Dakhal News
21 January 2025
एक माह में बने 87 हजार 424 प्रमाण-पत्र
मध्यप्रदेश में अभी तक एक करोड़ 21 लाख 56 हजार 379 डिजिटल जाति प्रमाण-पत्र बने हैं। पिछले माह 87 हजार 424 प्रमाण-पत्र बनवाये गये। यह जानकारी सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने दी।
श्री आर्य ने बताया कि प्रदेश में जाति प्रमाण-पत्र स्कूलों में बनवाये जा रहे हैं। वर्ग विशेष को इन जाति प्रमाण-पत्रों को बनवाने के लिये दर-दर नहीं भटकना पड़ रहा है। वर्ग के व्यक्ति को तहसील और एसडीएम कार्यालय के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जाति प्रमाण-पत्र डिजिटल हस्ताक्षर के साथ डिजिटल रिपॉजिटरी में भी सुरक्षित रखे जा रहे हैं। इससे भविष्य में जब चाहे इनकी इलेक्ट्रॉनिक प्रति ऑनलाइन उपलब्ध हो सकेगी।
प्रदेश में अनुसूचित-जाति वर्ग के 24 लाख 81 हजार 891, अनुसूचित-जनजाति वर्ग के 34 लाख 99 हजार 971, अन्य पिछड़ा वर्ग के 61 लाख 51 हजार 663, विमुक्त जाति के 21 हजार 790 और घुमक्कड़ एवं अर्द्ध-घुमक्कड़ वर्ग के 1064 जाति प्रमाण-पत्र बनवाये गये हैं।
जाति प्रमाण-पत्र जारी करने को लोक सेवा गारंटी अधिनियम में शामिल कर कम्प्यूटराइज्ड तरीके से एस.डी.एम. के डिजिटल हस्ताक्षरित जाति प्रमाण-पत्र ऑनलाइन जारी करने की व्यवस्था की गयी है। बच्चों को कक्षा-1 में प्रवेश के समय ही उनके स्कूलों से ही आवेदन लेकर डिजिटल हस्ताक्षरित जाति प्रमाण-पत्र देने का विशेष अभियान एक जुलाई 2014 से जारी है।
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3 August 2016
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