मध्यप्रदेश में बनेगा आई.टी. केडर
देश का नायाब डाटा सेंटर भवन भोपाल में मध्यप्रदेश के उद्योग एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि प्रदेश में आई.टी. केडर बनाया जा रहा है जिससे सभी विभागों में दक्ष और प्रशिक्षित आई.टी. कर्मी उपलब्ध हो सकेंगे। इससे ई-गवर्नेंस से संबंधित सभी कार्य बेहतर ढंग से हो सकेंगे और मध्यप्रदेश शीघ्र ही ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में देश में सबसे आगे होगा।श्री विजयवर्गीय ने भोपाल में अरेरा पहाड़ी पर बन रहे देश के सबसे नायाब और अत्याधुनिक डाटा सेंटर भवन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने भवन को एक माह में पूरा करने को कहा। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि इस सेंटर में शासन के विभिन्न विभागों का डाटा सुरक्षित रखा जाकर उपयोग किया जा सकेगा। निजी संस्थानों को भी इस भवन में अपना डाटा संरक्षित करने की सुविधा दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने अलग पहचान बनायी है। बड़े सूचना प्रौद्योगिकी समूह को प्रदेश में लाया जा रहा है जिससे ई-गवर्नेंस गतिविधियों को गति मिलेगी।श्री विजयवर्गीय ने भवन के विभिन्न खण्ड तथा अभी तक स्थापित किए गए उपकरणों का अवलोकन कर कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।डाटा सेंटर भवनलगभग 60 करोड़ रुपये लागत से निर्मित यह भवन भूकंपरोधी है। भवन में अग्नि-सुरक्षा सहित सभी सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। भवन में उच्च सुरक्षा आवश्यकता के अनुरूप सीसीटीवी द्वारा सुरक्षा का प्रावधान किया गया है। अत्याधुनिक स्मोक एवं अग्नि सूचक यंत्रों द्वारा स्वचलित अग्निशमन व्यवस्था के माध्यम से डाटा सेंटर को पूरी तरह सुरक्षित किया गया है। भवन में एक्सेस कंट्रोल सिस्टम द्वारा अधिकृत व्यक्तियों को प्रवेश मिल सकेगा। वर्तमान में इस सेंटर में 23 सर्वर तथा 43 सर्वर रेक्स की व्यवस्था है। भवन में पर्यावरण का विशेष रूप से ध्यान रखा गया है और पानी का श्रेष्ठतम उपयोग किया जाएगा। डाटा सेंटर के तृतीय पक्षीय अंकेक्षण का कार्य मेसर्स डियो लाइट द्वारा किया जाएगा जिसका मूल्यांकन केन्द्रीय एस.टी.क्यू.सी. करेगी|[दखल]