राममाधव का सोच -बिना युद्ध के अखंड भारत
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव का मानना है कि एक दिन ऐसा आएगा जब भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक हो जाएंगे जिससे अखंड भारत या अविभाजित भारत का निर्माण होगा। एक इंटरव्यू में राम माधव ने अखंड भारत का सपना बिना किसी युद्ध के आम सहमति से भी संभव हो सकता है। माधव ने कहा कि आरएसएस अब भी इस बात में भरोसा रखता है कि एक दिन ये सभी हिस्से लोकप्रियता और सहमति के आधार पर एक साथ अखंड भारत का निर्माण करेंगे। ऐतिहासिक कारणों से इन्हें अलग हुए छह दशक ही तो बीते हैं। फिर क्यों नहीं ये देश एक हो सकते हैं।राम माधव ने यह साफ किया कि उनका यह विचार पार्टी लाइन नहीं बल्कि आरएसएस के सदस्य के तौर पर है। माधव ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा, इसका मतलब यह कतई नहीं है कि हम किसी देश के खिलाफ युद्ध छेड़ देंगे या हम किसी की जमीन हड़प लेंगे। हमारे विचार में यह बिना किसी युद्ध के लोगों की सहमति से ऐसा संभव होगा।साल 2015 की शुरुआत में राम माधव ने एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने भारत को एक हिन्दू राष्ट्र बताया था। उस बयान से जुड़े एक सवाल पर राम माधव ने स्पष्ट किया कि भारत एक ऐसा देश है जहां जीवन जीने के एक विशेष तरीके, एक विशेष संस्कृति अथवा सभ्यता के आधार पर जिंदगी जी जाती है। हम इसे हिन्दू कहते हैं। क्या आपको कोई आपत्ति है? भारत की संस्कृति एक है। हम एक संस्कृति हैं, एक जैसे लोग हैं और एक देश हैं।प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने राम माधव की इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए इसे सिर्फ प्रॉपेगैंडा करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा, आरएसएस अथवा भाजपा अपनी विफलता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए और उन्हें गुमराह करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। वे अपने प्रॉपेगैंडा में इस तरह व्यस्त हैं जैसे वे कोई इवेंट मैनेजमेंट कंपनी हो।