तोड़ने वाले पुरूषों को जूते और महिलाओं को चप्पल प्रदान की जायेंगी। उन्होंने कहा कि पढ़ाई, लिखाई एवं रोजगार का इंतजाम हर गरीब व्यक्ति के लिए किया जायेगा। प्रदेश की धरती पर किसी गरीब को भूखा नहीं सोने दिया जायेगा। प्रदेश में एक रूपये किलो गेहूँ, चावल एवं नमक प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबों को दीनदयाल रसोई योजना में 5 रूपये में थाली परोसी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी गरीब व्यक्तियों को रहने के लिए जमीन का पट्टा दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले गरीब बच्चों के मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लेने पर सरकार द्वारा फीस भरी जायेगी। शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं के लिये 50 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र में दुराचारियों का फाँसी का कानून बनाकर राष्ट्रपति को भेजा जायेगा। सांसद श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई का रकबा लगातार बढ़ रहा है। सुरखी क्षेत्र भी सिंचाई में आगे बढ़ रहा है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा लगातार विकास कार्य किये जा रहे हैं। विधायक श्रीमती पारूल साहू केशरी ने कहा कि आज लोकार्पित और भूमिपूजित कार्यों से क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, गृह एवं परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, श्री प्रदीप लारिया, श्री हरवंश सिंह राठौर सहित अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हिन्दी के प्रति कुंठित मानसिकता को बदलने की जरूरत बताई है। उन्होंने आव्हान किया है कि अंग्रेजी का ज्ञान श्रेष्ठता का प्रतीक है, इस गुलाम मानसिकता को समाप्त किया जाये। हिन्दी में काम करने पर गर्व की अनुभूति हो, ऐसा वातावरण बनायें। श्री चौहान अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। दीक्षांत समारोह में 126 विद्यार्थियों को विद्या निधि स्नातकोत्तर एवं स्नातक प्रतिष्ठा की उपाधि प्रदान की गई। इसके साथ ही 156 विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र, पत्रोपाधि एवं स्नातकोत्तर पत्रोपाधि दी गईं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निज भाषा सब उन्नतियों का मूल है। हिन्दी के उदभट विद्वान के नाम पर देश का प्रथम हिन्दी विश्वविद्यालय प्रदेश की धरती पर है। यह गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सभी जरूरत को पूरा किया जायेगा। हिन्दी विश्वविद्यालय से चिकित्सा, अभियांत्रिकी आदि विश्वविद्यालयों को सम्बद्ध करवाने के प्रयास भी किये जायेंगे। उन्होंने देश-प्रदेश के विद्वानों से हिन्दी विश्वविद्यालय को सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय की श्रेणी में खड़ा करने के लिए मार्गदर्शन और सहयोग का अनुरोध किया। श्री चौहान ने कहा कि भारतीय ज्ञान, परम्परा, विज्ञान अदभुत है। जब विश्व के आधुनिक राष्ट्रों में सभ्यता के सूर्य का उदय नहीं हुआ था। उनके निवासी पत्तों-पेड़ों की छाल से तन ढँकते थे, तब-भारत के ऋषि-मुनि वेदों की ऋचाओं की रचना कर रहे थे। नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय थे, जहाँ सारी दुनिया के मनीषी अध्ययन के लिये आते थे। उन्होंने कहा कि भौतिकता की अग्नि से पीड़ित समाज को शांति का पथ प्रदर्शन भारतीय ज्ञानदर्शन से ही होगा, जो प्राणियों में सदभावना और देश के नहीं विश्व के कल्याण की कामना करता है। उन्होंने कहा कि संसाधनों की कमी प्रतिभा की उन्नति में बाधक नहीं हो,इसके लिए मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना लागू की है। इस योजना में चिकित्सा, अभियांत्रिकी, विज्ञान, कला, विधि आदि संकायों की उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों की फीस राज्य सरकार द्वारा भरे जाने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि योजना में बिना जात-पांत, धर्म-सम्प्रदाय के भेदभाव के सभी बच्चों को लाभान्वित किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि ' सर्वे भवन्तु सुखिन:' का उदघोष सिर्फ भारत में हैं। मुख्यमंत्री ने 2014-15 एवं 2015-16 की सभी परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली कु. स्वेच्छा मिश्रा को 'अटल स्वर्ण पदक' प्रदान किया। उन्होंने श्री नित्यानंद तिवारी को 'स्व. श्री मोतीलाल गंगादेवी छीपा स्वर्ण पदक' दिया। मुख्यमंत्री ने स्मारिका दीक्षा, अटल संवाद, भारतीय ज्ञान परम्परा पुस्तक, सिंहस्थ-2016 का सर्वेक्षण, भारतीय ब्रह्म विज्ञान और विश्वविद्यालय के विकास कार्यों की सीडी का विमोचन किया। भारतीय ज्ञान परम्परा में योगदान के लिए स्वामी गोविंद देव गिरि को विश्वविद्यालय की प्रथम उपाधि से विभूषित किया गया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय के माध्यम से संस्कृति को पुर्नस्थापित करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि हिन्दी खत्म होगी तो संस्कृति खत्म होगी। संस्कृति खत्म होगी तो देश नहीं बचेगा। उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने दीक्षांत भाषण दिया। श्री पवैया ने कहा कि आगामी सत्र से सभी विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह भारतीय परिधान में होंगे। उन्होंने आज का समारोह भारतीय परिधान में करवाने पर कुलपति की सराहना की। श्री पवैया ने कहा कि नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में जोड़ा जायेगा। उन्होंने शिक्षा और विद्या में फर्क बताया। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि बगैर आत्म-विश्वास के आगे नहीं बढ़ सकते। विद्यार्थी सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े। उन्होंने बताया कि सांसद के रूप में चिली में मैंने हिन्दी में भाषण दिया था। विश्वविद्यालय के कुलपति श्री मोहनलाल छीपा ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा को छोड़कर सभी पाठ्यक्रम हिन्दी में पढ़ाये जा रहे हैं। पाठ्यक्रम स्व-रोजगार आधारित हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को दीक्षा दिलायी। स्वामी गोविन्द देव गिरि ने कहा कि विश्व को ज्ञान का प्रकाश भारत ने दिया है। उन्होंने कहा कि देश को राजनैतिक स्वतंत्रता तो मिली लेकिन दिमागी स्वतंत्रता नहीं मिली। श्री गिरि ने कहा कि इस क्षेत्र में पहला प्रयास मध्यप्रदेश में किया गया है। इस दौरान शिक्षाविद्, शिक्षक, अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 15 मई को अमरकंटक में नर्मदा सेवा यात्रा के पूर्ण होने और सेवा कार्य के शुभारंभ का भव्य कार्यक्रम किया जायेगा। इसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं साधु-संत शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक यात्रा की स्मृतियों को सहेजने के लिये एक शिलालेख लगाया जायेगा और परिक्रमा गैलरी भी बनायी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल में यहाँ नर्मदा सेवा कार्य के शुभारंभ की तैयारियों के संबंध में बैठक ले रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में नर्मदा सेवा समितियों और नर्मदा तट के जिले और गाँवों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। संतों के आशीर्वाद से नर्मदा सेवा कार्य शुरू किया जायेगा। नर्मदा सेवा यात्रा की स्मृतियों को संजोने के लिये अमरकंटक में शिलालेख लगाया जायेगा। साथ ही यात्रा की विभिन्न जानकारियों की एक गैलरी भी बनायी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो जुलाई को नर्मदा किनारे वृहद वृक्षारोपण किया जायेगा। इसमें सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये एक बेवसाइट बनायी जायेगी, जिसमें लोग पंजीयन करायेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के खेतों में फलदार पौध-रोपण के लिये उद्यानिकी विभाग तथा वन भूमि में वृक्षारोपण के लिये वन विभाग नोडल विभाग होंगे। बैठक में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार तथा विभिन्न निगम-मंडलों के अध्यक्ष और पदाधिकारी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल और श्री एस.के.मिश्रा उपस्थित थे।
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मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद द्वारा स्वीकृत मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना और कौशल्या योजना प्रदेश में आगामी तीन मई को विधिवत प्रारंभ होगी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना और कौशल्या योजना का शुभारंभ समारोहपूर्वक शुरू किया जाए। मंत्रीगण अपने प्रभार और गृह जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में उपस्थित रहेंगे। मंत्रि-परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी मंत्रीगण से अपेक्षा की कि वे ग्रामोदय अभियान में 31 मई तक अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्रीगण ग्राम संसद में दो से तीन बार शामिल होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें। इसके साथ ही अपने जिलों में ग्राम संसद के आयोजन की समीक्षा भी करें। मुख्यमंत्री कन्या विवाह / निकाह योजना में मिलेगा स्मार्ट फोन कुष्ठ आश्रम में निवासरत परिवारों के लिए संस्था को 5000 रू. प्रति परिवार प्रति माह मंत्रि-परिषद के निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में महिलाओं के कौशल संवर्धन के लिए 'कौशल्या योजना' की मंजूरी दी गई। इस नई योजना में 2 लाख महिलाओं को प्रतिवर्ष अल्पकालीन कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा। योजना के लिए इस वित्तीय वर्ष में 254 करोड़ 78 लाख और अगले वित्तीय वर्ष में 274 करोड़ 34 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। मंत्रि-परिषद ने युवाओं के कौशल संवर्द्धन के लिए मुख्यमंत्री कौशल संवर्द्धन योजना द्वारा एक लाख 10 हजार प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित करने की मंजूरी दी। योजना क्रियान्वयन के लिए इस वर्ष 121 करोड़ 50 लाख रुपए और अगले वित्तीय वर्ष में 132 करोड़ 25 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई। मंत्रि-परिषद ने कन्याओं को संचार तथा नगद एवं अन्य संव्यवहार मोबाईल एप्लीकेशन से करने की सुविधा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना में कन्याओं को अतिरिक्त रुप से स्मार्ट फोन देने का निर्णय लिया। मंत्रि-परिषद ने 3 कुष्ठ आश्रम में निवासरत 108 परिवारों के लिए संस्था को 5000 रुपए प्रति परिवार प्रति माह देने का निर्णय लिया। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा अनुदानित महात्मा गांधी कुष्ठ आश्रम भोपाल, कुष्ठ सेवा आश्रम नंदा नगर इंदौर और करुणा सदन कुष्ठ निवारण संस्था राणापुर, झाबुआ में अतिरिक्त राशि संस्था परिवार के रहवास, पुनर्वास और बच्चों की शिक्षा एवं रोजगार पर व्यय की जायेगी। मंत्रि-परिषद ने राज्य वित्त आयोग के कार्य के सुचारु संपादन के लिए आयोग की कार्यकाल अवधि के लिए 23 अस्थायी पद के सृजन की मंजूरी दी। मंत्रि-परिषद ने वर्ष 2017-18 से आगामी 3 वर्ष के लिए रासायनिक खादों की व्यवस्था के लिए राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड) को राज्य की नोडल ऐजेंसी घोषित किया। मार्कफेड को रासायनिक उर्वरकों की व्यवस्था के लिए राज्य शासन द्वारा 850 करोड़ की शासकीय प्रत्याभूति उपलब्ध करवायी गई है। मंत्रि-परिषद ने डिंडौरी मध्यम सिंचाई परियोजना की 9920 हेक्टेयर रबी सिंचाई क्षमता के लिए 384 करोड़ 8 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी। परियोजना से जिला डिंडौरी के करंजिया और बजाग विकासखंड के 42 ग्राम सिंचाई से लाभान्वित होंगे। इससे ग्रामीण समूह पेयजल योजना के लिए भी जल उपलब्ध रहेगा । मंत्रि-परिषद ने टीकमगढ़ जिले में बानसुजारा वृहद सिंचाई परियोजना के स्वीकृत विशेष पुनर्वास पैकेज में अतिरिक्त लाभ देने का निर्णय लिया। निर्णय अनुसार 'सहमति से मकान क्रय के प्रकरणों में मकान का कलेक्टर द्वारा निर्धारित बाजार मूल्य देने के साथ बाजार मूल्य की 50 प्रतिशत राशि के समतुल्य अतिरिक्त पुनर्वास अनुदान देय होगा।' इस निर्णय के फलस्वरूप 2465 विस्थापित परिवारों को 16 करोड़ 75 लाख रुपए का अतिरिक्त पुनर्वास अनुदान प्राप्त होगा। मंत्रि-परिषद ने मंत्रियों की निजी स्थापना में पदस्थ विशेष सहायक/ निज सचिव/ निज सहायकों एवं मंत्रालय के अधिकारियों के विशेष वेतन में 30 जुलाई 2013 से वृद्धि करने का निर्णय लिया।
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शिवराज बोले -अवैध उत्खनन पर जुर्माना नहीं वाहन किया जाएगा राजसात नर्मदा सेवा यात्रा के 120वें दिन जबलपुर के ग्वारीघाट में जन-संवाद कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा के संरक्षण के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। दो जुलाई को लाखों लोग करोड़ों वृक्षों का रोपण नर्मदा के किनारे करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने बेतवा, क्षिप्रा और ताप्ती नदी को धार तोड़ते देखा है। यदि आप चाहते हैं कि नर्मदा की धार न टूटे तो किसी पर भरोसा मत करें आगे बढ़ें और इस यात्रा को जन आंदोलन बनाते हुए सम्पूर्ण विश्व में जनभागीदारी से किसी नदी के संरक्षण के लिए चलाया जाने वाला सबसे बड़ा अभियान बनाएं। साथ ही नर्मदा को अविरल बनाने के लिए 2 जुलाई को पौधों का रोपण अनिवार्यत: करें। जनसंवाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को आधुनिक भागीरथ की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा जीवनदायिनी तो है ही लेकिन इसके साथ ही मोक्षदायिनी भी है। नमामि देवि नर्मदे – नर्मदा सेवा यात्रा में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाह ने उपस्थित जन-मानस से नर्मदा के संरक्षण में सक्रिय सहभागिता निभाने का आव्हान किया। पद्म पुराण, मत्स्य पुराण में माँ नर्मदा के गौरव का बखान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बताया कि पदम पुराण, मत्स्य पुराण में माँ नर्मदा की गौरवगाथा का बखान है। जहां अन्य नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है वहीं माँ नर्मदा के तो दर्शन मात्र से पाप का नाश हो जाता है। माँ नर्मदा का महत्व बताते हुए श्री शाह ने कहा कि सनातन धर्म के इतिहास में भी इसका गौरवशाली उल्लेख है, क्योंकि कुछ कारण तो रहा होगा सनातन धर्म पर संकट आने पर आदिगुरू शंकराचार्य ने भी नर्मदा के किनारे ही धर्मावलम्बियों को एकत्रित कर आगे ले जाने का प्रयास किया। माँ नर्मदा के संरक्षण के लिए प्रारंभ की गई नर्मदा सेवा यात्रा की मुक्त कण्ठ से सराहना करते हुए श्री अमित शाह ने इसके सफल होने की कामना की। उन्होंने कहा कि इसके सफल होने से जहां मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र की जनता को लाभ होगा वहीं सम्पूर्ण देश की संस्कृति और धर्म को पुनर्जीवित करने की दिशा में यह सार्थक प्रयास साबित होगी। श्री शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अपने उद्बोधन में नर्मदा शुद्धिकरण के लिए बताए गए प्रयासों का सार्थक रूप से जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मुख्यमंत्री श्री चौहान लंदन की टेम्स और चीन की ली नदी की तरह नर्मदा को भी शुद्ध नदियों की सूची में शामिल करवाने की दिशा में कार्य करें। इतनी ही तेजी से होगा गंगा शुद्धिकरण का कार्य श्री शाह ने गंगा नदी के संरक्षण व संवर्धन के लिए चलाए जा रहे नमामि गंगे अभियान की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस अभियान की तरह ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री भी माँ गंगा के शुद्धिकरण के लिए तेजी से कार्य करेंगे। 15 मई को प्रधानमंत्री की उपस्थिति में नर्मदा सेवा यात्रा का होगा समापन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 15 मई को माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में इस यात्रा का समापन होगा। समापन के दौरान देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। समापन समारोह के बाद यात्रा समाप्त नहीं होगी। इसका नया आगाज होगा जिसके तहत ही 2 जुलाई को नर्मदा के किनारे वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा। अवैध उत्खनन पर जुर्माना नहीं वाहन किया जाएगा राजसात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान शासन के एक सख्त निर्णय की जानकारी भी मंच से दी। उन्होंने कहा कि अवैध उत्खनन को सरकार सख्ती से रोकेगी। अवैध उत्खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अवैध खनन करते पाए जाने पर जुर्माना करके वाहन नहीं छोड़े जाएंगे बल्कि वाहन सीधे राजसात किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में नशामुक्ति सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। जिन जिलों में सामूहिक रूप से नशामुक्ति का संकल्प लिया जाएगा वहां शराबबंदी कर दी जाएगी। इतना ही नहीं चरणबद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में शराबबंदी की जाएगी। पौधों की होगी मॉनीटरिंग मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पौध-रोपण में रोपे गए पौधे सुरक्षित रहें इसकी भी प्रभावी मॉनीटरिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीवेज का पानी नदी में नहीं मिलने दिया जाएगा। उसे ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाकर ट्रीट करने के बाद खेतों में पहुंचाया जाएगा। नर्मदा प्रेरणा देने वाली नदी जनसंवाद में केन्द्रीय कोयला एवं ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि नर्मदा पूज्यनीय और प्रेरणा देने वाली नदी है। हमारी न जाने कितनी पीढ़ियों को माँ नर्मदा ने जीवित रखा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से नर्मदा संरक्षण के प्रयास की केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह प्रयास भारतीय संस्कृति को तो बचाएगा ही साथ ही प्रकृति की रक्षा भी करेगा। जल और बिजली के क्षेत्र में मध्यप्रदेश सरकार ने उठाए सार्थक कदम जो बनेंगे मिसाल केन्द्रीय कोयला एवं ऊर्जा मंत्री श्री गोयल ने जल और बिजली के क्षेत्र में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री की मंशानुरूप प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन दिया है। जहाँ नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से माँ नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने का अभियान राज्य सरकार चला रही है वहीं सौर ऊर्जा के ऐसे प्रोत्साहन से प्रदूषण मुक्त बिजली भी प्रदेश को मिलेगी। देश के सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक सुरेश वाडकर ने भी नर्मदा बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए उपक्रम नर्मदा सेवा यात्रा की सराहना की। उन्होंने कहा कि जल को बचाना हम सबका फर्ज है। पुस्तक व विशेषांक का किया विमोचन, श्री बेगड़ का किया सम्मान जनसंवाद कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा प्रसिद्ध स्तंभकार व लेखक श्री विठ्ल सी. नादकर्णी तथा छाया चित्रकार श्री हरि माहिधर की पुस्तक नमामि देवि नर्मदे – हितैषी माँ नर्मदा यात्रा का अनावरण किया गया। साथ ही नर्मदा यात्रा पर प्रकाशित दैनिक जयलोक के विशेषांक का भी विमोचन हुआ। कार्यक्रम में श्री अमृतलाल बेगड़ का भी सम्मान उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया। श्री शाह ने थामा ध्वज तो श्री चौहान ने उठाया पवित्र कलश ग्वारीघाट में आयुर्वेद महाविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुँचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने जहां नर्मदा सेवा यात्रा का ध्वज थामा वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पवित्र कलश उठाया। दोनों ही अतिथियों ने ध्वज और कलश को लाकर माँ नर्मदा की प्रतिमा के सम्मुख स्थापित कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद रहीं। स्वागत भाषण सांसद श्री राकेश सिंह ने दिया। कार्यक्रम का संचालन यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार ने किया। इस दौरान प्रदेश के वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस, चिकित्सा शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री शरद जैन, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लाल सिंह आर्य, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नंद कुमार सिंह चौहान, विधायक अंचल सोनकर, प्रतिभा सिंह, नंदिनी मरावी, सुशील तिवारी इंदु व अशोक रोहाणी, समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती पद्मा शुक्ला, गौपालन एवं पशु संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश्वरानंद जी महाराज, जगतगुरू श्यामदेवाचार्य जी, यूएनआरसी के प्रतिनिधि मिस्टर यूरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ग्वारीघाट में माँ नर्मदा की महाआरती में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ जबलपुर नर्मदा तट के प्रसिद्ध और मनोरम ग्वारीघाट में माँ नर्मदा की महाआरती में शामिल हुए। महाआरती में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह भी शामिल हुए। उन्होंने श्रद्धापूर्वक माँ नर्मदा की पूजा अर्चना की। कार्यक्रम में नर्मदाअष्टक और नर्मदा जी की आरती का संगीत के साथ समवेत स्वर में गान किया गया। महाआरती में जन-प्रतिनिधि, साधु-संत और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में नागरिक गण और नर्मदा भक्त मौजूद थे। नर्मदा के मनोरम तट ग्वारीघाट पर आज भव्य नर्मदा आरती का आयोजन किया गया। ग्वारीघाट को अच्छी तरह से सजाया गया था।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सौर ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा है। श्री चौहान ने यह बात आज रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्रोजेक्ट एग्रीमेंट के अवसर पर कही। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री वैंकेया नायडू ने कहा कि सरकार ने प्रदेश को नई पहचान दिलाई है। केन्द्रीय राज्य मंत्री नवकरणीय ऊर्जा श्री पीयूष गोयल ने कहा कि रीवा परियोजना देश में सोलर ऊर्जा के आदर्श मानक के रूप में स्वीकार की गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सोलर एनर्जी के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य होगा। नवरकणीय ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा है। इस क्षेत्र में राज्य में तेजी से कार्य हो रहा हैं। रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना ने सौर ऊर्जा उत्पादन और उपयोग की नई राहें दिखाई हैं। उन्होंने कहा कि विकास के लिए सड़क, बिजली और पानी आधारभूत आवश्यकताएँ हैं। राज्य सरकार ने जिम्मेदारी के साथ विकास का मार्ग चुना है। ताकि भावी पीढ़ी के प्राणियों के समक्ष अस्तित्व का प्रश्न खड़ा नहीं हो। इसी दिशा में प्रदेश में पर्यावरण चेतना का प्रकल्प नर्मदा सेवा यात्रा संचालित है। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को विजनरी लीडर मिला है, जो दुनिया के आइकॉन बन गये हैं। मध्यप्रदेश उनके सपनों को पूरा करने के लिए संकल्पित है। प्रधानमंत्री के एक लाख मेगावॉट सोलर ऊर्जा के लक्ष्य की पूर्ति में प्रदेश कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेगा। उन्होंने रीवा परियोजना को देश में सौर ऊर्जा की न्यूनतम दर मिलने पर कहाकि दृढ़ संकल्प, मजबूत इरादे, पारदर्शी प्रक्रिया और ईमानदार नीयत के साथ किये गये प्रयासों का प्रतिफल है। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री एम. वैंकेया नायडू ने कहाकि पहले मध्यप्रदेश देश का ऐसा विशिष्ट राज्य था जो संसाधनों में सम्पन्न किन्तु राजनीति में बीमारू था। अब प्रदेश की गतिशील सरकार ने राज्य को नई पहचान दिलाई है। रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना की नीलामी में फ्रांस, जापान, इटली, सिंगापुर सहित 6 अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह चमत्कारिक परिवर्तन सरकार के संकल्प और ईमानदार समर्पण का प्रतिफल है। उन्होंने प्रदेश में नगरीय विकास के प्रयासों की भी सराहना की, कहा कि स्मार्ट सिटी के प्रथम चरण में चयनित 20 में प्रदेश के 7 नगरों का चयन सरकार की विकास प्रतिबद्धता को दिखाता है। अमृत योजना में भी मध्यप्रदेश अग्रणी है। उसने सबसे पहले पाँच वर्ष की योजना बनाकर उसका अनुमोदन भी करवा लिया है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिये नर्मदा की सेवा जरूरी है। यह अत्यंत पवित्र प्रयास है। उन्होंने 12 करोड़ पौधे रोपित किये जाने की पहल की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में न्यू इंडिया का निर्माण हो रहा है। सबका साथ, सबका विकास में विकास के लाभ सब तक पहुँचे, उसमें सबकी सहभागिता हो, इस दिशा में प्रभावी कार्रवाई हो रही है। फलस्वरूप काम करने वाले अनजाने चेहरों को पदम पुरस्कार मिला है। एक करोड़ 20 लाख परिवारों द्वारा गैस सब्सिडी स्वेच्छा से छोड़ने की पहल हुई है। प्रधानमंत्री विकास के हर क्षेत्र में कार्य करवा रहे हैं। स्वतंत्रता के सत्तर वर्षों में भी जहाँ 18 हजार से अधिक गाँवों में बिजली नहीं पहुँच पायी थी वहीं अब अगले वर्ष तक सभी गाँव विद्युतीकृत हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि योजनाएँ दिल्ली में नहीं गली में बने, विकास की इस रणनीति पर केन्द्र सरकार कार्य कर रही है। केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नव एवं नवकरणीय ऊर्जा श्री पीयूष गोयल ने रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट को देश-दुनिया के लिए मिसाल बताते हुए कहा कि प्राजेक्ट देश में आदर्श मानक के रूप में स्वीकार किया गया है। अतिशेष विद्युत उपलब्धता के बावजूद मध्यप्रदेश ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जो पहल की है वह सरकार की पर्यावरण के प्रति संवेदना और नव एवं नवकरणीय ऊर्जा के प्रति दूरदृष्टि की परिचायक है। उन्होंने कहा कि देश में सोलर ऊर्जा की न्यूनतम दर प्राप्त कर राज्य ने दिखा दिया है कि निर्णायक नेतृत्व, सहभागिता, परिणामोन्मुखी प्रयास, पारदर्शी प्रक्रिया, समयबद्ध कार्य, वित्तीय नवाचार, तकनीक और ईमानदार नीयत के साथ अकल्पनीय लक्ष्यों और परिणामों को भी प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से प्रगति कर रहा है। नवकरणीय ऊर्जा की उपलब्धता 370 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। देश में वर्ष 2014 में 2600 की तुलना में आज 12,200 मेगावॉट नवकरणीय विद्युत उपलब्ध है। देश में वर्ष 2017 के अंत तक 20 हजार मेगावॉट विद्युत की उपलब्धता हो जायेगी जो पूर्व निर्धारित लक्ष्य का पाँच गुना होगी। इंटरनेशनल फाइंनेस कॉर्पोरेशन की प्रतिनिधि सुश्री इसाबेल चैटरटन ने बताया कि स्वच्छ पेयजल, शिक्षा और रोजगार के लिए विद्युत आवश्यक है। इसकी अंतिम छोर तक उपलब्धता में संस्थान द्वारा सहयोग किया जाता है। उन्होंने रीवा परियोजना को टिकाऊ विकास का प्रभावी प्रयास बताया। रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड के चेयरमेन श्री मनु श्रीवास्तव ने परियोजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परियोजना में कई कार्य देश में पहली बार हुए हैं। निवेश को सुरक्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा गारंटी देने, वितरण बिन्दु रीवा को बनाने और राज्य सरकार की भूमिका में वृद्धि जैसे नवाचार हुए हैं। पारदर्शी प्रक्रियाओं, वित्तीय और संस्थागत नवाचारों के फलस्वरूप देश में सौर ऊर्जा की सबसे कम प्रति यूनिट दर 2 रूपये 97 पैसे की दर प्राप्त करने की सफलता मिली। इस अवसर पर रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना संचालन से जुड़ी कंपनियों महिन्द्रा रीन्यूबेल्स प्राइवेट लिमिटेड, एम.पी. पॉवर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, एन आर ई वित्त विभाग म.प्र. शासन, महिन्द्रा सोलेनर्जी एग्री पॉवर लिमिटेड द्वारा अलग-अलग पी.पी.ए., आई.एस.ए, एल.यू.पी.ए.एस. और राज्य गारंटी से संबंधित प्रतिनिधियों के मध्य 17 इकरारनामे हस्ताक्षरित हुए। कार्यक्रम में उद्योग एवं खनिज मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, ऊर्जा मंत्री श्री पारसचंद जैन, ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष श्री व्ही.एस सिसोदिया एवं संबंधित कपंनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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जन-संवाद कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आरंभ की गई नर्मदा सेवा यात्रा हमारे अस्तित्व के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। प्रो. सोलंकी रविवार को जबलपुर नगर में सेवा यात्रा के जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जन-जन को यात्रा से जुड़ कर इसे एक विराट जनान्दोलन का स्वरूप देने के लिए आगे आना होगा। राज्यपाल प्रो. सोलंकी ने कहा कि प्रत्येक सरकार का कर्त्तव्य है कि उसके क्षेत्र में सर्वतोमुखी विकास सुनिश्चित हो। मध्यप्रदेश में एक प्रतिबद्ध और जन-सेवा को समर्पित सरकार के ईमानदार प्रयासों से प्रदेश की तस्वीर बदली है। पिछड़े प्रदेश के रूप में जाने जाने वाले मध्यप्रदेश ने विकास की दिशा में इतनी लम्बी छलांग लगाई है कि आज प्रदेश के सर्वतोमुखी विकास को देख सब आश्चर्यचकित हैं। प्रो. सोलंकी ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा न केवल प्रदेश और देश वरन सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित कर रही है। प्रो. सोलंकी ने कहा कि मनुष्य का अस्तित्व जल, जंगल, जमीन, जानवर, जलवायु और जन पर निर्भर है। इस परिप्रेक्ष्य में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सबके भविष्य की चिन्ता की और नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से मानव के अस्तित्व को खतरे से बचाने के सिलसिले में महत्वपूर्ण पहल की। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि श्री चौहान द्वारा आरंभ यह जनान्दोलन एक प्रभावशाली जन-जागरण अभियान साबित होगा। जनसंवाद में श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि नर्मदा यात्रा नदी संरक्षण का दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है। उन्होंने कहा कि यात्रा आज सरकार एवं संत समाज के प्रबल प्रयासों से एक जनान्दोलन का स्वरूप ले चुकी है। समाज के सभी वर्ग, धर्म और क्षेत्र के लोग इसमें योगदान दे रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने नर्मदा को अविरल रूप से प्रवाहमान बनाने के उद्देश्य से तय किया है कि 2 जुलाई को नर्मदा जी के तटों पर 5 करोड़ वृक्ष लगाए जाएंगे। उन्होंने नर्मदा तटों से 5 किलोमीटर की दूरी तक नशाबंदी की दिशा में सरकार की पहल और अभियान के बाद आने वाले समय में नर्मदा संरक्षण के प्रयासों को जारी रखने के लिए गठित की जा रही नर्मदा सेवा समितियों का भी उल्लेख किया। इसके पूर्व सिन्धी धर्मशाला के सभागार में राज्यपाल प्रो. सोलंकी का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया गया। प्रो. सोलंकी ने नर्मदा ध्वज और कलश का पूजन कर कन्या-पूजन भी किया। अंत में राज्यपाल प्रो. सोलंकी ने उपस्थित जन-समुदाय को नर्मदा जी के संरक्षण के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ वृक्षारोपण, स्वच्छता, जल संरक्षण, प्रदूषण की रोकथाम, जैविक खेती को प्रोत्साहित करने, फलदार व छायादार वृक्षों एवं कृषि वानिकी के लिए उपयोगी पौधों को रोपने का संकल्प दिलाया। उन्होंने माँ नर्मदा की निर्मलता को अक्षुण्ण बनाए रखने का हरसंभव प्रयास करने एवं जन-समुदाय को भी इस दिशा में प्रेरित करने का भी आव्हान किया। इस मौके पर वन, योजना, आर्थिक-सांख्यिकी एवं जिला प्रभारी मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री शरद जैन एवं पूर्व मंत्री श्री अजय विश्नोई, महामण्डलेश्वर अखिलेश्वरानंद महाराज, यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार तथा जन अभियान परिषद् के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डे भी मौजूद थे।
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विज्ञान एवं प्रद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने न्यू मार्केट में एसबीआई के सामने गणेश चौक में महिलाओं की स्कूटी के लिए पिंक पार्किंग का भूमि-पूजन भी कर दिया । श्री गुप्ता ने कहा कि पूरे न्यू मार्केट को एयर कंडीशन और स्मार्ट मार्केट बनायें। उन्होंने कहा कि ग्राहकों को जितनी अधिक सुविधा देंगे, व्यापार उतना अधिक बढ़ेगा। श्री गुप्ता ने कहा कि मार्केट के विकास के लिए पूरा सहयोग दिया जायेगा। पिंक पार्किंग में शापिंग के लिए ट्राली भी मिलेगी। पार्किंग में महिलाओं के एक साथ लगभग 200 दो- पहिया वाहन खड़े हो सकेंगे। पिंक पार्किंग लगभग 10 लाख की लागत से न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ द्वारा बनायी जा रही है। टाप एंड टाउन के पास भी इस तरह की पार्किंग विकसित की जायेगी।राजस्व मंत्री गुप्ता ने हनुमान मंदिर के पास जवाहर चौक में प्याऊ का शुभारंभ किया। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस की सजगता के कारण आज पूरा प्रदेश शांति का टापू बना हुआ है। माताएँ-बहनें निर्भीक रूप से कहीं भी आ-जा सकती हैं। पुलिस के जवान प्रदेश में शांति, कानून और व्यवस्था बनाये रखने में अपना योगदान दे रहे हैं। उनके परिवार के लिये आवास और अन्य सुविधाओं को उपलब्ध करवाने का कार्य प्रदेश सरकार का है। पुलिस जवानों के लिये 25 हजार मकान स्वीकृत किये गये हैं। दो वर्ष में ही यह 15 मंजिला इमारतें तैयार की जायेंगी। आधुनिक तरीके से इन इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें सर्व-सुविधायुक्त व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस हाउसिंग बोर्ड कार्पोरेशन के महेश गार्ड लाइन इंदौर स्थित 15वीं बटालियन में भूमि-पूजन कार्यक्रम में कही। वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, महापौर श्रीमती मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़, मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड के चेयरमेन श्री कृष्णमुरारी मोघे, विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता, सुश्री उषा ठाकुर, श्री राजेश सोनकर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'यह भवन पुलिस के जवानों के लिये ही नहीं वरन उन भाँजे-भाँजियों के लिये बना रहे हैं जो अपने पिता-पुत्र,भाई-बहन आदि को पुलिस की नौकरी के जरिये समाज-सेवा के लिये क्रियाशील और उर्जावान रखते हैं। मध्यप्रदेश की पुलिस ने अभूतपूर्व कार्य किये हैं। इनमें सबसे प्रमुख कार्य चम्बल के बीहड़ों को डाकूविहीन कर विकास के नये मार्ग तैयार करना है। अब चम्बल में डाकू नहीं विकास का रोडमैप तैयार हो रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस ने प्रदेश में नक्सलवाद को फैलने नहीं दिया। नक्सलियों को प्रदेश की सीमा के बाहर ही रोक दिया है। सिमी जैसे आंतकवादी संगठनों के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस जवानों के बेटा-बेटी की उच्च-स्तरीय पढ़ाई के लिये आवश्यकता होने पर सरकार संसाधन के साथ राशि भी उपलब्ध करवाने के प्रयास करेगी। पुलिस का जवान अपने कर्म से समाज-सेवा के लिये 24 घण्टे क्रियाशील रहता है। परिवार और बच्चे-बच्चियों को पूरा समय नहीं दे पाता है। पुलिस की नौकरी वास्तव में समाज-सेवा का सबसे बड़ा उदाहरण है। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि शुक्ला ने पुलिस परिवार के लिये 25 हजार मकान स्वीकृत करवाने के लिये मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 12 हजार से अधिक पुलिस जवानों की भर्ती की जा रही है। कानून-व्यवस्था बनाये रखना एक महती जिम्मेदारी है, जिसे पुलिस जवानों ने बेहतर तरीके से निभाया है। पुलिस हाउसिंग बोर्ड के महानिदेशक श्री सरबजीतसिंह ने कहा कि प्रदेश में पहली बार 15 माले की बहुमंजिला इमारत का निर्माण इंदौर में किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से 944 मकान पुलिस को उपलब्ध करवाये जायेंगे। यह प्रोजेक्ट पूरी तरह ईको-फ्रेण्डली है, जिसमें सौर उर्जा के माध्यम से विद्युत सप्लाई की व्यवस्था की जायेगी। यह दो वर्ष में पूर्ण होगा। इससे पुलिस जवानों की आवासीय समस्या को हल करने में मदद मिलेगी। इंदौर में मुख्यमंत्री पुलिस आवास योजना में मोनोलेथिक शियर वॉल टेक्नालॉजी का प्रयोग प्रथम बार किया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज इंदौर जिले के महू-अम्बेडकर नगर के नजदीक ग्राम गवली पलासिया निवासी उदयराज पिता सीताराम द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में बनाये गये आवास के गृह प्रवेश में शामिल हुए। गृह प्रवेश कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को पाकर उदयराज की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुख्यमंत्री ने उदयराज को शुभकामनाएँ दी। उदयराज का नया पक्का मकान 45 दिनों में बनकर तैयार हुआ है। इसके लिए उन्हें एक लाख 35 हजार रूपये तीन किस्त में दिये गये। वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, नर्मदा घाटी विकास (स्वतंत्र प्रभार) सामान्य प्रशासन और विमानन राज्य मंत्री श्री लालसिंह आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार एवं अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। लगभग 45 दिन पहले गवली पलासिया के उदयराज मात्र दो चारपाई लगने वाले अपने कच्चे घर में रहते थे। वे गाँव के ही किशन पटेल के घर ट्रेक्टर चालक के रूप में काम करते रहे। बढ़ती उम्र में उनकी पीठ और हाथ के जोड़ों में एठन होने लगी। उन्होंने बताया कि हर बारिश में उन्हें मकान की चिंता सताती रहती थी। प्रधानमंत्री आवास मिशन में पहला मकान उनका बना, इसलिए उन्हें और भी खुशी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान गृह प्रवेश कार्यक्रम में हवन वेदिका पर बैठे। इसके पहले मुख्यमंत्री ने व्हील-चेयर पर बैठे उदयराज को फूलमाला पहनाई।
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औबेदुल्लागंज में भागवत कथा में मुख्यमंत्री शिवराज हमारे संतों ने मानव जीवन का एक मात्र लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति और लोक कल्याण बताया है। उन्होंने ईश्वर प्राप्ति के तीन मार्ग बताए हैं जिसमें एक ज्ञान मार्ग, दूसरा भक्ति मार्ग और तीसरा कर्म मार्ग है। मैं कर्म का मार्ग अपनाकर जीवनभर लोगों के समग्र विकास और कल्याण के लिए काम करता रहूँगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने औबेदुल्लागंज में प्रसिद्ध साध्वी आस्था भारती की भागवत कथा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते मेरा कार्य केवल प्रदेश का विकास करना ही नहीं है बल्कि लोगों के सुख और कल्याण की चिंता करना भी है। लोगों की उन्नति और तरक्की के लिए मैं जीवनभर काम करता रहूँगा। श्री चौहान ने कहा कि कर्म मार्ग द्वारा ईश्वर प्राप्ति का आशय यह है कि डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, व्यापारी, राजनीतिज्ञ आदि सभी लोगों को, जो जिस पेशे में है वह अपना कार्य पूरी ईमानदारी और निष्ठा से लोक कल्याण के लिए करें। कर्म के इस मार्ग से भी ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी के स्वस्थ्य और सुखद भविष्य के लिए नदियों और पर्यावरण का संरक्षण करना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा अभियान एक बहु-उद्देश्यीय अभियान है, जिसे जनता की सक्रिय भागीदारी से सफल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा के दोनों तटों पर एक-एक किलोमीटर की दूरी तक सघन वृक्षारोपण किया जायेगा। श्री चौहान ने बताया कि 2 जुलाई को लाखों लोग नर्मदा के तट पर करोड़ों पेड़ लगायेंगे। उन्होंने कहा कि नर्मदा में मिल रहे दूषित जल को रोकने के लिए कार्य-योजना बनाई जा रही है। नर्मदा तट के सभी गाँवों में मुक्तिधाम और शौचालय बनाये जा रहे हैं। नर्मदा घाटों पर स्नान के लिए आने वाली माता-बहनें सम्मानजनक ढंग से वस्त्र बदल सके, इसके लिए चेंजिंग-रूम भी बनाये जायेंगे।
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“नमामि देवि नर्मदे” - सेवा यात्रा आज जबलपुर के शहपुरा विकास खंड के बिलपठार ग्राम में पहुँची। यहाँ यात्रा का जन-जन ने स्वागत किया। इसके बाद विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह ने नर्मदा सेवा यात्रा समिति बिलपठार, रमखिरिया के सदस्यों की घोषणा की। उन्होंने जन-समुदाय को नर्मदा रक्षा का संकल्प भी दिलवाया। कमलगिरि बने तिलक बाबा श्री कमलगिरि अब तिलक बाबा के नाम से जाने जाते हैं। वे महेश्वर जिला खरगोन से नर्मदा यात्रा में 4 मार्च को शामिल हुए और यात्रा के अगले पड़ाव पहुँचने के पहले पहुँच कर लोगों को तिलक लगा रहे हैं। उन्होंने स्वयं की गाड़ी से लगभग एक हजार किलोमीटर और लगभग ड़ेढ लाख लोगों को तिलक लगाया है। वह यात्रा मार्ग में काँटें आदि की साफ-सफाई भी स्वेच्छा से कर रहे हैं। श्री विनय सिंह ने बताया कि उनके चंदन के तिलक से ठंडक प्राप्त होती है। लोग उनसे खुशी-खुशी तिलक लगवा रहे हैं। संत अखिलेश्वरानंद जी महाराज ने जन-संवाद में यात्रा का अध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि पर्यावरणविद पर्यावरण की रक्षा करने को कहते हैं, यह कार्य प्रकृति के साथ छेड़-छाड़ नहीं करने से ही हो सकता है। इसके लिए पॉलीथिन का उपयोग करना मानव को बंद करना होगा। महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा यात्रा के उद्देश्य में स्वच्छता, पौध-रोपण, नशामुक्ति का संकल्प आदि का समावेश कर यात्रा को अभियान का रूप दिया है। उनके संकल्प के साथ उनकी पत्नि श्रीमती साधना सिंह यात्रा में शामिल रहती हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी पत्नि द्वारा गोमती नदी के संरक्षण के लिए जिस प्रकार सत्-युग में मनु-सतरूपा ने काम किया था, उस प्रकार नर्मदा की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं। उनके साथ ऋषि-मुनि भी इस अभियान में जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री का संकल्प आज जन-जन का संकल्प बन गया है। उन्होंने नशामुक्ति के लिए शराबबंदी कर मुख्यमंत्री राजस्व संग्रहण का जल्द ही दूसरा विकल्प भी ढूंढेंगे। नर्मदा की निर्मल अविरल धारा के लिए यह अभियान अनुष्ठान बन गया है और अनुष्ठान से शक्ति प्राप्त होती है। महाराज ने कहा कि 2 जुलाई को एक करोड़ पौध-रोपण का काम किया जाएगा, जो 15 करोड़ पौधे लगाकर पूरा होगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री ने जनता, संत-महात्मा और शासन-प्रशासन का त्रिभुज बनाया है। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को महामंडलेश्वर बोलना चाहिए। उनकी वाणी से धारा-प्रवाह सदवचन निकलते हैं। यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार ने कहा कि माँ नर्मदा से प्राप्त बिजली से प्रदेश रोशन हो रहा है। नर्मदा-जल से प्रदेश की जल आपूर्ति हो रही है और प्रदेश की 60 प्रतिशत भूमि को सिंचित कर भोजन की व्यवस्था कर रही है। ऐसी बिजली, पानी और भोजन देने वाली नर्मदा की जन-जन को चिंता करनी होगी। वृक्ष नर्मदा के लिए बैंक का काम करते हैं। वृक्षों के जरिए ही नर्मदा को जल प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि किसानों को रसायनिक कृषि छोड़कर जैविक कृषि अपनानी होगी। संचालन जिला भाजपा (ग्रामीण) अध्यक्ष श्री शिव पटेल ने किया। कार्यक्रम में लोगों के हाथों में स्वच्छता का संदेश दिखा। इस मौके पर मंडी अध्यक्ष श्री नीरज सिंह, सरपंच, जन-प्रतिनिधि सहित जन-समुदाय उपस्थित था।
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सफेद शेर विन्ध्य की शान है। मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी बनने से विन्ध्य का गौरव वापस आया है। इस सफारी को विश्व की सर्वश्रेष्ठ टाइगर सफारी में से एक बनाया जाएगा। रीवा के निकट सतना जिले में स्थित महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव व्हाइट टाइगर सफारी मुकुन्दपुर में भ्रमण के समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात कही। इस दौरान मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह, उद्योग-वाणिज्य और खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता शुक्ल मौजूद थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निश्चित ही मध्यप्रदेश सरकार मुकुन्दपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी को दुनिया की श्रेष्ठ सफारी में से एक बनायेगी। इसके लिये अगले सप्ताह भोपाल में उच्च-स्तरीय बैठक बुलायी जावेगी। इस सफारी को श्रेष्ठतम बनाने संबंधी निर्णय लिये जायेंगे। सफारी एवं जू के लिये किसी भी स्तर पर धन की कमी नहीं होने दी जायेगी। उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस व्हाइट टाइगर सफारी के लिये जैसी कार्य-योजना बनायी है और जैसी उनकी कल्पना है उसी अनुरूप इस सफारी को स्वरूप प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने परिवार से साथ मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी एवं जू-रेस्क्यू सेन्टर का आनन्द उठाया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान रीवा में सफेद शेर के इतिहास के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि विभिन्न स्थान पर जो भी सफेद शेर हैं, वे सभी विन्ध्य अंचल में जन्में सफेद शेर मोहन के वंशज हैं। मोहन को महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव ने विन्ध्य के जंगल से पकड़ा था। उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने लम्बे समय के अन्तराल के बाद सफेद शेर को विन्ध्य की धरती पर वापस लाकर सराहनीय काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हुई कि इस सफारी में विदेशी पर्यटकों की रूचि बढ़ी है और उन्होंने यहाँ आकर सफेद शेर देखा है। उन्होंने निर्देश दिये कि सफेद शेर, बंगाल टाइगर और अन्य वन्य-प्राणियों की समुचित देखभाल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की निगरानी में ऐसे प्रयास हों कि सफेद शेर का कुनबा बढ़े। मुकुन्दपुर का क्षेत्र सफेद शेरों का प्राकृतिक रहवास है। जलवायु उनके अनुकूल है। मुख्यमंत्री ने सफेद शेरनी विन्ध्या और बंगाल टाइगर और अन्य वन्य-प्राणियों को देखकर खुशी जाहिर की। मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान ही रीवा में गत वर्षा ऋतु के समय आयी भीषण बाढ़ को रोकने के उपायों के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि रीवावासियों को बाढ़ की भीषण आपदा से बचाने के लिये हर सम्भव उपाय करने में शीघ्रता लायी जानी चाहिये। उद्योग मंत्री श्री शुक्ल, सम्भागायुक्त श्री एस.के. पॉल और कलेक्टर श्री राहुल जैन ने बाढ़ की विभीषिका को रोकने के लिये अब तक किये गये प्रयास और कार्यों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
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शराब के अवैध विक्रय पर कठोरतम कार्रवाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शराब के अवैध विक्रय के प्रकरणों में कठोरतम कार्रवाई की जाये। इसे सख्ती से रोकने के लिये और अधिक कठोर दांडिक प्रावधान भी किये जा सकते हैं। श्री चौहान आज समाधान ऑनलाईन के दौरान प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश चरणबद्ध तरीके से शराबबंदी की ओर अग्रसर है। नर्मदा तट के किनारों पर स्थित शराब की दुकाने बंद हो गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग, रिहायशी इलाकों, धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों के निकट शराब की दुकानें और जिनसे नागरिकों को दिक्कत हो रही है, उन्हें स्थानांतरित करें। इसमें किसी प्रकार की हीला-हवाली नहीं होनी चाहिये। अधिकारी राजस्व के लिए शराब दुकानों के संचालन की मानसिकता को बदलें। सरकार जनता की है। शराब विक्रेताओं की नहीं। महिलाओं की इज्जत और जिन्दगी से बढ़कर कुछ नहीं है। सामान्यत: देखा गया है कि छेड़-छाड़ आदि की अपराधिक गतिविधियों के मूल में शराब होती है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को दिक्कत हो ऐसी दुकानें यदि स्थानांतरित नहीं हो सकती हैं तो उन्हें वैधानिक तरीके से बंद करने की कार्रवाई की जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टरों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि बुन्देलखंड पैकेज में निर्मित कोई भी नल-जल योजना बंद नहीं रहे। उन्होंने कहा कि आगामी एक मई से प्रदेश में पॉलीथिन थैली का उपयोग बंद हो जायेगा। जनजागृति और पॉलीथिन थैलियों के विकल्प के रूप में कागज और कपड़े की थैलियों की उपलब्धता की अग्रिम कार्रवाई करें। उन्होंने नरवाई की आगजनी में व्यक्तियों की मृत्यु की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस विषय में किसानों को जागृत करें। ताकि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। उन्होंने कहा कि ग्रामोदय अभियान के दौरान 17 अप्रैल को प्रदेश की सभी पंचायतों में ग्राम सभाओं का आयोजन किया जायें। मुख्यमंत्री स्वयं किसी एक ग्राम की सभा में शामिल होंगे। ग्राम सभा को संबोधित करेंगे, जिसका सभी जगह प्रसारण होगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में एक मई को आदि शंकराचार्य जयंती समारोह आयोजित होंगे। श्री चौहान ने समाधान ऑनलाइन के दौरान ग्यारह आवेदकों की समस्याओं का समाधान करवाया। रीवा जिले की छात्रा कुमारी अनूपा सिंह बागरी को पाँचवें-छठवें सेमेस्टर की अंकसूची में विलंब के प्रकरण में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के अधिकारियों के विरूद्ध दीर्घशास्ति अधिरोपित करने के निर्देश दिये। श्री राजेन्द्र सिंह के प्रकरण में मुख्यमंत्री को भू-अभिलेख की नकल एक माह में उपलब्ध करवाने की जानकारी कलेक्टर द्वारा दी गई। उज्जैन की श्रीमती लीलाबाई के खेत पर जाने के मार्ग पर अतिक्रमण के प्रकरण में श्री चौहान ने संभागायुक्त को जाँच कर कार्रवाई के निर्देश दिये। उन्होंने मंडला जिले के श्री घनश्याम कुड़ापे की समिति को माध्यमिक शिक्षा मंडल में जमा 25 हजार की राशि मिलने में विलंब के कारणों का परीक्षण करने और प्रक्रियाओं को सरल बनाने के निर्देश दिये। भोपाल के श्री उमाशंकर रघुनंदन मिश्रा के सिक्योरिटी सर्विसेज लायसेंस आवेदन निरस्ती मामले में शासन को आवेदन करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री को बताया गया कि सतना की दिव्यांग श्रीमती रोशनी सिंह को विवाह प्रोत्साहन योजना की राशि 50 हजार के भुगतान में विलंब के लिए दोषी सहायक ग्रेड-तीन बृजबिहारी शुक्ला को निलंबित और अरूणेश पाण्डेय और उप संचालक सामाजिक न्याय की दो वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की कार्रवाई की गई है। गुना के श्री मांगीलाल धाकड़ को पिता की मृत्यु पर जनश्री बीमा योजना के तहत 30 हजार रुपये की बीमा राशि भुगतान में विलम्ब के प्रकरण में बताया गया कि कोटा जिले से मृत्यु प्रमाण नहीं मिल पाने से विलम्ब हुआ है। होशंगाबाद के श्री केसरी दायमा को इंदिरा आवास की द्वितीय किश्त राशि 35 हजार का भुगतान प्राप्त हो गया है। रायसेन जिले के बबलू के कूप निर्माण का भुगतान एफ.टी.ओ. द्वारा करवा दिया गया है। सीहोर के श्री रविन्द्र सिंह ठाकुर को प्याज विक्रय की राशि त्रुटिवश दूसरे के खाते में जमा होने के कारण विलम्ब होने पर आवेदक को ब्याज सहित 23 हजार 70 रुपये का भुगतान करने की जानकारी दी गई। बताया गया कि टीकमगढ़ के श्री शिवरानारायण राजपूत के ग्राम पंचायत भानपुरा में स्पाट जलप्रदाय की कार्रवाई प्रगतिरत है। कार्यक्रम में श्री चौहान ने जिलों में संचालित वृहद निर्माण परियोजनाओं, चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल, पॉलिटेक्निक कॉलेज लटेरी, जिला विदिशा, पॉलिटेक्निक कॉलेज, बरेली, जिला रायसेन, 350 बिस्तर अस्पताल भवन विदिशा, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना- पश्चिम क्षेत्र, बमीठा-सतना रोड, सीधी-सिंगरौली रोड, मिंटो हॉल एवं कन्वेंशन सेंटर उन्नयन कार्य भोपाल, वल्लभ भवन एक्सटेंशन, भोपाल और जल संसाधन के मोहनपुरा मेजर प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की। कार्य-स्थल के चित्र भी देखे।
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'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा स्वर्णिम मध्यप्रदेश की आधार-शिला बनेगी। यात्रा के माध्यम से माँ नर्मदा ही नहीं अन्य नदियों के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता आएगी। नदियाँ यदि संरक्षित होंगी तो प्रदेश का विकास सुनिश्चित है। वक्ताओं ने यह बातें यात्रा के 115वें दिन जबलपुर जिले के ग्राम जमखार, गुदरई, सुनाचर, मनकेड़ी, कुसली, इमालिया, उमारिया, सुरई और नटवारा में जनसंवाद में कही। मुस्लिम भाइयों ने किया यात्रा का स्वागत जबलपुर जिले के ग्राम उमरिया में मुस्लिम भाइयों ने पुष्प-वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। श्री शेख रूस्तम खॉन ने सिर पर नर्मदा कलश रखकर यात्रा में सह-भागिता की। इनके साथ ही जमील भाई, अमील भाई, शेख बशीर ,शेख नूर मोहम्मद, शेख शुकरुद्दीन सहित अन्य मुस्लिम भाई यात्रा का ध्वज लेकर चले। जन-संवाद में महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद गिरि ने बताया कि नर्मदा नदी की उत्पत्ति भगवान शंकर के पसीने से हुई है। माँ नर्मदा को भगवान शिव ने आशीर्वाद दिया था कि उसका हर कंकर शंकर होगा। उन्होंने बताया कि माँ नर्मदा ने अपनी कमज़ोर होती सहेली शिप्रा, गंभीर और साबरमती नदी को जीवनदान दिया है। अब हमें नर्मदा की क्षीण होती धारा को सशक्त बनाना है। स्वामी जी ने बताया कि 2 जुलाई को नर्मदा के दोनों तटों पर एक-एक किलोमीटर की परिधि में मिट्टी की तासीर के अनुसार पौधे लगाए जायेंगे। स्वामी जी ने स्वागतम् लक्ष्मी योजना में एक बच्ची का कल्याणी नामकरण किया। यह नर्मदा के नामों में से एक नाम है। यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार ने कहा कि माँ नर्मदा का कर्ज़ चुकाने के लिये यह यात्रा निकाली गई है। उन्होंने कहा कि अपनी माँ तो सिर्फ डेढ़-दो साल ही दूध पिलाती है जबकि मॉं नर्मदा जन्म से लेकर मृत्यु तक जल पिलाती है। डॉ जामदार ने बताया कि नर्मदा नदी को जानवर नहीं मानव ही दूषित करते हैं। अत: इसे स्वच्छ करने की जिम्मेदारी भी हमारी ही है। विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह ने जन-समुदाय को नदी संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्ति, पौध-रोपण, जैविक खेती और बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ का संकल्प दिलाया। उन्होंने नर्मदा सेवा समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा भी की। जन-संवाद में नदी संरक्षण और स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव को सम्मानित किया गया। ग्राम मेरागांव के सरपंच ने हिरण नदी से 1100 ट्राली जलकुंभी निकलवाई है। यात्रा का हर गाँव में ढोल-ढमाकों के साथ ग्रामीणों ने स्वागत किया। हर गाँव में नर्मदा कलश और ध्वज की पूजा की गई।
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'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा स्वर्णिम मध्यप्रदेश की आधार-शिला बनेगी। यात्रा के माध्यम से माँ नर्मदा ही नहीं अन्य नदियों के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता आएगी। नदियाँ यदि संरक्षित होंगी तो प्रदेश का विकास सुनिश्चित है। वक्ताओं ने यह बातें यात्रा के 115वें दिन जबलपुर जिले के ग्राम जमखार, गुदरई, सुनाचर, मनकेड़ी, कुसली, इमालिया, उमारिया, सुरई और नटवारा में जनसंवाद में कही। मुस्लिम भाइयों ने किया यात्रा का स्वागत जबलपुर जिले के ग्राम उमरिया में मुस्लिम भाइयों ने पुष्प-वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। श्री शेख रूस्तम खॉन ने सिर पर नर्मदा कलश रखकर यात्रा में सह-भागिता की। इनके साथ ही जमील भाई, अमील भाई, शेख बशीर ,शेख नूर मोहम्मद, शेख शुकरुद्दीन सहित अन्य मुस्लिम भाई यात्रा का ध्वज लेकर चले। जन-संवाद में महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद गिरि ने बताया कि नर्मदा नदी की उत्पत्ति भगवान शंकर के पसीने से हुई है। माँ नर्मदा को भगवान शिव ने आशीर्वाद दिया था कि उसका हर कंकर शंकर होगा। उन्होंने बताया कि माँ नर्मदा ने अपनी कमज़ोर होती सहेली शिप्रा, गंभीर और साबरमती नदी को जीवनदान दिया है। अब हमें नर्मदा की क्षीण होती धारा को सशक्त बनाना है। स्वामी जी ने बताया कि 2 जुलाई को नर्मदा के दोनों तटों पर एक-एक किलोमीटर की परिधि में मिट्टी की तासीर के अनुसार पौधे लगाए जायेंगे। स्वामी जी ने स्वागतम् लक्ष्मी योजना में एक बच्ची का कल्याणी नामकरण किया। यह नर्मदा के नामों में से एक नाम है। यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार ने कहा कि माँ नर्मदा का कर्ज़ चुकाने के लिये यह यात्रा निकाली गई है। उन्होंने कहा कि अपनी माँ तो सिर्फ डेढ़-दो साल ही दूध पिलाती है जबकि मॉं नर्मदा जन्म से लेकर मृत्यु तक जल पिलाती है। डॉ जामदार ने बताया कि नर्मदा नदी को जानवर नहीं मानव ही दूषित करते हैं। अत: इसे स्वच्छ करने की जिम्मेदारी भी हमारी ही है। विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह ने जन-समुदाय को नदी संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्ति, पौध-रोपण, जैविक खेती और बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ का संकल्प दिलाया। उन्होंने नर्मदा सेवा समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा भी की। जन-संवाद में नदी संरक्षण और स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव को सम्मानित किया गया। ग्राम मेरागांव के सरपंच ने हिरण नदी से 1100 ट्राली जलकुंभी निकलवाई है। यात्रा का हर गाँव में ढोल-ढमाकों के साथ ग्रामीणों ने स्वागत किया। हर गाँव में नर्मदा कलश और ध्वज की पूजा की गई।
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मुख्यमंत्री चौहान ने तैयारियों की समीक्षा की संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर की 126वीं जयंती पर आगामी 14 अप्रैल को अम्बेडकर नगर महू में भव्य कार्यक्रम होगा। बाबा साहब अम्बेडकर की जन्म-स्थली महू में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी राज्य शासन द्वारा अम्बेडकर महाकुंभ आयोजित किया जायेगा। इसी कार्यक्रम में 'ग्रामोदय से भारत उदय'' अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आयोजन की सभी तैयारियाँ समय से पूरी की जाये। बाबा साहेब अम्बेडकर के जन्म-दिवस पर महू आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखा जाये। श्रद्धालुओं के भोजन तथा आवास की व्यवस्था की जाये। श्रद्धालुओं के लिये खण्डवा से महू तक आने के लिये अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाये। खण्डवा रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की मदद के लिये स्वागत केन्द्र बनाया जाये। अम्बेडकर स्मारक पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाये। आयोजन के दौरान सुरक्षा तथा अन्य व्यवस्थाएँ चाक-चौबन्द रहे। व्यवस्थाओं में अशासकीय संगठनों और नागरिकों का सहयोग लिया जाये। मुख्य कार्यक्रम के बाद समरसता भोज का आयोजन किया जायेगा। इस भव्य समारोह में अन्य स्थानों के अलावा बड़ी संख्या में प्रदेश भर के श्रद्धालु शामिल होंगे। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री प्रभांशु कमल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव अनुसूचित जाति विकास श्रीमती दीपाली रस्तोगी, डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल सोसायटी के अध्यक्ष श्री भंते संघशील, संभागायुक्त इंदौर श्री संजय दुबे, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल, कलेक्टर इंदौर श्री पी. नरहरि और स्थानीय समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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पवित्र सलिला गंगा में एक दिन और यमुना में तीन दिन नहाने के बराबर पुण्य माँ नर्मदा के दर्शन मात्र से मिलता है। इस तरह की मान्यता नर्मदा तट में बसे ग्रामीणों और 'नमामि देवि नर्मदे' -सेवा यात्रियों की है। यात्रा में शामिल सिवनी जिले कोमा गांव के श्री समनालाल साहू और श्री कुंजबिहारी साहू तथा खंडवा जिले के ग्राम शेरदा केसरी चंपालाल कहते हैं कि यह यात्रा आने वाली पीढ़ी में माँ नर्मदे के संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करेगी। श्री साहू 11 दिसंबर से लगातार यात्रा में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के मन में यह भाव पैदा करना जरूरी है कि माँ नर्मदा में यदि लहरें नहीं उठेंगी तो जीवन में खुशी की तरंगें आना नामुमकिन है। यात्रियों का मानना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा संरक्षण के साथ ही नशामुक्ति, स्वच्छता और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे सामाजिक सरोकारों को जोड़कर यात्रा को और अधिक प्रासंगिक बना दिया है। सेवा यात्रा में शामिल किसी भी नर्मदा भक्त के चेहरे पर शिकन तक नजर नहीं आयी। उस चमक के बारे में जब उनसे पूछा जाता है तो कहते हैं कि सिर्फ हममें नहीं बल्कि जीवनदायिनी नर्मदा के तट में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के साथ ही खेत-खलिहानों को देखकर आप माँ नर्मदा की कृपा का अनुमान लगा सकते हैं। स्वार्थवश जो गलतियाँ हम लोगों ने की हैं, उन्हें अब सुधारने का समय आ गया है। उनका कहना है कि सरकार ने समय रहते इस बात को समझा और यात्रा के माध्यम से हमको समझाने का प्रयास भी कर रही है। यात्रियों का स्पष्ट मानना है कि पवित्र उद्देश्य से शुरू की गयी यह यात्रा अपने उद्देश्य को जरूर पूरा करेगी। 'नमामि देवी नर्मदे''- सेवा यात्रा नरसिंहपुर जिले के ग्राम हीरापुर से रवाना होकर जबलपुर जिले के मेरे गाँव में प्रवेश हुई। यात्रा का आज 114 वाँ दिन है। चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री शरद जैन, विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह सहित अन्य जन प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने यात्रा का भावपूर्ण स्वागत किया।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नरसिंहपुर जिले के ग्राम नीमखेड़ा (हीरापुर) में अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ प्राचीन गुरू गुफा के दर्शन किये। गुफा आदि शंकराचार्य के पूज्य गुरू गोविंद भगवत पादाचार्य जी महाराज की है, जहाँ उन्होंने साधना की थी। गुफा आदि गुरू शंकराचार्य की दीक्षा एवं साधना-स्थली भी है। नमामि देवि नर्मदे- सेवा यात्रा में शामिल होने आये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अदभुत साधना-स्थली है। इस पवित्र स्थान के दर्शन करना मेरा सौभाग्य है। इस अवसर पर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज, लोक निर्माण मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्राम नीमखेड़ा (हीरापुर) में धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ गुरू गुफा के नजदीक पौध-रोपण किया। उन्होंने त्रिवेणी पीपल, बरगद एवं नीम के पौधे रोपे। इस अवसर पर आम, चीकू, अनार, जामुन सहित 11 फलदार वृक्षों के लिए पौध-रोपण किया गया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में नशामुक्ति का आंदोलन चलेगा। प्रथम चरण में नर्मदा नदी के दोनों तट पर पाँच-पाँच किलोमीटर तक शराब की दुकानें एक अप्रैल से बंद कर दी गयी हैं। उन्होंने कहा कि अब रिहायशी इलाकों, शिक्षण संस्थाओं और धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी । मुख्यमंत्री ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से शराब की सभी दुकानें बंद कर प्रदेश में शराब-बंदी लागू की जाएगी । उन्होंने कहा कि नदियाँ बचेंगी, तो मानव-सभ्यता और संस्कृति बचेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदा सेवा यात्रा के 113 वें दिन नरसिंहपुर जिले के ग्राम नीमखेड़ा (हीरापुर) में जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने माँ ताप्ती, बेतवा और क्षिप्रा की धार को टूटते हुए देखा है । अगर माँ नर्मदा की धार टूटी तो जीवन नहीं बचेगा । उन्होंने बताया कि एशिया की सर्वश्रेष्ठ खेती नरसिंहपुर जिले में माँ नर्मदा के कारण ही होती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अगामी मानसून सत्र में मासूमों के साथ दुराचार करने वालों को फाँसी की सज़ा देने संबंधी विधेयक लाया जायेगा । उन्होंने कहा कि नरसिंपुर में गौ-वंश वन्य विहार की स्थापना की जायेगी । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी दो जुलाई को अमरकंटक से बड़वानी तक नर्मदा के तट पर लाखों लोग करोड़ों पेड़ लगायेंगे। माँ नर्मदा मध्यप्रदेश की समृद्धि का आधार है, जो दर्जनों शहर को पेयजल उपलब्ध करवाती है। इसकी कृपा से मध्यप्रदेश को चार बार कृषि कर्मण अवार्ड मिला है। प्रदेश को सिंचाई के लिए जल और बिजली उपलब्ध करवाती है। यात्रा नर्मदा को बचाने और उसका कर्ज उतारने की यात्रा है। नर्मदा के दोनों तटों के शहरों में ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जाएंगे तथा साफ पानी को खेतों में ले जाया जायेगा । उन्होंने संकल्प दिलवाया कि नर्मदा के तटों पर पेड़ लगायें, इसके किनारे के गाँवों में हर घर में शौचालय बनायें, पूजन-सामग्री पूजन कुण्ड में डालें। नर्मदा के किनारे चेंजिंग रूम और मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों को बचायें और हर बच्चे को स्कूल भेंजे। परिक्रमा सिर्फ माँ नर्मदा की : जगदगुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जन-संवाद में जगतगुरू शंकराचार्य श्री स्वरूपानंद महाराज ने कहा कि देश-दुनिया में अनेक नदियाँ हैं लेकिन परिक्रमा सिर्फ माँ नर्मदा की की जाती है । उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य ने अद्वैतवाद के सिद्धांत में बताया है कि शरीर भिन्न हैं लेकिन आत्मा एक है। शंकराचार्य जी ने कहा कि बच्चों को गीता और रामायण की भी शिक्षा दी जाये । अमजद अली खान ने की यात्रा की सराहना विश्व विख्यात सरोद वादक श्री अमजद अली खान ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई नर्मदा और पर्यावरण संरक्षण की यात्रा सराहनीय एवं अनुकरणीय है । इसका अनुसरण अन्य मुख्यमंत्रियों को भी करना चाहिये । उन्होंने 'भारत है देश प्यारा- भारत है देश न्यारा, इसकी सभ्यता है महान- इसकी संस्कृति है महान'' गीत गाया । जन-संवाद को लोक-निर्माण एवं नरसिंहपुर जिला प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह और सांसद श्री राव उदयप्रताप सिंह, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग श्रीमती लता वानखेड़े, श्री अखिलेश्वरानंद, दीदी प्रज्ञा भारती सहित अन्य वक्ता ने भी संबोधित किया। यात्रा के पहुँचने पर ग्रामीणों ने भारी उत्साह-उमंग, आस्था और श्रद्धाभाव के साथ तथा महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर यात्रियों का स्वागत किया। यात्रा में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं सहित हर वर्ग के लोग शामिल हुए। यात्रा में हुए 'हर-हर नर्मदे' के उदघोष से आसमान गूँज उठा। इसके बाद माँ नर्मदा की महाआरती की गई। जन-संवाद में सांसद श्री गणेश सिंह, जिले के विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, साधु-संत और पर्यावरणविद श्री भारत-भूषण गर्ग, प्रसिद्ध नृत्यांगना श्रीमती शुभालक्ष्मी खान, मो. अकील रज़ा सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
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डीआईजी इंदौर हरिनारायणचारी मिश्रा और उनकी पत्नी मीनाक्षी का डांस आईपीएस सर्विस मीट में एक नाटक ने पुलिस विभाग की कलई खोल कर रख दी पैदा कर दी है। नाटक के कई दृश्यों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और डीजीपी शर्मसार हुए और फिर उन्होंने इस पर नाराजगी जताई और नाटक बीच में ही रुकवा दिया। क्योंकि इस में पुलिस का सच उजागर हो रहा था। पुलिस ऑफिसर्स मैस में हुई इस आईपीएस सर्विस मीट 2017 में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर जोन में पदस्थ आईपीएस और उनकी फैमिली ने रॉकिंग डांस और ड्रामा की परफॉर्मेंस भी दीं। इस बीच नाटक थाना लापतागंज का मंचन किया गया। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने वाले इस नाटक पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने आपत्ति जताई और नाटक बीच में ही रुकवा दिया। इस नाटक में हालाँकि पुलिस की सच्चाई थी लेकिन वो इतनी चुभने वाली थी कि बड़े बड़े उसे स्वीकार नहीं कर पाए। पुलिस की कार्य प्रणाली को लेकर दिखाए जा रहे इस नाटक में एफआईआर दर्ज कराने के बदले एक पुलिस अफसर को रिश्वत लेता दिखाया जा रहा था। थाना लापतागंज में तीन पुलिस वाले नाचते-गाते और मस्ती के मूड में नजर आ रहे थे। इसी बीच एक हैरान-परेशान सा शख्स थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचता है। वहीं, पुलिस वाले उस शख्स से एफआईआर दर्ज कराने बदले में रिश्वत की डिमांड करते हैं। बस नाटक अपने चरम तक पहुंचा ही था कि मौके पर मौजूद सीएम शिवराज सिंह चौहान और डीजीपी ऋषि कुमार ने इस पर आपत्ति जताई ,वह पुलिस विभाग की सच्चाई को देख ही नहीं पाए। इस नाटक में यह भी दिखाया गया था कि जब नए आईपीएस अफसर ट्रेनिंग के लिए थाने में आते हैं, तो क्या-क्या होता है। दरअसल एक आईपीएस अधिकारी को जो ट्रेनिंग थाना प्रभारी से मिलने चाहिए, वो नाटक में एक हेड कांस्टेबल देता दिखाया गया। नाटक में जैसे ही रिपोर्ट नहीं लिखने और फरियादी को थाने से भगाने का दृश्य आया, तो सीएम शिवराज और डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला असहज हो गए। नाटक के दौरान सीएम ने डीजीपी से बातचीत की। इसके बाद डीजीपी ने भी आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन जैन के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की और नाटक बीच में ही रोकने के निर्देश दिए। इस नाटक में जो सच्चाई उसमें दिखाई जा रही थी उसका सीधा संबंध आम जनता से था। जो कि सीएम शिवराज सिंह को नागवार गुजरी। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) एसोसिएशन की ओर शुक्रवार को आईपीएस सर्विस मीट-2017 का शुभारंभ हुआ। पुलिस ऑफिसर्स मेस में शाम को हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में पुलिस ऑफिसर्स डिफरेंट अंदाज में दिखाई दिए। जहां सभी ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से समां बांधा। डांस, ड्रामा और म्यूजिक से सजी इस शाम में बड़ी संख्या में आईपीएस ऑफिसर्स और उनके परिजन शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पत्नी साधना सिंह, डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ल आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे। इस मौके पर मंच से सीएम ने कहा कि इतनी खूबसूरत प्रस्तुतियां देखने के बाद यकीन नहीं होता कि यह सब वही लोग हैं जो गोलियां भी चलाते हैं। अपराधियों पर अपने सख्त रवैये को लेकर पहचाने जाने वाले डीआईजी इंदौर हरिनारायणचारी मिश्रा और उनकी पत्नी मीनाक्षी मिश्रा ने डांस प्रस्तुत किया। डीआईजी मिश्रा और उनकी पत्नी ने जैसे ही 'जहां मैं जाती हूं वहीं चले आते हो' गाने से डांस की शुरुआत की तो कार्यक्रम में मौजूद सभी उन्हें इस अंदाज में देखकर चकित रह गए। इसके बाद फिर डीआईजी मिश्रा ने 'हम तो तेरे आशिक हैं सदियों पुराने' गाने पर डांस किया तो सभी ने जमकर तालियां बजाईं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पुलिस ऑफिसर्स मीट जैसे आयोजन प्रति वर्ष होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन से कर्तव्यों के निर्वहन के लिये नई ऊर्जा और शक्ति मिलती है। श्री चौहान भोपाल में पुलिस ऑफिसर्स मेस में मध्यप्रदेश के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की सर्विस मीट-2017 को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि पुलिस-परिवारों के बीच आकर वे प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी ऐसी है कि उनको परिवार के साथ कम ही समय मिल पाता है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में भोपाल जोन द्वारा प्रस्तुत नृत्य-नाटिका ऊँ नर्मदेय: नम: की सराहना की और कहा कि इस नाटिका का अन्य स्थान पर भी मंचन करवाया जाये। श्री चौहान ने विजेता टीमों को पुरस्कार दिये। प्रथम पुरस्कार भोपाल, द्वितीय पुरस्कार इन्दौर और तृतीय पुरस्कार जबलपुर जोन को मिला। एकल प्रस्तुति का विशिष्ट पुरस्कार जबलपुर की अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती यांगचीन डी. भूटिया को मिला। नृत्य नाटिका ऊँ नर्मदेय: नम: में नर्मदा के उदगम से अंत तक की कथा का संगीतमय प्रस्तुतिकरण हुआ। भोपाल, इन्दौर, जबलपुर और ग्वालियर जोन के अधिकारियों की टीम ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। इनमें भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों और उनके परिजन ने भाग लिया। प्रारंभ में पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने धर्मपत्नी श्रीमती नीलम शुक्ला के साथ मुख्यमंत्री और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह का पुष्प-गुच्छ भेंटकर स्वागत किया।आईपीएस एसोसियेशन के अध्यक्ष पवन जैन ने आभार प्रदर्शन किया। संचालन विनय उपाध्याय ने किया।
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“नमामि देवि नर्मदे”- सेवा यात्रा 111 वें दिन नरसिंहपुर जिले के रमपुरा ग्राम पहुँची। कड़ी धूप में भी बड़ी संख्या में ग्रामवासियों ने गर्मजोशी से यात्रा का स्वागत किया। जन-समूह में ललाट पर चंदन एवं रोली का तिलक लगाये पुरूष एवं कलश लेकर चल रही बालिकाएँ एवं महिलाओं को देखकर प्रतीत हो रहा था जैसे कोई भव्य मंगल उत्सव हो। जन-संवाद में संतों ने ग्रामीणों को नदी एवं प्रकृति संरक्षण का संकल्प दिलवाया तथा समझाइश दी कि नदी संरक्षण के लिए यही सही समय है, अगर अभी प्रयास नहीं किए तो पछताने का समय नहीं मिलेगा। नर्मदा के बिगड़े स्वरूप को पुनर्जीवित करने के लिए दोनों तट पर सघन पौध-रोपण करना होगा। इसी के साथ जल-संरक्षण, नशा-मुक्ति, बेटी बचाओ का भी संकल्प दिलवाया गया। साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा कि कड़ी धूप में जन-समूह की उपस्थिति नर्मदा के प्रति लोगों की असीम आस्था एवं भक्ति को दिखाती है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बेटी बचाओ अभियान की तरह ही शिव की बेटी नर्मदा को बचाने के लिए नमामि देवि नर्मदे- सेवा यात्रा प्रारंभ की गई है। इसकी सफलता समाज की भागीदारी से ही संभव है। संत, समाज एवं सरकार के सहयोग से ही यह संकल्प सफल होगा। संकल्प को सार्थक करने के लिए युद्ध स्तर पर चहुँमुखी प्रयास करने होंगे। उन्होंने आव्हान किया कि प्रत्येक व्यक्ति जन्म-दिवस पर पौध-रोपण कर उसका पोषण करें। हमें जीती- जागती विरासत नर्मदा को आने वाली पीढ़ी को सम्पन्न स्वरूप में सौंपना चाहिये। नर्मदा ही हमारा अस्तित्व है और इसका संरक्षण ही हमारा संरक्षण है। संत चैतन्य बापू ने नर्मदाष्टक का गायन किया। संत श्री बालकदास महाराज ने नर्मदा के धार्मिक, पौराणिक, आध्यात्मिक, सामाजिक एवं आर्थिक महत्व को बताया। नर्मदा मानव एवं जीव- जंतुओं के साथ- साथ क्षिप्रा एवं साबरमती सहित अन्य सहायक नदियों की जीवनदायिनी भी है। उन्होंने उज्जैन महाकुंभ को याद करते हुए कहा कि नर्मदा के कारण ही क्षिप्रा में निर्बाध शाही स्नान हुए। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े ने कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रारंभ किया गया यह अभियान स्वतंत्र भारत का अनूठा अभियान है। नदी संरक्षण के लिए ऐसा महा-अभियान न तो इतिहास में हुआ और न ही भविष्य में कभी होगा। विधायक श्री जालम सिंह पटेल ने कहा कि नशा सामाजिक, आर्थिक एवं पारिवारिक पतन का कारण है, इसलिये हर प्रकार के नशे को त्यागें। स्वागतम् लक्ष्मी कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधि एवं संतों ने नवजात बेटी का नामकरण कर माँ नर्मदा के हजार नामों में से एक ‘नमामि’ रखा। उसे उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया। जन-संवाद में अतिथियों ने यात्रा के ध्वज, कलश और कन्याओं का पूजन किया।
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पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि बिना नर्मदा के प्रदेश के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। मध्यप्रदेश से नर्मदा को कम कर दिया तो उसकी स्थिति वैसे ही होगी जैसे कि बिना प्राण का शरीर होता है। नर्मदा के कारण ही लाखों हेक्टेयर जमीन सिंचित हो रही है। बिजली मिल रही है, शहरों और कस्बों में पेयजल की सप्लाई हो रही है। नर्मदा विरासत है, इसे सहेजकर रखना है। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया कि नर्मदा को निर्मल बनाये रखने के लिए कहीं पर भी उसमें गंदगी प्रवाहित न होने दें। श्री भार्गव नर्मदा सेवा यात्रा के नरसिंहपुर जिले के बरमानकलां पहुँचने पर जनसंवाद को संबोधित कर रहे थे। श्री भार्गव ने कहा कि मध्यप्रदेश के विकास और तरक्की में नर्मदा मैया का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में नर्मदा सेवा यात्रा सबसे बड़ा अभियान है। लोग नर्मदा के प्रति आस्था रखते हैं। इस आस्था को आचरण में बदलने की आवश्यकता है। नर्मदा का संरक्षण करना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि नर्मदा किसी एक धर्म के लिए नहीं बल्कि प्राणी मात्र का कल्याण करती है। उन्होंने बताया कि आज के जनसंवाद में सभी धर्म के धर्माचार्य शामिल हैं, जो इस बात का प्रतीक है कि नर्मदा से सभी धर्म के लोग समान रूप से लाभांवित होते हैं। पंचायत एवं ग्रामीण मंत्री ने जनसमुदाय को यात्रा के पवित्र उद्देश्यों की पूर्ति में योगदान और इसके लिए दूसरों को प्रेरित करने का संकल्प दिलवाया। मध्यप्रदेश गौ-पालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष श्री स्वामी अखिलेश्वरानंद ने नर्मदा के पौराणिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय, आर्थिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा पर्यावरण, मृदा, नदी, वनस्पति, वन्य प्राणियों और जलचरों के संरक्षण की अनूठी यात्रा है। यात्रा सफल प्रभावी और सार्थक सिद्ध हो रही है। यात्रा के संयोजक डॉ. जितेन्द्र जामदार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने यात्रा के माध्यम से नर्मदा के संरक्षण का संकल्प लिया है, जिसे सभी को पूरा करना होगा। नेहरू युवा केन्द्र के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि संत, समाज एवं सरकार के समन्वय से नर्मदा सेवा यात्रा जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है। जन संवाद के दौरान अतिथियों ने नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज एवं कलश और कन्याओं का पूजन किया। स्वागत लक्ष्मी कार्यक्रम में मोना/ गोविंद नौरिया की बेटी का नाम सौम्या रखा गया। सौम्या को उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन खनिज निगम के अध्यक्ष श्री शिव कुमार चौबे ने किया। इस अवसर साध्वी प्रज्ञा भारती, पदमदास महाराज, स्वामी परमानंद महाराज, सिख समाज से श्री ज्ञानी, ईसाई समाज से श्री जोसेफ, मुस्लिम समाज से मो. इश्तयार, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े, विधायक सर्वश्री जालम सिंह पटेल, संजय शर्मा, शैलेन्द्र जैन, सागर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री राजा दुबे, जिला पंचायत अध्यक्ष संदीप पटेल एवं उपाध्यक्ष श्रीमती शीला देवी ठाकुर, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र फौजदार, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडे, साधु- संत, जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। यात्रा और जन-संवाद के लिये गाँव में पीले चावल और निमंत्रण पत्र द्वारा ग्रामीणों को आमंत्रित किया गया था। धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल में ग्रामीणों ने बंदनवार और राँगोली से गाँव की साज-सज्जा कर यात्रा पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
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“नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा की मूल भावना को ग्रामवासी न सिर्फ समझ रहे हैं, बल्कि उसके अनुरूप अपनी भूमिका का निर्धारण भी कर रहे हैं। नरसिंहपुर जिले के ग्राम हीरापुर में आज कुछ ग्रामवासियों से बातचीत के दौरान यह जानने को मिला कि “नर्मदा सेवा यात्रा” एक कल्याणकारी सोच का परिणाम है। रायसेन जिले से नरसिंहपुर जिले में यात्रा के पहुँचने के पहले दोपहर से शाम तक अनेक ग्राम के लोग हीरापुर पंचायत की ओर से लगाए गए पंडाल में पहुँचने लगे। एक छोटी नदी सिंदूरी के किनारे हीरापुर से तीन किलोमीटर दूर बना स्वागत-स्थल एक मेले के रूप में परिवर्तित हो गया था। नरसिंहपुर जिले के ग्राम तेन्दूखेड़ा के एक मजदूर खेमचंद से चर्चा करने पर पता चला कि वह इस यात्रा के उद्देश्य नदी स्वच्छता की भावना को खूब समझता है। खेमचंद के ही शब्दों में – “जा नदी साफ रऐगी तो हमीईरे काम आएगी।” नरसिंहपुर जिले के ही ग्राम टपरिया टर्रा के कृषक रामप्रसाद ने कहा कि “नर्मदा सेवा यात्रा” बहुत सारे पेड़ लगवाने के लिए हो रही है। बातचीत में रामप्रसाद सुझाव भी देते हैं कि फलदार पेड़ ज्यादा लगाए जाएं। कक्षा दसवीं के विद्याथी देवेन्द्र पटेल और आकाश खोजा टपरिया के निवासी है। यह दोनों मित्र जिज्ञासा-वश हीरापुर पहुँचे थे। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान का संदेश भी दिया जा रहा है। ग्राम हीरापुर में खेती-किसानी का कार्य करने वाले ओमकार ने बताया कि पढ़ाई-लिखाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए यह यात्रा हमारे गाँव आ रही है। “नर्मदा मैया को ठीक-ठाक रखने के लिए गाँव-गाँव जाकर समझाईश दी जा रही है।” ग्राम धामा के कृषक रमेश केवट ने सलाह दी कि यात्रा में जो सरकारी अफसर आ रहे हैं, वो गाँव के स्कूल और सोसायटी का काम-काज देखने भी जाए, जिससे इनका काम ज्यादा अच्छी तरह से हो सके। हीरापुर पंचायत के अलावा ग्राम पंचायत बंधी की ओर से भी यात्रा के स्वागत के लिए व्यवस्थाओं में सहयोग दिया गया। ग्रामवासियों ने पानी के टैंकर पर बोरों का आवरण बिछाकर पेयजल को तप्ती दुपहरी में गर्म होने से रोकने में सहयोग दिया। गाँव के बच्चों ने रांगोली और दीवार लेखन से साज-सज्जा कर नर्मदा यात्रा के स्वागत के लिए अपनी भावना व्यक्त की। पर्यावरण, मद्य निषेध, बेटी बचाओ और जल संरक्षण का अर्थ जानने लगे हैं। ग्रामवासियों से बातचीत में यह बात उभरकर सामने आई ।
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'नमामि देवि नर्मदे -सेवा यात्रा रायसेन जिले के प्राचीन नर्मदा घाट सिद्ध स्थान पतई पहुँची। यात्रा का जिले में आठवें दिन भी भव्य स्वागत किया गया। नर्मदा मैया के हजारों उपासक दोपहर बाद ही बड़ी संख्या में पतई घाट पहुँचकर नर्मदा स्नान और पूजन का पुण्य प्राप्त कर रहे थे। क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों ने पतई आगमन पर यात्रा की पुष्पहारों से अगवानी की। नर्मदा सेवा यात्रा के आगमन के पहले पतई ग्राम को स्थानीय रहवासी ने साफ और सुंदर बनाने के लिए श्रमदान भी किया। गाँव की गलियों में बालिकाओं ने रंगोली बनाकर नर्मदा यात्रियों के प्रति सम्मान व्यक्त किया। लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह ने नर्मदा यात्रा के व्यापक उदृदेश्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने आमजन को नर्मदा नदी सहित अन्य नदियों और जल स्त्रोतों को संरक्षण में सहयोग देने के साथ ही सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प दिलवाया। स्थानीय प्रतिभाओं ने प्रभावशाली नृत्य और गीत प्रस्तुत किये। जनपद अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा यात्रा और क्षेत्र के विकास में मंत्री श्री रामपाल सिंह के विशेष प्रयास रहे हैं। कलेक्टर श्रीमती भावना वालिम्बे ने बताया कि रायसेन जिले में करीब 2 लाख संकल्प पत्र भरे जायेंगे। जिले की जनता पर्यावरण संरक्षण के लिए तैयार हो चुकी है। बुधवार को दोपहर बाद नर्मदा सेवा यात्रा को रायसेन जिले से जन-प्रतिनिधियों ने विदाई दी । रायसेन जिले के ग्राम टिमरावन में बुधवार की दोपहर नर्मदा सेवा यात्री भण्डारे में शामिल होने के बाद नरसिंहपुर जिले के हीरापुर की ओर रवाना हुई । लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने नर्मदा सेवा यात्रा में निरंतर उपस्थित रहकर नर्मदा यात्रियों का उत्साह बढ़ाया है। सीहोर और रायसेन जिले के अनेक नर्मदा घाटों पर श्री रामपाल सिंह ने कार्यक्रमों के सफल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय नागरिकों की अधिक-अधिक से भागीदारी के लिए वातावरण तैयार किया। रायसेन जिले के उदयपुरा क्षेत्र से नरसिंहपुर जिले के चावरपाठा विकास खण्ड में नर्मदा सेवा यात्रा के प्रवेश के लिये भी स्थानीय जनता में उत्साह है। मंत्री श्री रामपाल सिंह ने यात्रा में भागीदारी के लिए नागरिकों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया है कि मध्यप्रदेश में जीवनदायिनी नर्मदा मैया के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान की भावना का सम्मान करते हुए समाज के सभी वर्ग इसी प्रकार सहयोग करते रहेंगे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज संत श्री मोरारी बापू के साथ भोपाल में शौर्य स्मारक का भ्रमण किया। उन्होंने श्री बापू को शौर्य स्मारक की अवधारणा बतायी। इस दौरान स्मारक परिसर में श्री बापू ने पीपल का पौधा रोप कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस मौके पर आम का पौधा लगाया। उन्होंने श्री बापू को बताया कि राष्ट्र की सुरक्षा में अपने प्राणोत्सर्ग करने वाले वीर सैनिकों की स्मृति को सॅजोने और उनकी वीर गाथाओं से विद्यार्थियों और युवा पीढ़ी को अवगत कराने के लिए यह स्मारक बनाया गया है। यह शहीदों को राष्ट्र की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि है। इस दौरान मुख्यमंत्री एवं श्री बापू ने शहीदों की स्मृति में श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े नदी संरक्षण अभियान नर्मदा सेवा यात्रा में भागीदारी के दौरान पूज्य बापू ने संकल्प लिया था कि वे मध्यप्रदेश से जाने के पहले भोपाल में वृक्षारोपण करेंगे, उसी संकल्प को पूरा कर जनता को भी वृक्षारोपण करने का संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि नर्मदा के दोनों तट पर एक हजार किलोमीटर तक वृक्षारोपण कर नदी और पर्यावरण संरक्षण का ठोस कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकारी भूमि के साथ किसानों को भी अपनी भूमि में वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
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रायसेन जिले में नर्मदा तट पर स्थित बोरास घाट पर 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के जन-संवाद में आनंद मार्ग के संत स्वामी विमलानंद महाराज, सुप्रसिद्ध क्रिकेट कमेंटेटर श्री सुशील दोषी और जाने-माने गजल गायक श्री तलत अजीज ने नर्मदा नदी के संरक्षण के अभियान को अभिनंदनीय और महत्वपूर्ण बताया। अपने-अपने क्षेत्र की इन सुप्रसिद्ध हस्तियों ने नर्मदा संरक्षण अभियान के संचालन के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भूरि-भूरि प्रशंसा की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले ने यात्रा को जनता में आशा और विश्वास का माहौल पैदा करने वाली बताया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के तटों पर एक समय ऐसी उपयोगी घास की प्रजातियाँ हुआ करती थीं, जो पशु चारे के लिए उपयोग में लाई जाती थी। यह हमारे प्रदेश की जैव-विविधता का एक विशिष्ट उदाहरण भी था। इस विशिष्टता को पुनः हासिल करने के लिए राज्य सरकार आवश्यक कदम उठाएगी। श्री चौहान ने बताया कि आगे आने वाले समय में क्षिप्रा, ताप्ती और बेतवा के संरक्षण के लिए भी ऐसे अभियान चलाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने नर्मदा सेवा यात्रा को बहु-उद्देशीय और बहु-उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक संदेशों के साथ शुरू हुई यह यात्रा पूर्ण होने की अवधि तक अपनी उपयोगिता बड़े वर्ग तक पहुँचायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आम जनता का आव्हान किया कि आगामी दो जुलाई को अमरकंटक से बड़वानी तक नर्मदा नदी के तट से एक-एक किलोमीटर दूर तक चलने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम में अपनी सहभागिता सुनिश्चत करें। इससे आगे आने वाले वर्षों में भी नर्मदा को वन पोषित जल मिलना सुनिश्चित होगा। श्री चौहान ने कहा कि आज मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी से सिंचाई का 30 प्रतिशत काम संभव हुआ है। मध्यप्रदेश गेहूँ उत्पादन में पंजाब और हरियाणा से आगे बढ़ चुका है। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा ग्लेशियरों से निकल कर नहीं बहती बल्कि इसके किनारे लगे घने वृक्षों द्वारा वर्षा ऋतु में ग्रहण किये गये जल से अविकल बहती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी को साफ और सदा नीरा बनाये रखना जरूरी हो गया है। इसी पर प्रदेश के लोगों का जीवन निर्भर है। करीब पचपन नगरों की पेयजल की आपूर्ति करने वाली माँ नर्मदा को बचाये रखने के लिये ठोस और गंभीर प्रयास करना जरूरी है। सरकार यह काम अकेले नहीं कर सकती। समाज के सभी लोगों को आगे बढ़कर साथ देना होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के बाद सभी के सहयोग से नर्मदा सेवा मिशन चलता रहेगा। इसके लिए नर्मदा तटों के किनारे आबादी वाले क्षेत्रों में नर्मदा सेवा समितियाँ बनायी गयी हैं। इन समितियों में सरकार सहयोगी की भूमिका में होगी। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में जन सहयोग से नर्मदा संरक्षण अभियान बन गया। नर्मदा सेवा माँ की सेवा समान - श्री होसबोले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर कार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा ने नदी संरक्षण के लिए जनता में आशा और विश्वास का माहौल पैदा किया है। नर्मदा भौतिक जीवन के लिए आधार और आध्यात्मिक जीवन के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। नर्मदा की सेवा मॉ की सेवा के समान है। नदी संरक्षण का यह अभियान विश्व के लिये अनुकरणीय-स्वामी विमलानंद आनंद मार्ग के संत स्वामी विमला नंद महाराज ने कहा कि विश्व में भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जहाँ नदी को माँ का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने कहा कि बच्चों की पाठ्य-पुस्तकों में नर्मदा सेवा यात्रा का उल्लेख होना चाहिए ताकि आगे आने वाली पीढ़ियों को नदी संरक्षण का महत्व समझ में आए। आजाद भारत में पहली बार नदी संरक्षण का प्रयास मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जा रहा है। वह पूरे विश्व के लिए अनुकरणीय है। नर्मदा यात्रा से दाण्डी यात्रा का स्मरण-श्री सुशील दोषी सुप्रसिद्ध क्रिकेट कमेंटेटर श्री सुशील दोषी ने कहा कि नर्मदा यात्रा से उन्हें गांधी जी की दांडी यात्रा का स्मरण हो रहा है जो व्यापक उद्देश्यों को लेकर निकाली गई थी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा मैया के संरक्षण के लिए आम जनता के साथ पशु-पक्षियों के हित में यह महत्वपूर्ण अभियान संचालित किया है। नर्मदा नदी सभी को पानी देने के साथ ही समृद्धि का आशीर्वाद भी देती है। यह सिर्फ एक नदी के संरक्षण का अभियान न होकर संपूर्ण प्रकृति के संरक्षण का अभियान है। नर्मदा सेवा यात्रा में हाथ मिला के चलो-श्री तलत अजीज जाने-माने ग़जल गायक श्री तलत अज़ीज ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा निकालने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान विशेष बधाई के पात्र हैं। यह कदम दूरदर्शी होने का प्रमाण है। श्री तलत अजीज ने बताया कि उन्होंने नर्मदा मैया पर एक रचना भी तैयार की है। श्री अजीज ने गज़ल गायन के अंदाज में गीत- “कदम मिलाके चलो, अब कदम मिलाके चलो, नर्मदा सेवा यात्रा में हाथ मिला के चलो, ये देश ऋषियों-संतो का है, ये देश गाती झूमती नदियों का है, कदम मिला के चलो…” सस्वर गाकर भी सुनाया।
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शिवराज ,शंकराचार्य प्रतिमा के लिए घर घर से लेंगे धातु मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सांस्कृतिक एकता के जन आंदोलन के प्रणेता आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना की तैयारियों की समीक्षा की। आदि शंकराचार्य की विशाल प्रतिमा ओंकारेश्वर में स्थापित की जायेगी। अष्टधातु से निर्मित होने वाली 108 फीट ऊँची इस प्रतिमा के लिये घर-घर से धातु का संग्रहण किया जायेगा। धातु संग्रहण का व्यापक अभियान जून माह में चलाया जायेगा। प्रदेश में एक मई को आचार्य शंकर दिवस मनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदि शंकराचार्य भारतीय सांस्कृतिक एकता के प्रतीक हैं। उनकी प्रतिमा निर्माण में जन-जन की सहभागिता के लिये घर-घर से धातु इकट्ठी की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो भी धातु जिस रूप में दी जाये, उसे संकलित किया जाये। प्रतिमा स्थापना के लिये स्थान के चयन में संतों की भागीदारी हो। बताया गया कि प्रतिमा 108 फीट ऊँची होगी। प्रतिमा के लिये धातु और धनराशि दोनों रूप में सहयोग स्वीकार किया जायेगा। आचार्य शंकर प्राकट्य पंचमी एक मई को आचार्य शंकर जयंती मनाई जायेगी। इस अवसर पर आचार्य शंकर के मूल्यों और भारतीय एकता में उनके योगदान के माध्यम से संपूर्ण भारत की मूलभूत सांस्कृतिक एकता को रेखांकित किया जायेगा। रन फॉर कल्चरल यूनिटी, निबंध, चित्रकला और नारे लेखन की प्रतियोगिताएँ की जायेगी। धातु संग्रहण अभियान के क्रियान्वयन के लिये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में लोक न्यास गठित किया जायेगा। न्यास में भारतीय ज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त तथा विभिन्न क्षेत्रों के सामाजिक कार्यकर्ता न्यासी सदस्य होंगे। लोक न्यास परामर्शदात्री मंडल की स्थापना की जायेगी। धातु संग्रहण का कार्य आगामी एक जून से 30 जून तक चलेगा। बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री एस.के. मिश्रा, मुख्यमंत्री के उप सचिव श्री नीरज वशिष्ठ और विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री मनीष पांडे उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री चौहान ने नगरीय निकायों का किया आव्हान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों का आव्हान किया है कि वे नगरों को सबसे सुंदर और व्यवस्थित बनायें। ई-सेवाओं के द्वारा ऐसी व्यवस्था करें कि प्रदेश का हर नागरिक गर्व से कहे कि उसे नगरीय निकायों की सेवाएँ आसानी से और समय पर मिल रही हैं। श्री चौहान ने भोपाल में मुख्यमंत्री निवास में ई-नगरपालिका शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनता के कल्याण और विकास के लिये नगरीय निकाय संकल्पित हों। आगामी तीन-चार वर्षों में नगरीय निकायों में 83 हजार करोड़ रूपये व्यय किये जायेंगे। मुख्यमंत्री अधोसंरचना के द्वितीय चरण में 1800 करोड़ रूपये की राशि का प्रावधान किया गया है। नगरीय निकायों के पास राशि की कमी नहीं है। मुख्यमंत्री पेयजल योजना में सभी निकायों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था हो गई है। अप्रैल अंत तक सभी शहर खुले में शौच मुक्त हो जायेंगे। कचरा प्रबंधन के लिए 26 क्लस्टर बनाकर कचरे से विद्युत उत्पादन की व्यवस्था की गई है। जबलपुर में कचरे से 8 मेगावॉट विद्युत का उत्पादन भी होने लगा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब व्यक्ति को 5 रूपये किलो में सुस्वादु भरपेट भोजन दीनदयाल थाली में उपलब्ध होगा। शहरी गरीब को 8 लाख रूपये मूल्य के सुव्यवस्थित आवास मात्र दो लाख रूपये में उपलब्ध करवाये जायेंगे। यह राशि भी किश्तों में ली जायेगी। पूर्व योजनाओं में निर्मित पुराने मकानों की भी 5 प्रतिशत सब्सिडी के साथ मरम्मत की व्यवस्था की गई है। सायकल रिक्शा को ई-रिक्शा में बदला जा रहा है। भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल की योजनाओं में पंजीकृत मजदूरों को कन्या विवाह, शिक्षा आदि विभिन्न अवसरों पर आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। मेधावी बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस सरकार द्वारा देने की योजना भी लागू की गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के नगरीय निकायों ने जुनूनी माहौल में स्वच्छता अभियान चलाया है। नगरोदय अभियान में विभिन्न योजनाओं का हितलाभ एक साथ 12 लाख लोगों को दिया गया है। अनेक शहरों ने सौंदर्यीकरण और शहरों को व्यवस्थित बनाने के उत्कृष्ट कार्य किये हैं। समस्याओं के समाधान में नगरीय प्रशासन विभाग प्रदेश में अव्वल है। उन्होंने विभाग को बधाई देते हुए कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले महापौर, अध्यक्ष, आयुक्त, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को प्रति वर्ष मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा। उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा जन-आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश नदी संरक्षण का नया इतिहास रचेगा। यह आंदोलन प्रदेश के सभी नगरों में चलाया जायेगा। प्रदेश के 40 प्रतिशत नगरीय निकायों में सीवेज सिस्टम शुरू कर दिया गया है। इसे आगे अन्य सभी शहरों में लागू किया जायेगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि नगरीय निकायों की सेवाएँ आम नागरिकों को बिना दिक्कत के मिले, इसके लिये निरंतर मॉनीटरिंग और बेहतरी के प्रयास जारी रहें। उन्होंने इस नवीन व्यवस्था को सरलीकृत करने और बेहतर बनाने के सुझाव देने के लिये कहा। उन्होंने सभी का आव्हान किया कि ई-प्रणाली को उनके दैनिक क्रियाकलापों में भी आत्म-सात करें। उन्होंने पोर्टल निर्माण के लिये विभागीय अधिकारियों और सहयोगी संस्था को बधाई दी। प्रमुख सचिव नगरीय विकास मलय श्रीवास्तव ने कहा कि नवीन व्यवस्था से कैशलेस ट्रांजेक्शन बढ़ेगा। नागरिकों को ऑनलाइन भुगतान की सुविधा से कर संग्रहण भी बेहतर होगा। नगरीय विकास आयुक्त श्री विवेक अग्रवाल ने परियोजना की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नगरीय निकायों की नागरिक सेवाएँ मोबाइल पर सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध हो जायेगी। इसके साथ ही मध्यप्रदेश दुनिया का अकेला क्षेत्र हो गया है, जहाँ पर नगरीय निकायों की इतनी बड़ी संख्या पारदर्शी ढंग से मोबाइल पर नागरिकों को अपनी सेवाएँ प्रदाय करेंगी। ग्लोबल यूएसएसटी कंपनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री साजन पिल्लई ने बताया कि वे कंपनी का उत्तरी भारत का मुख्यालय भोपाल में स्थापित करेंगे। इससे प्रदेश के 5 हजार युवाओं को हाई-टेक नौकरियाँ मिलेंगी। साथ ही युवाओं को वैश्विक नवाचारों में सहभागिता के नये अवसर मिलेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले महापौर, अध्यक्ष, आयुक्त, मुख्य नगरपालिका अधिकारी और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को सम्मानित किया। ग्लोबल यूएसएसटी की ओर से अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किये गये।
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अलवर के सामाजिक एवं पर्यावरणीय न्याय नेतृत्व शिविर में मुख्समंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा के बाद समुदाय के सहयोग से 'नर्मदा सेवा मिशन' अनवरत चलेगा। इसमें सरकार सहयोगी की भूमिका में होगी। नर्मदा सेवा और संरक्षण की गतिविधियाँ समुदाय द्वारा लागू की जायेगी। वे आज राजस्थान के अलवर जिले के भीकमपुरा गाँव में सामाजिक एवं पर्यावरणीय न्याय नेतृत्व शिविर को संबोधित कर रहे थे। यह शिविर तरूण भारत संघ द्वारा किया गया था। प्रसिद्ध समाज सेवी श्री अन्ना हजारे, विख्यात पर्यावरणविद श्री चंडीप्रसाद भट्ट्, तरुण भारत संघ के श्री राजेन्द्र सिंह और देश भर से आये जल संरक्षण और पर्यावरण प्रबंधन से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित थे। श्री चौहान ने कहा कि पिछले तीन-चार दशक में नदियों के पर्यावरण में तेजी से गिरावट आयी है। वनों की कमी और शहरीकरण जैसे कारणों से नदी जल प्रदूषण बढ़ा और नदियों का प्राकृतिक बहाव भी कम हो गया है। इससे खेती पर विपरीत असर पड़ा। जल-जमीन और जंगल पर आधारित आजीविका में कमी आयी। जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएँ पैदा हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चल रही नर्मदा सेवा यात्रा की रूपरेखा और उद्देश्य बताते हुए कहा कि यह यात्रा नदी पर्यावरण के प्रति चेतना जाग्रत करने वाली है। नदी संरक्षण का नागरिक धर्म और कर्त्तव्य निभाने की यात्रा है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के उदगम स्थल अमरकंटक में 11 मई को यह यात्रा पूर्ण होगी। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी को स्वच्छ, सुंदर और जल समृद्ध बनाये रखना अनिवार्य हो गया है क्योंकि इसी पर प्रदेश के लोगों का जीवन निर्भर है। उन्होंने कहा कि यदि नर्मदा नहीं बचेगी तो मध्यप्रदेश का जीवन भी नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि अकेले सरकार यह काम नहीं कर सकती। समुदाय के लोगों को आगे बढ़कर साथ देना होगा। प्रदेश में समुदाय के सहयोग से यह अभियान विश्व का सबसे बड़ा नदी संरक्षण अभियान बन गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से नीतिगत निर्णय लिये जा रहे हैं। श्री चौहान ने बताया कि अमरकंटक की पहाड़ी पर किसी भी प्रकार का खनन नहीं होने दिया जायेगा। इसे हरियाली से समृद्ध बनाया जायेगा। नर्मदा के आसपास के नालों से जो गंदा पानी नदी में मिल रहा है उसके प्रबंधन की व्यवस्था की जायेगी। किसी भी कीमत पर सीवेज का पानी नदी में नहीं मिलने दिया जायेगा। इसे नदी से दूर ले जाकर उपचारित किया जायेगा। श्री चौहान ने आगामी दो जुलाई को नर्मदा नदी के दोनों तटों पर होने वाले ऐतिहासिक वृक्षारोपण कार्यक्रम में शिविर के प्रतिभागियों को आमंत्रित किया। उन्होंने 11 मई को नर्मदा सेवा यात्रा के समापन पर अमरकंटक आने का भी निमंत्रण दिया।
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विधेयक मानसून सत्र में आएगा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बालिकाओं के साथ दुराचार करने वाले को मृत्युदण्ड देने का विधेयक विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा। पारित होने के बाद उसे राष्ट्रपति को भेजा जाएगा। श्री चौहान आज म.प्र. पुलिस अकादमी में पुलिसकर्मियों के संयुक्त दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में महापौर आलोक शर्मा, अपर मुख्य सचिव गृह के.के. सिंह, पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस की सेवा समाज की सुरक्षा का संकल्प हैं। पुलिस सेवा को स्वीकारना देश और समाज के लिए अपनी जिन्दगी को सौंपना है। देश-प्रदेश के विकास की पहली शर्त है कि कानून और व्यवस्था बेहतर हो। यह जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर है। पुलिस की सेवा जनता की सेवा के लिए है। यह जरूरी है कि पुलिस का व्यवहार जनता के लिए फूल सा कोमल, अपराधियों के लिए वज्र सा कठोर हो। मुख्यमंत्री ने नवदीक्षित पुलिसकर्मियों से कहा कि पुलिस उनकी दूसरी माता है। उसका मान-सम्मान रखना उनका परम कर्त्तव्य है। उसकी लाज बनाए रखने के लिए जरूरी है कि उसकी छवि धूमिल नहीं हो। पुलिस को भ्रमित करने की कोशिशें भी होती हैं, उनसे सावधान सजग और सतर्क रहें। थानों की छवि ऐसी हो कि जनता को वहाँ पर राहत, सुरक्षा और सुकून मिलें। जनता को थाने में आने में झिझक नहीं हो। अपराधी आस-पास फटकने में भी घबराएं। अपराधियों को किसी भी स्थिति में नहीं छोड़ना है। वे देश-समाज के दुश्मन हैं, माफी के योग्य नहीं हैं। पुलिस की आवश्यकताओं को पूरा करने में सरकार का पूरा सहयोग है। पुलिस के 30 हजार नए पद स्वीकृत किए गए हैं। कुल 25 हजार नए पुलिस आवास बनवाये जा रहे हैं। सी.सी.टी.वी. कैमरे और अन्य सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को शांति का टापू बनाने का श्रेय पुलिस को है। उसे जब भी जो काम सौंपा गया, सफलतापूर्वक किया है। ट्रेन ब्लास्ट के अपराधियों को मात्र तीन घंटे के भीतर पकड़ने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि साहस, शौर्य, कर्त्तव्यनिष्ठा और पराक्रम में प्रदेश की बेटियाँ भी कम नहीं है। इसीलिए पुलिस के एक तिहाई पद उनके लिए आरक्षित कर दिये हैं। उन्होंने कहा कि किसी से डरकर आत्महत्या सभ्य समाज के लिए कलंक है। इसलिए आपराधिक तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाये। वातावरण ऐसा बनाए कि महिलाएँ कभी भी कहीं भी स्वतंत्र रूप से विचरण कर सके। उन्होंने पुलिस अकादमी, प्रशिक्षण और प्रशिक्षकों की सराहना करते हुए, उन्हें बधाई दी। मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी के निदेशक श्री सुशोभन बनर्जी ने बताया कि पहली बार पुलिस अकादमियों का संयुक्त दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया है। इस 89वें दीक्षांत समारोह में कुल 633 पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री ने विभाग में शामिल करने की औपचारिकता पूर्ण की। इनमें सूबेदार, उप निरीक्षक, उप निरीक्षक वि.स.ब.ल. और उप निरीक्षक विशेष शाखा शामिल हैं। इनमें 478 पुरूष एवं 155 महिला पुलिसकर्मी है। प्रारम्भ में मुख्यमंत्री ने परेड का निरीक्षण किया। सलामी ली। कार्यक्रम के अंत में अकादमी की स्मारिका का विमोचन किया। पासआउट पुलिसकर्मियों से परिचय प्राप्त किया।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमीदिया को प्रदेश का मॉडल अस्पताल बनाने के लिए कह रहे हैं। इसके बाद भी यहां व्यवस्थाएं नहीं सुधर रहीं। बीते दिन एक पिता को बेटे का शव ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला। मीडियाकर्मियों के पहुंचने पर उसे स्ट्रेचर दिया गया। विदिशा के सेमरा त्योदा गांव के रहने वाले रतिराम वंशकार का बेटा जितेन्द्र (10) मंगलवार को पेड़ से गिर गया था। उसे गंभीर हालत में हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां बुधवार दोपहर उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम कराने की सलाह दी, लेकिन रतिराम ने मना कर दिया। उन्हें एंबुलेंस तक शव ले जाने के लिए काफी देर तक स्ट्रेचर नहीं मिला। जितेन्द्र की मां राजबाई ने कहा कि जब अस्पताल आए थे तब भी बहुत देर तक स्ट्रेचर नहीं मिला था। इलाज करने की जगह डॉक्टर एक से दूसरे वार्ड में भेजते रहे। जीएमसी के डीन डॉ. एमसी सोनगरा ने कहा उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है ,अधीक्षक से जानकारी मांगी है।
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हंगामे के बीच नगर निगम भोपाल का बजट पेश हुआ। कोंग्रेस पार्षद स्मार्ट सिटी के मसले पर हंगामा करते रहे। नए नजात के बाद चार घंटे तक नगर निगम के पार्किंग स्थल पर कार पार्क करने पर अब आपको 20 रुपए देना होंगे, अब तक यह राशि केवल 5 रुपए थी। स्मार्ट पार्किंग लागू होने की प्रत्याशा में पार्किंग शुल्क बढ़ा दिया गया है। नगर निगम के आगामी वित्त वर्ष के बजट में हॉस्टल और कोचिंग इंस्टीट्यूट का प्राॅपर्टी टैक्स भी बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा मैरिज गार्डन, शादी हॉल आदि को प्रॉपर्टी टैक्स में छूट दे दी गई है। पिछले बजट में शादी हॉल और मैरिज गार्डन के लिए अलग-अलग दर तय की गईं थीं। अब इनकी खुली भूमि और पार्किंग के लिए आरक्षित भूमि के लिए भी अलग-अलग रेट तय किए गए हैं। महापौर आलोक शर्मा ने गुरुवार को नगर निगम परिषद बैठक में बजट पेश किया। बजट में मोटे तौर पर कोई नई घोषणा नहीं की गई है। पूर्व से घोषित विकास कार्यों के लिए बजट में प्रावधान किए गए हैं। पिछले बार जिन होस्टलों को आवासीय श्रेणी में रखा गया था उनके लिए अलग श्रेणी बना दी गई है। इसके साथ ही कोचिंग इंस्टीट्यूट के लिए भी एक श्रेणी बना दी गई है अब तक कोचिंग इंस्टीट्यूट को लेकर स्थिति साफ नहीं थी। हालांकि इन्हें शिक्षा उपकर और नगरीय विकास उपकर से मुक्त कर दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष मो सगीर ने निगम द्वारा लिए जा रहे लोन के मुद्दे पर कहा कि बजट असंवैधानिक है। सगीर का इतना कहना था कि हंगामा शुरू हो गया। एमआईसी सदस्य कृष्णमोहन सोनी, केवल मिश्रा आदि ने सगीर के वक्तव्य पर आपत्ति की। इसके बाद अध्यक्ष ने बहुमत से बजट पारित करने की घोषणा कर दी। इस बजट के बाद अब 6000 रु बड़े पेड़ों की कटाई और 3000 रुपए छोटे पेड़ों की कटाई के लिए वसूलेगा निगम। इससे पहले 1500 रुपए प्रति पेड़ कटाई वसूलता था नगर निगम। अप्रैल से अगस्त तक संपत्ति कर और जल दर जमा करने पर निगम 6% छूट देता रहा है। अब लैपटॉप, एलईडी टीवी, एक्टिवा व वार्ड स्तर पर स्मार्ट फोन जीतने का भी मौका है। सबसे ज्यादा बजट गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के लिए गोविंदपुरा के लिए सर्वाधिक 10 करोड़ 15 लाख का प्रावधान है। हुजूर- 6.25 करोड़, मध्य- 8.16 करोड़, दक्षिण-पश्चिम- 5.77 करोड़, नरेला- 7.38 करोड़, उत्तर-5. 32 करोड़ रुपए। हाईकोर्ट के स्टे का हवाला-बजट पेश होने से पहले स्मार्ट रोड और स्मार्ट सिटी के मुद्दे पर कांग्रेस पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। शबिस्ता ने बताया कि स्मार्ट रोड निर्माण के खिलाफ अरेबियन कॉटेज के मालिकों को हाईकोर्ट ने स्टे दे दिया है। शबिस्ता ने दावा किया है कि शेष भूमि पर पहले से स्टे है। हंगामे में बजट के अतिरिक्त शेष प्रस्ताव बिना चर्चा के ही पास हो गए। विपक्ष ने राष्ट्रगान करके बैठक समाप्त करने की कोशिश की। इस पर सत्ता पक्ष ने आसंदी को घेर लिया। परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान ने इसकी न्यायिक जांच कराने की बात कही है। महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि निगम के बजट पर नियंत्रण जरूरी है। मुझे पता है कि घर में फाइलें बन जाती हैं। इसको रोकने के लिए एक कंट्रोल रूम बनेगा। मेयर आलोक शर्मा ने 42.97 करोड़ रुपए के घाटे का बजट पेश किया । 1739 करोड़ रुपए का बजट पारित हुआ इस बार नगर निगम का। स्मार्ट सिटी एरिया में 800 करोड़ रुपए से 3240 सरकारी मकान। प्लेटिनम प्लाजा से जवाहर चौक तक 2.5 किमी की आधुनिक बोलेवर्ड स्ट्रीट। बोर्ड ऑफिस चौराहा से ज्योति टॉकीज तक स्मार्ट स्ट्रीट । मनुआभान टेकरी पर 20 करोड़ की लागत से भारत माता मंदिर का निर्माण होगा। ट्रैफिक जाम से राहत के लिए भोपाल टॉकीज से नादरा बस स्टैंड पर ग्रेड सेपरेटर। जवाहर चौक से स्मार्ट रोड तक फ्लाईओवर डीबी मॉल के सामने उमंग उद्यान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए महापौर बीमारी सहायता निधि मेयर कर्मचारी बीमा योजना
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज भोपाल में पूज्य मोरारी बापू वाचित श्री रामकथा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने 'मानस में विष्णु पर केंद्रित आत्मिक-तात्विक चिंतन' का श्रवण किया। पूज्य मोरारी बापू ने कहा कि भोपाल से प्रस्थान से पहले वे 11 पौधों का रोपण करेंगे। उन्होंने श्रोताओं का आव्हान किया कि रामनवमी पौध-रोपण कर मनायें। रामनवमी के दिन एक पौधे का रोपण अवश्य करें। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद 'सर्वजन-हिताय सर्वजन-सुखाय' सूत्र को विस्तारित किया है। उसे सर्वभूत-हिताय, सर्वभूत-सुखाय, सर्वभूत-प्रियाय: कर दिया है। प्रकृति में केवल जन ही नहीं, धरती, नदी, आकाश आदि भी है। सबके हित, सुख की कामना की जानी चाहिए। उनसे प्रेम करना चाहिए। पूज्य मोरारी बापू ने कहा कि नदी का भी व्यक्त्वि है। हमें उसके सुख और हित की चिंता करने के साथ ही उससे प्रेम भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी से भी प्रेम करें। ऐसा पूजा-पाठ और कार्य नहीं करे जिससे नदी प्रदूषित हो। उन्होंने अपील की है कि नर्मदा में शव प्रवाहित नहीं करें। देश और प्रांत को हरा-भरा बनाने में प्रत्येक व्यक्ति योगदान करें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नर्मदा तट पर आगामी 2 जुलाई को करोड़ों पौधों का रोपण हो रहा है। मध्यप्रदेश और भोपाल हिन्दुस्तान का हृदय है। इसे अधिक से अधिक हरा-भरा बनाया जाये। रामकथा महोत्सव में पूज्य मोरारी बापू ने 'मानस में विष्णु पर केन्द्रित आत्मिक-तात्विक चिंतन' के दौरान गुरू को ही दशावतार बताया। उन्होंने कहा कि गुरू व्यक्ति नहीं, अस्तित्व है। इसीलिये वह सहानुभूति नहीं, समानभूति वाला बुद्ध पुरुष होता है।
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स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह ने कहा है कि मध्यप्रदेश में संस्कृत भाषा को रोजगार की भाषा बनाने के ठोस प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि महिलाएँ भी संस्कृत भाषा में कुशल हो इसके लिये भोपाल में शासकीय संस्कृत विद्यालय स्थापित किया जायेगा। इसकी क्षमता 360 सीट की होगी। कुंवर विजय शाह आज राज्य स्तरीय संस्कृत सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी मौजूद थे। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि शासकीय संस्कृत विद्यालय श्रेष्ठ तरीके से कार्य करे, इसके लिये विद्यार्थियों और शिक्षकों को देश के श्रेष्ठ संस्कृत संस्थानों में सरकारी खर्चे पर अध्ययन के लिए भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ तरीके से संचालित होने वाले शासकीय संस्कृत विद्यालय को भवन निर्माण के लिये 50 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवाई जायेगी। राशि प्रतिवर्ष दो विद्यालय को उपलब्ध करवाई जायेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के माध्यम से प्रति वर्ष 20 महिलाओं को शास्त्रों का ज्ञान देकर शासकीय खर्च पर महिला पंडित के रूप में तैयार किया जायेगा। शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह ने कहा कि अब प्रति वर्ष शासकीय विद्यालयों में हिन्दू नव वर्ष गुड़ी पड़वा नववर्ष के रूप में मनाया जायेगा। विद्यार्थियों को इसके महत्व के बारे में जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ज्योतिष, वास्तु और योग के डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किये जायेंगे। श्री कैलाश जोशी ने कहा कि भारत में रामायण के बगैर भारतीय संस्कृति की कल्पना नहीं की जा सकती। इसके लिये जरूरी है कि बच्चों और युवाओं को संस्कृत की शिक्षा दी जाये। यदि देश में संस्कृत और हिन्दी की विदेशी भाषा के मुकाबले उपेक्षा हुई तो भारतीय संस्कृति को खतरे का सामना करना पड़ेगा। अखिल भारतीय महामंत्री संस्कृत भारती श्रीश देवपुजारी ने कहा कि संस्कृत देवभाषा है। अब वक्त की माँग है कि इसे रोजगारोन्मुखी बनाया जाये। सम्मेलन को डॉ. मिथला प्रसाद त्रिपाठी, काशी विश्वविद्यालय के प्रो. भगवत चरण शुक्ल ने भी संबोधित किया। आयुक्त लोक शिक्षण श्री नीरज दुबे ने बताया कि सम्मेलन में विशेषज्ञों के जो सुझाव आयेंगे, उनके अनुरूप संस्कृत के विकास के लिये नीति तैयार की जायेगी। पतंजलि संस्थान के निर्देशक श्री पी.आर. तिवारी ने बताया कि संस्थान के माध्यम से 143 संस्कृत विद्यालयों को मान्यता दी गई है। राज्य स्तरीय सम्मेलन में मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल टी.टी. नगर के छात्रों ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये।
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शिवराज सिंह चौहान हिन्दू नव वर्ष गुडी पड़वा पर भोपाल के न्यू मार्केट में आयोजित कवि सम्मलेन में शामिल हुए। हिन्दू नव वर्ष पर हर साल सांस्कृतिक आयोजन की श्रृंखला में कर्मश्री संस्था द्वारा पिछले 15 साल से इसका आयोजन किया जा रहा है। कवि सम्मेलन में ख्यातिनाम कवियों ने कविताएँ सुनाई। श्री चौहान ने कवि सम्मेलन के शुभारंभ के बाद प्रसिद्ध गीतकार श्री संतोष आनंद , कवि श्री सत्यनारायण सत्तन और अन्य कवियों का सम्मान किया। इस अवसर पर कर्मश्री संस्था की ओर से मुख्यमंत्री का नागरिक अभिनन्दन किया गया। न्यू मार्केट व्यापारी संघ ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। फ़ोटोग्राफर श्री गोविन्द चौरासिया ने नर्मदा सेवा यात्रा के छायाचित्र का संग्रह श्री चौहान को भेंट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत महान राष्ट्र है। इसकी महान सांस्कृतिक परंपराएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत सभी विचारों का सम्मान करता है। उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि नदियों को बचाना जरूरी हो गया है। नदियों को गन्दा करने का काम अंग्रेज कर गए। नए साल में नर्मदा के दोनों किनारों पर पेड़ लगाने का अभियान शुरु होगा। आगामी दो जुलाई को एक साथ वृक्षारोपण होगा। एक अप्रैल से नर्मदा के तटों की शराब की दुकानें बंद हो जायेंगी। पूरे प्रदेश में शराबबंदी का अभियान चलेगा। उन्होंने नशामुक्त समाज बनाने और बेटियो की रक्षा करने का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियो का अनादर करने वालो को फांसी देने के लिए विधेयक पारित किया जायेगा। इसकी अनुमति के लिए केंद्र को भेजा जाएगा। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश का अभूतपूर्व विकास किया है। उन्होंने कहा कि नर्मदा मध्यप्रदेश की पहचान है। मुख्यमंत्री ने नर्मदा और बेटियो को बचाने का संकल्प लिया है।इस अवसर पर विधायक श्री सुरेंद्र नाथ सिंह , भोपाल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओम यादव, पूर्व महापौर श्रीमती कृष्णा गौर तथा सभी धर्म के गुरु उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री चौहान ने जन-संवाद कार्यक्रम को किया संबोधित मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि हमारे संतों ने मानव जीवन का लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति और लोक-कल्याण को बताया है। उन्होंने बताया कि ईश्वर को पाने के तीन रास्ते हैं। इसमें एक रास्ता ज्ञान मार्ग का, दूसरा भक्ति का और तीसरा रास्ता कर्म मार्ग का है। मैंने कर्म मार्ग अपनाकर लोक-कल्याण का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नर्मदा सेवा यात्रा में रायसेन जिले के भारकच्छ में जन-संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना कर्म पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ करना चाहिये। वही उसके सुखद भविष्य और परलोक सुधार का मार्ग सशक्त करेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते मेरा काम केवल प्रदेश का विकास करना ही नहीं है, बल्कि अपनी संस्कृति, परम्परा, धरोहरों और पर्यावरण का संरक्षण करना भी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जब मैं अमरकंटक गया था, तब वहाँ नर्मदा में बूँद-बूँद पानी रिसते देखकर मन में यह विचार आया कि माँ नर्मदा का संरक्षण करना होगा। उन्होंने कहा कि समय रहते हम नहीं जागे तो हमारी नदियाँ और हरियाली नष्ट हो जायेगी। हमें इन्हें भविष्य के लिये बचाना होगा। उन्होंने कहा कि बेतवा और ताप्ती नदियों के पास वनों की अँधाधुँध कटाई के कारण इनमें भी बहने वाला पानी कम हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा संरक्षण का कार्य जन-भागीदारी से किया जायेगा। जन-सामान्य को जागरूक करने के लिये नर्मदा सेवा यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी में पानी के बहाव को बढ़ाने के लिये नदी के दोनों तटों पर बड़ी संख्या में पेड़ लगाने होंगे। उन्होंने कहा कि 11 दिसम्बर से अमरकंटक से प्रारंभ हुई नर्मदा सेवा यात्रा को व्यापक जन-समर्थन मिल रहा है और इस यात्रा ने बड़े आंदोलन का रूप ले लिया है। आज नर्मदा यात्रा की चर्चा न केवल देश में हो रही है, बल्कि दुनिया के अनेक देशों में इसकी चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि नर्मदा आंदोलन को समाज के प्रत्येक धर्मगुरु का समर्थन मिला है। सभी धर्मगुरु का मत है कि आगे आने वाली पीढ़ी को यदि हमें नदियाँ सुरक्षित देनी है तो हमें इन्हें साफ रखना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा में किसानों के हितों का भी ख्याल रखा गया है। किसानों को अपनी निजी भूमि पर फलदार पेड़ लगाने के लिये 3 वर्ष तक 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर राशि अनुदान के रूप में दी जायेगी। उन्होंने बेटी बचाओ की चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने महिलाओं के हितों में प्रभावी निर्णय लिये हैं। महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50 प्रतिशत और पुलिस सेवा में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। जन-संवाद कार्यक्रम को साध्वी प्रज्ञा भारती, श्रीलंका बौद्ध सोसायटी के विमल तिस्स, विधायक श्री रामकिशन पटेल ने भी संबोधित किया। जन-संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री चौहान शुभारंभ सत्र में हुए शामिल मानस मर्मज्ञ मोरारी बापू के श्रीमुख से भोपाल में श्रीराम कथा महोत्सव का शुभारम्भ हुआ। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शुभारम्भ सत्र में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पूज्य मोरारी बापू श्री राम कथा के माध्यम से समाज को जीवन और सत्य का मार्ग दिखा रहे हैं। उन्होंने गुरु और शिष्य संवाद का सन्दर्भ देते हुए कहा कि जब अंधकार और निराशा आती है, तो आत्मा का प्रकाश ही साथ देता है। इस अवसर पर समाजसेवी श्री रमेश चंद्र अग्रवाल और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
