छतरपुर। प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने का भले की प्रयास कर रही हो, लेकिन शिक्षकों की मनमानी सरकार के प्रयासों पर भारी पड़ रही है। बच्चे अपने निर्धारित समय पर स्कूल पहुंच रहे हैं, लेकिन स्कूल के शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते और बच्चे घण्टों स्कूल के बाहर खड़े होकर स्कूल खुलने का इंतजार करते रहते हैं। ऐसा ही मामला शनिवार को सामने आया है।
दरअसल, संकुल अंतर्गत आनी वाली शासकीय माध्यमिक शाला कराठा का शनिवार को जब मीडियाकर्मियों ने सुबह 11 बजे औचक निरीक्षण किया तो पाया कि बच्चे स्कूल के बाहर खड़े होकर स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे हैं। छात्रों ने बताया कि यह हाल रोजाना का है। शिक्षक रोज ही देर से आते हैं और समय से पहले स्कूल बंद कर चले जाते हैं। इस संबंध में जब नौगांव बीआरसी विनोद गुप्ता से बात की गई और उन्हें स्कूल बंद होने की जानकारी दी गई तो उन्होंने कार्यवाही करते हुए एक जनशिक्षक को मौके पर भेजा, जिसने पंचानामा बनाया। ज्ञात हो कि कराठा माध्यमिक शाला में प्रधानाध्यापक किशोरी लाल प्रजापति के अलावा एक महिला शिक्षक और एक अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं जो कि कभी भी समय पर स्कूल नहीं पहुंचते और यही कारण है कि इस क्षेत्र में लगातार शिक्षा का स्तर गिर रहा है।
इनका कहना
स्कूल बंद होने की शिकायत मिली थी, मैंने जनशिक्षक को भेज कर पंचानामा बनवाया है, लापरवाह शिक्षकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी तथा उनका एक दिन का वेतन भी काटा जाएगा।
विनोद गुप्ता, बीआरसी, नौगांव