मप्र में अब जिला स्तर पर भी स्थापित की जाएगी फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरी : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
इंदौर । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में नागरिकों को शुद्ध, प्रमाणिक और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री एवं औषधि उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर नागरिक तक सुरक्षित और मानक गुणवत्ता वाले शुद्ध खाद्य पदार्थ एवं दवाएं पहुंचें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब संभाग स्तर के साथ-साथ जिला स्तर पर भी फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरी की स्थापना की जाएगी, जिससे जांच व्यवस्था और अधिक सुलभ, पारदर्शी और प्रभावी बनेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को इंदौर में 8 करोड़ 30 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित अत्याधुनिक फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरी के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मधु वर्मा, सुमित मिश्रा तथा श्रवण सिंह चावड़ा, संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव आदि मौजूद थे।
मिलावटखोरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं होगी- मिलावटखोरों के विरूद्ध की जाएगी सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में कहा कि खाद्य एवं औषधि विक्रय और निर्माण के क्षेत्र में मिलावटखोरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मिलावट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस क्षेत्र में ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ कार्य करने वाले उद्योगों एवं अन्य संस्थानों आदि को सरकार की ओर से प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयोगशाला प्रदेश में विशेषकर मालवांचल में खाद्य एवं औषधि जांच व्यवस्था को नई गति देगी और नागरिकों को शुद्ध खाद्य सामग्री एवं प्रमाणिक औषधि उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगी। इंदौर की यह फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक आदर्श मॉडल बनेगी। इससे जांच प्रणाली को मजबूती मिलेगी और जनस्वास्थ्य की सुरक्षा को एक नई दिशा प्राप्त होगी। उन्होंने नागरिकों को छठ पूजन की शुभकामनाएं भी दी।
कार्यक्रम को नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज इंदौर को अनेक विकास कार्यों की सौगात दे रहे हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में तेज और सर्वांगीण विकास हो रहा है। सांवेर विधानसभा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही अनेक विकास कार्यों की सौगातें देकर सांवेर को संवारने का काम किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा इंदौर के एम.वाय. अस्पताल को आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित करने के लिए लगभग 787 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
उन्होंने बताया कि सांवेर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया गया है। साढ़े 5 करोड़ रुपये की लागत से सांवेर नगर परिषद में 50 बेड का सर्वसुविधायुक्त सिविल अस्पताल तैयार हुआ है। 10 करोड़ रुपये की लागत से कनाडिया में 50 बिस्तरों वाला सिविल अस्पताल निर्माणाधीन है। 15 करोड़ रुपये से कम्पेल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन कर पिवडाय में 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। मंत्री सिलावट ने कहा कि मांगलिया में 7 करोड़ रुपये की लागत से 50 बिस्तरीय का आयुष औषधालय तैयार हो गया है, जबकि 3 करोड़ रुपये से सिविल अस्पताल सांवेर में स्टाफ क्वार्टर और ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि इन सभी कार्यों से क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर उपचार, आधुनिक सुविधाएं और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं।
कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब्स के नेटवर्क को तेजी से विस्तारित किया जा रहा है। भोपाल के बाद अब इंदौर में प्रदेश की दूसरी लैब का शुभारंभ आज से हुआ है। उन्होंने बताया कि आगामी तीन माह में तीसरी लैब जबलपुर में स्थापित की जाएगी, जबकि चौथी लैब चार माह बाद ग्वालियर में प्रारंभ होगी। इसके बाद पांचवीं लैब की आधारशिला उज्जैन में रखी जाएगी। प्रदेश में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को सशक्त और सुदृढ़ बनाया जा रहा है, ताकि नागरिकों को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री और औषधियाँ उपलब्ध कराई जा सकें।