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नदियों, वृक्षों और पहाड़ों से प्रेम करें : मुरारी बापू मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में नशामुक्ति का आंदोलन चलेगा। इसके प्रथम चरण में नर्मदा नदी के दोनों तटों पर पाँच-पाँच किलोमीटर की शराब की दुकानें आगामी एक अप्रैल से बंद कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि नदियाँ बचेंगी तो मानव सभ्यता और संस्कृति बचेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नर्मदा सेवा यात्रा के 100 वें दिन ग्राम जैत में आयोजित जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में राष्ट्र संत श्री मुरारी बापू और संत श्री कमल किशोर नागर विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी दो जुलाई को अमरकंटक से बड़वानी तक नर्मदा के तट पर लाखों लोग करोड़ों पेड़ लगायेंगे। नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी है। यह मध्यप्रदेश की समृद्धि का आधार है। प्रदेश के दर्जनों शहरों को पेयजल उपलब्ध कराती है। इसकी कृपा से मध्यप्रदेश को चार बार कृषि कर्मण अवार्ड मिला है। यह प्रदेश को सिंचाई के लिए जल और बिजली उपलब्ध कराती है। नर्मदा सेवा यात्रा नर्मदा को बचाने और उसका कर्ज उतारने की यात्रा है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के दोनों तटों के शहरों में ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जाएंगे। उन्होंने संकल्प दिलाया कि नर्मदा के तटों पर पेड़ लगायें, इसके किनारे के गाँवों में हर घर में शौचालय बनायें, पूजन-सामग्री पूजन कुण्ड में डालें। नर्मदा के किनारे चेंजिंग रूम और मुक्तिधाम बनाये जायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों के साथ दुराचार करने वालों को फाँसी की सजा देने का कानून बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बेटियों को बचायें, हर बच्चे को स्कूल भेंजे। उन्होंने कहा कि नर्मदा के लिये नर्मदा कोष की स्थापना की जायेगी। इस कोष की शुरूआत में संत मुरारी बापू ने 11 हजार रूपये का योगदान दिया। संत कमल किशोर नागर ने ओंकारेश्वर के नर्मदा घाटों के जीर्णोद्धार के लिये एक करोड़ एक लाख रूपये की राशि देने की घोषणा की। राष्ट्र संत श्री मुरारी बापू ने कहा कि नदियों, वृक्षों और पहाड़ों को प्रेम करें क्योंकि जिससे हम प्रेम करेंगे उसे प्रदूषित नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान एक अनुष्ठान के रूप में शासन चला रहे हैं। अनुष्ठान के रूप में शासन से अद्भुत परिणाम मिलते हैं। ऐसा मानव होना चाहिए जो सर्वभूतों के कल्याण में रत हो। सबके कल्याण का संकल्प लें। सरकार के साथ जन-जन जुड़े। स्वच्छता अभियान से जुड़ें। मुरारी बापू ने प्रदेश सरकार को आगामी एक अप्रैल से नर्मदा तट की शराब की दुकानें बंद करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे स्वयं पाँच पेड़ लगायेंगे। संत श्री कमल किशोर नागर ने कहा कि माँ नर्मदा का जल भगवान महादेव के शरीर से निकला हुआ परम तत्व है। नदी के इस पवित्र जल को पूजन सामग्री एवं गंदगी डालकर गंदा नहीं करें। नर्मदा का प्रवाह अगर कमजोर हुआ, तो भावी पीढ़ियाँ प्रभावित होंगी। उन्होंने बेटियों के मान-सम्मान की रक्षा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य को सदैव प्रोत्साहित और बुरे कार्य को हतोत्साहित करना चाहिए। यूनिसेफ के भारत प्रमुख श्री ल्यूस जार्ज ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा विश्व का अनूठा अभियान है। जिसमें नदी के संरक्षण के लिए समाज और सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। सिक्ख धर्मगुरू श्री ज्ञानी दिलीप सिंह ने कहा कि पानी जीवन है। नर्मदा सेवा यात्रा जीवन को बचाने का अभियान है। भोपाल शहर काजी ने कहा कि सभी धर्मों में पानी को साफ रखने और पेड़ लगाने की बात कही गयी है। पूरे देश में यह अभियान चलना चाहिए इससे आने वाली पीढ़ियों को फायदा होगा। स्वागत भाषण मुख्यमंत्री के पुत्र श्री कार्तिकेय ने दिया। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा, वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, जल संसाधन एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, श्रम मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य, सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान, यूनिसेफ के प्रदेश प्रमुख श्री माइकल जूमा, प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री श्री सुहास भगत, स्वामी कापरी, संत श्री अखिलेश्वरानन्द जी सहित साधु-संतगण, मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती साधना सिंह और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने अपने ग्राम जैत में नर्मदा सेवा यात्रा की अगवानी की नर्मदा सेवा यात्रा का आज ग्राम जैत आगमन पर भारी उत्साह से स्वागत किया गया। यात्रा के स्वागत के लिये ग्रामीणों ने ग्राम जैत में जगह-जगह स्वागत द्वार बनायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं श्रीमती साधना सिंह ने ग्रामीणों के साथ यात्रा की अगवानी की। श्री चौहान यात्रा का ध्वज लेकर और श्रीमती साधना सिंह सिर पर कलश लेकर यात्रा के साथ चलें। मुख्यमंत्री ने सपत्निक कन्या-पूजन और संतों का सम्मान किया। यात्रा के पहुँचने पर ग्रामीणों ने भारी उत्साह-उमंग, आस्था और श्रद्धाभाव के साथ बैण्ड बाजा और महिलाओं ने सिर पर कलश लिए यात्रियों का स्वागत किया। यात्रा में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं सहित हर वर्ग के लोग शामिल हुए। यात्रा में हुए हर-हर नर्मदे के उद्घोष से आसमान गूँज उठा। यहाँ पर यात्रा में विभिन्न जिलों से उपयात्रा के रूप में आये हुए लोग भी शामिल हुए। इसके बाद माँ नर्मदा की भव्य महाआरती की गई। इस मौके पर प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पौडवाल और गायक श्री कैलाश खेर ने अपनी मनभावन प्रस्तुति भी दी।
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मुख्यमंत्री चौहान ग्राम सुडानिया के जन-संवाद कार्यक्रम में नर्मदा की अविरल धारा सघन वनों पर निर्भर नर्मदा तट के दोनों किनारों पर जितने सघन वन होंगे, उतना ही तेज प्रवाह नर्मदा का रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात सुडानिया में जन-संवाद कार्यक्रम में कही। इसमें फिल्म अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा अंधाधुंध वनों के दोहन के कारण प्रदेश की तवा और बेतवा जैसी नदियाँ सूख गयी हैं। इन नदियों में केवल वर्षा ऋतु में ही पानी दिखाई देता है। नर्मदा के साथ इन नदियों के संरक्षण का काम भी शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वर्षा भले ही अच्छी हो, लेकिन वर्षा जल को सहेज कर रखने के प्रयास करने होंगे। लोगों को जल साक्षरता के लिये प्रेरित करना होगा जल और जल की स्वच्छता तभी संभव है जब हमारे मन में जल के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव पैदा होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा हमने जल सुरक्षा के लिए हमारे पूर्वजों द्वारा किये गये प्रयासों पर पानी फेर दिया है। तालाब और कुँओं को पाट दिया है। तात्कालिक स्वार्थों के कारण पृथ्वी पर उपलब्ध संसाधनों का दोहन किया। हमारी नदियाँ सूख रही हैं। उन्होंने कहा कि राजधर्म का उद्देश्य तात्कालिक समस्या हल करने के साथ गम्भीर समस्याओं को हल करना भी है। आमजनों की सहभागिता भी जरूरी है। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री सीतासरन शर्मा, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, संत कमल किशोर महाराज, फिल्म अभिनेता श्री विवेक ओबेराय भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कन्याएँ अक्षय उर्जा का भंडार है। बेटियाँ देवी हैं, उनका यथोचित सम्मान किया जाना चाहिए। बेटी नही होगी तो सृष्टि भी नहीं बचेगी। बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं की बात करते हुए श्री चौहान ने कहा कि सरकारी नौकरी में महिलाओं को प्राथमिकता देने के साथ ही शिक्षक की भर्ती में 50 प्रतिशत और पुलिस में 33 प्रतिशत भर्ती महिलाओं की होगी। श्री चौहान ने कहा कि 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की उच्च पढ़ाई की फीस सरकार भरेगी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित नागरिकों को नर्मदा संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने का संकल्प दिलवाया। मुख्यमंत्री ने नर्मदा कलश, ध्वज एवं कन्याओं का पूजन किया। मध्यप्रदेश में बेटी बचाओ, साक्षरता और नशा-मुक्ति को भी नर्मदा सेवा यात्रा से जोड़ा गया है। प्रदेश में 1 अप्रैल से नदी तट के 5-5 किलोमीटर दूर तक की शराब की दुकानें बंद की जायेंगी। पुष्कर से आये कापरी महाराज ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किये जा रहे नर्मदा संरक्षण अभियान को आशीर्वाद दिया। अभिनेता विवेक ओबेराय ने कहा कि नर्मदा यात्रा के प्रयासों को देश के अन्य राज्यों में भी अपनाया जाना चाहिए। पारम्परिक अंदाज में हुआ यात्रा का स्वागत नर्मदा सेवा यात्रा के आज शाम सुडानिया पहुँचने पर महिलाओं ने पारम्परिक परिधानों में सिर पर कलश रखकर यात्रा की अगवानी की। यात्रा में भोपाल और सीहोर जिले की उप-यात्राएँ भी शामिल हुई। 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा में शामिल होने पहुँची महिलाओं ने दोपहर बाद पवित्र सलिला नर्मदा में स्नान किया। महिलाओं के समूह ने सुडानिया घाट पर पर्व का वातावरण बना दिया। उनका कहना था कि माँ नर्मदा के पवित्र जल में स्नान करने के लिए किसी समय विषेष का महत्व नहीं है।
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विश्व का कल्याण और प्राणियों में सदभावना की कामना समूचे विश्व को वेदों की देन है। ऐसे वेदों की शिक्षा और उस पर शोध कार्य के लिए वैदिक विद्यापीठम् का निर्माण मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात हरदा जिले के चिचोटकुटी में बनने वाले वैदिक विद्यापीठम् निर्माण के प्रथम चरण के शिलान्यास अवसर पर कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैदिक विद्यापीठम् का निर्माण बड़े सौभाग्य की बात है। नई पीढी को धर्म, वेदों का ज्ञान होगा, जो हमारे ऋषि-मुनियों एवं संतों ने सालों के तप से प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यहाँ घाट निर्माण के लिए 12 करोड़ 74 लाख रूपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने एनएचडीसी से कारपोरेट-सोशल रिफार्म के तहत 5 करोड़ रूपए दिलवाये जाने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालिका गायक-दल को 25 हजार और गायक श्री कार्यक्रम में स्वामी जयंतानंद महाराज नांदवा कुटी, स्वामी मोक्षप्रदानंद महाराज मणिनागेश्वर गुजरात, श्री रोशनलाल सक्सेना मार्गदर्शक विद्याभारती मध्य क्षेत्र भोपाल उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुरेश शा़स्त्री भागवत कथावाचक ग्वालियर ने की। मुख्य वक्ता पं. श्यामस्वरूप मनावत श्रीराम कथावाचक उज्जैन रहे। कार्यक्रम में सीएमडी एनएचडीसी श्री के एम सिंह और श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद थीं। इस मौके पर संस्कृत संगीत बैंड द्वारा प्रस्तुति दी गई। स्वागत भाषण में श्री सुजीत शर्मा ने बताया कि संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार, संरक्षण-संवर्धन और वैदिक ज्ञान को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए ग्रंथों का अध्ययन आदि उद्देश्य की पूर्ति के लिए वैदिक विद्यापीठ के निर्माण के पहले चरण में 11 करोड़ रुपए खर्च किए जायेंगे। इसमें 2 करोड़ रुपए खर्च कर 32 कक्ष का निर्माण करवाया जाएगा। साथ ही 20 आचार्य आवास, 16 कक्ष, सभागृह, नर्मदा घाट और वैदिक प्रदर्शनी का निर्माण होगा। योग एवं ध्यान केंद्र, यज्ञशाला, देवालय, गौशाला आदि की व्यवस्था भी होगी।
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शाहगंज में नर्मदा सेवा यात्रा का अभूतपूर्व स्वागत नदियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिये कन्याकुमारी से उत्तराखंड तक चलेगी जागरूकता रैली आध्यात्मिक गुरू सदगुरू जग्गी वासुदेव ने कहा कि क्या लालच ने मनुष्य को इतना कठोर ह्रदय बना दिया है कि वह जीवन के स्त्रोत को ही नष्ट करने पर उतारू है। उन्होंने कहा कि क्या इतना अमानवीय हो गया हैं कि बच्चों के भविष्य का भी ख्याल नही है। सदगरू ने कहा कि हर जीवन एक दूसरे से जुड़ा है। नर्मदा बहती रहे इसके लिये जरूरी है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जो नर्मदा सेवा यात्रा निकाल रहे हैं वह सबसे अच्छा विकल्प है। नर्मदा गरिमापूर्ण बहती रहे इसके लिये इसके तटों पर पेड़ लगाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के लोग भाग्यशाली है उन्हें एक ऐसा मुख्यमंत्री मिला है जिसका दिल धड़कता है। नर्मदा सेवा यात्रा को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह यात्रा अभूतपूर्व रूप से सफल होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय से ऐसा अभियान पूरे देश में चलाने की चर्चा की जायेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को कैलाश तीर्थ पवित्र जल पात्र भेंट किया। आध्यात्मिक गुरू सदगुरू वासुदेव जग्गी ने कहा है कि पवित्र नर्मदा नदी आनंद देती है। यह सभ्यता की जननी है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि अब हमें सोचना है कि अपनी नदियों के लिये हम क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शरीर में तीन चौथाई पानी है। पानी कोई वस्तु नही है। यह जीवन निर्माण करता है। उन्होंने कहा कि जब यह शरीर में बहता है तो इसका ख्याल करते हैं लेकिन जब नदियों में बहता है तो उसे गंदा करते हैं। सदगुरू ने कहा कि नर्मदा और गोदावरी के बीच भारत की सभ्यता फली-फूली है। अब नदियाँ छोटी हो रही हैं। सिकुड़ रही हैं। इसका अर्थ यह है कि हमें अपने भविष्य के प्रति चिंता नही है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा जैसा आंदोलन अभी तक हुआ नही। इसका अर्थ यह है कि हम राष्ट्र के लिये कुछ अच्छा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नदियों का विकास करके ही राष्ट्र को महान बनाया जा सकता है। सदगुरू ने कहा कि हमें बचाने वाली नदियों को अब हमें बचाना होगा। नर्मदा गौरव के साथ बहती रहे इसके लिये इसके किनारों पर पेड़ लगाना जरूरी हो गया है। इसके लिये नीति बनानी होगी। उन्होंने कहा कि नदियों को बचाने के लिये केन्द्र सरकर से वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि जब भारत में जंगल थे तो नदियाँ भी कल-कल बहती थी। जंगल खत्म होने से नदियों का बहाव कम हो गया है। उन्होंने कहा कि नदियों के किनारों की मिट्टी बचाना जरूरी है नहीं तो सूरज की गर्मी से मिट्टी रेत में बदल जायेगी और रेगिस्तान बन जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में इस दिशा मे जागरूकता लाने के लिये कन्या कुमारी से उत्तराखंड तक जन-जागरूकता रैली निकाली जायेगी। उन्होंने कावेरी नदी का स्मरण करते हुए कहा कि अब कावेरी में साठ प्रतिशत तक जल कम हो गया है और यह नदी विवाद का कारण बन गई है। सदगुरू ने कहा कि भारत ने कई वैज्ञानिक उपलब्धियाँ हासिल की है लेकिन तमाम सीमाओं के साथ देश का किसान देश को अन्न उपलब्ध करा रहा है। दुर्भाग्य यह है कि वह स्वयं का जीवन समाप्त करने के लिये विवश हो जाता है। उन्होंने कहा कि मिट्टी की उर्वरकता बरकरार रखना जरूरी है। मिट्टी बचाने से किसान बचेगा। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे ही चलता रहा अगले पच्चीस सालों में कुछ नहीं उग पायेगा। धरती का पोषण होना जरूरी है। मालवा के संत श्री कमल किशोर नागर ने भी नदी को बचाने के लिये आत्म-प्रेरणा से प्रयास करने का आव्हान किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पूरे मनोभाव से नर्मदा सेवा यात्रा से जुडे़। उन्होंने कहा कि नदी, कन्या और गाय के संरक्षण का संकल्प लें। मुख्यमंत्री ने अपने उदबोधन में कहा कि नर्मदा के बिना जीवन नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि नर्मदा को अविरल बनाने के लिए संपूर्ण समाज को आगे आना होगा। जल की धार बचाने के लिए लाखों लोग करोड़ों पेड़ लगाएंगे। किसानों की जमीन पर फलो के पेड़ लगाए जाएंगे। दो जुलाई को एक साथ वृक्षारोपण किया जायेगा। सभी शहरो में ट्रीटमेंट प्लांट लगाएंगे जिससे गन्दा पानी नदी में मिलने नही पाये। उन्होंने शौचालय का उपयोग करने, पूजन सामग्री भी नर्मदा जल में नहीं डालने, मूर्तिया विसर्जित नहीं करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारे विसर्जन कुंड बनाये जाएंगे। मुक्ति-धाम बनाया जायेगा। नशामुक्ति का अभियान पूरे प्रदेश में चलेगा। नर्मदा किनारे शराब की दुकानें बंद कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि बेटियों के बिना संसार नहीं चल सकता। बेटियो के मान-सम्मान को ठेस पहुँचाने वालो को फाँसी होना चाहिए। राज्य सरकार कानून बना रही है। इसे भारत सरकार के पास भेजेंगे। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नर्मदा माँ के चरणों में प्रणाम करने शामिल हुआ हूँ। उन्होंने कहा कि सेवा यात्रा में शामिल होकर असीम आनंद का अनुभव हुआ है। उन्होंने कहा कि मनुष्य ने जब अपनी जिम्मेदारी नहीं सम्हाली तो प्रकृति में असंतुलन हुआ है। आज नदियाँ संकट झेल रही है। मनुष्य के आचरण के कारण यमुना गंगा में प्रदूषण बढ़ा है। शिवराज ने नर्मदा का संकट पहले ही भाँप लिया और यह चेतना जगाने वाली यात्रा निकाली। उन्होंने कहा क़ि यह आध्यात्मिक कार्यक्रम है और पर्यावरण का सबसे बड़ा अभियान सबसे बड़ा अभियान बन गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सत्ता की शक्ति का इस्तेमाल जन-कल्याण और पर्यावरण की रक्षा के लिए किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री शाहनवाज हुसैन ने श्री चौहान को संत स्वभाव वाले मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि कई भूमिकाएँ निभाई। नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल होने का सौभाग्य मिला। नर्मदाजी सबको पानी देती है। किसी की जाति धर्म नहीं पूछती। उन्होंने कहा कि श्री शिवराज जी सज्जन और शालीन है। वे राजनीति के संत है। शिवराज जी और और नर्मदा जी का स्वभाव एक समान है। जन-कल्याण के काम समान भाव से करते है। इस अवसर पर माँ नर्मदा की महाआरती में शामिल हुए। मुख्यमंत्री बांद्राभान से शाहगंज तक नर्मदा यात्रा ध्वज लेकर और श्रीमती साधना सिंह नर्मदा जल कलश लेकर यात्रा में शामिल हुई। हजारो की संख्या में महिलाएँ और बहनें कलश लेकर यात्रा में शामिल हुईं। नर्मदा यात्रा के शाहगंज आगमन पर लोगों ने नगर को सजाया था।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वृक्षों को अवैज्ञानिक तरीके से काटकर पूरी मानव सम्पदा को खतरे में डाल दिया गया है। नर्मदा सेवा यात्रा प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर दुनिया को बचाने का विनम्र प्रयास है। अलग-अलग दृष्टिकोण से नदियों के संरक्षण के लिए सक्रिय व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों को एक मंच पर लाकर उनके अनुभवों, विचारों को मूर्तरूप देने की कोशिश नर्मदा यात्रा के माध्यम से की जा रही है। प्रदेश में नदी संरक्षण की समय रहते पहल शुरू हुई है। समाज के सभी वर्गों का सक्रिय सहयोग मिल रहा है। नर्मदा की इस चिन्ता से यह अविरल बहेगी। जिस प्रकार समाज के सभी वर्ग नर्मदा यात्रा में शामिल हो रहे हैं वह समाज की जल-संरक्षण के प्रति चिन्ता को प्रकट करता है। श्री चौहान सीहोर जिले के ग्राम बांद्राभान में नर्मदा सेवा यात्रा के आगमन पर जन-संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में प्रख्यात् पर्यावरणविद् तथा विज्ञान और पर्यावरण केन्द्र नई दिल्ली की निदेशक पद्मश्री सुश्री सुनीता नारायण सहित विभिन्न जन-प्रतिनिधि भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए अब समय आ गया है कि हम अपनी पूजा पद्धति में भी बदलाव लाये। पूजन सामग्री, प्लास्टर ऑफ पेरिस की बनी वस्तुएँ तथा अन्य ऐसी सामग्री जिससे जल प्रदूषित होता है, नर्मदा में न डाले। श्री चौहान ने संत-समाज से अनुरोध किया कि धार्मिक विधियों में ऐसे कार्यों का परित्याग करवाने में अपनी धर्म शक्ति का उपयोग करें ताकि नदियों में जल समाधि की प्रथा समाप्त हो। नर्मदा का अभिषेक नर्मदा के जल से ही किया जाए। जहाँ भी आवश्यक होगा सरकार भी इसमें मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने किसान भाइयों से कहा कि - सरकारी जमीन पर वृक्ष वन और उद्यानिकी विभाग लगायेंगे लेकिन नर्मदा को हरी चुनरी पहनाने के लिए किसान अपनी जमीन पर फलदार वृक्ष लगाये। जब तक वृक्षों में फल आयेंगे, तब तक सरकार 20 हजार रू.प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा देगी। पौधे लगाने पर भी 40 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। वृक्षारोपण के लिए गड्डा खोदने के लिए मजदूरी भी सरकार देगी। पर्यावरणविद् सुश्री सुनीता नारायण ने अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश का यह सौभाग्य है कि यहाँ के नागरिकों को श्री शिवराज सिंह चौहान जैसे मुख्यमंत्री मिले हैं जो नदी संरक्षण यात्रा आयोजित कर सभी को पर्यावरण संरक्षण और नदी संरक्षण के लिये यात्रा आयोजित कर जन-जागरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांशतः यह होता है कि जब नदी नष्ट या मृत हो जाती है तथा वायु प्रदूषण जानलेवा स्तर पर पहुँच जाता है, तब लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी भौतिक विकास होता है, तो पर्यावरण और नदियों को गंभीर क्षति पहुँचती है।
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जबलपुर की आयुध निर्माणी खमरिया में शनिवार शाम करीब 6 बजे एक के बाद एक 200 से ज्यादा बमों के फटने के धमाके हुए। इससे आसपास का पूरा क्षेत्र दहल गया। आग की लपटें डेढ़ से 2 किमी दूर से दिखाई दे रही हैं। निर्माणी के एफ-3 सेक्शन में यह घटना बॉर वैगन में 125एमएम (एंटी टैंक एम्युनेशन) बमों की लोडिंग करते समय हुई। बमों में धमाके होते ही कर्मचारियों में भगदड़ की बन गई। धमाकों के तुरंत बाद फैक्ट्री के सभी गेट बंद कर दिए गए। इससे शाम की शिफ्ट के करीब डेढ़ सौ कर्मचारी अंदर ही फंस गए। एफ-3 सेक्शन की बिजली सप्लाई भी बंद कर दी गई है, ताकि शार्ट सर्किट से कहीं और बमों में विस्फोट न हो। धमाकों की आवाज सुनकर कर्मचारियों के परिजन और कर्मचारी नेताओं की भीड़ खमरिया के गेट नं.1, 3 के सामने लग गई। हर मिनट में दो से तीन बम धमाकों की आवाज गूंज रही थी। आयुध निर्माणी की फायर ब्रिगेड ने मौके पर आग बुझाना शुरू कर दिया था, वहीं नगर निगम, जीसीएफ और व्हीकल फैक्टरी की फायर ब्रिगेड भी आग बुझाने में लगी हुई हैं। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर और एसपी सहित पुलिस-प्रशासन का अमला भी मौके पर पहुंच गया है। आसपास के गांवों में दहशतखमरिया में होने वाले धमाकों की आवाज सुनकर रांझी, मानेगांव, रिठौरी, बिलपुरा, चंपानगर, पिपरिया आदि क्षेत्र में खलबली मच गई। दहशत के कारण लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों के लिए शहर की तरफ भागे। आग की लपटें देखकर ईस्टलैंड, वेस्टलैंड और आस-पास के गांवों में बसे कर्मचारियों के परिवार के लोग दौड़-भागकर खमरिया फैक्ट्री पहुंच रहे हैं। वहीं यह घटना होने के बाद निर्माणी के अधिकारियों ने फोन पर बात करना तक बंद कर दिया है। कर्मचारी नेता बताते हैं कि एफ-3 सेक्शन में बमों की फिलिंग (खोल में बारूद भरना) का काम होता है। इसके बाद बमों को पास की बिल्डिंग नंबर 324 में स्टोर करके रखा जाता है। इस बिल्डिंग में करीब 12 हजार 500 से ज्यादा बम स्टोर हैं। एक बम गिरने से वह फट गया और इसके बाद एक के बाद एक लगातार बमों में धमाके होते रहे। वहीं कुछ कर्मचारियों का कहना है कि गर्मी बढ़ने की वजह से भी बम फट सकते हैं। हालांकि, कारणों का खुलासा विस्तृत जांच के बाद ही होगा।
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क्रेडाई एम.पी. कानक्लेव में मुख्यमंत्री चौहान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आगामी अप्रैल माह में रियल स्टेट व्यवसायियों की पंचायत आयोजित होगी। मध्यप्रदेश में अगले तीन वर्ष में गरीबों के लिये बीस लाख मकान बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल में क्रेडाई एम.पी. कानक्लेव को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के गरीब और कमजोर वर्ग को आवास की गारंटी देने वाला विधेयक बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश के हर गरीब को भूखंड या आवास का मालिक बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि संसाधनों पर सबका समान हक है। आवास लोगों का बुनियादी अधिकार है। श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद विकास का नया दौर शुरू हुआ है। उन्होंने वर्ष 2022 तक सबके लिये आवास देने का लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रियल स्टेट व्यवसायी गरीबों के लिये अफोर्डेबल मकान का मॉडल तैयार करें। रियल स्टेट क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होता है। रोजगार सृजन राज्य सरकार की प्राथमिकता का क्षेत्र है। लोक सेवा गारंटी अधिनियम में रियल स्टेट व्यवसायियों को दी जाने वाली चिन्हित सेवाएँ शामिल की जायेगी। उन्होंने कहा कि रियल स्टेट व्यवसाई अपने लिये आचार संहिता बनाये। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिये नर्मदा सेवा यात्रा में भागीदारी का अनुरोध किया। दैनिक भास्कर समूह के चेयरमेन श्री रमेशचंद्र अग्रवाल ने कहा कि रियल स्टेट क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिये राज्य सरकार द्वारा समिति बनायी जायेगी। दिलीप बिल्डकान के सी.एम.डी. श्री दिलीप सूर्यवंशी ने कहा कि बड़े शहरों के लिये रोलिंग मास्टर प्लान बनाये जाये। क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गीताम्बर आनंद सहित पदाधिकारी श्री जग्शेस शाह और श्री वासिक हुसैन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में श्री विजय मीरचंदानी, श्री अरुण तिवारी सहित क्रेडाई के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा नदी को स्वच्छ एवं अविरल बनाने के संकल्प के साथ नर्मदा सेवा यात्रा प्रारंभ की गई है। सभी नागरिक नदी संरक्षण के इस महा-अभियान में भागीदार बनें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज सीहोर जिले के ग्राम नेहलाई में 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ग्रामीणों को नर्मदा तट पर फलदार वृक्ष लगाने, बेटी बचाओ अभियान को सफल बनाने, बच्चों को स्कूल में पढ़ाने, नदी में पूजा की पुरानी सामग्री न डालने, दुर्गा एवं गणेश उत्सव के बाद मूर्तियों के विसर्जन, नर्मदा तट पर अंतिम संस्कार, नर्मदा नदी में पॉलिथिन एवं प्रदूषण बढ़ाने वाली अन्य सामग्री विसर्जित न करने तथा प्लास्टिक के दीपक से दीपदान न करने का संकल्प दिलवाया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर केन्द्रित कविता पाठ करने वाली दो छात्रा कुमारी सोनम यादव एवं कु. रूचि गौड़ को 5-5 हजार रूपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। श्री चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान आयोजित भजन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने ग्रामीणों को वृक्षारोपण, गाँव में स्वच्छता, जल-संरक्षण एवं नशा मुक्ति संबंधी संकल्प दिलवाया। श्री चौहान ने कहा कि हम सभी को नदियों एवं तालाबों के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि गत वर्ष डिण्डोरी जिले के भ्रमण के दौरान नर्मदा में अत्यन्त कम पानी देखकर उन्हें काफी कष्ट हुआ था तभी उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा आयोजित कर लोगों को नदी संरक्षण अभियान से जोड़ने का संकल्प लिया था, जो आज साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी जीवनदायिनी है। जहाँ एक ओर माँ नर्मदा के जल से बिजली बन रही है, वहीं दूसरी ओर खेतों में हरियाली और किसानों के जीवन में खुशहाली आ रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा किसी धर्म या पार्टी विशेष की नहीं है बल्कि अब व्यापक जन-आन्दोलन बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने ग्राम नेहलाई में नर्मदा नदी के तट पर आम का पौधा लगाकर ग्रामीणों से अपील की कि वे भी अपने-अपने घरों के आस-पास पौधे लगाये और उन्हें सुरक्षित रखें। उन्होंने बताया कि नर्मदा नदी के दोनों तट पर एक-एक किलोमीटर चौड़ाई में केवल वृक्षारोपण ही किया जायेगा ताकि नदी में पानी की अविरल धारा बनी रहें। मुस्लिम धर्मावलम्बियों ने भी किया यात्रा का स्वागत ग्राम नेहलाई में श्री अब्दुल खान के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में आस-पास के गाँव से आये मुस्लिम धर्मावलम्बियों ने यात्रा का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। नारियलों से मुख्यमंत्री का स्वागत गाँव की बुजुर्ग श्रीमती जमुना बाई ने श्री शिवराज सिंह चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान का पाँच नारियल भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भाव-विभोर होकर बताया कि जब मैं पहली बार इस क्षेत्र से चुनाव लड़ रहा था तब श्रीमती जमुना बाई ने गाँव की महिलाओं से 2-2 रूपये एकत्रित कर आशीर्वाद के साथ मुझे भेंट किये थे और कहा था कि विधायक बनकर इस क्षेत्र की महिलाओं की समस्याओं को दूर करना। गाँव को नशामुक्त करने का संकल्प ग्राम नेहलाई में पास के गाँव जाजना से आई एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष संकल्प लिया कि वे अपने गाँव के पुरूषों का नशा छुड़वाकर गाँव को नशा-मुक्त बनायेंगी। इन महिलाओं ने कहा कि चाहे उन्हें इसके लिये कितना ही संघर्ष क्यों न करना पड़े, वे संघर्ष करेंगी। वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री गुरू प्रसाद शर्मा, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव कुमार चौबे, मध्यप्रदेश किसान आयोग के अध्यक्ष श्री ईश्वर लाल पाटीदार, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय, साध्वी सुश्री प्रज्ञा भारती एवं इंदौर जिला पंचायत की अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार सहित विभिन्न धर्मगुरु और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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नर्मदा सेवा यात्रा पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ जन-जागरण का एक बहुत बड़ा अभियान बन चुकी है। नर्मदा में अविरल जलधारा हमेशा बनी रहे इस उद्देश्य से नर्मदा के दोनों तट पर बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जायेगा। आगामी 2 जुलाई को अमरकंटक से बड़वानी तक एक साथ नर्मदा तट पर लाखों पौधे रोपे जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज सीहोर जिले के नसरूल्लागंज विकासखंड के ग्राम बाबरी में नर्मदा सेवा यात्रा पर जनसंवाद को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, साध्वी सुश्री प्रज्ञा भारती, मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, मध्यप्रदेश वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री गुरूप्रसाद शर्मा, मध्यप्रदेश वेयर हाउस कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री आर.एस. राजपूत, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय के अलावा निर्वाणी बाबा लक्ष्मण दास महाराज, प्रसिद्ध भजन गायक चरण सिंह सोढी सहित जन-प्रतिनिधि और संतजन मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा तट पर स्थित शहरों का गंदा पानी अब नर्मदा नदी में नहीं मिलने दिया जायेगा। इसके लिये सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शहरों में स्थापित कर मलजल को शुद्ध किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास 11 मई को करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार नरवाई को जलाने पर रोक लगाने के लिए सब्सिडी पर ऐसे रोटा वेटर किसानों को उपलब्ध करवायेगी जिसमें गेहूँ के साथ-साथ भूसा भी सुरक्षित रहता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से गौमाता के लिये भूसा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के दौरान शाजापुर जिले के ग्राम पोलाम कला की भजन गायिका बालिका दुर्गा के भजन से प्रभावित होकर एक लाख रूपये का चेक प्रदान किया। पूर्व मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कहा कि पिछले एक दशक में श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री के रूप में अनेकों सराहनीय कार्य किये पर अब तक सबसे अधिक सराहनीय व प्रशंसनीय कार्य 'नर्मदा सेवा यात्रा' ही है। उन्होंने कहा कि यात्रा में वह आगामी 17 मई को पुन: सपत्निक शामिल होंगे। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि माँ नर्मदा ने हमें सब कुछ दिया है। अब हमें नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने का अवसर मातृ ऋण चुकाने के रूप में मिला है।
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उत्तरप्रदेश सरकार ने रामायण म्यूजियम के लिए अयोध्या में 25 एकड़ जमीन देने का फैसला किया है। इस संग्रहालय के लिए केंद्र सरकार ने 150 करोड़ रुपए का प्रवधान किया है लेकिन इस पर अब तक काम शुरू नहीं हो पाया। अब सत्ता बदलते ही राज्य की भाजपा सरकार ने इसे बनाने की तैयारी कर ली है। इसके बाद अगले हफ्ते से ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसकी शुरुआत 2007 में मायावती सरकार ने की थी जब उसने इंटरनैशनल रामलीला संकुल प्रस्तावित किया। जिसके बाद 2009 में लोकसभा चुनाव की वजह से इसमे तेजी आई और 27 एकड़ जमीन चिन्हित की गई। बाद में यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। जून 2015 में केंद्र सरकार ने अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर अयोध्या में रामायण संग्रहालय बनाने की घोषणा की लेकिन इसे लेकर कोई ठोस काम नहीं हो पाया। अब योगी सरकार ने इसके लिए जमीन देने का ऐलान कर दिया है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा नदी के दोनों तटों के ग्रामों को खुले में शौचमुक्त किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी एक पवित्र नदी है, जो प्रदेश को पेयजल सिंचाई और बिजली देती है। श्री चौहान ने यह बात आज सीहोर के नसरूल्लागंज के ग्राम मंडी में कही। श्री चौहान 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा के जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पंडित कमल किशोर नागर सहित अन्य प्रबुद्धजन और धर्मगुरू मौजूद थे। श्रीमती अनुराधा पौडवाल ने कार्यक्रम में भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा से समाज को जागृत कर नर्मदा के दोनों किनारों पर पौधरोपण के साथ ही प्रदूषण से बचाने के लिए लोगों को पूजन सामग्री डालने से रोकने के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पानी के बिना दुनिया नहीं चल सकती। नर्मदा नदी का पूरे प्रदेश पर उपकार है। नर्मदा की कृपा से हमारा प्रदेश देश में कृषि उत्पादन दर में सबसे ऊपर है। यह कर्ज उतारने के लिये नर्मदा सेवा यात्रा शुरू की गई है। श्री चौहान ने कहा कि घर-घर नर्मदा का जल पहुँच रहा है। इससे कई जगह जल संकट समाप्त होगा। श्री चौहान ने कहा कि हमने नर्मदा के दोनों किनारों के पेड़ काट दिए जिससे नर्मदा की धारा कमजोर पड़ने लगी। इसका प्रायश्चित कर नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर एक हजार किलोमीटर की सीमा में पेड़ लगाकर करेंगे। इसके लिए सभी सामाजिक संगठनों के लोगों से रजिस्ट्रेशन कराएंगे और उनसे नर्मदा नदी के किनारे पेड़ लगवाएंगे। श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं गृह ग्राम जैत में खेतों में फलदार पेड लगायेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने लोगों को नशा मुक्ति का संकल्प दिलवाया और कहा कि एक अप्रैल से नर्मदा किनारे की सभी शराब की दुकान बंद होंगी। गाँव-गाँव में नशा मुक्ति अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा जनता का आंदोलन बन गई है। समाज का हर तबका और साधु संत इसमें अपनी सहभागिता भी निभा रहे हैं। पंडित कमल किशोर नागर एवं अन्य प्रबुद्धजनों एवं धर्मगुरूओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में छात्राओं ने आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम में श्रीमती साधना सिंह और लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं जनसमूह उपस्थित था। विश्व का सबसे बड़ा और मध्यप्रदेश का अनूठा नदी संरक्षण अभियान नमामि देवि नर्मदे के जय घोषों के साथ जब नर्मदा सेवा यात्रा ने नसरूल्लागंज के ग्राम छीपानेर से प्रातः प्रस्थान कर ग्राम चौरसाखेडी, सातदेव, टिगाली, सीलकंठ होती हुई। ग्राम मंडी पहुंची तो नर्मदा यात्रा के स्वागत के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। यात्रा में धर्म गुरूओं के अलावा समीपस्थ ग्रामों से अनेक उपयात्राएं भी शामिल हुई जिसमें भारी मात्रा में श्रद्धालुओं ने सहभागिता निभाई। यात्रा का दृश्य अत्यन्त मनोरम था लोग नाचते गाते चल रहे थे। श्रद्धालुओं ने सारे नर्मदा तट को भक्तिमय बना दिया।
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तुरनाल (नेमावर) में यात्रा में धर्मगुरु दलाई लामा एवं मुख्यमंत्री चौहान हुए शामिल आज विश्व को भौतिकता की नहीं प्रेम, करुणा एवं मैत्री की शिक्षा दिया जाना आवश्यक है। भौतिक ज्ञान की नहीं अपितु भावनात्मक ज्ञान की आवश्यकता है, और समूचे विश्व को यह शिक्षा, यह ज्ञान केवल भारत ही प्रदान कर सकता है। भारत में विश्व को आधुनिकता के ज्ञान के साथ आध्यात्मिकता का ज्ञान भी दे सकता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में नर्मदा सेवा यात्रा आयोजित कर पर्यावरण संरक्षण एवं नदी संरक्षण के क्षेत्र में अत्यंत सराहनीय कार्य किया है। धर्मगुरू श्री दलाई लामा ने आज देवास जिले के नेमावर के समीप तुरनाल ग्राम में नर्मदा सेवा यात्रा के कार्यक्रम में यह विचार प्रकट किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, स्थानीय विधायक, जन-प्रतिनिधि, विभिन्न धर्म एवं संप्रदायों के संत, अधिकारीगण उपस्थित थे। जाति, धर्म एवं रंगभेद को दूर करना होगा श्री दलाई लामा ने कहा कि विश्व में सुख, समृद्धि एवं शांति के लिए जाति, धर्म के भेद, रंगभेद अदि को दूर करना होगा । इसके लिए आवश्यक है कि हम सब अपनी पारस्परिक एकता को समझें। विश्व के समूचे सात अरब लोग एक हैं । मैं भी उन सात करोड़ लोगों में से एक हूँ। हमें स्वार्थ की सोच को छोड़ना होगा और एक दूसरे के प्रति प्रेम और सद्भाव की भावना रखनी होगी। मुख्यमंत्री के प्रयास सराहनीय श्री दलाई लामा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण, नदी संरक्षण के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा सेवा यात्रा के रूप में किए जा रहे प्रयास अत्यंत सराहनीय है। मेरी मुख्यमंत्री से गंभीर विषयों पर चर्चा हुई है। मैं उनके विचारों से सहमत हूँ। हमें मानव मात्र की तरक्की एवं उन्नति के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। कड़ी मेहनत करनी होगी। केवल बोलने से यह सब संभव नहीं है। हमें अपने पर्यावरण को पूर्ण रूप से स्वच्छ एवं पानी को निर्मल करना होगा। पूर्वजों की धरोहर को बचाना होगा श्री दलाई लामा ने कहा कि वृक्ष, पानी, हवा आदि के रूप में हमारे पूर्वजों ने जो धरोहर हमें दी है उसे हमें बचाना होगा। मैं स्वयं जल संरक्षण एवं पर्यावरण की स्वच्छता के लिए निरंतर प्रयास करता हूँ। पानी बचाने के लिए मैं कभी बाथ टब का इस्तेमाल नहीं करता अपितु शॉवर से ही नहाता हूँ। ग्रामीण क्षेत्रों का विकास अत्यंत आवश्यक श्री दलाई लामा ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ की अधिकांश जनता ग्रामों में निवास करती है। इसलिए यहाँ ग्रामीण क्षेत्रों का विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है। जो सुविधाएँ शहरों को मिलती हैं वे गाँव में भी होना चाहिए। तकनीकी विकास आवश्यक है परंतु इससे भी ज्यादा आवश्यक है हर व्यक्ति को भोजन, पानी, स्वच्छ हवा मिले । मुख्यमंत्री ने गाँव के विकास की बात कही है मैं उनकी सराहना करता हूँ। गाँव में भी शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय, मनोरंजन के लिए सिनेमा अदि होने चाहिए। वहाँ अच्छे अस्पताल भी होने चाहिए। महिलाओं की अधिक सक्रिय भूमिका हो श्री दलाई लामा ने कहा कि विकास में महिलाओं की अधिक सक्रिय भूमिका होनी चाहिए। पुरुषों की तुलना में महिलाएँ अधिक संवेदनशील होती हैं। दुनिया को बेहतर बनाने के लिए महिलाओं की उन्नति पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। अहिंसा पर विशेष जोर दिया दलाई लामा ने अपना वक्तव्य अंग्रेजी भाषा में दिया परंतु अहिंसा शब्द उन्होंने हिंदी में बोला तथा उसका विशेष महत्व बताया। उन्होंने बताया कि इसी से विश्व में सदभावना, प्रेम एवं शांति स्थापित होगी। उन्होंने कहा कि भारत ही विश्व में एकमात्र ऐसा राष्ट्र है जहाँ विभिन्न धर्मों के अनुयायी एक साथ, आपसी प्रेम सद्भावना एवं भाईचारे के साथ रहते हैं। यह इस देश की विशिष्टता है। भारत ही ऐसा देश है जो भौतिक प्रगति के साथ अंतर्ज्ञान को जोड़ सकता है। स्पर्श से शांति एवं नई ऊर्जा मिली इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज शिवराज सिंह चौहान ने अपने वक्तव्य में कहा कि धर्मगुरु श्री दलाई लामा विश्व के महान धर्म गुरु एवं आध्यात्मिक व्यक्ति हैं। उनके स्पर्श से आज मैंने आत्मिक शांति एवं नई ऊर्जा महसूस की है। दुनिया की अदभुत यात्रा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नदी संरक्षण के क्षेत्र में नर्मदा सेवा यात्रा दुनिया की अद्भुत यात्रा बन गई है। इस यात्रा में जनता का उत्साह देखने लायक है। नर्मदा हमारी जीवन रेखा है, नर्मदा नहीं तो प्रदेश नहीं, प्रदेश नहीं तो हम नहीं। प्रदेश की लाखों हेक्टेयर भूमि पर नर्मदा से सिंचाई होती है। नर्मदा के जल को संरक्षित एवं स्वच्छ बनाने के साथ-साथ इसके आसपास पर्यटन की गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। दोनों तटों पर एक किलोमीटर दूर तक पेड़ लगाए जाएंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि नर्मदा तट के दोनों ओर 1 किलोमीटर की दूरी तक फलदार पेड़ लगाए जाने की योजना है। वृक्षारोपण शासकीय एवं निजी दोनों भूमियों पर किया जाएगा। निजी भूमि पर वृक्षारोपण करने पर किसान को 20000 रूपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा तथा 40 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। इसकी मजदूरी शासन की मनरेगा योजना से दी जाएगी। इससे एक ओर नदी की धार बढ़ेगी तो दूसरी और किसानों की आय बढ़ेगी। 2 जुलाई को एक साथ लगेंगे करोडो पेड़: मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में आगामी 2 जुलाई को एक दिन में करोडो पेड़ नर्मदा के तट पर लगाए जाएंगे। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे नर्मदा सेवक के रूप में इस अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि नर्मदा नदी में एक भी बूँद गंदा पानी नहीं मिलने दिया जाएगा। गंदे पानी को पाइप लाइन द्वारा दूसरी तरफ ले जाकर स्वच्छ किया जाएगा तथा इसके बाद किसानों के खेतों में डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि पूजन की ऐसी पद्धति बनाई जाए जिससे कि नदी में गंदगी न हो। पूजन सामग्री को पूजन कुण्ड में ही डाला जाए।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां बौद्ध धर्मगुरू श्री दलाई लामा से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उन्हें प्रदेश में आनंद विभाग तथा नदी संरक्षण के लिये चल रही नर्मदा सेवा यात्रा की जानकारी दी। श्री दलाई लामा ने कहा कि भौतिक विकास से ज्यादा जरूरी मन का विकास है क्योकि वह चिरस्थायी है। प्रदेश में आनंद विभाग का गठन बहुत अच्छा कदम है। नर्मदा सेवा यात्रा एक अभिनंदन करने योग्य कार्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रसन्नता बाहर से नहीं अंदर से निकलती है। मध्यप्रदेश में आनंद विभाग ने इस दिशा में गतिविधियों शुरू की है। जिनके पास जरूरत से ज्यादा सामग्री है वो जरूरतमंदों को देने के लिये आनंदम केंद्र बनाये गये है। आनंद उत्सव के तहत खेल कूद और सांस्कृतिक गतिविधियां शुरू की गयी है। अल्प विराम कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके अलावा ध्यान, योग, प्राणायाम जैसी गतिविधियां शुरू की गयी है। पाठ्यपुस्तकों में प्राचीन मनोविज्ञान निष्काम कर्मयोग के संदेश और बुद्ध की शिक्षाओं को शामिल किया गया है। यह अच्छा जीवन जीने की कला है। नदी संरक्षण का दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन नर्मदा सेवा यात्रा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन रेखा है। यह प्रदेश को पेयजल, सिंचाई और बिजली देती है। इसे पवित्र नदी मानते है। क्षेत्र में पेड़ों के कटने से इसकी धारा कम हो गयी है। नर्मदा सेवा यात्रा में समाज को जागृत कर नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर एक हजार किलोमीटर क्षेत्र में वृक्षारोपण किया जायेगा। सीवेज का पानी नर्मदा नदी में नहीं मिले इसके लिये ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जायेंगे। नर्मदा नदी को प्रदूषण से बचाने के लिये इसमें पूजन सामग्री नहीं डालने के लिये लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आगामी एक अप्रैल से नर्मदा नदी के तटों के ग्रामों में शराब की दुकानें बंद कर दी जायेगी। धीरे-धीरे शेष रहे ग्रामों को भी नशामुक्त किया जायेगा। प्रदेश में बेटी बचाओं अभियान चलाया जा रहा है। लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजना शुरू की गयी है जिससे हर बेटी 21 साल की होने पर लखपति बनती है। नर्मदा के दोनों तटों के ग्रामों को खुले में शौच मुक्त किया जा रहा है। नर्मदा सेवा यात्रा अब जनता का आंदोलन बन गयी है। समाज का हर वर्ग और साधु संत इसमें शामिल हो रहे है। आगामी 2 जुलाई को अमरकंटक से लेकर बड़वानी तक एक साथ लाखों पेड़ लगाये जायेगें। नदी संरक्षण का यह दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन बन गया है। प्रदेश के सभी गांवों में सड़क कनेक्टिविटी, 24 घंटे बिजली, सिंचाई के साधन, शिक्षा की व्यवस्था की गयी हे। ग्रामीण युवाओं को लघु-कुटीर उद्योग लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिये मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना शुरू की गयी है। महिलाओं के स्व सहायता समूहों को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में अंतर्जातीय विवाह करने पर 50 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। भारत की मनोविज्ञान पद्धतियां सबसे उत्तम श्री दलाई लामा ने कहा कि भौतिक विकास बाहरी है, इसके साथ मन का विकास होना चाहिये। मन में सुख है तो गरीब भी प्रसन्न है और मन में सुख नहीं तो अमीर भी प्रसन्न नहीं है। भारत की मनोविज्ञान की पद्धतियां सबसे उत्तम है। मानसिक सुख चाहते है तो प्राचीन मनोविज्ञान पर ध्यान देना होगा। भारतीय पद्धति में मनोविज्ञान महत्वपूर्ण विषय है। मनोविज्ञान को धर्म का विषय नहीं मानकर शिक्षा पद्धति में सम्मिलित किया जाये। पाश्चात्य वैज्ञानिक भी प्राचीन मनोविज्ञान की ओर आकर्षित हो रहे है। इस तरह की पद्धति भारत में पहले से ही है। प्राचीन समय से भारत में उपस्थित सर्व धर्म समभाव की परम्परा आज के समय में बहुत कारगर है। श्री दलाई लामा ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा में नर्मदा तट के किनारे के ग्रामों में शराब की दुकानें बंद करना सराहनीय पहल है। नर्मदा नदी के तटों पर वृक्षारोपण के बहुत अच्छे परिणाम होंगे। नदी संरक्षण की यह पहल अभिनंदनीय है। भारत की सभी महत्वपूर्ण नदियों के लिये इस तरह की पहल होना चाहिये। तिब्बत में जल के उपयोग रखरखाव और पर्यावरण संरक्षण की परम्परा रही है। परन्तु इन दिनों वहां वृक्षों के कटने से बाढ़ जैसी आपदा आ रही है। ग्लोबल वार्मिंग की बड़ी वजह वृक्षों को काटना भी है। इससे मौसम में वैश्विक परिवर्तन हो रहे है। पर्यावरणविदों को तिब्बत जाकर वहां भी नदियों के संरक्षण के बारे में जागरूक करना चाहिये। उन्होंने कहा कि शहरों मे विकास के साथ गांवों का विकास भी होना चाहिये। बालिका शिक्षा के लिये मध्यप्रदेश शासन की प्रयास सराहनीय है। जातियों के आधार पर भेदभाव की बात ठीक नहीं है। सभी धर्मों के आचार्यों को जनता के बीच जाकर लोगों को समझाना चाहिये कि ईश्वर ने सभी को एक समान बनाया है। जाति व्यवस्था बीते समय की बात है। समाज के प्रभावी लोगों को जातियों को छोड़ना चाहिये। श्री दलाई लामा ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बुद्ध प्रतिमा भेंट की और आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध दार्शनिक, विचारक और समाज सुधारक के अलावा भारत के प्राचीन वैज्ञानिक है जो हर बात को तर्क की कसौटी पर कसने की शिक्षा देते है।चर्चा के दौरान अपर मुख्य सचिव आनंद विभाग एवं उर्जा श्री इकबाल सिंह बैंस और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के.मिश्रा भी उपस्थित थे।
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राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधिपति जस्टिस श्री हेमंत गुप्ता को आज राजभवन में पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह, विधि एवं विधायी मंत्री श्री रामपाल सिंह, सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य, पशुपालन, मछुआ कल्याण मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह ने किया। शपथ ग्रहण समारोह में राज्य निर्वाचन आयुक्त आर. परशुराम, सूचना आयुक्त श्री पी.पी तिवारी, पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला, प्रदेश के न्यायालयों के न्यायाधीश, विधि, प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, अभिवक्ता तथा पत्रकार और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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मुंबई में सीआईआई के सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास का प्रकाश जब तक आम आदमी तक नहीं पहुँचता तब तक वह बेमानी है। मध्यप्रदेश सरकार चौतरफा विकास के साथ प्रदेश को देश का अग्रणी प्रदेश बनाने के लिये संकल्पित है। मुख्यमंत्री चौहान मुंबई में सीआईआई की क्षेत्रीय वार्षिक बैठक के अवसर पर आयोजित 'बिल्डिंग काम्पीटीटिवनेस-ड्राइविंग डेवलपमेंट' सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब से 12 वर्ष पूर्व जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, मध्यप्रदेश देश के बीमारू राज्यों में शामिल था और उन्हें भी प्रशासन का कोई अनुभव नहीं था। श्री चौहान ने कहा कि मैंने प्रदेश को पिछड़ा राज्य नहीं रहने देने का संकल्प लिया। सड़क, पानी और बिजली के साथ ही खराब कानून-व्यवस्था को सुधारने का बीड़ा उठाया। संकल्प की पूर्ति की राह में सवा लाख किलोमीटर सड़क बनाने का अभियान शुरू किया। सरकार राज्य के सभी 53 हजार गाँव को सड़क से जोड़ने पर काम कर रही है। बिजली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने बतायाकि रीवा में 750 मेगावॉट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। संयंत्र से मात्र रु. 2.97 पैसे की दर से बिजली प्रदेश को मिलेगी। आज राज्य में 18000 मेगावॉट बिजली पैदा होती है जो जरूरत से ज्यादा है। मुख्यमंत्री ने कहा िक कृषि प्रधान मध्यप्रदेश में कृषि को लाभदायी बनाने की कोशिशें शुरू की। सिंचाई पर ध्यान दिया, जिसका परिणाम है कि प्रदेश की सिंचित भूमि का रकबा साढ़े सात हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर हो गया। किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आज प्रदेश की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत से अधिक है, जबकि देश की कृषि विकास दर साढ़े सात प्रतिशत है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास से किसान की क्रय शक्ति और कृषि यंत्रों की बिक्री बड़ी जिसका फायदा उद्योग क्षेत्र को भी हुआ। अब प्रदेश में पारम्परिक खेती के साथ ही फल-फूल-सब्जी की खेती और खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों की स्थापना पर बल दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 5 वर्ष में किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य की पूर्ति के लिये मध्यप्रदेश ने सबसे पहले रोडमेप तैयार कर लिया है। मिट्टी परिक्षण प्रयोगशालाएँ स्थापित की जा रही हैं। कृषि रथ के द्वारा गाँव-गाँव में किसानों को खेती की बारीकियों की जानकारी दी जायेगी। किसानों को बिना ब्याज के कर्ज दिये जाने से काफी राहत मिली है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2016 में इंदौर में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद राज्य में दो लाख 43 हजार करोड़ के लेटर-टू इन्वेस्ट प्राप्त हुए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रदेश प्रगति पर हैं। पूणे की सिमबायसिस और मुंबई की नरसीमजी जैसी जानी-मानी शिक्षण संस्थाएँ प्रदेश में इन्वेस्ट कर रही हैं। इन्फोसिस जैसी नामचीन कम्पनियाँ भी प्रदेश में कार्यरत है। प्रदेश में लाइमस्टोन प्रचुर मात्रा में होने से सीमेंट उद्योग की भी अपार संभावनाएँ हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में जन्म लेने वाला कोई भी व्यक्ति अब बिना छत के नहीं रहेगा। सरकार उसे घर के लिये जमीन का टुकड़ा देगी। बालिका शिक्षा के बारे में श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना क्रियान्वित की गई है। योजना के अंतर्गत बेटी के जन्म लेने पर 30 हजार रूपये जमा किया जाता है। इससे वयस्क होने पर हर बालिका लखपति होगी। पुलिस भर्ती में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश में लिंगानुपात जो कभी एक हजार लड़कों पर 912 लड़की था आज बढ़कर एक हजार लड़कों पर 930 लड़की हो गया है। बालिकाओं की शिक्षा-स्वास्थ्य योजनाएँ बड़े पैमाने पर संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि बच्चे प्रदेश के भावी नागरिक है और उन्हें प्रोत्साहन देना जरूरी है। राज्य सरकार ने प्रतिभावान बच्चों के उच्च शिक्षा अध्ययन में मदद के लिये एक हजार करोड़ का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक समय मध्यप्रदेश को दस्युग्रस्त राज्य कहा जाता था। चम्बल घाटी इसके लिये मशहूर थी। मेरे कार्यकाल में दस्युओं का उन्मूलन कर दिया गया है। माओवादी हो या सिमी, सब पर अंकुश लगाया गया है। प्रदेश की चुस्त-दुरूस्त कानून-व्यवस्था का असर निवेश और उद्योग धंधों के विकास पर दिख रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब युवाओं को उद्यमी बनने के लिये दो करोड़ रूपये तक के कर्ज देने का प्रावधान किया गया है। इस पर 5 प्रतिशत की सबसिड़ी राज्य सरकार देती है। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में छोटे उद्योगों का जाल बिछाना चाहते हैं। इसके लिये 100 करोड़ रूपये का वेंचर केपिटल फण्ड बनाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ सिंगल विण्डो सिस्टम कार्यशील किया गया है। प्रदेश के नगरों में बुनियादी नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता पर सरकार ध्यान दे रही है। सीवेज सिस्टम और जलापूर्ति कार्यक्रम से शहर बेहतर बन रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 'नमामि देवि नर्मदे' यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी के संरक्षण और संवर्धन की यह यात्रा आज जनांदोलन का रूप ले चुकी है। अब तक नर्मदा के किनारे हजारों की संख्या में वृक्षारोपण किया जा चुका है। इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीआईआई के महानिदेशक श्री चन्द्रजीत बैनर्जी, सीआईआई पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष श्री सुधीर मेहता और श्री विनोद करपे के साथ चर्चा की। श्री बैनर्जी ने सीआईआई की भावी रणनीति और योजनाओं की जानकारी मुख्यमंत्री को दी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में आज रीवा जिले के जवा जनपद अन्तर्गत ग्राम अतरैला में मुख्यमंत्री स्वच्छता सम्मान समारोह एवं विधायक कप कबड्डी प्रतियोगिता 2017 का आयोजन हुआ। इस अवसर पर रीवा, सिरमौर, गंगेव और नईगढ़ी जनपद पंचायतों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण अंचल में होने वाले खेलों के आयोजन स्थानीय प्रतिभाओं को आगे आने में सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिये बेहतर कोच और संसाधन मुहैया करवाने के सभी प्रयास किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कबड्डी जैसे स्थानीय खेल के आयोजन के लिये विधायक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने सिरमौर में कबड्डी खेल के लिये इनडोर स्टेडियम के निर्माण की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गाँव और शहर को साफ-सुथरा और स्वच्छ बनाने का कर्त्तव्य प्रत्येक व्यक्ति का है। आज रीवा जिले की जो चार जनपदें खुले में शौच मुक्त हो रही हैं वहाँ के जन-प्रतिनिधि, ग्रामीणजन और प्रशासनिक अधिकारी बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जरूरत इस बात की है कि यहाँ सतत निगरानी हो और लोग शौचालयों का उपयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति को आवास देने के उद्देश्य से ग्रामीण आवास कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम में रीवा जिले में इस वर्ष 38 हजार आवास बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों को पढ़ाई के लिये दूर न जाना पड़े, इस उद्देश्य से शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न विद्यालयों का उन्नयन और महाविद्यालयों की स्थापना की जा रही है। अब कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थी को उच्च शिक्षा हेतु प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पर लगने वाली फीस शासन द्वारा वहन की जायेगी। किसानों के लिये शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। नहरों का जाल बिछाकर असिंचित भूमि को सिंचित करने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी और स्व-रोजगार योजनाओं का लाभ लेकर अपना स्वयं का उद्यम स्थापित करने के लिये आगे आकर स्वावलम्बी बनें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संकल्प दोहराते हुए कहा कि प्रदेश में कानून बनाकर मासूमों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान किया जायेगा। उन्होंने आजीविका मिशन को सशक्त बनाने की बात भी कही। मुख्यमंत्री ने जवा क्षेत्र को विकसित क्षेत्र बनाने के लिये हर सम्भव कार्य किये जाने की बात कहते हुए लोगों से नशा न करने और वृक्षारोपण कर प्रदेश को हरा-भरा एवं समृद्धशाली बनाने में सहयोग की अपेक्षा की। श्री चौहान ने स्वच्छ भारत मिशन अभियान में खुले में शौच मुक्त जनपदों के अध्यक्षों और सरपंचों को पुष्प-वर्षा कर व प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कबड्डी प्रतियोगिता की विजेता और उपविजेता टीमों के खिलाड़ियों को भी पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री ने अपने अतरैला भ्रमण के दौरान 8949.79 लाख रूपये लागत के 3301 निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में सांसद श्री जनार्दन मिश्र, विधायक त्यौंथर सर्वश्री रमाकांत तिवारी और दिव्यराज सिंह, उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती विभा पटेल सहित जन प्रतिनिधि और स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज के समय में अच्छा प्रशासन देने के लिये तकनीक का उपयोग करना जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ 'मोबाइल एप शिवराजसिंह चौहान'' के लांचिंग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सुशासन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम है। यह जनता के जुड़ने का सशक्त डिजिटल माध्यम है। इससे कम समय में जनता जुड़ेगी तथा सुझाव और समस्याओं की जानकारी दे सकेगी। इस एप से कार्यक्रमों तथा शासकीय योजनाओं की जानकारी भी मिलेगी। यह परस्पर संवाद का अच्छा माध्यम बनेगा। इससे जनता की समस्या का समाधान त्वरित समय में होगा। प्रमुख सचिव जनसंपर्क एस.के.मिश्रा ने एप के संबंध में जानकारी दी। एण्ड्राईड फ़ोन के गूगल प्ले स्टोर पर शिवराज सिंह चौहान एप्प सर्च कर सकते हैं। इसे सिलेक्ट कर इंस्टॉल बटन दबाये। अगर एप कोई परमिशन माँगता है तो सहमति दें । एप इंस्टॉल होने के बाद अपनी भाषा अंग्रेज़ी या हिंदी का चयन कर सकते हैं। यह एप में मेन्यू सेक्शन में जा कर अलग-अलग जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के समाचार, कार्यक्रम और उनके भाषण के वीडियो देख सकते हैं एवं ऑडियो सुन सकते हैं। साथ ही लेख पढ़ सकते हैं और अपना फ़ीडबेक भी दे सकते हैं। सोशल मीडिया से भी सीधा एप के माध्यम से जुड़ सकते हैं। बहुत सारे इंटरैक्टिव फ़ीचर्स इस एप में आने वाले दिनों में डाले जाएँगे। इसका आई.ओ.एस. वर्ज़न भी बहुत जल्द उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस मौके पर जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग, महापौर श्री आलोक शर्मा, सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान और श्री सुहास भगत उपस्थित थे।
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एमपी में अगले साल चुनाव हैं इसलिए ख़राब सड़कों को लेकर राजनीति हो इससे पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सड़कों को दुरुस्त करने के साथ सड़क निर्माण में तेजी लाने के निर्देश विभिन्न विभागों को दिए हैं। भोपाल मंत्रालय में मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के संचालक मंडल की 33वीं बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ने सड़क निर्माण कार्यों में तेजी लाने और निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में टोल संग्रहण को पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक बनाने, देवास बायपास को चौड़ा करने, घारा-वारासिवनी-तुमसर से महाराष्ट्र सीमा तक सड़क निर्माण को उन्नत बनाने, निगम की परियोजनाओं के लिए सुपरविजन चार्ज तय करने, निगम स्टाफ बढ़ाने, रोड सेफ्टी फंड नियम लागू करने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खांडेकर, प्रमुख सचिव नगरीय विकास श्री मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री प्रमोद अग्रवाल, स्वतंत्र निदेशक श्री प्रसन्न कुमार दाश, सचिव खनिज श्री मनोहर दुबे, प्रबंध संचालक सड़क विकास निगम श्री मनीष रस्तोगी उपस्थित थे।
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खाद्य-नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण एवं श्रम मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने कहा है कि दूरस्थ और ग्रामीण अंचल में उपभोक्ताओं को जागरूक करने के ठोस प्रयास किये जायें। कन्ज्यूमर हेल्पलाइन को शुरू किया जाये। मंत्री श्री धुर्वे विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भोपाल हॉट में राज्य-स्तरीय कार्यक्रम में खाद्य, औषधि प्रशासन, नाप-तौल, तेल और गैस कम्पनी, बैंक और उपभोक्ता क्षेत्र में काम करने वाली विभिन्न स्वैच्छिक संस्थाओं के स्टॉल में दर्शाई गतिविधियों का हवाला देते हुए श्री धुर्वे ने कहा कि नगरीय के साथ ग्रामीण क्षेत्र पर भी ध्यान देने की जरूरत है। मंत्री श्री धुर्वे ने कहा कि उपभोक्ता मामलों के निराकरण में और तेजी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर आदि नगरीय क्षेत्र में अधिक मामले दर्ज होते हैं। यह नगरीय क्षेत्र में उपभोक्ताओं के जागरूक होने को दिखाता है। कुछ जिलों में मामलों का दर्ज न होना दर्शाता है कि उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में भी संचालित किये जाये। मंत्री श्री धुर्वे ने कहा कि ऐसी स्वैच्छिक संस्थाओं को अनुदान देने में प्राथमिकता दी जाये। प्रमुख सचिव श्री के.सी. गुप्ता ने बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग 2 से 3 माह के भीतर कंज्यूमर हेल्प लाइन शुरू करवायेगा। हेल्प लाइन के टोल-फ्री नम्बर पर उपभोक्ता शिकायत कर जानकारी भी प्राप्त कर सकेगा। मंत्री श्री धुर्वे ने प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। प्रदर्शनी में विभिन्न विभाग और स्वैच्छिक संगठन द्वारा 35 स्टॉल लगाये गये। मध्यप्रदेश वेयर-हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत और मध्यप्रदेश सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री हितेष वाजपेयी ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। आयुक्त खाद्य श्री विवेक पोरवाल, नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक श्री फैज अहमद किदवई और रजिस्ट्रार राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण श्री अवधेश श्रीवास्तव भी मौजूद थे। यह हुए सम्मानित कार्यक्रम में वर्ष 2016 के लिये राज्य-स्तर पर प्रथम पुरस्कार के लिये विंध्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद सीधी के श्री हरीश मिश्रा को प्रथम, कंज्यूमर एण्ड सिविल राइट्स एसोसिएशन ग्वालियर की श्रीमती ममता सिंह को द्वितीय और आशा स्मिता फाउण्डेशन भोपाल की श्रीमती स्मिता सक्सेना को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। निबंध और पोस्टर प्रतियोगिता में चयनित 6 छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कार दिये गये। उत्कृष्ट स्टॉलों के लिये नाप-तौल, खाद्य एवं औषधि प्रशासन और आशा स्मिता फाउण्डेशन को भी सम्मानित किया गया।
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शिवराज सिंह कैबिनेट ने मध्यप्रदेश के निगम मंडलों को लाभ के दायरे से बाहर लाने मध्यप्रदेश विधानमंडल सदस्य निर्हरता निवारण(संशोधन) विधेयक को मंजूरी दे दी है। यह विधेयक विधानसभा में पेश होगा। वहीं मौजूदा सत्र के लिए पांच हजार 200 करोड़ का अनुपूरक बजट प्रस्ताव भी सरकार लाएगी। मध्यप्रदेश विधानमंडल सदस्य निर्हरता निवारण संशोधन विधेयक के लागू होने के बाद प्रदेश के सांसद-विधायक निगम-मंडलों में भी पदस्थ किए जा सकें गे। जिन निगम मंडलों को लाभ के दायरे से बाहर किया जा रहा है उनमें कृषक आयोग, राज्य सामान्य वर्ग निर्धन कल्याण आयोग, राज्य वरिष्ठ नागरिक कल्याण आयोग, बुंदेलखंड व महाकौशल विकास प्राधिकरण, मछुआ कल्याण बोर्ड, कुक्कुट विकास निगम, व्यापार संवर्द्धन सलाहकार बोर्ड और बीज विकास निगम शामिल है। कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मेडिकल कालेजों द्वारा संचालित अस्पतालों में उपकरण की खरीदी चिकित्सकों से नहीं कराने का फैसला सरकार ने लिया है। एक लाख तक के उपकरण की खरीदी का अधिकारी डीन को होगा। इससे अधिक की खरीदी केंद्र की तर्ज पर एचएलएल और एचएससीसी कम्पनी से की जाएगी। विधानसभा के बजट सत्र में ही आवास गारंटी विधेयक मंजूरी के लिए सदन में पेश किया जाएगा। इसके लिए कैबिनेट में प्रदेश में वर्ष 2022 तक 25 हजार पुलिस आवासों के निर्माण पर भी सहमति व्यक्त की गई है। आवास गारंटी विधेयक पास होने के बाद मध्यप्रदेश में पैदा हुए सभी आवासहीनों को जमीन या मकान देने की घोषणा पर अमल शुरू हो जाएगा। आवास गारंटी विधेयक पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खाद्य मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे को तब बोलने से रोक दिया जब वे इस योजना को लेकर डिंडोरी जिले में किए गए कामों का बखान करने लगे। सीएम चौहान ने कहा कि अभी यह विषय इस पर बात करने का नहीं है। ऊर्जा विभाग द्वारा किसानों को पांच हार्स पावर के पंप कनेक्शन के मामले में दी जाने वाली सब्सिडी पर चर्चा के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने कहा कि सरकार सब्सिडी की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा करे। ऊर्जा विभाग को सब्सिडी की राशि नहीं दी जानी चाहिए। इसके अलावा व्यापारियों के वेट से संबंधित अपीलों की सुनवाई दो साल के बजाय एक साल में ही करवाने के लिए वेट संशोधन विधेयक को मंजूरी दी गई और अपंजीकृत व्यापारियों को वेट से जोड़ने और व्यापारियों की अपील का निपटारा एक साल के भीतर करने के लिए मध्यप्रदेश वेट संशोधन विधेयक 2017 पर भी कैबिनेट में चर्चा हुई। आगर जिले में पॉलीटेक्निक महाविद्यालय शुरू करने और भोपाल के ग्राम समरधा में 11 मील चौराहा पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (बीमाक)संस्था की स्थापना। मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक कार्पोरेशन का नाम बदलेगा। 112 नायब तहसीलदारों की सीधी भर्ती को मंजूरी। एक भर्ती शर्तों में दी जाएगी छूट। मध्यप्रदेश राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम 2005 में संशोधन।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को रंगों के पर्व होली की बधाई और शुभकामनाएँ दी है और सीएम हाउस में जमकर होली मनाई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक पर्व होली का भारतीय परम्परा में विशेष महत्व है। यह पर्व सामाजिक समरसता का संदेश देता है और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करता है। श्री चौहान ने आशा व्यक्त की है कि पर्यावरण को नुकसान पहुँचाये बिना परम्परागत हर्षोल्लास और आपसी प्रेम भाव के साथ होली का त्यौहार मनाया जायेगा। भक्ति और आनंद के संगम का पर्व है होली डॉ. मिश्र ने दी नागरिकों को बधाई जनसंपर्क, जल संसाधन तथा संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने होली पर्व पर नागरिकों को बधाई दी है। मंत्री डॉ. मिश्र ने कहा कि होली का त्योहार भक्ति और आनंद के संगम का पर्व है। यह पर्व यह संदेश भी देता है कि हम सारी बुराईयों तथा आपसी गिले-शिकवे भुलाकर सब के साथ मिलकर त्योहार मनाएं। जनसंपर्क मंत्री डॉ.मिश्र ने कहा कि रंगों की होली के एक दिन पहले जहाँ होलिका दहन कर हम पौराणिक कथा को याद करते हैं, वहीं दूसरे दिन रंगों के माध्यम से जीवन में खुशियों के रंग बिखेरते हैं। जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्र ने नागरिकों से पर्यावरण की रक्षा करते हुए त्योहार मनाने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही उन्होंने स्वयं और अन्य लोगों के स्वास्थ्य को हानि पहुँचाए बिना होली मनाने की अपील भी की है।
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नेमावर में नर्मदा सेवा यात्रा के जन-संवाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघसंचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा अपने कर्म से पूरे भारत को जगाने का अभियान है। आधुनिक समय में मन में श्रद्धा रखकर कर्मरत होने का सबसे बड़ा उदाहरण यह यात्रा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वर्षा काल में एक दिन नर्मदा के दोनों तट पर अमरकंटक से लेकर बड़वानी तक लाखों लोग एक साथ पेड़ लगायेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा एक अद्भुत यात्रा है। नर्मदा की कृपा से मध्यप्रदेश अन्न के उत्पादन में देश में सबसे आगे है। नर्मदा से पेयजल, सिंचाई, बिजली और रोजगार मिलता है। नर्मदा के दोनों तटों के पेड़ पिछले पचास वर्षों में काट दिये गये हैं, जिससे नर्मदा की जल-धारा प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के दोनों तटों पर पेड़ लगाने का संकल्प लें। किसान अपनी जमीन पर फलदार पेड़ लगायें तो उन्हें चार वर्ष तक 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से आर्थिक सहायता दिया जायेगा। नर्मदा किनारे के सभी शहर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगायें जायेंगे। उन्होंने संकल्प दिलाया कि नर्मदा में पूजन समग्री नहीं डालें। इसके लिये नर्मदा के किनारे पूजन कुंड बनाये जायेंगे। नर्मदा किनारे के गाँवों के हर घर में शौचालय बनवायें। नर्मदा तट के पाँच-पाँच किलो मीटर की परिधि में आगामी एक अप्रैल से शराब की दुकानें बंद हो जायेंगी। अपने गाँवों को नशामुक्त बनाने का संकल्प लें। बेटा और बेटी को बराबर मानें उन्हें पढ़ायें। नर्मदा के तटों पर चेंजिंग रूम बनाये जायेंगे। बेटियों से दुराचार करने वालों को फाँसी की सजा दिलाने का कानून बनाया जायेगा। अगले वर्ष से प्रदेश की दूसरी नदियों पर भी इस तरह के अभियान चलाये जायेंगे। नेमावर में जन-संवाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघसंचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा अपने कर्म से पूरे भारत को जगाने का अभियान है। आधुनिक समय में मन में श्रद्धा रखकर कर्मरत होने का सबसे बड़ा उदाहरण यह यात्रा है। डॉ. भागवत ने आगे कहा कि दुनिया के किसी भी देश में नदी को माँ नहीं कहते। हमारे यहाँ नदियों को माँ मानते हैं और पेड़-पौधों की भी पूजा करते हैं। हमारे यहां कण-कण में ईश्वर को देखते हैं। हम सारी दुनिया की एकता में विश्वास रखते हैं। नर्मदा नदी हमें अपना स्वभाव और जीवन देती है। नर्मदा की सेवा यात्रा से पूरे देश में ऐसी प्रेरणा फैले। कार्यक्रम को आचार्य श्री विष्णु पुणन्ना जी, स्वामी रंगनाथ आचार्य जी, महाराज अखिलेश्वरानंद जी और सुश्री प्रज्ञा भारती ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में नर्मदा कलश का पूजन किया गया। साधु-संतों का सम्मान हुआ। शिव तांडव नृत्य की प्रस्तुति भी हुई। कार्यक्रम में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान, राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नि श्रीमती साधना सिंह, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डे और श्री राघवेन्द्र गौतम सहित सभी धर्मों के धर्मगुरू, साधु-संत और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। स्वागत भाषण विधायक श्री आशीष शर्मा ने दिया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पाँच राज्यों के चुनाव परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में मोदी की लहर नहीं आँधी हैं। गठबंधन तिनके की तरह उड़ गया। उन्होने कहा कि उत्तरप्रदेश का जनादेश अभूतपूर्व जनादेश है। यह मोदी मैजिक है। जनता में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अगाध विश्वास है। वे जन-जन के मन में बसे है। जनता उन्हें विकास के लिए भगवान का वरदान मानती है। उनके अभूतपूर्व व्यक्तित्व, विकास के काम, देश हित के फैसलों, गरीबों के विकास के लिए उठाए गए कदम के चलते लोग उन्हें अपने मसीहा के रूप में देखते है। इसलिये बाकी दलों का उत्तरप्रदेश में सफाया हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की जीत मोदी मैजिक है। जनता का मोदी जी में विश्वास है । जनता को लगता है कि मोदी जी भारत को परम वैभव की अवस्था में पहुँचा सकते हैं। आँख बंदकर जनता ने मोदी जी पर विश्वास किया है। उनको अपने दिन में बसाया है। श्री चौहान ने कहा कि उत्तराखंड और मणिपुर में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते श्री अमित शाह की हर मुद्दे पर गहराई से विचार कर आगे बढने की रणनीति सफल रही है। चौहान ने कहा कि भाजपा की जीत श्री शाह के नेतृत्व क्षमता की शानदार सफलता है। यह प्रधानमंत्री जी की लोकप्रियता और उनके विकास की जीत है। जनता के विश्वास की जीत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के मन में देश को आगे बढ़ाने की ललक है जिसने भाजपा को इतनी शानदार जीत है। उन्होने प्रधानमंत्री और श्री अमित शाह को बधाई दी और भाजपा को जिताने के लिये जतना, कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा के जरिये नर्मदा नदी के संरक्षण और संवर्धन के लिये जो अभियान चलाया जा रहा है, ऐसा ही अभियान ताप्ती नदी को संरक्षित और प्रदूषणमुक्त करने के लिये अगले साल से चलाया जायेगा। श्री चौहान आज बैतूल जिले के ग्राम बिसनूर में 382 करोड़ 29 लाख की लागत से बनने वाली पारसडोह मध्यम उदवहन सिंचाई परियोजना का शिलान्यास कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि परियोजना के निर्माण से क्षेत्र के किसानों की एक बड़ी आवश्यकता पूरी होगी। उन्होंने कहा कि खेतों में सुलभता से पानी मिलेगा और किसानों का उत्पादन बढ़ेगा। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का हर जिला फसल उत्पादन में अग्रणी हो। उन्होंने कहा कि परियोजना की शुरूआत में 30 गाँव को सिंचाई का लाभ मिलेगा। जो गाँव छूट गये हैं, उन्हें दूसरे चरण में जोड़ा जायेगा। परियोजना में 200 गाँव में पेयजल के लिये पाइप लाईन बिछाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के सभी गाँव में पेयजल समस्या को दूर करने के लिये सरकार द्वारा हेण्डपम्प के स्थान पर नल-जल योजना स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में हर जरूरतमंद को मकान और जमीन दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि ताप्ती सेवा अभियान में नदी के किनारे पौधे लगाकर जल-स्रोतों को बढ़ाया जायेगा और प्रदूषण खत्म करने का काम किया जायेगा। नदी को सदानीरा बनाने के लिये बैराज बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैतूल जिले की आवश्यकता को देखते हुए बंधा एवं बारंगवाड़ी डेम निर्माण का भी सर्वे किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने 3693 हितग्राहियों को कपिलधारा, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास और प्रधानंत्री फसल बीमा योजना के हितलाभ वितरित किये। मुख्यमंत्री ने स्व-रोजगार योजना में ऑटोमेटिक लाण्ड्री के लिये 20 लाख और पशु आहार उत्पादन के लिये 17 लाख रूपये का चेक हितग्राही को सौंपा। उन्होंने अनुश्रवण और जन-संवाद, जनता का अधिकार तथा नि:शक्त विवाह योजना पर केन्द्रित पुस्तिका का विमोचन भी किया। शुरूआत में मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन किया।
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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गुप्ता ने किया शुभारंभ मध्यप्रदेश युवा वैज्ञानिक कांग्रेस में विद्यार्थियों ने 206 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने दो-दिवसीय युवा वैज्ञानिक कांग्रेस का शुभारंभ किया। यह कांग्रेस विज्ञान भवन में हो रही है। श्री गुप्ता ने कहा कि इस वर्ष से पुरस्कारों की संख्या में वृद्धि की जा रही है। अब जिस विषय पर 10 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये जायेंगे, उनमें से एक को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। जिस विषय पर 10 से 20 तक रिसर्च पेपर प्रस्तुत होंगे, उनमें 2 पुरस्कार और जिनमें 20 से 30 तक रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये जायेंगे, उनमें 3 पुरस्कार दिये जायेंगे। प्रथम पुरस्कार 25, दूसरा 20 और तीसरा 15 हजार रुपये का होगा। श्री गुप्ता ने कहा कि जन-सामान्य के विकास और कल्याण के लिये विज्ञान का विस्तार जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन जिलों से रिसर्च पेपर नहीं आये हैं, उन जिलों के विद्यार्थियों को रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की जरूरत के अनुसार रिसर्च को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि विज्ञान कांग्रेस के सहभागियों से फीडबेक भी लिया जाये। फीडबेक के आधार पर सुधार प्रस्तावित करें। श्री गुप्ता ने रिसर्च पेपर की संक्षेपिका का विमोचन भी किया। प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य विज्ञान को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि सवाल उठाने की क्षमता होनी चाहिये, समाधान जरूर मिलेगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रदेश के उद्योगों से संबंधित रिसर्च पर ज्यादा ध्यान दिया जाये। किसी भी प्रयोगशाला में अनुसंधान के लिये आर्थिक सहायता मेपकास्ट के महानिदेशक श्री सी.के. पाटिल ने बताया कि 18 विषय पर 350 से अधिक रिसर्च पेपर आये थे, जिनमें से 206 का चयन वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है। उन्होंने बताया कि युवा वैज्ञानिकों को देश की किसी भी प्रयोगशाला में अनुसंधान के लिये 10 हजार रुपये प्रतिमाह की स्कालरशिप दी जाती है। इसके अलावा आने-जाने का किराया और 5000 रुपये का अनुदान भी दिया जाता है। उन्होंने बताया कि यह 32वीं युवा विज्ञान कांग्रेस है। पिछले साल विभिन्न युवा वैज्ञानिक ने देश की महत्वपूर्ण प्रयोगशालाओं में अनुसंधान किया है।
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मुख्यमंत्री ने भोपाल में पहले महिला रोजगार मेले का किया शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिलाओं को रोजगार और स्व-रोजगार से जोड़ने के लिये हर जिले में महिला रोजगार, स्व-रोजगार मेलों का आयोजन किया जायेगा। वे आज भोपाल हाट में महिलाओं के लिये रोजगार, स्वरोजगार मेले 'स्वावलंबी महिला - सशक्त प्रदेश' का शुभारंभ कर रहे थे मुख्यमंत्री ने कहा कि हर दिन माताओं, बहनों, बेटियों के सशक्तीकरण के लिये समर्पित होना चाहिये। । इसके लिये शिक्षा के साथ रोजगार जरूरी है। उन्होंने कहा कि बेटियों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दे। पढ़ाई का पूरा खर्चा सरकार उठायेगी। महिला सशक्तीकरण के लिये यह जरूरी है। बहनें अपने पैरों पर खड़ी हो। रोजगार के सारे मौके तलाश करेंगे। जो बहनें अपना काम शुरू करना चाहती हैं उन्हें सरकार की ओर से पूरा सहयोग किया जायेगा। रोजगार के लिये लोन वापसी की गारंटी सरकार देगी। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि महिलाओं के लिये रोजगार के कई अवसर है। उन्होंने कहा कि अपने परिवार के लिये आत्म-विश्वास के साथ अपना काम शुरू करना पड़ेगा। महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। अगले साल अपना रोजगार स्थापित करने वाली महिलाओं का सम्मेलन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने स्व-रोजगारी महिलाओं और कौशल उन्नयन कार्यक्रम में भाग लेने वाली रोजगार की इच्छुक महिलाओं को ऋण राशि एवं प्रमाण-पत्र वितरित किये। इस अवसर पर मध्यप्रदेश रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष श्री हेमंत देशमुख, प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे. एन. कंसोटिया, कलेक्टर भोपाल श्री निशांत वरवडे़ और बड़ी संख्या में महिलाएँ उपस्थित थी।
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस इस अवसर पर महिलाओं, बच्चों को उत्पीड़न से बचाने के प्रयास के लिये दिया जाने वाला एक लाख रूपये का रानी अवंतीबाई वीरता पुरस्कार ग्वालियर की सुश्री अभिरूचि श्रीवास्तव को दिया गया। महिलाओं के स्वास्थ्य संवर्धन से जुडे मुद्दों पर विशेष योगदान के लिये एक लाख रूपये का श्री विष्णु कुमार महिला एवं बाल कल्याण पुरस्कार होशंगाबाद के डॉ. यू.के. शुक्ला को प्रदान किया गया। सतना के मास्टर अक्षत झा को बेटियों को बचाने के प्रयासों पर आधारित फिल्म बनाने के लिये सम्मानित किया गया। विधानसभा में मातृशक्ति को समर्पित भव्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समाज और सरकार दोनों को महिला सशक्तिकरण के लिये काम करना होगा। भारत में बेटियों, बहनों और माताओं को सर्वोच्च सम्मान दिया गया है। नारी का सम्मान करना भारत की संस्कृति है। केवल एक दिन महिला दिवस को मनाने से बेहतर है हर दिन महिलाओं के सम्मान को समर्पित होना चाहिए। उन्होंने महिला दिवस पर माताओं, बहनों, बेटियों को शुभकामनाएँ दी। श्री चौहान ने कहा कि पुरूष प्रधान मानसिकता महिलाओं की स्थिति को गहरे प्रभावित करती है। यदि समाज साथ नहीं दे तो सरकार कुछ नहीं कर सकती। समाज की मानसिकता बदलने की जरूरत है। महिलाओं के विरूद्ध घरेलू हिंसा रोकने के लिये सबको सहयोग करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बेटियों के साथ दुराचार करने वालों को फाँसी देना चाहिए। बेटियों को मान-सम्मान देने में कोई कोताही नहीं होगी। समाज की मानसिकता बदलने का काम करने की जिम्मेदारी सभ्य पढ़े-लिखे जिम्मेदार नागरिकों की भी है। विधान सभा अध्यक्ष सीतासरण शर्मा ने वैश्विक परिदृश्य की चर्चा करते हुए कहा कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ भारत की संस्कृति को पहचानने और बचाने की पहल है।महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में बेटियों के लिये कई अनूठी योजनाएँ शुरू की गई हैं। उन्होंने बेटियों और माताओं की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि घर-परिवार सम्हालने वाली महिलाओं का वित्तीय योगदान भारत सरकार के सालाना बजट से कहीं ज्यादा है। मुख्यमंत्री ने “जाग सखी” पुस्तिका, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के ब्रोशर और पोषण कैलेण्डर का विमोचन किया। अतिथियों को प्रतीक स्वरूप पोषण किट प्रदान किया गया। इस अवसर पर महिलाओं, बच्चों को उत्पीड़न से बचाने के प्रयास के लिये दिया जाने वाला एक लाख रूपये का रानी अवंतीबाई वीरता पुरस्कार ग्वालियर की सुश्री अभिरूचि श्रीवास्तव को दिया गया। महिलाओं के स्वास्थ्य संवर्धन से जुडे मुद्दों पर विशेष योगदान के लिये एक लाख रूपये का श्री विष्णु कुमार महिला एवं बाल कल्याण पुरस्कार होशंगाबाद के डॉ. यू.के. शुक्ला को प्रदान किया गया। सतना के मास्टर अक्षत झा को बेटियों को बचाने के प्रयासों पर आधारित फिल्म बनाने के लिये सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लिंगानुपात सुधारने के लिये विशेष प्रयास करने और उपलब्धि हासिल करने वाले जिलों के कलेक्टरों और आयुक्तों को भी सम्मानित किया गया । एक लाख रूपये का प्रथम पुरस्कार मुरैना जिले को, 60 हजार रूपये का द्वितीय पुरस्कार ग्वालियर को और 30 हजार रूपये का तृतीय पुरस्कार बालाघाट को दिया गया। 'बेटी बचाओ बेटी-पढ़ाओ' पर सांगीतिक रचना के लिये गुना जिले की सुश्री सुचिता व्यास को भी सम्मानित किया गया। प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री जे. एन. कंसोटिया ने महिलाओं की स्थिति की चर्चा की। आयुक्त महिला सशक्तिकरण श्री जयश्री कियावत ने आभार माना। इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती ललिता यादव और नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि अब मध्यप्रदेश के प्रतिभाशाली बच्चों का आगे बढ़ने का सपना हर हाल में पूरा होगा। इसके लिए राज्य सरकार ने 500 करोड़ रूपए का कोष तैयार किया है। मुख्यमंत्री चौहान को 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा में बड़वाह में जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि यात्रा के जरिए विकास के कई उद्देश्यों को पूरा किया जाएगा। श्री चौहान ने नागरिकों को नर्मदा नदी को स्वच्छ रखने का हाथ उठाकर संकल्प दिलाया। इस मौके पर प्रसिद्व गजल गायिका सुश्री पिनाज मसानी भी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन रेखा है। इसके प्रवाह को हर हाल में अविरल रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा दुनिया की सबसे बड़ी यात्रा हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा का प्रदेशवासियों पर बड़ा ऋण है। नर्मदा नदी से प्रदेशवासियों को बिजली, पीने का पानी और खेतों के लिए पानी मिलता है। नर्मदा के जल से ही मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में देश में अग्रणी राज्य के रूप में उभरकर सामने आया है। प्रदेश को 4 बार लगातार कृषि कर्मण अवार्ड मिला है। मध्यप्रदेश की कृषि विकास दर लगातार कई वर्षों से 20 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। श्री चौहान ने किसानों से अपने खेतों में आगे आकर फलदार वृक्ष लगाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को पेड़ लगाने के लिए पर्याप्त राशि दी जाएगी। उनमें लगने वाले फलों के विपणन की उचित व्यवस्था की जाएगी और नर्मदा नदी के किनारे की सरकारी जमीन पर जन-भागीदारी से पेड़ लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान कहा कि नर्मदा के किनारे के तटों पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे। मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम बनाए जाएंगे। श्री चौहान ने ग्रामीणों से कहा कि वे पूजन सामग्री को नर्मदा नदी में न मिलने दें। उन्होंने कहा कि जो महिलाएँ नर्मदा नदी में आस्था के साथ स्नान करने जाती हैं, तो उनकी मर्यादा की रक्षा के लिए चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ करने वाले दुराचारी को मृत्यु दंड मिलना चाहिए, इसका प्रस्ताव राज्य सरकार केंद्र सरकार को भेजेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के जरिए प्रदेश भर में नशामुक्ति का अभियान भी चलाया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि 01 अप्रैल से नर्मदा तटों से 5 किमी की सीमा में शराब की दुकान बंद की जाएगी। बेटियों के महत्व की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने बेटियों के कल्याण के लिए लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना और गाँव की बेटी योजना बनाई है। श्री चौहान ने नागरिकों से बेटा और बेटी में भेदभाव न करने की भी समझाईश दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभा स्थल पर पहुँचने पर नर्मदा कलश एवं कन्याओं की पूजा की। अंत में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित जन-समुदाय के साथ नर्मदा जी की महाआरती की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देशभर में शांति के टापू के रूप में पहचाना जाता है। प्रदेश की जनता के साथ खिलवाड़ करने वाले अथवा शांति व्यवस्था को प्रभावित करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कानून-व्यवस्था प्रदेश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। श्री चौहान ने सुश्री पिनाज मसानी द्वारा नर्मदा गीतों पर बनाये गये एलबम का विमोचन किया। कार्यक्रम को श्रीराम राजेश्वराचार्य माउली सरकार एवं विधायक श्री हितेंद्रसिंह सोलंकी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सांसद श्री सुभाष पटेल, विधायक श्री बालकृष्ण पाटीदार, साधु-संत, गणमान्य नागरिक सहित बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।
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शाजापुर के कालापीपल में जबड़ी स्टेशन के पास मंगलवार सुबह भोपाल-उज्जैन पैसेंजर (59320) ट्रेन के डिब्बे धमाके की वजह से आग लग गई, जिसमें कई यात्री घायल हो गए। रेलवे एसपी कृष्णा वेणी के मुताबिक प्रारंभिक जानकारी में शॉर्ट सर्किट की वजह से धमाका होने की बात कही जा रही थी। हालांकि, उन्होंने सूटकेस में विस्फोटक होने के संकेत भी दिए हैं। धमाके से कोच की छत उखड़ गई। एएसपी ज्योति ठाकुर के मुताबिक ट्रेन में रखा सूटकेस फटने से यात्री घायल हुए हैं। सूटकेस में मोबाईल की बैटरी फटने के साथ बम होने की भी आशंका जताई जा रही है। ट्रेन सुबह भोपाल से उज्जैन के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान कालापीपल रेलवे स्टेशन से पहले जबड़ी स्टेशन पर गार्ड के डिब्बे से लगे जनरल डिब्बे में तेज आवाज के साथ धमाका हुआ। इसके बाद डिब्बे में आग लग गई। घटना के बाद ट्रेन को तुरंत रोका गया और घायल यात्रियों को नीचे उतारा गया। इस दौरान घबराहट में ट्रेन से नीचे कूदे बुजुर्ग को हाथ और पैरों में चोट आई है। घायलों को इलाज के लिए कालापीपल और शाजापुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना के बाद ट्रेन दो डिब्बों को छोड़कर रवाना हो गई है। गंभीर घायलों को 50 हजार की मदद घटना के बाद रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं। घायलों को कालापीपल के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और कुछ घायलों को भोपाल रेफर किया गया है। रेलवे के डॉक्टर और मेडिकल टीम कालापीपल सिविल अस्पताल में पहुंच गए है। रेलवे में अधिकारी और इंजीनियर मौके के लिए रवाना हो गए हैं। ट्रेन धमाके की घटना पर डीजी, एडीजी इंटेलीजेंस, सीहोर और शाजापुर के एसपी और कलेक्टर भी मौके पर पहुंचे । आठ घायलों में दो गंभीर घायलों को भोपाल रेफर किया गया है। गंभीर घायलों को 50 हजार रुपए और सामान्य घायलों को 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है। हेल्पलाइन नंबर उज्जैन 0734-2560906 इंदौर 0731-2521046 ट्रेन हादसे में घायलो की सूची भारती पिता गणपत यादव (30) , सीहोर , दुर्गेश पिता गंगाराम (25), सीहोर , अमृतलाल पिता रामलाल साहू (45), पचोर , जिया पति सौरभ कुशवाह (27) इमलीपुरा, सीहोर , पुष्पा पति गुलाबसिंह (45) इमलीपुरा, सीहोर ,सैय्यद हसन (55) सारंगपुर, बाबूलाल पिता हरिप्रसाद मालवीय (45), पिपलिया , नेहा पिता संतोष यादव (15), भोपाल ,शांति पिता गेंदालाल (35) , सीहोर।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सतीश धवन स्पेस सेंटर श्रीहरिकोटा के निदेशक वैज्ञानिक पी. कुन्हीकृष्णन को दूसरे विज्ञान प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया। पुरस्कार म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और विज्ञान भारती द्वारा वर्ष 2016 से दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वैज्ञानिक श्री कुन्हीकृष्णन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में मिली उपलब्धि से पूरा देश गौरवान्वित हुआ है। गहराई से देखा जाये तो विज्ञान और आध्यात्म एक ही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सिंहस्थ से पूर्व वैचारिक महाकुंभ का आयोजन करवाया गया था। इसमें विज्ञान और आध्यात्म विषय पर भी चिंतन हुआ था। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक एकता में आदि शंकराचार्य के योगदान का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रदेश के ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य के जीवन और दर्शन पर वेदांत संस्थान की स्थापना की जा रही है। नदी संरक्षण के दुनिया के सबसे बड़े जन-आंदोलन नर्मदा सेवा यात्रा की भी जानकारी दी। वैज्ञानिक श्री कुन्हीकृष्णन ने मुख्यमंत्री की सरलता-सहजता की सराहना की। उनको चन्द्रायन 2018 की लांचिंग के अवसर पर उपस्थित होने के लिये आमंत्रित किया। उल्लेखनीय है कि श्री कुन्ही कृष्णन इसरो द्वारा 104 उपग्रह प्रक्षेपित कर विश्व कीर्तिमान बनाने वाले मिशन के डायरेक्टर हैं। इस अवसर पर म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक श्री सी.के. पाटिल और विज्ञान भारती के राष्ट्रीय महासचिव श्री जयकुमार सहित अन्य उपस्थित थे।
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जमीन घोटाले को लेकर कांग्रेस ने किया वॉकआउट सागर जिले में पट्टे की 27 एकड़ जमीन एक ही दिन में एक बिल्डर को दिए जाने का मामला विधानसभा उठाते हुए कोंग्रेस ने वाकआउट किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस मामले में सात सौ करोड़ का घोटाला हुआ है जिसमें राजनेता और अफसर शमिल हैं। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के हर्ष यादव ने यह मामला उठाते हुए कहा कि सागर नगर में खुरई मार्ग पर भाग्योदय तीर्थ चिकित्सालय के सामने स्थित करीब 27 एकड़ जमीन को पट्टाधारक खत्री बंधुओं ने सुभाग्योदय डेव्लपर्स को जनवरी में बेच दिया। उन्होंने जानना चाहा कि क्या इस भूमि के नामांतरण का आवेदन तहसीलदार को दिया गया, क्या कलेक्टर से इसकी अनुमति ली गई। हर्ष यादव ने आरोप लगाया कि भूमि के ट्रांसफर से लेकर रजिस्ट्री तक एक दिन में हो गर्इं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा जमीन घोटाला है। राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने इस मामले में गडबड़ी की बात स्वीकारते हुए कहा कि सरकार इसे लेकर हाईकोर्ट गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में रजिस्ट्रार की भूमिका भी जांच कराई जा रही है। इस पर कांग्रेस सदस्यों ने अफसरों पर कार्यवाही की मांग की। मंत्री गुप्ता का कहना था कि इस मामले में अभी कलेक्टर जांच कर रहे हैं अफसरों की भूमिका क्या थी यह सामने तो आए। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस के गोविंद सिंह, जयवर्धन सिंह, तरूण भानोट समेत अनेक सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर सरकार पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाने लगे। इसी बीच उपनेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर सही उत्तर न देने का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट की घोषणा कर दी। विधानसभा में आज राजस्व मंडल द्वारा तहसीलदारों के फैसले पलट कर सरकारी जमीन को निजी किए जाने को लेकर गरमागरम बहस हुई। विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा ने राजस्व मंडल को बंद करने तक की मांग की। इस पर राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने राज्य भूमि सुधार आयोग से राजस्व मंडल के काम की भूमिका की जांच करने की जानकारी दी। प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायक कालूखेड़ा ने कहा कि राजस्व मंडल के अफसरों की आदत बन गई है कि ये मैनेज होकर फैसले देते हैं। सरकार ने अशोकनगर मामले में पटवारी को सस्पेंड किया था जो राजस्व मंडल के फैसले के बाद बहाल हो गया। इस पर मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि भूमि सुधार आयोग इसकी जांच कर रहा है कि मंडल चालू रखा जाए या बंद कर दिया जाए। पूर्व मंत्री बाबूलाल गौर ने इस मामले में क्रिमिनल कोर्ट की भांति वकीलों की भूमिका की जांच का मसला उठाया तो मंत्री ने कहा कि इसकी भी जांच हो रही है और राजस्व मंडल में सरकार का पक्ष रखने वाले वकीलों की भूमिका का पता किया जा रहा है। विधानसभा में विधायकों के सवालों के जवाब देने के बजाय जानकारी एकत्र किए जाने संबंधी जवाब को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा ने गंभीरता से लिया है। विधायक बाला बच्चन के सवाल के दौरान उन्होंने राजस्व मंत्री को निर्देशित किया कि विधानसभा की प्रश्नोत्तरी छपने से पहले विभाग की ओर से जवाब भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। विधानसभा में राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने स्वीकार किया कि उनके विभाग के सवालों का उत्तर देने में कुछ अफसर लापरवाही करते हैं।
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'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा मंडलेश्वर के समीप के गाँवों में पहुँची। पहले महेश्वर और आज मंडलेश्वर के गाँव जलूद, छोटी खरगोन, धरगाँव, नांद्रा, कतरगाँव, कोगाँवा, पिपल्या बुजुर्ग और बरलाय में यात्रा का अभूतपूर्व स्वागत हुआ। इन गाँवों में नर्मदा संरक्षण के इस अभियान में अपनी भागीदारी के लिए जन-सैलाब घरों से बाहर निकल आया। बड़ी संख्या में महिलाओं की मौजूदगी नर्मदा संरक्षण के प्रति उनकी गहरी आस्था और विश्वास को प्रकट कर रही थी। रविवार होने के बावजूद स्कूलों के विद्यार्थियों में उत्साह देखा गया। समाज के सभी वर्ग सेवा यात्रा के मार्ग में स्वागत के लिए मौजूद थे। यात्रा मंडलेश्वर से आज जलूद पहुँची, जहाँ भव्य स्वागत हुआ। नर्मदा कलश और ध्वज का पूजन किया गया तथा नर्मदा सेवा यात्रियों पर फूलों की वर्षा की गई। धरगाँव के हायर सेकेण्डरी स्कूल में नर्मदा की स्तुति के साथ कलश एवं ध्वज का पूजन किया गया। यहाँ विधायक श्री राजकुमार मेव एवं अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष एवं सेवा यात्रा प्रभारी श्री भूपेंद्र आर्य ने ग्रामवासियों को नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त रखने का संकल्प दिलवाया। श्री भूपेंद्र आर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू किए गए इस अभियान की चर्चा अब विश्व में होने लगी है। इसके पहले धरगाँव पहुँचने पर मार्ग के दोनों ओर स्थित निजी प्रतिष्ठानों, दुकानदारों, समाज के विभिन्न वर्ग के प्रतिनिधियों ने पुष्प-वर्षा और हर-हर नर्मदे के उदघोष के साथ सेवा यात्रा का स्वागत किया।नांद्रा गाँव पहुँचने पर बड़ी संख्या में महिलाओं एवं बालिकाओं ने कलश के साथ अगवानी की। धरगाँव और नांद्रा में भारी संख्या में भीड़ उमड़ने से आयोजन स्थल छोटे पड़ गए। श्रीराम मंदिर प्रांगण में हुए कार्यक्रम को श्री राजकुमार मेव एवं श्री भूपेंद्र आर्य ने संबोधित किया। कतरगाँव, कोगाँवा, पिपल्या बुजुर्ग, बरलाय, बंजारी और धारेश्वर में भी आस्था और विश्वास की इस यात्रा के पहुँचने पर स्वागत किया गया। गाँवों की प्रवेश सीमा से लेकर आयोजन स्थल तक हुआ स्वागत किसी उत्सव या त्यौहार से कम नहीं था। फूलों की वर्षा, बैंड-धुन एवं आतिशबाजी के साथ पूरा कस्बा यात्रा के स्वागत में मार्ग के दोनों और मौजूद था। सड़क मार्ग से गुजरने पर यात्रा और नर्मदा भक्त हर वर्ग का ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब हुए। ग्राम नांद्रा में निमाड़ की वास्तविक पहचान के साथ सेवा यात्रा का परिचय कराया गया। यहाँ ग्रामवासियों ने अमाड़ी की भाजी और मक्का की रोटी के साथ कड़ी, खिचड़ी भोजन का प्रबंध किया था। सेवा यात्रियों और सेवक दोनों ने निमाड़ का पारंपरिक भोजन ग्रहण किया।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा तटों पर स्थित गाँव के प्रत्येक घर में शौचालय बनना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नर्मदा को प्रदूषण एवं गंदगी से बचाने के लिए तटों के सभी गाँवों में शौचालय निर्माण की ओर विशेष ध्यान दिया जाए। श्री चौहान खरगोन के महेश्वर में अहिल्या घाट पर 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के पहुँचने के बाद जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान महेश्वर के जय स्तंभ चौराहे से नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुए। श्री चौहान ने पुण्य सलिला नर्मदा को मध्यप्रदेश की जीवन रेखा बताया तथा कहा कि नर्मदा हमे जल देकर विकास का मार्ग प्रशस्त करती है। नर्मदा के जल के कारण ही मध्यप्रदेश की कृषि की विकास की दर लगातार 4 साल से 20 प्रतिशत से उपर है। मध्यप्रदेश कृषि और बिजली उत्पादन के मामले में आत्म-निर्भर है। उन्होंने कहा कि नर्मदा मोक्षदायिनी है। हमने नर्मदा से जल तो लिया लेकिन उसे दिया कुछ नही। नर्मदा नदी में जल बना रहे इसके लिए वृक्षारोपण जरूरी है। श्री चौहान ने भक्तों को संकल्प दिलवाया कि नर्मदा के दोनों तट पर वृक्षारोपण कर उसकी देखभाल करे, किसान जो फलदार पौधे लगायेंगे उसमें फल आने तक 3 साल की अवधि के लिए मध्यप्रदेश सरकार 20 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी के किनारों के घरों के सीवेज के पानी के ट्रीटमेंट के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जायेंगे। नर्मदा को प्रदूषित करने वाली सामग्री नर्मदा में विसर्जित नहीं होने दी जायेगी। प्रत्येक तट पर विसर्जन कुंड बनेंगे। श्री चौहान ने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए तटों पर मुक्ति-धाम भी बनाए जायेंगे। तटों पर ही महिलाओं के लिए चेजिंग-रूम की व्यवस्था की जाएगी। आगामी 1 अप्रैल से नर्मदा के दोनों तट पर 5-5 किलोमीटर की शराब की दुकाने बंद होगी। मध्यप्रदेश को धीरे-धीरे नशामुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपने गाँव को नशामुक्त बनाने का संकल्प लेने का आव्हान किया। बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ की बात करते हुए श्री चौहान ने कहा कि सरकारी नौकरी में महिलाओं को प्राथमिकता देने के साथ ही शिक्षक की भर्ती में 50 प्रतिशत और पुलिस में 33 प्रतिशत भर्ती महिलाओं की होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ऐसा कानून भी बनाने की बात कही जिसमें बेटी से दुराचार करने वाले अपराधी को फांसी की सजा मिले। श्री चौहान ने कहा कि 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की उच्च पढ़ाई की फीस राज्य सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित नागरिकों को नर्मदा नदी के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने का संकल्प दिलवाया। जन-संवाद को श्री सुभाष पटेल, श्री मुकेश तिवारी, संत भय्यू जी महाराज ने भी संबोधित किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीबों को आवास उपलब्ध करवाने के लिये इस माह 3 लाख गरीबों के खाते में आवास निर्माण की राशि जारी की गयी है। अगले छह माह में 6 लाख और आवासों की राशि दी जायेगी। श्री चौहान आज सागर जिले के गढ़ाकोटा में रहस महोत्सव और आजीविका जिला-स्तरीय महिला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए सरकार हर वह कदम उठायेगी, जो उन्हें सशक्त और आत्म-निर्भर बनायें। राज्य सरकार महिला स्व-सहायता समूह को आगे बढ़ाने को आन्दोलन का रूप देगी। बैंकों के माध्यम से कम ब्याज दर पर ऋण सहायता मुहैया करवायी जायेगी, समूह के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इन समूहों के भाई-बहनों के पास कोई न कोई काम जरूर हो, ताकि बेरोजगारी मिट जायें। बहनों के पास पैसे आयेंगे तो वे सही अर्थों में आत्म-निर्भर होगी और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की मुद्रा बैंक योजना में ऋण दिलाया जायेगा। श्री चौहान ने बेटियों से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का लाभ उठाने को कहा। उन्होंने बताया कि बैंक से लोन लेने पर सरकार गारंटी देगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोई भी गरीब प्रतिभावान छात्र पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होगा। उन्होंने कहा गरीब परिवार के प्रतिभावान छात्रों को इंजीनियरिंग, मेडीकल, आईआईटी, आईआईएम जैसे महँगे पाठ्यक्रमों की शिक्षा के लिए सरकार ने बजट में प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हर भूमिहीन को मकान का स्थाई पट्टा दिया जायेगा। हर गरीब को आवास के लिये जमीन का प्रबंधन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना, ग्रामीण आवास मिशन के जरिये हमारा लक्ष्य है कि किसी भी गरीब को बिना मकान के नहीं रहने दिया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मौजूद बहनों से पूछा कि आवास का पैसा पंचायत के खाते में डाला जाना चाहिये या सीधे गरीब के खाते में, बहनों ने जोर से कहा हितग्राही के खाते में डाला जायें। उन्होंने कहा कि मासूम के साथ दुराचार करने वाले को फाँसी हो, इसका प्रावधान कर भारत सरकार को भेजा जायेगा।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में निर्भया आश्रय गृह पहुँचकर निराश्रित बेटी संध्या को आशीर्वाद दिया। संध्या का विवाह डबरा निवासी जयप्रकाश गुप्ता के साथ आज हो रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री की पत्नी श्रीमती साधना सिंह भी उपस्थिति थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान संध्या की मेहंदी की रस्म में भी शामिल हुए। उन्होंने संध्या के सुखी, स्वस्थ और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिये शुभकामनाएं दी। उन्होंने संस्था को समाज सेवा के इस कार्य के लिये बधाई दी।
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नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने कहा है कि भानपुर खंती में डंप होने वाले कचरे के दुष्प्रभाव का आस-पास के रहवासियों पर असर न पड़े इसके लिए शासन गंभीर है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कचरा डंप न हो इसके लिये अगले 6 माह में ठोस कदम उठाए जाएंगें। श्रीमती सिंह आज भानपुर खंती का निरीक्षण करने पहुँची। पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधायक बाबूलाल गौर एवं पूर्व महापौर कृष्णा गौर भी उपस्थित थी। उल्लेखनीय है कि श्रीमती सिंह ने विधानसभा में इस संबंध में पूछे गए प्रश्न के जवाब में आश्वासन दिया था कि वे मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगी। मंत्री श्रीमती माया सिंह ने रहवासियों से चर्चा की और उनसे ज्ञापन भी लिए। उन्होंने मौके पर अगले माह में कचरा डंप पर रोक लगाने, कचरा स्थल की कैपिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कचरे के निपटान के लिए बिजली निर्माण संयंत्र की स्थापना में भी गाति लायी जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में डी.पी.आर. बन गई है। अब निविदा की प्रक्रिया चल रही है। इस संयंत्र की स्थापना से 22 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि खंती को आदमपुर छावनी में शिफ्ट करने के पहले सभी आवश्यक तैयारियाँ की जा रही हैं। क्षेत्र के 85 परिवार के रहने की अन्यत्र व्यवस्था पर डेढ़ करोड़ रूपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पानी की गुणवत्ता को लेकर जो बातें सामने आ रही थी, उसका भी विकल्प ढूँढ लिया गया है। लोगों को नर्मदा का जल उपलब्ध करवाया जा रहा है। श्रीमती सिंह ने बताया कि क्षेत्र के प्रदूषण की भी जाँच की जा रही है। रिर्पार्ट आने पर प्रदूषण निवारण के कदम उठाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं यहाँ के रहवासियों की परेशानी को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि यहाँ के रहवासियों पर कोई विपरीत असर न पड़े, इसके लिए शासन हर संभव कदम उठायेगा।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज मंत्रालय में गेहूँ उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा की गई। बताया गया कि इंदौर एवं उज्जैन संभाग में 15 मार्च से गेहूँ उपार्जन कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। भोपाल एवं नर्मदापुरम में 20 मार्च से और चंबल, ग्वालियर, रीवा, शहडोल, जबलपुर और सागर संभाग में 27 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूँ-खरीदी प्रारम्भ हो जायेगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गेहूँ खरीदी की समस्त व्यवस्थाएँ किसान-हित के अनुसार की जायें। किसान-हितों का संरक्षण सरकार की जवाबदारी है। उन्होंने कहा कि खरीदी कार्य संचालन व्यवहारिक दृष्टिकोण के साथ किया जायें। किसानों की आवश्यकताओं और अपेक्षाओं को पूरा करने पर दृष्टिकोण केन्द्रित रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि उपार्जन-अवधि में किसान-परिवारों में वैवाहिक कार्यक्रम आदि का आयोजन होता है। इसलिये भुगतान संबंधी व्यवस्थाओं की समय-सीमा का अक्षरक्ष: पालन करवाया जाये। उन्होंने कहा कि किसानों को पंजीयन करवाने का एक और अवसर दिया जाये ताकि पात्र किसान छूटें नहीं। बारदानों की अग्रिम उपलब्धता सुनिश्चित की जायें। उन्होंने बारदाना आपूर्ति की नियमित मानीटरिंग करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपार्जित गेहूँ परिवहन की व्यवस्थाएँ प्रभावी हों तथा रूट का निर्धारण युक्तिसंगत हों। ट्रांसपोर्टर का एकाधिकार नहीं हो। क्षमता का परीक्षण कर ही कार्य सौंपा जाये। मुख्यमंत्री ने किसानों के पंजीयन, उपार्जन केन्द्रों की व्यवस्था, उपार्जित गेहूँ के परिवहन, भंडारण और भुगतान की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। बताया गया कि इस वर्ष गेहूँ उपार्जन के लिए विगत सात वर्ष में सर्वाधिक 2,963 केन्द्र बनाए गए हैं। खरीदी 1625 रूपये प्रति क्विंटल मूल्य पर की जायेगी। उपार्जन समितियों द्वारा अधिकतम 3 दिवस में किसानों को भुगतान किया जायेगा। इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति श्री के.सी. गुप्ता, आयुक्त खाद्य-नागरिक आपूर्ति श्री फैज अहमद किदवई, आयुक्त सहकारिता श्री कवीन्द्र कियावत एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पहल पर जीवनदायिनी माँ नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये निकाली जा रही 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा को दिन-प्रतिदिन भारी समर्थन मिल रहा है। जनता के साथ ही देश के विभिन्न धर्मों के गुरूओं, संत-महात्माओं, खिलाड़ियों, समाजसेवियों, फिल्म कलाकारों, जल-विशेषज्ञों आदि प्रबुद्धजनों का भी समर्थन मिल रहा है। अभियान को समर्थन देने के लिये आज धार जिले के धरमपुरी में जन-संवाद कार्यक्रम में प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर तथा प्रसिद्ध संत स्वामी शिवानंद सरस्वती महाराज भी पहुँचे। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दूरभाष के जरिये सम्बोधित किया। उन्होंने अतिथियों द्वारा समर्थन देने के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा नदी को संरक्षित करने के लिये यह अभियान शुरू किया गया है। इसे सामाजिक आन्दोलन बनाया जा रहा है। अभियान से बड़ी संख्या में नागरिक जुड़ रहे हैं। यह अभियान कुरीतियों को दूर करने में भी मददगार बनेगा। म.प्र. का विकास सराहनीय: अनुपम खेर श्री अनुपम खेर ने मध्यप्रदेश में हुए विकास की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बहुत तरक्की हुई है। प्रदेश में स्वच्छता अभियान का प्रभाव दिखायी दे रहा है। प्रदेश में सड़कों का भी बेहतर जाल है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने नर्मदा नदी को संरक्षित करने के लिये अनूठा अभियान प्रारंभ किया है। यह अभियान अपने उद्देश्यों की अवश्य पूर्ति करेगा। श्री खेर ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटी बचाओ अभियान भी सफलता से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समृद्ध संस्कृति एवं सभ्यता के कारण आज भी देश विश्वगुरू है। स्वामी श्री शिवानंदजी सरस्वती ने कहा कि माँ नर्मदा जीवन का मुख्य आधार है। नर्मदा का अस्तित्व आदि काल से है। इसका पुराणों में भी उल्लेख है। नर्मदा परिक्रमा का महत्व भी आदि ग्रंथों में है। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति में पहाड़, पेड़ तथा नदियों को पूजनीय एवं ईश्वर तुल्य माना गया है। श्री सरस्वती ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित दोहन करना चाहिये। उन्होंने नमामि देवि नर्मदा अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह नर्मदा को अविरल प्रवाहित करने तथा शुद्ध बनाने का अनूठा अभियान है। हम सबकी जवाबदारी है कि इस अभियान से सक्रिय रूप से जुड़ें। श्री अनुपम खेर ने उपस्थित को यात्रा से जुड़ने, नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये प्रयासरत रहने तथा नशामुक्त समाज बनाने का संकल्प दिलाया। प्रारंभ में जन अभियान परिषद के श्री प्रदीप पाण्डे ने अभियान की जानकारी दी। कार्यक्रम को पूर्व मंत्री श्री विक्रम वर्मा, विधायक श्रीमती नीना वर्मा तथा विधायक श्री कालूसिंह ने भी सम्बोधित किया। प्रारंभ में अतिथियों ने माँ नर्मदा के कलश का पूजन किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज मुख्यमंत्री निवास में कर्मचारी संघों के पदाधिकारियों ने भेंट की। मुख्यमंत्री का कर्मचारियों को सातवाँ वेतनमान देने के लिए आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर अध्यक्ष कर्मचारी कल्याण समिति श्री रमेशचन्द्र शर्मा, राष्ट्रीय राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सिंह कौरव, राज्य कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र शर्मा, प्रकोष्ठ प्रमुख शिक्षा विभाग श्री मुरारी लाल सोनी, प्रदेश प्रवक्ता श्री लखन पाराशर एवं अन्य उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की ऐसी सभी विधवा महिलाओं को जो किसी भी सेवा में नहीं है उन्हें पेंशन दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पेंशन राशि वितरण में गरीबी रेखा का बंधन नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई प्रतिभावान छात्र पैसे की कमी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार के छात्रों की इंजीनियरिंग मेडिकल, आईआईटी, आईआईएम जैसे महँगे पाठयक्रमों की शिक्षा के लिए बजट में 500 करोड़ रूपये की राशि का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उमरिया जिले के नौरोजाबाद में अन्त्योदय मेले एवं हितग्राही सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में सालों से काबिज लोगों को मकान का स्थाई पट्टा दिया जायेगा वहीं गरीबों को मकान बनाने के लिए राशि भी मुहैया करवाई जायेगी । उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जिस भी व्यक्ति ने जन्म लिया है उसका आशियाना होगा ताकि वह परिवार सहित सुखी जीवन व्यतीत कर सके । मुख्यमंत्री ने बताया कि आदिवासी अधिकार यात्रा आदिवासियों की भूमि पर अवैध कब्जों को हटाया जायेगा तथा आदिवासियों को उनकी भूमि पर काबिज किया जायेगा । मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 का साल गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाया जायेगा। इस वर्ष प्रदेश सरकार गरीबों के कल्याण के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार सबसे पहले गरीबों की सरकार है। गरीबों के आँखों में कभी आँसू नहीं आने दूँगा। मैं उनके सुख दुख में सदैव भागीदार रहा हूँ और रहूँगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित करने को कहा। मध्यप्रदेश में महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक विकास के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाया जा रहा है। महिलाओं को आर्थिक गतिविधियों से सीधे जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नौरोजाबाद नगर में सालों से काबिज 1500 परिवारों को आज स्थायी पट्टे मुहैया करवाये जा रहे हैं । नौरोजाबाद नगर की पेयजल की समस्या के निराकरण के लिए 18 करोड़ रूपये की राशि मुहैया कराई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नौरोजाबाद नगरपालिका क्षेत्र में गरीब परिवारों के लिए 200 मकान बनाये जायेंगे। इसके लिए 10 करोड की राशि नगरपालिका को मुहैया करा दी गई है। मुख्यमंत्री ने मेले में 17 हजार 743 हितग्राहियों को 76 करोड़ 81 लाख की राशि के हितलाभों का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने लगभग 82 करोड रूपये के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। सम्मेलन में प्रभारी मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय पाठक, अध्यक्ष नगरपालिका नौरोजाबाद श्रीमती सुमन गौटिया, बड़ी संख्या में हितग्राही और नागरिक उपस्थित थे ।
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मध्यप्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने इस साल के बजट में आम जनता से कामों को लेकर जमकर उदारता दिखाई। ऐसे विभाग जिनका लोगों से सीधा सरोकार है उनके लिए खजाना खोल दिया। चार बड़े शहरों में दीनदयाल रसोई योजना शुरू करेगी। इस योजना के अंतर्गत शहरी गरीबों को पांच रुपये में भोजन की थाली मुहैया करवाई जाएगी। इसकी भरपाई उन्होंने उन विभागों के बजट में कटौती कर की जिनकी योजनाए बड़ी होती हैं और जिनके परिणाम तत्काल नहीं दिखते। इनमें कृषि,राजस्व और सहकारिता विभाग प्रमुख है। हालांकि कटौती को लेकर वित्तमंत्री अपने तर्क हैं। सबसे ज्यादा झटका उद्योग विभाग को लगा है। इसका बजट 28 सौ करोड़ रुपए कम कर दिया। दूसरी ओर सड़क, नगरीय व ग्रामीण विकास के साथ पेयजल, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, कौशल विकास और सामाजिक न्याय के लिए भरपूर राशि का इंतजाम किया गया है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग विभाग के लिए पहली बार अलग से 776 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है, वहीं फसल बीमा के लिए दो हजार करोड़ रुपए रखे गए हैं। पांच रुपये में मिलेगी भोजन की थाली मध्यप्रदेश सरकार राज्य के चार बड़े शहरों में दीनदयाल रसोई योजना शुरू करेगी। इस योजना के अंतर्गत शहरी गरीबों को पांच रुपये में भोजन की थाली मुहैया करवाई जाएगी। प्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने बुधवार को राज्य विधानसभा में बजट प्रस्तुत करते हुए यह घोषणा की। इस बजट में वित्त वर्ष 2017-18 के लिये शहरी गरीबों के लिये पांच रुपये में भोजन के साथ ही विधवा महिलाओं के लिये पेंशन और प्रदेश सरकार के कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देने जैसी आकर्षक घोषणाएं शामिल हैं। श्री मलैया ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती वर्ष 2017 को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाने का का सरकार का संकल्प है। नगरीय क्षेत्र के अति गरीबों को सस्ते दर पर भोजन उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश के चुने हुए नगरों में दीनदयाल रसोई योजना लागू करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। इसके लिये अधोसंरचना निर्माण हेतु रूपये 10 करोड़ का बजट प्रावधान है। योजना का वित्त पोषण मुख्य रूप से कंपनियों के कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वहन हेतु उनसे मिलने वाले अंशदान से किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने धार जिले के सेमल्दा तट पर अपनी पत्नि श्रीमती साधनासिंह के साथ माँ नर्मदा की आरती की। इस दौरान प्रसिद्ध संत और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर भी मौजूद थे। आरती के बाद मुख्यमंत्री ने उपस्थित श्रद्धालुओ के साथ माँ नर्मदा का जयघोष भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने माँ नर्मदा मंदिर में सपत्निक पूजा-अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली की कामना भी की। साथ ही मंदिर परिसर में प्रतीकात्मक रूप से पौधों का रोपण भी किया। इस दौरान उनके साथ पूर्व मंत्री एवं विधायक श्रीमती रंजना बघेल, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय, पूर्व सांसद श्री छतरसिंह दरबार सहित बड़ी संख्या में नर्मदा भक्त एवं श्रद्धालु उपस्थित थे।
