तीसरे दिन भी मंत्री पहुँचे गाँव में
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर तीसरे दिन भी मंत्री-मण्डल के सदस्य गाँव में पहुँचे और किसानों से उनकी परेशानी साझा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सूखे की गंभीर चुनौती से निपटने के लिये चौतरफा प्रयास किये हैं। बजट में कटौती कर किसानों को राहत देने का फैसला लिया है। निर्माण कार्य और ऋण वसूली स्थगित की गयी है। अल्पकालीन ऋणों को मध्यमकालीन ऋण में बदलागया है।वन एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री और पन्ना जिला प्रभारी मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने अमानगंज, पवई एवं शाहनगर तहसील के विभिन्न ग्राम का भ्रमण किया। उन्होंने मुराछ, पटोरी, शिकारपुरा, खमतरा, चौपरा, सुंगरहा आदि ग्राम में पहुँचकर धान एवं सोयाबीन की फसलों को हुए नुकसान को देखा। उन्होंने सूखा पीड़ित किसानों को बताया कि जिले को 93 करोड़ रुपये की राहत राशि मंजूर की गयी है। डॉ. शेजवार ने कहा कि किसानों को हुई क्षति का सर्वे पूरी पारदर्शिता के साथ करवाया गया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में बड़ी संख्या में निर्माण कार्य प्रारंभ करवाये जा रहे हैं। इन निर्माण कार्यों में ग्रामीणों को काम मिल सकेगा। वहीं किसानों को रबी फसल की बोनी करने के लिये खाद, बीज एवं अन्य सहायता उपलब्ध करवायी जा रही है। जिन गाँव में विद्युत बिल बकाया होने के कारण कनेक्शन काट दिये गये हैं, ऐसे गाँव में पुन: विद्युत कनेक्शन जोड़ने के निर्देश मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिये गये हैं।प्रभारी मंत्री ने गाँव में चौपाल लगाकर समस्याओं को सुना। उन्होंने पेयजल, खाद्यान्न, केरोसिन वितरण, स्कूल संचालन, निर्माण कार्यों में कार्यरत मजदूरों की मजदूरी भुगतान आदि की जानकारी ली। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि संकट की इस घड़ी में किसानों की पूरी तरह ईमानदारी के साथ मदद करें। राहत राशि वितरण में संवेदनशील रहकर कार्यवाही करें। राहत राशि वितरण में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।वाणिज्य, उद्योग तथा रोजगार एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा राजगढ़ जिला प्रभारी मंत्री श्रीमती सिंधिया ने किसानों से कहा है कि मौसम ने उनका साथ नहीं दिया तो क्या हुआ, सरकार हर समय-हर घड़ी उनके साथ है। श्रीमती सिंधिया ने नरसिंहगढ़ तहसील के ग्राम बोरखेड़ा, पिपलियारसोडा, पचोर तहसील के ग्राम उदनखेड़ी, ब्यावरा तहसील के ग्राम भाटखेड़ी, खिलचीपुर तहसील के ग्राम बड़बेली और राजगढ़ तहसील के ग्राम लिम्बोदा का भ्रमण किया तथा किसान भाइयों एवं ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम को देखते हुए किसान कम पानी में ली जाने वाली फसलें, मिश्रित खेती, उन्नत कृषि तकनीकी अपनायें ताकि मौसम के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके। किसानों ने अपनी जरूरतों से मंत्री को अवगत करवाया।खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं प्रभारी मंत्री श्री विजय शाह ने बड़वानी जिले के सूखा प्रभावित गाँव का दौरा किया। उन्होंने खेतों में पहुँचकर प्रभावित फसलों को देखा। उनके साथ सांसद श्री सुभाष पटेल भी थे। श्री शाह ने ग्राम करी पहुँचकर कृषक टीकाराम भावसार के खेत में अनियमित वर्षा एवं वायरस से प्रभावित मिर्च की फसल को देखा। मौके पर ही प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों के दल को समुचित आदेश दिये। उन्होंने कृषकों से कहा कि वे फसल बीमा अनिवार्य रूप से करवायें, जिससे क्षति होने पर बीमा कम्पनी से मुआवजा मिल सके।