जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित गन कैरिज फैक्ट्री में भारतीय सेना के लिए तैयार की गई 155 एमएम 45 कैलिबर धनुष तोप का शुक्रवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर वरिष्ठ सेन्य अधिकारियों की उपस्थिति में खमरिया स्थित लॉन्ग प्रूफ रेंज में परीक्षण किया गया, जो कि सफल रहा। जबलपुर में पहली बार धनुष तोप का परीक्षण हुआ, जबकि इससे पहले गत 21 जनवरी को गन कैरिज फैक्ट्री में तैयार की गई सारंग तोप का भी यहां सफल परीक्षण किया जा चुका है।
बता दें के जबलपुर के खमरिया स्थित गन कैरेज फैक्ट्री में भारतीय सेना के लिए आयुध सामग्री का निर्माण होता है। यहां सारंग और धनुष तोप का निर्माण किया गया है। सारंग तोप का गत दिनों सफल परीक्षण होने के बाद शुक्रवार को खमरिया के लॉन्ग प्रूफ रेंज में दिल्ली से डॉयरेक्टर जनरल ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस लेफ्टिनेंट जनरल संजय चौहान की मौजूदगी में पहली बार धनुष तोप का परीक्षण किया गया। यह परीक्षण सुबह 10 बजे शुरू हुआ था। इस दौरान अलग-अलग एंगल से धनुष तोप से फायरिंग की गई। इसी दौरान सारंग तोप का भी पुन: परीक्षण किया गया। इस मौके पर ऑडनेंस फैक्ट्री खमरिया, व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर और गन कैरिज फैक्ट्री के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि धनुष तोप भारतीय सेना के बेड़े में शामिल हो चुकी है। पिछले साल ही छह तोप सेना को सौंपी गई थीं, जिनका राजस्थान के पोखरण और उड़ीसा के बालासोर में परीक्षण किया गया था। अब जबलपुर में भी इन तोपों का सफलतापूर्वक परीक्षण संपन्न हुआ। मौके पर मौजूद सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, धनुष और सारंग तोप करीब 40 किलोमीटर तक निशाना साध सकती हैं। इन तोपों से सेना को ताकत मिलेगी।