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नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर ने रविवार को रतलाम में कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा एक छलावा है। इसके जरिए नर्मदा घाटी को खाली कराने की साजिश की जा रही है। नर्मदा नदी से प्रतिदिन एक-एक गांव में 1500 टन रेत का खनन हो रहा है। सेवा यात्रा अवैध गतिविधियों की मंजिल तक पहुंचने का मार्ग है, जिससे लोगों का ध्यान भटकाकर लक्ष्य हासिल करने की कोशिश की जा रही है। नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता इस यात्रा का विरोध जगह-जगह कर रहे है, लेकिन विपक्ष की चुप्पी समझ से परे है। रतलाम के पत्रकार भवन में मीडिया से चर्चा करते हुए सुश्री पाटकर ने नर्मदा सेवा यात्रा को लेकर सरकार के साथ विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया। उनके अनुसार कांग्रेस को ये तमाम मुद्दे उठाने चाहिए थे, लेकिन वह क्यो नहीं उठाना चाहती है ये समझने की बात है। इससे लगता है कि कहीं न कहीं अंदर से नीचे स्तर पर पक्ष और विपक्ष दोनों एक ही है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सहित हर नदी की सेवा करने में राजनेता लगे है, लेकिन प्रत्यक्ष में नदियों को खत्म करने वाला काम हो रहा है। अवैध रेत खनन ने यमुना को खत्म कर दिया है। आगामी पांच साल में नर्मदा की भी यहीं स्थिति होगी, क्योकि अवैध खनन के साथ उसके आसपास कई गलत काम हो रहे है। पाटकर ने कहा सीएम से लेकर कलेक्टर तक हर कोई जानता है कि अवैध काम चल रहा है, लेकिन सर्वथा ईच्छा शक्ति का अभाव है। नेताओ को डर है कि यदि माफियाओं को दूर करेंगे, तो अगला चुनाव नहीं जीत सकेंगे। एनजीटी बार-बार चेतावनी देकर कार्रवाई की बात कर रहा है, लेकिन राजनैतिक दलों के नुमाइंदे खुलेआम पुलिस व प्रशासन के समक्ष अवैध काम कर रहे है। उन्हें हर स्तर पर पूरा समर्थन मिल रहा है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आव्हान किया है कि नर्मदा सेवा समिति संस्कार के प्रसार का केन्द्र बनें। नशामुक्त, शिक्षित, बेटी बचाने, माँ नर्मदा जल को स्वच्छ बनाने, उसके प्रवाह को बढ़ाने के लिए वृक्ष लगाने और उनके संरक्षण को संकल्पित समाज निर्माण में सहयोग करें। श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में नर्मदा सेवा यात्रा के सीहोर जिले में प्रवास के दौरान जन-भागीदारी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा अनुभवों का उल्लेख करते हुए स्थानीय जन-समुदाय से यात्रा को मिल रहे अदभुत सहयोग के बारे में बताया। उन्होंने सीहोर जिले के जन-प्रतिनिधियों को कहा कि यात्रा के सीहोर प्रवास के दौरान जनांदोलन का अदभुत उदाहरण प्रस्तुत करें। हर पंचायत, गाँव और व्यक्ति का यात्रा में योगदान हो। चाहे वह सांस्कृतिक कार्यक्रम में, खेलकूद के आयोजन में अथवा आस्था और श्रद्धा की सामुदायिक सहभागिता के रूप में हो। उन्होंने कहा बिना किसी आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक भेदभाव के सेवा समितियों में सभी जुड़े। सभी को सम्मानपूर्वक यात्रा में आमंत्रित किया जाए। उन्होंने सीहोर में यात्रा के 9 दिवसीय प्रवास के दौरान रात्रि विश्राम यात्रा के साथ करने की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा नदी संरक्षण का विश्व में अनूठा प्रयास है। विश्व की किसी भी नदी के संरक्षण के लिए इतनी विशाल जनसंख्या संरक्षण प्रयासों में सहभागी नहीं बनी है। लोग यात्रा से भावनात्मक रूप में जुड़ रहे हैं। पूरे हृदय के साथ माँ नर्मदा की सेवा के लिये आगे आ रहे हैं। आमजन, किसान, साधु-संत सभी माँ के प्रति अगाध श्रद्धा और आस्था को प्रगट कर रहे हैं। किसान वृक्ष लगाने के लिए संकल्प पत्र भर रहे हैं। विशाल भंडारों का आयोजन जन-सहयोग से हो रहा है। साधु-संत भी पूजन विधियों में बदलाव की बात करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा प्रदेश की जीवन रेखा है। प्रदेश की 30 प्रतिशत आबादी को पेयजल और 50 प्रतिशत को सिंचाई सुविधा माँ नर्मदा से मिलेगी। इसलिये नर्मदा जल प्रवाह को बढ़ाना आवश्यक है। जनता के प्रयासों में सरकार का सक्रिय सहयोग है। नदी संरक्षण के आवश्यक कार्यों का निर्धारण विषय-विशेषज्ञों के साथ चर्चा से किया गया है। पेड़ लगाने में भी सरकार सहयोग कर रही है। जल की स्वच्छता के लिए घाटों पर चेंजिंग रूम, विसर्जन कुण्ड बनवाए जा रहे हैं। अमृत जल दायिनी नर्मदा में मल-मूत्र अब नहीं मिलेगा। नगरों का सारा गंदा जल पाइपों के माध्यम से नगर के बाहर ले जाया जायेगा। वहाँ पर ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जायेंगे, जो जल को स्वच्छ कर खेती के लिए उपलब्ध करवाएंगे। जिला प्रभारी, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने कहा कि हर-हर नर्मदे, घर-घर नर्मदे का संदेश सर्वत्र प्रसारित हो। यात्रा के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली समितियों और पंचायतों को पुरस्कृत किया जायेगा। यात्रा के सीहोर जिले में आगमन 19 मार्च और प्रस्थान 28 मार्च तक जन-सहभागिता से होने वाले आयोजनों की रूपरेखा की जानकारी मार्कफेड के अध्यक्ष श्री रमाकांत भार्गव एवं भाजपा जिला अध्यक्ष श्री रघुनाथ भाटी ने दी। कार्यक्रम को अध्यक्ष खनिज विकास निगम श्री शिव चौबे ने भी संबोधित किया। यात्रा के दौरान प्रशासनिक प्रबंधों की जानकारी कलेक्टर ने दी। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री अजातशत्रु और सीहोर जिले के जन-प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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नागरिकों को त्वरित और पारदर्शी ढंग से कहीं भी और कभी भी लोक-सेवाएँ प्रदाय करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए एम.पी. मोबाइल परियोजना प्रारंभ की गयी है। परियोजना में मोबाइल के माध्यम से नागरिकों को डिजिटल सेवाएँ दी जा रही हैं। क्रियान्वयन मैप आई.टी. द्वारा किया जा रहा है। सुविधाएँ प्राप्त करने के लिये नागरिकों को केवल एक मोबाइल एप 'M.P. Mobile' डाउनलोड करना है। इसके द्वारा विभिन्न विभाग द्वारा प्रदाय की जाने वाली सेवाएँ प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में यह एंड्रायड, विण्डोज एवं आईओएस मोबाइल में उपलब्ध हैं। नागरिक वांछित सेवाएँ अपने मोबाइल पर एक वेब एप्लीकेशन www.mpmobile.gov.in के माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं। जिन नागरिकों के पास स्मार्ट फोन नहीं है, वे बेसिक फोन से भी एक कोड डायल कर यूएसएसडी सुविधा द्वारा सेवाएँ प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में *18# नम्बर डायल कर भी कुछ सेवाएँ बेसिक फोन से प्राप्त कर सकते हैं। 169 सेवाएँ एम.पी. मोबाइल पर वर्तमान में 169 सेवाएँ एम.पी. मोबाइल पर उपलब्ध हैं। विभिन्न विभाग द्वारा दी जाने वाली अन्य नागरिक सेवाएँ भी इससे जोड़ने की कार्यवाही जारी है। एम.पी. मोबाइल से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, पीईबी, डीटीई एम.पी. काउंसिलिंग, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग, सी.एम. हेल्पलाइन, विभिन्न विश्वविद्यालय, परिवहन, श्रम, हाउसिंग बोर्ड, वन और सहकारिता विभाग सहित अन्य विभाग की सेवाएँ जुड़ी हुई हैं।
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एमपी के संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेन्द्र पटवा ने कहा है कि संस्कृति, पर्यटन और पुरातत्व के क्षेत्र में संरक्षण-संवर्द्धन के कामों से प्रदेश की पूरे देश में अलग पहचान बनी है। श्री पटवा आज राज्य संग्रहालय में डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर राष्ट्रीय सम्मान से प्रो. दिलीप चक्रवर्ती को सम्मानित कर रहे थे। राज्य मंत्री पटवा ने प्रो. चक्रवर्ती को 2 लाख की राशि एवं प्रशस्ति-पटिट्का से अलंकृत किया। संस्कृति विभाग द्वारा पुरा-सम्पदा के संरक्षण एवं पुरातात्विक संस्कृति के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर की उत्कृष्ट प्रतिभा को डा. विष्णु श्रीधर वाकणकर के नाम से 2005-06 से स्थापित राष्ट्रीय सम्मान इसके पहले तक 8 विद्वान को सम्मानित किया जा चुका है। प्रो. चक्रवर्ती को वर्ष 2013-14 के लिए सम्मानित किया गया है। श्री पटवा ने कहा है कि प्रो. दिलीप कुमार चक्रवर्ती ने पुरातत्व एवं इतिहास के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया है। उनकी लिखी पुस्तकों ने देश- विदेश में ख्याति अर्जित की है। ऐसे उत्कृष्ट प्रतिभा के धनी प्रो. चक्रवर्ती का योगदान महत्वपूर्ण है। राज्य मंत्री श्री पटवा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चोहान के कुशल नेतृत्व में प्रदेश ने संस्कृति,पुरातत्व एवं पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये हैं। पुरातत्व के संरक्षण एवं संवर्धन के मामले में प्रदेश ने अलग पहचान बनाई है। श्री पटवा ने डॉ. चक्रवर्ती द्वारा पुरातत्व के क्षेत्र में दिए गए अमूल्य योगदान को अतुलनीय बताया। पुरातत्व आयुक्त अनुपम राजन ने डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर सम्मान के बारे में बताते हुए कहा कि श्री वाकणकर मध्यप्रदेश की भूमि के ऐसे पुरातत्वविद् थे जिनकी उपलब्धियों ने न केवल प्रदेश के लिए अपितु देश के पुरातत्व इतिहास में नवीन आयाम जोड़े। डॉ. वाकणकर ही ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने भीम-बैठका की खोज की थी। डॉ. वाकणकर द्वारा भीम बैठका की खोज के कारण मध्यप्रदेश अंतराष्ट्रीय मंच पर जाना जाता है। भीम बैठका विश्व धरोहर में शामिल है। डॉ. वाकणकर ने पुरातत्व एवं इतिहास के क्षेत्र में नवीन खोजें कर परम्परा स्थापित की थीं। इसी परम्परा को आगे बढ़ाने के लिए देश के विद्धानों को मध्यप्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया जाता है। प्रो. चक्रवर्ती को विगत 50 साल की अवधि में पुरातत्व के क्षेत्र में दिये गये अमूल्य योगदान के लिए राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित किया गया है। प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने प्रशस्ति-पत्र का वाचन किया। चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता स्कूली छात्रों को किया पुरस्कृत राज्य मंत्री श्री पटवा एवं राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित प्रो. दिलीप कुमार चक्रवर्ती ने भोपाल के स्कूली छात्र-छात्राओं को राज्य संग्रहालय में प्रदर्शित सामग्री की चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को पुरस्कार वितरित किये। प्रतियोगिता में तीन अलग-अलग ग्रुप में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित छात्र-छात्राओं को क्रमश: 5000, 3000, 2000 और 1000 रूपये की राशि और प्रमाण-पत्र दिये। हाल ही में सम्पन्न प्रतियोगिता में 330 स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा स्वेच्छानुसार पेंटिग तैयार की गई। उप संचालक डॉ.गीता सभरवाल ने आभार माना।
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राज्य संग्रहालय में सम्मान समारोह 25 फरवरी को प्रसिद्ध इतिहासकार एवं पुरातत्वविद प्रोफेसर दिलीप कुमार चक्रवर्ती को डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा जायेगा। राज्य संग्रहालय के सभागार में 25 फरवरी को अपरान्ह 4 बजे होने वाले कार्यक्रम में प्रो. चक्रवर्ती को विभूषित किया जायेगा। मुख्य अतिथि संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा होंगे। प्रमुख सचिव, संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव अध्यक्षता करेंगे। पुरातत्व आयुक्त श्री अनुपम राजन ने बताया कि डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर एकल राष्ट्रीय सम्मान प्रतिवर्ष दिया जाता है। प्रो. चक्रवर्ती को यह सम्मान वर्ष 2013-14 के लिए दिया जायेगा। सम्मान के रूप में दो लाख रूपये की राशि के साथ प्रशस्ति-पत्र और सम्मान-पट्टिका दी जाती है। प्रो. चक्रवर्ती वर्तमान में यूके में केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की पुरा-सम्पदा के संरक्षण एवं पुरातात्विक संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए यह सम्मान दिया जाता है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाशिवरात्रि के पर्व पर आज बढ़वाले महादेव मंदिर में पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने भगवान भोले शंकर और माँ भगवती से प्रदेश की जनता पर उनकी कृपा और आशीर्वाद की वर्षा करने की कामना की।शिवराज सिंह ने शिव बारात के रथ को भी खिंचा। मुख्यमंत्री चौहान ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि सबके जीवन में सुख-समृद्धि, ऋद्धि-सिद्धि आये। सब सन्मार्ग पर चले। सबको सदबुद्धि और अच्छा काम करने की प्रेरणा मिले। प्रकृति, सृष्टि, दृष्टि और समृष्टि सहित सबके लिये बेहतर से बेहतर काम कर सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बढ़वाले महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना, आरती और अभिषेक किया। इसके बाद भगवान शिव के रथ को खींचकर शिव बारात चल समारोह प्रारंभ किया। महापौर श्री आलोक शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और बड़ी संख्या में श्रृद्धालु उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री चौहान एकता परिषद के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वन क्षेत्र में सामुदायिक दावों का परीक्षण करवाया जायेगा। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि कोई भी पात्र व्यक्ति शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहे। आगामी 14 अप्रैल से 31 मई तक ग्रामोदय अभियान चलेगा। अभियान का उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीणजन को चिन्हित कर लाभान्वित करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि वनाधिकार पट्टे 2.32 लाख परिवारों को दिये गये हैं। कोई पात्र व्यक्ति छूटे नहीं, इसी मंशा से दावों का परीक्षण एक बार फिर करवाया जायेगा। श्री चौहान आज गांधी भवन प्रांगण में एकता परिषद के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश संभवत: पहला राज्य होगा जहाँ सब के पास रहने लायक भूमि होगी। शहरी क्षेत्र में भूमि की सीमित उपलब्धता को देखते हुए बहुमंजिले भवनों में आवास उपलब्ध करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग बरसों से जिस स्थान पर रह रहे हैं उनको पट्टे दिये गये हैं। पिछले एक वर्ष में 5 लाख से अधिक व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं। यह कार्य तब तक जारी रहेगा जब तक सबको पट्टे मिल नहीं जाये। इस संबंध में कानून भी विधान सभा के सत्र में लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि भू-अधिकार आयोग में स्वैच्छिक सेवा संगठनों को प्रतिनिधित्व देने पर भी विचार किया जायेगा। उन्होंने भूमि के अधिकार के साथ ही शिक्षा की महत्ता पर भी बल दिया। मेधावी बच्चों के लिये उच्च शिक्षा की फीस सरकार द्वारा भरवाने की योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5 लाख परिवारों को इस वर्ष मकान उपलब्ध करवाये जायेंगे। इस अवसर पर समन्वयक एकता परिषद श्री ओ. राजगोपाल ने लोक सेवा गारंटी कानून, भूमि आयोग और आनंद विभाग के गठन के लिये बधाई दी। कार्यक्रम में बताया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के 20 जिलों के परिषद के मुखिया शामिल हो रहे हैं।
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इंदौर तथा उज्जैन संभाग के 15 जिलों के लिये आज इंदौर में पासपोर्ट सेवा लघु केन्द्र के रूप में बड़ी सौगात मिली। लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने केन्द्र का उदघाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने की। विदेश राज्य मंत्री डॉ. व्ही.के. सिंह विशेष अतिथि थे। उदघाटन के साथ ही केन्द्र ने अपना काम शुरू कर दिया है। केन्द्र का लाभ 15 जिलों के पासपोर्ट आवेदकों को मिलेगा। शुरू में प्रतिदिन 100 एप्वाइंटमेंट जारी किये जायेंगे। इसके बाद माँग अनुसार इसे लगातार बढ़ाया जायेगा। केन्द्र को 600 से 700 आवेदन प्रोसेसिंग क्षमता का बनाया गया है। यह लघु केन्द्र पासपोर्ट सेवा केन्द्र की तरह ही कार्य करेगा। आवेदन की जाँच के साथ ही स्वीकृति की प्रक्रिया भी एक कार्य दिवस में पूरी हो जायेगी। लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि केन्द्र की स्थापना सतत प्रयासों का सुपरिणाम है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की स्थापना में विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि इंदौर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिये भी पहल की जा रही है। नागरिकों की लंबे समय की माँग केन्द्र के शुरू होने से आज पूरी हो गयी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्र की स्थापना के लिये लोकसभा अध्यक्ष सहित केन्द्र शासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र के प्रयासों से मध्यप्रदेश को नित नई सुविधाएँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1978 में जब श्री अटलबिहारी बाजपेयी विदेश मंत्री थे, उनके प्रयासों से भोपाल में पासपोर्ट सेवा केन्द्र की स्थापना की गयी। लंबे अंतराल के बाद इंदौर में लघु पासपोर्ट सेवा केन्द्र केन्द्र शासन के प्रयासों से खुला है। मुख्यमंत्री ने बताया कि केन्द्र शासन ने निर्णय लिया है कि मध्यप्रदेश के जबलपुर, ग्वालियर, सतना तथा विदिशा में भी पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोले जायेंगे। हमारा प्रयास रहेगा कि इस तरह के केन्द्र प्रदेश के अन्य शहरों में भी खोले जायें। इन केन्द्रों की स्थापना के लिये राज्य शासन द्वारा हर संभव मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट सेवा केन्द्रों का विस्तार समय की माँग है। केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री डॉ. व्ही.के. सिंह ने कहा कि पासपोर्ट सेवा अब आम नागरिकों के लिये बड़ी जरूरत बनती जा रही है। प्रयास है कि इन जरूरतों को पूरा करने के लिये पासपोर्ट सेवा केन्द्रों का विस्तार किया जाये। बड़ी संख्या में नये पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोले जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा और सतना में पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोले जायेंगे। जिलों के मुख्य डाक घरों में भी पासपोर्ट सेवाएँ शुरू करने का प्रयास है। पासपोर्ट सेवा के कार्यों में पारदर्शिता लाकर सेवा को जन-हितैषी बनाया गया है। पासपोर्ट बनवाने का कार्य पूरी तरह ऑनलाइन किया जा रहा है। इसमें लगने वाले समय को बेहद कम कर दिया गया है। विदेश सचिव श्री ज्ञानेश्वर मूले ने बताया कि वर्तमान में पूरे देश में मात्र 6 से 7 करोड़ लोगों के पास ही पासपोर्ट हैं। प्रतिवर्ष एक करोड़ से सवा करोड़ पासपोर्ट बनाये जा रहे हैं। सप्ताहांत के शनिवार और रविवार को भी पासपोर्ट बनाने का कार्य किया जा रहा है। श्रीमती सुमित्रा महाजन और अन्य अतिथियों ने शहीद स्वर्गीय श्री ज्ञानेश्वर नागर की धर्मपत्नी और परिजनों को इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित भवन के सांकेतिक कब्जे के रूप में प्रतीक चाबी दी गयी। अतिथियों ने फीता काटकर केन्द्र का उदघाटन किया। भवन का अवलोकन किया और नागरिकों के लिये उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। इस मौके पर महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार, इंदौर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, विधायक सर्वश्री सुदर्शन गुप्ता, महेन्द्र हार्डिया, मनोज पटेल विशेष रूप से उपस्थित थे।
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'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा सरकार और समाज के सहयोग से जन आंदोलन बन गई है। यात्रा के 73वें दिन धार जिले के डेंगचा, जावदा और धर्मराज पहुँचकर नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये संवाद आयोजित किया गया। सेवा यात्रा में हजारों की संख्या में शामिल भील आदिवासियों ने परम्परागत वेशभूषा में ढोल-ढमाकों के साथ यात्रा का स्वागत किया। जन-संवाद में पूर्व विधायक मुकाम सिंह किराड़े ने कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण के प्रयास किया जाना अत्यंत आवश्यक है। नर्मदा नदी में प्रदूषण की रोकथाम, जल संरक्षण तथा नदी एवं उसके संसाधनों के समुचित उपयोग के लिये जन-समुदाय के सहयोग से सार्थक पहल किये जाने की आवश्यकता है। श्री किराड़े ने कहा कि नर्मदा नदी के महत्व एवं संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए राज्य शासन द्वारा एक विशेष यात्रा के रूप में 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा का संचालन किया जा रहा है। यह यात्रा मुख्य रूप से जन-जागरूकता एवं जन-समुदाय के सहयोग से नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्रों में स्वच्छता, मृदा एवं जल संरक्षण तथा प्रदूषण की रोकथाम के माध्यम से नर्मदा नदी के संरक्षण किये जाने पर केन्द्रित है। श्री किराड़े ने भीली भाषा में उपस्थित आदिवासियों को नशामुक्ति का संकल्प दिलवाया। उन्होंने कहा कि शासन शौचालय बनाने के लिये 12 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है। अत: सभी लोग अपने घरों में शौचालय अवश्य बनाये। यात्रा समाज को जागरूक एवं गतिशील करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। संवाद में नगर पंचायत प्रशासक ने कहा कि रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों से होने वाले जल प्रदूषण को रोकने के लिये जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके लिये नाडेप तथा वर्मी कम्पोष्ट पद्धति अपना सकते हैं। नर्मदा नदी के प्रवाह को निरंतर बनाये रखने के लिये नर्मदा नदी एवं इसकी सहायक नदियों पर बनाये गये बाँधों से न्यूनतम जल छोड़ना आवश्यक है। नदी में प्लास्टिक कचरा न डालने का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिये। नर्मदा एवं इसकी सहायक नदियों के किनारे प्लास्टिक एवं पॉलीथिन को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री शेख ने नर्मदा नदी पर आधारित सुन्दरतम् गीत प्रस्तुत किया। स्कूली बच्चों द्वारा नशाबंदी पर आधारित मूक नाटिका का प्रदर्शन किया गया। अंत में जनपद पंचायत दही के अध्यक्ष श्री जयदीप पटेल ने आभार माना। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मालती पटेल, श्री स्वराज सिंह, शेर सिंह, शारदा पटेल, भोलया बाबा एवं ग्राम की सरपंच श्रीमती रेखा बाई उपस्थित थे। नर्मदा सेवा यात्रा 23 फरवरी को गीकरवास, बेहढ़, चंदनखेड़ी, निसरपुर होते हुए गोटेश्वर पहुँचेगी। गोटेश्वर में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान यात्रा को संबोधित करेंगे तथा सुप्रसिद्ध भजन गीत गायिका श्रीमती अनुराधा पौडवाल द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जायेगी।
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सुरुचिपूर्ण एवं लोकप्रिय एड केम्पेन के लिये देशभर में अपनी अलग ख्याति और पहचान बनाने वाले मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के 'एम.पी. में दिल हुआ बच्चे सा' टीवीसी को प्रतिष्ठित एफी अवार्ड घोषित किया गया है। यह अवार्ड मध्यप्रदेश पर्यटन को बेस्ट ऑन गोइंग केम्पेन के लिये प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जून 2016 में मध्यप्रदेश पर्यटन के इस एड केम्पेन को लॉन्च किया था। अवसर था- मिंटो हॉल के जीर्णोद्धार एवं कन्वेंशन सेंटर के कार्य की शुरूआत का। मध्यप्रदेश पर्यटन के अन्य टीवीसी की तरह 'एमपी में दिल हुआ बच्चे सा' टीवीसी को भी शुरूआत से ही खासी लोकप्रियता हासिल हुई। यह एड लोगों की जुबान पर चढ़ गया था। इस एड में कहा गया है कि बचपन में कुछ नई अनोखी चीजों को देखकर जो खुशी मिलती है, दिल को कुछ ऐसी ही खुशी मिलती है मध्यप्रदेश आकर। जो भी मध्यप्रदेश आता है, उसका दिल बच्चों सा बन जाता है। मध्यप्रदेश के जंगलों में, उसके महलों में, उसकी कला-कृतियों में...। मध्यप्रदेश आने पर दिल करता है कि उसका चप्पा-चप्पा छान मारें। कुछ ऐसा ही दिखता है मध्यप्रदेश। एड में बच्चों के रंग-बिरंगे खिलौने से बने मध्यप्रदेश के पर्यटन-स्थल यह दशाते हैं कि यहाँ आकर दिल बच्चे सा हो जाता है। उल्लेखनीय है कि एफी अवार्ड न्यूयार्क अमेरिकन मार्केटिंग एसोसिएशन द्वारा अत्यधिक प्रभावी एडवर्टाइजिंग प्रोग्राम के लिय वर्ष 1968 में स्थापित किया गया था। यह अवार्ड प्रभावी मार्केटिंग कम्यूनिकेशन के लिये संचालित कैम्पेन एवं रचनात्मक प्रभावी कार्यों के लिये व्यक्तिगत श्रेणी में भी दिया जाता है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा का मूल उद्देश्य है कि नदी के संरक्षण, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुँचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यात्रा ने इस दिशा में सफलता हासिल की है और नर्मदा नदी के तट के दोनों ओर रहने वालों के साथ ही पूरे प्रदेश में नदियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता आयी है। श्री चौहान आज अलीराजपुर के ग्राम छकतला में 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के दौरान जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह अभियान हमारे प्रदेश की जीवन-रेखा और सबसे प्राचीन नदी को समृद्ध करने का अभियान है। इसकी सफलता के लिये जरूरी था कि लोगों की जन-भागीदारी हो। नर्मदा नदी ने हमारे प्रदेश को सब कुछ दिया है। पुराणों में भी नर्मदा को गंगा के समान पवित्र माना गया है। यह मोक्ष-दायिनी और जीवन-दायिनी भी है। उन्होंने कहा कि नदी के तट पर लगे वृक्षों के कटने से वृक्षों की जड़ों से जो जल का रिसाव होता था, वह बंद हो गया है। हम सभी लोगों को माँ नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन में योगदान देना होगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर एक-एक किलोमीटर की परिधि में फलदार एवं छायादार वृक्ष लगाये जायेंगे। जो किसान अपनी निजी भूमि में फलदार वृक्ष लगायेगा, उन्हें एक हेक्टेयर पर 20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। तीन साल बाद जब उनके वृक्ष फलदार हो जायेंगे, उसके फ्रूट रूट बनाये जायेंगे। नर्मदा के किनारों को पवित्र और शुद्ध रखने के लिये सभी गाँव के घरों में शौचालय बनवाये जा रहे हैं। गंदे पानी से बचाने के लिये ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जा रहे हैं। नर्मदा किनारे की 5 किलोमीटर के अंदर की शराब की दुकानें 31 मार्च के बाद बंद हो जायेंगी। भविष्य में पूरे प्रदेश में शराबबंदी के लिये कदम उठाये जायेंगे। उन्होंने अलीराजपुर जिले को पूरी तरह नशामुक्त बनाने का संकल्प दिलवाया और ग्रामीण जन-समुदाय से आव्हान किया कि वे नर्मदा नदी में किसी प्रकार की गंदगी न करें। नर्मदा नदी में मृत्यु के बाद किये जाने वाले दाह संस्कार के लिये मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। नर्मदा नदी के प्रत्येक घाट पर चेंजिंग रूम बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि बेटियों के साथ अत्याचार करने वाले हैवानों को मृत्यु दण्ड देने का प्रावधान कानून में किया जायेगा। इसके लिये सरकार प्रयास करेगी। अलीराजपुर जिले में खुलेगा पतंजलि स्कूल योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि अलीराजपुर जिले में एक पतंजलि स्कूल खोला जायेगा। स्कूल में 2 हजार बच्चों को प्रवेश दिया जायेगा और यहाँ एलोवेरा, आँवला और हर्बल प्लांट लगाने वाले किसानों से पतंजलि द्वारा उनका उत्पाद क्रय किया जायेगा। बाबा रामदेव ने कहा कि नशा नाश की जड़ है। इससे मनुष्य का शरीर क्षीण होता है। बाबा रामदेव ने मंच से उपस्थित नागरिकों को योग भी सिखाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस मौके पर छकतला में पाइप लाइन के जरिये नर्मदा नदी का जल लाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यहाँ के आस्था और विश्वास का केन्द्र काजल माता मंदिर का पुर्नउद्धार किया जायेगा। इसका सौंदर्यीकरण भी किया जायेगा। श्री चौहान ने संवाद कार्यक्रम की शुरूआत कन्या-पूजन से की। उन्होंने कन्याओं के पैर धोकर उनका पूजन किया। इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान सपत्नीक छकतला में नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुए। श्रीमती साधना सिंह ने सिर पर कलश और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यात्रा-ध्वज थाम रखा था। साथ में बाबा रामदेव और जैन मुनि लोकेश मुनि, मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डे, श्री बी.डी. शर्मा, विधायक श्री नागर सिंह चौहान और श्री माधव सिंह डाबर भी उपस्थित थे। ग्राम छकतला में जन-संवाद में महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती गाँवों के ग्राम बुरमा, कवड़ा, गामपुर, जलबठ और सोंडवा तहसील के हजारों की संख्या में नागरिक, महिला और बच्चे उपस्थित थे। 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा का भोपालिया, कठवाड़, मधु पल्लवी, सिलोटा में भव्य स्वागत किया गया। यात्रा का अगला पड़ाव ग्राम उमराली में होगा।
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मध्यप्रदेश के श्रमिकों के बच्चों को पब्लिक स्कूल जैसी शैक्षणिक सुविधा को नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिये चार श्रमोदय विद्यालय अगले शिक्षण सत्र से शुरू किये जा रहे हैं। यह विद्यालय आवासीय सुविधा के साथ नि:शुल्क भोजन, पुस्तकों सहित नि:शुल्क शिक्षा श्रमिकों के बच्चों को देंगे। भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर में तैयार हो रहे इन विद्यालयों में 4480 बच्चों के शिक्षण, आवास और खेलकूद की वैसी ही व्यवस्थाएँ की जा रही हैं, जैसी प्राइवेट पब्लिक स्कूल में रहती है। श्रमोदय विद्यालय भोपाल का भवन परिसर 61 करोड़ 59 लाख, इन्दौर का 49 करोड़ 96 लाख, जबलपुर का 49 करोड़ 84 लाख और इतनी ही लागत से ग्वालियर श्रमोदय विद्यालय भवन परिसर का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य लगभग 80 प्रतिशत हो चुका है और जल्दी ही इसे पूरा कराया जा रहा है। सभी श्रमोदय विद्यालय केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल(सीबीएसई) से संबद्ध होंगे। इनमें प्रत्येक में 1120 श्रमिकों के बच्चों को हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम से कक्षा 6वीं से 12वीं तक की सभी संकाय की शिक्षा दी जायेगी। श्रमोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा होगी जिसमें पंजीकृत श्रमिक के बच्चे शामिल हो सकेंगे। प्रवेश कक्षा 6वीं में दिया जायेगा और कक्षा 6वीं में प्रवेश के पूर्व छात्र को 5वीं परीक्षा पास होना अनिवार्य होगा। श्रमोदय विद्यालय भोपाल से होशंगाबाद और सागर, इंदौर विद्यालय से इन्दौर और उज्जैन, जबलपुर विद्यालय से जबलपुर, रीवा, शहडोल और ग्वालियर श्रमोदय विद्यालय से ग्वालियर और चम्बल में आने वाले जिले संबद्ध रहेंगे। प्रदेश के सभी क्षेत्रों के श्रमिकों के बच्चों को आधुनिक सुविधाओं के साथ बेहतर शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराने को ध्यान में रख चार अलग-अलग क्षेत्र के महानगर में श्रमोदय विद्यालय शुरू किये जा रहे हैं। श्रमोदय विद्यालय का प्रशासनिक, शैक्षणिक और अन्य व्यवस्थाओं का संचालन श्रमोदय विद्यालय समिति से नियंत्रित होगा। समिति का सोसायटी रजिस्ट्रीकरण एक्ट में पंजीयन कराया जायेगा। मध्यप्रदेश भवन एवं संन्निर्माण कर्मकार मंडल के अनुसार विद्यालय भवनों का निर्माण 2017-18 में पूरा हो जायेगा। इसके साथ ही अन्य व्यवस्थाएँ, फर्नीचर, छात्रावास, प्रयोगशाला के उपकरण, शैक्षणिक और प्रशासनिक स्टाफ आदि को पूरा कर शैक्षणिक सत्र 2018-19 से यह विद्यालय प्रारंभ होंगे। यह पहला अवसर होगा जब नि:शुल्क और पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं के साथ पब्लिक स्कूल की सुविधा राज्य के श्रमिकों के बच्चों को मिलेगी।
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मध्यप्रदेश में होम स्टे योजना को बढ़ावा देने के लिये मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा सतत् प्रयास किये जा रहे हैं। इस क्रम में यात्रा टी.जी. स्टे प्रायवेट लिमिटेड और राज्य पर्यटन विकास निगम के मध्य एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें होम स्टे योजना के संबंध में देश-विदेश के पर्यटकों और यात्रियों को मध्यप्रदेश में स्थित होम स्टे इकाइयों की जानकारी आसानी से सुलभ हो सकेगी। एम.ओ.यू. पर पर्यटन निगम की ओर से महाप्रबंधक (चालन) श्री जैमन मैथ्यू एवं यात्रा टी.जी. स्टे की ओर से श्री मनीष बंसल महाप्रबंधक होम स्टे ने हस्ताक्षर किए। राज्य पर्यटन विकास निगम की अपर प्रबंध संचालक सुश्री तन्वी सुन्द्रियाल मौजूद थीं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा लागू की गई होम स्टे योजना को लोगों का अच्छा प्रतिसाद मिला है। योजना में अभी तक 84 पंजीयन किये जा चुके हैं।
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विश्व धरोहर एवं सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 20 फरवरी से प्रारंभ हो रहे खजुराहो नृत्य महोत्सव को देखते हुए खजुराहो में लाइट एण्ड साउण्ड शो के दोनों शो स्थगित रहेंगे। उल्लेखनीय है कि नृत्य महोत्सव 20 से 26 फरवरी तक खजुराहो में विविध कार्यक्रमों के साथर्यटन े ताक्षर किया जा रहा है। इस अवधि में लाइट एण्ड साउण्ड शो के हिन्दी एवं अंग्रेजी के दोनों शो स्थगित रहेंगे। खजुराहो में प्रतिदिन लाइट एण्ड साउण्उ शो के जरिये खजुराहो के इतिहास, कला एवं वहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में सुरुचिपूर्ण कार्यक्रम प्रसारित होता है। इसे सदी के महानायक श्री अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी है।
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मिल बांचें कार्यक्रम के तहत एमपी बीजेपी उपाध्यक्ष विजेश लुणावत ने बच्चों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जीवन के बारे में बताया, भोपाल के नेहरू नगर मिडिल स्कूल में विजेश लुणावत ने बच्चों से कहा, कि वे मुख्यमंत्री की तरह आगे बढ़ें, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सरकारी स्कूल में पढ़ाई की है, उनका पूरा जीवन संघर्ष से भरा रहा, जब शिवराज सिंह चौहान छोटे थे, तो उन्होंने अपने चाचा और गांव के ज़मीनदारों के खिलाफ ही आंदोलन चला दिया था। इसका मतलब है, कि हमेशा सच के लिए लड़ो, बीजेपी उपाध्यक्ष विजेश लुणावत ने बच्चों से कहा, कि वे पढ़ाई के साथ-साथ अपने माता-पिता की सेवा करें, साथ ही हमेशा खुश रहें, भले ही गाना गाना ना आए लेकिन गाते रहें, नाचना ना आए फिर भी जमकर नाचें, शरीर से भले ही बड़े हो जाएं, लेकिन मन से हमेशा बच्चों की तरह ख़ुश रहें।
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अमिताभ उपाध्याय बाल्यकाल में जिस पाठशाला में प्राथमिक शिक्षा का ककहरा सीखा उसी पाठशाला में उच्चशिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने आज बच्चों को पढ़ाया। इस सुखद संयोग पर उनके साथ बच्चे भी अभिभूत हो गए। मौका था समाज के साझा प्रयासों से शिक्षा में गुणवत्ता के मकसद से प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किये गए "मिल-बाँचे मध्यप्रदेश" कार्यक्रम का। जिसके तहत उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया अपने गृह ग्राम चीनोर के शासकीय बालक माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को पढ़ाने पहुंचे थे।
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'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा के 69वें दिन बड़वानी जिले में राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता शामिल हुए। श्री गुप्ता शुक्रवार की सुबह ग्राम पिपरी पहुँचकर नर्मदा कलश एवं ध्वज पताका दण्ड की पूजा-अर्चना कर सेवा यात्रियों के साथ यात्रा पर रवाना हुए। श्री गुप्ता ने स्थानीय जन-प्रतिनिधियो, प्रशासनिक अधिकारियों, सेवा यात्रियों, ग्रामीणजनों के साथ पिपरी, बगूद की यात्रा कर श्रद्धालुओं को नर्मदा-संरक्षण एवं पर्यावरण सुधारने के लिए पौध-रोपण करने और मद्य-निषेध में सहयोग करने की शपथ दिलवाई। बागवानी बने बडवानी की पहचान यात्रा के दौरान ग्रामों एवं मार्गों में सेवा यात्रियों के साथ नर्मदा जल कलश एवं ध्वज पताका दण्ड का अभूतपूर्व स्वागत हुआ। ग्रमीणों ने स्थानीय स्तर पर उत्पादित फल और गन्ने का रस पिलाकर यात्रियों का स्वागत किया। राजस्व मंत्री ने कहा कि नर्मदा किनारे बसे इन ग्रामों के किसान, नर्मदा की एक किलोमीटर की चौड़ाई की पट्टी में इतना सघन फलों के पौधों का रोपण किया जायेगा कि आगे से लोग बड़वानी को बागवानी जिले के रूप में जानेंगे। इससे जहाँ किसानों की सम्पन्नता और बढ़ेगी वही नर्मदा माँ के किनारे जल-जंगल-जमीन का भी संरक्षण हो पायेगा। राजस्व मंत्री ने किया फलों के पौधों का रोपण सेवा यात्रा के दौरान राजस्व मंत्री श्री गुप्ता ने ग्राम पिपरी एवं नर्मदा परिक्रमा पथ के किनारे के कृषको के यहाँ फलों के पौधों का रोपण अतिथियो एवं सेवा यात्रियों के साथ मिलकर किया। उन्होंने नारियल और अमरूद के पौधों का रोपण किया। नर्मदा परिक्रमा में शामिल हुई महिला आयोग की अध्यक्ष भी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े और सदस्य श्रीमती सूर्या चौहान भी शुक्रवार को ग्राम बगूद पहुँचकर माँ नर्मदा सेवा यात्रा में सम्मिलित हुई। यात्रा में सांसद श्री सुभाष पटेल और जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री रणछोड़ पटेल सहित बड़ी संख्या में ग्राम के वरिष्ठ और युवा उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा तैयारियों की समीक्षा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विधानसभा का बजट सत्र सरकार के जन-कल्याण और विकास कार्यों से आमजन को अवगत कराने का उपयुक्त अवसर है। उन्होंने कहा कि विधानसभा की विभिन्न विधाओं के माध्यम से सरकार की उपलब्धियों से सदन को अवगत कराया जा सकता है। श्री चौहान आज मंत्रालय में विधानसभा के आगामी बजट सत्र की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विधानसभा सरकार की जवाबदेहीता तय करती है। विधानसभा को पूरी गंभीरता और सावधानी के साथ पूर्ण जानकारियाँ उपलब्ध करवायें। सभी जानकारियाँ समय-सीमा में भेजी जायें। जानकारियाँ तथ्यों के साथ और विश्लेषणात्मक हों। उन्होंने निर्देशित किया कि आगामी सत्र में प्रस्तुत किये जाने वाले विधेयक समय-सीमा में विधानसभा में प्रस्तुत हो जायें। इसे सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 50 विभाग के प्रमुख सचिवों से चर्चा कर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने विभागवार लंबित शून्य-काल, प्राप्त प्रश्नों, आश्वासन और लोक लेखा समिति की कंडिकाओं की समीक्षा की।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा नदी की 100 किलोमीटर की परिधि में जल-परिवहन शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि 31 मार्च के बाद नर्मदा तट के 5 किलोमीटर परिधि की शराब की दुकानें बंद कर दी जायेंगी। श्री चौहान ने यह भी कहा कि अब रेत का अवैध उत्खनन करने पर पकड़े गये वाहनों को राजसात कर लिया जायेगा। श्री चौहान आज 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के दौरान बड़वानी जिले के ग्राम मोहीपुरा के नर्मदा तट पर जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सपत्नीक यात्रा की अगवानी की और यात्रियों का स्वागत किया। छत्तीसगढ़ की बोहरा समाज की बालिका और समाज बंधु हुए यात्रा में शामिल छत्तीसगढ़ से आयी सुश्री नेहा परवीन का मुख्यमंत्री ने जन-संवाद में सम्मान किया। बोहरा समाज की यह बालिका अपने समाज के लोगों के साथ ध्वज और कलश लेकर नर्मदा तट की पद-यात्रा कर रही है। कार्यक्रम में पशुपालन एवं पर्यावरण मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य, सांसद श्री सुभाष पटेल, अनुसूचित-जाति आयोग के अध्यक्ष एवं यात्रा प्रभारी श्री भूपेन्द्र आर्य, महाराष्ट्र से आये जल-विशेषज्ञ श्री सुरेश खातापुरकर, नेपाल के डॉ. सुबोध शर्मा और विधायक श्री देवी सिंह पटेल सहित नागरिक और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी भारत की हृदय-रेखा है। नर्मदा संस्कृति की जीवन-धारा है। इस नदी के तट पर अनेक सभ्यता और संस्कृति ने जन्म लिया है। अमरकंटक से शुरू होकर अरब सागर तक 1000 किलोमीटर से अधिक का सफर माँ नर्मदा करती हैं। इसकी 41 सहायक नदियों में से 39 नदियाँ मध्यप्रदेश की सीमा में हैं। प्रदेश की लगभग 30 प्रतिशत आबादी नदी के तट पर बसती है। उन्होंने कहा कि इसलिये हम सबका दायित्व है कि हम माँ नर्मदा का संरक्षण करें, उसका विस्तार कर प्रदूषण से मुक्त करें और नर्मदा की विशाल विरासत को आने वाली पीढ़ी के लिये सहेज कर रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदी के संरक्षण और स्वच्छता के लिये चल रही यात्रा अब जन-आंदोलन बन गयी है। लोगों को वृक्षों का महत्व समझाने की कोशिशें सफल हो रही हैं। लोग इस बात को भी समझ रहे हैं कि खुले में शौच नहीं करना है और 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ'' को अपनाना है। श्री चौहान ने कहा कि नदी के दोनों तट पर बड़ी संख्या में हो रहे पौध-रोपण से न सिर्फ शुद्ध वातावरण मिलेगा, बल्कि अतिरिक्त आमदनी का साधन भी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान जन-संवाद कार्यक्रम में नशामुक्ति का संकल्प दिलवाने से लोगों के बीच इसका व्यापक असर हो रहा है। प्लास्टिक की थैलियों पर पाबंदी लगाने का भी निर्णय लिया गया है। श्री चौहान ने कहा कि तट के एक किलोमीटर दूरी के गाँव में किसानों की जमीन पर पौध-रोपण के लिये 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर तीन वर्ष तक अनुदान और लागत में 40 प्रतिशत की सहायता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मिल्क-रूट की तरह फ्रूट-रूट भी बनाये जायेंगे। इसके लिये सरकार द्वारा सबसिडी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़वानी जिले के हर किसान के खेत को नर्मदा के जरिये नहर के माध्यम से जल पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगे चलकर बड़वानी जिला बागवानी जिला बन जायेगा। कार्यक्रम के पूर्व मुख्यमंत्री ग्राम मोहीपुरा में यात्रा में शामिल हुए और उन्होंने माँ नर्मदा के तट पर महा-आरती भी की। खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे ने भी संबोधित किया। यात्रा आज बड़वानी जिले के ग्राम लोहारा से शुरू हुई और किरमोही, केशवपुरा आदि गाँव से होती हुई मोहीपुरा पहुँची। यात्रा का नागरिकों ने पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया।
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'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा में नर्मदा भक्तों का कारवाँ आज सुबह बड़वानी जिले के ब्राह्मणगाँव में माँ नर्मदा की आरती एवं पौध-रोपण के बाद आगे बढ़ा। नर्मदा आरती के बाद सेवा यात्रियों का यह जत्था विश्वनाथखेड़ा के लिये रवाना हुआ। इस दौरान मार्ग में जगह-जगह एवं विश्वानाथखेड़ा, चेनपुरा, चिचली पहुँचने पर जत्थे का स्वागत परम्परागत तरीके से गाँव की महिलाओ द्वारा आरती एवं तिलक लगाकर किया गया। ग्रामवासियों ने सेवा भक्तों की आवभगत भी परम्परागत तरीके से की। सांसद श्री सुभाष पटेल, अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष एवं जिला यात्रा प्रभारी श्री भूपेन्द्र आर्य, जन-अभियान परिषद के जबलपुर संभाग एवं सम्पूर्ण यात्रा प्रभारी श्री शिवप्रसाद मालवीय, पूर्व विधायक श्री देवीसिंह पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता श्री ओम खण्डेलवाल, श्री सुखदेव यादव, क्षेत्र के जन-प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। परिक्रमावासी भी जमकर थिरके यात्रा में यात्रा के पहुँचने पर ढोल-ढमाके के साथ जोरदार स्वागत किया गया। परिक्रमावासी, गाँव के स्त्री-पुरूष, बच्चे भी अपने कदमों को रोक न सके और सभी ने यात्रा का स्वागत नाच कर तथा मंगल गीत गाकर किया। चेनपुरा में चाय-नाश्ते के साथ हुआ संवाद नर्मदा भक्तों का कारवाँ विश्वनाथखेड़ा होता हुआ चेनपुरा ग्राम में पहुँचा। यहाँ पर महिला एवं पुरूषों ने प्रवेश-द्वार पर सेवादारों का स्वागत आरती एंव तिलक लगाकर किया। रथ पर चल रहे नर्मदा जल कलश को महिलाओं ने सिर पर रखकर तथा पुरूषों ने ध्वज पताका दण्ड को हाथों में उठाकर ग्राम में भ्रमण कर घर-घर नर्मदा को संरक्षित, प्रदूषण मुक्त बनाये रखने और पर्यावरण सहेजने का संदेश पहुँचाया। ग्रामीणों ने नर्मदा सेवादारों को अपने हाथों बनाया हुआ नाश्ता, कागज के पत्तों एवं चाय मिट्टी के कुल्हड़ में पिलाई। चिचली में हुआ भव्य स्वागत एवं भोजन यात्रा के ग्राम चिचली पहुँचने पर ग्रामीणों ने नर्मदा सेवा भक्तों का भव्य स्वागत किया। यहाँ यात्रियों को दोपहर का भोजन पंगत में बैठाकर पलाश के पत्ते से बनी पत्तल में करवाया। खाने के बाद परिक्रमावासी रथ के साथ अपने अगले यात्रा गाँव नलवाय होते हुए रात्रि-विश्राम स्थल लोहारा की ओर प्रस्थान कर गये। रासेयो इकाई, एनसीसी एवं एनआरएलएम की महिलाओं ने किया सहयोग यात्रा के श्रद्धालुओं की व्यवस्था में रासेयो के विद्यार्थियों ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस दौरान सिलावद एवं मण्डवाड़ा के रासेयो स्वयंसेवकों तथा सेंधवा महाविद्यालय के एनसीसी महिला विंग ने भोजन परोसने में ग्रामीणों को सहयोग दिया। एनआरएलएम की स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने भोजन परोसने एवं पंगत के बाद सम्पूर्ण भोजन-शाला स्थल की साफ-सफाई में विशेष योगदान दिया। गाँवों में हुआ जन-संवाद एवं दिलवाई गई शपथ सेवा यात्रा का जत्था जिस भी ग्राम में पहुँचा वहाँ पर रथ पर कलश एवं ध्वज पताका लेकर चल रहे अतिथियों ने जन-संवाद करते हुए जहाँ ग्रामवासियों को नर्मदा सेवा यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया वहीं उन्हे हाथ उठवाकर प्रण भी करवाया कि वे माँ नर्मदा को सदा प्रवाहित करने में अपना पूर्ण योगदान देंगे। साथ ही नर्मदा माई हमेशा स्वच्छ एवं निर्मल बनी रहे इसलिए अपने गाँव को स्वच्छ बनायेंगे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा सेवा यात्रा अब तक जिन स्थानों से होकर निकली है, वहाँ सामाजिक सदभाव की अनोखी मिसाल देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा राज्य सरकार ने प्रारंभ की है, परन्तु वास्तविक रूप से समाज ने इसका मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज खरगोन जिले के कसरावद के नजदीक नावड़ातौड़ी नर्मदा तट पर 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा में जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान सेवा यात्रा के साथ करीब 4 किलोमीटर पैदल भी चले। यात्रा की आज खास बात यह रही कि महिला हॉकी टीम भी मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ थी। यात्रा के जत्थे में करीब 75 हजार भक्त शामिल हुए। इस मौके पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दुनिया में भारत की बेटियों ने हॉकी के क्षेत्र में मान बढ़ाया है। उन्होंने 2 लाख रूपये की पुरस्कार राशि को बढ़ाते हुए 25 लाख रूपये की राशि पुरस्कार के स्वरूप देने की घोषणा की। सिंगापुर से सोना लाने वाली महिला हॉकी टीम की कप्तान सुश्री सुशीला चानू ने मध्यप्रदेश सरकार के नर्मदा स्वच्छता अभियान की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा विश्व में नदी संरक्षण के लिये सबसे बड़ी सेवा यात्रा है। सिने अभिनेता अमिताभ बच्चन और स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने भी नर्मदा स्वच्छता अभियान का समर्थन किया है। नर्मदा सेवा यात्रा को विदेशों से भी जन-समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेड़ लगाना सरकार का ही नहीं बल्कि समाज का भी दायित्व है। नर्मदा नदी के तट के एक-एक किलोमीटर के दायरे में दोनों तटों पर सरकारी और निजी भूमि पर वृक्षारोपण किया जायेगा। जो किसान अपनी निजी भूमि पर वृक्षरोपण करेगा, उसे तीन वर्ष तक प्रति हेक्टेयर 20 हजार रूपये प्रदान किये जायेंगे। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के किनारों पर आने वाले शहर में वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किये जायेंगे। ट्रीटेड वॉटर को किसानों के उपयोग के लिये दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अवैध शराब बिक्री करने वाले ठेकेदारों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि जन अभियान के साथ प्रदेश में शराब बिक्री पर रोक लगाने की कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-समुदाय को नर्मदा नदी के संरक्षण के प्रति जन जागरूकता लाने का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री ने की सामाजिक सदभाव की प्रशंसा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-संवाद में सेवा यात्रा के दौरान सामाजिक सदभाव की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सब धर्म के लोग एक मंच पर बैठे हैं। यह एक अच्छी परम्परा है। श्री चौहान ने कहा कि यह बड़े गौरव की बात है कि नर्मदा सेवा यात्रा में अलग-अलग धर्म के लोग एक-एक दिन का खर्च जनहित में वहन कर रहे हैं। सेवा यात्रा में हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी धर्मावलंबी भी शामिल हुए।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास में सिंहस्थ सेवा सम्मान पुरस्कारों का वितरण किया। उन्होंने सिंहस्थ कार्यों से जुड़े राजनेता और अधिकारियों सहित कुल 174 व्यक्तियों का मंच पर सम्मान कर सभी को सिंहस्थ मेडल प्रदान किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिंहस्थ 2016 के आयोजन की छाप पूरी दुनिया में है। उसकी सर्वत्र सराहना होती है। इसका पूरा श्रेय राजनैतिक नेतृत्व से लेकर छोटे-बड़े सभी अधिकारी, कर्मचारियों को है। जिसे जो भी काम सौंपा गया, उसने पूरी क्षमता और दक्षता से बेहतर से बेहतर परिणाम दिया। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ 2016 का आयोजन अदभुत था। इसमें अनुमानित 5 करोड़ श्रद्धालुओं की तुलना में 8 करोड़ श्रद्धालु शामिल हुए। आयोजन की व्यवस्थाएँ अदभुत और उत्कृष्ट रहीं। उन्होंने आयोजन की विभिन्न चुनौतियों का उल्लेख किया। आयोजन की सफलता का कारण बताते हुए कहा कि ऐसा इसलिये हुआ, क्योंकि टीम के हर सदस्य ने उत्कृष्ट कार्य किया। उन्होंने प्राकृतिक आपदा की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि जितनी तेजी से व्यवस्थाओं को सुचारू बनाया गया, वह अदभुत था। उज्जैन में बुनियादी सुविधाओं का जो ढाँचा खड़ा किया गया, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्यों की सामाजिक स्वीकार्यता जरूरी है। सरकार के इसी भाव को प्रतिबिंबित करने के लिये इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। नर्मदा सेवा यात्रा में उल्लेखनीय योगदान वाले भी सम्मानित होंगे श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा से जुड़े लोगों को भी सम्मानित किया जायेगा। श्री चौहान ने विभागों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले को सम्मानित करने की भी जरूरत बताई। उन्होंने टीम मध्यप्रदेश का आव्हान किया कि इसी समर्पण और सेवाभाव से कार्य करते हुए प्रदेश को दुनिया का अव्वल राज्य बनाना है। नगरीय प्रशासन विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि दुनिया ने सेवा समर्पण, आस्था और धर्म का अदभुत संगम सिंहस्थ 2016 में देखा। प्रदेश का मुखिया कार्यकर्ता के रूप में सहयोग करता है तो आपदा पर भी जीत हासिल की जा सकती है। सिंहस्थ के सफल आयोजन ने यह दिखाया है। उन्होंने सभी सम्मानितों को हार्दिक बधाई दी। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह और पूर्व मुख्य सचिव श्री अंटोनी डि सा, सिंहस्थ केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष श्री माखन सिंह और श्री दिवाकर नातू भी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव गठित होने वाले सभी सातों मिशन के स्वरूप को अंतिम रूप देने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने एक सप्ताह में इन मिशनों के गठन की प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी करने, उनके लक्ष्य तय करने और उन्हें हासिल करने का रोड मेप बनाने के निर्देश दिये हैं। श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास में युवा सशक्तिकरण मिशन, स्वास्थ्य मिशन, आवास मिशन, कृषि वानिकी मिशन, सूक्ष्म सिंचाई मिशन, नर्मदा सेवा मिशन एवं कैशलेस मिशन के स्वरूप पर अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन मिशनों का स्वरूप तय कर आवश्यक बजट का प्रावधान किया जाये। उन्होंने कहा कि ये मिशन गठित करने का उद्देश्य विकास एवं जन कल्याण के कार्यों को अभियान के रूप में लेना है। इससे ये कार्य निश्चित समय सीमा में पूरे हो सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नर्मदा सेवा मिशन के स्वरूप पर चर्चा करते हुये कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा से लोगों की मानसिकता बदलने में अभूतपूर्व सफलता मिली है। इसे उन्होंने नर्मदा जयंती के अवसर पर प्रत्यक्ष रूप से देखा जहां कि लोगों ने फूल पत्ती एवं पूजन सामग्री नर्मदा नदी में प्रवाहित नहीं की और प्लास्टिकका उपयोग भी नहीं किया। यह अद्भुत कार्य हुआ है। उन्होंने यात्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति का रोड मेप 11 मई के पहले तैयार करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि ओंकारेश्वर के ओंकार पहाड़ एवं अमरकंटक पहाड़ पर जुलाई माह में एक ही दिन में वृक्षारोपण करने की तैयारी की जाये। जिन गांवों से यात्रा निकल चुकी है वहां की नर्मदा सेवा समितियों की बैठक ली जाये ओर उन्हें लक्ष्य दिये जाये। सूक्ष्म सिंचाई मिशन पर चर्चा करते हुये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह मिशन खेती-किसानी के परिदृश्य को बदलेगा। इससे किसानों की आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी। इस मौके पर बताया गया कि युवा सशक्तिकरण मिशन का उद्देश्य स्वरोजगार एवं रोजगार के माध्यम से युवाओं का आर्थिक सशक्तिकरण करना है। स्वास्थ्य मिशन का उद्देय मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना तथा कुपोषण नियंत्रण के ठोस उपाय करना है। कृषि वानिकी मिशन के अंतर्गत किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में काम किये जायेंगे। प्राथमिकता के कार्यों को शीघ्र मूर्त रूप दे इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को शासन के प्राथमिकता के कार्यों को निश्चित समय सीमा में मूर्तरूप देने के निर्देश दिये। इनमें मेधावी छात्र योजना, आवासहीनों को भूखण्ड प्रदाय, सभी गावों को वर्ष 2018 के अंत तक बारमासी सड़कों को जोड़ना, स्वरोजगार और प्लेसमेंट पोर्टल बनाना, दीनदयाल रशोई शुरू करना, महिला स्वसहायता समूहों का सशक्तिकरण करना एवं नागरिक सेवाओं को मोबाइल एप से जोड़ना आदि शामिल है। सोलर बिजली की सस्ती दर आने पर बधाई मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रीवा में स्थापित हो रही दुनिया की सबसे बड़ी अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना की सोलर बिजली दर देश में सबसे कम तय होने पर अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने सोलर बिजली की दर 2 रूपये 97 पैसे प्रति यूनिट आने पर नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग को बधाई दी। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह ने सोलर बिजली दरें निर्धारित करने की टेंडर प्रक्रिया की जानकारी दी। बैठक में मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी.श्रीवास्तव, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी.मीणा, अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खाण्डेकर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री राधेश्याम जुलानिया, नर्मदा घाटी विकास श्री रजनीश वैश्य तथा प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य, नगरीय प्रशासन, सिंचाई, उद्योग आदि उपस्थित थे।
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'मिल-बाँचें मध्यप्रदेश' कार्यक्रम में 1 लाख 83 हजार से अधिक व्यक्तियों द्वारा अपना पंजीयन करवाया जा चुका है। आगामी 18 फरवरी को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में इच्छुक व्यक्ति प्रदेश की शासकीय प्राथमिक/माध्यमिक शाला में जाकर बच्चों को पाठ्य-पुस्तकों के साथ ही अन्य रुचिकर पुस्तकें भी पढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। स्वयं हिन्दी की कोई पुस्तक के किसी अंश का वाचन करेंगे साथ ही बच्चों से भी किसी रुचिकर अंश का वाचन करवायेंगे। वाचन के बाद बच्चों के साथ शैक्षिक संवाद का कार्यक्रम भी होगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्रि-परिषद के सदस्य विभिन्न जन-प्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी तथा अन्य प्रबुद्ध व्यक्तियों के साथ ही बड़ी संख्या में युवा भी कार्यक्रम में सहभागिता के लिये सामने आये हैं। प्रदेश के खेल जगत से जुड़े नामचीन खिलाड़ियों के द्वारा भी कार्यक्रम के लिये पंजीयन कराया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश की प्रसिद्ध शूटिंग खिलाड़ी कुमारी ओशिन तवानी और कराटे खिलाड़ी कुमारी सुप्रिया जाटव के बाद आज प्रदेश की अंतर्राष्ट्रीय बाक्सिंग खिलाड़ी कुमारी श्रुति यादव ने भी शासकीय माध्यमिक शाला जहॉगीराबाद के लिए अपना पंजीयन कराया है। समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जिन लोगों के द्वारा अब तक मिल-बाँचें मध्यप्रदेश कार्यक्रम से जुड़ने के लिए अपना पंजीयन कराया गया है उनमें लगभग 25 हज़ार युवा विद्यार्थियों के साथ ही 4,500 गृहिणियाँ, 800 मीडिया मित्र, 800 इंजीनियर्स, 800 डाक्टर्स, 800 अधिवक्ता, 300 खिलाडी, 3 हज़ार स्वयंसेवी संगठन, 4600 सेवानिवृत्त, 25 हज़ार निजी क्षेत्र में कार्यरत, 36 हज़ार व्यवसायी एवं अन्य तथा 25 हज़ार से अधिक जन प्रतिनिधि एवं 55 हज़ार से अधिक शासकीय सेवक भी शामिल हैं।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के कल्याण में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी। बैगा समाज के कल्याण के लिए हरसंभव मदद करेगी। बैगा दम्पत्ति परिवार नियोजन अपनाना चाहे, तो कलेक्टर की अनुमति के बगैर उनके नसबंदी आपरेशन नहीं किये जायेंगें। बैगा संस्कृति एवं परम्पराओं के संरक्षण के लिए बैगा ओलंपिक अगले वर्ष और भी व्यापक स्वरूप में किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान संत रविदास जयंती के अवसर पर बालाघाट जिले के बैहर में तीन दिवसीय बैगा ओलंपिक का शुभारंभ कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा बैहर में बैगा ओलंपिक के साथ ही तीन दिवसीय कृषि संगोष्ठी एवं स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया गया। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन, सांसद श्री बोधसिंह भगत, विधायक श्री के.डी. देशमुख, डॉ. योगेन्द्र निर्मल, नागरिक एवं बड़ी संख्या में बैगा जनजाति के लोग उपस्थित थे। बैगा ओलंपिक में बालाघाट सहित मंडला, डिंडोरी, उमरिया, अनूपपुर, सिवनी, शहडोल, राजनांदगांव एवं नागालैंड के 6 सदस्यों का दल शामिल हुआ है। ध्वज फहरा कर किया शुभारंभ तीन दिनों के बैगा ओलंपिक के दौरान बैगा जनजाति के पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैहर खेल परिसर मैदान में ओलंपिक मशाल जलाकर बड़ादेव की पूजा कर और ध्वज फहरा कर बैगा ओलंपिक का शुभारंभ किया। उन्होंने बैगा खिलाड़ियों को शपथ दिलवायी कि वे अनुशासित रहकर खेल भावना के साथ अपना प्रदर्शन करेंगें। श्री चौहान ने बैगा युवाओं की त्रिटंगी दौड़ एवं महिलाओं की मटका दौड़ का शुभारंभ भी करवाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ओलंपिक के लिए जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि यह बैगा संस्कृति का अद्भुत संगम है। बैगा संस्कृति निरंतर आगे बढ़े और उसकी परंपराएँ संरक्षित रहें इसके लिए बैगा संस्कृति के आधार पर बैहर में संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए शिक्षा की बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बैगा जनजाति के बच्चे भी खुशहाल जीवन जी सके, इसके लिए चतुर्थ श्रेणी के पदों पर बैगा जनजाति के पढ़े-लिखे युवाओं की सीधे भर्ती की जा रही है। इसके साथ ही उन्हें आत्म-निर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में 10 लाख से 2 करोड़ तक का ऋण दिया जायेगा। भूमिहीन को बनाया जायेगा जमीन का मालिक मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को जमीन का मालिक बनाया जायेगा। प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति के पास रहने लायक जमीन रहना चाहिए। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा जो भूमिहीन व्यक्ति को जमीन देने के लिए पट्टा देने या सरकारी जमीन पर प्लाट काट कर देने का कानून बना रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आवास बनाने के लिए गरीब व्यक्तियों को एक लाख 50 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जा रही है। बैहर में अस्पताल खोलने की घोषणा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैहर की पेयजल समस्या के लिए 10 करोड़ की और मलाजखंड पेयजल योजना के लिए 21 करोड़ 14 लाख की योजना को मंजूरी देने की घोषणा की। उन्होंने नगर पालिका मलाजखंड में शामिल कर दिये गये ग्राम बोरीखेड़ा और एक अन्य ग्राम को नगर पालिका से वापस कर उन्हें फिर से ग्राम पंचायत बनाने की घोषणा की। नगर पालिका मलाजखंड के लिए डेढ़ करोड़ से मोक्ष धाम बनाने, बालाघाट में हॉकी के लिए एस्ट्रो टर्फ बनाने, बैहर में अपर कलेक्टर का पद विशेष रूप से स्वीकृत करने, सियारपाट के दोनों तालाब बनाने, बैहर में 100 बिस्तर का अस्पताल बनाने एवं बैहर के कॉलेज में एम.एस.सी. की कक्षा अगले शिक्षण सत्र से प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ओलंपिक में आये सभी नर्तक दलों को 5-5 हजार रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैहर में नक्सली हिंसा में शहीद हुए जवान मनीष सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर उनके परिवार को जमीन देने का आश्वासन दिया। बैहर में बैगा ओलंपिक एवं किसान सम्मेलन के साथ ही अंत्योदय मेले में 28 करोड़ की सहायता राशि का हितग्राहियों को वितरण किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार को सपत्निक प्रसिद्ध ओंकारेश्वर मंदिर में पूजा अर्चन और जलाभिषेक कर दर्शन किये। मुख्यमंत्री ने प्राचीन ओंकारेश्वर महादेव मंदिर की भौगोलिक स्थितियों को वहाँ के पंडितों, वास्तुकार और अधिकारियों से जाना। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व में मंदिर का जीर्णोद्धार करने वाले श्री घनश्याम भाई सोमपुरा से जानकारी प्राप्त की। श्री चौहान ने कहा कि यह सर्वमान्य सत्य है कि नन्दी के सामने ही शिवालय हो। परमार काल के बाद ओंकारेश्वर महादेव मंदिर के कई बार जीर्णोद्धार कार्य किये गये हैं। प्राचीन ओंकारेश्वर महादेव मंदिर से जुड़े सभी तथ्यों को जानकर नवीन संकल्पना के आधार पर अदभुत मंदिर का निर्माण किया जायेगा। श्री चौहान ने वास्तुकार और उच्च अधिकारियों के साथ पूरे मंदिर के हर एक हिस्से में पहुँचकर वास्तविक स्थितियों का भी मूल्यांकन किया। इस दौरान संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव, वास्तुकार श्री नितिन श्रीमाली और मंदिर के पुजारी, संत-महात्मा उपस्थित थे। विष्णुपरी, ब्रह्मपुरी और ममलेश्वर के बीच आकाश मार्ग बनेगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ओंकारेश्वर महादेव मंदिर से माँ नर्मदा नदी के दूसरे छोर पर बने मंदिरों के बारे में पंडितों से जानकारी प्राप्त की। श्री चौहान ने विष्णपुरी, ब्रह्मपुरी और ममलेश्वर का इतिहास जानने के बाद आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इन तीनों स्थान के मध्य आकाश मार्ग बनाने की योजना बनाने के निर्देश दिये। इससे श्रद्धालुओं को अलौकिकता का एहसास होगा। ओंकार पर्वत सघन वनमय होगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ओंकार महादेव मंदिर के प्राचीन वैभव और वास्तु-कला को देखकर नयी रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने पूरे ओंकार पर्वत को सघन वन से आच्छादित करने को कहा। श्री चौहान ने कहा कि एक ही दिन में पूरी पहाड़ी पर पौधारोपण करने की तैयारी आज से ही शुरू की जाये। बताया गया कि पहाड़ी पर पौधारोपण के लिये 25 हजार पौधे तैयार कर लिये गये हैं। पौधारोपण के लिये छायादार और शीघ्र ही पनपने वाले पौधों का चयन किया गया है। आदि शंकराचार्य गुफा चित्रमयी होगी श्री चौहान ने आदि शंकराचार्य की गुफा में पूजन-अर्चन भी किया। उन्होंने प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव से कहा कि गुफा के हिस्से में शंकराचार्य के जीवन और उनके जीवन मूल्यों पर आधारित चित्र उकेरने का काम किया जाये। गुफा के अलावा किसी अन्य स्थान पर भी शंकर संग्रहालय बनाने की संकल्पना तैयार करें। श्री चौहान ने कहा कि गुफा के मूल स्तंभ जैसे हैं वैसे ही रहें और इन पत्थरों को जोड़कर सोन लोहा से सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर निर्माण कार्य करने के निर्देश दिये।
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बड़वानी के ग्राम अंजण तलोड़ा के श्री राधेश्याम कुमावत 'नमामि देवी नर्मदे'- सेवा यात्रा में गौरी कुण्ड जबलपुर से शामिल हुए हैं। इनकी वेशभूषा देखकर कोई भी व्यक्ति इनसे बगैर बात किये नहीं रहता। श्री कुमावत पुण्य सलिला नर्मदा के महत्व को प्रतिपादित करते विभिन्न नारों से लिखा पोस्टर पीठ में लटका रखा है। उनके सिर पर लहरा रहा है 'नमामि देवि नर्मदे'- सेवा यात्रा का ध्वज। उनका कहना है कि यात्रा में सभी धर्म, समाज और वर्ग के लोग साथ चल रहे हैं और साथ भोजन कर रहे हैं। कहीं छुआछूत जैसी समाजिक बुराई नहीं दिखती। यह भी यात्रा की एक बड़ी देन है। उनका मानना है कि इस यात्रा से 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान को जोड़कर और अधिक सार्थक कर दिया गया है। 'नर्मदा सेवा यात्रा' में 'माँ नर्मदा का अब कर्ज़ चुकाना है- हमें पवित्र बनाना है'' युगों-युगों से देखा है-'माँ नर्मदा जीवन रेखा है', 'हर-हर नर्मदे - घर-घर नर्मदे' और 'नर्मदे हर- जिंदगी भर' जैसे नारों को लगाते हुए जब लोग आगे बढ़ते हैं तो ऐसा लगता है जैसे माँ नर्मदा का प्रवाह साथ चल रहा है। हर यात्री माँ नर्मदा की भक्ति में मगन है। सेवा यात्रा बुधवार को खंडवा जिले के बखर गांव से रवाना होकर करोली नेतन गांव सुलगांव से होकर बुंजली पहुँचेगी । करोली और नेतन गांव में यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।
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भोपाल में एमपी के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में राज्य में रेलवे नेटवर्क को दूरस्थ एवं पिछड़े क्षेत्र तक पहुँचाने के लिए रेलवे मंत्रालय के साथ ज्वाइंट वेंचर कंपनी गठित करने के अनुबंध का अनुमोदन दिया गया। अनुबंध करने के लिए परिवहन विभाग को अधिकृत किया गया। कंपनी में 51 प्रतिशत भागीदारी मध्यप्रदेश शासन और 49 प्रतिशत भागीदारी रेल मंत्रालय की होगी। राज्य की अर्थ-व्यवस्था के विकास को देखते हुए जो भी नई रेल लाइन चिन्हित की जायेगी उनके संबंध में सर्वे, डीपीआर तैयार करवाने, वित्तीय प्रबंधन एवं कियान्वयन करवाने की कार्यवाही कंपनी के माध्यम से की जा सकेगी। मंत्रि-परिषद ने एमपी ऑन लाइन पोर्टल का परिचालन टीसीएस के माध्यम से नवीनीकृत करने की अनुमति दी। एम पी ऑन लाइन परियोजना की समयावधि पोर्टल प्रारंभ होने की दिनांक से 10 वर्ष निर्धारित की गयी थी। पोर्टल अप्रैल 2007 से प्रारंभ हुआ और यह अवधि 31 मार्च 2017 को समाप्त होगी । पोर्टल पर वर्तमान में 139 विभाग /संस्थान की 904 शासकीय एवं 51 व्यवसायिक , कुल 955 सेवाएँ दी जा रही हैं । वर्तमान में 16 हजार 290 शहरी और 10 हजार 871 ग्रामीण क्षेत्रों में, इस तरह कुल 27 हजार 161 कियोस्क कार्यरत हैं । मंत्रि-परिषद ने गजरा राजा चिकित्सा महाविद्यालय ग्वालियर की एमबीबीएस की सीट 150 से 250 करने (100 सीट की वृद्धि) , निर्माण, उपकरण, फर्नीचर और वाहन के लिए कुल 112 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी। आउट सोर्स के 122 पद सहित (कुल 588 पद) सृजन एवं पूर्ति करने को भी स्वीकृति दी गयी। मंत्री-परिषद ने केंद्रीय जेल भोपाल के विचाराधीन आठ बंदियों के भागने की घटना की न्यायिक जाँच के लिए गठित जाँच आयोग के कार्यकाल में 7 फरवरी 2017 से छह माह की वृद्धि करने का अनुसमर्थन किया। मंत्रि-परिषद ने मुख्यमंत्री की घोषणा पर शहडोल में जयसिंहनगर के अभिभाषक संघ के पुस्तकालय में पुस्तक क्रय करने के लिए रुपए पाँच लाख की अनुदान राशि स्वीकृत करने की मंजूरी दी। मंत्रि-परिषद ने रीवा जिले की गुढ़ तहसील में विश्व की सबसे 750 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजना स्थापित करने की निविदा 8 फरवरी को खोले जाने एवं 9 फरवरी 2017 को नीलामी की कार्यवाही संपादित करने को मंजूरी दी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में प्रत्येक गरीब परिवार को आवासीय भूमि का पट्टा दिया जायेगा और राज्य शासन की योजना में उनके लिये मकान का निर्माण भी करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान रीवा जिले के ग्राम ओझापूर्वा में जन-समुदाय को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी बड़े हनुमान त्रिवेणी बाँध प्रयाग इलाहाबाद के अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरि श्री महाराज और मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह मौजूद थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश शासन के आनन्दम विभाग की नीति के अनुसार एक अनुपम उदाहरण है। गुरू महन्त नरेन्द्र गिरि जी महाराज ने अपने निर्धन शिष्य शिवेक मिश्रा को एक शानदार मकान का निर्माण कर प्रदान किया है। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक व्यक्ति सुख, शांति, समृद्धि और आनन्द के साथ जीवन जियें। मन को आनन्द धन और पद से नहीं मिलता है, जिसके पास कुछ नहीं है उसे सम्बल, सहयोग देने उसके सुख के लिये सभी प्रयास करने में ही आनन्द है। मध्यप्रदेश सरकार ने भी आनन्द विभाग का गठन कर इसी दिशा में प्रयास शुरू किये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महन्त नरेन्द्र गिरि जी महाराज को आनन्दम विभाग का प्रमाण-पत्र ससम्मान प्रदान करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश शासन उनका सम्मान और आदर कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि छात्र-छात्राओं को प्राथमिक, माध्यमिक, उच्चतर और उच्च शिक्षा पाने में आने वाली हर बाधा को राज्य सरकार ने दूर किया है। अब किसी भी गरीब परिवार के छात्र को उच्च शिक्षा पाने में फीस की चिन्ता नहीं करनी पड़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक युवा के लिये रोजगार की चिन्ता की है। उन्होंने कहा कि अगले एक वर्ष में साढ़े सात लाख युवाओं को स्व-रोजगार में स्थापित करने का लक्ष्य है। राज्य सरकार युवाओं को इसके लिये ऋण प्रदान करायेगी तथा ऋण की सुगमतापूर्वक वापसी की जिम्मेदारी भी राज्य सरकार लेगी। मुख्यमंत्री ने गाँव की कक्षा 8वीं तक की शाला का कक्षा 10वीं तक उन्नयन करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में एक स्वास्थ्य केन्द्र प्रारम्भ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में अनेक जगह स्वास्थ्य शिविर लगाये जा रहे हैं ताकि हर पीड़ित व्यक्ति का समुचित इलाज हो सके। गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिये भी मध्यप्रदेश सरकार मदद देगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी संत-महात्मा और जन-समुदाय का आव्हान किया कि वे नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हों, ताकि नर्मदा नदी के साथ सभी नदियों के जल की स्वच्छता और भरपूर जल को कायम रखा जा सके। महन्त नरेन्द्र गिरि जी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उज्जैन में सिंहस्थ के दौरान अति उत्तम इंतजाम सुनिश्चित करवाये थे। महंत जी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रत्येक संत-महात्मा और हर व्यक्ति के हृदय में सदैव निवास करेंगे। उन्होंने आज एक निर्धन व्यक्ति के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होकर प्रत्येक गरीब परिवार के मान को बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने महंत जी को आनन्दम विभाग की ओर से प्रशस्ति-पत्र, स्मृति-चिन्ह और रामायण की प्रति भेंट स्वरूप दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री का अभिनन्दन भी किया गया।
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भोपाल में श्यामला हिल्स स्थित राज्य संग्रहालय में प्रदर्शित ऐतिहासिक दुर्लभ कलाकृतियों को देखने के लिए आम-जन के साथ-साथ नव-नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों का आकर्षण बढ़ा है। इसी क्रम में हालही में राज्य प्रशासनिक सेवा में नवनियुक्त 115 डिप्टी कलेक्टर एवं अन्य अधिकारी, राज्य संग्रहालय में प्रदेश की पुरातत्वीय धरोहर से रू-ब-रू हुए। अधिकारियों ने राज्य संग्रहालय में स्थापित 17 कला वीथिकाओं में प्रदर्शित प्रागैतिहासिक एवं जीवाश्म, विभिन्न स्थानों से प्राप्त उत्खनित सामग्री, पाषाण एवं धातु प्रतिमाएँ, रियासतकालीन अभिलेख, नवाब कालीन कलाकृतियाँ, स्वाधीनता संग्राम के अभिलेख, पांडुलिपियाँ, लघुरंग चित्रों, मुद्राओं एवं अस्त्र-शस्त्र सामग्री को देखा। इन अधिकारियों ने बेसनगर, मंदसौर, महेश्वर, एरण, पिपल्यालोरका, दंगवाड़ा आदि स्थानों से प्राप्त उत्खनन सामग्री में विशेष रूचि ली| विभिन्न शासनकाल में निर्मित शिव, उमा-महेश्वर, लकुलीश, विष्णु-सरस्वती, जैन तीर्थंकर की प्रतिमाओं में शिल्पी के हुनर को सराहा। संग्रहालय में प्रदर्शित प्राचीन काल में प्रचलित मुद्राओं से विभिन्न राज्यवंशों के शासन काल की जानकारी प्राप्त होती हैं| वस्त्र वीथी में प्रदर्शित नवाब शाहजहाँ बेगम के कपड़े, कसीदाकारी से बना बेगम का चित्र तथा वृद्ध आदमी देखकर अभिभूत हुए| अधिकारियों ने रामायण, महाभारत, कृष्ण लीला के लघुचित्र, जो राजपूत, मुगल, मालवा, मराठा एवं कांगड़ा शैली के हैं, में भी रूचि दिखाई।
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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चंबल संभाग के भिण्ड, मुरैना और श्योपुरवासियों के विकास की जीवन-रेखा को जोड़ने के लिए चंबल एक्सप्रेस-वे बनाने का निर्णय प्रदेश सरकार ने लिया है। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से चंबल क्षेत्र के बीहड़ में उद्योग सहित अन्य विकास आसानी से हो सकेंगे। एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान को जोडे़गा। श्री चौहान ने कहा कि ओला-प्रभावित फसलों का शत-प्रतिशत सर्वे करवाकर राहत राशि उपलब्ध करवायी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान भिण्ड जिले के गिरगाँव में किसानों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुरैना, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी की भी फसलें प्रभावित हुई हैं। इन क्षेत्रों में भी सर्वे करवाकर किसानों को पूरी राहत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा करवाया है, उन्हें 25 प्रतिशत राशि प्राथमिक आकलन के बाद दिलवाई जाएगी, बाद में पूरा भुगतान करवाया जाएगा। सरकार इसकी खुद मॉनीटरिंग करेगी। जिन किसानों ने फसल का बीमा नहीं करवाया है, उनकी भरपाई सरकार खुद कराएगी। जिन किसानों की फसलों का नुकसान 50 प्रतिशत से ज्यादा हुआ है, उनकी बेटियों के विवाह के लिए सरकार 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मुहैया करवाएगी। साथ ही ओला प्रभावित किसानों की कर्ज वसूली स्थगित की जाएगी। कर्ज का ब्याज सरकार भरेगी। किसानों को आगामी फसलों के लिए जीरो प्रतिशत ब्याज पर खाद-बीज के लिये ऋण उपलब्ध करवाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ओला एवं बेमौसम बारिश से उत्पन्न संकट की इस घड़ी में सरकार किसानों के साथ खड़ी है। फसलों की क्षति का तत्परता से आकलन करवाया जा रहा है। किसानों को शीघ्र ही राहत मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन को हिदायत देते हुए कहा कि पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ फसलों का सर्वेक्षण करवाया जाए। क्षति के आकलन के बाद प्रभावित किसानों की सूची ग्राम पंचायत पर चस्पा की जाएगी। अगर किसानों को कोई आपत्ति हो तो वे पुनः अपने खेत का सर्वे भी करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भिण्ड जिले के 73 गाँव ओला से प्रभावित हुए हैं। श्री चौहान ने कहा कि भिण्ड अटेर के अलावा मिहोना, कनावर, दबोह के क्षेत्र में पहले से ही राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किए जा चुके हैं। चंबल क्षेत्र के अटेर के अन्तर्गत चंबल पुल भी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चंबल एक्सप्रेस-वे के बन जाने से संपूर्ण चंबल क्षेत्र विकास की मुख्य-धारा से जुड़ सकेगा। यातायात के विकसित हो जाने से चंबल के बीहड़ों में नए उद्योग, डेयरी विकास तथा कृषि के नए आयाम जुड़ सकेंगे। देखी प्रभावित किसानों की फसल मुख्यमंत्री श्री चौहान ने क्षेत्र के किसान श्री दाताराम, श्री जवान सिंह एवं श्री मंगल सिंह के सरसों के खेतों पर पहुँचकर ओले से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में सरकार किसानों के साथ है, नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लालसिंह आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा से ही किसानों के दुख-दर्द में शामिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोहद क्षेत्र में ओला से प्रभावित फसलों का सर्वे खेत-खेत पर जाकर किया जा रहा है। सर्वे के बाद किसानों को राहत राशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
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यशोधरा सिंधिया के बेटे अक्षय के साढू बने ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के बेटे अक्षय राजे आज कर्नाटक के संदुर राजघराने के दामाद बनने जा रहे हैं। उनकी रॉयल वैडिंग संदुर की राजकुमारी कृतिका घोरपड़े से हो रही है। यह शाही शादी बेंगलुरु के ताज होटल में रखी गई है। लंदन में पढ़ी कृतिका की मां बड़ोदरा राजघराने से जुड़ी हुई हैं। ग्वालियर के सिंधिया राजपरिवार की बेटी यशोधरा राजे के बड़े बेटे अक्षय राजे की शादी संदुर राजघराने की प्रिसेंज कृतिका से हो रही है। बेंगलरू के होटल ताज में होने वाली इस रॉयल वैडिंग का न्यौता शहर के चुनिंदा लोगों को ही है। कृतिका के पिता कार्तिकेय घोरपड़े संदूर के राजा हैं और उनकी पत्नी अंबिका राजे बड़ोदरा के गायकवाड़ राजवंश से जुड़ी हुई हैं। पूरी तरह अरेंज मैरिज और परिजनों ने की है तय गौरतलब है कि बड़ोदरा के महाराज संग्राम सिंह की बेटी श्रीमती प्रियदर्शिनी सिंधिया अक्षय के ममेरे भाई और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पत्नी हैं। अक्षय अपनी नानी राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर श्रृद्धांजलि देने ग्वालियर भी आए थे। सिंधिया राजवंश से जुड़े लोगों का कहना है कि अक्षय और कृतिका की यह मैरिज पूरी तरह अरेंज है और दोनों के परिजनों ने तय की है। लंदन के रॉयल कॉलेज से ग्रेजुएट हैं कृतिका 28 साल की कृतिका प्रिंस कार्तिकेय की बड़ी बेटी हैं और लंदन के रॉयल होलोवे कॉलेज की ग्रेजुएट हैं। वहीं अक्षय एमटीवी न्यूयार्क में प्रोड्यूसर हैं। अमेरिका के लुसियाना में रहते हैं अक्षय राजे गौरतलब है कि यशोधरा राजे ने राजपरिवार के बाहर कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. सिद्धार्थ भंसाली से शादी की थी। उनके तीन संतानें, अक्षय राजे, अभिषेक राजे और त्रिशला राजे हैं। यह तीनों ही अमेरिका के लुसियाना में रहते हैं। इस रिश्ते के बाद बहनें बनीं देवरानी-जेठानी इस शाही शादी के बाद मामा-बुआ के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया और अक्षय राजे अब साढू भी बन जाएंगे। वहीं ममेरी-फुफेरी बहनें श्रीमती प्रियदर्शिनी राजे और कृतिका घोरपड़े अब देवरानी और जेठानी के रिश्ते से भी जुड़ जाएंगी।
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भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश और प्रदेश के लिए अनुशासित, देशभक्त और कर्त्तव्यनिष्ठ नागरिक तैयार करने के लिए नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) में कैडेट की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके लिए राज्य सरकार नेशनल कैडेट कोर निदेशालय के साथ मिलकर कार्य-योजना बनाएगी। श्री चौहान यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर राष्ट्रीय कैडेट कोर के केडेट्स के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इन कैडेट्स ने गणतंत्र दिवस शिविर 2017 में भाग लेकर अखिल भारतीय स्तर पर पाँचवां स्थान प्राप्त किया। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय कैडेट कोर निदेशालय द्वारा चयनित 118 कैडेट में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कैडेट शामिल है। मुख्यमंत्री ने सभी गतिविधियों में प्रथम आने पर मुख्यमंत्री ध्वज और ट्राफी रायपुर समूह को प्रदान की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभाशाली बच्चों की पढ़ाई का खर्चा सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली बच्चों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का अवसर मिलना चाहिए। एन.सी.सी. और राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थी देश-प्रेम का पाठ सीखते हैं। वे भविष्य गढ़ने का काम करते है। उन्होंने कहा कि बेटियों को भी ज्यादा से ज्यादा संख्या में एन.सी.सी. में भाग लेना चाहिए। सरकारी सेवाओ में उन्हें 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। कैडेट्स का सम्मान मुख्यमंत्री ने विभिन्न गतिविधियों में प्रथम आने वाले कैडेट्स को सम्मानित किया। उन्होंने बालिका कैडेट अनुदेशक सरोज बोरीवाल सहित एयर स्कवाड्रन की कैडेट सुनिधि चौहान, नेवल स्कवाड्रन के कैडेट वरूणस्वामी एवं आर.एण्ड स्कवाड्रन के कैडेट अनिल जैन का उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये अभिनंदन किया। इस वर्ष अक्टूबर माह में भारत में जूनियर फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप-2017 का आयोजन हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री जी ने फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए कैडेटों को एक-एक फुटबॉल भेंट की। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में एन.सी.सी. का व्यापक विस्तार हुआ है। इसमें करीब 80 हजार कैडेट्स हैं जिनमें 53 हजार बालक और 26 हजार से ज्यादा बेटियाँ हैं। कुल 558 शालाओं और 299 महाविद्यालयों में एन.सी.सी. की गतिविधियाँ संचालित हैं। वर्ष 2016-17 में एन.सी.सी. कैडेट्स ने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। नई दिल्ली के गणतंत्र दिवस केम्प में पाँचवां स्थान मिला। नौ सैनिक केम्प में छठवाँ, वायुसैनिक केम्प में आठवां और राष्ट्रीय खेलों में पाँचवां स्थान मिला है। कैशलेस लेन-देन के फायदों से जनता को परिचित कराने के लिये 72 हजार कैडेट्स ने करीब 7 लाख नागरिकों को कैशलेस लेन-देन के तौर-तरीके बताये। इस अवसर पर कैडेट्स ने कर्णप्रिय समूह गान एवं मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया। एनसीसी अपर महानिदेशक मेजर जनरल श्री ए. के. सप्रा, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री एम. बी. ओझा, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान उपस्थित थी।
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डिजिटल इंडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा सपना है और इसे साकार करने में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कोई कसर नहीं छोड़ी। आम बजट में कैशलेस या लेसकैश को बढ़ावा देने के कई बड़े ऐलान किए गए। उन्होंने कहा, इस समय भारत बड़ी डिजिटल क्रांति के शीर्ष पर है। डिजिटल भुगतान शुरू होने से आम आदमी को बहुत लाभ हुआ है। 3 लाख रुपए से अधिक कैश लेन देन नहीं। इसका सबसे बड़ा असर यह होगा कि लोग चेक से या ऑनलाइन लेन-देन करेंगे। भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। सरकार भीम ऐप के उपयोग को बढा़वा देने के लिए दो नई योजनाएं लाएंगी। पहली - आमजन के लिए रेफरल बोनस स्कीम और दूसरी - व्यापारियों के लिए कैशबैक स्कीम। अब तक 125 लाख लोगों ने भीम ऐप को अपना लिया है। सरकार ने आधार समर्थित भुगतान प्रणाली शुरू किए जाने की घोषणा की है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा जिनके पास डेबिट कार्ड, मोबाइल वैलेट और मोबाइल फोन नही हैं। बैंकों ने मार्च, 2017 तक अतिरिक्त 10 लाख नए पीओएस टर्मिनल शुरू करने का लक्ष्य रखा है। वित्तीय समावेशन और जनधन, आधार, मोबाइल (जेएएम) त्रिसूत्र को बढ़ावा देने के सरकार के पहले के प्रयास वर्तमान में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण थे। बजट में एम-पीओएस के लिए मिनिएचर पीओएस कार्ड रीडर, माइक्रो एटीएम स्टेंडर्ड वर्जन 1.5.1, फिंगर प्रिंट रीडर/स्केनर और आइरिस स्केनर पर बीसीडी, उत्पाद शुल्क/सीवी शुल्क/एसएडी से छूट का प्रस्ताव किया है। डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक में भुगतान विनियामक बोर्ड का गठन करने का प्रस्ताव किया है। डिजिटल भुगतान से जुड़ी शिकायतों के निवारण तंत्रों को सुदृढ़ करने के लिए डाकघरों, उचित मूल्य की दुकानों और बैकिंग कोरस्पोंडेंट के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।भीम ऐप सहित पेट्रोल पम्पों, उर्वरक डिपो, नगर पालिकाओं, ब्लॉक कार्यालयों, सड़क परिवहन कार्यालयों, विश्व विद्यालयों, महाविद्यालयों, अस्पतालों और अन्य संस्थानों में डिजिटल भुगतान की सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटियों के साथ दुराचार करने वालों दुराचारियों को जीने का हक नहीं है। उनके लिये सख्त से सख्त सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए। नर्मदा के बेक-वाटर से हरदा जिले के सभी खेतों को पूरी तरह सिंचित किया जाएगा। नशामुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान हरदा जिले के करनपुरा में 'नमामि देवि नर्मदा'-सेवा यात्रा के जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा ने मध्यप्रदेश को सब कुछ दिया है। नर्मदा के जल से प्रदेश के 30 प्रतिशत हिस्से में सिंचाई हो रही है। अमरकंटक, डिण्डोरी, जबलपुर, भोपाल, ओंकारेश्वर,हरदा और इंदौर सहित शहरों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। नर्मदा प्रदूषित न हो, इसके लिए ट्रीटमेंट प्लांट शीघ्र लगवाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी के घाटों पर पूजन-कुण्ड, मुक्तिधाम और महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि शौचालय विहीन परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के उत्तरी एवं दक्षिण तटों के पाँच किलो मीटर के दायरे में आने वाले ग्राम एवं कस्बों में शराब की दुकानें नहीं रहेंगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारों की कृषि भूमि पर फलदार पौधे लगाने के लिए 20 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर तीन वर्ष तक अनुदान तथा वृक्षारोपण की लागत में 40 प्रतिशत तक की सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि माँ नर्मदा में गंदगी रोकने के लिए सभी को यह प्रण करना होगा कि हम खुले में शौच न करें और न करने दें। प्रदेश की जो पंचायतें खुले में शौचमुक्त हो गई है उन्हें विकास के लिए अधिक राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने जनता का आव्हान किया कि नर्मदा नदी के शुद्धिकरण और पर्यावरण की रक्षा के लिए संकल्प लें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी में शहरों के सीवेज का गंदा पानी नहीं जाने देंगे। इसके लिए जिलों में ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं। इस पानी का उपयोग खेतों की सिंचाई में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक की थेलियों को 01 मई से प्रतिबंधित कर दिया जायेगा। आदिवासी अनुसूचित, जाति के साथ ही अब सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं को भी स्कॉलरशिप दी जाएगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा कलश ध्वज, कन्याओं का पूजन एवं संतों का सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किया। करनपुरा से यात्रा सोनतलाई, पांचाकलाई, बाबर एवं बम्हन गाँव होते हुए धनवाड़ा पहुँचेगी और यहाँ से 31 जनवरी को खंडवा जिले में प्रवेश करेगी। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक, हरदा नगर पालिका के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र जैन एवं पूर्व विधायक कमल पटेल उपस्थित थे।
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बामौर में ओला पीड़ित किसानों के बीच पहुँचे मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओला एवं बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें तबाह हुई हैं। राज्य सरकार प्रभावितों की जिंदगी तबाह नहीं होने देगी। संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी ताकत के साथ किसानों के साथ खड़ी है। फसलों की क्षति का तत्परता से आंकलन करवाया जायेगा और किसानों को जल्द से जल्द राहत मुहैया करवाई जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज मुरैना जिले के बामौर में ओला प्रभावित किसानों को ढाँढस बँधा रहे थे। श्री चौहान ने बताया कि कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ फसलों का तत्परता से सर्वेक्षण करवायें। क्षति के आंकलन के बाद दो तरह से फसलों के नुकसान की भरपाई की जायेगी। जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा करवाया है, उन्हें 25 प्रतिशत राशि प्राथमिक आंकलन के बाद दिलवाई जायेगी तथा बाद में पूरा भुगतान करवाया जायेगा। सरकार इसकी खुद मॉनीटरिंग करेगी। जिन किसानों ने बीमा नहीं करवाया है, उनकी भरपाई सरकार खुद करेगी। श्री चौहान ने यह भी कहा कि जिन किसानों की फसलों का नुकसान 50 प्रतिशत से ज्यादा हुआ है, उनकी बेटियों के विवाह के लिये सरकार 25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता मुहैया करायेगी। साथ ही प्रभावित किसानों की कर्ज वसूली भी स्थगित की जायेगी। प्रदेश सरकार अगली साल की फसल के लिये ओला प्रभावित किसानों को सुगमता से कृषि ऋण भी मुहैया करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किसानों की फसलों में कुछ भी नहीं बचा है, उन्हें एक रूपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से राशन मुहैया करवाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनकी फसलों का सही-सही आंकलन किया जायेगा। ओला प्रभावित किसानों के बच्चों की पढ़ाई की चिंता भी सरकार करेगी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने भी किसानों को जल्द राहत मुहैया करवाने के लिये आश्वस्त किया। उन्होंने बताया कि बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्परता और उदारता के साथ सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए थे। सांसद श्री अनूप मिश्रा, महापौर श्री अशोक अर्गल, सभापति श्री अनिल गोयल, श्री अनूप सिंह भदौरिया सहित अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे। कलेक्टर श्री विनोद शर्मा ने बताया कि जिले में बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि से लगभग 63 गाँवों की फसलें प्रभावित हुई हैं। फसलों के सर्वेक्षण के लिये संयुक्त दल गाँव-गाँव में भेजे गए हैं। सर्वेक्षण की कार्रवाई जल्द पूरी की जायेगी। किसानों के बीच पहुँचकर बँधाया ढाँढस मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ओला प्रभावित किसानों से एक-एक कर मिले और जो किसान क्षतिग्रस्त फसल लेकर आए थे, उसका अवलोकन भी किया। उन्होंने किसानों के बीच जाकर सभी को भरोसा दिलाया कि आप फसल हारे हैं, जिंदगी नहीं। सरकार राहत मुहैया कराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी।
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भोपाल मास्टर प्लान 2031 में हाईराईज इमारतों का क्या क्राइटएरिया रहेगा, इस पर फाइनल प्लानिंग हो रही है। इस समय राजधानी में 33 मीटर से ज्यादा ऊंचाई पर ब्रेक लगा हुआ है जबकि स्मार्ट सिटी के बनने के बाद यह बढ़ सकती है। ऐसी हालत में आने वाले सालों में भोपाल में किन किन जगहों पर हाईराईज इमारतों को प्रमोट करना होगा और कहां पर इसको रोकना होगा इस पर भी विचार हो रहा है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि लेक कंजरवेशन प्रोग्राम के चलते झीलों के आसपास इनको रोकना होगा, क्योंकि इससे उनका नैसर्गिक स्वरूप आगे चल कर नष्ट हो सकता है। स्मार्ट सिटी के लिए जिस जगह को चिह्नित किया गया है, वह शहर का हॉट एरिया माना जाता है। यहां पर बनने वाली तीन मंजिल यानी 11 मीटर से ऊंची हर आवासीय बिल्डिंग पर भी हाईराइज यानी 30 मीटर से अधिक ऊंचाई वाली बिल्डिंग के प्रावधान लागू होंगे। 11 मीटर से ऊंची बिल्डिंग में भूकंप और अन्य आपदारोधी उपाय सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी कर दिया गया है कि बिल्डिंग की ड्राइंग आर्किटेक्ट और स्ट्रक्चर इंजीनियर मिलकर बनाएंगे। आवासीय और कमर्शियल इमारतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए प्रावधान अमल में लाए जाएंगे। इनको अगर भूकंप विरोधी बनाया जाता है तो इसकी लागत बढ़ जाएगी। उसकी लिए भी स्मार्ट सिटी में अलग से प्रावधान करना होगा, क्योंकि सभी इमारतों को इस तरह से नहीं बनाया जा सकता है। स्मार्ट सिटी सेल से जुड़े चंद्रमौलि शुक्ला का कहना है कि स्मार्ट सिटी के एक्शन प्लान की तैयारी की जा रही है। उसमें सभी काम नियमानुसार ही होंगे। इसके लिए एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। राजधानी में बनने वाली स्मार्ट सिटी में इमारतों की हाइट कितनी रखी जाएगी यह बात अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है। इसकी प्लानिंग में पहले यह बात रखी गयी थी कि कम से कम स्पेस में ज्यादा से ज्यादा जगह निकालने के लिए हाईराईज बिल्डिंग का पैटर्न अपनाया जा सकता है। ताकि ग्रीनरी के लिए अधिक जगह निकल जाए। गौरतलब है कि भोपाल मास्टर प्लान 2005 में हाईराइज बिल्डिंग को 30 मीटर से अधिक न रखने पर जोर दिया गया था, जबकि स्मार्ट सिटी में बनने वाली इमारतों की जगह बचाने के लिए हाईराइज बिल्डिंग को बनाने पर जोर दिया जा रहा है। भोपाल मास्टर प्लान 2031 में हाईराइज बिल्डिंगों के स्पेस होने से शहर में बिल्डिंग एरिया बचेगा और वहां पर हरियाली को बढ़ाया जा सकेगा, लेकिन यह सिटी की जनसंख्या के अनुपात से ही प्लॉन करना होगा ।
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मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बड़वानी जिले के ग्राम धाबा बावड़ी पहुँचकर स्वतंत्रता सेनानी शहीद भीमा नायक के स्मारक का लोकार्पण किया। केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री फग्गनसिंह कुलस्ते, पशुपालन कल्याण मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य, सांसद श्री सुभाष पटेल, विधायक श्री दीवानसिंह पटेल भी उनके साथ थे। मुख्यमंत्री ने जनजाति क्षेत्र के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भीमा नायक के क्रांतिकारी जीवन वृत्त को दर्शाने वाले 42 चित्रों के संग्रह को भी देखा। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने घर-घर जाकर बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण करने वाली 103 नर्स बहनों की सराहना की। उनके साथ फोटो खिंचवाई। इन नर्सों ने लगभग 400 पहाड़ियों पर बसी बस्तियों में घर-घर जाकर टीकाकरण का कार्य किया। जिला प्रशासन ने इन नर्सों को 'ग्रीन कमाण्डो'' की उपाधि दी है। इस पर आधारित कैलेण्डर का मुख्यमंत्री ने विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने लोकार्पण समारोह के दौरान उपस्थित एन.सी.सी., एन.एस.एस., मॉडल स्कूल, नर्मदा कान्वेंट स्कूल, माँ तुझे प्रणाम यात्रा में जाने वाले 300 से अधिक स्वयं सेवक के साथ भी फोटो खिंचवाए। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित किया कि देश-राज्य-क्षेत्र की आन-बान-शान के लिए वे भी कुछ ऐसा करें, जिससे उनका नाम भी इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो सके। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने भीमा नायक स्मारक परिसर में आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान भोपाल द्वारा लगाई गई ''आदिबिम्ब'' प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। प्रदर्शनी में जनजाति की संस्कृति एवं उनके द्वारा उपयोग किये जाने वाले संसाधनों को प्रस्तुत किया गया था। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने भीमा नायक स्मारक लोकार्पण के दौरान कांता विकलांग ट्रस्ट जाकर उपस्थित 20 से अधिक दिव्यांग बच्चों से भी मुलाकात की।
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अभिवादन का उदघोष बना नमामि देवी नर्मदे नर्मदा सेवा यात्रा व्यापक जन-सहभागिता से जन आंदोलन बन रही है। पिछले 3 दिनों की यात्रा कुछ इसी तरह की तस्वीर दिखाती है। जन-सहभागिता का सुफल है कि जहाँ ग्रामीण अभिवादन के लिए ’’नमामि देवी नर्मदे’’ कह रहे हैं वहाँ पढ़े-लिखे लोग ’’त्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे’’ का उदघोष कर रहे हैं। यात्रा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अवधारणा से मिला संबल भी काबिले तारीफ है। यात्रा के दौरान एक बड़ा बदलाव देखने को मिला, स्वस्फूर्त नशामुक्ति के लिए आगे आये समाज का ! आँवली घाट का यह द्दश्य ग्रामीणों को दिशा देता दिखा जब ’’कीर’’ समाज के दर्जनों युवाओं ने नर्मदा मैया के समक्ष यह संकल्प व्यक्त किया कि वे पूरे प्रदेश में अपने समाज को नशा-मुक्त करेंगे। युवाओं ने कहा कि वे पूरे प्रदेश का दौरा कर मुख्यमंत्री जी की सोच के अनुरूप कीर समाज को नशा मुक्त करने को प्रेरित करेंगे। दूसरी तस्वीर भी काफी उजली थी। आँवली घाट में ही 9 किसान अचानक मंच पर आये और उन्होंने कहा कि वे अपनी 9 हेक्टेयर भूमि में 2365 जलधार वृक्ष लगाकर नर्मदा जी को प्राणित करेंगे। किसानों ने कहा कि वे अपनी जमीनों पर कुंड भी बनाने पर विचार कर रहे हैं। निश्चित ही ग्रामीणों की ये गंभीर पहल नर्मदा जी को अविरल और प्रदूषणमुक्त बनाने की मुख्यमंत्री की मंशा को पूरा करेगी। यात्रा के साथ लगातार चल रही साध्वी प्रज्ञा-भारती और अन्य साधु-संतों का यह आव्हान भी कारगर दिख रहा है कि नर्मदा जी में फूल-मालाएँ,पूजन सामग्री और आरती पात्र आदि प्रवाहित तथा विसर्जित नही किये जाएं। ग्रामीण कह रहे हैं कि जब साधु-संत ही बता रहे हैं कि इससे नर्मदा जी अपवित्र होगी तो सही ही कह रहे हैं। ग्रामीण अब संकल्प ले रहे हैं कि वे पूजन सामग्री नर्मदा जी में प्रवाहित नहीं करेंगे। इस दौरान यह भी देखने को मिला कि नर्मदा परिक्रमा यात्री और ग्रामीण नदी में बह रहे फूल, पूजन सामग्री हटाकर अपने थैलों में भर रहे हैं। सही है अब लोग गंदगी से बंदगी की ओर बढ़ रहे हैं।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा में पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित विंध्या रिट्रीट एवं फूड क्राफ्ट इंस्टीटयूट का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दोनों भवन के निर्माण और डिजाइन की तारीफ की। श्री चौहान ने कहा कि रिट्रीट के बन जाने से पर्यटकों को रूकने की सुविधा मिलेगी। फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट से युवाओं को होटल प्रबंधन, फूड प्रोडक्शन, फूड बेवरेज सर्विस, बेकरी, कनफेक्शनरी एवं हाउसकीपिंग का डिप्लोमा मिलेगा, जिससे उन्हें रोजगार भी मिल सकेगा। फूड एण्ड क्राफ्ट इंस्टीटयूट की स्थापना भारत सरकार के सहयोग से की गई है। साढ़े 300 करोड़ की लागत से निर्मित इस संस्थान में विभिन्न विषय के पाठयक्रम शुरू किये जायेंगे, जिससे युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मिल सकेगा। विन्ध्या रिट्रीट का निर्माण 3 करोड़ की लागत से किया गया।
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भोपाल में डिजी धन मेले का शुभारंभ केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने आज यहाँ डिजी धन मेले में मध्यप्रदेश में 200 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिये मध्यप्रदेश के साथ एम.ओ.यू किया जायेगा। वे आज यहाँ स्थानीय बिट्टन मार्केट में डिजी धन मेले का शुभारंभ कर रहे थे। प्रदेश में डिजी धन मेलों की श्रंखला की शुरूआत भोपाल से हो रही है। इसके बाद इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और देवास में मेले लगेंगे। मेलों का उद्देश्य आम लोगों को कैशलेस लेन-देन के लिये प्रोत्साहित करना, कैशलेस लेन-देन उपकरण और प्रोडक्ट के संचालन के बारे में जानकारी देना है। श्री कुमार ने कहा कि मध्यप्रदेश जन-कल्याणकारी योजनाओं का तीर्थ बन चुका है। मुख्यमंत्री श्री चौहान को अन्य राज्यों को प्रेरित करने के लिये सुशासन पर प्रतिनिधि-मंडल लेकर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री चौहान पूरे देश में पहले कैशलेस मुख्यमंत्री बन चुके हैं। अब से 12 साल पहले जो मध्यप्रदेश बीमारू राज्य था अब सुचारू राज्य बन गया है। आज मध्यप्रदेश देश में पहले नंबर पर है। लगातार चार बार कृषि कर्मण अवार्ड मिल चुका है। किसानों को एक लाख रूपये देकर 90 हजार रूपये लौटाने जैसी ऋण सुविधा मिली है। आज 95 प्रतिशत मध्यप्रदेश कैशलेस हो चुका है और अन्य राज्यों के लिये रोल मॉडल बन गया है। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की ईमानदारी, मन की शुद्धता, प्रामाणिकता और लोक सेवा करने की प्रतिबद्धता से संभव हुआ है। वे स्वयं लोक सेवा के प्रतीक बन गये हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बैंगलुरू को एशिया की सिलिकॉन वेली माना जाता है लेकिन अब मध्यप्रदेश आई.टी. स्टेट बन गया है। उन्होंने बताया कि देश में खाद की कोई कमी नहीं है। नीम कोटेड यूरिया आसानी से मिल रहा है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि वे अपना नजरिया बदले और ज्यादा से ज्यादा कैशलेस लेन-देन करें। केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने डिजी धन योजना को अनूठी योजना बताते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में सूचना प्रौदयोगिकी का उपयोग बढ़ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री के निर्णय को क्रांतिकारी बताते हुए कहा कि गरीब और ईमानदार लोगों ने इसका स्वागत किया है। कैशलेस लेन-देन से अर्थ-व्यवस्था को गतिशील बनायें – मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री अनंत कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया कि उनके प्रयासों से खाद की कीमतें नहीं बढ़ी और खाद के लिये लंबी लाईन लगना बंद हो गई। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी अब वैश्विक नेता बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि देशभक्ति के लिये जज्बा रखने वाले और लोक-कल्याण के लिये सोचने वाले प्रधानमंत्री ही नोटबंदी जैसा ऐतिहासिक निर्णय ले सकते हैं। श्री चौहान ने कहा कि नकली नोट, भ्रष्टाचार, काला धन और आतंकवाद पर नियंत्रण रखने के लिये नोटबंदी का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि कैशलेस लेन-देन से भ्रष्टाचार की संभावना खत्म की जा सकती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की मण्डियों में 95 प्रतिशत लेन-देन कैशलेस हो गया है। पैसे सीधे किसानों के खाते में चले जाते हैं और कैशलेस लेन-देन से सरकार को टैक्स भी मिल जाता है जिसका उपयोग गरीबों के लिये योजनाएँ बनाने में होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 तक हर जरूरतमंद के पास आवास सुविधा होगी। पीओएस मशीन पर टैक्स को समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि वे प्रधानमंत्री श्री मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान में भागीदारी करें और देश की अर्थ-व्यवस्था को गतिशील बनायें। मुख्यमंत्री ने कैशलेस लेन-देन करने का संकल्प भी दिलवाया। इस अवसर पर पूरी तरह से कैशलेस हो चुकी संस्थाओं को सम्मानित किया गया। सहकारी क्षेत्र में देश का पहला ई-वॉलेट “सहकार बटुआ” इस अवसर पर सहकारिता विभाग द्वारा डिजिटल इंडिया अभियान में योगदान देते हुए सहकारी क्षेत्र में देश के पहले वॉलेट “सहकार बटुआ” का शुभारंभ किया गया। भोपाल कॉआपरेटिव बैंक को ऑफलाईन लेन-देन की सुविधा देने के लिये एसएमएस आधारित प्लेटफार्म का भी शुभारंभ किया गया। श्री अनंत कुमार ने यूपीआई में लकी ग्राहक योजना की लॉटरी निकाली जिसमें 7 बैंकों के 286 ग्राहक विजयी रहे। आधार भुगतान व्यवस्था में केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने लकी ड्रा निकालें जिसमें 39 बैंकों के 506 ग्राहक विजेता रहे। मुख्यमंत्री ने रूपे कार्ड लकी ड्रा निकाला जिसमें 266 बैंकों के 14 हजार 198 ग्राहक विजयी रहे। राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, टीवी कलाकार सुश्री नवनि परिहार, लोकगायक पद्मश्री श्री प्रहलाद टिपाण्या, सांसद और राज्य भाजपा अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, महापौर श्री आलोक शर्मा, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह, नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन के वाईस प्रेसीडेंट श्री निशिथ चतुर्वेदी और बैंकों, दूरसंचार कंपनियों, मोबाइल बटुआ ऑपरेटरों, आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) विक्रेताओं, व्यापारियों, सहकारी समितियों, कृषि उपज विपणन समितियों ने भागीदारी की। कृषक, उपभोक्ता तथा व्यापारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
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मुख्यमंत्री से इजराईल के राजदूत श्री कार्मोन की मुलाकात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इजराईल और मध्यप्रदेश कृषि, सिंचाई, जल प्रबंधन और फ्लोरीकल्चर के क्षेत्र में सहयोग कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह बात आज यहाँ इजराईल के राजदूत श्री डेनियल कार्मोन से मुलाकात के दौरान कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इजराईल रक्षा क्षेत्र में भी सहयोग कर सकता है। केन्द्र सरकार की रक्षा उत्पादन नीति के तहत मध्यप्रदेश रक्षा नीति बनाने वाला पहला प्रदेश है। प्रदेश के जबलपुर और ग्वालियर इसके लिये उपयुक्त स्थान है। उन्होंने कहा कि इजराईल और भारत के ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। इजराईल ने कठिन परिस्थितियों में एक राष्ट्र के रूप में विकास किया है। इजराईल की देशभक्ति प्रेरणा देती है। मध्यप्रदेश भी इसी रूप में इजराईल को देखता है। मध्यप्रदेश देश का सबसे तेजी से विकसित होता प्रदेश है। प्रदेश की कृषि विकास दर लगातार चार वर्ष से 20 प्रतिशत से अधिक है। इजराईल द्वारा कृषि और जल प्रबंधन के क्षेत्र में किये गये कार्य दुनिया में उदाहरण हैं। कम पानी में ज्यादा सिंचाई इजराईल से सीखी जा सकती है। मध्यप्रदेश में पानी के बेहतर इस्तेमाल के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर लगातार आठ वर्षों से दस प्रतिशत से अधिक है। कृषि, सिंचाई और अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में तेजी से काम किये जा रहे हैं। प्रदेश में सामाजिक दायित्व पूरा करने के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। दुनिया का सबसे बड़ा नदी संरक्षण अभियान 'नर्मदा सेवा यात्रा' प्रदेश में शुरू किया गया है, जिसमें समाज और सरकार मिलकर नर्मदा को प्रदूषणमुक्त बनाने का अभियान चला रहे हैं। आनंद विभाग गठित करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला प्रदेश है। भारत में प्राचीन समय से माना जाता है कि आनंद पैसे से नहीं आता यह आत्मिक वस्तु है। हाल ही में प्रदेश में आनंदम कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसमें जिसके पास जरूरत से ज्यादा वस्तुएँ हैं वह दे जाये और जिसे जरूरत है वह ले जाये। इस व्यवस्था को धीरे-धीरे पंचायत स्तर तक शुरू किया जायेगा। सीहोर और शाजापुर जिलों में दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इजराईल के राजदूत श्री कार्मोन ने कहा कि इजराईल ऐसा देश है जिसे विपरीत परिस्थितियों में राष्ट्र निर्माण का अनुभव है। राष्ट्र के रूप में प्राथमिकताएँ तय हैं। भारत से बेहतर संबंध इजराईल की प्राथमिकताओं में है। दोनों देशों के बीच सहयोग के लिये प्राथमिकताओं वाले क्षेत्र चिन्हित किये गये हैं। इसमें रक्षा, कृषि, सिंचाई, जल प्रबंधन, नगरीय विकास और रिसाईकलिंग शामिल हैं। इजराईल भारत के विभिन्न प्रदेशों में उद्यानिकी क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकसित कर रहा है। इसमें मध्यप्रदेश के सीहोर और शाजापुर जिलों में दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकसित किये जायेंगे। इजराईल की प्रतिबद्धता भारत के साथ काम करने, सीखने और सहयोग करने की है।चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव द्वय श्री अशोक वर्णवाल और श्री एस.के. मिश्रा और मुख्यमंत्री के सचिव श्री हरिरंजन राव भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 20 जनवरी को रीवा में फूड एण्ड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट का शुभारंभ करेंगे। श्री चौहान मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा नव-निर्मित विंध्या रिट्रीट रीवा का लोकार्पण भी करेंगे। उल्लेखनीय है कि फूड एण्ड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट की स्थापना रीवा में भारत सरकार के सहयोग से की गई। रीवा में यह संस्थान 3.50 करोड़ की लागत से निर्मित हुआ है। संस्थान में जल्द ही फूड प्रोडक्शन, फूड एण्ड वेबरेज सर्विस एवं हाउसकीपिंग विषयों के पाठ्यक्रम शुरू किये जायेंगे। इससे क्षेत्र के युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मिल सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान इसी दिन रीवा में नवनिर्मित विंध्या रिट्रीट का लोकार्पण भी करेंगे। इससे रीवा में पर्यटक सुविधाओं का विस्तार होगा। विंध्या रिट्रीट के निर्माण पर लगभग 3 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसमें 10 कक्ष बने हैं। साथ ही सर्वसुविधायुक्त कॉन्फ्रेंस हॉल, रेस्टॉरेंट, लॉबी और किचन का निर्माण किया गया है। इस अवसर पर रीवा में आयोजित समारोह में वाणिज्य एवं उद्योग तथा खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा, सांसद श्री जनार्दन मिश्रा, राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक एवं महापौर श्रीमती ममता गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
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नर्मदा सेवा यात्रा में महिलाओं ने की मन की बात मध्यप्रदेश में नर्मदा तट पर शराब की दुकानें बंद करने के सरकार के निर्णय का नर्मदा किनारे के गाँव के लोगों विशेष रूप से महिलाओं ने भरपूर स्वागत किया है। 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा में शामिल हो रहे लोगों ने कहा कि यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का क्रांतिकारी कदम है। नर्मदा नदी के किनारे बसे 16 जिलों के गाँवों में सामाजिक बदलाव लाने में यह निर्णय मील का पत्थर साबित होगा। नर्मदा सेवा यात्रा 37 दिन होशंगाबाद के डोंगरवाड़ा, हासलपुर, रूंढाल, ताल नगरी, खोकसर और खरखेड़ी पहुँची तो नशाबंदी के निर्णय को लेकर लोगों में उत्साह था। रूंढाल ग्राम पंचायत की सरपंच चंपाबाई कहती है कि कि नशा हर बुराई की जड़ है और इसे जड़ से ही मिटाना होगा क्योंकि नशे की आदत कभी भी लग जाती है और फिर छूटती नहीं। नर्मदा के किनारे शराब की दुकान बंद होने से पूरे प्रदेश में सामाजिक बदलाव लाने की शुरूआत होगी। तालनगरी ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती माया बाई बताती हैं कि यहाँ से 10 किलोमीटर दूर चावलखेड़ा में शराब की दुकान है। गाँव के लोग वहाँ से शराब आसानी से प्राप्त कर लेते हैं। अब मुख्यमंत्री के निर्णय से दुकान बंद हो जाएगी। गाँव वालों के लिए बहुत अच्छी बात है। होशंगाबाद जिले से चार किलोमीटर दूर डोंगरवाड़ा ग्राम पंचायत को नशामुक्त ग्राम बनाने के लिए महिलाओं ने संकल्प लिया है। यहाँ की महिलाओं ने दो साल पहले नशा मुक्ति अभियान शुरू किया था। उन्होंने मिलकर दुर्गा नारी नशामुक्ति जागृति समिति बनाई थी। यहाँ की सरपंच सरोज बाई बताती हैं कि जो भी पुरुष नशे में दिखाई देता था उसे पहले समझाते थे। यदि नहीं मानता था तो उसकी पिटाई भी महिलाएँ करती थी। ऐसे व्यक्ति के घर वाले भी विरोध नहीं करते थे। अभी काफी फर्क आया है लेकिन चोरी छिपे अभी भी नशा कर कर रहे हैं। अच्छी बात यह हुई कि गाँव में शराब आना बंद हो गई है। इस समिति की सबसे सक्रिय सदस्य हैं 60 वर्षीय कृष्णाबाई धुर्वे। उन्होंने नशे की लत के कारण अपने पति और बच्चों को खो दिया है। वह कहती हैं कि इस समिति की सदस्य महिलाएँ हमेशा चौकस रहती हैं। मुख्यमंत्री के शराबबंदी के निर्णय पर खुशी जाहिर करते हुए वे कहती हैं कि शराब की दुकानें बंद करने से पुण्य का काम हो रहा है। यह जिंदगी बचाने का काम है। अब नई उम्र के बच्चों को नशे से बचाना पड़ेगा। इसी गाँव की एक अन्य महिला निर्मला केवट मुख्यमंत्री के निर्णय की तारीफ करते हुए कहती हैं कि पूरे प्रदेश में इसे लागू करना चाहिए। वे कहती हैं कि नशे से होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती। वे बताती है कि उनके पति मनोहर केवट नशे के आदी हो चुके थे लेकिन पिछले एक साल से नशे से दूर है। बेटे नितेश केवट पर भी बुरा असर पड़ रहा था। समिति के काम करने के तरीके के सम्बन्ध में वे बताती हैं कि गाँव में जब पता चलता है कि कोई नशे में है तो महिलाएँ मिलकर उसके पास जाती हैं और पूछती हैं कि उसे किसने दी। बेचने वालों की पिटाई तक हो जाती है। धीरे-धीरे शराब बेचने वाले इस गाँव में आने से डरने लगे हैं। मुख्यमंत्री जी के नशामुक्ति के संकल्प से हौसला बढ़ा है। अब नशामुक्ति का अभियान और तेज करने की कोशिश करेंगे। इसी गाँव की अलका राजपूत अपने पति सुभाष राजपूत को नशे की लत से छुड़ाने के लिए समिति में आई थी। अब उनकी हालत में काफी सुधार है। उनकी बेटी अंचल राजपूत बारहवीं कक्षा में है और बेटा अंकित नौवीं कक्षा में पढ़ रहा है। अंचल राजपूत मुख्यमंत्री के शराबबंदी के निर्णय को लेकर उत्साहित हैं और कहती हैं कि आसानी से शराब मिलने पर नशा करने वालों की संख्या भी बढ़ रही थी। उन्हें विश्वास है कि शराब की दुकानें बंद होने से आस-पास के गाँव पूरी तरह से नशा मुक्त हो जाएंगे।
