आईएस का चर्चों पर हमला , 36 मरे
 आईएस का चर्चों पर हमला , 36 मरे

मिस्त्र के दो शहरों में स्थित कॉप्टिक गिरजाघरों में हुए बम विस्फोटों में 36 लोग मारे गए और 140 घायल हुए हैं। ये हमले पाम सनडे के मौके पर आयोजित प्रार्थना सभा के दौरान हुए। विस्फोटों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने ली है।

एलेक्जेंड्रिया के सेंट मार्क्स चर्च में चल रही प्रार्थना सभा में कॉप्टिक चर्च के धर्मगुरु पोप ट्वाड्रोस द्वितीय भी मौजूद थे लेकिन उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ। वहां पर शक होने पर सुरक्षा बलों ने चर्च के मुख्य द्वार पर ही आत्मघाती हमलावर को रोक लिया था, जहां उसने खुद को उड़ा लिया। वहां पर 11 लोग मारे गए जबकि 69 घायल हुए। दूसरी घटना एक घंटे पहले टांटा के सेंट जॉर्ज चर्च में हुई।

वहां पर सभास्थल पर फिट किया गया एक्सप्लोसिव डिवाइस प्रार्थना के दौरान फटा। वहां पर 25 लोग मारे गए और 71 घायल हुए। पोप फ्रांसिस ने दोनों घटनाओं पर दुख जताया है। सुन्नी मुसलमानों की शिक्षा के सबसे बड़े संस्थान अल-अजहर ने इन हमलों को मानवता के खिलाफ जघन्यतम अपराध करार दिया है। सदर इमाम अहमद-अल-तैयब ने मुश्किल वक्त में अल-अजहर के कॉप्टिक चर्च के साथ होने का एलान किया है।

घटना के बाद टांटा के सेंट जॉर्ज चर्च का प्रार्थनास्थल खून से लाल हो गया और जहां-तहां मानव अंग छितरा गए। चीख-पुकार के बीच घायलों को सभागार से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद सैन्य अस्पताल में घायलों के इलाज का आदेश दिया।

उन्होंने आतंकियों के खिलाफ अभियान के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। सन 2013 में जब सेना ने तख्तापलट करके मुहम्मद मोर्सी को राष्ट्रपति पद से हटाया था, उसके बाद से मिस्त्र में आतंकी हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं। ज्यादातर हमलों में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया है।

ईसाइयों की पाम सनडे प्रार्थना ईस्टर से पहले पड़ने वाले रविवार को होती है। यह उत्सव ईसा मसीह के येरुशलम पहुंचने की खुशी में मनाया जाता है। मिस्त्र में दस प्रतिशत ईसाई आबादी है और इसी महीने 28 और 29 तारीख को वहां पर पोप फ्रांसिस के दौरे का कार्यक्रम है।

कॉप्टिक ग्र्रीक भाषा का शब्द है। इसका अर्थ इजिप्शियन (मिस्त्र का) चर्च है। यह ऑर्थोडॉक्स चर्च की शाखा है जिसका जन्म मिस्त्र में पहली शताब्दी में हुआ। इसके मानने वाले मिस्त्र, लीबिया, नूबिया, सूडान, इथोपिया और अन्य अफ्रीकी देशों के निवासी हैं। इस शाखा का सबसे बड़ा चर्च एलेक्जेंड्रिया में है, जहां पर रविवार को आतंकी हमला हुआ।

 

Dakhal News 9 April 2017

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