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धमतरी । मौसम में अचानक आए बदलाव ने छत्तीसगढ़ में किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जिले में रुक-रुककर हो रही बारिश से धान फसल की कटाई प्रभावित हो रही है। कई जगह खेतों में गिरी पकी फसल के खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण जिले में पिछले दो दिनों से बादल छाए हुए हैं और रुक-रुककर बारिश हो रही है।
मौसम विभाग ने आगामी एक सप्ताह तक गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है। धमतरी जिले में यलो अलर्ट घोषित किया गया है। सुबह के समय हल्की बूंदाबांदी और दिन में रुक-रुककर होने वाली बारिश से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वर्तमान में खरीफ की धान फसल पूरी तरह पक चुकी है और कटाई का समय शुरू हो गया है। लेकिन मौसम की अनिश्चितता के चलते किसान खेतों में फसल कटाई को लेकर असमंजस में हैं। कई इलाकों में तेज हवाओं के कारण फसल गिर चुकी है, जिससे नुकसान की संभावना और बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि यदि आने वाले दिनों में बारिश का दौर नहीं थमा, तो खरीफ सीजन की मेहनत पर पानी फिर सकता है।
सहकारी बैंक से किसानों ने लिया है 265 करोड़ रुपये का कर्ज :
जिला सहकारी बैंक से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के 66 हजार से अधिक किसानों ने खरीफ वर्ष 2025-26 के लिए कुल 265 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। इसमें से 200 करोड़ 30 लाख रुपये नकद कर्ज और 65 करोड़ 40 लाख रुपये खाद व बीज के माध्यम से लिए गए हैं। ऐसे में यदि बारिश से फसल को नुकसान होता है, तो किसानों के सामने कर्ज चुकाने की बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।
उत्पादन पर पड़ेगा सीधा प्रभाव:
ग्राम देमार के किसान क्लब अध्यक्ष दिनेश कुमार साहू ने बताया कि लगातार बदलते मौसम से फसल पर असर पड़ रहा है। खेतों में गिरी फसल सड़ने लगी है, जिससे उत्पादन पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। वहीं रामपुर के किसान जनक साहू का कहना है कि “तेज हवाओं और रुक-रुककर हो रही बारिश से धान की बालियां झुक गई हैं। कटाई में विलंब से नुकसान तय है।
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