
Dakhal News

राज्यसभा के वेल में प्रवेश करने पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "यह उनकी (राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की) गलती है. मैं उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए अंदर गया था, लेकिन फिर भी वह नहीं देख रहे थे. मैं ध्यान आकर्षित कर रहा था. वह केवल सत्ता पक्ष की ओर देख रहे थे. जब मैं नियमानुसार उनका ध्यान आकर्षित करता हूं, तो उन्हें मेरी ओर देखना चाहिए, लेकिन इसके बजाय, उन्होंने मुझे अपमानित करने के लिए जानबूझकर मुझे नजरअंदाज कर दिया खरगे ने आगे कहा, "इसलिए मुझे ध्यान दिलाने के लिए या तो भीतर जाना पड़ा या जोर से चिल्लाना पड़ा. मैं निश्चित रूप से कहूंगा कि यह सभापति साहब की गलती है. मैं कहता हूं कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए और इस राज्यसभा की गरिमा बनाए रखनी चाहिए. इतने बड़े घोटाले हुए हैं. NEET परीक्षा का पेपर लीक हो गया है, लाखों बच्चे चिंतित हैं. इसलिए लोगों की समस्या पर ध्यान आकर्षित करने के लिए, हमने एक विशेष चर्चा के लिए कहा, हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते थे. हम केवल छात्रों के मुद्दों को उठाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इसका मौका नहीं दिया. इस पर ध्यान ही नहीं दिया और इसीलिए हमें ऐसा करना पड़ा." उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मल्लिकार्जुन खरगे के वेल तक आने की निंदा की है. उन्होंने कहा, ''आज भारतीय संसद के इतिहास में इतना दागदार दिन है कि विपक्ष के नेता खुद वेल में आ गए. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. मैं आहत हूं, स्तब्ध हूं. भारतीय संसदीय परंपरा इस हद तक बिगड़ जाएगी कि विपक्ष के नेता वेल में आ जाएंगे.”
Dakhal News
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.
Created By:
![]() |