लोग डूब रहे थे कलेक्टर-एसपी फोटो खिंचा रहे थे
मध्यप्रदेश में त्राहि त्राहि मची है। छतरपुर में भी हालात बेकाबू हो गए हैं। लोग बाढ़ में फंसे हैं। निकालने के लिए राहतकार्य भी चल रहे हैं परंतु छतरपुर के कलेक्टर और एसपी की गंभीरता देखिए ऐसे में वे राहत कार्यों का नेतृत्व करने के बजाए फोटो खिंचवाते नजर आये । ऐसा लगा मानो बाढ़ और अतिवृष्टि भी उनके लिए पर्यटन हो।
यह फोटो छतरपुर के कलेक्टर मसूद अख्तर और एसपी ललित शाक्यवार की गंभीरता के गवाही दे रहा है कि आपदा भी कुछ अफसरों के लिए मौज मजे की चीज है । यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। शुक्रवार को छतरपुर-सागर मार्ग पर फंसे लोगों को निकालने राहत कार्य चलाना पड़ा था। कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंचे। लेकिन उनकी दिलचस्पी लोगों की मदद के बजाय फोटो खिंचवाने में ज्यादा रही।
यह सब कुछ उस समय हो रहा है जबकि छतरपुर के आधा सैंकड़ा से ज्यादा गांव तेज बरिश से प्रभावित हैं। लोग जान बचाने के लिए घरों को छोड़कर भाग रहे हैं। चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। यदि अधिकारी जिम्मेदार हों तो उन्हें सांस लेने की भी फुर्सत ना होती परंतु यहां तो नजारा ही कुछ और है। रेस्क्यू आॅपरेशन भी पिकनिक बन गया।