इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित सांवेर विधानसभा में अहिल्याबाई होलकर की राजधानी ग्राम कम्पेल में क्षेत्रीय विधायक एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के अनुरोध पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने वर्ष 2023 से संचालित महाविद्यालय के लिए नवीन भवन निर्माण के लिए 16 करोड रुपये स्वीकृत कर दीपावली पर्व की सौगात दी है। इसके लिये मंत्री सिलावट ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव और उच्च शिक्षा मंत्री परमार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व पर सांवेर को स्वर्णिम सौगात मिली है। विद्यार्थियों के भविष्य के लिये कम्पेल महाविद्यालय का नवीन भवन नींव का पत्थर साबित होगा।
मंत्री सिलावट ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि इन्दौर शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम कम्पेल में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए छात्रों को कई प्रकार की परेशानियां होती है। वर्ष 2023 में कम्पेल में शासकीय महाविद्यालय प्रारंभ किया गया था, तब 6 छात्रों ने प्रवेश लिया था। वर्तमान में यहां पर तीन संकाय कला, वाणिज्य और विज्ञान की कक्षाएं 5 कक्षों में सचालित हो रही हैं, जिसमें 120 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। विद्यालय भवन वर्तमान में 3 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है, आने वाले समय में 3 हेक्टेयर जमीन और अतिरिक्त उपलब्ध होने पर यह 6 हेक्टेयर में संचालित होगा। यहां 16 करोड़ की लागत से बनने वाले नवीन भवन में 12 कमरे, विज्ञान संकाय की 3 लेब, लायब्रेरी, स्टाफ रूम, कार्यालय भवन, छात्र-छात्राओं के लिए पृथक-पृथक शौचालय और खेल का मैदान होंगे। महाविद्यालय में वर्तमान 25 से अधिक ग्रामों के 120 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। इस महाविद्यालय में प्राचार्य सहित 6 शिक्षकों द्वारा अध्यापन कराया जा रहा है। इस भवन के बन जाने से आसपास के 25 से अधिक गांवों पिवडाय, खुडैल, पेडमी, उण्डेल, खण्डेल, शिवनी, बडियाहाट, सेमलिया रायमल आदि के सैकडों छात्रों को लाभ होगा।
सिलावट ने बताया कि शासकीय महाविद्यालय सांवेर में भी लगभग 3 करोड 16 लाख रुपये की लागत से बहुउद्देश्यीय हॉल का निर्माण किया जायेगा। हॉल के निर्माण होने से शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधाएं मिलेगी। वर्तमान में सांवेर महाविद्यालय में 1000 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है।
1987 में सांवेर से प्रथम बार 1985 में निर्वाचित तुलसीराम सिलावट की पहल पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के करकमलों से महाविद्यालय प्रारंभ किया गया। सर्वप्रथम कला संकाय विषय में मात्र 35 विद्यार्थियों के साथ महाविद्यालय का शैक्षणिक सत्र शा. कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन में प्रारंभ किया गया। उसी वर्ष 1987 में महाविद्यालय के लिए भूमि आवंटन किया जाकर महाविद्यालय के भवन का भूमिपूजन किया गया। तत्पश्चात वाणिज्य संकाय आरंभ करते हुए एम.ए. तथा एम.कॉम. की कक्षाओं का संचालन प्रारंभ हुआ। वर्ष 2013 में विद्यार्थियों के लिए विज्ञान संकाय विषय प्रारंभ किया गया। वर्ष 2017 में 02 करोड़ 76 लाख रुपये की लागत से विज्ञान संकाय हेतु 06 कक्ष एवं 02 बड़े हॉल का निर्माण किया गया। वर्ष 2017 के पूर्व जहां विद्यार्थियों की संख्या लगभग 500 थी, वहीं आज महाविद्यालय में विद्यार्थियो की संख्या 1000 से अधिक हो गई है।
सत्र 2019-20 में मध्य प्रदेश शासन की ओर से रूसा मद से 01 करोड़ 58 लाख रुपये की लागत से नवीन कम्प्यूटर लेब का निर्माण एवं पुराने भवन का रिनोवेशन कार्य तथा 16 लाख रुपये की लागत से कक्षाओं में फर्नीचर का कार्य कराया गया। मंत्री सिलावट ने बताया कि मेरे भरसक प्रयासों से सत्र 2020-21 में 03 करोड़ 86 लाख रुपये की लागत से कक्षाओं हेतु 06 कक्षों के एक और भवन की स्वीकृति शासन से कराई गई। वर्तमान सत्र में महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या लगभग 1167 है।