मंडला । मध्य प्रदेश के मंडला जिले में दीपावली पर्व के अवसर पर वोकल फॉर लोकल की भावना को साकार करते हुए कलेक्टर सोमेश मिश्रा एवं पुलिस अधीक्षक रजत सकचेला ने बुधवार को स्थानीय कलाकारों से मिट्टी और गोबर से बने गोंडी आर्ट के आकर्षक दीये और अन्य सजावटी सामग्री खरीदी। उन्होंने दीपावली की खरीदारी स्थानीय बाजार से कर जिले के माटीशिल्पियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने माटीशिल्पियों से बातचीत करते हुए प्रशासन की तरफ़ से हर संभव सहूलियत दिए जाने की बात कही। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ शाश्वत सिंह मीना, अतिरिक्त सीईओ विनोद मरावी, एसडीएम सोनल सिडाम, सीएमओ गजानन नाफड़े सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
माटीशिल्पियों को राहत, कर नहीं लिया जाएगा
इस अवसर पर कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने निर्देश दिए कि दीपावली पर्व के दौरान माटीशिल्पियों द्वारा निर्मित मिट्टी की मूर्तियों, दीपकों, खिलौनों, मटकों और अन्य सजावटी उत्पादों पर किसी भी प्रकार का कर या शुल्क नहीं लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट-बाजारों में कुम्हारों और माटीशिल्पियों को अपने उत्पाद बेचने के लिए निःशुल्क स्थान उपलब्ध कराया जाए। कलेक्टर ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि किसी स्तर पर आदेश का उल्लंघन पाया गया तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय उत्पाद खरीदें, आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा दें
कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे दीपावली पर स्थानीय कारीगरों और स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए मिट्टी और गोबर के दिये, मूर्तियाँ तथा अन्य पारंपरिक उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि जब हम अपने स्थानीय उत्पाद खरीदते हैं, तो न केवल पर्यावरण की रक्षा करते हैं, बल्कि हमारे कारीगरों की आजीविका को भी सशक्त बनाते हैं।