Patrakar Priyanshi Chaturvedi
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए लागू किए गए ‘नो PUC, नो फ्यूल’ अभियान का असर पहले ही दिन साफ दिखाई दिया। बीते 24 घंटों में राजधानी में 61,000 से अधिक वाहनों के लिए प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) जारी या नवीनीकरण किए गए। नियम के तहत जिन वाहनों के पास वैध PUC नहीं है, उन्हें पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं दिया जा रहा है। दिल्ली सरकार का कहना है कि यह अभियान लगातार और पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगा।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इस नियम से लोगों को कुछ असुविधा हो सकती है, लेकिन राजधानी की हवा को साफ रखने के लिए यह जरूरी कदम है। उन्होंने साफ किया कि बिना वैध PUC किसी भी वाहन को ईंधन भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीएम ने कार-पूलिंग और सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता देने की अपील करते हुए कहा कि परिवहन व्यवस्था में सुधार वायु गुणवत्ता सुधारने की कुंजी है। साथ ही उन्होंने बताया कि नंद नगरी, बुराड़ी और तेहखंड में नए स्वचालित PUC परीक्षण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि यह अभियान चालान काटने के लिए नहीं, बल्कि लोगों की सेहत बचाने के लिए है। उन्होंने पेट्रोल पंपों का औचक निरीक्षण कर नियमों के सख्त पालन के निर्देश दिए। आंकड़ों के मुताबिक 17 और 18 दिसंबर को मिलाकर 3,746 वाहनों के चालान काटे गए। वहीं सीमावर्ती इलाकों में 5,000 से अधिक वाहनों की जांच की गई, जिनमें से सैकड़ों गैर-अनुपालक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश नहीं दिया गया। सरकार ने सड़कों की मशीन से सफाई, एंटी-स्मॉग गन से पानी का छिड़काव और अवैध कचरा डंपिंग बंद कराने जैसे कई कदम उठाए हैं। मंत्री ने लोगों से GRAP नियमों का पालन करने और प्रदूषण के खिलाफ इस लड़ाई में सहयोग करने की अपील की।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
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