मंदसौर/इंदौर। मंदसौर जिला अस्पताल में बीती देर रात एक साल की बच्ची को तबियत खराब होने पर उसके परिजनों ने भर्ती किया था, जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत देखकर इंदौर रैफर कर दिया। मंदसौर से इंदौर का एमवाय अस्पताल 230 कि.मी है, लेकिन 108 एम्बुलेंस के कर्मियों ने बच्ची को समय पर इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचा ली। अब बच्ची की हालत खतरे से बाहर है और एमवाय अस्पताल में उपचार के बाद उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक, मंदसौर जिले के पिपलियामंडी निवासी पप्पू सिंह की एक वर्षीय बेटी रोशनी की शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब दो बजे अचानक तबियत खराब हो गई। परिजन उसे लेकर मंदसौर के जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने बच्ची की गंभीर हालत देखते हुए इंदौर के एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया और एम्बुलेंस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस कंट्रोम रूम की एम्बुलेंस 108 मौके पर पहुंची और बच्ची को लेकर इंदौर रवाना हो गई। मंदसौर जिला अस्पताल से इंदौर के एमवाय अस्पताल की दूरी करीब 230 किलोमीटर है, जिसे 108 एम्बुलेंस के पायलेट पीयूष जैन ने मात्र तीन घंटे में तय कर ली। वहीं, एम्बुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन यासीन मोहम्मद रास्ते में भोपाल 108 कॉल सेंटर पर मौजूद डॉक्टर की सलाह से बच्ची का प्राथमिक उपचार करते रहे और बच्ची को सुरक्षित एमवाय अस्पताल पहुंचाया।
एमवाय अस्पताल में बच्ची को तत्काल आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। एमवाय अस्पताल में उपचार के बाद बच्ची की हालत नियंत्रण में है और उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। बच्ची की जान बचाने में एम्बुलेंस के पायलट पीयूष जैन और इमरजेंस मेडिकल टेक्निशियन यासीन मोहम्मद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।