भोपाल । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को कहा कि "स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार" अभियान के अंतर्गत 17 सितम्बर को मध्य प्रदेश ने एक ही दिन में 14 हजार 573 यूनिट स्वैच्छिक रक्तदान और 20 हजार 379 हितग्राहियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग कर पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए समस्त स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों और नागरिकों की जागरूकता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हम वर्तमान में प्रथम स्थान पर हैं और इस स्थान को बनाए रखना हम सभी की सामूहिक ज़िम्मेदारी है। इसके लिए आवश्यक है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वयंसेवी संस्थाएँ, जनप्रतिनिधि और आमजन सभी मिलकर निरंतर और समन्वित प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नागरिकों, महिलाओं, बालिकाओं और अभिभावकों से अपील की है कि "स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार" अभियान से जुड़ी सेवाओं और शिविरों का अधिक से अधिक लाभ लें। उन्होंने कहा कि दृढ़ संकल्प और समेकित प्रयास से हम स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार करते हुए मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) और शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) के सूचकांकों सहित स्वास्थ्य स्थिति में देश के अग्रणी प्रदेश बनेंगे। उन्होंने सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सिकल सेल स्क्रीनिंग में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों की सराहना की है और सतत प्रयास का आह्वान किया है।
जनसम्पर्क अधिकारी अंकुश मिश्रा ने गुरुवार को बताया कि भारत सरकार की राज्यवार दैनिक रिपोर्ट 17 सितम्बर 2025 के अनुसार मध्य प्रदेश 20,379 सिकल सेल स्क्रीनिंग के साथ पहले स्थान पर रहा। इसके बाद ओडिशा 10,851 और महाराष्ट्र 10,821 स्क्रीनिंग कर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। रक्तदान के क्षेत्र में मध्य प्रदेश के बाद उत्तराखंड 5,065 यूनिट और राजस्थान 3,530 यूनिट के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
उन्होंने बताया कि "स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार" अभियान के अंतर्गत प्रदेशभर में महिलाओं के सम्पूर्ण स्वास्थ्य की जाँच और उपचार के लिए 20 हज़ार से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में निःशुल्क जाँच, परामर्श और उपचार की सुविधा दी जा रही है। अभियान में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जाँच, अनमोल 2.0 पोर्टल पर प्रविष्टि, टीकाकरण, किशोरियों में एनीमिया की जाँच और उपचार, पोषण एवं मासिक धर्म स्वच्छता संबंधी जानकारी, सिकल सेल और अन्य गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि क्षय और कुष्ठ रोग की पहचान एवं इलाज, मानसिक स्वास्थ्य, नेत्र, दंत और श्रवण विकारों की जाँच भी इस अभियान का हिस्सा हैं। अभियान के दौरान ईट-राइट कार्यक्रम, पोषण माह की गतिविधियाँ, योग और वेलनेस कैंप भी आयोजित हो रहे हैं। निःक्षय मित्र अभियान के अंतर्गत टीबी रोगियों को पोषण और सहयोग उपलब्ध कराने का अभियान भी संचालित है। साथ ही 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रदेशभर में रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।