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नर्मदा तटों पर शराब दुकानें बंद होंगी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटियों की गरिमा को धूमिल करने वालों को फाँसी की सजा होना चाहिये। इसके लिये आवश्यकता होने पर संविधान में भी संशोधन होना चाहिये। उन्होंने नशे को विनाश का कारण बताते हुए कहा कि समाज और सरकार द्वारा मिलकर सधन नशामुक्ति अभियान चलाया जायेगा। नर्मदा के तटों पर शराब की दुकानें बंद कर दी जायेगी। मुख्यमंत्री आज होशंगाबाद में नर्मदा सेवा यात्रा में जन-संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सेठानी घाट पर सभी धर्मों के धर्मगुरू नर्मदा सेवा यात्रा को आशीर्वाद देने उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा तट पर ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की गुफा का जीर्णोद्धार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी जीवन देने वाली नदी है। नर्मदा के जल से प्रदेश की 30 प्रतिशत जमीन सिंचित हो रही है। प्रदेश को चार बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने का श्रेय किसानों और नर्मदा को है। इसी नर्मदा से गंभीर, पार्वती और कालीसिंध नदियों को नया जीवन देने की योजना बनाई जा रही है। श्री चौहान ने कहा कि नदियों का सूखना गंभीर संकट की निशानी है। नर्मदा अमृत समान जल देती है लेकिन मनुष्य के लालची स्वभाव के कारण अत्यधिक दोहन हुआ है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी को जीवन देने वाले पेडों को काट दिया गया, जिससे नर्मदा के जल की धार चिंताजनक रूप से पतली हो गई। उन्होंने कहा कि यह समय नर्मदा मैया से क्षमा माँगने और प्रायश्चित करने का है। नर्मदा के किनारों के शहरों का दूषित मल-जल नर्मदा में बहकर जा रहा है। इसे रोकने के लिये 1500 करोड़ रूपये की सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना क्रियान्वित की जायेगी। रिसाइकल किये गये पानी को खेती में सिंचाई के लिये उपलब्ध करवाया जायेगा। नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त रखना प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा के किनारे रहने वाले किसानों को फलदार वृक्ष लगाने के लिये सुविधा दी जायेगी। इसके लिये फ्रूट रूट बनाये जायेंगे। श्री चौहान ने लोगों को नर्मदा के तटों को साफ रखने, जैविक खाद का उपयोग करने, पूजन सामग्री से होने वाले नर्मदा जल के प्रदूषण को रोकने, पार्थिव शरीर को नर्मदा जल में बहाने की प्रथा को रोकने का संकल्प दिलवाया। उन्होंने बच्चों को शिक्षा देने का संकल्प दिलवाते हुए कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लेने पर उनकी पढाई का खर्चा सरकार उठायेगी। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा तट पर नदी और पर्यावरण संरक्षण का सबसे बड़ा आंदोलन चल रहा है। उन्होंने नर्मदा भक्तों और आम लोगों से अपील की कि वे नर्मदा सेवा यात्रा से जुड़कर नर्मदा को सबसे स्वच्छ नदी बनाने में अपना योगदान दें। श्री चौहान ने लोगों को नर्मदा नदी को निर्मल बनाने रखने में योगदान देने का संकल्प दिलाया। श्री चौहान ने 150 परिक्रमावासियों का आभार व्यक्त किया जो नर्मदा सेवा यात्रा के शुभारंभ से यात्रा में साथ हैं। आध्यात्मिक संत श्री रावतपुरा सरकार ने नर्मदा सेवा यात्रा को कल्याणकारी अनुष्ठान बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद दिया कि वे मानवता की सेवा के कार्य करते रहें। विधान सभा अध्यक्ष सीतासरण शर्मा ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से इतिहास अपने को दोहरा रहा है। सदियों पहले भागीरथ जी ने लोक कल्याण के लिये गंगा अवतरण की तपस्या की थी। आज आधुनिक समय में मुख्यमंत्री चौहान जन-कल्याण के लिये नर्मदा मैया के शुद्धिकरण का संकल्प लेकर चल रहे हैं। आर्च बिशप श्री लियो कार्नेलियो ने कहा कि वे भारतीय नागरिक होने के नाते सभी मान्य सांस्कृतिक परंपराओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस अनूठे प्रयास से जन-मानस की सोच में परिवर्तन आयेगा। यह कानून से संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही प्रयासों से नर्मदा के तट शुद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि नदी संरक्षण और पर्यावरण बचाने के प्रयास मानव-कल्याण के काम है। इनसे जीवन मिलता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को भी पर्यावरण बचाने की शिक्षा देना होगी। उन्होंने बाइबल का उदहरण देते हुए कहा कि नदियों के स्वच्छ जल से स्वास्थ्य मिलता है। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता एवं निर्देशक श्री प्रकाश झा ने कहा कि नर्मदा सदियों से जीवन दे रही है। उन्होंने कहा कि पवित्र नदी नर्मदा का पत्थर भी सभी जगह पूजा जाता है। यदि नर्मदा है तो जीवन है। नर्मदा से स्नेह करें, इसकी रक्षा करें और इसे स्वच्छ रखें। पदमश्री श्री विजयदत्त श्रीधर ने कहा धर्म-सत्ता यदि नदी संरक्षण और पर्यावरण की रक्षा से जुड़ जाए तो परिणाम जल्दी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का नर्मदा सेवा का संकल्प सफल होगा। प्रसिद्ध ध्रुपद गायक श्री उमाकांत और श्री रमाकांत गुंदेचा बधुओं और उनके विदेशी शिष्यों ने नर्मदाष्टक का गायन किया। मध्यप्रदेश चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष श्री रमेशचन्द्र अग्रवाल ने कहा कि नर्मदा की जितनी सेवा होगी उसका फल और आनंद उतना ज्यादा मिलेगा। मुख्यमंत्री एवं अतिथियों ने नर्मदा सेवा यात्रा एवं नर्मदा की महिमा पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया। उन्होंने होशंगाबाद नगरपालिका को खुले में शौच से मुक्त होने पर बधाई दी। होशंगाबाद में नर्मदा संरक्षण के संकल्प को लेकर बनाई गई मानव श्रंखला को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रेकार्ड में शामिल होने का प्रमाण-पत्र मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा को सौंपा। कार्यक्रम की शुरूआत कन्याओं के चरण पूजन के साथ हुई। मुख्यमंत्री एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान ने बेटियों की चरण वंदन की। नर्मदा मैया की महाआरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर हजारों की संख्या में होशंगाबाद एवं आस-पास के जिलों से आये श्रद्धालु उपस्थित थे। मध्यप्रदेश गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद और नर्मदा मिशन के श्री भैयाजी सरकार ने भी नर्मदा यात्रा को आशीर्वाद दिया। ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाने वाले पहलवान श्री सुशील कुमार, प्रसिद्ध सिने अभिनेता श्री गोविन्द नामदेव, साहित्यकार श्री रमेश चन्द्र शाह, मध्यप्रदेश राष्ट्रीय एकता समिति के उपाध्यक्ष श्री महेश श्रीवास्तव, करूणाधाम आश्रम के श्री सुदेश शांडिल्य भी नर्मदा सेवा यात्रा के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने उपस्थित थे। वन मंत्री डॉ. गौरी शंकर शेजवार, होशंगाबाद के सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, बैतूल सांसद श्रीमती ज्योति धुर्वे, मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, मध्यप्रदेश भंडार गृह निगम के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री श्री सरताज सिंह, विधायक, जिला एवं जनपद पंचायतों के पदाधिकारी उपस्थित थे। नर्मदा सेवा यात्रा का हुआ अभूतपूर्व स्वागत नर्मदा सेवा यात्रा के 36वें दिन होशंगाबाद पहुँचने पर जन-मानस की ओर से अभूतपूर्व स्वागत हुआ। मुख्यमंत्री वरिष्ठजन पार्क से सेठानी घाट तक नर्मदा के पवित्र जल का कलश एवं नर्मदा सेवा यात्रा ध्वज धारण कर यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण निवारण मंडल द्वारा लगाई गई पदर्शनी का शुभारंभ किया और पौध-रोपण किया। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई नर्मदा स्वच्छता प्रदर्शनी का अवलोकन किया। विशाल जनसमूह ने तीन किलोमीटर की पैदल यात्रा में मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। पूरा होशंगाबाद शहर 'हर हर नर्मदे' के उदघोष से गूँज उठा। समाज के सभी वर्गों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा कर नर्मदा सेवा यात्रियों का स्वागत किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 40 छात्राओं ने मुलाकात की। इन छात्राओं ने क्रिस्प में दो पहिया वाहन मरम्मत का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियाँ सशक्त बने और दूसरों को सहारा दें। राज्य सरकार ने युवा उद्यमियों के लिये मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना शुरू की है। योजना में 50 हजार से 10 लाख रूपये तक का ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। बताया गया कि इस तरह का प्रशिक्षण प्रदेश में पहली बार छात्राओं के लिये शुरू किया गया है। इन छात्राओं का चयन प्रदेश के 18 जिलों से किया गया। इन्हें तीन माह का प्रशिक्षण क्रिस्प भोपाल में दिया गया। इन छात्राओं में से 25 को रोजगार मिल गया है। इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुरेश आर्य और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक श्रीमती रेनू तिवारी भी उपस्थित थीं।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में भोपाल में सम्पन्न निवेश संवर्धन उप समिति की बैठक में निवेश संबंधी छह परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई। इन परियोजनाओं से प्रदेश में करीब 3,285 करोड़ रूपये का पूँजी निवेश होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार की नीति निवेश को प्रोत्साहन देने की है। प्रदेश में निवेश के लिए बेहतर वातावरण उपलब्ध है। बैठक में बताया गया कि मेसर्स पेसिफिक आयरन मेन्यूफेक्चरिंग लिमिटेड द्वारा जबलपुर जिले के सिहोरा में 335 करोड़ रूपये के निवेश से इंट्रीग्रेटेड स्टील प्लांट की स्थापना की जाएगी। मेसर्स फुजित्सु आप्टेल प्रायवेट लिमिटेड द्वारा रायसेन जिले के मण्डीदीप में 57 करोड़ रूपये के निवेश से आई.टी. सेक्टर में विशेष प्र-संस्करण क्षेत्र विकसित किया जाएगा। मेसर्स मयूर यूनिकोटर्स लिमिटेड द्वारा मुरैना जिले के सीतापुर में 109 करोड़ रूपये के निवेश से कोटेड फेब्रिक टेक्सटाईल परियोजना स्थापित की जाएगी। मेसर्स वर्धमान टेक्सटाईल लिमिटेड द्वारा मण्डीदीप, सतलापुर और बुधनी में स्थित इकाइयों के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए 1450 करोड़ रूपए का निवेश किया जाएगा। इसी तरह मेसर्स सागर मेन्युफेक्चरिंग प्रायवेट लिमिटेड द्वारा रायसेन जिले के तामोट में 936.64 करोड़ रूपये के निवेश से विस्तार किया जाएगा। मेसर्स हेटिच इंडिया प्रायवेट लिमिटेड द्वारा पीथमपुर में 398 करोड़ रूपये के निवेश से फर्नीचर फिटिंग्स निर्माण इकाई स्थापित की जाएगी। बैठक में वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग राज्य मंत्री श्री संजय पाठक, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री इकबाल सिंह बैस, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के. मिश्रा और सचिव श्री विवेक अग्रवाल उपस्थित थे।
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रायगढ़ में अब स्वास्थ्य विभाग बाबा और गुनिया [तांत्रिक] का इस्तेमाल इलाज में करेगा । खासकर मानसिक रोगियों के लिए विभाग बाबाओं को ट्रेनिंग देगी कि उन्हें कैसे ठीक किया जा सकता है। दरअसल मानसिक संतुलन बिगड़ने पर ज्यादातर ग्रामीणों बाबाओं के पास पहले जाते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि ऐसे में बाबाओं द्वारा मानसिक रोगियों की न केवल पहचान कर पाएंगे बल्कि उन्हें उचित इलाज भी मुहैया कर सकेंगे। पर सवाल यह है कि बिना पढ़े लिखे बैगा और गुनिया विभाग की उम्मीदों पर कितना खरा उतर पाएंगे। इधर पुलिस लोगों में अंधविश्वास भगाने बाबाओं से दूर रहने की सलाह दे रही है तो विभाग को कैसे सफलता मिलेगी। इन दिनों मेंटल हेल्थ केयर की टीम जिले के बैगा, गुनिया व ओझा बाबाओं की खोजबीन में जुटी है। इसके पीछे विभागीय अधिकारियों का तर्क है कि जब भी कोई व्यक्ति मानसिक तौर पर विकृत होता है तो परिजन सबसे पहले उन्हें ऐसे बाबाओं के पास लेकर जाते हैं। दरअसल ग्रामीण अंचलों में ओझा बाबाओं की मान्यता बहुत ज्यादा होती है। ग्रामीण चिकित्सकों की बजाए बाबाओं पर ज्यादा भरोसा करते हैं। गौरतलब है कि शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले दो वर्ष से मानसिक स्वास्थ्य केंद्र शुरू किया गया है। लेकिन यहां मरीजों की संख्या उम्मीद के मुताबिक कम है। बताया जाता है कि प्रतिदिन यहां सिर्फ इक्के-दुक्के ही पहुंचते हैं। ऐसे में विभाग मानसिक रोगियों की खोजबीन में अनाधिकृत बाबाओं की मदद लेना चाहता है। माना जाता है कि स्वास्थ्य विभाग चिन्हांकित बाबा मरीजों की पहचान करेंगे और आरंभिक उपचार पश्चात उन्हें स्वास्थ्य विभाग के हवाले करेंगे। स्वास्थ्य विभाग की मुश्किल इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि अब विभाग द्वारा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जाना है। यह तभी सफल माना जाएगा जब मरीजों की संख्या तय सीमा के करीब होगी। चूंकि अभियान राज्य सरकार के निर्देश पर चलाया जाना है। ऐसे में विभाग को यहां पहुंचे मरीजों के संख्या की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग अब जिले के ओझा बाबाओं पर ज्यादा भरोसा कर रहा है। इसके लिए विभाग उन्हें एक दिवसीय ट्रेनिंग देकर प्रशिक्षित करेगा कि मानसिक रोगियों का किस तरह उपचार किया जाएगा। हालांकि ट्रेनिंग में बाबाओं को यही सिखाया जाएगा कि वह उनकी आरंभिक उपचार कैसे करें। आरंभिक प्रक्रिया के पश्चात उन्हें चिकित्सकों के पास भेजने की बात कही जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस तरह मरीज ढूंढने का अनोखा किस्सा यह पहला नहीं है। इससे पहले नवंबर माह में एक विशेष तरह की ट्रेनिंग में जिले के झोलाछाप चिकित्सकों को शामिल किया गया था। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो ट्रेनिंग में उन्हें यह सलाह दी गई है कि उनके पास यदि कोई टीबी का मरीज पहुंचेगा तो सबसे पहले उन्हें किस तरह उपचार करना है। आरंभिक उपचार के पश्चात उन्हें स्वास्थ्य केंद्रों में भेजने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया गया है। हालांकि इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि प्रशिक्षित झोलाछाप डॉक्टरों ने अब तक कितने मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों में भेजे हैं। वहीँ जिला पुलिस जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों से अंधविश्वास दूर करने रोजाना नये प्रयोग कर रही है। इसके चलते पिछले दिनों महाराष्ट्र के नागपुर शहर से विशेषज्ञों की टीम यहां पहुंची थी। उनके द्वारा शहर के अलावा कापू के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष कैंपेन चलाया गया। विशेषज्ञों ने इसके जरिये ग्रामीणों के सामने अनेक प्रयोग भी किया। समाज से अंधविश्वास दूर करने के लिए पुलिस ये भी मानती है कि अगर कभी भी कोई तांत्रिक किसी व्यक्ति को परेशान करता है तो वे उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं। बताया यह भी जाता है कि मेंटल हेल्थ केयर की टीम को हिंदु समाज के ओझा ढूंढने में परेशानी हो रही है। जबकि मुस्लिम समुदाय के तीस तांत्रिकों को विभाग ने चिन्हांकित कर लिया हैं। इसी तरह सिख और इसाई समाज के तांत्रिक भी अब तलक नहीं मिल पाए हैं। मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. टीके टोण्डर ने बताया जिले में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जाना है, जिसमें मानसिक रोगियों की खोजबीन की जानी है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तांत्रिक,ओझा, गुनिया जैसे बाबाओं की मदद ली जाएगी। दरअसल ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादातर मरीज उनके पास इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यदि उनके पास कोई मरीज ऐसी हालत में पहुंचता है तो वे स्वास्थ्य केंद्रों में भेजें। इसके लिए उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी।
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नर्मदा सेवा यात्रा नदी संरक्षण एवं पर्यावरण बचाने के लिये किया जा रहा दुनिया का सबसे बड़ा एवं अद्भुत आंदोलन है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा सेवा यात्रा के 33 वें दिन नर्मदा सेवा यात्रा के सेवकों एवं जन-समुदाय को होशंगाबाद जिले के सांगाखेड़ा खुर्द में नर्मदा तट पर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रदूषित होती नर्मदा को बचाने के लिये लोगों से आव्हान किया कि वे नर्मदा जल को शुद्ध रखने में अपना योगदान दें। नर्मदा में पूजा के फूल,माला,प्लास्टिक के दीप आदि का विर्सजन नहीं करें। इसके लिये वे नर्मदा तट पर पृथक से विसर्जन कुंड का निर्माण करवायेंगे। नर्मदा तट पर होने वाले दाह संस्कारों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिये तटों के किनारे मुक्ति धामों का निर्माण किया जायेगा। गणेश एवं दुर्गा जी की मूर्तियों के विर्सजन के लिये भी अलग से विर्सजन कुंडों का निर्माण करवाया जायेगा। माता और बहनों को नर्मदा स्नान के बाद कपड़े बदलने के लिये चेंजिंग रूम बनवाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बेटियों का मान-सम्मान सुनिश्चित हो। उनकी सुरक्षा के लिये दुराचारियों को जेल नहीं बल्कि सीधे फाँसी पर लटकाया जा सके, इसके लिये शीघ्र प्रावधान के लिये कार्रवाई की जायेगी। नर्मदा नदी का उद्गम अन्य नदियों की तरह नहीं वरन पेड़ों द्वारा अवशोषित वर्षा का जल बूंदों के रूप में झीरियों के द्वारा नर्मदा नदी में गिरता रहता है। वैज्ञानिकों के अनुसार नर्मदा का जल-स्तर बढ़ाने का एकमात्र उपाय नर्मदा के किनारों पर वृक्षारोपण ही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासकीय विभाग अपनी-अपनी भूमि पर वृक्ष लगायेंगे और किसान अपनी निजी भूमि पर स्वयं वृक्षारोपण करें। किसानों को नुकसान न हो इसके लिये किसान फलदार एवं छायादार वृक्ष लगायें और जब तक फल नहीं आते शासन 20 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर का भुगतान करेगा। पेड़ लगाने के लिये 40 प्रतिशत सबसिडी दी जायेगी। फलदार पेड़ों के बीच वह अन्य दूसरी फसल भी उगा सकता है। पेड़ लगाने से एक ओर जहाँ नर्मदा की धारा विशाल रूप लेगी वहीं किसान भी लाभान्वित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी पर डेम बनाकर बिजली उत्पन्न की जा रही है। इससे किसान अपने खेतों में पर्याप्त मात्रा में सिंचाई कर भरपूर फसल उगा रहे हैं। कहते हैं यमुना में 7 बार स्नान से तो गंगा में एक बार स्नान से मोक्ष की प्राप्ति होती है तो माँ नर्मदा के दर्शन मात्र से मनुष्य अपने पापों से मुक्त हो जाता है। इस अवसर पर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा, वरिष्ठ मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, श्री सूर्यप्रकाश मीणा, सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, अध्यक्ष खनिज विकास निगम श्री शिव चौबे, संत बाबा बालकदास, सुश्री प्रज्ञा भारती, विधायक श्री विजयपाल सिंह एवं श्रीमती साधना सिंह एवं डॉ. किरण शेजवार सहित बड़ी संख्या में जनसमूह उपस्थित था।
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भटगाँव में जन-संवाद में वन मंत्री डॉ. शेजवार वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने भटगाँव में 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा के जन-संवाद कार्यक्रम में कहा कि माँ नर्मदा में कूड़ा कर्कट, मल और गंदगी नहीं डाली जाए। इसके पानी को हमेशा निर्मल, साफ और शुद्ध रखा जाए। उन्होंने कहा कि पानी की शुद्धता के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जायेंगे। अशुद्ध पानी को भी रिसाइकिलिंग कर किसानों को खेत में सिंचाई के लिये दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नर्मदा के सभी घाटों में महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाए जायेंगे। डॉ. शेजवार ने कहा कि नर्मदा पुराण में कहा गया है कि सभी नदियाँ समाप्त हो जाएगी किन्तु नर्मदा अनंत काल तक रहेगी। वर्तमान में नर्मदा के पानी से प्रदेश के 5 स्थान में बिजली पैदा की जा रही है। इसके पहले यात्रा के ग्राम गलचा से भटगाँव पहुँचने पर यात्रा के ध्वज एवं कलश की पूजा-अर्चना कर जन-संवाद प्रारंभ किया गया। सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि शासन ने नर्मदा नदी की चिंता की है। अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर नर्मदा की चिंता करे और उसे प्रदूषण से मुक्त कराये। साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा कि यह यात्रा राजनैतिक नहीं है। यह अध्यात्मिक यात्रा है और इसमें सभी धर्मों एवं जाति के लोगों ने सहयोग किया है। इस अवसर पर विधायक श्री विजयपाल सिंह, साध्वी प्रज्ञा भारती, योगमाया तीर्थ सहित अनेक जन-प्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद थे। भानपुर और गलचा में हुआ यात्रा का ऐतिहासिक स्वागत यात्रा का पिपरिया सहलबाड़ा से सोहागपुर के ग्राम माछा में प्रवेश हुआ। यात्रा प्रात: माछा पहुँची जहाँ ग्रामीणों ने उत्साह से स्वागत किया। यात्रा माछा से अजेरा एवं अजेरा से भानपुर पहुँची। दोपहर में यात्रा भानपुर पहुँची तो ग्रामीणों ने यात्रा का ऐतिहासिक स्वागत किया। माँ नर्मदा के जयकारों के बीच यात्रा के ध्वज एवं कलश की पूजा-अर्चना हुई। नौ कन्याओ ने कलश यात्रा निकाली। भानपुर में सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि नर्मदा की सेवा के लिए यह यात्रा निकाली गई है। नर्मदा का पानी शुद्ध रहे, मिट्टी का कटाव न हो। माँ नर्मदा के किनारे हरे-भरे रहे। साध्वी प्रज्ञा भारती ने कहा कि जो लोग माँ नर्मदा के साथ हैं, वे अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं। विधायक श्री विजयपाल सिंह ने सभी को नर्मदा को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त रखने की शपथ दिलाई। मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे भी मौजूद थे। गलचा में दिखा उत्साह पैदल यात्री भानपुर से जब गलचा पहुँचे तब ग्रामीण जन ने उत्साह से सबका स्वागत किया। कन्याओं ने सर पर कलश रखकर यात्रा का स्वागत किया। यहाँ जन-प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने कन्या-पूजन भी किया।
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मुख्यमंत्री विद्यार्थियों के साथ किया सूर्य नमस्कार और प्राणायाम स्वामी विवेकानंद जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आज पूरे प्रदेश में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह स्थानीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक शाला के प्रांगण में बच्चों के साथ सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम किया। श्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर उनका पुण्य-स्मरण किया। उन्होंने विवेकानंद के आदर्शों का स्मरण करते हुए कहा कि मनुष्य में अनंत शक्तियाँ और ऊर्जा होती है। वह असंभव कार्य भी आसानी से कर सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि वे स्वयं पर विश्वास रखें। हमेशा आत्म विश्वास से भरे रहें और स्वस्थ शरीर और प्रखर बुद्धि के साथ नई ऊँचाइयों को छुएँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने यह सिखाया कि जीवन व्यर्थ बिताने के लिये नहीं बल्कि महान कार्य करने के लिये है। उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि वे खूब खेलें, स्वस्थ रहें और पढ़ाई करें। पढाई में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने गुलदस्ते की जगह किताबों से स्वागत करने की स्कूल शिक्षा की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें जिज्ञासु प्रवृत्ति का विकास होगा। मुख्यमंत्री ने सूर्य नमस्कार के लाभ बताते हुए कहा कि यह योग क्रियाओं का समुच्चय है। उन्होंने कहा कि भारतीय ऋषियों ने वर्षों के ज्ञान और चिंतन के बाद सूर्य नमस्कार को मानव समाज के सामने प्रस्तुत किया। उल्लेखनीय है कि सूर्य नमस्कार और प्राणायाम करना प्रदेश की युवा नीति का अंग है। कार्यक्रम का आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी और राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र शर्मा ने भी सामूहिक सूर्य नमस्कार और प्राणायाम में भाग लिया। उन्होंने भस्त्रिका और भांभरी प्राणायाम किया। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक शिकागो भाषण का पाठ विद्यार्थियों को सुनाया गया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष से नर्मदा तट पर कोई शराब की दुकान नहीं खुलेगी। प्रदेश में नशा मुक्ति का अभियान चलाया जायेगा। नर्मदा तट के सभी शहरों में ट्रीटमेंट प्लांट बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान होशंगाबाद जिले के ग्राम सांडिया में नर्मदा सेवा यात्रा को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह और जिले के प्रभारी एवं उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा विशेष रूप से उपस्थित थे। बलात्कारी को फाँसी की सजा देने का कानून बनाया जाये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि देश विचार करें कि बलात्कारियों को फाँसी की सजा दी जाये। इसके लिये सभी राजनैतिक दल, संत और समाजसेवी पहल करें। इस संबंध में संविधान संशोधन कर कानून बनाया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोगों को नर्मदा के संरक्षण का संकल्प दिलाया। उन्होंने नर्मदा तट पर सामूहिक आरती में भाग लिया। इसके पहले उन्होंने नर्मदा-पूजन और कन्या-पूजन किया। साथ ही नर्मदा तट पर वृक्षारोपण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि 'नमामि देवी नर्मदे'- सेवा यात्रा नदी संरक्षण और पर्यावरण बचाने का सबसे बड़ा अभियान है। इसमें समाज का हर वर्ग भागीदारी करे और इसे जनआंदोलन बनायें। नदी और जल के बिना जीवन संभव नहीं है। नर्मदा नदी ने मध्यप्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। नर्मदा के जल से सिंचाई और बिजली मिली है। नर्मदा के दोनों तट के जंगलों से पेड़ कटने से नुकसान हुआ है। यही स्थिति रही तो आने वाले 50 वर्ष में पानी देखने को नहीं मिलेगा। इस अभियान में नर्मदा के दोनों तट पर पेड़ लगाने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के दोनो तटों पर पेड़ लगायें और नर्मदा तट के गाँवों के हर घर में शौचालय बनवायें। पूजन के नाम पर नर्मदा नदी में फूल, नारियल,तेल आदि सामग्री नहीं डालें। नर्मदा नदी में मूर्तियाँ विसर्जित नहीं करें और नर्मदा किनारे के ग्रामों को नशा मुक्त बनायें। उन्होंने कहा कि बेटे –बेटियों में भेदभाव नहीं करें। हर बच्चे को स्कूल भेजें। नर्मदा नदी के किनारों पर अवैध उत्खनन रोकने के लिये सख्त कार्रवाई की जायेगी। कार्यक्रम को सांसद श्री उदयप्रताप सिंह और साध्वी प्रज्ञा भारती ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, विधायक श्री ठाकुर दास नागवंशी, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडे, साध्वी योगमाया तीर्थ, महंत श्री बालकदास सहित संतगण, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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इस वित्त वर्ष से 8 विभाग की 30 प्रकार की छात्रवृत्ति कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को वन क्लिक पर एक साथ सीधे उनके खाते में हस्तांतरित की जा रही है। इसके लिये नोडल एजेंसी स्कूल शिक्षा विभाग को बनाया गया है। अब तक कक्षा-1 से 12 तक के करीब 82 लाख स्कूली विद्यार्थियों को 500 करोड़ की छात्रवृत्ति स्वीकृत की गयी है। विद्यार्थियों को ऑनलाइन छात्रवृत्ति स्वीकृति एवं वितरण के लिये नेशनल इन्फार्मेशन सेंटर (एनआईसी) के सहयोग से समग्र शिक्षा पोर्टल का निर्माण किया गया है। पोर्टल में शालाओं में पंजीकृत विद्यार्थियों का डाटा संधारित कर विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के मापदण्ड अनुसार छात्रवृत्ति को ऑनलाइन किया गया है। पोर्टल पर उपलब्ध डाटा-बेस के उपयोग से छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के साथ विभाग की अन्य योजना, जिनमें साइकिल वितरण, प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लेपटॉप की राशि भी सीधे छात्रों के खातों में अंतरित की जा रही है। 65 लाख विद्यार्थी को हस्तांतरित होगी छात्रवृत्ति केन्द्र सरकार ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर को प्रभावशाली बनाने के निर्देश दिये थे। लगभग 65 लाख विद्यार्थी को एक दिवस में छात्रवृत्ति राशि उनके बैंक खाते में प्राप्त हो जायेगी। छात्रवृत्ति की ऑनलाइन व्यवस्था से डिजिटल इण्डिया एवं डीबीटी के उद्देश्य को पूरा किया जायेगा। शेष विद्यार्थियों को तकनीकी सीमाओं के कारण लगभग 7 दिन में छात्रवृत्ति बैंक खातों में हस्तांतरित हो जायेगी। छात्रवृत्ति स्वीकृति और वितरण की समस्त जानकारी समग्र शिक्षा पोर्टल पर पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है। यदि विद्यार्थी को छात्रवृत्ति नहीं प्राप्त हुई है तो वह पोर्टल पर इसका कारण ज्ञात कर सकता है। देश अथवा अन्य किसी स्थान पर इतने अधिक हितग्राही को एक साथ इतनी बड़ी राशि स्थानांतरित किये जाने का संभवत: पहला अवसर होगा।
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नर्मदा किनारे होशंगाबाद में बना मानव श्रंखला का विश्व रिकार्ड नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने और पर्यावरण के संरक्षण के लिये चल रहे देश के सबसे बड़े अभियान 'नमामि देवी नर्मदे'-सेवा यात्रा की कड़ी में आज होशंगाबाद जिले में नागरिकों के समर्थन से मानव श्रंखला का विश्व रिकार्ड बनाया गया। कुल 125 किलोमीटर तक नर्मदा नदी के घाट और 78 स्थान पर 25 हजार से अधिक लोगों ने श्रंखला बनाकर यात्रा का समर्थन किया। अमरकंटक से 11 दिसंबर से शुरू हुई यात्रा 10 जनवरी को होशंगाबाद जिले में ग्राम उमरधा से प्रवेश करेगी। यात्रा के पूर्व तैयारियों और जन-समर्थन के लिये आज होशंगाबाद में 78 स्थान पर मानव श्रंखला बनाई गई। यह श्रंखला सेठानी घाट सहित नर्मदा नदी के विभिन्न घाटों पर भी बनाई गई। श्रंखला में समाजसेवियों, व्यापारियों, स्कूली बच्चों, स्वयंसेवी संगठनों और जन-प्रतिनिधियों ने उत्साह से सहभागिता की। यह श्रंखला नदी संरक्षण के लिये बनाई गई अब तक की सबसे बड़ी मानव श्रंखला है, जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में विश्व कीर्तिमान के रूप में शामिल किया गया है। श्रंखला में शामिल लोगों ने नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने, तटों पर पौध-रोपण करने के प्रति लोगों में जागरूकता लाने का संकल्प लिया। इस मौके पर सभी ने इस संबंध में हस्ताक्षर कर अपना संकल्प दोहराया। सेठानी घाट पर सांसद श्री उदय प्रताप सिंह, विधायक श्री विजयपाल सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष श्री अखिलेश खण्डेलवाल, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया की उपस्थिति में मानव श्रंखला बनाई गई। विवेकानंद घाट पर मध्यप्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष और नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के उपाध्यक्ष श्री शिव चौबे की उपस्थिति में मानव श्रंखला बनाई गई।
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शिवराज ने मोबाइल से जन-संवाद कार्यक्रम को किया संबोधित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश की सुख व समृद्धि का आधार माँ नर्मदा है। प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन और प्रदूषण मुक्ति के लिए जागरूकता बढ़ाने नर्मदा सेवा यात्रा जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है। श्री चौहान ने इसके लिए सभी को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का संकल्प दिलवाया। उन्होंने लोगों से आव्हान किया कि माँ नर्मदा का श्रंगार दोनों तटों पर वृक्षारोपण कर हरियाली चुनरी ओढ़ाकर करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान नरसिंहपुर जिले के बरमानखुर्द में जन-संवाद कार्यक्रम को मोबाइल से संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान का बरमानखुर्द आगमन का कार्यक्रम प्रस्तावित था, परंतु अपरिहार्य कारणों से वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मोबाइल से दिये संदेश में कहा कि नर्मदा तट के एक किलोमीटर के दायरे में किसानों को निजी भूमि पर फलदार पौधे लगाने के लिए गड्ढा खोदने के लिए मजदूरी के साथ 40 प्रतिशत अनुदान राशि दी जायेगी। साथ ही प्रति हेक्टर 20 हजार रूपये की राशि 3 साल तक किसानों को दी जायेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा में गंदे पानी को मिलने से रोकने के लिए अमरकंटक से ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की शुरूआत की जायेगी। ट्रीटमेंट प्लांट से निकले साफ पानी को खेतों तक पहुँचाकर सिंचाई के उपयोग में लिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा किनारे पूजन सामग्री विसर्जित करने के लिए पूजन कुंड बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि नर्मदा तट से लगे गाँव में अगले वित्तीय वर्ष से कोई शराब की दुकान नीलाम नहीं होगी। साथ ही पूरे प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान भी चलाया जायेगा। उन्होंने कार्यक्रम में नर्मदा तटों पर वृक्षारोपण करने, स्वच्छता बनाये रखने, खेती में रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का उपयोग नहीं करने, जैविक खेती अपनाने, फलदार एवं छायादार वृक्षों के लिए पौधेरोपित करने, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति और नर्मदा की निर्मलता बनाये रखने के लिए हर संभव प्रयास करने तथा इसके लिए दूसरों को प्रेरित करने का संकल्प दिलवाया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि मध्यप्रदेश के विकास और तरक्की में नर्मदा मैया का बहुत बड़ा योगदान है। बिना नर्मदा के हम प्रदेश के विकास की कल्पना भी नहीं कर सकते। यदि मध्यप्रदेश से नर्मदा को कम कर दिया तो उसकी स्थिति वैसे ही होगी जैसे कि बिना प्राण के शरीर होता है। उन्होंने जिलावासियों का आव्हान किया कि नर्मदा जल को निर्मल बनाये रखने के लिए कहीं पर भी गंदगी नर्मदा में प्रवाहित न होने दें। ग्रामीण विकास मंत्री ने जानकारी दी कि जो पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो गई हैं, उन्हें विकास के लिए अधिक राशि मिलेगी, जिससे वे अपने विकास के कार्य करवा सकेंगे। वन, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि नर्मदा के आचमन योग्य जल को गंदा नहीं होने दें। हमारी सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी नर्मदा पर आश्रित हैं।लोक निर्माण, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री श्री रामपाल सिंह ने कहा कि नरसिंहपुर जिले के 10 हजार किसानों ने जैविक खेती करने का संकल्प लिया है। उन्होंने जिले के किसानों की आय 5 वर्ष में दोगुनी करने के लिए तैयार रोडमेप पत्रिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में डॉ. जितेन्द्र जामदार ने अभी तक हुई नर्मदा सेवा यात्रा का प्रतिवेदन में बताया कि नर्मदा सेवा का आज 28वाँ दिन है। अभी तक हुई यात्रा में 7 लाख से अधिक लोगों ने इसमें भागीदारी की है। यात्रा के दौरान 124 स्थान पर चौपाल लगाकर कार्यक्रम किये गये हैं।सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि माँ नर्मदा के स्वरूप को बनाये रखने और प्रदूषण मुक्त करने के लिए सेवा यात्रा चल रही है। इस अवसर पर भानपुरा पीठाधीश्वर अनंत विभूषित स्वामी दिव्यानंद तीर्थ, दंडी स्वामी हेमानंद सरस्वती महाराज उज्जैन, स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज, पदमदास महाराज, समर्थ भैया सरकार जबलपुर, कृष्णदास महाराज सिद्धघाट, साध्वी प्रज्ञा भारती, साध्वी योग माया, स्टेट माइनिंग कार्पोरेशन लि. के अध्यक्ष (मंत्री दर्जा) श्री शिव चौबे, श्री संजय शर्मा, श्री जालम सिंह पटेल, श्री गोविंद सिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संदीप पटेल, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडे, साधु-संत, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद थे। नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज, कलश और कन्या पूजन जन-संवाद कार्यक्रम के शुभारंभ पर नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज एवं कलश और कन्याओं का पूजन किया गया। टीकमगढ़ जिले की उप यात्रा के माध्यम से लाये गये जिले की चार नदी के जल के कलश को स्वामी अखिलेश्वरानंद को सौंपा गया। नर्मदा की सहायक नदियों के नाम से जिले में निकाली गई उप-यात्राएँ भी नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुई। इस अवसर पर नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें नुक्कड़ नाटिका, गीत आदि की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में जैविक खेती के फायदे भी बताये गये। कार्यक्रम में साधु- संतों को सम्मानित किया गया।
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राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी संदीप दीक्षित राज्य आनंद संस्थान के निदेशक नियुक्त किये गये हैं। श्री दीक्षित सहायक महानिरीक्षक पीटीआरआई, पुलिस मुख्यालय में पदस्थ थे। गृह विभाग द्वारा श्री दीक्षित की सेवाएँ प्रतिनियुक्ति पर आनंद विभाग को सौंपे जाने का आदेश जारी कर दिया गया है। नवगठित आनंद विभाग की नई पहल महिला सशक्तिकरण का संदेश देने वाली नई फिल्म 'दंगल'' को देखने के लिए आज दतिया में नवगठित आनंद विभाग और स्थानीय प्रशासन ने पहल की। जनसंपर्क, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के प्रयास से दतिया की बालिकाओं के लिए आनंद सिनेमा घर में फिल्म का विशेष शो हुआ। मंत्री डॉ. मिश्रा ने खुद भी फिल्म देखी। राष्ट्र गान के साथ फिल्म शुरू हुई। कलेक्टर श्री मदन कुमार और भाजपा जिलाध्यक्ष श्री विक्रम सिंह भी स्कूली छात्राओं के साथ फिल्म प्रदर्शन में उपस्थित थे। जनसंपर्क मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पहलवान श्री महावीर फोगट के जीवन पर केन्द्रित इस फिल्म की कथा वास्तविक घटनाक्रम को बताती है। बेटों की तरह बेटियों को अहमियत देने और उन्हें सशक्त बनाने की कथा प्रेरणा का कार्य करेगी।
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शुक्ल ने किया इंजीनियरिंग एक्सपो का शुभारंभ राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि मध्यप्रदेश का निवेश के मामले में इंदौर मुख्य द्वार है। उद्योगपति इंदौर और उसके आसपास उद्योग लगाने के इच्छुक रहते हैं। मध्यप्रदेश के अन्य स्थानों पर भी औद्योगिक निवेश के लिये अनुकूल माहौल है। राज्य सरकार ने प्राथमिकता के साथ निवेशकों के लिये अनेक सुविधाएँ दी हुई हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ''मेक इन इंडिया'' मिशन को पूरा करने के लिये ही 'मेड इन एमपी'' भी प्रारंभ किया गया है। उद्योग मंत्री श्री शुक्ल आज इन्दौर में औद्योगिक इंजीनियरिंग एक्सपो-2017 का शुभारंभ कर रहे थे। महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ भी मौजूद थी। श्री शुक्ल ने कहा कि जीआईएस-2016 में भी 5 लाख करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनके जरिये 2500 से अधिक उद्योगपति ने मध्यप्रदेश में निवेश करने की इच्छा जतायी है। उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में एक लाख बीस हजार हेक्टेयर का लैण्ड बैंक है। इसमें से 40 हजार हेक्टेयर विकसित लैण्ड बैंक है। प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिये आकर्षक छूट एवं पर्याप्त सुविधाएँ दी जा रही हैं। प्रारंभिक तौर पर उद्योग निवेश होने पर विद्युत, करों एवं आधारभूत संरचना के लिए विशेष छूट का प्रावधान किया गया है। इंदौर के आसपास और औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिये निरंतर प्रयास जारी है। अहमदाबाद-मुंबई रोड पर 350 करोड़ की लागत से 1200 एकड़ जमीन औद्योगिक क्षेत्र के लिये विकसित की जा रही है। उद्योग मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि किसी भी देश, प्रदेश और समाज की उन्नति के लिये तीन क्रांति महत्वपूर्ण स्थान रखती है, जिनमें कृषि, पर्यटन और उद्योग हैं। मध्यप्रदेश में कृषि के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप लगातार चार वर्ष से प्रदेश को कृषि कर्मण अवार्ड मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के लगातार प्रयासों से कृषि सिंचाई रकबा 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर तक हो गया है। घरों एवं उद्योगों के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में भी 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवायी जा रही है। प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किया गया है। रीवा में देश की पहली टाइगर सफारी, खण्डवा में पर्यटन स्थल हनुवंतिया टापू का विकास, खजुराहो, ग्वालियर, माण्डू जैसी प्रदेश की हमारी ऐतिहासिक धरोहर से पर्यटन में विगत 10 वर्ष में कई गुना वृद्धि हुई है। देश में पर्यटन के क्षेत्र में लगातार पुरस्कार मिलना इसका प्रमाण है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरू गोविन्द सिंह जी की 350वीं जयंती पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि गुरू गोविन्द सिंह जी भक्ति तथा शक्ति का अद्वितीय संगम थे। वे मौलिक चिंतक, महान लेखक, असाधारण योद्धा और महान बलिदानी थे। उन्होंने धर्म, संस्कृति और राष्ट्र की आन-बान और शान के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था। श्री चौहान ने नागरिकों का आव्हान किया है कि वे महान गुरू गोविंद सिंह के जीवन से प्रेरणा लें। उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण कर, आपसी भाईचारे और सद्भावना के वातावरण को और अधिक मजबूत बनाये।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मिल्क रूट की तरह फ्रूट रूट भी तैयार किये जायेंगे। उन्होंने यह बात आज नरसिंहपुर जिले की गोटेगाँव जनपद पंचायत के ग्राम ब्रम्हकुंड में कही। मुख्यमंत्री 'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा में सपत्नीक शामिल होकर नर्मदा तट के ब्रम्हकुंड पहुँचे थे। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा एक आर्थिक यात्रा भी है। इस यात्रा से जागरूक होकर नर्मदा तट के दोनों ओर लगने वाले फलदार वृक्षों से प्राप्त फल के लिए राज्य सरकार फ्रूट रूट तैयार करके देगी। इससे किसानों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि फलदार पौधे लगाने के लिए गड्डा खोदने के लिए मजदूरी के साथ 40 प्रतिशत अनुदान राशि दी जायेगी। साथ ही प्रति हेक्टेयर 20 हजार रूपये की राशि 3 साल तक किसानों को दी जायेगी। फलोद्यान लगाने वाले किसानों को ट्रेनिंग देने, मिट्टी परीक्षण करवाने और पौधे उपलब्ध करवाने तक की सभी व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा में गंदा पानी मिलने से रोकने के लिए अमरकंटक से ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की शुरूआत की जायेगी। इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी अच्छी कम्पनियों को देकर इसकी केन्द्रीकृत व्यवस्था की जायेगी। ट्रीटमेंट प्लांट से निकले साफ पानी को पाइप के माध्यम से खेतों तक पहुँचाकर सिंचाई के उपयोग में लिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा किनारे पूजन सामग्री विसर्जित करने के लिए अलग से कुंड बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि नर्मदा तट से लगे गाँव में अगले वित्तीय वर्ष से कोई शराब की दुकान नीलाम नहीं होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई जंग में साथ देने को कहा। उन्होंने कहा कि हम भ्रष्टाचार को समाप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने इसके लिए सभी को 'न खायेंगे-ना खाने देंगे' का संकल्प भी दिलवाया। श्री चौहान ने कहा कि सेवा यात्रा जनांदोलन का रूप ले चुकी है। यह यात्रा पर्यावरण बचाने के लिए विश्व का सबसे बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने इसके लिए सभी को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने को कहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि नर्मदा जल से हम भरपूर बिजली और पर्यटन को नया आयाम दे रहे हैं। कार्यक्रम को दमोह सांसद श्री प्रहलाद सिंह पटेल और अपेक्स बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष श्री कैलाश सोनी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर स्वामी उमा चरणदास त्यागी, स्वामी अखिलेश्वरानंद, समर्थ भैयाजी सरकार, साध्वी प्रज्ञा भारती एवं योगमाया, स्वामी पदमदास जी, सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, विधायक गोटेगाँव डॉ. कैलाश जाटव, विधायक नरसिंहपुर श्री जालम सिंह पटेल, विधायक गाडरवारा श्री गोविंद सिंह पटेल भी मौजूद थे।
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नए साल में मंत्रियों-अधिकारियों की पहली संयुक्त बैठकमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने साफ़ कहा कि अगर भ्रस्टाचार होता है तो इसके लिए मंत्री भी जिम्मेदार होंगे । उन्होंने कहा कि यदि विभाग में भ्रष्टाचार होता है तो अधिकारी के साथ अब मंत्री भी जिम्मेदार होंगे। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वे अफसर जो चेतावनी के बावजूद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्हें अब सीधे बर्खास्त कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बैठक में अपना रुख साफ करते हुए मंत्रियोें और अधिकारियों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कायाकल्प के लिए जो अभियान शुरू किया है, उसमें भ्रष्टाचार के लिए कहीं भी गुंजाइश नहीं है। ऐसे में प्रदेश में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की जो नीति अपनाई गई है, उसका सख्ती से पालन किया जाएगा। विभागों में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलती हैं। जांच एजेंसियां अपना काम करती हैं, लेकिन विभागीय प्रमुख होने के नाते मंत्रियों की भी जिम्मेदारी है। वे सजग और सचेत रहें। ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलें ताकि फीडबैक मिल सके। देखने में आ रहा है कि जिन अधिकारियों को भ्रष्टाचार को लेकर बार-बार चेताया जा रहा है वे सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं, उन्हें सीधे बर्खास्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए मंत्रियों-अफसरों को ताकीद करने से ठीक तीन दिन पहले राजस्व विभाग की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए वरिष्ठ आईएएस अफसर एमके वार्ष्णेय को क्लीनचिट मिल गई। मामला लगभग 600 करोड़ रुपए कीमत की सरकारी जमीन को निजी हाथों में देने से जुड़ा है। सचिव स्तर के अधिकारी रमेश थेटे के खिलाफ सीलिंग की जमीन मुक्त करने के मामले में लोकायुक्त लंबे समय से अभियोजन की स्वीकृति मांग रहा है, लेकिन मामला फाइलों में कैद है। आईपीएस डॉ.मयंक जैन का प्रकरण जांच में ही अटका है। आईएफएस अफसर वीके सिंह के प्रकरण में लगभग दो-ढाई साल बाद बमुश्किल अभियोजन की स्वीकृति मिली है। सिंहस्थ 2004 के दौरान मेला अधिकारी रहे विनोद शर्मा के खिलाफ लोकायुक्त ने कार्रवाई के लिए लिखा, लेकिन सिफारिश को दरकिनार कर न सिर्फ शर्मा को आईएएस अवार्ड हुआ, बल्कि लगातार महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाती रही। डॉ.एएन मित्तल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के तमाम दस्तावेज मिलने के बाद भी जांच ही चल रही है। इमारती लकड़ी से भरा ट्रक छोड़ने के ऐवज में आईएफएस अफसर अजीत श्रीवास्तव ने 55 लाख की रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जांच करने वाले कमेटी ने कालपी डिपो की जांच की सिफारिश की थी, जो विभाग और सरकार के बीच में झूल रही है। बताया जा रहा है कि जांच में कई बड़े और चौकाने वाले खुलासे हो सकते हैं और इसकी जद में अन्य आईएफएस अफसर भी आ सकते हैं।
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मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मध्यप्रदेश शासन के वर्ष 2017 के कैलेण्डर एवं डायरी का आज मंत्रालय में विमोचन किया। कैलेण्डर में जीवनदायिनी माँ नर्मदा की महिमा एवं प्रदेश की सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक सौंदर्य की छटाओं के आकर्षक छायाचित्र शामिल किये गये हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कैलेण्डर के आकल्पन की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विविधताओं से सम्पन्न है। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह, प्रमुख सचिव राजस्व श्री अरूण पांडे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस.के. मिश्रा और श्री अशोक वर्णवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल और श्री हरिरंजन राव, आयुक्त जनसंपर्क श्री अनुपम राजन एवं प्रमुख राजस्व आयुक्त श्री के.के.खरे आदि उपस्थित थे। कैलेण्डर में माँ नर्मदा के किनारे स्थित धार्मिक स्थलों, अमरकंटक सहित अन्य स्थलों के आकर्षक छायाचित्र शामिल किये गये हैं। साथ ही सिंहस्थ के महत्वपूर्ण दृश्य, रमणीय पर्यटक स्थल और वन्य-प्राणियों के मनोहारी चित्र भी संकलित किये गये हैं।
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'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा आज 23वें दिन आठवें पड़ाव में बरगी से रवाना होकर नरसिंहपुर पहुँची। मण्डला और जबलपुर में नर्मदा सेवा यात्रा को समाज के प्रत्येक वर्ग का समर्थन मिला। जबलपुर, मण्डला के यात्रा प्रभारी महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद और जबलपुर कलेक्टर श्री महेश चौधरी ने नर्मदा सेवा यात्रा ध्वज और कलश लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह को सौंपा। जबलपुर जिले के दक्षिण तट की सेवा यात्रा का ध्वज जब नरसिंहपुर जिले की सीमा पर सनेर नदी पर सौंपा गया तो यात्रा में चल रहे यात्रीगण, साधु-संत भावुक हो गये। नर्मदा सेवा यात्रा 11 दिसम्बर को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में शुरू हुई। यात्रा नर्मदा तटीय जिलों के 1100 ग्राम से होकर अपने उद्गम-स्थल अमरकंटक पहुँचेगी। नरसिंहपुर में लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने यात्रा की अगवानी करते हुए कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा ने जन-आंदोलन का रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी काम के लिये समाज इकट्ठा हो जाये, तो कठिन से कठिन काम को आसानी से पूरा किया जा सकता है। प्रदेशवासियों द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये लिया गया संकल्प देश के लिये मिसाल बनेगा। नर्मदा सेवा यात्रा आज नये वर्ष के दूसरे दिन नरसिंहपुर जिले के ग्राम कुकलाह, खमरिया होकर झाँसी घाट पहुँचेगी। नर्मदा सेवा यात्रा में आज सांसद राव उदय प्रताप सिंह, सांसद श्री प्रह्लाद पटेल, विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह, श्री जालम सिंह पटेल, श्री संजय शर्मा और स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि शामिल हुए। नर्मदा सेवा यात्रा में नर्मदा नदी की स्वच्छता की बात तो की जा रही है, इसके साथ ही अनेक सामाजिक मुद्दे, जिनमें जैविक खेती, उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, गौ-संरक्षण और गौ-संवर्धन, नशामुक्ति, छायादार और फलदार पौधों के वृक्षारोपण को भी शामिल किया गया है। इन मुद्दों पर यात्रा के दौरान ग्रामवासियों की चौपाल लगाकर चर्चा की जा रही है। यात्रा जिन मार्गों से गुजर रही है, वहाँ महिलाओं और बालिकाओं के समूह रांगोली बनाकर यात्रा का अभिनंदन कर रहे हैं। यात्रा के साथ चल रहे प्रबुद्धजन ग्रामीणों को नर्मदा को स्वच्छ रखने का संकल्प भी दिला रहे हैं। नर्मदा सेवा यात्रा को लोक-नृत्य एवं लोक-भजनों से भी समर्थन दिया जा रहा है।
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नागरिक क्षेत्र में 413 लोक सेवा केन्द्र संचालित मध्यप्रदेश में लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम में नागरिक अधिकारों को मजबूत किया गया है। अधिनियम के दायरे में 23 विभाग की 164 सेवाओं को लाया गया है। इनमें से 110 सेवाएँ नागरिकों को ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं। प्रदेश में नागरिकों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिये सभी विकास खण्ड, तहसील एवं नागरिक क्षेत्र में 413 लोक सेवा केन्द्र पी.पी. मॉडल पर संचालित किये जा रहे हैं। राज्य सरकार ने एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क को भी लोक सेवा गारंटी के अन्तर्गत सेवा देने के लिये अधिकृत किया है। नागरिकों को अब ऑनलाइन डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट प्रदान किये जा रहे हैं। समस्त डिजिटल हस्ताक्षरित सर्टिफिकेट एक कॉमन रिपॉजिटरी वेबसाइट mpedistrict पर उपलब्ध है। सरकारी प्रक्रियाओं को सरल बनाकर स्व-घोषणा-पत्र के आधार पर स्थानीय निवासी और आय प्रमाण-पत्र जारी किये जा रहे हैं। राज्य सरकार का यह कदम लोक सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। प्रदेश में स्कूलों के छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण-पत्र प्रदान करने के लिये अभियान चलाया गया। अब तक एक करोड़ 10 लाख जाति प्रमाण-पत्र डिजिटल हस्ताक्षरित रंगीन प्रदान किये जा चुके हैं। लोक सेवा प्रबंधकों द्वारा लोक सेवा गारंटी अधिनियम में सीएम हेल्पलाइन 181 का जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन्टीग्रेशन प्रक्रिया नागरिकों को राज्य शासन से संबंधित अधिक से अधिक सेवाएँ समय-सीमा में सरलता से और आसानी मिल सके, इसके लिये इन्टीग्रेशन प्रक्रिया अपनाई गई है। नवीन नीति अनुसार लोक सेवा केन्द्रों के जरिये दी जाने वाली सभी सेवाएँ एम.पी. ऑनलाइन, कियोस्क के माध्यम से तथा एम.पी.आनलाइन की चिन्हित सेवाएँ लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से प्रदान की जा रही है। लोक सेवा केन्दों एवं एम.पी.आनलाइन के इंटीग्रेशन प्रक्रिया, नवीन पेमेंट गेटवे तथा सी.एम.हेल्पलाइन के संबंध में लोक सेवा प्रबंधकों और एम.पी.ऑनलाइन टीम को प्रशिक्षण दिया गया है। सेवाओं की गुणवत्ता को बनाने के लिये जिला प्रबंधक एंव एम.पी. ऑनलाइन को-ऑर्डिनेटर को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। यह मास्टर ट्रेनर अपने-अपने जिलों में लोक सेवा केन्द्रों एवं एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क आपरेटर्स को जिला स्तर पर आर.सी.बी.सी. सेंटर से इस प्रोजेक्ट में प्रशिक्षण देंगे।
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नोटबंदी को लेकर विपक्ष की ओर से श्वेतपत्र की मांग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद जनता से रूबरू होकर स्थिति स्पष्ट करेंगे। 31 दिसंबर की शाम वह राष्ट्र के नाम संबोधन में नोटबंदी के बाद जनता के मन में उठ रहे सवालों का जवाब देंगे। काला धन पर वार का भी जिक्र करेंगे और यह भी बताएंगे कि नए नोटों को लेकर स्थिति पूरी तरह सामान्य होने में बहुत लंबा वक्त नहीं है। इस बीच, बैंकों में शुक्रवार तक ही पांच सौ और एक हजार रुपये के पुराने नोट जमा किए जा सकेंगे। अपने संबोधन के दौरान मोदी डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए कुछ घोषणाएं भी कर सकते हैं। उनके भाषण में यह भी जिक्र होगा कि उन्होंने 50 दिन का वक्त मांगा था। वह पूरा हुआ तो हालात बदलने लगे हैं। आठ नवंबर को राष्ट्र के नाम संबोधन में ही उन्होंने नोटबंदी का एलान किया था। इस बीच पूरी राजनीति इसी के आसपास सिमटी रही। खुद प्रधानमंत्री ने कई रैलियों में इसका जिक्र किया।30 दिसंबर को वह दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में डिजिधन मेला में भी होंगे, जहां डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए लॉटरी निकाली जाएगी। जाहिर तौर पर प्रधानमंत्री वहां भी कुछ कहेंगे। लेकिन 31 दिसंबर को औपचारिक रूप से पूरी स्थिति बयां होगी। नोटबंदी को सफल बनाने के लिए भाजपा के साथ-साथ सरकारी तंत्र भी लगातार काम कर रहा था। वे लोग जनता के बीच उठ रहे सवालों का जवाब भी दे रहे थे। पार्टी और सरकार के पास इसका पूरा फीडबैक है। अब मोदी नए नोटों की उपलब्धता, निकासी की सीमा, कारोबार की स्थिति, अर्थव्यवस्था की वर्तमान और भावी दिशा जैसे कई सवालों का जवाब दे सकते हैं। मोदी इसका एलान भी कर सकते हैं कि आधार लिंक के साथ लेनदेन करने वाले व्यापारी को हर ट्रांजेक्शन पर 10 रुपये की छूट मिलेगी। वह बताएंगे कि डिजिटल लेनदेन भी जीवन में बदलाव लाएगा। ऐसी कुछ अन्य घोषनाएं भी शामिल हो सकती हैं। इसी में प्रधानमंत्री बेनामी संपत्ति पर वार की भी बात करेंगे। नोटबंदी तो मुख्य मुद्दा होगा लेकिन साल के आखिरी संबोधन में वह पूरे वर्ष की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का भी जिक्र कर सकते हैं। सर्जिकल स्ट्राइट भी इसका हिस्सा होगा और कूटनीति भी।
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आम आदमी कह सकता है कि कोई कार खरीदे, सरकार को इसमें दखल का क्या हक है? ये व्यक्ति की आर्थिक आजादी व जीवनशैली पर राजकीय हस्तक्षेप है। मगर जब हम इस आंकड़े से रूबरू होते हैं कि देश में दस लाख सालाना आय घोषित करने वालों की संख्या चौबीस लाख है, मगर हर साल पच्चीस से सत्ताइस लाख कारें पिछले तीन सालों में खरीदी गईं। जिनमें पैंतीस हजार लग्जरी कारें हैं। यह आंकड़ा चौंकाता है कि हर साल देश में आयकर रिटर्न भरने वाले 3.65 करोड़ लोगों में से केवल 5.5 लाख लोगों ने ही पांच लाख रुपये से अधिक का आयकर दिया। वैसे भी यह बड़ी चिंता की बात है कि 125 करोड़ के देश में आयकर देने वाले इतने कम? यही चिंता सरकार को है कि कैसे आयकर का दायर बढ़ाया जाये। दरअसल, आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद कारों की खरीद में अचानक उछाल आया है। यही वजह है कि आयकर विभाग ने कार डीलरों को कार खरीदने वालों, भुगतान के माध्यम और कार श्रेणी की बाबत जानकारी मांगी है। दरअसल लोगों ने पुराने नोट खपाने के लिये महंगी कार खरीदी और कार डीलरों ने पुरानी डेट में खरीद दिखाकर कार की डिलीवरी कर दी। दरअसल कार की बिक्री में आये अप्रत्याशित उछाल ने आयकर विभाग को संदेह का मौका दिया। सरकार की लग्जरी कारों पर ज्यादा नजर है। इतना ही नहीं, सरकार ने पुराने नोटों से एलआईसी का तीन साल का प्रीमियम जमा करने वालों की बाबत भी पूछताछ की है। शिकायत मिली है कि लोगों ने काले धन का इस्तेमाल कई सालों का पॉलिसी प्रीमियम जमा करने में किया। वास्तव में काले धन की रोकथाम में सरकार की कोशिश को पलीता लगाने के लिए चतुर-चालाक लोगों ने हर विकल्प अपनाया। कमोबेश यही कहानी प्रॉपर्टी की खरीद में दोहराई गई। नोटबंदी की घोषणा के बाद लोगों ने बड़ी संख्या में फ्लैट, मकान व प्लॉट खरीदे। बिल्डरों ने इसकी पिछली तिथियों में खरीद दिखाई। सरकार ने इस कोशिश के बाद बारह शहरों में चार दर्जन बिल्डरों को नोटिस जारी किये हैं। नि:संदेह सरकार की दखल की हर कोशिश को तार्किक आधार नहीं दिया जा सकता। मगर यहां एक सवाल कचोटता है कि सवा अरब के इस देश में कितने लोग आयकर दे रहे हैं और कितने लोग आयकर से बचने के लिये चोर रास्तों की तलाश कर रहे हैं।
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रीवा में गरीब कल्याण एवं अन्त्योदय मेला में मुख्यमंत्री विकास के साथ रोजगार के नये अवसर सृजित करने के कार्य प्राथमिकता और योजनाबद्व तरीके से किये जाकर युवा पीढ़ी को प्रदेश के विकास में सहभागी बनाया जाये। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा जिले के मनिकवार ग्राम में गरीब कल्याण एवं अन्त्योदय मेले में यह बात कही। इस अवसर पर उन्होंने 35 हजार हितग्राहियों को करीब करोड़ों रूपये के हितलाभ पत्र और सामग्री वितरित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में 2 करोड़ 32 लाख की लागत के विकास और निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी किया। उद्योग एवं खनिज मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनका उद्देश्य गरीबों और समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को लाभ पहुँचाना है। इसीके मद्देनजर विभिन्न प्रकार की योजनाएँ बनायी गयी हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि प्रगति और विकास के मापदण्ड से ही प्रदेश को उन्नतिशील बनाने का हर कार्य होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विन्ध्य की उर्वरा भूमि को आने वाले वर्षों में बाणसागर के पानी से सिंचित कर दिया जायेगा। उन्होंने औषधीय खेती के साथ ही फलों की खेती कर उन्नतिशील कृषक बनने की बात किसानों से कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएँ अपने खाली समय का सदुपयोग करें और आजीविका मिशन को अपनी उन्नति का माध्यम बनायें। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गरीबों को घर बनाने के लिये भूमि देने और मकान बनाने की योजना बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि 1.20 लाख से मकान और 12 हजार रूपये से घर में शौचालय के निर्माण की राशि शासन द्वारा मुहैया करायी जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पढ़ाई के लिये बेटे-बेटियों को किताबें, छात्रवृत्ति, साइकिल, लैपटाप और स्मार्टफोन देने का काम भी किया जा रहा है। अस्पतालों में निःशुल्क इलाज के साथ हाथठेले वालों के लिये ई-रिक्शा देने का काम भी किया जा रहा है। उन्होंने घर-घर में शौचालय बनवाने, अपने आसपास साफ-सफाई रखने और वर्ष में कम से कम एक पेड़ लगाकर उसे जीवित रखने का आव्हान लोगों से किया। मुख्यमंत्री ने नशामुक्त गाँव बनाने और कैशलेस व्यवस्था का अधिक से अधिक उपयोग करने की बात कही। मुख्यमंत्री चौहान ने घोषणा की कि रायपुर-सीतापुर मार्ग को उन्नत सड़क के तौर पर सौ करोड़ रूपये की लागत से बनाया जायेगा। उन्होंने शासकीय विद्यालय खैरा, पूर्वा और रायपुर के उन्नयन की घोषणा भी की। आजीविका मिशन का बैंक लिंकेज कराये जाने, शासकीय हायर सेकण्ड्री स्कूल मनिकवार के नये भवन का निर्माण, स्कूल के खेल मैदान को मिनी स्टेडियम बनाने, स्वास्थ्य केन्द्र खोलने, हायर सेकण्डरी शिवराजपुर का नामकरण शहीद भैरोसिंह के नाम पर करवाने सहित शासकीय महाविद्यालय नईगढ़ी और देवतालाब में अन्य विषय प्रारंभ कराने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनिकवार विद्यालय का नामकरण स्वतंत्रता सेनानी श्री बृजराज सिंह तिवारी के नाम पर किया जायेगा। सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने बाणसागर के पानी को हनुमना में भी पहुँचाये जाने की माँग की। विधायक गिरीश गौतम ने कहा कि शासन की जन-कल्याणकारी और आमजन हितैषी योजनाओं की जानकारी देने के उद्देश्य से उन्होंने देवतालाब क्षेत्र में साइकिल यात्रा की। श्री गौतम ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को विकास पुरूष बताया और क्षेत्र की समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खुद मारपीट का खुलासा किया मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इमरजेंसी के दौरान अपने साथ हुई पुलिस मारपीट का खुलासा किया तो जमकर ठहाके लगे । इंदौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में बोलते हुए शिवराज सिंह ने अपनी पुलिस पिटाई का खुलासा किया। मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि इमरजेंसी के दौरान भोपाल की हबीबगंज पुलिस ने उन्हें लॉकअप में बंद करके रातभर पीटा था। हालांकि उस पिटाई और जेल जाने के बाद वे ऐसे मामलों में पूरी तरह ट्रेंड हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि, हम लोग विद्यार्थी परिषद के चुनाव में कॉलेज में लड़वाने के लिए पहलवान लेकर जाते थे। तब जाकर कांग्रेस से मुकाबला कर पाए। शिवराज ने खुलासा किया कि ABVP का काम करते हुए संगठन मंत्री के नाते स्वयंसेवकों के घर जाकर भोजन करना पड़ता था। ऐसे में मराठी परिवारों में रोटी मांगने में बड़ा संकोच होता था। मुख्यमंत्री ने युवाओं का आह़्वान किया है कि वे जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिये आगे आएं और समाज और सरकार के कार्य में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए देश का सबसे बड़ा महा-अभियान 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा राज्य सरकार ने शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए प्रदेश की जीवन-रेखा नर्मदा नदी के पानी को न केवल शुद्ध बनाया जाएगा, बल्कि इसके संरक्षण के लिए तटों के दोनों ओर पौधे भी लगाए जाएंगे। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे इस यात्रा में सक्रिय भागीदारी निभाएं। चौहान ने कहा कि यह अभियान धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक अभियान है। इसके सफल होने से प्राकृतिक आपदाओं से बचने के साथ ही लोगों के जीवन और पर्यावरण में सुधार आएगा। चौहान ने कहा कि अच्छे संगठन में काम करने से नेतृत्व क्षमता विकसित होती है। साथ ही जीवन में नियोजन, शुचिता और अनुशासन सीखने को मिलता है। उन्होंने अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि संघर्ष से जीवन में बहुत कुछ सीखा जा सकता है। कार्यक्रम के अध्यक्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र की अनुभूति से समस्याओं का समाधान आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज जो नेतृत्व देश को मिला है, उससे विश्व में मान-सम्मान और आदर बढ़ा है। कार्यक्रम को सुनील आम्बेकर और शशिरंजन अकेला ने भी संबोधित किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में प्रदेशव्यापी नगर उदय अभियान का शुभारम्भ किया। यह अभियान 25 दिसम्बर से 5 फरवरी तक तीन चरणों में चलेगा। उन्होंने स्थानीय भारत माता चौराहे से पॉलीटेक्निक चौराहे तक 2.2 किलोमीटर स्मार्ट सड़क का भूमि पूजन किया और इस सड़क का निर्माण अगले नौ महीने में पूरा करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने छह नगर उदय अभियान रथों एवं 51 ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने भोपाल नगर निगम द्वारा पी.ओ.एस. मशीन से संपत्तिकर आदि का भुगतान करने की सुविधा का भी शुभारम्भ किया।श्री चौहान ने कहा कि नगर उदय अभियान के अंतर्गत हर वार्ड में नागरिक सभाएँ होंगी। इनमें सरकार की नगरीय कल्याण एवं अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा नागरिकों के साथ बैठकर की जाएगी। नागरिकों से सुझाव लिए जाएंगे और संभावित हितग्राहियों की सूची तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार सही अर्थों में लोगों की सरकार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नगरीय विकास के 83 हजार करोड़ रुपए के काम स्वीकृत किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भोपाल में स्मार्ट सिटी के काम की शुरूआत स्मार्ट सड़क के भूमिपूजन के साथ हो रही है। यह शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजना में सभी शहरों के विकास के लिए राशि दी जाएगी। भोपाल के लिए 100 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों और नगर निकायों के अध्यक्षों, पार्षदों से आग्रह किया कि वे नगर उदय अभियान को उत्साहपूर्वक नेतृत्व प्रदान करें। उन्होंने कहा कि नगरीय कल्याण के कामों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने या किए जाने पर दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। इस अभियान में हितग्राहियों को राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। लाभ वितरण के कार्यक्रम पूरे प्रदेश में एक साथ आयोजित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे नगर अभियान के दौरान आकस्मिक निरीक्षण करेंगे और और दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि भोपाल का हर कोना साफ होना चाहिये। चाहे अस्पताल हों या अन्य सार्वजनिक स्थल हों। नागरिकों के सहयोग से सफाई का पूरा ध्यान रखा जायेगा। लापारवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि घरों में काम करने वाली बाईयों, हाथ ठेला चलाने वालों, केश शिल्पियों, सब्जी बेचने वालों, मजदूरी करने वालों और अन्य छोटे-छोटे काम करके वालों की आजीविका बढाने और उनकी समस्याओं पर भी इस अभियान के दौरान चर्चा होगी। राजस्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार की कार्य संस्कृति में बदलाव आया है। अब सरकार खुद हितग्राहियों के पास जा रही है। इसके पहले ग्रामोदय अभियान में ग्रामीण परिवारों को लाभान्वित किया गया था। उन्होंने कहा कि यह लोगों की सरकार है। भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राज्य और केन्द्र की सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ इस अभियान के दौरान पात्र हितग्राहियों को दिलवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि योजनाओं के प्रचार रथ भोपाल जिले के सभी वार्डों में पहुँचेंगे। नये हितग्राहियों की सूची बनाई जायेगी। नागरिकों के साथ बैठकर योजनाओं की समीक्षा होगी। इसके लिये अधिकारियों के दल बनाये गये हैं जो अभियान के दौरान लोगों तक पहुँचेंगे। सभी वार्डों में हाकर्स कार्नर बनाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि भोपाल नगर निगम में कैशलैश लेनदेन को प्रोत्साहित करने और करों भुगतान की सुविधा देने के लिये विशेष प्रकोष्ठ बनाया गया है। उन्होंने भोपाल को स्वच्छ बनाये रखने के लिये उठाये गये कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि नागरिकों के सहयोग से भोपाल को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि ई रिक्शा से बेरोजगार नौजवान रोजगार से जुड गये हैं। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, श्री बाबूलाल गौर, सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, भोपाल सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, बीडीए के अध्यक्ष श्री ओम यादव, भोपाल संभागायुक्त श्री अजातशत्रु, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन श्री मलय श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल, कलेक्टर श्री निशांत बरवडे, नगर निगम आयुक्त श्रीमती छवि भारद्वाज, वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की धरती पर जन्म लेने वाले हर गरीब व्यक्ति को जमीन उपलब्ध करवाने के लिये कानून बनेगा। उन्होंने कहा कि आवास बनाने के लिये भी सरकार मदद करेगी। श्री चौहान भिण्ड जिले के फूप नगर में अंत्योदय मेला और सेतु शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना में आवास निर्माण के लिये एक लाख 20 हजार रुपये हितग्राही को दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायत क्षेत्र में परिवार के पास शौचालय नहीं है, उन्हें 12 हजार की राशि उपलब्ध करवायी जा रही है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की शिक्षा के लिये गणवेश, साइकल और 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर लेपटॉप दिये जा रहे हैं। महाविद्यालयीन छात्रों को स्मार्ट-फोन दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी और आईआईएम कॉलेज में गरीब परिवार का बच्चा भी पढ़ सके, इसकी व्यवस्था सरकार करेगी। नगर उदय अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज से शुरू हो रहे नगर उदय अभियान की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि यह अभियान नागरिकों को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ बनायेगा और इसका विस्तार होगा। श्री चौहान ने मेले में हर घर में शौचालय बनाने, बेटा-बेटियों में भेदभाव नहीं करने, हर बेटी को स्कूल भेजने, गाँव को नशामुक्त बनाने और एक पौधा जरूर लगाने का संकल्प उपस्थित जन-समुदाय को दिलवाया। उन्होंने मेले में आये दिव्यांगों से उनके केम्प में जाकर मुलाकात की और मिल रही सुविधाओं की जानकारी दी। केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि आम लोगों की भलाई के लिये केन्द्र और राज्य सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि चम्बल नदी पर पुल बनने से इस क्षेत्र में आवागमन सुविधाजनक होगा। इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि हर परिवार के यहाँ शौचालय बनाने के लिये हितग्राही के खाते में सीधे राशि पहुँचायी जा रही है। कार्यक्रम को सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद ने भी संबोधित किया। घोषणाएँ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मेले में जिले के विकास के लिये कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ भी कीं। उन्होंने 24 नई ग्रामीण सड़कों के निर्माण का शिलान्यास किया। नगर परिषद फूप में 8 करोड़ की लागत से नल-जल योजना। उन्होंने 30 बिस्तरीय अस्पताल की सुविधा मुहैया करवाने का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने अंत्योदय मेले में विधवा, नि:शक्त, वृद्धावस्था, कन्या अभिभावक पेंशन योजना, दिव्यांग उपकरण, साइकिल वितरण, निरामय बीमा योजना, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना, श्रम कल्याण योजनाएँ, मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री आवास मिशन, सामाजिक स्वच्छ भारत मिशन योजना, भू-धारक प्रमाण-पत्र, बीपीएल कार्ड, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, लाड़ली लक्ष्मी आदि योजनाओं के 40 हजार 736 हितग्राही को 36 करोड़ 55 लाख के हित-लाभ वितरित किये।
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पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मिसाल देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह आपातकाल लगाकर इंदिरा जी ने अपनी भूल कबूली थी वैसे ही पीएम नरेंद्र मोदी को भी अपनी भूल स्वीकार कर लेनी चाहिए। इसके साथ ही चिदंबरम ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का मजाक उड़ाने को लेकर पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मजाक उड़ाने को तो वह भी मोदी का मजाक उड़ा सकते हैं, लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे और बेहतर होगा कि मोदी पूछे गए सवालों के जवाब दें। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि मैं भी प्रधानमंत्री की तरह बोल सकता हूं और मजाक उड़ा सकता हूं लेकिन मैं ऐसा नहीं करुंगा क्योंकि वह भारत के प्रधानमंत्री हैं।
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मुख्यमंत्री ने हमीदिया अस्पताल का किया औचक निरीक्षण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज हमीदिया चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में आउट डोर मरीजों के पंजीयन, औषधि वितरण और उपचार आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इमरजेंसी वार्ड में जाकर मरीजों और उनके परिजनों से चर्चा की। उन्होंने व्यवस्थाएँ बेहतर नहीं होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री प्रभांशु कमल के स्थान पर प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह को प्रभार देने, श्री मनीष रस्तोगी को कमिश्नर चिकित्सा शिक्षा पदस्थ करने और डीन मेडिकल कालेज डॉ.उल्का श्रीवास्तव को हटाने के निर्देश दिये। गंदगी देखकर गहरा रोष व्यक्त करते हुए सफाई एजेंसी को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिकित्सालय की व्यवस्थाओं और संसाधनों को अधिक बेहतर बनाने के लिये अस्पताल की प्रशासकीय व्यवस्थाओं में आमूल-चूल परिवर्तन की जरूरत बतायी ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ मिल सके एवं उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो। उन्होंने संभाग आयुक्त, कलेक्टर भोपाल को निर्देशित किया कि अस्पताल की संचालन व्यवस्थाओं का गहराई से अध्ययन करे। रोगियों से चर्चा कर उनकी आवश्यकताओं और अपेक्षाओं की जानकारी ले। ऐसे रोगी जिनके उपचार की पर्याप्त व्यवस्थाएँ चिकित्सालय मे नहीं है, उनका विशेषज्ञों से उपचार करवाये। उन्होंने व्यवस्थाएँ बेहतर बनाने के स्थायी कदम उठाने के भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास से स्टेट हैंगर के लिये जाते समय अचानक हमीदिया अस्पताल पहुँचे, जहाँ उन्होंने निरीक्षण के दौरान आउट डोर पेशेंट पंजीयन की कतार में खड़ी महिलाओं से चर्चा की। नि:शुल्क औषधि वितरण काउंटर और कक्ष में गये। औषधि काउंटर से वितरित की जा रही दवाइयों और उनकी उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड के शौचालय का भी निरीक्षण किया जहाँ गंदगी पायी जाने पर सफाई ठेका निरस्त करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान इमरजेंसी वार्ड में भी गये। भर्ती रोगी श्री मेहताब, नत्थूराम, रज्जूलाल और रामबाई के पति श्री टीकाराम से चर्चा कर अस्पताल में मिल रही दवाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने किडनी रोगी रज्जूलाल का नि:शुल्क इलाज करवाने के लिये चिकित्सक देवपुजारी को निर्देशित किया। ड्यूटी पर तैनात जूनियर डाक्टरों से भी व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय के डाक्टरों से वे अलग से चर्चा करेंगे।
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वर्ल्ड रामायण कान्फ्रेंस में शिवराज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भगवान राम जन-मानस के रोम-रोम में और हमारी साँस में बसे हैं। वे हमारा अस्तित्व, हमारे आराध्य और हमारे प्राण हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम पर लिखित ग्रंथ रामायण अपने आप में अद्वितीय है। ग्रंथ में भगवान राम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का मनमोहक चित्रण किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज जबलपुर में वर्ल्ड रामायण कान्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भगवान राम हमारे दैनिक जीवन में इस तरह से जुड़े हैं कि ठेठ गाँव से लेकर शहरों तक में आज भी लोग आपस में मिलने पर राम-राम जरूर करते हैं। सामान्य व्यक्ति तकलीफ और दु:ख की स्थिति में अपने भगवान राम को याद करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी मूलभूत अवधारणा है कि राम समस्त जड़-चेतन में मौजूद है। एक ही चेतना पूरे ब्रह्माण्ड में व्याप्त है और वह है राम। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामायण आज के दौर में नैतिकता की प्रेरणा देने वाला सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ है। उन्होंने कहा कि रामकथा पर केन्द्रित रामायण में आदर्श माता-पिता, भाई और सेवक आदि का उल्लेख समाज के लिये प्रेरणादायक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 'नमामि देवी नर्मदे'- नर्मदा सेवा यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि नदियाँ केवल जल वाहिकाएँ नहीं, बल्कि साक्षात माँ का रूप हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की अनदेखी से जीवन-रेखा नर्मदा की जल-धार लगातार सिमटती जा रही है। मनुष्य ने निहित स्वार्थों के कारण नर्मदा के किनारे के वृक्षों को काटा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नर्मदा को पुन: वेगवती बनाने का संकल्प लिया। अब नर्मदा के दोनों तट पर बड़े पैमाने पर पौध-रोपण किया जायेगा। जन-भागीदारी से माँ नर्मदा को हम हरियाली चुनरी ओढ़ा देंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी का पानी साफ रहे, इसके लिये जगह-जगह पर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के तटों के ग्राम में अगले वर्ष से शराब की दुकाने नहीं रहेंगी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सरकार्यवाहक डॉ. कृष्णगोपाल ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम राम का जीवन चरित्र लोगों के मन में इस प्रकार बैठ गया कि वह हर दिन नया लगता है। उन्होंने कहा कि देश की कोई ऐसी प्रांतीय भाषा नहीं है, जिसमें राम के चरित्र का वर्णन न हो। कान्फ्रेंस को संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा और आयोजन समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री श्री अजय विश्नोई ने भी संबोधित किया। इस मौके पर स्मारिका का भी विमोचन किया गया। कान्फ्रेंस में परमपूज्य स्वामी श्यामदेवाचार्य जी महाराज, श्री अखिलेश गुमाश्ता, डॉ. बलराम सिंह, महापौर डॉ. स्वाति गोडबोले, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा पटेल, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव और श्री अशोक मनोध्या भी मौजूद थे।
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अमिताभ उपाध्याय जहाँ कभी भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान पोषक राजा मानसिंह तोमर, उनकी प्रेयसी मृगनयनी और सुर सम्राट तानसेन, बैजू बाबरा जैसे नाद व्रह्म के अमर साधकों की संगीत महफ़िल जमती थी, उसी गूजरी महल में सदियों के बाद फिर से संगीत सभा सजी। इस साल के तानसेन संगीत समारोह की आखिरी एवं सांयकालीन सभा गूजरी महल में आयोजित हो रही है। सभा का आगाज़ राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के ध्रुपद गायन से हुआ है।ताल चौताल और राग "यमन" में निबद्ध बंदिश के बोल हैं " चरनन सुख चिरंजीव"। यह वही ध्रुपद रचना है, जिसे गान मनीषी तानसेन ने रीवा महाराज रामचंद्र में गाया था।
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शिवराज सिंह चौहान ने किया जन-संवाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा के तटीय नगरों में जल-शुद्धिकरण के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जायेंगे। इन प्लांटों से गंदे पानी के जल-मल को अलग कर स्वच्छ पानी किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग किया जायेगा। नर्मदा के घाटों पर पूजन सामग्री एवं प्रतिमा विसर्जन के लिए विसर्जन कुण्ड बनाये जायेंगे। इसी प्रकार तटों पर प्रदूषण रोकने के लिए मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री मण्डला जिले के ग्राम चाबी में 'नमामि देवि नर्मदे'' सेवा यात्रा के अवसर पर जन-संवाद कर रहे थे। इस अवसर पर लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री एवं मण्डला जिले के प्रभारी श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक, विधायक श्री रामप्यारे कुलस्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संपत्तिया उइके, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडे और साध्वी प्रज्ञा भारती, साधु संत एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा जीवन-दायिनी है। नर्मदा तट के लोग इसकी गोद में पले-बढ़े हैं। प्रदेश के 30 प्रतिशत से अधिक लोग नर्मदा से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। नर्मदा ने जल, जीवन एवं अन्य प्राकृतिक भंडार फल-फूल-सब्जी के साथ म.प्र. को बिजली जैसे सब चीजें दी किन्तु हमने उसके तट के ही वृक्ष काट डाले, जंगल काट डाले। यह पेड़-पौधे जंगल के वृक्ष जो पानी सोखकर बूँद-बूँद कर जल नदियों में देते थे उन्हें ही नष्ट कर जल-स्तर कम कर नदियों का बहना बंद कर दिया। यदि यह नहीं रूका तो नर्मदा का प्रवाह बंद होने से मध्यप्रदेश भी सुरक्षित नहीं रहेगा। इसी उद्देश्य से नर्मदा संरक्षण एवं संवर्धन के लिए यात्रा आयोजित की जा रही है। नर्मदा के दोनों तटों पर सरकारी, वन भूमि एवं किसानों की निजी भूमि में पेड़ लगाये जायेंगे और वे पेड़ ऐसे होंगे जो तट के कटाव को रोकेंगे। उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसल वाले खेतों में नर्मदा के किनारे दोनों तट पर फलदार पौधे लगायें। किसानों को फलदार पौधे में फल आने तक प्रति वर्ष 20 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर का मुआवजा दिये जाने का प्रावधान किया गया है। फल आने के बीच किसान अपनी जमीन पर अन्य फसल भी ले सकेंगे। किसानों को पेड़ लगाने की मजदूरी भी शासन देगा। नर्मदा के दोनों तट पर पौधे लगाना ही इस यात्रा का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि अभी तक मण्डला जिले में 6,376 किसानों ने पेड़ लगाने का संकल्प ले लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा की जब योजना बनी तब ऐसा लग रहा था कि यह अभियान कौन चलाएगा? तब जन-अभियान परिषद एवं साधु-संतों ने इसकी शुरूआत का आश्वासन दिया और अब मात्र दस दिनों में लोगों के समूह के समूह यात्रा के साथ हैं। यात्रा का संयोजन तो सरकार ने किया किन्तु अब समाज ने इसे अपने हाथ में ले लिया है। मुख्यमंत्री ने बेटी बचाने के संदेश को देते हुए कहा कि आज भी माताएँ हेण्डपंप से पानी लाने बेटे को नहीं बेटियों को भेजती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में सरकार पाइप लाइन डालकर जल प्रदाय करेगी। अब बेटी हेण्डपंप नहीं चलायेगी। उन्होंने नागरिकों को बेटी और बेटे में समानता का भाव रखने की सलाह देते हुए कहा कि यदि बेटी नही बचाओगे तो बहू कहाँ से लाओगे। इसका संतुलन जरूरी है यदि असंतुलन हुआ तो सृष्टि नहीं चलेगी। बेटियों के लिए शासन ने जन्म से उनके विवाह तक की सुविधाएँ दी हैं। अब पुलिस में भी 33 प्रतिशत पदों पर बेटियों की भरती होगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को नशा नहीं करने की सलाह दी। इससे प्रेरित होकर लगभग 150 लोगों ने नशा नहीं करने का संकल्प लिया। जन-संवाद के दौरान ही उपस्थित जन-समूह को मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प दिलाया गया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने नर्मदा सेवा यात्रा के ध्वज का पूजन कर माँ नर्मदा की आरती की। मंच पर मुख्यमंत्री द्वारा कन्या-पूजन एवं साधु-संतों का शाल-श्रीफल एवं फूल-मालाओं से स्वागत किया गया।
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मुख्यमंत्री चौहान ने की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जेलों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहे। उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम बेहतर उपयोग हो। श्री चौहान भोपाल में जेल विभाग की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जेलों की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबन्द हो। सुरक्षा के मापदंडों का कड़ाई से पालन हो। प्रभावी मानीटरिंग, सतर्क चौकसी की दक्ष कार्य-प्रणाली विकसित की जाये। जेलों की प्रशासनिक व्यवस्थाओं का युक्तियुक्तकरण किया जाये। उन्होंने घनी आबादी में स्थित जेलों को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिये प्रस्ताव तैयार करने और प्रदेश में हाई- सिक्यूरिटी हाई-टेक जेल की जरूरत पर भी चर्चा की। छत से पूरी बंद जेल, अण्डा सेल के निर्माण की संभावनाएँ तलाश करने के निर्देश दिये। बैठक में जेलों की संचालन व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए किये गये कार्यों की जानकारी दी गई। जेलों में तकनीकी सुरक्षा, संस्थागत सुरक्षा और सैन्य बल सुरक्षा से संबंधित शार्ट एवं लांग टर्म प्रयासों की कार्य-योजना भी प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर जेल मंत्री सुश्री कुसुम महदेले, मुख्य सचिव श्री बी.पी.सिंह. अपर मुख्य सचिव गृह श्री के.के.सिंह, प्रमुख सचिव जेल श्री विनोद सेमवाल, पुलिस महानिदेशक श्री आर.के.शुक्ला, जेल महानिदेशक श्री संजय चौधरी और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत एक अदभुत राष्ट्र है। निकट भविष्य में भारत ही विश्व समुदाय का पथ-प्रदर्शक बनेगा। यहाँ वैचारिक मतभेद का भी सम्मान किया जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व के कई देशों में भिन्न मत रखने वाले संत पुरूषों को भी दण्ड भोगना पड़ता है। श्री चौहान समन्वय भवन में कथारूप में दीनदयाल कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन दीनदयाल शोध संस्था नई दिल्ली द्वारा किया गया था। मुख्यमंत्री ने नर्मदा सेवा-यात्रा की चर्चा करते हुये सभी नागरिकों को इसमें भाग लेने के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा के तटों के आसपास शराब की दुकान नहीं खोली जायेंगी। पूजन-सामग्री से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिये पूजन कुण्ड बनाये जायेंगे। कथा रूप में दीनदयाल के प्रयास को राष्ट्र का नवनिर्माण करने वाला प्रयास बताते हुये कहा कि पंडित दीनदयाल जी ने राष्ट्र के लिये एकात्म मानववाद के दर्शन का अनूठा उपहार दिया है। श्री आलोक कुमार ने राष्ट्र की अवधारणा का चित्रण किया और एकात्म मानववाद की व्याख्या की। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने कथा रूप में दीनदयाल कार्यक्रम की प्रासंगिकता की चर्चा की। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह, उच्च शिक्षा एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती ललिता यादव, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, भोपाल नगर पालिक निगम के महापौर श्री आलोक शर्मा एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रातः ग्राम-रैपुरा में माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की। उन्होंने नर्मदा की महाआरती की और भजन-कीर्तन में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने नर्मदा तट पर नर्मदा ध्वज का पूजन एवं वृक्षारोपण किया। उपस्थित जन-समुदाय एवं भक्तों ने हर-हर नर्मदे एवं नर्मदा मैया की जय-जयकार के नारे लगाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रारम्भ की गई नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा को विदेशों में भी भारी जन-समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि नोबल पुरूस्कार विजेता, आध्यात्मिक धर्मगुरू श्री दलाई लामा एवं समाजसेवी श्री अन्ना हजारे जैसे लाखों लोगों ने इसकी प्रशंसा की है। यात्रा को लेकर उनके पास विदेशों से भी पत्र आए हैं, जिनमें सेवा यात्रा की जमकर तारीफ की गई है। वृक्षारोपण से बढ़ेगा जल-प्रवाह मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा हमारे प्रदेश की जीवन-रेखा है। नर्मदा का हमारे जीवन से गहरा जुड़ाव है। धर्म ग्रंथों में नर्मदा को हमारी जननी एवं माता माना गया है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी का जल-प्रवाह कम होने तथा जल प्रदूषित होने से इसका संरक्षण करना जरूरी है। नर्मदा का जल-प्रवाह बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण किया जायेगा और नर्मदा ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जायेंगे। सेवा यात्रा में रैलियाँ निकालकर एवं जन-संवाद कर लोगों को नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के बारे में संकल्प दिलवाया जा रहा है। नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए विशाल जनसमूह उमड़ पड़ा है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए नर्मदा के घाटों में हवन कुण्ड, मुक्ति धाम एवं चेंजिंग रूम बनाये जायेंगे। केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि 'नमामि देवी नर्मदे'' सेवा यात्रा जैसा विश्व में कोई दूसरा अभियान नहीं है। इसे सभी लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस सेवा यात्रा में सभी लोग शामिल होकर पुण्य लाभ ले रहे हैं।
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अमिताभ उपाध्याय ग्वालियर में ग्वालियर घराने के मूर्धन्य गायक पंडित एल के पंडित को वर्ष-2015-16 और सुप्रतिष्ठित पखावज वादक पंडित डालचंद शर्मा को वर्ष 2016-17 का राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण दिया गया। उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने दोनों कलाकारों को सौंपा अलंकरण।सम्मान के रूप में 2-2 लाख रूपये और सम्मान पट्टिकाएं भेंट की गईं।इस मौके पर नगर निगम सभापति राकेश माहौर, प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव, संभागायुक्त एस एन रूपला, संचालक संस्कृति राजेश मिश्रा, कुलपति राजा मानसिंह संगीत एवं कला विश्व विद्यालय प्रो लवली शर्मा, प्रभारी कलेक्टर शिवराज वर्मा मौजूद थे। छैलवा न डारो रे गुलाल... इसके बाद राग सिंधु भैरवी में जब किराना घराने की गायिका सुश्री शाश्वती बागची कोलकता ने ठुमरी " छैलवा न डारो रे गुलाल" तो संगीत रसिक सुरों की बारिश से सराबोर हो गए। तानसेन समारोह की दूसरी एवं आज की पहली सभा में उन्होंने यह प्रस्तुति दी। उन्होंने राग ' गुजरी तोड़ी' से अपने गायन की शुरुआत की। विलंबित एक ताल में बंदिश केबोल थे " जा जा रे पथिकवा"। इसी कड़ी में द्रुत गति में ख्याल " मानो मानो मोरी बात" सुनाया। इनके साथ तबला पर श्री विश्वजीत देव, सारंगी पर उस्ताद मुन्ने खां व हारमोनियम पर जनाब जाकिर धौलपुरी ने संगत की। वायोलिन की मिठास में डूबे संगीत रसिक तानसेन समारोह सुरों की बारिश से सराबोर है। सेनिया घराने वायोलिन वादक श्री शरतचंद श्रीवास्तव ने राग "शुद्ध सारंग" से अपने वायोलिन वादन की शुरुआत की है। उनके वायोलिन से झर रहे सुरों की मिठास में रसिक डूबे हुए हैं। तबले पर श्री प्रशांत द्विवेदी कमाल की संगत कर रहे हैं। आज पहली सभा का आगाज़ भी पारंपरिक ढंग से शंकर गान्धर्व संगीत महाविद्यालय द्वारा ध्रुपद गायन से की गई। ग्वालियर के फाइन आर्टस कालेज में तानसेन समारोह के मौके पर लगी रंग संभावना प्रदर्शनी आज से शुरू हो गई।प्रदर्शनी का शुभारंभ संभागीय कमिश्नर एस एन रूपला,प्रभारी कलेक्टर शिवराज वर्मा,राजा मानसिंह विश्वविघालय की कुलपति प्रो लवली शर्मा,कालेज की जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष विनय कुमार अग्रवाल व संस्कृति विभाग की उप संचालक वंदना पांडे ने दीप प्रज्जवलित कर किया।इस मौके पर प्राचार्य कमलेश ओहदार व निदेशक मधुसूदन शर्मा भी उपस्थित थे।बाद में सस्कृति विभाग के सचिव राजेश मिश्रा ने भी अवलोकन किया।
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मुख्यमंत्री चौहान ने डिण्डोरी में की घोषणा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा में डिण्डोरी में आयोजित संवाद कार्यक्रम में कहा कि अब नर्मदा नदी के तट पर शराब की दुकान नहीं खोली जायेंगी। उन्होंने कहा कि स्वस्थ एवं नशा-मुक्त समाज बनाने के लिये सभी लोगों को नशा-मुक्त होना जरूरी है। नहीं लगेंगे यूकेलिप्टिस के पेड़ मुख्यमंत्री ने कहा कि डिण्डोरी जिले में यूकेलिप्टिस के पेड़ नहीं लगाये जायेंगे। उन्होंने किसानों से फलदार वृक्ष लगाने और बहनों से अपने भाइयों के साथ ही पेड़ों को भी राखी बाँधने का आग्रह किया। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के दोनों तट में एक किलोमीटर के दायरे में पौध-रोपण कर पूरे क्षेत्र को हरा-भरा बनाया जायेगा। वन विभाग की भूमि पर वन विभाग एवं राजस्व विभाग की भूमि पर राजस्व विभाग पौध-रोपण करवायेगा। किसानों को फलदार वृक्ष लगाने पर 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर तीन वर्ष तक सहायता राशि दी जायेगी। ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी में मल-जल को मिलने से रोकने के लिये ट्रीटमेंट प्लांट बनवाये जायेंगे। उन्होंने सभी घर में शौचालय का निर्माण करवाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने नर्मदा नदी में फल-फूल एवं पूजन सामग्री नहीं डालने का आग्रह किया। पूजन सामग्री के लिये नर्मदा नदी के तटों पर पूजन-कुण्ड बनाये जायेंगे। उन्होंने नर्मदा नदी में शव प्रवाहित नहीं करने का आग्रह किया। श्री चौहान ने कहा कि अंतिम संस्कार के लिये मुक्तिधाम बनाये जायेंगे। घाटों में महिलाओं की सुविधा के लिये चेंजिंग-रूम बनवाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने सेवा यात्रा में शामिल कला-मण्डलियों को 5-5 हजार रुपये देने के निर्देश दिये। कार्यक्रम को जिला प्रभारी मंत्री एवं किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने की तीन किलोमीटर पैदल यात्रा सेवा यात्रा के छठवें दिन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डिण्डोरी में लगभग तीन किलोमीटर की यात्रा की। यात्रा में हजारो हजार नागरिक उत्साह से शामिल हुए। यात्रा में स्थानीय कलाकार, लोक-नृत्य गुदुम, कर्मा और शैला-नृत्य करते हुए चल रहे थे। सेवा यात्रा में शामिल लोगों में नर्मदा नदी के जल की स्वच्छता एवं संरक्षण के प्रति अपार उत्साह नजर आ रहा था। यात्रियों के लिये स्वल्पाहार और पेयजल के स्टॉल भी लगाये गये थे। मुख्यमंत्री ने की नर्मदा मैया की पूजा-अर्चना मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सपत्नीक नर्मदा नदी के डेम घाट में नर्मदा मैया की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर नर्मदा मैया की महाआरती उतारी गयी ओर भजन-कीर्तन हुआ। श्री चौहान ने कहा कि भक्तगण एवं सभी श्रद्धालु रोजाना नर्मदा मैया की साफ-सफाई करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश शासन नर्मदा नदी के जल के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये काम रहा है। मुख्यमंत्री ने नर्मदा नदी के तट के घाटों का भी अवलोकन किया। इस दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा श्रम मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति प्रकाश धुर्वे, विधायक श्री ओमकार मरकाम, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला मार्को, जन-अभियान समिति के अध्यक्ष श्री संजय साहू, संत अखिलेश सर्वानंद, भैयाजी सरकार, गिरी महाराज, अन्य जन-प्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान डिण्डोरी में यात्रा में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा के छठवें दिन डिण्डोरी पहुँचे और जेल तिराहा से उत्कृष्ट विद्यालय तक यात्रा में शामिल हुए। लगभग 2-3 किलोमीटर की इस यात्रा में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का जगह-जगह रास्ते के दोनों ओर खड़े लोगों ने स्वागत किया। यात्रा में स्थानीय कलाकार लोक-नृत्य गुदुम, कर्मा और शैला नृत्य करते हुए चल रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की जीवन-दायिनी नर्मदा नदी के संरक्षण एवं संवंर्धन के लिए 'नमामि देवी नर्मदे'' सेवा यात्रा 11 दिसम्बर को अमरकंटक से प्रारंभ की है। सेवायात्रा के माध्यम से लोगों में नर्मदा नदी के जल की स्वच्छता एवं संरक्षण करने के प्रति आपार उत्साह एवं उमंग देखने को मिल रही है। सेवा यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मुख्यमंत्री के साथ पैदल चल रहे थे। इस दौरान डिण्डौरी जिले के लोगों ने नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा में शामिल यात्रियों के लिए स्वल्पाहार और पेयजल व्यवस्था के लिये स्टॉल भी लगाए थे।
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अमिताभ उपाध्याय ग्वालियर में तानसेन की समाधि पर शुक्रवार सुबह शहनाई वादन और ढोली बुआ महाराज की हरिकथा के साथ तानसेन समारोह की शुरुआत हुई। सच्चिदानंद नाथ ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा के बाद मौलाना इकबाल लश्कर ने मौलूद शरीफ का गायन किया। इसके बाद तानसेन और उनके आध्यात्मिक गुरु मोहम्मद गौस की मजार पर चादरपोशी हुई। तानसेन की समाधि पर सर्वधर्म सद्धाव की सरिता को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। तानसेन अलंकरण से विभूषित होंगे एलके पंडित और डालचंद शर्मा तानसेन समारोह में शाम 7 बजे ग्वालियर घराने के मूर्धन्य गायक एलके पंडित को वर्ष 2015-16 व नाथद्वारा घराने के पखावज वादक डालचंद शर्मा को वर्ष 2016-17 के तानसेन अलंकरण से विभूषित किया जाएगा। अलंकरण समारोह में अतिथियों के रूप में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री सुरेन्द्र पटवा व महापौर विवेक नारायण शेजवलकर मौजूद रहेंगे।
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हनुवंतिया बनेगा एडवेंचर टूरिज्म का अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज हनुवंतिया में सूर्योदय का नजारा देखा। अलसुबह हनुवंतिया बोट क्लब पर पहुँचकर श्री चौहान ने विपुल जलराशि से निकलने वाली लहरों का आनंद उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुवंतिया में भरे अथाह जल से उत्पन्न लहरें मन को रोमांचित और आनंदित कर देती हैं। यहाँ आकर समुद्र तट का आभास होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगभग आधा घण्टा बोट क्लब पर बिताया। इस मौके पर उपस्थित स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने स्वयं मुख्यमंत्री जी के छायाचित्र लिये। अत्यंत प्रफुल्लित श्री चौहान ने यहाँ फोटोग्राफर को भी पोज़ दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, क्षेत्रीय विधायक श्री लोकेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री के सचिव एवं एम.डी. पर्यटन विकास निगम श्री हरि रंजन राव सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, जन-प्रतिनिधि एवं पर्यटन निगम के अधिकारी मौजूद थे। अत्यंत खुशनुमा मौसम, गुलाबी सर्दी और तेज हवाओं के बीच हनुवंतिया टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स परिसर का भ्रमण भी किया। बाद में श्री चौहान हेलीकॉप्टर से भोपाल के लिये रवाना हुए। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हनुवंतिया क्षेत्र में जल पर्यटन के विकास के लिये एक व्यापक मास्टर प्लान और भी बनाया जाएगा जिसमें ओंकारेश्वर सहित धाराजी, सैलानी आदि को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे ‘मध्यद्वीप’ नाम दिया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि चार नोडल प्वाइंट को मिलाकर मास्टर प्लान बनेगा। हनुवंतिया में प्रस्तावित एक्वासिटी और जलाशय को जोड़कर विकास कार्य होगा और हनुवंतिया एडवेंचर टूरिज्म का अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र बनेगा। श्री चौहान ने हनुवंतिया का जिक्र करते हुए कहा कि यह उनका स्वयं का क्रिएशन और ब्रेन चाइल्ड है। इससे उनका मोह जुड़ा है। शासन के पूरे प्रयास होंगे कि हनुवंतिया अंतर्राष्ट्रीय नक्शे पर आए। उन्होंने हाउसबोट का जिक्र करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हाउस बोट चलने की परिकल्पना आज साकार रूप ले रही है। अब सैलानी यहाँ रात में भी पानी में सैर कर सकेंगे और रुक सकेंगे। यहाँ का शांत वातावरण हरेक व्यक्ति को सु:खद अनुभूति देता है। श्री चौहान ने कहा कि दैनंदिन की व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर व्यक्ति को सुकून के कुछ पल यहाँ जरूर बिताना चाहिए। इसके लिये हनुवंतिया जैसे स्थान सबसे उपयुक्त है। श्री चौहान ने लोगों से कहा कि यंत्रवत जीवन न जियें और अपनी दिनचर्या में से अपने परिवार के साथ भी पर्यटन का आनंद लें। उन्होंने मनुष्य जीवन में आनंद के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि आनंद की प्रतीति भीतर से उत्पन्न होती है। जीवन में उल्लास, उमंग और उत्साह का खास स्थान है। शासन के प्रयास हैं कि प्रदेश की जनता के जीवन में सुख और आनंद बढ़े। इसके लिये शासन ने आनंद विभाग का अलग से गठन भी किया है। उन्होंने लोगों का आहृवान किया कि खुद भी आनंद उठाएँ और दूसरों के जीवन में खुशियाँ लाएँ। हनुवंतिया का उल्लेख करते हुए श्री चौहान ने कहा कि यहाँ महिंद्रा हॉलिडे होम जैसी कंपनी हमारे साथ सहभागी के रूप में भूमिका निभाने जा रही है। हनुवंतिया के मास्टर प्लान से पूरा इलाका और यहाँ तक कि वन क्षेत्र भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री चौहान ने कहा कि पिछले एक साल में हनुवंतिया के विकास से आस-पास की जमीनों के भाव में इजाफा हुआ है। हमारा प्रयास हैं कि आमदनी बढ़े और रोजगार के नए-नए साधन उत्पन्न हों। इस दृष्टि से पर्यटन सर्वाधिक रोजगार वाला क्षेत्र है। श्री चौहान ने कहा कि उन्होंने अपने सिंगापुर प्रवास के दौरान सेंटोसा में इसी तरह जल-पर्यटन का केन्द्र देखा था। तभी से उन्होंने एक सपना देखा था जो हनुवंतिया के जरिये पूरा हो रहा है। सेंटोसा से ज्यादा सौन्दर्य हनुवंतिया में बिखरा पड़ा है। लगभग 950 वर्ग किलोमीटर में इसका फैलाव है। उन्होंने कहा कि उनके सपने को साकार करने में मध्यप्रदेश पर्यटन की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री चौहान ने आहृवान किया कि हम सब मिलकर मध्यप्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में बुलंदियों तक पहुँचाएँ। पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पटवा ने कहा कि हनुवंतिया के साथ अब गाँधी सागर, बाँण सागर, तवा आदि स्थानों पर भी जल-पर्यटन का विकास होगा। मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में पर्यटन केबिनेट पृथक से बनाई गई तथा नई पर्यटन नीति निवेशकों के अनुकूल तैयार कर घोषित की गई है। प्रदेश में 300 मार्ग सुविधा केन्द्र बनाए जाएँगे जिनमें से 57 का निर्माण हो चुका है। पिछले साल प्रदेश में लगभग 8 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुँचे। इसे देखते हुए पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। श्री पटवा ने कहा कि प्रदेश को विकास में नंबर एक बनाने के लिये सभी मिल-जुलकर मुख्यमंत्री श्री चौहान के मार्गदर्शन में काम करेंगे। पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री तपन भौमिक ने कहा कि आज का दिन इतिहास में दर्ज होगा जब प्रदेश को हाउसबोट की सौगात मिलने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस साल जल-महोत्सव में हमारे देश के साथ लगभग 40 से अधिक देश के पर्यटकों के आने की संभावना है। श्री भौमिक ने कहा कि मध्यप्रदेश में यदि कहीं समुद्र जैसा नजारा है, तो वह हनुवंतिया में है। एक साल में ही हनुवंतिया ने देश-विदेश में अपनी जगह बना ली है। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान सहित अतिथियों ने दीप जलाकर द्वितीय जल-महोत्सव का शुभारंभ किया। निमाड़ी लोक कलाकारों के दल ने गणगौर नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष श्री तपन भौमिक तथा सचिव पर्यटन एवं राज्य पर्यटन विकास निगम के एम.डी. श्री हरि रंजन राव ने किया। श्री राव ने हनुवंतिया के मास्टर प्लान के महत्वपूर्ण बिन्दुओं से अवगत करवाया।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा को दुनिया का अद्भुत जन-आंदोलन बनायेंगे। नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा है। इसके पानी से हमारे जीवन का गहरा जुड़ाव है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज डिण्डोरी जिले की ग्राम पंचायत गाड़ासरई में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नर्मदा नदी में कम जल-प्रवाह होने का कारण अंधाधुंध वनों की कटाई और शहरों के दूषित पानी का नदी में प्रवाहित होना बताया। इस मौके पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे और विधायक श्री ओमकार मरकाम भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी के जल से हमारे खेतों में सिंचाई होती है। इस पानी से खेतों में फसलों की पैदावार होती है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी में दूषित पानी न मिल सके, इसके लिये कार्य-योजना तैयार की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी के दोनों तटों के एक किलोमीटर के दायरे में फलदार वृक्ष लगाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों को सेवा यात्रा के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा में शामिल प्रत्येक कला-मण्डली को 5-5 हजार रुपये दिये जायेंगे। उन्होंने स्थानीय कलाकारों के लोक-नृत्य की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से नर्मदा नदी के दोनों तटों में फलदार वृक्ष लगाये जाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों को 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर फलदार वृक्ष लगाये जाने पर 3 वर्ष तक मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के तटों पर पूजन कुण्ड और मुक्तिधाम भी बनाये जायेंगे। घाटों पर वस्त्र बदलने के लिये चेंजिंग रूम भी बनेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों को स्वस्थ एवं नशामुक्त समाज बनाने में सक्रिय सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीणों को 'नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा के उद्देश्यों को पूरा करने का संकल्प भी दिलाया।
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महिदपुर किला संरक्षण के लिये मिला यूनेस्को "अवार्ड आफ मेरिट" मुख्यमंत्री चौहान को भेंट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आज भोपाल में यहाँ उज्जैन जिले के महिदपुर किले के अनुरक्षण कार्य के लिये यूनेस्को द्वारा दिया गया 'अवार्ड ऑफ मेरिट' भेंट किया गया। मुख्यमंत्री ने संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग को इस सराहनीय पहल और सम्मान के लिये बधाई दी। इस अवसर पर संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के.मिश्रा, आयुक्त पुरातत्व श्री अनुपम राजन एवं युनेस्को के प्रतिनिधि सुश्री मोए चिबा, विश्व स्मारक कोष न्यूयार्क की प्रतिनिधि सुश्री गुरमीत एस राय, और संरक्षण वास्तुविद सुश्री ऐश्वर्या टिपनीस उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने यूनेस्को के प्रतिनिधि-मंडल को हाल में नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये प्रारंभ की गई नर्मदा सेवा यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि नर्मदा के किनारे ऐतिहासिक महत्व के घाट और प्रागैतिहासिक गुफाएं हैं। इनके संरक्षण की पहल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसकी सूची बनाकर संरक्षण की कार्य-योजना बनाई जायेगी। विशेष रूप से घाटों के संरक्षण का काम प्राथमिकता से शुरू किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि यूनेस्को का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उज्जैन जिले के महिदपुर किले के अनुरक्षण कार्य के लिये यूनेस्को द्वारा दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय संरक्षण विशेषज्ञों की समिति द्वारा बैंकाक में हेरिटेज अवार्ड के लिए प्राप्त 40 प्रविष्टि में से महिदपुर किले के अनुरक्षण कार्य के लिए चयन किया गया है। प्रदेश में 492 राज्य संरक्षित स्मारक का अनुरक्षण एवं विकास कार्य स्मारक की वास्तु-कला तथा अन्य विशेषताओं को देखते हुए सावधानी से किया जा रहा है। क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित महिदपुर किले का अनुरक्षण संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय और वर्ल्ड मान्यूमेंट फण्ड की सहभागिता से किया गया है। महिदपुर किले की सुरक्षा प्राचीर, बुर्ज, प्रवेश द्वार एवं कंगूरों का अनुरक्षण किया गया है। इसका निर्माण 18 वीं शताब्दी में करवाया गया था। यह होल्कर राज्य इंदौर का एक भाग था। सन 1817 में यहाँ पर अंग्रेजों और होल्कर राज्य के बीच युद्ध हुआ था।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राजनीति के माध्यम से समाज एवं मानवता के कल्याण के लिए उल्लेखनीय योगदान पर इस वर्ष के “सूर्योदय मानवता सेवा सम्मान” पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें इंदौर में आयोजित दत्त जयंती महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित समारोह में बिहार के राज्यपाल श्री रामनाथ कोविंद एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह कार्यवाह श्री भैयाजी जोशी तथा राष्ट्रसंत श्री भय्यू महाराज ने प्रदान किया। इस अवसर पर केन्द्र एवं विभिन्न राज्यों के मंत्रियों तथा फिल्म तथा खेल जगत की ख्यातनाम हस्तियां मौजूद थीं। बिहार के राज्यपाल श्री रामनाथ कोविद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कर्मयोगी हैं। वे एकाग्रचित होकर अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिये कार्य करते हैं। विकास ही उनका एकमात्र लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि इस सम्मान से समाज के प्रति उनकी जबावदारी और अधिक बढ गयी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में समाज के सहयोग से जन-कल्याण के अनेक कार्यक्रम कारगर रूप से क्रियान्वित किये जा रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा समाज के सहयोग से विकास और जन-कल्याण के कार्यों की नई इबारत लिखी जा रही है। उन्होंने नर्मदा परिक्रमा यात्रा का उल्लेख करते हुये कहा कि यह समाज के सहयोग का बेहतर उदाहरण है। उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा अभियान पर्यावरण एवं नदी को संरक्षित करने का अभियान है। मुख्यमंत्री ने इस अभियान के विभिन्न आयामों की जानकारी दी और समाज का आहवान किया कि वे राज्य सरकार के जन-हितार्थ प्रयासों में आगे आकर सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सामाजिक न्याय की अवधारणा पर कार्य कर रही है। सरकार के हर कार्य में जन-भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। प्रजातंत्र में जनता ही सर्वोपरि है, जनता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़नवीस ने कहा की मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान अन्य राजनेताओं के लिए प्रेरणा पुंज हैं। उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। वे मानव-कल्याण के भाव से प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहे हैं। वे देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्रियों में से एक हैं और इस पुरस्कार के सच्चे हकदार हैं। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि गाय, गंगा और संस्कारनिष्ठ मानव का जीवन आनंदमयी रूप से बीते, यही हमारी कामना है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को नर्मदा परिक्रमा यात्रा प्रारंभ करने के लिये बधाई दी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह कार्यवाह श्री भैय्याजी जोशी ने कहा की सत्ता के संचालन करने वालों का जब संतों के मंच से सम्मान होता है तो समझना चाहिये के धर्म के राज्य की स्थापना हो रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री शाहनवाज हुसैन ने कहा की मुख्यमंत्री श्री चौहान गरीबों के मसीहा हैं। उन्होंने विकास की नई इबारत लिखी है। इस पुरस्कार के लिए उनका सबसे बेहतर चयन है। वे लगातार 11 वर्ष से समाज के हर वर्ग के लिए कार्य कर रहे हैं। श्री चौहान राजनीति क्षेत्र के आदर्श पुरुष हैं। राष्ट्रसंत श्री भय्यू महाराज ने स्वागत भाषण देते हुये सूर्योदय मानवता सेवा सम्मान पुरस्कार की जानकारी दी। उन्होंने कहा की यह सम्मान श्री शिवराज सिंह चौहान को देकर हम स्वयं गौरवान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा की श्री चौहान मानवता के सच्चे सेवक हैं। वे राजनीति के माध्यम से मानवता की सेवा तथा मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए अदभुत कार्य कर रहे हैं। श्री भय्यू महाराज ने अनाथ बच्चों को पिता के रूप में अपना नाम देने सहित मानवीय कल्याण के कार्यों की विभिन्न योजनाओं को लागू करने की घोषणा की। समाज कल्याण के लिये सूर्योदय ट्रस्ट ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को 39 चलित रथ भेंट किये। कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष भामरे, उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, फिल्म अभिनेता श्री विवेक ओबेराय, अंतर्राष्ट्रीय पहलवान श्री सुशील कुमार, महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, आई.डी.ए. अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी सहित जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। पार्श्व गायिका श्रीमती अनुराधा पौडवाल ने आभार माना। मुख्यमंत्री श्री चौहान को विभिन्न धर्मो के प्रमुखों ने भी आशीर्वाद दिये।
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नदियों को संवारने, प्रकृति को बचाने के लिये जागने का समय है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के दूसरे दिन माँ नर्मदा की आरती की और पाठ किया। उन्होंने यात्रियों के साथ नर्मदा नदी के तट पर यात्रा की। उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा जारी रखने वाले यात्रियों के समूह को यात्रा का ध्वज सौंपा। सुरम्य कबीर सरोवर के किनारे रात्रि विश्राम के बाद वे सुबह घाट पर स्थित संतों के आश्रम गये और पूजा की। श्री चौहान अरंडी आश्रम गये। वहाँ उन्होंने पौधरोपण किया और कबीर सरोवर पहुँचकर नाव से घाटों का भ्रमण किया। नर्मदा मैय्या का पाठ किया। वे चक्रतीर्थ आश्रम पहुँचे और संतो से भेंट की । श्री चौहान ने मीरा माई के आश्रम जाकर आशीर्वाद लिया। श्री चौहान ने कहा कि नदियाँ मानव समाज की जीवनदायिनी है, इसलिये नदियों की रक्षा के लिये समाज को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त रखने का अभियान सही अर्थों में प्रकृति और मनुष्य को बचाने का अभियान है। श्री चौहान ने नागरिकों से अपील की है कि वे नर्मदा नदी की सेवा का संकल्प लें और शुद्ध मन के साथ नर्मदा सेवा यात्रा में भाग लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य ने अपने स्वार्थ के कारण प्रकृति का नुकसान किया है। आने वाली पीढ़ियों का जीवन खतरे में है। प्रदूषण के कारण मानव समाज संकट में है। लगातार विनाश की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जागने का समय आ गया है। प्रकृति को हरियाली से संवारने का समय है। मुख्यमंत्री ने ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करने और उनकी रक्षा करने की अपील की। यात्रा में नर्मदा तटों के आस-पास के गाँवों के हजारों लोग शामिल हुए।
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नर्मदा सेवा यात्रा के पहले दिन अरण्डी आश्रम में लगी मुख्यमंत्री की चौपाल मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि माँ नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिये उसमें गदंगी प्रवाहित करने की प्रवृत्ति छोड़ना होगा। उसमें जल समाधि नहीं दें और पूजन आदि सामग्री नहीं डाले। ऐसा नहीं करें कि ले मैया ले जा, इससे माँ नर्मदा प्रदूषित होती है। श्री चौहान नर्मदा सेवा यात्रा के पहले पड़ाव में लगी चौपाल में नागरिकों से संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अरण्डी आश्रम में जन-संवाद करते हुये कहा कि उन्हें इस यात्रा की प्रेरणा डिण्डौरी में माँ नर्मदा की घटती जलधारा को देख कर मिली। यात्रा के पवित्र उद्देश्यों को बताते हुए उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के दोनों तट पर एक हजार किलोमीटर तक वृक्षारोपण किया जायेगा। इससे पर्यावरण और जल-संरक्षण और किसानों के घर समृद्धि आयेगी। किसानों के सुझावों के अनुसार पौधे तैयार किये जायेंगे तथा बरसात में वृक्षारोपण किया जायेगा। इसके अलावा तट के गाँव के हर घर में शौचालय बनवाने के लिये 12-12 हजार रूपये स्वीकृत किये जायेंगे। नगरों का गंदा पानी शुद्ध करके ही माँ नर्मदा में प्रवाहित किया जायेगा। प्रत्येक गाँव में नर्मदा सेवा समिति गठित की जायेगी। इसके अलावा मुक्ति-धाम एवं महिलाओं के वस्त्र बदलने के लिये चेंजिंग रूम बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि नशा नाश की जड़ है इसीलिये नशामुक्ति का संदेश दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने यात्रा में समाज के हर वर्ग को जुड़ने का आव्हान करते हुये कहा कि इसमें जन-जन की भागीदारी होना चाहिये। वे स्वयं भी हर सप्ताह शामिल होंगे। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि सबके सहयोग से यह यात्रा दुनिया की अनोखी और अदभुत यात्रा होगी। कार्यक्रम में स्वामी अखिलेश्वरानन्द, साध्वी प्रज्ञा भारती, सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान नागरिकों ने सुझाव भी दिये। चौपाल में गीत-संगीत का कार्यक्रम भी हुआ। इसके पूर्व श्री चौहान ने माँ नर्मदा की आरती की। यात्रा में भी भजन-मण्डलियाँ गीत-संगीत और नृत्य का कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुये उत्साह और उमंग भर रही थीं। इस अवसर पर वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय सत्येन्द्र पाठक, विधायक सर्वश्री ओमकार सिंह मरकाम, रामलाल रौतेल, जन-प्रतिनिधि तथा ग्रामीणजन उपस्थित थे। यात्रा सोमवार को आगे के लिये प्रस्थान करेगी। इसमें मुख्यमंत्री करंजिया तक की यात्रा में शामिल हुए।
