मतदाता दिवस तो मना मगर नहीं मिल पाये मतदाता को कार्ड
कम्पनी का पेमेंट फंसा तो वोटर आईडी नहीं बनी राजधानी में राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी के दिन ही मतदाताओं की जमकर फजीहत हुई है। शहर की 7 विधानसभाओं में करीब 27 हजार लोगों ने नए मतदाता कार्ड बनवाने आवेदन किया था, लेकिन कार्ड बनाने वाली कंपनी और अधिकारियों की लापरवाही से करीब 7 हजार कार्ड ही छपे। ऐसी स्थिति में आवेदक परेशान होते रहे। फिर भी उन्हें सही जवाब नहीं मिला। गुस्साए युवाओं ने प्रशासन के विरोध में नारेबाजी भी की। सूत्रों के मुताबिक कंपनी का पेंमेंट नहीं होने से यह कार्ड रुके हैं।मतदाता कार्ड बनवाने वाले लोगों को प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जहां पर उन्होंने बीते एक महीने में मतदाता कार्ड बनवाने के लिए आवेदन किया था, वहीं से मतदाता दिवस 25 जनवरी को वोटर कार्ड मिलेगा।इस आश्वासन पर लोग एसडीएम कार्यालय, स्थानीय मतदान केंद्र के चक्कर लगाते रहे। वहां पर उनसे कहा गया कि एक बार कलेक्ट्रेट में भी जाकर जानकारी लें। इस पर सैकड़ों मतदाता कलेक्ट्रेट में चक्कर लगाते रहे। हुजूर विधानसभा के आस्तिक, महेश विश्वकर्मा, संजय गुप्ता, अनुराग मिश्रा सहित दर्जनों लोग हुजूर कार्यालय के चक्कर लगाते रहे, लेकिन उन्हें सही जानकारी नहीं दी गई। इससे वे दिनभर परेशान हुए।भोपाल सहित 11 जिलों में वोटर कार्ड प्रिंट कार्ड बनाने का जिम्मा भुवनेश्वर की कंपनी जीएमजी को दिया है। भोपाल में कंपनी को 27 हजार वोटर कार्ड बनाने थे। लेकिन भुगतान नहीं होने के कारण कंपनी ने 7 हजार ही वोटर कार्ड प्रिंट किए। कंपनी के जीएम त्रिलोचन का कहना है कि भोपाल में 35 लाख रुपए का भुगतान नहीं हुआ है। इसके चलते कार्ड का मटेरियल नहीं आ पाया है। इस संबंध में अफसरों को पहले ही बता दिया गया था। इधर, निवार्चन आयोग के ज्वाइंट सेक्रेट्री एसएस बंसल का कहना है कि पैसे का भुगतान जिलों के कलेक्टर द्वारा किया जाता है। कंपनी के पास कार्ड बनाने वाले मटेरियल की कमी आ गई थी। इसके चलते कार्ड नहीं मिले हैं। एक सप्ताह के भीतर वोटर को कार्ड मिल जाएंगे।