भोपाल। देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बाद इसे महामारी घोषित किया गया। वहीं इस साल आई संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ब्लैक फंगस के मरीज भी तेजी से बढऩे लगे। जिसे देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने इस बीमारी को भी राजकीय महामारी घोषित कर दिया। दो दिन पहले ही केंद्र सरकार ने राज्यों से इस बीमारी को महामारी घोषित करने के लिए कहा था। इससे पहले तमिलनाडु, ओडिशा, असम, पंजाब ने म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस को महामारी रोग अधिनियम के तहत अधिसूचित किया है।
प्रदेश के 8 मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए आरक्षित 420 बेड पर 361 मरीज भर्ती हैं। खास बात है, राजधानी के हमीदिया अस्पताल में ब्लैक फंगस के लिए 80 बेड आरक्षित हैं, लेकिन यहां 90 मरीज भर्ती हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट व जिला कलेक्टरों के साथ हुई बैठक के बाद सीएम शिवराज ने एक महत्त्वपूर्ण निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगल इन्फेक्शन को महामारी घोषित किया जाता है। इस बीमारी से जूझ रहे मरीजों के इलाज के लिए अच्छी से अच्छी से व्यवस्था की जाए। जिन मरीजों का ऑपरेशन हुआ है, सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें एम्फोटेरिसिन बी समय पर मिल जाए।