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पर्यावरण और नदी संरक्षण का दुनिया का सबसे बड़ा जनअभियान बनेगा पर्यावरण और नदी संरक्षण के लिये दुनिया का सबसे बड़ा जनअभियान आज मध्यप्रदेश की धार्मिक और पौराणिक नगरी अमरकंटक से शुरू हुआ। नमामि देवी नर्मदे-नर्मदा सेवा यात्रा के रूप में इस महत्वाकांक्षी अभियान का माँ नर्मदा नदी के उद्गम स्थल से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आचार्यों, महामण्डलेश्वरों, संत-महात्माओं, मंत्रीमण्डल के सदस्यों और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में पूजा-अर्चना कर माँ नर्मदा के जयघोष के साथ शुभारंभ किया गया। सभी संतों ने अभियान की सराहना करते हुए इसकी सफलता की कामना की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा आज संकट में है। जंगल कम होने से नदी की धार कम हो गई है। माँ नर्मदा ने हमें पानी, बिजली, फसलें, फल,फूल सब्जी आदि सबकुछ दिया है, लेकिन हमने उसे प्रदूषित कर विभिन्न बीमारियों का न्यौता दिया है जिससे जीवन का अस्तित्व खतरे में है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है सम्हलने की और इस अपराध का प्रायश्चित करने को। यह प्रायश्चित वृक्षारोपण करने, जैविक खेती करने, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण से पूरा होगा। संतों-महात्माओं की गरिमामय उपस्थिति यात्रा के शुभारंभ समारोह में स्वामी अखिलेश्वरानन्द महाराज, परमपूज्य संत हरिहरानन्द, परमपूज्य संत प्रज्ञा भारती, परमपूज्य संत नर्मदानंद आदि संत-महात्मा, गुजरात के गृह मंत्री श्री प्रदीप सिंह जडेजा, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान, वन मंत्री एवं नर्मदा सेवा यात्रा के प्रभारी श्री गौरीशंकर शेजवार, उद्योग एवं खनिज मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा श्रम मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे, नर्मदा घाटी और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लालसिंह आर्य, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय और श्री राघवेन्द्र गौतम, आदिवासी वित्त एवं विकास निगम अध्यक्ष श्री शिवराज शाह, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, राष्ट्रीय नेहरू युवा केन्द्र के उपाध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा, नर्मदा यात्रा संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार, सांसद श्री ज्ञान सिंह, श्री अजय प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में आयोगों के अध्यक्ष, विधायक एवं जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धार्मिक नगरी अमरकंटक को सबसे सुंदर तीर्थ-स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। नर्मदा नदी में गंदे पानी के प्रवाह को रोकने के लिये साढ़े पंद्रह करोड़ रूपये से सीवेज ट्रीटमेंट प्लान स्थापित किया जायेगा। नर्मदा नदी के तटों पर बसे गरीबों को पक्के मकान बनाकर दिये जायेंगे। साथ ही व्यवस्थित दुकानें बनाई जायेंगी और शहर को नये ढंग से व्यवस्थित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न उद्देश्य को लेकर शुरू की गई 3334 किलामीटर की यह यात्रा नर्मदा के दोनों तट से गुजरेगी जो 144 दिन में सम्पन्न होगी। यात्रा के दौरान दोनों तट पर एक-एक किलोमीटर तक फलदार, छायाछार पौधों का रोपण, स्वच्छता, जैविक खेती, नशामुक्ति, पर्यावरण संरक्षण, के प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा। यह समाज और सरकार के सामूहिक संकल्प का प्रयास होगा। श्री चौहान ने इस संबंध में उपस्थितजन को संकल्प भी दिलाया। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के तट पर स्थित गाँवों में स्वच्छ शौचालय निर्माण और नगरों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की व्यवस्था, घाटों पर पूजन कुण्ड, मुक्ति धाम और महिलाओं के लिये चेंजिंग रूम बनाने का कार्य करवाया जायेगा। यात्रा का समापन 11 मई 2017 को अमरकंटक में होगा। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपानी गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपानी ने कहा कि माँ नर्मदा गुजरात की जीवनदायिनी है। उन्होंने गुजरात की जनता की ओर से यात्रा की सफलता की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा की पवित्रता के संरक्षण का यह अभियान कामयाब होगा। इस कार्यक्रम से ऐसा ही प्रयास गुजरात में करने की प्रेरणा हमें मिली है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश माँ नर्मदा का एक छोर और गुजरात दूसरा छोर है। माँ नर्मदा के जल का उपयोग मानव विकास में हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अथक प्रयास कर माँ नर्मदा का जल गुजरात में देश की सीमा तक पहुँचा दिया है। श्री भैय्याजी जोशी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर सहकार्यवाह श्री भैय्याजी जोशी जी ने कहा कि भारत की सभ्यता और संस्कृति नदियों के तट पर विकसित हुई है। ऐसी पवित्र भूमि में हम सबको जन्म लेने का अवसर प्राप्त हुआ है जहाँ नदियों को माँ माना गया है। हमारी संस्कृति कहती है पंचभूतों को देवता मानकर उनकी पूजा करें क्योंकि पंचभूतों से ही शरीर का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा नदियाँ, वृक्ष, प्राकृतिक संसाधन हमारे लिये हैं इसलिये उनका संरक्षण करना हमारा परम कर्त्तव्य है। किसी भी कारखाने में वृक्ष और जल का निर्माण नहीं होता है। उन्होंने सबसे वृक्ष लगाने का आव्हान किया। विधानसभा अध्यक्ष श्री शर्मा मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा ने यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि यह यात्रा जन-कल्याण और प्रदेश की प्रगति में बहुत उपयोगी होगी। वन मंत्री एवं यात्रा प्रभारी डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने यात्रा का उद्देश्य बताते हुए कहा कि यात्रा का धार्मिक, सामाजिक और वैज्ञानिक महत्व है। स्वामी अवधेशानंद गिरि महामण्डलेश्वर परमपूज्य श्री अवधेशानन्दगिरि महाराज ने कहा कि मानव का अस्तित्व जल से ही है। सारे संस्कार और संकल्प जल से ही सम्पन्न होते हैं। उन्होंने नदी और पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि पीने योग्य पानी की मात्रा बहुत कम बची है। भविष्य में जल के लिये युद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा नदी की मूल उत्पत्ति वृक्षों से हैं। इसलिये इसे जीवंत और पवित्र रखने के लिये एकमात्र अनुष्ठान सघन वृक्षारोपण है। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान वृक्षारोपण के लिये वे अनेक संतों के साथ शामिल होंगे। उन्होंने यात्रा की सफलता की कामना की। परमपूज्य संत महामण्डलेश्वर श्रीसुखदेवानन्द ने कहा कि गंगा माँ के जलपान, यमुना के स्नान और माँ नर्मदा के दर्शन से ही मनुष्य पवित्र हो जाता है। दुनिया की एकमात्र नदी माँ नर्मदा है जिसकी परिक्रमा की जाती है। उन्होंने मुख्यमंत्री के यात्रारूपी प्रयास की सराहना की और संस्कृति के उत्थान, सबके कल्याण की कामना की। परमपूज्य संत महामण्डलेश्वर श्री कल्याणदास ने कहा कि माँ नर्मदा के पावन तट पर एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस यात्रा से माँ नर्मदा की कृपा से प्रदेश की सुख-समृद्धि बढ़ेगी। परमपूज्य संत महामण्डलेश्वर श्री चिदानन्द महाराज ने कहा कि जिस दिन शासक अपने को सेवक समझने लगता है उस दिन राज्य के कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान के व्यक्तित्व और कृतित्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज समय आया है नदियों के संरक्षण के लिये आगे आने का। नदियों ने ही सबसे पहले हमें मानव अधिकार का संदेश दिया। आज नदियों के अधिकार की बात होनी चाहिये। उन्होंने नदियों के तटों पर फलदार पौधे लगाने और जैविक खेती करने का आव्हान किया। परमपूज्य संत श्री विवेक ने एक कहानी के माध्यम से बताया कि नदियों की परिपूर्णता में संपूर्ण भारत के गौरव सत्य समाहित है। नदियों के किनारे ही सभ्यता और संस्कार के अंकुर विकसित हुए और समाज का निर्माण हुआ। यह भारत के गौरव के पुर्नउद्धभव की यात्रा है। नदियों के संरक्षण और संवर्धन का दायित्व जन-जन का है। इस यात्रा से इस संबंध में जनजागृति आयेगी। परमपूज्य संत श्री दद्दा जी ने भी यात्रा की सराहना करते हुए नर्मदा की शुद्धता और पर्यावरण के संरक्षण के लिये वृक्षों का महत्व बताया। उन्होंने सभी से वृक्षारोपण का आव्हान किया। रैमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता जलपुरूष श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत के कुंभों में नदियों की पवित्रता, पर्यावरण स्वच्छता और सामाजिक समस्याओं पर विमर्श होता था। यात्रारूपी यह प्रयास भी आध्यात्म और समाज के बीच सेतु बनाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा के दोनों तट को हरा-भरा बनाना और नदी में गदंगी प्रवाहित न करना समाज का दायित्व है। संतों की भूमिका राज और समाज को जोड़ने की है। प्रारंभ में आचार्यों, महामण्डलेश्वरों और संतों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने माँ नर्मदा के उद्गम स्थल पर माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की और चुनरी चढ़ाई। संत-महात्माओं और उपस्थित अतिथियों के उदबोधन के बाद संत समाज से मुख्यमंत्री ने यात्रा का ध्वज ग्रहण किया और नर्मदा सेवा यात्रा पर प्रस्थान किया। आभार प्रदर्शन सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग राज्य मंत्री श्री संजय-सत्येन्द्र पाठक ने किया। इस दौरान पूरा वातावरण आस्था और उमंग से परिपूर्ण था।
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नये साल से भोपाल के लोगों द्वारा ऑनलाइन आर्डर करने पर घर बैठे ताजी मछली मिलने लगेगी। मत्स्य महासंघ इसके लिये सोलर पेनल से संचालित फ्रिज युक्त वेन चलाने के साथ ही निजी क्षेत्र की सप्लाई एजेंसी से भी टाई-अप पर विचार कर रहा है। सफल होने पर योजना का विस्तार प्रदेश के दूसरे शहरों में भी किया जायेगा। यह जानकारी मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य की अध्यक्षता में आज हुई मत्स्य महासंघ की काम-काज समिति की बैठक में दी गयी। बैठक में प्रदेश में मत्स्य-बीज की संख्या बढ़ाते हुए दोगुना मछली उत्पादन करने, सभी शासकीय तालाबों में मछली-पालन करने, नीलक्रान्ति योजना में केज कल्चर विकसित करने, मत्स्य-बीज प्रक्षेत्र में पदस्थ कर्मचारियों के लिये आवास बनाने, खाली पदों को भरने आदि अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। प्रमुख सचिव श्री अश्विनी कुमार राय, मत्स्य महासंघ के प्रबंध संचालक श्री सतीश चन्द्र सिलावट और संचालक श्री ओ.पी. सक्सेना मौजूद थे। श्री आर्य ने कहा कि प्रदेश में खेती लाभ का धंधा बनी है। बढ़ते मछली-पालन ने किसानों की अतिरिक्त आय में इजाफा किया है। श्री आर्य ने विभाग को किसानों के पास उपलब्ध बंजर जमीन पर तालाब बनाकर मत्स्य-पालन में सहायता करने के निर्देश दिये। प्रदेश के तालाबों में इस वर्ष दोगुना मत्स्य-बीज डाला जायेगा, जिससे उत्पादन भी दोगुना से अधिक होने की संभावना है। वर्तमान के 10 हजार प्रति टन उत्पादन को बढ़ाकर 20 हजार टन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। श्री आर्य ने हर जिले के 10-10 लोगों को मछली-पालन से जोड़ने को कहा। प्रमुख सचिव श्री अश्विनी कुमार राय ने बताया कि प्रदेश में सरकारी योजनाओं में बने सभी तालाबों में मछली-पालन के लिये सभी कलेक्टर को आदेश जारी किये गये हैं। मत्स्य-पालन को रोजगार बनाने या पालन में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को ये तालाब पट्टे पर दिये जा सकेंगे। केन्द्रीय नील-क्रांति योजना में प्रदेश के जलाशयों में केज कल्चर स्थापना के लिये टेण्डर के आधार पर कार्य आवंटित होगा। प्रदेश में 210 केज की स्थापना 6 करोड़ 30 लाख की राशि से होगी, जिसमें केन्द्र और राज्य शासन का 50-50 प्रतिशत अंशदान होगा। केज में पंगेशियस मछली पलेंगी, जिनकी बाजार में कीमत 80 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में शहीद स्वर्गीय रमाशंकर यादव की बेटी सोनिया के विवाह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने सोनिया को मंत्रालय में सहायक ग्रेड-3 का नियुक्ति पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बारात का स्वागत किया। पिछले दिनों स्वर्गीय श्री यादव का निधन सिमी के विचाराधीन कैदियों द्वारा जेल से भागने की घटना के दौरान हुआ था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वर-वधु सुनील और सोनिया को आशीर्वाद दिया, उपहार दिये और उनके सुखी जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री विवाह के दौरान वरमाला और अन्य रस्मों के दौरान उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि सोनिया मध्यप्रदेश की बेटी है। उसकी शादी में कोई कमी नहीं रहे, इसकी कोशिश की गई। प्रदेश में कोई भी पुलिसकर्मी कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद होगा तो उसकी बेटी मध्यप्रदेश की बेटी होगी और उसका विवाह समाज और सरकार मिलकर करेंगे। उन्होंने दोनों परिवारों को शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा शहीद की बेटी की शादी की तैयारियों का जायजा शादी से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लैण्डमार्क गार्डन पहुँचकर शहीद स्वर्गीय रमाशंकर यादव की बेटी की शादी की तैयारियों का जायजा लिया। शहीद श्री यादव का निधन पिछले दिनों सिमी आतंकियों द्वारा जेल से भागने की घटना में हो गया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीद की बेटी सोनिया की शादी में कोई कमी नहीं रहेगी। वो मध्यप्रदेश की बेटी है। उन्होंने शादी से संबंधित बारात के स्वागत, भोजन तथा अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग और महापौर श्री आलोक शर्मा भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा को प्रदूषणमुक्त करने का सामूहिक संकल्प नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान लिया जायेगा। नर्मदा के दोनों तट पर वृक्षारोपण, नर्मदा में मल-जल का मिलान रोकने के कार्य, खुले में शौच की प्रथा को समाप्त करने, पूजन कुंड और विश्रामघाट निर्माण के लिए जन-सहमति के साथ प्रयास किये जायेंगे। श्री चौहान आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने माँ नर्मदा पर केन्द्रित गीतों की सी.डी. का विमोचन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा 2016 का शुभारंभ 11 दिसम्बर को अमरकंटक से होगा। नर्मदा के उत्तर-दक्षिण दोनों तटों से होते हुए यात्रा 11 मई 2017 को अमरकंटक में सम्पन्न होगी। यात्रा अवधि में 1900 किलोमीटर से अधिक की पदयात्रा होगी। केवल निर्जन स्थानों पर यात्रा वाहन के माध्यम से होगी। उन्होंने कहा कि नदी संरक्षण की सामाजिक पहल अधिक प्रभावी और कारगर होती है। इसी मंशा से नर्मदा सेवा यात्रा का संयोजन किया गया है। यात्रा के दौरान अलग-अलग स्थानों और समय पर समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। शुभारंभ अवसर पर स्वामी अवधेशानंद, स्वामी चिदांनद, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपानी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह श्री भैय्या जी जोशी, मैगसेसे पुरस्कार विजेता श्री राजेन्द्र सिंह और अमरकंटक के स्थानीय संत शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की नर्मदा के जल की हर बूँद के उपयोग की वर्ष 2024 तक की कार्य-योजना तैयार है। नर्मदा में जल की निरंतर उपलब्धता के लिये वृक्षारोपण की आवश्यकता को देखते हुए वैधानिक प्रावधानों के बजाय जनमानस की सहमति से प्रदूषणमुक्ति के प्रयास अभियान का आधार है। नर्मदा की बाढ़ क्षेत्र के दोनों तटों के एक-एक किलोमीटर क्षेत्र में फलदार वृक्षारोपण के लिए किसानों को संकल्प दिलवाया जायेगा। उनकी आजीविका प्रभावित नहीं हो। इस के लिए फलदार वृक्ष लगवाने के लिए प्रेरित किया जायेगा। कौन सा वृक्ष कब रोपित किया जायेगा, इसकी विशेषज्ञों द्वारा रूपरेखा तैयार की गई है। वृक्षों में फल आने तक किसानों को प्रति हेक्टर 20 हजार रूपए के मान से आर्थिक सहयोग किया जायेगा। यात्रा के दौरान संकल्प पत्र भरवाए जायेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभियान नर्मदा संरक्षण का सामाजिक आंदोलन है। इसमें सरकार समाज के सहयोगी की भूमिका में होगी। आस-पास के क्षेत्रों में पर्यावरण जागृति के लिए उपयात्राएँ निकाली जायेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यात्रा अवधि में सप्ताह में किसी एक दिन वे स्वयं भी यात्रा में शामिल होंगे। श्री चौहान ने समाज के हर व्यक्ति और संस्था से अपील की है कि जीवनदायिनी नर्मदा नदी के संरक्षण के इस महत्वाकांक्षी जन-आंदोलन में सक्रिय सहयोग दें। इस अवसर पर जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय और श्री राघवेन्द्र गौतम उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज ने किया द्वितीय राज्य स्तरीय मुख्यमंत्री कप 2016 का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों और खिलाड़ियों का आव्हान किया है कि वे पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी प्रदेश का नाम रोशन करे। उन्होंने कहा कि गरीब प्रतिभाशाली बच्चों द्वारा बड़े शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेने पर उनकी फीस सरकार भरेगी। इसी प्रकार खेलों में विक्रम पुरस्कार मिलने पर सरकारी नौकरी दी जायेगी। श्री चौहान भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में राज्य स्तरीय मुख्यमंत्री कप 2016 का शुभारंभ कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कप पिछले वर्ष से आयोजित किया जा रहा है। इस साल यह द्वितीय मुख्यमंत्री कप है। इसमें 10 संभाग से कुल 1200 बालिक-बालिकाएँ भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री कप 2016 का आयोजन कबड्डी, व्हालीबॉल, एथलेटिक्स, कुश्ती, फुटबॉल एवं कराते खेल में बालक/बालिका वर्ग में किया जा रहा है। राज्य स्तरीय दलीय खेलों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान अर्जित करने वाले बालक/बालिका दलों को क्रमश: एक लाख, 75 हजार और 50 हजार रूपये नगद पुरस्कार एवं व्यक्तिगत खेलों में क्रमश: 10 हजार, 7 हजार एवं 5 हजार रूपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने प्रतिभागी खिलाड़ियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों में क्षमता है, लगन है और मेहनत करने का जज़्बा है। वे ओलम्पिक में मेडल जीत सकते हैं। सिर्फ कड़ी मेहनत और लगन की जरूरत है। श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कप के बाद विधायक कप का भी आयोजन किया जायेगा। खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री कप से ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभाएँ सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की खेल अकादमियों से कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकले हैं और उन्होंने प्रदेश का नाम रोशन किया है। मुख्यमंत्री कप में भाग लेने के लिये चयनित दलों की संभाग स्तरीय प्रतियोगिताएँ करवाई गई। इनके विजेताओं को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने संभागवार खिलाड़ियों के मार्च पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर सचिव खेल श्री सचिन सिन्हा, संचालक खेल श्री उपेन्द्र जैन और खेल प्रेमी उपस्थित थे।
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भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री सुश्री जे. जयललिता के निधन पर शोक व्यक्त किया है। श्री चौहान ने कहा कि स्वर्गीय सुश्री जयललिता केवल तमिलनाडु की मुख्यमंत्री नहीं थी बल्कि पूरे देश की सम्मानित नेता थी। वे महिला सशक्तीकरण की प्रतीक थी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहते उन्होंने जन-कल्याण विशेषकर गरीबों के कल्याण की जो योजनाएँ बनाई उससे तमिलनाडु में गरीबों की जिंदगी बदल गई। उन्होंने कहा कि नेता और मुख्यमंत्री से बढ़कर वे सबके लिये अम्मा हो गई थी। उनके निधन से सार्वजनिक जीवन में अपूरणीय क्षति हुई है जिसे आसानी से नहीं भरा जा सकता। श्री चौहान ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकमग्न समर्थकों को यह दुख सहने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
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मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में मिलेगा स्मार्ट फोन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के प्रत्येक गरीब परिवार को आवासीय पट्टा उपलब्ध करवाने के लिये कानून बनाया जायेगा। चिन्हित शहरों में दीनदयाल रसोई शुरू की जायेगी जिसमें गरीबों को पाँच रूपये में भरपेट भोजन दिया जायेगा। मुख्यमंत्री कन्या विवाह–निकाह योजना में अब कन्याओं को स्मार्ट फोन दिया जायेगा। कैशलेस लेनदेन के लिये व्यापारियों द्वारा पी.ओ.एस. मशीन खरीदने पर प्रवेश कर तथा अन्य कर नहीं लिये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यह जानकारी यहाँ जम्बूरी मैदान पर जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश भर से आये हितग्राहियों को दी। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान और मंत्रीमंडल के सदस्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार के लिये जनता ही भगवान है। केन्द्र सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिये कई योजनाएँ शुरू की हैं। राज्य सरकार द्वारा भी गरीब कल्याण की कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को देने के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। जो सबसे पीछे है वह सरकार की प्राथमिकता में सबसे पहले है। राज्य सरकार एकात्म मानववाद की पक्षधर है। संसाधनों पर सभी का बराबर हक है। विकास का लाभ गरीब तक पहुँचना चाहिये। आजादी के बाद अमीरी और गरीबी के बीच की खाई लगातार बढ़ती रही है। इसके पीछे भ्रष्टाचार और काला धन मुख्य कारण है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंकवाद को समाप्त करने के लिये नोटबंदी का फैसला लिया है। उनके इस फैसले के साथ पूरा देश खड़ा है। कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा श्री चौहान ने कहा कि संपूर्ण मध्यप्रदेश कैशलेस लेनदेन की ओर बढ़ेगा। काले धन की व्यवस्था को समाप्त करने लिये कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा दिया जा रहा है। सबसे पहले सभी मंत्री और विधायक इसका प्रशिक्षण लेंगे और बाद में व्यापारियों और जनता को सिखायेंगे। इस व्यवस्था से कर की चोरी रुकेगी और गरीबों के विकास के लिये ज्यादा राशि उपलब्ध होगी। किसानों को फसल बीमा योजना में 4 हजार 400 करोड़ रूपये वितरित किये जायेंगे। गरीब परिवारों को आवासीय पट्टा उपलब्ध करवाने के लिये सर्वे कार्य प्रारंभ किया जायेगा तथा विधानसभा के बजट सत्र में कानून बनाया जायेगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को मकान बनाने के लिये सहायता दी जायेगी। गरीबों को चिकित्सा के लिये 2 लाख तक की सहायता मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को चिकित्सा के लिये 2 लाख रूपये तक की राशि उपलब्ध करवायी जायेगी। हर वर्ष साढ़े सात लाख युवाओं को स्व-रोजगार के लिये प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दी जायेगी। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की रहने की व्यवस्था संबंधित निर्माण एजेन्सी को करना होगी। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में नये तीर्थ स्थान गंगासागर, कामाख्या देवी, गिरनार जी, पटना साहिब और मध्यप्रदेश के तीर्थ स्थान जोड़े जायेंगे। प्रदेश की 63 कृषि उपज मंडी को राष्ट्रीय कृषि उपज मंडी से जोड़ा जायेगा। प्रदेश के 313 विकासखण्ड मे मिट्टी परीक्षण प्रयोग शाला शुरू की जायेगी। कृषि कार्य के दौरान किसान की मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये की सहायता राशि तथा मजदूरी करते हुए मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये की सहायता दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने ऐसे हितग्राहियों को, जो ई-रिक्शा, ई-लोडर स्व-रोजगार के लिये खरीदना चाहते हैं, उन्हें 2 लाख रुपये तक की कार्य-योजना स्वीकृत की जायेगी। इसमें 20 प्रतिशत अर्थात 40 हजार रुपये की मार्जिन मनी-सह-अनुदान शासन द्वारा दी जायेगी। जिन लोगों ने पूर्व में साइकिल रिक्शा एवं हाथ ठेला लिया, वे अगर उसमें तकनीकी परिवर्तन करवाते हैं तो उन्हें एक लाख रुपये तक की योजना लागत स्वीकृत की जायेगी। तेंदुपत्ता संग्राहकों के प्रतिभाशाली बच्चों को छात्रवृत्ति दी जायेगी। उन्होंने कार्यक्रम में हर ग्राम के हर घर में शौचालय बनाने, बच्चों को स्कूल भेजने, पेड़ लगाने और नशामुक्त गाँव बनाने का संकल्प दिलवाया। जन-कल्याण के लिये बनाई गई योजनाओं के हितग्राहियों को लाभान्वित करना और उन्हें अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रशिक्षित करने की यह अनूठी पहल थी। इस अवसर पर विशाल जनसमुदाय के सामने जन-कल्याण योजनाओं का प्रस्तुतिकरण हुआ और उन्हें इन योजनाओं से लाभ लेने के तरीके बताये गये। प्रत्येक योजना की प्रस्तुति के बाद प्रतीक स्वरूप उस योजना से लाभान्वितों को मंच पर बुलाकर लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री ने जन-कल्याण के 11 वर्ष पूरे होने पर वीडियो फिल्म का लोकार्पण किया। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की मार्गदर्शी पुस्तिका का विमोचन किया।
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मुख्यमंत्री शिवराज से मिले आई.पी.एस. अधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पुलिस की नौकरी प्रोफेशन नहीं मिशन है। देश, प्रदेश और जनता की सुरक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। इसलिए कानून एवं व्यवस्था की रक्षा को सदैव सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सज्जनों के साथ फूल से कोमल व्यवहार और दुष्टों पर वज्र से कठोर प्रहार करना चाहिए। श्री चौहान भोपाल मंत्रालय में वर्ष 2013-14 के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर महानिदेशक पुलिस ऋषि कुमार शुक्ला, अपर महानिदेशक गुप्तवार्ता राजीव टंडन और मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी आदर्श कटियार मौजूद थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की पुलिस का गौरवशाली इतिहास है। उसे जब भी जो भी चुनौती दी गई, प्रदेश की पुलिस ने सफलतापूर्वक पूरा किया है। प्रदेश में कोई भी सूचीबद्ध दस्यु गिरोह नहीं है। प्रदेश में नक्सलवाद पूरी तरह नियंत्रित है। सिमी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस का जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ जीवंत संवाद रहना चाहिये। महिलाओं पर होने वाले अपराधों में अपराधियों को कठोर और शीघ्र दंडित करवाने का प्रयास करें। असामाजिक तत्वों के प्रलोभनों से सदैव सतर्क रहें। श्री चौहान ने कहा कि अपराधियों में भय का और आमजन में सुरक्षा का भाव हो। इस के लिये पुलिस का मैदान में दिखना और उसका तेज रिस्पांस जरूरी है। डायल 100 ने इस दिशा में बेहतर कार्य किया है। इसे और बेहतर बनाने के प्रयास करें। गुंडों, सट्टेबाजों एवं माफिया के विरूद्ध कार्रवाई के अभियान चलायें। अपनी कार्यशैली की ऐसी छाप छोड़ें कि आमजन उन्हें याद करें।
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11 दिसम्बर से 144 दिन चलेगी यात्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 144 दिवसीय 'नमामि देवि नर्मदे' नर्मदा सेवा यात्रा 2016 पूरे विश्व को नदियों के संरक्षण का संदेश देगी। यह पर्यावरणीय चेतना जाग्रत करने का अनूठा जन-अभियान होगा। श्री चौहान भोपाल के प्रशासन अकादमी में नर्मदा सेवा यात्रा 2016 की कार्य-योजना तय करने के लिये बुलाई गई राज्य-स्तरीय आयोजन समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में यात्रा से सीधे जुडे़ 16 जिलों के प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक, संभागायुक्त, कलेक्टर उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नर्मदा सेवा यात्रा अमरकंटक से 11 दिसम्बर से शुरू हो रही है। यात्रा का समापन 11 मई को अमरकंटक में होगा। इसी दिन नर्मदा सेवा समितियों का सम्मेलन भी होगा। मुख्यमंत्री ने यात्रा को सफल बनाने के लिये बनाई गई कार्य-योजना को अंतिम रूप दिया। सभी जिलों में यात्रा दिनांक और यात्रा चलने के दिन तय कर दिये गये हैं। यह यात्रा 3344 किलोमीटर की होगी, जिसमें से 1909 किलोमीटर पद यात्रा होगी। इस यात्रा में 51 विकासखंड और 1104 मजरे-टोले आयेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा मध्यप्रदेश को जीवन देती है इसलिये नागरिकों की भी जिम्मेदारी है कि नर्मदा के लिये अपने कर्त्तव्यों का पालन करें। उन्होंने नर्मदा के जीवन को बचाने के लिये स्व-प्रेरणा से इस यात्रा से जुड़ने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि यह पूरे समाज का अभियान बनना चाहिये। संत, समाजसेवी, पर्यावरणविद, अशासकीय संगठन, धार्मिक और सांस्कृतिक संस्थाएँ यात्रा से जुड़कर इसे जन-आंदोलन का स्वरूप दें। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी में जल पेड़ों और पहाड़ों से आता है। इसलिये इसके जीवन के लिये नर्मदा के किनारों पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जायेगा। किसानों को फलदार पौधे लगाने के लिये प्रेरित किया जायेगा और उनमें फल आने तक तीन साल लगातार आर्थिक सहायता दी जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी में शहरों का गंदा पानी मिलने से रोकने के लिये ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारे के गाँवों में प्रदूषण फैलने के कारणों के संबंध में भी चर्चा की जायेगी। घाटों की सफाई की जायेगी और नये घाटों का निर्माण भी किया जायेगा। यात्रा के दौरान पर्यावरणीय महत्व के विषयों पर चर्चा के लिये जन-संवाद किया जायेगा। इसके लिये 20 स्थान तय किये गये हैं। श्री चौहान ने विकास-खंड और ग्राम-पंचायत स्तरीय नर्मदा सेवा समितियाँ शीघ्र गठित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सोसायटी अधिनियम के अंतर्गत गठित ये समितियाँ नर्मदा की सेवा से जुड़ी जमीनी गतिविधियाँ संचालित करेंगी। मुख्यमंत्री ने उप-यात्राओं के संबंध में भी चर्चा करते हुए कहा कि इनका स्वरूप छोटा-बड़ा हो सकता है। श्री चौहान ने कहा कि यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य के लिये विशेष इंतजाम रखें। यात्रा मार्ग का पहले से अध्ययन कर लें। यात्रा में सिर्फ नर्मदा मैया के चित्र के पुष्पाहार अर्पित होंगे। प्लास्टिक या थर्मोकोल की वस्तुओं पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। मुक्ति धाम बनाने के लिये भी जगह की पहचान की जायेगी ताकि नर्मदा में शव बहाने का चलन बंद हो। स्वामी अखिलेश्वरानंद ने बताया कि यात्रा में बड़ी संख्या में संत-समुदाय भाग लेगा। समिति के सदस्यों ने यात्रा को प्रभावी और सफल बनाने के लिये सुझाव दिये। इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष वन मंत्री डॉ. गौरी शंकर शेजवार, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पांडे, मुख्य सचिव श्री बी. पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव योजना श्री दीपक खांडेकर, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल उपस्थित थे।
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अमिताभ उपाध्याय ग्वालियर सांसद एवं केन्द्रीय पंचायती राज, पेयजल-स्वच्छता,भू-संसाधन एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा ग्वालियर के विकास की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे है। स्मार्ट सिटी की सौगात दिलाने के बाद अब तोमर ने शहर के यातायात को सुगम बनाने एवं नागरिकों की सुविधा के लिए नई चार बड़ी सौगातें दिलाई हैं। केन्द्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने ग्वालियर शहर के लिए एक साथ चार रेलवे ओवर ब्रिजों (आरओबी) को केन्द्रीय सड़क निधि के अंतर्गत स्वीकृति प्रदान की है। व्यस्ततम रेल्वे यातायात एवं छोटे (सकरे) मार्गों के कारण ग्वालियर शहर के विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों को हो रही असुविधा को देखते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शहर में चार रेलवे ओवर ब्रिजों की आवश्यकता बताते हुए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव तैयार कर केन्द्र सरकार को भेजने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया था। श्री तोमर के निर्देश पर प्रदेश सरकार की ओर से शहर में चार रेलवे ओवर ब्रिज यादव धर्मकांटा से शताब्दीपुरम, नाका चन्द्रवदनी से न्यू कलेक्ट्रेट (विवेकानन्द्र नीडम), मलगढ़ा फाटक से भदरौली रोड एवं तानसेन रोड से रेसकोर्स रेड (गाटर वाली पुलिया) के प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार को भेजे थे। केन्द्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अविलंब केन्द्रीय सड़क निधि से इन चारों रेलवे ओवर ब्रिज को स्वीकृति प्रदान कर राशि भी स्वीकृत कर दी है। केन्द्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने यादव धर्मकांटा से शताब्दीपुरम आरओबी के लिए 20 करोड़ 73 लाख रुपये, नाका चन्द्रवदनी से कलेक्ट्रेट (विवेकानन्द्र नीडम) के लिए 42 करोड़ 8 लाख रुपये, मलगढ़ा फाटक से भदरौली रोड 23 करोड़ 7 लाख रुपये एवं तानसेन रोड से रेसकोर्स रोड (गाटर वाली पुलिया) तक के लिए 35 करोड़ 81 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। पुलों के निर्माण से आसान हो जाएगा इन मार्गों का सफर यादव धर्मकांटा से शताब्दीपुरम आरओबी के निर्माण के बाद मुरैना की ओर से आने वाला यातायात सीधे ही शताब्दीपुरम होते हुए भिण्ड रोड तक आसानी से पहुंच सकेगा.इस मार्ग से ग्वालियर एवं हजीरा होते हुए शताब्दीपुरम, दीनदयाल नगर एवं भिण्ड रोड राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 92 (ग्वालियर-भिण्ड रोड) एवं पिण्टोपार्क तक पहुंचा जा सहेगा। इस मार्ग से हवाई अडडा एवं शनिश्चरा मंदिर जाने वालों को भी सुविधा रहेगी तथा गोला का मंदिर पर यातायात का दबाव कम होगा। इसी प्रकार भिंड की ओर से आनेवाला यातायात भी सीधे हजीरा, उप नगर ग्वालियर एवं मुरैना मार्ग से जुड़ सकेगा। नाका चन्द्रवदनी से न्यू कलेक्ट्रेट (विवेकानन्द्र नीडम) आरओबी के निर्माण के बाद शहरवासियों को सिटी सेंटर क्षेत्र में खासकर जिलाधीश कार्यालय एवं इसके पीछे व आसपास स्थित एवं निर्माणाधीन अनेक आवासीय कॉलोनियों में पहुंचने के लिए बाधा रहित सुगम मार्ग मिलेगा। अभी इस क्षेत्र में निवासरत लोगों एवं इस मार्ग से होकर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 75 (झांसी रोड) तक पहुंचने राहगीरों को जटिल रेल यातायात होने के कारण भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। इसी प्रकार राजमार्ग के होकर शहर में प्रवेश का यह सुगम रास्ता होने के कारण अन्य शहरों से आने वाले राहगीरों, स्थानीय नागरिकों, अंचल के सबसे बडे़ अस्पताल जयारोग्य तक पहुंचने वाले मरीजों और सिटी सेंटर को नाका चन्द्रवदनी, गुढ़ागुढ़ी का नाका, नाका चन्द्रवदनी, आमखो, कम्पू, महाराज बाड़ा जैसे क्षेत्रों तक पहुंचने वाले राहगीरों को सुगमता होगी। मलगढ़ा फाटक से भदरौली मार्ग तक आरओबी के निर्माण के बाद मलगढ़ा फाटक के आसपास बसे गांवों जमाहर, जलालपुर आदि का सीधा संपर्क राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 92 (ग्वालियर-भिण्ड रोड) से हो जाएगा। चूंकि इस रेलवे मार्ग पर ग्वालियर इटावा एवं ग्वालियर दिल्ली मुख्यट्रेक है। इस कारण इस मार्ग पर अधिकतर समय रेलवे का फाटक बंद रहता है और राहगीरों को घंटों फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ता है एवं जाम भी लगता है। पुल बाद राहगीरों एवं ग्रामीणों को सुगम एवं बाधा रहित मार्ग मिल सकेगा और ग्रामीणों का शहर से सीधा संपर्क होगा। तानसेन रोड से रेसकोर्स रेड (गाटर वाली पुलिया)* पर आरओबी के निर्माण के बाद हजीरा,आर पी कालोनी, तानसेन रोड, कांति नगर, गांधी नगर, सहित क्षेत्र की अन्य कॉलोनियों के अलावा औद्योगिक क्षेत्र हजीरा और इसके आसपास की बस्तियों व उप नगर ग्वालियर की विभिन्न बस्तियों के लाखों लोगों को रेसकोर्स रोड, रेलवे स्टेशन, गोला का मंदिर, बस स्टेण्ड, मुरार आदि क्षेत्रों में पहुंचने हेतु सुविधायुक्त एवं बाधा रहित मार्ग मिल सकेगा। इसी प्रकार रेल एवं बस से शहर में आने वाले राहगीरों को भी हजीरा एवं ग्वालियर क्षेत्र में पहुंचने हेतु सुगम रास्ता मिल सकेगा।
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शिवराज सिंह चौहान शहडोल की विशाल जन-सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में जन्म लेने वाला कोई भी व्यक्ति आवासहीन नहीं रहेगा। इसके लिये सरकार अगले विधानसभा सत्र में कानून बनायेगी। उन्होंने बताया कि आवास बनाने के लिये सरकार एक लाख 20 हजार रुपये की सहायता देगी और शौचालय के लिये अलग से 12 हजार की राशि हितग्राही को उपलब्ध करवायेगी। श्री चौहान आज शहडोल में विशाल जन-सभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आवासहीनों को जमीन या आवास उपलब्ध करवाने के लिये वर्ष 2017 में कानून बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश की जनता का राजा नहीं, उनका सेवक हूँ और उन्हीं के बीच रहना पसंद करता हूँ। मेरा प्रयास है कि उनके सुख-दुख में भागीदार बनूं। श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है। अगले वर्ष 12 जनवरी को मुख्यमंत्री निवास में विद्यार्थी पंचायत की जायेगी। इसमें विद्यार्थियों की समस्याओं और प्रतिभावान विद्यार्थी अच्छी से अच्छी शिक्षा कैसे ग्रहण करे, इस पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी विद्यार्थी पैसे के अभाव में शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। प्रदेश की प्रतिभाओं को कुंठित नहीं होने दिया जायेगा। उन्हें उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने के लिये सारी सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जायेंगी। मुख्यमंत्री ने 'नमामि देवि नर्मदे'' सेवा यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया कि इस दौरान नशामुक्ति अभियान चलाया जायेगा। यह कार्यक्रम पूरे विश्व में अपनी तरह का पहला अभियान है। इसके जरिये लोगों को साफ-सफाई, पर्यावरण के प्रति सचेत और सजग किया जायेगा। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया कि वे प्रदेश के विकास में सक्रिय सहभागिता निभायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से हो, यह जिम्मेदारी तंत्र की है। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
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सैंतालीस वर्ष बाद अपने पुराने स्कूल में पहुँचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहानी उत्सव के तहत सैंतालीस वर्ष बाद अपने पुराने स्कूल शासकीय माध्यमिक शाला क्रमांक -1 शिवाजी नगर पहुँचे। उन्होंने यहाँ बच्चों को कहानी सुनाई और अपनी पुरानी स्मृतियों को ताजा किया। मुख्यमंत्री चौहान इस स्कूल में वर्ष 1969 में कक्षा 6वीं से 8वीं तक पढ़े हैं। राज्य शासन द्वारा कहानी उत्सव का आयोजन बच्चों में पढ़ने की बेहतर क्षमता विकसित करने के लिये किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चों को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धारी अर्जुन की कहानी सुनाई। जिसमें गुरु द्रोणाचार्य द्वारा कौरवों और पांडवों की निशानेबाजी की परीक्षा ली गयी थी। जिसमें सभी को पेड़ पर चिड़िया के साथ-साथ अन्य चीजें दिखाई दे रही थीं। जबकि अर्जुन को केवल लक्ष्य चिड़िया की आँख दिखायी दे रही थी। उन्होंने कहानी के माध्यम से बच्चों को बताया कि सफलता के लिये अपने लक्ष्य पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है। बच्चें अपने लक्ष्य यानी पढ़ाई पर ध्यान देकर जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने दूसरी कहानी गांधी जी के बचपन की सुनायी। जिसमें परीक्षा के दौरान सवाल नहीं आने पर गांधी जी को शिक्षक ने पास के विद्यार्थी से देखने को कहा था। जिस पर गांधी ने कहा था कि मुझे जितना आता है उतना ही लिखूँगा नकल नहीं करूँगा। स्मृतियों को ताजा किया मुख्यमंत्री चौहान ने अपने पुराने स्कूल में पहुँच कर अपनी स्मृतियों को ताजा किया। उन्होंने कहा कि वे यहाँ रविशंकर नगर से पैदल पढ़ने के लिये आते थे। यहाँ कश्यप सर और शैलबाला मैडम ने पढ़ाया। इस स्कूल में वे कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक पढ़े। यहाँ वे फुटबाल भी खेलते थे। इस स्कूल से मिली शिक्षा और गुरूजनों के आशीर्वाद से वे अच्छे इंसान बने। उन्होंने कहा कि हम सब माता-पिता के संस्कार और गुरूओं की शिक्षा से अच्छे बनते हैं। इस स्कूल में बाल सभा होती थी जिसमें नाटक भी खेले जाते थे। वे हमेशा प्रथम श्रेणी में आते थे। इस स्कूल से 8वीं पास करने के बाद वे टी.टी.नगर के मॉडल स्कूल में पढ़ने गये। जहाँ आपातकाल के विरोध के कारण उन्हें जेल भेजा गया। जेल से साढ़े नौ माह बाद जनवरी 1977 में निकलने पर उन्होंने मार्च 1977 में ग्यारहवीं की परीक्षा दी, जिसमें प्रथम श्रेणी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने दर्शनशास्त्र में एम.ए. किया और इसमें वे प्रथम श्रेणी आये। बच्चों को सौगातें स्कूल के बच्चों की मांग पर उन्होंने कहा कि बच्चों को दिसम्बर की छुट्टी में मांडवगढ़ की यात्रा पर ले जाया जायेगा। स्कूल के भवन की मरम्मत की जायेगी। स्कूल का नया भवन बनाया जायेगा। खेल मैदान बनाया जायेगा तथा क्रिकेट, हॉकी और बेडमिंटन खेल की सामग्री दी जायेगी। उन्होंने बच्चों को किताबें भी वितरित की। उन्होंने बच्चों से कहा कि जीवन में जिस क्षेत्र में भी जायें, सर्वश्रेष्ठ बनें। देश और समाज के लिये काम करें। प्रतिभाशाली बच्चों की पढ़ाई के लिये राज्य शासन सभी संभव मदद करेगा। बारहवीं के बाद गरीब और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिये मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि में प्रवेश मिलने पर फीस राज्य शासन द्वारा दी जायेगी।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने 11 साल के कार्यकाल पूरे करने पर अपने ट्वीट कर प्रदेश के लोगों को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रेसवार्ता का भी आयोजन किया था और लोगों को धन्यवाद दिया।सीएम ने कहा अगले साल तीन प्राथमिकता रहेंगी। पहली नमामि देवी नर्मदे यात्रा। दूसरा उच्च शिक्षा के लिए योग्य छात्रों की पढाई का खर्चा उठाएंगे। तीसरा आवास गारंटी कानून लाएंगे। सबसे ज्यादा खुशी लाडली लक्ष्मी योजना ने दी और दुख पेटलावद हादसे से हुआ। प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले पर उन्होंने कहा कि नोटबंदी से तात्कालिक तौर पर समस्या हो सकती है लेकिन लांग टर्म में फायदा होगा। प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब नहीं। कर्ज सीमा के भीतर है और विकास में खर्च हो रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा ‘मैंने प्रदेश विकास, जनता के लिए अपना कर्तव्य पूरी निष्ठा, ईमानदारी के साथ निभाया है। मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे एक कर्मठ और श्रेष्ठ टीम मिली। जिसने मप्र के निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। जनता के असीम स्नेह और विश्वास के लिए हृदय से आभार। प्रण करता हूं कि जीवन का प्रत्येक क्षण प्रदेश विकास में लगाऊंगा।मप्र को मॉडल राज्य बनाना मेरा सपना है और यह प्रण भी कि इसका चहुंमुखी विकास करूं। यह डिजिटल बने, स्वच्छ बने, खेतों में फसलें लहलहाएं। मैं प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के जीवन में सुख, शिक्षा, स्वास्थ्य, समृद्धि के दीप जलाने के लिए संकल्पित हूं। जीवन के हर क्षण में हम साथ हैं। जनता ही मेरी भगवान, मध्यप्रदेश मेरा मंदिर और मैं उसका पुजारी हूं यह कहना है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का। मुख्यमंत्री के रूप में 11 वर्ष पूरे करने के मौके पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जनता की सेवा ही भगवान की सेवा है। जनता के सुख-दुख और उनके कष्ट में सरकार उनके साथ खड़ी है। चौहान ने कहा कि प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता उनका परिवार है। उनके आशीष से ही प्रदेश ने इतनी प्रगति की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्रियों के सहयोग से ही मध्यप्रदेश बीमारू से विकसित राज्य बन पाया है। प्रदेश में जन्म लेने वाले हर व्यक्ति के पास अपनी छत हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा और सरकार इसके लिए जल्द ही कानून भी बनाएगी। अपने कार्यकाल के 11 साल पूरे होने पर मीडिया से चर्चा में सीएम ने अपनी तीन प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता हर व्यक्ति को मकान देने की है। अब यह काम कानून बनाकर पूरा किया जाएगा। दूसरी प्राथमिकता गिनाते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर वर्ग के मेधावी बच्चे को उच्च शिक्षा मिले इसके लिए हमने तय किया है कि अब सरकार हर बच्चे की उच्च शिक्षा की फीस खुद भरेगी। अपनी तीसरी प्राथकिता उन्होंने नमामि देवी नर्मदे यात्रा को बताया। उन्होंने कहा कि वे अपनी यात्रा में लोगों से जल को बचाने की अपील करेंगे। साथ ही नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए भी लोगों से आग्रह करेंगे। सीएम ने कहा कि उन्हें लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाकर सबसे ज्यादा खुशी मिली पर पेटलावद में हुआ विस्फोट सबसे ज्यादा तकलीफ देने वाला रहा। हर चुनाव में खुद प्रचार की कमान संभालने और पार्टी में सेकेंड लाइन न होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी में सेकेंड लाइन है और वह बेहतर काम कर रही है पर मैं खुद जनता से सीधे जुड़ना चाहता हूं, इसलिए हर उपचुनाव में जाता हूुं। सीएम ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हों इसकी वकालत वह पहले भी करते रहे हैं। अब प्रधानमंत्री के सामने भी यह मांग रखेंगे कि इसके लिए संविधान में संशोधन होना चाहिए।
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मुख्यमंत्री निवास में मना प्रकाश पर्व “सर्वधर्म समभाव” की परम्परा को आगे बढ़ाते हुये भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के निवास पर गुरूनानक देव का 538वाँ और गुरू गोविन्द सिंह का 350वाँ प्रकाश पर्व पूरी श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी धर्मों के प्रतिनिधि त्यौहारों और महत्वपूर्ण धार्मिक अवसरों को मुख्यमंत्री निवास पर मनाने की परम्परा शुरू की है। श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में ट्रेन गुरूद्वारा खालसा साहब भेजी जायेगी। गुरू गोविन्द सिंह का प्रकाश पर्व भव्य रूप से मनाया जायेगा और प्रकाश पर्व पर अवकाश रहेगा। श्री चौहान ने कहा कि समाज यदि गुरूवाणी पर अमल करे तो समाज से सारे कष्ट और समस्याएँ दूर हो जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि गुरूनानक ने समाज को पाखंडों से मुक्त किया और गुरू गोविन्द सिंह ने गुरूवाणी का पालन करते हुये धर्म की रक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और मुख्यमंत्री के रूप में वे इसी धर्म का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरूनानक ने मानवता को सबसे बड़ा उपहार दिया कि “परमात्मा एक है’’। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू की शिक्षा के बिना समाज आगे नहीं बढ़ सकता। इस अवसर पर रागियों ने शबद प्रस्तुत किये गये। पूरा प्रांगण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। मुख्यमंत्री सभी श्रद्धालुओं के साथ लंगर में शामिल हुये। इस अवसर पर सिख संगत के महासचिव श्री अविनाश जायसवाल, सिख धर्मगुरू ज्ञानी दिलीप सिंह, पूर्व मंत्री श्री सरताज सिंह, अन्य धर्मों के धर्म गुरू और बड़ी संख्या में सिख समाज के सदस्य उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री चौहान ने किया साहू समाज की विभूतियों का सम्मान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि साहू समाज के भवन निर्माण में राज्य सरकार सहयोग करेगी। श्री चौहान भोपाल में जिला साहू समाज द्वाराआयोजित समाज सेवा सम्मान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश-प्रदेश की समृद्धि में साहू समाज का विशेष योगदान है। साहू समाज नवरत्नों का खजाना है। समाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में वैश्विक नेतृत्व दिया है, जो देश का नेतृत्व करते हुए, दुनिया का मार्गदर्शन कर रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि सरकार साहू समाज के साथ है। उनके विकास कार्यों में सरकार का भरपूर सहयोग मिलेगा। उन्होंने साहू समाज के सदस्यों का आव्हान किया कि देश-प्रदेश को आगे बढ़ाने के प्रयासों में सर्वश्रेष्ठ का योगदान करें। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समाज की विभूतियों को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। आभार प्रदर्शन जिला साहू समाज भोपाल के अध्यक्ष आर.सी.साहू ने किया। इस अवसर पर विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह, अध्यक्ष नगर निगम सुरजीत सिंह चौहान सहित बड़ी संख्या में साहू समाज के लोग उपस्थित थे।
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डिजिटल इंडिया लाँचिंग में बोले मुख्यमंत्री शिवराज प्रदेश के व्यापारियों को. पॉइंट ऑफ सेलिंग (पी.ओ.एस.) मशीनें उपलब्ध करवाने पर विचार हो रहा है। श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में डिजिटल इंडिया अभियान लांचिग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अभियान का संयोजन उच्च शिक्षा विभाग के 'कैम्पस टू कम्यूनिटी' कार्यक्रम में किया जा रहा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और राष्ट्रीय सेवा योजना इसमें शामिल होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अभियान के जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है। कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिये अपर मुख्य सचिव श्री दीपक खांडेकर की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति गठित की गयी है। रोजमर्रा के आर्थिक व्यवहार में नगदी की आवश्यकता को सीमित करने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश के व्यापारियों को 5 लाख प्वाइंट ऑफ सेलिंग (पी.ओ.एस.) मशीने कैसे उपलब्ध करवाई जाये। इस पर गंभीरता पूर्वक विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश तेजी से बदल रहा और आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को सफल बनाने के प्रयासो में मध्यप्रदेश सबसे आगे है। प्रदेश में सरकार द्वारा छात्रों और किसानों को डायरेक्ट बेनीफिट स्कीम से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युग पुरूष प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बड़े नोट बंद कर आतंकवाद की कमर तोड़ दी है। इससे कालेधन और भ्रष्टाचार की समस्या नियंत्रित हुयी है। उन्होंने कहा कि कालेधन, आतंकवाद और भ्रष्टाचार की समस्या का स्थायी समाधान डिजिटल इंडिया ड्राइव है। श्री चौहान ने कहा कि आम जन द्वारा कैशलेस लेन देन को बढ़ावा देने के लिये सूचित और शिक्षित करने के प्रभावी प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस आर्थिक क्रांति को दूरस्थ अंचलों तक ले जाने में यह अभियान सफल होगा। क्योंकि अभियान के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना के अनुशासित उत्साहित और राष्ट्रभक्त स्वयं सेवी जुड़े हैं। उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि दुनिया में भारतीय जनता की साक्षरता भले ही कम हो किन्तु समझदारी में वह दुनिया में सबसे आगे है। इसीलिये इस देश की जनता पेटी में मत डालने से शुरू कर, मुहर और अब बटन दबाकर निर्वाचन का कार्य सफलता पूर्वक कर रही है। उन्होंने कहा कि जीवन मूल्य और संस्कृति स्थाई होती है किन्तु सभ्यता और जीने के तरीकों को समय के साथ बदलना जरूरी होता है। इसी बदलाव का माध्यम डिजिटल इंडिया अभियान है। उन्होंने अभियान की सफलता के लिये संबंधितों को बधाई दी। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन और वंदेमातरम गायन से हुआ। प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक श्री एस.के.सिंह ने दिया। आभार प्रदर्शन प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री आशीष उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर एस.बी.आई के मुख्य महाप्रबंधक मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ श्री टी.के.अजित सहित अन्य बैक अधिकारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सदस्य छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कांग्रेस नेता केके मिश्रा के खिलाफ लगाए गए मानहानी के केस में अपने बयान दर्ज करवाये । कोर्ट में करीब 5 घंटे तक सीएम ने अपने बयान दिए। कोर्ट में सीएम शिवराज सिंह चौहान से केके मिश्रा के वकील ने क्रास कोश्चन भी किए। कोर्ट में पहले दिन केवल फरियादी के बयान लिए गए, जिसके बाद इस केस में अगली तारीख 17 दिसंबर की दी गई है। माना जा रहा है कि अगली तारीख को दूसरे पक्ष की ओर से बयान लिए जा सकते हैं। बाहर निकलने के बाद जब सीएम से सवाल पूछे गए कि इस केस में दोनों पक्षों में समझौता हो सकता है या नहीं, तो उन्होंने कहा कि मामला अभी कोर्ट में है, वे इस बारे में इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहेंगे। करीब साढ़े तीन घंटे तक सवालों और जवाबों का सिलसिला चलता रहा। सीएम के साथ इस दौरान उनके वकील मौजूद रहे। केके मिश्रा द्वारा लगाए गए आरोप के बाद सीएम ने जून 2014 पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दिए अधिकारियों को निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंस में तीन महत्वाकांक्षी अभियानों आनंद उत्सव, नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा और नगरोदय अभियान के संबंध में कलेक्टरों और जन-प्रतिनिधियों से रू-ब-रू बात कर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश और जनता की बेहतरी के लिये प्रशासन और जन-प्रतिनिधि टीम के रूप में काम करें। पूरे प्रदेश में आगामी 14 से 21 जनवरी तक आनंद उत्सव आयोजित किया जायेगा। इसमें ग्राम पंचायत स्तर तक खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जायेंगे। 'नमामि देवी नर्मदे' नर्मदा सेवा यात्रा प्रदेश में 11 दिसम्बर से 5 मई तक निकाली जायेगी। मध्यप्रदेश की जीवनरेखा नर्मदा नदी को प्रदूषणमुक्त करने और उसके संरक्षण के लिये व्यापक जन-अभियान चलाया जायेगा। प्रदेश में नगरोदय अभियान तीन चरण में 25 दिसम्बर से 5 फरवरी तक आयोजित किया जायेगा। इसमें शहरी क्षेत्रों में विकास कार्यों की शुरूआत, हितग्राहीमूलक योजनाओं में पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाने और नागरिकों की समस्याओं का निराकरण किया जायेगा। इस मौके पर वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह और जन-अभियान परिषद उपाध्यक्ष द्वय श्री प्रदीप पाण्डे और श्री राघवेन्द्र गौतम भी उपस्थित थे। आनंद उत्सव में हर वर्ग और हर उम्र के लोग शामिल होंगे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आनंद विभाग का गठन राज्य सरकार की अनूठी पहल है। हर व्यक्ति आनंदित रहना चाहता है। आनंद विभाग को एक ऐसे प्लेटफार्म के रूप में विकसित किया जायेगा जो व्यक्ति के सुख और आनंद को बढ़ाने की कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि आनंद उत्सव में पंचायत स्तर तक होने वाले कार्यक्रमों में समाज के सभी वर्गों और जन-प्रतिनिधियों को शामिल करें। बताया गया कि राज्य आनंद संस्थान का गठन किया गया है। प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक अधिकारी को आनंद विभाग का नोडल अधिकारी बनाया गया है। विभाग के अधिक से अधिक काम स्वयंसेवक आनंदकों के माध्यम से किये जायेंगे। सभी नोडल अधिकारी भी आनंदक के रूप में पंजीकरण करवायेंगे। वे अपने अन्य कार्यों के साथ-साथ आनंद विभाग का काम करेंगे। आनंद उत्सव में ग्राम पंचायत स्तर पर खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जायेंगे। इसमें सभी वर्ग और सभी उम्र के लोग शामिल होंगे। उत्सव के आयोजन में जन-भागीदारी को प्रोत्साहित किया जायेगा। जिलों में स्थानीय स्तर पर नगरीय क्षेत्र में भी कार्यक्रम किये जा सकते हैं। दुनिया का सबसे बड़ा नदी संरक्षण अभियान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 'नमामि देवी नर्मदे' नर्मदा सेवा यात्रा राज्य सरकार का पवित्र और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। यह नर्मदा को स्वच्छ रखने का दुनिया का सबसे बड़ा नदी संरक्षण अभियान होगा। इसमें नर्मदा को प्रदूषणमुक्त करने और संरक्षण के लिये नदी के दोनों तटों पर वृक्ष लगाये जायेंगे। नर्मदा नदी में लगातार शुद्ध जल प्रवाहित रहे इसके प्रयास किये जायेंगे। नर्मदा के किनारों की शासकीय और वन भूमि पर वृक्षारोपण किया जायेगा। साथ ही किसानों को निजी भूमि पर वृक्ष लगाने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। निजी भूमि पर फलदार वृक्ष लगाने पर तीन वर्ष तक किसानों को 20 हजार रूपये का मुआवजा प्रति हेक्टेयर प्रतिवर्ष तीन साल तक दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिये नर्मदा में कचरा डालने को रोकने, शहरों के सीवेज पानी को रोकने और नर्मदा किनारे के हर घर में शौचालय बनाने का कार्य किया जायेगा। इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। श्री चौहान ने बताया कि नर्मदा के किनारों के गाँवों में पद यात्रा निकाली जायेगी जिसके माध्यम से पर्यावरण और नर्मदा के संरक्षण का वातावरण बनाया जायेगा। इसके साथ ही प्रदेश के हर जिले में उप-यात्राएँ निकाली जायेंगी जो समीप के नर्मदा तट तक जायेगी। इसे जनांदोलन के रूप में चलाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा के संबंध में जिस गाँव में यात्रा पहुँचे उसमें एक दिन पहले मुनादी कर सूचना दी जाये। गाँव के लोग यात्रा की अगवानी करेंगे तथा अगले गाँव तक यात्रा को छोड़ने जायेंगे। इस दौरान गाँव में नर्मदा सेवा समिति का गठन किया जायेगा और नर्मदा नदी को शुद्ध रखने और हर घर में शौचालय बनाने का संकल्प लिया जायेगा। यात्रा के दौरान नर्मदा नदी के हर घाट पर कम से कम दो चेंजिंग रूम बनाये जायें। नर्मदा नदी के किनारे वृक्षारोपण के लिये शासकीय स्थान आरक्षित किया जायेगा और वृक्षारोपण किया जायेगा। यात्रा के दौरान शाम को आयोजित होने वाली नर्मदा माँ की सामूहिक आरती में पूरा गाँव उपस्थित रहेगा। आरती के बाद भजन मंडली के कार्यक्रम होंगे। यात्रा में धर्म गुरूओं, समाजसेवियों, पर्यावरणविदों और प्रसिद्ध हस्तियाँ शामिल होंगी। प्रदेश स्तर से रूट चार्ट बनाकर जिलों को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह का अनूठा सामाजिक आंदोलन है इसमें पूरी श्रद्धा से शामिल हों। यात्रा के लिये वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार प्रदेश स्तर से समन्वय करेंगे। वन मंत्री डॉ. शेजवार ने कहा कि एक दिसम्बर के बाद वे यात्रा के दायरे में आने वाले सभी जिलों में जिला स्तरीय समितियों के साथ अभियान की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। बताया गया कि नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान पदयात्रा और आवश्यकतानुसार वाहन से यात्रा की जायेगी। इस यात्रा के दौरान 1,909 किलोमीटर की पदयात्रा तथा 1,435 किलोमीटर की यात्रा वाहनों से की जायेगी। प्रतिदिन लगभग 25 किलोमीटर की यात्रा की जायेगी। यात्रा के दौरान जल और नदी से जुड़े समस्त विषयों पर जन-संवाद कार्यक्रम किये जायेंगे। स्वच्छता, वृक्षारोपण, जल एवं मृदा तथा पर्यावरण संरक्षण के बारे में जन-जागरण किया जायेगा। प्रदेश के 16 जिलों से यह यात्रा निकलेगी तथा अन्य जिलों में उप यात्राएँ आयोजित की जायेगी। यात्रा के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किये जायेंगे। 378 शहर में नगरोदय अभियान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी 378 शहर में नगरोदय अभियान में शहरी क्षेत्र के विकास, हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने और जनसमस्याएँ निराकृत करने का अभियान चलाया जायेगा। इसे जन-अभियान के रूप में संचालित किया जायेगा। बताया गया कि अभियान तीन चरण में चलाया जायेगा। पहले चरण में 25 से 28 दिसम्बर तक प्रत्येक वार्ड के लिये दल गठित किये जायेंगे। इसमें मोहल्ला समितियों को भी जोड़ा जायेगा। दूसरे चरण में 03 से 15 जनवरी 2017 तक वार्डों में अधोसंरचना कार्यों की गुणवत्ता और समय-सीमा, हितग्राहीमूलक योजनाओं के क्रियान्वयन का आंकलन किया जायेगा। इसमें स्वच्छता अभियान, सार्वजनिक वितरण प्रणाली तथा शासकीय भवनों और आश्रम/छात्रावासों में साफ-सफाई और रखरखाव का आंकलन किया जायेगा। तीसरे चरण में 20 जनवरी से 05 फरवरी 2017 तक हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाया जायेगा, अधोसंरचना के कार्य स्वीकृत किये जायेंगे तथा पूर्ण विकास कार्यों का लोकार्पण किया जायेगा। बताया गया कि स्वच्छता अभियान में सभी 34 अमृत शहर में कार्य किये जा रहे हैं। 29 दिसम्बर से कहानी उत्सव कान्फ्रेंस में बताया गया कि बच्चों में पढ़ने की बेहतर क्षमता विकसित करने के लिये आगामी 29 दिसम्बर से प्रदेश के प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में कहानी उत्सव मनाया जायेगा। उत्सव में 3 दिसम्बर को प्रत्येक गाँव में लोक कथा का वाचन किया जायेगा। शिक्षकों और विद्यार्थियों की प्रतियोगिताएँ जिला-स्तरीय 12 जनवरी को होगी। सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों और शिक्षकों को राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कहानी उत्सव व्यवस्थित तरीके से किया जाये। 10 दिसम्बर को किसान सम्मेलनों का आयोजन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 04 दिसम्बर 2016 को भोपाल में गरीब हितग्राही प्रशिक्षण और लाभ वितरण कार्यक्रम जम्बूरी मैदान पर होगा। इसमें योजनाओं का प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा प्रत्येक योजना के पाँच-पाँच हितग्राही को लाभान्वित किया जायेगा। आगामी 10 दिसम्बर को आयोजित किसान सम्मेलनों में किसानों को फसल बीमा के 4 हजार 400 करोड़ रूपये के दावे के स्वीकृति पत्र वितरित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन वितरण का कार्य सुचारू रूप से चले। यदि कहीं पीओएस मशीन खराब होती है तो गरीबों को राशन वितरण मेन्यूअली किया जाये। कानून व्यवस्था बेहतर बनाने के प्रयास लगातार जारी रहे। कलेक्टर-एसपी कान्फ्रेंस में दिये गये निर्देशों की परिणाममूलक समीक्षा की जायेगी। बताया गया कि प्रदेश में फसल बीमा में 20 लाख 50 हजार किसानों को 4 हजार 400 करोड़ रूपये की दावा राशि वितरित की जायेगी। किसान सम्मेलनों में दावा राशि के स्वीकृति-पत्र दिये जायेंगे। साथ ही कृषि आय को दोगुना करने का रोडमेप प्रस्तुत किया जायेगा। किसान सम्मेलन के दौरान कृषि प्रदर्शनी और मेले का आयोजन किया जायेगा। बताया गया कि आगामी 12 दिसम्बर को मुरैना में महिला सशक्तिकरण सम्मेलन, 15 दिसम्बर को देवास में घुमक्कड़ जातियों का सम्मेलन, 21 दिसम्बर को बड़वाह में अनुसूचित जनजाति सम्मेलन, 22 दिसम्बर को छिन्दवाड़ा में वन समितियों का सम्मेलन, 26 दिसम्बर को रीवा में युवा सम्मेलन तथा 28 दिसम्बर को मंडला में स्व-सहायता समूहों का सम्मेलन होगा।वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान जिलों में उपस्थित मंत्री, विधायकों और जन-प्रतिनिधियों ने सुझाव भी दिये। इस दौरान संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव उपस्थित थे।
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जेटली ने विपक्ष पर बोला हमला नोटबंदी पर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का विरोध गुरुवार को भी जारी रहा और भारी हंगामे के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार का पक्ष रखते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला। वित्त मंत्री ने कहा कि जिन लोगों को बड़े-बड़े घोटाले कभी ब्लंडर नहीं लगे उन्हें नोटबंदी ब्लंडर नजर आ रही है। जो पार्टी एक वक्त में देश के सभी बड़े घोटाले का हिस्सा थी आज नोटबंदी का विरोध कर रही है। जेटली ने कांग्रेस को निशाना बनाते हुए आगे कहा कि उनकी सरकार में सबसे ज्यादा घोटाले हुए और काला धन देश में पैदा हुआ। 2जी स्कैम और कोल स्कैम जैसे घोटाले उनके शासनकाल में ही हुए। पूरे देश ने वो घोटले वाली सरकार भी देखी है जिसके राज में कालाधन पैदा हुआ था। जेटली ने बहस को लेकर कहा कि पहले दिन विपक्ष की बहस को लेकर काई शर्त नहीं थी लेकिन बाद में हर रोज नई शर्तें जोड़ते जा रहे हैं। विपक्ष चाहता था पीएम बहस में मौजूद रहे हैं और अब बहाने बनाना शुरू कर दिया है। विपक्ष ने जो भी प्रस्ताव चर्चा के लिए दिन उन पर बहस के लिए हम तैयार हैं।
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भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने प्रख्यात समाजसेवी डॉ. जितेन्द्र जामदार (जबलपुर) को नमामि देवी नर्मदे प्रकल्प का प्रदेश संयोजक नियुक्त किया है। डॉ. जामदार महाकौशल क्षेत्र के प्रख्यात चिकित्सक और समाजसेवी है। समाज और पर्यावरण के क्षेत्र में उनकी गहरी रूचि और विशेषज्ञता को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने यह निर्णय किया है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जो ‘नमामि देवी नर्मदे’ अभियान 11 दिसंबर से प्रारंभ होने वाला है, उस अभियान में भाजपा की ओर से समन्वय का संपूर्ण दायित्व डॉ. जामदार निभायेंगे। नर्मदा जी के सर्वांगीण विकास जैसे- स्वच्छता, वृ़क्षारोपण आदि की दिशा में सरकार द्वारा किये जाने वाले समग्र प्रयासों में संगठन की व्यापक भागीदारी तय करने के लिए डॉ. जामदार स्थान-स्थान पर नर्मदा सेवक समन्वयकों की नियुक्ति कर नर्मदा जी के प्रति जन-जागरण के कार्य को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ायेंगे। मां नर्मदा के प्रति पूर्व से ही समाज के भीतर अगाध श्रद्धा है, इस श्रद्धा को एक सतत् कार्य में विकसित किया जा सके, यह सामाजिक प्रयास भारतीय जनता पार्टी संपूर्ण निष्ठा के साथ कर रही है। श्री चौहान ने आशा व्यक्त की है कि माता नर्मदा के तटों को न सिर्फ सुरक्षित किया जायेगा, बल्कि वे हरे-भरे हों और नदी की धारा निर्मल स्वरूप में प्रवाहित हो सके, इसके लिए भाजपा भरसक प्रयत्न कर रही है।
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मंगलवार को बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग में नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। भाषण में मोदी ने पार्टी सांसदों से साफ कहा कि नोटबंदी का फैसला देशहित में लिया गया है। इसे कतई सर्जिकल स्ट्राइक न कहें। सर्जिकल स्ट्राइक सिर्फ जवान ही कर सकते हैं। मोदी ने कहा कि ये फैसला तो गरीबों के हित में लिया गया है। इससे ब्लैकमनी बाहर लाने में मदद मिलेगी। मोदी ने कहा कि सरकार के इस फैसले से करप्शन पर तो रोक लगेगी ही, इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग को भी रोका जा सकेगा। पीएम ने साफ कहा कि ये फैसला आखिरकार देश के गरीबों के ही काम आएगा। मोदी ने अपोजिशन के विरोध पर कहा कि वो नोटबंदी पर गलत जानकारी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। बीजेपी सांसदों को जनता के बीच जाकर इसके फायदे बताने चाहिए। मीटिंग में फाइनेंस मिनिस्टर जेटली ने कहा, "नोटबंदी का देशभर में स्वागत हो रहा है। हमें टैक्स की कमी के कारण उधार लेकर काम चलाना पड़ता है। इससे गांवों में निवेश नहीं होता। नोटबंदी ऐतिहासिक है। इससे गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी। ये फैसला देश हित में है।"ये फैसला कितना बड़ा है, ये हमें सोचना है। 500 और 1000 के नोट देश की करंसी का 86 फीसदी हिस्सा हैं। सोचिए, सवा लाख बैंकों, पोस्ट ऑफिसों और दो लाख एटीएम में करंसी छापकर पहुंचाना कितना कठिन है। एटीएम को रिकैलिबरेट करने में साढ़े चार घंटे लगते हैं।" जेटली ने कहा, "कांग्रेस के उपाध्यक्ष कभी कहते हैं कि वित्त मंत्री को ही नोटबंदी के बारे में पता नहीं था। फिर कहते हैं कि पार्टी को बता दिया था। दरअसल, उन्हें ये ही नहीं पता कि कब और क्या बोलना है? पीएम मोदी ने 70 साल का फैसला बदला, ये आसान नहीं था। लाखों करोड़ रुपया बाजार में घूमता था, अब ये बैंकों में आ गया है। इससे बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बढ़ जाती है।" ब्लैकमनी आने के रास्तों पर चर्चा करते हुए जेटली ने कहा, "मॉरिशस रूट हमने रद्द कर दिया। साइप्रस रद्द कर दिया। अब सिंगापुर से बात चल रही है। हमने कई मौके दिए। जीएसटी आने से सारी चीजें नेट पर आ जाएंगी। दो लाख से ऊपर तो पैन कार्ड देना ही होगा। ढाई साल में ये वो कदम हैं जो 70 साल में नहीं उठाए गए।"
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नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के अपने फैसले पर देश के लोगों से राय मांगी है। मंगलवार को ट्वीट कर नरेंद्र मोदी ऐप पर लोगों से सर्वे में हिस्सा लेने को कहा है। सर्वे का मकसद यह जानना है कि लोग नोटबंदी पर क्या सोचते हैं। क्या दिक्कतें आ रही हैं? क्या बेहतर किया जा सकता है? इसमें 10 सवाल हैं, जिनका जवाब देना है। इधर, कांग्रेस ने इस सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा, ''इसे लागू करने के पहले पूछना चाहिए था। 1. क्या आपको लगता है कि भारत में कालाधन है? इसके दो ऑप्शन हैं- हां और नहीं। 2. क्या आपको लगता है भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई लड़ने और इस समस्या को दूर करने की जरूरत है? इसके दो ऑप्शन हैं- हां और नहीं। 3. आप काले धन की समस्या से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए कदमों के बारे में क्या सोचते हैं? इस सवाल के जवाब के लिए पांच विकल्प दिए गए हैं- बेकार हैं, अपर्याप्त हैं, ठीक हैं, प्रभावी हैं और अभूतपूर्व हैं। 4. आप भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा अब तक किए गए प्रयासों के बारे में क्या सोचते हैं? इस सवाल के जवाब के लिए पांच विकल्प दिए गए हैं- बेकार हैं, अपर्याप्त हैं, ठीक हैं, प्रभावी हैं और अभूतपूर्व हैं। 5. आप 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद करने के मोदी सरकार के निर्णय के बारे में क्या सोचते हैं? इस सवाल के जवाब के लिए पांच विकल्प दिए गए हैं- बेकार हैं, अपर्याप्त हैं, ठीक हैं, प्रभावी हैं और अभूतपूर्व हैं। 6. क्या आपको लगता है कि डिमॉनेटाइजेशन से कालाधन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद को रोकने में मदद मिलेगी? इसके जवाब के लिए चार ऑप्शन दिए गए हैं। इसका तुरंत प्रभाव पड़ेगा, इसका प्रभाव पड़ने में समय लगेगा, कम प्रभाव पड़ेगा, पता नहीं, कह नहीं सकते। 7. डिमॉनेटाइजेशन से रियल एस्टेट, उच्च शिक्षा और हेल्थ केयर तक आम आदमी की पहुंच बनेगी? इसके लिए तीन ऑप्शन हैं- पूरी तरह सहमत हैं, थोड़ा सहमत हैं और कह नहीं सकते। 8. भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद और नकली नोटों पर अंकुश लगाने की लड़ाई में हुई असुविधा को आपने कितना महसूस किया? इसके भी तीन ऑप्शन हैं- बिल्कुल महसूस नहीं किया, थोड़ा बहुत किया लेकिन यह जरूरी था और हां महसूस किया। 9. क्या आप मानते हैं कि भ्रष्टाचार का विरोध करते रहे कई आंदोलनकारी और नेता वास्तव में कालेधन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद के समर्थन में लड़ रहे हैं? इसके दो ऑप्शन हैं- हां और नहीं। 10. क्या आपके पास कोई सुझाव या विचार है, जो आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शेयर करना चाहते हैं? इसके लिए पांच शब्दों की सीमा दी गई है। नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट से सुबह 11.25 बजे ट्वीट किया और इस सर्वे की जानकारी लोगों को दी। उन्होंने लिखा- "करंसी नोट को लेकर किए गए फैसले पर मैं आपका नजरिया जानना चाहता हूं। एनएम ऐप पर सर्वे में हिस्सा लें।" इसके साथ उन्होंने अपने ऐप की लिंक भी डाली।
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रिजर्व बैंक ने 10 रपये के नकली सिक्के के परिचालन में होने की अफवाह को खारिज करते हुए आज लागों से ऐसी झूठी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने को कहा। आरबीआई का कहना है कि ‘₹’ के चिह्न वाले और बिना चिह्न वाले 10 रुपए के दोनों सिक्के सही हैं। केंद्रीय बैंक ने लोगों ने सभी प्रकार के सौदों में बिना किसी झिझक के इन सिक्कों को स्वीकार करने को कहा है। रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि ऐसी सूचना मिली है कि कुछ कम जानकार या गलत जानकारी रखने वाले लोग व्यापार, दुकानदार आदि समेत आम लोगों के बीच इस प्रकार के सिक्कों को लेकर संदेह खड़ा कर रहे हैं। इससे देश के कुछ भागों में इन सिक्कों का प्रचलन बाधित हो रहा है और इससे भ्रम की स्थिति बन रही है। बयान के अनुसार, ‘‘रिजर्व बैंक लोगों को सलाह देता है कि वे इस प्रकार की झूठी अफावाह पर ध्यान नहीं दें और उसे अनसूना कर दें और बिना किसी झिझक के अपने सभी सौदों में इन सिक्कों को कानूनी मुद्रा के रूप में स्वीकार करें। ’’
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उत्तर प्रदेश के पुखरायां में इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेंद्रनगर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। इस बड़े ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्याे सौ तक पहुंच गई है। इस घटना के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंंने मृतकों को 2 लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा भी की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में वो लोगों के साथ है और प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव मदद यात्रियों तक पहुंचाने का काम जारी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दुर्घटना के प्रभावितों की मदद और सहायता के भरपूर प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि दुर्घटना के पीड़ितों की मदद के लिए छतरपुर, सागर और दतिया से चिकित्सकों के दल दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हो गया है। छतरपुर से भी बचावदल रवाना किया गया है। मंत्री जल संसाधन श्री नरोत्तम मिश्रा के साथ दतिया जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में भी सहायता दल भेजे गये हैं। इस संबंध में आवश्यक सहायता और सूचना के लिए भोपाल में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 1079 है। इसके साथ ही छतरपुर जिले में भी कंट्रोल रूम का गठन किया गया है। इसका दूरभाष क्रमांक 07682-241500 है। सुमित्रा महाजन ने गहरा दुख व्यक्त किया इंदौर पटना एक्सप्रेस दुर्घटना पर इंदौर की सांसद व लोकसभाध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने गहरा दुख व्यक्त किया है। त्वरित पहल कर उन्होंने यूपी के नेताओं श्री कलराज मिश्र, श्री लालजी टण्डन व वहां के स्थानीय सांसद श्री ओला से चर्चा कर आवश्यक मदद करने के लिए कहा है। उन्होंने रेल्वे के मंत्री, वरिष्ठ अधिकारियों को भी निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने अपने दो निजी सचिव पंकज क्षीरसागर व हरीश कश्यप को समन्वय करने के लिए मौके पर तुरंत पहुंचने के लिये रवाना किया। ताईजी के रेलवे समन्वयक नागेश नामजोशी रात 3:30 बजे से ही समन्वय का काम देख रहे हैं।
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उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुखरायं में इंदौर-पटना ट्रेन के पटरी से उतर जाने के बाद इस भीषण हादसे में अब तक 91 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है वहीं 150 से ज्यादा लोग घायल हैं। घायलों को पास के अस्पतालों में इलाज जारी है। इंदौर से रवाना हुई इस ट्रेन में बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश के यात्री सवार थे।मारने वालों की संख्या में और इजाफा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है वहीं इस बीच दुर्घटना में मारे गए और घायल लोगों की पहली लिस्ट सामने आई है। इस लिस्ट में इंदौर और उज्जैन के लोग भी शामिल हैं। जिला अस्पताल द्वारा जारी की गई इस लिस्ट में देवास के चंदेल परिवार के अलावा इंदौर के मिश्रा और गुजराती परिवार के लोग शामिल हैं जो घायल हैं। वहीं मृतकों में से फिलहाल 7 की पहचान हो पाई है। मृतकों के नाम पातीराम पिता महिपाल 19 वर्ष निवासी महानंदा नगर उज्जैन,बृजमोहन पिता मनोहर लाल 40 वर्ष निवासी स्नेहलता गंज इंदौर, भन्ती देवी शिवपूजन सिंह निवासी सेंट्रल कोतवाली इंदौर,जिवितेश कुमार निवासी अवधपुरी भोपाल,रामेश्वर प्रजापति निवासी तोपेवाला मोहल्ला ग्वालियर, असलम पिता रफीक खान निवासी शाजापुर,उमाशंकर पिता कल्लू चंदौली,रत्निका पति सुबोध सिंह निवासी गौतमबुद्धनगर, सिवान, घायल धर्मेंद्र श्यामसिंह चंदेल 45 साल देवास,रेखा चंदेल 45 साल देवास,मीरा चंदेल 45 साल- देवास,आकांक्षा धर्मेंद्र चंदेल 9 वर्ष - देवास,अनिकेत धर्मेंद्र सिंह 8 साल - देवास,प्रतिभा रितेश सोनी - इंदौर,नीता जगमोहन गुजराती 50 साल- इंदौर,मालती गुजरात 62 साल - इंदौर,महेश गंगाराम कुशवाह 36- इंदौर,नेहा सतेंद्र सिंह 25 साल - इंदौर,एपी शाह पिता पुरषोत्तम शाह 58 साल उज्जैन,कुसुमसिंह संजय सिंह 40 साल- भोपाल,पूजा अनिल 36 साल- इंदौर,बबीता संदीप मिश्रा 28 साल- इंदौर ,सोनम संदीप मिश्रा 13 साल- इंदौर,प्यारेलाल महाराज सिंह 52 साल इंदौर,ज्योति पुत्री सती प्रसाद (21) कानपुर,राजू पुत्र मेवालाल (31) अंबेडकरनगर,बजरंगी प्रताप राजा पुत्र रामदेव आजमगढ़,आकिब पिता असलम (24) फिरोजाबाद,राजकुमार पुत्र दयापाल (55) फतेहपुर यूपी,नवीन कुमार तिवारी पुत्र नागेंद्र कुमार तिवारी (55) निवासी पालामऊ झारखंड,प्रकाश कुमार पुत्र वीरेंद्र प्रकाश (22) निवासी पटना,रेखा देवी पत्नी प्रमोद कुमार (45) निवासी पटना,परशुराम पुत्र मोहनराम (42) बलिया,मुकेश कुमार पुत्र मुन्ना लाल (45) बलिया, यूपी।रितिका श्रीवास्तव पुत्री एसके श्रीवास्तव (19) लाखनऊ,मदन राम पुत्र अजीत राम (62) पटना, बिहार,मोनू विश्वकर्मा पुत्र जयराम विश्वकर्मा (25) अंबेडकरनगर,वजीर आलम पुत्र वसीर अंसारी (35) मोतिहारी,दीपक पुत्र मार्केंडेय (20) आजमगढ़ किरवा,रजत सिंह पुत्र तेजप्रताप (23) फैजाबाद,प्रमोद पुत्र शिवशंकर (45) महाराजगंज पटना,राजकुमार पुत्र गोविंद सिंह (37) मुज्जफरनगर,प्रवीण चंद्र पुत्र रूद्र नाथ (32) संतकबीरनगर,अभय श्रीवास्तव पुत्र संजय श्रीवास्तव (3) फूलपुर इलाहाबाद,फूलादेवी पत्नी हरीलाल (70) पटना, बिहार,प्रेमकुमार पुत्र कालूराम (54) झांसी,ज्योति यादव पत्नी लालन सिंह (24) झांसी,जयप्रकाश पुत्र भुलनराम (30) मैनपुरी,सुनील पुत्र बीएल दाम (46) पटना बिहार,मालती शर्मा पत्नी दयाराम शर्मा (45) बिहार,रामपुजारी पुत्र जयराम (36) सुल्तानपुर,अशि पुत्री कुमार आनंद (13) पटना,संजय यादव (09) जितेंद्र सिंह पुत्र हरीनारायण (60) आजमगढ़,रविंद्र पंडित पुत्र उपलाल पंडित (35) पटना,ज्ञान प्रकाश पंडित पुत्र श्यामलाल (36) इलाहाबाद,अनुराग पुत्र भुवनेश्वर (30) लखनऊ,आदि पुत्र वाशुनाथ नंदी वाराणसी (23),उत्तम कुमार पुत्र सतीश कुमार (24) बिहार,जीवन लाल पुत्र रामदत्त (71) देवकला बहराइच,अशोक कुमार पुत्र यदुवेंद्र (48) पटना,रामू पुत्र दामू चकर (40) पटना बिहार,अरूण शर्मा पुत्र डीसी (40) गोपालनगर,अहिरनाक सिंह पुत्र शारदा (60) रायबरेली,प्रीति सिंह पत्नी कुमार आनंद (64),मो.इस्लाम अंसारी पुत्र मो.जमील (19) अदलपुर,श्याम दत्त पुत्र अच्छे लाल (74) आलमपुर,मलवा रिंकी पत्नी रामेश्वर प्रजापति (30) ग्वालियर,संजीत कुमार पुत्र सत्यनारायण (26) पटना।
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नेपानगर विधानसभा उपचुनाव और शहडोल लोकसभा में मतदान को लेकर लोग उत्साहित नजर आए। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सुबह सात बजे वोटिंग शुरू होने के दो घंटे के भीतर ही 16 फीसदी मतदाता वोट डाल चुके थे। वहीं अंबाडा के आदर्श मतदान केंद्र क्रं 198 में सुबह 11 बजे तक 45 फीसदी और भातखेड़ा में 40 फीसदी मतदान हुआ। विधानसभा क्षेत्र में 296 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रों को मिलाकर 4 बजे तक 70 फीसदी मतदान हुआ।शहडोल में वोटरों स्वागत फूलों से हुआ। दोनों जगह ही शांतिपूर्ण और शानदार मतदान हुआ। पांच मतदान केंद्रों से 5 से वेबकास्टिंग की जा रही है। 10 स्थानों पर आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं। भाजपा प्रत्याशी मंजू राजेंद्र दादु ने कान्हापुर में 189 नंबर केंद्र पर मतदान किया, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अंतरसिंह बर्डे ने ग्राम अम्बा में मतदान किया। सोनुद में केंद्र क्रमांक 191 की ईवीएम में खराबी की वजह से कुछ देर के लिए मतदान प्रभावित हुआ। विधानसभा क्षेत्र में कई मतदान केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा, यहां इक्का-दुक्का मतदाता ही वोट डालने पहुंचे। भवानी नगर, उर्दू स्कूल के 4 केंद्रों पर यही हालात नजर आए। ग्राम तुकईथाड में 50 लोगों के नाम मतदाता सूची में नहीं होने से लोगों में रोष गहराया। कांग्रेस ने मतदाताओं के नाम कटने की ऑनलाइन शिकायत चुनाव आयोग से की। जिसमें बीएलओ ज्योति महाजन के द्वारा जान बूझकर कांग्रेस समर्थित मतदाताओं के नाम काटे जाने की शिकायत की गई।मतदान केंद्र क्रमांक 58 हिंदी प्राथमिक शाला में ईवीएम मशीन खराब होने से मतदान प्रभावित हो गया, जिससे मतदाता परेशान हुए। सेक्टर अधिकारी इंजीनियर को लेकर पहुचे मौके पर पहुंचे और परेशानी दूर की गई। केंद्र सरकार के नेपा पेपर लिमिटिड से कार्य से हटाए गए करीब 200 श्रमिक, जो 51 दिन से क्रमिक भूख हड़ताल पर हैं और उनके 800 परिजनों सहित करीब 1000 लोग ने वोट डालने से इनकार कर दिया। मतदान केंद्रों पर हुआ मतदाताओं का स्वागत शहडोल लोकसभा उपचुनाव के लिए शनिवार सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया। संसदीय क्षेत्र के शहडोल जिले की जयसियंहनगर व जैतपुर, उमरिया जिले की बांधवगढ़ व मानपुर, अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़, अनूपपुर व कोतमा एवं कटनी जिले की बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के 2070 मतदान केन्द्रों में 16 लाख 787 मतदाता मतदान करेंगे। 4 बजे तक शहडोल में कुल मतदान 50 फीसदी से ऊपर पहुंच गया। संसदीय क्षेत्र के कटनी में बड़वारा विधानसभा के आदर्श मतदान केंद्र में मतदाताओं का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। आदर्श मतदान केंद्रों में वोटरों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह ने भी सुबह मतदान किया। कटनी में मतदान केंद्र क्रमांक 180, 57 में ईवीएम मशीन खराब होने के कारण बदली गईं। कटनी में कांग्रेस विधायक सौरभ सिंह से पुलिस ने कहा था कि आप चुनाव में व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं। इस पर विधायक ने कहा कि मैं व्यवधान उत्पन्न नहीं कर रहा हूं और अगर आप कहें तो में थाने आ जाता हूं। ऐसा कहकर विधायक सौरभ सिंह बड़वारा थाने पहुंच गए। पुलिस के अनुसार विधायक को हिरासत में नहीं लिया गया था। वे स्वयं वहां पहुंचे थे, करीब 20 मिनट रुकने के बाद वे वापस चले गए। उमरिया विधानसभा के बिजौरी गांव में 110 वर्षीय महिला रामरती ने भी मतदान किया। बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम देवरी हटाई में 101 वर्ष की महिला मतदान किया, महिला का नाम द्रोपति बाई है। वहीं सारंगपुर में मतदान करने पहुंची 103 वर्ष की महिला छोटी बाई मतदान करने पहुंची।
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शहडोल लोकसभा और नेपानगर विधानसभा उप-चुनाव के लिये 19 नवम्बर को मतदान 2766 पोलिंग बूथ पर 4000 से अधिक ईव्हीएम बैलेट यूनिट पर दिखेंगे प्रत्याशी के फोटो ,सुरक्षा के लिए तीस कम्पनी तैनात मध्यप्रदेश के 12-शहडोल लोकसभा (अजजा) और 179-नेपानगर विधानसभा (अजजा) के उप-चुनाव के लिये शनिवार 19 नवम्बर को सबेरे 7 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जायेंगे। मतदान को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। शहडोल संसदीय क्षेत्र में 16 लाख 787 मतदाता हैं। इनमें 8 लाख 25 हजार 873 पुरुष, 7 लाख 78 हजार 489 महिला तथा 25 थर्ड जेंडर शामिल हैं। क्षेत्र के 18-19 आयु वर्ग के 41 हजार 750 युवा मतदाता भी पहली बार मतदान करेंगे। शहडोल एवं नेपानगर निर्वाचन क्षेत्र में सीएपीएफ (केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बल) और एसएएफ (राज्य विशेष सशस्त्र बल) की 15-15 कम्पनी तैनात की गयी हैं। दोनों क्षेत्र के वल्नरेबल पॉकेट में फ्लेग-मार्च किया जा रहा है। कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिये जिला पुलिस बल के 179 अधिकारी, 2431 आरक्षक, 1813 होमगार्ड तैनात किये गये हैं। ईव्हीएम की सुरक्षा के लिये सीएपीएफ की 2 कम्पनी तैनात की गयी हैं। प्रत्येक मतदान केन्द्र में 4 मतदानकर्मी तथा 2 पुलिस के जवान तैनात किये गये हैं। वल्नरेबल क्षेत्र में चिन्हित 86 मतदान केन्द्र में सीएपीएफ के 2-2 जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी सम्हालेंगे। दोनों निर्वाचन क्षेत्र में 19 नवम्बर तक पुराने नोट बदलवाने वाले नागरिकों की उंगली में इनएडिबल स्याही नहीं लगायी जायेगी। मतदान दल को निर्वाचन सामग्री लेकर मतदान की पूर्व संध्या पर निर्धारित मतदान केन्द्र पर उपस्थित होने के निर्देश दिये गये हैं। मतदान टीमें रात्रि-विश्राम भी केन्द्र पर ही करेंगी। मतदान सामग्री के वितरण एवं परिवहन की व्यवस्था भी जिला मुख्यालयों पर की गयी है। शहडोल संसदीय क्षेत्र में 2070 मतदान केन्द्र में मतदान होगा। इनमें 300 शहरी तथा 1770 ग्रामीण क्षेत्र के हैं। इनमें से 385 क्रिटिकल मतदान केन्द्र हैं। मतदान के लिये 3700 ईव्हीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का इस्तेमाल होगा। ईव्हीएम पर प्रत्याशी के फोटो भी लगेंगे। शहडोल लोकसभा सीट के लिये 8 विधानसभा क्षेत्र में मतदान होगा, जिसमें 3 अनूपपुर, 2-2 शहडोल एवं उमरिया तथा कटनी जिले का एक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल है। शहडोल लोकसभा उप-चुनाव के लिये 17 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 9 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं। नेपानगर विधानसभा उप-चुनाव के लिये 4 उम्मीदवार के भाग्य का फैसला होगा। निर्वाचन क्षेत्र में 2 लाख 30 हजार 420 मतदाता हैं। इनमें पुरुष एक लाख 18 हजार 659, महिला एक लाख 11 हजार 744 एवं 17 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। युवा 18-19 आयु वर्ग के 3046 मतदाता हैं। क्षेत्र में 296 मतदान केन्द्र में से 29 शहरी तथा 267 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। क्रिटिकल श्रेणी के 38 मतदान केन्द हैं। मतदान के लिये 386 ईव्हीएम उपलब्ध करवायी गयी हैं।
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हरियाणा के राज्यपाल श्री सोलंकी द्वारा कालिदास समारोह का समापन हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि कालिदास पूरे देश का गौरव हैं। उज्जैन नगरी से पूरे विश्व को संस्कृति का सन्देश मिलता है। उज्जैन की महिमा का वर्णन नहीं किया जा सकता। यह पवित्र नगरी तो है ही, लेकिन देश-विदेश की संस्कृति की परिचायक भी है। राज्यपाल श्री सोलंकी उज्जैन में कालिदास समारोह के समापन अवसर पर बोल रहे थे। राज्यपाल श्री सोलंकी ने कहा कि संस्कृति के दर्शन करना हो, तो उज्जैन आकर रहें। कालिदास ने महाकाव्य रघुवंशम् लिखा। यह आज भी सटीक है। राज्य और प्रजा के सम्बन्ध कैसे होते हैं, इसके बारे में लिखते हुए महाकवि कालिदास कहते हैं कि आदर्श राजा के लिये प्रजा सन्तान जैसी होती है, वह उसका पूरा ध्यान रखता है। किसी राजा के राज्य में यदि प्रजा दु:खी होती है तो वह राजा दण्ड का भागी होता है। आज हम जिस गुड गवर्नेंस की बात कहते हैं, उसका विषद चित्रण कालिदास ने अपने महाकाव्य में किया है। राज्यपाल ने कहा कि महाकवि कालिदास को प्रासंगिक बनाने के लिये और उनके विचारों का क्रियान्वयन करने के लिये कालिदास समारोह का आयोजन कर निश्चित रूप से प्रशंसा का कार्य किया जा रहा है। संस्कृत विद्वान श्री कमलेशदत्त त्रिपाठी ने कहा कि महाकवि कालिदास राष्ट्रकवि थे तथा कालिदास समारोह राष्ट्रीय पर्व है। समारोह के राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्वरूप को पुन: स्थापित किया जाना चाहिये। कालिदास के साहित्य में सांस्कृतिक एकता, विश्व बंधुत्व तथा विश्व एकात्मता का सन्देश मिलता है। कालिदास समारोह के माध्यम से इसे समूचे विश्व में पहुँचाया जाना चाहिये। स्वागत भाषण प्रभारी कुलपति श्री एच.पी.सिंह ने दिया। कार्यक्रम में विधायक डॉ.मोहन यादव, बहादुरसिंह चौहान, अनिल फिरोजिया और कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक पी.के.झा उपस्थित थे। पुरस्कार वितरण समापन समारोह में हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तानसिंह सोलंकी ने चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रतियोगिता के विजेताओं को 51-51 हजार रूपये के चेक एवं प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में चित्रकला में अहमदाबाद के श्री प्रशांत एम.पटेल, आष्टा की श्रीमती अलका पाठक, उज्जैन के श्री जगदीश नागर श्रीमती प्रतिभा सिंह शामिल हैं। मूर्तिकला में श्री नीतेश विश्वकर्मा को पुरस्कृत किया गया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अन्तर्महाविद्यालयीन वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिता तथा स्कूली विद्यार्थियों की प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया। आभार संस्कृति आयुक्त राजेश मिश्रा ने माना। हरियाणा के राज्यपाल ने किये महाकाल के दर्शन हरियाणा के राज्यपाल कप्तानसिंह सोलंकी ने अखिल भारतीय कालिदास समारोह के समापन कार्यक्रम के बाद श्री महाकालेश्वर मन्दिर में सदाशिव भगवान महाकाल के दर्शन किये। उन्होंने भगवान महाकाल से देश के विकास एवं देशवासियों की सुख-समृद्धि एवं मंगलमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री रूप पमनानी, पूर्व महापौर श्री मदनलाल ललावत, श्रीपाद जोशी तथा प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। दर्शन के बाद नन्दी सभा मण्डप में राज्यपाल श्री सोलंकी को श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री रजनीश कसेरा ने भगवान महाकाल का चित्र, प्रसाद, शाल भेंटकर सम्मानित किया।
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आज हम देशभक्ति की बात करते हैं तो कुछ लोगों को परेशानी होने लगती है। वह कहते हैं कि देशभक्ति हमें न सिखाओ। यह सही है कि कोई किसी को देशभक्ति नहीं सिखा सकता, यह तो भीतर से आती है। देशभक्ति हमारे खून में है। जब भी अवसर आता है, यह प्रकट होती है। देशभक्ति की बात से यदि किसी को पीड़ा होती है तो होने दीजिए, हम तो अपना काम करेंगे। यह विचार भोपाल में लोक-मंथन के समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय-विमर्श लोक-मंथन के समापन समारोह में व्यक्त किए। 'लोक-मंथन' संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन, भारत भवन और प्रज्ञा प्रवाह संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ। श्री खेर ने कहा कि पिछले दो-तीन वर्ष में असहिष्णुता और देशभक्ति के विषय जान-बूझकर उठाए गए हैं। जब असहिष्णुता की बहस शुरू की गई, तब मेरे भीतर का भारतीय जागा और उसने कहा कि यह चुप रहने का समय नहीं है। इस कारण मैंने असहिष्णुता का खुलकर विरोध किया। उन्होंने बताया कि कुछ लोग देश-प्रेम की बात करने वालों की उपेक्षा करने का प्रयास करते हैं। सवाल है कि आखिर देशभक्ति की बात करने पर हम रक्षात्मक क्यों हों? श्री खेर ने बताया कि वह कश्मीरी पंडित हैं, इसलिए उनकी रगों में देशभक्ति है। अपने ही देश में निर्वासित होने के बाद भी कश्मीरी पंडितों ने कभी भी देश के खिलाफ कोई बात नहीं कही। उन्होंने बताया कि प्रत्येक भारतीय के लिए राष्ट्र सबसे पहले होना चाहिए। किसी भी व्यक्ति के अंगुलियों के निशान दुनिया में किसी दूसरे व्यक्ति से नहीं मिलते हैं अर्थात् प्रत्येक व्यक्ति अद्वितीय है। हम सबकी अलग-अलग पहचान है, लेकिन सबसे पहली पहचान भारतीय है। समापन सत्र के मुख्य अतिथि बौद्ध धार्मिक गुरु सोमदोंग रिनपोछे ने लोक-मंथन को समयानुकूल बताते हुए कहा कि यह एक नई दिशा देगा। लोक-मंथन की महत्ता इस बात से है कि इसमें देश, काल, स्थिति को विचार के रूप में स्वीकार करते हुए 'राष्ट्र सर्वोपरि' को महत्त्व दिया गया है। आज चारों ही स्थितियाँ सहज नहीं हैं। देश में प्रदूषण का बोलबाला है। स्वच्छ पानी नहीं है। गति की शीघ्रता एवं स्थिति की स्थिरता ने विचित्र परिस्थिति पैदा कर दी है। हर व्यक्ति चुनौतियों की चर्चा करता है। समाधान किसी के पास नहीं है। हिंसा की अत्याधिक वृद्धि, युद्ध और आतंकवाद के रूप में दिखाई देती है। मनुष्य कहीं भी स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं करता है। उन्होंने कहा कि महाभारत का युद्ध 18 दिन में समाप्त हो गया, लेकिन वियतनाम का 18 वर्ष चला। अपना शस्त्र बाजार बनाए रखने के लिए तब भी हिंसा हुई, जो आज तक जारी है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के लिए प्लास्टिक को जिम्मेदार ठहराया जाता है, किन्तु प्लास्टिक उत्पादन रोकने की बात नहीं होती। लोक-मंथन आयोजन समिति के कार्याध्यक्ष डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि शास्त्र ने कहा कि दूसरा कोई नहीं है। लोक के प्रति कबीर ने कहा कि 'प्रेम गली अति सांकरी, जा में दोई न समाए'। अत: यहाँ सभागार में दूसरा कोई है ही नहीं। अत: सबसे पहले विचार करते हैं कि दासता क्या होती है, साथ ही विदेशी दासता से मुक्ति की इच्छा भी है। उन्होंने बताया कि सिंकदर के एक सैनिक ने ऋषि सेलेटस से पूछा कि ज्ञान चर्चा करनी है। ऋषि ने कहा कि वस्त्र उतार और मेरे पास शिला पर लेट जा। वस्त्र उतारने के लिए तैयार नहीं तो मन पर पड़े पर्दे कैसे उतारेगा। हमने लोक-मंथन में मन पर पड़े पर्दे उतारने की कोशिश की है। डॉ. द्विवेदी ने कहा कि गायों को गिनने से दूध नहीं मिलता। क्या सिर्फ बौद्धिक विमर्श से समाज को अमृत मिल जाएगा? इस विमर्श को आगे ले जाना होगा, परिवार में, समाज में, सब जगह, यह मंथन जारी रखना होगा। मंथन में बहुत अधिक लोगों की आवश्यकता नहीं होती। गीता का अमृत कृष्ण और अर्जुन के संवाद से निकला। स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि मुझे विश्व की चिंता है, इसलिए भारत की चिंता करता हूँ, क्योंकि विश्व के सभी प्रश्नों का उत्तर भारत से मिलेगा। वहीं, गुरु गोलवलकर ने कहा है कि दुर्जनों की सक्रियता से उतनी हानि नहीं हुई जितनी सज्जनों की निष्क्रियता से हुई है।इससे पहले आयोजन समिति के सचिव श्री जे. नंदकुमार ने लोक-मंथन की रिपोर्ट पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन लोक-मंथन के संयोजक श्री दीपक शर्मा ने किया।
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नोटबंदी ने बड़ों बड़ों को लाइन में लगा दिया। 1980 क्र दशक में चम्बल के बीहड़ों को अपनी गोलियों से गरजाने वाले आत्मसमर्पित डकैत मलखान सिंह भी ग्वालियर के महाराज बाड़ा ब्रांच में अपने खर्चे के लिए नोट बदलवाने आये और लोगों से जमकर बतियाये। 1983 तक डाकू मलखान सिंह पर 185 हत्या 1112 डकैती के केस दर्ज थे। 1983 में भिंड मध्यप्रदेश में आत्म समर्पण के बाद सामान्य जीवन जी रहे हैं समर्पण से पूर्व भरतपुर संभाग में भी इसके आतंक का खौफ होता था। आज रुपए बदलवाने हेतु ग्वालियर की SBI बैंक में लाईन में खड़े हो कर अपनी बारी का इंतजार किया।
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बजरंग दल के नेता दीपक कुशवाहा की हत्या के बाद विदिशा में लगा कर्फ्यू दोपहर तक जारी था। भोपाल संभागायुक्त, आईजी विदिशा कलेक्टर, एसपी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। इसके बाद कर्फ्यू में ढील दी जा सकती है। उधर पुलिस ने उपद्रवियों पर 9 अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। घटना के बाद से शहर के चप्पे-चप्पे में पुलिस बल तैनात है। सभी समुदाए के लोगों ने शहरवासियों से शांति की अपील की है। पुलिस मुख्यालय भी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने कहा आईजी भोपाल अभी विदिशा में ही है। स्थिति नियंत्रण में है। किसी को कानून अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। ऋषि कुमार शुक्ला, डीजीपी कमिश्नर अजातशत्रु श्रीवास्तव ने कहा शहर में शांति है। पुलिस पूरे शहर में लगा हुआ है। समीक्षा कर कर्फ्यू में ढील देने का तय किया जाएगा।
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भारत की राष्ट्रीयता ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की पोषक : डॉ. जोशी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत की माटी और संस्कृति में उदारीकरण और भूमंडलीकरण है। राष्ट्रीयता और उदारीकरण एक दूसरे के विरोधी नहीं बल्कि एक ही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ ‘लोक-मंथन’ के दूसरे दिन “नव-उदारीकरण और भूमंडलीकरण के दौर में राष्ट्रीयता’’ विषय पर आयोजित सामूहिक सत्र को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि भारत में हजारों वर्ष पहले “वसुधैव कुटुम्बकम्’’ की बात कही गयी है। यह उदारीकरण ही है। भारत में हमेशा विचारों की स्वतंत्रता रही है। पश्चिम में राजतंत्र के बाद स्वतंत्रता और समानता के उद्देश्य को लेकर प्रजातंत्र का जन्म हुआ। औद्योगिक क्रांति के बाद शोषण के विरूद्ध सर्वहारा के लिये साम्यवाद का जन्म हुआ। साम्यवाद और इसके बाद पूँजीवाद में भी मनुष्य का सुख संभव नहीं हो पाया। मनुष्य के लिये शरीर के साथ मन, बुद्धि और आत्मा का सुख भी जरूरी है। भारतीय संस्कृति में धर्म, अर्थ,काम, मोक्ष और पुरूषार्थ के माध्यम से जीवन संचालन की व्यवस्था की गयी है। मनुष्य केवल व्यक्ति नहीं समाज भी है इसलिये समाज के सुख पर भी विचार करना होगा। भारतीय दर्शन का मूल है कि एक ही चेतना सर्वव्याप्त है। प्रकृति का शोषण नहीं बल्कि दोहन करना चाहिये। विश्व को यही सनातन विचार राह दिखा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने 'एकात्म मानव-दर्शन' का विचार दिया, जो भारतीय परंपरा पर आधारित है। उन्होंने कहा कि जीवन में अर्थ का अभाव नहीं होना चाहिए और अर्थ का प्रभाव भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने केन्द्र सरकार के निर्णय का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद करके अर्थ का प्रभाव समाप्त कर दिया है। इस निर्णय से काला धन, फर्जी मुद्रा और आतंकवाद की फंडिंग समाप्त हो जाएगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भारतीयता के विचारक डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि भारत की राष्ट्रीयता ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की पोषक है जबकि वैश्वीकरण केवल आर्थिक चिंतन है। दोनों में भेद तो है किन्तु समन्वय की जरूरत भी है। पश्चिमी चिंतन में संसार को निर्मित करने वाला संसार के बाहर रहता है, बनाता भी है और सजा भी देता है। मनुष्य को पृथ्वी के उपभोग के लिए भेजता है। पश्चिमी चिंतन में यह माना जाता है कि प्रकृति जड़ है और विचार नहीं कर सकती इसलिए उसका उपभोग करने की स्वतंत्रता है। डॉ. जोशी ने कहा कि कहा जा रहा है कि ग्लोबलाईजेशन गरीब और गरीब देशों के लिए नहीं है। इसके मूल में भी पश्चिमी चिंतन है कि चेतन अचेतन का शोषण कर सकता है। भारतीय संस्कृति में अर्थ चिंतन का आधार अर्थायाम है अर्थात संतुलन। जरूरत से ज्यादा भी नहीं और आवश्यकता से कम भी नहीं। पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव हम पर भी हो रहा है। परिवार हमारी मूल संस्था है इसका टूटना विश्व का टूटना है। आज का ग्लोबलाईजेशन व्यष्टि, समष्टि और परमेष्टि में बाधा डालता है। समृद्धि से शांति नहीं मिलती इसका संतुलन भारत से समझना होगा। पश्चिम को केवल बाजार चाहिए। हमें परिवार भी चाहिए बाजार भी चाहिए। नीति आयोग के सदस्य डॉ. विवेक देबोराय ने राष्ट्रीयता के परिपेक्ष्य में स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत की जनता मोक्ष पर विश्वास करती है। सत् चित् आनंद में विश्वास करती है। यदि मुझे भारत पर गर्व नहीं है तो इसका अर्थ है कि मुझे स्वयं पर भी गर्व नहीं है। ग्लोबलाईजेशन के नाम पर हमारी हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति पर खतरा मंडरा रहा है। हम अपनी संस्कृति और परंपरा को भी नहीं जानते। हमारे पैंतीस हजार शास्त्रों में से उन्नीस हजार का अनुवाद भी नहीं हुआ है।
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भोपाल में राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली ने कहा है कि सनातन धर्म ही राष्ट्रीय अस्मिता है। यह सार्वभौमिक और शाश्वत होती है। इसे आधुनिक संदर्भों में परिभाषित और अभिव्यक्त करना होगा। वे आज यहाँ 'राष्ट्र सर्वोपरि' विचारकों और कर्मशीलों के तीन दिवसीय ‘लोक मंथन’ कार्यक्रम के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम संस्कृति विभाग, भारत भवन और प्रज्ञा प्रवाह द्वारा आयोजित किया गया। श्री कोहली ने कहा कि उपनिवेशवादी मानसिकता आज बाजार, उत्पादों, जीवन-शैली और भूमंडलीकरण के रूप में उपस्थित है। इससे निपटने के लिये स्वदेशी आंदोलन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि राष्ट्रीय अस्मिता मजबूत है, तो औपनिवेशवादी मानसिकता का कोई भी प्रकार या स्वरूप नुकसान नहीं पहुँचा सकता। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अस्मिता और सनातन धर्म शाश्वत होने के बावजूद धूमिल पड़ सकते हैं। इसे समय-समय पर साफ करने की जरूरत है। श्री कोहली ने कहा कि भारत में मुगलों के आक्रमण के बाद भी भारत के लोक ने राष्ट्रीय अस्मिता को बिखरने नहीं दिया लेकिन अंग्रेजी शासन ने इस पर गहरा आधात किया। भक्ति आंदोलन ने भारत की सांस्कृतिक पहचान को बनाये रखा। उन्होंने कहा कि मुगल शासन के बावजूद हिज्री संवत स्वीकार नहीं किया। आज राष्ट्रीय अस्मिता के संरक्षण की जरूरत है। इसे जन-मानस के आचार-विचार में अभिव्यक्त होना चाहिये। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी ने अपने बीज वक्तव्य 'राष्ट्र की लोकाभिव्यक्ति'' में कहा कि भारत की अस्मिता को दैनंदिन कार्यों और हर विषय में अभिव्यक्त होना चाहिये। उन्होंने कहा कि एक से अनेक होने और फिर अनेक से एक बने रहने की मूल भावना और दर्शन भारतीय जीवन में अभिव्यक्त हुआ है। इसी से औपनिवेशिक दुष्परिणाम से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने राष्ट्र और नेशन के अंतर को समझाते हुए बताया कि भारत ने एक राष्ट्र के रूप में दूसरों को ज्ञान और कौशल देकर समृद्ध किया। आज भारतीय अस्मिता के माध्यम से बदलाव की प्रक्रिया का उपकरण अपनाने की जरूरत है। भारत एक है और अखंड है क्योंकि यहाँ की अस्मिताओं में समन्वय रहा है। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी श्री अवधेशानंद गिरि ने कहा कि विज्ञान ने नींद छीन ली ओर मानसिक चेतना कुंद हुई है। शास्त्रों में कहा गया है कि मन की चिंता करो। भारतीय ऋषियों ने मन की चिंता की, पदार्थ की नहीं। पश्चिम के लिये विश्व एक बाजार है जबकि भारतीय दर्शन और धार्मिक परंपराओं में विश्व को परिवार माना गया है। उन्होंने कहा कि भोग की प्रवृत्तियाँ बढ़ रही हैं। भंडारण और संचय की प्रवृत्ति उचित नहीं है। उन्होंने आर्थिक क्षेत्र में लिये गये हाल के निर्णय के संदर्भ में कहा कि इससे संग्रह की प्रवृत्ति पर रोक लगेगी। यह निर्णय भारत में बड़ा परिवर्तन लाने वाला है। देश का बड़ा रूपांतरण होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र का नागरिक होने के नाते यह भी याद रखने की जरूरत है कि समाज का भी ऋण है, इसे चुकाना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अधिकारों के प्रति जागरूकता आई है लेकिन कर्त्तव्यों के प्रति उदासीनता भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि लोक-मानस को पवित्र रखने का संकल्प लेना होगा। अच्छा और बड़ा दिखने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। अच्छा और बड़ा बनने पर ज्यादा ध्यान देना भी जरूरी है। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा बनाये गये आनंद मंत्रालय के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पदार्थ से आनंद नहीं मिलता। जब तक प्रकृति, अपने मूल और निजता में नहीं लौटेंगे, खुशी नहीं मिलेगी। आत्मानुभूति ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोक मंथन में शासक, प्रशासक और उपासक को एक मंच पर लाने के लिये श्री चौहान ने राजा हर्षवर्धन और विक्रमादित्य की परंपरा निभायी है। राज्यसभा सदस्य विनय सहस्त्रबुद्धे ने ‘लोक मंथन’ की परिकल्पना और आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राष्ट्रवादी विचार पंरपराओं की श्रंखला में प्रदेश में छह बड़े आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत महान राष्ट्र है। जब विकसित देशों में लोग पेड़ों की छाल से तन ढँकते थे तब भारत में रेशम और मलमल बनते थे। नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय थे। जब कई विकसित देशों का अस्तित्व नहीं था तब भारत में वेदों की रचना हो चुकी थी। यहाँ का ज्ञात इतिहास पाँच हजार सालों का है। उन्होंने कहा कि भारत की लोक विरासत अत्यंत विराट और समृद्ध है। इसी भूमि ने विश्व को कई उदात्त नैतिक सिद्धांत दिये हैं। उन्होंने कहा कि लोक मंथन के माध्यम से उपलब्ध हुए अमृत विचारों को राज्य सरकार द्वारा सघन रूप से प्रचारित-प्रसारित किया जायेगा। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर चार किताबों का विमोचन किया। संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किये। प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी, प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक श्री सदानंद सप्रे एवं बड़ी संख्या में विद्वान एवं शोधकर्ता उपस्थित थे।
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सीएम की पत्नी साधना सिंह, रुक्मणी के रूप में आईं नजर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह गोंदिया में श्रीमद् भागवद कथा में शामिल हुए। इसमें साधना सिंह ने 'रुक्मणी' का रूप रख सबका मन मोह लिया। गाेंदिया में सीएम शिवराज सिंह चौहान की ससुराल है।यहां साध्वी ऋतंभरा मसानी परिवार में श्रीमद् भागवद कथा कर रही हैं।9 नवंबर को कथा के समापन के अवसर पर व्यास पूजन हुआ जिसमें मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी शामिल हुए। इसी अवसर पर सीएम की पत्नी साधना सिंह ने रुक्मणी का रूप धरकर कथा में भाग लिया। शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर कथा में शामिल होने के फोटो शेयर किए हैं।वहीं, साध्वी ऋतंभरा के ट्वीटर अकाउंट पर भी फोटो शेयर किए गए हैं।
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राज्यपाल कोहली ने किया कालिदास समारोह का उदघाटन राज्यपाल ओ.पी. कोहली ने कहा है कि महाकवि कालिदास जीवन की समग्रता के कवि हैं। कालिदास न होते तो संस्कृत साहित्य इतना समृद्ध नहीं होता। उन्होंने अपनी कृतियों में मानव एवं प्रकृति के सौंदर्य का अदभुत चित्रण किया है। वे संस्कृति एवं साहित्य के धनी थे। राज्यपाल श्री ओ.पी. कोहली उज्जैन में कालिदास समारोह के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत, ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन, सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, विधायक डॉ. मोहन यादव, श्री बहादुर सिंह चौहान, श्री सतीश मालवीय, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल भी मौजूद थीं। राज्यपाल कोहली ने कहा कि कालिदास ने अपने नाटकों की शुरूआत शिव की आराधना से की। वे बेजोड़ कवि और नाटककार थे। कालिदास ने अपनी रचनाओं में मानवीय संवेदनाओं और प्रकृति का चित्रण किया है। राज्यपाल ने कहा कि जर्मन कवि गोथे कालिदास के नाटक अभिज्ञान शाकुंतलम पर इतने मुग्ध थे कि उन्होंने कालिदास की कृति को महानतम बताया। राज्यपाल श्री ओ.पी. कोहली ने वर्ष 2015-16 और वर्ष 2016-17 के लिये राष्ट्रीय कालिदास सम्मान रंगकर्म पर श्री राज बिसारिया एवं श्री बंशी कौल को प्रदान किया। सम्मान-स्वरूप उन्हें शॉल-श्रीफल और सम्मान-पत्र के साथ 2-2 लाख रुपये दिये गये। रंगकर्मी श्री बिसारिया ने रंगकर्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। उन्हें ब्रिटिश थियेटर एसोसिएशन और एसोसिएट ड्रामा बोर्ड से भी सम्मान प्राप्त हुआ है। रंगकर्मी श्री बंशी कौल ने नाटक के क्षेत्र में अपनी कल्पनाशील सोच से अद्वितीय प्रयोग किये हैं। उन्होंने अपनी इस विधा में दुर्लभ शैलियों को संरक्षण प्रदान किया है। संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने आभार व्यक्त किया। हाथकरघा एवं हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ राज्यपाल ओ.पी. कोहली ने कालिदास अकादमी परिसर में हाथकरघा एवं हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने मेले के स्टॉल का अवलोकन भी किया। कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय श्री एस.एस. पाण्डे ने कालिदास समारोह के आयोजन के बारे में जानकारी दी।
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उत्कृष्ट खिलाड़ियों को शिखर खेल अलंकरण से किया सम्मानित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में विभिन्न खेलों के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रतिष्ठित “ शिखर खेल अलंकरण 2016 ’’ से सम्मानित किया। उन्होंने रियो ओलंपिक में भारत के लिये रजत पदक जीतने वाली बेडमिंटन खिलाड़ी सुश्री पी. वी. सिंधु को राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रूपये की राशि भेंट कर सम्मानित किया। सुश्री सिंधु की माताजी श्रीमती विजया और कोच श्री पुल्लेला गोपीचंद इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि रजत पदक जीतने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सुश्री पी.वी. सिंधु को पुरस्कार स्वरूप 50 लाख रूपये की राशि भेंट करने की घोषणा की थी। श्री चौहान ने कहा कि सुश्री सिंधु देश का गौरव है। उन्होंने देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि साक्षी मलिक को भी सम्मानित किया जायेगा। प्रदेश के उन खिलाडियों को भी सम्मानित किया जायेगा जिन्होंने ओलंपिक में भाग लिया था। श्री चौहान ने अगले ओलंपिक में प्रदेश से ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी भेजने का संकल्प दोहराया। मुख्यमंत्री ने प्रख्यात हॉकी कोच श्री परमजीत सिंह को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया। साफ्ट टेनिस के प्रशिक्षक श्री सुदेश सांगते और त्वाईकांडो के प्रशिक्षक श्री वीरेंद्र पवार को विश्वामित्र सम्मान से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर प्रकार से खिलाड़ियों को अच्छी सुविधाएँ देने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि रियो ओलिंपिक से स्पष्ट है कि भारत की बेटियाँ चमत्कार कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों में प्रतिभा, क्षमता और लगन है। उन्हें थोड़ी सी सुविधाएँ मिल जाये, तो वे चमत्कार कर सकते हैं। श्री चौहान ने कहा कि पढ़ाई के साथ खेल भी जीवन के लिए जरुरी है। राजनीति में भी खेल भावना होनी चाहिए। जो प्रतिबद्ध खिलाडी खेलों से गहरे जुड़े हैं उन्हें ही खेलों के प्रबंधन में रहना चाहिए। उन्होंने खिलाड़ियों का आव्हान किया कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का संकल्प लें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अगले ओलिंपिक में भारत उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगा और मध्यप्रदेश का विशेष योगदान होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कयाकिंग खिलाडी सुश्री अंजलि वशिष्ठ, सॉफ्टबॉल खिलाडी सुश्री रिहा डेविड, कराते खिलाडी श्री अजय यादव, वुशू खिलाडी सुश्री अंकिता रायकवार और सॉफ्टबॉल खिलाडी सुश्री सविता को सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र सौंपे।सुश्री पी. वी. सिंधु ने ओलम्पिक मैचों के दौरान समर्थन के लिए सभी का धन्यवाद दिया और आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोच के मार्गदर्शन और समर्थन के बिना संभव नहीं था। खेल मंत्री यशोधराराजे सिंधिया ने प्रदेश में खेलों की उपलब्धियों और प्रगति का श्रेय मुख्यमंत्री को देते हुए कहा कि खेलों का बजट सौ गुना बढ़ाये बिना यह संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि 2006 में खेल विभाग छोटा विभाग था। इसका बजट मात्र 4 करोड़ रूपये था। आज सौ गुना बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि बजट और खेल सुविधाएँ बढ़ने से खेल अकादमियों के खिलाड़ियों में उत्साह और खुशी का माहौल है। उन्होंने कहा कि कोच और अभिभावक का सहयोग ही सफलता की कुंजी है। संचालक खेल उपेंद्र जैन ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि खेलों के क्षेत्र में मध्यप्रदेश निरंतर अग्रणी बनता जा रहा है। मध्यप्रदेश में खेलों को बढ़ाने की रणनीति का अन्य राज्यों द्वारा अध्ययन भी किया जा रहा है। इस अवसर पर माउन्ट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त करने वाले पर्वतारोही श्री भगवान सिंह कुशवाह और श्री रत्नेश पांडे को एक-एक लाख रूपये की सम्मान राशि देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने एकलव्य पुरस्कार से सम्मानित श्री मोहिक गजधर (साफ्ट टेनिस), सुश्री चिंकी यादव (शूटिंग), सुश्री नेहा राजपूत (वूशू), श्री अतुल मिश्रा (क्याकिंग कैनोइंग), सुश्री एनी जैन (तैराकी), सुश्री अरूणिमा श्रीवास्तव (फेंसिंग), सुश्री परिधि जोशी (घुड़सवारी), श्री सत्यम शर्मा (कराते), श्री आनंद ठाकुर (सेलिंग), श्री मयंक पटेल (साइक्लिंग), श्री राहुल बाथम (क्रिकेट), सुश्री दिव्या ठेपे (हॉकी), सुश्री सोनाली बिष्ट (सॉफ्टबॉल), सुश्री सौम्या अग्रवाल (जम्परोप) एवं विक्रम पुरस्कार से सम्मानित सुश्री नमिता चंदेल (क्याकिंग-कैनोइंग), सुश्री पूर्वी सोनी वूशू, सुश्री शालिनी संकथ (शूटिंग), श्री ऋषभ मेहता (घुड़सवारी), सुश्री श्राव्या द्रोणादुला (ताइक्वांडो), श्री समीर वर्मा (बेडमिंटन), सुश्री नीति सिंह (कबड्डी), श्री अंकित चिन्तामन (खो-खो), श्री कमल कुशवाह (थ्रो बॉल), नि:शक्त श्री रवि कुमार सुरारिया (साइक्लिंग को शिखर खेल अलंकरण प्रदान किया।
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500 और 1000 रुपए के नोटों पर बैन के बाद गुरुवार से नए नोट मिलने शुरू हो गए। सभी को दो हजार के नए नोट को लेकर उत्सुकता था। जिस-जिस शख्स को नोट मिला, सबसे पहले उसने नोट का निहारा। 2000 रुपए का नोट जिसके भी हाथ में आया तो कइयों मुंह से यही निकला कि यह नोट तो डॉलर जैसा दिखता है। वहीं कुछ लोगों को यह लॉटरी टिकट जैसा लग रहा है। मध्यप्रदेश के इंदौर में बैंको में लोग सुबह से ही 500 व 1000 के नोट लेकर पहुंचे। इंदौर के मालव स्थित आईसीआईसीआई बैंक में तो सेकड़ो लोग बैंक के खुलने के पहले ही पहुंच गए थे। लेकिन यहां जब प्रबंधन ने जब लोगो को 500 व 1000 के नोट बदलने के लिये दिए तो उन्हें 50 व 100 के कटे फटे पुराने नोट दिए गए।विजय नगर क्षेत्र में रहने वाले तनवीर पटेल ने विरोध किया। इसके बाद बैंक प्रबंधन से लोगों ने 2000 के नए नोट देने की मांग की। विरोध बढ़ते देख तनवीर पटेल की बात मान ली गई। उसे 2 हजार के 2 नोट दिए गए। तनवीर ने अपनी इस खुशी को सोशल मीडिया में यह शेयर भी किया है।
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मुख्यमंत्री चौहान ने दी बधाई रीवा नगर निगम को सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय के रूप में “वयोश्रेष्ठ सम्मान 2016” से सम्मानित किया। वृद्धजनों, दिव्यांगों और कमजोर लोगों के हितों के संरक्षण के लिये 'प्रोजेक्ट जनसंवाद' के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को गत दिवस नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने सम्मान ट्राफी भेंट की। मुख्यमंत्री ने रीवा नगर निगम आयुक्त रीवा कर्मवीर शर्मा और उनकी टीम को बधाई और शुभकामनाएँ दी। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा हाल में दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में श्री कर्मवीर शर्मा को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया। रीवा नगर निगम को 10 लाख रु. की राशि प्रदान की गई। क्या है प्रोजेक्ट जनसंवाद ? इस प्रोजेक्ट के माध्यम से रीवा नगर निगम ने वार्ड वार जनसंवाद शिविर लगाकर तत्काल बुजुर्ग लोगों की समस्याओं का समाधान किया। वृद्धजनों के गरिमामय जीवन के लिये उन्हें कोर बैंकिंग से जोड़ा गया। उनका आधार कार्ड बनवाया गया और वित्तीय समावेशन किया गया। वार्डवार स्वास्थ्य परीक्षण एवं जन-कल्याण शिविर लगाये गये। इनके माध्यम से बुजुर्ग लोगों, दिव्यांगों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया। कैसे हुआ ? नगर निगम आयुक्त कर्मवीर शर्मा के नेतृत्व में अधिकारियों के संवाद दल बनाये गये। आयुक्त और महापौर ने वरिष्ठ लोगों से संवाद करना शुरू किया और पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक परेशानियों को सूचीबद्ध किया। वरिष्ठजनों का पूरा डेटा बेस तैयार किया गया। वरिष्ठजन कल्याण और विकास समितियाँ बनाई गईं। पाषदों को इससे जोड़ा गया। डे-केयर सेंटर बनाये गये। इनमें बुजुर्ग लोगों की देखभाल के विशेष इंतजाम किये गये। उनकी परेशानियों के समाधान के लिये विशेष प्रकोष्ठ बनाये गये। जिन वृद्धजनों की देखभाल करने के लिये परिवार में कोई नहीं है उनके लिये विशेष रैन बसेरा बनाये गये। इनमें उनकी देखभाल की सभी व्यवस्थाएँ हैं। वरिष्ठ नागरिकों के कानूनी अधिकारों के बारे में सामान्य लोगों को सूचित और शिक्षित करने के लिये विशेष जागरूकता केंप लगाये गये। इसके अलावा दिव्यांगों की मदद के लिये भी कल्याण शिविर लगाये गए। वरिष्ठजनों के कल्याण और उनकी मदद के लिये शुरू किए गए प्रयास निरंतर जारी हैं और इनमें नये-नये आयाम जुड़ रहे हैं।
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प्रधानमंत्री का 500 और 1000 के नोट बंद करने का फैसला ऐतिहासिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 500 और 1000 रुपये के नोट का प्रचलन बंद करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले की मुक्त कंठ से सराहना की है। उन्होंने कहा कि आज का दिन सफाई पर्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवाद, काला धन, भ्रष्टाचार और पाकिस्तान प्रायोजित नकली करेंसी की सफाई इस निर्णय से होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि काला धन और भ्रष्टाचार मुक्त भारत के निर्माण की मजबूत नींव इस फैसले से रखी गयी है। उन्होंने कहा कि हम सब भारतवासी देश के कर्मठ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के इस फैसले के साथ हैं। प्रधानमंत्री का यह कदम गरीब, आमजन, समाज और देशहित में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के फैसले को अभूतपूर्व, ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस अभूतपूर्व और दृढ़ निर्णय से निश्चित ही आतंकवाद और भ्रष्टाचार के लिये इस्तेमाल किये जा रहे और नासूर बन चुके काले धन पर रोक लगेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब देश विकास की दौड़ में और तेज गति से आगे बढ़ेगा।
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उमेश त्रिवेदी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के साथ यह अनहोनी दतिया की पीताम्बरा पीठ में उस वक्त घटित हुई, जब वो रविवार 6 नवम्बर को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह के साथ वहां पूजा करने पहुंचे थे। इस घटना की सचाई पर परदा इसलिए नहीं डाला जा सकता कि इसे हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी न्यूज वेबसाइट दैनिक भास्कर डॉट काम ने पांच फोटो के साथ जारी किया है। खबर का शीर्षक है- ’’एनएसजी कमांडो से लगा धक्का तो दर्द से ऐसे बिलख पड़े मप्र के मुख्यमंत्री’’ घटना का ब्योरा कुछ इस प्रकार है- ’रविवार को झांसी में परिवर्तन रैली के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और गृहमंत्री राजनाथ सिंह दतिया पीताम्बरा पीठ में पूजा करने आए थे। दतिया एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उनका स्वागत किया। जब अमित शाह और राजनाथ सिंह पीठ में पूजा-दर्शन करके बाहर निकल रहे थे, तब गृहमंत्री के पीछे चल रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को एनएसजी कमांडो ने धक्का मार दिया।’ जैसा कि अमूमन होता है कि घटना पर पानी डालने की कोशिशें होंगी, ताकि गफलत की गलबहियां डालकर इसे हड़बड़ी और जल्दबाजी की खोल में लपेट कर छिपाया जा सके, इसकी काली रंगत को कम किया जा सके। यहां मुद्दा यह नहीं है कि मुख्यमंत्री को कितना दर्द हुआ, मुद्दा यह है कि यह सब कुछ हुआ कैसे और क्यों...? इसे क्यों अनदेखा किया जाना चाहिए? क्यों कबूल किया जाना चाहिए? दतिया के एसपी का यह कहना क्या दर्शाता है कि इतने बड़े कार्यक्रम में यह सब कुछ छोटी-मोटी घटना है, वैसे उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है? एसपी साहब को क्या यह मुगालता है कि मुख्यमंत्री उनके सामने एफआईआर दर्ज कराएंगे? यह किसी भी तरीके से अनदेखी करने योग्य घटना नहीं है, सीधे-सीधे प्रोटोकॉल का मामला है, जिसे देखने और समझने की जिम्मेदारी प्रशासन की होती है। मसला उस वक्त और गंभीर हो जाता है, जब ध्यान दिलाने के बाद भी एनएसजी कमांडो उन्हें नजरअंदाज करके आगे बढ़ जाता है। कोई यदि इसे प्रॉफेशनलिज्म का चोगा पहना कर बचाव का रास्ता ढूंढना चाहेगा तो वह और ज्यादा नंगा होगा। एक एनएसजी कमांडो क्या इतना नासमझ हो सकता है कि वह प्रदेश के मुखिया को ही नहीं पहचाने? क्या शिवराजसिंह के स्थान पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अथवा राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी होते तो क्या वे भी इसी तरह कमांडो की कोहनी के हकदार होते? शिवराजसिंह चौहान पिछले दस वर्षों से मप्र के मुख्यमंत्री हैं। सुरक्षा एजेन्सी के जो कमांडो प्रदेश के मुखिया की अनदेखी कर सकते हैं, वह आम जनता के साथ क्या व्यवहार करते होंगे, यह अनुमान लगाना मुश्किल नहीं है। मुख्यमंत्री से इतने हलके व्यवहार के बाद इस खबर में भी कोई आश्चर्यजनक तत्व नहीं रह जाता है कि सिंचाई एवं जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी कमांडो के दुर्व्यवहार के शिकार हुए। [लेखक भोपाल से प्रकाशित सुबह सवेरे के प्रधान संपादक है।] गृहमंत्री राजनाथसिंह से ही जुड़ी एक दिन पुरानी घटना, दतिया की घटना पर सोचने के नए आयाम देती है। दतिया घटनाक्रम के एक दिन पहले वे रायपुर एयरपोर्ट के अधिकारियों पर इसलिए नाराज हो गए थे कि उनके स्टाफ की सुरक्षा जांच के कारण वायुसेना के उनके विमान को आधा घंटा इंतजार करना पड़ा। राजनाथ सिंह की नाराजी यह थी कि उनके सुरक्षा स्टाफ के साथ यदि एयरपोर्ट के अधिकारियों का यह व्यवहार है तो आम आदमी के साथ उनका सलूक क्या होगा? गृहमंत्री की नाराजी के बाद सीआईएसएफ ने घटना की जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि किस स्टेज पर गृहमंत्री को मिले सामान को और उनके पर्सनल सेक्रेटरी को रोका गया था? गृहमंत्री के जाने के बाद किन लोगों ने सुरक्षा-जांच में इतना समय लगाया? इस घटना में सरकार के लिए चेतावनी भी है और संकेत भी है कि हमारी सुरक्षा-एजेन्सियों और पुलिस-बल की मानसिकता क्या है? सुरक्षा बल महत्वपूर्ण राजनेताओं की सुरक्षा के लिए होते हैं। यह सुरक्षा राजनेताओं और आम आदमी के बीच दीवार बनकर खड़ी है। इसके साथ हैरतअंगेज बात यह भी है कि इन सुरक्षा एजेन्सियों की जवाबदेही किसके प्रति है। पिछले सप्ताह दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक के परिवार से मिलने के मामले में पांच घंटे हिरासत में रखा था। रविवार को एनएसजी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को धक्का मार दिया...। दिल्ली पुलिस केजरीवाल के अधीन नहीं है और एनएसजी शिवराजसिंह के अधीन नहीं है। क्या इसके मायने यह हैं कि वे यह परवाह भी नहीं करेंगे कि वो मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद पर विराजमान हैं? सुरक्षा बलों की यह निरंकुशता लाइलाज होकर कहीं लोकतंत्र को दीमक की तरह खोखला नहीं कर दे?
