Patrakar Priyanshi Chaturvedi
पटना। बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार के एक बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। महिलाओं को लेकर की गई उनकी टिप्पणी पर विपक्ष ने तीखा हमला बोला। बुधवार को विधानसभा पहुंचते ही प्रमोद कुमार ने सफाई दी कि उनके बयान को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उनका कहना है कि उनके शब्द किसी महिला को अपमानित करने के लिए नहीं थे, बल्कि पश्चिमी सभ्यता के बढ़ते प्रभाव को लेकर थे।
विधायक का विवाद बढ़ा जब उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों की आदत कुत्तों के साथ सोने की होती है और मोबाइल पर कई महिलाएं इस तरह की दिख जाती हैं। इस टिप्पणी पर उनकी मानसिकता पर सवाल उठने लगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी आपत्ति इस बात पर थी कि लोकतंत्र के मंदिर—सदन—में कुत्ता लाना उचित नहीं है, और उनकी टिप्पणी उन्हीं लोगों पर थी जिन्होंने ऐसा किया, जिसकी वजह से सदन के सदस्यों की तुलना कुत्तों से होने लगी।
उधर कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी, जिन्हें घायल पिल्ले को संसद परिसर में लाने पर आलोचना का सामना करना पड़ा था, ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल एक बेजुबान जानवर की जान बचाने के लिए पिल्ले को अंदर लाया था और इसे मुद्दा बनाना निरर्थक है। चौधरी ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, “असली काटने वाले तो संसद में बैठे हैं,” और आरोप लगाया कि सरकार एक मानवीय कदम को भी राजनीतिक मसला बना रही है।
Dakhal News
|
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.
Created By:
Medha Innovation & Development |