मध्यप्रदेश पुलिस का अगला मुखिया कौन होगा, इसको लेकर कयासों का दौर जारी है। सिहंस्थ व घोड़ाडोंगरी उपचुनाव होने के बाद अब माना जा रहा है कि नए डीजीपी के नाम की घोषणा इसी सप्ताह हो सकती है। डीजीपी सुरेंद्र सिंह 30 जून को सेवा निवृत्त हो रहे हैं। प्रदेश में जारी परंपरा के अनुसार नए डीजीपी को एक माह पहले ओएसडी बना दिया जाता है। बीते दो माह से पुलिस का नया मुखिया तलाशने की कवायद चल रही है, किंतु किसी भी अफसर के नाम पर अंतिम मोहर अब तक नहीं लग सकी है।
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ वर्ष से ये परंपरा रही है कि सरकार जिसे नया डीजीपी बनाती है, उसे ओएसडी के रूप में डीजीपी दफ्तर में पदस्थ कर देती है। जिससे वह मौजूदा डीजीपी के साथ मिलकर दायित्वों को समझ सके और प्रदेश की कानून व्यवस्था वं अन्य गोपनीय जानकारी हासिल कर सके, लेकिन नया नाम तय नहीं होने की वजह से अब तक ओएसडी भी नहीं बनाया जा सका है।
पुलिस मुख्यालय सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोड़ाडोंगरी विधानसभा के उपचुनाव, ग्रामोदय से भारत उदय योजना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो वर्ष के कार्यकाल होने पर आयोजित कार्यक्रम में व्यस्त रहने की वजह से नए डीजीपी के नाम पर विचार नहीं कर सके हैं।
जल्द ही मुख्यमंत्री द्वारा नए डीजीपी के नाम पर फैसला किए जाने की संभावना है। जिसके चलते इस सप्ताह के अंत तक नए डीजीपी को ओएसडी के रूप में पदस्थ कर दिया जाएगा और माह के अंत में डीजीपी नियुक्त करने का आदेश जारी कर दिया जाएगा।
तैयार है पैनल
1980 बैच के अफसर सुरेंद्र सिंह के बाद अगले कनिष्ठ अफसरों के बीच तीन बैच का अंतर है, ऐसे में सुरेंद्र सिंह की सेवानिवृत्ति के पूर्व अगले पुलिस मुखिया के लिए तीन अफसरों का पैनल बनाया गया। इस पैनल में 1983 बैच के आईपीएस डीएम मिश्रा, ऋषिकुमार शुक्ला और 1984 बैच के अफसर विजय कुमार सिंह के नाम हैं। डीएम मिश्रा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में ज्वाइंट डायरेक्टर हैं। इनके अलावा सरबजीत सिंह का नाम मुख्यमंत्री की पसंद बताया जा रहा है।