ग्वालियर। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार शुरू से ही नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनसीआर) खिलाफ है। केंद्रीय स्तर पर भी पहले दिन से कांग्रेस वर्किंग कमेटी सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर देशव्यापी विरोध कर रही है और हमारा यह विरोध जब तक जारी रहेगा तब तक कि केंद्र की मोदी सरकार इसे वापस नहीं ले लेती है। सच तो यह है कि मोदीजी देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी से ध्यान भटकानें के लिए यह सब कर रही है। उक्त बातें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कही हैं।
वे गुरुवार को सीएए के विरोध में सीपीआई (एम) के द्वारा आयोजित रैली में हिस्सा लेने ग्वालियर आए हुए थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदीजी के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लाने के कारण से पूरे देश की 130 करोड़ की जनसंख्या प्रभावित हुई है केंद्र की सरकार देश का माहौल खराब करने में लगी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति औा बेरोजगारी की कोई चिंता नहीं बल्कि वह इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ही सीएए, एनपीआर एवं एनआरसी को सामने ला रही है।
इस दौरान उन्होंने राम मंदिर निर्माण का ट्रस्ट को लेकर भी मोदी सरकार पर आरोप लगाए । दिग्गी का मानना है कि सरकार ने सही तरीके से इसे नहीं बनाया। इसमें रामाश्रय संप्रदाय और अखाड़ा परिषद के संतों को शामिल नहीं किया गया है। जब हिन्दू आतंकवाद विषय को लेकर उनसे पत्रकारों से प्रश्न पूछा तो वे बोले कि इस विषय को लेकर भाजपा के दोनों नेताओं के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेजा जा रहा है।