बेबाक बात
shivraj singh chouhan



क्या  शिवराज सिंह की कुर्सी खतरे में हैं
आलाकमान क्या शिवराज की छुट्टी करेगा
शिवराज को लेकर क्या सच -क्या अफवाह
कौन -कौन हटाना चाहता है शिवराज को
कांग्रेस को कैसे मिल रही है प्राणवायु
शिवराज के बाद कौन बनेगा मुख्यमंत्री
 कहा जा रहा है कि शिवराज सिंह की कुर्सी खतरे में हैं  ... बीजेपी आला कमान कभी भी उनकी छुट्टी कर सकता है  ... इस तरह की ख़बरों से देखते देखते सोशल मीडिया भर गया  ... इन्हें ख़बरों की बजाये अफवाहें कहें तो ज्यादा ठीक रहेगा  ...क्योंकि खबर की शक्ल और पूरी बॉडी होती है और कहते हैं अफवाहों के पैर नहीं होते और वे फिर भी चलती रहती हैं  ...  कुछ तथाकथित बड़े पत्रकार भी इस मसले पर अपना ज्ञान बघारते नजर आये  ... सबके अपने तर्क और अपनी कसौटियां थीं  ... लुब्बो लुबाब ये की मध्यप्रदेश को अब नए चेहरे की जरुरत हैं  ... वो नया चेहरा कौन   ...  इस पर सब मौन थे  ...सब अपने अपने शुभ लाभ के हिसाब से शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं  ... वॉट्सऐप के कारीगरों ने तो क्या क्या नहीं लिखा  ... हर व्यक्ति अपने अपने पसंद क व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाने पर तुल गया  ... एक ट्रांसपोर्ट विभाग से जुड़े चिरकुट कलम घिस्सू ने लिखा कि अब महाराज यानि ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर गोविन्द सिंह राजपूत  ... इसे पढ़कर मुझे  थोड़ी हंसी आई सिंधिया तक तो ठीक  ...  ये गोविन्द सिंह राजपूत कौन   ... ये आदमी मंत्री बन गया ये ही बहुत  ... सिवाए सिंधिया में व्यक्तिगत आस्था रखने के अलावा इनमे ऐसी कौन सी खूबी है जो ये मुख्यमंत्री पद के दावेदार हों  ...लेकिन भांडतंत्र  अफवाहें फैलाने से कहाँ बाज आने वाला है  ...  
सवाल ये है कि  तत्काल शिवराज की कुर्सी जाने के मामले की शुरुवात हुई कैसे   ... पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद रिलेक्स मूड में बजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भोपाल दौरे पर आये और सियासत के प्याले में तूफ़ान पैदा कर गए  ...कैलाश विजयवर्गीय बीजेपी के बड़े नेता हैं  ... उनके भोपाल में बहुत रिश्ते हैं  ... कोरोना काल में अपने कुछ दिवंगत हुए मित्रों के परिजनों  से वे मिलने आये थे  ... कैलाश विजयवर्गीय ने इस मसले पर क्या कहा पहले यह जान लेते हैं  ...
कैलाश विजयवर्गीय शुद्ध राजनैतिक व्यक्ति हैं तो जाहिर है राजनैतिक मुलाकातें भी ऐसे में होना संभव है और वे हुई भीं और यहीं से  मीडिया के शिवराज सिंह विरोधी तबके ने इसे खबर बनाने की कोशिश की कि इन मुलाकातों से शिवराज सिंह को सत्ता से हटाया जाएगा  ... कैलाश विजयवर्गीय तो दिल्ली रवाना हो गए लेकिन प्याले में  तूफ़ान जारी रहा  ... एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा  से  बीजीपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और वरिष्ठ नेता प्रभात झा की मुलाक़ात और वीडी शर्मा से शिवराज की मुलाकात और न जाने कितनी मुलाकातों ने शिवराज विरोधी मीडिया को पंख लगा दिए  ... एक वेबसाइड चला  रहे कोंग्रेसी पत्रकार ने चार इमली में अपने घर से इन ख़बरों को दिल्ली  प्लांट करने की कोशिश की कि शिवराज गए  ... इसमें इनके साथी चंगु मंगू टाइप दो नेशनल टीवी के कारकुन  भाड़े के टट्टू जैसे नजर आये  ... इनकी इस मुहीम की ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह कहकर हवा निकाल दी कि शिवराज सीएम बने रहेंगे  ...