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भारत स्काउट एवं गाईड स्थापना दिवस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आज यहाँ भारत स्काउट एवं गाईड स्थापना दिवस पर ध्वज लगाकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भारत स्काउट एवं गाईड के सभी सदस्यों को स्थापना दिवस की शुभकामना दी। इस अवसर पर भारत स्काउट एवं गाईड के राज्य मुख्य आयुक्त पारस जैन, राज्य आयुक्त डी.एस.राघव, राज्य सचिव प्रकाश दिसोरिया, राज्य आयोजन आयुक्त अनिता अंकुरनेरकर, राज्य प्रशिक्षण आयुक्त एच.सिद्दीकी, प्रशिक्षण समन्वयक बी.एल.शर्मा एवं चंद्रकांता उपाध्याय उपस्थित थे।
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जबलपुर का भोपाल और इंदौर की तरह होगा विकास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनता को सेवा और सुविधा उपलब्ध करवाने में धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। श्री चौहान जबलपुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्री ईश्वरदास रोहाणी की तीसरी पुण्य-तिथि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शरद जैन उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जबलपुर के विकास के स्व. श्री ईश्वरदास रोहाणी के सपनों को पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्व. श्री रोहाणी के काम, उनका दृष्टिकोण और जन-सेवा की भावना सराहनीय थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में 21 मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा एक ही सपना है, जनता की सेवा। उन्होंने आश्वस्त किया कि जबलपुर को विकास के मामले में भोपाल और इंदौर से पीछे नहीं रहने दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि अगले तीन वर्ष में इस क्षेत्र के विकास पर 3,900 करोड़ की राशि खर्च की जायेगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने 24 करोड़ की लागत से बने शोभापुर रेलवे ओव्हर-ब्रिज का लोकार्पण और 12 करोड़ की लागत से राँझी में बनने वाले ज्ञानोदय विद्यालय का भूमि-पूजन भी किया। उन्होंने दिल में छेद से पीड़ित 153 बच्चों के इलाज के लिये 2 करोड़ रुपये स्वीकृत किये। कार्यक्रम में नगर निगम द्वारा 27 वार्ड को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर इन वार्ड के पार्षदों को सम्मानित किया गया।
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दतिया जिले को सिंचाई की दृष्टि से समृद्ध बनाने और किला चौक दतिया को रिडेंसीफिकेशन स्कीम में शामिल किया जाएगा। प्रदेश में भोपाल, इंदौर और ग्वालियर जैसे बड़े नगरों में ऐसी योजनाएँ लागू की गई हैं। इसी तर्ज पर दतिया में पुनर्घनत्वीकरण योजना पर अमल होगा जिससे नगर की तस्वीर बदल जायेगी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दतिया प्रवास के दौरान जहाँ खुद दतिया के हित में व्यक्त विचारों से दतिया के निवासियों का दिल जीता वहीं दतिया हवाई पट्टी पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री चौहान का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनका दिल जीता। स्वागतकर्त्ताओं ने 'आतंकवाद मुर्दाबाद- शिवराज सिंह जिंदाबाद' के नारों से मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया। इनमें अनेक मुस्लिम बंधु भी शामिल थे। धर्म से परे हटकर मानवता के पक्ष में आतंकवादियों का सीधा विरोध करने वाले प्रबुद्ध नागरिकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री चौहान ने दतिया स्टेडियम में विशाल जन-समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि दतिया क्षेत्र में वे 35 ग्राम भी अब सिंचाई सुविधा प्राप्त करेंगे, जहाँ पर्याप्त सिंचाई नहीं हो पा रही। इस संबंध में शीघ्र ही योजना क्रियान्वित की जायेगी। उन्होंने जल संसाधन और जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को आश्चवस्त किया कि प्रस्तावित सिंचाई योजना से संबंधित आवश्यक प्रक्रिया प्रत्येक स्तर पर तेजी से पूर्ण की जायेगी। इसी तरह दतिया जिले के बड़ौनी नगर में एक करोड़ रुपए की राशि से नवीन कार्य होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि दतिया के सक्रिय मंत्री डॉ. मिश्रा न सिर्फ मेडिकल कॉलेज और एयर स्ट्रिप लाने में सफल हुए हैं बल्कि औद्योगीकरण के लिए भी प्रयासरत हैं। निश्चित ही ये प्रयास मायने रखते हैं और दतिया की तस्वीर बदलने में कारगर होंगे। मुख्यमंत्री ने दतिया जिले में संचालित 'रत्न नंदिता' अभियान की भी सराहना की। नगरीय विकास और आवास एवं दतिया जिले की प्रभारी मंत्री माया सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश निरंतर चार वर्ष से कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त कर रहा है। हाल ही में इंदौर में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में कई उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश में बढ़ रही कृषि विकास दर की प्रशंसा की है। कार्यक्रम को सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद ने भी संबोधित किया।
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BRICS सम्मेलन में नरेन्द्र सिंह तोमर अमिताभ उपाध्याय कोच्चि में आयोजित BRICS सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए केन्द्रीय पंचायती राज, पेयजल-स्वच्छता, भू-संसाधन एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत की आत्मा में लोकतंत्र रचता और बसता है. यह सम्मेलन स्थानीय शासन की बजटिंग के बारे में होगा। श्री तोमर ने कहा कि राष्ट्र के समग्र और संतुलित विकास के लिए बुनियादी संस्थाओं को मजबूत बनाना आवश्यक है। BRICS सम्मेलन में चीन, रूस, ब्राजील और भारत के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। उन्होने कहा कि भारत में नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र तीन स्तरीय निकाय सफलतापूर्वक कार्य कर रहे है स्थानीय निकायों को सीधी वित्तीय सहायता दी जाती है। उन्होने कहा कि भारत में प्रारम्भ से ही व्यस्था विकेन्द्रीकरण की पक्षधर रही है, हमारे यहाँ सामूहिकता और सहभागिता, यह सिद्धांत संस्कारों में रचा बसा है। यह भारत की संस्कृति है कि हम अपने से ऊपर देश को और दुनिया के कल्याण को मानते हैं। उन्होनें कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की इच्छा है कि भारत उत्तरोत्तर प्रगति करे और भारत के साथ साथ दुनिया के सभी राष्ट्र भी उत्तरोत्तर प्रगति करें, ताकि समूचे विश्व का कल्याण हो. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का कहना है कि हमें मिलकर कदम बढ़ाना होगा, देश कि सवा सौ करोड़ जनता मिलकर एक एक कदम बढ़ेगी तभी देश सवा सौ कदम आगे बढेगा। तीन दिवसीय BRICS देशों के सम्मलेन में उपस्थित प्रतिनिधि इस दिशा में किये गए प्रयोगों को साझा करेंगे, विमर्श के उपरांत निष्कर्षों का क्रियान्वयन करने का प्रयास किया जाएगा।
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सिमी आतंकियों को लेकर मुख्यमंत्री चौहान से बिट्टा की मुलाकात मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने कोंग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा और कहा कि वे आतंकवादियों के साथ खड़े हो जाते हैं। आल इंडिया एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट के चेयरमेन मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से ने मुलाकात की। श्री बिट्टा ने हाल ही मे भोपाल में पुलिस द्वारा सिमी आतंकियो के विरूद्ध की गयी कार्रवाई की प्रशंसा की। श्री बिट्टा ने कहा कि पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिये सामाजिक संस्थाओं को आगे आना चाहिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश और जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि शहीदों की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिये भोपाल में शौर्य स्मारक बनाया गया है। बिट्टा बोले -जेल ब्रेक की जांच हो, लेकिन एनकाउंटर की नहीं ऑल इंडिया एंटी टेरिरिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मनिंदर सिंह बिट्टा ने यहां पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि मैंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की है। जेल ब्रेक मामले की जांच होनी चाहिए, लेकिन एनकाउंटर की कोई जांच नहीं होनी चाहिए। पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है। बिट्टा ने कहा कि आतंकियों के एनकाउंटर पर सियासत नहीं होनी चाहिए। ऐसा कर शहादत का अपमान कर करें। उन्होंने दिग्विजय सिंह और कपिल सिब्बल पर निशाना साधा। दिग्विजय हमेशा आतंकियों के साथ खड़े हो जाते हैं। वे ओसामा को ओसामा बिन लादेन साहब कहते हैं। हमें कौम का दलाल कहा गया पर हमने आतंक के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने कहा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी बहुत लंबी है।
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चालीस सेकेंड में जवान फांद गया दीवार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्य सचिव बीपी सिंह ने आज भोपाल जेल पहुंच कर उन स्थानों का दौरा किया जहां से सिमी आतंकी फरार हुए थे। इस दौरान घटना का रीक्रियेशन भी किया गया, जिसमें जेल का एक जवान महज 40 सेकेंड में ऊंची दीवार पर चढ़ गया। गौरतलब है कि आतंकियों के फरार होने के बाद से यह सवाल बना हुआ है कि आखिर आतंकी इतनी ऊंची दीवार कैसे फांद गए। दूसरी ओर खबर है कि जेल में सुरक्षा संबंधी खामियों के चलते जेल से आईएसओ का दर्जा छिन सकता है। ये केंद्रीय जेल प्रदेश की पहली आईएसओ दर्जा प्राप्त है। केंद्रीय जांच एजेंसियों की पड़ताल होने के बाद आईएसओ की टीम निरीक्षण करने के लिए जेल आएगी। निरीक्षण के बाद तय किया जाएगा कि जेल से आईएसओ का दर्जा छीना जाए या नहीं। जेल सूत्रों की माने तो पहले भी जेल के अंदर खामियों को देखते हुए आईएसओ टीम दर्जा देने के लिए एकमत नहीं थी। बाद में आईएसओ का दर्जा देने पर सहमति बनी। कुछ महीने पहले ही जेल को फिर आईएसओ का दर्जा मिला था। सिमी आतंकवादियों द्वारा जेल ब्रेक की जांच के लिये नियुक्त किए गए पूर्व पुलिस महानिदेशक नदंन दुबे ने जांच आरंभ कर दी है। उन्होंने आज जेल पहुंचकर अधिकारियों से वन टू वन चर्चा की है।जांच के बिन्दुओं में सेन्ट्रल जेल में घटित घटना के कारण एवं उनकी समग्र जांच, सेन्ट्रल जेल में सुरक्षा के स्वीकृत मापदंड, उनका क्रियान्वयन एवं पर्याप्तता का परीक्षण, जेल ब्रेक की घटना के लिये पूर्व एवं वर्तमान अधिकारियों एवं कर्मचारियों के उत्तरदायित्व का निर्धारण शामिल है। भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के उपाय तथा ऐसे अन्य विषय, जो जांच के अधीन मामले में आवश्यक हो, भी शामिल किये गये हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य सचिव बीपी सिंह के साथ केंद्रीय जेल भोपाल पहुंचे और वहां बैरकों की स्थिति और जेल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने जेल अधिकारियों से कहा कि जेल में सुरक्षा संबंधी जिन कार्यों की जरूरत है आप प्रस्ताव बनाकर भेजिए उन्हें तुरंत मंजूर किया जाएगा। उन्होंने उस बैरक को भी देखा जहां आतंकियों ने रमाकांत यादव की हत्या की थी। विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि भोपाल जेल ब्रेक कांड में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा एनआईए से जांच कराए जाने की घोषणा पर असमंजस बरकरार है। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि अभी तक एनआईए जाचं के लिए प्रस्ताव ही नहीं भेजा गया है। इस पर पुनर्विचार किया जा रहा है। मध्यप्रदेश की जेलों में बंद खूंखार कैदियों को लेकर जेल विभाग ने पुराने आदेश का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए हैं। यानि अब कोई भी खूंखार कैदी किसी भी जेल में लगातार 90 दिन से ज्यादा नहीं रह सकेगा। सूत्रों की माने तो डीजी जेल संजय चौधरी ने चार्ज लेते ही इसकी समीक्षा की। जिसमें उन्होंने पाया कि इस नियम का पालन गंभीरता से नहीं हो रहा है। उन्होंने इस संबंध में आदेश सभी जेलों को निर्देश जारी किए हैं। बताया जाता है कि प्रदेश के जेलों में सैकड़ों की संख्या में खूंखार बंदी है। कई बार ये बंदी लोकल कनेक्शन और जेल कर्मचारियों से भी मिली भगत कर सुख सविधाएं प्राप्त कर लेते है। इसे रोकने के लिए अब 90 दिन में खूंखार कैदी को एक जेल से दूसरे जेल में शिफ्ट करना होगा। इस आदेश की हर माह जेल मुख्यायल द्वारा समीक्षा भी की जाएगी। डीजी जेल संजय चौधरी ने बताया जेल की सुरक्षा को मजबूत करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसलिए इस आदेश को गंभीरता से लागू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यालय भी इसकी लगातार समीक्षा करेगा।
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मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने कार्यभार सम्हाला भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी बसंत प्रताप सिंह (आय.ए.एस.1984 बैच) ने मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव पद का कार्यभार विधिवत ग्रहण किया। श्री सिंह ने मुख्य सचिव कार्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों से परिचय भी प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव (समन्वय) मुख्य सचिव कार्यालय सतीश मिश्र, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन एम.के.वार्ष्णेय, सचिव (कार्मिक) सामान्य प्रशासन रश्मि अरूण शमी उपस्थित थे। मुख्य सचिव सिंह से अनेक अधिकारियों, कर्मचारियों और कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भेंट की और उन्हें नए दायित्व के लिए बधाई दी। नए मुख्य सचिव बीपी सिंह ने कहा कि प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी हावी नहीं है। मप्र बीमारू राज्य से बाहर निकला है। राजनेताओं, अधिकारियों, कर्मचारियों के कंधे से कंधे मिलने की वजह से प्रदेश का विकास हुआ है। फिर भी कभी ब्यूरोक्रेसी के स्थिति हावी होने की बनती है तो शासन अपने स्तर पर कार्रवाई करता है। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सीएस बनने के लिए मैंने कभी सोचा भी नहीं था और न ही मुझे इसका पता था। अगर मुझे तनिक भी आभास होता तो अपनी कार्यपद्धति में कुछ और परिवर्तन करता। प्रदेश जिस दिशा में जा रहा है, वह सर्वश्रेष्ठ है। विकास के मामले में गति में और तेजी लाना है। कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस में सीएम ने जो 11 एजेंडे तय किए हैं, उन्हें पूरा कराना भी प्राथमिकता में है। कानून व्यवस्था में और बेहतर सुधार पर भी जोर देंगे। सिंह का कहना है कि मेरा गांव मेरे अंदर बसता है। कोई भी गांव से चलकर शहर की ओर आया है। जो ज्यादा समय शहर में रहा है, उसका शहरीकरण हो रहा है। मैं गांव से आया हूं, इसलिए वहां के बारे में सोचता हूं। जब खाली समय पाता हूं तो गांव की तरक्की के बारे में सोचता रहा हूं। प्रदेश सरकार की ग्रामीणों से संबंधित जितनी भी योजनाएं हैं, उनको क्रियान्वित करना मेरी प्राथमिकता होगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुसार योजनाओं को क्रियान्वित करेंगे और मानीटरिंग करेंगे।
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परिजनों को ढाँढस बँधाया और मदद का दिलाया भरोसा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शहीद रमाशंकर यादव के निवास जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये और अर्थी को कंधा दिया। उनके परिजनों को ढाँढस बँधाया और कहा कि पूरा प्रदेश परिवार के साथ है। भोपाल सेंट्रल जेल के प्रधान प्रहरी श्री यादव गत दिवस सिमी के आठ आतंकियों को भागने से रोकते हुए शहीद हो गये। मुख्यमंत्री चौहान ने शहीद रमाशंकर के परिवार को ढाँढस बँधाते हुए कहा कि उन्होंने अपने कर्त्तव्य के निर्वहन में बलिदान दिया है। उनकी शहादत बेकार नहीं जायेगी। उनके परिवार की चिंता सरकार और पूरा प्रदेश करेगा। उन्हें किसी तरह की तकलीफ नहीं होगी। उनकी हरसंभव मदद की जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि उनके लिये जनता और देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिये। मुख्यमंत्री ने बड़े भावुक मन से कहा कि शहीद यादव की शहादत से पूरा प्रदेश दुखी है। उन्होंने दोहराया कि शहीद के परिजन को दस लाख रूपये की सम्मान निधि और पाँच लाख रूपये उनकी बेटी की शादी के लिये सहायता राशि दी जायेगी। इसके साथ ही जिस कालोनी में उनका निवास है उसका नाम शहीद रमाशंकर यादव कालोनी होगा। उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी। जेल मंत्री कुसुम मेहदेले, सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग, प्रमुख सचिव जेल विनोद सेमवाल, महानिदेशक जेल संजय चौधरी, भोपाल कमिश्नर अजातशत्रु, आई.जी.पुलिस योगेश चौधरी एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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हेड कांस्टेबल की हत्या कर भागे सिमी के आठ आतंकी खंडवा जेल ब्रेक के बाद सिमी के 8 आतंकी प्रदेश की अति सुरक्षित भोपाल सेंट्रल जेल को तोड़कर फरार हो गए। हालंकि पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए न केवल उन्हें ढूंढ निकाला बल्कि क्रॉस फायरिंग में आठों आतंकवादियों को मार गिराया। स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आॅफ इंडिया (सिमी) के आठ आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल से एक प्रधान आरक्षक का गला रेत कर फरार हो गए थे। महज 9 घंटे बाद ही भोपाल पुलिस ने ईटखेड़ी के पास ग्राम अचारपुरा में घेराबंदी कर आठों आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। आतंकियों ने आरक्षक को बंधक बनाया और चादरों की रस्सी बनाकर जेल की दीवार फांदकर भागे थे। घटना के बाद एडीजी समेत पांच लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। मध्य प्रदेश के खंडवा से सिमी आतंकी 3 साल पहले भी ऐसे ही जेल से फरार हो गए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिस कर्मियों को त्वरित कार्रवाई पर बधाई दी है, और घटना की जांच के आदेश दिए हैं। इन आतंकियों के पर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। इस बार भागने वाले आतंकियों में कुछ वे आतंकी भी शामिल हैं, जो पहले भाग चुके हैं। डीजी जेल संजय चौधरी के मुताबिक सेंट्रल जेल में बंद 8 सिमी आतंकी रात करीब 2 से 3 बजे के बीच प्रधान आरक्षक रमाशंकर यादव (55) का गला रेंतकर आतंकी भाग गए थे। आतंकी 28 फीट ऊंची दीवार फांदकर भागे थे। बाद में पुलिस ने घेराबंदी गुनगा स्थित अचारपुरा में आतंकियों को एनकाउंटर में मार दिया। पुलिस सूत्रों की माने तो आतंकियों ने ड्यूटी बदलते वक्त दो जेलकर्मियों पर हमला किया। पहले हेड गार्ड रमाशंकर यादव की हत्या कर दी। उनका गला स्टील की प्लेट और ग्लास से रेता था। इसके बाद जेल में ओढ़ने के लिए मिली चादरों की रस्सी बनाई। उसी के सहारे दीवार फांदी। हमले में दूसरा गार्ड घायल है। शहीद रमाशंकर के दो बेटे व एक बेटी है। दोनोें बेटे सेना में तैनात हैं। अगले महीने 9 दिसंबर को बेटी सोनिया की शादी भोपाल में ही होने वाली थी। इसके लिए चार दिसंबर को तिलक का कार्यक्रम था। लेकिन इससे पहले केंद्रीय जेल के बी-ब्लॉक में सिमी आतंकियों को रोकने की कोशिश में रमाशंकर शहीद हो गए। रमाशंकर के भतीजे आत्मा कुमार भी उन्हें के साथ अहिल्या नगर में रहते हैं। आत्माकुमार का आरोप है कि जेल प्रहरी की ट्रेनिंग ले रहे करीब 92 जवानों को दीपावली पर एक साथ कैसे छुट्टी दे दी गई। इन लोगों को छुट्टी देने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच हो सकती है। इस घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह से सुबह बात की। इसके बाद सीएम ने डीजीपी को तलब किया। एमपी समेत देशभर में अलर्ट किया गया। बिहार व यूपी में खासतौर पर अलर्ट रखा गया। सुरक्षा के मद्देनजर प्रदेश के जिलों और अंतर्राज्यीय सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया। आतंकियों के भागने की सूचना गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह को सुबह 4 बजे मिली। इसके बाद गृहमंत्री ने एटीएस, हाकफोर्स, पुलिस समेत सभी को तलाशी में लगा दिया गया था। खंडवा जेल से भागे सभी आतंकियों को सुरक्षा की दृष्टि से भोपाल जेल मे लाकर रखा गया था। यहां इसके बाद से कुल 30 आतंकी बंद थे। इनकी गतिविधियों को देखते हुए सरकार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इनकी पेशी जेल से ही कई बार कराई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच के आदेश देते हुए एडीजी जेल सुशोभन बनर्जी को हटा दिया है। बनर्जी के अलावा डीआईजी जेल मंशाराम पटेल, जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर, जेलर आलोक वाजपेयी, सहायक जेलर विवेक परस्ते, मुख्य वार्डन आनंदी लाल समेत जेल अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। आपात बैठक लेकर मुख्यमंत्री ने आतंकियों पर पांच लाख रुपए का ईनाम भी घोषित किया था। जांच पूर्व डीजीपी नंदन दुबे को सौंपी गई है। आतंकियों के मारे जाने के बाद गांव के लोग जमा हो गए थे। जहां ग्रामीणों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। बताया जाता है कि गुनगा थाने में भी जश्न मनाया गया। एनकाउंटर की खबर लगते ही डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला, आईजी योगेश चौधरी, भाजपा विधायक विष्णु खत्री मौके पर पहुंचे। सूत्रों की माने तो आतंकी गांव के आसपास बने खेतों में छिपे हुए थे। ग्रामीणों ने उन्हें उस समय देखा जब वह अपने खेतों में पानी डालने के लिए गए थे। इस दौरान आतंकियों ने ग्रामीणों को धमकाया भी था। बाद में पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस ने उन्हें एनकाउंटर में मार गिराया। आईजी भोपाल योगेश चौधरी ने बताया सिमी आतंकियों की ओर से पहले फायरिंग की गई थी। क्रांस फायरिंग में उन्हें पर मारा गया है। उनके पास से कट्टे और चाकू बरामद किए गए हैं। अभी पड़ताल चल रही है, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
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मलैया ने दमोह में अधिकारियों को दिये निर्देश वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कहा है कि राज्य सरकार हर उस व्यक्ति को घर देगी, जिसके पास अपना घर नहीं है। इसके लिये संबंधित हितग्राही के पास जमीन का पट्टा होना जरूरी है। जिले के जिन गाँव में शासकीय भूमि है परंतु आबादी घोषित नहीं है, वहाँ आबादी घोषित करने की तत्काल कार्यवाही की जाये। वित्त मंत्री श्री मलैया आज दमोह कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। वित्त मंत्री ने कहा कि दमोह विधानसभा क्षेत्र में जन-सामान्य की समस्याओं के निराकरण के लिये नवम्बर और दिसम्बर माह में शिविर लगाये जायें। इन शिविर में स्वास्थ्य और नि:शक्तजनों के परीक्षण की भी सुविधा हो। बैठक में कृषि कार्यक्रमों की भी चर्चा की गयी। बैठक के बाद वित्त मंत्री श्री मलैया ने दमोह में मायसेम सीमेंट कम्पनी द्वारा ऑफीसर्स कॉलोनी में विकसित किये जा रहे पार्क का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह पार्क शहर का आदर्श पार्क बनेगा।
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बसंत प्रताप सिंह मध्यप्रदेश के नए मुख्य सचिव भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1984 बैच के अधिकारी बसंत प्रताप सिंह मध्यप्रदेश के नए मुख्य सचिव होंगे। श्री सिंह वर्तमान में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं। श्री सिंह 1 नवम्बर 2016 से इस दायित्व कानिर्वहन करेंगे। वर्तमान मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। राज्य शासन ने आज श्री बसंत प्रताप सिंह को अपर मुख्य सचिव गृह के वर्तमान दायित्व के साथ-साथ पदेन विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी मुख्य सचिव कार्यालय , घोषित करने संबंधी आदेश जारी किया है। मध्यप्रदेश में जिन अधिकारियों ने मुख्य सचिव का जिम्मा सम्हाला है उनमें सर्वश्री एच. एस. कामथ, आर. पी. नरोन्हा, एम. पी. श्रीवास्तव, आर. पी. नायक, आर. पी. नरोन्हा, एम. एस. चौधरी, एस. सी. वर्मा, के. एल. पसरीचा, बी. के. दुबे, जी. जगतपति, बीरबल, ब्रम्हस्वरूप, के. सी. एस. आचार्य, एम. एस. सिंहदेव, आर. एन. चोपड़ा, आर. एस. खन्ना, आर. पी. कपूर, श्रीमती निर्मला बुच, एन. एस. सेठी, एस. सी. बैहार, के. एस. शर्मा, पी. के. मल्होत्रा, ए.वी. सिंह, बी. के. साहा, विजय सिंह, आर. सी. साहनी, अवनि वैश, आर. परशुराम एवं अन्टोनी डिसा शामिल हैं। बसंत प्रताप सिंह का जीवन परिचय मध्यप्रदेश के नए मुख्य सचिव श्री बसंत प्रताप सिंह 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। मूलत: उत्तरप्रदेश के निवासी श्री सिंह का जन्म 1 जुलाई 1958 को हुआ। श्री सिंह ने इलाहाबाद विश्वव़िद्यालय से दर्शन शास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। श्री सिंह की प्रथम पदस्थापना जून 1985 में सहायक कलेक्टर बिलासपुर हुई। श्री सिंह एस डी ओ सीहोरा तथा धर्मजयगढ़ रहने के साथ-साथ अतिरिक्त कलेक्टर बैकुंठपुर भी रहे। जिला कलेक्टर के रूप में श्री सिंह ने पन्ना, दुर्ग तथा ग्वालियर की कमान सम्हाली। श्री सिंह मध्यप्रदेश बीज विकास निगम, आप्टेल, लघु उद्योग निगम, के प्रबंध संचालक रहे। भारत सरकार में श्री सिंह कपड़ा मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर पदस्थ रहे। इंदौर संभागायुक्त रहने के अलावा श्री सिंह ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, राजस्व तथा वन का भी अलग-अलग कार्यकाल में दायित्व सम्हाला। वर्तमान में श्री सिंह एक मई 2015 से अपर मुख्य सचिव गृह के पद पर पदस्थ हैं। श्री सिंह ने सेवाकाल के दौरान लंदन से चेंज मैनेजमेंट तथा क्वांटिटेटिव मैथड्स एंड ऑपरेशन रिसर्च फॉर पब्लिक विषय पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बैंगलुरु से प्रशिक्षण प्राप्त किया।
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अधिकारियों से बोले शिवराज सिंह चौहान कमिश्नर्स-कलेक्टर्स कांफ्रेंस के दूसरे दिन आंतरिक सुरक्षा को लेकर पुलिस अधिकारी मकरंद देउस्कर ने प्रेजेंटेशन दिया। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विवादित स्थानों को चिन्हित करने और उनकी सतत निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर हम चाह लें तो कोई अवैधानिक काम नहीं कर सकता। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देपालपुर, गंधवानी और पेटलावद जैसी घटनाएं प्रदेश का माहौल खराब करती हैं। शांति समिति की बैठक के निर्णयों का पालन होना चाहिए। इसके साथ ही सीएम ने कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर रखने वाले जिलों के SP और कलेक्टर को बधाई दी। उन्होंने कांफ्रेंस के दौरान दस जिलों के कलेक्टर और SP को खड़ा करवाया और उनको बधाई दी। इसमें इंदौर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, खरगौन, देवास, रतलाम सहित दस जिले शामिल है। सीएम ने कहा कि हाइवे के सामने की सभी वाइन शाप हटाई जाएगी। ऐसा करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि साल 2003 के पहले प्रदेश में भय का माहौल था। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। प्रदेश से सिमी का नेटवर्क ध्वस्त हो गया है। वहीं, मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सड़कों पर गाय बैठी रहती हैं। ट्राली में रिफलेक्टर न होने से हादसे होते हैं। जननी एक्सप्रेस चालकों की हड़ताल पर स्वास्थ मंत्री रुस्तम सिंह ने कहा कि, कैबिनेट का फैसला नहीं बदलेगा। हड़ताल से थोड़ी बहुत परेशानियां आएगी, जिससे निपटने को कोशिश की जाएगी। सरकार किसी भी सूरत में हड़तालियों की मांगें नहीं मान सकती।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है, इसलिये संवेदनाओं की भी कमी नहीं होना चाहिये। उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता से ही प्रशासनिक व्यवस्थाएँ जीवंत और प्रभावी होती हैं। श्री चौहान ने भोपाल में संभागायुक्तों, कलेक्टर्स और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की कांफ्रेंस में कहा कि राज्य सरकार की ज्यादातर योजनाओं का क्रियान्वयन प्रशासनिक दक्षता के साथ मानवीय दृष्टिकोण की माँग करता है। उन्होंने जिला कलेक्टरों से कहा कि वे आगे बढ़कर लोगों की मदद करने और सेवा करने का दृष्टिकोण रखेंगे तो पूरा प्रशासन चुस्त-दुरूस्त हो जायेगा। मुख्यमंत्री ने जमीनी स्तर पर विभागीय योजनाओं के प्रदर्शन और क्रियान्वयन में आने वाली संभावित बाधाओं की समीक्षा की। उन्होंने योजनाओं की समीक्षा के लिये तय मापदण्डों पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों की प्रशंसा की और खराब प्रदर्शन वाले जिलों की समस्याओं को समझते हुए सुधार करने की नसीहतें भी दी। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि सेवा प्रदाय व्यवस्था में सुधार करें तथा व्यवस्था को पारदर्शी और जवाबदेह बनायें। अपना कर्त्तव्य निभाने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई करें और अच्छे अधिकारियों-कर्मचारियों की भरपूर तारीफ करें। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों और योजनाओं में अधिकारियों के प्रदर्शन का उल्लेख उनकी सी.आर. में किया जायेगा। श्री चौहान ने विभागवार योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने मजदूरों को मजदूर कल्याण की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिये उनके पंजीयन का व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने आगामी 31 मार्च तक सभी शहरों को खुले में शौच से मुक्त कराने का लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिये। कांफ्रेंस में सभी मंत्रीगण और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। नागरिक केन्द्रित सेवाओं को और बेहतर बनायें नगरीय प्रशासन से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं की समीक्षा के दौरान श्री चौहान ने नागरिक केन्द्रित सेवाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण करें। अगले दो वर्ष में शहरी क्षेत्र में पाँच लाख मकान बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये तैयारी कर लें। नगरोदय अभियान के तहत गरीब कल्याण की विभिन्न योजनाओं में गरीबों को सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। शहरों में आवासीय पट्टे देने का काम प्राथमिकता से करें। शहरों में हाथ ठेला और रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा देने की योजना बनायें। बताया गया कि आगामी जनवरी माह में होने वाले स्वच्छता सर्वे के लिये सभी नगरीय निकायों में तैयारी की जा रही है। प्रदेश में 5 हजार 584 करोड़ रूपये लागत की शहरी आवास योजनाएँ स्वीकृत की गई हैं। प्रदेश में नगरीय निकायों के 551 वार्ड खुले में शौच मुक्त किये गये हैं। मजदूरी के भुगतान में देरी बर्दाश्त नहीं श्री चौहान ने कहा कि गाँवों को खुले में शौच मुक्त करने के काम को प्राथमिकता दें। प्रभारी मंत्री इसकी नियमित समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आवास योजना में हितग्राहियों को दूसरी किश्त समय से मिलना सुनिश्चित करें। मनरेगा में मजदूरी के भुगतान में देरी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना की प्रभावी मॉनीटरिंग करने और इन योजनाओं में मजदूरों के पंजीयन का व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिये। बताया गया कि पिछले पाँच वर्ष में 9 लाख 73 हजार ग्रामीण आवास बनाये गये हैं। राजस्व प्रकरणों के निराकरण का आकस्मिक परीक्षण करें प्रभारी मंत्री मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि प्रभारी मंत्री एवं कमिश्नर राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति की आकस्मिक परीक्षण करें। बँटवारे के प्रकरणों में नक्शों में तरसीम का अभियान चलाने, राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश दिये। बताया गया कि 35 जिलों में अविवादित नामान्तरण के प्रकरणों का शतप्रतिशत निराकरण किया गया है। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने के लिये राजस्व निरीक्षकों को नायब तहसीलदार को अधिकार देने का निर्णय लिया है।
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आलोक अग्रवाल ने कहा इन्वेस्टर समिट जनता के साथ धोखा मध्य प्रदेश में 2007 से 5 ग्लोबल इन्वेस्टमेंट का आयोजन किया जा रहा है जिसमे हर साल लाखो करोड़ के एम.ओं.यू होते है जो सिर्फ कागज़ पर ही रह जाते हैं और धरातल पर कोई काम नही होता है। हर 2 साल में इस आयोजन के नाम पर करोड़ो रूपए खर्च होते है, पर निवेश नही आ रहा है। इस आयोजन की विलासता इतनी शर्मनाक है कि इस वर्ष के आयोजन में भी सभी मेहमानों को चांदी की थाली में खाना खिलाया , जबकि प्रदेश में कुपोषण से लगातार मौत हो रही है। शिवराज सिंह की ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को आम आदमी पार्टी ने जनता के साथ धोखा करार दिया है। आप नेता आलोक अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2012 के इन्वेसटमेंट समिट में 500 हेक्टर के एयर कार्गो हब स्थापित करने का निर्णय हुआ था, जो सिर्फ कागज़ पर ही रह गया है। फ्यूचर ग्रुप ने 2012 और 2014 दोनों आयोजन में 2500 करोड़ के फ़ूड पार्क बनाने का वादा किया था जिस की आज भी कोई जानकारी नही है। वेल्लोरे यूनिवर्सिटी, फिल्म सिटी, भारत फोर्ज, रॉकलैंड हॉस्पिटल, कैडिला ग्रुप, अमेरिकन कॉपर लिमिटेड ऐसे अनेक उदाहरण जिनमे निवेश के सिर्फ दिखावे हुए है। आज भी अनिल अम्बानी ने जो पीथमपुर में निवेश की बात करी है वही निवेश 2015 में ही तय हो गया था। ऐसा प्रतीत होता है हर बार समिट के नाम पर पुराने वादे ही दोहराए जा रहे हैं। आप के आलोक अग्रवाल ने एसोचैम के हवाले से कहा - एसोचैम द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में निवेश न आने का मुख्य कारण यहाँ का बुरा इन्फ्रास्ट्रक्चर और सरकारी नीतिया हैं। प्रदेश के लगभग 86.5 प्रतिशत प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में अटक कर रह जाते है। रिपोर्ट में यह पता चलता है कि 87 प्रोजेक्ट को शुरू होने में 4.5 साल लग जाते है। एसोचैम की दूसरी रिपोर्ट में प्रदेश में 2008-2015 के बीच प्रदेश के इन्फ्रा स्ट्रक्चर के नए निवेश में 76.9 प्रतिशत की कमी आई है. रिओ टिंटो की हीरा खदान का खुद शिवराज सिंह ने उद्घाटन किया था पर पिछले माह रिओ टिंटो ने मध्य प्रदेश में सरकार की नीतियों से परेशान होकर प्रदेश में काम ही बंद कर दिया है। रिलायंस सीमेंट ने मैहर में निवेश करने के बाद अपना पूरा सीमेंट उद्योग बिरला ग्रुप को बेच दिया है। आप नेता ने कहा कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 2015 रिपोर्ट के अनुसार औधोगिक केंद्र विकास निगम लिंमिटेड ने 2009-2014 के बीच में 5720 एकड़ जमीन का अधिग्रहण उद्योग के विकास के लिए किया, जिसमे से सिर्फ 1750 एकड़ का आवंटन हुआ है। अकेले भोपाल में 3200 एकड़ ज़मींन का अधिग्रहण किया गया जिसमे में सिर्फ 600 एकड़ (20 प्रतिशत) ही आवंटित हुई। अतः साफ़ है कि निगम की नाकामी के कारण उद्योगों को जमीन उपलब्ध नहीं करायी जा सकी। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया है कि निगम के पास न तो कोई वार्षिक योजना है और न ही कोई निगरानी की व्यवस्था। CAG की इसी रिपोर्ट के अनुसार भोपाल के आसपास ही 27 इंडस्ट्रियल पार्क बनने थे जिस हेतु 302 आवेदन भी आये थे परन्तु इसमें भी कोई प्रगति नहीं हुई है। आलोक अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश न आने के कारण शिवराज सरकार की ख़राब नीतियां और भ्रष्टाचार है। मध्य प्रदेश में ग्लोबल समिट के नाम पर 2007 से एक लूट चल रही है जहा जनता का पैसा बहाया जाता है और प्रदेश के व्यापम जैसे मुद्दों को दबाया जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में हुए निवेश को लेकर श्वेत पत्र जारी करें।
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“मेक इन इंडिया” सेशन में उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल मध्यप्रदेश में इन्वेस्ट कर अपनी तरक्की के साथ प्रदेश की भी तरक्की करें। उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने यह बात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के “मेक इन इंडिया” सेशन में कही। श्री शुक्ल ने कहा कि मेक इन इंडिया का मिशन ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के बिना पूरा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिये अधोसंरचना का विकास जरूरी है। प्रदेश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रदेश में ड्रायपोर्ट बनाये जा रहे हैं। अगले दो वर्ष में सभी संभागीय मुख्यालय फोर लेन सड़क से जुड़ जायेंगे। उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट मध्यप्रदेश में लोगों का विश्वास बढ़ा है। मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा ने कहा कि उद्योगों की सहूलियत के लिये श्रम कानूनों को सरल किया गया है। उन्होंने बताया कि 62 रजिस्टर को खत्म कर एक रजिस्टर बनाया गया है। सूक्ष्म उद्योगों को 9 श्रम कानून से छूट दी गई है। श्री डिसा ने बताया कि राज्य शासन के प्रयासों से विगत दो वर्ष में लगभग 2 लाख 75 हजार करोड़ रूपये का निवेश आया है। इसके साथ ही 100 औद्योगिक इकाई में उत्पादन भी इन वर्षों में शुरू हुआ है। उद्योगों के लिये अनुमति संबंधी प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण सुधार किये गये हैं। फाइव प्वाइंट टेस्ट की नीति बनाई गई है। लोक सेवा गारण्टी अधिनियम के माध्यम से निर्धारित समय में सेवाएँ दी जा रही हैं। इसका पालन नहीं करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के मामले में मध्यप्रदेश देश के टॉप पाँच राज्य में शामिल है। प्रदेश की जीडीपी डबल डिजिट में है। वर्तमान में सरप्लस में बिजली होने के साथ ही अगले दो वर्ष में सोलर और नवकरणीय ऊर्जा के माध्यम से एक हजार मेगावाट बिजली तैयार की जायेगी। विश्व में ब्राइटेस्ट स्पाट इंडिया और इंडिया में मध्यप्रदेश भारत सरकार के राजस्व सचिव डॉ. हसमुख अधिया ने कहा कि उद्योगों के लिए विश्व में ब्राइटेस्ट स्पाट इंडिया और इंडिया में मध्यप्रदेश है। उन्होंने बताया कि विश्व में सर्वाधिक ग्रोथ रेट भारत की है। मध्यप्रदेश ने विगत दस वर्ष में हर क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। डॉ. अधिया ने कहा कि सर्विस सेक्टर में रोजगार की बहुत संभावनाएँ हैं। टूरिज्म में तो असीम संभावनाएँ हैं। उन्होंने जीएसटी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जीएसटी “मेक इन इंडिया” मिशन को सपोर्ट करेगा। मल्टीप्लिसिटी ऑफ टैक्सेस से छुटकारा मिलेगा। कोई चेक पोस्ट नहीं होगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तीन दिन में होगा। टैक्स का इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट होगा। रिफंड के लिए ई-एप्लीकेशन दो वर्ष के भीतर देना होगा। रिफंड 90 दिन में स्वीकृत होकर सीधे खाते में जायेगा। ई-रिटर्न की सुविधा होगी। डॉ. अधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश देश के मध्य में होने से लॉजिस्टिक हब बन सकता है। यहाँ से कहीं भी सामान ले जाना सरल होगा। बनेंगे कॉमर्शियल बेंच और कोर्ट केन्द्रीय सचिव इंडस्ट्रियल पॉलिसी एण्ड प्रमोशन रमेश अभिषेक ने कहा कि सभी प्रदेश में कॉमर्शियल बेंच और कोर्ट बनाये जाएंगे। उन्होंने कहा कि इंडिया मैन्यूफेक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रहा है। भारत सरकार ने औद्योगीकीकरण बढ़ाने के लिये कई सुधार किये हैं। टैक्स पॉलिसी बदली गई है। जरूरी सुधार करने के साथ ही सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं। श्री अभिषेक ने कहा कि मध्यप्रदेश में सिंगल विंडो के माध्यम से जरूरी अनुमतियाँ दी जा रही हैं। बिजनेस फ्रेण्डली माहौल बनाया गया है। बैंक सालवेन्सी संबंधी सुधार किये जा रहे हैं। विश्व बैंक के प्रमुख अर्थशास्त्री सेबस्टियन सेज ने कहा कि साऊथ एशिया के देशों में इंडिया तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक्सपोर्ट की बहुत संभावनाएँ हैं। श्री सेज ने कहा कि विश्व बैंक स्किल अपग्रेडिंग और अन्य कार्यों में लॉजिस्टिक सपोर्ट देने के लिए तैयार है। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के डायरेक्टर जनरल चन्द्रजीत बेनर्जी ने कहा कि मेक इन इंडिया मिशन शुरू होने के बाद कई प्रदेशों ने औद्योगिक नीति में महत्वपूर्ण सुधार किये हैं। इससे उद्योग लगाने में सहूलियत हुई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में इंस्पेक्टर राज्य समाप्त किया गया है। उन्होंने कनेक्टिविटी बढ़ाने और डिस्ट्रिक्ट लेवल फेसिलिटेशन सेन्टर बनाने सहित अन्य सुझाव दिये।
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संस्कृति के संज्ञान और अनुभूतियों की ध्वनियाँ हुईं गुंजायमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ड्रम्स ऑफ मध्यप्रदेश को राज्य संगीत के रूप में पहचान दिलाई जायेगी। इसके आयोजन नियमित रूप से करवाये जायेंगे। श्री चौहान इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016 के शुभारंभ दिवस की संध्या में उपस्थित जन को संबोधित कर रहे थे। संध्या का संयोजन संस्कृति विभाग द्वारा नक्षत्र गार्डन में किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह भी मौजूद थीं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ड्रम्स ऑफ मध्यप्रदेश की प्रस्तुति अदभुत है। इसमें मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक परम्पराओं को अत्यंत प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने देश-दुनिया में प्रदेश की लोक संस्कृति को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करने के लिये कलाकारों की सराहना की। कलाकारों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने के प्रभावी प्रयास करेगी। कार्यक्रम में संस्कृति के संज्ञान और अनुभूतियों की ध्वनियों से श्रोताओं ने प्रदेश की लोक एवं जनजातीय अस्मिता के संगीत, विशेष रूप से उसके मर्म और जीवन की लय को महसूस किया। सांस्कृतिक संध्या में ड्रम्स ऑफ मध्यप्रदेश अर्थात मध्यप्रदेश की नाद ध्वनि की परिकल्पनाएँ साकार हुई। संध्या में साउण्ड ऑफ द सोल के प्रयोग के विख्यात कलाकार कोलकाता के श्री तन्मय बोस की तबला वादन के साथ-साथ ताल एवं नाद की अनूठी और विलक्षण संयोजना प्रस्तुत की गई। ड्रम्स ऑफ मध्यप्रदेश में मध्यप्रदेश की भील, कोरकू, गोंड, भारिया जनजातियों एवं निमाड़, मालवा और बुन्देलखण्ड के पारम्परिक लोक वाद्यों के साथ लगभग 40 मिनिट की प्रस्तुति ने श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध कर दिया। प्रस्तुति में लगभग 80 कलाकार शामिल हुए, जो बुन्देलखण्ड, मालवा, निमाड़ और जनजातीय बहुल क्षेत्रों मण्डला-डिण्डोरी से आये थे।
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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2016 विकास और समृद्धि के लिये निवेशक और सरकार मिलकर साथ चलें :शिवराज केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि जीएसटी लागू होने के बाद देश की अर्थ-व्यवस्था में सप्लाय चेन का महत्व होगा, जिसमें मध्यप्रदेश अपनी बेहतर भौगोलिक स्थिति के कारण देश का सप्लाय हब बनेगा। इस बात को ध्यान में रखकर निवेशक मध्यप्रदेश में निवेश करें। केन्द्रीय मंत्री श्री जेटली आज इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2016 के शुभारंभ सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। इस समिट में 42 देश के लगभग 4000 निवेशक और उनके प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। समिट में यूके, साऊथ कोरिया, जापान, यूएई, सिंगापुर के राजदूत और निवेशक प्रतिनिधि भी भाग ले रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री जेटली ने कहा कि इन दिनों देश में निवेश का बेहतर वातावरण बना है। सार्वजनिक क्षेत्र में निवेश की गति बढ़ी है। उसी गति के अनुरूप निजी क्षेत्र भी निवेश करे। मध्यप्रदेश में निवेश करने वाले को बेहतर अनुभव होगा। मध्यप्रदेश अपने ऐतिहासिक भौगोलिक नुकसान को लाभ में बदलकर उभरने वाले राज्य की मिसाल बना है। तेरह वर्ष पहले मध्यप्रदेश सड़क, बिजली और पानी के क्षेत्र में पिछड़े राज्यों में था और बीमारू माना जाता था। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के वर्तमान नेतृत्व और राज्य सरकार ने अधोसंरचना के क्षेत्र में बेहतर काम किया है। आज मध्यप्रदेश की सड़कें बेहतर हैं और बिजली के क्षेत्र में राज्य पावर सरप्लस है। किसानों को सिंचाई के लिये पानी की बेहतर सुविधाएँ हैं। राज्य सरकार ने संसाधनों का उपयोग लोगों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने के लिये किया है। इससे प्रदेश की कृषि विकास दर लगातार 20 प्रतिशत से अधिक रही तथा लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी। कृषि अर्थ-व्यवस्था में सुधार तथा लोगों की क्रय शक्ति बढ़ने का समग्र प्रभाव राज्य की अर्थ-व्यवस्था पर भी पड़ा। मध्यप्रदेश देश की अर्थ-व्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की स्थिति में आ गया है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर उन्हीं राज्यों में ज्यादा रही जहाँ नेतृत्व में स्थायित्व है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अधोसंरचना है। शैक्षणिक हब बन रहा है। नेतृत्व में स्पष्टता है। बड़ा कंज्यूमर बेस है। अभी मध्यप्रदेश का सर्वश्रेष्ठ सामने आना शेष है। केन्द्रीय मंत्री जेटली ने कहा कि अब राज्य सरकार का जोर शहरी अधोसंरचना, कौशल विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश पर है। इन दिनों देश में भी अनुकुल परिस्थितियाँ बनी हैं। केन्द्र में राजनीतिक परिवर्तन के बाद बेहतर वातावरण बना है। वैश्विक स्तर पर क्रूड आइल की कीमतें गिरने का फायदा देश को हुआ है। आर्थिक संसाधनों की बचत से अधोसंरचना और ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था के लिये ज्यादा राशि उपलब्ध हुई है। देश में अच्छी वर्षा से खाद्य उत्पादन बढ़ेगा। मुद्रास्फीति कम होगी। विश्व के कई देशों में मंदी का असर हुआ है। देश के लिये यह अवसर एक चुनौती के रूप में सामने आया है। मध्यप्रदेश ऐसा राज्य बनकर उभरा है, जिसमें नेतृत्व ने सफलतापूर्वक आगे बढ़ने की तीव्र आकांक्षा को साकार किया है। उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई देते हुए कहा कि स्पष्ट रोडमेप और इच्छाशक्ति से उन्होंने प्रदेश को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का अर्थ सिर्फ बिजनेस मीट नहीं है। जीआईएस में 4जी है। गुडविल यानि भरोसा, ग्रोथ यानि समावेशी विकास, गारंटी और गुड गवर्नेंस। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में 175 इकाइयों ने काम करना शुरू कर दिया है। नवकरणीय ऊर्जा में 92 इकाइयों ने काम करना शुरू कर दिया है। पिछले दो साल में दो लाख 75 हजार करोड़ रूपए की उद्योग इकाइयाँ स्थापित हो गई हैं। मध्यप्रदेश की विशिष्टताएँ गिनाते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सर्वाधिक औद्योगिक मित्र प्रदेश बन गया है। हर क्षेत्र में निवेश की नीतियाँ बनाई गई हैं और प्रभावी रूप से समस्याओं का समाधान करने का तंत्र स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि सवा लाख एकड़ का भूमि बैंक उद्योगों के लिये बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में निवेश करने की अनुकूल परिस्थितियों को रेखांकित करते हुए कहा कि यहाँ औद्योगिक शांति है, मानव दिवसों का नुकसान नहीं होता। प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध है। सिंगल विण्डों के बजाय अब सिंगल टेबल व्यवस्था है। श्री चौहान ने कहा कि उद्योगों के लिये जितनी भी जरूरी शासकीय सेवाएँ हैं उन्हें लोक सेवा प्रदाय गारंटी नियम में लाया गया है। करीब 300 सेवाएँ इसके अंतर्गत लायी गयी हैं। श्री चौहान ने कहा कि व्यापार को आसान बनाने में मध्यप्रदेश देश के सर्वोच्च पाँच राज्य में शामिल है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को विकास और समृद्धि में भागीदार के रूप में सम्मान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जितने भी निवेश प्रस्ताव पिछले दो साल में मिले हैं उन्होंने एक साल के अंदर ही उत्पादन शुरू कर दिया है। ऑनलाईन निवेश प्रस्ताव भी हमने स्वीकृत किये हैं। श्री चौहान ने सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में निवेशकों को किसी भी प्रकार की समस्याएँ नहीं आयेंगी। निवेशक और सरकार साथ मिलकर काम करेगी तो विकास और समृद्धि के नये रास्ते भी खुलेंगे। श्री चौहान ने कहा कि विकास का लाभ प्रत्येक नागरिक तक पहुँचाने के लिये सभी कदम उठाये गये हैं। आनंद मंत्रालय का गठन किया गया है। मंत्रालय के जरिये नागरिकों को अर्थपूर्ण जीवन जीने के लिये प्रेरित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के साथ आध्यात्मिक उन्नति और शांति भी जरूरी है। उन्होंने निवेशकों का आव्हान किया कि वे अपने निवेश प्रस्ताव बनाते समय मध्यप्रदेश का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि इस इन्वेस्टर्स समिट में दो हजार से ज्यादा निवेशकों ने 10 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा के निवेश के प्रस्तावदिये हैं। मध्यप्रदेश अब निवेशक मित्र राज्य : तोमर केन्द्रीय पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने समिट को सफल बताते हुए कहा कि इसका श्रेय मुख्यमंत्री श्री चौहान के करिश्माई नेतृत्व को जाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 के पहले कोई भी निवेशक मध्यप्रदेश में निवेश के बारे में सोचता भी नहीं था। आज मध्यप्रदेश निवेश मित्र राज्य बन गया है। इसके पीछे श्री चौहान की कड़ी मेहनत है जो अब साफ दिख रही है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। ग्रामीण विकास का पूरा परिदृश्य बदल गया है। उन्होंने कहा कि श्री चौहान अपने सफल कार्यकाल के 11 वर्ष पूरे कर रहे हैं। मध्यप्रदेश उनके नेतृत्व में और आगे बढ़ेगा। एक देश और एक कर से मध्यप्रदेश को फायदा होगा। मध्यप्रदेश बना गुड गवर्नेंस का मानक : प्रसाद केन्द्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी, विधि एवं न्याय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में टीम इंडिया के प्रयासों से भारत विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। इसमें औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में टीम इंडिया के कैप्टन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हैं, तो मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ओपनिंग बेट्समेन हैं। श्री चौहान के नेतृत्व में पिछले ग्यारह वर्षों में मध्यप्रदेश का समग्र विकास हुआ है। श्री प्रसाद ने कहा कि मध्यप्रदेश में न केवल सिंचाई, कृषि, बिजली, उद्यानिकी एवं अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में काम हुआ है बल्कि सूचना एवं तकनीकी विकास के क्षेत्र में व्यापक काम हुए हैं। मध्यप्रदेश ने गुड गवर्नेंस का मानक स्थापित किया। श्री प्रसाद ने कहा कि देश में डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टेण्डअप इंडिया, मेक इन इंडिया, जन-धन योजना आदि कार्यक्रमों से प्रगति के नये मानदण्ड स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक खाते आधार से जुड़ने के बाद सब्सिडी सीधे बैंक खातों में जमा हो रही है, जिससे 36 हजार करोड़ रूपये की बचत हुई है। देश से इस वर्ष 8 लाख करोड़ रूपये के सूचना प्रौद्योगिकी उत्पाद निर्यात किये गये हैं। इलेक्ट्रानिक निर्माण के क्षेत्र में 40 मोबाईल निर्माण इकाइयाँ खुली हैं। मध्यप्रदेश में भी भोपाल और जबलपुर में इलेक्ट्रानिक मेन्यूफ्रेक्चरिंग क्लस्टर बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश इस क्षेत्र में ऐतिहासिक भूमिका निभा रहा है। टेक्सटाईल क्षेत्र में होगा पतंजलि का निवेश -किसानों को 10 हजार करोड़ की आय होगी पतंजलि प्रायवेट लिमिटेड के प्रमुख योगगुरू बाबा रामदेव ने कहा है कि भारत और मध्यप्रदेश की आर्थिक विकास दर संतोषजनक बनी हुई है जबकि यूके और यूएस जैसी बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में मंदी है। उन्होंने कहा कि पतंजलि ग्रोथ की रेट अगले दो सालों में 200 प्रतिशत तक बढ़ जायेगी। हम चाहते हैं कि मध्यप्रदेश को भी इससे लाभ हो। उन्होंने खुद को वैश्विक नागरिक बताते हुए कहा कि अब पतंजलि लोगों की दवाइयों पर लगने वाला खर्च को बचाएगा। उन्होंने बताया कि टेक्सटाईल के क्षेत्र में पतंजलि बड़ा निवेश करने जा रहा है। अगले दो साल में पतंजलि के निवेश से किसानों की 10 हजार करोड़ रूपये की आय बढ़ेगी। दस हजार किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि पतंजलि का आर्थिक निवेश सेवा के लिये है लाभ के लिये नहीं। भारत में चार लाख करोड़ रूपये के चीनी सामानों की बिक्री होने का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि भारत में 25 लाख करोड़ रूपये के उत्पाद निर्यात करने की क्षमता है। श्री रामदेव ने मुख्यमंत्री चौहान को फकीर स्वभाव का मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि वे बड़ा सोचते हैं। सीधी बात करते हैं, मेहनती हैं। वे स्वभाव से फक्कड़ है और काम करने में अक्कड़ हैं। उन्होंने कहा कि श्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में आर्थिक और वैचारिक समृद्धि दोनों हैं। मध्यप्रदेश शांतिपूर्ण और सुरक्षित प्रदेश है और सभी दिशाओं में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया अब प्रकृति की ओर लौट रही है और इसमें जड़ी-बूटियों की खेती और प्र-संस्करण करने के क्षेत्र में मध्यप्रदेश बड़ा केन्द्र बन सकता है। मुख्य सचिव अंटोनी डिसा ने मध्यप्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि बीते दो वर्ष में प्रदेश में 2 लाख 71 हजार करोड़ अर्थात् 41 बिलियन डॉलर का वास्तविक निवेश आ चुका है। लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्योगों का निवेश इसके अतिरिक्त है। वर्ष 2015 में ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश पाँचवें स्थान पर आ चुका है। प्रदेश को लगातार कृषि कर्मण सम्मान मिला है। आरंभ में स्वागत भाषण प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग मोहम्मद सुलेमान ने दिया।
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मध्यप्रदेश के जनसंपर्क, जल संसाधन तथा संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने नई दिल्ली में उपचार के लिए दाखिल राज्यसभा सांसद प्रभात झा के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मंत्री डॉ. मिश्रा ने श्री झा का उपचार कर रहे डॉक्टरों और विशेषज्ञों से भी चर्चा की। श्री झा का स्वास्थ्य पूर्व से बेहतर है। मंत्री डॉ. मिश्रा ने श्री झा के जल्द ही पूर्ण स्वस्थ होने की कामना भी की।
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अनीताभ उपाध्याय ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने मुरैना में पदस्थ बिजली विभाग के डीजीएम(विजिलेंस) सत्येंद्र सिंह चौहान के ठिकानों पर छापा मारा। बुधवार अल सुबह 5:30 बजे लोकायुक्त पुलिस की अलग-अलग टीमों ने उनके चौहान के ग्वालियर सहित विभिन्न ठिकानों पर एक साथ दबिश दी और काली कमाई के कुबेर का खुलासा किया। जांच के दौरान डीजीएम के पास करोड़ों रुपए की संपत्ति मिली है। उनके खिलाफ लोकायुक्त को आय से अधिक संपत्ति रखने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद लोकायुक्त एसपी अमित सिंह और उनके टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। छापे की कार्रवाई जारी है, डीजीएम के घर से जेवरात और कुछ नगदी भी बरामद हुई है। करोड़ों रुपए की काली कमाई ,भगवान कॉलोनी मुरान में तीन मंजिला मकान ,द्वारकाधीश कॉलोनी में 2600 वर्गफटी में पानी का प्लांट ,अनुपम नगर में 1500 वर्गफीट का प्लाट ,सौसा में प्लाट, साढे़ चार बीघा जमीन,तीन टाटा लोडिंग गाड़ी और कृषि भूमि के कागजात बरामद।
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त्यौहारों के दौरान देश में आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। सूत्रों के मुताबिक देश में लोन वुल्फ अटैक का खतरा है। बताया जा रहा है कि आतंकी भीड़-भाड़ वाले इलाके में लोन वुल्फ अटैक कर सकते है। रेलवे स्टेशन और मॉल में इस तरह के आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। लिहाजा आतंकी हमले से निपटने के लिए एनएसजी कमांडों को अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही क्विक रिस्पांस टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है। लोन वूल्फ अटैक का मतलब है कि ऐसा हमला जिसे बिना टीम के अंजाम दिया जाता है। इस हमले के मॉड्यूल में अकेला आतंकी ऐसे हमले को अंजाम दे सकता है। लोन वूल्फ अटैक भेड़िए की तरह अकेला हमला करने की रणनीति है। इस अटैक में छोटे हथियारों, चाकुओं, ग्रेनेड का इस्तेमाल किया जाता है। ये ग्रुप लीडर से जुड़े बिना हमला करते हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों के लिए किसी अकेले आतंकी के काम करने का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे हमले काफी कम खर्च में अंजाम दिए जाते हैं। हालांकि कई बार इसमें आतंकियों का ग्रुप भी शामिल हो जाता है। गौर हो कि आईएसआईएस की मैग्जीन 'इन्सपायर' में ऐसे हमले के बारे में जिक्र किया गया है।
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ग्रामीण आर्थिक विकास में महिलाओं की भूमिका पर बोले तोमर अमिताभ उपाध्याय केन्द्रीय पंचायती राज, पेयजल- स्वच्छता, भू संसाधन एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बाबा गोरखनाथ की पावन नगरी गोरखपुर दिग्विजयनाथ पी जी कालेज में ग्रामीण आर्थिक विकास में महिलाओं की भूमिका विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर स्थानीय सांसद महंत योगी आदित्यनाथ, कुशीनगर सांसद गुड्डू पांडे, विधायकगण फतेह बहादुर सिंह, रामेश्वर त्रिपाठी आदि भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में श्री तोमर ने कहा कि आदिकाल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में किसी ना किसी रुप में नारी शक्ति का योगदान रहा है। नारी सशक्तीकरण करने और आर्थिक ताकत प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने स्व.पं दीनदयाल उपाध्याय ग्राम आजीविका प्रारंभ की है, जिसमें अभी तक 27 लाख स्व-सहायता समूह बने हैं तथा 3 करोड़ सदस्य हैं। केन्द्र सरकार इनके प्रशिक्षण, आर्थिक विकास एवं विपणन की भी का माध्यम तैयार कर रही है। बुनियादी विकास का पहरेदार है ग्राम प्रधान-तोमर केंद्रीय मंत्री तोमर ने उत्तरप्रदेश के गोरखपुर मंडल के प्रधानों तथा सरपंचों के सम्मेलन को संबोधित करते कहा कि मोदी सरकार गांवों के विकास के प्रति प्रतिबद्ध है तथा पंचायतों को मिलनेवाली धनराशि में अमानत में, खयानत करने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जायेगी, आवश्यकता पड़ेगी तो राज्य सरकार से बात की जायेगी तथा लिखा-पढ़ी भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में ग्राम पंचायतों को 2016-17 - 6050.02, 2017-18 - 9673.57, 2018-19 - 8050.34 एवं 2019-20 में 10840.04 की राशि सीधे खाते में दी जाएगी। उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री सड़क योजना में उ. प्र. के लिए 544.53 करोड़ की राशि स्वीकृति दी गई है एवं 2 हजार करोड़ से अधिक राशि और स्वीकृत की जाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना में उ. प्र. के लिए 2019 तक 11,98,827 आवास बनाये जायेंगे। मनरेगा में जनोपयोगी संरचनाओं का निर्माण करें ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा द्धारा ग्राम प्रधानों की राज्य सरकार द्धारा उपेक्षा किए जाने की ओर ध्यान दिलाये जाने पर श्री तोमर ने कहा कि इन बाधाओं को दूर करने के लिए राज्य सरकार से चर्चा की जाएंगी। उन्होनें कहा कि बुनियादी विकास का पहला पहरेदार है ग्राम प्रधान.ग्राम प्रधान अपने क्षेत्र को खुले में शौच की बुराई से मुक्त करें। तोमर ने कहा कि ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी व सार्थक भूमिका को बढ़ावा देने के लिए कुछ विषयगत क्षेत्रों जैसे कि ग्राम पंचायतो में प्रशासन, पीने का पानी, शिशु विकास व पशुपालन पर पाठ्य सामग्री तैयार कर अन्य राज्यों के साथ ही उत्तरप्रदेश राज्य को भी भेजी गयी है। श्री तोमर ने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों के चहुमुखी विकास के लिए ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नई तकनीकि के उपयोग की विशेष आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी करने के लिए ग्रामीण विकास कार्यक्रमो को तेजी से लागू करने की जरुरत है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता गॉवों का समग्र विकास और गरीबी उन्मूलन है। उन्होनें घोषणा की ग्राम पंचायतों को 5 वर्षों में 14वॆ वित्त आयोग की अनुशंसा के अनुरूप पहले के 30 हज़ार करोड़ के मुकाबले अब 2 लाख करोड़ मिलेगा। ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में ग्राम पंचायतों की अहम भूमिका के मद्देनज़र उनके सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान का पुनर्गठन किया जायेगा। श्री तोमर ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के प्राक्षिण के लिए मोड्यूल में बदलाव और प्रशिक्षण को पूरा करने के लिए समय निर्धारित करने की आवश्यकता बतायी।
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नायडू बोले कुछ लोग नहीं चाहते थे कि शिवराज सीएम बने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा है कि देश में शहरी विकास का सांस्कृतिक पुनरुत्थान शुरू हो गया है। मेकिंग ऑफ डेवलप्ड इंडिया अभियान में भागीदार बनें। भोपाल और इन्दौर मेट्रो ट्रेन के लिए केंद्र सरकार पूरी मदद करेगी। नायडू ने सोमवार को यह बातें प्रशासन अकादमी में शहरी विकास विषय पर आयोजित कार्यशाला में कही। सीएम शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए मंत्री नायडू ने कहा कि मप्र के सीएम ने एक बीमारू राज्य को विकासशील प्रदेश बनाया है। मध्य प्रदेश की कृषि विकास दर कल्पना से परे है। शिवराज वेट में लाइट और काम में टाइट है। इसीलिए वे मुझे पसंद है। हालांकि, कुछ लोग नहीं चाहते थे कि शिवराज सीएम बने। लेकिन, अच्छा काम करने वालों की हर कहीं जरूरत होती है। नायडू भोपाल में अर्बन डेव्हलपमेंट पर प्रशासन एकेडमी में आयोजित वर्कशाप कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने शहरी विकास पर अपने राय रखी। उन्होंने कहा मैं शिवराज को बहुत पसंद करता हूं क्योंकि वो अच्छा काम करते हैं। नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश में बदलाव के लिए रिफॉर्म, परफार्म और ट्रांसफार्म का मंत्र दिया है। इस पर तेजी से अमल करना होगा। शहरों में आबादी लगातार बढ़ रही है। नगरीय निकायों को आने वाले दस साल की जरूरत को ध्यान में रखते हुए योजना बनानी होगी। स्मार्ट सिटी में नागरिकों की सोच भी स्मार्ट होनी चाहिए। विकास के लिए शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा प्रदेश के हित में हैं। नगरीय निकायों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए लोगों की मानसिकता में बदलाव लाना होगा। स्वच्छ भारत के लिए तन-मन-धन से पूरा प्रयास करें और इसे जन आंदोलन बनाए। नायडू ने कहा कि मध्य प्रदेश में अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में अदभुत काम हुआ है। प्रदेश की कृषि विकास दर पिछले चार साल से बीस प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश की विकास दर लगातार सात साल से दस प्रतिशत से अधिक है। मध्य प्रदेश विकास के आदर्श राज्य के रूप में उभरा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आगामी 25 दिसम्बर से 25 जनवरी तक नगरोदय अभियान चलाया जायेगा। इसमें शहरी विकास से जुड़ी सभी परियोजनाएँ मिशन मोड में पूरी की जायेगी। अभियान के तहत आम जनता को जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2017 तक प्रदेश के सभी शहरों को खुले में शौच से मुक्त किया जायेगा। प्रदेश में कानून बनाकर प्रत्येक परिवार को भूखंड दिया जायेगा। प्रधानमंत्री के 'सबके लिये आवास मिशन' को मध्यप्रदेश साकार करेगा। शहरों में बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिये पूरी क्षमता से जुटें। प्रदेश के शहरों का स्वरूप बदलने के लिये मिशन के रूप में काम करे। प्रदेश में स्मार्ट सिटी के लिये 20 हजार 500 करोड़ और अमृत योजना में 8 हजार 500 करोड़ व्यय किये जायेंगे। मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना के प्रथम चरण में 14 सौ करोड़ खर्च किये गये है तथा द्वितीय चरण में 500 करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे। इसी तरह मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास योजना के प्रथम चरण में 5 सौ करोड़ खर्च किये गये हैं तथा द्वितीय चरण में 18 सौ करोड़ खर्च किये जायेंगे। प्रदेश नगरीय विकास के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनेगा। इस दौरान समीक्षा बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, नगरीय विकास मंत्री माया सिंह और संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यशाला में सभी नगर निगमों के महापौर, निगमायुक्त, नगरपालिका अध्यक्ष और सीएमओ भी मौजूद रहे। औपचारिक उद्घाटन सत्र के बाद नगरीय विकास विभाग के अधिकारियों ने योजनाओं की स्थिति पर प्रेजेंटेशन दिया।
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आईएनआईएफडी की स्टूडेंट ने खुद के बनाये कलात्मक वस्तुओं के स्टॉल ''रंगधरा '' को भोपाल के ओजस्वनी मेले में लगाया है। रंग धरा का उद्घाटन भोपाल के सांसद आलोक संजर ने किया। इन वस्तुओं का निर्माण ऋद्धि ,फ़ैज़ी और मोहिनी ने किया है। फैशन डिजाइनिंग की स्टूडेंट ऋद्धि ,फ़ैज़ी और मोहिनी ने फेस्टिवल सीजन को ध्यान में रखते हुए कलात्मक दुपट्टे ख़ास रंगों में तैयार किये है। जिनका प्रयोग विभिन्न परिधानों के साथ किया जा सकता है। इस प्रदर्शनी और बिक्री के स्टॉल को ''रंग धरा '' नाम दिया गया है। ओजस्वनी में लगे रंग धरा में आकर्षक मोबाईल कवर ,वंदनबार ,कलात्मक दिए ,पूजन थाली ,ज्वैलरी ,ग्लास और जैल कैंडल्स आदि सामन हैं। इन सभी सामानों के निर्माण से रंग संयोजन तक का सारा कार्य इन तीनो स्टूडेंट ऋद्धि ,फ़ैज़ी और मोहिनी ने स्वयं किया है।भोपाल के बिट्टन मार्केट दहशरा मैदान में आयोजित ओजस्वनी मेले में रंगधरा का स्टॉल नंबर 129 है।
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वाराणसी में बाबा जय गुरुदेव के उत्तराधिकारी पंकज महाराज द्वारा गंगा पार कटेसर में सत्संग का आयोजन में शामिल होने जा रहे भक्तों में भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 19 लोगों के कुचल के मारे जाने की खबर है। जिनमें से 15 महिलाएं और 4 पुरुष बताए जा रहे हैं। राहत कार्य के लिए भेजी गई एंबुलेंस भी ट्रैफिक में फंसने से मौके पर नहीं पहुंच सकी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती तो कुछ लोगों को बचाया जा सकता था।मंडलीय अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक एससी सिंह ने अस्पताल की इमरजेंसी को किया अलर्ट। घायलों को रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल भी ले जाया गया है। कई एंबुलेंस व डाक्टरों की टीम के साथ राजघाट पुल पर पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी। बाबा के भक्तों की वजह से पूरा शहर जाम की चपेट में आ गया है। राजघाट गंगा पुल जहां अव्यवस्था के कारण गिरे लोग दिख रहे थे । इनमें से कुछ बेहोश, तो कुछ मृत । आयोजकों ने 20 लाख की भीड़ का किया था दावा। राजघाट के पास बीच रास्ते से श्रद्धालुओं को लौटाए जाने से भगदड़ मची। सभी शव रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में पहुंचाए जा रहे हैं। बताया जा रहा कि पूरे कार्यक्रम को लेकर कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई थी। पूरे शहर में हजारों हजार लोग जत्थों की शक्ल में घूम रहे थे। उन्हें गंगा के उस पार सत्संग स्थल पर जाना था। ऐसे में गंगा पार करने के लिए महज दो ही पुल थे। पहला, राजघाट पुल और दूसरा विश्वसुंदरी पुल। राजघाट पुल से कार्यक्रम स्थल नजदीक था, लिहाजा भीड़ का दबाव इस पुल पर बढ़ता गया। अंग्रेजों के जमाने का बना राजघाट पुल, डफरिन ब्रिज और मालवीय पुल के नाम से भी जाना जाता है। इसके एक ओर बनारस है तो दूसरे सिरे पर है चंदौली जिला। भीड़ के भारी दबाव को इस पुल पर नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के पास कोई ठोस प्लान नहीं था। भक्तों में बुजुर्गों व महिलाओं की संख्या ज्यादा होने से एक बार हुई भगदड़, अंतत: बेकाबू हो गई।
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एयर इंडिया की दिल्ली-भोपाल-दिल्ली विमान में आधी रात को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित सौ यात्री बाल- बाल बच गए। भोपाल एयरपोर्ट पर विमान की आनन-फानन में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। एयरपोर्ट पर रात करीब तीन बजे तक यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया। बाद में इन्हें एक होटल में रोका गया। राजा भोज एयरपोर्ट से कल रात करीब 11 बजे एयर इंडिया के नियमित विमान ने उड़ान भरी। करीब 15 मिनट बाद विमान में तकनीकी खराबी आ गई। पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत ही एयरपोर्ट के नियंत्रण कक्ष से संपर्क साधा और इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति ली। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने तुरंत इमरजेंसी लैंडिंग के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध करार्इं, जिसके बाद पायलट ने सुरक्षित तरीके से रात करीब 11.30 बजे विमान को रनवे पर उतार लिया। इस विमान में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी दिल्ली जाने के लिए सवार हुए थे। तोमर कल शौर्य स्मारक के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए भोपाल आए थे। इसके बाद यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा कर दिया। हंगामा रात करीब तीन बजे तक चलता रहा। बाद में एयर इंडिया के अफसरों की समझाइश पर यात्री होटल में ठहरने के लिए राजी हुए। इन्हें दोपहर की प्लाइट से दिल्ली ले जाया जाएगा।केंद्रीय मंत्री तोमर ने विमान से उतरते ही अपने बंगले जाने के लिए कारकेट बुलवाया, लेकिन तब तक वह उन्हें एयरपोर्ट छोड़कर जा चुका था। इसके बाद उन्होंने कारकेट वापस बुलाने की सूचना दी। करीब एक घंटे बाद उनका कारकेट एयरपोर्ट पहुंचा। तोमर आज सुबह स्टेट प्लेन से दिल्ली रवाना हुए हैं।
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मोदी ने आचार्य विद्यासागर महाराज से आशीर्वाद लिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भोपाल प्रवास के दौरान हबीबगंज जैन मंदिर में चातुर्मास कर रहे जैन संत श्री आचार्य विद्यासागर महाराज से भेंटकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने आचार्य विद्यासागर महाराज का पाद-प्रक्षालन किया और उन्हें श्रीफल भेंट किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज द्वारा रचित पुस्तक 'मूक माटी' के गुजराती संस्करण का विमोचन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शरद जैन उपस्थित थे।
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रतलाम से मंदसौर जा रही बस नामली के पास बारा पत्थर इलाके में पानी से भरी एक खदान में डूब गई। दुर्घटना में 14 लोगों की मौत की हुई है और 17 यात्री घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक बस तेज रफ्तार में थी और अचानक पलटते हुए सीधे खाई में जा गिरी। यात्री बचकर बाहर निकल पाते इससे पहले ही बस गहराई में डूबने लगी। सूचना मिलते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और उसमें रस्सी बांधकर जेसीबी से बाहर निकालने की कोशिश की। कुछ शवों को बाहर निकाला गया और करीब 10 से ज्यादा घायलों को रतलाम रेफर किया गया है। आठ शवों को रतलाम पहुंचाया गया है, जिनमें एक बालक, एक महिला और 6 पुरुष शामिल हैं। गाड़ी ममता बस सर्विस की बताई जा रही है। घायलों के मुताबिक बस ड्राइवर तेजी से बस चला रहा था। उसे ऐसा करने के लिए मना भी किया गया लेकिन वह नहीं माना। इस दौरान अचानक बस पलटी खाते हुए पानी से भरी खदान के अंदर गिर गई। कुछ का कहना है कि तेज रफ्तार में बस का टायर फट गया और वह 5 से 6 पलटी खाते हुए खदान में समा गई। घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। लोगों की भीड़ ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और एसपी और डीएम से नाराजगी जताई।
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शौर्य सम्मान सभा को करेंगे संबोधित ,शौर्य स्मारक का करेंगे लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 अक्टूबर को अल्प प्रवास पर भोपाल आयेंगे। प्रधानमंत्री अपरान्ह 2.50 बजे नई दिल्ली से भोपाल के लिये रवाना होकर सायं 4.05 बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुँचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी अपरान्ह 4.10 बजे भोपाल एयरपोर्ट से लाल परेड ग्राउण्ड के लिये रवाना होंगे। श्री मोदी 4.30 बजे लाल परेड ग्राउण्ड पहुँचेंगे। प्रधानमंत्री सायं 4.30 से 5.20 बजे तक लाल परेड ग्राउण्ड में पूर्व सैनिक सम्मेलन और शौर्य सम्मान सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल परेड ग्राउण्ड से सायं 5.25 बजे जैन मंदिर हबीबगंज के लिये रवाना होंगे। प्रधानमंत्री जैन मंदिर में सायं 5.35 से 5.45 बजे तक आचार्यश्री विद्यासागर महाराज से भेंट करेंगे। श्री मोदी सायं 5.50 बजे जैन मंदिर से अरेरा हिल्स स्थित शौर्य स्मारक के लिये रवाना होंगे। प्रधानमंत्री सायं 6 बजे शौर्य स्मारक का लोकार्पण कर सायं 6.35 बजे अरेरा हिल्स से भोपाल एयरपोर्ट के लिये रवाना होंगे। श्री मोदी सायं 7 बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुँचकर सायं 7.05 बजे भोपाल एयरपोर्ट से पणजी (गोवा) के लिये प्रस्थान करेंगे।
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इस कॉल को अटेन्ड न करें- तुरंत काटे मध्यप्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के कई शहरों में नागरिकों को अफगानिस्तान से 093729864241 नम्बर से मोबाईल काल आ रही है । टू-कालर पर यह नम्बर ‘‘टेररिस्टर’’ के नाम से सेव है । पुलिस महानिरीक्षक संजीव शमी ने बताया है कि यह एक प्रकार की फिशिंग काल है जो कही प्राक्सी सर्वर से होती है । यह एक प्रकार का कलेक्ट काल है । इसे रिसीव करने वाले के मोबाईल बैलेन्स से काफी पैसे कट जाते है । जो रिसीव नहीं करते बल्कि पूरी रिंग होने के बाद मिस्ड काल होने पर भी पैसे कट जाते है। श्री शमी ने बताया कि इस प्रकार की काल मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश एवं अन्य कई राज्यों में आ रही है। यह काल पत्रकारों, राजनेताओं, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों और सामन्य नागरिकों भी आ रही है। कहीं किसी व्यक्ति ने उक्त नम्बर को अपने ट्रूकालर वाले मोबाईल पर टेररीस्टर नाम से सेव किया होगा, इस लिये ट्रूकालर यह टेररीस्ट की काल बताता है । ट्रूकालर जैसे अन्य मोबाईल एप इस नम्बर को अफगानिस्तान का दर्शाते है। श्री शमी ने कहा है कि इस प्रकार की फिशिंग काल से प्रधानमंत्री की भोपाल यात्रा से कोई सम्बन्ध नहीं है।
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असाधारण स्थितियों में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें तय होंगी मुद्रास्फीति की जांच के लिए सरकार ने नियमों में संशोधन किया है। इसके तहत असाधारण परिस्थितियों में दालों और चीनी सहित आवश्यक वस्तुओं की खुदरा कीमतें अब सरकार तय करेगी। मौजूदा व्यवस्था के तहत, खुदरा कीमतें बाजार की ताकतों द्वारा तय किए जाते हैं। ऐसे में सरकार के पास वस्तुओं की कीमतों में हुई वृद्धि को जांचने के लिए कोई खास रास्ता नहीं होता है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने पहले से लीगल मेट्रोलोजी (डिब्बाबंद वस्तु) नियम, 2011 में में संशोधन किया है। इसके तहत किसी भी आवश्यक वस्तु की खुदरा कीमत तय करने के प्रावधान को शामिल किया गया है। अधिसूचना में कहा गया है कि यदि किसी भी आवश्यक वस्तु की खुदरा बिक्री कीमत तय की जाती है और आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा अधिसूचित की जाती है, तो वही लागू होगी। यह नियम थोक और खुदरा बाजार में बेची जाने वाली आवश्यक वस्तुओं में लागू होगा। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार दैनिक आधार पर आवश्यक वस्तुओं की खुदरा कीमतों को तय करेगी, उन्होंने कहा बिल्कुल नहीं। यह केवल असाधारण स्थितियों में किया जाएगा, जब खुदरा कीमतें असामान्य रूप से तेजी के बढ़ेंगी। अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में थोक विक्रेताओं और आयातकों को नियंत्रित करने के उपाय हैं, लेकिन खुदरा विक्रेताओं के लिए नहीं हैं। यह प्रावधान उपभोक्ताओं के हित में सक्रिय कदम उठाने के लिए सरकार की मदद करेगा। केंद्र सरकार जून 2016 में खुदरा बाजार में दाल की कीमत लगभग 200 रुपए प्रति किलो तक पहुंचने के बाद से उसे कम करने में संघर्ष कर रही है।
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विजयदशमी रैली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ [आरएसएस] प्रमुख मोहन भागवत ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि देश धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। इस साल दशहरा कुछ खास है। जीवन में जो सीखा उस पर गर्व करें। बता दें कि आज आरएसएस का स्थापना दिवस है और संघ के 91 साल पूरे हो गए। भागवत ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में अभी का शासन काम करने वाला है, उदासीन नहीं। देश धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। कश्मीर पर संसद का संकल्प सबसे बेहतर है। अपने संबोधन में भागवत ने कश्मीर मुद्दे से लेकर देश के भीतर गोरक्षा पर चल रहे विवाद को भी शामिल किया। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार और भारतीय सेना की भी सराहना की। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि मुजफ्फराबाद, गिलगित, बाल्टिस्तान समेत पूरा कश्मीर भारत का है। कश्मीर में हंगामा करने वालों का प्रभाव बहुत कम है। उपद्रवियों से सख्ती से निपटना होगा। हुड़दंगियों को सीमा पार से मदद मिलती है। सीमा पार से उपद्रवियों को उकसाया जाता है। उन्होंने पीओके में आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमलों (सर्जिकल स्ट्राइक) को लेकर भारतीय सेना की सराहना की और कहा कि सेना ने हिम्मत का काम किया है। सेना ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है। इससे दुनिया में भारतीय सेना की प्रतिष्ठा बढ़ी है। भागवत ने सर्जिकल स्ट्राइक पर पीएम मोदी की तारीफ की और कहा कि यशस्वी नेतृत्व ने पाकिस्तान को दुनिया में अलग-थलग किया है। उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार के नेतृत्व ने एक सराहनीय कार्य किया है। सेना ने भी हिम्मत का काम किया है। लेकिन हमारी सीमाओं की हिफाजत पूरी तरह से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सीमा की सुरक्षा में एक पल की भी ढिलाई हमें महंगी पड़ सकती है। सीमा पर कुछ लोग हथियारों की तस्करी, जासूसी में लिप्त है। सीमा पर कुछ आपराधिक शक्तियां उपद्रव करती हैं। घुसपैठ कैसे हो जाती है, कौन उन्हें देश के अंदर आने में मदद करता है। घुसपैठ को लेकर राज्यों को भी अलर्ट रहना होगा। देश की सेना पूरी तरह से लैस होनी चाहिए। कश्मीर का अधिकांश हिस्सा तनावमुक्त है। जो भी हिंसा की गतिविधियों में लिप्त हैं, हमें उनके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सख्त एक्शन लेना होगा। संघ प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में विस्थापितों को हक मिलना चाहिए। कश्मीर में इतना पैसा केंद्र से जाता है, वो कहां जाता है लोग जानना चाहते हैं। मोहन भागवत ने स्वयंभू गोरक्षकों का बचाव किया और कहा कि असामाजिक तत्वों तथा कानून का पालन करने वाले गोरक्षकों के बीच अंतर को समझा जाना चाहिए. गौरतलब है कि गोरक्षकों और उनके कृत्यों की वजह से पिछले कुछ महीनों के दौरान कई हिंसक घटनाएं हुई हैं.गोरक्षा से जुड़े लोग समाज के भले नागरिक हैं। मामूली घटनाएं बढ़ा चढ़ाकर पेश की जाती हैं। विरोधियों का काम कमियां निकालना है। भागवत ने कहा कि दुनिया में ऐसी भी ताकतें हैं जो भारत को आगे बढ़ने नहीं देना चाहती हैं। हमारे यहां के स्वार्थ के कारण ऐसे लोगों को यहां समर्थन भी मिल जाता है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में विरोधी दल सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं, जो गलत नहीं है लेकिन कभी कभी ऐसी घटनाएं घटती हैं जो नहीं होनी चाहिए। भागवत ने कहा कि स्वार्थी शक्तियां उसको लाभ लेती हैं। हमें अपने समाज को इतना सजग बनाना होगा ताकि वो ऐसी शक्तियों को लाभ न लेने दे। विजयदशमी के मौके पर संघ के सभी पदाधिकारी समेत समस्त कार्यकर्ता अपनी नई ड्रेस में मौजूद रहे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणनवीस भी वहां मौजूद थे।
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नीलकंठ ,शमी ,बीड़ा और यात्रा दशहरा या विजयादशमी पर्व असत्य पर सत्य की विजय के साथ अन्य कई चीजें भी अपने में समाहित किये है। रावण मरण के आलावा भी इस पर्व का ख़ासा महत्त्व हैं। यात्रा का शुभ दिन ,बीड़ा खाना ,शमी भेंट , शस्त्र पूजन और नीलकंठ दर्शन इसी दिन विशेष महत्त्व रखते हैं। विजयादशमी के दिन नवरात्र पर्व का समापन होता है। इस दिन पृथ्वी से मां दुर्गा अपने लोक के लिए प्रस्थान करती हैं। यही वजह है कि विजयादशी को यात्रा तिथि भी कहा गया है। इस दिन किसी भी दिशा में यात्रा करने पर दोष नहीं लगता है।विजयादशमी यूं तो सर्वसिद्ध मुहूर्त है। इस दिन अपराजिता पूजन, शमी पूजन, सीमोल्लंघन, घर वापसी, नारी पूजन, नए वस्त्र व आभूषण धारण करना, राजाओं द्वारा अपने शस्त्र या संपदा का पूजन। राजाओं, सामंतों और क्षत्रियों के लिए यह विशेष महत्व का दिन है। नीलकंठ दर्शन शुभ 'नीलकंठ तुम नीले रहियो, दूध-भात का भोजन करियो, हमरी बात राम से कहियो।" यह उक्ति गांव-गांव में चर्चित है। इसका अर्थ यही है कि नीलकंठ भगवान का प्रतिनिधि है। दशहरे पर यही कारण है कि इस पक्षी का दर्शन किया जाता है। भगवान शंकर ने विष का पान किया था और वे नीलकंठ कहलाए थे।यह पक्षी भी नीलकंठ है तो इसलिए इसका दर्शन शुभ माना गया है। नीलकंठ को भारत में किसानों का मित्र भी माना गया है क्योंकि यह अनावश्यक कीड़ों-मकोड़ों को खाकर किसान की मदद करता है। बीड़ा क्यों अक्सर रावण के दहन के पश्चात विजयादशमी पर्व पर पान खाने की परंपरा भी है। इसके पीछे लोगों का विश्वास ही मुख्य है। माना जाता है कि इस दिन लोग असत्य पर सत्य की जीत का उत्सव मनाते हैं और बीड़ा खाकर यह बीड़ा उठाते हैं कि वे हमेशा सत्य के मार्ग पर चलेंगे। इसका एक कारण यह भी है कि नवरात्र में श्रद्धालु नौ दिनों तक उपवास रखते हैं और दसवें दिन जब वे भोजन शुरू करते हैं उसके ठीक पाचन में बीड़ा मदद करता है। शुभकारक शमी पत्तियां कथा है कि महर्षि वर्तन्तु का शिष्य था कौत्स। उसकी शिक्षा पूरी होने पर वर्तुन्तु ने उससे गुरुदक्षिणा में 14 करोड़ स्वर्ण मुद्राएं मांगी। इसका इंतजाम करने के लिए वह महाराज रघु के पास गया। रघु दान हेतु खजाना पहले ही खाली कर चुके थे।उन्होंने कौत्स से तीन दिन का समय मांगा और इंद्र पर आक्रमण का विचार किया। इंद्र ने घबराकर कोषाध्यक्ष कुबेर को रघु के राज्य में स्वर्ण मुद्राओं की वर्षा का आदेश दिया। कुबेर ने शमी वृक्ष द्वारा स्वर्ण वर्षा की। जिस दिन यह वर्षा हुई उसी तिथि को विजयादशमी उत्सव मनाया गया। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शमी वृक्ष का संबंध शनि से भी है। शमी वृक्ष का पूजन शनि के अशुभ प्रभाव से बचाव में सहायक है।इस दिन अपने मित्रजनों को सुनहरे रंग रंगी शमी की पत्तियां भेंट दी जाती हैं ताकि उनके जीवन में आनंद रूपी स्वर्ण बरसता रहे और वे धन धान्य से परिपूर्ण रहें। आखिर रावण किस बात का प्रतीक है? उसने सोने की लंका नहीं बसाई बल्कि अपने भाई कुबेर से उसकी नगरी छीन ली। उसने साधुओं को मारा और स्त्रियों के साथ दुराचार किया। उसने डर के द्वारा अपना साम्राज्य स्थापित किया। आखिर उसने सीता का अपहरण इसीलिए किया क्योंकि वह अपनी बहन के अपमान का बदला लेना चाहता था।युद्ध में उसने स्वयं से पहले अपने पुत्रों और भाई को लड़ने के लिए भेजा। वह सीता को जीतना चाहता था और राम को भी। रावण केवल स्वयं के लिए जी रहा था। अपने आनंद को वह सबसे ऊपर रखता था। हालांकि वह योगी शिव का भक्त था। उन शिव का जिन्होंने संसार की भौतिकता और सभी वस्तुओं का त्याग कर रखा है।रावण शिव की स्तुति करता रहा और उनके सामने नतमस्तक होता रहा लेकिन दस सिर होने के बावजूद उसने कभी भी शिव के ज्ञान की तरफ ध्यान नहीं दिया। संभव है कि उसने शिव के दर्शन को नहीं समझा, उसने शिव के दर्शन को समझा भी हो तो उनके बताए मार्ग पर चलने का सामर्थ्य रावण नहीं जुटा पाया। रावण के चरित्र की ये कमजोरियां सभी लोगों के लिए उदाहरण है कि वे अपनी इन कमजोरियों पर विजय पाने का प्रयास करें।
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उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 2017 विधानसभा चुनाव के लिए आयोजित रैली में बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती की रैली में भगदड़ मच गई। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गये। मायावती ने यहां बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर एक रैली आयोजित की थी। इस रैली लाखों की संख्या भीड़ जुटी थी। इस रैली में मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अखिलेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, पीएम राजनीतिक स्वार्थ के लिए लखनऊ आकर दशहरा मनाने आ रहे हैं, हो सकता है इसी स्वार्थ में वह (मोदी) दीवाली भी उत्तर प्रदेश में आकर मनायें और साथ कहा कि भाजपा को अब धर्म की राजनीति करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। मायावती ने सपा सरकार पर सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार पर प्रदेश की जनता का करोडों अरबों रुपया टीवी एवं अन्य मीडिया पर बेदर्दी से खर्च करने का आरोप मढते हुए कहा कि इसी धन को प्रदेश के गरीबों के उत्थान पर खर्च किया जा सकता था। सपा सरकार के समय विकास के जो भी थोड़े बहुत कार्य हुए, अधिकांश महत्वपूर्ण कार्यों की बसपा सरकार ने शुरुआत कर दी थी। इनमें लखनऊ मेट्रो रेल और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार द्वारा शुरू की गयी अनेक जनहित योजनाओं में से सपा सरकार ने काफी योजनाओं का नाम बदलकर चला दिया।
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बसंत प्रताप सिंह होंगे नए मुख्यसचिव ? मध्यप्रदेश के नए प्रशासनिक मुखिया (मुख्यसचिव) के लिए अपर मुख्य सचिव गृह बसंत प्रताप सिंह का नाम लगभग तय हो गया है। सामान्य प्रशाासन विभाग ने ओएसडी के लिए नोटशीट भी चला दी है और अगले सप्ताह आदेश जारी होने की संभावना है। वहीं वन विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक खांडेकर को गृह विभाग मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं। इसके चलते नये प्रशासनिक मुखिया का आदेश कुछ दिनों के लिए टल गया है। प्रशासनिक सूत्रों की माने तो पीएम यात्रा के अगले दिन 15 या फिर 16 अक्टूबर को ओएसडी बनाने संबंधी आदेश जारी होगा। खबर है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नये सीएस के रूप में बीपी सिंह के लिए सहमत हो गये हैं। सिंह 1984 बैच के आईएएस अफसर हैं। उनके सीएस बनने पर मंत्रालय से एसीएस स्तर के एक अफसर को अनयत्र पदस्थ किया जायेगा। सिंह को सीएस बनाया गया तो उनका स्थान कौन लेगा? इसको लेकर भी चर्चा गरम है। सूत्रों के अनुसार वन विभाग के एसीएस दीपक खांडेकर को गृह की कमान मिल सकती है। वरिष्ठ अफसरों में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा प्रभांशु कमल को कृषि उत्पादन आयुक्त बनाया जा सकता है। नर्मदा घाटी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं एसीएस रजनीश वैश्य को वन विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है।
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रीवा में एमपी के मंत्री राजेन्द्र शुक्ल उस वक्त गदगद हो गए जब उनकी गाडी के पास से व्हाइट टाइगर निकला। इन नज़ारे को देखने के लिए मंत्री के साथ गई पलटन स्तब्ध रह गई। बाघ को ऐसे देखना बेहद रोमांचकारी होता है। वाणिज्य, उद्योग और रोजगार, खनिज साधन तथा प्रवासी भारतीय मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने आज व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर का भ्रमण किया। उन्होंने प्राकृतिक परिवेश में व्हाइट टाइगर एवं अन्य वन्य-प्राणियों की अठखेलिखयाँ देखी। श्री शुक्ल ने भ्रमण के दौरान रायल बंगाल टाइगर, व्हाइट टाइगर, तेंदुआ, ब्लेक बक, हिरण, भालू आदि वन्य-प्राणियों को नजदीक से देखा। उद्योग मंत्री ने सफारी के संचालक से व्हाइट टाइगर सफारी की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि सफारी को आकर्षक बनाने के साथ ही ऐसी व्यवस्थाएँ रखी जायें, जिससे पर्यटकों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो। सफारी के संचालक के.पी. सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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योग गुरु बाबा रामदेव ने भारतीय सेना की ओर से पीओके में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कहा है कि भारतीय सेना काे अब एेसे ही हमले पर फोकस करना चाहिए ताकि लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को मारकर 'मोक्ष' दिया जा सके। उन्होंने कहा कि हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम को भी पाकिस्तान की जमीन पर मार देना चाहिए। रामदेव ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे से छुर्रा घोंपने का काम किया है और इससे पाकिस्तान के साथ बातचीत का कोई मतलब नहीं रह गया है। साथ ही यह साबित हो गया है कि उनका पीएम ‘नपुंसक’ और सेना के हाथों की ‘कठपुतली’ है। पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में बैन करने का समर्थन करने के साथ ही उन्होंने चीनी चीजों का बहिष्कार करने की बात कही और कहा कि चीन ने हमेशा भारत को धोखा दिया है और पाकिस्तान का साथ दिया है। गौरतलब है कि 18 सितंबर को कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के आर्मी कैंप पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय सेना ने 29 सितंबर को एलओसी पार करके पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया था। भारतीय सेना ने बताया था कि सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए पीओके स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया, जिसमें कई आतंकी मारे गए थे। हालांकि, पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक के दावे का खंडन किया है।
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सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत को लेकर राजनीति गर्म है । इस बीच खबर मिली है कि सेना ने केंद्र सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत सौंप दिए हैं। खबरों के अनुसार, यह 90 मिनट का वीडियो है जिसमें सेना द्वारा आतंकी कैंपों पर गिए गए हमले को रिकॉर्ड किया गया है। सबूत मिलने के बाद अब यह सरकार के उपर निर्भर है कि वो इसे सार्वजनिक करती है या नहीं। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी किसी भी सूरत में वीडियो जारी करने के पक्ष में नहीं हैं। हालांकि, इस बीच खबर है कि सेना को इस वीडियो को सार्वजनिक करने से कोई ऐतराज नहीं है। एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से अखबार ने लिखा है कि वीडियो सार्वजनिक करने से पाकिस्तान के सर्जिकल स्ट्राइक को नकारने वाले दावे खोखले साबित हो जाएंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस वीडियो में सेना की स्ट्रेटेजी दिखाई देती है कि कैसे उसने ऑपरेशन को अंजाम दिया इसलिए इसे सार्वजनिक करना ठीक नहीं होगा।बता दें कि 28 सितंबर को सेना द्वारा पीओके में आतंक के ठिकानों पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को रिकॉर्ड किया गया था और इसका वीडियो अब तक सेना कि पास था।
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एमपी के स्वास्थ्य पर रुस्तम सिंह की राय मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह ने कहा है कि डॉक्टर पुलिस जैसा व्यवहार मरीजों से न करें। ऐसा नहीं चलेगा। मरीज से अच्छा बर्ताव नहीं करने पर डॉक्टर पिटते हैं। मारपीट की घटना होने पर शिकायत लेकर आते हैं। अगर, पहले से सौम्य व्यवहार मरीजों के साथ करें तो यह नौबत नहीं आएगी। वे भोपाल में ठेंगड़ी भवन में प्रांतीय फार्मासिस्ट सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर के अच्छे व्यवहार से मरीज की आधी बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन, डॉक्टर मरीजों से अच्छे से बात नहीं करतेे। ऐसी कई शिकायतें आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति सरकारी नौकरी चाहता है, लेकिन अब सरकारी नौकरी नहीं मिल रही है। संविदा पर कर्मचारी रखे जाते हैं। ये कर्मचारी अच्छा काम करते हैं कि क्योंकि उन्हें नौकरी से निकाले जाने का डर रहता है। सरकारी नौकरी में आने के बाद काम न करने वाले को भी निकालना बहुत मुश्किल होता है। वह कहीं स्टे लेकर आ जाता है तो कहीं और आवेदन करता है। ऐसे में सालों निकल जाते हैं। सम्मेलन में प्रदेश भर से करीब 200 फार्मासिस्ट शामिल हुए। इस दौरान फेडरेशन ऑफ इंडियन फार्मासिस्ट आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष डॉ. आरएस ठाकुर, राष्ट्रीय राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह कौरव मौजूद थे। प्रांतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अंबर सिंह चौहान ने बताया कि मंत्री ने कहा है फार्मासिस्टों की समस्याओं का समाधान के लिए एक कमेटी बनेगी। इसमें संचालनालय के अधिकारी व एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल होंगे। सम्मेलन में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि फार्मासिस्टों की मांगें जायज हैं। उनका अलग से संचालनालय होना चाहिए। लेकिन, मांगे ऐसी भी नहीं होनी चाहिए कि सरकार पूरी ही नहीं कर सके। सरकार की अपनी सीमाएं हैं। अगर कोई आसमान से तारे तोड़कर लाने की मांग करता है तो यह पूरा करना संभव नहीं है।
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तोमर ने गांधी की जन्मस्थली के दर्शन किया अमिताभ उपाध्याय पोरबंदर में केन्द्रीय पंचायती राज, पेयजल, स्वच्छता एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाला और विश्व विख्यात कथावाचक संत श्री भाई श्री जी के साथ आज उस कमरे के दर्शन किए, जहाँ 2 अक्टूबर 1869 को महात्मा मोहन दास करम चंद गांधी ने जन्म लिया था। इसके बाद श्री तोमर ने कीर्ति मंदिर में आयोजित प्रार्थना सभा में शिरकत कर रखी पुस्तिका पर अपनी टिप्पणी लिखकर हस्ताक्षर किए। तदुपरांत उन्होंने चौक स्थित महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। तोमर ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाला एवं संत श्री भाई श्री के साथ सुदामा मंदिर में दीप प्रज्जवलित कर स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ किया. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री तोमर ने कहा कि स्वच्छ भारत के निर्माण के लिए स्वच्छताग्राहियों की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि हमारे देश को आजाद हुए 70 साल हो गये, इस लंबे काल खंड में गांधी जी के स्वच्छता के आग्रह को उतनी गंभीरता से नहीं लिया गया, जितनी गंभीरता से लिया जाना चाहिए था.आज देश में स्वच्छता का प्रतिशत 53 है, जो कि विचारणीय विषय है. आपने गुजरात में स्वच्छता का प्रतिशत होने के लिए कार्यक्रम में मौजूद गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रुपाला को बधाई दी। श्री तोमर ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं है, आज देश के हजारों स्थानों पर स्वच्छता कार्यक्रम हो रहे हैं, जिसमें लाखों-लाख लोग भाग ले रहे हैं, इसलिए स्वच्छता एक जन आंदोलन बन गया है। तोमर ने कहा कि सत्याग्रही हमें गुलामी से मुक्ति दिलाता है, जब कि स्वच्छताग्राही गंदगी से मुक्ति दिलाता है.इसलिए आज देश को स्वच्छताग्रहियों की आवश्यकता है। श्री तोमर ने कहा कि लोगों के स्वभाव में स्वच्छता शामिल होना चाहिए तथा देश के हर नागरिक को भारत से गंदगी दूर करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस दिन हम यह मानने लगेंगे कि सार्वजनिक संपत्ति हमारी है, उस दिन हमारे स्वभाव में परिवर्तन आ जायेगा. आज देश में स्वच्छता को लेकर प्रतियोगिता का माहौल बन रहा है।
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शिवराज सिंह ने बांधे मोदी की तारीफ के पुल पाल: नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ के पुल बांधते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा ‘मोदी का ‘56 इंच का सीना’ अब फूल कर 100 इंच का हो गया है। ’ भोपाल में एमएसएमई सम्मेलन के उद्घाटन समारोह के दौरान चौहान ने कहा,‘‘अब यह सीना 56 इंच का नहीं, बल्कि 100 इंच का है। ’’ ‘‘हमारी वृद्धि दर चीन से अधिक है। आप सभी ने हाल ही में मजबूत भारत का उदाहरण देखा है। सेना को मेरी बधाई। नरेन्द्र मोदी जी को बधाई ,अब यह सीना 56 इंच का नहीं, बल्कि 100 इंच का है। ’’ उन्होंने कहा कि अब एक ‘नये भारत’ का उदय हुआ है और मध्य प्रदेश भी इस देश के विकास में अपनी भूमिका निभा रहा है. मुख्यमंत्री के साथ केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र और केन्द्रीय राज्यमंत्री हरिभाई पर्थीभाई चौधरी एवं गिरिराज सिंह भी इस उद्घाटन सत्र में शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ‘एमएसएमई(कुटीर, लघु एवं मध्यम उद्यम) क्षेत्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है और वृहद उत्पादन के बजाय अधिक संख्या में लोगों द्वारा उत्पादन सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है।
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अमिताभ उपाध्याय आपातकाल में सामाजिक एवं राजनैतिक कारणों से निरुद्ध नागरिकों की संस्था लोकतंत्र सेनानी संघ मंगलवार, 11 अक्टूबर को देशभर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाएगा.इस दिन जिला एवं संभाग मुख्यालयों पर आयोजन कर आपातकाल का विरोध करनेवाले साहित्यकार, पत्रकार, वकील, डाक्टर्स सहित अन्य बुद्धिजीवियों को सम्मानित किया जायेगा. उक्ताशय की घोषणा आज यहां लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कैलाश सोनी ने संस्था के द्धारा अपने सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए की। उपस्थित पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्धारा ग्वालियर में अपात्र व्यक्तियों द्धारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सम्मान निधि प्राप्त करने के कुप्रयासों की ओर उनका ध्यान आकर्षित किए जाने पर श्री सोनी ने कहा कि अपवाद स्वरुप इक्के-दुक्के लोग आवेदन करने से वंचित रह जाने के कारण ही संघ के अनुरोध पर केवल ऐसे रह गये पात्र व्यक्तियों के लिए शासन ने 31 मार्च 2013 तक आवेदन करने की अंतिम समय सीमा में वृद्धि की थी, यदि इसके बाद भी आवेदन किए जा रहे हैं अथवा स्वीकृत हो रहे हैं तो वह एकदम गलत है, उन्हें चिन्हित कर स्थानीय कलेक्टर को शिकायत करें तथा हमें सूची दें, हम मुख्यमंत्री से मिलकर कार्यवाही करवायेंगे। कार्यक्रम के आरंभ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के समकक्ष दर्जा दिए जाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों तथा अभी हाल ही में सम्मान निधि में वृद्धि के लिए संघ के प्रदेश सचिव तथा ग्वालियर संभाग प्रमुख मदन बाथम के द्धारा श्री कैलास सोनी को शाल-श्रीफल से सम्मानित किया। बैठक में ग्वालियर एवं चंबल, दोनों संभागों का जे पी जयंती का सयुंक्त आयोजन 11 अक्टूबर को ग्वालियर के मुखर्जी भवन में करने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम के आरंभ में श्री सोनी का सर के पी सिंह, प्रोफेसर योगेन्द्र मिश्रा, गुलशन गोगिया, मदन कुशवाह,एडवोकेट ज्ञान प्रकाश गर्ग,हिंद कुमार कोहली, पुनीत सक्सेना, जे पी खुराना आदि ने श्री सोनी का अभिनंदन किया. अध्यक्षता मोहन विटवेकर, संचालन मदन बाथम एवं योगेन्द्र मिश्रा ने आभार व्यक्त किया।
Patrakar amitabh upadhyay
रामपाल सिंह ने जोनल रिसर्च लेबोरेटरी का भी लिया जायज़ा अमिताभ उपाध्याय सड़कों व सरकारी भवनों के निर्माण में गुणवत्ता के साथ समझौता बर्दाश्त नहीं होगा। इसके लिए विभागीय अभियंताओं एवं ठेकेदारों की जवाबदेही तय होगी। यह बात प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह ने आज ग्वालियर में सड़कों के निरीक्षण के समय कही। रामपाल सिंह ने विक्की फेक्ट्री से चौधरी ढाबा और विक्की फेक्ट्री से मालवा कॉलेज हाइवे बाई पास तक निर्माणाधीन फोर लेन सड़कों और जीवाजी विश्व विद्यालय परिसर में पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाये जा रहे ऑडिटोरियम का बुधवार की देर शाम औचक निरीक्षण किया। श्री सिंह ने बरसात से क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों की अभियान बतौर मरम्मत कराने के निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए। लोक निर्माण मंत्री ने इन निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के बाद थाटीपुर स्थित जोनल रिसर्च लेबोरेट्री (परिक्षेत्रीय अनुसन्धान प्रयोगशाला) का भी जायजा लिया। उन्होंने निर्माण कार्यों में प्रयुक्त होने वाले मटेरियल की जाँच कराकर भी देखी। साथ ही प्रयोगशाला को और बेहतर बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्यों में प्रयुक्त होने वाले मटेरियल की अनिवार्यतः प्रयोगशाला में जाँच कराएँ। श्री सिंह ने कहा प्रदेश में निर्माणाधीन सड़कों की अभियान बतौर गुणवत्ता जाँच कराई जायेगी। इस मौके पर मुख्य अभियंता लोकनिर्माण राजीव शर्मा एवं कार्यपालन यंत्री बी एस गुर्जर व ज्ञानवर्धन मिश्रा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
Patrakar amitabh upadhyay
मध्यप्रदेश की विकास गाथा ने ब्रिटेन के निवेशकों को गहरे से प्रभावित किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी लंदन यात्रा के दूसरे दिन मध्यप्रदेश में निवेश संभावनाओं पर आयोजित बिजनेस सेमीनार को संबोधित किया। इसका आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ और यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश ने पिछले एक दशक में विकास का अदभुत दौर देखा है। किसान हितैषी नीतियों के फलस्वरूप खेती के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। सिंचाई के लिये भरपूर पानी और बिजली उपलब्ध है। आज मध्यप्रदेश विदयुत के मामले में पूरी तरह से आत्म-निर्भर प्रदेश है। सरप्लस होने के कारण बिजली सस्ती है। अधोसंरचनात्मक सुविधाओं में तेजी से विस्तार हुआ है। श्री चौहान ने बताया कि कैसे नदियों को जोडने का असंभव काम मध्यप्रदेश में रेकार्ड समय में पूरा हुआ, जिससे हजारों किसानों को सिंचाई और ग्रामीण जनसंख्या को पीने का पानी मिल रहा है। उन्होंने निवेशकों को मध्यप्रदेश की विकास गाथा से परिचित करवाते हुए बताया कि कैसे मध्यप्रदेश का तेजी से आर्थिक विकास हुआ है। मध्यप्रदेश की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था संबंधी कोई समस्या नहीं है। आतंकवाद, नक्सलवाद समाप्त हो गये हैं। मध्यप्रदेश के शांतिप्रिय नागरिक सबका स्वागत और सम्मान करते हैं। सबको अपना मानते हैं। निवेशकों की सहूलियत के लिये प्रभावी सिंगल विंडो सिस्टम संचालित है ताकि निवेश संबंधी औपचारिकताओं के लिये उन्हें भटकना नहीं पड़े। उन्होंने इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने के लिये निवेशकों को आमंत्रित किया। उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने भी सेमीनार को संबोधित किया। प्रमुख सचिव उदयोग मोहम्मद सुलेमान ने मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और निवेश की संभावनाओं की चर्चा की। यूके में भारत के उच्चायुक्त नवतेज सारना, लंदन के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल, यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल के केविन मैकाले उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री चौहान सेक्रेटरी आफ स्टेट अंतर्राष्ट्रीय विकास विभाग यूके की प्रीति पटेल के आमंत्रण पर स्मार्ट सिटी प्रबंधन रणनीति का अध्ययन करने गये थे। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी परियोजना और कौशल उन्नयन के क्षेत्र में निवेश की इच्छुक कंपनियों से भी भेंट की।
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ग्वालियर में भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति बैठक अमिताभ उपाध्याय ग्वालियर में प्रदेश कार्यसमिति की शुरुआत से पहले ही सरकार ने बालाघाट में संघ प्रचारक पिटाईकांड के आरोपी एएसपी को सस्पेंड करके सख्त संदेश दिया है कि ब्यूरोक्रेसी को जनप्रतिनिधियों पर हावी नहीं होने दिया जाएगा।इसके बाद प्रदेश कार्यसमिति की बैठक मिशन 2018 के एजेंडे के हिसाब से चली।बालाघाट में हुई संघ प्रचारक सुरेश यादव की पिटाई का मामला गर्मा गया। कार्यसमिति में जमा हुए पार्टी के मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं ने मीडिया से बातचीत में एक स्वर से इस घटना की निंदा की। पार्टी नेताओं के सुरों को देखते हुए गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बैठक के पहले एडीशनल एसपी को सस्पेंड करने का ऐलान करते हुए कहा कि इस मामले में सरकार गंभीर है। आज प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति की बैठक शुरू होने के पहले ही संघ प्रचारक की पिटाई को लेकर भाजपा नेताओं ने इसे बेहद निंदनीय बताया। मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने ग्वालियर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस मामले में किसी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। आठ पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। उन्हें गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों के गैरजिम्मेदाराना कृत्य को लेकर पूरी नौकरशाही पर सवाल नहीं खड़े किए जा सकते। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आहवान किया है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी पर अपने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में सेवा का संकल्प धारण करे, पीड़ित, शोषित, दलित और वास्तविक जरूरतमंदो के लिए सेवा प्रकल्पों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। पार्टी प्रदेश कार्यसमिति के शुभारंभ सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुये उन्होने पं. दीनदयाल उपाध्याय के व्यक्तित्व, कृतित्व और उनके विचारों की सामयिक उपादेयता को प्रभावी तरीके से रेखांकित किया। दो दिनी कार्यसमिति का शुभारंभ ग्वालियर के प्रगति विद्या पीठ में हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, राष्ट्रीय महासचिवव कैलाश विजयवर्गीय, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज मंत्री नरेन्द्रसिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान, महामंत्री संगठन सुहास भगत, राष्ट्रीय सचिव ज्योति धुर्वे मंचासीन थे। बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने प्रदेश भर से आये प्रतिनिधियों के समक्ष पं. दीनदयाल उपाध्याय के व्यक्तित्व और उनके द्वारा प्रतिपादित एकात्म मानव दर्शन को बहुत ही सरल और सुबोध भाषा में प्रस्तुत किया। उन्होने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने सार्वजनिक जीवन में मूल्य विवेक, आचार संहिता, वैचारिक प्रतिबद्धता और नीति निर्माण को जिस प्रखरता के साथ प्रतिष्ठित किया है वह अद्वितीय है। डॉ. सहस्त्रबुद्धे ने विस्तार से बताया कि कैसे इन मूल्यों के साथ उन्होने भारतीय जनसंघ को देश की संसदीय राजनीति में स्थापित किया। सहस्त्रबुद्धे ने प्रतिनिधियों के समक्ष साफगोई से कहा कि मौजूदा दौर में जब बाहरी आवरण सामाजिक रूप में प्रतिष्ठित होता है, तब हम अपना मूलमंत्र भूल जाते है और तंत्र हम पर हावी होने लगता है। इसलिये भाजपा में कार्यरत प्रत्येक कार्यकर्ताओं को पंडित जी के बताये सहजता, सादगी और सेवा के मूलमंत्र को नहीं भूलना चाहिये। उन्होने इसके लिये व्यक्तिगत अध्ययन पर जोर देते हुये कहा कि आज अध्ययनशीलता सार्वजनिक जीवन से कम हो रही है। इसलिये कथनी और करनी में फर्क महसूस किया जाता है। उन्होने आव्हान किया कि सभी कार्यकर्ता वैचारिक रूप से मजबूत बनने का प्रयास करें। ताकि सामाजिक रूप से वें देश के लिये उपयोगी साबित हो। इससे पूर्व नंदकुमारसिंह चौहान ने नवीन कार्यसमिति की बैठक में पधारे प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुये कहा कि जिन कार्यकर्ताओं को पार्टी ने कार्यसमिति में स्थान दिया है उन्हें पार्टी के विश्वास पर खरा उतरने की आवश्यकता है। श्री चैहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में पार्टी संगठन दीनदयाल जन्मशती वर्ष लोककल्याण वर्ष के रूप में मनायेगा। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश में सत्ता और संगठन के आपसी समन्वय से पूरे देश में लोककल्याण वर्ष के रूप में बेहतर काम करके उदाहरण प्रस्तुत करेंगे। श्री चौहान ने कहा कि दीनदयाल जन्मशती वर्ष के दौरान ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यकाल को 11 वर्ष 29 नवम्बर को पूर्ण होने जा रहे है। 29 नवबर से ही सेवा पखवाडा पूरे मध्यप्रदेश में ग्राम स्तर तक आयोजित होगा। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में आज पहले दिन राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया गया। 19 बिंदुओं वाले प्रस्ताव पर समग्रता से चर्चा की गयी। राजनैतिक प्रस्ताव प्रदेश महामंत्री अजयप्रताप सिंह ने प्रस्तुत किया। प्रस्ताव का समर्थन प्रदेश उपाध्यक्ष अरविन्द भदौरिया, विधायक प्रदीप लारिया ने किया। प्रस्ताव पर चर्चा कर सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। राजनीतिक प्रस्ताव में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा विकास और जनकल्याण के मोर्चे पर जारी कार्यों की सराहना भी की गई है। इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह ने साफ किया है कि सरकार में 75 से ज्यादा उम्र वालों को आराम देने का पार्टी ने कोई नियम नहीं बनाया है। यह पार्टी और मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वे किसे रखें, किसे नहीं। भाजपा में गुटबाजी को सिरे से नकारते हुए वे बोले कोई गुटबाजी नहीं है, सब एक हैं। कैलाश विजयवर्गीय, सरताज सिंह व बाबूलाल गौर को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लिए बुलाया है। पार्टी से बाहर गए लोगों की वापसी और बाहर से आए लोगों को बड़े पदों से नवाजे जाने पर उनका कहना था जो उनसे जुड़ेगा उसे अवसर मिलेगा।
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मध्यप्रदेश में विकास और निवेश की असीम संभावनाएँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लंदन में मध्यप्रदेश के विकास को लेकर अनेक उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा हुई। डि ला रू ग्रुप के श्री मार्टिन सुदरलेंड और श्री राबिन मेकेन्जी से मध्यप्रदेश में निर्माण के क्षेत्र में उपलब्ध सुविधाओं और आपसी सहयोग पर चर्चा हुई। ग्रुप ने मध्यप्रदेश में निर्माण इकाई शुरू करने की इच्छा व्यक्त की। श्री चौहान ने श्री टिम बक्सटन और श्री नारमन मोल्टू से मध्यप्रदेश में अधोसंरचना विकास, मेट्रो प्रोजेक्ट, बस ट्रांसपोर्ट सिस्टम के संबंध में बातचीत की। यूनाइटेड किंगडम के उल्लेखनीय एवं प्रतिष्ठित और उद्योग के क्षेत्र में सफल प्यूरीको ग्रुप के संस्थापक प्रो. नाथूराम पुरी ने मध्यप्रदेश में कौशल उन्नयन के क्षेत्र में वित्तीय सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने उद्योगपतियों से अलग-अलग समूह में चर्चा के दौरान बताया कि मध्यप्रदेश में विकास और निवेश की व्यापक संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि आपकी विशेषज्ञता और तकनीकी सहयोग से हम प्रदेश को प्रगति की नई ऊँचाइयों पर ले जाने में सफल होंगे। मध्यप्रदेश खर्च करेगा 75 हजार करोड रूपये मध्यप्रदेश अगले तीन साल में शहरों के विकास पर 75 हजार करोड़ रूपये खर्च करेगा ताकि बड़े शहरों के साथ छोटे शहरों का भी समान रूप से विकास हो। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लंदन में आज स्मार्ट सिटी विकास में रूचि रखने वाले निवेशकों और विशेषज्ञों को यह जानकारी देते हुए ब्रिटेन से स्मार्ट सिटी के विकास में सहयोग देने का आग्रह किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल उपस्थित थे। श्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि ब्रिटेन के पास उपलब्ध स्मार्ट सिटी विकास और प्रबंधन की विशेषता और आधुनिक टेक्नालॉजी का सहयोग मध्यप्रदेश को मिलेगा, तो विकास की गति और तेज होगी। उन्होंने कहाकि हम ब्रिटेन की विशेषज्ञता का सहयोग लेकर मध्यप्रदेश को विकसित बनाना चाहते हैं। श्री चौहान ने कहा कि ब्रिटेन और भारत के संबंध और मजबूत बनें। निवेश के मामले में भी एक दूसरे का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के अलावा मध्यप्रदेश में कई अनूठी परियोजनाएँ हैं। नदियों के जल का पूरा उपयोग हो इसलिये नर्मदा नदी के पानी को क्षिप्रा नदी में मिलाकर उसे जीवन दिया गया है। अधोसंरचना की कई परियोजनाएँ हैं। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट, फ्लाई ओवर और हाइ-वे निर्माण की परियोजनाएँ चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से कहा कि उन्हें मध्यप्रदेश में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आयेगी। एक मित्र और सहयोगी के रूप में उनका स्वागत होगा।श्री चौहान ने लंदन के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल और कई कंपनियों के प्रतिनिधियों से चर्चा की और उन्हें 22-23 अक्टूबर को इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने का निमंत्रण दिया।मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल ने निवेशकों को भारत सरकार की स्मार्ट सिटी परियोजना और मध्यप्रदेश की स्मार्ट सिटी विकास की कार्य-योजनाओं की जानकारी दी।इससे पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं प्रतिनिधि-मंडल सदस्यों का लंदन पहुँचने पर भारतीय दूतावास के उच्च अधिकारियों ने स्वागत किया।
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राहुल बोले मैं जूतों से नहीं डरता उत्तर प्रदेश के सीतापुर में किसान महायात्रा के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर एक युवक ने जूता उछाला। इस घटना के बाद राहुल गाँधी ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा मैं इन भाजपा और आरएसएस के लोगों को बताना चाहता हूं कि आप जितने जूते मारना चाहते हो ... मारो, मैं नहीं डरता। इस घटना के बाद राहुल गाँधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम अभी हम आ रहे थे। ऐसी ही भीड़ थी, किसी ने उठाकर जूता मारा लेकिन मुझे नहीं मेरे साथ खड़े इन्हे लगा। मैं इन भाजपा और आरएसएस के लोगों को बताना चाहता हूं कि आप जितने जूते मारना चाहते हो ना मारो, मैं नहीं डरता। जो आपके अंदर गुस्सा है वो आपकी कमी है, वो अगर आप दोगे भी तो नहीं लूंगा। आपका गुस्सा आपके पास मेरा प्यार और भाई चारा मेरे साथ।बता दें कि महायात्रा लेकर सीतापुर पहुंचे राहुल गांधी जब अपने वाहन की छत से लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे तभी नीचे मौजूद एक व्यक्ति ने उनकी तरफ जूता उछाल दिया। गनीमत रही कि यह जूता उनके ठीक पास से गुजर गया और उन्हें कोई चोट नहीं आई। इस घटना के बाद वहां अफरा-तफरी की स्थिति नजर आई और राहुल गांधी की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल इसकी पहचान नहीं हो पाई है और यह भी साफ नहीं हो पाया है कि उसने ऐसा क्यों किया। अपने अभियान के दूसरे चरण में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर रखा। लखनऊ एयरपोर्ट पर उनका स्वागत पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के साथ पूर्व सांसद राजा राम पाल तथा विधायक रीता बहुगुणा जोशी ने किया। इसके बाद उनका काफिला सीतापुर की ओर रवाना हो गया। सीतापुर से पहले भिटौली में उन्होंने छोटी सी सभा की। भिटौली चौराहा पर सभा में राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की दो पार्टियों के दिग्गज बने मायावती के साथ मुलायम सिंह का रिमोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में हैं।उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की मायावती के साथ ही मुलायम सिंह यादव ने भारतीय जनता पार्टी के साथ लडऩे का दम नहीं है। सिर्फ कांग्रेस ही उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने में सक्षम है। तस्वीरों में देखें-कांग्रेस के रोड-शो में उन्नाव आए राहुल गांधी राहुल गांधी सीतापुर में रोड शो करने के साथ ही लखीमपुर में रोड शो तथा खाट पर चर्चा कार्यक्रम भी करेंगे। सीतापुर में राहुल गांधी करीब चार बजे काजी कमालपुर तथा हरगांव में राहुल बैठक करेंगे। लखीमपुर खीरी में करीब पांच बजे से खाट पर चर्चा कार्यक्रम होगा। राहुल गांधी इसके बाद पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। राहुल गांधी ने प्रदेश के देवरिया से छह सितंबर से किसान महायात्रा शुरू की थी। पहले चरण में उन्होंने अब तक 2229 किलोमीटर की यात्रा की है। इस दौरान उन्होंने दो दर्जन रोड शो के साथ खाट पर चर्चा कार्यक्रम भी किया था। इसके साथ ही पांच सौ से अधिक छोटी-छोटी सभा की है।
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भोपाल की अदालत में मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा के खिलाफ चालान पेश किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रदीप राठौर की अदालत में शनिवार को हबीबगंज पुलिस की ओर से पेश चालान में मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी जैसे संगीन आरोपों में सुनवाई का निवेदन किया गया है। चालान अनुसार 11 जून 2015 को कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने पीसीसी में प्रेस कांन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह के नाम मैग्नीज की खदान आवंटन संबंधी आरोप लगाए थे। उन्होंन बताया था कि खदान एसएस मिनरल्स के नाम से बालाघाट जिले में संचालित है, जिसके संबंध में जमीन के खसरा नंबर के दस्तावेज भी दिखाए गए। इसके बाद संजय नायक ने हबीबगंज थाने में लिखित शिकायत की थी कि केके मिश्रा ने फर्जी दस्तावेज दिखाए हैं। जांच में पाया गया कि मिश्रा ने फर्जी दस्तावेज बनाकर प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी। इस आधार पर मिश्रा के खिलाफ हबीबगंज थाने में प्रकरण पंजीबद्घ किया था। चालान पेश करते समय मिश्रा अदालत में हाजिर नहीं हुए जिससे उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी कर दिया गया।
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नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हर्ष सिंह ने कहा कि नई मध्यप्रदेश विकेन्द्रीकृत नवकरणीय ऊर्जा नीति-2016 के लागू होने से अक्षय ऊर्जा घर-घर तक पहुँच सकेंगी। उन्होंने बताया कि इस नीति का अनुमोदन मंत्रि-परिषद् की बैठक में किया गया। राज्य मंत्री हर्ष सिंह ने बताया कि विकेन्द्रीकृत नवकरणीय ऊर्ज नीति का मुख्य उद्देश्य विकेन्द्रीकृत नवकरणीय ऊर्जा आधारित विद्युत परियोजनाओं में विकास को प्रोत्साहित करना है। ऊर्जा के पारम्परिक स्त्रोतों पर निर्भरता कम करने, कार्बन उत्सर्जन कम करने और भविष्य के लिए संवहनीय ऊर्जा समाधान विकसित करना भी है। शासन परिसरों में स्थापित की जाने वाली विकेन्द्रीकृत नवकरणीय ऊर्जा प्रणालियों को ग्रिड संयोजित संयंत्र जिसमें शुद्ध मापन के आधार पर, कुल मीटरिंग के साथ व्हीलिंग और बैंकिंग, बेस लोड आपूर्ति तथा ऑफ ग्रिड संयंत्र के आधार पर संचालित करने के प्रयासों को प्रोत्साहित करेगा। श्री सिंह ने कहा कि नीति के लागू होने से अक्षय ऊर्जा घर-घर तक पहुँच सकेगी। शुद्ध मीटरीकृत नवकरणीय ऊर्जा संयंत्र नई नीति में किसी परिसर में लगाए गए संयंत्र से उत्पादित की गई विद्युत की सबसे पहले उसी परिसर में ही खपत की जाएगी। अतिशेष विद्युत (यदि कोई हो) को ग्रिड में डाला जाएगा। यदि परिसर की विद्युत आवश्यकता,नवकरणीय प्रणाली से उत्पादित विद्युत से अधिक हो, तो अतिरिक्त विद्युत ग्रिड से ली जाएगी। इस प्रणाली में डिस्कॉम के साथ ऊर्जा का लेखांकन किया जाता है। इस प्रणाली में नवकरणीय ऊर्जा संयंत्र, मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग (ग्रिड संयोजित शुद्ध मापन) विनियम, 2015 में स्थापित और कार्यशील होंगे। ये संयंत्र हितग्राहियों के भवन संरचना या भूमि या उनके भाग या संयोजन पर स्थित हो सकेंगे। कुल मीटरिंग के साथ व्हीलिंग एवं बैंकिंग नीति में ग्रिड संयोजित नवकरणीय प्रणाली की स्थापना नवकरणीय ऊर्जा हितग्राही के परिसर में विद्युत को राज्य में कहीं भी प्रदाय किया जा सकता है। जिसमें वह परिसर भी शामिल है जहाँ विद्युत का उत्पादन किया गया है। इस प्रणाली में उत्पादित की गई विद्युत की आपूर्ति व्हीलिंग तथा बैंकिंग की व्यवस्था का उपयोग करते हुए परस्पर सहमति के आधार पर निर्धारित की गई शर्तो के अन्तर्गत की जाती है। ऐसी प्रणाली में उत्पादक, डिस्कॉम और उपयोगकर्ता (यदि अलग हो) के मध्य ऊर्जा का लेखांकन किया जाएगा। ऐसी नवकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति/खपत के लिये यह आवश्यक नहीं है कि विद्युत उत्पादक और उपयोगकर्ता, डिस्कॉम का रिटेल उपभोक्ता हो; ऐसा व्हीलिंग तथा बैंकिंग व्यवस्था के माध्यम से डिस्कॉम के साथ आपूर्ति संबंध से भी किया जा सकता है। परिसर में जहाँ विद्युत का निर्यात सन्निहित न हो नीति में विकेन्द्रीकृत नवकरणीय ऊर्जा नीति ऐसे नवकरणीय ऊर्जा के हितग्राही के लिए लागू होगी, जो नवकरणीय ऊर्जा प्रणाली की स्थापना इस प्रकार करता हो जिससे विद्युत की आपूर्ति उसी परिसर में ही ग्रिड-संयोजित भार को हो। इस व्यवस्था में किसी भी समय विद्युत का निर्यात परिसर के बाहर नहीं होगा। ऐसे प्रकरण में, नवकरणीय ऊर्जा हितग्राही तथा डिस्कॉम के मध्य नवकरणीय ऊर्जा का लेखांकन नहीं किया जाएगा। ऑफ-ग्रिड नवकरणीय ऊर्जा प्रणालियाँ विकेन्द्रीकृत नवकरणीय ऊर्जा नीति में ऐसे नवकरणीय ऊर्जा के हितग्राही पर लागू होगी, जो ऑफ-ग्रिड नवकरणीय ऊर्जा प्रणालियों की स्थापना ऐसे भारों को विद्युत प्रदाय करने के लिये करता है, जो किसी ग्रिड से संयोजित नहीं हैं। 'नेट मीटरिंग' पद्धति में हितग्राही को एनर्जी बैंकिंग का लाभ मिलेगा। अक्षय ऊर्जा के 'नेट मीटरिंग' आधारित संयंत्रों से उत्पादित ऊर्जा यदि परिसर की खपत से ज्यादा होती है, तो शेष ऊर्जा ग्रिड में फीड की जाती है। यदि परिसर की खपत, उत्पादित अक्षय ऊर्जा से ज्यादा है, तो शेष आवश्यक ऊर्जा की पूर्ति ग्रिड से की जाती है तथापि उपभोक्ता केवल ग्रिड से ली गई ऊर्जा का भुगतान करेगा। इस पद्धति में विशेष विद्युत मीटर स्थापित किए जायेंगे जो ऊर्जा आयात एवं निर्यात को एक ही समय में रिकार्ड कर सकेंगे। इस नीति के लागू होने से अक्षय ऊर्जा की घर-घर तक पहुँच हो सकती है। योजना क्रियान्वयन में नवकरणीय ऊर्जा विभाग, हितग्राही से कोई भी पंजीयन शुल्क नहीं लेगा। राज्य शासन एवं केन्द्र सरकार द्वारा रूफ टॉप सौर प्रणालियों की स्थापना के लिए विभिन्न श्रेणी के हितग्राहियों को समय-समय पर घोषित अनुदान का लाभ भी दिया जाएगा।