प्रभारी मंत्री ने विद्युत विभाग को निर्देश दिया कि वे राज्य शासन के नये नियमों की जानकारी किसानों को बतायें, जिससे किसान तीन माह के स्थान पर दो माह की राशि भरकर अस्थायी विद्युत कनेक्शन ले सकें। साथ ही खराब ट्रांसफार्मर को बकाया की दस प्रतिशत राशि देकर बदलवा सके। पूर्व में खराब ट्रांसफार्मर को बकाया की 50 प्रतिशत राशि भरकर ही बदलवाया जा सकता है।अनुसूचित-जाति, जनजाति कल्याण मंत्री और अनूपपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री ज्ञान सिंह ने किसानों को आश्वस्त किया कि अल्प वर्षा के कारण उत्पन्न संकट की इस घड़ी में शासन-प्रशासन पूरी दृढ़ता से किसानों के साथ खड़ा है। सूखे की स्थिति का सामना सरकार और किसान मिलकर करेंगे। प्रभारी मंत्री पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम भेजरी, सरफा तथा कोडार में जन-सभाओं में किसानों से संवाद कर रहे थे। प्रभारी मंत्री ने किसानों को सलाह दी कि वे आगामी रबी फसल के लिये कम पानी लगने वाली फसल लें। इसके लिये बीज की आपूर्ति की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जायेगी। गेहूँ की शीघ्र पकने वाली एवं कम सिंचाई वाली जातियों का उपयोग करने की सलाह भी उन्होंने दी।नगरीय विकास एवं पर्यावरण तथा सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने आदिवासी विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम टिकटोली, मोरावन, अदवाड़ा, सेसईपुरा, गोरस में ग्रामीणों के साथ चौपाल में चर्चा की। उन्होंने फसलों के नुकसान का आकलन किया तथा रबी फसल के लिये सुविधाओं एवं आवश्यकताओं पर चर्चा की। उन्होंने ग्राम मोरावन एवं अदवाड़ा को आबादी क्षेत्र घोषित करने के निर्देश देते हुए कहा कि आगामी एक माह में इस संबंध में प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाये। प्रभारी मंत्री श्री आर्य ने कहा कि अब केवल 10 प्रतिशत राशि जमा कर ट्रांसफार्मर बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि फसल नुकसान के सर्वे का कार्य जारी है। उन्होंने ग्राम टिककोली में 12 किसान को तथा ग्राम सेसईपुरा में 36 किसान को सिंचाई के लिये स्प्रिंकलर सिस्टम का वितरण किया। उन्होंने ग्राम मोरावन में कन्या छात्रावास तक सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। ग्रामीणों से चर्चा के दौरान मेदा एवं पीरो आदिवासी को बीपीएल में शामिल कर पेंशन का लाभ देने के निर्देश दिये गये।स्कूल एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने मनासा तहसील के ग्राम बरलई में चौपाल में ग्रामीणों और किसानों से चर्चा की।श्री जोशी ने विधायक श्री कैलाश चावला एवं अधिकारियों के साथ रात्रि विश्राम ग्राम बरलई में ही किया। श्री जोशी को किसानों ने खेती-किसानी से जुड़ी जरूरतों के बारे में बताया। प्रभारी मंत्री ने कहा कि बिजली की समस्या का एक साल में समाधान कर दिया जायेगा। किसानों को पानी की उपलब्धता अनुसार दो माह के विद्युत कनेक्शन देने की व्यवस्था की गयी है।श्री जोशी ने ग्राम सुवाखेड़ा एवं गिरदोड़ा का भी दौरा किया। चौपाल लगाकर किसानों की समस्याएँ सुनी। उन्होंने कहा कि जावद क्षेत्र में 25 प्रतिशत आनावारी आयी है। क्षेत्र के किसानों को फसल बीमा योजना का पूरा लाभ मिलेगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि आपदा की घड़ी में मुआवजा दिलवाने, फसल बीमा योजना का लाभ दिलवाने की शुरूआत श्री शिवराज सिंह चौहान ने की है। गत वर्ष भी ईसबगोल की नुकसानी का मुआवजा सरकार ने दिया है।