
Dakhal News

इस शीट में शिवराज सरकार के 18 साल के घोटाले हैं
विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ घोटाला-शीट जारी किया है इसमें कांग्रेस ने सरकार पर भ्रष्टाचार और वादे पूरे करने में विफलता के कई गंभीर आरोप लगाए भोपाल स्थित पार्टी मुख्यालय में आरोप पत्र जारी करते हुए प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि शिवराज अब ठगराज हो गए आज मध्य प्रदेश की पहचान प्रचार, भ्रष्टाचार और अत्याचार से है।
कांग्रेस के इस घोटाला-शीट में जिन प्रमुख घोटालों का जिक्र किया गया है उनमें 15 हजार करोड़ रुपए का पोषण आहार घोटाला. 12 हजार करोड़ रुपए का मिड-डे मील घोटाला 9500 करोड रुपए का आंगनबाड़ी नल जल घोटाला 600 करोड़ रुपए का गणवेश घोटाला से लेकर 50 हजार करोड़ रुपए का चेक पोस्ट घोटाला शामिल है कांग्रेस ने इस घोटाला शीट को शिवराज सरकार में हुए घोटाले की पोल खोलने वाला अभियान बताया है कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा,की 'वह दिन दूर नहीं जब आप गूगल पर घोटाला सर्च करोगे और मुख्यमंत्री शिवराज की तस्वीर आ जाएगी केके मिश्रा ने कहा की शिवराज सरकार के घोटाले की पोल खोलने वाले अभियान से जुड़ने के लिए 9593-420-420 पर मिस्ड कॉल करें।
वही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा की मध्य प्रदेश की पहचान आज प्रचार, भ्रष्टाचार और अत्याचार से है शिवराज सिंह चौहान जब लोकसभा के सदस्य थे तो मैं संसद में उन्हें बहुत प्यार से शिवराज कहकर पुकारता था लेकिन आज वे ठगराज बन गए हैं उन्होंने सबको ठगा है किसानों को ठगा मजदूरों को ठगा, युवाओं को ठगा बेरोजगारों को ठगा, शासकीय कर्मचारियों को ठगा है पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा की भ्रष्टाचार के मामले में इन्होंने गौ माता और भगवान महाकाल तक को नहीं छोड़ा प्रदेश का हर व्यक्ति आज या तो भ्रष्टाचार का शिकार है, या भ्रष्टाचार का गवाह है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा की मैं मध्य प्रदेश की पहचान बदलना चाहता था प्रदेश की पहचान भ्रष्टाचार, मिलावट और माफिया से नहीं होना चाहिए आज निवेश मध्य प्रदेश में क्यों नहीं आता निवेश को डिमांड नहीं आकर्षित करना पड़ता है हमारे प्रदेश पर सबसे भ्रष्ट प्रदेश होने का लेबल लगा है तो क्या इससे निवेश आएंगे मुझे बड़े बड़े कंपनियों के सीईओ ने कहा कि माफ कीजिए आपके यहां तो कदम-कदम पर भ्रष्टाचार है।
Dakhal News
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.
Created By:
![]() |