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मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री से मुलाकात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात कर भोपाल में 14 अक्टूबर को शौर्य-स्मारक का लोकार्पण करने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने भोपाल में इसी दिन आयोजित पूर्व सैनिकों के सम्मेलन में शामिल होने का भी प्रधानमंत्री से अनुरोध किया। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का निमंत्रण स्वीकार कर दोनों कार्यक्रम के लिये 14 अक्टूबर को भोपाल आने की स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री को बताया कि शौर्य-स्मारक का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। शौर्य स्मारक के लोकार्पण समारोह के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री मनोहर पार्रिकर और तीनों सेनाओं के प्रमुख को भी आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री से अपनी भेंट में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश द्वारा अगले 5 साल में किसानों की आय को दोगुना बनाने के रोडमेप के क्रियान्वयन की तैयारियों की भी जानकारी दी। श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में शीघ्र ही संभाग और जिला स्तर पर किसान सम्मेलन आयोजित कर किसानों को उनकी आय को दोगुना करने के उपायों और उनसे संबंधित कार्यक्रमों की जानकारी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन किसान सम्मेलनों में शामिल होने के लिये केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह को भी आमंत्रित किया गया है। श्री चौहान ने बताया कि शौर्य-स्मारक उन अमर शहीद सैनिकों की स्मृति में बनाया गया है जिन्होंने देश की सीमाओं पर रक्षा करते हुए अपने रक्त की अंतिम बूँद तक देश की खातिर अपने प्राण न्यौछावर किये हैं। स्मारक का उद्देश्य राष्ट्र-भक्ति और लोगों को प्रेरणा देना है। स्मारक में प्रदेश के उन सभी सैनिकों के नाम लिखे जायेंगे, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। कार्यक्रम में प्रदेश एवं देशभर के सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के साथ आमजन को भी आमंत्रित किया जायेगा कि वे आयें और देश की रक्षा में शहीद हुए सैनिकों को नमन और प्रणाम करें।
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एमपी में पर्यटन में निवेश की अपार संभावनाएँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में निवेश की व्यापक संभावनाओं के मद्देनजर सिंगल टेबल कान्सेप्ट को अपनाया गया है। हर सोमवार मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री द्वारा निवेशकों तथा उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर निवेश प्रस्तावों पर चर्चा कर त्वरित निर्णय लिये जाते हैं। चौहान प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर बैंगलुरु में सेमीनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उद्योगपतियों एवं कम्पनियों के पदाधिकारियों को इंदौर में आगामी 22-23 अक्टूबर को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिये आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने निवेश संभावनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएँ हैं। इसके लिये पर्यटन केबिनेट बनायी गयी है। मध्यप्रदेश प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर प्रदेश प्रगति करे, इसके लिये स्पर्धा हो रही है। प्रदेश आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। मध्यप्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं रहा। अब यह तेजी से विकासशील राज्य बनकर कई क्षेत्र में अग्रणी है। प्रदेश में निवेश के लिये बेहतर अधोसंरचना उपलब्ध है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सबसे अच्छी है। प्रदेश में एक समय चम्बल क्षेत्र में जहाँ बीहड़ वन थे, आज वे औद्योगिक क्षेत्र के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जिसने सबसे पहले रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट पूरा किया है। नर्मदा को क्षिप्रा से लिंक किया गया है। चौहान ने कहा कि केवल खेती ही सबका पेट नहीं भर सकती, इसलिये राज्य सरकार उद्योगों पर ज्यादा ध्यान दे रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मुहैया करवाया जा सके। युवाओं को उद्यमी बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के माध्यम से 10 लाख से एक करोड़ रूपये तक का ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्हें 15 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है और पाँच वर्ष के लिये ब्याज में 5 प्रतिशत सबसिडी दी जा रही है। प्रदेश में 100 करोड़ रूपये का वेंचर केपिटल फंड बनाया गया है। निवेशकों की सुविधा के लिये नीतियों में परिवर्तन किया गया है तथा सिंगल विण्डो प्रणाली शुरू की गयी है। लोक सेवा प्रदाय गारंटी कानून बनाया गया है। इसमें विभिन्न सेवाओं के प्रदान करने की समय-सीमा तय की गयी है। इसमें देरी होने पर दण्ड का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में उद्योग उन्मुखी वातावरण होने का कारण ही आज पंजाब की टेक्सटाइल इण्डस्ट्री मध्यप्रदेश की ओर रूख कर रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने उद्योगपतियों एवं कम्पनियों के पदाधिकारियों से प्रदेश में निवेश करने और उद्योग लगाने का आव्हान किया।इस अवसर पर उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में निवेश के लिये बेहतर माहौल है। मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, प्रमुख सचिव उद्योग मोहम्मद सुलेमान ने प्रदेश की औद्योगिक नीति की जानकारी दी। इस दौरान लेप्प इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मार्क जारॉर्ट, माइण्ड ट्री के एक्जीक्यूटिव चेयरमेन कृष्ण कुमार नटराजन, ग्रुप ऑफ गारमेंट मेन्युफेक्चर्स वर्धमान ग्रुप के को-ऑर्डिनेटर मुकेश बंसल, मयूर यूनीक्वॉटर के चेयरमेन सुरेश के. पोड्डर, को-ऑर्डिनेटर स्वप्निल व्यास, एमेजॉन सेलर सर्विस के डायरेक्टर अविनाश रामाचन्द्रा, स्माइल सिक्यूरिटी एण्ड सर्विलेंस के मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल गुप्ता, वाल्वो इंडिया के एम.डी. कमल बाली, ए.बी.बी. के एम.डी. संजीव शर्मा सहित अन्य कम्पनी़, औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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भोपाल में एबीवीपी का बड़ा प्रदर्शन एबीवीपी की मांगों के सामने सरकार सरेंडर हो गई और कहा कि अगले साल से कॉलेजों में चुनाव होंगे और सेमेस्टर सिस्टम भी ख़त्म कर दिया जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री जय भान सिंह पवैया खुद एबीवीपी के आंदोलन पहुंचे और यह बात कही। सरकार से ही जुड़े संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शिक्षा सुधार समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज भोपाल में प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र संघ चुनाव और सेमेस्टर सिस्टम बंद कराने सहित 35 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया तो सैकड़ों छात्र भोपाल पहुंचे। उच्च शिक्षा मंत्री को जैसे ही इस बात की जानकारी दी गई कि प्रदर्शन उग्र रूप ले सकता है, वे फौरन मौके पर पहुंचे और छात्रों की मांगें मान लीं। छात्रों के क्रोध और प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया मौके पर पहुंचे और छात्रों से बातचीत की। मंत्री ने छात्रों से अनुरोध किया कि वे अपनी बात सरकार के सामने रखने के लिए पूरी तरह से मुक्त हैं, बशर्ते तरीका सही हो।छात्रों से चर्चा के बाद उच्च शिक्षा मंत्री ने घोषणा की कि विश्वविद्यालय में सेमेस्टर प्रणाली समाप्त होगी।विश्वविद्यालय में प्रवेश की प्रक्रिया आसान की जाएगी।पवैया ने कहा कि अगले साल से विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव कराए जाएंगे।मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों की स्कॉलरशिप बढ़ाने के संबंध में जल्द ही कैबिनेट में चर्चा की जाएगी। कलियासोत दशहरा मैदान में सुबह 9 बजे एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। प्रदर्शन में प्रदेशभर के लगभग 10 हजार छात्र और छात्राएं शामिल हुए। यहां से सभी छात्र-छात्राएं रैली के रूप में शबरी नगर, नेहरू नगर चौराहा, कमला नगर थाने के सामने से, वैशाली नगर, मैनिट चौराहा, माता मंदिर चौराहा, प्लेटिनम प्लाजा के सामने से होते हुए टीन शेड पहुंचे। यहां प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम कर रखे थे। हल्की बारिश और पुलिस बल के सामने भी छात्रों का उत्साह कम नहीं हुआ। अपनी मांगों को पूरा करवाने की जिद पर अड़े छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।नेहरू नगर क्षेत्र में एक सभा के बाद हजारों की संख्या में इन छात्रों ने मंत्रालय की ओर कूच कर दिया है। छात्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए जहां ट्रॉफिक बदला गया है तो सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इन प्रदर्शनकारियों को टीनशेड पर रोक लिया गया था।
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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले सिंगल विण्डो मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों की बैठक में विभिन्न विभाग की विस्तार से समीक्षा की। उद्योग विभाग की समीक्षा करते हुए सिंगल विंडो व्यवस्था को ज्यादा से ज्यादा प्रभावी बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने निवेशकों की सुविधा के लिये सभी संबंधित विभागों को सकारात्मक दृष्टि से साथ सिंगल विण्डो सिस्टम का उपयोग करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले प्रभावी सिंगल विण्डो स्थापित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिये विशेष निगरानी तंत्र भी संचालित करें। मुख्यमंत्री चौहान ने सूक्ष्म एवं लघु उद्योग विभाग की समीक्षा में कहा कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा देने की सरकार की प्राथमिकता है क्योंकि यह युवाओं को रोजगार से जोड़ते हैं। युवा उद्यमियों को बैंकों से होने वाली अड़चनों के संबंध में बैंकों के साथ समन्वय बैठक बुलाने के निर्देश दिये। समीक्षा में बताया गया कि मध्यप्रदेश की अपनी स्टार्टअप नीति तैयार की गयी है। इसे केबिनेट के समक्ष रखा जायेगा। लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों के लिये जमीन आवंटन के नियमों में भी आवश्यक संशोधन किया जा रहा है। हर साल पाँच लाख उद्यमियों को स्व-रोजगार स्थापित करने में मदद दी जायेगी। सरकार द्वारा युवा उद्यमियों की बैंक गारंटी देने के बावजूद बैंकों द्वारा उनसे गारंटी जमा करने की माँग पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए चौहान ने कहा कि इसे केन्द्रीय वित्त मंत्री के ध्यान में लाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, स्वाईन फ्लू के प्रकरणों पर निगरानी रखने और फैलने से रोकने के लिये रोकथाम के सभी प्रकार के उपाय करने के निर्देश दिये। उन्होंने जन-जागरूकता अभियान भी चलाने के निर्देश दिये। श्री चौहान ने कहा कि सभी जिलों में जाँच के उपकरण सुचारू रहना चाहिये और खराबी आने पर तत्काल उन्हें बदलें या नया उपकरण लें। मुख्यमंत्री ने सभी विकासखण्ड स्तरीय चिकित्सा केन्द्रों पर इन बीमारियों से संबंधित टेस्टिंग किट उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन प्रकरणों की संभावनाओं वाले जिलों में हर दिन समीक्षा की जाये। बताया गया कि डेंगू का प्रभाव ज्यादा है जबकि मलेरिया के प्रकरणों में कमी आई है। चिकनगुनिया और स्वाईन फ्लू का एक-एक प्रकरण सामने आया था। अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त अनाज भण्डारण क्षमता उपलब्ध है। उन्होंने जल्दी नाशवान उत्पाद जैसे फूल और फल के निर्यात के लिये इंदौर में बन रहे कार्गो सेंटर का कार्य जल्दी पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा में जिन किसानों की फसल खराब हुई थी उन्हें राशन दुकानों से खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के लिये जो निर्देश दिये गये थे, वे दिसम्बर तक प्रभावशील रहेंगे।
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भारतीय किसान संघ की कार्यशाला में शिवराज भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों की आय बढ़ाने के लिये कृषि उत्पादों का स्थानीय स्तर पर मूल्य संवर्धन करें। हर जिले में युवा किसानों में से खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में युवा उद्यमी तैयार करें। मुख्यमंत्री भारतीय किसान संघ की युवा किसान उद्यमी कार्यशाला के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यशाला, किसान संघ की रचनात्मक पहल है। मध्यप्रदेश में पिछले चार साल से कृषि विकास दर 20 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश का कृषि उत्पादन बढ़ा है। अब किसानों की आय दोगुनी करने के लिये रोड मेप बनाया गया है। कृषि आधारित लघु और कुटीर उद्योगों के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार सृजन किये जा सकते हैं। कृषि के साथ जैविक खेती, उद्यानिकी, पशुपालन-मत्स्य, पालन की गतिविधियों को जोड़ना होगा। कृषि उत्पादों के बहुआयामी उपयोग हो सकते हैं। कृषि उत्पादों के विपणन की बेहतर व्यवस्था की जायेगी ताकि किसानों को अपने उत्पाद का वाजिब मूल्य मिल सके। जैविक प्रमाणीकरण की व्यवस्था को सरल बनाया। कार्यशाला में भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री दिनेश कुलकर्णी ने कहा कि रोजगारयुक्त गाँव से ही स्वस्थ जीवन की नींव रखी जा सकती है। गाँवों में रोजगार सृजन करने के लिये किसानों को प्र-संस्करण उद्योग में संरक्षण देना होगा। स्वावलंबी गाँव सम्पन्न हो सकते हैं। क्षेत्रीय महामंत्री शिवकांत दीक्षित ने कार्यशाला के विषय की जानकारी देते हुए कहा कि कृषि की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा होना चाहिये। जैविक खेती को किसानों के अनुरूप बनाना चाहिये। जैविक उत्पादों के विपणन की बेहतर व्यवस्था जरुरी है। कार्यशाला में भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभाकर केलकर, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र पालीवाल, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह और प्रदेश भर से आये युवा किसान उपस्थित थे।
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समय के साथ लेखक का मिजाज भी बदलता है।लेकिन कलम की जगह की बोर्ड आने से सरकारों में कोई बदलाव नहीं आता। पुलिस वाला और इश्क की बातें मोहब्बत की महक और न जाने क्या क्या समीर यादव को लेकर कहा जा सकता है। लेकिन सच यही है कि कई मर्तबा खाकी वर्दी के पीछे धड़कता दिल भी बच्चे सा मचल जाता है और उसके भीतर का शब्दों के मोती पिरोने लगता है। भोपाल के एडिशल एसपी समीर यादव के साथ भी ऐसा ही हुआ तो उन्होंने व्हाट्स-एपिया रोमांस की रचना कर दी। किताब का विमोचन हुआ तो खाकी की संजीदगी भी लोगों के समझ में आयी। रविवार को रवींद्र भवन स्थित सवराज सभागार में भोपाल में पदस्थ एडिशनल एस. पी. समीर यादव द्वारा लिखित ''व्हाट्स-एपिया रोमांस" पुस्तक का विमोचन हुआ । मंच पर डा.राय बहादुर, नुसरत महंदी, पंकज सुधीर, ज़हीर कुरेशी, हना कास्मी, अशोक कुमार पांडे उपस्थित थे। लोकायुक्त एस.पी राजेश कुमार मिश्र ने मंच का संचालन बहुत उम्दा अंदाज़ मे शेर शायरी के लहजे मे लफ़्ज़ ब लफ़्ज़ बखूबी किया। जिस तरह साहित्यकार बुद्धिजीवी सितारों कि महफिल सजी थी उसी अंदाज़े लुत्फ के साथ राजेश कुमार मिश्र माईक हाथ मे लेकर संचालन कर रहे थे। शहर का साहित्य व कलम का मुरीद मजमा वहां मौजूद था। साईड मे पत्रकार साहित्यकार बंधुओ के कुर्सियां शोभा बढ़ा रही थी। भोपाल के वर्तमान पुलिस अधिकारी एस.पी. नार्थ अरविन्द सक्सेना ,एसपी.साउथ अंशुमान सिंह ,एड.एसपी राजेश चंदेल,राजेश भदौरिया सहित समीर यादव के तमाम चाहने वाले भागभाग ज़िन्दगी से वक़्त निकाल कर अपने साथी का हौंसला बढ़ाने व बधाई देने थोड़ी देर के लिय सही लेकिन जरुर पहुंचे। समीर की इस किताब के बारे में पल्लवी त्रिवेदी लिखती हैं -मुहब्बत का इज़हार, मुहब्बत के पैग़ाम और मुहब्बत की वो हसीन तकरारें वक्त के साथ अपना तरीका बदल लिया करती हैं !! आज सोशल मीडिया के दौर में वाट्स एप पर मुहब्बतें परवान चढ़ रही हैं ! तकनीकी दौर की इस मुहब्बत को बड़ी खूबसूरत कहानियों में गूंथकर समीर ने वाट्स एपिया रोमांस की शक्ल में इस किताब में पेश किया है ! समीर प्रेम कहानियां लिखते हुए सबसे सहज होते हैं ! हमारी जिंदगियों में रोमांस के जो छोटे छोटे लम्हे बिखरे रहते हैं , उन्हें समीर बेहद संवेदनाओं के साथ अपनी कहानियों में उकेरते हैं ! उनकी अपनी एक ख़ास शैली है जिससे आज के आधुनिक युवा अपने आप को एकदम से कनेक्ट कर पाते हैं ! समीर की कहानियां दरअसल पारम्परिक कहानियां नहीं बल्कि दृश्यों का एक बड़ा खूबसूरत कोलाज होती हैं ! समीर के वाट्स एपिया रोमांस में प्रतीक्षा हैं , तड़प है , चहकते इमोजीज़ हैं , इकरार है, इज़हार है , रूठना मनाना है और मुहब्बत के नीले हरे रंग हैं गोया मोबाइल की स्क्रीन एक चमकीला आसमान हो और उसमे मुहब्बत के परिंदे उड़ान भरते हों ! समीर की कहानियों की जो सबसे लाजवाब बात मुझे नज़र आती है वो रिश्तों के जटिल धागों की बुनावट को इस कदर सरलता से प्रस्तुत करते हैं कि हर पाठक कहीं न कहीं उन रिश्तों को जीने लगता है ! कथा का घटना क्रम हमें हमारी जिंदगी से रूबरू कराता हुआ दिखाई देता है ! सर्वथा मौलिकता के साथ कही गयी ये छोटी छोटी कहानियां हम सभी की कहानियां हैं ! इन कहानियों के चरित्र हमारे आसपास ही जी रहे हैं ! ये कहानियां हमारे ठीक बगल में उन स्क्रीनों पर घट रही हैं जिनके साथ हमारी स्क्रीन सेम सिग्नल शेयर कर रही हैं ! कुछ अलग प्रकार की पुस्तकों को शिवना प्रकाशन से प्रकाशित करने की योजना के तहत यह पुस्तक आई है। प्रेम के नये रूप का प्रस्तुत करती हुई इन कहानियों में समीर यादव के तजुर्बे की झलक साफ़ साफ़ नजर आती है । इन कहानियों में नये युग का प्रेम है इसलिए इसका नाम 'व्हाट्स-एपिया रोमांस' व्हाट्स ऐप पर जन्म लेनी वाली प्रेम कहानियाँ। लेकिन इन कहानियों में भी वही बेकरारी है, वही इंतज़ार है जो प्रेम में हमेशा से रहता है।
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रजनीश अग्रवाल ने कहा दुर्भाग्यपूर्ण भोपाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि जेएनयू की छात्रा के साथ वामपंथी कार्यालय में जिस तरह अस्मत लूटने की दुर्भाग्यपूर्ण हरकत की गयी और उसमें एआईएसएफ के प्रदेश संयोजक की संलिप्तता सामने आयी है उससे वामपंथियों का घृणित चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा कि पहले देशविरोधी नारे लगाने की घटना सामने आई अब बलात्कार और यौन शोषण की घटनाएं उजागर हो रही है। जिनमें वामपंथी छात्र संगठन के नेता आरोपी है। आजकल कांग्रेस इन्हीं नेताओं के साथ एक राग में राजनीति के गीत गा रही है। वामपंथी छात्र नेताओं की न तो यह वहशी हरकत पहली है और न अंतिम है, यह उनका असली चेहरा है। इसके पहले भी एक छात्रा के साथ वामपंथी छात्र युवक संगठन के पदाधिकारी ने दिल्ली में यौन शोषण की निंदनीय घटना की थी और जिसकी एफआईआर भी दर्ज हुई थी। इस घटना से वामपंथियों का असली चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि भोपाल में हुई घटना के पूर्व में इसी छात्रा ने इसकी शिकायत स्वनामधन्य छात्र नेता कन्हैया कुमार से की थी, लेकिन उन्होंने भी कोई तवज्जों नही दी और छात्रा की कोई सुनवाई नहीं की। इससे वामपंथी छात्र युवा नेताओं के आचरण की पोल खुल गयी है। श्री रजनीश अग्रवाल ने कहा कि यही स्वनामधन्य वामपंथी नेता युवा वर्ग को गुमराह करके राष्ट्र विरोध के लिए उकसाते है। आजादी-आजादी का प्रलाप करते है। उन्हें बताना चाहिए कि क्या वे यही हरकतें दोहराने की आजादी चाहते है। इसके मायने तो यही होता है कि वामपंथी ताकते अराजकता की आकांक्षी है। जो सभ्य समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनता ही मेरी जिंदगी और मेरा भगवान है। उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी का मकसद जनता की जिंदगी में समृद्धि और खुशहाली लाना है। उन्होंने कहा कि जनता अगर खुशहाल है तो मेरा मुख्यमंत्री होना सार्थक हो जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उमरिया जिले के चंदिया में जनदर्शन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चंदिया का सर्वांगीण विकास किया जायेगा। चंदिया मेरे दिल के पास है। मैं चंदिया के नागरिकों के प्यार को सलाम करता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदिया के विकास में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जायेगी। चंदिया का समुचित विकास किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने चंदिया में गरीब और कमजोर तबके के 250 लोगों के आवास निर्माण के लिये 12 करोड़ की राशि देने की घोषणा की। वहीं चंदिया नगर परिषद क्षेत्र में आईटीआई खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नगर परिषद चंदिया के सड़कों के विस्तार एवं जीर्णोद्धार के लिये 5 करोड़ 65 लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में अब किसी भी व्यक्ति को बगैर जमीन के टुकड़े के नहीं रहने दिया जायेगा। अभियान चलाकर वर्षों से काबिज परिवारों को भू-अधिकार पत्रों का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में गरीब कल्याण एजेंडा शीघ्र लागू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा नारा रोटी, कपड़ा और मकान और स्व-रोजगार है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को समूची स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया करवायी जा रही हैं। चिकित्सालयों में नि:शुल्क दवाइयाँ, जाँच और संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने के लिये जननी एक्सप्रेस जैसी अभिनव योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। बीमारी सहायता योजना में अब कलेक्टर और कमिश्नर को गरीब और कमजोर तबके के मरीजों के उपचार के लिये 2 लाख तक की राशि स्वीकृत करने के अधिकार दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जहाँ अधोसंरचना विकास के लिये पुल-पुलियों, अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण किया जायेगा, वहीं बच्चों के भविष्य को भी सँवारा जायगा। सरकार अनुसूचित-जाति, जनजाति, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिये समूची सुविधाएँ मुहैया करवा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब तय किया गया है कि गरीब तबके के सामान्य वर्ग के छात्र-छात्राओं को भी सरकार छात्रवृत्ति मुहैया करवायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईटी, आईआईएम, मेडिकल और इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने वाले गरीब और कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं की फीस अब मध्यप्रदेश सरकार भरेगी। जनदर्शन कार्यक्रम में प्रदेश के आदिम-जाति कल्याण मंत्री ज्ञान सिंह सहित जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।
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रेशम उद्योग में लाभ और इसकी बढ़ती माँग को देखते हुए मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले में रेशम-केन्द्र का विस्तार किया जायेगा। कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री अंतर सिंह आर्य ने यह बात आज होशंगाबाद के मालाखेड़ी और बाबई के गूजरवाड़ा में स्थित रेशम-केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए कही। श्री आर्य ने बताया कि ककून की दर 275 रुपये प्रति किलो से बढ़ाकर 350 रुपये प्रति किलो कर दी गयी है। श्री आर्य ने मालाखेड़ी के रेशम-केन्द्र में प्रशिक्षण ले रहे रायसेन, रतलाम, देवास, उज्जैन, आगर-मालवा और राजगढ़ के किसानों से भी चर्चा की। उन्होंने रेशम कृमि-पालक किसानों से कहा कि प्रशिक्षण के बाद उन्हें व्यवस्थित ढंग से काम करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि रेशम उद्योग से किसान अपनी आमदनी दोगुनी कर सकते हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि वे स्वयं 25-25 अन्य किसान को प्रशिक्षण देकर उनके लिये भी अतिरिक्त आमदनी के नये द्वार खोलें। इसके लिये शासन उनको सुविधा देगा। श्री आर्य ने माँग के अनुपात में 50 किसान के बीच रेशम कृमि-पालन के लिये एक सेंटर स्वीकृत करने के निर्देश दिये। आर्य ने रेशम उत्पादन और उपलब्धि पर प्रेजेंटेशन भी देखा। श्री आर्य को बताया गया कि धागाकरण कार्य में होशंगाबाद, मटकुली, रेशापाठा की 340 महिला कार्यरत हैं। गत वर्ष टसर, रेशम, मूंगा आदि की 677 लाख की बिक्री हुई। श्री आर्य ने मलबरी धागाकरण, धागा बैंक और परिसर में स्थित शो-रूम को भी देखा। श्री आर्य ने बाबई के ग्राम गूजरवाड़ा में 40 एकड़ क्षेत्र में स्थित रेशम-केन्द्र का भी निरीक्षण किया। यहाँ ऐसे स्व-सहायता समूह, जिनके पास जमीन नहीं है, उन्हें 5-5 एकड़ जमीन देकर टसर एवं मलबरी का उत्पादन करवाया जा रहा है। यहाँ 60 महिला कार्यरत हैं। श्री आर्य ने रेशम कृमि-पालन की तकनीकों का भी अवलोकन किया। मंत्री आर्य ने यहाँ कार्यरत महिला स्व-सहायता समूहों से ने एक स्वर में कहा कि हम यहाँ काम कर बहुत खुश हैं। हमें साल में 50 हजार रुपये तक मिल जाते हैं।
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मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने गृह गाँव चीनौर पहुँचे पवैया अमिताभ उपाध्याय ग्वालियर के गावँ चीनौर में डिग्री कॉलेज खोला जायेगा। इसमें विज्ञान, कला एवं वाणिज्य विषयों की पढ़ाई होगी। साथ ही चीनौर में 50 लाख रूपए की लागत से भव्य भारत माँ भवन का निर्माण किया जायेगा। इस भवन में भारत माता का भव्य तैल चित्र प्रदर्शित होगा। भारत माता भवन परिसर में जिम (व्यायाम शाला) और बहुउद्देश्यीय विशाल सभागार का निर्माण भी होगा। उक्त घोषणायें उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने की। उन्होंने चीनौर के ही गुर्जर मोहल्ले में आंगनबाड़ी केन्द्र सहित महिला प्रशिक्षण केन्द्र खोलने की घोषणा भी की। प्रदेश सरकार में मंत्री बनने के बाद पवैया पहली बार अपने गृह गाँव पहुँचे थे। चीनौर की माटी में पले-बढ़े पवैया का चीनौर सहित समीपवर्ती गाँवों से आए हजारों लोगों ने भव्य एवं आत्मीय स्वागत किया। उच्च शिक्षा मंत्री पवैया ने चीनौर में सौगातों का पिटारा खोलते हुए कहा कि यहाँ के बच्चों को अब कला, विज्ञान व वाणिज्य विषय की उच्च शिक्षा के लिये बाहर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। उन्होंने कहा चीनौर में इसी सत्र से किराए के मकान में डिग्री कॉलेज शुरू करने के प्रयास पूरी शिद्दत के साथ किए जायेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगले शिक्षण सत्र से चीनौर में विधिवत रूप से महाविद्यालय हर हाल में शुरू कर दिया जायेगा। गृह गाँव में आत्मीय स्वागत से अभीभूत होकर श्री पवैया ने कहा कि हम कितने भी बड़े बन जाएँ पर अपनी मातृभूमि के कर्ज को नहीं चुका सकते। उन्होंने कहा कि अच्छे मार्ग पर चलने की ताकत बुजुर्गों द्वारा दिए गए संस्कारों से आती है। इसलिये हमें पुरखों के संस्कारों की जड़ से नहीं कटना चाहिए। भाण्डेर के विधायक श्री घनश्याम पिरौनिया ने श्री पवैया की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि उनमें विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष करने का अदम्य साहस और जिजीविषा है। उन्होंने कहा श्री पवैया के मंत्री बनने से चीनौर सहित सम्पूर्ण ग्वालियर अंचल के विकास में तेजी आयेगी। सुमावली के विधायक श्री सत्यपाल सिंह सिकरवार “नीटू” ने कहा कि श्री पवैया युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत हैं। राष्ट्रभक्ति उनमें कूट-कूट के भरी है। उनके मूल्यों से जीवन पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री शांतिशरण गौतम ने भी विचार व्यक्त किए। चीनौर में आयोजित हुए स्वागत समारोह में जनपद पंचायत भितरवार की अध्यक्ष शकुंतला चौधरी, नगर निगम के पूर्व सभापति बृजेन्द्र सिंह जादौन तथा डॉ. हरिमोहन पुरोहित सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण मंचासीन थे। जगह-जगह हुआ आत्मीय स्वागत अपने गृह गाँव की यात्रा की शुरूआत उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने माँ शीतला माता मंदिर पर पूजा अर्चना के साथ की। इसके बाद मार्ग में उनका अमरौल, आदिवासीपुरा, सरदारों का पुरा, भागीरथपुरा, निकोड़ी-मानिकपुर मार्ग आदि जगहों पर भव्य स्वागत किया गया। चीनौर पहुँचने पर श्री पवैया का ग्रामीणों ने ढ़ोल-ढ़माकों, आतिशबाजी व पुष्प वर्षा से स्वागत किया। चीनौर में श्री पवैया को नारियल से तौला गया। स्वागत समारोह में श्री पवैया ने चीनौर क्षेत्र में 70 बुजुर्गों को शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का आरंभ उन्होंने बिप्र पूजन के साथ किया। इसके बाद ग्राम अमरौल में जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित सामूहिक वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर वट वृक्ष और तुलसी के पौधे रोपे।
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मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में कुपोषण का इलाज उपलब्ध नहीं है और गरीब आदिवासी झाड़ फूंक के भरोसे हैं। कुपोषण का शिकार बच्चों का इलाज नाड़े और लहसुन की माला से हो रहा है। पिछले 45 दिन में चार बच्चों की मौत के बाद सरकारी अमला नींद में हैं। खंडवा के आदिवासी बहुल विकासखंड खालवा के कई गांवों का। ग्राम आंवलिया में 22 माह की शिवानी का वजन महज 7 किलो है, वहीं छोटी बहन 14 माह की राजनंदनी पांच किलो की है। आयु के अनुसार दोनों बहनों का वजन 3 से 4 किलो कम है। दोनों खांसी और बुखार से ग्रसित हैं लेकिन पिता रामदास और मां उर्मिला उन्हें अस्पताल नहीं ले जा रहे हैं। बेटियों के गले में लहसुन की माला और नाड़ा बांध दिया है। गांव की 'पड़िहाल" से उनकी झाड़-फूंक कराई जा रही है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के अनुसार दोनों बालिकाओं को खालवा रेफर किया गया है लेकिन पड़िहाल के कहने पर वे कुपोषित बालिकाओं को मतरा हुआ पानी पिला रहे हैं। ऐसे ही हालात अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में है। ग्राम रायपुर में 18 माह की अंजली पिता राजेश का वजन महज 7 किलो है। ग्राम सेंधवाल में 17 माह के विजय पिता रामू का वजन 5 किलो है, उसकी मां बड़े बेटे अजय को खालवा के बाल शक्ति केंद्र ले गई है लेकिन विजय को उपचार नहीं मिल पाया है। इसी तरह ग्राम रेहटिया में 5 वर्ष की सुमित्रा पिता अनोखीलाल का वजन 11 किलो है लेकिन आगंनवाड़ी कार्यकर्ताओं की समझाइश के बावजूद परिजन अस्पताल नहीं ले जा रहे। 100 से अधिक कुपोषित एनआरसी में भर्ती खंडवा, खालवा और रोशनी के एनआरसी सेंटर में मौजूदा स्थिति में 100 से अधिक कुपोषित बच्चे भर्ती हैं। केवल खालवा के एनआरसी सेंटर में एक साल में 477 कुपोषित बच्चे भर्ती हुए हैं। खालवा क्षेत्र में तीन हजार से अधिक बच्चे अंडर वेट हैं। खालवा के 167 गांव में 313 आंगनवाड़ी पांच स्वास्थ्य केंद्र, 50 उपस्वास्थ्य केंद्र, 42 एएनएम और 57 आशा कार्यकर्ता हैं। इस इलाके में पूरा तंत्र ही कुपोषित नजर आ रहा है । कई गावों में साल में एक बार भी सरकारी डॉक्टर नहीं पहुंचे हैं ।
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मध्यप्रदेश भवन के नए स्वरूप के लिए 71. 47 करोड़ मंजूर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में आज निर्णय लिया गया कि मध्यप्रदेश के विकास एवं प्रगति में नागरिकों तथा सरकार के बीच डिजिटल साझेदारी के निर्माण के लिए 'मेरा मध्यप्रदेश' पोर्टल बनेगा। सूचना प्रौद्योगिकी के सहयोग से पोर्टल नागरिकों और सरकार के बीच सुझाव और संवाद स्थापित करेगा। मंत्रि-परिषद ने नई दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन को विघटित कर नए भवन का निर्माण करवाने के लिए 71 करोड 47 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति दी है। नए भवन का निर्माण मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के माध्यम से होगा। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में वर्ष 1984 के सिक्ख विरोधी दंगों में 7 जिलों से प्राप्त दावों के संबंध में उपलब्ध करवाए गए अभिलेखों के आधार पर 7 करोड़ 91 लाख 90 हजार 387 की राशि का भुगतान कर योजना बंद करने का निर्णय लिया। प्रभावित व्यक्तियों के संपत्ति नुकसान के मुआवजे किसी कारण से रह गए थे । यह 7 जिले जबलपुर, इंदौर, दमोह, देवास, बैतूल, शिवपुरी और डिण्डौरी हैं। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 6 आदर्श आवासीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 30 नए पद, 40 संयुक्त छात्रावास बालक/बालिका के लिए 320 नए पद, 67 अंग्रेजी माध्यम की आश्रम बालक/बालिका शालाओं के लिए 670 नए पद, 2 हाईस्कूल के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में उन्नयन के साथ 26 नए पद के सृजन और 40 भवन निर्माण के लिए मंजूरी दी। मंत्रि-परिषद ने अजजा वर्ग के छात्रों को पोस्ट मेट्रिक स्तर की शिक्षा निरंतर रखने के लिए वर्ष 2016-17 में 20 नए बालक/कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास की स्थापना के बाद 100 पद के सृजन की मंजूरी दी। मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश राज्य सहकारी तिलहन उत्पादन संघ के सेवायुक्तों के राज्य शासन के विभिन्न विभागों में संविलियन की योजना में 10 नवंबर 2016 तक समय-सीमा में वृद्धि की है। प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ 112 और तिलहन संघ में पदस्थ 366 कुल 478 सेवायुक्तों का संविलियन किया जाना है। मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की स्थापना पर सृजित प्रथम श्रेणी के 11 और द्वितीय श्रेणी के 17 कुल 28 अस्थाई पद का प्रवर्तन आगामी पांच वर्ष के लिए दिनांक 1 मार्च 2017 से 28 फरवरी 2022 तक की अवधि के लिए करने का निर्णय लिया। मंत्रि-परिषद ने श्री अनिल कुमार सिंह पुत्र शहीद नायब सूबेदार पुष्पराज सिंह ग्राम लभौरी तहसील सिरमोर जिला रीवा को शासकीय सेवा में जिला स्तर पर रिक्त तृतीय श्रेणी के पद पर शैक्षणिक योग्यता के अनुसार विशेष नियुक्ति देने का निर्णय लिया। मंत्रि-परिषद ने वाणिज्य, उद्योग और रोजगार विभाग के आधिपत्य की 174.06 हेक्टेयर भूमि का उपयोग करने मेसर्स डायमण्ड सीमेंट प्रो. हाईडलबर्ग सीमेंट लिमि. नरसिंहगढ़ जिला दमोह को आवंटन के लिए अनुमोदन दिया।
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अगले साल 10 जनवरी को होगा सूची का अंतिम प्रकाशन भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मध्यप्रदेश में वोटर लिस्ट का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम आगामी एक अक्टूबर से शुरू होगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने पुनरीक्षण कार्यक्रम के संचालन और निर्धारित कार्यवाही समयावधि में पूरी करवाने के लिए सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिये हैं। जिला कलेक्टर्स से कहा गया है कि एक जनवरी 2017 की अर्हता-तिथि के अनुसार समस्त कार्यवाही के लिए अपने अधीनस्थ अमले को पाबंद करें। कार्यक्रम के अनुसार मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन एक अक्टूबर को होगा। एक से 31 अक्टूबर तक दावे-आपत्तियाँ प्राप्त की जायेगी। ग्राम-सभा/ग्राम-पंचायत एवं आवासीय कल्याण संस्थाओं में मतदाता सूची के संबंधित भाग एवं अनुभाग का वाचन 7 एवं 14 अक्टूबर को होगा। राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट द्वारा विशेष अभियान में दावे-आपत्ति 16 एवं 23 अक्टूबर को प्राप्त की जायेगी। दावे-आपत्तियों के निराकरण की तिथि 30 नवम्बर रखी गई है। डॉटा-बेस, अपडेशन, फोटोग्राफ, कन्ट्रोल-टेबल अपडेशन एवं पूरक सूची की तैयारी और मुद्रण का कार्य 24 दिसम्बर तक पूरा कर लिया जायेगा। मतदाता-सूची का अंतिम प्रकाशन 10 जनवरी 2017 को होगा। सीईओ कार्यालय ने प्रारंभिक कार्यवाही में बीएलओ/अभिहित अधिकारियों की नियुक्ति, प्रशिक्षण, फार्म/प्रपत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये हैं। जिले में फोटो निर्वाचक नामावली के प्रारूप का प्रकाशन अधिसूचित स्थलों पर करवाने को कहा गया है। दावे-आपत्तियों को प्रतिदिन वेबसाइट पर प्रदर्शित करवाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित रूप से हो, ताकि कोई भी व्यक्ति उसे देख सकें। अन्य कार्यवाही में पाण्डुलिपि की तैयारी, नये सेक्शन का निर्धारण, नये नाम को सम्मिलित करना तथा नामों का निरसन एवं संशोधन, दावे-आपत्तियों पर निर्णय आदि शामिल है। अस्सी या उससे अधिक आयु के मतदाता की जानकारी नामावली में दर्ज विवरण के आधार पर तैयार कर भौतिक सत्यापन की कार्यवाही करने को कहा गया है। निर्वाचक नामावली से ऐसे मतदाता, जिनके नाम मृत्यु के बाद भी दर्ज हैं, के नाम डिलीट किये जायेंगे। नामावली का अंतिम प्रकाशन अधिसूचित स्थानों पर 10 जनवरी 2017 को होगा। आयोग के निर्देश पर 1.1.2017 की तिथि में 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले नये मतदाताओं को पी.व्ही.सी. रंगीन परिचय-पत्र दिया जायेगा। साथ ही मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को नामावली की प्रति नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जायेगी। छूटे हुए विधायक एवं सांसदों के नाम भी नामावली में जोड़ने की कार्यवाही करने को कहा गया है। सभी मतदान केन्द्र पर बीएलओ की नियुक्ति सुनिश्चित करने और पुनरीक्षण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी राजनीतिक दलों की बैठक लेकर देने को कहा गया है।
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ग्वालियर में नवीन जल संसाधन संभाग खोलने की घोषणा अमिताभ जल-संसाधन एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश में सिंचाई क्षमता के विस्तार के क्रम में डबरा-भितरवार क्षेत्र में हरसी नहरों को चौड़ा करने के साथ ही उनका सुदृढ़ीकरण कराया जायेगा। ग्वालियर मुख्यालय पर जल संसाधन विभाग का एक नवीन संभाग भी स्थापित किया जायेगा। मंत्री डॉ. मिश्रा ने रविवार को हरसी सिंध प्रोजेक्ट हरसी डेम और उसकी नहर प्रणाली का निरीक्षण किया। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि ग्वालियर अंचल में बाँधों की लम्बी श्रंखला है। पार्वती और सिंध नदी पर बनाए गए बांधों के माध्यम से किसानों को उनकी फसलों के लिये पर्याप्त पानी मुहैया कराया जाता है। उन्होंने कहा कि रबी फसलों के बाद हरसी नहर प्रणाली और हरसी हाईलेवल नहर प्रणाली की क्षमता विस्तार के लिये सुदृढ़ीकरण और चौड़ीकरण का कार्य जल संसाधन विभाग द्वारा किया जायेगा। इसके लिये धनराशि की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने भितरवार क्षेत्र में आने वाले ग्राम मोहनगढ़, केरूआ और सांखनी, में दोआब नहरों के माध्यम से सिंचाई के लिये कम पानी उपलब्ध कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। डॉ. मिश्रा ने निर्देश दिए कि अगले दो दिवस में इन ग्रामों में पर्याप्त पानी उपलब्ध करवाया जाए। डॉ. मिश्रा ने नहर डी-15 में पानी की आपूर्ति बढ़ाने, अगले दो दिवस में सालवई क्षेत्र में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने, नहर 4-एल के गेट की मरम्मत करवाने, ग्राम सोताखेरिया, भानगढ़, छरेंटा की 2-एल माइनर नहर में किसानों द्वारा पानी की कम आपूर्ति की शिकायत शीघ्र दूर करने के निर्देश दिये। उन्होंने तुकेड़ा और मुसारी क्षेत्र में भी पानी की आपूर्ति बढ़ाने को कहा। खरीफ की 40 हजार हेक्टेयर फसलों को पानी की आपूर्ति जारी जल-संसाधन मंत्री डॉ. मिश्रा के निर्देश पर 24 जुलाई से हरसी कमाण्ड क्षेत्र की 40 हजार हेक्टेयर खरीफ फसलों को प्रतिदिन 1330 क्यूसेक पानी की आपूर्ति की जा रही है।डॉ. मिश्रा के साथ भ्रमण के दौरान मुख्य अभियंता यमुना कछार एन.पी. कोरी, अधीक्षण यंत्री अनिल गुप्ता, सिंध प्रोजेक्ट आरबीसी नरवर के कार्यपालन यंत्री एस.के. भदौरिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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इंदौर में दैनिक भास्कर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान आर्किटेक्ट्स धनवान लोगों के लिये तो घर बनाते ही हैं अब वे गरीबों के लिये भी कम लागत के मकान डिजाइन करें। प्रदेश सरकार सभी गरीबों को अपना घर बनाने में हर संभव मदद कर रही है। अगले दो वर्ष में प्रदेश में गरीबों के लिये 8 लाख मकान तैयार किये जायेंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इंदौर में ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में दैनिक भास्कर समूह के कार्यक्रम में आर्किटेक्ट्स से कही। मुख्यमंत्री ने इंदौर, भोपाल और ग्वालियर के जाने-माने आर्किटेक्ट्स को सम्मानित भी किया। उन्होंने प्रदेश के आर्किटेक्ट्स की जानकारी देने वाली पुस्तक 'ल्यूमिनेरीज' का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सबके लिये आवास उपलब्ध कराने का मिशन प्रारंभ किया है। प्रदेश सरकार भी यह प्रयास कर रही है कि प्रदेश में जन्म लेने वाले हर व्यक्ति को उसके घर के लिये जमीन उपलब्ध करवायी जाए। कार्यक्रम में डॉ. भरत अग्रवाल तथा पत्रकार कल्पेश याज्ञनिक भी मौजूद थे।
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भोपाल में मां द्वारा अपनी दो बेटियों की हत्या कर खुदकुशी करने की कोशिश का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। महिला को गंभीर हालात में जेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, उसने धारदार हथियार से अपना गला काट लिया। जानकारी के मुताबिक बिलखिरिया थाना क्षेत्र के सागर बस्ती पठाकर गांव में महिला सविता केवट पति भगत ने दो मासूम बच्चियों आरती(3) ओर कंचन(9) की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद धारदार हथियार से खुद का गला काट लिया। माना जा रहा है कि आर्थिक स्थिति खराब होने और परिवार में विवाद की वजह से उसने ऐसा कदम उठाया है। पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है और महिला की स्थिति बयान देने लायक नहीं है। जेपी अस्पताल में डॉक्टर महिला की हालत पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं बच्चियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए हमिदिया अस्पताल भेज दिया गया है।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार समाज के सभी वर्ग के विकास के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान, मजदूर और कमजोर वर्ग के लिये कई अभिनव योजनाएँ चलायी जा रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शहडोल जिले के बुढ़ार विकासखण्ड की ग्राम पंचायत भठिया में हितग्राही सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में 8000 हितग्राही को राज्य सरकार की विभिन्न योजना के हित-लाभ-पत्र का वितरण किया। इस मौके पर उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल और विधायक प्रमिला सिंह भी मौजूद थीं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब प्रदेश में सामान्य वर्ग के गरीब विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये छात्रवृत्ति उपलब्ध करवायी जायेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में गरीब कल्याण एजेण्डा लागू किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिये उन्हें कई तरह से मदद पहुँचायी जा रही है। प्रदेश में किसान एक लाख रुपये के ऋण पर बैंक को केवल 90 हजार रुपये वापस करेगा। महिलाओं की तरक्की की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 23 लाख बालिका को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया गया है। इनके खातों में राज्य सरकार ने 7,900 करोड़ की राशि जमा करवायी है। लाड़ली लक्ष्मी योजना दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। हितग्राही सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में वर्षों से काबिज लोगों को घर बनाने के लिये भू-अधिकार-पत्र दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना में शहडोल में 79 हजार हितग्राही को आवासीय पट्टों का वितरण किया गया है। गरीब व्यक्ति को मकान बनाने के लिये एक लाख 20 हजार की राशि दी जायेगी। प्रदेश में आने वाले 2 वर्ष में गरीबों के लिये 8 लाख मकान बनाये जायेंगे। जरूरतमंद को पेंशन राशि समय पर मिले, इसके लिये अब हर माह की 10 और 15 तारीख को ग्राम पंचायत की चौपाल में जन-प्रतिनिधियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के लिये संचालित कल्याणकारी योजना का लाभ उन्हें समय पर मिलना चाहिये। अगर कोई अधिकारी और कर्मचारी इसमें बाधा पैदा करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
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कृषि मंत्री बिसेन ने ग्रहण किया अवार्ड भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पॉलिसी लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया। यह अवार्ड मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रतिनिधि के तौर पर प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने ग्रहण किया। भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद द्वारा आयोजित नौवीं ग्लोबल एग्रीकल्चरल लीडरशिप अवार्ड कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए अवार्ड दिये गये। कार्यक्रम में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी एवं राम नाईक ने अवार्ड दिये। इस अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति पी.जे. कुरियन एवं भारतीय कृषि और खाद्य परिषद के अध्यक्ष श्री खान और महानिदेशक श्री सिन्हा मौजूद थे। मध्यप्रदेश ने पिछले 10 वर्ष में कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। वर्ष 2014-15 में कृषि और उससे जुड़े क्षेत्र में विकास दर 24.94 प्रतिशत दर्ज की गयी है। यह दर पूरे विश्व में सर्वाधिक आँकी गयी। कुल कृषि उत्पादन 110 प्रतिशत तथा कुल खाद्यान्न उत्पादन में 124 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। वर्ष 2004-05 में प्रदेश में कुल खाद्यान्न उत्पादन एक करोड़ 43 लाख मीट्रिक टन था, जो वर्ष 2014-15 से बढ़कर 3 करोड़ 21 लाख मीट्रिक टन हो गया है। प्रदेश द्वारा कृषि क्षेत्र में 12 प्रतिशत सालाना दर से एक दशक तक वृद्धि प्राप्त करना देश में अप्रत्याशित घटना है। प्रदेश वर्ष 2004-05 में दलहन फसलों का उत्पादन मात्र 33 लाख 51 हजार मीट्रिक टन था, जो वर्ष 2014-15 में बढ़कर 47 लाख 63 हजार मीट्रिक टन हो गया। एक दशक में यह वृद्धि 42.14 प्रतिशत आँकी गयी। प्रदेश आज देश में कुल दलहन उत्पादन का 28 प्रतिशत उत्पादित करता है। प्रति व्यक्ति अनाज की उपलब्धता 61 ग्राम प्रति व्यक्ति प्रति दिवस हो गयी है। यही नहीं कृषि क्षेत्र में भी 34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की वृद्धि हुई। कुल कृषि क्षेत्र बढ़कर 2 करोड़ 23 लाख हेक्टेयर हो गया है। प्रदेश में फसलों की बोवाई में अभूतपूर्व कीर्तिमान लगातार स्थापित हो रहे हैं। खरीफ-2004 में सोयाबीन का रकबा 45 लाख 94 हजार हेक्टेयर था, जो वर्ष 2013 में बढ़कर 61 लाख 34 हजार हेक्टेयर हो गया। वहीं धान का रकबा वर्ष 2004 में 16 लाख 96 हजार हेक्टेयर था, जो वर्ष 2013 में 19 लाख 30 हजार हेक्टेयर हो गया। खरीफ की अन्य प्रमुख फसलें भी वर्ष 2004 की तुलना में लगातार विस्तृत क्षेत्रफल में बोयी जा रही हैं। रबी की बोवाई में भी विगत दस वर्ष में तेजी से प्रगति हुई है। वर्ष 2004 में जहाँ गेहूँ की बोवाई का रकबा 42 लाख हेक्टेयर था, वह 2013-14 में 59 लाख 76 हजार हेक्टेयर तक पहुँच गया है। वर्ष 2004 में चना 26 लाख 93 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोया जाता था, जो वर्ष 2013-14 में 31 लाख 60 हजार हेक्टेयर में बोया गया। रबी 2013-14 के परिणामों के अनुसार गेहूँ का उत्पादन 155 लाख 23 हजार मीट्रिक टन हुआ, जो वर्ष 2004-05 में हुए उत्पादन 73 लाख 27 हजार मीट्रिक टन से लगभग 81 लाख 96 हजार मीट्रिक टन अधिक है। अर्थात दो गुना से अधिक उत्पादन वृद्धि हुई। खरीफ-2013 में धान का उत्पादन 53 लाख 61 हजार मीट्रिक टन रहा, जो वर्ष 2004-05 के उत्पादन 13 लाख 09 हजार की तुलना में 40. लाख 52 हजार मीट्रिक टन अधिक है। यह वृद्धि लगभग चार गुना है। कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय में वृद्धि करने के सुचिंतित प्रयासों से आज मध्यप्रदेश देश में कई फसलों के उत्पादन में अव्वल हैं। जैसे कृषि विकास दर, जैविक क्षेत्र, कुल दलहन -तिलहन उत्पादन, प्रमाणित बीज उत्पादन, चना-सोयाबीन उत्पादन, निजी कस्टम हायरिंग-सेंटर की स्थापना, लहसुन-अमरूद और औषधि एवं सुगंधित फसलों, धनिया-मटर और प्याज उत्पादन में देश में प्रथम और कुल खाद्यान्न उत्पादन, गेहूँ उत्पादन, सरसों उत्पादन और मसूर उत्पादन में प्रदेश देश में द्वितीय हैं। गेहूँ उत्पादन में हम चौथे स्थान से दूसरे स्थान पर, धान में 14वें स्थान से 7वें स्थान पर और मक्का में 6वें स्थान से 5वें स्थान पर आ गए हैं।
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बच्चों को पोषण आहार की तरफ आकर्षित करने और उनमें रुचि जागृत करने के लिये प्रदेश की 92 हजार आँगनवाड़ी में 2 अक्टूबर से न्यूट्री-कॉर्नर स्थापित करने का अभियान चलाया जायेगा। इन न्यूट्री-कॉर्नर में पारदर्शी डब्बों में पोषण आहार जैसे- चना, मुरमुरा, गुड़ आदि को रखा जायेगा। इससे बच्चे आकर्षित होकर स्वयं इन डिब्बों से निकालकर मनपसंद चीज खा सकेंगे। इस अभिनव प्रयोग के संबंध में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास को निर्देश जारी किये गये हैं। न्यूट्री-कॉर्नर की स्थापना से पौष्टिक आहार की कमी से कुपोषित 3 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को आँगनवाड़ी केन्द्रों में ही पौष्टिक आहार लेने के लिये प्रेरित किया जा सकेगा। साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ायी जा सकेगी। बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य में लाभ, पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति, बच्चों में पौष्टिक आहार के खाने की आदत डालना तथा समुदाय द्वारा पौष्टिक आहार के प्रति जागरूकता को भी बढ़ावा मिलेगा। न्यूट्री-कॉर्नर के संचालन के लिये प्रत्येक आँगनवाड़ी केन्द्र में एक स्थान निर्धारित कर पारदर्शी डिब्बों में पौष्टिक आहार रखा जायेगा, जिसे बच्चे आसानी से निकाल सकेंगे। पौष्टिक आहार लेने के पहले बच्चों का हाथ धोना अनिवार्य होगा। आहार सामग्री की उपलब्धता जन-प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं समुदाय के जन-सहयोग से की जायेगी। आँगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा प्रतिदिन न्यूट्री-कॉर्नर डिब्बे में पौष्टिक आहार की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों में उक्त पौष्टिक आहार सामग्री की उपलब्धता में सहयोग देने वालों की लिस्ट भी प्रदर्शित की जायेगी, जिसमें सहयोगकर्ता, दान-दाता का नाम एवं सहयोग राशि और सामग्री का विवरण अंकित होगा। न्यूट्री-कॉर्नर के संचालन में सहयोग के लिये स्वास्थ्य एवं पंचायत कर्मियों का सहयोग भी लिया जायेगा। कॉर्नर के प्रचार-प्रसार के लिये नील से दीवार-लेखन किया जायेगा, जिससे समुदाय को इसकी जानकारी हो सकेगी।
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पर्यावरण संरक्षण के लिये साइकिल यात्रा पर निकले मध्यप्रदेश के दो युवाओं का हौसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बढ़ाया। भिण्ड के रहने वाले इन युवाओं आकाश शर्मा और विकास यादव ने मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री चौहान से मुलाकात की। यह यात्रा भिण्ड से 28 अगस्त को शुरू हुई है। बारह सौ किलोमीटर की इस यात्रा के दौरान ये युवा विदिशा, बीना, ललितपुर, झाँसी और ग्वालियर होते हुए भिण्ड पहुँचेंगे। यात्रा के दौरान ये पर्यावरण संरक्षण के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। इस अवसर पर गैस राहत एवं सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संपूर्ण समाज की सहभागिता से चलने वाला 'नमामि देवी नर्मदे'' अभियान पूरी दुनिया में नदी को बचाने का उदाहरण बनेगा। यह अभियान पवित्र जीवनदायिनी नर्मदा नदी के ऋण को उतारने का अभियान है। एक सौ 18 दिन चलने वाले इस अभियान में नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर सघन पौधा-रोपण किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान “ नमामि देवी नर्मदे ’’ नर्मदा सेवा यात्रा की वेबसाईट का लोकार्पण करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नर्मदा गीत, नर्मदा स्लोगन तथा अभियान के प्रतीक चिन्ह के लिये हुई प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी प्रदेश की जीवन रेखा है। यह प्रदेश को आर्थिक दृष्टि से सम्पन्न बना रही है। यह पेयजल, सिंचाई और बिजली देती है। वृक्षों के कटने से और प्रदूषण से नर्मदा के जलप्रवाह पर प्रभाव हुआ है। इससे नर्मदा को बचाने के लिये व्यापक अभियान चलाया जायेगा। नर्मदा के तट पर ज्ञान, भक्ति और कर्म तीनों मार्गों का संगम होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा के किनारों पर निजी भूमि पर किसानों द्वारा फलदार वृक्ष लगाने पर राज्य सरकार किसानों को इन वृक्षों पर फल आने तक मुआवजा देगी। नर्मदा नदी के संरक्षण और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिये जन-जागरण के लिये यात्रा आगामी 11 नवम्बर से निकाली जायेगी। अमरकंटक से लेकर नर्मदा के किनारे आने वाले सभी शहरों-गाँवों से दूषित जल को मिलने से रोकने के लिये ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जायेंगे। नर्मदा किनारे के सभी ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त किया जायेगा। नर्मदा किनारे के ग्रामों को नशामुक्त बनाया जायेगा। विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा कि 'नमामि देवी नर्मदे'', अभियान से नर्मदा नदी प्रदेश के सामाजिक और आर्थिक प्रवाह का माध्यम बनेगी। यह एक जन-जागरण का अभियान है। वन मंत्री डॉ.गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि कृतज्ञता भारतीय संस्कृति का अंग है। नर्मदा नदी जीवनदायिनी है। यह ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था का आधार भी है। इस पवित्र नदी में हो रहे प्रदूषण को रोकने के लिये जागरूकता आवश्यक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के जीवन को सुरक्षित रखने के इस अभियान से समाज का हर वर्ग जुड़े। मध्यप्रदेश ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो कार्यक्रम को सार्थक किया है। कार्यक्रम में पर्यावरण, ग्रामोद्योग और पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य, सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग और सामाजिक न्याय एवं निशक्त कल्याण राज्य मंत्री संजय पाठक विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने नर्मदा गीत के लिये प्रथम पुरस्कार महेश श्रीवास्तव, द्वितीय पुरस्कार शक्ति रावत और तृतीय पुरस्कार डॉ. शैलेन्द्र मिश्रा को दिया। इसी तरह स्लोगन के लिये प्रदीप वर्मा, शिवानी भार्गव, ओमप्रकाश शर्मा, हिमांशु शुक्ला, जितेन्द्र ठाकुर, जयराम खंगार, रमाकांत गुप्ता और सुलभ सिंह को तथा लोगो (प्रतीक चिन्ह) के लिये गौरी वंडलकर, भूपेंद्र रोहित और देवाशीष मंडल को पुरस्कृत किया। डॉ. शैलेन्द्र मिश्रा ने पुरस्कार स्वरूप प्राप्त राशि 21 हजार रूपये अभियान में सहयोग के लिये मुख्यमंत्री को सौंपी। जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पांडेय ने अतिथियों को स्मृति-चिन्ह दिये। आभार प्रदर्शन परिषद के उपाध्यक्ष राघवेन्द्र गौतम ने किया।
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गणेश चतुर्थी पर विशेष श्री भय्यूजी महाराज भारतीय संस्कृति आदर्शों की संस्कृति है। हमारी संस्कृति में श्री राम, श्री कृष्ण के आदर्शों को हम व्यवहार में लाते हैं। साथ ही अन्य देवी-देवताओं की उपासना करते हैं। उसके पीछे भी यही उद्देश्य होता है कि उनके गुणों को उनके आदर्शों को हम आत्मसात करें। श्री गणेश भी ऐसे ही देव हैं, जिनके स्वरूप, आयुध मुद्रा आदि के द्वारा मानव जाति का हित निहित है। श्री गणपति के सदगुणों का चिंतन कर उनका स्मरण करें, उनकी उपासना करें। मनुष्य जब भी अपना नेता चुनता है तो पहले नेता के गुणों को देखता है। सभी देवों ने गणनायक के रूप में गणपति को चुना है। श्री गणपति के मस्तक पर चंद्र है, वह भालचंद्र कहलाते हैं अर्थात वे शांत हैं और चंद्र अनेक कलाओं का ज्ञाता है। ऐसे चंद्र को उन्होंने अपने मस्तक पर रखा है तो स्वयं गणपति भी सभी कलाओं के ज्ञाता है। अच्छे जीवन के लिए हमें सिर्फ भौतिक दृष्टि ही पर्याप्त नहीं है। हमें लौकिक दृष्टि की भी आवश्यकता होती है। इस लौकिक दृष्टि को देखने के लिए तीसरा नेत्र चाहिए अर्थात अंतर की दृष्टि चाहिए। श्री गणपति के तीनों नेत्र यह बताते है कि वे भौतिक जगत को तो देखते ही हैं, साथ में अलौकिक जगत को भी देखते हैं और दोनों में समन्वय बनाने की प्रेरणा देते हैं। जो गणनायक होता है, उसे सभी की समस्या सुनना होती है तथा सभी के साथ प्रसन्न मुद्रा में रहना होता है। श्री गणपति की मुद्रा प्रसन्न रहती है तथा मस्तिष्क भी विशाल है। उनका महामस्तक ही अनेक पुरुषों की समस्याओं को सुन सकता है और उन्हें संतुष्ट रख सकता है। सबके मन की बात को जानने के लिए उनकी दीर्घ नासिक है, जो अंतः स्थल को सूंघ सकते हैं अर्थात उसका पता लगा सकते हैं। ऐसे श्री गणेशजी की लम्बी सूंड है। उनके वक्रतुण्ड होने का तात्पर्य है कि सामाजिक कार्य करने वाला दूसरों के विरोध की परवाह नहीं करता और उस और ध्यान नहीं देता और अपना कार्य करता रहता है। ऐसे ही श्री गणेश हैं। उनके बड़े कान और विशाल उदर भी यही दर्शाता है कि वे सबकी समस्याओं को गंभीरता से सुनते हैं और किसी का भी अनादर नहीं करते। उनका रक्तवर्ण वस्त्र यह दर्शाता है कि वे सभी को स्नेहमयी दृष्टि से देखते हैं। उनके श्वेत वस्त्र भी यही दर्शाते हैं कि समाज में रहने वाले सभी लोगों को एक-दूसरे के प्रति पवित्र भाव रखना चाहिए। अपने हाथों की अभय मुद्रा से वे ये बताते है कि जो गणनायक है, उसे अपने अहंकार और स्वार्थ में नहीं रहना चाहिए, बल्कि दूसरों के कल्याण के लिए तत्पर रहना चाहिए। उनके हाथों में अंकुश तथा पाश है। जो लोग दुराचारी हैं, उन पर अंकुश लगाना आवश्यक है और पाश से प्रेम का आकर्षण देकर वे एक-दूसरे को परस्पर सदभावनाओं के लिए प्रेरित करते हैं। श्री गणेश के दोनों और रिद्धि-सिद्धि विराजमान है। वे कहते हैं कि जो स्त्रियां अपने पति का आदर करती हैं, सत कार्यों में उसका सहयोग करती है, वे रिद्धि-सिद्धि बन जाती हैं। स्वामी को अपने अधीनस्थ सेवा कार्य में रहने वाले के प्रति तुच्छ भाव प्रकट नहीं करना चाहिए, चाहे अधीनस्थ कितना भी छोटा हो, इसलिए उन्होंने वाहन के रूप में मूषक को रखा है। भगवान गणपति दो माताओं का आदर करते हैं एक गौरी और दूसरी गंगा। वे दोनों ही माताओं का आदर करते हुए यह दर्शाते हैं कि माताओं का आदर करना चाहिए। श्री गणपति अनेक सदगुणी तत्वों के मूर्तिमान स्वरूप हैं। उनकी आराधना कर हम अपने सदगुणों को बढ़ाएं।
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महेश दीक्षित पूरे प्रदेश में शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ मुहिम छेडऩे के लिए मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह और पुलिस के मुखिया ऋषि कुमार शुक्ला की पीठ थपथपाई जानी चाहिए, लेकिन भोपाल के बरखेड़ी इलाके में 31 अगस्त 2016 को ढाई साल की मासूम बच्ची के साथ, दरिंदे भेडि़ए ने जो किया, उसके लिए क्या कहें? इस घटना का जिम्मेदार कौन है, गृहमंत्री या फिर पुलिस के मुखिया? मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की इस घटना से शिवराज सरकार और मप्र पुलिस की छवि तो कलंकित हुई ही, उसके इलाज और दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखने को लेकर, स्वास्थ्य महकमा और दो थानों की पुलिस ने जो कुत्ता-फजीती की, उसने साबित कर दिया इस प्रदेश की सरकार के नुमाइंदे और पुलिस के जिम्मेदार अपनी संवेदनशीलता खो चुके हैं। शायद यही वजह है कि सरकार और पुलिस, दूध का धुला होने और अपनी छवि चमकाने के लाख दावे करे, जनता, पुलिस पर भरोसा करने के लिए कतई तैयार नहीं है। पुलिस, जनता का भरोसा खो चुकी है। भरोसा खोए भी क्यों न। प्रदेश में बलात्कार की घटनाओं को देखें, तो जिस समय भोपाल में एक बच्ची दरिंदगी का शिकार बनी, तो उसी दिन अशोकनगर में एक पुलिसकर्मी ने स्कूल की छात्रा को हवस का शिकार बना डाला। एक दिन पहले यानी 30 अगस्त को हरदा में दो युवकों ने नाबालिग आदिवासी छात्रा से दुष्कर्म किया। 29 अगस्त को रीवा में रेप के बाद बच्ची का शव मिलने से सनसनी मच गई। 28 अगस्त को ग्वालियर के रामश्री किड्स स्कूल में तीन साल की मासूम के साथ रेप का खुलासा हुआ । यह कितनी शर्मनाक बात है कि एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भर की बच्चियों के मामा बनकर लाड़ली लक्ष्मी, कन्या विद्या धन और कन्यादान योजना के जरिए प्रदेश की गरीब बच्चियों की लाज, सम्मान और उन्नति के प्रयास कर रहे हैं। उनके इन प्रयासों को पूरे देश में सराहना मिल रही है। दूसरे प्रदेश भी उनके इन प्रयासों का अनुसरण कर रहे हैं, मगर उनके अपने मध्यप्रदेश में मासूम और नाबालिग बच्चियां हर दिन दरिंदे भेडिय़ों के वहशी इरादों का शिकार हो रही हैं। इसमें तीन साल से लेकर 12 साल की बच्चियां सबसे ज्यादा शिकार हो रही है। नेशनल क्राइम रिपोर्टस ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार दुष्कर्म के मामले में मध्यप्रदेश देश में नंबर-एक पर है। रिपोर्टर्स के आंकड़े कहते हैं कि मप्र में वर्ष 2015 में 26 हजार 678 महिलाओं से जुड़े अपराध हुए। जबकि दुष्कर्म के 4391 मामले दर्ज हुए। तथा 2014 में भी मप्र में दुष्कर्म के सर्वाधिक 5076 मामले दर्ज हुए थे। इनमें अगर भोपाल और इंदौर की बात की जाए तो स्थिति चिंताजनक है। पिछले साल भोपाल (223), इंदौर (261), जबलपुर (194) और ग्वालियर (158) दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए। भोपाल और इंदौर में इस दौरान ज्यादती के मामले अधिक तेजी से बढ़े हैं। लगभग यही स्थिति जुआ और सट्टे के मामले में है। जब शिवराज सरकार दावा कर रही है कि, मध्यप्रदेश तेजी से चहुमुखी विकास कर रहा है, तो उसे यह स्वीकार करने में शर्म क्यों आती है कि मप्र का चारित्रिक ग्राफ भी तेजी से गिरा है। चाहे वह सरकार के नुमाइंदे जनप्रतिनिधि हों, या फिर प्रशासन के जिम्मेदार छोटे-बड़े अफसर जनता के प्रति जवाबदेह होने के बजाय भ्रष्ट और असंवेदनशील होने का सबूत दे रहे हैं। मध्य प्रदेश में रेप के मामले जिस तेजी से बढ़ रहे हैं, वह विकास के ग्राफ को कलंकित कर रहे हैं। गृहमंत्री और प्रदेश पुलिस के मुखिया को आगे आकर इन मामलों की जिम्मेदारी लेनी ही होगी, ताकि मध्य प्रदेश में हंसते-खेलते बचपन को यूं ही न रौंदा जा सके।
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छात्र-छात्राओं ने उत्साह से बनाए मिट्टी से गणेश 'ग्रीन गणेश' कार्यशाला के तहत आज एप्को का चलित प्रशिक्षण वाहन सुबह शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय और दोपहर में एम.एल.बी. महाविद्यालय पहुँचा। दोनों ही जगह उत्सव का ऐसा माहौल बना जैसे कि गणेशोत्सव का श्री गणेश हो गया हो। छात्र-छात्राओं का उत्साह देखते ही बनता था। विद्यार्थियों ने न केवल प्रशिक्षण में रुचि दिखाई बल्कि स्वयं भी काफी सुन्दर एवं आकर्षक गणेश मूर्ति बनाई। सभी छात्र-छात्राएँ अपनी बनाई हुई मूर्तियों के साथ एक लगाव महसूस कर रहे थे। करते भी क्यूँ न उनके अपने गणेश जी उनके साथ आज घर जो जाने वाले थे। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती सुनीता सक्सेना ने अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा आज का प्रशिक्षण बच्चों में संस्कार बन जाएगा। बच्चों ने न केवल पीओपी से होने वाले दुष्परिणामों को जाना बल्कि स्वयं गणेश प्रतिमा बनाने से एक संस्कार का भी जन्म हुआ है जो परिवार दर परिवार आगे बढ़ेगा। साथ ही बच्चों की सृजनात्मकता भी निखर कर सामने आई है। गणेश मंदिर में भी उमड़ी भीड़ पिपलानी के गणेश मंदिर में शुरु हुई कार्यशाला में भी स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। यहाँ भी बच्चों का उत्साह देखते बनता था। बड़ी संख्या में माताएँ अपने बच्चों के साथ आई थीं जिन्होंने बड़े चाव से मिट्टी से गणेश जी बनाए और घर ले गए। पर्यावरण आयुक्त अनुपम राजन ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित होकर गणेश प्रतिमा बनाने और घर ले जाने की अपील की है। श्री राजन ने कहा कि मिट्टी से बने गणेश अपने घर में ही विसर्जित कर सकते हैं। मिट्टी के गणेश स्थापित करने से पीओपी और रासायनिक रंगों के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलेगी और जन-सामान्य तथा पशु-पक्षी के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। गणेश चतुर्थी पर स्थानीय अवकाश मध्यप्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने भोपाल स्थित समस्त शासकीय कार्यालयों एवं संस्थाओं में गणेश चतुर्थी 5 सितम्बर, सोमवार को स्थानीय अवकाश घोषित किया है। इस संबंध में आज आदेश जारी किये गये हैं।श उत्सव से पहले उत्सव का माहौल
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अपने क्षेत्र में बहादुरी, पड़ताल, कानून व्यवस्था बनाए रखने और डकैती उन्मूलन में विशेष कार्य करने को लेकर 11 पुलिस अधिकारियों को केएफ रूस्तमजी पुरस्कार देने की घोषणा की गई। परम विशिष्ट श्रेणी में राजधानी से जहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोन 3 के मनु व्यास यह पुरस्कार मिलेगा, तो अतिविशिष्ट श्रेणी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच शैलेन्द्र सिंह चौहान को। राज्य शासन ने बुधवार को दो श्रेणियों में दिए जाने वाले पुरस्कार के तहत आठ अफसरों को रिवॉल्वर और प्रमाण पत्र और शेष अधिकारियों को 12 बोर की गन तथा प्रमाण पत्र देने की घोषणा की। परम विशिष्ट श्रेणी नीरज पांडे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, छतरपुर डॉ.प्रशांत पांडे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, रतलाम मनु व्यास, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जोन 3 भोपाल कमला जोशी, अनुविभागीय अधिकारी (पु) बिछिया, मंडला क्यूआर जैदी, तत्कालीन निरीक्षक हाल उपुअ रेल बीना अतिविशिष्ट श्रेणी शैलेंद्र सिंह चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच भोपाल मुकेश कुमार वैश्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला रायसेन सुनील कुमार पाटीदार, नगर पुलिस अधीक्षक, शाहजहांनाबाद, भोपाल वर्षा पटेल, निरीक्षक, थाना प्रभारी निवास, मंडला विनोद कुशवाह, निरीक्षक, थाना शाहपुर, जिला बुरहानपुर सुमेर सिंह जगैत, उपनिरीक्षक, नक्सल सेल, बालाघाट
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मुख्यमंत्री की अमेरिका यात्रा ,कई कंपनियों से निवेश पर हुई चर्चा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है उद्योगों की स्थापना में तेजी लाने के लिये 20 नये औद्योगिक क्षेत्रों में जरूरी अधोसंरचनाओं का विकास किया जा रहा है। अमेरिका यात्रा के तीसरे दिन आज न्यूयार्क में निवेशकों और अमेरिकी कंपनियों से चर्चा करते हुए श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश का औद्योगिक विकास फास्ट ट्रेक पर है। एक दशक पहले और आज के मध्यप्रदेश में जमीन-आसमान का फर्क है। आज मध्यप्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निवेशकों को विकास में सहयोगी मानती है। इस अवसर पर उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल और मध्यप्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई बाधा नहीं आने दी जायेगी। राज्य सरकार औद्योगिक विकास के माध्यम से युवाओं को भी आगे बढ़ने के अवसर देना चाहती है। युवाओं को कौशल सम्पन्न बनाने के साथ ही उनमें उद्यमिता का विकास भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों और कंपनी प्रमुखों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आमंत्रित किया। उन्होंने अमेरिका में बस गये सभी भारतीयों को भी इंदौर में 22- 23 अक्टूबर को होने वाली ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में भाग लेने के लिये आमंत्रित किया।श्री चौहान ने शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, लोक सेवा, निर्माण, बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों के मध्यप्रदेश में विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा की। इन कंपनियों से हुई चर्चा आरसिअस इन्फोटेक प्रायवेट लिमिटेड ने भोपाल जिले में विकास केन्द्र स्थापित करने में रूचि दिखाई है। यू.एस. टेक्नोलॉजी इंटरनेशनल प्रायवेट लिमिटेड ने 400 करोड़ रुपये के निवेश के साथ भोपाल में एक आई.टी. केम्पस स्थापित करने की इच्छा जाहिर की है। आई.टी. और खाद्य क्षेत्र की अमेरिका की बड़ी कंपनी में एल.टी. फूड्स और उसके विक्रेताओं, ने भी निवेश की इच्छा जाहिर की। इंटरनेशनल रिसर्च लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, मोतियाबिंद से उत्पन्न होने वाले अंधेपन को समाप्त करने के लिए शुरू किये गये एक ग्लोबल कैंपेन ‘हेल्प मी.सी.’ ने भी प्रदेश में विस्तार करने में रूचि दिखाई। आर.एम.सी., अमेरिका - आवासीय और व्यावसायिक निर्माण के लिए निर्माण सामग्री की आपूर्ति करती है। यह कंपनी अमेरिका में मिश्रित कांक्रीट, सीमेंट और कांक्रीट के मिश्रित उत्पाद उपलब्ध करवाती है। सी.आई.एन.एन. ग्रुप निजी कंपनियों का समूह है, जो कि पब्लिशिंग, बीमा, रियल इस्टेट और मनोरंजन के क्षेत्र में कार्य करता है। यह फाउण्डेशन एक प्रमुख कल्चरल फाउण्डेशन है। अमेरिकन एसोसिएशन आफ फिजीशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन ए.ए.पी.आई. ऐसा मंच है जो इंडियन अमेरिकन फिजिशियंस को रोगी की देखभाल, शिक्षण और रिसर्च और प्रोफेशनल और सामुदायिक मामलों से जुड़ी उनकी आवश्यकताओं के लिए सहयोग करता है। ए.ए.पी.आई. रोगी की देखभाल, शिक्षण और रिसर्च के क्षेत्र में उत्कृष्टता लाने के लिए विशेषज्ञता को बढ़ावा देता है। प्रोग्रेस रेल सर्विसेज कार्पारेशन अल्बर्ट विले और अलबामा में स्थित कंपनी है जो कि अमेरिका, यूरोप, एशिया, अफ्रीका और आस्ट्रेलिया में भी संचालित है। ट्रेक्स से जुड़े कार्य, सिग्नल और कम्युनिकेशन से जुड़े उपकरण और अल्ट्रॉसोनिक उपकरण बनाती है। अमेरिका-भारत व्यापार परिषद् के साथ बैठक मुख्यमंत्री से अमेरिका भारत व्यापार परिषद् के अध्यक्ष श्री मुकेश अघी ने मुलाकात की और व्यापार बढ़ाने की भविष्य की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया। अमेरिका-भारत व्यापार परिषद् दोनों सरकार की सहमति पर बना था। यह परिषद दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को आगे बढ़ाने वाला प्रमुख व्यापार परामर्श देने वाला संगठन है। यू.एस.आई.बी.सी. अमेरिका का सबसे बड़ा द्विपक्षीय व्यापारिक संगठन है। इसमें अमेरिकन और भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। “फ्रेण्डस ऑफ एम.पी.’’ में संबोधन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने फ्रेंडस ऑफ एम.पी. मंच को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश को दुनिया में आनंद के प्रसार की आकांक्षा रखने वाला राज्य बनाने के लिए सभी से मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने आनंद मंत्रालय के गठन के संबंध में भी बताया। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लोगों के विकास के लिए मौलिक मूल्य आधारित नागरिक सहभागिता की दृष्टि से इस फोरम को बनाया गया है। यह पहल मध्यप्रदेश के ऐसे व्यक्तियों को जोड़ने के लिए की गई, जो प्रदेश से बाहर या विदेशों में रहकर अपनी मातृभूमि से जुड़े रहना चाहते हैं। यह वेबसाइट मध्यप्रदेश सरकार को प्रदेश के मित्रों की पहचान करवाती है। उनके कौशल प्रतिभा और अनुभव को भविष्य के मध्यप्रदेश का विकास करने के लिए उपयोग करने में मददगार साबित हो रही है। यह मंच शुभचिंतकों, मित्रों और नीति-निर्धारकों के बीच एक सेतु का निर्माण करता है।
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मुख्यमंत्री ने अमेरिका में की उद्योगपतियों से चर्चा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मजबूत औद्योगिक अधोसंरचना, निवेशकों के लिये बेहतर सुविधाओं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लागू केन्द्र सरकार की निवेश मित्र नीतियों के कारण मध्यप्रदेश की औद्योगिक विकास दर आठ प्रतिशत से ज्यादा हो गयी है। निवेशकों के उत्साह को देखते हुए जल्दी ही यह दो अंकों में पहुँच जायेगी। श्री चौहान अपनी अमेरिका यात्रा के दूसरे दिन न्यूयार्क में मध्यप्रदेश में निवेश में रूचि रखने वाले उद्योगपतियों, कंपनियों के वरिष्ठ पदाधिकारियों से अलग-अलग चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवेशकों एवं उद्योगपतियों को इंदौर में 22-23 अक्टूबर 2016 को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भाग लेने के लिये आमंत्रित किया। श्री चौहान ने निवेशकों को बताया कि मध्यप्रदेश हर क्षेत्र में निवेश के लिये तैयार है। इसके लिये उदार नीतियाँ बनाई गयी हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन में भारत की विकास दर 7.6 प्रतिशत तक पहुँच गई है। आने वाले वर्षों में यह और तेजी से बढ़ेगी। भारत सरकार की मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, क्लीन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टेण्ड अप और स्टार्ट अप जैसी नवाचारी योजनाओं का बेहतर और प्रभावी क्रियान्वयन करने में मध्यप्रदेश राज्य सबसे आगे है। इससे निवेश की संभावनाएँ बढ़ी हैं। श्री चौहान ने बताया कि पिछले एक दशक में प्रदेश में 85 बिलियन से ज्यादा का पूँजी निवेश हुआ है। इसमें 2 लाख 37 हजार से ज्यादा सूक्ष्म और लघु उद्योग स्थापित हुए हैं। इनमें करीब 6 लाख लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश उद्योग और निवेश मित्र प्रदेश है। उद्योगों के लिये 25 हजार हेक्टेयर भूमि का बैंक बनाया गया है। भूमि आवंटन की ऑन लाइन प्रक्रिया स्थापित की गयी है। निवेशकों की सहूलियत के लिये ‘सिंगल टेबल व्यवस्था’ स्थापित की गयी है। इसके माध्यम से निवेश प्रस्ताव एक घंटे में अनुमोदित किया जाता है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश के शहरों को स्मार्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। यह निवेशकों के लिये सहयोगी साबित होगी। प्रमुख कंपनियों से चर्चा जिन कंपनियों के साथ मुख्यमंत्री ने निवेश संबंधी चर्चा की उनमें मुख्य रूप से कौल ग्रुप, फाइजर, जाइलम, इंडिया फर्स्ट ग्रुप, सुमिट रिलायंस समूह, कोकाकोला, टी.आर.ए., आई.टी. स्ट्रेटेजी आर्किटेक्चर एवं सायबर सिक्योरिटी, एस.एन.पी. टेक्नोलॉजी और सोलर एनर्जी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने फाइजर के वरिष्ठ निदेशक श्री जेफरी हेमिल्टन से मुलाकात की और उन्हें निवेश के लिये आमंत्रित किया। फाइजर कंपनी बायो-फार्मास्यूटिकल कंपनी है। यह स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधित उत्पाद बनाती है। श्री चौहान ने जाइलम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य विपणन अधिकारी श्री युसुफ वेसेय से मुलाकात की । जाइलम कंपनी अपशिष्ट जल के उपयोग की इंजीनियर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखती है। पानी और अपशिष्ट जल उपचार, परीक्षण उपकरण और नियंत्रण और प्रणालियों सहित विभिन्न उत्पाद निर्माण, कीटाणुशोधन और जैविक उपचार उपकरण बनाती है। इंडिया फर्स्ट ग्रुप के निदेशक श्री क्लॉडियो लिलिनफेल्ड के साथ बैठक में श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में निवेश संभावनाओं को रेखांकित किया। इंडिया फर्स्ट ग्रुप यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्ट्रेटेजिक सलाहकार फर्म है। यह भारत-अमेरिका के शासकीय एवं व्यावसायिक क्षेत्रों में अपने वृहद अनुभव के आधार पर परामर्श देती है। मुख्य रूप से रक्षा, सुरक्षा, एयरो-स्पेस, इंफ्रास्ट्रक्चर, आई.टी., मेन्युफैक्चरिंग, रिटेल, ऊर्जा, सुरक्षा, प्राकृतिक गैस, ग्रीन टेक्नोलॉजी, टैक्स, इंश्योरेंस, फाइनेंशियल सर्विसेज, आई.पी.-इंटेन्सिव इंडस्ट्री, खाद्य सुरक्षा, फार्मास्युटिकल्स, टैक्निकल प्रोफेशनल्स की गतिविधियाँ, इमिग्रेशन, इंटरननेशनल, क्रास बार्डर रेगुलेटरी, एन्टी करप्शन, हॉस्पिटेलिटी, टूरिज्म, ब्रांड इंडिया के क्षेत्र में परामर्श दे रही है। सुमिट रिलायंस समूह के अध्यक्ष एवं सी.ई.ओ. श्री स्टीवन आर.मेमॉन के साथ चर्चा में श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश निवेश के लिये पूरी तरह से तैयार है। सुमिट रिलायंस समूह इनोवेटिव बिल्ड़िंग टेक्नोलॉजी के साथ टिकाऊ एवं ऊर्जा समृद्ध समुदायों को वैकल्पिक ऊर्जा और जल प्रणाली ढाँचे के साथ जोड़ता है। समूह प्रकृति और मानव समाज के साथ समन्वय स्थापित करने वाली इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी में काम कर रहा है। कोकाकोला के वाइस-प्रेसीडेंट इन्टरनेशनल पब्लिक एफेयर श्री माइकल गोल्टजमेन ने प्रतिनिधि- मंडल के साथ मुलाकात की और निवेश संभावनाओं पर चर्चा की। टी.आर.ए., आई.टी. स्ट्रेटेजी आर्किटेक्चर एवं सायबर सिक्योरिटी के निदेशक श्री शैलेन्द्र गुप्ता ने मुख्यमंत्री से मुलाकात में प्रदेश मे काम करने की इच्छा जाहिर की। टी.आर.ए. (द राईट ऑडियंस) एक मीडिया और मार्केट मेजरमेंट कंपनी है, जो उत्पादों और उनके विज्ञापनों का अध्ययन करती है। मुख्यमंत्री ने एस.एन.पी. टेक्नोलॉजी के वाइस प्रेसीडेंट श्री सचिन पारिख के साथ चर्चा की। यह कंपनी स्वास्थ्य देखभाल, निर्माण, प्रोफेशनल सेवाएँ, वित्त, उच्च शिक्षा और शासकीय क्षेत्र में सेवाएँ देती हैं। सोलर एनर्जी के सीईओ श्री गोपाल खार के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश ग्रीन इनर्जी में आगे बढना चाहता है। सोलर एनर्जी कंपनी नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी है, जो फोटोवोल्टेइक सोलर पैनल सिस्टम, इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन, एल.ई.डी. और टी-5 कामर्शियल लाईटिंग रिट्रोफिट बनाने में विशेषज्ञता रखती है।इस अवसर पर उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी उपस्थित थे।
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निवेश के लिये अलग-अलग समूह से करेंगे चर्चा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए अमेरिका में उद्योगपतियों से मुलाकात की और अमेरिकन कंपनियों को मध्यप्रदेश आने का न्यौता दिया। पाँच दिवसीय यात्रा पर रविवार को शिवराज सिंह न्यूयार्क पहुँचे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के न्यूयार्क पहुँचने पर ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी संस्था द्वारा आयोजित कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भव्य स्वागत किया गया। श्री चौहान 29 अगस्त को मध्यप्रदेश में निवेश करने में रूचि रखने वाले निवेशकों और उद्योगपतियों से अलग-अलग चर्चा करेंगे। इनमें दि कौल समूह के राजीव कौल, मास्टर कार्ड की उपाध्यक्ष तारा नाथान, जल-प्रबंधन प्रौद्योगिकी की प्रमुख कंपनी एक्सलेम के प्रतिनिधि, एशिया स्पेसिफिक के गवर्नमेंट अफेयर्स के संचालक क्लाउडियो लिलिएनफील्ड, इंडिया फर्स्ट ग्रुप के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर रान सोमर्स, कोका-कोला कंपनी के अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक मामलों के उपाध्यक्ष माइकल गोल्डजमेन, कस्टमर केयर और सेल्स साइरियस के उपाध्यक्ष माइकल मूर, साइबर सिक्यूरिटी आर्किटेक्चर और आईटी रणनीति के संचालक शैलेन्द्र गुप्ता, एसएनपी टेक्नालॉजी, व्यापार विकास के उपाध्यक्ष सचिन पारिख और सोलर एनर्जी कंपनी के सीईओ गोपाल खार शामिल हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज वहां की दर्जन भर कंपनियों के सीईओ और कंपनी प्रमुखों से मुलाकात की। सीएम ने उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश के माहौल और सरकार की सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके पहले उन्होंने ओवरसीज फ्रेंड्स आॅफ बीजेपी की बैठक में भी हिस्सा लिया। इस दौरान सीएम के पीएस एसके मिश्रा, उद्योग विभाग के पीएस मोहम्मद सुलेमान समेत ट्रायफेक के एमडी डीपी आहूजा मौजूद रहे।
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खंडवा जेल से भागे आतंकियों का पूछताछ में खुलासा खंडवा जेल से फरार सिमी आतंकी विदेशियों के अपहरण व हत्या की साजिश को अंजाम देने में जुटे थे। अमेरिकी सैलानियों को निशाना बनाने की नीयत से वे गोवा में रैकी तक कर चुके थे। ये खुलासा हुआ हैं एसटीएस की पूछताछ में। सैलानियों को निशाना बनाने की वजह पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी को रिहा करवाना था, जो अमेरिका की जेल में बंद है। 40 साल की आफिया आतंकियों के बीच 'लेडी अल कायदा' के नाम से जानी जाती है। दरअसल आफिया को रिहा करवाने की सोच सिमी सरगना अबू फैजल की थी, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद यह प्लान ठप हो गया, लेकिन खंडवा जेल से फरार हुए सिमी के दूसरे आतंकियों शेख महबूब उर्फ गुड्डू उर्फ मलिक,अमजद उर्फ दाऊद, मोहम्मद असलम उर्फ बिलाल और जाकिर हुसैन उर्फ सादिक अपने आका के सपने को पूरा करने की तैयारियों में जुटे थे। इधर ओड़िसा एटीएस ने राउरकेला से पकड़ गए सिमी के चारो आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी। फैजल आफिया की गिरफ्तारी से नाराज था। वह मानता है कि आफिया को फंसाया गया है। अबू के उस वक्त किए प्लान के तहत सिमी आतंकी खंडवा जेल से फरार होने के बाद जब महाराष्ट्र के पुणे पहुंचे, उसी दौरान वे गोवा गए। यहां उन्होंने अमेरिकी सैलानियों के उन स्थानों को भी चिन्हित कर लिया था, जहां वे सबसे ज्यादा जाते हैं। साजिश थी कि करीब दो दर्जन से ज्यादा अमेरिकियों को बंधक बनाकर उनकी रिहाई के एवज में अमेरिका से आफिया को छोड़ने की शर्त रखी जाए। इस दौरान अमेरिकी नागरिकों की हत्या करने की साजिश थी।
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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिये अमेरिकन कंपनियों को न्यौता देने 28 अगस्त से एक सितम्बर तक पाँच दिवसीय अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं। श्री चौहान न्यूयार्क में निवेशकों से मध्यप्रदेश में निवेश से संबंधित मुददों पर चर्चा करेंगे और उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण और नीतियों की जानकारी देंगे। मुख्यमंत्री 28 अगस्त रविवार को न्यूयार्क पहुँचेंगे। ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी संस्था द्वारा आयोजित कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में श्री चौहान का भव्य स्वागत किया जायेगा। श्री चौहान 29 अगस्त को मध्यप्रदेश में निवेश करने में रूचि रखने वाले निवेशकों और उदयोगपतियों से अलग-अलग चर्चा करेंगे। इसमें दि कौल समूह के श्री राजीव कौल, मास्टर कार्ड की उपाध्यक्ष सुश्री तारा नाथान, पफाइजर के प्रतिनिधि श्री हेमिल्टन, जल प्रबंधन प्रौद्योगिकी की प्रमुख कंपनी एक्सलेम के प्रतिनिधि, एशिया स्पेसिफिक के गव्हर्नमेंट अफेयर्स के संचालक श्री क्लाउडियो लिलिएनफील्ड, इंडिया फर्स्ट ग्रुप के चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर श्री रान सोमर्स, समिट रिलायंस ग्रुप के सीईओ और प्रेसीडेंट श्री स्टीवन आर. मेमॉन, कोका कोला कंपनी के अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक मामलों के उपाध्यक्ष श्री माइकल गोल्डजमेन, कस्टमर केयर और सेल्स साइरियस के उपाध्यक्ष श्री माइकल मूर, साबर सिक्यूरिटी आर्किटेक्चर और आईटी रणनीति के संचालक श्री शैलेन्द्र गुप्ता, एसएनपी टेक्नालाजी, व्यापार विकास के उपाध्यक्ष श्री सचिन पारिख, सोलर एनर्जी कंपनी के सीईओ श्री गोपाल खार शामिल हैं। श्री चौहान 30 अगस्त को भी निवेशकों से भेंट करेंगे। इस दिन वे स्टेरी कंपनी के संस्थापक श्री चैतन्य कनौजिया, आरएमसी कंपनी के सीईओ श्री जेफ टोल, श्री पीटर बर्कले और श्री अनुपम सरवानेसवार, सोलेरिनो के सीईओ श्री राजीव नायर, सीआईएनएन के अध्यक्ष श्री स्टीव एक्यूनटो, एसपीवी इंटरनेशनल सेल्स के श्री मार्ग बुंचर, यू एस इंडिया बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. मुकेश अघी से मिलेंगे। इसी दिन कई कंपनियों से निवेश संबंधी एमओयू भी होंगे। इसमें मुख्य रूप से यूएसटी ग्लोबल, आरस्यूस इन्फोटेक, एलटी फूडस, नेटलिंक से एम ओ यू प्रस्तावित हैं। चौहान इंटल रिसर्च लेबोरेटरीज के प्रबंध संचालक सुरेश जैन, नीति आयोग के पूर्व सदस्य मुकेश चैटर और डॉ. नेमकुमार, हेल्प मी सी के सीईओ जेकब मोहर, कोलेबेरा के अध्यक्ष हितेन पटेल, यूएसटी ग्लोबल के सीईओ साजन पिल्लई, सीएओ एलेक्जेंडर वर्गीज, यूएसटी ग्लोबल के चेयरमेन दान गुप्ता, अरसेस्यूज इन्फोटेक के नीरव सोजतिया से भी निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान 31 अगस्त को भी निवेशकों से बात करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान एक सितंबर को अमेरिका से स्वदेश के लिये रवाना होकर 2 सितम्बर को स्वदेश लौटेंगे।
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अब दबंगों ने शवयात्रा का रास्ता ही बदलवा दिया। मध्यप्रदेश में मे 12 सालो से भारतीय जनता पार्टी की सरकार शासन कर रही हैं और आये दिन सु-शासन से लेकर समरता व भाईचारे की बात करती है। लेकिन दबंगों की दबंगई पर सरकार की बातों का कोई असर नजर नहीं आ रहा है। पिछले दिनों मुरैना जिले मे शमसान घाट पर दंबगो की खबरें सुर्खियों में रहीं वैसा ही एक और मामला सामने आया। जिसमे प्रदेश की संस्कारधानी कहलाने वाले जबलपुर से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर पनागर मे एक शर्मनाक मामला सामने आया है जहाँ शमशान तक पहुचने शव यात्रा को दबंग नहीं दे रहे थे रास्ता। मजबूरन शव यात्रा को गहरे तालाब में से निकाल कर ले जाया गया। इस मामले के सामने आते ही क्षेत्र मे सनसनी फैलते देख स्थानीय विधायक ने ग्राम बमनोदा वासीयों को भरोसा दिलाया की तीन दिन में हालात सुधार दिये जायेगे ।
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केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने को कहा, 'एक समय जेट एयरवेज ने केबिन क्रू पद के लिए मेरे आवेदन को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि मेरा व्यक्तित्व कुछ खास नहीं है।' टेलीविजन अभिनेत्री से नेता बनीं स्मृति ईरानी ने मजाकिया अंदाज में आवेदन खारिज करने के लिए जेट एयरवेज का धन्यवाद किया और कहा कि वहां नौकरी नहीं मिलने के बाद उन्होंने मैकडोनाल्ड में नौकरी कर ली और उसके बाद जो हुआ वह सारी बातें इतिहास का हिस्सा हैं। ईरानी ने एक समारोह में कहा, 'मुझे नहीं पता कि बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि सबसे पहले मैंने कौन सी नौकरी चाही थी। मैंने जेट एयरवेज में केबिन क्रू के लिए आवेदन किया था, लेकिन मुझे खारिज कर दिया गया। मुझे बताया गया कि मेरा व्यक्तित्व अच्छा नहीं है। आवेदन खारिज करने के लिए आपका धन्यवाद। उसके बाद मुझे मैकडोनॉल्ड में नौकरी मिल गई।' एयर पैसेंजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एपीएआई) द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह के दौरान केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी ने जेट एयरवेज के एक अधिकारी को पुरस्कार प्रदान करने के बाद यह बात कही।
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देशभक्ति का खमीर अरशद अली मीडिया इसी तरह का हाइप बनाता है जैसे सिंधू का बनाया। मीडिया के तमाम कैमरे गोपीचंद अकादमी में पूरे दिन जमे रहे। सिंधू के घर जमे रहे। उनको पूरे दिन उत्तेजना बनाए रखनी थी क्योंकि अब खिलाड़ी का मतलब देश था, राष्ट्र था। ‘‘गो फॉर गोल्ड’ और ‘‘इंडिया मांगे गोल्ड’ होता रहा। सिल्वर तो जेब में था ही। लगे हाथ गोल्ड हो जाए तो एक देश को एक नया ‘‘सुपर आइकन’ मिल जाए! खेलना सिंधू को था। उसे हमें खेलते देखना था! हम, जिनमें से ज्यादातर बैडमिंटन के खेल की बारीकियों से शून्य हैं, जिन्हें जीत और हार ही समझ में आती है। लेकिन जिस तरह का हाइप किया गया उससे सिंधू का मैच शायद सर्वाधिक देखा गया मैच हो गया! इस हाइप में कई चीजें मिक्स रहीं : देश, राष्ट्र, राष्ट्राभिमान एक खिलाड़ी के कंधे पर धर दिए गए। वो तो सिंधू ने इस बीच न मोबाइल रखा, न टीवी देखा! लेकिन प्रेशर प्रेशर होता है। शायद इसीलिए वर्ल्ड चैंपियन मरीन करोलिना के आगे वह हर वक्त ‘‘नरवस’ दिखीं। मीडिया इसी तरह प्रेशर बनाकर देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति बनाता है। देशभक्ति की आकांक्षाओं में लपेट खिलाड़ी को दर्शकों में फेंकता है और एक गोल्ड मेडल के लिए तरसते दर्शकों में ‘‘तुरंता देशभक्ति’ बनने लगती है। जीतने वाले की जय जय होती है तो हारे हुओं को भुला दिया जाता है। इस हल्ले में खेल प्राधिकरण की राजनीति गायब हो जाती है। हमारी देशभक्ति उसी ढर्रे पर लौट आती है, जिसमें सब बड़े लोग जीत की बहती गंगा में अपने ट्वीटों से डुबकी लगाकर अपनी ‘‘महिमा’ को रिकॉर्ड कराने लगते हैं! एक दिन पहले तक यही साक्षी के साथ हुआ। कुश्ती में कांस्य लेने के बाद वो पूरे दिन चैनलों में छाई रहीं। सरकार ने ढाई करोड़ रुपये के इनाम का ऐलान कर दिया। साक्षी की मां ने पीएम के ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के नारे को ‘‘इंप्रोवाइज’ करते हुए उसमें ‘‘बेटी खिलाओ’ और जोड़ दिया। लेकिन असली बात इसके आगे आई। साक्षी की मां ने कैमरों के सामने यह भी कहा कि ‘‘जो पैसा देना है एक दो महीने में दे दिया जाए’! यानी कहीं ऐसा न हो कि इसके बाद कहीं वे सरकार का चक्कर ही लगाते न रह जाएं! इस तुरंता गरमागरम देशभक्ति के हाइप के बीच उस मां का उक्त ‘‘कटाक्ष’ खेल के प्रति कथित ‘‘प्रेम’ की असलियत की पोल खोलने वाला था। लेकिन हल्ला बेचने वालों को इसकी क्या परवाह? अपना मीडिया तुरंता देशभक्ति कुछ इसी फिल्मी स्टाइल से बनाकर गाना गाने लगता है कि ‘‘चाहे जितना जोर लगालो..बुरी नजर ना हम पे डालो सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी’! हमारे जैसे एक दो पदक वालों पर किसे पड़ी है, जो बुरी नजर डाले? एक दिन की इस देशभक्ति को अपना बनाकर बेचने के लिए सबसे ज्यादा तो ब्रांड इतराते हैं कि ‘‘ये स्वाद इंडिया’ का, ‘‘ये नमक इंडिया का’ ‘‘ये मिल्क इंडिया का’! जैसा हाइप हो-हल्ला ओलंपिक में जीते के दो पदकों के जीतने के वक्त बना है वैसा ही हल्ला क्रि केट के मैचों कि लिए बनाया जाता है, उसी तरह का प्रेशर कि ‘‘लंका में डंका बजाओ’, ‘‘उसे पीटो इसे हराओ!’ उधर, खिलाड़ी की जान लड़ती है। इधर यारों को देशभक्ति सूझती है ‘‘खेल की बारीकियां’ और ‘‘जोखिम’ गए तेले लेने! स्टूडियोज में बैठे एंकर और कथित विशेषज्ञ देशभक्ति का खमीर उठाते हैं, और देशभक्ति का तड़का लगाकर प्रायोजक-विज्ञापक अपने ब्रांडों को पेश करने लगते हैं कि ये स्वाद इंडिया का! वह नरसिंह यादव, जो रियो जाकर डोप टेस्ट के आरोप पर ‘‘अपना पक्ष शायद कायदे से न रख पाने’; उसके कोच के कथन के कारण खेल से बाहर कर दिया गया, उसका ‘‘दुख’ किसी से न बताया गया। जिन लोगों की वजह से वह वंचित हुआ, उसकी जांच कैसी थी कि दुनिया के मानकों पर खरी नहीं उतर सकी? कौन जवाबदेह है? किसी ने पूछा! खेलों के प्रति देश के कथित ‘‘प्रेम’ का असली चेहरा यही है। देशभक्ति का यह संस्करण मंत्रियों, संत्रियों को बिजनैस क्लास में ले जाता है, खिलाड़ियों को इकनामी क्लास में सड़ने दिया जाता है। हाकी के खिलाड़ियों को रियो में ठीक से जगह तक नसीब नहीं होती! असली मेडल अपने खेल मंत्रियों और उनके संत्रियों को मिलने चाहिए जिनने रियो के अधिकारियों तक से धक्का-मुक्की की! देशभक्ति का खमीर एक दिन के लिए उठता है, फिर बैठ जाता है और फिर वही ढाक के तीन पात और फिर वही राजनीति के मुक्के और लात! और इधर स्टूडियो में बैठे रिटार्यड खेलने वाले खिलाड़ी की खूबी के मुकाबले खामियों के बारे में दर्शकों को बताया जाने लगता है। [लेखक मध्यप्रदेश के जानेमाने पत्रकार हैं ]
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दो दिन के ब्रेक के बाद मंगलवार को राजधानी भोपाल फिर हल्की बारिश से तरबतर हो गई। दोपहर 12 बजे के बाद शहर में कई जगह हल्की बारिश हुई। मौसम केंद्र ने प्रदेश के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। यहां अलर्ट भोपाल में मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक 1.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस सीजन में यहां अब तक 1241 मिमी से ज्यादा पानी बरस चुका है। जबलपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना, उज्जैन, देवास में भी बारिश हुई। गुना, राजगढ़, आगर, सतना, रीवा, शहडोल समेत कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम केंद्र ने इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। भोपाल, इंदौर, मंडला, हरदा, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, जबलपुर जिलों में आज गरज- चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम केंद्र ने बताया कि बांग्लादेश के पास बना लो प्रेशर सिस्टम झारखंड, बिहार, छतीसगढ़ होता हुआ पूर्वी मप्र से दस्तक दे सकता है। इस वजह से फिर तेज बारिश होने का अनुमान है। प्रदेश में अब तक सामान्य से 33 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। पूर्वी मप्र में 30 और पश्चिमी मप्र में 36 फीसदी ज्यादा पानी बरस चुका है। 30 जिले में सामान्य से 20 प्रतिशत ज्यादा, 19 में सामान्य और 2 जिले में कम वर्षा दर्ज मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 01 जून से 22 अगस्त तक हुई वर्षा के आधार पर 30 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा, 19 जिले में सामान्य तथा 2 जिले में कम वर्षा दर्ज की गई है। सामान्य से अधिक वर्षा वाले जिले- जिन जिलों में 20 प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है। इनमें जबलपुर, कटनी, मण्डला, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, सतना, इंदौर, झाबुआ, अलीराजपुर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, होशंगाबाद और बैतूल है। सामान्य वर्षा वाले जिलों में छिन्दवाड़ा, सिवनी, डिण्डोरी, टीकमगढ़, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, धार, खरगोन, बुरहानपुर, देवास, मुरैना, श्योपुरकला, भिण्ड, ग्वालियर, दतिया, हरदा, खण्डवा और आगर शामिल हैं। कम वर्षा वाले जिले बड़वानी और बालाघाट हैं। बाढ़ से 3.80 लाख आबादी प्रभावित प्रदेश में बाढ़ और अति वर्षा से 3 लाख 83 हजार 459 आबादी प्रभावित हुई। कुल 103 जनहानि दर्ज की गई है। इक्कीस लोग घायल हुए हैं और 7 लोग लापता है। वर्षा से 2760 मकान पूरी तरह और 44 हजार 200 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। बाढ़ के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर संचालित राहत शिविरों की संख्या 162 रही है। इन शिविरों का उपयोग 22 हजार 387 लोग ने किया। मानसून मौसम में सबसे ज्यादा सतना में 40 और रीवा में 29 शिविर वर्तमान में संचालित किये जा रहे हैं। इसके अलावा मानसून मौसम में प्रदेश के 26 जिलों में 398 पशुहानि हुई। पन्ना जिले में 2 बांध फूटे और छतरपुर जिले में 2 पुलिया क्षतिग्रस्त हुई।
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रिओ ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु घर लौट आई हैं। पीवी सिंधु के आने की खबर के बाद हैदराबाद एयरपोर्ट बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और सभी ने सिंधु का शानदार स्वागत किया। बता दें की एअरपोर्ट के बाहर फैन्स काफी संख्या में सिंधु की एक झलक पाने के लिए मौजूद अभी हैं। वहीं तेलंगाना की सरकार ने पीवी सिंधु के स्वागत के लिए भव्य प्लान बनाया है जहाँ पर एयरपोर्ट से गच्चीबोवली के जीएमसी स्टेडियम तक खुली जीप में विजय जुलूस निकालने का कार्यक्रम होगा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने पहले पीवी सिंधु के सम्मान की घोषणा कर चुके हैं। तेलंगाना सरकार ने रिओ ओलंपिक में सिंधु के शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें पांच करोड़ रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की थी और उन्हें गाचीबाउली में पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी के निकट 1,000 वर्ग गज का प्लॉट भी दिया जायेगा। इसके अलावा देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न के लिए भी नया इतिहास बनने जा रहा है। देश के इस सर्वोच्च खेल पुरस्कार के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब चार खिलाड़ियों को एक साथ खेल रत्न का पुरस्कार मिलेगा। पीवी सिंधु के लिए बेस्ट ने खुली छत वाली डबल डेकर बस ‘नीलमबारी’ विजय जुलूस के लिए दे दी है। पीवी सिंधु ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर दिया और 125 करोड़ भारतीयों का सम्मान बढ़ा दिया। शायद यही कारण है की पूरा भारत उनका स्वागत अपने अंदाज में कर रहा है। गौरतलब हो की इस जीत के बाद पीवी सिंधु ने कहा था, ओलिंपिक का पदक जीतना मेरा सपना था, लेकिन मैं कभी यह सोचकर नहीं आयी थी कि यहां तक पहुंचुंगी उन्होंने कहा कि यहां तक पहुंचने में मेरे माता-पिता का बड़ा योगदान है।
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अमिताभ उपाध्याय मध्यप्रदेश में चल रही लगातार बारिश के कारण 16 बड़े तालाब फुलटेंक लेवल से ऊपर आ गए हैं जबकि 10 स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं। बाढ़ के हालात में 250 से ज्यादा गांव जलभराव की चपेट में आ चुके हैं जबकि 20 हजार से ज्यादा घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। पिछले 48 घंटों में करीब 25 लोगों की मौत के समाचार हैं। लगातार हुई बारिश से मप्र में अब स्थिति भयावह हो गई थी ,पिछले 12 घंटे में बारिश के कम होने से हालात में मामूली सुधार हुआ है । आसमान से अब आफत नहीं दहशत बरस रही है। लाखों लोग एक एक पल पानी के थम जाने की प्रार्थना कर रहे हैं। सागर एवं सतना में 3 बड़े मकान गिर गए हैं। इसके अलावा हजारों कच्चे मकान और झोंपड़े बर्बाद हुए हैं। मौसम यदि शीघ्र ही साफ नहीं हुआ तो हालात बद्तर हो जाएंगे। सरकार फिलहाल प्रभावितों को शिविर में लाकर 2 वक्त का भोजन प्रबंध करने में जुटी हुई है। सरकार डूब में आने वाले गांवों को खाली करने की चेतावनी तो जारी कर रही है लेकिन उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कोई माकूल प्रबंध नहीं किया जा रहा है। प्रमुख जलाशयों का जल-स्तर (मीटर में) क्र. जलाशय 21 अगस्त की स्थिति फुल टेंक लेवल 1. बरगी - जबलपुर 420.85 422.76 2. तवा - होशंगाबाद 354.48 355.39 3. बारना - रायसेन 348.41 348.55 4. इंदिरा सागर - खण्डवा 260.40 262.13 5. ओंकारेश्वर - खरगोन 190.98 196.60 6. बाणसागर - शहडोल 340.70 341.64 7. संजय सरोवर - सिवनी 517.40 519.38 8. राजीव सागर - बालाघाट 339.20 344.40 9. गाँधी सागर - मंदसौर 396.47 399.89 10. मनीखेड़ा - शिवपुरी 345.80 346.25 11. गोपीकृष्ण - गुना 433.78 434.00 12. माही - झाबुआ 451.05 451.50 13. हलाली - विदिशा 459.61 459.61 14. कोलार -सीहोर 461.73 462.20 15. केरवा-भोपाल 509.96 509.93 16. राजघट 370.15 371.00 कोलार के8, बरगी जलाशय के 9, बाणसागर के 16, गोपीकृष्ण का एक और राजघाट के 4 गेट खोले गये |
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आरबीआई गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल की नियुक्ति को लेकर केन्द्र पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने कहा कि पटेल भी अपने पूर्वाधिकारी रघुराम राजन की श्रेणी के हैं जिन्हें सरकार ने दूसरा कार्यकाल नहीं दिया। कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट में कहा कि अगर प्रतिष्ठान को रघुराम राजन की विदेशी पहचान से घृणा है तो उर्जित पटेल भी उसी श्रेणी के हैं। कांग्रेस नेता परोक्ष रूप से पटेल के केन्या में जन्मे होने तथा भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा राजन पर आरबीआई गर्वनर होने के बावजूद उनके अमेरिकी ग्रीन कार्ड धारक होने को लेकर बार-बार निशाना साधने का जिक्र कर रहे थे।
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बन रहा है एक और डीप डिप्रेशन प्वाइंट अमिताभ उपाध्याय मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश के कारण 15 लोगों की मौत हो गई हैं। इसमें सागर जिले में 7 , कटनी में 2 , छतरपुर में 3 और सांची में तीन लोगों की मृत्यु हुई है । मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है ।रीवा जिले के 35, सतना के 62 गांव बाढ़ से प्रभावित। सतना जिले में 4215 लोगों को और रीवा जिले से 1550 लोगों को अब तक रेस्क़यू कर के निकाला गया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद इन हालातों का जायजा ले रहे हैं। मध्य प्रदेश के कई इलाकों में आने वाले कुछ दिन मौसम के लिहाज से बेहद खतरनाक साबित होने वाले हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 17 अगस्त को बंगाल की खाड़ी पर बना डीप डिप्रेशन अब मध्य भारत की ओर है। 20 अगस्त को मध्य प्रदेश इस डीप डिप्रेशन की चपेट में रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि इन दो दिनों में मध्य प्रदेश में तूफानी बारिश होने की आशंका है। इतना ही नहीं, 22 अगस्त से एक और डीप डिप्रेशन प्वाइंट बंगाल की खाड़ी में एक्टिव हो जाएगा, जिसके बाद मध्य प्रदेश एक बार फिर से भारी बारिश की चपेट में होगा। मौसम विभाग का कहना है कि इस दौरान बारिश का तीव्रतम प्रकोप देखने को मिल सकता है। मॉनसूनी हवाओं के कारण प्रदेश के पूर्वी इलाकों में 50 किमी प्रतिघंटे तक की तेज हवाएं चल सकती हैं। इसके साथ ही मूसलाधार बारिश तूफान का रूप अख्तियार कर सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक पूरा प्रदेश इसकी चपेट में आने की संभावना है। लेकिन शुरूआती तौर पर इसका असर पूर्वी मध्य प्रदेश में देखने को मिलेगा, जहां पहले ही बारिश बीते एक हफ्ते से अपना कहर बरपा रही है। इस स्थिति में इन इलाकों में हालात और बिगड़ने की आशंका है। प्रदेश में रेड अलर्ट जारी : सतना और रीवा सम्भागों में मूसलाधार बारिश के बाद अब डीप डिप्रेशन प्वाइंट के आगामी असर को देखते हुए प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। 19 अगस्त से शुरू होने वाले इस रेड अलर्ट को आने वाले दिनों तक जारी रखने का फैसला किया गया है। आंकड़े बताते हैं कि आने वाला एक हफ्ता प्रदेश के लिए मूसलाधार बारिश वाला साबित हो सकता है, लिहाजा प्रदेश में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। रेड अलर्ट जारी करने का मतलब है कि प्रदेश में कई इलाकों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इस बारिश का दायरा काफी बड़ा होगा, जो जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करेगा। सतना-रीवा में हालात बदतरमध्य प्रदेश के पूर्वी इलाकों में भारी बारिश के कारण बने हालातों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रीवा शहर को बाढ़ के खतरे के कारण खाली कराया जा रहा है। कई इलाकों में पानी भरने के बाद लोग पहले ही पलायन कर चुके हैं। बाकी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। रीवा, सतना और पन्ना में बीते हफ्ते भर से मूसलाधार बारिश जारी है। ज्यादातर सम्पर्क मार्ग कट चुके हैं, दर्जनों घर धराशायी हो चुके हैं और लाखों लोग जलभराव के बाद बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग के चेतावनी के बाद रीवा और सतना जिलों में हालात और खराब होने की आशंका जताई जा रही है। कटनी में भी जनजीवन प्रभावितमूसलाधार बारिश की चपेट में आने के बाद कटनी में भी हालात खतरनाक हो गए हैं। इलाके की कई नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। तेज बारिश के कारण कई जगहों से घरों के गिरने की खबर है, तो वहीं घरों में पानी घुसने के बाद लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ रहा है। कटनी में हालात बिगड़ने के बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं बारिश से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बंगाल की खाड़ी में बना है डीप डिप्रेशन प्वाइंटमौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से उठा डीप डिप्रेशन इस वक्त झारखंड के ऊपर बना हुआ है। जिसके कारण मॉनसूनी हवाओं का बहाव छत्तीसगढ़ से लेकर पूरे मध्य प्रदेश में बना हुआ है। प्रदेश में कई जगह मूसलाधार बारिश हो रही है। सतना और रीवा जिले पहले ही बाढ़ की मार झेल रहे हैं। अनुमान है कि एक से दो दिन इन इलाकों के अलावा प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। पूर्व से पश्चिम तक एक साथ भीगेगा प्रदेशमौसम विभाग का अनुमान है कि मध्य प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बारिश की स्थिति बद से बदतर हो सकती है। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में मूसलाधार बारिश हो सकती है। हालांकि सतना और रीवा सम्भाग पहले ही बाढ़ की मार झेल रहा है। इन इलाकों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। यदि मौसम विभाग का अनुमान सही बैठता है तो सतना रीवा में स्थिति और गंभीर हो सकती है। पूर्वी इलाकों में मॉनसून की अति सक्रियता के बाद इसके पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ने का अनुमान भी लगाया जा रहा है। माना जा रहा है 20 अगस्त को भारी से अति भारी बारिश का ये दौर मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ जाएगा। 72 घंटे तक रहेगा प्रभावमौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक कम दबाव के इस क्षेत्र का प्रभाव प्रदेश में 72 घंटे तक रहने का अनुमान है। मध्य प्रदेश के साथ साथ बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश का सिलसिला अगले दो से तीन दिनों तक जारी रहेगा। बन रहा है एक और डीप डिप्रेशन प्वाइंट : मध्य प्रदेश के लिए सिर्फ दो दिन ही भयंकर नहीं हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 20 अगस्त को जब मॉनसून प्रदेश में अपनी अतिसक्रियता दिखा रहा होगा, उसी वक्त बंगाल की खाड़ी में एक और डीप डिप्रेशन प्वाइंट बनेगा। जिसकी सक्रियता 22 अगस्त से प्रदेश में नजर आएगी। यानि आने वाला पूरा एक सप्ताह मध्य प्रदेश में भारी बारिश वाला साबित होगा। बंगाल की खाड़ी से मिले मौसम के आंकड़ों के मुताबिक कम दबाव के दूसरा क्षेत्र 20 अगस्त को एक्टिव हो जाएगा। जिसके बाद 22 और 23 अगस्त को उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड होते हुए मध्य प्रदेश में मूसलादार बारिश करवाएगा
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40 बरसों से चला आ रहा है ये रिश्ता अमिताभ उपाध्याय एक और राजनीति चमकाने के लिए राखी जैसे पवित्र पर्व को भी नेताओं ने धंदा बना लिया है,हर नेता जब तक दो चार सौ राखी न बँधवाले तब तक उसे नींद नहीं आती और राखी के बाद वो बहन उस बड़े नेता भाई से मिल ही नहीं पाती । हर नेता मुस्लिम बहनों से राखी बंधवाते हुए जरूर फोटो खिंचवाके उसे प्रचारित करता है। वहीँ जयभान सिंह पवैया एक ऐसे नेता हैं जो पिछले 40 सालों से अपनी एक मुस्लिम बहन से राखी बंधवा रहे हैं वो भी बिना किसी शोर शराबे के। यह जानते हुए भी कि पवैया कट्टर हिंदूवादी नेता हैं उनकी बहन जैना के मन में उनके लिए अगाध प्रेम है। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा, लोकसेवा प्रबंधन एवं जन शिकयत मंत्री जयभान सिंह पवैया ने इस बार के रक्षाबंधन पर भी अपनी मुस्लिम बहन मोहतरमा जैना से ग्वालियर में राखी बंधवाई। श्री पवैया का मोहतरमा जैना से बहिन का रिश्ता पिछले लगभग 40 साल से चला आ रहा है। इतने ही वर्षों श्री पवैया उनसे बिना नागा हर रक्षाबंधन को राखी बंधवाते आ रहे हैं। ग्वालियर के माधौगंज निवासी जैना को कितना भी जरूरी काम हो पर वो रक्षाबंधन को शहर से बाहर नहीं जाती। वे कहती हैं जो आत्मीयता और सुकून उन्हें अपने भाई जयभान सिंह को राखी बांध कर मिलता है, उसके आगे सभी खुशियाँ फीकी हैं। जैना इस बार पवैया की कलाई पर राखी बांधकर फूली नहीं समा रहीं थीं, उनका कहना था की खुदा ने हमसब की दुआ कुबूल कर मेरे भाई को जनसेवा के लिए मंत्री का ओहदा दिलवाया है।
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उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान के इंडोर गेम कॉम्पलेक्स का उदघाटन भोपाल में मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि साधनों के बिना भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जा सकता है। खिलाड़ी में आत्म-विश्वास और देशभक्ति होना जरूरी है। भारत का खिलाड़ी देश के लिये लड़ता है। खेल मनोरंजन का नहीं, अपितु प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। अच्छी खेल प्रतिभा बड़े शहर ही नहीं, छोटे शहरों में भी होती है। श्री पवैया उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान के इंडोर गेम कॉम्पलेक्स 'खेल प्रशाल'' का उदघाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की सेना में जो जज़्बा होता है, वही खिलाड़ियों में होना चाहिये। श्री पवैया ने कहा कि खिलाड़ी और विद्यार्थी में हीन भावना नहीं होना चाहिये। इन्हें आत्म-विश्वास से परिपूर्ण होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी और विद्यार्थी में नियति को चुनौती देने की ताकत है। जोखिम उठाने की हिम्मत करने वाले का साथ भगवान भी देता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिभा की भी कोई कमी नहीं है। श्री पवैया ने संस्थान की शोध पत्रिका के चौथे अंक का विमोचन भी किया। संचालक डॉ. एम.एल. नाथ ने बताया कि कॉम्पलेक्स 2 करोड़ से ज्यादा की राशि से बनाया गया है। संचालन डॉ. प्रवेश अग्रवाल ने किया। आभार क्रीड़ा अधिकारी श्री राय ने माना।
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ये हैं पूरे दिन के शुभ मुहूर्त 18 अगस्त को भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व पर इस बार भद्रा का साया नहीं पड़ेगा। तीन वर्ष के बाद यह संयोग बन रहा है, जब रक्षाबंधन के दिन लोगों को भद्रा काल देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोग दिनभर शुभ मुहूर्तों में राखी बांध सकेंगे। साथ ही इस बार सिंहसान-गौरी योग के बनने से रक्षाबंधन का पर्व और भी विशेष रहेगा। उज्जैन के पंचांगकर्ता पं. श्यामनारायण व्यास के अनुसार, इस बार श्रावण शुक्ल पूर्णिमा रक्षाबंधन का पर्व भद्रा मुक्त रहेगा क्योंकि भद्रा काल सूर्योदय होने से पहले ही समाप्त हो जाएगा। इस कारण लोग चाहें तो सुबह मुहूर्त में रक्षाबंधन कर सकते हैं। दोपहर व शाम को भी राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त हैं। उज्जैन के ही ज्योतिष पं. अमर डिब्बावाला के अनुसार, वर्ष 2013 में भी इस तरह के योग बने थे। अब तीन वर्ष के बाद फिर राखी पर भद्रा का साया नहीं होने से बहनें पूरे दिन भाईयों को राखी बांध सकेंगी। ये हैं रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त सुबह 06 से 07.30 बजे तक- शुभ सुबह 10.30 से दोपहर 12 बजे तक- चर दोपहर 12 से 01.30 बजे तक- लाभ दोपहर 01.30 से 03 बजे तक- अमृत शाम 04.30 से 06 बजे तक- शुभ शाम 06 से 07.30 बजे तक- अमृत
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रीवा के लोग हैं सरकार से खासे नाराज मध्यप्रदेश रीवा जिले में पिछले 12 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते नदी-नाले उफान आ गए हैं। इसके चलते अनेक गांव का संपर्क टूट गया है। कलेक्टर ने बारिश के मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। बारिश के चलते टमस, बेलन, महान, उड्डा, बिछिया, बीहर, निपनिया के पुल डूब गए हैं। शहर के सात वार्डों में पानी भरने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सोहागी पहाड़ पर जाम लगने से रीवा-इलाहाबाद मार्ग बंद हो गया है। त्यौथर के 72 गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है।18 साल बीजेपी का मेयर, रीवा को आखिर मिला क्या....? इस बारिश के बाद बने हालातों पर कृष्णमोहन मिश्र ने कहा पानी तो तब तक गिरेगा जब तक लोग घरो से निकलकर सडकों पर नहीँ आएंगे। और ये नही पूछेगे की 18 साल से बीजेपी का मेयर और 13 साल से बीजेपी सरकार है इसने क्या किया।बारिश तो हर बरस होती है , विकास का क्या हुआ ।सबसे बड़ा सवाल, आखिर रीवा डुबोया किसने। निगम प्रशासन, मेयर,या फिर मंत्री के कथित विकास ने। सवाल यह है कि रीवा को कैसा विकास चाहिए। जेब भरने वाला। दिखाने वाला अथवा जरूरत पूरी करने वाला। मंत्री को तो जनता की राय लेकर विकास का ईटा रखना चाहिए था। न सपना मुक्कम्मल हुआ और न ही जरूरते पूरी हुयी। रीवा के लोग सवाल कर रहे हैं लोग डूब कर मर जायेंगे, घरो में पानी भरा है, क्या फ्लाई ओवर में आकर डेरा जमा ले या समदड़िया जो बना रहा है वहां रूक जाये। आखिर वोट देने वाले कहाँ जाये। अमहिया सरकार ,इस शहर को आखिर दी क्या ? अब तो रीवा वालों को सोचना होगा। अभी मरे नहीँ हो, डूबे भी नहीँ हो, सिर्फ दहशतज़दा हो। एक बीजेपी नेता ,मंत्री के आदमी कहते है, कुछ नहीँ सिर्फ पानी गिर रहा है, पानी निकासी नहीँ है,बाक़ी सब खैरियत है। यह कितना सच है जनता ही जानें। रामसिया तिवारी कह रहे हैं अभी तक मंत्री का बयान नही आया, आखिर वो चाहते क्या है ? कार के अंदर से नही दिखेगा घरों में पानी कितना घुसा है। कभी पानी की ज़मी पर चल कर देखो साहेब,तब जानोगे ज़िन्दगी क्या होती है और कथित विकास की सच्चाई शहर मे कितनी जमीनी है, वाकई ग्रामीण अचलो की कल्पना की जा सकती है । एसडीएम त्यौथर माला त्रिपाठी व तहसीलदार रामबाबू देवांगन क्षेत्रों का दौरा कर बाढ़ का मुआयना कर रहे हैं। राजस्व की टीम मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा ले रही है। ऊसरगांव चारों ओर से पानी से घिर गया है। चदई गांव के कई घरों में पानी घुस गया है। पुल से लगभग 10 फीट पानी है। जिले में हो रही भारी वर्षा के मद्देनजर कलेक्टर राहुल जैन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के सभी स्कूलों में 16 अगस्त को अवकाश घोषित किया गया है। कलेक्टर ने संबंधित स्कूलों के शिक्षकों को निर्देशित किया है कि यदि कहीं भी स्कूल लग गये हों तो वह वहां के विद्यार्थियों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। सतना जिले के बिरसिंहपुर में पिछले 36 घंटे से लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते बिरसिंहपुर से सेमरिया मार्ग पर बना पुल डूब गया है। पुल से 7 फीट ऊंचाई पर पानी का बहाव बना हुआ है। रास्ता पूरी तरह से बंद हो चुका है। सतना जिले के नागोद थाना में घुटनों तक पानी भर गया है। मझगवां से पहाड़ीखेरा मार्ग बंद हो गया है। उधर चित्रकूट इलाके में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से मंदाकिनी में बाढ़ आ गई है, रामघाट में लगभग 75 दुकानें डूब गईं हैं। महाकोशल के जबलपुर, डिंडौरी, कटनी सहित विंध्य के सीधी, सिंगरौली में झमाझम बारिश हो रही है। बुंदेलखंड के दमोह में भी पिछले 12 घंटे से रुक-रुककर बारिश हो रही है। जिससे नदी नाले उफान पर हैं।
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राघवेंद्र सिंह स्वराज की तरह क्या सुराज भी लड़कर लेना पड़ेगा..? आजादी के 70वें दिवस पर यह सवाल पूरे देशवासियों के दिलोदिमाग में उमड़-घुमड़ रहा है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हम दुशासन को सुशासन में बदलने की बात महज महज रस्मअदायगी के लिए नहीं करना चाहते। दरअसल गोरों की गुलामी से मुल्क को बचाने के बाद हम अपने घरों को गरीबी की दीमक से बचाने की कोशिश कर रहे मगर कुछ कुर्सी के कीड़े मुल्क खाने में जुट गए। 1942 में ‘अगस्त क्रांति’ में जब अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी ने भी कहा था, ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो।’ अब देश कह रहा है, ‘दुशासन भारत छोड़ो।’ महात्मा ने इसके भी अागे अपनी गिरफ्तारी के वक्त एक और नारा दिया था, ‘करो या मरो...’ भले ही अब कोई महात्मा गांधी नहीं है मगर सुराज के लिए ‘करो या मरो’ के हालात बन चुके हैं। सियासी नहीं इमानदार-राष्ट्रवाद के बिना सुशासन की डगर वैसी ही है जैसे ‘आग का दरिया है और डूबकर जाना है...’ तरक्की के लिए देश की सियासत में शुचिता और सुशासन के वादे पर सरकार में आई पार्टियों ने भी जनता को अभी तक खुश कम दुखी ज्यादा किया है। एक-दो लीडर नहीं पार्टी की पार्टियां सपनों की सौदागर बन सरकार तो बना रही है लेकिन हकीकत में यह सब ख्वाब दिखाकर ठगी जैसा फौजदारी अपराध है जिसमें िसयासी तौर पर जमानत का हक भी नहीं बनना चाहिए। स्वराज के बाद सुराज के सपने पर एतबार के बाद नेताओं की कारगुजारियों से मिले धोखे ने समूची राजनीति पर ही विश्वास का संकट पैदाकर दिया है। नेताओं की बातें, नारे और वादे जुमलों में तब्दील हो गए हैं। 1942 में बापू के इस नारे पर कि ‘करो या मरो’ पर आजादी के लिए कोई जान की बाजी नहीं लगाता। हुकूमत में हुक्मरान जनता के लिए मां-बाप के माफिक होता है। जो जनता को ख्वाबों की घाटी पर जब उछालता है तो वह उन पर भरोसा कर उसकी झोली वोटों से भर देती है मगर साल-दर-साल उसे पार्टियों के संकल्प पत्र (घोषणा पत्र) जुमले और झूठ के पुलिंदे ही साबित हुए। संकल्पों के बावजूद आम आदमी और उसकी बहन-बेटियां महफूज नहीं हैं। वादों के बाद भी हकीकत में पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरियां का टोटा है। बढ़ने के बजाए रोजगार के अवसर घट रहे हैं। कल-कारखानों के लिए देश-दुनिया में उद्योगपतियों के सामने झोली फैलाने पर भी कोरे आश्वासन लाए और दिखाए जा रहे हैं। हालांकि देश में मोदी सरकार ने दो साल ही पूरे किए हैं मगर ‘पूत के पांव’ जो पालने में दिख रहे हैं उससे उसके चाहने वालों को भी खुशी कम दुख ज्यादा है। पूरी सरकार आर्थिक हरियाली के लिए आत्महत्या कर रहे किसानों की कम संसेक्स की चिंता में ज्यादा डूबी दिखाई देती है। अन्नदाता गिरे तो गिरे शेयर मार्केट नहीं गिरना चाहिए। जबकि अच्छा मानसून और बंपर फसल से ही उद्योग भी उछलता और शेयर भी खिलखिलाता है। आजादी की 69वीं सालगिरह (70वां दिवस) क्योेंकि यह साल के अंत में आता है। पूरे देश में खेती की बदहाली ने किसानों को जान देने के लिए मजबूर कर दिया है मगर सरकारें फिक्रमंद हैं तो खेत के लिए नहीं निवेश के लिए। इन मुद्दों पर हम आंकड़ों पर जाकर विषय को रूखा और बोझिल नहीं करना चाहते पर कोई तो समझाए इन सरकारों को, यह देश उद्योग नहीं कृषि प्रधान है। अगर जनता समझाएगी तो यह आजादी के आंदोलन की तरह इसके रक्तरंजित होने की भी आशंका है। यह नौबत न आए तो अच्छा है। किसानों को उसकी फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिलेगा तो वो आत्महत्या करेगा। अगर किसान मरेगा तो उद्योग कैसे जिन्दा रहेगा और देश कैसे चलेगा। नेताओं की दौलत भले ही दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ जाए, सरकारी बाबुओं की तनख्वाह लाखों में पहुंच जाए, गरीबों की हाय उनका तन-खा जाएगी। हम देश की सीमाओं की सुरक्षा और फौज की हालत पर चर्चा नहीं करना चाहते, यह हमारे प्राणों से भी ज्यादा संवेदनशील मुद्दा है। मगर विदेश नीति को लें तो पड़ोसियों - चीन-पाकिस्तान से संबंध बिगड़ रहे हैं, सुधरने की हमें उम्मीद भी नहीं थी। देशवासियों की मंशा है कि हम सॉफ्ट नेशन नहीं रहना चाहते। कोई आंख दिखाए तो हम उसके सिर काट लाएं, जैसा नरेंद्र मोदी ने पीएम बनने के पहले कहा भी था। देश के दिलोदिमाग की इस आवाज को अनसुना करने के गंभीर खतरे हैं। मगर अभी तो हम यही कर रहे हैं। फिलवक्त तो... सुराज तुम कब आओगे। क्योंकि स्वराज तो 69 साल पहले ही आ गया था। अभी तो देश के हालात ऐसे हैं कि ‘इस दौर-ए-तरक्की के अंदाज निराले हैं, जेहन में अंधेरे और सड़कों पर उजाले हैं।’(लेखक IND24 मप्र/छग के समूह प्रबंध संपादक हैं)
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आचार्य विद्यासागर का चातुर्मास रवीन्द्र जैन भोपाल में चातुर्मास कर रहे जैन संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने कहा है कि मोक्ष मार्ग की साधना में विश्राम नहीं होता। उन्होंने कहा है कि सत्य को अर्जित करके ही कल्याण का उपक्रम चलता रहता है। आचार्यश्री शनिवार को हबीबगंज जैन मंदिर में प्रवचन दे रहे थे। स्वतंत्रता दिवस और राखी के पर्व की छुट्टियों को देखते हुए बड़ी संख्या में देश-विदेश से भक्तगणों का भोपाल पहुंचना शुरू हो गया है। शनिवार को बड़ी संख्या में लोग आचार्यश्री के दर्शन करने पहुंचे। अजमेर से राजेन्द्र कुमार, अजय कुमार दनगसिया परिवार की ओर से अनिमेष जैन दनगसिया ने आचार्यश्री के चरणों में श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया और अजमेर में उनके परिवार की ओर से बनाए गए जिनालय के पंचकल्याणक करने का आग्रह भी किया। आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ने कहा कि एक चैन और पुली के माध्यम से भारी से भारी वजन भी आसानी से ऊपर पहुंचाया जा सकता है। जिस वजनदार वस्तु को उठाने के लिए एक हजार आदमी लगते हैं उसे चैन और पुली के माध्यम से एक बच्चा भी ऊपर पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वजनदार वस्तु को जिस गति से पहुंचाया जाता है उसी गति से उसे नीचे भी उतारा जा सकता है लेकिन इसमें सावधानी यह रखना पड़ती है कि रास्ते में रोकना नहीं। यदि रुका तो जर्क लगेगा और वह चैन को तोड़कर नीचे भी आ सकता है। आचार्यश्री ने कहा कि श्रमण (जैन संत)सातवें गुण स्थान में रहते हैं और उन्हें छठे गुण स्थान में भी आना पड़ता है। लेकिन छठें और सातवें गुण स्थान के बीच झूलते श्रमण को सदैव सावधानी रखनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान एक हजार वर्ष तक छठे और सातवें गुण स्थान के बीच झूले हैं, लेकिन सावधानीपूर्वक। आचार्यश्री ने कहा कि इस यात्रा पर नियंत्रण रखना हम आगम के माध्यम से सीख सकते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि एक नदी पर लंबा पुल है। नदी पार करना है और बीच में ट्रेन आती है तो बीच-बीच में कुछ ऐसे स्थान बनाए जाते हैं जहां खिसक कर पुल पर गुजरने वाले यात्री अपनी रक्षा कर सकते हैं। इसी प्रकार श्रमण को भी सावधानी पूर्वक छठवें और सातवें गुण स्थान के बीच यात्रा के दौरान विपरीत परिस्थिति में अपने भावों की विशुद्धि रखनी पड़ती है। यदि भावों में पतन हुआ तो सब कुछ खत्म हो जाएगा। आचार्य श्री ने आज साफ-साफ शब्दों में कहा कि वे हर किसी को अपना आशीर्वाद नहीं देते। आशीर्वाद मांगने वाले की भावना और योग्यता को पहचानकर ही वे अपना आशीष देते हैं ताकि उसका कल्याण हो सके। उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद के मूल्य का अलग महत्व है। जिन्हें उनसे असहमति है वे कहीं भी जाकर आशीर्वाद ले सकते हैं। शनिवार को आचार्य विद्यासागर जी महाराज 48 घंटे बाद आहारचर्या के निकले। लालघाटी निवासी मनोज जैन बागा परिवार ने आचार्य श्री का पडग़ाहन किया और नवधा भक्ति कर उन्हें निरंतराय आहार कराए।* दरअसल शुक्रवार को आचार्यश्री ने उपवास किया था, शनिवार को उनका पाडऩा हुआ उनके आहार देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मनोज के चौके के बाहर पहुंचे थे।
