अपनी शर्तों पर ही कांग्रेस में लौटूंगा नहीं तो नई पार्टी बनाऊंगा : बृहस्पत सिंह
बलरामपुर । छत्तीसगढ़ की सियासत में निष्कासित कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने एक बार फिर हलचल मचा दी है। उन्होंने आज गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि यदि कांग्रेस उनकी शर्तों के साथ उन्हें वापस नहीं लेती, तो वे नई राजनीतिक पार्टी बनाकर जनता के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे। बृहस्पत ने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी अन्य दल में शामिल नहीं होंगे।
पूर्व विधायक का कहना है कि कांग्रेस में वापसी तभी संभव है जब उन्हें खुलकर बोलने की आजादी मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में कई वरिष्ठ नेता संगठन को नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन फिर भी आलाकमान की नजरों में ‘शुभचिंतक’ बने हुए हैं।
बृहस्पत सिंह लंबे समय तक कांग्रेस में सक्रिय रहे हैं। एक समय वे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के करीबी माने जाते थे और बाद में भूपेश बघेल सरकार के भरोसेमंद विधायकों में गिने गए। लेकिन टीएस सिंहदेव और प्रदेश प्रभारी शैलजा पर गंभीर आरोप लगाने के बाद उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
कांग्रेस से निष्कासन के बाद बृहस्पत संगठन में हाशिए पर चले गए। हाल ही में उन्होंने फिर से सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी पर जिलाध्यक्ष पद के दावेदारों से पैसों की मांग करने का आरोप लगाया। इसके बाद सरगुजा संभाग के कांग्रेसियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
अंबिकापुर से लेकर ब्लॉक स्तर तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैठकें कर बृहस्पत सिंह के बयान की निंदा की है और थानों में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग के ज्ञापन भी सौंपे हैं। कई नेताओं ने उन्हें ‘सिर्फ सुर्खियों में बने रहने वाला नेता’ बताते हुए कहा कि उनकी बयानबाजी से संगठन को नुकसान हो रहा है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद बृहस्पत सिंह की कांग्रेस में वापसी की संभावनाएं और धूमिल हो गई हैं। हालांकि उन्होंने दोबारा स्पष्ट किया है कि यदि उन्हें सच्चाई बोलने की स्वतंत्रता नहीं दी गई तो वे अपनी नई पार्टी बनाकर छत्तीसगढ़ की जनता के अधिकारों की लड़ाई जारी रखेंगे।