नवदुनिया के दफ्तर में जबरन घुसकर किया हंगामा
नवदुनिया अखबार में बावड़ियाकलां इलाके में गुमठी वालों को सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर अतिक्रमण करवाने का मामला प्रकाशित करना वार्ड-52 के पार्षद रामबाबू पाटीदार को इतना नागवार गुजरा कि वे विरोध जताने गुंडागर्दी तक पर आमादा हो गए। रामबाबू ने पहले तो मंगलवार की देर शाम सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर अपने लोगों को गुमठियां रखने के लिए मार्किंग कर दी, लेकिन जब इस संबंध में नवदुनिया ने खबर प्रकाशित की तो रामबाबू दो दर्जन से ज्यादा उपद्रवियों को साथ लेकर नवदुनिया के दफ्तर में नारेबाजी करते हुए जबरन घुस गए। इस दौरान पाटीदार व उनके साथी ऑफिस में मौजूद स्टाफ के साथ बदसलूकी और देख लेने की धमकी देते रहे।
सोमवार को नगर निगम के अमले ने इस इलाके में अतिक्रमण कर रखी गईं जिन गुमठियों को हटाया था, उन्हीं लोगों को वार्ड 52 के पार्षद रामबाबू पाटीदार ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा दे दिया। मंगलवार शाम को रामबाबू ने स्वयं ही खड़े होकर सूची तैयार करवाई और नपती कराकर चूने की लाइन भी डलवा दी। पाटीदार ने इंडस चौराहे से दानिश ब्रिज की ओर जा रही सड़क के फुटपाथ पर सफेद चूने से नपती कर नौ-नौ फीट की मार्किंग करवा दी। साथ ही कुछ स्थानों पर चूने से कब्जाधारियों के नाम भी लिखवा दिए। अवैध तरीके से गुमठी वालों को पार्षद द्वारा दी गई सरकारी जमीन के इस मामले को नवदुनिया ने प्रकाशित किया था।
पार्षद रामबाबू पाटीदार और उनके उपद्रवी साथियों ने करीब एक घंटे तक नवदुनिया के ऑफिस में हंगामा किया। इस दौरान उन्हें कई बार शांति के साथ अपना पक्ष रखने के लिए समझाया गया, लेकिन वे नहीं माने। रामबाबू पाटीदार तो धमकी भरे लहजे में ये कहने से भी नहीं चूके कि अभी तो मेरे साथ कम ही जनता आई है, और लोगों को बुला लिया तो फिर समझ लेना क्या होगा।
नवदुनिया के दफ्तर में हंगामे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में एमपी नगर थाने से पुलिसबल मौके पर पहुंच गया। पुलिसकर्मियों ने पार्षद और उनकी शह पर उपद्रव कर रहे लोगों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए दफ्तर के बाहर किया। साथ ही रामबाबू पाटीदार सहित अन्य सभी के खिलाफ बलवा करने 147, गाली गलौच 294 और जान से मारने की धमकी देने पर धारा 506 के तहत प्रकरण कायम किया है।
सरकारी जमीन बांटने की खबर में नवदुनिया ने अपनी निष्पक्षता की परंपरा का निर्वहन करते हुए मंगलवार को पार्षद रामबाबू का पक्ष लिया और प्रकाशित भी किया। इसके बाद भी वे उपद्रवियों के साथ बुधवार को नवदुनिया के दफ्तर में जबरन घुसे। इस पर भी उन्हें अपना पक्ष पुनः लिखकर देने को कहा गया। तब भी रामबाबू ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने सरकारी जमीन पर गुमठियां रखने के लिए मार्किंग करवाई है। साथ ही कहा कि इसके एवज में किसी गुमठी वाले से चवन्नी भी नहीं ली है। उनका कहना था कि ऐसा उन्होंने गुमठीवालों के लिए क्षेत्र में एक जगह हाकर्स कार्नर बनवाने के लिए किया है। कार्नर बनने पर गुमठियों को वहां स्थापित करवा दिया जाएगा।
गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने पार्षद रामबाबू पाटीदार व उनके समर्थकों द्वारा नवदुनिया कार्यालय में घुसकर गाली-गलौज करने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष एवं महापौर भोपाल आलोक शर्मा ने कहा पार्षद पाटीदार एवं उनके समर्थकों ने जिस तरह अखबार के कार्यालय में पहुंचकर गाली-गलौच और नारेबाजी की वह गंभीर मामला है। पार्टी ने इसे संज्ञान में लिया है। मामले में पाटीदार को नोटिस देकर पूछताछ की जाएगी।
बीजेपी के संगठन महामंत्री सुहास भगत ने कहा यह मामला हमारे संज्ञान में लाया गया है, पार्टी इस पर सख्त रुख अपनाएगी।
नईदुनिया समूह के भोपाल दैनिक नवदुनिया पर भाजपा पार्षद और उनके गुर्गों का हमला कहीं अभिव्यक्ति की स्वाधीनता पर पार्टी की अभिव्यक्ति तो नहीं है ! यह दरअसल यह सत्ता के अहंकार का निर्लज्ज प्रदर्शन है जिसमे सत्तारूढ़ पार्टी के जिम्मेदार लोग भी आकंठ डूबे हुए हैं। चिंता की बात यह है की सरकार ने मीडिया मालिकों को तो खूब मैनेज कर रखा है जिससे इस भ्रष्ट सिस्टम के खिलाफ खबरें कभी-कभार ही छपती हैं। इसे भी सत्ताधीश और उनसे जुड़े लोग पचा नहीं पाते और उनके कोप का शिकार पत्रकारों को होना पड़ता है।
ऐसे अवसरों पर तो मीडिया हाउसों को व्यावसायिक प्रतिद्वंदिता बिसरा कर साथ खड़े होना चाहिए। दैनिक भास्कर ने इस हमले की खबर तो छापी है पर आधी-अधूरी, जिसे पढ़ने पर पता ही नहीं चलता की किस अखबार पर हमला हुआ है। जो पाठक केवल एक अखबार ही खरीदता है वह इस जानकारी से वंचित रह गया। बताते चलें की जिस शीर्ष पर आज दैनिक भास्कर विराजमान है वहाँ कभी नईदुनिया का कब्जा था। बहरहाल अभिव्यक्ति की आजादी पर अहंकार के आत्मघाती आक्रमण का सिर्फ मीडिया नहीं बल्कि सभी एक्टिविस्टों और एनजीओ को एकजुट होकर जवाब देना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्रकुमार सिंह ने सही कहा है की पार्टी को भी इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।