रतलाम/आलोट। आगर विधायक, पूर्व सांसद और भाजपा के प्रदेश महामंत्री मनोहर ऊंटवाल का लम्बी बीमारी के बाद गुरुवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। शुक्रवार को सुबह अंतिम दर्शन के लिए तिरंगे पर लिपटा पार्थिव शरीर आलोट स्थित उनके निवास हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रखा गया, जहां अपने चहेते नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह भी आलोट पहुंचे हैं। उन्होंने विधायक ऊंटवाल के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजिल अर्पित की और उनकी शव यात्रा में भी शामिल हुए।
अंतिम दर्शन के बाद दिवंगत विधायक ऊंटवाल की अंतिम यात्रा शुक्रवार दोपहर उनके निवास से शुरू हुई, जिसमें प्रदेश के कई सांसद-विधायक, पार्टी नेता-कार्यकर्ता और हजारों की संख्या में आम नागरिक "ऊंटवाल अमर रहे" के नारे लगाते हुए चल रहे हैं। यह अंतिम यात्रा करीब दो किलोमीटर का सफर तय कर मुख्य मार्ग से होती हुई अनादिकल्पेश्वर मुक्तिधाम पहुंचेगी, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्हें मुखाग्नि बेटे मनोज ऊंटवाल देंगे।
गौरतलब है कि विधायक ऊंटवाल को सिर में दर्द होने के कारण गत छह जनवरी को इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां ऑपरेशन के बाद भी उनकी तबियत में सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें एयर एम्बुलेंस के माध्यम से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान गुरुवार को उनका निधन हो गया। धार जिले के बदनावर में 19 जुलाई 1966 को जन्में ऊंटवाल वर्ष 1985-86 में आरएसएस नगर विस्तारक के रूप में आलोट आए थे। इसके बाद तो वे यहीं के होकर रह गए। वे दो बार आगर और दो बार आलोट से विधायक रहे। ऊंटवाल 2014 में शाजापुर-देवास लोकसभा से सांसद भी रहे। अंतिम यात्रा में विधायक माधव मारू, हिम्मत कोठारी, देवास सांसद महेंद्र सोलंकी, विधायक जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र पांडेय, मनोज चावला, संघ के प्रभाकर केलकर, राजपाल सिंह सिसौदिया, बंसीलाल गुर्जर सहित कई नेता शामिल हैं।