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नौतपा के अंतिम दिन छत्तीसगढ़ में भी मौसम ने करवट ली। राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश के साथ प्री मानसून गतिविधियां आरंभ हो गई।
बिलासपुर में तेज बारिश से भीषण गर्मी से परेशान लोगों को काफी हद तक राहत मिली।बिलासपुर के गोलबाजार मेन रोड मे शाम 4.45 बजे बारिश आरंभ हुई। करीबन 45 मिनट तक झमाझम पानी गिरा।
उल्लेखनीय है कि मई में छत्तीसगढ़ की धरती खूब तपी। आसमान से सूरज ने खूब आग बरसाई। इस साल अधिकतम तापमान 46 डिग्री के आंकड़ा भी पार कर गया। लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़े भीषण गर्मी की गवाही दे रहे हैं। 'नईदुनिया" के पास मौजूद आंकड़े के मुताबिक मई के 31 दिनों में रायपुर का अधिकतम तापमान सिर्फ दो बार 40 के नीचे पहुंचा, वह भी 39.5 डिग्री से अधिक रहा।
औसत तापमान 43.2 डिग्री रहा। राजनांदगांव 44.2 डिग्री औसत तापमान के साथ सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बीते वर्ष की तुलना में इस साल रायपुर के औसत तापमान में 0.5 डिग्री की वृद्धि हुई है। पूर्वानुमान तो यह भी लगाया जा रहा है कि अच्छी गर्मी से इस साल अच्छी बारिश होगी। बीते वर्ष 1100 मिमी बारिश हुई थी।
लगातार बढ़ती गर्मी से मौसम विभाग, कृषि मौसम विभाग के वैज्ञानिक भी हैरान हैं। उनका मानना है कि अगर इसी दर से औसत तापमान में वृद्धि होती गई तो यह इंसानों, जीव-जंतुओं के साथ किसानी के लिए नुकसानदायक होगा।
अंधाधुंध पेड़ों की कटाई (हालांकि रायपुर में ग्रीनरी बढ़ी है।), सीमेंट की सड़कों का निर्माण, फुटपॉथ में भी कांक्रीटीकरण, बेलगाम निजी गाड़ियां, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कम इस्तेमाल आदि तापमान बढ़ने के प्रमुख कारण हैं। कचरा जलाने, पटाखे चलाने का भी इस पर असर पड़ा है।
शहरों का मई में औसत तापमान
रायपुर- 43.2, बिलासपुर- 43.5, पेंड्रा- 40.1, अंबिकापुर- 40.0, जगदलपुर- 38.9, दुर्ग- 43.4, राजनांदगांव- 44.2। गौर करने वाली बात यह है कि सिर्फ जगदलपुर ही एक ऐसा शहर है, जहां औसत तापमान 40 के नीचे रहा।
शुक्रवार को रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, दुर्ग जिले समेत कई क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई थी। शनिवार को भी स्थिति ऐसी ही रही। कोरिया, मुंगेली, कोरबा, रायगढ़, कवर्धा, बेमेतरा, राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, बलौदाबाजार, महासमुंद, बालोद,गरियाबंद, धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, बस्तर के कुछ क्षेत्र में 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली।मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कुछ स्थानों पर तेज हवा चलने का पूर्वानुमान है, हल्की बारिश भी हो सकती है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानी एचपी चंद्रा ने कहा छत्तीसगढ़ में मानसून 15 के बाद ही आएगा। इस साल औसत गर्मी बीते वर्षों की तुलना में अधिक रही। इस साल पारा तकरीबन 0.5 डिग्री अधिक रहा। जून के 10 दिन तक तो पारा 42-43 के बीच ही रहेगा।
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