उज्जैन/खाचरौद। रतलाम रेल मंडल से 28 किमी दूर दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर स्थित खाचरौद रेलवे स्टेशन पर गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात 2:15 बजे को बड़ा हादसा होने से टल गया। सोमनाथ से जबलपुर की ओर जाने वाली सुपरफास्ट ट्रेन 11463 राजकोट अपने निर्धारित समय से 8 मिनट विलम्ब से रात 2:15 बजे खाचरौद स्टेशन पहुंची थी। यहां दो मिनट के स्टापेज के बाद ट्रेन रवाना हो ही रही थी, तभी ट्रेन में डियूटी कर रहे आरपीएफ के जवानों की नजर ट्रेन के एसी कोच बी-1 के चक्के पर पड़ी। यहां से हॉट एक्सेल होने के कारण पहिए से चिंगारी व धुंआ निकलने लगा। पुलिस जवानों ने धुंआ निकता देखा तो उनने इसकी सूचना रेलवे स्टेशन मास्टर हो दी।
स्टेशन मास्टर ने तुरंत रेल चालक को सूचना देकर ट्रेन को रोकते हुए सिंगल निरस्त किए। बाद में रतलाम मंडल के अधिकारियों से चर्चा कर कोच को ट्रेन से अलग किया और ट्रेन को जबलपुर के लिए रवाना किया। इस दौरान लगभग ढाई घंटे तक ट्रेन खाचरौद स्टेशन पर खड़ी रही। ट्रेन को सुबह 4:47 बजे रवाना किया गया। ट्रेन के विलम्ब होने से हजारों यात्रियों को परेशान होना पड़ा। विशेषकर काटे गए कोच के यात्रियों परेशानी हुई। उक्त कोच के यात्रियों को अन्य कोच में बैठाया गया, जिसको लेकर कुछ यात्रियों ने विरोध भी किया और विवाद की स्थिति भी बनी। कोच को खाचरौद स्टेशन के यार्ड में खड़ा किया गया है। गनीमत रही कि रेलवे पुलिस जवानों की नजर कोच के चक्के पर पड़ गई। यदि ट्रेन खाचरौद स्टेशन से रवाना होने के बाद आग लग जाती तो बड़ी घटना होनी की संभावना थी, क्योंकि रात में यात्री गहरी नींद में सो रहे थे।
इनका कहना
खाचरौद स्टेशन मास्टर गनीराम मीणा का कहना है कि यहां रात को 11464 सोमनाथ-जबलपुर सुपरफास्ट ट्रेन के एक्सल जाम हो गए थे। इस कारण ट्रेन के कोच को खाचरौद स्टेशन पर खड़ा कर जबलपुर के लिए रवाना किया गया।