देश की सीमाओं पर भेजें युवाओं को
"माँ तुझे प्रणाम" योजनामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि माँ तुझे प्रणाम योजना में अधिक से अधिक युवाओं को देश की सीमाओं की यात्रा पर भेजा जाये। वर्षा ऋतु एवं परीक्षा के माहों को छोड़कर केलेण्डर बनाकर वर्ष भर नियमित रूप से यात्राएँ भेजी जायें। श्री चौहान योजना की समीक्षा कर रहे थे।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना का उद्देश्य युवाओं में देश भक्ति का जजबा बढ़ाना है। उन्होंने योजना के जरिये सीमावर्ती क्षेत्रों की यात्रा कर लौटे युवाओं के साथ चर्चाओं का स्मरण किया। बताया कि यात्रा से लौटने के बाद व्यक्ति में एक नया जोश और जज़्बा, सैनिकों के प्रति सम्मान और राष्ट्र-प्रेम का भाव पैदा होता है। उन्होंने योजना में विभिन्न क्षेत्रों की मेधावी प्रतिभाओं को यात्रा पर जाने का अवसर दिए जाने की जरूरत बतलाई। श्री चौहान ने पारदर्शी प्रक्रिया बनाकर बड़ी संख्या में युवाओं विशेष कर किशोर-किशोरियों को शामिल करने के लिये कहा। सीमा सुरक्षा बल के साथ ही इन्डो-तिब्बत पुलिस और थल सेना के साथ समन्वय कर नये स्थलों को भी चिन्हित करने के लिये कहा।बैठक में बताया गया कि इस वर्ष 2014-15 में 73 सदस्यीय युवतियों का दल मार्च के अंतिम सप्ताह में यात्रा पर भेजा जायेगा। योजना में जम्मू-कश्मीर में कारगिल, लेह द्रास, आर.एस.पुरा, पंजाब में हुसेनीवाला, बाघा बार्डर, राजस्थान में लोगोंवॉल, तानोत माता का मंदिर, केरल में कोच्चि की यात्राएँ की गई।बैठक में मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, मुख्यमंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी राजीव टंडन, खेल एवं युवा कल्याण सचिव अमित राठौर और संचालक श्री उपेन्द्र जैन भी उपस्थित थे।