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नेमीचन्द राठौर अफीम उत्पादक क्षेत्र मंदसौर में जिले में रिश्वत खोरी के आरोप पुलिस पर तो लगते रहे हैं, लेकिन सेन्ट्रल नारकोटिक्स का सब इंस्पेक्टर मधुसुदन पाठक को 30 हजार की रिश्वत लेते उज्जैन लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढना बड़ी बात हैं। पिछले दिनों राजस्थान का एक तस्कर सुखलाल को सेन्ट्रल नार्कोटिक्स टीम ने पकड़ा था,उस मामले में एक बेकसूर किसान को फ़साने की साजिश रची, सब इंस्पेक्टर मधुसुदन पाठक ने पिपलिया मण्डी थाने के ग्राम मिन्डलाखेड़ा के किसान कमलदास को कहा कि 18 जुलाई को राजस्थान का सुखलाल पकड़ाया है वह तुम्हारा नाम ले रहा है कि मादक पदार्थ तुम ने दिया हैं,पाँच लाख रुपए दे दो तो में तुम्हें इस केस से बहार कर दूंगा। ऐसे में घबराये किसान कमलदास ने अपने आप को बचाने के लीये ढाई लाख में मामला तय किया और 30 हजार रुपए देने की बात पहले हुई, ईस बात को सुन कमलदास के बेटे मुकेश बैरागी ने उज्जैन लोकायुक्त को अवगत कराया,लोकायुक्त ने अपनी टीम के साथ कार्यवाही करते हुए 30 हजार की रिश्वत लेते सेन्ट्रल नारकोटिक्स के सब इंस्पेक्टर मधु सूदन पाठक को रंगे हातो गिरफ्तार किया,,,लोकायुक्त ने भ्र्ष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी सब इंस्पेक्टर मधुसुदन पाठक ने अपने उपर लगे आरोप को गलत बताया,कहा की मुखबरी के लिये मेने ही रुपए दिये थे जो में लेने आया था,बाहर हाल जो भी मामला हो लेकीन सेन्ट्रल नारकोटिक्स पुलिस पर यह आरोप लगना विभाग की कार्य शैली को बयां कर रहा हैं।
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जैन संत विद्यासागर जी ने दिया देश के नेताओं को संदेश रवीन्द्र जैन राजधानी भोपाल में चातुर्मास कर रहे जैन संत आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ने देश के नेताओं को एक बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि किसी दूसरे राष्ट्र को देखकर कोई भी राष्ट्र विकसित नहीं हो सकता। इसलिए भारत को विकासशील राष्ट्र कहना बंद करो। भारत पहले से ही विकसित राष्ट्र है। उन्होंने कहा कि हम अपने मन के नौकर बन गए हैं और यही हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है। आचार्यश्री दिगम्बर जैन मंदिर हबीबगंज में प्रवचन दे रहे थे। सुबह की सभा में पद्मनाभ दिगम्बर जैन मंदिर समाज की और से आचार्यश्री की श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजन की गई। इस अवसर पर मंदिर समिति की और से हबीबगंज मंदिर निर्माण के लिए दान राशि भी भेंट की गई। जापान से आए संकल्प जैन और सुशीला जैन ने भी हबीबगंज जैन मंदिर में एक प्रतिमा विराजमान करने का संकल्प लिया। पूजन के बाद अपने आर्शीवचन में आचार्यश्री ने कहा कि भारत अब 70 साल का हो चुका है। एक तरह से परिपक्व राष्ट्र हो चुका है। हमारे नेता आज भी भारत को विकासशील राष्ट्र कहते हैं। हम 70 साल से यही सुनते आ रहे हैं। कहा जाता है कि अमेरिका, जापान, रसिया, फ्रांस, जर्मनी विकसित हो चुके हैं और भारत विकासशील है। दरअसल हम इसलिए विकासशील हैं कि हम दूसरे राष्ट्रों को देखकर विकास की अवधारणा बना रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और विकसित राष्ट्र है। हमने इस नीति से बाहर आना होगा। आचार्य विद्यासागर महाराज ने कहा कि यदि शांति चाहिए तो चिंता और चिंतन से मुक्त हो जाओ जो चीजे अनादिकाल से है उन्हें समाप्त किया जा सकता है। जैसे राग,द्वेष अनादिकाल से है। हम इन्हें समाप्त कर सकते हैं।* लेकिन इनके बारे में ज्यादा चिंता और चिंतन करने से सिर दर्द के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य का सारा पुरुषार्थ सिर्फ पेट के लिए नहीं है। वह मन के वश में है। एक तरह से मन का नौकर बन गया है और मन के पास पेट नहीं पेटी है जो कभी भरती नहीं है। मनुष्य मन की पेटी को भरने के लिए तमाम यतन करता है। मन की इच्छाओं को पूरा करने वह आशीर्वाद मांगने हमारे पास भी आता है। हम कहते हैं मन को मारने का पुरुषार्थ करो तो शांति स्वत: मिल जाएगी।
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"याद करो कुर्बानी'' आयोजन श्रंखला की समीक्षा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'याद करो कुर्बानी'' के आयोजन जन के मन में देश भक्ति का भाव जगाने वाले हों। आयोजन उत्साह, उल्लास और भव्य गरिमा के साथ किये जाये। इन कार्यक्रमों में नौजवानों की सक्रिय भागीदारी हो। बुर्जुगों को भी सम्मानपूर्वक शामिल किया जाये। श्री चौहान आज मंत्रालय में 'याद करो कुर्बानी'' श्रंखला में आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 'याद करो कुर्बानी'' के आयोजनों में जनता की सक्रिय और प्रभावी भागीदारी हो। कार्यक्रम रस्मी आयोजन नहीं बनें। जिला मुख्यालयों के साथ ही नगरों, कस्बों और ग्राम पंचायतों में भी कार्यक्रम किये जाये। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या 14 अगस्त को प्रदेश-भर में कैंडल मार्च किये जाने के निर्देश दिये। श्री चौहान ने कहा कि स्वतंत्रता लम्बे संघर्ष और बलिदान के बाद मिली है। स्वतंत्रता संघर्ष के सेनानियों के त्याग-बलिदान, उनका जीवन और संघर्ष की घटनाओं पर आधारित बौद्धिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन विद्यालयों, महाविद्यालयों में किया जायें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वतंत्रता संघर्ष के वीरों से संबंधित स्थलों पर विशेष आयोजन किये जायें। जन यात्राएँ निकाली जाये। इन यात्राओं में मंत्रि-परिषद के सदस्य भी शामिल हों। वीरता पदकों से सम्मानित शहीदों के परिजनों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान के आयोजन हो। उन्होंने कार्यक्रमों के प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र द्वारा प्रोत्साहित करने के प्रयासों की भी जरूरत बताई। बताया गया कि 'याद करो कुर्बानी'' कार्यक्रमों की श्रंखला में प्रदेश के विद्यालयों, महाविद्यालयों में 23 अगस्त की प्रात: 11 बजे छात्र-छात्राएँ राष्ट्र गान, जन-गण-मन का गायन करेंगे। निबंध, चित्रकला, नाट्य और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा। ग्राम पंचायतों में ग्राम सभाएँ होंगी। इसके पहले बच्चों-बुर्जुगों की संयुक्त दौड़ होगी। दौड़ संपन्न होने पर पौध-रोपण होगा। प्रदेश में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन खेल एवं युवा कल्याण विभाग के तत्वाधान में होगा। माँ तुझे प्रणाम योजना में 72 सदस्यीय दल बाड़मेर के सीमावर्ती सैनिकों से मिलेगा। वहाँ रक्षा बंधन का पर्व भी मनाया जाएगा। खादी वस्त्रों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिये शिल्प मेले भी लगेंगे। बैठक में वित्त मंत्री जयंत मलैया, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह, सामान्य प्रशासन एवं विमानन राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य, मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, पुलिस महानिदेशक ऋषिकुमार शुक्ला एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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श्रद्धा और भक्ति से मनाया गया पाश्र्वनाथ मोक्ष कल्याण रवीन्द्र जैन भोपाल में चातुर्मास कर रहे जैन संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने मंगलवार को जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पाश्र्वनाथ को याद करते हुए कहा कि संसारी प्राणी यदि मोक्ष चाहता है तो क्रिया (पुरुषार्थ) करें, प्रतिक्रिया की ओर देखना बंद कर दें। पाश्र्वनाथ भगवान ने भी ऐसा ही किया था। कमठ एक सप्ताह तक उन पर उपसर्ग करता रहा लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। आचार्यश्री के ससंघ सानिध्य में मंगलवार को भोपाल में पाश्र्वनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर हैदराबाद और राजस्थान से बड़ी संख्या में लोग भोपाल पहुंचे थे। *मंगलवार को आचार्यश्री की आहारचर्या राकेश जैन ओएसडी के चौके में संपन्न हुई। आचार्यश्री ने कहा कि पाश्र्वनाथ भगवान की केवल ज्ञान में कमठ के जीव की भूमिका रही है। कमठ साधना में लीन भगवान पाश्र्वनाथ पर एक सप्ताह तक उपसर्ग करता रहा। बड़ी-बड़ी चट्टाने उठाकर फेंकी, तमाम उपद्रव किए लेकिन पाश्र्वनाथ भगवान ने कोई जवाब नहीं दिया। क्योंकि वे लाजवाब थे। यदि जवाब देते तो कमठ को आनंद आता। जवाब नहीं दिया इसलिए पाश्र्वनाथ भगवान का समोशरण सजा। खास बात यह है कि भगवान के समोशरण में उपसर्ग करने वाला कमठ और उपसर्ग दूर करने वाला यक्ष दोनों उपस्थित थे। लेकिन किसी की दृष्टि उनके ऊपर प्रतिशोध के रूप में नहीं थी। क्योंकि समोशरण में न कोई मित्र होता है न कोई शत्रु। यह भेद विज्ञान के जाने बगैर मोक्ष का मार्ग संभव नहीं है। जिस प्रकार सूर्य के ऊपर से घटाएं छटती हैं और प्रकाश सामने आता है वैसे ही केवल ज्ञान हो जाने पर वीतरागता प्रकट होती है। आचार्यश्री ने कहा कि कमठ के उपसर्ग की घटना सभी के जीवन में प्रेरणादायक है। यदि अनंतकालीन यात्रा और जन्म मृत्यु के बंधन से छुटकारा पाना है तो प्रतिक्रिया से बचो। पुरुषार्थ करो। उन्होंने कहा कि हम भी यह भावना करते हैं कि हमे भी समोशरण में बैठने का अवसर मिले। भगवान की दिव्य ध्वनि सुनने का सौभाग्य मिले और प्रभू जैसा बन जाने का परम सौभाग्य मिले। वे घडिय़ां कितनी आनंददायी होंगी। आचार्यश्री ने कहा कि अतीत को भूलो और भविष्य को सीमित करो तभी संसार से अवकाश संभव है। निर्वाण लाड़ू चढ़ाया आचार्यश्री के सानिध्य में भगवान पाश्र्वनाथ का निर्वाण लाड़ू चढ़ाया गया। निर्वाण लाढ़ू चढ़ाने का सौभाग्य प्रभात चक्रवती, हैदराबाद से पधारे भक्तजनों, टीकमगढ़ के सतभैया परिवार, अशोक पाटनी आरके मार्बल, सम्मेद शिखर यात्रा दल भोपाल को प्राप्त हुआ। श्रीमती सुशीला अशोक पाटनी ने आचार्यश्री को शास्त्र भेंट किया। इस अवसर पर अजमेर से पधारे वीरेन्द्र जैन नेताजी और उनके साथियों ने आचार्य श्री को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया।
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सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने दतिया में स्टेडियम ग्राउंण्ड में पार्थिव शिवलिंग अनुष्ठान कार्यक्रम में भाग लिया। अभिनेता राजपाल यादव भी दतिया पहुँचे। श्री राजपाल यादव ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे श्री देवप्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के दर्शन सहित आशीर्वाद प्राप्त करने को मिला। उन्होंने वहाँ बैठकर शिवलिंग भी बनाए। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, विधायक प्रदीप अग्रवाल और घनश्याम पिरोनिया, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री विक्रम बुंदेला सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं भक्त उपस्थित थे। वरिष्ठ सांसद श्री ओमप्रकाश माथुर ने भी पार्थिव शिवलिंग निर्माण अनुष्ठान में शामिल होकर पूजा-अर्चना की और दद्दा जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। पहुज नदी में विसर्जन दतिया जिले में प्रवहित प्राचीन नदी पहुज में श्री राजपाल यादव द्वारा निर्मित शिवलिंग का विसर्जन किया गया। संजू बघेल की भजन संध्या मां पीताम्बरा की नगरी दतिया भक्तिमय हो गई है। पार्थिव शिवलिंग निर्माण अनुष्ठान में शामिल होने के लिए रविवार को जन सैलाब उमड़ पड़ा। अनुष्ठान के अवसर पर प्रसिद्ध भक्ति गायक श्रीमती संजू बघेल का स्वागत वंदन किया गया। इस अवसर पर श्रीमती बघेल ने अनेक कर्णप्रिय भक्तिगीतों की प्रस्तुति दी। रामलीला में श्री राम विवाह पाँच अगस्त से प्रारंभ पार्थिव शिवलिंग अनुष्ठान में पहले निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रतिदिन होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गत दिवस रामलीला में श्री राम-विवाह भी हुआ। रामलीला के दक्ष कलाकारों ने धनुष तोड़ने की लीला का विस्तृत दृश्य प्रस्तुत किया। इसके बाद भगवान श्री राम का सीताजी के साथ विवाह हुआ।
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रामपाल सिंह ने दिये अधिकारियों को निर्देश लोक निर्माण एवं विधि-विधायी मंत्री रामपाल सिंह ने आज निर्माण भवन में प्रदेश के मुख्य अभियंताओं की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सड़कों के निर्माण में तकनीकी का ध्यान रखें। बरसात से क्षतिग्रस्त पुल-पुलियों को शीघ्र दुरुस्त करें। पुराने पुलों की सूची बनाकर दें। मंत्री रामपाल सिंह ने कहा कि आवंटित राशि का सही उपयोग करें। नगरीय क्षेत्र भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर शहर में लोक निर्माण विभाग की सड़कें चिन्हित कर उन पर बोर्ड लगायें और उनकी मरम्मत का कार्य आरंभ करें। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा की गयी घोषणाओं पर शीघ्र अमल करें। शहडोल संभाग में जो भी लम्बित कार्य हैं, उन्हें पूरा करें। सी.एम. हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता से करें। उन्होंने सी.एम. हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों की संभागवार समीक्षा की। श्री रामपाल सिंह ने कहा कि कमजोर पुलों पर आवाजाही रोकी जाये। इस संबंध में सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर अवगत करवाया जाये। नर्मदा पुल की मरम्मत अविलंब की जाये। मंत्री ने सभी जिले मे बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये।बैठक में प्रमुख सचिव श्री प्रमोद अग्रवाल, प्रमुख अभियंता श्री अखिलेश अग्रवाल भी उपस्थित थे।
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सारंग ने लिया जायजा सहकारिता, गैस राहत एवं पुनर्वास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग आज अलीराजपुर पहुँचे। श्री सारंग ने प्रधानमंत्री की 9 अगस्त को प्रस्तावित यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। श्री सारंग ने भाबरा पहुँचने के तत्काल बाद चन्द्रशेखर आजाद की जन्म-स्थली में बने पुण्य-स्मृति मंदिर में प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने संग्रहालय का अवलोकन भी किया। प्रभारी राज्य मंत्री सारंग शहीद चन्द्रशेखर आजाद नगर तहसील के ग्राम झोतराड़ा भी गये। यहाँ पर 9 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा प्रस्तावित है। उन्होंने सभा-स्थल पर बनने वाले मंच, आम जनता, जन-प्रतिनिधियों और मीडियाकर्मियों की बैठक व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। सारंग ने प्रधानमंत्री की यात्रा के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक भी ली। उन्होंने सभा में आने वाली जनता, जन-प्रतिनिधियों के आने-जाने की व्यवस्था की जानकारी ली। राज्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा की।
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मध्यप्रदेश में शुक्रवार को भी सक्रिय मानसून का असर बना हुआ है। सुबह से ही बारिश का क्रम बना हुआ है। बीते 24 घंटों के दौरान विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश ने गर्मी और उमस से तो राहत दिलाई है वहीं नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने से मुसीबतें भी बढ़ गई हैं। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में रतलाम व उज्जैन में बहुत भारी बारिश, विदिशा, हरदा व रायसेन में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं गुरुवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 26.9 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का 33.4 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मप्र में बारिश का आंकड़ा मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 01 जून से 4 अगस्त तक हुई वर्षा के आधार पर 29 जिलों में सामान्य से अधिक, 20 जिलों में सामान्य तथा 2 जिले में कम वर्षा दर्ज की गई है। सामान्य से अधिक वर्षा वाले जिले जबलपुर, छिन्दवाड़ा, सिवनी, मण्डला, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, सीधी, सतना, इंदौर, खण्डवा, शाजापुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, अलीराजपुर, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम और उज्जैन हैं। सामान्य वर्षा वाले जिलों में कटनी, टीकमगढ़, रीवा, सिंगरोली, शहडोल, उमरिया, धार, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, नीमच, देवास, श्योपुरकला, भिण्ड, ग्वालियर, दतिया, डिण्डोरी, आगर मालवा, मुरैना और हरदा शामिल हैं। कम वर्षा वाले जिले बालाघाट और अनूपपुर हैं।
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पुलिस कर रही थी मामले में लीपापोती बिलासपुर पुलिस की लापरवाही व उदसीनता और आरोपी पक्ष से मिलीभगत के चलते कोटा में दुष्कर्म पीड़ित महिला ने बुधवार की सुबह सल्फास खाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने महिला के बेटे से सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें आरोपी व उसके रिश्तेदारों द्वारा प्रकरण वापस लेने व समझौता करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। वहीं पुलिस आरोपी को फरार बताकर लीपोपोती करने में जुटी थी। जानकारी के अनुसार घटना कोटा थाना क्षेत्र की है। कोटा के पड़ावपारा निवासी 45 वर्षीय महिला ने बीते 19 जून को दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला अपने पति की मौत के बाद से रोजी-मजदूरी कर जीवनयापन करती थी। बीते 16 जून की रात डब्बू ठाकुर उर्फ लक्ष्मीनारायण सोमवंशी ने उसे अपने ऑफिस के सामने बात की और मिलने के लिए बुलाया। रात में वह महिला को अकेली पाकर अपने ऑफिस के अंदर ले गया और शटर बंद कर धमकी देने लगा। इस दौरान उसने महिला से दुष्कर्म किया और इस घटना की जानकारी देने पर वह जान से मारने की धमकी देने लगा। पीड़ित महिला डर के कारण वहां से चली गई। महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी युवक डब्बू ठाकुर के खिलाफ धारा 376, 323, 342, 506 के तहत अपराध दर्ज कर लिया। लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की। स्थिति यह रही कि डेढ़ माह से आरोपी पुलिस की नजर में फरारी काट रहा था। वहीं इस बीच कोटा में खुलेआम घूम रहा आरोपी व उसके रिश्तेदार दुष्कर्म पीड़ित महिला को धमकी देकर समझौता कराने के लिए दबाव बनाते रहे। अंत तक महिला इस मामले में समझौता करने के लिए इनकार करती रही। उनकी धमकी व दबाव से महिला तंग आ गई थी। लिहाजा बुधवार सुबह करीब 5 बजे उसने सल्फास की गोलियां खा ली। घर में महिला अचानक उल्टी करने लगी तो उसके बेटे ने अस्पताल पहुंचाया। कोटा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिम्स रिफर कर दिया। सुबह करीब 10 बजे सिम्स में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस व अफसर हरकत में आए। पुलिस ने महिला का मृत्युपूर्व बयान तो दर्ज नहीं कर पाया है। लेकिन महिला ने अपने बेटे को सुसाइड नोट दी है, जिसमें पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने व आरोपी डब्बू ठाकुर व उसके रिश्तेदार व सोसायटी के सेल्समैन रूपवंत सिंह और संतोष श्रीवास द्वारा प्रकरण में समझौता कराने के लिए दबाव बनाए जाने का जिक्र किया गया है। पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर लिया है। मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। महिला की मौत के बाद अब पुलिस अफसर इस गंभीर प्रकरण से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। कोटा पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपी फरार था। उसकी पतासाजी की जा रही थी। लेकिन मामले की डायरी जांच के लिए महिला सेल में मंगा लिया गया था। महिला सेल इस मामले की जांच कर रही थी। बताया जा रहा है कि महिला सेल के अधिकारी भी दुष्कर्म पीड़ित महिला को परेशान कर रहे थे। बार-बार उसे महिला सेल बुलाकर प्रकरण में समझौता कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इस घटना के बाद मृतका महिला के परिजनों के साथ ही मोहल्लेवालों की भीड़ रात में कोटा थाने पहुंच गई। आक्रोशित परिजनों ने आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है। उनका आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के चलते महिला की जान चली गई। उन्होंने आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर गुरुवार को शव रखकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। इस बीच एडिशनल एसपी श्रीमती अर्चना झा व एसडीओपी शमशीर खान परिजन व मोहल्लेवालों को समझाइश देने व आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने करने की बात कहते रहे। महिला की मौत के बाद परिजनों के साथ ही मोहल्लेवालों का आक्रोश भड़क गया है। उन्होंने महिला की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि पुलिस डेढ़ माह तक आरोपी को फरार बताती रही और समझौता कराने के लिए लीपोपोती करती रही। पुलिस आरोपी के प्रति सख्ती दिखाकर उसे गिरफ्तार कर लेती तो महिला को खुदकुशी करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता।
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रतलाम और हरदा में भारी बारिश , ट्रेनें हुई प्रभावित देश के विभिन्न हिस्सों में एक साथ छह सिस्टम सक्रिय होने से प्रदेश में एक बार फिर जोरदार बारिश का दौर शुरू हो गया है। मंगलवार को मध्यप्रदेश का 90 फीसदी हिस्सा तरबतर हो गया। मौसम विज्ञानियों ने अगले दो दिन में सीहोर, होशंगाबाद, रायसेन में भारी से भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। रतलाम शहर में बुधवार सुबह आठ बजे से जोरदार बारिश। बारिश से दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है। रतलाम स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गई हैं। इस वजह से दिल्ली-मुंबई रूट की कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं। सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक करीब साढे चार इंच पानी बरसा। अब तक नगर में करीब 25 इंच हो चुकी है बारिश। कई निचली बस्तियों में पानी भर गया। न्यू रोड स्थित गुजराती स्कूल में पानी भरा। विधर्थियों को दूसरी मंजिल पर शिफ्ट किया। नयापुरा और पोड़वारो का वास में भी कई घरों में पानी घुसा। जिले में दोपहर 12 बजे से फिर तेज बारिश शुरू हो गई। उधर नामली पलदुना रोड की रपट पर कार बहते बहते बची। कार में सवार तीन लोगों सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके बाद रस्सी बांध कर कार भी पानी से बहार निकाली गई। हरदा में माचक नदी के रेलवे पुल पर पानी निशान के करीब पहुंच गया है। दिल्ली-मुंबई के इस रेल रूट पर ट्रेनों की गति को धीमा कर दिया गया है और हरदा के आगे कोई ट्रेन आगे जाने नहीं दी जा रही। गौरतलब है कि भिरंगी के पास पिछले साल इसी पुल के पास रेल हादसा हुआ था। बीती रात 10 बजे से हो रही लगातार तेज बारिश के कारण बुधवार सुबह जिले के करीब 200 गांव का संपर्क शहर सीमा एवं जिला मुख्यालय से टूट गया। खिरकिया और टिमरनी की ओर से पुलों के ऊपर से पानी बहने के कारण होशंगाबाद खंडवा मार्ग बंद हो चुका है। रहटगांव सोडलपुर के बीच में बहने वाली हंसावती नदी के पुल के ऊपर से पानी जाने के कारण रोड पूरी तरह से बंद है।
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पूरे देश में होगा कॅरिकुलम एक समान मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में विज्ञान, गणित व इंग्लिश का कॅरिकुलम एक समान होगा। स्कूलाें में ‘रोके न जाने’ की नीति कक्षा पांच तक ही लागू रहेगी। इससे बड़ी कक्षाओं में फेल किए जाने की प्रणाली को दोबारा से लागू किया जाएगा। कमजोर छात्रों की सतत एवं व्यापक मूल्यांकन के आधार पर पहचान की जाएगी। कक्षा पांच के आगे ग्रेड के आधार पर डिजिटल लिटरेसी शुरू होगी और कक्षा 6वीं से ही छात्र विज्ञान विषयों में प्रेक्टिकल करना शुरू कर देंगे। यह बदलाव नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत किए जा रहे हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2016 का ड्राफ्ट तैयार कर जारी कर दिया है। 16 अगस्त तक आम नागरिकों से इस पर सुझाव मांगे हैं।सुझावों के आधार पर नीति में संशोधन किया जाएगा। पूरे देश में कॅरिकुलम का एक भाग होगा समान राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बड़ा बदलाव विज्ञान, गणित व इंग्लिश के लिए एक समान नेशनल कॅरिकुलम तैयार करना है। सामाजिक विज्ञान जैसे अन्य विषयों के लिए पूरे देश में कॅरिकुलम का एक भाग समान होगा और बाकी राज्यों के विशेषाधिकार पर निर्भर करेगा। कक्षा 10वीं में विज्ञान, गणित व इंग्लिश विषयों मेंं फेल होने की दर ज्यादा होती है। इसे देखते हुए तय किया है 10वीं में इन विषयों की परीक्षा दो स्तरों पर होगी। भाग एक उच्चस्तर का होगा और भाग दो निम्न स्तर का। भेदभाव बढ़ाने वाले विषय हटेंगे नई शिक्षा नीति में लिंग, सामाजिक, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विषमताओं के मुद्दों को कॅरिकुलम में पढ़ाया जाएगा। भेदभाव बढ़ाने वाले मुद्दे, घटनाएं व उदाहरण जो लिंग, विकलांगता, जाति, धर्म आदि के संदर्भ में होंगे, किताबों में शामिल नहीं होंगे।
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पूरे विश्व में बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2010 में सेंट पीटरसबर्ग बाघ शिखर सम्मेलन के बाद से बाघ दिवस को उत्साहपूर्वक विश्व भर में मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन के पीछे बाघों की सुरक्षा तथा उनके रहवास स्थलों को प्राकृतिक रूप में संजोए रखने की परिकल्पना है। आज भारत के चुनिंदा बाघ जिलों में पन्ना भी अग्रणी रूप में सम्मिलित है, जहां 35 से ज्यादा बाघ विचरण करते हैं। बाघों तथा उनके रहवास स्थलों के प्रति संवेदनशीलता, जागरुकता तथा लगाव बढ़ाने के उद्देश्य के साथ 29 जुलाई को दक्षिण पन्ना के वनमंडल अधिकारी अनुपम सहाय, उप वनमंडल अधिकारी पवई रामनरेश द्विवेदी, वन परिक्षेत्र अधिकारी पवई सुचिता मेश्राम तथा नबी अहमद वन परिक्षेत्र अधिकारी मोहन्द्रा तथा 100 से अधिक वनकर्मियों ने अरण्य भवन पवई में बड़े उत्साह के साथ इस दिवस का आयोजन किया। वन मंडल के वनकर्मियों को बाघों की पहचान, उनके जीवन चक्र, व्यवहार तथा प्राकृतिक रहवास के विभिन्न आयामों से अवगत कराया गया। दक्षिण वन मंडल पन्ना को कॉरीडोर के रूप में उपयोग कर रहे बाघों की सुरक्षा किस प्रकार से की जाये तथा इसके लिए अद्यतन तकनीकों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। वनमंडल में कार्यरत उत्साही वन रक्षकों ने बाघों के चित्र तथा समुच्चित्र (कोलॉज) की प्रदर्शनी का आयोजन किया। कार्यक्रम के अंत में सभी वन कर्मियों को जंगल में गश्त के दौरान उपयोगी बैग तथा आवश्यक पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई।
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भोपाल में पीएनटी चौराहे के पास स्थित 228 क्वार्टर्स (ओल्ड) सरकारी आवासों के बुरे हाल हैं। बारिश में इन एच टाइप के मकानों में रहवासियों का रहना दूभर हो रहा है। 228 क्वार्टर्स के बुरेहाल हैं ,घरों से चौतरफा पानी टपक रहा है। यही नहीं इन क्वार्टर्स के आसपास की सड़कें बारिश में दल-दल बन गई हैं। इन सड़कों से रहवासियों का पैदल निकलना मुश्किल हो रहा है। इन मकानों के पास ही मायाराम सुरजन भवन है। रहवासियों की शिकायत है कि कई-कई बार लिखित-मौखित शिकायत करने के बाद भी पीडब्ल्यूडी के संबंधित अफसर-कर्मचारी इनकी मरम्मत पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एसडीओ आरके भलावी का कहना है कि ये बिल्डिंग जर्जर हो रही हैं। इसलिए इनका मेंटेंनेंस नहीं हो सकता है। जहां तक सड़कों की बात है तो यह जिम्मेदारी हमारी नहीं है। चाहे मंत्री से शिकायत करो या मुख्यमंत्री से हम यह काम नहीं करेंगे।
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विधानसभा में आचार्यश्री विद्यासागर के प्रवचन प्रजातंत्र के आकाश में सत्ता और विपक्ष परस्पर सहयोग बिना ऊँचा नहीं उड़ सकते शिक्षा और चिकित्सा को व्यवसायिकता से दूर रखें रवीन्द्र जैन चुनाव के बाद सत्ता और विपक्ष दोनों देश-प्रदेश और जन के विकास के लिये कार्य करें। इससे लोकतंत्र समृद्ध होगा, देश आगे बढ़ेगा। प्रजातंत्र के विशाल आकाश में सत्ता और विपक्ष एक दूसरे के सहयोग के बिना ऊँचा नहीं उड़ सकते। जनता अमूल्य निधि है। इसकी रक्षा और सुरक्षा करना विधायिका का कर्त्तव्य है। मध्यप्रदेश विधानसभा का प्रागंण आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के अमृत वचनों से सराबोर हो गया। सत्ता और विपक्ष के प्रतिनिधियों ने संत वाणी का अमृतपान किया। उल्लेखनीय है कि विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के विशेष आमंत्रण पर *विद्यासागर जी महाराज अपने 37 मुनि के आध्यात्मिक मंत्रीमंडल के साथ दिव्य देशना कार्यक्रम में विधानसभा पधारे थे।* महाराज जी राजधानी भोपाल में चार्तुमास प्रवास पर हैं। विधानसभा अध्यक्ष श्री सीता शरण शर्मा, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, उपनेता प्रतिपक्ष श्री बाला बच्चन, वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह और मंत्रीमंडल के सदस्यों ने मुनिश्री की अगवानी की। *विधानसभा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री ने संतों का श्रीफल से स्वागत किया और उनसे संत वाणी सुनाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ज्ञान के प्रकाश से सार्वजनिक जीवन में काम करने वालों को जनता की बेहतर सेवा की प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।* आचार्य श्री विद्यासागर जी ने लगातार ज्ञान रूपी प्रसाद का वितरण शुरू किया। सत्ता और विपक्ष के प्रतिनिधि ज्ञान वर्षा में गहरे भीगते रहे। क्या कहा आचार्य श्री ने विधानसभा पवित्र स्थान है। यहाँ से विधान बनता है और राष्ट्र निर्माण का मार्ग निकलता है। सत्ता और विपक्ष सिर्फ राष्ट्र हित के संबंध में सोचें। जन कल्याण ही अंतिम लक्ष्य है। चुनाव के बाद सत्ता और विपक्ष दोनों देश-प्रदेश और जन के विकास के लिये कार्य करें। इससे लोकतंत्र समृद्ध होगा, देश आगे बढ़ेगा। प्रजातंत्र के विशाल आकाश में सत्ता और विपक्ष एक दूसरे के सहयोग के बिना ऊँचा नहीं उड़ सकते। जनता अमूल्य निधि है। इसकी रक्षा और सुरक्षा करना विधायिका का कर्त्तव्य है। जैसे बीज नीचे और ऊपर एक साथ बढ़ता है, इसी तरह जब जड़ें मजबूत होंगी तो वृक्ष भी मजबूत होगा। धर्म का प्रवाह स्वचालित नहीं होता। इसे प्रयासपूर्वक आगे बढ़ाना होगा। धन का संग्रह सिर्फ लोक कल्याण में वितरण के लिये है। भारत में वितरण व्यवस्था सुधरना चाहिये।शिक्षा और चिकित्सा दोनों में सुधार होना चाहिये। दोनों को व्यवसायिकता से दूर रहना चाहिये। विद्यार्थी शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार हो रहे हैं उन्हें बचायें।इतिहास की अनदेखी हो रही है। इतिहास की ओर लौटने का समय है। अपने गौरव को पहचाने और पुन: जीवित करें। मानस में आत्म-सम्मान जागृत करें। सिर्फ पश्चिम ही नहीं भारत भी विज्ञान के ज्ञान से समृद्ध रहा है। प्राचीन भारत ज्ञान की सभी शाखाओं से समृद्ध था।अपनी मातृभाषा में ही शिक्षण व्यवस्था होनी चाहिये। अंग्रेजी में बुराई नहीं है। भाषा के रूप में पढ़ सकते हैं लेकिन शिक्षण और अभिव्यक्ति मातृभाषा में ही होना चाहिये। प्रतिभा का आकलन मातृभाषा में ही हो सकता है। अटल बिहारी हिन्दी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रशंसा के पात्र हैं। पिछले 70 वर्ष में जितनी प्रगति होनी चाहिये वह दिख नहीं रही। जबकि यह संभव था। मध्यप्रदेश संपूर्ण राष्ट्र का मध्य बिन्दु है। यही राष्ट्र का शोधन बिन्दु सिद्ध हो सकता है। विकास और समृद्धि के लिये सत्ता और विपक्ष दोनों को साथ मिलकर चलना होगा।दुनिया में कई देश हैं लेकिन प्रजातांत्रिक रूप से जितना समृद्ध भारत है उतना समृद्ध दूसरा देश नहीं। भारत में ही समावेशी संस्कृति और अहिंसा की विरासत समृद्ध रही है। इसके प्रति अज्ञानता के कारण अंधकार की स्थितियाँ बनती हैं। अज्ञान कर्त्तव्य मार्ग से विमुख कर देता है। केवल संस्कृति ही समाज को जोड़ने वाला तत्व है।
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जन-प्रतिनिधियों के लिये आवासीय योजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हाऊस फॉर आल हमारा लक्ष्य है। प्रदेश सरकार भू-खण्ड के पट्टे वितरित कर रही हैं। जिन पर मकान बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जनता के मकानों के साथ ही जन-प्रतिनिधियों के लिये भी आवास योजना सराहनीय पहल है। श्री चौहान आज यहाँ सांसदों एवं विधायकों की आवासीय परियोजना रचना टावर्स के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जन-प्रतिनिधि की जिन्दगी का जो सच सामने आता है, वही वास्तविकता नहीं है। उनकी अधिकारिता और जय-जयकार की बातें तो होती हैं लेकिन उनकी तपस्या और परिश्रम की बात सामने नहीं आती है। जनता के स्वागत के लिये सुबह से शाम तक जन-प्रतिनिधियों को कितना श्रम करना पड़ता है, इसकी कल्पना करना भी आसान नहीं है। सार्वजनिक जीवन में कर्म की भट्टी में जन-प्रतिनिधि को तपना पड़ता है। उनकी व्यक्तिगत जिन्दगी समाप्त हो जाती है। रात की नींद, दिन का चैन नहीं रहता। उन्होंने कहा कि अत्यंत पीड़ा के साथ कहना पड़ रहा है कि ऐसे कई जन-प्रतिनिधि जब रिटायर होते हैं तो उनके लिये इलाज की व्यवस्था भी कठिन हो जाती है। जिन्दगी बोझ सी बन जाती है। उन्होंने कहा कि इस योजना से जन-प्रतिनिधियों को भोपाल में एक ठिकाना मिल जायेगा। यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि योजना के लिये भूमि किसी का घर उजाड़ कर नहीं बेहतर ढ़ंग से पुनर्वासित कर प्राप्त की गई है। उन्होंने कहा कि योजना लम्बे समय से लंबित थी, अब योजना निश्चित अवधि में पूर्ण होनी चाहिये। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने कहा कि योजना से प्रदेश के जन-प्रतिनिधियों को राजधानी में आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी। राज्य मंत्री सहकारिता श्री विश्वास सारंग ने आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि योजना को समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा करवाने का प्रयास किया जायेगा। स्वागत उद्बोधन विधानसभा आवास समिति के अध्यक्ष श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने दिया। विधानसभा प्रमुख सचिव श्री ए.पी. सिंह ने बताया कि योजना में दस मंजिला आठ टॉवर निर्मित किये जायेंगे। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर योजना का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष विधानसभा डॉ. राजेन्द्र सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, संसदीय कार्य एवं जल संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती ललिता यादव, नेता प्रतिपक्ष श्री बाला बच्चन और वर्तमान और पूर्व विधायक, सांसद उपस्थित थे।
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वह दिन दूर नहीं जब रसोई गैस की तरह तरह केरोसिन की सब्सिडी भी सीधे गरीबों के बैंक खाते में जाएगी। सरकार केरोसिन की कालाबाजारी रोकने के इरादे से चुनिंदा33 जिलों में केरोसिन सब्सिडी सीधे गरीबों के बैंक खाते में भेजने की पायलट योजना के साथ पूरे देश में इसे विस्तार देने की योजना बना रही है। इसके अलावा केंद्र ने हरियाणा को जल्द ही केरोसिन फ्री राज्य बनाने का लक्ष्य भी रखा है। पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने लोक सभा में एक पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई अंतरराज्यीय परिषद की बैठक के एजेंडा में जन वितरण प्रणाली को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के दायरे में लाने का मुद्दा शामिल था। कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात और उड़ीसा ने इसे डीबीटी के तहत लाने को सहमति दे दी है। इसी वर्ष 33 जिलों में केरोसिन सब्सिडी भेजने के लिए डीबीटी की एक पायलट योजना चल रही है। प्रधान ने कहा कि केरोसिन सब्सिडी डीबीटी के माध्यम से देने से जो भी धनराशि केंद्र को बचेगी उसका 75 प्रतिशत राज्यों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्यों को केरोसिन फ्री बनाने की दिशा में भी कदम बढ़ा रही है। हरियाणा को जल्द ही केरोसिन फ्री राज्य बना दिया जाएगा। पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने के सवाल के जवाब में प्रधान ने कहा कि सरकार इस दिशा में राज्यों की सहमति के साथ प्रयास कर रही है। उन्होंने इस आरोप को खारिज किया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं दिया जा रहा है। प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार ने अब तक 27 बार पेट्रोल तथा 21 बार डीजल की कीमतों में कटौती की है। कांग्रेस सदस्य शशि थरूर ने जब यह सुझाव दिया कि सरकार को पेट्रोल व डीजल की कीमतों में कमी का फायदा ग्राहकों को देना चाहिए ताकि अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ सके। प्रधान ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मोदी सरकार की प्राथमिकता में कृषि व ग्रामीण क्षेत्रों में ढांचागत सुविधाओं का विकास करना है, इसलिए सरकार कुछ राशि इन उत्पादों पर टैक्स लगाकर जुटा रही है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और मिजोरम तथा कुछ केंद्र शासित प्रदेशों को छोड़कर सभी राज्यों ने पेट्रोलियम उत्पादों पर टैक्स बढ़ाया है।
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आचार्यश्री के चातुर्मास को स्थाई बनाने महापौर की पहल रवीन्द्र जैन भोपाल के महापौर आलोक शर्मा इस बात से बहुत प्रसन्न है कि उनके कार्यकाल में दुनिया के सबसे बड़े संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज भोपाल पधारे हैं और यहां चातुर्मास कर रहे हैं। इस चातुर्मास को स्थाई बनाने के लिए आलोक शर्मा भोपाल के एक कालोनी और एक सड़क का नाम आचार्य विद्यासागर जी के नाम पर रखने पर भी विचार कर रहे हैं। इस संबंध में उनकी जैन समाज की प्रतिनिधियों से चर्चा चल रही है। वे मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद इसे अंतिम रूप देंगे। आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन करने लोगों का तांता लगा हुआ है। रविवार को कलश स्थापना समारोह में 50 हजार से अधिक लोग भोपाल पहुंचे थे। इस समारोह में 9 श्रावकों को आचार्यश्री के चातुर्मास कलश की स्थापना का सौभाग्य मिला। इस अवसर पर आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने कहा कि भोपाल का अर्थ है कि जो रक्षा करे अर्थात यहां रहने वालों को अपनी संस्कृति और संस्कारों की रक्षा करना चाहिए। सोमवार को भी हबीबगंज जैन मंदिर में आचार्यश्री की संगीतमय पूजन के बाद उन्होंने अपने आर्शीवचन में कहा कि हमारा चातुर्मास चार माह में हो जाएगा और यहां से गमन भी हो जाएगा,लेकिन आपको इस चातुर्मास का पूरा लाभ लेना चाहिए। जीवन के रहस्यों को समझने के लिए स्वयं और पर का भेद समझना चाहिए। आप स्व कल्याण की और बढ़ते हैं तो आपके चातुर्मास का श्रीगणेश होगा। हम चले जाएंगे आपका चातुर्मास चलता रहेगा। सोमवार को आचार्यश्री की आहारचर्या ब्रह्मचारी जयकुमार जैन, जितेन्द्र जैन, सतीष जैन के चौके में हुई। इस परिवार ने रविवार को आचार्यश्री के चातुर्मास का प्रथम कलश स्थापित करने का सौभाग्य प्राप्त किया था। महापौर के प्रयास महापौर आलोक शर्मा लगातार आचार्य विद्यासागर जी महाराज के संपर्क में है और लगभग प्रतिदिन उनके दर्शन करने और उनसे आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। उन्होंने हबीबगंज जैन मंदिर के आसपास सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम से दो करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए हैं। अब वे जैन समाज की संस्था दिगम्बर जैन सोश्यल ग्रुप रेलवे स्टेशन मध्य रीजन और दिगम्बर जैन मुनिसंघ सेवा समिति के पदाधिकारियों के आग्रह पर भोपाल की प्रोफेसर कालोनी जिसे विद्या विहार के नाम से भी जाना जाता है का नाम आचार्य विद्यासागर कालोनी करने एवं पोलिटेक्निक चौराहे से डीपो चौराहे तक बनने वाली सिक्स लेन रोड का नाम आचार्य विद्यासागर मार्ग रखने पर विचार कर रहे हैं। आलोक शर्मा ने अग्निबाण से चर्चा में बताया कि इस संबंध में वे पहले मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। इसके बाद नगर निगम परिषद की बैठक में प्रस्ताव लाएंगे। शर्मा का कहना है कि आचार्य विद्यासागर महाराज का भोपाल में चातुर्मास इस सदी की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखता हूं। इन्हें मिला कलश स्थापना का सौभाग्य आचार्य विद्यासागर जी महाराज के चातुर्मास कलश की स्थापना रविवार को हुई जिन लोगों को चातुर्मास कलश स्थापित करने का सौभाग्य मिला। इनमें प्रथम कलश ब्रह्मचारी जयकुमार जैन, दूसरा कलश प्रवीण जैन (गाजियाबाद), तीसरा कलश प्रेमचंद जैन (बड़े बाबा कलेक्शन),चौथा कलश नील जैन नीलेश (भोपाल), पांचवा कलश डॉ.सुभाष शाह ( मुंबई), छठा कलश जीके जैन (इंदौर), सातवा कलश जयेश भाई (मुंबई), आठवा कलश प्रभात जैन (मुंबई), नौवा कलश अशोक पाटनी (किशनगढ़) को स्थापित करने का सौभाग्य मिला। रविवार को आचार्यश्री का पाद प्रच्छालन डॉ. राजेश जैन एवं अशोक पाटनी ने किया। रविवार की बोलियों में लगभग दस करोड़ रुपए की दान स्वीकृतियां प्राप्त हुई हैं। इनमें इस राशि का उपयोग हबीबगंज जैन मंदिर में बनने वाले त्रिकाल चौबीसी और सहस्रकूट जिनालय एवं छात्रावास व संत निवास के निर्माण में किया जाएगा।
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विद्यासागर जी के दर्शनार्थ उमड़ा जन सैलाब भोपाल में जैन संत आचार्य विद्या सागर महाराज के चातुर्मास कलश स्थापना के लिए रविवार को देश भर से हजारों लोग भोपाल पहुंचे हैं। जहां चांदी के 9 कलशों की स्थापना के साथ ही आचार्यश्री विद्यासागर जी के संघ का चातुर्मास प्रारंभ हुआ । आचार्य विद्या सागर जी महाराज पहली बार संघ सहित भोपाल में चातुर्मास करने पधारे हैं। उनके भोपाल में चातुर्मास करने से देशभर में उत्साह का माहौल है। रविवार को चातुर्मास कलश की स्थापना समारोह के लिए करीब 12 प्रांतों से लगभग 50 हजार लोग भोपाल पहुंचे । समारोह के लिए सुभाष स्कूल में जैन समाज और जिला प्रशासन ने व्यवस्थाएं की हैं। कलश स्थापना का सौभाग्य जिन श्रावकों को मिला ,उनमें दुनिया के सबसे बड़े मार्बल व्यापारी अशोक पाटनी, छत्तीसगढ़ के कोयला व्यवसायिक प्रमोद जैन, मुंबई के इत्र व्यवसायी प्रभात जैन, सूरत के राजा जैन और दिल्ली में पारस टीवी के संचालक पंकज जैन आदि के नाम शामिल हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रमोद जैन हिमा्ंशु ने बताया कि आचार्यश्री के साथ 37 मुनि भोपाल में चातुर्मास स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूरा भोपाल जैन समाज अतिथियों के स्वागत और सत्कार के लिए तत्पर हैं। आयोजन के कार्याध्यक्ष मनोज जैन एमके इंडिया व मुख्य संयोजक राजेश जैन कोयलेवालों ने बताया कि हबीबगंज में आचार्यश्री के आशीर्वाद से त्रिकाल चौबीसी और सहस्रकूट जिनालय का निर्माण किया जा रहा है। चातुर्मास के दौरान आने वाली दान राशि का उपयोग जिनालय के निर्माण में किया जाएगा। जिनालय के अलावा विशाल छात्रावास और संत निवास का भी निर्माण किया जा रहा है। सुबह से ही पहुंचे श्रद्धालु आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन करने सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता हबीबगंज जैन मंदिर पर लग गया था। सुबह 5 बजे लगभग तीन हजार लोगों ने आचार्यश्री के दर्शन किए और गुरू भक्ति की। इसके बाद सुबह 9 बजे आचार्यश्री का पाद प्रच्छालन किया गया और सामूहिक पूजा हुई। महापौर ने लिया आशीर्वाद भोपाल के महापौर आलोक शर्मा ने शनिवार को आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन किए और उनसे आशीर्वाद लिया। महापौर ने जैन समाज को भरोसा दिलाया है कि हबीबगंज मंदिर के पास से निकलने वाले नाले को अगले कुछ दिनों में नगर निगम की और से ठीक किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने दो करोड़ रुपये की राशि मंजूर कर दी है। इसके लिए ठेकेदार को दिन और रात की शिफ्ट में काम करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आचार्यश्री के चातुर्मास के पहले ये काम पूरा हो सके। महापौर ने ये भी भरोसा दिलाया है कि आसपास की अवैध झुग्गियों का भी विस्थापन अगले कुछ दिनों में कर दिया जाएगा। इससे हबीबगंज जैन मंदिर पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त हो जाएगा।
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कलश स्थापना के लिए भक्तों का आना जारी रवीन्द्र जैन आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने कहा है कि अच्छे और बड़े कामों में विघ्न तो आते हैं,लेकिन जो व्यक्ति धैर्य से काम लेता है वह विघ्नों को पार कर सफलता को प्राप्त करता है। आचार्यश्री भोपाल के हबीबगंज जैन मंदिर में प्रवचन दे रहे थे। आचार्यश्री के चातुर्मास कलश की स्थापना 24 जुलाई को होगी, लेकिन देश-विदेश से उनके भक्तों का आना अभी से शुरू हो गया है। भोपाल और हबीबगंज तीर्थ की तरह दिखाई देने लगे हैं। आचार्यश्री ने शुक्रवार को संक्षिप्त प्रवचन में कहा कि कमल दो तरह के होते हैं एक दिन में खिलता और दूसरा रात में। कई बार दिन में बदली आ जाने से सूरज की रोशनी छुप जाती है। इसी प्रकार जीवन में जब राहू की दशा आती है और कष्ट आने लगते हैं तब बुद्धि काम करना बंद कर देती है। यह स्थिति सदैव नहीं रहती। जैसे बदली छटती है और सूरज निकलता है वैसे ही राहू का प्रभाव भी समाप्त होता है। आचार्यश्री ने कहा कि अशुभ कर्म के उदय से जीवन में कई बार ऐसी स्थिति बनती है जब चारों और निराशा दिखाई देती है। यह समय परीक्षा और धैर्य का समय है। ऋषभ ने किया पाद प्रच्छालन गुरुवार को ऋषभ जैन, मनीष जैन प्रगति ने आचार्यश्री का पाद प्रच्छालन किया। वहीं शाहपुरा दिगम्बर जैन मंदिर के अध्यक्ष दीप जैन के चौके में आचार्यश्री ने आहार ग्रहण किए। खत्री ने लिया आशीर्वाद बैरसिया के विधायक विष्णु खत्री शुक्रवार को आचार्यश्री के दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने श्रीफल भेंट कर अपने परिवार और अपने क्षेत्र की जनता के लिए आशीर्वाद मांगा। खत्री ने आचार्यश्री से कहा कि संतों की कृपा से ही वे विधायक बने हैं। उन पर ऐसी कृपा बनी रहे। आचार्यश्री की दिनचर्या आचार्य विद्यासागर जी महाराज सुबह लगभग साढ़े तीन बजे जाग जाते हैं। लगभग दो घंटे प्रतिक्रमण व भक्ति के बाद 5.30 बजे गुरू भक्ति होती है। गुरू भक्ति में आचार्यश्री उनके शिष्य मुनिगण और आम लोग भी रहते हैं। सुबह 6.00 बजे आचार्यश्री शौच के लिए अरेरा पहाड़ी (डीबी माल के पीछे) जाते हैं। इस दौरान लगभग 300 से 400 भक्त उनके साथ होते हैं। 7.30 से 8.30 बजे तक वे अपने शिष्य मुनियों को पढ़ाते हैं। 9 बजे से 9.30 बजे तक मुख्य पंडाल में आचार्यश्री का पाद प्रच्छालन, उनकी पूजन एवं संक्षिप्त प्रवचन होते हैं। 9.45 बजे मुनिसंघ आहार के लिए रवाना होते हैं। दोपहर 11.30 बजे ईर्यापद भक्ति होती है। दोपहर 12 से 2.00 बजे तक ध्यान और सामयिक होती है। 2 बजे से 2.45 बजे तक आचार्यश्री स्वाध्याय करते हैं। 2.45 से 4 बजे तक मुख्य पंडाल में क्लास शुरू होती है। इसमें मुनि और आमजन शामिल होते हैं। शाम 5 बजे से प्रतिकमण। 6.00 बजे गुरू भक्ति और आरती की जाती है। इसके बाद आचार्यश्री ध्यान और सामयिक करते हैं। तत्पश्चात विश्राम के लिए जाते हैं। आचार्यश्री के साथ चातुर्मास कर रहे मुनि मुनिश्री योगसागर जी महाराज मुनिश्री प्रसादसागर जी महाराज मुनिश्री संभव सागरजी महाराज मुनिश्री शैल सागर जी महाराज मुनिश्री सौम्य सागर जी महाराज मुनिश्री दुर्लभ सागर जी महाराज मुनिश्री विनम्र सागर जी महाराज मुनिश्री निस्वार्थ सागर जी महाराज मुनिश्री निर्दोष सागर जी महाराज मुनिश्री निर्लोभ सागर जी महाराज मुनिश्री निरोग सागर जी महाराज मुनिश्री निर्मोह सागर जी महाराज मुनिश्री निष्पक्ष सागर जी महाराज मुनिश्री निष्पृह सागर जी महाराज मुनिश्री निश्चल सागर जी महाराज मुनिश्री निष्कम्प सागर जी महाराज मुनिश्री निष्पंद सागर जी महाराज मुनिश्री निरामय सागर जी महाराज मुनिश्री निरापद सागर जी महाराज मुनिश्री निराकुल सागर जी महाराज मुनिश्री निरूपम सागर जी महाराज मुनिश्री निरीह सागर जी महाराज मुनिश्री निस्सीम सागर जी महाराज मुनिश्री निर्भीक सागर जी महाराज मुनिश्री निराग सागर जी महाराज मुनिश्री नीरज सागर जी महाराज मुनिश्री निकलंक सागर जी महाराज मुनिश्री निर्मद सागर जी महाराज मुनिश्री निसर्ग सागर जी महाराज मुनिश्री निस्संग सागर जी महाराज मुनिश्री शीतल सागर जी महाराज मुनिश्री शाश्वत सागर जी महाराज मुनिश्री समरस सागर जी महाराज मुनिश्री श्रमण सागर जी महाराज मुनिश्री संधान सागर जी महाराज मुनिश्री संस्कार सागर जी महाराज मुनिश्री ओंकार सागर जी महाराज
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रीवा में बसपा सुप्रीमो पर उत्तरप्रदेश के प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रहे दयाशंकर सिंह की टिप्पणी पर शहर के बसपाइयों में भारी आक्रोश है। इसका नतीजा यह हुआ कि रैली के दौरान बसपा सुप्रीमो के समर्थकों द्वारा पथराव कर प्रदेश के उद्योग व खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल के घर का कांच तोड़ दिया गया। सूचना लगते ही जिला प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और इस तरह के कृत्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। उक्त रैली की अगुवाई बसपा के पूर्व सांसद देवराज सिंह पटेल, पूर्व विधायिका विद्यावती पटेल, मुनिराज पटेल, पंकज पटेल व डा. रामसखा वर्मा कर रहे थे। घटना गुरूवार की दोपहर सवा 2 बजे की है। जिस समय मंत्री का परिवार खाना खाकर घर में सो रहा था। अचानक हुई पत्थरबाजी से आसपास के लोग सहम से गए। बताया जाता है कि इस दौरान आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए। sdm एलएल अहिरवार ने बताया रैली की अनुमति ली गई थी। लेकिन जिस स्थान से रैली निकाली गई उसकी परमीशन नहीं दी गई थी। मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके विरूद्घ कार्रवाई की जाएगी। बीएसपी के पूर्व सांसद देवराज सिंह पटेल ने कहा हमारा उद्देश्य महज रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन करना था। किस कार्यकर्ता ने इस तरह की हरकत की है यह हम भी पता लगा रहे हैं। पता लगते ही उसका नाम, पता पुलिस को बताया जाएगा। रीवा के सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा यह घटना निदंनीय है। इस तरह की राजनीति ओछेपन को दर्शाती है। रही बात बयान की तो उसके लिए सबके समक्ष सामूहिक रूप से माफी मांगी जा चुकी है। साथ ही बयान देने वाले को पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है।
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सुनील 501 ने किया पाद प्रच्छालन रवीन्द्र जैन जैन समाज ने भोपाल में पहली बार संत शिरोमणी आचार्य विद्यासागर के महाराज के सानिध्य में बैठक वीर शासन जयंती महोत्सव मनाया। वीर शासन जयंती जैन समाज का नया वर्ष है क्योंकि इसी दिन भगवान महावीर की दिव्य ध्वनि खिरी थी और गौतम गणधर उनके शिष्य बने थे। 25सौ सड़सठ साल पहले यह घटना बिहार के राजगृही के विपुलाचल पर्वत पर घटित हुई थी। दिगम्बर जैन मंदिर हबीबगंज में आयोजित वीर शासन जयंती का महत्व समझाते हुए आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने कहा कि भगवान महावीर 24वें और अंतिम तीर्थंकर हैं। जैन धर्म के अनुसार वर्तमान भगवान महावीर का शासनकाल है। आचार्यश्री ने कहा कि भगवान महावीर ने दिगम्बरी दीक्षा लेने के बाद 12 साल तक मौन साधना की थी। भगवान महावीर को केवल ज्ञान होने के बाद उनका समोषण सजने के बाद भी 66 दिन तक उनकी दिव्य ध्वनि सुनाई नहीं दी। तभी गौतम गणधर ने अपने 500 शिष्यों के साथ भगवान महावीर की वीतरागता से प्रभावित होकर उन्हें अपना गुरू स्वीकार किया था। गौतम गणधर के समोशरण में आते ही भगवान महावीर की दिव्य ध्वनि खिरने लगी। इस अवसर को जैन समाज वीरशासन जयंती और नववर्ष के रूप में मनाती आ रही है। सुनील ने किया पाद प्रच्छालन बुधवार को वीर शासन महोत्सव के अवसर पर भोपाल के जाने-माने व्यवसायी और जैसवाल जैन समाज के अध्यक्ष सुनील जैन 501 एवं प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. आरके जैन ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के पाद प्रच्छालन किए। भोपाल जैन समाज के अध्यक्ष प्रमोद जैन हिमांशु एवं ब्रह्मचारी अविनाश जैन को आचार्यश्री की पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बुधवार को राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैन, रीवा कलेक्टर राहुल जैन, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शोभित जैन ने आचार्यश्री को श्रीफल भेंट कर उनसे आशीर्वाद लिया। बुधवार को कार्यक्रम का संचालन मनोज जैन एमके इंडिया ने किया। बुंदेलखंडी पूजा पर झूमे भक्त बुधवार को आचार्य विद्यासागर जी महाराज की पूजन संगीत के साथ बुंदेलखंडी भाषा में की गई। खड़ी भाषा और भक्ति से साराबोर बुंदेलखंडी शब्दों को सुनकर न केवल भक्त जमकर झूमे, स्वयं आचार्यश्री और मुनिगण भी बुंदेलखंडी पूजन के भाव सुनकर मुस्कराएं बगैर नहीं रह सके।
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जल संसाधन एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज दतिया के जिला अस्पताल परिसर में 7 करोड़ 56 लाख लागत के 100 बिस्तर अस्पताल का लोकार्पण किया। डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक ऐसे महत्वपूर्ण फैसले लिये हैं, जिनका फायदा गरीब वर्ग को सीधे मिल रहा है। सरकारी अस्पताल में मरीजों को नि:शुल्क दवाई उपलब्ध करवाई जा रही है। सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क जाँच की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि नवीन अस्पताल में मरीजों और असहाय व्यक्ति के लिये लिफ्ट की सुविधा दी गई है। उन्होंने जन सामान्य से अस्पताल परिसर को स्वच्छ बनाये रखने में सहयोग करने का आग्रह किया। यादव समाज ने जल संसाधन मंत्री का किया स्वागत दतिया के यादव समाज ने आज जल संसाधन मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का स्वागत किया। स्वागत भाषण में डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जिले के प्रत्येक गाँव में सिंचाई सुविधा की उपलब्धता के लिये वे प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि जिले की नहर मरम्मत के कार्य में तेजी लाई जायेंगी। कार्यक्रम को सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद ने भी संबोधित किया।
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रवीन्द्र जैन अब यह लगभग तय हो गया है कि आचार्य विद्यासागर जी महाराज 18 जुलाई सोमवार को संघ सहित भोपाल में मंगल प्रवेश करेंगे। वे भोपाल में चातुर्मास भी करेंगे। चातुर्मास के मंगल कलश की स्थापना 24 जुलाई को दोपहर में एक भव्य आयोजन में होगी। आचार्यश्री सागर से पदविहार करते हुए शनिवार को सुबह भोपाल, विदिशा रोड पर स्थित बेरखेड़ी गांव पहुंच गए हैं। रात्रि विश्राम वे दीवानगंज में कर सकते हैं। इधर भोपाल से हजारों की संख्या में लोग आचार्यश्री के विहार में शामिल होने पहुंच गए हैं। आचार्यश्री के कदम जैसे-जैसे भोपाल की और बढ़ रहे हैं भोपाल में जैन और अजैन सभी लोगों में जबर्दस्त उत्साह का माहौल है। यद्यपि आचार्य विद्यासागर जी महाराज अपने कार्यक्रमों के बारे में पहले से न तो कोई घोषणा करते हैं और न ही किसी को बताते हैं। उनके बारे में सारी तैयारियां अनुमान के आधार पर की जाती हैं। भोपाल के लोग पिछले छह माह से आचार्यश्री को भोपाल लाने के लिए प्रयासरत थे, लेकिन आचार्यश्री ने कभी अपनी ओर से भोपाल आने की सहमति या असहमति नहीं दी। अब चूंकि शुक्रवार को उन्होंने संघ सहित विदिशा से भोपाल की ओर पदविहार किया है इसलिए भोपाल में चातुर्मास होना लगभग तय हो गया है। भोपाल जैन समाज ने 24 तारीख को चातुर्मास कलश स्थापना की तैयारियां शुरू कर दी हैं। 37 मुनि है साथ आचार्यश्री के साथ 37 दिगम्बर जैन मुनि भी पद विहार करते हुए भोपाल आ रहे हैं। यह सभी मुनि बाल ब्रह्मचारी हैं और आचार्यश्री से दीक्षित और शिक्षित हैं। इन मुनियों में कई ऐसे हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और बड़ी-बड़ी नौकरियां छोड़कर आचार्यश्री से दीक्षा लेकर संघ में शामिल होकर तपस्या कर रहे हैं। हजारों लोग चल रहे हैं साथ भोपाल और भोपाल के बाहर से हजारों लोग आचार्यश्री के विहार में साथ चल रहे हैं। शुक्रवार को सुबह भारी संख्या में भोपाल से लोग आचार्यश्री का विहार कराने पहुंचे थे। बैरखेड़ी तिराहे पर आचार्यश्री की आहारचर्या संपन्न हुई और यहीं आचार्यश्री सामायिक आदि करके दोपहर में दीवानगंज की ओर विहार करेंगे। उम्मीद है कि रात्रि विश्राम दीवानगंज में करेंगे तथा कल की आहारचर्या सूखी सेवनिया में होने की संभावना है। हबीबंगज में व्यापक तैयारियां आचार्यश्री के चातुर्मास के लिए जैन समाज और जिला प्रशासन मिलकर तैयारियों में जुटा है। भोपाल नगर निगम शनिवार को हबीबगंज मंदिर के आसपास से अवैध गुमटियां हटाने की कार्रवाई करेगा। जिला प्रशासन ने सरगम सिनेमा के सामने की पार्किंग अतिथियों की भोजनशाला के लिए आवंटित कर दिया है। इसके अलावा आचार्यश्री की धर्मसभा प्रति रविवार 7 नंबर स्टाप स्थित सुभाष स्कूल के प्रांगण में होगी
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आचार्यश्री महावीर का अवतार : बाबूलाल गौर रवीन्द्र जैन जैन संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज की भोपाल में अगवानी के लिए जैन और सभी समाजों के लोग भोपाल से विदिशा तक मानव श्रृंखला बनाकर उनकी अगवानी करेंगे। भोपाल जिले में उनकी अगवानी हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा हजारों लोगों के साथ बालमपुर घाटी पर करेंगे। शुक्रवार को आचार्य श्री संघ सहित पद विहार करते हुए विदिशा पहुंच गए हैं। आचार्य विद्यासागर जी के संभावित चातुर्मास को लेकर अब केवल जैनों में नहीं जन-जन में उत्साह का माहौल है। गुरुवार को वित्त मंत्री जयंत मलैया द्वारा बुलाई गई बैठक में सभी धर्मों और समाज के लोगों के अलावा भोपाल के सभी सामाजिक और व्यावसायिक संगठनों के पदाधिकारियों ने आचार्यश्री की भव्य अगवानी और भोपाल में ऐतिहासिक चातुर्मास कराने का संकल्प लिया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि हमने भगवान महावीर को नहीं देखा, लेकिन आचार्य विद्यासागर जी महाराज को देखकर लगता है कि भगवान महावीर जैसे होंगे। गौर ने दावा किया कि आचार्यश्री की पिछले कई वर्षों से उन पर असीम कृपा रही है। सभी समाजों की बैठक को संबोधित करते हुए विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि भोपाल जिले में सबसे पहले आचार्यश्री की अगवानी करने का सौभाग्य उन्हें मिलेगा। क्योंकि आचार्यश्री बालामपुर घाटी के भोपाल में प्रवेश करेंगे और यह क्षेत्र मेरे विधानसभा क्षेत्र में आता है। विधायक शर्मा ने कहा कि मैं हजारों कार्यकर्ताओं के साथ बालमपुर से भोपाल तक आचार्यश्री के साथ पैदल चलूंगा। प्रशासन हुआ सतर्क आचार्यश्री के भोपाल आने की संभावना पर ही राज्य सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। भोपाल दक्षिण के पुलिस अधीक्षक अंशुमान सिंह ने पुलिस प्रशासन के साथ हबीबगंज और आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और एडीशनल एसपी और सीएसपी को निर्देश भी दिए। कलेक्टर निशांत बरबड़े भी व्यक्तिगत रूचि लेकर जैन समाज को सभी सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। पद विहार में हजारों लोग शामिल शुक्रवार को सुबह आचार्यश्री के साथ पद विहार में भोपाल से लगभग 5 हजार से अधिक लोग पहुंचे। भोपाल जैन समाज के युवा टीम ने निर्णय लिया है कि शुक्रवार को दोपहर जैसे ही आचार्यश्री विदिशा से भोपाल की और विहार करेंगे हजारों युवक पूरे 50 किलोमीटर के मार्ग पर मानव श्रृंखला बनाकर गुरूजी की अगवानी करेंगे। सजेगा भोपाल आचार्यश्री की अगवानी ने पूरे भोपाल को सजाने की तैयारी है। रायसेन के सिलवानी तहसील से युवाओं की टीम बुलाई गई है। जो दीवानगढ़ से भोपाल तक लगभग 25 किलोमीटर में रंगोली सजाएगी।भोपाल में महिलाएं केशरिया साड़ी और सिर पर कलश लेकर गुरूजी की अगवानी करेंगी। वहीं पुरूष वर्ग को सफेद कुर्ते पजामे में अगवानी में शामिल होंगे।
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रतलाम का मालवा फ्रेश ब्राण्ड अपने बेहतर कृषि उत्पाद के कारण देश के महानगरों में अपनी पहचान बना चुका है। बीते रबी सीजन में मालवा फ्रेश एग्रो प्रोड्यूसर कम्पनी ने 500 क्विंटल उच्च गुणवत्ता का लहसुन मुम्बई और गुजरात भेजा था। मालवा फ्रेश के जरिये भेजे गये लहसुन को जिले के किसानों को स्थानीय बाजार की तुलना में बहुत अच्छा फायदा मिला है। मालवा फ्रेश द्वारा रतलाम जिले से उत्पादित डॉलर चना, सोयाबीन तथा लहसुन के नमूने श्रीलंका भेजे गये थे। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इन कृषि उत्पाद को अच्छा रिस्पांस मिला है। मालवा फ्रेश एग्रो प्रोड्यूसर कम्पनी ने अपने उत्पाद की जानकारी देने के लिये वेबसाइट तैयार की है। वेबसाइट में उज्जैन संभाग के जिलों में पैदा होने वाली फसलों की जानकारी और उनकी विशेषताएँ अपलोड की गयी हैं। उज्जैन कमिश्नर डॉ. रवीन्द्र पस्तौर ने किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलवाने के लिये प्रोड्यूसर कम्पनी बनाने की पहल किसानों के बीच की थी। अब इस कम्पनी से ज्यादा से ज्यादा किसान जुड़ रहे हैं। रतलाम का लहसुन अपनी विशिष्टता के कारण देशभर में प्रसिद्ध है। इसकी एक डल्ली का वजन 150 से 200 ग्राम तक रहता है। शाजापुर और आगर जिले का संतरा भी मालवा फ्रेश ब्राण्ड में अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है। प्रोड्यूसर कम्पनी आने वाले समय में उच्च गुणवत्ता का आटा तैयार करने की योजना बना रही है। मालवा फ्रेश ब्राण्ड नेम से गेहूँ का आटा छोटे-छोटे पेकिंग में बाहर भेजा जायेगा। संभाग के किसानों द्वारा उत्पादित फसलों को बाजार देने के लिये सबसे पहले इण्डिया मार्ट (मार्केटिंग एजेंसी) पर फसलों की जानकारी डाली गयी। इसके बाद मालवा फ्रेश डॉट कॉम बनाया गया। कम्पनी का बाजार में पहुँचने का यह सशक्त माध्यम है। कम्पनी ने आगर और शाजापुर जिले में फलों पर आधारित फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की योजना भी तैयार की है।
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रवीन्द्र जैन जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज सागर से भोपाल की और पद विहार करते हुए बुधवार को सुबह 9 बजे संघ सहित ग्यारसपुर पहुंच गए हैं। जहां हजारों लोगों ने उनकी भव्य अगवानी की। भोपाल में आचार्य श्री की अगवानी और चातुर्मास की तैयारियों को लेकर जैन समाज की एक बड़ी बैठक जवाहर चौक पर आयोजित की गई है। आचार्य श्री के चातुर्मास की संभावना को देखते हुए जिला एवं पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। आचार्य विद्यासागर जी महाराज लगभग 40 दिगम्बर जैन मुनियों के साथ जैसे ही ग्यारसपुर नगरी पहुंचे वहां ग्यारसपुर और आसपास के गांव के हजारों लोगों ने जयकारों के साथ उनकी अगवानी की। आचार्य श्री का पाद प्रच्छालन किया गया तथा भक्तिभाव से उनकी पूजा भी की गई। आचार्य श्री की आहारचर्या भी ग्यारसपुर में संपन्न हुई। आचार्यश्री के आहार डा मनीष जैन विदिशा के चौके में हुए। खास बात यह है कि आचार्यश्री के साथ लगभग दो हजार महिला-पुरुष, बच्चे और वृद्ध भी नंगे पांव पद विहार कर रहे हैं। पूरे रास्ते मानव श्रृंखला दिखती है और नमोस्तु-नमोस्तु के स्वर गूंजते रहते हैं। देशभर के अनेक भक्तगण आचार्य श्री को विहार कराने प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। इनमें कई बड़े उद्योगपति और व्यवसायी भी शामिल हैं। मलैया कल करेंगे बैठक वित्त मंत्री जयंत मलैया कल गुरुवार दोपहर में रोटरी भवन टीटी नगर में भोपाल के सभी समाजों के संगठनों, सभी व्यावसायिक संगठनों और सभी धर्मों के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इन सभी को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आयोजन में सक्रियता से जोडऩे के लिए यह बैठक रखी गई है। हबीबगंज में तैयारियां आचार्य श्री के चातुर्मास को लेकर दिगम्बर जैन मंदिर हबीबगंज में युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। 170 बाय 110 का विशाल पंडाल बनाया जा रहा है। आचार्यश्री के संघ को ठहराने के लिए 27 कमरों का निर्माण किया गया है। मंदिर परिसर के अंदर और बाहर की और कुल 55 अस्थाई चौके तैयार किए गए हैं। बाहर से आने वाले अतिथियों के लिए सभी धर्मशालाओं और होटलों में व्यवस्था की जा रही है। अतिथियों के लिए भोजनशाला के लिए सरगम टॉकीज के सामने की पार्किंग में व्यवस्था का प्रयास किया जा रहा है। मानसरवोर काम्पलेक्स के पीछे परिवहन विभाग की तीन एकड़ भूमि पर सभास्थल बनाने की तैयारी है। जिला प्रशासन की टीम बुधवार को दोपहर जैन समाज के साथ इन सारी तैयारियों को अंतिम रूप देगी।
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स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह को आज करंट लग गया। उन्हें बंसल अस्पताल में दाखिल कराया गया है। शाह कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए थे। इसके बाद वे घर लौटे और स्विच खोलते समय उनके साथ यह घटना घटी। मंत्री विजय शाह को भोपाल के सरकारी आवास में सांप ने डसा इससे पहले 29 जून को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री विजय शाह को उनके भोपाल स्थित सरकारी बंगले पर सांप ने डस लिया। रविवार सुबह 4 बजे बंगले के सुरक्षाकर्मी उन्हें जेपी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार सांप काफी जहरीला था, वे लगातार शाह के स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए है। मंत्री का बंगला श्यामला हिल्स में है, जहां आस-पास घना जंगल फैला है। इसके साथ ही बंगले के अंदर भी काफी घने पेड़ लगे हुए है। यह पहला मामला नहीं है जब किसी मंत्री के बंगले पर सांप निकला हो, ऐसा पहले कई बार हो चुका है। लेकिन इस बार सांप ने मंत्री को ही डस लिया। इससे पहले एक बार विजय शाह के गले में सुपारी फंस गई थी तब भी उनकी जान पर बन आई थी।
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अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन अक्टूबर में साँची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन आगामी अक्टूबर माह में किया जायेगा। विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति में अधिकतम आयु सीमा के बंधन को समाप्त कर योग्यता के आधार को प्राथमिकता दी जायेगी। यह निर्णय भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न साँची बौद्ध विश्वविद्यालय की साधारण परिषद की बैठक में लिये गये। बैठक में वित्त मंत्री जयंत मलैया भी उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि श्रीलंका द्वारा विश्वविद्यालय में अध्ययन केंद्र स्थापित किया जायेगा। इस संबंध में श्रीलंका के प्रधानमंत्री का पत्र मुख्यमंत्री चौहान को वेन.बनागला उपतिस्सा नायके थेरो ने सौंपा। बैठक में विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों के लिये अंशदायी पेंशन योजना लागू करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। विश्वविद्यालय की कार्य-परिषद द्वारा शैक्षणिक शुल्क एवं छात्रवृत्ति, प्रवेश परीक्षा, परीक्षा और होस्टल संचालन नियमों का अनुमोदन किया गया। विश्वविद्यालय में कुलपति पद पर नियुक्ति के लिये सर्च कमेटी द्वारा दिये गये पेनल की राज्यपाल को अनुशंसा की गयी। बैठक में परिषद के सदस्य प्रो. सिद्धेश्वर रामेश्वर भट्ट, डॉ. कपिल कुमार, डॉ. एगिल लोथ, अपर मुख्य सचिव वित्त ए.पी. श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आशीष उपाध्याय, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के. मिश्रा और विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार राजेश गुप्ता भी उपस्थित थे।
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नदी,नाले उफ़ान पर जन जीवन अस्तव्यस्त बीते चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से मध्यप्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लेकिन अभी इसके थमने के आसार नहीं है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मध्यप्रदेश में हो रही अतिवृष्टि के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रियों के साथ की पिकनिक कैंसिल कर दी है। जिले के कलेक्टरो से वीडियों कांफ्रेंसिंग करके बारिश और बाढ़ के हालात को जाना और आवश्यक दिशा निर्देश दिये है | बारिश से आठ लोगों की मौत हो गई। भोपाल के निचले इलाकों सहित 20 शहरों सहित सात सौ गावों में जन जीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो चुका है। मौसम विभाग का कहना है कि भोपाल सहित प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। जिन जगहों पर भारी बारिश की संभावना है उनमें सागर, दमोह, सतना, पन्ना, छतरपुर, विदिशा, भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद, राजगढ़, आगर, शाजापुर, अशोकनगर, जबलपुर, नरसिंहपुर आदि शामिल हैं। दूसरी ओर, लगातार बारिश से बुंदेलखंड, महाकौशल और बघेलखंड के अधिकांश इलाकों में नर्मदा, पार्वती, चंबल, केन, तवा, तमस और सुनार नदियां उफान पर पर हैं। कई बांध टूट गये हैं तथा गांव के गांव जलमग्न हो रहे हैं। यातायात ठप हैं तथा लोगों को नमक-तेल के लिए भी तरसना पड़ रहा है। सतना में करीब तीन सौ गांवों में पानी घुस गया है जहां सेना ने लोगों को बचाने के लिए मोर्चा संभाला हुआ है। टीकमगढ़ और सीहोर के कलेक्टर ने स्कूलों की दो दिन के लिए छुट्टी घोषित कर दी है। वर्षा और बाढ़ प्रभावित जिलों में कलेक्टरों ने निगरानी बढ़ा दी हैं। वहीं रेलवे प्रशासन ने बारिश के खतरों से निबटने के लिए अलर्ट कर दिया है। विदिशा में भारी बारिश से सोयाबीन की फसल लगभग चौपट हो गई है। किसानों के अनुसार ज्यादा पानी भरा रहे तो फसल गलने और सड़ने लगेगी। भोपाल-छतरपुर, पन्ना, सतना से सड़क संपर्क टूटा गया है ।सतना के माधवगढ़ और कृपालपुर में कई गांव डूबे, सेना ने 12 लोगों को बचाया। उचेहरा के धनेह में तालाब फूटने से आधा दर्जन घर गिरे। दमोह की व्यारमां नदी का जल स्तर बढ़ने से घटेरा गांव खाली कराया। सुनार नदी में उफान से कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। राहत शिविरि लगाए। बारिश के पानी को रोकने के लिए जो बांध बनाए गए थे वो पहली ही बारिश में बह गए। इनमें से एक सेरोह बांध इटवा गांव में 27 करोड़ की लागत से बनवाया गया था। दूसरा बांध बिलपुरा गांव में 11 करोड़ की लागत से बनाया गया था। दोनों बांध जल संसाधन विभाग ने बनवाए थे। कहा जा रहा है कि घटिया निर्माण की वजह से ये बांध पहली ही बारिश में बह गए। जिन इलाकों में ये बांध बनाए गए थे उनके आसपास बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। मध्यप्रदेश के सरकार ने उठाए कुछ कदम मध्यप्रदेश में हो रही अतिवृष्टि के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रियों के साथ की पिकनिक कैंसिल कर दी है। जिले के कलेक्टरो से वीडियों कांफ्रेंसिंग करके बारिश और बाढ़ के हालात को जाना और आवश्यक दिशा निर्देश दिये है | वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है और प्रभावित क्षेत्रो मे राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से जारी है |मुख्यमंत्री चौहान ने रविवार को होने वाली मंत्रियों की पिकनिक और बैठक को स्थगित करते हुये सभी मंत्री,विधायकों को अपने अपने क्षेत्र मे मुस्तैद रहकर बचाव कार्य मे जुटने के निर्देश दिये है | सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए हर जिले में आपातकालीन संचालन केंद्र गठित किए है| जल जमाव क्षेत्रो मे सफाई का कार्य तेज़ी से चल रहा है तो वही स्वास्थय विभाग की ज़िम्मेदारी को भी सुनिश्चित किया गया है | बाढ़ राहत के लिए प्रदेश में होमगार्ड के 366 रेसक्यू सेंटर के साथ विशेष रूप से एसडीआरएफ के 108 प्रशिक्षित जवान उपकरणो सहित तैनात किये गए है | एनडीआरएफ की भी एक विशेष टीम भोपाल मे मौजूद रहेगी | बाढ़ जल भराव और मौसमी बीमारियों से बचाव राहत के लिए सरकार द्वारा जारी हेल्प लाईन नंबर 1079 तथा राहत आयुक्त से2441419 पर सीधा संपर्क किया जा सकता है |
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पुलिसवाले भी फुटेज डिलीट नहीं कर पाएंगे लॉकअप में बंद आरोपी के साथ अब पुलिसकर्मी थर्ड डिग्री टॉर्चर नहीं कर पाएंगे और ना ही आरोपी अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर लॉकअप में सुविधाएं ले पाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद मध्यप्रदेश पुलिस प्रदेश के सभी पुलिस थानों में लॉकअप रूम के बाहर कैमरे लगवाने जा रही है। फुटेज के साथ यह के कैमरे ऑडियो भी रिकॉर्ड करेंगे। पुलिस विभाग द्वारा इन कैमरों के लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए है। इस बार पुलिस उन कंपनियों से कैमरे लेगी जो इनके मेनटेनेंस की जवाबदारी भी लेगी। थानों में लगने वाले कैमरों की खासियत यह होगी कि इसकी फुटेज यदि कोई पुलिसकर्मी डिलीट नहीं कर पाएंगे। किसी वीडियो को डिलीट करने पर अलार्म बज उठेगा। डिलीट किया वीडियो 30 दिन तक बैकअप में रहेगा। इसके अलावा यदि किसी ने कैमरे के वायर निकाल भी दिए तो कैमरा खुद से शुरू हो जाएगा कैमरे के अंदर ही 32 जीबी का मेमोरी कार्ड रहेगा जो रिकॉर्डिंग चालू रखेगा। इसके अलावा फुटेज की तारीख और समय से भी कोई छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा। हर थाने में चार कैमरे लगेंगे। एक कैमरा लॉकअप रूम के बाहर लगेगा जिससे लॉकअप के अंदर तक का व्यू होगा। एक कैमरा थाने के मुख्य द्वार पर और एक उस कमरे में लगेगा जहां शिकायत दर्ज की जाती है। इसके अलावा एक कैमरा वहां भी लगाया जाएंगा जहां अपनी समस्याएं लेकर लोग आते है और पुलिसवालों से सलाह-मशविरा करते है। थाने के एसएसओ के रूम में 24 इंच की एलईडी भी लगेगी जिससे नजर रखी जा सकेगी। पुलिस ऐसे टेक्नोलॉजी वाले कैमरों का इस्तेमाल करेगी जो सेंसर बेस्ड हो। मतलब हलचल होने पर वो चालू हो जाएगा और कोई एक्टिविटी नहीं होगी तो बंद हो जाएगा इससे अनावश्यक डाटा स्टोर नहीं होगा। एसपी रेडियो अमित सक्सेना का कहना है प्रदेश के सभी थानों में कैमरे लगाए जा रहे है जिससे लॉकअप रूम में होने वाली गतिविधियों पर भी नजर रखी जाए। यह कैमरे साल के अंत तक लग जाएंगे।
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समाधान ऑनलाइन में अधिकारीयों पर भडके मुख्यमंत्री एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में कहा है कि वर्षा ऋतु से संबंधित चुनौतियों से निपटने के पुख्ता प्रबंध किये जायें। बाढ़, जल-भराव और मौसमी बीमारियों से बचाव राहत की तैयारियाँ चाक-चौबंद रहे। श्री चौहान ने मंत्रालय में समाधान ऑनलाइन के जरिये संभागायुक्त और कलेक्टरों को संबोधित कर रहे थे।शिवराज सिंह ने शिकायतों का जन-सुनवाई आदि अन्य व्यवस्थाओं में निराकरण नहीं होने को चिंतनीय बताया। निर्देशित किया कि किस जिले से कितनी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं इसकी समीक्षा की जाये।शिवराज सिंह कई अधिकारीयों के लापरवाह रवैये पर भड़क भी गए। मुख्यमंत्री चौहान ने नरसिंहपुर में गर्भवती महिला को जननी एक्सप्रेस और 108 की सेवाएँ नहीं मिलने को अमानवीय बताते हुए गहरी अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने घटना के कारणों और दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी ली। बताया गया कि घटना की जाँच कराकर दोषी व्यक्तियों को पद से पृथक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 108 और जननी एक्सप्रेस जैसी बुनियादी सुविधाएँ सदैव चुस्त-दुरूस्त रहनी चाहिये। इसमें लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। जिले की बुनियादी सेवाएँ और आम-जन की समस्याओं के निराकरण की प्रभावी व्यवस्थाएँ ही सुशासन हैं। कलेक्टर की परफार्मेंस का इन्हीं के आधार पर निर्धारण किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने उज्ज्वला योजना में गैस सिलेंडरों और भूमि पट्टा वितरण कार्य को पारदर्शी तरीके से सामूहिक कार्यक्रम कर किए जाने के निर्देश दिए। पेंशन और मनरेगा की मजदूरी का वितरण तत्काल किए जाने पर विशेष जोर दिया। बैंक शाखाओं की दूरी और वन ग्राम आदि कारणों से होने वाले विलंब के मामलों में वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने के सुझाव भी कलेक्टरों से मांगे। उन्होंने ग्रामोदय से भारत उदय अभियान की फॉलोअप कार्रवाई का प्रतिवेदन माह के मध्य तक भेजने के निर्देश देते हुये बताया कि अभियान के दौरान की गई कार्रवाई के आधार पर अधिकारियों की चरित्रावली लिखी जायेगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने समाधान ऑनलाइन में प्राप्त शिकायतों के समाधान की जानकारी ली। उन्होंने शिकायतों का जन-सुनवाई आदि अन्य व्यवस्थाओं में निराकरण नहीं होने को चिंतनीय बताया। निर्देशित किया कि किस जिले से कितनी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं इसकी समीक्षा की जाये। परीक्षण किया जाये कि कार्यक्रम में आने से पहले उनका निराकरण क्यों नहीं हुआ। श्री चौहान ने सीहोर निवासी श्री शैलेन्द्र को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में प्रोत्साहन राशि वितरण में विलंब की जानकारी ली। राशि वितरण की जानकारी दिए जाने पर विलंब के कारणों का समाधान करने को कहा। झाबुआ के श्री नीरज सिंह राठौर को राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा टेंट लगाने के देयक 12 लाख 87 हजार 982 रूपए का भुगतान कर दिया गया है। होशंगाबाद के अनुदान प्राप्त एस.एन.जी. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डोलरिया के सेवानिवृत्त शिक्षक श्री खुमान सिंह को 1,61,092 रूपए के स्वत्वों का भुगतान करवाने की जानकारी दी गई। भोपाल जिले के एस.ओ.एस. ग्राम की कुमारी शिल्पी, सानिया और विदुषी के चिकित्सकीय परीक्षण बाद जन्म प्रमाण-पत्र दिए जा रहे हैं। साथ ही आगामी 10 दिवस में ऐसे 73 अन्य प्रकरण में जन्म प्रमाण-पत्र जारी करवाने की जानकारी कलेक्टर भोपाल ने दी। मुख्यमंत्री ने उमरिया जिले के श्री रामकिंकर को कपिलधारा कूप की राशि समिति सेवक द्वारा गबन करने के कारण विलंब की जानकारी मिलने पर मुख्य सचिव को निर्देशित किया कि वे 15 दिवस में प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों से सहकारी समितियों में गबन और ऐसे अन्य प्रकरणों में की गई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त कर समीक्षा करें।
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उज्जैन में ‘पर्यटन विमर्श’ में सार्थक चर्चा पर्यटन विकास की दिशा में बेहतर कार्य के उद्देश्य से पर्यटन विकास निगम द्वारा उज्जैन में ‘पर्यटन विमर्श’ किया गया। विमर्श में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचन्द गेहलोत, निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैन, सांसद मनोहर ऊँटवाल एवं सुधीर गुप्ता, राज्य सभा सदस्य डॉ. सत्यनारायण जटिया सहित संभाग के विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और नगर निगमों के महापौर उपस्थित रहे। टोल फ्री नम्बर घोषित करने का सुझाव थावरचंद गेहलोत ने ‘विमर्श’ की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने विमर्श में जन-प्रतिनिधियों द्वारा दिये गये सुझावों को लिखित रूप में भी निगम को भेजने को कहा। श्री गेहलोत ने कहा कि पर्यटन विकास निगम को टोल फ्री नम्बर घोषित करना चाहिये, ताकि देश के साथ ही विदेशी पर्यटक भी पर्यटन स्थलों के साथ सुविधाओं की जानकारी सरलता से प्राप्त कर सकें। मंत्री श्री गेहलोत ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये तैयार की गई कार्य-योजना को अमल में लाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रस्ताव तैयार करे, केन्द्र सरकार से प्रस्तावों की स्वीकृति एवं धनराशि उपलब्ध करवाने के लिये हम प्राथमिकता पर कार्य करेंगे। तपन भौमिक ने कहा कि हमारा उद्देश्य मध्यप्रदेश को विश्व पर्यटन पटल पर लाना है। इसके लिये ‘पर्यटन विमर्श’ का यह प्रयास प्रदेश में सहभागिता के साथ पर्यटन को आगे बढ़ाने का काम करेगा। श्री भौमिक ने कहा कि पर्यटन विमर्श का पहला कार्यक्रम उज्जैन में किया जा रहा है। अगले क्रम में सात संभाग में यह किया जायेगा। प्रबंध संचालक हरि रंजन राव ने 'प्रदेश में पर्यटन विकास में चुनौतियाँ एवं प्रयास' पर अपना प्रेजेंटेशन किया। उन्होंने प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं, पर्यटन के लिये आवश्यक संसाधनों, पर्यटन नीति, चुनौतियाँ और किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं के उद्देश्य से होम स्टे योजना में काम किया जा रहा है। अब तक 75 होम स्टे पंजीकृत किये जा चुके हैं। जिलों में भी जिला पर्यटन संवर्धन परिषद का गठन किया गया है। इसके अध्यक्ष प्रभारी मंत्री हैं। मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये विजन प्रस्तुत करने की बात कही। उन्होंने विभिन्न उदाहरण देते हुए कहा कि प्रदेश में संभावनाएँ बहुत हैं। सांसद मनोहर ऊँटवाल ने माँ चामुण्डा की नगरी देवास में आस्था एवं पर्यटन की संभावनाओं पर बात की। पर्यटन के विकास के लिये जन-सहभागिता को महत्वपूर्ण बताया। बाबूलाल जैन ने पर्यटन विकास की कार्य-योजना के लिये सुझावों को प्राप्त करने के लिये प्रारम्भ किये गये ‘पर्यटन विमर्श’ की सराहना की। उन्होंने सिंहस्थ के दौरान उज्जैन को मिली सौगातों को सहेजकर रखने की बात कही। जन-प्रतिनिधियों ने दिये सुझाव ‘पर्यटन विमर्श’ में उज्जैन सहित संभाग के सभी जिलों से आये जन-प्रतिनिधियों ने संभाग में पर्यटन विकास की दिशा में बेहतर कार्य संबंधी सुझाव दिये। कार्यक्रम में विधायक डॉ. मोहन यादव अन्य विधायक एवं नागरिकों ने भी सुझाव दिये। श्री तपन भौमिक ने बताया कि इन सुझावों पर आधारित पुस्तिका का प्रकाशन भी किया जायेगा।
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शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार में नौ मंत्री शामिल, 6 नए चेहरे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। विस्तार में नौ मंत्रियों को शपथ दिलवाई गई है। इसमें 4 कैबिनेट और बाकी राज्यमंत्री हैं।समारोह में राज्यपाल रामनरेश यादव ने शपथ दिलाई। इसमें 6 नए चेहरे शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री के रूप में जयभान सिंह पवैया, अर्चना चिटनीस, रूस्तम सिंह,ओमप्रकाश धुर्वे को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई गई। वहीँ 5 नए रजयमन्त्रियों के रूप में ललिता यादव,हर्ष सिंह, विश्वास सारंग, संजय पाठक, सूर्यप्रकाश मीणा ने शपथ ली। शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल के बहुप्रतीक्षित विस्तार में जयभान सिंह पवैया, विश्वास सारंग, हर्ष सिंह, ललिता यादव, संजय पाठक के रूप में नए चेहरों को शामिल किया गया है। जबकि पिछली शिवराज सरकार में मंत्री रह चुके रुस्तम सिंह, अर्चना चिटनीस व ओमप्रकाश धुर्वे को भी विस्तार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। विस्तार में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम कांग्रेस के बीजेपी में आए संजय पाठक का रहा। इसके बाद तमाम अटकलें चली और यह तक कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। बाद में सरताज सिंह के सीएम को इस्तीफा भेजने की खबर भी चर्चा में आई लेकिन गौर की चुप्पी को उनकी नाराजगी के रूप में बताया गया। बाबूलाल गौर ने सुबह बड़े नेताओं से कहा मैंने मप्र को अपने खून-पसीने से सींचा है, इसलिए इस्तीफा क्यों दूं?' गुरुवार को शिवराज मंत्रीमंडल का विस्तार होने से पहले 86 साल के गृहमंत्री बाबूलाल गौर अड़ गए। उधर, 76 साल के पीडब्ल्यूडी मंत्री सरताज सिंह भी बढ़ती उम्र के आधार पर इस्तीफा देने के तैयार नहीं हुए। दिनभर दिल्ली से लेकर भोपाल तक दोनों बुजुर्ग मंत्रियों को मनाने की कवायद चलती रही। आखिरकार दोपहर में सरताज सिंह और शाम को गौर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया। सूत्रों के मुताबिक़, पहले बाबूलाल गौर ने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कह दिया था कि वे इस उम्र में भी दूसरे मंत्रियों के बराबर काम करते हैं। अगर उम्र पैमाना थी तो उन्हें टिकट ही क्यों दिया गया था? गौर ने यह भी कह दिया था कि वे पार्टी के बड़े नेताओं से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि वो इस तरह से बेइज्जत होकर नहीं जाएंगे, चाहे तो पार्टी उन्हें बर्खास्त कर दे। हालांकि शाम को उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
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सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों की सेलरी में करीब 23.6 फीसद का इजाफा होगा। कर्मचारियों को 1 जनवरी, 2016 से बढ़ी हुई सैलरी का एरियर भी मिलेगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने ट्वीट कर बताया कि केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में 23 फीसद से ज्यादा का इजाफा होगा। वित्त मंत्री ने सातवें वेतन आयोग को मंजूरी मिलने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों को बधाई दी।गौरतलब है कि सबकी निगाहें आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्य़क्षता में मंत्रिमंडल की बैठक पर टिकी थी जिसमें सरकार वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने पर फैसला होना था। इसका सीधा असर करीब एक करोड़ केंद्र सरकार के कर्मचारियों और रिटायर हो चुके पूर्वकर्मियों के पेंशन पर पड़ेगा।जस्टिस माथुर की अध्यक्षता में गठित सातवें वेतन आयोग ने पिछले साल नवंबर में वित्त मंत्री अरुण जेटली को रिपोर्ट सौंपी थी। सरकार के फैसले के बाद करीब 47 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को फायदा होगा। कैबिनेट के फैसले के बाद 52 लाख पेंशनभोगियों को फायदा मिलेगा। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को 1 जनवरी 2016 से लागू किया जाएगा। कर्मचारियों के वेतन में 23.6 फीसद की बढ़ोतरी की गई है। मूल वेतन में 14.6 फीसद की बढ़ोतरी की गई है, जो दूसरी सुविधाओं के मिलकर 23.6 फीसद है। सरकार के इस फैसले के बाद सरकारी खजाने पर 1.02 लाख करोड़ का असर होगा। वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने के बाद सरकार को जीडीपी का .7 फीसद खर्च करना होगा। सरकार ने कर्मचारियों के वेतन के मद में 2016-17 के 70 हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। फरवरी 2014 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने सातवें वेतन आयोग का गठन किया था।
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जबलपुर में नर्मदा के तट पर रविवार की शाम श्री निर्विकार पथ के प्रणेता 'श्रीबाबाश्री की दाढ़ी की लंबाई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अफसरों ने दर्ज की। 2008 में उनकी दाढ़ी 1.84 मीटर यानी करीब 6 फीट थी। तब उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल हो गया। 8 साल बाद उनकी दाढ़ी की लंबाई 11 फीट 4 इंच यानी 3 मीटर 45 सेमी. हो गई। इससे उनका पूर्व रिकार्ड टूट गया है और नया रिकार्ड कायम होगा। श्री निर्विकार पथ आश्रम सिद्धघाट में गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारी, सांसद राकेश सिंह, विधायक जालम सिंह पटेल, मेडीकल कॉलेज के डीन आरएस शर्मा और सैकड़ों भक्तों की मौजूदगी में बाबाश्री की दाढ़ी की लंबाई नापी गई। बाबाश्री ने खड़े होकर अपनी दाढ़ी खोली। सांसद राकेश सिंह ने मीटर पकड़ा और पहला हिस्सा बाबाश्री की दाढ़ी पर रखा गया। इसके बाद दाढ़ी के दूसरे छोर पर सांसद ने फीता रखकर उसकी लंबाई नापी गई। बाबाश्री का परिचय बाबाश्री का जन्म 27 सितम्बर 1942 को नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील में हुआ। 27 अप्रैल 1984 को गंगा सप्तमी से नर्मदा परिक्रमा शुरू करने के बाद उनकी दाढ़ी बढ़ना शुरू हो गई। बाबाश्री 25 वर्षों से मां नर्मदा की अनवरत परिक्रमा कर रहे हैं। वह निराहार रहकर मात्र नर्मदाजल पीकर वर्तमान में गाडरवारा से 20 किमी. दूर सोकलपुर में तप, साधना में हैं। उनका कहना है कि सिर्फ साधना के बल पर उनकी दाढ़ी की लंबाई बढ़ती जा रही है। एग, लेग और पैग संस्कृति अपना रहे लोग श्री निर्विकार संत बाबाश्री ने पत्रकारों के सामने भारतीय संस्कृति का हृास होने पर गंभीर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि प्राचीन युग में भारत का एक भगवा रंग का ध्वज रहा, जो बदलकर अब 3 रंग का तिरंगा हो गया है। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का हम सम्मान करते हैं, लेकिन भारत के 3 नाम क्रमश: भारत, इंडिया व हिन्दुस्तान हैं। इससे भारत के नागरिक एग (अंडा), लेग (मटन-चिकन), पैग (शराब) संस्कृति अपना रहे हैं। बाबाश्री ने कहा कि साधु-संतों का दाढ़ी-बाल बढ़ाना वैराग्य की निशानी है, लेकिन सभी साधु-संत एक से नहीं होते। वर्तमान में भारतीय राजनीति धर्म के खिलाफ है। प्राचीन युग में राजा का प्रजा के साथ पुत्रवत व्यवहार रहता था, लेकिन आज सत्तासीन नेता भाई-भतीजावाद परंपरा को बढ़ावा देकर मित्रवत व्यवहार कर रहे हैं। साधु-साध्वी राजनीति में जाएं, तो उन्हें धर्मनीति का साथ देना चाहिए। युवाओं को चाहिए कि भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए वह निर्विकार पथ अपनाएं। निर्विकार पथ पर चलने से सिर्फ एक सप्ताह में नतीजे मिलने लगते हैं। इस पथ पर चलने के लिए लहसुन, प्याज, मांस खाने और नशा करने की आदत छोड़ना जरूरी है।
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एक ही नाम पर अलग-अलग जिलों से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले की दाल नहीं गलेगी। अब प्रदेश में एक नाम पर एक ही जिले से ड्राइविंग लाइसेंस जारी होगा। गृह मंत्रालय के अनुरोध पर परिवहन विभाग ने प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन के साथ आधार कार्ड की स्व-प्रमाणित कॉपी लगाना अनिवार्य किया है। परिवहन आयुक्त डॉ.शैलेंद्र श्रीवास्तव ने सभी आरटीओ को इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं। आॅनलाइन आवेदन में भी आधार नंबर देना होगा। सेंट्रल सर्वर हो रहा अपडेट परिवहन आयुक्त श्रीवास्तव ने बताया कि आधार कार्ड को विभाग में मान्य करने तेजी से काम हो रहा है। सेंट्रल सर्वर को अपडेट किया जा रहा है। ड्राइविंग लाइसेंस में आधार की कॉपी लगाना अनिवार्य होगा। इसके निर्देश जारी किए गए हैं। हर जगह मिल चुकी मान्यता आधार कार्ड को केंद्र सरकार के निर्देश पर एक समग्र आईडी मानते हुए हर जगह स्वीकार किया जाता है। लोग चाहे वोटर कार्ड बनवाएं या फिर पासपोर्ट। गैस सब्सिडी के लिए आधार कार्ड को लिंक कराना अनिवार्य है। बैंक में भी खाता खुलवाने के लिए इसे मान्य किया गया है। इसे देखते हुए अब परिवहन विभाग ने इसे अनिवार्य कर दिया है, ताकि कोई गड़बड़ी न कर सके। वहीं, अब आधार कार्ड हर व्यक्ति ने बनवा लिया है, इससे लोगों को दिक्कतों का सामना भी नहीं करना पडेगा।
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भोपाल में स्मृति इरानी ने हजारों विद्यार्थियों के साथ योग किया मध्यप्रदेश में द्वितीय अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लाखों नागरिक ने एक साथ-एक संकेत पर सामूहिक योग का प्रदर्शन किया। योग-अभ्यास का कार्यक्रम सभी जिलों, ब्लॉक, तहसील और पंचायत स्तर पर किया गया। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने भोपाल के लाल परेड मैदान में राज्य स्तरीय सामूहिक योग कार्यक्रम में लगभग 10 हजार विद्यार्थी और नागरिकों के साथ योग किया। गृह एवं जेल मंत्री श्री बाबूलाल गौर, सांसद श्री आलोक संजर, महापौर श्री आलोक शर्मा, विधायक सर्वश्री विश्वास सारंग और रामेश्वर शर्मा तथा मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा भी मौजूद थे। जिला मुख्यालयों पर हुए योग प्रदर्शन के कार्यक्रम में मंत्रीगण और अन्य जन-प्रतिनिधि शामिल हुए। राज्य स्तरीय योग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सुबह से ही स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों का लाल परेड मैदान पर पहुँचना शुरू हो गया था। पूरे मैदान पर उनके बैठने और योग-अभ्यास के लिए व्यवस्था की गई थी। योग करवाने के लिए स्कूलों के प्रशिक्षित शिक्षकों सहित पतंजंलि, आर्ट ऑफ लिविंग और गायत्री परिवार के प्रशिक्षक भी उपस्थित थे। योग कार्यक्रम में एन.सी.सी. और स्काउट एवं गाइड से जुड़े विद्यार्थियों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में अतिथियों के पहुँचने के बाद सबसे पहले बड़ी स्क्रीन पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री श्रीपाद नाईक और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश का प्रसारण दिखाया गया। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में पूरा विश्व योग से जुड़ेगा। श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि योग केवल व्यायाम ही नहीं बल्कि व्यक्ति को तनावरहित भी बनाता है। श्री श्रीपाद नाईक ने जीवन में योग की महत्ता बताई और इसे लोगों से अपनाने को कहा। मध्यप्रदेश गान के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों के नाम रेडियो सेदेश में योग दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योग शरीर, मन और आत्मा के बीच अंतर्संबंध स्थापित करता है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया जिनके प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का निर्णय लिया। श्री चौहान ने अपने संदेश में कहा कि योग सामान्य जीवन एवं शरीर को स्वस्थ रखता है। आध्यात्मिक शांति के लिए योग वैज्ञानिक उपाय है, जिसका लाभ सभी आयु वालों को उठाना चाहिए। मुख्यमंत्री के अनुसार योग से ऊर्जा एवं क्षमता में वृद्धि होती है। उन्होंने स्वस्थ एवं प्रसन्न रहने के लिए नागरिकों से योग को अपनाने का आव्हान भी किया। श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने जन-प्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारी, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी, स्वैच्छिक संस्थानों के पदाधिकारियों, सदस्यों और नागरिकों के साथ योग क्रियाएँ की। सामूहिक योग में पद्मासन, मत्स्यासन, भुजंगासन, धनुरासन, मकरासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन किये गये। प्रत्येक आसन का स्क्रीन पर प्रदर्शन भी हुआ। कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग ने किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा एस.आर. मोहंती, प्रमुख सचिव आयुष शिखा दुबे, आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र दीप्ति गौड़ मुखर्जी, आयुक्त लोक शिक्षण नीरज दुबे, संचालक स्कूल शिक्षा बी.एस. जामोद आदि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान बीजिंग में सामूहिक योग सत्र में हुए शामिल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज चीन के बीजिंग में सामूहिक योग सत्र में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान चीन की यात्रा पर है। वे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के विशेष आमंत्रण पर गए हैं। श्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि योग लोगों को मिलाता है। दिलों से जोड़ता है और सकारात्मक सोच का निर्माण करता है। इससे तन-मन को शांति और आनंद की प्राप्ति होती है। योग के लिए कोई भौगोलिक सीमा नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चीन के नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी।
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सुनीता दुबे माँसाहारी हो या शाकाहारी, सभी पशु-पक्षियों के लिये भरपूर चारा-पानी की उपलब्धता है श्योपुर के कूनो अभयारण्य में। यहाँ चीतल का घनत्व बहुत अधिक है। तकरीबन 345 वर्ग किलोमीटर में फैले अभयारण्य में करीब 20 हजार चीतल हैं, जो तेन्दुए और बाघ का सहज आहार हैं। कूनो में चीतल के अलावा सांभर, नीलगाय, चौसिंहा, चिंकारा, जंगली सुअर, मोर, खरगोश भी काफी हैं। बड़े पैमाने पर चारागाह विकास-प्रोटीन का भी ध्यान वन्य-प्राणियों को सालभर पर्याप्त घास उपलब्ध करवाने के लिये अभयारण्य से विस्थापित गाँव दुर्रेडी में 2 हेक्टेयर क्षेत्र में नर्सरी बनाकर खाने योग्य घास प्रजातियों के स्लिप तैयार किये गये हैं। पिछले 3 साल में अभयारण्य में विभिन्न स्थान पर बड़े-बड़े चारागाह विकसित किये गये हैं। अभयारण्य में प्राकृतिक रूप से उपलब्ध दलहन जैसे जंगली मूंग, अरहर, बरबटी, मूठ आदि के बीज इकट्ठा कर चारागाह रोपण क्षेत्र में बोए गये हैं, ताकि शाकाहारी वन्य-प्राणियों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिलता रहे। हर साल बन रहे हैं नये चारागाह वर्तमान में अभयारण्य में विभिन्न वर्षों में विस्थापित गाँवों में चारागाह विकास के लिये कूपों का उपचारण किया जा रहा है, जिससे हर साल चारागाह को नये-नये केन्द्र मिल रहे हैं। निरीक्षण में इनमें शाकाहारी प्राणियों की भरपूर उपस्थिति भी देखी गयी है। साथ ही बहु-वार्षिक घास प्रजातियाँ जैसे छोटी मारबल, दूब, लम्पा, जरगा, गुनेर आदि को पास के क्षेत्र से लाकर चारागाह क्षेत्र में लगाया गया है। जल-स्रोतों का विकास कूनो वन मण्डल में कूनो, क्वारी, पारम, छोटी पारम नदी, बासीकुण्ड नाला, सिकरोनिया नाला आदि मुख्य जल-स्रोत हैं। ये सभी नदी-नाले दिसम्बर के बाद कुण्ड में तब्दील हो जाते हैं। इसलिये वन विभाग ने कृत्रिम जल-स्रोत भी बनाये हैं। यहाँ कुल 240 बारहमासी (212 प्राकृतिक और 28 कृत्रिम) और 133 अस्थाई (प्राकृतिक 45 एवं 88 कृत्रिम) जल-स्रोत हैं। पानी की कमी वाले क्षेत्रों में कैर खो नाले से पाइप-लाइन डालकर 3 बड़े तालाब- केम तलाई, मरी तलाई और खैर तलाई को जोड़कर 14 किलोमीटर ग्रेविटी पाइप-लाइन का निर्माण किया गया। तालाबों को गहरा कर अधिक जल-संग्रहण किया गया। जिन क्षेत्रों में मार्च-अप्रैल के बाद पानी नहीं रहता था, वहाँ 2-3 मीटर गहरी खुदाई की गयी। अब इन स्थानों पर वर्षभर पानी रहता है। वन्य-प्राणी आसानी से जल-स्रोतों पर पहुँच सकें, इसके लिये रैम्प भी बनाये गये हैं। जरूरत पड़ने पर टैंकर से बनायी गयी सॉसर को भी पानी से भरा जाता है।
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अमित शाह कुण्डलपुर में महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम में हुए शामिल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार संतों के मार्गदर्शन में प्रदेश में ऐसा वातावरण बनायेगी, जिससे लोगों का चरित्र निर्माण हो और प्रदेश का विकास तेज गति से हो। श्री चौहान दमोह जिले के जैन तीर्थ कुण्डलपुर में महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि दुनिया में आध्यात्मिक शांति भारत ही दे सकता है, जिसका पूरा श्रेय हमारे संतों और ऋषि-मुनियों को जाता है। इस मौके पर वित्त मंत्री जयंत मलैया, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, सांसद प्रहलाद पटेल एवं बुंदेलखण्ड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमरिया उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कुण्डलपुर में बड़े बाबा भगवान आदिनाथ और छोटे बाबा आचार्य मुनि विद्या सागर महाराज के दर्शन से एक नई ऊर्जा मिलती है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हमारा प्रयास है कि संत समाज के सन्मार्ग और सदइच्छा पर काम हो। हम प्रदेश में ऐसा वातावरण बनाना चाहते हैं, जिससे युवाओं का चरित्र निर्माण हो। उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा को शामिल किया जायेगा। गौ-संवर्धन और नशा-मुक्ति का अभियान चलाया जा रहा है। पिछले 4 वर्ष में एक भी नई शराब की दुकान प्रदेश में नहीं खोली गयी। बेटियों को बचाने का अभियान चलाया जा रहा है। श्री चौहान ने बताया कि व्यापार बढ़ाने के लिये विज्ञापन में स्त्रियों के चित्रों के इस्तेमाल पर रोक लगाने पर भी सरकार विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संतों की प्रेरणा से पर्यावरण और नदियों को बचाने के लिये काम कर रही है। नर्मदा तट के चारों ओर फलदार पौधे लगाये जायेंगे और इसके लिये सरकार किसानों को मुआवजा भी देगी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आज देश और प्रदेश में ऐसी सरकार है, जो हर व्यक्ति तक सुख पहुँचाने और उसका जीवन-स्तर ऊँचा उठाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारे संत-मुनियों की भी यही इच्छा है। श्री शाह ने कहा कि सरकार भौतिक विकास के साथ आध्यात्म को भी साथ लेकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की वही दिशा है जो हमारे संतों की अपेक्षा है। श्री शाह ने कहा कि आज हमारे देश में जितने भी धर्म-सम्प्रदाय हैं, इन्हें मानव हित में संरक्षित और संवर्धित करने का कार्य हमारे आचार्य, ऋषि-मुनियों ने किया है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि हम उनके बताये मार्ग पर चलकर एक ऐसा विकास लोगों को दें, जिसमें खुशहाली हो। जैन तीर्थ कुण्डलपुर पहुँचकर मुख्यमंत्री चौहान एवं अमित शाह ने बड़े बाबा भगवान आदिनाथ के दर्शन और पूजा-अर्चना की। उन्होंने आचार्य मुनिश्री विद्यासागर महाराज को शास्त्र भेंट किया और पाद-प्रक्षालन किये। महामस्तकाभिषेक स्वागत समिति ने श्री चौहान एवं श्री अमित शाह का अंगोछा और प्रतीक-चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।
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ग्वालियर में विकास पर्व-सह-अंत्योदय और किसान मेला सम्पन्न ग्वालियर शहर में पेयजल एवं सीवर नेटवर्क के लिये केन्द्र सरकार 860 करोड़ रूपए की मंजूरी देगी। ग्वालियर शहर में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिये 20 हजार 400 मकान बनाने के लिये भी धनराशि मंजूर की जायेगी। यह घोषणा केन्द्रीय शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री वैंकया नायडू ने की। श्री नायडू ग्वालियर में फूलबाग मैदान पर विकास पर्व-सह-अंत्योदय व किसान मेला को संबोधित कर रहे थे। अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार “राईट ऑफ लेण्ड” कानून बनाकर प्रदेश के हर जरूरतमंद को आवासीय जमीन का मालिक बनायेगी। वैंकया नायडू ने कहा कि भारत सरकार ग्वालियर शहर में पार्कों के विकास, फुटपाथ निर्माण इत्यादि विकास कार्यों के लिये भी आर्थिक सहायता मुहैया करायेगी। उन्होंने भरोसा जताया कि अगली सूची में ग्वालियर भी स्मार्ट सिटी में शामिल हो जायेगा। श्री नायडू ने कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार सराहनीय कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश पूरे देश में कृषि के क्षेत्र में अव्वल राज्य बन गया है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित अंत्योदय मेले जरूरतमंदों को सहायता मुहैया कराने में महती भूमिका निभा रहे हैं। श्री नायडू ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने कामकाज का ब्यौरा और हिसाब-किताब जनता के समक्ष रखें। भारत पर्व के रूप में भारत सरकार अपने दो साल के काम का हिसाब आम जनता को दे रही श्री नायडू ने कहा कि भारत सरकार वर्ष 2022 तक हर जरूरतमंद को मकान मुहैया करायेगी। इसी तरह वर्ष 2019 तक हर गाँव को पक्की सड़क से जोड़ने का काम करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से भारत की विकास दर लगातार बढ़ती जा रही है और विकास दर में भारत पूरे विश्व में अव्वल देश बन गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर वर्ष 2022 तक कोई भी गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार जल्द ही “राईट ऑफ लेण्ड” कानून बनाने जा रही है। श्री चौहान ने कार्यक्रम में मौजूद जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता से आहवान किया कि वे अपने बच्चों को पढ़ने के लिये स्कूल अवश्य भेजें। केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में ग्वालियर शहर ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार से मिले सहयोग से संभव हो सका है। श्री तोमर ने कहा कि भारत सरकार भी ग्वालियर के विकास में हरसंभव सहायता मुहैया करवायेगी। केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि एफबीआई में भारत पूरे विश्व में प्रथम पायदान पर है। यह “मेक इन इंडिया” कार्यक्रम की सफलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा स्किल इंडिया डवलपमेंट कार्यक्रम के भी उल्लेखनीय परिणाम सामने आए हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम में नए उद्यमियों को अवसर प्रदान कर रही है। वित्त राज्य मंत्री ने कहा मुद्रा योजना में सरकार बिना गारंटी के युवाओं को 50 हजार से लेकर 10 लाख तक की आर्थिक मदद दिला रही है। उन्होंने अंत्योदय मेलों की सराहना की। प्रदेश की महिला-बाल विकास मंत्री माया सिंह ने कहा कि अंत्योदय मेलों के माध्यम से लाखों जरूरतमंदों को प्रदेश सरकार ने एक ही परिसर में सहायता मुहैया कराई है। प्रदर्शनी बनीं आकर्षण का केन्द्र मेला परिसर में जनसंपर्क विभाग की “हर जिंदगी को छूते मुस्कान लाते हम” थीम प्रदर्शनी आम जनता का आकर्षण का केन्द्र रही। मेला परिसर में “दो साल बेमिशाल” प्रदर्शनी भी लगी थी। विभिन्न विभागों द्वारा भी आकर्षक प्रदर्शनियाँ भी लगाई गईं। 300 शहरी गरीबों को आवास सहित अन्य हितग्राहियों को बांटी सहायता केन्द्रीय मंत्रीगण एवं मुख्यमंत्री ने मेले में शहरी गरीबों की आवास योजना में 300 जरूरतमंदों को आवास की चाबी सौंपी। साथ ही उज्जवला योजना में बीपीएल परिवारों की पाँच महिलाओं को गैस कनेक्शन प्रदान किए। इसके अलावा अन्य योजनाओं में लगभग 80 हितग्राहियों को प्रतीकात्मक रूप से सहायता वितरित की। जिले के नवाचारों की कार्य-योजनाओं का विमोचन ग्वालियर जिले में हुए नवाचारों की कार्य-योजनाओं का भी विमोचन किया गया। इन कार्य-योजनाओं में बाल एवं मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश, कुपोषण निवारण एवं लिंगानुपात में सुधार लाने का “प्रोजेक्ट स्पंदन” शामिल है। इसी तरह जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से “धनवंतरी योजना” में हर परिवार का स्वास्थ्य कार्ड बनाकर स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया करवाई जायेंगी। जिला प्रशासन ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सिविल सर्विसेज एवं पीईटी व पीएमटी की तैयारी के लिये नि:शुल्क कोचिंग शुरू करने की पहल भी की है।
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शिवराज सिंह चौहान ने किया "स्कूल चलें हम'' अभियान का शुभारंभ एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 12वीं में 85 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले 17 हजार विद्यार्थी को लेपटॉप दिये जायेंगे। श्री चौहान आज रायसेन जिले के सिलवानी में राज्य-स्तरीय 'स्कूल चलें हम'' अभियान का शुभारंभ कर रहे थे। श्री चौहान ने कहा कि पिछले वर्ष जिन बच्चों को लेपटॉप योजना का लाभ नहीं मिल पाया था, उन्हें भी इस वर्ष लेपटॉप दिये जायेंगे। श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में उच्च शिक्षा कोष बनाया जायेगा, जिसमें ऐसे प्रतिभावान विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता दी जायेगी, जो अभाव के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य शासन का संकल्प है कि अर्थाभाव के कारण कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुविधाएँ मिलें, इसके लिये राज्य सरकार ने कई कदम उठाये हैं। उन्होंने बताया कि एक गाँव से दूसरे गाँव पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों को सरकार साइकिल देगी और यूनिफार्म की राशि अभिभावकों के खाते में जमा करवायी जायेगी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अपना ध्यान पढ़ाई में लगायें, शासन उन्हें हरसंभव सहायता देगा। चौहान ने 'स्कूल चलें हम'' अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि सरकार का संकल्प है कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे। इसके लिये पूरे प्रदेश में सुनियोजित अभियान चलाकर समाज के जिम्मेदार, सेवाभावी लोगों को प्रेरक बनाकर सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार जो परीक्षा परिणाम आये हैं, उससे प्रदेश के शासकीय स्कूलों में शिक्षा-स्तर और उनकी गुणवत्ता दिखाई दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम 57 प्रतिशत से अधिक रहा, वहीं निजी स्कूलों का 49 प्रतिशत रहा। स्कूल की घंटी बजाई और शुरू हुआ अभियान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सिलवानी में 'स्कूल चलें हम'' अभियान की शुरूआत स्कूल की घंटी बजाकर की। शिक्षक बनें मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री चौहान सिलवानी की एक शासकीय शाला में गये और उन्होंने बच्चों के शिक्षक बनकर उन्हें महत्वपूर्ण बातें बतायीं। श्री चौहान ने बच्चों को गुरु द्रोणाचार्य, कौरव-पाण्डव और गांधीजी से जुड़ी घटनाओं पर प्रेरणादायी कहानियाँ सुनायीं और कहा कि वह लक्ष्य पर एकाग्र होकर आगे बढ़ें, खूब मेहनत करें, सफलता जरूर मिलेगी। श्री चौहान ने ब्लेक-बोर्ड पर गणित के कुछ सवाल भी लिखे और बच्चों से उनके जवाब माँगे। उन्होंने बच्चों को दुलारा और चाकलेट भी दी। सुमित अब तुम्हारी पढ़ाई हमारी जिम्मेदारी सिलवानी की शासकीय प्राथमिक शाला में कक्षा-तीसरी के विद्यार्थी सुमित ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को एक चिट्ठी दी, जिसमें उसने बताया कि उसके माता-पिता का देहांत हो गया है और वह आगे पढ़ना चाहता है। श्री चौहान ने सुमित को गले लगाया और कहा कि वह मन लगाकर पढ़ाई करे, अब उसकी जिम्मेदारी सरकार की है। कार्यक्रम को स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन, वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, राजस्व मंत्री रामपाल सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक जोशी और पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा ने भी संबोधित किया।
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पूर्णकालिक के तौर पर कार्य करेंगे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान ने बताया अतुल राय मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी में पूर्णकालिक के रूप में कार्य करेंगे। अतुल राय राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में राजगढ़ विभाग प्रचारक का कार्य देख रहे थे। आप सन 2000 से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक है। उन्होंने बताया कि इलाहाबाद में होने वाली राष्ट्रीय कार्यसमिति एवं 16 एवं 17 जून को रीवा में होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के पष्चात संगठन की रीति नीति के अनुसार उनके दायित्व का निर्धारण किया जायेगा।
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मंत्री जैन ने शुभारंभ किया मध्यप्रदेश में इस साल की 10 वीं एवं 12 वीं की परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहे विद्यार्थियों को 'रुक जाना नहीं योजना' में परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण देने के लिए कोचिंग की व्यवस्था शुरू की गई है। स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने आज शिवाजी नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। परीक्षा से पहले नि:शुल्क कोचिंग का लाभ लेने के लिए प्रदेश के एक लाख 73 हजार विद्यार्थी ने अपना नाम दर्ज करवाया है। कोचिंग की व्यवस्था विद्या भारती के जरिए प्रदेश के 325 केन्द्रों के माध्यम से 14 जून तक संचालित होगी। पारस जैन ने कहा कि योजना में हाई स्कूल में 2 से अधिक तथा हॉयर सेकेण्डरी में एक से अधिक विषय में अनुत्तीर्ण रहे विद्यार्थी प्रशिक्षण के लिए अपना पंजीयन करवा रहे हैं। प्रशिक्षण पूरी तरह नि:शुल्क रखा गया है। विद्यार्थियों को उनके विषय के फाउडेंशन माड्यूल भी उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। श्री जैन ने विद्यार्थियों से कहा कि वे पूरे मनोयोग से पढ़ाई कर परीक्षा में उत्तीर्ण हो। जो विषय रह जायेंगें, उनमें दिसम्बर माह में पूरक परीक्षा देने का मौका मिलेगा। परीक्षा का परिणाम भी शीघ्र घोषित करवाने के प्रयास किये जायेंगें। प्रशिक्षण कार्यक्रम के संचालन में विद्या भारती द्वारा अपने केन्द्रों के माध्यम से सहयोग किया जा रहा है। श्री जैन ने विद्यार्थियों से योजना का लाभ लेने के लिए प्रशिक्षण केन्द्रों में अपना नाम पंजीबद्ध करवाने का आव्हान भी किया। कार्यक्रम को राज्य शिक्षा केन्द्र की सलाहकार परिषद के सदस्य डॉ. भागीरथ कुमावत, जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष राघवेन्द्र गौतम, भालेरावजी रावले आदि ने भी संबोधित किया। मंत्री जैन ने विभिन्न विषयों के फाउंडेशन माडयूल का लोकार्पण भी किया।
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सेंधवा (बड़वानी)। ग्राम नांदिया में पर्यावरण संरक्षण को लेकर आयोजित कार्यक्रम में श्रम मंत्री अंतरसिंह आर्य ने स्वयं के सिर पर पानी डालकर कहा- 'देखो, जैसे मेरे सिर पर बाल नहीं होने से पानी नहीं रुक रहा...उसी तरह जहां पेड़ नहीं होते वहां न अच्छी बारिश होती है और न जमीन में पानी रुकता है।" खुद को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत कर श्रम मंत्री ने लोगों से अपील की है कि हमें वन बचाने के लिए पौधे लगाना होंगे। उन्होंने ग्रामीणों को संकल्प भी दिलाया। प्रदेश में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने और सूखे की स्थिति से निपटने को लेकर श्रम मंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस के एक दिन पूर्व रविवार से 'वन बचाओ, वृक्ष लगाओ" योजना का शंखनाद किया। उन्होंने कहा- योजना को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दी है। शुरुआती चरण में बड़वानी, झाबुआ, आलीराजपुर, खरगोन व धार जिले की खुली पहाड़ियों पर नीम और अन्य पौधे लगाए जाएंगे। इसके बाद प्रदेशभर में इस पर अमल होगा।
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टाईगर रिजर्व में बाघ संख्या हुई 33 पन्ना टाइगर रिजर्व में पहली बार माँ बनी बाघिन पी-234 अपने दो शावक के साथ देखी गयी। यह पहला मौका था जब पार्क प्रबंधन को न केवल शावक दिखे, बल्कि बाघिन के साथ दोनों शावक के छायाचित्र भी केमरे में ट्रेप हुए। शावकों की उम्र लगभग 2 माह है। बाघिन पी-234 रिजर्व में पुन:स्थापित बाघिन टी-2 की संतान है। जनवरी में यहाँ एक और बाघिन पन्ना-213 ने भी तीन शावकों को जन्म दिया था। इन सभी शावकों को सम्मिलित करते हुए वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में कुल 33 बाघ हो गये हैं। खुशखबर यह है कि बाघशून्य हो चुके पन्ना टाइगर रिजर्व में वर्ष 2009 से शुरू हुई बाघ पुन:स्थापित योजना ने अब तीसरी पीढ़ी की शुरूआत कर दी है। बाघिन पन्ना-213 और पी-234 पुन:स्थापित बाघिन टी-2 की ही संतानें हैं। पुन:स्थापित बाघों ने विश्व में मिसाल पेश की है और अब पन्ना में जन्मे बाघों की संतानें रिजर्व को समृद्ध कर रही हैं।
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मुख्यमंत्री चौहान निवेशकों से हुए रू-ब-रू मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज यहाँ निवेशकों ने भेंट की। भेंट करने वाले निवेशकों में मेसर्स आयनॉक्स विंड के प्रबंध संचालक व्ही.के. जैन, संचालक भूपेश जुनेजा, मेसर्स एवगॉल इंडिया प्रायवेट लिमिटेड इजराईल की संचालक तामी हर्षजोन, कॉर्पोरेट फायनेंशियल कंट्रोलर सिवान यडिशन, मेसर्स वेकमेट इंडिया लिमिटेड के मुख्य प्रबंध संचालक डी.सी. अग्रवाल, वाइस प्रेसीडेंट प्रदीप अग्रवाल शामिल थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव अंटोनी डिसा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी निवेशकों के साथ अलग-अलग चर्चा की। निवेशकों से उनकी परियोजना क्रियान्वयन की स्थिति और उनकी अपेक्षाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को जो सुविधाएँ और रियायतें देने के लिये कहा है, उनका अक्षरश: पालन होगा। उन्होंने निवेशकों द्वारा अतिरिक्त सुविधाओं की अपेक्षा किये जाने पर कहा कि निवेशक इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर दें। शासन की उच्च-स्तरीय समिति द्वारा उस पर विचार किया जायेगा। इस संबंध में जो निवेशक समिति के समक्ष प्रस्तुतिकरण देने चाहेंगे उन्हें उसका अवसर दिया जायेगा। बैठक में बताया गया कि मेसर्स आयनॉक्स विंड लिमिटेड ने प्रदेश में लगभग 150 करोड़ रूपये का स्थाई पूँजी निवेश कर बड़वानी जिले के औद्योगिक क्षेत्र रेलवाखुर्द में विंड टर्बाईन्स निर्माण संयंत्र की स्थापना की है। परियोजना से लगभग 1500 लोगों को रोजगार मिला है। मेसर्स एवगॉल इंडिया द्वारा इजराईल, अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत में परियोजना लगाई जा रही है। कंपनी द्वारा रायसेन जिले के औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में दो चरण में कुल 223 करोड़ रूपये के पूँजी निवेश से वेण्डर इकाई की स्थापना प्रस्तावित है। कंपनी यहाँ पर नॉन-फ्रेबिक का उत्पादन करेगी। इसी तरह धार जिले में औद्योगिक क्षेत्र उज्जैनी में मेसर्स वेकमेट इंडिया लिमिटेड द्वारा प्लास्टिक कोटेड फिल्म निर्माण इकाई की स्थापना की जा रही है। कंपनी द्वारा इकाई में 1500 करोड़ रूपये का निवेश किया जा रहा है। परियोजना के माध्यम से 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव इकबाल सिंह बैंस, एस.के. मिश्रा, प्रमुख सचिव वाणिज्यिककर मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव ऊर्जा आई.सी.पी. केशरी, प्रमुख सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मनु श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
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स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने कहा है कि प्रदेश की सभी शासकीय शालाओं में योग प्रशिक्षण के लिए शिक्षक उपलब्ध करवाये जायेंगे। योग प्रशिक्षण के लिए वासुदेव जग्गी महाराज, स्वामी रामदेव तथा श्री श्रीरविशंकर की संस्थाओं से सहयोग लिया जायेगा। श्री जैन ने यह जानकारी महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान की कार्य-परिषद की बैठक में दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा एस.आर. मोहंती सहित स्कूल शिक्षा विभाग तथा संस्कृत संस्थान के अधिकारी और विशेष आमंत्रित सदस्य उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में संस्कृत पठन-पाठन को प्रोत्साहित करने, योग से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने और उज्जैन स्थित जीवाजी वेध शाला के उन्नयन तथा वहाँ भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की अवधारणा के प्रस्तुतिकरण के लिए आवश्यक आधुनिक संसाधन उपलब्ध करवाने की दिशा में संस्थान निरंतर सक्रिय है। संस्कृत पठन-पाठन को प्रोत्साहित करने के लिए संस्थान को अनुदान की राशि 75 लाख से बढ़ाकर 3 करोड़ 75 लाख कर दी गई है। कार्य-परिषद ने 176 संस्कृत विद्यालय के नवीन संबद्धता और संबद्धता नवीनीकरण प्रकरणों को स्वीकृति दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री मोहंती ने निर्देश दिए कि भोपाल में पतंजलि संस्कृत संस्थान के भवन के लिए लोक निर्माण विभाग से संपर्क कर एक माह में ड्राइंग डिजाइन तैयार करवाई जाए। बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने कहा कि संस्कृत बोर्ड में अध्ययनरत छात्रों में से सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने और अन्य उपलब्धियाँ अर्जित करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार देने की व्यवस्था की जाए। बैठक में संस्कृत बोर्ड के परीक्षा केंद्र सुविधाजनक स्थानों पर रखने और महेश्वर के संस्कृत विद्यालय को उन्नत तथा विस्तारित करने की बात भी रखी गई।
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मुख्यमंत्री चौहान ने की अपील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भय्यूजी महाराज से वैराग्य धारण करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। श्री चौहान ने अपील की है कि वे व्यापक जनहित में सार्वजनिक जीवन का त्याग नहीं करें। श्री चौहान ने कहा है कि समाज को सद्-मार्ग का दिग्दर्शन करवाने के लिये उनके आध्यात्मिक नेतृत्व की सतत् आवश्यकता है। भय्यूजी महाराज द्वारा जन-कल्याण के लिये संचालित पारमार्थिक, धार्मिक और सामाजिक सेवा कार्यक्रमों एवं जनजागृति अभियानों के प्रभावी संचालन के लिये उनका सार्वजनिक जीवन में बने रहना जरूरी है। Attachments area
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एक्ट्रैस विद्या बालन अब जल्द ही फिल्म 'एक अलबेला' से मराठी सिनेमा में अपना डेब्यू करने जा रही है। इस फिल्म का पहला पोस्टर रिलीज हो गया है। बता दें कि यह फिल्म एक बायोपिक है जो इंडियाज फर्स्ट डांसिन्ग एंड एक्शन हीरो, भगवान दादा की जिंदगी पर आधारित है। फिल्म में विघा 'स्वर्गीय' बॉलीवुड की अभिनेत्री 'गीता बाली' का किरदार अदा करती हुई नजर आएंगी। विद्या फिल्म में टीपिकल मराठी मुल्गी लग रही हैं। Attachments area
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बॉलीवुड अभिनेत्री ईशा गुप्ता इस बात से काफी खुश हैं कि भारतीय मॉडलों के अनोखे लुक को दुनियाभर में सराहा जाता है। ईशा फेमिना मिस इंडिया 2007 प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर थीं। फिल्मों में आने से पहले वह मॉडल रह चुकी हैं। साल 2010 में किंगफिशर के स्विमसूट कैलेंडर में ईशा को स्थान मिला था। ईशा कहती हैं कि भारत में कमल सिद्धू और लक्ष्मी जैसी खूबसूरत मॉडल हैं। विदेशी कार्यक्रमों में अक्सर भारतीय मॉडलों की मांग होती है। भारतीय मॉडल अपने वास्तविक और अलग लुक के लिए जानी जाती हैं। ईशा ने निर्माता महेश भट्ट की फिल्म जन्नत 2 से अपने अभिनय जीवन की शुरुआत की थी।
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शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के देश को हिंदू राष्ट्र कहने वाले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का समर्थन किया है।उन्होंने कहा कि भागवत के बयान में कुछ भी गलत नहीं है। बकौल उद्धव, 'मैं मोहन भागवत का समर्थन करता हूं। बाला साहेब ठाकरे लंबे समय तक यही बात करते रहे, तो आज हम इस मुद्दे पर अपनी राय कैसे बदल सकते हैं।'गौरतलब है कि मोहन भागवत ने रविवार को कहा था कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है और हिंदुत्व इसकी पहचान है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को फिर कहा कि भारत की पहचान हिंदू राष्ट्र की है। वह विश्व हिंदू परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले भागवत ने ओड़िशा के एक कार्यक्रम में भारत को हिंदू राष्ट्र बताया था।विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने रविवार को अपने स्वर्ण जयंती समारोह के मंच पर लगभग सभी भारतीय पंथों के संतों को बुलाकार यह संदेश देने का प्रयास किया कि भारत में प्रचलित सिख, बौद्ध और जैन आदि पंथ भी सनानत हिंदू परंपरा के ही अंग हैं।इसी बात को स्पष्ट करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि भारत के जिन प्राचीन मूल्यों के आधार पर सारे संप्रदाय कार्य करते हैं वे समान हैं। इन प्राचीन मूल्यों को देखकर सारी दुनिया कहती है कि आप हिंदू हैं क्योंकि उन मूल्यों को हिंदू मूल्यों के रूप में ही पहचाना जाता है।हिंदू राष्ट्र की पहचान बताते हुए भागवत ने कहा कि हिंदुत्व में अनेक पंथ-संप्रदाय हैं और उसमें इतनी ताकत भी है कि वह कई और पंथों-संप्रदायों को हजम कर सकती है।हालांकि विहिप ने अगले 50 वर्ष के एजेंडे में देश से छुआछूत मिटाने को प्राथमिकता पर रखा है लेकिन उसे पहचान दिलानेवाले राम जन्मभूमि आंदोलन को भी वह भूली नहीं है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि हिंदू समाज अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाकर ही रहेगा।
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