Samantha Ruth Prabhu ने पिता के निधन के बाद कही ये बात, बोलीं वो कहते थे - 'तुम स्मार्ट नहीं हो'
एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु

साउथ फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु ने हाल ही में एक दिल दहला देने वाली खबर अपने फैंस के साथ साझा की। शुक्रवार को उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने पिता जोसेफ प्रभु के निधन की जानकारी दी। इस पोस्ट में, एक्ट्रेस ने एक टूटे हुए दिल का इमोजी इस्तेमाल किया और लिखा, “जब तक हम फिर से नहीं मिलते पापा।” यह पोस्ट पढ़कर उनके फैंस और समर्पित समर्थक बेहद भावुक हो गए। हालांकि, सामंथा ने अभी तक अपने पिता के निधन का कारण स्पष्ट नहीं किया है, जिससे उनके प्रशंसकों में कई सवाल उठ रहे हैं।

सामंथा रुथ प्रभु के जीवन में हाल ही में कई बड़ी घटनाएं घटित हुई हैं, जिनमें सबसे बड़ा मुद्दा उनका तलाक था। सामंथा का तलाक साल 2021 में साउथ सुपरस्टार नागा चैतन्य से हुआ था, जो कि एक हाई-प्रोफाइल शादी थी। नागा चैतन्य, अभिनेता नागार्जुन के बेटे हैं, और उनका यह तलाक सिनेमा की दुनिया में एक बड़ी चर्चा का विषय बन गया था। तलाक के बाद से ही सामंथा और नागा के निजी जीवन को लेकर मीडिया में चर्चा जारी रही। इसके बाद, नागा चैतन्य ने अभिनेत्री शोभिता धुलीपाला को डेट करना शुरू कर दिया है और खबरें हैं कि वे 4 दिसंबर को शादी के बंधन में बंधने वाले हैं।

पिता के निधन के बाद सामंथा ने अपने दर्द को साझा करते हुए अपने बचपन और अपने पिता के साथ अपने रिश्ते के बारे में भी बात की। हाल ही में, एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि उनका और उनके पिता का रिश्ता बहुत तनावपूर्ण था। सामंथा ने बताया कि बचपन में उन्हें यह विश्वास दिलाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा कि वह खुद को साबित कर सकती हैं। उन्होंने अपने पिता के बारे में बताते हुए कहा कि उनके पिता उन्हें हमेशा कहते थे कि वह होशियार नहीं हैं और उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। "मेरे पिता कहते थे कि तुम इतनी होशियार नहीं हो, पढ़ाई करो, तुम भी पहली रैंक पा सकती हो," सामंथा ने कहा।

 

सामंथा ने खुलासा किया कि जब बच्चों से इस तरह की बातें कही जाती हैं, तो उनका आत्मविश्वास बहुत बुरी तरह से प्रभावित होता है। उन्होंने बताया कि वह लंबे समय तक सोचती रहीं कि वह सच में होशियार नहीं हैं और पढ़ाई में अच्छा नहीं कर सकतीं। यह तनावपूर्ण स्थिति उनके आत्मविश्वास पर भारी पड़ी और उन्हें यह महसूस हुआ कि शायद वह किसी भी चीज में सफलता प्राप्त नहीं कर सकतीं। लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ी होती गईं, उन्हें अपने आप पर विश्वास हुआ और उन्होंने अपनी पहचान बनाने के लिए बहुत मेहनत की।

सामंथा ने यह भी कहा कि भारतीय माता-पिता अक्सर अपने बच्चों को इसी तरह से नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि उनका मानना ​​है कि वे बच्चों की भलाई के लिए ऐसा कर रहे हैं। सामंथा ने कहा, "मुझे लगता है कि अधिकांश भारतीय माता-पिता ऐसे ही होते हैं। वे अपने बच्चों को यह समझाने की कोशिश करते हैं कि उन्हें कैसे जीना चाहिए और किस तरह से अपने जीवन को बेहतर बनाना चाहिए।"

सामंथा की जिंदगी में यह वक्त काफी चुनौतीपूर्ण रहा है, खासकर जब उनके और नागा चैतन्य के तलाक की खबरें सामने आईं। उनके तलाक के बाद से ही सामंथा ने खुद को मानसिक रूप से बहुत मजबूत बनाने की कोशिश की। उन्होंने इस दौरान अपने आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए कई मुश्किलों का सामना किया। वह जानती थीं कि अगर उन्हें इस कठिन दौर से बाहर निकलना है तो उन्हें अपनी सोच को सकारात्मक रखना होगा और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

सामंथा की यह यात्रा आसान नहीं रही, लेकिन उन्होंने इसे अपने जीवन का हिस्सा मानकर उसे स्वीकार किया। उन्होंने अपने करियर में भी एक नई दिशा पकड़ी है और अब वह सिर्फ एक अभिनेत्री के रूप में ही नहीं, बल्कि एक प्रेरणा के रूप में भी उभर रही हैं। अपनी ज़िंदगी में आई इन मुश्किलों के बावजूद उन्होंने अपने काम से लगातार लोगों का दिल जीता है और उन्हें अपनी एक्टिंग से प्रभावित किया है।

इसके अलावा, सामंथा ने हाल ही में एक अन्य इंटरव्यू में अपने व्यक्तिगत जीवन और मानसिक स्वास्थ्य पर भी बात की थी। उन्होंने बताया कि वह अब अपने जीवन को अधिक समझदारी से जीने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने यह स्वीकार किया कि तनावपूर्ण रिश्तों और टूटे हुए आत्म-सम्मान को लेकर उन्हें अपने जीवन में कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, लेकिन अब वह आत्म-संवेदनशीलता और मानसिक शांति को ज्यादा महत्व देती हैं।

सामंथा का मानना है कि इस तरह की जीवन यात्रा से ही उन्हें अपने आप को बेहतर ढंग से समझने का अवसर मिला है। वह अब खुद को एक मजबूत और स्वतंत्र महिला मानती हैं, जो अपनी मुश्किलों से सीखा है और अपने आत्मविश्वास को फिर से वापस पाया है। उनका यह आत्मविश्वास और संघर्ष हर किसी के लिए एक प्रेरणा है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो अपने जीवन में किसी न किसी चुनौती का सामना कर रही हैं।

सामंथा के लिए इस समय जो सबसे बड़ी चुनौती है, वह है अपने पिता के निधन के बाद गहरे शोक और दुःख से उबरना। यह उनके जीवन का सबसे कठिन समय है, लेकिन सामंथा की उम्मीद और संकल्प निश्चित रूप से उन्हें इस मुश्किल दौर से बाहर निकलने में मदद करेंगे। उनकी कहानी एक सशक्त महिला की कहानी है, जिसने मुश्किलों के बावजूद खुद को साबित किया है और अपने सपनों को पूरा करने के लिए लगातार संघर्ष किया है।

Dakhal News 30 November 2024

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