राजनीति में मेल मुलाकातें नहीं बात नहीं हैं  ... लेकिन सोशल मीडिया में इन्हें जिस तरह  सच से परे प्रस्तुत किया जाता है  ... ये ठीक नहीं   ... और जब इसमें मीडिया के लोग जुड़ जाते हैं तो तब स्थति और विकट हो जाती है  ... जिनके जिम्मे सच सामने लाना है वे ही कई बार सच से मुँह फेर कर अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए अफवाहों को खबर बना के बढ़ावा देने लगते हैं  ... बीती शाम  भी एक पत्रकार ने मुझे फोन पर कहा शिवराज को दिल्ली तलब कर लिया गया है  ...बस इस्तीफ़ा होने वाला है  ...मैने पूछा कांग्रेस दफ्तर से आ रहे हो या बीजेपी   ...   क्योंकि ये चर्चा वहां या सोशल मीडिया पर ही है  ...ख़ैर शिवराज  सिंह हटें या मुख्यमंत्री  पद पर बने रहें  ... मुझे ये बताओ कि शिवराज ने ऐसा क्या अपराध कर दिया कि तत्काल हाईकमान उनको हटाए  ... ऐसा एक कारण मुझे बताओं तो उन बड़े पत्रकार को सांप सूंघ गया  ... लेकिन तभी एक और पत्रकारनुमा जीव वॉट्सऐप पर यह कहते हुए प्रकट हुए कि एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज  सिंह के करीबी अफसर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सौ से ज्यादा RTI लगवाई हैं इसलिए शिवराज सिंह को हटाया जा रहा है  ... और एमपी के भावी मुख्यमंत्री ने उन्हें नाम न  उजागर करने  पर ये जानकारी दी है  ...  मतलब आप खुद समझ सकते हैं कि पत्रकारिता के नाम पर चल क्या रहा है  ...  इसबीच भाजपा नेताओं की आपसी मुलाकातें अब भी जारी हैं  ... भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा से भी मैने सवाल पूछ ही लिया कि अचानक एक दूसरे के घर जाने की जरुरत क्या आ गई  ?  झा साहब ने जवाब भी जोरदार दिया अपने नेताओं के यहाँ नहीं तो क्या सोनिया गाँधी या कमलनाथ के घर जाएँ  ...
शिवराज हटने वाले हैं  ... ये चार शब्द ही कांग्रेस के लिए प्राणवायु बने हुए हैं  ...चरमराती हुई कांग्रेस  को   उसके प्रवक्ताओं ने ठोका पीटी कर दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है  ... कांग्रेस में ऊपर लेबल  ...  मतलब टीम कमलनाथ बीजेपी नेताओं की हर मुलाक़ात का विश्लेषण कर रही है  ... ठीक वैसे ही जैसे  आम पर बौर आते ही  कोयल करती है  ... अब बात भाजपा की  ... शिवराज हटने वाले हैं   ... इन चार शब्दों ने भाजपा मे भी कई लोगों के मन में लड्डू फुटवा दिए हैं  ... चार दिन तक तो अंदर खाने वहां भी सब चुपचाप इसका आनंद लेते रहे  ...  इस सब के बीच  एक व्यक्ति इन अफवाहों से खासे  परेशान थे और वे थे बजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा  ... हालाँकि एमपी में ऐसा भी एक बड़ा वर्ग है जो वीडी शर्मा को भावी मुख्यमंत्री के रूप में देखता है  ... लेकिन शर्मा ने सभी अफवाहों को सिरे से नकार दिया  ...
हालाँकि भाजपा में भी एक सच्चाई यह है कि वहां भी  जितने बाराती थे सब दूल्हा बनने को तैयार  ... सिंधिया खेमे के लोगों ने तो एक दूसरे को बधाई तक दे दी  ... बस महाराज मुख्यमंत्री  ... इंदौर में चर्चा थी कि अब भिया कैलाश जी की शपथ होना है  ... गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के घर बैठने वाला मीडिया उनकी शपथ की तैयारी कर रहा था  ... तो मंत्री भूपेंद्र सिंह के समर्थक उनको मुख्यमंत्री मान चुके थे  ... कुछ लोगों ने ऐसे में दावा किया कि मध्यप्रदेश के इस झगडे में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल एक कॉमन मैन हैं और वही मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री बनाने वाले हैं  ...  ...हमारे सूत्रों ने इस मासले की खूब पड़ताल की और पाया कि शिवराज सिंह चौहान को फिलहाल मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया जा रहा है  ... मध्य्प्रदेह में शिवराज कायम रहेगा  ...  ऐसे में एक कहावत फिर जोर मार रही है  ...  मीडिया हाउस से ख़बरें बहार आती हैं और चण्डूखानों से अफवाहें  ... तय आपको करना है  ... आपको अफवाहों के साथ रहना है या सच के  ... 

 
 
Dakhal News 7 June 2021

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