Patrakar Priyanshi Chaturvedi
भारत अब दिल्ली-NCR को ड्रोन, मिसाइल और फाइटर जेट जैसे हवाई खतरों से बचाने के लिए स्वदेशी इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस वेपन सिस्टम (IADWS) तैनात करने जा रहा है। रक्षा मंत्रालय इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता दे रहा है। यह सिस्टम DRDO की QRSAM और VSHORADS मिसाइलों के साथ आधुनिक सेंसर, रडार और कंट्रोल सिस्टम पर आधारित होगा, जिसे भारतीय वायुसेना ऑपरेट करेगी। IADWS का 23 अगस्त को ओडिशा तट पर सफल परीक्षण हो चुका है, जिसमें इसने तीन अलग-अलग ऊंचाई और दूरी के लक्ष्यों को एक साथ मार गिराया था।
यह सिस्टम PM मोदी द्वारा घोषित ‘सुदर्शन चक्र मिशन’ का हिस्सा है और स्वॉर्म ड्रोन अटैक से लेकर हाई-स्पीड हवाई हमलों तक, सभी खतरों को रोकने की क्षमता रखता है। पहले खतरे का पता रडार लगाते हैं, फिर कमांड सेंटर जरूरत के अनुसार QRSAM, VSHORADS या लेजर-बेस्ड डायरेक्टेड एनर्जी वेपन सक्रिय करता है। भारत पहले अमेरिका का महंगा NASAMS-II सिस्टम खरीदने पर विचार कर रहा था, लेकिन अधिक लागत के चलते अब पूरी तरह स्वदेशी विकल्प अपनाया गया है—जो ‘मेक इन इंडिया’ रक्षा क्षमता को बड़ी मजबूती देने वाला कदम माना जा रहा है।
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