मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपनी जीवन-यात्रा को दर्शाने वाली चित्रात्मक किताब 'मोहि कहाँ विश्राम' का विमोचन किया था किताब को उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान और पुत्र कार्तिकेय एवं कुणाल ने तैयार किया था किताब में श्रीमती साधना सिंह ने मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व के अनछुए पहलुओं और जीवन-यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ावों का उल्लेख किया था। लेकिन विमोचन के बाद से ही यह किताब गायब है। यह किताब किसी भी बुकसेलर तक नहीं पहुंची है।
शिवराज सिंह की इस किताब को लेकर रहस्य बरकरार है। पुस्तक पर समीक्षा करने वाले पत्रकार से लेकर कई लेखक भी इस पुस्तक की तलाश में है लेकिन किसी के हाथ अभी तक यह नहीं लगी है। इस किताब को लेकर कई आला अफसरों से भी पड़ताल की गई लेकिन नतीजा जानकारी नही ही है बस यही निकला। हम बाता दें शिवराज सिंह के 10 वर्ष तक लगातार मुख्यमंत्री रहने पर 29 नवम्बर 2015 को मुख्यमंत्री निवास में इस का विमोचन हुआ था। तब से लेकर अब तक यह किताब एक पहेली बनी हुई है। आखिर किताब छपी और उसका विधिवत विमोचन मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने किया तो फिर वो लोगों तक क्यों नहीं पहुची अब सबसे बड़ा सवाल यही है की आखिर यह पुस्तक है कहां और क्यों ग़ायब हो गई या ग़ायब नही हुई तो सामने क्यों नही लाई जा रही है? एक किताब ने राजनीतिक गलियारों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।