भोपाल। राजधानी भोपाल के रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया । सुबह तकरीबन 9 बजे प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 को जोड़ने वाले पाथ स्लेब का एक हिस्सा नीचे गिर गया। इस हादसे में 7 यात्री घायल हो गए । घटना में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। पाथ स्लेब के जर्जर होने की शिकायत अधिकारियों से की गई थी, लेकिन इन शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं, मंडल रेल प्रबंधक उदय बोरवणकर ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये हैं।
एक दिन पहले गिरा था सपोर्टिंग सरिया
गुरुवार को हादसा होने से एक दिन पहले ही पाथ स्लेब के जर्जर होने के संकेत मिलने लगे थे। बुधवार को पाथवे का सपोर्टिंग सरिया पाथवे से अलग होकर नीचे गिर गया था। इस घटना में किसी को कोई चोट नहीं लगी थी, लेकिन प्लेटफॉर्म पर मौजूद एक वेंडर ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी। अधिकारियों ने इसके बाद पाथ स्लेब का निरीक्षण भी किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यदि उसी समय फुटओवर ब्रिज को बंद कर दिया जाता, तो शायद गुरुवार का हादसा नहीं होता।
चिरायु अस्पताल में चल रहा घायलों का इलाज
हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस और रेल अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। प्लेटफॉर्म क्रं. 2-3 पर रेल यातायात रोक दिया गया। घायलों को निकालकर चिरायु अस्पताल पहुंचाया गया। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी आईए सिद्दीकी ने बताया कि हादसे में 7 लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है। रेलवे की डॉक्टर्स की टीम भी वहां मौजूद है। फिलहाल घटनास्थल पर इनजीनियर्स की टीम मौजूद है और हादसे के तकनीकी कारणों का पता लगाया जा रहा है। मंडल रेल प्रबंधक उदय बोरवणकर ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
भोपाल रेलवे स्टेशन पर हादसे के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रतिनिधि के तौर पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर से हादसे में गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये एवं सामान्य रूप से घायल हुए लोगों को 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की। मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि इस घटना की मजिस्ट्रियल जांच करवाई जायेगी।
इनका कहना है..
इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश आदेश दे दिये है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रेल्वे प्रशासन हादसे में घायल हुए लोगों की हरसंभव मदद करेगा ।
उदय बोरवणकर, मंडल रेल प्रबंधक