
Dakhal News

कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद राहुल गांधी ने आक्रामक तरीके से जोरदार भाषण दिया उन्होंने सबसे पहले संविधान की कॉपी लेकर भाषण की शुरुआत की लेकिन सदन की कार्यवाही तब अधिक आक्रामक हो गई जब राहुल गांधी ने भगवान शिव (Lord Shiva) की तस्वीर सदन में दिखाई. इसके बाद उन्होंने विभिन्न धर्मगुरुओं की भी तस्वीर दिखाई. साथ ही उन्होंने सिख, ईसाई, इस्लाम और बुद्ध जैसे विभिन्न धर्मों का सहारा लेते हुए कहा कि, सभी धर्मों से हमें यह सीख मिलती है कि- डरो मत, डराओ मत जब राहुल गांधी ने सदन में शिवजी की तस्वीर दिखाई तो उन्हें स्पीकर द्वारा टोकते हुए कहा कि, यह नियमों के उचित नहीं है. हालांकि राहुल गांधी ने कहा कि, भगवान शिव की तस्वीर के जरिए मैं कुछ बताना चाहता हूं. उन्होंने, भगवान शिव के गले में लिपटे सर्प, हाथ में डमरू-त्रिशूव और हाथ की मुद्रा का व्याख्या करते हुए सत्ता पक्ष पर निशाना साधा राहुल गांधी ने कहा कि, शिवजी से हमें कभी न डरने की शक्ति मिलती है. शिवजी से हमें सत्य से कभी पीछे न हटने की प्रेरणा मिलती है. राहुल गांधी ने कहा कि, शिवजी के बाएं हाथ में त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है अगर दाएं हाथ में होता तो यह हिंसा का प्रतीक होता. सत्य, साहस और अहिसा की हमारा संबल है पौराणिक मान्यता के अनुसार भोलेनाथ का त्रिशूल तीन कालों को दर्शाता है. जो भूत , वर्तमान और भविष्य के बारे में बताता है. शिव जी के हाथ में त्रिशूल इस बात का प्रतीक है कि भगवान शिव के अधीन ही तीनों काल है शिवजी का त्रिशूल तीन तत्वों को भी दर्शाता है जो सत, तम और रज गुण का प्रतीक है
Dakhal News
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.
Created By:
![]() |