मकान को घर बनाती महिलाएं
मनोज सिंह मीकजिस प्रकार ईश्वर ने स्त्री को तन व मन से सुन्दर, सुगढ़ बनाया है उसी प्रकार वह मकान की आंतरिक व बाह्य सौंदर्य सज्जा को बनाए रखने में दलचस्पी लेतीं हैं । चाहे विशाल कीमती पत्थरों को तराश कर बनाए गए नक्काशीदार महल हों या ईंट-गारे से बने सामान्य मकान या खुले में सुलगाने चूल्हे के पीछे बनी एक अदना सी झोपड़ी, यह सब जीवंत तभी होते हैं, जब वे घर कहलाने लगते हैं। उनमें जीवन बसने लगता है, परिवार का कोलाहल गूंजने लगता है, बच्चों की किलकारी और महिलाओं का सौंदर्य घर की आत्मा से प्रतीत होते हैं । हमारे समाज में माताओं, बहनों, पत्नी और बेटियों को महत्वपूर्ण एवं सम्मानजनक दर्जा प्राप्त है । मकान खरीदने से लेकर घर-बार चलाने तक महिलाओं का निर्णय अत्यंत महत्वपूर्ण एवं लगभग अंतिम होता है । बिल्डर्स भी महिलाओं की रूचि के अनुसार अपने प्रोजेक्ट डिजाइन करते हैं । खासकर किचन प्लान करते समय या मकान में किचन को उन्हें डिस्प्ले करते समय डेवलपर्स के सेल्स स्टाफ की कोशिश होती है कि किचन आदि की खासियत बखान कर सेल को कंफर्म कर लें । अमूमन आपने मकानों को मॉड्यूलर किचन के ऑफर के साथ बाजार में देखा होगा, ताकि अंतिम तौर पर क्रेता परिवार की महिला सदस्या के निर्णय को साधा जा सक । आज के दौर में जब एकल परिवार का बोलबाला है और युवा परिवारों में मकान खरीदने का रूझान चरम पर है, तो मकान के घर बनने ही घरवाली का महत्वपूर्ण दर्जा अति महत्वपूर्ण हो जाता है । घरवाली कामकाजी हो या गृहिणी हमारे समाज में वह आज भी घर का दायित्व बखूबी निभाती है । घर की आन्तरिक साज-सज्जा भी उसी के जिम्मे का काम है । चूंकि भगवान ने उसे सौंदर्य एवं सौंदर्यबोध से नवाजा है, अतः सजने-सजाने में उनकी दक्षता बेमिसाल है । सृजन की मौलिकता एवं रचनात्मक कल्पनाओं के रंग प्रत्येक घर में अनूठी छटा बिखेरते नज+र आते हैं । एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है कि महिला महंगी कारों पर नहीं, बल्कि खूबसूरत और अत्याधुनिक रसोईघर पर अधिक रीझती हैं । थर्मेडॉर के एक अध्ययन में ८३ फीसदी महिलाओं ने कहा कि वह अत्याधुनिक और उम्दा रसोई घर रखने वाले पर फिदा होंगी, जबकि १७ फीसदी महिलाओं ने महंगी कारों को प्राथमिकता दी । महंगी और खूबसूरत कार महिला को प्रभावित कर सकती हैं, लेकिन उम्दा रसोईघर उसकी धड़कनें बढ़ा सकता है । अध्ययन में ६१ फीसदी महिलाओं ने माना कि वह सुंदर रसोईघर देखकर रीझती है, जबकि ३८ फीसदी महिलाओं ने रोमांटिक शयन कक्ष में एक फीसदी महिलाओं ने उम्दा गैरेज को तरजीह दी । उम्दा रसोईघर सिर्फ महिलाओं को ही नहीं रिझाता, बल्कि आपके घर की कीमत भी बढ़ाता है । कारों पर खर्च की गई राशि अगले ही दिन घट जाती है, लेकिन यदि आपने रसोईघर को सजाया तो आपका पूरा घर निखर जाएगा और उसकी कीमत बढ़ जाएगी । (दखल)(लेखक मनोज सिंह मीक शुभालय ग्रुप के चेयरमेन हैं)