भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा के हालिया सत्र में दो भाजपा विधायकों ने अपने-अपने तरीके से विरोध दर्ज कराया। भाजपा विधायक कालू सिंह ठाकुर ने अपने आवागमन के लिए जहां मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया, वहीं सैलाना विधायक कमलेश डोडियार ने सदन में बोलने का मौका नहीं मिलने पर गांधी प्रतिमा के नीचे मौन धरना दिया।
फिजूलखर्ची से बचने के लिए मोटरसाइकिल का उपयोग
विधायक कालू सिंह ठाकुर अपनी नियमित यात्रा के लिए भोपाल ट्रेन से आते हैं, लेकिन विधानसभा तक पहुंचने के लिए उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल का चयन किया। उनका कहना है कि वे फिजूलखर्ची से बचने के लिए कार का इस्तेमाल नहीं करते हैं, क्योंकि कार में बाइक की तुलना में ज्यादा पेट्रोल खर्च होता है। उन्होंने बताया कि "मेरे पास कार है, लेकिन मैं अपनी मोटरसाइकिल से विधानसभा आता हूं, क्योंकि इससे पेट्रोल की बचत होती है और फिजूलखर्ची से बचने में मदद मिलती है।"
सदन में माइक बंद होने पर कमलेश डोडियार का मौन धरना
वहीं, सैलाना के विधायक कमलेश डोडियार ने विधानसभा में डॉक्टर को गाली देने के मामले पर स्थगन प्रस्ताव पर बोलने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही उन्होंने बोलना शुरू किया, उनका माइक बंद कर दिया गया। माइक की इस कार्रवाई के विरोध में डोडियार ने गांधी प्रतिमा के नीचे मौन धरना देने का निर्णय लिया। उन्होंने एक एप्रन पहना हुआ था, जिस पर लिखा था, "मुझे सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है।" डोडियार के इस मौन धरने ने विधानसभा परिसर में एक नया राजनीतिक संदेश दिया और उनकी बात को उठाने के लिए मजबूर किया।