सत्ता के नशे मे मंत्री टेकाम ने शराब के फायदे गिनाए

नशा मुक्ति कार्यक्रम को मंत्री टेकाम ने किया नशायुक्त, शिक्षा मंत्री शराब पीने के तरीके की दे रहे हैं शिक्षा, एक्सीडेंट न हो इसलिए सड़कें नहीं सुधारी जाती 

जब सत्ता के नशे में चूर शिक्षा मंत्री ही शराब पीने की शिक्षा देने लगे तो प्रदेश का भविष्य क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है ऐसी ही कुछ सुर्खियां बटोर रहे हैं छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम   प्रदेश का भविष्य ऐसे मंत्री के हाथ में हैं जो नशा मुक्त कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचते है तो  शराब के फायदे गिनाने लगते हैं  शराब पीने के तरीके बताने लगते हैं जब प्रदेश के शिक्षा मंत्री शराब पीने की शिक्षा देंगे  तो प्रदेश की शिक्षा का स्तर क्या होगा इसका अंदाजा लगाना ज्यादा कठिन नहीं है  अब ये समझ से परे है कि मंत्री जी कार्यक्रम में नशा मुक्ति  को लेकर शामिल होने गए थे या फिर कर्यक्रम को नशायुक्त करने गए थे छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम नशामुक्ति के कार्यक्रम में पहुंचे और शराब पीने का तरीका और फायदे गिनाकर कार्यक्रम को नशायुक्त बना डाला अब इसी बात को लेकर प्रेमसाय सिंह टेकाम सोशल मीडिया में सुर्खियों बटोर रहे  हैं  सुर्खियां तो बटोर रहे हैं लेकिन यह प्रदेश के लिए शर्म की बात है की शिक्षा मंत्री शराब के फायदे और पीने के तरीके बता रहा है  विडंबना देखिये की मंत्री के बयान पर वहां मौजूद अफसर और आम जनता भी मुस्कुरा रही थी हद तो तब हो गई जब मंत्री टेकाम  यहां तक बताने लगे कि शराब में पानी कितना मिलाया जाए उन्होंने कहा शराब में मात्रा के अनुसार पानी मिलाकर पीने से वह एक निदान का काम करता है  टेकाम  ने अपने सपोर्ट में  हरिवंश राय बच्चन  की लिखी कविता का भी सहारा लिया  टेकाम  बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में पिछले कुछ दिनों से पुलिस विभाग के  नशा मुक्ति अभियान में शामिल होने पहुंचे थे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था  प्रेमसाय सिंह स्थानीय विधायक भी हैं नशामुक्ति के अभियान को मंत्री ने अपने भाषण से नशायुक्त बना दिया  उन्होंने शराब का ये ज्ञान अपने प्रदेश तक सीमित नहीं रखा है ये ज्ञान वे मुम्बई में भी बांट आये हैं वहीं सड़क को लेकर उनके अपने ज्ञान भरे तर्क है टेकाम का कहना है कि जहां ख़राब सड़क होती है  हमें फ़ोन आते हैं की ठीक करवाइए लेकिन वहाँ खराब सड़कों में ऐक्सिडेंट कम होते हैं  जहां अच्छी सड़क होती है वहाँ मौत होती है ऐक्सिडेंट होते हैं ये ज्ञान भरी और जानकारी से युक्त बातें मंत्री टेकाम ने दी ऐसे में तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडगरी को सड़कों पर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं होनी चाहिए  मोदी सरकार व्यर्थ में ही सड़कों के निर्माण में वैसा खर्च कर रही है  

Dakhal News 1 September 2022

Comments

Be First To Comment....

Video
x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved © 2024 Dakhal News.